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Shades Of My First Love

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Sakshi Agarwal

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मिहिर दुनिया का सबसे अमीर इंसान और सबसे पावरफुल बिजनेसमैन ये सब कुछ उसने अपने ग्रेजुएशन करने तक ही हासिल कर लिया था जिसके हजारों लड़कियां दीवानी थी मगर वो दीवाना था किसी और का एक ऐसी लड़की का जिसके नाम के सिवा उसे और कुछ नहीं पता था जिसे न जाने कितने...

Characters

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Mihir

Heroine

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Mehak

Heroine

Total Chapters (72)

Page 1 of 4

  • 1. Shades Of My First Love - Chapter 1

    Words: 1199

    Estimated Reading Time: 8 min

    3 building और एक ही बिल्डिंग में 10 से भी ज्यादा फ्लोर्स का ये कॉलेज न जाने कितने ही बच्चों को करियर बनाता है जहां हर तरह के कोर्स अवेलबल है हर सब्जेक्ट अच्छे से समझाए ओर पढ़ाए जाते है



    कॉलेज के पार्किंग में एक स्पोर्ट्स कार रुकी। उसमें से ब्लू जींस, व्हाइट टी-शर्ट, और ब्लू डेनिम जैकेट पहने हुए एक हैंडसम लड़का बाहर निकला। वह काफी जल्दी में लग रहा था, शायद उसे किसी काम के लिए लेट हो रहा था। उसने बिना ध्यान दिए जल्दी-जल्दी कॉलेज में प्रवेश किया।

    ध्यान ना होने के कारण वह गेट पर ही किसी लड़की से टकरा गया। वह लड़की फ़ोन से बात कर रही थी, शायद इसलिए उसका ध्यान भी उस लड़के पर नहीं था। दोनों की टक्कर हो गई। वह लड़का गिरने ही वाला था कि उस लड़की ने उसका हाथ पकड़ उसे संभाल लिया।

    वह लड़का उस लड़की को देखने लगा, जिसने उसे बचाया था। वह उसे देखकर किसी सोच में गुम हो गया। ब्लू चेक्स शर्ट, जिसमें नीचे knot बंधा हुआ था, और साथ में ब्लू डेनिम जींस, बालों की पोनीटेल, कानों में हेडफोन लगाए, वह लड़की काफ़ी खूबसूरत थी। वह लड़की भी शायद उस लड़के को देखकर किसी सोच में ही गुम हो गई थी।

    दोनों इस तरह अपने ख्यालों में गुम थे कि उन्हें पता भी नहीं चला कि वे कितनी देर से एक-दूसरे को देख रहे थे। वे एक-दूसरे को लगातार देख ही रहे थे कि तभी उस लड़की के कानों में आवाज़ पड़ी। यह आवाज़ उसके हेडफोन से आ रही थी।

    उसके हेडफोन में से किसी लड़के की आवाज़ आ रही थी, "हेलो महक, तुम सुन रही हो? तुम्हें सुनाई दे रहा है? हेलो, हेलो?" इस आवाज़ को सुनकर वह लड़की होश में आई और उस लड़के को सही से खड़े होने में मदद करते हुए, "सॉरी" बोलते हुए वहाँ से चली गई।

    महक के जाने के बाद वह लड़का अभी भी उसी तरफ देख रहा था, जहाँ महक गई थी। उसके चेहरे पर सीरियस एक्सप्रेशन था, मगर अचानक उसके चेहरे पर एक प्यारी सी मुस्कान आ गई। उसके डिंपल भी दिखाई दे रहे थे।

    वह वहाँ खड़ा मुस्कुरा ही रहा था कि उसके पास एक लड़का आया और उसे हिलाते हुए कहा, "मिहिर, क्या हुआ? यहाँ खड़े अपने आप में क्यों मुस्कुरा रहे हो?" तब जाकर मिहिर ने अपने फेस एक्सप्रेशन नॉर्मल किए और अपने सामने खड़े लड़के से बात बदलते हुए कहा, "लक्षय, वो सब छोड़, और मुझे यह बता, तूने मुझे इतनी जल्दी में क्यों बुलाया?"

    लक्षय भी उस बात को भूल गया था क्योंकि जो उसे मिहिर को कहना था, वह ज़्यादा ज़रूरी था। लक्षय मिहिर को वह बताने लगा, जिसके लिए उसने उसे बुलाया था।

    वे दोनों बात करते हुए कॉलेज के अंदर चले गए।

    उनके वहाँ से जाने के बाद महक फ़ोन पर कह रही थी। वह वापस उसी जगह आ गई थी। उसने हेडफ़ोन पर कहा, "जल्दी से जल्दी मेरा मकसद पूरा करने का इंतज़ाम करो ताकि मैं उसे पूरा कर वहाँ वापिस आ जाऊँ।"

    फ़ोन काटने के बाद, वह उस जगह देखने लगी, जहाँ अभी मिहिर और लक्ष्य गए थे। उसने अपने आप से कहा, "मुझे जल्द ही अपना मकसद पूरा करना होगा, वरना वो पुरानी यादें, जो मैं कभी याद नहीं करना चाहती, वो बार-बार मेरे सामने आएंगी।"

    महक वहीं खड़ी यह सब सोच ही रही थी कि उसके पास एक लड़का, जिसने टीशर्ट और जींस पहनी हुई थी, आया और सीधे उसे जाकर हग करते हुए बोला, "I miss you so much. मैंने सोचा था कि मेरे पुणे आने के बाद हम दोनों दूर हो जाएँगे, मगर तुमने भी यही एडमिशन ले लिया। चाहे तू कुछ भी बहाने बनाए, लेकिन I know तुम इस कॉलेज में सिर्फ मेरे लिए हो।" इतना कह कर उससे अलग होते हुए, वह आगे कहता है, "मुझे पता है, तुम भी मुझसे बहुत प्यार करती हो, बस मानती नहीं हो, ऐसा कह।" उसने महक की तरफ देखकर विंक कर दिया।

    उसकी सारी बातें सुनकर महक उसे घूरने लगी। उसे खुद को ऐसा घूरता पाकर उस लड़के ने भोली सूरत बनाकर उसे दाँत दिखा दिए। महक ने उसे घूरते हुए कहा, "मयंक, आज कॉलेज का फ़र्स्ट डे है और मुझे लेट नहीं होना।" इतना कहकर महक वहाँ से चली गई।

    उसके जाने के बाद, मयंक ने अपने आप से कहा, "पहले यह कितनी इनोसेंट और cute थी। मुझे यह अपनी जैसी लगी, तो मैंने उससे दोस्ती कर ली, मगर अब देखो, आँखों से ही मुझे डरा देती है। अब तो ऐसा लगता है, इससे दोस्ती ही क्यों की, मगर अब कर ली है तो निभानी भी पड़ेगी। अब पछताएँ हो क्या जब चिड़िया चुग गई खेत।"

    वह यह सब अपने आप से कह ही रहा था कि उसे एक आवाज़ सुनाई दी, "मुझे कोसना हो गया होगा, तो अब क्लास में चलो।" यह आवाज़ महक की थी।

    उसकी आवाज़ सुनकर मयंक ने अपने आप से कहा, "मयंक, अब क्लास में चल लेते हैं। यह सब 8 साल पहले सोचना था।" ऐसा कहते हुए वह महक के पीछे जल्दी-जल्दी चलने लगा, क्योंकि महक काफ़ी आगे निकल गई थी।

    करीब 1 मिनट बाद ही वह महक के पास पहुँच चुका था। फिर उसके बराबर पहुँचकर, उसके साथ चलने लगा।

    आज उन दोनों का ही कॉलेज का पहला दिन था और उन दोनों को ही नहीं पता था कि उनकी क्लास कहाँ है। इसलिए उन्होंने वहाँ लगे हुए नोटिस बोर्ड से अपना क्लास रूम नंबर चेक किया, तो उन्हें पता चला कि उनकी पहली क्लास रूम नंबर C6 में है।

    इस कॉलेज की 3 बिल्डिंगें थीं। पहली बिल्डिंग में ग्रेजुएशन करने वाले स्टूडेंट्स के लिए क्लास रूम थे, दूसरी बिल्डिंग में लाइब्रेरी, म्यूज़िक रूम, ऑडिटोरियम, स्पोर्ट्स रूम और अन्य एक्टिविटीज़ के लिए रूम थे, और तीसरी बिल्डिंग में पोस्ट ग्रेजुएट स्टूडेंट्स के लिए क्लास रूम थे।

    उन दोनों को यह तो पता चल गया था कि उनकी क्लास तीसरी बिल्डिंग में थी, इसलिए वे उस बिल्डिंग की तरफ़ जा रहे थे।

    वहाँ जाकर उन्होंने देखा कि बिल्डिंग के सामने ग्राउंड में काफ़ी भीड़ जमी हुई थी। मयंक का ध्यान भी उस तरफ़ चला गया, मगर महक हर किसी को इग्नोर करते हुए बिल्डिंग की तरफ़ जा रही थी।

    उसे जाता देख मयंक ने उसे आवाज़ देकर रोकते हुए कहा, "महक, देख, अभी क्लास स्टार्ट होने में काफ़ी टाइम है। क्यों ना हम लोग उस तरफ़ जाकर देख लें कि वहाँ क्या हो रहा है?"

    मगर महक ने उसकी इस बात का कोई जवाब नहीं दिया। मयंक को भी पता था कि महक आसानी से मानने वाली नहीं है, इसलिए उसने ज़िद करते हुए कहा, "चल ना, महक, वैसे भी क्लास में अभी काफ़ी टाइम है, और क्या पता वहाँ कुछ इम्पॉर्टेन्ट न्यूज़ मिल जाए। प्लीज प्लीज चल ना, मैं तेरा एक लौता दोस्त हूँ, प्लीज इतनी बात तो मान ले।"

    अब महक ने कुछ नहीं कहा, और भीड़ की तरफ़ जाने लगी क्योंकि उसे पता था कि मयंक का उस तरफ़ जाने का मन था। उसे गॉसिप्स में बहुत इंटरेस्ट था, और साथ ही साथ उसे यह भी पता था कि मयंक उसे छोड़कर वहाँ अकेला तो बिल्कुल नहीं जाएगा।

    महक अब उसका और दिल नहीं दुखाना चाहती थी, इसलिए भी वह मान गई।

    क्या मक़सद था महक के पुणे आने का?

    क्या हो रहा था ग्राउंड में?

    जानने के लिए पढ़ते रहिए।

  • 2. Shades Of My First Love - Chapter 2

    Words: 1068

    Estimated Reading Time: 7 min

    मयंक भी महक के पीछे उसी तरफ जाने लगा।

    मयंक जानता था कि उसकी यह खड़ूस दोस्त ज़्यादा बोलती नहीं है, इसलिए उसे उसके जवाब न सुनने की आदत पड़ गई थी, और उसे इस बात का बुरा भी नहीं लगता था।

    मगर उसे महक के लिए बहुत बुरा लगता था क्योंकि पाँच साल पहले महक ऐसी नहीं थी, और वह चाहता था कि महक पहले जैसी हो जाए। उसके साथ उसी तरह बर्ताव करे, जैसे पाँच साल पहले करती थी; पहले की तरह हँसती-खेलती रहे और बोल-बोल के उसके कान दुखा दे।

    जब महक और मयंक उस भीड़ वाली जगह गए, तब उन्हें पता चला कि वहाँ रैगिंग हो रही है। सभी सीनियर्स चेयर्स पर बैठे थे और जूनियर्स उनके आगे खड़े थे; इसलिए उन दोनों को गेट पर खड़े होकर देखने से कुछ पता नहीं चला। अलग बिल्डिंग होने के कारण, इसी कॉलेज से ग्रेजुएशन कंप्लीट करने वाले स्टूडेंट्स भी फ्रेशर्स ही थे, और साथ में न्यू एडमिशन भी। वहाँ रैगिंग देखकर, जहाँ महक को गुस्सा आ रहा था, वहीं मयंक काफी एक्साइटेड दिख रहा था।

    उन्होंने देखा की एक सीनियर लड़के ने एक लड़की को कागज का छोटा टुकड़ा दिया और उसे उसके 1000 हिस्से करके उन्हे गिनाने हैं और अगर वो ऐसा नहीं कर पाती तो उसे उस सीनियर को अपना बॉस मानना पड़ेगा 

    उस लड़की से कागज के टुकड़े नहीं हों रहे थे लगभग वो हार मां ली थी मगर वो उस लडके को अपना बॉस तो नहीं मानने वाली थी इसलिए उसने उन कागज के टुकड़े को लड़के के हाथ मे दिया और वो वहां से जानें लगी 

    मगर वो लड़का उस लड़की को आसानी से जाने नहीं देने वाला था इसलिए उस लड़के ने उस लड़की का हाथ जबरदस्ती पकड़ लिया और उसके मुंह में वो पेपर डालने लगा मगर वो कुछ कर भी पाता उससे पहले ही किसी के उसके मुंह में मुक्का मार उसे नीचे धक्का दे दिया 


    सब उस लड़के को हैरानी से देखने लगे। किसी को कुछ समझ नहीं आया कि यह अभी क्या हुआ। सब ने उस लड़की की तरफ देखा, तो उन्हें उसके पास एक खूबसूरत लड़की खड़ी दिखी। जहाँ ज्यादातर लड़कियाँ वन पीस या कुर्ती पहनती थीं, वहीं यह लड़की शर्ट, जीन्स और हेडफ़ोन्स में बाकियों से काफ़ी अलग लग रही थी। वह लड़की और कोई नहीं, महक थी, जिससे उस लड़के की यह हरकत बर्दाश्त नहीं हुई, इसलिए उसने उस लड़के को मारा।

    मयंक ने यह देखकर सीटी बजाई और कहा, "My Lady Don, यू रॉक इट!" उसके ऐसे कहने पर सब उसको अजीब नज़रों से घूरने लगे, मगर मयंक ने किसी पर ध्यान नहीं दिया।

    उस लड़के के दोस्तों ने जब देखा कि उनका दोस्त जमीन पर गिरा हुआ है और वह आसानी से उठ भी नहीं पा रहा, तो उन्हें महक पर काफ़ी गुस्सा आया। उसके कुछ दोस्त उस लड़के को उठाने लगे और कुछ महक से लड़ने लगे।

    सबको महक की तरफ एक साथ आता देख, महक के पास खड़ी उस लड़की, जिसकी महक ने भी मदद की थी, ने मयंक को देखकर कहा, "जाओ उसकी हेल्प करो, वह सबसे कैसे लड़ेगी?"

    मगर मयंक वहाँ से हिला भी नहीं और उस लड़की से सवाल पूछते हुए कहा, "तुम्हारा नाम क्या है?" इस सवाल पर वह लड़की उसे अजीब नज़रों से देखने लगी। तब मयंक ने वापस पूछा, "तुम्हारा नाम क्या है?" तब उसने खुद को नॉर्मल करते हुए कहा, "मिष्टी।"

    मयंक ने फिर उसे अपना और महक का नाम बताया। अब मिष्टी को गुस्सा आने लगा था। उसने गुस्से से कहा, "कैसे दोस्त हो तुम? तुम्हारी दोस्त मुसीबत में है और तुम यहाँ खड़े अपना इंट्रोडक्शन दे रहे हो?" मगर मयंक अभी भी हिला नहीं।

    मिष्टी अब परेशान हो गई थी। वह नहीं चाहती थी कि जिस लड़की ने उसकी हेल्प की, वह किसी प्रॉब्लम में फँसे। फिर उसने नज़र घुमाकर आस-पास देखा, तभी उसकी नज़र महक की तरफ गई, तो वह हैरान रह गई, क्योंकि लगभग सारे लड़के अपने हाथ-पैर पकड़कर जमीन पर पड़े थे।

    वह सामने के नज़ारे को देखकर इतना हैरान थी कि उसे पता भी नहीं चला कि कोई उसकी तरफ गुस्से से बढ़ रहा है। यह और कोई नहीं, वही लड़का था जो पहले उसे किस करने की कोशिश कर रहा था। महक का ध्यान न होने के कारण वह चुपचाप उठकर मिष्टी की तरफ आ रहा था। उसे काफ़ी गुस्सा आ रहा था। वह महक के साथ तो कुछ नहीं कर सकता था, मगर जिसकी वजह से यह सब शुरू हुआ था, यानी कि मिष्टी को वह छोड़ने वाला नहीं था। और इस समय महक का ध्यान भी बाकियों की तरफ था। इस बात का उसने फ़ायदा उठाना चाहा और अपना हाथ मिष्टी के बालों की तरफ़ ही ले जा रहा था; शायद वह उसके बालों को खींचना चाहता था, क्योंकि बाल हर लड़की का वीक पार्ट होते हैं।

    मगर वह कुछ कर पाता, उससे पहले ही मयंक, जिसका ध्यान मिष्टी की तरफ़ ही था, ने उसका हाथ पकड़ लिया और उसकी तरफ़ देखकर कहा, "तुम सुधरोगे नहीं ना? अभी तो मेरी लेडी डॉन ने तुम्हें सुधारा था!" और इसके साथ ही उसने उस लड़के को उठा-पटक दिया।

    मयंक की आवाज़ सुन मिष्टी वापस अपने होश में आई और पीछे मुड़कर देखा कि मयंक अभी भी उस लड़के को मार रहा है। जब वह श्योर हो गया कि अब वह लड़का उठने लायक नहीं है, तो मयंक ने उसे छोड़ दिया।

    उसके बाद मयंक ने अपने हाथों को झाड़ा और मिष्टी की तरफ़ देखकर कहा, "किसी चीज़ में इस तरह खोना भी नहीं चाहिए कि तुम्हें यह पता भी न चले कि तुम्हारे आस-पास क्या हो रहा है।" इस बात पर मिष्टी ने अपना सर झुका लिया।

    फिर मयंक ने आगे कहा, "दोस्त ऐसे बनाओ जो चाहे आपकी खुशी में आपके साथ न हों, मगर आपकी प्रॉब्लम में हमेशा आपका साथ दें। अपने सच्चे दोस्त पर हमेशा भरोसा करो, जैसे मुझे भरोसा था कि मेरी दोस्त सब संभाल लेगी।"

    उसके चेहरे पर एक अलग सनक होती है जब वह ऐसे लोगों को सबक सिखाती है जो लड़कियों के साथ मिसबिहेव करें; वरना वह हमेशा एक्सप्रेशनलेस रहती है।

    मयंक ने यह इसलिए कहा था क्योंकि मिष्टी का कोई भी दोस्त उसकी मदद करने नहीं आया और पीछे छिपकर सारा तमाशा देखते रह गए; और साथ में उसने मिष्टी के उसकी दोस्ती के लिए उठाए सवालों का जवाब भी दे दिया था।

    आखिर क्या हुआ था पाँच साल पहले?

    क्या जवाब देगी अब मिष्टी मयंक को?

