ये कहानी है Rudransh Oberoi और कृतिका की रुद्रांश एक एरोगेंट रुड और हार्टलेस पर्सन business man + Mafia था, जिसने कृतिका से शादी सिर्फ और सिर्फ अपने भाई का बदला लेने के लिए किया था। उसको नफरत है कृतिका से। वही कृतिका जो थी एक अनाथ थी। जिसकी कोई गलती... ये कहानी है Rudransh Oberoi और कृतिका की रुद्रांश एक एरोगेंट रुड और हार्टलेस पर्सन business man + Mafia था, जिसने कृतिका से शादी सिर्फ और सिर्फ अपने भाई का बदला लेने के लिए किया था। उसको नफरत है कृतिका से। वही कृतिका जो थी एक अनाथ थी। जिसकी कोई गलती नहीं थी। उसका एक भाई था जो उसे रास्ते के किनारे मिला था। वो बेचारी तो अपने भाई के हॉस्पिटल bill pay करने के लिए देसाई परिवार की बेटी की जगह शादी के मंडप में बैठी थी। इस उम्मीद से कि इसके बाद उसके भाई के इलाज के लिए उसे पैसे मिल जाएंगे। लेकिन उसे क्या पता था वो किस शिकारी का शिकार बनने जा रही।
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(Male lead) {Name: Rudransh oberoi,, Age: 26,, Nature: ruthless, cold hearted, don't like women, don't believe in love,, work: president of Dream world enterprises, and also known as Dragon king in underworld,, Love: his family and friends} (Ml mother) {Name: Sandhya oberoi,, Age: 55,, nature: sweet only for family and for others extremely rude,, work: housewife,, love: family} (Ml brother) {Name: Lakshay oberoi,, Age: 24,, nature: Playboy,, study: graduate,, work: flirting with each and every girl,, love: family and Kiara Desai} (Ml sister) {Name: Manavi oberoi,, Age: 23,, nature: naughty, cute, sweet and innocent,,, study: arts students,, love: family} (Ml aunty / chachi ji ) {Name: Deepali oberoi,, Age: 50,, nature: cunning, smart and bossy type,, work: works in dream world enterprises,, love: her husband and daughter} (Ml uncle / chacha ji) {Name: Uday oberoi,, Age: 53,, nature: greedy,, work: works in dream world enterprises and tries to takeover the company,, love: his wife and daughter} (Ml cousin) {Name: Myra oberoi,, Age: 23,, nature: attitude girl, want you marry Rudransh,, work: useless,, love: money 🤑} (Ml friends) {Name: Vivaan Thakur,, Age: 25,, nature: cold blooded like Rudra, also known as black devil in underworld and rudra's right hand,, work: under Rudra,, love: friends} {Name: Yuvraaj Khurana,, Age: 25,, nature: cold hearted, but sweet and caring,, work: professional doctor, and also known as Hitler left hand of rudra,, family: lost at the of 10,, love: friends} ****************** ( Female lead ) {Name: Kritika ,, Age: 21,, nature: cute 🥰, innocent and peaceful girl,, family: orphan,, study: completed her higher education with scholarship,, work: as a college professor,, love: her brother like you see in upper scene and her friends} (FL brother) {Name: Aryan,, Age: 19,, nature : sweet and caring,, study: college student,, love: kritika more than his life} (FL friends) ~ {Name: Tanvi vyas,, Age: 21,, nature: sweet, elegant and caring,, study: not completed because of his family's financial condition,, work: in a private company as assistant,, love: family and friends} ~ {Name: Ishita Mishra,, Age: 21,, nature: a cool, Tom boy type girl and bold,, study: still completing, work: she don't work but some time help his family as they had a small business,, love: family and friends} ~ {Name: Aditya Singh,, Age: 24,, nature: caring and obsessed lover,, love: silent crush on kritika} (Some charactes ) {Name: Kiara Desai,, Age: 22,, nature: greedy for money,, work: third class actress,, love: luxurious life} (Kiara mother) {Name: Radhika Desai,, Age: 50,, nature: same like her daughter,, work: useless,, love: money and more money} (Kiara's father) {Name: Vikram Desai,, Age: 55,, nature: same like her daughter and wife,, work: ceo of Desai construction,, love: family} {Name: Vikrant saxena,, Age: 27,, nature: psycho, sadistic,, work: underworld mafia,, known as stone in the underworld,, Love: loves to snatch happiness from people} बाकी के क़िरदार आपको कहानी में मिलेंगे।।। Pictures are available in WhatsApp channel ☺️ ye aap meri. Instagram id se le skte ho because yaha link nhi aa rhi
रात को एक सुनसान जगह पर एक आदमी जो बेहद गुस्से से सड़क पर भग रहा था। पिछे खड़ा एक आदमी जो उसे ऐसे भागने से रोक रहा था। वो आदमी उस भागते हुए आदमी को रोक रहा था और खुद गाड़ी में बैठ जाता हैं। लेकिन वो पहले वाला आदमी उसके सामने एक लड़की थीं जिसके पीछे वो कब से पागलों की तरह भाग रहा था। वो उस लड़की को पाना चाहता था। लेकिन वो लङकी उस लडके के आगे भाग रहीं थीं। खुद डरी हुई थीं और वो भाग कर एक अपार्टमेंट में आ जाती हैं और उस बिल्डिंग के लिफ्ट में जा कर अपने फ्लोर पर आती हैं। उस लड़की के चेहरे पर डर और पसीना था। भागने के कारण उस लङकी का चेहरा पूरा लाल पड़ गया था। उसका चेहरा इतना खुबसूरत था की कोई भी उसे अभी ऐसे देखे तो अभी उसे पाने का सोचे जो। उसका हाल ये बयान कर रहा ता की वो उस आदमी से बच कर भाग रही हैं। लड़की की उम्र लगभग 20 साल होगी। वो लड़की घबरा रही थीं की तभी वो जल्दी से लिफ्ट से बाहर निकलती हैं और अपने फ्लैट में जा कर गेट बंद कर लेती हैं। फिर दरवाज़े से अपनी पीठ लगा कर वही बैठ जाती है। उसे अभी भी बहुत डर लग रहा था। वो लड़की डरी हुई हड़बड़ाते हुए बिना पीछे देखे अपने कदम आगे की ओर बढ़ा रही थीं। वो लड़की जल्दी से रूम में जाके वहा रखे सोफे के पीछे चुप जाती हैं। तभी उसे गेट पर कुछ आवाज आती हैं। जैसे कोई गेट खटखटा रहा था हो। वो लड़की ये सुन कर और भी ज्यादा डर जाती हैं ओर अपने आप को सिकुड़ कर सोफे के नीचे मुंह पर हाथ रख कर बैठ जाती हैं। ताकी उसके मुंह से कोई आवाज़ ना आए। वही बाहर खड़ा वो आदमी एक बार फिर गेट खटखटाता हैं और चिल्ला कर बोलता हैं..."I said open the door……!!!!" उस आदमी की इतनी खतरनाक और रौबदार आवाज़ में चिल्लाने की वज़ह से वो