यह कहानी है एक गैंगस्टर और एक सीक्रेट ऑफिसर की है। जो एक दूसरे से बेहद नफरत करते है एक खतरनाक गैंगस्टर, जिसे अंडरवर्ल्ड में डर और सम्मान के साथ देखा जाता है, और एक सीक्रेट ऑफिसर, जिसका मिशन है उस गैंगस्टर को गिरफ़्तार करना। उनकी पहली मुलाकात में नफरत... यह कहानी है एक गैंगस्टर और एक सीक्रेट ऑफिसर की है। जो एक दूसरे से बेहद नफरत करते है एक खतरनाक गैंगस्टर, जिसे अंडरवर्ल्ड में डर और सम्मान के साथ देखा जाता है, और एक सीक्रेट ऑफिसर, जिसका मिशन है उस गैंगस्टर को गिरफ़्तार करना। उनकी पहली मुलाकात में नफरत और दुश्मनी का चरम देखने को मिलता है, जहां दोनों एक-दूसरे को मात देने के लिए हर चाल चलते हैं। लेकिन जैसे-जैसे उनकी राहें बार-बार टकराती हैं, नफरत और प्यार के बीच की पतली लकीर धुंधली होने लगती है। उनकी भयंकर झड़पें और तीखी तकरार धीरे-धीरे एक गहरे संबंध को उजागर करती हैं एक ऐसा संबंध जिसकी उन्हें खुद उम्मीद नहीं थी। क्या होगा जब ये दो ताकतवर शख्सियतें, जो दोनों ही जुनून और ताकत से प्रेरित हैं, खुद को एक ही तरफ पाती हैं?
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गोवा भारत का सब से छोटा राज्य जहाँ देश विदेश से लोग घूमने आते है, गोवा अपने कल्चर, बीचस, और नाईट पार्टी के लिये जाना जाता है....10 साल पहले इटली की एक माफिया गैंग "ब्लू मून " ने गोवा मै अपने कदम रखे। उन के गोवा मै कदम रखते ही गोवा की पुरी हवा बदल गयी। उन के गोवा मै आते ही और भी बाहरी गैंग गोवा मै आने लगी। जिस वजह से अचानक से गोवा मै क्राइम रेट बहुत ज्यादा बढ़ गया था। आये दिन कोई ना कोई गैंग आपस मै भीड़ती रहती। इस सब की जिम्मेदारी सिर्फ ब्लू मून थी उन् की वजह से ही बाकि गैंग्स गोवा मै आयी। ब्लू मून गोवा की सब से बड़ी माफिया गैंग थी जिस के तार इटली से भी जुड़े हूए थे बहुत गैंग्स आयी थी उन्हें हराने पर सब नाकामयाब रही। ब्लू मून का सफाया करने के लिए 7 दोस्त साथ मै आये और उन्होंने अपनी गैंग बनायीं जिस का नाम था टीम रॉय जिस का हेड था कबीर रॉय उसी ने ही इस टीम कों बनाया था। कबीर कों माफिया शब्द से भी नफ़रत थी। सिर्फ उसे ही नहीं टीम रॉय के हर सदस्य कों माफियाज से नफ़रत थी सब के नफ़रत करने के अलग अलग कारण थे। टीम रॉय ने कसम खाई थी आने वाले 5 सालो मै वो ब्लू मून का पूरी तरह सफाया कर देंगे फिर वो कभी किसी दूसरी गैंग कों गोवा मै नहीं आने देंगे..... Introduction...... Team roy...... 1.कबीर रॉय.....(काॉर्पोरेट वर्कर ) 2.समर सरिन.. (Struggling actor ) 3. संकल्प मिश्रा.. ( डॉक्टर) 4. अनिरुद्ध बनिक... ( ACP ) 5. ऋषभ मित्तल..