ये कहानी है रूही की जिसका सपना था इंडिया की बिजनेस विमेन बनने का लेकिन वो अपने रोहन के लिए उससे शादी करती है लेकिन रोहन मंडप में उसे छोड़ चला जाता है उसकी बज्जती करके तब वहां मास्क मेन आता है जो उससे शादी तो कर लेता है लेकिन घर पर छोड़ विदेश चला जाता... ये कहानी है रूही की जिसका सपना था इंडिया की बिजनेस विमेन बनने का लेकिन वो अपने रोहन के लिए उससे शादी करती है लेकिन रोहन मंडप में उसे छोड़ चला जाता है उसकी बज्जती करके तब वहां मास्क मेन आता है जो उससे शादी तो कर लेता है लेकिन घर पर छोड़ विदेश चला जाता है रूही जैसे घर आई वो रोहन का ही था वो मास्क मेन रोहन बड़ा भाई था लेकिन उससे उससे क्यों की शादी? फिर क्यों चला गया, और क्या होगा जब रोहन को पता चलेगा रूही उसकी भाभी है? और क्या मास्क मेन जिसका नाम अमरजीत सिंह है वो कभी वापिस नहीं आएगा? लास्ट सवाल रूही के सपने का क्या होगा क्योंकि अब ना उसे प्यार मिला ना पति तो और क्या क्या प्रॉब्लम आएगी जब वो सपना पूरा करने जाएगी रोहन के होते हुए क्या होगा? जानने के लिए पढ़िए "Secret Husband" story mania पर।
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मुंबई शहर... शुक्ला निवास के बाहर गार्डन में मंडप लगा हुआ था आस पास मेहमान थे बारात आ चुकी थी लड़के वाले और लड़की वाले मिल रहे थे दूल्हे को मंडप में बिठाया गया उसकी नजर घर की एक बालकनी में जाती है जहां रही दुल्हन के कपड़ो में खड़ी थी और उसे देख रही थी और हाथ के इशारे से कहती है वो हीरो लग रहा है रोहन मुस्कुरा देता है लेकिन कुछ था जो रूही नहीं समझ पा रही थी उसके रूम में जाते ही रोहन के चेहरे की मुस्कान गायब हो जाती है और उसके आखों में आग से जलने लगती हैं जिसमें आज किसी को पूरी तरह से बर्बाद करने की इच्छा है , पंडित जी शादी के मंत्र पढ़ते हुए बोले," कन्या को मंडप में लेकर आओ श्री मान, रूही के पिता सिर हिला देते है रही के पिता एक टीचर थे हरि दास शुक्ला और अपनी वाइफ लक्ष्मी शुक्ला को अपनी बेटी को लाने का इशारा करते है तो वे सिर हिला कर चली जाती है घर के अंदर.. रोहन की फैमिली में... रोहन के पिता राकेश सिंह, मां माया सिंह, छोटी बहन रिया, दादा जी मोहन सिंह , दादी सुनीता देवी, और मामा का बड़ा परिवार होने के साथ रोहन का एक बड़ा भाई अमरजीत सिंह है जिससे इसकी नहीं बनती और जो घर पर ना के बराबर रहता है बिजनेस के बजे से बाहर ही रहता है और आज भी उसने रोहन के शादी में आने से साफ मना कर दिया था पर दादी के जिद पर उसने बोला तो वो कोशिश करेगा आने की लेकिन सब जानते थे वो नहीं आएगा रोहन को भी उसके आने या नहीं आने से कोई फर्क नहीं पड़ता था तो अभी सभी मेहमानों थे रोहन का पूरा परिवार था केवल बड़े भाई को छोड़ कर, ,, एक बात और बचपन से दोनों भाइयों में एक दुसरे से नफरत और गुस्सा है मां पिता बाकी सभी परिवार वाले रोहन के लिए मरते है क्योंकि वो छोटा है पर और अमरजीत इस से भी नाराज़ है इस लिए वो ना के बराबर आता है. अभी इतना आगे पता चलेगा धीरे धीरे अमरजीत के उसके गुस्से के बारे में जिससे डरते है सभी,,, अभी सभी बाहर दुल्हन का इंतज़ार कर रहे थे और लक्ष्मी जी अपनी बेटी की रूम पूछी तो वो तैयार खड़ी थी दुल्हन के रूप में पास में उसकी एक दो दोस्त भी थे, लक्ष्मी जी अपनी बेटी को ऊपर से नीचे देख कर बोली," मेरी बच्ची तुझे इस रूप में देख कर खुशी तो बहुत हो रही है कि तू बड़े घर में शादी करके जा रही है लेकिन थोड़ा दुःख भी आज से दूर हमें और इस घर को छोड़ कर चली जाएगी, लक्ष्मी जी रूही के पास आकर प्यार से उसके गाल को छू कर बोली उनके आखों में नमी थी रूही की सभी सहेली एक दूसरे को देख रही थीं, तभी रूही अपने मां का हाथ अपने हाथों में लेकर उनके आखों से आसू साफ करके बोली," मां रो मत वरना में रोहन से बोल दूंगी कि वो घर जमाई बन कर रहे क्योंकि मेरी मां रो रही है, उसकी बात सुनकर सभी लड़कियों मुस्कराने लगती है और लक्ष्मी जी की आंखे बड़ी बड़ी हो जाती हैं, ,, क्या पागलों जैसी बात करती है इतने बड़े घर का बेटा हमारे घर का घर जमाई बन कर रहेगा यही बहुत है वो तुझसे शादी कर रहा है वरना कमी थोड़ी है उनके पास बड़े बड़े घर से आए रिश्तों की, लक्ष्मी बोली तो रूही बुरा सा मुंह बना कर बोली," करेगा क्यों नहीं शादी मुझसे हम प्यार करते है एक दूसरे से बहुत और वो दुनिया में ढूंढेगा तब में मुझ जैसी लड़की नहीं मिलेगी उसे इस लिए तो पागल है मुझसे शादी करने के लिए देखो अपने पूरे परिवार को मना लिया उसने, रूही बोली गर्व से उसे अपने प्यार पर बहुत गर्व था जिससे उसके दोस्तों को जलन हुई तो वे बुरा सा मुंह बनाने लगती है, ,, तुम लोग अपनी शक्ल सही करो वरना मुंह तोड़ दूंगी सभी का रोहन सिर्फ और सिर्फ अपनी रूही का में भी उसके लिए कुछ भी कर सकती हूं,, रूही बोली तो सभी सिर हिला देती है मुस्कुरा कर, ,, चलो अच्छी बात है लेकिन ससुराल में इस तरह से बात मत करना शायद उन्हें तू इतनी ज्यादा पसन्द ना हो बेटी इस लिए अपने प्यार और उनकी हर बात मान कर उनकी सेवा करके सभी का दिल जीत लेना,, लक्ष्मी जी रूही के सिर पर घुंघट उड़ कर बोली, ,, तो रूही सिर हिला देती है और ये बात लक्ष्मी जी को पता था उनकी बेटी रोहन से कितना प्यार करती है वो उसके लिए सब कर देगी और एक ना एक दिन सबका दिल जीत लेगी,, बात ये कि रोहन के फैमिली वाले का व्यबहार देख कर लक्ष्मी जी और उनके पति हरिदास जी समझ गए थे कि शायद वे खुश नहीं इस शादी से लेकिन अपने बेटे के जिद के वजह से ये शादी हो रही है और यह बहुत पति का साथ हो तो सब सही हो जाता हैं वरना फिर चाहे परिवार या पूरी दुनिया आपकी इज्जत करे पर पति का प्यार ना हो तो सब कुछ बेकार होता है और इसी लिए उन्हें रूही को समझा दिया थोड़ा, फिर लक्ष्मी जी और उसके दोस्त उसे घर से बाहर बने मंडप में लेकर आते है और रोहन के पास बैठा देते है, रोहन और रूही एक दुसरे को देखते है और फिर पंडित जी आगे के मंत्र पढ़ते है, रिया धीरे से बोली," मां क्या भाई को और अच्छी और अमीर घर की बेटी नहीं मिली मेरी तो नाक कट गई अपने दोस्तों के आगे, ,, तेरी क्या पूरे परिवार की कटी है नाक लेकिन क्या करे रोहन सुनता थोड़ी है किसी की लेकिन तू चिंता मत इस लड़की को मैने सबक सिखा कर घर से नहीं भगाया तो मेरा नाम भी माया राकेश सिंह नहीं, रिया मुस्कुरा देती है, वैसे दी बहु सुंदर है आपकी बस पैसे से गरीब है, माया की भाभी सोनिया बोली धीरे से, माया बस सिर हिला देती हैं वो जानती है उसका मज़ाक बनाया जा रहा है लेकिन वो अभी कुछ बोलना नहीं चाहती थी, सब ठीक चल रहा था सबके चेहरे पर मुस्कान थी झूठी ही सही पर थी लेकिन जैसे हो पंडित जी के कहने पर मंगलसूत्र पहनाने की बारी आई तो रोहन उस मंगल सूत्र को आग में फेक कर खड़ा होकर बोला," में ये शादी नही कर सकता हुं, सभी शॉक रहे जाते है रूही और उसके मॉम डैड के पैरो तले जमीन खिचक जाति है, रूही खड़े होकर बोली," रोहन क्या बोल रहे हो प्लीज मज़ाक नहीं, वो एक नजर अपने माता पिता को देख बोली जो शॉक खड़े थे, रोहन रूही का हाथ खुद से दूर करके हंसते हुऐ बोला," में सही बोल रहा हूं रूही बेबी मुझे तुम से शादी करनी ही नहीं है और ना मेरा ऐसा कोई प्लान था, रोहन के दादा जी, ,, रोहन फिर ये सब क्या था किसी लड़की और उसके परिवार का मज़ाक क्यों, रूही के आखों से आसू बहने को होते हैं उसका दिल बहुत तेजी से धड़क रहा था, ,, दादा जी आप भी कैसी बात कर रहे हैं अरे ये सब चलता रहता है ये लड़की के साथ में बस खेल खेल रहा था अपने दोस्तों के साथ उन्हें इसी शादी देखनी थी जिसमें लड़का लड़की को मंडप में छोड़ कर चला जाए तो मैने उनकी इच्छा पूरी की बस, सभी मेहमान वहां मौजूद लोग हैरान हो जाते है माया और रिया के चेहरे पर मुस्कान आ जाती हैं माया धीरे से ये मारा बेटा है इसने साबित किया आज, ,, हां मां भाई ने कमाल कर दिया, रिया खुश होकर बोली, सोनिया हैरानी से, ,, दी ये क्या रोहन तो एक लड़की की लाईफ खराब करके जा रहा है,, इस बार भी माया बस मुस्कराते रह जाती है, रोहन फिर जाने लगता है तो रूही उसका हाथ पकड़ कर बोली," रोहन कह दो कि ये सब झूठ है तुम मुझसे प्यार करते हो हमारा तीन साल का प्यार है तुम्हे उसकी कसम प्लीज ऐसा मत करो, रूही रोहन से पीछे चिपक कर बोली तो रोहन उसे धक्का दे कर अपने कपड़े साफ करके बोला," दूर रहो तुम से गरीब की बदबू आती है और मैने कहा ना ये सब बस एक नाटक था तो नाटक था आज से तुम एक ऐसी लड़की हो जैसे उसका दुल्हा शादी में छोड़ कर चला गया, रोहन पहले गुस्से में और फिर हंसते हुए बोला और अपने दोस्तों की तरफ जाने लगता है जो उसके लिए ताली बजा रहे थे और उसके आगे सिर नीचे करके उसे सलाम भी कर रहे थे, रोहन के चेहरे पर जितने वाली मुस्कान थी वो सीना चौड़ा करके जा रहा था हरिदास जी उसके आगे आ कर अपने हाथ जोड़ते है तो वो उन्हें धक्का दे कर आगे बढ़ सभी दोस्तों के साथ हंसते हुए रूही और उसके परिवार पर कार में बैठ कर चला जाता है, उसके जाते ही वहां एक दम शांति हो जाती है, थोड़ी देर बाद सभी लोग बातें मानने लगते है कि लड़की के साथ बुरा हुआ जरूर उसमें कभी होगी या कोई चक्कर होगा इस तरह की बातें हो रहे थे रोहन के फैमिली में केवल दादा जी और दादी मां ही परेशान थे और किसी से कोई किसी से कोई फर्क नहीं पड़ता था रही रो के आखों में आसू और उसके पिता का हाथ जोड़ना पूरे परिवार के आगे ये सब जब दादी मां से नहीं देखा गया तो वे साइट में जाकर एक नंबर डायल कर कुछ बोली.. आज के लिए बस इतना ही। लाईक कमेंट शेयर जरूर करें। बाय, देखते है आगे क्या होगा इस रोमांच स्टोरी में..
अब तक.. दोस्तों हमने पिछले भाग में देखा कि रूही और रोहन की शादी में रूही खुश थी मंडप में वो रोहन के पास बैठ जाती है शादी हो रही थी अच्छे से लेकिन रोहन फिर खड़ा होकर शादी करने मना करता है कि ये सब बस नाटक था उसने अपने दोस्तों के साथ शर्त लगाई थी वो रूही को मंडप में छोड़ देगा तो वो ऐसा कर रहा है रोहन चला जाता है अपने दोस्तों के साथ हंसते हुए उसके बाद सभी लोग बातें करने लगते है दादी मां साइट में जाकर किसी से कुछ बोलती है, अब आगे.. ,,ठीक है जल्दी आओ,, दादी इतना बोल कॉल काट कर वापिस सभी के पास आकर अपने पति के तरफ देखती है तो हरिदास जी के पास आकर उन्हें कंधे से पकड़ कर बोले," अपने कुछ गलत नहीं किया आप एक टीचर है और आपकी इज्जत मिट्टी में मिल जाए इस से बुरा क्या होगा में अपने छोटे पोते की ओर से माफ़ी मांगता आप से, दादा जी हाथ जोड़ कर बोले सभी लोग एक दुसरे को देखने लगते है, ,, डैड आप, राकेश जी बीच में बोलने को होते हैं तो दादा जी उन्हें हाथ दिखाते है तो वे रुक जाते है, माया को गुस्सा आने लगा था ये उसके ससुर भी ना इनके अंदर की अच्छी मरती क्यों नहीं है, ,, मॉम छोड़ो ना अब कौन सा इस लड़की की शादी भाई से होगी,, रिया धीरे से बोली, जिसे सुनकर माया गहरी सांस लेकर खुद को शान्त कर लेती है, ,, आपके माफ़ी से मेरी बच्ची की लाइफ तो नहीं सुधर जाएगी अब कौन करेगा मेरी बेटी से शादी, हरिदास जी रोते हुए बोले, ,, रूही के आखों में नमी थी लेकिन वो कुछ बोल नहीं रही थी किसी मूर्ति की तरह खड़े हुई थी लक्ष्मी जी उसे कंधे से पकड़े हुए उनके आखों में आसू थे उन्हें डर तो था कि आमिर लोग पर विश्वास नहीं करना चाहिए जिनके पास लड़कियों की कमी नहीं हो वे क्यों एक गरीब लड़की से शादी करे और ये उनकी नहीं बल्कि सभी सोच थी, ,, डैड अब यहां रुकने से कोई फायदा नहीं आपको पता नहीं है ,, राकेश जी बोले, ,, हां पिता जी चलो अब हमारी भी इज्जत गई इस घर रिश्ता जोड़ कर अच्छा हुआ शादी नहीं हुई,, माया बोली, ,, बहु थोड़ा शर्म करो एक तो तुम्हारा बेटा इस लड़की की लाईफ खराब कर गया ऑफिस से तुम इन पर ही इल्ज़ाम लगा रही हो, दादी हल्के गुस्से में बोली, ,, मां लेकिन हम कुछ नहीं कर सकते चलो यहां से लेट हो रहा है, राकेश जी बोले, हीरादास जी कुछ नहीं बोल रहे थे, ,, तू चुप रहे तेरी और बहु के प्यार के वजह से रोहन इतना ज्यादा बिगड़ गया मन तो कर रहा है उसे गिरफ्तार कर दु उसकी हिमत बहुत बढ़ गई, दादा जी गुस्से में बोले, माया गुस्से से अपने हाथों की मुठ्ठी कस लेती है और वे रूही को गुस्से से देख कर बोली," मेरे बेटे की नहीं इस लड़की की गलती है हर पहले अपने हैसियत तो देख तो लेती तब बड़े घर के बेटे को फसती, माया की बात सुनकर रूही के आखों में आसू बहने लगते है, लक्ष्मी जी.. ,,बहन जी भगवान के लिए मेरी बेटी को दोष मत दो आप लोग कुछ नहीं कर सकती तो कम से कम उसकी और बज्जती तो नहीं करो, माया गुस्से में और कुछ बोलने वाली होती तभी वहां एक लग्जरी कार आ कर रुकती है तेजी से, सभी लोग उसे तरफ देखते है रूही को छोड़ कर जो चुप चाप खड़ी थी अपना सिर नीचे करके, वो कार को देख कर पूरा सिंह परिवार हैरान था दादा जी और दादी को छोड़ कर, कार के आगे का डोर खुल कर पहले एक लड़का बाहर आता है और फिर वो बाहर का नजारा देख कार का पीछे का डोर खुलता है, अंदर से पहले एक पैर बाहर आता है और फिर एक हैंडसम लड़का जिसकी उम्र करीब 25 साल तो होगी रूही से करीब 4 साल ज्यादा वो आदमी के चेहरे पर मास्क था उसे देख रिया शॉक में बोली," बड़े भाई यहां पर कैसे और क्यों, , अमरजीत तुम,, माया बोली, तो अमरजीत एक नजर उन्हें देखता है बस और फिर सभी को इग्नोर करके सीधा कदम अपने दादी के तरफ बढ़ा करके उन्हें पैर छू कर बोला," बोलो दादी आपके लिए क्या करना है और उसके लिए कसम की जरूरत नहीं थी, दादा मुस्करा कर बोली ," तू आता नहीं इस लिए , ,, ये कौन है, शहर के एक आदमी बोला जो कभी अमीर था फिर भी वो इस लड़के को नहीं पहचान पाया, ,, पता नहीं लेकिन सुना है सिंह परिवार का इतना अमीर और पैसा होने का राज ये ल़डका ही ये हमेशा मास्क में रहता है और बड़े बड़े लोग इसके साथ मीटिंग करना चाहते है लेकिन इस तक पूछना मुश्किल है और इसके बारे में बहुत सारी बातें चलती है मार्केट में इसका नाम सिक्का चलता है देश विदेश, एक और आदमी बोला सभी हैरान हो जाते है वे सोचते हैं कि दो मिनिट बस इस लड़के के साथ बात करने को मिल जाए तो उनकी लाईफ बदल जाए, ,, तुम तो मना कर रहे थे कि तुम अपने भाई की शादी में नहीं आना,, राकेश जी बोले, अमरजीत उन्हें देख कर बोला," में अभी भी उसके लिए नहीं आया और मुझे कोई शॉक नहीं अपने कीमतें समय से उस लड़के के लिए टाइम निकाल कर बर्बाद करना, अमरजीत बिना भाव के बोला, राकेश जी और बाकी सब बस उसे देखते ही रह जाते है, ,, और एक बात में यहां अपने दादी के लिए आया हूं बस बाकि मुझे किसी से कोई लेना देना है, अमीर जीत की बात सुनकर फिर कोई कुछ नहीं बोल पता है, ,, जल्दी बोलो दादी मुझे एक मीटिंग के लिए बाहर जाना है देश से और आने में एक बिक या और ज्यादा समय लग जाएगा बाहर का सारा बिजनेस में कुछ प्रॉब्लम आई है बस उसे सोल करने जाना, अमरजीत की बात सुनकर दादी बोली," हां हां मुझे पता अपनी दादी को मत बता दूं कितना बड़ा बिजनेस मेन है, अमरजीत बेटे, दादा जी बोलने को होता है तो अमरजीत उन्हें हाथ देखा देता है तो वे चुप रहे जाते है सच में सर सर जिसे प्यार करते है केवल उसकी सुनते है बाकी किसी की नहीं, साइट में खड़ा अमीरजीत का सेक्रेटरी रवि बोला, ,, बेटे अमर हाथ नहीं देखते दादा जी को और तू सुन आज तेरी दादी की आखिर इच्छा पूरी कर दे बेटे फिर में कभी तुझसे कुछ नहीं मांगेगी , दादा बोली तो अमर जीत कन्फ्यूज होकर उन्हें देखता है दादी बोली," ये लड़की देख रहे हो, दादा रूही की तरफ इशारा करती है तो अमर बस एक नजर रूही को देखता है बापिस दादी को देखता है तो दादी बोली," आज इसकी और रोहन की शादी थी बहुत प्यार करती है ये उससे लेकिन उसने बिचारी कि लाइफ खराब कर दी इस मंडप में छोड़ कर चला गया कहता है ये सब एक नाटक था किसी की लाईफ खराब करना नाटक था उसके लिए, दादी गुस्से में बोली, सभी लोग अमरजीत और दादी को देख उनकी बातें सुन रहे हैं हरिदास जी भी उन्हें ऐसा लग रहा था कि ये ल़डका उनका दामाद बन जाए बस लेकिन वे अब गलत फहमी नहीं पलना चाहते थे इस लिए चुप रहे क्या पता ये भी मना कर दे, ,, दादी उससे आप और उम्मीद भी क्या लगा सकते है उसके लिए ये आम बात है खैर छोड़ो मुझे उससे कोई लेना देना नहीं आप बस ये बोलो मुझे क्या करना है, ,, दादी गहरी सांस लेकर एक नजर दादा जी को देख कर बोली," मेरी इच्छा है तू इस लड़की से शादी कर ले, उनकी बात सुनकर सभी के पैरो तले जमीन खिचक जाति है खास करके माया और रिया, ,, मॉम ये आप, माया कुछ बोलने को होती है तो अमरजीत उन्हें हाथ दिखा कर रुक कर देता है और फिर थोड़ा सोच कर बोला," ठीक है लेकिन में सिर्फ एक घंटे के हूं यहां पर, ,, बहुत बेटे एक घंटा तो,, दादी बोली और हरिदास जी से बोली," अगर आप नहीं चाहते कि आपकी बेटी की लाईफ खराब हो तो खुद को अपनी बेटी को राजी करो वो भी जल्दी, दादी बोली, हरिदास जी का तो खुशी का ठिकाना नहीं रहा है, , आपका बहुत बहुत शुक्रिया बेटे और मेरी बेटी जरूर करेगी ये शादी, इतना बोल हरिदास जी अपने बेटी और बीबी के पास आते है, ,, रूही मैने तेरी हर जिद पूरी की बेटी लेकिन तू मेरी ये एक बात मान ले बेटी अपने बाप की नाक कटने से बचा ले में तेरे आंखे हाथ जोड़ता हूं, हरिदास जी की बात सुनकर रूही उन्हें देखती है, ,, मान जा बेटी हमारी इज्जत तेरे हाथों में,, लक्ष्मी जी बोली, तो रूही आसू भरी आंखों से हां कर देती है, हरिदास जी ये देख उसके सिर पर हाथ रख पंडित जी बोले," पंडित जी सीधा मंगलसूत्र से मंत्र शुरू करो, पंडित जी हां में सिर हिला देते है फिर सभी की नजर अमरजीत पर जाती है जो मास्क में रूही के पास आकर बैठ जाता है और उसके गले में मंगल सूत्र मांग में सुंदर और फेर भी कर लेते है जल्दी से रही बस अपना सिर नीचे कर चुप चाप अपने साथ जो हुआ जो हो रहा है उसे होने देती है, आज के लिए बस इतना ही। लाईक कमेंट शेयर जरूर करें। बाय।
अब तक.. पिछले दो भाग में... रूही और रोहन की शादी हो रही थी रोहन ये बोल कर रूही को छोड़ कर चला जाता था कि वो उससे प्यार नहीं करता है बस नाटक था उसके बाद वहां अमरजीत आता है और अपने दादी के कहने पर रूही से शादी कर लेता है , अब आगे... रूही और अमरजीत की शादी हो जाती है दोनों बड़े का आशीवार्द लेते है केवल दादी के और रूही के परिवार के और पंडित जी के पैर छूते है उसके बाद दादी विधाई करवा देती हैं अमरजीत के वजह से जिसे जाना था हरिदास जी अमरजीत के आगे हाथ जोड़ लेते है तो उनके हाथ पकड़ लेता है बस बाकि बोलता कुछ नहीं है , माया रिया और बाकी लोग गुस्से में चले जाते हैं और रूही अमरजीत के कार में सिंह विला के ओर चली जाती है हरिदास जी और लक्ष्मी जी नम आखों से कार को जाते हुए देखते रहते है, कार में.. अमरजीत घड़ी में टाईम देख कार चला रहा रावी से बोला," रवि जल्दी कार ड्राइव करो उन्हें घर छोड़ कर निकलना हमें , जिसे सुनकर रवि एक नजर रूही को देखता है जो अमरजीत के साथ अपना सिर नीचे करें बैठे हुए थे फिर सिर हिला देता है, घर पूछ ने पहले अमरजीत रूही से बोला," मुझसे कोई उम्मीद मत रखना कि में तुम्हें टाइम दे पाऊंगा मेरे पास इतना काम है कि में किसी और को एक मिनिट का टाइम नहीं सकता हूं और ये शादी केवल तुम्हारे पिता की इज्जत बचाने के लिए हुई तो इस शादी से भी कोई उम्मीद मत रखना हमारे बीच कभी कुछ नहीं होगा क्योंकि मेरे पास इन सब के लिए टाइम नहीं है, जिसे सुनकर रूही बस सुर हिला देती है कार सिंह विला के बाहर रुकती हैं तो डोर पर केवल दादी खड़ी थी उनके हाथ में थाली थी आरती की, अमरजीत रूही डोर पर आते है अमरजीत की नजर बार बार घड़ी पर जा रही थीं आरती होने के बाद अमरजीत बोला," दादी अब में जा रहा हूं मेरे पास केवल 10 मिनिट है एयरपोर्ट पर पूछने के लिए तो सॉरी अब आप जाने आपकी बहु, इतना बोल वो दोनों के कपड़ो के बीच में लगी गांठ खुलने लगता है, दादी रूही को कंधे से पकड़ कर अपने पास खींच कर लाती है और अमरजीत से बोली," मुझे पता है बेटे तेरे पास समय नहीं होता लेकिन फिर भी तो इस बच्ची को थोड़ा तो समय, लेकिन वे आगे कुछ बोलती उससे पहले अमरजीत बोला," सॉरी मेरे पास टाइम नहीं है, इतना बोल वो पलट कर जाकर कार में बैठ जाता है रवि कार चालू करता है दादी कार जो जाते हुए देखती हैं और रूही बस आवाज सुनती हैं कि कार जा चुकी है, ,, चलो बहु में तुम्हे अमरजीत के रुम में छोड़ देती हैं तुम पहले आराम करो सुबह देखते है क्या करना है,, दादी रूही को सीढ़ियों से ले जाते हुए बोली, नीचे एक तरफ माया और रिया खड़ी थी, ,, मॉम ये लड़की तो आ ही गई इस घर में,, रिया बुरा सा मुंह बना कर बोलीं, ,, हां लेकिन इस अब कोई नही बचा पाएगा हम से इसके साथ देख में क्या क्या करती हुं इसकी ज़िंदगी नरक से भी ज्यादा खराब और दर्द नाक नहीं तो मेरा नाम भी माया राकेश सिंह नहीं, ,, हां मॉम बिल्कुल और इसकी जिससे शादी हुई है वो तो कभी घर ही नहीं आता, इतना बोल रिया हंसने लगती है और माया के चेहरे पर शैतानी मुस्कान थी दोनों फिर अपने अपने रूम में सोने चली जाते है दादी रूही को अमरजीत के रुम में ला कर उसे बेड पर बैठा कर उसके पास बैठ जाती है और रूही के घूंघट उठा कर रूही का वे रंग बिल्कुल फीका चेहरा देखती है तो उनके आखों में नमी आ जाती है, वे एक दम से रूही सिर अपने सीने में छुपा कर बोली," इस से अच्छा तो तू रो ले बेटी मैने देखा तेरा चेहरा शादी से पहले उसी तरह रह तू बस इस घर में किसी से या अपने पति से कोई उम्मीद मत रखना यहां पर सभी मतलबी है वे अपने मतलब के लिए तुझे दर्द जरूर पूछेंगे,, दादी के ऐसा करने से और उनकी बात सुनकर रूही रोने लगती हैं जिसका एहसास दादी को थे वे उसके सिर पर हाथ फेरते हुए बोली," रो ले बेटी जितना रोना है में तुझे नहीं रोकूंगी क्योंकि तेरे साथ जो मज़ाक हुआ है वो बहुत बुरा था लेकिन कल से तू नई लाईफ शुरू करना तेरे पति भले ही इस घर में ना हो लेकिन इसके नाम से सभी लोग डरते हैं तू उसका नाम योज करके अपनी लाईफ जी अपने सपने पूरे जो लाइफ में बनाना चाहती थी वो बन पैसे की चिंता किए बिना क्योंकि तेरे पति पर पैसे की कमी नहीं बस टाइम की कमी वो दो मिनिट तेरे पास नहीं रुक पाएगा लेकिन वो रोहन से लाख गुना अच्छा है क्योंकि वो कभी किसी लड़की का दर्द नहीं पूछा सकता तो तू उसकी चिंता मत करना वो कभी तुझसे ना कुछ बोलेगा ना रोकेगा, दादी प्यार से रूही के सिर पर हाथ फेरते हुए बोले जा रही थी और रूही उनकी बातें सुन रही थी, कुछ देर बाद दादी को एहसास हुआ कि सो चुकी है तो दादा रूही को आराम से बेड पर लेटा कर उसके माथे पर किस करके बोली," बहुत बुरा किया रोहन ने इसके साथ एक ना एक दिन उसे इसका एहसास जरूर होगा कि उसने कितने प्यारी करने वाली लड़की छोड़ दी, दादा फिर डोर बंद कर चली जाती हैं और रूही गहरी नीद में चली जाती है, कार एयरपोर्ट पर पूछती है तो अमरजीत कार से बाहर आता है रवि उसके लिए डोर खोलता है, ,, सर क्या सच में आपको लेडी बॉस से कोई मतलब नहीं है,, रवि बोला, तो अमरजीत उसे देखता है और फिर गहरी सांस लेकर बोला," में तुम्हे पहली और आखिर बार बोल रहा हूं वो लड़की मेरी कोई नहीं है में उसे जनता तक नहीं हूं वो लड़की को सिर्फ मेरा नाम मिला है दादी के कहने पर और कुछ नहीं तो उसे लेडी बॉस मत बोलना, रवि सिर हिला देता है और फिर दोनों अंदर जाते है और कुछ देर बाद एक प्लेन हवा में उड़ान भरता है और अमरजीत भी रूही को छोड़ कर चला जाता है पर शादी करके, अब कैसे होगी रूही की लाईफ बिना पति की जिसकी सकल तक उसने नहीं देखी दूसरी और घर वाले और राहुल जो अभी इस से अनजान है कि वो जैसे लड़की को छोड़ कर आया था वो उसकी भाभी बन चुकी है, इस भाग में इतना ही..
