यह कहानी है रोशनी की, रोशनी जो अपने देश की रक्षा करते हुए जंगल में आखिरी सांसे ले रही थी की अचानक उसके साथ कुछ ऐसा होता है जिसके कारण वो उसे एक साधारण सी लड़की के रूप में रहना पड़ता है रौशनी अपनी पहचान को बनाने और अपने अधूरे सपने को पूरा करने की ठान... यह कहानी है रोशनी की, रोशनी जो अपने देश की रक्षा करते हुए जंगल में आखिरी सांसे ले रही थी की अचानक उसके साथ कुछ ऐसा होता है जिसके कारण वो उसे एक साधारण सी लड़की के रूप में रहना पड़ता है रौशनी अपनी पहचान को बनाने और अपने अधूरे सपने को पूरा करने की ठान लेती है। लेकिन इसी सफर में वो जा टकराती है रिवांश राजपूत से जो की कहने को तो सबसे पॉवरफुल फैमिली राजपूत फैमिली का बेटा था लेकिन साथ ही उसे एक अजीब तरह की बीमारी थी जिसके बारे में कोई भी सही से नहीं जनता था । जनता था तो सिर्फ अफवा। तो क्या होगा जब रोशनी जिसे अपने सपनो को पूरा करना था वो किसी बीमार इंसान के साथ बंध जायेगी ? क्या रोशनी रिवांश की साथी बन कर उसका साथ निभायेगी या फिर उससे अपना पीछा छुड़ा कर अपने सपनो को साकार करेगी । जानने के लिए पढ़िए हमारी नॉवेल 'Tu Meri Roshni ' only on Story mania.
Roshni Kashyap
Heroine
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Hello Every one,
To kese hai aap sab umeed hai ki badhiya hi honge. This is my first novel I hope you will like it and also support it
Khasi Hills Forest (Meghalaya)
चार लोग जंगल में भाग रहे थे और इधर उधर देखते जैसे कुछ ढूंढने की कोशिश कर रहे हो । उन चारो ने अपने हाथो में बड़ी बड़ी गन पकड़ी हुई थी और उनके चहरे पर काले रंग से लाइन बनी थी।
तभी जंगल के बीच एक जगह रुक कर उन में से एक आदमी बोला - हमे उसे किसी भी हाल में ढूंढना होगा, उसके पास हमारी सब जानकारी है हमारे सालो की महनत बेकार हो जायेगी ।
इतना कह कर वो आदमी अपने बाकी साथियों को अलग अलग दिशा में जाने को कहता है । उसकी बात मान कर सभी चारो अलग अलग दिशा में चले जाते है।
उन में से एक आदमी जिसका नाम फेज था वो अपनी बंदूक थामे आगे बड़ ही रहा था की अचानक उसे कोई आवाज सुनाई देती है । जिसे सुन कर फेज तुरंत रुक कर पीछे पलट के देखता है तो वहां पर उसे कोई नही दिखता तो वो इसे नज़र अंदाज़ कर के आगे बड़ने लगता है ।
फेज चार कदम चला ही था की उसे फिर वही आवाज सुनाई देती है तो फिर से पलट कर देखा है लेकिन इस बार भी उसे कोई नही दिखता। ऐसा ही दो तीन बार और होता है , जिससे परेशान हो कर वो पांचवी बार पलट के गुस्से चिल्लाता है । तब ही उसे एक पोधे के पीछे बैठी छोटी सी गिलहरी दिखाई देती है जो पत्ते खा रही थी ।
उस गिलहरी को देख कर फेज कहता है- अच्छा तो वो तू है जो इतनी देर से मुझे परेशान कर रही थी इतना बोल कर वो एक गोली उस गिलहरी की तरफ चला देता है लेकिन गिलहरी बच कर वहां से दर के भाग जाती है।
ये देख कर वो हंसते हुए कहता है- नन्ही सी गिलहरी मुझे डराने चली थी । वो हंसते हुए ही वापस पलटता है लेकिन अपने सामने देख कर उसकी आंखे बड़ी की बड़ी और सांस गले में अटकी रह जाती है।
क्योंकि उसके सामने एक लड़की जिसने आर्मी की ड्रेस पहन रखी थी अपने पूरे चहरे को मास्क से छुपा रखा था ।
दिख रही थी तो सिर्फ उसकी आंखे जिन में कोई भाव नहीं थे , था तो सिर्फ आपने सामने वाले को मरने की इच्छा ।
पलक झपकते ही उस लडकी ने अपने हाथ में पकड़े खंजर को उसके गले के आर पार कर दिया । अगले ही पल फेज का बेजान शरीर जमीन पर पड़ा हुआ था और उसके गले से खून पानी की तरह बह रहा था ।
तभी वहां पर बाकी के तीनो आदमी भी आ गए और अपने एक साथी को मारा हुआ देख कर चोक गए और अगले ही पल उन सब के चहरे गुस्से से भर गए और उस लड़की पर हमला करने को तयार थे ।
लेकिन जब तक वो लोग उस लड़की पर हमला करते उससे पहले ही वो लड़की फेज के ऊपर से पर रखते हुए आगे बड़ी और एक दम से छलांग लगा के उन तीन आदमीयों पर केवल अपने खंजर से ही हमला करने लगी और दो मिनट में ही उन तीनो को बिना ज्यादा मौका दिए मार गिराया था ।
