कहते हैं हर इंसान को अपनी गलतियों का अहसास कभी न कभी होता ही है, लेकिन तब क्या हो, जब उस एहसास के लिए हद से ज्यादा देर हो जाए, यह कहानी है कनाडा में रहने वाली सांझ खर्ना जिद्दी, बिगड़ी हुई लेकिन बड़ी सुंदर लड़की की, जिसने अपने मतलबी प्यार के लिए बस ग... कहते हैं हर इंसान को अपनी गलतियों का अहसास कभी न कभी होता ही है, लेकिन तब क्या हो, जब उस एहसास के लिए हद से ज्यादा देर हो जाए, यह कहानी है कनाडा में रहने वाली सांझ खर्ना जिद्दी, बिगड़ी हुई लेकिन बड़ी सुंदर लड़की की, जिसने अपने मतलबी प्यार के लिए बस गलतियाँ की, अपना करियर, अपनी फैमिली, अपना सब कुछ छोड़ दिया। उससे तंग आकर जब उसके डैड ने उसकी शादी अपने दोस्त के बेटे वितर्क रावत एक बिजनेस माफिया किंग से करानी चाही तो वह सबकी बेज्जती करके अपनी सगाई से भाग गई। लेकिन वह इस बात से अनजान थी कि जिससे उसकी शादी तय हुई है, वह इतना खतरनाक है, जिससे वह कभी भाग नहीं सकती, और आगे चलकर उसे मजबूरी में शादी, लेकिन कहते हैं गलतियों की सजा भी कभी न कभी मिलती है, उसी तरह सांझ की सजा थी पैरालाइज्ड बॉडी सिवाय उसके दिमाग के, जिसके कारण वह चाहकर भी न तो कभी अपनी गलतियाँ एक्सेप्ट कर पाई, न ही कभी किसी से माफी मांग पाई, उसे मिला तो सबकी जिल्लत, सबकी नफरत। लेकिन सच तो यह भी है, ईश्वर का पश्चाताप और अहसास हर गलती की माफी बन जाता है, उस ईश्वर के लिए जो अब सांझ को अपनी गलतियों को सुधारने का एक मौका देते हैं और वह फिर पहुंच जाती है, अपनी पिछली जिंदगी में, तो क्या अब बदल पाएगी अपनी किस्मत? क्या दोबारा सही ढंग से जी पाएगी अपनी जिंदगी?
वितर्क राजपूत
Hero
सांझ
Heroine
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राधे कृष्णा
प्लीज नॉवेल पढ़ने से पहले नॉवेल का शॉर्ट डिस्क्रिप्सन जरूर पढ़िएगा ताकि आप इस नॉवेल को अच्छे से एंजॉय कर पाए ये एक रिवर्थ स्टोरी है"
तो चलिए जानते हैं हमारी नई कहानी
"प्लीज नेनी वापस आओ, मैं ऐसे नहीं रह सकती, गॉड प्लीज हेल्प।"
ये सब सोचते हुए एक लड़की जो इस वक्त पूरी तरह न्यूड और भीगी हुई थी, अपनी गहरी काली आंखों में कुछ आंसू लिए बेड से टिक्कर किसी स्टेच्यू की तरह बैठी हुई थी।
यह है "सांझ खन्ना", उम्र 27 साल, बेजान सा चेहरा, ब्लैक शॉर्ट हेयर जो उसकी चिन तक ही थे, दुबली-पतली सी बेजान सी बॉडी जो अब पैरालाइज्ड थी, लेकिन आज इन हालातों के बाद भी शरीर की खूबसूरती और चमक चांद की रोशनी से कम नहीं थी।
लेकिन इससे अलग, जहाँ उसकी बॉडी उसके काबू में नहीं थी, बल्कि उसका मन और दिमाग पूरी तरह से ठीक था और बल्कि उसकी बुरी किस्मत थी, या शायद सजा।
सांझ जो थोड़ा हिल भी नहीं सकती थी, बस अपनी साइड आइस से आधे खुले दरवाजे से फोन पर बात करती हुई नर्स को देख रही थी जो उसे इस हालत पर छोड़कर गई थी, बही सांझ अपने इन हालातों और किस्मत में अंदर अंदर रो रही थी।
बो उठना चाहती थी, अपने शरीर को ढकना चाहती थी, लेकिन लाखों कोशिशों के बाद भी वह नाकाम थी।
और अब वह टूटकर यही दुआ कर रही थी कि कोई उसे ऐसे ना देखे, लेकिन उसकी बुरी किस्मत में शायद यही लिखा था।
जहाँ वह नर्स से बात करते करते बहाने से चली गई थी, बही अब सांझ के कानों में किसी के कदमों की आवाज और पास आ रही थी।
जिसे सुन कर सांझ की धड़कनें भी डर से बढ़ती जा रही थीं, और दूसरे ही पल उसे अपने रूम के सामने से एक लड़का फोन में बात करते हुए जाता दिख रहा था। उस लड़के को देखकर सांझ की आंखें डर से फैल जाती हैं।
बही, उस लड़के की नजर भी बेड पर न्यूड पड़ी सांझ पर जाती है, तो उसके कदम रुक जाते हैं। बो लड़का बिना भाव के कॉल कट कर रूम में एंटर करता है, और बेड पर पड़ी सांझ को बिना भाव के लेकिन गंभीरता से देख रहा था।
बही सांझ ने अब अपनी आईरिस नीचे कर रखी थी, उसका माइंड पूरी तरह ब्लैंक हो चुका था। और दूसरे ही पल उसे दूसरी आवाज सुनाई देती है, जिसे सुनकर वो बेहद घबरा जाती है।
भाई: "भाई, अरे कहाँ है तू?"
ये आवाज सुनकर सांझ अपनी आईरिस से झट से दरवाजे की तरफ देखती है, लेकिन उससे पहले उसकी नजर उसकी बॉडी को कवर किए हुए ब्लैंकेट पर जाती है। जिसे देखकर एक पल के लिए वह हैरान हो जाती है, पैरालाइज्ड बॉडी की कारण उसे अहसास नहीं होता कि कब उसे ब्लैंकेट से कवर कर दिया गया।
सांझ अब अपनी भीगी आंखों से अपने सामने खड़े उस लड़के को देखती है, जो अब भी एक्सप्रेशन के बिना उसे देख रहा था। ये थे वितर्क रावत, कैनेडा के माफिया और बिजनेस किंग, उम्र 32 साल, ब्लैक टक्सिडो सूट में, वेल सेट अप हेयर, गोरे रंग के, नॉन-बियर्ड मस्कुलर बॉडी, काली गहरी आंखें, जो बिना भाव के सांझ को देख रहा था।
और तभी रूम में एंटर करता है, वितर्क का बड़ा भाई, आयान। रूम में आते ही उसकी नजर सांझ पर जाती है, और उसकी आंखों में हेबानियत सी झलक आती है, बो सांझ को एविल स्माइल कर घूरते हुए आगे बढ़ रहा था।
"लेकिन तब उसके भाव एक दम शांत पड़ जाते हैं, जब वितर्क उसके तरफ मुड़ता है, ये था वितर्क का बड़ा भाई आयान रावत, रंग गेहुआ, उम्र 37 साल, हैवानियत से भरा चेहरा बेडौल सा शरीर जो उसकी उम्र से ज्यादा उसे डिस्क्राइब कर रही थी।
वितर्क के गंभीर चेहरे को देख अयान (खुद को नॉर्मल करता है ओर शांत लहजे से) "बो तुमने बोला था तुम सुबह पैसे दोगे मुझे?"
ये सुन वितर्क (गंभीर भाव से) "hmm, मैं ब्रेकफास्ट के बाद।"
उसकी शख्त आवाज सुन अयान बस अपना सर हा में हिला देता है, और एक नजर फिर सांझ को देख बहा से चला जाता है।
आयान के जाते ही सांझ चेन की सांस लेती है ओर (वितर्क को देख मन ही मन उदासी से) "ये शैतान वैसे तो इतना चालक है लेकिन जाने क्यों इस हैवान की असलियत नही समझ पता।"
बही वितर्क अपनी पॉकेट से अपना फोन निकाल बही बेड पर बैठ जाता है, उसे एसे बैठे देख सांझ काफी कन्फ्यूज होती है, कियोकी वितर्क जो उसका चेहरा देखना तो दूर उसके आस पास रहने पर भी झिझलाकर दूर चला जाता था।
बो आज उसके रूम में बिना काम बैठा हुआ है, बो भी इतनी शांति से, कहने के लिए तो सांझ उसकी बीबी थी, लेकिन उन दोनो के मन में एक दूसरे के लिए नफरत के सिवाय कभी प्यार पनपा ही नही था।
जहां सांझ कन्फ्यूज सी बैठी वितर्क को देख रही थी कि तभी बहा उसकी केयर टेकर आती है।
वितर्क को देख बो हड़बड़ा जाति है, और कांपती हुई आवाज में उसे ग्रिड करती है, "hello sir"
वितर्क (उठते हुए रूड वॉयस में) "क्या मुझे कहने की जरूरत है कि तुमने क्या गलती की है?"
यह सुन, केयर टेकर (डरते हुए)" सर मेरा... बो... बच्चा... माफ़ कीजिए... सर, मेरे बेटे की तबियत खराब है, इसलिए फोन..."
यह सुन, वितर्क (गुस्से से गुर्राते हुए)" मुझे कोई फर्क नहीं पड़ता कि क्या हुआ... पैसा पूरा लिया है तो काम भी सही से करो। यह आपकी आख़िरी चेतावनी है। और आपके पेमेंट का आधा हिस्सा भी कटा जा रहा है।"
इतना कह, वितर्क बहा से तेज़ कदमों में चला जाता है, जबकि उसका गुस्सा देखकर सांझ और केयर टेकर दोनों ही अंदर से डर से कांप गए।
लेकिन उसी पल, केयर टेकर का गुस्सा सांझ की तरफ बढ़ता है, और गुस्से में एक थप्पड़ उसे लगा देती है
जिससे सांझ का चेहरा एक ओर झुक जाता है, केयर टेकर (अब गुस्से से सांझ का मुंह पकड़ते हुए)" पहले तो तू अपने माँ-बाप और पति के लिए ग्रहण थी, लेकिन अब मेरे लिए भी ग्रहण बन चुकी है, मेरे पैसे खा गई हैं। इन घर वालों से जितना तू कारनामे सुनती है, उस हिसाब से तो तुझे बाहर किसी नाले में फेंक देना चाहिए।"
यह सुनकर, सांझ की आँखें फिर आंसुओं से भीग जाती हैं, तभी केयर टेकर (गुस्से से दांत पिसते हुए)" तू बस आँखें ही बहा रही है। जानती है, इस घर और तेरे पति के आस-पास तुझे देखकर काले-मुही डरते हैं कि तू उनकी भी जान न ले ले।"
सांझ को पेरालाइज़्ड बॉडी के कारण उसे इतना हर्ट होने पर भी कुछ अहसास नहीं हो रहा था, लेकिन उस दर्द से भी ज्यादा दर्द उसे उस केयर टेकर की बात सुनकर हो रहा था।
क्योंकि सांझ जानती थी कि अंततः केयर टेकर ने बिल्कुल सही कहा था।
तभी केयर टेकर, सांझ का मुंह छोड़ते हुए, एविल स्माइल के साथ, "हां, बिल्कुल, " जाने कितनी जगह मुंह मारती थी तेरे ही लिए तो बो आयान सर भी आते हैं। और जब वह आते हैं, वे भी तुम्हारे साथ कुछ करने की फिराक में होते हैं।"
यह सुनकर, सांझ (मन में रोते हुए), "नहीं, मैं कितनी भी बिगड़ी हुई, जिद्दी लड़की थी, पर कैरेक्टर लेस नहीं थी, मैने तो बस एक धोखेबाज से सच्चा प्यार कर लिया था , प्लीज, ऐसा मत कहो , ओह, भगवान... अब छह साल हो गए हैं, और तुम मुझे और कितना तड़पाओगे? और कितनी सजा बाकी है मेरे लिए? और कितना जियूं, मैं इतने सारे गिल्ट के साथ?"
तभी, रूम में, वितर्क की मां, प्रेरणा जी, आती हैं। खूबसूरत दिखती हैं, लगभग 48 साल की, फिर भी स्लिम , उन्होंने रिच ब्लू कलर का शूट पहना हुआ है, जिसमें वह बहुत प्यारी लग रही हैं।
प्रेरणा जी (मुस्कुराते हुए), "नेनी, तुम अपना फोन बाहर भूल गई थी। इसमें बहुत सारे कॉल हैं। लो."
सांझ, प्रेरणा जी को देखते हुए (खुश), " प्रियु मां, कितने महीने बाद देखा है आपको ,अब भी वैसी ही खुबसूरत, प्यारी सी हैं आप। आज का दिन बहुत अच्छा है, पहले वितर्क और अब प्रियु मां भी मिल गई।"
इतना सोचते हुए, सांझ (उदास), "लेकिन काश मैं आप सबसे अपने किए की माफी मांग पाती, अपने परिवार के साथ मैने अपका परिवार भी बर्बाद कर दिया।"
प्रेरणा जी, केयर टेकर को फोन देकर, बिना सांझ को देखते हुए, चली जाती हैं। बही केयर टेकर (गहरी सांस लेते हुए), "उफ्फ, बच गई। अच्छा हुआ मैडम ने इसकी तरफ देखा नहीं, बरना इसकी चोट को देख लेती, तो मैं तो बुरी तरह फस जाता।"
यह सुनकर, सांझ (उदास), "जब आपकी कदर नहीं थी, तब कितना प्यार बरसता था। और अब जब अहसास है, तो ऐसे बेरूखे हो गई हैं आप?"
काश मैं अपनी जिंदगी में वापस जाकर सब कुछ सुधार पाती गॉड प्लीज मार दो न मुझे , अब नही झेला जाता मुझसे "
बही दुसरी तरफ "
वितर्क आयान को पैसे का ब्रीफ केस पकड़ रहा था, और गंभीर भाव से __" "उम्मीद है ये बिजनेस के लिए ही हो।"
ये सुन आयान (हस्ते हुए): "हा, मेरे भाई, ये बिजनेस के लिए ही है।"
तभी प्रेरणा जी (गुस्से से चिल्लाते हुए): "बेशर्म, कम से कम कोई नया झूठ बोल दे, इस बार हर बार एक जैसा बहाना।"
ये सुन आयान गुस्से में आ जाता है, बो कुछ बोलने ही वाला था की वितर्क को देखकर झट से खुद को शांत कर लेता है।
ओर मायूसी से: "नहीं मां, इस बार सच मैं... मैं कुछ करके दिखाऊंगा... अब एक भी आयाशी नहीं करूंगा मैं।"
ये सुन प्रेरणा जी (आयान को इग्नोर कर गुस्से से): "वितर्क, मेरे साथ आ, बात करनी है मुझे तुझसे।"
ये सुन वितर्क प्रेरणा जी के साथ चला जाता है, बही अयान (बैग को देख हस्ते हुए): "चलो, दो तीन महिने का काम तो हो गया, लेकिन अगर जाते जाते उस सांझ का रस चख लू तो मजा आ जाए। वैसे तो अब उस पर उतनी खूबसूरती नहीं बची, लेकिन फिर भी क्या दूध सी चमकती है..."
इतना बोल अब आयान (सांझ के रूम को देखता है, ओर एविल स्माइल करते हुए): "इस बार उस केयर टेकर को ये सारे पैसे क्यों न देने पड़े... लेकिन इस बार बिना सांझ को चखे मैं नहीं जाने बाला..."
उम्मीद करती हूं कि आपको मेरी ये स्टोरी पशंद आ रही होगी,
इसी के साथ मेरी new novel _" Dark Rose As love
वैसे तो अब उस पर उतनी खुबशुराती नही बची लेकिन फिर भी क्या दूध सी चमकती है..."
इतना बोल अब आयान (सांझ के रूम को देखता है, ओर एविल स्माइल करते हुए)____" इस बार उस केयर टेकर को ये सारे पैसे क्यों न देने पड़े.... लेकिन इस बार बिना सांझ को चखे मै नही जाने बाला..."
