समय राणा , एक ऐसा नाम जिसकी गुंज भर से पूरा राजस्थान कांपता था । जिसकी पूरी जिंदगी बस दुश्मनों से घिरी थी और इन दुश्मनों से अपनी सियासत को बचाने के लिए चाहिए उसे एक पत्नी ... एक ऐसी पत्नी जो डर से भरी हो , जो ना तो चालाक हो और ना ही तेज तर्रार बस एक... समय राणा , एक ऐसा नाम जिसकी गुंज भर से पूरा राजस्थान कांपता था । जिसकी पूरी जिंदगी बस दुश्मनों से घिरी थी और इन दुश्मनों से अपनी सियासत को बचाने के लिए चाहिए उसे एक पत्नी ... एक ऐसी पत्नी जो डर से भरी हो , जो ना तो चालाक हो और ना ही तेज तर्रार बस एक ऐसा शोपीस जो उसकी बांहों में बांहे डाले हर पार्टी अटैंड कर लें । जिसका नाम तो समय राणा से जुड़ा हो पर समय राणा का एक भी इमोशन , उससे जुड़ा ना हो और इन सब में उसकी मुलाकात होती हैं एक मासूम सी लड़की आर्या सिंह से , जिसे डर नाम से भी डर लगता था .... जिसके लिए समय का वजूद एक जहर जैसा था । खुदको पूरी दुनिया से बचाने के लिए उसने समय का साथ चुन लिया जिसमें साथ जैसा कुछ था ही नहीं .... तों कैसा होगा यह जहर भरा इश्क ... जानने के लिए पढ़िए -
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मुम्बई
एक फाइव स्टार हाॅटेल के अंदर तीसवें माले के एक रुम में बाॅसी अंदाज में बैठा था वो .... हाथ में शेम्पेन का ग्लास था लेकिन अभी तक उसने एक घूंट तक नहीं पिया था । उसके चेहरे पर छायी सख्ती , रुम का टेम्परेचर बढ़ा रही थी वहीं उसके सामने खड़ा , उसका अस्सीटेंट डर से कांप रहा था । ऐसी में भी उसके सिर से पसीने की बूंदें टपक टपक टपक रही थी ।
वो सोफे पर बैठे बैठे ही घूरती निगाहों से - क्या तुम्हें अपना रेजिग्नेशन लेकर चाहिए ।
वो डर से नजरें झुकाए ही - प्लीज सर ! थोड़ा टाइम ....!!
वो घूर्राती निगाहों से - पिछले दो महिने से तुम्हारी इस बकवास से मेरे कान पक चुके हैं मिस्टर अमन मिश्रा , तुम्हारे पास दो दिन का टाइम हैं तो बस एक लड़की ढूंढ़ो और मेरे सामने खड़ी करो वरना मुझे अपनी शक्ल मत दिखाना ... गेट आऊट.....!!
उसके इतना कहते ही अमन गहरी सांस लेते हुए बाहर निकल गया । उसने रुमाल से पसीना पोंछते हुए अपने बगल वाले कमरे में कदम रखे और फिर एक ही मीनट में गिलास भर पानी खत्म कर दिया । फिर गहरी सांस लेते हुए। सोफे पर ढेर हो गया । फिर वो खुद से - मुझे एक लड़की ढूंढ कर दो । लड़की नहीं हलवा हैं जो ढूंढ दूं ऊपर से डिमांड भी कि सुंदर होनी चाहिए , मासूम होनी चाहिए , तेज तर्रार बिल्कुल नहीं और चालाक भी नहीं और मुंह से एक शब्द भी ना निकले .... आवाज मीठी हो और चिल्लाना तो आता ही नो . ... लड़की चाहिए या फिर शोपीस... इनको शादी करनी हैं या फिर शोपीस लाना हैं अपने महल के लिए ...और समझ नहीं आ रहा , जो किसी लड़की की परछाई तक अपने ऊपर नहीं आने देते वो शादी के लिए लड़की ढूंढ रहे हैं इतनी अजीबोगरीब डिमांड के साथ ... इनको शादी की इतनी जल्दी क्या हैं ?
