Novel Cover Image

Shaadi : Ek Business Deal

User Avatar

Tanvi Patel

Comments

9

Views

265

Ratings

38

Read Now

Description

ये कहानी है ऐसे दो लोगो की जो नशा तो करते है पर शराब का नहीं बिज़नस का | वो दोनों बिज़नस के लिए कुछ भी करने के लिए तैयार हो जाते है , दोनों के ही है अतीत के गहरे राज़ जो दोनों एकदूसरे से छुपा रहे है , क्या हो जो अलग - अलग दुनिया से आये है वो बिज़नस के फा...

Total Chapters (24)

Page 1 of 2

  • 1. Shaadi : Ek Business Deal - Chapter 1

    Words: 1567

    Estimated Reading Time: 10 min

    Ch – 1
    “ प्यार से सख्त नफरत...!!! ”

    “यार ये कितनी खुबसूरत है इस कंपनी की बॉस अगर ऐसी है तो में उसे देखने के लिए सन्डे को भी ऑफिस आने के लिए तैयार हु ”
    “अरे चुप कर अगर उसने सुन लिया तो तुम कल इस दुनिया में भी कही नहीं दिख पाओगे ”
    “तुम्हारे कहने का मतलब क्या है ? ”
    “वो दिखने में क्यूट और खुबसूरत है पर अंदर से पूरी की पूरी डेविल है , वो तूफान से कम नहीं है , अगर उसने तेरी बात सुनली होती तो तुम्हारी जुबान पहेले वो काट देती ”
    ये है गोयल एंटरप्राइज के मामूली से 2 एमप्लोय जो अभी आपस में बात कर रहे है , वो भी अपनी लेडी बॉस को देखकर जो दिखने में बहुत खुबसूरत है , उसके बारे में हम आगे जानेगे |
    पहला एमप्लोय : “साफ साफ बता तू कहना क्या चाहता है ? ”
    दूसरा एमप्लोई : “ उसे अपनी तारीफ करने वाले लोग पसदं नहीं है , नाही वो कभी किसी से सीधे मुह बात करती है , वो बहुत ही रुड है उसे सिर्फ अपने बिजनेस से प्यार है , शोर्ट में कहू तो वो एक रोबोट है जिसके अंदर कोई इमोशनस नहीं है | वो अपने बिजनेस के फायदे के लिए कुछ भी करेगी और अगर किसी ने उसके बिच में आने की कोशिश की तो ये डेविल क्वीन उसे कही का नहीं छोडती ये बात किसी को नहीं पता सिर्फ मेरे अलावा क्युकी मेरा एक दोस्त था जो इसी कंपनी में मेरे साथ काम करता था | एक दिन उसने तेरी ही तरह उसकी तारीफ कर दी और उस डेविल को पता चल गया दुसरे दिन से वो ऐसे गायब हुआ जैसे वो पहेले इस धरती पर था ही नहीं तब से मुझे इससे डर लगता है उसके सिने में दिल नहीं पत्थर है मेने सुना था सिर्फ मर्द ही पत्थर दिल होते है पर आज मेरी सोच इसने गलत साबित कर दी | इसे प्यार से कोई लेना देना नहीं बल्कि उसे प्यार से सख्त नफरत है ”
    पहला एमप्लोई बोला : “आखिर वो प्यार जैसे खुबसूरत अहेसास से इतना नफरत क्यों करती है ? ”
    दूसरे एमप्लोई ने जवाब देते हुए कहा : “वो तो वही जाने मुझे उसके बारे में कोई बात नहीं करनी मुझे अपनी जान बहुत प्यारी है में चला अपने काम पर ”
    इतना बोलकर वो एमप्लोई अपनी डेस्क पर चला गया और काम करने लगा दूसरा एमप्लोई भी उसकी बातो को सुनकर थोडा बहुत घबरा गया इसलिए उसने इस बारे में ज्यादा बात करना सही नहीं समजा |
    वही उसी ऑफिस के टॉप फ्लोर पर एक केबिन में सन्नाटा छाया हुआ था ये शांति वाला सन्नाटा नहीं था ये तूफान के आने से पहेले का सन्नाटा था |
    उस केबिन में एक लडकी जिसके बारे में वो एमप्लोई निचे बात कर रहे थे , वो अपना सर घुमाये हुए चेयर पर बेठी थी उसका चहेरा नहीं दिख रहा था |
    वही उस चेयर के पीछे 3 एमप्लोई घुटनों के बल निचे सर जुकाए बेठे थे और वो तीनो डर से कांप रहे थे वही उसके एक साइड उसी लडकी का असिस्टेंट खडा था |
    जिसके चहेरे पर कोई एक्सप्रेशन नहीं थे उसे देखकर ऐसा लग रह था जैसे उसे इन सबकी आदत हो |
    उस केबिन की शांति को भंग करते हुए बिच में बेठा एमप्लोई ने अपना मुह खोला और सिर्फ इतना ही कहा : “बॉस....वो.....”
    इतना ही बोला था की उसके मुह से एक जोरदार चीख निकल गयी उसके सर से खून बहने लगा |
    क्युकी जब उसने मुह खोला ही था तब उस चेयर पर बेठी लडकी ने अपनी चेयर घुमाई और टेबल पर रखा पेपर वेट उठाकर सीधे उस एमप्लोई के सर पर निशाना बनाकर फेंक दिया और उसका निशाना सही जगह पर आकर लगा |
    उस लडकी के चहरे पर न ही गुस्से वाले एक्सप्रेशन थे नहीं शांत उसे देखकर पता लगा पाना मुश्किल था की आखिर उसके दिमाग में चल क्या रहा है |
    वो लडकी खडी हुई उसकी हाइट 5 फूट 6 इंच उसने ब्लैक बिसनेस शूट पहना था अपने बालो को हाई पोनिटेल किया हुआ था होठो पर रेड लिपस्टिक और चहरे पर हल्का सा मेक अप | उसकी उम्र 24 साल थी | गोरा रंग बडी काली गहरी आँखे जिसमे न जाने कितने बडे राज छुपे है छोटी तीखी नाक जिस पर हर वक्त गुस्सा रहता है |
    दिखने में किसी अप्सरा से कम नहीं उसने अब तक ब्यूटी with ब्रेन के काफी सारे एवोर्ड्स जीते थे वो बहुत कम बोलती है और हमेशा शांत रहती है कोई नहीं बता शकता की कब वो गुस्सा है कब वो शांत है जिसकी वजह से उसका असिस्टेंट हर बार प्रोब्ल्म में फस जाता है |
    उस लडकी ने ब्लैक हाई हील पहनी थी |
    वो खडी हुई और अपने ब्लेजर के बटन लगाते हुए केबिन के ग्लास विंडो के पास गयी उसने अपना एक हाथ अपने जेब में रखा |
    उसका औरा काफी डार्क था उसके चहेरे और पर्सनालिटी से ही पता लगाया जा शकता था की वो कितनी बडी और पावरफुल बिजनेस वीमेन है |
    ये है अनायरा गोयल बिजनेस वर्ल्ड में ये टॉप 10 में आती है , टॉप 10 लिस्ट में ये एक ही ऐसी बिजनेस वीमेन है जो बिजनेस वर्ल्ड में टॉप 10 में आती है |
    अनायरा का goal है बिजनेस वर्ल्ड की नंबर one पोजीशन हासिल करना और वो उस मुकाम तक पहोचने के लिए दिन रात महेनत कर रही है | अभी जो नंबर one पोजीशन पर है वो उसका बिजनेस राइवल है वो उसे गिराना चाहती है और उसकी पोजीशन हासिल करना चाहती है |
    अनायरा विंडो के पास खडी काफी वक्त बाद वो कोल्ड आवाज में बोली : “मुझे धोखा देने वालो से सख्त नफरत है तूम तीनो अच्छे से जानते हो जो मुझे धोखा देगा उसका में क्या हाल करती हु और तुम्हारे साथ भी वही होगा तुम तीनो ने मेरी पीठ पीछे मेरी ही कंपनी के अकाउंट में गडबडी की सब जानते है मुझे अपना बिजनेस कितना प्यारा है में उसमे धोखे बाजी बिलकुल बर्दास्त नहीं करती तुम तीनो ने मेरा 150 करोर का नुकशान करवाया है इसकी भरपाई तुम तीनो को करनी पडेगी ”
    वो काफी धीरे से बोली थी पर उसके बोलने का तरीका काफी भयानक था उसकी बात से ही पता चल जाता है की वो अभी कितने गुस्से में है क्युकी उन तीनो एमप्लोई ने अकाउंट में गडबड करके कंपनी के 150 करोर अपनी जेब मे डाले थे |
    अनायरा ने अपनी जेब से हाथ बहार निकाला और उसी विंडो के साइड में एक बडा लोहे का रोड रखा था उसने वो उठाया |
    और वो धीरे कदमो से उस एमप्लोई के पास आई |
    उसने उस रोड को उठाया और बारी बारी तीनो के सर पर उसने वो रोड काफी जोर से मारा तीनो के सर से काफी खून बहने लगा बीच में जो एमप्लोई बेठा था वो लगभग बेहोशी की हालत में आ चूका था क्युकी उसके सर पर पहेले से ही चोट लगी थी |
    अनायरा ने वो रोड साइड में फेक दिया और टेबल के सहारे खडी होकर अपने हाथ होल्ड करके रुड वौइस् में बोली : “मेरी डिक्शनरी में माफी नाम की कोई चीज नहीं है ”
    फिर उसने अपने असिस्टेंट को एक नजर देखा वो असिस्टेंट उसकी एक नजर से ही समज गया की वो क्या कहना चाहती है |
    असिस्टेंट ने बहार से गार्डस को बुलाया |
    केबिन के अंदर तिन गार्डस आये |
    अनायरा ने उसे आर्डर देते हुए घमकी भरे लहेज में कहा : “तीनो को मेरे गोडाउन में रखो जितना इसने मेरा नुकशान करवाया है वो इससे वसूल करो जब तक मेरे नुकशान की भरपाई हो नहीं जाती तब तक इसकी अच्छे से खातिरदारी करो और उसे यहाँ से ऐसे बहार निकालो की ऑफिस में किसी को पता भी न चले की ये तीनो कहा गये याद रहे इन तीनो के साथ क्या हुआ है किसी को पता न चले वरना ”
    उसने लास्ट शब्द अपनी ऊँगली दिखाते हुए कहा था उसकी आवाज इतनी खतरनाक थी की उसे गार्डस ने भी अपना सर जुका लिया |
    गार्डस ने कहा “ ओके बॉस “
    और तीनो को वहा ऑफिस के बेक साइड से बहार लेकर निकल गये जहा किसी को भी आना जाना मना था |
    केबिन साफ होने के बाद अनायरा का असिस्टेंट जिसका नाम मयंक था उसने अनायरा से कहा : “बॉस उस डील का क्या करना है ? ”
    ये सुनकर अनायरा के चहेरे के भाव सख्त हो गये उसने एक नजर घूरकर मयंक को देखा मयंक उसकी नजरो से अच्छे से जान गया था की अनायरा को वो बात पसंद नहीं आई |
    मयंक ने काफी हिम्मत जुटाई और आगे बोला :”बॉस अब तक कंपनी को 200 करोर का लोस हुआ है आपको इस डील के लिए एक बार सोचना चाहिए वेसे भी आपके पापा......”
    वो बस इतना ही बोला था की उसे अपने उपर तेज जलती निगाहे अपनी और महसूस हुई उसने गहरी साँस लेकर अपना सर उपर किया | उसका शक सही था अनायरा उसे खा जाने वाली नजरो से देख रही थी |
    तभी मयंक की जेब में रखा फोन बजने लगा |
    मयंक ने जल्दी से फोन की स्क्रीन को देखा तो उसकी आँखे अपने आप अफसोस से बंध हो गयी वो मन में : “में इन दोनों डेविल के बिच फस गया हु भगवान ही अब इन दोनों से बचा शकता है ”
    मयंक ने फोन की स्क्रीन को अनायरा की और घुमाई |

    TO BE CONTINUE

  • 2. Shaadi : Ek Business Deal - Chapter 2

    Words: 1674

    Estimated Reading Time: 11 min

    Ch – 2
    “ ब्लाइंड डेट...!!! ”
    अब आगे..................
    अनायरा ने फोन पर फ्लेश हो रहे नाम को देखा तो उसका चहरे पर जो भाव सख्त थे वो कुछ हद तक नार्मल हो गये |
    अनायरा ने मयंक को कॉल रिसीव करने को कहा |
    मयंक ने कॉल रिसीव किया और स्पीकर पर रखा |
    तभी फोन की दूसरी और एक आदमी की आवाज आई उसने मयंक से कहा : “क्या तुम्हारी बॉस ब्लाइंड डेट पर जाने के लिए रेडी हुई ? देखो उसे समजा देना अगर उसने ब्लाइंड डेट पर जाने से मना कर दिया तो में खाना नहीं खाउगा नाही उसे बात करुगा ”
    ये है अनायरा के डैड विनायक गोयल , ये खुश मिजाज आदमी है हमेशा अपनी बेटी के साथ वो मस्तमौला रहेते है , ये अपनी एक लौती बेटी से बहुत ज्यादा प्यार करते है , यही एक इन्सान है जिसके सामने अनायरा एक छोटी बच्ची बन जाती है , अनायरा के लिए उसके डैड ही उसकी दुनिया है वो सिर्फ अपने डैड से प्यार करती है उसकी फेमिली में उसके डैड सिवाय कोई नहीं है |
    अनायरा अपने डैड की बात कभी नहीं टालती पर उसे शादी और प्यार के नाम से ही सख्त नफरत है और उसे डैड उसकी शादी कराना चाहते है , वो चाहते है की उसकी बेटी ब्लाइंड डेट पर जाए आम लडकियों की तरह बॉयफ्रेंड बनाये पर वो इन सब से कोशो दूर रहती थी जिसकी वजह अनायरा के अलावा किसी को नहीं पता थी |
    विनायक जी ने अब तक अनायरा को 20 डेट्स पर भेजा था वो भी अनायरा को इमोशनल ब्लैकमेल करके पर आज पहली बार था जब उसने न खाने की जिद पकडली थी |
    विनायक गोयल एक सक्सेस बिजनेसमेन है उसने ही अनायरा को बिजनेस स्टडी के लिए विदेश भेजा और स्टडी खत्म होने के बाद कंपनी का सारा काम अनायरा के कंधो पर डाल दिया और वो खुद रिटायर्मेंट लेकर गरीब अनाथ बच्चो के ngo सँभालने लगे जिसमे उसे सुकून मिलता था |
    आज जब विनायक जी की न खाने की जिद के बारे में अनायरा ने सुना तो उसे काफी गुस्सा आया वो अपने डैड के साथ बुरा होता हुआ कभी नहीं देख शकती थी |
    आज तक वो उसकी जिद के चलते ब्लाइंड डेट पर जाती पर हमेशा ही कुछ न कुछ करके वो लडके को खुद सामने से मना करने पर मजबूर कर देती थी इसका अंदाजा विनायक जी को लग गया था क्युकी बहुत बडे अमीर बिजनेसमेन अनायरा से शादी करने के लिए कुछ भी करने को तैयार थे आज तक कोई ऐसा लडका नहीं था जिसने अनायरा को रिजेक्ट किया हो |
    पर अनायरा को किसी के मुह से तारीफ सुनना पसंद नहीं था , वो सिर्फ अपने डैड के मुह से ही तारीफ सुनना पसंद करती थी |
    विनायक जी की बात सुनकर अनायरा ने लाचारी से अपनी आंखे बंध कर दी और अपना सर ना में हला दिया |
    उसने मयंक के हाथ से फोन लिया और अपने कान पर लगाकर बोली : “शाम को जब में घर पहोचु और तब तक आपने खाना नहीं खाया होगा तो में भी आपसे कभी बात नहीं करुगी अगर आप जिदी है तो में भी आपकी बेटी हु में आपसे भी दो गुना जिदी हु “ , फिर थोडीदेर रूककर आगे बोली :”ब्लाइंड डेट का एड्रेस सेंड कर दीजियेगा ”
    इतना बोलकर उसने बिना अपने डैड की बात सुने उसने कॉल कट कर दिया वो जानती थी अगर उसने कॉल कट नहीं किया तो जरुर उसके डैड उससे और जोर जबरदस्ती करते क्युकी अनायरा को भी पता था की उसके डैड को उसके कारनामो के बारे में पता चल गया है जो वो हर ब्लाइंड डेट पर करती थी |
    मयंक ने जब अनायरा के मुह से हां सुना तो उसने चेन की साँस ली |
    वही दूसरी और एक अँधेरे कमरे में जहा सिर्फ एक हल्की रौशनी खिडकी से आ रही थी और उस रौशनी में भी सिगरेट का घुआ फैला हुआ था |
    वहा सिगरेट की काफी स्ट्रोंग स्मेल आ रही थी |
    उस कमरे में एक बडी किंग चेयर पर एक शख्स बेठा हुआ था उसक चहेरा दिख नहीं रहा था पर कमरे का गिरा हुआ टेम्प्रेचर बता रहा था की वो शख्स कोई आम शख्स नहीं है |
    वो शख्स सिगार का कस लेते हुए अपने सामने खडे आदमी को एक नजर देखा और आँखों से ही बोलने का इशारा किया |
    वो आदमी जो उस शख्स के सामने खडा था जिसकी उम्र करीब 27 साल होगी उसके चहेरे का तेज बता रहा था की वो बडे घर का आदमी है ये है अभय खुराना |
    उस शख्स ने अभय को बेठने का इशारा किया |
    अभय उस शख्स के ठीक सामने वाली चेयर पर बेठ गया |
    अभय ने उस शख्स से कहा : “जो भी है तुम्हारे घर का ही कोई इंसान है जो ये सब कर रहा है ”
    वो शख्स सिगार का कस लेते हुए बोला : “ i know ”
    अभय ने उस शख्स से पूछा : “अगर तुम्हे पता है तो बताओ और तुम इतने शांत क्यों हो जबकि तुम्हे उसके बारे में पता है ”
    वो शख्स खडा हुआ , फिर सिगार को फर्श पर फेंककर सिगार को पैरोतले कुचल दिया और विंडो के पास गया जहा से रौशनी आ रही थी |
    वो रौशनी सीधे उसके चहेरे पर पड रही थी उसके चहेरे के भाव एक दम शांत थे बता पाना मुश्किल था की वो अभी क्या सोच रहा है उसने अभय से कहा : “वक्त आने पर पता चल जायेगा ”
    अभय ने एक गहरी साँस ली क्युकी उसे पहेले से ही पता था की अगर उसने दुबारा सवाल किया तब भी उसे कोई जवाब नहीं मिलने वाला इसलिए उसने बात को बदलते हुए कहा :” तुम्हारे डेड ने........”
    वो तीन ही बोला था की उस शख्स ने पलटकर उसकी बात को पूरा करते हुए कहा : “ब्लाइंड डेट रखी है वो भी मेरे लिए , इसमें कोई खास बात नहीं है हर बार की तरह इस बार भी वही होगा जो हर बार होता आ रहा है ”
    अभय ने जब उसकी बात सुनी तो उसके चहेरे पर परेशानी की लकीरे आ गयी उसने कहा : “अक्षत हर बार की तरह ये लडकी कोई आम नहीं है पहेले सुनतो ले की तुझे किसके साथ ब्लाइंड डेट पर जाना है ”
    वो शख्स और कोई नहीं हमारी कहानी का हीरो अक्षत राय सिंघानिया है |
    ARS ग्रुप ऑफ़ इंडस्ट्रीज का सीईओ और सिंघानिया खानदान का गर्व |
    उसका गुस्सा ज्वालामुखी से कम नहीं लडकियों से उसे सख्त नफरत है वो लडकियों से कोशो दूर रहते है अगर कोई लडकी उसे टच भी करले तो उसका हाथ उसके शरीर से अलग करने में वो देर नहीं करता उसके काफी गहरे राज है जो दुनिया से छुपे हुए है |

    हाइट 6 फूट , उम्र 27 साल , चहेरा का गोरा रंग , तीखी नाक , भूरी आँखे , 8 पैक ऐब्स |
    हेंडसम इतना की कोई भी लडकी उसे पाने के लिए अपनी सारी हद पार कर जाये अब तक काफी लडकिया तो सिर्फ अक्षत के एक इशारे से सुसाइड करने को तैयार हो गयी थी , वो हमेशा लो प्रोफाइल रहता है कुछ करीबी ही होगे जिसने अक्षत राइ सिंघानिया को देखा होगा |
    उसे सिर्फ अपने बिजनेस से प्यार है अगर वो चाहे तो वो अपने लेपटोप और फाइल से ही शादी करले पर अफसोस ऐसा होता नहीं है |
    उसे काम के सिवा कोई दूसरा कभी नजर नहीं आता वो हमेशा अपनी मन की करता है जिस भी बिजनेस पर वो हाथ रखता है उस बिजनेस को उचाई पर पहोचने से कोई नहीं रोक शकता | ये चलता फिरता हमारी हीरोइन की तरह ही रोबोट है दोनों एक जैसे है |
    पिछले 5 साल से वो बिजनेस वर्ल्ड में नंबर वन पोजीशन पर टिका हुआ है आज तक किसी में इतनी हिम्मत नहीं हुई की वो वहा तक पहोच शके क्युकी अक्षत राइ सिंघानिया जितनी महेनत अगर कोई आम इंसान करे तो वो अक्षत के जितनी उम्र में ही भगवान को प्यारा हो जाए |
    पिछले 5 साल से वो बेस्ट बिजनेसमेन ऑफ़ द इयर का एवोर्ड जीतता आया है पर वो कभी अपना अवार्ड लेने के लिए एवोर्ड फंक्शन में नहीं गया |
    अभय की बात सुनकर भी अक्षत कुछ नहीं बोला वो बिना एक्सप्रेशन के साथ खडा रहा और विंडो के बहार देखने लगा शायद वो किसी गहरी सोच में था |
    अभय अक्षत का चाइल्डहुड फ्रेंड है , अभय की उम्र 27 साल , दिखने में किसी हीरो से कम नहीं पर अक्षत से थोडा कम ही हेंडसम |
    अभय ने जब देखा की अक्षत उसकी बात का कोई जवाब नहीं दे रहा तो वो खडा हुआ और अक्षत के बगल में जाकर खडा हो गया उसे अब समज आ गया था की अक्षत ब्लाइंड डेट से रिलेटेड कोई बात नहीं करना चाहता इसलिए उसने आखरी बार कहा : “ जाने से पहेले एक बार लडकी की डिटेल्स देख लेना मुझे नहीं लगता तुम्हे वहा जाना चाहिए “
    अक्षत को शादी और प्यार से शख्त नफरत थी वो किसी के भी मुह से ये शब्द अपने लिए सुनना पसंद नहीं करता था |
    उसने बिना अभय की बात को गोर किये अभय से कहा :”कंसैंमेंट कब आ रहा है ? ”
    अभय बिना अक्षत को देखे बोला : “उसे में संभाल लूँगा पर तुझे एक और काम करना है ”
    अक्षत ने सवालिया नजरो से अभय की और देखा |
    अभय ने बिना अक्षत को देखे कहा : “ एक आदमी मिला है शायद उससे कुछ पता चल जाए , हमारे आदमी उसकी खातिरदारी कर रहे है पर वो मुह नहीं खोल रहा , शायद अब तुझे वहा उसे मिलने के लिए जाना चाहिए , जाना तो में चाहता था क्युकी काफी दिन हो गये हाथो को साफ करे हुए , पर मुझे उसे भी ज्यादा इम्पोर्टेन्ट काम निपटाना है इसलिए इस बार तू अपना हाथ साफ करले ”
    ये बोलते हुए अभय के चहरे पर एक डेविल स्माइल थी वही अभय की बात सुनकर अक्षत के चहेरे पर मिस्टीरियस स्माइल थी शायद उसके दिमाग में कुछ बडा चल रहा था |

    TO BE CONTINUE

  • 3. Shaadi : Ek Business Deal - Chapter 3

    Words: 1613

    Estimated Reading Time: 10 min

    Ch – 3
    “अक्षत की मिस्टीरियस फेमीली “

    वही गोयल एंटरप्राइज में अनायरा चेयर पर लींन होकर बेठी थी उसका सिर चेयर की बेक पर टिका हुआ था|
    वही उसके सामने खडा मयंक जिसकी हालत अभी काफी खराब थी क्युकी थोडीदेर पहले Mister गोयल ने उस लडके की डिटेल्स भेजी थी जिसके साथ अनायरा ब्लाइंड डेट पर जाने वाली है पर जब मयंक ने उस लडके की डिटेल्स पढी तो उसके चहेरे पर पसीना आने लगा उसके पैर ठन्डे पड गये उसकी हिम्मत नहीं हो रही थी अनायरा को कुछ भी कहने की|
    वही अनायरा कबसे मयंक के बोलने का वेट कर रही थी वो पहले से ही कंपनी के लोस से काफी गुस्से में थी वो उस लोस को भरने के लिए कोई रास्ता ढूंढ रही थी जिसे उसकी कंपनी की वैल्यू गिरे नहीं|
    काफी वक्त बाद भी जब मयंक कुछ नहीं बोला तो अनायरा ने अपनी आंखे खोली और मयंक की और देखा|
    मयंक उसकी नजरो को भांप कर हडबडा गया|
    उसने कहा:” बॉस वो”
    वो आगे बोलता तब तक अनायरा का गुस्सा उस तक पहोच गया|
    अनायरा ने गुस्से से कहा: “ अब ये हकलाना कबसे तुमने शुरू कर दिया है ? सीधे सीधे बताओ कौन है वो लडका जो मुझसे शादी करने के लिए मरे जा रहा है में भी तो देखू उसकी हिम्मत भी कैसे होती है मेरी तरफ आँख उठाके देखने की भी”
    वही अनायरा की बात सुनकर मयंक की हालत पतली हो गयी थी उसने जल्दी से अपने हाथ में पकडा टैब बंध किया और पीछे छुपा लिया क्युकी उसे पता था अगर उसकी बॉस ने उस लडके की डिटेल देख ली तो आज सुनामी आने से कोई नहीं रोक शकता|
    अनायरा ने मयंक की और देखा और फिर खडे होकर अपने ब्लेजर को ठीक किए और बहार की और जाते हुए मयंक से कहा: “ मुझे एड्रेस सेंड करो”
    इतना बोलकर वो बहार चली गयी|
    वही मयंक तो उसकी बात सुनकर वही अपनी जगह जम गया था बिचारा करता भी क्या उसे वो काम करना ही पडेगा जो अभी अनायरा बता कर गयी है|
    उसने उस टैब में दी गयीं लडके की डिटेल्स को पढा फिर अपनी आंख बंध करके गहरी साँस ली और जल्दी से अनायरा को उस लोकेशन की लिंक भेज दी|
    वही दूसरी और एक बडे से मेंशन में एक औरत लगातार सब सर्वेंट को जल्दी जल्दी काम करने का बोल रही थी|
    उस औरत की उम्र करीब पचास साल होगी दिखने में अब भी वो यंग लगती थी चहेरे का नूर ही बता रहा था की वो आज काफी खुश है|
    वो लगातार यहाँ से वहा भागकर सर्वेंट से काम करा रही थी तभी उसके कंधे पर किसी ने हाथ रखा|
    उस औरत ने पीछे मूड कर देखा तो वहा एक आदमी खडा था जिसकी उम्र करीब पचपन साल होगी|
    उस आदमी के चहेरे पर शांत भाव थे|
    उसने अपने सामने खडी अपनी Wife मनाली राइ सिंघानिया से कहा: मैडम जी कितना काम करोगी थोडा आराम भी करलो , तुम्हारा वो मस्तीखोर बेटा रात को आने वाला है , अभी सिर्फ शाम के सात बज रहे है”
    वो औरत जो है उस आदमी की Wife उस आदमी का नाम विशाल राइ सिंघानिया|
    ये है अक्षत के माँ पापा|
    जो बहार से और अंदर से एकदम शांत नेक दिल इंसान आज in दोनों से ही ये घर एक साथ एक छत के निचे रहता है|
    मनाली जी के आदर्श से ही आज इस घर के सारे मेम्बर एक साथ प्यार से रहते है सिर्फ कुछ लोगो को छोडकर |
    तभी वहा एक हेंडसम लडका आया जो अक्षत के बडे पापा का बेटा है जिसका नाम है ऋतिक राइ सिंघानिया उम्र तीस साल ये अक्षत की ही तरह बहुत हेंडसम है , इसकी शादी हो चुकी है, ऋतिक की Wife का नाम स्वरा राइ सिंघानिया है दोनों हस्बेंड Wife विशाल और मनाली को ही अपने माँ पापा मानते है उसके लिए ये दोनों भगवान समान है|
    स्वारा भी दिल से उदार है हमेशा मनाली की तरह सबको साथ लेकर चलती है|
    ऋतिक और स्वरा की एक बेटी है जिसका नाम रूही है|
    पहले इंट्रोडक्शन देख लेते है ताकि किसी को कंफ्यूजन न हो|
    अक्षत की फेमीली बहुत बडी है|

