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Mafia King Ki Bride

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Jai Goyal

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क्या होगा जब सबकी जान बचाने वाली एक हथियारे के हाथ आयेगी? विवान ओबेरॉय दि मफ़िआ किन्ग और सबके लिये एक दम गुस्सैल, मिजाज में सख्त जिसके सामने खड़े होने की हिम्मत किसी में नहीं होती है। वही विवान की शादी उसकी दादी की पसन्द की लड़की तन्वी से होनी थी। लेकि...

Total Chapters (65)

Page 1 of 4

  • 1. Mafia King Ki Bride - Chapter 1

    Words: 1999

    Estimated Reading Time: 12 min

    switzerland में एक नजर हमारे hero उर्फ़ villain की तरफ़। 

    एक बड़ा सा विला जिस पर सामने साफ़ साफ़ word में लिखा गया है " hell house " उस hell house दिखने में इतना ज्यादा खतरनाक और डरावना है जिसे अगर कोइ कमजोर दिल देख ले तो वो वही अपना ज़िन्दगी से हाथ धो बैठेगा वही उसी हेल house के अन्दर एक सक्स जो एक किन्ग के सोफ़े पर बैठा हुआ है उसके अगल बगल body guards की पुरी एक पलटन खड़ी है हर एक bodyguards ने अपने हाथो में एक एल rifle पकड़ रखा है।

    जो इन्सान सोफ़े पर बैठा है उस इन्सान के पैरो में एक 50 साल के लग भग का आदमी जिसके पुरे शरीर से खून की बून्दे टपक रही है लेकिन वो आदमी अपनी जान की भिख  मान्गते हुए वो आदमी हकलाते हुए कहता है "sir मैने कुछ नहीं किया है मुझे छोड़ दिजिये।"

    वो आदमी इतना बोल ही रहा था की अचानक से एक झट्के में उस आदमी के दोनों हाथ वहा खड़े एक body guard ने बड़े ही बे रहमी से काट दिया।

    ऐसा होते ही उस आदमी की एक दर्दनाक चिख निकल पड़ती हैं जिसे सुन कर वहा किन्ग के सोफ़े पर बैठा इन्सान उसकी अवाज से irritate होते हुए कहता है "shhhhhh..... अपना मुँह बन्द करो।"

    इतना बोल कर वो इन्सान सोफ़े से खड़ा होता है और उस आदमी के छाति में अपना एक पैर दबाते हुए अपने cold voice में कहता है "किसने किया है ये सब " इतना बोल कर वो इन्सान उस आदमी के छाती को और जोर से दबाने लगता है।

    अब उस आदमी को देख कर तो यही लग रहा था की उसके  मुंह से अब एक शब्द निकल पाना मुश्किल है लेकिन फिर भि अभी उसे अपनी जान प्यारी थी इसलिए वो बस एक शब्द में कहता है "आपके सौतेले भाइ ने " वो आदमी इतना कहता ही है की वहा एक जोर दार गोली चलने की आवाज गूंजती है, यह गोली उस इंसान ने उस 50 साल के आदमी के दिमाग में बड़ी ही बेरहमी से मारि थी।

    वो इन्सान गोलि मार कर अपने body guards को एक इशारा करता है और अपने दो important body guards के साथ हेल house से बाहर आकर अपनी car में बैठ कर वहा से निकल जाता है।

    एक dashing personality, arogant nature, attractive body सब कुछ है 27 साल के विवान ओबेरोइ के पास , लेकिन विवान ओबेरोइ मफ़िआ किन्ग जो मफ़िआ world का बेताज बादशाह के नाम से जाना जाता है, विवान एक ऐसी हस्ती है जिसके सामने किसी की नहीं चलती है ,

    अपने तो अभी विवान की एक झलक में तो देखा ही था की वह किस तरह वो एक बेरहम जान है,  विवान को किसी भि इन्सान को मारने में 2 minute से ज्यादा का वक़्त नहीं लगता है , विवान से पन्गा लेना मतलब अपनी जान से हाथ धोना है, विवान दिखने में तो एक दम hero लेकिन nature से एक खतरनाक villain है।

    वही विवान जिसके पिता महेश ओबेरोइ ने 2 शादिया की थी, विवान की माँ अर्पना अबेरोइ महेश ओबेरोइ की पहली पत्नी थी और महेश अबेरोइ की दुसरी पत्नी निधि ओबेरोइ जिन्होने सिर्फ़ और सिर्फ विवान के पिता के property को पाने के लिये विवान के पिता से शादी की थी।

    महेश ओबेरोइ की दुसरी शादि होने के लग भग तीन साल बाद ही विवान के mom और dad की मृत्यु एक हाद्से द्वरा हो गयी थी उस वक़्त विवान सिर्फ़ और सिर्फ़ 5 साल का था विवान की सारि देख भाल बच्चपन से ही विवान की दादी ने की थी विवान जैसा भि हो उसके सिने में दिल हो या ना हो फिर भि वो अपनी दादि से बहुत प्यार करता है,

    विवान के पिता ने मरने से पहले ही सारी property विवान के नाम कर दि थी ,जिसके कारण निधि ओबेरोइ के हाथ महेश ओबेरोइ की property का एक फ़ुटि रुपया भि नहीं आता बस इसलिए विवान की सौतेली  मा और सौतेला भाइ विवान से बेइन्तेहान नफ़रत करते है वही विवान भि उन लोगो से इतनी नफ़रत करता है जिस्का कोइ जवाब नहीं।

    तो ये है हमारे hero उर्फ़ villain विवान oberoi मफ़िआ किन्ग और मफ़िआ world के बेताज बादशाह अब सवाल ये उठता है की इस बेताज बादशाह की कोइ तो बेगम या मलिका होनी ही चहिये ।

    Delhi के raichand विला में हमारि heroine की तरफ़ एक झलक।

    एक बड़े से विला में काम्या raichand उर्फ़ काम्या जी अपनी पोती के कमरे में जा कर उसके मुह से कम्बल हटाते हुए कहती है "रुही बेटा उठ जाइये आपको hospital और office भि जाना है आप late हो जाइयगा।"

    काम्या जी की ये बात सुन कर रुहानी उर्फ़ रुही हड्बडाते हुए उठती है और कहती है " दादी हम late हो गये " इतना केह कर रुहानी जल्दी से wash room की तरफ़ भागती है, इधर काम्या जी रुही को ऐसे भाग्ता देख अपने मन में ही मुस्कुराते हुए बोलती है "आप ही तो है जिस पर हमारी जान बसती है हमारि झल्ली रुही।"

    इतना कह कर काम्या जि रुहानि के कमरे से living area में ही अटैच पुजा घर में चली गयी और वहा जा कर काम्या जी अपनी दोनों हाथो को श्रि कृष्ण की मुर्ति के समक्ष जोडते हुए कहती है "हे! कान्हा जि आप हमारी रुही को हमेंशा खुश रखिये पता नहीं क्यु पर मुझे कुछ दिनों से अपनी रुही के उपर एक खतरे के आने का आगाज हो रहा है, मै नहीं चह्ती की मेंरे बेटे और बहु की तरह..............।"

    काम्या जि इसके आगे कुछ कहती की उसे पहले वहा रुही आ गयि और वो चहकते हुए काम्या जि से बोलने लगि " दादि पुरानी बात को याद करने से कोइ फ़य्दा है चलिये अब हमें प्रशाद दिजिये " रुहानी ये सब बाते बोल तो रही थी पर उसके दिल में ये सब बोलते वक़्त अलग ही दर्द उठ रहा था लेकिन रुहानी इन सब को छिपाते हुए काम्या जि के हाथ से प्रशाद लेती है और फिर उनके साथ break fast करके hospital चली जाती है।

    आइये जाने रुहानी के बारे मेंं ______।।

    रुहानि raichand एक बेहद खुब्सुरत जिन्दादिल लड़की है जिसकी उम्र अभि सिर्फ़ 22 साल है , रुहानि के mom dad अब इस दुनिया में नहीं है आज से 22 साल पहले ही जब रुहानी का जन्म बनारस में हुआ था उसी वक़्त रुहानि के mom dad का murder किया गया था जिस सदमें से रुहानी और रुहानी की दादी जी / काम्या जी अभी तक उभर नही पाये थे।

    जब से रुहानि के mom dad की murder हुइ थी और ये बात रुहानी को अच्छी तरह से पता थीऔर इसी वजह से रुहानी के जिन्दगी का एक ही लक्ष था वो था हर किसी की जान बचाना क्युन्की रुहानी ये बात अछ्छी तरह समझ सकती थी की अगर कोइ अपना किसि से दुर हो जाये तो उसका क्या दर्द होता है इसी दर्द को मह्सूस करते हुए रुहानी ने अपने दम पर एक hospital बनाया और खुद भी doctor बनी,

    इतना ही नही रुहानि ने जो hospital बनाया था उसमें रुहानी सभि लोगो को कम से कम या फिर बिना पैसो के ही एल अछ्छी इलाज़ देती है , रुहानी सिर्फ़ एक doctor ही नहीं है बल्की एक बहुत बड़ी bussiness tycoon भि है जिसका नाम world के top से top bussiness tycoon में आता है रुहानी ये सारि चिजे खुद अकेले अपने दम पर करती है कहे तो रुहानी raichand एक self independent लड़की है।

    अब बढ़ते है कहानी की तरफ़ _______।।

    switzerland में __________।।

    हेल house से आने के बाद एक बहुत बड़ी विला के पास विवान का car रुकता है, विवान की car के पिछे उसके 5 body guards के भि car थे ,उस विला के चारो तरफ़ सिर्फ़ body guards ही नजर आ रही थी, हर body guards के पास rifle थी और उन्होने अपने आँखो में black glasses भि लगाये रखे थे,

    हर body guards का dressing code भि बिल्कुल एक जैसा था, उस विला पर बड़े बड़े अक्षर में ओबेरोइ विला लिखा गया और तो और वो विला सामने के चारो तरफ़ की दिवारे पुरी तरह एक मजबूत काँच से बनयी गयी थी वह विला काँच का भले ही था लेकिन उसे तोड़ पाना ना मुमकिन है क्योंकी उन दिवारॊ को एक अलग ही technologyy के साथ बनाया गया।

    विवान का car जैसे ही ओबेरोइ विला के सामने रुकता है तो विवान का एक bodyguard आ कर तुरन्त car का door खोलता है उसके door खोलते ही विवान car से बाहर आता है उसके बहार आते ही वहा खड़े सभी bodyguard अपना सिर नीचे की ओर झुका लेते है,  विवान car से बहार आने के बाद अपनी 2 उंगलियों को हिलाते हुए इशारा करता है,

    विवान के car के पिछे जितनी भि car थी वो सभी विवान का इशारा समझ जाते है और वहा से अपने अपने कामों में लग जाते है इधर विवान जब विला के अन्दर आता है तो विवान के पास एक लड़की आती है और उसे गले लगाते हुए कहती है " भाई आप आ गये।"

    उस लड़की की बात पर विवान उस लड़की का सर सहलाते हुए कहता है "क्या हुआ बच्चा आप परेशान हो।" वो लड़की " कुछ नहीं दादी की याद आ रही हैं।"

    विवान "hm तो मिलेंगे उनसे भी।"

    वो लड़की "पर वो तो delhi में है " विवाम अब उस लड़की की बात को काटते हुए कहता है "चलो मै अपने रूम में जा रहा हूँ break fast वही ले आओ हम वही कर लेंगे " इतना बोल कर विवान अपने कमरे में चला गया और कुछ ही देर में फ़्रेश होने wash रूम चला गया।

    वो लड़की जो विवान से अभी बात कर रही थी वो विवान की छोटी बहन "विणा" है , विणा, विवान के साथ ही पिछले 3 सालों से रह रही है क्योंकी विणा की study अभी switzerland से ही चल रही है, लेकिन विवान की दादी आराधना ओबेरोइ जो delhi में ही रहती है, विवान अपनी  विणा और आराधना जी से बहुत प्यार करता है, विवान के सामने हर कोई झुकता है लेकिन विवान अपनी बहन और दादी जी के सामने झुकता है।

    delhi में।।

    रुहानी होस्पिटल पहुँच चुकी थी और emergency ward में जा कर pateints का check up कर रही थी, रुहानी को अभी ही एक icu के patient के heard का operation करना था इसलिए वो emergency ward से direct icu में operation करने के लिए चली गयी।

    switzerland में।।

    विवान जैसे ही फ़्रेश हो कर wash रूम से बहार आया तो वैसे ही विणा विवान के कमरे में आयी और तभी एक mate भि विवान के कमरे में विणा और विवान के लिये नाश्ता की एक trolly ले आयि और वहा से चली गयी उसके बाद विवान और विणा दोनो साथ में नाश्ता कर लिये नाश्ता करने के बाद विवान का phone रिन्ग हुआ तो विवान call उठाये हुए बोला " बोलो तन्वी।"

    तन्वी "विवान जल्दी इन्दिआ आओ आराधना जी की तबीयत बहुत खराब है।”

    विवान "मेंरी बात दादी से करवाओ।"

    तन्वी " okk।"

    आराधना जि " वि....विवान जल्दी आप delhi आ जाइये विणा के साथ हमें लग रहा है की हम अभी अपनी आखिरी सांसे गिन रहे है।"

    विवान "दादी आप ऐसी बातें मत कीजिए।"

    तन्वी " विवान जितना जल्दी हो सके तुम delhi आ जओ विणा के साथ " इतना बोल कर तन्वी call cut कर देती है, तन्वी विवान के बच्च्पन की friend है जो आराधना जी के ही साथ रहती है।

    विणा अभी भी विवान के ही कमरे मेंं थी तो वो घबराइ हुई विवान से बोलती है " क्या हुआ है भाई दादी को।"

    विवान विणा के सर में हाथ फ़ेरते हुए बोला " कुछ नहीं अभि 1 hours के अंदर हम delhi जायेन्गे जओ तुम तैयार हो जाओ।"

    विणा "सच में "इतना बोल कर विणा बहुत ज्यादा खुशी के साथ अपने कमरे में तैयार होने चली गयी, विणा ने तन्वी और आराधना जी की बात अभी नहीं सुनी थी इसलिए उसे ये भि नही पता है की आराधना जी की तबीयत खराब है और विवान ने भी तन्वी को आराधना जि के तबीयत के बारे मेंं नहीं बताया क्योंकी वो विणा को परेशान नही करना चाहता था

  • 2. Mafia King Ki Bride - Chapter 2

    Words: 2089

    Estimated Reading Time: 13 min

    विवान का india वापस आना ___||

    चलिये बढ़े कहानी कि तरफ़ ___||

    विवान को जब ये पता चला कि आराधना जी कि तबियत खराब है तो इसलिए विवान और विणा अब delhi जाने वाले थे इसलिए विवान अपने assistant माहिर के पास call करता है और अपने cold voice मे कहता है " delhi जाने के लिये अभी 15 minute के अंदर जेट तैयार करो "||

    माहिर alert होते हुए बोलता है "okk boss "||

    विवान cold voice मे कहता है " good "||

    इतना कह कर विवान call cut कर देता है और फिर change करने अपने changing रूम मे चला जाता है विवान माहिर को अपनी खुद कि रोयल जेट तैयार करने को कह रहा था क्योंकि वो उसी से delhii जाने वाला था विवान एक ऐसी हस्ती था जिसका मुकबला कर पाना किसी के बस कि बात नहीं थी वो भी सिर्फ़ इंडिया मे हि नहीं बल्की पुरे world मे,  विवान कि खुद कि 8 रोयल जेट थी और तो और विवान के पास हर वो expensive cars, bike collections थि जिसका शायद सभी सपना हि देख पाते है ||

    delhi मे ___||

    रुहानी operation threatre से बाहर आ चुकी थी और जैसे ही वो aperation threatre के बाहर आयि वैसे हि रुहानी के फोन पर किसी का call आता है तो रुहानी एक प्यारि सि मुस्कान के साथ call उठाती है और बोलती है " कैसे याद करना हुआ हमे "||

    वो लड़की बोलती है " sorryy आज हम hospital नहीं आ पाये "||

    रुहानी बोलती है " hmm आती भी कैसे तन्वी madam आपको पता भि है आज कितना critical case था और सब हमे अकेले करना पड़ा "||

    तन्वी बोलती है " hiiiii वो आराधना जी उर्फ़ दादी जी ने मुझे नहीं आने दिया sorryy 😵||

    रुहानी बोलती है "चल कोइ नहीं लेकिन अगली बार से हमे बता दिया कर जब तुझे नहीं आना हो तो "||

    रुहानी इतना बोल ही रही थी कि अचानक से रुहानी के फोन पर फिर से किसी का call आता है तो ये देख रुहानी जल्दी मे तन्वी से कहती है " okk byy mr.  भाटिआ का call आ रहा है "||

    तन्वी बोलती है " लेकिन हमे तुमसे एक जरुरी बात करनी थि "||

    रुहानी बोलती है " hmm तो बाद मे बात करते हैं "||

    इतना कह कर रुहानी तन्वी का call cut कर देती है और mr. भाटिआ का call पिक कर लेती है, तन्वी वही तन्वी है जो विवान कि friend और जो विवान के हि घर में आराधना जी के साथ रहती है, दरसल तन्वी और रुहानी school friends है और उन दोनो ने अपनी doctor कि पढाइ भि एक साथ हि कि थी और दोनो रुहानि के होस्पिटल कि doctor है ||

    रुहानी mr. भाटिआ का call उठाती है और हडबडाते हुए कहती है " जी mr. भटिआ कहिये क्या बात है "||

    mr. भाटिआ बोलते हैं " mam वो अमेरिका के clinds कब से आपका इंतज़ार कर रहे हैं "||

    रुहानि बोलती है " जी मै बस 10 minutes मे office पहुचती हु आप उनहे तब तक और बाते किजिये "||

    इतना बोल कर रुहानी mr. भाटिआ का call cut करती है और जल्दी से होस्पिटल से office के लिये निकल जाती है आज रुहानी कि meeting उसके एक अमेरिका के clind से होने वाली है लेकिन रुहानी को होस्पिटल भी आना जरुरी था इसलिए वो meeting के लिये थोड़ी late हो चुकी थी ||

    तन्वी रुहानी कि college friend है और रुहानि और तन्वी दोनों doctors है , रुहानी और तन्वी दोनों कि जैसे एक दुसरे मे जान बसती है लेकिन उन दोनों के दरमियान एक ऐसा राज़ जो वर्शो से दफ़्न है लेकिन इस राज़ का पता तो ना रुहानी को है और नहीं तन्वी को लेकिन क्या है ये राज़ वो अगले भाग मे हम जानेन्गे ||

    इधर delhi के हि ओबेरोइ विला मे ___||

    आराधना जी और तन्वी जो लिविन्ग अरिआ मे बैठी मस्त एक दूसरे से बाते कर रही थी आराधना जी को तो देख कर ये कही से नहीं लग रहा था कि वो बिमार है या उन्हे कुछ हुआ भी है आराधना जि हस्ते हुए बोलती है " अब देखना आप विवान आज हि delhi वापस भागा भागा आ जायेगा ||

    तन्वी भि हस्ते हुए बोलती है " ह्म्म्म आ तो जायेगा पर जब आयेगा तब हम उसे क्या जवाब देन्गे जब आपको वो बिल्कुल ठिक ठाक देखेगा तो? "||

    आराधना जी थोड़ा सोचते हुए बोलती है " उसकी फ़िक्र आप मत किजिये विवान को हम देख लेन्गे " ||

    इतना बोल कर आराधना जी हसने लगती है और तन्वी भी हसने लगती है और दोनों मस्त cold coffee कि चुस्किया लेने लगती है ||

    इधर switzerland मे ___||

    विवान change करके अपने सोफ़े पर बैठा laptop मे कुछ काम कर रहा था की तभी उसके पास माहिर का call आता है तो विवान माहिर का call उठाकर अपने cold voice मे कहता है " कहो "||

    विवान कि सख्त आवाज तो एक पल के लिए माहिर को सहमा सि देती है लेकिन वो अगले हि पल बोलता है " boss जेट ready है "||

    विवान बोलता है "okk मै आता हूँ "||

    इतना बोल कर विवान call कट कर देता है फिर वो निचे लिविन्ग areaa मे आता है तो देखता है कि विना जो उसका हि इंतज़ार कर रही थी विवान उसके सर पर अपने सख्त हाथ फेरते हुए नर्म आवज मे बोलता है "अच्छा तो हमारी बच्ची ready हो गयी है " ||

    विना भि मुस्कुराते हुए बोलती है " ह्म्म तो आज पुरे 3 सालो के बाद हम दादी जी , तन्वी और अपने friends से मिलेन्गे " ||

    विवान विना कि ऐसी बचकानी सि बात सुन कर बस थोड़ा सा मुस्कुरा देता है , उसके  बाद विवान और विणा दोनों अपने घर के garden मे आते है जहा पहले से हि विवान कि personal जेट थी और विवान के जेट के अगल बगल सिर्फ़ body guards कि एक फ़ौज थी और वहा माहिर भी खड़ा था  जिसके चेहरे पर एक सिकन तक नजर नहीं आ रही थी ||

    विवान और विणा दोनों अब जेट से delhi के लिये रवाना हो जाते है ||

    delhii मे ___||

    रुहानी raichand industries मे पहुंच चुकी थी और वो सिधे meeting join करने चली गयी रुहानी cabin मे जा कर सिधे president chair मे जा कर बैठ गयी और फिर उसकी मीटिन्ग america clind के साथ start हो जाती है ||

    इधर अब oberoi विला के garden मे एक जेट land होती है उस जेट के land होते हि जेट के चारो बगल body guards कि एक जम घट सि लग जाती है और फिर जेट का gate खुलता है तो जेट से एक attractive, passionate young boy बाहर आता है उस लड़के ने black थ्री piece suit पहना था और उसने अपने आँखो पर एक black eye glasses भि पहना था उस लड़के के साथ एक लड़की भि वहार आती है उस लड़की के चेहरे पर एक अलग सि चमक थि वह दिखने मे किसि काँच कि गुड़िया से कम नही थि उसने भि black colour मे shorts हि पहने थे ___||

    वो दोनों जेट से बाहर आ कर ओबेरोइ विला के main gate के पास जाते हैं कि तभि उस लड़के कि कि नजर हाथो मे आरती कि थाल लिये एक औरत पर जाती है उस औरत के चेहरे पर एक अलग सि चमक थि और उन्हे देख कर तो ऐसा भि लग रहा था कि उन्की वर्षो पुरानी तपस्या आज पुरी हुइ हो वो लड़का उस औरत को देखते हुए कहता अपनी cold voice मे कहता है " दादी ये क्या है आप तो बिल्कुल ठिक है तो आपने मुझ्से झूठ क्यु बोला "  इतना बोल कर वो लड़का उस औरत के बगल मे खड़ी लड़की कि तरफ़ देखते हुए फिर से अपनी आंखे बड़ी करते हुए कहता है " और तन्वी तुम भि इनके साथ मिली हुइ थि "||

    उसकी बात सुन कर तन्वी मुस्कुराते हुए कहती है " वो विवान हमे दादी जि ने ऐसा करने को कहा था "||

    विवान अपनि आंखे बड़ी करते हुए कहता है " बहुत अच्छा आप सब को जो ठिक लगे आप करिये "विवान के चेहरे पर उसका तेज गुस्सा साफ़ झलक रहा था जिसे देख तन्वी थोड़ा घबरा रही थी ||

    वो लड़का जो अभि जेट से आया था वो और कोइ नहि बल्की विवान था और उसके साथ जो लड्की आयी थि वो विवान कि बहन विणा थी विवान और विणा जब oberoi विला के अन्दर आ रहे थे तो आराधना जि जो अपने हाथो मे आरती कि थाल लिये विवान और विणा के आने का बेसबरी से इन्तेजार कर रही थी और उनके साथ दरवाज़े पर तन्वी भि खड़ी थि ||

    विवान जैसे हि वहा आता है तो वो आराधना जी को देखते ही समझ चुका था कि उन्हे कुछ नही हुआ तो उन्होने उससे सब झूठ कहा था और उनके झूठ मे तन्वी ने भि उनका पुरा साथ दिया था ,और ये सब देख कर विवान को बहुत तेज गुस्सा आ रहा था लेकिन वहि तन्वी थोड़ा परेशान तो आराधना जी और विणा को तो इतनी हसी आ रही थी जिसका कोइ जवाब हि नहि, दरसल उनके इन सब plan मे विणा ने भि उनका पुरा साथ दिया था ||

    विवान और विणा दोनों आराधना जी के पैर छु कर उनका आशिर्वाद लेते है और उसके बाद विवान पुरे गुस्से मे किसि से बिना कुछ कहे वहा से अपने कमरे में जाने लगता है कि आरधाना जी उसे रोकते हुए कहती है " विवान हमारे कमरे मे मुझसे मिलो "||

    आराधना जी के बात का जवाब विवान बिना पलटे बिना किसी आव भाव के देता है " ठिक है "इतना बोल कर विवान गुस्से मे अपने कमरे मे चला जाता है ||

    वहि विणा आर्धना जी से बोलती है " दादी भाइ तो गुस्सा हो गये "||

    तन्वी बोलती है " hmm दादी "||

    आराधना जी " कोइ बात नहि मुझे पता है कि मुझे उसका गुस्सा कैसे शान्त करना है "||

    विणा बोलती है " वैसे मनना पड़ेगा दादी आपकॊ आपने क्या उल्लु बनाया है भाइ को mr. mafiaa king को "||

    विना कि बात पर तन्वी और दादी जि दोनों हस्ने लगते है और फिर सभि अपने अपने कमरे में चले गए ||