अब तक.. पहले तीन भाग में... रूही और रोहन की शादी, रोहन का रूही को मंडप में छोड़ कर जाना, अमरजीत का शादी करना दादी के कहने पर रूही से, रूही का रोना दादी के सीने से चिपक कर और अमरजीत का देश छोड़ कर जाना, अब आगे... नाइट क्लब.. रोहन और उसके तीन दोस्त इस समय लड़कियों के साथ डांस कर रहे थे शराब पीने के बाद, ,, रोहन एक लड़की को खुद से चिपके उसके गर्दन पर किस कर रहा था, रोहन भाई उस लड़की की सकल देख मजा तो बहुत आया सच में यार तुम ग्रेट हो, एक लड़का बिक्की हंसते हुए बोला, ,, हां रोहन भाई इसी लड़की के साथ ऐसा ही होना चाहिए था,, दूसरा दोस्त जीतू बोला, ,, पर कहीं और उससे शादी ना कर ले,, तीसरा दोस्त विजय बोला थोड़ा सोच कर, रोहन उसे घूरता है तो वो हल्का डर जाता है, ,, क्या बोल रहे हो यार विजय भला किसी में इतनी हिमत है कि वो भाई की छोड़ी हुई चीज को हाथ लगा सके, विक्की जल्दी से बोला, रोहन वापिस मुस्कुरा कर उस लड़की को किस करने लगता है, ,, वैसे भाई अपने क्या सोचा उस लड़की के बारे में क्योंकि आप तो उससे शादी नहीं करेंगे और किसी में हिम्मत नहीं है उससे शादी करने की तो क्या होगा उसका, जीतू सोच कर बोला, रोहन कुछ बोलता उससे पहले वापिस बिक्की बोला," वो अब रोहन भाई की औरत बन कर रहेगी मतलब वे उसके साथ सब कुछ करेंगे बस शादी नहीं, विक्की की बात सुनकर सभी हंसने लगते है, फिर सभी उन लड़कियों के साथ रूम में चले जाते है और डोर बन्द कर लेते है, अगली सुबह ... सिंह विला... हॉल में सभी लोग नाश्ते के लिए डाइनिंग टेबल पर नाश्ता कर रहे थे, ,, बहु अभी उठी नहीं क्या,, दादा जी बोले, ,, कोन बहु,, दादी से पहले माया बोली, ,, दी आप भूल गई रात को उस लड़की से अमरजीत की शादी हुई है तो वो बहु हुई ना इस घर की, सोनिया अपनी मुस्कान छुपा कर बोली लेकिन माया तब भी उसे घूरती है और फिर सभी की तरफ देख कर बोली," वो लड़की इस घर की कोई नही है अमरजीत खुद इस घर में रुकता है तो कैसे शादी और बहु, ,, क्या बोल रही हो तुम बहु, दादी बोली, ,, क्या गलत बोला मैने दादी जी अपने भले ही उस लड़की की शादी अमरजीत से करा दी हो लेकिन वो शादी सिर्फ एक मज़ाक था अमरजीत को कोई मतलब नहीं है उस लड़की से तो हम क्यों उसे इस घर की बहु समझे,, माया बोली, ,, तुम्हारे बोलने से क्या होता है रूही अब इस घर की बड़ी बहु है बस बात खत्म और याद रखना अगर उसे कुछ हुआ और आप में से किसी ने उसे चोट पहुंची तो अमरजीत से फिर वो ही बात करें में बीच में नहीं आने वाली, दादी के इतना बोलते ही सबके चेहरे पर डर के भाव आ जाते हैं अमरजीत गुस्से में किसी को नहीं छोड़ता ये सब जानते है वो चाहे तो कुछ भी कर सकता है किसी के साथ और कोई उसे नहीं रोक सकता, सभी अब चुप चाप नाश्ता करने लगते है और फिर अपने अपने काम में लग जाते है भूल कर भी कोई अमरजीत के रुम की तरफ नहीं जाता केवल दादी को छोड़ कर जो एक पिलेट में नाश्ता लेकर सीढ़ियों से अमरजीत के रुम में चली जाती है, ,, ये बुढ़िया बहुत बोलने लगी मां,, रिया धीरे से बोली, ,, हां कुछ ज्यादा ही ये सोचती है कि अमर बेटा इसकी बात मानता है और सुनता है तो इसकी ही चलेगी घर में लेकिन ये भूल गई कि अमरजीत थोड़ी यहां पर है वो करीब कुछ दिन तो बिलकुल भी यहां नहीं आएगा तब तक तो में इस लड़की को सबक सिखा दूंगी, इतना बोल उसके हाथों की मुठ्ठी कस जाती है, रिया सिर हिला कर बोली," ओके मां में आपके साथ हूं लेकिन अभी मुझे कॉलेज जाना है रोहन भाई तो बड़े होगे किसी होटल में किसी लड़की के साथ लेकिन मुझे तो लेट ही रहा है तो में चली, माया सिर हिला देती है तो रिया एक नौकर को बोला कर उसे कार लाने को बोल कर उसके साथ चली जाती है राकेश जी भी ऑफिस निकल जाते है अब घर में सोनिया और माया थे खाली बस जिनमें वैसे तो बनती नहीं है लेकिन कांड करने के साथ में आ जाती है, दादी अमरजीत के रुम में आकर डोर बंद कर नाश्ते की पिलेट टेबल पर देती हैं और फिर बेड पर उसी हालत में सो रही रूही को देखती है वे उसके पास बैठ कर बोली," रूही बेटी उठ जाओ, उनकी आवाज सुनकर रूही को लगा वो घर पर तो बोली," मॉम सोने दीजिए ना यार अभी कॉलेज में टाइम है, दादी समझ जाती है इस लिए वे उसके सिर पर प्यार से हाथ फेरते हुए बोली," बच्ची मुझे अपनी मां ही समझ में हुं इस दुनिया में तब तक तुझे इस घर के लोगो से तो बचा ही सकती हूं, उनकी आवाज से रूही धीरे से आंखे खोल लेती हैं और उन्हें देख उसे रात का सब कुछ याद आ जाता है और उसके आखों में फिर से आसू आने को होते हैं, ,, नहीं अब रोना नहीं है तुझे बल्कि लड़ना है उनसे जिन्होंने तेरे साथ गलत किया या करने वाले उठ जा मेरी बच्ची , रूही उठ कर बैठ जाती है लेकिन उसके आखों से आसू अभी बह रहे थे, ,, उसने मेरे साथ ऐसा क्यों किया क्या वो मुझसे प्यार नहीं करता था, इतना बोल दादी को देखती है नम आंखों से और दादी समझ जाती है इतनी जल्दी रूही रोहन के 3 साल के प्यार को नहीं भूल पाएगी, ,, तुम से गलती हुई बेटी रोहन को पहचाने में वो बचपन से ऐसा है उसे दूसरा को दर्द देने में बड़ा मजा आता था उस जो चीज पसन्द नहीं आती आती थी वो उसे तोड़ देता था ताकि और कोई भी उसका उपयोग ना करें फिर चाहे वो उसका खिलौना हो या कार या फिर कोई चीज, जिसे सुनकर रूही बोली नम आंखों से ही, ,, लेकिन हम कोई चीज या खिलौना नहीं थे हम इंसान है उस हम पसन्द नहीं थे तो फिर हमारी लाइफ खराब क्यों की, इतना बोल फिर से उसके आखों से आसू बहने लगते है, दादी उसे चिपका कर शांत कराते हुए बोली," तुझे तेरे सवाल के जवाब तो रोहन ही देगा पर में ये चाहूंगी तो उसे भूल जा और अपनी लाईफ में आगे बढ़ अभी तेरे पास तेरे पति का नाम है तो लाइफ में कुछ बन जा फिर चाहे तो तुम लोग अलग हो जाना लेकिन अभी तुझे अमर को नहीं छोड़ना चाहिए रोहन के चक्कर में तो बिलकुल भी नहीं, दादी फिर उसे नाश्ता करती है और ये बोल कर चली जाती हैं कि वे उसके लिए कुछ कपड़े लेकर आती हैं तब तक वे बैथरूम में जा कर ना ले और इस शादी के जोड़े को उतार दे, रूही को जवाप नहीं देती है तो दादी उसके सिर पर हाथ रख चली जाती है रूही चुप चाप खड़े होकर आईने के सामने आती है तो खुद को देखने लगती है उसने इसी लाइफ तो नहीं सोची थी ये क्या कर दिया रोहन तुमने, घर के बाहर रोहन की कार रुकती है तो वो घर के अंदर आता है माया हॉल में बैठी थी वो उसे देख कर बोली," रोहन, ,, मॉम प्लीज मेरा सिर दर्द है तो अभी कुछ मत बोलो और कल क्या हुआ उसके बारे में तो बिलकुल भी नहीं, इतना बोल कर वो अपने रूम में चला जाता है, आज के लिए बस इतना ही। लाईक कमेंट शेयर जरूर करें। बाय, , क्या होगा जब रोहन को पता चलेगा कि रूही इसी घर में और अब वो उसकी भाभी है,
अब तक.. अमरजीत रूही से शादी कर चला जाता है देश छोड़ कर रूही सुबह उठती है तो दादी से कहती है उसके साथ ऐसा क्यों हुआ, अब आगे... शाम के समय... रूही रूम से बाहर आती हैं थोड़ा सीने के बाद हिमत करके तो देखती है सभी लोग हॉल में बैठे हुए थे ये देख वो गहरी सांस लेकर वापिस पलट कर जाने लगती है और उसी समय राहुल भी तैयार होकर अपने रात के पार्टी के लिए निकल रहा था दोस्त उसके बाहर इंतजार कर रहे थे , दोनों एक दूसरे को देखते है रोहन पहले हैरान हो जाता है और फिर उसे गुस्से से घूरता है रूही उसे देखती हैं कुछ देर फिर वापिस अमरजीत के रुम में जाने लगती है, ये देख रोहन की आंखे बड़ी बड़ी हो जाती है और उसके पास आते हुए बोला," तुम यहां क्या कर रही हो और पता भी ये रूम में किस का, इतना बोल वो गुस्से से रूही का हाथ पकड़ कर उसे दीवार से चिपका देता है, हॉल में मौजूद सभी लोग ये नजारा देखने लगते है रिया और माया मुस्कुराते है, ,, रोहन, दादी ये देख बोली लेकिन रोहन उनके तरफ देखता भी नहीं है बस लाल आखों से रूही को घुरे जा रहा था रूही दर्द में अपने हाथों की कलाई रोहन से छोड़ने की कोशिश करते हुए बोली," रोहन छोड़ो हमें तुम्हारा और हमारे बीच अब कुछ नही है, ,, हां पर ये तुम मुझे बताओ कि मेरे छोड़ने के बाद तुम यहां कैसे आई तभी उसकी नजर रूही के मांग में भरे सिन्दूर और गले में पहने मंगल सूत्र पर पड़ती है तो वो मंगल सूत्र अपने हाथ में पकड़ कर बोला," ये क्यों पहन रखा तुमने और मांग में सिन्दूर कैसे निकालो इस मैने नहीं भरा ये, रोहन रूही के मांग से सिन्दूर साफ करने के लिए अपना हाथ उसके सिर की तरफ ले जाने लगता है नीचे खड़े कुछ लोग बहुत खुश थे रूही की आंखे बड़ी बड़ी हो जाती है और वो अपनी पूरी ताकत से उसे खुद से दूर धक्का दे कर बोली," रोहन दूर रहो मुझसे और तुम्हे क्या करना की मेरे मांग में सिन्दूर और गले में मंगलसूत्र क्यों है तुमने तो कर ली अपनी मन की तो दूर रहो मुझसे, रूही लाल आखों से बोली, दादी वही रूक जाती है दूर कुछ सोच कर, ,, नहीं इन्हें अभी हटो निकालो इस घर से मेरे नाम का मंगल सूत्र और मांग में सिन्दूर नहीं तुम्हारे और तुम्हारे खुद के लगाने से में तुम्हारा पति और ये घर तुम्हारा ससुराल नहीं हो जाएगा, रोहन गुस्से में बोला और फिर से उसके मांग में सिन्दूर साफ करने को होता है तो रूही का गुस्सा जैसे भी कंट्रोल करें हुए थी वो बाहर आने के साथ रोहन के गाल पर बहुत तेज थप्पड़ पड़ता है जिसकी आवाज सुनकर सभी कांप उठते हुए रोहन को चक्कर से आ जाते है उसे नहीं लगा था रूही उसे थप्पड़ मार सकती है कभी, ,, हाथ भी मत लगाना रोहन ये तुम्हारे नाम का मंगल सूत्र और मांग में सिंदूर नहीं है समझे तुम, रूही उंगली देखा कर बोली रोहन को गुस्से में तो मानो रोहन का गुस्सा सातवें आसान पर पूछ गया था वो अपने हाथों की मुठ्ठी कसके बोला," तो कौड़ी की लड़की तेरी इतनी हिमत और तो फिर ये सब क्या और तुम यहां पर कैसे आई, रोहन गुस्से में अपना हाथ उठा कर बोला लेकिन वो रूही को मार भी पता उससे पहले एक आवाज आई, ,, में बताती हूं तुम्हे रोहन वो यहां कैसे आई और उसके गले में किसने मंगल सूत्र पहनाया, तभी दादी बीच में बोल पड़ी आकर बढ़ कर वो रूही के सामने खड़ी हो जाती है, रोहन कन्फ्यूज होकर ये देखता है और फिर रूही को जो पीछे से उसे गुस्से से देख रही थीं, ,, अब तुम उसे छू भी नहीं सकते रोहन और इस लड़की की हैसियत अब तुम से बड़ी हो गई है तो दो कौड़ी आगे से गलती से मत बोलना समझे, दादी उंगली देखा कर बोली रोहन को, ,, दादी आप बीच में मत बोलो ये मेरी और मेरी रूही की बीच की बात है, रूही गुस्से से घूरती है लेकिन दादी बोली ," ना बेटे अब ये भूल जा की वो तेरी है ये गलत फहमी अपने दिमाग से निकाल दे अब ये लड़की तेरी नहीं बल्कि तेरे बड़े भाई अमर की है उसने इस से शादी की कल रात तेरे जाने के बाद तो अब ये तेरी भाभी है, दादी की बात सुनकर रोहन के पैरो तले जमीन खिसक जाती है और वो रूही फिर दादी को देख कर बोला," नहीं आप झूठ बोल रही है उसे अपने बिजनेस से इतना टाइम कहां है कि वो शादी में आ कर इस जैसे लड़की से शादी कर जो मेरे साथ ना जाने कितने बार सो होगी, उसके इतना बोलते हुए उसके गाल पर फिर से जोर का थप्पड़ पढ़ता है इस बार दादी ने मारा था और उसे उंगली देखा कर बोली," खबरदार रोहन इस तरह की बात की तो मेरे बहु के बारे में और पहले जो भी हुआ वो गया लेकिन अब ये लड़की रूही अमरजीत सिंह है और तुझसे ज्यादा कौन जनता है अमर को उसका गुस्सा कितना खराब है वो तुम्हे मारने में दो मिनिट नहीं लगेगा अगर उसे पता चला तुम उसकी बीबी से कैसे बात करते हो, रूही के हाथों की मुठ्ठी कस चुकी थी नीचे खड़े सभी लोग अमर के बारे में सोच कर कांप उठते है फिर रोहन के चेहरे पर डर के भाव आते है लेकिन तुरंत चले भी जाते है, ,, दादी चलो मान लिया भाई ने इस लड़की से शादी भी क्या लेकिन उससे क्या फर्क पड़ता है भाई को इन सब के लिए और उसके लिए टाइम नहीं इसके साथ कोई या में कुछ भी करूं उससे इन्हें कोई फर्क नहीं पड़ने, इतना बोल वो रोहन हंसने लगता है, ,, तू पागल हो गया रोहन लेकिन याद रखना इस चोट मत पहुंचना वरना में बीच में नहीं आऊंगी तुझे उससे बचाने के लिए, दादी इतना बोल रूही का हाथ पकड़ उसे रूम में ले जाती है और रोहन के मुंह पर डोर बंद कर लेती है, रोहन गुस्से से बंद डोर को देखता है और फिर नीचे हॉल में आकर बोला," आप में से किसी ने मुझे इस बारे में क्यों नहीं बताया कि रूही से अमरजीत भाई ने शादी कर लिए है, जैसे सुनकर सभी लोग एक दुसरे को देखते है माया बोली," हम नहीं पता था दादी ने कब उसे बोला लिया था वो सब जल्दी में हुआ क्योंकि अमर को जाना था बिजनेस के लिए बाहर तो उसके पास टाइम नहीं था इस लिए जल्दी शादी करके चला गया वो, अपनी मां की बात सुनकर रोहन सोच में पड़ जाता है उसने ऐसा नहीं सोचा था कि अमर जीत भाई ऐसा भी कर सकते हैं वो अब उसे सबके सामने तो कुछ नहीं कर सकता लेकिन कोई बात नही भाई कौन सा इंडिया में रुकते है तो उसकी वाइफ के साथ क्या हो रहा है उसे क्यो पता चलेगा, ये सोच उसके चेहरे पर टेडी मुसकान आ जाती हैं जैसे देख सभी कन्फ्यूज थे, अमर के रुम में .. रूही फिर से रो रही थी दादी से चिपक कर तो दादी उसे चुप कराते हुए बोली," मुझे पता है बेटी तुझे बुरा लगा रोहन की बात सुनकर लेकिन तुझे अब इन सबकी आदत डालनी होगी अपनी लड़ाई खुद लड़ने होगी में हर बार तुझे नहीं बचा सकती और अमर वो तो इंडिया में बहुत कम रहता है तो उससे उम्मीद ही मत लगाना वो कभी आकर तुझे बचेगा उसने तुझसे शादी कर ली ये ही बहुत है, आज के लिए बस इतना ही। लाईक कमेंट शेयर जरूर। बाय, ,, कैसे बचेगी रूही रोहन से और क्या सच में अमरजीत कभी वापिस नहीं आएगा,,
अब आगे.. रात के समय रूही बालकनी में बैठी थी दादी ने उसके लिए खाना रूम में पूछा दिया था तो खा कर झूले पर बैठ कर चांद को देखे रही थी और अपने लाईफ के बारे में सोच रही थी, ,, क्या करू कुछ समझ नही आ रहा है आज जो हुआ उससे ये तो साफ है रोहन मुझे परेशान किए बिना नहीं मानेगा और मुझे भी उसकी सकल नहीं देखनी अब इतनी नफरत हो रही है उससे और वैसे भी ये शादी तो नाम की मेरे पति को जिसको मैने कभी देखा नहीं उसे मुझसे कोई मतलब नहीं है तो उसका इंतज़ार करके अपनी लाईफ बिताना भी ठीक नहीं है क्या पता उनके लाइफ में और कोई भी हो, ,, हां ऐसा हो सकता है बहुत बड़े और खुद को सीक्रेट रखने वाले इंसान हैं तो जरूर उनकी कोई सीक्रेट वाइफ होगी और में बस नाम की तो में उनका इंतजार नहीं कर सकती है मुझे अपना सपना पूरा करना चाहिए ताकि फिर मुझे किसी मर्द की जरूरत नहीं पड़ी और समय आने पर में अमर जी को भी इस रिश्ते से आजाद कर दूंगी वैसे भी उन्होंने मेरी और मेरे परिवार की इज्जत बचा ली ये भी क्या काम है, रूही चांद को देख कर बोले जा रही है पर उसके दिल में दर्द सा हो रहा था, ,, हां रूही यही सही होगा मुझे खुद का बिजनेस खड़ा करना है अपनी कंपनी शुरू कर उसके लिए पैसे भी लाने होगे वो भी अपने दम पर हां क्योंकि मुझे अमर के पैसे नहीं चाहिए अपने दम पर अपने पैरों पर खड़ा होना है, रूही इतना बोल एक दम से खड़ी हो जाती है और उसके चेहरे पर मुस्कान आ जाती है, ,, में बनेगी जरूर इंडियन बिजनेस विमेन अब कोई प्यार नहीं कोई बाय फ्रेंड या रिश्ता नहीं सिर्फ और सिर्फ अपना गोल्ड चलो तैयारी शुरू करती हुं, इतना बोल मुस्कुरा कर पलटी है तभी पास की बालकनी जो रोहन की थी उसमें से रोहन छलांग लगा कर रूही के सामने खड़ा हो जाता है, रूही हैरान हो जाती है डर भी जाती है रोहन को देख कर, ,, अरे डर क्यों रही हो बेबी सॉरी मेरी प्यार भाभी जी आओ देवर के गले लग जाओ,, रोहन रूही को अपने बाहों में भरने के लिए उसे पकड़ने को होता है लेकिन उससे पहले रूही जल्दी से साइट में होकर उसके पीछे आ कर बोली," रोहन मैने कहां था मुझसे दूर रहो और फिर समझा रही हुं मुझसे दूर रहो वरना अच्छा नही होगा, रूही अपने कदम पीछे लेते हुए बोली, ,, लेकिन क्यों रूही हम एक दुसरे से प्यार करते हैं भूल गए हमने कितने बार कॉलेज की लाइब्रेरी में... इतना बोल उसके चेहरे पर शैतानी मुस्कान आ जाती है , ,, कुछ नहीं हुआ था हमारे बीच रोहन इस लिए ऐसा देखना बंद करो किे। पिछले 3 साल में हम करीब आए थे हां प्यार करती थी में तुम से लेकिन वो उसी समय खत्म हो गया जब तुमने मुझे मंडप में छोड़ा था और अब में तुम्हारी भाई की वाइफ हूं तो प्लीज दूर रहो मुझसे वरना अच्छा नही होगा तुम्हार लिए समझे, रूही कदम पीछे लेते हुए रूम में बेड के पास आ गया रोहन के कदम नहीं रोक रहे थे, ,, हां नहीं हुआ लेकिन अब होगा आज रात में तुम्हे पूरे तरह से पा लूंगा जान वैसे भी भाई को कुछ पता नहीं चलेगा कि तुम मेरे साथ इस रूम में क्या करती हो आओ हमारे प्यार को और बढ़ाया जाए, रोहन बोला रूही को धक्का दे कर बेड पर गिरा देता है रूही कुछ करती या साइट में होती उससे पहले रोहन उसके ऊपर आ कर उसके होठों पर ऊंगली फेरते हुए बोला," आज मुझे 3 साल की कीमत दो मेरी जान, इतना बोल वो आंखे बंद करके अपने होठों को रूही के होठों के पास लाने लगता है रूही ये देख कर उससे खुद से दूर करने की कोशिश करती लेकिन रोहन को खुद से दूर नहीं कर पा रही थी, ,, रोहन प्लीज ऐसा मत करो में तुम्हारे भाई की वाइफ हूं,, रूही नम आंखों से बोली, ,, मुझे कोई फर्क नहीं पड़ता है मुझे बस तुम चाहिए,, रोहन बोला रूही के होठों को अपने होठों को रखने वाला था तभी रूही के हाथ में टेबल पर रखा छोटा चाकू लग जाता है जो वहां फल काटने के लिए रखा हुआ रूही उसे पकड़ लाल आखों से पूरी हिमत के साथ उसे रोहन के कंधे पर मारती है, ,, आ, रोहन की दर्द नाक चीख सुनाई देती है पूरे घर में, रोहन की पकड़ लूज हो जाती है तो रूही उसे दूर धक्का देख कर बेड से उठ कर बोली," मेरी धमकी हल्के मत लेना रोहन में तुम्हे जान से भी मार सकती हूं, रूही अपने हाथ में चाकू रोहन को देखते हुए बोली रोहन अपने कंधे को पकड़े हुए था दर्द में और उसके कंधे से खून निकल रहा था, वो दर्द में रूही को देख कर बोला," तुमने मुझे मारा अपने रोहन का, ,, हां मारा तुम्हे क्योंकि नफरत है मुझे अब तुम से रोहन मेरे पास भी मत आना, रूही रोते हुए बोली रोहन उसे घुरे जा रहा था, तभी डोर नोक होता है घर के सभी लोग आ गए हैं बाहर रूही जैसे सुनकर डोर खोल देती हैं तो सभी लोग अंदर आते है, ,, बहु तुम्हारे रूम से रोहन की दर्द भरी आवाज कैसे,, दादी बोली बिना बेड की तरफ देख रूही घुर के बेड की तरफ देखती है तो सभी लोग उस तरफ ही देखें जा रहे थे दादी रोहन को बेड पर दर्द में बैठा देख कर हैरान हो जाती है, रूही के हाथ में चाकू और रोहन के कंधे से खून निकालता देख कर सभी समझ गए थे क्या हुआ होगा, ,, लड़की तेरी हिमत कैसे हुई मेरे बेटे पर चाकू से हमला करने की क्या तू उसे मारने चाहती थी,, माया अपनी साड़ी का छोर फाड़ कर उससे रोहन का खून रोक कर गुस्से में बोली, ,, तुमने ऐसा क्यों किया लड़की,, राकेश जी इस बार गुस्से में बोले, ,, ये लड़की के भाव ज्यादा ही बढ़ गए है ,, रिया गुस्से में बोली, सभी लोग रूही को घुरे जा रहे थे रोहन दर्द में देख कर दादी कुछ बोलती उससे पहले रूही बोली," मेरा मन तो इसका खून करने का था , जैसे सुनकर सभी हैरान हो जाते है, ,, लेकिन बेटी क्यों, दादी बोली, ,, मां अब बस कीजिए ये लड़की ने आपके पोते को चोट पूछा दी और आप अभी भी इस बेटी बोल रही है, राकेश जी बोले गुस्से में, ,, में तो बोलती पुलिस को बोलो इस गिरफ्तार करो में बच्चे को चाकू से मारा,। माया नम आखों से बोली, रोहन को देख कर, ,, हां बोला लो पुलिस को में भी बोल दूंगी कि आपके बेटे ने मेरे साथ जबरदस्ती करने की कोशिश की थी, रूही बोली तो सभी हैरान हो जाते हैं , दादी गुस्से में रोहन क्या रूही सही बोल रही है, ,, नही नहीं ये लड़की झूठ बोल रही दादी, रोहन बोला दर्द में, ,, हां मेरे बच्चे मुझे पता है ये लड़की झूठी है,, माया बोली, ,, अच्छा तो पूछो अपने बेटे से मेरे रूम में ये क्यों आया बालकनी से और बेड की हालत भी देखो सब साबित है कि आपके बेटे ने मेरे साथ जबरदस्ती की थी, रूही अब माया को जवाब दे रही थी तो उसे बहुत गुस्सा आ रहा था तभी दादा जी बोले," बेटी में तुझसे इसके तरफ से माफ़ी मांगता है बहु तुम रोहन को लेकर जाओ और उसके चोट पर दवा लगाओ, दादा जी बोले तो फिर सभी लोग चले जाते है रोहन को लेकर दादी जाने से पहले रूही के कंधे पर हाथ रख बोली," तुमने सही क्या खुद लाडो इन से तो अच्छा होगा अब डोर बंद कर लो, रूही सिर हिला देती है और उनके जाते ही वो डोर बंद कर वही बैठ कर रोने लगती है अपने हाथ में लिए चाकू को दूर फेक देती है खुद को समिट लेती है और किसी बच्ची की तरह रोए जा रही थी अपने मुंह पर हाथ रख कर.. आज के लिए बस इतना ही। लाईक कमेंट शेयर जरूर। बाय।