    सबसे पहेले घर से बडे मेम्बर|
    विश्वजीत राइ सिंघानिया: “ घर के सबसे बडे मेम्बर विशाल जी के पापा, अक्षत के दादा जी, मस्त मौला इंसान वो हमेशा हस्ते रहते है इनके तीन बेटे है, सबसे बडे विजय, दुसरे नंबर पर विशाल और तीसरे नंबर पर विक्रम|
    दादी जी नहीं है उनकी बहुत साल पहेले मौत हो चुकी है|
    विशाल जी के दो भाई है एक बडा और एक उससे छोटा|
    विजय राइ सिंघानिया: “ विशाल जी के बडे भाई और अक्षत के बडे पापा विजय जी ही एक ऐसे इंसान है जिसके सामने अक्षत कभी गुस्सा नहीं करता और उसकी हर बात मानता, इनका गुस्सा तूफान से कम नहीं कोई भी घर का मेम्बर इनसे कभी नहीं उल्जता सिवाय अक्षत के जब तक अक्षत के फायदे की बात होती वो अपने बडे पापा की बात मानता पर जब उस बात से उसे कोई लेना देना न हो तो वो उसके खिलाफ जाने से एक बार भी नहीं सोचता, विजय जी काफी मिस्टीरियस किस्म के इन्सान है|
    नयना विजय राइ सिंघानिया: “ अक्षत की बडी माँ जिससे अक्षत सख्त नफरत करता है( उसके बारे में हम आगे जानेगे की क्यों वो उसे नफ़रत करता है) ये अभी सिंघानिया मेंशन में नहि रहती वो हमेशा आये दिन अपने मायके चली जाती है और घर के कोई भी मेम्बर उसे पसंद नहीं करते|
    विजय जी और नयना जी का एक लौता बेटा है ऋतिक |
    ऋतिक अपने माँ पापा से ज्यादा विशाल जी और मनाली जी के करीब है वो हमेशा माँ पापा कहकर ही दोनों को बुलाता है|
    ऋतिक राइ सिंघानिया: अक्षत का बडा भाई विजय जी का बेटा दोनों भाई के बिच काफी गहरा प्यार है, ऋतिक की खुद की कंपनी है जिसको वो संभालता है”
    स्वरा राइ सिंघानिया: “ ऋतिक की Wife, अक्षत की भाभी, ये मनाली की तरह हर एक सदस्यों के साथ अच्छे से पेश आती है उसके मन में कोई खोट नहीं है ये एक मिडल क्लास फेमीली से आती है , इसलिए नयना मतलब स्वरा की साँस उसे पसंद नहीं करती पर मनाली उसे माँ का प्यार देती है , ऋतिक और स्वरा दोनों एक दुसरे से प्यार करते थे दोनों की शादी के लिए विशाल जी रेडी हुए थे , विशाल जी और मनाली जी ने सबको मनाया और दोनों की शादी करायी ऋतिक बचपन से ही मनाली के पास ही रहा है , क्युकी नयना जी आये दिन ऋतिक को छोडकर मायके चली जाती थी , ऋतिक अक्षत से सिर्फ तीन साल बडा है मनाली जी ने दोनों बेटो को बहुत प्यार से बडा किया था”
    ऋतिक और स्वरा की एक बेटी है जिसका नाम रूही है वो अभी सिर्फ तीन साल की है वो घर के सारे मेम्बेर्स की जान है|
    विशाल राइ सिंघानिया: “ अक्षत के पापा, ये दादा जी पर गये है ये खुशमिजाज इंसान है घर के सारे लोग उसे काफी पसदं करते है”
    मनाली राइ सिंघानिया: “ विशाल जी की Wife, अक्षत की माँ इसके बारे में हमें पहेले ही देख लिया ये बहुत अच्छी इंसान है”
    विशाल और मनाली की एक अडॉप्ट बेटी भी है|
    सिंघानिया खानदान में किसीको भी बेटी नहीं हुई थी|
    तीनो भाई को एक छोटी बहन चाहिये थी|
    एक बार विशाल जी और मनाली किसी काम से गाव गये थे तब बिच सडक पर एक कार का एक्सीडेंट हो गया था उसमे एक पंद्रह साल की लडकी और उसके पेरेंट्स थे , उसके पेरेंट्स की ओन ध स्पॉट डेथ हो चुकी थी और वो लडकी बेहोश थी विशाल और मनाली जी ने उसका इलाज करवाया बाद में उस लडकी से पता चला की उसके कोई रिश्तेदार नहीं है जो उसे संभाल शके वो काफी कमजोर भी दिख रही थी|
    फिर मनाली जी और विशाल जी ने तय किया की वो इस लडकी को अडॉप्ट कर लेंगे वेसे भी तीनो भाई को एक बहन चाहिए थी|
    अडॉप्ट करने के बाद विशाल जी और मनाली जी ने उसका नाम बदल कर निया रख दिया|
    अक्षत अपनी बहन से बहुत प्यार करता है अपनी बहन पर वो एक खरोच भी बर्दास्त नहीं कर पाता वो जरा सी भी बीमार हो जाये तो वो पूरा घर सिर पर उठा लेता था|
    निया भी सबके साथ घुल मिल गयी थी|
    अभी निया की उम्र तेईस साल है खुबसूरत और एक अच्छी लडकी जिसको पैसो से प्यार नहीं बल्कि अपने परिवार से बहुत प्यार है तीनो भाई अपनी एक लौती बहन पर जान छिडकते है|
    विक्रम राइ सिंघानिया: “ विशाल जी का छोटा भाई, अक्षत के चाचा जी ये भी अपने भाई की तरह शांत है इसे गुस्सा कभी कभी ही आता है पर जब भी आता है तूफान लेकर आता है”

    कविता राइ सिंघानिया:” विक्रम जी की Wife, अक्षत की चाची, इनको पैसो से बहुत प्यार है , उसे खानदान इज्जत बहुत मायने रखती है अपने से लॉ क्लास के लोगो को ये अपने पैरो के घुल समान मानती है, ये भी काफी मिस्टीरियस है”
    युवान राइ सिंघानिया: “ विक्रम और कविता का बेटा, अक्षत का कजिन छोटा भाई, ऋतिक अक्षत और युवान के बिच काफी गहरा प्यार है युवान और ऋतिक अपने प्यार को दिखाते है जबकि अक्षत अपने इमोशन को कभी चहेरे पर नहीं आने देता , पर सबको पता है अक्षत अपने भाइयो से बहुत प्यार करता है पर जताता नहीं है”
    युवान की उम्र पच्चीस साल है वो आज ही बिजनेस स्टडी कम्पलीट करके लंडन से आ रहा है और उसकी तैयारी मनाली कर रही है क्युकी मनाली ने घर के तीनो बेटो में कभी भेदभाव नहीं किया ऋतिक की तरह युवान भी मनाली को अपनी माँ ही मानता है उसकी वजह आगे पता चलेगी|

    TO BE CONTINUE

  • 4. Shaadi : Ek Business Deal - Chapter 4

    Words: 1629

    Estimated Reading Time: 10 min

    Ch – 4
    “ अनर्थ और एक नजर...!!! ”
    अब आगे.............
    विशाल जी ने मनाली से कहा : “युवान की फ्लाइट रात को 11 बजे लैंड करने वाली है आप अभी से जल्दबाजी क्यों कर रही है , थोडा आराम करलो मिसेस विशाल ”
    विशाल जी ने शरारत करते हुए मनाली जी से कहा था |
    मनाली जी : “ये आप कैसी बाते कर रहे है अभी हम लिविंग में खडे है , यहाँ सब देख और सुन रहे है क्या सोचेगे हमारे बारे में की उम्र हो गयी फिर भी यंग कपल की तरफ बिहेव कर रहे है ”
    विशाल जी ने मनाली जी से कहा : “अभी हम यंग ही तो है किसने कहा की हमारी उम्र हो गयी है ? ”
    विशाल जी की बात सच ही थी क्युकी उसकी उम्र 55 साल थी फिर भी वो अभी भी 30 35 साल के यंग लडके की तरह यंग दीखते थे वो बहुत हेंडसम है विशाल जी को देखकर ही पता चल जाता है की अक्षत बिलकुल अपने पापा पर गया है |
    दोनों बाप बेटे काफी हेंडसम थे |
    मनाली ने विशाल जी के सिने पर हाथ मारते हुए कहा :”दादा बनने की उम्र में आप यंग होने का सपने न देखे अक्षत की शादी के बारे में सोचिये 27 का हो गया है पर वो शादी के नाम से कोशो दूर भागता है ”
    तभी पीछे से एक आवाज आई जो और कोई नहीं ऋतिक था |
    ऋतिक मुस्कुराते हुए मनाली के पास आया और बोला :”उसका इन्तेजाम हो गया है माँ ”
    ऋतिक की बात का मतलब न समजते हुए मनाली जी ने उसकी और सवालिया नजरो से देखा |
    तभी विशाल जी ने कहा : “तुम ज्यादा मत सोचो मनु ,मेने और भाईसाहब ने एक लडकी देखि है आज अक्षत को वही ब्लाइंड डेट पर भेजा है , भगवान् से प्राथना करो की दोनों एक दुसरे को पसंद करले क्युकी वो लडकी बिलकुल अक्षत की तरह ही स्मार्ट और टेलेंटेड एक बिजनेसवीमेन है और तुम तो उसे बहुत अच्छे से जानती भी हो ”
    मनाली जी को समज नहीं आ रहा था की वो खुश होए या फिर कंफ्यूज क्युकी उसे आधी बात समज आई पर आधी नहीं आई |
    विशाल जी ने मनाली जी के कंधे पर हाथ रखकर कहा : “मिस्टर विनायक गोयल को तो तुम जानती ही हो ”
    मनाली ने जब ये नाम सुना तो उसके चहेरे पर एक प्यारी सी स्माइल आई और आँखों में नमी भी आ गयी |
    उसने विशाल जी से कहा : “उसे हमसे बेहतर कौन जान सकता है ”
    विशाल जी ने हस्ते हुए कहा : “यही तो बात है विनायक की एक बेटी है बिजनेस के मामलों में बिलकुल विनायक पर गयी है वो भी अक्षत की तरह शादी के नाम से दूर भागती है जब दोनों एक जैसे इंसान मिल जाए तो समजो बात बन जाये |
    मनाली : “उसकी बेटी तो जब वो बहुत छोटी थी तब मेने उसे देखा था उसके बाद वो लोग delhi चले गये की आज तक हमने उसे नहीं देखा , हम सिर्फ विनायक जी से ही मिलते आये है ”
    विशाल जी : “जब वो लोग delhi चले गये उसके बाद विनायक ने अपनी बेटी को बिजनेस स्टडी के लिए USA भेज दिया था वो 2 साल पहेले ही स्टडी कम्प्लीट करके वापस आई है , उसके बाद विनायक का सारा बिजनेस उसने संभाल लिया और विनायक खुद रिटायर हो गया है , उसकी बेटी ने अपनी खुद भी एक कंपनी खडी की है जो मुंबई में है वो काफी दिनों से मुंबई में है 2 दिन पहेले ही विनायक का कॉल आया था वो चाहता है की उसकी बेटी एक अच्छे से लडके से शादी करे जो उसकी बराबर का हो इसलिए मेने भी बिना देर किये उसे कहा की में भी अक्षत की शादी कराना चाहता हु इसलिए उसने कहा की दोनों को ब्लाइंड डेट पर भेजते है ताकि दोनों एक दुसरे को अच्छे से जान पाए ”

    ये सुनकर ऋतिक और मनाली दोनों काफी खुश हो गये तभी ऋतिक को कुछ याद आया तो उसने विशाल जी से कहा : “पापा में भूल ही गया की में यहाँ क्यों आया था , वो डैड ने आपको स्टडी रूम में बुलाया है ”
    विशाल : “ठीक है चलो ”
    विशाल जी और ऋतिक दोनों स्टडी रूम में चले जाते है वही मनाली फिरसे युवान के आने की तैयारी करने में जुट गयी उसने युवान की पसंद का सारा खाना बनवाया उसका कमरा अच्छे से क्लीन करवाया |
    वही स्टडी रूम का माहौल काफी शांत था वहा एक बडी हेड चेयर पर एक आधेद उम्र का आदमी बेठा था जिसकी उम्र करीब 58 साल होगी |
    ये है विजय राइ सिंघानिया अक्षत के बडे पापा |
    वहा उसके आलावा सोफे पर विश्वजीत जी अक्षत के दादा , विक्रम और विशाल भी बेठे थे वही सामने चेयर पर ऋतिक बेठा था |
    सबको वहा देखकर सब समज गये की जरुर विजय जी कुछ जरूरी बात करना चाहते है तभी सबको यहाँ बुलाया है |
    विजय जी का रौब ही ऐसा था की सब उसके सामने भीगी बिल्ली बन जाते थे किसी की इतनी हिम्मत नहीं थी की कोई उससे नज़रे मिलाकर बात कर शके |
    स्टडी रूम की शांति को भंग करते हुए दादा जी ने विजय से कहा : “क्या बात है विजय जो तुमने सबको यहाँ बुलाया ? ”
    विजय जी ने पहेले एक नजर सबको देखा फिर विशाल जी से कहा : “क्या उससे बात हुई कब आ रहा है वो ? ”
    विशाल जी : “अभी ऑफिस में होगा शायद ”
    विजय : “अगर वो ब्लाइंड डेट पर जाने से मना करे तो मेरी उसे बात करवाना ”
    फिर उसने सबको देखते हुए कहा : “आप सब अच्छे से जानते है की अक्षत का 27 का होने से पहेले उसकी शादी हो जानी चाहिए वो तो कभी शादी के लिए हां नहीं कहने वाला इसलिए में सोचा है जोर जबरदस्ती से ही सही पर उसकी शादी तो हम करवा कर ही रहेगे इसलिए हमने एक लडकी देखि है जो शायद हमारे अक्षत को बदल शके ”
    दादा जी : “क्या ? ये तो बहुत अच्छी बात है पर क्या अक्षत शादी के लिए तैयार होगा ? ”
    विजय :”उसे शादी करने के लिए जो भी करना पडे वो कीजिये वो 3 महीने बाद 27 का हो जाएगा अगर तब तक उसकी शादी नहीं हुई तो आप जानते है क्या होगा ? ”
    ये सुनकर सबके चहेरे पर परेशानी की लकीरे छा गयी |
    विजय जी ने ऋतिक को देखते हुए कहा : “अक्षत को शादी के लिए तुम मनाओगे , आज उस लडकी के साथ उसकी ब्लाइंड डेट फिक्स की है में चाहता हु की तुम उसे कैसे भी करके वहा भेजो मुझे पता है हरबार की तरह वो इस लडकी को भी कुछ न कुछ बहाना बनाकर भगा देगा ”
    ऋतिक : “डोंट वार्री डेड में उसे मना लूँगा आप टेंसन मत लीजिये ”
    फिर विजय जी ने विक्रम की और देखते हुए कहा : “तुम महागुरु जी से बात करो जल्द से जल्द उसकी शादी का मुहरत निकलवाओ अब में और वेट नहीं करना चाहता अगर देर हो गयी तो अनर्थ हो जायेगा ”
    फिर विजय जी ने विशाल जी की और देखकर कहा : “तुम उस लडकी की कुंडली लेकर महागुरुजी को दिखाओ और विनायक से भी बात करलो हो शके तो उसे भी मुंबई बुला लो आमने सामने बात होगी तो अच्छा रहेगा मेने सुना है उसकी लडकी भी शादी नहीं करना चाहती और हमारा बेटा भी शादी करना नहि चाहता तो अगर दोनों की सोच मिल रही है तो जरुर वो दोनों शादी के लिए रेडी तो हो ही जायेगे ”
    ये सुनकर ऋतिक के मन में काफी परेशान करने वाले सवाल आ गया वो मन ही मन बोला : “ओह गोड अब आप ही कोई रास्ता दिखाओ दोनों एक जैसे है अगर दोनों आमने सामने भी आ गये तो वहा वॉर होने से ओई नहीं रोक पायेगा मुझे अभय से बात करनी होगी नहीं नहीं अक्षत से ही बात करता हु "
    ऐसे ही थोडी बहुत बात चित के बाद सब डाइनिंग टेबल पर आ गये डिनर के लिए |
    वही दूसरी और अनायरा मयंक के भेजे हुए एड्रेस पर पहोच गयी थी वो एक बडी सी फाइव स्टार होटल थी ये होटल मुंबई की टॉप one होटल में से एक थी जहा बडे बडे बिजनेस में सेलेब्रिटी पार्टी और डिनर के लिए आते थे |
    अनायरा ने देखा एड्रेस में vip रूम का नंबर है |
    अनायरा ने अभी भी ब्लैक बिजनेस शूट पहना था जिसमे वो काफी एलीगेंट लग रही थी पुरे दिन काफी मीटिंग और वर्क करने के बाद भी उसके चहेरे अपर कोई भी थकावट नजर नहीं आ रही थी |
    वो होटल में जैसे ही इंटर हुए मेनेजर उसके पास आया उसका वेलकम करने के लिए , क्युकी अनायरा को सब जानते थे वेसे तो वो लॉ प्रोफाइल रहती थी पर उसकी कंपनी आये दिन न्यूज़ में आती थी की बहुत कम वक्त में उसकी कंपनी के शेयर आसमान छू रहे थे , जिसके लिए अनायरा ने एक इंटरव्यू दिया था उसके बाद वो नाही कभी न्यूज़ में और ना ही कभी सोशल मीडिया में आई है |
    वही उसी होटल के लिफ्ट के पास अक्षत किसी से फ़ोन पर बात कर रहा था |
    oncall......
    अक्षत ने बिना भाव के कहा : “में समज गया आप टेंसन मत लीजिये ”
    सामने और कोई नहीं ऋतिक था उसे डर था की कही आज अक्षत अपने गुस्से में आपा खो न दे वरना कयामत ही आ जायेगी , इसलिए उसने पहले से ही अक्षत से कहा रहा की जो भी लडकी हो वो उसके सामने गुस्सा न करे और शांत तरीके से सब हैंडल करे |

    ऋतिक सब कुछ काफी देर से अक्षत को समजा रहा था पर अक्षत का ध्यान तो कही और ही था |

    TO BE CONTINUE

  • 5. Shaadi : Ek Business Deal - Chapter 5

    Words: 1701

    Estimated Reading Time: 11 min

    Ch – 5
    “ अक्षत अनायरा आमने सामने ”
    अब आगे....................
    ऋतिक सब कुछ काफी देर से अक्षत को समजा रहा था पर अक्षत का ध्यान तो कही और ही था |

    वो सामने से आ रही एक खुबसूरत लडकी को देखने में बिजी था जो और कोई नहीं बल्कि अनायरा थी |
    उसकी खूबसूरती में एक पल तो अक्षत खो ही गया था वो सेन्स में तब आया जब ऋतिक ने जोर से उस पर चिल्लाया ऋतिक की तेज आवाज से अक्षत का चहरा सख्त हो गया उसने दांत पिसते हुए कहा : “अगर अब आगे फिरसे कॉल किया तो तुझे घर पर आकर मुझसे कोई नहीं बचा पायेगा ”
    ये सुनकर ऋतिक के मुह से कुछ नहीं निकला उसने जल्दी से कॉल कट कर दिया वो अक्षत के गुस्से से अच्छे से वाकिफ था वो अक्षत से बडा जरुर था पर घर के बडे मेम्बर भी अक्षत के गुस्से से डरते थे |
    वही अक्षत ने कॉल कट होने के बाद फिरसे पीछे मूड कर देखा जहा से पहले अनायरा आई थी पर अब वो वहा नहीं थी |
    अक्षत ने अपने आपको ठीक किया और लिफ्ट से टॉप फ्लोर पर चला गया जहा सिर्फ 3 बडे vip कमरे थे |
    जहा एक कमरा अक्षत के लिए हमेशा बुक रहता था क्युकी ये होटल अक्षत का खुदका था | वो टॉप फ्लोर पहोचा ही था की अभय का कॉल आया अक्षत ने कॉल रिसीव किया |
    अभय ने घबराते हुए : “तू ठीक तो है न ? तू गुस्सा तो नहीं है न भाई ? सब कैसे चल रहा है ? लडकी कैसी है ? ”
    जब अक्षत को काफी इरिटेटिंग हुई तो उसने बिना अभय से कुछ बोले कॉल कट कर दिया और गुस्से से फोन को स्विच ओफ कर दिया |
    और vip कमरे की और जाने लगा तभी कोई उससे काफी बुरी तरह से टकराया |
    अक्षत ने उस इंसान को जल्दी से पकड लिया ताकि वो गिरे नहीं जब उसने सामने वाले इन्सान को देखा तो वो एक पल के लिए उसे देखता ही रह गया क्युकी वो और कोई नहीं अनायरा थी , अनायरा अपने डैड से बात करते हुए आ रही थी फ़ोन पर फोकस होने की वजह से उसे अक्षत दिखा नहीं और वो दोनों एक दुसरे से टकरा गये |
    अक्षत ने उसकी कमर पकडकर अपनी और खिंचा हुआ था ताकि वो गिरे नहीं वही अनायरा का चहेरा गुस्से से लाल हो गया था , वो कभी किसी भी लडके को अपने करीब बर्दास्त नहीं कर पाती थी और यहाँ अक्षत को उसके बहुत ज्यादा करीब था |
    अनायरा हिल्दुलने लगी जिसे अक्षत सेन्स में आया और उसका चहेरा वापस कोल्ड हो गया उसने अनायरा को ठिक से खडा किया तभी अनायरा ने अपने दांत पिसते हुए कहा :”खुबसूरत लडकी देखि नहीं की आ गये लाइन मारने के लिए , तुम्हरी उतनी भी हेसियत नहीं की तुम मेरे सामने खडे भी हो शको , समज गये ? ”
    इतना बोलकर वो वहा से तेजी से चली गयी |
    वही अक्षत को उसकी बात से काफी ज्यादा गुस्सा आ गया , वो उसके पीछे जाने लगा वो मन ही मन :”आज पता नहीं सुबह से ऋतिक और अभय मेरा सर खा गये ब्लाइंड डेट की वजह से , और एक ये है जो मुझे सुना रही है क्या ये मुझे जानती नहीं की में कौन हु ? शायद इसे बताना पडेगा की आखिर अक्षत राइ सिंघानिया क्या चीज है ”
    वो उसके पीछे जाने लगा तभी सामने का नजारा देखकर उसके चहेरे पर डेविल स्माइल आ गयी वो मन ही मन बोला :”ओह्ह तो ये बात है तो तुम ही हो वो लडकी जिसके साथ मेरे बडे पापा ने ब्लाइंड डेट फिक्स की है , नोट bad , अब इसके साथ खेल खेलने में मजा आयेगा “ इतना बोलकर वो उसके पीछे जाने लगा |
    अक्षत के ही कमरे में अनायरा आ गयी थी जसिसे अक्षत को पता चल गया था की उसकी डेट वही लडकी है जो उसे थोडीदेर पहेले उसे सुनाकर गयी थी |
    वही अनायरा in सबसे अनजान उस लक्जरी कमरे में एंटर हुए उस कमरे को देखकर उसे कोई हैरानी नही हुई , क्युकी वो खुद जब भी बिजनेस ट्रिप पर जाती ऐसे ही बडे लक्जरी कमरे में रूकती थी उसे सारी फैसिलिटी चाहिए होती थी वो बिना जरूरी चीजो के कभी मैनेज नहीं करती थी , ये उसकी आदत थी उसे ऐसी वेसी चीजे पसंद नहीं आती थी |
    वो उस लक्सरी suite में इंटर हुए और वहा बडे सोफे पर बडे ही रौब के साथ बेठ गयी उसके चहेरे पर कोई भाव नहीं थे |
    वही अक्षत ने किसी से कॉल पर कुछ बात की और उससे बात करने के बाद उसके चहरे पर एक मिस्टीरियस स्माइल आ गयी उसने अपना फ़ोन जेब में रखा और अपने suite की और जाने लगा |
    उसने suite का डोर ओपन किया और अंदर गया उसने देखा सोफे पर कोई नहीं है तभी उसकी नजर बडे ग्लास विंडो के पास खडी अनायरा पर गयी |
    एक बार फिर अक्षत उसकी खूबसूरती में खोने लगा पर वक्त रहते उसने अपने आपको संभाला और वापस उसके चहेरे पर कोल्डनेस आ गयी |
    अक्षत ने अपने दोनों हाथ जेब में रखे और बडे ही रौब के साथ कहा : “हेल्लो मिस गोयल ”
    अक्षत की आवाज सुनकर अनायरा पीछे पलती जब उसने वही कोरिडोर वाला लडका देखा तो उसके चहेरे पर गुस्से के भाव आ गये उसने कहा :”तो तुम मेरा पीछा करते हुए यहाँ तक पहोच गये तुम जानते भी हो की तुम अभी कहा हो ”
    अनायरा ने अभी तक अक्षत को ठीक से देखा तक नहीं था क्युकी उसके सामने जो भी उसके लिए कोई मायने नहीं रखता था सिवाय उसके डैड के |
    अक्षत के चहेरे पर एक तिरछी मुस्कराहट आ गयी तभी suite में मेनेजर इंटर हुआ उसके साथ वेटर भी था जिसके साथ में बडी ट्रौली थी जिसमे कॉफ़ी और स्नैक्स रखे गये थे |
    अभी रात के 9 बज रहे थे |
    मेनेजर ने अक्षत को ग्रिट करते हुए कहा : “ गुड इवनिंग मिस्टर सिंघानिया आपका suite आपके आने से पहेले ही रेडी करवा दिया था अगर किसी चीज की जरूरत हो तो मुझे याद कीजियेगा “
    अक्षत ने रौब से उसे ऊँगली से जाने का इशारा किया |
    तब जाकर अनायर ने अक्षत को गोर से देखा उसके कान में वही मेनेजर की बात सुनाई दे रही थी जिसने कहा था मिस्टर सिंघानिया |
    तभी उसके फ़ोन पर मयंक का मेसेज आया जिसमे लिखा था : “बॉस में पहेले ही बता देना चाहता था पर मेरी हिम्मत नहीं हो रही थी , इसलिए में मेसेज कर रहा हू आपकी ब्लाइंड डेट किसी और के साथ नहीं बल्कि अक्षत राइ सिंघानिया के साथ है , जिसको आप अपना दुश्मन मानती है जो आपका राइवल है ”
    ये पता चलते ही अनायरा का दिमाग ठनक गया क्युकी वो अगर किसी से सबसे ज्यादा नफ़रत करती थी , वो था अक्षत क्युकी जब उसने अपनी कंपनी शुरू की थी तब उसे काफी बडे बडे कॉन्ट्रैक्ट मिलते थे और हर बार अक्षत की वजह से उसका प्रोजेक्ट रिजेक्ट हो जाता था क्युकी अक्षत का प्रोजेक्ट हमेशा बेस्ट रहता था , जिसे अनायरा को धीरे धीरे उसे नफ़रत होती गयी थी उसे लगता था की अक्षत जान्बुज कर ये सब कर रहा है , पर अक्षत को in सबके बार में कुछ नहीं पता था ,
    वो मिस गोयल मतलब अनायरा को जानता था पर उसने कभी अनायरा को देखा नहीं था और कभी उसे देखने की अक्षत को इच्छा भी नहीं हुई थी | अनायरा की हर एक मीटिंग मयंक हैंडल करता था जिसे अक्षत ने कभी अनायरा को और अनायरा ने कभी अक्षत को नहीं देखा था |
    अनायरा अक्षत को गिराने के लिए काफी कोशिश कर चुकी थी जिसके बारे में अक्षत अच्छे से जनता था पर जब तक उसका बिजनेस लोस में नहि जाता तब तक उसे कोई फर्क नहीं पडता और आज तक अनायरा ने उसके बिजनेस पर कभी वार नहीं किया था क्युकी वो हमेशा प्रोफेशनल तरीके से काम करती थी अगर बिजनेस राइवल है तो उसे सामने से टक्कर देकर गिराने में वो बिलीव करती थी आज उसकी महेनत रंग लायी थी आज जहा अक्षत और वो साथ में मीटिंग में होते तो उसका प्रोजेक्ट हमेशा सेलेक्ट किया जाता था पर पिछली मीटिंग में ऐसा कुछ हुआ था जिसे अक्षत और अनायर दोनो एक दुसरे को देखना तक पसंद नहीं करते थे |
    तब उस मीटिंग में दोनों एकदूसरे से मिल नहीं पाए थे आज तक दोनों कभी आमने सामने नहि आये थे क्युकी अनायरा का असिस्टेंट मयंक ही अनायरा की सारी मीटिंग अटेंड करता था उसे दुनिया के सामने ज्यादा आना पसंद नहीं था इसलिए |
    पर जब अक्षत अपने suite में आ रहा था तब उसने कुछ सोचा और अभय को कॉल किया |
    अक्षत ने बिना भाव से कहा : “जिस लडकी के साथ आज मेरी डेट है उसका नाम क्या है ? ”
    जब अभय ने अक्षत का ऐसा सवाल सुना तो उसके हाथ पैर ठन्डे पड गये |
    जब अभय ने कोई जवाब नहीं दिया तो अक्षत को डाल में कुछ काला लगा उसने फिरसे अभय से पूछा : “अगर अगले 2 सेकंड में ” वो इतना ही बोला था की अभय बोल पडा : “मिस गोयल जो तेरी बिजनेस राइवल है मिस्टर विनायक गोयल की बेटी और तेरे पापा के बेस्ट फ्रेंड की बेटी ”
    इतना सुनकर अक्षत के चहरे पर एक मिस्टीरियस स्माइल आ गयी और वो कमरे में आ गया |
    प्रेजेंट.............
    मेनेजर के जाने के बाद अनायरा के चहेरे पर डेविल स्माइल आ गयी और वो अक्षत कि और आते हुए बोली : “ओह तो आप है मिस्टर सिंघानिया बहुत सुना है आपके बारे में हर बार बाजी मार जाते है आप | आपको पता है आपकी वजह से आज तक में नंबर one पोजीशन पर पहोच नहीं पायी पता है क्यों ? क्युकी आपकी हर बार मेरी डील लेकर चले जाते है ”
    अक्षत अनायरा के पास आते हुए : “मुझे नहीं पता था की मिस गोयल के दिल में मेरे लिए इतनी ज्यादा नफ़रत भरी हुई है ”
    अनायरा ने टेबल पर रखा vine का गिलास उठाया और एक सिप लेते हुए कहा : “ आपके दिल में भी मेरे लिए नफ़रत तो जरुर होगी ? ”




    TO BE CONTINUE

  • 6. Shaadi : Ek Business Deal - Chapter 6

    Words: 1397

    Estimated Reading Time: 9 min

    Ch – 6
    “ रिजेक्शन और गुस्सा...!!! ”
    अब आगे..............

