कहते है आग और पानी एक दूजे के वजूद को मिटा देते है। ये कहानी एक माफिया गर्ल जानवी की हैं जिसे कोई उसके असली नाम से नहीं बल्कि 'ब्लैक विडो" के नाम से जानते हैं। जिसको आज तक किसी ने नहीं देखा । वहीं दूसरी तरफ एक जीनियस डॉक्टर तनिष्क, जो अपनी पत्नी के म... कहते है आग और पानी एक दूजे के वजूद को मिटा देते है। ये कहानी एक माफिया गर्ल जानवी की हैं जिसे कोई उसके असली नाम से नहीं बल्कि 'ब्लैक विडो" के नाम से जानते हैं। जिसको आज तक किसी ने नहीं देखा । वहीं दूसरी तरफ एक जीनियस डॉक्टर तनिष्क, जो अपनी पत्नी के मौत के सदमे को बर्दास्त नहीं कर पाया और खुद को पूरी तरह से काम में झोंक दिया। जिसे अब हंसना सजा लगता था कैसे होगी इन दोनो की पहली मुलाकात? क्या कभी होगा उन दोनों को एक दूसरे से प्यार? जानने के लिए पढ़िए, "The Black Widow".
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रात के 2.30 बजे ....
मुंबई,
कमाठीपुरा रेड लाइट एरिया,
कमाठीपुरा की जिन गलियों में हर वक्त किसी न किसी का आना जाना लगा रहता था , वहीं आज कुछ अजीब सी शांति थी उस जगह पर । शायद तूफान के आने से पहले की शांति हो । वहीं अचानक से कमाठीपुरा के सबसे बड़े कोठे पर जहां सिर्फ कमाठीपुरा की सेठानी यानी कांता देवी रहा करती थी , बूम की आवाज के साथ उस कोठे का एक हिस्सा ब्लास्ट हो गया । फिर कुछ 10 मिनट के शांति के बाद एक जोर की चीख उस कोठे के अंदर से सुनाई दी । वो चीखें करीब 20 मिनट तक चारों ओर गूंजती रही, फिर एक 45 साल की अधेड़ उम्र की औरत उस कोठे से खून से लथपथ शरीर के साथ बाहर दौड़ते हुए आई । वो औरत सिर से पैर तक खून से लथपथ थी । लेकिन फिर भी वो किसी तरह से अपनी पैरों को घसीटते हुए वहां से भागे जा रही थी ।
बीच बीच में वो औरत ऐसे पीछे मुड़ कर देख रही थी , जैसे कोई उसका पीछा कर रहा हो । तभी अचानक गोली की आवाज सुनाई दी, जो सीधा जाकर उस औरत के दाहिने पैर पर लगी । वो औरत जोर से चिल्लाते हुए जमीन पर गिर गई । उस औरत को बहुत दर्द हो रहा था । फिर भी वो अपने आप को आगे की ओर घसीटना जारी रखती है । उसका चेहरा अब कोठे की ओर था । धीरे धीरे वहां की शांति डरावनी होती गई। लेकिन जल्द ही हील्स की टक टक के आवाज ने उस शांति को खत्म कर दिया ।
पांच छह सेकेंड्स के बाद आवाज काफी करीब से आने लगी । औरत एक टक कोठे के दरवाजे को नफरत भरी आंखों से देखती रही । लेकिन कहीं न कहीं उसके आंखों में एक डर भी छिपा था, जो वो किसीको दिखाना नहीं चाहती थी । देखते ही देखते कोठे के अंदर से आठ बॉडीगार्ड के टीम के साथ पूरी काले कपड़ों में एक खूबसूरत सी फिगर वाली लड़की बाहर आई । वह सिर से पैर तक काले कपड़ों से ढकी हुई थी । लेकिन एक चीज अलग थी उस लड़की में । उसने एक रेड कलर का मास्क पहना हुआ था, जो कि सिर्फ उसके आधा चेहरे को ही ढक रहा था और उनमें से झांकती उसकी प्यारी प्यारी नीली आंखें, पतले होंठ, खूबसूरत सी जॉलाइन और साथ ही एक तीखी नाक, ओवरऑल लुक की बात करें तो वह एक खूबसूरत और प्यारी सी डॉल लगती थी । लेकिन उसकी नीली आंखें जो हर किसी के ऊपर कहर बरसाने के लिए तैयार थी, जिसे देखकर ही इंसान की रूह भी कांप जाए, वही उसे एक माफिया की तरह दिखा रही थी । वह लड़की धीरे से अपना लेफ्ट हैंड उठाकर अपनी बॉडीगार्ड को कुछ इशारा करती है और लड़की का इशारा समझ कर सारे बॉडीगार्ड जो अपनी गन्स की ट्रिगर दबाने के लिए रेडी थे, अपने हाथ नीचे कर लेते हैं और अपने नॉर्मल पोजीशन में खड़े रहते हैं । वहीं वह लड़की जो उन सब के पीछे खड़ी थी , वह धीरे-धीरे आगे आती है और उस अधेड़ उम्र की औरत के बिल्कुल सामने जाकर उसके जख्मी दाहिने पैर पर अपने पैर रख लेती है और अपनी 10 इंच की हाई हील से उसके जख्मों को कुरेदने और मसलने लगती है । वह औरत दर्द के मारे एक जोर की चीख लगाती है । लेकिन उसके आंसू अब सूख चुके थे । वह जानती थी कि अब वह जिंदा नहीं बच सकती ।
इसीलिए वह नफरत भरी निगाहों से लड़की को देखते हुए अपने दर्द को दबाते हुए घुट्टी हुई अटकती आवाज में कहती है, "वाह तू तो तेरे बाप से भी तेज निकली रे , तेरे अंदर भी तेरे बाप के लक्षण है , पर याद रख ! तेरे बाप को भी मैने हीं मारा था , वह भी तडपा तड़पा कर। अब तेरी बारी है । आज तू मुझे मार रही है लेकिन जल्द हीं तू भी वैसी ही मौत मरेगी , जैसी मौत मैने तेरे बाप को दी थी । जल्द ही वो आ रही है और तुझे मौत के घाट उतारने के लिए उसका एक आदमी भी काफी है । मैं मर जाऊंगी , लेकिन वह कभी नहीं मरेगी । वह मेरी इस दुनिया की क्वीन है जो कभी नहीं हारेगी ।"
उस औरत ने अपनी बात खत्म करके धीरे-धीरे हंसना शुरू कर दिया । लेकिन उसके अंदर इतनी भी ताकत नहीं थी कि वह किसी का मजाक उड़ा सके । लेकिन सामने वाली लड़की जिसे वह इतनी बातें सुना रही थी , उसे तो मानो कोई फर्क ही नहीं पड़ा । वह धीरे से अपना राइट हैंड उठाती है जिससे उसकी ब्लैक फुल स्लीव्स का गाउन थोड़ा कोहनी तक चला जाता है और एक चमक के साथ सुंदर सा गोल्डन ब्रेसलेट सबको नजर आने लगता है । वहीं नीचे गिरी हुई औरत अब अच्छे से जान चुकी थी कि आज उसका मरना तय हैं । क्योंकि ब्लैक विडो के हथियार यानी गोल्डन ब्रेसलेट के बारे में हर किसी ने सुना था । लेकिन हर कोई यह भी जानता था कि जो इंसान वह गोल्डन ब्रेसलेट देख लेता है , वह कभी ये दुनिया दोबारा देखने के लिए जिंदा नहीं बचता । औरत डर से अपनी आंखें बंद कर लेती है और कुछ बड़बड़ाने लगती है ।
2 सेकंड के बाद सब कुछ शांत था । वह लड़की धीरे से अपना राइट हैंड नीचे करती है और बिना पीछे देखें उन बॉडीगार्ड को धीमी लेकिन गंभीर आवाज में ऑर्डर देते हुए कहा, "इसे ठिकाने लगाओ और आधे घंटे में हम निकल रहे हैं ।"
इतना कहकर वह हील्स की टक टक की आवाज के साथ उस कोठे के अंदर चली गई । आधे घंटे बाद , कमाठीपुरा के मैन गेट के सामने पांच काली मर्सिडीज़ चुपचाप शुरू हुई । बीच वाली कार के अंदर वही मास्क वाली लड़की धीरे से बैठी और कार शुरू करने का इशारा किया सभी गाड़ियां अपनी रफ्तार से निकल पड़ी अपनी मंजिल की ओर । वही जैसे ही कार शुरू हुई , धीरे-धीरे मास्क वाली लड़की ने अपना मास्क और ब्लैक गाउन अपने शरीर से अलग कर दिया और सामने आ गया उसका असली चेहरा । वह इतनी खूबसूरत थी कि उसे देखकर चांद भी शर्मा जाए । उसकी नीली आंखें , उसके पतले पतले गुलाबी होंठ , जो ऐसे दिख रहे थे जैसे चेरी हो । इसकी तीखी नाक और उसके गालों पर पढ़ने वाला डिंपल , जो उसकी मुस्कुराने पर और भी ज्यादा खिल उठता था ।
कमाठीपुरा के मैन गेट के सामने पांच काली मर्सिडीज़ चुपचाप शुरू हुई । बीच वाली कार के अंदर वही मास्क वाली लड़की धीरे से बैठी और कार शुरू करने का इशारा किया सभी गाड़ियां अपनी रफ्तार से निकल पड़ी अपनी मंजिल की ओर । वही जैसे ही कार शुरू हुई , धीरे-धीरे मास्क वाली लड़की ने अपना मास्क और ब्लैक गाउन अपने शरीर से अलग कर दिया और सामने आ गया उसका असली चेहरा । वह इतनी खूबसूरत थी कि उसे देखकर चांद भी शर्मा जाए । उसकी नीली आंखें , उसके पतले पतले गुलाबी होंठ , जो ऐसे दिख रहे थे जैसे चेरी हो ।
इसकी तीखी नाक और उसके गालों पर पढ़ने वाला डिंपल , जो उसकी मुस्कुराने पर और भी ज्यादा खिल उठता था । वह बहुत ज्यादा प्यारी थीं और अभी वह एक आदमी को देखकर मुस्कुरा रही थी , जो उसकी ही कार में उसके साथ बैठा था । वह आदमी भी उसे देखकर प्यार से मुस्कुरा रहा था । उसकी आंखें प्यार से भरी हुई थी और उसने अचानक लड़की को उसके कमर से पकड़ा और अपने पास खींच लिया । उसके बाद उसने लड़की की आंखों में देखा और धीरे-धीरे अपने होंठ लड़की के खूबसूरत होठों पर रख के उसे शिद्दत से चूमने लगा ।
करीब 10 मिनट तक किस करने के बाद वह दोनों अलग हुए और लड़की फिर से उसकी डिंपल वाली स्माइल लेकर लड़के को हाफते हुए निहारती रही । तभी लड़के ने कहा, "सिम्मी , तुम . . . . . तुम ठीक तो हो ना ? मैं बहुत घबरा गया था । तुम इतनी अच्छे से एक्टिंग कर रही थी की एक बार को तो ऐसा लगा , जैसे की तुम सच में ब्लैक विडो हो । लेकिन बॉस तो बहुत ज्यादा थका देने वाले काम देती है यार । मुझे तो तुम्हारे साथ रोमांस करना था और रात को ही बॉस को हमें बीच में डिस्टर्ब करने के लिए आना था। अब क्या कर सकते हैं , लेकिन कल हमारी शादी है बस कल कोई काम ना दे दे । नहीं तो यह ना हो की सुहागरात के दिन भी हमें सुहागरात की जगह किसी को गोली मारना पड़े । क्योंकि मुझे इतनी प्यारी बीवी मिलेगी तो ऑफकोर्स मैं उसके साथ रात भर एक ही बिस्तर पर एक ही चद्दर में रोमांस करना पसंद करूंगा , ना कि वह भैंस जैसे इंसानों को गोली मारना । सही कहा ना बेबी?"
बोलते वक्त लड़के के चेहरे पर बहुत ज्यादा क्यूट एक्सप्रेशन से थे और वह ऐसा बच्चा लग रहा था , जिसके हाथ से उसकी सबसे प्यारी टॉफी छीन लिया गया हो । इतना सुनते ही लड़की उस लड़के के गालों पर अपना हाथ प्यार से घुमाते हुए कहती है, "ऋषि मुझे पता है कि तुम्हें लगता होगा कि बॉस बहुत ज्यादा स्ट्रिक्ट है, लेकिन यह सच नहीं है । वह अपनी जिंदगी में बहुत कुछ देख चुकी है , शायद इसीलिए वह ऐसी बन चुकी है और मैं नहीं चाहती कि तुम दोबारा उसके बारे में कुछ भी बोलो । ठीक है ना ऋषि ? तुम बहुत ज्यादा समझदार हो । और तुम्हें पता है कि मेरी जिंदगी में उसकी अहमियत क्या है । इसीलिए मैं चाहती हूं तुम कभी भी यह बात ना भूलो ।"
यह कहते समय लड़की बहुत ज्यादा गंभीर और दृढ़ लग रही थी । उसकी आंखों में एक डिटरमिनेशन थी जिसे देखकर लड़के ने अपना सर झुका लिया और गिल्ट भरी आवाज में कहा, "i am sorry सिम्मी, मुझे ऐसा नहीं बोलना चाहिए था । बस मैं तो मजाक कर रहा था और इतनी सीरियस माहौल को थोड़ा लाइट करने की कोशिश कर रहा था । गुस्सा मत होना , कल हमारी शादी है और मैं नहीं चाहता कि दुल्हन ज्यादा डार्क सर्कल्स के साथ खूबसूरत ना दिख कर चुड़ैल दिखे ।"
लड़का यानी की ऋषि सारी बातें एक साथ बोलकर चुप हो जाता है और टुकुर टुकुर सिम्मी को देखने लगता है । वह लड़की यानी की सिम्मी ऋषि को देखते हुए एक डेविल स्माइल देती हुई बोली, "तो तुम्हें मेरी जैसी डार्क सर्कल वाली चुड़ैल लड़की पसंद नहीं ? कोई बात नहीं, वैसे भी मेरे पास बहुत सारे ऑप्शंस है, जो बिना किसी नखरे के मेरे साथ शादी करने के लिए तैयार है । मैं उन्हीं में से किसी को मंडप में ही चुनलूंगी और शादी कर लूंगी ।कैसा लगा मेरा आइडिया ।"
यह सुनते ही ऋषि का चेहरा पीला पड़ गया और उसने हड़बड़ाते हुए कहा, "सिम्मी, तुम मेरे साथ इतना बड़ा धोका कैसे कर सकती हो । तुमने मुझे किडनैप करके अपने प्यार में गिरा दिया और अब तुम इस बिचारे मासूम से कॉलेज बॉय से छुटकारा पाना चाहती हो । तुम ऐसा कैसे कर सकती हो क्या तुम में थोड़ी सी भी दया नाम की चीज भी है ।"
और फिर कुछ सोचते हुए अपने सिर पर एक हाथ मार कर ऋषि बोलता है, "अरे अरे मैं भी किस से बात कर रहा हूं , एक माफिया गर्ल जिसे दया और डर डर नाम की चीज के बारे में ही पता नहीं हैं , मैं उससे दया की उम्मीद कैसे कर सकता हूं ।"
सिम्मी जो कब से ऋषि की नौटंकी बर्दाश्त कर रही थी , वह अचानक ऋषि को ठंडी आंखों से घूरती है । जिससे ऋषि को समझ में आ गया कि अगर अब वो चुप नहीं हुआ तो, शायद उसकी शादी से पहले ही मरना तय था । इसीलिए वह अपने एक उंगली को अपने मुंह के सामने रखकर चुपचाप अच्छे बच्चे की तरह एक कोने में बैठ जाता है और सिम्मी भी अपने सर को सहलाते हुए मुस्कराकर अपने काम में लग जाती है ।
कुछ 2 घंटे बाद - सारे कार्स लाइन में एक बड़ी सी पॉश बिल्डिंग में इंटर करते हैं जो करीब 15 फ्लोर्स का था जैसे ही गाड़ी रूकती है , सारे बॉडीगार्ड्स बाहर निकल कर दोनों तरफ के लाइन में खड़े हो जाते हैं और दो बॉडीगार्ड तीसरे नंबर की गाड़ी में बैठे ऋषि और सिम्मी के लिए दरवाजा खोलते हैं । जैसे ही वह दोनों बाहर आते हैं , वह दोनों ही सीधे 15 फ्लोर के लिए प्राइवेट लिफ्ट लेते हैं और अंदर जाकर धीरे से दरवाजा तीन बार नाक करते हैं ।
कुछ सेकंड्स बाद अंदर से एक पतली लेकिन डरावनी आवाज उन दोनों को सुनाई देती है, "कम इन !"
