ये कहानी है आतिश अलकानी और उसकी थंडर राहत की। प्यार होने तक इंसान अपने होश मै रहता है पर जब इश्क पागलपन और जुनून बन जाए वो हर हद पार कर देता है। राहत की मौत एक रहस्यमयी तरीके से हुई थी पर आतिश का इश्क उसे उस दूसरे जहां से भी वापस खींच लाया। क्या इस ब... ये कहानी है आतिश अलकानी और उसकी थंडर राहत की। प्यार होने तक इंसान अपने होश मै रहता है पर जब इश्क पागलपन और जुनून बन जाए वो हर हद पार कर देता है। राहत की मौत एक रहस्यमयी तरीके से हुई थी पर आतिश का इश्क उसे उस दूसरे जहां से भी वापस खींच लाया। क्या इस बार ये प्रेम कहानी पूरी हो पाएगी क्या राहत अपनी मौत का बदला ले पाएगी जानने के लिए पूरी कहानी
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Kolkata hospital... रात 9 बजे करीब 30 साल की औरत अपनी जिंदगी की आखिरी सांसे ले रही थी उसके पास उसका पति बैठा था और उसे हंसाने की नाकाम कोशिशें कर रहा था " थंडर तुझे अब फ्यूचर की टेंशन नहीं लेनी पड़ेगी क्योंकि हम दोनों एक साथ उस जालिम दुनिया को छोड़ देंगे और ना तुझे मेरा वेट करना पड़ेगा " चलो तुम्हें डायरी की वो फोटोज दिखाता हूं जो तुझ से छुप कर मैने ली थी... इतना बोल कर वो शक्श एक एल्बम निकालता है और उसकी पिक्चर बेड पर लेटी उस खूबसूरत लड़की को दिखाने लगता है जो मुश्किल से सांस ले पा रही थी ये हैं " मिसेज राहत आतिश अलकानी " और इसके सामने बैठा है इसका पति आतिश अलकानी जो दिखने मै प्रिंस चार्मिंग है बस उसका रंग हल्का गेहुआ है जो उसे और ज्यादा खूबसूरत बनाता है माथे पर बिखरे बाल उसकी amber eyes को छुपाने की नाकाम कोशिशें कर रहे थे उसके चेहरे पर एक स्माइल जो सिर्फ तब आती है जब वो अपनी थंडर के आस पास होता है उसकी थंडर उसकी बीवी है जो सिर्फ नाम से राहत नहीं है बल्कि आतिश की जिंदगी में सच में एक राहत लाने का काम करती है पर फिलहाल राहत बोलने में नाकाम थी उसकी पूरी बॉडी पैरालाइज्ड हो चुकी थी जिस वजह से ना वह कुछ बोल सकती थी और ना ही आतिश के बहते आंसू पहुंच सकते थे उसकी नीली आंखें रह-रह कर भीग रही थी जिन्हें आतिश बार-बार पहुंच रहा था राहत ने पूरी जिंदगी कभी भी आतिश की इज्जत नहीं की हमेशा उसे गलत समझा उसे लगता था आतिश सिर्फ उसे एक हवस मिटाने की चीज समझता है क्योंकि आतिश को एक प्रॉब्लम थी जिससे वह जब भी रात के करीब आता था आउट ऑफ कंट्रोल हो जाता था और इसके पीछे बहुत सारे रीजन थे पर रहता को यही लगता था यह सब कुछ आतिश नॉर्मल होते हुए भी कर रहा है क्योंकि आतिश बाकी लड़कियों के करीब भी नहीं जाता था बस राहत से उसे अलग ऑप्शन था जो वह चाह कर भी नहीं मिटा पाता था राहत को नहीं पता था आतिश उससे दूर रहने के लिए कितने ट्रीटमेंट ले चुका है पर हर ट्रीटमेंट फेल हो जाता था रात को अब धीरे-धीरे सब समझ आ रहा था पर अब समझने से कोई फायदा नहीं था क्योंकि अब बहुत ज्यादा देर हो चुकी थी राहत आतिश को बताना चाहती थी कि उसे एक प्वाइजन दिया गया है जिसकी