    दोनों की वॉर शब्दों से शुरू हो गयी थी |
    अक्षत सोफे पर बेठा और अपने ग्लास में vine डाली और पिने लगा |
    फिर उसने अनायरा की और देखते हुए कहा :”अब डिनर तो कर ही सकते है ”
    अनायरा ने अपने vine का ग्लास टेबल पर रखते हुए गहरी आवाज में बोली : “आपके साथ खाने से मेरे पेट में खाना डाइजेस्ट नहीं होगा इसे बहेतर है की में , या तो आप यहाँ से चले जाए , दोनों की इसी में भलाई है ”
    अक्षत ने vine का घुट लेते हुए कुटिल स्माइल के साथ कहा :”ये suite मेरा है तो भला मे क्यों बहार जाऊ ? और तुमने पहेले क्या कहा था की मेरी इतनी हेसियत नहीं की में तुम्हारे सामने खडा भी रहू | तुम जानती भी हो तुम किसके साथ पंगा ले रही हो ? ”
    अनायरा ने कोल्ड आवाज में कहा : “अच्छे से जानती हु की मे किसके साथ पंगा ले रही हु , मुझसे बहेतर आपको कौन जान पायेगा , क्युकी आप तो मेरे खास दुश्मन जो है ”
    इतना बोलकर उसने अक्षत की और अपनी एक आई विंग की |
    ये अक्षत की कई ऐसी पहचान है जो कुछ गिने चुने लोग ही उसके बारे में जानते है |
    पर जब अक्षत ने अनायरा के मुह से बात में छुपे व्यंग को समजकर ज्यादा हैरानी नहीं हुई उसे अंदाजा था की अनायरा बिलकुल उसके जैसे ही है अक्षत भी अपने दुश्मन की हर एक खबर रखता था जितना वो अपने दोस्त के बारे मे नहि जाता था उसे ज्यादा वो अपने दुश्मन के बारे में जानता था |
    अक्षत ने डेविल स्माइल के साथ खडा हुआ और vine का ग्लास घुमाते हुए : “नोट bad मिस गोयल तुम टक्कर की दुश्मन हो मेरी देखा जाये तो हम दोनों एक जैसे है में भी अपने दुश्मन पर हर पल नजर रखता हु और सही मौके का इंतजार करता हु पर मेने कभी तुम्हे अपना दुश्मन नहीं माना नाही तुम मेरी बिजनेस राइवल हो ”

    अनायरा अक्षत को एक नजर भी बर्दास्त नहीं था वो इरिटेट हो रही थी |
    अनायरा खडी हुई और अपना बेग लेते हुए बोली : “जो भी हो पर तुम मेरे टाइप के तो बिलकुल नहीं हो और में शादी जैसी चीजो में विश्वास नहीं करती , i होप की हम दुबारा कभी न मिले ” इतना बोलकर वो जाने लगी तभी अक्षत ने बिना मुडे ही कहा : “अपने डैड को क्या जवाब दोगी ? क्या तुम अपने डैड को उसके दोस्त के सामने शर्मिंदा करना चाहती हो ? ”
    ये सुनकर अनायरा के कदम थम गये वही अनायरा को खडे होते देख अक्षत के चहेरे पर एक मिस्टीरियस स्माइल आ गयी |
    अक्षत मन ही मन बोला : “लगा तीर निशाने पर ”
    अनायरा ने मूड कर एक नजर अक्षत को देखा वो पहली बार अक्षत को गोर से देख रही थी |
    अक्षत ने भी उसकी तरह ब्लैक बिजनेस शूट पहना था , जिसमे वो बहुत ज्यादा हेंडसम लग रहा था अनायरा को उसे कोई फर्क नहीं पडा , जिसे अक्षत पहेले से ही इम्प्रेस हो गया था वरना उसके सामने जो भी लडकी आती और उसे देखती तो उसके करीब जाने के बारे में सोचा करती और यहाँ अनायरा तो उसे सख्त नफ़रत करती है जिससे अक्षत को काफी मजा आ रहा था , क्युकी आज पहेली बार कोई लडकी उसके टक्कर की मिली थी फिर चाहे पावर में हो या फिर बिजनेस में या फिर पर्सनालिटी में |
    अनायरा ने अक्षत को घूरते हुए कहा : “तुम्हारे कहने का मतलब क्या है ? ”
    अक्षत तिरछी स्माइल करते हुए कहा : “तुम क्या सच में मुझे नहीं जानती की में कौन हु ? ”
    अनायरा ने अपनी आँखे रोल की और कहा : “मुझे तुम्हारे बारे में जाने में कोई इंटरेस्ट नहीं है साफ साफ बताओ वरना में जा रही हु ”
    अक्षत सोफे पर लींन होकर बेठ गया और बोला : “ठीक है जाओ फिर अपने डैड को जवाब देना की तुम उसके दोस्त विशाल राइ सिंघानिया के बेटे को कैसे रिजेक्ट करके आई हो”
    ये सुनकर अनायरा के चहरे पर हैरानी के भाव आ गये उसे नहीं पता था की अक्षत के पापा ही उसे डैड के दोस्त है | वो विशाल जी को अच्छे से जानती थी पर कभी उसके बेटे के बारे में उसने सुना नहीं था |
    अनायरा अक्षत की और ऊँगली पॉइंट किये हुए सवालिया नजरो से बोली : “मतलब तुम विशाल अंकल के बेटे हो ?”
    अक्षत ने कोई जवाब नहीं दिया बस डेविल स्माइल पास की |
    अनायरा ने मजाक वाली स्माइल की और बोली : “कहा विशाल अंकल और कहा तुम तुम दोनों में जमींन आसमान का फर्क है , पर मुझे उससे कोई फर्क नहीं पडता की तुम किसके बेटे हो और वेसे भी तुम्हारी जगह कोई और होता तो भी में उसे रिजेक्ट करके ही जाती , क्युकी मुझे कोई शादी वादी नही करनी ”


    अनायरा के मुह से अपने लिए रिजेक्शन सुनकर अक्षत का चहेरा सख्त हो गया |
    आज तक किसी की इतनी हिम्मत नहीं हुई थी की वो अक्षत को उसके मुह पर मना करे और यहाँ अनायरा काफी देर से उसे ना कहे जा रही थी जिससे अक्षत का गुस्सा सातवे आसमान पर पहोच गया और वो तेजी से अपनी जगह पर खडा हुआ और पीछे मूडा तो वो हैरान रह गया और अगले ही पल वो और भी ज्यादा गुस्सा हो गया क्युकी अनायरा बिना कुछ भी कहे वहा से चली गयी थी |
    अक्षत तेजी से बहार आया उसने देखा अनायरा लिफ्ट की और जा रही है |
    वो उस तक पहोचा ही था की अनायरा लिफ्ट के अंदर चली गयी एंड वक्त पर अक्षत भी उस लिफ्ट में आ गया और अनायरा को अपने करीब खीच लिया उसके चहेरे पर दुनियाभर का गुस्सा था |
    अनायरा ने जब ये सब देखा तो वो सदमे में चली गयी क्युकी उसे सम्भालने का मौका ही नहीं मिला और अचानक अक्षत ने उसे अपने करीब खीच लिया |
    अनायरा को अक्षत का ऐसा बर्ताव बिलकुल अच्छा नहि लगा वो काफी गुस्सा हो गयी और अक्षत के सिने पर हाथ मारते हुए बोली : “छोडो मुझे , क्या कर रहे हो अगर में चाहू तो दुनिया के सामने तुम्हे बदनाम कर सकती हु मुझसे दूर रहो तुम मुझे तुम बिलकुल बर्दास्त नहीं हो ”
    अक्षत ने उसकी चहेरे को अपने एक हाथ से कसकर पकडा और उसे अपने चहरे के करीब किया |
    अक्षत की आँखे गुस्से से लाल हो गयी थी उसकी आँखों को देखकर एक पल के लिए अनायरा अंदर तक कांप गयी पर उसे अपना डर चहरे पर नहीं आने दिया वो कभी अपने इमोशन चहरे पर नहीं लाती थी |
    अनायरा उसकी पकड से छूटने की कोशिश कर रही थी और उसका ये बर्ताव अक्षत के गुस्से को हवा दे रहा हा |
    अक्षत ने गुस्से से दांत पिसते हुए कहा : “क्या कहा था तुमने की तुम्हे मुझे कोई इंटरेस्ट नहीं है , तुम जानती भी हो लडकिया मेरे करीब आने के लिए तडपती है और तुम हो की मुझसे जुबान लडा रही हो | तुममे इतनी हिम्मत आ गयी की तुम अक्षत राइ सिंघानिया को निचा दिखाओगी | अब देखती जाओ की तुमने किसके साथ पंगा लिया है | अगर तुम सामने से मेरे पास मेरे ऑफिस नहि आई तो मेरा नाम भी अक्षत राइ सिंघानिया नहीं , सिर्फ 24 घंटे , अगले 24 घंटे के बाद तुम खुद मेरे ऑफिस में मेरे सामने खडी होगी just वेट एंड वाच अब तुम असली अक्षत राइ सिंघानिया से मिलोगी , अब तक मेने कभी तुम पर वार नहीं किया क्युकी तुम्हारी वजह से मेरे बिजनेस में कभी कोई इफ्फेक्ट नहीं पडा , पर आज तुमने मेरे ईगो को हर्ट करके तुम्हे मेरे अंदर के हैवान को जगा दिया है अब दर्द भरी जिंदगी के लिए तैयार हो जाओ मिस गोयल ”
    तभी लिफ्ट का डोर ओपन हुआ दोनों अभी काफी करीब खडे थे अगर कोई दूर से देखे तो ऐसा ही लगेगा की दोनों एक दुसरे से प्यार कर रहे है |
    तभी किसी के ताली बजाने की आवज आई जिसे अनायरा जो अक्षत के इस रूप को देखकर अंदर तक डर गयी थी वो और अक्षत सेन्स में आये | दोनों ने बहार की और देखा जहा लिफ्ट के बहार एक इंसान खडा था उस शख्स को देखकर दोनों की आँखे हैरानी से फैल गयी |

    TO BE CONTINUE

  • 7. Shaadi : Ek Business Deal - Chapter 7

    Words: 1677

    Estimated Reading Time: 11 min

    Ch – 7
    “ क्यूट और मासूम अनायरा ”
    अब आगे............

    दोनों ने बहार की और देखा जहा लिफ्ट के बहार एक इंसान खडा था उस सक्श को देखकर दोनों की आँखे हैरानी से फैल गयी |


    दोनों के सामने एक 30 साल का आदमी खडा था जिसने अभी ग्रे बिजनेस शूट पहना था वो बहुत ज्यादा हेंडसम लग रहा था उसे देखकर ही पता लगाया जा शकता था की वो इंडियन नहीं है क्युकी वो काफी गोरा था और उसके बाल भी हल्के भूरे थे |

    उस आदमी के चहरे पर एक स्माइल थी वो किस लिए वो तो आगे ही पता चलेगा वो ताली बजाते हुए लिफ्ट के डोर के पास खडा हो गया |
    तब जाकर अनायरा और अक्षत सेन्स में आये अक्षत ने जल्दी से अनायरा को छोड दिया |
    फिर दोनों एक दुसरे को नफ़रत भरी नजरो से देखने लगे अगर वो चाहे तो अभी दोनों एक दुसरे का खून करदे पर सामने वाले इंसान के सामने वो अपनी नफ़रत बहार नहीं निकाल शकते |
    उस आदमी को देखकर दोनों के मुह से एक साथ निकला : “मिस्टर डेविड...”
    दोनों लिफ्ट से बहार आये |
    अनायरा ने चहेरे पर एक नकली स्माइल लाते हुए मिस्टर डेविड की और हाथ बढाते हुए कहा : “मिस्टर डेविड आप यहाँ ? ”
    वही अक्षत जो पहेले काफी गुस्सा था मिस्टर डेविड को देखकर उसक गुस्सा पल भर में गायब हो गया उसके चहरे के भाव एक दम शांत हो गये |
    डेविड ने अनायरा की और मुस्कुराते हुए उसके साथ हाथ मिलाते हुए कहा :”यस मिस गोयल , वो क्या है मुझे ये होटल काफी पसंद आई इसलिए मैंने इसी होटल में रुका हुआ हु ”
    फिर उसने अक्षत की और हाथ मिलाते हुए कहा : “लगता है आप दोनों मेरी डील के लिए मान गये है ”
    ये सुनकर अनायरा और अक्षत के चहेरे के भाव सख्त हो गये वो दोनों कैसे भूल सकते थे की यही इंसान है जिसकी वजह से कुछ दिनों से अनायरा और अक्षत दोनों एक दुसरे का नाम सुनना भी पसंद नहि करते थे |
    अक्षत सफाई देते हुए : “ऐसा कुछ नहीं है मिस्टर डेविड ”
    मिस्टर डेविड ने एक नजर दोनों देखा फिर कहा : “तुम दोनों के पास सिर्फ 3 दिन का वक्त है उसके बाद में अमेरिका वापस जा रहा हु | 3 दिन बाद हम तीनो वापस मीटिंग करेगे अगर आपने मेरी डील ठुकरा दी तो समजलो की आगे की डील तुम दोनों में से किसी को नहीं मिलेगी | साथ ही आप दोनों भी जानते हो की इस डील से तुम दोनों को कितना फायदा होने वाला है , सोच समजकर डिसीजन लेना मुझे तुम दोनों काफी पसंद हो अपने काम को लेकर काफी डेडिकेटेड हो इसलिए में सबसे पहले तुम दोनों को ऑफर दिया है , इस बारे में शांति से सोचना जरुर | क्या पता आगे फ्यूचर में इस डील की वजह से आप दोनों को एक अच्चा पार्टनर मिल जाए ”
    ये सुनकर अनायरा और अक्षत ने एक दुसरे को नफ़रत भरी नजरो से देखा और उसने अक्षत से मुह फेर लिय जिससे अक्षत को काफी गुस्सा आया पर वो मिस्टर डेविड के सामने अनायरा पर गुस्सा नहि कर सकता वरना सब पर पानी फिर जाता इसलिए उसने डेविड के साथ बात खत्म करते हुए कहा :”हम 3 दिन बाद मीटिंग करते है ”
    डेविड जाने के लिए मूडा ही था की वो वापस दोनों की तरफ पलट कर बोले : “वेसे में लोगो को पहली नजर में ही अच्छे से जान लेता हु , इसलिए कहना चाहता हु तुम दोनों की जोडी बेस्ट है मेरा डिसीजन सही था ”
    फिर उन्होंने ने दोनों की देखा और वहा से चले गये |
    उसके जाने के तुरंत बाद अनायरा ने अक्षत को फुल इग्नोर किया और बहार की और जाने लगी |
    अक्षत को ये बिलकुल बर्दास्त नहीं था की कोई उसे यु इग्नोर करे |
    वो काफी गुस्से में था पर कुछ सोचकर उसने गुस्से में खुद से कहा : “मुझे इग्नोर करने की आज तक किसी में हिम्मत नहीं हुई और आज ये लडकी सरे आम मुझे बार बार इग्नोर कर रही है में तुम्हे छोड़ूंगा नहीं , मिस गोयल just वेट एंड वाच ”
    इतना बोलकर उसके चहेर पर एक डेविल स्माइल आ गयी और उसने फ़ोन निकल और सामने वाले से कुछ कहा जिसे सामने वाला एक पल के लिए हैरान रह गया पर वो अपने बॉस को सामने से सवाल नहि कर सकता था इसलिए ओके कहकर कॉल कर दिया |
    अक्षत पार्किंग में आया उसकी कार के पास ड्राईवर पहेले से ही खडा था | ड्राईवर ने बेक सीट का डोर ओपने किया और अक्षत बेठ गया |
    और कार सिंघानिया मेंशन की और जाने लगी |
    वही दूसरी और अनायरा का घर थोडी ही दुरी पर था यहाँ उसका एक खुबसूरत विला था जो बहुत ही सुन्दर और लक्जरी था |
    अनायरा ने अपने विला की डिजाईन खुद बनवाई थी उसे इंटीरियर डिजाईन का काफी अच्छा नोलेज था उसने पुरे विला को वाइट थीम से बनवाया था जो रात को चाँद की रौशनी में चमक उठता था |
    अनायरा की कार विला के में गेट से अंदर होकर आई और ड्राईवर ने बेक सीट का डोर ओपन किया और अनायरा काफी गुस्से में थी उसको देखकर विला में काम कर रहे सर्वेंट काफी डर गये सब जानते थे जब भी अनायरा गुस्सा होती किसी न किसी की शामत आ जाती थी |
    वो हॉल में जैसे ही इंटर हुए की तभी किसी की आवाज उसके कानो में पडी और उसके कदम जो सिडियो की और जा हि रहे थे वो थम गये और उसके चहेर पर जितना गुस्सा था वो एक पल में गायब हो गया |
    अनायरा ने आँख बंध करके खुदके गुस्से को कंट्रोल किया और चहेरे पर एक प्यारी स्माइल आ गयी |
    ये अनायरा ऑफिस वाली अनायरा से बिलकुल अलग थी अगर कोई इसे ऐसे देखे तो यही समज जाए की अनायरा कभी गुस्सा नहीं करती पर उसके करीबी उसे अच्छे से जानते थे की अनायरा अपने डैड के लिए अलग है और दुसरो के लिए अलग |
    अनायरा सिर्फ अपने डैड के सामने ही गुस्सा नहीं करती थी विनायक जी जानते थे की उसकी बेटी को गुस्सा बहुत आता है पर कभी वो उसके सामने गुस्सा नहीं करती थी |
    अनायरा ने पीछे मूड कर देखा तो वहा उसके पापा खडे थे |
    अनायरा के पापा आज ही दोपहर को delhi से मुंबई आये थे , ये बात अनायरा जानती थी क्युकी उसके डैड का मुंबई में भी बिजनेस है इसलिए वो उसकी मीटिंग के लिए ये आये थे और भी बात थी जिसकी वजह से वो मुंबई आये थे जिसके बारे में अनायरा को नहीं पता था |
    अनायरा अपने डैड के गले लग गयी |
    विनायक ने उसे अपने गले से लगाकर उसके सर को सहलाते हुए कहा : “कैसा है मेरा बच्चा ”
    अनायरा ने मुह बनाते हुए कहा : “आपके बिना में कैसी होगी डैड आपको कितनी बार कहा है की आप मेरे साथ मुंबई शिफ्ट हो जाये | पर आप है की मेरी एक नहीं सुनते आपके सिवा मेरा है ही कौन | में आपके साथ रहना चाहती हु ”
    अनायरा एक छोटी बच्ची की तरह बोल रही थी वो अभी एलीगेंट नहीं बल्कि एक क्यूट और मासूम लडकी लग रही थी |

    विनायक जी ने मौके का फायदा उठाते हुए कहा : “में यहाँ रहने आउगा पर तब जब तुम शादी करोगी , उससे पहेले में नहीं आना वाला ”
    शादी की बात सुनकर अनायरा के चहेर पर एक तेज दर्द की लहर दौड गयी उसके आँखों में एक पल के लिए उदाशी छा गयी पर अलगे ही पल उसने खुद के भाव नार्मल किया और अपने डैड से कहा : “आप अच्छे से जानते है में कभी शादी नहीं करने वाली , मुझे शादी जैसे रिस्तो से सख्त नफ़रत है जिसमे सिर्फ फायदा नुकशान ही देखा जाता है ना की लोगो के दिलो की भावना इसलिए में ऐसे बंधन में नहीं बंधना चाहती जहा सिर्फ नुकशान और फायदा ही देखा जाता हो ”
    विनायक जी मन ही मन खुद से बोले : “पता नहीं कब मेरी बेटी को शादी पर विश्वास होगा में तो उस दिन को कोष रहा हू जब ये सब हुआ था वो सब ना ही होता और नही मेरी बेटी ऐसी होती भले ही वो मेरे सामने खुश होने का दिखावा करती हो पर में जनता हु वो बहुत अकेली है ”

    अनायरा ने बात को बदलते हुए : “आपने खाना खाया डैड ? ”
    विनायक जी को मयंक ने पहेले ही कॉल करके बता दिया था की अनायरा ब्लाइंड डेट पर गयी है जिसे विनायक जी खुश थे की कमसे का वो डेट पर तो गयी | और उसकी नाराजगी भी चली गयी |

    विनायक जी : “चलो साथ में डिनर करते है ”
    अनायरा और विनायक जी दोनों डाइनिंग टेबल पर बेठ जाते है |
    वही अनायरा ने एक नजर बाजु वाली चेयर को देखा और उस चेयर को हाथ से सहलाया उसकी आँखों में न जाने एक ऐसी उदासी थी जो बर्षो से उसके मन में घर कर गयी थी |
    उसने तुरंत अपने इमोशन को कंट्रोल किया अनायरा को ऐसा करते हुए विनायक जी ने देख लिया था वो भी एक पल के लिए उदास हो गये पर उसने अपनी बेटी को नहीं दिखाया और खुद नार्मल हो गये ये सीन विनायक जी हर बार देखते थे जब अनायरा डाइनिंग टेबल पर आती |
    विनायक जी ने : “डेट कैसी रही ?”
    विनय जी के सडन सवाल से अनायरा ने जो स्पून अपने हाथ में ली थी वो हवा में ही रुक गयी और उसे अक्षत की वो धमकी याद आ गयी जो उसने लिफ्ट में दी थी |
    उसका मूड फिरसे ख़राब हो गया उसने अपने डैड से कहा : “वो मेरे टाइप का नहीं है जब मुझे मेरे टाइप का लडका मिलेगा तब में सोचुगी पर शादी के बारे में तो कभी नहीं | पहेले में उसे जानुगी फिर सोचुगी की आगे क्या करना है पर आप शादी की बात आगे से मत कीजियेगा ”
    इतना बोलकर वो अपना खाना अधुरा छोडकर उपर अपने कमरे में चली गयी |

    TO BE CONTINUE

  • 8. Shaadi : Ek Business Deal - Chapter 8

    Words: 1537

    Estimated Reading Time: 10 min

    Ch – 8
    “ डील और शर्त...!!! ”
    अब आगे............
    अनायरा ने अपना पूरा कमरा ब्लैक इंटीरियर से डिजाईन करवाया था जहा हर लडकी का कमरा टेडी पिलो और पिंक इंटीरियर से डिजाईन होता है वहा अनायरा के कमरे में टेडी की जगह बिजनेस की बडी बडी किताबे फाइल्स के सिवा कुछ नहीं था |
    उसका कमरा बिलकुल सिंपल और काफी एलीगेंट था वहा काफी एंटिक शो पिस रखे थे जो महंगे थे जिसके कुछ ही पिस दुनिया में बनते थे |

    वही उसी कमरे में अनायरा के किंग साइज़ बेड के पीछे एक बडी तस्वीर लगी थी जो अनायरा की थी जिसमे वो बिलकुल एक अलग अनायरा लग रही थी |
    ये एक जंगल के अंदर ली गयी तस्वीर थी जिसमे अनायरा ने वाइट क्रोप टॉप और निचे स्काई ब्लू शोर्टी पहनी थी आँखों पर गोगल्स माथे पर एक गोल हेट पहनी थी जिसमे वो बहुत क्यूट और सुन्दर लग रही थी उसके चहेरे पर एक प्यारी स्माइल थी और वो जंगल के बिच की जीप के पास खडी थी | ये तस्वीर 3 साल पुराणी थी पिछले 3 साल से अनायरा एक रोबोट जैसी लाइफ जीती थी जिसकी वजह सिर्फ उसके पापा और वो जानते थे |

    अनायरा जब कमरे में आई उसका चहेरा वापस सख्त हो गया |
    उसने अपने कमरे में एक सीक्रेट डोर को देखा फिर उसने जल्दी से अपने ब्लेजर को निकाल दिया और उसे सोफे पर रख दिया और सीधे उस सीक्रेट कमरे में चली गयी जो एक जिम जैसा था ये अनायरा का पर्सनल जिम था जब भी वो बहुत ज्यादा गुस्सा होती हो हमेशा excersize करती |
    आज भी उसने अक्षत के लिए अपने मन में भरा गुस्सा मशीनों पर उतारने लगी |
    वो पंचिग बेग को गुस्से से मारते हुए अक्षत को कोसते हुए बोली : “में उस दिन को कोष रही हु जिस दिन ये सब हुआ | मिस्टर सिंघानिया ,में तुमसे नफ़रत करती हु ”
    इतना बोलकर वो पुरानी याद में चली जाती है | जिस दिन से अनायरा और अक्षत एक दुसरे के नाम सुनना भी पसंद नहीं करते थे |

    फ्लैशबैक.........................

    3 दिन पहेले..........

    एक होटल के एक vip कमरे में जहा का माहौल बहुत सीरियस था |
    वहा सिर्फ 3 लोग बेठे थे |
    एक थे मिस्टर डेविड दूसरा अनायरा का असिस्टेंट मयंक और तीसरा था अक्षत |
    मिस्टर डेविड अमेरिका से यहाँ सिर्फ एक डील के लिए आये थे | जिसकी मीटिंग अभी हो रही थी |
    अक्षत ने जब सूना की गोयल एंटरप्राइज भी उसके साथ मीटिंग करने वाले है तो वो हैरान रह गया पर वो मिस्टर डेविड के सामने कुछ नहि बोला क्युकी वो उनकी रिस्पेक्ट करता था |
    क्युकी मिस्टर डेविड अमेरिका के सबसे बडे बिजनेसमेन थे वो यहाँ आज एक प्रोजेक्ट के लिए आये थे , मिस्टर डेविड अक्षत को अच्छे से जानते थे की वो एशिया का सबसे बड़ा बिजनेसमेन था , और उन्होंने इंडिया के टॉप बिजनेसवुमेन के बारे में भी पता लगाया तो गोयल एंटरप्राइज की अनायरा गोयल के बारे में पता चला , इसलिए उन्होंने ने अक्षत और अनायरा को मीटिंग के लिए बुलाया था पर अनायरा की जगह यहाँ मयंक आया था |

    अब मीटिंग का टॉपिक क्या है तो आगे ही पता चलेगा |
    अक्षत ने बात की शुरुआत करते हुए कहा : “क्या बात है मिस्टर डेविड आपने हमें अचानक क्यों बुलाया ? ”
    अक्षत को पता था की अगर मिस्टर डेविड उसे डील ऑफर करने वाले है तो ये उसके फायदे का ही होगा इसलिए वो शांत बेठे सब सुन रहा था |
    मिस्टर डेविड खडे हुए और प्रोजेक्टर पर कुछ प्ले किया |
    उस प्रोजेक्ट में एक होटल की डिजाईन शो हो रही थी |
    मिस्टर डेविड बोले : “ये मेरी वाइफ का ड्रीम प्रोजेक्ट है | वो दुनिया में एक ऐसी होटल बनवाना चाहती थी जिसकी डिजाईन किसी भी होटल की न बनी हो उसने खास एक आर्किटेक से ये खास रोज के जैसी होटल की डिजाईन बनवाई है ये मेरी वाइफ की आखिर ख्वाइश थी की में इसे पूरा करू ”