बही दुसरी तरफ ___"
वितर्क (गंभीर भाव से)____" मॉम प्लीज मैने कितनी बार समझाया है आपको की मुझे शादी नही करनी, ये डेट कैंसल करिए मॉम प्लीज "
ये सुन प्रेरणा जी (गुस्से से)___" वितर्क सिर्फ तुम्हारे लिए मुझे अपने पति से दूर रहना पड़ रहा है, उस लड़की को इस घर में झेलना पड रहा है ,बेटा क्या मै ही सारे सेक्रिफाइज करू तुम्हारे लिए, बस एक पोता ही तो मांग रही हु मैं, तेरे एक आइयास भाई से कोई शादी करना नही चाहता दूसरे को अपने एक तरफा प्यार के ग़म से फुर्सत नहीं , ओर तू किसी से शादी नहीं कर रहा है।
ये सुन वितर्क (गंभीर भाव से)____" डेड को मैने तो जाने नही बोला मॉम, रही बात सा.. उस लड़की की तो उसे मैं किसी के सामने आने तो नही देता ना,
ओर वैसे भी आपने जिसे चुना है बो एक दिन भी झेल नही सकती मुझे _ You know well my anger issues "
इतना कह वितर्क बहा से जाने लगता है तभी प्रेरणा जी ( उदासी से)____" तो कोन झेल सकती है तुझे , उस जेसी लड़की "
इतना सुनना था की वितर्क के कदम बही रुक जाते है, ओर दूसरे ही पल उसका चेहरा गुस्से से तपने लगता है।
वितर्क (अपनी आंखे बंद कर दात पिसते हुए)____" मैं ये कहना तो नही चाहता लेकिन आज तक की जिन्दगी में एक बही है जिसने मुझे दो साल तक हैंडल किया था "
ये सुन प्रेरणा जी( आंखो मे आंसु लिए )___" जिसे तेरे डेड और मैं जान से ज्यादा चाहते थे, आज हम उसे देखना भी पसंद नहीं करते , हम सब उससे नफरत करते हैं फिर भी क्यों तूने उसे हमारे घर में रखा है।
इस बात पर वितर्क कुछ नही कहता तभी प्रेरणा जी (गंभीर भाव से )____" मुझे तुझसे कोई जवाब नहीं चाइए , लेकिन आज भी बो तेरी बीबी के नाम से यहां रह रही है तो तू उसी अपाहिज से मुझे मेरा पोता दे दे "
ये सुन वितर्क (गुस्से चिल्लाते हुए)____" stop it mom ... stop it "
वितर्क को गुस्से में देख प्रेरणा जी घबराकर पीछे हो जाती है।
बही अब वितर्क गुस्से से तमतमाते हुए बिला से बाहर निकल आता है, जहां उसके बाहर निकलते ही एक हैंडसम लड़का लगभग 33 साल का ओर उसके साथ कई बॉडीगार्ड्स वितर्क को कवर कर बिला से 3 कार में बिला से बाहर निकल जाते है।
मिडिल कार में वितर्क और बो हेंडसम लड़का बेटा हुआ था , डार्क ग्रे आइस के साथ बो किसी हैंडसम हंक से कम नही था ,ये है वितर्क का बिजनेस पार्टनर ( रेहाल सहगल ) और साथ ही कॉलेज फ्रेंड , वितर्क इसे अपने बड़े भाई जैसा भी मानता है।
वितर्क को इतने गुस्से में देख रेहाल भी एकदम शांत रहता है, लेकिन तभी उस अशांति भरी शांति को तोड़ते हुए वितर्क (गंभीर भाव से)____" तुम आज गेट पर क्या कर रहे थे "
ये सुन रेहाल (बियर्ड सी स्माइल करते हुए)____" नही_ बो अंदर कदम रखते ही तेरे दहाड़ने की आवाज सुन ली थी, तो शिकार होने की डर से मैं तो अकेले कंपनी जा रहा था ,लेकिन..."
(ओह हा... रेहाल जी की कमजोरी है डर ओर घबराहट में हमेशा घातक सच बोल देना ...)
ये सुन वितर्क गुस्से से रेहाल को घूरता है , तभी रेहाल (हाथ जोड़ते हुए उदासी से)___" ये ... भाई आज बक्स दे... वैसे भी उस चुडैल ने आधी जान निकाल ली है मेरी , प्लीज तू तो छोड़ दे_"
ये सुन वितर्क( गंभीर भाव से)____" तुम दोनो में आज भी लड़ाई हुई... लेकिन आज तो रेहान का बर्थ डे है ना"
ये सुन रेहाल ( अब दर्द भरी मुस्कुराहट लिए )____" ये दिन तुझ जेसे भुलाकड़ को भी याद है, लेकिन उसकी मां को ही नही ... मैने बस आज उसे घर में रुकने कहा था ... हमारे बेटे के लिए , लेकिन इतनी सी बात पर उसने ... मेरा बच्चा आज के दिन भी रोया है यार ..."
ये सुन वितर्क( गंभीर भाव से)____" तो तुझे आज उसे अकेले छोड़कर नही आना चाइए था "
ये सुन रेहाल (शांत भाव से)___" मै आज उसे अपने साथ ही लाया हू, बो तो तेरी दहाड़ सुनकर मैने उसे बॉडीगार्ड्स की गाड़ी में बैठा दिया _ वैसे आज तू आंटी से किस बारे में लड़ रहा था भाई_"
ये सुन वितर्क( रेहाल की बात को इग्नोर करते हुए)___" stop the car... And bring Rehaan to me"
ये सुन रेहाल लाचारी से अपना सर ना में हिलता है ओर ड्राइवर से कार रुकबा कर अपने 3 साल के बेटे रेहान को वितर्क की गोद में दे देता है।
वितर्क (की गोद में आते ही रेहान हस्ते हुए )____" चाचू चॉकटेल _"
ये सुन वितर्क( रेहान से चॉकलेट लेते हुए शांत भाव से)____" hmm...happy birthday rehan_"
ये सुन रेहान अपने छोटे मक्खन जैसे हाथो से वितर्क के चेहरे को पकड़कर उसे चिक्स में किस करके थैंक यू कहता है!
जिससे वितर्क एक पल को अपनी आंखे बंद कर लेता है, रेहान के मुलायम हाथो के अहसास से उसे सांझ के मलाई जेसे गोरे और स्मूथ टच का अहसास याद आ जाता है।
लेकिन दूसरे ही पल उसका चेहरा गुस्से से भर जाता है, जब उसे याद आता है की केसे सांझ उसे ये झूठा प्यार जताकर छुपकर फिर से अपने बॉयफ्रेंड से मिलने गई थी।
वितर्क को अपने ऊपर बेहद गुस्सा आ रहा था की उसके हजार बार धोका देने पर भी उसने उस दिन उस पर फिर बिस्वास करके उसे आजाद कर दिया था ।
अब वितर्क वापस गुस्से से तमतमाने लगा था लेकिन जेसे ही उसके कान पर रेहान के खिलखिलाने की आवाज आती है, जो अब रेहाल के साथ मस्ती कर रहा था , ये देख वितर्क गहरी सांसे लेते हुए खुद को शांत करता है।
वितर्क (अब खिड़की से बाहर देखते हुए मन ही मन )______ " यकीन नहीं होता की तुम्हारी इतनी हरकते झेलने के बाद भी तुम कभी नहीं सुधरी "
बही दुसरी तरफ __
आयान शैतानी मुस्कुराहट के साथ सांझ के कमरे में एंटर करता है, जहां सांझ वीलचेयर में बैठी हुई थी और केयर टेकर नेनी उसके बाल बना रही थी ।
बही सांझ अयान तो देखकर फिर घबरा जाता है, निशांत के हाथ में बेग देख सांझ समझ जाति है की अब क्या होने बाला है।
आयान (हस्ते हुए)___" हे... नेनी कैसी हो तुम "
ये सुन नेनी (मुस्कुराते हुए)____" hello sir...तो फिर आ गए आप इसकी बोली लगाने "
ये सुन आयान ( एविल स्माइल करते हुए)____" बेबी... बोहोत समझ दार हो तुम , वैसे 30 लाख के बारे में क्या ख्याल है "
ये सुन नैनी (हैरान रह जाति है, लेकिन दूसरे ही पल बो सांझ के आगे आते हुए उदासी से)____" इतने पेसो में तो मैं आपको अपनी दस राते दे दू , लेकिन मैं इस लड़की को अपको नही दे सकती, मैने पहले ही बताया था आपको इसकी बॉडी आपके जख्म सहने लायक नही है _"
ये सुन अयान (गुस्से से)____" मै किसी भी लड़की को पांच से ज्यादा ट्राय करना पसंद नहीं करता , तो अपनी बारी तो अब भूल जाओ तुम ,ओर इसका पचास लाख में सौदा डन करो , बस एक ही रात की तो बात है यार "
ये सुन नैनी ( गंभीर भाव से)____" बिल्कुल नहीं अगर इसके बारे में बॉस को पता चला तो मेरी ओर मेरे परिवार की जान ले लेंगे बो , जाने केसे उन्हे इसकी हर पल की खबर रहती है, इसलिए इतना बड़ा जोखिम में नही उठा सकती ।
जानते हो न तुम्हारा भाई शैतान है एक , किस तरह तड़पा तड़पा कर लोगो की जान ले लेता है "
ये सुन अयान (गुस्से से)____" तेरी तो.. ये पकड़ 1 लाख ओर चल _"
ये सुन नैनी (गुस्से से)____" क्या बस एक लाख ..."
ये सुन अयान( नेनी का हाथ पकड़ वाशरूम की तरफ घसीटते हुए गुस्से से)____" ओकात से ज्यादा ही है _"
आयान नेनी को लेकर वाशरूम में चला जाता है, बही ये सब सुन सांझ की आंखे फिर भीग जाती है बह मन ही मन भगवान का शुक्रिया कर रही थी, की इस बार फिर उन्होंने इस राक्षस से उसे बचाया , बही उसे नेनी जेसी ओरतो से घिन भी आ रही थी , की शादी शुदा खुशहाल जीवन होने के बाद भी बो एसे गंदे काम करती थी।
ओर कुछ देर बाद ही रूम में ड्रेस करहाने की आवाज गूंजने लगती है, जिसे सुन सांझ (गुस्से से)___" केसा बहसी रछास है ये , सच में विश्वास नह होता की एक लड़की के धोखे के कारण ये ऐसा बन गया "
एक घंटे बाद अयान वाशरूम से बाहर निकलता है, ओर पागलो की तरह हस्ते हुए अपना बैग उठता है, ओर उसकी नजर सांझ पर जाति है।
सांझ को देख बो सांझ पास उसकी वील्चेयर को पकड़ अपने करीब कर लेता है ओर हस्ते हुए)___" ओर चांद की चमक _ कैसी हो अब तक न तो ठीक हुई न तो मरी, ओर न तो मेरी हो पाई "
आयान को अपने इतना करीब देख सांझ को बेहद डर लग रहा था, बो बस उससे दूर भागना चाहती थी।
आयान (सांझ के चेहरे में हाथ फिरते हुए)____" अपने बुरे कर्मो के फल एंजॉय तो कर रही हो न , लेकिन पता है , बस एक चीज की कमी है मेरी दी जाने बाली सजा से न तुम्हारे सारे बुरे कर्म निपट जायेगे hmm... ओर हो सकता जेसे मेरी दिए एक्सट्रा लव से जेसी नेनी बेहोश हो गई , वैसे ही तुम भी ठीक हो जाओ
हाना.... तो चलो आज डॉक्टर अयान तुम्हारा ट्रीटमेंट करेगा _"
इतना कह आयान सांझ की गर्दन पकड़ उसके होठों की तरफ बढ़ने लगता है।
बही सांझ (मन ही मन रोते हुए)____" नही... नही .. गॉड प्लीज हेल्प , इससे अच्छा मुझे मार दो प्लीज नही _"
तभी अयान (रुक जाता है ओर कन्फ्यूजन से)___" ये क्या ये तुम्हारी आंखों से ये पानी क्यू निकलता रहता है, एसे तो मुझे मजा नही आ रहा है, चलो बेड पर चलते है सिली गर्ल..."
हाना.... तो चलो आज डॉक्टर अयान तुम्हारा ट्रीटमेंट करेगा _"
इतना कह आयान सांझ की गर्दन पकड़ उसके होठों की तरफ बढ़ने लगता है।
बही सांझ (मन ही मन रोते हुए)____" नही... नही .. गॉड प्लीज हेल्प , इससे अच्छा मुझे मार दो प्लीज नही _"
तभी अयान (रुक जाता है ओर कन्फ्यूजन से)___" ये क्या ये तुम्हारी आंखों से ये पानी क्यू निकलता रहता है, एसे तो मुझे मजा नही आ रहा है, चलो बेड पर चलते है सिली गर्ल..."
इतना कह आयान (सांझ के बेजान से शरीर को उठा लेता है, ओर बेड की तरफ ले जाते हुए)____" तुम सभी लड़कियां इतनी धोखेबाज क्यों होती हो, खेर होती हो तो क्या ही कर सकते हैं, वैसे पता है आज घर में कोई नही है , ओर हमारे बीच का सबसे बड़ा रोड़ा बहा बेहोश पड़ा है।
मजेदार है न ....
जहां अयान अब सांझ को बेड पर लेटा देता है, बही सांझ अब सच में अंदर से भी किसी बेजान सी गुड़िया सी हो गई थी, उसने इस लम्हे को भी अपनी सजा समझ ली थी , अब बह भगवान से कोई मदद नहीं मांग रही थी सिवाय मौत के ।
बही अयान सांझ के ऊपर बैठकर हेवानी मुस्कुराहट के साथ उसके गाउन के बटन्स ओपन करने लगता है।
लेकिन तभी नेनी (वाशरूम का दरवाजा खोल जेसे तेसे बाहर आती है, ओर अपने सर से बहते खून पर हाथ रखते हुए)____" छूना भी मत उसे_ उससे दूर हो बरना बस एक टेप और बॉस को फोन चला जायेगा _"
इतना सुनना था की अयान नेनी के हाथ में फोन देखता है और गुस्से से सांझ के ऊपर से उठता है।
ओर गुस्से से)___" तुझे तो मैं बाद में देखूंगा _"
ये सुन नैनी( एविल स्माइल करते हुए)____" जरूर लेकिन इससे पहले तुझ पर मेरा रेप केस लगे , ये सारे पैसे मुझे देकर जा _"
ये सुन अयान ( गुस्से से नेनी की तरफ बढ़ते हुए)____" साली... तेरी इतनी हिम्मत..."
तभी नेनी (अपना हाथ दिखा उसे रोकते हुए गुस्से से )____" क्या चाहता हो की मैं चिल्ला चिल्ला कर सारे बॉर्डीगार्ड्स को यहां बुला लूं ,ओर फिर से एक रेप केस"
ये सुन आयान गुस्से से अपने कदम पीछे करते हुए बो पेसो से भरा बैग छोड़कर बहा से चला जाता है।
आयान के जाने के बाद नेनी जिसकी सारी बॉडी पर निशान ओर सर पर चोट थी जो उस बेहोश करने के लिए आयान ने मारी थी ।
अपने टॉप से बो अपने सर के खून को साफ करती है ओर पेसो से भरा बैग लेकर इतने दर्द में भी खुशी से रही थी , जेसे ये दर्द चोट उसके लिए पेसो के अंगे कुछ न हो ।
बही सांझ अब तक शॉक्ड थी उसे बिस्वास नही हो रहा था की बो इस बार भी उस बेहशी से बच गई ।
_
बही तरफ ___"
वितर्क अपने आलीशान केबिन में बैठा अपने काम में बिजी था की तभी रेहान बहा रोते रोते आता है।
रेहान को रोते देख वितर्क अपना काम छोड़ हड़बड़कर रेहान (को गोद में उठा लेता है और गंभीर भाव से)____" क्या हुआ है तुम रो क्यों रहे हो "
ये सुन रेहान( बुरी तरह सिसकते हुए)____" मम्मा डैडी फिर से लड़ रहे हैं , गन्दी मम्मा ने मेरे डैडी को मारा ..."
