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My Angel wife

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Sumit Shrivastav

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यह कहानी है विक्रम ओबेरॉय की जिसे उसकी गर्ल फ्रेंड टीना ने छोड़ कर उसके दोस्त राज से शादी कर ली थीं जिससे बिक्रम को प्यार और शादी के नाम से नफरत सी हो जाती है बिक्रम अब अपने दोस्त और को बर्बाद करना शुरु देता है इस बीच उसके लाईफ में एक लडक़ी आ जाती ह...

Total Chapters (24)

Page 1 of 2

  • 1. My Angel wife - Chapter 1

    Words: 1688

    Estimated Reading Time: 11 min

    मुंबई शहर... एक बड़े से फाइव स्टार होटल में पार्टी चल रही थीं जहां सभी 20 से 28 साल के लड़का लड़की थे कोई किसी के साथ डांस कर रहा था तो कोई किसी कोने में किस कर रहा अपनी गर्ल फ्रेंड को  सभी लोग म्यूजिक पर मस्ती कर रहे थे और जिन्हें कुछ ज्यादा करना हो लिफ्ट से रूम में जा रहे थे, डांस कर रहे लोगों में से एक लड़का अपनी गर्ल फ्रेंड और अपने दोस्त को देख कर बोला," वहा भाई मानना पड़ेगा बिक्रम  है तो बड़े दिल वाला देखो उसने हमें कितने बड़े होटल में पार्टी दी है, जिसे सुनकर उसके पास डांस कर रहा लड़का हंसते हुए बोला," बड़े दिल वाले के साथ बड़ा पैसे बाला है देखो कितना बड़ा होटल बुक कर दीया हमारे लिए , जिसे सुनकर पहले बाला लड़का बोला," हां यार साले के पास किसी चीज़ की कमी नही कॉलेज की सारी लड़कियां भी पागल है उसके पीछे, जिसे सुनकर उसका दोस्त बोला," अरे तूझे क्यों जलन हो रही है तेरे पास तो है ना तेरी गर्ल फ्रेंड, जिसे सुनकर वो लड़का बूरा सा मुंह बना कर बोला ," कुछ मत पुछ भाई यह भी उसके पीछे पागल है लेकिन मेरे लिए बिक्रम ने इसे छोड़ दीया, जिसे सुनकर उसकी गर्ल फ्रेंड अपने दोनों हाथ ऊपर करके बोली," हां तो क्या उस जैसे handsome और अमीर लड़के को कोन लड़की अपने हाथों से जानें देगी और वो एक बार हां बोल दे तो मुझे एक मिनिट नही लगेगा तुम्हे छोड़ कर उसके बाहों में जानें में, जिसे सुनकर वो लड़का का मुंह खुला का खुला रह जाता है और उसका दोस्त हंसते हुए बोला," ले भाई तेरी वाली तो अभी भी पागल है उसके पीछे, जिसे सुनकर वो लड़का उसे घुर के देखने लगता है तभी उसकी दोस्त की गर्ल फ्रेंड भी बोल पड़ी," हां गलत क्या है बिक्रम के लिए में तुम्हारे दोस्त को छोड़ सकती हुं तुम दोनों को पता नही बिक्रम के आगे सब फेल है, जिसे सुनकर उसका दोस्त का भी मुंह खुला का खुला रह जाता है और वे दोनों लड़की हंसने लगती है फिर वो लड़का बोला," अच्छे लड़के की तो कोई कदर ही नही है इन्हे बिक्रम जैसे लड़के ही पसन्द आते है जो अभी किसी ना किसी लड़की के साथ किसी रूम में एंजॉय कर रहा होगा, जिसे सुनकर वो लड़की बोली," हां तो में भी हो सकती थीं उसके साथ, जिसे सुनकर वो लड़का घुर के उसे देखता है तो उसकी गर्ल फ्रेंड हंसते हुए बोली," अरे शान्त हो जाओ हम दोनों बस तुम दोनों के मजे ले रही थीं मना की बिक्रम बहुत handsome और कुल बंदा है लेकिन क्या मतलब का अगर वो किसी एक का ना हो पाए , जिसे सुनकर वो दूसरी लड़की बोलि," हां सही है लेकिन बिक्रम ऐसा क्यों है क्यों वो एक लड़की का नही होता है, जिसे सुनकर उसके boyfriend बोला," क्योंकी उसका प्यार शब्द से विस्वास उठ गया है प्यार में धोखा खा कर, जिसे सुनकर वे तीनों शॉक रहे जाते हैं और तभी उनके कानों में आस पास लोगो की जोर जोर चीखने की आवाज़ आती है और सभी एक ही नाम ले रहे थे बिक्रम, बिक्रम,  जिसे सुनकर सभी उस तरफ देखते है तो एक handsome लडका लिफ्ट से बाहर आ रहा था जिसके साथ दो लड़की भी थी जिनके साथ शायद वो रूम से आया, तभी  कुछ और लड़किया उसके पास पुछ कर उससे चिपकने लगती हे  कोई उसके गाल पर किस भी कर रही थी, जिसे देख कर वो लड़का बोला," मेरा दोस्त ऐसा नही था पहले तब इसकी लाइफ में केवल एक लडक़ी थी जिससे बहुत प्यार करता था यह, जिसे सुनकर सभी बिक्रम को देखते है जो अब एक लडक़ी को उसकी कमर में हाथ डाल कर खुद से चिपकाए हुए था और दुसरे हाथ से ड्रिंक पी रहा था और वो  काफ़ी नशे में था, उस लड़की की गर्ल फ्रेंड बोलि," अच्छा आरव तुम बिक्रम के बरे मे इतना जानते हो तो यह भी जानते होगें की वो लड़की कोन है क्या वो हमारे कॉलेज की थी जिसने बिक्रम जैसे लड़के को धोखा दीया, उसके बात सुनकर बे तीनों लोग आरव को देखते है तो आरव गहरी सांस लेकर हां में सिर हिला देता है लेकिन वो कुछ बोलते उससे पहले ही होटल के मेन डोर खोल कर एक लड़की एक लड़के का हाथ पकड़ कर अंदर आ रही थीं तो आरव उस लड़की को देखने लगता है जिससे आरव की गर्ल फ्रेंड नताशा और उसका दोस्त राजीव और उसकी गर्ल फ्रेंड प्रिया तीनों उस तरफ देखते है कन्फ्यूज होकर, तो तीनों की आखें बड़ी बड़ी हो जाती है नताशा अपने मुंह पर हाथ रख कर बोलि," आरव कहीं तुम टीना की बात तो नही कर रहे ना जिसका बॉयफ्रेंड बिक्रम का दोस्त राजवीर है, इतना बोल टीना राजीव और प्रिया के साथ आरव को देखती है तो वो उन्हे देख बस हल्का सा हां मैं सिर हिला कर बोला," हां लेकिन बिक्रम अब शायद राजवीर को अपना दोस्त नही मानता क्योंकि उसे लगता है की राज ने उसके पीठ पीछे उसके प्यार को अपना बना लिया, आरव की बात सुनकर प्रिया और नताशा अपने मुंह पर हाथ रख लेती है, राजीव बोला," ओ तभी मैने एक दिन राज को बिक्रम के सामने हाथ जोड कर माफी मांगते हुए देखा  था लेकिन बिक्रम उसे दुर धक्का दे कर चला गया था, जिसे सुनकर आरव गहरी सांस लेकर हां में सिर हिला देता है , फिर सभी लोग टीना और राज को देखते है जो मुसकुराते हुऐ सभी से मिल रहे थे एक दुसरे का हाथ पकड़े हुए, प्रिया बोलि," टीना ने यह अच्छा नही क्या यार हमारे बिक्रम के साथ क्या कमी है उसके पास जो उसने बिक्रम जैसे लड़के को छोड़ कर इस भिकारी राज से शादी की जिसके पास एक बाईक तक नही है, प्रिया की बात सुनकर आरव बोला," पैसा ही सब कुछ नही होता कुछ तो अच्छा लगा होगा ना टीना को राज में तभी उसने उसे चुना, जिसे सुनकर नताशा गुस्से से बोली," तब भी आरव टीना जब पहले बिक्रम से प्यार करती थीं तो उसने उसे धोखा क्यों दीया और  अब मुझे इन दोनों से नफरत सी हो रही है , नताशा गुस्से से टीना और राज को दिख कर बोलि, जिसे सुनकर प्रिया भी हां में सिर हिला कर दोनों को घूरने लगती है जिसे देख राजीव और आरव एक दुसरे को देखते है और दोनों गहरी सांस लेते है क्योंकी उन्हे केवल आधा सच पता है बिक्रम की तरह टीना और राज ने एसा क्यों किया यह तो उन्हे ही पता होगा , वे दोनों सोच ही रहे थे तभी राज और टीना सबसे मिलने के बाद मुस्कुराते हुए उनके पास आने लगते है जिसे देख कर प्रिया बोलि," देखो तो कितने खुस है दोनों मन कर रहा इस टीना की बच्ची के गाल पर दो थप्पड़ रसीद दू, जिसे सुनकर नताशा भी हां में सिर हिला कर बोलि," मेरा भी ऐसी ही इच्छा है, आरव बोला," ऐसा कुछ भी नही करना हम बिक्रम की पार्टी खराब नही कर सकतें, जिसे सुनकर वे दोनो लड़की घुर के आरव को देखती है तो आरव की हालत खराब हो जाती है, तभी टीना राज का हाथ पकड़ ही उन चारों के पास आते हुए बोलि," हेलो फ्रेंड्स कैसे हो आप लोग, जिसे सुनकर प्रिया अपने चेहरे पर झूठी मुस्कान ला कर  बोली," पहले सही थे अब पता नही, जिसे सुनकर टीना कन्फ्यूज होकर राज को देखती है एक नजर जिसे देख राजीव प्रिया का हाथ पकड़ कर मुस्करा कर बोला," अरे मेरी गर्लफ्रेंड के कहने का मतलब है की अब और अच्छे है हम लोग आप दोनों को देख कर , तभी प्रिया घुर के राजीव को देखती है तो राजीव दूसरी तरफ देखने लगता है, आरव राज से हाथ मिलाते हुए बोला," हेलो भाई आप दोनों केसे हो , राज मुस्करा कर हां मैं सिर हिला देता है लेकिन तभी नताशा आरव का हाथ पकड़ कर फिर उसे राज से दुर करके बोलि," सॉरी मुझे अपने ब्वॉयफ्रेंड से कुछ बात करनी है, इतना बोल वो उसका हाथ पकड़ उसे वहां से दुर ले जाति है, जिसे देख कर टीना और राज फिर एक दुसरे को देखते है तभी प्रिया भी राजीव का हाथ पकड़ कर उसे दुर ले जाते हुऐ बोलि," सॉरी मुझे भी कुछ बात करनी है राजीव से , जिन्हें जाते हुऐ देख कर टीना और राज एक दुसरे को हल्का सा मुस्कुरा कर देखते है फिर दोनों की नजर बिक्रम पर जाती है जिसके एक हाथ में एक लडक़ी की कमर थी जो उससे चिपकी हुई थी और दुसरे हाथ में ड्रिंक का गिलास जिसे पीते हुए वो उन दोनों को ही देख  रहा था, जिसे देख कर राज उसकी तरफ जानें को होता है तो टीना उसका हाथ पकड़ कर ना में सिर हिलाते हुए बोलि," नही राज उसके पास मत जाओ वो अभी ड्रिंक किए हुए तो हो सकता है की वो तुम्हारे साथ कोई बतमिजी ना करें, जिसे सुनकर राज मुस्करा कर उसे देख कर बोला," वो मेरा दोस्त है टीना और करेगा भी तो मुझे बूरा नही लगता, जिसे सुनकर टीना नम आंखों से बोली," लेकिन मुझे बूरा लगता है उसे कुछ पता नही फिर भी तुम्हरे कैरेक्टर पर सवाल उठाता है, जिसे सुनकर राज टीना को देख उसके पास आकर उसके माथे पर  किस करके उसके आखों से आसू साफ करके बोला," तो वो सही है कहीं ना कहीं हमने उसके साथ बूरा किया इस लिए उसकी यह नफरत और गुस्सा भी सही है लेकिन में उसे अकेला नहीं छोड़ सकता, इधर बिक्रम राज को टीना के इतने पास देख और उसे उसे किस करते हुए देख उसका चेहरा गुस्से से लाल होने लगता है और उसके पकड़ उसके हाथ में लिए ड्रिंक के गिलास पर कस जाति है, तभी राज टीना से दुर होकर बिक्रम के पास आने लगता है तो बिक्रम अपना चेहरा दूसरी तरफ मोड़ लेता है लेकिन फिर भी राज उसके पास मुस्कुरा कर आ रहा था, टीना को अंदर से बहुत डर लग रहा था,  दूर खडे़ आरव नताशा प्रिया और राजीव यह देख रहे थे और उन्हें भी ऐसा लग रहा था की राज क्यों अपने मौत के पास जा रहा है, इस भाग में इतना ही। मिलते हैं अगले भाग में। बाय।                                                

  • 2. My Angel wife - Chapter 2

    Words: 2110

    Estimated Reading Time: 13 min

    अब तक... एक फाइव स्टार होटल में बिक्रम ने अपने सारे दोस्तों को पार्टी दी जहां उसकी एक्स गर्लफ्रेंड टीना और उसका पति राज भी आते है राज टीना का पति होने से पहले विक्रम का पुराना और अच्छा दोस्त था लेकिन टीना ने बिक्रम को धोखा दे कर जब राज से शादी कर ली तो बिक्रम और राज की दोस्त भी खत्म हो गई लेकिन राज अभी भी उसे अपना दोस्त बनता है टीना उसे बिक्रम के पास जानें से मना कर देती है लेकिन राज कहता है वो उसका दोस्त और अपने दोस्त के पास जा रहा है और अगर वो उसकी बेज्ज़ती भी करे तब भी उसे बुरा नही लगेगा। अब आगे.... राज बिक्रम के पुछ कर उससे मुस्करा कर बोला," कैसा भाई तू, जिसे सुनकर बिक्रम जो उसे इग्नोर करने के लिए अपने पास खड़ी लड़की के गर्दन पर किस कर रहा था वो राज को घूर के देखता है, तब भी राज मुस्करा कर बोला," चल ना भाई हुआ सो हुआ यह सब यही खत्म करते है बहुत याद आति पिछले दिन प्लीज मुझे मेरा बिक्रम लोटा दे, राज दुःखी होकर बोला," जिसे सुनकर बिक्रम के चेहरे पर टेढ़ी मुस्कान आ जाती है वो राज को देखते हुऐ बोला," अच्छा तूझे अपना पुराना दोस्त चाहिए, जिसे सुनकर राज उसके कंधे पर हाथ रखकर बोला," हां भाई कुछ नहीं रखा इन सब में तू गलत रस्ते पर मेरे भाई सब लड़की को छोड़ और किसी एक अच्छी लड़की को चुन और उससे शादी कर लाईफ में सेट हो जा मेरे भाई, राज की बात सुनकर बिक्रम एक दम शान्त खड़ा हो जाता है जिसे दूर खड़ी टीना डरते हुए देख रही थीं और साइट में खडे़ राजीव आरव प्रिया और नताशा भी देख रहे थे और उन्हें बिक्रम का शान्त देखना ऐसा लग रहा था जैसे की कोई तूफान आने बाला है, बिक्रम फिर एक नजर टीना को देखता है जो उसके देखने पर अपना सिर निचे कर लेती है , यह देख बिक्रम अपना हाथ ऊपर कर पहले म्यूजिक बंद करने का इशारा करता है तो म्युजिक बंद हो जाता है जिसके साथ ही सभी लोग बिक्रम को देखने लगते है, बिक्रम राज को देख एक दम से उसके गले लग जाता है जिसे देख सभी शॉक रहे जाते है आरव धीरे से बोला," ये क्या था भाई क्या में कोई सपना देख रहा हूं, जिसे सुनकर राजीव बोला," मुझे भी ऐसा ही लग रहा है की बिक्रम अपने सब बड़े दुश्मन को गले लगा लिया था, उन दोनो की बात सुनकर प्रिया और नताशा जो अपने मुंह पर हाथ रख शॉक में खड़ी थीं वो उनकी तरफ देख हां में सिर हिला देते है, वहां मौजूद बाकि लोगो का यही हाल था, लेकिन टीना और राज के चेहरे पर मुस्कान आ जाती है आख़िर में राज की कोशिश कामयाब हो गई यही सोच कर टीना खुश थीं क्योंकी उसके दिल में एक दर्द हमेशा रहा है की उसकी बजे से राज और बिक्रम की दोस्त खत्म हो गई जो बो कभी नही चाहती थीं उसने अपनें पति राज को बहुत उदास और मायूस देखा है बिक्रम के बिना क्योंकि इनकी जेसी दोस्ती किसी की नही था दोनों एक दुसरे के लिए किसी कभी हद तक जा सकते थे और इनके बिच कभी आमिर गरीब नही आई क्योंकि उसका पति एक मिडिल क्लास फैमली से आता है और बिक्रम के पास पेसो की कमी नही थी लेकिन उसे कभी राज को ऐसा मेहसूस नही होने दीया था कॉलेज के समय और वो इन दोनों की बीच नही आती तो शायद सब सही चल रहा होता, यही सोच वो अपना सिर नीचे करके अपने आखों से आसू साफ कर लेती है चलो कोई बात शायद अब सब सही हो जाए, यही सोच उसके चेहरे पर मुसकान आ जाती है, बिक्रम राज के गले लग ही टीना को देखें जा रहा था और फिर उसके चेहरे पर मुस्कान दिख बिक्रम के चेहरे पर टेढ़ी मुस्कान आ जाती है और वो राज से दुर होकर जोर जोर से हंसने लगता है जिसे देख सभी लोग कन्फ्यूज हो जाते है, बिक्रम फिर हाथों के इशारे से सभी को हंसने का इशारा करके बोला," अरे भाई लोग शान्त क्यों आप लोग भी हसो मेरे पुराने दोस्त ने बोला की में पहले जैसा बन जाऊं में बिक्रम ओबेरॉय पहले जैसा बन जाऊं , जिसे सुनकर बाकि लोग भी हसने लगते है जिसे देख राज और टीना के चेहरे की मुस्कान जानें लगती है , राजीव मुस्करा कर बोला," देखा मुझे पता की बिक्रम कभी भी नही सुधर सकता, जिसे सुनकर वाकी तीनों हां में सिर हिला देते है और सब बिक्रम को देखते है जो हस हस कर पागल हो रहा था और उस लड़की को कंधे से पकड़ कर बोला," देखा बेबी तुमने यह आदमी क्या बोल रहा है में पहले जैसा हो जाऊं, जिसे सुनकर उस लड़की के चेहरे पर भी मुस्कान आ जाती है, तभी राज बोला," बिक्रम में मज़ाक नही कर रहा हुं मेरे भाई तू वापिस आ कर तो देख मेरे पास... जिसे सुनकर बिक्रम गुस्से से एक दम पीछे पलट कर बोला," अच्छा फिर क्या होगा क्या तू मुझे मेरा वो खुशी दे सकता है जो तुने मूझसे छीनी, क्या तू मुझे मेरा प्यार बापिस दे सकता है, बिक्रम गुस्से टीना की तरफ ऊंगली प्वाइंट करके बोला, जिसे सुनकर सभी शॉक हो कर एक दुसरे से बाते करने लगते है, और टीना की आखों में आसू आ जाते है और वो नम आंखों राज को देखती है जो शान्त खड़ा था, जिसे देख कर बिक्रम बोला," नही दे सकता ना तो जाओ या से मूझसे यह झूठी दोस्त का दिखावा मत कर और अगर सच में चाहता है की सब सही हो जाता है तो तू अपनी बीवी को मेरे पास भेज दे एक रात के लिए फिर में सब करने के बारे में सोच सकता हूं राज शेखबात,। जिसे सुनकर राज और टीना के पैरो तले जमीन खिसक जाति है और प्रिया और नताशा शॉक होकर अपने मुंह पर हाथ रख कर लेती है, आरव बोला," राज ने आज बिक्रम का दिल का वो दर्द बाहर निकाल दीया वो पिछले एक साल से खुद के अंदर दवा का जी रहा था अब भगवान ही जानें क्या होगा, राज को शान्त खड़ा देख कर बिक्रम उसके पास आकर उसके कंधे से पकड़ कर हिला कर गुस्से से बोला," बोल ना तूझे जब हमारी दोस्ती इतनी ही प्यारी है तो क्यों नही तू उसे मेरे पास एक रात के लिए भेज देता है, जिसे सुनकर टीना अपने महू पर हाथ रख रोने लगती है और राज बिक्रम के एसा करने से उसे नम आंखों से देखे कर बोला," तू इतना निचे कब गिर गया मेरे भाई की अपनें दोस्त की बीबी के बारे में ऐसा बोल रहा है अब वो तेरी भाभी सामना है जो तेरी मां जेसी है, राज की बात सुनकर बिक्रम का देखते है जिसका चेहरा गुस्से से लाल हो जाता है और राज की कॉलर पकड़ कर बोला," वो भाभी और मां होगी तेरी साले वो प्यार है मेरा पहला जैसे तुने मूझसे छीना वो भी अपने ही दोस्त की पीठ में खंजर घोफ कर, जिसे सुनकर राज ना में सिर हिला कर बोला," नही भाई तू मुझे गलत समझ रहा है मैने कभी ऐसा नहीं चाहता था लेकिन तब ऐसा कुछ हुआ की हम कुछ. राज आगे कुछ बोलता उससे पहले बिक्रम के गुस्से का बंध टूट जाता है और वो गुस्से से राज को पीछे धक्का देकर कर बोला," झूठ मत बोल साले वरना मूझसे बूरा कोई नही होगा, उसके एक दम से एसा करने से राज पीछे जाकर निचे जमीन गिरता था और उसके सिर में चोट लग जाति है जहां हाथ रख दर्द में बिक्रम को देखता है तो बिक्रम उसकी तरफ ऊंगली प्वाइंट करके बोला," बहुत समझ में तूझे मार नही रहा हुं अपनी उस दोस्ती की बजे से वरना अभी तहां तेरी लास पड़ी होती और एक बात अब अपने दिमाग में हमेशा के लिए कैद कर ले की बिक्रम ओबेरॉय मर जाएगा लेकिन तुझ जैसे कमीने आदमी को फिर अपने दोस्त नही बनेगा निकल जा अपनी मेरी नजरों से जैसे पहले की में कुछ कर बैठी, इतना बोल वो गुस्से में उसकी तरफ पीठ करके खड़ा हो जाता है, सभी हैरान थे यह देख कर और अब सभी की नजरो में राज गिर चूका था बिक्रम की बात सुनकर इस लिए सब उसे बुरा भला बोलने लगते है, लेकिन राज के चेहरे पर अभी छोटी सी मुस्कान थी जैसे वो अपने दिल के दर्द से छुपा रहा था उसके हाथ में हल्का खून था जो शायद उसके सिर में चोट लगने से लग गया था, टीना किसी मूर्ति की तरह खडी यह सब देखती रह जाति है फिर वो होस में आकर राज को देखती है जो अपने हाथ की चोट कर देख रहा था और उसके कानों सभी लोगो के आवाज आ रही जो राज को बूरा भला बोल रहे थे, जिसे सुनकर टीना के दर्द में दर्द होने लगता है बस बहुत हुआ अब और वो अपने पति की बेज्जती बर्दश नही करेंगी, यही सोच वो बिक्रम की तरह अपने कदम बढ़ाने लगती है जिसे देख सभी कन्फ्यूज हो जाते हैं, आरव यार अब यह टीना क्यों बिक्रम के पास जा रही है क्या राज की बेज्जती देख कर यह अपनी बेज्जती कराने जा रही है, जिसे सुनकर नताशा बोली," जानें दो मेरी नजरों में सबसे बड़ी धोखे वाज लड़की यही है इसी के बजे से एक दोस्त दुसरे दोस्त की बेज्जती कर रहा था, प्रिया बोली," हां सही बोला यह सब इसकी वजह से हो रहा था इस जब राज से शादी करनी थी तो हमारे बिक्रम के साथ प्यार का नाटक क्यो किया, जिसे सुनकर राजिव बोला," लेकिन क्या बिक्रम टीना की बेज्जती करेगा मुझे तो नही लगता, आरव बोला," थोड़ी देर रुको सबको पता चल जाएगा क्या होगा, टीना राज के पास पुछ कर रुक जाती है जिसे देख राज खडे़ होकर उसे कुछ करने या बोलने का इशारा करता उसके चेहरे पर अभी भी दर्द के भाव थे, जिन्हें टीना देख पा रही थी टीना फिर बिक्रम को देख कर बोली," मिस्टर बिक्रम ओबेरॉय, जिसे सुनकर सभी टीना को देखते है और बिक्रम जो उनकी तरफ पीठ करके खड़ा था वो बापिस पलट को टीना को देखने लगता है कन्फ्यूज होकर, तो टीना उसकी तरफ कदम बढ़ाने लगती हैं,। जिसे देख राज दर्द में बोला," नही टीना, लेकिन टीना इतने गुस्से में थी की वो नही रुकती हैं और बिक्रम के सामने आकर खड़ी होकर उसे गुस्से से देखने लगती हैं, जिसे देख बिक्रम बोला," क्या हुआ टीना राज शेखवत क्या आपने पति की बेज्जती बर्दाश नही हुई लेकिन मेरा कहा और एक बात सच है इसकी बजे से हम दोनों दूर हुई थे वरना हम एक दुसरे को कितना प्यार, लेकिन वो आगे एक शब्द और बोलता उससे पहले टीना गुस्से में समीर के गाल पर एक जोर का थप्पड़ रसीद देती हैं जिसे देख सभी शॉक रहे जाते है, प्रिया और नताशा तो अपने महू पर हाथ रख कर लेती है , राज उदास हो कर गहरी सांस लेता है यह वो नही चाहता था और ना वो टीना के साथ इस लिए बिक्रम की पार्टी में आया था उसे लगा की अब तक सब सही हो गया होगा लेकिन इस एक साल में कुछ नही बदला, बिक्रम अपने गाल पर हाथ रख नम आंखों से फिर थोड़े गुस्से में बोला ," तुमने इस के मुझे मारा फिर से ऐसा क्या इस में और तुम मूझसे प्यार... जिसे सुनकर टीना गुस्से से बिक्रम की तरफ ऊंगली प्वाइंट करके बोली," खबरदार बिक्रम जो तुमने ऐसा बोला की में तुम से प्यार करती हूं अरे नही करती में तुमसे प्यार और यह एक बात समझ नही आती क्या तुम्हे यार अब मेरी लाईफ मे तुम कोई नही हो मेरा सब कुछ मेरा पति राज है बिक्रम और में उससे प्यार करती हूं और में अभी तक चुप थी तो उनकी बजे से, टीना की बात सुनकर सभी शॉक थे बिक्रम के आखों में आसू थे और ना में सिर हिलने लगता है, जिसे देख टीना गुस्से में बोली," हां बिक्रम में तुम से नही राज प्यार करती हुं और तुमसे मिलना और प्यार करना मेरी लाईफ की सबसे बड़ी गलती थी देखो खुद को जो मुझे नही मेरे शरीर के भूखा है और वो आदमी जिसने मेरी जान बचाई और परिवार के आगे मेरा हाथ थामा वो यह आदमी है जो अब मेरा पति है जिसकी तुमने इतनी बेज्जती की फिर वो चुप है, टीना नम आंखों से राज को देखती है जिसके साथ ही बिक्रम और वहां मौजूद सभी लोग राज को देखते है जो शान्त खड़ा था वरना और टीना को देख ना में सिर हिला रहा था की वो बिक्रम की बेज्जती ना करें, आज के लिए बस इतना ही लाईक कमेंट शेयर जरूर करे। बाय।                                              

