एक झूठ किसी की भी जिंदगी बर्बाद कर सकता है ।। और ऐसा ही कुछ हो रहा है प्रियांशी राजपूत, रुद्र राजपूत, धानी रायसिंहनिया और अगस्त्य रायसिंहनिया की जिंदगी में ।। एक झूठ की वजह से उनके भाईयो को सजा देने के लिए रुद्र और अगस्त्य कर लेते हैं एक दूसरे की बहन... एक झूठ किसी की भी जिंदगी बर्बाद कर सकता है ।। और ऐसा ही कुछ हो रहा है प्रियांशी राजपूत, रुद्र राजपूत, धानी रायसिंहनिया और अगस्त्य रायसिंहनिया की जिंदगी में ।। एक झूठ की वजह से उनके भाईयो को सजा देने के लिए रुद्र और अगस्त्य कर लेते हैं एक दूसरे की बहन से जबरदस्ती शादी ।। अगस्त्य जो एक झूठ को सच मान कर करता है प्रियांशी से शादी फिर उसे अपना बना कर उसे यही छोड़ कर चला जाता है ।। अपनी जान से प्यारी बहन की एसी हालत देख कर एक गलतफहमी के चलते रुद्र कर लेता है धानी से जबरदस्ती शादी और उसे ले कर आ जाता है राजपूत महल में ।। आखिर वो कोनसा झूठ था जिसके चलते हो जाती हैं इन चारो की जिंदगी बर्बाद ? क्या कभी अगस्त्य अपनाएगा प्रियांशी को ? या छोड़ देगा ऐसे ही ? क्या प्रियांशी और धानी मानेगी इस शादी को ? और क्या कभी हो पाएगा इन चारो को एक दूसरे से प्यार ? जानने के लिए पढ़ते रहिए सजा ए मोहब्बत सिर्फ पॉकेट नॉवेल पर ।।
रुद्र सिंग राजपूत
Hero
धानी रायसिंहनिया
Heroine
अगस्त्य रायसिंहनिया
Hero
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ये कहानी है भाई और बहन के प्यार की। सजा देने के लिए की गई शादी की। और मोहब्बत की वजह से मिली सजा की और बाद में बेहिंतीहा मोहब्बत की।
कहानी की शुरुआत करने से पहले में आपको हमारे कुछ कैरेक्टर्स का इंट्रोडक्शन दे देती हु। पहले मिलते हैं उन चार भाई और उनकी इकलौती बहन से और उनके परिवार से। यानी राजपूत परिवार से। राजपूत परिवार के दो बेटे हैं प्रताप सिंग राजपूत और आनंद सिंग राजपूत।।
प्रताप सिंग राजपूत : जिनकी शादी अंशिका जी से हुई थी। और इनके तीन बच्चे हैं। दो बेटे और एक बेटी। प्रियांशी को जन्म देते हुए अंशिका जी की मौत हो गई थी।
आनंद सिंग राजपूत : जिनकी शादी अंजली जी से हुई थी। और इनके दो बेटे हैं। एक कार एक्सीडेंट में आनंद जी और अंजली जी की मौत हो गई।
प्रियांशी प्रताप सिंग राजपूत। राजपूत परिवार की प्रिंसेस और अपने भाइयों कि जान। नटखट, चुलबुली और शहतान। हमेशा कुछ ना कुछ शेतानिया करती रहती है। दिखने में बोहोत ज्यादा खूबसूरत और मासूम। इसके भाईयो ने इसे दुनिया से दूर रखा था। क्युकी इसे दुनिया दारी की उतनी समझ नही है। अब आप सोच रहे होंगे कि इसके लिए एक प्रिंस आयेगा जो इसे अपनी क्वीन बना कर हमेशा अपने साथ रखेगा। लेकिन आप गलत है। प्रिशा कि जिंदगी में उसका soul mate तो आया था। लेकिन प्रिंस बन कर नहीं बीस्ट बन कर। अब आगे इसके बारे में आपको कहानी में बताऊंगी।
