तू पास आए, तो साँसें बगावत कर जाएं तेरी खुशबू से मेरी रगों में तूफान उतर आए जिस छूने से मैं बरसों डरता रहा आज उसी छुअन की चाहत में खुद को खोता जा रहा मेरा जुनून अब तेरी हाँ या ना का मोहताज नहीं…तुम मेरी हो... सिर्फ मेरी। अगर ये दुनिया मेरी मुट्ठी में... तू पास आए, तो साँसें बगावत कर जाएं तेरी खुशबू से मेरी रगों में तूफान उतर आए जिस छूने से मैं बरसों डरता रहा आज उसी छुअन की चाहत में खुद को खोता जा रहा मेरा जुनून अब तेरी हाँ या ना का मोहताज नहीं…तुम मेरी हो... सिर्फ मेरी। अगर ये दुनिया मेरी मुट्ठी में भी हो और तुम नहीं, तो मुझे कुछ नहीं चाहिए लेकिन अगर तुम हो, तो मैं पूरी दुनिया को जलते हुए देख सकता हूँ बिना एक पल सोचे। मैं वो आदमी नहीं था जो मोहब्बत में पड़ेलेकिन तुम... तुमने मुझे पागल बना दिया, जुनूनी बना दिया।
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हल्की-हल्की बारिश की बूंदें होटल की खिड़की से टकरा रही थीं। बाहर अंधेरा गहराता जा रहा था और अंदर होटल के एक प्राइवेट सुइट में डिम लाइट बिखरी हुई थी कमरे में हल्की शराब और महंगे परफ्यूम की खुशबू घुली हुई थी ।
वो लड़की जिसकी आंखों में उलझन और हल्का नशा था कमरे के दरवाजे के पास खड़ी थी उसे उसकी दोस्त ने जबरदस्ती यहां भेज दिया था कहकर कि एक छोटा सा प्रैंक है लेकिन अंदर का माहौल कुछ और ही था वो अब यहां से निकलने के बहाने सोच रही थी लेकिन उसका शरीर भी अजीब सी सुस्ती से भरा था।
एक लड़का कमरे के बीचों-बीच खड़ा था। उसकी आंखों में नशे की गहराई थी चेहरे पर अजीब सी बेचैनी और साँसें भारी थीं उसे बस इतना याद था कि किसी ने उसे ड्रिंक ऑफर की थी और अब उसका दिमाग उसकी सुन नहीं रहा था।
जैसे ही वह कमरे में दाखल हुई उसके कदम लड़खड़ा गए। अचानक एक लड़के ने उसे पकड़ लिया। उसकी मजबूत बाँहों ने उसे गिरने से बचा लिया लेकिन नशे में धुत्त दोनों के बीच की दूरी मिट गई आर्या की साँसें तेज़ हो गईं और अथर्व की आँखों में एक अलग सी चमक थी—एक नशे की एक पागलपन की।
"तुम कौन हो?" उस ने धीमी लेकिन भारी आवाज़ में पूछा।
लड़की खुद को छुड़ाने की कोशिश करने लगी लेकिन उसका सिर चकरा रहा था उसे सिर्फ धुंधला सा दिखाई दे रहा था ।
मुझे... नहीं पता मैं यहाँ नहीं आना चाहती थी...उसने धीरे से कहा लेकिन लड़के ने उसके चेहरे को अपने हाथों में थाम लिया।
फिर आई क्यों? उसकी आवाज़ में नशा साफ झलक रहा था उस लड़की के बदन से आती खुशबू उसे उसकी और खींच रही थीं वह धीरे धीरे अपने कंट्रोल खो रहा था। लड़की कुछ बोलती इससे पहले ही लड़के ने उसका सिर अपनी ओर खींच लिया और उसे किस करने लगा नशे में धुत्त वह अब खुद पर कंट्रोल नहीं कर पा रहा था।
बिना झिझक... उसकी उंगलियां लड़की के बालों में उलझने लगीं लड़की ने खुद को रोकने की कोशिश की लेकिन नशा उस पर भी हावी हो चुका था। उसके शरीर ने मानो हार मान ली थी।