ये सुन वितर्क का दिमाग अब पूरी तरह खराब हो जाता है, वितर्क (अब रेहान के अंशु साफ करते हुए गंभीर भाव से )_____" तो क्या मम्मा को सजा मिलनी चाहिए _"
ये सुन रेहान सिसकते हुए हा में सर हिलाता है, ये सुन वितर्क शांत भाव से)___" ok.. तो अब शांत हो जाओ आप "
रेहान को शांत कर वितर्क उसे गोद में लिए रेहाल के केबिन में जाता है, जहा रेहाल अपना सर पकड़े अब बेटा था बही उसके गाल पर लाल उंगलियों के निशान पड़े थे ।
ओर बही उसके पास उसकी बीबी मिस्का जिसने एक शॉर्ट ओर रिवेलिंग ड्रेस पहनी हुई थी जोर जोर से चीख चिल्ला रही थी ।
वितर्क अब रेहान को बही सोफे पर शांत बैठने बोलकर मिस्का के पास आता है ओर गंभीर भाव से)____" ये मेरा ऑफिस है तुंहारा घर नही , यहां तमाशा मत करो "
ये सुन मिश्का वितर्क की तरफ मुड़ती है ओर गुस्से से कहा जाने बाली नजरो से उसे घूरती हुई )___" ये जो भी है सिर्फ तुम्हारा नही है , मेरे हसबैंड का भी है , ओर फिलहाल तुम मेरे हसबेंड के केबिन में हो जो मेरा भी है , तो तुम निकलो यहां से _"
ये सुन वितर्क गुस्से से तमतमा जाता है आज तक की जिन्दगी में उससे एसे बात करने की हिम्मत किसी के नही थी, ये बात जाहिर मिष्का भी जानती थी ।
लेकिन बो ये भी जानती थी की बो इस माफिया किंग के दोस्त से भी बढ़कर भाई की वाइफ है जिसे बो एक खरोच भी नही पोहचा सकता, जिस वजह से उसके अंदर वितर्क को लेकर कोई भी डर नही था ।
तभी रेहाल (गंभीर भाव से)____" वितर्क तुम जाओ यहां से, मैं अभी खुद आता हूं _"
इतना सुनना थे की मिश्का ( गुस्से से चीखते हुए)___" कहा आता हूं, बिना ब्लैक कार्ड लिए तुम हिलोगे भी नही यहां से _"
ये सुन रेहाल (गंभीर भाव से)___" जो कार्ड दिया था बो काफी था तुमने उसे भी अयासियो में उड़ा दिया तो , ब्लैक कार्ड तो भूल ही जाओ तुम "
मिश्का कुछ कहती की वितर्क (गंभीर भाव से)____" बिल्कुल सही वैसे भी उसका ब्लैक कार्ड मेरे पास है, अगर बो मान भी जाता तो मैं तुम्हे बो नही देता , मेरे भाई को बरबाद करने के लिए ...."
ये सुन रेहाल अब हैरान था की जरूरत से ज्यादा कुछ न बोलने बाला वितर्क आज इतना क्यों बोल रहा है।
बीअहि ये सुन मिश्का ( जो पहले से गुस्से से पागल थी ये सुन अब गुस्से में हस्ते हुए)____" ओह अच्छा ... तुम्हारी इतनी हिम्मत "
इतना कह मिश्का गुस्से से एक जोरदार थप्पड़ वितर्क को जड़ देती हैं , लेकिन एक थप्पड़ के आवाज के ठीक बाद इस रूम उससे भी तकतबार थप्पड़ों की गूंज उस केबिन में गूंज जाति है।
वितर्क अपने पेंट पर हाथ डाले गंभीर पर एक जीत भरे भाव लिए सामने होते तमाशे को एंजॉय कर रहा था ।
बही जिस रेहाल ने आज तक किसी ओरत पर चिल्लाया भी नहीं था, बो आज अपनी बीबी पर पहली बार दो तीन थप्पड़ों की बारिश कर उसे घसीटते हुए अपने केबिन से बाहर निकाल देता है।
रेहाल (गुस्से से चिल्लाते हुए)____" हिम्मत कैसे हुई मेरे दोस्त पर हाथ उठने की , मिश्का आज हद पार कर दी है तुमने "
रेहाल का सदन रिएक्शन देख मिश्का अपने होशो हवास खो बैठी थी, बही अब वितर्क फ्लोर पर पड़ी मिश्का के पास अब उसके ही बेटे रेहान को लाकर खड़ा कर देता है।
ओर गंभीर भाव से)___" रेहान ... क्या आपको मम्मा पश्न्द है"
ये सुन रेहान मिश्का से डरते हुए अपना सर नीचे कर न में हिला देता है, बही रेहाल वितर्क जो कर रहा था उन सबसे काफी कन्फ्यूजन था , बह आज उसे बिलकुल समझ नहीं पा रहा था।
बही रेहान का जवाब सुन के बाद वितर्क अब फिर से )___" क्या आपको मम्मा के साथ रहना है _"
ये सुन रेहाल अब एक नजर वितर्क को देखता है और फिर अपने पापा रेहाल को ओर अंशु एसएस भरी आंखों से अपने डेड को देखते हुए अपना सर न में हिला देता है।
बही ये देख मिश्का अब रेहान को जान से मारने बाली नजरो से घूर रही थी।
बही ये देख रेहाल जो बस अपने 3 साल के बेटे के लिए ये शादी निभा रहा था की कभी उसे अपनी मम्मा और परिवार की कमी महसूस न हो , ये सुनने के बाद की उसका बेटा अब ज्यादा दर्द में है उसके इस डिसीजन से , बो बिना कुछ बोले अब किसी को फोन करता है।
फोन में रेहाल (गंभीर भाव से)____" आज के आज मुझे डाइवोर्सेड पेपर चाहिए "
इतना कह रेहाल (फोन कट कर गंभीर भाव से)_____" गार्ड्स ...इसे उठाकर बाहर फेंको, ओर ध्यान रहे ये फिर यहां नही दिखनी चाहिए "
ये सुन मिश्का जो अब तक बस शॉक्ड पड़ी हुई थी रेहाल के पैर पकड़ लेती है और रोते हुए )___" बेबी .. नही प्लीज मैं तुमसे और रेहान से बोहोत प्यार करती हूं,मुझे माफ कर दो "
लेकिन रेहाल बिना कुछ कहे अपना पैर झटकता है ओर रेहान को गोद में लेकर अपने केबिन में चला जाता है।
बही गार्डस मिश्का के काफी चीखने चिल्लाने के बाद भी घसीटते हुए उसे कंपनी से बाहर फेक देते हैं।
मिश्का कुछ देर रावत इंटरप्राइजेज के सामने इस उम्मीद में खड़ी रहती है कि रेहाल गुस्सा शांत होने के बाद उसे लेने जरूर आयेगा ।
लेकिन काफी देर बाद जब रेहाल न तो बहा आता है न तो उसका फोन उठता है, तब मिश्का हरकार बहा से जाने लगती है।
लेकिन जाते हुए एक बार मुड़कर इस आलीशान और कैनेडा की सबसे बड़ी कंपनी को गुस्से से घूरते हुए )____" मिश्का नेथेन... को तुमने कुछ ज्यादा ही हल्के में लिया है वितर्क रावत , भले ही मैने अय्याशीया की है, लेकिन किनके साथ ये तुम सोच भी नही सकते , बदला तो मै लेकर राऊँगी तुमसे इसका _"
_
बही दुसरी तरफ ___"
सांझ वीलचेयर में बैठी हुई थी, ओर मन ही मन गुस्से से नेनी को देख रही थी , जो अपने शरीर के निशानों पर फाउंडेशन लगकर छिपा रही थी ।
काफी देर इंतजार करने के बाद सांझ ( झिझलाते हुए )____" क्या मुसीबत है अब जब तक इसकी चोट ठीक नहीं हो जायेगी, अपनी फैमिली से झूठ बोलकर यही रहेगी , गॉड मुझे इसके साथ नही सोना "
तभी नेनी (रेडी होकर हस्ते हुए)____" तो घूमने चले मेरी सोने की गुड़िया , लड़की तू जेसी भी है लेकिन मेरे बोहोत फायदे की है "
इतना कह नेनी सांझ को लेकर उस शानदार व्हाइट मार्बल विला से बाहर निकलती है, और गार्डन एरिया की तरफ आती है, जहां एक बेहद खूबसूरत ब्यूटीफुल नेचर से जड़ा गार्डन था ।
सांझ को अपनी इस दर्द भरी जिंदगी का यही एक समय बस अच्छा लगता है, जब बो इस खुले महकते गार्डन में होती है।
हालाकि सांझ बहा की ताजी लहराती हवा अपनी बॉडी पर महसूस तो नही कर सकती थी , लेकिन जब्बजब हवा के झुके से फूल वाले नन्हें पौधे लहराते बही पल देखके बो बोहोत खुश हो जाया करती थी।
सांझ मन ही मन मुस्कुराते हुए)____" भगवान जी .... जानते हैं न आप , मुझे जल्दी मरना है
ओर नया जीवन लेके फिर अपने मम्मा पापा के पास आना है लेकिन इस बार उन्हें दुख नहीं खुशी देनी है, जिल्लत नही इज़्जत देनी है, नफरत नही प्यार देना है... ये आखिरी विश है मेरी पूरी करेगे न आप "
ये कहते हुए सांझ( उदासी से)___" इसलिए जल्दी ये जिंदगी खत्म करिए न प्लीज ,बस खत्म होने से पहले मुझे इस परिवार से माफी मांगनी है , उन्हे बताना है कि उनके इतने प्यार के बदले मुझे अब अपनी गलतियों का एहसास है ।
सांझ खुद से बातो में गुम थी बही अब शाम ढलने लगी थी , बही नेनी हमेशा की तथ सांझ को भूलकर एक मेड के साथ गप्पो में बिजी थी, बही सांझ भी अपने टाइम पास के लिए सुनती रहती थी ।
तभी बहा किसी बच्चे की किलकारियां गूंज जाति है, वितर्क का हाथ पकड़े रेहान फुटबॉल पकड़े गार्डन की तरफ दौड़े आ रहा था।
ये आवाज सुन सांझ (मुस्कुराते हुए)___" लगता है आज रेहान आया है, "
तभी बो मेड नेनी को रेहाल ओर उसके बीच हुए सारे किस्से के बारे में बताती है, जिसे सुन सांझ का मन उदास हो जाता है ।
सांझ (उदासी से )____" रेहाल भाई कितने अच्छे है बो मेरी कितनी मदद भी करते थे , लेकिन गलत लड़की से प्यार करने की गलती ने सारी जिंदगी बर्बाद कर दी उनकी "
तभी रेहान वितर्क का हाथ पकड़ सांझ के सामने ले आता है, ओर उसके साथ फुटबॉल खेलने लगता है।
बही वितर्क सांझ को एक नजर देखता है ओर नेनी को उसे यहां से ले जाने को कहता है।
तभी नैनी ( शांत भाव से)___" सर बो ... मैम ने मुझे बुलाया है, बस दो मिनिट में आकर में इन्हे ले जाति हूं "
ये सुन वितर्क बस अपना सर हा में हिला देती है, बही सांझ एक तक उदासी से वितर्क को देख रही थी , लेकिन दूसरे ही पल उसका ध्यान रेहान की शरारते खीच लेती है।
जिन्हे देख सांझ (मन ही मन हस्ते हुए)____" ये बिल्कुल रेहाल भाई की टू कॉपी है "
वितर्क और रेहाल दोनो खेलने लगते हैं, लेकिन तभी वितर्क से बॉल गलती से सांझ की तरफ लग जाति है, जो सांझ की वेलचेयर के पहिए पर लगती है।
ओर वील लॉक न होने के कारण वीलचेयर तेजी से गार्डन की ढलान से लुढ़कने लगती है।
जिसे देख वितर्क एक पल तो बस देखता रह जाता है, लेकिन दूसरे ही पल तेजी से सांझ की तरफ डोढत है , लेकिन बही अब वील चेयर ने भी स्पीड पकड़ ली थी।
बही सांझ को इन सबसे कोई फ़र्क नही पड़ रहा था, बस वितर्क को अपने पास आने के लिए इतना बेताब देख बस उसकी दिल की धड़कन उसे बढ़ती महसूस हो रही थी।
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बही सांझ को इन सबसे कोई फ़र्क नही पड़ रहा था, बस वितर्क को अपने पास आने के लिए इतना बेताब देख बस उसकी दिल की धड़कन उसे बढ़ती महसूस हो रही थी।
इन दर्द भरे 6 सालो में सांझ ने पहली बार अपनी बॉडी में कुछ महसूस किया था , जिससे बो हैरान थी ।
जरसार रावत बिला शहर की उधेड़बुन से दूर एक बड़ी पहाड़ी पर था , ओर गार्डन एरिया बिला के पीछे था जो भाग समतल नही था ।
वितर्क पूरी ताकत से सांझ की तरफ दौड़ते हुए उसका नाम पुकारे जा रहा था, जो सांझ को कुछ तो महसूस करा रही थी ।
लेकिन सांझ का बेजान चेहरा जाने कैसे वितर्क को देख एक मुश्कुरा देता है, सांझ को भी पता है की बो पहड़ी से गिरने जा रही है ।
लेकिन बो खुस थी बो इस दर्द भरी जिंदगी इतना गिल्ट ये सब झेलकर इतनी टूट चुकी थी की अब उसे मौत बोहोत प्यारी और अपनी लग रही थी, को उसका सारा दर्द खत्म कर देगी ।
बही वितर्क अब सांझ के कुछ करीब था , ओर उसकी मुस्कुराहट देख सकता था, सांझ को मुस्कुराते देख बो हैरान होता है, लेकिन इस वक्त उसे बचाने का जुनून इस कदर था वितर्क में की बह अपनी पूरी जान लगाकर उसके करीब पोहोछ जाता है ।
लेकिन अफसोस तब तक सांझ की विलचेयर खाई में गिरने लगती है, लेकिन फिर भी वितर्क कूदकर सांझ की वील चेयर का एक साइड पकड़ लेता है।
वितर्क एक नजर सांझ को देखता है जो उसे देख मुस्कुरा रही थी, फिर वीलचेयर को ऊपर खींचने की कोसीस करता है, लेकिन तभी सांझ अपने बेहद कापते हाथो से वितर्क के हाथ को टच करती है।
जिससे वितर्क हैरान सा सांझ के हाथ को देखता है, बो दोनो ही नोटिस करते है की उनके रिश्ते में नफरत होने के बाद भी उन दोनो के हाथो मे आज भी वेडिंग रिंग थी ।
वितर्क को जाने क्या होता है अब बो अपनी पूरी ताकत लगाकर जेसे तेसे सांझ को थोड़ा ऊपर खींच लेता है।
बही सांझ (अब वितर्क को एक तक देख कपती लेंगबेज में)___" स... सो... सॉरी"
ये सुन वितर्क अब बेहद ज्यादा हैरानी से सांझ को देखता है, बही सांझ भी अब उसे एक प्यारी सी मुस्कुराहट के साथ उस वील चेयर से खुद नीचे खिसकाने लगती है।
जिसे देख वितर्क( चिलाआते हुए )___" noo..."
वितर्क अंगे कुछ कहता या करता सांझ उस गहरी खाई में समा जाती हैं, ओर वितर्क बस एक तक खाई को देखता रहता है......""
बही खाई से गिरने के बाद भी सांझ मरती नहीं है, उसके मुंह सर और काफी जगह बुरी चोट पड़ चुकी थी, बो पूरी तरह खून से सन चुकी थी।
उसे अब दर्द महसूस हो रहा था, बो गहरी सांसे लेती हुए करबट लेती है, ओर मुस्कुराते हुए)____"आ... आपने म...मुझे बुला लिया भगवान जी _"
ये कहते हुए सांझ अब अपनी आंखे बंद कर लेती है।
कुछ गलतियां ओर गुनाह इतने बड़ जाते हैं जो माफी के काबिल नहीं होते , इन्ही गुनाहों की सजा सांझ ने 6 साल भुक्ति उसने दिल से हर दर्द , बेरुखी , जिल्लत को अपना पशताप माना था ।
उसने भगवान के दी हर सजा को बिना शिकायत झेला था , ओर अब भगवान को बारी थी उसकी एक इच्छा जिसे बो पिछले छ सालो से मांग रही थी ।
की काश बो पिछली जिंदगी में जाकर सब ठीक कर पाती ।
To be countinue..... "
अलार्म की इरिटेटिंग आवाज ___"
हे भगवान.... आप यहा भी सोने नही देते क्या , अरे ... हम आत्माओं को कोन सा काम करना है अब "
ये कहते हुए लड़की अपनी ब्लैंकेट से अपने सर ओर कान को कवर कर लेती है।
लेकिन तभी एक आदमी की आरती गाने को आवाज आती है, जो राधे कृष्णा की आरती बोहोत सुरीली आवाज में गए रहे थे।
ये आवाज सुन सांझ अब झटके से ब्लैंकेट हटाकर अपने कान साफ करते हुए ध्यान से सुनती है ओर जब उसे अहसास होता है की उसके कान नही बज रहे ।
तब बह बेशुद सी दौड़ते हुए रूम से निकलती है ओर बड़े से एरिया को कवर कर सीडीओ से तेजी से दौड़ते हुए नीचे हॉल में आती है, ओर हॉल से मंदिर में जहा राधे कृष्णा के मंदिर में एक आदमी पूजा कर रहा था ।
उस आरती को सुनने के बाद ही सांझ का माइंड सुन्न हो चुका था, उसे बस इस आवाज वाले आदमी को देखना था जो फिलहाल उसकी तरफ पीठ किए हुए पूजा में मग्न थे ।
सांझ (अब ध्यान से उस आदमी की कद काठी देख भरी आंखों से )____" ये मुझे पापा की तरह क्यों लग रहे हैं, मर के भी सपना देख रही हु क्या मैं"
तभी बो आदमी सांझ की तरफ मुड़ता है, जिन्हे देख सांझ की आंखे हैरानी से बड़ी हो जाति है।
ये थे सांझ के पिता राजवीर खन्ना कैनेडा के टॉप बिजनस मैने में से एक जिनके दिल में बस इंडिया और बही के संस्कार है ।
राजवीर जी बिना भाव के सांझ की तरफ ही बड़ रहे थे , बही प्यार छ साल बाद अपने डेड को देख सांझ हैरानी से)____" हे भगवान _ एसे कोन सा अच्छा कर्म कर लिया मैने जो मैं स्वर्ग में आ गई , ओर आते ही मुझे पापा भी मिल गए "
सांझ एक तक हैरानी ओर अबिस्बास से राजबीर जी को देख रही थी , बही राजवीर सांझ को देख हैरानी से)____" क्या बात है, आज तुम इतनी जल्दी उठ गई....."
