एक खेल, जो जिंदगी का है, साजिश, धोखा, प्यार और वफ़ा सब है इसमें...... इसी खेल में उलझी है इनायत की जिंदगी, इनायत उर्फ आयत...उस खेल का एक प्यादा.... जिंदगी वो खुद जी रही है, पर उसकी कहानी कोई और लिख रहा है.... इसी बीच एक इत्तेफाक जो खींच लाया उसे अकाय... एक खेल, जो जिंदगी का है, साजिश, धोखा, प्यार और वफ़ा सब है इसमें...... इसी खेल में उलझी है इनायत की जिंदगी, इनायत उर्फ आयत...उस खेल का एक प्यादा.... जिंदगी वो खुद जी रही है, पर उसकी कहानी कोई और लिख रहा है.... इसी बीच एक इत्तेफाक जो खींच लाया उसे अकाय रायसिंघन की जिंदगी में। एक बड़ा नाम, जो उसूलों से जिंदगी जीता है, उसके उसूल जो हर चीज से ऊपर हैं, पर इनायत के आने से टूटा उसका उसूल....! क्या होगा उसका अंजाम? क्या है इनायत की पहचान? क्या सच में इनका मिलना एक इत्तेफाक था? या कोई साजिश?
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हैदराबाद, इंडिया
रात का वक्त,
एक सुनसान सड़क पर रात के अंधेरे में एक लड़की तेजी से दौड़ रही थी। उसकी ब्लैक हुडी से उसका पूरा फेस भी कवर हो रखा था, उसके हाथ में एक ब्लैक कलर का बैग था, जो ज्यादा बड़ा नहीं था, पर बहुत छोटा भी नहीं था। उसके पीछे कुछ आदमी भाग रहे थे।
उस लड़की ने एक बार तिरछी नजरों से पीछे देखा और अपनी स्पीड बढ़ा दी, उस सूनसान इलाके में जहां सिर्फ सन्नाटा था, वहां बस उसके दौड़ने की आहट थी।
वो तीन चार आदमी उसके पीछे ही पड़े हुए थे, पर अब उसे पकड़ पाना नामुमकिन लग रहा था, वो अंधेरे में ओझल हो चुकी थी।
उनमें से एक आदमी रुका और घुटनों पर हाथ रखकर गहरी सांसे लेते हुए बोला," भाई, वो लड़की तो भाग गई.... अब हमारा क्या होगा?"
उनमें से एक आदमी थोड़ा रुकते हुए बोला," बॉस हमें ऊपर न पहुंचा दें.... चोर कहीं की ...... भाग गई।"
वो लोग रुक गए, उन्हें वो लड़की अब कहीं दिखाई नहीं दे रही थी। वो सब उसे आसपास ढूंढने में लग गए।
वहीं उनसे थोड़ा आगे वो लड़की भागते हुए एक संकरी गली में घुसी, उस गली से आगे एक पुराना गैरेज था, वो भागते भागते उसी गैरेज के सामने रुकी। वहां आसपास कोई नहीं था, वो आसपास का इलाका खाली था, बस कुछ पुराने दुकान या टूटे पड़े घर थे, जो दुकान थे, वो अब बंद हो चुके थे।
गैरेज के सामने रुकते ही उस लड़की ने अपनी हुडी का कैप ऊपर किया, और हांफते हांफते मुस्कुराने लगी। हुडी ऊपर करते ही उसकी moss green आंखें दिखी, जो खुशी से चमक रही थीं।
हांफते हुए वो गैरेज के सामने पड़ी उस पुरानी सी चेयर पर बैठ गई और तेज आवाज में बोली," रॉकी, निकी..... कहां मर गए दोनों? एक मस्त माल हाथ लगा है अपन के पास!!"
वो मुस्कुराते हुए अंगड़ाई लेने लगी, तभी एक लड़का और एक लड़की भागते हुए उसके पास आए। उन दोनों की उम्र लगभग उस लड़की के बराबर ही थी। उन तीनों ने कपड़े भी एक जैसे पहने हुए थे ।
वो लड़की जिसका नाम निकी था, वो चहकते हुए उसके सामने चेयर पर बैठी और खुश होकर बोली," अपन लोग अमीर तो हो जाएंगे न ,आयत ? "
वो लड़का रॉकी तिरछा मुस्कुराते हुए चेयर पर बैठकर बोला," अबे अंधी है क्या? ये बैग तो देख , ऐश ही ऐश है अपनी...."
आयत अपने बाल झटकते हुए बोली," बैग खोलके देखो, अपन के पैर में गिरोगे , तुम लोग....!"
उसकी बाद सुन वो दोनों ही खुश हो गए।
निकी जल्दी जल्दी बैग खोलने लगी, तीनों के ही चेहरे पर क्यूरियोसिटी थी।
बैग खोलते ही तीनों की आंखें चमक उठी, हैरानी से बड़ी भी हो गई, क्योंकि वो पूरा बैग ब्लैक डायमंड्स से भरा हुआ था।
निकी उन डायमंड्स को छूते हुए बोली," बाप रे! क्या गजब कर दिया तूने? ये तो हीरे हैं...."
वो मुंह खोले उन डायमंड्स को देख रही थी।
तभी रॉकी उसके हाथ को मारते हुए बोला," छू मत उसको, आज एक भी जेब नहीं काटी है तूने।"
निकी ने उसे गुस्से से घूरा। वहीं आयत तिरछा मुस्कुराते हुए बोली," इसे तीनों बांट लेंगे, अपन लोगों के पास इतना पैसा आएगा, कि तीनों को जेब काटना नहीं पड़ेगा... काले हीरे हैं ये, असली वाले।"
रॉकी एकदम से बोला," तुझे कैसे पता ये असली हैं?"