उस डरावनी आवाज को सुनते ही ऋषि और सिम्मी के हाथ पांव कांपने लगे और सिम्मी ने धीरे से कहा, "ओ गॉड, आज इस हिटलर को क्या हुआ मैने तो सारा काम पूरी सफाई से किया । तो इसकी आवाज से ऐसा क्यों लग रहा है जैसे कि आसमान फटने वाला हो । भगवान आज बचा लेना , क्योंकि आज मेरी शादी है और मैं अपनी शादी में बदसूरत नहीं देखना चाहती हूं । प्लीज भगवान बचा लेना।"
बोलकर धीरे से दरवाजा खोलती है और ऋषि को अंदर चलने का इशारा करती है । ऋषि बेचारा तो समझ ही नहीं पा रहा था कि वहां हो क्या रहा था और सिम्मी के ऐसे पुश करने से वह सीधे दरवाजा आधा खोल कर अंदर चला जाता है । लेकिन अंदर का नजारा देखकर वह थर-थर कांपने लगता है और उसके मुंह से एक जोरदार चीख निकलती है । वहीं ऋषि की चीख को सुनकर सिम्मी तो और भी डर जाती हैं । वो धीरे धीरे डरते हुए अंदर जाती है लेकिन सामने का नजारा देख वह भी चौंक जाती हैं ।
आखिर ऋषि और सिमी ने ऐसा क्या देखा था जिस से दोनों ही शॉक्ड हो गए थे ? कोन है ये ब्लैक विडो ? सिम्मी और ऋषि कौन थे ? इन सारे सवालों का जवाब जानने के लिए पढ़ते रहिए "black widow"
सुबह 5 बजे,
15th फ्लोर के आलीशान कमरे में,
जैसे ही ऋषि और सिम्मी दोनों कमरे के अंदर आए, वैसे ही दोनों चौंक पड़े । रूम बहुत ज्यादा आलीशान था । हर तरफ ब्लैक कर्टन्स और साथ ही रूम की हर चीज करीने से रखी गई थी । लेकिन इस वक्त पूरा रूम धुंध से भरा था और कमरे के बीचों बीच एक खूबसूरत सी लड़की जिसने एक ब्लैक शॉर्ट नी लेंथ नाइटी पहनी हुई थी , वह एक आलीशान कुर्सी पर आराम से बैठी हुई थी । और तो और चौंकाने वाली बात तो यह है की लड़की के सामने दो आदमी की लाश पड़ी थी और उनका ढेर सारा खून फर्श पर बिखरा पड़ा था ।
लेकिन ऋषि और सिम्मी की हैरानी तो इसीलिए थी कि 15 फ्लोर पर कोई भी एंटर नहीं कर सकता । क्योंकि 15th फ्लोर के हर कोने में चोबिशो घंटे हाईली ट्रैंड बॉडीगार्ड की पहरेदारी है और बिना ब्लैक विडो के मर्जी के कोई भी 15 फ्लोर तक नहीं आ सकता , तो आखिर ऐसा क्या हुआ की ब्लैक विडो अपने कमरे में खून खराबा करके शांति से सिगरेट पी रही है । यही सवाल अभी ऋषि और सिम्मी के मन में चल रहा था ।
सिम्मी ने थोड़ा आगे आकर उस खूबसूरत सी लड़की से अटकते हुए कहा, “Boss , का . . . काम हो गया और मैंने उसे ठिकाने लगा दिया है ।"
इतना कहकर वह फिर से उन दोनों आदमियों को ध्यान से देखने लगी । वहीं ऋषि ने भी डरते हुए थोड़ा आगे आकर कहा, “बॉस , मैंने सारे आदमियों को बेसमेंट में भेज दिया है और सारे लड़कियों को मेंशन भेज दिया हैं । क्या आप उनसे मिलना चाहेंगी ?"
ऋषि के कहने के तुरंत बाद कमरे में सन्नाटा छा गया । 5 मिनट के बाद लड़की ने ऋषि की और देखा और कहा, “आज तुम्हारी शादी है । इसलिए मैं तुम्हें छोड़ रही हूं । आइंदा से अपने डर को अपने अंदर रख लेना सीख लो । क्योंकि अगर दोबारा मुझे तुम्हारी आंखों में डर दिखा , तो मुझे नहीं लगता कि तुम उसके बाद किसी के सामने दिखने के लायक रहोगे ।"
यह सुनते ही ऋषि ने एक पोकर फेस बना लिया । जिसमें ना कोई इमोशंस थे ना कोई जज्बात । जिसे देखकर लड़की खुश हुई और बोली, “i like it , मुझे उन लड़कियों से मिलने जाना है इसका इंतजाम करो । लेकिन अभी सुबह के 5:00 बज रहे हैं । तुम्हें जाना चाहिए और कुलदेवी की मंदिर के लिए रेडी होना चाहिए । पूजा के लिए हम शार्प 6 पर निकलेंगे और रात 7:00 बजे शादी हैं।"
लड़की की सारी बातें ध्यान से सुनने के बाद ऋषि ने कहा, “Yes Boss , सब कुछ टाइम पर होगा ।" कहकर चला जाता है ।
सिम्मी भी उसके पीछे पीछे चल कर जाने हीं वाली होती हैं कि तभी पीछे से लड़की की शांत आवाज आती है, “क्या उस औरत ने डैड के बारे में कुछ भी नहीं कहा ?"
यह सुनते ही सिम्मी जम जाती है और बिना पीछे मुड़े कहती है, “क्या मैं अभी अपनी बहन से बात कर रही हूं या फिर यह मेरी बॉस है , जो मुझसे यह सवाल पूछ रही है ।"
इस पर उसे लड़की ने धीरे से लेकिन शांत आवाज में कहा, “dii . . . . . मुझे बताइए की उस औरत ने हमारे डैड के बारे में क्या कहा?"
लड़की की धीमी लेकिन नरम आवाज सुनकर, सिम्मी बहुत खुश हुई और इसी खुशी में उसने जल्दी से आगे बढ़कर लड़की को गले लगा लिया । वह लड़की लगभग 5 फुट 7 इंच की थी और सिम्मों भी लगभग उससे 2 इंच कम थी ।
सिम्मी ने लड़की को कसकर गले लगाया हुआ था लेकिन लड़की अभी भी थोड़ी झिझक रही थी । उसे पता था कि उसकी dii भी उससे बहुत प्यार करती है और वह लड़की भी सिम्मी से उतना ही प्यार करती थी । लेकिन एक माफिया होने के नाते लड़की को इमोशंस दिखाने का राइट नहीं था । लड़की ने धीरे से अपनी दोनों हाथ उठाकर सिम्मी को अपने हलके हाथों से धीरे से पकड़ लिया, जिसे महसूस करते हुए सिम्मी की आंखें हल्की नम हो गई ।
वह थोड़ा सा दूर हुई और कहा, “उसने ज्यादा कुछ नहीं कहा । लेकिन उसकी एक बात मुझे बहुत अजीब लग रही थी । क्योंकि वो कोई गैंग की बात कर रही थी और किसी आदमी की भी जो इतना ताकतवर है कि उसका एक आदमी ही हमारे पूरे ग्रुप को खत्म कर सकता है । हमें एक बार चेक कर लेना चाहिए माही, क्योंकि आज वैसे भी शादी है और सिक्योरिटी टाइट तो होने वाली है । लेकिन फिर भी हमें एक बार चेक कर लेना चाहिए । मैं नहीं चाहती कि आज के दिन भी कोई दुखी हो ।"
सिम्मी का परेशान चेहरा देखकर माही ने इमोशनलेस चेहरे का साथ जवाब दिया, “Don't worry, i will handle this."
माही की यह बात सुनकर सिम्मी के चेहरे पर फिर से वही डिंपल वाली क्यूट सी स्माइल आ गई और उसने प्यार से कहा, "ठीक है माही, मैं भी जाती हूं । ऑलरेडी 5:00 बज चुके हैं और मुझे सबसे सुंदर दुल्हन दिखना है। तो तू भी रेडी हो जा । क्योंकि तू भी कुलदेवी के मंदिर जा रही है और मुझे ना तो बिलकुल नहीं सुनना है । यह तेरी बड़ी दीदी का आर्डर है । ठीक है, माही😜। ओके बाय।"
कहकर जल्दी से वहां से खिसक गई । क्योंकि उसे पता था कि भले ही माही यानी ब्लैक विडो उससे छोटी हो, लेकिन उसे यह कतई पसंद नहीं था कि उसे कोई आर्डर दे । इसीलिए सिम्मी ने वहां से भाग जाने में ही अपनी भलाई समझी ।
लेकिन दो कदम आगे बढ़ते ही माही ने कहा, "दी, इन दोनों को ठिकाने लगा दो । मैं रेडी होने जा रही हूं ।”
तभी माही की इस बात को सुनकर सिम्मी को रिलाइज हुआ की उसने माही से बात करने के चक्कर में यह तो देखा ही नहीं कि वह कहां पर खड़ी है । जैसे ही सिम्मी ने नीचे देखा तो वह इतनी जोर से चिल्लाई की जैसे कोई भूत देख लिया हो । क्योंकि सिम्मी माही से बात करते हुए एक आदमी के चेहरे पर चढ़ी हुई थी और जैसे ही वह दो कदम आगे आई तो अब वह ठीक उस आदमी के पेट के ऊपर खड़ी थी ।
वह जल्दी से नीचे उतरी और दौड़ कर बाहर जाने लगी और साइड में ही खड़े एक बॉडीगार्ड से कहा, “अंदर दोनों को ठिकाने लगाओ और जल्दी करना । माही वॉशरूम में है ।"
सिम्मी जल्दी से नीचे उतरी और दौड़ कर बाहर जाने लगी और जाते वक्त उसने साइड में ही खड़े एक बॉडीगार्ड से कहा, “अंदर दोनों को ठिकाने लगाओ और जल्दी करना । माही वॉशरूम में है ।"
बॉडीगार्ड ने भी सिम्मी की बात सुनकर यस मैम बोलकर जल्दी से अपने काम में लग गया और 5 मिनट के अंदर अंदर सब कुछ क्लीन हो चुका था । 20 मिनट बाद माही धीरे से वॉशरूम से बाहर आई । उसके हाथ में टॉवल था, जिससे वह अपने बाल को उस टॉवल में लपेट रही थी और जैसे ही उसने लपेटना बंद किया, उसने उसे एक टाइट बन में बदल दिया और अपने काम में मशगूल हो गई ।
कुछ 10-15 मिनट के बाद उसके कमरे में एक खूबसूरत सी लड़की आई, जिसने एक येलो शिफॉन का सलवार सूट पहना हुआ था और उसकी नीली आंखें यह दर्शा रही थी कि वह भी सिम्मी और माही की ही बहन है । उसकी उम्र लगभग 14 होगी और उसने अपने हाथ मैं एक थाल पकड़ा हुआ था, जो एक काले कपड़े से ढका हुआ था ।
वह थाल को अच्छे से पकड़ कर कूदते कूदते माही के पास आ गई और कहा, “दी यह देखो, मैं आपके लिए क्या लाई हूं? यह मैंने अपने हाथों से बनाए हैं और आपको तो आज यही पहनना होगा । अगर आपने यह नहीं पहने, तो मैं बहुत ज्यादा बुरा मान जाऊंगी।"
उस छोटी सी लड़की की बात सुनकर भी माही ने अनसुनी कर दी और अपने काम में ही लग रही । जिसे देखकर उस छोटी सी लड़की के दिमाग में कुछ खुराफाती आइडिया आ गया और वह जल्दी से माही के पास बैठकर धीरे से अपना हाथ बढ़ाकर पीछे का चार्जर प्लग निकाल देती है । जिससे लैपटॉप 5 मिनट के अंदर अंदर ही बंद हो जाता है । लैपटॉप की स्क्रीन जैसे ही ब्लैंक होती है , तो माही उस स्क्रीन को घूर घूर कर देखने लगती है , जैसे वह स्क्रीन उससे डर कर फिर से ऑन हो जाएगी ।
फिर माही की घूरती निगाहें सीधा उस छोटी सी लड़की के ऊपर पड़ती है , जो इस वक्त सारे जहां की मासूमियत लेकर बैठी थी । जैसे दुनिया में उससे ज्यादा मासूम तो और कोई हो ही ना । माही ने धीरे से अपने आइब्रोज को स्क्रेच किया और फिर अपना लैपटॉप साइड करके उसने वह थाल पकड़ ली , जो वह छोटी लड़की लाई थी और उसने धीरे से उसका कपड़ा हटा कर देखा , तो उसके इमोशनलेस चेहरे पर एक छोटी सी मगर बहुत ज्यादा प्यारी सी मुस्कान आ गई ।
दरअसल बात यह थी कि उस थाल में एक बहुत ज्यादा प्यारा सा नेकलेस रखा हुआ था , जो देखने में ज्यादा अच्छा डिजाइन का तो नहीं लग रहा , लेकिन बहुत ज्यादा प्यार से बनाया हुआ लग रहा था । वह नेकलेस एक पतली सी चीन की तरह थी जहां पर बीच में छोटे-छोटे मोतियों के साथ पिंक डायमंड अटैक्ड थे और यह कांबिनेशन बहुत ज्यादा सुंदर दिख रहा था । लेकिन इन सबसे बड़ी बात यह थी की माही को यह गिफ्ट उसके सबसे छोटी बहन यानी की क्रिया ने दी थी ।
माही ने शांति से उसे नेकलेस को थाल में रख दिया और क्रिया को देखते हुए कहा, “ठीक है, तुम भी तैयार हो जाओ । अभी ज्यादा टाइम नहीं बचा है । हम सिर्फ 15 मिनट के अंदर अंदर निकल जाएंगे ।"
क्रिया भी माही की बात सुनकर खुशी-खुशी बाहर चली गई । माही ने फिर से अपना लैपटॉप अपने पास खींच लिया और फिर अपने ईमेल चेक करने लगी । जैसे ही उसने काम खत्म किया, वह लैपटॉप बंद करके खड़ी हुई और बेड के राइट साइड में बने क्लोजेट में चली गई । उसे बहुत अच्छे से पता था कि आज उसकी बहन ने उसके लिए पक्का कोई ट्रेडिशनल ड्रेस रखा होगा और वैसा ही हुआ जैसे ही उसने क्लोजेट में एंटर किया, उसे एक पिंक कलर का खूबसूरत साड़ी और साथ ही ब्लाउज और पेटीकोट रखा हुआ मिला ।
माही ने अपने आइब्रो रब करते हुए ना में सिर हिलाया और आगे बढ़कर अपने बाथरोब जिसे उसने पहना हुआ था, उसे उतार कर वह पिंक कलर की साड़ी पहन ली । कुछ देर में क्लोजेट से बाहर आकर माही ने वहीं रखा हुआ क्रिया का नेकलेस उठाया और उसे अपने गले में पहन लिया । अपने बालों को खुला छोड़ दिया और सीधा बाहर चलने लगी । उसकी चाल में कोई नजाकत नहीं थी। बल्कि चलते वक्त उसका औरा बिल्कुल ठंडा था ।
जैसे ही वह अपने कमरे के बाहर आई , उसके रूम के साइड में खड़े सारे बॉडीगार्ड्स ने अपने सर झुका लिए और जैसे ही वह वहां से गुजरी, सारे बॉडीगार्ड दो लाइन में बट कर उसके पीछे चलने लगे ।
माही जैसे ही लिफ्ट में गई, दो बॉडीगार्ड जो सबसे आगे थे, वह भी माही के साथ अंदर चले गए और बाकी बॉडीगार्ड दूसरी लिफ्ट का यूज करके जल्दी से नीचे जाने लगे । वही सारे लड़के वाले और लड़की वाले भी रेडी होकर मंदिर के लिए जा चुके थे और माही भी 40 मिनट के अंदर अंदर वहां पहुंच गई ।
पूजा ऑलरेडी शुरू हो चुकी थी । जैसे ही माही मंदिर के अंदर एंटर हुई । वहां खड़े हर इंसान पीछे मुड़कर माही को देखने लगे । माही बहुत सुंदर लग भी रही थी। उसकी नीली आंखें, गुलाबी होंठ, जो बिना किसी लिपग्लॉस या फिर लिपस्टिक के भी काफी गुलाबी थे, साथ ही उसका वह पिंक साड़ी वाला लुक, किसी को भी यह इजाजत नहीं दे रहा था कि वह माही से अपनी नजरें हटाले । लेकिन सब लोगों को पता था कि ब्लैक विडो कौन है ? इसीलिए जैसे ही माही ने सबको एक नजर देखा, तो सब ने अपने सिर झुकाली ।
फिर माही धीरे-धीरे चलते हुए सिम्मी और ऋषि के पास गई और भगवान को प्रणाम करके वह भी सिम्मी और ऋषि के साइड में बैठ गई । वहीं ऋषि के दाहिने तरफ सिम्मी थी और ऋषि के बाईं और उसके माता-पिता बैठे थे , जो माही के आने से बुरी तरह घबरा गए । उन्हें पता था कि ब्लैक विडो कौन थी? उन्हें ही नहीं बल्कि हर किसी को पता था कि ब्लैक वीडियो कौन थी और क्या-क्या कर सकती थी? इसीलिए वह शादी के लिए बिलकुल राजी नहीं थे । क्योंकि जो भी हो उनका बेटा ऋषि सिर्फ 23 साल का था और इतने कम एज में वह यह नहीं चाहते थे कि उनका बेटा किसी ऐसे बड़े माफिया लड़की के साथ शादी करें । लेकिन माही ने उनके साथ ऐसा कुछ किया जिससे वह शादी के लिए हां करने पर मजबूर हो गए ।
तो ऐसा क्या हुआ होगा ऋषि के पेरेंट्स के साथ की उन्होंने इस रिश्ते के लिए हामी भरी ? कोन थी ये कांता देवी ? क्या रिश्ता था इसका माही के पिता के साथ ? जानने के लिए पढ़ते रहिए “black widow.”
