ऑब्सेशन एक ऐसा शब्द है , जो किसी की भी ज़िंदगी बर्बाद करने के लिए काफ़ी होता है । इसी ऑब्सेशन का शिकार होती है अवनी खुराना , एक जर्नलिस्ट । एक सिंपल और बिंदास लड़की , जो बेहद खूबसूरत है । वहीं दूसरी तरफ व्योम अग्निहोत्री एक रुथलेस बिज़नेसमैन है । जिस... ऑब्सेशन एक ऐसा शब्द है , जो किसी की भी ज़िंदगी बर्बाद करने के लिए काफ़ी होता है । इसी ऑब्सेशन का शिकार होती है अवनी खुराना , एक जर्नलिस्ट । एक सिंपल और बिंदास लड़की , जो बेहद खूबसूरत है । वहीं दूसरी तरफ व्योम अग्निहोत्री एक रुथलेस बिज़नेसमैन है । जिसे लड़कियाँ एक नजर देखने के लिए तरस जाती हैं । मगर उसकी नज़र है अवनी पर । क्या होगा जब दोनों की मुलाक़ात होगी ? क्या अवनी व्योम के जाल में फंस कर रह जाएगी ? जानने के लिए पढ़ते रहिए मेरी कहानी , "Obsessed By Him"
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दिल्ली , शाम का वक्त ।
“भाड़ में जाए ये स्कूटर !”
अवनी ने हैंडल पर ज़ोर से मुक्का मारा और गुस्से से स्कूटर को एक तरफ खींचा ।
बारिश लगातार तेज़ हो रही थी और उसकी सफेद कुर्ते की बाजू तक भीग चुकी थी । पर आंखों में गुस्सा अब भी वैसा ही था ।
“तू न सीरियसली इस शहर में survive नहीं कर सकती , अगर तेरे पास खुद की कार नहीं है ,” उसने खुद से बड़बड़ाते हुए अपने बैग से छाता निकाला , जो अगले ही पल हवा के झोंके से उल्टा हो गया ।
“Perfect ! अब umbrella भी attitude दिखाएगा ।”
पास ही फुटपाथ पर खड़ी कुछ लड़कियां उसकी तरफ देख कर हँस दीं , मगर अवनी को उनकी हँसी से कोई फर्क नहीं पड़ा । उसकी आँखों में सिर्फ एक ही चीज़ थी - गुस्सा । नहीं , सिर्फ ट्रैफिक या बारिश पर नहीं… ज़िंदगी पर ।
20 minutes पहले , Agnihotri Business Empire Building
“मैम , आप appointment के बिना अंदर नहीं जा सकतीं ।”
“मैं जर्नलिस्ट हूँ , और मेरे पास सिर्फ एक सवाल है Vyom Agnihotri से !”
अवनी ने गार्ड को घूरते हुए कहा । उसकी आवाज़ में न सिर्फ authority थी , बल्कि एक अजीब सी urgency भी ।
“Please , aapko andar नहीं जाने दे सकते ,” guard ने फिर कहा ।
अवनी ने एक गहरी सांस ली , “ठीक है ,” और पीछे मुड़ने लगी ।
मगर जैसे ही वो घूमी , सामने से एक काले सूट में कोई आया । Tall , intense , cold eyes – और एक ऐसा अजीब सा aura जैसे वो आदमी किसी storm की तरह enter करता है ।
Vyom Agnihotri.
वो बिना इधर-उधर देखे , आगे बढ़ रहा था । उसके पीछे चार bodyguards थे , लेकिन अवनी को किसी की परवाह नहीं थी ।
उसने तुरंत फ़ोन निकाला , रिकॉर्डिंग चालू की और सामने जाकर खड़ी हो गई ।
“Mr. Agnihotri , क्या आप बता सकते हैं कि आपकी कंपनी का नाम R-Group के illegal land deals में क्यों है ?”
Vyom रुका ।
पहली बार उसकी नज़र किसी ने इतने confidence से उसकी आँखों में देखी थी ।
उसने चुपचाप उसे ऊपर से नीचे तक देखा । और कुछ नहीं बोला ।
अवनी ने फिर कहा , “आप silence से सच्चाई नहीं बदल सकते ।”
Vyom की नज़रें अब उसकी आँखों पर टिक चुकी थीं । ठंडी , मगर कहीं गहराई में कुछ और ।
Dangerous. Seductive. And Unblinking.