    इन सभी सवालों के जवाब जानने के लिए पढ़ते रहिए।

  • 3. Shades Of My First Love - Chapter 3

    Words: 1205

    Estimated Reading Time: 8 min

    मिस्टी की बातें सही लग रही थीं, मगर वह कुछ कह पाती, उससे पहले ही उसे महक की आवाज़ सुनाई दी।

    "अपने लिए खड़ा होना सीखो, खुद की रक्षा करना सीखो। अगर आज इनके ऑर्डर मान लोगे, तो ज़िंदगी भर सबके ऑर्डर्स मानते रह जाओगे। और आपको किसी की रिस्पेक्ट सिर्फ़ इसलिए करने की ज़रूरत नहीं है क्योंकि वो आपके सीनियर हैं या आपसे उम्र में बड़े हैं। आपको उन्हीं की रिस्पेक्ट करनी चाहिए जो सच में उसके लायक हों।"

    ऐसा कहकर वह मयंक और मिस्टी की तरफ़ देखी और वहाँ से चली गई। वह दोनों भी उसके पीछे चले गए।

    उनके जाने के बाद, सारे फ़्रेशर्स ने भी उन सीनियर्स को मज़ा चखाया। सबने अपने हाथ, पैर, बैग सब अच्छे से साफ़ किये; मतलब उनसे सभी को काफ़ी पीटा गया।

    फिर वे भी वहाँ से चले गए और सारे सीनियर्स दर्द से तड़पते हुए वहीं पड़े रहे।

    टीचर्स दूर से यह सारा तमाशा देख रहे थे और वे काफ़ी खुश भी नज़र आ रहे थे। हर दिन रैगिंग की कंप्लेंट आती थी, मगर वे कुछ नहीं कर पाते थे क्योंकि ये सारे बच्चे अमीर परिवार से थे और उनका लीडर तो इस कॉलेज के ट्रस्टी का बेटा था। उनके हाथ बंधे हुए थे।

    महक, मयंक और मिस्टी तीनों साथ ही कॉलेज की तरफ़ जा रहे थे। तभी वहाँ एक लड़का आया और मिस्टी के पास जाकर उसका हाथ पकड़कर बोला, "तुम ठीक तो हो ना?" इसमें मिस्टी ने उसे calm down करते हुए कहा, "Yes मिहिर, I am fine।"

    यह वही मिहिर था जिससे महक टकराई थी।

    "उन दोनों ने मेरी मदद की।" ऐसा कहकर उसने महक और मयंक की तरफ़ इशारा कर दिया।

    मिहिर को पता था कि महक और मयंक ने मिस्टी की हेल्प की थी क्योंकि वह तभी आ गया था जब वह लड़का मिस्टी को ज़बरदस्ती किस करने वाला था। वह मिस्टी की हेल्प करने वाला था, मगर उसने महक को उस लड़के को मारते हुए देख लिया और वह वहीं रुक गया। उसने सारी बातें भी सुनी थीं।

    मिहिर ने महक और मयंक की तरफ़ देखकर "थैंक्यू" कहा। जवाब में महक ने सिर्फ़ अपना सर हिला दिया और वहाँ से चली गई।

    मयंक भी उसके साथ ही चलने लगा, मगर उसने पीछे मुड़कर देखा और कहा, "हीरो तो हमेशा टाइम पे एंट्री लेते हैं।" ऐसा कहकर उसने आई विंक की और महक के साथ जाने लगा।

    चारों उसकी कही बात का मतलब समझने की कोशिश कर रहे थे: मिस्टी, मिहिर, लक्ष्य और उनके साथ एक लड़की और थी।

    थोड़ी देर में सबने अपने एक्सप्रेशन नॉर्मल किए। मिस्टी जल्दी से महक के पास गई और उसे रोकते हुए कहा, "महक, wait a minute।" उसकी आवाज़ सुनकर महक और साथ में मयंक भी रुक गए और सवालिया नज़रों से मिस्टी की तरफ़ देखने लगे।

    तब मिस्टी ने अपना हाथ आगे करते हुए कहा, "क्या तुम मुझसे दोस्ती करोगी? क्योंकि मेरा कोई दोस्त नहीं है। जो थे, उनसे मैंने दोस्ती तोड़ दी या फिर वो दोस्त थे ही नहीं।" उसके चेहरे पर उदासी थी।

    मगर महक अभी भी उसके हाथ को ही देख रही थी। उसने कोई रिस्पॉन्स नहीं दिया। वो मिस्टी ने अपना हाथ हिलाते हुए कहा, "एक अच्छी दोस्त तो मैं भी डिजर्व करती हूँ।" ऐसा कहकर उसने cute face बना लिया।

    उसकी इस हरकत पर महक के चेहरे पर छोटी सी मुस्कान आ गई, जिसमें वह काफ़ी क्यूट लग रही थी। महक ने अपना हाथ बढ़ाकर मिस्टी के हाथ में रख दिया।

    महक के फ़ेस पर स्माइल देखकर मयंक ने मिस्टी की तरफ़ हाथ बढ़ा दिया और कहा, "जब तुम्हारी वजह से मेरी दोस्त के चेहरे पर मुस्कान आई है, जो काफ़ी rarely आती है, तो मैं भी तुमसे दोस्ती कर लेता हूँ।"

    पर मेरी दोस्त महक से ठीक दूरी बनाकर रखना। मैं अपनी दोस्त के लिए बहुत पॉज़ेसिव हूँ। आखिर बचपन की दोस्ती है हमारी।

    इसकी इस बात पर मिस्टी और बाकी सब भी मुस्कुरा दिए। फिर मिस्टी ने भी मयंक से हाथ मिला लिया।

    उसके बाद मिस्टी ने कहा, "Oops! मैं तुम दोनों को इनसे तो मिलाना ही भूल गई।" फिर उसने अपने साथ खड़े मिहिर, लक्ष्य और उस लड़की की तरफ़ इशारा किया और कहा, "ये मेरे सीनियर्स थे और अब तुम दोनों के भी। मिहिर, लक्ष्य और मायरा।" फिर उसने सबको इंट्रोड्यूस करवाया।

    मयंक ने आसानी से सब से दोस्ती कर ली थी, मगर महक तो लक्ष्य और मिहिर को देख अलग ही सोच में गुम थी। उसका ध्यान तो उनकी तरफ़ था ही नहीं।

    सब महक की तरफ़ देखने लगे जो अपनी ही सोच में गुम थी। तो मयंक ने सबको देखकर कहा कि, "महक काफ़ी इंट्रोवर्ट हैं, उसे घुलने-मिलने में थोड़ा टाइम लगता है। मगर मेरे दोस्त उसके भी दोस्त हुए।" और फिर उसने cute face expression के साथ कहा, "वैसे अच्छा ही होगा इसके कम दोस्त हों, वरना मेरी वैल्यू कम हो जाएगी।"

    उसकी इस बात पर मिस्टी ने उसकी नकल करते हुए कहा, "मेरी वैल्यू कम हो जाएगी।" और बाकी सब मुस्कुरा दिए। फिर मिस्टी ने कहा कि, "पहला लेक्चर तो लगभग ख़त्म ही होने वाला है, तो अब दूसरे लेक्चर में ही क्लास में चलेंगे। तब तक कैंटीन में चलते हैं।" फिर अपने पेट पर हाथ रखकर cutely बोली, "मुझे बहुत भूख लगी है।"

    सब फिर मुस्कुरा दिए और सभी कैंटीन की तरफ़ चल दिए। कैंटीन में वे सब एक टेबल पर जाकर बैठ गए। फिर सब अपने लिए खाना ऑर्डर करने के लिए जाने लगे। तब लक्ष्य ने कहा कि, "सब जाकर क्या करेंगे? कोई एक चला जाता है, वह सब के लिए खाना ऑर्डर कर आएगा।" उसकी इस बात पर सबने सहमति जताई।

    फिर यह डिसाइड हुआ कि मयंक ऑर्डर देने जाएगा। सब ने मेन्यू कार्ड देखा।

    तब मायरा ने कहा, "गाइस, हमारे कैंटीन के मेन्यू में दो वैरायटीज़ का खाना ऐड हुआ है। एक डाइट फ़ूड, जो कल ऐड हुआ था और दूसरा स्ट्रीट फ़ूड, जो आज ही ऐड हुआ है।"

    इसकी इस बात पर मयंक ने धीरे से महक से कहा, "डाइट फ़ूड जीजू ने ऐड करवाया है। उन्हें पता है तू ऑइली फ़ूड नहीं खाती। और रही बात स्ट्रीट फ़ूड की, तो शायद तुम्हारा पुराना सीक्रेट एडमायरर या स्टॉकर होगा जिसने तुम्हें सुबह कॉलेज में देखकर ऐड करवाया है, क्योंकि तुम्हें पहले स्ट्रीट फ़ूड काफ़ी पसंद था।" इतना कहकर वह हँसने लगा तो महक उसे घूरने लगी।

    बाकी सब का ध्यान तो मेन्यू पर था, मगर मिहिर का ध्यान महक पर था। इसलिए उसने उन दोनों को कुसुफ़ुस करते देख लिया और थोड़ा बहुत उसने सुन लिया था, मगर उसने रिएक्ट नहीं किया।

    महक के घूरने से मयंक जल्दी से खड़ा हुआ और सबको देखकर कहा, "महक का तो मुझे पता है। आप लोग अपना ऑर्डर बता दो।"

    तब सबने अपना पसंद का खाना बता दिया: मिस्टी का पाव भाजी, मायरा का सैंडविच, लक्ष्य ने बर्गर और मिहिर ने आलू टिक्की। और सब ने साथ में जूस, कोल्ड्रिंक और कॉफ़ी भी ऑर्डर की।


    आखिर किस सोच में गुम हो गई थी महक, मिहिर और लक्ष्य को देखकर?
    क्या सच में है कोई महक का सीक्रेट एडमायरर या स्टॉकर?
    किसे कह रहा है मयंक 'जीजू'? क्या है महक का कोई बॉयफ़्रेंड?

    इन सभी सवालों के जवाब जानने के लिए पढ़ते रहें।

  • 4. Shades Of My First Love - Chapter 4

    Words: 1107

    Estimated Reading Time: 7 min

    जब मिहिर ने अपने लिए आलू टिक्की ऑर्डर की, तब लक्ष्य उसे अजीब नज़रों से देख रहा था, मगर वह कुछ नहीं बोला।


    फिर मयंक वहाँ से चला गया। मिष्टी और मायरा एक-दूसरे से बातें करने लगे। लक्ष्य भी उनकी बातें ध्यान से सुनने लगा। मिहिर महक को देख रहा था और महक अपने फ़ोन में मग्न थी; उसे आस-पास का कुछ भी फर्क नहीं पड़ रहा था। लक्ष्य मिहिर को ही नोटिस कर रहा था।


    थोड़ी देर में मयंक ऑर्डर देकर वापस आ गया और अपनी सीट पर बैठ गया। टेबल के एक साइड मिष्टी, महक और मयंक बैठे थे, वहीं दूसरी साइड मायरा, मिहिर और लक्ष्य बैठे थे। सब बैठकर एक-दूसरे से बातें करने लगे।


    थोड़े टाइम बाद एक वेटर उनका ऑर्डर लेकर उनके पास आया। उसने ट्रे टेबल पर रखकर उन्हें ग्रीट किया और वहाँ से चला गया। उसके जाने के बाद मायरा ने सबकी तरफ देखकर कहा, "शायद वह गलत ऑर्डर दे गया, क्योंकि यह हरा घास कोई इंसान तो खाता नहीं होगा। या फिर वह आधी बनी डिश लाकर दे गया है, क्योंकि उस ट्रे में एक प्लेट में कटी हुई पत्तागोभी थी।" उसकी इस बात पर सबने हामी भरी, मगर मयंक हँसने लगा।


    उसे हँसता देख सब उसकी तरफ देखने लगे, जैसे कह रहे हों, "हमने कोई जोक सुनाया क्या?" सबकी नज़रें अपने ऊपर महसूस कर मयंक ने हँसना बंद किया और कहा, "यह आधी बनी हुई नहीं है।"


    "रही बात इसे खाने की, तो..." महक, जिसका ध्यान सिर्फ़ अपने मोबाइल में था, उसकी तरफ इशारा करते हुए बोली, "यह खाती है घास, ब्रेकफ़ास्ट, लंच और डिनर तीनों में। अब तुम कह रहे हो इसे इंसान नहीं खाते, तो मुझे भी डाउट हो रहा है कि यह इंसान ही है ना?"


    और वापस हँसने लगा। उसकी इस बात पर सब महक को हैरानी से देखने लगे, क्योंकि कम मिर्च-मसाले और कम तेल का खाना तो सब खाते हैं, मगर ऐसा खाना शायद ही कोई खाए।


    लक्ष्य ने सबकी तरफ देखकर कहा, "ऐसा खाना खाने से अच्छा कि मैं खाना ही ना खाऊँ।" सब ने उसकी इस बात पर हामी भर दी, मगर मिहिर किसी सोच में गुम था।


    वहीं महक तो अभी भी अपने ही फ़ोन में बिज़ी थी। उसे तो कोई फर्क ही नहीं पड़ रहा था। अपनी ओर अपने खाने की इतनी सारी बड़ाई सुनकर उसने सर उठाकर किसी की तरफ देखने की मेहनत भी नहीं की।


    मयंक उसे देख गर्दन हिला देता है और आगे कहता है, "अच्छा है कि ये सब्ज़ियाँ मेन्यू में ऐड हैं, वरना तो यह कुछ नहीं खाती। और इसने सुबह ब्रेकफ़ास्ट भी नहीं किया था।"


    अब जाकर महक ने फ़ाइनली अपना फ़ोन बंद किया और अपने कानों में से हेडफ़ोन्स निकाल दिए। उसने सबकी नज़रों को इग्नोर किया और अपना खाना खाने लगी। वह काफी आराम से खाना खा रही थी, मगर सब उसे ऐसे देख रहे थे जैसे किसी एलियन को।


    मयंक ने सबकी तरफ देखकर कहा, "सब अपना खाना खाओ। इसे ऐसे देखने की आदत जल्दी हो जाएगी।" उसके बाद सब अपना खाना खाने लगे और साथ में बातें भी कर रहे थे।


    बातों-बातों में ही मयंक ने सबको बताया कि पहले वह और महक मुंबई कॉलेज में पढ़ते थे। मयंक वहाँ हॉस्टल में रहता था और महक मुंबई से ही है।


    उसने बताया कि स्कूलिंग उसने पुणे में ही कंप्लीट की थी और बाकी सब ने उन्हें बताया कि वे सब हमेशा से पुणे से पढ़े हैं और एक साथ कॉलेज और स्कूल करने के कारण उनका अच्छा बॉन्ड है।


    मिहिर ने मयंक से पूछा, "मयंक, तुमने स्कूलिंग कौन से स्कूल से की?" तब मयंक ने कहा, "मैंने स्कूलिंग पुणे इंटरनेशनल से की और महक ने भी 10वीं वहीं से की है।"


    मयंक के यह कहने पर लक्ष्य ने कहा कि उसने और मिहिर ने स्कूलिंग वहीं से की; शायद इसलिए मयंक उसे जाना-पहचाना लग रहा था।


    मगर महक तो उसके आगे लक्ष्य कुछ कहता, महक ने बीच में ही कह दिया, "पुरानी बातें याद करने से कोई फ़ायदा नहीं, सब दुःख ही देती हैं।" वह आगे कुछ कहती, उससे पहले उसका फ़ोन बजने लगा और वह मयंक को घूरते हुए कैंटीन से बाहर चली गई।


    महक के जाते ही मयंक अपना सर पकड़कर बैठ गया और अपने आप में कुछ बड़बड़ाया, "मैंने यह क्या कह दिया? इतनी मुश्किल से वह नॉर्मल रहने की कोशिश करती है, मगर मैंने उसे सब याद दिला दिया।"


    मयंक को यूँ बड़बड़ाता देख मिहिर उससे बोला, "तुम क्या कह रहे हो अपने आप से? और वह ऐसे कैसे चली गई? इज़ समथिंग रॉन्ग? हमने कुछ ऐसा कहा क्या जो उसे बुरा लगा?"


    इस पर मयंक ने उसे कहा, "तुम लोगों की कोई गलती नहीं है, मेरी ही गलती है। वह पुणे एक साल के लिए आई थी और वह उस साल को कभी भी याद नहीं करना चाहती, मगर मैं उसी बारे में बात करने लगा। एक्साइटमेंट में मेरा ध्यान ही नहीं रहा मैं क्या कह रहा हूँ। उसे तो पुणे सिटी से ही नफ़रत है।" ऐसा कहकर बिना किसी की बात सुने वह वहाँ से चला गया और सबको कन्फ़्यूज़ छोड़ गया। मिष्टी ने बाकियों की तरफ़ देखा और कहा, "मेरी क्लास का टाइम हो गया है, इसलिए मैं चलती हूँ। बाद में बात करेंगे।"


    लक्ष्य, जो काफी देर से मिहिर को ऑब्ज़र्व कर रहा था, उसने मिष्टी के जाते ही मिहिर की तरफ़ देखकर कहा, "मिहिर, आज तुझे क्या हुआ? तुझे कब से दूसरों की लाइफ़ में इंटरेस्ट आने लगा?"


    तभी मायरा ने भी कहा, "मैंने भी नोटिस किया। जो किसी से बात तक नहीं करता, वह उन दोनों से क्वेश्चन कर रहा था। तू तो हमसे भी इसलिए बात करता है और दोस्ती भी इसीलिए की थी क्योंकि हम फैमिली रिलेटिव्स हैं, मगर वह दोनों तो नहीं हैं ना?"


    तभी लक्ष्य ने बीच में कहा, "वह दोनों नहीं; इसे सिर्फ़ महक से रिलेटेड बातों में इंटरेस्ट था। मैं काफी देर से नोटिस कर रहा था कि तेरा ध्यान महक पर ही था। जिसने उसके जाने के बाद आज तक अपनी फ़ेवरेट आलू टिक्की को देखा भी नहीं, क्योंकि वह तुझे उसकी याद दिलाती थी। तूने उसे खाया।"


    "एक बात याद रखना, मिहिर। मैं कभी नहीं चाहूँगा तू मेरी क्राइम पार्टनर को धोखा दे। माना कि 5 साल से हमारा उससे कोई कनेक्शन नहीं है, हमें यह भी नहीं पता कि वह कहाँ है, मगर मैंने उसे अपनी भाभी मान लिया था।"



    आखिर क्यों खाती थी महक ऐसा खाना?


    क्यों याद नहीं करना चाहती महक अपनी ज़िन्दगी का एक साल?


    आखिर कौन थी लक्ष्य की क्राइम पार्टनर?


    इन सभी सवालों के जवाब जानने के लिए पढ़ते रहिए।

  • 5. Shades Of My First Love - Chapter 5

    Words: 1142

    Estimated Reading Time: 7 min

    मिहिर उसकी बात पर मुस्कुराते हुए बोला, "तो तुझे क्या लगता है? मैं उसे भूल गया? नहीं! आज भी उसकी जगह मेरी लाइफ में कोई नहीं ले सकता।" तब मयंक ने मिहिर से कहा, "और जो मैंने तेरी आँखों में महक के लिए देखा, उसका क्या?"

    मिहिर कुछ कहता उससे पहले ही मायरा ने उसके सर पर चपत लगाते हुए कहा, "बुधु! तुम्हें कुछ समझ नहीं आया? वो पाँच साल पहले वाली महक ही थी! तूने उसे नहीं पहचाना?"

    उस पर मिहिर ने भी कहा, "तू कहता था ना कि जब भी वो सामने आएगी, तब तू उसे मुझसे पहले पहचान लेगा। मगर तू अभी तक नहीं पहचाना।"

    लक्ष्य ने अपना सर सहलाते हुए कहा, "यार, कैसे पहचानता? ना तो मुझे उसका नाम पता था। मैं तो उसे क्राइम पार्टनर ही कहता था। और पहले वो कितनी स्वीट और गोलू-मोलू थी! हमेशा मुस्कुराती रहती थी। स्ट्रीट फ़ूड में जान बसती थी उसकी।"

    जब भी कोई स्टॉल दिखती थी, क्लास बंक करके वो खाना खाने जाती थी। और आलू टिक्की के लिए तो पागल थी वो! और अब एकदम बदल गई है। वो मुस्कुराती ही नहीं और खाने में कच्ची सब्जियाँ खाती है। कुछ भी पहले जैसा नहीं है, सिवाय उसके गुस्से के अलावा।

    इस पर मिहिर ने हामी भरते हुए कहा, "ये सब तो है, मगर कुछ और भी है जो पहले जैसा है।"

    इस पर लक्ष्य ने उससे सवाल करते हुए पूछा, "और वो क्या है?" तब मिहिर ने जवाब दिया, "मयंक। इतने सालों में उसने किसी और से बात तक नहीं की। ऐसे गायब थी जैसे इस दुनिया में कभी थी ही नहीं। मगर मयंक आज भी उसका दोस्त है और काफी कुछ ऐसा है जो मयंक उसके बारे में जानता है।"

    लक्ष्य ने उसे चिढ़ाते हुए कहा, "बदली तो तेरी जलौसी भी नहीं मयंक से!" और हँसने लगा।

    "यार, पता है कितना हर्ट हुआ जब वो अजनबियों की तरह बर्ताव कर रही थीं! इतने टाइम से उसका वेट कर रहा था। कितनी ढूँढने की कोशिश की उसे ढूँढने की, मगर उसे तो जैसे फर्क ही नहीं पड़ता।"

    लक्ष्य ने कहा, "हाँ, तू सही कह रहा है। हो सकता है वो तुझे ना पहचान पाए क्योंकि तू तो उसका सीक्रेट लवर था। उसे तो तेरे बारे में पता ही नहीं था। मगर उसने मुझे भी नहीं पहचाना। मैं तो उसका क्राइम पार्टनर था। साथ में बंक मार के चाट खाने जाते थे।"

    "तू तो उससे शर्मा के ही नहीं जाता था। अब इस बार ऐसा मत करना, वरना न जाने और कितने साल इंतज़ार करना पड़ेगा उसका।"

    "पहले उसके सामने इनोसेंट बॉय की इमेज जो बनानी थी तुझे।"

    "मानता हूँ, मैंने उसे नहीं पहचाना क्योंकि वो काफी बदल गई। मगर मैं तो आज भी वैसा ही हूँ। उसने भी तो मुझे नहीं पहचाना? क्या मैं उसके लिए कोई इम्पोर्टेंस नहीं रखता था?"

    मिहिर ने जवाब दिया। मयंक ने कहा था ना कि वो वो एक साल याद नहीं करना चाहती। शायद हो सकता है कि तू उसे याद हो और शायद मैं भी याद हूँ। मगर वो उस टाइम को याद ही नहीं करना चाहती, इसलिए उसने सबको इग्नोर किया। मगर कोई बात नहीं, हम उसके साथ नई यादें बना लेंगे।"

    इस पर लक्ष्य ने जवाब दिया, "वो तो ठीक है, पर हम उससे बात कैसे करेंगे? वो तो किसी से बात तक नहीं करती। हमेशा अपने मोबाइल में घुसी रहती है। पता नहीं उसके मोबाइल में ऐसा भी क्या है?"