  • 3. My Angel wife - Chapter 3

    Words: 2031

    Estimated Reading Time: 13 min

    अब तक.... पिछले दो भागों में अपने पढा की... एक बड़े होटल में बिक्रम ने अपने कॉलेज के सभी दोस्तों को पार्टी दी थीं जहां उसकी ex girlfriend टीना और उसका पति राज भी आया था राज बिक्रम के पास जाता है ताकी वो सब कुछ भुल कर वापिस अच्छा दोस्त बन जाए लेकिन बिक्रम उसकी बेज्जती कर उसे दुर धक्का देता है जिससे राज को चोट लग जाती है जिससे टीना गुस्से में बिक्रम के पास आकर उसके गाल पर एक थप्पड़ मार कर कहती है की वो उससे अब प्यार नही करती और जब करती थीं तब भी उसकी लाईफ की गलती थीं और अब तो वो बस अपने राज से प्यार करती है जो अब उसका पति है, अब आगे...... टीना और बाकि लोग राज को देख रहे थे तभी बिक्रम टीना को उसके कंधे से पकड़ लेता है जिससे टीना गुस्से से बिक्रम को घूरती है, बिक्रम नम आखों से बोला," नही टीना तुम भी मूझसे प्यार करती हो भुल गई हम एक कई बार मूवी देखने जाते थे साथ में और कई बार एक ही रूम में साथ में सो भी है फिर तुम कैसे कह सकती हो तुम मूझसे प्यार नही करती हो अरे सच बोलो की तुम्हें भी मुझसे प्यार है लेकिन इस आदमी ने तुम्हरे साथ जबरदस्ती शादी की बस एक बार बोल दो ना, बिक्रम की बात सुनकर और उसे ऐसा करते हुऐ देख कर सभी लोग शॉक थे राज ने अब अपने हाथों की मुठ्ठी कस ली थीं और राज बिक्रम और टीना की तरफ कदम बढ़ाने को होता है तो उससे पहले ही टीना बिक्रम के हाथों को खुद से दुर करके उसके गाल पर एक जोर का थप्पड़ मार कर बोलि," तुम्हारी हिमत कैसे हुई अपनें गंदे हाथों से मुझे छूने की, बिक्रम शॉक होकर अपने गाल पर हाथ रख कर टीना को देखने लगता है जो गुस्से से उसे घुरे जा रही थी, बाकि लोग भी शॉक में थे। प्रिया बोली," यार अब कुछ ज्यादा हो रहा है बिक्रम का आगर वो उससे प्यार नही करती तो क्यों जबरदस्ती कर रहा है उसके साथ, जिसे सुनकर नताशा बोलि," हां यार अब मुझे ऐसा लग रहा है की अब बिक्रम को टीना का पीछा छोड़ देना चाहिए जब वो खुद कह रही है वो नही करती उससे प्यार और उसके लिए उसका राज सब कुछ है तो बिक्रम के लिए अब कुछ नही बचा, जिसे सुनकर आरव और राजीव भी हां में सिर हिला देते है उदास होकर, टीना फिर बिक्रम से बोलि," बिक्रम तुम्हें और मेरे राज में यह फर्क है की तुम लड़कियों के शरीर के भूखे जिसे तुम प्यार का नाम देते हो और मेरा राज सच्चा प्यार करता है जिसके लिए शरीर की भूख नही बल्की मेरी इज्जत और मान के साथ मेरी मर्जी भी बहुत जरूरी है, जिसे सुनकर बिक्रम टीना को हैरानी से देखने लगता है जिसे टीना हां में सिर हिला कर बोली," हां बिक्रम मेरी बात पर विस्वास नही तो खुद के अंदर झांक कर देखो की तुमने मुझे कब प्यार से दो बात की थी कब तुमने मूझसे पूछा था की मेरी तबियत कैसी है बोला कहा था क्या तुमने नही ना अरे तुम तो मेरे शरीर के  इतनी भूख थी की तुम्हे उसके अलावा और कुछ दिखाई ही नही देता मेरी फैमली से मिलने तक तुम्हरे पास टाइम नही था उस समय राज नही होता जो तुम्हरे दोस्त होने के बजे से मेरे साथ था उसने सही समय पर मेरे पिता की जान बचाई थी जब अचानक उनकी तबीयत खराब थी तुम्हें जब मेने कॉल किया तो तुमने बिजी बोल कर कॉल काट दीया था तब मुझे कुछ समझ नही आ रहा था में क्या करू उस समय एक कॉल पर राज आया था और वो तब मेर साथ खड़ा रहा जब तक मेरे पिता ठीक नहीं होगे तब मुझे एहसास हो चूका था विक्रम तुम प्यार नही बल्की टाइम पास कर रहें थे और फिर मेने अपने डेड के कहने पर राज से शादी करने के लिए हां बोल दीया लेकिन तब भी राज तैयार नही था लेकिन मेरे पिता के हाथ जोड़ने पर आख़िर में तैयार हुआ था, टीना की बात सुनकर वहां मौजूद लोग सभी शॉक थे और अब सब को समझ आ रहा था की टीना ने क्यों बिक्रम को धोखा दीया और अब उसका फैसला सभी को सही लग रहा था और बिक्रम गलत, बिक्रम टीना की बात सुनकर जोर जोर से हसने लगता है जिसे देख सभी कन्फ्यूज हो जातें हैं, बिक्रम फिर ताली बजाते हुए बोला," बहुत खूब मेरे प्यार को गाली दे कर इस आदमी के प्यार को महान बता कर आज तुमने साबित कर दिया की इस दुनियां में सच्चा प्यार जैसी कोई चीज़ नही होती   प्यार शादी सब केवल और केवल झूठ है, जिसे सुनकर सभी हैरान थे, टीना बिक्रम की बात सुनकर कुछ बोलती तभी राज उसका हाथ पकड़ कर उसे आगे कुछ ना बोलने का इशारा कर देता है, और फिर बिक्रम को देख कर बोला," मेरे भाई अभी तुमने सच्चा प्यार नही किया किसी से जब तूझे होगा उस दिन तूझे तेरी गलती याद आएगी और हम तेरी लाईफ से जा रहे है मैने सोचा था की एक साल बाद तू बदल गया हो और सब कुछ भुल कर अपनी लाईफ में आगे बढ़ गया होगा लेकिन में गलत था तू कभी भी नही सुधर सकता लेकिन में दुआ करूंगा की एक दिन तूझे भी सच्चा प्यार हो जाए तब तू ज़रूर बदल जाएगा, इतना बोल वो टीना को चलने का इशारा करता है तो टीना हल्का सा मुस्कुरा कर हां में सिर हिला कर एक नजर बिक्रम को देखती है जो उन्हे घुरे जा रहा था फिर राज का हाथ पकड़ कर उसके साथ होटल के मेन डोर की तरफ जानें लगती है, और उन दोनों को जाते हुई देख बिक्रम गुस्से से चीखते हुए बोला," तुम लोगो को गलत फहमी अब बिक्रम ओबेरॉय कभी किसी से प्यार नही करेगा ना कभी शादी करूंगा सब धोखा इस दुनियां में सब धोखा है प्यार जेसी चीज इस दुनियां में नही होती है, जिसे सुनकर सभी हैरान थे राज और टीना के कदम डोर के  पास ही रोकते जाते है लेकिन फिर बिना पलटे दोनों वहां से चले जाते है जिनके जानें के साथ ही बिक्रम के आखों से आसू बहने लगते है और वो वहीं घुटनों के बल बैठ कर रोने लगता है, और यह देख कुछ लोग उसके लिए बूरा लगता है तो कुछ लोगो को वो गलत फिर सभी वहां से एक एक करके जानें लगते है बिक्रम को उसी हालत में छोड़ कर लास्ट में होटल के स्टाप के लोग और राजीव आरव के साथ प्रिया और नताशा ही बचे थे, आख़िर में वे लोग  भी एक दुसरे को चलने का इशारा करते हैं लेकिन जानें से पहले वे लोग बिक्रम के पास आकर बोलते है की वो अब लाईफ में आगे बढ़ जाए हो गया सो हो गया, जिसे पर बिक्रम कोई जवाप नही देता है तो वे लोग फिर उदास होकर चले जाते है क्योंकी उन लोगो को दिल से बूरा लग रहा था बिक्रम के लिए और वे यही दुआ कर रहे थे की विक्रम के लाईफ में अब कोई आ ही जाए, सब के जानें के बाद, होटल का मेनेजर बिक्रम के सामने अपना सिर नीचे करके खड़ा हो कर बोला," सर सब लोग जा चुके अब आप क्या यही किसी रूम में रोकना पसन्द करेंगे आप इस हालत में कहीं जा कर करेगे भी क्या, तभी बिक्रम खड़ा होकर उस मैनेजर को देखता है तो एक पल के लिए वो मैनेजर डर से कांप उठता है क्योंकी उसकी आखें लाल हो चुकी थीं और उनमें में आसू भी थे, बिक्रम उसके कंधे पर हाथ रख उसे आगे से दुर करके एक शराब की बोतल उठा कर उसका ढक्कन खोल कर उसे पीते हुए होटल से बाहर नीकल जाता है उसे रोकने की हिमत किसी में नही थी, समीर रोड साइट चल रहा था शराब की बोतल हाथ में ली और वो उससे शराब पीते हुए वो टीना की बाते याद कर रहा था,, ,,बिक्रम तुम मेरे शरीर के भूखे इंसान थे तुम्हारा प्यार झूठा था,, जिसे याद कर के बिक्रम एक ही घुट में शराब की पूरी बोतल खाली कर के उसे गुस्से में नीचे फेक कर बोला," नही टीना मेरा प्यार सच्चा था तुम झूठी थी तुम्हारा मूझसे मन भर गया था तभी तुमने मुझे छोड़ दीया लेकिन मेरी एक बात याद रखना तुम लोग कभी अपनी लाईफ में खुस नही  रहोगे और में अब कभी किसी लड़की को अपने करीव नही आने दूंगा की वो मेरे दिल को तोड़ कर जा सकें, बिक्रम फिर मुंबई समुद्र के पास आकर पानी को देखते हुऐ अपने घुटनों के बल बैठ कर ऊपर देखते हुऐ बोला," अब बिक्रम ओबेरॉय किसी से प्यार या शादी नही करेगा और यही मेरी कसम है, इतना बोल वो रोने लगता है,  लेकिन वो इस बात से अनजान था की  वहां और कोई भी मौजूद है थोड़ी दुर पर एक लड़की सफेद कपडे पहने हुए खड़ी थीं जो देखने पर  वो परी जैसी लग रही थीं, उस लड़की के आखों में आसू थे, जिसे उसके पास खड़ा सफेद कपडे पहने हुए लड़का देख रहा था वो एक नजर पहले बिक्रम को देखता है और फिर अपनी बहन को देख बोला," दी अब हमें यहां से चलना चाहिए यह दुनियां हमारी नही है और हमें रानी मां से बिना पूछे यहां आए है बापिस चलो, जिसे सुनकर वो लड़की अपने नम आंखों से अपनें छोटे भाई को देखती है तो वो लड़का हैरान होकर बोला," दी आप रो क्यों रही है आपको पता है  ना की आपका रोना इस दुनियां के लिए अच्छा नही है, और उसके इतना बोलते ही समुद्र के पानी में बड़ी बड़ी लहरें उठने लगती है, जिसे देख वो लड़की नम आंखों से बोली," तो हम क्या करें छोटे हमसे इनकी यह हालत नही देखें जा रही देखो किस तरह टूट गए की इन्हे प्यार के नाम से नफरत हो रही है , जिसे सुनकर वो लड़का भी बिक्रम की तरफ देखता हैं और फिर वो उदास होकर बोला," हां दी लेकिन यह मानव और इनका पूरा जीवन ऐसा ही है हम इस में कुछ नही कर सकतें, जिसे सुनकर वो लड़की अपने आखों से आसू साफ करके बोली," हमें और किसी से मतलब नही है छोटे लेकिन इन से हमारा ऐसा रिश्ता है जिसे सब अनजान है और इन्हे भी याद नही है लेकिन अब हम ने फैसला कर लिया है छोटे की हम इनकी दुनियां में रहेंगे जब तक इन्हे बापिस प्यार करना नही सीखा देते की वो कितना खूबसूरत होता है, जिसे सुनकर वो लड़का ना में सिर हिलाने लगता है, जिसे देख कर वो लड़की बोली," तुम वापिस जाओ छोटे और वहां किसी को पता मत चलने देना की हम धरती लोग पर है अपने पति के पास, वो ल़डका ना में सिर हिला कर बोला," नही दी हम से नही होगा, वो लङकी बिक्रम की तरफ कदम बढ़ते हुए बोली," तुम कर सकते हो, जिसे सुनकर वो लड़का अपना सिर पकड़ लेता है और फिर वहां से गायब हो जाता है, इधर परी जैसी देखने वाली लड़की बिक्रम के सामने आ कर खड़ी हो जाती हैं लेकिन बिक्रम को वो दिखाईं नही दे रही थी वो लङकी फिर बिक्रम के सामने घुटनों के बल बैठ जाती है और बिक्रम के आखों में देखने लगती है जिसे देख वो धीरे से बोली," मेरे प्राण नाथ आप रो मत आप रोते हुए बिलकुल भी अच्छे नहीं लग रहे हो, बिक्रम जो सामने समुद्र को देख रहा था उसे ना कोई दिखाईं देता ना कुछ सुनाई, वो लड़की फिर अपना हाथ ऊपर कर बिक्रम को छूने वाली होती है तभी उसे कई सारे लोग इस तरफ आते दिखाईं देते है जो काले कपडे पहने हुए थे और उनके हाथों में टॉर्च थी, जिसे देख वो लड़की जल्दी से खडे़ होकर  हवा में ऊपर उड़ जाती है क्योंकी वो बाकियों मानवों से दुर ही रहे तो सही है उसके लिए, बो लड़की ऊपर  से देखती है तो वे आदमी उसके पति के पास आकर उसे लेकर जा रहे थे जिसे देख कर वो लड़की बोलि," यह लोग कोन है और इन्हे कहां लेकर जा रहे है इस हालत में, और फिर वो उनके पीछे जानें लगती उड़ते हुए, आज के लिए बस इतना ही। लाईक कमेंट शेयर जरूर करें। बाय।                                    

  • 4. My Angel wife - Chapter 4

    Words: 1633

    Estimated Reading Time: 10 min

    अब तक.. पिछले तीन भाग में आप लोगो ने पढा की... बिक्रम अपने कॉलेज के दोस्तों को अपनें होटल में पार्टी देता है जहां उसकी ex girlfriend टीना और पुराने दोस्त भी आते है बिक्रम राज की बेज्जती  करता है तो बदले में टीना बिक्रम को  थप्पड़ मर कर उसकी बेज्जती के साथ उसके प्यार को झूठा बोल कर राज के साथ चली जाती है तब बिक्रम समुद्र के पास आकर यह कसम खाता है की अब वो किसी से ना प्यार करेगा ना सादी करेगा पर वहां एक लड़की और एक लड़के भी थे  जो किसी को दिखाईं नही दे रहे थे वो लड़की पता नहीं क्यो लेकिन बिक्रम को अपना पति बोल रही थीं और अपने भाई को बापिस भेज कर कहती है की वो अपनें पति के दिल में फिर प्यार जगा देगी तभी वो अपनें दुनियां में वापिस आएगी... अब आगे.... वे काले कपडे पहने आदमी बिक्रम को ले जा कर अपने कार में बैठा देते है पीछे और फिर बाकि लोग भी बैठ जाते है एक आदमी कार में आगे बैठते हुए बोला फोन पर," जी बॉस काम हो गया हो गया पकड़ लिया हमने उसे नशे की हालत में मिला और अभी उसके बॉडी गार्ड भी उसके साथ नही थे इस लिए ज्यादा प्रोब्लम नही आई आप चिंता मत करो हम इस मार कर कहीं खाई में फेक देगे, इतना बोल वो आदमी कार आगे बढ़ने का इशारा करता है कार  ड्राइवर  को तो वो हां में सिर हिला देता है, कार के अंदर पीछे सीट पर बिक्रम बीच में नशे की हालत में बैठा था और आस पास एक एक आदमी बैठे हुए थे जिनके हाथ में बंदूक थी, लेकिन वे लोग इस बात से अनजान थे की कार में एक लडक़ी भी है जो सबसे पीछे सीट पर बैठी है और उन लोगो की बाते सुन रही है उसे पता चल गया की यह लोग उसके पति को नुकसान पहुंचाने चाहते हैं लेकिन उसके पति के जगह यह सब मारेगे इनकी हिम्मत कैसे हुई उसके प्राण नाथ को जान से मारने की कोशिश करने की अब कोई नही बचएगा, यही सोच कर उस लड़की की आखों में एक रोशनी चमक उठती है और वो एक नजर अपनें पति को देख फिर कार चला रहे आदमी को देख कर उसके तरफ अपने आखों से एक रोशिनी छोड़ देती है जो जाकर उस आदमी के माथे में लगती है और वो आदमी अगले पल ही खत्म हो जाता है उसकी आखें बन्द होते ही उसके हाथ नीचे गिर पड़ते हैं और उसकी जीव बाहर नीकल जाती है, जिसके बजे से कार पुरे रोड पर इधर उधर घूमने लगती है किसी  नागिन की तरह, जिसे देख वाकी लोग इधर उधर होते है उस आदमी को देखते है तो उसे मरा हुआ देख कर सभी शॉक रहे जाते है आगे सीट पर बैठा आदमी जल्दी से कार के ब्रेक लगा देता है, जिससे कार वहीं रुक जाति है रोड साइट खाई में गिरने से, जिसे देख कर सभी की दिल की धड़कन तेज हो जाती है की थोड़ी और कार आगे जाती तो कोई नही बचता, उस लड़की के चेहरे पर मुस्कान आ जाति है और अपने एक पैर को ऊपर उठा कर बापिस उसे पैर को निचे रखती है  तो कार आगे बढ़ जाती है, जिसे देख एक आदमी बोला," भाई कार रोको नही तो हम गए काम से, जिसे सुनकर वो ब्रेक लगाने की कोशिश करता है लेकिन अब कार के ब्रेक काम ही नही कर रहे थे और आख़िर में उन लोगो के देखते ही देखते कार खाई में गिरने लगती है जिसे देख कर उसमे चीखे सुनाई देती है, कार तेजी से निचे की तरफ जा रही थीं खाई से गिर के और जिसे ही कार निचे गिरती उससे पहले वो लड़की बिक्रम का हाथ पकड़ कर उसे कार से बाहर लेकर आती है वो परी सी लड़की इस समय बहुत खूबसूरत लग रही है जिसके हल्की नीली से आखें और उड़ते हुए बाल उसकी खूबसूरती में चांद चांद लगा रहे थे, वो अपनें गोद में बिक्रम को यानी अपने प्राण नाथ को लिए हुए थी वो हवा में ही पहले नीचे देखती है तो वो कार निचे गिर कई टुकड़ों में टूट कई और उन लोगो का पता ही नही कहा गिर कर मर गए, वो लड़की फिर उसे इग्नोर करके अपने गोद में लेटे आदमी को मुस्करा कर देख कर बोली," आपको मारने चले थे वो भी मेरे होते हुए, इतना बोल वो बिक्रम को लेकर ऊपर की तरफ आने लगती है हवा में उड़ते हुए, वो लड़की बिक्रम को देखें जा रही थी बिक्रम को जो अपनी आखें बंद करें हुआ था नशे में, वो लड़की फिर बिक्रम को लेकर हवा में से सीधी उसके घर पर उसे लेकर जाती है जहां वो रहता था और सीधा बालकनी से लाकर उसे उसके बेड पर लेटा देती है तो बिक्रम उसका हाथ पकड़ कर उसे अपनें ऊपर खींच लेता है जिसे देख वो ल़डकी पहले शॉक और फिर उसके चेहरे पर मुस्कान आ जाती है और बिक्रम के ऊपर आराम से लेटे कर बोलि," अब आप चिंता मत कीजिए हम अब कहीं नही जा रहे प्राण नाथ आपके पास ही रहेंगे, इतना बोल वो अपनी आखें बंद कर लेती है और बिक्रम भी उसे अपनें बाहों में भर कर सो जाता है, वो ल़डका जो इस लड़की का भाई था वो दूर आकाश में यह देख बोला," दी अब आप भी एक इंसान बन गई इस आदमी के छुने से अपना ध्यान रखना यह दुनियां और यहां रहने वाले लोग बहुत मतलबी है और पता नही मेरा क्या होगा अब बाय।, इतना बोल वो दुःखी सा चेहरा बना लेता है और फिर एक सफेद रोशनी बन कर चला जाता है वहां से। टीना और राज का घर... टीना उदास होकर बेड पर बैठी थी तभी बाथरूम से राज़ आता है और टीना को इस तरह बैठा हुआ देख उसके पास उसके सामने घुटनों के बल बैठ जाता है जिसे देख टीना हैरान होकर बोली," राज आप यह क्या कर रहे है उठो प्लीज, जिसे सुनकर राज ना में सिर हिला कर बोला," नही मुझे माफी मांगने दो तुमसे मैने जिद की थी तुमसे की हम बिक्रम की पार्टी में चल रहे है लेकिन सच्ची मुझे नही पता था की वहां इतना कुछ हो जाएगा मुझे लगा था की अभी तक वो सब भुल गया लेकिन वो अभी  भी मुझे दोषी समझता है और शायद  में ही आया तुम दोनों के बीच में कास की मैने तुम्हारे पिता जी से हां करने की जगह बोला होता की तुम और मेरा दोस्त बिक्रम  एक दुसरे से प्यार करते है तो आज वो मूझसे इतनी नफरत नही करता और तुम्हें भी मेरे लिए उसकी इतनी बेज्जती नही करनी पड़ती यह सब मेरी बजे से हुआ है, इतना बोल उसके आखों से आसू बहने लगते हैं। जिसे देख कर टीना राज को उसके कंधे से पकड़ कर खड़ा करके उसके सीने से चिपक कर बोली," मेने कुछ गलत नही किया राज वो आदमी इसी लायक है अब मुझे उसके नाम से नफरत हो रही है आगे से आप मेरे आगे उसे आदमी का नाम मत लेना सबसे ज्यादा नफरत है मुझे उससे उसने मुझे और आपको जूठा बोला मेरे प्यार को गाली दी है राज में उसे कभी माफ नहीं करूंगी कभी नही और वैसे भी मुझे खुद की नही बल्कि आपके साथ हुई बेज्जती का ज्यादा बूरा लगा जिस वजह से अब वो मेरी नजरो  में गिर चूका है पूरी तरह वो आदमी किसी के प्यार के लायक नही है राज देखना वो पूरी लाईफ सच्चे प्यार के लिए रोएगा लेकिन उसे वो कभी नही मिलेगा, जिसे सुनकर राज टीना को अपने बाहों में भर करके बोला," एसा नही बोलते टीना जी वो हमारा दोस्त है, लेकिन राज आगे कुछ बोलता उससे पहले टीना अपना सिर ऊपर करके राज  को घुर के देख कर बोलि," आपको मेरी कसम अगर अपने उस आदमी को अपना दोस्त बोला और अब उसे अपना दोस्त नही बोलना राज और नही चाहिए हमें ऐसा दोस्त, टीना की बात सुनकर राज हां मैं सिर हिला देता है और फिर एक दुसरे के आखों में देख कर करीब आकर किस करने लगते है किस करतें हुऐ राज टीना को बेड पर लिटा कर उसके ऊपर आ जाता है और दोनों के बीच पहली बार वो सब हो जाता है टीना राज के ऊपर ही उसके सीने पर सिर रख कर सो जाति है राज उसके सिर के वालों में हाथ फेरने लगता है और अब उसके चेहरे पर एक मुसकान आ जाती है उसने आज टीना और बिक्रम को हमेशा के लिए अलग करके टीना के दिल में बिक्रम के लिए नफरत भर कर उसे पूरी तरह से अपना बना लिया और बिक्रम अब टीना के लिए उम्र भर रोएगा लेकिन अब टीना उसे देखना भी पसन्द नही करेगी और उसने अब उसे पूरी तरह पा भी लिया है, राज यह सोच मन में बोला," देखो बिक्रम तुम्हारा प्यार तुम्हारी टीना को मैने पूरी तरह अपना बना लिया दिल दिमाग सब से उसके दिल में अब तुम्हरे लिए केवल नफरत है और उसकी दौलत भी मेरी हो गई अब बस तुम्हें बर्बाद करना रह गया है जो में जल्दी ही कर दूंगा में तुमसे तुम्हारा सब कुछ छीन कर दर्द नाक मौत दूंगा तुम्हें, इतना बोल उसके आखों में एक अलग ही आग जलने लगती है, राज फिर गहरी सांस लेकर टीना को अपने बाहों में भर सो जाता है,j आज के लिए बस इतना ही। तो राज बिक्रम से नफरत करता है और उसने यह सब बिक्रम से दुश्मनी के वजह से किया लेकिन क्यों, , क्या टीना कभी जान पाएगी राज का सच तब क्या होगा तब वो खुद को माफ कर पाएगी क्या, , और वो लड़की कोन है जिसने बिक्रम को अपना पति बोला और उसकी जान भी बचाई क्या वो कोई परी है किस दुनियां से है वो, यह सब जानने के लिए पढ़े आने वाले भाग। बाय।                                    

