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Love and war ! ( A bl story')

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Mahi Kumari

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Description

ये एक गे लव स्टोरी है ! उम्मीद है आप सब को पसंद आयेगी । तो चलिए शुरू करते है !! एक खूंखार राजा जो आज की काली दुनिया (माफिया गैंग) को अपनी मुट्ठियों में रखता है ! क्या हो अगर उसे हो जाए आपने ही दुश्मन के बेटे से प्यार ! जो कि करता हो उससे बे...

Characters

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विक्रम सिखावत मौत भी मुझसे मौत की भीख मांगे ऐसा हु मै !!

King

Total Chapters (3)

Page 1 of 1

  • 1. Chapter 1 – शिमला की कड़ाकी की ठंड

    Words: 526

    Estimated Reading Time: 4 min

    शिमला की कड़ाकी की ठंड में एक शख्स आपने हाथो की उंगलियों में गन को किसी खिलौने की तरह घुमा रहा था और ठीक उसके सामने एक और शख्स बिना कपड़ों के अपने घुटनो के बल बैठा आंखो में ढेरों गुस्सा लिए सामने वाले शख्स को देख रहा था । " मुझे जितनी देर तुम जिंदा रखोगे तुम्हारी मौत उतने ही करीब अति जाएगी ! और हा हो सके तो मुझे जिंदा छोड़ने की गलती मत करना । वरना तुम तो अच्छे से वाकिफ हो मुझसे !! घुटनो के बल बैठे आदमी ने टेढ़ी मुस्कान के साथ कहा । उस भयानक ठंड में भी उसे ठंड नहीं लग रही थी । जबकि इस वक्त उसके शरीर पर एक भी कपड़ा नहीं था ।। " मैने सुना है कि जब मौत सामने होती है । तो लोग कुछ भी बोलते है । और वही इस वक्त तुम कर रहे हो । सोचा नहीं था कि कहावतें सच होती है । खैर तुम चिंता मत करो मैं तुम्हे जिंदा नहीं छोडूंगा । दूसरे वाले शख्स ने कहा । उसके चेहरे पर अभी भी वही टेढ़ी मुस्कान थी ।। उनकी बातें अभी भी चल रही थी कि उनके पीछे से दो गार्ड चल कर आए और अपना सर झुका कर सामने खड़े आदमी को ग्रीट करते हुए बोले । " बॉस , बाकी के लोग हमे नहीं मिले । अधिराज ओबेरॉय का वो छोटा सा बेटा । बहोत दिमाग है उस में कुल 6 लोगों को ले कर वो जैसे जमीन में समा गया हो । कुछ पता नहीं चल रहा उनका । गार्ड के आवाज में परेशानी और डर दोनों ही था । दूसरा वाला शख्स कुछ कहता उससे पहले ही । नीचे बैठे शख्स की जोर दार हसी उसके कानो में पड़ी । " तुम तो दोस्त थे ना मेरे । तुम्हे तो पता ही होना चाहिए कि वो मेरा बेटा है । उसकी बस सकल ही मासूम है । दिमाग में तो वो तुम्हारा भी बाप है ।। टेढ़ी मुस्कान के साथ अधिराज जी ने कहा ।। लेकिन जैसे ही उनकी बातें खत्म हुई । एक बुलेट सीधे उनके सीने में घुश गई । जिस वजह से उनकी आंखे दर्द से भींच गई ।" तुम्हारा यही तेवर आज तुम्हे मौत के इतने पास ले आया है । और देखो तो अब भी ये कम नहीं हुआ । दूसरे वाले शख्स ने आपने दात पिस्ते हुए कहा उसके हाथ में पकड़े गन से धुवां निकल रहा था ।। " रणविजय चौहान , तू बस नाम का ही । विजय है असल में तू किसी कायर से कम नहीं । जो कि पीठ पीछे वर कर तुमने साबित कर दिया । अधिराज जी ने कहा सीधे दिल पर बुलेट लगने की वजह से धीरे धीरे उनकी सांसे थम रही थी । मुंह से खून भी आ रहा था । लेकिन अब भी उनके होठों की मुस्कान बनी हुई थी । । " आदि , मेरी जान तुम्हे पता है ना । मुझे शुरू से वो चाहिए था । लेकिन एंड में उसने तुम्हे चुना । मै नहीं मारने वाला था तुम्हे । आखिर तुम ही तो एक लौटे दोस्त थे मेरे । लेकिन वो तुमसे प्यार करता ?%

  • 2. Chapter 2 – मार दिया मैने उसे !!