लड़की कोई रिस्पॉन्स नहीं दे रही थीं लेकिन रोक भी नहीं पा रहीं थीं लेकिन अचानक उस लड़की ने उसे धक्का दे दिया जिससे वह लड़का पीछे हट गया उसे काफी गुस्सा आ गया था उसकी इस हरकत की वजह से एक तो उसे उसकी जरूरत थी वो उसे खुद से दूर कर रही थीं लड़की जैसे ही मुड़ी लड़के ने पीछे से उसको पकड़ कर उसकी ड्रेस ही फाड़ दी थी जो अब उसके हाथ में थी।
वहीं लड़की अपने हाथों से अपने बदन को ढकने की कोशिश कर रही थी क्यूंकि सिर्फ दो कपड़े ही उसके बदन से थे वहीं लड़का उस लड़की के खूबसूरत बदन को अपनी ललचाई नजरों से देख रहा था रेड कलर की ब्रा और अंडरवियर में कयामत दिख रही थी वह .... उसे पीछे से पकड़ कर वह उसकी गर्दन पर किस किए जा रहा था और उसके उभारों को मुट्ठी में भर दबाए .....
लड़की अपने उभारों को उसके हाथों से छुड़ाने की कोशिश करती है लेकिन लड़के के ताकत के आगे कहा उसकी चलने वाली थी उल्टा वह और जोर से उन्हें प्रेस करता है और लड़की की दर्द भरी आवाज निकल जाती हैं आह्ह.... Please leave me......
लड़का पीछे से उनकी ब्रा खोल उसे दीवार से सटा कर उसके उभारों को मुंह में भर सक करने लगता हैं और अपने हाथों से लडकी के हर बदन के हिस्से को अपने हाथों के साथ महसूस करने लगता हैं ।
उसने उसके मुंह को दीवार में धकेल दिया था और वह उसकी पीठ पर चूमने के साथ उसके बदन पा निशान भी छोड़ रहा था वह उसे अपनी और घूमने देता हैं और उसके गले में मुंह घुसा देता है।"
वह अपना एक हाथ धीरे धीरे उसके निचले हिस्से की और ले जाने लगता हैं और उसकी पेंटी के ऊपर से ही उसे सहलाने लगता हैं अचानक वह उसे साइड कर अपनी दो उंगलियां डाल देता हैं वहीं इस से लड़की की दर्द भरी सिसक निकल जाती हैं आह्ह... आह्ह्ह... "
वह लड़का अपनी फिंगर मूव कर रहा था वहीं लड़की की कमर मूव हो रही थी उसे भी मीठा सा दर्द महसूस हो रहा था जिसे वह महसूस कर रही थी आह्ह्ह... उम्मन stop it.... Please लेकिन लड़का नहीं मानता है।
कुछ ही देर में लड़की निढाल सी हो कर लड़के के ऊपर गिर जाती है वापस उसके ब्रेस्ट को किस करने लगता हैं और लड़की की अंडरवियर थोड़ा नीचे कर अपने अपनी पेंट खोल कर उसे ऊपर उठा देता हैं और अपना हार्डनेस उसके किटी में सेट कर उसमें समा जाता हैं ।"
आह्ह्ह्हह्ह्ह्हह्ह्ह्ह........ लड़की की आवाज उसके मुंह में ही रह जाती हैं। लड़का अब अपनी कमर मूव किया जा रहा था चांद नी रात में एक कमरे में दो अजनबी जो नशे की गिरफ्त में थे लड़की की दर्द भरी सिसकियां वहां गूंज रही थीं।
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please support my story में यहां नई हु और मुझे सभी के सपोर्ट की जरूरत है तो प्लीज अगर स्टोरी अच्छी लगे तो एक छोटा सा सही कॉमेंट करिएगा और फॉलो भी कर लेना मुझे प्लीज . . . . . .