    मिहिर- "यार, हो सकता है उसके पास्ट में कुछ ऐसा हुआ जिसके कारण वो ऐसी हो गई है। हम कोशिश करेंगे ना उसे पहले जैसा करने की और उसे खुश रखने की। मगर पहले ये भी तो जानना पड़ेगा कि उसके साथ क्या हुआ।"

    इस पर मायरा ने भी कहा, "पर तुम लोग याद रखना कि तुम लोग पहले की कोई भी बात उसके सामने ना करो। अगर उसे पसंद नहीं है तो वो फिर कभी तुमसे बात भी नहीं करेंगी।"

    इस बात पर दोनों ने भी हामी भरी। फिर क्लास का टाइम हो गया था तो तीनों अपनी क्लास में चले गए।

    मिहिर और लक्ष्य स्कूल फ़्रेंड्स थे और महक भी उन्हीं के स्कूल में पढ़ती थी। वो उनकी जूनियर थी। मगर मायरा कॉलेज में इनकी फ़्रेंड बनी थी। वो महक को जानती तो नहीं थी, मगर उसके बारे में काफी कुछ सुना था उन दोनों से।

    करीब दो घंटे बाद-

    मयंक, महक और मिस्टी क्लास के बाद मिले। तब मिस्टी ने उन दोनों से पूछा, "तुम दोनों कहाँ रहते हो?" इस पर मयंक ने जवाब दिया कि वह तो अपने ही घर में रहता है और महक ने कहा कि वह फ़्लैट रेंट पर लेकर रह रही है।

    फिर मिस्टी ने कहा कि वह अभी तो हॉस्टल में रह रही है, मगर उसे कोई घर चाहिए रेंट पर जो कॉलेज के पास हो।

    इस पर महक ने मिस्टी से कहा, "क्यों ना तुम मेरे साथ फ़्लैट शेयर कर लो? मेरा फ़्लैट कॉलेज के काफी पास है और 3BHK है तो कोई प्रॉब्लम भी नहीं होगी।"

    मिस्टी को कोई प्रॉब्लम नहीं थी इसलिए उसने कहा कि वो रह लेगी और रेंट शेयर कर लेंगे। मगर महक ने उसे मना कर दिया क्योंकि फ़्लैट में कितने भी लोग रहें, रेंट सेम ही था। काफी कहने के बाद मिस्टी मान गई।

    तीनों ने डिसाइड किया कि वे कॉलेज के बाद जाकर फ़्लैट में सामान शिफ़्ट कर लेंगे। महक भी आज सुबह ही पुणे आई थी इसलिए उसने अपना सामान सेट नहीं किया था और मिस्टी का तो हॉस्टल में ही था।

    क्लासेस ख़त्म होने के बाद तीनों ने हॉस्टल से पहले मिस्टी का सामान लिया, फिर तीनों फ़्लैट के लिए निकल गए।

    फ़्लैट में महक ने मेड हायर की थी तो उसने साफ़-सफ़ाई तो कर दी, बस उनको अपना सामान सेट करना था।

    सारा सामान सेट करने में काफी टाइम लग गया और वे काफी थक भी गए थे इसलिए तीनों ने खाना ऑर्डर कर दिया।

    खाना खाने के बाद मयंक अपने घर के लिए निकल गया। महक और मिस्टी भी काफी थक गए थे इसलिए वे दोनों अपने रूम में जाकर सो गए।

    अगले दिन-

    सुबह उठकर दोनों ने ब्रेकफ़ास्ट बनाया और ब्रेकफ़ास्ट करके कॉलेज के लिए रेडी होकर कॉलेज के लिए निकल गए। आज काफी लेक्चरर्स हुए तो उन लोगों को एक-दूसरे से बात करने के लिए ज़्यादा टाइम नहीं मिला।

    कॉलेज ख़त्म होने के बाद महक और मिस्टी फ़्लैट में आए और फ़्रेश होकर डिनर बनाया। फिर दोनों ने साथ बैठकर डिनर किया। उसके बाद दोनों ने थोड़ी देर पढ़ाई की। अब काफी रात हो गई थी इसलिए उन्होंने सोने का डिसाइड किया।

    आज महक को नींद नहीं आ रही थी इसलिए वह बालकनी की तरफ़ चली गई। उस फ़्लैट की बालकनी काफी बड़ी थी। मगर जब वह बालकनी में आई तो वह हैरान रह गई।


    आखिर क्यों बदल गई है महक इतनी?

    आखिर क्या देखा महक ने बालकनी में जो वो हैरान हो गईं?

    इन सभी सवालों के जवाब जानने के लिए पढ़ते रहिए।

  • 6. Shades Of My First Love - Chapter 6

    Words: 1002

    Estimated Reading Time: 7 min

    महक ने मिस्टी को आवाज़ लगाई, "मिस्टी, बालकनी में आ जा।" मिस्टी के आने पर, वह भी हैरान रह गई।

    उन्होंने देखा कि वहाँ एक बहुत प्यारा सा झूला लगा हुआ था। साथ में, किनारे पर एक बेड था, जिसे लाइटिंग से बहुत अच्छे से सजाया गया था। काफी क्यूट मिनी प्लांट्स रखे हुए थे, जिनके गमलों में लाइट्स जल रही थीं। सब कुछ बहुत अच्छा और एस्थेटिक लग रहा था।

    यह देखकर, मिस्टी और महक ने एक-दूसरे को देखा और एक साथ पूछा, "क्या यह तुमने करवाया है?" दोनों के एक ही सवाल पूछने पर, उन्हें समझ आ गया कि यह उन दोनों ने नहीं करवाया था। फिर किसने करवाया था? यह सवाल दोनों के दिमाग में घूम रहा था।

    "हो सकता है यह मयंक ने करवाया हो," मिस्टी ने कहा।

    "नहीं, यह मयंक ने नहीं करवाया होगा। उसे यह सब बहुत बोरिंग लगता है, और इतनी अकल भी नहीं है उसमें," महक ने इनकार करते हुए कहा।

    मिस्टी महक की बात पर हँसने लगी, पर उसे याद आया कि उन्हें अभी तक पता ही नहीं चला था कि यह किसने करवाया है। अचानक उसके दिमाग में कुछ आया।

    उसने महक की तरफ देखकर कहा, "आज उसके भाई का फोन आया था। उन्हें पता चल गया था कि मैं हॉस्टल में नहीं रहती। तब मैंने उन्हें बताया कि मैं तुम्हारे साथ रहती हूँ। तब उन्होंने मुझसे एड्रेस पूछा, और मैंने बता दिया। शायद उन्होंने ही यह करवाया हो।"

    "एक बार तुम उससे पूछ लो," महक ने कहा। मिस्टी ने भी हामी भरी और अपने भाई को फोन कर दिया। फोन पर बात करने पर उसे पता चला कि यह सब उसके भाई ने ही करवाया था। वह उसे सरप्राइज़ देना चाहता था, क्योंकि यह सब मिस्टी को बहुत पसंद था।

    मिस्टी ने महक को बताया, "उसके भाई के रूम की बालकनी में भी ऐसा ही डेकोरेशन है। पर वह वहाँ किसी को जाने नहीं देता, किसी सर्वेंट को भी नहीं। यहाँ तक कि वहाँ की सफाई भी वह खुद ही करता है।"

    महक ने भी मिस्टी को बताया, "मैं अपने घर पर बालकनी में ही सोती हूँ, और मेरे बालकनी में भी कुछ ऐसा ही सेटअप है। मगर वह काफी सिंपल था, क्योंकि मुझे ज़्यादा डेकोरेशन पसंद नहीं है। मुझे बेडरूम में सोने की आदत ही नहीं है। मैंने सोचा था कि मैं एक-दो दिन में यहाँ पर भी वैसा ही सेटअप करवा लूँगी। मगर कोई बात नहीं, तुम्हारे भाई ने पहले ही करवा दिया तो तुम यहाँ सो जाओ, मैं बेडरूम में सो जाऊँगी।"

    "नहीं, मैं बेडरूम में ही सोऊँगी। मुझे खुली जगह नींद नहीं आती," मिस्टी ने उसे मना करते हुए कहा। "तुम यहाँ सो जाओ।" महक भी मान गई, क्योंकि उसे पता था कि उसे बेडरूम में नींद नहीं आने वाली। उसे वैसे भी कम नींद आती थी।

    उसके बाद महक बेड पर बैठ गई। बेड काफी सॉफ्ट था। उसे वह बहुत पसंद आया। महक के बेड पर सोने के बाद, मिस्टी ने उसे गुड नाईट कहा और अपने रूम में चली गई। उसके जाने के बाद, महक का फोन बजने लगा।

    महक ने फोन उठाया। देखा तो उस पर 'अहम' नाम आ रहा था। उसने फोन रिसीव किया, "हेलो।"

    दूसरी तरफ़ से आवाज़ आई, "तुम्हें सच में बालकनी से काफी प्यार है। दो दिन में ही सारा इंतज़ाम करवा लिया।"

    महक थोड़ी देर शांत रही, फिर बोली, "प्यार नहीं, ज़रूरत और आदत है। आपको पता ही है, मुझे बंद कमरे में नींद नहीं आती। और दूसरी बात, यह सब मैंने नहीं, मिस्टी के भाई ने करवाया है। उसके लिए सरप्राइज़ था।"

    "हाँ, मुझे पता है यह सब तुमने नहीं करवाया। क्योंकि तुम कुछ भी करती हो, उसकी खबर मुझे मिल जाती है," अहम ने कहा।

    महक ने इसका कोई जवाब नहीं दिया और मन ही मन सोचने लगी, 'यही तो सबसे बड़ी प्रॉब्लम है।'

    महक का कोई जवाब ना मिलने पर, अहम ने उसे आवाज़ लगाई। मगर महक ने बात बदलने के लिए उससे पूछा, "आपको कैसे पता चला कि मैं इस समय बालकनी में हूँ? कहीं आप आस-पास तो नहीं हैं?"

    "नीचे पार्किंग में देखो," अहम ने जवाब दिया।

    महक ने जब पार्किंग में देखा, तो वहाँ एक ब्लैक BMW के पास ब्लैक फॉर्मल सूट पहने एक हैंडसम लड़का खड़ा था। उसकी उम्र 27-28 साल होगी। एक हाथ उसकी जेब में था, और दूसरे हाथ में उसने फोन पकड़ा हुआ था। यह और कोई नहीं, अहम था।

    "वैसे मैंने नहीं करवाया, तो आप करवा देते। आप मेरी बिलकुल केयर नहीं करते। मिस्टी का भाई उसकी कितनी केयर करता है," महक ने कहा।

    "ऐसा नहीं है कि मैं तुम्हारी केयर नहीं करता। वही मैं था जिसने तुम्हारे कैंटीन के मेन्यू में स्ट्रिक्ट डाइट फ़ूड ऐड करवाया था। और रही बात बालकनी में बेड की, तो उसका मैंने ऑर्डर दे दिया था। वह कल सुबह आने वाला था, मगर आज मैंने उसे कैंसल कर दिया।"

    अहम ने आगे कहा, "यह डेकोरेशन बिलकुल तुम्हारे पुराने वाले घर जैसी लग रही है। क्यों ना तुम वहीं रह लो?"

    "मैंने पहले भी आपको मना किया था, और अब भी कर रही हूँ। मैं उस घर में वापस कभी नहीं जाऊँगी," महक ने साफ़ मना करते हुए कहा।

    "ठीक है।"

    "अब आपको जाना चाहिए। काफी टाइम हो गया है। वैसे आप वापस मुंबई जाएँगे या यहीं रहेंगे?" महक ने पूछा।

    "मैं अभी यहीं हूँ। कल मैं मुंबई वापस चला जाऊँगा," अहम ने कहा। "हाँ," महक ने कहा। थोड़ी देर बाद अहम वहाँ से चला गया।

    वे दोनों आपस में बातें कर रहे थे, मगर कोई था जो दूर से उन्हें देख रहा था। और उसकी आँखों में दुःख साफ़ नज़र आ रहा था।


    क्यों नहीं आती महक को बंद जगह नींद?

    क्यों नहीं जाना चाहती महक अपने पुराने घर में?

    कौन था वह जो महक और अहम को बात करते हुए देख रहा था?

    इन सभी सवालों के जवाब जानने के लिए पढ़ते रहिए।

  • 7. Shades Of My First Love - Chapter 7

    Words: 1179

    Estimated Reading Time: 8 min

    ये और कोई नहीं मिहिर था जिसका महक को देखने का मन कर रहा था

    क्यूंकि आज वो कॉलेज नहीं आया था कोई इंपॉर्टेंट मीटिंग होने के कारण


    वो काफी टाईम से गार्डन एरिया में एक पेड़ के पीछे छुपा हुआ था उसे महक क्या कह रही है ये तो सुनाई नहीं दे रहा था मगर अहम का कहा गया हर शब्द उसे साफ सुनाई दे रहा था

    उसे लग रहा था कि अहम महक का बॉयफ्रेंड है उसे याद था की मयंक ने कहा था की जीजू ने कैंटिन के मेन्यू में सलाद एड करवाया था

    उसने महक की इनफार्मेशन निकलवाई थी पर उसे कुछ खास पता नहीं चला और उसने अहम की सिर्फ पीठ ही देखी थी उसका चेहरा नहीं इसलिए उसे यह भी नहीं पता नहीं था कि वह कौन है और कैसा दिखता है 


    उसने देखा कि कैसे अहम से बात करते समय महक के एक्सप्रेशंस चेंज हो रहे थे जो उसने कल सारे दिन में चेंज होते हुए नहीं देखा


    कुछ समय महक से बात करने के बाद अहम वहां से चला गया मिहिर ने इस बार भी उसे देखने की कोशिश की थी मगर वहां अंधेरा होने के कारण उसे कुछ भी साफ नहीं दिखाई दिया

    अहम के जाने के बाद मिहिर कुछ समय वही बालकनी की तरफ देखता हैं फिर वो भी वहां से चला गया मगर उसकी आंखों से आंसू बहे जा रहे थे

    मिहिर के जाने के बाद महक ने एक बार उस तरफ देख जहां मिहिर खड़ा था

    महक को लगा कि वहा कोई खड़ा उसपे नजर रख रहा है पर उसमें ज्यादा ध्यान नहीं दिया और अपना वहम समझ लिया फिर अपने बेड पे लेट गईं उसने मन में कहा मुझे आपसे दूर रहना होगा थोड़े टाईम बाद उसे नींद भी आ गईं 

    दूसरी तरफ मिहिर अपने घर पहुंचा उसने घर में किसी पर ध्यान नहीं दिया सीधा अपने रूम में गया और शॉवर के नीचे खड़ा हो गया

    उसे समझ नहीं आ रहा था उसे क्या करना चाहिए जिस लड़की को वो 6 सालों से प्यार करता था वह प्यार उसका एक तरफा प्यार बनकर रह गया था उसकी आंखों से लगातार आसू बहे जा रहे थे जो पानी के साथ बहे जा रहें थे 

    थोड़ी देर रोने के बाद और खुद को शांत करने के बाद वह कपड़े चेंज करके बाथरूम से बाहर आ जाता है

    आते ही उसकी नजर उसके मॉम पर जाती है जो उसके बेड पर बैठी थी और लगातार वह वॉशरूम को ही देख रही हो जैसे उसी के आने का इंतजार कर रही थी
    मिहिर के इस तरह आने से उसकी मॉम को काफ़ी टेंशन हो गईं थी इसलिए वो उसके रूम में आई थी 

    मिहिर जा के अपनी मॉम को हग करता है और जो उसके आंसू अभी मुश्किल से रुके थे वो वापस बहनें लगे थे 

    उसकी मॉम को कुछ समझ तो नहीं आ रहा था मगर फिर भी वह अपने बेटे को संभालती है भले उनका बेटा काफी स्ट्रांग था लेकिन वह जानती थी कुछ सिचुएशंस में उसका बेटा काफी कमजोर पड़ जाता था

    मिहिर की मोम उसे शांत करके अपने आप से अलग करती हैं उससे पूछती है क्या हुआ बेटा तुम्हें तुम इस तरह क्यों रो रहे हो

    मिहिर फिर से उनके गले लग जाता हैं और सिर्फ इतना कहता है मोम वो किसी और से प्यार करती है मिहिर ने अपनी मॉम को सब तभी बता दिया था जब उसने महक को पहले दिन कॉलेज में देखा था वह काफी खुश था उस दिन मगर आज उसे काफी बुरा लग रहा था

    उसकी मॉम और उसके घर में लगभग सभी जानते थे कि वह काफी टाइम से एक लड़की से प्यार करता है इसलिए वह बाकी लड़कियों से दूर रहता कभी किसी लड़की को डेट करने के लिए नहीं मानता और न ही शादी के लिए मानता है

    मिहिर की मॉम कहती हैं बेटा शांत हो जाओ और मुझे सब कुछ बताओ क्या हुआ आज और तुम्हे ये कैसे पता चला तब मिहिर उन्हें सब कुछ बता देता हैं जो उसने सुना था

    सारी बातें सुनने के बाद मिहिर की मॉम उसे समझाते हुए कहती है बेटा जरूरी नहीं की जो तुमने सुना था वह सच हो, सिर्फ एक तरफ की बातें सुनने के बाद तुम कैसे कुछ डिसाइड कर सकते हो ऐसा भी हो सकता है वह उसका सिर्फ दोस्त हो या कोई रिश्तेदार हो उसने कहा ऐसा कहा की वो महक का boyfriend है 

    और दुनियां में भगवान ने किसी ना किसी को तो तुम्हारे लिए बनाए होगा अगर वो वहीं है तो वो तुम्हे जरूर होगी और अगर वह किसी और से प्यार करती हो तो तुम आगे बढ़ जाओगे उसे भुला दोगे और उसे ढूंढोगे जो तुम्हारे लिऐ है जो तुमसे सच्चा प्यार करे बोलो मूव ऑन करोगे ना 

    मिहिर थोड़ा उदास होकर हा बोल देता है उसके बाद मिहिर की मॉम उसका सर सहला के वहां से चली जाती है

    अपनी मॉम के जाने के बाद मिहिर दीवार पर मुक्का मारता है और कहता है मॉम इतना आसान नहीं है उसे भूलना अगर होता तो 6 साल 6 साल में ही भूल जाता मगर नहीं भूला पाया मैं सच जान के रहूंगा की वो कौन था 

    हां अगर उसकी लाइफ में कोई और हुआ तो मैं उसे डिस्टर्ब नहीं करूंगा मगर उसे भुलाना और किसी और के बारे में सोचना ये तो कभी पॉसिबल नही होगा

    साथ में मुझे ये भी जानना होगा की वो इन्सान किस तरह का हैं वो महक को खुश रखता हैं या नहीं वैसे तो वो मुझे उसके साथ काफी खुश लग रही थी 

    सब जानने का डिसाइड कर मिहिर बेड पे लेट जाता है और पूरी रात खुली आंखों से बीत जाती है

    अगली सुबह 

    आज मिहिर कॉलेज जा रहा था वो कम ही कालेज जाता था ज्यादा वो बिजनेस में ध्यान देता था मगर आज वो कालेज इसलिए जा रहा था ताकी जितना हों सके महक पे नज़र रखे और उस इन्सान के बारे में जान सके 

    महक और मिस्टी साथ में ही कॉलेज आते हैं मिहिर वही पार्किंग में खड़ा था महक और मिस्टी को आता देख वो उनकी तरफ बढ़ जाता है और जाकर उन्हें ग्रीट करता है मिस्टी और महक भी उसे ग्रीट करते है मगर महक काफी अजीब बिहेव कर रही थी मिहिर के आस पास होने से वो काफी अनकंफर्टेबल हों जाती थी ये बात मिहिर को भी पता थी मगर उसे समझ नहीं आता था की ऐसा क्यों होता है 

    फिर मयंक लक्ष्य और मायरा भी कॉलेज आ जाते हैं और सब एक दूसरे को ग्रीट करते हैं

    मिस्टी मयंक और महक अपनी क्लास में चले जाते हैं वही लक्ष्य मिहिर और मायरा अभी वहीं खडे थे मिहिर जाती हुई महक को ही देखे जा रहा था लक्षय मिहिर के फेस को नोटिस करता है मिहिर की आखें लाल थी और आंखों के नीचे काले धब्बे थे

    इसलिए वो लक्षय से पूछता है क्या हुआ मिहिर तुम्हारी ये हालत कैसे हो गई





    क्यों हो जाती थी महक मिहिर को देख अनकंफर्टेबल?

    क्या जवाब देगा मिहिर लक्षय के क्वेश्चन का?

    क्या मिहिर जान पाएगा महक के बारे में?