वजह से उसकी पूरी बॉडी पैरालाइज्ड हो चुकी है ना कि यह एक कोइंसिडेंट था यह जानबूझकर किसी ने किया है पर फिलहाल राहत शिवाय अफसोस करने के कुछ नहीं कर सकती थी ना वह आतिश को कुछ बोल सकती थी और ना उसे खुद पता था कि उसे यह प्वाइजन देने वाला शख्स कौन है करीब आधे घंटे बाद चाहत के शरीर से जुड़ी मशीनों में एक तेज बीप बीप की आवाज आने लगी और आतिश का चेहरा डर के मारे काला पड़ गया उसने रत का हाथ पकड़ते हुए कहा थंडर इतनी जल्दी तो नहीं जाना था प्लीज आई रिक्वेस्ट यू मैं अपनी जिंदगी में किसी के सामने हाथ नहीं फैलाए हैं पर तुम्हारे सामने फैला रहा हूं प्लीज मुझे छोड़कर मत जाओ राहत भी पूरी हिम्मत कर रही थी कि वह आतिश को कुछ बोल पाए पर वह ऐसा कुछ ना कर सकी और अचानक ही सब कुछ शांत हो गया चाहत की हार्टबीट कि वह बंटी लाइन एकदम सीधी हो गई और चाहत के शरीर में ठंडापन पकड़ लिया आतिश में चिल्लाते हुए " noooooo you can't.....!!!!!!" पर अब उसके हाथ में कुछ नहीं था उसकी राहत उसे छोड़कर जा चुकी थी Rebirth मुंबई व्हाइट विला सुबह के करीब 8 बजे राहत की आंखें चेहरे पर धूप पड़ने के कारण खुली उसे अपने कानों में चिड़िया की बोलने की आवाज आ रही थी क्योंकि व्हाइट विला चारों तरफ से एक गार्डन से गिरा था जिस वजह से वहां पक्षियों का आना-जाना लगा रहता था चाहत ने कस मसाते हुए अपनी आंखें खोली उसे अपने शरीर में बहुत तेज दर्द हो रहा था और साथ ही ऐसा लग रहा था किसी ने उसे जंजीरों से जकड़ रखा है ! राहत ने बहुत मुश्किल से अपनी आंखों को खोल कर आस पास देखने की कोशिश की आखिर वह कहां है और जैसे ही उसके नजर सीलिंग पर लटके झूमर पर गई उसकी आंखें हैरानी से फैल गई यह तो आतिश का कमरा था पर " वह वह तो मर चुकी थी वह आतिश के कमरे में क्या कर रही है ? उसने जैसे ही दूसरी तरफ चेहरा घुमाया आतिश का हैंडसम फेस उसके सामने आ गया जो सोते हुए बहुत ज्यादा मासूम लग रहा था आतिश उसको कुछ इस कदर पकड़े हुआ था जैसे अगर वह छोड़ेगा तो राहत उसे छोड़ कर भाग जाएगी और यह डर सच भी था राहत हमेशा उसके साथ ऐसा ही करती है जब भी उसे मौका मिलता है आतिश से दूर जाने का वह बहुत दूर चली जाती है और आतिश उसके बिना कई महीने बीताता है पर राहत को समझ नहीं आ रहा था कि अब वह यहां क्या कर रही है उसने धीरे से बोलने के लिए अपना मुंह खोला क्योंकि वह तो पैरालाइज्ड थी अगर वह जिंदा भी बच गई तो भी वह बोल नहीं सकते थे पर उसके मुंह से शब्द निकल रहे थे उसने धीरे से कहा " क्या क्या मैं ठीक हो गई " पर उसने नजरे घूम कर इधर-उधर देखा तो टेबल पर पड़े कैलेंडर पर उसके नजर गई जिसमें 2023 का कैलेंडर ओपन था उसने और नजर घुमाई तो देखा यह कैमरा बिल्कुल उसी तरह सजा हुआ है जिस तरह उसकी शादी की रात सजा था उसको समझ नहीं आ रहा था उसके साथ यह क्या हो रहा है डर के मारे उसके पसीने छूट रहे थे उसका दिल जोरो से धक धक कर रहा था वो कहा पहुंच गई अपने अतीत में? या ये कोई एक सपना है? या फिर जो