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The Great Mafia Love

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Tanvi Patel

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Description

ये कहानी है , रेहान और आरोही की | रेहान मल्होत्रा जो बहार से शांत पर अंदर से गुस्सेल और अमीर बिजनेसमैन था , जो लडकियोसे कोसो दूर रहता था | रेहान का एक डार्क सीक्रेट , जिससे दुनिया और उसकी फॅमिली है अनजान | वही दूसरी और आरोही जो एक शरारती और बेहद खुब...

Characters

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Rehan malhotra

Hero

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Aarohi sharma

Heroine

Total Chapters (32)

Page 1 of 2

  • 1. The Great Mafia Love - Chapter 1

    Words: 2169

    Estimated Reading Time: 14 min

    Ch-1 एक सपना....!!

    मुंबई.....
    गर्ल्स हॉस्टल .....
    रात के 11 बजे थे | हॉस्टल के एक कमरे में लाइट्स ऑफ थी जिसकी वजह से कमरे में घना अँधेरा था | वही कमरे की बाल्कनी में एक लडकी आसमान की और देख रही थी , वह अपनी सोच में डूबी थी| वह और कोई नहीं बल्कि आरोही शर्मा थी |

    आरोही दिखने में बेहद खुबसूरत कोई एक नजर देख लेते वह देखता ही रह जाए, हाइट 5.3 फिट , आरोही 21 साल की थी | उसका सपना था शहर की बेस्ट क्रिमिनल लॉयर बनना और उसी सपने की वजह से उसने कॉलेज में L.L.B फील्ड सेलेक्ट की थी और वह कोलेज में हमेशा फर्स्ट रैंक पर आती थी | उसका कोई बॉयफ्रेंड नहीं था वह हमेशा लडको से दूर रहती थी |
    आरोही एक फाइटिंग अक्स्पेर्ट थी , उसका कारण एक ही था के वह क्रिमिनल लॉयर बनना चाहती थी तो उसको हर दिन क्रिमिनल से मुलाक़ात होनी थी जिसकी वजह से उसने फाइटिंग क्लास ज्वाइन की और अब वह फाइटिंग अक्स्पेर्ट बन गई थी |
    आरोही काफी शरारती थी पर जब कोई उसको ज्यादा गुस्सा दिलाए तो वह सामने कोन है उसको कुछ नजर नहीं आता वह गुस्से मे कुछ भी बोल देती थी | जिसकी वजह से बाद में बहुत प्रॉब्लम भी होती थी |

    कल आरोही को इंटर्नशिप के लिए कॉलेज में अप्लाई करना था , वह बस उसी सोच में डूबी हुई थी , तभी पीछे से एक लडकी की आवाज आई और आरोही ने पीछे मुडकर देखा उसके सामने उसकी बेस्ट फ्रेंड जिया थी , जो नींद के कारण अपनी आँखे छोटी करके आरोही को देख रही थी |
    जिया ने नींद भरी आवाज में कहा : ” आरू इतनी रात को तुम बालकनी में क्या कर रही हो ? , तुम्हे नींद नहीं आ रही क्या ? , या फिर कोई परेशानी है ? ” जिया आरोही के सामने खडी थी|
    आरोही ने कमरे में आते हुए कहा : ”अरे नहीं कोई परेशानी नहीं है , वह कल मेरे इंटर्नशिप के लिए कंपनी सेलेक्ट करनी है तो बस उसी के बारे में सोच रही थी की किस कंपनी में अप्लाई करू ”
    जिया ने मुह बनाकर कहा : ” यह कोई वक्त है उसके बारे में सोचने का , चल अंदर और सोजा , सुबह यह सब सोच लेना ” जिया नींद में ही बोल रही थी |

    आरोही ने कहा ”तुम उठ क्यों गई हमेशा तो घोडे बेच के सोती हो , एक बाल्टी पानी नहीं गिरता , तब तक तुम उठती नहीं और आज बिना कुछ किए ही उठ गई ” आरोही ने शरारत करते कहा |
    जिया ने कहा : ”हो गया तेरा ? , तो बता क्या सोच रही थी ? कोई परेशानी है ?”
    आरोही और जिया बेस्ट फ्रेंड थी हमेशा एक दूसरे को अपनी प्रॉब्लम शेर करती और हमेशा एक दूसरे का साथ देती |
    जिया की आँख में फिकर साफ़ दिख रही थी , जब आरोहि ने देखा जिया सीरियस है
    तो उसने जिया को शांत करते हुए कहा : “अरे मेरी जान रिलैक्स कोई प्रॉब्लम नहीं है, कहा तो सही की इंटर्नशिप के बारे में सोच रही थी , अब तू ज्यादा सवाल मत कर और चुपचाप सो जा , वरना तू सुबह उठेगी नहीं और तेरी वजह से मुझे कॉलेज जाने में लेट हो जाएगा ”
    जिया ने अपने बेड पर लेटते हुए कहा : “ मुझे तो इंटर्नशिप की तो कोई प्रॉब्लम ही नहीं है ”
    आरोही अपने बेड पर बैठते हुए बोली : “ हां तेरे जेसी मेरी लाइफ होती तो में भी कभी इंटर्नशिप के चक्कर में नहीं पडती , तू तो लकी हे मेरी जान ,तुझे तो बिना मांगे सब कुछ मिल गया है ”
    जिया ने आरोही से कहा : ” तेरी लाइफ भी ऐसी होगी देखना तुम भी....मेरे से ज्यादा तू लकी साबित होगी , तू भी क्या याद रखेगी ” जिया ने एतराते हुए कहा |
    ”अब ज्यादा मख्खन लगाने की जरूरत नहीं है, चुपचाप सोजा , गुड नाईट ” आरोही बेड पर लेटते हुए बोली
    जिया भी करवट लेकर बोली : ”गुड नाईट ”
    वही USA में सुबह हो रही थी |
    न्यू-यॉर्क सिटी के 5 स्टार होटल the प्लाजा के रूम नंबर 308 में बार बार फ़ोन की रिंग बज रही थी |
    तभी उस कमरे के चेंजिंग रूम से एक लडका अपने हाथ में कोट लिए बहार आया |
    उसने ब्लैक सूट पहना हुआ था , उसकी हाइट 6 फूट थी दिखने बहुत ज्यादा हैंडसम लग रहा था , उसकी उम्र 25 साल की थी , उसके चहेरे पर कोई भाव नहीं थे |
    उसको देख कर किसकी को पता नहीं चलता के उसके दिमाग में क्या चल रहा है | वह और कोई नहीं बल्कि रेहान मल्होत्रा था |
    उसका गुस्सा हमेशा उसकी नाक पर रहता है , हमेशा शांति से और दिमाग से काम लेता है |
    रेहान ने अपना कोट पहना और फिर एक हाथ से अपना फ़ोन उठाया और देखने लगा , उसने फ़ोन में कई सारे मिस कॉल देखे और वही नंबर पर कॉल किया |
    सामने रिंग जा रही थी , थोडी देर बाद सामने से आवाज आई “ हेल्लो....”
    वह आवाज किसी औरत की थी , रेहान ने आवाज सुनकर अपनी आखे बंद करली और उसके चहेरे पर एक सुकून वाली स्माइल आ गयी , उसने एक लम्बी सास ली और बोला “मोम.....” उसने अपनी कोल्ड आवाज में कहा |
    यह थी रेहान की माँ सीमा मल्होत्रा , रेहान अपनी फॅमिली को अपनी जान से ज्यादा प्यार करता था , उसके लिए वह कुछ भी कर सकता था | उसको अपनी फॅमिली के सिवा किसी और से कोई मतलब नहीं था |

    सीमा जी ने उदास आवाज में कहा : ”तुझे हमारी याद आती है की नहीं ? कभी तू कॉल नहीं करता और जब में करती हु तो तू हमेशा बिजी होता है , कभी स्टडी में तो कभी बिजनेस में ” सीमा जी रेहान से नाराज होकर कहती है |
    रेहान ने नार्मल टोन में कहा : ”ओ मेरी प्यारी मोम प्लीज़ गुस्सा मत करो , में आप सबको बहुत याद करता हु पर मुझे अपने काम पर भी ध्यान देना होता है , और पिछले 3 दिन से में मीटिंग ही कर रहा हु ऐसे में मैंने अपना फ़ोन भी चेक नहीं किया ”
    सीमा ही बोली : ”हा तू और तेरा काम , अब तुम अपने पैर पर खुद खडा हुआ है तो काम में तो तू बिजी ही रहेगा ना , अच्छा यह बता तेरी पढाई कैसी चल रही है ? ”
    रेहान अपने बेड पर बेठ जाता है और अपनी रिस्त वोच में देखता है फिर अपनी मोम को उसके सवाल के जवाब देते हुए कहा : “ मेरी पढाई अब ख़त्म हो चुकी है और एक्साम्स भी ख़त्म हो चुके है, अब में पुरे अपने बिजनेस पर फोकस कर रहा हु ”
    सीमा ने खुश होते हुए कहा : “यह तो अच्छी बात है , तो अब तू इंडिया वापस कब आ रहा है ?, तुजे पता है न तेरे भाई की एंगेजमेंट होनी है , तू वापस आजा फिर सब कुछ होगा और हम सब तुम्हे बहुत ज्यादा मिस कर रहे है , अब तू जल्दी से वापस आजा बस मुझे अब कुछ नहीं सुनना ”
    रेहान ने कहा : “रिलैक्स मोम मुझे यहाँ बहुत ज्यादा काम है और अभी मुझे एक इम्पोर्टेन्ट मीटिंग में जाना है , वहा में लेट नहीं हो शकता , मुझे बस यह डील कुछ भी करके फाइनल करनी है बहुत बडी डील है और इससे मेरा सपना पूरा होगा आप नहीं चाहती के आपके बेटे का सपना पूरा हो ”
    सीमा जी ने कहा : “कोन सी माँ ऐसा नहीं चाहेगी की उसके बेटे का सपना पूरा न हो , अफ्कोर्स मैं चाहती हु की तुम बहुत आगे तरकी करो और एक बडा आदमी बने वह भी अपने दम पर आई ऍम प्राउड ऑफ़ यू बेटा”
    रेहान ने आगे कहा : “तो अब में जाऊ माँ , मुझे लेट हो रहा है ”
    सीमा जी ने कहा : “ओके नहीं रोकुगी तुजे पर बाद मे फ्री होकर मुझे कॉल जरुर करना समजा ?”
    रेहान ने खडे होते हुए कहा : “मोम में फ्री होकर कॉल करता हु लव यू मोम बाय ”
    सीमा जी ने कहा : “लव यू टू बेटा , बाय ”
    रेहान कॉल कट करके फ़ोन को अपनी पॉकेट में रखा , तभी डोर पर कोई नोक करता है
    रेहान अपने एक हाथ में फाइल पकडते हुए कहा : “come in ”
    तभी दरवाजा खुलता है और रेहान का असिस्टेंट समर अंदर आता है
    समर अपने हाथ में रखी फाइल को रेहान की तरफ बढ़ाते हुए कहा : “सर यह आज के प्रेजेंटेशन की फाइल है ”
    रेहान वह फाइल अपने हाथ में लेकर फाइल ओपन करके देखता है फिर कुछ देर बाद बोला : ”ओके , सार्री इनफार्मेशन आ गयी है इसमें , जो आज के प्रेजेंटेशन के लिए काफी है , ओके गाडी निकालो मीटिंग के लिए लेट हो रहा है ”
    समर ने कहा : “ओके सर ”
    समर इतना कहके वहा से निकल कर बाहर आकर एक चेन की सास लेता है और आपने मन मे ही कहता है : “अच्छा हुआ फाइल में कोई मिस्टेक नहीं थी वरना सर तो मुझे जिंदा ही निगल जाते “ इतना सोच कर वहा से चला जाता है |

    थोडी देर बाद रेहान और उसका असिस्टेंट एक बडे से मीटिंग रूम में बेठे हुए थे , समर रेहान के पीछे खडा हुआ था , रेहान मीटिंग में फोकस कर रहा था | वहा एक आदमी खडा था , वह थे मिस्टर जिम जिसको अपने न्यू होटल में इंटीरियर डिजाईन करना था वह चाहते थे की उसकी होटल का इंटीरियर डिजाईन सबसे अलग और बेस्ट हो |

    रेहान जब 20 साल का था तब उसने अपने फॅमिली को अपना खुद का बिजनेस करने को कहा उसके फॅमिली में पैसो की तो कोई कमी ही नहीं थी पर वह अपने दम पर कुछ करना चाहता था | फिर उसकी फॅमिली उसकी बात को अग्री करते है तब रेहान ने सबको कहा में इंटीरियर डिजाईन में फोकस करना चाहता हु |

    रेहान को इंटीरियर डिजाईन काफी पसंद थी और साथ ही उसकी चॉइस भी काफी अच्छी थी इसलिए उसकी फॅमिली ने उसको मना नहीं किया , बल्कि उसके पापा को अपने बेटे पर नाज हुआ के उसका बेटा इतना पैसा और खुद की कंपनी होने के बावजूद वह अपने पेरो पर खडा होना चाहता है |
    रेहान ने जब 12th पूरा किया फिर उसने डिजाईन की फिल्ड सेलेक्ट की मुंबई की सबसे बडी कॉलेज में उसने अपना कौर्स पूरा किया जब वह 20 साल का हुआ तो उसने अपना बिजनेस शुरू करने की इच्छा हुई |
    फॅमिली के परमिशन मिलने पर वह USA आया और वहा भी उसने अपनी बिजनेस की पढाई शुरू की और साथ ही साइड बिजनेस शुरू किया |
    आज 5 साल हो चुके थे और साथ ही उसका बुजनेस काफी grow हुआ था |
    अब उसकी कंपनी जाने मने इंटीरियर डिज़ाइनर के तोर पर फेमस हो चुकी थी . उसका बिजनेस सिर्फ USA में ही चल रहा था उसका सपना था के वह इंडिया में अपने बिजनेस स्टार्ट करे और वह एक बडा बिजनेसमेन बने |
    आज अगर उसकी डील फाइनल हो गई तो वह अपना सपना पूरा कर शकता था , आज की मीटिंग के लिए उसने खुद प्रेजेंटेशन रेडी किया हुआ था ताकि कोई गलती न हो और बेस्ट प्रेजेंटेशन बना शके |
    उस मीटिंग में शहर की बेस्ट इंटीरियर डिजाईन की कंपनी मौजूद थी वही रेहान भी वहा आया हुआ था , आज सब कंपनी अपना प्रेजेंटेशन दिखाने वाले थे , जिसकी डिजाईन अच्छी होगी डील उसी को मिलेगी.....|

    मिस्टर जिम शहर का सबसे बडा पावरफुल इंसान था | उसकी न्यू- यॉर्क में हजारो होटल थी और आज उसकी एक और होटल का इंटीरियर डिजाईन का सिलेक्शन था | मिस्टर जिम अपनी होटल को एक अलग ही लुक देना चाहते थे जो सबसे अलग और यूनिक के साथ ही कोई उसको देखे तो बस देखता ही रह जाये |
    मिस्टर जिम खडे हुए और बोले : “आज शहर की सारी कंपनी मोजूद है तो में कहना चाहूँगा के जिसका प्रेजेंटेशन यूनिक और अलग होगा डील उसी को मिलेगी और जिसका पेर्फोमांस अच्छा होगा उसको मे खुद सेलेक्ट करूँगा ”
    समर ने निचे जुक कर रेहान के कान में कहा : “ सर यहाँ तो काफी सारी कंपनी आई हुई है , क्या हम को यह प्रोजेक्ट मिलेगा?” उसकी बात सुन के रेहान समर को गुस्से से घूरने लगा |
    रेहान को अपने तरफ ऐसे देखके समर डर गया और हकलाते हुए बोला : “सॉरी सर ”और अपनी जगह पर खडा हो जाता है |
    रेहान के सामने कोई नेगेटिवे बात करे तो उसको बिलकुल भी पसंद नहीं था | वह हमेशा पॉजिटिव ही रहता है |
    आज मीटिंग में उसके चेहरे पर कोई भाव नहीं थे , वह रिलैक्स करके बेठा हुआ था | उसके चहेरे पर कॉन्फिडेंस साफ़ दिख रहा था जेसे प्रोजेक्ट उसको ही मिलने वाला हो |
    वहा पर 10 ऐसी कंपनी थी जो इंटीरियर डिजाईन में काफी फेमस थी उसमे रेहान की कंपनी का भी नाम आता था |


    thank you readers................

  • 2. The Great Mafia Love - Chapter 2

    Words: 1325

    Estimated Reading Time: 8 min

    प्रोजेक्ट...!!!


    रेहान को अपने तरफ ऐसे देखके समर डर गया और हकलाते हुए कहेता है “सॉरीसर” और अपनी जगह पर खड़ा हो जाता है |
    रेहान के सामने कोई नेगेटिवे बात करे तो उसको बिलकुल भी पसंद नहीं था | वो हमेशा पॉजिटिव ही रहेता है आज मीटिंग में उसके चेहरे पर कोई भाव नहीं थे... वो रिलैक्स करके बेठा हुआ था | उसके चहेरे पर कॉन्फिडेंस साफ़ दिख रहा था जेसे प्रोजेक्ट उसको ही मिलनेवाला है |
    वहा पर 10 ऐसी कंपनी थी जो इंटीरियर डिजाईन में काफी फेमस थी उसमे रेहान की कंपनी का भी नाम आता था |

    मीटिंग शुरू होती है एक के बाद एक कंपनी अपना प्रेजेंटेशन दिखा रही थी…….
    जेसे जेसे समर सब की प्रेजेंटेशन देखता है उसकी आँखे शोक से बड़ी होती जाती है और अपने मन में कहेता है “सबकी इतनी अच्छी प्रेजेंटेशन है क्या सर को अभी भी भरोसा हे के डील उसको ही मिलेगि? मुझे तो लगता ही नहीं के सर को प्रोजेक्ट मिलेगा ” समर अपने नेगेटिवे ख्यालो मै खोया हुआ था…….. तभी उसकी कंपनी का नाम आया और रेहान अपनी चेर से खड़े होक प्रोजेक्टर के पास जाता है और समर अपना लैपटॉप ओन करता है

    रेहान अपना बनाया हुआ प्रेजेंटेशन एक्सप्लेन करने लगता है फुल कांफिडेंस के साथ वो अपना प्रेजेंटेशन एक्सप्लेन करता है की वहा बेठे सारे लोग आखे फाड़केरेहान की तरफ तो कभी प्रोजेक्टर की तरफ देखते है ...यहाँ तक की समर की आँखे भी फट गई थी उसका कांफिडेंस देखके |

    .....................

    वहीआरोही कॉलेज जाने के लिए तैयार हो चुकी थी......पर जिया अभी तक सोई हुई थी |
    ते देखके आरोही को बहुत गुस्सा आ रहा था .......वो जिया के बेड के पास जाके जिया का ब्लेंकेट खीच लेती है और जिया के पास बैठके जिया को गुदगुदी करने लगती है.......अचानक ऐसे करनेसे जिया हडबडा जाती है और जोरजोर से हसने लगती है |

    आरोही गुदगुदी कृते हुई बोली .......”महारानी को अभीतक सोना है कोलेज का वक्त हो गया है और तुजे तो कोई फ़िक्र ही नहीं है पर मुझे है तेरे जेसी मेरी लाइफ नहीं है समजी अब जल्दी से उठ नहीं तो पानी की बाल्टी तेरे उपर डालती हु मुझे तू 5 मिनट में रेडी चाहिए वगरना में अकेले कोलेज चली जाती हु ”
    आरोही गुस्से से बोले जा रही थी और जिया की तो हसी बांध होने का नाम ही नहीं ले रही थी क्योकि आरोही लगातार जिया को गुदगुदी कर रही थी और जिया बेड पर कूद रही थी |

    “ठीक ठीक है तू मुझे छोड़ मै बस 5 मिनट में रेडी हो कर आई प्लीज....तू तो मेरी अच्छी वाली दोस्त है ना...मुझे छोड़ दे यार मुझे अब रोना आ रहा है ......”जिया हस्ते हुए बोली और उसकी आँखों मै ज्यादा हसने की वजह से आशु आ गये .....|

    आरोही“जल्दी कर 1 मिनट वेस्ट हो चुके है अब तेरे पास 4 मिनट है ” आरोही बेड से उठते हुए बोली |

    जिया जल्दी से बेड पर से उठ जाती है और अपने कपडे लेकर वाशरूम में जाते हुआ आरोही से कहेती है “यार तू मेरी दोस्त हे के दुश्मन...कोई दोस्त के साथ ऐसा करता है भला ”

    आरोही अपने हाथ बंधते हुए जिया की तरफ देखके बोली “अगर तू 4 मिनट में रेडी नहीं हुई ना तो में तेरी दुश्मन ही बन जाउंगी अबबातो में टाइम वेस्ट मत कर और जल्दी से तैयार हो .....”

    जिया जल्दी से तैयार होने चली गई....|

    .......................................

    वहि रेहान की प्रेजेंटेशन पूरी हो चुकी थी अब फैसले की घडी थी..........|

    मिस्टर जिम खड़े होकर सब की तरफ देखते हुए बोले “आज सब लोगो ने काफी अच्चा प्रेजेंटेशन दिया.........ये प्रेजेंटेशन मेरी सोच से भी ज्यादा अच्चा था और मेने सब के प्रेजेंटेशन में से किसी एक के साथ आज डील फाइनल करता हु ”

    सब गोर से मिस्टर जिम की तरफ ही देख रहे थे अब के मन में एक ही सवाल था के आज कोण प्रोजेक्ट अपने साथ लेके जायेगा ......वहि रोहन बिलकुल शांत बेठा हुआ था उसके चहेरे पर कोई एक्सप्रेशन नहीं थे|

    मिस्टर जिम अपनी बात जारी रखते हुए बोले “ये प्रोजेक्ट के लिए में ने एक यंग बॉय को चुना है जिसने कम उम्र में काफी अच्छा grow किया है और वो है मिस्टर मल्होत्रा......आज में मिस्टर मल्होत्रा के साथ ये डील फाइनल करता हु ....ऐसी सोच ऐसी डिजाइनिंग मेने आज तक नहीं देखि उसकी डिजाईन काफी यूनिक है....मिस्टरमल्होत्रा स्टेज पर आये ”

    रेहान का नाम सुनके समर तो खुशी के मारे पागल ही हो गया था उसकी कंपनी का नाम सुनके समर रेहान से कहेता है “सर मेने तो सोचा ही नहीं था के ये डील हमको मिलेगी यहाँ कितनी सारी कंपनी आई हुई है और उसमे से ये प्रोजेक्ट हमको मिला ...सर यू आर अ ग्रेट ” समर की ऐसी बाते सुनके रेहान उसको घूरते हुए कहेता है “लगता है अब तुजे जॉब की जरुरत नही है ”
    समर घभारा जाता है और दर के मारे कांपने लगता है और उसके मुहसे इतना ही निकलता है “सॉरी बॉस आगेसे ऐसा नहीं होगा ”

    तभी मिस्टर जिम रेहान का नाम बोलते है और रेहान बिना बोले वहा से खड़ा होकर स्टेज पर चला जता है ...............|

    स्टेज पर मिस्टर जिम और रेहान दोनों हाथ मिलते है ...|

    मिस्टर जिम “कोंग्रच्युलेशंस........मिस्टर मल्होत्रा ”

    रेहान: “थैंक यू मिस्टर जिम ”

    जोनो प्रोजेक्ट पर सिग्नेचर करते है ....|
    मिस्टर जिम : “अब मुझे आपसे प्रोजेक्ट के बारे में डिस्कस करना है में चताहू की प्रोजेक्ट जल्दी से शुरू हो जाए .....”

    रेहान: “ में भी यही चाहता हु......चलिए डिस्कस करलेते है.... ”
    दोनों वहा से चले जाते है और होटल के एक रूम में दोनों बेठे होते है उसके साथ रेहान का असिस्टेंट और मिस्टर जिम का एक असिस्टेंट कुल मिलके रूम में 4 लोग होते है .........|

    मिस्टर जिम : “मिस्टर मल्होत्रा में चाहता हु की ये प्रोजेक्ट हो सके तो आज से शुरू करना चाहता हु .......अगर आपको कोई दिक्कत नहीं हे तो ”
    रेहान: “मुझे कोई दिक्कत नहीं है बल्कि में भी चाहता हु की प्रोजेक्ट जल्दी से शुरू किया जाए .....”

    मिस्टर जिम : “तो ठीक हे आप लोग अपना काम शुरू कर शके ते है.....पर मेरी कुछ कंडीशन है अगर आप को मंजूर है तो आप लोग ये प्रोजेक्ट आज से ही सुरु कर शके है ”
    मिस्टर जिम इशारे से अपने असिस्टेंट को बोलता है और वोह एक फाइल रेहान की तरफ बढ़ाते है ...|

    रेहान वो फाइल ले लेता है और उसमे कंडीशन पढने लगता है उसके फेस पे कोई एक्सप्रेशन नहीं थेवोगोर से उसमे लिखी कंडीशन को पढता है .......|

    थोड़ी देर बाद रूम की शांति को भंग करते हुए रेहान अपनी कोल्ड आवाज में कहेता है ...”मुझे आपकी सारी कंडीशन मजूर है पर मेरी एक शर्त है ..........”

    मिस्टर जिम खुस होते हुए रेहान से कहेते है “बोलिए आपकी क्या शर्त है?”

    रेहान एक डेविल स्माइल करते हुए कहेता है “में अपना काम आज से सुरु करदेता हु पर मुझे अपने काम में कोई दखल दे वो मुझे बिलकुल पसंद नहीं है में हमेशा अपने तरीके से काम करता हु और आपका प्रोजेक्ट 10 दिनों में पूरा हो जायेगा.....”

    मिस्टर अपनी स्माइल बरकरार रखते हुए बोले :”आपकी शर्त हमें मजूर है ....| आपको अपने काम में कोई बाधा नहीं डालेगा , में भी नहीं ........”
    रेहान ऐटीटयुड से बोलता है :” गुड... ”
    मिस्टर जिम : “i like your confidence.....आज की मीटिंग यही पर ख़त्म करते है .....”
    मिस्टर जिम खड़े होते है रेहान भी खड़ा हो जाता है और कहेता है “थैंक यू मिस्टर जिम ” और दोनों हाथ मिलते है और रेहान र्रूम से बहार निकल जाता है और उसके पीछे समर और बॉडीगार्ड्स आ जाते है ...येनजारा किसी फिल्म से कम नहीं था रेहान फुल ऐटीटयुड से चल रहा था उसने ब्लैक गोगल्स पहेने हुए थे एक हाथ पॉकेट में था और एक हाथ से फ़ोन परकिसीसे बात कर रहा था .....|



    हेल्लो दोस्तों आपको मेरी स्टोरी पसंद आई हो तो like करना और रिव्यू देना अगर कोई गलती हो तो मुझे बता ना .......आगेका चैप्टर जरुर पढ़ना ........|
    थैंक यू फॉर रीड थिस स्टोरी ................

  • 3. The Great Mafia Love - Chapter 3

    Words: 2183

    Estimated Reading Time: 14 min

    Ch – 3

    फाइनलडिसिशन....!!!



    कोलेज के गेट के अंदर एक सपोर्ट बाइक इंटर होती है.........कोल्रेज में सभी नजर बस उस बाइक पर ही थी सब मुह फाडे उसे देखते है | अह कोई फ़िल्मी स्टोरी की तरह इंटर होते है | सब लोगो के लिए ऐ एक नोर्मल ही था क्योकि सब को पता था उसमे कौन है |

    वो सपोर्ट बाइक पार्किंग एरिया में पार्क होती है.....उस बाइक के पीछे एक लड़की बेठी थी वह बाइक से उतर थी है.......अब देखना ये था की बाइक चलने वाले है कौन?......सभी की नजर बाइक पर ही थी सब लोग घुर घुर के देख रहे थे| तभी बाइक चला नेवाला इन्सान अपना हेलमेट उतरता है सब के मुह शोक मेट फट गये थे................उसने ब्लैक जीन्स ,वाइट टी-शर्ट,और उसके उपर एक जेकेट पहेने हुई थी , ब्लैक हिघ्हील शूज पहेने हुए थे हाथ में एक महेंगी ब्लैक वोचपहेने हुए थी .......जब उस इन्सान ने अपना हेलमेट उतारा..सब उसे देखते ही रह गये सब को यही लग रहा था के वो एक लड़का है ,पर वह लड़का नहीं बल्कि एक लड़की थी |

    वो लड़की क़यामत लग रही थी जब वह बाइक चलके आरही थी............वो और कोई नहीं बल्कि आरोही थी|

    (अब आप ये सोच रहे होगे के आरोही तो सिंपल लाइफ जी रही है तो उसके पास सपोर्ट बाइक कहासे आई ....तो आपको बतादू के इसका जवाब जानने के लिए आप को कंटिन्यू स्टोरी रीड करनी पड़ेगी ........)



    आरोही एक आम लड़की नहीं थी वो दिखने में जितनी खुबसूरत थी उतनी ही खतरनाख भी थी कोलेज में सब लोग उससे डरते है |

    जब सब लोग ने उस बाइक से आरोही को उतारते हुए देखा तो सब दर गए किसी की हिमत नहीं हुई उसे आख उठाके देखने की सब उपने उपने क्लास में जाने लगे |

    ये सब देखके आरोही के पास खडी जिया उससे कहेती है

    “यार तेरा स्वेग कमाल का है , तुजे नजर उठाके देखने की किसी की भी हिमत नहीं है , इसी कारण मुझे कोई लड़का आख उठाके भी नहीं देखता कोई मेरा बॉयफ्रेंड बन ने के लिए तैयार ही नहीं है सिर्फ तेरी वजह से क्योकि तू मेरी बेस्ट फ्रेंड है ”

    जिया थोडा अपसेट होते हुए आरोही को कहेती है |

    आरोही रुकते हुए जिया को देखके कहेती है “तुजे लड़को में इतना intrust है तो एक कम कर मुझसे फ्रेंडशिप तोड़ दे .....फिर देख तेर्रे पीछे लडके की लाइन लग जाएगी ” आरोही normally कहेती है |

    जिया गुस्सा करके कहेती है : “मुझे लड़को से ज्यादा तुज से प्यार है मेरी जान लडके तो आते जाते रहते है पर तेरे जेसा दोस्त फिर कभी थोदिना मिलने वाला है ,वेसे दोस्त से याद आया हम किसि को भूल रहे है मुझे ऐसा क्यों लग रहा है किसि की कमी है यहाँ ” जिया सोचते हुए कहेती है |

    इससे आरोही को कोई फर्क ही नहीं पड़ता वो बस एक कोल्ड लुक में वही खाड़ी थी उसके चहेरे पर कोई एक्सप्रेशन नहीं थे| आरोही हमेशा ऐसी ही रहिति थी वो बस अपने दोस्तों के साथ ही मजाक मस्ती किया करती थी |

    “क्या यहाँ मुझे कोई इतना मिस कर रहा है ?” पीछे से एक लडके की आवाज आती है | आरोही और जिया पीछे मुडके देखती है |

    वहा एक लड़का खड़ा था ब्लैक जीन्स रेड,टी-शर्ट, उपर एक वाइट जेकेट उसकीवो22 साल का लड़का, कोलेज का हेन्सम हंक था पर वो कभी किसी लड़की पे आँख उठाके भी नहीं देखता था , हाथो में रिस्ट वोच ब्लैक स्नेकेर्स , पेर्फक्ट 8 पेक्स बॉडी सेप |वो लड़का कमाल का था सब लड़किया उसपे मरती थी |

    वो लड़का आर्हो और जिया के पास आता है वो आरोही को एक नजर देखता है उसे ऐसे देखके जिया उससे कहेती है

    “तुम इतने दिन कहा था ?, न कोई कॉल न मेसेज ”

    आरोही भी जिया का साथ देते हुए कहेती है “कहा था तू शिवू हम लोग तुजे बहुत मिस कर रहे थे, वो क्या हे न कोजेल की लड़किया तुजे एक दिन भी नहीं देखती न तो वो हमारा सर ख जाती है और तो और हमारे पीछे पड़ी रहेती है की शिवम् कहा गया है कब आएगा वगेरा वगेरा ....” आरोही शरारत करते हुए शिवम् से कहेती है |

    उस लड़के का नाम शिवम् ओबेरॉय था | उसके पापा की एक मल्टीनेशनल कंपनी थी पर शिवम् कुछ reasons की वजह से अपनी फॅमिली से अलग होकर आया कोलेज के लिए आया था | उसके पापा के पास इतनी बड़ी कंपनी है के शिवम् को कोलेज करने की जरूरत ही नहीं है | पर उसको कोलेज करने की एक वजह थी वो थी आरोही |

    अरे भाई जब कोलेज के सब लडके आरोही को एक ड्रीम गर्ल की तरह देखते है तो हमारे शिवम् की क्या गलती |

    शिवम् और आरोही मिडल स्कूल से ही बेस्ट फ्रेंड थे आरोही के क्लोज कोई लड़का था तो वो बस शिवम् था वो भी एस अ फ्रेंड उसने दुसरे नजरिये से कभीं शिवम् को देखा ही नहीं था , उसके मन में कभी ये ऐसा ख्याल भी नहीं आया |

    शिवम्: “वो में सब बाद में बताऊंगा कहा गया था , अब क्लास के लिए देर हो रही है मेने बहुत कुछ मिस किया हुआ है मुझे प्रोफेसर ध्यानी की क्लास मिस नहीं करनी है अब चलो देर हो रही है ”

    जिया: “ओके चलते है पर क्लास के बाद तुजे हमें सब कुछ बताना होगा समजा ....”

    शिवम्: “ओके ओके बताऊंगा अब चलो ”

    तीनो क्लास के अंदर चले जाते है |

    अमेरिका..........

    शाम के 8 बजे.......

    रेहान होम ........

    रेहान अपने रूम के काउच पे बेठा था| लगातार उसकी उंगलिया लेपटोप पे चल रही थी जेसे उसकी उंगलिया लेपटोप पे थिरक थिरक के नाच रही हो | रेहान के चहेरे पर कोई एक्सप्रेशन नहीं थे|

    रेहान अपने काम में खोया हुआ था तभी उसके फ़ोन की रिंग बजती है रेहान अपने लेपटोप से नजर हटा के फ़ोन की तरफ देखा उसके फ़ोन पे “भाई” नाम फ़्लैश हो रहा था | रेहान अपना लेपटोप साइड में करके फ़ोन उठाके बाल्कनी में चला जता है और फ़ोन रिसीव करता है |

    फ़ोन रिसीव होते ही सामने से न हेल्लो न हालचा डायरेक्ट सामने से एक लड़के की आवाज आती है वो कहेता है “आज छोटे नवाब को कॉल रिसीव करनें का टाइम मिल गया क्या बात है , वेसे ये बता तू मुझे पहेचन तो गया न के में अपना इंट्रोडक्शन दू ”

    सामने वाला लड़का टोंट मरते हुए कहा |

    “इसकी कोई जरुरत नहीं है भाई आप सब लोग मुझे हमेशा ताने क्यों मरते रहेते हो ”

    रेहान अपनी कोल्ड आवाज में ही कहेता है |

    “तू कभी रिलैक्स नहीं रह सकता , हमेशा इतना सीरियस क्यों रहेता है ”

    सामनेसे आवाज आती है |

    “ये आप कह रहे है भैया ” रेहान एक छोटी सी न दिखने वाली स्माइल करके कहेता है |

    ये है रेहान का बड़ा भाई , वो थोडासा रेहान से अलग था .......रेहान हमेशा सीरियस रहेने वाला और उसका भाई हमेसा शांत और मस्ती करने वाला दोनों भाई एक दुसरे के लिए जान छिडक ते थे एक दिसरे से बहुत प्यार करते थे|

    रेहान के भाई का नाम विराज मल्होत्रा , एज28 साल , बहुत ही हेंडसैम, लडकिया उसपे मरती थी , विराज भी लडकियों से फ़्लर्ट करता रहेता था | पर उसने कभी किसी लड़की को किस भी नहीं किया था | वो हमेसा अपनी लिमिट में रहेता था |

    विराजको अब एक सचा प्यार हो गया था | और वो अपने प्यार से शादी भी करनेवाला था|

    विराज का खुद का बिजनेस था “मल्होत्रा कंस्ट्रक्शन ” विराज ने वो अम्पायर अपने दम पे खड़ा किया था बिलकुल रेहान की तरह दोनों भाई सिमिलरथे| उसकी फॅमिली से दोनों को संस्कार अच्छे से दिए गए थे|

    विराज अपना बिजनेस के साथ अपने पापा का बिजनेस भी सम्भालता था |

    विराज की कंपनी इंडिया के टॉप कम्पनीज में आती थी | विराज इतना पावरफुल बिजनेस होने के बावजूद रेहान ने कभी उसकी हेल्प नहीं ली थी वो भी अपने भाई की तरह अपने दम पे एक पावरफुल इंसान बनना चाहता था | और उसका सपना अब पूरा होने की राह पे था |

    विराज : “हा में ये कह रहा हु कोई शक ”

    रेहान: “भाई आप हमेशा से ही सीरियस रहेते हो ”

    विराज: “हामें अपने काम को ही सीरियस लेता हु तेरी तरह नहीं जो हमेशा सीरियस रहेते ही बाते करे ”

    रेहान को पता था बातो से वो अपने भाई को पहोच नहीं पायेगा इसलिए वो टॉपिक चंगे करके बोलता है “भाई मुझे आपसे एक काम है ”

    विराज: “वाह क्या बात है जिंदगी में आज पहेली बार मेरे अपने छोटे भाई ने हेल्प मागी है , तू बोल तेरे लिए कुछ भी करूँगा मै ”

    रेहान थोडा हस देता है और कहेता है : “में एक बिजनेस मेन के तौर पे आपको एक प्रोजेक्ट देना चाहता हु ”

    विराज: “क्या छोटे में तेरा बड़ा भाई हु तू हमसे कभी भी कुछ भी हेल्प मग शकता है तो फिर ऐसी क्यों बाते कर रहा है, हा मन के मेने अपनी कंपनी अपने दम पर शुरू की है पर इसमें भी पापा ने मेरी कई बार हेल्प की है तू भी जनता है , में तेरे ऐसे बिहेव्यर से थक चूका हु तू अपनी फॅमिली को अपना नहीं मानता क्या ?, कोई अपने से ऐसे बाते नहीं किया करते ” विराज थोडा नाराज होकर कहेता है|

    रेहान: “भाई आज मुझे मिस्टर जिम वाला सबसे बड़ा प्रोजेक्ट मिला है , जिससे में अपना सपना पूरा कर शकू ”

    विराज : “क्या बात है मेरे भाई ये हुई न बात , all the best छोटे , में हमेशा तेरे साथ हु तू बोल क्या काम है तुजे मुझसे ”

    रेहान: “आप जानते है में अपनी कंपनी अब इंडिया में शुरू करना चाहता हु , तो वहा की बेस्ट प्लेस पर एक कंपनी का कंस्ट्रक्शन का काम आपको सोपना चाहता हु , आखिर मेरा भाई इंडिया के टॉप कंस्ट्रक्शन कंपनी का मालिक है तो में अपनी कंपनी को एक बेस्ट डिजाईन देना चाहता हु ”

    विराज : “ये भी कोई पूछ ने की बात है कल से ही तेरा प्रोजेक्ट स्टार्ट कर देता हु , तेरे बोलने से पहेले ही मेने जमीं देख ली है कल वहा पूजा करा के काम शुरू कर देता हु तुजे बिल्डिंग की ब्लू प्रिंट बनवाके भेज देता हु , 5 घंटे बाद तुजे प्रिंट भेजता हु तू चेक करलेना तुजे अच्छा लगे तो फाइनल कर देना फिर मुझे बोलना अच्छा न लगे तो दूसरा प्रिंट बनाने को बोल दूंगा ”

    विराज एक ही सास में बोले जा रहा था | पर रेहान के फेस पे कोई एक्सप्रेशन नहींथे| वो बस अपने सपने के बाते में सोच रहा था |

    .....................................................................

    इंडिया.......

    मुंबई............

    दोपहरके 12 बजे थे

    कोलेजमें क्लास ख़त्म होक सब क्लास से बहार आ रहे थे| आरोही अपना बेग लेके क्लास से बहार आई उसके साथ शिवम् और जिया भी थे|

    आरोही: “तुम दोनों एक काम करो केंटिन में जाऊ में अभी अपना फॉर्म फिल करके आप दोनों को ज्वाइन करती हु ”

    शिवम्: “तू सच में इंटर्नशिप करने वाली है ?”

    शिवम् की बात सुनके आरोही के कादम रुक जाते है और शिवम् की ताराफ देखके कहेती है : “ हा में इंटर्नशिप करुँगी मेरा फाइनल डिसिशन है ”

    शिवम्आरोही को एक टस देखके कहेता है : “किस कंपनी में जाने वाली हो , कोईआइडिया है ?”

    आरोही: “मुझे अपने सपने पुरे करने है तो में मुंबई की बेस्ट लॉ-फर्म को ही सेलेक्ट करूंगी न , अफ्कोउर्स में “malhotra and associates “ में ही अप्लाई करुँगी आखिर वहा बेस्ट लॉयर है वहा मुझे बहुत कुछ सिखने को मिलेगा बास वहा मेरा सिलेक्शन हो जाए ”

    जिया: “तेरा सिलेक्शन होना ही है तू तोपेर हाई तुजे कोई मन नहीं कर शकता ”

    शिवम्: “जिया सही कह रही है तुजे कोई मना नहीं कर शकता ”

    आरोही: “ऐसा भरोसा कभी नहीं रखना चाहिए क्या पता वहा इंटरव्यू किस तरह से लेते हो वेसे भी वो बहुत स्ट्रिक्ट है ”

    शिवम्: “तू इंतना मत सोच ऐसा हो तब सोचा जायेगा तू अपना फॉर्म फिल करके आ हम दोनों केंटिन में तेरा वेट कर रहे है और हां इधर उधर कही मत जाना सीधा हमारे पास ही आना कोई गड़बड़ मत करना तेरा कुछ भी पता नहीं किस से हाथापाई करके आएगी”

    आरोही हसने लगती है : “मेरे दोस्त से अच्छा मुझे कोई नहीं जानता और ऐसे भी मुझसे कोई पंगा लेना ही नहीं चाहता और कितने दिन हो गये मेने किसी से फाइट नहीं की है आज मेरे हाथो मै बहुत खुजली हो रही है अगर कोई फाइट करने को नहीं मिटा तो तुम दोनों हो न तुम दोनों से फाइट करूंगीआखिर तुम दोनों मेरे बेस्ट फ्रेंड हो और बेस्ट फ्रेंड तो अपने फ्रेंड के लिए इतना तो करता ही हे ना”

    क्या रेहान का प्रोजेक्ट किसी भी गड़बड़ के बगेर पूरा हो पायेगा | क्या सच में अआरोही अपने फ्रेंड्स के साथ मारपीटकरेगी, आरोही को देखके तो ऐसा ही लगता ही की वो सच में ऐसा कर शकती है | क्या होगा आगे आरोही और रेहान की पहेली मुलाक़ात केसी होगी ?

    आपको आरोही और रेहान की पहेली मुलाक़ात केसे करनी है मुझे कोमेंट करके बताये|

    आपको मेरी स्टोरी अच्छी लगी है तो सहते like कमेंट कीजियेगा |

    थैंकयू GUYSSS ....................

  • 4. The Great Mafia Love - Chapter 4

    Words: 1120

    Estimated Reading Time: 7 min

    Ch – 4
    “ secret lover ”
    आरोही हसने लगती है : “मेरे दोस्त से अच्छा मुझे कोई नहीं जानता और ऐसे भी मुझसे कोई पंगा लेना ही नहीं चाहता और कितने दिन हो गये मेने किसी से फाइट नहीं की है आज मेरे हाथो मै बहुत खुजली हो रही है अगर कोई फाइट करने को नहीं मिटा तो तुम दोनों हो न तुम दोनों से फाइट करूंगी आखिर तुम दोनों मेरे बेस्ट फ्रेंड हो और बेस्ट फ्रेंड तो अपने फ्रेंड के लिए इतना तो करता ही हे ना ”

    शिवम् : “तू हमसे लड़ना चाहती हैं , पर हमें तुमसे कोई फाइट नहीं करनी हो और तू अब जा रही के में तुजे उठाके केंतिने में ले जाऊ वेसे भी कोलेज की लड़किया मेरे पीछे हाथ धोके पड़ी हुई है में पक चूका उन सब से तुजे उठाके ले जाऊंगा तो मेरे पीछे कभी लडकिया नहीं आएगी ....”