    इन सभी सवालों के जवाब जानने के लिए पढ़ते रहिए

  • 8. Shades Of My First Love - Chapter 8

    Words: 1050

    Estimated Reading Time: 7 min

    लक्ष्य के सवाल पर मिहिर थोड़ी देर शांत रहा। फिर उसने कल रात सुनी बात उन्हें बता दी और उन दोनों से उसकी मदद करने को कहा।

    वह दोनों हामी भर गए और अपनी कक्षा की ओर चले गए। ऐसे ही कुछ लेक्चर बीत गए।

    ब्रेक में सभी कैंटिन में मिले और थोड़ा-बहुत खाया। खाने के बाद सब अपनी कक्षा की ओर चले गए। महक का लेक्चर लेने का मन नहीं था, इसलिए वह लाइब्रेरी में चली गई। वहाँ जाकर उसने एक किताब इश्यू करवाई और वहीं बैठकर उसे पढ़ने लगी। मिहिर ने उसे देखा, पर उसे महक को डिस्टर्ब करना अच्छा नहीं लगा, इसलिए वह अपनी कक्षा की ओर चला गया।

    कुछ समय बाद, कॉलेज की दूसरी तरफ एक कमरे में—शायद वह स्टोर रूम था—पुराने डॉक्यूमेंट रखे हुए थे। उसमें एक परछाई दिखाई दी, जिसके चेहरे पर मास्क लगा हुआ था और हूडी पहनी हुई थी। हूडी की कैप से उसका सिर और चेहरे का काफ़ी हिस्सा ढका हुआ था। पता करना मुश्किल था कि वह लड़का है या लड़की। वह काफी साल पुराने डॉक्यूमेंट चेक कर रहा था।

    डॉक्यूमेंट देख लेने के बाद, शायद उसे कुछ मिल गया था जो उसे चाहिए था। इसलिए वह लेकर चुपचाप वहाँ से चला गया।

    लाइब्रेरी में महक अपनी किताब में पढ़ रही थी, तभी उसके फ़ोन पर नोटिफ़िकेशन आया। उसने नोटिफ़िकेशन खोला और मन ही मन कहा, "मुझे जल्द से जल्द अपना मकसद पूरा करना पड़ेगा। ये मुझे ज़्यादा दिन यहाँ नहीं रहने देंगे। मुझे जल्दी उन्हें ढूँढना है।"

    इतना सोचने के बाद, उसने किताब लाइब्रेरी में सबमिट की और खुद क्लासरूम की ओर चली गई। फिर दो-तीन लेक्चर लेने के बाद, सब अपने घर चले गए।

    ऐसे ही कुछ दिन बीत गए। मिहिर को ज़्यादा कुछ पता नहीं चला था। उसने अपने तरीके से इन्वेस्टिगेशन करवाई, मगर कुछ फायदा नहीं हुआ।

    कॉलेज के नोटिस बोर्ड पर आज एक नोटिस लगा हुआ था जिसमें कॉलेज में होने वाली फ्रेशर्स पार्टी के बारे में जानकारी थी और साथ में सिंगिंग कॉम्पिटिशन के बारे में भी लिखा हुआ था।

    इस न्यूज़ को सुनने के बाद, सभी स्टूडेंट्स काफ़ी एक्साइटेड थे। काफ़ियों ने अपना नाम कॉम्पिटिशन में लिखवाया था।

    जिन सीनियर्स के ग्रुप ने फ्रेशर्स को पहले दिन परेशान किया था, उस ग्रुप का हेड, जो काफ़ी समय से छुट्टियों पर गया हुआ था, वह भी आज कॉलेज में आया था। उसका नाम अमन था, कॉलेज के दूसरे ट्रस्टी का बेटा। इसलिए वह सबको परेशान करता रहता था।

    कॉलेज में तीन ट्रस्टी थे। सबसे बड़े ट्रस्टी के बारे में किसी को नहीं पता था और वह ज़्यादा इंटरफ़ेरेंस भी नहीं करते थे। दूसरे का बेटा अमन था और तीसरे मिहिर के डैड थे। अमन का कहना था कि पहले ट्रस्टी उसके पापा के दोस्त हैं और उन्होंने कॉलेज की ज़िम्मेदारी अमन के डैड को दी है, इसलिए वह सबसे बड़े ट्रस्टी हुए।

    उसके कॉलेज आने पर, उसके ग्रुप वालों ने उसे सब कुछ बताया जो पहले दिन हुआ था। उन्होंने यह भी बताया कि महक काफ़ी खूबसूरत है। मगर अमन को महक की खूबसूरती में बिल्कुल इंट्रेस्ट नहीं था क्योंकि आज सुबह ही उसे उसकी ड्रीम गर्ल मिल गई थी। मगर उसे महक से मिलना ज़रूर था, जिसने उसके दोस्तों को मारा और उसके ग्रुप को परेशान किया।

    उसके दोस्त ने उसे सिंगिंग कॉम्पिटिशन के बारे में भी बताया। उन्हें यह भी पता चल गया था कि मिहिर का ग्रुप इस कॉम्पिटिशन में हिस्सा लेने वाला है। इसलिए उन्होंने भी इस कॉम्पिटिशन में पार्टिसिपेट कर लिया क्योंकि मिहिर और अमन की बिल्कुल नहीं बनती थी; उनका 36 का आंकड़ा था और उसे कैसे भी करके मिहिर को हराना था।

    एक हफ़्ते बाद, आज कॉलेज में फ्रेशर्स पार्टी थी। पार्टी थीम के लिए आउटफ़िट का कलर ब्लैक एंड गोल्डन था। क्योंकि कोई एथनिक पहनना पसंद करता था, कोई वेस्टर्न, इसलिए सबकी कम्फ़र्ट को ध्यान में रखते हुए थीम के लिए कलर डिसाइड किए गए थे।

    सभी स्टूडेंट्स काफ़ी अच्छे से रेडी होकर आए थे। मिहिर, मयंक और लक्ष्य तीनों ने ब्लैक थ्री-पीस सूट पहना था; बस उनके ओवरकोट के डिज़ाइन और प्रिंट में फ़र्क था। तीनों काफ़ी हैंडसम लग रहे थे।

    महक ने गोल्डन ट्राउज़र, ब्लैक क्रॉप टॉप के ऊपर गोल्डन एंड ब्लैक क्रॉप्ड ब्लेज़र पहना था। बालों का मैसी बन बनाया था। हमेशा की तरह उसका लुक काफ़ी सिंपल था। मिस्टी ने ब्लैक नी-लेंथ ड्रेस पहनी थी, जिसके साथ उसने गोल्डन बेल्ट ऐड किया था और उसने अपने बालों को कर्व करके खुला छोड़ दिया था। मायरा ने गोल्डन स्ट्रेट गाउन पहना था और साथ में ब्लैक कलर की एक्सेसरीज़। वह तीनों ही काफ़ी खूबसूरत लग रही थीं।

    कॉलेज प्रोफ़ेसर के लिए व्हाइट कलर थीम डिसाइड की गई थी ताकि प्रोफ़ेसर और स्टूडेंट के बीच डिफ़रेंस रहे। पार्टी कॉलेज ग्राउंड में ही ऑर्गेनाइज़ की गई थी। कॉलेज ग्राउंड में एक साइड एक बड़ा स्टेज लगाया गया था और उसके सामने काफ़ी चेयर्स लगाई गई थीं।

    सभी के पार्टी में आ जाने के बाद और पार्टी का टाइम हो जाने के बाद, होस्ट ने सभी को ग्रीट करने के बाद फ्रेशर्स को रैंप वॉक करने और अपना इंट्रोडक्शन देने के लिए अनाउंस किया। सारे फ्रेशर्स स्टेज पर आ गए। सबको कोड दिए गए थे; उन कोड के अकॉर्डिंग सभी रैंप वॉक कर रहे थे। सभी ने तालियाँ बजाईं।

    बैकग्राउंड में म्यूज़िक बज रहा था। रैंप वॉक होने के बाद, अब बारी थी सिंगिंग कॉम्पिटिशन की, जिसके लिए काफ़ी स्टूडेंट्स ने पार्टिसिपेट किया था। यह ग्रुप सिंगिंग कॉम्पिटिशन था; इसमें एक ग्रुप में स्टूडेंट्स को डांस और सिंगिंग दोनों करना था।

    दूसरी तरफ़, कॉलेज प्रिंसिपल रूम में, वही अनजान शख्स जो स्टोर रूम में था, वह खिड़की से प्रिंसिपल रूम में आता है और अपनी हाथ में पकड़ी टॉर्च से कुछ ढूँढ़ने लग जाता है।

    थोड़े टाइम बाद, वह एक कपबोर्ड, जिसमें कुछ डॉक्यूमेंट्स थे—शायद वे डॉक्यूमेंट्स इन्हीं एक-दो साल के होंगे—के आगे खड़ा था और डॉक्यूमेंट्स में कुछ चेक कर रहा था।

    कुछ समय ढूँढ़ने के बाद, उसे वह मिल जाता है जो उसे चाहिए था। इसलिए वह जैसे वहाँ आया था, वैसे ही वापस चला जाता है।


    कौन था वो अनजान शख्स?

    कौन है तीसरा ट्रस्टी?

    कौन जीतेगा सिंगिंग कॉम्पिटिशन?

    इन सभी सवालों के जवाब जानने के लिए पढ़ते रहिए।

  • 9. Shades Of My First Love - Chapter 9

    Words: 725

    Estimated Reading Time: 5 min

    उधर, पार्टी एरिया में कई ग्रुप परफॉर्म कर चुके थे। अब अमन के ग्रुप की बारी आई। अमन के ग्रुप में 5 मेंबर्स थे, जिसमें से अमन गाना गाने वाला था और बाकी डांस करने वाले थे। अमन ने गाना स्टार्ट किया।

    अमन की आवाज काफी अच्छी थी और उस ग्रुप का परफॉर्मेंस सबको काफी पसंद भी आया।

    अब बस एक आखिरी ग्रुप बचा था, जो था मिहिर, मायरा और लक्ष्य का। इसमें मिहिर सिंगिंग करने वाला था और बाकी दोनों डांस। मिहिर को मायरा और लक्ष्य कहीं नज़र नहीं आ रहे थे, मगर उसे लगा कि वे लोग उनके परफॉर्मेंस के टाइम पे अपने आप स्टेज पे आ जाएँगे। इसलिए वो अकेला स्टेज पे चला गया और अपना गाना स्टार्ट कर दिया।

    प्लान के अकॉर्डिंग, पहले पैराग्राफ खत्म होते ही मायरा और लक्ष्य को स्टेज पर आना था डांस करने के लिए, मगर वो नहीं आए। इसलिए मिहिर अब परेशान होने लगा था।

    मिहिर ने एक और पैराग्राफ गाया, मगर अचानक महक स्टेज पर चढ़ गई।

    उसने अपना ब्लेज़र निकाल दिया था और अपने बालों का बन भी खोल दिया था। ब्लेज़र निकालने की वजह से उसका क्रॉप टॉप दिख रहा था। क्रॉप टॉप के बैक साइड में गोल्डन कलर का नेट लगा हुआ था।

    जिससे वो काफी हॉट लग रही थी। और जाकर मिहिर को बैक हग कर लिया और उसके कान में बोला, "वो दोनों नहीं मिल रहे हैं, इसलिए हम दोनों को डांस करना पड़ेगा।" ऐसे हग करने से मिहिर शॉक हो गया, मगर फिर खुद को नॉर्मल कर मिहिर भी उसके साथ डांस करने लगा।

    डांस करते हुए मिहिर ने एक पैराग्राफ और गाया।

    "बाकी स्टूडेंट्स को तो यही लगा कि यह इनका परफॉर्मेंस का हिस्सा होगा, मगर मयंक और मिस्टी हैरान थे। उन्हें पता था कि महक इनके साथ नहीं कर रही थीं।"

    महक ने डांस करते हुए ही मयंक को इशारा किया, जिसे समझ मयंक लक्ष्य और मायरा को ढूँढने चला गया।

    महक के साथ डांस करके मिहिर अंदर ही अंदर काफी खुश था, मगर उसने फेस एक्सप्रेशन नॉर्मल रखे। सिंगिंग करना और साथ में डांस भी करना, वो भी बिना प्रैक्टिस के, काफी मुश्किल था, मगर फिर भी वे दोनों अपना बेस्ट दे रहे थे।

    "मिहिर और महक की परफॉर्मेंस सबको काफी पसंद आ रही थी। मिहिर की आवाज तो अमन से भी ज़्यादा अच्छी थी।"

    अब तक मयंक ने भी मायरा और लक्ष्य को ढूँढ लिया था। इसलिए वो भी स्टेज पे जाकर उनके पीछे डांस करने लगे। उनके आने के बाद महक डांस करते हुए ही स्टेज से उतर गईं और मिहिर साइड में हो गया। फिर लक्ष्य और मायरा मिडिल में आकर डांस करने लगे।

    परफॉर्मेंस खत्म होने के बाद सब जोरों से ताली बजाने लगे। सबको इनकी परफॉर्मेंस काफी अच्छी लगी और जो भी हुआ था, वो उनकी परफॉर्मेंस का पार्ट ही लगा।

    महक स्टेज से सीधा कॉलेज बिल्डिंग की तरफ़ चली गई। उसके कान में इयरपोड था, जो कि कंपटीशन के स्टार्टिंग से ही चालू था, जिसमें से किसी की आवाज़ आई, "महक, तुम्हें वो मिल गया?" इस पर महक ने सिर्फ़ "हँ" कहकर फ़ोन कट कर दिए और वॉशरूम में चली गई।

    स्टेज से नीचे आने के बाद मिहिर ने पूछा, "लक्ष्य और मायरा, तुम दोनों इतने टाइम तक कहाँ थे? अगर महक टाइम पे स्टेज पे ना आती तो हमारे ग्रुप को कंपटीशन से आउट किया जा सकता था।"

    इसके जवाब में लक्ष्य बोला कि, "हम दोनों क्लासरूम में कुछ सामान लेने गए थे। फिर पता नहीं हमारे रूम का गेट लॉक हो गया।" तब मायरा बोली, "मुझे लगता है वॉचमैन डोर लॉक करके चला गया होगा।" सभी को यही लगा।

    ये सुनकर मिहिर ने उन लोगों से पूछा, "तुम दोनों तो ठीक हो ना?" इस पे दोनों ने हामी भर दी और फिर सभी कंपटीशन के रिजल्ट का वेट करने लगे।

    मयंक और मिस्टी, जो उनके पास ही खड़े थे, वो अपने क्लासमेट्स के पास चले गए।

    लक्ष्य, जो उन दोनों के जाने का वेट ही कर रहा था, उनके जाते ही उसने मिहिर को छेड़ना शुरू कर दिया। आखिर उसने आज महक के साथ डांस जो किया था! मायरा भी उसका साथ दे रही थी।

    उन दोनों से परेशान होकर मिहिर ने उन्हें डाँटकर चुप करवा दिया।

    कैसे हो गए लक्ष्य और मायरा रूम में बंद?

    कौन जीतेगा सिंगिंग कंपटीशन में?

    इन सभी सवालों के जवाब जानने के लिए पढ़ते रहिए।

  • 10. Shades Of My First Love - Chapter 10

    Words: 1034

    Estimated Reading Time: 7 min

    होस्ट स्टेज पर खड़ा था और उसने आज हुए सिंगिंग कंपटीशन का रिजल्ट अनाउंस करने वाला था। सभी बहुत एक्साइटेड थे, रिजल्ट जानने के लिए।

    होस्ट ने एनाउंस किया, "थर्ड पोज़िशन पर है एंजल ग्रुप (इस ग्रुप में सात लड़कियां ही थीं और इन्होंने सिंगिंग और डांसिंग दोनों किया था)। सेकंड पोज़िशन पर फाइव रॉकस्टार्स (ये अमन और उसके दोस्तों का ग्रुप था), और फ़र्स्ट पोज़िशन पर The Dreamers (ये मिहिर, मायरा और लक्ष्य का ग्रुप था)!"

    रिजल्ट जानकर सभी क्लैपिंग करने लगे। होस्ट ने तीनों ग्रुप को कांग्रेचुलेट किया। तीनों ग्रुप को ट्रॉफी मिली और फिर सभी की ग्रुप फ़ोटो भी ली गई।

    महक भी अब तक वॉशरूम से आ गई थी। मिस्टी ने उससे पूछा, "महक, तुम कहाँ गई थीं?"

    "मैं वॉशरूम गई थी," महक ने जवाब दिया।

    मिहिर, लक्ष्य और मायरा महक को भी अपने साथ स्टेज पर ले गए। क्योंकि उनका कहना था, "अगर वो सिचुएशन संभालती नहीं तो हम लोग तो कंपटीशन से आउट ही हो जाते।"

    उन तीनों ने मयंक को भी थैंक्यू कहा। आखिर वही तो लक्ष्य और मायरा की क्लास का गेट खोला था, वरना सिर्फ़ महक के डांस करने से कुछ नहीं होता, क्योंकि फिर वो कपल डांस हो जाता।

    अमन को काफ़ी गुस्सा आ रहा था। मिहिर का ग्रुप जीत गया था, इसलिए उसने जो कुछ भी किया था, वो बेकार गया था।

    Flashback

    लक्ष्य और मायरा दोनों क्लासरूम में जा रहे थे। उन्हें अपना कुछ सामान रखना था। उस तरफ़ अमन भी था, इसलिए अमन ने उन्हें वहाँ जाते हुए देख लिया था। इसलिए उसने जानबूझकर रूम लॉक कर दिया था ताकि वे लोग डांस न कर सकें और उनका ग्रुप कंपटीशन से आउट हो जाए। अगर मिहिर का ग्रुप कंपटीशन से आउट हो जाता, तो वे लोग ही जीत जाते, मगर मयंक ने उन्हें बाहर निकाल दिया।

    Flashback end

    अमन का प्लान एकदम सही चल रहा था, मगर अमन ने स्टेज पर एक लड़की को जाते हुए देखा। वो काफ़ी दूर खड़ा था, इसलिए उसने उसका चेहरा नहीं देखा था।

    अमन अपने फ्रेंड्स के पास वापस आ गया। वे लोग स्टेज के पास ही खड़े थे। मगर जब तक वो उनके पास पहुँचा, तब तक महक स्टेज से जा चुकी थी।

    अमन के फ्रेंड रोहन ने (जो मिस्टी को परेशान कर रहा था) अमन से कहा, "अमन, ये वही लड़की है जिसने कॉलेज के पहले दिन सीनियर्स की पिटाई की थी।"

    इस बात को जानकर अमन को महक पर और गुस्सा आ रहा था। एक तो महक की वजह से अमन का प्लान फ़्लॉप हो गया था, और दूसरा इसने उसके दोस्तों को पिटाई की थी, जिससे उनके ग्रुप का जो खौफ़ था, वो लगभग ख़त्म ही हो गया था।

    The Dreamers ग्रुप की फ़ोटो के लिए जब महक स्टेज पर गई, तब महक को देखकर उसका गुस्सा गायब हो गया। आखिर होता भी क्यों नहीं? वो उसकी ड्रीम गर्ल थी, जिसे पहली बार देखकर ही अमन को उससे प्यार हो गया था, ऐसा अमन को लगता था।

    Flashback

    एक हफ़्ते पहले,

    अमन अपने घर से कॉलेज की तरफ़ आ रहा था। काफ़ी दिनों से वो कॉलेज नहीं गया था, क्योंकि वो अपनी डैड की कंपनी को संभालता था और इसलिए वो आउट ऑफ़ सिटी गया हुआ था।

    रास्ते में उसने कुछ लोकल गुंडों से पंगा ले लिया था। वो ऐसे ही काफ़ी गुस्से में था क्योंकि उसे सुबह अपने पापा से डाँट पड़ी थी। आज उसके साथ उसके बॉडीगार्ड नहीं थे, क्योंकि उसने उन्हें चकमा दे दिया था।

    वे सब गुंडे उसके पीछे पड़े थे। अमन उनसे बचकर बाइक लेके निकल गया, मगर फिर वो गुंडे भी उसके पीछे ही आ गए और उसके आगे काफ़ी सारी बाइकें खड़ी हो गईं और उन्होंने उसे घेर लिया था। अब उसके पास उन लड़कों से फ़ाइट करने के अलावा कोई चांस नहीं बचा था, इसलिए वो बाइक से उतरकर सबसे फ़ाइट करने लगा। वैसे तो वो काफ़ी अच्छी फ़ाइट कर लेता था, लेकिन वो अकेला था और वो गुंडे 10 थे।

    वो उनसे फ़ाइट कर ही रहा था कि अचानक वहाँ पर एक बाइक आकर रुकी। उस पर से कोई शख्स उतरा और अपने सर पर से हेलमेट निकाला। हेलमेट निकालते ही भूरे, लंबे बाल (जो शायद कंधे तक आते हों) और एक खूबसूरत चेहरा सबको दिखाई देने लगा। वो महक थी।

    महक इसी रास्ते से जा रही थी, तब उसे लगा कि गुंडे किसी लड़के को परेशान कर रहे हैं, इसलिए उसने अपनी बाइक रोक दी, उसकी हेल्प करने के लिए।

    महक के उतरते ही सब उसे आँखें बड़ी-बड़ी करके देखने लगे। आखिर महक थी ही इतनी सुंदर।

    महक ने देखा, उसके आते ही सभी उसे घूरने लगे। वो मन में सोच रही थी, अभी तो यहाँ लड़ाई हो रही थी और अब सब अचानक उसे घूरने लगे। मगर फिर उसने अमन के सामने जाकर अपना हाथ हिलाया, तब जाकर अमन होश में आया।

    महक को देखकर सभी गुंडों की आँखें चमकने लगीं और अमन को महक के लिए बुरा लग रहा था। उसे पछतावा हो रहा था कि उसने बॉडीगार्ड से पीछा क्यों छुड़ाया।

    सारे गुंडे एक बार फिर अमन से लड़ने लगे, मगर इस बार महक भी अमन की मदद कर रही थी। दोनों ने मिलकर सभी गुंडों को ढेर कर दिया।

    अमन को महक की फ़ाइटिंग स्किल्स बहुत अच्छी लगीं। वो महक से बात करना चाहता था, मगर सारे गुंडों को मारने के बाद वो बाइक लेकर सीधा वहाँ से चली गई।

    तभी से उसे महक काफ़ी पसंद आने लगी थी और वो उसे अपनी ड्रीम गर्ल मानता था।

    Flashback End

    अब कुछ और कंपटीशन और गेम्स हो रहे थे ताकि Mr. and Miss Freshers डिसाइड हो सकें।

    सारे कंपटीशन होने के बाद मिस्टी मिस फ्रेशर और मयंक Mr. फ्रेशर बने। उन्हें सैश पहनाया गया और उनकी फ़ोटोज़ भी ली गईं। ये सारी फ़ोटोज़ कॉलेज के सोशल मीडिया साइट पर अपलोड होनी थीं।

    महक ने तो किसी कंपटीशन में पार्टिसिपेट ही नहीं किया था। सिंगिंग कंपटीशन के बाद वो काफ़ी चुप ही थी।

    पार्टी ख़त्म होने के बाद सभी स्टूडेंट्स अपने घर और हॉस्टल चले गए।

    क्या करेगा अमन महक के साथ?