    Words: 1055

    Estimated Reading Time: 7 min

    let's start the story guys ✍🏻 उस शख्स ने कहा और आपने हाथ में पकड़े खंजर को आपने ही गले की ओर घुमा लिया । जिसे देख वो सारे लोग डर गए । " मम्मा" आप ये क्या कर रहे हो ? बिछे खड़े लड़के ने उसे देख डरते हुए कहा । " मुझे जाने दो वरना मैं खुद को चोट पहुंचने से पीछे नहीं हटूंगा तुम जानते हो । आंखों में गंभीरता लिए उस शख्स ने कहा और उस बच्चे को पूरी तरह आपने पीछे छुपाए हुए था ।। " नो सर, please आप ऐसा कुछ नहीं करेंगे । आप पर लगे एक भी खरोच की कीमत हमे अपनी जान दे कर ही चुकानी होगी । एक गार्ड ने कहा और उसके साथ ही सभी ने अपन हथियार नीचे डाल दिया । उसे ऐसा करता देख उस शख्स के होठों पर टेढ़ी मुस्कान आ गई ।" अब 10 कदम दूर हो जाओ मुझसे वरना मुझे नहीं पड़ी तुम्हारी जान की । उस शख्स ने कहा और वेट करने लगा । इससे पहले कि वो लोग पीछे हटते । पहले बोले हुए गार्ड का फोन बजने लगा । उसने फोन को तुरंत ही रिसीव कर लिया । " क्या वो तुम्हे मिला ? फोन की दूसरी ओर से रणविजय ने पूछा । " यश Bo's , वो हमरे सामने ही है लेकिन वो ,, कहते हुए गार्ड हिचकिचाने लगा । " what?? रणविजय ने सर्द आवाज में पूछा । गार्ड सहम गया उसकी आवाज से । उसने डरते हुए कहा । "Bo's उन्होंने खुद पर चाकू को रखा हुआ है और हमे यहां से जाने के लिए कह रहे है । अगर हम नहीं गए तो वो खुद को हर्ट करेंगे । गार्ड ने परेशानी से कहा । उसकी बाते सुन कर रणविजय खुद के माथे को सहलाने लगा । ।। "फोन को स्पीकर पर करो । रणविजय ने कहा । तो गार्ड ने तुंरत ही वो कर दिया । " तुम मेरे साथ ऐसा नहीं कर सकते मून। क्यू तुम्हे मेरा प्यार नहीं दिखता ? मैने कितना कुछ क्या तुम्हारे लिए । रणविजय ने किसी पागल की तरह कहा । "जस्ट सटअप you bloody mad 😡 तुमने जो कुछ भी किया उसके पीछे तुम्हारा खुद का स्वार्थ था । और खबरदार कि मेरे सामने तुमने प्यार की बात की तो ।। दूसरे वाले शख्स ने गुस्से से आपने दात पिस्ते हुए कहा । " सब तुम्हारे लिए ही मून , वो सब तुम्हारे लिए किया मैने और ,। बस एक और शब्द नहीं । आदि के होते हुए मैं तुम्हे देखना तक नहीं चाहता समझे ना तुम अब हट जाओ मेरे रस्ते से । रणविजय कह ही रहा था कि बीच में ही उसे टोकते हुए मून ने कही गुस्से में कहा । लेकिन अगले ही पल उसे रणविजय के हंसने की आवाजे आने लगी । " इसी लिए मैने उसे मार दिया मून । अब तुम आजाद हो । मेरे साथ रहने के लिए । अब बस एक उसका वो छोटा सा पिल्ला बचा हुआ है जिसे खत्म करने के बाद । सिर्फ तुम और मैं ही होंगे । मार दिया है सुन कर एक पल को मून अपनी ही जगह पर लड़खड़ा गया । लेकिन बच्चे खड़े बच्चे ने उसे सम्भल लिया । " मून मम्मा , आपको याद है ना डैड ने क्या कहा था ? उन्होंने कहा था वो आयेंगे । तो जरूर आयेंगे । आपको उनपर भरोसा रखना चाहिए । उसकी बाते सुन कर मून को थोड़ी हिम्मत मिली । लेकिन फोन की दूसरी साइड से रणविजय की हाथों