    जिया और शिवम् दोनों शरारत के मुड में थे | वो दोनों आरोही को बस भागना चाहते थे | उन दोनों को अच्छे से पता था के आरोही किन किन बातो से इरिटेट होती है |
    जीया : “वेसे शिवू तेरी बात सही है , तू एक काम कर इसे उठा ले फिर देख कोलेज में लड़के तुजे देखके जलेंगे और लडकिया आरोही को देखके ”

    आरोही को अब गुस्सा आने लगा था | वो गुस्से में दोनों को घुर घुर के देख रही थी और बोली : “तुम दोनों पागल हो गए हो क्या केसी बेहूदा बाते कर रहे हो , अब तुम दोनों को केंटिन में नहीं जाना क्या अब तुम दोनों यहाँ से नहीं गए तो में अपने हाथ तुम दोनों से साफ करूंगी ”
    आरोही को इतने गुस्से में देखके शिवम् काफी खुश था शिवम् को आरोही का गुस्सा करना लड़को से फाइट करना बहुत अच्छा लगता था इसी लिए तो वो आरोही की तरफ एट्रक्ट हो चूका था , आरोही की यही बात शिवम् को और नजदीक ला रहि थी | शिवम् अपने दिल पर काबू करके रखा था |
    ताकि आरोही को उसके दिल की बात पता न चले , क्योकि आरोही से जो भी प्रोपोसे करता था आरोही को उससे काफी दूर कर देती थी , उसका रिजल्ट 2 साल पहेले उसको मिल चूका था |
    तब उसके ग्रुप में एक लड़का था जिसका नाम पर्व था 4 बेस्ट फ्रेंड the पर पर्व को आरोही से पागलो की तरह प्यार करता था उसने सब के सामने आरोही को प्रपोस किया और आरोही को प्यार से सख्त नफ़रत थी उसने अपने ही फ्रेंड को मन तो किया ही पर सबके सामने उसको इतना मारा की सब के दिल में आरोही के लिए डर बेठ गया | उसके बाद पर्व कॉलेज छोड के विदेश चला गया फिर कभी उसने मुड के कॉलेज को भी नहीं देखा | नाही आरोही को .......|

    शिवम् तो आरोही से मिडल स्कूल से ही प्यार करता था पर जब उसने पर्व की ऐसी हालत देखि तो उसने सोचा आरोही से जिंदगी भर दूर रहेने से अच्छा हे उसे फ्रेंड के तौर पे पास तो रह सकता है |

    आरोही की बात सुनके शिवम् और जिया कुछ बोले बिना ही वहा से चले गये |
    आरोही अपना फॉर्म फिल करके केंटिन की तरफ चली जाती है |
    .........................................

    “तुम कब आ रहे हो ? यहाँ तेरा ही वेट हो रहा है मुझे शादी करनी हे तेरी वजह से शादी पेंडिंग में है ” विराज रेहान से कहेता है |
    रेहान : “भाई आपको इतनी जल्दी है तो शादी के लीजिये , इसमें मेरा क्या काम है वेसे भी मुझे पार्टीज शादी वगेरा माँ intrust नहीं है आप जानते ही हो ”
    विराज को अब रेहान की बात पे गुस्सा आ रहा था उसने गुस्से में कहा : “तुम इतने मतलबी केसे हो सकते हो तु मेरा ही भाई हे ना ? ”
    रेहान : “हा भाई आपका ही भाई हु में मजाक कर रहा था में इंडिया 10 दिन बाद आऊंगा मेरा न्यू प्रोजेक्ट का काम 10 दिन का है उसके बाद इंडिया ही रहेने वाला हु तो अब आप शादी की तैयारी शरु कर दीजिये ”

    विराज : “शादी की तैयारिया तो कब की हो चुकी है बस तेरा ही इंतेजार है ”
    रेहान : “ठीक है फिर में 10 दिन बाद आऊंगा ”
    विराज खुश होक कहेता है : “तू सच बोल रहा है न मजाक तो नहीं कर रहा है ?”
    रेहान : “हा भाई में मजाक नहीं कर रहा पक्का में 10 दिन बाद इंडिया आ रहा हु ”
    विराज : “चलो अच्छी बात है 5 साल बाद पूरी फॅमिली साथ होगी तेरे आने के बाद ”
    रेहान : “हा भाई, अब मुझे काम है में कॉल कट रहा हु ”
    विराज : “ओके बाय ”
    रेहान : “बाय ”
    रेहान कॉल कट करता है | वो रूम में जाने को होता ही है तभी फिर से फ़ोन की रिंग बजने लगती है |
    रेहान फिरसे बालकनी में आके बिना वेट किये कॉल रिसीव करके डायरेक्ट बोलता है
    “काम हुआ की नहीं ?”
    सामने से एक लडके की आवाज आती है : “हां बॉस काम हो गया और दूसरा काम आ गया है मेने उस कम के रिलेटेड सारी इनफार्मेशन आपको मेल कर डी हे आप एक बार चेक करके मुझे कहिये की आगे उसका क्या करना है ? ”
    रेहान हम्म कहे के कॉल कट करता है | रेहान जल्दी से अपना लेपटोप ओन करके उसमे देखने लगता है उसमे उस लड़के की दी हुई इनफार्मेशन थी |
    जेसे जेसे वो पढता हे इसकी आइब्रो सिकुड़ जाती है उसकी आखे एकदम लाल हो जाती है उसका चहेरा बिलकुल बदल जाता है वो पहेले जेसा रेहान नहीं था | ये रेहान का दूसरा रूप था | गुस्से की वजह से उसकी मुठिया भींज जाती है | और जोर से अपना हाथ अपने सामने काफी टेबल पर मरता है कच का वो टेबल जोर से मुक्का पड़ने की वजह से टूट जता है और रेहान के हाथ में कुछ कच के टुकड़े चूब जाते है |
    तेज आवाज आने की वजह से रेहान के बॉडीगार्ड अंदर कमरे में आ जाते है | रेहान के हाथ से खून बह रहा था पर उसके चहेरे पर कोई एक्सप्रेशन नहीं थे बल्कि उसके चहेरे पर साफ गुस्सा दिख रहा था उसके गुस्से को देखके बॉडीगार्ड भी डर गये थे उसमे से एक ने फर्स्ट एट बॉक्स लेके रेहान के हाथ में पट्टी की |

    रेहान कुछ नहीं बोला | गुस्से के कारण उसके हाथ की मुठिया अभी भी बंध थी |

    आरोही को क्यों प्यार से नफरत थी , वो क्यों प्यार से भाग रही थी क्या वजह थी ? रेहान ने लेपटोप में ऐसा क्या देखा जिसकी वजह से उसको इतना गुस्सा आया |
    जानने के लिए अगले चैप्टर को पढ़े और शेर like और कोमेंट करे |

    थैंक यू GUYSSS.........................

  • 5. The Great Mafia Love - Chapter 5

    Words: 1140

    Estimated Reading Time: 7 min

    Ch - 5
    “मुझे कुछ दो तभी में जाने दूंगा...!! “
    अब तक ........
    रेहान हम्म कहे के कॉल कट करता है | रेहान जल्दी से अपना लेपटोप ओन करके उसमे देखने लगता है उसमे उस लड़के की दी हुई इनफार्मेशन थी |
    जेसे जेसे वो पढता हे इसकी आइब्रो सिकुड़ जाती है उसकी आखे एकदम लाल हो जाती है उसका चहेरा बिलकुल बदल जाता है वो पहेले जेसा रेहान नहीं था | ये रेहान का दूसरा रूप था | गुस्से की वजह से उसकी मुठिया भींज जाती है | और जोर से अपना हाथ अपने सामने काफी टेबल पर मरता है कच का वो टेबल जोर से मुक्का पड़ने की वजह से टूट जता है और रेहान के हाथ में कुछ कच के टुकड़े चूब जाते है |
    तेज आवाज आने की वजह से रेहान के बॉडीगार्ड अंदर कमरे में आ जाते है | रेहान के हाथ से खून बह रहा था पर उसके चहेरे पर कोई एक्सप्रेशन नहीं थे बल्कि उसके चहेरे पर साफ गुस्सा दिख रहा था उसके गुस्से को देखके बॉडीगार्ड भी डर गये थे उसमे से एक ने फर्स्ट एट बॉक्स लेके रेहान के हाथ में पट्टी की |

    रेहान कुछ नहीं बोला | गुस्से के कारण उसके हाथ की मुठिया अभी भी बंध थी |

    अब आगे ...........

    मल्होत्रा कंस्ट्रक्शन ..............

    विराज अपनी केबिन में बेठा फुल फोकस के साथ अपना वर्क कर रहा था |
    तभी दरवाजे पर नोक होती है , विराज बिना इधर उधर देखे बोल देता है “come in ...”

    तभी डोर ओपन करके एक बेहद खूबसूरत लड़की अंदर आती है |
    विराज का पूरा ध्यान अपने लैपटॉप में ही था उसके सामने एक लड़की खाड़ी उसको ये भी नहीं पता था | तभी वो लड़की जटके से विराज के चेर को अपनी तरफ करके विराज की गोद में बेठ जाती है |
    विराज ऐसे अचानक जटके से चौक जाता है और गुस्से से सामने खड़ी लड़की तरफ देखता है तो उसका गुस्सा हवा मै गायब हो जाता है और उसके चहेरे पर एक स्माइल आ जाती है |
    विराज के सामने उसकी गर्लफ्रेंड सुहानी थी |
    सुहानी बहुत प्यारी लड़की थी | मिडल क्लास से बिलोंग करती थी जब उसने विराज का ऑफिस ज्वाइन किया तब वो विराज को अच्छे से नहीं जानती थी ..........पर विराज सुहानी की तरफ खीचा चला जाता था और धीरे धीरे वक्त के साथ जोनो को प्यार हो जाता है |
    सुहानी की फॅमिली में सिर्फ उसके दादा जी थे वो अपना घर का खर्चा चलने के लिए कोलेज के बाद कम्पनी ज्वाइन की थी | हाई सोसायटी के जाने से उसको दर लड़ता था उसको नहीं पता था बड़े लोग केसे रहेते है और विराज की फॅमिली उसको एक्सेप्ट करेगी की नहीं | पर जब वो विराज की फॅमिली से मिली तो उसका सारा डर गायब हो गया | उसकी फॅमिली ने उसको बिना कोई प्रॉब्लम के एक्सेप्ट कर लिया था और विराज की फॅमिली को भी सुहानी बहुत पसंद थी |

    विराज सुहानी की करम पे अपना हाथ कास देता है |
    सुहानी विराज के फेस पे गोर से देख रही थी |
    विराज : “क्या देख रही हो स्वीट हार्ट .......अब तो पूरी जिंदगी तुम्हारे पास ही हु जितना मन चाहे देखते रहेना ”
    सुहानी थोडा गुस्से से विराज से कहेती है : “अब बात पलटने की कोशिश मत करो , में रूम में आई और तुमे पता भी नहीं अभी से मुझे इग्नोर कर रहे हो ”
    विराज सुहानी के चिक पे अपना हाथ फेरते हुए कहेता है : “अरे मेरी जान मेरी इतनी हिमत कहा के में तुम्हे इग्नोर करू ”
    सुहानी : “में तुम्हारी इस रोलर कोस्टर जेसी बातो में नहीं आने वाली ....मेंभी किस्से बाते कर रही हु इससे अच्चा में अपना सर दीवार पे मार दू ”
    विराज : “अरे ऐसी केसी बाते कर रही हो मर मिटने की बाते मत करो , अभी तो हमें शादी करनी है फिर फर्स्ट नाईट मनानी है , और बच्चे भी करने है और तुम अभी से मरने की बाते कर रहू हो ”
    सुहानी : “आप में बिलकुल भी शर्म नहीं है केसी बहेकी बहेकी बाते कर रहे हो , छोडो मुझे जाना है मुझे बहुत काम है ”
    विराज : “तुम मेरी होने वाली बीवी हो तो तुम्हारे साथ ऐसी बाते नहीं करुगा तो किसके साथ करुगा ? ”
    सुहानी विराज से खुद को छुड़ाने की कोशिश करते हुए कहेती है : “छोडिये , मुझे जाना है अभी एक मीटिंग भी है मुझे लेट नहीं होना ”
    विराज : “ऐसे केसे जाने दू , मुझे कुछ दो तभी में जाने दू ” विराज शरारत करते हुए सुहानी से कहेता है |
    सुहानी : “क्या चाहिए आपको ” सुहानी अपने आप में ही कहेती है |
    विराज उसके होठो पर अपने अंगूठे से टच करते हुए कहेता हे ये चाहिए |
    सुहानी : “ पहले येतो देखो हम कहा है ये सब यहाँ नहीं चलता , यहाँ हम काम करने आते है ये सब करने नहीं ”
    विराज : “ये सब मेरा ही है तो में जब चाहू जहा चाहू सब कर शकता हु देखना चाहोगी तुम ?” विराज अपनी आँख विंग करते हुए कहेता है |
    सुहानी : “मुझे कुछ नहीं करना अप मुझे जाने दिजीये ”
    विराज अपने हाथ से सुहानी की गर्दन को पीछे से अपनी तरफ करते हुए कहेता है : “मुझे किस चाहिए फिर तुम्हे जाने दूंगा ”
    सुहानी को अच्छे से पता था विराज ऐसे उसे छोड़ ने वाला नहीं है उसने अपना दिमाग चलाया और उसने विराज से कहा : “ओके ठीक है पहेले अपनी आँखे बांध कीजिये ”
    विराज : “ठीक है करता हु पर कोई चालाकी नहीं वर्ना में तुम्हे छोडूंगा नहीं ”
    सुहानी : “आपको किस चाहिए की नहीं ?”
    विराज : “ठीक है ” विराज अपनी आँखे बंध करता है |
    सुहानी विराज के चहेरे के नजदीक जाती है , दोनों को चहरे पर एक दुसरे की गर्म साँसे महसूस हो रही थी विराज थोडा थोडा गर्म होता जा रहा था उसने सुहानी की कमर को अपने हाथ ढीले पड़े गये |
    सुहानी ने इस मौक़े का फायदा उठाके विराज के होठ पर हलकेसे अपने होठ छु कर दूर हो जाती है और जल्दी से विराज की गोद में से उठके वहा से जाने लगाती है , ये सब इतनी जल्दी हुआ के विराज को कुछ करने का टाइम ही नहीं मिला |
    सुहानी डोर खोलने को होती है विराज खड़ा होक उसकी तरफ आता देख वो जल्दी से बहार चली जाती है |
    विराज बस उसे जाते हुए देखते रह गया और उसके फेस पे एक स्माइल आ गयी और अपने होठ पे अपनी उंगली फेर ते हुए अपने आपसे कहने लगा : “माय सिली गर्ल ” |


    हेल्लो guyyss .........आपको मेरी स्टोरी पसंद आई है तो मुझे रिव्यू जरुर दीजियेगा ताकि मुझे पता चले के आपको स्टोरी पसंद है तो में स्टोरी और intrusting बनाने की कोशिश करू |

    थैंक यू रीड माय स्टोरी ................

  • 6. The Great Mafia Love - Chapter 6

    Words: 2138

    Estimated Reading Time: 13 min

    Ch – 6
    “ रेहान का टॉप सीक्रेट....!!!“

    आरोही, शिवम् और जिया केंटिन में बेठे हुए थे|
    शिवम्: “आरू तुम अपने खुद की कम्पनी ज्वाइन क्यों नहीं कर लेती ? “ शिवम् गोर से आरोही की तरफ देखके कहेता है , वो आरोही के हर एक्सप्रेशन को नोटिस कर रहा था |
    आरोही: “शिवू मुझेउसके बारे में कोई बात नहीं करनी है ”
    जिया: “तू अपने पेरेंट्स से क्यों दूर रहेती है आरू मुझे यही बात समाज नहीं आ रही ,तुमउससे क्यों नफ़रत करती हो ?”
    आरोही: “जिया तुम्हे सब पता है फिर भी ऐसी बाते कर रही हो , में उनसे नफ़रत नहीं करती बल्कि वो मुझसे नफ़रत करते है , में तो उनसे बहुत प्यार करती हु पर वो मेरे सगे माँ-बाप होने के बावजूद मुझसे क्यों नफ़रत करते है मुझे यही बात आज तक पता नही चली है ”
    ये बोलते वक्त आरोही की आँखे नम हो गयी और शिवम् उसे अपसेट नहीं देख शकता था | उसने आरोही के हाथ पर अपना हाथ रखा और कहा : “रिलैक्स आरू हम तुम्हे अपसेट करना नहीं चाहते , तुम जो भी चाहती हो वही करो हम तुम्हारे साथ है और तुम्हे कभी मेरी जरुरत पड़े एनी टाइम कॉल कर शकती हो ” ये बोलते वक्त शिवम् की आँखों में आरोही के लिए प्यार साफ़ दिख रहा था ये बात जिया की नजर से बहार नहीं रही |

    आरोहीकाचहेरा अभी भी जुका हुआ था |

    जिया: “रिलैक्स आरू अब ये सब छोड़ ,चलो आज कुछ खुरापात करते है ”
    आरोही रिलैक्स होते हुए कहेती है : “क्या चल रहा है तेरे दिमाग में ?”

    अमेरिका................
    मल्होत्रा इंटीरियर्स...........

    ऑफिस का तापमान चढ़ा हुआ था , सब एम्प्लोये डर के मारे कांप रहे थे और अपनी नजरे अपने काम में गडाए हुए थे |अब तक 10 एम्प्लोय को काम से निकला गया था | अब किसकी बारी है सब यही सोच रहे थे|

    आज कई दिनों बाद सब एम्प्लोय की प्रोग्रेस रिपोर्ट चेक हुई थी उसमे से जिसने भी अपने काम में एक भी गलती की थी उन सब को कंपनी से निकला गया था |रेहान को अपने काम में कोई भी लापरवाही पसंद नहीं थी | उसे हमेशा से ही बेस्ट वर्क चाहिए था |

    आज रेहान के केबिन का टेम्प्रेचर हाई था | रेहान के सामने समर खड़ा था , वहडर के मारे बहुत बुरी तरह से कांप रहा था ........रेहान की आँखे गुस्से की वजह से लाल थी उसकी हाथो की और माथे की रग साफ साफ दिखाई दे रही थी ..वह अपनी चेर पर बेठा हुआ था |

    रेहान: “तुम को पता है में अपने काम में लापरवाही बिलकुल बर्दास्त नहीं कर शकता फिर भी तुमने ऐसा केसे होने दिया तुमको पता है , ये प्रोजेक्ट मेरे लिए कितना इम्पोर्टेन्ट है , फिर भी ये काम इतनी स्लो क्यों चल रहा है, अबबेस्ट वर्कर्स हायर करो और मुझे अपना काम 10 डेज में कम्पलीट चाहिए और ऐसी गलती हुई तो तुम जॉब से गए , और हां अपनी फॅमिली को यहाँ बुला लो क्योकि अब तुम्हे यहाँ रहेके ऑफिस का काम संभालना है में अब इंडिया का काम सम्भालूँगा, ये तुम्हारी पनिशमेंट है और कोई भी गलती हुई तो तुम जानते हो में क्या कर शकता हु its that clear ?”
    रेहान इतने गुस्से में था उसने एक हाथ टेबल पे जोर से मारा और समर से कहा |

    समर अब बेहोश होनी की तकार पे था वो डर के मारे उसके गले से आवाज नहीं निकल रही थी वोह कांपते हुए कहेने लगा : “ब..ब..बोस स..स..सोरी,मेंसमज गया अब ऐसा नहीं होगा “ समरके माथे पर पशिनेकी बूंद जमा होने लगी थी |

    रेहान: “now gate out ” समर इसीका इंतेजार कर रहा था और वो केबिन के बहार ऐसे भागा जेसे जंगली कुत्ता उसके पीछे पड़ा हो |

    समर के जाने बाद रेहान अपना सर चेर परटिकाके आँखे बंध करके अपने गुस्से को काबू करनेकी कोशिश कर रहा था|

    इंडिया......

    आरोही और उसके दोस्तों ने पब में खूब एन्जॉय किया और थकान के मारे आरोही और जिया दोनों बेड पी लेटे ही गहरी नींद में चली गई |
    शिवम् अपने घर जाके फ्रेश होकर अपने बेड पर लेटके बस आरोही के बारे में ही सोच रहा था उसको अपनी नजरो के सामने आरोही का हस्ता चहेरा बार बार नजर आ रहा था |औरऐसे ही ख्यालो में उसे कब नींद आ गई पता ही नहीं चला |

    अगली सुबह ....
    कोलेज के एंट्रस से आरोही और जिया दोनों अपनी बातो में मशगुल बाइक पार्क करके क्लास की तरफ जा रही थी | आज आरोहिने ब्लू जीन्स और ब्लैक टॉप , ब्लैक स्नाकेर्स पहने थे, बालो को पोनी किया हुआ था उसके बाल उसकी कमर को बार बार छू रहे थे आज उसने ब्लैक शोर्ट टॉप पहने हुई थी जिसकी वजसे उसकी कमर थोड़ी बहार जांक रही थी | कोई उसे एक नजर देखे तो देखता ही रह जाए |

    जिया: “तू तो आज पूरी क़यामत लग रही है | वेसे भी तू क़यामत से कम नहीं है खूबसूरती में भी और डेरिंग में भी ”
    आरोही हलके से मुस्कुराके कहेती है : “तुजे देखनी है मेरी डेरिंग ?”
    जीया: “बहोत दिन हो गए देखने को नहीं मिली , आज बहुत मन है तेरा डेरिंग देखने का , पर मेरे ऊपर मत बरसना में तुम्हे वार्न कर रही हु ”
    आरोही: “अरे रिलैक्स मेरी जान तुजे थोड़ी न में पीटशकती हु तू तो मेरी एक लौती जान है ” दोनों हस्ते हस्ते क्लास की तरफ जाती है तभी पीछे से शिवम् आता है और कहेता है
    “तुम किसी पर भी मत बरसना में नहीं चाहता तू किसि के भी साथ मारपीट करे तुजे पता हैना फिर प्रिंसिपल तुजे पनीश करेंगे ”
    आरोही: “रिलैक्स शिवू इस बार ऐसा नहीं होगा तू देखते जा मेरे यार ” और आरोही शिवम् के कंधे पर अपना हाथ रखते हुए तीनोक्लास में चले जाते है |

    अमेरिका...............
    रेहान अभी भी अपने गुस्से को शांत करने की कोशिश कर रहा था | जब वह गुस्सा होता है तो किसी शैतान से कम नहींलगता|
    तभी टेबल पे रखा फोन रिंग करता है |
    रेहान अपनी सोच से बहार आता है और कॉल रिसीव करता है |
    रेहान: “ह्म्म्म...” वह आपनी कोल्ड आवाज में कहेता है |
    कॉल रेहान के राईट हेंड रोनी का था|
    रोनी: “बॉस उसकी सारी इनफार्मेशन मिल गई है और आज रात को पब में डील होने वाली है अबआगे क्या करना है ? ”
    रेहान: “ कमिशनर को कोंफरंश में लो ”
    रोनी: “ ओके बॉस ”
    रेहान ने वौइस् चेंजर लगाया |
    रोनीकमिशनर को कांफेरंश में लेता है तभी इंडिया में रात के 12 बजे थे| कमिशनरअपनी नींद मे हीकॉलरिसीव करके कहेता है : “कोन कमीना है जो मुझे इतनी रात को डिस्टर्ब कर रहा है ?”
    रोनी कुछ बोलने को होता है तभी रेहान बिच में कहेता है : “तेरा बाप बोल रहा हु साले ”
    कमिशनर: “तू है कोन बे जो कमिश्नर को गाली दे रहा है ,तेरी इतनी हिम्मत ”
    रेहान: “जब तुजे पता चलेगा के कोन बोल रहा हु तो तेरी सारीकमिशनर गिरी उतर जाएगी ”
    कमिशनर: “तेरी इतनी औकात के तू कमिश्नर को धमकी दे रहा है ”
    रेहान: “तेरी औकात तो मेरे सामने कुछ नहीं है , तेरा बाप बोल रहा हु VK को जानता है ”
    कमिशनर: “मुझे तू VK के नाम से धमकी दे र्रहा है , तू मुझे अपना नाम बता ”
    रेहान एक रोबदार आवाज से कहेता है “ VK”
    कमिशनर चौक जाता है ,उसे कुछ देर तो भरोसा ही नहीं हो रहा था की सचमे वो VK ही बोल रहा है की नहीं ?
    कमिशनर: “तू मुझे VK के नाम से धमकी दे रहा है”
    अब रोनी को रहा नहीं जा रहा था की कोई उसके बॉस को ऐसे बात करे उसका गुस्साफूट रहा था| अब वो बिच में कहेता है “ऐकमिशनरमेरी आवाज पहेचानता है तू ?”
    (रेहान का जो सीक्रेट बिजनेस उसका सारा काम रोनी संभालता था और पुरे इंडिया में रोनी के नाम से लोग थर थर कांपते थे| वह रेहान का राईट हेंड भी था और उसका बॉडी-गार्ड भी | इंडिया का सबसे खतरनाख इंसान था | यहाँ तक की सब स्टेट के मिनिस्टर भी रोनी के नाम से कांपते थे| और VK का नाम पुरे इंडिया में मशहूर था | परकिसी ने उसको देखा नहीं था | VK का सारा काम रोनी संभालता था |VK का आर्डर रोनी भगवान का आर्डर समजके काम करता था और VK को भी रोनी पर पूरा भरोसा था | VK को सिर्फ रोनी ने ही देखा था |)
    रोनी की आवाज आते ही कमिशनर के होश उड़ जाते है और हकलाते हुए कहेता है : “र..र...रोनी”
    रोनी: “हा रोनी, अपने बाप से ही पूछ रहा था के कोन बोल रहा है , सालेलगता है अब तुजे जीने का शोख नहीं है ”
    कमिशनर डर के मारे कहेता है : “अरे बॉस मुझे नहीं पता था के बॉस बोल रहे है क्योकि कभी मुझे कॉल नहीं किया ”
    ये बात भी सही थी VK ने आज तक किसी को कॉल पर बात नहीं की थी सिवाय रोनी के |
    रेहान: “लगता है तेरी बीवी को अब तेरी सारी सचाई बतानी पड़ेगी तभी तुजे अपनी गलती का अहेसास होगा की VK से ऐसे बात करनेका अंजाम क्या होता है ”
    कमिशनर कोन्फ़ुएस होकर कहेता है : “बॉस मेरी सच्चाई ?”
    रेहान: “हातू अभी तेरी बीवी के साथ नहीं सो रहा , तेरीसाइड में तेरी रखेल सो रही हे लैला”
    कमिशनरये सुनके चौक जाता है के VK को सब पता है यहाँ तक के नाम भी | उसे पता था VK कोई आम इंसान नहीं है |
    रेहान: “दुनिया VK से अनजान है पर VK दुनिया से अनजान नहीं है कब क्या होता है सब मुझे पता होता है तो अपना दिमाग लगाना बंध कर , और अगर तू चाहता है के तेरी बीवी को कुछ पता न चले तो मेरा एक काम करना होगा वरना......” रेहान अपनी बात जान बुज कर अधूरी छोड़ देता है |

    कमिशनर: “हा हा में करूँगा काम आप जो बोलेंगे वो में करूंगा , आप मेरी बीवी को कुछ मत बताना में उससे दूर नहीं रह शकता में उससे बहुर प्यार करता हु ”
    रेहान: “साले किसी और औरत के साथ सोता है और कहेता है बीवी से प्यार करता है , अगर बीवी से प्यार करता तो किसी और के साथ सोता नहीं तुजे इसकी सजा जरुर मिलेगी पहेले मेरा काम पूरा कर, कल तक का टाइम है तेरे पास तुजे क्या करना है सारी डिटेल्स रोनी तुजे बता देगा, अगर कल तक काम पूरा नहीं हुआ तो तू दुनिया से out”
    कमिशनर: “हो जायेगा बॉस आप जो बोलेंगे वो में करुगा ” कमिशनर अभी किसी भीगी बिल्ली की तरह लग रहा था |
    रोनीकमिशनर का कॉल कट कर देता है |
    रेहान: “तुजे पता है अब आगे क्या करना है ”
    रोनी: “हो जायेगा बॉस ”
    रेहान: “मुझे पल पल की सारी खबर चाहिए ”
    रोनी: “ओके बॉस ”
    रेहान कॉल कट कर देता है अभी उसके चहेरे पर एक डेविल स्माइल थी , उसे देखके साफ पता चलता है के जरुरत उसके मन में कुछ खतरनाख चल रहा है | और अपने आपसे जोर जोर से शैतान की तरह हसने लगता है और जोर जोर से कहेता है “कमिशनरकमिशनरअब तो तू गया ” और फिर से राक्षस की तरह हसने लगता है | अगर कोई लड़की अभी रेहान को देख लेती तो वहा पर ही बेहोश हो जाती क्युकी अभी रेहान एक नोर्मल लड़का नहीं लग रहा था बल्कि एक शैतान लग रहा था |

    india......

    आरोही जिया और शिवम् क्लास से बहार आ रहे थे और तीनो खूब हस रहे the क्योकि उन्होंने क्लास में आज खूब मस्ती की थी और सारे स्टूडेंट्स और प्रोफ़ेसर की बेंड बजा के रख दी थी | क्युकी आज प्रोजेसर बहुत ही ख़राब मूड में the उसने एक स्टूडेंट्स को एक जोर का चांटा मारा था जिसकी वजह से आरोही और उसके दोस्तों को बहुत गुस्सा आया क्युकी उस स्टूडेंट की कोई गलती नहीं थी इसी वजह से आरोही का पारा हाई हो गया और उसने गुस्से में प्रोफ़ेसर के कोलर को ही पकड़ लिया था और आरोही के गुस्से से प्रोफ़ेसर भी डर के मारे कांप रहा था |
    आरोही: “आपकी कम्पलेनप्रिंसिपल को करनी पड़ेगी ऐसे कोई स्टूडेंट् पर हाथ केसे उठा सकते है हम कोई स्कूल के बच्चे नहीं है जो आप हमारे साथ ऐसा बिहेव करेगे”
    तभी आरोही की नजर बहार पड़ती है उसी वक्त प्रिसिपल वहा से गुजर रहे थेआरोही ने जोर से प्रिसिपल को आवाज दी: “प्रिंसिपल सिररररररर................”


    क्यारेहान VK है , पर वह अपनी पहेचान दुनिया से क्यों छुपा रहा है क्या है उसका सीक्रेट बिजनेस ? आरोही क्यों है प्रोफ़ेसर से इतना गुस्सा क्या होगा आगे जब प्रिंसिपल क्लास में आयेगे |

    अभी तो आरोही का डेरिंग देखना बाकी है अलगे एपिसोड में अभी इससे अच्चा डेरिंग दिखने को मिलेगा |
    पढ़ते रहिये पॉकेट नावेल पर मेरी स्टोरी और like share और comment कीजिये ताकि मै स्टोरी में और intrusting टॉपिक लिख शकू|

    thank you guyssss ...................

  • 7. The Great Mafia Love - Chapter 7

    Words: 2325

    Estimated Reading Time: 14 min

    Ch – 7
    “Daring Aarohi ”
    आरोहीकी इतनी तेज आवाज सुनके प्रिंसिपल सर भी डर गये और वो जल्दी से क्लास में आये और बोले “क्याहुआ आरोही इतनी चिल्लाई क्यों तुम ”

    आरोही: “सर अगर कोई प्रोफ़ेसर एक स्टूडेंट को बिना गलती के चांटा मारे तो क्या करना चाहिए ?”

    प्रिंसिपल: “आरोही ऐसा क्यों पूछ रही हो क्या हुआ ?”

    आरोही: “सरमनन सर ने इस स्टूडेंट को बिना वजह चांटा मारा वो बस अपने क्वेश्चन का अन्सेर दे रहा था, उसका जवाब गलत निकला तो मनन सर ने उसको चांटा मार दिया , ये भी कोई बात हुई भला ”

    आरोही पुरे गुस्से में थी | गुस्से में वो और भी ज्यादा हॉट लग रही थी |सब की नजर बस आरोही के पर थी किसी को कुछ लेना देना नहीं था के क्लास में क्या हो रहा है सब को बस आरोही ही दिख रही थी जो फुल attitude से चिल्ला रही थी |

    अब तो प्रिंसिपल को भी गुस्सा आ रहा था उसको पता था आरोही बीना वजह किसी पे इल्जाम नहीं लगाती वह इस कोलेज की टोपर थी और साथ ही इस कोलेज की जान थी , वह कोलेज का हर काम पुरे मन से करती थी ये बात प्रिंसिपल अच्छे से जानते थे| प्रिंसिपल तो आरोही के गुस्से भी बहुत डर ते थे|

    प्रिंसिपल: “पहेले तुम इसका कोलर छोडो ”

    आरोही जट से मनन का कोलर छोड़ के हल्का सा धक्का देती है जिसकी वजह से प्रोफ़ेसर लडखडा जाते है और सब अपने मुह दबा के हस्ते है सिवाय आरोही के |

    प्रिंसिपल: “हम कोलेज के स्टूडेंट पर हाथ नहीं उठा शके प्रोफ़ेसर मनन आप भूल गये क्या... ये कोई छोटे बच्चे नहीं है जो आप ऐसी हरकत करते है आप अपने गुस्से को काबू में रखिये वरना आप की वजह से हमें अपना सर जुकाना पड़ेगा, आप इसी वक्त मेरी ऑफिस में आइये”

    प्रिंसिपल गुस्से में चले जाते है उसके पीछे प्रोफ़ेसर मनन भी जाते है |

    ये देखके सब हसने लगते है और सब क्लास से बहार जाते वक्त आरोही को शाबासी देते है पर आरोही के चहेरे पर अभी कोई एक्सप्रेशन नहीं थे उसका कोल्ड लुक और भी attractive लग रहा था और शिवम् बस उसको प्यार से निहार रहा था |
    आरोही के सामने कुछ गलत होता है तो वो अपने आपको रोक नहीं शक्ति और टूट पड़ती है सामने चाहे जोभी हो अगर उसको प्रिंसिपल पनिश भी करते तो उसको कोई फर्क नहीं पड़ता |

    तीनो कोलेज के ग्राउंड में बात करते हुए आ रहे थे| तभी सामने से एक लड़का और उसके पीछे 3 लड़के आ रहे थे| वह लड़का आरोही को देखते हुए स्माइल कर रहा था | पर आरोही तो कोई ध्यान ही नहीं था , तभी जिया की नजर सामने से आ रहे लड़के पर पड़ती है........

    जियाने आरोही को देखते हुए कहा : “आ गया तेरा दीवाना , आज तो और डेरिंग हो ही जाए क्या कहेती है ”

    तभी आरोही की नजर सामने से आ रहे लडके पर पड़ती है और उसके चहेरे पर एक डेविल स्माइल आ जाती है |

    शिवम् कब से ये सब देख रहा था वह अपने मन में कहेता है अब आयेगा असली मजा |


    सामने से आ रहे लड़के का नाम हेर्री था | वह मिनिस्टर का बेटा था पिछले 2 साल से वह आरोही के पीछे पड़ा था पर पिछले 1 महीने से उसको कोलेज में नहीं देखा था | आज वह 1 महिने के बाद कोलेज आया था |

    आरोही और उसके दोस्त उसको इग्नोर करके उसकी साइड से चले जाते है | पर हैरी को ये हजम नहीं हुआ उसने आरोही से कहा
    “तेरा आशिक एक महीने बाद आया है और तू उसे ऐसे इग्नोर केसे कर शकती हो ” ये बात सुनके आरोही का खून खोल उठता है और चहेरे पर एक डेविल स्माइल के साथ पीछे मुडती है और अपने हाथ बंधते हुए हेर्री की तरफ बढ़ जाती है |

    उसके सामने आ कर आरोही अपना एक हाथ अपनी पॉकेट में डालती है और एक हाथ से अपनी गले पर फेरती है और चहेरे पर एक टेढ़ी स्माइल के साथ कहती है “मेरे दिन इतने भी ख़राब नहीं चल रहे के मेंतेरे मुह लगु ”
    इस वक्त आरोही एक गुंडी की तरह लग रहीं थी |

    हेर्री: “aayhaay....मेरी जान 1 महीने से में बस यही मिस कर रहा था तेरी तीखी बाते , तेरा attitude , तेरी स्टाइल , आज तो तुम क़यामत लग रही हो , क्या तुम्हे पहेले से पता था के में आज आने वाला हु ”

    हेर्रीबहुत ही स्टाइलिश था and साथ ही खूब attractive था वो इस कोलेज में शिवम् के बाद 2nd नंबर पे आता था | लड़किया इस पे मरती थी पर हेर्री आरोही पे मरता था | उसके लिए उसने कोलेज में रगिंग में कई लड़को को खूब मारापिटा था जिसने भी आरोही पर आँख उठा के भी देखाथा|

    यही बात आरोही को पसंद नहीं थी वो हमेशा कायदे से चलने वाली लड़की थी अपने सामने गलत होता हुआ नहीं देख सकती थी |

    आरोही ने हेर्री को कई बार धोया था पर हेर्री को कोई फर्क ही नहीं पड़ता था बल्कि आरोही की इसी बात उसको और दीवाना बना रही थी , और वो हर बार मार खाने के लिए आरोही को उकसाता था |

    पर आरोही पूरी तरीके से उसको मरती नहीं थी क्योकि वो मिनिस्टर का बेटा था | अगर कोई उच्च नीच हो गयी तो उसका करियर दाव पर लग शकता था |

    आरोही बहुत ही गुस्से में थी आज उसने ठान लिया था की वो हेर्री को बुरी तरह से सबक सिखा के ही मानेगी क्योकि हेर्री की ऐसी बाते उसको बहुत ही हर्ट करती थी और गुस्सा भी दिलाती थी |

    आरोही: “तू चाहता है न के में तेरी गर्लफ्रेंड बनू ”

    हेर्री: “ये भी कोई पूछ ने की बात है तेरी वजह से में किसी लड़की को आँख उठा के भी नहीं देखता , तेरे लिए तो में पागल हु ”

    हेर्री की ऐसी बाते सुनके शिवम् का गुस्सा हाई हो रहा था | वह गुस्से से पागल हुए जा रहा था उसके सामने आरोही से कोई ऐसी बाते करे उसे बिलकुल भी बर्दास्त के बहार था |

    शिवम् कोई ऐसा वेसा इंसान नहीं था अगर किसी को शिवम् का एक मुक्का भी पड़े तो वह इंसान उठ भी नहीं पता था .पर ये बात आरोही और जिया को नहीं पता थी | ऐसे तो के राज़ है जिससे तीनो एक दुसरे से अनजान है सब धीरे धीरे बहार आएगा |

    आरोही हेर्री के सामने खड़ी होक कहेती है : “ठीक है आज एक शर्त लगाती हु आज तुमने मुझे हाथ लगा लिया तो में तेरी गर्लफ्रेंड बन जाउंगी तेरे पास 1 घंटे का टाइम है सिर्फ तूम ही तुम्हारे ये 3 चेले इसमें इन्वोलेव नहीं होंगे शर्त मंजूर हे तो बोलो , मेरे पास तेरे लिए फालतू का टाइम नहीं है ”

    हेर्रीबिना कुछ सोचे समजे हां बोल देता है |

    हेर्री भी कुछ कम नहीं था दोनों टक्कर के थे|

    आरोही: “शिवू तू 3 तक गिन, वेसे भी आज सुबह मुझे जॉगिंग के लिए वक्त नहीं मिला तो इस वक्त उसकी भरपाय कर लेती हु ” आरोही ने अपनी जेकेट पहेनी हुइ थी वो बड़े ही स्टाइल से वो जेकेट निकालती है और जिया की तरफ फेंक देती है |

    जिया: “hoooooo........आज daring आरोही को देखने को मिलेंगा ...जितके आना मेरी जान ”

    आरोही: “शिवू टाइम नोट करना” और वह हेर्री की तरफ देखके कहेती है“सिर्फ 1 घंटा ओके ”

    हेर्री: “ओकेdone” आज पूरी कोलेज आरोही का daring देखने पहोच गई थी क्योकि कई दिनों बाद आज आरोही का ये रूप देखने को मिलेगा |
    सब लड़के और लड़किया आरोही को chear up कर रही थी लड़किया इसलिए आरोही की तरफ थी क्योकि वह हेर्री को आरोही के साथ देखना नहीं चाहती थी सभीलड़किया हेर्री को अपना बॉयफ्रेंड बनाना चाहती थी अगर आरोही ये शर्त जित गयी तो उन लडकियों को चांस मिल शकता था | इसलिए सब लोग आरोही को chear up कर रही थी |

    आरोही: “हेर्री तुम्हे मुझे पकड़ना है ओके स्टार्ट ...शिवू”

    शिवू अपनी वाच में टाइम देखता है और कहेता है : “3....2....1...गो”
    गो बोलते ही हेर्री आरोही को तरफ उसको जपत ने के लिए बढ़ता है पर आरोही उससे बच के भाग ने लगती है उसने स्लीव लेस ब्लैक टी-शर्ट पहनी हुई थी और अपने बाल को पोनी किया हुआ था ...इस लुक में वो और भी ज्यादा हॉट लग रही थी |

    आरोही के पीछे हेर्री फुल स्पीड से भाग रहा था | पूरी कोलेज में आरोही भाग रही थी कभी लोबी में कभी केंटिन में जब केंटिन में जाती है तो हेर्री उसके सामने आ जाता है जेसे ही वो आरोही को पकड़ने को होता है आरोही निचे की तरफ जुक के हेर्री के साइड से निक जाती है हेर्री इस बात से अनजान वो अपना बैलेंस खो बेठता है और “धडाम” करके गिर जाता है|

    आरोही उसको और उकसाने के लिए कहेती है “क्या हुआ तुम तो 30 मिनिट में ही हार मान गए केसे मुह के बाल गिरे पड़े हो ” ये सुनके हेर्री जपट से उठ जाता है और आरोही की तरफ भाग ने लगता है ते सब इतनी जल्दी हुआ के आरोही को कुछ समज में ही नहीं आया पर हेर्री उसको पकड़ने ही वाला होता है की वो अपने मूव से पीछे जुक जाती है और हेर्री फिर से बैलेंस बिगड़ने को होता है पर गिरने से बच जाता है इस मौके का फायदा उठा के आरोहीभाग जाती है ऐसे ही आरोही ने हेर्री को पूरी कोलेज में भगाया ऐसे ही जहा सब लोग मौजूद the वहा आरोही भाग ते हुए आ जाती है जब सब आरोही के पीछे देखते हे तो सब के मुह से हसी निकल जाती है |

    हेर्री पूरी तरह से थक चूका था एक कदम भी आगे चलने की उसकी हिमत नहीं थी | उसने अपने दोनों घुटनों को अपने हाथ से पकड़ा हुआ था | तभी शिवम् बोलता है “टाइम up ” अब तो टाइम भी पूरा हो चूका था और आरोही जित गयी थी एक घंटे दौड़ ने के बाद भी आरोही के चहेरे पर थकान का नाम निशान नहीं था वो अपने पुरे attitude से कहेती है “एक लडके होकर भीं तुम 1 घंटे नहीं दौड़ शकते केसे मर्द हो तुम इसे अच्छा हमारा शिवू है जो 2 घंटे लगातार जॉगिंग करता है ”

    आरोही के मुह से अपनी तारीफ सुनके शिवम् अंदर से ख़ुशी के मारे पगाल हो चूका था |

    हेर्री के 3 चमचे हेर्री के पास आते है और इसको अपने सोल्डर पर उसका हाथ रखके चलने में हेल्प करते है |
    वह आरोही के पास आते है “ठीक हो जाऊ फिर इससे भी तगदा कोम्पितिसन करते है” हेर्री कुछ बोलने की हालत में ही नहीं था पसिनेसे पूरा भीगा हुआ था | उसकीहालत इतनी खराब थी की वह कभी भी बेहोश हो शकता है |
    उसके चमचे उसको लेकर जाही रहे the के हेर्री बेहोश हो जता है और गिर जाता है |
    सब लोग उस पर हस रहे the आरोही ,जिया और शिवम् को तो इतना हसे की उसको पेट दर्द होने लगा था |

    शिवम् उपने पॉकेट में से रुमाल निकालके आरोही की तरफ बढ़ा के कहेता है “आरू तुम पसिनेसे पूरी भीग गई हो ये लो पोछ लो ” आरोही उसके हाथ से रुमाल लेके पोछलेती है |

    शिवम्बस उसको निहार ही रहा था |

    आरोही: “चलो अब किसी अच्छे से रेस्टोरांत में चलते है,भूख के मारे मेरे पेट में चूहे कबड्डी खेल रहे है ”

    शिवम् और जिया फिर से हसने लगते है दोनों साथ में कहेते है “ हमारी daring आरोही जिन्दा बाद ”

    आरोही हसने लगती है और कहेती है “ तुम दोनों का ड्रामा हो गया हो तो हम चले ?”