अब आगे.. रूही रोते रोते सो जाती है... कई दूर एक बड़े देश के शहर में एक टॉप क्लास ऑफिस के केविन में कुर्सी पर एक मास्क पहने आदमी बैठा था उसकी नजर अपने लैपटॉप पर थी वो एक टक उसे घुरे जा रहा था सामने दो लोग कुर्सी पर बैठे थे वो विदेशी थी और उनके पीछे रवि खड़ा था, वो कन्फ्यूज था कि सर ऐसा भी क्या देख रहे हैं कि उनका ध्यान मीटिंग से हट गया है वे लोग भी कन्फ्यूज थे लेकिन किसी में हिम्मत नहीं थी सामने बैठ आदमी से पूछने की वे बस उस देख रहे थे मास्क होने के वजह से इसके चेहरे के भाव भी पता नहीं चल रहे थे गुस्से वाले थे या शांत, रवि हिमत करके थोड़ा आगे आ कर लैपटॉप की स्क्रीन पर देखता है तो उसमें एक वीडियो चल रही थीं जो शायद इंडिया से आई थी सर के घर की और रूम की उसमें एक लड़की जो लेडी बॉस थी उनके साथ एक लड़का बेड पर जबरदस्ती कर रहा था वो रोहन था ये देख रवि शॉक रहे जाता है और तभी सभी को केविन का ताप मान बढ़ता हुआ महसूस हो रहा था सामने बैठे लोग पसीने से अपने अपने शर्ट के ऊपर के बटन खोल लेते है, रवि जब अपने बॉस के आखों में देखता है तो वो समझ जाता है कि इतनी गर्मी बढ़ने की वजह क्या लेकिन सर को कोई फर्क नहीं पड़ता था इस लड़की से फिर क्यों इसका मतलब थोड़ा तो इनके दिल में लेडी बॉस के लिए, तभी दोनों देखते है कि लेडी बॉस ने रोहन के कंधे पर चाकू से हमला कर दिया, ,, ओ तेरी, रवि बोला तो सभी उसे देखते है वो सॉरी बोलता है और वापिस देखता है तो वहां घर के लोग आते हैं जिनसे लेडी बॉस की बहस हो रही थी शायद वे लोग उन्हें गलत समझ रहे होगे सबके जाने के बाद जब लेडी बॉस को रोता हुआ देखता है रवि के आखों में आसू आ जाते हैं सच में बहुत दर्द में बे वहां पर कास बॉस को थोड़ी भी उनकी चिंता हो तो वे उनका दर्द मिटा सकते है लेकिन अमरजीत लैपटॉप बंद कर नोर्मल होकर मीटिंग शुरू कर देता है तो रवि समझ जाता है कि बॉस का पत्थर दिल किसी के आसू से नहीं पिघल सकते है इन्हें बस अपने बिजनेस से मतलब है, ये सोच वो गहरी सांस लेता है और साइट में खड़ा होकर मीटिंग होते हुए देखते रहते है, इंडिया... अगली सुबह.. रूही जल्दी उठ कर तैयार हो जाती है और जाने से पहले हॉल में बैठी केवल दादी के पैरो को छू कर बोली," दादी हम जा रहे है अपने सपने को पूरा करने के लिए पहला कदम रखने के लिए आपका आशीवार्द चाहिए, सभी लोग ये देख रहे थे रोहन ऊपर सीढ़ियों से उसके कंधे में पट्टी बंधी हुई थी, वो रूही को देख कर उसके दिल में हल चल हुई उसने सलवार सूट पहने थे लेकिन उन्होंने में वो कामल की लग रही थी उसकी नजर उसके पीछे भाग पर टेक गई थी वो इस लड़के के मजे तो लेकर रहेगा फिर चाहे इसके रास्ते में आना पड़े वो इस तब तक आगे नहीं बढ़ने देगा तब तक ये लड़की इसकी इच्छा पूरी नहीं कर देगी, रोहन ये सोच रहा था जिसका एहसास रूही को था लेकिन वो उसे नहीं देखती है और दादी इसके सिर पर हाथ रख बोली," जा बेटी में तो यही चाहती हुं, रूही हल्का मुस्कुरा देती है और फिर बैग लेकर डोर की तरफ जाने लगती है उसके कानों में पीछे आवाजें आ रही थीं जिन्हें वो इग्नोर कर विला से निकल जाती है, ,, मां ये हमारे घर की बहु बाहर जॉब यहां बिजनेस करे हमारी क्या इज्जत रह जाएगी, राकेश जी बोले तो सभी सिर हिला देते हैं, ,, हां लेकिन मां से क्या बोले इन्होंने तो उसे सिर पर चढ़ा रखा हुआ है, माया बुरा सा मुंह बना कर बोली, ,, मां जी सही बोल रहे सभी लोग अच्छा नहीं लगता आपको उसे नहीं जाने देना चाहिए था, सोनिया बोली, ,, दादी वैसे आपको पता बाहर कैसे कैसे लोग रहते थे सबकी नजर बस मुक्के की तलाश में रहती है आपको भाभी इस नहीं भेजना चाहिए था, रिया बोली, दादी चुप चाप सबकी बाते सुन रही थी और फिर दादा जी को देख बोली," आपको कुछ नहीं बोलना इस बारे में, तो दादा जी बोले ," नहीं में क्या बोलता में तुम पर छोड़ता की तुम कोई गलत फैसला नहीं करोगी, दादी उन्हें घूर के बोले," मेरे सामने सीधे मत बनो आप भी कम नहीं है , इतना बोल दादी राकेश और माया से बोली," तुम लोग इज्जत की बात कर रहे हो अरे उसे पुलिस के हवाले कर रहे थे तब तुम्हारी इज्जत कौन सी बढ़ रही थी और रही बाहर के लोगों के वे कैसे तो वे घर में जानवर है उनसे अच्छे ही होंगे, दादी की बात मतलब सब समझ गए थे रोहन गुस्से में वापिस अपने रूम में आकर डोर बंद करके बोला,* ये बुढ़िया बहुत बोलने लगी मन तो कर रहा है पहले इसका टिकट काट दूं आपका का लेकिन वो ना उसके वजह से ये बुढ़िया के भाव बढ़े खेर छोड़ो अभी तो मुझे रूही पर नजर रखनी और मौका देख कर उसे अपने जाल में फंसाना है चल रोहन बेटे देखते हैं क्या करने वाली है ये, रोहन बोला और तैयार हो जाता है जाने के लिए हॉल में आता है तो माया उसे रोकती है लेकिन वो उन्हें इग्नोर करके कार की चाभी लेकर निकल जाता है तेजी से, ,, ले देख ले अपने बेटे को, दादी बुरा सा मुंह बना कर बोली तो माया उन्हें घूरती है लेकिन दादी वहां से चली जाती है अपने रूम में और वहां वे अपने फोन से अमरजीत को मैसेज करके सब बता देती है भले ही वो रिप्लाई ना करता है लेकिन उनके मैसेज देखता है इसका मतलब उसे जानना होता है घर में क्या चल रहा है रूही कैसी है यही बहुत है , उस दूसरे देश में इस समय रात थी अमरजीत अपने होटल के रुम में बालकनी में बैठा था तभी उसके फोन पर मैसेज की आवाज आती है तो वो उसे उठा लेता है मैसेज पड़ता है, ,, आज तेरी वाइफ ने खुद के सामने को पूरा करने के लिए इस घर के बाहर खत्म रख दिया है घर वालों को बुरा लगा वे उसे रोकना चाहते थे लेकिन मैने सबके मुंह बंद कर दिया और दादा जी को सुनाया जो विचारे कुछ नहीं बोले, अमरजीत के चेहरे पर मुस्कान आती हल्की से वो आगे बढ़ता है, ,, लेकिन लास्ट में राहुल भी गया उसके पीछे तो बाहर का तू देख में घर में सम्हाल सकती बस, अमरजीत ये मैसेज पढ़ने के बाद थोड़ा सोच कर एक नंबर डायल कर देता है, ,, हेलो बॉस क्या आपको रात को नीद आ रही है,, दूसरे तरफ से निंद भरी आवाज आई, ,, बकवास नही जो बोल रहा हूं वो ध्यान से सोनो और इंडियन में रोहन और उस ल़डकी पर नजर रखने जो बोलो अपने सीक्रेट टिम को, रवि कन्फ्यूज होकर कौन लड़की बॉस, तभी उसे कुछ याद आया तो उसकी आंखे बड़ी बड़ी हो जाती है आप लेडी बॉस की बात कर रहे हैं दूसरे तरफ से कोई आवाज नहीं आई तो रवि ओके बॉस बोल कर कॉल काट देता है, अमरजीत साइट में फोन रख उसे सीन को याद करता है जब उस लड़की ने रोहन के कंधे पर चाकू मार था उसे वो पसन्द आया उस लड़की का बस, रवि इंडिया कॉल करके एक आदमी को सब बता देता है और कहता है कि लेडी बॉस को पता नहीं चले तुम उन पर नजर रखें हुए हो और हां कुछ भी गड़बड़ हो तो उसकी खबर बॉस दे दूसरे तरफ से जी सर की आवाज के साथ कॉल कट जाता है रवि मुस्कुरा कर वापिस लेट जाता है बेड पर, आज के लिए बस इतना ही। लाईक कमेंट शेयर जरूर। बाय।
अब आगे.. रूही टैक्सी से एक छोटे से ऑफिस के सामने उतरते है , ,, मेरी हेल्प सिर्फ तान्या कर सकती हैं,, इतना बोल वो ऑफिस के अंदर चली जाती है और वहां काउंटर पर खड़ी लड़की से कुछ बात करती है तो वो ल़डकी अंदर कॉल करती है और फिर वो लड़की मुस्कुरा कर बोली," आओ मैडम आपको बॉस ने बुलाया है, रूही मुस्करा कर उसके साथ अंदर चली जाती है ऑफिस बहुत छोटा था उसमें करीब 10 लोग काम कर रहे थे बस वो लड़की रूही को केबिन के बाहर छोड़ कर बोली," यही हमारी बॉस का केबिन है, ,, रूही उस लड़की को थैंक्स बोल कर केविन के अंदर चली जाती है और वो लड़की वापिस, ,, आओ रूही , एक खूबसूरत लड़की कुर्सी पर बैठ कर लेपटॉप पर काम कर रही थी वो खड़े होकर बोली, ,, कैसी हो तान्या, रूही मुस्कुरा कर उसके गले लग कर बोली, ,, में तो अच्छी हूं आओ बैठो, तान्या रूही को सामने कुर्सी पर बैठा कर बोली और खुद भी बैठ जाती है तान्या फिर कुछ पीने के लिए बोलती तो रूही मना करके बोली," नहीं इसकी जरूर नहीं है मुझे तेरी हेलो चाहिए, ,, हां बोल, तान्या मुस्कुरा कर बोली तो रूही अपने बैग में एक बड़ा पेपर निकाल कर तान्या को देखा कर उसे अपना बिजनेस प्लान बताती है जिसे देख और सुनकर तान्या हैरान हो कर बोली," मस्त प्लान है यार, ,, हां लेकिन मुझे इस शुरू करने के लिए पैसे की जरूरत है यार, , कितने चाहिए, तान्या पानी के गिलास से पानी पीते हुए बोली, ,, कम से कम 10 हजार करोड़ शुरू बाद के लिए,, तान्या के मुंह से पूरा पानी निकल कर उसे सामने टेबल पर गिरता है जैसे देख रूही जल्दी से अपने बिजनेस के इंडिया को जो उस पेपर में था उसे जल्दी से साइट में कर लेती है, ,, सॉरी सॉरी वो इतने पैसे सुन कर मेरी ये हालत हो गई,, रूही उस पेपर को वापिस अपने बैग में रख कर बोली," ठीक है तो बस ये बता तू मेरी हेल्प कर सकती है कि नहीं, ,, नहीं मतलब में करना चाहती हूं लेकिन मैने अपना पूरा ऑफिस भी बेच दु तब भी मुश्किल से 1 करोड़ हो पर 10 करोड़ तो सपनों की बात है, तान्या की बात सुनकर रूही सोच में पड़ जाती है, ,, पैसे तेरे पास तो तेरा बॉयफ्रेंड रोहन है उसके लिए इतने पैसे देना कौन से बड़ी बात उससे ले ले, रूही का चेहरा गुस्से से लाल हो जाता है और खड़े होकर बोली," तुझे नहीं करनी तो मत कर लेकिन उस आदमी के बारे में बात भी नहीं करना चाहती, इतना बोल वो जाने लगती है ये देख तान्या जल्दी से उसके पास आ बोली," रुक यार अच्छा नहीं करेंगे उसके बारे में बात ओके, रूही उसे देख बोली," पक्का, ,, पक्का, तान्या बोली और वापिस दोनों अपनी अपनी जगह बैठ जाती है, ,, देख वैसे तो इतनी बड़ी रकम लाना मुश्किल है लेकिन में तुझे एक आदमी का नंबर देती हुं तो इस से मिल ये तेरी शायद कोई मदद कर दे,, तान्या एक कार्ड रूही को देती है जिस पर लिखा था विवेक तिवारी, रूही नाम पढ़ बोली तो तान्या सिर हिला देती हैं , ,, ओके थैंक्स में इस से मिल कर देखती हूं, इतना बोल वो मुस्कुरा कर तान्या को बाय बोल कर चली जाती है और उसके जाते ही तान्या किसी से फोन पर बोली," काम हो गया मुर्गी जाल में फंसने के लिए आ रही है, इतना बोल उसके चेहरे पर टेडी मुसकान आ जाती है, दूसरे तरफ आवाज आई, ,, गुड जॉब तुम्हे तुम्हारे इनाम के पैसे मिले जाएंगे, जिसे सुनकर तान्या खुश हो जाती हैं और ज्यादा, रूही ने सब से अनजान फिर से टैक्सी करके विवेक तिवारी के ऑफिस पूछती है तो उसे पता चलता है कि वो एक होटल में मीटिंग कर रहा है कॉल पर बात करने पर रूही कुछ सोच कर उस होटल के लिए निकल जाती है, करीब शाम के 7 बजे तक वो विवेक तिवारी के पास पुछ जाती है एक आदमी उसे उसके रूम में छोड़ देता है रूही को अजीब लग रहा था उसने पहले ऐसा क्या नहीं था लेकिन उसे ये तो करना ही है आखिर जब उसका बड़ा बिजनेस होगा तो हो सकता है उसे रात में किसी से मीटिंग करनी पड़े और ये तो उसके लिए बहुत जरूरी है , यही सोच वो उस रूम जाती है रूम मे एक अच्छी सी खुशबू आ रही थी एक हैंडसम लड़का सोफे पर बैठा था वो खड़ा होकर बोला," अरे मिस रूही आओ ना में आपका इंतज़ार कर रहा था बैठो, रूही हल्का मुस्करा कर और हिचकते हुए विवेक से हाथ मिला कर सोफे पर बैठ कर उसे थैंक्स बोलती है उससे मीटिंग करने के लिए, ,, थैंक्स की जरूरत नहीं है मिस रूही मेरा काम ही है आप जैसी बला की खूबसूरत लड़की की मदद करना, विवेक रूही को ऊपर से नीचे तक देख कर बोला, रूही अपने कपड़े सही कर बोली," तब भी थैंक्स सर वैसे बहुत नाम सुना आपका आप किसी को भी उदार पैसे देते है कुछ महीने के लिए मुझे मेरे बिजनेस शुरू करने के लिए केवल 10 करोड़ की जरूरत है आप को में अपना बिजनेस प्लान भी देख देती हूं, रूही बोली तो विवेक जिसकी नजर कहीं और थी वो जल्दी से उसे रोक कर बोला," नहीं इस सबकी जरूरत नही है बस आपकी मुझे खुश करना होगा और में आपको 10 क्या 20 करोड़ दे दूंगा वो भी फ्री में, विवेक तिवारी ड्रिंक पीते हुए बोला मुस्करा कर, रूही समझ जाती है ये आदमी का मतलब क्या है लेकिन फिर भी अनजाने बनते हुए बोली," मतलब क्या आपके कहने का, ,, भूली मत बनो बेबी तुम सब समझ चुकी है देखो बिजनेस बिना फायदे के नहीं होता है में तुम्हे पैसे दूंगा तो मुझे भी कोई चाहिए, विवेक अपनी गंदी नजर रूही के सीने पर डाल कर बोला, रूही अपने सीने पर हाथ रख कर अपना बैग कसके पकड़ कर बोली," सॉरी लेकिन में उस तरह की लड़की नहीं हूं मुझे इसे पैसे नहीं चाहिए तो अपने पैसे अपने पास रखो, रूही खुद के गुस्से को कंट्रोल करके बोली अगर वो यहां अकेली फंसी नहीं होती तो ना पक्का इस आदमी को मार मार कर इसकी हालत खराब कर देती, रूही फिर तेज कदमों से डोर के पास जाकर उसे खुलने को होती हैं तो वो लॉक था और ये देख वो अपनी आंखे बंद कर लेती है ये उससे इतनी बड़ी गलती कैसे हो गई उसे यहां नहीं आना चाहिए पर उसे लगा था तान्या इस जानती है तो अच्छा इंसान होगा लेकिन ये तो घटिया निकाल, तभी उसके कानों में जोर जोर हंसने की आवाज आती है रही पलट कर गुस्से में बोली," ये क्या मज़ाक है विवेक प्लीज ओपन थे डोर वरना अच्छा नही होगा तुम्हारे लिए, ,, विवेक हंसते हुए, ,, अच्छा तो अब तेरे लिए नहीं होगा लड़की एक बार जो लड़की विवेक के होटल रूम आ जाती है तो बिना मेरी मर्जी के नहीं जाती चल राजी तैयार हो जा वरना गैर राजी तुझे बहुत दर्द होगा, विवेक अपनी शर्ट निकालते हुए बोला, रूही का चेहरा डर से पीला पड़ चुका था और पलट कर डोर में हाथ मारते हुए बोली," कोई है प्लीज मुझे बचो, विवेक हंसते हुए अपना पैन्ट भी उतार कर रही के पास आते हुए बोला," बेबी अब तुम्हे मुझसे कोई नहीं बचा सकता कोई भी नहीं, रूही के आखों में आसू थे, दूसरी तरफ.. विदेश में ऑफिस के मीटिंग रूम करीब 20 लोग थे कुछ लेडीज भी थी लेकिन सबको बहुत तेज कर्मी लगने लगती है दम से AC तो चालू थी लेकिन फिर भी सबके पसीना क्यों आ रहा था आदमियों ने अपने शर्ट के बटन खोल ली ऊपर के, रवि जो अपने बॉस के पीछे खड़ा था वो झुक कर देखता है तो उसके बॉस अपने फोन के एक मैसेज को पढ़ रहे हैं जिसमें लिखा था, ,, बॉस लेडी बॉस खतरे में बहुत बड़े उन्हें एक होटल रूम में जाता देखा गया है वो रूम विवेक तिवारी का जो लड़कियों अपने जाल में फंसता है उन्हें लालच दे कर उसके ऊपर कई रेप केस चल रहे हैं, रवि की आंखे बड़ी बड़ी हो जाती इतना पढ़ते ही तो यहां इतनी गर्मी बढ़ने की वजह ये यहां ये हाल मतलब इंडिया में तो तूफान आएगा, रवि धीरे से, गया विवेक तिवारी तो गया, आज के लिए बस इतना ही। लाईक कमेंट शेयर जरूर करें बाय।