इधर अपने रुम में बैठा वो शख्स सोफे से उठकर बाल्कनी में खड़ा हो गया और इसके साथ ही उसने वो शैम्पेन का गिलास वहां से नीचे गिरा दिया - इस दुनिया में कोई नशा नहीं जो समय राणा की आंखों और दिमाग को बहका सके ....!!
तभी उसके पास किसी का काॅल आने लगा और जैसे ही उसने काॅल उठाया तभी सामने से वकील.... राजा सा , मैंने आपको यह बताने के लिए काॅल किया हैं कि आपके पास सिर्फ तीन दिन बचे हैं अगर इन तीन दिनों में आपने शादी नहीं की तो राणा एम्पायर और आपकी सियासत दोनों ही आपके चाचा और उनके बेटे के पास चली जायेगी ।
समय ने बस इतना ही कहां - मुझे भी याद हैं ......इतना कहकर उसने काॅल कट कर दिया । समय राणा को आदत नहीं थी अपने शब्द हर जगह खर्च करने की ।
इसके बाद वो सोफे पर बैठकर सोचने लगा .... आज से दो महिने पहले , उसके दादाजी की मौत के तीन साल बाद , उसके सामने उनकी वसीयत आयी थी । जिसके अनुसार समय के पच्चीस साल का होते ही राणा एम्पायर की सारी प्रोपर्टी का वारिस और राजस्थान की सियासत का इकलौता किंग , उसको बना दिया जायेगा बट इसमें एक शर्त थी कि उसके दादाजी की वर्षगांठ पर उसे अपनी पत्नी के साथ अपना राज्याभिषेक करवाना होगा । समय को औरतों से सख्त नफ़रत थी और उसके दादाजी ने अपनी वसीयत इस तरह बनवायी कि उसे शादी तो करनी ही पड़ेगी.... तीन दिन बाद ,वो पच्चीस का होने वाला था और उसके एक महिने बाद , उसके दादाजी की वर्षगांठ थी ... अगर इन तीन दिन में उसने शादी नहीं कि तो फिर एक महिनें बाद , उसे अपना सब-कुछ अपने हाथों से अपने चाचा और उनके बेटे को सौंपना होगा जो उसे कतई पसंद नहीं था । उसे एक मासूम और दब्बू सी लड़की चाहिए थी शादी के लिए जो पढ़ी लिखी तो हो लेकिन ख्वाब और सक्सेस पाने के लिए हौसला बिल्कुल ना हो क्योंकि उसके बच्चे के जन्म तक उसकी प्राॅप्रटी का पचास प्रतिशत हिस्सा , उसकी वाइफ के नाम रहेगा और इसके बाद वापिस समय के नाम ट्रांसफर हो जायेगा बट एक बार शादी करने के बाद लाइफटाइम उसे , वह शादी निभानी पड़ेगी अगर वह ऐसा नहीं करता हैं तो उसकी सारी प्रोपर्टी ट्रस्ट में चली जायेगी .....!!
सो ही वांट ए लेडी एज ए शोपीस फाॅर हीज पैलेस ....
वो अभी भी यही सब सोच रहा था जब बाहर से दरवाजा खटखटाने की आवाज आयी .... दरवाजा लगातार खटखटाये जा रहा था । इस आवाज से इरीटेट होकर वह खुद से - हूं इज ... उसने जैसे ही गेट खोला , एक लड़की जिसने चेहरे पर मास्क लगा रखा था ... उसकी आंखें हल्की नशीली और बहकी हुई सी लग रही थी । उसने समय को साइड में धक्का देकर लड़खड़ाते हुए अंदर कदम रखा और फिर बस इतना ही कह पायी - प्लीज सेव मी......इतना कहकर वो बेहोश हो गयी । अपने कपड़ों से वह एक वेट्रेस लग रही थी ।
समय खुद से - वाॅट ... यह सब हो क्या रहा हैं ? और यह वेट्रेस कौन हैं अब ...उसने थोड़ा झुकते हुए , पीठ के बल गिरी , उस लड़की को पलट दिया तो उसकी आंखें हैरानी से चौड़ी हो गयी ..... क्योंकि उसका ब्लैक शर्ट खून से लथपथ था और साफ दिख रहा था कि उसकी कमर के बगल में एक गहरा कट था । उसके दोनों हाथ भी खून से सन गये थे उसने फटाफट से साइड टेबल पर रखा अपना फोन उठाया और अमन को फोन लगा दिया - फटाफट एक फीमेल डाॅक्टर लेकर मेरे रुम में पहूचों ।
कुछ देर बाद डॉक्टर, उस बेहोश पड़ी लड़की की ड्रेसिंग कर रही थी और अमन बार बार समय को ही देख रहा था और बीच बीच में उस बेहोश लड़की को ..... !!