सुबह 11:00 बजे,
जानवी मेंशन,
10th फ्लोर,
शादी की वजह से 10th फ्लोर की सिक्योरिटी बहुत ज्यादा टाइट थी । क्योंकि 10th फ्लोर पर ही सारे रसमें होने वाली थीं । यह शादी बहुत ज्यादा जल्दबाजी में होने वाली थी । इसीलिए सारी रसमें आज ही होने वाली थी । अभी सब हल्दी की तैयारी कर रहे थे ।
बहुत सारी लड़कियां अलग-अलग ग्रुप में बट कर अपना काम कर रही थी । कोई हल्दी पीस रहा था , कोई हल्दी बाउल में तैयार कर रहा था , कोई फूल सजा रहा था ,तो कोई कुछ और । वहीं इन सब पर नजर रखने के लिए बहुत सारे बॉडीगार्ड्स इन पर तैनात थे ।
लेकिन कुछ बॉडीगार्ड्स की नजरें तो कभी-कभी लड़कियों पर भी फिसल जाती है । by the way एक बात जो ब्लैक विडो को बिल्कुल नहीं पसंद थी और वह थी गंदगी । इसलिए ब्लैक विडो की टीम में कोई भी कम हैंडसम नहीं था । बल्कि सारे बॉडीगार्ड्स हैंडसम और स्ट्रांग दोनों थे । इस वक्त हर कोई अपने काम में लगा था और 10th फ्लोर एक बहुत बड़ा लिविंग रूम था, जो ऐसे तैयार हुआ था जैसे कोई भी फंक्शन या फिर पार्टी यहां पर ऑर्गेनाइज की जा सके और उस हॉल के बीचों बीच अभी एक सफेद पर्दा लगा था । जो हल्का ट्रांसपेरेंट था । जिसके दोनों साइड छोटे-छोटे टेबल्स लगे थे ।
जहां पर अभी ऋषि और सिम्मी अलग-अलग साइड बैठे थे । उनके ठीक सामने अभी एक डांस प्रोग्राम चल रहा था , जो एक ग्लोबल फेमस डांस ग्रुप जिसका नाम j1 था , हल्दी फंक्शन की शोभा बढ़ा रहे थे । जैसे ही उनका डांस खत्म हुआ तो वह थोड़ा साइड होकर वहीं बैठ गए । j1 की टीम में चार मेंबर्स थे और उनके लीडर का नाम विराज था । जो इस ग्रुप में सबसे हैंडसम लड़का था और उसकी नीली आंखें उसकी पहचान साफ बता रही थी कि वह भी सिम्मी क्रिया और माही का भाई था ।
बाकि मयंक, तंज और कबीर भी काफी गुड लुकिंग और बहुत अच्छे डांसर थे । आगे चलकर इन लोगों के बहुत सारे राज है , जो हमें धीरे-धीरे पता चलेंगे । लेकिन अभी बढ़ते है हमारे हल्दी फंक्शन की तरफ । डांस खत्म होने के तुरंत बाद ऋषि के मां-बाप और उसकी बड़ी बहन सोनाली , जो उसे सिर्फ 1 साल बड़ी थी । वे दोनों ऋषि के पास आए और हल्दी की रसम को शुरू किया ।
ऋषि की मां सुहासिनी शर्मा आगे आकर ऋषि का तिलक करती है । फिर पहली हल्दी की रस्म करते हुए वह पीछे हट जाते हैं । फिर बारी आता है उनके घर के सबसे बड़े बुजुर्ग यानी कि ऋषि के दादी कमल जी की । वह धीरे-धीरे आगे आकर ऋषि के सर पर प्यार से हाथ रखती है । जिससे ऋषि भी उन्हें प्यारी सी स्माइल देता है । उसके बाद उसकी दादी अच्छे से हल्दी का रसम निभाती है । फिर वह भी उठकर चली जाती है । ऐसे ही एक-एक इंसान धीरे-धीरे आते हैं और सबसे लास्ट में आती है उसकी बहन । क्योंकि उसकी बहन की शादी नहीं हुई थी।
तो वह सबसे लास्ट में हल्दी लगाने जाती है और हल्दी लगाने के बहाने वह ऋषि का टांग खींचते हुए कहती है, "भाई , देख , अच्छे से सोच ले दोबारा । क्योंकि माफिया गर्ल शादी करने जा रहा है । अगर कभी उसे गुस्सा आया ना , तो गोली से उड़ा देगी और तू सीधे स्वर्ग सिधार जाएगा ।"
कहकर जोर से हंसने लगती है । और उसकी हंसी सुनकर ऋषि भी झूठ का गुस्सा दिखाकर उसे कंधे से पीछे की तरफ धक्का देता है । लेकिन सोनाली शैतानी दिखाते हुए धीरे से अपना हाथ हल्दी के बोल में डूबा कर धीरे से थोड़ा हल्दी निकाल दिए और जोर से ऋषि के मुंह पर मार कर वह भाग जाती हैं ।
ऋषि भी थोड़ा हल्दी उठाकर उसके पीछे दौड़ने लगता है । वह इतनी तो तेज दौड़ रहे थे कि उनके खिलखिलाहट की आवाज उस हॉल में गूंज रही थी । वहीं सिम्मी भी ये देखकर थोड़ी इमोशनल हो जाती है और प्यार से उन दोनों को देखने लगती है । वहीं दौड़ते दौड़ते वह लोग थोड़ी दूर आ गए थे और उस वक्त ऋषि को रियलाइज हुआ कि वह अपनी हल्दी की रस्म से उठकर चला आया है । यह याद आते ही वह दौड़कर फिर से हॉल की ओर जाने लगा ।
लेकिन सोनाली बहुत ज्यादा दूर आ चुकी थी और लगभग 5 मिनट तक दौड़ने के बाद उसे जैसे ही लगा कि उसके पीछे कोई नहीं आ रहा है । तो उसने चेन की सांस ली और फिर साइड की दीवार से ही लगकर हांफने लगी । वहीं अंदर बैठा तंज जो की कुछ गुस्से में नजर आ रहा था । वह कुछ अजीब सी आवाज सुनकर दरवाजे की और गया और जैसे ही उसने दरवाजा खोला एक लड़की सीधा गिरते हुए उसके बाहों में आ गई ।
दरअसल हुआ यह था कि जिसे सोनाली ने दीवार समझा था, वह एक दरवाजा था । इसे दीवार के रूप में इसीलिए बनाया गया था। क्योंकि 10th फ्लोर पर बहुत सारी चीजों की पार्टी के लिए होती है । और जानवी मेंशन में ऐसे बहुत सारे राज है , जो कभी किसी के सामने ना आए तो ही अच्छा होगा । इसीलिए हर एक दीवार को और दरवाजे को बिल्कुल सेम बनाया गया था , जिससे कोई समझ ही नहीं पाए कि दरवाजा कहां है ।
लेकिन j1 का मेंबर और साथ ही ब्लैक विडो के टीम का लीडर होने के नाते वह अच्छे से जानता था कि कहां दरवाजा है और कहां दीवार । इस वक्त तंज अपनी मीटिंग खत्म करके थोड़े गुस्से में था । जैसे ही उसने दरवाजे पर आहट सुनी तो उसे कुछ अजीब लगा और उसने जैसे ही सोनाली को वहां खड़े देखा । तो कुछ पल के लिए उसने अपना शुद्ध बुद्ध खो दिया और उसे लड़की को एक टक देखने लगा ।
ऐसा भी नहीं था कि तंज ने सोनाली से ज्यादा खूबसूरत लड़की देखी नहीं थी । बल्कि सोनाली ज्यादा कुछ खास दिखती भी नहीं थी । बस उसकी गहरी आंखें जो उसके सांवले रंग के कारण और भी ज्यादा खील रही थी । उसे बहुत ज्यादा आकर्षक दिखाती थी ।
5 सेकंड के बाद तंज होश में आया और उसे ऐसा लगा कि कहीं सोनाली कोई जासूस तो नहीं, इसीलिए उसकी पकड़ सोनाली की कमर पर और ज्यादा मजबूत हो गई । लेकिन जैसे ही उसे एहसास हुआ कि वह कुछ गलत कर रहा है , तो उसने तुरंत सोनाली को छोड़ दिया और सोनाली धड़ाम से फर्श पर गिर गई । और वह जोर से आह की आवाज निकलते हुए रोने लगी ।
तो क्या होने वाला था अब सोनाली के साथ? जानने के लिए पढ़ते रहिए, "black widow".
सोनाली एक नॉर्मल फैमिली में पैदा हुई थी । लेकिन बीते कुछ दिनों में उसकी भाई ऋषि के वजह से उसने बहुत ज्यादा खतरनाक लोग देखे थे । और उसने समझ लिया था कि इन लोगों के सामने उसका चुप रहना ही अच्छा होगा । इसीलिए ना उठ पाने की बेबसी की वजह से उसका रोना निकल आया । तंज, जो ऑलरेडी बहुत ज्यादा फ्रस्ट्रेटेड और गुस्सा था । सोनालि का रोना देखकर और ज्यादा फ्रस्ट्रेटेड हो गया । लेकिन वह कुछ कर भी तो नहीं सकता था ।
इसीलिए अपने गुस्से को दबाते हुए उसने धीरे से सोनाली को अपने गोद में उठा लिया और उसे अपने बिस्तर पर लेटा दिया । लेकिन उठते समय तंज के शर्ट का पहला बटन सोनाली के नेकलेस में फस गया, जिससे कि तंज सोनाली के ऊपर गिर गया और दोनों की होंठ आपस में मिल गए । दोनों ही इस एहसास से चौंक गए और एक दूसरे से अलग होना भूल गए ।
लेकिन जैसे ही सोनाली को यह एहसास हुआ कि उसे कोई पराया मर्द किस कर रहा है, तो उसने अचानक से तंज को जोर से धक्का दिया । इस धक्के से तंज संभल नहीं पाया और बेड साइड में गिर गया । तभी तंज को भी रियलाइज हुआ कि वह अभी क्या कर रहा था और यह बात फिर से उसका गुस्सा बढ़ाने के लिए काफी थी । उसने फटाफट उठकर सोनालि का हाथ मजबूती से पकड़ लिया ।
लेकिन जैसे ही उसने फिर से अपना सर उठाया , तो एक बार फिर उसका दिल जोर जोर से धड़कने लगा । उसे ऐसा फील हो रहा था, जैसे कि उसका जो पत्थर दिल था, वह धीरे-धीरे पिघल रहा था और देखते ही देखे उसका पूरा गुस्सा गायब हो गया ।
उसने धीरे से सोनालि का हाथ पकड़ा और उसके पास बैठ गया और कहा, “तुम्हें कहीं दर्द हो रहा है, क्या ?"
तंज ने यह बात इतनी प्यार से पूछा था कि सोनाली भी शांत हो गई और उसने धीरे-धीरे सुबकते हुए अपना सर हां में हिलाया और कहा, “मुझे कमर के पास चोट लगी है ।"
वही तंज, जो गौर से सोनाली को देख रहा था, उसने उसकी मीठी आवाज सुनकर प्यार से उसके सर को सहलाया और पुचकारते हुए कहा, “कोई बात नहीं, रो मत । में दवाई लेकर आता हू । ओके,.. शांत हो जाओ ।"
वही तंज की बात सुनकर सोनाली ने धीरे-धीरे सुबकना बंद कर दिया और अपना नाक रगड़ने लगी । उसकी प्यारी सी हरकत को देखकर तंज खुद को मुस्कुराने से रोक नहीं पाया ।
वैसे तो तंज j1 का पार्ट था, लेकिन सबसे पहले उसकी आइडेंटी ब्लैक विडो की बॉडीगार्ड्स के टीम लीडर की थी । और इसके लिए वह हमेशा अपने फर्ज को ऊपर रखता था । इसीलिए हमेशा से वह हर किसी से सख्ती से बात करता था । लेकिन आज सोनाली और उसकी मासूमियत देखकर तंज का दिल पिघल गया ।
शायद यही प्यार होता है, जो जिंदगी के किसी भी पढ़ाव पर हो सकता है और किसी के साथ भी हो सकता है । तंज अपनी जगह से उठकर तुरंत बेड के दूसरे साइड गया और वहां के एक छोटे ड्रॉ से एक स्प्रे लेकर आ गया । यह स्प्रे बहुत ज्यादा एडवांस टेक्नोलॉजी से बना था, जिससे कि अगर किसीको कोई चोट को लगी हो तो बस उस जगह पर थोड़ा सा स्प्रे करने से उसकी दर्द और सूजन तुरंत कम हो जाती थी ।
तंज तुरंत सोनाली के पास गया और उसकी साइड में बैठ गया और धीरे से उसे पलट दिया । सोनाली कुछ नहीं कह पाई । क्योंकि वह तो उठकर बैठ भी नहीं पा रही थी । तो वह कैसे यह कह सकती थी कि वह खुद यह दवा लगा लेगी ।
इसीलिए उसने चुप रहना ही ठीक समझा । वहीं तंज ने जैसे ही सोनाली को पीछे घुमाया, तो सोनाली की वह धागे वाले लहंगे को देखकर उसका सर ही घूम गया । वह लहंगा मैरून कलर का डीप गले वाला लहंगा था । जो पीछे से सिर्फ धागे से ही बंधा हुआ था और बदकिस्मती से जहां उसे चोट लगी थी, वहां सिर्फ धागा ही धागा था ।
तंज ने एक नजर सोनाली पर की और साइड के ड्रॉ से एक कैंची निकाला और जैसे ही वह उन डोरियों को काटने वाला था , तभी एक कोमल हाथ ने उसके हाथ को कस कर पकड़ लिया ।
जैसे ही तंज ने सोनाली को देखा, सोनाली ने रिक्वेस्ट करते हुए कहा, “नहीं . . . . . प्लीज . . . यह लहंगा मेरी भाभी ने मुझे गिफ्ट किया है । इसे मत काटिए।"
तंज को अब सर दर्द होने लगा था । वह इस प्यारी सी लड़की को दर्द में भी नहीं देख पा रहा था और उसकी बात भी मानना चाहता था । इसलिए तंज ने प्यार से कहा, “ओके, तुम ही बताओ, मैं क्या करूं अब ? दवाई तो लगानी हीं पड़ेगी । ये दर्द ऐसे ही तो गायब नहीं होगी?"