    कुछ हि देर मे विवान आराधना जी के कमरे मे गया और वो वहा जा कर आरधाना जी से अपनी cold voice मे बोला "अपने मुझे यहा क्यु बुलाया है "||

    विवान को देख कर आराधना जी विवान कि तरफ़ मुस्कुराहट के साथ देखते हुए बोलती है " बैठो हम बताते है हम्ने आपको क्यु बुलाया है "||

    आराधना जी के कहने पर विवान उनके बगल में बैठ जाता है फिर कहता है " please जल्दी "||

    आराधना जी कहती है " विवान आपको अपनी mom कि आखरी इच्छा याद है ना और अपने उन्की इच्छा पुरी करने की कसम भी खायी थि "||

    विवान कहता है "आप कहना क्या चहती है "||

    आराधना जी कहती है " यही कि अब आपको तन्वी से शादी करना होगा अब वक़्त आ चुका है उस कसम और उस वादे को निभाने का "||

    विवान कहता है "पर दादी उस हादसे को 22 साल गुजर चुके हैं "||

    आराधना जी कहती है " कोइ पर वर नहीं आपको याद है ना कि आज से 22 साल पहले बनारस मे क्या हुआ था,  तन्वी के mom dad कि जान क्यु गयी थि और आपकी मोम कि आखरी इच्छा भि यही थि कि आप तन्वी से शादी करे और तन्वी ने तो हमारे देख भाल के लिये अपने जिवन को समर्पण करने के लिये तैयार है ||

    विवान बोलता है " ह्म्म मै जान्ता हु पर " ||

    आराधना जी कहती है " अरे उस बेचारी बच्ची ने तो अपने माता पिता का चेहरा तक नहीं देखा है उसके dad ने सिर्फ़ आपके dad महेश के लिये अपनी बच्ची तक सौप दी और आखिर मे क्या हुआ तन्वी कि जुड्वा बहन जो पैदा होते हि उससे बिछड गयी अपने mom dad से बिछड गयी अपनी दादी पुरे परिवार से बिछड गयी "||

    विवान कहता है " ह्म्म तो इसमे मेरी क्या गलती थि " ||

    आराधना जी कहती है " हमे पता है आपकी गलती नहीं थि पर हमारे परिवार और खास कर आपके लिए mr.  raichand and mrs. raichand कि जान गयी थि और उन्की बच्ची, तन्वी कि जुडवा बहन उनसे बिछड गयी और तो और तन्वी कि दादी मेरी बच्च्पन कि दोस्त उसकी जान भि चली गयि " ||

    इतना बोलते हि आराधना जी कि आन्खो से आन्शु गिरने लगते है और उन्हे ऐसा रोता देख विवान उनके आन्शुओ को अपने सख्त हाथो से पोछते हुए कहता है " अच्छा अब आप चुप हो जाइये

  • 3. Mafia King Ki Bride - Chapter 3

    Words: 2101

    Estimated Reading Time: 13 min

    आराधना जी के कमरे मे ___||

    विवान आराधना जी के आन्शु पोछ्ता है और एक गहरी सान्स लेके  बिना किसी आव भाव के कहता है " मै जानता हूँ सब जान्ता हु लेकिन अभी मेरा काम, मेरा मक्सद पुरा नही हुआ है तो मै शादी कैसे कर सकता हूँ "||

    आराधना जी कहती है "हमे पता है ! लेकिन आप ये बात भि नहि भुल सकते हैं कि तन्वी के mom dad कि वजह से आज आप ज़िन्दा है हमारा oberoi परिवार सुरक्षित है और ये भि कि आप सिर्फ़ तन्वी के dad के हि वजह से आज world के मफ़िआ किन्ग और मफ़िआ world के बेताज बादशाह है याद है ना आपको इसलिए अब हमारा और आपका भि फ़र्ज़ बनता है कि हम तन्वी को उसकी ज़िन्दगी का सहारा दे "||

    विवान बोलता है " ठिक है दादी आपको जो सहि लगे आप किजिये "विवान इतना बोल कर आराधना जी के कमरे से बहार जा रहा था कि आराधना जी उसे रोक कर बोलती है " ठिक है कल आपकी और तन्वी कि engaemant है , लेकिन अभी आप कहा जा रहे हैं "||

    आराधना जी के बात का जवाब विवान अपने cold voice मे बिना आराधना जी के तरफ़ देखे कहता है " कुछ पुराना हिसाब बाकि है उसे पुरा करने जा रहा हूँ "||

    आराधना जी बोलती है " आप अभि कहि नहीं जायेगे क्योंकि हम नहीं चाहते कि आपकी enagement से पहले कोइ भि problem हो "||

    विवान बोलता है " नहीं दादि जब तक शेर भि अपने पिन्जरे मे रहता तब तक तो चुहा के भि पर निकल आते हैं और वो भि शेर बनता फिरता है लेकिन मै अभी उसी पर को काटने जा रहा हूँ "||

    इतना बोल कर विवान आराधना जी के कमरे से चला गया  और इधर आराधना जी उसे एक गर्व भरी नजरों से जाते हुए देखती रहती हैं और अपने मन में ही बोलती है "आप हि हमारे शेर है और अगर आपकि कोइ शेरनी बनेगी तो वो सिर्फ़ तन्वी होगी "||

    इधर विवान जो ready हो कर अपने घर से निकल जाता है विवान ने अभी black colour shirt, black jeans aur black हि colour का denim jacket पहना था और हाथो मे limited edition कि watch और आँखो मे black eye glasses पहना था, विवान अभी काफ़ि हद तक attractive लग रहा था ||

    इधर tanvii और विणा जो छत पर खड़े विवान को जाता हुआ देख रहे थे विणा तो अपने भाइ का ऐसा handsome लूक देख बहुत खुश हो रही थीं वही तन्वी जो विवान को देख अपने मन हि मन बहुत बेचैन थि और तो और उसके मन में एक अलग सि खुशी मौजूद थि क्युन्की आराधना जी ने तन्वी और विणा को पहले हि बोल दिया था कि तन्वी और विवान कि engagement कल हि है ||

    इधर विवान जो अपने black फ़ेरारी car से निकलता है विवान कि फ़ेरारी के आगे माहिर कि car थि और विवान के car के पिछे 4 उसकी body guards के car थे , विवान अपने car मे बैठ कर अपने फोन मे कुछ काम कर रहा था , कि अचानक से उसकी car रुकती है ये देख विवान गुस्से मे driver से कहता है " car क्यु रोका क्या हुआ "||

    driver डरते हुए कहता है "वो सर आगे माहिर सर ने अचानक से break लगा दिया तो मुझे भो break लगाना पडा "||

    driver कि बात पर विवान कुछ नहीं कहता है और गुस्से मे माहिर के पास call करते हुए कहता है "क्या हुआ है car क्यु रोका तुमने "||

    माहिर बोलता है "वो boss हमारे cars को लग भग 10 black cars ने मिल कर चारो तरफ़ से घेर लिया है ||

    विवान माहिर के बात का कोइ जवाब नहीं देता है और विवान माहिर का call cut करके अपनी फ़ेरारी से बहार आता है तो उसके बाहर आते ही उसके सारे body guards  भि अपनी car से बाहर आ जाते हैं और विवान के पिछे सभी अपने guns को हाथ में ले कर खड़े हों गए और इधर माहिर भि विवान के थोड़ा पिछे खड़ा हो गया,  विवान, माहिर और विवान के सभी body guards को देख कर तो ऐसा लग रहा था जैसे 1857 कि क्रांति मे कोइ बादशाह अपने फ़ौज के साथ अपने दुश्मन के सामने पुराप तन कर खड़ा है और युध्द के लिये पुरी तरह तैयार भी है ||

    उधर जिस cars ने विवान को आगे बढ़ने से रोका था उस एक car मे से एक bahut हि dashing और good looking लड़का बाहर आया उसने yellow t shirt aur black jeans पहना था और उसने black eye glasses भि लगाये थे , उस लड़के के बाहर आते ही बाकि के जो cars थे उन cars से बहुत सारे गुन्डे मवाली बाहर आते हैं  हर गुन्डे के हाथ में एक एक हथियार था और उसि हथियार को लिये उस yellow t shirt वाले लड़के के पिछे खड़े हों जाते हैं, उन्हें देक कर ये साफ़ पता चल रहा था की उन्का मालिक वो yellow t shirt वाला लड़का हि था ||

    इधर उन सब कि वजह से traffic जाम हो चुकी थि और delhi कि सड्को पर हज़ारो गाडिया जो उनकी वजह से traffic मे फ़सी थि, लेकिन किसी के अंदर इतनी हिम्मत नहीं थी कि वह आ कर विवान या उस लड़के को कुछ भी बोल सके , वही रुहानि जो उसी traffic मे फ़सी थि उसे बहुत गरमी लग रही थी हालांकि car मे AC start था और अब रुहानी इस traffic से irritate हो कर अपने driver से कहती है " भइया ये इतनी traffic kyu है "||

    driver बोलता है " वो madam आगे कुछ गुन्डे मवाली का हन्गामा हो रहा है शायद इसलिए traffic जाम है "||

    रुहानी बोलती है " ये इन लोगों ने public place को भि private place  बना रखा है " ||

    इधर विवान हस्ते हुए उस लड़के से कहता है " तो तुम्ने अपनी लिच्चर्गिरि दिखा हि दि mr. अविनाश oberoi "||

    वो लड़का विवान कि बात पर बहुत जोर जोर से हस्ते हुए बोलता है " hmm बड़े भइया " इतना बोल कर वो लड़का  अपने गुन्डो को इशारा करता है और उसके गुन्डे उसे विवान कि तरफ़ आगे उस पर हमला करने के लिए आगे बढने लगे ||

    वो लड़का जिसने अपने गुन्डो के साथ विवान को राश्ते मे छेका था वो और कोइ नहीं बल्की विवान का सौतेला भाइ अविनाश oberoi था ||

    विवान के तरफ़ जैसे ही अविनाश के गुण्डे आये वैसे हि विवान के सभी body guards आगे बढ़ने को हुए कि विवान ने अपनि उन्गली हिलायी और विवान के सभी body guards अपनी हि जगह मे रुक गये और इधर विवान ने खुद सबको मारना शुरू किया विवान न आव देख रहा था और न ताव देख रहा था बस वो सबको मारे जा रहा था और साथ ही बहुत कोइ को अपनी gun से शूट भि कर रहा था ,विवान एक था और अविनाश के गुण्डे 30 से 40 होंगे लेकिन फिर भि वो उन गुन्डो के सामने भारी पड़ रहा था ||

    वहि अविनाश अब जिसकी हालत बुरी हो रही थीं सिर्फ़ विवान को देख कर वो देख पा रहा था की अगर वो अभि यहा से रफ़ू चक्कर न हुआ तो उसका भी वही हाल होगा जो अभी उसके गुन्डो का हो रहा था येह सब सोच कर अब उसके पसिने छुट रहे थे ||

    लग भग एक घंटे के बाद जितने भि गुण्डे अविनाश के साथ थे वे सभि अब लाश कि ढेर बन कर delhi कि सडक पर पड़े थे वहि अविनाश भि ये देख कर अपनी दुम दबा कर भाग चुका था और इधर विवान सब को नर्क कि यात्रा करवा कर एक देविल smile के साथ अपने हाथो को झाड्ते हुए माहिर कि तरफ़ देखते हुए कहता है "साफ़ कर्वा दो यहा पे सब "||

    इतना कह कर विवान अपने car मे बैठने हि वाला था कि उसकी कानो मे एक मिश्री सि मीठी अवाज पड़ती हैं, उस अवाज को सुन कर तो एक पल के लिए विबान कि सान्से थम सि जाती है और उसके कदम वही के वहि रुक जाती है ||

    उस लड़की कि अवाज भले ही मिश्री सि मिठी थि लेकिन उसकी अवाज मे एक अलग सा गुस्सा था और एक अलग जुनून भि था उसकी अवाज मे, विवान उस लड़की के तरफ़ अपनी पिठ किये खड़ा था और वो लड्की विवान के पिछे खड़ी थी ||

    वो लड़की अपने गुस्से भरी अवाज मे विवान से कहती है " ओह हेलो मिस्टर! क्या है ये सब "||

    उस लड़की कि आवाज सुन कर विवान पिछे पलटते हुए devil smile के साथ कहता है " क्या है खुद देख लो "||

    इतना बोल कर विवान उस लड़की का चेहरा जैसे ही देखता है बस देखता हि रह जाता है उस लड़की कि बड़ी बड़ी आन्खे, गुलाब कि पंखुड़ियों जैसे होठ, नागिन सि निगाहे और मैदे कि तरह गोरा रन्ग जैसे विवान के दिल मे एक अलग आग सि लगा रही थी, विवान तो बस उस लड़की को हि देखे जा रहा था ||

    जब वो लड़की देखती है कि विवान बस उसे हि घुरे जा रहा है तो ये देख कर अब उस लड़की को और ज्यादा गुस्सा आ रहा था इसलिए वो अपने दान्त पिसते हुए विवान के आन्खो के सामने अपनि चुट्की बजाते हुए कहती है " क्या है हमे क्यु घुर रहे हो, ये हमारा public place है ना कि तुम्हारा private place है, अभि पुरे 1 घंटे से तुम्हारि इस गुन्डा गर्दी के वजह से हर कोइ यहा जाम मे फ़सा हुआ है, जब इतना हि शोक है ये सब का तो अपने घर मे करो "||

    वो लड़की ये सब गुस्से से बोल रही थी लेकिन इधर विवान बस उसे प्यार भरी नजरो से निहारे जा रहा था, वो लड़की बस बोले जा रही थि और उसके लम्बे लम्बे काले घने बाल जो उसके चेहरे को बार बार अपनी आगोश मे ले रहे थे और हल्की धिमी धिमी हवाये उन दोनो को अपने आगोश में ले रहे थे ||

    विवान से अब जब बर्दाश्त नहीं हुआ तो उसने अपने कडक हाथो से उस लड़की के बालो को उसके कानो के पिछे करते हुए उस लड़की के एक दम करिब जा कर अपनि cold voice मे बोला " फिर मिलेन्गे जाना so wait and watch "||

    इतना बोल कर विवान वहा से अपने car मे बैठ कर निकल जाता है और इधर वो लड़की बस अपने गुस्से भरी निगाहो मे विवान को जाता देख रही थि कि तभी उसके पास आकर बोला " रुहानि mam जाम अब clear हो चुका है चलिये "||

    वो लड़की " जी " इतना बोल कर वो लड़की वहा से अपनी car मे बैठ कर निकल गयी ||

    flash back start ___||

    वो लड़की और कोइ नहीं बल्कि रुहानी हि थी जब पुरे 1 घंटे गुजर गये तो अब रुहानि से अपनी car मे रहा नहीं गया तो वो अपनी car से उतर कर वहा जहा विवान और अविनाश के गुन्डे के बीच जन्ग छिडी हुइ थि जाने के लिये अपने car से बाहर उतरती है तो रुहानी का driver उसे रोकते हुए कहता है " mam वहा आप मत जाइये मैने सुना है वहा किन्ग ऑफ़ मफ़िआ है "||

    रुहानी हस्ते हुए जावाब देती है " अरे uncle आप उसकी फ़िक्र मत किजिये हम जा कर देख कर आते है " इतना बोल कर रुहानी अपनि car से उतर कर वहा चलि गयि, अब उसके बाद क्या हुआ वो तो आप जनते हि hai ||

    flash back end ___||

    रुहानी car मे बैठी बस वही बात याद कर रही थि कि आखिर कैसे विवान ने रुहानी को छुआ रुहानी वो सब सोचते हुए car की window से बाहर झान्के जा रही थि और बस एक टक चन्दनी रात कि खुबसुरती को निहार रही थि और यही सब सोचते सोचते रुहानी अपनी आन्खे बन्द कर लेती है और फिर से बस किसी के ख्यालो मे खो सी जाती है ||

    इधर विवान जो car मे हि था और वो भी मौसम कि खुब्सुरती को निहार बस रुहानी को याद किये जा रहा था उसकी मिठी मिस्री सि अवाज जैसे विवान के कानो मे गुन्ज सि रही थि और उसे मदहोश कर रही थी विवान रुहानी के बारे मे सोचते हुए अपने दिल पर हाथ रखते हुए बोलता है " हय्य तेरी ये अदा मुझे पहली नजर मे हि घायल कर गयी उफ़्फ़्फ़ तेरे गुलाब कि पंखुड़ियों जैसे होठ और नागिन से लहराते लम्बे बाल तुझे तो होना इस विवान ओबेरोइ का हि है "||

    इतना बोल विवान अपनी आन्खे बन्द कर लेता है और उसकी आन्खे बन्द होते हि उसके सामने बस रुहानी कि आवाज उसके होठ, उसकी प्यारी शकल घुमने लगती है और इसी ख्याल के साथ विवान ओबेरोइ विला जा रहा था

  • 4. Mafia King Ki Bride - Chapter 4

    Words: 2108

    Estimated Reading Time: 13 min

    रुहानी विवान को हरकत से परेशान घर पहुन्चती है ||

    रुहानि जैसे ही अपने घर पहुची वैसे हि उसके पास तन्वी का call आया तो रुहानी call उठाये कहती है "बोल तनु "||

    तन्वी बोलती है " अरे यार तुझे पता है विवान इंडिया वापस आ गया है "||

    रुहानि बोलती है "तो क्या हुआ "||

    तन्वी बोलती है " darling कल विवान से हमारि enagement हैं "||

    रुहानि चौकते हुए कह्ती है " क्या बात कर रही है तेरी engagement है कल और विवान ओबेरोइ आराधना जी का पोता और तेरा बच्च्पन का crush "||

    तन्वी खुश होते हुए बोलती है " जी रुहि madam "||

    ऐसे ही रुहानि और तन्वी कुछ देर तक बात करते हैं और फिर call कट कर देते है ||

    इधर विवान जो अपने कमरे में bed पर लेटा हुआ था और उसे बस एक हि ख्याल आ रहा था वो ख्याल था रुहानि का ( आखिर उस लड़की का नाम क्या था, कौन थि वो और मुझे उसे देख कर इतनी बेचैनी क्यु हो रहि है "||

    यहि सब सोचते सोचते विवान कि आंख लग गयी और वो निन्द के आगोश मे चला गया ||

    इधर तन्वी और आराधना जि दोनों तन्वी के कमरे मे बैठी हुइ थि तन्वी आराधना जी के गोद मे अपना सर रखी हुई थी और आराधना जी तन्वी का सर अपने हाथों से प्यार से सहला रही थी और तन्वी बस अपने आंखों को बन्द किये बस यही अनुभव कर रही थी कि आराधना जी प्यार भरे शब्दो मे कहती है " तनू बेटा अब आप कल से हमारी बहु बन जायेन्गी " ||

    तन्वी भी मुस्कराते हुए बोलती है " नहीं आप हमेशा हमारी  दादी हि रहेन्गी " ||

    आराधना जी भि मुस्कान के साथ बोलती है " ह्म्म्म वो तो है पर कल आपके mom dad और विवान के mom dad कि आखरी विश पुरी हो जायेगी " ||

    तन्वी थोड़ा मायुश होते हुए बोलती है " ह्म्म्म काश हम भि अपने mom dad को कभि देख पाते और हम अपनी बहन से भि कभी मिल पाते पर क्या फ़ाय्दा वो अब इस दुनिया मे है हि नहीं " ||

    तन्वी के इतना बोलते हि आराधना जी और तन्वी दोनों के आँखो मे हलके आन्शु झलक जाते है लेकिन फिर तन्वी अचानक से आराधना जी के गोद से उठती है और उन्हे अपने गले से लगा लेती है और कहती है " आप है ना हमारे साथ तो हमे किसी की जरुरत नहीं है आप हि अब हमारे लिये सब कुछ है " ||

    आराधना जी तन्वी के पिठ को प्यार से सहलाते हुए बोलती है " और आप हमारे लिए सब कुछ है " ||

    ऐसे हि कुछ देर तन्वी से बाते करने के बाद आराधना जी अपने कमरे में चली गयी और तन्वी भी सो गयी ||

    engagement का दिन शाम के 7 बजे ||

    तन्वी और विवान दोनों stage पे सजे सोफ़े पर बैठे हुए थे, विवान ने आज light blue colour का थ्री piece पहना था ,हाथो मे limited edition कि watch और पैरो मे black shoes और इधर तन्वी जिसने light blue colour का लहंगा पहना था और चेहरे पर एक प्यारा सा makeup कानो मे झुमके और गले मे हिरे का necklace ,और तो और तन्वी ने अपने बालो को खुला किया हुआ था जो एक नागिन कि तरह लहरा रहे थे, सच मे तन्वी और विवान आज बहुत हि अच्छे लग रहे थे,उनकी जोड़ी भि क्या खुब थि ,उनकी जोड़ी देख कर आराधना जि बहुत खुश थि ||

    तन्वी विवान से कहति है " विवान आज हम आपको अपने सबसे खास friend से मिल्वायेन्गे "||

    तन्वी कि बात पर विवान बस एक smile दे देता है ||

    फिर ठिक उसी वक़्त सारे lights ऑफ़ हो गये और फिर एक ग्रीन dimlight जलती है वो भि एक लड़की के उपर सबकी नजर उस लड़की पर जा कर टिक गयि, तन्वी और विवान कि भि निगाहे उसी लड्की पर जा कर टिक गयी तभि एक song play हुआ song था " ye ishq na karna ye rog है buraa "||

    song play होते हि वो लड़की और विणा जिसने लड़के का dress up किया था दोनो dance करते हैं , उस लड़की ने light blue saari पहना था और उसके लम्बे घने घुन्गराने बाल जो उसकी लबो को चुम रहे थे सच मे वो लड़की बहुत हि प्यारी थि और इधर विवान तो बस उसि लड्की को देखते ही रह जाता है ||

    कुछ ही देर में dance performance खत्म हो जाता है ,dance performance खत्म होते ही तन्वी उस लड़की के पास जाति है और उसके गले लगते हुए बोलती है " यार ! रुहि क्या dance किया तुने "||

    वो लड़की " hmm तो मेरि bestie कि शादी है "||

    इधर विवान जो उस लड़की को देख कर पुरि तरह हैरान था और वो अपने मन मे हि कहता है " ये लड्की यहा कहा से, क्या रिश्ता है तन्वी का इस लड्की से "विवान यहि सब पुरि गम्भिरता के साथ सोचने लगता है और कल रात मे रुहानी के साथ हुइ उसकी सारि बाते याद करने लगता है क्योंकि वो लड़की और कोइ नहीं बल्की रुहानी थि ||

    इधर तन्वी रुहानी का हाथ पकड़ते हुए बोलती है " चल हम तुम्हे विवान से मिलाते है "||

    रुहानी " hmm चल हम भि देखे जरा अपने जिजा जी को "||

    इतना बोल कर रुहानि और तन्वी दोनो विवान के पास आने लगती है, रुहानी ने अभी तक विवान को नहीं देखा था ||

    इधर विवान जो माहिर को कुछ इशारा करता है और माहिर भि विवान का इशारा समझ जाता है और वो एक side से जा कर रुहानि के बगल मे लगी table फ़ैन को start कर देता है जिससे रुहानी कि saari कि पल्लु उस table fan मे जा कर फ़स जाता है और जिस वजह से रुहानी का पुरा balance बिगड़ गया ||

    balance बिगडते हि रुहानी जैसे ही गिरने को होति है वैसे ही विवान आ कर रुहानी को अपने बाहो मे जकड़ लेता है रुहानी ने अभी आंखे बन्द कर रखी थि वहि विवान  जिसके हाथ मे engagement ring थि जो खास कुलदेवी के मन्दिर से पुज कर लायि गयी थि, विवान अभि उस रिन्ग को तन्वी को पहनाने वाला था लेकिन एक झटके मे वो उस रिन्ग को रुहानी के उन्गली मे पहना देता है ,लेकिन इस बात की ख़बर वहा मौजूद किसि सदस्य को नहि थि और नाही रुहानी को इस बात की खबर थि कि विवान ने अभि क्या किया है ||

    रुहानी जब अपनि आन्खे खोलती है तो विवान के बाहो मे खुद को पा कर वो विवान का हाथ झटकते हुए एक झटके से विवान से अलग होती है और कहती है " तुम यहा कैसे "||

    रुहानी कि बात पर विवान रुहानी के एक दम करिब जा कर उसके कान मे धिरे से बोलता है " कहा था ना फिर मिलेन्गे जाना लो मिल गये " इतना बोल कर विवान रुहानी कि तरफ़ देखते हुए एक शैतानी मुस्कान दे देता है जिसे देख कर एक पल के लिए तो रुहानी भि सहम सि जाती है ||

    तभी तन्वी रुहानि को गले लगाते हुए कहती है " ठिक तो है तु "||

    रुहानी बोलती है " हा यार ह्म ठिक है "||

    फिर तन्वी थोड़ा रुक कर कहती है " दादी जी कहा है वो नहीं आयी "||

    रुहानी बोलती है " दादी आज हि सुबह तिर्थ यात्रा पर गयी है उनकी ticket आज कि हि थि इसलिए "||

    तन्वी थोड़ा निराश होते हुए कहती है " ओह्ह "||

    उसके बाद तन्वी रुहानी को विवान से मिलवाते हुए बोलती है " ये देख ये है विवान ओबेरोइ "|

    तन्वी के मुह से रुहानी जैसे ही ये सुनती है वैसे ही उसके पैरो तले जमिन खिसक सि जाती है क्योंकि विवान को तो वो एक अवारा गुंडा समझ रही थि कल रात कि घटना के बाद से ||

    रुहानि थोडा अटकते हुए बोलती है " ये है तुम्हारे होने वाले पती और हमारे जिजा जि "||