आयत आंखें घुमाते हुए बोली,"नकली होते, तो वो लोग मेरे पीछे इतना नहीं भागते..."
रॉकी, आयत की पीठ थपथपाते हुए बोला," तेरी वजह से तीनों के तीनों बड़ी बड़ी गाड़ी में घूमेंगे, रे!"
आयत उसके कंधे पर मारते हुए बोली," सपने से बाहर तो आ.... आज पार्टी करेंगे...."
तीनों के चेहरे पर खुशी की एक लहर दौड़ गई थी।
तभी निकी की एक चीख निकल गई, आयत और रॉकी का ध्यान उस तरफ गया।
वो दोनों हैरानी से निकी को देखने लगे, निकी ने एकदम से बैग को फेंका और हकलाते हुए बोली," उंगली...."
वो डायमंड्स वहीं जमीन पर फैल चुके थे, रॉकी, आयत दोनों ने ही उस तरफ देखा, उन दोनों के आंखें एकदम से बड़ी हो गई।
आयत धीरे से बोली," उंगलियां...."
जमीन पर डायमंड्स के साथ, पांच पांच कटी हुई, उंगलियां थीं। खून के धब्बे साफ नजर आ रहे थे, क्योंकि गैरेज के अंदर की हल्की लाइट उस तरफ पड़ रही थी।
रॉकी उस तरफ देखते हुए धीरे से बोला," बन गए अपन लोग अमीर.... बड़ी बड़ी गाड़ियों में भी घूमेंगे... जेब काटना तो सपने में भी नहीं करेंगे।"
निकी और आयत ने घूर कर उसकी तरफ देखा, और आयत एकदम से उसकी चेयर पर धक्का देते हुए बोली," तू अपने जैसी टॉप क्लास चोर का मजाक बनाता है, हाथ पैर तोड़के बैठा दूंगी.... रॉकी के पिल्ले..."
उसके धक्का देते ही रॉकी नीचे गिर गया , वो अपनी कमर पर हाथ रखते हुए बोला," माफ कर दे मेरी मां.... बेकार तुझसे पंगा ले लिया, चोरों की महारानी....."
आयत ने उसकी बात को इग्नोर करते हुए उन उंगलियों की तरफ देखा, उसके रोंगटे खड़े हो चुके थे, वो धीरे से बोली," अब इसको ठिकाने लगाना पड़ेगा, वरना अगर किसी को मिला तो पुलिस पक्का पकड़ के ले जाएगी अपने को।"
निकी ने उसकी हां में हां मिलाई और दोनों ने रॉकी को देखा। वो अब तक उठ चुका था , आयत उसे देखते हुए बोली," ए रॉकी, चल काम पे लग जा।"
रॉकी डरते हुए बोला," म... मैं...."
निकी हाथ बांधते हुए बोली," हां बे , तू....! चल, साफ कर सब, वरना तुझे ही जेल भेज देंगे, फिर वहां जाके सपने देखना...."
वो ड्रामेटिक वे में बोली," अमीर बनेंगे, बड़ी बड़ी गाड़ियों में घूमेंगे....!"
रॉकी चिढ़ते हुए बोला," बस कर, मैं हीरे उठा लूंगा, पर ये उंगलियां.... न.. मुझसे नहीं होगा, डर लग रहा है ।"
आयत ने तिरछी नजरों से उन उंगलियों की तरफ देखा और बोली," चुप कर बे, बड़ा आया हीरे उठाने वाला, सब साफ कर इधर से , अपन चली सोने, थक गई अब मैं...."
निकी जल्दी से बोली," पर हीरे...."
आयत कुछ सोचते हुए बोली," कल देखेंगे, अभी इसको इधर रॉकी साफ करेगा।"
बोलकर वो गैरेज के अंदर चली गई।
डर उन तीनों को लग रहा था, पर तीनों ही अपने आप को कंट्रोल किए हुए थे।
दूसरी तरफ, एक बड़ा सा विला जो जंगल के बीचों बीच बना था, उसी विला के बेसमेंट में एक आदमी घुटनों के बल सर झुकाए बैठा था, वो पूरी तरह पसीने से भीगा हुआ था, उसकी हालत बहुत ज्यादा खराब थी।
उसके सामने एक आदमी खड़ा था, लगभग 6.4 फीट की हाइट, ब्लैक शर्ट और पैंट के साथ ब्लैक लेदर जैकेट, उसके शर्ट की 2 बटंस खुली हुई थीं,लेफ्ट इयर में एक डायमंड की पियर्सिंग और एक हाथ में ब्लैक डायमंड का कड़ा, उसके साथ ब्लैक लेदर शूज।
वो पैंट की पॉकेट में हाथ डाले खड़ा था, उसकी स्टील ब्लू आईज खतरनाक लग रही थीं।
उसने एकदम से उसके गर्दन पर पैर रखा , जिससे उस आदमी का चेहरा ऊपर हुआ ।
वो उसे देखते हुए अपनी गहरी आवाज में बोला," सैंपल डायमंड की चोरी....... छोटी मोटी कंपनीज में ये चलता होगा, पर RSS में हर डायमंड खास होता है, हर पीस मेरी इज्जत का हिस्सा है......"
वो आदमी कांपते हुए बोला,"मुझे माफ....."
वो आदमी बीच में बोला,"कितने में बिके तुम....10 lakh? 20 lakh?...."