जो चीखने चिल्लाने की आवाजे आ रही थी वो रुक गई और पूरे जंगल में एक सन्नाटा छा गया था । जिसे जंगल के जानवर भी जानते हो कि शेरनी आज सिर्फ खून की भाषा को जानती है ।
वो लड़की उन चारो को मारने के बाद अपने खंजर को वापस रख के आगे जा ही रही थी की इसके कान में लगा ब्लूथू से आवाज आने लगी- हेलो. हेलो. इज थिस कमांडर RR ..... ।
तो वो लड़की यानी की रोशनी तुरंत कहती है- यस कमांडर RR थिस साइड । तो उधर से एक आदमी बड़े ही खुशी भरी आवाज में कहता है - RR तुमने जो भी डाटा हम सेंड किया वो हमे मिल चुका है, हमारा mission पूरा हुआ , अब तुम उस जंगल से बच कर जल्दी से यहां base पर आ के रिपोर्ट करो ।
ये सुन रोशनी कहती है- यस सर । इसके बाद उधर से आवाज आना बंद हो जाती है ।
(तो ये है हमारी रोशनी, रोशनी रावत जिनका कोड नेम है RR । उम्र भी ही इनकी 26 साल हो लेकिन इनके काम बहुत बड़े है । इंडिया की कोबरा आर्मी की पहली लेडी ऑफिसर रह चुकी है लेकिन फिर इनकी वीरता को देखते हुए इन्हें पारा कमांडो की पोस्ट दी गई ।)
रोशनी ने अपने चारो तरफ नजर घुमा के देखा फिर थोड़ी ही दूरी पर एक छोटे से तलब के पास बैठ गई और अपना मास्क हटा कर चेन की सांस ली ।
रोशनी अपना मुंह धुलने के लिए पानी में जिसे ही अपना हाथ डालती है वैसे ही अपने चहरे को पानी में देख कर उसे कुछ चीज याद आने लगती है, की कैसे उसके दादा जी उसकी शादी कराना चाहते थे लेकिन उसके सांवले रंग के कारण उसकी शादी नही हो रही थी, बड़ी मुस्किल से शादी तय भी हुई थी तो दहज न दे पाने के कारण उसके मंगेतर ने शादी तोड़ दी थी ।
रोशनी ये सब सोच ही रही थी की अचानक से उसके सर पर किसी भारी चीज से हमला होता है और वो वही बेहोश हो के गिर पड़ती है ।
लगभग 2 घंटे बाद,
रोशनी धीरे धीरे अपनी आंखे खोलती है, अपनी आंखे खोल कर वो देखती है तो दिन ढल चुका था, उसके हाथ पर किसी चीज से बंधे हुए थे, उसे कुछ भी समझ नही आ रहा था । तभी कही से बहुत ठंडा पानी उसके ऊपर पड़ता है जिससे वो पूरी तरह से होश में आ जाती है ।
होश में आ के रोशनी देखती है की उसके हाथ पैर एक जमीन में गड़े हुए बांस से बंधे हुए थे और उसके सर से हल्का हल्का खून बह रहा था ।
तभी एक आदमी सामने आ कर जो बहुत गुस्से में लग रहा था वो बोला - इस लड़की, सिर्फ इस लड़की के कारण हमारा भारत पर हमला करने का प्लान बेकार हो गया इसने न सिर्फ हमारी जानकारी अपने लोगो को दी साथ ही हमारे पूरे कैंप को हमारे ही बॉम से उड़ा दिया और तो और जो कुछ साथी बचे थे उन्हे भी बेदर्दी से मौत के घाट उतार दिया ।
ये सब उस आदमी के मुंह से सुन कर रोशनी एक टेडी मुस्कान के साथ उसे देखने लगी। ये देख कर वो आदमी गुस्से से तिल मिला उठा उसने अपने पास रखा हंटर उठाया और रोशनी को मारने लगा लेकिन रोशनी सिर्फ अपनी आंखे बंद करे सहती रही उसके मुंह से एक चीख भी नही निकली । कुछ देर मारने के बाद जब उस आदमी ने देखा की रोशनी पर कोई फर्क नहीं पड़ रहा तो उसने गुस्से में हंटर फेक दिया , ये देख कर रोशनी हसने लगी और अपना सर उठा कर बोली - बस इतना ही दम था ।
ये सुन कर वो आदमी रोशनी के पास आया और उसके मुंह को कस कर पकड़ते हुए बोला- दम, दम देखना है न तुझे, तेरे शरीर का एक एक कतरा नोच कर तुझे मैं अपना दम अच्छे से दिखाता लेकिन तेरी किस्मत अच्छी है की अभी हम यहां से जाना है । लेकिन मौत तो तुझे तब भी इसी मिलेगी की तेरी पूरी टीम याद रखेगी ।
इतना कह कर उस आदमी ने रोशनी का जबड़ा छोड़ दिया फिर अपनी जेस से लाइटर निकाल कर उसे जलते हुए बोला - ये है तेरे देश को हमारी तरफ़ से टोफा ।
उसके ये कहते ही उस आदमी के साथ के लोगो ने आगे आ कर रोशनी को पूरी तरह से पेट्रोल से नहला दिया । फिर वो आदमी हंसते हुए अपने हाथ में पकड़े लाइटर को रोशनी के ऊपर फेक दिया और खुद अपने साथीयों के साथ वहां से चला गया ।