अपने पापा की आवाज सुन सांझ की आंखे अंशुओ से भर जाति है, बिना कुछ बोले बो बस डबडबाई आंखों से अपने पापा को एक तक देख रहे थी ।
ओर तभी एक लेडी गुस्से से ___" सांझ बेटा कितनी बार समझाया है मैने तुम्हे एसे कपड़ो में रूम से बाहर मत आया करो "
ये कहते हुए बो लेडी राजवीर के साथ खड़ी हो जाति है, तभी राजवीर (उस लेडी को आरती देते हुए गंभीर भाव से)____" रहने दो सुहाना _ हमारी बेटी को अब हमारी कोई बात पश्न्द नही आती जानती हो न तुम "
बही सांझ को तो अब भी लग रहा था की बो स्वर्ग मेंहै, सांझ अचानक बिलखते हुए रोने लगती है और अपने घुटनो में बैठ )___" मुझे माफ कर दीजिए मम्मा पापा मैं अच्छी बेटी नही बन पाई, बोहोत तकलीफ दी मैने आपको मुझे माफ कर दीजिए "
मेने आपकी जान ..."
सांझ इसके अंगे कुछ बोलती की बो दोनो सांझ को पकड़ उठाते हुए फिक्र से राजवीर जी )___" अरे... क्या हुआ तुम रो क्यो रही हो बेटा "
तभी सुहाना जी (सांझ के गाल में हाथ रखते हुए)___" क्या हुआ बेटा तुम ऐसे रो क्यो रही हो , सब ठीक है न , कुछ हुआ है क्या "
सांझ अपना सर न में हिलाते हुए उन के गले लग ओर बुरी तरह रोने लगती है, सांझ को एसे रोते देख राजवीर और सुहाना जी दोनो की आंखे भी भर आती है, बो अपनी एक लोती बेटी को एसे टूटता सा नही देख सकते थे।
तभी राजवीर जी( गंभीर भाव से)____" किया हुआ है बेटा , क्या कॉलेज में कुछ हुआ है "
ये सुन सांझ (रोते हुए अपने डेड को कन्फ्यूजन से देखते हुए)____" को_ कॉलेज ... केसा कॉलेज पापा "
ये सुन सुहाना जी (गंभीर भाव से)___" तुम्हारा कॉलेज बेटा , आज हो क्या गया है तुम्हे , ओर पहले रोना बंद करो तुम "
सांझ अब भी काफी कन्फ्यूज थी , बही उसके कुछ न बोलने पर राजवीर जी (फिक्र से)___" दो दिन बाद तुम्हारे एग्जाम है क्या उसमे कोई प्राब्लम है, बताओ बेटा , तुम्हारे पापा सब ठीक कर देगे "
ये सुन सांझ (अब रोना बंद कर कन्फ्यूजन से)____" मम्मा पापा हम कहा है".
ये सुन राजवीर जी (फिक्र से)___" ओर कहा अपने घर में सांझ ..."
ये सुन सांझ अपने अंशुओ से डबदबाई आंखो को साफ करते हुए अपने चारो तरफ देखती है, जहा बो अपने आलीशान एंथेटिक बिला के हॉल पर थी ।
सांझ अब उठकर हैरानी से चारो ओर घूमकर अपने घर को देखती है, और दूसरे ही पल अपना सर अबिस्बास से न में हिलाते हुए फ्लोर पर गिर जाति है।
बही राजवीर जी और सुहाना जी जो अब तक सांझ के अजीब बेहेव से हैरान परेशान थे, सांझ को बेहोश देख घबरा जाते हैं।
ओर सांझ को पुकारते हुए उसके पास जाते हैं, बही राजवीर जी (सांझ को गोद में उठाते हुए फिक्र से)____" सुहाना... जल्दी डॉक्टर को कॉल कीजिए "
इतना कह राजवीर जी सांझ को उठाकर सीडीओ से उसके रूम में ले जाते हैं।
लगभग 30 मिनिट बाद रूम में डॉक्टर और राजवीर सुहाना जी फिक्र भरे चेहरे लिए खड़े थे ।
सांझ को चेक कर डॉक्टर ( शांत भाव से)____" शायद इन्हे किसी बात का सदमा लगा है... या किसी बात का बोहोत प्रेसर हो इन पर "
ये सुन राजवीर जी (गंभीर भाव से)____" लेकिन कल तक तो ये बिल्कुल ठीक थी , इवन हम से लड़कर अपनी जिद से आधी रात पार्टी में जाकर बोहोत खुश भी थी _ क्यों सुहाना "
ये सुन सुहाना जी जो सांझ का सर अपनी गोद में रखे उसका सर सहला रही थी , फिक्र से अपना सर हा में हिला देती है ।
तभी डॉक्टर (शांत भाव से)____" कोई तो वजह होगी जो इन्हे परेशान कर रही है , ये तो आप इनसे ही जान सकती है"
डॉक्टर कुछ टैबलेस्ट्स लिखकर स्लिप राजवीर जो को देकर चला जाता है, बही कुछ देर बाद सांझ धीरे धीरे अपनी आंखे खोलती है।
सांझ( धुंधली आंखो से अपने आस पास देखते हुए)___" लगता है नर्क पोहौच गई मैं..."
ये कहते हुए सांझ अपनी आंखे मिचते हुए उठती है, तभी राजवीर जी और सुहाना जी (हड़बड़ाते हुए)___" सांझ... बेटा ठीक है अब तू"
ये सुन सांझ हैरानी से फिर से अपने मम्मा पापा को देखती है ओर फिर अपने रूम को देखती है, ये उसका रूम था जिसे उसने बोहोत पहले अपने सपने की तरह सजाया हुआ था ।
सांझ की आंखे अब भी अविश्वास से भर जाति है, अब बो अपने पास बैठी अपनी मम्मा को देखती है ओर उनका हाथ थमती है।
सांझ अब कन्फ्यूजन से अपना सर खुजलाती है, तभी उसका ध्यान अपने बालो पर जाता है, जो हल्के घुघराले कमर तक लंबे बोहोत खूबसूरत थे ।
बालो के बाद सांझ हड़बड़ाकर अब खुद को देखती है, जिसने लाइट पिंक नाइटी शॉर्ट एंड टॉप पहना हुआ था जो कुछ रिबेलिग था ।
बही सांझ की ये अजीब हरकते देख राजवीर जी (घबराते हुए)____" सुहाना क्या हमारी एक लौती बेटी का दिमाग खराब हो गया है _"
ये सुन सुहाना जी फिक्र से अपने कंधे उचका देते हैं, तभी सांझ( हस्ते हुए)___" में वापस आ गई , सच में _"
ये कहते हुए सांझ हस्ते हुए बेड से कूदकर राजवीर जी (के ऊपर कूद जाति है, ओर खुशी से)____" मेरे प्यारे पापा , आप मुझे फिर से मिल गए "
राजवीर जी सांझ को गोदी लिए हैरानी से सुहाना जी को देख रहे थे , बही सुहाना जी के खुद तोते उड़े हुए थे ।
तभी सांझ राजवीर की गोदी से उतरकर अपनी मम्मा का चेहरा थाम उसे किस करते हुए)___" मेरी प्यारी मम्मा, हाय आज भी कितनी खूबसूरत हो , i love you mama"
ये कहते हुए सांझ( उदासी से)___" अब मैं आप दोनो को खुद से कभी दूर नहीं जाने दूंगी, कभी नही "
ये सुन सुहाना जी( सांझ का सर सहलते हुए )____"क्या हुआ है बेटा , हम कब तुमसे दूर "
तभी राजवीर जी (भी मुश्कुराकर सांझ के सर पर हाथ रखते हुए)____" ओर कहा जायेगे हम अपने धड़कते दिल को छोड़कर "
ये सुन सांझ (मुस्कुराते हुए)___"हा... मैने आज बुरा सपना देखा की मैने आपको खो दिया , बो भी अपनी जिद के कारण , इसलिए मैंने सोचा है आज से मेरी जिद्द , मेरी गलतियां ओर सबसे बड़ा मेरे एंगर इश्यूज ये सब बंद _
ताकि आप हमेशा मेरे साथ ही रहे , i love you mom dad ... अब मैं कभी अपका दिल नही दूखाऊंगी"
ये कहते हुए सांझ दोनो के गले लग जाति है, बही अपनी बिगड़ी हुई सांझ की अचानक इतनी अच्छी बाते और इतना प्यार देख राजवीर जी और सुहाना जी हैरानी होने के साथ साथ बोहोत खुश भी थे , उन दोनो की आंखे भीग चुकी थी ।
तभी सांझ (दोनो से अलग होते हुए मुस्कुराते हुए)___" मै कॉलेज के लिए रेडी हो जाति है, पापा आप भी रेडी हो जाइए ऑफिस जाते वक्त मुझे कॉलेज छोड़ दीजिएगा _"
ये सुन राजवीर जी (हैरानी से)___" क्या मैं ...."
ये सुन सांझ( मुस्कराते हुए )____" हा मेरे प्यारे पापा"
इतना कह सांझ खुशी से दौड़ते हुए वाशरूम में चली जाती है, बही राजवीर जी सुहाना जी से कुछ कहते की तभी सुहाना जी (कन्फ्यूजन से)___" किया चेक मैने फीवर नही है उसे , आंखे भी ठीक है तबियत खराब तो नही लगती"
ये सुन राजवीर जी (हैरानी से)___" तो क्या हम दोनो सपना देख रहे है , एक रात में हमारी बिगड़ी हुई जिद्दी बेटी इतनी सुधार कैसे सकती है "
ये सुन सुहाना जी (शांत भाव से)___" कुछ नही सपने में हमे मरता देखने के कारण , इतना प्यार उमड़ गया है ।
अभी नीचे फिर मैडम के कपड़ो के कारण हम लड़ेगे, ओर फिर नास्ते में फास्टफुड न मिलने के कारण बो लड़ेगी ।
Don't worry... अभी सब नॉर्मल हो जायेगा "
सुहाना जी (शांत भाव से)___" कुछ नही सपने में हमे मरता देखने के कारण , इतना प्यार उमड़ गया है ।
अभी नीचे फिर मैडम के कपड़ो के कारण हम लड़ेगे, ओर फिर नास्ते में जंकफूड न मिलने के कारण बो लड़ेगी ।
Don't worry... अभी सब नॉर्मल हो जायेगा "
_
बही दुसरी तरफ ___"
सांझ दौड़कर सीधे मिरर के सामने आती है, ओर बिना भाव के एक तक खुद को देखती रह जाति है काली गहरी बड़ी सी आंखे, घनी पलके , छोटा सा प्यारा चमकता चेहरा , रोजी लिप्स , चमकती सफेद स्किन , ।
सांझ ने बरसो बाद खुद को नॉर्मल देखा था , बो तो भूल ही गई थी की बो एक समय पर इतनी खुबशुरात लगती थी , ओर हो भी क्यो न बचपन से अपने पेरेंट्स की प्रिंसिस थी बो ।
सांझ अपने चिक्स पुल करते हुए हल्के से मुस्कुरा देती है,तभी उसकी नज़र अब अपने छोटे छोटे कपड़ो पर जाति है,।
जिन्हे देख सांझ (गंभीर भाव से)____" मम्मा पापा को एसे कपड़े बिल्कुल पश्न्द नही थे, अक्सर हमारी इसी कारण लड़ाई होती थी "
सांझ (अब बुरा सा मुंह बनाते हुए)____" पता नहीं... तब क्या ही अजीब पशंद थी मेरी, मुस्किल है कोई ढंग के कपड़े हो मेरे पास , ढूढना पड़ेगा _"
लगभग एक घंटे बाद भी सांझ अपनी अलमारी के सारे कपड़े बाहर फेकते हुए गुस्से से)___" क्या बकवास है , एक ढंग की ड्रेस नही रखी मेने , इन सबको आग लगा दूंगी मैं "
सांझ बेहद गुस्से में बड़बड़ाए जा रही थी , क्योंकि उसके पास शॉर्ट ड्रेसेस के अलावा कुछ भी नही था।
तभी उसे कुछ याद आता है ___ "
(सांझ एक बार ट्राय तो करो बेटा ... हम दोनो ने बोहोत प्यार से लिया है ये तुम्हारे लिए"
सांझ (चिड़ते हुए)_____" लेकिन मम्मा मै ऐसी ड्रेस नही पहनती , इसकी स्लिव्व तो देखिये, ये तो मेरा हाथ तक कवर कर लेगी , ओर ये बोहोत लंबी भी है ।
ये सुन राजवीर जी (उदासी से)____" बेटा प्लीज उस बिजनेस पार्टी में मेरे इंडियन फ्रेंड्स भी आएंगे ,एक दिन बस ये पहन लेना "
ये सुन सांझ (उस ड्रेस को राजवीर जी से छीनते हुए गुस्से से)____" पापा अब भी मुझ पर एलिगेसन लगाना शुरू कर दो , मुझे बात ही नही करनी आप ओल्ड मॉडल्स से ")
ये याद करते हुए सांझ( उदासी से)____" मम्मा पापा को मैने उस दिन भी कितना हर्ट किया था ,ओर गुस्से में मैने बो ड्रेस लेकर वेस्टिज ड्रॉर पर फेक दी थी ।
सांझ अब अपना ड्रॉर चेक करती है,जहा उसके कुछ पुराने कपड़े रहते थे, ओर फाइनली थोड़ा ढूढने पर सांझ को बो ड्रेस मिल जाति है।
लेकिन तभी सांझ (अब कन्फ्यूजन से)___" मेने तो ध्यान ही नही दिया की ये टाइम कोन सा है, किस ईयर में आई हु मै "
इतना कह सांझ टेबल पर रखा फोन लेती है और उसका भड़कीला सा कवर गुस्से से फेकते हुए आज की डेट देखती है, जहा बो आठ साल पीछे आ गई थी ।
सांझ (अब हैरानी से )___" मतलब अभी मैं 19 साल की हु , sweet 19 woow..., कही मै खुशी से पागल न हो जायू "
इतना कह सांझ (खुशी से उछलते हुए)___" मतलब अभी मैं इतनी ज्यादा भी नही बिगड़ी थी, ओर सबसे बड़ी बात मैं सिंगल थी मतलब हूं... येह..."