  • 5. My Angel wife - Chapter 5

    Words: 1634

    Estimated Reading Time: 10 min

    अब तक... अपने पिछले 4 भागो में पढ़ा की... बिक्रम एक होटल में सभी को पार्टी देता है जहां वो अपनें पुराने दोस्त राज की बेज्जती करता है और फिर उसकी एक्स गर्लफ्रेंड टीना उसे थप्पड़ मार कर इसकी बुरी तरह बेज्जती करके राज के साथ चली जाति है बिक्रम टूट चूका था और कुछ लोग उसे उसी हालत में मारना चाहते थे जब एक लड़की जो सफेद कपड़े पहन जो देखने में परी जैसी थी वो उसे बचा कर उसकी घर लाकर उसके साथ बेड पर सो जाती है और दूसरी तरफ़ राज टीना को अपना बना लेता है पूरी तरह उसके दिल में बिक्रम के लिए नफरत भर कर, अब आगे.... Next morning 🌄.... बिक्रम का विला... सूरज की रोशनी बेड के सामने लगे कांच में से होकर बिक्रम के बेड पर आती हैं  जहां वो एक लड़की को अपनें बाहों में भर कर सो रहा था वो लड़की भी समीर के सीने से किसी छोटी सी बच्ची की तरह चिपक कर सो रही थीं सुरज की रोशनी उसके पीठ पर आती है तो वो अपनी आखें खोल लेती है और अपना सिर बिक्रम के सीने से बाहर निकाल कर मुस्करा कर उसके चेहरे को देख कर बोली,"   शुभ प्रभात प्राण नाथ, तभी बिक्रम सुरज की रोशनी से बूरा सा मुंह बनाने लगता है, जिसे देख कर वो लड़की मुस्करा कर बिक्रम के चेहरे के आगे अपना हाथ कर लेती है जिससे वो नार्मल हो कर सो जाता है जिसे देख कर वो लड़की बोलि," प्राण नाथ हम अपना सब छोड़ कर आपके पास आ तो गए पृथ्वी पर लेकिन ज्यादा समय तक नही रह पाएंगे जब रानी मां को पता चलेगा तो हमें यहां नही रहने देगी इस लिए हम जब तक है आपके पास ही रहना चाहते है, तभी समीर उस लड़की को बाहों में भरे ही अपने ऊपर लिटा लेता है और उसके सिर के पीछे हाथ रख उसे अपनें होठों के क़रीब लाते हुए बोला," आई लव यू टीना मुझे पता था तुम मूझसे दुर नही रहे सकती, वो लड़की जो बिक्रम के ऐसा करने से हैरान थीं जब वो यह सुनती है की उसका प्राण नाथ उसके होठों की तरफ बढ़ रहा है तो उसका चेहरा शर्म से लाल हो जाता है और वो अपनें आखें बंद कर लेती है लेकिन बिक्रम की बात सुनकर और उसके मुंह से किसी पराई स्त्री का नाम सुनकर वो लड़की एक दम से अपनी आखें खोल कर बिक्रम के गाल पर एक जोर का थप्पड़ मार कर बोली," हमारे आगे अपने पराई स्त्री का नाम लिया आपकी हिमत कैसे हुई प्राण नाथ इतना बड़ा अपराध किया अपने, बिक्रम जो नीद में था और उसे ऐसा लग रहा था की उसका प्यार टीना उसकेे पास है उसके बाहों में लेकिन एक दम से थप्पड़ पड़ने से वो अपनी आखें खुलकर हैरानी से अपने ऊपर लेटी लड़की को देखने लगता है जिसे देख कर वो उसमे खोने से खुद को रोक नही पाता है क्योंकी यह लड़की बहुत खूबसूरत और मासूम थी और उसके चेहरे पर हल्का सा गुस्सा और उसे ज्यादा प्यारा बना रहा था, लेकिन उस लड़की की बात सुनकर समीर शॉक होकर उसे ख़ुद से दुर करके बेड बोला," अरे मैडम आप कोन है और मेरे रूम में क्या कर रही है और कोन प्राण नाथ क्या बोले जा रही हो तुम, इतना बोल बिक्रम 🛏️ बेड से उतर करके खड़ा होकर बेड पर लेटी लङकी को घुर के देखने लगता है, वो लड़की बिक्रम के ऐसा करने से मासूम सा चेहरा बना कर बोलीं," ये आप क्या बोले जा रहे है प्राण नाथ जी हम आपकी धर्म पत्नी हुं भुल गए आप रात को हम साथ सोए थे, अपने सामने बेड पर बैठी लड़की की बात सुनकर बिक्रम की आखें शॉक से बड़ी बड़ी हो जाती हैं क्या बोले जा रही है यह परी जेसी देखने वाली लड़की माना की ये देखने में बहुत अच्छी है इसका मतलब यह थोड़ी की वो  कुछ भी बोल कर बिक्रम ओबेरॉय को फसा लेगी जाल में अपने, यही सोच कर बिक्रम अपने गुस्से को कंट्रोल करके गहरी सांस लेकर बोला," देखो लड़की में तुम्हे नही जानता और यह मेरी पत्नि होने का झूठ मत बोलो क्योंकी में कभी शादी नही कर सकता किसी से तो बोलो रात भर सोने के किनते पैसे चाहिए तुम्हे, इतना बोल बिक्रम अपने पैन्ट की पॉकेट में हाथ डाल कर वॉलेट निकालने लगता है, इधर वो लड़की कन्फ्यूज होकर बिक्रम को देख कर बोली," प्राण नाथ ये पैसे क्या होते और वो मुझे नही चाहिए मुझे तो आप ही चाहिए और शादी तो हमारी बहुत पहले ही हो चुकी थीं तो अब क्यों करने की बोल रहे हो, इतना बोल वो लड़की मासूम भरी आखों 🥺 से बिक्रम को देखने लगती है जिसे देख कर विक्रम के हाथ रूक जाते है और अब थोड़े गुस्से में बोला," ये लड़की तुम तुम्हारा जो भी नाम है एक बात याद रख लो बिक्रम के साथ कोई गेम नही तो अपने पैसे लो और निकल जाओ यहां से जब तक में बाथरूम से आऊं तुम्हें मुझे मेरे रूम और घर में दिखनी नही चाहिए समझी अब निकल, इतना बोल समीर कुछ नोट और एक 🏧 कार्ड उस लड़की की महू पर मार कर बाथरूम में चला जाता है गुस्से में, वो लड़की एक नजर सामने बाथरूम को देखती है और फिर अपनें पास पढे नोटो को देख कर बोली," ये मेरे  प्राण नाथ इतने क्रोध करने वाले क्यों है पहले तो इसे नही थे जब इन्होंने मूझसे शादी की थी,। वो लड़की फिर उस पल में चली जाती है, उसकी रानी मां ने पहली बार उसे अपनी शक्ति दी जिनका उपयोग करने के लिए और पहली बार इस दुनियां को देखने की इच्छा को लेकर वो अपनी दुनियां से बिना किसी को बताई वहां से आ जाती है तो ये दुनियां बहुत खूबसूरत और प्यारी लगती है वो हवा में उड़ रहे पक्षीय का रूप धारण करके उनके साथ उड़ने लगती है वो हवा में उड़ ही रही थीं तभी एक काला कौआ जो की कोई बुरी सक्ति थी वो उसके ऊपर एक दम से हमला कर देता है वो लड़की यानी छोटी परी उससे नही लड़ पा रहि थी क्योंकी उसे अपनी शक्ति उपयोग करना नही आता था तब और फिर वो घायल होकर नीचे गिरने लगती है निचे की ओर वो जिससे वो बहुत डर गई थीं और अपनी आखें बंद कर ली थीं लेकिन तब उसे किसी ने पकड़ लिया था जब अपनी आखें खोलती है तो किसी मानव के हाथ में थी जो छोटा बच्चा था , वो ल़डका उसे घायल चिड़िया समझ कर पहले उसे देखता है और ऊपर एक काला कौआ उनके तरफ तेजी से आ रहा था जिसे देख वो ल़डका अपने घर की तरफ भाग कर बोला," मुझे इसे बचाना होगा, वो काला कौआ उस लड़के के सिर पर  अपनें मुंह के नोक से मारता है जिससे दर्द में उस ल़डके की चीख नीकल जाती है और उसके सिर से खून निकलने लगता है लेकिन वो ल़डका रुकता नही है और कई चोट खाने के बाद उस चिड़िया को अपने घर के अंदर ला कर बचा लेता है, वो चिड़िया उस लड़के को ही  देखें जा रही थीं उस लड़के के खून की एक बूंद जा कर उस चिंडिया के सिर पर गिरती है जिससे वो चिड़िया अपनी आखें बंद कर लेती है और उसके आंख से एक आसू नीकल जाता है उसके रानी मां ने बोला था की कोई अगर हमारी मांग भर दे तो वो हमारा पति हो जाता है और यह लड़के के खून से उसकी मांग भर गई इसका मतलब ये उसका पति है, वो ल़डका उस चिड़िया की बहुत देख भाल करता है अपनी मां के साथ मिल कर और उसके ठीक होते ही उसे छत पर लाकर आजाद कर देता है तब उस लड़के के आखों में आसू थे जिसे वो चिड़िया देख रही थीं उसका मन हो रहा था की वो अपनें पति को छोड़ कर ना जाए लेकिन वो इस दुनियां में ज्यादा समय तक नही रह सकतीं थी इस लिए वो भी नम आंखों से उड़ते हुए चली जाति है वो लड़का उसे ऊपर उड़ते हुए देखता रहता है जब तक की वो उसके आखों से दुर नही हो जाती है और फिर उदास होकर चला जाता है लेकिन वो चिड़िया यह सब देख पा रही थीं और अपने पति को उदास देख कर वो परी का रूप धारण कर आपने आखों से आसू साफ करके बोली," आप दिल के बहुत अच्छे हो प्राण नाथ हम वापिस ज़रूर आएंगे एक दिन जब हम बड़े हो जाएंगे और अपनी शक्तियो का उपयोग करना सीख जाएंगे ताकी हम अपनें असली रूप में आपके पास रहे, इतना बोल वो वहां से गायब हो जाती है। पिरजेंट टाइम...  वो लड़की अपना सिर नीचे करके उन नोटो को उठा कर उन्हे देख कर बोली," ये क्या चीज़ है क्या कोई खाने की वस्तु है इतना बोल वो एक नोट को अपने मुंह में रख उसे खा जाति है और फिर उसे मजा आता है तो वो पुरे नोट खा जाती है खत्म होने के बाद अपने पेट पर हाथ रख बोलि," यह तो बहुत अच्छी चीज़ है मुझे और चाहिए, इतना बोल वो समीर के वॉलेट उठा कर उसमे देखती है उसे और नोट दिखाई देते है जिसे देख कर उसकी आखों में चमक आ जाति है और उन्हे निकाल कर खाना शुरू कर देती है, कुछ देर बाद... बिक्रम बाथरूम से बाहर आता है केबल टॉवल में तो रूम में किसी को ना देख वो राहत की सांस लेकर बोला," अच्छा हुआ चली गईं बड़ी आई बिक्रम ओबेरॉय के साथ गेम खेलने वाली, इतना बोल वो आईने के सामने खड़ा होकर पहले अपने बालों को सुखा कर फिर आलमारी के पास आकर जैसे ही उसे खोलता है अंदर का नजारा देख उसकी चीख निकल जाती है और दो कदम पीछे खड़ा हो जाता है, आज के लिए बस इतना ही। लाईक कमेंट शेयर जरूर करे। बाय।                                              

  • 6. My Angel wife - Chapter 6

    Words: 1558

    Estimated Reading Time: 10 min

    अब तक... बिक्रम और वो लड़की एक बेड पर सो रहे थे तब बिक्रम टीना का नाम लेता है जिससे नाराज होकर वो लड़की बिक्रम के गाल पर थप्पड़ मार देती है होस में आकर बिक्रम उससे पूछता की वो कोन है तब उसे उसकी वाइफ बताती है जिसे सुन बिक्रम उसे वहां से जानें को बोल कर बाथरूम में चला जाता है और वापिस आने पर वो अपने कपड़ो के अलमारी का डोर खोलती है अंदर का नजारा देख को डर से दो कदम दुर हो जाता है, अब आगे ...... ,,ये लड़की तुम ये क्या कर रही हो तुम्हें यहां से जानें को बोला था ना मैने,, समीर अलमारी में उसके कपड़ो के बीच बैठी लड़की को देख कर उसके तरफ ऊंगली प्वाइंट करके बोला, समीर की बात सुनकर बोल लड़की बूरा सा मुंह बना बोलीं," प्राण नाथ आप हमें जानें को क्यों बोल रहे है , जिसे सुनकर बिक्रम गुस्से से बोला," अरे यार क्या लगा रखा प्राण नाथ, में कोई तुम्हारा प्राण नाथ नही हुं तुम्हें पैसे मिल गए ना अब क्यों मेरा दिमाग़ खा रही नीकल जाओ यहां से, इतना बोल बिक्रम उस परी सी लड़की को गोद में उठा कर उसे नीचे खड़ा कर डोर की तरफ जानें का इशारा करता है, जिसे सुनकर वो लड़की बोली," नही में नही जा रही और मैने आपके वो पैसे खा लिया मुझे बहुत अच्छे लगे क्या आपके पास और है मुझे बहुत भूख लग रही है प्राण नाथ, जिसे सुनकर बिक्रम शॉक होकर बोला," एक मिनिट तुमने उन सभी पेसो को खा लिए, वो लड़की मसुमिता से हां में सिर हिला देती है, जिसे देख कर समीर अपना सिर पकड़ कर लेता है और फिर बेड के पास जाकर अपना वॉलेट लेकर बोला," ओके कुछ भी करो इनका लेकिन यहां से जाओ, इतना बोल वो वॉलेट में पैसे देखने लगता है तो वो पूरा खाली था जिसे देख बिक्रम आस पास दिख कर बोला," अरे इस में से पैसे और और ड्राइवर लाइसेंस कहां गया, लेकिन तभी वो परी सी लड़की अपना हाथ ऊपर उठा कर बोलीं," वो मैने खा लिए मुझे और चाहिए मुझे और चाहिए भूख लग रही है मुझे, जिसे सुनकर बिक्रम शॉक होकर उसे लड़की को देख कर बोला," तुम क्या कोई डायन या भूतनी हो जाओ यह सब खा गई, तो वो लड़की ना में सिर हिला कर बोलीं," में तो परी हुं ना, जिसे सुनकर बिक्रम घुर के उसे लड़की को देखता है और फिर गुस्से से उसके पास आकर उसका हाथ पकड़ कर बोला," तुम निकलो मेरे घर से सुबह मेरा सारा मूड खराब कर रखा है, इतना बोल वो उस लड़की का हाथ पकड़ कर उसे रूम से बाहर ला कर सीडियो से नीचे लाकर फिर घर के मेन डोर की तरफ ले जाते हुऐ बोला," तुम बिक्रम ओबेरॉय को पागल नही मना सकती चलो निकलो यहां से, और उसे घर से बाहर ले जा रहा था घर के सभी नौकर अपना काम छोड़ कर यह देख रहे थे लेकिन फिर वे ज्यादा ध्यान नही देते है क्योंकी उन्हे पता है की इस घर में रोज एक लड़की मिलती है उन्हे इस आदमी के पास जिन्हें दुसरे दिन वे खुद चली जाती थीं या यह खुद ही उनको निकाल देता है, इस लिए सभी इस इग्नोर करके अपना काम करने लगते है, वो लड़की बिक्रम के साथ चलते हुए उसके पुरे घर को देख रही थीं यह अभी वैसा ही है जिसे पहले था जब वो यहां चिड़िया का रूप लेकर आई थीं,। बिक्रम जिसे अब घर से बाहर खड़ा करके बोला ," नीकल जाओ यहां से, वो लड़की अभी भी मुस्करा कर उसे देख रही थी, जिससे बिक्रम चिड़ते हुए घर का डोर बन्द कर बोला," प्लीज गो, डोर बंद करके बिक्रम राहत की सांस लेकर बोला," पता नही क्यों इसी ही लड़की मुझे मिलती यार बताओ पैसे खा गई, इतना बोल वो वापिस सीढ़ियों से ऊपर जाते हुए बोला," आंटी मेरा नाश्ता तैयार करो मुझे ऑफिस जाना है, जिसे सुनकर कीचने के बाहर खड़ी एक औरत हां में सिर हिला कर बोली," जी शाहब, समीर फिर अपने रूम में आ कर अलमारी में से अपने कपड़े निकाल कर उन्हे पहनते हुए बोला," बड़ी आई प्राण नाथ वाली,। समीर फिर कुछ सोच कर बोला," वैसे वो लड़की थी बहुत खूबसूरत लेकिन उसका कोई फायदा नहीं अब बिक्रम ओबेरॉय की लाईफ मे कोई लड़की एक दिन से ज्यादा नही रुक सकती मेन जिसे यह हक दीया था वो तो उस कमीने का हाथ थाम कर मेरे प्यार को गाली दे कर चली तो अब और किसी को में यह मौका ही नही दूंगा की वो भी मेरा दिल तोड कर जा सकें, इतना बोल वो तैयार होने लगता है और फिर ऑफिस का बैग लेकर रूम से बाहर आ जाता है वैसे तो उसके पास पेसो की कमी नहीं लेकिन बिक्रम अपने मां का बिजनेस को आगे बढ़ा रहा है जो उनकी मेहनत की कमाई है, बिक्रम फिर डाइनिंग टेबल की कुर्सी पर बैठे जाता है तो नौकर एक लाइन में खडे़ हो जाते है और उसके आगे कई सारे नाश्ते की पिलेट रख देते है बिक्रम फिर नाश्ता करते हुए अपने पास खड़ी औरत से बोला," आंटी वो लड़की चली गईं ना, जिसे सुनकर उसके पास खड़ी औरत डरते हुए बोली," वो वो छोटे शाहब, जिसे सुनकर बिक्रम बोला," क्या हुआ आंटी आप इस क्यों बोल रही साफ साफ बोलो ना की वो गई, इतना बोल वो अपना सिर ऊपर करके अपने पास खड़ी आंटी को देखता है तो वो सामने कीचन की ओर देख रही थीं, जिसे देख कर बिक्रम कन्फ्यूज होकर बोला," अरे आप वहां क्या देख रही हो, इतना बोल बिक्रम अपना सिर मोड कर कीचन की तरफ देखता है तो वहां वो लड़की नीचे ज़मीन पर बैठ कर एक पिलेट में नाश्ता खा रही थीं, बिक्रम के देखने पर वो जल्दी से अपना सिर नीचे करके लेती है, जिसे देख विक्रम शॉक होकर बोला," यह लड़की अंदर कैसे आई और इस नाश्ता किसने दीया, जिसे सुनकर वो औरत अपना सिर नीचे करके बोली," शाहब वो खुद ही आ गई हम पता ही चला और किचन के पास खड़े होकर हमें देखें जा रही थीं नाश्ता तैयार करते हुए तो हमें उस पर दया आ गई और हमें एक पिलेट में थोडा सा पोहा उसे दे दीया माफ करना हमने आप से नीचे पूछा, जिसे सुनकर बिक्रम गहरी सांस लेकर बोला," ओके नाश्ता करने के बाद इसे जाने को बोलना, जिसे सुनकर वो आंटी हां में सिर हिला देती है तभी वो लङकी अपने हाथ में खाली पिलेट देखा कर बोलीं," मुझे और चाहिए प्राण नाथ, जिसे सुनकर विक्रम उसे घुर के देखता है और बाकि सभी नौकर शॉक हो जातें है जिसे देख वो लड़की अपने चेहरे पर प्यारी सी मुसकान लेकर आ जाती है, जिसे देख बिक्रम बोला," इस और दो आंटी, जिसे सुनकर वो आंटी एक बाकि का बचा हुआ पोहा लाकर उसके पिलेट में रख देती है, जिसे वो जल्दी जल्दी खाने लगती है बाकी सब बस देखते ही रहे जाते है बिक्रम ने आधे ही नही खा पाए थे तक वो दो पिलेट खा कर बोलीं," प्राण नाथ और, जिसे सुनकर बिक्रम गहरी सांस लेकर बोला,"आंटी आप इस यह पूरा दे दीजिए में ऑफिस में कुछ खा लूंगा, इतना बोल वो पानी पी कर खड़ा हो जाता है और बैग लेकर उस लड़की को घुर के जानें लगता है जिसे देख कर वो खड़े होकर बोली," में भी आ रही हुं आपके साथ, जिसे सुनकर बिक्रम गुस्से से पूछे पलट कर बोला," क्या हुआ अभि तुम्हे इतनी भूख लगी थीं और तुम मेरे साथ नही जा सकती कहीं और जाओ, जिसे सुनकर वो लड़की बिक्रम के पास उसका हाथ पकड़ कर बोली," नही नही हम वहीं करेगे जो आप करेगे प्राण नाथ क्योंकि हम आपकी धर्म पत्नि है, जिसे सुनकर सभी हैरान हो जाते है  बिक्रम अपने सामने खड़ी लड़की की बात सुनकर कुछ सोच कर बोला," ओके चलो, जिसे सुनकर सभी शॉक और वो लड़की के चेहरे पर मुस्कान आ जाती है, जिसे देख बिक्रम उस लड़की का हाथ पकड़ कर ही घर से बाहर ले कर चला जाता हैं जिसे सभी हैरान हो कर जाते हुए देखते हैं, वो लड़की खुश होकर बिक्रम के साथ चलते हुए बोली," प्राण नाथ हम कहां जा रहे है, जिसे सभी अपने कार के पास उस परी लड़की के लिए कार का डोर खोल कर बोला," मेरे ऑफिस, और दूसरी तरफ आ कर कार चालू कर वहां से ले जाता है बिक्रम अपनी कार ड्राइव कर रहा था और वो लड़की बाहर देखें जा रही थीं, तभी विक्रम बीच रास्ते में अपनी कार रोक कर बोला," कार से उतारो, वो लड़की कन्फ्यूज होकर बिक्रम को देखने लगती है तो विक्रम गुस्से में अपने साथ का कार का डोर खोल कर फिर दूसरी तरफ आकर कार का डोर खोल कर उस लड़की का हाथ पकड़ कर उसे बाहर निकाला कर बोला," जाओ यहां आगे से मुझे देखनी भी नही चाहिर तुम, इतना बोल वो कार का डोर बंद कर दूसरी से आकर बापिस अपनी कार में बैठ कर तेजी से कार को वहां से ले जाता हैं और वो लड़की बस कार को जाते हुए देख उदास होकर अपना सिर नीचे कर लेता है उस समय ना उसके पैरो जूते या चावाप थीं ना सिर पर कुछ जिससे सुरज की तेज धूप से बच सकें वो उसी तरह खड़ी रहती है और आस पास से गाडियां निकलती रहती है, आज के लिए बस इतना ही। लाईक कमेंट शेयर जरूर करें।                                                  

  • 7. My Angel wife - Chapter 7

    Words: 1579

    Estimated Reading Time: 10 min

    अब तक... बिक्रम उस परी लड़की को घर से बाहर निकाल देता है लेकिन वो कैसे वापिस आ जाती है उसे ही भी पता होता है और फिर बिक्रम उसे नाश्ता करा के अपने ऑफिस ले जानें की बोल कर उसे बीच रास्ते में छोड़ कर चला जाता है, अब आगे.... बिक्रम का ऑफिस... बिक्रम की कार आकर मेन गेट के सामने आकर रुकती हैं तो दो बॉडी गार्ड के साथ एक पलटा सा आदमी जिसके आखों पर बड़ा सा चश्मा था जल्दी से कार के पास आ कर खड़ा हो जाता है और बिक्रम को देख कर बोला," गुड मॉर्निंग बॉस, जिसे सुनकर बिक्रम हां मैं सिर हिला कार से बाहर आकर ऑफिस के अंदर जानें लगता है एक गार्ड को अपने कार की चाभी दे कर, जिसे सुनकर वो गार्ड बिक्रम की कार को पार्किंग एरिया की तरफ ले जाता है और वो चश्मे आदमी बिक्रम के पीछे चलता है उस एक बॉडी गार्ड के साथ, बिक्रम लेफ्ट की तरफ जाते हुए बोला," रवि आज कोई मीटिंग है क्या मेरी, जिसे सुनकर चश्मे ल़डका जिसका नाम रवि था वो अपने हाथ में लिए फाइल को खोल कर बोला," थीं बस लेकिन अब नही है आज सुबह ही उन्होने मीटिंग कैंसल कर दी है आपके साथ, बिक्रम लिफ्ट में आकर रवि और उसे गार्ड के साथ अपने केविन की तरफ जाते हुऐ बोला," अच्छा कोन है वो जिन्होंने हमारे साथ मीटिंग नही की क्या कोई बजे या वो हमारे साथ बिजनेस ही नही करना चाहते, समीर की बात सुनकर रवि बोला," एसा ही कुछ है बॉस, जिसे सुनकर बिक्रम कन्फ्यूज होकर रवि को देखता है तो रबी अपना सिर नीचे करके बोला," आपकी मीटिंग मिस टीना राजपूत के साथ थी लेकिन सुबह मेरे पास उनके सेक्टरी का कॉल आया था और उनका कहना है की उनकी बॉस मिस टीना आप के साथ कोई बिजनेस नही करना चाहती अब, इतना बोल रवि बिक्रम को देखता है तो उसके चेहरे पर एक फेकी मुस्कान थी लिफ्ट का डोर खोलता ही बिक्रम बाहर आ कर बोला," ओके अब उनकी कंपनी के साथ हमारे जितने भी बिजनेस पार्टनर है काम करते है उन सभी को बोलो की हम आगे से उनके साथ तभी बिजेन्स करके जब वे लोग टीना राजपूत से अपने सारे बिजनेस खत्म कर लेंगे, बिक्रम की बात सुनकर रवि शॉक होकर बोला," लेकिन सर इस से तो हमें कभी नुकसान हो सकता है वे लोग क्यों उन्हे छोड़ेगे, जिसे सुनकर बिक्रम अपने केविन का डोर खोलने से पहले बोला," तुम उन सभी एक बढ़िया सा ऑफर दो फिर वे लोग हमें मना नही करेगे, इतना बोल बिक्रम अपने चेहरे पर शैतानी मुस्कान ले कर केविन के अंदर चला जाता है जिसे देख रवि गहरी सांस लेकर बोला," अब इतनी दुश्मनी दोनो में किसी एक कंपनी को ले डूबेगी, इतना बोल वो वापिस अपने केविन में जाकर टीना की कपनि में इन्वेस्ट किए लोग को कॉल करके यह ऑफर दे देता है जिससे ज्यादा तर लोग मान जाते है और कुछ मना कर देते है वे लोग बिक्रम की कंपनी को छोड़ देते है लेकिन ज्यादा लोगो ने टीना की कंपनी से अपना इन्वेस्ट वापिस लिया था इस लिए कुछ घंटों में ही टीना और राज परेशान होकर एक इमरजेंसी मीटिंग बोलते है, टीना का ऑफीस के मीटिंग रूम में.. कुर्सियों पर बैठे लोग एक दुसरे से बात कर रहे थे की वो कोन है जिसने कुछ घंटों में ही इस कम्पनी की हालत कर दी की अब कोई उनका माल नही खदिर रहा है बिका हुआ भी वापिस आ रहा है साथ में कई पुराने पार्टनर हमारा साथ छोड़ रहे हैं, समने सीईओ की कुर्सी पर टीना परेशन होकर अपना सिर पकड़ कर बैठी हुई थीं और उसके वाली कुर्सी पर राज बैठ कर अपने सामने रखी फाइल को देख कर बोला," ये एक दम से एसा क्यों हो रहा है टीना अगर एसा ही रहा था कुछ ही दिन हमारी कंपनी बंद हो जाएंगी, जिसे सुनकर टीना बोली," हां यार मेरा तो सिर दर्द करने लगा सुबह से कोल पर बात कर के और उनकी डील कैंसल होने की बात सुन सुन कर, टीना की बात राज बोला," हां मेरे पास भी इस ही कॉल आ रहे है राज फिर सामने बैठे लोगो से बोला," किसी को पता है यह क्यों जो रहा है और किस ने किया , जिसे सुनकर सभी लोग एक दुसरे को देखने लगते है फिर लास्ट में आदमी बूढ़ा व्यक्ति खड़ा होकर बोला," टीना बेटी में इस कंपनी के साथ पिछले 30 सालो से काम कर रहा हूं तुम्हरे पिता मेरे बहुत अच्छे दोस्त थे, जिसे सुनकर टीना अपना सिर ऊपर करके हल्का सा मुस्कुरा कर बोलीं," जी अंकल मुझे पता है इस लिए तो में आपको अपने पिता की तरह मानती हुं, जिसे सुनकर वो बूढ़ा व्यक्ति बोला," हां में तुम्हे बेटी लेकिन आज हमारी कम्पनी के साथ जो भी हो रहा है उसके पीछे इस शहर के सबसे बड़े बिज़नेस मेन बिक्रम ओबेरॉय का हाथ है उसने ही सभी को यह ऑफर दीया है की जो इस कंपनी को छोड़ कर उनके साथ आएगा उनको वो लोग उस बड़ी इंटरनेशनल कंपनी से जोड़ जाएगा इस लिए कुछ लोग चले गए पैसे के लालची लेकिन मेने मना कर दिया, उस बूढ़े आदमी की बात मीटिंग में मौजूद लोग शॉक रहे जाते है, टीना शॉक में राज को देख कर बोलीं," अब यह बूरा आदमी हमारे बीच हुई छोटी से लड़ाई को बिज़नेस तक लेकर आ गया, टीना की बात सुनकर राज भी हां में सिर हिला कर बोला," हां मुझे भी बिस्वास नही हो रहा है की वो इतना नीचे गिर गया, टीना फिर गुस्से से खडे़ होकर बोली," ओके अगर वो बिज़नेस में मूझसे लड़ना चाहता है तो ऐसा ही सही अब में उसे उसकी असली ओकाद दिखा ही दुंगी, इतना बोल टीना सभी को देख कर बोलीं," आप लोग हमारे कम्पनी के लिए नए इन्वेस्ट मेन देखो साथ में हमारे साथ काम कर ईमानदार लोगो से बात कारो और फेक्ट्री में बापिस आया माला को पहले सेल करो  बाकि की मीटिंग हम कल रखेगे , जिसे सुनकर सभी अपनी अपनी कुर्सी से खडे़ होकर चले जाते है केबल टीना और राज को छोड़ कर, सभी के जानें के बाद राज टीना को देखता है जिसका चेहरा गुस्से से लाल हो रहा था, यह देख राज बोला," टीना मुझे पता है तुम गुस्से में हो लेकिन बिक्रम ने ऐसा क्यों किया ये हमें जानना भी जरूरी है, जिसे सुनकर टीना गुस्से से राज को देख कर बोली,"राज आप अब उसकी तरफ मत बोलना बरना मेरी आप से लड़ाई हो जाएंगी और बहुत हुआ यह दोस्ती दोस्ती अब दुश्मनी दुश्मनी होगा या को मुझे बर्बाद कर देगा या में उसे कर दुंगी, टीना की बात सुनकर राज गहरी सांस लेकर बोला," ओके जैसे तुम्हे ठीक लगे, इतना बोल वो खड़ा होकर जानें लगता है जिसे देख कर टीना उसका हाथ पकड़ कर बोली," राज आप कहां जा रहे है मुझे इस हाल में छोड़ कर आप हो तभी में उस घमंडी आदमी से लड़ सकती प्लीज़ मेरे साथ रहो, इतना बोल टीना राज के सोने लग जाति है और यह देख राज उसे अपने बाहों में भर कर बोला," ओके में नही जा रहा हुं लेकिन फिर भी एक बार उससे बात कर लेना अगर बो भी यही चाहता तो ऐसा ही सही वरना कोई फायदा नही इसका हमें केवल नुकसान ही होगा, राज को पता था की बिक्रम से पंगा लेना इनके लिए बहुत मुसीबत खड़ा कर देगा और अगर टीना ने उसे मना लिया तो वो उसे उसके पीठ पर वार करके आराम से हरा सकता है आगे से उससे कोई पंगा ले सकता, राज की बात सुनकर टीना अपना सिर पकड़ करके राज के होठों पर किस करके बोली," ओके आपके लिए कुछ भी में उसे आदमी से एक बार और बात कर लूंगी, जिसे सुनकर राज मुस्कुरा कर टीना को किस करतें हुऐ बोला," तुमारी यही अदा पर हम मर मिट जाते है जान, जिसे सुनकर टीना के चेहरे पर मुस्कान आ जाती है और बो भी इसके किस में उसका साथ देने लगती है, दूसरी तरफ... बिक्रम अपने केविन में कुर्सी पर बैठा कुछ सो रहा था और बार बार उसके आखों के आगे उस लड़की का चेहरा आ रहा था जिसे वो बीच रोड़ पर छोड़ कर आया था पता नही क्यों पहली बार उसका दिल बोल रहा था की उसने गलत किया किसी के साथ लेकिन उसको दिमाग बोल रहा था की ऐसा उसने पहली बार तो क्या नही बहुतों लड़की के साथ वो ऐसा करता है रात भर इंजॉय करके छोड़ना तो उसका काम है जो उसने किया और उसे तो उसने पैसे भी दी जिन्हें वो पागल खा गई, बिक्रम फिर अपनी कुर्सी से खड़ा होकर पीछे लागे बड़े से कांच में से पुरे शहर को देखते हुऐ बोला," क्या वो वहां चली गईं होगी इतनी धूप में क्या मेरा उसको वहां छोड़ कर आना सही था, बिक्रम यह सोच ही रहा था तभी उसके पीछे से एक प्यारी सी लेकिन थोड़ी नाराज भारी आवाज आति है, ,, जब आपको इतना बूरा लग रहा है तो क्यों छोड़ कर आए आप हमें वहां छोड़ कर प्राण नाथ,, जिसे सुनकर विक्रम की आगे बड़ी बड़ी हो जाती है और एक दम से पिछले पलट कर देखता है तो वहीं परी लड़की उसके सामने खड़ी थीं थोड़ा नाराजगी में, यह देख बिक्रम हैरान होकर उसकी तरफ ऊंगली प्वाइंट करके बोला," तुम यहां कैसे.. बिक्रम आगे कुछ बोल पाता तभी सामने टेबल पर रख उसका फ़ोन बजता था जिससे दोनों उसे तरफ देखते है। आज के लिए बस इतना ही। लाईक कमेंट शेयर जरूर करे। बाय।                                                        