यह सुनते ही सोनाली झट से हामी भरते हुए सिर हिलाने लगी । लेकिन उसने कुछ नहीं कहा । तंज को अब कुछ भी समझ नहीं आ रहा था । कुछ देर सोचने के बाद उसने एक फैसला किया और सोनाली के साथ कुछ ऐसा किया, जिससे सोनाली एकदम से डर गई । वहीं दूसरी और ऋषि की हल्दी खत्म होने के बाद उसकी बची हुई हल्दी सिम्मी को लग गई । क्योंकि सिम्मी की ज्यादा कोई रिश्तेदार नहीं थे । तो उसकी दादी, माही, क्रिया और विराज ने ही मिलकर सिम्मी की हल्दी की रस्म को पूरा किया ।
अब बारी थी मेहंदी और संगीत की जो 2:00 बजे से शुरू होने वाली थी । इसलिए ऋषि और सिम्मी दोनों को अपने-अपने फ्लोर पर भेज दिया गया । वैसे ऋषि का फ्लोर 8 था और सिम्मी का फ्लोर 9 ।
दोनों जल्दी से लिफ्ट मैं चले गए और लिफ्ट के बंद होते ही ऋषि ने झट से सिम्मी को गले लगा लिया और मदहोशी भारी आवाज में कहा, “सिम्मी , फाइनली हमारी शादी होने वाली है और आज से तुम मेरी कहलाओगी । आई एम सो हैप्पी ।"
सिम्मी ने भी उसे टाइटली हग करके कहा, “बिल्कुल , मैं सिर्फ तुम्हारी हूं । सिर्फ और सिर्फ तुम्हारी ।"
सिम्मी के यह कहते ही उसके चेहरे पर एक प्यारी सी स्माइल आ गई । लेकिन आगे कुछ हो पता कि तभी लिफ्ट रुक गई 9th फ्लोर पर और सिम्मी जैसे ही बाहर कदम बढ़ाने वाली थी । ऋषि ने झट से उसे पीछे खींच लिया और कुछ ऐसा किया, जिससे सिम्मी चौक गई ।
तो क्या हुआ था सोनाली के साथ ? क्या तंज ने सोनाली के साथ जबरदस्ती करने की कोशिश की या फिर बात कुछ और ही है ? ऋषि ने सिम्मी को पीछे क्यों खींच लिया और सिम्मी ने ऐसा क्या देख लिया जिससे वह चौंक गई ? जानने के लिए पढ़िए "ब्लैक विडो"।
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जानवी मेंशन,
10th फ्लोर,
तंज के कमरे में, सोनाली बहुत ज्यादा ज्यादा डर गई थी । क्योंकि तंज ने बिना कुछ सोचे समझें सोनाली की डोरियों खोलने शुरू कर दिया था । कुछ पल के लिए तो सोनाली समझ हीं नहीं पाई कि वह क्या करें । लेकिन फिर अचानक से उसे होश आया और यह समझ आते ही कि उसके साथ क्या हो रहा था , वह एकदम से शर्म से लाल हो गई और साथ हीं उसे अपने आप पर भी थोड़ा गुस्सा आ रहा था । उसे पता था कि यह सब उसकी ही गलती थी ।
इसलिए सोनाली ने थोड़ा शरमाते हुए तंज से कहा, “आप . . . . . क्या आप थोड़ी देर के लिए बाहर जा सकते हैं । मैं खुद से अपनी कमर के पास दवा लगा लूंगी ।"
जैसे ही तंज ने यह सुना तो उसके हाथ जो डोरियों को खोल रहे थे, वह रुक गए । लेकिन थोड़ी देर बाद उसने फिर से डोरियां खोलना शुरू कर दिया । जाहिर सी बात है, तंज को भी अच्छे से पता था कि सोनाली के मन में क्या चल रहा है । लेकिन तंज ने इस पर कुछ ना कहना ही ठीक समझा ।
जैसे ही उसने डोरी खोली, वह जख्म अब अच्छे से दिखाई देने लगा और जख्म देखकर तंज के मुंह से सिसकी निकल गई । वह चोट शायद कोई नुकीली चीज से लगी थी, क्योंकि घाव बहुत ज्यादा गहरा था । इसीलिए तंज फिर से उठा और साइड के ड्रॉ से एक फर्स्ट एड किट लेकर आया ।
पहले उसने उस जगह को अच्छे से डेटॉल से साफ किया । फिर उस स्प्रे को हल्के हाथों से चोट वाली जगह पर लगा दिया और वहां पर अच्छे से पट्टी कर दिया । लेकिन इस दौरान तंज पूरी तरह से पसीने से लथपथ हो चुका था । उसका कंट्रोल बस टूटने ही वाला था । वहीं सोनाली भी तंज के हर एक टच से मदहोश हो रही थी । लेकिन उसने बस बेडशीट को कस कर पकड़ लिया और चुपचाप वही लाश की तरह लेटी रही ।
तंज का काम जैसे ही खत्म हुआ, उसने राहत की सांस ली और तुरंत उठकर रुमाल से अपने पसीने को साफ किया । उसे डर था कि सोनाली को AC वाले कमरे में भी उसके पसीने को देखकर कोई शक न हो जाए। वो बेड से उठा और फिर जैसे तैसे सारा सामान उठाकर उन्हें अपनी-अपनी जगह रखने लगा ।
कुछ देर बाद, जैसे ही उसने बेड की तरफ देखा, तो वह चौक गया । सोनाली अपने हाथ पीछे करके सारे डोरियों को बांधने में लगी थी । लेकिन ना तो उसके हाथ डोरियों तक पहुंच रहे थे और न ही वह उठ पा रही थी । इस हालत में, जहां अगर वह उठती तो उसके लहंगे का ब्लाउज उसके शरीर से अलग हो जाता, इस वजह से वो उठने की हिम्मत भी नहीं कर पा रही थी। वहीं तंज जब सोनाली को यह करते हुए देखता है, तो अपना सर पीट लेता है ।
फिर मन ही मन सोचता है, “यह लड़की,!! पता नहीं कहां से आई है? क्या उसके दिमाग में अकल भी है ? अभी तो दवा लगाया है, ये नहीं की थोड़ी देर आराम कर लो। बस लग गई, अपने काम पर ।"
फिर तंज अपना सिर झटकता हुआ अपने ख्यालों से बाहर आता है और बेड के पास जाकर सोनाली से धीरे से कहता है, “थोड़ा रेस्ट कर लो । उसके बाद चली जाना । अभी डोरियां भी मत बांधो । मैं आधे घंटे बाद, तुम्हारी डोरिया बांध दूंगा और तुम फिर कुछ खा कर चली जाना, ठीक है । अब सो जाओ।"
यह सुनते ही सोनाली डर से कांपने लगती है । उसे ऐसे कांपता हुआ देखकर तंज भी बहुत ज्यादा डर जाता है । उसके दिल में इस वक्त कुछ टूटता हुआ सा महसूस हो रहा था । वह जल्दी से सोनाली के पास जाकर बैठता है और उसके सर को सहलाते हुए कहता है, “क्या हुआ? बताओ मुझे, बताओ क्या हुआ, डरो मत, मैं हूं ।"
यह सुनते ही सोनाली धीरे-धीरे शांत होने लगी और कुछ सोचते हुए उसने धीमी आवाज में कहा, “नहीं , मैं यहां नहीं रुक सकती । मम्मी ढूंढ रही होगी और अगर मैं उन्हें नहीं मिली, तो वह परेशान हो जाएंगी।"
तंज ने सोनाली की बात सुनकर एक हल्की मुस्कान के साथ कहा, “Don't worry, मैं इंटरकॉम से किसीको तुम्हारी माँ को कहने के लिए बोल देता हूं कि तुम अभी अपनी सहेली के साथ हो । ठीक है, अब तो कोई परेशानी नहीं है । सो जाओ । थोड़ी देर सोने के बाद ही तुम्हें अच्छा लगेगा और चोट भी ज्यादा नहीं दुखेगी ।"
यह कहकर तंज ने छोटे बच्चों की तरह सोनाली के सर को धीरे-धीरे थपथपाकर उसे सुलाने की कोशिश करने लगा । वहीं लिफ्ट में ऋषि ने जोर से सिम्मी को पीछे खींच लिया और सिम्मी पीछे मुड़कर कुछ कह पाती, उससे पहले ही उसे अपने गले पर कुछ फील हुआ । जिससे उसने अपने गले पर हाथ फिराया । जहां पर उसे सुंदर सी गोल्डन चैन दिखी । वो चैन ज्यादा महंगी तो नहीं लग रही थी।
लेकिन उसकी डिजाइन बहुत अच्छी थी। उस चैन को देखकर सिम्मी बहुत खुश हुई और पीछे मुड़कर ऋषि को उसके होठों पर छोटा सा किस करके दूर हुई और कहा, “फाइनली, शायद तुम्हें मुझसे प्यार हो ही गया । यह तुम्हारा पहला गिफ्ट है, जो तुमने मुझे दिया और इसी के साथ आज हमारी शादी होने वाली है । कॉन्ग्रेस ऋषि शर्मा ।" 🎉🎉
ऋषि ने भी मुस्कुराते हुए कहा, “मैं सच में बहुत खुश हूं तुम्हारे साथ । मुझे पहले लगा था कि तुम जबरदस्ती मुझे खुद से प्यार करने पर मजबूर कर रही हो । लेकिन शायद प्यार चीज हीं ऐसी है कि कोई खुद को रुक ही नहीं पाता । तो आज हमारी शादी से पहले मैं तुमसे कन्फेस करना चाहता हूं that i love you ❣️ सिम्मी । यह पवित्र शादी का बंधन अब कोई जबरदस्ती की माला नहीं होगी । मैं अपने सारे गलत शब्द वापस लेना चाहता हूं और तुम्हारे साथ खुशी-खुशी रहना चाहता हूं । ऐसा होगा न सिम्मी!!"
तो क्या इस खूबसूरत सफर पर ऋषि की मंजूरी दिला देगी सिम्मी और ऋषि को अपना मंजिल?? जानने के लिए पढ़ते रहिए "ब्लैक विडो"।
जानवी मैंशन,
“मैं सच में बहुत खुश हूं तुम्हारे साथ । मुझे पहले लगा था कि तुम जबरदस्ती मुझे खुद से प्यार करने पर मजबूर कर रही हो । लेकिन शायद प्यार चीज हीं ऐसी है कि कोई खुद को रुक ही नहीं पाता । तो आज हमारी शादी से पहले मैं तुमसे कन्फेस करना चाहता हूं that i love you ❣️ सिम्मी । यह पवित्र शादी का बंधन अब कोई जबरदस्ती की माला नहीं होगी । मैं अपने सारे गलत शब्द वापस लेना चाहता हूं और तुम्हारे साथ खुशी-खुशी रहना चाहता हूं । ऐसा होगा न सिम्मी!!"
सिम्मी को आज अपनी मन मांगी मुराद मिल गई थी। उसने अपनी आंखों में चमक लिए अपनी प्यारी सी मुस्कान के साथ कहा, “बिल्कुल होगा , आज हमारी जिंदगी की नई शुरुआत होगी, एंड I Love you too ❣️ ऋषि ।"
वो दोनों ही अपने एहसासों में डूब गए और एक दूसरे की आंखों में खो गए। धीरे धीरे उनके होंठ भी आपस में जुड़ गए और वो दोनों एक दूसरे को पैशनेटली किस करने लगे। 💋 जैसे ही लिफ्ट 8th फ्लोर पर खुला, सिम्मी ने ऋषि को अचानक से धक्का दिया और कहा, “जाओ , जल्दी रेडी हो जाओ । अभी सिर्फ आधा घंटा है मुहूर्त में । हमें संगीत और मेहंदी की सारी रस्में भी तो निभानी है ।"
ऋषि ने ऐसे अचानक आए धक्के से रूठते हुए अपने होठों को रब करके जाते हुए कहा, “हां, हां, में तो रेडी हो जाऊंगा । लेकिन तुम ही हमेशा लेट आती हो । इसीलिए जाओ, जल्दी रेडी हो जाओ 😉।"
यह सुनते ही सिम्मी का चेहरा गुस्से में लाल हो गया । वह मन ही मन कुढ़ते हुए सोच रही थी, “पहले तो खुद ही लिफ्ट में खींच लिया और खुद ही बोल रहा है, लेट कर रही हो। बड़ा आया !!😏😏"
फिर सिम्मी दोबारा 9th फ्लोर पर चली गई और जल्दी से मेहंदी और संगीत के लिए एक ओलिव ग्रीन कलर का लहंगा पहन लिया । तब तक ऋषि भी अच्छे से रेडी हो चुका था और उसने भी आज मेहंदी और संगीत के लिए ओलिव ग्रीन कलर का कुर्ता पजामा ही चुना था ।
जैसे ही वह दोनों 10th फ्लोर पर पहुंचे और अलग-अलग लिफ्ट से बाहर निकले तो , हॉल में खड़े सारे लोगों का ध्यान उस कपल पर गया । आज दोनों ही बिल्कुल मेड फॉर ईच अदर लग रहे थे । सबको अपनी तरफ देखता पाकर ऋषि ने अपनी चारों ओर देखा । फिर जैसे ही उसकी नजर सिम्मी पर गई, जो बिल्कुल किसी खूबसूरत परी जैसी लग रही थी , वैसे ही वह बस उसे देखता ही रह गया । वहीं माही और क्रिया भी नीचे आ चुके थे ।
क्रिया ने खूबसूरत सा लेमन ग्रीन कलर का लहंगा पहना था । जिसके साथ उसने मैचिंग ज्वैलरी पहनी थी । वहीं माही ने वही पिंक साड़ी पहनी हुई थी , जो उसने सुबह पहनी थी । वह दोनों जाकर एक साइड बैठ गए । माही तो हमेशा की तरह कयामत लग रही थी, पर उसकी तरफ देखने की हिम्मत किसी में भी नहीं थी। सभी लोग बेसब्री से रस्में शुरू होने का वेट कर रहे थे । तभी दादी आ गई, यह थी 'कल्याणी कपूर'।
कल्याणी जी धीरे-धीरे नीचे आकर माही के पास बैठ गई और प्यार से कहा, “जानू बेटा, क्या सारी तैयारियां हो गई है?”