लड़की जे सोफे के पीछे छुपी हुई थीं वो डर जाती है और उसकी आंखों में आसू आ जाते हैं। वो रोते हुए अपने मुंह पर हाथो को रख लेती हैं। जिससे उस आदमी को लगे वो यहां नहीं हैं। कुछ पल शांति के बाद अचानक से गेट टूटने की आवाज़ आती हैं। ये सुन कर वो लड़की बुरी तरीके से कांपने लग जाती हैं और खुदको उसी सोफे के पीछे अच्छे से धक लेती हैं। वो आदमी जो गेट की पास खड़ा था। उसकी हाईट लगभग 5"11" फिट गोरा रंग काली गहरी आँखें जिसे देख कोई भी डर जाए, मस्कुलर बॉडी और एकदम परफेक्ट पर्सनालिटी। उसके चहरे पर इस वक्त बेशुमार गुस्सा झलक रहा था। वो आदमी चिल्ला कर बोलता हैं… "देखो तुम जहां कहीं हों बाहर आ जाओ" इतना बोल कर वो आदमी फ्लैट के अंदर आता हैं । उसके चलने से उसके महंगे जूते जो आवाज कर रहे थें। उसके चलने की आवाज़ सुन कर वो लड़की घबराने लगती हैं। वो आदमी उस जगह उस पूरे कमरे को अच्छे से देखता हैं, वो अपनी नज़रे इधर उधर घुमाता हैं और उस लड़की को ढूंढने लगता है। उसके चेहरे पर सिर्फ गुस्सा और उस लड़की को पाने की चाहत नज़र आ रही थीं। वहीं वो लड़की जो लड़के के रूम में अंदर आने से और भी डर जाती है और अपने मुंह से हाथ रख कर बैठ जाती हैं। जब उस आदमी की तेज़ नजर उस रुम में रखें सोफे पर जाती है। जिसके पास जमीन पर पड़े दुप्पटे पर उसकी नज़र पर जाती हैं। जिसे देखते ही उस आदमी के चेहरे पर शातिर मुस्कान आ जाती हैं और वो जोर से लगभग दहाड़ते हुए बोलते हैं…"देखो में तुम्हे एक और मौका देता हु। मेरा सुकून मुझसे मत छीनो वरना में तुम्हारी आज़ादी तुमसे छीन लूंगा"😈 ये बात उस आदमी ने इतने डरवाने तरीके से कहीं की वो लड़की अंदर तक कांप जाती हैं। क्यों की उसे पता था जो ये आदमी बोल रहा है, वो सनकी हैं… वो कुछ भी कर सकता हैं। वो लड़की परेशानी से सोफे के पीछे छुपे इधर उधर देखने लगती है। तभी उसकी नज़र उसके जमीन पर पड़े दुप्पटे पर जाती हैं वो लड़की जैसे ही उस दुप्पटे को अपने पास खींचने को होती है की तभी वो आदमी जमीन पर पड़े उस दुप्पटे को हाथ में ले लेटा है। ये देख कर वो लड़की डर के मारे कांपने लगी हैं और अपने हाथो को अपने मुंह से हटा कर आंखों में आसूं लिए हुए अपने हाथ उस आदमी के सामने जोड़ कर बोलती हैं…"प्लीज मुझे जानें दीजिए… मुझे नही जाना आपके साथ please just leave me……" वो आदमी ये सुन कर उस सोफे के पीछे छुपी हुई उस लड़की को देख कर एकदम कोल्ड वॉयस में बोलता हैं...."कहा था मैंने खुद बाहर आ जाओ मेरे पास..... मैने दी थीं ना तुम्हे वार्निंग और एक चांस लेकिन तुम… तुम नही मानी " वो आदमी आगे के शब्द गुस्से से अपने मुंह में चबाते हुए उस लड़की के हाथ को पकड़ कर उसे बुरी तरह से खींचते हुए उस फ्लेट से और अपार्टमेंट की सीढ़ियों से लगभग घसीटते हुए ले जाता हैं। वो लड़की रोते हुऐ उस आदमी से अपना हाथ छुड़ाने कि नाकाम कोशिश करती है। लेकिन वो आदमी उसका हाथ नहीं छोड़ता वो उस बिल्डिंग से निलकते हुए लड़की को बाहर लाता हैं और सामने खड़ी एक बड़ी सी काले रंग की luxurious कार के अंदर गुस्से से फेक देता हैं। उस लड़की की दर्द से एक आह निकल जाती है वो उठ कर वहा से निकल पाती उससे पहले ही उस आदमी में उस लड़की की तरफ का गेट लॉक कर दिया ओर खुद दुसरी तरफ जा कर बैठ जाता हैं। वो लड़की बुरी तरह रोने लगती है। लेकिन तभी वो कार उस जगह से चलने लगती हैं। और उसके ठीक पीछे 5 काले रंग की गाडियां भी चल रहीं थीं। कुछ घंटे बाद वो आदमी उस लड़की को लेके एक मंदिर के अंदर ले जाता हैं। अब वो लड़की मंडप में खड़ी अपने आंखों में सूखे आंसु लिए हुई थीं। और वो आदमी डेविल स्माइल कर रहा था। ********************************** To be continued… Please follow up and comment 🤗