  • 8. My Angel wife - Chapter 8

    Words: 1281

    Estimated Reading Time: 8 min

    अब तक.... बिक्रम परी को बीच रास्ते में छोड़ कर अपनें ऑफिस के लिए निकल जाता है जहां वो रवि से कह कर टीना की कंपनी को बर्बाद करना शुरु कर देता है जिसे पर टीना कभी परेशान हो जाती है और राज के कहने पर बिक्रम से बात करने के लिए तैयार हो जाती है दूसरी तरफ बिक्रम को ना जाने की परी की चिंता हो रही थी तभी वो अपनें केविन में उसकी आवाज सुनकर और उसे देख कर शॉक हो जाता है और उससे वो कुछ बोलता उससे पहले ही दोनों के कान में फ़ोन बजने लगता है, अब आगे..... बिक्रम फिर एक नजर परी को देख जो उसके सामने खड़ी बूरा सा मुंह बना कर फिर उसे इग्नोर करके टेबल के पास जाकर अपना फ़ोन उठा कर देखता है अपनी एक्स का कॉल देख बिक्रम के चेहरे पर एक शैतानी मुस्कान आ जाति है जिसे परी देख कन्फ्यूज हो जाती है, बिक्रम कॉल रिसीव करके अपनी कुर्सी पर बैठ कर फ़ोन को कान पर लगा कर बोला," हेलो टीना जी कैसे याद आई आपको अपने एक्स बॉयफ्रेंड की कहीं आपका मूड़ चेंज तो नही हो गया है और अब आपको मेरे पास आना है मेरे बाहों में, बिक्रम ने यह बात टीना को गुस्सा दिलाने के लिए बोली थी लेकिन सामने खड़ी परी घुर के बिक्रम को देखने लगती हैं जिसे वो इग्नोर कर रहा था, तो परी जा कर उसके पीछे खड़ी हो जाती हैं बिक्रम का पता भी नही चल पाता है परी फिर निचे झुक कर कान लगा लेती है ताकी वो भी उस लड़की की बात सुन सके, दूसरी तरफ... टीना अपने ऑफिस के केविन में कुर्सी पर बैठी हुई थीं और जब बिक्रम की बात सुनती है तो उसके चेहरे के पर गुस्से वाले भाव आ जाते है और उसका मन कर रहा था की वो वहीं जाकर इस आदमी के गाल पर चार पांच अच्छे थप्पड़ मार  दे पर अपने गुस्से को कंट्रोल कर गहरी सांस लेकर बोलीं," देखो बिक्रम मज़ाक नही तुम्हें पता ऐसा अब कभी नही हो सकता अब मेरी लाईफ तुम कभी नही आ सकते है और वैसे मेरे पास मेरा राज है तो में तुम्हरे पास क्यों आऊंगी, जिसे सुनकर परी राहत की सांस लेती हैं, और बिक्रम बोला ," ओके मत आओ लेकिन अपने बिजनेस को मूझसे कैसे बचोगी, जिसे सुनकर टीना बोलि," बिक्रम तुम मूझसे क्या चाहते हो साफ साफ बताओं, जिसे सुनकर बिक्रम बोला," तुम केवल एक रात के लिए, टीना गुस्से से अपनी कुर्सी से खडे़ होकर बोली," कभी भी नही तुम कभी नही सुधर सकते और अब तैयार रहो में भी तुम बर्बाद कर दुंगी अगर तुमने अभी यह सब नही रोका, इतना बोल वो कॉल काट देती है, जिसे सुनकर समीर हसने लगता है और वो हंसते हुए अपनी कुर्सी साइट में घूमता है तो परी अपने कमर पर हाथ उसे गुस्से से घुरे जा रही थी जिसे देख कर विक्रम कन्फ्यूज होकर बोला," तुम क्या हुआ और तुम मेरे केविन में क्या... लेकिन वो आगे कुछ बोलता तभी उसके गाल पर एक जोर का थप्पड़ पड़ता है जिसे देख कर बिक्रम शॉक और गुस्से में कुर्सी से खड़ा होकर बोला," पागल हो गई क्या तुम तुम्हारी हिमत कैसे हुए मुझे मारने की, लेकिन तभी उसके दुसरे गाल पर भी एक जोर का थप्पड़ पढ़ता है जिससे पड़ते ही बिक्रम का सिर घूमने लगता है एक मिनिट के लिए उसे बिलकुल भी अंदाजा नही था की यह पतली और प्यारी से देखने वाली लड़की के हाथों में इतने हिमत और ताकत है, बिक्रम अपना सिर पकड़ लेता है और जब वो नार्मल होता है फिर परी की तरफ ऊंगली प्वाइंट करके बोला," देखो में लड़कियों के ऊपर हाथ नही उठाता तो इसका यह मतलब नही की तुम कुछ भी करोगी और तुम होती कोन हो बिक्रम ओबेरॉय पर हाथ उठाने वाली में चाहूं तो तुम्हे अपनी यहां से निचे फेक वा दूंगा समझी पागल लङकी, जिसे सुनकर परी गुस्से से बिक्रम का हाथ पकड़ कर उसे मूड देती है जिसके साथ ही बिक्रम की चीख नीकल जाती है, परी जिसे सुनकर गुस्से से बोली," क्या बोला अपने की में कोन होती हुं आपके मारने वाली अरे में आपकी पत्नि हुं भुल गए और उसे लड़की से क्या बोल रहे थे की मुझे तुम्हारा साथ सोना है शर्म नही आति गैर औरतों से इस तरह की बाते करते हुऐ, बिक्रम दर्द में परी की बात सुनकर बोला," अरे मेरी मां पहले मेरा हाथ छोड़ टूट जाएगी यह और तू मेरी पत्नि कब बन गई झूठ क्यों बोल रही है, बिक्रम की बात सुनकर परी को इतना गुस्सा आता है की वो उसका दुसरा हाथ भी पकड़ कर उसे मूड कर बोलि," झूठ और हम आप पागल हो हम इंसान नही है और ना हमारे यहां झूठ बोला जाता है , परी के ऐसा करने से बिक्रम दर्द में चीखने पर चिल्लाने लगता है, जिसे सुनकर डोर खोल कर रवि एक बॉडीगार्ड के साथ केविन के अंदर आते हुए बोला," सर क्या हुआ आप इस तरह क्यों चीख रहे है, इतना बोल वो सामने देखता है तो उसकी और वो गार्ड शॉक होकर एक दुसरे को देखते है एक खूबसूरत लड़की उनके बॉस के दोनों हाथों को पकड़ कर उन्हे मूड कर खड़ी थी और उनके बॉस दर्द में चीख रहे थे, बिक्रम रवि और उस बॉडीगार्ड को देख कर बोला," अरे देख क्या रहे हो इस लड़की को पकड़ कर मेरे ऑफिस से बाहर फेक दो, जिसे सुनकर रवि हां और वो गार्ड हां में सिर हिला कर परी की तरफ पढ़ने लगते है जिसे देख कर परी बोलि," पहले मुझे इन्हे देखने दो फिर आपको देखती हुं प्राण नाथ, इतना बोल वो बिक्रम को हल्के झटके के साथ छोड़ देती है आगे को लेकिन उसके एसा करने से ही बिक्रम उड़ता हुआ जाता है उल्टा और सोफे पर जाकर गिरता है, जिसे देख रवि और वो गार्ड शॉक खड़े होकर कभी अपने बिक्रम को देखते है जो साफे पर पड़े हुए थे और फिर इस कमजोर और पतली लड़की को जिसने इतना आसानी से ये करके दिखाया था जिसे ये कोई पहलवान हो, दोनो ये सोच ही रहे थे तभी परी उनके पास अपने दोनों हाथों से से दोनों के गाला पर एक एक थप्पड़ मारती है पास जिसके पड़ते ही दोनो अपने अपने साइट की दीवार में जाकर लगती है और निचे गिर पड़ते है चीखते हुए, जिसे बिक्रम शॉक होकर देखें जा रहा था सोफे पर बैठ कर, रवि नीचे पड़ा हुआ बोला," बॉस भाग जाओ यहां से वरना आपकी हमारे जेसी हालत होगी जिसे सुनकर वो बॉडी गार्ड भी हां में सिर हिला रहा था अपना सिर पकड़े, जिन्हें परी घुर के देखती है तो वो वहीं लेट कर अपनी आखें बंद कर लेते है परी फिर बिक्रम को देखती है जिसकी हालत खराब हो रही थी परी को देख कर यह लड़की देखने में जितनी खूबसूरत और प्यारी है असल में उतनी ही खतरनाक है अब उसे इस दुर भागना होगा , यह सोच कर विक्रम डोर की तरफ भागता हुआ बोला," तूझे में बाद में देख लूंगा लड़की, जिसे सुनकर और उसे भागता हुआ देख कर परी जल्दी से हवा में उछलकर बिक्रम के सामने आकर खड़ी हो जाती है जिसे देख कर बिक्रम शॉक रह जाता है और डरते हुए बोला," ये तुमने कैसे किया, लेकिन तभी परी बिक्रम की कॉलर पकड़ कर उसके गाल पर थप्पड़ लागतार मारते हुए बोलि ," क्योंकि में परी हुं और आपकी पत्नि भी समझे आप और अपने किसी गैर औरत के साथ सोने का बोल कर मूझसे गुस्सा दिला दीया है, समीर के गाल ला हो जाते है और बेहोश हो कर निचे गिरने लगता है लेकिन परी उसे पकड़ कर गोद में उठा लेती है, आज के लिए बस इतना ही। लाईक कमेंट शेयर जरूर करे। बाय।                                            

  • 9. My Angel wife - Chapter 9

    Words: 1551

    Estimated Reading Time: 10 min

    अपअब तक... बिक्रम टीना का कॉल रिसिव करके बोलता है की अगर उसे अपना सब कुछ बर्बाद होने से पहले बचना है तो उसे उसके पास आना होगा एक रात के लिए जिसे सुनकर टीना तो उसे तो बाते सुना कर कॉल काट देती है लेकिन बिक्रम के पास खड़ी परी जो कान लगा कर दोनों की बाते सुन रही थीं उसे इतना गुस्से आता था की वो बिक्रम की वहीं पर पिटाई कर देती है उसे बचाने के लिए रवि एक बॉडीगार्ड के साथ आता है तो उन्हे भी वो एक थप्पड़ में ही दुर फेक देती है और फिर से बिक्रम को पिटाई करती है तो बिक्रम बिहोश सा होकर नीचे गिरते लगता है तब परी उसे पकड़ कर अपनें गोद में उठा लेती है, अब आगे.... टीना का ऑफिस... राज डोर करके बोला," क्या में अंदर आ आ जाऊं क्या मैडम जी। जिसे सुनकर अंदर अपने कुर्सी पर बैठी सिर पकड़ कर टीना बोलि," आ जाओ यार और तुम्हें बार बार मूझसे पूछने की जरूरत नही है, जिसे सुनकर राज उसके पास आकर सामने वाली कुर्सी पर बैठ कर बोला," अरे इस केसे में सीधे आ सकता हुं तुम बॉस हो मेरी और इस कंपनी की तो मुझे तुम्हारी इज्जत और तुम्हारी परमीशन तो लेनी होगी ना, इतना बोल वो मुस्काने लगता है, जिसे देख टीना अपना सिर ऊपर करके राज को घुर के देख कर बोली," राज यार दिमाग और खराब मत करों वैसे भी उसे कमीने आदमी से बात करके मेरा खून किसी का खून करने का मन कर रहा है, टीना की बात सुनकर राज शॉक और कन्फ्यूज हो जाता है और फिर कुछ सच कर बोला," मतलब तुम्हारी बिक्रम से बात हो गई लेकिन उसने ऐसा भी क्या बोल दीया की तुम्हारा उसका खून करने का मन कर रहा है, राज की बात सुनकर टीना गुस्से से बोली," उसने एसा कुछ बोला की मुझे आपको बताने में शर्म आ रही है वो अब इतने नीचे गिर चूका है जिसकी बारे हम सोच भी नही सकते, टीना की बात सुनकर राज बोला," जो भी बात हुई तुम्हारी उससे मुझे बताओ और यह बात मुझे पता है की वो अब कितना निचे गिर चूका है, राज की बात सुनकर टीना के आखों में आसू आ जाते है जिसे देख कर राज शॉक होकर अपनी कुर्सी से खड़ा होकर उसके पास आकर निचे झुक कर उसका चहरा अपने हाथो में लेकर बोला," अरे एसा भी क्या बोल दीया की तुम इतनी रो रही हो और रोको में उस कमीने से बात करता हूं उसकी हिमत कैसे हुई मेरी बीवी को रोलने की, इतना बोल राज वापिस सीधा होकर अपने फोन से बिक्रम को कॉल करने बाला था तभी टीना रोते हुए ना में सिर हिला राज उसकी कमर से पकड़ कर उसके सिने में मुंह छुपा कर रोते हुए बोली," राज वो मेरे वारे में ऐसा कैसे बोल और सोच  और बोल सकता है की में उसके विस्तर पर चली जाऊं एक रात के लिए तब वो पीछे हटेगा, टीना के ऐसा करने से और उसकी बात सुनकर राज शॉक रह जाता है और फिर उसके चेहरे पर गुस्से वाले भाव आ जाते है अपनें हाथों की मुठ्ठी कसके बोला," बहुत हुआ इसका अब इस मूझसे कोई नही बचा सकता, इतना बोल जानें को होता है तो टीना खडे़ होकर उसके गले लग कर रोते हुए बोली," नही राज आप ऐसा कुछ भी नही करेंगे में आपकों खतरे में नही डाल सकती और वो आदमी अब कुछ भी कर सकता है वो मुझे पाने के लिए आपको आपको भी नुकसान पहुंचा सकता है इस लिए प्लीज आप मत जाओ मुझे छोड़ कर, राज टीना की बात सुनकर और उसे इस तरह रोता हुआ देखकर खुद के गुस्से को शान्त करके बोला," ओके नही जा रहा जान पहले आप रोना बन्द करो, इतना बोल राज टीना के सिर पर प्यार से हाथ फेरने लगता है और उसे शान्त कराने लगता है , कुछ देर बाद टीना राज से दुर होकर अपने आखों से आसू साफ करके बोली, " राज अब कुछ भी हो जाए हम झुके नहीं उसके आखें और उसे ही बर्बाद करेगे चाहे फिर कुछ भी हो जाए और हम आज से इस प्लान पर काम करेगे, जिसे सुनकर राज हां में सिर हिला देता है लेकिन वो जनता था की यह ना मुमकिन है बिजनेस में हराना मुश्किल उसे लगता है अब उसे कुछ करना होगा, और फिर राज टीना के साथ मिल कर इस चीज़ पर बात करने लगता है की वो कैसे पहले खुद के बिजनेस को डूबने से बचा सकते है तभी वो पलट बार करेगे, दूसरी तरफ..... बिक्रम का ऑफिस के केविन में... सोफे पर बिक्रम लेटा हुआ था और उसका सिर परी के गोद में था और सामने अपना सिर झुके रवि और वो बॉडीगार्ड खड़ा था उन्हे पता चल गया था की अब इस लङकी से लड़ना किसी की बस की बात नही जो आदमी जो पकड़ कर गेंद की तरह फेक देती है और उनसे ज्यादा तो बूरी हालत उनकी बॉस की जो विचारे मौत की गोद में सिर रख लेटे और उठ भी नही सकते, वे दोनों यह सोच रहे थे। और इधर बिक्रम बुरी सी सकल बना रहा था जिसे देख कर परी उसके सिर पर हाथ फेरते हुए बोलि," अपना मुंह सही कर लो प्राण नाथ वरना और पिटाई हो जाएंगी, जिसे सुनकर बिक्रम बोला," यार तुम कैसी लड़की को हो मुझे अपना पति यानी प्राण नाथ बोल रही हो जबकि हमारी शादी नही हुई तो यह जबरदस्ती क्यों मेरी वाइफ बन रही हो और मुझे तो याद ही नही है की हमारी शादी कब हुई थीं, जिसे सुनकर परी बोलि," अरे हुई बचपन में आपको कहां से याद आएगा, जिसे सुनकर सभी हैरान हो जाते हैं बिक्रम एक दम से उठ कर परी को देख कर बोला," क्या बोले जा रही हो मेरा कोई बाल विवाह नही हुआ और हुआ भी तो देखो तुम्हरे गले में ना कोई मंगलसूत्र और ना मांग में सिन्दूर भी नही है, बिक्रम की बात सुनकर परी बोलि," वो क्या होता है और मेरे शादी आप से हुई है तो मुझे किसी को देखने या बताने की जरूरत नही है मुझे पता है बस और आपको में बता रही हुं ना,। जिसे सुनकर बिक्रम एक दम खड़ा होकर बोला," हां तो में नही मान रहा और तुम मेरे साथ कोई जबरदस्ती नही कर सकती समझी तुम अब जाओ यहां से तुम मेरी कोई वाइफ नही हो, बिकर्म परी की तरफ ऊंगली प्वाइंट करके बोला, बिक्रम की बात सुनकर और उसे ऐसा करता हुआ देख कर कर परी के चेहरे के भाव चेंज हो जाते हैं और वो उसे देख कर बोली," तो आप हमें अपनी पत्नि नही मानते, जिसे सुनकर बिक्रम हिचकते हुए बोला," हां हां बिलकुल आप हमारी वाइफ नही है तो जाओ यहां से, इतना बोल वो डरते हुए परी को देखने लगता है जो अब खडे़ होकर उसके क़रीब उसके आखों में देख बोली," क्या आप हमें अपनी पत्नि नही मानते, बिक्रम डरते हुए पीछे होते हुए बोला," नही में आपकों क्या किसी को अपनी वाइफ नही मानूंगा क्योंकि मैने शादी ना करने की कसम खाई है, जिसे सुनकर परी फिर से उसके करीब आ कर उसकी शर्ट पकड़ कर उसे खुद से चिपका कर उसके आखों में देख कर बोली," आप हमारे प्राण नाथ को तो हम आपकी धर्म पत्नि है इस लिए बोलो की हां आप हमारी पत्नि है हां हम आप से प्यार करते है, साइट में खडे़ रवि और वो बॉडी गार्ड ये देख कर कन्फ्यूज थे उन्हे समझ नही आ रहा था की ये हो क्या रहा है उनके बॉस मना कर रहे है और यह ताकत बर मैडम बोल रही है की बॉस उनके पति है दोनों में कोन सच्चा और कोन झूठा यह बताना मुस्किल है लेकिन उनके कमीने बॉस जो लड़कियों केवल खिलौना समझते रात भर खेल कर छोड़ देते है वो कैसे किसी से भी शादी कर सकते है, दोनों यह सोच ही रहे हैं तभी बिक्रम जो परी के आखों में देख रहा था उसे जानें क्या होता है की वो हां मैं सिर हिला कर बोला," हां आप हमारी धर्म पत्नी है और हम आप से बहुत प्यार करते हैं इतना वो बिक्रम परी की कमर पर हाथ रख उसे ख़ुद से चिपका कर उसके होठों पर अपने होठ रख उसे किस करने लगता है, जिसे देख कर सभी शॉक हो जातें है, रवि उस गार्ड के साथ एक दम से पिछे पलट कर बोला," ये बॉस को एक दम से क्या हुआ यार मतलब इतनी देर से मना कर रहे थे की यह लड़की उनकी वाइफ नही और अब देखि उन्हे खुद से चिपका कर बोल रहे हैं में आप से प्यार कर रहा हुं, जिसे सुनकर वो गार्ड बोला," हां बिलकुल और अब तो किस भी करने लगे मतलब सच में यह लड़की हमारी लेडी बॉस है, जिसे रवि हां में सिर हिला देता है। शॉक तो परी भी और वो अपनी बड़ी बड़ी आखें कर बिक्रम को देख रही थी जो उसे किस किए जा रहा है अरे उसने इस आदमी पर इस लिए थोड़ी जादू किया था की यह उसके साथ यह गंदा काम करे बल्कि वो तो चाहती थी की उसका प्राण नाथ इन लोगे के आगे उसे अपनी पत्नि बोले और बोले की वो उससे बहुत प्यार करता है। आज के लिए बस इतना ही। उम्मीद कहानी आप पसन्द आ रहि होगी तो मिलते हैं अगले भाग में। बाय।                                      

  • 10. My Angel wife - Chapter 10

    Words: 1633

    Estimated Reading Time: 10 min

    अब आगे... बिक्रम के ऑफिस के केविन में... बिक्रम परी को किस किए जा रहा था रवि और वो बॉडीगार्ड उनके तरफ पीठ करके खडे़ थे.... तभी डोर केविन का डोर खोलता है और उसमे से.... आरव नताशा राजीव और प्रिया अंदर आते है एक दुसरे से बाते करते हुऐ, आरव से सबसे आगे था और हाथ से डोर खोल कर अपनें पिछे आ रहे नताशा प्रिया और राजीव से बोला," अरे यार ऐसा कुछ नही हुआ होगा अपना भाई शेर है वो टूटने वालो में से नही है और देखना वो हमारे साथ नाइट क्लब में मस्ती करने ज़रूर चलेगा। इतना बोल सामने देखता है तो वहीं मूर्ति सा जम जाता है नताशा बोली," अरे लेकिन कल टीना ने जो उसकी बेज्जती की थीं मुझे तो लगता है की अब सुधर गया होगा। इतना बोल वो भी सामने का नजारा देख बही शॉक में खड़ी रहे जाती है, प्रिया राजीव को देख बोली जो उसके पीछे था, ,, रहने दो तुम दोनों हमेशा बिक्रम को बिगाड़ने के वारे में क्यों सोचते है अरे सच्चे दोस्त हो उसके लाईफ ऐसी लड़की लेकर आओ जो उस डायन टीना से लाख गुना अच्छी और सच्ची हो जिसके प्यार में वो अपना सारा दर्द भुल जाए पर नही तुम दोनों खुद हम छोड़ कर दुसरी लड़की को देखते है तो तुम से कोई आसा ही नही हम और अब में और नताशा ही राजीव के लिए आज रात को अच्छी सी लड़की देख लेंगे,, प्रिया राजीव को देख कर बोल रही थीं जो सामने का नजारा देख शॉक था जिसे देख प्रिया बोली," अरे तुम सामने क्या देख रहे हो और मेरी बात सुन रहे हो भी की नही.... इतना बोल वो सामने देखती है कन्फ्यूज होकर तो बिक्रम को किसी लड़की को किस करते हुऐ देख वो अपनें मुंह आर हाथ रख कर बोली," ओ तेरी ये साला नही सुधरे कभी। इसकी आवाज से बाकि तीनों शॉक से बाहर आते है और चारो पलट कर एक दुसरे को देखने लागते है, नताशा बोली," सच में यार ये ल़डका तो अब एक लड़की का नही होने बाला देखो ऑफिस में शुरु हो गया और ये लड़की कोन है, जिसे सुनकर राजीव बोला," अरे होगी उसके स्टाप की कोई लड़की लेकिन है बहुत खूबसूरत, जिसे सुनकर प्रिया घुर के उसके देख कर बोलीं," तुम छुप करो और खबरदार जो पीछे पलट कर देख भी उस लड़की को, जिसे सुनकर आरव बोला," अरे लेकिन वो बहुत खूब, आरव आगे बोलता उससे पहले नताशा आरव के पैर पर लात मार कर बोलीं," आरव तुम भी उदार मत देखना और इस बिक्रम बच्चे को मारने का मन कर मेरा भी टीना की तरह बताओ हर जगह शुरू हो जाता है किसी के साथ भी। प्रिया हां मैं सिर हिला देती है। और इधर परी अपने शॉक से बाहर आती उनकी आवाज़ से और वो एक झटके से बिक्रम को खुद से दुर कर देती है तो विक्रम सोफे पर जाकर गिरता है , परी अपना महू साफ करके बोली," यह अपने हमारे साथ क्या किया प्राण नाथ। उसके ऐसा करने से विक्रम सपने होश में आ कर कन्फ्यूज हो कर बोला," पर मैने क्या किया। उनकी आवाज सुन कर सभी लोग वापिस पलट कर उन्हे देखने लगते है अब सभी को परी का चहरा साफ साफ दिखाईं देता है तो सभी परी के चेहरे को देख हैरान हो जाते हैं इतनी खूबसूरत लड़की उन्होने नही देखि थी कभी और वो उन्हे भी एंजेल ही लगती है जिसके खूबसूरती में लड़की भी खो रही थीं, तभी परी बिक्रम को घुर के देख कर बोली," आप बहुत गंदे हो छी आपने हमारे यहां अपने होठ रख कर हमारे होठों को दवाएं जा रहे थे इतना बोल उसके आखों में नम आने लगती है, और उसकी बात सुनकर सभी शॉक थे, तभी रवि बोला," भाभी जी उसे किस करना बोलते है, रवि की बात सुनकर बाकि सभी उसे शॉक होकर देखते है बिक्रम घुरे के रवि को देख कर बोला," रवि तू पिटेगा मेरे हाथों ये कोई भाभी भाभी नही तुम्हारी। राजीव नताशा आरव और प्रिया एक दुसरे को देख फिर परी को देख कर बोले," भाभी, जिसे सुनकर रवि बोला," हां बॉस की शादी हो चुकी है बचपन मे ही और अब आई है हमारी भाभी। जिसे सुनकर सभी शॉक होकर बिक्रम को देखते है जो रवि को घुरे जा रहा था, परी अपने होठों पर हाथ रख कर शरमाते हुऐ बोली," अच्छा तो इस किस बोलते हैं, जिसे देख कर विक्रम घुर के उसे देख कर बोला," सोनो मैने तुम्हें कोई किस नही किया और झूठ में बोलो की तुम मेरी वाइफ हो मेरी कोई शादी कभी नही हुई और में मानता भी नही हुं तुम्हे अपनी वाइफ जाओ यहां से, जिसे सुनकर नताशा परी के पास आकर बोली,"आप सच में हमारी भाभी है, जिसे सुनकर परी हां में सिर हिला देती है। तो प्रिया भी खुश होकर परी के पास आकर उसका चेहरा छू कर बोलीं," आप तो बहुत खूबसूरत हो भाभी जी। जिसे सुनकर परी शरमते हुऐ बिक्रम को देखती है जो उसे ही घुरे जा रहा था, आरव और राजीव अभि शॉक में खड़े थे उन्हे भी विस्वास नही हो रहा था और वे दोनों बिक्रम को देख कर बोले," क्या भाभी आपकी शादी बचपन में ही हो गई थीं अपने हम बताया क्यों नहीं और इतनी खूबसूरत लड़की को कहा छुपा कर रखा था हम से, जिसे सुनकर प्रिया और नताशा उन दोनों को घुर के बोली," ल़डकी नही भाभी बोलो, तो वे दोनों हां में सिर हिला कर बोले," हां भाभी जी। तभी बिक्रम सोफे से खड़ा होकर बोला," ये लड़की ना मेरी वाइफ और ना तुम सब की भाभी ये बहुत झूठी लड़की इस यहां से बाहर लेकर जाओ, बिक्रम की बात सुनकर प्रिया और नताशा बोली," लेकिन इतनी खूबसूरत लड़की झूठ क्यों बोलेगी। जिसे सुनकर बिक्रम बोला," झूठ और धोखा हमेशा खूबसूरत लड़की ही देती है, बिक्रम टीना को याद कर गुस्से से बोला, जिसे सुनकर बाकि सभी एक दुसरे को देखते है और सब समझ गए थे की अब विक्रम कभी किसी लङकी पर बिस्वास शायद ही करे और यह सब उस कामिनी लड़की टीना की बजे से हुआ है, टीना को याद बाकि लोगो चेहरे के भाव भी चेंज हो जाति है। बिक्रम फिर टीना के पास गहरी सांस लेकर बोला," देखो मुझे पता तुम कोन और क्यों मेरे पीछे पढ़ी है और ना में तुम्हें कभी अपनी वाइफ मान सकता हूं अब मेरी लाईफ में प्यार और शादी से शब्दो की कोई जगह नही है तो अच्छा होगा की तुम यहां से और मेरी लाईफ से नीकल जाओ वरना तुमाहरे लिए अच्छा नहीं होगा और तुम क्या चाहिए मेरी लाईफ से जानें का वो भी बोल दो क्योंकि बिक्रम ओबेरॉय के पास पेसो की कमी नही है । जिसे सुनकर सभी परी को देखते है जो उसे ही देख रही थीं और बिक्रम की बात सुनकर बोली," हमें कुछ नहीं चाहिए और हम आप से नही बोल रहे की आप हम प्यार करे या हमें अपनी पत्नि माने लेकिन आप हमारे प्राण नाथ है और यह वो सच है जिसे कोई कोई नही बदल सकता और आपके पास हमें रहना है यह भी तय करने वाले हम है और जब हम जाएंगे तब आप हमें रोकना भी चाहिए तो रोक पाएंगे। परी की बात सुनकर सभी हैरान रहे जाते है यह लड़की क्या बोले जा रही है । तभी बिक्रम अपनें चहरे पर मुस्कान ला कर वोला," अच्छी बात है तुम रहो मेरे पास और में तुम कभी रुकूंगा याद रखना मेरे लिए तुम कोई नही हो, इतना बोल वो बाकी लोगो को देख कर बोला," तुम लोग मुझे नाइट क्लब ले जानें आए हो ना, जिसे सुनकर आरव और राजीव हां में सिर हिला देते है, तो बिक्रम बोला," तो चलो इंजॉय करते है, इतना बोल वो केविन से बाहर जानें लगता है और उसकी बात सुनकर और उसे जाते हुऐ देख कर परी बिना कुछ बोले उसके साथ चलती है क्योंकी वो जब तक इस दुनियां में है तब तक हर पल बस अपने प्राण नाथ के साथ रहना है उसे, और दोनों के केविन से जानें के बाद बाकी लोग एक दुसरे को देखते है नताशा अपना सिर पकड़ कर बोली," क्या हो रहा है यह मेरे तो कुछ समझ नही आ रहा है यार। जिसे सुनकर राजीव और आरव भी हां में सिर हिला देते है उन्हे भी समझ नही आ रहा था की क्या सच क्या झूठ और इनकी शादी हुई या नही और यह लड़की क्यों इतनी जिद करके बिक्रम के साथ रहना चाहती है जब की उसने साफ मना कर दीया की वो उसके लिए कुछ नही है, वो लोग ये सोच रहे थे तभी प्रिया खुश होकर बोली," wow अब तो मजा आएगा बिक्रम जीतेगा या लङकी यह देखने में मुझे तो मजा आएगा और ये लड़की सच में मेरी भाभी है, इतना बोल वो डोर की तरफ भगाते हुए बोली," रूको भाभी में भी आपके साथ हुं इंकलाब जिंदाबाद हमारी मांगे पूरी करो, इतना बोल वो चली जाती है और उसकी बात सुनकर सभी शॉक खडे़ थे आरव राजीव से बोला," तुझे यह लड़की मिली थी अपने लिए, जिसे सुनकर राजीव गहरी सांस लेकर बोला," वो इसी ही यार चलो मुझे अपनी वाली को रोकना होगा वरना वो उन दोनों के साथ ही चली उनकी कार में। इतना बोल वो भी चला जाता है और उसे जाते हुए देख कर आरव और नताशा भी गहरी सांस लेकर चले जाते है, उनके जानें के बाद। रवि अपने सामने देखते हुए बोला । तो दोस्तो क्या होगा आगे क्या मेरे खडूस बॉस मेरी भाभी से बच पाएंगे और क्या करेंगी मेरी भाभी यानी लेडी बॉस जब वो बॉस को नाइट क्लब में दूसरी लङकी के साथ दिखेंगी क्या वो वहां भी उसे पीटेंगी यह सब जानने के लिए पढ़ें अगला भाग । इतना बोल रवी वहां से चला जाता है और वो गार्ड अपना सिर खुजाने लगता है की यह क्या था। बाय बाय।                                        