वो आदमी फिर बोला," सर प्लीज गलती हो गई...."
उस आदमी ने अपना पैर उसके चेहरे पर रख दिया, वो हल्का सा झुककर बोला," गलती सब से होती है, पर यहां गलती का प्राइज होता है, और अकाय रायसिंघन गलती माफ नहीं करता, rules are rules...."
अकाय ने एक नजर अपने असिस्टेंट तक्ष की तरफ देखा और अपना हाथ उसकी तरफ बढ़ाया।
तक्ष ने तुरंत ही एक गन आगे बढ़ाया।
अकाय ने अपना पैर हटाया और इससे पहले वो आदमी चीखता, उसने सीधे उसके सिर के बीचों बीच शूट कर दिया।
हैदराबाद, इंडिया
अगला दिन,
उस गैरेज में आयत, रॉकी और निकी, तीनों ही फ्लोर पर बैठे हुए थे, वो तीनों साथ ही रहते थे, उन्होंने उस गैरेज को घर जैसा बना लिया था और न जाने कब से साथ रहते थे, तीनों की ही फैमिली नहीं थी उनके साथ ,शायद अनाथ थे।
तीनों एक दूसरे की शक्ल देख रहे थे, तभी रॉकी बोला," मैं तो कहता है, सारा माल वहीं छोड़ दे जहां से तू लाई, वो लोग उसको ले जायेंगे...! अपन लोग कटी हुई उंगली के साथ हीरे कैसे रख सकते हैं...!"
निकी उसे घूरते हुए बोली," अबे शरम कर, अपनी आयत इत्ती भाग दौड़ कर उसको लेके आई , और तू बोलता है वापस छोड़ दे, अपन अभी भी अमीर हो सकते हैं....."
रॉकी बीच में बोला," कटी उंगली के साथ, अपन लोग अमीर कैसे बनेंगे?"
निकी उसके सिर पर मारते हुए बोली," उसमें हीरे भी हैं.... उंगली फेंक कर हीरे से अमीर बन जाएंगे....!"
रॉकी कुछ बोलता की तभी आयत चिल्लाते हुए बोली," चुप, एकदम चुप, तुम लोग की बॉस है अपन, मैं बताएगी क्या करना है, अपना मुंह खोल के मेरा माथा सटकाने का नई....!"
रॉकी और निकी चुप हो गए और कुछ पल रुककर बोले," ओके बॉस....!"
आयत के फेस पर एक proud स्माइल आ गई। वो ऐसे ही उन दोनों को चुप कराती थी।
वो उन दोनों को ऑर्डर देते हुए बोली ," चलो अपने काम पे लग जाओ, आज जेब काटना है, साथ में एक हीरा बेचेंगे।"
रॉकी और निकी ने एक दूसरे को देखा और चिल्ला कर बोले," अपन लोग अमीर होने वाले हैं...."
तीनों के ही चेहरे पर खुशी थी, पर कब तक के लिए ....इसका पता नहीं था ।
वो तीनों गैरेज से बाहर निकलने वाले थे कि तभी गैरेज के आगे 3 कार्स एक साथ रुकी, उनकी नजर जैसे ही उस तरफ गई रॉकी के मुंह से एकदम से निकला," बाप रे! पुलिस आ गई क्या?"
आयत उसके कंधे पर मारते हुए बोली," चुप कर बे! बकवास करता है साला.... पुलिस की गाड़ी नहीं देखी क्या कभी...."
रॉकी चुप हो गया। तभी उन तीनों कार्स में से कई सारे आदमी बाहर आए, उन सबने एक जैसे कपड़े पहन रखे थे, ब्लैक सूट।
निकी,आयत और रॉकी मुंह खोले उन सबको देख रहे थे, आयत धीरे से बोली," अपने अड्डे पे कोई नहीं आता , फिर ये कौन है बे?"
निकी आंखें छोटी करके बोली," अगर अपन लोग की जमीन हथियाने आए तो कसम से , इनके सिर फोड़ दूंगी।"
रॉकी ने उसे हैरानी से देखा, उनमें से हर आदमी निकी का दो गुना था। कहां वो रॉकी से भी कम हाइट की और वो लंबे चौड़े आदमी।
वो अब आदमी उस गैरेज के सामने खड़े हो गए, वहीं उनमें से एक आदमी उन तीनों की तरफ ही आकर रुका।
आयत उसे देखते हुए तुरंत बोली," क्या बे? इधर अपना अड्डा है, कुछ नहीं मिलेगा!"
वो आदमी कोई और नहीं तक्ष था, वो आयत के बोलने के टोन से उसे अजीब नजरों से देखने लगा।
निकी एक कदम उसकी तरफ बढ़ाते हुए बोली," बहरा है क्या? बॉस ने पूछा उसका जवाब दे....!"
तक्ष ने एक नजर पूरे गैरेज को देखा और तेज आवाज में बोला," यहीं हैं वो लोग पकड़ लो इन्हें ।"
रॉकी अलर्ट होते हुए बोला," क्या बोला बे? हम को पकड़ेगा... टांगें तोड़ दूंगा।"
निकी उन्हें घूरते हुए बोली," हड्डी पसली सब एक कर दूंगी...."
आयत अपनी कमर पर हाथ रखते हुए बोली," दुनिया से गायब कर दूंगी।"
तक्ष को हँसी आ गई, उसने हल्का सा हँस कर तीनों को देखा और उनका मजाक उड़ाने वाले लहजे में बोला," कभी जिम गए हो? मुझे नहीं लगता गए होगे.... इनके एक मुक्के से जमीन पर सीधे मुंह के बल गिरोगे, बात करते हो टांगे तोड़ने , पसली तोड़ने और दुनिया से गायब करने की..."