Mumbai (रात के 10 बजे) City hospital, कृतिका हॉस्पिटल के अंदर भागते हुए आ रही थी। उसके चेहरे पर बहुत डर और टेंशन छाई हुई थी। उसके पिछे से कुछ वार्ड बॉय एक स्ट्रेचर को पुश करते हुए आ रहे थे। कृतिका बहुत घबराई हुई थी और बार बार एक ही बात कह रही थी "कोई डॉक्टर को बुला दो… मेरा भाई… पता नहीं इसे क्या हुआ है अचानक बेहोश हो गया। इसे बचा लो please…।" तभी कृतिका की आवाज सुन कर डॉक्टर्स बाहर आते है और पूछते हैं "क्या हुआ…? तुमने इतना शोर क्यों मचाया हुआ है?? ये हॉस्पिटल है आराम से बात करो।" कृतिका खुद को संभाल कर कहती है "डॉक्टर प्लीज मेरे भाई को चेक कीजिए! ये अचानक बेहोश हो गया… please check कीजिए मैं आपके सामने हाथ जोड़ती हूं प्लीज इसे बचा लीजिए। ये… ये अपनी आँखें नही खोल रहा। Please check… कीजिए ना इसे।" डॉक्टर कृतिका को कहते हैं "हां आप शांत रहिए मैं इसे चेक करता हूं।" फिर उसे लड़के को चेक करके डॉक्टर जल्दी से नर्स की तरफ देखते हुए कहते है " नर्स इसे जल्दी से इमरजेंसी वार्ड में ले जाओ और इसका CT scan और MRI करो। और आधे घंटे के अंदर मुझे इसकी रिपोर्ट्स ला कर दो।" फिर कृतिका की तरफ देखते हुए कहते हैं, " मैडम आप जाकर रिसेप्शन पर फॉर्म भर दीजिए।" उसके बाद डॉक्टर वहां से अपने ड्यूटी पर चले जाते है। कृतिका रिसेप्शन एरिया पर जाकर फॉर्म भरने लगती है कि तभी पीछे से एक नर्स की आवाज आती है जो बोल रही थी "डॉक्टर ये लक्ष्य ओबेरॉय है, रुदांश ओबेरॉय का छोटा भाई और इसका कार एक्सीडेंट हुआ है। आप जल्दी से चैक किजिए।" नर्स की बात सुनकर डॉक्टर जल्दी से एक्शन में आते हैं और लक्ष्य की हाथ की कलाई पकड़ कर नस चेक करते हैं। उसके बाद लक्ष्य की आंखें चेक करते हैं और फिर स्टेथोस्कोप से उसकी हार्टबीट चेक करते हैं। डॉक्टर नर्स की तरफ देखकर कहते हैं, "जल्दी करो पेशेंट की हालत बहुत खराब है। इसे जल्दी से OT में शिफ्ट करो और इनकी फैमिली को इन्फॉर्म करो।" वहां खड़ी कृतिका भी ये सब देख रही थी। उसे भी लक्ष्य के लिए थोड़ा बुरा लगा था। उसके जाने के बाद वो जल्दी से फॉर्म भर्ती है और जहां उसके भाई को एडमिट किया था। उस वार्ड के बाहर जाकर वहां लगी बेंच पर बैठ जाती है। ~(आधे घंटे के बाद)~ डॉ इमरजेंसी वार्ड से बाहर आते हैं। उनके हाथ में एक फाइल्स थी। डॉक्टर कृतिका के पास आकर गंभीर भाव के साथ उससे कहते हैं "Miss kritika… आपके भाई को ब्रेन ट्यूमर है। क्या आपको ये बात पहले पता नहीं थी?? देखिए उनकी हालत इस वक्त बहुत खराब है। हमें जल्द से जल्द उनका ऑपरेशन करना होगा। तो आप जल्द से जल्द 10 लाख रूपयो का इंतजाम कीजिए। क्योंकि हमारे पास ज्यादा टाइम नहीं है। आप ये समझ लीजिए हमारे पास सिर्फ 5 दिन ही बचे हैं। अगर आप पैसों का इंतजाम नहीं कर पाए तो फिर हम इन्हें