    आखिर क्यों अजीब बर्ताव कर रही थी महक?

    इन सभी सवालों के जवाब जानने के लिए पढ़ते रहिए।

  • 11. Shades Of My First Love - Chapter 11

    Words: 1018

    Estimated Reading Time: 7 min

    मिहिर घर पहुँचा तो उसके चेहरे पर बहुत बड़ी मुस्कान थी। उसे इतना खुश देखकर उसके माँ-बाप ने पूछा, "मिहिर, आज तुम इतने खुश क्यों हो?"

    मिहिर ने अपने माँ-बाप को बताया, "मैं कंपटीशन जीत गया हूँ, इसलिए खुश हूँ।" लेकिन असल में वह इसलिए खुश था क्योंकि महक ने उससे बात की थी और उसके साथ डांस भी किया था।

    मिहिर के सिंगिंग कंपटीशन में जीतने की खबर सुनकर उसके माँ-बाप ने उसे बधाई दी।

    लक्षय और मायरा ने भी अपने घर में बताया कि वे लोग कंपटीशन जीत गए हैं। उनकी फैमिली भी उनके लिए बहुत खुश थी।

    मयंक भी अपने घर जाकर सबको पार्टी के बारे में बताया और यह भी बताया कि वह 'Mr. Fresher' के लिए कंपटीशन जीत गया था।

    घर आकर मिस्टी भी बहुत खुश थी। उसने अपने घर पर फोन करके सबको बताया कि वह 'Miss Freshers' के कंपटीशन में जीती है और आज जो कुछ भी हुआ, वह सब भी बताने लगी।

    वह इतनी खुश थी कि वह महक के साथ जबरदस्ती डांस करने लगी। थोड़ी देर डांस करने के बाद महक ने उसे चेंज करने के लिए कहा।

    काफी देर हो गई थी। दोनों ने पार्टी में ही खाना खा लिया था और दोनों काफी थक भी गए थे। इसलिए मिस्टी अपने रूम में जाकर सो गई और महक बालकनी के बेड पर।

    महक बेड पर लेटकर आज के बारे में सोचने लगी। कैसे जब उसने मिहिर की आवाज़ सुनी थी, तो उसे अपने कानों पर विश्वास ही नहीं हुआ था। यह वही आवाज़ थी जिसके लिए वह इस शहर में आई थी। वह उस समय को याद करने लगी जब उसने यह आवाज़ सुनी थी।

    फ्लैशबैक:

    महक अपने घर में बैठी किताब पढ़ रही थी, तभी उसके पास मयंक का फ़ोन आया। फ़ोन स्क्रीन पर मयंक का नाम देखकर महक ने फ़ोन रिसीव कर लिया।

    मयंक महक को कॉलेज एडमिशन के बारे में बता रहा था। ग्रेजुएशन करने के बाद, इस साल पोस्ट ग्रेजुएशन करने के लिए उसके घरवालों ने उसे वापस पुणे बुला लिया था।

    महक मयंक की इकलौती दोस्त थी क्योंकि महक ज़्यादा लोगों से बात नहीं करती थी। इसलिए मयंक के भी ज़्यादा दोस्त नहीं थे। यह बात महक भी जानती थी।

    वे दोनों बातें कर ही रहे थे, तभी महक को एक गाना सुनाई देने लगा। वह आवाज़ बहुत ही ज़्यादा अच्छी थी। उस आवाज़ में किसी से मिलने की तड़प साफ़ थी।

    महक का ध्यान सिर्फ़ उसी आवाज़ में था। उसे इस बात पर ध्यान ही नहीं था कि मयंक क्या बोल रहा है और ना ही उसे मयंक की आवाज़ सुनाई दे रही थी क्योंकि वह सॉन्ग काफी तेज था। शायद स्पीकर लगा हुआ था। थोड़ी देर बाद वह आवाज़ बंद हो गई।

    गाना ना सुन पाने के कारण महक ने मयंक से पूछा, "मयंक, तुम इस टाइम कहाँ हो?"

    मयंक ने उसे बताया, "मैं MAM कॉलेज में हूँ।"

    जब मयंक ने महक को फोन किया था, तब वह एडमिशन की फॉर्मेलिटी पूरी करके ऑफिस से बाहर आया था। उसी टाइम पर उसने महक को फोन कर दिया था और वह चलते हुए महक से बात कर रहा था।

    महक ने मयंक से पूछा, "ये आवाज़ कैसी आ रही थी अभी तुम्हारे फोन से?" जवाब में मयंक ने कहा, "मैं अभी म्यूज़िक रूम के बाहर से गुज़रा था। शायद यह आवाज़ वहीं से आ रही हो।"

    तब महक ने कहा, "मैं भी उसी कॉलेज में एडमिशन लेना चाहती हूँ।" यह सुनकर मयंक काफी हैरान हुआ क्योंकि महक तो पोस्ट ग्रेजुएशन नहीं करने वाली थी।

    मगर मयंक ने ज़्यादा नहीं सोचा क्योंकि वह महक को जानता था। महक कभी भी अपने डिसीज़न चेंज कर सकती थी।

    फिर मयंक ने महक से मज़ाक करते हुए पूछा, "क्या तुम मेरे बिन रह नहीं सकती जो मेरे पीछे-पीछे इसी कॉलेज में एडमिशन ले रही हो?" इस पर महक ने कोई जवाब नहीं दिया और फ़ोन काट दिया।

    महक अब उस आवाज़ के बारे में सोचने लगी। यह आवाज़ उसने अपनी लाइफ़ में तीसरी बार सुनी है। पहली बार 5 साल पहले, दूसरी बार 3 साल पहले और तीसरी बार अब।

    मगर उसे यह बात आज तक पता नहीं चली कि यह आवाज़ किसकी थी क्योंकि कभी भी उसने उस इंसान का चेहरा नहीं देखा था और अब उस इंसान को देखने के लिए वह बहुत क्यूरियस थी।

    महक ने अहम को कह दिया था कि उसे MAM कॉलेज में एडमिशन लेना है।

    जब अहम को पता चला कि महक MAM कॉलेज में एडमिशन लेना चाहती है, जो कि पुणे में था, तब उसने महक से उस कॉलेज में जाने का रीज़न पूछा क्योंकि महक कभी भी पुणे नहीं जाती थी।

    तब महक ने उसे सब बता दिया। अहम जानता था कि महक उस आवाज़ को काफी टाइम से ढूँढ रही थी, इसलिए उसने महक को मना नहीं किया और उसका एडमिशन करवा दिया।

    महक अभी यह सब सोच ही रही थी, तभी उसके फोन पर एक नोटिफिकेशन आया जिसका साउंड थोड़ा अलग था, जिससे वह अपने ख्यालों से बाहर आई। उसने फोन स्क्रीन पर देखा तो दो MD शो हो रहा था।

    उसने नोटिफिकेशन पर क्लिक किया। तब उसके फोन स्क्रीन पर एक मैसेज था: "Step 1 Completed" महक ने जवाब दिया, "hm...."

    फिर उस साइड से रिप्लाई आया, "What about next step?"

    महक ने जवाब दिया, "मैं जल्द ही उसे पूरा करने की कोशिश करूँगी।"

    सामने से रिप्लाई आया, "तुम्हें जल्द से जल्द कुछ करना होगा। वह तुम्हें ज़्यादा दिन वहाँ नहीं रहने देंगे।"

    उसके जवाब में महक ने "ok" लिखकर भेज दिया और अपना फोन साइड में रख दिया। उसके बाद कोई मैसेज नहीं आया।

    महक ने वापस आँखें बंद कर लीं और मन ही मन कहा, "मैं तुम्हें इन सब में इंवॉल्व नहीं करने वाली थी। तुम्हें इन सब से दूर रखने की काफी कोशिश की, मगर अब मैं भी कुछ नहीं कर सकती। मेरा मकसद सबसे ज़रूरी है।"


    ऐसा क्या था मिहिर की आवाज़ में जिसके लिए महक पुणे आ गई?

    क्या था Step 1?

    क्या होगा महक का नेक्स्ट स्टेप?

    जानने के लिए पढ़ते रहिये।

  • 12. Shades Of My First Love - Chapter 12

    Words: 1119

    Estimated Reading Time: 7 min

    अगले दिन लंच ब्रेक का समय था। सभी स्टूडेंट्स कॉलेज कैंटीन में बैठे थे। आज कैंटीन में गॉसिप्स ही हो रही थीं, वह भी महक और अमन के बारे में।

    आज सारे स्टूडेंट्स यह वेट कर रहे थे कि अमन महक को परेशान करेगा और सबक सिखाएगा, अपने ग्रुप के मेंबर्स को परेशान करने के लिए। मगर अमन तो महक से काफी रिस्पेक्ट से बात कर रहा था और साथ में उसके साथ फ्लर्ट भी कर रहा था। इतना ही नहीं, उसने तो अपने दोस्तों से महक से माफी भी मँगवा ली थी।

    सभी स्टूडेंट्स इस बारे में ही गॉसिप कर रहे थे। किसी को तो लग रहा था कि अमन का दिल आ गया होगा महक पर। किसी को लग रहा था कि अमन पहले उससे अच्छे से बिहेव करेगा, फिर अपना बदला लेगा।

    यह सब सुन-सुनकर मिहिर का दिमाग खराब हो गया था। और महक को तो जैसे कोई बात से फर्क ही नहीं पड़ रहा था। सुबह से वह तो कुछ और ही सोच में गुम थी।

    कुछ समय बाद जनका लंच हो गया था। वे सब कैंटीन से जा चुके थे। अब वहाँ ज्यादा स्टूडेंट्स नहीं थे।

    लक्ष्य ने मायरा को इशारा किया और फिर मायरा ने मिस्टी की तरफ देखकर पूछा, "मिस्टी, क्या तुम मेरे साथ वॉशरूम चलोगी?"
    मिस्टी ने हाँ कहा। फिर वे दोनों वहाँ से चले गए।

    उनके जाने के बाद लक्ष्य ने मयंक से कहा, "मयंक, जब तक वे दोनों आते हैं, तब तक हम दोनों बिल पे करके आ जाते हैं।" मयंक ने एक बार उसकी तरफ देखा, फिर मिहिर की तरफ। क्योंकि लक्ष्य ज़्यादा मिहिर से ही बात करता था, इसलिए उसे थोड़ा अजीब लगा। मगर जब उसने मिहिर को देखा, जो मोबाइल में बिजी था, तो वह लक्ष्य के साथ चला गया।

    बिल पे करने के बाद लक्ष्य ने, "एक इम्पॉर्टेन्ट काम है," यह बोलकर उसे अपने साथ ऑफिस में ले जाने लगा।

    यह लक्ष्य और मायरा का प्लान था, महक और मायरा को अकेले कुछ टाइम स्पेंड करने के लिए और आपस में कुछ बात करने के लिए। क्योंकि उन्हें भी पता था, मिहिर खुद तो कोई कोशिश नहीं करेगा महक से बात करने की।

    उन्होंने सोचा था कि मिहिर की फीलिंग के बारे में मिस्टी को बता देंगे और अपने प्लान में इंवॉल्व कर लेंगे। क्योंकि मिस्टी और महक एक साथ एक घर में ही रहते हैं, तो मिस्टी अच्छे से जान पाएगी महक की फीलिंग के बारे में। मगर उन्होंने यह सोचकर मिस्टी को बताने से मन बदल लिया, क्योंकि मिस्टी कुछ ज़्यादा ही बोलती है। क्या पता वह महक को मिहिर के बारे में बता दे।

    वहीं, उन दोनों के जाने के बाद मिहिर ने एक नज़र महक को देखा, जिसका ध्यान अपने फ़ोन में था। उसे देखकर ऐसा लग रहा था जैसे उसने कुछ सुना ही ना हो। मिहिर का उससे बात करने का मन तो था, मगर उसे महक को डिस्टर्ब नहीं करना चाहता था। ऐसा हो सकता था कि वह उससे नाराज़ हो जाए।

    कुछ टाइम बाद महक के पास एक मैसेज आया, "Be ready for step 2"। इस मैसेज को पढ़ने के बाद महक ने अपना फ़ोन बंद कर साइड में रख दिया। फिर उसने अपने आस-पास देखा तो पाया, उसके पास सिर्फ़ मिहिर ही बैठा है।

    यह देखकर वह थोड़ी कन्फ़्यूज्ड हो गई और मिहिर का अटेंशन अपनी तरफ़ करने के लिए उसने कहा, "Mr. Senior।"

    उसके यह बोलने पर मिहिर ने एक नज़र महक को देखा, फिर आस-पास। तब महक ने कहा, "आपसे ही कह रही हूँ।"

    मिहिर उसे कन्फ़्यूज्ड एक्सप्रेशन के साथ देखने लगा। तब महक ने उससे पूछा, "बाकी सब कहाँ गए?"

    उसके इस सवाल पर मिहिर ने सोचा, "मतलब मैं सही था।" फिर उसने उसे बता दिया कि वे चारों जा चुके हैं।

    महक ने गर्दन हिलाई। फिर महक ने मिहिर से कहा, "मुझे आपसे कुछ बात करनी है। क्यों ना हम ग्राउंड में चलें?" महक के इस क्वेश्चन पर मिहिर कन्फ़्यूज्ड और क्यूरियस दोनों था। पर मिहिर ने गर्दन हिलाई और वे दोनों वहाँ से ग्राउंड की तरफ़ चले गए।

    ग्राउंड में जाने के काफ़ी टाइम बाद भी महक कुछ नहीं कहा। तब वह महक से बोला, "बोलो, तुम्हें क्या कहना था?" महक थोड़ा हिचकिचाते हुए बोली, "मुझे आपसे कुछ पूछना था।"

    मिहिर ने सोचते हुए कहा, "हाँ, बोलो।"

    महक धीरे से बोली, "आप काफ़ी अच्छा गाते हैं। क्या गाना आपका सिर्फ़ पैशन और हॉबी है या आप सिंगिंग में करियर बनाना चाहते हैं?"

    मिहिर एक स्माइल के साथ बोला, "नहीं, सिर्फ़ हॉबी है। मैं इसमें करियर नहीं बनाना चाहता।"

    महक हैरानी से बोली, "क्यूँ? I mean आपकी सिंगिंग स्किल्स काफ़ी अच्छी हैं, तो आप ट्राई क्यों नहीं करते? यह आपकी करियर में भी हेल्प करेगा।"

    मिहिर मुस्कुराते हुए बोला, "सिंघानिया कॉरपोरेशन नाम की एक कंपनी है मेरे डैड की। मुझे उसे संभालना है।" मिहिर को महक की इनोसेंस पर बहुत हँसी आ रही थी।

    यह बात महक को पता थी। कॉलेज में काफ़ियों से उसने यह सुना था। अब अपने इस अनलॉजिकल सवाल पर महक एम्बेरेस्ड हो जाती है और अपना सर झुका लेती है। मिहिर को इस टाइम वह काफ़ी क्यूट लग रही थी।

    मिहिर महक से सवाल पूछते हुए बोला, "वैसे तुम यह सब क्यों पूछ रही हो?"

    महक ने मिहिर की तरफ़ देखा, जिसे देखकर साफ़ पता चल रहा था कि वह उसके जवाब के बिना उसे नहीं जाने देगा।

    इसलिए उसने कहा, "राइटर माही के बारे में आपने सुना ही होगा।" तब मिहिर ने गर्दन हिला दी। तब महक ने कहा, "राइटर माही ने कुछ सॉन्ग लिखे हैं और वह चाहती हैं कि आप उन गानों को गाएँ।"

    इस जवाब से मिहिर कन्फ़्यूज्ड हो जाता है और उससे पूछता है, "तुम्हारे कहने का मतलब क्या है? अगर उन्होंने कोई गाना लिखा है और वह चाहती है कि मैं उस गाने को गाऊँ, तो उन्हें मुझसे पूछना चाहिए ना? तुम क्यों पूछ रही हो? तुम्हारा उससे क्या कनेक्शन?"

    तब महक एक लंबी साँस ले कर बोलती है, "मैं ही हूँ राइटर माही। और मुझे तुम्हारी आवाज़ अपने एल्बम के लिए सूटेबल लगी, इसलिए मैं यह चाहती हूँ।"

    फिर महक मिहिर को बता देती है कि कैसे उसने मयंक के फ़ोन से उसकी आवाज़ सुनी और उस आवाज़ को ढूँढने वह उस कॉलेज में आई है। यह सब सुनकर मिहिर एकदम शॉक हो जाता है।

    महक कहती है, "अगर आप नहीं गाना चाहते तो कोई प्रॉब्लम नहीं है।" यह कहकर वह जाने लगती है। उसके चेहरे पर उदासी साफ़ देखी जा सकती थी।

    उसे इस तरह जाता देख मिहिर उसका हाथ पकड़ लेता है और उसे रोकते हुए उससे पूछता है, "अगर मैं गाना गाता हूँ, तो मुझे क्या मिलेगा?"


    क्या है महक का स्टेप 2?

    क्या चाहिए मिहिर को महक से?