    ये सुनकर अक्षत और मयंक हैरान रह गये सब जानते थे मिस्टर डेविड की वाइफ एक जानलेवा बीमारी की वजह से मौत के मुह में चली गयी थी |
    मिस्टर डेविड की उम्र 30 साल थी उसकी वाइफ की उम्र सिर्फ 29 साल थी इतनी छोटी उम्र में उसे ऐसी बीमारी हुई जिससे वो बच नहीं पायी इतने पैसे होने के बावजूद मिस्टर डेविड उसे बचा नही पाए | उसकी वाइफ के मरे हुए सिर्फ 1 साल ही हुआ था |
    उसने अपनी आखरी साँस में मिस्टर डेविड से कहा था की वो ये रोज डिजाईन का होटल बनवाना चाहती है |
    क्युकी उसे रोज काफी पसंद थे |
    मिस्टर डेविड अपनी वाइफ से बहुत ज्यादा प्यार करते थे आज भी करते है आज तक उसने दूसरी शादी के बारे में नहि सोचा वो बस अपनी वाइफ का सपना पूरा करना चाहते थे |
    अक्षत : “सॉरी मिस्टर डेविड ”
    मिस्टर डेविड ने स्माइल करते हुए कहा : “its ओके मिस्टर सिंघानिया ” फिर उन्होंने ने मयंक और अक्षत की और देखकर कहा : “में चाहता हु की ये प्रोजेक्ट तुम दोनों मिलकर करो ”
    ये सुनकर मयंक और अक्षत हैरानी से एक दुसरे को देखने लगे |
    मयंक : “ऐसा कैसे हो सकता है मिस्टर डेविड हम बिजनेस राइवल है ”
    मिस्टर डेविड ने स्माइल करते हुए कहा :”में जानता हु भले ही मेरी उम्र अभी कम है पर मेने दुनिया देखि है एक पल में सबको पहचान जाता हु मेरा ये डिसीजन गलत नहीं है मे चाहता हु तुम दोनों कंपनी साथ में मिलकर इस प्रोजेक्ट पर काम करो ”
    अक्षत ने कुछ सोचकर मयंक से : “क्या तुम सिर्फ राइवल की वजह से इतना अच्छा प्रोजेक्ट गुमाना चाहते हो? और वेसे भी मेने कभी तुम्हारी बॉस को अपना राइवल नहीं माना ”
    तभी मिस्टर डेविड तपाक से बिच में बोलपडे : “एक मिनिट एक मिनट पहेले मेरी बात तो सुन लीजिये मिस्टर सिंघानिया अभी मेरी बात खत्म नहीं हुई | ये प्रोजेक्ट अबजो में होने वाला है | जिसे तुम दोनों की कंपनी पूरी दुनिया में टॉप पर आ जाएगी साथ ही मेरी वाइफ की शर्त तो सुन लीजिये | वो चाहती थी की ये काम ऐसे दो लोगो को दू जो शादी शुदा हो दोनों का खुद का बिजनेस हो ”
    ये सुनकर अक्षत के चहेरे की रंगत ही उड गयी | वही मयंक तो सदमे में ही चला गया था |
    मिस्टर डेविड ने आगे कहा : “अगर मिस्टर सिंघानिया ने मिस गोयल के साथ शादी की तो ये डील तुम दोनों को मिलेगी | में ये डील उसे ही दूंगा जिसकी शादी हुई होगी , मेरे पास और भी कपल है पर तुम दोनों में काफी काबिलियत है तुम दोनों अपने काम को लेकर डेडिकेटेड हो , अगर मेने तुम दोनों को ये प्रोजेक्ट दिया तो मुझे इस प्रोजेक्ट के लिए या फिर डील के लिए कभी कोई परेशानी नहीं होगी | वेसे भी अक्षत में तो तुम्हारे साथ आजसे पहेले भी काम कर चूका हु , इसलिए अगर तुम दोनों मेरी ये शर्त मानते हो तो ये डील तुम दोनों को मिलेगी ”
    फिर उन्होंने मयंक की और देखकर कहा :”अपनी बॉस को बता देना की मेरी शर्त क्या है और इस प्रोजेक्ट से दोनों का फायदा दुगना होगा क्युकी इस प्रोजेक्ट का जितना भी प्रॉफिट होगा तुम दोनों को 50% 50% मिलेगा मुझे उसमे से एक भी परसेंट प्रॉफिट नहीं चाहिए क्युकी में ये डील प्रॉफिट के लिए नहीं अपनी वाइफ के लिए कर रहा हु तुम दोनों के पास 6 दिन का वक्त है सोच समज कर जवाब देना अगर तुम दोनों की शादी हुई तभी तुम दोनों को ये डील मिलेगी |
    फिर उन्होंने प्रोजेक्ट की सारी डिटेल की पैन ड्राइव एक मयंक को और एक अक्षत को दे दी |
    और मिस्टर डेविड बाय कह कर वहा से चले गये |
    वही मयंक सदमे में चला गया था आज उसे पहली बार अफसोस हो रहा था की वो इस मीटिंग में क्यों आया | काश वो मीटिंग पोस्पोन कर देता या फिर अपनी बॉस को भेज देता उसकी हिम्मत नहीं हो रही थी की वो अनायरा से सब बता पाए पर उसे बताना तो पडेगा ही |
    वही मिस्टर डेविड के जाने के तुरंत बाद अक्षत खडा हुआ और अपने गार्ड्स के साथ होटल से बहार निकल गया उसके चहरे के भाव सख्त थे उसने जल्द से जल्द अनायरा की डिटेल्स निकालने को कहा | अगर मिस्टर डेविड की जगह कोई और होता और अक्षत को ऐसी ऑफर दी होती तो अक्षत उसके शरीर के टुकडे टुकडे करके समुंदर में फेंक देता पर अफसोस मिस्टर डेविड एक पावरफुल आदमी है उसके सामने भले भले लोग भी नहीं टिक पाते वेसे भी अक्षत और मिस्टर डेविड सालो से एक दुसरे को जानते थे |
    अक्षत जब बिजनेस स्टडी के लिए अमेरिका गया तब उसी कोलेज में मिस्टर डेविड पढते थे दोनों के बिच बाते होती रहती थी और दोनों के बिच थोडी बहुत दोस्ती हो गयी थी इसलिए अक्षत कभी उसकी बात टालता नहीं था | वो जानता था मिस्टर डेविड एक बडे घर से बिलोंग करते है वेसे तो अक्षत एशिया का टॉप नंबर one बिजनेसमेन था पर इससे पहेले मिस्टर डेविड के साथ मिलकर उसने बहुत सारे प्रोजेक्ट किये थे इसलिए वो उसके खिलाफ नहीं जाना चाहता था |
    TO BE CONTINUE

  • 9. Shaadi : Ek Business Deal - Chapter 9

    Words: 1741

    Estimated Reading Time: 11 min

    CH – 9
    “ युवान की एंट्री...!!! ”

    अब आगे.................

    अक्षत ने अपने खास आदमी को अनायरा की डिटेल्स निकलवाने को कहा |
    वही मयंक ओफिस आया और उसने हिम्मत करके सारी बात अनायरा को बता दी फिर क्या था | पुरे केबिन का सत्यानाश हो गया | तब से अनायरा अक्षत सिंघानिया का नाम सुनकर आग बबूला हो जाया करती थी | एक तो उसे शादी के नाम से नफरत थी उपर से उसे शादी करनी वो भी उस इंसान से जिसके लिए उसने नफ़रत पाल रखी है | उस दिन के बाद अनायरा को अक्षत के नाम से ही नफ़रत होती थी | यही हाल अक्षत का था आज तक किसी फेमीली मेम्बर ने भी उसके सामने शादी की बात नहीं की थी | और यहाँ बिजनेस के लिए उसे शादी करनी पडेगी , यही सोचकर उसका गुस्सा सारी हद पार कर गया था और अपने गुस्से के चलते उसने अपने ओफिस में जरा सी भी गलती पर एम्प्लोये को ब्लैकलिस्ट कर रहा था |
    तब उसे अनायरा के बारे में पता चला की वो खुद प्रोजेक्ट में आगे बढने के लिए हर वक्त अक्षत पर नजर रख रही है ताकि उसकी अगले प्रोजेक्ट के बारे में उसे पता चल जाये और वो अक्षत से पहेले उस प्रोजेक्ट को हासिल कर ले |
    वेसे तो अनायरा में उतनी काबिलियत थी की वो किसी भी प्रोजेक्ट को अपनी तरफ कर सकती थी वो बहुत स्मार्ट और इंटेलीजेंट थी इसमें कोई शक नहीं था ये बात पूरी दुनिया जानती थी , क्युकी आये दिन अनायरा के लिए कोई न कोई न्यूज़ आत रहती थी | तब से अक्षत अनायरा के बारे में सब जानता आ रहा था |
    प्रेजेंट...................
    अनायरा यही सब याद करके गुस्से से पंच किये जा रही थी |
    वही दूसरी और अक्षत भी उसी दिन को याद कर रहा था उसका सर बेक सीट पर टिका हुआ था तभी ड्राईवर की आवाज उसके कानो में पडी , तब जाकर उसे अहसास हुआ की वो कबका घर पहोच गया है |
    अभी रात के 11 बज रहे थे |
    अक्षत जैसे ही मेंशन में इंटर हुआ वो हैरान रह गयी क्युकी आये दिन तो 11 बजे या फिर 12 बजे जब भी वो घर आता घर के सारे लोग सो चुके होते पर आज पूरी फेमीली हॉल में बेठी बाते कर रही थी |
    ये देखकर अक्षत को हैरानी हुई पर अगले ही पल उसने खुदको नार्मल किया और सबको इग्नोर करकें सिडियो से जाने लगा तभी उसकी माँ की आवाज उसके कानो में पडी जो उसे ही रोक रही थी |
    मनाली जी ने प्यार से अक्षत से कहा : “अक्षत बेटा खाना खाया ? ”
    अक्षत आज बहुत गुस्से में था इसलिए वो किसी को भी अपने गुस्से के चलते हर्ट नहीं करना चाहता था वो अपनी फेमीली से बहुत प्यार करता था पर कभी दिखाता नहीं था |
    अक्षत ने बिना मुडे ही कहा : “हां माँ , आप प्लीज़ एक ब्लैक coffee भिजवा दीजिये ”
    मनाली जी : “ओके ” कहकर की और चली जाती है , वही अक्षत सीधे अपने कमरे में चला जाता है |
    उसके कमरे में जाने के बाद दादा जी ने विशाल जी और देखा और कहा : “ये काफी गुस्से में लग रहा है , तुम्हे क्या लगता है क्या हुआ होगा ? ”
    विशाल जी परेशानी से बोले : “वही जिसका डर था पापा दोनों के बिच झगडा हो गया मुझे सूरज से पता चला ”
    सूरज अक्षत का पर्सनल बॉडीगार्ड भी था और ड्राईवर भी वो हमेशा 24 घंटे अक्षत के साथ रहता था |
    वो अक्षत की हर एक बात उसके डैड तक पहोचाता था क्युकी अक्षत के डैड को हमेशा अक्षत की फ़िक्र रहती थी | अक्षत बहुत बडा बिजनेसमेन था और जो भी इन्सान बडा हो उसके दुश्मन भी उतने ही होते है | इसलिए विशाल जी अक्षत की हर एक खबर रखते थे |
    विशाल जी की बात सुनकर विक्रम जी ने अपने पापा से कहा : “पापा मुझे लगता है हमें कुछ करना होगा वरना वो कभी शादी के लिए रेडी नहीं होगा ”
    तभी कविता बिच में तीखी आवाज में बोल पडी : “क्यों आप उसके पीछे पडे है ? वो शादी नहीं करना चाहता तो क्यों करा रहे है ? दूसरा भी बेटा है उसकी शादी कराओ और कौन उससे शादी करेगा जो हमेशा गुस्से में फिरता है , उसके आसपास लडकिया भी भटकती नहीं है अगर कोई लडकी उसे हाथ भी लगादे तो वो उसे बर्बाद कर देता है ऐसे में कौन सी लडकी उसे शादी के लिए तैयार होगी ? ”
    कविता की कडवी बात सुनकर सबके चहेरे पर गुस्से की लकीरे आ गयी ये हर दिन का था कविता कभी अपने मुह से अच्छी बात नहीं निकालती थी | पर कभी कोई उसे कुछ नहीं कहता था सिवाय विक्रम जी के |
    वो अपनी फेमीली से बहुत प्यार करते थे , उसे पता था की उसकी वाइफ कैसी वो कभी सबके सामने उसे कुछ नहीं कहते थे , पर आज कविता ने सारी हदे पार कर दी इसलिए विक्रम जी ने गुस्से से कहा : “ कवी चुप करो अगर तुम्हारे मुह से कभी कुछ अच्छा नही निकलता तो बोला भी मत करो , पर कभी मेरे बेटे अक्षत के बारे में कुछ भी कहा है तो में तुम्हे कभी माफ़ नहीं करूँगा , अक्षत इस घर का गुरुर है गर्व है , समज गयी ? ”
    विक्रम जी कमरे में चले गये वही एक एक करके सब चले गये कविता भी अपने कमरे में गुस्से से पैर पटक कर चली गयी |
    वही मनाली जी कबसे मैं डोर के पास ही देखे जा रही थी |
    क्युकी आज उसका छोटा बेटा युवान आने वाला है |
    तभी मैंन डोर पर एक लडका आया जिसकी हाइट 6 फूट थी ये था युवान |
    युवान का गेहुआ रंग और उस पर तीखी नाक जिस पर हमेशा गुस्सा रहता है क्युकी ये तीनो भाई एक जैसे है , ऋतिक और युवान को कम ही गुस्सा आता है पर जब भी आता है तूफान लेकर आता है |
    तीनो भाई बहुत सीरियस रहते है लडकिया कभी तीनो को छू भी नहीं पाती |
    युवान वेसे तो अपनी फेमीली के साथ हसी मजाक करता है पर बहार वालो को कभी वो भाव भी नहीं देता , वही ऋतिक उससे थोडा अलग था वो हमेशा सीरियस रहता था पर फेमीली के साथ हमेशा वो शांत रहता था |
    युवान बहुत ज्यादा हेंडसम था बिलकुल अपने भाई की तरह |
    युवान ने ब्लैक टीशर्ट और ब्लैक जेन्स पहनी थी और टीशर्ट के उपर वाइट जेकेट पहनी थी |
    उसके चेहरे पर सीरियसनेस थी पर जब उसने अपने सामने मनाली जी को देखा तो उसके चहेरे पर एक स्माइल आ गयी |
    युवान के मुह से एकाएक निकल गया : “बडी माँ ”
    वही सर्वेंट युवान का सामान लेकर हॉल में आ जाते है मनाली जी आरती की थाल लेकर डोर के पास जाती है |
    युवान मुस्कुराते हुए अपने बडी माँ को देख रहा था वो सबसे ज्यादा प्यार अपनी बडी माँ से करता था |
    मनाली जी की आंख में खुशी के आंसू आ गये आये भी क्यों नहीं क्युकी युवान 3 साल बाद इंडिया आया था |
    मनाली जी ने उसकी आरती की और उसकी नजर उतार दी |
    युवान जल्दी से अंदर आया और मनाली जी के गले लग गया मनाली जी भी उसके गले लग कर रोने लगी |
    युवान : “बडी माँ , ये क्या ? मेरे आते ही आप रोने लगी , क्या आप खुश नहीं है ? ”
    मनाली जी उससे अलग होकर उसकी बाह पर हल्का सा मारते हुए : “पगले ये खुशी के आंसू है ”
    तभी पीछे से आवाज आती है :”बेटा मेरा है फिर भी इसे अपने माँ का दर्जा दे रहा है ”
    ये आवाज सुनकर युवान ने अपनी आँखे कस कर बंध कर ली उसके चहरे पर वापस सीरियसनेस आ गयी उसने अपने गुस्से को कंट्रोल किया और पीछे मूडा वहा उसकी माँ कविता खडी थी कविता पहेले से ऐसी थी |
    कविता एक बडे घर की लडकी थी जब की मनाली जी मिडिल क्लास से आई थी |
    कविता युवान के आने के बाद अपना सारा वक्त किटी पार्टी , शौपिंग और घुमने फिरने में निकालती थी उसे पैसो का बहुत घमंड था |
    युवान के जन्म से लेकर आज तक मनाली जी ने उसे पाला है , कविता तो कभी युवान को गोद में भी नहीं लेती थी क्युकी उसे लगता था की बच्चा होने के बाद वो एक हाउस वाइफ बनकर रहे जाएगी और वो अपने शोख कभी पुरे नहीं कर पाएगी |
    विक्रम जी ने उसे काफी समजाया पर वो कभी उसकी बात नहीं सुनती थी हमेशा नाराज होकर चली जाती थी , इसलिए युवान को धीरे धीरे अपने माँ से नफ़रत होने लगी उसे मन में ऐसा ही लगता की उसकी माँ तो उसे दुनिया में नहीं लाना चाहती थी पर ये बात उसने कभी किसी के सामने जाहिर नहीं की , उस बाद से वो हमेशा सीरियस रहता था वो सिर्फ अपने बडी माँ , बहन और अपने भाई के साथ ही खुलकर रहता था पर उसके दिल में काफी दर्द था जिसको उसने कभी कीसी के सामने जाहिर नहीं किया |
    युवान ने अपनी माँ को इग्नोर किया और उसके पीछे चला गया जहा दादा जी खडे थे उसने दादा जी के पैर छूकर उसके गले लग गया |
    दादा जी ने उसके सर पर प्यार से हाथ फेरा |
    उसके बाद वो अपने पापा के पास गया वो पैर छूता उससे पहेले ही विक्रम जी ने उसे गले से लगा लिया , आज वो 3 साल बाद अपने बेटे को अपने आँखों के सामने देख रहे थे |
    तभी विशाल जी ने कहा : “अरे सब हमें तो भूल ही गये "
    युवान मस्ती करते हुए बोला : “क्या बडी में आपको कभी भूल सकता हु आप तो मेरे बेस्ट फ्रेंड है ”
    युवान और विशाल जी बोन्डिंग काफी अच्छी थी बिलकुल एक बाप बेटे की तरह इस बात से विक्रम जी बहुत खुश रहते थे की उसका बेटा अपने पापा जितना प्यार अपने बडे पापा से करता है क्युकी विक्रम जी अपने दोनों भाई से बहुत प्यार करते थे वो उसके लिए जान भी दे सकते थे |
    सबसे मिलने के बाद युवान की नज़रे किसी को धुंध रही थी |
    मनाली जी उसकी नजर को भांपते हुए कहा : “ऋतिक ओफिस से नहीं आया , स्वरा आज ही अपनी मम्मी के यहाँ गयी है , रूही सो रही है और अक्षत अपने कमरे में है ”

    TO BE CONTINUE

  • 10. Shaadi : Ek Business Deal - Chapter 10

    Words: 1649

    Estimated Reading Time: 10 min

    Ch – 10
    “ रेडी टू प्ले मिस गोयल...!!! “

    मनाली जी ने उसकी नजर को भांपते हुए कहा : “ऋतिक ओफिस से नहीं आया , स्वरा आज ही अपनी मम्मी के यहाँ गयी है , रूही सो रही है और अक्षत अपने कमरे में है ”

    ये सुनकर युवान के चेहरे पर स्माइल आ जाती है |
    युवान सिडियो से दौडते हुए अक्षत के कमरे की और जाता है |
    उसे ऐसे खुश होते देख कविता के तन बदन पर आग लग रही थी , वो मन में बोली : “मेरा बेटा है पर मुझसे सीधे मुह बात तक नहीं करता और दुसरो के लिए ये खुश होता है सबने मेरे बेटो को मुझसे दूर कर दिया है इसका बदला में सबसे लेकर रहूंगी ”
    सब अपने अपने कमरे में चले गये |
    युवान अक्षत के कमरे में झाँक कर देखता है कमरा पूरा खाली था वहा कोई नहीं था |
    युवान धीरे से कमरे में इंटर हुआ , उसने देखा वाशरूम का डोर भी ओपन है वहा भी अक्षत नहीं था |
    फिर उसने बालकनी की और देखा जहा से धुँआ आ रहा था उसे समजते देर नहीं लगी की वहा क्या हुआ है |
    युवान धीरे से बालकनी में इंटर हुआ उसका डोर ओपन ही था इसलिए उसे कोई प्रॉब्लम नहीं हुई |
    अक्षत बालकनी में गुस्से से सिगार फूंके जा रहा था उसके मन में अनायरा की कही बाते चल रही थी जो उसका गुस्सा बढा रही थी तभी उसे अहसास हुआ की कोई उसके पीछे है उसने बिना पीछे मुडे कहा : “आ गया तू ? कैसा है ? ”
    युवान मुह बनाते हुए अक्षत के बगल में जाकर बोला : “ये क्या भाई ? में आपको सरप्राइज करना चाहता था पर आपने सब फ्लॉप कर दिया ”
    अक्षत ने हल्की स्माइल की और युवान को गले लगा लिया |
    युवान भी उसके गले लग गया |
    युवान ऐसे ही गले लगे हुए बोला :”कैसे हो भाई ? ”
    अक्षत उसे अलग होते हुए : “जैसा था वेसा ही हु ”
    ये सुनकर युवान की आँख में नमी आ गयी पर वक्त रहते उसने छुपा ली और मन में ही बोला : “मुझे पता है भाई , आप अंदर से बिलकुल अकेले है पर हम है हम कभी आपको अकेला नहीं छोडेगे आपने अपनी लाइफ में बहुत कुछ देखा है ”
    अक्षत ने देखा युवान किसी गहरी सोच में है तो उसने कहा : “क्या चल है तुम्हारे दिमाग में ”
    युवान कुछ सोचकर :”वो भाई दादा जी को आपसे कुछ काम था ”
    ये सुनकर अक्षत ने सीधे युवान की और देखा |
    दादा जी एक ऐसे इन्सान थे जिसको अक्षत को हर वक्त उसकी फ़िक्र रहती थी वो अपने दादा जी से बहुत ज्यादा प्यार करता था |
    उसे एक खरोच भी वो बर्दास्त नहीं कर पाता था |
    अक्षत :”क्या वो ठीक तो है ? ”
    युवान : “रिलेक्स भाई , वो ठीक है आप तो जानते हो न उसको आपकी शादी की हर वक्त फ़िक्र रहती है , वो आपसे मिलना चाहते है ”
    अक्षत वहा से चला गया युवान उसको जाते हुए देखकर बोला : “में चाहता हु आपकी लाइफ में भी कोई आये जो आपके जख्म पर मरहम लगाये और आपको प्यार पर फिरसे विश्वास दिलाये ”
    वो भी निया से मिलने के लिए चला गया |
    वही दादा जी के कमरे में अक्षत उसके सामने बेठा था |
    दादा जी के हाथ में दादी जी की तस्वीर थी |
    दादा जी की आँखे नम थी |
    दादा जी सोफे पर बेठे थे जब अक्षत ने दादा जी की आँखे नम देखि तो वो दादा जी के पास घुटनों के बल बेठ गया |
    उसने दादा जी के दोनों हाथ को पकडकर कहा : “क्या कोई बात है ? जिसे आप परेशांन हो आप मुझे बताये में आपके लिए कुछ भी करूँगा दादा जी ”
    दादा जी ने एक उम्मीद के साथ अक्षत को देखा फिर उसे कुछ ऐसी बात कही जिसे अक्षत के चेरे का रंग ही उड गया वो सदमे में चला गया |
    थोड़ीदेर बाद अक्षत दादा जी के कमरे से बहार निकला और अपने कमरे में चला गया |
    कमरे के अंदर आते ही अक्षत के चेहरे पर गुस्से की सीमा पार हो गयी उसने पुरे कमरे को तहेश नहेश कर दिया |
    वो बहुत गुस्से में था वो बालकनी में गया और सिगरेट के लम्बे कस लेने लगा एक हाथ में vine का ग्लास था |
    उसकी आंखे गुस्से से लाल थी उसने कस लेते हुए कहा : “अब मेरे पास कोई ऑप्शन नहीं है , रेडी टू प्ले मिस गोयल ”
    नेक्स्ट मोर्निंग अक्षत अपनी ऑफिस में फाइल को देख रहा था तभी उसका असिस्टेंट समीर हडबडाते हुए अंदर आया और गहरी सांसे लेते हुए बोला : “बॉस एक गडबड हो गयी है , हमारे कुछ करने से पहेले किसी ने सब कुछ कर दिया आप न्यूज़ देखिये ”
    समीर की बात सुनकर अक्षत को समज आ गया की वो किसकी बात कर रहा है उसने बिना किसी एक्सप्रेशन से देखा |
    समीर ने केबिन में लगी टीवी को ओन किया और उसमे न्यूज़ चलने लगी |
    जिसमे दिखाया जा रहा था की एकाएक गोयल एंटरप्राइज के शेयर की वैल्यू गिरने लगी |
    ऑफिस में अफरा तफरी मची हुई थी |
    ये देखकर अक्षत के चेहरे पर कोई भाव नहीं आये उसने समीर से कहा : “अच्छा हुआ मेरे कुछ करने से पहेले किसी ने मेरी हेल्प कर दी ”
    फिर वो वापस अपने काम में लग गया अक्षत को इतना रिलेक्स देख समीर एक पल के लिए हैरान रह गया की इस आदमी को कोई फर्क नहीं पडा |
    भले ही मिस गोयल उसकी राइवल नहीं थी पर कमसे कम वो उसको ऐसे थोडी देख शकता था | पर वो कर भी क्या शकता था |
    वही गोयल एंटरप्राइज में अनायरा का गुस्सा तूफान मेल में बदल गया , अब तक ऑफिस के 20 एम्ल्पोये को ब्लैकलिस्ट कर दिया था | अनायरा और मयंक को शेयर होल्डर के कॉल पर कॉल्स आ रहे थे सब अपने शेयर वापस मांग रहे थे |
    अनायरा परेशांन हो गयी थी की ये सब किसका किया धरा है पर रह रह कर उसके दिमाग में सिर्फ एक ही नाम आ रहा था की उसके सिवा ये सब कोई नहीं कर शकता |
    अनायरा अपने केबिन में चेयर पर सर पकडकर बेठी हुई थी |
    तभी वहा मयंक घबराते हुए आया |
    मयंक ने अनायरा को ऐसे परेशान देखा तो उसे उसकी फ़िक्र भी होने लगी |
    मयंक पिछले 2 साल से अनायरा के साथ काम कर रहा था अनायरा गुस्सा करती थी , पर उसका दिल साफ था मयंक मिडिल क्लास फेमीली से था | और उसके पापा की तबियर खराब रहती थी घर की सारी जिम्मेदारी मयंक के कंधे पर थी , और ये बात जब अनायरा को पता चली तो उसने उसके पापा के इलाज का सारा खर्च खुदने उठाया , जिससे मयंक के दिल में अनायरा के लिए और भी ज्यादा रिस्पेक्ट बढ गयी |
    वो हर हाल में अनायरा का साथ देता था अनायरा उस पर गुस्सा होती तब भी उससे सही सलाह देता था |
    इसलिए आज अनायरा को इतना परेशान देखकर मयंक को अच्छा नहीं लग रहा था |
    मयंक ने अनायरा से कहा : “बॉस , वो बोर्ड मेम्बर ऑफिस आये हुए है वो आपके साथ मीटिंग करना चाहते है ”
    ये सुनकर अनायरा को समज आ गया की वो लोग किस लिए आये होगे |
    अनायरा चेयर से खडी हुई और मयंक से कहा :”हमें जितने न्यू प्रोजेक्ट मिले थे उसकी सारी डिटेल्स लेकर कांफ्रेंस रूम में आओ ”
    मयंक समज गया की अनायरा क्या करना चाहती है उसने अपना सर हा में हिलाया और सीधे बहार निकल गया |
    अनायरा सीधे कांफ्रेंस रूम में गयी |
    जहा करीब 5 आदमी बेठे थे जिसमे एक ही यंग लडका था बाकी सब बडी उम्र के आदमी थे | वो सबके सब बिजनेसमेन थे |
    अनायरा के चहेरे पर कोई भाव नहीं थे , अनायरा को देखकर सब खडे हो गये और उसे ग्रिट किया |
    अनायरा ने सबको बेठने का इशारा किया सब बेठ गये वहा का माहोंल काफी सीरियस था |
    अनायरा ने मीटिंग की शुरुआत करते हुए कहा : “”में जानती हु आप लोगो ने इतनी अर्जेंट मीटिंग क्यों बुलाई पर में आपकी परेशानी समज शकती हु i होप की आप मुझ पर विश्वास रखेगे “
    तभी उसमे से एक आदमी बोला : “मिस गोयल आपको लगता है की आप इतने बडे लोस की भरपाई कर पाएगी अगर ऐसा ही रहा तो ये कंपनी बेनक्र्प्ट हो जाएगी ”
    अनायरा ने कोल्ड वौइस् में उस आदमी से कहा : “मिस्टर शाह मुझे पता है सबको यही परेशानी है पर क्या आप लोग मुझे नहीं जानते की में कैसे काम करती हु , मुझे यकींन है वापस ये कंपनी फिरसे टॉप पर आएगी और हमारे पास काफी सारे न्यू प्रोजेक्ट भी आये है , जिससे हम लोस को कवर कर सकते है और उस प्रोजेक्ट से कंपनी फिरसे टॉप पर आ जाएगी ”
    तभी एक शेयर होल्डर ने कहा : “इस पर कैसे भरोषा करे की क्लाइंट फिरसे काम करना चाहेगा , क्युकी सबको पता चल गया है की कंपनी के शेयर गिर चुके है ऐसे में क्या कोई प्रोजेक्ट कंटिन्यू कर पायेगा ? ”
    अनायरा को ये सवाल काफी खल गया क्युकी ये सच था की क्या भरोषा की ये सब न्यूज़ देखकर उसके क्लाइंट उसके साथ आगे भी काम करना चाहेगे |
    तभी मयंक कांफ्रेंस के बिच में अनायरा के पास आया उसके चेहरे पर परेशानी साफ दिख रही थी अनायरा को समजते देर नहीं लगी की जरुर कोई गडबड हुई है |
    मयंक ने अनायरा के कान के पास जाकर धीरे से कहा : “बॉस हमारे जितने भी क्लाइंट थे वो आपके साथ कॉन्ट्रैक्ट कैंसल करना चाहते है , सब काफी देर से कॉल कर रहे है “
    ये सुनकर अनायरा के चेहरे पर परेशानी की लकीरे आ गयी वही पास में बेठे सब लोग दोनों को ही देख रहे थे |