(जर्नीलिस्ट ) 6. विवान बत्रा ( लॉयर ) 7. वीर ( स्टूडेंट ) ब्लू मून....... 1. लीओनर्डो अल्बर्टओ ( father ऑफ़ अल्बर्टओ ब्रदर्स एंड हेड ऑफ़ ब्लू मून ) 2.नील अल्बर्टओ ( बिज़नेस मैन + सेकंड हेड ऑफ़ ऑफ़ ब्लू मून ) 3.निक अल्बर्टओ (डायरेक्टर + प्रोडूसर इन बॉलीवुड ) 4. इहान अल्बर्टओ( नील का सब से छोटा भाई कॉलेज स्टूडेंट ) 5.जैक अल्फाँसों (बिज़नेस मैन) 6. अग्नि शेट्टी ( लॉयर ) निक बेस्ट फ्रेंड 7. विक्रम चौहान ( पॉलिटिशियन ) 8. अरहान कपूर( नील नीक फ्रेंड + बिज़नेस पार्टनर ) red night gang....के बारे मै आप कों आगे पता चलेगा... ❤️ कबीर अपने बालकनी की रेलिंग पर बैठा सिगरेट के कश लगाते हूए समुन्द्र की लेहरो कों देख रहा था!! उस कि आँखों मेँ एक खालीपन नज़र आ रहा था। चेहरा एक दम शांत नज़र आ रहाँ था पर अंदर बहुत कुछ चल रहा था उस के दिमाग़ मै। दस साल का था वो ज़ब उस के पिता की मौत हुई थी। दस साल का मासूम कबीर खुशी के मारे कूदते हूए स्कूल से घर आ रहाँ था उस के पापा ने उस से वादा किया था अगर इस बार वो अच्छे नम्बर से पास होगा तो वो उसे नई साइकिल देंगे कबीर ने क्लास मै टॉप किया था वो बहुत ख़ुश था। कबीर जैसे ही घर पहुँचता है एकदम से उस के चेहरे की मुस्कान गायब हो जाती है। ज़ब वो अपने पापा कों एक सफ़ेद चादर मै लिपटे हूए बेजान पडा देखता है उन का चेहरा पूरा जला हुआ था बस उन के कपड़ो और हाथ मै पहनी हुई अंगूठी से ही उन की पहचान हो पा रही थी। उस की माँ चीख रही थी चिल्ला रही थी सभी औरते उन्हें सँभालने की कोशिश कर रही थी पर वो सब मिलकर भी उन्हें संभाल नहीं पा रही थी वही एक कौन मै उस के दादाजी बैठे थे जो ना तो कुछ बोल रहे थे ना तो कुछ सुन रहे थे गहरा सदमा लगा था उन्हें। अपने सामने अपने जवान बेटे की लाश कों देख एक पिता पर क्या गुजरती होंगी उस दर्द का कोई अंदाजा भी नहीं लगा सकता। कबीर की दादी की मौत 2 साल पहले कैंसर की वजह से हुई थी लेकिन अगर आज वो जिन्दा होती तो शायद ये सब देख सदमे से मर जाती। कबीर के कदम लड़खड़ा गए ये मंजर देख वो गिरता उस से पहले ही उस के चाचा उसे संभाल लेते है। वो कबीर कों गोद मै उठा वहाँ से अपने घर ले जाते क्यों की वो माहौल उस के लिए सही नहीं था। वहाँ ले जाते ही कबीर बेहोस हो गया था। करीब दो घंटे बाद उसे होश आता है। होश आते ही उसे उस के चाचा चाची की आवाज आती है। उस के चाचा चाची कों कुछ समझाने की कोशिश कर रहे थे पर चाची जी कुछ सुनना नहीं चाह रही थी ,"काजल तुम समझ क्यों नहीं रही विजय का अंतिम संस्कार कबीर कों ही करना होगा। वो बेटा है उस का ये उसी का ही हक है और उस की ही जिम्मेदारी है…" "मै समझ रही हूँ देव लेकिन आप नहीं समझ रहे आप क्या कहना चाह रहे हो पर कबीर बच्चा है अभी तुम जानते हो वो विजय