तो माही ने सालिनता से जवाब दिया, “डॉन'टी वरी दादी, सारी तैयारियां हो चुके हैं।”
वहीं दादी भी माही के इस जवाब से संतुष्ट होकर रसम शुरू करने के लिए इशारा करती हैं । उनका इशारा पाकर तुरंत एक लड़की जिसने लाइट ब्लू कलर का लहंगा और साथ में ब्लू हाई हील पहना हुआ था, सबके बीच में आकर एक मॉडल के जैसे खड़ी हो गई। उसकी चाल में एक अलग ही ग्रेस था।
उसने सबके बीच में आकर कहा, “हेलो एवरीवन , आज हमारी सिम्मी यानी सिमरन कपूर और साथ ही ऋषि यानी ऋषि शर्मा के संगीत और मेहंदी की फंक्शन में आपका स्वागत है । मैं हूं आपकी होस्ट और आपकी दोस्त संजना और हां मैं लड़की वालों की तरफ से हूं ।"
यह कहते ही वहां पर जितने लड़के और लड़कियां थी, वह सब शोर करने लगी । दरअसल संजना एक टॉप मॉडल हैं, जो सिर्फ इंटरनेशनल शोज़ ही एक्सेप्ट करती हैं । हर लड़का उसे पाने की तमन्ना करता है । साथ ही वह माही यानी जानवी कपूर की बहुत अच्छी दोस्त हैं । संजना ने सबको शांत करते हुए कहा, “Calm down Guy's,
आज मेरा दिन नहीं, बल्कि हमारे ऋषि और सिम्मी का दिन है । तो शुरू करते हैं आज का प्रोग्राम, उन्हीं से जिनके लिए आज की ये महफील जमी है, स्वागत करें ऋषि और सिम्मी का ।"
इतना कहकर वह भीड़ के बीच में गायब हो गई । वहीं बीच में रखे चेयर्स पर जहां सिम्मी और ऋषि बैठे थे, ऋषि ने धीरे से आगे आकर सिम्मी से उसका हाथ मांगा और जैसे ही सिम्मी ने ऋषि के हाथ पर हाथ रखे, वैसे हीं वे दोनों हॉल के बीचों बीच आ गए और एक रोमांटिक सा गाना बजने लगा । फिर सिम्मी और ऋषि ने म्यूजिक की धुन पर थिरकना शुरू किया और माहौल एकदम रोमांटिक हो गया ।
वहीं गाने की आवाज सुनकर सोनाली, जो अभी तक सो रही थी, अचानक से उठकर बैठ गई । उसे ऐसे उठते देखकर तंज जो बाहर जाने के लिए रेडी हो रहा था । वह भी चौक गया । फिर खुद को संभालते हुए कहा, “तुम उठ गई, वैसे क्या मैं तुम्हारा नाम जान सकता हूं । हम कब से एक साथ है । लेकिन मुझे तुम्हारा नाम भी नहीं पता ।" यह सुनते ही सोनाली घबरा गई ।
लेकिन खुद को संभालती हुई वह बोली, “मेरा नाम सोनाली शर्मा है । मैं ऋषि शर्मा की बहन हूं ।"
यह सुनकर तंज की आंखों में एक चमक सी आ गई । वह धीरे-धीरे बेड के पास गया और सोनाली के पास बैठ गया और पूछा, “अच्छा , क्या तुम थोड़ी देर और आराम करोगी या मैं तुम्हारे लिए कुछ खाने को मांगवाऊँ।"
तंज की यह बात सुनकर सोनाली थोड़ी और सिकुड़ कर बैठ गई । उसकी डोरियां अभी भी खुली हुई थी । इसीलिए उसे अपने लहंगे के ब्लाउज को आगे से पकड़ कर रखना पड़ रहा था । इससे वह बहुत ज्यादा शर्मिंदा हो रही थी । इसीलिए उसने झिझकते हुए तंज से कहा, “क्या आप मेरी डोरी बांध सकते हैं ? मेरा हाथ डोरी तक पहुंच नहीं पा रहा है और अभी संगीत शुरू हो चुका है । मुझे जाना होगा ।"
यह सुनकर पता नहीं क्यों, लेकिन तंज को बिल्कुल खुशी नहीं हो रही थी । उसे और ज्यादा टाइम बिताना था, सोनाली के साथ । लेकिन वह यह कैसे कहें, उसे पता नहीं था । फिर भी उसने बिलकुल सख्त होकर सोनाली से कहा, “नहीं, तुम यहां से कहीं नहीं जा सकती ।"
तो क्या तंज अपने किसी ऑब्सेशन के चक्कर में सोनाली को हमेशा के लिए कैद कर लेगा या फिर कुछ अलग ही होने वाला है, इन दोनों की कहानी में? जानने के लिए पढ़ते रहिए "ब्लैक विडो"।
तंज ने सख्ती सोनाली से कहा, “नहीं, तुम यहां से कहीं नहीं जा सकती ।"
लेकिन जैसे ही तंज को रियलाइज हुआ कि उसने क्या कहा, तो तुरंत उसने अपनी बात बदलते हुए कहा, “मेरा मतलब हैं कि तुम अभी नहीं जा सकती । क्योंकि बाहर हॉल में बहुत सारे लोग हैं और अगर किसी ने तुम्हें मेरे कमरे से बाहर निकलते हुए देखा, तो बहुत बड़ा हंगामा हो जाएगा । इसीलिए शांति से यहां बैठी रहो । मैं कुछ कपड़ों का इंतजाम करता हूं । जिसे पहनकर तुम यही रेडी हो जाना । फिर मैं दूसरे रास्ते से तुम्हें बाहर ले जाऊंगा ।"
सोनाली ने भी मजबूरी मैं हामी भरी । जिसे देखकर तंज के चेहरे पर एक स्माइल आ गई । वह खुश था कि कुछ और देर सोनाली उसके साथ रहेगी । वहीं ऋषि और सिम्मी का डांस खत्म हो चुका था और फिर से संजना सबके बीच आ चुकी थी ।
संजना ने खुशी से चिल्लाते हुए कहा, “तो आपको कैसा लगा हमारी ब्राइड एंड ग्रूम का डांस ? I am very sure कि आप सबको उनका डांस बहुत अच्छा लगा होगा । तो अभी स्टेज पर आपकी प्यारी होस्ट और दोस्त आ रही है डांस करने विथ माय पार्टनर, विराज ।"
जैसे ही सब ने संजना की बात सुनी, सब लोग और जोर से चिल्लाने लगे । लेकिन कोई था, जो गुस्से से संजना को ही घूर रहा था । वैसे वह कोई और नहीं बल्कि विराज ही था । विराज को अच्छे से पता था कि संजना उससे प्यार करती है । लेकिन उसे यह भी पता था कि संजना उसकी माही दी की दोस्त थी और यही रीजन था कि वह संजना को एक्सेप्ट नहीं कर पा रहा था ।
वैसे तो विराज माही से 2 साल छोटा था । लेकिन संजना और विराज एक ही उम्र के थे । इसीलिए उन दोनों में प्यार होना कोई बड़ी बात नहीं थी । लेकिन फिर भी विराज पता नहीं किस वजह से संजना से करीबी नहीं रखना चाहता था । इसलिए वह भीड़ से धीरे-धीरे पीछे हटने लगा । लेकिन संजना भी ठहरी जिद्दी। वो खींचकर विराज को सेंटर में ले आई और उसके हाथ को अपनी कमर पर रख दिया । लेकिन अब विराज चिढ़ चुका था ।
इसलिए उसने जोर से संजना का हाथ सबके सामने झटक दिया और गुस्से से कहा, “तुम्हारी प्रॉब्लम क्या है संजना ? मैं तुम्हें बार-बार मना कर रहा हूं ना ? तुम्हें समझ में नहीं आता क्या ? तुम्हारे अंदर सेल्फ रिस्पेक्ट नाम की कोई चीज है भी या फिर नहीं ? मैं तुमसे प्यार नहीं करता, ठीक है । अब प्लीज जाओ यहां से ।"
विराज इतने गुस्से में था कि उसे समझ नहीं आ रहा था कि वह इतने सारे लोगों के सामने संजना से क्या कह रहा था । लेकिन यह बात सुनकर संजना की आंखें लाल पड़ गई । संजना को बहुत ज्यादा बुरा लग रहा था । लेकिन फिर भी उसने खुद पर कंट्रोल किया । वहीं दादी अभी किसी भी बच्चों के मामलों में पड़ना नहीं चाहती थी । इसीलिए उन्होंने अपनी आँखें झुकाली और वो धीरे धीरे वहां से उठकर चली गई ।
वहीं संजना ने मजबूती से विराज का हाथ पकड़ लिया और धीमी आवाज में विराज से कहा, “ये तुम्हारा आखरी मौका हैं विराज । अगर आज तुमने मुझे मना कर दिया, तो शायद तुम कभी मेरा चेहरा ना देख पाओ ।"
वहीं सारे लोग, जो यह तमाशा देख रहे थे, बिल्कुल हैरान थे । लेकिन माही बिल्कुल शांत थी । वो बहुत अच्छे से जानती थी कि संजना विराज से बहुत ज्यादा प्यार करती है और इसीलिए इन दोनों का झगड़ा उसके लिए बहुत ज्यादा चौंकाने वाला नहीं था । वहीं विराज को तो कोई फर्क ही नहीं पड़ रहा था । क्योंकि वह बहुत अच्छे से जानता था कि संजना सिर्फ उसे खोखली धमकी ही दे सकती हैं।
लेकिन उसे यह नहीं पता था कि आज उसका चुप रहना, उस पर कितना भारी पड़ने वाला था। वहीं संजना, जो विराज की चुप्पी से ही समझ चुकी थी कि विराज आज भी उससे कोई प्यार भरी बातें नहीं करने वाला था । वह मायूसी भरी नजरों से एक नजर माही को देखती हैं और फिर विराज को देखती हुई धीरे-धीरे पीछे जाने लगती हैं ।
"मेरी जिंदगी में तुम्हारे अलावा ना कुछ बचा हैं और ना कुछ बचेगा । मुझे पता है कि तुम मुझे बिल्कुल पसंद नहीं करते और आज मुझे उस बात का यकीन हो गया । डॉन'टी वरी विराज, आज तुम्हारी जिंदगी से संजना नाम की मुसीबत हमेशा के लिए चली जाएगी ।"
बोलकर वो तेजी से लिफ्ट में घुस गई। लेकिन माही को कुछ तो खटक चुका था । संजना की वो आखिरी नजर, माही को कुछ तो अजीब लग रहा था। इसीलिए माही ने तुरंत अपने ब्लूटूथ से अपने चार खास बॉडीगार्ड्स को इंस्ट्रक्शंस दिए और संजना को फॉलो करने का ऑर्डर दे दिया । लेकिन विराज उस हॉल के बीचों बीच बिलकुल जड़ बन चुका था ।
वहीं संजना तुरंत बेसमेंट में जाकर अपनी कार लेकर बाहर आ गई और तेजी से गाड़ी ड्राइव करते हुए जानवी मेंशन से बाहर चली गई । उसकी पलके आंसुओं से भीग चुकी थी और उसके चेहरा पूरा लाल हो चुका था । उसे हर बार मायूसी हीं हाथ लगती थी । लेकिन फिर भी वह कोशिश करती रही ।
पर आखिर में उसे विराज के जिद्द के आगे हार मानना पड़ा । यह सोचते हुए संजना बहुत ज्यादा तेजी से गाड़ी ड्राइव कर रही थी । वह अपनी ख्यालों खोई हुई थी कि एक गाड़ी उसकी तरफ ही आ रही थी ।
संजना चाहती, तो गाड़ी साइड कर सकती थी और वह आराम से खुद को बचा सकती थी । लेकिन पता नहीं उसके दिमाग में क्या आया और उसने अचानक सेसीधे जाकर उस गाड़ी को अपनी गाड़ी से ऐसे ठोक दिया , जिस से सिर्फ संजना की खुद की गाड़ी ही बुरी तरह से डैमेज हो जाए और हुआ भी वैसा ही । संजना की गाड़ी की टक्कर की वजह से अपोजिट वाले ड्राइवर को तो कुछ नहीं हुआ ।
लेकिन संजना को शायद बहुत ज्यादा चोट लग गई थी । उसकी गाड़ी दो बार पलट कर एक पेड़ से टकरा गई । वहीं जानवी मेंशन में 10th फ्लोर पर अभी भी वही सन्नाटा था । सब लोग अपनी अपनी जगह पर जड़ हो चुके थे । विराज की आंखें भी नम थी । उसे पता था कि संजना उससे बहुत ज्यादा प्यार करती है । लेकिन पता नहीं क्यों, आज उसे आज संजना की बातों से अपने दिल बहुत ज्यादा दर्द हो रहा था ।
शायद कुछ अनहोनी होने वाली हो । इधर ऋषि और सिम्मी ने भी परेशानी से एक दूसरे को देखा। उसी वक्त हॉल में सन्नाटे को चीरते हुए अचानक से माही का फोन बज उठा । माही के फोन उठाते ही दूसरी तरफ से कुछ ऐसा कहा गया , जिससे माही दौड़कर हाल से बाहर चली गई और सीधा लिफ्ट में घुस गई । वहीं माही के रफ्तार को देखकर सारे बॉडीगार्ड्स भी उसके पीछे दौड़ पड़े ।
तो ऐसा क्या हुआ था, जो माही यहां से दौड़ कर चली गई ? क्या संजना बच पाएगी उस एक्सीडेंट से ? जानने के लिए पढ़ते रहिए "ब्लैक विडो" ।
जानवी मेंशन,
10th फ्लोर,
हर कोई सदमे में था। वहाँ खड़ा एक भी इंसान इस बात से अनजान नहीं था कि जानवी कपूर यानी माही ही ब्लैक विडो थी। क्योंकि वहाँ के सारे इंसान या तो ब्लैक विडो के आदमी थे या फिर ब्लैक विडो के साथ काम करने वाले लोग और कपूर फैमिली के रिश्तेदार। यह सभी जानते थे कि ब्लैक विडो हमेशा शांत रहती थी, चाहे हालात कैसे भी हो। लेकिन आज ब्लैक विडो को सिक्योरिटी गार्ड के बिना बाहर जाते देख, सब लोग हैरान परेशान थे। वहीं विराज जो तब से भूत बना खड़ा था, वह अचानक से किसी अनहोनी के एहसास से घबरा गया और तेजी से दूसरी लिफ्ट से नीचे पहुँचने के लिए भागा। लेकिन दूसरी लिफ्ट में बॉडीगार्ड्स पूरे भर चुके थे। इसीलिए उसने खुद के लिए लिफ्ट में थोड़ी सी जगह बनाई और लिफ्ट के नीचे जाने का इंतजार करने लगा। इस दौरान उसका दिल बहुत ज्यादा तेजी से धड़क रहा था।
वहीं ऋषि की फैमिली, ऋषि, सिम्मी और क्रिया बहुत अच्छे से समझ रहे थे कि यह कोई छोटा मामला नहीं था। लेकिन सिम्मी और ऋषि की शादी के लिए सारे मेहमान आ चुके थे। इसीलिए मजबूरी में ऋषि, सिम्मी और क्रिया को यहाँ पर मामले संभालने पड़े। ऋषि ने तुरंत वकील को फोन किया और कुछ इंस्ट्रक्शन देकर कॉल कट कर दिया। ऋषि का प्लान यह था कि वह जल्द से जल्द कोर्ट मैरिज कर लेंगे और सारे मेहमानों को भेज देंगे। फिर तुरंत माही के पीछे चले जाएँगे।
कुछ आधे घंटे के बाद,
वकील 10th फ्लोर पर पहुँचा और सारी फॉर्मेलिटी पूरी करने के बाद, सिम्मी और ऋषि की कानूनी तौर पर शादी हो गई और वे लोग तुरंत मेहमानों को विदा करके अस्पताल के लिए रवाना हो गए। दरअसल बात यह थी कि सिम्मी ने अपने कुछ खास बॉडीगार्ड्स से पता लगा लिया था कि मामला क्या है?
फ्लैशबैक . . . .
जिस वक्त ऋषि अपने कॉल में लगा था, उस वक्त सिम्मी ने तुरंत अपने पर्सनल बॉडीगार्ड राघव को फोन किया और पूछा, “क्या कुछ हुआ है? माही ऐसे क्यों चली गई?"
यह सवाल पूछते समय सिम्मी बहुत ज्यादा परेशान थी। वहीं दूसरी तरफ से राघव ने कहा, “बॉस, हमें पता चला है कि बिग बॉस ने चार बॉडीगार्ड्स को संजना मैडम के पीछे लगा दिया था। लेकिन पता नहीं क्यों, संजना मैडम ने जानबूझकर खुद का एक्सीडेंट करवा दिया और साथ ही उनकी गाड़ी दो बार पलट चुकी है। अभी ट्रीटमेंट के लिए उनको लाइफ केयर हॉस्पिटल भेजा गया है और मैं अभी तक हॉस्पिटल पहुँच नहीं पाया हूँ।"
जैसे ही सिम्मी ने यह सुना, तो उसके तो जैसे पैरों तले की जमीन ही खिसक गई। उसके कदम डगमगाने लगे और वह धम्म से पीछे कुर्सी पर गिर गई। वहीं ऋषि और क्रिया ने जैसे ही सिम्मी को ऐसी हालत में देखा, तो वो भागते हुए सिम्मी की ओर जाने लगे।
पर जैसे ही वे दोनों सिम्मी को संभालने वाले थे कि तभी खुद को संभालते हुए सिम्मी ने कांपती हुई आवाज में कहा, “ठीक है, जल्दी से जाकर अस्पताल में सारे इंतजाम कर दो और 10 डॉक्टर्स की एक बेहतरीन टीम बनाओ, जिसे खुद बॉस लीड करेंगी और याद रखना, बॉस की पहचान किसी को पता नहीं चलना चाहिए। मैं तुरंत वहाँ पहुंचती हूँ। तब तक के लिए सारे इंतजाम अच्छे से होने चाहिए।"
जैसे ही उसने अपनी बात खत्म की, उस फोन से जोर-जोर से एंबुलेंस की आवाज आने लगी। इस आवाज को सुनकर सिम्मी ने राहत की सांस ली। फिर उसने बड़ी मुश्किल से अपने आप को संभालते हुए भरी हुई आवाज में कहा, “मुझे हर एक पल की अपडेट्स चाहिए।"
इसके बाद सिम्मी ने तुरंत कॉल कट कर दिया।
फ्लैशबैक एंड . . . .