    शिवम्: “हा हा चलो , बहुत थक गई हो तो क्या गोद में उठा लू तुम्हे ?”शिवम् शरारत करते हुए कहेता है |

    आरोही: “तू न मेरे हाथ लग तुजे छोडूंगी नहीं शिवम् के बच्चे ”

    शिवम् अपने मनमे कहेता है “मेतो यही चाहता हु की तुम मुझे कभी छोडो ही नहीं ”

    आरोही चलने लगती है शिवम् अपने ख्यालो में ही था तभी जिया उसके पास आकर उसके कान में कहेती है “तुम आरोही के ख्यालो से बहार आगये हो तो हम खाने के लिए चल शकते है ” जिया की ऐसी बाते सुनके वो सवालिया नजरो से जिया की तरफ देखता है |

    जिया: “तुजे क्या लगता है मुझे नहीं पता , मुझे सब पता है तू आरोही से प्यार करता है ना , करता रह पर कभी उसको बताना मत वरना तुजे अच्छे से पता है क्या होगा ”

    शिवम्: “तुजे केसे पता ये सब ?”

    जिया: “तेरी आँखों में साफ दीखता है तुजे देखके कोई भी कह सकता है की तू आरोही के लिए पागल है में जानती हु तू एक बहुत बड़ा बिजनेसमेन है क्युकी में भी एक बहुत बड़े बिजनेस मेन की भतीजी हु मुझे बिजनेस वर्ल्ड के सब लोगो के बारे में मालूम है ,पर ये बात में भी आरोही को नहीं बतौंगी और तुभी मेरे बारे में कुछ मत बोलना उसके पीछे भी बहुत बड़ा रिजन है और मुझे पता है तेरे पास भी रीजन है न बताने का ”

    शिवम् : “ठीक है में कुछ नहीं बोलूँगा पर तू भी अपना मुह मत खोलना वरना हम दोनों से आरोही दूर चली जाएगी में ये हरगिज नहीं चाहता के आरू कभी भी मुझसे दुर जाए ”

    जिया: “ठीक है DONE ”

    जब दोनों अपनी बात खत्म करके सामने देखते है तो उसकी आखे फटी की फटी रह जाती है |




    क्या देखा शिवम् और जिया ने सामने कोन था | शिवम् और जिया क्यों अआरोही से अपना सच छुपा रहे थे|

    सॉरी GUYYS आज मेने रेहान का एक भी टॉपिक नहीं लिखा क्योकि आज मुझे daring आरोही को आप सब को दिखाना था |

    आप लोगो को मेंरी स्टोरी केसी लगी PLZZZ बताना मुझे भी तो पता चलाना चाहिए की में जिसके लिए स्टोरी लिख रही हु उसको पसंद आती है की नहीं मेरा भी जानने का हक़ है न यारप्लीज़like और comment कीजिये और अपना रिव्यू comment बोक्ष में लिखिए |

  • 8. The Great Mafia Love - Chapter 8

    Words: 2844

    Estimated Reading Time: 18 min

    Ch – 8
    “ Internship…!! ”

    शिवम् : “ठीक है में कुछ नहीं बोलूँगा पर तू भी अपना मुह मत खोलना वरना हम दोनों से आरोही दूर चली जाएगी में ये हरगिज नहीं चाहता के आरू कभी भी मुझसे दुर जाए ”

    जिया : “ ठीक है DONE “

    जब दोनों अपनी बात खत्म करके सामने देखते है तो उसकी आखे फटी की फटी रह जाती है |

    सामने आरोही ने अपने दोनों हाथ अपनी कमर पर रखे इन दोनों को घुर रही थी |
    जिया और शिवम् दोनों सहम गई की क्या आरोही ने उन दोनों की बात सुनली ?
    दोनों को इसी बात का डर था और दोनों के चहेरे पर डर साफ़ दिख रहा था |

    आरोही गुस्से से उन दोनों के पास आई और बोली “में कोई भुत दिखाई दे रही हु जो तुम दोनों मुझसे डर रहे हो ”
    जिया : “अ...ब... आ...” जिया के डर के मारे शब्द ही नहीं निकल रहे थे |
    आरोही : “ये क्या है जिया क्या बोल रही हो तुम ...और तुम दोनों इतना डर क्यु रहे हो कोई बात है क्या ? ”
    शिवम् हिम्मत जुटाके आरोही से कहेता है “आरू तू इतने गुस्से से हमें घुर रही थी इसलिए हम डर गये तू हम पर गुस्से से क्यों देख रही थी ?” शिवम् आरोही का जवाब का वेट कर रहा था |
    जिया महादेव से प्रे करने लगी और अपनी दो फिंगर क्रॉस करने लगी |

    आरोही : “गुस्सा न हु तो क्या करू कब से तुम दोनों का बहार वेट कर रही थि पर तुम दोनों बहार नहीं आये और यहाँ न जाने कब से ऐसे ही खड़े the इसलिए मुझे गुस्सा आ गया मुझे कब से भूख लग रही हे और तुम दोनों अभी तक ऐसे ही खड़े हो ”
    आरोही गुस्से में एक सास में सब बोल गयी |
    जिया को अब अपनी जान में जान आई और भगवान से कहेने लगी “सुक्रिया भगवान वरना आज तो हमारी जान ही चली जाती ”
    शिवम् : “हा चलो चलो ” तीनो कोलेज से निकल जाते है |


    |||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||

    ऐसे ही 3 दिन निकल गए रेहान का भी ऑलमोस्ट प्रोजेक्ट खत्म हो गया था वह इंडिया आने की सोच ही रहा था | इस बिच उसका रोनी का कॉल आया |
    रेहान : “हम्म्म्म.....”
    रोनी : “बॉस काम फ़ैल हो गया ”
    ये सुनके भी रेहान का एक्सप्रेशन नार्मल ही था और अपनी कोल्ड आवाज में कहा “ठीक है कमिशनर की छुटी करदो ”

    रोनी : “ओके बॉस और एक बात आपको बतानी है ”
    रेहान : “बोलो ”
    रोनी : “मिनिस्टर आपसे बात करना चाहते है ”
    रेहान थोडा शोक हो गया फिर नार्मल होते हुए कहा “ओके बात करवाओ ”
    रोनी मिनिस्टर को कोंफेरंस में लेता है मिनिस्टर का पिए कॉल रिसीव करता है |
    रोनी : “रोनी....”
    पिए डायरेक्ट मिनिस्टर को फ़ोन देता है
    मिनिस्टर : “रोनी क्या VK मुझसे बात कर शकता है मुझे कुछ इम्पोर्टेन्ट बात करनी है ” मिनिस्टर की आवाज से परेशानी साफ़ दिख रही थी रेहान ये बखूबी जानता था |

    रेहान : “बोलिए मिनिस्टर साहब आपको हमारी याद केसे आ गयी ”
    मिनिस्टर : “साहब आपको नहीं मुझे आपसे कहेना चाहिए ”
    रेहान : “ये तो आपका बड़प्पन है ,केसे याद किया मुझे कहिये ”
    रेहान ने अपना वौइस् चेंजर लगाया हुआ था ताकि किसी को उसकी असली आवाज पहेचान न आये |
    मिनिस्टर : “मुझे आपसे एक जरूरी काम है क्या हम अकेले बात कर शकते है ”
    रेहान ने बिना कुच सोचे समजे कहा “बिलकुल नहीं जो भी बात होगी रोनी के सामने होगी क्योकि रोनी मेरा हर काम देखता है और अगर आप उसे इसमें सामिल नहीं करेगे तो में आपकी कोई हेल्प नहीं करुगा ”
    रेहान की ऐसी बात रोनी के दिल को छू गयी | रोनी अच्छे से जानता था की रेहान कभी उसको अनजान नहीं रखता सभी बात उससे share करता सब काम की इनफार्मेशन देता था |रेहान उस पर अपनी जान से भी ज्यादा भरोसा करता था | उसकी फॅमिली के सिवा बहार का कोई इंसान पर भरोषा करता है तो ये रोनी ही है |
    मिनिस्टर की आवाज से रोनी अपनी सेंस में आता है |
    मिनिस्टर : “कल हम उसे पकड़ नहीं पाए आपको सब पता होगा मुझे इसी सिलसिले में आपसे हेल्प चाहिए ”
    रेहान : “बोलिए सुन रहा हु ”
    मिनिस्टर कुछ ऐसा अपनी काम की बात रेहान से करता है |
    जेसे जेसे मिन्स्टर बोल रहा था वेसे ही रेहान की सर की नस उभर आती है और गुस्से से उसका चहेरा लाल होने लगता है |
    और अपने दांत पिचके कहेता है “मिनिस्टर आप क्या बोल रहे है आप को होश भी है ”
    मिनिस्टर : “हां मेने इस बारे में 100 बार सोचा है और आपके सिवा और कोई नहीं कर शकता प्लीज़ एक मिनिस्टर होकर में आपसे हेल्प मांग रहा हु अगर ये सब ख़त्म करना है तो प्लीज़ आप मेरी हेल्प कीजिये ”
    थोड़ी देर सब शांत हो जाते है रेहान बहुत गहरी सोच में था उसका गुस्सा थोडा कम हुआ था और अपनी वेसे ही कोल्ड आवाज में बोला “मेरी एक शर्त है ”

    मिनिस्टर : “जनता हु VK शर्त के बगेर कोई काम नहीं करता बोलिए क्या शर्त है ”
    रेहान : “10 अंडरकवर ऑफिसर्स रेडी करवाओ और किसी को भी इस बारे में पता नहीं चलना चाहिए, वो ऑफिसर्स नए होने चाहिए , आपके डिपार्टमेंट मेसे कोई नहीं होना चाहिए बिलकुल नए और उसे ट्रेनिंग मेरे आदमी देंगे जो इंडिया की आर्मी से भी स्ट्रोंग है वो लोग अपने आपको काबू करना अच्छे से जानते है उस ऑफिसर्स मेसे 2 लड़किया भी होनी चाहिए और ये बात हम तीनो के बिच मे ही रहनी चाहिए मिनिस्टर साहब आप अच्छे से जानते है में क्या कर शकता हु....... ”
    मिनिस्टर को डर के मारे पसीने छुट रहे थी वो बोला “हो जाएगा सर और इस मिशन के बारे में किसी को कुछ नहीं कहूँगा और वह 10 ऑफिसर्स को कहा भेजू?”
    रेहान : “आप पहेले 10 ऐसे लोग ढ़ूढ़ो जो भरोसे के लायक हो बाकि सब आपको सोचने की जरूरत नहीं है , ये सब तो में भी कर शकता हु तो फिर मिनिस्टर साहब किस काम के ”
    मिनिस्टर : “ओके हो जायेगा ”
    रेहान : “और हां एक और बात कमिशनर को अब लम्बे वेकेशन पर भेजदो उसकी अब उम्र हो गयी है थोडा फॅमिली के साथ भी टाइम स्पेंड कर ले ”
    मिनिस्टर रेहान की सब बात समज गया और बोला : “ हो जायेगा , कल के न्यूज़ में फ्रंट पेज पर होगा पढ़ लीजियेगा ”
    रेहान : “अब आपने मिनिस्टरो वाली बात की 2 दिन बाद इंडिया आ रहा हु आपका काम तब हो जायेगा , पर हा मुझे खोजने की कोशिश मत करना वरना ”
    मिनिस्टर : “नो नो में ऐसा कुछ नहीं करुगा आप हमार्री हेल्प कर रहे हो वही हमारे लिए काफी है और इस बात की किसी को भनक भी नहीं लगेगी ”
    रेहान : “गुड ” इतना बोल के रेहान कॉल कट कर देता है |
    वहा मिनिस्टर पूरा पसीने से भीगा हुआ था और अपने आपसे कहेने लगा “आज तो मेने अपने बाप से बात की उसकी आवाज सुनकर लग रहा था में हार्ट अटैक से मर ही जाऊंगा अच्छा हुआ जल्दी कॉल कट हो गया वरना में मर ही जाता ”
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    इन दो दिनों में आरोही को इंटर्नशिप के लिए “ Malhotra and Associates ” से इ-मेल भी आ गया था उसका इंटर्नशिप फॉर्म कन्फर्म हो गया था और कल उसको इंटरव्यू देने के लिए बुलाया था |

    सुबह का वक्त.......
    मल्होत्रा मेंशन ..................
    एक बड़ा सा वाइट पैलेस था जिसमे gate के अंदर होते हुए एक बड़ा शा गार्डन था और उसमे जुले लगे हुए the वहा कई सारी महँगी कार्स पार्क थी पेलेस के चारो तरफ हरियाली थी |पेलेस के पीछे एक बड़ा स्विमिंग पूल था और पेलेस के आगे ही एक बड़ा सा फाउंटेन था जो बहुत ही यूनिक और ब्यूटीफुल था | gate से लेकर पेलेस में चारो तरफ बॉडीगार्ड्स the |
    पेलेस में बडे से हॉल में tv पर न्यूज़ चल रही थी |
    न्यूज़ कुच इस तरह से थी
    “शहर के कमिशनर को उसकी बीवी ने एक होटल के कमरे में किसी लड़की के साथ रंगे हाथो पकड़ा उस लड़की का नाम लैला था और कमिशनर अपनी बीवी से छुप कर अफैर रखता था और हररोज होटल में ले जाता था ”
    हॉल में एक सोफे पर एक 50 का एक आदमी बेठा हुआ था उसके एक हाथ में कोफी थी जो पि रहा था और इस न्यूज़ को देख कर वो काफी खुश नजर आ रहा था |
    तभी सिडियो से एक नौजवान अपनी वोच को ठीक करके आते हुए कहेता है “क्या बात है डैड हम जिसे कबसे पकडवाने की कोशिश कर रहे थे वो हो ही गया किसने करवाया ये सब ”
    ये था विराज जो काफी खुश नजर आ रहा था वो अपने पापा से कहेता है |
    तभी उसके पापा यानी की विनय मल्होत्रा कोफ़ी मग को टेबल पर रखते हुए खड़े होते है और डायनिंग टेबल की तरफ जाते हुए कहेते है “पता नहीं किस ने करवाया ये सब पर जिसने भी करवाया हो बहुत अच्चा किया कब से इस पर केश चल रहा था पर हमारे हाथ समुद ही नहीं लगते थे , अब हमारे low firm पर ऐसे वकील की जरूरत है जो भरोसे के लायक हो और अपना काम खूब मन से और लगन से करता हो तभी कुछ होई पायेगा ”

    विराज डायनिंग टेबल पर बेठता हुआ कहेता है : “आप सही कह रहे डेड कल लॉयर के लिए इंटरव्यू है कुछ स्टूडेंट्स इंटर्नशिप करना चाहते है देखते है उसमे से कोई ऐसा मिल जाए तो हम खूद उसे ट्रेन करेगे ”
    विनय : “ये आईडिया अच्छा है तो फिर कल इंटरव्यू हम खुद लेंगे ”
    विराज : “ठीक हे में भी अपना काम अर्रेंज करके कल आपके साथ इंटरव्यू लूँगा मेनेजर को बोल दीजियेगा सिर्फ हम दोनों इंटरव्यू लेंगे ”
    विनय : “ठीक है ”
    तभी सामने से आवाज आती है “कभी तो ठीक से नास्ता कीजिये हमेशा खाते वक्त भी आपको काम की ही बाते करनी होती है ”
    एक 48 साल की औरत जिसने साडी पहेनी हुई थी | उसके चहेरे से तो लगता ही नहीं था की वह 48 साल की होगी वह अभी भी यंग लगती थी |
    ये थी सीमा मल्होत्रा विराज की मोम हमेशा शांत रहने वाली और मासुस उसको पैसे से कोई मतलब नहीं था बस उसकी फॅमिली खुश रहे उसे बस इतना ही चाहिए उसकी जान उसके 3 बच्चे में बस्ती थी | कभी अपने बच्चो पर दबाव नहीं डालती थी |

    क्योकि वो भी पहेले मिडल फॅमिली से ही बिलोंग करती थी उसने सब देखा था सुख दुःख भूरे अच्छाई सब | उसने सुहानी को देखने से पहेले ही एक्सेप्ट कर लिया था क्योकि वो अपने बेटे की ख़ुशी मेही खुश थी और दूसरी वजह ये भी थी की आज जहा सुहानी है वहा वो भी कभी हुआ करती थी , वह सुहानी को अपनी बहु कम बेटी ज्यादा मानती थी |
    वही विनय मल्होत्रा भी कुछ ऐसे ही the पर बिजनेस में लापरवाही उसको बिलकुल बर्दास्त नहीं थी |वह शांत दिमाग से काम लेते थे वो एम्प्लोय को अपनी फॅमिली मानते the तभी तो उसकी जितनी भी कंपनी है वहा के सब एम्प्लोयी मिस्टर विनय को अपने आईडियल मानते the सब लोग बस उसके जेसा बनना चहेते थे | उसको अपनी पोजीशन का कोई घमंड नहीं था |

    विराज : “मोम ये आपके पति ही हर बार काम की बाते डायनिंग टेबल पे करते है , में ऐसा कभी नहीं करता ” विराज शरारत करते हुए अपने पापा को देखता है मिस्टर विनय उसे घुर रहे the जेसे कहा रहे हो “नालायक मुह बंध रख वरना बाद में तुजे देख लूँगा ”
    विनय सब कुछ हैंडल करते हुए अपनी वाइफ से कहेते है “ऐसी कोई बात नहीं हे सीमा वो हम कमिशनर वाला केश सोल्व कर रहे the न वो सोल्व हो गया है ”
    सीमा ये सब सुनके अभी क्या हुआ ये सब भूल गयी और बोली “ये तो अच्छी बात है अब आप रात को चेन से सो पाएंगे और मुझे भी सोने देंगे ”
    विनय : “में कहा तुम्हे जगाता हु ”
    विराज आग लगाके अपनी प्लेट में मुह दबाके हस रहा था | और अपने मोम डेड की नोक जोक को एन्जॉय कर रहा था |
    विराज रेहान से अलग था रेहान हमेशा शांत रहेता वही विराज बिलकुल शांत नहीं रह शकता उसकी शरारत सब जगह चलती कहेने को तो वो रेहान का बड़ा भाई है पर देखके ऐसा लड़ता है जेसे वो रेहान का छोटा भाई है |

    विनय विराज की तरफ देखके कहते है “देखलो आज फिर से इसने हमारे बिच लड़ाई करवा दी ” विनय विराज की तरफ घुर के देखते हुए कहेते है |
    फिर सीमा को भी अहेसास हुआ के क्या हुआ और वो भी विराज की तरफ गुस्से से देखती है | ये देखके विराज निचे की तरफ अपना चेहरा छुपा के नास्ता करके कहेता है “मेरा ब्रेकफास्ट हो गया में ऑफिस चलता हु ” ऐसा काह्के जल्दी से वहा से निकल जाता है | विनय और सीमा उसे ऐसे देखके हसने लगते और दोनों एक साथ कहेते है “इसका कुछ नहीं हो शकता ”
    सीमा : “जब सुहानी आ जाएगी तो वही इसे सुधार शकती है ”
    विनय : “सही कहा तुमने जब शादी हो जाती है तो सब लड़के शादी के बाद भीगी बिल्ली की तरह बन जाते है जेसे के में ” विनय मजाक करते हुए कहेत है |
    सीमा को भी पता था विनय उसके साथ मजाक कर रहे है तो वो भी नकली गुस्से से उसे घूरते हुए कहेती है “विनय.....”
    फिर ऐसी नोकजोक के साथ ब्रेकफास्ट करते है |

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    अमेरिका...............
    रेहान हाउस ...........
    रात का वक्त ............
    रेहान अपने स्टडी रूम में अपने लापटोप में काम कर रहा था तभी समर वहा आता है |
    समर : “जी सर आपने बुलाया ”
    रेहान बिना उपर देखे कहेता है “कल इंडिया जाने के लिए जेट को चेक करवाओ ”
    समर : “पर सर जेट में कुछ प्रॉब्लम है आप जेट से नहीं जा शकते ”
    रेहान : “तो ये तुम मुझे कब बताने वाले the ?”
    समर : “सर में यही बताने के लिए आपके पास आ रहा था तभी आपका कॉल आया तो मुझे लगा यहाँ आके ही आपको सब कुछ बतादुन्गा ”
    रेहान कुछ नहीं कहेता थोड़ी देर उस रूम में ख़ामोशी छा जाती है | कुछ पल बाद रेहान कमरे की ख़ामोशी तोड़ते हुए कहेता है “कल की इंडिया की फ्लाइट टिकिट बुक करवाओ और तुम अपनी फॅमिली को यहाँ सिफ्ट करलो ”
    समर : “ओके सर ”
    इतना बोलके समर कमरे से बहार आता है और चेन की सास लेते हुए कहेता है “ये सर किसके जेसे है उसकी फॅमिली में कोई इसके जेसा नहीं है ये तो सब से अलग ही है पता नहीं उसके बेटे है या नहीं ” फिर अपने ख्यालो को जटकते हुए फिर से कहेता है “खेर मुझे क्या मुझे तो अच्छा लगा अपनी फॅमिली को यहाँ बुला लूँगा यहाँ कंपनी देखूंगा फिर सर की डांट तो नहीं खानी पड़ेगी ” ऐसे ही बकबक करके वहा से चला जाता है |

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    अगले दिन ..........
    आज आरोही का इंटरव्यू था वह अपने इंटरव्यू के लिए देर नहीं दोना चाहती थी | वह तैयार हो कर बाथरूम से बहार आई उसने देखा हर बार की तरह आज भी जिया घोड़े बेच के सो रही थी |उसने जिया को उठाया क्योकि कोलेज का भी वक्त हो रहा था ......पर जिया ऐसे थोड़ी न उठने वाली थी.....फिर आरोहिने उसका ब्लेंकेट खिंच के अपने बेड पर पटक दिया...और बोली “देख जिया आज मेरा इंटरव्यू है में आज लेट नहीं होना चाहती तुजे अब उठाने वाली नहीं हु ”
    जिया नींद में ही कहेती है “तू इंटरव्यू के लिए चली जा all the best मुझे आज कोलेज नहीं जाना ”
    आरोही : “ठीक है ” फिर आरोही तैयार होने लगाती है |
    उसने ब्लैक जीन्स वाइट शर्ट पहनी अपने बाल खुले छोड़ दिए ब्लैक and वाइट स्नेकर पहेरे होठो पे हलकी रेड लिपस्टिक चहेरे पर कोई मेक up नहीं फिर भी बहुत हु खुबसूरत लग रही थी | उसने अपना बेग उठाया और बाइक की लेकर रूम से निकल गयी | हॉस्टल के पार्किंग में आई बाइक पर बेठी और एक गहरी सांस लेके मन में ही बोली “प्लीज़ महादेव आज अपना हाथ मेरे सर पर रखना मुझे आपकी जरूरत है ” और फिट हेल्मेंट पहेन के अपनी बाइक स्टार्ट करके कंपनी जाने के लिए निकल जाती है |

    ये रास्ता उसकी जिदगी बदलने वाला था | उसके एक कदम से कई सारी जिन्दगिया बदलकर रखने वाला था | अब उसकी लाइफ पूरी तरह से बदलने वाली थी जो उसके लिए खुशिया भी ले आएगी और साथ ही कई सारे राज भी बहार आयेंगे जिसके चलते वो बहुत दुखी भी होने वाली थी | इस बात से अनजान आरोही अपनी मंजिल की तरफ बढ़ गयी थी |

    अगला चैप्टर और भी intrusting होगा तो रीड करना न भूले क्योकि अब रेहान वापस आ रहा है | अब हमारी स्टोरी में लव रोमांस धीरे धीरे स्टार्ट होगा |
    सो कंटिन्यू कीजियेगा और स्टोरी केसी लगी प्लीज़ comment करके बताएगा |
    थैंक यू guyssss .....................

  • 9. The Great Mafia Love - Chapter 9

    Words: 2596

    Estimated Reading Time: 16 min

    Ch – 9
    “Interview…”

    आज मल्होत्रा associates में भाग दोड मची हुई थी , सारे लोग काफी डरे हुए थे क्योकि आज लॉयर का इंटरव्यू खुद उसके सीईओ और वाइज सीईओ लेने वाले थे |

    जब मेनेजर इंटरव्यू लेता था तब भी बहुत स्ट्रिक्ली इंटरव्यू होता था और जो भी पास होता था उसको दुबारा इंटरव्यू देना होता था जो उसमे पास होजाता था उसको ही जॉब पर रखा जाता था |

    “आज विनय सर और विराज सर खुद इंटरव्यू लेने वाले है पता नहीं क्या होगा ” ऑफिस के एम्प्लोय आपस में ऐसी गोसिप कर रहे थे |

    उसकी बात सुनके दुसरे एम्प्लोय ने कहा “यार जब मेनेजर ने हमारा इंटरव्यू लिया था तब पता हेना हमको डर के मारे कांप रहे थे पर आज पहेली बार सीईओ खुद इंटरव्यू लेने वाले है और वो कितने स्ट्रीक हे पता नहीं क्या होगा ?”

    तब वहा खड़े तीसरे एम्प्लोय ने कहा “पता क्या करना आज कोई सेलेक्ट ही नहीं होगा देख लेना मेनेजर इंटरव्यू लेता था तो 50 मेसे एक सेलेक्ट करते the तो आज सीईओ जब इंटरव्यू लेंगे तो एक भी सेलेक्ट नहीं होगा ”

    सब साथ में कहेते “सही कह रहे हो ”

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    आरोही अपनी बाइक पार्क करके अपना बेग लेके कंपनी के सामने खड़ी होती है वो कंपन 50 फ्लोर की थी और उसके आस पास भी दो बिल्डिंग और थी बिचवाली बिल्डिंग में बड़े अक्षरों से लिखा था “मल्होत्रा and associates “ |

    आरोही एक लम्बी सांस लेके कहेती है “चल आरोही अपनी मंजिल पर चल ने के लिए तैयार होजा ” ऐसे वो खुद को होसला देती है तभी वहा ढेर सारी गाडिया लाइन में आते हुए देखती है तो वो समज जाती है कोई vip है तो वो अंदर जाके रिसेप्सन पर जाती है , वहा एक लड़की खड़ी थी उससे आरोही पूछती है
    “हेल्लो,यहाँ इंटरव्यू देने के लिए आई हु क्या आप मुझे बता सकते है किस तरफ इंटरव्यू है?”

    वहा खड़ी लड़की आरोही को देखती है तो देखती ही रह जाती है क्योकि क्रिमिनल लॉयर के लिए 100 मेसे एक लड़की इंटरव्यू देने आती है इसी शोक में वो आरोही को देखती ही रहती और उपर से वह खुबसूरत भी थी वह बस इसी असहज में सोच रही थी की इतनी खुबसूरत लड़की गुंडों से क्यों भीड़ न चाहती है |

    आरोही जब देखती है के वह लड़की कब से ऐसे ही उसी को घुर रही है तोह वो उस लड़की के सामने चुटकी बजके कहेती है “हेल्लो आप कहा खो गई ” आरोही धीमे से और बहुत ही प्यार से बोली तो सामने खड़ी लड़की बिलकुल पिघल गयी उसकी मीठी आवाज सुनके वह वापस अपने सेंस में आती है और कहेती है “मिस यहा से सीधा जाके लेफ्ट साइड में मुड़ेंगे तो वहा के सारे लोग बेठे होगे वहा ही है इंटरव्यू ”

    आरोही अपनी मीठी आवाज में कहेती है “थैंक यू ” और एक प्यारी सी स्माइल देती है |
    वह लड़की बस उसी की स्माइल को देखके कहेती है “कितनी प्यारी है ” और स्माइल करती है पर उसे क्या पता था वो जिसको प्यारी कह रही है वो एक चलती फिरती क़यामत है जो किसी पर भी और कही पर भी बरस सकती है |

    जब आरोही इंटरव्यू हॉल में जाती है तो वहा कही सारे लोग थे पर वह चोंक जाती है क्युकी वहा पर एक भी लड़की नहीं थी सब लडके थे जब आरोही वहा पर आई तो सब लड़के उसे घुर घुर के देखने लगे किसी को शोक लगा तो के सारे लड़के उसकी खूबसूरती को निहार रहे थे |
    आरोही सब को इग्नोर करके एक सिंगल बेंच पर बेठ जाती है वो अंदर से थोडा सा नर्वस थी पर उसके चहेरे पर नहीं आने देती | बहार से बिलकुल confidant लग रही थी |

    तभी वहा कई सारे गार्ड्स आये और उसके बिच विराज चल रहा था सब लोग खड़े होकर उसको ग्रीट करने लगे आरोही भी उसको देखके समज गयी की वह सीईओ होगे वह भी खड़ी होकर ग्रीट करने लगे विराज जल्दी से इंटरव्यू रूम में चला जता है वहा पर आलरेडी विनय जी बेठे हुए थे |
    थोड़ी देर बाद इंटरव्यू स्टार्ट होता है एक एक करके सब लोगो की बारी आ रही थी | पर्सनली इंटरव्यू लिया जता था और इंटरव्यू में काफी वक्त लगता था और इसी के साथ आरोही की नर्वसनेस बढती जा रही थी |
    वह अपने आपको रिलैक्स करने के लिए आंख बांध करके लम्बी सांस लेके छोड़ रही थी तभी आरोही की बारी आई आरोही का टर्न सब से लास्ट में था वहा पर अब कोई नहीं था सिर्फ 2 लोगो को छोड़ के पर उसकी बारी आ गयी थी | आरोही इंटरव्यू रूम में जाती है | और बड़े ही कांफिडंस से रूम में चलके दोनों सीईओ के सामने खड़ी हो जाती है और ग्रीट करती है “हेल्लो सर ” नाही उसके चहरे पर कोई एक्सप्रेशन थे और नाही वो घबरा रही थी |

    विराज उसके confidant को देखता ही रहेता है क्योकि की इतने सारे लोग इंटरव्यू देने आये सब डर के मारे कांप रहे थे कोई तो बेहोश ही हो गए थे |
    पर एक लड़की होकर इतने confidant से और चहेरे पर न कोई एक्सप्रेशन देखता है |
    विनय जी : “सिट डाउन ”
    आरोही सामने वाली चेर पर बेठ जाती है |
    विनय : “में पहेले ये पूछना चाहूँगा मिस आरोही के आपको ये फ़ील्ड सेलेक्ट करने की वजह क्या है क्योकि ज्यादातर लड़किया इस फ़ील्ड को सेलेक्ट नहीं करती आप समज रहे है में क्या पूछना चाह रहा हु ?” विनय जी अपने नार्मल टोन में कहेते है |

    ये सवाल सुनके आरोही थोडा हस देती है और अपनी हसी बरक़रार रखते हुए कहेती है “सर कोई भी फ़ील्ड हो लड़कियों को कभी कम नहीं समजना चाहिए मेरा मानना है की लड़कियों को कभी पीछे मुड कर देखना नहीं चाहिए और इस फ़ील्ड में लड़कियों का होना जरूरी है शहर में देश में लड़कियों को लेकर क्राइम बढ़ रहा है में इस फ़ील्ड में इस लिए उतरी हु क्युकी में क़ानूनी तौर से इस क्राइम को रोकना चाहित हु और कई सारी लड़कियों को मोटीवेट करना चाहती हु की कभी खुद को कम नहीं समज न चाहिए ” आरोही बड़े ही confidant से जवाब दिया |

    आरोही कभी किसी से डर ने वालो में से नहीं थी आज उसको जो सवाल पूछा गया ये सवाल कई सारे लोगो ने उसे पूछा था और इस सवाल का जवाब यही सब को देती थी |

    विनय जी और विराज बस उसी को देखे जा रहे थे | आरोही अंदर से थोडा डर रही थी पर चहेरे पर नहीं आने देती |
    ये सब सुनके विराज बस आरोही के हर एक्सप्रेशन को नोटिस कर रहा था |
    फिर अपनी चुपी तोड़ते हुए पूछता है “ में आप को एक example देता हु एक क्लाइंट आपके पास आता है उसने एक क्राइम किया है पर वो आपको अपना लॉयर बनता है आप उसका केश हैंडल कर रही है उस दौरान आपको पता चली की आपका क्लाइंट गलत है तो आप क्या करेगी कलम के हिसाब से आप क्लाइंट पर भरोसा करेगी या फिर आप गलत को सजा देगी ”
    आरोही बिना कुछ सोचे संजे डायरेक्ट आंसर देती है “ओफ़्कौर्स सर क्लाइंट गलत है तो उसको सजा मिलनी ही चाहिए अगर कलम के हिसाब से मेने उस पर भरोसा किया और वो छुट गया तो वो और क्राइम करेगा में कलम को मानके उसकी गलती पर पडदा नहीं डालूंगी अगर कलम तोड़ने पर मुझे सजा भी मिलती है तो मुझे मंजूर है पर गलत को सजा दिलवा कर ही रहूंगी कभी गलत को सही नहीं कहूँगी ”

    कुछ देर ऐसे ही इंटरव्यू चलता है आरोही का इंटरव्यू 1 घंटा चला |
    विराज : “थोड़ी देर बाद आपका दूसरा इंटरव्यू है तो आप तैयार है आज के ही दिन दुसरे इंटरव्यू के लिए ”
    आरोही समज जाती है की इंटरव्यू का पहेला पड़ाव उसने पास कर लिया है तो वो स्माइल के साथ विराज को जवाब देती है “हां सर ”
    1 घंटे बाद यहाँ आ जाना |
    आरोही : “ओके सर ”
    विनय : “now यू गो ” आरोही दोनों को ग्रीट करके चली जाती है |
    विनय जी और विराज दोनों उसी को ही देख रहे the |
    आरोही बहार निकलके एक लम्बी सांस लेती है और खुद को रिलैक्स करती है फिर वो वाशरूम की तरफ्र चली जाती है | अपना फ़ोन ओन करती है तो उसमे एक मेसेज आया हुआ था “में आज रात इंडिया आ रहा हु ” वो मेसेज पढके आरोही ख़ुशी के मारे कूद न चाहती थी पर अपने आसपास देखके अपने आप को रोकती है पर उसके चहेरे पर बहुत ही प्यारी स्माइल थी | ओफीस के लड़के तो बस आरोही को घूरे ही जा रहे थी |
    जब आरोही ने ऑफिस के एम्प्लोय को देखा तो उसका मुह खुला का खुला ही रह गया क्युकी वहा पर बस 2 ही लड़किया थी वो भी फाइनेंस डिपार्टमेंट में लॉयर के तौर पर कोई भी नहीं था |
    फिर अपने होश में आती है और वाशरूम की तरफ चली जाती है |
    फिर वो फ्रेश हो कर बहार आती है | और इंटरव्यू के हॉल में चली जाती है वहा पर 2 लड़के बेठे हुए थे |
    वह दोनों लड़के काफी नर्वस थे जो उसके चहेरे देखते ही पता चल जाता है |
    आरोही एक बेंच पर बेठ जाती है और अपने डॉक्यूमेंट देख रही थी और सोच रही थी “जो भी हो मुझे किसि से डर ने की जरुरत नहीं है वो लोग मुझे खा थोड़ी न जायेंगे और वेसे भी आरोही किसि से डरती नहीं बल्कि डरती है और मुझे खाने के लिए वो लोग आयेगे भी तो मेरी फाइटिंग स्किल्स कब काम आएगी ”
    यही सोचते सोचते उसके चहेरे पर एक डेविल स्माइल आ गयी सामने बेठे वह 2 लड़के आरोही को देखके अपने मन में सोच रहे थे की क्या ये लड़की पागल हो गयी है को इस वक्त हस रही है |
    फिर से इंटरव्यू स्टार्ट होता है आरोही की बारी सबके लास्ट में थी सब इंटरव्यू देके चले गए थे अब आरोही इंटरव्यू रूम में जाती है |
    इस बार आरोही को अलग अलग example पूछे गये और उसने अपने तरीके से सबके जवाब दिए |
    करीब 1 घंटा आरोही का इंटरव्यू चला फिर उसको शाम को मेसेज मिलेगा की उसका चांस लगेगा की नहीं | फिर आरोही सीधा एक रेस्टोरेंट में जाती है वहा पेट भरके खाना खाती है और सीधा हॉस्टल की तरफ चली जाती है तभी शाम के 5 बज रहे थे |


    अमेरिका .....
    अर्ली मोर्निंग ...........
    समर अपनी आँखे मशल रहा था क्योकि वह नींद में ही रेहान को एरपोर्ट पर छोड़ ने आया था वेसे तो रेहान के साथ उसकी कई सारी कार्स थी और गार्ड्स भी पर उसको समर से काम के सिलसिले में बात करनी थी और वार्न भी करना था इसलिए उसको अपने साथ आने के लिए कहा |
    एरपोर्ट पर रेहान चेकिंग के लिए जा रहा था और समर से कहा “मुझे मेरे काम की सारी अपडेट देते रहेना और भले ही में इंडिया में हु पर मेरी तीसरी आँख यही ही रहेगी इसलिए गलती से भी मत सोचना की मुझे कुछ पता नहीं चलेगा ”

    समर अच्छे से जनता था की रेहान कही भी जाए पर उसको सब पता चल ही जाता है इसलिए वह गलती से भी गलत करने की सोच भी नहीं सकता |

    समर : “डोंट वार्री सर में कुछ गलत नहीं करूँगा आप को सब इनफार्मेशन टाइम टू टाइम देता रहूँगा ”

    रेहान : “गुड ” और रेहान चेकिंग के लिए चला जाता है और उसके पीछे उसके 4 गार्ड्स भी जाते है |

    रेहान को VIP ट्रीटमेंट दी जा रही थी इसलिए उसको फ्लाइट में जाने के लिए कोई टाइम नहीं लगा और वह फ्लाइट में बेठ गया |
    `सुबह जल्दी से उठने पर भी उसके चहेरे पर निंदा का एक कतरा भी नहीं था वो प्लेन की विंडो से निचे देखते हुए सोच रहा था
    “आज 5 साल बाद अपनी इस प्रोफेशनल सिटी को यही छोड़ के वापस अपने फॅमिली के पास जा रहा हु इसी के साथ में अपने नए सपने की उड़ान ले रहा हु जब 5 साल पहेले यहाँ आया था तब भी ऐसे ही सपने लेकर आया था आज भी यहाँ से एक और सपन लेकर जा रहा हु इसबार कुछ अलग होना चाहिए वेसे भी मेरा नाम रेहान मल्होत्रा है जिसको एडवेंचर काफी पसंद है ”
    यही सोचते हुए अपना फ़ोन निकालता है और रोनी को कॉल करता है |

    रोनी : ”यस बॉस ”
    रेहान : “मिहिर को बोल दो की अब उसकी छुटी के दिन गये ”
    रोनी हसने लगता है और कहेता है : “ये सुनके तो वो टेंसन में आ जायेगा ”
    रेहान : “आने दो बहुत आराम कर लिया अब उसने ”
    रोनी : “ओके बॉस ”
    रेहान कॉल कट करता है |

    ||||||||||||||||||||||||||||||||

    मल्होत्रा and associates ..................

    विनय जी के केबिन में ................