अब आगे... Five star hotel... बाहर एक ब्लैक रंग की कार रुकती है जिसमें से ब्लैक रंग के कपड़े और चश्मे लगे हाथ में बंदूक लिए बॉडी बिल्डर आदमी तेज कदमों को होटल के अंदर जाते है दो होटल गार्ड उन्हें रोकने की कोशिश करते हैं तो दोनों में एक एक थप्पड़ पढ़ते है और दोनों दूर जाकर गिरते है, होटल का सारा स्टॉप और वहां मौजूद लोग बस देखते रह जाते है डर के साथ में खड़े हो जाते है काउंटर पर एक खूबसूरत लड़की खड़ी थी जो डरी हुई सबसे आगे वाला बॉडी बिल्डर आदमी उसके पास आ कर विवेक तिवारी के रुम की चाभी दो दूसरी, ,, जी सर, इतना बोल वो ल़डकी जल्दी से रूम नंबर और चाभी नंबर देख उसे आदमी को देती है तो वो और बाकी 7 बॉडी बिल्डर आदमी लिफ्ट की ओर जाने लगते है बीच में मैनेजर आता है डरा हुआ, ,, अरे आप लोग कौन हो और इसे कैसे अंदर चले जा रहे हैं,, आगे बॉडी बिल्डर गुस्से में उसकी कॉलर पकड़ कर उसे अपने साथ लिफ्ट की ओर ले जाते हुए बोला," चल बताता हूं क्यों आए हम और तेरे होटल में क्या होता है, सभी left से ऊपर की मंजिली की ओर जाने लगते है, ,, ये लोग कौन थे यार,, वो लड़की कांपते हुए बोली, ,, पता नहीं लेकिन लगता है आज बहुत बड़ा कांड होगा इस होटल के मालिक और उस तिवारी के साथ जो लड़कियों की इज्जत लूटता है और बॉस उसे बचाते है,, दूसरी लड़की की बात सुनकर सभी स्टॉप के लोग हां में सिर हिला देते है, लाइफ 6 मंजिल पर रुकती है और सभी बॉडी बिल्डर आदमी मैनेजर को मारते हुए विवेक तिवारी के रुम के बाहर आ जाते है, एक बॉडी बिल्डर आदमी चाभी से डोर खुलने लगता है, ,, अंदर से आवाजें आ रही थीं किसी लड़की की रोने की जिससे सभी बॉडी बिल्डर आदमी डर रहे थे अगर उसे कुछ होगा या उसके साथ कुछ हो गया तो वे लोग जिंदा नहीं बचने वाले, डोर में लात मार डोर खोल कर सभी अंदर आ जाते है तो देखते है उनकी लेडी बॉस बेड पर पड़ी है और वो विवेक तिवारी उसके ऊपर है लेडी बॉस की हालत देख सभी एक दुसरे को देखते है, ,, ये मैनेजर तू इन लोगो के साथ यहां क्यों आया वे देख नहीं रहा अभी मेरा काम चल रहा है इसकी जवानी के मजे तो लेना ही होगा ना,, विवेक तिवारी हंस कर बोला और मैनेजर को सभी के साथ वापिस जाने को बोलता है फिर वापिस रूही के होठों की तरफ बढ़ने लगता है रूही के गाल ला थे थप्पड़ से और कंधे से उसकी सूट भी फटा था वो रो रो कर उसकी आंखे लाल थी, ,, रुक तुझे तो हम मजे दिलाते है साले,, आगे बॉडी बिल्डर आदमी मैनेजर धक्का दे विवेक तिवारी के पास आते हुए बोला, विवेक तिवारी गुस्से से उसे घूरने को होता है लेकिन उससे पहले वो बॉडी बिल्डर आदमी उसके कॉलर पकड़ उसे उठा कर नीचे फेक देता है बेड से, रूही ये हैरानी से देखती है और खुद को चादर में छुपा लेती है उसके आखों आसू बहने लगते हैं, और वो यहां सभी बॉडी बिल्डर विवेक और मैनेजर की पिटाई शुरू कर देते हैं पैरों से, वे लोग कन्फ्यूज थे और उन्हें रोकने को बोल रहे थे लेकिन वे लोग नहीं रोकते है, रूही ये देख रही थी फिर वो बेड से उतर कर अपना बैग लेकर खुद को सही करके भाग जाती हैं उस रूम से, ,, भाई लेडी बॉस भाग गई,, एक बॉडी बिल्डर आदमी बोला दो सभी डोर की तरफ देखते है मैने आदमी बोला," जाओ दो लोग उनके पीछे और देखो वे खुद को नुकसान ना पहुंचे,, ,,जी भाई,, दो आदमी बोले और वे भी चले जाते है, विवेक तिवारी कन्फ्यूज हो जाता है ये लोग उस लड़की को लेडी बॉस क्यों बोल रहे हैं और ये कौन ये सब, वो कुछ बोलने को होता है तो फिर से उनकी पिटाई शुरू हो जाती हैं और जब तक होती है तब तक वे लोग खून में लथपथ हो कर बेहोश हो जाते है, ,, मेन आदमी फोन निकाल कर इस बारे में मैसेज कर और दोनों की फोटो खींच कर उसे भेज देता है, ,, दूसरी तरफ.... विदेश में... ऑफिस के मीटिंग रूम में... अभी भी बहुत गर्म माहौल था किसी के मुंह से एक शब्द नहीं निकल रहा था रवि पीछे से देख रहा था कि उसके पास बस अपने फोन को घुरे जा रहे हैं जैसे कुछ आने का इंजतार कर रहे हैं तभी एक मैसेज और तस्वीर आती है उसमे, तस्वीर में दो लोग खून की हालत में पड़े हुए थे और मैसेज में लिखा था काम हो गया बॉस लेकिन लेडी बॉस कभी डर गई है और रो भी रही थी और वे चली गई यहां से उनके पीछे हमारे दो आदमी गए और हम भी जा रहे हैं, पूरा मैसेज पढ़ने के बाद वहां का मोहाल नॉर्मल हो जाता है और मीटिंग शुरू हो जाती है लेकिन बीच बीच अमरजीत की नजर अपने फोन पर जा रही थी, मीटिंग खत्म होते ही वो सबको जाने का इशारा कर देता है और सभी के जाते ही वो अपना फोन उठा कर फेर से उसे देखने लगता है तो अब एक और तस्वीर आती है जिसमें रूही किसी गार्डन में बीरेंच पर बैठी हुई है और रो जा रही है अपना मुंह अपने घुटनों में छुपा कर साथ कांप भी रही है, ये देख अमरजीत गहरी सांस लेता है और फिर जल्दी से कुछ टाइप कर देता है और को अपने पॉकेट में रख कर बोला," चलो, ,,होटल बॉस,, रवि , ,, नहीं इंडिया, अमरजीत, रवि हैरानी से,,लेकर बॉस अभी दो मीटिंग और थी कल,, ,, ओके उन्हें अभी रखो हम आज रात निकलेंगे,, जैसे सुनकर रवि सिर हिला देता है और मीटिंग की तैयारी करता है, इंडिया में... रूही एक गार्डन में बीरेंच पर बैठी थी और रोते रोते उसे कब नीद आ गई पता ही नहीं चला, उसके सोते ही वहां बॉडी बिल्डर आदमी आ जाते है और 10 मिनिट में एक प्लास्टिक का घर तैयार कर देते है जो देखने में बहुत सुंदर था और अंदर एक टेबल बीरेंच के पास और उस पर एक एक छोड़ी नए लेडी कपड़े और उसके ऊपर एक कंबल डाल कर डोर बंद कर बाहर खड़े हो जाते है घर को चारों ओर से घेर ताकि कोई भी उनके लेडी बॉस की निंद खराब ना करे, रूही को पहले ठंड लग रही थी लेकिन अब उसे ठंड नहीं लगती बल्कि ऐसा लग रहा था जैसे वो घर पर बेड पर सो रही हो एक अच्छी निंद ये सब इंडिया अमरजीत का था कुछ वो वो उसकी वाइफ थी वो उसे कैसे खुले में ठंड में सोने देता, सुबह उस प्लास्टिक के घर के खिड़की से सुरज की रोशनी आ कर रूही के चेहरे पर पड़ती है तो अपने आखों के आंखे हाथ रख कर बोली," मम्मी ये रूम में धूप कैसे आ रही है मुझे सोने में प्रोब्लम हो रही है प्लीज खिड़की बंद करो ना, लेकिन बोलने के बाद वो एक दम से आंखें खोल लेती है और उठ कर बैठ जाती है उसके ऊपर कंबल ये घर वो कहां है, रूही कन्फ्यूज होकर सोचने लगी उसकी नजर फिर अपने फटे हुए कपड़ो पर जाती है तो उसे रात का सब याद आ जाता है उसके आखों में आसू आ जाते है, तभी उसकी नजर टेबल पर रखे नई ड्रेस पर जाती है बिल्कुल नई थी वो सुंदर भी, रूही उसे उठा लेती है कुछ सोच बंद डोर देख कपड़े चेंज कर लेती हैं वो इस हालत में बाहर नहीं जा सकती थी और जिसने भी क्या वो बाद में पता चल ही जाएगा, कपड़े बदल कर वो धीरे से डोर खोल कर बाहर आती है बैग लेकर अपना तो वो गार्डन में थी लेकिन ये घर तो नहीं था रात को ये कैसे किया उसे समझ नही आया, गार्डन खाली था कोई नहीं था कुछ दूरी पर उसे एक टेबल रखी देखी रूही पास जाकर देखती है तो वहां बहुत सारा नाश्ता रखा हुआ था, ,, किसने क्या ये क्या कोई है किसने मेरी मदद की हेल्प,, रूही चारों ओर देख कर बोली लेकिन कोई नहीं था रूही को बहुत तेज भूख लग रही थी तो वो कुर्सी पर बैठ कर नाश्ता कर लेती है एक पल के लगा ये रोहन ने तो नहीं क्या पर फिर सिर हिला कर बोली," वो कमीना ऐसा नहीं कर सकता, नाश्ता करके वो अपने बैग में से एक पर्ची पर लिख देती है, ,, मुझे नहीं पता तुम कौन हो लेकिन तुम बहुत अच्छे हो रात को तुम्हारे आदमी ने मुझे बचाया और यहां से मेरी सुरक्षा के लिए तुम्हारा दिल से बहुत बहुत ध्यान बाद लाइफ में तुम से जरूर मिलना चाहूंगी, फिर उस पर्ची को टेबल पर रख आस पास देख चली जाती है वहां से और गार्डन के बाहर टैक्सी में बैठ कर सिंह बोला के लिए जाती है नहा दो कर फिर से आएगी वो उसने हार नहीं मानी बिजनेस तो शुरू करेगी वो भी अब बिना किसी के हेल्प की, यही सोच वो मुस्कुरा कर टैक्सी में बैठ जा रही थी जिसने उसे बचाया उसने उसका पूरा मोड़ सही कर दिया था, वो पर्ची की फोटो और रूही की मुसकान वाली फ़ोटो विदेश में अमरजीत के फोन पर जाती है वो सारी मीटिंग खत्म कर होटल से चेक आउट कर रहा था इंडिया के लिए, पर्ची पर लिखा हुआ पढ़ कर अमरजीत के होठों पर हल्की मुस्कान आती है और रूही के उस सुंदर ड्रेस में मुस्काने वाली फोटो को अपने फोन के में सेव कर लेता है और रवि के साथ कार में एयरपोर्ट के लिए निकल जाता है, आज के लिए बस इतना ही। लाईक कमेंट शेयर जरूर। बाय।
अब आगे... रूही जब सिंह विला पूछती है तो देखती हैं सभी लोग हॉल में मौजूद है और रोहन गुस्से में यहां से वहां घूम रहा है, ,, बेटी तुम आ गई,, दादी खड़े होकर बोली तो रूही मुस्कुरा कर सिर हिला देती है, लेकिन वो अंदर कदम रखती उससे पहले रोहन बोला," वही रूक जाओ रूही, रूही कन्फ्यूज और गुस्से से देखती है तो रोहन एक नजर सभी को देख फिर फिर रूही के पास आकर बोली," मुझे ये जानना है कि तुम कल पूरी रात कहां थी, रोहन बहुत गुस्से में लग रहा था, ,, रोहन वो अपने किसी दोस्त घर ये मां पिता के घर होगी और तुम्हे उससे क्या लेना देना,, दादी बोली, ,, मां प्लीज आप चुप रहो ये लड़की इस घर की बहु तो हमें पता होना चाहिए कि ये कहां थी और रोहन हमें रात को बताया था कि ये ना घर पर ना किसी दोस्त के घर बल्कि ये... राजीव जी की आगे की बात माया करते हुए बोली," बल्कि होटल में एक बड़े आदमी के रूम में थी, जैसे सुनकर दादी हैरानी से रूही को देखती है तो रूही अपना सिर नीचे कर लेती है, ,, देखा इनकी गर्दन नहीं मतलब भाभी मुंह कला करा कर आई है रात में,, रिया बोली, रोहन के हाथों की मुठ्ठी कस चुकी थी और बहुत ज्यादा गुस्से से रूही को देखें जा रहा था जैसे उसका खून कर देगा, ,, रूही बेटा क्या ये सच है,, दादी बोली रूही को देख कर, ,, मां आप, राजीव आगे बोलते उससे पहले दादी उन्हें हाथ दिखा कर बोली," कोई बीच में नहीं बोलेगा में अपनी बड़ी पोता बहु से बात कर रही हुं, जैसे सुनकर कोई कुछ नहीं बोलता है सब अब रूही को देख रहे थे जो अपना सिर ऊपर करती है और उसके आंखों में आसू बहने लगते है, ,, क्या हुआ बच्ची मुझे अब डर लग रहा है,, दादी बोली, ,, दादी मां, इतना बोल सिया जाकर उनके गले लग कर रोने लगती है, ,, हो गया इसका नाटक शुरू,, माया बोली, ,, बोल ना क्या हुआ और तू रो क्यों रही है इस तरह,, दादी रूही के सिर पर हाथ फेरतते हुए बोली, ,, वो हम वहां पर अपने बिजनेस के लिए पैसे लेने गए थे दादी हमारी दोस्त ने हमें उस आदमी का पता और नंबर दिया और उसने हमें वहां बुलाया तो हम ने सोचा ज्यादा बात नहीं तो हम करके वापिस आ जाएंगे लेकिन, इतना बोल रुक गई रोने लगी, ,, लेकिन क्या, दादी बोली, ,, लेकिन फिर, इतना बोल रूही सब कुछ बता देती है तो दादी मान जाती है राहत की सांस लेती है लेकिन तभी रियान का गुस्सा सातवां आसमान पार कर जाता है और वो रूही का हाथ पकड़ उसे दादा जी दूर कर अपने सामने खड़ा करके बोला," रूही तुम्हे शर्म आनी चाहिए अपने पाप को छुपाने के लिए तुम झूठ बोल रही हो मुझे तान्या बताया कि तुम अपनी मर्जी से गई थी उसके पास और तुमने फोन पर बात डील कर ली की तुम उसके साथ रात में सोने वाली हो और वो तुम्हे 10 हजार करोड़ देगा, रोहन की बात सुनकर सभी शॉक रहे जाते है, ,, ये राम कैसे दिन आ गए ये लड़की तो बहुत चालक निकली दी,, सोनिया बोली, ,, हां सही बोला तुमने सोनिया कुछ ज्यादा ही चालक निकली ये, माया अपने दांत पीसते हुए बोली, ,, क्या बोल रहे हो हम से कोई बात नहीं रोहन और प्लीज मेरा हाथ छोड़ो तुम क्योंकि तुम इस से कोई मतलब नहीं होना चाहिए कि रात भर किसके पास थी में और जैसे ये पूछने का हक है वो यहां नहीं है , रूही बोली, उसके कहने का मतलब साफ था वो अपनी सफाई देगी तो अपने पति को तुम्हे नहीं रोहन जिसने उसे छोड़ दिया था, ,, बहु सही बोल रही रोहन छोड़ो उसे, दादी बोली, ,, मां बस कीजिए अब इसी लड़की का आप क्यों साथ दे रही हैं,, राजीव जी दादी से गुस्से में बोले, ,, क्योंकि मुझे विश्वास है कि ये लड़की गलत नहीं हो सकती,, दादी बोली तो रोहन रूही के हाथ की कलाई और कसके बोला," ये लड़की झूठ बोल रही है और इसने जो किया इसके बदले में देखता हूं इस इसका क्या नतीजा होता है, रोहन बोला, और फिर अपने पैन्ट से बेल्ट एक झटके से निकाल लेता है सभी हैरान हो जाते है, ,, रोहन क्या कर रहे हो वो तुम्हारी भाभी है,, दादी बोली और वे आगे बढ़ने को होती हैं तभी राजीव जी उनका हाथ पकड़ कर बोले," मां इस लड़की की यही सजा है, रूही डरते हुए अपने हाथ की कलाई रोहन से छोड़ने की कोशिश करते हो, ,, नहीं रोहन इसी गलती मत करो वरना अच्छा नही होगा तुम्हारे मुझ पर कोई हक नहीं है, रोहन बेल्ट उल्टा पकड़ कर है तुम इस घर की बहु और मेरी भाभी हो और सिंह परिवार की बहु मुंह कला करके गए तो उसे इसी सही मिलती है समझी, इतना बोल वो रूही को बेल्टों से मारना शुरू कार देता है पूरे घर में रूही की दर्द भरी चीखे सुनाई देती है दादी के आखों में आसू आते है ये देख बाकी लोग तो खुश थे सबको यही लगता है रूही ने उनके घर की नाक कटवा दी, ,, मत मार उसे रोहन उसने कुछ नहीं किया,, दादी बोली लेकिन रोहन नहीं रोक रहा था और ये गुस्सा रूही की सजा थी उसने उसे मारा किसी और से शादी की और किसी और बेड पर सो कर आ रही है वो इस लड़की को जान से मार देगा, रूही के कपड़े फट गए इसकेशरीर से खून बहने लगा वो नीचे पड़ी थी अब रोहन नहीं रो रहा था ये देख दादी राजीव जी को धक्का मार कर रूही के ऊपर लेट कर रोहन के आगे हाथ जोड़ कर बोली," में तेरे आगे हाथ जोड़ती हूं छोड़ दे बच्ची को, ,, हट जा बुढ़िया वरना तू भी मारी जाएगी,, रोहन बोला, ,, रोहन कैसे बात कर रहे दादी से और अब बस करो बहुत हुआ उसे उसके किए की सजा मिल गए जाओ अपने रूम में, राजीव जी अब बीच आ गए तो, रोहन अपने माथे से पसीना साफ़ करके जाने से बोला," रूही ये तुमने अच्छा नहीं क्या में तुम्हारा खून पी जाऊंगा तुम से अब नहीं बच सकोगी, ,, तू जा ना,, माया भी अब बीच में आ गई उसे डर था ये लड़की मर गए तो उनके बेटे को जेल हो जाएगी, रोहन गुस्से में चला जाता है और फिर बाकी लोग भी धीरे धीरे, सभी के जाने के बाद दादी रूही का चेहरा अपने हाथों में लेकर बोली," रूही बच्ची, ,, दादी मैने कुछ गलत नहीं किया था, इतना बोल वो बेहोश हो जाती है, रूही दादी रोते हुए बोली और एक नौकर की मदद से रूही को अमरजीत के रुम ले जाकर बेड पर लेटा देती और उसका खून साफ कर एक लेडी कर देती है उसकी चोट में दबा लगा कर उनके आखों से आसू रोक नहीं रहे थे, माया और रिया ये देख रही थी रूम के बाहर से, ,, मजा आ गया भाई ने इस लड़की सारी अकड़ निकाल दी मां,, रिया बोली, ,, हां लेकिन मुझे थोड़ा अमरजीत का डर है अगर ये बुढ़िया ने उसे बता दिया तो पता नहीं क्या होगा, माया थोड़ा डर कर बोली, ,, कुछ नहीं होगा मां बड़े भाई के पास इतना टाइम नहीं है और ना उन्हें कोई फर्क पड़ता है इसके जीने मरने से, रिया बोली तो माया धीरे से बोली," में भी यही उम्मीद करती हुं, दादी ने इस बारे में कर तो दिया अमरजीत को मैसेज लेकिन उन्हें नहीं पता था कि वो प्लेन में और वापिस इंडिया आ रहा है और उसका फोन बंद है, आज के लिए बस इतना ही लाईक कमेंट शेयर जरूर करे बाय
अब आगे.. रात के 12 बजे.. मुंबई एयरपोर्ट से बाहर अमरजीत और रवि बाहर आते है, दोनों कार में बैठ जाते है ड्राइवर रवि को देखता है तो वो बोला," होटल चलो, ,, नहीं घर चलो,, अमरजीत बोला तो रवि और वो ड्राइवर शौक़ रहे जाते है लेकिन अमरजीत की नजर सिर्फ अपने फोन पर टेकी हुई थी अचानक कार का मोहाल गर्म होने लगा, रवि माथे पर आए पसीना साफ़ कर ड्राइवर से बोला," चल भाई थोड़ा जल्दी कर, ,, जी सर, वो ड्राइवर शौक़ से बाहर आया और कार सिंह विला की ओर बढ़ा देता है, ,, बॉस आप तो बोल रहे थे कि हम होटल जाएंगे रात में फिर कल से ऑफिस देखें यहां का, रवि बोला, लेकिन अमरजीत कोई जवाब नहीं दे रहा था लेकिन वो कभी नजारा और गुस्से में लग रहा था इस लिए रवि आगे कुछ नहीं बोला, अमरजीत फिर अपना फोन साइट फेक अपनी आंखे बंद कर लेता है ऐसा लग रहा था जैसे वो खुद को शान्त कर रहा है , कुछ देर बाद.. कार विला के अंदर इंटर होती है और रुकते ही अमरजीत कार से उतरते हुए बोला," अभी आया में आराम करके, ड्राइवर और रवि सिर हिला देते है और अमरजीत घर के अंदर चला जाता है रवि और ड्राइवर कार में नीद लेने की सोचते थोड़ा इस लिए वे आंखे बंद कर लेते है, अमरजीत सीधा अपने रूम की तरफ जाता है अंधेरे पर रूही गहरी नींद में सो रही थी बेड पर इस लिए उसे नहीं पता चला कब अमरजीत रूम आकर वापिस डोर बंद कर बेड के पास आकर उसे देखें जा रहा था और उसकी चोट पर लगी दवाई को देख वो गहरी सांस लेता है और वहां से वो रूम के अंदर बने एक रुम में जाता है जिसकी चाभी केवल उसके पास होती है वो उसमें से एक पार्टी बॉक्स और इसी दबा लता है जो इतने स्पेशल है कि कुछ ही घाटों में दर्द और गहरी से गहरी चोट का दर्द भर जाता है सुबह तक ये लड़की ठीक हो जाएगी, अमरजीत इतना बोल वापिस रूम में आता है और बेड पर बैठ कर बॉक्स खोल कर रूही के कंधे और पीठ की ओर अपना हाथ बढ़ने लगता है जिससे पूरी दुनिया डरती है बिना बोले वो एक लड़की को छूने से डर रहा था उसका हाथ कांप रहा था, अमरजीत पूरी हिम्मत करके धीरे से अपने हाथ से जब रूही की चोट के पास हाथ रखता है तो उस एहसास से एक पल के लिए उसकी आंखे बंद हो जाती हैं पहली बार उसने किसी लड़की को छुआ था, अमर फिर एक दम से अपनी आंखे खोल कर गहरी सांस लेकर खुद की बढ़ती धड़कने को शान्त कर वो दवाई लगाने लगता है कि पीठ पर कंधे और उसे पार्टी को बांध देता है, ,, सुबह तक तुम बिल्कुल ठीक हो जाओगी और खड़े होकर अपने सपने के लिए फेर से चलना तुम बहुत हिमत वाली लड़की हो ये चोट ये लोग तुम्हे नहीं रोक सकते, अमर मन में बोला, और फिर रूही को सीधा लेटता है आगे कमर पर हाथों पर पैरों पर हर जगह वो दवाई और पार्टी लगा देता है रूही को बहुत आराम मिल रहा था इस लिए उसके चेहरे पर जो पहले नीद में ही दर्द के भाव थे वे जा चुके थे अब वो नॉर्मल और अच्छी निंद में सो रही थी उसे ऐसा लग रहा था जैसे वो कई पहाड़ों पर और ठंडी हवा उसके शरीर को छू रही हो जिसका एहसास उसे बहुत आनंद दे रहा था, लास्ट में में रूही के सीने पर थोड़ी हल्का निशान था अमर उसे देखता है लेकिन वो रूही को वहां छूने से डर रहा रहा था पर फिर हिमत कर वो दवाई वहां भी लगा देता है और पार्टी का छोटा सा टुकड़ा वहां चिपका देता है जब हाथ पीछे लेने वाला था तभी रूही उसका हाथ पकड़ कर दूसरी तरफ मुंह करके लेट कर उसे बोली," डैडी प्लीज आज मेरे साथ सो जाओ ना, अमर पहले अपना हाथ हटाने की कोशिश रहा था घबराए हुए लेकिन फिर उसकी बात सुनकर वो उस बॉक्स को टेबल पर रूही के पीछे लेट जाता है और उसे बाहों में भर उसी तरफ लेटा रहता है, रूही को निंद में लगा जैसे वो घर पर हो उसके पिता उसके पास लेट हो क्योंकि अमर प्यारे से उसके सिर पर हाथ भी फेर रहा था जैसे उसके पिता फेरते है उसे वही एहसास हुआ तो वो मोड़ कर अमर के सीने से चिपक जाती है किसी छोटी बच्ची की तरह, अमर को ना जाने क्या हो रहा था वो हर चीज कर रहा था जो आज से पहले उसने किसी के साथ नहीं किया उसे ये सब शुरू से पसन्द नहीं था लेकिन ये लड़की उसे अपने ओर खींचते जा रही है वो पहली बार इंडिया वापिस इतनी जल्दी आ गया इस लड़की की वजह से और फिर इसकी चोट देख कर ये सब करना और इस खुद से चिपके रहने देने, अमरजीत सब से दूर और लड़कियों से दूर रहने की वजह ये भी था कि वो जब भी किसी लड़की बहुत करीब होता तो उसे अजीब लगता वो दो मिनिट से ज्यादा रुक ही नहीं सकता किसी लड़की या औरत के पास केवल दादी को छोड़ कर लेकिन इस लड़की में कुछ तो जो वो इतने देर से इसके पास रुका हुआ है , और पहली बार था कि वो रात में सो भी गया इतनी जल्दी वरना उसे दबा लेनी पड़ती थी अमरजीत इस लिए खुद को हमेशा इतनी बीजी रखता था ताकी उसकी बॉडी थक जाए और रात को कुछ घंटे तो सोए लेकिन ऐसा नहीं होता था उसे मुश्किल से 3 चार घंटे नींद आती थी वो भी निंद की गोली के असर से पर आज इस लड़की के जादू ने उसे बिना गोली के सुला दिया और रूही भी अच्छी निंद में सो रही थी जैसे सच में अपने घर और रूम में अपने मॉम डैड से चिपक कर सोती थी, बाहर कार में रवि और ड्राइवर भी सो गए अमरजीत का इंतज़ार करते करते, ,, सुबह 5 बजे... अमरजीत की आंखे एक दम से खुल गई तो वो एक नजर अपने बाहों में सो रही इस मासूम और प्यारी सी बच्ची को देख फिर अपने हाथ की घड़ी में टाईम देख रूही को आराम से खुद से दूर करके लेटा देता है एक नजर उसे देख कर बेड से उठ कर वापिस चला जाता है जल्दी किसी और या रूही के उठने से पहले, बाहर कार का डोर खोल करके उसमें बैठ जाता है डोर की आवाज सुनकर ड्राइवर की नीद खुल जाती है, ,, चलो सीधे ऑफिस, अमरजीत बोला अपनी आंखे बंद कर उसी एहसास को महसूस कर लाइफ पहली बार उसे जॉब पर जाने का मन नहीं हो रहा था ये सब इस लड़की की वजह से वरना ऑफिस और काम के बिना उसका मन नहीं लगता है कार विला से बाहर चली जाती है, सुबह 9 बजे... दादी नाश्ते की पिलेट लेकर आती है तो वे रूही के शरीर पर पार्टी देख हैरान हो जाती है, ,, ये जिसने किया खुद से रूही ये नहीं कर सकती फेर कौन आया था रोहन नहीं वो लड़का तो बस दर्द देना जनता है मेरी बच्ची को,, दादी खुद से बोली तभी उनकी नजर उस सीक्रेट रूम के डोर पर पड़ती है जो हल्का खुला था और फिर दवाई का स्पेशल बॉक्स देख जो विदेश से लाया था अमरजीत मतलब अमरजीत आया था रात को वो इंडिया आ गया, इतना सोच वे मुस्कुरा देती है, दादी नाश्ते की पिलेट टेबल पर रूही के सिर पर हाथ फेरते हुए बोली," बेटी आंखे खोलो देखो सुबह हो गई, ,, मम्मा सुने दीजिए ना और डैड कहां गए वो तो मेरे पास सो रहे थे ना,, रूही बिना आंखे खोले नीद में बोली, दादी के चेहरे की मुस्कान और बढ़ जाती है ये पागल लड़की अमर बेटे को अपना डैड समझ रही थी नीद में,, ,,वे गए चल उठ जा,, दादी बोली तो अब रूही आंखे खोल लेती है और दादी को देख कर एक दम से उठ कर बैठ जाती है और फिर पूरे रूम को देखती है तो उसे याद आता है अब वो कहां है, वो उदास हो जाती है, ,, उदास मत बेटी ले खाना खा वैसे अब भी दर्द हो रहा है क्या तुझे, दादी बोली, ,, रूही पहले कन्फ्यूज फेर अपने हाथ का दर्द ना महसूस कर बोली," नहीं तो ऐसा लग रहा है जैसे में बिल्कुल ठीक हुं क्या ये पार्टी आपने लगाई थी दादी रात को, रूही बोली अपने हाथ फेर की पार्टी देख कर, दादी मुस्कुरा कर बोली," रात को वो आया था जिसने ये सब किया और तेरे पास लेट गया जूस तूने अपना पिता समझा और उससे चिपक कर सो होगी, दादी की बात सुनकर रूही पहले कन्फ्यूज और हैरान हो जाती है, ,, लेकिन दादी वे कैसे आ सकते है वे तो विदेश गए हैं और उन्हें मुझसे कोई फर्क नहीं पड़ता, इतना बोल वो उदास सा चेहरा बना लेती है, ,, पहले नहीं पड़ता था लेकिन अब पड़ने लगा तभी तेरे लिए आया रात को ये दवा और पार्टी स्पेशल है जो उस सीक्रेट रूम रही थी जिसकी चाभी केवल तेरे पति के पास है, दादी रूही के सिर पर हाथ फेर बोली तो रूही सोच में पड़ जाती है दादी फिर मुस्कुरा कर चली जाती है रूही को नाश्ते की पिलेट दे कर, ,, क्या ये सच है, रूही धीरे से बोली उसे अभी भी विश्वास नहीं था, आज के लिए बस इतना ही। लाईक कमेंट शेयर जरूर करें। बाय,