  • 11. My Angel wife - Chapter 11

    Words: 1751

    Estimated Reading Time: 11 min

    अब तक... बिक्रम परी को किस कर रहा था तब आरव प्रिया नताशा और राजीव आ जाते है जो यह देख हैरान रह जातें है परी फिर बिक्रम को खुद से दुर कर देती है रवि सभी बताता है की परी विक्रम बॉस की वाइफ है तो सब हैरान हो जाते है विक्रम परी से कहता है की वो उसे अपनी वाइफ नही मानता है और वहां से चला जाता है और उसके पीछे परी यह कह कर उसके साथ जाति की तब भी वो उसके साथ होगी जब तक उसके जानें का टाईम नही आ जाता है, अब आगे... टीना के ऑफिस के आगे... राज कार के पास खड़ा होकर आस पास देख फिर एक नंबर डायल करता है थोड़ी देर रेंग जानें के बाद कॉल रिसीव हो जाता है तो दूसरी तरफ़ से आवाज आती है, ,, राज भाई बड़े दिन अपने छोटे भाई की याद आई आपको क्या हुआ कोई आपको परेशान कर रहा है क्या अगर हां तो आप साले का नाम बताओं अपन उसे सीने में कई सारी गोली मार दूंगा साले के सीने में जिसने आपको परेशान किया होगा। जिसे सुनकर राज बोला," हां तभी तूझे कॉल किया एक बडा बिजनेस मेन है बिक्रम ओबेरॉय उसने तेरी भाभी को परेशान कर रखा है जिसे बजे से वो रोई भी मेरे सीने से लग कर और इस मुझे तू परेशान करना पड़ा है, राज की बात सुनकर कॉल की दुसरे तरफ से थोड़े गुस्से भरी आवाज आई अच्छा उस साले की इतनी हिम्मत की उसने अपन की भाभी को परेशान किया अब तो साले को बहुत बुरी मौत मिलेगी देख लेना आप अपन साले के टुकड़े कर समुंद्र में फेक देगा, जिसे सुनकर राज बोला," ओके लेकिन थोडा सावधानी से करना वो भी कोई काम आदमी नही है तो उसका खेल अच्छे से खत्म करना किसी को उसकी लास भी ना मिले, राज की बात सुनकर कॉल के दुसरे तरफ का आदमी बोला," ओके भाई ऐसा होगा आप चिंता ना करो कल की सुबह वो नही देख पाएगा, तभी राज के कंधे पर कोई पीछे से हाथ रख देता है जिसे देख राज की आखें बड़ी हो जाती है और कॉल काट देता और पलट कर देखता है टीना खड़ी थी जिसे देख कर राज की दिल की धड़कन तेज़ हो जाती है, टीना राज के चेहरे के भाव देख कर बोलीं," राज क्या आप मुझे इस क्यों देख रहें है और आप किस से बात करके बोल रहे थे की खत्म कर दो क्या खत्म करना है। टीना की बात सुनकर राज समझ जाता है की टीना ने अभि उसकी सारी बाते नही सोनी शायद इस लिए राज मुस्करा कर टीना के लिए कार का डोर खोल कर बोला," अरे वो एक दोस्त था उससे बोल रहा था की हेल्प कर दे मेरी ताकी मेरी बीबी की सारी प्रोब्लम खत्म हो जाए, इतना बोल वो भी उसके पास ही बैठ जाता है कार में डोर बंद करके कार ड्राइवर कार को आगे बढ़ा देता है, टीना राज की बात सुनकर उसके कंधे पर सिर टेका कर राज के हाथ को अपने हाथ में लेकर उस पर किस करके बोली," राज आपकों मेरे लिए इतना परेशान होने की जरूरत नही है में ठीक हुं और आप चिंता ना करें में उस बुरे आदमी से नही डरती और उसे हरा दुंगी आप चिंता ना करें आपकी वाइफ ने भी कच्ची गोलियां नही खेली मैने में उसी कॉलेज से बिजनेस की डिग्री ली है जिससे उसने लिए है, जिसे सुनकर राज मुस्करा टीना को गले लगा कर बोला," हां पता हा मेरी वाइफ बेस्ट से बेस्ट है और फिर मन में बोला," तुम चिंता ना करो टीना बेबी वो आदमी ही नही बचेगा तो तुम्हे परेशान कोन करेगा अब उसकी मौत उसका इंतज़ार कर रही है बहुत जल्द हमे उसकी मौत की खबर मिलेगी, इतना बोल उसके चेहरे पर एक शैतानी मुस्कान आ जाती है जिसे टीना नही देख पाती है और वैसे ही उसके गले लग सोचने लगती है की उसने बिक्रम को छोड़ राज से शादी करके कितना अच्छा किया राज उसके साथ हमेशा खड़ा रहा है और विक्रम आज उसे बर्बाद करने की कोशिश कर रहा है लेकिन वो ऐसा नही कर पाएगा जब तक उसके साथ उसका पति राज खड़ा है, यही सोच सोच टीना मुस्कुराए जा रही थी। दूसरी तरफ.... एक नाइट क्लब में.... बिक्रम एक लड़की के साथ डांस कर रहा था उसे खुद से चिपका कर और बीच बीच में वो परी को भी दिखता है जो इन सब से दुर साइट में खड़ी थी चिप चाप और वो बिक्रम को देख जा रही थी बिक्रम के पास ही डांस कर रहे प्रिया और राजीव भी यह देख दुःखी थे और नताशा और आरव भी। प्रिया रोनी सी सकल बना कर राजीव से बोली," राजीव मुझसे यह सब देखा नही जा रहा है देखो भाभी का चहरा कितना उदास लग रहा है यह बिक्रम भाई सही नही कर रहे है उनके साथ बताओं इतनी खुससूरते ल़डकी उनकी वाइफ और इस काली डायन से के साथ डांस कर रहे हैं जो कई मर्दों के साथ डांस करती होगी। प्रिया की बात सुनकर राजीव गहरी सांस लेकर बोला," हां मुझे भी उनके लिए बूरा लग रहा है लेकिन हम कर भी क्या सकते है विक्रम को तुम जानती हो वो कितना जिद है वो अपनी आगे किसी की नही सुनता है, राजीव की बात सुनकर प्रिया हां मैं सिर हिला देते हैं, नताशा और आरव भी इसी बारे में बाते कर रहे थे डांस करतें हुए और दोनों परी को देखते तो कभी बिक्रम को जो मुस्करा कर इस लड़की के साथ डांस कर रहा था जिसका काम ही रोज नए नए मर्दों के साथ इंजॉय करने का और बिक्रम जैसा हैंडसम और अमीर आदमी मिल जाए तो इसकी किस्म खुलने के बराबर है, परी बिक्रम की हाथ को देखती है जिससे उसने उस लड़की कमर को पकड़े हुए था और वो सो रही थी क्या घर पर जानें के बाद उसे बिक्रम को अच्छे से नहलना होगा और कितनी बार तब इस लड़की की बदबू उसके प्राण नाथ से दुर जाएगी, परी बिक्रम को रोक नही रही थी बल्की वो तो सोच रही थी की केसे इस लड़की की गंदी बदबू अपने पति के शरीर से दुर करके क्योंकि सोना तो उसे ही उसके साथ रात में, और बिक्रम को लग रहा था की परी को बूरा लग रहा है इसका इस लङकी के पास होने से और वो जल्द ही उसे छोड़ कर चली जाएंगी, तभी परी के पास एक हैंडसम ल़डका आ जाता है जो देखने में अमीर बाप की बिगड़ी उलाद लग रहा था जिससे सब की नजर परी और उस ल़डके पर चली जाति है बिक्रम भी देखना चाहता था की यह लड़की क्या उसके साथ डांस करेगी या नही। और इधर... परी चुप चाप खडे़ होकर बिक्रम को देख रहि थी वो नही देख रहि थी उसके पास कोन खड़ा है, वो ल़डका अपने सिर के बालों में हाथ फेरते हुए परी को ऊपर से निचे देखता है तो उसे एहसास होता है की उसने अपनी पूरी लाईफ में इस जैसी खूबसूरत और प्यारी लड़की नही देखी और उसका दिल बहुत तेज़ धड़कने लगा था और आस पास देखता है तो इस ल़डके साथ कोई नही है यह भी उसे लगा था, और यह सोच वो परी से बोला," hi में रियान , इतना बोल वो अपना परी की तरफ कर देती है जो उसे देखती भी नही है क्योंकी उसके लिए बिक्रम से अलबा और कोई नही। डांस कर रहे बाकि सभी हैरान थे राजीव बोला," wow 😳 यार भाभी ने इस लगूर को इग्नोर कर रही है और उनकी नजर केबल बिक्रम पर है। जिसे सुनकर प्रिया बोली," हां राजीव भाभी ने इतने हैंडसम लड़के को अपने महू भी नही लगा रही है इसका मतलब भाभी भाई के लिए लॉयल है और यह बात बिक्रम भाई माने या ना माने। नताशा बोली," आरव देखो भाभी उस अमीर बाप की ओलाद को कोई भाव नहीं दे रहि है उनकी नजर केबल अपने बिक्रम भाई पर है, जिसे सुनकर आरव गहरी सांस लेकर बोला," हां यार कास की बिक्रम ये समझ पाता की भाभी उसके लिए किसी कोई भाव नहीं दे रहि है उन्हे इस से अच्छी लङकी शायद ही फेर कभी मिले लाईफ में। आरव की बात सुनकर नताशा हां मैं सिर हिला देती है, बिक्रम यह देख बूरा सा मुंह बना कर बोला," नाटक तो इसे कर रही है जिसे में यह देख पागल हो जाऊंगा इसके प्यार में और इस से हाथ जोड़कर बोलूंगा परी जी आप मेरे लिए इतने अच्छे लड़को छोड़ रही हो इसका मतलब आप के लिए में बहुत जरूरी हुं और अब में आपकों अपनी वाइफ मानता हूं, इतना बोल कर बिक्रम गुस्से में बोला," अब बिक्रम ओबेरॉय को पागल बनना आसान नहीं एक बार धोखा खाया है बार बार नही खुंगा और में अच्छे तरह से समझ गया की लड़कियों कभी एक मर्द की होती ही नही है तो में भी अब किसी एक का नही रहूंगा कभी नही और फिर चाहे मेरे आगे आसमान से कोई परी आ कर बोलें," बिक्रम में सिर्फ तुम्हारी हुं तब भी में उसका नही हुंगा। बिक्रम यह सोच रहा था, और इधर वो ल़डका रियान खुद को इस खूबसूरत लड़की द्वारा इग्नोर होने पर हल्का सा मुस्कुरा कर बोला," अच्छा लगता है तुम मुझे जानती नही हो में यहां के dsp का एक बेटा हुं तो मेरे पास पैसा और पॉवर सब कुछ और मुझे डेट करने के लिए लड़किया पागल रहती है तुम्ह तो भगवान का थैक्स करना चाहिए की में रियान प्रहान तुम डेट के लिए तुम्हरे पास आया हुं, रियान बोले जा रहा था अपनी बकबक लेकिन परी थी की वो उसकी बाते और उसे पूरी तरह से इग्नोर करके बस अपने बिक्रम को देखें जा रही थी। जो उसे इग्नोर कर रहा था लेकिन तब भी उसके लिए यहां थी। रियान को अब थोडा गुस्सा आने लगा था और वो एक दम से परी का हाथ पकड़ कर बोला," बहुत हुआ यार तुम्हारा रियान जो किसी लड़की को आगे से किसी को डेट के लिए निचे पूछता हूं लेकिन तुमने मुझे इग्नोर करके अच्छा नही किया लड़की, उसके एसा करने से परी जो बिक्रम को देख रहि थी वो रियान को गुस्से से देख कर बोलीं," हमने कहां हमारा हाथ छोड़ों। जिसे सुनकर रियान हंसते हुए बोला," नही बेबी रियान से अपना हाथ और पीछा छुड़ाना आसन नही और अब तो रियान का दिल आ गया तुझ पर तो फिर तूझे अपना बना कर ही मनुगा। अब वहां मौजूद सभी लोग उन्हे देखने लगते है। आज के लिए बस इतना ही। लाईक कमेंट शेयर जरूर करें। बाय ।                                        

  • 12. My Angel wife - Chapter 12

    Words: 1735

    Estimated Reading Time: 11 min

    अब तक... राज किसी को कॉल करके बिक्रम को मारने का आर्डर देता है जिसे बो टीना से छुपा लेता है दूसरी तरफ़ नाइट क्लब में बिक्रम किसी और लड़की के साथ डांस कर रहा था किसे परी और उसके दोस्त देख रहे थे जिन्हें परी के लिए पूरा लगता है तभी एक अमीर ल़डका रियान परी के पास आकर उसे डेट करने के लिए कहता है लेकिन परी उसे इग्नोर कर रही थीं जिससे उस लड़के को गुस्सा आ जाता है और वो परी का हाथ पकड़ लेता है, अब आगे.... राजीव बोला,"  इसकी तो में, उतना बोल वो परी के पास जानें के होता है तो प्रिया उसका हाथ पकड़ कर ना में सिर हिला कर उसे बिक्रम को देखने को बोलती है तो बिक्रम के चेहरे के भाव चेंज हो रहे थें और वो परी का हाथ देख रहा था जिसे उसे लड़के ने पकड़ा हुआ था, आरव और नताशा भी कभी बिक्रम और तो कभी परी और उस लड़के को देखते है अब सब यही दुआ कर रहे थे की बिक्रम परी के पास जाए, परी उस लड़के की बात सुनकर और उसे अपना हाथ पकड़ा हुआ देखने के बाद वो एक नजर विक्रम को देखती हैं जो उसके देखने पर उसे इग्नोर कर देता है, जिसे देख राजीव प्रिया आरव और नताशा बिक्रम से कहते है उसे भाभी के मदद के लिए जाना चाहिए लेकिन बिक्रम उनकी भी नहीं सुनता और अपने पास खड़ी से कहता है, ,,छोड़ों बेबी यह सब यहां होता रहता है चलो इंजॉय करो,, जिसे सुनकर सभी हैरान हो जाते हैं, प्रिया बोलि," बिक्रम तुम कितने बदल गए और बुरे भी हो भाभी के पास जाओ ना उन्हें बचाने के लिए, जिसे सुनकर बिक्रम बोला," वो तुम्हारी भाभी नही है और मदद की जरूरत उस ल़डके को, जिसे सुनकर सभी कन्फ्यूज हो जातें हैं,  आरव बोला," भाई क्या बोले जा रहा है तू... लेकिन वो आगे कुछ बोलता तभी सभी के कानों में एक जोर से चीख सुनाई देती है , जिसे सुनकर सभी लोग उस तरफ देखते हैं जहां परी ने उस ल़डके रियान का हाथ मोड़ दीया था पूरा, वो ल़डका चीख रहा था और परी बिल्कुल शांत खड़ी थीं जिसे वो कुछ कर ही नही रही हो, वहां मौजूद सभी लोग शॉक होकर यह नजारा देख रहे थे, प्रिया बोली," ओ तेरी भाभी तो कमाल की है यार। राजीव अपना मूंह खोले देखते हुए बोला,"  हां यार, नताशा हैरान होकर बोली," wow 😳। आरव हंसते हुए बोला," waah भाभी आप सच में कमाल की हो । बिक्रम गहरी सांस लेकर बोला," मुझे इस से ऐसी यही उम्मीद थी। रियान दर्द में परी को देख कर बोला," प्लीज प्लीज दी मेरा हाथ छोड़ दो वरना बहुत बूरा सो सकता है आप के साथ, जिसे सुनकर परी बोलती कुछ नही है बस उसे गुमा कर दूसरी तरफ फेक देती है तो वो जाकर सामने दीवार में लगता है और दर्द नीचे गिर पढ़ता है जिसे देख उसके दोस्त उसके पास आकर उसकी हालत देखते है तो दर्द में बोला," इस बारे में डैड को मत बताना और हां बाहर खडे़ मेरे दोनों बॉडीगार्ड को बोला कर लाओ अब मुझे यह लङकी अपने बेड पर चाहिए बस, रियान दीवार से टेक कर अपने महू से खून साफ़ करके परी की तरफ ऊंगली प्वाइंट करके बोला जो अब सभी को एग्निर कर केवल अपने बिक्रम को देख कर उसे एक मुस्कान पास कर देती है जिसे देख कर बाकि लोग हसने लगते हैं और बिक्रम घुरे के परी को देखता है तब भी परी मुस्कुरा रही थी। जिसे देख प्रिया बोली," waah यार भाभी कितनी प्यारी और अच्छी है जो इतना कुछ करके भाई को मुस्कान पास कर रही है । जिसे सुनकर बाकि तीनों हां में सिर हिला देते हैं और बिक्रम घुरे उसे देखता है तो प्रिया बूरा सा मुंह बना कर बोली," बूरा आदमी मेरी भाभी के हेल्प के लिए भी नही गया, प्रिया की बात सुनकर बिक्रम उसे इग्नोर कर देता है और वाकी लोग मुस्करा रहे थे, तभी रियान का एक दोस्त दो अच्छे पहलवानों के साथ क्लब में बापिस आ कर परी की तरफ ऊंगली प्वाइंट करके बोला," उस लड़की ने तुम्हरे छोटे मालिक को मारा और अब उनका ऑडर है की इस लड़की को उनके रूम में ले जाया जाए । जिसे सुनकर वो दोनो बॉडी बिल्डर आदमी पहले अपने छोटे मालिक रियान को दिखते है जो अपने नाक और मुंह से खून साफ़ करके उन्हे ऐसा करने को बोल रहे थे, जिसे सुनकर वे दोनों बॉडी बिल्डर आदमी परी की तरफ गुस्से से जानें लगते है सभी यह देख कर हैरान हो जाते हैं वहूत से लोग एक दुसरे से बात कर रहे थे की इस लङकी ने रियान सर से पंगा लेकर अच्छा नही किया अब इसकी पूरी लाईफ खराब कर देगे। जिस प्रिया आरव राजीव और नताशा सुनकर परेशान हो जाते हैं परी के लिए और बिक्रम को देखते है की वो अब तो जाए परी के हेल्प के लिए लेकिन अभि बिक्रम उन्हे इग्नोर कर देता है, जिसे देख अब सभी को बिक्रम पर बहुत गुस्सा आ रहा है अगर परी के जगह वो कामिनी लड़की टीना होती तो यह सब कुछ भुल कर उसकी मदद के लिए जाता लेकिन जो इतनी प्यारी और मासूम है उसके लिए कुछ नही कर रहा है सच में इस लड़के को सच्चे प्यार की कोई समझ नही है। यही सोच रहे थे वे लोग और फिर सभी लोग परी को देखते है जहां अब उसके आगे वे दोनों बॉडी बिल्डर आदमी खडे़ हो गए थे,। जिनके बजे से परी बिक्रम को नही देख परी रही थी और वो उन दोनों को कन्फ्यूज होकर देखती है तो एक आदमी बोला," लड़की तेरी हिमत कैसे हुए हमारे छोटे मालिक को मारने की। जिसे सुनकर परी और कन्फ्यूज हो उन्हे देख कर बोली," में किसी छोटे मालिक को नही जानती और तुम दोनो मोटे मेरे आगे से हटो मुझे मेरे प्राण नाथ नही दिखाईं दे रहे हैं, परी इतना बोल दोनों को साइट कर देती है और फिर विक्रम को मुस्करा कर देखने लगती है, वे दोनों आदमी गिरते गिरते बचते हैं जबकि परी ने बहुत धिरे से साइट में किया था, वे दोनो आदमी गुस्से से परी के सामने आ जाते है फिर से, जिससे परी का दिमाग खराब होने लगता है यहां लोग उसे अपनें प्राण नाथ को देखने भी नही दे रहे है, वे दोनों आदमी गुस्से से परी का हाथ पकड़ने को होते है तो परी दो कदम पीछे होकर उन्हें घुर के देखती है जिसे देख एक आदमी बोला," ये लड़की तू शांति से हमारे साथ चल क्युकी हम लड़कियों पर हाथ नही उठाते है, प्रिया बिक्रम से बोलि," भाई प्लीज अब तो जाओ देखो वे दोनों भाभी को परेशान कर रहे हैं, जिसे सुनकर बिक्रम बोला," अच्छा पर मुझे तो ऐसा नही देख रहा है, बिक्रम की बात सुनकर प्रिया घुर के उसे देखने लगती है तो बिक्रम बोला," अरे वो लड़की कम नही है देखो उधर, जिसे सुनकर सभी उदर देखते है तो वहां परी उन दोनों आदमी की बात सुनकर गुस्से से उन दोनों के सिने पर हाथ रख उन्हे पीछे धक्का दे कर बोलि," दुर हटो मुझे नही जाना कहीं अपने प्राण नाथ को छोड़ कर, उसके ऐसा करने से सभी के देखते ही देखते वो दोनों आदमी उड़ते हुए जाकर अलग अलग गिरते हैं और सभी के मुंह खोले रहे जाते है क्योंकी यह कुछ ज्यादा था सब के लिए रियान तो बदला ल़डका था इस लिए किसी ने ज्यादा नही सोचा की यह लड़की इस कर सकती है लेकिन इन दोनों की भी इसी हालत कर दे की एक जगह ही पढ़े रह गए सभी शॉक में कभी उन्हे तो कभी परी को देख रहे थे, इस बार बिक्रम भी हैरान था की यह लङकी आख़िर चीज क्या है यहां की मूवी की सूटिंग चल रही है ऐसा तो मूवी ने देखा सभी ने, बिक्रम फिर परी को हैरान से देख रहा था तो परी मुसकाने लगती है, ,, ये लकड़ी उसे क्यों बार बार मुस्करा कर देख रहि है ये तरीका तो ल़डके इस्तमाल करते हैं लड़किया पटाने में तो यहां उल्टा क्यों हो रहा है क्या वो कोई लङकी जिसे यह लङकी ल़डका बन कर अपनें एक्शन से पटाने की कोशिश कर रही है ना चाहते हुए भी बिकेम के दिमाग में ऐसा कुछ चल रहा था , शॉक तो वहां सभी थे लेकिन परी को बिक्रम को देख कर खुशी हो रही थी बस। प्रिया आरव राजीव और नताशा हैरान थे की एक पतली लङकी ऐसा भी कर सकती है क्या यह भी कोई मूवी देख रहे हैं, लेकिन सभी बिक्रम की हालत देख कार मुस्कराने लगते हैं , वे दोनो बॉडीगार्ड अपनी हालत देख कर उनमें से एक रियान के पिता को कॉल कर इस बारे में बताते है तो वो गुस्से में कुछ पुलीस वाले भेज देते है देखने के लिए उनके बेटे को कैसे लङकी ने मारा, परी फिर बिक्रम के पास आने लगती हैं जिसे देख बिक्रम और बाकि सभी उसे कन्फ्यूज होकर दिखते है, ,, भाभी यहां क्यों आ रही है क्या उन लोगो को मारने के बाद भाई को मारने आ रही है,, जिसे सुनकर सभी शॉक हो जातें है बिक्रम की हालत खराब होने लगती है उसने पहले खा ली इस लङकी की मार अब नही, नताशा बोली," मुझे भी ऐसा ही लग रहा है जिसे भाई तो गए अब बहुत शॉक है इन्हे दूसरी लड़कियों के साथ डांस करने का, उसकी बात आरव वोला," हां यह तो गया काम से । उनकी बाते सुन कर बिक्रम के माथे से पसीना आने लगा था जिसे देख उसके साथ डांस करने वाली लड़की बोली," अरे तुम्हे इतना पसीना क्यों। इतना बोल वो अपना हाथ बिक्रम के माथे के पास लाने लगती हैं तभी परी उसका हाथ पकड़ लेती है जिसे देख वो लड़की कन्फ्यूज हो कर परी को देखती हैं तो परी उसे दुर करके बोली," ये मेरे है इन से दुर रहो , वो ल़डकी साइट में खड़ी हो कर हैरानी से बिक्रम को देखती हैं तो वो चुप चाप खड़ा था वो भला कर भी क्या सकता है उसे खुद डर लग रहा है पता नहीं अब यह लङकी उसके साथ क्या करने वाली है, लेकिन सभी के देखते ही देखते परी बिक्रम का एक हाथ अपनें कमर पर रख कर और दुसरा हाथ अपने हाथ में लेकर बिक्रम से बोलि," मुझे भी आपके साथ करना ये नाच, जिसे सुनकर बिक्रम और बाकि सभी हैरान हो जाते हैं, आज के लिए बस इतना ही  लाईक कमेंट शेयर जरूर करें। बाय।                                                                      