वही रोशनी को आग ने जलाना शुरू कर दिया था वो दर्द और जलन में तड़प रही थी चिल्ला रही थी लेकिन कोई नही था वहां उसकी सुनने वाला सिवाए ईश्वर के। रोशनी ने दर्द में तड़पते हुए चीख के साथ कहा- भगवान, क्या यही इनाम था मेरा इतना सब करने का, क्या मुझे एक मौत भी अच्छी नसीब नही हो सकती थी ।
इसी के साथ कुछ देर में रोशनी की चिंखे शांत हो गई आग ने भी अपना दम तोड दिया था, पूरा जंगल शांत हो चुका था जैसे जंगल खुद डरा हुआ हो । तभी बदलो के गरजने से शांति टूटी और एक दम से तेज बारिश होने लगी । जैसे प्रकृति भी रो रही हो। अचानक से जंगल के जानवर भी निकल निकल के आने लगे और एक साथ उस जगह को चारो तरफ़ से घेर कर बैठ गए । ऐसा लग रहा था की जंगल के सभी जानवर भी शोक माना रहे हो और भगवान से कह रहे हो की इसकी क्या गलती थी जो इतनी दर्दनाक मौत मिली इसे ।
अभी के लिए इतना ही आगे जानने के लिए अगला चैप्टर जरूर पढ़ें ।
Spoiler -
- क्या इतनी ही थी रोशनी की कहानी ? क्या यही अंत हो जायेगा इस कहानी का जो अभी शुरू भी नहीं हुई थी ?
- या होगा कुछ चमत्कार ऐसा जिससे इंसाफ सबको बराबर मिलेगा ?
सभी सवालों के जवाब जानने के लिए बने रहिये मेरे साथ।
Thank you for reading my novel 'Tu Meri Roshni ' l
Hello Every one,
To kese hai aap sab umeed hai ki badhiya hi honge. Bina time waste kiye hum apni story start karte hai,
अब तक आपने पढ़ा -
रोशनी जो कि अपने एक मिशन के चलते जंगलों में जाना पड़ता है, अपना मिशन पूरा करने के बाद वो आतंकवादीओ से बच कर जा रही थी की उसे धोखे से पकड़ कर बंधी बना के जिंदा आग में जलने को छोर दिया था। रोशनी अपनी अंतिम सांसे लेते हुए भगवान से सिर्फ ये पूछती है की क्या यही था उसका इनाम ।
अब आगे -
मथुरा के एक घर में,
एक लड़की बेड पर लेटी हुई थी, उसके ही पास एक और लड़की जो की उस पहली लड़की से तीन चार साल छोटी नजर आ रही थी। वो छोटी लड़की उसका हाथ पकड़े अपनी आंखो में आंसू लिए बैठी हुई थी और कह रही थी -दीदी आप जल्दी उठ जाओ ना, आप जल्दी से ठीक हो जाओ ।
लेकिन वही खड़ी एक औरत जिस ने नीले रंग की साड़ी पहनी थी वो बोली - पायल तुम इस लड़की की इतनी चिंता मत करो इसे कुछ नही हुआ है ये सब तो बस इसके नाटक है शादी न करने के ।
तब ही जो लड़की इतनी देर से बेड पर बेहोश पड़ी थी वो अचानक से होश में आ जाती है और जोर जोर से सांस लेने लगती है। वो छोटी लड़की यानी की पायल ये देख कर तुरन्त आगे बड़ के उस लड़की की बैठने में मदद करती है ।
बैठने के बाद वो लड़की अपने सर को पकड़ते हुए कहती है - आ. मेरा सर बहुत दर्द कर रहा है। फिर धीरे से अपनी आंखे खोल कर चारो तरफ देखती है तो अपने आप को उस कमरे में देख कर हैरान हो जाती है ।
तब ही कानो में पायल की आवाज सुनाई देती है जो कह रही थी - रोशनी दीदी अच्छा हुआ आपको होश आ गया आपको पता है मैं कितना दर गई थी ।
ये सुन कर वो लड़की यानी की रोशनी पायल की तरफ देखती है तो एक लड़की जिसने गोल फ्रेम का चश्मा पहना हुआ था उसी आंखे इस समय आंसुओ से भरी थी वो बड़ा ही cute चहरा बना कर उसकी तरफ देख रही थी ऐसा लग रहा था की वो किसी भी समय बस रो देगी ।
रोशनी कुछ समझ पाती उससे पहले ही पायल ने उसे कस कर गले लगा लिया, पायल के इस अचानक गले लगाने से रोशनी हैरान हो गई लेकिन उसे अपने पान का एहसास हुआ न जाने कितने समय बाद कोई उसके गले लगा था । इसलिए रोशनी के हाथ अपने आप ही पायल के सर को प्यार से सहलाने लगे ।
लेकिन तब ही वो औरत अपनी तीखी आवाज में बोली -बस करो तुम दोनो अपना ये ड्रामा बहुत हो गया और पायल तुम अपने कमरे में जाओ वापस देखो अब होश आ गया है इस लड़की को मरी नही है ये ।
इतना कह कर वो पायल के पास आती है और उसका हाथ पकड़ के उसे वहां से जबरदस्ती ले जाने लगती है।
उन दोनो के जाने के बाद रोशनी अभी भी कन्फ्यूजन में सामने बंद दरवाजे को देख रही थी। फिर अपनी सोच में डूबे हुए ही वो कहती है- लेकिन मैं बची केसे? क्या मुझे मेरी टीम ने बचा लिया था? और अगर हां तो कहां है वो लोग और ये दोनो कोन थे और ...और. .. ये लड़की कोन थी जो मुझे दीदी कह रही थी ।