अब आगे... अमरजीत का ऑफिस... अमरजीत केबिन में कुर्सी पर बैठा हुआ था उसकी नजर अपने लैपटॉप की स्क्रीन पर थी जहां वो कैमरे की मदद से अपने रूम में बैठ पर बैठी रूही को देख रहा था जो सोचते सोचते नाश्ता कर रही थी, ,, क्या ये लकड़ी पहले नाश्ता नहीं कर सकती उसके बाद सोच ले,, अमरजीत धीरे से बोला, तभी रवि केविन का डोर नोक करके बोला," सर आप से मिस्टर कूपर मिलने आए है क्या में उन्हें अंदर भेज दूं, ,, no उनको मीटिंग रूम में इंतजार करने को बोलो और कहना कि सिर बहुत जरूरी मीटिंग में है,, अमरजीत लैपटॉप में देखते हुए बोला, रवि पहले हैरान हो जाता है कि सर ऐसा क्यों बोल रहे है लेकिन फिर अपने बॉस की आखों का रंग देख वो सिर हिला कर चला जाता है कि कितने जरूरी मीटिंग चल रही है शायद उसके बॉस एक घंटे से या उससे ज्यादा समय लग सकता है उसे मिस्टर कपूर को ऐसा ही बोलना पड़ेगा, अमरजीत फिर पानी का गिलास उठा कर पानी पी कर बोला," दादी इस से ऐसा भी क्या बोल गई कि इसका दिमाग काम करना बंद कर रहा है, अमरजीत रूही कभी खाने का निवाला मुंह की जगह नाक के पास लाता देख कर बोला, रूही नाश्ते की पिलेट में पोहे खाते हुए बोली," पैसे इन पार्टी और दवाई के बॉक्स से तो यही पता चलता है कि वे रात में आए होंगे लेकिन मुझे विश्वास करना मुश्किल क्यों हो रहा है कि मेरे पास बैठ पर मुझे अपने बाहों में भर कर भी सो सकते है, तभी रूही की नजर उस रूम के डोर पड़ती है जो सीक्रेट था अमरजीत का, ,, ये डोर खोल कर क्यों गए है क्या है इस में मुझे एक बार देखना चाहिए या नहीं, रूही सोच कर बोली, और फिर हाथ में बचे हुए नाश्ते की पिलेट को टेबल पर रख कर उस रूम की तरफ अपने कदम बढ़ाने लगती है ये सोच कर कि कौन सा उसके सीक्रेट हसबैंड को ये पता चलेगा कि उसकी शैतान वाइफ उसके सीक्रेट रूम में गई थी, लेकिन अमर ये सब देख रहा था और रूही को चोरी छुपे उस रूम की तरफ जाता देख कर उसके होठों पर हल्की मुस्कान आ जाती है ये लड़की सच में इतनी मासूम और भूली या मानती है बस अमरजीत ने कुछ सोच कर उस रूम का डोर खुला छोड़ दिया था क्योंकि वो खुद चाहता था कि रूही उस रूम में जाए, रूही एक नजर रूम में देख फिर जल्दी से उसे रूम का डोर खोल अन्दर घुस जाती है, और फिर पलट कर लंबी लंबी सांस लेकर पूरे रूम को देखती है तो अपने नाक पर हाथ रख बोली," लगता है यहां कोई सफाई नहीं करता कितनी गंदगी है, रूही खांसते हुए बोली, और रूम की लाइट चालू कर देखती है तो उसकी आंखे खुली की खुली रहे जाती है ये तो किसी ऑफिस जैसे है यहां हर वो चीज थी जो एक बिजनेस मेन को जरूरत होती है, कंप्यूटर कई सारे फाइल और नक्शा की कैसे पहले सीढ़ी चढ़ना चाहिए बिजनेस की और फिर आगे, ,, ओ तो मिस्टर सीक्रेट हसबैंड जी के इस रूम में वो हर चीज है जो उन्होंने अपने बिजनेस की शुरू बाद में किया था फिर चाहे उनके गलत रास्ते हो या सही, एक कागज़ पर लिखा था, ,, कभी भी किसी एक से पैसे उधार मत लो ये तुम्हारे लिए बहुत घाटे का सौदा होता है, रूही सिर हिला देती हैं उसने यही गलती की थी, उसी नक्शा पर आगे लिखा था, Step 1... हमें पता लगा चाहिए कि शहर में कौन कौन सी कंपनी के शेयर महंगे और किस के कम, रूही कन्फ्यूज होकर लेकिन क्यों, तो फिर आगे पड़ती है, यह बहुत जरूरी इस लिए है क्योंकि हम पता चलेगा कि मार्केट में क्या चल रहा है आज की रेत में और हमारा गोल्ड भी उसी तरह का जैसे इन्होंने बिजनेस की शुरू बाद की थी, रूही थोड़ा सोच कर सिर हिला देती है नहीं आया उसे समझ, स्टेप 2.. अगर प्लेन a काम ना करे तो दूसरा और सरल उपाय है कि इस बिजनेस शो में जाओ जहां बड़े बड़े बिजनेस मेन आते है उन्हें अपने बिजनेस के बारे में बताओ अगर उन्हें तुम्हारा प्लेन पसंद आया तो वे ही तुम्हारे शेयर होल्डर बन जाएंगे कुछ करोड़ तो मिलेगे ही तुम्हे, रूही थोड़ा सोच कर बोली," इंडिया तो अच्छा है लेकिन इस शो का पता कैसे चलेगा और कहां जहां ये भी पता लगाना होगा मुझे, ,, मुझे इस रूम की बहुत जरूरत पड़ेगी यहां से इंडिया लेकर में अपना काम शुरू करती हुं क्या पता प्लेन बन जाए, और वो एक कपड़े से कंप्यूटर को साफ कर उसे चालू कर देती है और फिर कुर्सी पर धूल साफ कर बैठ कर कंप्यूटर काम करने लगती है, अमरजीत ये सब देख रहा था, ,, अब बिना प्लेन के मत जाना वरना फिर ना फंस जाओ,, अमरजीत गहरी सांस लेकर बोला इस लड़की पर बहुत गुस्सा आया था जब ये तब ये रात को सीधा होटल में उस विवेक तिवारी के रुम चली गई थी शहर में इसे लोगों की कमी नहीं है जो फायदा उठाने के लिए बैठे लड़कियों का कुछ पैसे या मूवी में रोल मिल है और भी कई लालच जिसमें कई लड़कियां फंस भी जाती है, अमरजीत ये सोच रहा था और फिर घंडी में टाइम देख कर बोला," चलो अब देखते इस लड़की का दिमाग खा तक जाता है, और वो लेपटॉप बंद कर मीटिंग करने चला जाता है अपनी, रूही को जल्दी पता चल जाता है उन शो के बारे में और कौन कौन लोगों है जिन्हें अगर उसका बिजनेस इडिया पसंद आया तो वे करोड़ों रुपए इन्वेस्ट कर सकते है, रूही उनके नाम नोट कर उस शो का एड्रेस भी लिख कर मुस्करा कर बोली," चल रही देखते है इस बार क्या होता है वैसे प्लेन मस्त था मिस्टर सीक्रेट हसबैंड का दिल खुश कर दिया, थैंक यू माई सीक्रेट हसबैंड। इतना बोल वो कंप्यूटर बंद कर रूम से बाहर आ जाती है और तैयार होने लगती है और उससे खुशी की बाते ये थी उसके चोट और उनके निशान सब गायब हो गए वाह क्या दबा लगाई थी उन्होंने उसके चोट पर रात को, रूही तैयार होकर फिर से अपने बैग में सपने सभी जरूरी पेपर रख लेती है और एक नजर खुद को आईने में देखती है तो आज उसने फेर उसने सलवार सूट पहन ली क्या करे उसके पास अच्छे कपड़े नहीं थे ये पता नहीं दादी कैसे लेकर आई थी लेकिन रूही उन्हें में भी अच्छी लग रही थी और उसने सोच लिया था उसके बिजनेस की पहली कमाई से वो अपने लिए पसंद कपड़े लेगी, रूही ये सोचते हुए रूम से बाहर उसे बंद कर देती है तभी उसके कानों में गुस्से भरी आवाज आई आज कहां जा रही हो मुंह काला कराने अपना, रूही उस आवाज को सुनकर डर जाती है क्योंकि वो रोहन था जिसने उसे मारा था सोने गुस्से को निकालने के लिए, वो अभी लाल आंखे से उसे घुरे जा रहा था,
अब आगे... रूही रोहन गुस्से में अपने सामने खड़ा देख कर पहले तो डरती है लेकिन उसे इग्नोर कर जाने लगती है तो राहुल उसका हाथ पकड़ने को होता है ये देख रूही एक दम घूम कर रोहन के गाल पर जोर का थप्पड़ रसीद देती है, रोहन अपने गाल पर हाथ हैरानी और गुस्से से रूही को घूरता है, रूही उससे नहीं डरती है बल्कि वो उसके तरफ अपने हाथ की ऊंगली प्वाइंट करके बोली," अब इसी गलती मत करना रोहन वरना इस बार सबके सामने पीटने के बारी तुम्हारी होगी मेरी नहीं, ,, तुम, राहुल दांत पीसते हुए बोला, ,, में क्या रोहन अब देखो में रोज अपने बीजेनस के बजे से बाहर जाऊंगी नई नई आदमियों से मिलेगी और बाते करेंगी और बात कुछ और बस देखते रह जाओगे, रूही टेढ़ी मुस्कान लाकर बोली अपने चेहरे पर, और उसे घूरते हुए चली जाती है , रोहन दांत पीसते हुए बोला," में भी देखता हूं तुम किस मर्द के करीब जा पाती हो में तुम्हारे हर प्लेन फेल कर दूंगा रूही आखिर में तुम्हे मेरे पास आना होगा क्योंकि तुम्हें सिर्फ और सिर्फ मेरी हो और किसी नहीं हो सकती, रूही घर से बाहर आती हैं तो एक कार खड़ी थी और ड्राइवर भी, गुड मोरिंग मैडम में आज से आपका ड्राइवर और ये आपकी कार है आपको जहां जाना आना मे ड्रॉप कर दूंगा, रूही कन्फ्यूज होकर लेकिन आपको ये सब करने के लिए किसने बोला, ,, वो, इतना बोल रुक जाता है जैसे उसे मना किया हो बोलने के लिए, ,, ओ तो तुम्हे मेरे सीक्रेट हसबैंड ने भेजा है,, रूही थोड़ा सोच कर अंदाजे से बोली लेकिन वो ड्राइवर के चेहरे के भाव देख कर रूही की आंखे बड़ी बड़ी हो जाती है और फिर वो इस लग्जरी कार को देखती हैं, ,, क्या हुआ उसके हसबैंड एक दम से इसकी इतनी चिंता क्यों होने लगी क्या उस दिन भी उनके आदमी ने उसे बचाया था उस होटल में, रूही फिर से बहुत गहरी सोच में चली गई थी तभी ड्राइवर के कानों में लगी ब्लूटूथ में आवाज आई, ,, अपने मैडम को उनके सोच से बाहर लो वरना पूरा दिन यही खड़ा निकल जाएगा, ,, जी बॉस, ड्राइवर बोला तो रूही उस देखती हैरानी से वो ड्राइवर जल्दी से बोला," मैडम बॉस चले आपको लेट हो रहा था, रूही सिर हिला कर उसे देखते है कार का पीछे का डोर खोल बैठ जाती है ये देख ड्राइवर भी आगे सीट पर बैठे कर डोर बंद कर कार आगे बढ़ा देता है सिंह विला से, ये सब माया और रिया ने देख रहे थे डोर के पीछे से, ,, मॉम ये कार तो बहुत नई मस्त है किसने दी होगी इस,, रिया मुंह खोले कार को जाते हुए देख कर बोली, ,, किसने क्या दी होगी इसके नए आशिक ने जिसके साथ है पूरी रात विस्तार गर्म करके उसे खुश करके आई थी,, माया गुस्से में बोली, ,, कैसे कौन खुश करके आया,, तभी पीछे से रोहन की आवाज आई जो तैयार होकर आया था रूम से बाहर जाने के लिए, रोहन की आवाज सुनकर और उसे देख कर रिया जल्दी से उसके पास आ कर बोली," भाई रूही भाभी ना एक रेड रंग की लग्जरी कार में बैठ कर गई है जो उसके आशिक ने भेजी थी जिसके साथ वो पूरे रात बीता करके आए थी उस दिन, रिया की बात बात सुनकर माया भी सिर हिला देती तो रोहन के चेहरे पर गुस्से वाले भाव और उसके हाथों को मुट्ठी कस जाती है, ,, अब वो लड़की खुल कर इस काम कर रही है और हम कुछ नहीं कर पा रहे हैं क्या दिन आ गए ऐसा ही होता है जब पति का ध्यान पत्नी पर नहीं हो मेरा बड़ा बड़ा बेटा बिजनेस के वजह से बाहर रहे और बहु बाहर मुंह कला करती है, माया दुःखी होकर बोली, माया और रिया फिर रोहन की सकल देख कर एक दुसरे को इशारे करके चले जाते हैं, रोहन गुस्से जलन से पागल हो जा रहा था उसने सपने में नही सोचा था उसकी रूही इतने नीचे तक गिर सकती है, ,, जब तुमने नीचे गिरने का सोच ही लिया रूही तो देखो में तुम्हे देखूं में देखूंगा अब तुम्हे नीचे गिरना किसे कहते है, रोहन बोला और कुछ सोच कर चला जाता है घर से बाहर और फिर अपनी कार निकाल कर , रूही कार बैठ कर ड्राइवर से बात कर रही थी जो कार चलाते हुए उसके सवाल का जवाब दे रहा था और उसके कान में लगे ब्लूटू से ये सब अमरजीत सुन रहा था और बता भी रहा था उसे क्या जवाल देना रूही को, ,, अच्छा भाई आप मेरे सीक्रेट हसबैंड यानि आपके बॉस को कितने अच्छे तरह से जानते है क्या आपने उनका चेहरा देखा है,, ,, ड्राइवर सोचने का नाटक करता है, ,, उसे बोलो कि तुमने बॉस का चेहरा नहीं देखा वे हमेशा मास्क में रहते है,, ड्राइवर ऐसा ही बोला, ,, क्या तुमने में नहीं देखा, रूही उदास होकर बोली, ,, अच्छा भाई खाना खाते समय तो मास्क निकालते होंगे ना वे तब तो देखा होगा,, रूही फेर से बोली, ,, उससे बोलो कि बॉस खाना खाते समय हमेशा अकेले होते है उस समय कोई उनके पास नहीं जाता, ,, ड्राइवर ऐसा ही बोला, जिसे सुनकर रूही बुरा सा मुंह बना लेती है, ,, क्या यार ये आदमी ये मास्क मेन क्या बचपन से इन्हें मास्क पहनने की आदत है,,। जिसे सुनकर अमरजीत बोला ड्राइवर से, ,, उससे बोलो कि नहीं सार बचपन से मास्क नहीं पहनते बचपन में उनके साथ एक दुर्घटना हुई थी जिसके वजह से वे अपना चेहरा किसी को नहीं देखते, ड्राइवर बोला तो रूही सोच कर बोली," अच्छा ऐसा भी क्या हुआ क्या उनका चेहरा जला हुआ है ये वे काले है, रूही यही वजह लगी, ,, उससे कहना ऐसा नहीं है बस बॉस को पसन्द नहीं है चेहरा किसी को देखना क्योंकि इस दुनिया में अगर आगे बढ़ना है तो खुद को और के प्लेन को सीक्रेट रखो कि दुनिया तो दुनिया घर बालों को भी पता नहीं होना चाहिए हां अपनी जीत के बारे में सबको पता हो लेकिन हार नहीं क्योंकि बॉस को किसी की हेल्प या सहारे की जरूरत नहीं है, ड्राइवर जब ये बोला तो रूही सिर हिला कर बोली," हां ये बात मुझे बहुत पसंद आई आपके बॉस की मैने हमेशा खुले दिल से सोचा खुले से प्यार किया था शायद इस लिए मुझे धोखा मिला, इतना बोल रूही अपना सिर दूसरे तरफ मोड़ लेती है उसके आखों में आसू थे, उसकी बात सुनकर अमरजीत को लगा कि अभी भी रूही रोहन के प्यार के लिए रो रही है तो वो कॉल काट देता, ,, जिसे देख ड्राइवर भी समझ जाता है कि उसके बॉस जो किसी से इतनी बातें नहीं करते थे उन्होंने इतना कुछ बोला और मैडम ने लास्ट में अपने प्यार के बारे में बोल कर सब खराब कर दिया वो क्या ये बात किसी मर्द को अच्छी नहीं लगेगी कि इसकी वाइफ अपने पहले प्यार के लिए दुःखी हो, रूही इन सब से अनजान अपने आखों में आए आसू साफ करके मन में बोली ," लेकिन अब मुझे एहसास हो चुका है कि में कितने पागल थी जो उस आदमी के पीछे पागल थी जो बस मुझे दुःख और दर्द में देखना पसन्द करता है , कुछ देर में कार एक बड़े ऑफिस के आगे रुकती हैं, रूही कार से उतर कर बोली," भाई आप चाहे तो जा सकते है में टैक्सी से वापिस चली जाऊंगी, ड्राइवर बस सिर हिला देता है और रूही पलट कर उस ऑफिस के अंदर चली जाती है, काउंटर पर खड़े लड़की से कुछ बात करती है तो रूही को एक फॉर्म भरने को देती है तो रूही उसे भर देती है जल्दी से हसबैंड का अमर डालती हैं बस, और फिर उसे लड़की को वापिस देती उसे लेकर लड़की एक और लड़की को बुला कर उसके साथ रूही को जाने का इशारा करती हैं तो रूही मुस्कुरा कर उसे थैंक्स बोल कर दूसरी लड़की के साथ चली जाती है, दूसरी लड़की उस एक हॉल जो वेटिंग एरिया था वहां बैठने को बोलते हुए बोली," मैडम आप यही बैठो आपका नंबर आएगा तो आपको बुला लिया जाएगा, रूही सोफे पर बैठ कर सिर हिला देती है और वो ल़डकी चली जाती हैं वहां और भी 3लोग थे जिनके हाथों में पेपर थे वे लोग भी इसी लिए आए थे, रूही अपने बैग से अपना भी पेपर लेकर बैठ जाती हैं, ,, hi क्या आप भी यहां अपने बिजनेस के लिए आई है,, रूही बोली अपने पास बैठी लड़की से, ,, हां यहां सभी इस लिए आए है वैसे मेरे पास पैसे की कमी नहीं थी क्योंकि मेरे पिता मुझे 100 करोड़ देने को तैयार थे लेकिन फिर मैने सोचा कि उनके पैसे क्यों खर्च करना अपने बिजनेस पर और मेरा बिजनेस चल गया तो नाम तो उनका होता ना इस लिए मैने मना कर दिया उन्हें और यहां आई हूं, उस लड़की की बात सुनकर रूही कुछ नहीं बोली," पिता का नाम हो तो क्या बुरा, लेकिन वो ऐसा बोली नहीं बस मुस्कुरा देती है, तभी एक लड़की रोते हुए अंदर रूम से बाहर आती है और वहां से चली जाती है सभी उसे जाते देखते है, ,, लगता है इसका बिजनेस तीनों जज को पसन्द नहीं आया और उन्होंने कुछ बोल दिया होगा इस लिए इस तरह भाग गई, वो लड़की बोली, ,, लेकिन इस में रोने वाली क्या बात है उन्हें नहीं पसंद तो,, रूही बोली, ,, तुम्हे कुछ नहीं पता देखो अंदर जो तीन जज है उनमें एक बहुत बड़ा बिजनेस मेन वो बहुत घमंडी है और हैंडसम भी है उसने बड़े बड़े बिजनेस मेन के साथ काम किया है जैसे वो है मास्क लगाए रहता है अरे क्या नाम है उसका, वो लड़की सोचते हुए बोली, ,, अमरजीत, रूही बोली तो वो ल़डकी जल्दी से सिर हिला कर बोली," हां वही यार तो सोचो वो लड़का घमंडी तो होगा ही ना दयाल कुमार नाम है उनका अगर उसे पसन्द नहीं आता इंडिया तो वो बुरी तरह से बज्जती करता है लोगो की सुबह से करीब 10 में 9 लोगों रिजेक्ट हुई एक सेलेक्ट हुआ, वो लड़की जिसका नाम तनु था वो बोली, ,, रूही को थोड़ा डर लगने लगा था, बाकी दो जज कैसे है, ,, रूही बोली, ,, एक टॉप बिजनेस विमेन मिस पल्लवी शर्मा है इंडिया की जिसकी कई बार अमरजीत के साथ तस्वीर वायरल हुई है कहा जाता है कि उन दोनों का चक्कर है पक्का तो नहीं पता लेकिन हो भी सकता है, तनु बोली तो रूही को हल्की जलन हुई लेकिन वो ये सोच कर नॉर्मल करती हैं कि उसे जलन नहीं होना चाहिए आखिर वो वैसे भी अमरजीत के बराबर तो नहीं हैं उनकी शादी एक मजबूरी थी अमरजीत ने उसके और पिता की इज्जत के अपने दादी की बात मान शादी की और वैसे भी इस बारे में किसी को नहीं पता कि वो द ग्रेट अमरजीत सिंह की वाइफ है और ये सही भी वरना तीनों जज उसके साथ अलग ही तरह से पेस आते, रूही ये सोच रही थी तभी वो लड़की बाहर आ कर एक लड़के से बोली," अब आपकी बारी है, लड़का खड़ा होकर सिर हिला कर चला जाता उसके साथ, तनु बोली," अब मेरी बारी आएगी इसके बाद बस बज्जित ना करें यार मुझे तो और जल्दी रोना आता है, तनु रोनी सी सकल बना कर बोली तो रूही मुस्कुरा कर बोली," ऐसा कुछ नहीं होगा हिमत रखो खुद के बिजनेस इडिया पर, तनु गहरी सांस लेती है, थोड़ी देर बाद वो लड़का बाहर आता है तो ना खुश ना दुखी लग रहा था, ,, क्या हुआ, तनु बोली तो वो ल़डका बोला," उन्होंने रिजेक्ट नहीं किया बोला कि इंडिया अच्छा है लेकिन मुझे या तो किसी और इंडिया के साथ अपना बिजनेस इडिया मिला कर आना होगा या फिर प्लेन चेंज करना होगा, ,, मतलब, रूही बोली, ,, अरे में बताती हूं तुम्हे कभी कभी क्या करते है ये लोग दो से तीन लोगों प्लेन एक कर उन्हें साथ में बिजनेस इडिया बना कर लाने को बोलते है मतलब तीन लोग एक कंपनी के मालिक होंगे तो इन्हें पैसे लगाने में प्रोब्लम नहीं होगी, रूही सिर हिला देती हैं वो लड़की फिर तनु को बोलती है तो तनु अंदर चली जाती है और वो ल़डका रूही के पास बैठ जाता है दोनों एक दूसरे को मुस्कान पास करते है, आज के लिए बस इतना ही। लाईक कमेंट शेयर जरूर करें। बाय।