सांझ खुशी से गुनगुनाते हुए रेडी होती है, ओर नीचे जाने लगती है कि उसकी नजर अपने गुस्से में फैलाए रूम पर जाति है।
जिसे देख सांझ (क्यूट सा पाउट बनाते हुए)___" अरे... गुस्से में मेने फिर से गड़बड़ कर दी , लेकिन अब तो साफ करने का भी टाइम नही है , वापस आकर देखती हु इसे"
सांझ अब नीचे हॉल में आती है, ओर सीधे मंदिर की तरफ बड़ जाति है, सांझ बेहद सुंदर हीरे से जड़ी राधे कृष्णा की मूर्ति के पास बैठ जाति है।
ओर अपने हाथ जोड़ आंखो में अंशू लिए )____" थैंक यू सो मच... मै बड़ा करती हूं इस नए जन्म को मैं जाया नही जाने दूंगी , बस आप इस बार मुझे संभाले रहना "
इतना कह सांझ दिया जलाती है, ओर प्रसाद लेकर मंदिर से वापस हॉल में आती है, जहा राजवीर जी और सुहाना जी हैरानी से उसे ही देख रहे थे ।
जेसे की उन दोनो ने कोन सा अजूबा देख लिया हो एसे बड़ी बड़ी हो चुकी थी उनकी आंखे ।
हो भी क्यो न हमेशा अजीब ड्रेसेस पहनने बाली सांझ ने आज एक वेल डिसेंट ड्रेस पहनी हुई थी , जो आज उसकी खूबसूरती को चार चांद लगा रही थी ।
पीच पिंक कलर की लॉन्ग ड्रेस ओर खुले लहराते सिम्पल बालो में बो सादगी सी भरी खुबशुरती लग रही थी ।
सांझ सच में बोहोत खूबसूरत थी को उसे अपने पेरेंट्स से मिली थी , राजवीर जी और सुहाना जी आज भी अपनी उमर से काफी कम लगते थे , लेकिन कैनेडा में सिफ्टिंग के बाद भी बो दोनो ही आज भी अपने देश की संस्कृति में रंगे रहते हैं।
सुहाना जी आज भी सारी और सूट्स में ही कंफर्टेबल रहती है, सुहाना जी ने आज स्काय ब्लू कलर का अनारकली सूट पहना हुआ था जिसमे उनका स्लिम फिगर कमाल का लग रहा था , सांझ बोहोत कुछ सुहाना जी पर ही गई थी ।
बही राजवीर जी ने ऑफिस के लिए ब्लू टैक्सिडो सूट पहन रखा था जिसमे बो बोहोत हेंडसम और फीट लग रहे थे ।
सांझ (भी मंदिर से आते हुए अपने मम्मा पापा को देख रही थी और हस्ते हुए)___" कोन बिस्वास करेगा की इस ब्यूटीफुल लेडी और हेडसम हंक की इतनी बड़ी बेटी भी होगी "
सांझ के पेरेंट्स कुछ रिएक्ट करते की सांझ (अपने मम्मा पापा के पास आते हुए )___" मम्मा मुझे बोहोत भूख लगी है, प्लीज जल्दी खाना खिला दो _"
इतना कह सांझ सीधे डाइनिंग एरिया की तरफ दौड़ जाती है, बही राजवीर और सुहाना जी अब तक शॉक्ड थे की उनकी बेटी आज अपने आप बिना डाट खाए खुद से मंदिर केसे चली गई"
सुहाना जी ओर राजवीर जी इस बात पर ज्यादा ध्यान नहीं देने की सोचते हैं , ओर सभी नाश्ता करना शुरू करते हैं, अब उन दोनो को सांझ के बुरे से मुंह का इंतजार था, जो हर रोज हेल्थी फ़ूड से बनता था।
लेकिन इससे अलग सांझ (एक पल खाने को देखती है जो की वेजिटेबल उत्पम था , ओर फिर एक प्यारी सी स्माइल करते हुए)_____" woow.... उत्पम... थैंक यू मोम , मैने इसे बोहोत मिस किया , मम्मा आ..."
इतना कह सांझ अपने मम्मा की तरफ अपना मुंह खोल देती है, जिससे सुहाना जी अब हद से ज्यादा हैरान नजरो से राजवीर जी को देखती है, जेसे पूछ रही हो क्या ये सपना तुम ही देख सकते हो !
तभी सांझ (उदासी से)____" मम्मा ... एक बाइट तो खिला दो न मेको"
अपनी बेटी का इतना क्यूट सा चेहरा देख सुहाना जी शांत होती हैं, ओर बड़े प्यारे से सांझ को खाना खिलाती है, बही सांझ जो इतने सालो बाद अपनी मां के हाथ का खाना खा रही थी अब उसकी खुशी का ठिकाना ही नहीं था ।
तभी राजवीर जी (मुस्कुराते हुए)____" वैसे मेरी बेटी आज इतनी बदली बदली क्यों है , ये जान सकते हैं हम "
तभी सुहाना जी (एक्सीटेडली)____" हा... ये तो मुझे भी जानना है "
ये सुन सांझ (मुस्कुराते हुए)___" जरूर जान सकते हैं, बिगड़ी हुई सांझ के बदलने का कोई तो कारण है _"
ये सुन राजवीर जी और सुहाना जी( एक साथ )___" क्या..?
इन दोनो की बेताब हैरान चेहरे को देख सांझ( हस्ते हुए)____" बो कारण है आप दोनों... ओर मेरी खुशी जो को आप दोनो की खुशी में बस्ती है बस यही..."
ये सुन राजवीर जी और सुहाना जी थोड़ा इमोस्नल हो जाते हैं पर अभी भी बो अबिस्बास से सांझ को देख रहे थे ।।
पर सांझ को खाना एंजॉय करते देख बो दोनो अब कुछ नही कहते , बही कुछ देर बाद सांझ (उठते हुए सुहाना जी को किस करते हुए )___" बोहोत अच्छा खाना था मम्मा, अब मैं चलती हूं बाय, ओर मेने रूम थोड़ा बिगड़ दिया तो मैं आकार साफ कर दूंगी ओके...बाय"
ओर पापा आप मम्मा को अपना रोमेंटिक बाय करके जल्दी बाहर आ जाइए _"
इतना कह सांझ दौड़ते हुए बाहर चली जाती है। सांझ के जाने के बाद सुहाना जी हैरानी से)___" वीर... मुझे तो अब भी सब सपना सा लग रहा है"
हमसे दूर हो चुकी बेटी आज हमे इतने प्यार कर रही है "
ये सुन राजवीर जी( अपना सर रगड़ते हुए)___" सुहाना ... मुझ से तो कुछ न ही पूछो, में खुद होश में नहीं हु अब"
खेर मुझे मेरी good bay किस दो तो मैं जाऊ ।
ये सुन सुहाना जी( चिढ़ते हुए)___" आप कभी नही सुधरेंगे ..."
ये सुन राजवीर जी (हस्ते हुए)____" बिल्कुल नहीं..."
_
बही दुसरी तरफ ____"
इंडिया ( जयपुर) _ रावत सदन
एक बड़ी शानदार पर पुरानी हवेली जो तोड़ फोड़ की चहल पहल से भरी पड़ी थी, बही मिलिए खूबसूरत स्लिम फिगर और गोरा रंग , 46 साल की प्रेरणा जी ओर उनके फीट एंड हेडसम पति 51 साल के विक्रांत रावत से जो जयपुर की रॉयल फैमिली के साथ अपनी फैमिली बिजनेस के ऑनर भी है ।
प्रेरणा जी ओर रावत जी दोनो उदासी से अपने बड़े से हॉल में बैठे हुए थे, बही प्रेरणा जी की आंखे नम थी , उन दोनो के बेजान उदास चेहरे से ऐसा लग रहता जेसे उनका सब कुछ उनसे बिखर चुका है।
बही उनका बड़ा बेटा अयान ( उम्र 28 साल ,हल्का गेहुआ रंग काली आंखे , मैसी हेयर , नॉर्मल बॉडी ) आंखो में अंशू लिए गुस्से से अपने हाथ कसे पिलर से सटा खड़ा था।
तो बही उनका तीसरा बेटा सार्थक ( उम्र 18 साल , गोरा रंग ,काली आंखे , घुघराले बाल , नॉर्मल बॉडी और क्यूट सा चेहरा ) घबराया सा नितेश के पीछे खड़ा था ।
बही दुसरी तरफ इन सबसे अलग रावत जी का दूसरा बेटा वितर्क रावत ( 25 साल गोरा रंग, हमेशा गुस्से से भड़कती आंखे , बिग मस्कुलर बॉडी , वेल सेट हेयर) जो अब मैसी हो चुके थे किओकी बो गुस्से में उस बड़े से हॉल की सारी एंटीक चीजे बेरहमी से तोड़े जा रहा था।
बही एक तरफ ये सब देख रावत जी के बड़े भाई रमेश रावत , ओर उनकी बीबी कीर्ति और उनके दोनो बेटे बेहद खुश हो रहे थे ।
बही रावत जी के पिता जो सबसे बड़े ओर परिवार के मुखिया थे , बो गंभीरता से वितर्क की हरकत को देख रहे थे ।
तभी कीर्ति (रमेश जी के कान में खुशी से )____" इस पागल लड़के ने तो हमारा काम ओर आसान कर दिया , अब बाबा सा तो ओर भड़क जायेगे "
ये सुन रमेश जी के चेहरे पर मुस्कान छा जाती है,तभी उनका बड़ा बेटा (हस्ते हुए)____" क्या बात है मम्मी, चाचा जी के ये दोनो बेटे तो हमारी जीत सीढ़िया बन चुकी है , इस नितेश को भी हमारी सान्या ने क्या सबक सिखाया है, सूरत तो देखो प्यार में धोका खाए इंसान की "
तभी तोड़ फोड़ की आवाज से गुजता हॉल एक दम खतरनाक शांति से भर जाता है।
तभी कीर्ति जी (घबराते हुए)____" हे भगवान... जीजी अपने इस पागल बेटे के दूर रखिए हमसे, अमेरिका से पांच साल बाद लोटा है ,लेकिन इसका पागलपन अब भी वैसा ही है "
ये सुन प्रेरणा जी सोफे से उठती है, ओर वितर्क के तरफ जाती हैं तभी रावत जी के पिता सेवंत जी (गुस्से से )____" फैसला यही रहेगा , अब से मेरा बिजनेस किसी रेपिस्ट के एसे पिता के हवाले नही रहेगा जो अपने रेपिस्ट नाकामयाब बेटे पर विश्वास करता हो, ओर अब..." ।
इसके अंगे सेबंत जी कुछ कहते की तभी वितर्क (गुस्से से चिल्लाते हुए)____" पहली बात ये बिजनिस मेरे डेड का खड़ा किया हुआ सिर्फ मेरे डेड का "" ओर दुसरी बात मेरे डेड खुद अब एक एसे परिवार में एक पल भी सांस नही लेंगे , जो उनके इतने लाइफ एफर्ट्स और उपकार के बाद भी उनका नही हो पाया "
तभी विक्रांत जी( गुस्से में)____" वितर्क ... "
ये सुन वितर्क एक चुप हो जाता है, तभी फिर सेबंत जी (गुस्से से)____" तुम्हारे सभी बेटे एक नंबर के निकामबे ओर घटिया है , इस लड़के को अपने किए की सजा जरूर मिलेगी बस अभी ही पुलिस पोहोचती होगी , ओर अब। तुम भी बेदखल हो मेरे परिवार से "
ये सुन प्रेरणा जी ओर विक्रांत जी के चहरे परेशानी के भाव से भर जाते हैं, बो दोनो उदासी से एक दूसरे को देख रहे थे, को अपने निर्दोष बेटे को किसी भी हालत में जेल जाने नही दे सकते थे , लेकिन फिलहाल अभी उनसे उनका सब छीन चुका था।
तभी वितर्क ( गुस्से से झलाते हुए )____" कोशिश करके देख लीजिए , अपका कोई आदमी मेरे भाई को छू के तो दिखा दे "
वितर्क की ये बात सुन विक्रांत जी जहा सुकून को सांस लेते हैं
बही वितर्क की ऐसी बाते सुन एक पल को सेबांत जी ओर बाकी सब बेहद हैरान रह जाते हैं, की एक मामूली लड़का जिसे घर लोटे एक घंटे भी नही हुए है , बो इतनी बड़ी बात कैसे कर सकता है।
लेकिन बो अनजान थे वितर्क की नई पहचान से उसके रोब और गुस्से के पीछे की खतरनाक सक्सियत से!
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वितर्क ( गुस्से से झलाते हुए )____" कोशिश करके देख लीजिए , अपका कोई आदमी मेरे भाई को छू के तो दिखा दे "
वितर्क की ऐसी बाते सुन एक पल को सेबांत जी ओर बाकी सब हैरान रह जाते हैं, की एक मामूली लड़का जिसे घर लोटे एक घंटे भी नही हुए है , बो इतनी बड़ी बात कैसे कर सकता है।
लेकिन बो अनजान थे वितर्क की नई पहचान से उसके रोब और गुस्से के पीछे की खतरनाक सक्सियत से!
लेकिन इससे अलग वितर्क बचपन से ही काफी एंगर इश्यूज बाला लड़का था, जिसके कारण उसे लोग पागल भी समझते थे , इसलिए कुछ देर बाद सभी लोग उसकी इस अकड़ को हवा हवाई ही समझ रहे थे ।
लगभग 30 मिनिट बाद सात से आठ पुलिस वाले ओर कमीशनर रावत सदन पोहोचते है, उनके आते ही आयान घबरा जाता है, ओर बही प्रेरणा जी भी घबराकर विक्रांत जी का हाथ कस लेती है।
बही कमिश्नर को देख रमेश (जी उनके पास आते हुए)____" आइए कमिश्नर साहब ... ये_ ये है बो रेपिस्ट जिसने मेरे बड़े बेटे की दोस्त के साथ गलत करने की कोशिश की "
ये सुन कमीशनर साहब उन्हे गुस्से से घूरते है जिससे रमेश जी घबराकर पीछे हो जाते हैं।
बही अब कमीशनर सहाब (सीधे वितर्क के पास आते हैं और घबराते हुए)____" सर... अपने जैसा बोला था सभी काम मैने खुद किया है, ये आप सब की फ्लाइट्स टिकिट्स ओर आपकी कार भी आ चुकी है, आप बेफिक्र होकर यहां से जा सकते हैं
बाकी सब मंत्री जी ओर मैं संभाल लेंगे उन्होंने कहा है _" आपके सभी ऑर्डर हम मानेंगे जो आप कहेंगे"
ये सुन वितर्क गंभीर भाव से अपना सर हा में हिलाते हुए दो चेक कमिश्नर को पकड़ा देता है ओर दूसरे ही पल सभी वितर्क को ग्रिड कर बहा से जाने लगते हैं।
बही ये सब देख जो सभी हैरान थे, बही सेवंत जी उन्हे जाता देख आवाज देते हैं, लेकिन बो लोग एक बार भी मुड़कर नही देखते , आज पहली बार सेबंत जी की इज्जाद एसे तार तार हुई थी ।
वितर्क (अब गंभीर भाव से )____" वितर्क रावत विक्रांत रावत का बेटा है जिसने अकेले अपने दम पर एक एम्पायर खड़ी कर ली है ।
आप सोच भी कैसे सकते है उनका कोई भी बेटा मामूली हो सकता है।
इतना कह वितर्क अब सेबंत जी के पास आता है तभी विक्रांत जी (गंभीर भाव से)___" वितर्क ..."