    विनय जी अपने सीईओ की चेर पर बेठे थे और उसके सामने विराज बेठा था जो एक फाइल को गोर दे पढ़ रहा था |

    विनय : “तो फिर क्या सोचा तुमने ”

    विराज फाइल में से अपना चहेरा उठता है और विनय जी से काहेता है “डैड इसमें सोचने वाली क्या बात है आपको एक बात बताऊ ”

    विनय जी : “क्या बात है बोलो ”

    विराज : “मुझे वो लड़की बिलकुल रेहान के जेसी लगती है हमारा रेहान भी ऐसा ही है आप जानते होना , हां बस उसके चहेरे पर कभी स्माइल नहीं आती पर वो लड़की का confidant और attitude बिलकुल रेहान जेसा है और वेसे भी अभी तक किसी भी लड़की ने हमारा इंटरव्यू कभी पास ही नहीं किया वह हमेशा फ़ैल हो जाती है और आज एक लड़की ने सबको मात देदी है और वो गलत को गलत ही बोलती है ”

    विनय जी : “मुझे उसकी यही बात बहुत अच्छी लगी हमें एक कैश के लिए जेसा लॉयर चाहिये था ये बिलकुल वेसी ही है ”

    विराज : “पर डेड उसको एक्स्पेरिंस नहीं है हम ऐसे डायरेक्ट उसको केश केसे दे शकते है ”
    विनय जी : “मेने कब कहा की केश उसको देदी जाये में तो यह कहा रहां हु की उसको तुम पेर्सनली ट्रेन करो अब तक की जो भी केश बहुत ही दिफिकल्ट थी उसको ये सभी केश स्टडी के लिए दो जहा भी उसको प्रॉब्लम होती है वहा तुम उसको ट्रेन कर देना और अगर तेरा ऑफिस का काम भी होता है तो वो तुम सुनाही को हैंडल करने के लिए देदो तुम थोड़े दिनों तक यहाँ रह कर ऑफिस वर्क सम्भालो ”

    विराज कुछ सोचता है फिर कहता है “आपकी बात सही है ठीक है सुहानी को मल्होत्रा कंस्ट्रक्शन संभाल ने के लिए कह देता हु वेसे भी आज नहीं तो कल उसको ये सब करना ही है ”

    विनय जी : “हा सही कहा तुमने , और अब मिस आरोही को कॉल करके बता दो कल से ज्वाइन करे ”

    विराज : “ठीक है उसको कॉल तो में खुद ही करूंगा ” विराज के मन में अब कुछ और ही चल रहा था , उसका दिमाग अब बुलेट ट्रेन की तरह चल रहा था , और एक दीवाल स्माइल करता है |



    विराज के मन में क्या चल रहा है वो क्या करने की सोच रहा है , और आरोही और रेहान की पहेली मुलाकात केसी होगी |
    तो में बतादू की अब तो स्टोरी स्टार्ट हुई है देखते जाओ आगे बहुर ड्रामा है जो सब के लिए हसी भी लाएगा प्यार भी ले आएगा |

    थैंक यू GUYSSS प्लीज़ आप लोग मेरी हेल्प कीजिये मुझे मेरी स्टोरी रेटिंग बढ़ानी है प्लिज्ज़ like comment और share जितने लगो को हो शके कीजियेगा प्लीज़ हेल्प मी |
    अगला चैप्टर रीड करना न भूले |

  • 10. The Great Mafia Love - Chapter 10

    Words: 3101

    Estimated Reading Time: 19 min

    Ch – 10
    “ Rehan in India… ”

    विनय जी : “जल्दी से कॉल करदो और फिर आज जल्दी घर भी जान है पता है न आज हमारे बरखुरदार आ रहे है वो भी 5 साल बाद मेरा तो ख़ुशी का ठिकाना ही नहीं है में सोच रहा था इसबार उसको कही जाने ही नहीं देने वाला मुंबई ही रोक के रखूँगा ”

    विराज : “इस बात पर आप गलत है डेड क्योकि उसको रोकने की हिम्मत न 5 साल पहेले किसी में थी न आज भी है जब वो गुस्सा होता है तो आप भी डर जाते हो ,पता नहीं किस पर गया है ”

    विनय जी : “वो अपने दादा पर गया है वो भी ऐसे ही थे ,इसलिए मेने सोचा हे उसकी शादी करवा दू तभी वो यहाँ रहेगा शादी होने के बाद अपनी बीवी को छोड कर थोड़ी न जाएगा ”

    ये सुनके विराज हसने लगता है और कहेता है : “क्या डेड आप भी वो और शादी वो और गुस्सा हो जायेगा और अभी तो अमेरिका गया था फिर कहा जायेगा किसी को नहीं पता उसको हमेशा ही अकेले रहेना पसंद है और तो और वो लड़कियों को पास भी नहीं आने देता उसने अपने बॉडी गार्ड को स्ट्रीक वार्निंग दी हुए है की उसके पास लड़की आई तो वो उस बॉडी गार्ड को जान से मार देगा ,इसी डर से उसके बॉडी गार्ड किसी लड़की को उसके पास नहीं आने देते ”

    विनय जी एक लम्बी सांस लेके छोड़ ते हुए कहेते है : “पता नहीं इस लड़के का क्या होगा अभी चलो देर हो रही है वरना तुम्हारी मोम हम दोनों की क्लास ले लेगी ”

    विराज : “आप चलिए में मिस आरोही को कॉल करके आता हु ”

    विनयजी चले जाते है |
    विराज अपने काबिन में चेर पर अपना सर टिकाके आँख बंध करके सोच रहा था “क्या लड़की है यार एकदम रेहान जेसी इकबार उसका गुस्सा चेक करना पड़ेगा क्या वो भी रेहान के जेसे ही गुस्सा करती है जो ऐसा है तो इन दोनों को मिलवाना पड़ेगा मुझे तभी मेरा भाई लडकियों को पास आने देगा ” विराज अब शरारत के मूड में आ गया था वो अपने सामने पड़ी फाइल उठाता है उसमे आरोही की सारी इनफार्मेशन थी उसमे आरोही का नंबर था विराज अपने फ़ोन से आरोही का नंबर डायल करता है |

    उस तरफ आरोही हॉस्टल में थी वो अभी फ्रेश होकर बहार आई ही थी की तभी उसके फ़ोन की रिंग बजी आरोही अपने हाथ में पकड़ा टोवल साइड में रखती है और फ़ोन को देखती है फ़ोन में अननोन नंबर फ़्लैश हो रहा था आरोही कॉल रेसिवे करती है |

    विराज आरोही का टेम्प्रेचर चेक करने के लिए बोलता है “हेल्लो मिस ब्यूटीफुल , क्या कर रही है ”

    आरोही की एयेब्रो जुड़ जाती है और कहेती है : “कोन बोल रहा है ”

    विराज : “अरे तुम्हारा सीक्रेट फ्रेंड बोल रहा हु ”

    आरोही को अब गुस्सा आ रहा था उसे पता चल गया था की कोई उसको परेशान करने के लिए कॉल किया है |

    आरोही : “तुम कोन बोल रहे हो क्यों सोई हुई शेरनी को जगाने की कोशिश कर रहे हो , अपनी इज्जत प्यारी नहीं है क्या ” आरोही बड़े ही attitude से और गुस्से से कहेती है |

    विराज ये सुनके चौक जाता है और अपने मन में कहेता है “ये तो सच में खूंखार शेरनी है ”

    विराज : “यही तो चाहता हु की खूंखार शेरनी जागे ”

    आरोही : “ठीक है अपना एड्रेस सेंड कर फिर वहा आके तेरी हवा टाइट करती हु साले , में उन लड़कियों में से नहीं हु जो डर के मारे छुप जाए तेरे में इतनी हिम्मत है तो चल आज गेम होही जाए तुजे भी बताती हु लड़कियों से फ्लर्ट करने का अंजाम क्या होता है ”

    ये सुनके विराज के मानो होश ही उड़ गए the और अपने आपसे कहेता है “क्या लड़की है यार में तो इसी सिर्फ परेशान करने के लिए कॉल किया था पर इसने तो उल्टा मुझे परेशानी में डाल दिया ” विराज अपनी बात सँभालते हुए कहेता है |

    विराज : “में विराज मल्होत्रा बोल रहा हु ”

    आरोही बिना उसकी बात सुने कहने लगी “अरे तू जो भी हो मुझे उससे कोई लेना देना नहीं है तू बस एड्रेस सेंड कर मुझे ”

    विराज : “में मल्होत्रा and associates का सीईओ बोल रहा हु विराज मल्होत्रा ” विराज नार्मल टन में कहेता है |


    ये सुनके आरोही के मनो होश ही उड़ गए और अभी जो भी उसने बोला वो सोचने लगी और अपने मन में कहेने लगी हे महादेव क्या किया मेने अपनी जॉब से पहेले ही सर के साथ इतनी बतमीजी से बात की पर सुरु तो उसीने ही किया है न मेरी थोड़ी न गलती है |

    आरोही : “ओह तो आप विराज सर बोल रहे है तो फिर पहेले ही बोल न चाहिए थाना आप ऐसी क्यों बाते कर रहे the ”

    विराज : “डोंट वार्री में ऐसा वेसा लड़का नहीं हु , वो क्या हेना आज जब तुमको देखा तो मुझे किसी की याद आ गयी तो मेने तुम्हारा गुस्से का लेवल चेक करने के लिए ऐसा बोला क्योकि वो इंसान भी तुम्हारे जेसा ही है ”

    आरोही न समज में कहेरती है : “कोन सर ?”

    विराज : “वो तो अब तुम हर दिन ऑफिस आओगी तो तुम्हे पता चल ही जायेगा ” विराज इन्डीरेक्ट्ली आरोही से कहेता है |

    आरोही ये सुनके खुश होक कहेती है : “इसका मतलब मुझे इंटर्नशिप के लिए सेलेक्ट किया गया है ?”

    विराज : “ओफ़्कौर्से कल से ज्वाइन करना है और हां टाइम पर ऑफिस आ जाना मुझे लेट आने वाले लोग पसंद नहीं है कल आके मुझे ऑफिस में मिलना ” विराज अपनी कोल्ड आवाज में कहेता है |

    आरोही उसकी कोल्ड आवाज सुनके कहेती है : “थैंक यू सर and सॉरी मेने आपसे ऐसा बिहेव किया ”

    विराज : “its ओके मिस शर्मा सॉरी आपको नहीं मुझे आपसे कहेना चाहिए मुझे किसी भी लड़की से ऐसी बात नहीं करनी चाहिए ”

    आरोही : “its ओके सर आपको माफ़ी मांगने की जरुरत नहीं ”

    विराज : “ठीक है तो कल ऑफिस में मिलते है बाय ”

    आरोही : “बाय ”

    आरोही कॉल कट करती है तभी शाम के 7 बजे थे | तभी उसके फ़ोन में किसी का मेसेज आता है “जल्दी निचे आओ में तुम्हारा वेट कर रहा हु ” ये मेसेज पढके वो बहुर खुश हो जाती है और जल्दी से कमरे में आती है तो जिया उसका ख़ुशी से छलका हुआ चहेरा देखके कहेती है “क्या बात है आज शेरनी हस भी रही है ख़ुशी की वजह क्या है ?”

    आरोही जल्दी अपने हेयर ठीक करके कहेती है “वो अभी इंडिया आया है निचे मेरा वेट कर रहा है बाद में तुजे सब बताती हु ” और जाते जाते जोर से कहेती है “और मुझे जॉब मिल गयी है कल से जोइनिंग है बाद में बात करते है बाय ”

    उसको ऐसा करने से जिया हसने लगती है और अपने आप से कहेती है “में तुजे हमेशा ऐसे ही खुश देखना चाहती हु तू बस शिवम् का प्यार समजके उसके साथ रह वो तुजे हमेशा खुश रखेगा आज तक तुजे जो कभी प्यार नहीं मिल पाया वो तेरी लाइफ में मै देखना चाहती हु तुजे खुश देखना चाहती हु बाकि मुझे कोई फर्क नहीं पड़ता में क्या हु क्यों यहाँ हु ” जिया का चहेरा एक मिस्ट्री जेसा लग रहा था |


    आरोही जल्दी से होस्टल के बहार के gate की तरफ जाती है |
    वहा एक लड़का बीऍमडबल्यु से टेक लेके खड़ा था उसके दोनों हाथ अपनी पॉकेट में थे .....वह बहुत ही हन्दसम था कोई एक नजर उसे देखले तो उसके पर से नजर ही नहीं हटती | उसकी ऐज 25 की आस पास होगी बाल बिखरे हुए थे चहेरा गोरा था एक कान में ब्लैक डायमंड पहना हुआ था | उसका चहेरा थका हुआ था फिर भी बहुर attractive लड़ रहा था मनो कोई हीरो खड़ा है | गर्ल्स हॉस्टल की लड़किया उसको देखने के लिए खिड़की से कोई बालकनी से उसे घुर रही थी |

    आरोही बहार उस लड़के को देखके उसकी तरफ दौडके उसको गले लगा लेती है वो लड़का भी उसको हग कर लेता है |
    आरोही की आखो में नमी आ गयी थोड़ी देर ऐसे ही दोनों खड़े रहे दोनों में से कोई कुछ नहीं बोला |

    फिर आरोही दूर होकर उस लड़के से कहेती है : “तुम तो ऐसे गये जेसे कभी आने ही नहीं वाले the मेने तुमको कितना मिस किया ” आरोही उस लड़के का हाथ पकडके कहेती है |

    वो लड़का : “अरे मेरी गुडिया तुजे तो में हर दिन याद करता था तेरी याद न आये ऐसा कभी हो शकता है भला हा पिछले थोड़े दिन में बहुत ज्यादा बिजी हो गया था इसलिए तुजसे बात नहीं कर पाया सॉरी मेरी जान ” वो लड़का अपने कान पकडके कहेता है |

    आरोही : “क्या तुम भी ऐसे कोई अपनी बहन से कान पकडके माफ़ी मागता है तुम ऐसा मत करो मुझे बुरा लगता है ” आरोही इस वक्त बहुत ही क्यूट और मासूम लग रही थी उसे देखके कोई नहीं कह शकता की वह एक शेरनी है |

    वह लड़का आरोही का बड़ा भाई “जिगर शर्मा ” था |

    आरोही के पापा का खुद का बिजनेस था वह इतना बड़ा बिजनेस तो नहीं था पर छोटा भी नहीं था अच्छा खासा बिजनेश था जिससे आरोही और जिगर अपनी शोक की चीज़े ले शकते the |
    जिगर ने अपना खुद का डायमंड का बिजनेस दुबई में स्टार्ट किया हुआ था आज उसके 3 साल हो गये जिगर 3 साल बाद इंडिया आया था एअरपोर्ट से सीधा आरोही से मिलने आया था | आरोही उसके जान का टुकड़ा थी | आरोही के पेरेंट्स सगे होने के बावजूद उसको प्यार नहीं करते the पर उसका भाई उससे बहुत प्यार करता था उसके भाई के लिए उसके पेरेंट्स से आगे उसकी बहन थी |

    जिगर ने आरोही को उसके बर्थडे पर सपोर्ट बाइक गिफ्ट की थी वो भी अपने बिजनेस के प्रॉफिट से |
    जिगर का बिजनेस अच्छा खासा प्रोफिट मिलता था | और अब वो मुंबई में अपना बिजनेस शुरू करने आया था | वह अब अपनी बहन के साथ रहेना चाहता था |

    जिगर : “केसी मासूम लग रही है मेरी गुडिया कोई नहीं कह शकता की ये एक खूंखार शेरनी है जो कभी भी किसी का भी शिकार कर शकती है ”

    आरोही : “क्या भाई आप भी मुझे चिड़ा रहे हो ”

    जिगर : “क्या करू मेरी गुडिया से मेने 3 साल तक चिडाया नहीं है , वेसे ये सब छोड़ तूने डिनर किया ?”

    आरोही : “नहीं किया आपने किया ?”

    जिगर : “नहीं में एअरपोर्ट से सीधा यहाँ आया हु मुझे तुजे देखना था ”

    आरोही : “आप घर जाओ वहा मोम डेड आपका इंतज़ार कर रहे होगे ”

    जिगर : “उसकी टेंसन मत लो तू मेरे साथ चल हम अच्छे से रेस्टोरंट में चलके अच्छा सा डिनर करते है ”

    आरोही : “हा चलो मुझे भी आपसे ढेर सारी बाते करनी है ”
    दोनों रेस्टोरंट में चले जाते है |

    ||||||||||||||||||||||||||||||||||||||

    मल्होत्रा मेंशन..............

    आज मल्होत्रा मेंशन में बहुत रोनक थी आज इस घर का सबसे छोटा बेटा आने वाला था | मेंशन को अच्छे से सजाया गया था | यहाँ वहा सर्वेंट भाग भाग के काम कर रहे the |

    सारी तैयारिया हो गयी थी सब लोग सोफे पे बेठे हुए the |
    रेहान को एअरपोर्ट पर कोई लेने नहीं जाने वाला था क्योकि रेहान का स्ट्रीक आर्डर था की कोई उसको एअरपोर्ट पर पिक करने नहीं आएगा इसलिए सब घर पर बेठे उसी का बेस्बरिसे इंतज़ार कर रहे the |
    सुहानी भी आज मल्होत्रा मेंशन आई थी | उसने कभी रेहान को देखा नहीं था बस फोटो में और विडियो कॉल में ही देखा था | आज भाभी देवर पहेली बार आमने सामने मिलने वाले the |


    तभी मेंशन में 10 बड़ी गाड़िया इंटर होती है |
    गाड़ी की आवाज सुनके सब लोग डोर पर जाते है |
    सीमा जी आरती की थाली लेकर आती है और खड़ी हो जाती है सब लोग रेहान को देखने के लिए बेसब्र the |

    उन गाडियों के बिच में एक ओडी थी उसमे से पहेले रेहान का एक बॉडी गार्ड और असिस्टेंट मिहिर निकलते है (मिहिर रेहान का असिस्टेंट भी था और बॉडी गार्ड भी ) |

    सभी गाडियों में बॉडी गार्ड निकलके चारो तरफ घेर लेते है फिर मिहिर कार का पिछला डोर ओपन करता है |

    उसमे से रेहान हीरो की तरह गाड़ी से उतरता है | उसने अपने कोट का बटन बंध किया और अपने गोगल्स उतारे | फिर वो डोर की तरफ जाने लगा उसके पीछे बॉडी गार्ड भी चलने लगे और डोर के पास पहेरा देने लगे |

    रेहान को अपने सामने देखके सब के आँखे नम हो गयी सीमा जी तो रोने ही लगी थी | रोये भी क्यों नहीं उसने अपने बेटे को 5 साल बाद देखा था | और एक माँ ही जानती है अपने बेटे से दूर केसे रहती है |

    रेहान सबको नम आँखों से देखता है | उसे अपने फॅमिली से बहुत प्यार है पर वो कभी जताता नहीं | फिर वह अपने कोल्ड लुक में वापस आ जाता है |

    सब को पता था ये इंसान कभी खुल कर किसीसे कुछ नहीं कहेगा पर सबको पता था की वह उन सबसे बहुत प्यार करता है पर उसको जाताना नहीं आता |

    सीमाजी : “आ गया मेरा बेटा कैसा है तू ”

    विनय जी : “अपने बेटे को यहाँ ही खड़े रखना है पहेले आरती तो करलो फिर जितनी बाते करनी है वह करते रहना ” सीमा जी रेहान की आरती करती है |

    आरती के बाद रेहान घर में आता है पहेले अपने पापा के पैर छूता है विनय जी थोडा इमोशनल हो गए और रेहान को अपने गले लगा लिया |

    विनय जी : “आज 5 साल बाद मेरे बेटे के सिने से लगा रहा हु हम तुम्हे बहुत मिस करते the ”

    रेहान : “पापा रिलैक्स में अब कही नहीं जाने वाला ”

    सीमा जी : “हम तुम्हे जाने भी नहीं देगे ”

    सीमा जी की आवाज सुनके रेहान अपनी मोम के पैर छूता है और उसको गले लगाके कहेता है “केसी है मेरी प्यारी मोम ”

    सीमा : “तू आ गया अब अच्छी हु मुझे और क्या चाहिए ”

    ये सब देखके विराज कहेता : “हमें तो किसी को याद ही नहीं है चलो सुहानी हम अपने घर चलते है यह मेरी तो किसी को फिकर ही नहीं है ” विराज नकली इमोशनल ड्रामा करके कहता |

    सब को पता था ये ड्रामा करा रहा है रेहान समज जाता है की ये सब उसको सुनाया जा रहा है |

    तो वह विराज के पास जाता है और अपने कोल्ड लुक में वापस आ जाता है और अपने दोनों हाथ अपनी पेंट के पॉकेट में डालके विराज की तरफ बढ़ जाता हे ये देखके विराज की सिटी पिट्टी गुल हो गयी ये देखके सब लोग मुह दबाके हस ने लगे रेहान भी अंदर से हसने लगा पर बहार से तो अपने कोल्ड लुक में ही रहा |



    विराज : “देख रेहान में तेरा बड़ा भाई हु तू मुझे डरा नहीं शकता ”

    रेहान विराज की तरफ बढ़ रहा था तो विराज सुहानी के पीछे छुप गया |

    सुहानी को तो कुछ समज ही नहीं आ रहा था |रेहान सुहानी को देखके नार्मल हो कर कहेता है “आप कैसी हे भाभी ? आपको आपके देवर की याद नहीं आती थी या आपके होनेवाले हस्बैंड आपको मुझे याद नहीं करने देते the ”

    ये सुनके सुहानी हसने लगी बाकि सभी हसने लगे |

    ये सुनके विराज गुस्से से रेहान के पास आता है और वो भी रेहान के जेसे ही अपने पॉकेट में हाथ रखके उसके सामने खड़े होकर कहेता है |


    विराज : “सुहानी मेरी होनेवाली वाइफ है तो उसको मेरे सिवा किसी को याद करने की जरुरत नहीं ”


    रेहान : “ओह्ह अच्छा क्या तो आपकी होनेवाली वाइफ को आपके पास्ट के बारे में सब मालूम होना चाहिए ना कोई नि में ही सब बता ता हु भाभी.....”

    रेहान आगे बोलता विराज उसके मुह्पे अपना हाथ रखके उसके कान में कहेता है मेरे भाई तुजे जो चाहिए में दूंगा प्लीज़ मेरी शादी मत तुडवा |

    रेहान उसको मुह से हाथ हटाने को कहेता है |

    विराज रेहान के मुह से अपना हाथ हटा लेता है |

    रेहान धीरे से विराज के कान में काहेता है “एक शर्त पर आपको मेरी बात माननी पड़ेगी ”

    विराज : “बोल तू जो कहेगा वो करूँगा पर तू इसे कुछ नहीं कहेगा प्लीज़ ”

    रेहान : “ठीक है वक्त आने पर बतादुन्गा , अब मुझे भाभी से मिल्देंगा ”

    विराज : “इतने साल बाद आया है अपने भाई से लगे नहीं लगेगा छोटे ”

    रेहान नम आँखों से अपने भाई को गले लगा लेता है रेहान उसको ऐसे ही उठा लेता है और उसको घुमा ने लगता है |

    सब लोग इसी देखके हस रहे the यहाँ तक की सर्वेंट भी कोने में होकर सब कुछ देख और हस रहे the |

    रेहान विराज को छोड़ के सुहानी के पास आता है और उसके पैर छूने के लिए निचे जुकता है तो सुहानी दो कदम पीछे हट जाती है और कहेती है “रेहान ये तुम क्या कर रहे हो में तुमसे छोटी हु ”


    रेहान : “तो क्या हुआ रिश्ते में तो बड़ी हेना ”

    सुहानी : “उठ जाओ ”
    रेहान अब मस्ती के मूड में आ गया था : “जो हुकम भाभी , अब आपके हसबंड ज्यादा परेशान करे तो मुझे बता देना ये मेरे सामने कुछ नहीं बोलेगा ”

    सुहानी : ”हा अब कुछ भी हुआ तो तुम्हारे पास ही आउंगी जो आज मेने सब कुछ देख ही लिया है की ये तुमसे डरते है ”
    विराज दूर होकर सब सुन रहा था और इशारो में सुहानी से कहेता है “तू मुझे मिल तुजे देख लूँगा ” उसका इशारा समजे सुहानी हसने लगाती है |

    रेहान : “केसी है आप ?”

    सुहानी : “में तो अच्छी हु तुम केसे हो वहा से कोई गोरी लड़की लेकर नहीं आये ?”

    सब उसकी बात से हस देते है |

    विराज : “इस के पास कोई लड़की नहीं आती ये तो अच्छा हुआ के ये खुद चलके तुम्हारे पास आया वरना कोई लड़की इसके पास आये तो उसके बॉडी गार्ड ......”ये बोलके विराज अपनी गर्दन पे चाकू चलने की एक्टिंग करता है |

    ये देखके सुहानी के गले से एक भी शब्द नहीं निकलते |
    रेहान अपने कोल्ड लुक में विराज की तरफ देखता है |

    विनय जी बात को सँभालते हुए कहेते है चलो बेटा तुम्हे भूख लगी होगी थक भी गए होगे डिनर करके आराम करलो |

    सब लोग हसी और एन्जॉय के साथ डिनर करते है |






    हेल्लो आपको स्टोरी केसी लगी प्लीज़ मुझे comment करके बताइए |

    थैंक यू GUYYSSS .........................................................

  • 11. The Great Mafia Love - Chapter 11

    Words: 3139

    Estimated Reading Time: 19 min

            

        अब आगे ...........

        आरोही और जिगर दोनों रेस्टोरेंट में डिनर करते है तभी शिवम् उस होटल में अपनी मीटिंग करके निकलता है तो तो वह आरोही को किसी के साथ डिनर करके  देखता है | हुआ ऐ था की जिगर की पिढ शिवम् को दिख रही थी | वह जिगर का फेस नहीं देख शकता था इसलिए उसको गलत फ़हमी हो जाती है |

    शिवम् अपने असिस्टेंट को कहेता है “पता करो इसके साथ कोन है “

    शिवम् किसी भी लड़के को आरोही के पास देखता है तो उसका गुस्सा फुट ने लगता है और वह उस लड़के को मार मार के  भरता बना देता था क्योकि वह किसी भी लड़के को आरोही के पास बर्दास्त नहीं कर पाता था | ये बात आरोही को पता नहीं थी क्योकि कोलेज में कोई भी लड़का आरोही को प्रोपोसे करता शिवम् अपने कांटेक्ट से उस लड़के को उठ्वाके खूब मारता था और उस लड़के को अपनी पॉवर से कोलेज से रस्टीकेट करवा देता था |

    शिवम् एक बहोत बड़े बिजनेश मेन का बेटा था पहेले से ही वो लो प्रोफाइल रहेता था इसलिए किसी को भी नहीं पता था की वह एक बिजनेश मेन का बेटा है |

    शिवम् वहा से चला जाता है |

    जिगर और आरोही डिनर करके हॉस्टल पर आते है |

    दोनों कार से बहार आते है |जिगर आरोही के सामने आकर गले लगता है और कहेता है “आरू प्लीज़ घर पर आजा न मुझे तेरे बगेर बिलकुल अच्छा नहीं लगता , कब तक ऐसे उससे दूर भागेगी मेने कभी डर से पीछे हटना नहीं शिखाया ”

    आरही : “आपको लगता है में कभी डर के पीछे हटने वालो में से हु ?”जिगर : “बिलकुल नहीं मेरी बहन तो जंगल की शेरनी है , अब में घर आ गया हु तू कब घर आ रही है ?”आरोही : “जब मम्मा पापा की कॉल आएगी , आपको पता है न में उनसे बहुत प्यार करती हु पर मुझे नहीं पता वो लोग मुझसे नफ़रत क्यों करते है में उसकी नफ़रत से बचने के लिए तो यहाँ हॉस्टल में रह रही हु  ”

    जिगर : “ये बात तो मुझे भी नहीं पता वो ऐसा क्यों कर रहे है , पर जो भी हो है तो हमारे मोम डैड न तूम ऐसे दूर केसे जा शकती हो ”

    आरोही अपने भाई को टेंशन में देखना नहीं चाहती थी इसलिए कहेती है “रिलेक्स भाई में कल से जॉब स्टार्ट कर रही हु ”

    जिगर : “अरे हां में तो भूल ही गया था पर तू इंटर्नशिप क्यों करना चाहती है ?, तेरी खुद की कंपनी है तू उसे हैंडल कर न तुजे ये सब करने की कोई जरुरत ही नहीं है ”

    आरोही : “आपको पता है में ये सब क्यों कर रही हु , क्या आप मेरी तकलीफ नहीं समज रहे हो ?”

    जिगर : “अच्छे से समज रहा हु और तुजे कभी अकेला नहीं छोडूंगा तू जेसा चाहती है वेसा करुगा मे तेरे सारे फैसले में तेरे साथ हु ”

    आरोही : “थैंक यू भाई , and i love you so much ”

    जिगर : “i love you so टू मेरी गुडिया ....” जिगर आरोही के माथे पे किस करता है |

    जिगर : “वेसे तू किस low firm में जा रही है ”

    आरोही के आँखों में चमक आ जाती है और चहक ते हुए कहेती है “भाई आपको पता है ना आपने देश की बेस्ट low firm कोन सी है ?”

    जिगर ये सुनके कुछ सोचते हुए कहेता है “क्या सच में तुजे वहा सेलेक्ट किया गया तुजे सच में जॉब मिल गयी ?”

    आरोही : “हां भाई पहेले तो मुझे भी यकीं नहीं हो रहा था पर आपको पता है उसके सीईओ ने खुद मुझे कॉल करके बताया की में कल से ज्वाइन करू ”

    जिगर : “उसके सीईओ ने खुद तुजे कॉल क्यों किया ?”

    आरोही : “में भी यही सोच रही थी फिर मुझे लगा उसने खुद मेरा इंटरव्यू लिया था इसलिए कॉल किया होगा ”

    जिगर : “हो भी सकता है पर तू अपना ख्याल रखना तेरी जिस तरह की फील्ड है तुजे प्रॉब्लम हो शकती है, वेसे तो तू बड़े बड़े गुंडों को खुद निपटा शकती है इसलिए तुजे अकेले छोड़ना मुझे कोई प्रॉब्लम नहीं है  ”

    आरोही : “वही तो मेरा भाई शेर है तो उसकी बहन उससे भी बड़ी वाली शेरनी है ”

    जिगर : “मेतो शेर नहीं हु पर हां तेरे लिए शेर ढूँढना पड़ेगा मुझे ” जिगर ने शरारत करते हुए कहा |

    आरोही : “क्या भाई आप भी मुझे कोई शेरवेर नहीं चाहिए मेरे पास मेरा भाई है वही काफी है ”

    जिगर : “ओके चलो ठीक है ,अब तू हॉस्टल जा कल तुजे ऑफिस भी जाना है और हां बिना किसी वजह के किसी से भीड़ मत जाना समजी ”

    आरोही : “ओके भाई आप भी घर जाईये आप भी थक गये है आराम कीजिये में चलती हु बाय ”

    जिगर : “ओके बाय अपना ख्याल रखना ”

    आरोही : “आप भी ” आरोही वहा से चली जाती है जब तक आरोही gate के अंदर नहीं गयी तब तक जिगर भी उसे जाते  हुए देखता रहा और अपने आपसे कहेने लगा “तेरा भाई तुजे बहुत प्यार करता है गुडिया पर सिर्फ भाई का प्यार काफी नहीं होता में चाहता हु तेरी लाइफ में भी कोई ऐसा आये जो तुजे बहुत प्यार करे ताकि  तुम अपने  सब दुःख दर्द भूल जाये में महादेव से यही प्रे करता हु तेरी लाइफ मेभी ऐसा कोई जल्दी आये...... तेरा भाई तेरे लिए कुछ भी करेगा ”

    |||||||||||||||||||||||||||||||||||

    मल्होत्रा मेंशन ..................

    सब लोग डिनर करके  अपने कमरे में चले गये | सुहानी को विराज उसके घर छोड़ ने चला गया |रेहान अपने कमरे में आया |

    रेहान का रूम बहुत बड़ा था वाइट and स्काई ब्लू इंटीरियर डिजाईन था कमरे के बिच में एक किंग साइज़ बेड था और उसके उपर एक बड़ी सी रेहान की पिक्चर थी उस पिक्चर में अपने एरोगंत लुक में था | गोगल्स पहेने हुए थे ब्लैक सूट पहना हुआ था | हाथ में रिस्ट वाच अपने बाल सलीके से सेट किये हुए the पीछे कार से तक कर खड़ा था | उसका चहेरा एक्सप्रेशन लेस था |

    बेड के साइड में एक राउंड सेप में सोफे लगे हुए the उसके सामने कोफी  टेबल the सब चीज़े सलीके से रखी गयी हुई थी और बहुत एंटिक और महंगे शोपीस रखे गये the कामरा एकदम साफ सुथरा था |

    रेहान अपने कमरे को गोर से देखता है उसको हर चीज जेसी चाहिए थी ऐसी ही थी | क्योकि वो कमरा सीमा जी हर दिन साफ़ करवाती थी | 

    रेहान अपने आपसे कहता है “मोम ने मेरा कमरा बिलकुल मेरे तरीके से संभाला है  ” और एक छोटी स्माइल  करता है जो कभी किसी ने उसके चहरे पर नहीं देखि |

    रेहान का सब सामान सर्वेंट ने सेट कर दिया था | रेहान अपने क्लोसेट से टावल ले कर शावर लेने चला जाता है | शावर लेने के बाद अपने स्टडी रूम में जाता है |

    तभी उसके स्टडी रूम ने कोई नोक करता है |

    रेहान : “come in ”

    डोर ओपन होता है रेहान देखता है उसका भाई विराज खड़ा था |

    रेहान : “तुम अभी तक सोये नहीं ”

    विराज : “सुहानी को घर छोड़ ने गया था अभी फ्रेश होकर आया हु , तू इतने सालो बाद आया है तुजसे मुझे ढेर सारी  बाते करनी है ”

    रेहान : “हम्म्म्म मुझे भी ”

    विराज : “तेरी नयी ऑफिस का काम पूरा होने वाला हाई तूने इंटीरियर सेलेक्ट कर लिया ”

    रेहान : “हा हो गया , कल मुझे दुसरे ऑफिस भी जाना है सब काम देखना होगा अब तक तो असिस्टेंट करता था ”

    विराज : “हा तेरा शेड्यूल अब पहेले से ज्यादा बिजी होने वाला है “

    रेहान : “अब केश क्या है कोई प्रूफ मिला ”

    विराज : “बस वही चल रहा है हमें एक भरोशेमंद लॉयर चाहिए था आज ही उनका इंटरव्यू था तुजे पता है आज तक कोई लड़की इंटरव्यू पास नहीं कर पाई अपनी कंपनी की हिस्ट्री में पहेला नाम इस लड़की का आया ”

    रेहान : “ये तो अच्छी बात है की कोई लड़की हमारा इंटरव्यू पास कर शकी ”

    विराज : “इंटरव्यू मेने और डेड ने ही लिया था क्या कॉन्फिडेंस था लड़की का जरा भी नहीं डरी वह ”

    रेहान : “तुमने और डेड ने इंटरव्यू लिया मातलब बहुत ही स्ट्रीक होगा और इतना स्ट्रीक इंटरव्यू एक लड्किने पास कर लिया intrusting ” रेहान सरप्राइज होकर  कहता है |

    विराज : “तभी मेने और डेड ने डीसाइड किया है वह जो मिस्टर रायचंद वाला केश उस लड़की को स्टडी करने दे ताकि पता चले के वह भरोसे के लायक है या नहीं तुजे तो पता है हमारे राइवल्स का एक जासूस कंपनी में है हम केश ऐसे ही कंपनी के किसी और लॉयर को स्टडी करने नहीं दे शकते और हमारे प्रूफ को भी सेफ रखना पड़ता है वरना हम खुद केस थोड़ी न हैंडल करते हमारे पास और भी कई सारे काम है पर ये केस बहुत ही सीरियस है ”

     

    रेहान कुछ सोचने लगता है चहेरा देखके साफ़ पता चल जाता है की वह कुछ सीरियस ही है |

    रेहान : “रायचंद के केस की सारी इनफार्मेशन मुझे चाहिए ”

    विराज : “तू कल ऑफिस आजा फिर तुजे सारी इनफार्मेशन दे दूंगा वेसे भी अब थोड़े दिन में low में ही हु सुहानी को ऑफिस सम्भाल ने के लिए दिया है ताकि उसको सब समज में आ जाए ”

    रेहान : “गुड , कल तो में नहीं आ शकता परसों आ जाऊंगा , कल मुझे जरुरी काम है कल सब ऑफिस जाके काम देखना है ”

    रेहान का मुंबई में इंटीरियर डिजाईन के कई कंपनी थी पर अब जो बनने जा रही है वह सब की मैंन ऑफिस बनने जा रही है |

    विराज : “ठीक है तो परसों बोर्ड मेंम्बर की मीटिंग भी फिक्स कर देते है तू आ गया है तो एक बार सब देखले डेड  ने ये डिसाइड किया है ”

    रेहान : “ठीक है परसों  शाम को मीटिंग रखना में शाम को 5 बजे मीटिंग में आऊंगा ”

    विराज : “ओके जेसा तुजे ठीक लगे , वेसे शादी के बारे में क्या सोचा है ?”

    रेहान : “मुझे इस बारे में कोई बात नहीं करनी पहेले तू शादी करले ऐसा न हो के भाभी तुजे छोड़ के चली जाए ” रेहान बात बदलते हुए कहेता है |

    विराज : “वह कही नहीं जाएगी अब कल एंगेजमेंट की डेट फिक्स करनी है और साथ ही तेरे 5 साल बाद USA से आने की ख़ुशी में पार्टी रखनी है दोनों साथ में हो जायेगा  ” विराज खुश होकर कहेता है |

    रेहान : “ओके ”

    विराज अपनी वोच में देखके कहेता है :”अब तू आराम कर थक गया होगा में भी चलता हु कल ओफीस में कई काम है ” फिर विराज कुछ सोचता है और आगे कहेता है “कल नयी एम्प्लोय को सब सीखना भी है वेसे तो वह बहुत टेलेंटेड है ज्यादा प्रॉब्लम नहीं होगी ”

    रेहान : “तुम कुछ ज्यादा ही नहीं बोल रहे हो ”

    विराज : “अरे जेसा है वेसा ही कहूँगा ना तुजे यकीन नहीं है तो डेड से पूछ लो ”

    रेहान : “मुझे कोई intrust नहीं है तुम्हे  आराम करना है न जाओ तुम  ”

    विराज : “वह तो देखते है केसे intrust नहीं आता एक बार देखतो ले ” अब रेहान को गुस्सा आने लगा था पर वह खूब को कण्ट्रोल करके बेठा था पर अब कण्ट्रोल से बहार जाता हुआ दिख रहा था |

    रेहान अपनी चेर से खड़ा होता है विराज समज जाता है की अब पानी सर से उपर चला गया है तो वह जल्दी से वहा से चला जाता है और रेहान अपने कमरे में आता है तभी उसका फ़ोन रिंग होता है |

    रेहान कॉल रिसीव करके  बालकनी में चला जाता है |

    रेहान : “बोलो कुछ पता चला ”

    सामने रोनी था |

    रोनी : “हां बॉस ”रेहान : “मुझे सारी इनफार्मेशन मेल करदो ”रोनी : “ओके बॉस”रेहान : “अमन कहा है ?”रोनी : “वह लंडन गया है ”रेहान : “उसे कहो कल शाम को वो मेरे सामने होना चाहिए , और मना करे तो उसे उठवा लेना पर कल शाम मुझे वो मेरे सामने चाहिए ”

    रोनी हसने लगता है और कहता है : ”ओके बॉस हो जायेगा  ”

    रोनी : “आप ठीक से इंडिया पहोच गये न ” 

    रेहान : “हम्म्म्म ”

    रोनी : “मुझे आपसे मिलना है भाई काफी साल हो गये आपको देखा नहीं ”

    रेहान और रोनी का भाई जेसा रिश्ता था | रेहान रोनी को अपना दोस्त भाई सबकुछ मानता था |

    रेहान  : “ठीक है मुझे भी तुमसे मिलना है ,वेसे उसका कुछ पता चला  ” रोनी समज गया रेहान किसकी बात कर रहा है पर वह कुछ बोला नहीं |

    थोड़ी देर एक दुसरे में से कोई कुछ नहीं बोलता |रोनी : “इतना बड़ा आदमी हु इतनी पॉवर मेरे पास है पर में अपनी चिकि का कुछ पता नहीं कर पाया अब तो ऐसा लग रहा है की वह इस दुनिया में हे ही नहीं ”

    रेहान समज रहा था की रोनी थोडा इमोशनल हो गया है उसको सम्भाल ने के लिए बोलता है 

    “टेंसन मत लो मिल जाएगी और मेने कभी रोनी को कमजोर पड़ते देखा नहीं है इतना खतरनाख आदमी ऐसे कमजोर कभी नहीं पड़ता समजा ”

    रोनी अपने अंदाज में वापस आता है और कहेता है “ओके बॉस ”

    रेहान : “कल अपने अड्डे पे मिलते है जब सूरज ठीक सामने हो तब  ” रेहान काले आसमान की और देखता है और कहेता है |

    रोनी समज जाता है की रेहान क्या कह रहा है |रोनी : “ओके बॉस ”

    रेहान : “रखता हु ”

    रेहान कॉल कट करता है और अपने कमरे चला जता है |

    लाइट्स ऑफ करके बेड पे सो जाता है थकान की वजह से उसे नींद भी जल्दी आ जाती है |

    |||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||

    नेक्स्ट डे ....................

        सुबह आरोही जोगिंग करके अपने कमरे में आती है तो देखके शोक हो जाती है और वही जम जाती है |

    आज पहेली बार जिया इतनी सुबह जल्दी उठ गयी थी | ये देखके आरोही को यकीन ही नहीं हो रहा था |

    आरोही जिया के पास आके उसे देखके कहेती है “जीयु मुझे लगता है में सपना देख रही हु ”

    उसे ऐसे करके देख जिया हसने लगती है और आरोही को चिमटी काटती है |

    चिमटी की वजह से आरोही अपने सपने से बहार आती है और कहेती है :”मतलब ये सपना नहीं है ”जिया ना में अपना सर हिलती है |जिया : “में सच में उठ गयीं हु वो क्या है न मुझे एक दीन जल्दी उठके देखना था की केसा फील होता है , क्योकि तू हर दिन सुबह 6 बजे उठ जाती है , 1 घंटा जॉगिंग करती है योग करती है फिर कोलेज जाती है वहा सब को पिट्टी है और रात को पब मे जाके डांस भी करती है तू थक नहीं जाती यार इतना सब करके ”

    आरोही अपनी आँखे छोटी करके जिया को देखती है |

    जिया उसे ऐसे देखके कहेती है ;”अरे यार मेतो ऐसे ही कह रही थी तूजे पता है न मुझे जल्दी उठा नहीं जाता आज के जिन तो मुझे बक्ष दे यार देख आज में जल्दी उठ गयी तो तुजे मेरे साथ ऐसा नहीं करना चाहिए में तेरी छोटी बहन जेसी हुना प्लीज़ आरू मुझे पीटना मत ” जिया एक सांस में सब बोल जाती है |

    ये देखके आरोही को अपनी हसी कण्ट्रोल ही नहीं हुए और वह हँसने लगी |

    जिया तो बस उसे ऐसे देखते ही रही |

    आरोही ने ब्लैक and वाइट जोगिंग शूट पहना था अपने बाल पोनी किये हुए the जोगिंग की वजह से पसीने आ रहे the |वह बहोत हॉट और हस्ते हुए क्यूट भी लग रही थी | उसकी स्लिम बॉडी सेप पर्फक्ट था | जिया उसे हस्त हुआ देख रही थी फिर कहेती है “आरू अगर में लड़का होती ना तो तुजे पटाने के लिए कुछ भी करती तू फिर भी नहीं पटती तो में तुजे जबरदस्ती शादी कर लेती ”

    आरोही उसकी बाते सुनके चोक जाती है | दोनों पास में ही खड़ी थी ये सुनके आरोही थोडा पीछे हटते हुए  कहेती है “तू ऐसा सोचती है हाय तू मुझसे दूर ही रह केसी बकवास बाते कर रही है , सुबह सुबह चडा रखी है क्या तू सुबह से मुझे शोक के उपर शोक दिए जा रही है मुझे मार ने का इरादा है क्या तेरा ? ”

    आरोही अपना टावल ले कर बाथरूम की तरफ जाती है |

    जिया : “में तुजे मारना नहीं चाहती तू मेरी एक लौती फ्रेंड है तुजे तो तेरे हब्बी के पास भी न जाने दू मै  ” 

    आरोही : “तू सच में पागल हो गयी है , मुझे ऑफिस जाना है आज पहेले दिन में लेट नहीं होना चाहती तुजे कोलेज नहीं जान क्या ?”

    जिया : “हा आज जाना है शिवम् भी दुबई से वापस आ गया है तो आज कोलेज जाउगी ” 

    आरोही : “हा वह कल ही आ गया था मुझे मेसेज आया था पर में भाई के साथ थी , चल मुझे कोलेज की सारी नोट्स देते रहेना अब तो में कोलेज आने से रही रात को सब कवर कर लुंगी ”

    जिया : “ठीक है तू फ्रेश होजा ...तुजे लेट होगा ”

    आरोही जिया को स्माइल देके बाथरूम में चली जाती है | और जल्दी से तैयार हो कर हॉस्टेल के पार्किंग में आती है |

    आज उसने ब्लैक जेनिम और रेड टॉप पहना हुआ था बाल पोनी किये हुए the | हमेशा की तरह ब्यूटीफुल लग रही थी |

    पार्किंग में आकर देखती है तो उसकी बाइक में पंचर था उसे शक होता है की किसी ने ये जान बुज कर किया है क्युकी पहेले भी ऐसा कई बार हुआ था जब भी हॉस्टल में कोई बात होती है तो उसके साथ कुछ ऐसा ही होता है |

    वो अपनी वोच में देखती है और अपने आप कहेती है “अच्छा हुआ टाइम से पहेले ही निकल गयी वरना लेट हो जाती अभी तो 1 घंटा और है रिक्शा करके चली जाती हु ”आरोही रिक्शा लेकर ऑफिस जाने के लिए निकल जाती है |

    रस्ते में सिग्नल बंध होने की वजह से रिक्शा रुक जाती है |आरोही ने चुनी से अपना फेस कवर किया हुआ था बाइक से जाती तो वह हमेशा हेलमेट पहनती थी पर आज रिक्शा से जाने की वजह से चुनी से अपना फेस कवर करती है क्युकी गरमी की सीजन चल रही थी |

    आरोही इधर उधर देख रही थी की अपने साइड में ही फूटपाथ पर देखती है तो उसकी आँखे फट जाती है और मुह खुला का खुला ही रह जाता है ............उसको बहुत गुस्सा आने लगता है और गुस्से से उसकी आँखे लाल हो गयी जो बहुत ही भयानक लग रही थी |

     

    ऐसा क्या देखा आरोही ने क्या जॉब के पहेले दिन ही आरोही किसी प्रॉब्लम में पड जाएगी या कुछ और |ये जानने के लिए अलगा चैप्टर जरुर पढियेगा |

    मुझे सपोर्ट किजिये  और अपना रिव्यू दीजिये ताकि में अपनी स्टोरी और अच्छे से लिख शकू |थैंक यू guyssss ..........................

  • 12. The Great Mafia Love - Chapter 12

    Words: 3306

    Estimated Reading Time: 20 min

    अब तक ..............