    तन्वी बोलती " ह्म्म तुम्हारे जिजा जि "||

    विवान जैसे हि रुहानी के मुह से अपने लिये जिजा जी word सुनता है तो वैसे ही उसके तन मन में आग सि लग जाती है कि तभी वहा आरधाना जि आती है और कहती है " चलो बाते तो होती हि रहेगी मुहरत हो गया है पहले engagement करते है "||

    इतना बोल कर आराधना जी सभी को stage पर ले जाती है और तन्वी, विवान को सोफ़े पर बैठा देती है कि तभी उनकी नजर वहा table पर रखे रिन्ग पर जाति है तो वो देखती है कि जो रिन्ग तन्वी को विवान पहनाने वाला था वो रिन्ग तो वहा है हि नहीं तो येह देख कर आराधना जी tension के साथ कहती है " तन्वी कि रिन्ग कहा गयि यहा "||

    आराधना जी कि ये बात पर सभी लोग का ध्यान आराधना जी पर जाता है और सभी लोग परेशान हो जाते है वहि विवान जिसके चेहरे पे एक शैतानी मुस्कान थि ||

    तन्वी परेशान होते हुए बोलती है " कैसे रिन्ग यहा से कौन ले गया हम सब तो यही पे है "||

    ऐसे ही सभी लोग परेशान होते हुए रिन्ग को इधत उधर धून्डने लगे लेकिन उन्हे रिन्ग कही नहि मिलि,  आखिर मिलती भि कैसे वॊ रिन्ग तो हमारी हेरोइन और हमारे मफ़िआ किन्ग के जाना के हाथो कि शोभा बढा रहे थेलेकिन एक बात तो थि किसी कि भि नजर रुहानी के हाथो पर नहीं जा रही थी ||

    लेकिन इधर रुहानी जो रिन्ग के गुम हो जाने पर खुश थि क्योंकि जबसे उसे ये पता चला कि विवान से तन्वी कि शादी होने वाली है तो ये जान रुहानी जल्दी से तन्वी और विवान कि शादी तोड़ देना चाह्ती थि क्युन्की वो विवान को एक अवारा गुंडा समझ रही थी और कल रात कि घटना के बाद से वो विवान से बेहद नफ़रत करती थि लेकिन वो ऐसा कर नहीं सकती थी क्योंकि विवान और तन्वी के मोम dad ने उनकी शादि आज से 20 साल पहले हि तय कर दि थि ||

    कुछ देर ऐसे ही सब रिन्ग खोजते है और जब रिन्ग नहीं मिलती तो आराधना जि विवान को अपनी diamond कि रिन्ग देते हुए कहती है " लिजिये आप ये रिन्ग तनु को पहना दिजिये "||

    तन्वी बोलती है " पर दादी ये तो आपकी रिन्ग है न तो हम कैसे "||

    रुहानी भि जल्दी से कहती है " ह्म्म दादी जी ये तो आपकी रिन्ग है न "||

    आराधना जी बोलती है " तो क्या हुआ आखिर मेरी बहू हि ना पहनेगि "||

    उनके इतना कहने पर विवान उनके हाथो से वो रिन्ग ले लेता है फिर तन्वी और विवान दोनो एक दुसरे को रिन्ग पहना देते हैं लेकिन इधर रुहानी जो घुर घुर कर ऐसे हि विवान को नफ़रत भरी निगाहो से देख रही थी और इधर विवान कि निगाहे भि बस रुहानी हि पर कुरबान हो रहि थि  ऐसे हि कुछ देर बाद function खतम हो जाता है और रुहानी भि अब अपने घर जाने के लिये ओबेरोइ विला से बाहर आ कर अपनी car के पास खड़ी किसि से call पे बात कर रही थी ||

    रुहानी call पे कहती है " ह्म्म हमारी भि शादी कुछ दिनों में हो हि जायेगी बस दादी को तिर्थ यात्रा से वापस आने कि देरी है और वैसे भि अभी तन्वी कि शादी है "||

    call के दुसरी तरफ़ से वो लड़का बोलता है " ह्म्म रुही मै जानता हूँ अच्छा ठिक है तुम घर जाओ हम कल office मे मिलते है "||

    रुहानी बोलती है " okk byy आरुश हम अब घर जाते है "||

    रुहानि जैसे ही call cut करके अपने car मे बैठने वालि होति है कि तभी पिछे से उसके हाथो को कोइ पकड़ कर अपने करिब खिन्च लेता है और रुहानी के बालो को उसके कान के पिछे करते हुए कहता है " ओह्ह तुम मेरी हो जाना देखो आज हमारी सगाइ भि हो गयि "||

    इतना बोल कर वो इन्सान रुहानी के हाथो को अपने होठो से चुम लेता है उस इन्सान के ऐसे हरकत से रुहानि बुरी तरह सहम सि गयी थि और थोडा डरते हुए बोलती है " कौन हो तुम "||

    वो इन्सान एक देविल स्मिले के साथ बोलता हैं " तुम्हारा चाहने वाला " इतना बोल वो इन्सान एक बार फिर रुहानी के कानो को चुम लेता है जिससे रुहानी और ज्यादा सहम जाती है और उस इन्सान के सख्त हाथो कि पकड़ से आजाद होने की कोशिश करने लगती है लेकिन उसकि पकड़ इतनी मजबूत थि जिससे आजाद हो पाना नामुमकिन सा था ||

    जब रुहानी उस इम्सान से छुटने कि कोशिश करती है तो वो फिर कहता है " इतनी भि जल्दी क्या जाना "||

    मिलते है next part मे तब तक के लिये byyy और बने रहिये मेरी कहानी  से

  • 5. Mafia King Ki Bride - Chapter 5

    Words: 2059

    Estimated Reading Time: 13 min

    आइये जाने इस चैप्टर में क्या क्या हुआ है ___||

    रुहानी हडबडाते हुए उस इन्सान का हाथ झपकते हुए कहती है " हमे छोड़िये हमे दर्द हो रहा है " वो इन्सान जैसे ही रुहानी के मुंह से दर्द word सुनता है वैसे हि वो रुहानी को अपनी सख्त पकड़ से आजाद कर देता है ||

    जैसे हि वो रुहानी को छोडता है वैसे ही रुहानी उस इन्सान कि तरफ़ पलटती है तो उसे देख कर हैरान हो जाती है और हैरानी के हाथ कहती है " हमे लगा हि था कि आप एक अवारा इन्सान हो और हमारा ये शक सच्चाई में बदल  हि गया "||

    वो इन्सान एक देविल smile के साथ मदहोशी मे बोलता हैं "ओह्ह जाना तुम्हारी यही अदा तो मुझे पसन्द है "||

    रुहानी बोलती है " आपकी शादी तन्वी से होने वाली है , आप बोल क्या रहे हैं आपको पता भि है "||

    रुहानी के इतना बोलते हि वो लड़का एक तपाक से रुहानी  के lips पर अपने लिप्स रख देता है और रुहानी को एक दम deep और passionate kiss करने लगता है , रुहानी उसके ऐसे हरकत से एक दम shocked थि और वो तो उस kiss को जरा भि response नहीं कर रही थी लेकिन वो लड़का बस रुहानी को पागलो कि तरह kiss किये जा रहा था और उस लड़के के दोनों हाथ रुहानी के नाजुक कमर पर थे जिसे वो उस इन्सान के अपने एक दम करिब थि ||

    रुहानी के शरीर के हर एक भाग उस इन्सान के शरीर को बहुत अच्छी तरह से स्पर्श कर रहे थे ऐसे ही लग भग 20 minute बाद जब रुहानी को एक दम सान्स आना बन्द हो गया तो वो लड़का एक झटके मे रुहानी को छोड़ देता है ||

    रुहानी उस इन्सान के पकड़ के आजाद होते ही एक दम गहरी गहरी सान्से भरने लगी और वही वो लड़का जो रुहानी को देख कर बस एक देविल smile दे रहा था, वहि रुहानी और उस इन्सान के कुछ दुर पर एक लड़का जो लग भग 23 साल का होगा वो अभि रुहानि और उस लड़के के बिच अभि जो कुछ भि हुआ उस सब कि video अपने फोन मे बनाते हुए कहता है " अब मजा आयेगा जब विवान ओबेरोइ कि शादि के दिन मै ये video सब को दिखाउन्गा तब देखुन्गा कि तन्वी आखिर विवान ओबेरोइ के साथ कैसे रहेगी "||

    इतना बोल कर वो लड़का जोर जोर से हसते हुए वहा से चला जाता है वहि रुहानी जिसकी सान्से अब line मे आ चुकी थी इसलिए वो रोनी सि शकल बना कर उस इन्सान के सिने मे मारते हुए बोलती है " क्या है ये सब विवान ओबेरोइ हम तुम्हे कभी माफ़ नहीं करेन्गे "||

    इतना बोल कर रुहानी रोते हुए वहा से अपनी car मसे अपने घर के लिए निकल गई वहि वो लड़का और कोइ नहीं बल्की विवान था जिसे रुहानी से अब बेहद मोहब्बत हो चुकी थी और तो और रुहानी विवान कि एक जुनून बन गयी थि जिसके लिये वो कुछ भि कर सकता हैं ||

    विवान जाती हुइ रुहानी को देखते हुए देविल smile के साथ अपने होठो को छुते हुए कहता है " ओह्ह जाना एक दिन तो तुम्हे मेरा हि होना है " इतना बोल कर विवान smile करते हुए अपने कमरे मे चला गया  विवान अपने कमरे में जा कर माहिर को अपने कमरे मे आने को कहा तो कुछ हि पल मे माहिर भि वहा आ गया माहिर के आने के बाद विवान अपनी cold voice me माहिर से कहता है " रुहानी raichand के बारे मे पता करो वो कौन है " ||

    माहिर सख्ती से कहता है " जि सर " इतना बोल कर माहिर विवान के कमरे से चला गया ||

    वही रुहानी भि अपने घर पहुँच गयी पुरे रास्ते रुहानी आज बहुत heart feel करते हुए गयी थि क्युन्की उस्के लिये ये एक दम नया था ||

    अगला दिन हल्दी की रस्म ओवेरोइ विला मे ___||

    आज ओबेरोइ विला मे तन्वी और विवान कि हल्दी कि रस्म होनी थी इसलिए पुरे विला को yellow flowers से सजाया गया था और yellow lights भि लगाये गये थे हल्दी कि रस्म मुहरत के अनुसार शाम के 4 बजे होनी थी और सभी तैयारिया वगैरह करते करते शाम के 3 बज चुके थे ||

    शाम के 3 बजते हि सभी लोग function hall मे इकट्ठा हो गये और सभी guest भी आ चुके थे वहि आराधना जि विना से कहती है " विणा बेटा जाइये तनु को आप ले आइये अब कुछ हि देर मे मुहरत का वक़्त हो जायेगा "||

    विना बोलती है " जि दादी " इतना बोल कर विना तन्वी को लाने उसके कमरे में चली गई "|

    वही आराधना जि अब वहि खड़े माहिर से कहती है " माहिर बेटा आप जाइये विवान को बुला आइये "||

    माहिर बोलता है " जी दादी मै बुला आता हूँ " इतना बोल कर माहिर भि विवान को बुलाने उसके कमरे में उसे बुलाने चला गया ||

    कुछ हि देर मे विना तन्वि को ले कर function hall मे आयि आराधना जी जैसे ही तन्वी को देखती है वैसे हि उसके पास जा कर तन्वी कि नजर उतारते हुए कहती है " हय किसि कि नजर ना लगे " इतना बोल कर आराधना जी तन्वी के नेक पर अपने आन्खो से काजल हलका सा अपनी उन्ग्ली मे लगा कर लगा देती है उनके ऐसा करते हि तन्वी आराधना जी के पैर छु लेती है तो आराधना जि भि तन्वी को सदा सुहगन रहो का आशीर्वाद प्रदान कर देती है ||

    उसके बाद विना तन्वी को ले जा कर हल्दी कि रस्म के लिए सजे मेज पर बैठा देती है , सभी लोग कि निगाहे बस तन्वी पे हि अटकी हुइ थी खास कर के वहा मौजूद सभी लड़को कि निगाहे जो तन्वी से हटने का नाम हि नही ले रही थि क्योंकि सच में आज तन्वी बहुत हि प्यारी लग रही थी, तन्वी ने yellow net का लहंगा, गुलाब के फ़ुलो कि jewellery और light makeup किया था आज तो जैसे तन्वी कहर हि ध्ह्मा रही थि ||

    थोड़ी देर मे माहिर भि विवान के साथ वाहा function hall पहुंचा, विवान कि hotness और attractive look को देख कर तो  काइ लड्किया वहा बस विवान को  देख कर खड़े हि खड़े अप्ना दिल विवान पर हार गयी ||

    विवान को देख कर तो जैसे सभी लड्कीयो कि सान्से थम सि गयी क्योंकि आज विवान इतना hot लग हि रहा था, विवान ने अभी सिर्फ़ white धोती पहना था और गले मे रुद्राक्ष कि माला , पैरो मे जूती भि थि जिसमे वो और भि ज्यादा attractive लग रहा था ||

    इधर तन्वी जिसकी निगाहे अभी तक विवान पर नहीं गयी थि वो तो बस बार बार किसी को call करने मे लगी हुइ थी लेकिन शायद उसका call लग नहीं रहा था इसी कारण वो अभी भि बस लगातार call किये जा रही थी ||

    ऐसे ही लग भग 10 बार call लगाने के बाद तन्वी जिसे call कर रही थी उसका call लग गया call लगते ही तन्वी हडबडाते हुए बोलती है " रुही क्या हुआ तुझे तु मेरा call क्यु नहीं पिक कर रही थी तु ठिक तो है "||

    वो लड़की रुहानी है जिसे तन्वी बार बार call कर रही थी, रुहानी कहती है " कुछ नहीं यार वो हमारे फोन मे नेट वोर्क नहीं था " ||

    तन्वी " ओह्ह्ह हम तो डर हि गये थे वैसे तु अभी तक आयी नहीं है अब हमारे हल्दी के रस्म के लिए मुहरत का वक़त भी हो रहा है जल्दी आ तु वरना हम रस्म नहीं करेन्गे "||

    रुहानि एक गहरी सान्स भरते हुए कहती है " हम नहीं आ पायेन्गे " इतना बोलते हि रुहानी कि आन्खो मे आशु के कुछ बून्द टपक गये और उसकी हल्की सिस्किया भी निकल पडी जिसे तन्वी भि सुन पा रही थी ||

    तन्वी घबराते हुए बोलती है " क्या हुआ है तुझे तु रो क्यु रही है सब ठिक तो है " ||

    रुहानी थोड़ा शान्त होते हुए बोलती है " ह्म्म सब ठिक है वो मेरी आँखो मे कुछ चला गया था वैसे हम तो अब नहीं आ पायेन्गे "||

    तन्वी " पक्का तु ठिक है ना और ह्म्म तु आ रही है अगर तु नहीं आयेगी तो हम हल्दी कि रस्म नहीं करेन्गे "||

    रुहानी " बात समझ तनु एक बहुत critical patient है  जिसका operation अभी करना है और तुम्हे तो पता ही है हम doctors के लिये पहले उसका काम उसके बाद कुछ भी "||

    तन्वी " बात तो सही पर "||

    रुहानी " पर वर कुछ नहीं चल अब हम रखते हैं " इतना बोल कर रुहानी call कट कर देती है और फिर से उसके आँखो मे हल्के आन्शु झलक जाते है और वो अपने आन्शुओ को पोछते हुए फिर से कहती है " आज हमने पहली बार तुमसे झूठ कहा है पर ये हमारी मजबूरि है हम उस विवान oberoi के सामने अब नहीं आ सकते है और ना हि हम तुम्हारी शादी उस विवान ओबेरोइ के तोड़ सकते हैं, ये अजिब कशमकश मे पड़े हुए हैं हम और हम कुछ कर भी नहीं सकते ...shhhhhhhhhhh... "||

    दरसल रुहानी ओबेरोइ विला सिर्फ़ और सिर्फ़ विवान कि वजह से नहीं जा रही थी विवान ने कल रात को रुहानी से जो कुछ भी कहा और उसके साथ जो कुछ भि किया था वो सब रुहानी को हिला कर रख देने वाला था और वो जैसी भी थी एक self indipendent थी लेकिन कल विवान कि हरकत से वो पुरी तरह सहम गयी थी ||

    इधर ओबेरोइ विला मे ___||

    तन्वी ने रुहानी से जो भी भी बात किया था वो सारी बाते तन्वी के हि बगल में बैठे विवान ने सब कुछ सुन लिया था और उसे तन्वी कि बातो से ये तो पता चल हि चुका था कि आज हल्दी कि रस्म मे रुहानी नहीं आने वाली है और ये बात विवान को अन्दर तक झनझोर कर देती है और वो side से तन्वी का फोन ले लेता है और वहा से बहार जाने हि वाला था कि तन्वी उसका हाथ पकड़ कर रोकते हुए बोलती है " विवान आप कहा जा रहे हैं "||

    विवान cold voice मे कहता है " बस 2 minute मे आता हूँ कुछ काम है "||

    विवान इतना बोलता हि है कि एक औरत हस्ते हुए बोलती है " अरे तन्वी बेटा अभी जाने दो वैसे भी शादी के बाद तो विवान तुम्हारे हि पास रहेगा "||

    दुस्री औरत " ह्म्म्म ह्म्म " उनके इतना कहते हि वहा मौजूद सभी लोग हसने लगे वहि तन्वी जो बुरी तरह सर्मा गयी और विवान जिसके चेहरे पर गुस्सा साफ़ झलक रहा था, आराधना जी विवान के गुस्से को अच्छी तरह देख पा रही थि और वो ये भी जानती थि कि उन्हे हि कुछ करना होगा इसलिए वो बीच मे टपकते हुए बोलती है " आप सब शान्त हो जाइये और विवान बेटा आपको क्या काम है आप वो काम पुरा करके जल्दी आइये मुहरत से पहले "||

    आराधना जी के इतना कहते हि विवान वहा से अपने कमरे में चला गया और वहा जा कर तन्वी के फोन से रुहानी का no अपने फोन मे ले कर रुहानी को call करने लगा, रुहानी एक unknown no देख तुरन्त call पिक कर लेती है क्योंकि उसे लगता है कि शयद कोइ patient या उसका कोइ office clind होगा यहि सोच कर रुहानी call पिक करती है और अपनी कोयल जैसी मधुर आवाज मे कहती है " hloo ruhaanii's speaking "||

    रुहानी कि मिठी कोयल जैसी आवाज सुन कर तो जैसे विवान के दिल को जन्नत मिल गयी हो और वो अपने cold voice मे कहता है " ओह्ह्ह जाना तुम्हारी ये आवाज तो किसी दिन मुझे पागल हि करके मानेगी "||

    विवान कि अवाज सुन रुहानी घबराते हुए बोलती है " कौन है आप और हमसे क्या काम है "|

    विवान " काम नहीं मोहब्बत है तुमसे जुनून हो तुम मेरा "||

    रुहानी अब पहचान चुकी थी कि वो और कोइ नहीं बल्की विवान हि है इसलिए वो थोड़ा डटते हुए बोलती है " आपको एक बार मे समझ नहीं आती है आपकी शादी तन्वी से हो रही है जो आप हमारे पिछे पड़े हुए हैं क्या दुश्मनी है आपकी हमसे "||

    विवान फिर से अपनी cold voice मे एक दम मधहोशी के साथ बोलता हैं " ओह्ह्ह्ह जाना दुश्मनी नहीं मोहब्बत, इश्क़ है तुमसे और ये तुमसे हि रहेगा "||

    रुहानी " लेकिन हम आपसे नहीं बल्की आरुश से मोहब्बत करते हैं  "||

  • 6. Mafia King Ki Bride - Chapter 6

    Words: 2209

    Estimated Reading Time: 14 min

    रुहानी और विवान कि अनोखी हल्दी ___||

    विवान जैसे ही अन्शा के मुह से ये सुनता है कि वो किसी आरुश नाम के लड़के से प्यार करती है तो ये सुन विवान जैसे तो एक पल के लिए एक दम से बौखला उठता है और वो गुस्से मे रुहानी से बोलता है "क्या कहा एक बार बोल दिया दुबारा से बोलने कि कोशिश भी करना तुम सिर्फ मुझसे विवान ओबेरोइ से प्यार करोगी " ||

    रुहानी इठलाते हुए बोलती है  " हमे आपसे पुछने कि जरुरत नहीं है कि हम किससे प्यार करेन्गे समझे और ह्म्म हम आ रहे है अपने आरुश के साथ अपनी friend कि हल्दी मे "  ||

    इतना बोल कर रुहानी गुस्से मे call कट कर देती है इधर विवान जो गुस्से से लाल पिला हो रहा था क्योंकि वो ये बात बर्दाश्त नहीं कर पा रहा था की उसकी जाना ने उसके रहते हुए कहा कि वो किसी और से प्यार करती है लेकिन फिर कुछ सोच कर विवान के चेहरे पर एक देबिल smile आ गयी और वो अपने कमरे से fuction hall मे आ कर तन्वी के बगल मे बैठ गया ||

    इधर रुहानी जो तुरन्त किसी को call करती है और अभी विवान से उसकी क्या बात हुइ वो सारि बात बताती है और कहति है " आरुश चलो ना please वैसे भि दादी के आने के बाद हमारी शादी तो होने हि वाली है "||

    आरुश नर्म आवाज मे बोलता है " ठिक है रुही तुम तैयार हो जाओ मै आपके घर आता हूँ उसके बाद हम दोनों साथ मे चलेन्गे वैसे भि तुम मेरि होने वाली पत्नी है " ||

    रुहानी खुश होते हुए बोलती है " thank you आरुश " ||

    इतना बोल कर रुहानी call कट कर देती है और फिर जल्दी से अपनी makeup artist रुमि जो अभी रुहानी के हि घर मे आयी थि उससे कहती है " आज हमे ऐसा तैयार करना जो हमे आरुश देखे तो उसकी निगाहे कही और जाने का नाम ना ले " ||

    रुमी बोलती है " आप उसकी फ़िक्र मत करिये mam " इतना बोल कर रुहानी को रुमी तैयार करने लगती है ||

    रुहानी और आरुश एक दुसरे से बेहद मोहब्बत करते है और उनकी शादी भि अगले एक महिने के अंदर जब कम्या जी अपनी तीर्थ यात्रा समाप्त करके आयेन्गी तब होनी है, आरुश रुहानी और तन्वी तिनो school time friend थे लेकिन अब रुहानी और आरुश का रिश्ता दोस्ती से अलग प्यार का था  ||

    आरुश खुराना जो अब एक world का एक बहुत हि famous bussiness tycoon था आरुश अपने dad के bussiness को सम्भाल रहा था पर जब से आरुश ने खुराना industries को सम्भालना शुरू किया था तब से खुराना industries का औदा हि कुछ और था  क्योंकि आरुश ने bussiness को सम्भाला हि इतने अच्छे से था , खुराना indurstries और आरुश खुराना का नाम अब world के top 10 के 4 no मे आता है ||

    कुछ हि देर मे आरुश रुहानी के घर पहुचता है तो देखता है कि रुहानी अपने घर के बाहर हि खडी हो कर आरुश के आने का इन्तेज़ार कर रही है, जैसा रुहानी ने कहा था just वैसा हि जैसे हि आरुश रुहानी को देखता है तो बस एक टक देखता है रह जाता है ||

    रुहानी सच मे आज बहुत कि खुबसुरत लग रही थी, रुहानी ने yellow crips साड़ी और कानो मे yellow झुमके पैर मे yellow जुती चेहरे पर light makeup और लम्बे काले घने बाल जो खुले थे अये हय आज रुहानी तो पुरी हि कयामत लग रही थी ||

    आरुश को ऐसा खुद को घुरता देख रुहानी अपनी चुटकी बजाते हुए बोलती है " कहा खो गये " ||

    रुहानी के चुटकी बजाने पर आरुश होश मे आता है और कहता है "कही नहीं वैसे बहुत प्यारी लग रही हो तुम " ||

    रुहानी सरमाते हुए बोलती है " thank you  and तुम भि बहुत अच्छे लग रहे हो  " ||

    आरुश रुहानी कि तरफ़ देखते हुए बोलता है " चले " ||

    इतना बोल कर आरुश रुहानि के लिये खुद से car का दर्वाज़ा खोलता है फिर रुहानी car के अंदर बैठती है और आरुश भी अपनी sit मे आ कर बैठता है उसके बाद दोनों ओबेरोइ विला के लिये निकल जाते है, रुहानी पुरी राश्ते बस आरुश को हि निहारे जा रही थी और ये बात आरुश भी बहुत अच्छी तरह से notice कर रहा था और रुहानी एक smile पास कर रहा था ||

    आरुश भी किसी से कम नहीं लग रहा था उसने yellow कुरता और white धोती पहनी थी जिसने मे उसकी musculer body काफ़ी hot लग रही थी ||

    लग भग 20 minute बाद रुहानी और आरुश ओबेरोइ विला पहुचते है अब मुहरत का वक़्त हो चुका था रुहानी और आरुश ओबेरोइ विला के अन्दर जाते जहा तन्वी और विवान कि हल्दी कि रस्म होने वाली थि वो वहा जाते है और side मे खड़े हो जाते हैं विवान कि नजर रुहानी पर चली गयी थी लेकिन तन्वी ने अभी तक नही देखा था कि रुहानी और आरुश भी आये है उसे तो रुहानी ने मना कर दिया था कि वो आज नहीं आयेगी ||

    इधर आराधना जी जो तन्वी और विवान के सर पर अपना हाथ फेरते हुए बोलती है " बेटा मुहरत का वक़्त हो गया है अब आप दोनों एक दुसरे को सबसे पहले सगुन हल्दी लगायीए क्यु पंडित जी हम सही बोल रहे हैं ना " ||