ये सब सोचते हुए ही रोशनी अपनी जगह से उठती है और बाथरूम में जा कर अपना चहरे पर पानी डालती है लेकिन तब ही उसकी नजर वहां लगे शीशे पर जाती है तो उसकी आंखे हैरानी में फेल जाती है ।
वो कहती है- ये. ये. मेरा चहरा नही है. क्या. क्या उस आग में मेरा चहरा जल गया था और मेरी प्लास्टिक सर्जरी हुई है ? फिर शीशे में खुद देखते हुए कहती है- कितना सुंदर है ये और ये स्किन कितनी सॉफ्ट है, आर्मी ट्रेनिंग में तो मेरी स्किन पत्थर की तरह हो गई थी ।
वो ये सब सोचते हुए बाथरूम से बाहर आ ही रही थी की अचानक उसका सर घूमने लगता है और वो वही गिर जाती है । उसको अपने सामने वो ही जलते हुए जंगल का मंजर दिखने लगता है । उसे कुछ समझ नहीं आ रहा था तब ही अचानक उसको किसी लड़की की यानी जिसकी सकल उसने अभी शीशे में देखी थी उसकी बहुत सारी यादें दिखाई देने लगती है ।
लगभग एक घंटे के बाद जा के उसे दुबारा होश आता है, अब तक उसे अच्छे से समझ आ चुका था की उसके साथ क्या है था। वो अपनी जिंदगी जीना चाहती थी लेकिन किस्मत ने उसे मार दिया था लेकिन वही इस लड़की जिसके शरीर मैं वो अब है वो अपनी पूरी तरह से जीने की इच्छा हार चुकी थी। इसलिए भगवान ने इसी लीला रचाई की उसे इस शरीर में दुबारा जीने का दुबारा एक नई शुरुवात करने का मोका दिया ।
लेकिन हैरानी की बात ये थी की इस लड़की का नाम भी रोशनी था और दोनो का नाम ही नहीं बल्कि जन्म, राशि, गोत्र, सब एक ही जैसा था मानो इसलिए ही उसे ये शरीर मिला दुबारा जीने को ।
ये सब जानने के बाद रोशनी अपनी जगह से खड़ी हो कर अपने दोनो हाथो को जोड़ कर कहती है- शुक्रिया भगवान जी जो आपने हमे एक और मौका दिया है, हम वादा करते है की इस बार हम आपको निराश नहीं करेंगे और वो सब करेंगे जो पिछली बार नही कर पाए थे ।
रोशनी भगवान से प्राथना कर ही रही थी की इसके कानो में आवाज आती है ओ रोशनी अगर तुम्हारा ये नाटक खतम हो गया ही तो नीचे आ कर जरा काम कर लो अब तुमने जो ये सब रायता फेलाया है उसे समेटो भी ।
ये आवाज सुन कर उसे याद आता है की ये वो नीली साड़ी वाली औरत कोई और नहीं बल्कि रोशनी की चाची अनिता है। रोशनी के मां बाप बचपन में ही नहीं रहे थे तब से वो अपने चाचा चाची के साथ ही रहती थी ।
शुरू में तो सब ठीक था लेकिन जब उन्हे पूरी तरह से रोशनी के मां बाप की सम्पत्ति मिल गई तो रोशनी उन्हें बोझ लगने लगी इसलिए वो उससे सब काम करती थी, घर की नुकरानी बना कर रखा था उसे । लेकिन रोशनी भी मजबूरी में सब करती थी। लेकिन वो पढ़ने में अच्छी थी इसी लिए स्कॉलर शिप के कारण उसने अपनी ग्रेजुएशन कर पाई थी ।
लेकिन अब उसकी चाची उसे जल्दी से शादी कर के घर से भेजना चाहती थी ताकि कोई उनसे कुछ कह भी न पाए और रोशनी नाम का भोज भी उनके सर से है जाए ।
उनकी बड़ी महनत के बाद उन्हें एक रिश्ता मिला था जिसमे उन्हे कोई पैसा नहीं देना पड़ता और वो रोशनी से शादी भी कर लेते। लेकिन रोशनी उस लड़के से शादी नही करना चाहती थी क्योंकि एक तो वो उससे 8 साल बड़ा था साथ ही उससे सिर्फ घर के काम करवाता और आगे पढ़ने भी नही देता ।
पर हमारी रोशनी का एक सपना था वो उसे पूरा करना चाहती थी इल्ली उसने शादी के लिए मना कर दिया लेकिन उसकी चाची नही मानी थी। तब ही रोशनी ने चार दिन से कुछ भी नहीं खाया पिया था। तब ही आज उसकी इतनी बुरी हालत थी की जब लड़के वाले आए तब वो बेहोश हो कर गिर पड़ी थी ।
ये सब याद आते ही रोशनी के चहरे पर एक कड़वी मुस्कान आ जाती है और वो चुप चाप नीचे जा कर अनिता की तरफ बिना देखे सारा काम मात्र एक घंटे में खतम कर के वापस अपने कमरे में आ जाती है ।
ये सब देख कर अनिता बड़ी हैरान थी की रोशनी ने एक बार उसकी तरफ देखा भी नहीं और सब काम इतनी जल्दी कर दिया ।
अभी के लिए इतना ही आगे जानने के लिए अगला चैप्टर जरूर पढ़ें ।
Spoiler
- इस नई जिंदगी को पाने के बाद क्या रोशनी इसमें ढल पाएगी ?