क्रिया ने सिम्मी को होश में लाते हुए कहा, “दीदी, चलिए। हम बेसमेंट में आ चुके हैं।"
जैसे ही सिम्मी ने यह सुना, तो वह तुरंत अपने ख्यालों से बाहर आई और जल्दी से गाड़ी की ओर बढ़ गई। आज सुबह से बहुत ज्यादा खुशी का माहौल था। सिम्मी और ऋषि दोनों ही बहुत ज्यादा खुश थे। लेकिन शायद आज के दिन का अंत यहीं होने वाला था। सब लोग करीब-करीब 15 से 20 मिनट के अंदर लाइफ केयर अस्पताल पहुँच गए। तब तक संजना को O.T में गए हुए 45 मिनट हो चुके थे।
वहीं करीब आधे घंटे पहले,
विराज भी अस्पताल पहुँच चुका था। उसने भागते हुए तुरंत रिसेप्शन पर जाकर यह पता लगाया कि संजना अभी कौन से वार्ड में है।
बेसमेंट से निकलने के बाद सारे बॉडीगार्ड को यह पता चल चुका था कि माही अकेले ही लाइफ केयर हॉस्पिटल की तरफ बढ़ चुकी है। वहीं विराज भी उन सभी के साथ ही था। इसीलिए उसने भी संजना के एक्सीडेंट के बारे में सुन लिया था। फिर उसे पूरा मामला समझने में देर नहीं लगी। यह सुनकर विराज अंदर से बुरी तरह टूट चुका था।
लेकिन फिर भी उसने पूरी बात जानने के लिए उन्हीं में से एक बॉडीगार्ड का कॉलर पकड़ लिया और तुरंत पूछा, “मुझे बताओ, तुम्हारी बॉस इतनी हड़बड़ी में कहाँ गई?"
और बेचारे बॉडीगार्ड को मजबूरी में उसे सारा मामला बताना पड़ा। लेकिन विराज की आँखों में तो यह सब सुनने के बाद निराशा के साथ-साथ एक डर भी था, डर शायद, .. संजना को खोने का।
फिर विराज ने खुद को तुरंत संभाला और एक गाड़ी लेकर बेसमेंट से बाहर जानवी मेंशन से निकल गया। वहीं सोनाली और तंज दोनों ने ही यह खबर सुन ली थी और तंज तो कब का अपने मामलों को संभालने के लिए चला गया था। लेकिन सोनाली और क्रिया को अब मेहमानों के साथ-साथ रिश्तेदारों को भी संभालना पड़ रहा था। वहीं इन सब बातों को दादी से दूर रखने के लिए ऋषि के पिता और माँ दोनों ही दादी के ध्यान को भटकाने में लगे थे।
इस वक्त अस्पताल में ऋषि, सिम्मी और विराज तीनों ही बैठे थे। तीनों के चेहरे डर से पीले पड़ गए थे। वे तीनों सिर्फ ओटी के रेड लाइट को ग्रीन होता हुआ देखना चाहते थे।
क्या होने वाला था संजना के साथ? क्या संजना इस एक्सीडेंट के बाद बच पाएगी? क्या विराज को अपनी गलती का एहसास होगा? जानने के लिए पढ़ते रहिए "The Black Widow."
इंतजार करते हुए कब 4 घंटे निकल चुके थे, किसी को अंदाजा ही नहीं था। अभी शाम के 8:00 बज रहे थे और क्रिया और सोनाली ने सबके लिए कुछ ना कुछ खाने को बनाकर ले आई थीं। वहीं माही आते ही O.T के अंदर चली गई थी। दरअसल माही यानी ब्लैक विडो एक बहुत ज्यादा मशहूर और एक्सपीरियंस्ड सर्जन थी और संजना की हालत को देखते हुए अभी उसे एक एक्सपर्ट्स की टीम ही बचा सकती थी। इसीलिए दिल्ली से तुरंत एक एक्सपर्ट्स की टीम के साथ माही O.T के अंदर चली गई।
लेकिन अभी के लिए सिचुएशन तो यह थी कि सब लोग बहुत ज्यादा परेशान थे। क्योंकि कुछ देर पहले ही O.T से एक नर्स घबराते हुए बाहर निकली थी और हर किसी के पूछने पर भी उसने कोई जवाब नहीं दिया था। उस नर्स के घबराते हुए चेहरे को याद करके वहां मौजूद हर कोई बहुत ज्यादा परेशान हो रहा था।
तभी एक 25 से 26 साल का लड़का दौड़ते हुए वहां आया। उसकी हाइट तकरीबन 6 फुट 2 इंच थी। साथ ही उसका हैंडसम चेहरा उसे एक कातिलाना लुक दे रहा था। उसने एक डेनिम जींस और ब्लू कलर का शर्ट पहना हुआ था, जिसके साथ ही गौर करने वाली बात तो ये थी कि उसके गले में एक S नाम का खूबसूरत लॉकेट था। वह देखने में एक मॉडल जैसा दिख रहा था।
जैसे ही वह OT के सामने पहुँचा, उसने हड़बड़ाते हुए सिम्मी की तरफ देखते हुए परेशानी भरी आवाज के साथ कहा, “सिम्मी, संजू ठीक तो है ना? क्या उसे ज्यादा चोट लगी है? क्या डॉक्टर ने कुछ कहा?"
किसी की इतनी हड़बड़ाई हुई आवाज सुनकर सिम्मी ने जैसे ही पीछे मुड़कर देखा, तो वह चौंक गई। क्योंकि यह इंसान जो भागते हुए संजना की तबीयत पूछने आया था, वह और कोई नहीं बल्कि संजना का बेस्ट फ्रेंड मिहिर था। वे दोनों बचपन से दोस्त थे। लेकिन 2 सालों के लिए मिहिर अपनी एक्टिंग स्टडीज के लिए न्यूयॉर्क चला गया था और दो दिनों पहले ही वापस आया था।
वह संजना को सरप्राइज़ करना चाहता था। लेकिन जैसे ही उसने न्यूज़ पर यह खबर देखी, तो उसे अपनी जिंदगी का सबसे बड़ा धक्का लगा। दरअसल बात ये थी कि संजना और मिहिर दोनों ही अनाथ थे और बचपन से दोस्तों की तरह अनाथालय में रहे थे। लेकिन दोनों ही बहुत ज्यादा खूबसूरत और खास फेशियल लुक्स लेकर पैदा हुए थे। इसीलिए दोनों को ही मॉडलिंग का फील्ड बहुत ज्यादा पसंद आया और महज 16 साल की उम्र में उन दोनों ने अपनी मॉडलिंग की शुरुआत की। फिर तब से वे दोनों हमेशा एक साथ ही मॉडलिंग कॉन्ट्रैक्ट्स लिया करते थे।
लेकिन कुछ वक्त पहले मिहिर ने एक्टिंग लाइन में जाने के लिए स्टडी करने का फैसला किया और 2 सालों के लिए वह एक्टिंग सीखने न्यू यॉर्क चला गया था। वहीं इन 2 सालों में विराज की भी मुलाकात संजना से हुई और संजना को पहली नजर में विराज बहुत ज्यादा पसंद आ गया था। फिर धीरे-धीरे ये पसंद प्यार में बदल गया।
वहीं सिम्मी को मिहिर के बारे में अच्छे से पता था और साथ ही उसे पूरा यकीन था कि मिहिर संजना से प्यार करता है।
इसीलिए उसने हड़बड़ाते हुए कहा, “हमें नहीं पता। करीब-करीब 5 घंटे हो चुके हैं, माही को अंदर गए हुए। लेकिन अभी तक कुछ पता नहीं चला है। परेशान मत हो। संजू बिल्कुल ठीक हो जाएगी।"
यह सुनते ही मिहिर की आँखों से आंसू निकल पड़े। जिस लड़की को मिहिर दुनिया की हर खुशी देना चाहता था, आज वह जिंदगी और मौत के बीच झूल रही थी। लेकिन वो संजना के लिए कुछ नहीं कर पा रहा था। इस बेबसी में वह रो पड़ा। वहीं सारे लोग मिलकर उसे संभाल रहे थे। उन्हें भी पता था कि संजना कितनी प्यारी थी। वह हर वक्त खुशियां बाँटती रहती थी और हमेशा सबको हँसाया करती थी। लेकिन आज उस लड़की का ऐसा हाल देखकर सभी लोग अंदर से बहुत दुखी थे।
वहीं विराज एक कोने में चुपचाप बैठा था। वो एकटक शून्य में देखे जा रहा था। उसके मन में अभी क्या चल रहा था, ये बता पाना अभी मुश्किल था।
वक्त तेजी से गुजर रहा था। 2 घंटे बीत गए। अब लगभग रात के 10:00 बज चुके थे। सारे लोग अब थकान से चूर होकर शून्य में निहार रहे थे। लेकिन सोनाली की नजर अब भी उस रेड लाइट पर थी, जो अब ग्रीन हो चुकी थी। जिसे देखकर सोनाली ने चिल्लाते हुए सबसे कहा, “शायद ऑपरेशन खत्म हो चुका है।"
उसकी तेज आवाज सुनकर सब लोग चौंक गए और अचानक से उठकर ऑपरेशन रूम की तरफ जाने लगे। इतने में मास्क पहनी माही सबको नजर आई। उसने एक सर्जिकल गाउन पहना हुआ था, जो खून के धब्बों से भरा हुआ था।
माही ने बाहर आकर सीधा वह गाउन निकालकर साइड में रखे डस्टबिन में फेंक दिया और मास्क, ग्लव्स भी उतार कर डस्टबिन में डाल दिया और थकी हुई आवाज में हल्की मायूसी के साथ कहा, “ऑपरेशन सक्सेसफुल रहा। लेकिन अभी भी कुछ कहा नहीं जा सकता। संजू को बहुत ज्यादा चोट लगी थी। इसीलिए अगर 24 घंटे के अंदर अगर उसे होश ना आए, तो कुछ भी हो सकता है।"
यह कहकर वह सीधा रेस्ट रूम के अंदर चली गई। क्योंकि वह ऑलरेडी संजू के ऑपरेशन में 7 घंटे से भी ऊपर मेहनत कर चुकी थी और उसे अब थोड़े आराम की जरूरत थी। वहीं यह सुनकर सब लोग मायूस हो गए। वहीं जैसे ही माही रेस्ट रूम के अंदर गई, सारे बॉडीगार्ड्स जो वार्ड के आसपास घूम रहे थे, वह तुरंत रेस्ट रूम के आगे चट्टान की तरह खड़े हो गए।
फिर ऋषि ने सब लोगों से कहा, “देखो, ऑपरेशन सक्सेसफुल रहा है और मुझे पूरा यकीन है कि संजू इस 24 घंटे की लड़ाई को जरूर पार कर लेगी। लेकिन अभी हमें इंतजार करने के लिए थोड़ी ताकत की जरूरत है, जो हमें खाने से मिलेगी। तो प्लीज कोई भी खाने के लिए मना मत करना और थोड़ा-थोड़ा सब लोग खा लीजिए।"
तभी एक तेज धमाका हुआ और सब लोग हैरान रह गए।
कैसा धमाका था वो? क्या संजना बच पाएगी? जानने के पढ़ते रहिए "ब्लैक विडो"।
लाइफ केयर हॉस्पिटल,
रात के 11:30 बजे,
चारों ओर अफ़रा-तफ़री थी। बहुत सारे ऐसे लोग थे, जिन्हें हॉस्पिटल के बेड की जगह नीचे फर्श पर लेटे हुए जगह-जगह चोटें आई थीं। दरअसल, कुछ वक्त पहले एक धमाके की आवाज़ के साथ ओ.टी. के पास के रेस्ट रूम एरिया में एक बहुत बड़ा बम ब्लास्ट हुआ था, जो ब्लैक विडो के लिए था। लेकिन इस वजह से उसके आसपास के सारे वार्ड जल कर राख हो चुके थे और साथ ही बहुत सारे लोग जख्मी हो चुके थे। वहीं, ब्लैक विडो को कुछ अंदेशा तो हो चुका था, इसीलिए वह वहाँ से थोड़ी दूर आ चुकी थी।
धमाके को हुए अभी लगभग एक घंटा बीत चुका था और इस दौरान हर कोई अपनी जान बचाने के लिए या तो डॉक्टर के पास जा रहा था या फिर डॉक्टर मरीज़ों को ढूँढ़ते हुए बाहर दौड़ रहे थे। बहुत सारे ऐसे लोग थे जो उस धमाके के दौरान ही मर चुके थे। लेकिन धमाका बहुत ज़्यादा बड़ा होने के कारण ओ.टी. के पास भी इसका बहुत ज़्यादा गहरा असर पड़ा था, जिससे कि संजना एक वेजिटेटिव अवस्था में चली गई थी, जिसमें उसकी आँखें खुली हुई थीं, साथ ही उसका दिमाग़ ज़िंदा था। लेकिन वह एक ज़िंदा लाश की तरह सिर्फ़ बेड पर लेटकर लोगों की बातें सुन सकती थी, उन्हें देख सकती थी, लेकिन कुछ बोल नहीं सकती थी।
माही ने संजना को कोमा से बाहर निकालने में अपनी पूरी जान लगा दी थी। लेकिन वेजिटेटिव अवस्था एक ऐसी अवस्था होती है जिससे इंसान अपने दिमाग़ से लड़कर या तो खुद बाहर आ सकता है, या तो हमेशा के लिए खुद के दिमाग़ के अंदर ही क़ैद हो सकता है।
लेकिन इन सबमें सबसे ज़्यादा महत्व रखती है मरीज़ की जीने की इच्छाशक्ति। लेकिन शायद संजना की जीने की इच्छा मर चुकी थी, इसीलिए वह न तो किसी दवाई को रेस्पॉन्ड कर रही थी और न ही कोई ट्रीटमेंट। यह समझते हुए माही धीरे से ओ.टी. से बाहर निकली और उसने अपना मास्क और गाउन दोनों उतार कर डस्टबिन में डाल दिया। यह दूसरी बार था जब आज के दिन माही को फिर से ऑपरेशन थिएटर में जाना पड़ा। उसने आगे आते ही एक गहरी साँस ली और सब लोगों को देखा जो उसके कोई खुशखबरी सुनाने का इंतज़ार कर रहे थे।
लेकिन माही ने मायूसी के साथ कहा, "संजू की जीने की इच्छाशक्ति मर चुकी है। मैं चाहकर भी उसे उसकी वेजिटेटिव अवस्था से बाहर नहीं निकाल सकती, जब तक कि वह खुद बाहर नहीं आना चाहे।"
यह सुनकर सब लोग सुन्न पड़ गए। वहीं, सबसे बुरा हाल इस समय विराज का था, क्योंकि वहाँ पर खड़ा हर कोई संजना के करीब था, यहाँ तक कि मिहिर भी संजना का सबसे अच्छा दोस्त था, इसीलिए वह खुलकर अपने जज़्बात सबके सामने दिखा सकता था। लेकिन विराज सिर्फ़ मन ही मन रो सकता था। माही की बातें सुनकर उसके हाथ पैर काँपने लगे थे। वह खुद को सँभालने के लिए वहाँ से तेज कदमों से बाहर चला गया।
वहीं उसे बाहर जाता देख माही ने सिम्मी को आँखों से ही कुछ इशारा किया, जिसे समझकर सिम्मी ने हाँ में सिर हिलाया और वह भी विराज के पीछे भाग गई। वहीं सोनाली और क्रिया दोनों की ही हालत खराब थी, क्योंकि सोनाली धमाके के बिल्कुल पास थी और जैसे ही धमाका हुआ, उसका सर एक दीवार से लग गया और वह तुरंत बेहोश हो गई। वहीं ड्रेसिंग के बाद भी वह बेहोश ही थी।
लेकिन क्रिया और सोनाली का बहुत अच्छा बॉन्ड था। वे दोनों हमेशा से बहनों की तरह रहती थीं, इसीलिए सोनाली की हालत देखकर क्रिया भी दुखी होकर रोने लगी थी। वहीं, तंज को भी खबर मिल चुकी थी कि सोनाली को चोट आई है और वह भागता हुआ उस कमरे में पहुँचा जहाँ सोनाली को रखा गया था। इस वक्त कमरे में ऋषि के साथ क्रिया भी रो-रो कर ऋषि की गोद में सो गई थी।
तंज यह देखकर चुपचाप बाहर निकल गया। उसे सोनाली को देखना था, लेकिन वह नहीं चाहता था कि ऋषि उसे ग़लत समझे, इसीलिए वह तुरंत बाहर निकलकर सीधे माही के रेस्ट रूम एरिया के पास पहुँचा, जो अभी-अभी बनाया गया था। जैसे ही उसने दरवाज़ा खटखटाया, अंदर से एक रौबदार आवाज़ आई,
"अंदर आ जाओ।"
यह सुनकर तंज ने एक गहरी साँस ली और धीरे से आगे बढ़कर दरवाज़ा खोलकर अंदर चला गया। वहीं, ब्लैक विडो शांत सी अंदर कमरे में बैठी थी और उसके हाथ में एक जलती हुई सिगरेट थी।
थोड़ी देर शांत रहने के बाद ब्लैक विडो ने गंभीर आवाज़ में कहा, "किसने हमला करवाया था?"