    पंडित जि कहते है " जी बिल्कुल पहले वर वधु एक दूसरे को शगुन कि हल्दी लगायेन्गे " ||

    पंडित जि के कहने पर तन्वी और विवान दोनों अपने अपने हाथो मे शगुन के हल्दी का लेप ले लेते है और विवान माहिर को कुछ इशारा करता है तो माहिर रुहानी के पास खड़ा हो कर रुहानी के पैर मे अपना पैर फ़सा देता है जिससे रुहानी का balance बिगड़ता है और वो सिधे विवान के उपर गिरते है गिरने कि वजह से विवान के हाथ से रुहानी के हाथ, पैर और चेहरे पर शगुन कि हल्दी लग गयी ||

    विवान और रुहानी ऐसे ही एक दुसरे कि बाहो मे थे वही आरुश जो रुहानी को विवान कि बाहो मे देख जल रहा था वही तन्वी जिसे रुहानी कि फ़िक्र हो रही थि कि कहि गिरने कि वजह से उसे चोट तो नहीं लगी ||

    ऐसे ही कुछ पलो के लिये तो विवान रुहानी को हि देखने मे खो सा गया वहि रुहानी जो अब विवान की बाहो से उठने कि कोशिश कर रही थी रुहानी के हाथ और चेहरे पर भी हल्दी थि रुहानी उठती है तो रुहानी का गाल विवान के गाल को touch होता है जिससे दोनों के मन मे एक अलग सा एहसास पनप रहा था और तो और गाल touch होने की वजह से रुहानि के गाल से विवान के गाल पे भी शगुन कि हल्दी लग गयी और रुहानी के हाथ से विवान के पैर मे हल्दी लग गयि ||

    रुहानी जैसे हि विवान कि गोद से उठती है वैसे ही सभी औरते एक दुसरे से बाते करते हुए कहती है " अरे जरा देखो तो हल्दी होनी थि तन्वी के साथ पर हो गयी इस लड्की के साथ " ||

    दुसरी औरत बोलती है " ह्म्म और ये यो एक तरह से अपशगुन है आराधना जी हम क्या कहते है कि इस लडकी का यहा होना हि अपशगुन होगा " ||

    फिर से एक औरत बोलती है " सही बात है आराधना जी अब आपके घर का matter है पर अपने भी अभी देखा कि किस तरह ठिक मुहरत पर अभी तन्वी और विवान कि हल्दी कि जगह इस लडकी कि हल्दी हो गयी " ||

    अब रुहानी को सभी कि बातो पर सर्मिन्दगी मह्सूस हो रही थीं वही विवान जिसे जैसे कुछ फ़र्क हि नहीं पड रहा था वो बस अपनी मुठियो कि भिचे बैठा हुआ था और उसके चेहरे पर एल जंग जितने वाली मुस्कान तैर रही थी और इधर तन्वी जिससे रुहानी के लिये बहुत बुरा लग रहा था क्योंकि वो जानती थि कि रुहानी ने कुछ भी जान बुझ कर नहीं किया है , और इधर आरुश जो जलन के मारे जला भुना जा रहा है हालन्कि वो जानता था कि ये अभी जो कुछ भी हुआ है वो सब एक accident था ||

    आराधना जी जब देखती है कि अब सभी कुछ हद से ज्यादा बोल रहे थे इसलिए वो चिडते हुए बोलती है " चुप हो जाइये आप सब बहुत हो गया अब आप सब का जो भि हुआ ये सब एक accident था  और आपको हमारे घर के मामलो मे घुसने कि कोइ जरुरत नहीं है हम सब देख सकते है और एक बात अभी इसी वक़्त तन्वी और विवान कि हल्दी होगी " ||

    आराधना जी कि बात सुन कर अब सभी के चेहरे पर एक अलग सि जंग हारने वाली उदासी आ गयी और सब के मुह पे तो जैसे ताला हि लग गया था ||

    उसके बाद तन्वी और विवान कि हल्दी कि रस्म हुइ और फिर धिरे धिरे सभी guest भी चले गये वही रुहानी जो wash room मे थी और अपने हल्दी लगे चेहरे को रगड़ कर धोने लगी और चिडते हुए बोलती है " हमे नफ़रत हैं उस इन्सान के हर एक निशान से , हमे नफ़रत है उसके चेहरे से, हमे नफ़रत है विवान ओबेरोइ से हम जितना उस इन्सान के पास नहीं जाना चाहते हैं पर पता नहीं कैसे चले हि जाते हैं " ||

    इतना बोलते हि रुहानी के आन्खे लाल हो कर नम हो गयी कि तभी उसे उसके कमर पर किसी के हाथ आने का एह्सास हुआ तो वो उस हाथ पर अपना हाथ रखते हुए बोलती है " आरुश तुम आ गये हम तुम्हे हि याद कर रहे थे " ||

    वो लड़का अपनी cold voice मे एक गेहरी मुस्कान के साथ बोलता हैं  " ह्म्म मै आ गया जाना " ||

    रुहानी जैसे हि उस अवाज को सुनती है वैसे ही जल्दी से उसका हाथ झटका मारते हुए पिछे मुडती है तो हैरान रह जाती है और वो हैरानी के साथ बोलती है " आप यहा " ||

    वो लड़का बोलता cold voice मे है  " ह्म्म मै तुम्हारे चाहने वाला मेरी जाना " ||

    रुहानी बोलती है " हम्ने कितनी बार कहा है हमे आप से नफ़रत है नफ़रत विवान ओबेरोइ " इतना बोल कर रुहानी wash रूम से बाहर आ जाती है वही विवान जो रुहानी को जाता देख एक भयंकर मुस्कान दे रहा था और केहता है " एक दिन ये नफ़रत इश्क़ मे जरुर बदलेगा मेरी जाना " ||

    इधर रुहानी जो आरुश और तन्वी के पास जाती है, आरुश और तन्वी दोनों साथ मे हि लिविन्ग areaa मे थे रुहानी उनसे बोलती है " तन्वी हम चलते हैं " ||

    तन्वी बोलती है " अच्छा एक बात बता तु तो नहीं आने वाली थि फिर " ||

    रुहानी थोड़ा अटकते हुए बोलती है " वो हमारा वो operation जल्दी हि गया तो हम आ गये " ||

    तन्वी " चल अच्छा किया वैसे एक बात बताओ तुम दोनो हमे तुम शादी कब कर रहे हो " ||

    आरुश और रुहानी साथ मे बोल पड़ते हैं " दादी के तिर्थ यात्रा से आने के बाद "||

    तन्वी मुस्कुराते हुए बोलती है " चलो बढ़िया है अब तुम दोनों जाओ हमे भि अब निन्द आ रही है " ||

    उसके बाद रुहानी और आरुश ओबेरोइ विला से निकल गये पहले आरुश रुहानी को उसके घर छोडता है फिर अपने घर चला जाता है ||

    इधर ओबेरोइ विला मे विवान के कमरे मे ___||

    विवान सोफ़े पर बड़े हि शान के साथ बैठा हुआ था और उसके सामने माहिर खडा था विवान सख्त आवाज मे माहिर से कहता है " क्या information है बताओ " ||

    माहिर बोलता है " sir रुहानी mam का पुरा नाम रुहानी raichand है रुहानी mam एक doctor और bussiness tycoon है , रुहानी mam raichand industries कि owner भि है , रुहानी mam के family मे सिर्फ़ उनकी दादी काम्या रैचन्द है  और रुहानी mam कि शादी एक महिने बाद उनकी दादी के तीर्थ यात्रा से वापस आने के बाद उन्के बच्पन के friend आरुश खुराना से होने वाली " ये सारी बाते माहिर एक सान्स मे बस कहे जा रहा था ||

    वही विवान माहिर कि बात पर अपने ठन्डे आवज मे बोलता हैं " अच्छा तो ये बात है " ||

    माहिर थोड़ा हिचकिचाते हुए बोलता है " नहीं सर और एक बात है जिसे आपको जानना बहुत जरूरी है " ||

    विवान अपनी दोनों eyebrows जोडते हुए बोलता है " क्या बात है सिधे सिधे कहो " ||

    माहिर थोड़ा अटकते हुए बोलता है " वो सर रुहानी mam विक्रांत राइचन्द सर कि बेटी और तन्वी mam कि जुड्वा बहन है और ये बात शायद तन्वी mam और रुहानी mam को भी नहीं पता है कि वो दोनों बहन है " ||

    माहिर कि बात एक दम shocking थि एक पल के लिए तो विवान भि माहिर कि तरफ़ एक shocking reaction के साथ देखता है और बोलता है " तुम क्या बोल रहे हो तुम्हे पता भी है "||

    माहिर बोलता है " जी सर आप हि याद किजिये जब आप 4 साल के थे तब विक्रांत सर और आपके dad मफ़िआ किन्ग कह्लाते थे और उसी वक़्त विक्रांत सर कि दो जुडवा बेटी हुइ थि और उस के बाद क्या हुआ था ये आप से बेह्तर और कौन हि जान सकता है

  • 7. Mafia King Ki Bride - Chapter 7

    Words: 2217

    Estimated Reading Time: 14 min

    माहिर कि बात सुन कर तो जैसे विवान हैरान हि हो गया था लेकिन वो माहिर से कहता है " ह्म्म्म मै जानता हूँ पर अभी पुरी बात मुझे भि नहीं पता है इसलिए बेहतर यहि होगा की तुम ये बात किसी को नहीं बताओगे और इस बारे मे तुम्हारे पास जितनी information आ पाये तुम मुझे तुरन्त बताओगे अभी जाओ यहा से " ||

    माहिर भि सख्ती से कहता है " जी boss " इतना बोल कर माहिर विवान के कमरे से चला गया वही विवान bed पर लेट गया और एक देविल smile करते हुए खुद से बोलता है " उफ़्फ़्फ़ जाना अब तुम्हे मेरा होने से कोइ नहीं रोक सकता है मुझे कोइ फ़र्क नहीं पडता कि तुम किससे प्यार करती हो मै तो बस ये जानता हूँ कि तुम मेरी मोहब्बत और मेरा जुनून हो जिसे मै हासिल करके रहुन्गा,  लेकिन अब मुझे आज से 23 साल पहले हुइ हर एक बात को जानना होगा, जनना होगा की आज से 23 साल पहले exact क्या हुआ था " ||

    इतना बोल कर विवान अपनी दोनों आन्खे बन्द कर लेता है और रुहानी के हि ख्यालो मे मग्न हो जाता है उसे तो ये पता भि नहीं चलता कि कब रुहानी के ख्यलो मे हि मग्न उसकी आन्ख लग गयी और वो सो गया , आज की रात ऐसे ही बीत गयी ||

    सुबह का वक्त raichand विला मे ___||

    आज सुबह सुबह रुहानी के घर कि door बेल बजती है तो रुहानी कि servant दरवाज़ा खोलती है रुहानी जो लिविन्ग अरिआ मे break fast कर रही थी उसकी नजर दरवाज़े पर जाती है तो वो देख कर socked हो जाती है फिर वो अपने dining chair से खडी होती है और अपने लड्खडाते हुए जुबान से कह्ती है " तुम यहा , क्यु आये हो तुम यहा " ||

    वो लड़का एक धिमी सि मुस्कान के साथ कहता है " मुझे तुमसे माफ़ी मान्गनी है मैने जो कुछ भी तुम्हारे साथ किया था please मुझे माफ़ कर दो " ||

    इतना बोल कर वो लड़का रुहानी के तरफ़ बढने लगा और एक खतरनाक हसी हसने लगा उसे देख तो एक पल के लिए तो कोइ भि खतरनाक तरिके से डर सकता था वही रुहानी को भी अब डर लग रहा था और वो थोड़ी काम्प भी रही थी और उसे ऐसे काम्पता देख वो लड़का और खतरनाक हसी के साथ बोलता हैं " क्या कहा था तुने कि तुझे मुझसे घृणा होती है , अब उसी घृणा के साथ मै तेरा चिर हरण करुन्गा,  मैने कहा था कि शान्ती से मान जा बस एक रात कि तो बात थी पर नहीं तुझे तो अपनी इज़्ज़त बहुत प्यारी है तो अब बच्चा कैसे बचायेगी अपनी इज़्ज़त को " ||

    इतना बोल वो रुहानी को एक झटके मे अपनी गोद में उठाता है उसके ऐसा करते हि रुहानी डर के मारे जोर से चिल्लाते हुए बोलती है " नहीं छोड़ो हमे छोडो हमे हमने तुम्हारा क्या बिगाडा है " ||

    इतना बोल कर रुहानी उस लड़के के सिने मे अपनी मुठी भिच कर मारने लग्ती है लेकिन उस लड़के के सख्त शरिर के आगे रुहानी कि मुठिया क्या हि कर पाति वो लडका अब रुहानी को उसके घर से ले जाने लगा और रुहानी बस जोर जोर से चिखे चिल्लाये जा रही थी लेकिन उसकी गुहार सुनने वाला वहा कोइ नहीं था, रुहानी के सभी नौकर जो बस अपना सर झुकाये खड़े सारा तमाशा देख रहे थे लेकिन किसी मे इतनी हिम्मत नहीं थी कि वो उस लड़के के सामने आये ||

    अब वो लड़का रुहानी को अपनी car मे बैठाता है फिर वो रुहानी का एक नस दाब कर उसे बेहोश कर देता है फिर रुहानी को वो एक सुन्सान खन्डर जैसे घर में ले जाता है और वहा ले जा कर वो रुहानी को एक कमरे में ले गया फिर उसे bed पर लेटा दिया और खुद रुहानी के बगल मे बैठ कर उसके उसके मासूम से चेहरे, गुलाब कि पंखुड़ी जैसे होठ और रुहानी के लुहावने शरिर को सहलाने लगता है और कहता है " shhhh... आज मौका मिला है इस खुबसुरत तन को छुने का देखने का " इतना बोल कर वो जोर जोर से किसी राक्शश कि तरह हसने लगा ||

    इधर ओबेरोइ विला मे ___||

    तन्वी बार बार रुहानी को call कर रही थी लेकिन रुहानी उसका call पिक नहीं कर रही थी तन्वी ने लग भग 10 बार से ज्यादा रुहानी को call try किया था पर कोइ भी पिक नहीं कर रहा था इसीलिए अब तन्वी रुहानी के घर के landline no पे call करती है तो एक servant call उठाता है ||

    तन्वी एक दम express train कि तरह जल्दी मे कहती है " hloo रुही call क्यु पिक नहीं कर रही थी तुझे पता भि है हम कितना घबरा गये थे " ||

    servant कहता है " mam रुहानी mam को एक आदमी जबर्दस्ती ले गया " ||

    servant कि बात सुन कर तो जैसे तन्वी के पैरो तले जमीन हि खिसक गयी और वो एक दम शान्त हो गयी लेकिन वो फिर हिम्मत करते हुए बोली " कब " ||

    servant बोलता है " mam अभी 30 minute पहले " servant कि बात सुन तन्वी call कट करती है और अपने कमरे से direct वो विवान के कमरे में चली जाती वो भि बिना knock किय,  विवान इस वक़्त सिर्फ़ lower मे था और उसके बाल भी गिले थे विवान के muscular body से पानी के एक एक बून्द ऐसे गिर रहे थे जैसे उस पानी कि बून्द कि हद विवान के हि शरिर पर हो ||

    विवान तन्वी को ऐसे अचानक से अपने कमरे में आता देख थोड़ा ठन्डे स्वर मे बोलता हैं " क्या हुआ है तुम ऐसे यहा " ||

    विवान कि बात सुन तन्वी रोने लगती है और रोते हुए बोलती है " विवान रुहानी को बचा लो " ||

    रुहानी का नाम सुनते हि विवान का दिल जोर से धक करता है और वो भि परेशान होते हुए बोला " क्या हुआ है रुहानी को मुझे पुरी बात बताओ " विवान कि बात सुन तन्वी रोते हुए विवान को सारी बात बताती है जिसे सुन विवान एक दम ठक्मका सा जाता है लेकिन वो अपने दर्द को छिपाते हुए तन्वी से सख्ती मे पुछता है " तुम जानती हो किसने ऐसा किया है " ||

    तन्वी रोते हुए बोलती है " ह्म्म एक लड़का था जो college time से रुहानी के पिछे पडा था और हमेशा वो रुहानी को परेशान करता था और एक दिन तो उसने रुहानी को अपने साथ एक रात... " इतना बोलते हि तन्वी के जुबान पर जैसे ताला लग गया वही विवान जिसके तन मन मे ये word सुनते हि एक आग सि दौड़ गयि और गुस्से से उसका चेहरा लाल हो गया गुस्से के मारे उसने अपनी मुठिया भिच ली ||

     विवान को जैसे ही तन्वी ये बोलती है कि " एक लड़का था जो रुहानी को college time से बेहद परेशान करता था और उसने एक बार तो रुहानी के साथ एक रात गुजारने कि हि बात कर दि थी तो रुहानी ने ये सुन कर पुरे college के सामने उसे एक जोरदार थप्पड मारा था तो शायद उसी थप्पड़ का बदला वो रुहानी से लेने के लिए उसे अपने साथ अघ्वा कर लिया होगा , please विवान रुहानी को बचा लो " |

    इतना बोल कर तन्वी जोर जोर से रोने लगी वही विवान जिसके mind मे अभी सिर्फ़ उस लड़के को जान से मार देने का जुनून सवार था आखिर हो भी क्यु ना रुहानी विवान कि जाना उसकी मोहब्बत और उसका जुनून थि , विवान तन्वी के आन्शुओ को पोछते हुए अपनी cold voice मे बोलता है "dont worry कुछ नहीं होगा रुहानी को " ||

    इतना बोल कर विवान एक दम तपाक से दरवाज़े कि तरफ़ मुडता है तो तन्वी नम आखो से उसके कन्धे पर अपना हाथ रखते हुए बोलती है " हम भी जायेन्गे तुम्हारे साथ " ||

    विवान बिना मुडे बोलता है " नहीं मै रुहानी को वापस जरूर ले कर आउन्गा " ||

    इतना बोल कर विवान वहा से अपनी जान कि जान बचाने चला जाता है और तन्वी जो बस विवान को अपनी नम आँखो से जाता हुआ देख रही थी ||

    इधर वो लड़का जिसने रुहानी को अगवाह किया था उसका नाम नितिन है नितिन अभी भि बस रुहानी को हि निहारे जा रहा था और बोलता हैं " फ़िक्र मत करो मै तुम्हारे साथ कुछ नहीं करुन्गा जो भी तुम्हारे साथ करना होगा वो अविनाश सर करेन्गे " ||

    इतना बोल कर नितिन अपना फोन निकालता है और किसी को call करके बोलता है " boss मैने रुहानि को उठा कर अपने अड्डे पर ले आया हु आप यहा जल्दी से आ जाइये " ||

    इतना बोल कर नितिन call कट कर देता है और फिर से बस रुहानी के पुरे जिस्म को घुरने लगता है अब कही न कही रुहानी के नाजूक से जिस्म को देख कर नितिन का भी मन फ़िसल रहा था लेकिन वो अभी मजबूर था क्योंकि उसने विवान से सौतेले भाइ अविनाश के कहने पर रुहानी को अग्वाह किया था ||

    इधर विवान जिसने अपने 200 से 300 body guards को अपने private हेलिकौप्टर से पुरे delhi मे तैनात कर दिया था अभी पुरी delhi के आसमान मे सिर्फ़ हेलिकौप्टर कि एक फ़ौज़ नजर आ रही थी जिसे देख कर एक पल के लिए तो कोइ भी डर सकता था और वैसा हि रो रहा था जो भी इतने सारे हेलिकौप्टर को एक साथ देख रहा था वो तो डर हि जा रहा था ||

    विवान रुहानी के फोन कि location को track करने कि बेहद कोशिश कर रहा था लेकिन कुछ networking problem कि वजह से रुहानी का location track नहीं हो पा रहा था ||

    विवान जो माहिर से गुस्से मे बोलता हैं "श्ह्ह्ह्ह्ह्ह तुम सब से एक location track नहीं हो पा रहा है , किसी काम के नहीं हो तुम सब "||

    तभी माहिर थोड़ा चहकते हुए बोलता है " सर रुहानी mam का location मिल गया " ||

    विवान कडक स्वर मे बोलता हैं " कहा का location है " ||

    माहिर location को ध्यान से देखता है और बोलता है " शिव मन्दिर के पिछे वाले खन्डर से रुहानी mam का location आ रहा है लेकिन सर एक problem है ये हेलिकौप्टर वहा land नहीं कर सकती है क्योंकि वहा एक घना jungle है " ||

    विवान ठन्डी स्वर मे बोलता हैं " चलो " ||

    अब विवान और माहिर जो एक हि हेलिकौप्टर मे साथ मे थे वो दोनों उसी खन्डर के लिये निकल पडते है ||

    इधर अविनाश भी वहा पहुँच चुका था,  और रुहानी को भी होश आ चुका था इसलिए रुहानी बस चिखे चिल्लआये जा रही थी अविनाश और नितिन वही खड़े थे रुहानी अपनी हिम्मत जुटाते हुए नितिन से डटकर बोलती है " थु है तुम पर थु तुमसे एक लडकी नहीं सम्भाली गयी तो अपने चमचे को भि अपने साथ बुला आया श्ह्ह्ह्ह्ह " ||

    रुहानी इतना बोल कर जोर जोर से किसी पागलो कि तरह हसने लगती है कि वहा एक जोर दार थप्पड़ कि अवाज गुन्ज उठती है और एक दर्द नाक चिख भी निकलती है " अह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह " ||

    येह थप्पड़ नितिन ने रुहानी के गाल पर उसे मुफ़्त मे मारी थि जिसकी अवाज उस पुरे खन्डर मे गुन्ज उठती है , ये थप्पड़ इतनी जोर का था कि रुहानी के होठ कट कर उसके होठो से खून आने लगे वही नितिन जो रुहानी कि ऐसी हालत देख कर बुरी तरह डर गया था वो एक नजर आविनाश कि तरफ़ डर भरी नजरों से देखता है तो अविनाश तो बड़े हि शान्ती से एक गहरी शैतान मुस्कान दे रहा था ||

    तभी अविनाश अपने फोन मे एक video प्ले करता है और रुहानी के बाल को कस कर अपनी मुठ्ठी मे जकड़ कर उसे दिखाते हुए सख्ती से कहता है " पहचानती है ये कौन है " ||

    रुहानी कि नजर जब उस video पर जाती है तो वो एक दम हैरान हो जाती है हैरानी के मारे उसकी आँखें बटन कि तरह एक दम बडी बडी हो जाती है वो हैरानि से एक नजर video कि तरफ़ देखती है फिर उस video को दिखा रहा इन्सान मतलब अविनाश कि तरफ़ देखते हुए बोलती है " तुम्हारे पास ये video कैसे आयी " ||

    अविनाश बोलता है " ये छोडो अब मुद्दे कि बात पर आओ "||

    रुहानी बोलती है " क्या मतलब है तुम्हारा " ||

    अविनाश बोलता है " ज्यादा कुछ नहीं तुम विवान ओबेरोइ से तन्वी कि जगह शादी कर लो " ||

    अविनाश के मुह से इस तरह कि बात सुन कर रुहानी एक दम हैरान हो जाती है और बोलती है " क्या बकवास कर रहे हो हम विवान ओबेरोइ से शादी करे हर्गिज़ नहीं " ||

    अविनाश बोलता है " ह्म्म तो ये video जिसे अभि सिर्फ़ तुमने और मैने देखा है कल ये social media कि सबसे trending video मे से एक होगी  बोलो मन्जूर है " ||

    रुहानी बोलती है " चाहते क्या हो तुम " ||

    अविनाश बोलता है " ज्यादा कुछ नहीं विवान ओबेरोइ कि बर्बादी और ये काम तुम करोगी तभी तुम यहा से जा सकती हो और एक बात अगर तुम ऐसा नहीं करोगी तो ये video तो viral होगि हि पर तुम्हारी प्रिय दादी जि जो अभी तिर्थ यात्रा कि शैर कर रही है वो कुछ हि पलो मे स्वर्ग कि शैर करेन्गी,  बोलो मन्जूर है " ||

  • 8. Mafia King Ki Bride - Chapter 8

    Words: 2259

    Estimated Reading Time: 14 min

    अविनाश के शब्द रुहानी के लिये एक दम चौका देने वाले थे और अब बात उसकी दादी यानी कि काम्या जी की ज़िन्दगी और मौत का सवाल था रुहानी बहुत परेशान हो चुकी थी और उसे बस तन्वी और आरुश का ख्याल आ रहा था क्योंकि एक तरफ़ तन्वी जो विवान से बेइन्तेहान मोहब्बत करती है और दुसरी तरफ़ आरुश जिससे रुहानी बेहद मोहब्बत करती है यही सब सोच कर रुहानी के आँखो से आन्शु के कुछ बून्द झलक जाते है कि अविनाश फिर से शख्ती से बोलता है " बोलो मन्जूर है या फिर तुम्हारी दादी जी... " ||

    रुहानी अपनी दादी का नाम अविनाश के मुह से सुन कर अपना एक हाथ अविनाश के सिने मे मारते हुए बोलती है " नहीं नहीं हम तैयार है हम करेन्गे विवान ओबेरोइ से शादी करेन्गे करेन्गे उसे बर्बाद " ||

    अविनाश devil smile के साथ बोलता हैं " good मै अब तुम्हे आगे बताउन्गा तुम्हे क्या करना है अब तुम यहा से जा सकती हो " ||