  • 13. My Angel wife - Chapter 13

    Words: 1653

    Estimated Reading Time: 10 min

    अब तक.... नाइट क्लब में ... परी शान्त से खडे़ होकर बिक्रम किसी और लङकी के साथ डांस करतें हुए देख रही थीं तब एक रियान नाम का ल़डका उसका हाथ पकड़ लेता है तो परी उसे दुर फेक देती है रियान के बॉडी गार्ड उसे परेशान करने आते हैं तो वो उन्हे भी दूर फेक देती है और विक्रम के पास आकर उस लड़की दुर करके बिक्रम का हाथ अपनी कमर पर रख कर बोली अब हमें आपके साथ नाचना है, अब आगे.... बिक्रम शॉक खड़ा था प्रिया मुस्करा कर बोलीं," wow भाभी यह आपका गुड आइडिया था आप ही भाई के साथ डांस करो बाकि लोग कोन अच्छे लगते उनके साथ, प्रिया वो उसे लड़की को देख कर बूरा सा मुंह बना कर बोली। जिसे देख वो ल़डकी जानें से प्रिया की तरफ मुंह टेडा कर जाती है जिसे देख प्रिया गुस्से से अपनें हाथ की मुट्ठी कस कसके उसे इसकी तरफ करके बोली," इसकी मां की, लेकिन तभी राजीव जल्दी से उसके मुंह पर हाथ रख कर बोला," गाली गलौज नही बेबी और जा चुकी छोड़ों। जिसे सुनकर प्रिया राजीव का हाथ अपने मुंह से हटा कर बोलीं," सॉरी, इतना बोल मुस्कुराने लगती है। बिक्रम परी की कमर से हाथ हटा कर और अपना दुसरा हाथ उसके हाथ छोड़ने की कोशिश करतें हुए बोला," मुझे नही करना तुम्हारे साथ डांस जाओ यहां से , लेकिन वो परी से दुर होकर जा पाता उससे पहले ही परी उसका हाथ पकड़े ही अपने पास खींच कर बोलीं," आपको मेरे साथ नचना ही होगा, इतना बोल वो उसका हाथ पकड़ कर बापिस उसे अपनी कमर पर रख देती है। बिक्रम हैरान होकर बोला," अरे अरे कोई जबरदस्ती है क्या मुझे नही करना तो नही करना, जिसे सुनकर परी बोलि," देखिए मेने आपको उस छोटे कपड़े लङकी के साथ नाचने दीया तो अब आप मेरे साथ भी नाचो वरना में, जिसे सुनकर बिक्रम बोला," वरना क्या करोगी मुझे मरोगी और कर भी क्या सकती तुम अरे बिक्रम अबेरॉय किसी से नही डरता है समझी और तुम से तो बिल्कुल भी नई बड़ी आई मेरी वाइफ बनने वाली। जिसे सुनकर परी उसे घूरने लगती है प्रिया और नताशा विक्रम को समझाने के लिए कुछ बोलने को हाथ है तो उन्हे हाथ दिखा कर बोला," अरे तुम लोग चिंता ना करो में इस लड़की से नहीं डरता हुं, आरव परी को देख बिक्रम से बोला ," भाई आप कुछ ज्यादा ही बोल रहे हो, जिसे सुनकर बिक्रम बोला," कुछ ज्यादा नही बोल रहा हुं अरे इस लङकी को पता नही की इसने किस से पंगा लिया है बिक्रम ओबेरॉय नाम है बिक्रम ओबेरॉय इस लड़कियों से में नही..hmmm.. नही .... डरता hmmm। आगे के शब्द कुछ इस तरह के थे बिक्रम के महू और उसकी आखें बड़ी बड़ी हो चुकी थीं बाकि लोग भी शॉक में था क्योंकी परी ऐसा करेंगी किसी ने सोचा नही था। प्रिया और नताशा तो अपने मुंह पर हाथ रखे हुए थे,  आरव और राजीव भी शॉक होकर सामने का नजारा देख रहे थे जहां परी ने बिक्रम के ऊपर ना हाथ उठाया ना मारा बल्की सीधा उसके होठों पर अपने होठों को रख अपनी आखें बंद कर किस करने लगती है उसे किस करना आता नही था इस लिए वो बिक्रम के होठों को लोलीपॉप की तरह लिप रही थीं उसका ऐसा करना किसी छोटी बच्ची जैसा लग रहा था। रियान और उसके दोस्त जब यह देखते है तो वो भी शॉक रहे जाते है, रियान का महू खोला का खोला रह जाता है जिसे देख उसके दोस्त उसके कंधे पर रख उसे हिमत देने लगते हैं, ,,रियान भाई होता है आप हिमत रखो वो लड़की पहले ही उस आदमी को पसन्द करती होगी तभी उसने आप को ऑफर को लात मार दी,, जिसे सुनकर रियान रोनी सी सकल बना कर बोला," लेकिन मूझ में क्या कमी थीं भाई क्या में हैंडसम नही हुं या अमीर उसने उस आदमी को क्यों चुना, उसकी बात सुनकर उसके सारे दोस्तों को उसके लिए बूरा लगता है विचारे उनके रियान भाई जैसे आज तक किसी लड़की ने मना नही किया उसे इस खूबसूरत लड़की ने इग्नोर कर उस लड़के को किस कर रही है बताओं यार ऐसा कोन करता है, रियान फिर अपनें एक दोस्त के कंधे पर सिर रख कर रोने लगता है आज वो कितना कमजोर पड़ गया की एक लड़की को अपना नही बना सकता, यही सोच सोच कर वो रोए जा रहा था, जिसे उसके दोस्त समझा रहा था उसके सिर पर हाथ फेरते हुए, ,, भाई चुप हो जाओ होता एसा लाईफ सब के साथ हम लोगे को कितना लड़कियों ने मना किया लेकिन हम रोए क्या,, जिसे सुनकर वाकी के दोस्त भी हां बोल देते है। और इधर.... परी किस किए जा रही थी उसे बड़ा मजा आ रहा था बिक्रम के होठों को लीप करने में लेकिन विचारे बिक्रम क्या वो एक आम आदमी जिसकी कोई लिमिट है और यह किस तो उसके मन से नही बल्कि उसके साथ जबरदस्ती से किया जा रहा था और उसमे इतनी ताकत भी नही थी की वो इस लङकी को खुद से अलग कर सके। प्रिया बाकी लोग कभी देर से देख रहे थे यह सब, प्रिया बोली," लगता है भाभी भाई को किस करके के मार देगी और यही उनकी सजा होती जा रही है, जिसे सुनकर वाकी तीनों भी हां में सिर हिला देते है तभी वे देखते है की उनके भाई की सांसे फुल रही है और अपने हाथ ऊपर करके परी को दुर रहने को इशारा कर रहे हैं लेकिन परी तो अपनी आखें बंद किए हुए थी, यह देख सभी के चेहरों पर परेशानी वाले भाव आ जाते है प्रिया राजीव के कंधे पर हाथ रख कर बोलीं," अरे तुम देख क्या रहे हो रोको भाभी को नही भाई हमारे किस करतें ही मर जाएंगे, नताशा भी आरव को जाने की बोलती है लेकिन किसी की हिमत नही हो रही थीं वो इस समय परी को रुके क्योंकि ऐसा हुआ तो परी उसे भी पता भी कहां फेक देगी, लेकिन रोकना तो पढ़ेगा इस सब आरव को वली का बकरा बना कर आगे कर देते है नताशा उसके पीछे खडी थी और उसे आगे धक्का देते हुए बोली," आरव तुम्हारी यह कुर्बानी में हम याद रखेंगे और तुम मेरी चिंता मत करना में एक अच्छा सा ल़डका देख कर उसके साथ सेट हो जाऊंगी। उसकी बात सुनकर आरव सिर मोड घुर के उसे देखता है वो अभि जिंदा है और अभि  इस तरह को बाते मतलब पक्का यह लङकी उसके मौत का इंतज़ार कर रही है, आरव को खुद को घूरता देख नताशा उसका सिर सामने मूड कर बोलीं," अरे तुम पहले मारो तो तब मुझे घूरना, आरव गहरी सांस लेकर बिक्रम और परी के पास आकर बोला," भाभी भाई को छोड़ दो नही तो उनका ऊपर का टिकट कट जाएगा, इतना बोल बिक्रम का हाथ पकड़ कर उसे पीछे की ओर खींचता है पूरी ताकत लगा कर जिसे देख वाकी लोग उसे खींचते है लेकिन इसका कोई फायदा नही बल्की बिक्रम को लगा रहा यह लोग उसका हाथ तोड़ देगे सभी मिल कर भी परी के हाथो से बिक्रम को नही छोड़ा पा रहे थे तभी बिक्रम बिहोश होने की हालत में आने लगता है तभी परी एक दम से पानी आखें खोल कर उससे दुर होती होती है अभि के निचे गिरते है जिन्होंने बिक्रम को पकड़ा हुआ था , सभी को गिरता देख परी बिक्रम का हाथ पकड़ उसे अपनी तरफ खीच उसे बचा लेती है बस बाकि सभी निचे पड़े अपने हाथ पैर पकड़ लेते है, बिक्रम को सांस लेने की प्रोब्लम होने से वो बिहोश हो कर परी के हाथो में ही झूल जाता है यह देख परी परेशान होकर उसे लेकर निचे बैठ कर उसका सिर अपने गोद में लेती है, परी प्यार से विक्रम के सिर पर हाथ फेरते हुए बोली," आपकों क्या प्राण नाथ आप सो क्यों गए किस करतें हुऐ, जिसे सुनकर बाकि लोग उसे शॉक होकर देखने लगता है क्या इस लड़की को नही पता की क्या हुआ है अरे इसकी वजह से हम तो निचे पड़े है और क्या उन्हे कोई शौक है था तुम से पंगा लेने का, प्रिया रोते हुए बोली," भाभी मेरी कमर टूट गई और आप पुछ रही है क्या हुआ, जिसे सुनकर परी कन्फ्यूज होकर उसे देखती है तो नताशा अपने हाथ पकड़ कर बोलीं," हां भाभी आप भाई को थोड़ी देर और किस करती तो वो ऊपर चले जाते है हमेशा के लिए और आपको रोकने के लिए हो हम लोग भाई को आप से दुर कर रहे थे, उन दोनो को बात सुनकर परी बिक्रम को देखती और फिर उसके दिल पर हाथ रख कर अपनी आखें बन्द कर लेती है तो कुछ देर बाद बिक्रम अपनी आखें लेता है और परी को देख कर एक दम से खड़ा होकर बोला," अरे तुम बहुत खतरानक हो किसी को भी अपने किस से मार सकती हो। जिसे सुनकर परी अपनी आखें खोल कर खडे़ होकर बोली," नहीं प्राण नाथ हम आपको क्यों  मारेगे हम बस आपके प्यार खो गए थे इस लिए ऐसा हुआ, जिसे सुनकर बिक्रम उसे घूरने लगता है। तो परी अपना सिर नीचे कर लेती है बाकि लोग भी खड़े होकर बिक्रम को समझाने के लिए कुछ बोलते उससे पहले बिक्रम सभी को हाथ दुखा कर बोला," बस बहुत हुआ अब मुझे इस लड़की के साथ एक पल भी नही रुकना। इतना बोल वो वहां से क्लब से बाहर जानें लगते हैं परी उदास होकर उसे जाते हुए देखती हैं बाकि लोगो को उसके लिए बूरा लगता है, लेकिन तभी चार पांच गुंडे से लोग अंदर आते हुए बिक्रम के पेट में लात मारता है आगे आ रहा आदमी गुस्से से, जिससे बिक्रम जा कर पीछे गिर पढ़ता है प्रिया और नताशा बिक्रम बोल कर चीखते है परी जिसने अपना सिर निचे कर लिया था वो एक दम अपना सिर ऊपर करके बिक्रम को देखती है जो निचे पड़ा हुआ था और कुछ लोग उसे घेर कर डंडे से मार रहे थे। आज के लिए बस इतना ही। लाईक कमेंट शेयर जरूर करे। बाय।                                      

  • 14. My Angel wife - Chapter 14

    Words: 1920

    Estimated Reading Time: 12 min

    अब तक... परी बिक्रम को किस कर रही थीं पर उसका किस इतना लंबा चलता है की विक्रम विचारा बेहोश हो जाता है जिसे परी हो होश में लाती है तो वो उससे गुस्सा होकर नाइट क्लब से बाहर जाने लगता है तभी कुछ गुंडे देखने वाले क्लब में अंदर आते हैं और उनमें से आगे चल रहा आदमी बिक्रम में एक लात मारता है जिससे बिक्रम जाकर पीछे गिरता है परी ये देख कन्फ्यूज हो जाति है और बाकि सभी शॉक, अब आगे...... नाइट क्लब में..... परी बिक्रम के पास आते हुए बोली," प्राण नाथ आप ठीक तो हो ना, लेकिन बिक्रम उसे हाथ दिखा कर खुद से दूर ही रहने का इशारा करता है तो परी थोड़ी दूरी पर ही खडी हो जाती है उसके पीछे प्रिया और नताशा आ कर खड़े होते हैं, राजीव और आरव बिक्रम के पास आकर उसे उठाते हुए बोले," तू ठीक तो है ना भाई। जिसे सुनकर बिक्रम हां में सिर हिला कर सामने खडे़ लोगो को कन्फ्यूज होकर देख बोला," तुम लोग कोन हो और मुझे क्यों मारा, जिसे सुनकर आगे खड़ा आदमी गुस्से से बिक्रम को देख कर बोला," साले अभी तुझे मरना सुरु ही कहां किया है बहुत आशिकी का भूत चढ़ा है ना तेरे सिर पर जो किसी और की वाइफ को परेशान करता है, जिसे सुनकर बिक्रम के साथ सभी कन्फ्यूज हो जातें है परी भी कन्फ्यूज होकर उन लोगो को देखती है और विक्रम को, तो बिक्रम बिना परी को देख बोला," आपकों गलत फहमी हुई है और मुझे शादी सुदा लड़कियों को परेशान करने का कोई शॉक नही है मुझे तो बीना शादी शुदा ही लङकी पसंद है, उसकी बात सुनकर परी उसे घुर के देखने लगती है। प्रिया अपना सिर पकड़ कर बोलीं," अरे भाई वो आप से पुछ नही रहे है की आपको औरत पसन्द है या लड़किया। जिसे सुनकर बिक्रम बोला," हां तो मेंयही बता रहा हूं मैने किसी औरत को परेशान नही लिया एक मेरे पीछे पढ़ी में उससे ही बहुत परेशान हो चूका हूं, बिक्रम परी को देख कर बोला जो उसे ही देखें जा रही थीं। तभी उन गुंडों का लीडर बोला," क्या रहे ये तूझे कोई मजाक लग रहा है जनता भी तुने किस से पंगा लिया है जिसने तूझे मारने का आर्डर दीया इस लिए मरने के लिए तैयार हो जा, इतना बोल वो अपनें पीछे खड़ा आदमी को इशारा करके बोला," देख क्या रहे हो इस साले को पकड़ कर मारना शुरू करो और कोई इसके हेल्प के लिए आए तो उसे भी ऊपर पूछा दो। उसकी बात सुनकर उसके पीछे से 5 से 6 लोग अपने हाथ में डंडे और चाकू लेकर बिक्रम की तरफ आने लगते है जिसे देख परी अपने कदम आगे बढ़ाने को होती है तो बिक्रम अपना हाथ ऊपर करके बोला," कोई भी मेरे हेल्प के लिए आगे नही आएगा जब तक में खुद ना बोलूं। उसकी बात परी वही रुक जाति है आरव और राजीव जो बिक्रम के पीछे खडे़ थे वे बोले," लेकिन बिक्रम तू इन लोगे से अकेले कैसे लड़ोगे , बिक्रम अपने आप आ रहे लोगो को घुर के देख कर बोला," मुझे कमजोर मत समझो में इन लोगे को इनको ओकाद अभी देखता हुं की इन्होंने किस से पंगा लिया है, इतना बोल भी उनकी तरफ जाने लगता है, बिक्रम की बात सुनकर आरव और राजीव गहरी सांस लेते है पता नहीं अब क्या होगा, बिक्रम उनके सामने खड़ा हो जाता है और उन लोगो को घूरने लगता है। प्रिया बोली," भाई आपको मरने की इतनी जल्दी क्यों रहती है अरे अकेले कैसे लाडो कम से कम भाभी की हेल्प तो ले ही सकते थे वो तो आपकी अपनी है। प्रिया की बात सुनकर नताशा भी हां में सिर हिला कर बोलीं," बिलकुल भाई भाभी इन्हे दो मिनिट में यहमलोग भेज देगी। परी कुछ नही बोलती है वो बिलकुल शान्त खड़ी थीं क्योंकि उसके प्राण नाथ ने बोला हे जब तक बो ना बोले वो उसकी रक्षा के लिए ना आए। प्रिया और नताशा की बात सुनकर बिक्रम बोला," मुझसे किसी की हेल्प की जरूरत नही है और इस लड़की की तो बिलकुल भी नही में अकेला ही इन लोगो के लिए काफ़ी हुं और वैसे भी एक मर्द को किसी औरत की हेल्प लेनी हो तो उसके मर्दानगी पर सवाल उठाते है। बिक्रम की बात सुनकर प्रिया गहरी सांस लें कर धीरे बोली," भाई का कुछ ज्यादा ही हो रहा है पक्का ये मार खाने वाले है, जिसे सुन नताशा बोली," बिलकुल इनके अंदर के मर्द जो बाहर आ रहा है वो कुछ देर बाद चला जायेगा, तभी एक आदमी बिक्रम की शर्ट को पकड़ने के लिए अपने हाथ उसकी तरफ ले जाता है तो बिक्रम एक दम से उसका हाथ पकड़ कर मूड देते हुए बोला, "तुम लोगो से निपटना में मेरे रोज का काम है समझे क्या, इतना बोल वो उसके मुंह पर एक मुक्का मार देता है जिससे दर्द में उसे आदमी की चीख नीकल जाति है और वो नाक पर हाथ रख लेता है , यह देख कोई तालिया बजाता है बिक्रम उस तरफ देखता है तो परी खुश होकर उसके तालिया बजाते हुए बोली," आप तो बहुत अच्छा मुक्का मारते है, जिसे देख सभी कन्फ्यूज हो जातें है क्या सच में यह इतना कसके मुक्का था और जो ताली बजा रही है वो खुद ही एक मुक्के में किसी को यमलोग भेज सकती है तो फिर यह इतने पर क्यों इतना खुश हो रही है, बिक्रम हल्का सा मुस्कुरा देता है और उसका सीना छोड़ा हो जाता है, तभी परी एक दम से बोलीं," समाल कर प्राण नाथ। और जिसे सुनकर बिक्रम सामने देखता उससे पहले ही उसके नाक पा भी एक जोर का मुक्का पड़ता है और वो दो कदम दूर होकर अपने नाक पर हाथ रख सामने खड़े आदमी से बोला," गुड but वो मजा नही आया। और इतना बोल वो आगे बढ़ कर उस आदमी के पेट में लात मारता है जिसे देख सभी 6 लोग एक साथ बिक्रम को घेर कर खड़े हो जातें है ये देख प्रिया और नताशा डर जाते है और वे दोनों आरव और राजीव को भी जाने को बोलते है बिक्रम के पास उसके हेल्प के लिए। जिसे देख वे दोनों भी एक एक आदमी से लडने की कोशिश कर रहे थे और बाकि चार से बिक्रम अकेला ही लड़े जा रहा था जिसे नताशा परी से बोली," भाभी आपको उनकी मदद के लिए जाना चाहिए ये लोग नही लड़ सकते अकेले इन लोगो से। जिसे सुनकर प्रिया भी हां में सिर हिला देती है लेकिन परी ये कह कर मना कर देती है की उसके प्राण नाथ ने मना किया है तो नही जाएगी । जिसे सुनकर प्रिया और नताशा परेशान कर सामने का नजारा देख का रही थी, बिक्रम उन चार आदमी से लड़ तो पा रहा था लेकिन उसे देख कर लग रहा था की वो ज्यादा समय तक नही लड़ पाएगा आरव और राजीव के लिए दो एक एक आदमी ही बहुत थे जिनसे वे मुस्किल से लड़ पा रहे थे। प्रिया और नताशा उम्मीद भरी नजरों से परी को देखने लगती है तो परी बोली," तुम दोनों भी लड़ सकती हो जाओ अपने अपने होने वाले प्राण नाथ की मदद करो उन्होने तो नही रोका तुम्हे अपनी मदद करने के लिए , उसकी बात सुनकर प्रिया और नताशा एक दुसरे को देखती है और फिर वे दोनों वहां से चली जाति है अपने वाले के पास जो एक आदमी से लड़ रहे थे, प्रिया राजीव के पास आकर जिससे वो लड़ रहा उस आदमी के पीछे से उसके पीठ पर मुक्के मारने लगती है, यह देख राजीव बोला," अरे मेरी मां तू क्यों आ गई, जिसे सुनकर प्रिया बोली," अरे में तुम्हारी हेल्प के लिए आई हुं देख नही रहा क्या। राजीव उस आदमी से अपना गला छोड़ते हुए बोला," अच्छा सच में लेकिन ध्यान से बेबी तुम्हारे नाजुक हाथो में लग ना जाए, जिसे सुनकर प्रिया शरमाते हुऐ बोली," क्या यार आप भी ना मेरी इतनी भी चिंता मत करों में लड़ सकती हूं, इतना बोल वो उस आदमी के सिर के बाल पकड़ कर निचे की ओर खीच देती है तो वो आदमी रजीब का गाला छोड़ कर अपनें बालों को छोड़ने की कोशिश करती हुए बोला," अरे छोड़ों मुझे दर्द हो रहा है, राजीव लम्बी लम्बी सांसे लेते हुऐ बोला," बहुत खूब बेबी आई लव यू तुमने मुझे बचा लिया, उसकी बात सुनकर प्रिया जो उस आदमी की बात सुनकर रही रही थी वो सरमाने लगती है जिसे बजे से उसे ध्यान भुल जाता है की वो क्या कर रही थी और वो आदमी प्रिया के हाथो से अपनें बालों को छोड़ा कर उसके पलट कर उसे देखने लगता है, जिसे देख प्रिया रोनी सी सकल बना कर बोलीं," सॉरी भईया मुझे माफ कर दो, जिसे देख राजीव वोला," अरे पागल माफ़ी क्या मांग रही भाग वहां से, जिसे सुनकर प्रिया हां में सिर हिला कर भागने लगती है और उसके पीछे बो आदमी राजीव ख़ुद को निर्मल कर बिक्रम के मदद के लिए जाता है इसे पता उसकी पागल को ये आदमी नही पकड़ पाएगा, नताशा भी आरव की मदद के लिए जाती है तो आरव उसे दूर रहने को बोलता है की उसे चोट लग जाएंगी तो नताशा दूर हो खडी हो जाति है उसे वैसे भी लड़ियों से डर लगता है। प्रिया उस आदमी को गोल गोल घुमा रही थी पुरे नाइट क्लब में। परी अब थोडी परेशान हो गई थी जब वो देखती है की बिक्रम अब पीटने लगा है वो थक गया था लेकिन अभी भी उसे हेल्प के लिए नही बोल रहा था परी गहरी सांस लेकर बोलीं," बहुत जिद्दी हो आप अब मूझसे आपकी यह हालत भी नही देखि जा रहि थी और ऊपर से उन्होने मना किया की वो उसकी मदद के लिए ना आए। तभी प्रिया आ कर परी के पीछे छुप कर लम्बी लम्बी सांसें लेते हुए बोलीं," भाभी बचाओ मुझे इस आदमी से । परी अपने पीछे छुपी प्रिया की बात सुनकर अपने सामने देखती है तो वहां एक आदमी लम्बी लम्बी सांसे लेकर उसे आगे से हटने का इशारा करके बोला," लडक़ी हट जा वरना तू भी मरे जाएगी, तो परी उसे कन्फ्यूज होकर देखती है जिसे देख कर वो आदमी गुस्से से बोला," लगता है मुझे पहले तूझे ही मरना होगा, इतना बोल वो परी के कंधे पर हाथ रखने को होता है तो परी एक झटके से उसका हाथ पकड़ कर उसे उसे गोल गोल घुमा कर दूर फेक देती है बाकी सब बस देखते रह जाते है प्रिया यह देख अपनी आखें बड़ी बड़ी कर लेती है क्या इतना आसन था लेकिन उससे क्यों नही हुआ फिर। परी फिर विक्रम को देख बोली," हम आ रहे है आपकी मदद के लिए, बिक्रम कुछ बोलता तभी नाइट क्लब का डोर खोल गई सारे पुलीस वाले अंदर आकर सभी को गिरफ्तार कर लेते है गुंडों के साथ बिक्रम राजीव और आरव को भी। जिसे देख कर प्रिया और नताशा उन्हे समझती है लेकिन वे नही मानते है और सभी को वहां से ले जाने लगते है और प्रिया और नताशा परी के पास आकर बोली," उन्हे पुलीस पकड़ कर ले गई भाभी और अब चलो हम पुलिस थाने जाना होगा इन तीनों को छोड़ने के लिए, जिसे सुनकर परी इनके साथ नाइट क्लब से बाहर आ कर विक्रम की कार में बैठ कर जाती है तो प्रिया और नताशा भी आगे सीट पर बैठ जाति है, प्रिया सामने पुलीस वाली की जिप जाती हुए देख कर बोली," यार जल्दी कर वे लोगो नीकल रहे है जिसे सुन कर नताशा कार को पुलीस जीप के पीछे लगा देती है। आज के लिए बस इतना ही। लाईक कमेंट शेयर जरूर करे। बाय।                                          