ये सुन वितर्क( शांत भाव से)___" बस एक मिनिट डेड_"
इतना कह वितर्क (गंभीर भाव से)___" मैं चाहूं तो बस एक घंटे मैं अपने डेड की कंपनी आपसे ले सकता हूं, लेकिन बस मैं ये मॉम डैड के कारण नही कर सकता ।
इसलिए चेन से आप सब मेरे मॉम के बशाए घर ओर मेरे डेड के पेसो पर अय्याशीया कीजिए , ये भीख है मेरे परिवार की आप सबको _"
ये सुन प्रेरणा जी (आंखो में आंसु लिए गुस्से से वितर्क के पास आती है ओर उसे एक जोरदार थप्पड़ मारते हुए )___" यही सिखाया है मैने तुम्हे, अपनों से एसे बात की जाती है, ये कोई ढंग है "
ये सुन वितर्क ( जिसके गाल में उंगलियों के लाल निशान बन चुके थे, बेहद गुस्से से)____" बो बात अपनो के लिए थी , ये हमारे कोई नही "
अब चलिए यहां से _"
इतना कह वितर्क अपने मॉम डेड दोनो का हाथ पकड़ बहा से जाने लगता है, बही अयान और सार्थक भी उसके पीछे चले जाते हैं।
तभी सेंबत जी (अपने सोफे पर हाथ पटकते हुए गुस्से से)____" रमेश ... पता करो ये केसे इतना ताकतवर बन गया है, इसकी पहचान क्या है ? _"
बही कीर्ति जी ओर उनके दोनो बेटे दौड़ते हुए बालकनी पर जाते हैं, और नीचे एंट्रेंस पर देखते है जहा एक विदेशी बड़ी दो रॉयल कार थी ।
उन महंगी गाड़ियों को देख कीर्ति जी का बड़ा बेटा (जिन्हे स्पोर्ट्स कार में काफी नॉलेज थी हैरानी से )___" ये कार तो करोड़ों की रोल्स मॉडल है , ये इस वितर्क के पास कैसे आई "
इन पांच सालो के इसने ऐसा क्या कर लिया अमेरिका में , जो ये इतना अमीर बन गया मम्मी"
ये सुन कीर्ति जी( गुस्से से अपना हाथ पटकते हुए)____" इसका मतलब इतना सब छीनकर भी ये लोग रास्ते पर नही आए "
तभी कीर्ति जी का छोटा बेटा( उदासी से )____" आप रास्ते की बात कर रही हो , ये तो पहले से ज्यदा अमीर हो गए "
ये सुन कीर्ति जी ( परेशानी से अपना सर पकड़ )____" अनजाने में हमने सोने की मुर्गी को लात न मार दिया हो _"
_
बही दुसरी तरफ ____"
एक कार में वितर्क अकेला और दूसरी कार में वितर्क की फैमिली एयरपोट के लिए निकल जाति है।
प्रेरणा जी (रोते हुए)____" सब खत्म हो गया , हमारा परिवार आखिर उस कीर्ति ने तोड़ ही दिया विक्रांत"
ये सुन विक्रांत (जी प्रेरणा जी को गले लगाते हुए शांत भाव से)___" न कुछ टूटा, न कुछ खत्म हुआ , हमारा सारा परिवार साथ है समझी "
तभी सार्थक( घबराते हुए)___" लेकिन डेड अब हम कहा जायेगे, हमारे पास तो हमरा कोई सामान भी नही है _"
ये सुन प्रेरणा जी भी फिक्र से यही सवाल करती है, जिसे सुन विक्रंत जी (शांत भाव से)___" घबराओ मत तुम सभी , मुझे नही पता हम किस देश में जायेगे लेकिन इतना पता है हम हमारे ही घर जायेगे, ओर हमारे जरूरी सामान एयरपॉट पर पोहोच जायेगे तो फिक्र मत करो "
ये सुन अब प्रेरणा जी ( अपने अंशू पोछते हुए थोड़े गुस्से से )____" तो आपको सब पता है आप फोन में वितर्क से ही बात कर रहे थे न , हमारा बेटा अमेरिका पढ़ने गाय था न , तो ये सब क्या है विक्रांत "
ये सुन विक्रांत जी (शांत भाव से)____" बो बस मेरा सपना पर कर रहा था, अपने बिजनेस को अलग अलग देशों में पोहचाने का , जेसे पढ़ाई के साथ साथ मैने बिजनेस में ध्यान दिया ठीक ऐसा ही उसने भी किया , लेकिन जितनी उचाइया मैं नही छू पाया , मेरे वितर्क ने उन्हें छू लिया "
रावत एम्पायर में , रावत होटल्स, रावत इंटरप्राइजेस जेसे आठ बेदेशी कंपनिया है मेरे बेटे वितर्क रावत की "
ये सुन प्रेरणा जी ओर बाकी सब हैरान रह जाते हैं, उन सबको तो ये पता था की वितर्क के एंगर इश्यूज के कारण उसे दूर अमेरिका पढ़ने भेजा था विक्रांत ने , लेकिन असल में इन पांच सालों में वितर्क ने बस विक्रांत के सपने को पूरा किया था ।
बही ये बात सुन आयान एक पल अपने डेड को देखता है और शर्म से अपना सर वापस झुका लेता है।
बही ये सुन प्रेरणा जी (अब गुस्से से)___" इन पांच सालो तक आपने मेरे बेटे को इतना परेशान किया है विक्रांत"
प्रेरणा जी को गुस्से में देख विक्रांत जी (घबराते हुए)____" अरे... नही मेरी जान _ बो तो वितर्क और रेहाल दोनो खुद ये इक्छा लिए मेरे पास आए थे , मैने तो बस पेसो से उनकी मदद की है बाकी सब उन्होंने अपनी खुशी से कीया है सच्ची प्रेरणा _"
ये सुन प्रेरणा जी (शांत भाव से)____" अगर ऐसा है तो ठीक है, ( उदासी से )__" मेरा बच्चा पांच सालों बाद मिला मुझे और फिर पिट गया , ठीक से देखा तक नहीं मेने उसे"
इन सभी बातों के बीच आयान अपना सरमिदगी से झुकाए चुप चाप बेटा था, बही उन तीनो में से भी कोई उससे बात नही कर रहा था।
तभी कार रुकती है और बो सभी एयरपोर्ट पोहोच जाते हैं, वितर्क और बाकी सभी अब एयरपोर्ट में एंटर करते हैं।
कुछ देर सभी अकेले बैठे होते हैं लेकिन जेसे ही बहा वितर्क वापस आता है, विक्रांत जी( गंभीर भाव से)____" वितर्क ... हम का कहा रहे है "
ये सुन वितर्क (शांत भाव से)___" डेड... नई ब्रांच कंपनी के कारण हमे कैनेडा जाना पड़ेगा , रेहाल अभी बही है , एक अच्छा सा बिला देख रहा है बो हमारे लिए, जब तक आप सभी किसी होटल में रह लीजियेगा "
ये सुन प्रेरणा जी ( गंभीर भाव से)___" क्यों... तुम नही चल रहे बेटा "
ये सुन वितर्क (शांत भाव से)___" मुझे एक डील के लिए अभी पेरिस निकलना पड़ेगा , मैं कुछ दिन बाद मिलता हूं आपसे "
ये सुन विक्रांत जी ( गंभीर भाव से)___" ठीक है लेकिन याद रहे, हमारे परिवार के साथ तुम कुछ गलत नही करोगे , वैसे भी आज बोहोत बदतमिजिया झेली है मैने तुम्हारी, समझे..."
ये सुन वितर्क बिना भाव से अपना सर हा में हिला देता है, ओर दोनो के आशीर्वाद लेकर बहा से चला जाता है।
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बही दुसरी तरफ ___"
सांझ लगभग एक घंटे लाइन में लगकर अपना एडमिट कार्ड लेती है, ओर गार्डन एरिया में बैठ जाति है।
सांझ( उदासी से)___" मुझे याद क्यो नही था की मैं घर से भागने के लिए कॉलेज जल्दी आ जाति थी, अभी भी क्लासेस को एक घंटा बाकी है , पता नहीं कब आयेगी मेरी बिगड़ी हुई पलटन "
बोहोत काम है इन छोटे से कंधो पर , सबको सुधारना पड़ेगा , या फिर उनसे दूर होना पड़ेगा "
ओर सबसे बड़ी बात उस कुत्ते से दूर रहना पडेगा , उससे तो बिल्कुल अंजान रहूंगी मैं, सारी जिंदगी उसने बर्बाद कर दी थी मेरी "
सांझ( उदासी से)___" मुझे याद क्यो नही था की मैं घर से भागने के लिए कॉलेज जल्दी आ जाति थी, अभी भी क्लासेस को एक घंटा बाकी है , पता नहीं कब आयेगी मेरी बिगड़ी हुई पलटन "
बोहोत काम है इन छोटे से कंधो पर , सबको सुधारना पड़ेगा , या फिर उनसे दूर होना पड़ेगा "
ओर सबसे बड़ी बात उस कुत्ते से दूर रहना पडेगा , उससे तो बिल्कुल अंजान रहूंगी मैं, सारी जिंदगी उसने बर्बाद कर दी थी मेरी "
सांझ इन्ही उधेड़बुन में खोई हुई थी कि तभी उसके पास दो लड़कियां आती है, ओर घुटनो के बल बैठ सांझ को हैरानी ओर कन्फ्यूजन से घूरती रह जाति है।
उनमें से एक लड़की सोफिया जो की सांझ की उम्र की ही थी , दिखने काफी खूबसूरत थी लेकिन ब्लैक शॉर्ट हेयर में कुछ ब्लू हाइलाइट हेयर , काजल से भरी स्मोकी आइस , ब्लैक क्रॉप टॉप कटी फटी जींस में बो बेहद अजीब लग रही थी ।
बही दुसरी लड़की 22 साल की इमा जो सोफिया से भी अजीब ओर कटेफटे कपड़ो पर थी , उसके हाइलाइट रेड हेयर बोहोत बुरे लग रहे थे _ ये लड़की सांझ ओर सोफिया को कॉलेज के फर्स्ट ईयर में फेल बैक स्टूडेंट के तौर पर मिली थी ।
इमा को देख सांझ (मन ही मन गुस्से से)___" आ गई मेरी जिंदगी की असली पनौती लगाने बाली , अच्छा हुआ मैं उस वक्त मैं नहीं पोहोची जब इसने और इसके उस भाई ने मेरा ऐसा गंदा सा मेकओवर नही कर दिया था , थैंक गॉड _"
सांझ जो खुद से बात कर रही थी , बही सोफिया( कन्फ्यूजन से )___" इमा... ये कोई नया फैशन है क्या ?"
ये सुन इमा ( जिसके चेहरे में थोड़ा गुस्सा नजर आ रहा था , सोफिया की बात सुन बुरा सा मुंह बनाते हुए)____" ये कोई फैशन नही है, ये कोई अजीब चीज ही करके आई है हमारी प्यारी दोस्त "
ये सुन सांझ( गुस्से से मन ही मन )____" मुझे तब क्यों समझ नही आया की ये बस एक जलकुकडी, निकम्मी लड़की है , कितनी बेवकूफ थी मैं तब "
सांझ को खुद में खोए देख सोफिया (परेशानी के भाव से )____" हे... कहा खोई है संजू , ओर क्या हाल बना रखा है तूने अपना "
तभी इमा (भी थोड़े गुस्से से)___" बही तो ... इतना अच्छा लुक दिया था हमने इसे और ये जाने आज क्या करके आई है , और तू कल की पार्टी से इतनी जल्दी क्यों आ गई थी , मुझे तुझे अपने भाई से मिलना था यार _"
ये सुन सांझ( इमा को इग्नोर करते हुए सोफिया से )____" क्या हाल बना रखा है मेने ? , क्या मैं खूबसूरत नही लग रही हू... hmm..."
इस सवाल को सुन सोफिया अब अपने दिमाग का उपयोग कर थोड़ा सांझ को देखती है, फिर कन्फ्यूजन से )___" वैसे ब्यूटीफुल तो तू बोहोत लग रही है "
जलकुक
तभी इमा ( बुरा सा मुंह बनाते हुए)____" हा लेकिन इस एक ब्यूटीफुल वर्ड ने तेरे हाईक्लास फैशन , मेच्योरिटी, सेक्सी, बोल्ड , हॉट अमेजिंग , ये सारे वर्ड छीन लिए ।
तू आज की लड़की है यार ये मम्मी की बच्ची बनकर क्यो आई है आज बेब "
ये सुन सोफिया भी इमा की बात पर कन्फ्यूजन से अपना सर हा में हिला देती है, बही इमा (की बात सुन सांझ मन ही मन गुस्से से)____"आह... कितनी चालकी से बाते बनाती है ये देखो तो , लेकिन अब मैं बस बॉडी से 19 साल की हूं लेकिन माइंड से 27 साल की साझदार लड़की हूं।
अब मैं तेरे फसाने में नही फसने बाली काली भूतनी "
सांझ ( अब लाइट स्माइल करते हुए शांत भाव से)___" लेकिन मैं सच मै अपनी मम्मा की बच्ची तो हूं, ओर अब मुझे बस ब्यूटीफुल बर्ड ही पसंद है तो ... मैं एसे ही ठीक हूं "
सांझ की अचानक से इतनी बदली बदली बाते सुन सोफिया ओर सबसे ज्यादा तो इमा हैरान थी ।
लेकिन हार न मानते हुए इमा (सांझ का हाथ पकड़ उदासी से )____" संजू... कैसी बाते कर रही है तू , हमारे इस ओसम लुक से ही तो हमारे ग्रुप का नाम black mewo... डिस्क्राइब होता है "
ये सुन सांझ( थोड़ा इरिटेट होते हुए)____" देखो इमा मेरा नाम सांझ है तो बस बही बुलाओ तुम दोनो , ओर दूसरी बात अब मैं इस ग्रुप की मेंबर नही हु तो , मुझे किसी ड्रेसअप की जरूरत नहीं है ok..."
ये सुन बो दोनो कोई और सवाल करती की सांझ (अपना बैग लिए खड़ी होते हुए शांत भाव से)____" क्लास का टाइम हो रहा है , मैं क्लास चलती हूं, तुम दोनो अपना एडमिट कार्ड लेकर आ जाना "
इतना सुनना था की इमा( परेशानी के भाव से )____," अरे ... तूने हमारे बिना एडमिट कार्ड ले लिया , यार तू नही चलेगी तो हमे इतनी लंबी लाइन लगाना पड़ेगा ,
अब तेरे डेड के कॉलेज में बस तुझे ही प्रिंसेज ट्रीटमेंट मिलता है हमे नही यार "
ये सुन सांझ( मुस्कुराते हुए)____" हर छोटी चीज में प्रिंसेज ट्रीटमेंट सही नही लगता न , मैने भी एक घंटे लाइन के बाद एडमिट कार्ड लिया है तो बाय अब "
इतना कह सांझ अब अपनी जान छुड़ाकर बहा से तेज कदमों से निकलती है, और चिढ़ते हुए)___" नही ... प्लान चेंज... ये इमा मेरे बस की नही है "
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बही सांझ के जाने के बाद सोफिया तो शांत थी, लेकिन इमा अपनी काजल से सनी स्मोकी आइस से लगभग खा जाने बाली नजरो से सांझ को जाते हुए देख रही थी ।
बही सांझ (अब अपनी क्लास में पोहोच्ती है, ओर एक नजर अपनी क्लास को देख खुशी से मुस्कुरा देती है ओर सबसे अंगे की चेयर में बैठते हुए )___" ये अंगे बाली डेस्क हमेशा खाली रहती थी, तब मैं समझ नही पाई, लेकिन अब जानती हूं की ये मेरे लिए ही थी "
बही दुसरी तरफ क्लास के सभी लोग हैरानी से सांझ को देख रहे थे , जो सांझ रोज किसी जागंली बिल्ली सी लगती थी , बही आज एक बिल्कुल सिम्पल ओर प्यारी सी लड़की लग रही थीं ।
आस पास सभी अब सांझ को लेकर काना फूसी कर रहे थे , जो सांझ भी सुन सकती थी, लेकिन अब उसे पहले जेसे कॉलेज में किसी से भी दुश्मनी या अकड़ दिखाने का बो शोक नही था ।
ओर तभी क्लास में एक लेडी प्रोफेसर एंटर करती है, उनके एंटर करते ही सभी बच्चे खड़े होकर उन्हें विश करते हैं, लेकिन प्रोफेसर की नजर सिर्फ सांझ पर रुक जाति है।
प्रोफेसर और अब बाकी स्टूडेंट भी हेरानी से सांझ को देख रहे थे , जो लड़की कभी किसी प्रोफेसर के लिए खड़े नही होती थी, बो आज प्रोफेसर को इतना नॉर्मली ग्रिड कर रही थी ।
कुछ देर के शॉक्ड रिएक्शन के बाद प्रोफेसर सबको बैठने को बोलती है ओर टेबल पर अपनी बॉक्स रख सांझ के पास आती है, जिससे सांझ लाइट स्माइल के साथ खड़ी हो जाति है।
सांझ की इस रिस्पेक्ट से प्रोफेसर (लाइट स्माइल करते हुए)____" nice makeover सांझ... And also your new behaviour dear ..."
ये सुन सांझ( मुस्कुराते हुए)____" thank you so much mam... "
प्रोफेसर अब लाइट स्माइल करते हुए वापस अपनी बुक्स उठाती है, और एक्सीटेडली )___" Students, there is no class today, you all prepare for the exam.