उसने तुरंत उन गार्ड्स की तरफ देखा, उन सभी ने उन तीनों को घेर लिया था, भागना तो अब दूर की बात थी।उन सब को एक मिनट नहीं लगे उन तीनों को पकड़ने में ।
उन आदमियों ने उनके हाथ पैरों को बांध दिया और मुंह पर एक टेप लगा दिया।
अब वो तीनों ही आंखों से इशारों के अलावा कुछ कर नहीं सकते थे।
तक्ष ने किसी को कॉल किया और बोला," बॉस, वो चोर मिल गए हैं, वो बैग भी मिल जाएगा...."
दूसरी तरफ से अकाय की सर्द आवाज आई,"मिल जाना चाहिए तक्ष,तुम्हें पता है न वो बैग कितना इंपॉर्टेंट है! ढूंढकर उसे उसकी सही जगह पर पहुंचा दो।"
बोलकर उसने कॉल कट कर दिया।
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आयत की आंख धीरे धीरे खुली, उसके सिर में दर्द हो रहा था।उसने नजरें घुमाकर आसपास देखा, वो गैरेज में नहीं थी, पूरे रूम में बस एक येलो लाइट जल रही थी, उसके अलावा कुछ नहीं था, अंधेरे के अलावा।
उसे याद था, रॉकी निकी के साथ उसे कार में बैठाया गया था, उसके बाद से उसे कुछ याद नहीं था। उसके मुंह में टेप नहीं था।
उसने महसूस किया वो चेयर से बंधी हुई थी। वो धीरे से खुद से बोली,"कहां फंस गई ,अपन तो जेब काटने जाने वाली थी।"
उसने बगल देखा, रॉकी चेयर से बंधा हुआ बेहोश था, आयत धीरे से बोली," ओए रॉकी.... उठ जा।"
पर रॉकी नहीं उठा।
आयत ने फिर अपने बगल देखा,"निकी उठ...."
निकी भी बेहोश थी।
आयत ने गहरी सांस ली और खुद से बोली," अपन खुद देखेगी, एक बार बाहर निकल जाऊं, उन सबको दुनिया से गायब कर दूंगी ।"
उसने अपना सर नीचे किया , उसकी नजर सीधे एक पॉकेट नाइफ पर गई जिसे वो लॉकेट की तरह पहना करती थी।
उसकी मॉस ग्रीन आंखें चमक उठी।
उसने झुकने की कोशिश की, कुछ ट्राई के बाद वो नाइफ उसके मुंह में आ चुका था।
अपने दांतों से उसे दबाकर वो अपने हाथ में बंधी रस्सी की तरफ झुक गई और धीरे धीरे उसे काटने लगी।
लगभग दस मिनट बाद, इतनी कोशिश के बाद उसका एक हाथ खुल चुका था, उसने जल्दी से अपना दूसरा हाथ खोला और फिर अपने पैर भी।
कुछ देर में चेयर से उठी और रॉकी को उठाते हुए उसके हाथ पैर खोलने लगी।
काफी बार उसे उठाने के बाद फाइनली उसकी आंख खुल चुकी थी ।
आयत धीरे से बोली," सुअर कहीं का , जल्दी उठ, उनके आने से पहले निकलना है।"
रॉकी सिर हिलाते हुए बोला," तू बाहर का रास्ता देख ले, मैं इस बिल्ली को खोलता हूं....!"
आयत ने सर हिलाया और आसपास देखते हुए दरवाजा ढूंढने लगी।
उसे एक तरफ गेट मिल भी गया, उस तरफ लाइट नहीं पड़ रही थी, जिससे उसे दिखाई भी नहीं दे रहा था।
उसने जल्दी से गेट खोला और बाहर झांकने लगी, बाहर कोई नहीं था, उसने रॉकी को इशारा किया और आगे बढ़ गई।
वो लोग शायद एक आउट हाउस के बेसमेंट में थे। आयत जैसे तैसे बेसमेंट से बाहर आई, इस वक्त शाम हो चुकी थी, उसे कुछ गार्ड्स भी दिख रहे थे ।
वो उन गार्ड्स से छिपते हुए साइड वाले गेट की तरफ जा रही थी, उसके पीछे रॉकी था, जिसकी गोद में निकी थी , उसे अभी तक होश नहीं आया था।
आयत गार्ड्स की तरफ देखते हुए एकदम से किसी से टकरा गई, वो सीधे जमीन पर गिरी।
उसके मुंह से एकदम से निकला," f*ck!!!"
उसकी नजर सीधे सामने खड़े इंसान की स्टील ब्लू आईज से जा मिली, जो पैंट की पॉकेट में हाथ डाले बिना किसी भाव के उसे देख रहा था।
हैदराबाद, तेलंगाना,
शाम का वक्त,
आयत अब नीचे गिरी हुई थी, वहीं अपनी पैंट की पॉकेट में हाथ डाले अकाय, चुपचाप खड़ा उसे बिना किसी भाव के देख रहा था। उसकी नज़रें सर्द थीं.....।
आयत ने कुछ पल उसे देखा और कुछ बोलने को थी, तभी अकाय एकदम से बोला," एक मीटिंग अरेंज करो, कल के कल...."
आयत आंखें छोटी करके उस से बोली," अपन मीटिंग अरेंज करेगा..?"
उसके चेहरे पर कन्फ्यूजन थी।
अकाय कुछ पल रुककर बोला," मिस्टेक नहीं होनी चाहिए, वरना तुम जानते हो न क्या होगा?"