    इन सभी सवालों के जवाब जानने के लिए पढ़ते रहिए।

  • 13. Shades Of My First Love - Chapter 13

    Words: 1008

    Estimated Reading Time: 7 min

    मिहिर की बात सुनकर महक खुश हो जाती है उसे लगता है की मिहिर मान गया इसलिए वह सोच कर बोलती है वही जो हर सिंगर को मिलता है उसकी फीस

    तब मिहिर बोलता है रुपए तो मेरे पास हैं इसकी बजाए तुम मेरी वो विश पुरी कर दो जो सिर्फ तुम ही कर सकती हो 

    तब महक कन्फ्यूजन से उससे पूछती है कैसी विश 

    महक के पूछने पर मिहिर उसे कहता है तुम्हें मेरे घर मेरे मॉम डैड से मिलने जाना होगा तब महक उसकी तरफ देखकर बोलती है बस इतना सा हा ठीक हे मैं चलूंगी

    तब फिर मिहिर उसे समझाते हुए बोलता बोलता है तुम्हें मेरी कॉलेज फ्रेंड या जूनियर की तरह नहीं जाना

    तब महक मन में सोचती है क्या ये मुझे गर्लफ्रेंड बनाकर लेके जाना चाहता है महक इसी बारे में सोच ही रही थी तभी उसे मिहिर की आवाज सुनाई देती है जो उसे कह रहा था तुम्हें राइटर माही बनकर जाना है मिहिर की ये बात सुनकर महक अपने फालतू ख्यालों को झटक देती है और मिहिर की आगे की बाते सुनने लगती हैं 

    मिहिर कहता हैं मेरी मॉम डैड काफी टाइम से राइटर माही को ढूंढ रहे है मेरी मॉम को तुम्हारी बुक्स और नोवेल्स बहुत पसन्द है तुम काफी फेमस हो मैने और मेरे डैड ने काफी ट्राई किया तुमसे बात करने का मगर तुम्हारे कोई रिप्लाई नही आता था और ना ही हम जान पाए की राइटर माही कोन है और कैसी दिखती है क्योंकि कही पर भी तुम्हारी कोई डिटेल्स नहीं मिली इसलिए मैं चाहता हूं तुम एक बार में मॉम डैड से रायटर माही बनकर मिल लो

    महक इस कंडीशन के लिए मान जाती है फिर महक उससे कहती है कि 2 दिन बाद क्लासेस खत्म होने के बाद तुम मुझे पिछे वाले गाते के बाहर मिलना फिर हम दोनों साथ स्टूडियो जाएंगे

    एक हफ्ते या उससे ज्यादा का टाइम लग सकता है एल्बम को रिकॉर्ड करने में इसलिए तुम अपना सामान पैक कर लेना एल्बम रिलेटेड बाकी डिटेल्स तुम्हे बाद में बता दी जाएंगी 

    अनदर इंर्पोटेंट थिंग जब तक एल्बम रिलीज नहीं हो जाती तुम किसी को इस बारे में नहीं बता सकते हैं

    मिहिर इन साब बातो के लिए हा बोल देता हैं वो तो ये सोचकर ही खुश था की वो एक हफ्ते में महक और उस रात वाले लड़के के बारे में जान पाएगा 

    थोड़ी देर और बात करने के बाद मिहिर के पास लक्षय का फोन आ जाता है इसलिए वो महक को बाय बोल अपनी क्लास की तरफ चला जाता है 

    उसके जानें के बाद महक के फोन में एयरपोर्ट लगा था उसमें से आवाज आती है महक तुम कब से इतनी नर्वस रहने लगी तब महक कहती है थोड़ा अजीब लग रहा था मुझे किसी को ये बताने में की मैं ही माही हू

    अहम ohh बोलता है उसके बाद महक अहम से कहती है मैं तुमसे बाद में बात करती हूं बाय ऐसा बोलकर वह फोन कर देती है अहम कुछ बोलने ही वाला था मगर महक ने फोन ही कट कर दिया 

    महक ने अहम का फ़ोन तो कट कर दिया था मगर उसका फोन अभी भी चल रहा था वो कांफ्रेंस कॉल पर बात कर रही थी इसलिए उसने सिर्फ अहम को कॉल से हटाया

    महक फोन पर वापस कुछ बोलने वाली ही थी की उसे किसी लड़के की आवाज आती है वो उस तरफ देखती है जहां से आवाज आई थी तो वो देखती है की अमन उसके पास चल के आ रहा था 

    अमन महक के पास आकर उससे पुछता हैं तुम यहां अकेली क्या कर रहीं हू अगर अन्दर हो रही गॉसिप्स के कारण तुम यहां आई तो i am sorry for that मैं तो बस तुम्हे थैंक्यू कहना चाहता था तुमने उस दीन मेरी मदद की थी इसलिए मुझे नही पता था की कॉलेज में स्टूडेंट्स इस बात को लेकर गॉसिप्स करने लगेंगे

    महक उसके जवाब में सिर्फ एक लाइन कहती है I don't care about anything इतना कह वो ग्राउंड के दूसरे साइड चली जाती है वही अमन तो अभी भी शोक में खडा था वो अपने आप से कहता था तुम्हारे ये एटीट्यूड ही तो मुझे पसंद है फिर वो भी कॉलेज की तरफ जाने लगता है 

    महक थोड़ी दूर जा के अपने कान पर लगें इयरपॉड पर कहती है हेलो MD दूसरी तरफ से एक लड़की की आवाज आती है स्टेप 2 बिना ज्यादा मेहनत के पूरा हो गया लगता है भगवान भी तुम्हारे साथ है तुम्हें जल्दी अपना मकसद पूरा करना होगा तुम्हारे पास ज्यादा टाइम नहीं है

    इसके जवाब में महक हा कहती है तब दूसरे तरफ से आवाज आती है तुमने उससे जान बूझकर ऐसा बिहेव किया ना तब महक कहती है मैं किसी भी तरह से किसी को हर्ट नही करना चाहती पर मेरे लिए मेरा मकसद सबसे जरूरी है तब वापस आवाज आती हैं पर महक आगे वो कुछ कहती उससे पहले ही महक ने कॉल कट कर दिया 

    उसके बाद महक कॉलेज की तरफ चली गई 

    रात को 

    महक और मिस्टी अपने फ्लैट में आ चुके थे और वो दोनों बैठे डिनर कर रहें थे तभी महक ने मिस्टी से कहा मुझे किसी काम से एक हफ्ते के लिए अपने घर जाना है इसलिए तुम्हें अकेला रहना पड़ेगा तो क्यों ना तुम अपने रिलेटिव के घर चली जाओ

    मिस्टी ने महक को बताया था की उसके रिलेटिव यहां रहते हैं हर वीकेंड पर महक अपने घर जाति थी और मिस्टी अपने रिलेटिव के तब मिस्टी ने ओके कह दिया क्यों की उसे अकेले रहने से डर लगता था 

    मिहिर ने अपने घर वालों को कह दिया था की वह बिजनेस ट्रिप पर एक हफ्ते के लिए मुंबई जा रहा है

    मिहिर के घर वाले उसे संभल के जाने और अपना खयाल रखने के लिए कहते है कोई इस बात कर ज्यादा ध्यान नहीं देता क्युकी मिहिर बिजनेस ट्रिप पर जाता ही रहता था










    क्यों मिलना चाहते है मिहिर के पैरेंट्स राइटर माही से?

    क्या होने वाला है मुंबई में?

    क्या मिहिर महक के बारे में जान पाएगा?

    महक किसे हर्ट नही करना चाहती?

    इन सभी सवालों के जवाब जानने के लिए पढ़ते रहिए

  • 14. Shades Of My First Love - Chapter 14

    Words: 923

    Estimated Reading Time: 6 min

    दो दिन बाद, महक कॉलेज के पीछे वाले गेट पर अपनी स्कूटी के पास खड़ी होकर मिहिर का इंतज़ार कर रही थी। कॉलेज की छुट्टी होने के बाद, वह मिहिर का इंतज़ार कर रही थी। थोड़ी देर बाद मिहिर की कार वहाँ आकर रुकी।

    मिहिर ने अपनी कार की विंडो नीचे करके महक से कहा, "तुम मेरी कार में बैठ जाओ, हम दोनों साथ ही चलते हैं।"

    "हम दोनों साथ ही जाएँगे, मगर पहले तुम मेरे पीछे चलो," महक ने कहा।

    मिहिर ने सिर हिलाया। महक ने अपनी स्कूटी स्टार्ट की और वहाँ से चल दी। मिहिर अपनी कार में उसके पीछे चल रहा था।

    थोड़ी देर बाद, महक की स्कूटी एक ग्राउंड के पास आकर रुकी। मिहिर की कार भी उसके पीछे ही आ रही थी, इसलिए महक के रुकते ही उसने भी अपनी कार रोक दी।

    महक ने अपने जींस की जेब से अपना मोबाइल निकाला और कुछ करने लगी। इससे एक दरवाज़ा खुल गया। महक अंदर चली गई, फिर मिहिर अंदर चला गया। उनके अंदर जाने के बाद वह गेट बंद हो गया।

    वह ग्राउंड ज़्यादा बड़ा नहीं था; बस इतनी जगह थी जहाँ तीन-चार कारें पार्क हो सकती थीं। वहाँ एक कार और एक बाइक पहले से पार्क थीं। महक और मिहिर ने भी अपनी स्कूटी और कार वहीं पार्क कर दीं।

    मिहिर और महक अपनी कार और स्कूटी से उतर चुके थे। फिर महक वहाँ खड़ी कार के पास गई, बैक सीट का गेट खोला और अपना बैग रख दिया। फिर उसने मिहिर से भी अपना बैग रखने को कहा। मिहिर ने भी अपना बैग बैक सीट पर रख दिया। दोनों का ज़्यादा सामान नहीं था।

    उसके बाद महक ड्राइविंग सीट के साइड का गेट खोलकर उस पर बैठ गई। फिर उसने मिहिर को भी बैठने को कहा। मिहिर भी उसकी बात मानकर उसकी साइड सीट पर बैठ गया। (बिज़नेस किंग चुपचाप एक लड़की के सारे ऑर्डर्स मान रहा था।)

    मिहिर के बैठने के बाद, महक ने कार स्टार्ट कर दी। थोड़ी आगे जाने के बाद, वहाँ एक दूसरा गेट दिखाई दिया। महक ने अपने फोन से उस गेट को खोला। उनकी कार बाहर निकल गई और वह गेट वापस बंद हो गया।

    कुछ समय बाद उनकी कार सड़कों पर दौड़ रही थी। कार में एकदम शांति थी।

    शांति को तोड़ते हुए, मिहिर की आवाज़ सुनाई दी। वह महक से पूछ रहा था, "हम मुंबई में किस स्टूडियो पर जा रहे हैं?"

    इसके जवाब में महक ने कहा, "लेखक माही ने स्टार एम एंटरटेनमेंट के साथ कॉन्ट्रैक्ट साइन किया है, तो हम कंपनी के स्टूडियो में जा रहे हैं। वहाँ पर ही तुम्हारे गाने रिकॉर्ड होंगे।" मिहिर ने सिर हिलाया।

    मिहिर के इन सवालों के बाद कार में फिर शांति छा गई। थोड़ा सोचने के बाद मिहिर ने महक से पूछा, "क्या मैं म्यूज़िक सिस्टम ऑन कर लूँ?" इतना कहते ही उसने म्यूज़िक सिस्टम ऑन कर लिया। महक के जवाब का उसने इंतज़ार ही नहीं किया। वह काफी उत्सुक था यह जानने के लिए कि महक को कैसे गाने पसंद हैं।

    मगर मिहिर के म्यूज़िक सिस्टम ऑन करते ही उसे अपनी ही आवाज़ सुनाई दी। उसे वह गाना सुनाई दिया जो उसने फ्रेशर्स पार्टी पर गाया था। अपनी आवाज़ सुनकर मिहिर ने सॉन्ग चेंज कर दिया। तब भी उसे अपना ही गाना सुनाई दिया, जो महक ने मयंक के फोन से सुना था।

    वापस सॉन्ग बदलने पर उसे फिर से फ्रेशर्स पार्टी वाला सॉन्ग ही सुनाई दिया। तब मिहिर कन्फ़्यूज़न से महक को देखने लगा।

    उसके इस तरह देखने पर महक ने जवाब देते हुए कहा, "मुझे और किसी सिंगर की आवाज़ पसंद नहीं है, इसलिए..." इसके आगे वह चुप हो गई। बिचारी शर्मिंदा हो गई थी।

    दरअसल, महक ने साउंड सिस्टम पर पेनड्राइव लगा रखा था जिसमें ये दो गाने ही थे। पहले एक ही था, मगर पार्टी के बाद उसने दूसरा भी पेनड्राइव में सेव कर दिया था।

    यह जानकर कि महक को उसकी आवाज़ ही पसंद है, मिहिर बहुत खुश हो गया। कार में फिर शांति हो गई। थोड़ी देर में महक ने कुछ गुनगुनाने की आवाज़ सुनी। आवाज़ की दिशा में देखने पर पाया कि मिहिर विंडो से बाहर देखते हुए गाना गा रहा था।

    महक को मिहिर की आवाज़ बहुत पसंद थी। उसे एक अलग ही सुकून मिलता था इस आवाज़ से। उसका बस चलता तो वह दिन भर मिहिर को गाते सुनती रहती।

    गाना खत्म होने के बाद, महक को याद आया कि उसने तो सॉन्ग रिकॉर्ड ही नहीं किया। यह सोचकर वह दुखी हो गई।

    गाना गाते समय मिहिर ने कई बार महक की तरफ़ देखा था। तब वह काफी खुश थी, पर अब क्या हुआ, यही सोच रही थी। तभी उसने देखा कि महक म्यूज़िक सिस्टम को देख रही है। वह यह देखकर समझ गया कि महक को क्या हुआ है।

    इसलिए उसने अपना फ़ोन महक के आगे कर दिया, जिसमें वह रिकॉर्डिंग दिख रही थी जो उसने गाना शुरू करने से पहले स्टार्ट की थी।

    उस रिकॉर्डिंग को देखकर महक ने मिहिर से कहा, "मुझे यह रिकॉर्डिंग अभी भेज दीजिए।"

    इसके जवाब में मिहिर ने कहा, "नहीं, मैं यह रिकॉर्डिंग तुम्हें नहीं भेजूँगा।"


    क्यों नहीं भेजना चाहता मिहिर वह रिकॉर्डिंग महक को?

    क्या होगा मुंबई में?

    इन सभी सवालों के जवाब जानने के लिए पढ़ते रहिए।

  • 15. Shades Of My First Love - Chapter 15

    Words: 1124

    Estimated Reading Time: 7 min

    महक ने मिहिर से पूछा, "तुम मुझे रिकॉर्डिंग क्यों नहीं भेजोगे? मुझे नहीं पता, मुझे वो रिकॉर्डिंग चाहिए।"

    महक के इस तरह कहने पर मिहिर ने कहा, "क्योंकि मेरे पास तुम्हारा नंबर ही नहीं है, इसलिए मैं तुम्हें नहीं भेज पाऊँगा।" मिहिर महक को चिढ़ा रहा था और महक चिढ़ भी गई।

    महक का मन कर रहा था कि वह जाकर अपना सिर फोड़ ले। महक ने मिहिर को अपना नंबर बताया। फिर महक ने मिहिर को अपना फ़ोन अनलॉक करके दिया और कहा, "तुम अपना नंबर भी इसमें सेव कर दो।"

    जहाँ उनकी कार थी, उस एरिया में नेटवर्क कनेक्शन सही नहीं था। वरना, मिहिर उसे फ़ोन या मैसेज करता, तब भी महक के पास उसके नंबर आ जाते। वैसे भी, उन्हें अब एक-दूसरे के नंबर की ज़रूरत थी। क्या पता कब ज़रूरी काम हो जाए।

    महक ने अपने फ़ोन की तरफ देखा। मिहिर ने अपना नंबर "Mr. Senior" नाम से सेव किया था। यह देखकर महक ने गर्दन हिला दी।

    1 घंटे बाद, मिहिर महक से कहता है, "अगर तुम थक गई हो, तो क्या मैं ड्राइव कर लूँ?" तब महक, मना करते हुए कहती है, "नहीं, इसकी कोई ज़रूरत नहीं है। 2 घंटे की बात है और मैं तो काफी बार आती हूँ पुणे से मुंबई और मुंबई से पुणे। इसलिए मुझे कोई प्रॉब्लम नहीं होगी।"

    मिहिर अपनी गर्दन हिला देता है। वह समझता था कि महक पुणे उसके लिए आई थी। उसकी फैमिली और उसका काम दोनों तो मुंबई में ही है। इसलिए वह काम के लिए और फैमिली से मिलने मुंबई जाती ही रहती होगी।

    उसके बाद, सारा रास्ता शांति से ही निकल गया।

    थोड़ी देर बाद, महक की कार स्टूडियो के आगे खड़ी थी। महक की कार को देख, वॉचमैन ने गेट खोल दिया। उसके बाद, महक ने अपनी कार स्टूडियो के एंट्रेंस के सामने रोकी।

    दो सर्विस स्टाफ आते हैं और महक और मिहिर के साइड का गेट खोलते हैं। फिर, बैक सीट से उनके बैग निकालकर ट्रॉली में रखते हैं। महक उन्हें अपनी कार की चाबी दे देती है। उनमें से एक कार पार्क करने चला जाता है और एक महक-मिहिर का सामान उनके रूम में रखने।

    महक और मिहिर ने कार से उतरकर स्टूडियो की ऊँची बिल्डिंग को देखा। कोई डाउट नहीं था, Star M एंटरटेनमेंट इंडिया के एंटरटेनमेंट इंडस्ट्री की सबसे बड़ी और फ़ेमस कंपनी थी, जिसके अंदर काफी इंटरनेशनल आर्टिस्ट भी थे। तो उनका स्टूडियो इतना बड़ा और शानदार तो होना ही था।

    महक मिहिर को लेकर हेड के ऑफिस में चली गई। वहाँ पर उन्होंने देखा कि एक शख्स दीवार की तरफ़ अपना चेहरा करके खड़ा था। उसकी पीठ महक और मिहिर की तरफ़ थी। वह दीवार पर लगी एक फ़ोटो को देख कुछ सोच रहा था।

    मिहिर ने उसे देखकर ही पहचान लिया कि यह वही है जो उस रात महक से मिलने उसके घर के नीचे आया था। महक ने उन्हें आवाज़ लगाते हुए कहा, "अहम भाई!"

    महक की आवाज़ सुन, अहम अपनी सोच से बाहर आया और पीछे मुड़कर देखा, जहाँ महक और उसके साथ एक लड़का और खड़ा था।

    अहम ने महक को देखकर स्माइल पास की। तब महक ने अहम और मिहिर को एक-दूसरे से इंट्रोड्यूस करवाते हुए कहा, "भाई, ये मिहिर है, मेरे नए एल्बम के लिए सिंगर। और मिहिर, ये है अहम, Star M एंटरटेनमेंट के चेयरमैन का असिस्टेंट। और मैं उन्हें अपना बड़ा भाई मानती हूँ।"

    उसके इंट्रोड्यूस करवाने पर दोनों ने एक-दूसरे के साथ हाथ मिलाया। दोनों के मन में कुछ चल रहा था।

    अहम सोच रहा था कि मिहिर महक को कुछ न बताए। और मिहिर सोच रहा था कि खुद की कंपनी होने के बाद भी किसी और के असिस्टेंट! मिहिर यह सोचकर खुश भी था कि अहम को महक अपना भाई मानती है, इसलिए उसका अभी भी कोई चांस था।

    दोनों अपनी ही सोच में थे और एक-दूसरे की आँखों में देख रहे थे।

    तभी महक ने कहा, "भी काफी लेट हो रहा है, हम लोग कॉन्ट्रैक्ट साइन कर लेते हैं।" दोनों ने सिर हिलाया।

    फिर तीनों ने मिलकर कॉन्ट्रैक्ट साइन किया और कुछ टर्म्स एंड कंडीशंस भी मिहिर को बताईं। सारी कंडीशंस से मिहिर को कोई प्रॉब्लम नहीं थी और सबसे बड़ी बात तो फ़ीस का अमाउंट ज़ीरो था!

    सब हो जाने के बाद, मिहिर और महक अपने-अपने रूम की तरफ़ चले गए। काफी रात हो चुकी थी। लगभग सारा स्टाफ जा चुका था। तीनों का डिनर रूम में ही पहुँचा दिया गया।

    अगली सुबह-

    महक का रूम-

    टॉप फ़्लोर पर बना वो रूम, जिसके एक साइड वॉल ही नहीं थी, सिर्फ़ स्लाइडिंग ग्लास डोर था, जो खुला हुआ था। और गेट के दूसरी साइड स्विमिंग पूल था और वहाँ काफी सारे गमले रखे थे, जिसमें काफी प्रकार के फ़ूल लगे हुए थे। यह रूम महक का था।

    महक अपने रूम में आराम से सो रही थी, तभी किसी ने उसके रूम के गेट पर क़दमों की आवाज़ सुनाई दी।

    महक को ज़्यादा अच्छे से नींद नहीं आती थी, इसलिए एक-दो बार की आवाज़ पर ही वह उठ गई और उसने जाकर गेट खोला। जब उसने गेट खोला, तो सामने मिहिर खड़ा था।

    मिहिर ने उसे देखा और देखता ही रह गया। महक ने इस समय एक लॉन्ग टीशर्ट पहनी थी, जो उसके knees तक आती थी। अभी उठने के कारण उसके बाल भी बिखरे हुए थे। वह काफी क्यूट लग रही थी। इस लुक में कोई नहीं कह सकता था कि वह कॉलेज गोइंग स्टूडेंट होगी। वह 10वीं-11वीं क्लास की स्टूडेंट सी लग रही थी।

    महक ने मिहिर को देखा, जो इस समय अपने जिम वेयर में था। उसने मिहिर से पूछा, "तुम इतनी सुबह यहाँ कैसे?" तब मिहिर ने कहा, "सॉरी, तुम्हें परेशान करने के लिए, मगर मुझे कोई स्टाफ़ नहीं मिला, तो मुझे यह पूछना था कि जिम रूम कहाँ है?"

    महक ने जवाब दिया, "6वाँ फ़्लोर पूरा जिम ही है। तुम वहाँ जा सकते हो।" मिहिर ने उसे "थैंक यू" और डिस्टर्ब करने के लिए एक बार फिर "सॉरी" कहकर वहाँ से चला गया।

    उसके जाने के बाद, महक ने जल्दी गेट बंद किया। वह काफी एम्बैरेस्ड थी मिहिर के सामने इस फ़नी लुक में आने के कारण। फिर उसने अपना सिर झटका और सोचा कि अब वह उठ ही गई है, तो रेडी हो ही जाए।

    वहीं, मिहिर वहाँ से चला तो गया था, मगर उसके दिमाग में महक का खूबसूरत चेहरा और उसका आज का लुक ही चल रहा था।

    उसने जिम में जाकर देखा। जिम में इस समय सिर्फ़ अहम ही था। उसे यह समय सही लगा अहम से बात करने का, इसलिए वह उसके पास चला गया।


    कैसे जानते हैं मिहिर और अहम एक-दूसरे को?

    क्यों खुद की कंपनी होते हुए भी अहम किसी का असिस्टेंट बनकर काम कर रहा है?

    इन सभी सवालों के जवाब जानने के लिए पढ़ते रहिए।

  • 16. Shades Of My First Love - Chapter 16

    Words: 1031

    Estimated Reading Time: 7 min

    जब जिम में कोई नहीं होता, तब मिहिर को अहम से बात करने और अपने सवालों के जवाब जानने का सही समय लगता था। इसलिए वह उसके पास जाकर वर्कआउट करने लगा।


    मिहिर को अपने पास आता देख, अहम समझ गया था कि वह उससे सवाल करने वाला है, मगर उसने कोई प्रतिक्रिया नहीं दी।


    मिहिर ने अहम से पूछा, "अहम भाई, आप खुद की कंपनी छोड़कर यहां काम क्यों कर रहे हो?"