इतना कह बो प्रोफेसर तेज कदमों से बहा से निकल जाति है, जिसे देख सांझ हस्ते हुए)___" आज सारे प्रोफेसर्स में बस में मेरी हो गप सप होने बाली है "
खेर चलो मैं तो चली लाइब्रेरी , मुझे भी तो पढ़ना है पूरे पांच साल बाद "
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बही दुसरी तरफ ___"
वितर्क वेटिंग एरिया के एक खाली केबिन में बैठा अपने चोपर रेडी होने का वेट कर रहा था , फिलहाल बो लैपटॉप में अपने काम में बिजी था की तभी उसका फोन रिंग करता है।
वितर्क एक नजर फोन को देखता है, और फोन रिसीव कर गंभीर भाव से)___" so मिस्टर जॉन.. "
मिस्टर जॉन (घबराते हुए)____" मिस्टर रावत ... हमे माफ कर दीजिए , बो टेंडर मेरे हाथ से_"
ये सुन वितर्क ( गुस्से नेवभी एविल स्माइल करते हुए)____" आप जानते हैं आपने मेरा कितना टाइम वेस्ट किया है _"
ये सुन मिस्टर जॉन (घबराते हुए)___" मुझे माफ कर दे प्लीज , मैने कहा था आपके बिना मुस्कील है ये "
ये सुन वितर्क( गुस्से से)___" बस नाम के बिजनेस मैन है आप _ जॉन , इतना बड़ा बिजनेस आपसे नही संभलेगा "
ये सुन मिस्टर जॉन (घबराते हुए)___" no sir प्लीज... बस एक मौका दे दीजिए , आप बो टेंडर चाहे तो ले सकते है, वैसे भी आप पेरिस आ रहे हैं न "
प्लीज सर मुझे बो टेंडर बस दिला दीजिए , मैं आपको अब निराश नही करूंगा "
ये सुन वितर्क( लैपटॉप में काम करते हुए ही गंभीर भाव से)____" तुम कह रहे हो _ एक कामयाब इंसान की हासिल कामयाबी छीनकर एक नाकामयाब इशान को सोपना"
इतना कह वितर्क बिना कुछ सुने फोन काट देता है, ओर दूसरे ही पल बो फोन से रेहाल को मेसेज करता है, ओर वापस अपने काम में बिजी हो जाता है।
ओर लगभग तीस मिनिट बाद बो एक कंपनी के शेयर्स चेक करता है, जो तेजी से नीचे गिरते जा रहे हो , लेकिन 40 परसेंट श्येर्स पर आकर थम जाति है।
जिसे देख वितर्क ( गुस्से से एविल स्माइल करते हुए)____" जो खुद मेहनत करना नही जानते , उन्हे दुसरो की कामयाबी बेजार ही लगती है।
तभी रूम में एक बॉर्डीगार्ड एंटर करता है ओर ग्रिड करते हुए चोपर रेडी होने की इनफॉर्मेशन देता है।
लेकिन तभी रेहाल का फोन आता है जिसे वितर्क अपना गुस्सा शांत करने की कोशिश करते हुए पिक करता है।
लेकिन बो कुछ कहता की रेहाल की परेशानी और डर भरी आवाज सुन उसका चहरा और भी ज्यादा गुस्से से तमतमा जाता है।
जिसे सुन वितर्क( गुस्से से टेबल को किक करते हुए )___" कैनेडा जाने की तैयारी करो अभी ..."
_
बही दुसरी तरफ ___"
शाम 6 बजे _ सांझ की कार अपने सांझ पैलेस के एंट्रेंस पर आकर रुकती है, जहा सांझ थकी हुई सी बहार निकलती है, और विला के अंदर जाति है।
सांझ (अंदर आते ही अगड़ाई लेते हुए)____" मम्मा ... मैं थक गई "
ये सुन सुहाना जी (जो सोफे में बैठी हुई थीं, मुस्कुराते हुए)____" आज इतने जल्दी आ गई बेटा तुम , तुम तो आज अपने दोस्तो के साथ शॉपिंग में जाने बाली थी न ""
ये सुन सांझ जल्दी से आकर अपनी मम्मा की गोद पर सर रख सोफे में लेटते हुए )___" नही... मैं उनके साथ कही नही जाऊंगी , मैं आपके साथ शॉपिंग में जाऊंगी , आप मुझे ज्यादा अच्छे कपड़े दिलाओगे,
मम्मा एग्जाम के बाद हम साथ में शॉपिंग में चलेंगे "
ये सुन सुहाना जी (अपनी बेटी के सर को प्यार सहलाते हुए पर हैरानी से )____" सच में मेरा बच्चा मेरे साथ शॉपिंग पर चलेगा ,ओर मेरी पश्न्द भी लेगा "
ये सुन सांझ नीद में भी मुस्कुराते हुए अपना सर हा में हिलाते हुए सिकडू कर सुहाना जी की गोद में सो जाति है, बही पूरे एक साल बाद अपनी बेटी को अपने पास देख सुहाना जी को आज असल सुकून महसूस हो रहा था।
तभी सुहाना जी का फोन रिंग करता है, राजबीर का नाम शो होता देख सुहाना जी जल्दी से फोन पिक करती है _
ओर दूसरे ही पल हैरानी से )___" क्या... क्या बात कर रहे हो सच में _"
नही ... ऐसा नहीं है बस मैं ये सोच रही हु की मैं खुश हू या दूंखी "
ये कहते हुए सुहाना जी (मुस्कुराते हुए )___" लेकिन बिस्वास नही होता न की 19 साल बीत गए "
सुहाना जी राजबीर जी से बात करके अब फोन रखती है, और उनका चेहरा गंभीरता से भर जाता है, जेसे बो बोहोत कुछ सोच रही हो ।
सुहाना जी जल्दी से राजवीर जी का फोन पिक करती है _
ओर दूसरे ही पल हैरानी से )___" क्या... क्या बात कर रहे हो सच में _"
नही ... ऐसा नहीं है बस मैं ये सोच रही हु की मैं खुश हू या दूंखी "
ये कहते हुए सुहाना जी (मुस्कुराते हुए )___" लेकिन बिस्वास नही होता न की 19 साल बीत गए "
सुहाना जी राजबीर जी से बात करके अब फोन रखती है, और उनका चेहरा गंभीरता से भर जाता है, जेसे बो बोहित कुछ सोच रही हो ।
सुहाना जी ( गंभीर भाव से सांझ को देखते हुए)____" साल भर इस लड़की ने पढ़ाई नही की , ओर बो सभी आ जायेगे तो फिर तो भूल ही जाओ इसकी पढ़ाई , पता नहीं केसा होगा इसका रिजल्ट इस बार , सभी टेस्ट में फेल है ये लड़की "
सुहाना जी (फिक्र से सांझ को देखती है, लेकिन दूसरे ही पल सांझ का मासूम खूबसूरत चेहरे देख मुस्कुराते हुए)____" कितनी प्यारी लग रही है आज मेरी बच्ची "
_
बही दुसरी तरफ ___"
वितर्क( चोपर में बैठते हुए गुस्से से)____" क्या मतलब ... बो एयरपोर्ट में मिले नही , रेहाल मैने उन्हे तुमसे मिलने बोला था , बो कोई बच्चे नही है जो कही भी चल जायेगे "
ये सुन रेहाल( परेशानी भरे भाव से)____" मैं बस पांच मिनिट लेट हुआ था यार , वैसे किसी का फोन भी नही लग रहा है मुझे अब कुछ गडबड लग रही है "
ये सुन वितर्क( गुस्से से चीखते हुए )____" अगर गड़बड़ है तो उसे सही करो डेमिट , मैं सात घंटे बाद ही बहा पोहोच पाऊंगा, ओर अब मैं सिर्फ तुम पर भरोसा कर सकता हूं रेहाल"
इतना कह वितर्क फोन कट कर गुस्से से चिल्लाते हुए अपना पैर पटकता है, उसका चेहरा इस वक्त गुस्से से लाल हुआ पड़ा था, लेकिन बही एक डर भी था ,शायद अपनो को खोने का जो उसे और भी ज्यादा बेचेंन कर रहा था।
_
बही दुसरी तरफ ___"
कैनेडा में जहा अभी रात के आठ बज चुके थे , इतनी रात में विक्रांत जी ओर उनका परिवार जो अब काफी थक चुके थे , खाली रोड पर यह बहा देखते हुए चल रहे थे।
प्रेरणा जी (अब झल्लाते हुए)_____" अरे... कहा है इनका घर , कही हम गलत पाते पर तो नही आ गए , यहां तो कोई खन्ना बिला या सदन कुछ नही है "
ये सुन विक्रांत जी( गंभीर भाव से)____" फोन डेड होने के कारण मेरी उससे पूरी बात ही नही हो पाई , उसके विला का सही एड्रेस में उससे पूछ ही नही पाया "
तभी सार्थक (थकावट से गहरी सां।से लेते हुए )____" डेड... लगता है बो थोड़ा बोहोत एड्रेस भी अपने गलत लिया है, ऐसा तो नहीं की उन्होंने ही हमे गलत एड्रेस दिया जो ताकि हम उनके पास न आ पाएं ".
तभी आयान (शांत भाव से)___" नही ... अंकल ऐसा नहीं कर सकते, बो बोहोत अच्छे हैं "
आयान की बात सुन सब एक पल को शांत हो जाते हैं, और फिर उस इग्नोर करते हुए अंगे बढ़ने लगते हैं, बही अपने परिवार का बिहेव देख आयान का बेतहाशा रोने का मन कर रहा था , लेकिन फिलहाल बो खुद को कंट्रोल कर उनके पीछे चल रहा था।
तभी बो तीसरे बार उस आखिरी बिला से वापस मुड़ते है कि तभी सांझ पेलिस के बाहर खड़े गार्ड्स में से एक आदमी उनके पास आता है और शांत भाव से)___" सर... आप कब से इसी रास्ते पर घूम रहे हैं, क्या मैं आपकी कुछ मदद कर सकता हूं"
ये सुन विक्रांत जी (थकी हुई वॉयस में)____" हा...बो मुझे राजवीर खन्ना के घर जाना है "
ये सुन बो गार्ड (मुस्कुराते हुए)___" सर... जिस घर को आप धूड़ रहे हैं , बो घर तो यही है , काश मे पहले आपसे पूछ लेता आप इतना परेशान न होते "
ये सुन विक्रांत जी (शांत भाव से)____" कोई बात नही , अच्छा हुआ आपने अब हमारी मदद कर दी "
तभी प्रेरणा जी (कन्फ्यूजन से)___" लेकिन विक्रांत _ इस बिला का नाम सांझ पेलिस क्यों है "
ये सुन विक्रांत जी भी गार्ड से यही सवाल करने को होते _ की तभी बो बॉडी गार्ड दरवाजा खोलने चला जाता है।
ओर अब बो सभी उस खूबसूरत बिला में एंटर करते हैं, बही सुहाना जी ओर राजवीर जी परेशानी के भाव से बही हॉल में घूम रहे थे।
की उन सभी को अंदर आता देख , राजवीर जी (विक्रांत जी के पास आते हुए फिक्र )____" हे भगवान... एक फोन करके कहा गायब हो गया था तू "
ये सुन विक्रांत जी ( आंखो मे अंशु लिए टोंट मारते हुए )___" तेरी इसी रोड में था साले दो घंटे से "
तभी सुहाना जी ( भी फिक्र से प्रेरणा जी के गले लगते हुए)___" हम भी यहां कब से परेशान थे , की एक घंटे बोलकर जाने तीन घंटे से कहा गायब हो आप सब "
ये सुन प्रेरणा जी (आंखो में अंशू लिए )____" इन दोनो की ही देन थी ये सुहाना , एक ने जाने केसा एड्रेस बताया था और दूसरे ने जाने क्या सुना था "
ये सुन सुहाना जी ( गुस्से से राजवीर को देखते हुए)____" आप किसी काम के नही है _"
सुहाना जी अब प्रेरणा जी को सहारा देकर सोफे पर बैठाती है, बही विक्रांत जी ओर राजवीर जी दोनो अपनी बीबियो के ताने सुन एक साइड पर खड़े हो जाते हैं।
बही आयान और सार्थक भी उनके पीछे पीछे आकर थके हरे सोफे पर बैठ जाते हैं , की तभी प्रेरणा जी गुस्से से)___" मेरे निक्कमो... भूल गए क्या थोड़े बोहोत संस्कार भी "
इतना कह प्रेरणा जी दोनो को सुहाना जी ओर राजवीर जी का आशीर्वाद लेने का इशारा करती है।
जिससे दोनो हड़बड़ाकर उठते हैं है ओर सुहाना जी के पैर छूते हैं बही सुहाना जी उन दोनो के हाथ पकड़ उनके सर को प्यार से सहलाती है।
बो ध्यान से दोनो को देखती है, ओर आयान (के गाल खींचते हुए खुशी से )____" ये मेरा लड्डु है न , तुम इतने फीट हेंडसम कैसे हो गाय "
ये सुन आयान( मुस्कुराते हुए)____" आंटी...
आयान खुशी से सुहाना जी के गले लग जाता है।
तभी विक्रांत जी (हस्ते हुए)____" अरे... बाह सुहाना जी क्या सही पहचान है आपने , लेकिन जरा अपनी तीखी नजरे इस लड़के पर भी डालिए "
ये सुन सुहाना जी ( खुशी से सार्थक का चेहरा प्यार से अपने हाथो में भरते हुए)____" इसमें पहचानने की क्या बात है , ये तो हमारा एंग्री बर्ड ही होगा न ".
ये सुन प्रेरणा जी (हस्ते हुए)____" अरे... नही सुहाना , ये वितर्क नही है, ये तो मेरा तीसरा _"
ये सुन सुहाना जी हैरानी से प्रेरणा जी को देखती रह जाति है, बही राजवीर जी( अफसोस जताते हुए)____" मतलब तीसरे बार भी बेटी नही हुई "
ये सुन सार्थक का मुंह बन जाता है, उसे नही पता था की उसके पेरेंट्स की बेटी के सपने का चर्चा उनके विदेशी दोस्तो तक फैला हुआ है ।
तभी सुहाना जी (फिक्र से प्रेरणा जी को देखते हुए)____" तो अब तीन ही है न , या ओर ?"
ये सुन राजवीर जी शरारत से विक्रांत जी को सवालिया इशारा करते हैं, जिस पर विक्रांत जी बस अपने दात दिखा देते हैं।
बही प्रेरणा जी कुछ कहती की तभी सार्थक (उदासी से )____" नही आंटी ... आखिरी अनचाहा बच्चा बस मैं ही हु "
सार्थक की ये बात सुन सुहाना जी( प्यार से सार्थक का चेहरा थामते हुए )____" एसे नही बोलते बच्चा , मेरे तो चाहे हुए बच्चे हो तुम , बो भी इतना क्यूट "
सुहाना जी की ये बात सुन सार्थक मुस्कुरा देता है, बही सुहाना की ये बात सुन प्रेरणा जी की आंखो में अंशू आ जाते हैं ।
बही विक्रांत जी भी थोड़ा उदास हो जाते हैं, तभी राजवीर जी ___" आप सब थक गए होंगे , आप सबके रूम रेडी है चलो फ्रेस हो जाओ , फिर साथ में डिनर करते हैं"
तभी प्रेरणा जी (गहरी सांस लेते हुए)___" सुहाना प्लीज ... मेरी उठने में हेल्प करो , इन नो घंटो के सफर में मेरा तो बदन ही टूट गया "
ये सुन सुहाना जी प्रेरणा जी हेलो करती है, ओर बही राजवीर जी बाकी तीनो को उनका कमरा दिखाते हैं, ओर इतनी थकावट के कारण सभी डिनर करके सो जाते है।
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बही दुसरी तरफ ___"
सांझ अपने विला के बेक गार्डन के फार्म हाउस में अपनी बुक्स अरेंज कर अब पढ़ने बैठ गई थी ।
सांझ( चेयर में अगड़ाई लेते हुए)___" इन गेस्ट को भी अभी आना था , इनके कारण मुझे अब यहां पढ़ना पड़ेगा "
तभी सांझ (सोचते हुए)____" लेकिन जितना मुझे याद है मेरे एग्जाम के वक्त कोई गेस्ट नही आए थे ,
हा लेकिन लेट नाइट पार्टी में जाने के लिए , मैं पढ़ने के बहाने से यहां रहने आई थी "
ये सोचते हुए सांझ (अब डरते हुए)___" पार्टी के चक्कर में फेल हो गई थी मैं, ओर मम्मा का थप्पड़ , पापा की डाट , उफ्फ ... बड़ा खौफनाक मंजर था ।
लेकिन सांझ अब अपना सर झटकती है ओर गंभीर भाव से )___" लेकिन अब नही 12 th टॉपर थी मैं, ओर अब तो ये सारी पढ़ाई मेरे लिए दुसरी बार है तो बस मुझे रिबजिन की जरूरत है हा.... "
इसी तरह सांझ खुद को जोश देते हुए अपनी पढ़ाई शुरू करती है ।
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सुबह के सात बजे _
प्रेरणा जी बालकनी में खड़ी कॉफ़ी पीते हुए बाहर का खूबसूरत नजारा देख रही थी , की तभी उन्हें पीछे विक्रांत जी अपनी बाहों में भर लेते हैं।
विक्रांत जी (मुश्क्रते हुए )____" राजवीर ने बोहोत खूबसूरत , घर बनाया है न "
ये सुन प्रेरणा जी (अपना सर हा में हिलाते हुए )____" हा_ बोहोत खूबसूरत _ लेकिन जानते हो विक्रांत बिन बच्चे के न तो परिवार बनता हैं न घर "
आज भी सुहाना की सुनी गोद देख मुझे बोहोत बुरा लगता है , में बो दर्द सोच भी नही सकती जो बो बिचारी अब तक झेल रही है एक्स"
ये सुन विक्रांत जी ( भी उदासी से )____" सच कह रही हो तुम प्रेरणा , कितनी कोसिसे कितना कुछ किया उन्होंने , लेकिन .."