नहीं बचा पाएंगे।" इतना बोलकर रिपोर्टएस कृतिका के हाथ में देखकर डॉक्टर वहां से चले जाते हैं। अब वहां पर सिर्फ कृतिका रह गई थी। वो भी अपनी उलझनों के साथ। उसे तो एक बहुत बड़ा झटका सा लगा था ये जानकर कि उसके भाई को इतनी कम उम्र में ब्रेन ट्यूमर हो गया है। और अब अगर उसने इन 10 लाख रूपयो का इंतजाम नहीं किया तो उसकी जान भी जा सकती है। वो अपने मन में रहती है " मैं इतने सारे रुपए पैसे कहां से लाऊंगी। मेरे पास तुम मुश्किल से 50000 तक ही होंगे। मैं 5 दिनों में 10 लख रुपए कैसे जमा करूंगी ?? " वो ये सब सोचते सोचते और ज्यादा रोने लगती है। फिर वो खुद को संभालते हुए अपने आंसू पूछता है और खुद से कहती है " नहीं कृतिका तुम कमजोर नहीं पढ़ सकती। तुम्हें स्ट्रांग होना होगा। वो इकलौता तुम्हारा अपना परिवार है। मैं उसे नहीं खो सकती। मुझे कैसे भी करके कोई ना कोई रास्ता निकालना हीं होगा। " दूसरी तरफ, ओबेरॉय परिवार का हर एक सदस्य वहां हॉस्पिटल में पहुंच चुका था सभी OT के बाहर वेट कर रहे थे। वहां अगर कोई नहीं था तो सिर्फ रुद्रांश और वो वहां इसलिए नहीं था क्योंकि वो किसी बिजनेस सिलसिले में देश से बाहर गया था। थोड़ी देर के बाद डॉक्टर ओट से बाहर आते हैं। डॉक्टर के बाहर आते ही सभी लोग डॉक्टर के पास जाकर खड़े हो जाते हैं। संध्या जी डॉक्टर से पूछती हैं "डॉक्टर साहब मेरा बेटा कैसा है??" डॉक्टर ओबेरॉय फैमिली को देखकर थोड़ा डर जाते हैं और फिर अपना पसीना पोंछते हुए कहते हैं "देखिए मैसेज ओबेरॉय! हमने ऑपरेशन तो कर दिया है लेकिन हम इस वक्त कुछ कह नहीं सकते। आपके बेटे की कंडीशन स्टेबल नही है, हमें उन्हें अभी अंडर ऑब्जर्वेशन रखना होगा। 24 घंटे के बाद ही हम कुछ कह सकते हैं।" इतना बोलकर वो अपना पसीना पोंछते हुए वहां से चले जाते हैं। संध्या जी डॉक्टर की बात सुनकर बुरी तरह बिलख बिलख कर रोने लगती है और रोते रोते उनका बैलेंस बिगड़ जाता है और वो जमीन पर गिर जाती हैं। ये देखकर मानवी जल्दी से संध्या जी के पास जाती है और उन्हें संभालने लगती है। मानवी संध्या जी को गले लगाते हुए कहती है " मां… भाई ठीक हो जाएंगे। उन्हें कुछ नहीं होगा वो बिल्कुल ठीक हो जाएंगे। आप अपने आपको संभालिए ।" परिवार के सभी लोग संध्या जी को संभाल रहे थे। तभी उदय जी उनके पास आते हुए कहते हैं, "हां भाभी आप अगर ऐसे कमजोर पर जाएंगे तो मानवी को कौन संभालेगा?? रुद्र भी यहां पर नहीं है हमें उसे भी बताना होगा।" उदय जी की बात सुनकर संध्या जी खुद को संभालते हुए खड़े होकर उनके पास जाती है और सर्द आवाज में कहती हैं "उदय क्या तुम इस बात का पता लगा सकते हो कि ये सब किसने किया है और लक्ष्य के एक्सीडेंट से पहले उसके साथ वहां पर कौन था। मुझे इस एक्सीडेंट की पूरी की पूरी डिटेल चाहिए।" उदय जी संध्या जी की तरफ देखकर कहते हैं, "जी बिल्कुल भाभी मैं आधे घंटे के अंदर सारी की सारी जानकारी निकाल कर आपको बताता हूं।" और वहां से चले जाते हैं। @@@क्या कृतिका इन 10 लख रुपए का इंतजाम 5 दिनों के अंदर कर पाएगी?? क्या करेगा रुद्रांश जब उसे पता चलेगा कि उसके भाई का एक्सीडेंट हुआ है?? किसने किया होगा ये एक्सीडेंट?? क्या वाकई में ये कोई एक्सीडेंट ही था ?? या फिर है किसी की सोची समझी साज़िश ?? @@@ जाने के लिए बने रहे… To be continued… Please follow up and comment 🤗