से कितना प्यार करता है वो बहुत सेंसिटिव है उस के लिए बहुत मुश्किल होने वाला है। " "मुश्किल तो होगा पर उसे ये करना होगा। काजल अभी भी इस के लिये तैयार नहीं थी।" कबीर ये सब सुन रहा था कुछ देर बाद वो बेड पर से उठता है और बाहर हॉल मै उन के पास जाता है। कबीर कों देख वो दोनों एक दम चुप हो जाते है। कबीर बोला," चाची मै पापा का अंतिम संस्कार करूंगा और एक बेटे होने का फर्ज़ भी निभाउंगा। " कबीर की बात सुन देव और काजल हैरानी से उसे देखते है उन्हें कबीर से ये बिलकुल भी उम्मीद नहीं थी। उन्हें लगा नहीं था इस सिचुएशन मै कबीर इतना mature बेहवे करेगा। देव कबीर के पास जाते है और उसे अपने गले से लगा लेते है। देव और काजल कबीर कों लेकर उस के घर जाते है। ज़ब वो वहाँ पहुंचते है तो देखते वहाँ पुलिस आयी हुई थी। पुलिस कों यहाँ देख देव कों हैरानी होती है। देव कबीर कों लेकर उन के पास जाता है ,"इंस्पेक्टर साहब आप यहाँ? " "जी हमें मिस्टर विजय रॉय की मौत से जुडी एक खबर का पता चला है। दरसल इन की मौत का कारण ब्लू मून और रेड night की फाइट है उन के बीच की फाइट के कारण ही इन की मौत हुई है और सिर्फ इन की ही नहीं इन के साथ और 100 लोगो की मौत भी हुई है। उन्होंने अपनी लड़ाई मै बहुत इनोसेंट लोगो कों लपेट लिया।" मिस्टर देव ज़ब से इन इटालियन माफियाज ने गोवा की जमीन पर कदम रखा है है गोवा की तो पूरी हवा ही बदल गयी है...हर जगह क्राइम बढ़ रहा है... अगर ऐसा है तो आप लोग कुछ करते क्यों नहीं? हम पूरी कोशिश कर रहे है मिस्टर देव पर हमारे हाथ बंधे हूए है ज़ब खुद गवर्नमेंट उन के साथ मिली हुई है तो हम सब लोग भी क्या ही कर सकते है।। हम कुछ भी करने की कोशिश करते है तो आगे से आर्डर आ जाते है.. अभी तक जितने भी अफसरों ने उन के खिलाफ करवाई करना शुरू किया सब का ट्रांसफर कर दिया गया। हम मजबूर है हम तो बस सरकार की कठपुतली है वो हमें अपने हिसाब से नचवाते है.... वही ये सब सुन कबीर के मन मै माफियाज के लिए एक अलग सी नफ़रत पैदा हो गयी उस के दिमाग़ मै पुलिस इंस्पेक्टर की एक ही बात गूंज रही थी उस के पिता की मौत का कारण इटालियन माफियाज थे। खैर ये तो एक लम्बी और बेफिजूल बहस है जिस पे घंटो बहस करने के बाद भी कोई नतीजा नहीं निकलने वाला आप तो बस अपने परिवार का ध्यान रखो। अब मै चलता हूँ!! देव उन्हें बाहर तक छोड़ने जाता है...उन्हें बाहर छोड़ने के बाद देव वापस आते है.... सभी लोग अर्थी कों उठाते है और उन्हें समसान घाट ले जाता है... कबीर सारे रिचुअलश कों पूरा करता है..