    TOO BE CONTINUE

  • 11. Shaadi : Ek Business Deal - Chapter 11

    Words: 2069

    Estimated Reading Time: 13 min

    Ch – 11
    “ अनजान फ़ोन कॉल...!!! ”
    अब आगे................
    अनायरा के चेहरे पर परेशानी की लकीरे आ गयी वही पास में बेठे सब लोग दोनों को ही देख रहे थे |
    वहा पर बेठे एक शेयर होल्डर ने कहा : “क्या प्रॉब्लम है , मिस गोयल ? ”
    अनायरा को समज नहीं आ रहा था की वह सबसे क्या कहे ? अनायरा मन ही मन सोचने लगी : “ में इन सबसे यह बात छुपा नहीं सकती क्योंकि सबने कंपनी में इन्वेस्ट किया हुआ है ऐसे में कम्पनी की कोई भी बात इससे छुपा नहीं सकती ”
    अनायरा ने खुद को शांत किया और सबसे कहा : “ हमारे क्लाइंट ने सारे प्रोजेक्ट वापस ले लिए है | पर मुझ पर भरोसा रखिये में वह सारे प्रोजेक्ट वापस लेकर रहूंगी ”
    तभी बिच में वही इन्वेस्टर बोला जो काफी यंग था पर वह काफी शांत लग रह था या फिर यह कहे की वह काफी शांत था |
    उसने अनायरा की और गोर से देखा , एक पल के लिए वह उसकी खूबसूरती में खो चूका था |
    वह इंडिया के टॉप एक्टर्स में आता था | वह एक्टर तो था ही पर वह बिजनेसमेन भी था, उसका खुद का भी बिजनेस था | साथ ही उसने बाकि कंपनी के शेयर भी खरीद रखे थे उसमे से अनायरा की कंपनी भी आती थी |
    यह है इवान कपूर , हाइट 6 फूट 2 इंच , उसकी उम्र 26 साल थी , दिखने में हीरो से कम नहीं , वेसे तो यह बॉलीवुड के टॉप मोस्ट हेंडसम एक्टर है और लडकियों के बिच यह काफी पोपुलर भी है , पर आज तक उसने कभी कोई गर्लफ्रेंड नहीं बनायीं वह लडकियों के मामले में हमेशा दूर रहते थे |
    वह बस अपने करियर पर फोकस करना चाहते थे |
    और अनायरा की कंपनी में इन्वेस्ट करने के पीछे उसका कोई गोल भी था जो आगे चलकर पता चलेगा |
    इवान ने अनायरा की और देखकर सर्द आवाज में कहा : “मिस गोयल आप यह भूल रही है की मिस्टर डेविड का ऑफर अभी तक वेलिड है , सब जानते है मिस्टर डेविड आपके साथ काम करना चाहते है , सबको पता है मिस्टर डेविड अमेरिका के टॉप रिचेस्ट मेन है फिर आपने अब तक उसकी ऑफर को एक्सेप्ट क्यों नहीं किया ? अगर अभी तक वह आपके साथ काम करना चाहते है तो यही एक रास्ता है जिसे कंपनी वापस फिरसे टॉप पर आ सकती है | कंपनी को काफी फायदा भी होगा “
    हमेशा कम बोलने वाला इवान आज काफी कुछ कह गया और उसकी बात में दम भी था जिसे सारे इन्वेस्टर उसकी बात से अग्री हो गये | वही इवान की बात सुनकर अनायरा का चहेरा सर्द हो गया , वह अपने इन्वेस्टर से कुछ नहीं कह सकती थी क्योंकि कंपनी के बुरे हालात में भी सब उसके साथ में खडे रहते थे | इसलिए उसने कुछ न कहना ही बेहतर समजा , क्योंकि उसे अभी काफी गुस्सा आ रहा था , वह नहीं चाहती थी की उसके गुस्से की वजह से कोई गडबड हो |

    अनायरा ने एक गहरी साँस ली फिर उसने बिना एक्सप्रेशन के इवान से कहा : अभी कंपनी का काफी लोस हो चूका है | ऐसे में हमने उसके प्रोजेक्ट को एक्सेप्ट किया तो हमें और भी इन्वेस्टर्स की जरूरत पडेगी और अगर ऐसा हुआ तो हमें क्या फायदा होगा ? में आप सबकी बात समज सकती हु , अभी तक मेने मिस्टर डेविड की ऑफर को रिजेक्ट नहीं किया है | अभी तक हमारे पास 2 दिन का वक्त है | में कुछ करती हु पर आप मुझ पर भरोसा रखिये में आपके भरोसे को कायम रखूंगी “
    इवान ने उसकी बातो का जवाब देते हुए कहा : “मिस गोयल हम सबको आप पर भरोसा है पर आप एक बार मिस्टर डेविड के ऑफर के बारे में सोचिये ”
    सब इन्वेस्टर्स को सिर्फ इतना पता था की मिस्टर डेविड ने उसे ऑफर दिया था | पर किसी को यह नहीं मालुम था की उसकी एक शर्त भी थी जिसमे मिस गोयल को शादी करनी पडेगी , और वह भी अपने राइवल से यह बात अभी तक अनायरा ने किसी को नहीं बताई थी |
    अनायरा ने : “ठीक है में कुछ सोचकर बताती हु , वापस हम 2 दिन बाद मीटिंग करेगे तब तक में कंपनी के लोस को भरने के बारे में सोचुगी , मीटिंग इस डिसमिस ”
    इतना बोलकर उसने बिना किसी की तरफ ध्यान दिए बहार निकल गयी |
    सब जानते थे अनायरा अपने काम को लेकर बहुत स्ट्रीक और सीरियस है | इसलिए किसी को भी उससे कोई प्रॉब्लम नहीं थी , पर आज जब कंपनी को इतना बडा लोस हुआ तो सारे इन्वेस्टर्स डर गये थे की कही वह सब सडक पर न आ जाए इसलिए सब मीटिंग के लिए आ गये थे |
    वही दूसरी और विनायक जी एक बडे आलिशान कमरे में बेठे थे , वह एक होटल का कमरा था | वही विनायक जी का चहेरा काफी सख्त था , उसको देखकर लग रहा था की वह काफी परेशान और गुस्से में है सारे मिक्स इमोशन उसके चेहरे पर थे |
    वही उसके सामने एक 50 से 55 साल की उम्र का आदमी बेठा था , वह और कोई नहीं विशाल जी थे |
    जब विशाल जी ने गोयल एंटरप्राइज के शेयर की न्यूज़ के बारे में पता चला तो उन्होंने सीधे विनायक जी को कॉल लगाया उसे अपने दोस्त और उसकी बेटी की बहुत फिक्र हो रही थी |
    विनायक जी ने कहा था की वह मुंबई में ही है | इसलिए दोनों विशाल जी की होटल मतलब जिस होटल में कल अक्षत और अनायरा मिले थे उसी होटल के कमरे में विशाल जी और विनायक जी बेठे थे |
    वही विनायक जी की पास पडे coffee टेबल पर एक फाइल पडी थी |
    उसको देखकर लग रहा था की वह होस्पिटल की फाइल है | वही विशाल जी के चेहरे पर भी कुछ मिले जुले भाव थे |
    विशाल जी ने विनायक जी से कहा : “तू ठीक है ? ”
    विनायक जी परेशान होते हुए बोले : “में क्या करू मुझे कुछ समज नहीं आ रहा ? मेने अनायरा को काफी समजाया पर वह मेरी बात सुनने को तैयार ही नहीं है , शादी के नाम से ही वह दूर भागती है | कल रात भी खाने पर मेने शादी का जिक्र किया तो वह आधा खाना छोडकर चली गयी | अब तू ही कुछ कर अब में तुझ पर ही भरोसा कर सकता हु | और आज यह सब कुछ हो गया , अनायरा सब कैसे हैंडल कर पाएगी एक तो वह कभी किसी से हेल्प भी नहीं लेती ऐसे में सारी सिचुएसन को कैसे हैंडल करेगी ? ”
    विशाल जी : “मेरे पास एक रास्ता है , एक काम करते है आज रात हम फेमीली डिनर करते है | कुछ न कुछ बहाना बनाकर वही पर हम अनायरा और अक्षत को भी बुला लेंगे ”
    विनायक : “मुझे नहीं लगता की अनायरा आयेगी , आज कंपनी में जो भी हुआ वह उससे काफी परेशान है | में अपनी बेटी को ऐसे परेशान नहीं देख सकता ”
    तभी उस कमरे का डोर नोक हुआ |
    डोर के नोक होते ही विशाल जी ने स्माइल करते हुए कहा :”तेरी प्रॉब्लम का सोल्यूशन आ गया ”
    इतना बोलकर वह डोर ओपन करने के लिए चले गये , वही विनायक जी विशाल जी की बात को समज नहीं पाए की आखिर वह कहना क्या चाहता है ?
    वही विशाल जी ने जैसे ही डोर ओपन किया उसके सामने अक्षत ब्लैक शूट ब्लैक गोगल्स में बडे ही रौब के साथ खडा था |
    अक्षत को देखकर विशाल जी ने उसे मुस्कुराते हुए अंदर आने को कहा |
    अक्षत अंदर आया |
    करिब 1 घंटे बाद विशाल जी , विनायक जी और अक्षत बहार निकले |
    विनायक जी के चेहरे पर मुस्कराहट थी वही विशाल जी के चेहरे पर भी मुस्कान थी की उसके दोस्त की प्रॉब्लम सोल्व हो गयी |
    वही अक्षत के चेहरे पर आज न दिखेने वाली एक डेविल स्माइल थी जिसका राज़ तो वह सिर्फ वही जानता है |
    वही अनायरा अपने कंपनी के कामो में डूबी हुई थी पर उसे बार बार इवान की कही बात याद आ रही थी | उसे समज नहीं आ रहा था की वह अब क्या करे |
    तभी उसके फ़ोन पर एक कॉल आया | कॉलर id पर शो हो रहे नाम को देखकर अनायरा की भोंहे जुड गयी उसने अपने आसपास देखा वह केबिन में अकेली बेठी थी |
    उसने रिमोट से केबिन के डोर को लोक किया और कॉल रिसीव करते ही गंभीर आवाज में कहा : “मेने तुमसे कितनी बार कहा है की अगर कोई इमरजेंसी हो तो मेसेज करके कॉल करना फिर भी तुमने कॉल क्यों किया ? ”
    तभी सामने से कुछ कहा जाता है जिससे अनायरा के चेहरे पर डर , परेशानी साफ दिखने लगी वह हैरानी से बोली : “व्हाट ? यह क्या बकवास कर रहे हो ? ”
    सामने से कुछ कहा जाता है जिसे अनायरा का गुस्सा आसमान पर पहोच गया उसने कहा :” ठीक है में कुछ करती हु , में तुम्हे सामने से कांटेक्ट करुँगी पर मुझे आगे से कभी सामने से कॉल मत करना , समज में आई बात ? , जब तक में कोई रास्ता नहीं निकालती तब तक सब अच्छे से संभाल लेना ”
    सामने से कुछ कहा जाता है और अनायरा कॉल कट कर देती है |
    अनायरा के फ़ोन पर उसके पापा का मेसेज आया हुआ था वह परेशानी से मेसेज को ओपन करती है |
    तो उसमे लिखा था : “आज रात एक बिजनेस डिनर है , शायद इससे तुम्हे वहा कोई हेल्प मिल जाए , इसलिए शाम के 8 बजे इस एड्रेस पर पहोच जाना ”
    उस में एड्रेस की लोकेशन भी भेजी हुई थी |
    अनायरा ने उसे इग्नोर करते हुए खुद से ही कहा : “मुझे पता है आप यह सब क्यों कर रहे है | मुझे अच्छे से पता है जरुर इसके पीछे शादी की बात होगी वरना आप ऐसे मेरे साथ बिजनेस डिनर पर नहीं चलते , आप अच्छे से जानते है ऐसे वक्त में मुझे ऐसे इंसान की जरूरत है , जो मेरी कंपनी में इन्वेस्ट करे और आपने इसी मौके का अच्छे से फायदा उठाया है पापा , लेकिन में भी आपकी बेटी हु आपसे ही बिजनेस करना सिखा है ”
    वही अक्षत का भी वही हाल था अक्षत अपने पापा के किये गये मेसेज को पढ रहा था जिसमे वही लिखा हुआ था जैसा अनायरा के मेसेज में लिखा था |
    अक्षत को समज आ गया था की इस डिनर के पीछे जरुर उसकी शादी की बात होगी |
    ऐसे ही अनायरा अपने काम में बिजी हो गयी और रात के 10 बज गये , वही अक्षत का भी वही हाल था |
    अक्षत अब तक घर नहीं गया था और ना ही डिनर में गया था |
    वही अनायरा बहुत ज्यादा स्ट्रेस में थी की वह लोस की भरपाई कैसे करे ? क्योंकि अब तक उसके सारे शेयर गिर चुके थे और कंपनी का लोस वक्त के साथ बढता जा रहा था |
    वही दूसरी और अक्षत की होटल में एक प्राइवेट फेमीली रूम |
    जहा पर विनायक जी विशाल जी , विश्वजीत जी , विक्रम जी और विजय जी बेठे थे |
    वहा सिर्फ 2 चेयर खाली थी और वहा का माहौल एक दम शांत था बता पाना मुश्किल था की सब सीरियस है या फिर गुस्सा |
    सब उस 2 खाली चेयर को देख रहे थे |
    विनायक जी ने सबको एक नजर देखा फिर कहा :”माफ़ कीजियेगा मिस्टर सिंघानिया , मेने मेरी बेटी को खास यहाँ आने के लिए कहा था पर वह नहीं आई उसके लिए सॉरी ”
    तभी विजय जी ने विनायक जी से कहा : “आप माफ़ी मत मागिये , वेसे भी अक्षत भी कहा आया | आज कल के बच्चो को अपने काम से कहा फुर्सत मिलती है | वेसे भि हमें पता है आज अनायरा काफी स्ट्रेस में होगी इसलिए नहीं आई | क्योंकि हमें न्यूज़ देखि है आप बिलकुल फ़िक्र मत कीजिये अक्षत के होते हुए आपको टेंसन लेने की जरूरत नहीं है | रही शादी की बात तो हम कुछ न कुछ सोच ही लेंगे , बस आप शादी की तैयारी कीजिये , अक्षत शादी के लिए जरुर मानेगा ”
    तभी विश्वजीत जी मन ही मन मुस्कुराते हुए बोले : “मानेगा नहीं , मान गया समजो , मेने ऐसी चाल चली है की मेरा पोता कभी शादी के लिए मना नहीं कर पायेगा ”

    too be continue

  • 12. Shaadi : Ek Business Deal - Chapter 12

    Words: 1827

    Estimated Reading Time: 11 min

    Ch – 12
    “ विनायक जी की तबियत ख़राब और अनायरा का फैसला ”

    अब आगे
    अनायरा अभी तक ओफिस में बैठी पुराने कॉन्ट्रैक्ट की फाइल पढ रही थी , शायद उसमे से कोई उसके साथ काम करने के लिए रेडी हो जाए |
    वही मयंक भी उसके साथ था , वह अनायरा को इतना परेशान नहीं देख सकता और उसे ऐसे प्रॉब्लम में छोडकर भी नहीं गया |
    मयंक ने देखा अनायरा लगातार लैपटॉप पर काम कर रही है |
    उसने आज कुछ खाया पीया भी नहीं था , सुबह सिर्फ वह हल्का नाश्ता करके आई थी , उसके बाद यह सब हो गया | मयंक ने उसे बहुत कहा खाने के लिए , फिर भी नाही उसने लंच किया और नाही डिनर |
    मयंक ने अनायरा को देखा फिर कहा : “बॉस एक बात कहू आपसे ? आप बुरा तो नहीं मानेगी ? “
    अनायरा जो कंसंट्रेट के साथ काम कर रही थी उसने मयंक की बात से अपने काम छोड उसकी और देखकर बिना भाव से कहा : “क्या बात है ?”
    मयंक : “आपको मिस्टर डेविड की ऑफर के बारे में सोचना चाहिए | जानता हु आप शादी जैसे रिश्ते में बिलीव नहीं करती | पर अभी हमारे पास उसके अलावा कोई रास्ता नहीं है | मेने आपको शुरू से देखा है , आप कभी किसी भी सिचुएसन में हार नहीं मानती | पर आज सब कुछ अलग है , अभी भी हमारे लोस की वैल्यू बढती जा रही है | ऐसे में अगर हमने मिस्टर डेविड की ऑफर को एक्सेप्ट किया और आपने मिस्टर सिंघानिया से शादी की तो शादी से आपको फायदा भी हो सकता है , शादी के बाद अक्षत सर आपके कंपनी में इन्वेस्ट भी कर सकते है , और मिस्टर डेविड से भी आपको फायदा होगा मुझे पता है आपको मेरी बात पर गुस्सा जरुर आयेगा पर अभी हमारे पास कोई और रास्ता नहीं है , आप एक बार इस बात के बारे में जरुर सोचिये “
    इतना बोलकर मयंक वहा से तेजी से बाहर चला गया , क्योंकि उसे पता था अगर वह थोडीदेर और रुका तो अनायरा उस पर गुस्सा करेगी |
    वही अनायरा मयंक की बात से गहरी सोच में डूब चुकीं थी , क्योंकि मयंक ने जो भी कहा वह सब सच था , उसके पास उस ऑफर को एक्सेप्ट करने के अलावा कोई रास्ता नहीं है |
    वह सोच ही रही थी की उसका फ़ोन रिंग हुआ उसने फ़ोन पर शो हो रहे नाम को देखा तो उसे फिरसे गुस्सा आया उसे लगा उसके पापा फिरसे शादी की बात के लिए कॉल कर रहे है |
    पर उसने जैसे ही कॉल रिसीव किया तो सामने से ऐसा कुछ कहा जिसे सुनकर अनायरा के पैरोतले जमींन खिसक गयी |
    उसके हाथ पैर ठन्डे पड गये उसके हाथ से फ़ोन गिर गया और वह तेजी से बहार भागी और मयंक ने जब अनायरा को ऐसे जल्दी में जाते देखा तो वह हैरान रह गया , क्योंकि अनायरा हमेशा शांति से काम लेती थी कभी वह सीधे हाईपर नहीं होती , लेकिन आज उसके चेहरे पर नमी थी उदासी थी | मयंक उसके पीछे गया |
    अनायरा जल्दी से अपनी कार में बेठी , वही उसके बगल में तेजी से मयंक आकर बेठ गया वह कभी अनायरा को अकेला नहि छोडता था , वही अनायर को इससे कोई फर्क नहीं पडा |
    अनायरा ने तेजी से अपनी कार घुमाई और वहा से निकल गयी |
    30 मिनट का रास्ता उसने 15 मिनट में तय किया और उसकी कार होस्पिटल के सामने आ कर रुकी |
    वह तेजी से बहार निकली और दौडते हुए होस्पिटल के अंदर चली गयी वही रिसेप्सन पर एक आदमी खडा था , वह विनायक जी का असिस्टेंट था |
    अनायरा उसके पास गयी |
    और हाफते हुए बोली : “ पापा कहा है ? ”
    उसकी आँखों में नमी थी वह बहुत घबरायी हुई थी |
    वह असिस्टेंट अपने हाथ का इशारा ot की और करके से कुछ बोलने ही वाला था की अनायरा उस इशारे की और चली गयी वही बहार एक हेड सर्वेंट खडी थी |
    यह थी रमा , अनायरा की माँ की डेथ के बाद रमा को घर संभाल ने के लिए रखी गयी थी , विनायक जी ओफिस के काम में बिजी रहते थे , रमा एक ऐसी इन्सान थी जिसने अनायरा को बडा किया और उसका ध्यान रखा शोर्ट में कहा जाए तो वह एक आया थी | पर अब वह गोयल विला की केयर टेकर थी |
    रमा की उम्र अभी 50 साल थी , रमा को अनायरा एक फेमीली मेम्बर ही मानती थी , क्योंकि उन्होंने हमेशा उसके पापा और उसका ख्याल रखा था |
    रमा बहुत अच्छी औरत थी उसका कोई संतान नहीं था इसलिए वह अनायरा को हमेशा प्यार से रखती थी |
    अनायरा जल्दी से रमा के पास आई , वह बहुत डरी हुई थी |
    अनायरा को देखकर रमा ने उसे गले से लगा लिया |
    अनायरा जिसको आँखों में अभी तक आंसू नहीं थे , वह खुद मजबूत किये हुए थी , उसका दिल जोरो से धडक रहा था |
    रमा ने कहा : “अनु बेबी ,बडे साहब को हार्ट अटैक आया है , वह तो अच्छा हुआ की में मेंशन में ही थी सर्वेंट क्वाटर में नहीं गयी , बडे साहब के साथ उसका असिस्टेंट भी था हमने मिलकर उसे यहाँ लाया ”
    अनायरा रमा से अलग हुई और ot के बहार से अंदर देखने की कोशिश की पर अंदर कुछ नहीं दिखा |
    थोडीदेर में डॉक्टर बहार आया |
    वह डॉक्टर अनायरा के फेमीली डॉक्टर थे , वह उसे अच्छे से जानते थे |
    डॉक्टर ने अनायरा से कहा : “अनायरा क्या आप अपने डैड का ख्याल नहीं रखती है ? वह बहुत दिनों से स्ट्रेस में होगे , जिसकी वजह से उसे हार्ट अटैक आया , में तो कहुगा उसे जितना हो शके खुश रखने की कोशिश कीजिये , यह दूसरी बार है , अगली बार ऐसा हुआ तो.................. ”
    यह सुनकर अनायरा को मजबूत होकर खडी थी , वह अंदर से पूरी की पूरी टूट गयी पर अभी तक उसने अपने आँखों में आंसू नहीं आने दिए , शायद वह एक मर्द जितनी स्ट्रोंग थी जिसके आँखों में कभी आंसू नहीं आते थे , लेकिन अंदर ही अंदर हमेशा टूट जाती थी , पर किसी को जताती नहीं थी और दिखाती भी नहीं थी |
    थोडीदेर में उसके डैड को नार्मल वोर्ड में शिट किया |
    अनायरा अपने डेड के पास आई उसके डैड के मुह पर ओक्सिजन मास्क लगाया हुआ था |
    अपने डैड की ऐसी हालत देखकर अनायरा टूट चुकी थी |
    वह अपने डैड के पास चेयर लेकर बेठ गयी और उसके हाथो को अपने हाथ में लेकर बोली : “डैड आप अपना ख्याल क्यों नहीं रखते ? आप जानते है न अगर आपको कुछ हो गया तो में जी नहीं पाउगी , आपके सिवा इस दुनिया में मेरा कौन है ? जो थे उन्हें भी उस भगवान ने छीन लिया सिर्फ आप ही है जिसे में अपना कह सकती हु , प्लीज़ डैड मुझे डराये मत ”
    तभी किसी ने उसके सर पर हाथ रखा और उसका सर सहलाया |
    अनायरा ने पीछे मूड कर देखा तो वहा विशाल जी खडे थे |
    विशाल जी ने अनायरा के सर पर हाथ रखा और सहलाया |
    सामने विशाल जी को देखकर अनायरा टूट गयी और खडी होकर उसके गले लग गयी |
    विशाल जी हमेशा विनायक जी से मिलने आते थे इसलिए अनायरा विशाल जी को बचपन से जानती थी | विशाल जी उसे एक बेटी की तरह प्यार करते थे इसलिए अनायरा उसके सामने जब वह उसकी बात नहीं मानते थे तब अपने डैड की शिकायत करती थी |
    विशाल जी ने उसके सर को सहलाते हुए कहा :”बेटा ऐसे कमजोर नहीं पडते अगर विनायक ने तुम्हारी ऐसी हालत देखि तो क्या उसे अच्छा लगेगा ? ”
    अनायरा उससे अलग हुई उसकी आँखे लाल थी पर उसने अभी तक अपनी आँखों में आंसू नहीं आने दिया था |
    यह बात विशाल जी जानते थे की अनायरा हमेशा एक लडके की तरह रही थी , जो अपने दिल में हमेशा सारे राज़ सारी बाते दबाकर रखती थी , कभी वह अपने चेहरे पर कोई भी एक्सप्रेशन या भाव नहीं आने देती थी |
    अनायरा ने अपना सर हां में हिलाया |
    विशाल जी ने उस vip वोर्ड के सोफे पर अनायरा को बेठाया और खुद उसके पास बेठ गये और कहा :”विनायक को हमेशा तेरी फ़िक्र रहती है | क्या कोई ऐसी बात है जिससे वह हमेशा परेशान रहता है ? तुम्हे कुछ पता है ? ”

    अनायरा ने अपना सर ना मे हिलाया उसकी नज़रे अभी भी अपने डैड के उपर ही थी |
    तभी उसे डॉक्टर की बात याद आई जिसने कहा था की उसे कैसे भी करके खुश रखिये |
    अनायरा विनायक जी की ख़ुशी के लिए कुछ भी कर सकती थी |
    तभी दोनों ने देखा विनायक जी को होश आने लगा था |
    दोनों उसके पास आ गयह अनायरा उसके हाथ को पकडकर बेठ गयी |
    विनायक जी ने अपनी आंखे खोलकर अनायरा को देखा फिर कहा : “मेरी बच्ची कैसी है ? ”
    अनायरा उदासी से बोली : “आपको इस हालत में देखकर में कैसे ठीक हो सकती हु डैड ? आप जानते है अगर आपको कुछ हुआ तो में कभी जी नहीं पाउगी ”
    विनायक जी : “ऐसा मत बोल मेरे बच्चे , मे तो तेरी शादी देखना चाहता हु | ताकि मुझे तुम्हारी फ़िक्र न रहे में तुम्हे खुश देखना चाहता हु | अगर तेरी शादी हो गयी तो मुझे मेरे जाने के बाद चिंता नहीं होगी की मेरी बेटी अकेली रह जाएगी | में चाहता हु मेरे बाद तुम्हे कोई ढेर सारा प्यार करे जिससे तुम्हे मेरी कमी महसूस न हो | में बस तेरी शादी देखना चाहता हु यही समजले की यह मेरी आखरी ख्वाइश है ”
    यह सुनकर अनायरा गुस्से से बोली : “यह क्या बोल रहे है आप ? , आप कही नहीं जा रहे | आप हमेशा मेरे साथ रहेगे , में आपको कभी अपने से दूर नहीं जाने दूंगी , आप चाहते है न की में शादी करू तो ठीक है में शादी करुँगी पर मुझसे दूर जाने के बारे मे सोचना भी मत ”

    यह सुनकर विनायक जी और विशाल जी के चेहरे पर मुस्कुरान बिखर गयी |
    विनायक जी मुस्कुराते हुए कहा : “में बहुत खुश हु की मेरी बेटी शादी के लिए मान गयी , अब में जल्दी से ठीक हो जाउगा ”
    अनायरा बहुत गहरी सोच में डूबी हुई थी उसने विनायक जी के चेहरे की और देखा जो अभी उसकी बात से बहुत खुश लग रहे थे |
    अनायरा ने विनायक जी को देखते हुए मन ही मन कहा : “आपकी ख़ुशी के लिए में कुछ भी करने के लिए तैयार हु , फिर मुझे अपनी जान ही क्यों न देनी पडे ”
    अनायरा विशाल जी के पास आई और बोली : “अंकल क्या मेरे आने तक आप मेरे डैड के साथ रुक सकते है ? वह मुझे कुछ जरूरी काम है में बस थोडी देर में आ जाउगी ”


    TOO BE CONTINUE

  • 13. Shaadi : Ek Business Deal - Chapter 13

    Words: 2092

    Estimated Reading Time: 13 min

    Ch – 13

    “ अनायरा और अक्षत की यूनिक डील ”

    अब आगे............