जिंदगी उसने बिताई है वो एक बुरा सपना था उसे कुछ समझ नहीं आ रहा था राहत की खूबसूरत नीली आंखों मै आंसु भर चुके थे उसने होठ भींचते हुए खुद को रोने से रोकने की नाकाम कोशिश की पर फिर भी उसके होठों से सिसकी निकल ही गई जिसके अगले ही पल आतिश की आंखे खुल गई उसने धीरे से अपनी amber eyes खोलते हुए राहत के गोल चेहरे को देखा जिस पर पसीने की बूंदे ठहरी थी साथ मै गालों पर आंसु उसने धीरे से कडल करते हुए राहत के चेहरे को बिल्कुल अपने चेहरे के सामने किया और हल्के से उसके बालों को उसके कान के पीछे करते हुए उसके फोर हेड को चूमते हुए कहा " थंडर are you alright hmm " राहत ने आंखे उठाते हुए आतिश को देखा ओर उसकी आंखो से झर झर के आंसु बहने लगे कितने दिनों बाद उसने आतिश की करीबी महसूस की थी चाहे ये हकीकत हो या सपना उसे अपने करीब आतिश को महसूस कर के जो फील हो रहा था उस सुकून को वो कभी खुद से दूर नहीं करना चाहती थी वही आतिश ने एक बार फिर उसके soft cheek को किस करते हुए कहा " क्या हुआ sweetheart ऐसे क्या देख रही हो अब तो तुम्हारी ओर मेरी शादी भी हो गई अब तो मैं एक हक से तुम्हारे करीब आ सकता हु ना अब मेरे प्यार मै हवस नजर नहीं आती होगी तुम को ? " आतिश आंखो मै ढेर सारी उम्मीद लिए राहत से ये सवाल कर रहा था To be continued ❤️
आतिश जब भी राहत के सामने होता था उसके अंदर एक मासूम बच्चा नजर आता था जो राहत की अटेंशन पाने के लिए ढेर सारे एफर्ट्स करता था राहत और आतिश दोनों बेलीबाज एक दूसरे की बाहों मै थे जिससे अब राहत को अजीब लग रहा था उसकी खुद की कस म कस खत्म नहीं हो रही थी वो suddenly 30 से 21 की age मै कैसे आ गई उसे कुछ समझ नहीं आ रहा था उसने धीरे से आतिश के हाथ को अपनी कमर से हटाने की कोशिश करते हुए कहा " म.. मुझे वॉशरूम जाना है प्लीज " आतिश ने धीरे से उसे अपनी बाहों से आजाद कर दिया और राहत उससे दूर खिसकते हुए उठ कर बैठ गई पर अचानक ही उसकी लोवर बैक मै इतना तेज दर्द हुआ उसकी चीख निकल गई और उसकी आंखो मै आंसु आ गए आतिश घबराते हुए उठा और उसे अपनी बाहों मै भरते हुए बोला " Are you.. are you okay thunder " राहत ने हल्की सी सिसक के साथ कहा " Hmm.. but i can't walk " आतिश उठा और राहत के छोटे से शरीर पर पूरी तरह ब्लैंकेट लपटते हुए उसे अपनी बाहों मै भर कर वॉशरूम मै ले गया.... करीब आधे घंटे बाद वो दोनों नहा कर बाथरूम से बाथ रॉब पहने वापस आए और जिस तरह आतिश उसे अपनी बाहों मै उठा कर ले गया था ठीक उसी तरह वो उसे वापस अपनी बाहों मै उठा कर लाया था.. राहत का दिमाग अब भी अपनी past birth मै उलझा था वो इस चीज को डाइजेस्ट नहीं कर पा रही थी कि उसका rebirth हो गया है वो फिर से जवान हो गई है उसे फिर से मौका मिला है आतिश के साथ जिंदगी जीने का और उसे नफरत बदले प्यार देने का आतिश ने उसे क्लोजिट मै छोड़ा और खुद एक ब्लैक शूट पहनते हुए वहा से बाहर आ गया क्योंकि उसे किसी इंपॉर्टेंट काम से बाहर जाना था... आतिश