फिर उन की चिता कों आग लगाता है... कबीर की आँखों मै इस वक़्त आसू नही थे उस की आँखों मै आग थी जो सब कुछ जला कर राख कर देना चाहती थी। अपने पापा की जलती चिता कों देख कबीर ने कसम खायी थी वो एक दिन वो इन माफिया कों गोवा की जमीन से उखाड़ फेकेगा और फिर कभी उन्हें गोवा मै कदम नहीं रखने देगा। Present time..... कबीर अतीत की यादो मै खोया हुआ था तभी पीछे से कोई उस के कंधे पर हाथ रखता है... कबीर पीछे मूड कर देखता है.. अनिरुद्ध ( ACP ) अनिरुद्ध भी उस के बगल मै जाकर बैठ जाता है... हम्म क्या सोच रहे हो? कुछ नहीं!! आज फिर से जॉब से निकाल दिया गया क्या?? कबीर हाँ मै सर हिलाता है...!! अनिरुद्ध हस्ते हूए कहता है.. करते क्या हो तुम पिछले एक महीने मै 15 से ज्यादा कंपनीज से निकाले जा चुके हो!! कबीर स्ट्रैट फेस के साथ कहता है... वो लोग वहा एम्प्लॉय का एम्प्लॉय नहीं अपना पालतू कुत्ता समझते है!! वो जैसे चाहे वैसा उस के साथ बेहवे करते है... वो गुलामी करवाते है अपनी हाँ मै हाँ मिलवाना चाहते है...मै उन की हाँ मै हाँ नहीं मिला सकता और ना ही उन की चापलूसी करना चाहता। फिर क्या जिंदिगी भर ऐसे ही जॉब बदलते रहने का इरादा है? इस ऐटिटूड के साथ तो तुम्हें कोई जॉब नहीं मिलने वाली!. नहीं मिले तो नहीं मिले पर मै किसी का पालतू कुत्ता तो नहीं बनने वाला!! अच्छा भाई मत बनना!! मेरी छोड़ो तुम अपनी बताओ तुम्हारा क्या चल रहा है? वो जैक अल्फाँसों का क्या हुआ अभी जेल मै है या फिर से बाहर आ गया?? जैक का नाम सुनते ही अनिरुद्ध कों गुस्सा आ जाता है... वो दांत पीसते हूए केहता है फिर से बाहर आ गया कमीना उस का वो दोस्त अग्नि शेट्टी बार बार उस की बैल करवा लेता है....!! तुम उस के खिलाफ कोई ठोस सबूत क्यों नहीं ढूंढ़ते? कोई फायदा नहीं उस का वो बेस्टफ्रेंड अग्नि शेट्टी बार बार उसे बचा लेता है... अच्छा फिर अपना विवान(लॉयर) वो कुछ क्यों नहीं करता वो भी तो लॉयर है?? कबीर वो अभी सिर्फ नाम का ही लॉयर है... कुछ नहीं आता उसे उस के पास कोई एक्सपीरियंस नहीं है अभी... वही उस के अपोजिट अग्नि शेट्टी पिछले 8 सालो से इस फील्ड मै है.... उस के लेवल तक पहुंचने मै विवान कों अभी काफ़ी टाइम है.... पता नहीं उस कमीने आदमी का क्या चककर है ज़ब मै उसे अरेस्ट कर लॉक अप मै लाता हूँ तो वो मुस्कुराता रहता है... वो पहला आदमी देखा है मेने जो जेल मै आकर ख़ुश होता है..कभी कभी तो लगता है उसे बाहर से ज्यादा जेल मै रहना पसंद है...कसम से ज़ब वो हस्ता है ना तो मन करता है उस के दांतो कों हथोड़ा मार तोड़ दू!! अब हाल कुछ ऐसा हो गया पुलिस स्टेटन मै काम करने वाला चपरासी भी उसे पहचाने लगा है...