आयत एकदम से बोली," तू क्या करेगा?"
अकाय ने उसे अजीब नजरों से देखा और फिर बोला," रास्ते से हटा दो उसे !"
आयत अपना सर खुजाते हुए बोली," किसे हटाना है, अपन तो चोरी ......"
बोलते हुए उसने अकाय को देखा, वहीं अकाय ने अपनी लेफ्ट इयर में लगा ब्लूटूथ ऑफ किया और आयत को देखा।
आयत खुद से ही बोली," निकल ले आयत, क्या पता ये मुझे भी रास्ते से हटा दे...?"
वो एकदम से उठी और मुड़कर पीछे की तरफ भागने को हुई, तभी अकाय ने उसके पैरों में अपना पैर फंसा कर उसे फिर से नीचे गिरा दिया।
आयत अब घुटनों के बल नीचे गिर चुकी थी।
अकाय कुछ पल रुककर बोला," क्या बोले जा रही हो? और हो कौन तुम?"
आयत ने गहरी सांस ली, और खड़ी हुई,एकदम से पीछे मुड़कर बोली," अपने इलाके की टॉप क्लास चोर है अपन.... तुम लोगों ने अपने को इधर लाया और ......"
अकाय बीच में बोला," what's wrong with your tone.....?"
आयत कन्फ्यूज होकर बोली," क्या??"
उसके चेहरे से साफ पता चल रहा था, की उसे कुछ भी समझ नहीं आया , उसे इतनी इंग्लिश नहीं आती थी। आती भी कैसे , चोर जो थी, वो भी पढ़ाई की उम्र में।
अकाय आंखें छोटी करते हुए बोला," इंग्लिश नहीं आती तुम्हें.... है न?"
आयत अपने कमर पर हाथ रखते हुए बोली," अपन को सब आता है.... समझे"
अकाय ने उसे ऊपर से नीचे देखा और बोला," वो तो दिख रहा है.... टॉप क्लास चोर!"
वो उसे मजाक उड़ाने वाले लहजे में बोल रहा था।
तभी तक्ष दौड़ते हुए आया और बोला," sorry boss.... ये लड़की पता नहीं कैसे?"
वो हाफ रहा था, अकाय ने आयत को एक नजर देखा और तक्ष से बोला," कौन है ये?"
तक्ष जल्दी से बोला," इसी ने वो बैग चुराया था , वो ब्लैक डायमंड्स का बैग, उस ट्रैकिंग डिवाइस की वजह से वो जल्दी मिल गया , वरना ये छोटी चोर उसे बेच देती। बेसमेंट में थी ये, पता नहीं कैसे बाहर आ गई....?"
अकाय ने तुरंत आयत को देखा, वो सर्द आवाज में बोला," ये लड़की...."
आयत जल्दी से बोली," तुम लोगो ने अपन को अड्डे से उठा लिया.... और यहां ले आए .... अपने को जेब काटनी है , छोड़ो हमें..."
अकाय ने तक्ष को देखा और स्ट्रिक्टली बोला," फायर देम, जिनको इसका काम मिला था, मुझे careless लोग पसंद नहीं...."
उसने आयत को देखा और हल्का सा सर टेढ़ा कर बोला," और तुम... कुछ ज्यादा ही हिम्मत है तुम्हारे अंदर, लिटिल थीफ..."
आयत उसे देखते हुए बोली," अपन अड्डे पे जाएगी, वहां की बॉस है मैं , समझे!"
तक्ष उसे घूरते हुए बोला," अपना मुंह बंद करो चोर कहीं की.... जब तक तुम्हें कोई अच्छी सी पनिशमेंट नहीं मिल जाती, तुम यहां से कहीं नहीं जा रही ....."
आयत दांत पीसते हुए बोली," अपन बोलेगी, और यहां तो बिल्कुल नहीं रहेगी...."
अकाय उसकी तरफ एक कदम बढ़ते हुए बोला," जब तक मैं चाहूंगा तब तक तुम्हें यहां रहना होगा, समझ गई।"
आयत उसकी आंखों में आँखें डालते हुए बोली," क्यों रहेगी अपन? आज अपन ने एक भी जेब नहीं काटी, तुम लोगों की वजह से ...."
अकाय उसे देखते हुए बोला," जेब काटने वाली...."
वो घूर कर देख रहा था।
आयत ने भी उसे घूर कर देखा।
तभी अकाय हल्का सा सर टेढ़ा करते बोला," लिसन, लिटिल थीफ, तुम यहां इसलिए नहीं हो क्योंकि तुमने चोरी की..... तुम यहां इसलिए हो क्योंकि तुमने मेरी चीज चोरी की , ऐसी हिम्मत करने के बाद कुछ तो बदले में मिलेगा न, उसे तुम लेकर जाओगी.... ऑफकोर्स पनिशमेंट, ताकि फिर ऐसी मिस्टेक न करो, यू नो व्हाट आई मीन..."
आयत ने कुछ पल उसे देखा और एकदम से बोली," अपन चोर है, अपन को पता नहीं था कि वो तुम्हारी चीज थी, तुम्हें पहले से ही उस बैग में अपना नाम और अपनी फोटो चिपका देनी थी और ये भी लिख देना था कि उसके चोरी होने पर क्या क्या करोगे.... अपन उस बैग को हाथ नहीं लगाती , समझे।"
ये सुनते ही तक्ष को हल्की सी हँसी आ गई।
आकाय ने उसे घूर कर देखा और वापस आयत की तरफ देखते हुए सर्द आवाज में बोला," what the hell.... जबान खींच लूंगा..."