रोमांस से भरपूर होगी स्टोरी और जिसे भी डार्क रोमांस वाली स्टोरी पढ़नी पसंद है वह जरूर पढ़ सकेंगे लेकिन पहले मुझे फॉलो करना होगा और वैसी स्टोरी चाहिए तो कॉमेंट करना होगा छोटी सी राइटर हु इतनी सी बात मान लेना मेरी सभी . . . . . . . . .
आगे जानने के लिए पढ़ते रहिए मिलते है नेक्स्ट पार्ट में . . . . . . .
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अब आगे.........
सूरज की हल्की रोशनी खिड़की से छनकर कमरे में फैल रही थी। उसकी भारी पलकों ने धीरे-धीरे खुलने की कोशिश की मगर जैसे ही उसने हिलने की कोशिश की एक अजीब-सा दर्द उसके शरीर में दौड़ गया। उसका सिर भारी था हल्की-हल्की सिरदर्द के साथ उसने अपनी सांसें रोकीं और अपने शरीर को महसूस करने लगी।
अभी वह हल्की निंद में ही थीं यह क्या हो रहा है उसका दिल जोर-जोर से धड़कने लगा। उसने धीरे से अपने हाथों को हिलाया और महसूस किया कि उसके बदन पर सिर्फ एक चादर थी बाकी कुछ उसे महसूस नहीं हो रहा था वह बोली नहीं... उसकी सांस अटक गई।
उसने झटके से अपनी आँखें खोलीं कमरा अजनबी था लेकिन काफी लक्जरी था उसकी धड़कनें और तेज़ हो गईं। लेकिन उससे ज्यादा खतरनाक था साथ में सोया हुआ शख्स उसका पूरा शरीर जैसे सुन्न हो गया। उसकी साँसों की रफ़्तार बढ़ गई। मैं... मैं यहाँ कैसे?"
उसकी नज़र सामने सोए आदमी पर गई। वह उल्टे लेटा हुआ था, चौड़े कंधे, परफेक्ट बॉडी, और हल्के बिखरे हुए बाल। उसकी पीठ खुली हुई थी उसका चेहरा एक तरफ थी जिससे वह उस आदमी का चेहरा नहीं देख पाई लेकिन उसकी बॉडी देख वह समझ गई कि आदमी था तो बड़ा कमाल का उसने शुक्र मनाया कि आदमी काफी ज्यादा उम्र का नहीं लग रहा था यही कुछ 26, 27 का लग रहा थायह सोचकर उसे थोड़ी राहत मिली मगर अगले ही पल उसकी आँखों में आँसू आ गए उसकी आँखें लाल हो गईंवह मन ही मन उसकी सौतेली बहन को कोसने लगी उसकी वजह से हुआ था यह सब।"
मेरा फर्स्ट टाइम... किसी अजनबी के साथ?" नहीं यह एक बुरा सपना होगा। हाँ सिर्फ एक बुरा सपना उसने धीरे से खुद को चादर में लपेटा और धीरे-धीरे उठने लगी उसका हर अंग भारी था, खास कर उसके पेट के निचले हिस्से पर लेकिन उसे यहाँ से जाना था इस आदमी के उठने से पहले जैसे-तैसे वह बिस्तर से उतरी और कपड़े ढूँढने लगी बिखरे हुए कपड़े देखकर उसकी आँखें फिर नम हो गईं।
क्या मैंने खुद से ऐसा होने दिया उसने मन ही मन सोचा उसने जल्दी-जल्दी अपने कपड़े पहने अपने गीले बालों को समेटा और दुपट्टा अपने चेहरे पर लपेट लिया।
वह कमरे से बाहर निकली ही थी कि तभी कदमों की आवाज़ सुनाई दी उसके दिल की धड़कनें तेज़ हो गईं कौन है?" उसने उस कर देखा जहां एक आदमी उसी तरफ बढ़ रहा था वह जल्दी से वहां से आगे बढ़ने लगीं तभी उस आदमी की भी नजर उस पर पड़ी और वह रुक गया और बोला तुम कौन हो?" वह हैरानी से बोला।
वह डर के मारे घबरा गई और तुरंत उसके बाजू से निकलने लगी। लड़के की भौहें तन गईं उसने पीछे मुड़कर देखा और फिर उसके दिमाग में कुछ हिट हुआ और थोड़ा जोर से बोला रुको मगर वह लड़की तब तक भाग चुकी थी।
वहीं कमरे में......