    विशाल जी ने उसे कहा : “जाओ बेटा , अपने डैड की फ़िक्र मत करो | तुम थोडा आराम भी कर लेना , में सुबह तक तुम्हारे पापा के साथ रुकुंगा , मेने देखा है तुम वेसे भी आज पुरे दिन बहुत स्ट्रेस में रही हो तुम्हे आराम की जरूरत है ”

    अनायरा : “अपने डैड को ऐसी हालत में देखकर में कभी आराम नहीं कर सकती ”

    इतना बोलकर वह वहा से बहार निकल जाती है |

    और मयंक की और देखती है मयंक उसका इशारा समजकर बोला : “वह अभी भी ओफिस में ही है ”

    मयंक उसके साथ कार में बेठने ही वाला था की अनायरा ने उसे रोकते हुए कहा : “”में अकेली जाउगी , रात बहुत हो चुकी है तुम घर चले जाओ “

    इतना बोलकर अनायरा ने अपने कार को स्टार्ट किया और तेज रफ़्तार से चल पडी |

    करीब 40 मिनट बाद उसकी कार एक बडी सी बिल्डिंग के सामने आकर रुकी |

    रात होने की वजह से वह बिल्डिंग तेज रौशनी से जगमगा रही थी , वही उस बिल्डिंग के टॉप पर बडे बडे डायमंड से लिखा हुआ था “ASR इंडस्ट्रीज “

    आनायरा ने उस नाम को पढकर एक गहरी साँस ली , उसने अपने गुस्से को कंट्रोल किया और मन ही मन बोली : “अनायरा गुस्से को कंट्रोल कर वरना बात बिगड जायेगी तुम्हारे पास यही एक रास्ता है ”

    इतना बोलकर वह सीधे ओफिस के अंदर इंटर हुए |

    अनायरा हैरान थी की सारे डोर ओपन थे , जैसे सबको पेहले से ही उसके आने के बारे में पता हो , आखिर हो भी क्यों न अक्षत पिछले 24 घंटो से अनायरा पर अपनी चिल जैसी नजर रखे हुए बैठा था |

    आखिर में अनायरा अक्षत के केबिन के बहार खडी थी|

    वह बहार नेम प्लेट को पढ रही थी , जिसमे बहुत एलीगेंट तरीके से CEO अक्षत राइ सिंघानिया लिखा हुआ था |

    अनायरा बिना नोक किये अंदर चली गयी |

    वही अक्षत जो फाइल को पढने में खोया हुआ था या फिर यह कहा जाए की फाइल पढने का नाटक कर रहा था |

    अनायरा उसके सामने आकर खडी हो गयी|

    वही अक्षत अपनी चौर नजरो से देखते हुए समज गया था की अनायरा उसके पास खडी है जब उसने सामने देखा तो उसने हैरान होने का नाटक किया |

    पर मन ही मन बोला : “तो तुम आ ही गयी मिस गोयल ”

    अक्षत हैरानी से गंभीर आवाज में बोला : “तुम यहाँ क्या कर रही हो ? और मेरी केबिन में ऐसे बिना नोक किये कैसे आ गयी ”

    अनायरा ने अपने गुस्से को कंट्रोल करते है कहा : “मुझे आपसे एक जरूरी बात करनी है , क्या में यह बेठ सकती हु ? ”

    आज अक्षत को अनायरा बहुत बदली बदली लग रही थी उसके चहेर पर थकान , उसकी आँखों में उदासी अक्षत को बहुत खल रही थी पर उसने अपने आपको कंट्रोल किया और अनायरा को सर्द आवाज में कहा : “बेठो ”

    अनायर उसके सामने वाली चेयर पर बेठ गयी |

    अनायरा कोल्ड वौइस् में बोली : “आखिर आप जीत ही गये , आपने कहा था की 24 घंटो में तुम मेरे सामने होगी देखो आपने वह करके दिखाया , आपने ही सब किया है न आपने ही मुझसे बदला लेने के लिए मेरी कंपनी के शेर को गिरा दिए ”

    अक्षत ने जब यह सूना तो उसके बहुत गुस्सा आया क्योंकि उसने कुछ किया नहीं था फिर भी अनायरा उस पर इल्जाम लगा रही थी पर अक्षत तो अक्षत था उसने आज तक कभी किसी को किसी भी बात पर सफाई नहीं दी थी आखिर उसके ईगो का सवाल था वह क्यों सफाई देने लगा |

    उसने अनायरा की गलत बात को सुधारना सही नहीं समजा |

    अनायरा उसकी आँखों में देखते हुए बोली : “आप जीत गये मिस्टर सिंघानिया , और में हार गयी पर डोंट वार्री में फिरसे टॉप 10 में आ जाउगी , में कभी हार नहीं मानने वाली , कहिये क्या चाहिए था आपको ? , आपने ऐसे ही तो मुझे नहीं गिराया होगा इसके पीछे कोई तो वजह रही होगी ”

    अक्षत ने गोर से अनायरा को देखा अनायरा की बात उसके दिल से छू गयी , हर बार वह अनायरा की बात से इम्प्रेस हो जाता था जब उसने सुना की वह फिरसे खडी होगी और फिरसे टॉप 10 में आकर दिखायेगी यही डेडीकेशन देखकर अक्षत बहुत इम्प्रेस हुआ था , की यह लडकी कभी हार नहीं मानती , हमेशा अपने आप में कॉंफिडेंट रहती थी , वरना उसने देखा था लडकिया सजने सवरने में ही अपना टाइम वेस्ट करती थी , लेकिन अनायरा in सबसे बहुत अलग थी जो उसे सबसे अलग बना रही थी “

    अक्षत ने टेबल पर रखे पेपर वेट को घुमाते हुए कहा : “में बस तुम्हे गिरते देखना चाहता था क्योंकि तुमने कल अक्षत सिंघानिया को अंडरेस्त्मेंट किया था , और तुम्हारे पास ऐसा कुछ नहीं है जो तुम मुझे दे सको ”

    अनायरा ने एक सर्कास्तिक स्माइल के साथ कहा : “लेकिन मेरे पास आपके लिए कुछ है आप सुनना नहीं चाहेगे ? आप भी मेरी तरह है बिजनेस के फायदे के लिए कुछ भी करेगे , तो फिर मेरे पास आपके लिए एक ओफर है ”

    अक्षत ने जब अनायरा के मुह से अपने फायदे के बारे में सूना तो उसके हाथ पेपर वेट घुमाते हुए रुक गये और उसने एक सरसरी नजर अनायरा पर डाली और फिर कहा : “कौन सी ओफर ? ”

    अनायरा : “मिस्टर डेविड की ऑफर , जिसमे उन्होंने एक शर्त रखी थी की अगर हम दोनों ने शादी की तो वह वर्ल्ड का सबसे बडा प्रोजेक्ट हमें देंगे , आप जानते है मुझे अभी ऐसे इंसान की जरूरत है जो मेरी कंपनी में इन्वेस्ट कर सके , पर में नहीं चाहती कोई मुझे पर दया करे इसलिए में सीधे तरीके से अपनी कंपनी वापस टॉप पर लाना चाहती हु और उसके लिए कुछ भी करुँगी ”

    अक्षत ने जब उसे कॉन्फिडेंस के साथ बात करते हुए देखा तो उसके चेहरे पर एक हल्की स्माइल आ गयी और वक्त रहते वापस छुपा भी ली और फिरसे सख्त भाव से उसे देखने लगा |

    क्योंकि अनायरा उसे शादी का प्रपोजल उसके सामने रख रही थी , अक्षत जो शादी के नाम से चिड जाया करता था , उसने अनायरा के मुह से उसके साथ शादी करने की बात सुनकर उसने कुछ नहीं कहा , नाही उसे गुस्सा आया आखिर उसके पीछे की वजह क्या है वह तो सिर्फ अक्षत ही जानता था वह गहरी सोच में डूब चूका था |

    अनायरा खडी होकर बडी ग्लास विंडो के पास जाकर खडी हो गयी |

    रात के 12 बज रहे थे फिर भी मुंबई के सडक पर अभी भी चहल पहल थी और बडी बडी बिल्डिंग की रौशनी रात में चमक रही थी |

    अनायरा ने अपनी बात को आगे बढाते हुए कहा : “मेने बहुत सोचा इस ऑफर के बारे में , में आपको ऑफर दे रही हु की हम शादी कर लेते है , जिससे हम दोनों के बिजनेस को फायदा होगा ”

    उसने इतना ही कहा था की अक्षत जो बेठा था वह चेयर से खडा हो गया और अपने कोल्ड वौइस् में बोला : “शादी और तुमसे ? तुम कही मजाक तो नहीं कर रही मिस गोयल ?

    कल तक तो तुम मुझसे नफ़रत करती थी फिर अचानक क्या हुआ की तुम मुझसे शादी करना चाहती हो ? तुम जानती भी हो की शादी का रिश्ता होता कैसा है ? हमें एक छत के निचे एक कमरे में एक साथ रहना पडेगा क्या तुम यह हजम कर पाओगी ? जिस इंसान को देखकर तुम्हे चिड मचती है उसके साथ तुम 24 घंटे रहना पडेगा, सोचलो एक बार , कही ऐसा तो नहीं की मेरे चार्म से तुम भी एट्रेक्ट हो गयी ? इसलिए तुम मुझसे शादी करना चाहती हो ताकि मेरे करीब रह सको ”

    अक्षत बोलते बोलते अनायरा के पास पहोच गया था , अनायरा ने जब अक्षत के मुह से ऐसी बात सुनी तो उसे गुस्सा आया , उसने गुस्से में अक्षत की कोलर को पकड कर अपनी करीब करके उसकी आँखों में आँखे डाल कर कहा : “माइंड योर वर्ड्स मिस्टर सिंघानिया , माना मेने सामने से आपको ऑफर दिया पर इस गलतफ़हमी में मत रहिये की में आपको पसंद करने लगी हु , अगर आप दुनिया के आखिर मर्द ही क्यों न बचे हो , तब भी में आपसे शादी के लिए राजी न होऊ , पर अभी मेरी सिचुएसन ऐसी है की में आपको सामने से यह ऑफर कर रही हु पर आपने अभी मेरी पूरी बात सुनी नहीं है, पेहले आप ठिकसे मेरी बात सुन लीजिये फिर डिसीजन लीजियेगा की आपको क्या करना है , में भी जानती हु आप भी कभी शादी करना नहीं चाहते मुझे पता है आपको लडकियों से बहुत नफरत है ”

    अक्षत ने अपनी कोलर से अनायरा के हाथो को हटाया वह अनायरा को खा जाने वाली नजरो से घुर रहा था , पर वह कुछ नहीं बोला लेकिन वह अभी भी बहुत गुस्से में था क्योंकि आज पहली बार था जब किसी ने उसकी कोलर पकडी हो , पर जब उसने आगे सूना की उसकी बात अभी खत्म नहीं हुई तो वह सुनना चाहता था की आखिर अनायरा उसके लिए ऐसी कौन सी ऑफर लेकर आई है जिससे दोनों का फायदा हो |

    अक्षत ने अपनी दांत भिचते हुए कहा : “अपनी बात पूरी करो ”

    अक्षत उससे थोडी देर गिलास विंडो के पास जाकर खडा हो गया |

    अनायरा बहार का नजारा देखते हुए बोली : “यह शादी सिर्फ इस डील के लिए करेगे जो मिस्टर डेविड ने हमें दी है , जब मिस्टर डेविड का प्रोजेक्ट ख़त्म हो जायेगा हम भी इस रिश्ते से आज़ाद हो जायेगे , आप अपने रास्ते में अपने रास्ते , में जानती हु आपकी फेमीली भी आप पर शादी के लिए प्रेसर बना रही है , ऐसे में हम दोनों के पास सिर्फ यही एक रास्ता है , प्रोजेक्ट खत्म हो जाने के बाद हम फेमीली को बता देंगे की हम दोनों के बिच नहीं बनती , हम दोनों एक साथ पूरी जिंदगी नहीं रह पायेगे , फेमीली भी कुछ नहीं कहेगी दोनों की फेमीली हम दोनों को सिर्फ खुश देखना चाहती है ”

    अक्षत को अनायरा की बात से गहरी सोच मे पड गया उसने कुछ सोचकर अनायरा से कहा : “मतलब कॉन्ट्रैक्ट मैरिज ”

    अनायरा : “हां यह कॉन्ट्रैक्ट मैरिज सिर्फ डील के लिए यह शादी तब तक रहेगी जब तक डील ख़त्म नहीं हो जाती उसके बाद हम दोनों अपने अपने रास्ते दोनों डाइवोर्स ले लेंगे ”

    अक्षत के चहेर पर एविल स्माइल आ गयी उसने अनायरा की तरफ देखकर कहा : “तुम जानती भी हो की शादी के बाद हम दोनों पति पत्नी होगे तब भी तुम तैयार हो ? एक पति पत्नी के बिच क्या होता है वह तो तुम्हे पता ही होगा ”

    अनायरा उसकी बात से गुस्से में चिडते हुए कहा : “मिस्टर सिंघानिया मुझे अच्छे से पता है की शादी के बाद एक पति पत्नी कैसे रहते है , पर हम दोनों अपनी मर्जी से यह सब नहीं कर रहे , हम सिर्फ एक डील के लिए कर रहे है , और यह सिर्फ कॉन्ट्रैक्ट मैरिज होगी जो कुछ सालो के लिए ही होगी और हां हम सिर्फ दुनिया के सामने ही पति पत्नी होगे पर एक कमरे में नहि , हमारे बिच फिजिकल रिलेशन नहीं होगा , नाही हम दोनों एक दुसरे के बिजनेस में दखल देंगे , में एक पत्नी होने के सारे फर्ज निभाउगी पर कमरे में नहीं शायद आप समज गये होगी की में क्या कहना चाहती हु ”

    अक्षत : “मुझे भी तुमसे कोई फिजिकल नीड्स नहीं है , सो डोंट वार्री तुम अपने हिसाब से कॉन्ट्रैक्ट रेडी करवाओ में शादी के लिए रेडी हु , तुम्हे यह सब कल ही करना होगा क्योंकि परशो मिस्टर डेविड के साथ हमारी फाइनल मीटिंग है यह आखिर मौका है हमारे पास ”

    अनायरा ने जब अक्षत के मुह से हां सुना तो वह गहरी सोच में पड गयी उसने अपनी आँखे छोटी करके अक्षत से कहा : “में क्यों शादी करना चाहती हु उसका रीजन तो आपको पता है , पर आप मुझसे शादी करने के लिए रेडी क्यों हुए ? जहा तक मुझे पता है आपको मिस्टर डेविड के प्रोजेक्ट से फायदा होगा पर आप उतने फायदे के लिए तो इतना बडा कदम नहीं उठायेगे आखिर इसके पीछे की वजह क्या है ? ”

    यह सुनकर अक्षत की भोंहे जुड गयी उसने गुस्से से अपनी हाथ की मुठिया पिसली उसकी आँखे लाल हो गयी वह इस वक्त किसी राक्षस से कम नहीं लग रहा था |

    TOO BE CONTINUE

  • 14. Shaadi : Ek Business Deal - Chapter 14

    Words: 1890

    Estimated Reading Time: 12 min

    ch – 14

    “ शादी के पीछे की वजह और कॉन्ट्रैक्ट पेपर्स ”

    अब आगे......................

    अक्षत अनायरा की तरफ पीठ किए हुए खडा था , उसने बिना मुडे कहा : “शादी तो होगी पर आगे से कभी मेरे सामने कोई सवाल मत करना , मुझे पसंद नहीं की कोई मुझे सामने से सवाल करे , याद रहे मेरी लाइफ में दखल बिलकुल मत देना वरना मुझसे बुरा कोई नहीं होगा , मुझे नहीं लगता की मुझे शादी करने के पीछे की वजह तुम्हे बतानी चाहिए , तुम मेरे लिए कुछ नहीं हो और आगे भी कभी नहीं होगी इसलिए सिर्फ हम दोनों एक कॉन्ट्रैक्ट मैरिज करेंगे , तुम सिर्फ दुनिया के सामने मेरी वाइफ होगी पर मेरी लाइफ में तुम्हारी कोई जगह नहीं होगी ”

    अनायरा को अक्षत की बात से बहुत गुस्सा आया उसने अक्षत से कहा : “मुझे भी तुम्हारी लाइफ में दखल देने का कोई शोख नहीं है , और तुम भी मेरे लिए कुछ नहीं हो , नाही आगे कभी होगे , हम कल तुम्हारे होटल में मिलते है में कॉन्ट्रैक्ट रेडी करवा कर तुमसे मिलती हु ”

    अक्षत अपने चेयर पर बैठते हुए बोला : “हमें यह शादी पब्लिक करनी होगी , तब जाकर मिस्टर डेविड को हम पर यकीन होगा , अगर किसको शक हुआ तो प्रॉब्लम हो जाएगी , में चाहता हु हम कल सारे रीती रिवाज के साथ शादी करे , ताकि कीसी को हम दोनों पर शक न हो , शादी में सिर्फ फेमीली फ्रेंड्स ही होगे ”

    अनायरा सपाट लहेज में बोली : “ठीक है , तो कल रात हम शादी कर रहे है , यह फाइनल रहा , शादी के कपडे ”

    वह इतना ही बोली थी की अक्षत ने उसकी बात बिच में काटते हुए कहा : “उसका इन्तेजाम में करवा दूंगा , कल दोपहर तक तुम्हारे सामने तुम्हारी शादी का जोडा होगा , हम सुबह अंगेजमेंट करेंगे , यह सब मेरी ही होटल में होगा और हमें लीगली कोर्ट मैरिज भी करनी पडेगी ”

    अनायरा ने कहा : “ठीक है , शादी के ठीक बाद हम कोर्ट मैरिज के पेपर भी साइन कर देंगे , परशो हमारी डील फाइनल हो जाएगी ”

    अक्षत ने सिर्फ दो तुक जवाब में कहा :”ओके ”

    अनायरा अक्षत के सामने जाकर बोली : “कल सुबह मिलते है ”

    इतना बोलकर वह बहार निकल गयी अक्षत सिर्फ उसको जाते हुए देखता रह गया |

    उसके जाने के बाद अक्षत की आँखे गहरी हो गयी वह खुद से ही बोला : “तुम बहुत यूनिक हो , आज तक मेने सूना था की एक लडका लडकी को कॉन्ट्रैक्ट मैरिज के लिए प्रपोस करता है पर तुम तो बहुत अलग निकली , तुमने सामने से अक्षत राइ सिंघानिया को कॉन्ट्रैक्ट मैरिज करने के लिए प्रपोस किया , मेने तुम्हे बहुत अंडरेस्टमेट किया मिस गोयल , अब पता नहीं तुम्हारे और कौन से रूप देखने को मिलेगे , यह शादी बहुत इंट्रेस्टिंग होने वाली है , क्योंकि हम दोनों को शादी जैसे रिश्तो में बिलीव नहीं , पर में वादा करता हु , में अपनी जिम्मेदारी अच्छे से निभाउगा , क्योंकि तुम खुद इस नाम की शादी को निभाने के लिए रेडी हो , पर तुम्हे मेरी शादी करने के पीछे की वजह कभी पता नहीं चलेगी ”

    ऐसे रात बीत जाती है और एक नहीं सुबह आती है यह सुबह अनायरा और अक्षत के लिए बहुत कुछ लाने वाली थी दोनों की लाइफ पूरी तरह से बदलने वाली थी क्योंकि आज दोनों की शादी थी |

    दोनों ने अपने परिवार को शादी के बारे में बता दिया था , जिसे सिंघानिया फेमीली के सारे मेम्बर सदमे में चले गए थे , पर सब बहुत खुश भी थे सब जो चाहते थे वही हो रहा था इसलिए सब चाहते थे की शादी होटल न होकर सिंघानिया मेंशन में हो सिंघानिया मेंशन को पूरी तरह से डेकोरेशन किया जा रहा था |

    वही अनायरा ने रात को ही मयंक से कह कर अपने तरीके से कॉन्ट्रैक्ट पेपर्स बनवा लिए थे |

    वही विनायक जी को डिस्चार्ज मिल गया था , शादी में दोनों के परिवार के अलावा किसी को शामिल नहीं किया गया था |

    अक्षत और अनायरा ने मिलकर डीसाइड किया था की वह शाम को मीडिया के सामने शादी अन्नौंस करेगे और दुसरे दिन रिसेप्सन में सबको invite करेगे ताकि दुनिया को उसकी शादी के बारे में पता चले |

    वही ऋतिक भाग भाग कर सारी तैयारी करवा रहा था , यही हाल मनाली जी , स्वरा और युवान का था |

    वही कविता मुह बनाकर अपने कमरे में बेठी थी और किसी के साथ फ़ोन पर बात कर रही थी |

    “आपको क्या बताऊ में भाभी यहाँ सब उसकी शादी के लिए क्या क्या नहीं कर रहे , मेने आपको पेहले ही कहा था की कुछ कीजिये , देखिये आज शादी हो जाएगी फिर हम कुछ नहीं कर पायेगे ”

    तभी सामने से एक औरत की आवाज आती है वह कविता से कहती है : “कविता टेंसन मत लो , आज सब खुश है तो खुश होने दो , शादी हो गयी तो क्या हुआ हम है न दोनों के बिच गलतफहमी पैदा करने के लिए , में कल ही आ रही हु , में नहीं चाहती की उस घर में कोई भी खुश रहे खास करके वह अक्षत और मनाली , दोनों माँ बेटे ने मेरे बेटे को छीन लिया है ”

    वह औरत और कोई नहीं नयना थी विजय जी की वाइफ और अक्षत की बडी माँ , वेसे तो अक्षत कभी उसके साथ सीधे मुह बात तक नहीं करता था , पर थी तो वह सिंघानिया की फेमीली ही |

    वही दूसरी और ऋतिक अपने कमरे मे किसी के साथ फ़ोन पर बात कर रहा था वह और को नहीं अभय के साथ बता कर रहा था उसे अचानक अक्षत की शादी की announcement हजम नहीं हो रही थी , उसे कुछ गडबड लग रही थी इसलिए उसने अभय को कॉल किया था |

    अभय ने टेन्स आवाज में कहा : “मुझे भी नहीं पता , में तो 2 दिन से अपने काम में बिजी था , में आज सुबह ही वापस मुंबई आया और मुझे अचानक उसकी शादी के बारे में पता चला , पता नहीं उसके दिमाग में क्या चल रहा है ? , जरुर कुछ तो गडबड है , जहा तक में जानता हु अक्षत और अनायरा कभी एक दुसरे को देखना भी पसंद नहीं करते , ऐसे में दोनों ने अचानक शादी करने का फैसला क्यों लिया? पर जो भी हो हम दोनों को शक है इस बारे में तुम्हारे घर पर किसी को पता नहीं चलना चाहिए , तुम जानते है आज कल अक्षत के साथ क्या हो रहा है और इन सबके पीछे जरुर कोई करीबी ही है , इसलिए में तुम्हे बता रहा हु ”

    ऋतिक ने थोडा परेशान होते हुए कहा :”डोंट वार्री , में इस बात की भनक किसी को नहीं लगने दूंगा , तुम अक्षत से बात करो की आखिर उसने अचानक शादी करने का फैसला क्यों लिया ? हम दोनों जानते है वह शादी से सख्त नफ़रत करता है , उसके पास्ट की वजह से उसे आज तक शादी जैसे रिश्ते पर जरा भी यकीन नहीं है ”

    अभय ने कहा : “में पता करता हु , आप शादी की तैयारी कीजिए ”

    वही दूसरी और अनायरा के डैड आज बहुत खुश थे , वह अपनी बेटी के लिए हर तरीके से तैयारी करवाना चाहते थे , पर अनायरा ने उसे स्ट्रीक वार्निंग दी थी की वह अपनी जगह से खडे नहीं होगे |

    विनायक जी सुबह ही डिस्चार्ज होकर आए थे , उसके पीछे एक नर्ष को भी उसने लगा रखा था |

    अपनी आदत के मुताबिक अनायरा आज भी ओफिस गयी हुई थी , पर विनायक जी बहुत खुश थे उसकी शादी से , इसलिए उन्होंने भी मना नहीं किया उसे कैसे भी अनायरा की शादी देखनी थी जो वह पूरी होने वाली थी |

    वेसे तो सारी तैयारी विशाल जी ने खुद अपने कंधे पर ली थी , उन्होंने विनायक जी से कहा था , सारी रस्मे सीधे सिंघानिया मेंशन ही होगी , इसलिए विनायक जी को कुछ नहीं करना था , बस तैयार होकर अपने दोस्त के पास जाना था , और वह रेडी भी हो गए थे , क्योंकि दोपहर को दोनों की एंगेजमेंट होने वाली थी और रात को शादी |

    सारी चीजे सिंघानिया मेंशन से ही होने वाली थी |

    वही अक्षत की होटल के vip कमरे में.......................

    अक्षत अनायरा का कॉन्ट्रैक्ट पढ रह था |

    वही अनायरा अपने कोल्ड लुक में उसके सामने बेठी थी |

    अक्षत कॉन्ट्रैक्ट पढ रहा था , जिसमे यह सारी कंडीशन रखी गयी थी |

    पहला रूल - शादी के बाद दोनों दुनिया के सामने पति पत्नी होगे और पति पत्नी होने की सारी जिम्मेदारी निभायेगे |

    दूसरा रुल - दोनों के बिच फिजिकल कोई भी रिलेशन नहीं होगा |

    तीसरा रुल - दोनों एकदूसरे के काम में और लाइफ में दखल नहीं देंगे |

    चौथा रुल - दोनों एकदूसरे की फेमीली को रिस्पेक्ट देंगे |

    पांचवा रुल - कॉन्ट्रैक्ट खत्म होने के बाद दोनों अपनी मर्जी से डाइवोर्स ले लेंगे उसके बाद दोनों को एकदूसरे से कोई लेना देना नहीं होगा |

    ऐसी कई सारी कंडीसन लिखी गयी थी |

    अक्षत ने सब पढ कर अनायरा से कहा : “मुझे तुम्हारी सारी कंडीशन मंजूर है पर में भी तुमसे कुछ कहना चाहता हु ”

    अनायरा ने कहा : “हा बोलो अगर चाहो तो इसमें ऐड भी करवा सकते है ”

    अक्षत ने सपाट लहेज में कहा : “उसकी जरूरत नहीं है , में बस यही चाहत हु की मेरी फेमीली के सामने हम एक हैप्पी मैरिड कपल की तरह रहे , मेरे अचानक शादी के डिसीजन से सबको हम दोनों पर शक होगा इसलिए , और मुझे मेरी फेमीली से बहुत प्यार है , इसलिए में चाहता हु की तुम मेरी फेमीली को कभी हर्ट न करो , में वादा करता हु की मेरी फेमीली कभी तुम्हे किसी भी चीज के लिए नहीं रोकेगी , में तुम्हे पत्नी होने के सारे हक़ दूंगा , में भी अपने पति होने के सारी जिम्मेदारी निभाउगा सिवाय एक कमरे में | में भी तुम्हारे डैड को अपने डैड की तरह रिस्पेक्ट दूंगा , जब तक हम कॉन्ट्रैक्ट में है तब तक दुनिया के सामने पत्नी होने के सारे हक तुम्हे दूंगा | दोनों में से कोई नहीं जानता की यह प्रोजेक्ट कब तक चलेगा , पर जब पूरा होगा में तुम्हारी मर्जी से तुम्हे अलग कर दूंगा ”

    अनायरा ने कहा : “ठीक है , मुझे मंजूर है ”

    उसके बाद दोनों कॉन्ट्रैक्ट पेपर पर साइन करते है , तभी किसी ने उसके कमरे का डोर नोक किया |

    अक्षत ने come इन कहा तो एक लडका अंदर आया वह और कोई नहीं समीर था अक्षत का असिस्टेंट |

    उसके हाथ में दो बेग थे |

    उसने वह दोनों बेग वही सोफे पर रखे और अक्षत को ग्रिट करके वह वहा से निकल गया |

    अक्षत ने एक बेग अनायरा की और बढाया और कहा : “अभी 10 बज रहे है हमारी एंगेजमेंट का वक्त 12 बजे का है , मेने तुम्हारे लिए एंगेजमेंट की ड्रेस मंगवा ली है ”

    उसने वह बेग अनायरा की और बढाया और कहा : “हम यही से रेडी होकर सिंघानिया मेंशन जायेगे तुम्हारे डैड भी वही पर आ गए है ”

    अनायरा ने वह बेग लिया और वाशरूम में चली गयी |

    उसने वाशरूम में जाकर बेग को ओपन करके देखा , तो उसकी आखे हैरानी से फ़ैल गयी |

    TOO BE CONTINUE

  • 15. Shaadi : Ek Business Deal - Chapter 15

    Words: 1619

    Estimated Reading Time: 10 min

    Ch – 15

    “ अनायरा पहोची सिंघानिया मेंशन ”

    अब आगे..................