- आखिर रोशनी का सपना क्या था ? क्या वो अपने सपनो को पूरा कर पाएगी ?
सभी सवालों के जवाब जानने के लिए बने रहिये मेरे साथ ।
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अब तक आपने पढ़ा -
ये सब याद आते ही रोशनी के चहरे पर एक कड़वी मुस्कान आ जाती है और वो चुप चाप नीचे जा कर अनिता की तरफ बिना देखे सारा काम मात्र एक घंटे में खतम कर के वापस अपने कमरे में आ जाती है । ये सब देख कर अनिता बड़ी हैरान थी की रोशनी ने एक बार उसकी तरफ देखा भी नहीं और सब काम इतनी जल्दी कर दिया ।
अब आगे -
कमरे में आने के बाद रोशनी बेड पर बैठ जाती है उसे बहुत ज्यादा थकान महसूस हो रही थी भले ही वो बहुत स्ट्रॉन्ग थी लेकिन अब वो जिस शरीर में है वो इतना स्ट्रॉन्ग नही है ।
इसली उसने सोच लिया था की सबसे पहले उसे अपने इस पतले दुगले शरीर को सुधारना होगा । वो ये सब सोच ही रही थी की उसके कमरे का गेट खुलता है और पायल अपने हाथ में कुछ पकड़े हुए अंदर आती है ।
पायल को देख रोशनी को याद आता है की इस घर में एक लोती वो ही है जो रोशनी की परवाह करती थी उसकी हर बार मदद करती थी और कभी कभी अपनी मम्मी (अनिता) से भी लड़ जाती थी ।
पायल को देख कर रोशनी के कठोर भाव अपने आप ही नरम हो गए। पायल जल्दी से अन्दर आ कर कमरे का दरवाजा बंद कर देती है और रोशनी के साथ बैठ कर प्लेट रखते हुए कहती है - दीदी आपने चार दिन से कुछ नही खाया है और अभी भी इतना सब काम कर के आई हो आप जल्दी से ये खा लो वरना अभी की तरह फिर से बेहोश हो जाएगी ।
ये सुन कर रोशनी के चहरे पर प्यारी सी मुस्कान आ जाती है, वैसे तो उसका खाने का मन नहीं था लेकिन पायल ने सही कहा था वो सच में इसे बीमार पड़ जायेगी इसलिए चुप चाप वो पायल के हाथो से खाना खा लेती है ।
पायल के जाने के बाद रोशनी थोड़ा आराम करने के लिए बेड पर बैठ जाती है और अपने चारो तरफ देखती है तो वो एक बहुत ही छोटा सा कमरा था जिसका बेड भी बहुत आवाज करने वाला और पुराना सा था । लेकिन रोशनी ने तो इससे भी बुरे हालात देखे है इसलिए उस पर ज्यादा कोई फर्क नहीं पड़ता ।
( इतना कुछ हो गया हमारी कहानी में लेकिन हमने अपनी नई रोशनी के बारे में तो जाना ही नहीं, चलो कोई बात नहीं अब बताते है हम आपको -
रोशनी कश्यप, जिनकी उम्र अभी सिर्फ 21 साल है और इन्होंने साइकोलॉजी से अपनी ग्रेजुएशन की है। लंबे काले बाल, गोरा बदन, गहरी काली आंखे, गुलाबी पंखुड़ी जैसे होठ, नाजुक सा शरीर और सबसे प्यारी है इनकी आवाज जिसे सुन कर कोई भी मन मोहित हो जाए ।)
अगली सुबह,
रोशनी सुबह जल्दी उठ कर सभी के जागने से पहले ही घर के सारे काम खत्म कर देती है और खुद जॉगिंग और एक्सरसाइज के लिए चली जाती है और एक घंटे बाद घर आ के नहा धो कर वहां से कृष्ण मंदिर चली जाती है ।
असल में ये मंदिर जा के सुबह की आरती गाने की आदत पुरानी रोशनी को हमेशा से ही थी । तो रोशनी इस आदत को बदलती नही और मंदिर चली जाती है ।
मंदिर पहुंच कर आरती गाने के बाद जैसे ही जा रही होती है, पंडित जी उसे रोक कर कहते है रोशनी बेटियां तुम्हारी आवाज में सच में एक जादू है हर कोई मोहित हो जाता है। ये लो प्रसाद और हम प्रार्थना करते है की लड्डू गोपाल की कृपा हमेशा तुम पर बनी रहे ।