आयत उसकी तरफ उंगली प्वाइंट करते हुए बोली," तुम अपन का कुछ नहीं कर सकते.... अपन अपने इलाके की टॉप क्लास चोर है बोली न...."
आकाय ने गुस्से भरी नजरों से तक्ष को देखा और बोला," मुझे इसकी बकवास नहीं सुननी, इसे इसकी जगह पर डालो, फिर से बाहर आई तो you will see the consequence..."
तक्ष ने जल्दी से सिर हिलाया और आयत को पकड़ लिया ।
आकाय उसे एक नजर देख कर आगे बढ़ गया।
तभी उसकी नजर पीछे थोड़ी दूर पर खड़े रॉकी और निकी पर गई, रॉकी छुपने की कोशिश कर रहा था, उसकी गोद में अब भी निकी थी।
वो इग्नोर कर के जाने को था , तभी उसके कदम रुक गए, उसने मुड़कर आयत को फिर से देखा।
तक्ष उसे खींचते हुए ले जा रहा था, और आयत छटपटा रही थी, उन्हें देखकर अकाय तेज आवाज में बोला," तक्ष, stop there...."
उसकी बात सुन तक्ष तुरंत रुक गया ।
अकाय ने आयत को ऊपर से नीचे ध्यान से देखा, और उसकी तरफ कदम बढ़ा दिए।
वो आयत को देख रहा था , तभी आयत एकदम से बोली," क्या है तुम्हें? कभी इंसान नहीं देखा है तुमने..... अपन को पता है अपनी शकल बहुत अच्छी है। "
अकाय कुछ पल रुककर बोला," सच में जबान बहुत चलती है तुम्हारी, तमीज तो घुटनों से भी नीचे है ...... वेल लिटिल थीफ....."
उसने एकदम से आयत की कलाई पकड़ी और सीधे उसकी कलाई की तरफ देखने लगा।
आयत अपनी कलाई छुड़ाते हुए बोली," अपन तुमको छोड़ेगा नई...!"
अकाय की पकड़ काफी मजबूत थी, वो चुपचाप उसकी कलाई की तरफ देखने लगा।
अजीब से निशान थे उसकी कलाई पर, एक नहीं बहुत सारे थे ।
अकाय को ये समझते देर नहीं लगी, ये निशान सिगरेट से जलने के थे ।
आयत की कलाई पर सिगरेट से जलने के ही निशान थे । उसने इस वक्त एक ओवर साइज्ड ब्लैक टी शर्ट और पैंट पहन रखी थी। इसलिए अकाय को वो निशान आसानी से दिख गया।
अकाय अगले ही पल तिरछी मुस्कुराहट से बोला," तुम्हें ढूंढने की जरूरत नहीं पड़ी, देखो ढूंढने से पहले ही तुम मिल गई....."
उसने अगले ही पल तक्ष को देखा और बोला," इसके साथ इसके चमचे भी हैं राइट?"
तक्ष तुरंत बोल," येस बॉस!"
अकाय, आयत को देखते हुए बोला," छोड़ देना उन्हें कल, पर ये यही रहनी चाहिए....till my next order...."
तक्ष ने सिर हिलाया, तभी आयत जल्दी से बोली," अपन तुमको दुनिया से गायब कर देगी, तुम अपन के साथ ऐसा नहीं कर सकते..... अपन ने कहा न अपन बहुत बड़ी चोर है , अपन बिना जेब काटे नहीं रह सकती , समझे! तुम अपन के लोगों को छोड़ दोगे , तो उनका काम कौन देखेगा?.... तुम उनकी चोरी में साथ दोगे बताओ...."
अकाय बिना किसी भाव के बोला," शट अप.... कल मिलते हैं..... तुम्हारी मेमोरी शार्प नहीं है, स्टुपिड लिटिल थीफ.... don't worry... मैं कर दूंगा....!"
वो एकदम से मुस्कुराया।
उसने तक्ष को इशारा किया और तक्ष उसे लेकर आगे बढ़ गया ।
अकाय उसे जाते हुए देख रहा था।
वो कुछ न कुछ बोले जा रही थी, बेसमेंट के पास पहुंचते ही तक्ष इरिटेट होकर बोला," बस करो यार! कितना बोलती हो तुम चोर कहीं की, हाइट से क्या बड़ी तो जबान है तुम्हारी...."
आयत उसे घूरते हुए बोली," जब तक तुम अपन को नहीं छोड़ेगा , अपन बोलती रहेगी....!"
तक्ष ने आँखें घुमाकर कहा," ठीक है, बोलती रहो और सबके कान से खून आएगा...!"
उसने आयत को वापस उसी जगह पर छोड़ दिया, जहां वो पहले थी ।
अकाय अब भी वहीं खड़ा हुआ था , उसने अपनी जैकेट से कुछ बाहर निकाला, वो सिल्वर एक वेस्ट चेन थी, पतली सी । पर देखने में काफी अच्छी लग रही थी।
उसने कुछ पल उसे देखा और एक गहरी सांस लेकर अपने हाथों की मुट्ठी बना ली ।
हैदराबाद, तेलंगाना
सुबह का वक्त,
आयत उसी बेसमेंट में फिर से बंधी हुई थी, रॉकी और निकी भी अपनी अपनी जगह पर बंधे हुए थे, कल रात अकाय को देखकर रॉकी अपनी जगह पर ही रुक गया था, उसे अकाय को देखकर ही डर लगा ।
आयत रॉकी को देखते हुए बोली," अपन इतनी डरपोक नहीं जितना तू है ..... सूअर कही का.."