अब आगे... रूही उस लड़के से बात कर रही थी और अंदर वो लड़की ऑडिशन दे रही थीं, सामने तीन जज बैठे थे कुर्सी पर एक लड़का 27 साल का नाम दयाल कुमार एक औरत उम्र दयाल से 1 साल बड़ी पल्लवी शर्मा और एक बूढ़ा व्यक्ति जिसकी उम्र करीब 55 साल होगी , तनु स्टेज पर आती है उसके पीछे बड़ी स्क्रीन पर उसका बिजनेस इडिया दिखाई देता है तनु उसे तीनों जज को समझाने लगती हैं, तीनो जज तनु को देखते और फिर उसके पीछे स्क्रीन को देख रहे थे तनु का पूरा प्लेन सुन पल्लवी बोली," गुड लेकिन हम क्यों करे हमारे बिजनेस में इन्वेस्ट कोई ऐसी वजह बातों जिसे सुनकर हम राजी हो जाए, ,, मैडम मेरे बिजनेस में इन्वेस्ट करने पर आपको एक साल में दुगना पैसा वापिस मिलेगा,, तनु बोली, ,, अच्छा पर कैसे जहां तक मुझे पता एक साल तो बिजनेस खड़ा करने में लग जाता है तो डबल पैसा कैसे,, दयाल बोला, मिस तनु सही वजह बताओ, बूढ़ा आदमी बोला, तनु थोड़ा सोचने लगती है, दयाल गहरी सांस लेकर बोला," रहने दीजिए आप के पास दिमाग की कमी है आप जाओ, दयाल साफ मना करके बोला, ,, नहीं सर मुझे टाइम दीजिए एक साल का में कर सकती हूं,, तनु बोली, ,, मिस तनु अपने बिजनेस को कोई छोटी शॉप समझा है जो एक ना एक दिन चल जाएगा अरे अगर सही समय पर बिजनेस नहीं चला तो आपकी मेहनत हमारा पैसा सब डूब जाएगा इस लिए आप अपने बिजनेस इडिया के साथ तब आना जब आपके साथ किसी अच्छे आदमी का साथ हो, पल्लवी बोली, तनु सिर हिला कर वापिस चली जाती हैं, दयाल अपने हाथ में घड़ी टाइम देख बोला," और कितने बचे है बस मुझे मीटिंग के लिए लेट हो रहा है, ,, मुझे भी, पल्लवी बोली, ,, में फ्री हूं पूरी तरह बूढ़ा आदमी बोला मुस्कुरा कर, दयाल और पल्लवी एक दुसरे को देखते हैं बूढ़े को काम भी क्या होगा लेकिन उन्हें तो मीटिंग करनी थी ना, तनु बाहर आती है रोनी सी सकल बना कर, ,, क्या हुआ तनु,, रूही बोली, ,, इसकी सकल देख लग रहा है इस भी मेरी तरफ रिजेक्ट कर दिया,, वो लड़का साहिल बोला, तनु बुरा सा मुंह बना कर बोलीं," मेरा बिजनेस इडिया अच्छा था लेकिन उन्होंने मुझे अपने बातों में फसा लिया तो जवाब नहीं दे पाई, ,, मैडम अब आपकी बारी प्लीज जल्दी कीजिए हमारे जज जा सकते है, रूही से वो लड़की बोली तो रूही खड़े होकर सिर हिला देती हैं और जाने से पहले तनु और साहिल से बोली," सुनो तुम लोग जाना मत मेरे पास मस्त प्लान है अगर में भी रिजेक्ट हुई तो और सेलेक्ट हुई तब भी, तनु और साहिल एक दुसरे को देखते हैं और फिर सिर हिला देते हैं रूही अपने हाथ में बिजनेस इडिया वाला पेपर लेकर स्टेज पर जाती है और तीनों जज को झुक कर नमस्ते करते है, तीनों जज एक दूसरे को देखते है, ,, रूही का प्लान भी पीछे स्क्रीन पर आता है जो था एक इंटरटेनमेंट कंपनी का छोटे छोटे लड़का लड़की को मौका देना लाइफ में आगे बढ़ने के लिए, रूही अच्छे से तीनो जज को समझा रही थी कि वो कैसे क्या करेगी और एक साल तक वो कहां तक पहुंच सकती हैं, ,, मिस रूही एक मिनिट,, पल्लवी रूही को रोक कर बोली, तो रूही उसे देखती है, ,, यहां मुंबई शहर में एक एक बड़ी इंटरटेनमेंट कंपनी है तो आपकी कंपनी के साथ भला कोई क्यों काम करेगा, रूही मुस्कुरा कर बोली," मुझे पता सभी यही सोचेंगे लेकिन हम उन्हें ऑफर देंगे कि हमारे लिए काम करें हम उन्हें नाम देंगे और साथ में उनके साथ एक कॉन्ट्रैक्ट साइन होगा कि अगर बीच में हम उन्हें छोड़ किसी और को लेते है तो हम उन्हें 25 करोड़ देंगे और अगर वे जाते है दूसरी कंपनी के पास तो वे इतने पैसे कंपनी को पैसे दे और उनसे नाम साफ कुछ वापिस लिया जाएगा, रूही की बात सुनकर तीनों जज एक दूसरे को देखते हैं, ,, मिस रूही आपके प्लेन में कोई कमी नहीं है लेकिन फिर भी हम कैसे पैसे लगा दे आपकी कंपनी में हमें वजह बताओ सही, पल्ली मुस्कुरा कर रूही को फसाने के लिए बोली, सभी नजर रूही के चेहरे पर थी लेकिन वो नॉर्मल थी और मुस्कुरा कर बोली," तो में आप से भी एक डील करने को तैयार हुं अगर मेरे कंपनी में आपका पैसा डूबा तो में आपको आपके पैसे का 5 गुना दूंगी या चल गया तो.. इतना बोल वो रुक जाते है क्योंकि सामने बैठे तीनों जज की हालत खराब होगी, ,, नही नहीं इसकी जरूरत नहीं हम तैयार है आपको पैसे देने के लिए एक साल के लिए,, बूढ़ा व्यक्ति बोला, ,, हां में तैयार हुं, लास्ट में पल्लवी गहरी सांस लेकर बोलीं," ओके मैने भी दिए लेकिन तुम्हे कितने चाहे पैसे ये तुमने नहीं बातें और एक साल में हमें कितना वापिस मिलेगा, ,, मुझे आप तीनों से 500 करोड़ चाहिए और एक साल बाद चार गुना वापिस दूंगी उसके बाद आप चाहे तो लगाना पैसा या नहीं,, रूही बोली, तो तीनों लोग एक दुसरे को देखते हैं और रूही से कुछ टाइम मांग कर एक दुसरे से बात करने लगते हैं रूही के चेहरे पर मुस्कान थी उसने उल्टा इन्हें फसा लिया लालच में अब ये लोग माना नहीं कर सकते और ये इडिया उसके सीक्रेट हसबैंड का था जो उसे रूम में मिला एक बिजनेस मेन को हमेशा बिजनेस की तरह बात करने चाहिए ताकि सामना इंसान खुद आपके जाल में फंस जाए वो मना ही नहीं कर पाया एक साल में चार गुना पैसा भला कौन माना कार पाता और वहीं हुआ लास्ट में तीनों जज हां कर देते हैं और रूही के साथ एक साल का कॉन्ट्रैक्ट साइन कर देते है और 500 करोड़ सीधा रूही के अकाउंड में, रूही मुस्कुरा कर जाने लगती है, ,, मिस रूही, तभी उसे पीछे से आवाज आई तो रूही रुक कर देखती है तो दयाल ने उसे आवाज लगाई थी, ,, मिस रूही में आपको अलग से एक और ऑफर देना चाहता हूं, सभी कन्फ्यूज होकर दयाल को देखते है, ,, वो मेरा सपना था हीरो बनने का अगर आप मुझे ये मौका दे तो, दयाल शर्माते हुए बोला, तो सभी हैरान हो जाते है, रूही मुस्कुरा कर हां जरूर लेकिन आपको जज का रोल मिलेगा, जिसे सुनकर सभी हंसने लगते है और रूही मुस्करा कर बाहर आ जाती है, तनु और साहिल उसे मुस्करा हुआ देख समझ जाते हैं उसका काम बन गया, ,, बधाई हो यार वैसे कितने पैसे का इन्वेस्टमेन मिला,, तनु बोली, ,, हां, साहिल बोला, ,, 500 सो करोड़ बस, तनु और साहिल की आंखे बड़ी बड़ी हो जाती है शॉक में, ,, यार तुझे इतना बड़ा ऑफर मिल गया हमें कुछ नही मिला, तनु उदास सा चेहरा बना कर बोली, साहिल भी उदास था लेकिन वो चेहरे से देखा नहीं रहा था, ,, मेरे पास तुम दोनों के लिए ऑफर, रूही बोली तो दोनों कन्फ्यूज हो जाते है, ,, मेरे साथ आ जाओ साथ काम करेंगे,, रूही बोली तो दोनों सोच में पड़ जाते है फिर सिर हिला देते है, ,, ओके हम तैयार है बोलो कहां से शुरू करना है,, साहिल बोला, ,, एक अच्छा नया बड़ा सा ऑफिस चाहिए पहले, रूही बोली, तनु बोली, ,, वो मेरे पास है, और साहिल बोला, बाकी प्लैनिंग वही करेंगे चलो, रूही बोली और तीनों मुस्कुरा कर जाने लगते है तभी पीछे से कोई आवाज देता है तो तीनों रुक जाते हैं, वो बुढ़ा आदमी रूही के पास आकर बोला," मिस रूही ये मेरा बिजनेस कार्ड है कोई भी जरूरत हो इस पर कॉल करना, रूही मुस्कुरा उसके बिजनेस कार्ड लेती हैं और बूढ़ा व्यक्ति वहां चला जाता है, ,, दूर रहना इस बूढ़े से, तभी तनु बोली, रूही कन्फ्यूज होकर उसे देखती है, तो तनु कुछ बोलती नहीं है लेकिन रूही समझ जाती हैं इस लिए वो सिर हिला देती हैं और फिर तीनों बाहर आते है तो अभी भी अमरजीत के ड्राइवर की कार देख रही बोली," अभी तक ये यहीं है, ड्राइवर रूही के पास आकर बोला," मैडम में आपके साथ हमेशा रहूंगा आपको कहीं भी जाना है मुझे आपको छुड़ाना होगा और यही सर का ऑडर वरना मेरी जॉब चली जाएगी, इतना बोल वो रूही के आगे हाथ जोड़ लेता है, ,, रूही जल्दी से उनके हाथ पकड़ कर बोली," इसकी जरूरत नही है अंकल मुझे भी इस से बहुत हेल्प मिलेगी और फिर वो तनु और साहिल के साथ कार में निकल जाती है अपने नए ऑफिस के लिए, उसे अमरजीत सच में समझ नहीं आया खुद तो उसके सामने कभी आया नहीं बस शादी करके भाग गया अब उसे उसकी इतनी चिंता होती है खेर छोड़ो उसे भी उसके वजह से बहुत हेल्प मिली है, आज के लिए बस इतना ही। लाईक कमेंट शेयर जरूर करें। बाय
अब आगे... तनु रूही और साहिल को जब अपने डैड के बंद पड़े ऑफिस में लाती है तो तीनों अंदर का हाल देख कर शॉक रहे है, हर जगह धूल थी और ऐसा लग रहा था जैसे सदियों से पुराना ऑफिस हो, रूही और साहिल पहले एक दूसरे को देखते हैं और फिर तनु को, ,, वो 1 साल से बंद था इस लिए लेकिन चिंता मत करो ये अभी साफ हो जाएगा,, तनु बोली और आगे बढ़ कर एक टेबल को साइट में करने लगती है तभी उसमें एक बड़ा चूहा निकालता है, जैसे देख तनु सीखते हुए डर से पीछे भागती है और साहिल को रूही समझ उसके ऊपर चढ़ जाती है, ,, वो वो कितना बड़ा है, साहिल उसे गोद में पकड़े हुए उस देखता तो कभी उस छोटे चूहे को क्या ये लड़की उससे छोटी है, ,, रूही अपना सिर पकड़ लेती है, और फेर गहरी सांस लेकर अपने बैग में कपड़ा निकाला उसे अपने मुंह पर बांध कर बोली," तुम लोग साइट में खडे हो जाओ या बाहर जाओ में कर दूंगी इस साफ, और एक जड़ाऊ उठा कर सफाई करने लगती हैं, तनु को ये देख एहसास हुआ वो वो किसी से चिपकी और वो सिर मोड़ कर देखती है तो साहिल उसे उठे उसे घुरे जा रहा था तनु अपने दांत देखते हुए बोली," सॉरी, ,, साहिल उसे घूरते हुए नीचे उतार कर बोला," तुम एक छोटे चूहे से डर है, ,, अरे वो बहुत बड़ा था मुझे खा जाता तो,, तनु बुरा सा मुंह बना कर बोली तो साहिल गहरी सांस लेकर बोला," ओके तो साइट में खडे हो जाओ मुझे रूही की हेल्प करने दो, इतना बोल वो रूही की मदद करने लगता है, तनु आस पास देखती है कि वो चूहा कहां गया तभी उसे वो दूसरे टेबल के पीछे दिखाई दिया, ,, साहिल वो उसके पीछे है पहले उसे भगाओ यहां से,, साहिल जो रूही के हेल्प कर रहा था वो घूर के उसे देखता है, ,, जाओ पहले उसे चूहा को निकाल कर बाहर छोड़ आओ किसी अच्छी जगह पर तब तक में इस करती हुं , रूही बोली तो साहिल सिर हिला कर तनु ने इशारा क्या उसे ओर जाते हुए बोला," कहां है, ,, उस टेबल के नीचे देखो ना यार, तनु इशारा करके बोली सामने टेबल की ओर, तो साहिल उस टेबल के नीचे देखता है तो वो चूहा कोने में बैठा था और बड़ी बड़ी आंखे करके तनु को देख रहा था जिससे वो डर के अपने आंखे बंद कर लेती है, ,, चलो बेटा अब निकलो यहां से,, साहिल इतना बोल कर जैसे उसे एक दम से पकड़ने को होता है तो साहिल नीचे गिरा होता है लेकिन चूहा वहां से भाग जाता है, उसके कानों में तनु की चीखने की आवाज आती है, वे कन्फ्यूज होकर उस ओर देखता है तो उसकी आंखे बड़ी बड़ी हो जाती हैं वो चूहा तनु के पीछे था और तनु चीखते हुए भाग रही गोल गोल, ,, तनु रुको वो नही खाएगा तुम्हे,, रूही उसे आवाज लगा कर बोली, ,, अरे ये इतना बड़ा है खा गया तो, साहिल हंसते हुए खड़ा होकर बोला," लगता है उसे तुम बहुत पसन्द आ गई हो इस लिए तुम्हारे पीछे घूम रहा है उसे अपना बॉयफ्रेंड बना लो, साहिल की बात सुनकर रूही के चेहरे पर मुस्कान आ जाती है और तनु भागते हुए साहिल से बोली," चुप करो क्या बकवास कर रहे हो वो मुझे गर्लफ्रेंड नहीं बल्कि खाने वाला है मैने उसे यहां से भागने को बोला, इतना बोल रूही के पीछे चुप जाती है, रूही उस चूहा को आंखे देखा कर बोली," वही रुको, तो वो चूहा वहीं रुक जाता है, साहिल और तनु शॉक रहे जाते हैं, ,, उसे परेशान मत करो जाओ यहां से कहीं और रहना, रूही बोली तो वो चूहा एक नजर तनु को देखता है, ,, मुझसे बदला लेने आएगा ऐसा सोच रहा है, तनु रोनी सी सकल बना कर बोली, ,, चुप रहो देखो वो जा जा रहा है बाहर, रूही बोली तो साहिल और तनु देखते है कि वो चूहा खुद ही खुद डोर से निकल कर चला गया, तनु राहत की सांस लेकर, ,, थैक्स गुड चला गया,, साहिल मुस्कुरा कर वैसे तुमने उसका दिल तोड़ दिया, ,, चुप कर कुछ भी बोलता है, तनु उसे मुक्का देखा कर बोली, ,, ये सब छोड़ो जल्दी करो हमारे पास समय नहीं 6 बजे गए समय की आज बस इसकी सफाई करके चलते हैं कल सुबह से शुरू करेंगे प्लानिंग, रूही बोली तो तनु और साहिल सिर हिला देते हैं और तीनों पूरे ऑफिस की सफाई करते हैं जहां बड़ा ऑफिस नहीं था एक बॉस का केबिन छोटा सा और बाकी तीन चार लोग के लिए और जगह थी काम करने की कंप्यूटर पर रूही ने सोचा कि शुरुवाद छोटे से करते हैं, करीब दो घंटे की कड़ी मेहनत के बाद पूरा ऑफिस चमक जाता है, रूही साहिल मुस्कुरा कर एक दुसरे को देखते है और फिर तनु को जो नीचे पड़ी थी बेहोश सी, ,, बहुत खूब पहलवान,, साहिल बोला तो तनु उसे घूर कर बोली," चुप कर कमीने एक मासूम बच्ची से तुम लोगो ने कितना काम कराया है, तनु बोली, ,, अच्छा अब चलते हैं कल सुबह सोचेंगे आगे की प्लानिंग के बारे में, रूही बोली तो तीनों सिर हिला देते है और ऑफिस बंद कर बाहर आ जाते हैं बाहर कार के पास ड्राइवर खड़ा था वो रूही को देख बोला," मैडम आपके दोस्तों में उनके घर छोड़ कर आ जाऊंगा घर पर आप उस दूसरी कार में चली जाओ घर, रूही कन्फ्यूज होकर उस तरफ देखती है तो एक ब्लैक रंग की कार खड़ी थोड़ी दूरी पर, ,, वो किसकी कार है बहुत खूबसूरत है यार,, तनु हैरानी से बोली, ,, हां करीब 10 से 12 करोड़ की कीमत की होगी, साहिल बोला अंदाजे से, रूही ड्राइवर को देखती है, ,, मैडम आप जाओ वो भी अपनी कार है, रूही कुछ सोच सिर हिला कर बोली," ओके भाई आप इन्हें अच्छे से इनके घर छोड़ आना और सुबह भी लेने जाना, रूही की बात सुनकर ड्राइवर राजू सिर हिला देता है कार का पीछे का डोर खोल कर तनु और साहिल को अंदर बैठने का इशारा करता है दोनों रूही को बाय बोलते हैं और कार में बैठ जाते हैं राजू भाई कार में बैठ उसे चालू करके आगे बढ़ जाते है रूही उन्हें जाते हुए देखती है और फिर उस ब्लैक कार को और गहरी सांस लेकर इसका पीछे का कांच पर नोक करती हैं तो एक दम से डोर खोलता हैं और इसका हाथ पकड़ उसे कोई अंदर खींच लेता है और डोर हो जाता है कार आगे बढ़ जाती है, रूही की हल्की चीख सुनाई दी थी बस, ,, क्या वो रोहन की कार थी यहां कोई और कहीं किसी ने रूही को किडनैप तो नहीं कर लिया, जानने के लिए पढ़े अगला भाग और प्लीज शेयर करो दोस्तों,
अब आगे... ब्लैक रंग की कार को जाते हुए दो आंखे रोड़ साइट खड़ी सफेद कार में बैठा आदमी की दो आंखे ये सब देख रही थीं और वो फिर अपनी कार चालू कर उसे उस ब्लैक रंग की कार के पीछे लगा देता है... ब्लैक रंग के कार में... आगे ड्राइवर कार चला रहा था और उसे पीछे सीट पर एक हो रहा है दिखाई नहीं दे रहा था क्योंकि बीच में पर्दा लगा था लेकिन उसे रूही की चीखने चिल्लाने की आवाज शुरू में तो आई हल्की बाद में नहीं आई बल्कि कुछ और की आवाज थी जो बहुत धीमी थी....hmm जैसे रूही बोलना और चीखने चाहती है लेकिन नहीं चिल्ला पा रही हो... ब्लैक कार के पीछे सीट पर.... रूही को एक आदमी पकड़े हुए था रूही उसके गोद में थी और वो उसे किस किए जा रहा था रूही के मुंह से इस लिए कोई शब्द नहीं निकल पा रहा था, कार में अंधेरे होने से रूही को उसका चेहरा भी नहीं दिखा की वो कौन है, ,, छोड़ो मुझे,, रूही उस आदमी के सीने पर हाथ रख उससे दूर होने की कोशिश करते हुए बोली, उस आदमी का एक हाथ रूही की कमर पर था दूसरा हाथ उसके सिर के पीछे और रूही को खुद से दूर होने की कोशिश करते देख और उसकी बात सुनकर वो धीरे से बोला उसकी आवाज में एक भारी पन था जो रूही को अंदर तक हिला दिया रूही एक करेंट सा लगा, ,, क्यों दूर होना है तुम्हे क्या मेरे साथ किस में मजा नहीं आया या तुम्हे सिर्फ अपने तीन साल के प्यार के साथ ही ये सब करना पसन्द है,, रूही कुछ देर तो शौक रहे जाती हैं और किसी मूर्ति की तरफ उसे तरह उसकी गोद में बैठ कर उसके चेहरे की कर ओर देखती है जो साफ नहीं देख रहा था लेकिन उसकी आंखे में जलन का एहसास था, रूही फिर होश आ धीरे से कांपते हुए बोली," आ आप, उसके मुंह से बस इतना ही निकला उसे कुछ समझ नहीं आ रहा था वो क्या बोले या उसके साथ क्या हो रहा है वो इस आवाज को पहचानती है बहुत अच्छे से जबकि उसने ये आवाज अपनी शादी की रात ही सुनी थी चेहरा तो ना तब देखा ना अब देख पा रही थी लेकिन वो पहचान गई ये वही इंसान हैं जिसने उस रात उससे शादी की थी और फिर उसे छोड़ कर चला गया था तो अब क्यों आया है और किस तरह की बात बोली उसने उससे तीन साल का प्यार यानी रोहन के साथ ये सब छी उसने उसके ऐसा कभी नहीं किया और ना वो इस बारे में सोच सकती है वो इंसान सिर्फ उसके नफरत के लायक है पर इन्होंने ऐसा बोल कर उसे दुःखी किया है, ,, आपको अब क्यों फर्क पड़ रहा है मेरे सोच से की में ये सब किसके बारे में सोचूं आप तो वैसे भी हमें छोड़ गए थे ना हमें उस दर्द में हम कितने दर्द में थे हमारे साथ ऐसा क्यों हुआ वो सब का दर्द और ऊपर से आप ने भी हमारे साथ ऐसा क्या था,, रूही नम आखों से बोले जा रही थी उसका गला भर आया, उसकी बात सुनकर उस आदमी यानी अमरजीत के हाथों की पकड़ रूही के कमर और गर्दन पर लूज पड़ जाती है , रूही को इसका एहसास होता है तो वो अमरजीत की गोद से उठ कर दूसरे डोर के तरफ बैठ जाती हैं और अपने आखों में आए आसू साफ करने लगती हैं, अमरजीत को गुस्सा भी बहुत आ रहा था और एहसास भी हो रहा था अपनी गलती का की उसने कितनी बड़ी गलती की थी रूही को उस हालत में छोड़ कर लेकिन तब बात अलग थी उसके लिए ये शादी केवल अपनी दादी के आज्ञा थी और कुछ नहीं पर आज सुबह कार में रूही की बात उसे बहुत तकलीफ दे रही थी इसका क्या की उसे अभी भी अपने तीन साल पहले प्यार की याद आती है क्या ये सही था क्या मेरे बारे में एक बार भी सोचा, अमरजीत ये सब सोच बोला," हां, रूही कन्फ्यूज होकर अमरजीत की ओर देखती है, ,, लेकिन क्या ये सच नहीं है कि तुम्हे अभी भी ऐसा लगता है कि तुम अपने तीन साल के प्यार को मिस कर रही हो मुझे नहीं जबकि उसने तुम्हे छोड़ दिया और इतना दर्द दिया फिर भी , अमरजीत की ठंडी आवाज फिर से रूही के कानों में आई तो इस बार जलन झलकी उसमें , रूही के हाथों की मुठ्ठी कस जाती है ये उसका सीक्रेट हसबैंड क्या बकवास कर रहा है भला वो कब मिस कर रही थी रोहन के झूठे प्यार को, लेकिन सोचने के साथ उसे कुछ याद आया उसने सुबह ही ड्राइवर भाई को बोला था लेकिन वो आधी बात थी मतलब ये आदमी उसकी सारी बात सुन रहा था , ,, क्या हुआ सोच क्यों हो बोलो कि तुम रोहन के प्यार को मिस करती हो, अमरजीत फिर से बोला और उसकी इस बार