  • 15. My Angel wife - Chapter 15

    Words: 1768

    Estimated Reading Time: 11 min

    अब तक.... नाइट क्लब में... कुछ गुंडे लोग बिक्रम को मारने के लिए आते है तो बिक्रम परी को मना कर देता है की वो उसकी मदद ना करें तो राजीव आरव और उनकी मदद के लिए प्रिया और नताशा करते है लडने में पर बिक्रम को पीटता देख परी से रहा नही जाता और वो उसकी मदद के लिए उसके पास आने लगती है लेकिन तभी वहां पुलीस आ जाति है और सभी गुंडों और बिक्रम आरव राजीव को पकड़ ले जाती है  अब आगे.... मुंबई पुलीस थाने के बाहर... नताशा कार रोकती है तो उसमे से प्रिया और परी के साथ बाहर आती है, तीनों अंदर जा कर देखती है तो सभी गुंडों को एक लाइन से मुर्गा बनाया गया था राजीव आरव वही साइट में खडे़ थे बिक्रम सामने कुर्सी पर बैठे पुलीस वाले से बात कर रहा था, ये देख प्रिया और नताशा राजीव और आरव के पास आकर बोली," क्या हुआ, जिसे सुनकर आरव बोला," पता नही लेकिन बिक्रम बात करके रहा समझा रहा है स्पेक्टर शाहव को की उन्हे गलत फहमी हुई है ये लोग हमे मारने के लिए आए थे, जिसे सुनकर सभी उस तरफ देखते हैं जहां अब परी भी चुप चाप जाकर बिक्रम के पास खड़ी हो जाती हैं। वो स्पेक्टर एक नजर परी को देख और बिक्रम से बोला," देखो आप जाओ कोई भी मुझे उससे कोई फर्क नहीं पड़ता आप और आपके दोनों दोस्त इन गुंडों के साथ लड़ते देखे हैं क्लब का मोहोल खराब करने की वजह से आपकों गिरफ्तार किया है, जिसे सुनकर बिक्रम बोला," तो क्या इन लोगे ने मुझ पर हमला किया था तो में और मेरे दोस्त क्या करते, जिसे सुनकर वो स्पेक्टर बिक्रम की तरफ ऊंगली प्वाइंट करके बोला," देखो अब आप मूझसे बहस मत करों जा कर अपने दोस्तो के पास शांति से खडे़ हो जाओ वरना लॉकअप में बंद करके तुम्हे मारपीट के मामले अंदर करूंगा तो दो दिन तक बाहर नहीं आ पाओगे समझे क्या , उसकी बात सुनकर बिक्रम गुस्से से उसे देखने लगता है जिसे देख वो स्पेक्टर गुस्से से अपनी कुर्सी से खड़ा हो कर बोला," तू मुझे आखें देखा रहा स्पेक्टर अली को रुक में अभि तूझे बताता हूं, इतना बोल वो बिक्रम के पास उसके हाथ पे डंडा मराने बाला होता है तो विक्रम उसका डंडा पकड़ लेता है, जिसे देख सभी शॉक रहे जाते है, आरव बोला," बिक्रम क्या कर रहा है यार चुप चाप यहां आ जा, राजीव वोला," हां भाई इनसे दुश्मनी मोल लेना अच्छी बात नहीं है , प्रिया बोली," भाई छोड़ों ना कुछ देर ये हमें छोड़ देगे। लेकिन बिक्रम अभि उस स्पेक्टर अली का डंडा पकड़े खड़ा हुआ था जिसे देख वो अली गुस्से से बोला अपने सभी हवलदारो , ,, तुम लोग खडे़ खडे़ क्या देख रहे हो पकड़ो इस साले को में अभि इसे इसकी ओकाद दिखाता हुं इसकी अमीरी की सारी अकड़ अभि बाहर निकलता हूं,, जिसे सुनकर चार पांच हवलदार आ कर बिक्रम को पीछे पकड़ कर लेते है और उसके दोनों हाथो को पीछे करके खडे़ हो जाता है लेकिन बिक्रम अभि भी उस स्पेक्टर को घूरना बंद नही कर रहा था जिससे उस स्पेक्टर अली का गुस्से बड़ता जा रहा था, और वो बिक्रम को देख बोला," रोक बेटे तुझे में अभि देखता हूं तुने कानून को अपने हाथ में लेकर कितनी बड़ी गलती की है, इतना बोल वो डंडे को टेबल पर रख अपने कमर से बैल्ट निकाल लेता है जिसे देख सभी लोग हैरान हो जातें है, गुंडों का लीडर बोला," सर इस आदमी को छोड़ना नही ये आदमी दूसरी औरतों को परेशान करता है, जिसे सुनकर प्रिया उस आदमी घुर के बोली," मेरा भाई ऐसा नहीं है और स्पेक्टर साहब आप गलत कर रहे हो आप ऐसा नही कर सकते। स्पेक्टर अली बिक्रम को गुस्से से देख कर बोला," इस ल़डके ने ऑन ड्यूटी स्पेक्टर अली का डंडा पकड़ा है तो यह भी कानून की नजरों में गलत है तो इस सबक सिखाना मेरा काम है ताकी ये लड़का आगे से ऐसी गलती ना करें, राजीव वोला," तो उसके लिए आप उसे लॉकअप में बंद कर सकते है पर यह गलत है। जिसे सुनकर स्पेक्टर अली राजीव को देख बोला," ये मेरा पुलीस थाना है यहां बही होता है जो में चाहूं और किसे क्या सजा देनी है वो भी में त्य करूंगा समझे और अब किसी ने कुछ बोला या बीच में आने की कोशिश की तो उसे भी यही सजा दी जाएंगी समझे सभी लोग, स्पेक्टर अली सभी एक नजर घुर के देख कर बोला, जिसे देख फिर कोई कुछ नही बोलता है प्रिया और नताशा कभी डर रही थीं जिन्हें आरव और राजीव शान्त रहने इशारा कर रहे थे  , स्पेक्टर अली फिर बिक्रम को देख कर अपने हाथ में लिए बैल्ट को ऊपर बोला," तूझे एसा नही करना था ल़डके, जिसे सुनकर बिक्रम बोला," जब तुम जेसे पुलीस वाले अपना काम सही से नही करते हैं तो हम जैसे लोगो को ही तुम आइना दिखाना होता है। बिक्रम की बात सुनकर स्पेक्टर अली का चहरा गुस्से से लाल हो जाता है, परी साइट में खडी यह चिप चाप देख रहि थी और जब देखती है की यह आदमी उसके प्राण नाथ को मारने बाला है तो आगे बढ़ कर बिक्रम के सामने खड़ी हो जाती है जिससे से स्पेक्टर अली अपना बेल्ट ऊपर करके जोर से बिक्रम के कंधे पर मारने वाला था अब वो परी के लगता है, जिसे देख सभी के सभी शॉक हो जातें है, परी के मुंह से हल्की सी आवाज़ निकलती है बस। जिसे सुनकर उसके पीछे खड़ा बिक्रम अंदर से कांप उठता है और वो परी से बोला," तुम्हे बीच में आने को किस ने बोला , जिसे सुनकर परी अपने सिर पीछे मोड़ मुस्करा कर बोलीं," आप मेरे प्राण नाथ हो आपके लिए कुछ भी, अभि भी उसके चेहरे पर मुस्कान देख कर बिक्रम उसे देखता ही रह जाता हैं क्या है यह लङकी यार पहले उसे लगा था की ये लङकी बाकियों लड़कियों की तरह उसकी लाईफ में पैसे के लिए आई है पर अब उसे एहसास हो रहा है की यह लङकी कहीं ना कहीं सही है और ये उसे सच्चे में अपना पति मानती है तभी हमेशा उसके साथ खडी रहती है लेकिन लड़किया ऐसी नही होती अगर एसा होता तो उसकी टीना इसी क्यों नही हुई उसने क्यों उसे छोड़ दीया, बिक्रम यह सोच ही रहा था, तभी स्पेक्टर अली परी को देख कर बोला," मेडम आप जो कोई भी हो प्लीज आगे से हट जाओ और पुलीस को अपना काम करने दो, जिसे सुनकर परी जो पहले बिक्रम को देख रहि थी वो अपना सिर सीधा कर सामने खडे़ आदमी को देख कर बोलीं," पर मैने आपको कब रोका आप कीजिए अपना काम, परी की बात सुनकर स्पेक्टर अली कन्फ्यूज होकर एक नजर अभि सभी हवलदारों को देखता है जो खुद बिक्रम को पकड़े हुए कन्फ्यूज खडे़ थे फिर स्पेक्टर अली परी को देख कर बोला," हां लेकिन आप इस आदमी के सामने खड़ी है जिससे में इस नही मार पा रहा हूं तो आप प्लीज साइट हो जाओ वैसे भी गलती से मैने आप को मार दीया था एक बैल्ट की। जिस सुनकर आरव बोला," भाभी आप यहां आ जाओ प्लीज़। प्रिया बोली," हां भाभी आप यहां आ कर खडी हो जाओ स्पेक्टर साहब अभि भाई को छोड़ देगे, नताशा और राजीव भी परी को अपने पास आने का इशारा करते है। परी सभी की बात ना में सिर हिला कर बोली," नही हम यहां से नही जाएंगे ये इन्हे चोट पुछना चाहते है ना तो हम खडे़ है हमारे प्राण नाथ के आगे,। इतना बोल परी अपने सामने खडे़ स्पेक्टर अली से बोली,"  भाई आप अपना कर्तव्य पूरा करो इन्हे दंड देने का और हम अपना कर्तव्य निभा रहे है इनकी सुरक्षा करके, परी की बात कुछ लोगो के सिर से ऊपर नीकल जाती है तो कुछ शॉक रहे जाते है, वो स्पेक्टर अली," मैडम यहां कोई धार्मिक शो नही चल रहा है को आप इस बात कर रही आप साइट में हो जाओ वरना मुझे आपको जबरस्ती यहां से हटाना होगा, जिसे सुनकर बिक्रम बोला," परी तुम दुर हट जाओ ये मेरी प्रोब्लम में देख लूंगा मुझे किसी की हेल्प की जरूरत नहीं है और तुम्हारी तू बिल्कुल भी नही। बिक्रम की बात सुनकर परी एक नजर उसे देखती है बस फिर सामने खडे़ स्पेक्टर से बोली," मैने कहां ना की मेरे पति की रक्षा करना मेरा कर्तव्य है तो में उसे निभा रही हुं में आपको इन्हे चोट नही पूछने दुंगी। परी की बात सुनकर वो स्पेक्टर अपना सिर पकड़ बोला," क्या मुसीबत है यार ये दोनों पति पत्नी पुरे पागल और मुझे भी पागल कर देगे, प्रिया परी को देख कर बोलीं," कुछ भी कहो लेकिन अगर भाभी ने एक बार जो करने की सोच लिया तो उन्हे पीछे हटाने को दम किसी में भी नहीं, जिसे सुनकर नताशा हां में सिर हिला कर बोलीं," बिलकुल और यह साफ साफ दिखाईं दे रहा है की भाभी ने इस स्पेक्टर की दिमाग की ऐसी की तैसी कर दी है । आरव बोला," वो तो ठीक है लेकिन मुझे डर है की यह लोग उन्हे चोट ना पूछा दे, आरब की बात सुनकर राजीव बोला," हां लेकिन विक्रम को तभी एहसास होगा की भाभी उन से कितना प्यार करती है और फिर शायद उसकी सोच थोड़ी चेंज हो जाए, राजीव की बात सुनकर सभी लोग यही उम्मीद करतें हैं की ऐसा हो बिक्रम खुद ये सब रोके। वो स्पेक्टर फिर दो लेडी कॉन्स्टेबल को आने का इशारा करके बोला," तुम दोनो इन्हे यह से ले जाओ इस से पहले की मेरा दिमाग़ खराब हो जाए। जिसे सुनकर वे दोनो लेडी कॉन्स्टेबल परी के पास आकर उसका एक एक हाथ पकड़ कर उसे वहां से ले जाने को होती हैं तो वो उन पर पोरी ताकत लगाने पर हिल नही रही थी। जिसे देख वो स्पेक्टर अली गुस्से से बोला," क्या हुआ तुम दोनो ने खाना नही खाया की जो तुम से इतनी पतली और कमजोर लड़की हिल तक नही रही, जिसे सुनकर वे दोनों लेडी कॉन्स्टेबल एक दुसरे को देखती है और फिर अपनी सारी ताकत लगती है लेकिन वे दोनों थक जाति है लेकिन परी को थोडा भी नही हिला पाती, स्पेक्टर अली फिर बाकि बचे हवलदार को बुला ललेता है और सभी एक दुसरे का हाथ पकड़ कर खडे़ हो जाति उनकी लाइन पुलीस थाने के डोर तक पुछ जाती हैं सभी परी को खीच रही थीं और यह नजारा देख कर सभी शॉक रहे जाते है बिक्रम को छोड़ हवलदार पहल परी को उसकी जगह से हटाने की कोशिश रहे थे जो अपने पति के आगे किसी पत्थर की चट्टान की तरह खड़ी थीं। आज के लिए बस इतना ही। लाईक कमेंट शेयर जरूर करे। बाय।                                                  

  • 16. My Angel wife - Chapter 16

    Words: 1778

    Estimated Reading Time: 11 min

    अब तक.... पुलीस थाने में बिक्रम और पुलीस वाले अली के बीच बहस होती हैं तो अली विक्रम को मारने बाला था लेकिन परी उसके आखें आ जाती है जिसे देख कर अली उसे दुर होने को बोलता है तो वो नही होती हैं जिससे परेशान हॉकर अली परी को हटाने के लिए थाने के हवलदार लगा देता है लेकिन कोई उसे हल्का सा भी नही हिला पा रहा था। अब आगे..... पुलीस थाने में... जब कोई परी को नही हटा पाता है तो स्पेक्टर अली का दिमाग खराब हो जाता है और वो सभी को साइट होने को बोल कर बोला," हटो तुम लोगो से कुछ नही होगा एक लड़की को हिला सकते, इतना बोल वो परी का हाथ पकड़ लेता है लेकिन उसके एसा करने से उसके अंदर एक अलग ही एहसास होता है और एक पल के परी में खो सा जाता है लेकिन तभी बिक्रम जो पीछे खड़ा था वो आगे आ कर अली के हाथ से परी का हाथ छोड़ा का उसे खुद से चिपका कर बोला," मेरी वाइफ को चीज नही है जिसे आप लोग हाथ लगा रहे हैं और वो एक लेडी है उसे हाथ लगाने का हक भी केवल किसी लेडी कॉन्स्टेबल को था लेकिन अपने खुद उसका हाथ पकड़ लिया जो गलत था इस लिए में उल्टा आप केस कर सकता हूं जिससे आपकी बर्दी भी उतर सकती है समझे आप। बिक्रम परी को अपने सीने से चिपका कर ही स्पेक्टर अली की तरफ ऊंगली प्वाइंट करके गुस्से से बोला। परी विक्रम के सीने से चिपक कर उसे ही देखने लगती है क्युकी पहली बार उसके प्राण नाथ ने उसे खुद से गले लगाया था उसे और क्या चाहिए यही सोच वो बिक्रम के सीने से चिपक जाती है, बिक्रम एक नजर परी को देखता है अपना सिर नीचे करके परी को देखता है जो अब किसी बच्ची की तरह उससे चिपक गई थीं, तभी थाने के डोर से रवि अंदर आता है कमिश्नर के साथ जो अंदर आते हुए बोले," यहां यह सब क्या हो रहा है, जिसे आवाज़ को सुनकर स्पेक्टर अली और बाकि सभी पुलीस वाले कमिश्नर सर को सैल्यूट करते हैं और फिर अली कुछ बोलता उससे पहले कमिश्नर सर बोले," तुम रवि सर से माफी मांग कर इन्हे और उनके दोस्तो को जानें दो। जिसे सुनकर अली हैरान होकर बोला," लेकिन सर यह आदमी, पर कमिश्नर सर उसे हाथ दिखा कर बोलें," तुम से जितना बोला जाए उतना करो अपनी जॉब छोड़ कर जाओ क्योंकी तुमने ऐसा नही किया तो ज्यादा समय नहीं तुम स्पेक्टर बने भी नही सकते, जिसे सुनकर अली एक नजर विक्रम को देखता है जो इस लड़की को खुद से चिपके हुऐ था जिसकी केबल छुने से ही उसका बॉडी में पीठ  दर्द जिसके बजे से वो हमेशा ही चीड़ चिड़ा और गुस्से में रहता था पर इस लड़की के केवल छूने उसका दर्द एक दम से गायब हो क्या है और उसे अंदर से एक तेजगी सी मेहसूस हो रहा था , अली फिर हां में सिर हिला कर बोला," ओके सर, इतना बोल वो विक्रम से सॉरी बोलता है लेकिन उसकी नजर तब भी परी पर थी जिससे बिक्रम को गुस्सा आ रहा था, इस लिए वो परी का हाथ पकड़कर कर बोला," चलो यहां से इतना बोल वो उसे लेकर जानें लगता है परी भी इसकी बात सुनकर मुस्करा कर उसके साथ जानें लगती है और उनके पीछे बिक्रम के दोस्त, लेकिन तभी स्पेक्टर अली को कुछ याद आता है और बिक्रम को रुकते हुए बोला," एक मिनिट मिस्टर ओबेरॉय, जिसे सुनकर बिक्रम और बाकि सभी वहीं रूक जाते है पर बो पीछे नही पलटा है और ना परी को पीछे देखने देखता है पता नही क्यों लेकिन उसे अब परी को लेकर भी डर लगने लगा था की कोई उससे इस लड़की को भी नही छीन ले टीना की तरह और यह आदमी जिस नजरो से परी को देख रहा था उसे देख साफ लग रहा था की उसे उसकी परी पसन्द है लेकिन बिक्रम इस बार वो गलती नही करेगा। बिक्तम यह सोच ही रहा था तभी स्पेक्टर अली बिक्रम और परी के पास आकर पहले बिक्रम को देखता है और फिर परी के आगे हाथ जोड़ कर बोला," मुझे माफ कर देना मेने गलती से आपको वो बेल्ट मार दीया था, जिसे सुनकर परी पहले बिक्रम को देखती है और अली को देख कर बोलीं," कोई बात नहीं हमें कुछ नही हुआ हम ठीक आप खुद को दोष मत दो और मेने कहां था ना की आप अपना काम करे रह है और में अपना अपने पति की रक्षा करके तो आप हमसे माफ़ी मत मांगों, परी की बात सुनकर स्पेक्टर अली मुस्करा कर बोला," आपका बहुत बहुत धन्यवाद जी, इतना बोल वो अपना हाथ आगे बढ़ा देता है ताकी वो इस ल़डके के टच को फिर से मेहसूस करना चाहता है लेकिन परी कन्फ्यूज होकर पहले अली को देखती हैं और फिर उसके हाथ को, पर बिक्रम अली के इरादे समझ चूका था इस लिए वो जल्दी से उसका हाथ पकड़ कर उसके साथ हाथ मिला कर बोला," सॉरी मेरी वाइफ पसन्द नही और ना वो किसी से हाथ मिलती है, बिक्रम के एसा करने से उसके पीछे खडे़ लोग भी हैरान थे की यह ल़डका एक दम से उनकी भाभी को अपनी वाइफ बोलने लगा और अली बिक्रम का एसा करना सही लगा वो देखना चाहता था की सच में इस लड़की के हाथों में कोई जादू है उसका इतना पुराना दर्द एक दम से खत्म हो गया पर बोलता कुछ नही है बस हल्का सा मुस्कुरा कर अपना हाथ वापिस लेता है तो बिक्रम उसे देखते हुऐ परी हाथ पकड़ कर उसे वहां से ले जानें लगता हैं परी जो अभि भी कन्फ्यूज थी अली को देख कर वो बिक्रम के एसा करने से उसके साथ चली जाती पुलीस थाने से बाहर, और उसे जाते हुए अली देखता रहता है उसे इस लड़की से कभी अकेले में मिलना होगा कुछ तो इस लड़की में जो यह सब अलग है, अली यह सोच रहा था तभी कमिश्नर सर की आवाज़ उसके कानों में आती है जो सभी गुंडों को देख रहे थे। जिसे सुनकर अली बापिस पलट कर उनके पास आ जाता हैं और उन्हे बताता की यह लोग भी बिक्रम और उसके दोस्त के क्लब में झगड़ा कर रहे थे, तो कमिशनर जानें से पहले बोले की इन लोग रात भर लॉकअप में बंद करके उनकी सेवा कर सुबह छोड़ देना। जिसे सुनकर अली हां मैं सिर हिला देता है और फिर ऐसा ही करता है, इधर थाने के बाहर आकर बिक्रम परी को अपने कार में बिठा कर पिछे मुडकर रवि से कहता है की वो अपनी कार से उसके सभी दोस्तो को उनके घर छोड़ दे, जिसे सुनकर रवि हां में सिर हिला देता है प्रिया परी को देख कर बोलीं," बाय भाभी में घर आऊंगी आप से मिलने, जिसे सुनकर परी भी हाथ हिला कर सभी को बाय करती है कार में बेठे ही और फिर सभी मुस्करा कर बिक्रम को बाय बोल कर रवि के कार में बैठ कर चले जाते हैं जिनके जाने के बाद बिक्रम अपनी कार में बैठ कर वोला," अपन सिर बैल्ट लगाओ, जिसे सुनकर परी कन्फ्यूज हो जाती है उसे नही पता था बिक्रम क्या बोल रहा है और उसे कन्फ्यूज देख बिक्रम उसे देखता है इसे बैल्ट लगते है तो परी सीट बेल्ट लगाने की कोषिश कर रही थीं लेकिन उससे नही हो रहा था यह देख कर विक्रम गहरी सांस लेकर अपना सीट बेल्ट खोलते हुए बोला," तुम वैसे तो बड़े बड़े अदमियो को मार सकती हो लेकिन तुम्हे एक सीट बेल्ट लगाना नही आ रहा है, इतना बोल बिक्रम परी की सीट की तरफ झुक कर उसका सीट बेल्ट लगाने लगता है जिससे उसका चेहरा परी के चहरे के बहुत क़रीब था और बिक्रम के ऐसा करने से परी की नज़र उसके होठों पर चली जाती है और वो खुद को कन्ट्रोल नही कर पा रहि थी उसके दिल की धड़कन तेज़ हो जाति है जिसकी अबाजा बिक्रम को सुनाई देती है और कन्फ्यूज होकर अपना सिर ऊपर करके परी को देखता है तो उसकी आखें एक दम से नली हो गई है जिससे बिक्रम की हालत खराब होने लगती है पर वो थोडा भी पिछे होता उससे पहले ही परी उसके सिर के पिछे हाथ रख एक दम से किस करने लगती है , बिक्रम बस शॉक होकर देखता ही रह जाता हैं , एक बार बिक्रम ने परी को किस क्या किया था वो भी परी ने उसके अंदर थोड़ी देर के लिए अन्दर प्यार जगाया था जिससे वो परी को किस करने लगा था पर अब परी को मजा आने लगा था बिक्रम को किस करने में तभी जब भी उसे मोका मिलता है तो वो उसे किस करने लगती है, पर बिक्रम विचारे का क्या  एक बार भी किस करने में उसकी मर्जी थी नही ना यह तो सही नही ना यार उसके साथ हल्टा हो रहा है जिस तरह ल़डके लङकी को केवल किस करने उसके पास रहते है वैसे ये लङकी भी है जो उसके साथ बस इस लिए है ताकी वो उसका अकेले में फायदा उठा सकें , बिक्रम यह सब सोच रहा था तभी परी उसे छोड़ कर इसके आखों में देख कर बोली," हमें यह करना बहुत अच्छा लगता हैं आपके साथ, बिक्रम जो गहरी और लम्बी सांसें ले रहा था वो उसकी बात सुनकर उसे घूरने लगता है तभी परी फिर से उसका चेहरा पकड़ कर उसे अपनें क़रीब ला कर उसे किस करने लगती है, बिक्रम फिर से हैरान हो जाता है यह लङकी उसके होठों को कोई लोलीपॉप है जिसे यह बार बार पकड़ कर अपनें होठ से लिप किए जा रहा था और क्या ये उसे किस करतें करते ही मार डालेगी, बिक्रम यह सोच ही रहा था तभी उसे एहसास हुआ की परी अब उसे किस नही कर रही है तो बिक्रम उसे देखता है तो परी सो चुकी थीं, जिसे देख बिक्रम गहरी सांस लेकर बोला," ये लड़की मुझ परेशान करके सो गई, बिक्रम फिर उसका चहरा गौर से देखने लगता है तो उसे एहसास हुआ है की यह लड़की सच में बहुत खूबसूरत देखने ये लङकी बिलकुल अपने नाम की तरह परी जैसी है इतना बोल उसे याद आता है की कुछ देर पहले उसने इस लड़की की आखें नीली देखि थी, और यही सोच बिक्रम परी की आखें खोलता है तो अब उसकी आखें नार्मल थी जिसे देख बिक्रम कन्फ्यूज होकर कार को अपने वहां से आगे बढ़ा देता है, बिक्रम का ध्यान आगे था तभी परी एक पल के लिए अपनी आखें खोल बिक्रम को देखती है तो उस समय उसकी आखें फिर से नीली हो गई थीं पर समीर के देखने से पहले अपनी आखें बंद लेती है। आज के लिए बस इतना ही। लाईक कमेंट शेयर जरूर कl। बाय                                                                                   

  • 17. My Angel wife - Chapter 17

    Words: 1724

    Estimated Reading Time: 11 min

    अब तक....... कमिश्नर रवि के साथ पुलीस थाने में आ जाता है और अली को बिक्रम और उसके दोस्तों को छोड़ने के लिए बोल देता है तो बिक्रम परी का हाथ पकड़ उसे वहां से ले जाता है पर अली मन परी से अकेले में मिलने को होता है और कार में बिक्रम जब परी का सीट बेल्ट लगा रहा था तब उसकी नली आखें देखता है पर परी उसे किस करने लगती है जिसे बजे से उसका ध्यान वहां से हट जाता है परी कार में ही सो जाती है तो विक्रम कार चालू उसे अपनें घर के तरफ ले जाता है। अब आगे..... बिक्रम का घर.... बिक्रम की कार आकर उसके विला के अंदर इंटर होती है और घर के आगे रूक जाति है, बिक्रम कार रोक कर परी को देखता है तो वो अभी सो रही थी जिसे देख वो गहरी सांस लेकर अपना सीट बेल्ट खोल कर कार से उतर कर जाता है और कार के दूसरी आ कर परी के साइट का डोर खोल कर निचे झुक कर उसका सीट बेल्ट निकाल कर गहरी सांस लेकर उसे गोद में उठा लेता है तो परी उसके सीने से चिपक जाति है, उसे देख एसा लग रहा था की वो इस पल का कब से इंतज़ार कर रही थीं विक्रम को एक पल के लिए लगा की यह लङकी जाग रही है लेकिन फिर जब उसके चेहरे को देखता है तो उसे सोता हुआ देख कर उसे लेकर घर के अंदर चला जाता है।   जब वो उसे सीडियो से ऊपर अपने रूम में ले जा रहा था तब कीचन से बाहर आकर बिक्रम की आंटी जो की कई सालों से काम करती थीं वो बिक्रम जो जाते हुऐ देख कर बोलीं," बिक्रम बाबा कुछ खा लेते आप, जिसे सुनकर बिक्रम बिना पलटे बोला," ओके आप दो लोगो का खाना भेज वा दो मेरे रूम, इतना बोल वो चला जाता है, सुषमा आंटी बिक्रम की बात सुनकर कीचन में चली जाति है पता नही आज कोन से लङकी को गोद में लेकर आए है बाबा मेने कितना समझाया की अपनी मां की आखिर इच्छा पूरी कर लो शादी करके लेकिन नही इन्हे तो इस घर में रोज एक नई लङकी लाना पता कब सुधरेंगे बाबा और अब तो मुझे एसा लगता है जिसे में भी बहु रानी का मुंह देखे बिना ही बड़ी मालकिन की तरह इस दुनियां से ना चली जाऊं। सुषमा आंटी दो पिलेट में खाना रखते हुऐ बोली, और उनके आखों में आसू भी थे बिक्रम के पिता तो उसे छोटे में छोड़ कर चले गए थे और मां भी दो साल पहले एक बड़ी बीमारी में चल बसी तब से बिक्रम बाबा अकेले है अगर उनकी शादी हो जाए तो मुझे उनकी चिंता ना रहें, इतना बोल वे अपनें हाथो में दोनों पिलेट लेकर पिछे पलटी है तो दो नौकर उनके हाथ से कहने की पिलेट लेने को होते है पर सुषमा आंटी उन्हे मना करके बोली," दो लोग जाओ सो जाओ अपने रूम में खुद दे कर आऊंगी वरना वो उस लङकी के बजे से खाना भी सही से भी खाएंगे। जिसे वे दोनों नोकर हां में सिर हिला देते हैं तो सुषमा आंटी ही कीचन से नीकल कर बिक्रम के रुम की तरफ जाते हुए बोली," मन कर रहा है छोटे बाबा को आज दो बाते सुना ही दूं की या तो शादी कर किसी अच्छी सी लङकी से या फिर में अब और काम नही करूंगी इस घर का हां अब बहुत हुआ मूझसे और यह सब देखा नही जाता है, यही सोच वे जब बिक्रम के रुम का डोर खुल कर बोलीं," बाबा आपको मेरी बात आज सुननी... लेकिन बे आगे कुछ नहीं बोलती है क्योंकी रूम में बेड पर केबल एक लड़की सो रही थी जो आज सुबह भी प्यारी लङकी जो नीचे बैठ कर खाना खा रही थी और बिक्रम शायद बाथरूम में था जहां से पानी गिरने की आवाज आ रही थी, सुषमा आंटी परी को के पास आकर खाने की दोनो पिलेट साइट टेबल पर रख कर परी के पास बेड पर बैठ कर बोली," अरे यह तो बही लङकी है ना जो सुबह थी क्या बाबा आज भी इसके साथ आए है घर और बहुत प्यारी हो तुम, इतना बोल वे परी के सिर पर प्यार से हाथ फेरने लगती है तो परी को एसा लगता है जिसे उसकी रानी मां उसके सिर पर हाथ फेर रही है, और यही सोच वो बिना आखें खोले अपना सिर लाकर सुषमा आंटी के गोद में रख कर बोलीं," मां हमें आपकी बहुत याद आ रही थीं हमे माफ कर दो मां, परी की बात सुनकर और उसे एक दम से अपना सिर उनकी गोद में रखता देख सुषमा जी शॉक हो जाती है लेकिन इस प्यारी सी लङकी के महू से खुद के लिए मां शब्द सुनकर उनके दिल में एक अलग ही फिलिंग आने लगती है इनके कोई बच्चे नही थे जिससे उन्होने शादी की था वो उन्हे छोड़ कर भाग गया था तो उन्होने अपनी पूरी लाईफ इस घर में निकाल दी बिक्रम को बड़ा करने में उसकी मां की हेल्प की उन्हे बेटे का प्यार तो विक्रम से मिल गया था लेकिन इनकी एक दिल की इच्छा यह भी थी की उनकी एक बेटी जो जाती है तो उन्हे भगवान से कोई शिकायत नही होती पर इस बच्ची के मुंह से मां शब्द सुनकर उनके अन्दर को ममता बाहर आने लगती थीं, सुषमा जी फिर परी के माथे पर किस उसके सिर पर हाथ फेरते हुए बोली," हां मेरी बच्ची में हुं तेरे पास और तूझे मूझसे माफी नही मांगनी चाहिए, इतना बोल वे प्यार से परी के मासूम चेहरे को देखें जा रहि थी। तभी बाथरूम का डोर खोल कर बिक्रम टॉवल लगाए बाहर आता है तो बेड पर अपनी आंटी को देख कर बोला," अरे आंटी आपको परेशान होने क्या जरूरत थीं किसी नौकर के हाथो भेज दीया होता खाना, इतना बोल वो आईने के सामने खडे़ होकर अपनें सिर के बालों को सुखाने लगता है, सुषमा आंटी बिक्रम की बात सुनकर बिना उसे देखे बोली," हां बाबा लेकिन फिर इस प्यारी सी बच्ची के महू से खुद के लिए मां शब्द कैसे सुन पाती। सुषमा आंटी परी के गालों को छू कर बोलें जो किसी क्रीम की तरह मूलम थे। उनकी बात सुनकर बिक्रम कन्फ्यूज होकर आईने में से उन्हे देखता है तो वो परी के सिर को गोद में रख कर प्यार से उसे देख रहि थी, यह देख बिक्रम बूरा सा मुंह बना कर बोला," आंटी उसने गलती से नीद में बोला होगा और आपकों किसी पराई लङकी को इतना प्यार करने की जरूरत नहीं है जो कब चली जाए पता नहीं। बिक्रम की बात सुनकर सुषमा आंटी भी थोड़ी नाराज़ होकर बोली," हां तो तू क्यों ना इस से शादी कर लेता फिर यह बच्ची मेरे पास हमेशा रहेगी फिर, उनकी बात सुनकर बिक्रम चिड़ते हुए पलट कर उन्हे देख कर बोला," प्लीज आंटी अब आप शुरू मत हो जाना वैसे ही यह लङकी आज पुरे दीन से मुझे अपनें पति बोलते फिर रही है, बिक्रम की बात सुनकर सुषमा आंटी शॉक होकर उसे देखने लगती है तो बिक्रम कुछ याद करके एक दम से उनके पास आकर बेड पर बैठ बोला," अच्छा आंटी मुझे आप से कुछ जानना था, जिसे सुनकर सुषमा आंटी हां में सिर हिला कर परी का सिर आराम से तकिया पर रख बोलीं," जी बाबा पूछो। तो बिक्रम उनका हाथ पकड़ कर उन्हे गौर से देखें कर बोला," आंटी आप हमारे घर में तब से काम कर रही है ना जब मेरा जन्म हुआ ही था ना, सुषमा आंटी कन्फ्यूज होकर हां में सिर हिला देती है तो बिक्रम एक नजर परी को देख कर बोला," अच्छा तो आपकों पता क्या की बचपन में मेरा बाल विवाह यानी शादी हुई हो किसी लङकी से और फिर हम अलग हो गए हो। बिक्रम की बात सुनकर सुषमा आंटी थोड़ा सोच कर बोली," नही तो बाबा मुझे अच्छे से ध्यान है की आपके साथ ऐसा कुछ भी नही हुआ था क्योंकि आप आपनी मां से ज्यादा मेरे पास रहे हैं तो ऐसा कुछ नही हुआ था हां यह पक्का है, उनकी बात सुनकर बिक्रम उनका हाथ छोड़ कर परी को देख बोला," तो फिर यह लड़की ऐसा क्यों बोल रही थी की हमारी शादी बचपन में हो गई थीं और में आपकी पत्नि हुं क्या ये झूठ बोल रहि है, बिक्रम परी को देख कर बोला," और उसकी सारी बातें सुनने के बाद सुषमा आंटी और ज्यादा बिक्रम के बचपन को याद करके अपने दिमाग़ पर जोर देते हुए बोली," एक मिनिट बिक्रम बाबा मुझे थोडा याद आ रहा है की आपकी मॉम आपको गांव लेकर गई थी आपके पिता जी के मरने के बाद और तब 15 दीन तक मूझसे दुर रहे थे उस बीच हो सकता है की आपकी शादी हुई हो लेकिन फिर आने के बाद आपकी मॉम ने मुझे ऐसा कुछ बताया तो था नहीं, सुषमा आंटी सोचते हुए बोलि," और उनकी बात सुनकर बिक्रम की आगे बड़ी हो जाती हैं और शॉक होकर वोला," क्या डैड का गांव यानी रामगढ़ वहां गया था में , सुषमा आंटी आ में सिर हिला बिक्रम को देख कर बोलीं," क्या हुआ बाबा आप किस सोच में पड़ गए और यह लङकी ऐसा क्यों बोल रहि है की आपकी शादी इस से हुई है मूझसे कुछ समझ में नही आ रहा है। उनकी बात सुनकर बिक्रम परी को देख कर बोला," ये लङकी झूठ बोल रही है या सच यह तो रामगढ़ जाकर हो पता चलेगा, जिसे सुनकर सुषमा जी बोली," पर बाबा वहां आपकी जान को खतरा क्योंकि आपके पिता जी की सारी दौलत पर कब्जा करके बैठे हुए है आपके अंकल और उनके बेटे और वे कभी नही चाहेगे की आप वहां जाओ आपकी मां जब बापिस आई थीं तब बहुत डरी हुई थीं और आपकों अपने सीने चिपका रही थी और उन्होने पुरे 1 महीने अपको खुद से दुर नही किया था जब मैने बजे पूछी थी तब उन्होने कहां था की वो अब कभी रामगढ़ नही जाएंगी तुम्हे लेकर और ना उन्हे तुम्हरे पिता की दौलत चाहिए। आंटी की बात सुनकर बिक्रम शॉक रहे जाता है जिसे देख सुषमा आंटी बोली," इस लिए मेरी बात मान मेरे बच्चे तू कभी भी उस गांव में कदम मत रखना वहां हर कोई तूझे तेरा दुश्मन मिलेगा जो तूझे बस मारने का प्लान कर रहा होगा, जिसे सुनकर विक्रम गहरी सोच में पड़ जाता है। आज के लिए बस इतना ही। लाईक कमेंट शेयर जरूर करें। बाय।                                                                                      