प्रिशा : उम्र 2 1 साल। हाइट 5 फूट, 4 इंच। गोरा रंग। बड़ी बड़ी आंखें। मीडियम साइज के गुलाबी मुलायम होठ। होठों के ऊपर लेफ्ट साइड में छोटा सा तिल। तीखी नाक। हल्के कर्ल किए हुए कमर तक आते हुए ब्लाकिश ब्राउन कलर के बाल। परफेक्ट बॉडी शेप। ओवर ऑल बोहोत खूबसूरत। ये राजपूत परिवार की सबसे छोटी और इकलौती बेटी है। प्रिशा अपने कॉलेज के लास्ट ईयर में है। और ये बिजनेस की पढ़ाई कर रही है।
नील आनंद सिंग राजपूत : ये राजपूत परिवार का चौथा बेटा है। ये मस्त मौला और जिंदा दिल बंदा है। ये अपने कॉलेज का फेमस प्लेबॉय है। लेकिन कभी भी अपनी लिमिट क्रॉस नही की। ये अपने भाईयो और अपनी छोटी बहन पर जान छिड़कता है। मां पापा के जाने के बाद इसके भाईयो और बड़े पापा ने ही इसे संभाला था।
नील : उम्र 2 3 साल। हाइट 5 फूट, 9 इंच। मस्कुलर बॉडी। 6 पैक एब्स। दिखने में किसी हीरो से भी ज्यादा हैंडसम। और इसके इसी हैंडसम चेहरे पर ही तो कॉलेज की सारी लड़कियां मरती है। बिजनेस से 1 0 0 कोस दूर रहता है।
ईशान प्रताप सिंग राजपूत : ये राजपूत परिवार का तीसरा बेटा है। ये भी नील की तरह ही मस्त मौला और जिंदा दिल है। लेकिन इसका गुस्सा बोहोत खराब है। इसकी भी जान प्रिशा में ही बस्ती है। ये और नील दोनो ही हम उम्र ही है और दोनो में बस एक महीने का ही फर्क है।
ईशान : उम्र 2 3 साल। हाइट 6 फूट। मस्कुलर बॉडी। और बेहद हैंडसम। ये एक कॉलेज स्टूडेंट है लेकिन नील की तरह प्ले बॉय नही तो कॉलेज का टॉपर है। लड़किया इसकी दीवानी है। ये भले ही पढ़ाई में टॉपर हो लेकिन साथ साथ इसका फैशन सेंस भी अच्छा है। इस लिए ये कोई चश्मिश बोरिंग सा पढ़ाकू नही लगता बल्कि काफी स्मार्ट दिखता है। और इसे सबसे स्मार्ट और cute बनाते है इसके चश्मे। हा ये भी चश्मा पहनता है। लेकिन चश्मे में ये बोहोत हैंडसम दिखता है।
अभय आनंद सिंग राजपूत : ये राजपूत परिवार का दूसरा बेटा है। और नील, ईशान और प्रिशा का फेवरेट भाई। क्युकी ये उन तीनो की शहतानियो को प्रताप जी और इस घर के बड़े बेटे से छुपाता है। ये अपने परिवार और खास कर प्रिशा से बोहोत प्यार करता है। इसका बिहेवियर इसके मूड पर डिपेंड होता है।
अभय : उम्र 2 5 साल। हाइट 6 फूट। हल्का गेहुआ रंग। हल्की बियर्ड। और दिखने में काफी स्मार्ट और हैंडसम। 8 एब्स। मस्कुलर बॉडी। ये एक डॉक्टर है। न्यूरोलॉजिस्ट स्पेशलिस्ट। ये एक सर्जन है।
रुद्र प्रताप सिंग राजपूत : राजपूत परिवार का सबसे बड़ा बेटा। हमेशा शांत और सीरियस रहता है। इसका गुस्सा बिलकुल महादेव की तरह है। इसकी जान सबसे ज्यादा अपनी छोटी बहन प्रिशा में बस्ती है। और बाद में अपने परिवार में। अब यही तो है वो जिसकी वजह से ये कहानी सुरु हुई।
रुद्र : उम्र 2 5 साल। हाइट 6 फूट, 1 इंच। हल्का गेहुआ रंग। किसी मॉडल की तरह फिगर। मस्कुलर बॉडी और 8 एब्स। इतना हैंडसम की इसे एक बार देखते ही लड़किया पागल हो जाती हैं। हर लड़की का सपना है इससे शादी करना। खैर। ये राजस्थान का no 1 बिजनेस मैन है। और उससे जरूरी ये है राजस्थान का होने वाला हुकुम सा।