    अनायरा ने वह बेग लिया और वाशरूम में चली गयी |

    वाशरूम में जाकर उसने बेग को ओपन करके देखा तो , उसकी आखे हैरानी से फ़ैल गयी |

    क्योंकि वह ड्रेस बहुत महंगी और ब्रांडेड थी बिलकुल अनायरा के टाइप की |

    वह ब्लू कलर का लॉन्ग बॉडी फिटिंग गाउन था जिसके ऑफ सोल्डर थे |

    अनायरा ड्रेस को देखते हुए खुद से ही बोली : “कुछ भी कहो इसकी चॉइस बहुत अच्छी है , देखकर ऐसा लगता है जैसे इसे लडकियों के कपडो के बार मे बहुत नोलेज है ”

    उसने देखा उस बेग में उसके मैचिंग ज्वैलरी और हाई हील भी थी जो अनायरा के साइज की थी |

    अनायरा जल्दी से रेडी हुई |

    उसने ड्रेस पहनी वह उसके साइज की थी , उसे बहुत हैरान हुई की अक्षत को उसकी परफेक्ट साइज के बारे में कैसे पता , पर उसने सारे ख्यालो को झटका और ड्रेस पहनी , ज्वैलरी पहनी और हील पहनकर बहार आई |

    उसने देखा अक्षत वहा कही भी नहीं था , उसे लगा शायद वह उसरे कमरे में होगा क्योंकि वह बहुत बडा लक्जरी स्यूट था , जहा एक हॉल किचन और 2 कमरे भी थे अनायरा एक कमरे से बहार आई थी |

    उसने देखा वहा 2 लडकिया खडी थी |

    अनायरा कुछ बोलती उससे पहेले ही दुसरे कमरे से अक्षत ब्लैक पढानी शूट में बहार आया , वह बहुत हेंडसम लग रहा था , अनायरा तो बिना पलकें जपकाए उस ही देख रही थी , आज पहली बार था जब अनायरा कीसी लडके को इस तरह से देख रही थी |

    अक्षत का भी यही हाल था , ब्लू बॉडी फिटिंग गाउन में अनायरा का परफेक्ट फिगर शो हो रहा था जिसको देखकर अक्षत तो वही जम गया उसका गला सूखने लगा |

    वहा खडी दो लडकियों में से एक ने अनायरा से कहा : “मेम हम आपको रेडी करने के लिए आए है ”

    वह दोनों मेक अप आर्टिस्ट थी |

    जब अनायरा ने यह सुना तो उसने अक्षत से कहा : “मिस्टर सिंघानिया मुझे नहीं पसंद की कोई मेरा मेक अप करे , में खुद रेडी हो जाउगी , पर शादी में आप चाहेंगे तो मेक अप आर्टिस्ट मुझे रेडी कर सकती है ”

    अक्षत जो अनायरा को देखने में बिजी था जब उसने अनायरा की बात सुनी तो एक पल के लिए उसे खुद से ही हैरानी हुई की वह कैसे अनायरा को ऐसे देख सकता है |

    अनायरा की बात सुनकर अक्षत ने कहा : “ठीक है रात को तुम दोनों रेडी करने के लिए आ जाना ” वह दोनों लडकिया दोनों को ग्रिट करके वहा से चली गयी |

    अनायरा ड्रेसिंग टेबल पर आई और खुद से ही मेक अप करने लगी उसे ज्यादा मेक अप पसंद नहीं था और वेसे भी एंगेजमेंट में घर के ही लोग थे इसलिए उसे नहीं लगा की वह ज्यादा रेडी हो |

    पर उसने शादी में तैयार होंने के लिए हा कह दिया था , क्योंकि वह नहीं चाहती थी की उसकी वजह से सिंघानिया फेमीली को लोग कुछ भी कहे की इतने बडे खानदान की लडकी होने के बावजूद सिंपल रेडी हुई है |

    अनायरा थोडे ही वक्त में तैयार हो गयी , उसने होठो पर न्यूड लिपस्टिक लगायी थी |

    बालो को स्ट्रेट करके खुले छोड दिए थे , वही अक्षत अपने फ़ोन में घुसा हुआ था शायद वह बिजनेस के मेल चेक कर रहा था |

    तभी उसके कानो में अनायरा की आवाज आई |

    उसने अपना सर उपर करके देखा तो वह एक पल के लिए अनायरा की खूबसूरती में खो गया पर उसने अपने आपको कंट्रोल किया और खडा हुआ |

    अक्षत ने कहा : “चले ? "

    अनायरा ने अपना सर हा में हिला दिया |

    दोनों होटल से बहार आए वहा समीर पहेले से ही खडा था , उसने रोल्स रोयस का बेक डोर ओपन किया अनायरा पीछे बेठ गयी उसके बाद अक्षत उसके पास बाजु में बेठ गया |

    और कार सीधे सिंघानिया मेंशन जाकर रुकी |

    पूरी सिंघानिया मेंशन को दुल्हन की तरह सजाया हुआ था , जो मेंशन की खुबसुरती को और भी ज्यादा बढा रहा था |

    अनायरा जो की आज पहली बार सिंघानिया मेंशन में आई थी , उसे सिंघानिया मेंशन को देखकर कोई हैरानी नहीं हुई , क्योंकि उसका विला भी इतना ही बडा और खुबसूरत था और सिंघानिया मेंशन के जैसे हि delhi में उसका गोयल मेंशन था |

    पर अनायरा अंदर ही अंदर थोडी नर्वस थी जो बडी से बडी डील करने में कभी हिचकिचाती नहीं थी , वह आज एंगेजमेंट के लिए नर्वस हो रही उसका रीजन यह था की वह जल्दी से कभी किसी से घुलमिल नहीं पाती थी, और ज्यादा लोगो की भीड उसे पसंद नहीं थी, वह हमेशा अकेले रहना पसंद करती थी , पर आज यहाँ वह एक बडी फेमीली के साथ रहने वाली थी , जिससे उसे नर्वसनेस हो रही थी पर उसने अपनी नर्वसनेस को बहार नहीं आने दिया वह बहार से एक दम कूल लग रही थी |

    कार सीधे अंदर जाकर रुकी |

    अक्षत बहार आया और उसने अनायरा की साइड का डोर ओपन किया |

    अक्षत का यह स्वीट गेस्चर देखकर अनायरा एक पल के लिए हैरान रह गयी पर जब उसकी नजर सामने गयी तब उसे समज आया की अक्षत ने ऐसा क्यों किया , क्योंकि सामने पूरी सिंघानिया फेमीली खडी थी उसके साथ विनायक जी और अभय भी थे साथ ही अभय की फेमीली भी थी |

    अक्षत के हाथ पर अनायरा ने हाथ रख दिए और दोनों एक दुसरे के हाथ को पकड कर सबकी और आने लगे |

    अक्षत ने जब अनायरा का हाथ पकडा तो उसके बॉडी में करंट दौड गया क्योंकि उसे अनायरा का हाथ एक छोटी बच्ची के हाथ जैसा लगा , क्योंकि अनायरा की स्किन बहुत ज्याद सॉफ्ट और नाजुक थी , इसलिए अक्षत को डर था की कही उसने ज्यादा कसकर उसका हाथ पकडा तो कही वह टूट न जाए वह सॉफ्ट तरीके से उसका हाथ पकडे हुए था |

    वही पूरी सिंघानिया फेमीली अपनी आँखों में चमक लेकर अनायरा को देख रही थी |

    आज अनायरा एक एलीगेंट और बहुत ज्यादा खुबसूरत लग रही थी , कोई भी उसे देखकर बता सकता था की वह कितनी बडी और पावरफुल बिजनेस वुमेन है ,उसमे कोई शक नहीं था | जब अभय ने अनायरा को अक्षत के साथ देखा तो वह एक पल के लिए अनायरा को देखता ही रह गया , क्योंकि उसने अब तक अनायरा का सिर्फ नाम सुना था आज वह पहली बार अनायरा को अपने सामने देख रहा था , वह मन ही मन बोला “मेने जितना सुना था यह तो उससे भी ज्यादा खुबसूरत है , पर यह गलत हाथो में लग गयी अब कोई उसे इस डेविल से बचा नहीं सकता ”

    उसने एक ठंडी आह भरी और नार्मल होकर देखने लगा , पर कोई था जो अनायरा को देखकर चिड रहा था वह और कोई नहीं कविता थी |

    अक्षत और अनायरा सबके पास आए |

    अनायरा ने सबसे पहेले दादा जी के पैर छुए जब सबने अनायरा को ऐसे करते देखा तो सब हैरान रह गए |

    क्योंकि सब जानते थे की अनायरा एक बडी बिजनेस वुमेन थी वह विदेश में ही पली बडी थी , वह 3 साल पहेले ही इंडिया आई थी उसके संस्कार को देखकर सब हैरान थे , अनायरा को यह संस्कार उसके डैड से मिले थे , अनायरा इंडिया की सारी रस्मो के बारे में जानती थी , और उसकी रिस्पेक्ट भी करती थी सिवाय शादी के , पर आज जब उसने ठान लिया था की वह शादी करेगी तो उसने वह सारी जिम्मेदारी निभाने का भी सोच लिया था |

    अक्षत खुद उसके इस मूव से हैरान था , उसे नहीं लगा था की अनायरा किसी के पैर छुएगी पर अनायरा की इस रिस्पेक्ट को देखकर अक्षत अंदर ही अंदर खुश था |

    दादा जी के पैर छूने के बाद अनायरा सबको कंफ्यूज नजरो से देख रही थी , क्योंकि वह यहाँ सिर्फ ऋतिक और विशाल जी को जानती थी | दादा जी के पैर तो उसने उसकी उम्र देखकर छुए थे उसने अंदाजा लगाया था की यही अक्षत के दादा जी है |

    अक्षत उसकी कंफ्यूजन को समज गया उसने अनायरा का हाथ पकडा और अपने बडे पापा के पास लेकर गया और कहा : “यह मेरे बडे पापा है ”

    ऐसे ही अक्षत ने सबको सबसे मिलवाया आखिर में स्वरा ने अनायरा को ख़ुशी ख़ुशी गले लगा लिया , तभी अनायरा को अपने पैरो के पास कुछ महसूस हुआ उसने निचे देखा तो वहा एक 3 साल की बची थी जो उसके पैरो से लिपटकर खडी थी , जिसने उसकी ही मैचिंग का ब्लू ऑफ सोल्डर फ्रोक पहना था और वह बहुत ही क्यूट लग रही थी उसकी आँखे हल्के भूरे रंग की थी वह किसी बार्बीडोल से कम नहीं लग रही थी |

    जब अनायरा ने इतनी प्यारी बच्ची को देखा तो उसकी आंखे चमक उठी क्योंकि उसे छोटे बच्चे बहुत ज्यादा पसंद थे |

    उसने बिना वक्त गवाए उसे अपने गोद में ले लिया , सब यह देखकर हैरान थे क्योंकि जब कोई लडकी रेडी होती है तो उसे अपने मेक अप ड्रेस की पडी होती है पर यहाँ अनायरा ने इन सबके बारे में सोचे बिना रूही को गोद में उठा लिया |

    वह बच्ची और कोई नहीं रूही थी |

    सबको अनायरा बहुत पसंद आ गयी थी अनायरा ने अनजाने में ही सबके दिलो में अपने लिए जगह बना ली थी |

    वही मनाली नम आँखों से अनायरा को देख रही थी वह मन ही मन बोली : “बिलकुल तुम्हारे जैस ही तुम्हारी बच्ची है , में बहुत किस्मत वाली हु तेरी बेटी मेरे घर की बहु बनने जा रही है मेरे बेटे की किस्मत खुल गयी अदिति ”

    too be continue

  • 16. Shaadi : Ek Business Deal - Chapter 16

    Words: 1336

    Estimated Reading Time: 9 min

    Ch – 16

    “ Engagement और महेंदी ...!!! ”

    अब आगे..................

    रूही अनायरा के गाल को पिंच करते हुए बोली : “आपकी स्किन तो मेरी तरह बहुत सॉफ्ट है ”

    रूही की बात से अनायरा पहली बार दिल से मुस्कुरायी जब वह मुस्कुरायी तो उसके दोनों गाल पर डिंपल पड ने लगे जब सबने यह देखा तो देखते ही रह गए वही अक्षत ने अब तक अनायरा को पहली बार मुस्कुराते हुए देखा था |

    वह तो उसके डिंपल को देखता ही रह गया , वह किसी बार्बीडोल से कम नहीं लग रही थी , वही विशाल जी और विनायक जी दोनों को बारी बारी देखने में लगे हुए थे आखिर में दोनों एक दुसरे को देखा और स्माइल करने लगे |

    अनायरा ने रूही के गालो को सहलाते हुए कहा : “आपका नाम क्या है प्रिंसेस ? ”

    रूही उसके गालो को सहलाते हुए : “मेला नाम रूही है पर में आपको जानती हु आप तो मेरी मम्मा है न ” वह अभी तोतली भाषा में बोल रही थी क्योंकि वह अभी बहुत छोटी थी |

    यह सुनकर अनायरा के चेहरे पर जो मुस्कराहट थी वह एक पल में गायब हो गयी |

    वही अक्षत ने उसकी मुस्कराहट को गायब होते हुए देख लिया था अनायरा के मन में बहुत सारे सवाल आने लगे |

    अगले ही पल अक्षत ने रूही को अपनी गोद में लेते हुए कहा : “yes प्रिंसेस यही आपकी मम्मा है “

    यह सुनकर अनायरा के पैरो तले जमीन खिसक गयी |

    स्वरा ने जब अनायरा के चेहरे को देखा तो वह समज गयी की अनायरा के मन में क्या चल रहा है , वह मुस्कुराते हुए उसके पास आई और उसके कंधे पर हाथ रखकर बोली : “टेंसन मत लो वह मेरी और ऋतिक की बेटी है , वह अक्षत भैया को हमेशा डैडी कह कर बुलाती है इसलिए उसने तुम्हे मम्मा कहा ”

    यह सुनकर अनायरा ने चैन की साँस ली उसे तो लगा था की अक्षत की एक बेटी भी है पर अगले ही पल उसने खुद से ही कहा : “आखिर में इतना परेशान क्यों हो गयी थी , जो भी हो अगर उसकी बेटी भी हुई तो मुझे क्या ? हम तो सिर्फ एक बिजनेस के लिए शादी कर रहे है , तो मुझे इससे कोई फर्क नहीं पडना चाहिए ”

    उसने सारे ख्यालो को झटका और सब अंदर हॉल में आए वहा एंगेजमेंट की सारी तैयारी हो गयी थी |

    हॉल में एक स्टेज बना हुआ था वहा बहुत खुबसूरत डेकोरेशन की गयी थी |

    स्टेज पर एक सोफे था अक्षत और अनायरा को वहा बैठाया गया | तभी वहा निया और युवान आए दोनों फोटोज लेने में बिजी थे |

    निया और युवान , अनायरा से मिलकर बहुत खुश लग रहे थे , दोनों अनायरा को एक पल के लिए भी नहीं छोड रहे थे , हमेशा सीरियस रहने वाला युवान भी अपने भाई भाभी के इस दिन के लिए बहुत खुश था , और उसकी ख़ुशी उसके चेहरे से साफ झलक रही थी , अनायरा को भी दोनों से मिलकर बहुत अच्छा लगा | वही अक्षत को बहुत चिड मच रही थी उसे फोटोज लेना अच्छा नहीं लगता था , पर वह अपने भाई बहन से बहुत प्यार करता था दोनों को खुश देखकर वह कुछ नहीं बोला |

    मनाली जी आगे आई और उन्होंने ने एक रेड चुनी अनायरा के सर पर रखी , तिलक किया और उसका मुह मीठा कराया |

    अनायरा नकली स्माइल के साथ यह सब कर रही थी | क्योंकि उसे इन सारी रस्मो में कोई इंटरेस्ट नहीं था | वह सिर्फ अपने डेड और बिजनेस के लिए यह सब कर रही थी जब कल उसने अपने डैड की हालत देखि वह बहुत डर गयी थी इसलिए उसने यह रास्ता अपनाया था शादी तो करेगी पर कॉन्ट्रैक्ट शादी करेगी |

    वही अक्षत का भी वही हाल था , पर वह किसी को शक नहीं होने देना चाहता था इसलिए सब हैंडल कर रहा था |

    फिर विनायक जी आगे आए और उन्होंने अक्षत को तिलक किया और उसका मुह मीठा किया और उसे कुछ गिफ्ट दिए |

    मनाली और स्वरा ने भी अनायरा को बहुत सारे गिफ्ट दिए |

    आखिर में रिंग की बारी आई दोनो खडे हो गए |

    स्वरा रिंग का बॉक्स लेकर अनायरा के पास आई वही अक्षत के पास ऋतिक रिंग का बॉक्स लेकर आया |

    दोनों की रिंग कपल रिंग थी यह रिंग अक्षत ने बनवाई थी वह दिखाना चाहता था की दोनों की शादी दोनों की मर्जी से हो रही है , इसलिए उसने यह सब किया था |

    वही अनायरा ने जब कपल रिंग देखि तो वह हैरान रह गयी , उसने अक्षत को देखा अक्षत ने उसे आँखों से ही शांत रहने का इशारा किया |

    अनायरा कुछ नहीं बोली और अपने चेहरे पर एक झूठी स्माइल करने लगी |

    अक्षत ने अनायरा को रिंग पहनाई और अनायरा ने अक्षत को रिंग पहनाई |

    तभी दोनों के कानो में किसी की आवाज आई |

    दोनों ने उस और देखा तो वहा मिस्टर डेविड खडे थे |

    अक्षत ने उसे invite किया था वह चाहता था की उसके सामने सारी रस्मे हो आखिर वह दोनों उसके लिए तो यह सब कर रहे थे |

    मिस्टर डेविड ने दोनों को गिफ्ट दिए |

    फिर दोनों को कांग्रट्स किया फिर उसने अक्षत के पास जाकर उसके कान में कहा : देख में डीलर होने से पेहले तेरा दोस्त हु , इस नाते कह रहा हु अनायरा जैसा खुद को दिखाती है वेसी वह है नहीं , मेने पेहले भी कहा था में लोगो को पहली नजर में ही पहचान जाता हु , शादी के बाद कभी उसे हर्ट मत करना , क्योंकि में तुम्हे और तुम्हारे गुस्से से अच्छे से वाकिफ हु , अगर तुमने यह हिरा खोया तो इस हीरे को कोई और उठा ले जायेगा , कही ऐसा न हो की में ही लेकर चला जाऊ “

    यह सुनकर अक्षत हैरान भरी नजरो से मिस्टर डेविड को देखने लगा डेविड ने कहा : “यही सोच रहे हो न की मेरी वाइफ से में बहुत प्यार करता हु , फिर भी में ऐसा क्यों कह रहा हु , में ऐसा इसलिए कह रहा हु क्योंकि अनायरा बहुत अच्छी लडकी है , में नहीं चाहता की ऐसी लडकी की लाइफ में कभी कोई प्रॉब्लम आए , मे उसे देखकर ही बता शकता हु की उसने अपनी लाइफ में बहुत कुछ फेस किया है , वह सिर्फ बहार से स्ट्रीक है अंदर से नहीं है , यह बात तुम भी जान जाओगे जब उसके साथ रहोगे ”

    इतना कहकर उसने अनायरा को भी बहुत अच्छी सलाह दी अनायरा अक्षत को देखने लगी थी , अक्षत समज गया था की मिस्टर डेविड दोनों को एडवाइस दे रहे है |

    उसके बाद ऐसे ही रस्मे खत्म हो गयी और युवान और निया ने मिलकर दोनों के साथ बहुत अच्छी पिक्चर क्लिक की , उसके साथ अभय , ऋतिक , स्वरा और रूही भी फोटो लेने में शामिल हो गए सबको इतना खुश देखकर अनायरा को भी अच्छा लग रहा था , आखिर में सब खत्म हो गया और अनायरा वही सिंघानिया मेंशन में ही रुक गयी थी |

    क्योंकि शाम को शादी भी वही होने वाली थी इसलिए उसे भी वही रुकना ठीक समजा , वह नहीं चाहती थी की उसके मना करने पर किसी को बुरा लगे |

    वेसे भी उसे एक इम्पोर्टेन्ट मीटिंग भी थी उसकी कंपनी के लोस के बाद उसका काम ज्यादा बढ गया था |

    शाम के 7 बज रहे थे.....!

    अनायरा अपने कमरे में बेठी अपने हाथो को देख रही थी जिसमे इस वक्त महेंदी लगी हुई थी |

    और महेंदी का रंग भी बहुत गहरा आया था |

    अनायरा महेंदी लगाना नहीं चाहती थी , पर मनाली और स्वरा की जिद के आगे उसने कुछ नहीं कहा और उसकी बात का मान रखते हुए हाथो में शगुन की थोडी महेंदी लगाली थी और वह उस महेंदी में लिखे अक्षत के नाम को देख रही थी और उस पर अपनी ऊँगली से रगड रही थी जैसे उसे अपने हाथ में अक्षत का नाम पसंद न हो |

    too be continue

  • 17. Shaadi : Ek Business Deal - Chapter 17

    Words: 1484

    Estimated Reading Time: 9 min

    Ch – 17

    “ अनायरा की खूबसूरती और शादी ”

    अब आगे.................

    अनायरा अभी लाइट पिंक शादी के जोडे में बेठी थी मेक अप आर्टिस्ट उसको रेडी करके चली गयी थी , वह बहुत ही ज्यादा खुबसूरत और क्यूट लग रही थी |

    अनायरा दिखने में बहुत क्यूट और प्यारी थी पर उसने अपने चेहरे पर सख्ती का कफ़न पहन रखा था यह बात जो भी देखे उसे पता चल जाता था |

    पर अनायरा के गुस्से के आगे उसके पापा भी कुछ नहीं बोल पाते थे | अनायरा इस वक्त किसी आसमान से आई खुबसूरत परी की तरह लग रही थी , पर कमी थी तो उसके चहरे पर मुस्कराहट की जो इस वक्त नहीं थी |

    उसके आँखों में एक अनकही उदासी थी जो किस लिए थी किसी को नहीं पता |

    अनायरा ने ड्रेसिंग टेबल पर रखा अपना फ़ोन उठाया और उसमे किसी की फोटो देखने लगी |

    यह फोटो किसी लडके की थी जो दिखने में बहुत ज्यादा हेंडसम था और उसकी उम्र भी करीब 27 साल लग रही थी |

    अनायरा अपनी नम आँखों से उस लडके की तस्वीर को अपने हाथ से सहलाते हुए कहा : “आपके जाने के बाद मेने प्रोमिस किया था , की में कभी शादी जैसे रिश्ते में नहीं बंधुगी , पर आज में पापा और बिजनेस के लिए मजबूर हुई , जिसकी वजह से मेने आपसे किया प्रॉमिस तौड दिया मुझे माफ़ कर देना , आपके जाने के बाद मुझे प्यार और शादी से सख्त नफ़रत सी हो गयी है, में यह शादी अपनी मर्जी से कर तो रही हु पर इसका कोई फ्यूचर नहीं है , मेने सिर्फ दो लोगो से प्यार किया था एक पापा और एक आप आपके जाने के बाद पापा के सिवा मेने कभी किसी से सही से बात भी नहीं की i रियली मिस you एंड i love you सो much ” यह सब बोलते वक्त उसके आँखों में नमी आ गयी पर उसने आंसू बहने नहीं दिए उसने अपने फ़ोन को बंध किया |

    वही कोई था जो उसकी सारी बाते सुन रहा था वह इंसान उसके कमरे में आया और उसके सर पर हाथ रखा |

    जब अनायरा को अपने सर पर किसी का हाथ महसूस हुआ तो उसने मिरर से ही पीछे वाले इन्सान को देखा |

    वह और कोई नहीं विनायक जी थे |

    उन्होंने अनायरा के सर से हाथ हटाया और कहा : “जो 3 साल पहेले हुआ था उसे भूल जाओ सब इंसान एक जैसे नहीं होते बेटा , अक्षत बहुत अच्छा लडका है मेने उसकी आँखों में हमेशा सच्चाई देखि है | मेरा भरोसा करना वह तुम्हे कभी हर्ट नहीं करेगा भले वह शादी जैसे रिश्ते में विश्वास नहीं करता पर वह शादी जैसे पवित्र रिश्ते की अहेमियत समजता है , वह तुम्हे हमेशा एक पत्नी होने का हक देगा , सिर्फ एक हादसे से शादी जैसे रिश्ते से यकींन न करना सहि नही है बेटा , एक बार इस शादी को मौका देकर देखो , मेने तुम्हे कभी किसी भी चीज से पीछे हटना नहीं सिखाया , तो फिर शादी से पीछे कभी मत हटना , समज गयी ?”

    अनायरा उदास चेहरे से बेठी थी अपने पापा की बात सुनकर वह खडी हुई और अपने डैड के गले लग गयी |

    विनायक जी की आंखे नम हो गयी , पर वह अपनी बेटी के सामने आसू नहीं बहाना चाहते , इसलिए उन्होंने खुदको कंट्रोल किया और अनायरा के सर पर हाथ रखा |

    तभी कमरे में मनाली और स्वरा आई |

    वही निचे मेंशन के गार्डन एरिया को दुल्हन की तरह सजाया गया था स्विमिंग पूल के पास एक पिंक और वाइट फ्लावर से शादी के मंडप को सजाया गया था | वही अक्षत वाइट शेरवानी पिंक साफे में मंडप में बेठा था उसके चेहरे पर कोई एक्सप्रेशन नही थे |

    वही युवान , निया और अभय ,अक्षत के साथ अपनी फोटोज खीचने में लगे थे |

    ऐसे में अभय ने अक्षत को देखा , जो बिना भाव के मंडप में बेठा था |

    अभय उसके पास गया और उसके कान में बोला : “भाई तू अपनी मर्जी से शादी कर रहा है , कमसे कम अपने चेहरे पर थोडी स्माइल तो ला वरना सबको लगेगा तुझे जबरदस्ती मंडप में बैठाया गया है ”

    अक्षत ने जब अभय की बाते सुनी तो उसने घूरकर अभय को देखा |

    उसकी नजर की तपिस अभय सहन नहीं कर पाया और वह हडबडा कर उससे दूर होकर बोला : “तुम अपनी नीली आँखों से डरा मत , आज तेरी शादी है गुस्सा होने की बजायह उस पर ध्यान दे ”

    इतना बोलकर वह वहा से नौ दो ग्यारह हो गया |

    वही मनाली ने जब अनायरा को शादी के जोडे में देखा तो उसे किसी की याद आ गयी |

    अनायरा के कमरे में , मनाली ने अनायरा के सर पर हाथ रखकर कहा : “बिलकुल अदिति की तरह लग रही हो एक पल के लिए तो मुझे लगा मेरे सामने अदिति खडी है “

    अदिति का नाम सुनकर अनायरा की आँखे नम हो गयी वही हाल विनायक जी का था |

    अदिति और कोई नहीं अनायरा की माँ थी जो उसके जन्म देने के बाद दुनिया से चली गयी थी , अनायरा ने कभी अपनी माँ को नहीं देखा था फिर भी उसकी तस्वीर से वह हमेशा बात करती , वह अपनी माँ से भी इतना ही प्यार करती जितना वह अपने डैड से करती थी |

    विनायक जी ने कभी दूसरी शादी के बारे में नहीं सोचा , उन्होंने दुनिया देखि थी उसे लगता था की अगर उन्होंने अपने बच्चो के लिए दूसरी शादी की तो क्या पता दूसरी माँ उसे सगी माँ जैसा प्यार दे पाएगी या नहीं ? उसे यही डर था की कही उसकी दूसरी शादी से उसके बच्चे हर्ट न हो जायह , इसलिए उन्होंने कभी दूसरी शादी नहीं की वेसे भी वह अदिति से बहुत ज्यादा प्यार करते थे वह उसकी जगह किसी को इमेजिन भी नहीं कर शकते थे |

    मनाली ने जब देखा की दोनों इमोशनल हो गयह है तो उन्होंने बात को बदलते हुए कहा : “बेटा पंडित जी बुला रहे है मुहर्त का वक्त हो गया है चलो “

    अनायरा अपना चहेरा हां में हिला देती है |

    स्वरा और मनाली जी पहेले चले जाती है विनायक जी अपने बेटी का हाथ पकडकर मंडप में लेकर आते है |

    थोडे बहुत गेस्ट आए हुए थे , जब उन्होंने ने अनायरा को देखा तो वह सब उसे आंखे फाडे देखते ही रह गए क्योंकि वह बहुत ज्यादा खुबसूरत लग रही थी |

    वह अभी कोई बिजनेस वुमेन नहीं बल्कि कोई बच्ची लग रही थी जिसकी उम्र सिर्फ 20 साल होगी पर अनायरा अभी 24 साल की थी |

    वह बहुत प्यारी लग रही थी |

    वही अक्षत को तो किसी से कोई फर्क ही नहीं पड रहा था , जब ऋतिक ने अक्षत को देखा तो उसे और भी ज्यादा शक होने लगा , ऋतिक अक्षत के पास आया और बोला : “एक बार नजर उठाकर अपनी दुल्हन को देखतो सही , कही ऐसा न हो की इस दिन न देखकर तुम्हे पूरी जिंदगी पछताना पडे , क्योंकि मेरी शादी हो चुकी है वाइफ से बचना ना मुमकिन है ”

    ऋतिक की बात पर अक्षत ने सिर्फ वही सूना जो उसके लिए जरूरी था उसे भी तलब लग गयी की वह अनायरा को अपने सेलेक्ट किए शादी के जोडे में देखे |

    जब उसने अपनी नजरे उपर करके अनायरा को देखा तो वह बस उसे देखता ही रह गया पिंक शादी के जोडे में वह बहुत प्यारी लग रही थी सिंपल सा मेक अप किया हुआ था फिर भी वह बहुत ज्यादा एलीगेंट लग रही थी |

    अनायरा अपनी नजरे निचे किए हुए मंडप में आई |

    अक्षत को होश ही नहीं था की वह क्या कर रहा है , जब अनायरा उसके बगल में आकर बेठ गयी तब उसे अहेसास हुआ की वह अभी क्या कर रहा था , वह हडबडा गया और सीधे देखने लगा जैसे उसे कोई फर्क नहीं पड रहा हो पर उसका दिल जोरो से धडक रहा था , उसे इस बात का भी ध्यान नहि दिया की उसका दिल आज इतना जोरो से क्यों धडक रहा है |

    वही हाल अनायरा का था पर उसका ध्यान सीधे इस सोच में था की वह कभी शादी न करने का प्रॉमिस करके आई थी , जो आज वह तौड रही थी यह अहसास होती ही उसे अपने दिल के अंदर कुछ टूटता हुआ मह्सूस हो रहा था उसने एक बार भी अपने नजरे उपर करके अक्षत को नहीं देखा था , यह बात अक्षत ने नोटिस कर लिया था , उसे जरा भी पसंद नहीं था की कोई उसे इग्नोर करे |

    उसके हाथ की मुठी पिस गयी और मन ही मन बोला : “मुझे इग्नोर करने की आज तक किसी में हिम्मत नहीं हुई और यह लडकी सिर्फ 2 दिन में कई बार मुझे इग्नोर कर चुकी है जिसका अंजाम बहुत बुरा होने वाला है मिस गोयल उफ़ मिसेस अनायरा अक्षत राइ सिंघानिया ”

    too be continue

  • 18. Shaadi : Ek Business Deal - Chapter 18

    Words: 1372

    Estimated Reading Time: 9 min

    CH – 18

    “ एलीगेंट कपल ”

    अब आगे..................

    अक्षत मन ही मन खुद से बोला : “मुझे इग्नोर करने की आज तक किसी में इतनी हिम्मत नहीं हुई और यह लडकी सिर्फ 2 दिन में कई बार मुझे इग्नोर कर चुकी है जिसका अंजाम बहुत बुरा होने वाला है मिस गोयल उफ़ मिसेस अनायरा अक्षत राइ सिंघानिया ”

    अक्षत के चेहरे पर यह सब सोचकर एक डेविल स्माइल आ गयी , वह बहुत छोटी थी जो किसी ने नहीं देखि |

    ऐसे ही शादी की रश्मे आगे बढ ने लगी , वही कविता अपनी जलती आँखों से सब देख रही थी , वही दादा जी , विक्रम जी , विशाल जी सब बहुत खुश लग रहे थे की आज फाइनली अक्षत ने शादी करली |

    ऐसे ही फेरे हुए और आखिर में अक्षत ने अनायरा की मांग में सिंदूर लगाया , यह अहसास होती ही अनायरा की आंखे अपने आप बंध हो गयी , उसने अपने हाथ की मुठी कस ली और मन ही मन बोली : “में इस शादी को निभाउगी पर सिर्फ तब तक जब तक प्रोजेक्ट कम्प्लीट नहीं हो जाता ”

    यही बात अक्षत मन ही मन दोहरा रहा था |

    क्या होगा इस शादी का फ्यूचर ? जहा सिर्फ अपना फायदा ही देखा जा रहा है जहा कोई इमोशन नहीं है , जहा सिर्फ एक बिजनेस के लिए शादी हो रही है , क्या प्रोजेक्ट खत्म होने के बाद दोनों अलग हो जायेगे ?