भरी आवाज के साथ कार का माहौल गर्म होने लगा था, रूही को समझ नहीं आ रहा था वो इस पागल आदमी से क्या बोले, रूही को अभी कुछ ना बोलता देख अमरजीत फिर से उसका हाथ पकड़ उसे अपने ओर खींच लेता है और वापिस उसे गोद में बैठा कर उसे किस करने लगता है लेकिन इस बार उसके किस में प्यार नहीं बल्कि गुस्सा और जलन थी जलन इस बात की रोहन और रूही का प्यार इतना पुराना है कि वो उसके एक दो दिन के प्यार पे भरी पड़ रहा था, रूही बस शांति से उसके गोद में बैठ कर उसे खुद इस किस करते हुए महसूस कर रही थी तभी उसे एहसास हुआ कि अमरजीत का एक हाथ उसके टॉप के अंदर चला गया वो जल्दी से उसका हाथ पकड़ लेती है और अंधेरे में उसे देखती हैं , ,, नहीं प्लीज, रूही बोली थोड़े घबराट में, ,, लेकिन क्यों क्या हम हसबैंड वाइफ नहीं है क्या तुम्हे छूने का और ये सब करने का हक मेरा नहीं है या फिर तुम शादी के बाद भी अपने प्यार के साथ ही ऐसा करने वाली,, अमरजीत की बात सुनकर रूही को इतना तेज गुस्सा आया कि उसका मन क्या वो इसी समय इस आदमी के गाल पर दो तीन थप्पड़ रसीद दे लेकिन फिर कुछ गहरी सांस लेकर रोहन का हाथ वापिस निकाल बोली," वो हम अभी इन सब के लिए तैयार नहीं और और हम अब किसी और के बारे में नहीं सोचते है तो आप इस बात को अपने दिल दिमाग से निकाल दो कि हम आपको कभी धोखा देंगे पर सच में ये सब के लिए हम... इतना बोल वो रुक जाती है क्योंकि फिर से बहुत तेज गर्मी का एहसास हुआ रूही डरते हुए उस आदमी की काली आखों में देखती है जो उसे ही घुरे जा रही थी, ,, आप करना चाहे तो कर सकते हैं लेकिन.. इतना बोल वो रोक जाती है और उसके आंखे से आसू की एक बूंद निकल कर सीधा अमरजीत के हाथ पर गिरती है जिससे एक दम से वापिस सब नॉर्मल सा हो जाता है, कार अब रुकी थी सिंह विला के बाहर और उसके पीछे वो सफेद कार जिसमें बैठा रोहन का चेहरा गुस्से से लाल होता जा रहा था कार से कोई बाहर नहीं आ रहा था और इसका मतलब वो अच्छे तरह से समझ रहा था कि उसकी रूही उस कमीने विक्की तिवारी के साथ कार में अपना मुंह कला कर रही हैं उसने नहीं सोचा था कि ये लड़की इस हद तक जा सकती है अब उसे थोड़ा भी पछतावा नहीं हो रहा था कि उसने इसके साथ शादी में ऐसा क्यों किया उसके दोस्त सही थे ये रूही गलत रोहन इस कार को विक्की तिवारी की कार समझ रहा था, ,, अमरजीत फिर रूही के आखों से आसू साफ कर बोला," ओके बच्चा रो मत में तुम्हे समय देता हूं ठीक है, रूही हैरानी से अमरजीत की ओर देखती है बच्चा मतलब ये उसे कोई बच्ची समझ रहा है क्या लेकिन वो कुछ बोली नहीं अभी इस आदमी का मोड़ खराब हुआ तो कार में उसकी फर्स्ट नाइट बन जाएगी वैसे भी उसे अब जल्दी से भागना था क्योंकि उसे अपने नीचे किसी चीज का एहसास हो रहा था और उसके मजबूत होते जाने से इसकी जान निकलती जा रही थी, ,, ठीक है तो हम जाए, रूही बोली, ,, हां जाओ, अमरजीत बोल तो देता है पर वो रूही को छोड़ता नहीं है और रूही अब उसे बोल नहीं पा रही थी डर से कुछ भी, तभी अमरजीत एक दम से रूही को खुद से कसके चिपका लेता है रूही हैरान थी वो थोड़ा हिलाती है, ,, हिलाना मत अगर खुद की जान प्यारी हो तो, रूही जल्दी से खुद ही उसके सीने पर सिर रख कर चिपक जाती है और हिलाती नहीं है उसे नहीं मरना यार कुछ देर बाद रूही को नीचे एहसास बंद हुआ मतलब इस आदमी ने खुद को कन्ट्रोल कर लिया इस तरह, अमरजीत उसे अपने बाहों से आजाद कर बोला," अब बिना रुके निकल जाओ जल्दी से, जिसे सुनकर रूही जल्दी से उसकी गोद से उतर कर कार से बाहर आ जाती है, ,, लो अपना बैग,, रूही भागने वाली तो पूछे से आवाज आई, रूही सिर हिला कर रुक जाती है अपना बैग लेती हैं, ,, आप नहीं आयेगे,, रूही के मुंह से ये निकल जाता है लेकिन उसे पछतावा हो रहा था अब इस बात बोलने पर, ,, नहीं मुझे काम ऑफिस में तुम जाओ और अच्छे से डिनर कर सो जाना, रूही सिर हिला देती है और पलट कर जाने लगती है वो मेन डोर तक पूछती है तब उसे कार की जाने की आवाज सुनाई देती है रूही कार को जाते हुए देख लंबी गहरी सांस लेकर बोली," सच में इस आदमी के साथ थोड़ा रुकना बहुत खतरनाक है पता नहीं में कैसे पूरी लाइफ निकलूंगी अच्छा होगा अपना बिजनेस बड़ा कर इस डिवाइस दे कर बच जाऊं वैसे भी हमारा कोई मिल नहीं है, यही सोच वो अन्दर चली जाती डोर खोल कर, तभी सभी कार इंटर होती है विला में, आज के लिए बस इतना ही। लाईक कमेंट शेयर जरूर करें, बाय।
अब आगे... रोहन की कार विला के अंदर इंटर होती है तो रही कार की आवाज सुनकर साइट में हो कर रुक जाती है, कार उसके पास आ कर रुकती है और उसका डोर खोल कर रोहन बाहर आता है बहुत तेज गुस्से में, रूही उसे देखती हैं और फिर उसे इग्नोर कर आगे बढ़ने लगती है लेकिन तभी रोहन उसका हाथ पकड़ कर उसे अपने ओर खींचने को होता है पर उससे पहले रूही उससे अपना हाथ छोड़ा उसके गाल पर थप्पड़ रसीद कर बोली," तुम्हारी हिम्मत कैसे हुई मुझे छूने की, रोहन अपने गाल पर हाथ रख और गुस्से उसे देखता है, ,, ये आंखे किसी और को देखना रोहन में तुम से ना डरती हूं ना कोई मतलब रखती हूं समझे,, रूही रोहन की तरफ उंगली प्वाइंट करके बोली और फिर से पलट कर जाने को होती है, तभी रोहन बोला," हां तुम्हे अब मुझसे क्यों होगा कोई और जो मिल गया, रूही के कदम वहीं रुक जाते है ये देख रोहन उसके आगे आ कर बोला," ऐसा क्या उस विक्की में जो मुझ में नहीं है रूही अरे मुझे विश्वास नहीं हुआ तुम उसकी कार में उसके साथ छी तुम शर्म आनी चाहिए मेरे भाई की शादी हुई है तुम्हे से और तुम ये सब करती फिर रही हो, रोहन बोला रूही के आखों में देखते हुए तो रूही को पहले हैरानी हुई कि रोहन उस पर नजर रखे हुए थे लेकिन ये जान की इस आदमी को कितनी बड़ी गलत फहमी है वो उसे दूर करने की जगह मुस्कुरा कर बोली," तो क्या हुआ रोहन बेबी वैसे भी मुझे अब विक्की बहुत पसंद है ना वो क्या है ना वो मेरी हेल्प कर रहता है तरह से बिजनेस शुरू करने के लिए उसने मुझे पैसे दी तो में उसके लिए इतना सा काम नहीं कर सकती और तुम्हे क्या फर्क पड़ता है तुमने तो मुझे छोड़ दिया था तो अपने काम से काम रखो आगे से मुझे पर नजर रखी तो अपने पति को बोल दूंगी और फिर तुम जाने या वो, रूही की बात सुनकर रोहन के हाथों की मुठ्ठी कस जाती है, ,, तुम सच में एक गिर हुई लड़की हो अच्छा हुआ मैने अपने दोस्तों की बात मान कर तुम जैसे दो कौड़ी की लड़की से शादी नहीं की क्योंकि तुम तो तब भी किसी और के साथ मुंह काला करती और शादी से पहले भी ऐसा जरूर किया होगा तुमने, रोहन गुस्से में बोला, रूही के आखों में नमी आ जाती हैं पर वो गहरी सांस लेकर बोलीं," हां थे मेरे कई मर्दों के साथ समंद तो, रोहन गुस्से में पागल हो कर रूही की गर्दन पकड़ उसे अपने कार के आगे भाग पर लेटा कर बोला," डायन तूने मेरे प्यार का मज़ाक उड़ाया में तुझ पर विश्वास करता था और तू इस काम करती थी मेरे पीठ पीछे, रूही रोहन के हाथ को अपने गले से छुड़ाने की कोशिश करती है उसके आखों में आसू थे और दिल में दर्द के साथ रोहन के लिए बढ़ती नफरत वो मर भी जाए तो सही इस आदमी के साथ उसने तीन साल खराब किए उसे विश्वास नहीं हो रहा है, तभी भाग कर दो गार्ड भाग कर आते हैं और रोहन को रूही से दूर करने लगते है, ,, सर छोड़ो मैडम को मर जाएगी,, एक गार्ड बोला रूही की हालत भी इसी हो रही थी जैसे उसे सांस लेने में मुश्किल हो रही हो कुछ देर बाद वो सच में मर सकती थी लेकिन लास्ट में रोहन उसका गाला छोड़ कर कर बोला," दूर हो जा मेरी नजरों डायन आज के बाद मर गया हमारा प्यार और मेरे लिए तू, रूही नीचे बैठ जाती है और सांस लेने की कोशिश करती है लंबी लंबी उसके आखों में नमी और चेहरे पर मुस्कान थी दोनों गार्ड से अपने हाथ छोड़ा कर रोहन गुस्से से रूही को देख कर कार में बैठने लगता है डोर खोल कर, रूही नीचे पड़ी जोर जोर से हंसते हुए बोली," प्यार तुम्हे और मुझसे क्या मज़ाक कर रहे हो तुम तुमने ही बोला था वो नाटक था तो क्यों उसे प्यार कर का नाम दे रहे हो रोहन, रूही खड़े हो कर बोली तो रोहन उसे घूरता है और फिर कार में बैठ जोर से डोर बंद कर कार चलो कर उसे आगे बढ़ा देता है एक दम से रूही कोने में खड़ी कार के तो कार का वो हिस्सा उसमें लगा तो साइट में गिर पड़ती है नाली में, ,,मैडम,, दोनो गार्ड उसे पकड़ने के भागे रोकने कार आगे ले जाते हुए साइट के छोटे शीशे में रूही को मुस्करा कर देख रहा था क्योंकि रूही नली में कीचड़ से बिगड़ गई थी और रोहन का साफ मतलब था कि वो उसके लिए इसके अलावा और कुछ नहीं है, रूही गार्ड की मदद से खड़ी होती है, ,, मैडम आप, ,, कोई बात आप लोग जाओ अपना काम करो में नहा लूंगी, दोनों गार्ड सिर हिला कर चले जाते है रूही के आखों में आसू थे और गिरने से उसके हाथ की कोनी में लगने से खून निकल रहा था रूही एक नजर उसे देख फिर साइट में पड़े अपने बैग को उठा लेती हैं, अपने आखों से आसू साफ कर वो भी धीरे धीरे कदमों से आगे बढ़ जाते है मेन डोर पर खड़े दोनों गार्ड उसे देख रहे थे, ,, बहुत बुरा हुआ विचारी के साथ,, एक गार्ड बोला, ,, हां भाई तभी तो अमीर लोगों के घर शादी करने से पहले कई बार सोच लेना चाहिए,, दूसरा गार्ड बोला, ,, पर ये लड़की रोहन बावा से प्यार करती थी और उन्होंने उससे शादी नहीं की पर बड़ी मालकिन ने इस लड़की पर दया कर अपने बड़े पोते से इसकी शादी करा दी,, पहला गार्ड बोला, ,, लेकिन इसी शादी का क्या मतलब जब पति है साथ ना वो तो चला गया इस छोड़ कर इन सब के बीच अब विचारी इस झेलना पड़ रहा है, दूसरा गार्ड गहरी सांस लेकर बोला, ,, हां सही का भाई तुमने इस से अच्छा तो ये लड़की भाग जाए यहां से रोज रोज के टॉर्चर से बचेगी और पति तो वैसे भी साथ नहीं है तो यहां रुकना क्यों, पहला गार्ड सिर हिला कर दुःखी होकर बोला, दोनो गार्ड को रूही के लिए बुरा लग रहा था क्योंकि उन्हें क्या बुरे घर के नौकरों पता है कि रूही जब से इस घर में दुल्हन बन कर आई है तब से लेकर आज तक एक दिन पल विचारी को कोई खुशी नहीं मिली घर में कोई उससे अच्छे बाते नहीं करता, रूही उसी हालत में घर के अंदर पूछ जाती है, हॉल में सभी लोग बैठे हुए थे, रूही को देख सभी हैरान होते हैं, ,, बच्ची ये तेरे साथ किसने किया,, दादी परेशान होकर सोफे से खडे होकर बोली, रूही एक नजर सभी को देख जो उसे देख रहे थे फिर रोहन के रुम की तरफ एक नजर देख कर बोली," दादी वो हमारा पैर फिसल गया इस लिए हम नाली में गिर गए बस , दादी रूही की बात सुनकर और उसके चेहरे पर मुस्कान देख बोली," अच्छा कोई बात नही जाओ अपने रूम में नहा लो और दूसरे कपड़े पहन नीचे डिनर के लिए आ जाओ, रूही धीरे से सिर हिला कर जाने लगती सीढ़ियों से, माया बिना रूही की ओर देखें बोली," मुंह तो काला उस दिन करा लिया था आज पूरी काली और गंदी हो कर आ गई, ,, हां मॉम सुना है भाभी का यार बहुत पैसे वाला है वो इन्हें लेने और छोड़ने आता है, रिया धीरे से बोली, ,, कुछ भी बोलो लेकिन लाइफ मस्त लड़की की पति को इस से कोई लेना देना नहीं है तो ये दिन भर किसी के साथ भी मुंह कला करे क्या फर्क पड़ता है, सोनिया बोली, धीरे धीरे सीढ़ियों से चढ़ते हुए उन सभी बाते सुन रही थी, तभी दादी तीनों डांटती है तो कोई कुछ नहीं बोलता, सिया अपने रूम में जाकर डोर बन्द कर बैग नीचे गिर जाता है उसके हाथों से और वो बाथरूम में जाकर शावर चालू कर उसके नीचे बैठ कर रोने लगती हैं, ,, हमारी इन सब में क्या गलती है क्यों हो रहा है हमारे साथ ऐसा, रूही अपने बालों को खींचते हुए बोली, आज के लिए बस इतना ही। लाईक कमेंट शेयर जरूर करें। बाय। https://chat.whatsapp.com/Dbt1UXQIDHSEQuF6sEysc1 My redrs grp join
अब आगे... रात के 8 बजे... सिंह विला... सभी लोग डाइनिंग टेबल के कुर्सी पर बैठ कर डिनर कर रहे थे दादी बार बार अमरजीत के रुम की तरफ देख रही थीं, ,, मां छोड़ो ना उसे अच्छा हुआ नहीं आई नीचे खाने के लिए उसे देख अब बस गुस्सा आता है कि उसने हमारी नाक कटा दी,, राजीव जी बोले, दादी उसे आंखे देखती है तो माया बोली," माता जी आपको उस लड़की में ऐसा भी क्या पसंद आया कि आप उसके लिए घर किसी की मानती अरे हम जो बोल रहे है वो झूठ थोड़ी है मेरे बेटे रोहन उस लड़की के साथ देखा आज भी कार में वो उसके कार में शुरू हो गई थी , माया बोली तो सभी रोहन को देख है जो खाना खाते हुए सिर हिला देता है, , ये भगवान ये लड़की ने सच में हमारी नाक कटा दी, सोनिया बोली, ,, उसे पैसे चाहिए थे हम से मांगने चाहिए थे ना,, राजीव जी गुस्से में बोले, ,, राजीव बिना सच जाने कुछ भी नहीं बोलना चाहिए और तू किसी की बात पर विश्वास कर रहा है इस रोहन की जो हमेशा नशे में रहता है और कोई मौका नहीं छोड़ता है मेरी बच्ची को दर्द देने की,, दादी गुस्से में रोहन की ओर देख कर बोली तो रोहन के हाथ की मुट्ठी कस जाती है, ,, दादी आप भाई को गलत क्यों समझती है अरे इनके साथ बुरा हुआ विचारे प्यार करते थे उसे लड़की से और वो इस काम करती है, रिया बोली, ,, ये और प्यार इस प्यार का पा भी पता है पूरे दिन अपने कमीने दोस्तो के साथ घूमना होटल में लड़कियों के साथ रात बिताना ये प्यार करेगा किसी को, दादी बोली, ,, बस दादी बहुत हुआ आप इस घर की बड़ी है इसका मतलब ये नहीं आप कुछ भी बॉलिंग और में सुनता रहूंगा,, ,, रोहन बापिस अपनी कुर्सी पर बैठो,, राजीव जी कड़क आवाज में बोले, , अब क्या डांट रहा है उसे तुम लोगो ने इस सिर पर इतना चढ़ाया है कि आज छोटे बड़े किसी को देख बिना कुछ भी बोलता है और करता है अच्छा है इस से उस लड़की की शादी नहीं हुई वरना विचारी पूरी लाइफ रोती, दादी बोली और कुर्सी से खड़ी हो जाती है, ,, मां आप खाना तो खा लो वो बच्चा है अभी,, राजीव जी बोले, ,, हां तो तू इसकी सुन में नहीं सुन सकती वैसे भी मेरा खाना ही गया और में दूसरी थाली में अपनी बच्ची के लिए खाना लेकर जा रही हुं विचारी इसके बजे से रूम से बाहर नहीं आती घर में शैतान पाल रखा हमने,, दादी गुस्से में बोले जा रही थी और फिर थाली में खाना लेकर चली जाती है सीढ़ियों से अमरजीत के रुम की तरफ, ,, ये बुढ़िया बहुत बोलने लगी मेंइसका खून कर दूंगा एक दिन, रोहन दांत पीसते हुए बोला, ,, चुप कर पागल लड़के मत भूल अगर ये मर गई तो हमें एक रूपए नहीं मिलेगा अभी जो पैसा आ रहा है अमर की पॉकेट से वो इसी बुढ़िया के वजह से वरना हम भूखे मरे,, ,, माया धीरे से बोली, ,, मां तो क्या ये कुछ भी बॉलिंग और हम सुनेंगे,, रिया बोली, ,, नहीं बहुत जल्द ही मौका देख कर हम अमरजीत को बोलिंग की वो रोहन के लिए बिजनेस खोल दे या अपनी कंपनी को बड़ा पद दे, राजीव जी बोले, ,, हां सही है , माया बोली और तो सभी सिर हिला देते है बस रोहन के दिमाग में कुछ और चल रहा था उसे आधी नहीं पूरी दौलत चाहिए, दादी हाथ में थाली लेकर रूम आती है तो रूम में बहुत अंधेरा था, ,, रूही बच्ची अभी से सो गई क्या खाना तो खा लेती बेटी,, दादी बोली और रूम की लाइट चालू कर देती हैं, और देखती है कि रूही बेड पर सो रही है और ठंड से कांप रही है, ,, रूही, दादी बोली, और थाली साइट टेबल पर रख देती हैं और रूही के माथे को छू कर बोली," ये भगवान तुम्हे तो बहुत तेज बुखार है , रूही आंखे खोल बोली," नहीं हम ठीक हो जाएंगे थोड़े देर में आप चिंता मत कीजिए, ,, तुमने दवाई ली, दादी बोली तो रही कुछ नहीं बोली दादी पहले रूही को थोड़ा खाना खाने को बोलती हैं तो वो मुश्किल से आधी रोटी खाती है दादी फिर से दबा देकर उसके ऊपर चादर से अच्छे ओढ़ा कर बोली, " अब सो जाओ थोड़ी देर बाद उतर जाएगा बुखार, रूही हां में सिर हिला कर अपनी आंखे बंद कर लेती है दादी रूही के पास कुछ देर और बैठी और रूही सोच जाती है और उसका रात को बुखार भी कम हो जाता है तो वो धीरे से रूम से बाहर निकल कर डोर बंद करके अपने रूम चली जाती है जहां वे अपने फोन से एक मैसेज कर देती हैं और मुस्करा कर फोन साइट में रख बेड पर लेट जाती है , दूसरी तरफ... अमरजीत अपने ऑफिस का काम खत्म कर कार में बैठ रहा था तभी उसके फोन पर मैसेज आता है जिसकी आवाज सुन कर कार में बैठ कर अपने फोन में वो मैसेज पढ़ता है तो उसके चेहरे के भाव बदल जाते है, ड्राइवर पूछने वाला था होटल जाना या घर तो अमरजीत उसे घर जाने को बोल कर मैसेज का रिप्लाई देता है, ,, आप ने उसे दवा दी,, दादी मैसेज पढ़ती है और फिर मुस्करा कर रिप्लाई करती है, ,, दे तो दी और आधी रोटी भी खिला दी लेकिन उसका बुखार उतार नहीं है,, अमरजीत ये मैसेज पढ़ कर रिप्लाई करता है, ,, ओके आप सो जाओ में आता हूं,, दादी मुस्करा कर फोन रख लाइट बंद कर सो जाती है, कुछ देर बाद... कार सिंह विला में इंटर होती है गार्ड जल्दी से डोर खोल देते है, अमरजीत की कार घर के डोर पर रखती हैं तो ड्राइवर से कहता है, ,, मुझे टाइम लगेगा तो तुम चाहो तो अंदर गेस्ट रूम में सो लेना में उठा दूंगा सुबह,, गार्ड सिर हिला देता है तो अमर जीत जल्दी से घर के अंदर इंटर होता होता है, वो सीढ़ियों की तरफ जा रहा था और उसी समय रोहन भी अपने रूम से निकल रहा था किचन से पानी लेने के लिए, दोनो सीढ़ियों पर एक दूसरे को देखते है अमरजीत उसे इग्नोर करके जाने लगता है तो रोहन उसे रोक कर बोला," भाई मुझे आप से कुछ बात करनी है, अमरजीत रुक जाता है लेकिन वो रोहन को देखता नहीं है, ,, भाई मुझे पता अपने शादी रूही से दादी के कहने पर की थी पर उसकी सच्चाई आपको और दादी को नहीं पता वो गैर मर्दों के साथ कहीं बार पकड़ी गई है इस लिए मैने उससे शादी तोड़ी थी, रोहन की बात सुनकर अमरजीत कुछ नहीं बोला तो रोहन को लगा उसका प्लान काम कर रहा है, ,, भाई प्लीज मेरी मानो तो उस लड़की को अपनी लाईफ और इस घर से बाहर निकाल कर फेक दीजिए वैसे भी आपको उससे कोई मतलब नहीं है,, रोहन की पूरी बात सुनकर अमरजीत इस बार पलट कर उसे देखता है और दो सीढ़ी उतर कर रोहन के सामने खड़ा होता है अपने पैन्ट की पॉकेट में हाथ डाले उसके आगे रोहन की बच्चे की तरह लग रहा था, अमरजीत हल्का मुस्कुरा कर बोला," अच्छा ये बता कर तुमने मुझे पर बड़ा एहसान किया मेरे छोटे भाई, ,, भाई में सच, रोहन बोलने को होता है लेकिन अमरजीत की आखों का रंग बदला देख गुस्से से इसके मुंह से एक शब्द नहीं निकल पाया, ,, मुझे पता कौन कैसा और तुम ये हो और दिमाग में क्या क्या चलता रहता है रोहन में चाहु तुम किसी भी समय उस लड़की को दिए हर दर्द और धोख के बदले सजा दे सकता हूं लेकिन में ये नहीं कर रहा हूं क्योंकि में चाहता हूं तुम सुधर जाओ मॉम डैड को तुम्हारे लिए रोना ना पड़े इस काम मत करो समझे, अमरजीत इसके कंधे पर हाथ रख उसे प्यार से समझा कर बोला और फिर जाने लगता है पर कुछ याद कर बोला," आगे से उससे दूर रहना वो अब तुम्हारी नहीं मेरी जिम्दारी है और में अपनी जिम्दारी से कभी पीछे नहीं हटता हूं, इतना बोल अमरजीत पलट तेज कदमों से चला जाता है रोहन गुस्से से अपने हाथों की मुट्ठी कस लेता है पागल हो गया ये आदमी लगता है उसे सबूत के साथ अगली बार इनके सामने आना पड़ेगा, रोहन इतना सोच कर किचन में चला जाता है और अमरजीत अपने रूम के डोर खोलता है और अंदर डोर बंद कर लेता है और चादर में ठंड से कांप रही रूही को देखता है, आज के लिए बस इतना ही। लाईक कमेंट शेयर जरूर करें , बाय।