    अहम ने जवाब देते हुए कहा, "ये कंपनी मेरे टीचर की बेटी और दामाद की थी और उन दोनों की डेथ हो गई। उनकी नातीन वैसे तो कंपनी संभाल लेती, मगर उसकी अभी उम्र ही क्या है? इसलिए मैं बस थोड़ी मदद कर देता हूँ।"


    "हाँ, ये तो मैंने भी सुना है कि कंपनी के ओनर की डेथ हो गई और उनकी बेटी अभी कॉलेज गोइंग स्टूडेंट होगी। क्यूंकि जब उनकी डेथ हुई थी, तब वह स्कूल में पढ़ती थी," मिहिर ने कहा।


    मिहिर ने पूछा, "क्या आपने घर में किसी को नहीं बताया कि आप यहां काम करते हो?"


    "हाँ, मैंने घर में किसी को यह बात नहीं बताई। तुम दादाजी को जानते हो ना? उनका रिएक्शन कैसा होता है, इसलिए मैं मुंबई की ब्रांच में संभालने के बहाने यहां काम करता हूँ। इस कंपनी के किसी एम्प्लॉई और महक को भी मेरी असलियत नहीं पता है। इसलिए तुम भी किसी को मत बताना," अहम ने कहा।


    मिहिर ने हामी भर दी। फिर अहम वहाँ से चला गया क्योंकि उसका वर्कआउट हो गया था। मिहिर अपना वर्कआउट करने लगा।


    असल में, अहम और मिहिर एक-दूसरे को पहले से जानते थे क्योंकि अहम के दादाजी और मिहिर के नानाजी दोनों बहुत अच्छे दोस्त थे और फैमिली के सभी बच्चों की भी एक-दूसरे से काफी अच्छी बनती थी।


    वहीं दूसरी तरफ, महक रेडी हो चुकी थी और वह एल्बम रिकॉर्डिंग की प्रिपरेशन करवा रही थी। उसके लिए यह एल्बम बहुत ज़्यादा ज़रूरी थी, इसलिए वह हर एक चीज खुद चेक कर रही थी।


    थोड़े टाइम बाद, अहम और मिहिर भी रेडी होकर आ गए। वे दोनों महक को जबरदस्ती पकड़कर कैंटीन की तरफ ले जा रहे थे क्योंकि उसने ब्रेकफास्ट ना करने की जिद पकड़ ली थी। उसे सिर्फ काम से मतलब था।


    कैंटीन पर पहुँचकर, तीनों चेयर पर बैठ गए और अपना-अपना खाना ऑर्डर कर दिया। महक ने यहाँ पर भी सलाद ही खाया था।


    महक को सलाद खाता देख, मिहिर को याद आया कि मयंक ने कैंटीन में कहा था कि जीजू ने ये सब कैंटीन में ऐड करवाया था और महक अहम को भाई कहती है। फिर उसने जीजू किसे कहा था?


    वह यह सब पूछना चाहता था, पर डायरेक्टली नहीं पूछ सकता था। इसलिए उसने थोड़ा बात घुमाकर पूछना डिसाइड किया और उसने महक से पूछा, "तुम हमेशा ये सलाद ही क्यों खाती हो?"


    महक कुछ कहती उससे पहले ही अहम ने कहा, "वही तो! हमेशा ये खास खाती रहती है। मुझे तो लगता है एक दिन घास खाते-खाते यह गाय बन जाएगी। इसके लिए तो मुझे कॉलेज कैंटीन पर भी डायट फ़ूड मेनू में ऐड करवाना पड़ा।"


    महक घूर कर बोली, "ये घास नहीं है, हेल्थी फ़ूड है।" तब अहम चिढ़कर बोला, "ओहो! बहुत ही हेल्थी फ़ूड hmm"


    मिहिर ने कहा, "पर मयंक तो ये कह रहा था कि ये फ़ूड उसके जीजू ने ऐड करवाया है। क्या आपकी शादी हो गई है?"


    तब महक अपना बदला लेने के लिए बोली, "मयंक की बहन इन्हें पसंद करती है, इसलिए वह इन्हें जीजा जी कह देता है। दोनों एक ही कंपनी में काम करते हैं। यह ऑफिस रोमांस होता ही रहता है।"


    महक का जवाब सुनकर, अहम उसे अपनी आँखें दिखाता है और मिहिर अपनी गर्दन हिला देता है। अब मिहिर के सारे कन्फ़्यूज़न दूर हो गए थे।


    बातें करते-करते, उन तीनों ने अपना ब्रेकफास्ट कंप्लीट कर लिया था। उसके बाद, महक ने अहम और मिहिर से कहा, "आप दोनों चलिए, मुझे वॉशरूम जाना है।" महक की बात सुनकर, दोनों वहाँ से चले गए।


    उनके जाने के बाद, महक बोली, "हेलो MD।" महक के कान में ईयरपोड लगा हुआ था, जो लगभग हमेशा ही रहता था और अभी हुई सारी बातें MD ने सुनी थीं।


    महक के "हेलो" बोलने पर, दूसरी तरफ से आवाज़ आई, "तुम उसने काफी अच्छे से बात कर रही हो। ऐसा क्यों है?"


    तब महक ने कहा, "अच्छे से बात करनी ही पड़ेगी। मुझे अभी उनकी काफी ज़रूरत पड़ने वाली है।"


    "तुम ये सब अपने मकसद के लिए ही कर रही हो। मुझे लगा..." MD ने कहा।


    "मेरा हर मूव मेरे मकसद के लिए ही होता है," महक ने कहा।


    "हाँ, मुझे पता है। तुम तो खाना भी अपने मकसद के लिए ही खाती हो। वरना तुम्हें सोचने और करने के लिए एनर्जी कहाँ से मिलेगी?" MD ने कहा।


    महक ने कॉल डिस्कनेक्ट कर दी।


    दूसरी तरफ चलते हुए, अहम ने मिहिर से कहा, "महक ने तुम्हें जो भी कहा, उसके बारे में किसी को कुछ मत बताना।"


    तब मिहिर ने पूछा, "और ऐसा क्यों? क्या आप उसे पसंद नहीं करते?"


    अहम ने जवाब दिया, "वह फ़ेमस मॉडल मोना है। मेरे पसंद करने या ना करने से क्या होगा? दादाजी उसे कभी एक्सेप्ट नहीं करेंगे।"


    मिहिर ने कहा, "आपके दादाजी को एंटरटेनमेंट इंडस्ट्री से इतनी प्रॉब्लम क्यों है? हाँ, मैं मानता हूँ कि ये इंडस्ट्री इतनी भी अच्छी नहीं है, मगर फिर भी इतनी चिढ़?"


    अहम ने कहा, "वो तो वही जाने। एंटरटेनमेंट इंडस्ट्री के नाम से ही वो बहुत गुस्सा करने लगते हैं। दादाजी की जिद के कारण मेरी एक बहन का सपना पूरा नहीं हो पा रहा है और एक घर छोड़कर चली गई। मॉम-डैड भी उन्हीं की सारी बातें मानते हैं।"


    ये सब कहते हुए अहम काफी इमोशनल हो गया था।


    मिहिर ने उसे कहा, "एक दिन तो आपके दादाजी की सोच बदलेगी। वैसे आप अहाना दीदी को ढूँढने की कोशिश कर रहे थे ना? कुछ पता चला उनके बारे में?"


    कौन है स्टार M एंटरटेनमेंट की ओनर?

    क्या मकसद है महक का?

    क्यों नहीं पसंद अहम के दादाजी को एंटरटेनमेंट इंडस्ट्री?

    क्या अहम को कुछ जान पाएगा अपनी बहन के बारे में?

    इन सभी सवालों के जवाब जानने के लिए पढ़ते रहिए।

  • 17. Shades Of My First Love - Chapter 17

    Words: 1004

    Estimated Reading Time: 7 min

    मिहिर ने अहम से पूछा, "आप अहाना दीदी को ढूँढ़ने की कोशिश कर रहे थे ना? कुछ पता चला उनके बारे में?"

    अहम ने कहा, "मुझे कुछ नहीं पता चला। ऐसा लगता है जैसे घर छोड़ने के बाद वह इस दुनिया से ही चली गई हो। मगर मेरा मन कहता है वह आज भी जिंदा है। मैं ज़्यादा कोशिश भी तो नहीं कर सकता। दादाजी का मना किया हुआ है।"

    मिहिर ने कहा, "आप सही कह रहे हो। अगर दादाजी को पता चल गया तो प्रॉब्लम हो जाएगी।"

    "वैसे, तुम बताओ क्या तुम्हारा भाई मूव ऑन कर पाया?"

    मिहिर ने जवाब दिया, "नहीं... नहीं कर पाया भाई। मूव ऑन। भले ही उनकी अरेंज मैरिज थी, मगर वह उनसे बहुत प्यार करते थे।"

    अब तक महक भी उनके पास आ गई थी। उसने उनकी थोड़ी बहुत बातें सुनी थीं मिहिर के भाई के बारे में, मगर उसने सब कुछ इग्नोर किया और उन दोनों के पास जाकर कहा, "आप दोनों अभी तक यहीं हो? जल्दी चलिए। रिकॉर्डिंग रूम से फ़ोन आ रहे हैं।"

    उसके बाद तीनों रिकॉर्डिंग रूम की तरफ़ चले गए। इस बिल्डिंग में रिकॉर्डिंग रूम पूरे एक फ़्लोर पर था। ऐसे ही बाकी सारे फ़्लोर्स पर भी सिर्फ़ एक ही काम होता था। यह बिल्डिंग पूरे 25 फ़्लोर की थी।

    जब तीनों उस फ़्लोर पर पहुँचे, तो उन तीनों को देखकर सभी स्टाफ़ खड़े हो गए। वहाँ पर कुछ स्टाफ़ पोज़िशन बता रहे थे, कुछ माइक सेट कर रहे थे और बाकी लोग उनकी हेल्प कर रहे थे।

    वहाँ पर एक लड़की पहले से बैठी थी, जिसकी उम्र 21 साल होगी। वह धुन थी। धुन एक न्यूकमर थी। महक को उसकी आवाज़ काफी अच्छी लगी थी फ़ीमेल वॉइस के लिए, इसलिए उसने अहम से कहकर धुन को कांटैक्ट किया था।

    महक मिहिर को लेकर उस लड़की के पास गई और उसे इंट्रोड्यूस करवाते हुए कहा, "मिहिर, ये है मिस धुन, और मिस धुन, ये है मिस्टर मिहिर सिंघानिया। आप दोनों को साथ में परफ़ॉर्म करना है।"

    उसके बाद धुन और मिहिर ने हैंडशेक किया। उसके बाद महक ने सभी को बाकी सब से इंट्रोड्यूस करवाया।

    एल्बम में टोटल पाँच गाने थे। पहले सारे गाने रिकॉर्ड होते, उसके बाद हर एक गाने का वीडियो शूट होता। वीडियो शूट में धुन और मिहिर की आवाज़ थी और महक ने उन्हें लिखा था, इसलिए हर वीडियो तीनों अप्रूव करने वाले थे। महक सब कुछ सभी को समझा रही थी।

    थोड़ी देर बाद रिकॉर्डिंग शुरू हो गई। गाने सच में काफी अच्छे थे और मिहिर को काफी पसंद भी आए।

    पहले प्रैक्टिस करते और फिर रिकॉर्डिंग। हर गाना दो-तीन बार की प्रैक्टिस के बाद सही से रिकॉर्ड हो जाता।

    गाने अलग-अलग टाइम के लिए थे। सब में अलग-अलग फ़ीलिंग्स, इमोशंस होती थीं। मिहिर, धुन और बाकी बैकग्राउंड सिंगर का कोऑर्डिनेशन भी काफी अच्छा बैठ गया थोड़े टाइम में ही।

    ऐसे ही दिन बीत गए। अब एक साथ ब्रेकफ़ास्ट, लंच और डिनर करते थे और बाकी टाइम में रिकॉर्डिंग और वीडियो शूट होता था।

    सबको एक-दूसरे से बात करने का ज़्यादा टाइम नहीं मिल रहा था। मिहिर भी महक की आदतों के बारे में जान रहा था।

    10 दिन बाद, आज फ़ाइनली सारे गाने रिकॉर्ड हो गए थे और वीडियो के काफी सीन्स भी शूट हो गए थे। एल्बम रिलीज़ के लिए अभी काफी टाइम बाकी था।

    महक और मिहिर आज वापस जा रहे थे और आज ही महक मिहिर के साथ उसके घर जाने वाली थी। सबने ब्रेकफ़ास्ट किया और अपने रूम में रेडी होने चले गए।

    महक के रूम में, महक को समझ नहीं आ रहा था वह क्या पहने, क्योंकि ज़्यादातर वह जीन्स-शर्ट पहन लेती थी, पर मिहिर के घर ऐसे वह नहीं जा सकती थी, स्पेशली जब वह राइटर माही की तरह जा रही हो। बहुत सोचने के बाद उसने डिसाइड कर ही लिया कि उसे क्या पहनना है।

    महक और मिहिर ने अपना सामान पैक कर लिया था। दोनों का सामान कार में रखवा दिया गया था।

    मिहिर नीचे पार्किंग में खड़ा महक का ही वेट कर रहा था। थोड़ी देर बाद वह महक भी वहाँ आ गई। उसने पिंक लॉन्ग स्कर्ट के ऊपर व्हाइट क्रॉप शर्ट पहना था और गले में एक लॉकेट, जो वह हमेशा पहनती थी। कानों में टॉप्स, उसने आधे बालों का बन बनाया था और आधे खुले छोड़ दिए थे। वह काफी खूबसूरत लग रही थी।

    महक को डेली वाले लुक के अलावा आज वह किसी और ही लुक में देख रहा था। उसकी महक से नज़रें ही नहीं हट रही थीं।

    थोड़ी देर बाद दोनों कार में बैठे थे, महक ड्राइविंग सीट पर और मिहिर पैसेंजर सीट पर। मिहिर ने महक से कहा, "महक, अब मैं ड्राइव कर लेता हूँ।" मगर महक ने मना कर दिया।

    अहम, जो कार से बाहर खड़ा उनकी बातें सुन रहा था, उसने कहा, "महक अपनी यह कार किसी को ड्राइव करने नहीं देती। तुम्हें साथ बिठा ही लिया, वही बहुत बड़ी बात है।" ऐसा कहकर वह हँसने लगा। तब महक ने उसे अपनी आँखें दिखा दीं, तो अहम चुप हो गया।

    रास्ते में मिहिर ने महक से पूछा, "तुम अपने एल्बम के लिए सिंगर ढूँढ़ने पुणे आई थीं, तो क्या अब तुम वापस मुंबई रहने लगोगी?"

    महक ने कहा, "हाँ। एक सेमेस्टर कंप्लीट हो जाए और कुछ काम बाकी है, वह पूरे हो जाएँ, उसके बाद मैं वापस मुंबई आ जाऊँगी।"

    महक की जाने की बात सुनकर मिहिर को बुरा तो लगा, मगर अब वह कम से कम यह तो जानता है कि महक मुंबई में है। इस बात का सुकून था और उसे यह भी पता चल गया था कि महक ही राइटर माही है, इसलिए वह उसके बारे में जान भी पाएगा। वरना पहले तो उसे महक के बारे में कुछ भी नहीं पता था।

    कहाँ गई अहम की बहन?

    क्या होगा माही की एल्बम का?

    क्या होगा मिहिर के घर पर?

    कौन सा ऐसा काम है जिसके लिए महक रुकने वाली है पुणे? क्या वह उसके मकसद से जुड़ा है?

    इन सभी सवालों के जवाब जानने के लिए पढ़िए यह नॉवेल।

  • 18. Shades Of My First Love - Chapter 18

    Words: 1152

    Estimated Reading Time: 7 min

    मिहिर ने महक से कहा, "मैंने अपने घर में किसी को नहीं बताया कि आज राइटर माही, यानी तुम, हमारे घर आ रही हो। सिर्फ़ मेरे मॉम-डैड को इतना ही कहा है कि बोलो, घर पर रहो, कुछ अर्जेंट काम है।"

    महक ने पूछा, "तुमने क्यों नहीं बताया?"

    "क्योंकि मैं उन्हें सरप्राइज़ देना चाहता हूँ, और उसमें तुम्हें थोड़ी-बहुत मेरी हेल्प करनी पड़ेगी।"

    महक ने पूछा, "कैसी हेल्प?"

    तब मिहिर ने उसे अपना प्लान बताया।

    महक ने सिर हिलाकर हामी भरी।

    महक कार लेकर उसी ग्राउंड में वापस गई और वहाँ से वह दोनों मिहिर की कार में बैठकर मिहिर के घर की तरफ़ चले गए।

    थोड़े टाइम बाद मिहिर की कार उसके घर के आगे खड़ी थी। उसने महक के लिए कार का गेट खोला। महक कार से उतरने के बाद, मिहिर ने महक का हाथ पकड़ा और उसे घर के अंदर ले जाने लगा।

    महक ने एक बार अपने हाथ को देखा, जो मिहिर ने पकड़ा था। फिर वह भी मिहिर के पीछे चलने लगी।

    मिहिर का घर, या फिर पैलेस, काफी बड़ा और आलीशान था। घर के हर तरफ़ गार्ड और सर्वेंट थे। घर को देखकर कोई भी आसानी से बता सकता था कि यह देश के सबसे अमीर और पॉवरफुल इंसान का घर है।

    मिहिर के घर में मिहिर की मॉम, रश्मि सिंघानिया, और मिहिर के डैड, आहिर सिंघानिया, दोनों सोफ़ा पर बैठे थे। घर में सर्वेंट काम कर रहे थे।

    मिहिर की मॉम, परेशान होते हुए, अपने हसबैंड से कहती हैं, "पता नहीं मिहिर ने क्यों हमें घर पर रहने को कहा है। मुझे तो बहुत टेंशन हो रही है।"

    मिहिर के डैड उन्हें समझाते हुए कहते हैं, "आप टेंशन क्यों ले रही हैं? क्या पता मिहिर को कुछ काम हो।"

    वे दोनों बातें कर ही रहे थे, तभी वहाँ मिहिर भी आ गया।

    उसने जाकर अपने मॉम-डैड को हग किया। फिर उसने कहा, "मॉम-डैड, आज मैं आप दोनों की सबसे बड़ी विश पूरी करने वाला हूँ।"

    दोनों ने मिहिर को कन्फ़्यूज़न में देखना शुरू कर दिया। मिहिर ने कहा, "मैं अभी दिखाता हूँ।"

    थोड़ी देर बाद मिहिर महक को लेकर आया। महक ने अपने चेहरे पर मास्क लगा रखा था, जिससे उसकी सिर्फ़ आँखें ही दिख रही थीं। उसके हाथ में एक बैग भी था।

    मिहिर ने कहा, "आप दोनों हमेशा से राइटर माही से मिलना चाहते थे ना? इसलिए आज मैं राइटर माही को आपसे मिलवाने लाया हूँ।" उसने इतना कहा और महक ने अपने चेहरे से मास्क हटा दिया।

    महक के मास्क हटाते ही, दोनों थोड़ी देर शांत रहे, फिर जोर-जोर से हँसने लगे।

    मिहिर और महक ने एक-दूसरे को देखा। फिर मिहिर के मॉम-डैड को उन्हें समझ नहीं आ रहा था कि वे दोनों क्यों हँस रहे हैं।

    मिहिर ने अपने मॉम-डैड से पूछा, "क्या हुआ? आप दोनों इतने क्यों हँस रहे हैं? जैसे मैंने कोई मज़ाक किया हो।"

    मिहिर की मॉम ने कहा, "तुम्हें महक को देखकर भी हम दोनों को यही लगा। इसे देखो, यह स्टूडेंट लगती है, और तुम कह रहे हो यह राइटर माही है, जो पाँच सालों से बुक्स लिख रही है।"

    मिहिर के डैड ने कहा, "तुम्हें पता है ना हम दोनों माही को ढूँढने के लिए कितनी मेहनत कर रहे हैं, और यह कैसा मज़ाक हुआ?"

    अपने मॉम-डैड की बात सुनकर मिहिर ने कहा, "मैं मज़ाक नहीं कर रहा, यह सच में राइटर माही है।" फिर उसने अपने मॉम-डैड को यह बता दिया कि वह माही के लिखे सॉन्ग्स गा रहा है।

    तब महक ने उन्हें ग्रीट किया और कहा, "मैं आपको अपना सोशल मीडिया अकाउंट लॉग इन करके दिखाती हूँ, तब तो आप बिलीव करोगे ना?"

    दोनों ने हाँ में सिर हिलाया। राइटर माही सोशल मीडिया पर काफी पोस्ट करती रहती थी। फिर माही ने अपना फ़ोन निकाला और उसमें अपनी आईडी से लॉगिन करके उन दोनों को दिखाया।

    मिहिर की बातें सुनकर और सोशल मीडिया अकाउंट देखकर दोनों मान गए। फिर दोनों ने एक-दूसरे को इशारा किया।

    वे दोनों खुश नहीं दिख रहे थे, जितना उन्हें होना चाहिए था।

    थोड़ी देर बाद सब सोफ़ा पर बैठे थे।

    महक की मॉम ने कहा, "माही बेटा..."

    तब महक ने उन्हें बीच में रोकते हुए कहा, "आंटी, मेरा नाम महक है। माही मेरा पेट नेम है, जो मैं राइटिंग के टाइम काम में लेती हूँ।"

    महक का नाम सुनकर मिहिर की मम्मी ने मिहिर की तरफ़ देखा, जैसे पूछ रही हो, "क्या यह वही महक है?"