    इधर विवान जिसकी हेलिकौप्टर जहा रुहानी थि उससे लग भग 1 किलोमीटर कि दुरी पर हि land हुआ था इसलिए विवान अपने body guards और माहिर के साथ हाथो मे बन्दूक ताने आगे बढ़ रहा था विवान के दिल मे एक अलग सा जुनून और बेचैनी थी वो काफ़ी परेशान था आखिर होता  भी क्यु ना बात उसके जाना कि थी ||

    विवान कुछ कदम और आगे बढ़ता हि है कि उसे सामने एक लड़की निचे जमिन पर गिरी दिखती है तो विवान माहिर से कहता है " माहिर देखो वो कौन लडकी है " ||

    माहिर बोलता है " ok boss " इतना बोल कर माहिर उस लड़की कि तरफ़ उसे देखने बढता है और इधर विवान उस खनडर कि तरफ़ बढता है ||

    " विवान सर ये रुहानी mam है " विवान के कान मे जैसे ही ये आवाज जाती है वैसे ही उसने कदम एक हि जगह मे जम से जाते हैं कि माहिर फिर से बोलता है " boss रुहानी mam यहा है आप सुन रहे हैं " ||

    अब विवान एक दम रफ़्तार से दौड़ते हुए आता है रुहानी जो बेहोश पड़ी थी उसके बगल मे बैठता है और उसके चेहरे को अपने गोद मे रख लेता है फिर एक नजर वो रुहानी के पुरे शरीर को देखता है रुहानी के शरीर को देखते ही उसके आँखो मे थोड़े आशु झलक जाते है ||

    रुहानी जो एक जिन्दा लास की तरह बेहोश पड़ी थी रुहानी के चेहरे पर कइ जगह कट लगा था और blood से रुहानी का पुरा चेहरा सना पडा था रुहानी के मुह से अभी भी blood आ रहा था रुहानी के कपड़े भी कइ जगह फ़टे थे और गर्दन पैर और हाथो मे भि कट लगा था जिससे खून आ रहा था विवान के लिये ये सब देखना उसके हि मौत के बराबर था क्योंकि विवान रुहानी से अपनी जान से भी ज्यादा मोहब्बत करता था ||

    विवान रुहानी के चेहरे से उसके खून को अपने हाथो से पोछता और उसके खून स्व सने चेहरे को सहलाते हुए बोलता है " रुहानी उठो , उठो तुम्हे कुछ नहीं हो सकता है " ||

    विवान के इतना बोलते हि उसके आँखो मे आन्शु झलक जाते है लेकिन वो अपने आप को सम्भालते हुए रुहानी को अपने सिने से लगा लेता है और कुछ हि पलो मे वो रुहानी को अपने गोद मे उठा लेता है विवान कि सफ़ेद shirt जो अब रुहानी के खूम कि वजह से लाल हो चुकी थी विवान के हाथो मे भि खून लगे थे लेकिन अभी विवान बिना किसी कि पर्वाह किये बस रुहानी को अपनी गोद मे ले कर आगे बढ़ रहा था इधर माहिर जिसने driver को call करके विवान कि कार लाने को कहा था इसीलिए कुछ हि पलो मे driver कार ले कर आ गया ||

    विवान जल्दी से रुहानी को कार मे हि लेटा देता है और खुद भि बैठ जाता है फिर वो रुहानी के सर को अपने गोद मे रख कर माहिर को call करता है और गुस्से और एक जुनून के साथ बोलता है " पता करो रुहानी के साथ ये सब किसने किया " ||

    इतना बोल कर विवान call कट कर देता है फिर वो रुहानी के खुबसुरत चेहरे को जिस पर अभी सिर्फ़ लाल खून हि नजर आ रहा था उसे सहलाते हुए एक दम जुनून के साथ बोलता है " तुम मेरी हो और मुझे ये कतइ बर्दाश्त नहीं कि मेरी जाना को कोइ भि तक्लीफ़ पहुन्चाए मै तुम्हारी कसम खा कर बोलता हु जिसने भी तुम्हारे साथ ये किया होगा वो उसके लिये आज आखरी दिन होगा " ||

    कुछ हि पलो मे विवान रुहानी को ले कर city होस्पिटल पहुन्च्ता है और उसके होस्पिटल जाते ही वहा एक हन्गामा सा मच जाता है क्योंकि पुरी delhi क्या पुरे world मे कोइ ऐसा नहीं होगा जिसे विवान ओबेरोइ के बारे में पता ना होगा city होस्पिटल के सबसे top doctor जल्दी से रुहानि के treatment के लिये ICU मे जा रहे थे कि उन्के जाते वक़्त विवान उन्के कौलर को कस कए पकड़ कर एक दम सख्त लहजे मे एक गजब का जुनून के साथ गुस्से मे बोलता हैं " कुछ नहीं होना चाहिए रुहानी को अगर उसे कुछ हुआ तो आप को मै जिन्दा दफ़न तो करुन्गा हि बल्की इस होस्पीटल को भि जला कर भस्म कर दून्गा " ||

    doctor हक्लाते हुए बोलता है " जी सर " विवान doctor को छोडता है फिर doctor उरु मे रुहानी के treatment के लिये चला जाता है ||

    वही विवान के फोन पर तन्वी का call आता है तो विवान call उठाता है तो तन्वी रोते हुए बोलती है "विवान... रुहानी का कुछ पता चला बताओ हमे please  " ||

    विवान cold voice मे बोलता हैं " ह्म्म हम सिटी होस्पीटल मे है " ||

    तन्वी रोते हुए बोलती है " क्यु रुहानी ठिक तो है हम अभी वहा आ रहे है " इतना बोल कर तन्वी जल्दी से कौल कट कर देती है और इधर विवान जो अपने फोन को कस कर जकडते हुए गुस्से मे बोलता है " श्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह सबको अपनी हि करनी है " इतना बोल कर विवान वहा लगे बेन्च पर बैठ जाता है ||

    इधर तन्वी जिसके चेहरे पर हल्दी लगी थि वो उसे पटाक से धोती है और जल्दी से होस्पिटल के लिये निकल हि रही थी कि आराधना जी उसे ऐसे कही जाता देख कर बोलती है " आप कहा जा रही हो हमारे याहा रिवाज है कि दुल्हन हल्दी कि रस्म के बाद घर से बहार नहीं निकल्ती है "||

    तन्वी जल्द्बाज़ी मे बोलती है " होस्पिटल जा रहे हैं आ कर सब कुछ बताएन्गे " ||

    आराधना जी गुस्से मे बोलती है " नहीं जा सकती है आप ये अपशगुन है कि दुल्हन हल्दी कि रस्म के बाद घर से बाहर निक्लेगी " ||

    अब तन्वी कुछ नहीं बोलती है और बस अपनी कार से city होस्पिटल मे लिये निकल जाती है वही आराधना जी जो तन्वी के इस तरह के हर्कत से बेहद नाराज़ हो गयी थि क्योंकि आज ये पहली बार था कि तन्वी ने आराधना जी कि बात को नहीं माना था ||

    तन्वी जैसे हि city होस्पीटल पहुची वैसे हि उसके होश उड़ गये विवान को देख कर विवान जिसके दोनों हाथो मे सिर्फ़ लाल खून लगा था और उसकी सफ़ेद shirt जो रुहानी के खून कि वजह से लाल हो चुका था तन्वी जल्दी से भाग कर विवान के पास जाती है और उसके कन्धे पर अपना हाथ रख कर हैरानी और परेशानी के साथ बोलती है " विवान ये क्या है रुहानी कैसी है " ||

    विवान जो अपने ख्यालो मे हि मग्न था तन्वी कि अवाज सुन कर उसे होश आया तो वो एक दम हडबडाते हुए बोलता है " ह्म्म्म रुहानी ICU मे है " ||

    तन्वी परेशान होते हुए बोलती है " क्या... क्या हुआ है रुहानी को बताओ हमे " ||

    विवान अपनी नजरे झुकाये तन्वी के हाथ पर अपना हाथ रखते हुए उसे सारी बात बताता है जिसे सुन तो जैसे तन्वी के पैरो तले जमीन हि खिसक गयी थि क्योंकि एक रुहानी हि थि जिससे तन्वी विवान के बाद सबसे ज्यादा प्यार करती थी तभी doctor ICU से बाहर आते है तो उसे देख कर विवान जल्दी से बेन्च से खड़ा होता है और अपनी आंखे बड़ी करते हुए कहता है " क्या हुआ है " ||

    doctor अपनी नजरे झुकाये बोलता है " सर ये police case है हमे पहले police को inform करना होगा उसके बाद हि हम कुछ कर सकते हैं " ||

    doctor कि बात सुन कर विवान का पारा चढ़ गया और वो न आव देखता है और ना ही ताव देखता है सिधे उस doctor का कौलर पकडता है और एक दम झलझलाते हुए बोलता है " क्या बोला तुझे जिन्दा रहना है या नहीं अगर ज़िन्दा रहना है तो अभी जा कर treatment start कर वरना मै तुझे नर्क लोक कि यात्रा करा दुन्गा समझा " इतना बोल कर विवान dr. सिधार्थ के गाल पर एक एक कर कइ घुसे बरसाने लगा इधर तन्वी जो ऐसा नजारा देख एक दम डर सि गयी थि क्युन्की आज तक उसने विवान को इस रूप मे नहीं देखा था ||

    doctor बोलता है " सर मै ऐसा नहीं कर सकता हूँ " तभी उस doctor कि नजर तन्वी पर जाती है तो वो उसे देख कर गिडगिडाते हुए बोलता है " mam आप तो इन्हे बताइये आप भि तो भारत हि क्या world के सबसे अच्छे doctors मे से एक है " ||

    doctor कि बात सुन तन्वी विवान का हाथ पकड़ कर उसे रोकते हुए आराम से बोलती है " विवान छोड़ दो उसे हम treatment करेन्गे रुहानी का हमारा और रुहानी का नाम world के टोप doctors मे से एक है और हम जितना अच्छा treatment रुहानि का कर सकते हैं शायद dr. सिधार्थ नहीं कर सकते है " ||

    तन्वी कि बात पर विवान एक औत घुसा doctor sidharth के गाल पर जड़ता है और फिर उसे एक जोर दार लात मार कर छोड़ देता है जिससे doctor सिधार्थ कॊ काफ़ी चोट आती है इधर अब तन्वी जल्दी से ICU के अन्दर जा कर रुहानी का treatment start करती है रुहानी कि हालत बहुत ज्यादा गम्भीर थी रुहानि बुरी तरह घायल हो गयी थि रुहानी को देख कर तो ऐसा लग रहा था कि अब शायद उसका बचना भी मुमकिन नहीं है रुहानी का पुरा चेहरा भी खाराब हो चुका था और बहुत ज्यादा खून बह चुका था ||

    तन्वी जैसे ही रुहानी कि ऐसी हालत देखती है उसके आंखों में आशु झलक जाते है लेकिन वो अपने आप को संभालते हुए खुद से बोलती है "हिम्मत कर तन्वी आज तुमसे हि तेरी प्यारी दोस्त कि जान बच सकती है और तुझे रुहानी कि जान बचानी है " ||

    इतना बोल कर तन्वी operation start करती है वहा ICU मे तन्वी के साथ साथ उसकी हेल्प के लिये काफ़ी सारे nusre और doctor थे इधर विवान जो अपने बालो को अपने दोनों हाथो से जोर से खिचते हुए बेन्च पर वापस से बैठता है और एक दम गुस्सा और जुनून के साथ बोलता हैं " तुम्हे कुछ भी नहीं हो सकता है तुम मेरी जान हो अगर तुम्हे कुछ हो गया तो मै ज़िन्दा नहीं रह सकुन्गा तुम जुनून ए मोहब्बत, इश्क़ हो मेरा " ||

    ऐसे ही लग भग 2 घंटे गुजर गये विवान अभी भि वही था कि तन्वी ICU से बाहर आयी और विवान के हाथ को पकडते हुए जल्दी मे बोलती है " विवान हम्ने A negative blood पुरे delhi के हर एक blood bank मे चेक करवा लिया है पर हमे कही भि A negative blood नहीं मिला हमे अब कुछ समझ नहीं आ रहा है अब हम क्या करे " ||

    विवान भी serious होते हुए बोलता है " मेरा blood भी A negative है मेरा blood ले लो बस किसी भी तरह रुहानी को कुछ नहीं होना चाहिए " ||

    तन्वी बोलती है " चलॊ तुम मेरे साथ जल्दी " ||

    उसके बाद तन्वी विवान को ले कर जाती है और फिर विवान के blood को रुहानी मे transfer करती है इधर विवान जो blood देते वक़्त अपनी दोनों आंखे बन्द किये हुआ था और वो एक जुनून भरे जोशीले word मे बोलता हैं " अब तुम्हारी रगो मे मेरा खून दौडेगा मेरी जाना " ||

    ऐसे हि अब शाम के 6 बज चुके थे आराधना जि विना से कहती है " विना एक बार आप तन्वी और विवान का call try किजिये तो पता नहीं क्यु वो दोनों हमारा call नहीं पिक कर रहे हैं हमे तो बहुत चिन्ता हो रही है " ||

    आराधना जी कि बात पर विना आराधना जी के कन्धे पर अपना हाथ रखते हुए बोलती है " दादी आप खमाखा फ़िक्र कर रही है आप को तो पता ही है कि तन्वी होस्पीटल गयी है वो पहले अपना फ़र्ज़ निभायेगी और भाइ को तो आप से बेहतर कौन हि जान सकता है कि उनके लिए उनका मुकाम हि उनके लिए सब कुछ है आ जाएंगे वो दोनों " ||

    आराधना जी फिर भि घबराते हुए बोलती है " ह्म्म्म पर आप एक बार माहिर से call कर के उससे पुछीये उसे जरुर पता होगा कि विवान और तन्वी कहा है, सारे मेहमान आ चुके है अब उनकी मेहन्दी कि रस्म होनी है पर दुल्हा दुल्हन किसी का कोइ पता नहीं है " ||

    विना बोलती है " अच्छा ठिक है हम माहिर भाइ से पुछते है " इतना बोल कर विना माहिर के पास call करती है और बोलती है " माहिर भाइ विवान भाइ और तन्वि कहा है आपको पता है उनकी मेहन्दी कि रस्म होनी है अब पर उन्का कोइ पता नहीं है

  • 9. Mafia King Ki Bride - Chapter 9

    Words: 2274

    Estimated Reading Time: 14 min

    सिटी होस्पीटल मे ___||

    तन्वी जो ICU से बाहर आती है तो विवान उससे एक अलग बेचैनी के साथ बोलता हैं " कैसी है रुहानी " ||

    तन्वी जिसने अभी eye glasses पहना था वो उसे अपने आन्खो से हटाते हुए बोलती है " विवान... रुहानी बिल्कुल भी ठिक नहीं है...वो अब खतरे से बाहर है लेकिन... " ||

    जैसे हि विवान सुनता है कि रुहानी खतरे से बाहर है उसके दिल मे एक सुकून सा मिलता है वही तन्वी जो अपनी बात को आधे मे हि छोड़ कर रोने लगती है विवान उसके सर पर अपना हाथ रखते हुए बेचैनी मे बोलता है " लेकिन क्या... क्या हुआ है रुहानी को बताओ मुझे " ||

    तन्वि अपने आन्शुओ को पोछते हुए बोलती है " विवान...रुहानी जो bippresion की वजह से कोमे मे चली गयी है वो न हि हिल सकती है और न कुछ बोल सकती है वो बस एक जिन्दा लास बन कर रह गयी है उसका चेहरा जो surgery की वजह से सिर्फ़ अभी एक सफ़ेद पट्टी से बन्धा है विवान हम रुहानी को ऐसी हालत मे नहीं देख सकते है नहीं देख सकते है "जैसे ही विवान ये सुनता है उसके तो पैर वहि थम से जाते हैं और उसकी निली आन्खे जो दर्द के मारे लाल हो जाता है और विवान के सिने मे एक अलग सा दर्द उठ रहा था जिसे वो बर्दाश्त नहीं कर पा रहा था ||

    वही तन्वी फ़ुट फ़ुट कर रोने लगती है उसे ऐसे रोता देख विवान उसे अपने गले से लगा कर उसका सर सहलाने लगता है और उदासी और दर्द भरे आवाज मे बोलता हैं " कुछ नहीं होगा रुहानी को वो बिल्कुल ठिक हो जायेगी " ||

    इधर माहिर आज जो कुछ भी हुआ था सब कुछ वो आराधना जी और विना को बता देता है जिसे सुन कर तो जैसे उनके भी होश हि उड़ गये ,आराधना जी एक बार और तन्वी को call करती है इस बार तन्वी आराधना जी का call पिक कर लेती है तन्वी के call पिक करते हि आराधना जी घबराते हुए बोलती है "तन्वी बेटा रुहानी कैसी है " ||

    आराधना जी के मुह से ऐसी बात सुन कर तन्वी एक पल के लिए एक दम हैरान हो जाती है क्युन्की उसने तो आराधना जि को रुहानी के बारे मे कुछ बताया नहीं है तो फिर उन्हे बताया किसने वो थोड़ा अपने दिमाग मे जोर डालती है तो उसे लगता है कि शायद माहिर ने आराधना जि को ये सब बाताया होगा इसलिए वो उदासी भरे अवाज मे बोलति है " कोमे मे है,  चेहरा surgery हुआ है और वो एक जिन्दा लास की तरह बन चुकी है " ||

    आराधना जी हैरान होते हुए बोलती है " क्या..." ||

    आराधना जी के इस बात का तन्वी कोइ जवाब नहीं देती है कि आराधना जी फिर से बोल पड़ती है " तन्वी विवान के साथ आप अभी घर आ जाइये क्युन्की सारे guest आ चुके हैं ऐसे हम बिच मे शादी नहीं तोड़ सकते हैं " ||

    तन्वी बोलती है " लेकिन दादी जी अभी हम रस्म कैसे कर सकते हैं हमारि बहन जैसी दोस्त जो अभी कोमा मे है अपने जिन्दगी और मौत से लड रही है , हम अभी कैसे शादी कर सकते हैं "||

    आराधना जी बोलती है " करना होगा आपको क्योंकि आपकी और विवान कि कुंडलि मे आप दोनों की शादी का योग कल के बाद सिधे 7 साल बाद का है इसलिए आपको और विवान को कल किसी भी हालत मे शादी करनी होगी " ||

    अब तन्वी कुछ कह भी नहीं सकती थी इसलिए वो कुछ नहीं बोलती है तो आराधना जि फिर से बोल पड़ती हैं " विवान को फोन दिजिये हमे विवान से कुछ जरुरी बात करनी है " ||

    आराधना जी के कहने पर तन्वी विवान को फोन देती है तो विवान सिर्फ़ एक word मे आराधना जी से बोलता है " मै तन्वि को ले कर आ रहा हूँ " इतना बोल कर विवान call कट कर देता है ||

    तो तन्वी विवान से बोलती है " आरुश बस कुछ हि देर मे आता हि होगा उसके बाद हम घर जायेन्गे हमने आरुश को inform कर दिया है " ||

    तन्वी कि बात पर विवान की आन्खे बडी हो जाती है और गुस्से से लाल हो जाती है क्योंकि वो ये तो बिल्कुल नहीं चाहता था की आरुश रुहानी के पास रहे लेकिन वो कुछ बोल भी नहीं सकता था विवान गुस्से मे अपनी दोनों मुठिया भिच लेता है मि तन्वी अचानक से बोल पड़ती हैं " विवान देखो आरुश भी अब आ गया " ||

    तन्वी के कहने पर विवान कि नजर आरुश पर गयी जो सिर्फ़ हैरानी के साथ विवान को हि घुरे जा रहा था, विवान के dashing बाल जो एक दम बिखरे हुए थे निली आन्खे जोप एक दम खून कि तरह लाल और विवान कि सफ़ेद shirt जो रुहानी के खून से लाल पड़ चुकी थी आरुश विबान को ऐसे देख कर तो वो रुहानी की बुरी हालत का अन्दाजा लगा लेता है कुछ हि पलो विवान और तन्वी oberoi विला के लिये निकल जाते है वहि आरुश रुहानी के सर के पास बैठा हुआ था रुहानी कि हालत देख उसकी आँखो से आन्शु गिर रहे थे ||

    रुहानी जिसके चेहरे पर पट्टिया बन्धी हुइ थि, oxigen mask लगा था और बस वो एक बेजान लास कि तरह structure पर लेटी हुइ थि, आरुश रुहानी के हाथों को अपने लबो से चुमते हुए बोलता है " ये क्या हो गया तुम्हे मैने ज़िन्दगी भर तुम्हारा साथ निभाने का वादा किया था पर मै तुम्हे इस हालत से नहीं बचा सका मै क्या जवाब दून्गा तुम्हारी दादी को उन्होने तो मुझे तुम्हारे लिए चुना था " ||

    आरुश ऐसे हि फ़ुट फ़ुट कर रो रो कर बोल रहा था की अचानक से बेहोशी कि हालत मे भी रुहानी आरुश से अपना हाथ झटक लेती है, जैसे मानो रुहानी आरुश से अपना मुह मोड़ना चाह रही हो ||

    रुहानी को बेहोशी कि हालत मे भी ऐसा करता देख वो एक उदासी और दर्द भरी अवाज मे बोलता हैं " जान्ता हूँ तुम गुस्सा हो न मुझ्से पर कोइ बात नहीं मै तुम्हे मना लून्गा " ||

    इधर विवान और तन्वी दोनों घर पहुन्चते है  घर पहुँचते हि  आराधना जी और विना विवान और तन्वी कि हालत देख कर तो एक पल के लिए वो काफ़ी घबरा गयी लेकिन अभी वही थी जिन्हे हिम्मत से काम लेना था इसीलिए वो अपने चेहरे का expression एक दम normal हि रखती है जैसे मानो कुछ हुआ हि ना हो, तन्वी अचानक से आराधना जि के गले लग कर रोने लगती है तो आराधना जि उसके सर को सहलाते हुए उसे दिलासा देते हुए बोलती है " बेटा आप मत रोइये कुछ नहीं होगा रुहानी को " ||

    फिर आराधना जी विणा की तरफ़ देखते हुए बोलती है " विना जाइये रुहानि को उसके कमरे में ले जाइये " आराधना जी के कहने पर विना तन्वी को उसके कमरे में ले कर चली गयी ||

    तन्वी के कमरे मे जाने के बाद आराधना जी एक नजर विवान कि तरफ़ देखती है तो विवान उन्हे कुछ नहीं कहता है और अपने कमरे मे चला जाता है वही आराधना जी को थोड़ा अजीब लग रहा था विवान कि हालत देख कर क्योंकि आज तक ऐसा कभी नहीं हुआ था कि विवान इतना परेशान हो ||

    विवान अपने कमरे में जा कर अपनी shirt को उतारकर अपने लबो से चुमते हुए एक जुनून भरे आवाज मे बोलता हैं " तुम्हारे खून का एक एक कतरा मेरे लिये मेरी ज़िन्दगी है ये shirt जिसे मै अब अपनी जान से भी ज्यादा सम्भाल कर रखुन्गा मेरी जाना ये मेरा तुमसे वादा है और एक वादा मै तुमसे करता हूँ जब तक मै उस लड़के को नर्क की यात्रा न कर्वा लू तब तक मै चैन से नहीं बैठुन्गा वो शायद जानता नहीं है कि तुम विवान ओबेरोइ का जुनून ए इश्क़ हो " ||

    इतना बोल कर विवान अलमिरा खोलता है और उसमे रुहानी के खून से सने shirt को किसी हिरे कि तरह सम्भाल कर रख देता है, विवान मे अभी एक अलग ही जुनून सावार था नितिन को जान से मारने का और शायद आज नितिन का इस दुनिया मे आखरी पल हो ||

    विवान कुछ हि देर मे न चाहते हुए भी फ़्रेश हो मेहन्दी के ड्रेस अप मे तैयार हो जाता है , विवान ने अभी मेहन्दी colour का कुर्ता और white colour की धोती पहनी थी जिसमे वो काफ़ी good looking लग रहा था लेकिन उसके चेहरे पर नाम बराबर भी खुशी नहीं थी होती भी कैसे वहा होस्पीटल मे उसकी जाना ज़िन्दगी और मौत कि जन्ग लड़ रही थि और उसे ना चाहते हुए भी यहा मेहन्दी कि रस्म करनी पड़ रही थी ||

    इधर तन्वी भी ready हो चुकी थी उसने आज मेहन्दी colour का लहंगा पहना था, और बालो का जुडा बनाया था फिर चेहरे पर बहुत हि light makeup किया था सर पर लाल colour कि दुल्हन कि चुनरी भी लगायी थी तन्वी आज काफ़ी खुबसुरत लग रही थी लेकिन उसके भी चेहरे मे नाम बराबर भी खुशी कि झलक नहीं दिखायी पड़ रही थी होती भी कैसे रुहानी उसके लिये सब कुछ थी पर आज वो उसकी हि मेहन्दी कि रस्म मे मौजूद नहीं थी विवान एक उदासी भरी मुस्कान के साथ बोलती है " गजब खेल है किस्मत का , जिसे माना जिंदगी आज वही मेरी शादी मे मौजूद नहीं ||

    कुछ हि पल मे तन्वी और विवान दोनों function hall मे उदासी भरे चेहरे के साथ पहुंचते है और दोनों दूल्हा और दुल्हन के लिये सजाये गये सोफ़े पर एक साथ बैठ जाते हैं, आज पुरे oberoi विला को green flowers और ग्रीन light से सजाया गया था जिसमे पुरा oberoi विला काफ़ी हद तक खुबसुरत लग रहा था ||

    आराधना जी विवान कि तरफ़ शगुन कि मेहन्दी मेहन्दी कि थाल को बढाते हुए बोलती है " बेटा हमारे खानदान का रिवाज़ है कि दूल्हा हि दुल्हन के हाथ पर सबसे पहले अपना नाम लिखता है इसलिए लिजिये आज आप तन्वी के हाथ पर अपना नाम लिख कर उसे अपनी ज़िन्दगी का हमराही बना लिजिये " ||