निकी को अब तक होश आ चुका था , वो आयत का साथ देते हुए बोली," सही कहा तूने, ये डरपोक है एक नंबर का ...."
रॉकी मुंह बनाते हुए बोला," अपन डरपोक नहीं, समझ गई तुम दोनों, रॉकी किसी से नहीं डरता, वो तो मैं तेरे बारे में सोच के रुक गया, नहीं तो कब का भाग गया होता....!"
उसने निकी की तरफ इशारा किया, तो निकी आंखें बड़ी कर के बोली,"मेरा सोच के, चल डरपोक, एक रपटे में धरती चाटता मिलेगा, बड़ा आया, मेरा सोच के रुकने वाला।"
निकी आंखें घुमाते हुए उसे देखने लगी।
आयत उन दोनों को घूरते हुए बोली," अभी तुम दोनों चुप न हुए तो अपन तुमको छोड़ेगी नई, तुम दोनों यहां से बाहर जाओगे अभी, जेब भी काट ना है, ऐसे अपना नाम रोशन करोगे तुम लोग!ऐसे......"
वो बोलते बोलते ही बीच में रुक गई।
रॉकी जल्दी से बोला," अपन लोग बाहर जाएंगे..."
तक्ष कुछ गार्ड्स के साथ अन्दर आते हुए बोला," दोनों को जाने दो..."
उसके रॉकी और निकी की तरफ इशारा किया।
वो गार्ड्स उन दोनों की रस्सियां खोलने लगे । तभी आयत तक्ष से बोली," बस इन दोनों को, अपन ने तुम्हारा क्या बिगाड़ा है..."
तक्ष उसे देखते हुए बोला," तुम अपना मुंह बंद रखोगी चोरनी.... बैग तुमने चोरी किया न कि इन दोनों ने , और उससे पहले तो तुमने कुछ और भी किया है, बॉस ऐसे ही नहीं छोड़ेंगे..."
आयत तक्ष को घूरते हुए बोली," अपन तुमको छोड़ेगा नहीं..."
तक्ष उसका मजाक उड़ते हुए बोला," पहले छूट तो जाओ, चोर कहीं की..."
आयत खा जाने वाली नजरों से उसे देखने लगी।
आयत और निकी की रस्सियां उन लोगों ने खोल दी थी, वो दोनों आयत को देखते हुए बोले," अरे बॉस, हम तेरे को कैसे छुड़ाएं?"
आयत ने उदास नजरों से उनको देखा , उसे खुद पता नहीं था कि वो यहां कब तक रहने वाली है? वो कुछ पल रुककर एकदम से मुस्कुराते हुए बोली," अपन जल्दी आएगी, तुम दोनों जाओ, अच्छे से जेब काटना!"
रॉकी और निकी ने एक दूसरे को देखा और जल्दी से बोले," ओके बॉस!"
तक्ष ने सर हिलाया , वो बड़बड़ाते हुए खुद से ही बोला," लग तो ऐसा रहा है जैसे चोरी करके इंडिया का नाम रोशन करेंगे, बेवकूफ!"
वो फिर उन दोनों से बोला," तुम लोग जा रहे हो या फिर से यहीं बैठने का मन है ....."
दोनों ने न में सर हिलाया और एक नजर आयात को देखकर वहां से निकल गए ।
तक्ष ने खुद ही आयत को खोला और उसे कंधे से पकड़ते हुए बोला," तुम अभी बॉस के सामने जाओगी, नो बकवास, वरना उन्हें गुस्सा आ जाएगा... समझी।"
आयत उसे घूरते हुए बोली," अपन को भी गुस्सा आ रहा है, अपन क्या करे?"
तक्ष उसे लेकर आगे बढ़ते हुए बोला," अपन कुछ नहीं करेगा...."
उसने ये बोलने के साथ ही अपने मुंह पर हाथ रख लिया , वो उसे घूरते हुए बोला," चोर कहीं की , तुम्हारी वजह से मैं कुछ भी बोले जा रहा हूं...."
उसने आयत को बेसमेंट से बाहर निकाला और चुपचाप उसे खींचते हुए ले जाने लगा।
आयत उसके साथ चलते हुए बोली," अपन लोग कहां जा रहे है ? क्या वो कल वाले के पास ......"
तक्ष बीच में बोला," चुप रहो, वरना अच्छा नहीं होगा...!"
आयत फिर बोली," अपन तुम्हें छोड़ेगी नई... तुम अपन को कहीं भी नहीं ले जा सकते। अपन तुमको दुनिया से गायब कर देगी..."
तक्ष ने एक गहरी सांस लेकर बोला," चुप रहने का क्या लोगी..."
आयत एकदम से मुस्कुरा कर बोली," तुम्हारा घर.... देगा क्या? अपन के पास एक अच्छा घर नहीं..."
तक्ष की बोलती बंद हो गई, वो समझ गया था, उससे बहस करने का कोई फायदा नहीं, वो चुप रहा।
वो आउटहास पीछे वाले हिस्से में बना था, वो लोग अबतक सामने आ चुके थे । एक विला जो सामने की तरफ बना हुआ था, वो बेहद खूबसूरत और बड़ा था।
आयत आंखें बड़ी करके बोली," हाइला, इतना बड़ा घर अपन ने जिंदगी नई देखा...."
तक्ष आई रोल करते हुए बोला," अभी देख लिया, न तुम्हारी किस्मत अच्छी है...."