“Miss… ?” उसने पहली बार बोला । उसकी आवाज़ में एक smooth dryness थी , जैसे whiskey की पहली चुस्की – जो गले से नीचे आग की तरह उतरती है ।
“Avni Khurana. Independent Journalist.”
“Noted ,” उसने सिर्फ इतना कहा और आगे बढ़ गया ।
अवनी stunned खड़ी रह गई । वो reaction की उम्मीद कर रही थी – denial , anger , या statement… मगर ये ?
Back to the rainy road...
स्कूटर अब भी बंद पड़ा था । बारिश कुछ कम हुई थी मगर दिल की धड़कनें अब तेज़ थीं ।
“Stupid businessman ,” अवनी ने खुद से कहा ।
“उसे तो लगता है कि पूरी दुनिया उसके पैरों तले है । Just because he’s rich , powerful and looks like…"
वो रुकी ।
क्योंकि किसी ने पीछे से कहा –
“Looks like what ?”
अवनी का शरीर एक सेकंड के लिए freeze हो गया ।
वो आवाज़… वही थी । वही ठंडी , मगर झुलसा देने वाली ।
उसने धीरे से गर्दन घुमाई… और वहीं , एक काले Range Rover के सामने खड़ा था… Vyom Agnihotri ।
सफेद शर्ट , sleeves चढ़ी हुईं , बाल हल्के गीले , और आँखों में वो अजीब सी चमक – जैसे कोई शिकारी शिकार को देख रहा हो ।
“तुम… यहां… ?” अवनी ने खुद को संभालते हुए कहा ।
Vyom ने उसकी आँखों में देखते हुए जवाब दिया , “तुम्हें सवाल पूछना अच्छा लगता है , Miss Khurana ।
अब मेरी बारी है ।”
वो एक कदम और आगे बढ़ा , और बोला –
“तुम क्या सोचती हो , मुझे तुम पसंद नहीं आईं ?”
अवनी ने पीछे हटते हुए कहा , “Excuse me ?”
“तुमने जब मुझसे सवाल पूछा था… तब तुम्हारी आँखों में जो जिद थी , वो किसी भी report से ज्यादा dangerous थी ।
और dangerous चीज़ें… मुझे बेहद पसंद हैं ।”
अवनी को एहसास हुआ कि उसके दिल की धड़कनें अब सिर्फ तेज़ नहीं थीं… वो डर और curiosity का अजीब सा mixture बन चुकी थीं ।
“Stay away from me ,” उसने कहा , मगर आवाज़ shaky थी ।
Vyom मुस्कराया – एक ऐसा smile , जिसमें ना warmth थी , ना kindness… बस एक ख़तरनाक वादा ।
“Too late.”
To Be Continued…
दिल्ली – रात का वक्त – अवनी का अपार्टमेंट , दूसरी मंज़िल ।
“पानी तक ठीक है , अब बिजली भी चली गई ?”
अवनी ने खिड़की से बाहर देखा – हर तरफ अंधेरा और बारिश की धीमी बूंदें अब भी गिर रही थीं । वो बस ऑफिस से लौटी थी , भीगी हुई , थकी हुई… और कुछ अंदर ही अंदर डरी हुई ।
वो डर किसी हादसे का नहीं था…
किसी इंसान का था ।
“Vyom Agnihotri…”
उसका नाम जैसे ही ज़ुबान पर आया , दिल की धड़कन खुद-ब-खुद तेज़ हो गई ।
“उसने मुझे सिर्फ देखा था… मगर उसकी नज़रें जैसे सीधा मेरे अंदर घुस गई थीं ।”
अवनी ने खुद को आईने में देखा – बाल उलझे हुए , आँखों के नीचे हल्के काले घेरे , और होंठ सूखे हुए ।
वो हमेशा से fearless थी… मगर आज , दिल के किसी कोने में एक झिझक थी , एक उलझन – क्यूँ ?
क्यूँ एक अजनबी का चेहरा , उसकी साँसों में बसने लगा है ?
कुछ देर बाद –
दरवाज़े पर दस्तक हुई ।
ठक-ठक… ठक-ठक…
“इतनी रात को कौन… ?”
उसने चेन लॉक लगाए बिना दरवाज़ा खोला – और जैसे ही दरवाज़ा खुला , वक्त थम गया ।
Vyom.