अभय और रुद्र की उम्र सेम ही है। अभय रुद्र से 3 महीने छोटा है। इसलिए ये दोनो भाई से ज्यादा दोस्त की तरह रहते हैं। और इनका एक और दोस्त है। लेकिन पहले मिलिए काव्या से।
काव्या लूथरा : काव्या एक अनाथ है। ये अंशिका जी की दोस्त की बेटी हैं। काव्या जब 2 साल की थी तभी काव्या के mom dad की मौत हो गई थी। वजह कार का एक्सीडेंट होना बताया गया था। लेकिन असल वजह प्रताप जी और अंशिका जी को ही पता थी। मरते वक्त अंशिका जी ने काव्या की मां को प्रोमिस किया था। की वो काव्या को अपनी बेटी की तरह संभालेगी और वक्त आने पर उसे सब कुछ बताएगी।। अब ये कौनसी बात बताने के बारे मैं बात हो रही थी। ये तो आपको आगे स्टोरी में पता चलेगा। और अंशिका जी और उनके जाने के बाद प्रताप जी ने भी इस प्रोमिस को बखूबी निभाया था। काव्या की जान भी प्रिशा और बाकी सब में ही बस्ती थी। वो प्रिशा का ख्याल बिलकुल एक बड़ी बहन की तरह रखती थीं।
काव्या : उम्र 2 4 साल। हाइट 5 फूट, 6 इंच। गोरा रंग। ये भी दिखने में बोहोत खूबसूरत है। स्लिम फिगर। तीखे नैन नक्श। शांत स्वभाव। ये काफी समझदार है। और सिंपल तारीखे से रहना इसे काफी अच्छा लगता है।
काव्या : उम्र 2 4 साल ।। हाइट 5 फूट, 6 इंच ।। गोरा रंग ।। ये भी दिखने में बोहोत खूबसूरत है ।। स्लिम फिगर ।। तीखे नैन नक्श ।। शांत स्वभाव ।। ये काफी समझदार है ।। और सिंपल तारीखे से रहना इसे काफी अच्छा लगता है ।। )
।। ।। अब आगे ।। ।।
अब मिलते हैं युवान से ।।
युवान सिंग रायजादा : ये रुद्र और अभय का दोस्त है ।। ये अपने मां बाप की इकलौती संतान है ।। इसका कोई भाई या बहन नही है ।। इसलिए ये रुद्र, अभय, ईशान और नील को अपने भाई की तरह समझता है ।। और प्रिशा में तो इसकी जान बस्ती है ।। ये प्रिशा के लिए अपनी जान भी दे सकता है ।। और ये काव्या को पसंद करता है ।। या ये कहूं की काव्या इसका चाइल्डहुड लव है ।। इसका होटल का बिजनेस है ।। और राजस्थान का जाना माना बिजनेस मैन है ।।
( युवान : उम्र 2 5 साल ।। हाइट 6 फूट, 1 इंच ।। दिखने में किसी हीरो की तरह है ।। स्वभाव से एक दम फ्रेंडली ।। मस्कुलर बॉडी ।। 8 एब्स ।। समझदार ।। )
Guys अब बाकी के carecters से आपकी मुलाकात स्टोरी में होगी ।।
,.......... जैसलमेर, राजस्थान..........,
राजस्थान, जहा पर न जाने कितनी मोहब्बतो की दास्तान लिखी गई हैं ।। ऐसी जगह जहा मोहब्बत की हवाएं बहती है ।। और इसी शहर में आज फिर से एक मोहब्बत की दास्तान की शुरुआत होने वाली है ।। एक झूठ एक गलतफहमी की वजह से चार जिंदगिया बर्बाद होने वाली है ।। या सिर्फ उन्हें मिलने के लिए ये महादेव की चाल थी ।। ये तो आगे ही पता चलेगा ।। वो कहते हैं ना जिनका साथ किस्मत में लिखा होता है वो किसी ना किसी बहाने मिल ही जाते ।
।। ।। ।। ।। ।। राजपूत महल ।। ।। ।। ।। ।।
एक बदामी कलर का बड़ा सा महल ।। जो रात के अंधेरे में भी अपना अस्तित्व जता रहा था ।। रात होने की वजह से हर तरफ गहरी शांति पसरी हुई थी ।। चांद अपनी रोशनी चारो तरफ बिखेर रहा था ।।