    अपनी मॉम का सवाल समझकर मिहिर ने भी सिर हिला दिया, जैसे कह रहा हो, "हाँ, यह वही है।"

    मिहिर की मॉम ने कहा, "बेटा, हम लोग राइटर माही से इसलिए मिलना चाहते थे क्योंकि हमारी एक दोस्त थी, वह भी हमें कहानियाँ सुनाती रहती थी, और जो भी तुम अपनी बुक्स में लिखती हो, कई चीज़ें उससे मिलती हैं। इसलिए तुम्हारी बुक्स पढ़कर हमें लगता था जैसे कि वही राइटर हो। काफी टाइम से हम उससे मिल नहीं पाए, इसलिए हमने सोचा हम उससे इस तरह से मिल लेंगे।"

    उनके जवाब में महक ने सिर हिला दिया।

    मिहिर को भी अब समझ आया कि क्यों उसके पेरेंट्स माही के पीछे पड़े थे।

    फिर मिहिर के डैड ने कहा, "हमारा एक दोस्त तो ऐसे गायब हो गया, जैसे कभी इस दुनिया में था ही नहीं, और एक को यह सोचकर कि वह राइटर माही है, हम जगह ढूँढ रहे थे।"

    यह कहते हुए दोनों ही काफी इमोशनल हो गए थे।

    महक ने उनसे कहा, "ऐसा भी तो हो सकता है ना कि वह लोग आपसे मिलना ही ना चाहते हों, या फिर उनकी कुछ मजबूरी रही हो। आप एक बार इस तरीके से सोचने की कोशिश करना।" फिर उसने बोला, "क्या आप मुझे उनकी फ़ोटो दिखा सकती हैं? पता नहीं उन्हें मैं जानती हूँ या नहीं।"

    महक के ऐसा कहने पर मिहिर की मॉम ने अपने हसबैंड की तरफ़ देखा, तो उन्होंने अपना सिर हिला दिया। फिर वह अपने रूम की तरफ़ चली गई।

    थोड़ी देर बाद वह एक एल्बम लेकर बाहर आई और उन्होंने वह महक को दिखानी शुरू कर दी। मिहिर भी साथ ही वह एल्बम देख रहा था। शुरुआत में फ़ोटोज़ मिहिर के मॉम-डैड की ही थीं।

    थोड़ी देर बाद उन्होंने एक फ़ोटो में इशारा करते हुए कहा, "ये हैं वो दोनों।"

    वह फ़ोटो शायद मिहिर के मॉम-डैड के कॉलेज टाइम की थी। उस फ़ोटो में दो लड़के और दो लड़कियाँ थीं। उनमें एक मिहिर के डैड थे और एक मिहिर की मॉम।

    मिहिर की मॉम ने कहा, "ये महिमा अग्रवाल हैं और ये अंकेश बिरला।" ऐसा कहते हुए उन्होंने बाकी दो लोगों की तरफ़ इशारा किया।

    उस फ़ोटो को देखकर महक की आँखों से कुछ इमोशन्स दिखे, मगर किसी ने इस पर ध्यान नहीं दिया। सबका ध्यान फ़ोटो पर था।


    क्या सच में महक ही माही है?

    क्या महक जानती है मिहिर के मॉम-डैड के दोस्तों को?

    क्यों आई है महक मिहिर के घर?

    इन सभी सवालों के जवाब जानने के लिए पढ़ते रहिए।

  • 19. Shades Of My First Love - Chapter 19

    Words: 1184

    Estimated Reading Time: 8 min

    मिहिर की माँ ने पूछा, "बताओ बेटा, तुम इनसे किसी मीटिंग में मिली हो?"

    महक ने कहा, "नहीं, मैं कभी भी किसी मीटिंग में इनसे नहीं मिली।"

    महक की बात सुनकर मिहिर के माँ-बाप उदास हो गए।

    फिर महक ने कहा, "आंटी, 'बिरला', अंकेश बिरला... मेरा सुना हुआ लग रहा है।"

    तब मिहिर की माँ ने कहा, "बेटा, वैसे तो यह बात कोई कहता नहीं है, लेकिन अंकेश बिरला, बिरला फैमिली का बेटा है, बिरला डायमंड्स के चेयरमैन का।"

    यह सुनकर महक और मिहिर दोनों हैरान हो गए। मिहिर ने कहा, "दादाजी का एक बेटा और है? पर मुझे इस बारे में नहीं पता।"

    मिहिर के पिता ने कहा, "बेटा, तुम्हें नहीं, किसी को भी नहीं पता। उस घर में उनके बारे में बात करना मना है।"

    महक ने कहा, "अगर उनके बारे में बात करना मना है, फिर आप हमें क्यों बता रहे हो? खासकर मुझे, जब मैं अजनबी ही हूँ।"

    मिहिर के पिता ने कहा, "वह लोग नहीं कर सकते, पर हम लोग तो हमारे दोस्तों को ढूँढ सकते हैं ना? इसलिए हम तुम्हें बता रहे हैं। तुम दोनों काफी मीटिंग में जाते हो, काफी लोगों से मिलते हो। क्या पता तुम लोग उन्हें कहीं देख लो।"

    मिहिर की माँ ने सोचा, *तुम अजनबी थोड़ी ना हो, तुम तो हमारी होने वाली बहू हो।*

    मिहिर ने अपनी माँ को पहले ही बता दिया था कि महक का कोई बॉयफ्रेंड नहीं है।

    मिहिर ने पूछा, "मॉम, डैड, यह अंकल घर छोड़कर क्यों गए थे?"

    तब मिहिर के पिता ने जवाब दिया, "वैसे हमें ज्यादा नहीं पता, मगर अंकल ने हमें यह कहा था कि वह चाहते थे कि अंकेश अंकल की पसंद की लड़की से शादी कर ले, मगर अंकेश ने शादी के नाम पर घर छोड़ दिया था।"

    फिर मिहिर ने पूछा, "मॉम, यह आंटी कौन थी?"

    मिहिर की माँ ने कहा, "बेटा, महिमा मेरी बेस्ट फ्रेंड थी। हम दोनों स्कूल से लेकर कॉलेज तक साथ पढ़ते थे। वह हॉस्टल में रहती थी, इसलिए उसकी फैमिली के बारे में मुझे ज्यादा तो नहीं पता, सिवाय इसके कि उसकी फैमिली में सिर्फ उसके डैड थे। अंकेश के जाने के कुछ दिन तक महिमा हमसे बात करती थी। फिर उसने भी हमसे बात करनी कम कर दी और थोड़े टाइम बाद उसने सारे कॉन्टैक्ट्स छोड़ दिए और साथ में उसने कॉलेज भी चेंज कर लिया।"

    महक ने कहा, "क्या ऐसा हो सकता है कि ये दोनों एक-दूसरे से कनेक्टेड हों?"

    तब मिहिर के माँ-बाप दोनों ने एक साथ कहा, "नहीं हो सकता।"

    तब मिहिर ने पूछा, "पर क्यों?"

    तब मिहिर के पिता ने कहा, "उन दोनों की बिलकुल नहीं बनती थी।"

    मिहिर की माँ ने कहा, "महिमा मेरी दोस्त थी और अंकेश मिहिर के डैड का... मेरे डैड और अंकेश के डैड दोस्त थे, इसलिए हम दोनों भी एक-दूसरे को जानते थे। इसलिए हम चारों की दोस्ती हुई, मगर महिमा और अंकेश की कभी नहीं बनी।"

    वह लोग बात ही कर रहे थे, तभी वहाँ एक लड़की आ गई और उसने जाकर मिहिर को हग करके कहा, "भाई, आप कब आए?"

    मिहिर ने कहा, "मिस्टी, मैं आज ही आया हूँ।" (वही मिस्टी जो महक के साथ उसके घर में रहती है)

    मिस्टी ने सबको देखा; सब एक तरफ देख रहे थे। उसने भी उस तरफ देखा तो पाया, वहाँ महक बैठी थी, जो कन्फ्यूजन में उनकी तरफ ही देख रही थी।

    मिस्टी ने महक को समझाते हुए कहा, "हँ, महक, मैं जिन रिलेटिव्स के बारे में कह रही थी ना, वो यही हैं। मेरे बड़े पापा, बड़ी मॉम और ये मेरे कज़िन भाई हैं।"

    मिहिर की माँ ने कहा, "महक बेटा, अब तुम ही समझाओ इसे। हमने इसे कितनी बार कहा है कि वह यहाँ हमारे साथ रहे, मगर नहीं, ये तो अपने दोस्त के साथ रहती है, सिर्फ़ वीकेंड पर यहाँ आती हैं।"

    तब महक ने कहा, "मिस्टी, जब तुम्हारी फैमिली है, तो तुम इनके साथ क्यों नहीं रहती? जब तुम कहती थी तुम्हारे रिलेटिव हैं, तो मुझे लगता था शायद वो तुम्हारे दूर के रिश्तेदार होंगे और तुम उनके साथ कम्फ़र्टेबल नहीं होगी, मगर..."

    मिस्टी ने कहा, "क्योंकि मैं अपनी आइडेंटिटी किसी के सामने नहीं लाना चाहती थी।"

    महक ने कहा, "तुम इनके साथ रहोगी। क्योंकि जब तुम इनके पास नहीं रहोगी, तब इन्हें हमेशा तुम्हारी फिक्र रहेगी। तुम किसी को मत बताना अपने बारे में, मगर अपनी फैमिली के साथ रहो।"

    मिहिर को लग रहा था कि महक वापस मुंबई चली जाएगी, इसलिए वह मिस्टी को यहाँ रहने को कह रही है ताकि वहाँ मिस्टी अकेला ना रहना पड़े। इसलिए उसने भी मिस्टी को उनके साथ रहने को कहा।

    अब मिस्टी कुछ नहीं कर सकती थी, इसलिए उसने हाँ कह दिया।

    मिहिर की माँ ने पूछा, "महक बेटा, तुम्हारी फैमिली में कौन है?"

    तब महक ने कहा, "मॉम एंड डैड।"

    उसके बाद सब डाइनिंग एरिया की तरफ़ चले गए क्योंकि डिनर का टाइम हो गया था।

    सब लोग डाइनिंग टेबल पर बैठे थे और सर्वेंट उन्हें खाना सर्व कर रहे थे। तभी एक सर्वेंट वहाँ एक बाउल लेकर आया और उसे महक के सामने रख दिया। महक ने उसे देखा तो उसमें सलाद था।

    मिहिर की माँ ने कहा, "तुमने उसे गलत बोल दिया है।"

    तब मिहिर ने कहा, "मॉम, उसने सही दिया है। महक यही खाती है, इसलिए मैंने ही बनवाया था।"

    मिहिर की माँ ने कहा, "बेटा, तुम ऐसा खाना क्यों खाती हो? तुम तो ऐसे भी काफी पतली हो।"

    तब महक ने कहा, "एक्चुअली मेरा डाइजेस्टिव सिस्टम वीक है, इसलिए मैं यह सब नहीं खा सकती।"

    मिहिर और मिहिर के माता-पिता को भी यह बात आज ही पता चली थी। उन्हें तो आज तक यही लगता आया था कि महक अपना फिगर मेंटेन करने के लिए डाइट करती हैं।

    अब दोनों को उसके लिए बहुत बुरा लग रहा था क्योंकि वह अच्छा खाना भी नहीं खा सकती थी।

    सबने अपना डिनर कंप्लीट किया। महक ने सारा खाना टेबल मैनर्स के साथ खाया। वह खाते समय ज्यादा कुछ नहीं कह रही थी; कोई कुछ पूछता तो वह सिर्फ़ गर्दन हिला देती।

    उसके बाद मिस्टी ने महक से कहा, "महक, मैं तुम्हें घर दिखा देती हूँ।" इस कह कर वह उसे अपने साथ ले गई।

    अब वहाँ सिर्फ़ मिहिर और उसके माँ-बाप ही बैठे थे।

    मिहिर के पिता ने कहा, "हमें हमारी बहू बहुत पसंद है।" यह सुनकर मिहिर अपने पिता की तरफ़ शॉक एक्सप्रेशन से देखने लगा।

    तब मिहिर की माँ ने कहा, "ऐसे मत देख। हमें पता है वो वही महक है जिसे तू पसंद करता है। हमें वह पसंद है। तुम्हारी स्टडीज़ कंप्लीट हो जाने के बाद हम उसके घर पर बात कर लेंगे शादी की।"

    तब मिहिर ने कहा, "आप क्या बात कर रहे हैं? अभी तो मुझे यह भी नहीं पता कि वह क्या चाहती है।"

    इतना कहकर वह वहाँ से चला गया, महक और मिस्टी की तरफ़। वह इस बात को और कंटिन्यू नहीं करना चाहता था।


    क्या महक जानती है महिमा और अंकेश को?

    क्यों महक ने मिस्टी को अपने फैमिली के साथ रहने को कहा?

    क्या सच में महक का डाइजेस्टिव सिस्टम वीक है?

    क्या महक मिहिर को पसंद करती है?

    इन सभी सवालों के जवाब जानने के लिए पढ़िए नॉवेल।

  • 20. Shades Of My First Love - Chapter 20

    Words: 1011

    Estimated Reading Time: 7 min

    मिहिर जब महक और मिस्टी के पास पहुँचा, तब तक मिस्टी महक को लगभग सारा घर दिखा चुकी थी।

    इस समय महक और मिस्टी एक कमरे के आगे खड़ी थीं।

    "महक, ये मिहिर भाई का रूम है," मिस्टी ने गेट खोलते हुए कहा।

    ऐसा कहकर उसने महक का हाथ पकड़ा और कमरे के अंदर आ गई।

    तब तक मिहिर भी उस कमरे में आ गया था।

    महक ने मिहिर का कमरा देखा। डार्क ब्लू और व्हाइट कलर थीम पर डेकोरेट किया हुआ, वह कमरा काफी एलिगेंट था। हर समान अपनी-अपनी जगह रखा हुआ था।

    मिहिर का कमरा काफी बड़ा था। महक मिहिर का कमरा देख रही थी और मिस्टी उसे हर चीज़ के बारे में बता रही थी। तभी उसकी नज़र बालकनी के गेट पर गई और वह उस तरफ़ चली गई।

    मिहिर ने महक को बालकनी में जाते देखा। वही हुआ जिसका उसे डर था। वह सोच रहा था, कहीं महक को पता तो नहीं चल जाएगा।

    महक ने बालकनी में चारों तरफ़ देखा। बालकनी मिहिर के कमरे से भी ज़्यादा बड़ी थी। उसमें किंग साइज़ बेड था, जबकि कमरे में सिम्पल डबल बेड और झूला भी था। यहाँ तक कि वहाँ कपबोर्ड और स्टडी टेबल भी था।

    वहाँ ब्लू लाइटिंग से डेकोरेट किया गया था। रात के अंधेरे में वे छोटी लाइट्स बहुत खूबसूरत दिख रही थीं।

    महक ने रेलिंग के पास खड़े होकर सारी बालकनी और मिहिर के कमरे को देखा और उसके मुँह से एक ही शब्द निकला, "ब्यूटीफुल।"

    उनमें से काफी चीज़ें महक के पसंद की थीं। कुछ ऐसी चीज़ें थीं जो महक अपने कमरे में लगाना चाहती थी, पर समय ना होने के कारण वह यह सब नहीं कर पाती थी।

    मिहिर को महक के रिएक्शन से काफी खुशी हुई।

    "इसका मतलब जिसने हमारे फ़्लैट में वो सब करवाया था और तुम्हें सरप्राइज़ दिया था, वो मिहिर था?" महक को अचानक कुछ याद आया और उसने मिस्टी से पूछा।

    मिस्टी ने अपना सर हिला दिया।

    "मिहिर, कल मिस्टी के सामान के साथ वो सब भी हटवा देना," उसके बाद महक ने मिहिर की तरफ़ देखकर कहा।

    महक के ऐसे कहने पर मिस्टी को लगा शायद महक ये इसलिए कह रही है क्योंकि वह अब उसके साथ नहीं रहेगी।

    "महक, उसकी क्या ज़रूरत है? तुम्हें वो पसंद है और जब तुम्हें बाहर नींद आती है, तुम वो रख सकती हो," उसने कहा।

    मगर महक ने मना कर दिया। "ऐसी बात नहीं, एक्चुअली मैं घर चेंज कर रही हूँ," उसने कहा।

    "अगर तुम घर चेंज कर रही हो तो तुम हमारे साथ रहना," मिस्टी ने कहा।

    "उसकी कोई ज़रूरत नहीं है मिस्टी, मैंने दूसरा घर ढूँढ लिया है," तब महक ने कहा।

    मिहिर को समझ आ रहा था कि महक अब मुंबई में रहेगी इसलिए वह सब हटाने को कह रही है। इसलिए उसने हाँ कह दिया था और उसने किसी चीज़ के लिए उसे ज़्यादा फ़ोर्स नहीं किया।

    थोड़े समय बाद महक ने मिस्टी से वॉशरूम का पूछा और वह वहाँ चली गई।

    वॉशरूम में जाकर उसने अपना फ़ोन, जो कि घंटों से चालू था, अपने कान के पास ले जाकर कहा, "हाँ, बोलो MD।"

    दूसरी तरफ़ से आवाज़ आई, "महक, क्या तुमने सोचा है उन लोगों पर क्या बीतेगी जब सच सामने आएगा?"

    "मैंने कुछ झूठ नहीं कहा, कुछ सच छुपाए हैं और कुछ घुमाकर बताए हैं। वैसे भी ये सब मेरे मकसद के लिए ज़रूरी था," महक ने जवाब दिया।

    "तुम इन्हें सच भी बता सकती थीं, तुम्हारी ही हेल्प होती उससे," दूसरी तरफ़ से आवाज़ आई।

    "मैं किसी पर भी विश्वास नहीं कर सकती सिवाय आपके," महक ने कहा।

    "ठीक है, अगर तुम यही चाहती हो तो नेक्स्ट स्टेप का क्या?" दूसरी तरफ़ से आवाज़ आई।

    "2 दिन बाद," महक ने कहा।

    उसके बाद फ़ोन कट हो गया।

    फ़ोन कट होने के बाद महक बाहर आ गई।

    फिर वह तीनों नीचे चले गए।

    नीचे आकर महक ने कहा, "आज मिस्टी मेरे साथ चली जाएगी और अपना सामान पैक कर लेगी। कल कॉलेज के बाद वो यहाँ आ जाएगी।"

    सभी को यह सही लगा।

    फिर मिहिर की मॉम ने मिहिर से कहा, "बेटा, जाओ तुम महक और मिस्टी को उनके अपार्टमेंट छोड़ आओ।"

    मिहिर ने "ओके" कहा और बाहर चला गया।

    महक और मिस्टी ने उन दोनों को बाय कहा और फिर वह भी बाहर चली गईं।

    कार मिहिर ड्राइव कर रहा था, मिस्टी उसके पास बैठी थी और महक पीछे।

    "मैं तुम्हें पूछना भूल गई कि तुम घर कैसे आई थीं जिसके कारण मेरी पोल खुल गई," तब मिस्टी ने कहा।

    तब महक के कुछ कहने से पहले मिहिर ने कहा, "मॉम डैड को उससे मिलना था क्योंकि हमारे बाकी दोस्त को तो वह जानते हैं और तुम इसके साथ रहती हो ना?"

    मिस्टी ने गर्दन हिला दी।

    थोड़ी देर बाद मिहिर ने कार महक की बिल्डिंग के नीचे रोकी।

    मिस्टी जल्दी से मिहिर को बाय कहकर वहाँ से चली गई।

    उसके जाने के बाद महक और मिस्टी कार से उतर गए।

    "थैंक यू, तुमने सब कुछ शॉर्ट आउट करने में मेरी बहुत मदद की थी," महक ने मिहिर से कहा।

    "इट्स ओके, मैं समझता हूँ," तब मिहिर ने कहा।

    "मुझे नहीं पता था कि मैं तुम्हें इतना जल्दी ढूँढ लूँगी, वरना मैं मिस्टी को कभी भी घर में रहने को नहीं कहती। अब उसे प्रॉब्लम होगी," महक ने कहा।

    "ऐसा कुछ नहीं है। अगर वह तुम्हारे साथ ना रहती तो वह हॉस्टल में रहती है। अब कम से कम तुमने उसे मना तो लिया," मिहिर ने कहा।

    महक ने सर हिला दिया।

    उसके बाद महक और मिहिर ने दूसरे को बाय कहा और महक बिल्डिंग में चली गई और मिहिर कार ले कर अपने घर।

    मिहिर जब घर आया तो उसने देखा उसके पेरेंट्स बैठकर बातें कर रहे हैं।

    तभी उसका ध्यान एक बैग पर गया जो वहाँ रखा हुआ था।

    उसने उसे उठाया और अपने मॉम डैड से पूछा, "मॉम, ये बैग कैसा है?"

    उन दोनों ने वह बैग देखा और कहा, "हमें नहीं पता।"


    कैसा सच छुपाए हैं महक ने?

    क्या है महक का नेक्स्ट स्टेप?

    वो कैसा बैग है मिहिर के पास?

    इन सभी सवालों के जवाब जानने के लिए पढ़िए नॉवेल।