की मुठिया बन गई थी "मैने कहा मेरे रस्ते से हट जाओ वरना मैं एक और बार नहीं बोलूंगा मून ने कहा । अब उसने कहा है तो कर भी सकता था । जिस वजह से रणविजय ने तुरंत ही आपने आदमियों को पीछे हटने के लिए कहा । तो वो लोग धीरे धीरे पीछे होने लगे । उनके बीच से होते हुए , मून आपने साथ उस बच्चे को लिए वहा से निकल तो गया । लेकिन भागने से पहले ही वो लोग फिर से उनके पीछे लग चुके थे । " मून मम्मा , आपको पता है ना हमे कहा जाना है ? आप गाड़ी को सीधे वही ले चलिए । तब तक मैं इन लोगों को देखता हु । उस लड़के ने कहा और आपने फोन में कुछ करने लगा ध्यान से बच्चे । कह कर मून ने कार की स्पीड को काफी ज्यादा बढ़ा लिया ।। उनकी कार काफी रफ्तार से खाली सड़क पर भगा रही थी । हा खाली । ज्यादा ठंड और बर्फ पड़ने की जगह से इस वक्त उस जगह को सिल किया गया था । पुलिस भी रोड के आस पास ही खड़ी थी । लेकिन उन कार्स को रोकने की हिम्मत उनकी वही हुई । इस बीच उस लड़के ने आपने बैग से कील जैसी नुकीली कुछ चीजें निकाली और और एकदम से आपने पीछे आ रही कार्स की ओर फेक दिया । कुछ ही देर में उस चीज से धुवां निकलने के साथ ही वो छोटे छोटे धमाकों के साथ ब्लास्ट होने लगी । जिसे देख पीछे कार को ड्राइव कर रहे गार्ड की आंखे फैल गई । कार की स्पीड ज्यादा होने की वजह से वो एकदम से उसे रोक भी नहीं सकते थे । क्योंकि बर्फ की वजह से रोड अच्छी खासी चिकनी हो रही थी । लेकिन फिर भी उन्होंने कार को रोकने की कोशिश की जिस वजह से उनकी कार बीच रस्ते में ही पलट गई और फिसलने की वजह से उस मिनी बम तक आ पहोंचे जिसके तुरंत बाद एक के बाद एक ब्लास्ट हुआ और गार्ड्स के साथ ही वो कार्स भी खाक में मिल गई । और इस सबके साक्षी खुद पुलिस वाले थे । जो आंखे बड़ी कर उस नजरे को देख रहे थे । वहीं बिना रुके मून आगे ही बढ़ रहा था । उसके आंखो से अंशु बह रहे थे । फोन में कही रणविजय की बाते उसे डरा रही थी । अगर उसके आदि को कुछ हुआ तो वो कैसे रहेगा उसके बिना ? बस यही सोच सोच कर वो खुद को बेजान सा महसूस कर रहा था । बस कुछ ही देर बाद उनकी कार एक बड़े से फॉर्महाउस के सामने आ कर रुकी जिसके चारों तरफ काले कपड़ों में गार्ड कोने कोने पर तैनात थे ।। to be continue........... follow aur comment karna na bhule thankyou 🙏🏻

  • 3. Love and war ! ( A bl story') - Chapter 3

    Words: 104

    Estimated Reading Time: 1 min

    वहीं बिना रुके मून आगे ही बढ़ रहा था । उसके आंखो से अंशु बह रहे थे । फोन में कही रणविजय की बाते उसे डरा रही थी । अगर उसके आदि को कुछ हुआ तो वो कैसे रहेगा उसके बिना ? बस यही सोच सोच कर वो खुद को बेजान सा महसूस कर रहा था । बस कुछ ही देर बाद उनकी कार एक बड़े से फॉर्महाउस के सामने आ कर रुकी जिसके चारों तरफ काले कपड़ों में गार्ड कोने कोने पर तैनात थे ।। _______&&&& अब आगे_______ उस कार को अपनी ओर आता देख गार्ड्स ने फॉर्महाउस के गेट को खोल दिया