वो आधा महीना अपने घर रहता है और आधा पुलिस स्टेशन मै रहता है.. नहीं नहीं गलत वो आधे से ज्यादा टाइम लॉक अप मै गुजारता है। कबीर उसे सिगरेट देते हूए कहता है रिलैक्स करो सारा दिन तो स्ट्रेस लेते ही हो कम से कम रात कों तो सुकून से बिताओ। आगे क्या प्लान है? कुछ खास नहीं है एक दो कंपनी मै cv अपलोड कर रखी है कल इंटरव्यू है देखते है क्या होता है!! होगा तो ठीक है नहीं तो पापा और दादाजी की पैंशन तो है ही उस से काम चल ही जाएगा। वो दोनों बात कर ही रहे थे की तभी वहाँ समर(स्ट्रगलिंग एक्टर) आता है... क्या चल रहा है गाइस मेरे बिना ही पार्टी कर रहे हो?? अनिरुद्ध उसे घूरता है... क़िस एंगल से तुम्हें लग रहा है हम पार्टी कर रहे है? लग तो नहीं रहा!! फीर क्यों पूछ रहे हो? गुस्सा क्यों हो रहे हो यार मै तो ऐसे ही पूछ रहा था।। सॉरी वो मै थोड़ा फ़्रस्टेट था!! क्यों जैक अल्फाँसों कों फिर बैल मिल गयी? हाँ... ये सुन समर कों हसीं आ जाती है....अनिरुद्ध कभी कभी तो लगता है तुम ने पुलिस फाॅर्स ज्वाइन ही उसे अरेस्ट करने के लिए की है.... तुम सिर्फ उसी के ही पीछे पड़े रहते हो!! उस बला का नाम लेकर मेरा मूड मत खराब करो कमीना हर बार बच कर निकल जाता है पर एक ना एक दिन तो मेँ उसे पकड़ कर ही रहूँगा!! अनिरुद्ध चिढ़ कर कहता है। छोड़ो ये सब काम पर फोकस करो कल मेरा इंटरव्यू है तो मेँ सौने जा रहा हूँ... मुझे भी ऑडिशन के लिए जाना है तो मेँ भी चलता हूँ... मुझे तो ड्यूटी पर जाना है तो मेँ चलता हूँ... एक दूसरे को बाय बोल वो वहाँ से निकल जाते है.... *************************************************** जंगल के अंदर से एक रास्ता निकल रहा था जो जंगल कों बिलकुल बराबर दो हिस्सों मै बाट रहा था। वो रास्ता बिलकुल सुनसान रहता था। पिछले कुछ सालो मै वहाँ पर बहुत हादसे हूए थे लोगो के कटे हूए शव पेड़ो पर लटके मिले कुछो की तो बॉडी भी जली हई मिली थी और कुछ का तो आज तक पता नहीं चला था डर के मारे पुलिस ने भी अब वहाँ जाना छोड़ दिया शुरू शुरू मै कुछ पुलिस वाले वहां जांच के लिए गए थे पर उन मै से कोई वापस नहीं लौटा अगले दिन उन की लाशें पुलिस स्टेशन मै मिली। उस हादसे के बाद दोबारा कभी किसी पुलिस वाले ने वहाँ अपने कदम नहीं रखे!! डर के मारे लोगो ने भी वहाँ से आना जाना बंद कर दिया था दिन मै तो कभी कबार लोग उस रास्ते से चले भी जाते थे पर रात कों तो गलती से भी कोई वहा से नहीं जाता था। लोगो के मन मै उस रास्ते के लिये अलग सा डर बैठ गया था उस रास्ते कों लेकर सब की अलग अलग राय थी कुछ लोगो कों लगता था वो रास्ता नर्क की ओर जाता है कुछ कों लगता था वहां कोइ शैतानी आत्मा है..सब ने अपने अपने हिसाब से कुछ ना कुछ धाराणाए बना रखी थी सच क्या था ये कोई नहीं जानता था ओर ना ही लोगो ने कभी सच जानने की कोशिश की!! पार्ट अच्छा लगे तो लाइक कमेंट एंड शेयर करे और साथ मेँ मुझे फॉलो भी करें....