ये सुन रोशनी प्यार से हाथ जोड़ कर उन से प्रसाद ले कर घर आ जाती है । रोशनी जैसे ही घर आती है अनिता सामने ही बैठी थी वो उसे देख कर बोली है- ये सुबह सुबह मंदिर जा कर क्या मिलता है तुझे इससे अच्छा कोई काम कर लिया कर चार पैसे कमा के दे दिया कर लेकिन तुझे तो हमारे सर का भोज बनना है ना ।
लेकिन रोशनी उनकी बात को पूरी तरह नजर अंदाज करती है और प्रसाद पायल को दे कर अपने कमरे में जाते हुए कहती है - आप चिंता ना करो जल्दी ही आपका भोज खत्म हो जाएगा ।
इतना कह कर रोशनी वहां से चली जाती है वही अनिता को कुछ समझ नहीं आता और वो अपने आप में ही बड़बड़ करने लगती है ।
ऐसा ही करते करते पूरा महीने होने को था, रोशनी रोज सुबह जल्दी उठ के घर के सब काम करती और फिर जॉगिंग और मंदिर जाती । फिर दिन में पार्ट टाइम जॉब करती ।
अनिता बस उसे कह कर ताने देती रहती लेकिन रोशनी कों जरा भी फर्क नहीं पड़ता उसकी बातो से क्योंकि उसे मतलब इस घर में था तो सिर्फ पायल से ।
अब तक रोशनी ने अपनी बॉडी को भी फिट कर लिया था इतनी हार्ड एक्सरसाइज और ट्रेनिंग से । रोज की तरह आज भी रोशनी जॉब से आने के बाद घर के सब काम कर के अपने कमरे में जा रही होती है की उसके चाचा यानी की अजय कहते है - रोशनी, कल लड़के वाले आ रहे है फिर से और इस बार बिना कोई नाटक करे चुप चाप शादी के लिए हां कर देना । लेकिन इस बार अगर तुमने कोई ड्रामा किया तो तुम इस घर में नहीं रह सकती निकल जाना फिर यहां से ।
ये सुन कर रोशनी एक बार अपने चाचा को देखती है और फिर अपने होठों पर एक टेडी मुस्कान के साथ कहती है- ठीक है जैसा आप कहें ।
अनिता को यकीन नहीं हो रहा था की रोशनी इतने आराम से शादी के लिए मान गई थी । वही पायल tension में आ जाती है और तुरन्त रोशनी के पीछे जाने लगती है ।
रोशनी के कमरे में,
पायल अंदर आते ही बोली- दीदी ये आप क्या कर रही हो आप उस मोटे अंकल से शादी करोगी, आप ऐसे कैसे हां कह सकती हो । पायल ऐसे ही न जाने क्या क्या कह जाती है लेकिन तब ही वो देखती है की रोशनी बिना कुछ कहे उसे आराम से प्यार से देख रही थी ।
ये देख कर पायल और कुछ कहती उससे पहले ही रोशनी उसे बेड पर बैठ के पानी देते हुए बोली- बस कर और सांस ले पहले और तुम्हे ऐसा लगा भी केसे की हम उस मोटे इंसान से शादी करेंगे ।
ये सुन पायल कंफ्यूज हो कर बोली तो अपने नीचे पापा को कहा क्यों की जैसा आप कहें । तो रोशनी ने उसके पास बैठते हुए कहा - वो इसलिए क्योंकि उन्होंने कहा की मैं शादी करूं या इस घर में न रहूं । तो बस हम वही उनकी बात मान रहे है ।
रोशनी की बात पायल को जरा भी समझ नही आती तो वो कहती है- अरे ! दीदी मुझे कुछ समझ नही आ रहा है मतलब आप कहना क्या चाहती हो । तो रोशनी उसे प्यार से कहती है - बच्चा सुबह समझ आ जायेगा तुम्हे अभी जाओ सो जाओ कल से तुम्हारे exam भी है ना और तुम्हे पढ़ना भी होगा तो अभी तुम जाओ अपने कमरे में ।
ये सुन कर पायल बिना ज्यादा सवाल करे चुप चाप वहां से चली जाती है ।
अभी के लिए इतना ही आगे जानने के लिए अगला चैप्टर जरूर पढ़ें ।
Spoiler -
- अब क्या करेगी रोशनी ? क्या रोशनी सच में शादी करेगी या कुछ नया हंगामा ?
सभी सवालों के जवाब जानने के लिए बने रहिये मेरे साथ।
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हस्ते रहिये और सभी को हँसाते रहिये ।
Hello Every one,
To kese hai aap sab umeed hai ki badhiya hi honge.