    आराधना जी कि बात पर तन्वी थोड़ा सर्मा जाती है वही विवान को जैसे कोइ फ़र्क हि नहीं पडता है वो आराधना जी के हाथ से मेहन्दी को लेता है और बिना मन से बस अपनी जाना अपनी रुहानी को याद करते हुए तन्वी के हाथ पर मेहन्दी से अपना नाम लिख देता है फिर ऐसे हि कुछ हि देर मे मेहन्दी कि रस्म खत्म हो जाती है और सारे guest भी अपने अपने घर चले जाते है और घर के भी सभी लोग थक कर अपने अपने कमरे में चले जाते हैं ||

    वही विवान भी अपने कमरे मे बेचैन सा था विवान के हाथो मे भी शगुन कि मेहन्दी लगी हुई थी विवान उस मेहन्दी को देखते हुए एक जुनून भरे मुस्कान के साथ बोलता हैं " जब शगुन कि मेहन्दी हैं तो ये मेरी जाना के हाथ मे भी होनी हि चाहिए " ||

    इतना बोल कर विवान अपने कमरे से ओबेरोइ विला के बाहर आता है फिर driver से सख्त आवज मे बोलता हैं " सिटी होस्पीटल चलिये " विवान कार तो खुद drive करना चाहता था लेकिन उसके हाथो मे मेहन्दी लगी थी जिस वजह से वो कार drive नहीं कर सकता था ||

    कुछ हि देर मे विवान सिटी होस्पीटल पहुँचता है तो फिर से वो आरुश कोल रुहानी के पास बैठा देख कर गुस्से से लाल हो उठता है वही आरुश का भी कुछ यही हाल था विवान को देख कर आरुश विवान कि तरफ़ अपनी आन्खे बडी करते हुए कहता है " तुम क्यु आये हो यहा " ||

    विवान सख्ती से कहता है " अपनी जाना को देखने गया हूँ क्यु तुम्हे कोइ problem है क्या " ||

    आरुश बोलता है " पहली बात तो रुहानी तुम्हारी जाना नहीं है और दूसरी बात रुहानी मुझसे प्यार करती है " ||

    विवान ठन्डे स्वर मे बोलता हैं " मुझे कोइ फ़र्क नहीं पड़ता है कि रुहानी किससे प्यार करती है मुझे फ़र्क इस बात से पड़ता है कि मै सिर्फ़ मै रुहानी से प्यार करता हूं " ||

    अब आरुश chair से खड़ा होता है और गुस्से मे बोलता है " नहीं मै करता हूँ रुहानी से मोहब्बत " ||

    अब सब विवान के बर्दाश्त के बाहर हो रहा था लेकिन फिर भी वो अपने गुस्से को काबू करते हुए कहता है " तुम्हे मेरा एक काम करना होगा अगर तुम नहीं करोगे तो तुम्हारी family जो foreign मे शिफ़्ट है वो कुछ हि पलो मे नर्क मे शिफ़्ट हो जायेन्गे " ||

    आरुश गुस्से से लाल होते हुए बोलता है " बक्वास मत करो और जाओ यहा से " ||

    विवान एक शैतानी मुस्कान के साथ बोलता हैं " लगता है तुमने माफ़िआ किन्ग विवान ओबेरोइ के बारे में नहीं सुना है विवान ओबेरोइ किसी को भी नर्क या स्वर्ग कि यात्रा कराने से पहले एक बार भी नहीं सोचता है " ||

    विवान की बाते आरुश को डरा तो रही थी लेकिन आरुश हिम्मत करते हुए बोलता है " कहना क्या चाह्ते हो तुम " ||

    विवान devil smile के साथ बोलता हैं " ज्यादा कुछ नहीं तुम कल मन्डप पर मेरी जगह तन्वी से शादी कर लो अगर ऐसा तुम करोगे तब हि तुम्हारी family safe है " इतना बोल कर विवान आरुश को एक video दिखाता है जिसमे आरुश के mom dad और उसकी छोटी बहन जो एक साथ लिविन्ग मे बैठ कर dinner कर रहे हैं थे ||

    विवान उस video को आरुश को दिखा कर एक शैतानी मुस्कान के साथ बोलता हैं " कितना अच्छा लग रहा है न सब एक साथ हसी खुशी है पर क्या होगा जब यही खुशी मौत मे बदल जायेगी

  • 10. Mafia King Ki Bride - Chapter 10

    Words: 2362

    Estimated Reading Time: 15 min

    आरुश विवान के इस बात से एक दम हैरान था वो आरुश तो बस यही सोचे जा रहा था कि विवान आखिर ऐसा कैसे कर सकता हैं वो कैसे किसी की मोहब्बत को उससे दुर कर सकता हैं यही सब सोचते हुए आरुश एक हारी हुइ हसी के साथ बोलता हैं " क्या मिलेगा तुम्हे रुहानी को मुझसे दुर करके क्या हासिल कर लोगे तुम कुछ भी नहीं और क्या जवाब दोगे तुम रुहानी को जब रुहानी ठिक हो जायेगी " ||

    विवान हसते हुए बोलता है " तुम उसकी फ़िक्र मत करो मै क्या हासिल करुन्गा या नहीं और मै क्या जवाब रुहानी को दून्गा  बस तुम अपने परिवार का ख्याल करो " ||

    आरुश तपाक से बोला " वरना क्या कर लोगे " ||

    विवान भी तपाक से बोला " सोच लो तुम्हे तुम्हारा हस्ता खेलता परिवार चाहिये या तुम्हे रुहानी चाहिये " ||

    विवान की बात आरुश के दिल को एक दम चिर कर रख देती है बस उस दिल से आहे और खून की छिटके निकलने हि वाले थे कि विवान अपने दिल पर अपना हाथ रखते हुए बेचैनी मे बोलता है "ह्म्म्म्म... श्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह... वैसी मोहब्बत हि किस काम कि जहा खुद के परिवार को मौत मिले " इतना बोल कर आरुस अपने आँखो मे गम और दिल टुटने के आन्शु लिये ward से बाहर चला गया ||

    विवान कि शर्त मानना आरुश कि मज्बूरी बन चुकी थी क्योंकि वो विवान के जिद और जुनून को बहुत हि अच्छी तरह से जानता था , उसे पता था कि विवान जो कहता है उसे वो करके रहता है आरुश भले हि India के  top 10bussiness मैन मे से एक था लेकिन वो फिर भी विवान ओबेरोइ के सामने कुछ भी नहीं था विवान ओबेरोइ का मुकान इस पुरी दुनिया मे अलग हि level का था न कोइ विवान के सामने कुछ भी बोल सकता था और ना हि उसके सामने कोइ खड़ी होने कि हिम्मत कर सकता था वही हाल अभी आरुश के साथ हुआ था ||

    आरुश के जाने के बाद विवान रुहानी के बगल मे बैठ जाता है और रुहानी के माथे पर एक प्यारी सि किस कर देता है विवान के किस करने के दौरान रुहानी जो बेहोशी कि हालत मे थी वो अपना हाथ झटकते हुए विवान के मेहन्दी लगे हाथो पर रख देती है ||

    रुहानी के इस हल चल से विवान बेहद खुश हो उठता है और वो फिर से रुहानी के माथे को चुमते हुए बोलता है " ह्म्म्म जाना तुम ठिक हो जाओगी बिल्कुल ठिक " ||

    इतना बोल कर विवान रुहानी के हाथ को ध्यान से घुरने लगा विवान धिरे से रुहानी के हाथ को अपने हाथ पर हटाता है तो देखता है कि रुहानी के हाथ पर पुरी विवान के हाथ कि मेहन्दी कि छाप लग गयी है विवान ये देख कर मुस्कुराते हुए बोलता है " अभी ये मेहन्दी सही हाथ मे लगी है बस तुम अब जल्दी से ठिक हो जाओ " ||

    इतना बोलते हि विवान का पुरा चेहरा पता नहीं क्यु पर अचानक से गुस्से से लाल हो उठता है और वो एक जुनून भरे आवाज मे बोलता हैं " मै अभी तुम्हारी कसम खाता हूँ कि जब तक मै उस नितिन को जिसने तुम्हारे साथ ऐसा किया है उसके शरिर के पुरे 40 टुकडे करवा कर पुरी delhi कि शैर नहीं कराउन्गा तब तक मै अपने मुह मे खाने का एक निवाला या पानी कि एक बून्द भी नहीं रखुन्गा ये मेरा तुमसे वादा है " ||

    इतना बोल कर विवान रुहानि के सर को एक दम प्यार और जुनून से सहलाने लगता है ऐसे हि आज कि पुरी रात विवान रुहानी के पास बैठे हि बैठे गुजार देता है ||

    विवान कि जब आन्ख खुली तो वो ward के बाहर जाता है ward के बाहर जाते ही वो देखता है कि आरुश भी जो वही बेंच पर बैठा हुआ था विवान उसे देख अपना मुह एक दम तिखा कर लेता है क्योंकि वो हद से ज्यादा नफ़रत आरुश से करता था करता भी क्यु ना आरुश सरे आम उसकी जाना रुहानी से अपनी मोहब्बत का इज़्हार करता फिरता है और यहि बात विवान के बर्दाश्त के बाहर थी ||

    विवान आरुश के पास जाता है और अपनी मुठ्ठियो को भिचते हुए उसे उठाते हुए ठंडे स्वर मे बोलता है " आरुश खुराना अब उठ भी जाओ " ||

    विवान की सख्त आवाज सुन आरुश हडबडाते हुए बोलता है " ह्म्म्म्म्म्म " इतना बोल कर आरुश जल्दी से खड़ा हो जाता है ||

    विवान उसे ऐसा देख मुस्कुराते हुए बोलता है " good.. अब सुनो मै विला जा रहा हूँ तब तक तुम रुहानी का खास ख्याल रखोगे और एक बात रुहानि को किसी तरह से छुने कि कोशिश मत करना तुम्हारे पर नजर रखने के लिये यहा पहले से हि मेरे body guards मौजूद है आगे तुम खुद समझदार हो इसलिए खुद समझ जाओ ..."||

    इतना बोल कर विवान वहा से ओबेरोइ विला के लिये चला जाता है इधर आरुश जो होस्पीटल के जमिन पर अपने पैर को पटकते हुए गुस्से मे बोलता हैं " श्ह्ह्झह्ह्ह्ह्ह कर लो विवान ओबेरोइ कर लो अभी तुम्हारा वक़्त है एक दिन मेरा भी वक़्त आयेगा और उस दिन तुम ऐसे हि बेबस लाचार महसूस करोगे तुम कभी खुश नहीं रह सकोगे कभी नहीं " ||

    इधर विवान ओबेरोइ विला जाने के वाजाय नितिन के घर जाता है जहा नितिन उसे उसके घर के हि garden मे walk कर रहा था नितिन को देख कर विवान अपने body guards को इशारा करता है तो विवान के 2 body guards नितिन के पास जाते है और उसे एक झटके मे बेहोश कर वहा से उठा कर कार मे बैठा देते है उसके बाद विवान और उसकी body guards कि पुरी फ़ौज उसी हेल्ल house मे जाते जहा विवान सबको नर्क कि यात्रा करवाता है ||

    हेल house मे पहुंच कर विवान उसी किन्ग के सोफ़े पर बैठ जाता फिर उसके body guards नितिन को उसके सामने उसके घुटनो के बल ला कर नितिन के उपर एक दम बेरहमी से पानी डाल देते है जिससे नितिन को होश आ जाता होश आते ही विवान नितिन के सिने को अपने जुते से दबाने लगता है जिससे नितिन कि चिखे निकल पड़ती हैं " अह्ह्ह्ह्ह्ह्ह कौन हो तुम सब और मेरे साथ ये क्या कर रहे हो " ||

    नितिन कि बात पर विवान शैतानी हसी हसते हुए उसे एक जोर दार लात मार कर बोलता है " इतनी जल्दी भुल गया कल तुने जो कुछ भी रुहानी के साथ किया था उसके लिए तो तुझे मरना होगा " ||

    विवान के इतना बोलते हि वहा गोलिया चलने कि अवाज गुन्ज उठती है और एक दर्द नाक चिख सुनाइ पडती है " अह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह नहीं ईईईई " ||

    ये गोलीया विवान ने नितिन के छाती पर उतारी थी गोली लगते ही वही नितिन की एक दर्द नाक मौत हो गयी वही विवान जो नितिन को मार कर बेहद सुकून महसूस कर रहा था, विवान सोफ़े से खड़ा होता है और माहिर से सख्ती मे बोलता हैं " इसके शरीर के एक एक टुकडे कर इसे पुरी delhi मे मुझे मिलने चाहिए सम्झे " ||

    विवान की नितिन के body के एक एक टुकडे को पुरी delhi मे फ़ेकने वाली बात पर माहिर ह्म्म मे अपना सर हिला देता है, माहिर और विवान के सभी body guards को तो इन सब की आदत हो चुकी थी क्योंकि ये सब करना उनके लिए आम बात थी ||

    इसके बाद विवान ओबेरोइ विला चला गया ओबेरोइ विला जाते ही आराधना जी विवान से बोलती है " पुरी रात आप कहा थे " ||

    विवान ठंडे स्वर मे बोलता हैं " कुछ हिसाब बाकी था उसे पुरा करने गया था अब मै बहुत थक चुका हूँ इसलिए मै अभी सोने जा रहा हूँ " ||

    आराधना जी गुस्से मे बोलती है " आपको याद भी है ना कि आज आपकी और तन्वी की शादी है " ||

    आराधना जी कि बात पर विवान सिर्फ़ अपना सर ह्म्म मे हिला देता है और अपने कमरे में चला जाता है वही आराधना जि जो अपने आप में हि बोलती है " ये विवान को आज कल हो क्या गया है हम सब से इतना उखाड़ा उखाड़ा क्यु रहता है क्या वो इस शादी से खुश नहीं है अगर ऐसा है तो उसे खुश होना पड़ेगा " इतना बोल कर आराधना जी शादी कि बाकी तैयारियो मे लग जाती है ||

    ऐसे हि शाम हो चली थी ओबेरोइ विला मे सभी लोग शादी की जोर शोर से तैयारी मे जुड़े हुए थे क्योंकि आज विवान और तन्वी कि बारात थी आराधना जी विवान के कमरे मे जाती है तो देखती है कि विवान जो अभी तक तैयार नहीं हुआ है उसे ऐसा देख आराधना जी थोड़ा चिढते हुए बोलती है " विवान ये क्या है आप अभी तक ready क्यु नहीं हुए हैं " ||

    विवान जो अपने फोन मे कुछ कर रहा था वो अपनी नजरे झुकाये हि एक दम ठंडे स्वर मे जवाब देता है " हो जाउन्गा ready " ||

    आराधना जी अपनी चिन्ता जताते हुए बोलती है " क्या है विवान आप कुछ परेशान लग रहे हैं क्या बात है सब ठिक तो है आप हमे बता सकते हैं जो कुछ भी है " ||

    विवान फिर से ठंडे स्वर मे बोलता हैं " no दादी कोइ बात नहीं है और अब आप जाइये मै ready हो जाता हूँ " ||

    विवान के कहने पर आराधना जी विवान के कमरे से चली जाती हैं उनके जाने के बाद कमरे मे अचानक से आरुश आ जाता है जिसे देख कर विवान शैतानी मुस्कान के साथ बोलता हैं " तो आ गये तुम " ||

    आरुश अपना मुह फेरते हुए बोलता है " तुम देख सकते हो मै आया हूँ या नहीं " ||

    विवान एक जन्ग जिती मुस्कान के साथ आरुश कि तरफ़ अपनि शेरवानी जो अभी दुल्हे यानी विवान को पहननी थी वो देते हुए बोलता हैं " लो अब इसे पहन कर फ़टाक से ready हो जाओ " ||

    इतना बोल कर विवान अपने कमरे से जैसे तैसे सबसे बच कर ओबेरोइ विला के बाहर आ जाता है और उसके बाद अपनी कार को वो खुद drive करके के सिटी होस्पितल के लिए निकल गया ||

    विवान होस्पीटल अपनि जाना के पास आ गया वही आरुश जो विवान कि जगह तन्वी से शादी करने के लिये दुल्हा बन रहा था आरुश के मन में एक अलग सी बेचैनी थी लेकिन वो हिम्मत न हारते हुए दुल्हे का जोड़ा pahan कर तैयार हो गया कि तभी विवान के कमरे मे अचानक से  बिना door knock किये अचानक से विना अंदर आ गयी जिसे देख कर आरुश एक दम हडबडा गया और वो जल्दी से अपने चेहरे पर शेहरा लगाने लगा विना कि तरफ़ अपना पिठ करके ||

    विना तो आरुश को विवान हि समझ रही थी इसलिए वो विवान समझते हुए आरुश से मजाक करते हुए बोलती है " क्या भाइ आप तो तन्वी से भी ज्यादा शर्मा रहे हैं हमने तो पहली बार kisii माफ़िआ किन्ग क इतना शरमाता देखा है क्या बात है " ||

    आरुश विना कि बात का कोइ जवाब नहीं देता क्युन्की अगर वो कुछ बोलता तो विना को पता चल जाता कि वो विवान नहीं बल्कि आरुश है लेकिन वही विना को थोड़ा अजीब लगता है लेकिन वो इस बात को mind ना करते हुए फिर से बोलती है " भाइ वो हम देखने आये थे कि आप ready हुए हो या नहीं अब हम जा रहे हैं वैसे आज आप और भी ज्यादा handsome लग रहे हैं " ||

    इतना बोल कर विना वहा से चली जाती हैं , सच मे विवान बना आरुश आज दुल्हे के जोड़े मे काफ़ी smart handsome और good looking के साथ साथ |attractive भी लग रहा था ||

    आरुश ने घी colour कि शेर्वानी पहनी थी जिस पर मेहरून colour से कुछ कुछ work किया हुआ था,   शेरवानी के उपर से आरुश ने ओबेरोइ खान्दान कि कुछ खान्दानी जेवर पहना था और आरुश ने पैरो मे शेरवानी के हि matching कि जुती और माथे पर सेहरा लगाया था फिर उसने हाथो मे ओबेरोइ खान्दान कि तलवार जिसे ओबेरोइ खान्दान का वारिश हि ले सकता है उसे आरुश ने लिया हुआ था उस तलवार पर सिर्फ़ विवान का हक है लेकिन अभी विवान कि जगह आरुश दुल्हा बना है इसलिए अभी वो उसके हाथ में है | |

    विना के जाते ही आरुश एक सुकून कि सान्स लेता है और bed पर बैठ कर उदासी और गुस्से के साथ बोलता हैं " तुम पचताओगे विवान ओबेरोइ बहुत बुरा पच्ताओगे " ||

    इधर विवान जो रुहानी के बगल मे बैठा अपने हाथ मे फोन को लिये बस फोन पे हि नजर गडाये था विवान के एक हाथ मे सिन्दुर कि डिब्बी थि और मन्गलसुत्र को लिये था विवान एक नजर रुहानी को देखता है फिर फोन को देखता है और जुनून इश्क़ मे पागलपन के साथ बोलता बोलता है " आज तुम मेरी हो जाओगी सिर्फ़ मेरी देखो मै तुम्हारे लिये ये मन्गलसुत्र और सिन्दुर लाया हूँ वैसे तो मै इन रितीरिवाज़ो को नहीं मानता हूं पर तुम तो मानती हो और मै नहीं चाहता कि तुम किसी भी तरह मुझसे नराज हो इसलिए आज इसी वक़्त मै तुमसे शादी करुन्गा " ||

    इधर ओबेरोइ विला मे मुहरत के अनुसार अब दुल्हा और दुल्हन दोनों मन्डप पर पहुन्च चुके थे तन्वी जो विवान से शादी होने खुशी मे मन ही मन काफ़ी खुश हुए जा रही थी वही आरुश जिसके दिल मे रह रह कर दर्द उठ रहा था ||

    पन्डित जी बोलते हैं "दुल्हा और दुल्हन का गठबन्धन किजिये " ||

    पंडित जी के इतना कहते हि आराधना जी विवान समझ रहे आरुश और तन्वी का गठबन्धन कर देती है ऐसे हि उसके बाद शादी की बाकी रस्मे भी शुरू हो जाती है ||

    इधर विवान अपने हाथ मे लिये सिन्दुर को अपनी चुटकी मे भरता है और कोमा मे बेहोश पड़ी रुहानी के मान्ग मे भर देता है और फिर रुहानी के गले मे अपने नाम का मन्गल्सुत्र भी पहना देता है विवान जैसे हि ऐसा करता है अचानक से बेहोश पड़ी रुहानी के बड़े बड़े खुले आन्ख जो  कोमा मे जाने कि वजह से बन्द होने का नाम ही नहीं ले रही थी उसमे से आन्शु गिरने लगे और देखते ही देखते रुहानी कि भुरी भुरी आन्खे लाल हो गयी ||

  • 11. Mafia King Ki Bride - Chapter 11

    Words: 2233

    Estimated Reading Time: 14 min

    विवान कि नजर जैसे ही रुहानी पर जाती है तो वो एक पल के लिए एक दम हिल जाता है रुहानी कि आन्खे और उसके आन्शुओ को देख कर विवान रुहानी के गालो को अपने हाथ मे लेते हुए जुनून और पागलपन के साथ बोलता हैं " श्ह्ह्ह क्या... हुआ है रुहानी तुम्हारी आन्खो मे आन्शु देखो मै हु यही हु तुम्हारे पास देखो देखो " ||

    विवान फिर से थोड़ा सा रुक कर जुनून मे बोलता हैं "ओ.. तुम्हे इस होस्पीटल से नफ़रत हो रही है ना मुझे भी हो रही है अब मै तुम्हे एक पल भी इस होस्पीटल मे नहीं रहने दुन्गा चलो मै तुम्हे अपने घर हमारे घर ले कर चलता हूँ तुम्हे वहा अच्छा फ़ील होगा " ||

    इतना बोल कर विवान होस्पीटल मे बात करता है है तो doctors रुहानी को घर ले जाने कि इज़ाजत दे देते हैं लेकिन वो कहते हैं " mr. विवान ओबेरोइ हमे रुहानी mam को अभी भी under observation मे रखना होगा क्योंकि उनकी condition बहुत नाजुक है उन्हे 4 गोलीया लगी है और उनके दिमाग मे गेहरी चोट भी आयी है , हम आपको रुहानी mam को घर तो  ले जाने कि permission दे रहे है पर आपको अपने घर मे हि रुहानी mam के लिये होस्पीटल कि तरह हि सारी facilities available करनी होगी " ||

    विवान cold voice मे बोलता हैं " जी ठिक है बस आप रुहानी को discharge करने की तैयारी करे " ||

    विवान के कहने पर doctors रुहानी के discharge कि तैयारी करने लगे वही विवान माहिर को call करता है और उससे बोलता है " माहिर रुहानी के घर आने की तैयारी करो किसी तरह की कोइ कमी नहीं होनी चाहिए ,रुहानी कि अब बाकी की treatments घर से हि होगी " ||

    माहिर alert होते हुए बोलता है " okk boss " ||

    इधर ओबेरोइ विला मे अब तन्वी और विवान कि सम्पन मतलब पुरी चुकी थी पंडित जी कहते है " विवाह सम्पन हुआ आज से आप दोनों पती पत्नी हुए " ||

    पन्डित जी के इतना कहते हि आरुश और तम्वी खड़े होते है और सबका आशिर्वाद लेते है आराधना जी उन्हे आशिर्वाद देते हुए बोलती है " सदा सुखी रहो और दुधो नहाओ पुतो फ़लो " ||

    आराधना जी के ऐसे आशिर्वाद से जहा एक तरफ़ रुहानी बिल्कुक शर्मा गयी वही आरुश जिससे सिर्फ़ गुस्सा आ रहा था लेकिन वो कुछ कर भी नहीं सकता था , विना तन्वी को थोड़ा चिढाते हुए बोलती है " ओह्ह्ह अब हमारी तनु को हमे बुआ जी बना हि देगी " ||

    आराधना जी भी खुश होते हुए बोलती है " ह्म्म्म तो अब तन्वी हमारे खान्दान की अगली पिढी का मुसतकबिल है " ||

    आराधना जी कि बात पर सभी लोग खुश हि हो रहे थे कि दरवाज़े के पास से एक लड़के कि कडक आवाज सुनाइ पडती है " नहीं तन्वी नहीं है हमारे खन्दान का अगला मुसतकबिल " ||

    उस आवाज को सुन सभी उस अवाज कि तरफ़ मुड़.कर देखते है तो सभी के मुह खुले के खुले रह जाता है सभी अपनी आन्खे बडी कर बस उसी लडके को हि घुरे जा रहे थे और आपस मे तरह तरह कि बाते कर रहे थे " अरे दुल्हा तो यहा है तो सेहरे के पिछे कौन है " ||

    " ह्म्म बात तो सही है पर ऐसा कैसे हो सकता है इतने बड़े खानदान मे भी ऐसा धोखा होता है " ||

    ऐसे सि सभी लोग तरह तरह कि बाते बनाना शुरू कर देते है वही आराधना जी जिनके कदम जैसे एक हि जगह पर रुक गये थे जो वहा से हिलने का नाम हि नहीं ले रहे थे " ||