पेशे से एक आर्किटेक्चर है उसकी कंपनी का नाम " make the world" है आज उसे एक क्लाइंट का प्लॉट देखने जाना था... उसकी करियर वाइज उसकी लाइफ बिल्कुल सेट है कबाड़ा तो love life का ही है... क्योंकि उसे एक अजीब सी बीमारी थी वो थी लड़कियों की स्मेल से.... फीमेल बॉडी फ्रेगरेंस उसके लिए किसी जहरीली स्मेल से कम नहीं थी... उसे लड़कियों की करीबी मै घुटन होती थी लेकिन उसके बाद उसकी लाइफ मै आई राहत जिसके पास रहने से उसे घुटन नहीं बल्कि सुकून महसूस होने लगा.... उसे लगा वो ठीक हो रहा है but situation और ज्यादा खराब होने लगी उसे हर पल अपने पास राहत चाहिए होती है सोते उठते बैठते बस राहत उसकी डॉक्टर ने उसे इसका कारण बताया कि उसकी फीलिंग्स पहले जो डेवलप नहीं हो पा रही थी वो चाहत के आने से पहले तो सिर्फ क्रिएट हुई और उसके बाद... आउट of कंट्रोल होने लगी क्योंकि इतने टाइम तक उनका ना होना आतिश को अंदर से खोखला कर चुका था और एक बार जब आतिश ने उस प्यारी फीलिंग का अहसास जी लिया तो उसका mind बार बार बस उसे ही जीना चाहता है अंग्रेजी मै इस बीमारी को hypersexuality कहते हैं आतिश की बॉडी मै डोपामिन ज्यादा क्वांटिटी मै बनना शुरू हो गया Back to story राहत एक deep red सारी पहन कर क्लोजिट से बाहर आती है जिसमें वो कितनी खूबसूरत लग रही थी ये शब्द बयान नहीं कर सकते आतिश जो अपने फोन मै कुछ चेक कर रहा था उसके कदमों की आहट सुन कर उसकी नज़रे अपने आप उसकी तरफ चली गई और एक बार जो नजरे उसकी तरफ उठी तो बस वहीं ठहर गई राहत ने घबराई नजरो को उठा कर आतिश को देखा क्योंकि उसे पता था हर बार आतिश उसे देख कर कैसे रिएक्ट करता है जिससे अपने आप ही राहत की बॉडी मै सिहरन पैदा हो जाती है आतिश के कदम अपने आप राहत की तरफ बढ़ गए वहीं राहत के कदम पीछे होने लगे कुछ जी देर मै आतिश ने दोनों के बीच का फासला मिटा दिया था और राहत की पीठ पीछे दीवार से लग चुकी थी आतिश उसके करीब गया और उसके गालों पर आई बालों की लटो को उसके कान के पीछे करते हुए बोला " तुम्हे पता है मै तुम्हे थंडर क्यों बुलाता हूं " राहत ने डरते हुए धीरे से ना मै सर हिला दिया और आतिश के होठों पर एक छोटी सी स्माइल आ गई उसने राहत के गाल पर छोटी सी किस करते हुए कहा " क्योंकि तुम्हे देखते ही मेरे शरीर पर थंडर इफेक्ट होने लग जाता है, बिल्कुल उसी की तरह चमक है तुम्हारी you are My thunder ⚡ " कुछ देर बाद आतिश राहत का छोटा सा हाथ अपने हाथ मै पकड़े हुए सीढ़ियों से नीचे आता है जहां उसका पूरा परिवार था आतिश के परिवार मै ज्यादा लोग नहीं थे उसकी मां हर्षाली थी और उसकी सगी बहन दिशा इसके अलावा उसके चाचू कौशिक और चाची मोहिता और उनके दो बच्चे ओंकार और अनन्या आतिश को देख कर हर्षाली जी ने मुस्कुराते हुए कहा " बेटा आज आप राहत को कॉलेज ड्रॉप करने थोड़ा लेट चले जाना, जैसे भी कि हो पर आप दोनों ने शादी की है हम कम से कम मंदिर मै पूजा की रस्मे तो निभा ही सकते हैं" आतिश ने गर्दन