Bina time waste kiye hum apni story start karte hai,
अब तक आपने पढ़ा -
रोशनी की बात पायल को जरा भी समझ नही आती तो वो कहती है - अरे ! दीदी मुझे समझ नही आ रहा है मतलब आप कहना क्या चाहती हो । तो रोशनी उसे प्यार से कहती है - बच्चा सुबह समझ आ जायेगा तुम्हे अभी जाओ सो जाओ कल से तुम्हारे exam भी है ना और तुम्हे पढ़ना भी होगा तो अभी तुम जाओ अपने कमरे में । ये सुन कर पायल बिना ज्यादा सवाल करे चुप चाप वहां से चली जाती है ।
अब आगे -
अगली सुबह,
रोज की तरह सब ही के उठने से पहले सब काम हो चुके थे और रोशनी मंदिर गई हुई थी । थोड़ी देर में ही रोशनी घर में आती है और आ कर सबसे पहले पायल को प्रसाद देते हुए कहती है - अच्छे से अपना exam देना और टेंशन बिल्कुल मत लेना । ये सुन कर पायल हल्के से मुस्कराते हुए प्रसाद ले लेती है ।
तब ही अनिता जी कहती है- अब अगर तुम्हारी ये पाठ पूजा हो गई हो तो जाओ जा कर थोड़ा ढंग से तैयार हो कर आओ लड़के वाले आ रहे है और इस बार कोई ड्रामा नहीं चलेगा ।
ये सुन कर रोशनी एक नजर उनकी तरफ देखती है फिर अपने कमरे में चली जाती है । वही पायल रोशनी के लिए परेशान हो रही थी की अब वो ये शादी कैसे रोके । लेकिन तब ही उसे रोशनी ऊपर से आती हुई दिखाई दी, उसने जब सही से देखा तो रोशनी के हाथों में एक बड़ा स बैग भी था ।
ये देख कर पायल के साथ साथ उसके मम्मी पापा भी कंफ्यूज हो गए । जब रोशनी उनके सामने आ कर खड़ी हो गई तब अनिता जी बोली- ये इतना बड़ा बैग किस लिए लाई है और मैने तैयार होने को कहा था ।
ये सुन कर रोशनी ने शांत आवाज में कहा- मैं ये शादी नहीं करूंगी । ये सुन रोशनी के चाचा गुस्से में खड़े हो गए और चिल्ला के बोले - मैने तुम से कल ही कहा यह कि तुम्हे ये शादी करनी ही पड़ेगी तो तुम या तो शादी करो वरना...।
इससे आगे वो बोलते उसे पहले ही रोशनी बोली - वरना इस घर में हम नहीं रह सकते यही ना? इस पर उसके चाचा ने हां में अपना सर हिला दिया तो रोशनी ने मुस्करा कर कहा - हां तो हम आपका दूसरा ऑप्शन चुनते है हमें नहीं रहना इस घर में ।
रोशनी की बात सुन कर सब हैरान हो गए । सबसे पहले अनिता जी चिल्लाते हुए बोली- तुम्हारा दिमाग तो सही है न, तुम इस घर को छोड़ के जाने की बात कर रही हो । इस पर रोशनी ने तुरंत कहा - हां हमे पता है और हम सच में जा रहे है, आप लोगों को तो खुश होना चाहिए कि आपके सर का भोज हल्का हो गया है अब आपको शादी में जो खर्चा होता वो भी नहीं करना पड़ेगा ।
ये सुन कर अनिता एक पल को सोच में पड़ गई तब ही अजय जी बोले - ठीक है ये तो हमारे लिए ही अच्छा है अपने आप ही वला टलेगी हमारे सर से ।
कोई कुछ और कहता उससे पहले पायल रोशनी के पास आ कर रोनी सी आवाज में बोली- दीदी आ... आप जा रही हो । आप इसे कैसे मुझे छोड़ कर जा सकती हो और....और आप जाओगी कहां ।
ये सुन कर पायल ने प्यार से उसके सर पर हाथ रख के कहा - अरे बच्चा हम तुम्हे छोड़ कर थोड़ी जा रहे है हम बस इस घर को छोड़ के जा रहे है तुमसे मिलने तुम्हारी दीदी आती रहेगी ।
ये सुन कर अनिता जी तुरंत बोली- मेरी तो इच्छा है की दुबारा कभी मत आना । इस पर रोशनी ने कुछ कहा नहीं और सिर्फ हल्का सा मुस्करा दी वो ।
रोशनी पायल को गले लगा कर उसे exam के लिए good luck कह कर अपना बैग ले कर घर से बाहर जाने लगी । तब ही अचानक उसे कुछ याद आता है और वो पलट कर अपनी चाची के पास आ कर अपने बैग से लगभग 10 हजार रुपए निकाल कर अनिता जी के हाथ में रख कर बोलती है - ये आज तक अपने जितने रुपए मुझ पर खर्च करे है उसके लिए क्योंकि असल में आपने मुझ पर इससे भी आधे ही रुपए खर्च करे है।