आज भी सुहाना की सुनी गोद देख मुझे बोहोत बुरा लगता है , में बो दर्द सोच भी नही सकती जो बो बिचारी अब तक झेल रही है "
ये सुन विक्रांत जी ( भी उदासी से )____" सच कह रही हो तुम प्रेरणा , कितनी कोसिसे , कितना कुछ किया उन्होंने , लेकिन .."
तभी सुहाना जी प्रेरणा जी को पुकारते हुए अंदर आती है, ओर दोनो एक दूसरे से अलग होकर बालकनी से रूम में आते हैं ।
सुहाना जी नाश्ते की प्लेट्स टेबल पर रखते हुए, उन दोनो को देखती है जो थोड़े उदास लग रहे थे , दोनो को उदास देख सुहाना जी ( फिक्र से)___" प्रेरणा क्या हुआ , आप दोनो परेशान लग रहे हो "
तभी प्रेरणा जी ( थोड़ा मुस्कुराते हुए )____" कुछ नही सुहाना ... हम यही बात करके दुखी थे की कितनी मिन्नते के बाद भी हमे एक बेटी न मिल पाई , लेकिन तीन तीन मुस्तांडो की मां बन गई मैं "
ये सुन सुहाना जी (मुस्कुराते हुए)___" ऐसा मत कहो प्रेरणा कितने प्यारे है तुम्हारे सभी बच्चे, वैसे वितर्क का गुस्सा अब केसा है "
ये सुन विक्रांत जी (शांत भाव से)____" ये तो मत ही पूछिए सुहाना जी , अब तो ओर बड़ा शैतान बन गया है बो _"
तभी प्रेरणा जी (सोफे पर बैठते हुए)____" वैसे उस श्री को आपने कॉल करके बताया या नहीं , ओर प्रेरणा मेरे बाकी दो शैतान कहा है "
ये सुन सुहाना जी (हस्ते हुए)___" बोहोत थक गए है बो दोनो, चेन से सोने दो बच्चो को , तुम दोनो नाश्ता कार लो , में अभी आती हूं "
सुहाना जी के जाने के बाद विक्रांत (शांत भाव से)___" मेसेज कर देता हु वितर्क को मैं , की बो भी जब आए तो यही आ जाए "
_
बही दुसरी तरफ ___"
सांझ कॉलेज में एंटर करती है, और छुपते छुपाते लाइब्रेरी की तरफ जाते हुए )___" बस कैसे भी इनसे बचकर लाइब्रेरी पोहोच जाऊ , फिर मैं सेफ हु "
लेकिन तभी बो किसी से टकराते टकराते बचती है, ओर अफसोस की बो सोफिया ओर इमा थी , ओर दोनो ही सांझ को गुस्से से घूर रही थी।
बही उन दोनो देख सांझ( उदासी से मन ही मन )___" हो गई पढ़ाई .... अब पहले इनसे पीछा छुड़ाएं"
इमा( गुस्से से)___" बेब्स.. इग्नोर कर रही हो हमे , कल से तुम्हे कॉलेज में धुड़_ धूड़कर, फिर रात की पार्टी के लिए कॉल कर_ करके , कितना परेशान है हम "
तभी सोफिया (भी उदासी से)____" संजू .... तू गुस्सा है हम से ठीक है , लेकिन यार वजह तो बता दे यार , जानती है न , तूझसे मिले बिना मेरा दिल नही लगता यार "
ये सुन सांझ (सोफिया के लिए थोड़ा उदास हो जाति है, लेकिन तुरंत ही खुद को ठीक करते हुए गंभीर भाव से)____" मै कोई गुस्सा नही हूं, मैं अभी बस अपने एग्जाम की तैयारी में बिजी हूं "
ये सुन इमा (हस्ते हुए)____" क्या एग्जाम... ये एग्जाम जेसी चीज के लिए तुम अपनी जवानी के चार दिन बर्बाद कर रही हो , देखो बेब... कॉलेज बस एंजॉय करने के लिए होता है, पढ़ाई करने के लिए स्कूल काफी होता है "
ये सुन सांझ (अब अपना गुस्सा कंट्रोल करते हुए)___" ये तुंहारी सोच है मेरी नही , मेरे लिए एग्जाम इंपोर्टेंट है, और मेरा फ्यूचर भी ।
तो जितनी मोज मस्ती करनी थी मैं कर चुकी , अब मुझे अपने फ्यूचर के लिए काम करना है ok "
इतना कह सांझ बहा से जाने लगती है, तभी इमा ( फिर सांझ का राश्ता रोकते हुए शांत भाव से)___" अच्छा ठीक है , तू कर लेना अपनी पढ़ाई मत एंजॉय करना अपनी जिंदगी , लेकिन हमारे black meow group में दो और लोग आए हैं, कम से कम उनसे मिलने तो चल "
ये सुन सोफिया (भी एक्साइटेड होते हुए )____" हा संजू ... पता है बो दोनो लड़के बोहोत कूल है , बिल्कुल ब्लैक पैंथर जेसे "
ये सुन सांझ (बुरा सा मुंह बनाते हुए मन ही मन )____" काले कुत्ते है बो , पैंथर नही "
सोफिया सांझ का हाथ पकड़ती है की तभी सांझ अपना हाथ छुड़ाते हुए रूड वॉयस में)___" सोफिया मेरा नाम सांझ है , अब इसे नाम से मत पुकारना मुझे , ओर इमा मुझे अभी तुम्हारे भाई से नही मिलना, जब मैं फ्री रहूंगी तब मैं जरूर मिलूंगी , अभी नही ओके "
सांझ अब उन दोनो को कुछ कहने का मोका दिए बगैर बहा से चली जाती है, बही सोफिया (शांत भाव से)____" मैं भी जाति हूं मैने भी बिलकुल पढ़ाई नही की "
इतना कह सोफिया जाने को होती है की इमा (उसका हाथ पकड़ते हुए थोड़े गुस्से से )___"सोफी ... उसके साथ तू भी पागल हो गई क्या ?"
ये सुन सोफिया (अपना हाथ छुड़ाते हुए फिक्र से )____" पागल नही यार, लेकिन मैंने अब नही पड़ा तो मैं फेल हो जाऊंगी, ओर मुझे तेरे केस फेल नही होना यार बाय"
इतना कह सोफिया दौड़ते हुए सांझ के रास्ते की तरफ चली जाती है, बही सोफिया की ये बात इमा को एक ताने जेसी लगती है।
जिससे उसका चहरा गुस्से से तमतमा जाता है, इमा गुस्से से)___" ये सांझ का एक रात में इतना बदलने का कारण क्या सच में एग्जाम है , खेर जो भी हो , इन दोनो को पढ़ने से रोकना तो पड़ेगा मुझे "
इतना कह इमा एविल स्माइल करते हुए किसी फोन लगती है, और बो भी लाइब्रेरी की तरफ जाने लगती है।
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बही दुसरी तरफ ____"
वितर्क सात घंटे के सफर को साढ़े आठ घंटे में पूरा कर पाता है, चोपर से उतरते ही वितर्क पायलेट की कॉलर पकड़ उसे प्लेन सीट से नीचे फेक देता है।
ओर गुस्से से उसे अपने पैरो से कुचलने लगता है, पायलेट के बार बार माफी मांगने के बाद भी वितर्क( उस पायलेट को मारते हुए गुस्से से)___" तुम्हारे इस लेट होने के कारण अगर मेरे पेरेंट्स को कुछ भी हुआ , तो तुम्हारे परिवार को भी जीने नही दूंगा मैं "
ये सुन पायलेट ( दर्द से करहाते हुए )___" सर... मौसम थोड़ा सही नही था , मुझे लगा तूफान आयेगा इसलिए मेने ... , मुझे माफ कर दे सर "
ये सुन वितर्क उसे मारते हुए रुक जाता है, ओर तभी उसके फोन में नेटवर्क प्रॉब्लम ठीक होने ये साथ मेसेज की नोटिफिक्शन आती है ।
वितर्क जल्दी से अपना फोन देखता है, ओर विक्रांत जी का मेसेज देख अपनी आंखे बंद कर गहरी सांस लेता है, लेकिन दूसरे ही पल उसके चेहरे में वापस गुस्सा अपनी जगह ले लेता है।
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बही दुसरी तरफ ___"
सांझ लाइब्रेरी में अपनी इम्पोटैंट बॉक्स कलेक्ट कर रही थी , की तभी सोफिया उसके पास आकर खड़ी हो जाति है।
जिसे देख सांझ( मुस्कुराते हुए)___" कुछ ज्यादा ही देर नही कर दी तुमने वापस आने में _"
ये सुन सोफिया (मायूसी से)____" sorry... लेकिन तुम भी तो मेरे बिना पढ़ाई कर रही थी , संजू सॉरी ... सांझ "
ये सुन सांझ मुस्कुराते हुए सोफिया को कुछ बुक्स देती है, ओर शांत भाव से)___" कुछ इम्पोटेट टिक क्वेश्चन है इसमें , अच्छे से पढ़ लो "
ये सुन सोफिया (हस्ते हुए)___" ओह ... ओके ... वैसे हम इतने भी बुद्धू नही है , की फेल हो जाए हाना "
ये सुन सांझ (रूड वॉयस में)____" हम एक साल पहले टॉपर्स थे स्कूल में , ओर ये कॉलेज है ओर अगर तुम मेरे हिसाब से नहीं पढ़ोगी , तो तुम फेल हो जाओगी और तुम्हारी मम्मा तुम्हे बोहोत मारेगी , ओर फिर तुम दुसरी बार भी फेल जाओगी "
ये सुन सोफिया( डरते हुए)____" ओर तीसरी बार _"
ये सुन सांझ (टेबल पर बुक्स पटकते हुए)___" तीसरी बारी में तो तुम घर से निकाल दी जाओगी, किओकी _.."
इतना कहते हुए सांझ एक दम से रुक जाति है, उसका चहरा ऐसा हो गया था की जैसे बो क्या गलत बात कहते कहते रुक गई हो ।
बही सांझ को रुकता देख पहले से डरी हुई सोफिया (हैरानी से)___" कियोकी क्या... सांझ "
ये सुन सांझ( शांत भाव से)____" ये सब छोड़ तू बस इतना ध्यान रख , तुझे पास होना ही है समझी "
ये सुन सोफिया( घबराते हुए)___" हा लेकिन तू ये सब इतना यकीन से केसे__"
सांझ( सोफिया की बात काटते हुए गुस्से से)___" सोफिया... ये सब जरूरी नहीं है, बस तू मेरी बात मान ओर ये टॉपिक्स अच्छे से पढ़"
तभी ___ " बेब्स ... हमे भी पढ़ा दे यार "
ये आवाज सुन सांझ और सोफिया दोनो पीछे देखती है, जहा इमा अपने भाई डेनिस और उसके दोस्त जॉनी के साथ उसके पास ही आ रहे थे।
नही सांझ की नजर सिर्फ डेनिस पर थी , ब्रायन हेयर , चमकती ब्लैक शर्ट जैकेट एंड ग्लिटर रिपड जींस , लाइट बॉडी , हल्का गेहुआ रंग , ब्लैक गोगल्स, कान में स्टड इयरिंग्स बो दिखने मैं अच्छा तो था लेकिन उसका आंखो को चुभने बाला पहनाबा उसकी इमेज़ खराब कर रहा था , और इसी तरह के कपड़ो में जॉनी भी था ।
डेनिस जिसके प्यार पर पड़ कर सांझ पिछली बार"अपनी जिंदगी खुद बरबाद कर दी थी , जिसे देखने तक से बो पिछले दो दिन से बच रही थी, बो आज खुद उसके सामने आ गया ।
उसे देख सांझ की आंखो के सामने उसके किए सभी गुनाह उसके माइंड में रिबाइंड होने लगते हैं, एक बार फिर उसे खुद से ही नफरत होने लगती है, इस बक्स सांझ की आंखे अंशुओ से डबडाबा चुकी थी।
सांझ (अपना चेहरा उससे फेर लेती है, और अपने अंशु साफ करते हुए खुद से)___" तू कमजोर नहीं पड़ सकती सांझ, कभी न कभी तो होना था सामना , बस तुझे उससे देर रहना है।
इस बार इस ग्रहण को में अपनी जिन्दगी में एक पल को भी अब नही आने दूंगी "
सांझ अपना चेहरा पूरी तरह छुजाये बुक को देखने लगती है, तभी इमा( बहा आते हुए एक्सिटमेंट में)____" सांझ... पूरा Black meow साथ में पड़ेगा , ओर ये मिलो हमारे नए _"
इमा की इतनी बात पर सांझ एक नजर भी नही उठती , जिससे इमा को बेहद गुस्सा आ रहा था , बही डेनिस जिसने अभी तक सांझ को ठीक से देखा नही था , बो अपना चेहरा कभी उठाते कभी छुकाते उसे देखने की कोशिश कर रहा था, कियोकी बहा सांझ ही थी जो उनसे अलग कपड़ो में थी , जिसके कारण डेनिस उसे देखने की लिए थोड़ा उत्सुक हो चुका था।
सांझ के लंबे काले बाल उसके एक साइड के चेहरे को कवर कर चुके थे, बही सांझ इमा को भी नही सुन रही थी , जिसके कारण डेनिस (अब इरिटेट होते हुए) ____" हे....लॉन्ग हेयर , मेरी सिस्टर तुम से कुछ कह रही है तुम सुन क्यों नही रही हो "
ये सुन सांझ जो कब से अपने एंगर इश्यू को कंट्रोल करने की कोशिश कर रही थी । एक झटके से अपना सर उठाती है, ओर उठकर गुस्से से टेबल पर बुक्स पटकते हुए इमा से )___" इमा... तुम्हे समझ नही आता , जब एक बार कह दिया मैने की किसी ग्रुप की मेंबर अब नही हु मै , मुझे चेन से पढ़ने दो प्लीज "
इतना का सांझ अपनी बुक्स उठाकर एक हाथ से सोफिया का हाथ पकड़ एक नजर गुस्से से जॉनी की तरफ देख बहा से चली जाती है, सांझ ने एक नजर भी डेनिस की तरफ नही घुमाई थी ।
बही सांझ के एसे अचानक गुस्से भरे एक्शन से इमा हैरानी ओर डर से बही खड़ी रह जाति है, बही डेनिस का चहरा तो हैरानी से भरा पड़ा था, उसकी आंखो में अब भी सांझ का खूबसूरत बेदाग चेहरा उसके बिखरे खूबसूरत बाल जो गुस्सा करते वक्त बो अपने चेहरे से हटाने की नाकामब्याब कोसिस कर रही थी ।
ये सब अब भी डेनिस अचंभब से याद कर रहा था, बही इमा (जब होश में आती है, तो गुस्से से तमतमाते हुए )____" इसकी हिम्मत कैसे हुई , मुझसे एसे बात करने की , इसे तो मैं छोडूंगी नही "
तभी डेनिस (अब भी सांझ के गए रास्ते की तरफ देखते हुए वीना भाव से )____" तो क्या यही थी बो लड़की सांझ ...."
ये सुन इमा ( गुस्से से)____" हा... यही है बो ,लेकिन अब ये मेरे हाथ से फिसलती जा रही है , अब ये सब मुस्किल लगता है "
ये सुन डेनिस( शांत भाव से)____" बो किसी के बस में हो भी नही सकती, सिवाय मेरे .... हमारी अयियाश्यो की सीढ़ी इतनी खूबसूरत होगी , ये तो नही सोचा था मैने "
ये सुन इमा( गुस्से से)____" ध्यान रहे... अय्याशी ही रहे , चाहत न बन पाए "
ये सुन डेनिस (अब भी उस रास्ते को देख बेफिक्री से हस्ते हुए)____" I don't no ... Or don't know