डाॅक्टर खड़े होकर - मि. राणा , लगता हैं किसी ने इनके साथ जबरदस्ती की हैं और इसी में , इनको शायद कट लग गया होगा । घाव ज्यादा गहरा नहीं हैं और मैंने ड्रेसिंग कर दी हैं । सुबह तक इनको होश आ जायेगा .... अब हमें चलती हूं ।
डाक्टर की बात सुनकर समय ने उनको देखा और फिर - यह बात बाहर नहीं जानी चाहिए डॉ. एंड अमन , इनको फीस देकर बाहर छोड़ दो ।
इसके बाद वो सामने सोफे पर बैठ गया और घूरती निगाहों से उस लड़की को देखने लगा जो उसके बेड़ पर कब्जा जमाये सो रही थी ।
कुछ देर अमन अंदर आते हुए - यह कौन हैं बाॅस और आपके कमरे में कैसे आयी ?
जिस पर समय ने कठोरता है कहां - इसके पास एक बैग था तो उसमें , इसकी आईडी होगी । वो उस साइड टेबल पर रखा हैं .... सुबह तक मुझे इस लड़की की सारी इन्फोर्मेशन चाहिए तो फटाफट लाकर दो .....!!
उसके इतना कहते ही अमन ने साइड टेबल से बैग उठाया और रफूचक्कर हो गया । इधर खामोशी से समय ने एक पल के लिए उसे लड़की को देखा और फिर सोफे पर बैठे हुए - अगर तुम कोई साजिश हुई तो समय के कहर से नहीं बच पाओगी ।
उसने बेड पर सोती हुई उसे लड़की से नजरें हटायी और फिर फ्रेश होने चला गया ।
जारी हैं .........
सुबह का समय ......
समय के सामने उसका असिस्टेंट अमन खड़ा था और उसके हाथ में एक फाइल थी । उसे फाइल को समय की तरफ बढ़ाते हुए- मैंने सारी इनफार्मेशन चेक किया और तीन बार गो थ्रू भी किया है । यह लड़की आपके किसी राइवल की कोई चाल नहीं है । इसका पूरा नाम है आर्या सिंह , उम्र 24 साल... मां-बाप बचपन में ही गुजर गए अपने चाचा चाची के साथ रहती है जो इसका यूज सिर्फ अपने फायदे के लिए करते हैं । उनके लिए यह लड़की सिर्फ पैसा कमाने की मशीन हैं । उन्होंने इस हमेशा दबाकर और डरा कर रखा है इसलिए थोड़ी दब्बू किस्म की हैं । हर बात से डर कर कांपने लगती है । इसकी सिर्फ एक दोस्त है चंचल शेखावत .... इस होटल में वेट्रेस का काम करती है । कल रात उसके पापा की तबीयत खराब थी तो उसकी जगह यह लड़की काम करने के लिए यहां पर आई थी और कुछ अय्याशी करने वाले रईसजादों के चंगुल में फंस गई । उनसे बचने के लिए इसमें एक लड़की पर चाकू चला दिया और इसी छिना छपटी में एक कट , इसे भी लग गया । कुल मिलाकर एक साफ मासूम और डरपोक लड़की है । जिसकी आगे पीछे सहारे के लिए कोई नहीं है