टेढ़ी कर के राहत की तरफ देखते हुए कहा " थंडर तुम चाहती हो हम पूजा की रश्म निभाए " राहत ने धीरे से हा मै सर हिला दिया और हर्षाली जी ने एक चैन की सांस ली क्योंकि अगर राहत ने हा बोला है तो आतिश कुछ भी करने को तैयार हो सकता है कुछ ही पलो बाद उन्होंने राहत और आतिश से कान्हा जी के मंदिर में पूजा करवाई और फिर उनको आशीर्वाद देते हुए कहा " हमेशा साथ रहो और खुश रहो " आतिश ने राहत का हाथ फिर से पकड़ते हुए कहा " थंडर को लेट हो जाएगी मॉम" और फिर आगे बढ़ गया घर के किसी सदस्य मै इतनी हिम्मत नहीं थी जो आतिश को रोक टोक सके
कुछ देर बाद राहत और आतिश दोनों कार मै बैठे थे आतिश का ड्राइवर कार स्टार्ट करके पार्टीशन ऑन कर देता है जिसके साथ ही आतिश राहत को कमर से पकड़ते हुए अपनी लेप पर बैठा लेता है राहत एक पल के लिए चिहुंक जाती है और सहारे में के लिए अपने दोनो हाथ आतिश के कंधों पर कस देती है आतिश उसके गालों पर आए बालों को पीछे करते हुए उसके चेहरे पर हल्की सी फूक मार के अपनी डॉमिनेटिंग आवाज मै कहता है " याद रखना थंडर तुम मुझ से हो मैं तुम से तो मैं बिल्कुल बर्दाश्त नहीं कर पाऊंगा कोई मेरी थंडर को टच करे अपनी दोस्तो से भी दूर रहना समझी " राहत के होठ कांप रहे थे आतिश से आती मेनली स्मेल उसके दिल मै सिहरन पैदा कर रही थी ऊपर से उसके पजेशन से भरे वर्ड्स उसके कानों मै घुलते हुए उसके जहन में उतर रहे थे उसने मुश्किल से अपने होठों को होले से खोल कर कहा " मै.. मै ध्यान रखूंगी " आतिश ने उसके गाल पर अपनी उंगली फ़िराते हुए कहा " Hmm good girl " कुछ पल राहत को जी भर देखने के बाद आतिश ने अचानक ही उसके मुलायम होठों को अपने मुंह में भर लिया और राहत एकदम से चिहुंक उठी आतिश किसी प्यासे की तरह उसके होठों को पीने की कोशिश कर रहा था वही राहत के दिल मै डर बैठ गया था कही आतिश खुद पर काबू खो देगा तो वो क्या करेगी आतिश का एक हाथ राहत की कमर ओर लोवर बैक पर अपनी पकड़ कस रहा था जैसे वो उसे पूरी तरह से अपने अंदर समेटना चाहता हो राहत को सांस लेने मै भी तकलीफ हो रही थी ये महसूस कर आतिश ने न चाहते हुए भी उसके होठों को रिहा कर दिया और राहत लंबी लंबी सांसे लेने लगी उसके ऊपर नीचे होते सीने को देख कर आतिश ने बेरहमी से अपने जबड़े कस लिए और अपनी नज़रे हटा ली क्योंकि शायद वो खुद पर काबू खो देता अगर कुछ पल और राहत को देखता ड्राइवर ने कार कॉलेज के सामने रोकते हुए कहा " सर कॉलेज आ गया " आतिश राहत के दुपट्टे को सही करते हुए कार से उतर जाता है और राहत भी जिसके अगले ही पल वो उसका हाथ पकड़े अंदर की तरफ बढ़ जाता है राहत को पता था आतिश उसकी प्रोटेक्शन के लिए ये जरूर करेगा पर कॉलेज मै ये सब बहुत akward लग रहा था आतिश उसे सीधा प्रिंसिपल ऑफिस ले गया वही दूसरी तरफ एक लड़का दौड़ते हुए प्ले ग्राउंड की तरफ जाता है और एक लड़के के पास जाकर बोलता है " वो आ गई जाफर " जाफर जिसने हाथ मै बोल पकड़ी थी अचानक ही पीछे मुड़ कर उस लड़के की