चांद की रोशनी की एक किरण महल के एक कमरे में जाती है ।। ये कमरा पूरा गुलाबी रंग से सजाया गया था ।। यहां की हर चीज काफी मुलायम थी ।। वो कमरा देख कर ऐसा लग रहा था कि वो कमरा किसी प्रिंसेस का हो ।।
और हां ये सच था ।। ये कमरा एक प्रिंसेस का ही था ।। राजस्थान के हुकुम सा की बेटी और जैसलमेर की कुंवारी सा ।। प्रियांशी प्रताप सिंग राजपूत का ।।
उस बड़े से कमरे में एक बड़ा सा ओवल शेप का मुलायम और बड़ा सा बेड था ।। उस बेड पर एक खूबसूरत सी परी के जैसी लड़की लेटी हुई थी ।। वो लड़की बोहोत खूबसूरत थी ।। और साथ ही उसके चेहरे पर इस वक्त दुनिया जहान की मासूमियत थी ।। लेकिन साथ ही उसके उस खूबसूरत चेहरे पर इस वक्त दर्द की सिकन साफ नजर आ रही थीं ।।
उसके माथे पर और होठों के पास कट्स के निशान थे ।। जो अब हल्के नीले पड़ चुके थे ।। वो लड़की अपनी मधुर सी आवाज में धीरे से कुछ बुदबुदाने लगती हैं : " नही ।। प्लीज नही ।। अ आ ।। आप कोन हो ।। और ये सब क्यों कर रहे हो ।। में भाई से आपकी शिकायत कर दूंगी ।। "
ये कहते कहते नींद में ही उस लड़की के आखों के कोनो से एक आसू की धारा निकल जाती है ।। 2 दिन पहले जिस लड़की को आसू का मतलब नहीं पता था ।। आज उसका हर दिन आसू बहते निकल रहा था ।। वो तो हमेशा से अपने प्रिंस का इंतजार करती थी ।। की उसका प्रिंस आयेगा और उसे अपने साथ ले जायेगा और फिर ये पूरी दुनिया घुमाएगा ।। उसे उसके भाईयो की तरह हमेशा खुश रखेगा और उसकी हर जिद पूरी करेगा ।।
और दो दिन पहले उसकी जिंदगी में उसका प्रिंस आ भी गया था ।। लेकिन उसे खुशियां देने नही तो उसे दर्द देने ।। उसे ले जाने के लिए नहीं तो उसकी खुशियां ले जाने ।। उसका प्रिंस उसके लिए बीस्ट बन कर आया था ।।
तभी वो लड़की चीखते हुए उठ कर बैठ जाती है ।। उसकी सासे बोहोत तेज चल रही थी ।। उसकी आखों में इस वक्त बेहिसाब आसू थे ।। इसके उठते ही उसे अपने लोअर में और लोअर बैक में बोहोत ही तेज दर्द महसूस होता है ।। जिस वजह से उसकी फिर एक बार चीख निकल जाती है ।।
उस शांत मोहौल में उसकी चीख पूरे राजपूत महल में गूंज उठती हैं ।। उसकी आवाज सुन कर पूरा राजपूत परिवार उसके रूम में आ जाता है ।। अपनी प्रिंसेस की आखों में आसू और उसकी ऐसी हालत देख कर उन सब को अपने सीने में बोहोत तेज दर्द होने लगता है ।।
उसे ऐसे टूटता देख कर वो लोग भी अंदर से टूट रहे थे ।। तभी रुद्र आगे बड़ कर उसे गले लगाने को होता है ।। तो प्रिशा जल्दी से खुद को ब्लैंकेट से कवर करते हुए कहती हैं : " नही भाई ।। प्लीज मेरे पास मत आओ ।। में गंदी हो चुकी हु ।। मुझे हाथ मत लगाओ ।। "
उसकी ये हरकत और उसकी बाते सुन कर सबकी आखों में आसू आ जाते हैं ।। काव्या रोते हुए प्रिशा के पास जाते हुए कहती हैं : " प्रिंसेस ।। देखो अपनी दी को तो अपने पास आने दो ।। "
उसकी बात सुन प्रिशा उसे गले लगा कर कहती हैं : " i am sorry दी ।। मुझे माफ कर दो ।। मैने आपकी बात नही मानी ।। "