पीछले भाग में आपने पढ़ा… उदय जी की बात सुनकर संध्या जी खुद को संभालते हुए खड़े होकर उनके पास जाती है और सर्द आवाज में कहती हैं " उदय क्या तुम इस बात का पता लगा सकते हो कि ये सब किसने किया है और लक्ष्य के एक्सीडेंट से पहले उसके साथ वहां पर कौन था। मुझे इस एक्सीडेंट की पूरी की पूरी डिटेल चाहिए।" उदय जी संध्या जी की तरफ देखकर कहते हैं " जी बिल्कुल भाभी मैं आधे घंटे के अंदर सारी की सारी जानकारी निकाल कर आपको बताता हूं।" और वहां से चले जाते हैं। अब आगे मुंबई, सिटी हॉस्पिटल ( रात का वक्त ) उदय जी अपने सोर्सेज से पता लगाया की लक्ष्य का एक्सिडेंट कैसे हुआ। वो पुरी डिटेल के साथ हॉस्पिटल वापस आते है और संध्या जी को फाइल देते हुए बोलते है " भाभी लक्ष्य कियारा देसाई से प्यार करता है, लेकिन पिछली रात को जब वो उससे मिलने गया तो वहा उसने कियारा को किसी और आदमी के साथ इंटिमेट होते हुए देख लिया। फिर दोनों में काफ़ी बेहस भी हुई। उसके बाद लक्ष्य वहा से moon light club गया और उसने लिमिट से ज्यादा ड्रिंक कर थी। वो उसवक्त होश में नहीं था लेकिन फिर भी अपनी जिद पे उसने कार ड्राइव की और… उसका ऐक्सिडेंट हो गया।" संध्या जी उनकी सारी बातें भी सुन रही थी और साथ ही साथ फाइल को रीड भी कर रही थी। तभी डॉक्टर उनके पास आते है और एक सीरियस टोन में कहते हैं " Mrs. Oberoi… I am sorry. Your son has gone to coma…" ये सुनते ही संध्या जी के हाथ में जो फाइल थी वो धाराम की आवाज के साथ नीचे गिर गया। उनकी आंखों से आंसु गिरने लगे वो लड़खड़ाती हुई आवाज में डॉक्टर से कहती है " नही… नही ऐसा ऐसा नही हो सकता… डॉक्टर आ… आप मज़ाक कर रहे हैं ना… " वो उदय जी तरफ मुर्ते हुऐ कहती है " उदय दे…देखो ना ये… ये डॉक्टर क्या बोल रहा है… इस… इससे बोलो मज़ाक का वक्त नही है इससे बोलो सच बोलताए…" डॉक्टर संध्या जी की हालत देख कर उनको समझाते हुए कहते है " mrs. Oberoi में मज़ाक नहीं कर रहा… उनकी बॉडी रिस्पॉन्स नहीं कर रही हमने चैक किया है। लेकिन आप टेंशन मत लीजिए ये टेंपररी कोमा है इसमें वो किसी भी समय ठीक हो सकते है। होने को तो वो एक घण्टे या एक दिन में भी ठीक हो सकते है। या फिर एक महीने या फिर एक साल या उससे ज्यादा भी समय लग सकता है। " इतना बोल कर डॉक्टर संध्या जी के कंधे पर थपकी देकर कहते है "सब कुछ ठीक होगा आप खुद को संभालिए…।" और फिर वहा से चले जाते हैं। डॉक्टर के जानें के संध्या धम से बेंच पे गिर पड़ी। उनके गिरते के साथ ही मानवी भागते हुए आती है और अपनी को संभालती है। संध्या जी मानवी की तरफ देखती है और उसे गले लगा कर रोने लगती है। मानवी के पिछे से ही मायरा भी आई थी। वो दोनों पास जाकर कनसोन करते हुऐ " बड़ी मां आप चिंता मत करो। हम उसे छोड़ेंगे नहीं जिसकी वजह से लक्ष्य आज इस हालत में है।" उदय जी भी हौसला देते हुए " हा भाभी हम छोड़ेंगे नहीं उसे, अशली नर्क क्या होता है ये अब उसे पता चलेगा।" तभी उदय जी के पिछे से एक गुस्से से भरी रौबदार आवाज़ आती है "जिसने भी ये किया हो जो भी जिम्मेदार हो। मैं उसे छोडूंगा नही अपने इन्ही हाथों से मार डालूंगा।" ये आवाज सुनकर उदय जी और मायरा दोनों साइड