सीट देख कर कहता है " किसकी बात कर रहे हो रोहन " रोहन ने हाफ तेे हुए कहा " राहत " ये सुन कर अचानक ही जाफर के जबड़े गुस्से से कस गए और अचानक ही उसके होठों पर डेंजरस स्माइल आ गई " आखिर कब तक वो फुलझड़ी मुझसे बच सकती है अब उसे पता चलेगा जाफर नवाब से पंगा लेने का अंजाम क्या होता है " वही आतिश ने प्रिंसिपल के सामने रोब से बैठते हुए कहा " कैसे हो सुभाष द्विवेदी " सुभाष के तो होश उड़ गए थे आतिश अलकानी को अपने सामने देख कर उसने डरते हुए अपनी चेयर से उठ कर हाथ जोड़ते हुए कहा " ज.. जी मिस्टर अलकानी हम बिलकुल् ठीक हैं आप... आपका यहां आना कैसे हुआ " आतिश ने राहत का हाथ पकड़ कर अपने बगल में बैठाते हुए कहा " ये तो आपकी खुशनसीबी है प्रिंसिपल सर की आतिश अलकानी खुद सामने से चल कर तुम्हारे केबिन तक आया है " प्रिंसिपल कैडर के मारे हाथ पैर कहां पर रहे थे उसने दर से सूखने अपने होठों पर जीप फेरते हुए कहा जी जी मिस्टर लखनी यह हमारा सौभाग्य है कि आप यहां आए आतिश ने एक डेविल्स स्माइल के साथ कहा "" यह सौभाग्य दुर्भाग्य में बदल जाएगा अगर मेरी बीवी को तुम्हारी इस कॉलेज में कोई भी परेशानी हुई " प्रिंसिपल ने सहमी नजरों से आतिश के बगल में बैठी राहत को देखा जिसकी नजरे झुकी हुई थी क्योंकि उसे बहुत ऑकवर्ड फील हो रहा था उसी के सामने उसका पति उसके प्रिंसिपल को धमका रहा था प्रिंसिपल ने डर से सूखते अपने गले को तर को करते हुए कहा " जी मै समझ गया मेम को यहां कोई दिक्कत नहीं होगी " आतिश एक नजर राहत को देखता है और फिर उसके करीब आते हुए उसके फोर हेड को चूमते हुए कहता है " अब जाओ तुम " राहत का दिल कर रहा था वो आतिश का सर खोल के चेक करे आखि़र क्या भरा पड़ा है उसके दिमाग मै शर्म से उसका चेहरा कश्मीरी सेब बन चुका था उसके बेशर्म पति ने उसके प्रिंसिपल के सामने उसके माथे को चूम लिया वो जल्दी से अपने बेग को कस कर पकड़ते हुए चेयर से उठ जाती है और फिर तेज कदमों से अपने क्लास रूम की तरफ बढ़ जाती है अभी क्लास शुरू होने मै कुछ मिनिट बाकी थे इसलिए उसके दिल मै इस बात की तसली थी कि वो अपना लेक्चर मिस नहीं करेगी वो जैसे ही क्लास रूम मै एक कदम रखती है लड़कों की तरफ से सीटी बजाने की आवाज आती है और राहत गुस्से से अपनी मुट्ठियां भींच लेती है उसे पता था ये किसकी करतूत है पर वो खा म खा किसी के मुंह नहीं लगना चाहती थी वही उसे देख कर उसकी दोस्त चंचल के चेहरे पर बड़ी सी मुस्कुराहट आ गई थी चंचल दिखने मै बेहद क्यूट थी उसकी क्रिस्टल ग्रीन आईज उसे सबसे अलग बनाती हैं वो राहत को देखती है और उठ कर उसके पास जाकर उसे हग करने के लिए आगे बढ़ती है पर राहत आतिश को याद करते हुए उसके सामने अपना हाथ बढ़ा देती है और चंचल का मुंह बन जाता है वही जाफर और उसकी पूरी गैंग चंचल और राहत को घूरते हुए एक प्लान बना रहे थे बस इंटरवेल ब्रेक का इंतजार और इसकी सारी अकड़ मेरे जूते के नीचे! To be continued thank you so much for reading this novel