वो उसे खींचते हुए विला के अंदर ले गया , वो रास्ते भर कुछ न कुछ बोले जा रही थी, तक्ष मन में ही बोला," मैं तो जैसे तैसे झेल लूं इसे , बॉस क्या करेंगे? पागल लड़की...."
हॉल में एंटर करते ही आयत क्यूरियोसिटी से हर तरफ देखने लगी, वो विला व्हाइट, गोल्डन और ब्राउन थीम में था, सबसे खास और अलग था उसका वुडन फ्लोर।
काफी अलग तरीके से उस विला को डिजाइन किया गया था। डायमंड्स लगभग हर जगह थे वहां पर।
आयत आंखें फाड़े पूरी जगह को देख रही थी, तभी उसकी नजर अकाय पर गई, जो सोफे पर अपने एक पैर पर पैर चढ़ाए बैठा था, वो लाइटर से अपने मुंह में दबा सिगरेट जला रहा था।
उसकी नजर जैसे ही तक्ष और आयत पर गई, वो तक्ष को देखते हुए बोला," पूरे 5 मिनट लेट हो तुम, इतनी देर लगती है वहां से यहां आने में .....!"
तक्ष हड़बड़ाते हुए बोला," sorry boss, ये लड़की बकवास कर रही थी।"
वो सोफे से खड़ा हुआ, और आयत की तरफ अपने कदम बढ़ाने लगा।
कुछ पल बाद वो आयत के सामने आकर रुका। उसकी हाइट आयत से काफी बड़ी थी , आयत सिर्फ 5.5 फीट की थी । वो किसी बच्ची की तरह लग रही थी उसके सामने।
आयत तक्ष का हाथ झटकते हुए बोली," अपन ने बस एक बैग चोरी किया , तुम्हारा घर नहीं लूट लिया, फिर भी तुमने अपन को यहां रखा है... रॉकी और निकी को तुमने छोड़ दिया , और अपन...."
अकाय ने बीच में ही उसके होठों पर अपनी इंडेक्स फिंगर रख दी , वो एकदम से चुप हो गई ।
अकाय सिगरेट के कश लेते हुए धीरे से बोला," अपनी जबान को कंट्रोल में रखो, वरना जबान खींच लूंगा , तुम्हारी.... मैंने कल भी ये कहा था राइट.... मजाक लग रहा हो तो प्रैक्टिकल कर के दिखाऊं?"
आयत आंखें बड़ी करके उसे देखने लगी, उसने धीरे से अकाय की इंडेक्स फिंगर को पकड़ा और अपने मुंह से हटा दिया, वो धीरे से बोली," तू जबान खींच लेगा तो अपन बात कैसे करेगी?"
तक्ष अपनी हँसी कंट्रोल करते हुए उसे देखने लगा , वो धीरे से बड़बड़ाया," बेवकूफ कहीं की..."
आकाय ने तक्ष को देखा और उसे बाहर जाने का इशारा किया, तक्ष बिना कुछ बोले बाहर चला गया , अब उस बड़े से लिविंग रूम में आयत सिर्फ अकाय के साथ थी।
अकाय उसे ही देख रहा था, उसने एक बार फिर आयत की कलाई पकड़ी और उसे देखते हुए बोला," मुझे लगा था, तुम्हें याद आ गया होगा और यू नो व्हाट?"
आयत जल्दी से बोली ," क्या याद आएगा अपन को ? अगर चोरी का बोलता तो अपन को याद नई आज तक अपन ने कितनी चोरियां की है, और तो और..."
अकाय ने बीच में ही उसके होठों पर उंगली रख दी और हल्का सा सर टेढ़ा कर बोला," I was right.... तुम्हे सब याद है लिटिल थीफ...."
आयत ने धीरे से सर झुका कर अपनी आंखें बंद कर लीं, तभी अकाय हल्का सा झुक कर बोला," am I right or am I right?"
आयत एकदम से सर उठाकर बोली," देखो अपन को कुछ पता नहीं है, तू क्या बोल रहा ? अपन तो...."
अकाय एकदम सीधा खड़ा होकर सर्द आवाज में बोला," 4 दिन पहले, नाइट हेवेन क्लब में क्या कर रही थी तुम? मेरे रूम में , मेरे बेड पे...now अगर और झूठ बोलोगी तो I sware I will kill you....."
आयत जल्दी से बोली," अपन कभी वहां नई गई, समझे...."
अकाय एकदम से उसकी गर्दन पकड़ते हुए बोला," तो क्या बिना वहां गए मेरे साथ रात बीता ली तुमने?"
आयत उसका हाथ छुड़ाते हुए बोली," अपन बोली न , मैं कभी वहां नई गई।"
अकाय दांत पीसते हुए बोला," you know what, झूठ बोलने वालों से मुझे चिढ़ होती है।"
आयत छटपटाहट से बोली," अपन झूठ नई बोलती!"
उसने ये कहा उसी के साथ अकाय ने उसकी गर्दन पर पकड़ और ज्यादा मजबूत कर दी।
उसने अगले ही पल वो वेस्ट चेन निकलकर उसके सामने कर दिया।
अकाय इविल स्माइल के साथ बोला," अब भी नहीं मानोगी, लिटिल थीफ...!"
वेस्ट चेन को आयत चुपचाप देख रही थी।
उसका चेहरा लाल हो गया था , कुछ पल बाद वो हकलाते हुए बोली," अपन... ने कुछ नहीं ... किया..!"
अकाय ने उसकी बात सुनकर एक गहरी सांस ली और एकदम से उसे पीछे धक्का दिया। अकाय की आंखें हल्की लाल हो चुकी थीं, उसे गुस्सा आ रहा था।