यह सुनकर तंज ने पूरे आत्मविश्वास के साथ कहा, "बॉस, यह राघवन था। उनके चार आदमी आपके पीछे इस अस्पताल में आ गए थे और आपके पीछे आने वाले बॉडीगार्ड्स ने उन लोगों को देख लिया था। यहाँ आते ही बॉडीगार्ड ने उन चारों को क़ैद कर लिया। पर यह उनकी एक चाल थी, जिससे कि वह हमारा ध्यान भटका सके और हुआ भी वैसा। हमने हड़बड़ी में यह पुनः जाँच नहीं किया कि वह जगह ठीक है या नहीं और तुरंत ही रेस्ट रूम में ब्लास्ट हो गया।"
वहीं, ब्लैक विडो यानी माही चुपचाप तंज की सारी बातें सुन रही थी, लेकिन उसकी आँखें खतरनाक रूप से चमक रही थीं। वहीं इस खतरनाक चमक को देखकर तंज एक शैतानी मुस्कान करने लगा।
उसे पता था कि जब भी ब्लैक विडो की आँखों में ऐसी खतरनाक चमक दिखाई देती है, तब पक्का कोई मरने वाला होता है और शायद अब बारी राघवन की थी। वहीं इन सब से अलग अस्पताल के एक शांत गलियारे में विराज जो दीवार से टिककर बुरी तरह से रो रहा था। सिम्मी भी वहीं खड़ी विराज को चुप कराने की कोशिश कर रही थी।
सिम्मी को बहुत बुरा लग रहा था । क्योंकि हमेशा से उसका छोटा भाई हर किसी से दूर रहा था और इसीलिए वह अपनी किसी भी बहन से ज्यादा क्लोज नहीं था ।
क्या हुआ था विराज को? क्यों वो रो रहा था? क्या ये संजना के लिए था? जानने के लिए पढ़ते रहिए "black widow".
सिम्मी उसे समझाने के लिए धीरे से उसके पास बैठ गई और उसका सर थपथपाते हुए कहा, "शांत हो जाओ। मुझे पता है कि तुम इन सब हालातों के ज़िम्मेदार खुद को समझ रहे हो। लेकिन ऐसा बिलकुल नहीं है। शायद संजना की तकदीर में यही लिखा था। लेकिन तुम्हें भी उसे इतनी बुरी तरह ट्रीट नहीं करना चाहिए था। तुम्हें उसे प्यार से समझना चाहिए था। पर कोई बात नहीं, लेकिन इन सब के ज़िम्मेदार अब तुम नहीं हो। ठीक है, इसीलिए रो मत। संजू बिल्कुल ठीक हो जाएगी। मुझे यकीन है और जैसे ही वह ठीक होगी, तुम उससे माफ़ी माँग लेना।"
विराज रोते हुए सिम्मी की बात सुन रहा था और सिम्मी की बात पूरी होते ही विराज ने सुबकते हुए कहा, "सिम्मी दी, मैं इसीलिए नहीं रो रहा कि वह मेरी वजह से इस हालत में है। लेकिन यह सारी मेरी ग़लती है। मुझे सिर्फ़ मेरी दीदी से बदला लेना था और इसी बदले के चक्कर में मैंने अपने प्यार की ऐसी हालत कर दी। मुझे संजना को पहले ही बता देना चाहिए था कि मैं भी उससे प्यार करता हूँ। लेकिन मैं हमेशा माहि दी की वजह से रुक जाता था। लेकिन आज अगर मैंने उसे अपनी मोहब्बत का इज़हार कर दिया होता, तो वह इतना बड़ा कदम नहीं उठाती। मुझे पता है कि वह मेरी बातों से बहुत ज़्यादा हर्ट हो गई थी। लेकिन मुझे कोई अंदाज़ा नहीं था कि वह खुद को मारने की कोशिश करेगी। उसे कुछ नहीं होना चाहिए। अगर उसे कुछ हो गया तो, मैं मर जाऊँगा।"
बोलकर और ज़ोर से रोने लगा। सिम्मी उसकी सारी बातें सुनकर शॉक्ड हो चुकी थी। उसे कोई अंदाज़ा नहीं था कि विराज भी संजना से प्यार करता है।
फिर कुछ सोचते हुए सिम्मी ने एक गहरी साँस ली और धीरे से विराज की पीठ थपथपाते हुए कहा, "ठीक है, यह तो बहुत ज़्यादा खुशी की बात है कि तुम भी संजू से प्यार करते हो। लेकिन तुमने आज तक संजू के प्यार को पाने के लिए कोई एफ़र्ट्स नहीं किया। शायद इसीलिए ही भगवान तुम्हारी परीक्षा ले रहे हैं। याद रखना, अभी भी तुम्हारे पास एक मौका है, क्योंकि अभी भी संजना सब कुछ सुन सकती है और सब कुछ देख सकती है। तुम उसे कोमा से बाहर निकाल सकते हो। उसकी अँधेरी दुनिया से उसे निकाल सकते हो। तुम मेरी बात समझ रहे हो ना?"
यह सुनकर विराज की धुंधली पड़ती आँखों में एक चमक सी आ गई। उसे समझ में आ गया था कि उसे क्या करना है। वह तुरंत अपने आँसुओं को साफ़ करके धीरे से खड़ा हुआ और सीधा संजू के वीआईपी वार्ड के अंदर चला गया। वहीं सिम्मी भी विराज को उसकी आँखों से ओझल होते हुए देखती रही।
फिर उसने गहरी साँस ली और मन ही मन कहा, "माही, शायद हमने बहुत बड़ी ग़लती कर दी थी, अपने भाई को खुद से दूर करके और शायद विराज के अंदर इतनी नफ़रत भर चुकी है कि वह कभी भी हमें माफ़ नहीं करेगा।"
यह सोचते हुए उसने मायूसी भरी नज़रों से फिर से एक बार उस वार्ड को देखा, जहाँ विराज चला गया था और नज़रें नीचे करके अस्पताल के बाहर जाने लगी, क्योंकि अभी भी उसे बहुत सारे काम थे, जो उसके लिए बहुत इंपॉर्टेंट थे। कुछ ही देर में सिम्मी हॉस्पिटल से कुछ 20 किलोमीटर दूर एक हवेली के आगे खड़ी थी। वह हवेली बाहर से बहुत शानदार और बहुत ज़्यादा खूबसूरत दिख रही थी। सामने एक खूबसूरत ब्लैक रोज़ का लोगो बना हुआ था, जो बिल्कुल एक असली के ब्लैक रोज़ जैसा दिख रहा था। सिम्मी ने उस गेट के बड़े से रोज़ को अपने थंब से अटैच किया, जिससे कि तुरंत एक ग्रीन लाइट जल उठी और वह दरवाज़ा अपने आप खुल गया। वहीं जैसे ही सिम्मी अंदर गई, वह दरवाज़ा अपने आप बंद हो गया।
वहीं सामने फिर से सिम्मी को एक दरवाज़ा दिखाई दिया, जो सिक्योरिटी पर्पस के लिए था। उसके अंदर इंटर करने के लिए किसी भी इंसान को फुल बॉडी स्कैन से जाना पड़ेगा, जिससे कि उस इंसान को हवेली के अंदर आने की इजाज़त दे सकें। यह इस तरह से था कि वह मशीन हर इंसान की पहचान पता लगाकर उसे अंदर जाने देगी।
सिम्मी दरवाज़ा खोलकर आगे बढ़ने लगी। ये एक हाईटेक हॉल था जहाँ 100 से भी ज़्यादा लोग काम कर रहे थे। सिम्मी वहाँ रुकी नहीं बल्कि आगे चलती रही। लेकिन वहाँ पर काम कर रहे हर इंसान ने जैसे ही सिम्मी को देखा, वह तुरंत खड़े हो गए और एक साथ कहा, "वेलकम बॉस।"
और सिम्मी भी सिर हिलाती हुई अंदर चली गई। अंदर एक लंबे से कॉरिडोर को क्रॉस करके वह एक ब्लैक मेटल डोर के पास आई और अपने फिंगरप्रिंट को उस पर स्कैन करने दिया। 2 सेकंड के अंदर दरवाज़ा खुल गया और वह अंदर गई। वह रूम बहुत ज़्यादा हाईली इक्विप्ड टेक्नोलॉजी से भरा था और साथ ही हर चीज़ मॉडर्न थी। यहाँ पर बहुत सारे छोटे-बड़े कंप्यूटर के साथ दो इंसान वहाँ काम कर रहे थे।
जैसे ही उन्होंने देखा कि सिम्मी अंदर आ रही है, तो दोनों ने उठकर तुरंत कहा, "हेलो मैडम।"
और उनकी ग्रीटिंग पर सिर हिलाते हुई सिम्मी ने तुरंत कहा, "कुछ पता चला?"
ये सवाल सुनते ही दोनों में से एक दुबला सा लड़का जिसने ब्लैक शर्ट के साथ ब्लैक पैंट्स पहनी हुई थी, वो थोड़ा आगे आकर एक्साइटेड आवाज़ में कहता है, "येस मैम, हमने राघवन का पता लगा लिया है।"
वहीं इस जगह से मीलों दूर एक खूबसूरत से आइलैंड में जहाँ हर तरफ़ हरियाली थी, उस आइलैंड के सबसे आलीशान बंगले में सेकंड फ्लोर की बालकनी में एक मस्क्युलर लड़का जिसकी उम्र तकरीबन 28 के करीब होगी, वो बालकनी के खूबसूरत नज़ारों का लुत्फ़ उठा रहा था। उसने अपने एक हाथ में फ़ाइल पकड़ रखी थी और दूसरे हाथ में ब्लैक कॉफ़ी। तभी उसे एक कॉल आया। जब उस लड़के ने कॉलर आईडी देखा तो उसके चेहरे पर एक अजीब सी मुस्कुराहट आ गई। फिर कॉल पर थोड़ी देर बात करके उसने कॉल कट कर दिया और उस गहरे सन्नाटे में उस लड़के की ज़ोर से हँसने की आवाज़ आई।
आखिर किसकी थी ये मुस्कुराहट? क्या संजना कभी ठीक हो पाएगी? जानने के लिए पढ़ते रहिए "ब्लैक विडो"।
Mysterious Island,
सुबह के 8:00 बजे,
वह लड़का कुछ देर ऐसे ही हरियाली को निहारता रहा। फिर कुछ समय बाद वह अंदर चला गया। उसका कमरा बहुत ज़्यादा आलीशान था। हर एक चीज़ ब्लू थीम से डेकोरेटेड थी और साथ ही रूम के साथ अटैच्ड एक बहुत बड़ा स्विमिंग पूल था, जहाँ अभी एक खूबसूरत लड़की बिकिनी पहने मजे कर रही थी। वह बला की खूबसूरत थी, लेकिन उसकी नज़रें बहुत ज़्यादा मासूम थीं। उसकी वह नीली आँखें इतनी खूबसूरत और प्यारी थी कि कोई भी उसके झाँसे में आ जाए। लेकिन अभी वह खूबसूरत बला शायद किसी खूबसूरत ख्वाब में थी।
वह लड़का धीरे-धीरे स्विमिंग पूल साइड में घुटनों के बल बैठ गया और बहुत प्यार से उस लड़की के बालों को सहलाते हुए कहा, "नैना, क्या कर रही हो? बाहर आ जाओ, ठंड लग जाएगी।"
यह कहते वक़्त लड़के की आवाज़ में एक अलग सी मिठास थी। लड़की भी यह सुनकर होश में आई और उदासी से राघव को देखकर कहा, "राघव, हम 3 महीने से कोशिश कर रहे हैं, लेकिन अभी तक कोई गुड न्यूज़ नहीं आई है। क्या मुझे एक बार जाकर हॉस्पिटल में फुल बॉडी चेकअप करा लेना चाहिए?"
यह सुनते ही राघवन की स्माइल पूरी तरह से चली गई। उसने गुस्से में कहा, "नैना, हमारी शादी को 1 साल भी नहीं हुआ है और अभी से तुम्हें एक बच्चा चाहिए? तुम हमारी क्वालिटी टाइम को कैसे ख़राब कर सकती हो? अभी मुझे तुम्हारे साथ और ज़्यादा टाइम स्पेंड करना है, इसीलिए अभी 1 साल तक तो बच्चे का नाम भी मत लेना और अभी तो तुम खुद एक बच्ची हो।"
इतना कहकर उसने अपनी फ़ाइल और कॉफ़ी कप एक साइड फेंक दिया और उस कप के टूटने के साथ ही वो भी स्विमिंग पूल में कूद गया। वहीं नैना राघवन की यह बात सुनकर मायूस हो गई थी। लेकिन फिर जैसे ही राघवन स्विमिंग पूल के अंदर नैना को कमर से पकड़ कर अपने बिल्कुल करीब कर किस करने लगा, तो धीरे-धीरे नैना की मायूसी चली गई और वह उस किस में मदहोश होने लगी।
वहीं राघव खुद को और कंट्रोल नहीं कर पाया और वह बहुत ज़्यादा वाइल्ड तरीक़े से नैना को धीरे-धीरे उसके गले पर किस करते हुए उसे काटने लगा।
नैना करहाते हुए बोली, "क्या कर रहे हैं आप, राघव? दर्द हो रहा है! आप हमेशा मुझे काटते रहते हैं।"
नैना शिकायती लहजे में कहते हुए अपना मुंह ढकने लगी। पर राघवन इतनी जल्दी कहां नैना को छोड़ने वाला था। उसने बड़े ही सेंशुअल तरीके से नैना के स्विमिंग सूट की जिप, जो सामने से नैना के सीने की तरफ थी, उसे अपने मुंह से नीचे करने लगा। ऐसा करते वक्त राघव के हाथ नैना के पूरे बॉडी पर घूम कर उसकी पूरी बॉडी को अपने काबू में कर रहे थे। नैना अब मदहोश हो चुकी थी, उसने अब हाथ बढ़ाकर राघव के पीठ को छूना शुरु कर दिया और उसके पीठ के निचले हिस्से को हल्का-हल्का रब करने लगी। यह उसका सिग्नल था। राघवन कभी भी नैना के इस सिग्नल के बिना आगे नहीं बढ़ता था।
अब राघवन अपनी मन मर्जी करने के लिए आजाद था। कुछ देर में, दोनों के कपड़े स्विमिंग पूल के पानी में तैर रहे थे और दोनों ही इस वक्त स्विमिंग पूल में बने बेड पर अपनी प्यार की बारिश में डूबे हए थे। पूरी जगह पर नैना की सिसकियां और राघव की सेटिस्फेक्शन भरी आवाज सुनाई दे रही थी। राघव नैना से बड़े प्यार से पेश आ रहा था।
नैना की बॉडी बचपन से बहुत कमजोर थी। इसलिए उसका स्टैमिना इतना नहीं था कि वो राघव का साथ अंत तक दे पाए। पर राघव को इन सब से कोई फर्क नहीं पड़ता था। वह हमेशा से ही नैना के साथ बहुत जेंटल था।
कुछ 2 घंटे की मशक्कत के बाद सब कुछ शांत हो गया और राघवन ने नैना को उठाकर उसे धीरे से स्विमिंग पूल से बाहर ले गया और कमरे में बेड पर सुला दिया। फिर बहुत प्यार से सोती हुई नैना को देखने लगा।
कुछ समय तक ऐसे ही देखने के बाद, उसने धीरे से गंभीर आवाज़ में कहा, "नैना, मुझे कभी नहीं लगा था कि तुम्हारी मासूमियत से मुझे प्यार हो जाएगा। लेकिन अब मैं तुम्हें अपने आप से दूर नहीं कर सकता। पता नहीं अब मेरा मक़सद कैसे पूरा होगा, लेकिन अब तुम मेरे मक़सद के लिए मोहरा हरगिज़ नहीं बनोगी।" कहते हुए राघवन किसी याद में खो गया।
फ़्लैशबैक...