इस पर काव्या उसके सर को प्यार से सहलाते हुए कहती हैं : " नही प्रिंसेस आपकी कोई गलती नही है ।। आप ये सब छोड़ो ( फिर उससे अलग हो कर उसके चेहरे को अपने हाथो में भर कर कहती हैं ) आप ठीक तो हो ना ।। आपको कही दर्द तो नहीं हो रहा है ना ।। "
वही बाकी सब से और प्रिशा की ऐसी हालत देखी नही जा रही थी ।। इसलिए वो सब रूम से बाहर आ जाते हैं ।। वही प्रिशा काव्या की बात सुन उसे कहती हैं : " दी मेरी कमर में बोहोत दर्द हो रहा है ।। "
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आगे का कल ।।
Guy's अगर आपको नॉवेल पसंद आ रही है ।। तो इस लाइक, शेयर और कमेंट करना ना भूलें ।। और साथ ही इसे अपने प्यारे प्यारे रिव्यू भी दे ।।
Don't worry आप जो सोच रहे हो वो आधा सही और आधा गलत है ।। इसलिए पहले नॉवेल पढ़िए ।।
बाकी सब से और प्रिशा की ऐसी हालत देखी नही जा रही थी ।। इसलिए वो सब रूम से बाहर आ जाते हैं ।। वही प्रिशा काव्या की बात सुन उसे कहती हैं : " दी मेरी कमर में बोहोत दर्द हो रहा है ।। "
।। ।। अब आगे ।। ।।
काव्या कुछ देर तक प्रिशा से बात करती है ।। लेकिन कमजोरी की वजह से प्रिशा जल्द ही वापस नींद की आगोश में चली जाती है ।।
प्रिशा के रूम में दो दिन तक सिर्फ डॉक्टर ही गए थे ।। क्युकी प्रिशा की कंडीशन उस वक्त ऐसी नही थी ।। की कोई भी प्रिशा से मिल सके ।। लेकिन रात को ही dr वर्मा ने प्रिशा से मिलने की परमिशन दे दी थी ।।
सबके मन में बोहोत से सवाल थे ।। जो वो लोग प्रिशा से पूछना चाहते थे ।। लेकिन प्रिशा की हालत देख उन्हे समझ आ गया था कि प्रिशा से कुछ भी पूछना मतलब उसे और hurt करना था ।।
और भला कोई भी प्रिशा को hurt कैसे कर सकता था ।। प्रिशा के सोते ही ।। काव्या उसे ठीक से ब्लैंकेट ओढ़ा कर रूम से बाहर आ जाती है ।। जैसे ही वो बाहर निकलती है ।। उसकी नजर सबसे पहले रुद्र पर पड़ती है ।।
तो वो जल्दी से उसे गले लगा कर रोते हुए कहती हैं : " भाई सा वो प्रिंसेस ।। "
वो इससे आगे कुछ भी कह ही नही पा रही थी ।। रुद्र भी उसकी हालत समझ रहा था ।। तभी प्रताप जी काव्या के पास आकर उसके सर पर हाथ रख देते हैं ।। तो काव्या जल्दी से उनके गले लग जाती है ।। काव्या के अलग होते ही ।। रुद्र जल्दी से वहा से निकल जाता है ।।
ये वक्त यहां खड़े किसी भी इंसान के लिए आसान नहीं था ।। प्रिशा की ऐसी हालत देखना उनके लिए जीते जी नर्क देखने के बराबर था ।। वही रुद्र भी राजपूत महल से बाहर निकल कर अपनी कार में बैठ जाता है ।।
और कृणाल ( रुद्र का असिस्टेंट ) को कॉल लगाता है ।। वही जब कृणाल इतनी रात को रुद्र का कॉल देखता है ।। तो जल्दी से कॉल उठा कर कहता है : " hello boss ।। "
उसकी आवाज सुनते ही रुद्र अपनी रौबदार और गुस्से से भरी आवाज में कहता है : " मुझे वो लड़की चाहिए ।। में मैरेज रजिस्ट्रार ऑफिस आ रहा हूं ।। उससे पहले सारे इंतजाम करो ।। "
इस वक्त रुद्र की कार आगे चल रही थी ।। और उसके पीछे उसके बॉडी गार्ड्स की कार्स चल रही थी ।। जब वो आधे रास्ते में होते हैं ।। तभी रुद्र की कार के सामने एक लड़की आ जाती है ।। ये देख रुद्र जल्दी से ब्रेक दबा देता है ।।