    तन्वी भी जो उस लड़के को देख कर उसकी आन्खो से बस आन्शुओ कि गंगा बहने लगी, तन्वी अभी भी आरुश के साथ बन्धन मे बन्धी थी तन्वी उस बन्धन को खुद से अाजाद करते हुए दौड़ कर उस लड़के के पास जाति है और उसके सिने मे अपने दोनों हाथो कि मुठ्ठी बना कर मारने लगती है और एक दर्द और बेबसी भरी अवाज मे रोते हुए अपने लडखडाते जुबान से कहती है " क्यू ...क्यू...किया तुमने हमारे साथ ऐसा क्या बिगाडा था हमने तुम्हारा क्यु दिया तुमने हमे इतना बड़ा धोखा क्यु विवान " ||

    वो लड़का और कोइ नहीं बल्की विवान हि था विवान अपने साथ रुहानी को ले कर आया था विवान तन्वी के हाथो को पकडते हुए ठंडे स्वर मे बोलता है " तन्वी मेरी बात तो सुनो... " ||

    तन्वी रोते हुए बेबसी के साथ बोलती है " क्या सुनो यही कि हमारा दुल्हा जिससे अभी हमारी शादी होने वाली थी वही हमे छोड़ कर चला गया और फिर उसके जगह मे हमारी शादी पता नहीं किससे हो गयी " ||

    तन्वी ऐसे हि बस बेबसी मे बोले जा रही थी कि विवान उसके होठो पर अपनी उंगलि को रख देता है और उसे शान्त कराते हुए बोलता है " शान्त हो जाओ तन्वी जो मैने किया है वो बिल्कुल ठिक किया है " ||

    इतना बोल कर विवान अपने हाथ से पिछे कि तरफ़ इशारा करता है उसके इशारा करते ही एक nurse रुहानी को wheel chair पर ओबेरोइ विला के अन्दर ले कर आती है रुहानि के आते हि तन्वी रुहानी को एक नजर एक दम ध्यान से देखती है वही सभी लोग रुहानी को ध्यान से देख रहे थे आराधना जी भी बस रुहानी को देख कर हैरान थी  ||

    तन्वी रुहानी को देख कर पागलो कि तरह हसने लगती उसे ऐसे करता देख कर विना उसे सम्भालते हुए बोलती है " तन्वी... तन्वी होश मे आओ " ||

    तन्वी विना का हाथ झटकते हुए रोनी सि अवाज मे बोलती है " क्या होश मे आउ विना क्या ...तुम्हारा भाइ mr. विवान ओबेरोइ ने... मेरी हि बेस्ट friend से उसकी बेहोशी का फ़ाय्दा उठाकर उसी शादी शादी कर ली " ||

    तन्वी इतना बोल ही रही थी कि वहा एक जोर की अवाज सुनाइ पडती है " शान्त हो जाओ सब कोइ कुछ नहीं बोलेगा अब अब जो बोलना होगा हम बोलेन्गे " ये अवाज आराधना जी कि थी आराधना जी के इतने गुस्से भरे अवाज को सुन कर सभी एक पल के लिए एक दम खामोश हो गये ||

    उसके बाद आराधना जी अपना हाथ जोडते हुए सभी guest से बोलती है " तमाशा ख्त्म हुआ अब आप सब यहा से जा सकते है " आराधना जी इतना बोलती हि है कि वहा मौजूद सभी guest अपना सडा सा मुह बनाये वहा से चले जाते है इधर आरुश जो अभी भी शेहरे मे था अभी तक किसी ने भी उसका चेहरा नहीं देखा था ||

    अब ओबेरोइ विला मे सिर्फ़ family के हि लोग रह गए थे आराधना जी विवान के पास जाती है और उसे धक्का देते हुए बोलती है " देखिए क्या हालत हो रही है आज सिर्फ़ आपकी वजह से तन्बी की अरे आप अपने mom dad कि आखरी इच्छा का तो ख्याल कर लेते क्या कर दिया है आपने और आपने इस बेचारी बच्ची से शादी करली है उसकी बेहोशी कि हालत मे जब वो कोमा से बाहर आयेगी तो आप इसे क्या जवाब देन्गे बताइये हमे " ||

    आराधना जी के सवाल तो एक पल के लिए विवान के भी दिल चिर कर रख देती है जिससे आज पहली बार विवान की आँखो मे आन्शु झलक गये और वो अपना सर झुकाये बस वही खड़ा हो गया लेकिन वो फिर कुछ सोच कर आराधना जी के कन्धो को पकडते हुए बोलता है " दादी मुझे याद है अपने mom dad कि आखरी ख्वाहिश और मैने उनकी ख्वाहिश पुरी भी की है बस आप सब को वो वक़्त आने पर पता चल जायेगा " ||

    विवान आराधना जी से बोल हि रहा था कि तन्वी जो अचानक से बोल पड़ती हैं " अरे हमने तो अपने प्यारे पति देव का चेहरा अभी तक देखा हि नहीं " ||

    तन्वी के ऐसे शब्द सबके कानॊ मे पडते है तो सब की निगाहे तन्वी पर ही जा टिकती है इधर तन्वी जो आरुश के पास जाती है और एक झटके मे उसका शेहरा हटा देती है शेहरा हटाते तन्वी जैसे हि आरुश को देखती है वैसे हि तन्वी के कदम लडखडा जाते हैं इधर आराधना जी और विना का भी कुछ यही हाल था ||

    तन्वी कि आन्खो से अब आन्शुओ कि धारा बह रही थी तन्वी रोते हुए आरुश के सिने मे अपना हाथ मारते हुए दर्द भरी अवाज मे बोलती है " तुम भी आरुश अरे तुम एक बार रुहानी का हि ख्याल कर लेते देखो वो कैसी हालत मे है मेरे प्यार ने तो मुझे धोखा दिया हि तुमने भी रुहानी को इतना बडा धोखा दे दिया क्यु किया तुमने ऐसा क्यु हमे बताओ " ||

    आरुश तन्वी के दोनों कन्धो पर अपना हाथ रख कर उसे समझाने कि कोशिश करते हुए कहता है " तन्वी बात को सम्झो मेरी ऐसा करना मेरी मजबूरि थी " ||

    तन्वी आरुश का हाथ झटकते हुए रोनी सी अवाज मे बोलती है " आखिर ऐसी क्या मजबूरी थी बोलो बताओ मुझे " ||

    अब आरुश के पास तन्वी के सवाल का कोइ जवाब नहीं था इसलिए वो बस अपना उदासी से भरा चेहरा लिये वही चुप चाप खड़ा रहता है ,इधर तन्वी को जब आरुश से कोइ जवाब नहीं मिलता है तो वो एक नजर रुहानी कि तरफ़ मुडकर देखती है ,वहि आराधना जी, विना विवान और आरुश सभी को तन्वी की हालत देख बहुत बुरा लग रहा था विवान के दिल मे तो अब रह रह कर एक अलग सा दर्द उठ रहा था ||

    तन्वी रुहानी के पास जाती है तो देखती है कि रुहानी कि खुली बड़ी बड़ी आन्खे जिससे ये सारा नजारा देख कर आन्शु बह रहे थे, भले हि रुहानी कोमे मे थी लेकिन वो सब कुछ देख सकती थी और सबकी बाते भी सुन सकती थी ||

    तन्वी wheel chair पर बैठी रुहानी के आन्शु को अपने हाथो से पोछ कर उसे खुद के गले लगा लेती है गले लगाते हि उसे और ज्यादा रोना आने लगता है लेकिन वो खुद को सम्भालते हुए रोनी सी अवाज मे बोलती है " क्या किस्मत पायी है हम दोनो दोस्तो ने, देख रुहानी देख हमारा प्यार जो हमे धोखा दे कर तेरा हो गया और तेरे प्यार ने जो तुझे धोखा दे कर मुझसे शादी कर ली " ||

    तन्वी इसके बाद थोड़ा रुक कर फिर से बोलती है " पर तु फ़िक्र मत करना मै इन धोखेबाज़ के बिच मे तुझे अकेला छोड़ कर मै कहि नयी जाउन्गी मै हमेशा तुम्हारे साथ रहुन्गी " ||

    तन्वि को देख कर अब ऐसा लग रहा था कि वो अब बिल्कुल पागल हो चुकी है अब आराधना जी से तन्वी की ऐसी हालत देखा नहीं जा रहा था इसलिए वो विना से बोलती हैं " विना जाइये आप तन्वी को उसके कमरे मे ले कर जाइये उन्हे अभी आराम की जरुरत है " ||

    आराधना जी के कहने पर विना तन्वी के पास जाती है और उसे पकडते हुए बोलती है " तन्वी चलो कमरे मे तुम्हे अभी आराम करना चाहिये " ||

    तन्वी विना को झटकते हुए बोलती है "नहीं मै रुहानी को छोड कर कही नहीं जाउन्गी उसकी जान को यहा खतरा है यहा सब मतलबी लोग रहते है " ||

    विना अब कुछ नहीं कहति और तन्वी को जोर से पकड़ कर उसे वहा से ले जाने लगती है तन्वी अपने रूम मे जाते हुए भी बस एक हि बात कह रहि थी " रुहानी तुम यहा अकेली नहीं हो हम तुम्हारे साथ है तुम्हे हम इन धोखेबाज के साथ नहीं रहने देंगे तुम फ़िक्र मत करो "||

    लेकिन विना जबर्दस्ती तन्वी को उसके कमरे मे ले जा रही थी तन्वी बार बार विना को झटकते हुए बोल रही थी " छोडो हमे छोडो तुम सब एक जैसे हो धोखेबाज " लेकिन विना तन्वी कि एक नहीं सुनती क्योंकि वो जानती थी कि तन्वी अभी होश मे नहीं है उसे गेहरा सदमा लगा है इसलिए वो ऐसी बात कर रही है ||

    इधर लिविन्ग area से आराधना जी भी गुस्से से अपने कमरे में बिना कुछ कहे चली गयी उन्के जाने के बाद विवान nusre को इशारा करता तो nusre रुहानी को ले कर कमरे मे चली जाती हैं अब लिविन्ग area मे सिर्फ़ विवान और आरुश बचे थे ||

    विवान आरुश के पास आता है औत उसके कन्धे पर अपना हाथ रखते हुए बोलता है " जाओ भाइ तुम्हारी शादी हो गयी हो गयी हैं जाओ... " ||

    आरुश उदास मन से बोलता है " मेरी मर्ज़ी से नहीं हुइ है " ||

    विवान मुस्कुराते हुए बोलता है " जान्ता हूँ लेकिन तुम अब एक बात का हमेशा ख्याल रखना कि तुम्हारी वजह से तन्वी के आन्खो मे आन्शु के एक बून्द भी नहीं आने चाहिये और अभी इस वक़्त तन्वी को सबसे ज्यादा तुम्हारी जरूरत है जाओ उसे मनाओ और समझाओ " ||

    विवान के कहने पर आरुश एक उदासी भरि मुस्कान के साथ बोलता हैं " ह्म्म्म्म्म्म अब तो मै एक खिलौना बन हि गया हूँ जब भी अब तुम मुझे कुछ करने को कहोगे तब हि मै अब कुछ करुन्गा " ||

    आरुश कि बात पर विवान मुस्कुराते हुए बोलता है " नहीं ऐसी बात नहीं है पर तुम्हे मेरी एक बात और माननी होगी तुम्हे और तन्वी को अभी यही रहना होगा जब तक रुहानी पुरी तरह ठिक ना जाए " ||

    अब विवान कि ये बात सुन आरुश कुछ नहीं कहता है और वहा से तन्वी के कमरे के लिए चला जाता है और इधर विवान भी मुस्कुराते हुए अपने कमरे मे चला जाता है

  • 12. Mafia King Ki Bride - Chapter 12

    Words: 2238

    Estimated Reading Time: 14 min

    विवान ने रुहानी के लिये अपने रूम से attached रूम मे सारी facilities कराइ थी ताकी उससे रुहानी को किसी तरह की कोइ तकलीफ़ ना पहुंच सके और विवान भी रुहानि का ख्याल रख सके ||

    विवान जैसे हि अपने मे कमरे आया तो उसने अपनी शुरू उतार दी क्योंकि उसे काफ़ी गर्मी लग रही थी विवान अपनी shirt उतारकर रुहानी के कमरे मे गया तो वो देखता है कि nurse जो रुहानी को wheel chair से bed पर लेटाने की कोशिश कर रही है ये देख विवान सख्त अवाज मे बोलता हैं " रुको ! अभी जाओ यहां से " ||

    विवान कि अवाज सुन nusre एक नजर विवान को देखती है और वहा से चली जाती हैं nusre के जाने के बाद विवान रुहानी के पास आता है और उसे धिरे से अपने गोद मे उठा लेता है विवान रुहानी को अपनी गोद मे उठाकर उसे bed पर एक दम आराम से लेटा देता है ||

    उसके बाद विवान रुहानी के बगल मे बैठ कर उसके बालो  को धिरे धिरे सहलाने लगता है विवान रुहानी के बालो को सहलाते हुए एक गजब जुनून के साथ बोलता है " लगी है तेरी लत , नशा सरेआम होगा, तुझे पाने का है जुनून जो तुझे पा के हि खत्म होगा,  "||

    इतना बोल कर विवान धिरे से रुहानी के हाथो को चुम लेता है विवान तो रुहानी के चेहरे को देखना चाहता था उसे चुमना चाहता था लेकिन अभी वो ऐसा कुछ कर नहीं सकता था क्योंकि रुहानी के चेहरे पर पट्टी बन्धी थि तभी विवान कि नजर रुहानी के कपडो पर जाती है, रुहानी ने अभी भी होस्पीटल के हि कपड़े पहने थे इसलिए विवान रुहानी के लिये cupboard से कपड़े निकाल कर रुहानी के पास आता है ||

    रुहानी कि आन्खे अभी भी नम थी विवान उन नम आन्खो को देखते हुए जुनून मे बोलता हैं " ओह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह जाना क्यु है तुम्हारी ये आन्खे नम क्या है मेरी खता नहीं देख सकता हूँ मैं इन मासूम आँखो मे आन्शु नहीं देख सकता हूँ " ||

    इतना बोल कर विवान कुछ हि पलो मे रुहानी के कपड़े उतार कर उसे दूसरे कपड़े पहनाने लगता है ||

    इधर आरुश भि जब तन्वी के कमरे मे गया तो तन्वी जो bed के पास निचे फ़र्श पर बैठी रो रही थी तन्वी को ऐसे रोता देख आरुश तन्वी के पास जा कर उसके बगल मे बैठ जाता है और तन्वी के पिठ को सहलाते हुए प्यार से बोलता है " तन्वी क्यु रो रही हो एक पल के लिए सब भूल जाओ आज जो कुछ भी तुम्हारे साथ हुआ या रुहानी के साथ हुआ था " ||

    तन्वी अभी भी रोते हुए बोलती है " क्या भुल जाए हम क्या यही कि हमारे प्यार ने हमे धोखा दिया और हमारी सबसे अच्छी दोस्त को उसके प्यार ने उसके कोमे कि हालत मे धोखा दिया और धोखे से हमसे शादी कर ली जरा तुम हि सोचो जब रुहानी को होश आयेगा वो ठिक हो जाएगी तो हम उसे क्या मुह दिखायेन्गे क्या... " ||

    तन्वी कि बात एक तरह से दम सही थी जिसे सुन आरुश की निगाहे शर्म से निचे झुक गयी लेकिन इन सब मे वो भी कुछ नहीं कर सकता था क्योंकि जो कुछ भी हुआ था वो सब विवान कि मर्ज़ी से हुआ था और ये बात तो साफ़ थी कि विवान के होते हुए उसकी इज़ाज़त के बेगैर एक पत्ता भी नहीं हिल सकता था ||

    ऐसे हि वो रात सब के लिये एक दर्द के साथ गुजर गयी ___||

    सुबह का वक़्त ___💓💓

    आराधना जी पुजा कर रही थी लेकिन वो अपने अन्तर हृदय से बिल्कुल भी खुश नहीं थी होती भी कैसे उनके साथ विवान ने एक तरह का विश्वास घात किया था आराधना जी पुजा करते हुए श्री कृष्ण से आराधना करते हुए बोलती है " हे कृष्ण पता नहीं विवान को क्या हो गया है हमे नहीं पता कि उसने रुहानी से उसकी इस हालत मे शादी क्यु की है लेकिन हमे इतना पता है कि हम अपने बेटे, बहु और तन्वी के घरवालो कि आखरी इच्छा नहीं पुरी कर पाये " ||

    इतना बोलते हि आराधना जी के आँखो मे आन्शु झलक गये वो अपने आन्शुओ को पोछते हुए बोलती है " बस आप उनको आत्मा को शान्ती दे और सबको खुश रखे , तन्वी को उसके साथ हुए विश्वाश घात को सहने कि उसे ताकत दे और रुहानी को भी जल्दी ठिक कर दिजिये प्रभु " ||

    कुछ हि पलो मे आराधना जी पुजा करके अपने कमरे में चली जाती है इधर विवान कि जब आन्ख खुली तो वो जल्दी से उठकर फ़्रेश हो गया और वो रुहानी के रूम मे जा कर उसे वापस से वील चेयर पर बैठा देता है व्हील चेयर पर विवान रुहानी को बैठा कर उसे बाहर garden मे ले गया जिससे कि रुहानी को अच्छा फ़ील हो सके ||

    विवान रुहानी को garden मे इधर से उधर घुमा रहा था और उसे खुश करने के लिए वो बोलता है " तुम्हे पता है जब मैने तुम्हे पहली बार उस रात को देखा था तब से हि मै तुमसे एक नजर मे इश्क़ कर बैठा और देखो आज तुम मेरे साथ हो मेरे पास अब हम दोनों के बीच कोइ नहीं आ सकता है कोइ नहीं " ||

    तभी पिछे से तन्वी की अवाज आती है " तुमने किया नितिन के साथ ऐसा " |

    तन्वी की अवाज सुन विवान पिछे मुडता है तो देखता है कि तन्वी जो अपने हाथ मे फोन लिये काफ़ी गुस्से मे नजर आ रही थी, विवान तन्वी कि तरफ़ ठंडे दिमाग से देखते हुए बोलता है " ह्म्म्म अब उसे उसके किये की सजा मिल चुकी है " ||

    तन्वी बोलती है " ये है सजा "||

    विवान फिर से ठन्डे अन्दाज में बोलता है " ह्म्म उसने जो भी रुहानी के साथ किया उसे मै ऐसे ही नहीं जाने दे सकता था मै अपनी जाना पर एक आन्च भी बर्दाश्त नहीं कर सकता हूँ " ||

    तन्वी नोर्मल वे मे बोलती है " thank you हमारी friend के साथ जो भी हुआ उसका बदला लेने के लिए " ||

    विवान नोर्मल वे मे बोलता है " रुहानी अब सिर्फ़ तुम्हारी दोस्त नहीं है वो मेरी पत्नी भी है और अब मेरा फ़र्ज बनता है रुहानी कि हिफ़ाज़त करना " ||

    विबान कि इस बात पर तन्वी कुछ भी नहीं कह्ती है और अपना उदास मन लिये वहा से चली जाती हैं ||

    तन्वी के जाने के बाद विवान कुछ देर तक बस किसी ख्याल मे हि गुम सा हो जाता है तभी उसे कुछ याद आता है तो वो माहिर को call करता है " माहिर ध्यान से सुनो " ||

    माहिर alert होते हुए बोलता है " जी boss कहिये " ||

    विवान सख्ती से बोलता है " अभी बनारस जाओ और वहा से आज से 22 साल पहले हुइ हर एक घटना की information मुझे जितना जल्दी हो सके ला कर दो do you understand "||

    माहिर बोलता है " yess boss i understand "

    विवान बोलता है " good " इतना बोल कर विवान call कट कर देता है call कट करने के बाद विवान रुहानी के कान मे धिरे से बोलता है " love you baby doll " ||

    इतना बोल कर विवान रुहानी को वापस से रूम मे ले आता है इधर तन्वी जो ready हो कर कही लिविन्ग एरिया से जा रही थी वही सोफ़े पे बैठी आराधना जी उसे ऐसे जाता देख आराधना जी उससे बोलती है " बेटा आप कहा जा रही हो " ||

    तन्वी उनकी तरफ़ बिना मुड़े बोलती है " हम होस्पीटल जा रहे हैं " ||

    आराधना जी उदासी मे बोलती है " अभी रुहानी को आपकी जरुरत है " आराधना जी कि बात पर तन्वी कोइ जवाब नहीं देती है और वहा से चली जाती हैं आराधना जी तन्वी का ऐसा व्यवहार देख बहुत ज्यादा दुखी हो जाती हैं क्योंकि कहि ना कहि आराधना जी तन्वी को अपनी बेटी कि तरह प्यार करती थी और आज वही बेटी उनसे इतना ज्यादा रुठ गयी थी ||

    इधर आरुश भी तैयार हो कर शिशे के सामने खड़ा था कि तभी उसके दरवाज़े पर किसी की दस्तक होती है आरुश कडक आवाज मे बोलता हैं " आ जाये " ||

    आरुश के कहने पर विना कमरे में आती है विना को देख आरुश बोलता है " तुम यहा सब ठिक तो है " ||

    विना उदासी भरी आवाज मे बोलती है " कुछ भी ठिक नहीं है कुछ भी नहीं,,,तन्वी जिसे हम अपनी बहन मानते हु हमसे उसकी उदासी अब नहीं देखी जा रही है आरुश भाइ हम जानते हैं आप दोनों की शादी किस हालात मे हुइ है लेकिन आप please तन्वी को खुश रखिये please कल पुरी रात वो छत पे बैठी बस रो रही थी " ||

    विना की बात पर आरुश चौकते हुए बोलता है " क्या कल तन्वी पुरी रात छत पे बैठी रो रही थी पर क्यू,,,और वो अभी कहा गयी है " ||

    विना बोलती है " होस्पीटल " इतना बोल कर विना आरुश के कमरे से चली जाती हैं और इधर आरुश जिसे तन्वी कि बहुत फ़िक्र होने लगी क्युन्की कहि न कहि अब तन्वी तो थी उसकी हि अमानत आरुश ऐसे हि बिना कुछ सोचे समझे तैयार हो कर तन्वी के पास होस्पीटल के लिए रवाना हो जाता है  ||

    इधर विवान जो ready हो रहा था और रुहानी वही bed पर बेजान लास कि तरह पडी हुई थी विवान ने आज black shirt और black jeans पहना था जिसमे वो काफ़ी हद तक attractive नजर आ रहा था विवान ready हो कर रुहानी के बगल मे बैठ जाता है और उसे bed के बल बैठा देता है ||

    रुहानी को बैठाने के बाद उसे एक servant आ कर soup देती है रुहानी को पिलाने के लिए विवान उसके हाथ से soup ले कर बोलता है " thank you अब आप जाइये यहा से " ||

    विवान से कहने पर servant वहा से चली जाती हैं वही विवान बड़े हि प्यार से रुहानी को soup पिला रहा था वो रुहानी को soup पिलाते जुनून भरे लफ़्जो मे हुए बोलता है " कास मै उस वक़्त तुम्हारे साथ होता , कास आज तुम्हारे साथ आज कुछ न हुआ होता " ||

    विवान इतना बोल ही रहा था कि अचानक से रुहानी कि धडकन काफ़ी हद तक तेज हो गयी और उसकी सान्से उपर निचे होने रुहानी जे दोनों हाथ जो काम्प उठे और ऐसा लग रहा था कि वो विवान से कुछ कहना चाहती हो ||

    विवान रुहानी कि अचानक ऐसी हालत देख एक दम डर सा जाता है और वो तुरन्त रुहानी का हाथ पकड़ लेता है और वो घबराते हुए बोलता है " रुहानी रुहानी तुम ठिक तो हो क्या हुआ है बोलो बताओ मुझे बताओ,,, " ||

    विवान एक दम पागल उठता है शायद वो अपनी बेचैनी मे ये भुल चुका था कि रुहानी उसके बात का कोइ जवाब नहीं देगी विवान जल्दी से अपना फोन निकालता है और फिर तन्वी को call करता है " hlo तन्वी जल्दी घर आओ रुहानी कि हालत बिल्कुल भी ठिक नहीं है " ||

    तन्वी घबराते हुए बोलती है " क्या हुआ है रुहानी को रुको हम अभी घर आते है " इतना बोल कर तन्वी call कट कर देती है इधर विवान काफ़ी घबरा चुका था सिर्फ़ रुहानी को हालत देख कर रुहानी कि आहे निकल रही थी उसकी सान्से तो जैसे थमने का नाम ही नहीं ले रही थी ||

    कुछ हि देर मे तन्वी आ गयी और वो जल्दी से आ कर रुहानी को oxigen मास पहना देति है विवान tension मे तन्वी से बोलता है " क्या हुआ है रुहानी को वो ठिक तो है " ||

    तन्वी बिना विवान कि तरफ़ देखते हुए बोलती है " रुहानी को अभी तुमने क्या खिलाया था " ||

    विवान थोडा सोचते हुए बोलता है " मशरूम soup " ||

    तन्वी उसकी तरफ़ देख कर थोडा चिडते हुए बोलती है " रुहानि को allergi है मशरूम से इसलिए जब उसने मशरूम खाया तो उसकी body पर ये तुरन्त react कर गया जिससे अभी उसकी ये हालत हुइ " ||

    तन्वी कि बात सुन विवान कस कर अपने दोनों हाथो से अपने बालो को भीच कर सोफ़े पर बैठ गया और परेशान होते हुए बोलता है " ये मैने क्या कर दिया ,,,ये क्या कर दिया मैने " ||

    तन्वी.विवान कि तरफ़ बिल्कुल भी नहीं देखती है और nusre को एक injection लाने को कहती है उसके कहने पर nusre उसे injection ला कर देती है फिर तन्वी विवान से बोलती है " रुहानी के हाथ को पकडो हमे उसे injection लगाना होगा " ||