    पार्किंग में आकर देखती है तो उसकी बाइक में पंचर था उसे शक होता है की किसी ने ये जान बुज कर किया है क्युकी पहेले भी ऐसा कई बार हुआ था जब भी हॉस्टल में कोई बात होती है तो उसके साथ कुछ ऐसा ही होता है |

    वो अपनी वोच में देखती है और अपने आप कहेती है “अच्छा हुआ टाइम से पहेले ही निकल गयी वरना लेट हो जाती अभी तो 1 घंटा और है रिक्शा करके चली जाती हु ”आरोही रिक्शा लेकर ऑफिस जाने के लिए निकल जाती है |

    रस्ते में सिग्नल बंध होने की वजह से रिक्शा रुक जाती है |आरोही ने चुनी से अपना फेस कवर किया हुआ था बाइक से जाती तो वह हमेशा हेलमेट पहनती थी पर आज रिक्शा से जाने की वजह से चुनी से अपना फेस कवर करती है क्युकी गरमी की सीजन चल रही थी |

    आरोही इधर उधर देख रही थी की अपने साइड में ही फूटपाथ पर देखती है तो उसकी आँखे फट जाती है और मुह खुला का खुला ही रह जाता है ............उसको बहुत गुस्सा आने लगता है और गुस्से से उसकी आँखे लाल हो गयी जो बहुत ही भयानक लग रही थी |

    अब आगे .........

    सामने कुछ लडके एक लड़की को घेर के खड़े the और उस लड़की को परेशान कर रहे थे |ये देखके आरोही आग बबूला हो गयी और ऑटो वाले से कहा “भैया आप यही रुकियेगा में अभी आई ”

    आरोही उस तरफ चली गयी और वहा जाके बोलीं “क्या हो रहा है यहाँ ?”तभी उसमें से एक लड़का आरोही की तरफ मुड़ा और बोला “क्या तुजे भी हमारे साथ चलना है वेसे इस लड़की से ज्यादा तुम खुबसूरत हो एक काम करो तुम भी हमारे साथ चलो ” वो लड़का आरोही का हाथ पकड़ने के लिए हाथ आगे बढाया ही की उसका हाथ हवा में ही रह गया और लुठक के गिर गया | इतनी जल्दी क्या हुआ किसी को कुछ समज में ही नहीं आ रहा था |फ्लैशबैक ....जब वो लड़का आरोही का हाथ पकड़ने ही वाला था की आरोही ने उसके घुटन में अपना पैर जोर से मारा और वो वहा ही गिर गया उसको कुछ बोला भी नहीं जा रहा था जेसे उसका गला ही किसी ने पकड़ लिया हो |

    ये देखके उसके साथ आये आदमी देखते ही वो उस लड़की को छोड़ के आरोही को घेर लिए |उसमे से एक ने बोला : “ये लड़की ज्यादा शान पट्टी मत दिखा तू हमें जानती नहीं है ”ये सुनके आरोही डेविल स्माइल करती हे और कहेती है “तू मुझे नहीं जानता की में क्या हु , तू उस लड़की को छेड़ रहे थे केस कर्दुंगी तेरे पर तब क्या करेगा ”

    वो लड़का : “ऐसे केश तो आये दिन हमारे ऊपर होते रहेते है पर पुलिस हमारा कुछ नहीं बिगड़ शकती ”

    आरोही : “इतना यकिन है तुजे चल देखते है किस में कितना है दम क्युकी आरोही ऐसी गलती करने वालो को कभी छोडती नहीं है ”वहा कई सारी पब्लिक जमा हो गयी थी पर कोई भी उसमे से कुछ बोल नहीं रहा था |

    एक लड़का दुसरे लड़के से बोला : “उठा लो इसको अपने अड्डे पे चलके इसको अच्छा मजा चाखायेगे ”एक लड़का आरोही को हाथ पकड़ने ही वाला था की आरोही ने अपनी कोनी से उस लड़के के हाथ पे वार किया वो लड़का दर्द से चिला ने लगा और वही पे बेठ गया दूसरा आया तो उसके चहेरे पे वार करने ही वाला होता है की आरोही उसके चहेरे पर अपना एक पैर उठाके जोर की किक मारती है |

    वहा खड़े सब लोग मुह  फाडे देख रहे the | आरोही प्रोफेशनल तरीके से उन सब को पिट रही थी |उन सब को इतना मारा की उसमे से कोई खड़े होने के लायक भी नहीं था सब दर्द से तड़प रहे थे |आरोही का फेस अभी भी दुपट्टे से कवर किया हुआ था जिससे सिर्फ उसकी आँखे ही दिख रही थी |उसने अपना फ़ोन निकलके वहा पड़े सब गुंडों के फोटो खिंच लिए |

    आरोही उसमे से जो लीडर था उसकी कोलर पकडके कहेती है : “हर लड़की कमजोर नहीं होती समजे और आगे कभी भी तुजे मेने अपने सामने देखा तो इससे भी भूरा हाल  करुगी ”फिर उसका कोलर छोड़ के खड़ी होकर जमा हुए लोगो की तरफ देखती है और कहेती है : “वाह क्या बात है तमासा देखने के लिए सब जमा हो जाते है पर दिन दहाड़े एक लड़की को लड़के छेड़ रहे होते है वहा उसकी हेल्प करने कोई नहीं आता , क्या ऐसे हमारी माँ बहने सुरक्षित रहेगी, थोड़ी तो शर्म कीजिये और थोडा मोटीवेट होइए आपलोग की ही वजह से in गुंडों को और होसला मिलता है  ”

    वहा दो जोड़ी  आँखे कब से आरोही को निहार रही थी और जबसे आरोही रिक्शा से बहार आई तब से उसपे ही नजर थी |

    आरोही बोल ही रही थी तभी एक बुजुर्ग आदमी वहा आते है और आरोही से कहेते है : “वाह बेटा में भी तेरी बात से सहमत हु ”

    आरोही : “आपकी तरह हर लोग ऐसा सोचेंगे तो आम लड़की कभी बहार अकेले जाने से डरती नहीं , वेसे भी इन  लोगो को कितना भी समजालो कोई समजने वाला नहीं है ”वहा से सब लोग आपस में बाते करते चले जाते है  |

    आरोही उस लड़की के पास आती है और अपनी बेग में से पानी को बोतल निकलके उस लड़की को पानी पिलाती है | वह लड़की पानी पि लेती है |आरोही : “तुम ठीक हो ?”वह लड़की : “जी ” इतना कहा कर अपना सर हां में हिलती है |आरोही : “तुम जानती हो वह कोन  थे ?”वह लड़की : “मुझे नहीं पता वह हर दिन मेरे पास आते है और मुझे अपने साथ चल ने को कहेते है ”आरोही : “तुमने पुलिस कंप्लेंन नहीं की ?”वह लड़की : “की थी पर पुलिस भी उसके साथ मिली हुई है ये कोई आम लोग नहीं है कोई बहुत बड़े आदमी के लोग है ”आरोही : “ठीक है अब से वह लोग तुमको परेशान  नहीं करेंगे और तुम अपने घर चली जाओ और ध्यान से जाना ”वह लड़की : “थैंक यू दी ”आरोही : “और कभी वह लड़के फिरसे आ जाये तो मुझे इन्फॉर्म करना ” आरोही अपना नंबर उस लड़की को देती है और कहेती है “तुम्हारा नाम क्या है ?”

    वह लड़की : “पिहू ”

    आरोही स्माइल करती है कहेती है : “अच्छा नाम है अब डर ना मत ओके ”पिहू : “ओके बाय ”आरोही : “तुम मेरी रिक्शा से चली जाओ में दूसरी ले लूगी ”आरोही ऑटो में बिठा के ऑटो वाले भैया से कहेती है : “भैया इसको घर तक छोड़ दीजिये ” और पैसे निकलके देती है |आरोही : “ये लीजिये ऑटो के”औटोवाला : “रहेने दो बेटा मुझे तुम्हारे पैसे नहीं चाहिए तुमने जो काम किया है वो कोई नहीं कर शकता में तुम्हारी हेल्प करुगा इसके पेसे में नहीं लुगा  ”

    आरोही : “अरे ऐसे केसे चलेगा आपको पैसे लेने ही पड़ेगे में ऐसे ही मुफ्त में आपके ऑटो में नहीं बेठ शकती रख  लीजिये मुझे भी देर हो रही है ”आरोही जबरदस्ती से ऑटोवाले भैया को पैसे दे देती है अपने लिए दूसरा ऑटो लेके ऑफिस चली जाते है |वह ऑफिस टाइम से ही पहोच जाती है |

    आरोही अंदर जाती है उसको अभी अपना डेस्क नहीं दिया गया था |उसको विराज से मिलना था इस लिए विराज की केबिन ढूंढने लगती है | कब से ऐसे ही फिर फिर के वही वापस आ जाती है |ऑफिस के लड़के बस उसको ही देख रहे the तभी फाइनांस डिपार्टमेंट की एक लड़की उसके पास आती है और कहेती है : ”क्या हुआ आप किसी को धुंध रही है ?”

    आरोही उसकी तरफ देखके कहेती है : “जी मुझे मिस्टर विराज से मिलना था आज मेरा जॉब का पहला दिन है उसने कहा था आते ही उससे मिलु ”वो लड़की : “अच्छा तुम आज से ही ज्वाइन हुई हो ? में फाइनांस डिपार्टमेंट में हु तुम? ”

    आरोही : “मेने लॉयर का इंटरव्यू दिया था ”

    वो लड़की खुश होते हुए कहेती है : “अच्छा वो तुम हो जिसने पहेली बार इंटरव्यू पास किया है ”आरोही न समज में कहेती है : “में कुछ समजी नहीं ”

    वो लड़की : “सॉरी मेरा नाम रूही है क्या हम फ्रेंड बन शकते है ? वेसे भी ऑफिस में लडकिया  कम है मेरा कहने का मतलब ये था की आज तक कोई भी लड़की यहाँ इंटरव्यू पास नहीं कर पाई लॉयर के तौर पे तुम पहेली लड़की हो इस लीये मेने तुमसे कहा ”रूही बहुत ही स्वीट और जिन्दा दिल लड़की थी |उसके चहेरे पर हमेशा स्माइल रहती थी |आरोही भी उससे हाथ मिलके कहेती है : “ओके फ्रेंड मेरा नाम आरोही है ”

    रूही : “नाइस नेम ”

    आरोही : “थैंक यू क्या आप बता शकती है विराज सर का केबिन किस तरफ है ”

    रूही : “क्या यार हम अब फ्रिनेड्स है तो तुम मुझे आप नहीं तुम कहेके बुलाओ ”

    आरोही : “ओके रूही तुम काफी स्वीट हो तुमसे मिलके अच्छा लगा ”

    रूही : “मुझे भी वेसे विराज सर का केबिन  15th फ्लोरे पे है ”

    आरोही : “थैंक यू ”

    रूही : “दोस्तों में थैंक यू नहीं बोलते लंच टाइम पे मिलते है वेसे हमारा वर्क अलग है और फ्लोरे भी अलग है तुम 15th फ्लोरे पे जाओ तुमको सर सब कुछ समजा देंगे और कोई हेल्प चाहिए तो मेरे पास आ जाना ”

    आरोही : “ओके में चलती हु ”

    आरोही लिफ्ट से 15 th फ्लोरे पे आती है |

    तभी एक लड़का उसके पास आता है और कहेता है : “तुम न्यू एम्प्लोय हो ?”आरोही : “हां ”वह लड़का : “वोव पहेली बार कोई लड़की लॉयर बनके हमारे ऑफिस में आई है वेसे अब हम मिलते रहेंगे मेरा नाम राहुल है तुम्हारा?”आरोही समज गयी थी की यहाँ लॉयर के तौर पे कोई लड़की नहीं थी सब लड़के थे और उन सब के साथ ही सब काम करना था  |आरोही : “आरोही ” आरोही एक शब्द में ही जवाब देती है |राहुल अच्छा लड़का था उसकी कोई गलत इन्तेंसन नहीं थी वो मस्तमौला लड़का था सब के साथ घुल मिलके रहने वाला और दिखने में तो किसी हीरो से कम नहीं , अच्छा गोटाचिट्टा था |

    राहुल : “तुम इंटर्न हो ?”

    आरोही : “हां ” आरोही शोर्ट में ही जवाब दे रही थी क्युकी वह कभी कोई लड़के की नजदीक नहीं गयी हमेशा लडको से दूर ही रहती थी , कभी किसी लड़के से डरती नहीं थी | पर उसे अच्छा नहीं लगता की कोई लड़का उसके पास आये |

    राहुल : “डोंट वर्री में तुम्हे खा नहीं जाऊंगा की तुम मुझे इस तरह से इगनोरे कर रही हो और मेरा कोई गलत इन्टेंस भी नहीं है , सो जस्ट रेलक्स ”आरोही अपने अंदाज में आकर कहेती है : “में रिलेक्स ही हु मुझे किसी से डर नहीं लगता और आपकी इन्तेंसन गलत भी होती तो में अच्छा मजा चखाती आपको ”राहुल : “ओह तो मुझे तो आपसे दूर रहना चाहिए ”आरोही : “जी बिलकुल , आप बता सकते है विराज सर का केबिन किस तरफ है ?”राहुल : “अफ़्कौर्स , यहाँ से राईट लेना सामने ही केबिन है ”आरोही : “थैंक यू ” वो बिना राहुल का रिप्लाई सुने वहा से चली जाती है |

    राहुल अपने सर पर हाथ रखके कहेता है क्या लड़की है यार कितना attitude और कांफिदांस है इसके साथ ही ब्यूटीफुल भी ये सोचते ही उसके चहेरे पर एक प्यारी सी स्माइल आ जाती है |आरोही विराज के केबिन के सामने खड़ी होतीं है डोर पे लिखा था “मिस्टर विराज मल्होत्रा ”आरोही नोक करती है |अंदर से एक कोल्ड आवाज आती है : “come in ”

    आरोही डॉर ओपन करके अंदर चली जाती है |

    विराज : “मिस आरोही ”आरोही : “एस सर गुड मोर्निंग ”विराज अपने लैपटॉप में ही वर्क कर रहा था आरोही को देखते वो अपना काम बंध करके आरोही से कहेता है “वैरी गुड मोर्निंग मिस आरोही, प्लीज़ सीट डाउन  ”आरोही चेर पर बेठ जाती है |विराज : “क्या में आपपे पूरा भरोसा कर शकता हु मिस आरोही ”आरोही को कुछ समज नहीं आया की विराज कहेना क्या चाहता है |विराज : “में एक्सप्लेन करता हु आप आज ही ज्वाइन हुई है राईट , तो आप ऑफिस में किसी को भी नहीं जानती ”आरोही : “नो सर ”विराज : “में आपसे कंपनी का एक सीक्रेट बताता हु जो आपको राज़ ही रखना है , में जानता हु आप इंटर्न हो ”आरोही ध्यान से विराज को देख रही थी |आरोही : “एस सर ”विराज : “हमारे इंटरव्यू का यही मतलब था की कोई अच्छा सा लॉयर मिले जिसे हम भरोसा कर शके क्युकी अभी एक केश बहुत ही सेक्रेत्ली सोल्व कर रहे है इसमें में हमारा एक एम्प्लोये और सीईओ विनय मल्होत्रा हम तिन ही है ” आरोही  सब ध्यान से सुने की और समज ने की कोशिश कर रही थी |

    विराज : “आप सोच रही होगी की इतने बड़ी low firm का मालिक खुद केश सोल्व क्यों कर रहा है तो इसका जवाब ये है की इस कंपनी में एक जासूस है जो हमारे प्रूफ सामने वाली पार्टी को बेच देता है हमें ये नहीं पता की वो कोन  है हमें यही पता लगाना है और ये केश भी सोल्वे करना है ये इस केश की सारी इनफार्मेशन  ” विराज आरोही के सामने फाइल रखता है |

    आरोही : “पर सर आप इतनी बड़ी बात मुझे क्यों बता रहे है मुझे कुछ समज नहीं आ रहा , में तो एक इंटर्न हु ”

    विराज उसकी बात पर हसने लगता है और कहेता है : “में जनता हु तुम इंटर्न हो और तुम्हारा इंटरव्यू मेने खुद लिया है मुझे पता है तुम्हारे याद रखनेकी शक्ति बहुत ज्यादा है और साथ ही तुम टेलेंटेड और इंटेलिजेंट भी हो ये फैसला हम तीनो ने मिलके लिया है और ये बात हम तीनो के सिवा किसी और के पास नहीं जानी चाहिए तुम्हे इसमें इन्वोल इस लिए कर रहा हु क्योकि तुम एक न्यू लॉयर हो यहाँ कीसी को जानतीं नहीं हो और साथ ही टेलेंटेड भी हो तुम्हे एक अच्छा मौका मिल रहा है सिखने को तुम्हे अच्छा नहीं लग रहा क्या ”विराज हसने लगता है |आरोही : “ये तो अच्छी बात है की मुझे एक अच्छा चांस मिल रहा है सिखने को ”विराज अब शरारत के मूड में आ गया था |विराज : “वेसे तुम तो डर ने वालो में से हो नहीं और जासूस तो ढूँढने में तुम हमारी हेल्प भी करोगी क्युकी में तुम्हे जनता हु तुम अच्छा सबक सीख औगी ”विराज हसने लगता है आरोही को कल रात वाली बात याद आ जाती है और वो भी हसने लगती है और कहेती है “सॉरी सर ”विराज : “में जनता हु तुम कल रात वाली बात पे शर्मिंदा हो its ओके इसमें गलती मेरी ही है मुझे इस तरह से तुमसे बात नहीं करनी चाहिए थी मै सॉरी हु ”आरोही : “आप माफ़ी मत मागिये सर ”विराज : “तो तुम भी मत मागो तुम मुझे अपना बड़ा भाई मानके माफ़ करदो क्युकी तुम मेरी छोटी बहन जेसी हो वो भी तुम्हारी ऐज की ही है ”आरोही : “थैंक यू , मेने आपको माफ़ किया बड़े भैया ” और दोनों हसने लगते है दोनों थोड़ी देर की बात चित से अच्छा बोंडबन गया था |विराज अपने ऑफिस के फ़ोन से किसी को कॉल करके बुलाता  है |थोड़ी देर बाद ऑफिस का डोर नोक होता है |विराज : “come in ” तभी ऑफिस में एक लड़का आता है आरोही उस तरफ देखती है तो वह राहुल ही था |राहुल : “जी सर आपने बुलाया ”विराज : “आज से सीक्रेट  मिशन पे मिस आरोही तूम्हारा साथ देगी और इस केश की सारी इनफार्मेशन इसको देदी है तुम दोनों स्टडी करो प्रूफ ढूँढो और मुझे इन्फॉर्म करो, याद रहे ये बात बहार नहीं जानी चाहिए और मिस आरोही अब से तुम राहुल के काबिन में काम करोगी  उसके केबिन में सारे इन्तेजाम कर दिए है अगर किसी चीज की जरुरत हो तो बेजिजक मुझसे कहना  ”

    आरोही : “थैंक यू सर and आप मुझे आरोही कह के ही बुलाये ये मिस रहने दीजिये ”विराज : “ओके जेसे हमारी  छोटी की मर्जी ” ये सुनके राहुल सवालिया नजरो से दोनों को देखने लगा |पर वो किसी से पूछ नहीं शकता |दोनों केबिन से बहार आ जाते है |

    आरोही : “तो आप मेरे सीनियर है मिस्टर राहुल ”राहुल : “हा अब से तुम मुझे मिस्टर राहुल कह कर ही बुलाओगी  समजी रेस्पक्ट नहीं दिया तो में मुहे पनिशमेंट दूंगा ” आरोही : “ओके मिस्टर राहुल ”राहुल आरोही का चहेरा देखके हसने लगता है और कहेता है “तुम तो सीरियस हो गयी मेतो मजाक कर रहा था its ओके मुझे राहुल ही कहना मुझे ज्यादा फॉर्मेलिटी पसंद नहीं है ”आरोपही : “ओके जेसे आपकी मर्जी ” राहुल :” चलो मेरी केबिन मै” दोनों केबिन में जाते है और अपना वर्क करने लगते है लंच के टाइम दोनों लंच करने जाते है उसके साथ रूही और उसका बॉयफ्रेंड अमित भी आता है चारो हस्ते हस्ते लंच करके फिरसे अपने काम पे लग जाते है |

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    एक कमरा था जिसमे अँधेरा था एक हलकी सी रौशनी कमरे में आ रही थी एक आदमी चेर पर बेठा था | उसके सामने एक आदमी निचे बेठा हुआ था और हाथ जोड़ के कह रहा था : “प्लीज़ मुझे छोड़ दो मेरी गलती नहीं है मेने ये सब काम नहीं किया ”तभी सामने  चेर पर बेठा आदमी खड़ा होकर उस आदमी का कोलर पकड के कहेता है “मेने अपनी आँखों से तुम्हे वहा देखा था कोन है तुम्हारे पीछे बताओ मुझे ”ये वही लड़का था जो आरोही और उस लड़की को छेड़ रहा था | जो अपनी जान की भीख मांग रहा था |

    “प्लीज़ सर मुझे जाने दीजिये में ऐसा कभी नहीं करूँगा ”

    “अब तो तू जायेगा सीधा जेल तेरे सारे प्रूफ मेरे पास है और तेरे साथ जोभी सामिल था वो भी बहुत जल्द मिल जायेंगे और सब को साथ में ऊपर भी तो जाना है अगर उपर नहीं जाना चाहता तो सब सच बता किसके लिए तू काम करता है ” ये बोलके वो एक गन निकालके उस आदमी के सर पे रखता है |तभी पीछे से आवाज आती है “रोनी....”चेर पर बेठने वाला और गन तान ने वाला रोनी था |रोनी पीछे देखता है तो एक लड़का अपना फेस कवर करके खड़ा था हाथ में ब्लैक ग्लब्स पहेने हुए the आँखों पे गोगल्स the चहेरे पर मस्त था जिससे उसका चहेरा नहीं दिख रहा था  |रोनी उसे देखके कहेता है : “आप....”वो लड़का उसके पास आता वह गुस्से में था और एक रौबदार आवाज में कहेता है : “इस आदमी को समन्दर में फेंक दो इसकी सजा यही है क्युकी इसने एक लड़की को छेड़ा है उसके साथ बतमीजी की है , आज ही नहीं तुम्हारा ये रोकेट कितने दिनों चलता आया है और इसके साथी की भी खबर मिल गयी है वो भी अब मरने ही वाले है जो इसने अपना मुह नहीं खुला तो  ”ये सुनके वो आदमी बहुत डर गया और  सब कुछ बताने लगता है |सब सच सुनके रोनी और वो लड़का हेरान रह जाते है |वह लड़का : “इसको उठाके समंदर में फेक दो इसकी लास भी किसी को नसीब नहीं होनी चाहिये” वह लड़का गुस्से से लाल  हुए जा रहा था उसका गुस्सा सातवे आसमान पे था उसने उस लड़के के पैर पर गोली मारी फिर उसके हाथ में मारी | वह आदमी दर्द से जुन्ज रहा था |उस कमरे में रोनी , वो लड़का  और वो आदमी ही था |फिर पीछे से रोनी के 2 आदमी आते है और उसको उठाके ले जाते है |वहा अब रोनी और वो लड़का ही था |वो लडका  अपना गोगल्स और मास्क निकालता है | रोनी उसको देखके चौक जाता है उसकी आँखे बड़ी हो जाती है |

    कोन है वो आदमी जिसे देखके रोनी चौक गया | आरोही क्या उस जासूस को ढूँढ ने में विराज की हेल्प कर पाएगी ? कोन है वो जासूस और किसके कहेने पर ये सब कर रहा है ?जानने के लिए अगला चैप्टर जरुर पढ़िए |थैंक यू guyssss ................................

  • 13. The Great Mafia Love - Chapter 13

    Words: 3376

    Estimated Reading Time: 21 min

    वो लडका  अपना गोगल्स और मास्क निकालता है | रोनी उसको देखके चौक जाता है उसकी आँखे बड़ी हो जाती है |रोनी भाग के उस लड़के को गले लगा लेता है और कहेता है : “इतने सालो बाद आपको देख रहा हु आप कितने चेंज हो गये है पहेले से ज्यादा हन्द्सम हो गये है मेने आपको बहुत मिस किया भाई ” फिर वो लड़का उसको छुडाता है और कहेता है : “मेने भी तुमको बहुत मिस किया रोनी ”

    ये लड़का कोई और नहीं रेहान था | तभी पीछे से आवाज आती है : “मुझे किसी ने मिस नहीं किया क्या ”दोनों पीछे मुडके देखते है तो एक 25 साल का लड़का जिसने ब्लैक थ्री पिस शूट पहना हुआ था और वो बहुत ही एलिगंत और हन्डसम लग रहा था |

    रोनी उसको देखते ही स्माइल करता है और कहता है : “तू आ गया ?”रेहान : “बहुत जल्दी नहीं आ गये तुम ”वो लड़का : “क्या यार तुमने ही तो मुझे उठवाने के लिए आदमी भेजे the तुजे पता है में कितना डर गया था ये तो अच्छा हुआ तेरे आदमीओ ने मुझे बताया की तूने उसे भेजा है कोई अपने दोस्त के साथ ऐसा करता है भला ” वो लड़का शरारत के लहेज में कहता है |

    रोनी : “अमन तुजे तो पता ही हे रेहान अगर अर्जेंट किसी को बुलाता है तब क्या होता है ” वो लड़का अमन था | रेहान रोनी और अमन बेस्ट फ्रेंड the |अमन और रोनी अनाथ है इस दुनिया में रेहान की फॅमिली के अलावा कोई नहीं था | जब दोनों अनाथश्रम में रहेते the तब एक बार रेहान वहा अपने डैड के साथ कुछ काम के लिए गया था तब in दोनों से उसकी मुलाक़ात हुई | रेहान बचपन से ही गुस्सेवाला था और उसका दिमाग बचपन से ही बहुत तेज चलता था उसने in दोनों को अपने घर पर रखने का फैसला किया उसके पेरेंट्स भी मान गये the तब से रोनी और अमन दोनों रेहान के साथ ही रहेते the | जब अमन अपनी स्टडी कोम्प्लित हुई तब उसने खूद  का बिजनेस शुरू किया और अपना एक विला लेके उसमे रहेने लगा क्युकी अब वो रेहान की फॅमिली में बोज नहीं बनना चाहता था कभी कभी वो रेहान के घर पर रुक जाया  करता था | रेहान के पेरेंट्स ने भी उन दोनों को बहुत प्यार दिया था |रेहान के घर पर अभी भी दोनों के अलग अलग कमरे है वो जब आते तब वही तुक ते the |

    रोनी ने रेहान का सीक्रेट बिजनेस अपने कंधो पर ले लिया रेहान के कुछ रीजन की वजह से वो अपना दूसरा बिजनेस दुनिया के सामने नहीं लाना चाहता था | वेसे पूरी दुनिया उसको VK के नाम से जानती थी पर किसी ने उसको देखा नहीं था VK मतलब वेपिन किंग | पूरी दुनिया बस वेपिन किंग से जानती थी उसका असली नाम क्या है वो कहा रहता है केसा दीखता है कोई नहीं जनता था सिवाय अमन और रोनी के |अमन रेहान का लेफ्ट हेंड था | रोनी की तरह ही वो बहुत खतरनाख इंसान था | दिखने में तीनो कमाल के लड़के the साथ में कभी दिखे तो भी ऐसा लगे जेसे कोई मूवी शूटिंग के तीनो हीरो साथ में चल रहे है | अमन से भी दुनिया अनजान थी दुनिया के सामने सिर्फ रोनी ही था | और किसी में हिमत नहीं थी की रोनी का बाल भी बाका  कर शके | उसके नाम से ही लोगो की पतलून गीली हो जाती थी |

    अमन रेहान और रोनी से गले मिलता है |अमन : “केसा है मेरे भाई 5 साल बाद तुजे देख रहा हु ”रेहान अमन के कंधो पे हाथ रखके कहेता है : “में बिलकुल ठीक हु तू केसा है ?”अमन : “तू जेसा छोड़ के गया था बिलकुल वेसा ही हु में लंडन अपनी मीटिंग के लिए गया था तुजे ये भी अच्छा नहीं लगा ” अमन नकली गुस्से से रेहान से कहेता है |रेहान : “तुजे पता था की में आने वाला हु तो तुजे नहीं जाना  चाहिए था लंडन , ऐसा करेगा तो में भी रेहान मल्होत्रा हु मुझे जिससे मिलना होगा उसके साथ ऐसा ही होगा ”

    अमन रेहान की तरफ अपने हाथ जोड़ के कहेता है : “अरे मेरे बाप माफ़ करदे अगली बार ऐसा नहीं करुगा तुजे तो कोई समज ही नहीं शकता किस मिटटी का बना है तू तेरे में फीलिंग्स ही नहीं है ”ये सुनके रोनी अपने आपसे कहेता है “इसको अपनी ज़िन्दगी प्यारी नहीं लगती क्या जो शेर की ऐसी तारीफ कर रहा है ”रेहान अपनी तीखी नजरो से अमन की तरफ घुर रहा था |रेहान : “तुजे रेगिस्तान में जाना है तो तेरी ड्यूटी वहा सिफ्ट करदू ”अमन रेहान की बात सुनके होश में आया की उसने क्या क्या बोल दिया है |अमन : “रोनी बचा ले मेरे भाई अपने दोस्त को ऐसे अपने से दूर मत जाने दे ” अमन ड्रामा करते हुए रोनी के पास आता है |रोनी धीरे से अमन के कान में कहेता है : “तुजे पता है तेरी इससे फटती है तो क्यों शेर के मुह में हाथ डालने गया अब में नहीं बचाने वाला तुजे ” रोनी अमन का हाथ छुड वाके कहेता है |

    अमन नाटक करते हुए कहेता है : “केसे दोस्त हे मेरे किसी को मेरी फिकर ही नही है अकेला आया था अकेला ही जाउगा ” अमन की ऐसी बाते सुनके रोनी इमोशनल हो जाता है और उसके गले लगा के कहेता है : “ऐसी क्यों बाते कर रहा है में भी तो तुम्हारे जेसा ही हु ”

    रेहान in दोनों घुर रहा था |उन दोनों ने महसूस किया की कमरे का तापमान अचानक कम होता जा रहा है तब उसने रेहान की तरफ देखा जो उसे अपनी लाल आँखों से घुर रहा था जेसे अभी वो दोनों को खा जायेगा |

    अमन अब अपनी ड्यूटी पे आते हुए कहेता है : “चलो कुछ काम की बाते कर लेते है कितने दिनों बाद मिले है और तुजे कई सारी बाते भी बतानी है ” रेहान का गुस्सा अब कम हो गया था |तीनो मिलके अपने बिजनेस के काम की बातो में लग जाते है |

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    वही आरोही और राहुल दोनों अपने काम में इतना मशगुल हो गये the की टाइम का पता ही नहीं चला |राहुल की केबिन में काच के ग्लास लगे  हुए the जिससे वो बहार का नजर देख सकता है और बहार वाले भी अंदर का नजारा देख सकते है |राहुल ने अपनी फाइल में से अपना सर उठाया और वोच में देखा तो 6 बज गये the उसने बहार देखा तो एम्प्लोये धीरे धीरे करके जा रहे the |राहुल ने देखा आरोही अभी भी केश स्टडी करने में बिजी है |राहुल : “आरोही 6 बज गये है चलो बाकी का काम कल करते है वेसे भी मुझे घर जाके भी काम करना पड़ेगा ”आरोही : “क्यों सर अगर में आपकी कोई हेल्प कर शकती हु तो बतायेगा ”राहुल : “अरे नहीं कल एक क्लाइंट के साथ शामको मीटिंग है तो मुझे उसके केस के प्रूफ जॉइंट करने होगे बस वही है ”तभी उसके केबिन में विराज आता है जो काफी टेंसन में लग रहा था उसने कहा तुम दोनों अभी मेरे केबिन में आओ मुझे बहुत जरूरी बात करनी है |विराज बिना कुछ सुने वहा से चला गया |आरोही अपने मन में कहेती है अचानक क्या हुआ सर इतने टेंसन में क्यों the कही मुझसे तो कोई भूल नहीं हो गयी न | आरोही अपने आपको चपत मरते हुए कहेती है : “क्या आरोही तुम थोड़ी न किसिस से डरती हो तुम कबसे इतना सोच ने लगी ” आरोही अपने आपसे बाते करने में बिजी थी वही राहुल आरोही के बदलते एक्सप्रेशन कबसे देखे जा रहा था |

    राहुल : “अपने आपसे बाते हो गयी हो तो क्या हम चले ” राहुल शरारत करते हुए कहां |

    आरोही सेंस में आती है हां कहेती है राहुल हसने लगता है और दोनों विराज की केबिन की तरफ चली जाते है डोर नोक करते है अंदर से come in की आवाज आती है दोनों काबिन में जाते है विराज अपने सर पकडके बेठा हुआ था उसे देख कर ही लग रहा था की वाकेही कोई प्रॉब्लम है |

    आरोही : “क्या हुआ सर आप इतने टेंसन  में क्यों है ?”राहुल : “क्या हुआ सर आप इतने परेशान  क्यों है ”विराज : “क्या करू में राहुल कल बोर्ड मेम्बर की मीटिंग है प्रेजेंटेशन भी तैयार हो चूका है पर रेप्रेसेंत करने वाला कोई नहीं है , इसलिए तुम्हे मेने बुलाया कल 6 बजे मीटिंग है इस फाइल में सारी इनफार्मेशन प्रेजेंटेशन भी रेडी हो गया है पेन ड्राइव  में भी है तुम इसको आज अच्छे से याद करलो  कल प्रेजेंटेशन तुम देना ”

    राहुल : “पर सर कल मिस्टर रायचंद के रिलेटिव के साथ केस के सिलसिले में बात करनी है तो कल मेने उसके साथ शाम को  मीटिंग फिक्स करदी है आप जानते हो न वो बहुत बड़े आदमी है हम अब मीटिंग केंसल  भी नहीं कर शकते  और इस मीटिंग में हम कोई दुसरे को भी नहीं भेज शकते ”

    विराज उसकी बात सुनके गहरी सोच में पड़ जाता है और एक नजर आरोही की तरफ देखता है जो कबसे शांत खड़ी होकर in दोनों की बाते सुन रही थी |

    विराज : “पुरी 1 साल बाद बोर्ड मीटिंग है हम इसे केंसल नहीं कर शकते और रेहान भी आ गया है इसलिए तो मीटिंग रखी गयी है ”

    राहुल उसकी बाते सुनके चौक जाता है और कहेता है : “क्या रेहान सर आ गये ” उसकी आवाज में घबराहट साफ़ दिख रही थी जो आरोही की नजर से बाहर नहीं रही वो राहुल को ही देख रही थी और समज ने की कोशिश कर रही थी |

    विराज : “अब क्या करे ” फिर विराज आरोही की तरफ देखता है और कुछ सोचता है और कहेता है : “अब हमें एक ही इंसान हेल्प कर शकता है ”राहुल सवालिया नज़रो से विराज की तरफ देखके कहेता है : “कौन सर ”विराज लगातार आरोही की तरफ ही देख रहा था राहुल विराज की नजर को फॉलो करता है और वो भी आरोही की तरफ देखता है जब आरोही उन दोनों को अपने उपर ऐसे देखती है तो कहेती है : “क्या हुआ आप लोग मुझे ऐसे क्यों देख रहे हो ”

    विराज : “आरोही कल प्रेजेंटेशन देगी ”विराज की बात सुनके आरोही चौक जाती है और कहती : “पर सर मेने आज तक कभी प्रेजेंटेशन नहीं दिया सिवाय अपनी कोलेज के ”

    विराज : “अरे ऐसे क्यों बोल रही हो देखो इस फाइल में और इस पेन ड्राइव में प्रेजेंटेशन कोम्प्लिट है बस तुम्हे एक्सप्लेन करना है that’s it ”  आरोही : “पर सर मेने कभी कंपनी में प्रेजेंटेशन  नहीं दिया है और मीटिंग बोर्ड मेम्बर की है कही मुझसे भूल हो गयी तो आपको प्रॉब्लम होगी आप किसी और को ढूँढ लीजिये  ”

    विराज : “अरे ऐसे केसे किसी और को कहू तुम इस कंपनी की एम्प्लोये हो और में तुम्हारा बॉस हु तुम्हे अपने बॉस की बात माननी चाहिए नाकि ऐसे उसको मना  करना चाहिए ”

    आरोही : “सॉरी सर ”

    विराज  : “देखो आरोही में तुम्हे इसलिए कह रहा हु क्युकी मुझे तुम पर भरोसा है तुम जल्दी चीजों को याद रखने में माहिर हो अगर में किसी और को कहुगा तो वो तुम्हारे जितना जल्दी याद नहीं रख पायेगा तुम्हे कल बस सामने जो लिखा है उसे समजाना है और मेने एक्स्पलिन करके सब लिख दिया है बस तुम्हे याद करना है कल का आधा दिन भी है और कल तुम्हारा पेर्फोमंस अच्छा रहा तो बहुत फायदा होगा ”

    विराज की बात सुनके राहुल भी उसका साथ देते हुए कहेता है : “सर सही कह रहे है आज एक दिन तुम्हारे साथ काम करके मुझे इतना तो पता चल गया है की तुम चीजो को जल्दी याद रखने में माहिर हो और कल प्रेजेंटेशन देने का तुम्हे एक अच्छा मौका मिल रहा है अगर तुम्हारी पेर्फोमांस अछि रही तो हमारे रेहान सर तुम्हे आगे चल कर काफी हेल्प कर शकते है और आगे तुम बहुत नया कुछ सिख शकती हो ”

    राहुल अपने मन में कहेता है “प्लीज़ आरोही मान जाओ में कल उस शेर के मुह में नहीं जाना चाहता अगर कुछ भी प्रॉब्लम हो गयी तो वो मुझे जिन्दा ही निगल जायेगा सॉरी आरोही तुम्हे इसमें धकेल रहा हु पर मुझे भी डर लग रहा है ”

    आरोही : “ठीक है कल में प्रेजेंटेशन दूंगी पर सर आपको  मेरी हेल्प करनी पड़ेगी ”

    विराज : “अरे कल ऑफिस आके सीधे मेरी केबिन में आ जाना में तुम्हे अच्छे से सब सिख दूंगा ठीक है और घर जाकर थोडा देख लेना जहा तुम्हे समज न आये तो कल मुझे बता देना तुम्हारे सारे डाउट clear कर दुगा ”आरोही : “ओके सर क्या अब में घर जा शकती हु ?”

    विराज : “ओके गो ” आरोही फाइल और पेन ड्राइव लेकर चली जाती है |

    उसके जाने के बाद विराज चेन की सांस लेता है और कहेता है : “काम हो गया ”

    राहुल : “क्या सर आपने उस मासुस लड़की को कहा फसा दिया रेहान सर से सब डरते है जब ऑनलाइन मीटिंग होती थी तो वो सब को कितना डाटते the और कई एम्प्लोये को तो ऐसे ही निकाल दिया गया था ”

    विराज : “आरोही कोई सीधी सादी लड़की नहीं है किसी को भी अच्छा मजा सिखा सकती है और अगर रेहान का गुस्सा शांत करना है तो यही मौका है ”राहुल : “पर सर रेहान सर आरोही को प्रेजेंटेशन देने देंगे उसको तो अपनी आसपास लडकिया बिलकुल पसंद नहीं है ”

    विराज : “में समज शकता हु तुम जो कहेना चाहते हो पर मेरा फैसला कभी गलत नहीं होता और कल आरोही जरुर प्रेजेंटेशन देगी ”

    विराज ये बोलते हुए हँसने लगता है |

    राहुल : “आपके दिमाग में जरुर कुछ चल रहा है ” राहुल हस्ते हुए कहेता है | विराज बस एक डेविल स्माइल करता है |राहुल समज जता है की वो जो कहा रहा है वो सही है |फिर राहुल घर चला जाता है विराज मल्होत्रा मेंशन आता है |सब लोग हॉल में the सिवाय रेहान के | विराज आता है तो डिनर करने सब लोग बेठ जाते है विराज भी फ्रेश होकर आता है और डिनर करता है |विनय : “कल मीटिंग की सारी तैयारिया हो गयी ?”विराज : “हा सब कुछ हो गया ”विनय : “वो न्यू एम्प्लोय काम में केसी है ?”विराज : “अपनी सोच से भी आगे की है वो कल प्रेजेंटेशन वही देगी ”विनय : “क्या पर तुजे पता है रेहान केसे रिएक्ट करेगा ”विराज : “अगर रेहान के पास कभी कोई लड़की ही नहीं आएगी तो उसकी शादी केसे  करवा ओगे आप ”सीमा : “वेसे मुझे आपके काम के बिच में नहीं बोलना चाहिए पर विराज की बात सच हे जब तक कोई लड़की उसके पास आएगी ही नहीं तब तक हम कुछ नहीं कर शकते ”

    विनय : “विराज क्या तुमने कुछ सोचा है ”

    विराज : “हा डेड सब प्लान करके ही कर रहा हु , इसलिए तो अपने काम से मुझे फुर्सद ही नहीं मिलती , वेसे एंगेजमेंट की डेट 3 दिन बाद की है न ?”

    विनय : “हा 3 दिन बाद और तुम और सुहानि शौपिंग करने चले जाना में और तुम्हारी मोम सगाई में जोभी लगेगा वो हम देख लेंगे सुहानी को जो भी चाहिए तुम लेदेना उसे कोई कमी नहीं रहनि चाहिए और रेहान को भी बोल देना वो सब तैयार कर ले और गेस्ट लिस्ट में सारे एम्प्लोये को बुलवाना है और आरोही को भी बोल्देना वो आ जाये  ” विनय जी हस्ते हुए विराज से कहेते है और डिनर खत्म करके चले जाते है |

    अब टेबल पर विराज और सीमा जी the |

    सीमा : “ये लडकी कोन और किसकी बाते कर रहे the तुम और तुम्हारे पापा ”विराज : “कुछ खास नहीं वो लड़की काफी टेलेंटेड है और हमने आरोही को सीक्रेट केश में इन्वोले किया है क्योकि वो नयी है और साथ ही टेलेंटेड भी है ”सीमा : “वेसे लड़की है केसी ? उसका नाम आरोही है ? अभी तुमने कहा ” विराज : “हां मोम उसका नाम आरोही है दिखने में काफी अच्छी है आप पार्टी में देख लेना ”सीमा : “हमारे रेहान के लिए केसी रहेगी ?” सीमाजी एक्सिटेड होते हुए कहेती है | विराज : “मोम आप अपने छोटे बेटे को जानती है न वो किसी भी लड़की को अपने आसपास भी नहीं आने देता तो केसे आरोही को उसके पास भेजू ”सीमा : “मेरे सामने नाटक मत कर मुझे पता है तेरे दिमाग में कुछ तो चल रहा है बताना ”विराज : “ओके मोम हा में सोच रहा हु की आरोही और रेहान आमने सामने आये आरोही बहुत खुबसूरत है में चाहता हु की रेहान उसको अपनी लाइफ में आने दे दोनों एकदूसरे के लिए पेर्फक्ट है ”सीमा : “वाह मेरा बेटा तु तो बहुत समजदार हो गया है ”विराज अपने अंदाज में कहेता है : “मोम आपका बेटा हमेसा ही समजदार था अब में चलता हु मुझे आराम करना है बाकी बाते आपको बाद में बताऊंगा ओके गुड नाईट ”

    विराज वहा से चला जाता है सीमा जी अपने काम में लग जाती है |

    रात को 11 बजे रेहान घर आता है सब लोग सो चुके the |रेहान को भूख नहीं थी वो अपने कमरे जाके शावर लेने चला जाता है | शावर लेके सिर्फ सोर्ट्स पहेनता है और बालकनी में जाके वहा पड़े जुले पे बेठ जाता है और आसमान की और देखता है | कुछ गहरी सोच में पड जाता है जुले पे अपना सर टिका देता है और अपनी आँखे बंध करता है तो उसे एक लड़की का चहेरा बार बार नजर आता है जिसने फेस कवर किया हुआ था सिर्फ उसकी नशीली काली गहेरी आंखे दिख रही थी |रेहान अपने आपसे कहेता है “कोन हो तुम क्या मुझे पागल करने आई हो में क्यों उसके बारे में इतना सोच रहा हु मुझे हो क्या गया है  ”फिर अपने सर झटक के कहेता में ऐसा क्यों सोच रहा हु |वो वहा से कमरे में चला जाता है और बेड पर लेट जाता है सोने की कोशिश कर रहा था पर जब वो अपनी आँख बंध करता है तो उसको वो लड़की फिरसे नजर आती है जो गुंडों के साथ फाइट कर रही थी और गुस्से से सबको धमका रही थी |

    रेहान बेड पर बेठ जाता है और अपने आपसे कहेता है “ये लड़की मुझे पागल करके ही मानेगी में क्यों उसके बारे में सोच रहा हु उसकी आँखे मुझे काफी अट्रेक्ट कर रही है उसकी काली  गहरी आँखे जो गुस्से में भी कितनी सुन्दर लग रही थी उसका attitude मुझे पागल कर रहा है  उसमे में अपने आपको देखता हु मेरे लिए पेर्फक्ट है बिलकुल मेरी जेसी मेने कभी कोई भी लड़की के बारे में नहीं सोचा आज पहेली बार कोई मुझे दीवाना बना रहा है  ” रेहान उठके अपने अलमारी की पास जाता है वहा साइड में एक बटन था वो प्रेस करता है तो अलमारी 2 भाग में डिवाइड हो जाती है और एक कमरे का डोर दीखता है रेहान वो डोर खोलता है अंदर चला जाता है |

    उस कमरे में कई सारी पेंटिंग थी जो सभी रेहान ने बनायी थी | उसके फॅमिली में सभी की पेंटिंग बनाई हुई थी |रेहान उस कमरे को जी भर के देखता है और कहेता है : “5 साल बाद इस कमरे में आया हु वो भी उस लड़की के लिए जिसे में जानता तक नहीं और देखा तक नहीं मुझे उसके बारे में कुछ भी इनफार्मेशन नहीं जाननी अगर किस्मत में होगा तो मुझे दुबारा मिलेगी देखते है किस्मत क्या करती है ”रेहान एक ब्रश उठता है  पेंटिंग करने लागता है करीब 2 घंटे बाद उसकी पेंटिंग पूरी होती है |वो पेंटिंग किसी लड़की की थी जिसमे आँखे ही द्रो किया हुआ था |रेहान उसकी आँखों पर हाथ रख कर कहेता है “कोन हो तुम जिसने अपनी आँखों से ही रेहान मल्होत्रा को घायल कर दिया वो रेहान मल्होत्रा जिसने कभी अपने आसपास कभी लडकियों को भटक ने तक नहीं दिया और तुमने उस रेहान मल्होत्रा को दूर से अपनी आँखों से घायल कर दिया  ”

    क्या आरोही अच्छे से प्रेजेंटेशन दे पाएगी ? रेहान किस लड़की के बारे में सोच रहा है कोण है वो लड़की जिसने रेहान के दिल पर कब्ज़ा कर लिया है तो जानने के लिए अगला चैप्टर जरू पढियेगा क्युकी अब आगे के चैप्टर में आरोही और रेहान आमने सामने आने वाले है देखते है पहेली मुलाक़ात दोनों की केसे होती है और केसी होती है |

    थैंक यू GUYSSSSS....................................