Black suit , एक हाथ में umbrella , दूसरे में wine की bottle और वही नज़रे… जो सीधा दिल को चीरती थीं ।
“तुम ? ! What the hell are you doing here ?”
अवनी का गला सूख गया था , मगर उसने खुद को संभाला ।
Vyom ने एक हल्की सी मुस्कान दी – “Wine लाया हूँ , तुम जैसे मुश्किल सवाल पूछने वालों के लिए थोड़ी relaxation ज़रूरी होती है ।”
“तुम्हें किसने address दिया ?”
“Delhi में किसी का past छुपा नहीं रहता… और तुम तो future बनने वाली हो ।”
“Excuse me ?”
“तुम्हारा future… मेरे साथ जुड़ चुका है ।”
ये कोई flirting नहीं थी… ये एक warning थी ।
अवनी ने दरवाज़ा बंद करने की कोशिश की , मगर Vyom ने आराम से अपना हाथ दरवाज़े पर रख दिया ।
“Don’t touch the door , Avni ,” उसकी आवाज़ calm थी… मगर authority इतनी भारी कि जैसे पूरा कमरा ठहर जाए ।
“अगर तुमने मुझे stalk किया है , तो मैं police को call करूंगी ।”
“Call कर लो ,” उसने कहा , “मगर इससे पहले… एक बार ये wine taste कर लो । Maybe उसके बाद , तुम्हें मेरे इरादे कम खतरनाक लगें ।”
“मैं तुम्हारे किसी trap में नहीं फँसने वाली ।”
“Good ,” उसने धीमे से कहा , “क्योंकि ये trap नहीं है… ये तो बस एक शुरुआत है । और तुम्हें पसंद आए या नहीं… अब तुम्हारा नाम , मेरे हर thought में है ।”
अवनी ने जबरदस्ती दरवाज़ा बंद किया ।
उसकी साँसें तेज़ थीं , और पूरा बदन काँप रहा था ।
“उसने मेरा पता कैसे ढूंढा ? वो क्या चाहता है मुझसे ?”
उसने अपना फोन उठाया – police का number डायल करने ही वाली थी कि screen पर एक message pop हुआ ।
Unknown Number:
"That wine bottle is French. 1969 vintage. Don’t waste it."
"Also… nice pajamas."
अवनी के हाथ से फोन गिर गया ।
“वो नीचे से देख रहा है मुझे ?”
वो तुरंत खिड़की पर दौड़ी – मगर बाहर सिर्फ अंधेरा और बारिश थी ।
अगली सुबह –
अवनी अपने ऑफिस पहुंची – उसे लगा अब सब नॉर्मल होगा । मगर जैसे ही desk पर बैठी , laptop screen automatically on हो गई ।
A message popped again.
"You look tired. Didn’t sleep ? I did."
"Sweet dreams , Avni."
उसने तुरंत IT team को बुलाया , laptop check करवाया – कोई trace नहीं मिला । जैसे किसी invisible shadow ने उसका system control कर लिया हो ।
Vyom Agnihotri का एक Secret surveillance room –
“तुम्हारे जैसे जर्नलिस्ट बहुत कम होते हैं , Avni…
जो सच से लड़ते हैं , और झूठ से नहीं डरते ।
मगर तुम भूल गई हो…
सच को छूने से पहले , अगर वो इंसान बन जाए… तो वो इश्क नहीं… आग बन जाता है ।
अब तुम मेरी लिस्ट में नहीं हो…
तुम मेरी ज़िंदगी बन चुकी हो ।”
To Be Continued…
दिल्ली – दोपहर का वक्त – Avni का ऑफिस
“Avni , तुम्हारी आँखों के नीचे जो थकावट है , वो नींद की कमी की नहीं लग रही…”
उसकी colleague , मीनल ने कहा ।
Avni ने एक झूठी हँसी दी , “थोड़ा workload बढ़ गया है बस ।”
मीनल ने गौर से देखा , “या फिर… कोई तुम्हारी ज़िंदगी में enter कर चुका है बिना permission के ?”
Avni ने चुपचाप coffee का sip लिया ।
वो जानती थी कि मीनल का अंदाज़ा गलत नहीं था… मगर हक़ीक़त उससे भी ज़्यादा डरावनी थी ।
Vyom Agnihotri – वो नाम अब उसकी ज़िंदगी में बस एक businessman या obsession नहीं था…
वो एक परछाईं बन चुका था , जो हर पल उसके साथ चल रही थी ।
Flashback – सुबह की शुरुआत
Avni जैसे ही घर से निकली , उसकी स्कूटर की सीट पर एक छोटा सा गुलाब रखा था । साथ में एक folded paper:
"You look beautiful in red. But black… brings out your rebellion."