कमरे में सोए हुए शख्श की आंखे अब धीरे धीरे खुलने लगी थी लेकिन उसका सिर अब भी भारी लग रहा था उसे लेकिन जैसे ही उसने आसपास देखा उसके चेहरे के हाव भाव बदलने लगे कमरे की हालत देखकर उसके माथे पर लकीरें खिंच गईं यह सब क्या है?"
पूरा कमरा तहस नहस था किसी को भी समझने में देरी नहीं लगती कि यहां क्या हुआ था वहां उसके कपड़े बिखरे हुए थे। कमरे में हल्की मदहोश कर देने वाली खुशबू थी और सबसे बड़ी बात वह यहाँ अकेला था।
यह सब कैसे हुआ उसे सिर्फ इतना याद था कि मीटिंग पूरी होने के बाद जब वह रूम में आया था तब उसने वहां रखे पानी पिया था और तब से ही उसे अजीब सा फिल हो रहा था उसका शरीर गर्म हो रहा था उसे किसी की जरूरत थी। उसका गुस्सा धीरे-धीरे बढ़ने लगा।
तभी दरवाजे पर किसी ने नॉक किया। सर यह था रजत उसका सेक्रेटरी ।
वह उठा और अपनी पैंट पहन कर दरवाजे की और बढ़ गया उसके दरवाजा खोलते ही रजत ने जब कमरे की हालत देखी तो उसका मुँह खुला रह गया यह... उससे पहले कि वह कुछ कहता उसने किसी की गुस्से से भरी निगाहों की तपिश महसूस होने लगी।
आदमी _ कमरे को घूरने आए हो?"
रजत हड़बड़ा गया और बोला _नहीं सर बस... काफी वक्त हो गया था इसलिए देखने आया था और ऑफिस लेकिन यहाँ तो रजत को लगा उसकी बात अधूरी ही रह जाएगी क्योंकि उसके बॉस की आँखें पहले ही खतरनाक तरीके से लाल हो चुकी थीं।
वह आदमी जोर से चिल्लाया _GET OUT !"
रजत एक झटके में बाहर भाग गया मगर उसके मन में सवाल ही सवाल थे आखिर कौन थी वह लड़की जो अपना मुंह ढके भाग गई थीं उसे देख लेकिन वह पूछ भी तो नहीं सकता था वरना उसके बॉस उसे छोड़ते नहीं वह जल्दी से वहां से चला गया।
आदमी ने धीरे से अपनी आँखें बंद कीं अपने सिर को झटका और वॉशरूम की तरफ बढ़ गया मुझे सब याद क्यों नहीं आ रहा हा लेकिन उसे लड़की का चेहरा जरूर याद था जिसे वह भुला नहीं था उसे काफी गुस्सा आ रहा था उसकी हिम्मत कैसे हुई यह सब करने की और उसके उठने से पहली ही भाग गई थीं।
पानी की ठंडी धार उसके सिर पर गिरी मगर उसका दिमाग अब भी सवालों से भरा हुआ था वह लड़की कौन थी और सब से बड़ी बात उसे कुछ हुआ नहीं था ऐसा कैसे हो सकता है?
Did I really give my first touch to a stranger और गुस्से से दीवार पर एक मुक्का दे मारा उसने।"
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