  • 14. The Great Mafia Love - Chapter 14

    Words: 3207

    Estimated Reading Time: 20 min

    रेहान उसकी आँखों पर हाथ रख कर कहेता है “कोन हो तुम जिसने अपनी आँखों से ही रेहान मल्होत्रा को घायल कर दिया वो रेहान मल्होत्रा जिसने कभी अपने आसपास कभी लडकियों को भटक ने तक नहीं दिया और तुमने उस रेहान मल्होत्रा को दूर से अपनी आँखों से घायल कर दिया  ”

    रेहान वापस अपने कमरे में आता  है और बेड पर लेट के आँखे बंध करके सुबह की बाते याद करने लगता है और उसके चहेरे पर स्माइल आ जाती है |

    फ़्लैशबेक .............

    सुबह रेहान ने मिहिर को  बिजनेस के रिलेटेड बात करने के लिए घर पे बुलाया था वो दोनों घर से साथ जाने वाले the |    मिहिर रेहान के साथ चला  जाता है | रास्ते में वो दोनों  बिजनेस की बाते कर रहे the रेहान का बॉडी गार्ड  कार ड्राइव कर रहा था ड्राइविंग सीट की बाजु वाली सीट पर मिहिर बेठा था और रेहान अपने लैपटॉप पे अपना काम कर रहा था  तभी सिंग्नल बंध होने की वजह से कार रुक जाती है |

    मिहिर  अपने आसपास देख रहा था तभी उसकी नजर फूटपाथ कुछ लड़के एक लड़की को छेड़ रहे the वहा पर गयी और उसको गुस्सा आने लगा |मिहिर  रेहान से कहता है : “ बॉस  में अभी आता हु ”रेहान : “कहा जा रहे हो ” रेहान मिहिर  की नजरो को फॉलो करता है |तभी एक लड़की ऑटो से उतरते हुए रेहान ने देखा उसने मिहिर  से कहा : “रुको”मिहिर भी फूटपाथ पर देखने लगता  है |एक  लड़की ऑटो से निकलके सीधा उस गुंडे के पास आती है|वह और कोई नहीं आरोही थी पर उसने अपना चहेरा कवर किया हुआ था जिससे रेहान और मिहिर  उसे देख नहीं सकते the पर वहा जो कुछ भी हुआ उसे देखके दोनों  हेरान the की एक लड़की ने उन गुंडों को अच्छा मजा चखाया और तो और उसने पब्लिक को भी काफी कुछ कहा जिससे देखके  रेहान के चहेरे पर कभी न दिखने वाली एक छोटी सी स्माइल आ गयी |आरोही जब उस लड़की को ऑटो में बिठाके खुद ऑटो का वेट कर रही थी | सिग्नल ओपन हो गया था पर रेहान ने कार को रुकने को कहा गया था इसलिए उसकी आगे और उसके पीछे 3 3 कार थी सभी रुकी हुई थी |रेहान मिहिर से कहता है : “ये  कोई मामूली गुंडे नहीं लगते रोनी को बतादो इस बारे में पता करने के लिए ”

    एक गुंडा जो पिछे रह गया था वो रेहान के बॉडी गार्ड ने उसको पकड़ लिया वो किसी से फ़ोन पे बात कर रहा था रेहान के बॉडी गार्ड ने उसके सर पर गन मारके  उसको बेहोश कर दिया और उसको लेकर रोनी के अडडे पर गये  |

    रोनी ने उस रस्ते की CCTV फोतेज निकालके रेहान को सब इन्फॉर्म कर दिया |

    पुरे रस्ते रेहान बस आरोही के बारे में ही सोच रहा था ऑफिस तक अपने ख्यालो में ही वो खोया हुआ था | बार बार उसका गुंडों को मारना गुस्सा करना गुंडों को धमकाना सब याद आ रहा था |

    प्रेजेंट टाइम ........

    यही सोचते सोचते वह बस स्माइल किये जा रहा था | कब सुबह हो गयी उसे पता ही नहीं चला |

    तभी उसका अलार्म बजता  है और रेहान अपने ख्यालो से बहार आता है और देखता है तो सुबह के 5 बज रहे the वो जल्दी से फ्रेश होकर जिम चला जाता है |

    ||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||

    आरोही सुबह 4 बजे सोई थी | क्योकि पूरी रात बस वह अपने प्रेजेंटेशन की तैयारी में ही थी |सुबह 6 बजे वो उठती है और जॉगिंग के लिए निकल जाती है करीब 1 घंटे बाद वो जॉगिंग करके आती है और फ्रेश होने वाशरूम में चली जाती है | जब वो शावर लेकर बहार आई तब जिया भी उठ गयी थी |वो नींद में ही अपने बेड पर बेठी हुई आरोही से कहती है :”क्या आरू अभी जॉब का एक दिन हुआ है और तू इतना काम करने लगी पूरी रात तू काम कर रही थी और सुबह जल्दी भी उठ गयी ”आरोही मजाक के लहेज में कहती है : “तेरी तरह कुम्भकर्ण थोड़ी हु जो दोपहर तक सोती रहू चल जल्दी फ्रेश होजा कोलेज नहीं जाना तुजे ”जिया : “तेरा बॉस बहुत बुरा लगता है जो तुजसे  इतना काम करवाता है ”आरोही अपने बाल टावल से पोछते हुए कहेती है : “ऐसी बात नहीं है विराज सर बहुत अच्छे है ”जिया अपने मन में कहेती है : “वो तो बचपन से ही ऐसा है सब के साथ अच्छे से पेश आता है ”आरोही : “कहा खो गयी तू और कोलेज में क्या चल रहा है शिवम् केसा है ”जिया आरोही की बात सुनके सेंस में आती है और कहती है “कुछ कहा तूने आरू ”आरोही : “तू अभी भी नींद में ही बाते कर रही है क्या ”जिया : “नहीं शिवम् और में तुजे कोलेज में बहुत मिस करते है यार में सोच रही थी में भी जॉब ढूँढलू क्युकी शिवम् कई बार बिजनेस की वजह से कोलेज नहीं आ पाता  में अकेली बोर हो जाती हु ”आरोही : “ये तो अच्छी बात है तो तू मेरी कंपनी में ही आना हम दोनों साथ में काम करेंगे मजा आयेगा तू इंटरव्यू दे देना मुझे पता है तू पास  हो जाएगी ”

    जिया होश में आकर कहेती है : “नहीं नहीं में तो मजाक कर रही थी मुझे कोई जॉब नहीं करनी ”और मन में कहेती है “तेरी कंपनीमें जॉब करने आयी तो मेरा सारा भांडा फुट जायेगा मेरी फॅमिली को तो फिर भी संभाल लुंगी पर तुजे तो में संभाल भी नहीं पाऊँगी तू मेरी क्या हालत कर देगी जब तुजे सच पता चलेगा हे महादेव कभी इसको मेरे बारे में सच मत पता चलने देना वरना ये मुझसे और दूर हो जाएगी और ये में हरगिस नहीं चाहती ”

    आरोही वाशरूम से कपडे चेंज करके आती है जब वो जिया को देखती है तो अभी भी अपने ख्यालो में खोयी हुई थी उसके कंधे पर हाथ रख कर कहेती है “कहा खो गयी तू तुजे में 2 दिन से देख रही हु तू कुछ परेशान लग रही है कोई बाते है तो बोल अभी तेरी प्रॉब्लम सोल्वे करदेती हु ”

    जिया : “अरे नहीं आरू ऐसी कोई बात नहीं है मेने बतायाना तुजे कोलेज में अकेले मन नहीं लगता तेरे और शिवम् के बगेर बस यही सोच रही थी पर मुझे कोलेज तो जाना पड़ेगा ही वरना तुजे नोट्स केसे दे पाऊँगी ”

    आरोही : “वो तो तुजे जाना ही पड़ेगा मुझे हर दिन की नोट्स चाहिए समजी वरन तुजे जिन्दा नहीं छोडूंगी ”जिया : “ओके मेरी माँ अब मुझे फ्रेश होना है ”जिया ये बोलके सीधे वाशरूम में घुस जाती है |

    आरोही बस जिया जिस तरफ गयी थी उसी तरफ देख रही थी और सोच रही थी “ये इतना अजीब बिहेव क्यों कर रही है हुआ क्या है इसे ?” फिर वो तैयार होने लगाती है |

    आज आरोहिने स्काई ब्लू जीन्स और ब्लैक सिल्वेस सॉर्ट टॉप पहेने the उसने बाल कंगी करके खुले छोड़ दिए होठो पे हलकी सी रेड लिपस्टिक हाथ में स्मार्ट ब्लैक वोच पहनी और आज उसनी ब्लैक हाई हील शूज़ पहने the जब पूरी तैयार होकर खुद को आयने में देखती है तो बहुर ही खुबसूरत लग रही थी |तभी जिया वाशरूम से बहार निकलते हुए आरोही से कहती है “आज तो पूरी क़यामत लग रही हो तुम....किसी को माँरने का इरादा है क्या ”

    आरोही अपने अंदाज में कहती है “मुझे मारने की क्या जरुरत है मुझे देखके सभी लड़के वेसे भी मरने के लिए तैयार हो जाते है मजनू कहिके जेसे उसको दूसरा कोई काम ही नहीं है ”

    जिया : “क्या बात है एक दिन में ऑफिस के लड़के तुजे लाइन माँरने लगे है क्या ?”

    आरोही : “अभी तक तो कोई सामने नहीं आया अगर आताभी है तो अच्छे दीखा दूंगी आरोही क्या चीज है ” आरोही attitude से कहेती है |

    जिया : “आज तू पूरी जहर लग रही है देखने  से और बोलने से पता नहीं किस बन्दे के किस्मत में तू लिखी है जिसके भी नसीब में होगी वो बहुत लकी होगा कास में लड़का होती ”आरोही जिया के सर पर चपत मार के कहेती है “ओ ड्रामा क्वीन तेरा ये मेलो ड्रामा फिरसे सुरु मत कर मुझे ऐसी बाते पसंद नहीं  चल अब मुझे लेट हो रहा है में चलती हु ”

    जिया : “पर तेरी बाइक तो पंचर थी तो तू की क्यों ले रही है ”

    आरोही : “ओह हा में बताना भूल गयी तुजे....कल मेने शिवम् से कहके रिपेयर करवा लिया था उसने वॉचमैन को बाइक की दे दी थी  ”जिया : “हाईइ कितना स्वीट है शिवू हमेसा तेरी हेल्प करता है ”आरोही : “हा वो तो है चल अब में चलती हु अपना ध्यान रखना शाम को मिलते है बाय  ” जिया भी बाय कहती है और आरोही ऑफिस के लिए निकल जाती है |

    आरोही ऑफिस पहोच जाती है वो डायरेक्ट विराज के केबिन में जाती है |डोर नोक करती है तो अंदर से come in आवाज आती है आरोही अंदर चली जाती है |

    विराज : “गुड मोर्निंग स्वीट सिस्टर ”आरोही : “गुड मोर्निंग बिग बी ” आरोही भी विराज के जैसे ही जवाब देती है |

    विराज स्माइल करता है और कहेता है : “तुमने प्रेजेंटेशन की तैयारी की  ?”

    आरोही : “हा सर कुछ सवाल है जो मुझे समज नहीं आ रहे जो मेरी फील्ड से अलग है ”

    विराज : “कहो जो भी तुम्हारे सवाल है आज पूरा दिन तुम्हारे सवाल का जवाब ही दूंगा और पूरा प्रोजेक्ट तुम्हे अच्छे से समजा दूंगा ”

    आरोही : “ठीक है सर ”

    विराज आरोही के सामने की चेर पर बेठ जाता है और लेपटोप में प्रेजेंटेशन ओपन करके शुरू से उसे प्रेजेंटेशन समजाने लगता है | वो दोनों काम में पूरी तरीके से खोये हुए the तभी केबिन में नोक होता है |विराज come in कहेता है तो विराज का असिस्टेंट शान वहा आता है और कहेता है “सर लंच टाइम हो गया है ”तभी विराज और आरोही को समज अत है की वो कबसे काम कर रहे है और टाइम का कुछ पता ही नहीं  चला |

    विराज : “एक काम करो हम दोनों के लिए लंच यहाँ ही ले आओ ”शान ओके सर कहके चला जाता है थोड़ी देर बाद लंच लेकर शान आता है और दोनों लंच करते है |लंच करने के बाद दोनों फिरसे काम में डूब जाते है |फाइनली विराज आर्रोही को सब समजा देता है और आरोही विराज के सामने प्रेजेंटेशन देती है example को तौर पे |

    उसका प्रेजेंटेशन देने के तरीके से विराज तो चौक ही गया था |आरोही उसके पास आके कहेती है “सर कोई प्रॉब्लम तो नहीं हेना सब ठीक हेना ”

    विराज : “क्या बात है तुमने तो सब याद है कितने अच्छे से तुमने प्रेजेंटेशन दिया बिलकुल ऐसे ही तुम अपना बेस्ट देना देखना आज तुमसे सब इम्प्रेस हो जायेगे ”

    आरोही : “सर मुझे किसी को इम्प्रेस नहीं करना में बस आपना काम कर रही हु जो मेने कभी नहीं किया ”विराज अपने सेंस में आता है मन में  कहेता है ये मेने क्या बोल दिया अपनी बात को करेक्ट करते हुए कहेता है “मेरा मतलब है सब को तुम्हारा प्रेजेंटेशन अच्छा लगेगा ” आरोही : “ओके सर ”विराज : “चलो 5:30 बज गये है सब धीरे धीरे आने लगे गे तुम भी तैयार रहो में तुम्हे बुलाऊ तब तुम आना ”आरोही : “ओके सर में राहुल सर के केबिन में वेट करती हु ”

    विराज : “ओके ”आरोही राहुल के केबिन में चली जाती है विराज मीटिंग रूम की तरफ जाही रहा था तो उसको राहुल मिल जाता है |

    राहुल : “सर सब रेडी हो गया ?”विराज : “हा सब हो तो गया है पर ...........”राहुल : “यही न की रेहान सर आरोही को मीटिंग रूम में आने देंगे की नहीं मुझे भी यही डर लग रहा है अगर उसको अंदर नहीं आने दिया तो मीटिंग का क्या होगा मुझे आरोही पर दया आ रही है क्युकी कल से उसने बहुत महेनत की है और रेहान सर ने एक बार मना कर दिया तो किसी की हिमत नहीं उसको कुछ कहने की ”

    विराज : “तुम टेंसन मत लो तुमसे ज्यादा आरोही की फिकर मुझे है और में अपने भाई को अच्छे से जनता हु वो ऐसा बिलकुल नहीं करेगा ओके में चलता हु मीटिंग का टाइम हो गया है और तुम्हे भी जाना है मिस्टर रायचंद के रिलेटिव के पास तो तुम भी देर मत करना ”राहुल ओके सर कहेके अपनी केबिन की तरफ चला जाता है |

    राहुल अपने केबिन में आता है तो वहा आरोही लेपटोप पे कुछ काम कर रही थी |राहुल अपनी चेर पर बैठके कहेता है “हो गयी तुम्हारी तैयारी ?”

    आरोही स्माइल के साथ कहेती है “हो गया सर सब कुछ ”

    राहुल : “अपना ध्यान रखना उस डेविल से ”आरोही सवालिया नज़रो से राहुल को देखती है और कहेती है : “क्या सर आप कहेना क्या चाहते है ”आरोही राहुल को ही देख रही थी |राहुल : “वो जो रेहान सर आने वाले हेना वो बहुत खतरनाख इंसान है बहुत ही गुस्से वाले वो कहेने को तो विराज सर के छोटे भाई है पर वो विराज सर से बिलकुल अलग है पूरा स्टाफ उससे डरता है यहाँ तक की जब वो गुस्सा करते है तो विराज सर और विनय सर भी कुछ नहीं कह शकते वो लडकियों से हमेशा दूर ही रहते है उसके बॉडी गार्ड कभी भी किसी भी लड़की को उसके पास भी नहीं जाने देते आज पहेली बार बोर्ड मीटिंग में एक लड़की प्रेजेंटेशन देने जा रही है हमेशा तो में ही देता था मुझे बहुर डर लगता था उससे  ”राहुल के चहरे  पर से साफ़ दिख रहा था की वो कितना घबरा रहा है |आरोही : “डोंट वार्री सर में किसीसे  भी नहीं डरती अगर वो मीटिंग रूम में मुझे नहीं जाने देंगे तो में जबरदस्ती घुस जाउंगी क्युकी मुझे विराज सर ने परमिशन दी है ” राहुल : “विराज सर भी कुछ नहीं कर पाएंगे देखना तुम............. बस मुझे तुम्हारी फ़िक्र हो रही है तुम ध्यान रखना अपना मुझे एक मीटिंग है में चलता हु ”आरोही : “ओके सर आप जाये और टेंसन मत लीजिये कुछ नहीं होगा ”

    राहुल वहा से चला जता है |आरोही के फ़ोन पे विराज का मेसेज आता है “मीटिंग रूम में आ जाओ ” आरोही लैपटॉप और फाइल लेकर मीटिंग रूम की तरफ चलने लगती वो देखती है जहा ऑफिस का स्टाफ हमेशा बात करते करते काम करते the आज वो सब शांत बेठे the एक सुई भी गिर जाए तो भी आवाज  आती इतना ऑफिस शांत था ये देखके आरोही चौक गयी और अपने आपसे कहेने लगी “इन सबको क्या हुआ ये सब इतनी शांति से क्यों बेठे है ”आरोही अपना सर चपत के कहेती है “मुझे देर हो जाएगी तो प्रॉब्लम हो जायेगा बाद में पूछ लुंगी क्या हुआ है ”

    आरोही मीटिंग रूम के सामने आ जाती है तो वहा 2 बॉडी गार्ड्स खड़े the |आरोही जेसे ही अंदर जाने को हुए तो वो बॉडी गार्ड उसे रोक लेते है |पहेला बॉडी गार्ड कहेता है “मेडम आप अंदर नहीं जा शकती ”आरोही पहेले शांत होकर कहेती है “excuse me  मेरा प्रेजेंटेशन है मेरे बगेर मीटिंग नहीं हो शकती ”

    दूसरा बॉडी गार्ड : “सॉरी मेम....सर का स्ट्रीक आर्डर है कोई भी लड़की मीटिंग रूम में नहीं जा शकती  जब तक हमारे सर अंदर है ”आरोही : “अरे ये केसा रुल है की मीटिंग रूम में अभी कोई लड़की नहीं जा शकती तुम्हारे सर को बहार बुलाओ अभी बताती हु उसको केसे में अंदर नहीं जा शकती ”
    पहेला बॉडी गार्ड : “देखिये मेम अगर सर को पता चला तो आप पर बहुत गुस्सा हो जायेगे अगर उनको गुस्सा आया तो आपके साथ क्या करेंगे भगवान ही जाने प्लीज़ मेम आप अंदर मत जाइये आपके साथ हमारी भी जान जा शकती  है प्लीज़ हम बस हमारी ड्यूटी कर रहे है ”

    तभी कोरिडोर में एक लड़का आता है वो देखता है की बॉडी गार्ड  के साथ कोई लड़की जगडा कर रही है तो वो शोक हो जाता है और वहा जल्दी से चला जाता है जब वो आरोही को देखता है तो देखता है रह जाता है वो आरोही को गुस्से  भरा चहेरा देखने लगता है और अपने आपसे कहेता है “क्या लड़की है यार तीखी छुरी पर ये क्या डेविल के बॉडी गार्ड से भीड़ रही है अरे यार इस लड़की को अपनी जान प्यारी नहीं है क्या उस डेविल को पता चला तो इस प्यारी सी मेरी तीखी छुरी की क्या हालत  करेगा नहीं नहीं में ऐसा नहीं होने दूंगा ”

    वो लड़का जल्दी से बॉडी गार्ड के पास आता है एक नजर आरोही की तरफ देखके फिर बॉडी गार्ड से कहेता है “क्या प्रॉब्लम है ?”पहेला बॉडी गार्ड : “अमन सर अब आप ही इसे समजाये ये मेडम अंदर मीटिंग रूम में जाना चाहती है अगर सर को पता चला.......... ” अमन उसकी बात काटते हुए आरोही से कहेता है “मिस तीखी छुरी आप अंदर क्यों जाना चाहती है ”अमन को होश ही नहीं था की उसने क्या बोला आरोही उसे अपनी तीखी नजरो से उसे देख रही थी और कहेती है “ये क्या है तीखी छुरी आप भी इसके साथ मिले हुए हे क्या और ये क्या है तीखी छुरी मेरा नाम आरोही शर्मा है जो किसिस से नहीं डरती समजे में मीटिंग रूम में जरुर जाउंगी मीटिंग में में प्रेजेंटेशन देने वाली हु मेरे बगेर मीटिंग केसे हो सकती है ”

    वही मीटिंग रूम के अंदर रेहान विराज विनय जी और एक दो बोर्ड मेम्बर बेठे हुए the अभी मीटिंग में कुछ टाइम था और अभी कुछ बोर्ड मेम्बर आने बाकि the तो उसी का वेट कर रहे the और विराज आरोही का वेट कर रहा था विनय जी इशारों में कई बार विराज से पूछ चुके the की आरोही कहा है अभी तक क्यों नहीं आई |

    विराज उसको शांत रहेने को कह रहा था |वही बहार ...आरोही : “आप लोगो ने फाइनल कर लिया न की आप मुझे अंदर नहीं जाने देंगे ”

    अमन : “देखिये मिस अंदर जो बेठा है वो यमराज का भी बाप है आप अगर अंदर गयी तो आपको वो सीधा इन्द्रलोक पहोचा देंगा ”आरोही तीखी स्माइल करके कहेती है “वो मुझे इन्द्रलोक पहोचायेतो उसको भी में साथ लेके चलूंगी में अकेले थोड़ी न जाउगी और में मरने से बिलकुल नहीं डरती देखना चाहते हो ट्रेलर ” आरोही अपने बात पे उल्जाकर एक को अपनी हाथ से चहेरे पर मुक्का मरती है और दुसरे को अपनी पैर से उसके पेट पे किक करके अमन को धक्का देखकर अंदर चली जाती है ये सब इतनी जल्दी हुआ की बॉडीगार्ड और  अमन को कुछ पता ही नहीं चला की अभी अभी क्या हुआ जब वो अपनी सेंस में आये तब तक आरोही अंदर जा चुकी थी और वो तीनो आँखे फाड़े  अंदर की तरफ देख रहे the |

    मीटिंग रूम में क्या हुआ होगा ? अमन और रेहान के बॉडी गार्ड ने अंदर ऐसा क्या देखा जिस्से  वो चौक गये | रेहान क्या करेगा जब आरोही को जबरदस्ती से मीटिंग रूम में घुसे गी क्या आरोही को विनय जी और विराज बचा पायेगे ? क्या करेगा रेहान आरोही के साथ | क्या होगा जब रेहान और आरोही आमने सामने होगे |

    तो कल का चैप्टर जरुर पढ़िएगा क्युकी कल का चैप्टर कमाल का है जिसमे फुल एडवेंचर और रोमांस से भरपूर है | प्लीज़ guyss आपको मेरी स्टोरी पसंद आई है तो प्लीज़ इसको like share और रिव्यू दीजियेगा ताकि मुझे पता चले आपको स्टोरी केसी लगी |

    थैंक यू guysss ..........................

  • 15. The Great Mafia Love - Chapter 15

    Words: 2599

    Estimated Reading Time: 16 min

    जिया कोफी शॉप पे किसी का इंतज़ार कर रही थी तभी किसी ने उसकी आँखों अपना हाथ रख दिया |जिया वो हाथ पहचान गयी और कहा “मुझे पता है ये तुम ही हो अब सामने आओ ”
    तभी एक लड़की अपना हाथ दूर हटाया और उसके साथ दूसरी लड़की भी जिया के सामने आगयी दोनों लड़कियोने टॉप और शोर्ट पहना था | दोनों बहुत ही खुबसूरत और स्वीट थी |जिया उसको देखके जल्दी से खड़ी होकर एक को अपनी लेस्ट साइड और दूसरी को राईट साइड दोनों को साथ में हग करके कहेती है “यार मेने तुम दोनों को बहुत मिस किया तुम्हे पता है में कितनी टेंसन में हु ” तभी वो दोनों जिया से दूर हुई और परेशानी से दोनों साथ में जिया से पूछा “क्या हुआ जीयु ?”
    ये थी आरोही और जिया की बेस्ट फ्रेंड दोनों शहर के नामी बुजनेसमेन की बेटी थी | दोनों बहने थी एक का नाम श्रेया महेरा और दूसरी का नाम मीशा महेरा था | श्रेया मीशा से 1 साल छोटी थी पर दोनों साथ में ही स्टडी कम्प्लीट की थी |

    अपने डेड के बुजनेस ट्रिप में ये दोनों अपने डेड के साथ सिंगापोर गयी थी पुरे 1 महीने बाद दोनों वापस आई थी ये 4 बेस्ट फ्रेंड थी एक पर कभी प्रॉब्लम आती तो 4 मिलके सोल्व करती थी | जिया इंडिया के नामी बिजनेसमेन की बहन और भतीजी है ये बात आरोही के सिवा सब को पता थी यानी की शिवम् , श्रेया और मीशा को ये बात पता थी |

    श्रेया और मीशा चेर पर बैठती है और सामने जिया बैठती है |श्रेया : “क्या हुआ जिया तुम इतनी परेशान क्यों हो ?”मीशा भी श्रेया की बात जारी रखते  हुए कहेती है “तुमने इतनी जल्दी मिलने के लिए क्यों बुलाया तू मुझे ये बता सब ठीक तो है न मतलब आरोही को क्या?”जिया समज गयी की मीशा क्या कहना चाहती है उसकी बात को clear करते हुए कहेती है “नहीं श्रेयु मिशु आरोही को अभी कुछ पता नहीं चला पर जल्द ही पता चल जायेगा क्युकी वो मल्होत्रा and associates में जॉब करने लगी है अब कितने दिन छुपी रहूगी मै और जब मेरी फॅमिली को पता चलेगा तब क्या होगा ”

    श्रेया : “देख जिया आरोही को आज नहीं तो कल पता चलना ही है और वेसे भी हम को भी क्या पता था येतो एक बिजनेस पार्टी में हम 3 साल पहेले तुमसे मिले the इसलिए हमने तुमको पहेचान लिया पर हम तेरी बेस्ट फ्रेंड है इसलिए हमने किसी को तुम्हारी असलियत नहीं बताई पर मेरी बात मान तो तुम आरोही को सब बतादो वो हमारी बेस्ट फ्रेंड है उसको धोके में रखना मतलब वो और दूर चली जाएगी तुजे उसकी फॅमिली के बारे में पता है न वो हमशे कुछ नहीं कहती पर वो अंदर से बहुत टूटी हुई है तूम  अच्छे से जानती हो ”

    मीशा : “किसी और से आरोही को पता चलेगा इस से अच्छा तुम्ही उसको सारी सच्चाई  बतादो शायद तुम्हे वो माफ़ भी करदे ”जिया : “तुम दोनों को लगता है वो मुझे माफ़ कर देगी मुझे तो अपनी फॅमिली से ज्यादा उसका डर लगता है की सच्चाई पता चलने के बाद वो मेरा हाल क्या करेगी  ”मीशा जिया के हाथ पर अपना हाथ रख कर कहेती है “जीयु हम उससे अच्छे से जानते है जब उसको सब पता चलेगा तो वो तुम्हे छोड़ने नहीं वाली और इस बात से तो वो बहुत गुस्सा होगी और जब वो गुस्सा होती है तो हम सब को बहुत डर लगता है की वो क्या ही कर देगी और हम उसके फ्रेंड है हम को गुस्से में वो कुछ करेगी भी तो वो खुद को भी नुकशान पहोचाएगी याद हेना जब उसने पूर्व को सबके सामने मारा था बाद में उसने अपना हाथ पंचिंग बेग में मार मार के अपने हाथ में चोट पहोचाई थी ”

    श्रेया : “वो हमें खुद से भी ज्यादा प्यार करती है अगर उसने हमें नुकशान पहोचाया तो वो खुद को भी नुकशान पहोचाएगी पता नहीं कब वो अपना दर्द हमारे साथ बाटेगी वो हम सबको कितना प्रोटेक्ट करती है हमको वो अपनी फॅमिली मानती है ”जिया की आंख में आंसू आ गए उसका चहेरे पर आंसू से भरने लगा | ये देखके श्रेया और मीशा की भी आँखे नम हो गयी और दोनों खड़ी होकर दोनों अलग अलग साइड से जिया को बेठे ही हग कर लेती है |जिया रोते हुए कहेती है “अब में आरू को सब बतादुंगी में उसे धोके में नहीं रख शकती तुम दोनों मेरा साथ दोंगी ना ?”मीशा और श्रीया दोनों साथ में कहेती है “हां....”श्रेया : “चल अब तीनो बहार चलते है तू भी फ्रेश हो जाएगी और शाम को पब में जायेगे वहा सब साथ में पार्टी करेंगे आरोही और शिवम् को भी बता देंगे वो भी वहा आ जायेंगे ”जिया अब खुद को रिलैक्स फील कर रही थी और छोटी सी स्माइल करके कहेती है “हां चलो ”

    तीनो वहा से निकल जाती है |||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||

    मल्होत्रा and associates .................

    आरोही जबरदस्ती मीटिंग रूम में घुस जाती है |डॉर के तेजी से खुलने की वजह से सब लोग दरवाजे की तरफ देखते है रेहान ने जब तेज आवाज सुनी तो वो बिना उपर देखे गुस्से से कहेने लगा “कोन हे जिसमे तमीज नहीं है की मीटिंग रूम में केसे आते है  ” रेहान गुस्से से ही अपनी फाइल में देखते हुए कहेता है |

    सब वहा आरोही को ही देख रहे the विनय जी और विराज दोनों अंदर से मुस्कुरा रहे the क्युकी आरोही केसे भी करके मीटिंग रूम में आही गयी |

    आरोही का गुस्सा फूट ने को था | रेहान की ऐसी बाते सुनके वो चारो तरफ देखती है तो वहा सब बड़े आदमी बेठे हुए the सब उसको ही देख रहे the सिवाय एक के वो था रेहान | सब को देखके आरोही अपना गुस्सा  कंट्रोल करने को हुई तभी रेहान की तेज आवाज उसके कानो में पड़ी जो गुस्सा उसने दबाके रखा था अब वापास उसके चहेरे पर आगया और रेहान की तरफ देखके कहेने लगी “ऐसी कंपनी तो मेने पहेली बार देखि जहा लडकिया मीटिंग रूम में नहीं आ शकती ”एक लड़की की आवाज सुनके रेहान को और गुस्सा आ गया गुस्से से उसकी आँखे लाल हो गयी और तेजी से फाइल टेबले पर फेंक के खड़े होते हुए कहा “तुम......”वो इतना बोलके आरोही की तरफ देखता है तो उसकी आवाज गले मेही अटक जाती है उसके आगे वो कुछ बोलहि नहीं पता वो गोर से आरोही को देखने लगा आरोही गुस्से से तमतमाती हुई रेहान को ही घूरे जा रही थी |

    रेहान उसको देखके जेसे जम ही गया था और अपने मन में कहेता है “ये आँखे ” तभी दरवाजे पर रेहान के बॉडी गार्ड अंदर आये और उसमे से एक ने कहा “सॉरी सर ये मेडम जबरदस्ती रूम में आ गयी हमने उसको लाख मना किया पर इसने हमारी बात सुनी ही नहीं ” तभी विराज खड़ा हुआ और कहा “देख रेहान आज जो प्रेजेंटेशन देने वाला था वो एक जरुरी केश के सिलसिले में बहार गया हुआ है इसलिए अर्जेंट हमें मिस शर्मा को प्रेजेंटेशन  के लिए रेडी किया हुआ है ” विराज एक्सप्लेन करते हुए रेहान को कहे जा रहा था पर रेहान तो कोई ध्यान ही नहीं था वो तो बस आरोही को निहारे ही जा रहा था गुस्से से उसका लाल चहेरा और भी क्यूट लग रहा था रेहान बस उसकी आंखे ही देख रहा था उसके आसपास क्या हो रहा है उसको ये भी नहीं पता था | आरोही को देखके रेहान का गुस्सा हवा में ही उड़ गया |

    मीटिंग रूम में बेठे बोर्ड मेम्बर ने जब आरोही को देखा तब सब भगवन से प्रे कर ने लगे की आज केसे भी करके जिन्दा इस रूम से निकाल दे बस |

    रेहान कब से ऐसे ही खड़ा था और आरोही का गुस्सा बढ़ता ही जा रहा था | जब रेहान ने विराज की कोई भी बात का जवाब नहीं दिया तो विनय जी खड़े हुए और रेहान से कहा “रेहान रिलैक्स मिस शर्मा तेरे आसपास नहीं आएगी  और ये मीटिंग हमारे लिए जरूरी है तो प्लीज़ रिलैक्स ” विनय जी की बात सुनके रेहान अपने सेंस में आया और उसने कुछ नहीं बोला बस शांति से आरोही की आँखे देख रहा था जिसमे अभी भी रेहान के लिए गुस्सा भरा हुआ था |

    आरोही अपने मन में कहेती है “अकडू घमंडी कहिका लड़किया से नफ़रत है तुजे तो मुझे भी लड़को से नफ़रत  है घुर तो ऐसे रहा है जेसे मेने इसकी इज्जत ही लूट ली हो आरोही अपने ही मन में खुद से कहेती है तुजे क्या है ये जो करे करने दे तेरे रस्ते में आये तो अच्छा मजा चखाना पहेले तो इसके बॉडी गार्ड को देखना है जो मुझे रोक रहे the ” विनय जी की बात सुनके रेहान अपनी चेर पर बेठ जाता है तभी दरवाजे से बाकि के 3 बोर्ड मेम्बर भी आ गये |रेहान को शांत बेठे देखके विराज को अपनी सांस में सांस आई और अपने मन में कहेना लगा “अच्छा हुआ ये डेड की बात सुनके शांत हो गया वरना आज मेरे साथ आरोही भी .......” विनय जी विराज के कंधे पर हाथ रखके कहेता है “मीटिंग शुरू करो सब आ गये है ”ये सुनके विराज आरोही को इशारा करता है शांत रहेने को विराज को देखके आरोही सब पर नजर फेरती है सब उसे ही देख रहे the और सब के चहेरे को देख कर लग रहा था जेसे सब डरे हुए है |ये बात आरोही की नजर से बहार नही रही तभी वो रेहान की तरफ देखती है जो शांति से उसे ही देख रहा था | आरोही उससे अपना मुह गुस्से से फेर लेती है ये बात रेहान को अच्छी नहीं लगी |आरोही प्रोजेक्टर के पास जाके लैपटॉप ओपन करके प्रोजेक्टर के साथ कनेक्ट करके प्रेजेंटेशन शुरू करती है |बहार अमन टेंसन में ऑफिस के चक्कर लगा रहा था | रेहान ने अमन को कुछ फाइल उसको देने के लिए ऑफिस बुलाया था इसलिए अमन मल्होत्रा  associates आया हुआ था तभी सब ये हो गया |

    मीटिंग रूम में आरोही प्रेजेंटेशन दे रही है सब सही से एक्सप्लेन कर रही थी ये देखके विनय जी और विराज काफी खुश the पर रेहान तो अपनी सोच में ही खोया हुआ था वो आरोही को ही घूरे जा रहा था जो बोलते बोलते कभी उसकी होठ पाउट कर रहे the उसको आँखे जो अब शांत थी कभी कभी दोनों की आँखे   मिल जाती थी पर आरोही को कोई फरक ही नहीं पड रहा था | रेहान आरोही को उपर से लेकर निचे तक देखता है |

    जब रेहान का ध्यान प्रेजेंटेशन पर गया तक आरोही जो भी एक्सप्लेन कर रही  थी वो गोर से सुनने लगा |वो आरोही से काफी इम्प्रेस हुआ उसके मन में कई सवाल आ रहे the की जो कल उसने एक लड़की की आंखे देखि थी क्या ये वही है आँखे बिलकुल वेसी ही है जेसी कल मेने उस लडाकि की देखि थी |रेहान का सेंसोफ्हुमार काफी अच्छा था एक बार उसे जो चीज दिख जाए उसके दिमाग से कभी जाती नहीं थी उसे सब याद रहता था दूर से देखा हुआ भी उसे याद रहता था | वो कितना भी काम में बिजी क्यूना हो अपने आसपास क्या हो रहा है उसे सब पता चल जाता है |मीटिंग रूम में सब गोर से प्रेजेंटेशन देख रहे the |प्रेजेंटेशन पूरा होता है और आरोही चेर पर बेठ जाती है |तभी उसमे एक बोर्ड मेम्बर ने आरोही से कहा “मिस आपका नाम क्या है ?”ये सवाल सुनके रेहान को अजीब भी लगा और थोडा गुस्सा भी आया पर उसने कुछ बोला नही |

    आरोही उस आदमी की तरफ देखके कहेती है “मिस आरोही शर्मा ”ये सुनके रेहान अपने मनमे कहेता है “ओह तो मेरी आईज गर्ल का नाम आरोही है nice नेम ” वो बोर्ड मेम्बर “मिस शर्मा आप काफी टेलेंटेड लगती है एक दिन में आपने अच्छा प्रेजेंटेशन दिया ”आरोही : “सर ये मेने अकेले नहीं किया विराज सर ने मेरी काफी हेल्प की है ”ये सुनके रेहान विराज की तरफ देखा जेसे अब उसे सब समज आ गया हो की यहाँ हो क्या रहा है |तभी विराज ने भी रेहान की तरफ देखा तो विराज सहम गया और अपने मन में कहेने लगा “ये मेरा भाई बहुत चालक है लगता है इसको सब समज आ गया है ”

    विराज : “अरे नहीं मिस्टर रॉय ये तो मिस शर्मा ही काफी टेलेंटेड है उसकी याद रखने की चीजो को समजने की बहुत  नोलेज है ”

    मिस्टर रॉय : “मिस आरोही क्यूना आप मेरी कंपनी में आ जाए में आपको अच्छी सैलरी दूंगा आपको किसी भी बात की प्रॉब्लम नहीं होने दूंगा ”मिस्टर रॉय तो अपनी बिजनेस की वजह से ही आरोही से कह रहे the |ये सुनके सब चौक जाते है रेहान को बहुत गुस्सा आ गया था उसका पूरा चहेरा लाल हो गया था तभी रूम का टेम्प्रेचर गिरता हुआ नजर आया आरोही अपने आसपास नजर घुमाई तो उसने रेहान की तरफ देखा जो गुस्से से मिस्टर रॉय की तरफ देख रहा था वो कुछ बोलने को हुआ तभी आरोही की आवाज सबके कान में पड़ी “सर मुझे इसकी कोई जरुरत नहीं में यहाँ काफी खुश हु और सेटीसफाय भी हु ”

    आरोही का जवाब सुनके रेहान  का गुस्सा थोडा कम हुआ और आरोही को देखने लगा जो उसको ही घूरे जा रही थी | रेहान अपने मन में कहेता है “ये मुझे गुस्से से ऐसे क्यों घुर रही है जेसे में इसका खून कर ने वाला हु ”विनय जी को अच्छा लगा की आरोही ने बात को सम्भाल ली क्युकी उसको पता था रेहान गुस्से में जरुर कुछ न कुछ कर देता |

    मिस्टर रॉय अब बात बढ़ाना नहीं चाहते the इसलिए उसने कहा “जेसी आपकी मर्जी पर जब आपको मेरी ऑफर अच्छी लगे तो आप कभी भी आ शकती है ”आरोही : “ओके सर and थैंक यू”

    आरोही नार्मल टोन से कहेती है |अब जाके सबको रिलैक्स लगा की आज मीटिंग में एक लड़की के होते हुए भी कोई तमाशा नहीं हुआ पर फिरभी थोडा डर तो सबको था |

    विनय : “ओके मीटिंग इस ओवर ” सब लोग रेहान से मिलते हुए बाहर चले जाते है |
    अब रूम में रेहान , विराज, विनयजी और आरोही ही the |
    आरोही : “ओके सर अब में चलती हु मुझे घर जाने में देर हो रही है ” 

    रेहान आरोही को एक नजर देखता है आरोही विराज के सामने खड़ी होकर कहेती है “थैंक यू सर आपने मेरी काफी हेल्प की है और मुझे एक अच्छा चांस देने के लिए थैंक यू ”
    फिर उसे कुछ याद आया रेहान को ताने मरते हुए विराज से कहेती है “आपकी वजह से में अपना प्रेजेंटेशन दे पाई वरना कुछ  लोग तो रूम में भी नहीं आने दे रहे the जेसे में कोई वाइरस हु जो सब को इफ़ेक्ट करके मार डालती  ”
    ये बोलके वो रेहान की तरफ देखती है |ये सुनके रेहान अपनी हसी कण्ट्रोल नहीं कर पाया और वो थोडा हँसा जो विराज की नजर से बहार नहीं रहा |वो अपने मन में कहेने लगा “लगता है मेरा प्लान काम कर गया ”

    आरोही सब को बाय कहेके बहार चली जाती हैं रेहान उसे जाते हुए देखने लगा और अपने आपसे कहेने लगा “तुम्हारा यही गुस्सा मुझे बहुत पसंद है अब तुम्हे गुस्सा दिलाने में मुझे बहुत मजा आएगा तो तैयार हो जाओ मिस वाइरस क्युकी ये वाइरस मुझे काफी हद तक इफ्फेक्ट कर गया है ”

    क्या रेहान की आईज गर्ल आरोही ही है क्या ये बात रेहान को पता है | जिया की क्या सच्चाई है जो आरोही को नहीं पता क्या होगा जब जिया अपनी सच्चाई आरोही को बताएगी | क्या आरोही जिया को माफ़ कर पाएगी क्या आरोही को शिवम् और जिया की सच्चाई के बारे में कभी पता चलेगा ?