    यह जानने के लिए तो आपको मेरी कहानी कंटिन्यू सुननी होगी |

    अक्षत ने मंगलसूत्र उठाया जो बहुत ही यूनिक और सुन्दर था , उसमे एक पेंडल था जिसमे AA कर्सिव में डिजाईन किया गया था यह सब स्वरा ने करवाया था |

    सबको यही लग रहा था की दोनों अपनी मर्जी से शादी कर रहे है , पर किसी को कहा पता था की दोनों सिर्फ अपने बिजनेस के फायदे के लिए शादी कर रहे है |

    आखिर में अक्षत और अनायरा ने सबके पैर छुकर आशीर्वाद लिए |

    अक्षत अब तक बहुत इरिटेट हो गया था वह जल्द से जल्द वहा से जाना चाहता था , पर वह ऐसा नहीं कर सकता था |

    आखिर में विदाई का वक्त हो गया , वेसे तो सिंघानिया मेंशन में ही शादी हुई थी , इसलिए अनायरा को कही नहीं जाना था उसके डैड अब वापस मेंशन जाने वाले थे |

    अनायरा अपने डैड के गले लग गयी , पर उसकी आँखों में एक कतरा नहीं था पर वह अंदर से पूरी तरह से टूट चुकी थी , यह बात उसके डैड अच्छे से जानते थे आखिर उसने अपनी आँखों से अपनी बेटी को टूटता हुआ देखा था |

    पिछले 3 साल से अनायरा ने कभी आंसू नहीं बहाए , वह हमेशा मजबूत बनकर हर एक सिचुएसन का सामना करती आई थी |

    पर अनायरा का चहेरा पूरी तरह से मुर्जा गया था |

    मनाली और स्वरा की आँखों में आंसू थे , आखिर किसी की भी विदाई क्यों न हो रही हो हर लडकी शादी देखकर अपनी शादी को याद करती है , और यह भी याद करती है की वह भी शादी के बाद अपने परिवार को छोडकर एक नए परिवार के साथ जुड गयी थी |

    विनायक जी ने अनायरा को अपने से अलग किया और फिर उन्होंने अक्षत को देखकर कहा : “मेरी बच्ची का ख्याल रखना आज तक मेने अकेले उसे पाला और बडा किया है , उससे कोई भूल हो जाए तो माफ़ कर देना मेने उसे हर एक चीज सिखाई है , वह जैसी दिखती है वेसी है नहीं बस हालातो ने उसे ऐसा बना दिया है ”

    अनायरा ने जब अपने पापा के मुह से यह सब सुना तो उसने अपने एक हाथ से विनायक जी का हाथ पकडा , विनायक जी ने उसकी और देखा तो अनायरा ने अपनी आँखों से उसे आगे बोलने से मना किया |

    और यह सब किसी को पता नहीं चला सिवाय अक्षत के , उसे अनायरा को अपने डैड को ऐसे रोकना कुछ खटक गया उसे शक होने लगा की आखिर अनायरा अपने डैड से क्या बोलने से मना कर रही है ? पर उसने कुछ ज्यादा ध्यान नहीं दिया |

    अनायरा अपने डैड से मिली , आखिर में मिस्टर डेविड दोनों के पास आए उसके चेहरे पर एक गहरी मुस्कान थी , उसकी वजह तो सिर्फ वही जानते थे , उन्होंने ने अनायरा को गले लगाकर शादी की बधाई दी फिर अक्षत को भी गले लगाकर हैप्पी मैरिड लाइफ विश किया |

    आखिर में अक्षत ने बिना भाव के अनायरा से कहा : “बहार मीडिया खडी है हमें उसके पास जाना चाहिए ”

    अनायरा ने अपना सर हां में हिला दिया और दोनों मेंशन के मेनगेट की और गए |

    मीडिया को मेंशन के अंदर नहीं आने दिया था क्योंकि अक्षत के बहुत सारे दुश्मन थे और उस पर हर वक्त खतरा रहता था , इसलिए उसने शादी में भी करीबी को ही इनवाईट किया था |

    जब अनायरा और अक्षत गेट के पास पहोचे , एकाएक फ़्लैशलाइट दोनों पर पडने लगी मीडिया वाले उसकी तस्वीरे खीचने लगे |

    मीडिया वालो ने सवालों की बौछार कर दी थी : “सर आपकी love मैरिज हुए है या फिर अरेंज मैरिज ? मेम हमने सुना है आप दोनों बिजनेस राइवल है ? तो आप दोनों ने शादी करने का डिसीजन कैसे लिया ? क्या इसके पीछे कोई वजह है ? क्या आप सच मे एक दुसरे से प्यार करते है ? ऐसे न जाने कितने सवाल मीडिया वालो ने दोनों से किए ”

    दोनों में से किसी को हैरानी नहीं हुई की वह लोग उसे ऐसे सवाल कर रहे है , क्योंकि दोनों को अंदाजा था , की यही सब होने वाला है और दोनों पहेले से ही इसके लिए प्रिपेर थे |

    अक्षत आगे आया उसका चेहरा सख्त था एक पल के लिए मीडिया भी डर गयी और सवाल करने बंध कर दिए क्योंकि पूरी दुनिया अक्षत के गुस्से को जानती थी वह गुस्से में बिलकुल राक्षस बन जाता था |

    अक्षत ने मीडिया वालो मे से एक के हाथ से माइक लिया और दुसरे हाथ से अनायरा की कमर पकडकर अपने करीब किया , अक्षत के ऐसा करने से अनायरा मुह फाडे उसे देखने लगी उसे गुस्सा भी आ रहा था , पर उसने देखा मीडिया वालो के सामने उसे एक्टिंग करनी पडेगी इसलिए उसने अपने गुस्से को कंट्रोल किया और अक्षत के करीब चली गयी |

    अक्षत ने उसकी कमर को कसकर पकडा था जिसे अनायरा की नाजुक कमर पर दर्द होने लगा था पर उसने चेहरे पर दर्द को शो नहीं होने दिया |

    अक्षत ने अनायरा को अपने सिने से लगाते हुए कहा : “हम दोनों की love मैरिज है , हम दोनों बचपन से एक दुसरे को जानते है , इन्फेक्ट हमारी फेमीली की दोस्ती बहुत पुरानी है , इसलिए हमने शादी करने का फैसला किया , और एक बात हम दोनों राइवल कभी नहीं थे , हम हमेशा दोस्त थे और हमारी दोस्ती कब प्यार में बदल गयी पता भी नहीं चला , दोनों की फेमीली बहुत पॉवरफुल है इसलिए हमने शादी करली ”

    वही मीडिया को न्यूज़ और सोशल मीडिया के लिए दोनों की एक अच्छी कपल पिक्चर मिल गयी , क्योंकि अक्षत और अनायरा बहुत करीब खडे थे , दोनों के चेहरे पर कोई भाव नहीं थे और यह दोनों को एलीगेंट कपल बना रहा था |

    फिर अक्षत अनायरा का हाथ पकडकर मेंशन के अंदर आ गया |

    अंदर आते ही अनायरा ने अक्षत के हाथ से अपना हाथ झटक दिया |

    यह देखकर अक्षत की आँखों में गुस्सा उतर गया , पर वह सबके सामने कोई तमाशा नहीं करना चाहता था , वेसे तो वहा सिर्फ गार्ड्स ही थे गेस्ट तो सब अंदर के एरिया में थे |

    अक्षत अनायरा के पास आया उसकी कमर पकडकर उसे अपने करीब किया |

    यह देखकर अनायरा उसे अपने से दूर करने की कोशिश करने लगी तो अक्षत ने जुक कर उसके कान में सर्द आवाज में कहा : “डोंट to try.....मुझे गुस्सा मत दिलाओ वरना उसकी तुम्हे भारी कीमत चुकानी पडेगी , आगे से कभी मुझे इग्नोर करने की हिम्मत मत करना वरना में तुम्हारे साथ वह करूंगा जो तुमने सपने में भी नहीं सोचा होगा ”

    इतना बोलकर उसने अनायरा के सर पर किस कर दिया यह महसूस करके अनायरा की आंखे हैरानी से फ़ैल गयी |

    too be continue

  • 19. Shaadi : Ek Business Deal - Chapter 19

    Words: 1323

    Estimated Reading Time: 8 min

     
     
    अब आगे|
     
     
    अक्षत ने अनायरा के sir पर Kiss कर दिया, यह महसूस करके अनायरा की आंखे हैरानी से फ़ैल गयी|
     
     
     
     
     
    अनायरा मन ही मन अक्षत को कोसते हुए खुद से बोली: यह आदमी अभी मुझे धमका रहा था और इतने में उसे इतना सारा प्यार कहा से आ गया?
     
     
    पर उसकी सोच थोडी देर में ही हवा हो गयी, जब अक्षत ने उसे सामने देखने के लिए इशारा किया अनायरा ने साइड में देखा तो उसकी और निया और युवान आ रहे थे अनायरा को समजते देर नहि लगी की अक्षत ने ऐसा क्यों किया|
     
     
    अक्षत ने अपनी पकड ठिली छोड दी इसका फायदा उठाकर अनायरा उससे अलग हो गयी|
     
     
    तभी युवान वहा आते हुए बोला: क्या भाई आप तो काफी रोमांटिक निकले, अभी अभी तो शादी हुई है थोडा तो सब्र करो, सबके सामने ही भाभी के साथ रोमांस का रहे है, थोडा सब्र करिए घर पर चलिए माँ बुला रही है गृह प्रवेश के लिए”
     
     
    वही युवान की बात सुनकर अनायरा का चहेरा शर्म और गुस्से से लाल हो गया तभी निया ने उसे चिडाते हुए कहा: ओहो देखो तो सही मेरी प्यारी भाभी शर्मा भी रही है यह क्या भाई? आप भाभी को हर वक्त परेशान क्यों करते रहते है?
     
     
    वही अक्षत आँखे फाडे अपने भाई बहन को देख रहा था जो बेशर्मो की तरह कुछ भी बोले जा रहे थे अक्षत ने निया का कान पकडकर अनायरा से दूर करते हुए कहा: तुझे नहीं लगता कुछ ज्यादा ही बोलने लगी है लगता है अब तुझे घर पर रखना पडेगा”
     
     
    यह सुनकर निया डर के मारे अंदर तक कांप गयी उसने हडबडाते हुए कहा: सॉरी भाई, में तो बस मजाक कर रही थी अपनी भाभी से, में हॉस्टल में ही ठीक हु, मुझे घर रहकर पढाई नहीं करनी" उसने अपना कान छुड्वाया और वहा से तेजी से चली गयी|
     
     
    पर अनायरा को निया का बिहेव कुछ अजीब लगा वह मन में खुद से बोली: यह क्या अपनी बहन के साथ भी ऐसा बिहेव करते है? दोनों भाई बहन अपने बडे भाई से कितना प्यार करते है, और एक यह है जिसे हमेशा सबके सामने रौब ही झाडना होता है, पर निया इतनी डर क्यों गयी? वह भी घर पर रहने के नाम से कुछ तो गडबड है उसके साथ”
     
     
    फिर उसने अपने ही ख्यालो को झटकते हुए कहा: तुझे क्या अनायरा तू सिर्फ एक साल के लिए यहाँ है इसलिए ज्यादा दिमाग मत लगाओ और सबकी लाइफ में दखल मत दो वरना क्या पता इस डेविल को कब गुस्सा आ जाए”
     
     
    वही अक्षत अनायरा के चेहरे पर आते जाते एक्सप्रेशन देख रहा था उसने अनायरा से कहा: यही खडे रहने का इरादा है या फिर अंदर भी चलना है?
     
     
     
     
     
    अनायरा ने अक्षत को एक नजर घुरा और आगे चलने लगी इस बात से अनजान की वह हर बात पर अक्षत के गुस्से को हवा दे रही थी|
     
     
    अक्षत उसके पीछे जाने लगा दोनों Door के पास जाकर खडे हो गए|
     
     
    तभी मनाली जी आरती की थाल लेकर वहा आती है|
     
     
    उसके पीछे स्वरा चावल का कलस लेकर आई|
     
     
    मनाली जी ने दोनों की आरती की फिर अनायरा को दाएने पैर से चावल के कलस को गिराकर अंदर आने को कहा|
     
     
    मनाली जैसे जैसे कहा वेसे वेसे अनायरा करती गयी| अनायरा ने आलते की थाल में अपने पैर रखे और अपने पैरो की छाप छोडते हुए अंदर आई|
     
     
    अक्षत जो कब से Irritate हो रहा था वह अनायरा से दूर होकर अपनी माँ से बोला: क्या अब भी कुछ बाकि है?
     
     
    तभी स्वरा अक्षत को छेडते हुए बोली: क्या बात है देवरजी आपको रहा नहीं जा रहा? क्या थोडा सब्र कीजिए रश्म तो करनी पडेगी ना”
     
     
    सब जो काफी देर से अक्षत को छेड रहे थे उससे अक्षत को काफी गुस्सा आ रहा था, वह कुछ बोलता उसे पहेले ही मनाली जी ने कहा: बेटा शादी सिर्फ फेरे लेने से नहीं होती, कुछ रस्मे भी होती है उसके बाद ही शादी कम्प्लीट होती है, समज गए? चलो अब दोनों मिलकर भगवान का आशीर्वाद ले लो”
     
     
    अक्षत बेमन से उसके पीछे जाने लगा उसके साथ अनायरा भी गयी|
     
     
    अनायरा को अक्षत का बिहेव बहुत अजीब लग रहा था, पर वह अभी कुछ नहीं बोल सकती थी|
     
     
    दोनों ने भगवान का आशीर्वाद लिया और हॉल में आए|
     
     
    स्वरा वहा एक थाल लेकर आई उसमे गुलाब की पंखुडिया थी और दूध भी डाला गया था|
     
     
    उसने वह थाल हॉल के बिच में निचे रख दिया|
     
     
    मनाली अक्षत और अनायरा को लेकर हॉल में आई और दोनों को उस थाल के आमने सामने बेठा दिया|
     
     
    अक्षत सवालिया नजरो से सब देख रहा था, यही हाल अनायरा का था उसे नहीं पता था की यह कौन सी रश्म है|
     
     
    मनाली जी ने कहा: बेटा इसे अंगूठी की रश्म कहते है इसमें तिन राउंड होते है, जो सबसे ज्यादा अंगूठी बहार निकालेगा उसका हुकुम पूरी जिंदगी चलेगा ऐसा माना जाता है और यह रश्म सदियों से चली आ रही है”
     
     
    तभी विशाल जी तपाक से बोले: हा बचो, तुम्हे पता है जब हमारी शादी हुई थी तब सबसे ज्यादा इस मेडम ने अंगूठी बहार निकाली थी और अब देखो उसके हुकम पर हम चलते है, बीवी के आगे तो हम कुछ नहीं भाई”
     
     
    मनाली जी विशाल जी को डाटते हुए बोली: क्या आप भी बच्चो के सामने तो ऐसा मत बोलिए”
     
     
    वही अनायरा ने जब सबको ऐसे प्यार से लडते देखा तो उसके चेहरे पर अपने आप मुस्कान आ गयी, जो अक्षत से नहीं छुपी वह तो उसकी मुस्कान में ही खो गया था, क्योंकि अनायरा के दोनों गाल पर डिंपल पडते थे जब वह मुस्कुराती थी और डिंपल पडने से वह किसी डॉल से कम नहीं लगती थी|
     
     
    मनाली जी ने उस थाल में अंगूठी डाली और दोनों को खेलने को कहा|
     
     
    रितिक, स्वरा, युवान, निया, विशाल जी अनायरा की साइड थे और मनाली जी दादा जी, विक्रम जी अक्षत की साइड|
     
     
    दोनों ने थाल में अपना हाथ घुमाने लगे अक्षत को इसमें कोई इंटरेस्ट नहीं था वह तो ऐसे ही हाथ चला रहा था तभी अनायरा के हाथ अंगूठी लगी|
     
     
    पहला राउंड वह जीत गयी, दुसरे राउंड में अक्षत के हाथ अंगूठी लगी और तीसरे राउंड में अनायरा के हाथ और आखिर में अनायरा जीत गयी|
     
     
    निया चहकते हुए बोली: लो भाई, अब आप तो भाभी के इशारो पर चलोगे क्योंकि भाभी जीत गयी, अब भाई को भी कोई कंट्रोल करने वाला आ गया”
     
     
     
     
     
    अक्षत खडे होते हुए बोला: आज तक किसी में इतनी हिम्मत नहीं हुई की वह अक्षत राइ सिंघानिया को कंट्रोल कर सके” यह बोलने के बाद अक्षत ने एक सरसरी नजर अनायरा पर डाली|
     
     
    रितिक अक्षत के कंधे पर हाथ रखकर बोला: इस गलतफ़हमी में तो बिलकुल मत रहना क्योंकि शादी के बाद सब बदल जाते है भाई, तुम्हारा भी वक्त आएगा देख लेना”
     
     
    अक्षत काफी Irritate हो रहा था उसने कहा: अब कोई रस्म है या फिर में जाओ में थक गया हु in सबसे"
     
     
    सब जानते थे अक्षत को शादी बिलकुल पसंद नहीं थी|
     
     
    मनाली जी ने कहा: जाओ अब बाकी की रस्म कल होगी”
     
     
    मनाली जी के कहने पर स्वरा और निया अनायरा को अक्षत के कमरे की और लेकर गयी|
     
     
    वही अक्षत सीधे स्टडी Room में चला गया था|
     
     
    अक्षत के कमरे के बहार खडे होकर निया ने अनायरा से कहा: भाभी यह है भाई का कमरा, आप जाए और आराम करिए”
     
     
     
     
     
    स्वरा अनायरा को छेडते हुए निया से कहा: आराम वह भी यह दोनों? तुम्हे अक्षत को देखकर नहीं लगा की वह आज अनायरा को बिलकुल आराम नहीं करने देने वाला, कैसे वह कमरे में जाने के लिए उतावला हो रहा था, तुमने देखा नहीं?
     
     
    निया स्वरा का साथ देते हुए बोली: हा सही कहा भाभी, बहार भी अक्षत भाई भाभी को नहीं छोड रहे थे बिचारी शर्म से पानी पानी हो गयी थी”
     
     
    वही in दोनों की बातो से अनायरा को काफी शर्म आ रही थी, यह उसके लिए पहली बार था और अक्षत से नहीं बल्कि निया और स्वरा की बेशर्म भरी बातो से शर्म आ रही थी उसने आज तक ऐसी बात कभी किसी से नहीं सुनी थी इसलिए|
     
     
     
     
     
    too be continue
     
     

  • 20. Shaadi : Ek Business Deal - Chapter 20

    Words: 1421

    Estimated Reading Time: 9 min

     
    अब आगे.
     
     
     
     
     
    निया और स्वरा अनायरा को अक्षत के कमरे में छोडकर चली गयी|
     
     
    अनायरा जब कमरे में आई तो वह हैरान रह गयी|
     
     
    यह कमरा मेंशन का सबसे बडा कमरा था, जो सिर्फ अक्षत के लिए बनाया गया था|
     
     
    पुरे कमरे में कैंडल लगायी थी और उस कैंडल्स की खुशबु कमरे में फैली हुई थी|
     
     
    किंग साइज़ बेड गुलाब की पंखुडियो से सजाया गया था|
     
     
    अक्षत के कमरे के Interior ब्लैक और ग्रे Color का था|
     
     
    वह बहुत बडा कमरा था|
     
     
    अनायरा को आज न जाने क्यों बेचेनी हो रही थी, क्योंकि आज वह पहली बार किसी लडके के साथ एक कमरे में रहने वाली थी|
     
     
    उसने खुद से ही कहा: हम दोनों के आलाव किसी को कहा पता है की यह शादी सिर्फ दिखावे की है, तो मुझे ज्यादा नहीं सोचना चाहिए”
     
     
    उसने सारे ख्यालो को साइड में किया और क्लोसेट में गयी और वोर्ड्रोब में अपने कपडे ढूंढने लगी उसने आज ही सुबह अक्षत के कमरे में सर्वेंट से कहकर अपने कपडे सेट करवाए थे|
     
     
    उसने अपना नाईट शूट लिया और वाशरूम में चली गयी|
     
     
    वही दूसरी और अक्षत के स्टडी Room में उसके साथ अभय और युवान बेठे थे|
     
     
    अभय बार बार अक्षत से सवाल कर रहा था की शादी के पीछे की वजह क्या है? क्योंकि रितिक, युवान और अभय अच्छे से जानते थे की अक्षत और अनायरा के बिच कभी नहीं बनती तो फिर अचानक शादी करने का डिसीजन दोनों ने कैसे लिया|
     
     
    अक्षत ने घूरकर अभय को देखा उसकी डरावनी आँखे देखकर अभय की बोलती बंध हो गयी, वही युवान भी अभी सीरियस होकर बेठा था|
     
     
    अक्षत ने बिना भाव के गंभीर आवाज में कहा: हम दोनों की सोच एक जैसी है, भले हम दोनों के बिच प्यार नहीं पर हम दोनों की सोच बिलकुल एक जैसी है, आज नहीं तो कल हम एकदूसरे के साथ एडजस्ट हो जायेगे”
     
     
    इतना बोलकर उसने वह फाइल खोली जो उसने अभय से कह कर मंगवाई थी|
     
     
    अक्षत ने फाइल के पन्ने पलटते हुए कहा: सब सही है न? कोई गडबड तो नहीं?
     
     
    अभय ने कहा: नहीं जैसा तुमने कहा था, वेसे ही सब सेट किया आज अगर तुम दोनों Sign करदो तो कल में यह जमा करवा दूंगा”
     
     
    अक्षत खडा होते हुए बोला“ ठीक है, में सुबह तुम्हे यह फाइल दे दूंगा”
     
     
    इतना बोलकर वह स्टडी Room से बाहर निकल गया, युवान और अभय दोनों सिर्फ उसे देखते ही रह गए|
     
     
    वही विशाल जी के कमरे में|
     
     
    मनाली परेशान सी सोफे पर बेठी थी, वही विशाल जी कुछ फाइल्स देख रहे थे|
     
     
    वह अभी भी अक्षत के साथ कंपनी सँभालते थे, इसलिए वह किसी project की फाइल देख रहे थे|
     
     
    थोडी देर फाइल पढने के बाद जब उन्होंने कमरे मे नजर घुमाई तो उसकी नजर मनाली के पास जाकर ठहर गयी|
     
     
    मनाली जी काफी परेशान दिख रही थी|
     
     
    विशाल जी उसके पास आए और मनाली जी के कंधे पर हाथ रखकर कहा: क्या हुआ मेडम जी? इतना परेशान क्यों हो? तुम जैसा चाहती थी अक्षत ने शादी करली एक परफेक्ट बहु घर आ गयी”
     
     
    मनाली जी ने थोडा सीरियस होकर कहा: बात वह नहीं है, आप तो जानते हो न अक्षत को लेकर महागुरुजी ने क्या कहा था”
     
     
    यह सुनकर विशाल जी के चेहरे पर परेशानी की लकीरे आ गयी|
     
     
    फ्लैशबैक.
     
     
    जिस दिन अनायरा की कंपनी के शेयर गिरे थे उसी दिन मनाली, विशाल, रितिक और स्वरा महागुरुजी के आश्रम गए थे|
     
     
    वह एक्चुअली अक्षत और अनायरा की कुंडली मिलवाने के लिए गए थे|
     
     
    महागुरुजी दोनों की कुंडली देख रहे थे, उसके चेहरे पर परेशानी के भाव आ रहे थे और जा रहे थे|
     
     
    वही उनके सामने वह चारो खामोश बेठे उनके बोलने का वेट कर रहे थे|
     
     
    महागुरुजी ने आखिर में कहा: आपका बेटा किस्मत वाला है, जो उसकी शादी ऐसी कन्या से होने जा रही है, जैसा मेने आपको एक महीने पहेले कहा था की अक्षत की जान को खतरा रहेगा, पर इस कन्या की कुंडली देखकर इसका हल मिल गया, इस कन्या के साथ अगर आपके बेटे की शादी हो गयी तो उनकी जान को खतरा नहीं होगा, उस पर से सारे बुरे खतरे टल जायेगे लेकिन.
     
     
    मनाली जी ने परेशान होकर कहा: लेकिन क्या गुरूजी?
     
     
    गुरूजी ने कहा: लेकिन खतरा पूरी तरह से नहीं टलेगा, अगर यह कन्या अक्षत के साथ हमेशा रही तो दोनों मिलकर सारे खतरों से लड जायेगे, कन्या की कुंडली बहुत अच्छी है छत्तीस गुण मिल रहे है, ऐसी कुंडली हर किसी की नहीं होती, ढूंढने से भी ऐसी लडकी आपके बेटे के लिए नहीं मिलती, पर आपके बेटे के साथ शादी होने के बाद लडकी की जान को भी खतरा रहेगा, अगर दोनों हमेशा साथ रहे तो दोनों को कोई छू भी नहीं पायेगा अगर वह खतरे से दूर रहना चाहते है तो दोनों को साथ रहना होगा जिस दिन दोनों अलग हुए नियति उन दोनों के ऊपर काफी खतरा पैदा करेगी”
     
     
     
     
     
    विशाल जी ने फ़िक्र भरी आवाज में कहा: हम उनकी शादी करा देंगे तब तो खतरा कम होगा की नहीं?
     
     
    गुरूजी ने कहा: हा खतरा कम होगा पर पूरी तरह से नहीं”
     
     
    मनाली जी ने कहा: इसका कोई तो उपाय होगा न, अक्षत के जितनी ही प्यारी हमें अनायरा है हम उसे खतरे में नहीं देख सकते, हम अपने बेटे के लिए उसकी जान को खतरे में नहीं डाल सकते”
     
     
    गुरूजी ने कहा: इसका एक रास्ता है, अक्षत की कुंडली में शुक्र गृह बिच में है, जिससे उसे खतरा है, और यह कन्या सारे गृह का समाधान है, वह बुरे को भी अच्छा बनाने की ताकत रखती है, इसलिए अगले चार दिनों के अन्दर दोनों की शादी करवा दो पाचवे दिन हम गृह शांति की पूजा करवायेगे, यह पूजा सिर्फ कन्या कर सकती है अपने पति की सुरक्षा के लिए, उसे लगातार तीन घंटे अग्नि कुंड के पास बेठना पडेगा, तभी अक्षत के उपर का खतरा कम होगा पर पूरी तरह से नहीं, अगर कन्या उसके साथ रही तो अक्षत पर कभी कोई खतरा छू भी नहीं पायेगा”
     
     
    विशाल जी ने कहा: ठीक है, हम दोनों की शादी करवा देते है”
     
     
    गुरूजी ने कहा: याद रहे, अक्षत के पुरे सत्ताईस साल होने के पहेले पूजा और शादी हो जानी चाहिए, वह दस दिन बाद पुरे सत्ताईस साल का हो जायेगा उससे पहेले कैसे भी करके उसकी शादी इस कन्या से करवाओ और उसके दो दिन बाद पूजा करवाओ सारे खतरे अपने आप कम हो जायेगे”
     
     
    अक्षत की बिर्थ डेट के हिसाब से तीन महीने बाद सत्ताईस साल का हो जायेगा पर, तिथि के हिसाब से वह दस दिन बाद सत्ताईस साल का होगा)
     
     
    प्रेजेंट.
     
     
    विशाल जी ने कहा: गुरूजी ने समस्या का समाधान तो दे दिया, फिर आप क्यों परेशान हो रही है?
     
     
    मनाली जी ने कहा: गुरूजी ने कहा था पूजा से खतरा थोडा कम होगा पर पूरी तरह से नहीं, अगर यह पूजा हो गयी तो वह खतरा सीधे अनायरा को होगा क्योंकि, वही हमारे बेटे की ढाल बनकर रहेगी, पर मुझे अनायरा की फ़िक्र हो रही है बिन माँ की बच्ची इतने साल सिर्फ अपने पापा के पास रही है, नाही उसे परिवार का प्यार मिला, नाही माँ का सिर्फ विनायक जी ने उसे माँ और पापा का दोनों का प्यार दिया है”
     
     
    विशाल जी ने कहा: तुम अक्षत को जानती हो न भले ही वह शादी जैसे रिश्ते में बंधना नहीं चाहता, पर वह उसका बहुत सम्मान करता है, वह अनायरा को कुछ नहीं होने देगा गुरूजी ने कहा था दोनों अगर साथ में रहे तो दोनों में से किसी को कुछ नहीं होगा”
     
     

     
     
    मनाली जी ने अपना sir हा मे हिला दिया| विशाल जी ने उसे अपने गले से लगाया और उनका sir सहलाते हुए कहा: ज्यादा स्ट्रेस मत लो सब ठीक हो जायेगा, तुम सो जाओ”
     
     
    दोनों की शादी के काफी साल हो गए थे, पर दोनों के बिच प्यार कभी कम नहीं हुआ था बल्कि बढते वक्त के साथ दोनों का प्यार और भी गहरा हो गया था|
     
     
    एक्चुअली अक्षत की जान को खतरा था यह गुरूजी ने एक महीने पहेले कहा था पेहले तो किसी ने उस पर ध्यान नहीं दिया था पर एकाएक अक्षत पर हमले होते गयह जो उसके दुश्मन करवा रहे थे|
     
     
    अक्षत को उसमे थोडी बहुत छोटे लगी थी, और एक बार तो उसकी जान बुरी तरह से बची थी उसके बाद गुरूजी ने उसकी शादी कराने को कहा, वह भी सत्ताईस साल का होने से पहेले, क्योंकि अगर उसकी उम्र के सत्ताईस साल पुरे हो गयी तो कोई भी उसे बचा नहीं पायेगा इसलिए घरवाले उसे शादी के लिए फ़ोर्स कर रहे थे|
     
     
    अक्षत in सब चीजो में नहीं मानता था, पर उसे अपनी माँ बहुत प्यारी थी मनाली जी के कहने पर वह सारी चीजे हैंडल कर रहा था|
     
     
     
     
     
     
     
     
    too be continue