एक बड़ा सा घर, जो एक महल से कम नहीं था। वहाँ हर तरफ़ बॉडीगार्ड थे और देखने में वह महल किसी नेताओं के मेंशन जैसा लगता था। वहीं उस घर के गार्डन में दो प्यारे-प्यारे क्यूट बच्चे, जो लगभग सेम दिखते थे, वहाँ पर खेल रहे थे और साइड में ही एक बटलर, जो बहुत ज़्यादा बूढ़ा दिख रहा था, वो उन्हें सँभालने के लिए था। तभी घर के अंदर से दो लोग हड़बड़ी में दौड़ते हुए बाहर आए और इस भाग-दौड़ में उन बच्चों के पेरेंट्स भागते हुए बाहर आते हैं और आगे बढ़ते हुए उस लड़कों के पिता को अपने पैर के पास एक गोली लगती है। फिर वह दोनों और तेज दौड़ने लगे, लेकिन उन लड़कों के पिता ज़्यादा देर तक दौड़ नहीं सकते थे, क्योंकि उनके पैरों से लगातार खून बहे जा रहा था। वहीं फिर से एक गोली की आवाज़ आई, जो सीधा जाकर उन लड़कों की माँ पर लगी। वह दोनों लड़के अपनी आँखों के सामने अपनी माँ-बाप को मरते हुए देखते रहे। उन दोनों की ही आँखों में आँसू और गुस्सा दोनों था।
लेकिन वह दोनों उस वक़्त कुछ नहीं कर सकते। तभी अंदर से हील्स की टक-टक की आवाज़ सुनाई दी और एक खूबसूरत लेडी, जो पान चबा रही थी, वह धीरे-धीरे लड़कों के माँ-बाप के पास पहुँची और कहा, "कितना बुरा हाल हुआ तुम्हारा, लेकिन तुम्हारी तो ज़िद थी उसे रखने की।"
उसने फिर से अपना हाथ उठाया और फिर से उस कपल को दो और गोली मारी, जिससे उनकी बचीकुची साँस भी ख़त्म हो गई। वह दोनों लड़के अपनी आँखों में आँसू लिए यह सारे नज़ारे देख रहे थे, लेकिन उन्हें कोई नहीं देख पा रहा था, क्योंकि गार्डन के बड़े-बड़े पेड़ के कारण दोनों छोटे बच्चे नज़र नहीं आ रहे थे।
फ़्लैशबैक एंड...
राघवन ने झटके से अपनी आँखें खोलीं और अचानक से वही गुस्सा और दर्द उसकी आँखों में दिखने लगा। उसके बाद गुस्से भरी नज़रों से उसने नैना को देखा।
लेकिन नैना की वह प्यारी-प्यारी बंद पलकों वाली आँखें देखकर राघवन का फिर से मन भर आया और उसने प्यार से नैना के सर को सहलाते हुए कहा, "आई एम सो सॉरी नैना, मैं तुम्हें मोहरा तो अपना कभी नहीं बना सकता, लेकिन शायद सच्चाई जानने के बाद तुम ज़रूर मुझसे नफ़रत करने लगोगी।"
फिर अचानक कुछ सोचते हुए राघव ने डर से नैना को देखते हुए कहा, "नहीं, मेरी नैना मुझसे नफ़रत नहीं करेगी। कभी नहीं करेगी।"
यह कहते हुए उसकी आँखों से एक आँसू की बूँद लुढ़क गई। फिर उसने खुद पर क़ाबू किया और वही नैना के साइड में लेट गया और उसे अपनी बाहों में भरकर सो गया।
वहीं दूसरी तरफ़ लाइफ़ केयर हॉस्पिटल,
संजना का वार्ड,
इस वक़्त संजना के वार्ड में बहुत ज़्यादा शांति थी और इस शांति को मशीन्स की बिप-बिप की आवाज़ तोड़ रही थी। वहीं संजना बिल्कुल किसी लाश की तरह अस्पताल के बेड पर पड़ी थी। विराज धीरे-धीरे उसके पास बैठा और उसके हाथ को पकड़ लिया। संजना को देखते हुए उसके आँसू रुक ही नहीं रहे थे।
अब विराज ऐसा क्या करने वाला था जानने के लिए पढ़ते रहिए, "The Black Widow."
विराज ने अपने आंखों को साफ करके धीरे से फिर संजना का हाथ पकड़ा और प्यार भरी आवाज में कहा, "आई एम सो सॉरी संजू, मुझे तुम्हें पहले हीं अपनी फीलिंग्स के बारे में बता देना चाहिए था । पर कोई बात नहीं। तुम हीं तो कहती हो ना कि देर आए , दुरुस्त आए । तो मैं आज कहता हूं मुझे तुमसे बेहद प्यार है और इस प्यार की कोई हद नहीं है ।"
यह कहकर धीरे से उसने संजू की होठों पर एक लाइट किस कर दिया । फिर उससे दूर हो गया । इतने में बीप बीप की आवाज आने लगी और मॉनिटर में जल्दी से कुछ लाइंस ऊपर नीचे होने लगी । विराज कुछ भी समझ नहीं पा रहा था । इसीलिए उसने पास ही के बेल को क्लिक किया । जिससे तुरंत दो हॉस्पिटल स्टाफ और एक डॉक्टर दौड़ते हुए अंदर आए और जल्दी से संजना को चेक करने लगे ।
कुछ देर चेक करने के बाद सब लोग एक दूसरे को चौंक कर देखने लगे और फिर सीधे विराज की तरफ देखा । वहीं विराज तो कुछ समझ नहीं पा रहा था । वह बहुत ज्यादा डर गया था और डॉक्टर को उसकी तरफ ऐसे देखता पाकर वह और ज्यादा डर गया ।
उसने बहुत ज्यादा धीमी आवाज में डर के साथ पूछा, "संजना ठीक तो है ना ?"
यह आवाज सुनकर डॉक्टर फिर से होश में आए और तुरंत विराज को देखकर कहा, "बिल्कुल सर , संजना मैडम बिल्कुल ठीक है । बस उनकी हार्ट बिट्स और उंगलियों में कुछ हरकत दिखाई दी है । अभी आई थिंक वो बहुत ज्यादा स्टेबल है और ये भी हो सकता है कि वह बहुत जल्द हीं होश में आने वाली हैं ।"
यह सुनकर विराज बहुत ज्यादा खुश हो गया । वो एक नजर प्यार से संजना को देखने के बाद खुशी-खुशी बाहर चला गया । बाहर जाते हीं उसे मिहिर दिखा, जो वॉर्ड के सामने चहल कदमी कर रहा था ।
फिर विराज को बाहर आते देख उसने जल्दी से पूछा, "क्या हुआ ? क्या संजना ठीक है ?"
जिसके जवाब में विराज ने शांति से जवाब दिया, "वह बिल्कुल ठीक है और खतरे से बाहर है । शायद उसे कुछ दिनों में होश भी आ जाए ।"
यह सुनकर मिहिर बहुत ज्यादा खुश हो गया और खुशी से नाचने लगा । तभी एक नर्स आई और गुस्से से कहा, "सर, यह हॉस्पिटल है, ना कि कोई डांस फ्लोर । तो क्या आप अपनी आवाज थोड़ी कम कर सकते हैं ? क्योंकि यहां पर बाकी सारे पेशेंट्स परेशान हो रहे हैं ।"
नर्स की गुस्से भरी आवाज सुनकर मिहिर चुपचाप कॉरिडोर के एक कोने में बैठ गया ।
ब्लैक रोज मेंशन,
सिम्मी ने कहा, "क्या इस बार तुम हंड्रेड परसेंट स्योर हो? क्योंकि पहले भी हम दो बार गलत लोगों को पकड़ चुके हैं । इसीलिए इस बार भी यह झूठ निकला , तो ब्लैक विडो इस बार तुमसे बहुत ज्यादा नाराज हो जायेगी और तुम अच्छे से जानते हो इसका अंजाम!"
सिम्मी की बात सुनकर उस दुबले पतले लड़के ने बहुत शांति से कहा, "मुझे पता है कि मैं पिछली बार नाकाम हुआ था । क्योंकि राघवन छुपना चाहता था और अगर वह छुपना चाहें, तो कोई भी उसे ढूंढ नहीं सकता। लेकिन इस बार उसने खुद से ही अपनी जगह रिवील की है । और मैं बहुत स्योर हूं कि इस बार हम बिल्कुल गलत जगह पर नहीं जाएंगे ।"
सिम्मी उस लड़के की बात अच्छे से सुन रही थी और जैसे ही उसका बोलना खत्म हुआ , तो सिम्मी ने जाते हुए कहा, "इनफॉरमेशन लेकर बॉस के पास चले जाना और हां उस मोर के पूछ को बोल दे, अगर जल्द ही नहीं गया हॉस्पिटल, तो भूल जा संजना के बारे में । क्योंकि संजना और विराज एक दूसरे से प्यार करने लगे हैं । और अगर संजना इस बार विराज को प्रपोज करेगी । तो विराज जरूर आ हां करदेगा। तो जल्दी जा और अपना लुक आसमा ले । नहीं तो यह मौका ना आएगा दोबारा ।"
इतना कह कर खिल खिलाकर हंसते हुए वह बाहर चली जाती है । ताबिश के साइड में बैठा लड़का जो एकदम मस्कुलर एंड हैंडसम था, उसने सारे बातें अच्छे से सुनने के बाद भी चिढ़ते हुए ताबिश से कहा, "मैं उसे कहां से मोर का पूंछ दिख रहा हूं । मुझे बता? मेरा इतना अच्छा नाम है , मयूर । तो यह इसे बिगाड़ने पर ही क्यों तुली हुई हैं ।
मुझे बहुत गुस्सा आ रहा है और उसने क्या कहा,.. संजना और विराज, नहीं , , बिल्कुल नहीं , संजना सिर्फ मेरी है । तो मैं संजना को किसी और का नहीं होने दूंगा । पता नहीं कैसी हालत में होगी । हमेशा यह विराज हीं संजना को तकलीफ देता रहता है । लेकिन अब नहीं, अब बिल्कुल नहीं । मैं संजना को अपने पास ही रखूंगा ।"
इतना कहकर वह उठता है और जाने लगता है । लेकिन कुछ सोच कर वह वापस पीछे मुड़ता है और ताबिश से कहता है, "सुन, जाकर बॉस को अच्छे से सारे इनफार्मेशन दे देना और अगर हो सके , तो उन्हें बोलना कि यह इनफॉरमेशन सही तो है । लेकिन उस आदमी में कुछ तो गड़बड़ है , जो हमें दिखाई दिया है । समझ में आ रहा है ना ।"
वही ताबिश, जो मयूर की बात सुन रहा था । वह भी हां में सिर हिलाते हुए कहता है, "ठीक है , मैं अच्छे से समझा दूंगा बॉस को ।"
यह सुनते ही तुरंत मयूर दौड़ते हुए उस बिल्डिंग से बाहर निकल जाता है और सिम्मी के कार को ढूंढने लगता है । वहीं सिम्मी को पूरा यकीन था कि मयूर उसके साथ जरूर आएगा । इसीलिए वह अपनी कार को बेसमेंट में पार्क करके वेट कर रही थी और जैसे ही उसने देखा कि मयूर तेजी से उसकी और दौड़कर आ रहा था । तो उसने नाटक करते हुए अपना कार शुरू कर दिया और धीरे-धीरे कार को आगे बढ़ाने लगी ।
वहीं कार को आगे बढ़ता देख मयूर और तेज दौड़कर सीधा कार का दरवाजा खोलकर अंदर बैठ गया और सिम्मी को जानलेवा नजरों से घूर कर देखने लगा, जिसे सिम्मी फुल इग्नोर कर रही थी ।
कुछ 1 घंटे के अंदर अंदर वह लोग अस्पताल पहुंच गए । सिम्मी इस बार इतना स्लो चल रही थी, जैसे कोई ऑटो रिक्शा ट्रैफिक जाम में फंसा हुआ हो । लेकिन मयूर चुपचाप चलने के अलावा कुछ नहीं कर सकता था । क्योंकि लाइफ केयर हॉस्पिटल के सिक्स फ्लोर में धमाके के कारण सिक्योरिटी पर्पस के लिए हर किसी के पास एक एंट्री कार्ड होना जरूरी था और वह अभी के लिए तो मयूर के पास नहीं था । इसीलिए मजबूरी में उसे सिम्मी के साथ हीं जाना पड़ा । वहीं कार जैसे ही बेसमेंट पर गई । तुरंत मयूर बिना सिम्मी का इंतजार किए लिफ्ट के आगे खड़ा हो गया और बार-बार लिफ्ट को खोलने की कोशिश करने लगा ।
वही आराम से सिम्मी भी कार पार्क करके आ गई । क्योंकि उसे पता था कि कुछ भी हो जाए 6th फ्लोर पर तो कोई भी एंट्री पास के बिना नहीं जा सकता और उन कोई भी में मयूर भी शामिल था । इसीलिए जैसे ही वह लोग सिक्सथ फ्लोर पर पहुंचे , तुरंत मयूर संजना के वॉर्ड की तरफ दौड़ पड़ा । उसकी हैकिंग स्किल की वजह से उसे कोई मुश्किल नहीं हुई , संजना की वॉर्ड को ढूंढने में । क्योंकि उसे पहले ही पता चल गया था , कि संजना का वॉर्ड कौन सा है ।
वहीं दूसरी तरफ एक डार्क कमरे में ब्लैक विडो अपनी रिवॉल्विंग चेयर को पीछे की ओर घुमा के बैठी थी और सामने था ताबिश, जो उसे सारी इनफार्मेशन दे रहा था ।
उसने कहा, "बॉस, इस बार हमें कुछ क्लूज मिले है । पर इस बार मामला थोड़ा अलग है । हमें लगता है कि राघवन खुद को बनारस में एक नॉर्मल इंसान की तरह बनाकर छुपा हुआ बैठा है और इस बात का कोई आईडिया नहीं है कि वह ऐसा क्यों कर रहा है । तो बॉस क्या हम किसी को भेजें, उसे जगह की जांच करने?"
वही ब्लैक विडो, जो शांति से उसकी बात सुन रही थी । वह तुरंत अपना हाथ उठाती है और चुप रहने का इशारा करती है ।
फिर कुछ समय के सन्नाटे के बाद वह धीरे से कहती है, "इस बार किसी को मत भेजो । इस बार मैं खुद मछली बनूंगी और उसके जाल में फंसूंगी। देखते हैं कि वह क्या करता है और हां ! याद रखना मैं उस वक्त ब्लैक विडो नहीं बल्कि जानवी कपूर बनूंगी । Understood."
जवाब में तुरंत ताबिश ने कहा, "YES BOSS."