    थैंक यू GUYSSSSSS ..................................

  • 16. The Great Mafia Love - Chapter 16

    Words: 1892

    Estimated Reading Time: 12 min

    Ch – 16

    “घमंडी-खडूस ”

    आरोही मीटिंग रूम से बहार निकली तभी बहार रेहान के बॉडी गार्ड खड़े थे |

    आरोही को शरारत सूजी और वो दोनों बॉडी गार्ड के बिच में खड़ी होकर दोनों के कंधे पर अपना एक एक हाथ रखकर कहने लगी “क्या कहा था तुम दोनों ने की तुम्हारे बॉस मुझे जिन्दा नहीं छोड़ेंगे ”

    फिर थोड़ीदेर रोक कर कहेती है “अरे हां मेतो मर गयी थी लगता है में हेल में आ गयी हु पर तुम दोनों यहाँ क्या कर रहे हो क्या तुम दोनों को भी तुम्हारे बॉस ने मार दिया क्या?”

    ये सुनके रेहान के बॉडी गार्ड उसकी हरकतों तोहैरानी से देखने लगते है और अपने मन में कहेते है इस लड़की को किसीसे दर लगटा है की नहीं |

    तभी अमन टेंसन में उसकी तरफ आता है जब वो आरोही को ऐसेबॉडी गार्ड से बात करते हुए देखता है|

    वो ये देखके चौक जाता है और अपने आपसे कहेता है “ये लड़की बहुत अजीब है इसको डर नहीं लगता क्या येतो बॉडी गार्ड से ऐसे बात कर रही है जेसे ये उसके दोस्त हो ये रेहान ने देख लीया तो प्रॉब्लम हो जाएगी मुझे ही कुछ करना होगा इस तीखी छुरी का ”

    अमन आरोही के सामने जा कर कहेता है “मिस आरोही ये आप क्या कर रहे है इसके बॉस ने ये सब देख लिया तो आपके साथ in दोनों को भी ऊपर पहोचा देगा ”

    आरोही अमन की बात सुनके जोरजोर से हँसने लगाती है और उसके पास में आकर कहेती “हम सब तो हेल में है आप भी यहाँ क्या कर रहे है लगता है मेने जबरदस्ती रूम में घुसने से मेरे साथ आप तीनो को भी हेल पहोचा दिया ”

    अमन अब आरोही से इरिटेड हो रहा था उसने उससे कहा “आपपागल वागल तो नहीं हो गयीन उस रूम में जाकर और एक मिनिट आप प्रेजेंटेशन देकर आई है ”

    आरोही:”पागल हो मेरे दुश्मन और प्रेजेंटेशन खत्म भी गयी और तुम्हारे उस खडूस बॉस ने मुझे एक शब्द भी नहीं कहा क्या तुम तीनो मुझे डरा रहे the हा वो खडूस घमंडी तो है ही क्युकी पूरी मीटिंग में बस मुझे घुरे ही जा रहा था पता नहीं क्यों ?” आरोही अपने मजे में बोले ही जा रही थी उसे ये नहीं पता था की उसके पीछे खड़ा इंसान कबसे उसकी बाते सुने जा रहा है और घूरे जा रहा है |

    अमन को भी नहीं पता था की उन दोनों की बाते कोई और सुन रहा है |

    अमन: “मतलब तुम प्रेजेंटेशन देके आई और रेहान तुमसे कुछ नहीं बोला ये केसे हो सकता है?वो कभी भी कोई भी लड़की को प्रेजेंटेशन देने नहीं देता और तुम मेरे सामने सही सलामत खड़ी हो मुझे यकीन नहीं हो रहा है ”

    आरोही: “उसमे यकीं न करने वाली कोनसी बात है हां वो विनय सर ने रिक्वेस्ट की तो उसने मान लिया वेसे भी नहीं मानते तो में अपने तरीके से डील करती ये कोनसा रूल हैं की लड़किया उसके आसपास नहीं आ शकती मुझे न वो इंसान बहुत ही अजीब लगता है घमंडी खडूस कहिका ”

    तभी पीछे से आवाज आई“किसको इतने अच्छे नाम दे रही है मिस शर्मा ?” तभी रूम में से विराज और विनय जी भी बहार आते है उसने भी ये आवाज सुनली वो भी वहा खड़े हो गये |

    अमन और आरोही जिस तरफ आवाज आई उसी तरफ देखते है तो वहा रेहान अपने दोनों हाथ पॉकेट में रखे खड़ा था साथ ही बहुत ही हन्द्सम और ऐलिगेंटलग रहा था | चहेरे पर कोई एक्सप्रेशन नहीं the वो बस आरोही को देखे जा रहा था उसके मन में क्या चल रहा है कीसी को अंदाजा नहीं था |

    अमन देखता है तो घबरा जाता है और डर के मारे कहेने लागता है “रेहान में तुम्हारा कबसे वेट कर रहा था वो फाइल में लेके आया हु तुम्हारे केबिन में रखवा दी है तो अब मेरा काम हो गया में चलता हु ”

    रेहान: “ठीक है पर कब तक मुझसे बचके जाओगे आना तो तभी मेरे पास ही है ”

    अमन: “अरे देख मेरे भाई मेने इस लड़की को बहुत रोका था पर इसने किसिस की नहीं सुनी प्लीज़ एकबार इसे जाने दे ”

    रेहान अजीब नज़रो से अमन की तरफ देखके कहेता है “तू इसकी इतनी तरफदारी क्यों कर रहा है क्या तुम इसे जानते हो ?”

    अमन: “नहीं मेतो अभी इससे मिला में उसको नहीं जानता क्या में जाओ ”

    रेहान: “ओके शाम को मेरे घर पर आजाना मुझे तुमसे बहुत जरुरी काम है “

    अमन समज जाता है जरुर आज में गया ही समजो “ठीक है आजाऊंगा बाय” अमन जल्दी से चला जाता है उसे इतनी जल्दी जाने से आरोही उसको सवालिया नज़रो से देखती रहेती है उसे ये भी पता नहीं चला के रेहान चलके उसके बहुत पास आके खड़ा हुआ था और उसे ही देखे जा रहा था |

    आरोही अपनी नज़रे फेरके देख रही होती है तो अचानक पीछे हो जाती है क्युकी रेहान बिलकुल उसके पास खड़ा था और उसे देख रहा था | आरोही पीछे होकर रेहान से कहेती है “ये क्या हैआप थोड़े दूर नहीं खड़े हो शकते क्या ?”

    रेहान अपनी एयीब्रो उचे करते हुए कहेता है “क्यों तुम्हे प्रॉब्लम है क्या ”

    आरोहीतीखी नज़रो से देखके कहेती है “वो क्या है न जेसे आपको लड़कियों से अलेर्जी है वेसे भी मुझे लड़को से अलेर्जी है ” ये कहेते हुए वो अपनी एक उंगली रेहान के चेस्ट पर रखके प्रेस करते हुए उसे पीछे हटाते हुए कहेती है “तो आप मुझसे दूर रहिये ”

    रेहान फिरसे आरोही के नजदीक जाता है उसकी आँखों में देखके कहेता है : “वो क्या है न मिस अपने मेरे रूल्स तोड़े है आपने मेरे बॉडी गार्ड से भी फाइट की और जबरदस्ती रूम में घुसके वहा के माहोल को ख़राब कर दिया तो इस कंपनी के बॉस होने के नाती में आपको पनिशमेंटदूंगातो पनिशमेंट के लिए तैयार हो जाये ” फिर अपने शब्द को जोर देते हुए आगे कहेता है “मिस आरोही शर्मा ” और ये बोलते हुए वो आरोही के चहेरे के सामने अपना चेहरा रखता है और उसकी आँखों में देखता है आरोही गुस्से में अपने हाथ बंधे हुए उसके सामने देख रही थी | उसको रेहान को इतना पास होते हुए भी unconfortable नहीं लग रहा था |

    वरना कोई भी लडका उसके इतने पास आये तो आरोही ने उसकाभर्ता बना दिया होता |

    फिर भी आरोही को अच्छा नहीं लग रहा था की रेहान उसके इतने पास आये |

    रेहान: “वो आप किसको इतने प्यारे प्यारे नाम दे रही थी खडूस घमंडी क्या वो नाम मेरे लिए तो नहीं था ना ”

    आरोहीकड़वी मुस्कान से कहेती है : “क्योंये नाम सुनके आपके इगो को ठेस पहोची है जो हां तो में बतादू ये नाम आपके लिए ही the ” आरोही बिना डरे रेहान की आँखों में देखके कहेती है |

    रेहान आज गुस्से के मूड में बिलकुल नहीं था क्युकी आरोही के बात करने का अंदाज गुस्से उसको देखना और गुस्से से उसके साथ बात करना बिना डरे आँखों में आँखे डाल के देखना उसको बहुत अच्छा लग रहा था वो चाकर भी गुस्सा नहीं कर पा रहा था वो बस सामनेगुस्से में खाड़ी आरोही अभी उसे बहुत प्यारी लग रही थी गुस्से की वजह से उसका फेस लाल टमाटर जेस्सा हो गया था जो रेहान को और भी करीब कर रहा था उसकी आँखों में देखते हुए रेहान जेसे उसमे डूबने ही लगा था |

    रेहान कबसे आरोही को घूरे जा रहा था वहा खड़े सब के मुह हेरानी से खुले रह गये the की रेहान किसी लड़की के इतने पास गया वो भी पहेलिबार सब इसी शोक में the|

    विराजविनय ही से कहेता है: “डेड में कोई सपना तो नहीं देख रहा हु ना ”

    विनय जी भी ये देखके शोक में the :”मुझे भी यही लग रहा है में भी सपना ही देख रहा हु ”

    विराज अपने हाथ से अपने ही हाथ पर चिमटी कटता है तब उसे अहेसास हुआ की वो कोई सपना नहीं देख रहा है |

    विराज: “डेड ये कोई सपना नहीं है सच है पररेहान के गुस्से की वजह से आरोही भी उसके साथ गुस्से बाते कर रही है अब इस दोनों को मिलाये केसे और रेहान उसके इतने पास क्यों खड़ा है पहेली बार देख रहा हु की मेरा भाई किसी लड़की के इतने पास खडा है ”

    विनय जी : “में भी पर ये दोनों गुस्से में क्यों बात कर रहे है हुआ क्या है इनदोनो के बिच ”

    विराज: “वही जो मीटिंग रूम में हुआ रेहान के बॉडी गार्ड ने आरोही को अंदर नहीं आने दिया इसलिए आरोही रेहान से गुस्सा है आपतो अब जानते ही हो आरोही को ऐसी बाते बिलकुल पसंद नहीं जिसमे भेदभाव हो ”

    विनय जी : “सही कहा रहे हो चलो अच्छा है रेहान उसके पास तो गया धीरे धीरे सब ठीक हो जाएगा चलो में घर जाता हु आज तेरे चाचा चाची ओस्ट्रेलिया से आने वाले है ”

    विराज: “आप जाये में आता हु ” विनय जी वहा से चले जाते है |

    विराज वॉर देख रहा था जिसमे एक तरफ नफ़रत है तो दूसरी तरफ प्यार |

    रेहान: “ओके तो पनिशमेंट के लिए कल रेडी रहना कल सीधे मेरी केबिन में आना और अगर लेट हुई तो पनिशमेंट डबल हो जाएगी ”

    आरोही: “में किसि से डरती नहीं और में आपकी पनिशमेंट में एक्सेप नहीं करती अगर आप मुझे जॉब से निकल भी देते है तो भी मुझे कोई प्रॉब्लम नहीं क्युकी मेरी कोई गलती है ही नहीं सो में अब घर जाती हु मेरी वर्क टाइम ओवर हो चूका है ”

    रेहान: “ये तो कल देखते है की आप पनिशमेंट एक्सप करती है या नहीं मिस शर्मा ”

    आरोही: “तो ठीक है मिलते है कल मिस्टर मल्होत्रा ”

    आरोही एक डेविल स्माइल करके चली जाती है रेहान छोटी स्माइल करके उसको जाते हुए देखता है उसकी स्माइल विराज और रेहान के बॉडी गार्ड ने देखि तो तीनो हेरान रह गये की रेहान के चहेरे पर कभी स्माइल नहीं होती वो आज एक लड़की को देखकर स्माइल कर रहा है |

    रेहान अपने आपसे कहेता है “अब मिस शर्मा आप मुझसे दूर भी नहीजाओगी और पनिशमेंट भी एक्सेप करोगी ”

    विराज रेहान के पास आता है और रेहान से कहेता है “क्या बात है रेहान तू और एक लड़की के पास इतने करीब केसे ?”

    रेहान विरजं की तरफ देखकर कहेता है “आपकी महेरबानी से विराज भाई ” रेहान टेडी स्माइल करके कहेता है और आगे कहेता है “आपका प्लान सक्सेस हो गया है और आपकी ये जो मिस वायरस है वो मुझे कल चाहिए आप जो भी केश हैंडल कर रहे हो उसमे मुझे शामिल करो और आरोही को मेरी केबिन में रहने के लिए मजबूर करो वरना में सुहानी भाभी को यहां बुलाके आपके दोनों के बिच जगदा करवा दूंगा ”

    विराज को अब गुस्सा आने लगा वो गुस्से में रेहान से कहेता है “केसा भाई है तू अपने ही भाई का घर तुडवाने पर तुला हुआ है तुजे हमारी कोई परवा है की नहीं ”

    रेहान: “भाई में मस्ती कर रहा था रिलैक्स में आपसे बहुत ज्यादा प्यार करता हु इसलिए में आपसे कहेता हु मुझे आरोही मेरे पास चाहिए ”

    विराज सवालिया नज़रो से रेहान की तरफ देखकर कहेता है “मतलब में समजा नही ”

    रेहान: “में उसे पसंद करता हु ”

    क्या रेहान पहली नजर में ही आरोही को अपना दिल दे बेठा था ? क्या आरोही रेहान को समज पाएगी ?

    जानने के लिए पढ़ते रहिये अगला चेप्टर|

    थैंक यू guysss ....................

  • 17. The Great Mafia Love - Chapter 17

    Words: 2195

    Estimated Reading Time: 14 min

    Ch – 17
    “एंगेजमेंट इनविटेशन...!”

    ओबेरॉय इंडस्ट्रीज ................

    शिवम्अपनी केबिन में काम कर रहा था तभी डोर नोक होती है शिवम्: “come in ”
    तभी डोर ओपन करके शिवम् का असिस्टेंट स्टीफन आता है और शिवम् के तरफ एक फाइल रखके कहेता है “सर आपने जो इनफार्मेशन मगवाई थी वो इस फाइल में है ”
    शिवम् अपना सर उपर करके एक नजर स्टीफन की तरफ करता है फिर उस फाइल को लेके स्टीफन से कहेता है “ओके गो ...”

    स्टीफन वहा से चला जाता है |
    शिवम् अपना सब काम छोडके उस फाइल को ओपन करके पढने लगता है उसेपढकेशिवम् के चहेरे पर एक स्माइल आ जाती है और अपने आपसे कहेता है “ओह् तो तुम इंडिया आ गए तो जल्द ही मिलते है ”
    फिर उस फाइल को अपने साथ लेके घर के लिए निकल जाता है |

    ||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||||

    आरोही ऑफिस से निकल के अपनी बाइक के पास जाती है तभी उसके फ़ोन में कॉल आती है |
    आरोही फ़ोन में फ़्लैश हो रहे नाम को पढके उसकेचहेरे पर एक हलकी मुस्कान आ जाती है|
    आरोही कॉल रिसीव करती है और सामने से कुछ बिना सुने वो बोलने लगाती है “तो आप आखिर इंडिया आही गयी न मेडम ”
    सामने श्रेया थी वो स्माइल के साथ कहेती है “तेरे बिना कही भी मन नहीं लगता था इसलिए जल्द ही इंडिया आ गए और आते ही तुजे कॉल किया मेरी जान आई रियली मिस यू ”

    आरोही नकली गुस्सा दिखाते हुए कहेती है “रहेने दे अपनी ये बटर पोलिस मेरे काम नहीं आएगी पिछले 1 महीने से तू इंडिया के बहार थी उपर से मुझे कह रही के कही मन नहीं लगता था ”

    श्रेया: “अब गुस्सा क्यों हो रही है यार तुजसे मिलना है 1 महिना हो गया हमने साथ में पार्टी नहीं की है तू ऑफिस से फ्री कब होगी चल आज शामको मिलते है वही अपने पब में ”

    आरोही: “हा मुझे भी तुम सबसे मिलना है वेसे मै किसी काम की वजह से मॉल जा रही हु फिर वहा से पब आ जाउंगी तुम लोग पब चले जाना ”

    श्रेया: “ठीक है तो पब में मिलते है बाय ”
    आरोही: “बाय”
    आरोही अपनी बाइक स्टार्ट करने को होती है तभी पीछे से आवाज आती है “रुक जाओ ”

    आरोही को वो आवाज जानी पहेचानी लगी तो वो बाइक से उतर के पीछे देखती है तो वहा विराज खड़ा था जो उसी की तरफ आ रहा था वही दूर पे रेहान अपनी ब्लैक मर्सिडीज़ के पास टेक लगाये खड़ा था और आरोही को देख रहा था तभी आरोही की नजरविराज के पीछे जाती है जहा रेहान खड़ा था और उसकेआस पास उसके 3 4 बॉडीगार्ड्स the |

    विराजआरोही के सामने आके आरोही की तरफ एक कार्ड देता है |
    आरोही सवालिया नजरो से विराज की तरफ देखने लगी जेसे पूछ रही हो की ये क्या है ...विराज समज गया था की आरोही क्या कहेना चाहती है तो वो आगे कहेता है“मेरी एंगेजमेंट 2 दिन बाद है तो तुम्हे जरुर आना है और मुझे कोई बहाना नहीं चाहिए ”
    आरोही सरप्राइज होकर कहेती है “वाह सर आपकी सगाई हो रही है कोंग्रच्युलेसंस” आरोही कार्ड लेके विराज की तरफ हाथ बढ़के कहेती है विराज भी आरोही को हाथ मिलाते हुए कहेता है “थैंक यू आरोही और ऑफिस के बाद मुझे सर मत कहा करो में तुम्हारा सर सिर्फ ऑफिस में ही हु...मुझे विराज कहो ”

    आरोही: “ओके सर ” आरोहीडायरेक्ट अपनी गलती सुधारते हुए कहेती है “मेरा मतलब है ओके विराज ”

    विराज स्माइल करता है |
    विराज: “आ जाना सगाई में आखिर तुम मेरी छोटी बहन हो भाई के सगाई में तोआना ही चाहिए ”
    आरोही: “अफ्कोर्स आउगी ”
    विराज: “ओके में चलता हु बाय”
    आरोही: “बाय” विराज वहा से चला जाता है आरोही अपनी तीखी नजरो से रेहान की तरफ देखती है जो उसे ही प्यार से देखे जा रहा था |
    आरोही अपने आपसे कहेती है “ये दोनों भाई कितने अलग है इसे देखके कोई नहीं कह सकता की ये दोनों भाई है जहा विराज सर पानी की तरह शांत है वही उसका भाई रेहान आग की तरह जलता हुआ जो हमेशा गुस्से के साथ घमंड लेके घूमता रहेता है अकडू कहिका उफ्फ्फ मुझे क्या में क्यों इसे इतना ओब्सेर्व कर रही हु ” आरोही अपने ख्यालो से बहार आके मॉल की तरफ बाइक ले लेती है |


    वही विराज रेहान के पास जाके कहेता है “कितना घूरेगा तू अब तो वो चली भी गयी वेसे मुझे समज नहीं आ रहा तू पहेली बार किसी लड़की से इम्प्रेस हुआ और ये पहेली लड़की है जो तुजसे इम्प्रेस नहीं हुई इंट्रेस्टिंग मजा आएगा तेरी लव स्टोरी देखने में वेसे वो तुजसे इतने गुस्से में क्यों देखती है ? ये बात मुझे समज नहीं आई क्या तुम दोनों पहेले से ही एकदुसरे को जानते हो?”

    रेहान: “नो विराज में उसे कल पहेलीबार मिला था सिग्नल पर उसका फेस कवर था और कुछ गुंडों के साथ फाइट कर रही थी......तभी देखा था मेने उसे पर उसने मुझे नहीं देखा था.....वो मुझे इतने गुस्से में क्यों देखती है मुझे वो ही समज नहीं आ रहा..... कल पता करना पड़ेगा आखिर बात क्या है ”

    विराज: “ठीक है तो तू कल low firm ही आएगा ना ”
    रेहान: “हां मुझे केश स्टडी करना है ”
    विराज: “ओके तो कल आरोही को तेरे पास भेज दूंगा पर एक बात याद रखना तू उससे गुस्सा नहीं करेगा......वरना में उसे तेरे पास नहीं आने दूंगा समजा ”

    रेहान: “अरे वाह उसे इस ऑफिस में आये हुए पुरे 2 दिन भी नहीं हुए और तुम उसकी तरफदारी कर रहेहो वो भीअपनेभाई के सामने जो 25 सालो से तुम्हारे साथ रहेता है ”

    विराज: “अरे मेरे भाई आरोही भी कभी न कभी हमारे घर में आएगी न तो वो भी हमारी फॅमिली ही है तो उसकी तरफदरी तो करना बनता है”
    रेहान विराज के कहेना का मतलब समज गया और ये सुनके की वो भी अपनी फॅमिली में आएगी ये सोचके उसके दिल को सुकून मिल रहा था और साथ ही अंदर बहुत खुश था |

    रेहान: “अच्छा अब घर चल वो लोग आगये होगे”

    विराज: “हा चलो ” रेहान के बॉडी गार्ड रेहान के कार का पिछला डोर खोलता है रहान बेठ जाता है और 4 गाड़िया हवामेशोर करते हुए जाने लगती है |

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    वही आरोही मॉल में किसी काम की वजह से गयी हुई थी वो आधे घंटे के बाद मॉल से बहार निकलती है तब वो काफी परेशान दिख रही थी |
    आरोही रस्ते से दूसरी साइड जा रही थी तभी उसकी नजर सामने से आ रही एक लड़की पे जाती है जो बिना आसपास दिखे रोडक्रॉस कर रही थी तभी आरोही की नजर सामने से फुल स्पीड से आ रही कार पे जाती है जो वो लड़की वहा से नहीं हटी तो उसका एक्सीडेंट हो सकता था आरोही का दिमाग तेज चलने लगा वो जल्दी से उस लड़की की बाजू को पकडके अपनी तरफ खीच लेती है और वो कार स्पीड से वहा से निकल जाती है|
    आरोही और वो लड़की दोनों साइड में गिर जाती है |
    आरोहीखड़ीहोती हैऔर उस लड़की को सहारा देकर खड़ी करती है फिर उस कार के पीछे लगे नंबर प्लेट पे एक नजर करती है वो वही देख रही थी तभी वो लड़की आरोही से कहेती है “थैंक यू आपने मेरी जान बचाई”
    तभी आरोही को याद आता है की उस लड़की ने क्या बेवकूफी की है वो डाटते हुई उस लड़की से कहेती है “दिमागख़राब है क्या आप का रोड क्रॉस करते टाइम आसपास देखना चाहिए अगर आपको में अपनी तरफ खिचती नहीं तो आपका एक्सीडेंट हो शकता था आपको पता भी है आपकी फॅमिली पे क्या बीतती अपना नहीं तो कमसे कम अपनी फॅमिली के बारे में तो सोचो ”
    आरोही काफी परेशान दिख रही थी ...........उसे ऐसे बोलते हुए देखके वो लड़की मुस्कुराने लगी |
    उस लड़की को मुस्कुराते हुए देखकर आरोही उससे कहेती है “आई ऍम सॉरी मेने कुछ ज्यादा ही बोल दिया प्लीज़ माफ़ कर दीजियेगा आपको कही चोट तो नहीं आई न ” आरोही उस लड़की को चारो तरफ देखते हुए कहेती है |

    वो लड़की आरोही हाथ अपने हाथ में रखके कहेती है “थैंक यू सो much मुझे कोई चोट नहीं आयी पर तुम्हारे हाथ पर खरोच आई है ” आरोही अपनी बाजू पे देखती है जहा खरोच आई थी और हल्का ब्लड भी दिख रहा था |

    आरोही: “ये तो चलता रहेता है आपको पैर में चोट तो नहीं आईना और आपके हाथ पर “ आरोही उस लड़कीका हाथ देखती है तो उसके हथेली पर खरोच आई थी और ब्लड भी निकल रहा था |

    आरोही: “आप अकेली आई है यहा?”
    वो लड़की : “हां वो 2 दिन बाद मेरी सगाई है तो शौपिंग करने आई थी ”
    आरोही: ” कोंग्रच्युलेसंस तो आप मेरे साथ चलिए में आपको डॉक्टर के पास लेके चलती हु आपकी हथेली से खून निकल रहा है ” आरोही उसका हाथ पकड़ते हुए कहेती है |

    वो लड़की : “अरे नहीं में खुद चली जाउंगी और डॉक्टर के पास जाने की जरुरत नहीं है इतनी भी चोट नहीं आई है ”
    आरोही: “अभी आपने कहा की आप की 2 दिन बाद सगाई है तो क्या आप अपनी सगाई पोस्पोन करना चाहती है ”
    वो लड़की : “अरे नहीं ऐसा कुछ नहीं है ”
    आरोही: “तो एक बार डॉक्टर को दिखा दीजिये चलिए मेरे साथ एक तो आप अकेली है और उपर से अँधेरा भी हो गया है आप अकेली कहा जाएगी ”
    वो लड़की : “अरे नहीं में घर से अभी कार मंगवा लुंगी तुम टेंसन मत लो ”
    आरोही: “आपकोमुजभरोसा नहीं है ?”
    वो लड़की : “केसी बात कर रही हो तुमने मुझे बचाया है में केसे तुम पर भरोसा न करू”
    आरोही: “तो आप मेरे साथ चलिए में आपको घर छोड़ दूंगी मगर पहेले डॉक्टर के पास ठीक है ”
    वो लड़की हसके कहेती है “ओके ठीक है ”

    आरोही उस लड़की को पहेले डॉक्टर के पास लेके जाती है वहा पट्टी कराके हॉस्पिटल से बाहर निकलती है |

    आरोही: “मुझे एड्रेस दीजिये में आपको घर घर छोड़ दूंगी वेसे आपका नाम क्या है ?”
    वो लड़की : “सुहानीऔर.....” वो इतना ही बोली तभी उसका फ़ोन रिंग करता है |
    आरोही: “आप बात कीजिये में मेडिसिन लेके आती हु ” आरोही मेडिसिन लेने चली जाती है |

    सुहानी कॉल रिसीव करती है तभी सामने से आवाज आती है “कहा हो बेटा आप कब आ रही हो ?”
    सुहानी: “मोम बस अभी घर आई रस्ते में ही हु ”
    सामने: “तुम कार क्यों लेकर नहीं गयी तुमको कितनी बार कहा है की ऐसे अकेले मत जाया करो ”
    सुहानी: “डोंट वार्री मोम आप टेंसन मत लीजिये में अभी घर आ रही हु तभी बात करते है ”
    सामने से : “जल्दी से आजा रखती हु बाय ”
    सुहानि: “बाय” सुहानी कॉल रखती है तभी आरोही भी वहा आ जाती है |
    सुहानी उसका हाथ पकडके कहती है : “थैंक यू सो much तुमने मेरी बहुत हेल्प करी है ”
    आरोही: “ऐसा क्यों बोल रही है आप आपकी जगह कोई भी होता तो भी में यही करती ”
    सुहानी: “तुम मुझे आप मत कहो तुम कहेके बुलाओ वेसे भी मेरी कोई बहन नहीं है और जिस तरह से तुमने मुझे डाटा मुझे लगा मुझे मेरी बहन डाट रही है ”
    आरोही: “आपपर खीज करी इसलिए सॉरी और आप मुझे अपनी बहन ही मान लीजिये जिससे में अपनी बड़ी बहन को उसकी लापरवाही की वजह से डाट भी शकू”
    सुहानी हसने लगती है और कहेती है : “तुम कितनी प्यारी हो और काइंड भी हो ”
    आरोहीभी हस्ते हुए कहेती है : “आपभी आज मुझे मेरी बहन मिल गयी और आपको भी मेरे पास भी कोई बहन नहीं है अब चले की यहाँ ही रुकने का इरादा है ”
    सुहानी: “अच्छा चलो में तुम्हे रास्ता बताती हु मेरे घरका ”
    दोनोंघरकी तरफ निकल जाती है |
    दोनोंएक बड़े से मेंशन में इंटर करती है.....बहुत बड़ा मेंशन था गार्डन से होते हुए एक फाउंटेन राउंड लेकर मेंशन के सामने बाइक रोकतीहै......आरोही सब देखके हेरान रह जाती है वो बाइक से उतर कर सुहानी से कहेती है “तुम यहाँ रहेती हो ?”
    सुहानी: “ये मेरा ससुराल है 2 दिन बाद सगाई है तो कल यहाँ रहेने के लिए आगयी थी चलो अंदर सबसे मिलवाती हु ”
    आरोही: “नहीं नहीं मेरे फ्रेंड्स मेरा वेट कर रहे है में चलती हु मुझे देर हो रही है ”
    सुहानी आरोही का साथ पकडके कहेती है “अरे ऐसे केसे तुमने मेरी इतनी हेल्प करी है और तुमको अपने घर के सामने से ऐसे ही थोड़ीना जाने दे शकती हु चलो अंदर ” सुहानी आरोही का हाथ पकडके अंदर लेजाती है |

    दोनों अंदर जाती है मेन एंट्रेस पर थोडा आगे चलके हॉल में आती है....हॉल बहुत बड़ा था हाल से चलते हुए अंदर एक लिविंग रूम था हॉल में बड़े राउंड शेप में सोफे लगे हुए the वाल पर एक led स्मार्ट tv लगा हुआ था ......सब जगह महंगे शोपीस रखे हुए the उसका इंटीरियर ग्रे और वाइट कलर का था बाहुत ही एंटिक और यूनिक डिजाईन थी | वहा कोई नहीं दीखता हॉल के बिच एक मछली का फाउंटेन था बहुत ही खुबसूरत था | आरोही चारोतरफ अपनी नजर करती है उसने ऐसा पहेली बार इतना बड़ा घर देखा था |
    तभी पीछे से किसीकी आवाज आती है : “सुहानी ये क्या है ?”







    थैंक यू guysss ................प्लीज़ like share and comment कीजिये .............

  • 18. The Great Mafia Love - Chapter 18

    Words: 2909

    Estimated Reading Time: 18 min

    Ch – 18
    “आरोही मल्होत्रा मेंशन में…..!”

    दोनों अंदर जाती है मेन एंट्रेस पर थोडा आगे चलके हॉल में आती है....हॉल बहुत बड़ा था हाल से चलते हुए अंदर एक लिविंग रूम था हॉल में बड़े राउंड शेप में सोफे लगे हुए the वाल पर एक led स्मार्ट tv लगा हुआ था ......सब जगह महंगे शोपीस रखे हुए the उसका इंटीरियर ग्रे और वाइट कलर का था बाहुत ही एंटिक और यूनिक डिजाईन थी | वहा कोई नहीं दीखता हॉल के बिच एक मछली का फाउंटेन था बहुत ही खुबसूरत था | आरोही चारोतरफ अपनी नजर करती है उसने ऐसा पहेली बार इतना बड़ा घर देखा था |
    तभी पीछे से किसी की आवाज आती है : “सुहानी ये क्या है ?”

    किसी की आवाज सुनके आरोही और सुहानी पीछे मुडकेदेखती है |
    सामने एक औरत खड़ी थी और वो सुहानी के हाथ पर परेशानी वाले भाव के साथ देख रहीथी|
    वो औरत और कोई नहीं सीमा जी थी |
    सीमाजी सुहानी के पास आकर उसका हाथ अपने हाथ में लेकर परेशानी से देख रहीथी और कह रही थी “ये क्या हुआ सुहानी तुम्हे चोट केसे लगी बेटा”

    आरोही उन दोनों को देख रही थी वो सीमाजी का डर साफ साफ महसूस कर रही थी वो मासूमियत से सीमाजी की और देखे जा रही थी उसे देखके उसे अपनी माँ याद आ गयी जो कभी उसकी परवाह नहीं करती थी | आरोही की आँखे नम हो गयी |

    सुहानी: “अरे मोम इतनी बड़ी चोट भी नहीं है वो तो अच्छा हुआ इसने मुझे बचा लिया वरना आज मेरा एक्सीडेंट हो जाता ”

    एक्सीडेंट कि बात सुनके सीमाजी घबरा गयी और सुहानी को देखने लगी और सुहानी की उपर से निचे तक देखकर कहेती है “बीटा तुम्हे चोट तो नहीं आई ना तुम ठीक तो हो न में अभी डॉक्टरको कॉल करके बुलवाती हु ”
    सुहानी सीमा जी का दूसरा हाथ पकड़ते हुए कहेती है “अरे मोम टेंसन मत लीजिये में हॉस्पिटल से सब चेक करवा कर ही आई हु और इसने मेरी हेल्प की है ” फिर सुहानी पहेलें लेकेर सब कुछ सीमा जी को बता देती है |
    सुहानी की बात का अब सीमाजी को रियलाइज हुआ की किसी ने सुहानी की हेल्प की और वो वही ही खड़ी है |
    सीमाजी सुहानी के पास खड़ी आरोही की तरफ प्यार से देखती है और उसके पास जाकर आरोही के दोनों हाथ पकड़कर उसकी आँखों में देखकर कहेती है “थैंक यू सो much बेटा तुमने मेरी बेटी को बचाया तुम्हारा एहसान हे मुज परबेटा”
    आरोही सीमाजी की बात पर काफी इमोशनल हो गयी थी उसने सीमाजी से कहा “कैसी बात कर रही है आप आंटी ये तो मेरा फर्ज है अगर उसकी जगह कोई और होता तो भी में उसकी हेल्प करती आप मुझे थेंक्स मत कहिये ”

    आरोही की आँखे सीमाजी को देखकर नम हो गयी थी |
    सुहानीउन दोनों के पास आती है |
    सीमाजी आरोही के सर पर हाथ रखकर कहेती है “हमेशाखुश रहो बेटी”
    सीमाजी सुहानी की तरफ इशारा करते हुए आरोही से कहेती है “सुहानी मेरी बहु कम बेटी ज्यादा है 2 दिन बाद मेरे बड़े बेटे के साथ इसकी सगाई होने वाली है तुम जरुर आना बेटी अगर तुम आओगी तो मुझे बहुत ख़ुशी होगी ”
    आरोही: “जरुर आऊँगी आंटी मुझे तो पहेले लगा था की आप सुहानी की मोम है पर आपके कहने के बाद मुझे पता चला की आप इसकी सास है ”
    तभी सुहानी कहेती है : “ये मेरी सास कम माँ ज्यादा है मुझे कभी सास वाला फील ही नहीं हुआ ”

    आरोही: “बहुत लकी है आप.....आप जेसा नसीब सबको मिले इतनी अछि सास सबको नहीं मिलती”
    सीमाजी: “तुम को भी अच्छी सास मिलेगी बेटाजो तुम्हे माँ की तरह प्यार करेगी ”
    आरोही: “थैंक यू आंटी अब में चलती हु मुझे लेट हो रहा है मेरे फ्रेंडस मेरा वेट कर रहे है ”
    सीमा जी आरोही का हाथ पकड़ते हुए कहेती है : “अरे ऐसे केसे जा शकती हो डिनर करके ही में तुम्हे जाने दूंगी चलो हमारे साथ ”

    आरोहीका हाथ जो सीमाजी ने पकड़ा हुआ था वो छुडाते हुए कहेती है “अरे नहीं आंटी मुझे लेट हो रहा है में नहीं रुक शकती प्लीज़ ”

    सुहानी: “देखो तुम्हे रूकना ही होगा तुमने मेरी इतनी मदद की है में ऐसे केसे तुम्हे जाने दू और आज हमने बहेनो वाला रिश्ता बनाया है तुम इतनी जल्दी भूल केसे गयी अब अपनी बड़ी बहन की बात नहीं मानेगी तू ”

    आरोही: “सॉरी सुहानी मेरे फ्रेंड अब तक कितने कॉल्स कर चुके है.....वो मेरा वेट कर रहे है मुझे जानाहोगा में अगली बार जरुर तुम्हारी बात मानूंगी....प्लीज़ अभी जाने दो मुझे ”
    सीमा जी : “नहीं हम तुम्हारी कोई बात नहीं सुनेगे तुम्हे रुक्नाही पड़ेगा फाइनल हो गया ”
    आरोही: “प्लीज़ आंटी नेक्स्ट टाइम जरुर आउगी पक्का”
    सीमा जी अपना एक हाथ आगे करके आरोही से कहेती है “प्रॉमिस करो तुम हमसे मिलने आओगी ”

    आरोही उसके हाथ पर अपना हाथ रख कर कहेती है “प्रॉमिस”
    सीमा जी : “ठीक है इसबार जाने दे रही हु नेक्स्ट टाइम जाने नहीं दूंगी ओके” सीमा जी हस्ते हुए आरोही से कहती है वही ये सुनके तीनो हसने लगती है |
    आरोही: “ओके आंटी अब में जाऊबाद में मिलूंगी बाय ”
    सुहानी आरोही के गले लगाती है फिर सीमा जी आरोही के गले लगते हुए कहेती है “बीटा तुमसे मिलके अच्छा लगा”
    ऐसे ही गले लगते हुए आरोही कहेती है “मुझे भी आपसे मिलके बहुत अच्छा लगा अगली बार आपसे मिलने में जरुर आउगी ”
    सुहानी: “अपना ये प्रॉमिस तोडना मत समजी ”
    आरोही: “ओके ओके समज गयी बाय” आरोही उन दोनों से बाय कहेके चली जाती है |

    आरोही अपने बाइक की तरफ चली जाती है |

    वही हॉल में सीमा जी सुहानी से कहेती है “कितनी प्यारी बच्ची है बिल्कुल तुम्हारी तरह ”
    सुहानी सीमाजी को जवाब देते हुए कहेती है “हा मोम बहुत ही अच्छी लड़की है ऐसे लोग आज के जमाने में मिलते ही कहा है , वहीये एक अनजान को हेल्प करने वाली लड़की है जो अपने प्यार से सबको अपना ब्नालेती है मेंइसके साथ 2 घंटे रही पर मुझे ऐसा लगा ही नहीं के में अभी ही इसे मिली हु मुझे लगा में बरसो से इसे जानती हु ”

    सीमा जी : “हां सही कहा तुमने बेटा पर उसका नाम क्या है मेने तो तुमसे पूछा ही नहीं ”
    तभी सुहानी को याद आया की इतनी सारी बाते उसने आरोही के साथ करी पर उसने नाम तो पूछा ही नहीं |
    सुहानी: “मोम मेरे दिमाग में ही नहीं आया में तो उसका नाम पूछ न ही भूल गयी ”
    सीमा जी सुहानी के पास आकर उसके सर पर हाथ रखकर कहेती है “कोई बात नहीं बेटा अगली बार मिले तो पूछ लेना अब तुम टेंसन मत लो और फ्रेश होकर आराम करो तुम थक गयी होगी और अभी सब आते ही होगे विराज के चाचा चाची आने वाले है तुम्हे वो बहुत याद कर रहे the उसके आने के बाद तुम्हे आराम करने का टाइम नहीं मिलेगा इसलिए तुम अभी जाओ और आराम करो ”

    सुहानी: “ओके मोम वो लोग आ जाये तो मुझे बताना मुझे भी बेसस्ब्री से इंतज़ार है उनका कितने दिनों बाद उसे में मिलूंगी ”
    सीमा जी : “ओकेबेटा अब जाओ ”
    सुहानी वहा से चली जाती है |

    आरोही बाइक लेकर जेसे ही गेट के पास से निकलती है तभी उसके साइड से 4 कार्स निकलती है उसमे रेहान और विराज the आरोही साइड से निकल ही रही थी तभी रेहान की नजर साइड से निकते हुए बाइक को देखा फिरवो सोचने लगा ये बाइक यहाँ केसे हो सकती है |

    तभी रेहान के बॉडी गार्ड ने रेहान की साइड का दरवाजा खोला रेहान बहार निकलके सीधे गेट की तरफ दौड़ के गया उसे ऐसे जाते देख सभी हेरान रह गये की ऐसा क्या हुआ तभी रेहान के सभी बॉडी गार्ड्स विराज और उसके बॉडी गार्ड्स वहा आ गये और विराज ने रेहान के कंधे पर हाथ रखते हुए कहा “क्या हुआ रेहान कोई प्रॉब्लम हुई है तुम ऐसे केसे भागे कुछ हुआ है क्या ” विराज परेशान होते हुये कहेता है |

    रेहानविराज की तरफ देखकर कहेता है “कुछ नहीं हुआ मुझे लगा की यहाँ से कोई बाइक लेकर गया शायद में उसे जनता हु ”
    विराज परेशान हो गया वो घबरा ते हुए रेहान से पूछा “क्या वो हमारा दुश्मन था ?”
    रेहान विराज को रिलैक्स करते हुए कहेता है“रिलैक्स भाई दुश्मन नहीं दिल का दोस्त लगा ” रेहान आँख विंग करते हुए विराज से कहेता है |

    रेहान को ऐसे मस्ती करते देख विराज रिलैक्स हुआ और कहा “क्या यार मेतो घबरा ही गया था मुझे लगा कोई यहाँ जासूसी कर रहा है “

    रेहान: “ऐसा कुछ नहीं है चलो अंदर अब ”
    दोनोंअंदर की तरफ जा ही रहे the तब मेन gate से 4 कार्स इंटर हुई |
    उस कार को देखकर विराज और रेहान के चहेरे पर हलकी स्माइल आ गयी जेसे वो जनते the की वो किस की कार्स है |
    तभीपहेली कार मेसे बॉडी गार्ड्स निकलते है दूसरी मेसे विनय जी बहार नकलते है और उसके साथ एक आधेद उम्र के आदमी और औरत निकलते है |
    ये है विराज और रेहान के चाचा चाचीदोनों ही बहुत अच्छे इंसान है दोनों का एक बेटाहै वो उनके बेटे से ज्यादा रेहान और विराज से प्यार करते the उनके चाचा का नाम राजीव मल्होत्रा और चाची का नाम मीनाक्षी मल्होत्रा मीनाक्षी बहुत ही अच्छी थी साफ दिल था उसका एक ही नजर में सबको अपना बना लेती थी |

    वहीतीसरी कार ब्लैक लेम्बोर्गिनी मेसे एक डैशिंग और हन्द्सम लड़का कार से बहार आता है उसने वाइट शर्ट और ब्लैक जीन्स पहना था फोमल लुक में भी बहुत ही हन्द्सम लग रहा था | बाल जेल से सेट किये हुए the | गोरा चहेरा और उसपे हलकी बियर्ड....उसकी पर्सोनालिटी को काफी मैच करती थी |
    (येहै विनय जी के सबसे छोटे भाई का बेटा नीरव मल्होत्रा , विनय जी के 2 भाई the सबसे बड़े विनय जी the उसके बाद राजीव उसका भाई था और उसका एक बेटाथा...... विनय जी का दूसरा भाई और भाभी की कार एक्सीडेंट में मौत हो गयी थी वो इस दुनिया में नहीं है पर उसके एक बेटा और एक बेटी है उसकाबेटा उसके बड़े पापा यानी की राजीव जी के साथ ऑस्टेलिया में bussinessसंभालता था और उसका भी एक bussiness ऑस्टेलिया में ही था , उसकी उम्र २३ साल थी सवभाव बहुत ही मजाकिया था सब के साथ हसी मजक करने वाला और लडकियों से फ्लर्ट भी बहुत करता था लडकिय उसके पीछे पागल थी और वही नीरव लडकियों से फ्लर्ट करता फिरता था पर कभी किसी भी लड़की का दिल नहीं तोडा था या कभी किसिस को धोका नहीं दिया था | वो अपने तीनो भाई से बहुत प्यार करता था वही विराज रेहान भी उसको बहुत प्यार करते the|उसकी एक छोटी बहन भी थी जो लंडम में स्टडी कर रही है वो in 4 भाई की एक लौटी बहन थी चारो भाई उस पर जान छिडकते है )