इस भाग को समझने के लिए पिछले भाग जरूर पढ़े। अब आगे... सिंह विला... अमरजीत रूही के माथे को छू कर देखता है तो वो फिर से उसे तेज बुखार आ गया था साइट में टेबल पर खाने की पिलेट रखी थी और दवाई का बॉस भी मतलब दादी ने रूही को दवा भी दी लेकिन इसका बुखार पर कोई असर नहीं हुआ, अमरजीत रूही को ठंड से कांपता देख कर खुद भी अपने कपड़े जूते निकाल रूम की बालकनी का डोर बंद कर और एक चादर लेकर आता है उसे भी रूही की ऊपर डाल देता है, लास्ट में लंबी गहरी सांस लेकर अपना कॉट भी निकाल देता है बेल्ट निकाल कर दोनों चादर के अंदर आ जाता है और रूही को नीचे कर उसके होठों पर होठ रख कर उसे किस करने लगता है, अमरजीत खुद से चिपका लेती है ठंड से बचने के लिए , अमरजीत अपना कंट्रोल कर रहा था वो उसे किस करते हैं उसके शरीर पर हाथ फेरने लगता है कुछ देर में अंदर गर्मी का माहौल हो गया और दोनों को पसीना आने लगा, अमरजीत रुकता नहीं है वो उसके शरीर के अलग अलग भाग को किस करता है रूही लंबी लंबी सांसे ले रही थी उसे ऐसा लग रहा था जैसे वो स्वर्ग में हो इतना मीठा एहसास उसे ठंड भी नहीं लग रहा था, कुछ देर बाद पसीने दोनों के कपड़े बेड से बाहर होते हैं और अंदर अमरजीत रूही को प्यार कर रहा था पर लास्ट में वो रुक जाता है लंबी लंबी सांसे लेते हुए रूही के पास ही लेट जाता है और रूही को खुद से चिपका कर उसके माथे पर किस कर अपने फोन में टाइम देखता है तो 4 बज गए थे सुबह के बिक्रम फिर बेड से उठ कर अपने कपड़े लेकर एक नजर रूही को देख जो अब नॉर्मल लग रही थी और अच्छी निंद में सो रही थी तो वो बाथरूम में चला जाता है और थोड़ी देर में पानी गिरने की आवाज आती है शायद वो खुद को शान्त कर रहा था सवार लेकर, करीब 35 मिनिट बाद वो वापिस आया टॉवल लगाए सबसे पहले बेड की ओर देखता है तो रूही अभी अच्छी निंद में सो रही थी, फिर वो अपने कपड़े पहन कर तैयार हो जाता है तब तक 5 बज चुके थे उसके जाने का समय हो गया था तो वो रूही के पास उसके सिर पर हाथ फेरते हुए बोला," मैने ये सब तुम्हारे बुखार को भागने के लिए उम्मीद है तुम मुझे गलत नहीं समझोगी my cutie wife, इतना बोल वो हल्के से उसके होठों पर किस करके चला जाता रूम से डोर बंद करके, उसके जाते ही रूही के चेहरे पर मुस्कान आ जाती है और वो तकिया को खुद से चिपका कर पलट कर जाती नीद में ही, सुबह के 7 बजे... रूही की नीद खुलती है तो उठ कर बैठ जाती हैं लेकिन फिर अजीब लगा तो वो चादर के अंदर देखती है तो शॉक से अपने मुंह पर हाथ रख लेती है, ,, मेरे कपड़े कैसे, इतना बोल आस पास देखती है तो बेड के नीचे उसके कपड़े पड़े हुए थे टेबल पर खाने की पिलेट और दवाई का बॉस भी था जिसे देख उसे देर नहीं लगी समझने में रात को उसे बुखार चढ़ा था और ये सब किसने किया उसके साथ उसे गुस्सा भी आ रही थी और शर्म भी आ रही थी, ,, मौके का फायदा उठाना तो इस आदमी से सीखे पता नहीं रात को कितने आगे तक बढ़ गए होंगे पर था मेरे लिए इस लिए में हुं क्या बोलूंगी पर गलत तो है मैने थोड़ा समय मांगा था,, रूही बुरा सा मुंह बना कर बोली लेकिन उसे दर्द का एहसास नहीं था मतलब वो सब तो नहीं किया उन्होंने शायद बस बॉडी की गर्मी दे कर चले गए, ,, रूही यार क्या किस्मत है तेरी तेरा सीक्रेट हसबैंड रात को आता है और मुझे प्यार करके चला जाता है मुझे पता भी नहीं चलता,, इतना बोल वो बैठ से उठ जाती है और अपने कपड़े लेकर बाथरूम में चली जाती है तो अंदर गोली अंडरवियर देख बोली," ये किसकी है क्या उन्होंने नहाया था रात को, रूही थोड़ा सोचती हैं और समझ जाती हैं और गहरी सांस लेती हैं वो इस में क्या कर सकती हैं उसे तो पता ही नहीं चल कब आए और चले गए, करीब 8 बजे रूही बाहर आती है रूम से तैयार हो कर अपना बैग लेकर तो सभी लोग नाश्ता कर रहे थे, रूही एक नजर सभी को देख जाने लगती है, ,, बच्ची नाश्ता तो कर ले, दादी बोली, रूही ना में सिर हिला कर बोली," नहीं दादी हमें लेट हो रहा है आज हमारे ऑफिस का पहला दिन तो हम लेट नहीं होना चाहते और आप चिंता ना करे हम बाहर से ऑडर करके मांगा लेंगे अपने लिए नाश्ता, सभी लोग चुप चाप नाश्ता कर रहे थे आज कोई कुछ नहीं बोल रहा था बीच में दादी सिर हिला देती है और रूही घर से बाहर निकल जाती है इसके जाते ही रोहन खड़े होकर बोला," हमारा हो गया हमें भी कुछ काम है तो हम जा रहे हैं, इतना बोल वो भी बाहर निकल जाता है, ,, ये ल़डका कितना बड़ा मज़ाक करके गया है हम भी काम है, दादी बोली, ,, मां होगा उसे कुछ काम और आप अब चिंता ना करे वो सुधरेगा मैने उससे बात कर ली है, माया बोली, ,,कुर्ती की पूछ कभी सीधी नहीं होती,, दादी बोली तो माया उन्हें घूरती है लेकिन राजीव जी उन्हे शांत रहने का इशारा करते हैं अभी तो वे खुद के गुस्से को कंट्रोल कर लेती हैं, रोहन जब बाहर तब तक रूही एक व्हाइट कार में बैठ कर निकल चुकी थी, ,, जरूर उस विक्की की कार होगी अब में उनके खिलाफ साबित जुटा का भाई को देखूंगा, इतना बोल कर वो अपने कार लेकर उस कार का पीछा करते है, रूही पीछे सीट पर बैठी थी और आगे राजू कार चला रहा था और उसके कान में ब्लूटू लगी थी, ,, गुड मोरिंग मैडम,, राजू मुस्कुरा कर बोला, रूही सिर हिला कर गुड मोरिंग बोलते हुए बोली," भाई आप साहिल और तनु को लेकर आ गए ना ऑफिस, ,, जी मैडम में उन्हें ऑफिस छोड़ कर यहां पर आया,, राजू बोला, ,, गुड, रूही बोली और अपने बैग में नोट बुक निकाल उसमें कुछ लिखने लगती हैं, राजू ये सब गाड़ी के साइट शीशे से देख रहा था तभी उसके कान में आवाज आई, ,, अपनी मैडम से पूछो क्या उन्होंने नाश्ता क्या, राजू सिर हिला कर रूही से पूछता है, ,, मैडम आप नाश्ता तो करके आई होगी ना घर से, रूही सिर उठा कर उसे देखती है और फिर ना में सिर हिला कर अपना काम करने लगती है , ,, मैडम अपने नाश्ता नहीं किया क्यों,, राजू बोला, उसकी बात सुनकर रूही उसे देख कर बोली," हां पर आप ऐसा क्यों बोल रहे हैं मेरी मर्जी मैने नहीं किया नाश्ता, इतना बोल वो अपना सिर नीचे कर लेती हैं और मुस्कराने लगती है, राजू को लगा कि मैडम उससे नाराज़ हो गई और ये सब उसके बॉस के वजह से हुआ खुद तो बात करते हैं नहीं मैडम से इसे बीच में फसा देते है, तभी उसके कान में आवाज आई, ,, अपना फोन मैडम को दो कहना बॉस को उन से बात करनी है, ,, जी सर, राजू कार को साइट में रोक कर बोला, ,, क्या हुआ मुझे लेट हो रहा है रूही बोली, मैडम बॉस को आप से बात करनी है, राजू अपना फोन रूही की तरफ करके बोला तो रूही की आंखे बड़ी बड़ी हो जाती हैं कहीं उसने गलती तो नहीं कर दी कोई, वो हल्का मुस्कुरा कर उसका फोन कान पर लगा कर धीरे से बोली," जी, ,, तुमने नाश्ता क्यों नहीं किया और ना दवा ली होगी भूल गई रात को तुम्हारी कितनी तवायत खराब थी, रूही को अमरजीत जी हल्की गुस्से भरी आवाज सुनाई दी, रूही एक नजर राजू को देख फिर अपना सिर नीचे कर धीरे से बोली," आप मुझे डांट क्यों रहे हैं और मुझे जल्दी थी इस लिए किया बाद ऑफिस में नाश्ता कर लूंगी और दवा भी ले लूंगी, ,, में तुम्हे डांट नहीं रहा हूं पूछ रहा हूं बस,, अमरजीत की अब नॉर्मल आवाज आई, रूही मुस्कुरा देती हैं और राजू को कार आगे बढ़ाने का इशारा करके बोली," हां हमें पता है और हमारी चिंता मत करो हम अपने दोस्तों के नाश्ता कर लेंगी और बैग में दवा लेकर आए है वो भी खा लेंगे, ,, ओके वैसे तुम्हारे दोस्त कौन कौन है क्या लड़के भी,, अमरजीत की थोड़ी जलन भरी आवाज आई तो रूही मुस्कुरा कर बोली," हां कल हमारे दो दोस्त बने साहिल और तनु दोनों बहुत अच्छे हैं और हमें उम्मीद है कि वे लोग हमारी बहुत हेल्प करेंगे बिजनेस में तनु ने अपने पिता का ऑफिस खोल दिया वो छोटा है लेकिन ठीक है अभी के लिए, रूही बोली, ,, ओके वैसे अभी उन पर ज्यादा बिस्वास मत करना,, अमरजीत की आवाज आई तो रूही कन्फ्यूज होकर बोली," लेकिन क्यों वे बहुत अच्छे हैं, अमरजीत बिना कुछ बोले कॉल काट देता है तो रूही का मुंह खोला का खोला रहे जाता है , आज के लिए बस इतना ही। लाईक कमेंट शेयर जरूर करें। बाय,
अब आगे... रूही जब अपने ऑफिस में पूछती है तो देखती हैं कि साहिल और तनु पहली मौजूद थे और दोनो कुर्सी पर बाते कर रहे थे रूही देख दोनों खड़े हो जाते है, ,, गुड मोरिंग कैसे आप लोग,, दोनो मुस्कुरा कर रूही को भी मोरिंग विष करते हैं, ,, तो आप लोग तैयार हो,, रूही बोली तो दोनों सिर हिला देते हैं, तीनों फिर तीन कुर्सी लेकर बैठ जाते है और बीच में प्लेन रखा होता है रूही का, ,, देखो अभी हमारे कंपनी के बारे में किसी को नहीं पता, रूही बोली, , तो बता देते है ना, तनु बोली दोनों उसे घूरते हैं, ,, मैने क्या गलत बोला, तनु छोटा सा मुंह बना कर बोलीं, ,, कुछ गलत नहीं बोला लेकिन हर काम का टाइम होता है मार्केट में जाने से पहले हमें अपनी पूरी तैयार करनी होगी, रूही बोली, ,, सुनो तुम्हे क्या करना है, रूही बोली तो दोनों ध्यान से सुनने लगाते हैं, ,, पता करो कौन कौन सी कंपनी के छोटे छोटे एक्टर्स परेशान है रोल ना मिलने से उनकी एक लिस्ट बनो और मुझे फिर हम उनके साथ मीटिंग कर उन्हे ऑफर देंगे अच्छे,, ,, ये काम तो हो जाएगा रूही मतलब बॉस पर.. साहिल रूही की बात सुनकर बोला पर रूही उसे बीच में रोक कर बोली," बॉस नहीं हम तीनों में कोई बॉस नहीं मुझे तुम अपना दोस्त समझो, साहिल मुस्करा कर सिर हिला कर बोला," रूही पर हमें और भी तो जरूर पड़ेगी तभी तो हम फिल्म बना पाएंगे और भी अच्छे डायरेक्टर की जो कम पैसे में छोटे छोटे हीरो को पर्दे पर देखा कर धमाल कर दे, ,, हां मेरा दूसरा प्लेन ये ही देखो इंटरमेंट इंडस्टी में पता करो इस अच्छे डायरेक्टर के पास काम नहीं है या पैसे की कमी है उससे मेरी मीटिंग करो और लास्ट बात मुझे इस लोग चाहिए जो काम के प्रति बहुत ईमानदार हो, रूही की बात सुनकर साहिल बोला," में प्लान 2 पर काम करूंगा, , प्लान 1 मुझ पर छोड़ दो,, तनु बोली, ,, गुड, और में देखती हूं कौन कौन कंपनी है हमारे टक्कर में और उनका हाल क्या है, रूही बोली और फिर तीनों हाथ मिला लेते है, ,, एक मिनिट एक और मेन काम रह गया हमे पार्टनर भी चाहिए जिसे म्यूजिक कंपनी और भी, साहिल बोला, ,, एक काम करो प्लेन इन्हें काम करो बाकी का में प्लान बना कर तुम लोगो भेज दूंगी ओके, रूही बोली, और तब तक सामने होटल से एक लड़का चाय नाश्ता लेकर आ जाता है, ,, अरे ये किसने ऑडर किया,, तनु समोसा देख बोली, रूही उस लड़के थैंक्स बोल तनु से बोली," मैने अब चाय नाश्ता के लिए सामने ढाबे से मांगा लेंगे मैने बात कर लिए उनका हिसाब हर 1 तारीख को में कर दिया करूंगी,, रूही सबके पिलेट में दो दो समोसा रख फिर दो उस लड़के के आगे करके बोली," लो छोटू तुम भी खाओ,, ,, नहीं दी रहने दीजिए में कैसे,, रूही उसे आंखे दिखा कर बोली," दी बोल रहे हो और मना भी करते हो चुप चाप खाओ, लड़का मुस्कुरा कर थैंक्स बोलता, रूही फिर साहिल और तनु को खाने का इशारा कर बोली," शुरू करो और लग जाओ अपने अपने काम पर, दोनो सिर हिला देते हैं, ,, वैसे हम ऑफिस में कुछ लोग की और जरूरत पड़ेगी रूही,, तनु खाते हुए बोली, ,, चिंता मत करो शुरू तो होने दो धीरे धीरे भर्ती शुरू कर लेंगे हम, रूही मुस्कुरा कर समोसा खा कर बोली, तभी उसे कुछ याद आया और अपने बैग में दबा निकाल लेती है पानी से ले लेती हैं जल्दी, ,, ये कैसी गोली थी साहिल बोला, ,, अरे रात को बुखार था बहुत तेज इस लिए तबियत दिन खराब हो ना इस लिए खा ली बस,, रूही बोली, ,, हमें परिस्मिशन की जरूरत भी पड़ेगी ना सरकार की तभी बड़े बड़े सिनेमा हॉल में हमारी कंपनी की बनाई फिल्म चलेगी,, तनु बोली सोच कर, जैसे सुनकर रूही थोड़ा सोच कर बोली," वो एक आदमी कर सकता है और मुझे पता है कौन है जिसमें दम है कि एक मिनिट में मंजूर दिला सकता है, रूही बोली और उसके चेहरे पर मुस्कान थी जिसे कोई नहीं समझ पा रहा था, सभी नाश्ता खत्म किया और लग गए काम पर, रूही अपने केबिन में बैठ लैपटॉप पर बाकी कंपनी के बारे में जानकारी निकाल रही हैं कि क्या चल रहा है तभी केबिन का डोर खोल तनु आते हुए बोली," रूही ये रही लिस्ट मैने पता लगा लिया है करीब 10 इस हीरो जिनकी एक फिल्म खराब कई तो उनके साथ किसी ने काम नहीं किया पर छोटे आर्टिस्ट तो बहुत जिनके साथ ये सब होना आम बात उन्हें ना पैसे अच्छे मिलते है ना काम, ,, अच्छा और लड़की, रूही लिस्ट देखते हुए बोली और तनु के चेहरे की ओर देखती हैं तो तनु गहरी सांस लेकर बोलीं," इस लड़कियों का तो यार बहुत माहौल खराब है मतलब जिनकी ऊपर तक पुछ या उनके फैमिली इस इंड्रस्टी में तो कोई प्रोब्लम नहीं लेकिन जो दूसरे शहर से सपने लेकर आती हैं उन्हें काम की कीमत चुकानी पड़ती हैं जो नहीं चुका पाता उन्हें काम नहीं मिलता इस लिए मजबूरी में उन्हें ये काम करना ही होता, तनु की बात सुनकर रूही बोली," मुझे इस लोगों से शक्त नफरत है तो ध्यान रहे इस लोग हमारी कंपनी में नहीं आए और लड़कियों तो बिना उनका पिछला ब्राउंड जाने उन लड़कियों को इंटरव्यू के लिए बोला लो जिन्हें काम नहीं है इस समय, रूही बोली, ,, लेकिन इतने लोगों के पास क्या हमारे पास काम है,, तनु थोड़ा सोच कर बोली, मिलेगा सबको काम मिलेगा पर उन्हें मिलेगा जो हमारे लिए ईमानदार होंगे तो बिना डरे सबको इंटरव्यू के मैसेज भेज दिए जाए और कल पूरे दिन इन्वयू होंगे,, तनु सिर हिला देती है, तभी साहिल अंदर आते हुए बोला," मैडम वे लोग आ गए मीटिंग रूम में, ,, ओके उनके लिए कुछ नाश्ता ऑडर कर दो में आती अभी,, रूही तो साहिल सिर हिला कर चला जाता है, रूही फिर तनु के लिस्ट देख बोली," तुम समझ गई क्या करना तुम्हें कल सभी को बोला लो, ,, तनु थोड़ी परेशान होकर बोली," रूही बहुत लोग है यार हम इतने लोगों को जॉब कैसे देंगे और दे भी दी तो हमारे पास अभी सभी के लिए काम भी तो नहीं है , ,, चिंता मत करो तुम बस अच्छे और हमारे प्रति ईमानदार लोगो को लेकर आओ काम सबको मिलेगा, रूही हल्का मुस्कुरा कर बोली लेकिन तनु की सकल देख लग रहा था उसे अभी भी इसकी चिंता थी कि कहीं कुछ गड़बड़ ना हो जाए, रूही उसे शांत रहने का इशारा करती हैं और फिर दोनों मीटिंग रूम में जाते हैं जहां चार लोग बैठे हुए थे उनमें एक एक बाहर का देश का था और वो ही उन तीनों का लीडर था रूही के आते ही सब खड़े हो जाते है रूही मुस्कुरा कर उन्हें बैठने का इशारा करती है और खुद भी बैठ जाती है, ,, तो आप है डायरेक्टर रॉय,, रूही उसी आदमी से बोली जो इंडियन नहीं था, ,, जी मैडम में ही हूं डायरेक्टर रॉय और अब हमारे पास कोई काम नहीं है, ,, लेकिन क्यों आपके बारे में तो सुना था आपकी फिल्म बहुत कम फ्लॉप जाती है,, तनु बोली, तो डायरेक्टर गहरी सारी लेकर बोले," हां पर पीछे महीने मेरी फिल्म फ्लॉप गई और हम काम मिलना बंद हो गया हमारी गलती बता कर कि हमने सही नहीं बनाई फिल्म, रॉय बोला, ,, जी मैडम जबकि पूरी गलती कंपनी की हमारे डायरेक्टर साहब ने बोला था कि इस फिल्म में कोई रोमांटिक हीरो नहीं चलेगा एक्शन फिल्म थी पर इनकी नहीं चली और आखिर में जैसे हीरो को लोगों रोमांटिक फिल्म देखना पसंद था उसे एक्शन में देख जो वो सही से नहीं कर पा रहा था लोगो का गुस्सा फिल्म पर हम निकाल कंपनी ने अपना हाथ पीछे खींच लिया और हम काम से निकाल दिया,, रॉय के पास बैठा लड़का बोला, ,, आपकी तारीफ, रूही बोली, ,, जी मेरा नाम विशाल है और मैं डायरेक्टर साहब के साथ काम करता हूं कैमरा मेन की तरह, रूही सिर हिला कर बोली," वैसे वो कौन सी कंपनी है, ,, जी गोल्डन कार्ड, तीसरा आदमी बोला जिसका नाम अक्षय था, रूही सिर हिला देती है और फिर रॉय से बोली," आपको हमारे साथ काम करने में कोई प्रोब्लम नहीं आएगी जैसे फिल्म होगी और आप बोलेंगे वही हीरो होगा उसी तरह का और हां कल ही इंटरव्यू रखे तो आप पसंद कर सकते, रूही बोली और चार फ्रॉम चारों के आगे रख कर बोली," इसमें साफ लिखा है कि आप खुद नहीं चाहोगे तब तक आपको नहीं निकाला जाएगा और आपकी भी वही इज्जत होगी जो हम लोगो की, डायरेक्टर रॉय और बाकी तीनों लोगों एक दुसरे को देखते हैं, ,, मैडम ये तो ठीक है लेकिन हम चार लोगों से क्या एक फिल्म बन जाएगी और हमारे पास तो समान भी नहीं,, विशाल बोला, ,, तुम चार मेन हो अपनी टीम तैयार करो जो सामना चाहिए वो भगा दिया जाएगा आपके एक बार बोलने पर, रूही बोली, तो चारों एक दुसरे को देख सिर हिला कर साइन कर देते हैं, ,, मैडम पर में केवल एक्शन और हॉलीवुड स्टाइल में बनाता हूं तो आपको रोमांस या हॉरर के लिए किसी और को देखना होगा,, रॉय बोला, ,, एक अच्छा डायरेक्टर कुछ भी कर सकता है और आप में काबिलियत है डायरेक्टर रॉय, रूही बोली, तो सभी सिर हिला देते हैं, रूही अपने हाथ की घड़ी में टाईम देख बोली," आज के लिए बस इतना आप लोग साहिल या तनु को बता देना आपको क्या क्या चाहिए और कौन कौन से लोग चाहिए और कल इन्वयू में आप रहना ताकि हमें हेल्प मिले, रूही खड़े होकर बोली, ,, जी मैडम कल हम जरूर आयेंगे,, रॉय रूही की तरफ हाथ बढ़ा कर बोला मिलाने के लिए तो रूही उसके हाथ को देखती और बाकी सभी उन्हें रॉय हाथ पीछे लेने लगता है तो रूही मुस्कुरा कर उससे हाथ मिला कर बोली," जो भी जरूरत पड़े बता देना , सभी मुस्कुरा कर सिर हिला देते हैं और फिर वे चारों चले जाते हैं रूही साहिल और तनु से बोली," किसी अच्छे राइटर को ढूंढो और उसकी भी मीटिंग रखो मेरे साथ मुझे अपनी कंपनी की पहली फिल्म स्टोरी लिखवानी है, दोनो सिर हिला देते है और तीनों ऑफिस बंद कर बाहर आ जाते है साहिल और तनु रूही को बाय बोल कर राजू अंकल के साथ चले जाते जाते हैं और रूही ब्लैक रंग की कार को देख कर मुस्कुरा कर उसका डोर नोक करती है, फिर से डोर खोलता है और उसे हाथ पकड़ अंदर खींच लिया जाता हैं और डोर बन्द हो कार आगे बढ़ जाती हैं लेकिन कोई था जो चुप का इन सब की तस्वीर ले रहा है, रोहन पेड़ के पीछे से बाहर निकल अपने फोन में देखता है तो उसे रूही कार में अंदर जाती देखी लेकिन अंदर बैठा आदमी का चेहरा अंधेरे के वजह से नहीं आया, ,, भाई को भेज देता हूं कि उनकी प्यारी वाइफ किसी और के कार में मजे कर रही हैं, इतना बोल उसके चेहरे पर टेडी मुसकान आ जाती है एक बार अमरजीत रूही अपनी लाईफ से निकाल दे फिर देख वो इस लड़की का क्या हाल करता है, रोहन ये सोच धीरे से पेड़ में मुक्का मार वहां से चला जाता है, आज के लिए बस इतना ही। लाईक कमेंट शेयर जरूर करें। बाय।