हट जाते हैं, तू वही संध्या जी और मानवी दोनों सामने की तरफ देखते हैं। सामने कोई और नहीं बल्कि रुद्रांश खड़ा था। जो इस वक्त बेहद गुस्से में नजर आ रहा था। संध्या जी और मानवी दोनों भागते हुए जाकर रुद्रांश के गले लग जाते है। और रोते हुए " रूद्र… वो…. वो लक्ष्य… " और जोर-जोर से रोने लगती है। अपनी मां और बहन की ये हालत देखकर रूद्र को बहुत ज्यादा बुरा लगता है। वो दोनों को संभालते हुए ले जाकर बेंच पर बिठाते हैं और दोनों के लिए पानी मंगवाता है। उदय जी जाकर दोनों के लिए पानी लेकर आते है। रुद्र दोनों को पानी पिलाता है और शांत करवाता है। "मां…मनु प्लीज़ आप लोग रोइए मत, जिसने भी मेरे भाई के साथ ये किया है, मैं उसे नहीं छोडूंगा।" कुछ देर रोने के बाद दोनों का मन हल्का हो जाता है और दोनों ही शांत हो जाती है। फिर रुद्रांश खड़ा होके विवान को देखते हुऐ " विवान इन सब चीजों की investigation करो मुझे जल्दी से जल्दी पता कर के बताओ।" विवान जाता उससे पहले ही उदय जी उनके पास जाकर। उसकी कोई जरुरत नहीं है रूद्र मैने पता कर लिया है। और रूद्र को वो फाइल दी। रुद्र ने फाइल खोली और उसकी आंखें तेजी से पन्नों पर दौड़ने लगीं। जैसे-जैसे वो फाइल पढ़ता गया, उसके चेहरे के भाव सख्त होते गए। आखिरी पन्ना पढ़ते ही उसके जबड़े कस गए और उसने अपने दांत इस कदर भींच लिए कि आवाज़ सुनाई दी। "Kiara Desai" उसने धीरे से कहा, उसकी आवाज में गुस्से और सेटिस्फेक्शन के मिले जुले भाव थे। एक खतरनाक मुस्कान उसके चेहरे पर फैल गई। "इसने लक्ष्य का एक्सीडेंट किया था।" संध्या जी और मानवी ने हैरानी से उसकी ओर देखा। उनके लिए ये समझ पाना मुश्किल था कि इतनी बड़ी जानकारी के बाद रुद्र के चेहरे पर ये अजीब सी मुस्कान क्यों है। "अब इसे नहीं छोड़ूंगा," रुद्र ने धीरे-धीरे कहा, उसकी आवाज में ठंडक और दृढ़ता थी। माँ ने रुद्र की आँखों में देख कर अपनी चिंता जताई, लेकिन रुद्र की आँखों में केवल एक ही चीज़ दिखाई दे रही थी - अपने भाई का बदला। उसने फाइल को कसकर पकड़ा और एक आखिरी बार उस पर नज़र डाली। उसके चाचा ने थोड़ी दूरी पर खड़े होकर ये सब देखा, उसकी आँखों में गर्व और चिंता दोनों ही थे। रुद्र के चेहरे पर वो खतरनाक मुस्कान अब भी थी, जैसे कि उसने अपने अंदर के तूफान को काबू में कर लिया हो और अब वो अपने मिशन के लिए पूरी तरह तैयार हो। तभी संध्या जी रूद्र के पास आकर बोलती है " रूद्र क्या तुम मेरी एक बात मानोगे???…" इसपर रूद्र संध्या जी को कंधो से पकर कर बोलता "माँ, आपने मुझे बस ऑर्डर देना है। आपको मेरी परमिशन मांगने की कोई जरुरत नहीं है।" तभी संध्या जी अपना सर उपर करके रूद्र को देख कर " तुम उस लड़की से शादी कर लो।" संध्या जी की ये बात सून सब हैरान हो जाते है। उदय जी – "भाभी ये आप क्या बोल रही है???" दीपाली जी असमंजस में होके, "हा भाभी ये सब… आप उस लड़की से शादी करवाना चाहती है जिसने लक्ष्य को इस हाल में पहुंचा दिया।" @@@अब देखना ये है की रूद्र का क्या जवाब होगा??? क्या वो करेगा Kiara Desai से शादी???@@@ जाने के लिए बने रहे… Guys I am sorry but ab 1 month 20 days ka gap hoga because mera final exam hai me uske baad continued likhungi so please please please stay tuned.....