    नीरव अपनी कार से निकलके अपने बड़े पापा और और बड़ी माँ के पास आकर खड़ा हो जाता है |
    विनय जी और सीमा जी नीरव और उसकी बहन को जान से भी ज्यादा प्यार करते the उसने कभी अपने देवर के बेटे के तौर पर नहीं माना...... उसने नीरव और उसकी बहन को अपनी औलाद मानके प्यार किया था .....उसकी बहन 1 साल की थी तब से उसके माँ-बाप इस दुनिया में नहीं है उसके जाने के बाद सीमा जी और विनय जी ने उन दोनों को बड़ा किया प्यार दिया नीरव विनय जी और सीमा जी को मोम डेड कहके ही बुलाता था क्योकि ये विनय जी और सीमा जी ने ही कहा था | और राजीव जी और मीनाक्षी जी जबउनकी सादी हुई तब से ऑस्ट्रेलिया में ही रहते the जब नीरव को कोलेज की स्टडी करनी थी तब राजीव जीने आगे की स्टडी करने के लिए उसको ऑस्ट्रेलिया बुला लिया था तभी से नीरव वहा ही रहता था और स्टडी के साथ अपना बिज़नस और उसके बड़े पापा का bussiness संभालता था |

    राजीब जी और मीनाक्षी जी बारी बारी सबको गले लगा कर मिलते है और घर के अंदर चले जाते है तभी सामने से सीमा जी ख़ुशी से चलके आ रही थी मीनाक्षी जी जल्दी से सीमा जी के गले लग जाती है |
    मीनाक्षी जी उससे अलग होकर कहेती है “कैसीहै आप दीदी ”
    सीमा जी ख़ुशी से कहेती है “में तो बहुत ही अच्छी हु तू कैसी.... कितने साल बाद मिल रहे है ”
    मीनाक्षी: “में भी बहुत अच्छी हु अब तो आप सास बन्ने वाली है दीदी आपको प्रमोशन दे रहे है आपके बेटे ”
    तभी विराज उससे कहेता है : “येप्रमोशन तो आपको भी मिल ना चाहिए चाची” तभी नीरव पीछे से आगे आकर कहेता है “ये तो आप भूल ही जाये भाईउसको देख कर लगता है की कभी भी बड़ी माँ को प्रमोशन मिल सकता है वो तो अपने रेहान भैया की तरह ही है कभी लडकियों को अपने सामने भी नहीं आने देता ”
    तभी रेहान गुस्से से नीरव की तरफ देखता है उसे गुस्से में देखकर नीरव अपने मजाकिया अंदाज में कहेता है “देखो केसे घुर रहे है मुझे अभी भी वेसा ही गुस्सा है इनका इनके गुस्से से कभी लडकिया इनके सामने भी नहीं आती डर के मारे छुप जाती है आपसब भूल ही जाए रेहान भाई और हमारे दुसरे भाई की शादी की बात को ”

    रेहान नीरव के पास आके उसके अपने हाथो से नीरव के कंखो को घेर के कहेता है “तू अभी भी नहीं सुधरा है वेसे का वेसा ही है तो ठीक है तेरी भी सर्विस करवा देता हु जिससे तुम्हारा ब्रेन वोश हो जाए ” रेहान एरोंगेत से नीरव से कहेता है नीरव को अब रेहान से डर लग रहा था वो जल्दी से रेहान के हाथ को छुड़ाके सीमा जी के पीछे छूप जाता है और सीमा जी से कहेता है “मोम देखो न भाई मुझे आते ही मार ने की बात कर रहे है ”
    सीमा जी रेहान की तरफ अपनी आँखे दीखाते हुए रेहान से कहेती है “रेहान आते ही मेरे बच्चे को क्यों डरा रहा है , कुछ भी मत कहेना उसे समजा वरना में तुम्हारी शादी मेरे दोस्त की बेटी कामिनी से करवा दूंगी वो भी जबरदस्ती ”
    रेहान को अब बहुत गुस्सा आ गया वो गुस्से में कहेता है : “इस दुनिया की वो आखरी लड़की भी हुई न तो भी में उससे शादी नहीं करूँगा और उस का नाम मेरे सामने दुबारा मत लीजियेगामोमआई हेट थिस गर्ल”

    विराज अपनी मोम के पास आकर कहेता है : “डोंट वार्री मोम रेहान जरुर शादी करेगा अब वो दिन भी दूर नहीं आप बस थोडा वेट कीजिये ”विराज शरारत करता हुआ रेहान की तरफ एक आँख विंग करता है |

    वही रेहान विराज को खा जानी वाली नजरो से देख रहा था और विराज उसको देखकर मुस्कुराये जा रहा था |
    तभी विनय जी सबसे कहेते है अब यही खड़े रहेने का इरादा है या अंदर भी जाना है |
    सभी हस्ते हस्स्ते अंदर चले जाते है |
    अंदर जाते ही सब हाल में बैठते है तभी मीनाक्षी जी सीमा जी से कहेती है “अरे हमारी होनेवाली बहु कहा है कितना टाइम हो गया उससे मेने देखा नहीं मुझे उससे मिलना है ”
    तभी सीमा जी को याद आया तो उसने सब से कहा “हांवो अपने रूम में है आराम कर रही है अभी बुलाके लाती हु ”

    विराज ये सुनके सोचने लगता है की आराम कर रही है से क्या मतलब है क्या उसकी तबियत ठीक नहीं है तभी विराज अपनी मोम से कहेता है “आराम कर रही मतलब क्या है क्या उसे....”
    सीमा जी विराज की बात समज ते हुए कहेति है“ठीक है ज्यादा कुछ नहीं हुआ उसका एक्सीडेंट हो गया था पर उसे चोट नहीं आई है ”
    ये सुनके सब शोक हो गए की सुहानी का एक्सीडेंटहुआ|
    विराज सोफे से खडा हो जाता है और गुस्से से सीमा जी की तरफ देखकर कहेता है “एक्सीडेंट हुआ और उसको कुछ नहीं हुआ से क्या मतलब है मोम मुझे साफ साफ़ बताइए ”

    फिर सीमा जी सब बात सब को बता देती है की आरोही ने उसे बचाया था और उसको हॉस्पिटल लेकर गयी थी सब कुछ बता देती है |
    सब सुन ने के बाद सब रिलैक्स होजाते है |
    विराज: “वो लड़की कोन थी ?”
    सीमा जी : “वोमें और सुहानी दोनों उसका नाम पूछना भूल गये अब अगली बार मिलेगी तो जरुर यहाँ लेकर आउगी ”

    राजीव जी : “अच्छा हुआ उस लड़की ने सुहानी को बचा लिया वरना क्या ही हो जातावो तो सुक्रिया है भगवान का की उस लड़की को वहा भेज दिया ”
    विराज भी उसकी बात को अग्री करता हुआ कहेता है “आप सही कह रहे है चाचू.....मोम में उसे देखकर आता हुऔर उसे लेकर निचे आता हु ”

    सीमा जी : “हा उसे लेकर आओ में डिनर लगवाती हु ”
    सभी अपने अपनी बाते कर रहे the पर रेहान अपने ही ख्यालो में खोया हुआ था जो थोड़ी देर पहेले ही उसने गेट के पास बाइक देखि थी ये सब सुनके उसको अंदाजा हो गया की कही न कही ये आरोही ही थी क्योकि रेहान ने आरोही की बाइक लेकर जाते हुए उसने ऑफिस में देखा था वो आरोही की बाइक को पहेचान गया था | ये यकीं होते ही की आरोही उसके घर आई थी ये सोचते ही उसको बहुत ख़ुशी हो रही थी तभी उसके चहेरे पर हलकी स्माइल आ गयी पर कोई था जो कबसे रेहान को ही देख रहा था और उसे स्माइल करते हुए भी देखा|




    हेल्लो guysss आपको मेरी स्टोरी पसंद आये तो like comment share कीजियेगा
    अगलाचैप्टर जरुर पढियेगा|
    थैंकयू guyssss ....................

  • 19. The Great Mafia Love - Chapter 19

    Words: 2345

    Estimated Reading Time: 15 min

    Ch – 19
    “ That’s my girl….!!”

    सभी अपने अपनी बाते कर रहे the पर रेहान अपने ही ख्यालो में खोया हुआ था जो थोड़ी देर पहेले ही उसने गेट के पास बाइक देखि थी ये सब सुनके उसको अंदाजा हो गया की कही न कही ये आरोही ही थी क्योकि रेहान ने आरोही की बाइक लेकर जाते हुए उसने ऑफिस में देखा था वो आरोही की बाइक को पहेचान गया था | ये यकीं होते ही की आरोही उसके घर आई थी ये सोचते ही उसको बहुत ख़ुशी हो रही थी तभी उसके चहेरे पर हलकी स्माइल आ गयी पर कोई था जो कबसे रेहान को ही देख रहा था और उसे स्माइल करते हुए भी देखा|

    वो नीरव था जो कबसे रेहान के हर एक्सप्रेशन नोटिस कर रहा था ....वो उठके रेहान के पास गया और उसके कंधे पर हाथ रख कर कहेता है “क्या हुआ भाई आज पहेली बार आपको हस्ते हुए देख रहा हु कही ऐसा तो नहीं की सुहानी भाभी के एक्सीडेंट की बात सुनके आप को सदमा लगा है या फिर ऐसा भी हो सकता है की आपको कोई लड़की पसंद आ गयी है ?”
    ये सुनके रेहान नीरव की तरफ घुर के देखता है उसको गुस्सा आने लगा था |
    रेहान को ऐसे घुर के देखने से नीरव थोडा डर गया और वहा से खड़े होकरडाइनिंग टेबल की तरफ जाते हुए रेहान से कहेता है “मैंने जो कहा वो जरुर सोचना भाई ” और हसके वहा से दूर चला जाता है |

    रेहान गुस्से से उसको जाता हुआ देख रहा था |

    सब लोग डाइनिंग टेबल पर डिनर कर ने बेठे the विराज भी सुहानी को लेकर आ गया था सब लोग सुहानी के हालचाल पूछ रहे the |

    रेहान जो शांति से डिनर कर रहा था वो राजीव जी की तरफ देख कर कहेता है “वो कब आ रहा है ? परसों एंगेजमेंट है ”
    राजीवजी अपने हाथ में पकड़ी स्पूनको प्लेट में रखते हुए कहेते है “वो परसों सुबह आ जायेगा कुछ जरुरी काम आ गया था इसलिए अभी हमारे साथ नहीं आ शकावो लंडन गया हुआ है ”
    विराज: “तो वो लंडन गया है तो उसे कहके हमारी चिकि को भी साथ ले आये वेसे तो मेने चिकिसे बात की थी पर उसने कहा मेरे अस्सिग्मेंटसबमिसन है तो वो नहीं आ शकती पर में सोच रहा था वो अस्सिग्मेंट बाद में भी तो सबमिट कर शकती है ”

    रेहान: “हा ऐसा भी हो शकता है.... उसके कोलेजके ओनर को में अच्छे से जानता हु में उससे बात करता हु ”

    राजीव: “हां ये ठीक रहेगा आखिर तुम सब की एक लौती बहन है वो विराज की एन्गेमेंट में उसे आना ही चाहिए ”

    रेहान: “में चिकि से बात करता हु आप सब लोग उसे कुछ मत कहियेगा में सब संभल लूँगा और वो परसों हमारे साथ भी होगी ”
    रेहान का डिनर ख़त्म हो गया था तो वो उठके वहा से अपने रूम में जाता है और रूम की बालकनी में जाके वहा झूले पे बैठके कुछ सोचने लगता है उसे देखके ऐसा लग रहा था जेसे वो गहरी सोच में है फिर एक जटके से उसे कुछ ख्याल आया और उसने अपने फ़ोन में से किसी को कॉल किया |
    सामने से कॉल रेसिवहुआतोरोनी की आवाज आई “हेल्लो बॉस”

    रेहानडायरेक्ट कहेता है “वो कहा है अभी ?”
    रोनी: “वोअपने दोस्त के साथ पब में है मेरे आदमी उसको प्रोटेक्ट कर रहे है ”
    रेहान: “ध्यान रहे उसे या मेरी फॅमिली को कुछ पता नहीं चलना चाहिए वरना प्रॉब्लम हो जाएगी में अभी उसे मिलने पब में जाता हु तुम वहा प्रोटेक्शन रखो ”
    रोनी: “ओके बॉस हो जायेगा ”
    रेहान कुछ बोले बिना कॉल कट करता है और बाल्कनी से बहार की तरफ चलके डायरेक्ट घरसे अपने ड्राईवर और बॉडी गार्ड के साथ पब के लिए निकल जाता है |

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    आरोही अपने फ्रेंड्स के साथ एन्जॉय कर रही थी |
    वही पब में कोने में एक लडके की दोनों तरफ लड़किया बेठी हुई थी,...आगे के सोफे पे लड़किया और लड़के बेठे हुए the और ड्रिंक कर रहे the उसे देखके लग रहा था जेसे कोई बड़े घर के आवारा लडके और लडकिया है |
    वहीपब में सोंग चल रहे the लडके लड़किया डांस कर रहे the वही आरोही ड्रिंक बार में एक सॉफ्ट ड्रिंक पि रही थी और उसके बाजु में जिया और उसके दोस्त बेठे हुए the ......श्रेयाऔर मीशा काफी टाइम बाद आरोही और जिया से मिली थी तो वो लोग बहुत खुश the और आपस में बाते कर रहे the |
    श्रेया अपनी ड्रिंक का ग्लास बार पर रखते हुए कहेती है “चलो यार डांस करते है बहुत मजा आएगा ”
    आरोही: “चल” आरोही डायरेक्ट खड़ी हो जाती है क्योकि आरोही को डांस करना बहुत पसंद था वो कभी ड्रिंक नहीं करती थी पर वो पब में हमेशा डांस करने के लिए आती थी |
    आरोही,श्रेया,जिया और मीशा चारो डांस करने लगती है |
    तभी पब में एक डैशिंग पेर्सोनाल्लिटी वाला लड़का इंटर होता है उसकी नजर डायरेक्ट आरोही पर जाती है उसे देखके वो लड़का काफी सरप्राइज़ हो गया वहा आरोही डांस के पेर्फक्ट मूव्स कर रही थी पब में जितने भी लडके the वो नशे शे उसको देख रहे the आरोही ने अभी ब्लैक शॉर्ट्स और रेड शोर्स टॉप पैरो में ब्लैक हाई हील शूज़ पहने the वोकमाल की लग रही थी जब से आरोही पब में आई थी तब से पब के सारे लडके उसे देख रहे the वही लड़किया जल बून कर राख हो रही थी |
    वो लड़का और कोई नहीं रेहान था वोबार काउंटर पर बेठ जाता है और आरोही को देखने लगता है तभी आरोही के पास एक लडका आता है जो आरोही के साथ डांस करने को कहेता है |
    तो आरोही उसको मना कर देती है और उससे दूर रहने को कहेती है पर वो मानता नहीं और आरोही के पीछे खड़े होकर डांस कर रहा था और आरोही को टच करने की कोशिश कर रहा था | ये बात आरोही को पता थी वही रेहान उस लडके को गुस्से से घुर रहा था | उससे बिलकुल अच्छा नहीं लग रहा था की कोई लड़का आरोही को ऐसे देखे और उसे टच करे वो खड़ा होने को ही हुआ की तभी वो चौक गया |

    वो हैरानी से आरोही की तरफ देखने लगा | हुआ ये की वो लड़का जेसे ही आरोही को टच करने को हुआ आरोही ने बड़े ही सफाय से उसकी कलाई पकड़ी और उसका हाथ मोड़ दिया वो लड़का दर्द के मरे चीख पड़ा पर पब में इतना साउंड था की किसि को भी उसकी आवाज नहीं सुनाईदी पर रेहान उसे देखके स्माइल करके कह्वेता है “thats माय गर्ल ” और एक डेविल स्माइल करता है |

    वही आरोही के पास जिया आती है उसे कहेती है “आरोही छोड़ इसी यहाँ तू तमाशा करना चाहती है “
    आरोही उस लड़के के हाथ पकड़ते हुए ही जिया से कहेती है “ये लड़का मुझे टच कर रहा था और तू मुझे कह रही है में इसे छोड़ दू कभी नहीं इसे तो अभी बहार ले जाकर अच्छी धुलाई करुँगी तभी इसका दिमाग ठिकाने आएगा ”
    जिया कुछ कहेती इसे पहेले ही आरोही उस लडके को खीचते हुए उसे ले जाती है उसके पीछे श्रेया और मीशा भी जाती है वही रेहान उसे जाते हुए देख कर खड़ा होता है | जियाभी वहा से जाने को हुई थी की तभी किसी ने उसका हाथ पकड़कर उसे खीचके एक कोने में लेकर गया जिया जेसे ही चीख ने को हुई तो उसने उसके मुह पे हाथ रख दिया और जिया की आवाज गले में ही रह गयी |
    जिया आपनी आँखे खोल के देखती है तो सामने रेहान खड़ा था रेहान ने जिया को खीचा था |

    रेहान को देखते हि जिया को मानो सास ही नहीं आ रही थी वो काफी हद तक डर गयी थी और घबरा रही थी रेहान उसके मुह से अपना हाथ हटाया ..... जिया को गुस्से से घुर रहा था और जिया डर के मारे कांप रही थी वो हकलाते हुए कहेती है “आप....”
    रेहान गुस्से से चीखते हुए कहेता है “हां में तुजे क्या लगा मुझे पता नहीं चलेगा मुझे सब पता है जब से तुम यहाँ हो ”

    जियाको अब रोना आ रहा था वो रेहान से कहेती है “आपको केसे पता चला की में इंडिया में हु ”

    रेहान: “तुमइंडिया से बहार कब गयी जो ऐसे पूछ रही हो तुम्हेक्या लगा तुम सब को बेवकूफ बनाके यहाँरहोगी और किसी को पता नहीं चलेगा तुम जबसे झूठ बोलकर गयी हो तबसे मुझे पता है समजी, तुम सब को धोखा दे रह थी तुम्हे पता है सब को जब तेरी इस हरकत के बारे में पता चलेगा तब क्या होगा ”

    जिया रेहान का हाथ पकड़ते हुए कहेती है “प्लीज़ भाई मुझे माफ़ कर दीजियेमेरी मजबूरी थी ऐसा करनेकी ”
    रेहान: “क्या तुम हमको अपनी फॅमिली नहीं मानती ”
    जिया: “ये आप केसी बात कर रहे है भाई में आप सब को अपनी जान से भी ज्यादा प्यार करती हु पर मुझे अपने दम पर खड़ा होना था इसलिए में लंडन नहीं गयी और यहाँ चुप केसे रह रही थी ”
    रेहान थोडा शांत होते हुए कहेता है “देखो चिकि तुम्हे सब से छुपा नानहीं चाहिए था हम सब को एकबार अपने मन की बात कर दी होती तो हम कभी तुमको नहीं रोकते ये तुम जानती हो हम चारो भाई की तुम एक लौती बहन हो हम सब तुमसे बहुत प्यार करते है चलो मान लिया की कोई तुम्हारी बात नहीं मानता पर मेतो मानता हुना जिस दिन तुम लंडन जाने के लिए मान गयी तभी से मुझे तुम पर शक था मुझे पता था तुम लंदन कभी गयी ही नहीं हो यहाँ अपनी एक फ्रेंड के साथ हॉस्टल में रह रही हो मेरे बॉडी गार्ड हमेशा तुम्हारे साथ the मुझे सब इन्फॉर्म करते रहेते the भले ही तब में अमेरिका था पर मेरी नजर सब पर थी ”

    जिया: “सॉरी भाई पर अब में क्या करू क्योकि अब मुझे बहुत डर लग रहा है मेने सबसे झूठ बोला है मेरी फॅमिली से और मेरी खास दोस्त से ”
    रेहान: “में सब कुछ जानता हु पर एकबार सोच तुम्हारी फॅमिली तो तब भी तुम्हे माफ़ कर्देगी क्योकि वो तुम्हे कभीनिराश होते हुए नहीं देख शकते पर...क्यावो तुम्हारी दोस्त तुम्हे झूठ बोलने पर कभी माफ़ कर पाएगी ?”
    जिया: “आपको इसके बारे में केसे पता भाई ? क्या आप उससे मीले है ”
    रेहान: “हा आज ऑफिस में मिला हु पर और अगर उसे पता होता की तुम हमारी बहन हो तो वो विराज से जरुर बात करती पर मेने जब जाना की तुमने किसी को नहीं बताया तब मुझे पता चला इसलिए आज यहाँ तुमसे मिलने आया और आज तुम्हारी दोस्त से मिला तो इतना तो पता मुझे चल गया की वो कभी झूठ बर्दास्त नहीं कर पाएगी ”

    जिया नम आँखों से निचे सर रख कर रेहान से कहेती है “आप सही कह रहे भाई मुझे उससे बहुत डर लग रहा है जब उसे पता चलेगा तब वो मुझे जिन्दा नहीं छोड़ेगी बहुत खातरनाख है वो ”

    रेहान एक स्माइल करके कहेता है “जानता हु इसलिए में तुम्हे पनिशमेंट नहीं दूंगा क्योकि तुम्हारी दोस्त को जब सच पता चलेगा तो हम सब की तरफ से तुम्हे सजा देगी ”
    जिया हैरानी से रेहान की तरफ देखती है फिर कहेती है “भाई आप अपनी बहन से ऐसे केसे कह सकते है आपको तो अपनी बहन का सपोर्ट करना चाहिए फिर आप क्यों मेरे खिलाफ खड़े है ”

    रेहान: “में तुम्हारी हेल्प करुगा पर सिर्फ फॅमिली के सामने तुम्हारी दोस्त तो तुम्हे सजा देगी ही इसमें में कुछ नहीं बोलूगा क्योकि तुम्हे वो सजा मिलनी ही चाहिए क्योकि तुमने सब को अँधेरे में रखा है अब परशो विराज की एंगेजमेंट है तो बिना बहाना किये सीधा घर पर आ जाना अपना सारा सामान लेके वरना तुम्हारी दोस्त को में सब तुम्हारे बारे में बता दूंगा”

    जिया गुस्से से रेहान से कहेती है “केसे भाई है आप अपनी बहन को खुद मौत के मुह में धकेल रहे है में अपनी दोस्त को क्या बहाना दू ”
    रेहान: “ये तुम्हारी प्रॉब्लम है मुझे कल तुम शाम को घर पर चाहिए जो कल शाम को तुम घर पर नहीं आयी तो में खुद तुम्हारी हॉस्टल आउगा तुम्हारी फ्रेंड को सब तुम्हारे बता दूंगा और तुम को घर ले जाउगा , मेरी मानो तो तुम अपनी दोस्त तो आज ही सब कुछ बता तो अगर तुम्हारे सिवा किसि और ने तुम्हारे बारे में उसे बताया तो उससे भी ज्यादा तकलीफ तुम्हे होगी इससे अच्छा तुम खुद उसे बता दो तुम कोन हो ”
    जियागहरी सोच में पड़ गयी की अब वो करे तो क्या करे केसे भी करके उसको आरोही को फेस करना ही पड़ेगा आज नहीं तो कल उसे पता चलना ही है अगर किसी और से पता चला बहुत प्रोब्लेर्म हो जाएगी इससे अच्छा में खुद उसे ये सब बतादू पर उससे बताऊ केसे में गुस्सा तो होगी ही थोडा गुस्सा नहीं गुस्से से ज्वालामुखी फटेगी और में जरुर जलने वाली हु |

    रेहान जिया का हाथ पकड़ते हुएनार्मल टन मेंकहेता है “शांति से सोचो और उसे सब बतादो अपनी दोस्त को धोके में रखना अच्छा नहीं है और वो भी एक चलती फिरती बम्ब को तो बिल्कुलो भी नहीं ”
    जिया नकली गुस्से से कहेती है “भाई आप मेरी दोस्त को बम्ब कह रहे है” फिर सोचते हुए कहेती है “आप कह तो सही रहे हो वो ऐसी ही है ”
    जिया रेहान के गले लग जाती है और कहेती है “थैंक यू भाई मुझे सपोर्ट करने के लिए और कितने दिनों बाद आपको देखा बहुत डैशिंग and हन्द्सम लग रहे हो ”
    रेहान उसको उससे अलग करते हुए कहेता है “बस कर बटरिंग करना अब मुझे जाना है और तुम भी अब हॉस्टल जाओ लेट हो गया है ”
    जिया: “ओके भाई ,बाय” जिया और रेहान दोनों अलग अलग चले जाते है रेहान पब से निकलके अपने घर चला जाता है वही जिया जब आरोही की बाइक के पास आयी तब वहा का नजारा देखके उसकी आँखे फटी की फटी रह गयी और वही पे जम गयी |


    हेल्लो guyss आपको मेरी स्टोरी केसी लगी प्लीज़ मुझे comment करके बताइए और like share कीजिये प्लीज़ इतनी मेरी हेल्प कर दीजिये |


    थैंक यू guysssss .......................................

  • 20. The Great Mafia Love - Chapter 20

    Words: 2564

    Estimated Reading Time: 16 min

    Ch – 20

    “आरोही का गुस्सा...!!”

    जिया और रेहान दोनों अलग अलग चले जाते है रेहान पब से निकलके अपने घर चला जाता है वही जिया जब आरोही की बाइक के पास आयी तब वहा का नजारा देखके उसकी आँखे फटी की फटी रह गयी और वही पे जम गयी |
    जियाने पार्किंग एरिया में देखा की आरोही को मीशा और श्रेया ने पकड़ रखा था वही सामने वो लड़का बेजान निचे पड़ा था आरोही बहुत गुस्से में थी | जिया जल्दी से वहा जाती है और आरोही से कहेती है “आरूतुमपागल हो गयी है क्या...कोई इतना मारता है क्या......उसने सिर्फ तेरा हाथ पकड़ा था और तूने इतना मार दिया तू कोलेज में मारपीट करती उतना ठीक था...अब तो तू बहार भी मार पिट करने लग गयी है तुजे पता है तू कितनी बड़ी मुशीबत में पड शकती है थोडा तू अपने गुस्से को कण्ट्रोल कर ”

    आरोही गुस्से से जिया को देखती है फिर कहेती है “जिया जब तुजे कुछ पता नहीं तो तू अपना मुह बंध रख वरना तू भी मेरे हाथो से पिटेगी ”
    श्रेया ने आरोही का हाथ पकड़ा था वो आरोही से कहेती है “शांत हो जा कलिका माँ और तू इस लडके का गुस्सा जिया पर क्यों निकाल रही है”
    तभी वहा वॉचमैन आया और उसने उस लडके को उठाके बहार लेजाने लगा |
    जिया वो देखके उन तीनो से पूछती है “ये क्या है सब.....यहाँ एक्चुअली हुआ क्या था ?”
    श्रेयाऔर मिशा आरोही को छोडती है | जिया उन तीनो के सामने जाती है |
    श्रेया: “हुआ ये था की जब आरोही उस लडके को बहार लेकर आई तो उस लडके ने आरोही को कमर से पकड़ लिया और उससे कहेने लगा की चल आज रात तू जितने पैसे कहेगी उतने दूंगा अब ज्यादा नखरे मत दिखा फिर क्या था आरोही ने उसके चहेरे पर एक जोर का पंच मारा जिससे उसके मुह से खून निकलने लगा फिर उस लडके को बहुत गुस्सा आया तो वो आरोही को थप्पड़ मारने के लिए जेसे हाथ उठाया आरोही ने उसके उसी हाथ को पकडके अपनी कोणी से मारा फिर उसको अपने पैर से उसके फेस पे एक जोर की किक मरी तो वो जमीन पे गिर गया उसकी इतनी ताकत भी नहीं थी की वो खड़ा हो शके फिर मेने वोचमेन को बुलाया ताकि वो इस लड़के को ले जाए वरना आज उसकी जान ही चली जाती मेने और मीशा ने आरोही को पकड़ रखा जब तक वोचमेन नहीं आया ”

    जिया: “अच्छा किया आरू ने उसकी इतनी हिम्मत की एक लड़की से ऐसे बात की ”
    आरोही अभी भी गुस्से में जिया को घुर रही थी जिया से कहेती है “अभी तो बड़ी साइड ले रही थी उस लडके की अब क्या हुआ , आज तुम दोनों मुझे रोकती नहीं न तो में उस लडके को हेल पंहुचा देती उसकी इतनी हिम्मत की वो मुझे बेड तक ले जाना चाहता था आज मेने उसे छोड़ दीया तो कल वो किसी दूसरी लड़की के साथ ऐसा करेगा तुम लोग मेरे दोस्त हो की दुश्मन मुझे रोका क्यों में उसे जान से मार दूंगी |
    मीशा जो इतनी देर से शांत खड़ी थी वो आरोही के कंधे पर हाथ रखके नार्मलटोन में कहेती है “अरे शांत होजाआरूरिलेक्स, तू एक बार सोच तू खुद लॉयर है तो तू इतनी बड़ी गलती केसे कर शकती है किसी को मारने की अगर तुजे उसे सजा देनी है तो केश कर तुजे सब पता है क्या करना चाहिए तू भले कितने भी गुस्से में हो पर तेरा दिमाग हमेशा बुलेट ट्रेन की तरह तेज चलता है तो तू इतनी बड़ी गलती केसे कर शकती है , और अब सब छोड़ और हॉस्टल पर जा ठंडा शावर ले और सोजा ठीक है ”
    मीशा की बात सुनके आरोही का गुस्सा थोडा कम हुआ था पर वो अभी भी जिया को घुर रही थी |
    जिया उसको देखकर कहेती है “प्लीज़ आरू अब मुज पर मत बरसना तू मेरी जान है मुझे तेरी फिकर हो रही थी इसलिए तुजे सब कहा सॉरी मुझे नहीं पता था उस लडके ने तेरे साथ इतनी जबरदस्ती करी थी ”

    आरोही जिया की बात से बिलकुल शांत हो जाती है क्योकि आरोही ने देखा जिया की आँखे नम थी और वो अपने दोस्तों को कभी हर्ट नहीं कर शकती थी | आरोही जिया के पास आती है और उसको गले लगा लती है और उससे कहेती है “its ओके जीयु तू मेरी बेस्ट फ्रेंड है में तुजे हर्ट थोड़ीना कर शकती हु ” फिरश्रेया और मीशा भी उन दोनों को घेर लेती है चारो हग करती है |
    और फिर श्रेया और मीशा कार लेके अपने घर जाती है ...........जिया और आरोही बिके पे हॉस्टल चल देती है |
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    वहीआधी रात में जंगल के बिचएक छोटा घर था मतलब पेड़ो के बिच एक बड़ाखाली यार्ड जेसा था वहा किसी इंसान का आनाजाना नहीं रहेता था क्युकी वहा जानवर आ जाया करते the |
    वही उस यार्ड में एक हलकी वाइट रौशनी पड रही थी और वहा किसी के कराह ने की आवाज आ रही थी |
    वही पे एक किंगचेर पे एक यंग लड़का अपने पैर क्रॉस करके बेठा हुआ था उसके हाथ में गन थी जो अपने हाथो से गन से खेल रहा था....अँधेरे की वजह से उसका चहेरा नहीं दिख रहा था वही उस लड़के के दोनों साइड लडके खड़े the एक रोनी था और दूसरा अमन था | दोनों को देख कर लग रहा था जेसे कोई शैतान है उसका चहेरा खूंखार शेर की तरह लग रहा था |
    उन तीनो के सामने एक आदमी निचे पड़ा हुआ था उसके माथे पे हल्कीचोट थी जिसमे से खून निकल रहा था और एक पैर पे गोली लगी हुई थी वो दर्द से कराह रहा था |
    वो आदमी बोला “तुम लोग कोन हो और मुझे क्यों उठा लाये हो ,मुझे जाने दो ”
    किंगचेर पर बेठा लडका और कोई नहीं बल्कि रेहान था |
    रेहान अपनी चेर से खड़े होकर उस आदमी के पास आता है उस आदमी के जिस पैर में गोली लगी थी उस पैर पे रेहान अपना पैर रखके प्रेस करता है जिस्से वो आदमी चिल्ला ने लगता है |
    रेहान अभी बहुत गुस्से में था कोई नहीं कहेता की ये रेहान है अभी रेहान का दूसरा ही रूप था गुस्से से उसकी आंखे लाल हो गयी थी वो अपने दांत भिजते हुए उस आदमी से कहेता है “सब सच बता....वरना जान से जायेगा ”
    वो आदमी दर्द से कहेता है : “मुझे नहीं पता कुछ....मुझे जाने दीजिये प्लीज़ मेरे घर पे छोटे छोटे बच्चे है मुझे कुछ नहीं पता ”
    रेहान: “देख लास्ट टाइम पूछ रहा हु वरना ऐसी मौत दूंगा की तेरे घरवालो को तेरी बॉडी भी नसीब नहीं होगी ” रेहान चिल्ला ते हुई उससे कहेता है |
    वोआदमी: “मुझे नहीं पता सर प्लीज़ ”
    रेहान: “ठीक है तो मरने के लिए रेडी हो जा ”
    रेहान अपनी गन से उस आदमी के दुसरे पैर पे गोली मार देता है |
    उस यार्ड में एक जोरदार चीस की आवाज सुनाई देती है |
    रेहान: “बता तू उस पब में उन लोगो के साथ क्या कर रहा था तू उन लोगो के साथ था तो तुजे पता ही होगा वहा क्या बात चल रही थी ”
    वो आदमी : “सर वो दोनों इतना ही बोले the की डील इस वीक नहीं होगी क्युकी अब पुलिस कमिश्नर खुद उनलोगों के पीछे पड़े है और उसमे मिनिस्टर भी इन्वोलव हो गया है कमिश्नर के साथ....इसलिए वो लोगडील कुछ दिनों बाद करने का डिसाइड किया था और कोई बात उन लोगो नहीं की ”
    रोनी: “कब डील होने वाली है सच बता वरनाआज तू जिन्दा नहीं जायेगा ”
    वो आदमी : “ वो लोगो फिरसे मिलने वाले the तभी वो लोग डील कब करनी है वो डिसाइड करेगे अभी उन लोगो नें कोई डेट नहीं निकाली और वो अब फिरसे कब मिलने वाले है वो भी डिसाइड नहीं किया प्लीज़ सर मुझे जो पता था मेने सब कुछ बता दिया अब मुझे जाने दीजिये ”
    रेहान: “ऐसे केसे जाने दू अभी भी तुजसे कई इनफार्मेशन निकल वानी है तुजे तो तड़पा पड़पा कर मरुंगा तुमने जो काम किया हैं ना उसकी सजा तो सिर्फ मौत ही हैं ”
    अमन“तुम जाओ में इसेसंभालता हु तेरा यहाँ रहेना ठीक नहीं है “ अमन रेहान के पास जाकर धीरे से कहेता है |
    रोनी भी रेहान के पास आकर कहेता है “चलो मुझे तुमसे बात करनी है ”
    रेहान अपना सर हां में हिलाता है अमन भी रोनी की तरफ देखकर हां में सर हिलाता है |
    रोनी और रेहान बहार की तरफ चले जाते है |
    घने जंगल के बिच रेहान की कार खड़ी थी उस कार के पास रोनी और रेहान आते है “आप को केसे पता चला की ये वही है ”
    रेहान:”तुजे मेरे हाथो पीटना है क्या ”
    रोनीना समजी से रेहान की तरफ देखता है | रेहान उसको देखकर कहेता है: “तू मेरा बचपन से दोस्त है ये आप आप क्या लगा रखा है ”
    रेहान की बात सुनके रोनी हस ने लगता है “अच्छा ठीक है अब ये बता तुजे कैसे पता चला ”
    रेहान: “में जीया से मिलने के लिए उसी पब में गया था मुझे तो पहेले से ही शकथा की उसी पब में वो लोग हमेशा मिलते the पर जब में वहा गया तो उसका मेनेजर और सामने वाले पार्टी का मेनेजरडील की डेट डिसाइड करने आये the में ड्रिंक बार में बैठके उन लोगो की बाते सुनने की कोशिश कर रहा था पर साउंड ज्यादा होने की वजह से कुछ सुनाई नहीं दिया फिर ये आद्मी उसी दोनों के पास बेठा था और मेने मिहिर को उस आदमी की फोटे खीच के मिहिर को भेज दी और आधे घंटे में इसकी इनफार्मेशन निकलने को कही थोड़ी देर में मिहिर ने सब इनफार्मेशन मुझे सेंड की ये आदमी जब भी डील डिसाइड करनी होती है तो ये सलाहकार के तौर पे हमेशा वहा मौजूद रहता था वो लोग इसको शामिल करते the फिर मेने जिया से बात करके अपनी कार के पास जाकर तुजे कॉल करदिया फिर जब वो आदमी पब से बहार आया तो हमारे आदमी ने उसे पकड़ लिया और वो भी ऐसे की उन लोगो को कुछ पता ही नहीं चला ”
    रोनी: “तेरा दिमाग तो मेरे से भी ज्यादा चलता है , वेसे जिया अब घर कब आ रही है परसों विराज की एंगेजमेंट है ”
    रेहान: “हा वो भी कल आ जाएगी फिर घरवालो को संभल न पड़ेगा क्युकी अब में भी छुपा नहीं शकता की जिया 3 साल से मुंबई में ही थी लंडन नहीं गयी ”
    रोनीगहरी सांस लेकर कहेता है : “सब ठीक हो जायेगा , वेसे तुम्हारा डुप्लीकेट कब आ रहा है ”
    रेहान अपनी तीखी नजरो से रोनी को देखता है और कहेता है “तू मेरा दोस्त है या फिर उसका ”
    रोनी: “सच ही तो कह रहा हु तुम चारो भाई मे से विराज और नीरव दोनों एक जेसे है हां विराज काम को लेकर बहुत सीरियस रहेता है और कोई गड़बड़ हुई तो तेरी तरह ही गुस्से में आ जता है पर बहुत कम और नीरव तो बिलकुल शांत है हमेशामजाक मस्ती करता रहेता है परस्मार्ट तो तुम्हारी तरह ही है और रही बार तेरी और उसकी तो तुम दोनों बिलकुल एक जेसे हो दोनों लडकियों से दूर रहेतो हो हमेशा कोल्ड लुक में ही रहेतो है हमेशा सीरियस से ही सब काम करते हो और दूसरी चीजो में बिलकुल भी ध्यान नहीं देते गुस्सा भी दोनों का एक जैसा |

    रेहान: “वाह मेरा दोस्त होकर तू मेरी बेज्जती कर रहा है वेसे में अब लडकियों से दूर नहीं भागता ”
    रोनी: “रहेने दे तेरी ये स्टुपिड बाते तू कहेगा और में मान जाउगा की तू अब लडकियों से दूर नहीं रहेता ओके तो में मान लेता हु की तू लडकियों से दूर नहीं रहेता तो क्या तुम सीमा आंटी के फ्रेंड की बेटी कामिनी से शादी के लिए राजी हो गये हो अच्छा है विराज के साथ तेरी भी शादी हो जाएगी तो हम भी शादी के बारे में सोच तो सकते है वरना हम भी पूरी जिंदगी कुंवारे ही रह जायेगे ,पर तुजे उस मेकअप की दूकान मेंक्या दिख गया जो तू उससे शादी के लिए राझी हो गया ”

    रेहान को अब बहुत गुस्सा आ रहा था वो अपने गुस्से को कण्ट्रोल नहीं कर पा रहा था वो गुस्से से भरी लाल आँखों से रोनी को देख रहा था वहा रोनी शरारत के मूड में था वो जानबुज कर रेहान को चिड़ा रहा था वो रेहान को शांत करने के लिए कहेता है “अरे यार हमेशा तेरा गुस्सा तेरी नाक पे ही रहेता है थोडा शांत हो जा में मजाक कर रहा था ”

    तभी पीछे से अमन की आवाज आत्ती है “क्याहुआ ये रेहान इतने गुस्से में क्यों है ”
    रोनी अमन को सब कुछ बता देता है |
    तभी अमन को कुछ याद आया और उसने रेहान से कहा : ‘अरे में तुम दोनों को ये बताने आये था की वो आदमी कुछ नहीं उगल रहा है तुम बताओ रेहान उसका क्या करना है ”
    रेहान: “कुछ नहीं उगल रहा तो उबाल ने के लिए डाल दो सब कुछ उगल देगा ”
    रेहान की बात सुनके रोनी और अमन डेविल स्माइल करते है साथ रेहान भी डेविल स्माइल करता है वहा से अपनी कार लेकर चला जाता है |

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    अगली सुबह .....
    आरोहीऑफिस जाने के लिए रेडी हो चुकी थी तभी वाशरूम से जिया बहार आती है और आरोही से कहेती है: “आरू”
    आरोही मिरर के सामने अपने बाल ठीक कर रही थी वो ऐसे ही कहेती है “हम्म बोल ”
    जिया उसके पीछे खड़े होते हुए कहेती है: “मुझे तुजसे एक बहुत इम्पोर्टेन्ट बात करनी है ”
    आरोही: “जीयु शाम को बात करते है न......हम शाम को चारो डिनर करने जायेगे शाम को मिलती हु....में आलरेडी लेट हो गयी हु..... चलती हु में ”
    आरोही अपना बेग लेकर जाने लगती है और जिया उससे पुकारने लगती है “आरु सुन तो सही ....” जिया बोलते ही रह गयी और आरोही वहा से चली गयी |जिया उस तरफ देखकर अपने आपसे कहेती है “कितनीहिम्मत करके तुजे बताने के लिए बोला परतू चली गयी आरू प्लीज़ गुस्सामत करना क्या करू में अपनी पहेचान छुपा कर रहना पड़ा ताकि मेरे बारे में मेरे घरवालो को कुछ पता न चले इसलिए तुजे भी मेने कुछ नहीं बताया वो तो श्रेया और मीशा ने मुझे अपने कोलेज से पहेले मिल गयी थी इस लिए वो मेरे बारे में जानते है और शिवम् को तो मेने ही बताया था क्युकी शिवम् भी अपनी पहेचान तुमसे छुपाई थी क्योकि वो तुमसे प्यार करता है ....कब ये छुपन छुपाई का खेल खत्म होगा मुझे भी अच्छा नहीं लगता तुजसे झूठ बोलना सॉरी आरू ”

    आरोही पार्किंग की तरफ आ रही होती है आज उसने वाइट टी-शर्ट और ब्लू जीन्स पैरो में वाइटस्नेकर पहेने the बालो को पोनी किया हुआ था पर कुछ बाल उसके चहेरे पर आ रहे theउसके बाल कमर तक लहेरा रहे the...... होठो पे हलकी पिंक लिपस्टिक.......उसकाचहेरा बिना मेकup के भीबहूत खुबसूरत लग रहा था | टोटल मिलके आज वो कहर ठा रही थी |
    आरोहीअपनी बाइक स्टार्ट करही रही होती है तभी उसके फ़ोन रिंग बजती है आरोही कॉल रेसिव करती है|
    सामने से कोई बोलता है आरोही का फेस वो सुनके सीरियस हो जाता है और इसवक्त आरोही गुस्से से भरी हुई थी कोई भी उसको देखकरडर जाता वो सामने वाले से कहेती है“मुझे सारी इनफार्मेशन इ-मेल करो और याद रहे इसके बारे में किसी को कुछ भी पता नहीं चलना चाहिए वरना में तुम्हे जान से मार दूंगी |


    थैंक यू guyssss.............................