–V
Avni ने चारों तरफ देखा – कोई नहीं था ।
पर वो जानती थी , वो उसे देख रहा था ।
ऑफिस के अंदर –
Avni ने laptop on किया ।
अब वो हर रोज़ system check करती थी , mic और webcam disable करती थी – मगर आज कुछ अलग था ।
Laptop की screen पर एक फ़ोल्डर अपने आप खुला:
“PAST”
उसने घबराकर उसे open किया – और जो देखा , उसके होश उड़ गए ।
उसके बचपन की तस्वीरें ।
उसके स्कूल का address ।
उसके माँ-बाप का पुराना divorce case ।
यहाँ तक कि उसका medical report भी ।
“ये सब Vyom के पास कैसे… ?”
Avni ने काँपते हाथों से फ़ोल्डर बंद किया ।
वो अब समझ चुकी थी – Vyom सिर्फ present को नहीं control कर रहा था…
वो उसके past को हथियार बना रहा था ।
उसी शाम – कॉफी कैफे , Connaught Place
Avni अपने सबसे करीबी दोस्त Ritvik से मिलने गई – जो एक ethical hacker और journalist भी था ।
“Tu clearly किसी deep trap में फँसी है ,” Ritvik ने कहा ।
“Vyom जैसे लोग सिर्फ surveillance नहीं करते , वो सब कुछ ‘own’ करना चाहते हैं – लोगों की ज़िंदगी तक ।”
“मुझे डर लग रहा है Ritvik… उसने मेरे पूरे past को खंगाल डाला है… अब शायद next target तू हो ।”
Ritvik ने हँस कर कहा , “Mujhe underestimate मत कर , Avni. मैं भी system के अंदर घुसना जानता हूँ । मैं आज रात उसकी company के servers में crack डालने वाला हूँ ।”
Avni ने उसकी आँखों में देखा , “Promise me , you’ll be safe.”
Ritvik मुस्कुराया… और शायद उसे नहीं पता था – उस रात वो मुस्कुराहट आख़िरी बार थी ।
अगली सुबह –
Avni ऑफिस पहुंची तो माहौल कुछ अलग था ।
मीनल भागते हुए आई , “Avni… did you hear ? Ritvik hospital में है… किसी ने उस पर attack किया… laptop भी चोरी हो गया ।”
Avni का शरीर सुन्न पड़ गया ।
“क्या ?” उसकी साँसें थम सी गईं ।
“Police को suspect नहीं मिला… मगर हम सब जानते हैं , ये कोई random robbery नहीं थी ।”
उसी वक्त – Vyom की ऑफिस , personal chamber –
Vyom आराम से अपने black leather chair पर बैठा था । सामने Ritvik का वही stolen laptop रखा था ।
उसने उसका स्क्रीन ऑन किया – एक last search window खुली थी:
“Vyom Agnihotri company firewall – bypass plan.”
Vyom ने धीमे से मुस्कुराया ।
“Avni… तुम बहुत प्यारी हो ,
मगर तुम्हारे प्यादे मेरे राजा से नहीं जीत सकते ।”
रात – Avni की apartment balcony –
Avni अकेली बैठी थी , चाय का प्याला हाथ में… मगर हाथ काँप रहे थे ।
“अब वो मेरे दोस्त को भी नहीं छोड़ेगा…
अब बात obsession से आगे जा चुकी है…
अब ये war है ।”
अचानक , उसका phone बजा । Unknown number.
Call उठाया… silence…
“Hello ?”
कोई जवाब नहीं…
फिर एक आवाज़ आई , जो इतनी धीरे थी कि वो साँसों से ज़्यादा खतरनाक लगी –
“तुम्हारे करीब जो भी होगा…
वो बस एक pawn रहेगा ।
मैं सिर्फ queen से खेलता हूँ , Avni.”
Call कट ।
अवनी वैसे ही बोली , “अब बात डर की नहीं…
बात मेरी पहचान की है ।
अगर मुझे ख़त्म करना है , तो उससे पहले…
मुझे खुद को बचाना होगा ।
और शायद… Vyom से भी नहीं…
खुद अपनी feelings से लड़ना होगा ।”
To Be Continued…