लेकिन फिर भी उस लड़की की हल्की टकर कार के साथ हो जाती है ।। वो लड़की गाड़ी के बोनट पर आधी लेटी हुई थी ।। तभी वो लड़की धीरे से अपना सर ऊपर करती हैं ।। वही रुद्र जब उस लड़की को देखता है ।। तो उसका दिल जोरो से धड़कने लगता है ।। वही उस लड़की का भी कुछ ऐसा ही हाल था ।।
उस लड़की ने इस वक्त गहरे लाल रंग का शादी का जोड़ा पहना हुआ था ।। वो पूरी तरह से दुलहन की तरह सजी हुई थीं ।। वो इस वक्त बोहोत घबराई लग रही थी और साथ ही बेहिंतीह खूबसूरत ।। वो दोनो एक दुसरे को आखों में खोए हुए ही थे ।। की तभी उस लड़की को कुछ याद आता है और वो तुरंत वहा से भाग जाति है ।।
जब रुद्र देखता है कि वो लड़की वहा से जा चुकी है तभी उसकी अंदर से एक आवाज आती है ।। जो उस पर हस रही थी और उससे कह रही थी : " तुझे एक लड़की पसंद भी आई ।। और वो भी तब जब तू किसी और को बर्बाद करने के लिए बंधने जा रहा है ।। "
तभी रुद्र खुद से कहता है : " नही रुद्र ये तेरी मंजिल नहीं है ।। "
ये कह कर रुद्र अपने दिमाक को झटक कर फिर से कार स्टार्ट कर देता है ।। वही जैसे ही वो वहा से निकल ता है ।। तो कुछ दूसरी कार्स उसके अपोजिट डायरेशन से आकर उसके साइड से निकल जाते हैं ।।
और रुद्र भी अपनी मंजिल की तरफ निकल पड़ता है ।। जब वो लड़की थोड़ी आगे जाति है ।। तो कोई दूसरी कार वाले आदमी उसे अंदर खींच लेते हैं ।।
दोनो ही इस बात से अनजान थे ।। की वो लोग जो अपनी मंजिल को अलग समझ कर दूर हो गए थे ।। लेकिन उन्हें क्या पता महादेव ने उनकी मंजिल ही नही तो उन्हे एक दूसरे के लिए बनाया है ।।
तभी वो दुलहन के जोड़े वाली लड़की जब कार में बैठती हैं ।। तब कुछ लोग मिल कर उसके हाथ बांध देते हैं ।। और उसके मुंह पर टेप लगा कर उसके मुंह पर काला कपड़ा डाल देते हैं ।।
वो लड़की जिसकी आखों में थोड़ी सी नमी आ गई थी ।। वो अपनी आखें बंद कर अपने मन में कहती हैं : " हे महादेव ।। और कितनी परीक्षा लोगे आप मेरी ।। बचपन से मैंने इतना कुछ सहा लेकिन कभी आप से सिखायत नही की ।। लेकिन महादेव आज में आपसे कुछ मांगती हूं ।। प्लीज ये शादी रोक दीजिए ।। महादेव मां कहती थी कि जब हालत अपने हाथ में ना हो ना तो सब महादेव पर छोड़ देना ।। तो आज में सब आप पर छोड़ रही हू ।। कुछ कीजिए महादेव ।। आप जानते हो में मरने से नही डरती लेकिन एक बार मरने से पहले अपने भाई से मिलना चाहती हूं ।। उन्हें सब सच सच बताना चाहती हू ।। "
फिर उसे कुछ याद आता है ।। तो वो अपने मन में कहती हैं : " कही भाई ने उनकी बातो को सच मान कर कुछ कर तो नही दिया होगा ना ।। नही नही ।। भाई ऐसे ही किसी भी झूठ पर भरोसा नहीं करेंगे ।। "
।। ।। ।। ।। ।। ।। ।। ।। ।। ।। ।। ।।
हेलो दोस्तो कैसे हो आप सब ।।
कल आपकी मुलाकात रुद्र की हीरोइन से होगी ।।
नॉवेल अच्छी लगे तो लाइक, शेयर और कमेंट करना ना भूलें ।। एंड रिव्यू भी जरूर दे ।।