  • 18. My Angel wife - Chapter 18

    Words: 0

    Estimated Reading Time: 0 min

  • 19. My Angel wife - Chapter 19

    Words: 1993

    Estimated Reading Time: 12 min

    अब तक.... बिक्रम परी को उठा कर उसे अच्छे से खाना खोलता है और उससे कहता है की वो टीवी देख तब तक वो भी कुछ खा कर आता है बिक्रम के जाने के परी जब टीबी में एक लङकी को किसी का खून पीते हुए देखती हैं तो वो डर के जल्दी से रूम से बाहर भाग जाती है विक्रम सीढ़िया पर रूक कर जब अपने पीछे खड़ी परी को देखता है तो थोड़ा हैरान होकर पीछे कदम रख देता है जिससे उसका पैर लगड़ा जाता है वो निचे गिर ही रहा था तभी परी उसका हाथ पकड़ लेती है। अब आगे...... बिक्रम बीच सीढ़ियों पर झुका हुआ था वो निचे देखता है उसकी डर से बड़ी बड़ी हो जाति है और फिर बापिस अपना सिर मोड कर परी को देखता है जो उसके ऊपर वाली सीढ़ी पर खड़ी थीं उसका हाथ पकड़े और उसके चेहरे पर मुस्कान थी, बिक्रम जिसे देख चिड़ते हुए बोला," अरे तुम मुस्करा क्यों रही हो और मुझे ऊपर खींचो वरना में गिर जाऊंगा। जिसे सुनकर परी उसी तरह मुस्करा कर बिक्रम के आखों में देख कर बोली," नही गिरेंगे जब तक में आपके साथ हुं आपको कुछ नही होगा, परी की बात सुनकर बिक्रम भी उसके आखों में देखने लगता है और फिर वो अपनी पूरी बॉडी लूज छोड़ देता है परी के ऊपर विस्वास करते हुए, जिसे सुनकर परी एक झटके से बिक्रम ऊपर खींचे लेती है तो विक्रम सीधा खड़ा हो कर परी के आखों में देख कर बोला," थैंक्स परी, इतना बोल वो उससे अपनी नजरे चुरा कर वापिस जाने लगता है क्योंकी उसे ऐसा लग रहा था की उसने इस लड़की के आखों में और देखा तो वो खुद को खो बैठेगा पक्का। परी मुस्कुरा कर उसके पीछे आने लगती है विक्रम कीचन में जाता है तो उसे वहां अब कुछ खाने को नि मिलता है तो वो फ्रिज खोल कर उसमे से आइस्किर्म कोटोई लेकर जब पीछे पलटा है तो फिर से अपनें पीछे परी को देख बिक्रम डर से दो कदम पीछे होकर अपनें दिल पर हाथ रख कार बोला," यार तुम मेरी जान लोगी क्या क्यों मेरे पीछे घूमती रहती हो जाओ रूम सो जाओ। पर बिक्रम देखता है की परी उसकी बात को इग्नोर करके इसके हाथ की तरफ देखें जा रहि थी, जिसे देख कर बिक्रम वो आइस्किर्म परी के आगे कर देता है तो परी उसके हाथ से वो ले लेती है जिसे देख विक्रम गहरी सांस लेकर बोला," पता नही तुम कितनी भूखी हो जाओ हम दोनो खाना भी खा गई अकेले और अब ये भी खाना है तुमइतना बोल वो अपनें लिए भी दूसरी आइस्किर्म उठा कर फ्रिज बंद करके पलट कर परी के साथ बापिस अपने रूम में आ कर बैठ जाता है बेड पर और दोनो टीबी देख रहे थे परी गौर से देख रही थी टीबी उसमे देखा रही भूतनी को देख कर वो अपना सिर कर लेती बार बार जिसे देख कर बिक्रम समझ रहा था की ये लङकी डर रही है चलो यह किसी से तो डरती है, टीबी देखने के बाद बिक्रम परी के साथ ही बेड पर सो जाता है क्योंकी अगर वो जाकर सोफे पर सोता तो परी वहां भी उसके पास आ जाति है इस लिए वो बेड पर सोता है कम से कम दोनो आराम से तो सोएगे। यही सोच में सो जाता है लेकिन परी तब भी बाकि की जगह छोड़ कर बिक्रम के सीने से आकर चिपक जाती है, जिसका एहसास होते ही बिक्रम अपनी आखें खोल कर परी को अपने सीने से चिपका देख बोला," तुम डर नही लगता की में तुम्हरे साथ कुछ गलत भी कर सकता हुं, बिक्रम की बात सुनकर परी ना में सिर हिला कर बोलीं," नही आप नही कर सकतें, जिसे सुनकर बिक्रम बोला," क्यों नही कर सकता तुम पता तुमसे पहले मेरी लाईफ में कितनी लड़कियां आ चुकी है इनके साथ मैने वो सब किया ना। बिक्रम की बात सुनकर परी वापिस बिक्रम के सीने से पर अपने सिर रख कर बोलीं," हां लेकिन आप मेरे साथ नही कर सकतें मुझे पता है क्योंकी में आपके दिल के क़रीब हुं, जिसे सुनकर बिक्रम हैरान हो जाता है ये कब हुआ वो उसके क़रीब कब आ गई, इतना बोल वो परी को घूरता है लेकिन परी अब सो चुकी थीं उसके ऊपर ही, जिसे देख कर बिक्रम गहरी सांस लेकर उसके सिर पर हाथ रख कर सो जाता है हां ये इस लड़की की मर्जी के बिना वो ज्यादा इसके साथ कुछ ना कर पाए और ना इस दर्द में देख पाएंगे वो इस लेकिन क्यों अब एक दिन ही होता है फिर क्यों ये उसके लाइफ में एक दिन से ज्यादा रुक गई जबकि और लङकी एक दिन ही बहुत हो जाति बिक्रम उन्हे कुछ घटो में ही भागा देता है पैसे दे कर। बिक्रम यही सोच कब सो जाता है उसे ही पाता नही चलता बिक्रम के सोने के बाद परी अपनी आखें खुल कर बिक्रम के होठों पर हल्का सा किस करके उसके ऊपर से उठ कर बेड से निचे उतर कर रूम की बालकनी में आकर एक नजर वापिस बिक्रम को सोता हुआ देख गहरी नींद में फिर अपनी आखें बन्द कर है तो उसका रूप चेंज होने लगा था और उसके पीठ के पिछे बड़े बड़े पंख आ आ जातें है और एक खूबसूरत परी बन जाति है जिसकी चमक में जुगनू जग मांगने लगते है, परी फिर एक पैर थोडा ऊपर कर हवा में उड़ने को होती है तभी एक आवाज आति है तो तुम यहां हो जान, जिसे सुनकर परी आस पास देखने लगती है और डर से उसके चेहरे के भाव चेंज होने लगते है और वापिस अपने इंसान के रुम में आकर पलट कर रूम में जाने को होती है तभी एक कला बिल्ला ऊपर छत से छलंग लगा कर परी के आगे आ जाता है, जिसे देख परी घबारा कर बोलीं," तुम यहां कैसे आए, इतना बोल अब पीछे के ओर जाने लगती है, परी को पिछे जाता हुआ देख और उसकी बात सुनकर वो कला बिल्ला उसके तरफ कदम बढ़ा कर बोला," कैसे बात कर रही हो जान तुम बापिस धरती लोग पर आ चुकी हो मुझे इसका एहसास तो हो चूका था लेकिन मिल नही रही थी पर में तुम तो यहां इंसान बन कर रह रही हो तो फिर मुझे मिल भी केसे सकती थीं, काले बिल्ले को अपनी तरफ आता देख परी गुस्से से उसे देख कर बोलीं," देखो तुम मुझसे दुर रहो मेने केवल रूप इंसान का लिया बाकि मेरी सक्ति अभि भी मेरे पास तो अपनी जान के परवा हो जाओ यहां से, परी की बात सुनकर कला बिल्ला एक और छलका के साथ परी के ऊपर से उड़ कर पीछे रेलिंग पर खड़ा होकर परी को देख बोला," छोड़ों ना जान हुआ सो हुआ अरे में अभि तुम से प्यार करता हुं और धरती लोग की सारी बिल्ली का राज हूं में बस एक रानी की कमी थीं जो अब तुम आ गई है तो चलो साथ इन इंसानों पर राज करते है क्योंकी अगर हमारी शक्ती मिल गई तो दुनियां की कोई ताकत हम इंसानों पर राज करने से नही रोक पाएगी, परी काले बिल्ले को घुरे के बोली," नही कभी नही तुम एक बिल्ले हो हमारा कुछ नही हो सकता और अपनी जान की परवा हो नीकल जाओ यहां से वरना में तुम्हे मार भी सकती हूं, इतना बोल परी एक दम से पलट कर रूम के अंदर भागती है तो वो कला बिल्ला छालंग लगा कर रूम के अंदर आने लगता है तो परी डोर बन्द कर देती है बालकिन से, जिससे बिल्ले का सिर डोर में लगता है और वही निचे गिरते हुए दर्द में बोला," मार डाला ले अरे अपन को तेरे से थोड़ी प्यार भरी बाते करनी थीं बस चल अब डोर खोल वरना अब इस तोड़ भी सकता क्या, लेकिन परी बोली," नही तुम एसा नही कर सकतें बिल्ले क्योंकि तुम्हरे पास तुमहरी शक्ति नही है शराब की बजे से, जिसे सुनकर काला पीला जो हाइट में परी के पेरो तक आ रहा था वो खडे़ हो कर बोला," अरे पागल अपन को ये छोटा सा डोर तोड़ने के लिए किसी शक्ति की जरूरत नही है, इतना बोल बो चार कदम पीछे होकर बोला," अपन तेरी को बोल रहा है ल़डकी अपना दिमाग खराब नही करना क्या तू परी होगी अपर अपन भी कला बिल्ला और आज तूझे अपने साथ लेकर ही जाएगा समझी क्या, इतना बोल वो डोर में जोर से टक्कर मारता है लेकिन परी पिछे डोर से चिपक कर खडी थीं इस लिए डोर नही खोलता है और वो बिल्ला डर में निचे बैठ कर बोला," भाई कसम तू बहुत जिद है, परी बेड पर लेटे बिक्रम को देखती है जो डोर की आवाज सुनकर एक दम से अपनी आंखे खोल कर बेड आर बैठ जाता है और रूम की लाइट चालू कर देता है तो परी को बालकनी के डोर के पास डरा हुआ खड़ा देख बोला," अरे परी तुम वहां क्यों खड़ी हो क्या तुम्हे नीद नही आ रही है, इतना बोल बिक्रम बेड से उत्तर कर परी के पास आने लगता है तो परी उसे दुर रहने का इशारा करके बोली," आप वहीं रहो ना प्राण नाथ यहां मत आओ यहां खतरा है बहुत , परी डरते हुए बोली। किसे बिक्रम कन्फ्यूज होकर बोला," क्या कैसे और तुम डोर को पकड़े क्यों खडी हो खोलो उसे, बिक्रम परी के सामने खड़ा होकर डोर पर हाथ रख कर बोला, तो परी रोते हुए ना में सिर हिला कर बोली," नही  वो आपकों चोट पहुंचाने की कोशिश करेगा , परी की बात सुनकर और उसे रोते हुए देख कर विक्रम लगता है की परी किसी चीज़ से डर रही है कहीं उसने इस बो भूतनी वाली फिल्म दिखाई तभी तो नही एसा व्यवहार कर रही है, बिक्रम यही सोच कर परी का हाथ पकड़ कर उसे डोर से दुर करके बोला," परी तुम कैसे डर रही हो मुझे देखने दो, परी विक्रम की बात सुनकर बोली," वो बाहर कला बिल्ला है वो बहुत खतरनाक है, बिक्रम परी की बात सुनकर कन्फ्यूज होकर बोला," क्या कला बिल्ला और तुम उससे क्यों डर रही हो, इतना बोल बो डोर खोल देता है तो परी डर के मारे बिक्रम के सीने से चिपक कर बोली," नही आप इसे नही जानते हो। बिक्रम पूरी बालकनी में देख कर बोला," लेकिन यहां तो कोई नही है कहां है तुम्हरा कला बिल्ला जिससे तुम इतना डर रही हो। बिक्रम की बात सुनकर परी थोडा सा अपना सिर मूड कर देखती है तो कोई नही था वहां जिसे देख वो कन्फ्यूज हो जाति है, बिक्रम गहरी सांस लेकर बोला," एक पल के लिए मुझे भी लगा तुम ने सच में किसी काले बिल्ले को देखा होगा लेकिन अब लग रहा है तुमने केबल कोई सपना देखा होगा उस मूवी के बजे से परी, इतना बोल वो डोर बापिस बंद करके परी का हाथ पकड़ कर उसे बापिस बेड पर अपने पास लिटा कर सोलने लगता है लेकिन परी अभी भी उस तरफ ही देख रहि थी डर हुए तो बिक्रम उसके आखों के आगे हाथ उसे खुद से चिपका कर बोला," परी कोई नही है तुम सो जाओ और में हूं तुमहरे पास अब सो जाओ, जिसे सुनकर परी उसके चिपकी रहती है किसी छोटी डरी हुई बच्ची की तरह। बिक्रम कन्फ्यूज था की यह लङकी जो बड़े बड़े आदमियों से नही डरती है वो एक छोटे बिल्ले से डरी हुई और बो भी क्या पता उसने उसे अपने सपने में दिखा हो, बिक्रम समझ नही पा रहा था इस लड़की को पर वो फिर इस बारे में बिना सोचे परी को कसके अपने बाहों में भरे ही सो जाता है अब परी की हिमत नही हो रही थी की बिक्रम से थोड़ा भी दुर हो उसे बार वो कला बिल्ला और उसके रवानी आखें याद आ रही थीं इस लिए वो बिक्रम से दुर नही होती हैं वैसे भी उसने 1 बार तो परी का रूम ले लिया था तो एक दिन वो आराम से इंसान बन कर रह सकतीं है । आज के लिए बस इतना ही। लाईक कमेंट शेयर जरूर करे। बाय।                                    

  • 20. My Angel wife - Chapter 20

    Words: 1855

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    अब तक... परी बिक्रम के ऊपर आखें बंद कर लेटी थी और जब एहसास होता है की विक्रम सो चूका है तो वो उसके ऊपर से उठ कर बालकनी में चली जाती है जहां वो अपने असली रूप में आ जाती है एक खूबसूरत परी के रुम में पर वो उड़ पाती उससे पहले ही वहां पर एक कला बिल्ला आ जाता है जो बोल भी सकता है परी उसे देख बहुत डर जाति है क्योंकी वो परी के ऊपर हमला कर रहा था परी वापिस रूम में आ कर डोर बन्द कर लेती है पर वो बिल्ला डोर में अपना सिर मार रहा था जिसकी आवाज़ से बिक्रम की नीद खुल जाति है और वो परी के साथ बालाकिन में आकर देखता है तो वहां कोई नही था बिक्रम फिर परी को बापिस अपने पास सुला लेता है बेड पर। अब आगे.... Next morning 🌄.... बिक्रम का विला..... बिक्रम और परी नाश्ते के टेबल पर बिक्रम खुद से ज्यादा अपने पास बैठी लङकी को खिला रहा था जिसे खाना नही आ रहा है और ये नजारा देख कर घर के सभी नौकर और सुषमा आंटी शॉक में थी और वो अपनी आखें बड़ी बड़ी करके कभी बिक्रम को देखते तो कभी इस लङकी को जो किसी छोटी बच्ची की तरह बिक्रम के हाथ से नाश्ता कर रही है पोहे और आलू के पराठे का। परी बिक्रम के हाथों से एक और निवाला लेकर सामने खडी सुषमा आंटी से बोलीं," मां आप क्यों खडी आप भी खा ना यह बहुत अच्छा है खाने में, परी आलू के पराठे की तरफ इशारा करके बोली। जिसे सुनकर सुषमा जी बिक्रम को देख ना में सिर हिला देती है की वो बाद में खा लेगी, बिक्रम कुछ भी नही बोलता है और वो परी को अगला निवाला खोलने के लिए जिसे उसे परी के महू के आगे ले जाता है तो वो ना में सिर हिला कर बोलीं," नही हमे अब मां के हाथ से खाना आपके हाथ से नही। जिसे सुनकर बिक्रम पहले घुर के उसे देखता है तो वो उसे मुस्कुरा कर देखती है जिसे देख कर बिक्रम गहरी सांस लेकर अपना नाश्ता करते हुए बोला," आंटी आप इस खिला दो ये बहुत जिद खुद से नही खाएगी। बिक्रम की बात सुनकर सुषमा जी हैरान होती है एक पल के लिए की इस लड़के को कब से किसी की इतनी चिंता होने लगीं वो भी इस लङकी की जो इनके पीछे पढ़ी है, सुषमा जी अभि सोच रही थी जिसे देख परी रोनी सी सकल बना कर बोलीं," मां आप हमे नही खिलना चाहती क्या। जिसे सुनकर और परी का मासूम चेहरा देख कर सुषमा जी मुस्करा कर बोलीं," बिलकुल मेरी बच्ची में भला तूझे मना कैसे कर सकती हूं जब तूझे इस घर का मालिक मना कर पाता है। इतना बोल वे परी के पास वाली कुर्सी पर बैठ जाती है और परी के पिलेट से उसे नाश्ता कराने लगती है विक्रम एक नजर इन्हे देखता है बस फिर चुप चाप अपना नाश्ता कर लेता है। नाश्ता करने के बाद वो कुर्सी से खाद होकर बोला," आंटी में ऑफिस जा रहा हूं, जिसे सुनकर सुषमा जी फिर से हैरानी से विक्रम को देखती है जो अपना बैग हाथ लेकर क्योंकि विक्रम एसा कभी नही बोलता है ऑफिस जानें से पहल लेकिन जब बिक्रम को देखती है तो उन्हे एहसास होता है की वो परी को देख रहा है जो चुप चाप अपना नाश्ता कर रही है अपना सिर निचे करके इसका मतलब वे इस लङकी को ले जाना चाहते अपने साथ तभी बोल रहे हैं लेकिन ये लङकी तो उन्हे पूरी तरह से इग्नोर कर रही है, जिसे देख कर सुषमा जी परी को लास्ट निवाला खोला कर बोलीं," बेटी तुम बिक्रम के साथ नही जा रही क्या ऑफिस, जिसे सुनकर बिक्रम परी को दिखता है तो परी बिना उसे देखे ना में सिर हिला देती है, और बिक्रम यह देख गुस्से से उसे घूरता है ये लङकी ऐसा क्यों कर रही है वैसे तो उसके पीछे घूमती है तो अब क्या मना कर रही है, सुषमा जी बिक्रम को देखती है तो बिक्रम गहरी सांस लेकर बोला," ओके आंटी आप इस पागल का ध्यान रखना इस कहीं भी अकेले मत जानें देना इसका मुझे थोडा भी भरोसा नही है इस पर की किसी के साथ भी कहीं भी जा सकती है। बिक्रम को इस लङकी की इतनी चिंता करता हुआ देख कर आंटी मुस्करा कर बोली," ओके आप जाओ और चिंता मत करों में देखूंगी इस बच्ची को, जिसे सुनकर बिक्रम हां में सिर हिला कर एक नजर परी को देखता है जो अभि भी उसे नही देख रही थी तो बिक्रम फिर बापिस पलट सीधा घर से बाहर चला जाता हैं और उसके जाते ही परी अपना सिर ऊपर करके बाहर घर के मेन डोर की तरफ देखने लगती है। सुषमा आंटी जो परी के आगे पानी का गिलास करे हुई है जब वो परी की नजरों का पीछा करती है तो उसे घर के बाहर देखता देख बोली," तुम्हे बाबा के साथ जाना तो माना क्यों किया। जिसे सुनकर परी बापिस अपना सिर नीचे कर लेती है और उसके आखों में हल्की नमी आ जाती है वो जाना चाहती थी लेकिन अब उसे पता चल गया है की उसके बजे से उसके पति की जान को खतरा हो सकता है बाहर तो यही ठीक है लेकिन उसका दिल उनके साथ जानें का और उनके पास रहने का कर रहा था जिसके लिए वो यहां आई थीं। परी फिर पानी पी कर चुप चाप बिक्रम के रुम में चली जाति है, बिक्रम के जाने के साथ ही परी के चेहरे की मुस्कान और मुसिमत चली जाती है और काफ़ी उदास हो कर जाती है जिसे देख कर सुषमा जी को समझ नही आया की ऐसा क्यों किया इस लड़की ने, दूसरी तरफ... बिक्रम ऑफिस पुछ कर अपना काम करने लगता है और काम इतना बिजी हो जाता है की उसे याद ही नही रहता परी का क़रीब 4 बजे जब वो एक बड़े किलेंट के साथ मीटिंग कर रहा था मीटिंग रूम में तब उसके फ़ोन पर सुषमा जी का कॉल आता है तो फ़ोन स्लाइंट होने से उसका ध्यान नही जाता है उस पर लेकिन बार बार आने पर रवि जो बिक्रम के पास ही खड़ा था वो निचे जूझ कर बिक्रम से धीरे से बोला," बॉस आपके घर से कॉल आ रहा है, जिसे सुनकर बिक्रम अपने फ़ोन को उठा कर सामने बेठे इंसान से दो मिनिट का बोल कर कॉल रिसीव करके बोला," हां आंटी जी क्या हुआ , लेकिन दूसरी तरफ से सुषमा आंटी की घबराई हुई आवाज़ आती है,,बाबा वो ल़डकी कई चली गईं है मैने पुरे घर में उसे देखा सभी नौकरों के साथ लेकिन उसका पति नही चल रहा है की वो कहां गई। उनकी बात सुनकर बिक्रम के चेहरे के भाव एक दम से चेंज हो जातें हैं और अपनी कुर्सी से खडे़ होकर बोला," मीटिंग खत्म, इतना बोल वो बिना किसी को कुछ बोले या देखें सीधा पलट कर उस रूम से बाहर चला जाता है और उसके इसे जानें से रवि सामने कुर्सी पर बेठे इंसान को कन्फ्यूज देख कर बोला," सॉरी सर लगता है कोई इमरजेंसी है तो प्लीज आप बूरा मत मानना, जिसे सुनकर वो आदमी हल्का सा मुस्कुरा कर अपनी कुर्सी से खड़ा होकर बोला," no problem आप देखो अपने बॉस और meeting बात में भी जो जाएंगी। इतना बोल वो मीटिंग रूम से चले जाते हैं जिनके पीछे रवि भी। इधर बिक्रम ऑफिस से बाहर आ कर अपनी कार में बैठ कर राजीव और आरव को इस बारे में बता देता है और उनसे कहता है की वो परी को पता लगाए, जिसे सुनकर आरव और राजीव भी अपने अपने काम छोड़ कर परी को पुरे शहर में ढूढने लगते हैं पुलीस को कॉल कर देते है तो स्पेक्टर अली अपनी पूरी पुलीस को परी का पता लगाने के लिए भेज देता है और खुद भी चला जाता है, बिक्रम कार को ड्राइव करते हुए परी को आस पास रोड पर दिखे जा रहा था उसे जिस बात का डर था वहीं हुआ पता नहीं कहां चली गई और किस के साथ, बिक्रम और बाकि लोग पुरे मुंबई शहर में परी को ढूढ़ रहे थे और वहीं दूसरी तरफ परी इस समय अपने धरती लोग से दुर एक अलग ही ग्रह पर थी जहां सभी परी थी और बहुत खूबसूरत सी दुनियां थी वो जहां एक बड़े सिंहासन पर एक बूढ़ी औरत बैठी जिसके दोनो एक एक परी खडी थीं, और सामने सीढियां से निचे परी अपने घुटनों के बल बैठी हुई थी हाथ जोड़ कर, तभी परी का भाई वहां आ कर बोला," रानी मां आपने मेरी बहन को इस तरह क्यों बैठाया हुआ है क्या धरती लोग पर जाना पाप हो गया है। जिसे सुनकर वो बूढ़ी औरत बोली," राजकुमार आप बीच में मत आना आपकी बहन ने हमारे बनाया हुआ नियम थोडा है वो हमे बिना बताता धरती लोग पर गई वो भी किसी मानव के पास क्या इन्हे पता नही मानव हमारे कितने बड़े दुश्मन है, वो बूढ़ी औरत निचे घुटनों के बल बैठी परी को गुस्से से देख कर बोली, जिसे सुनकर परी अपना सिर ऊपर करके नम आंखों से अपनी रानी मां को देख कर बोली," माफ करना रानी मां लेकिन हमारे पति इस नही है उन्होने एक चढ़ के लिए भी हमें गंदी नजरो से देखा ना हमे उस छुआ तभी तुम उनके पास रखे थे अब वो हमे घर पर ना देख कर हमे खोज रहे होगे और बहुत परेशान भी होगे। परी की बात सुनकर बूढ़ी औरत गुस्से से अपनी कुर्सी से खडे़ होकर बोली," राजकुमारी अमृता आप को पता भी आप क्या बोल रही है और इसके बदले आप को हम मौत की सजा भी सुना सकते है। जिसे सुनकर परी हां में सिर हिला कर बोली," हां रानी मां पता है लेकिन हमने जो बोला वो सच है वो हमारे पति है, इतना बोल जब वो उस बूढ़ी औरत को देखती है तो उसका चेहरा गुस्से में लाल हो चूका था और वो अपने हाथ में लिए एक सोने के डंडे परी की तरफ करके बोली," आपने हमारे बनाए हुए सारे नियम तोड़े है राजकुमारी इस लिए अब सजा के लिए तैयार हो जाओ। इतना बोलते ही उस सोने के डंडे में से एक लाल रोशनी तेजी से परी की तरफ जानें लगती है परी जिसे देख कर अपनी आखें बन्द कर बोली," हमें माफ करना प्राण नाथ अब हम कभी आपके पास धरती लोग पर नही आ पाएंगे। इधर धरती लोग पर.. बिक्रम एक दम से अपने कार के ब्रेक लगा देता है जब उसके दर्द में दर्द सा होने लगता है और बो अपने हाथ अपने दिल पर रखता है तो उसके आखों से आसू भी एक दम से बहने लगते है और उसे बहुत घबराट होती है उसे ऐसा लग रहा था की जिसे परी बहुत बड़ी मुसीबत में है और वो उससे हमेशा के लिए दुर जा रही है, आज के लिए बस इतना ही । लाईक कमेंट शेयर जरूर करे। आगे क्या होगा क्या परी और बिक्रम हमेशा के दूर हो जायेगे परी के मौत के साथ और बिक्रम की बापिस वही पुरानी लाईफ शुरू हो जाएंगी जहां केबल दर्द ही दर्द हो। क्या होगा आगे जानने के लिए पढ़े अगला भाग। बाय।