अनिता जी थोड़ी लालची किस्म की औरत थी तो उन्होंने पहले तो रोशनी की बात पर अपना मुंह बनाया फिर तुरत रुपए ले कर अपने पास रख लिए । ये देख कर रोशनी हल्का सा हंसी और घर से बाहर निकल कर आ गई ।
लगभग आधे घंटे बाद,
रोशनी रेलवे स्टेशन पर बैठी अपनी ट्रेन के आने का इंतजार कर रही थी । क्योंकि अब वो यहां नहीं रहना चाहती थी वो अपनी जिंदगी की नई शुरुवात देश के दिल यानी दिल्ली से शुरू करना चाहती थी इसीलिए उसने वहीं जाने का फैसला किया था ।
रोशनी को पुरानी रोशनी की यादों से पता चला यह कि उसकी एक बहुत ही अच्छी दोस्त थी जो अपना कॉलेज करने के बाद दिल्ली चली गई थी जॉब के लिए वो रोशनी को भी साथ ले जाना चाहती थी लेकिन रोशनी की चाची ने उसे जाने नहीं दिया था।
इसीलिए अभी दो दिन पहले रोशनी ने अपनी पुरानी दोस्त यानी पूर्वी को कॉल किया था और अपने दिल्ली आने की बात बताई थी । ये जान कर पूर्वी खुशी के मारे पागल हो गई थी, वो पूर्वी के ही घर पर वहां रुकने वाली थी।
रोशनी ये सब सोच ही रही थी कि तब ही उसकी ट्रेन आ गई । रोशनी अपनी सीट नंबर देख कर अपनी सीट पर बैठ गई और कुछ ही देर में उसकी ट्रेन भी अपनी रफ्तार पकड़ के चल पड़ी थी । रोशनी ने अपना सर ट्रेन की खिड़की पर टिका लिया था और बाहर से आती ठंडी हवा को अपनी आंखे बंद करे अपने चहरे पर महसूस कर रही थी ।
लगभग एक घंटे बाद ट्रेन एक स्टेशन पर रुकी तब रोशनी ने अपनी आंखे खोल कर चारो तरफ देखा तब ही उसकी नजर अपने सामने की सीट पर बैठे एक परिवार पर पड़ी जिसमें एक छोटी बच्ची अपने पापा की गोद में बैठी थी और अपनी मम्मी के हाथों से खाना खा रही थी ये देख न जाने कैसे लेकिन उसकी आंखे भर आई क्योंकि पिछले जन्म में तो उसके मां बाप थे लेकिन सिर्फ उसके रंग के कारण किसी ने उसे पसंद ही नहीं किया था । वो हमेशा से सिर्फ इसी प्यार के लिए तो तरसी है।
जैसे ही रोशनी को एहसास हुआ कि वो रो रही है तो तुरत उसने अपनी आंखे साफ कर ली । तब ही किसी ने प्यार से उसके दुप्पटे को खींचा, रोशनी ने जब देखा तो ये वो ही बच्ची थी जो अभी सामने बैठी थी ।
रोशनी को अपनी तरफ देखता हुआ देख कर वो लड़की बोली - सुंदर दीदी आप क्यों तो रही हो । आप तो बड़ी दीदी हो न और बड़े बच्चे ऐसे नहीं रोते देखो मैं भी नहीं रोती ।
उस बच्ची की प्यारी बाते सुन कर रोशनी के चहरे पर मुस्कान खिल गई और उसने प्यार से उस बच्ची से कहा -अब से दीदी भी नहीं रोएगी कभी भी नहीं ।
ये सुन बच्ची के चहरे पर मुस्कान आ गई और वो वापस अपने पाप की गोद में जा कर बैठ गई । तब तक ट्रेन भी दुबारा चल पड़ी थी ।
अभी के लिए इतना ही आगे जानने के लिए अगला चैप्टर जरूर पढ़ें ।
Spoiler -
- अब क्या करेगी रोशनी ? क्या रोशनी सच में शादी करेगी या कुछ नया हंगामा ?
सभी सवालों के जवाब जानने के लिए बने रहिये मेरे साथ।
Thank you for reading my novel
हस्ते रहिये और सभी को हँसाते रहिये ।
Hello Every one,
To kese hai aap sab umeed hai ki badhiya hi honge .
Bina time waste kiye hum apni story start karte hai,
अब तक आपने पढ़ा -
उस बच्ची की प्यारी बाते सुन कर रोशनी के चहरे पर मुस्कान खिल गई और उसने प्यार से उस बच्ची से कहा -अब से दीदी भी नहीं रोएगी कभी भी नहीं ।
ये सुन बच्ची के चहरे पर मुस्कान आ गई और वो वापस अपने पाप की गोद में जा कर बैठ गई । तब तक ट्रेन भी दुबारा चल पड़ी थी ।
अब आगे -
अभी के लिए इतना ही आगे जानने के लिए अगला चैप्टर जरूर पढ़ें।
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Spoiler —
सभी सवालों के जवाब जानने के लिए बने रहिये मेरे साथ।
Thank you for reading my novel
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Good bye everyone 👋 👋 👋 👋 👋
हस्ते रहिये और सभी को हँसाते रहिये ।