    बिवान तुरन्त बोलता है " okkk " इतना बोल कर विवान तुरन्त रुहानी का हाथ कस कर पकड लेता है और इधर तन्वी एक झटके मे रुहानी को injection लगा देती है ||

    injection लगते हि रुहानी कि बडी बड़ी भुरी खुली आन्खे जिनसे आन्शु गिरने लगे उन आन्शुओ को देख तो जैसे विवान का दिल मचल उठा और वो तुरन्त रुहानी के आन्शुओ को पोछकर उसके माथे पर किस कर लेता है और एक दम जुनून के साथ बोलता हैं " कुछ नहीं हुआ है जाना कुछ नहीं तुम बिल्कुल ठिक हो जाओगि बिल्कुल मै तुम्हे कुछ नहीं होने दून्गा तुम मेरा जुनून हो तुम्ही मेरी चाहत और मेरी तलब हो,,,मै अपने तलब को नहीं खो सकता " ||

    इधर वही खडी तन्वी को विवान को रुहानी के लिये इतना possesive देख कही ना कही जलन हो रही थीं क्योंकि प्यार तो वो भि विवान से सच्चा करती थीं वो भी बच्च्पन से ||

  • 13. Mafia King Ki Bride - Chapter 13

    Words: 2400

    Estimated Reading Time: 15 min

    तन्वी को विवान और रुहानी को साथ मे देख कर बेह्द जलन महसूस हो रही थीं भले ही रुहानी कोमा मे थी लेकिन विवान ति उसके लिये कुछ ज्यादा हि possesive था, तन्वी बिना कुछ कहे अपने उदास और टूटे दिल को लिये वहा से अपने कमरे में चली गयी ||

    इधर विवान जो तन्वी को ऐसे उदास जाता देख कर अपने आप से हि एक devil smile के साथ बोलता हैं " एक दिन जब तुम्हे पता चलेगा कि तुम्हारी जुडवा बहन और दादी जिन्दा है तब तुम क्या करोगी,,, तब यही उदास मन एक खुश्मिज़ाज़ मन मे तब्दिल हो जायेगा " ||

    इतना बोल कर विवान एक devil smile करने लगता है और धिरे धिरे रुहानी के सर और चेहरे को सहलाने लगता है रुहानी अभी बेहोशी कि हालत मे थी injection लगने कि वजह से ||

    इधर आरुश होस्पीटल जा रहा था तो उसे रास्ते मे हि उसके उसके रुहानी और तन्वी के कुछ college friends कि कार दिख गयी जिसे देख वो काफ़ी खुश हो गया और वो उनकी कार को रोकने कि कोशिश करते हुए जोर से चिल्लाते हुए बोलता है " रोहन, खुशी, आशिका " ||

    आरुश कि अवाज रोहन खुशी और आशिका तक नही पहुँच सकती थी इसलिए वो एक नजर उनकी तरफ़ देखता है औत फिर driver से बोलता है " बख्तु ! उस कार का पिछा करिये मुझे उनसे मिलना है "||

    बख्तु हैरा होते हुए बोलते हैं " पर मालिक हमे तो तन्वी mam से मिलने होस्पीटल जाना था " ||

    आरुश गुस्से मे तपाक से बोलता है " जितना कहा है उतना करिये चलिये उस कार के पिछे "||

    अब आरुश के गुस्से को देख कर बख्तु भि कुछ नहीं कहते हैं और बस रोहन, खुशी और आशिका कि कार का पिछा करने लगते है , उनकी कार delhi के radiation blue hotel के आगे जा कर रुकती है फिर कार से रोहन खुशी और आशिका बाहर निकल कर hotel के अन्दर चले जाते है , radiation blue hotel delhi के टोप restaurant मे से एक थी आरुश कि भी कार उसी restaurant के आगे जा कर रुकती है ||

    आरुश भी कार से उतरकर restaurant के अन्दर चला गया restaurant के अन्दर जा कर वो देखता है कि खुशी आशिका और रोहन एक table पर बैठे हैं वो उनके पास जा कर पिछे से चिल्लाते हुए बोलता है " surprise " ||

    आरुश की आवाज सुन रोहन उसकी तरफ़ मुडता है तो आरुश को देख कर वो काफ़ी खुश हो उठता है और वो तुरंत खड़े हो कर आरुश के गले लग जाता है वही आशिका थोड़ा मुह बनाते हुए बोलती है " तुम्हे आज college के बाद आज हमारी याद आयी " ||

    आरुश रोहन से अलग होते हुए मुस्कुरा कर बोलता है " ऐसी बात नहीं है मैने तुम तिनो का no भी try किया था पर पता नहीं क्यु तुम्हारा no भी बन्द आ रहा था और फिर जब मै यही से गुजर रहा था तो मेरी najar तुम लोग  पे पडी तो मै यहा तुम सब से मिलने चला आया " ||

    खुशी खुश होते हुए बोलती है " अच्छा किया जो आ गये हमे रुहानी और तन्वी से मिलना वो दोनों कहा है " ||

    खुशी कि बात पर रोहन और आशिका भी exited होते एक साथ हुए कहते हैं " ह्म्म्म्म्म यार " ||

    वही खड़ा आरुश उनकी ऐसी जिद देख बेहद परेशान हो उठता है क्योंकि अभी न तो तन्वी की हालत सही थी और ना ही रुहानी कि आरुश एक पल कुछ सोच कर वहा चेयर पे बैठ जाता है और एक गहरी सान्स लेते हुए बोलता है " नहीं मिल सकते हो तुम सब रुहानी और तन्वी से " ||

    आरुश के ये शब्द जैसे आशिका रोहन और खुशी के कान खड़े कर देते है तो आशिका हैरान होते हुए बोलती है " क्यु नहीं हम मिल सकते हैं " ||

    अब आरुश अप्ना हाथ अपने सर पर रख कर एक गहरी सान्स ले कर बोलता है " क्योंकि रुहानी कोमा मे है " ||

    आरुष की बात सुन तिनो बेहद हैरान हो जाते है और हैरानी के साथ उन तिनो के मुह से एक साथ निकलता है " whatttttt??? " ||

    उनकी हैरानी देख आरुश एक एक कर उन्हे सारी बात बताने लगता है कि कैसे रुहानी कोमा मे गयी ," कैसे विवान ने उसे धमकी देकर खुद कि जगह उसकी शादी तन्बी से कराइ और विवान ने कैसे रुहानी से शादी की " ||

    आरुश की बात तो हैरान कर देने वाली थी ही पर उन तिनो को जैसे ये सब सुन कर और मजा आ रहा था क्योंकि ये सारी story उन्हे किसी bollywood movie लग रही थी क्योंकि वो तिनो कुछ अमिर बाप के बिगडे औलादो की तरह की तरह थे आशिका आरुश कि जख्मो मे घी डालने का काम करते हुए बोलती है " आरुश तुम्हे अगर रुहानी वापस चाहिये तो तुम अभी हमारे साथ london चलो हम तुम्हे बताएन्गे तुम्हे क्या करना है " ||

    रोहन भी बीच में ही घुसते हुए बोलता है " ह्म्म्म यार आरुश आशु ठिक कह रही है देखना जब तु रुहानी के ठिक होने के बाद london से वापस delhi आयेगा तो रुहानी सिर्फ़ तुझसे ही प्यार करेगी और हम आज हि london के लिए निकल रहे हैं " ||

    खुशी भी बीच मे और आग मे घी डालते हुए बोलती है " चलना आरुश वैसे भि अगर तु अभी यहा रहा तो विवान ओबेरोइ सिर्फ़ तुझ पर अपना हुक्म ही झाडेगा " ||

    उनकी बात आरुश को कुछ हद तक सही और कुछ हद तक गलत लग रही थी , क्योंकि ये बात तो सही थी कि जब तक वो ओबेरोइ विला मे है तब तक विवान सिर्फ़ उस पर अपना हुक्म हि झाडेगा लेकिन उसे ये बात समझ नहीं आ रही थी कि उसके london जाने से रुहानी उसे वापस कैसे मिल जायेगी इसी बात कि अस्मन्झस मे पडते हुए आरुश बोलता है " मुझे london जाने से रुहानी कैसे वापस मिलेगी " ||

    रोहन शैतानी मुस्कान के साथ बोलता हैं " वो तुम्हे वक़्त आने पर पता चल जायेगा " ||

    रोहन कि बात सुन कर आरुश भी ह्म्म्म कर देता है उनके साथ आज हि london जाने के लिये क्युन्की अभी उसके सर पर सिर्फ़ रुहानी को वापस पाने का जुनून सवार था उसना तो तन्वी से सिर्फ़ एक नाम का रिश्ता था जिस रिश्ते मे न तो तन्वी खुश थी और न ही आरुश, आरुश रुहानी को वापस पाने के जुनून मे london जाने के लिये ह्म्म तो कह देता है पर उसे नहीं पता था कि उसके दोस्त जिसे उसने अपना सुख दुख का साथि माना है वहि उसकी मोहब्बत का माजाक कर रहे हैं और उसे ऐसे हि बस london ले जाने कि साज़िश कर रहे हैं ||

    विवान अभी भी रुहानी के हि करिब बैठा बस उसे हि निहार रहा था और उसकी आन्खे नम थी क्योंकि उससे रुहानी कि ऐसी हालत देखी नहीं जा रही थी देखी जाती भी कैसे किसी का प्यार अगर बिस्तर पे बेजान लास कि तरह पडा रहे तो जरा सोचो कि उसकी हालत क्या होगी वैसे हि कुछ हालत विवान की थी ||

    शाम का वक़्त ___💓💓

    आरुश बिना किसी को कुछ कहे कुछ बताये अभी airport मे था रोहन आशिका और खुशी के साथ हि london जाने के लिये आरुश का driver बख्तु को भी आरुश ने घर भेज दिया था ताकि किसी को पता न चल सके कि वो कहा जा रहा है आरुश रोहन आशिका और खुशी कुछ हि देर मे london कि flight से london के लिए रवाना हो जाते है ||

    6 महिने बाद ओबेरोइ विला मे ___💓💓

    विवान अपने रूम मे bed पे लेटा हुआ था और अपने फोन मे कुछ कर रहा था वो अपनी नजर इधर उधर घुमाता है और रुहानि को आवाज लगाते हुए बोलता है " रुहानी ,,,रुहानी कहा हो तुम यार तुम्हारा अभी भी ज्यादा चलना फिरना ठिक नहीं है तुम्हारे लिये तुम अभी अभी तो कोमा से बाहर आयी हो " ||

    रुहानी जो washroom मे थी वो वही से चिल्लाते हुए जवाब देती है " मेरी फ़िक्र करने कि कोइ जरुरत नहीं है हम खुद अपना ख्याल रख सकते है " ||

    विवान मुस्कुराते हुए बोलता है "अच्छा बबा मै बहु बोल रहा कुछ भी पर तुम अब washroom से निकलोगी अगर तुम्हे वहा चक्कर वगैरह आ गया तो मै तुम्हे वही छोड़ कर चला जाउन्गा " ||

    रुहानी फिर से चिल्लाते हुए बोलती है " ह्म्म्म तो तुम्हारे साथ रहना भी कौन चाहता है एक तो मुझसे मेरी बेहोशी कि हालत मे शादी कर लि और मुझ पर हि रोब झाड रहे हो  हम नहीं तुम्हारे रोब सहने वाले " ||

    अब विवान कुछ नहीं कहता है और बस फिर से अपने फोन मे कुछ करने लगता है कुछ हि देर मे रुहानी भी washroom से बाहर आ जाती है जिसे देख विवान फिर से मुस्कुराते हुए बोलता है " हय्य्य क्या अदा है तेरी,  एक दिन ये अदा मेरी जान ले के ही मानेगी " ||

    रुहानि जो अपने बालो को hair dryer से सुखा रही थी वो चिडते हुए बोलती है " मुझ पर line मारने का कोइ फ़ाय्दा नहीं है क्योंकि मै इस धोखे कि शादी को नहीं मानती हूँ " ||

    अब विवान bed से खड़ा होता है और रुहानी के करिब जा कर उसके भिगे बालो को पिछे कि ओर करते हुए उसके कान में धिरे से बोलता है " मानना तो पडेगा मेरी जान " ||

    विवाह कि ये बात सुन कर रुहानी उसे जोर से धक्का देती है और गुस्से मे बोलती है " हर्गिज़ नहीं " ||

    इतना बोल कर रुहानी रूम से चली जाती हैं वही विवान रुहानी को जाता देख एक शैतानी, जन्ग जिती हुई मुस्कान दे रहा था और वो खुद के बालो को ठिक करते हुए जुनून मे बोलता हैं " तुम्हे मानना तो पड़ेगा मेरी जान कब तक तुम मुझसे बचोगी कब तक एक दिन तो तुम्हे मेरा ही होना है विवान ओबेरोइ का होना है " ||

    इधर रुहानी जो अपने रूम से तन्वी के कमरे मे जाती है तो देखती है कि तन्वी जो शिशे के सामने खड़ी अपने बाल बना रही है रुहानी उसे देख मजाक करते हुए बोलती है " तब्ब आज कहा बिजली गिराने कि तैयारी कि जा रही है मोहतरमा " ||

    रुहानी कि आवाज सुन कर तन्वी रुहानी कि तरफ़ मुडती है और एक धिमी मुस्कान के साथ बोलती है "भला हम कहा बिजली गिरायेन्गे बस वही हमारा रोज़ का हम होस्पीटल जा रहे हैं " ||

    रुहानी तन्वी कि अवाज सुन एक दम सहम सी जाती है क्योंकि उसकी अवाज मे उसका दर्द साफ़ नजर आ रहा था भले हि वो अपने दर्द को छुपाना चाहती थी लेकिन उसके दिल का दर्द खत्म होने का नाम हि नहीं ले रही थी ||

    रुहानी एक दम शान्त सि बस तन्वी के हि मासूम और दर्द भरे चेहरे को देख रही थी और उसके दर्द को कहि न कहि मह्सूस करना चाह रही थी इधर तन्वी भी जो रुहानी को अच्छी तरह समझ रही थि और वो जानती थी कि रुहानि का अभी उसके दिमाग मे ज्यादा load लेना या ज्यादा सोचना फिर से उसे नुक्सान पहुन्चा सकता है और अब तन्वी रुहानी को किसी तरह की भी कोइ तक्लीफ़ मे नहीं देख सकती थी ||

    यही सोच कर तन्वी अपने दिल को समझाते हुए रुहानी के पास जाती है और अपनी चिन्ता जताती हुए बोलती है " वैसे तु याहा क्यु आयी हम खुद आ जाते तुझ से मिलने तुम्हे अभी सिर्फ़ आराम करना चाहिये " ||

    रुहानी अपनी सोच से बाहर निकलते हुए बोलती है " ह्म्म्म अब तो हम बिल्कुल ठिक है तो फिर,,, वैसे हमे तुमसे एक बात पुछना था " ||

    तन्वी bed पे रुहानी को और खुद बैठते हुए बोलती है " पुछो " ||

    रुहानी थोड़ा सोचते हुए बोलती है " नितिन कहा है,,,हमने अपने कुछ दोस्तो से पता किया कि नितिन आखिर है कहा तो उन्होने हमे कुछ नहीं बताया इसलिए हम तुमसे पुछने आ गये " ||

    इधर तन्वी कुछ कहती कि वही तन्वी के रूम के बगल से गुजर रहे विवान के कान मे जैसे हि ये बात पडती है कि रुहानी को नितिन के बारे मे जानना तो ये देख विवान बात को छिपाते हुए tanvii के रूम मे आ कर सख्ती से बोलता है " कितनी बार कहा है तुम्हे नितिन के बारे मे जानने कि कोइ जरुरत नहीं है " ||

    विवान कि अवाज सुन तन्वी और रुहानी विवान कि तरफ़ देखते हैं तन्वी विवान को देख कर अपनी नजरे फेर लेती है वही रुहानी जो विवान को देख गुस्से मे तपाक से बोलती है " क्यु नयी जान सकते हम और तुम होते कौन हो हमे नितिन के बारे मे जानने से रोकने वाले " ||

    विवान भि गुस्से मे तपाक से बोलता है " मै कौन हूँ तुम्हारा पति हूँ औत तुम्हे मेरी बात माननी होगी " ||

    रुहानी भडकते हुए बोलती है " नहीं है हम तुम्हारी पत्नी नहीं मानते है हम उस बेहोशी और धोखए कि शादी को जिस रिश्ते कि बुनियाद हि धोखे से हो वो रिश्ता कैसा " ||

    अब सन बर्दाश्त कर पाना विवान के बस के बाहर था इसलिए वो गुस्से मे आ कर रुहानी का हाथ पकडता है और उसे गुस्से मे अपने कमरे मे ले जाता है ||

    कमरे मे जा कर विवान गुस्से से अपनी लाल आँखो से रुहानी को देखते हुए बोलता है " तुम मानो या ना मानो मै हूँ तो तुम्हारा हि,  मुझे इसे कोइ फ़र्क नहीं पड़ता है कि तुम मुझे क्या मानती हो सम्झी "इतना बोल कर विवान गुस्से मे रुहानी का हाथ झटक देता है ||

    वही रुहानी का हाथ विवान झटकता है तो उससे रुहानी को थोड़ा दर्द होता जिससे उसके मुह से हल्की सी आहे निकल पड़ती हैं " अह्ह्ह्ह्ह्ह mummy " ||

    रुहानी कि आहे सुन विवान को एहसास होता है कि उसने रुहानी के हाथ को अभी कितनी जोर से झटका था , एक तो रुहानी कि तबियत पहले से हि ठिक नहीं थी और विवान ने अभी उसे उलटा दर्द दिया ||

    रुहानी अपने हाथ को पकड के bed पे बैठ जाती है कि विवान जल्दी से रुहानी  के हाथ को अपने हाथ मे लेता है और possesive होते हुए बोलता है " क्या हुआ ज्यादा जोर से लगा,  im so sorry " ||

    विवान कि बात सुन रुहानी गुस्से से अपने दुसरे हाथ से विवान के हाथ को झटक देती है और बोलती है " पास मत आना हमारे दुर रहो हमसे " ||

  • 14. Mafia King Ki Bride - Chapter 14

    Words: 2454

    Estimated Reading Time: 15 min

    रुहानी का हाथ विवान ने इस तरह से झटका था कि उसके हाथ पे दर्द उठ गया और जब विवान को ये एह्सास हुआ तो वो रुहानी के हाथ को सहलाने कि कोशिश करता है तो रुहानी उससे अपने हाथ को छुडाते हुए बोलती है " dont touch me,,,हमारे करिब मत आना,,, दुर रहो हमसे " ||

    लेकिन इधर विवान जो bed पर बैठ कर जबर्दस्ती रुहानी के हाथ को पकड कर उससे एक प्यार से बोलता है " कितनी बार कहा है मुझे गुस्सा मत दिलाया करो,,, पर नहीं तुमने तो मेरी बात न मानने कि कसम खा रखी है न " ||

    रुहानी गुस्से से लाल पिली होते हुए बोलती है " क्यु न दिलाए गुस्सा और क्यु माने हम तुम्हारी बात क्यु क्या लगते हो तुम हमारे ,,,  कुछ भी नहीं,,, बस तुम्हारे से एक मजबूरी का रिश्ता है मेरा समझे और हमारे करिब आने या हम पर अपना कोइ हुक्म झाडने कि कोइ जरुरत नहीं है तुम्हे " ||

    इतना बोल कर रुहानी विवान के हाथ से अपना हाथ छुडा कर रूम से बाहर चली जाती हैं वही विवान रुहानी को ऐसा जाता देख बस एक उदासी और दर्द भरी मुस्कान दे देता है और फिर वो कुछ हि पल मे ready हो कर अपनी दुनिया यानी कि सभी गलती करने वालो को नर्क लोक की यात्रा कराने और अपने company के लिए पुरे body guards की एक पलटन के साथ निकल जाता है ||

    इधर रुहानी जो विवान से गुस्सा हो कर उपर छत पे बैठी हुई थी वो काफ़ी उदास थी उसके मन मे बार बार सिर्फ़ आरुश का हि ख्याल आ रहा था वो आरुश को याद करते हुए खुद से बोलती है " कहा चले गये तुम आरुश,,, हमने कभी नहीं सोचा था कि तुम भि हमे इतना बड़ा धोखा दोगे ,,,तुमने तो तन्वी से धोखे से शादी भी कर ली पर उसे छोड़ कर कहा चले गए हमसे तम्वी कि ये उदासी और उसकी तनहाई नहीं देखी जाती है " ||

    रुहानी अपने हि ख्यालो मे मग्न थी कि पिछे से उसे एक अवाज सुनाइ पडति है " रुही चल हम shopping से आते हैं " ||

    रुहानी उस अवाज कि तरफ़ मुडती है और अपने दर्द को छिपाते हुए एक प्यारी सी मुस्कान के साथ बोलती है " क्यू  तन्वी madam तुम तो अभी होस्पीटल जाने वाली थी ना " ||

    तन्वी थोड़ा सोचते हुए बोलती है " ह्म्म्म जाने वाले थे पर फिर नहीं गये क्योंकि मेरा मन आज shopping पे जाने का है चल न please " ||

    रुहानी भी एक प्यारी सि मुस्कान के साथ बोलती है " अच्छा बबा चल चलते हैं " ||

    इसके बाद कुछ हि देर मे ready हो कर रुहानी और तन्वी shopping पे निकल जाते है कार तन्वी खुद drive कर रही थी और रुहानी आराम से जा रही थी तन्वी कार को delhi के सबसे महन्गे और बड़े shopping mall के सामने रोकती है ||

    उसके बाद तन्वी और रुहानी दोनों कार से बाहर निकलती कि उससे पहले वहा मौजूद ढेरो body guards मे से दो body guards आते है फिर तन्वी और रुहानी के बाहर आने के लिये कार का दरवाज़ा खोलते है तन्वी और रुहानी दोनों कार से बाहर निकलती है तो उन्हे थोड़ा अजिब लगता है क्योंकि आज delhi का सबसे बडा shopping mall जहा एक भि लोग नजर नहीं आ रहे थे वहा सिर्फ़ body guards हि नजर आ रहे थे ||

    रुहानी इन सब को ध्यान से देखते हुए तन्वी को धिरे से बोलती है " तनु ये सब क्या है यहा कोइ भी नजर क्यु नहीं आ रहा है " ||

    तन्वी भी धिरे से बोलती है " पता नहीं चल अन्दर जा कर देखते हैं शायद अन्दर होंगे " ||

    उसके बाद रुहानी और तन्वी दोनों mall के अन्दर चले जाते है अन्दर जाते ही उनकी आन्खे फ़टी कि फ़टी रह जाती है क्योंकि वहा उनके सिवा कोइ भी other customer नहीं था रुहानी mall कि हालत देखते हुए फिर से हैरानी मे बोलती है " तनू देख अन्दर भी कोइ नहीं है,,, हम कह रहे है हमे कुछ अच्छा नहीं लग रहा है चल हम यहा से चलते हैं " ||

    तन्वी रुहानी का हाथ पकडते हुए बोलती है " रुक न अब आये है तो shopping करके हि जायेन्गे " ||

    तन्वी कि बात पर रुहानि भी बिना मन के बस ह्म्म मे अपना सर हिला देती है और फिर दोनों अपने अपने लिये ढेरो shopping करते हैं ऐसे हि अब शाम हो चला था दोनों shopping करके receptionist के पास billing कराने जाती है तो वहा mall का manager भी मौजूद था जो रुहानी और तन्वी को देख एक respect भरी smile दे रहा था ||

    अब रुहानी से रहा नहीं गया और वो अचानक से manager से बोल पड़ती हैं " सर आपके mall मे हमारे सिवा और कोइ क्यु नजर नहीं आ रहा है आज कोइ खास बात है क्या " ||

    manager मुस्कुराते हुए बोलता है " जी खास बात तो है ,,, आज हमारे boss कि wife और उनकी wife कि sister खुद यहा shopping करने आने वाली थी इसलिए हमे हमारे boss के तरफ़ से order आया है कि  जब तक उनकी wife और उनकी wife sister shopping न करले mall मे कोइ दिखना नहीं चाहिए "||

    रुहानी और तन्वी को manager की बात कुछ अजिब लगती है इसलिए रुहानी फिर से बोल पड़ती हैं " क्या आप हमे अपनी boss कि wife और sister कि wife के बारे में बता सकते हैं कि वो कौन है " ||

    manager फिर से मुस्कुराते हुए बोलता है " माफ़ी चाहता हूँ mam पर मै आपको ये नहीं बता सकता हूँ " ||

    अब manager कि बात पर रुहानी और तन्वी कुछ नहीं कहती है और billing करा कर mall से निकल जाती है रुहानी को अभी भी कुछ अजिब लग रहा था लेकिन तन्वी को जैसे कुछ फ़र्क हि नहीं पड रहा था ||

    तन्बी रुहानी को ऐसे ख्यालो मे खोया देख अचानक से बोल पड़ती हैं "रुही चल हम dinner करके हि अब घर जाते हैं वैसे भी रात हो चली है थोड़ी देर ऐसे ही घुमते है और फिर dinner करके घर जायेन्गे " ||

    रुहानी को तन्वी कि बात सही लगती है क्योंकि शाम के 7 बज चुके थे इसलिए रुहानी भी हा कह देती है उसके बाद तन्वी और रुहानी कुछ देर ऐसे ही घुमते है और रात के लग भग 8 बजे दोनों delhi के top restaurant मे dinner करने चले जाते है ||

    वो जैसे ही restaurant पहुन्चते है वैसे ही उन्हे फिर से कुछ अजिब लगता है कौन mall कि तरह हि restaurant का भी हाल था restaurant मे भी सिर्फ़ बाहर मे body guards हि नजर आ रहे थे लेकिन रुहानी और तन्बी इस बात को mind ना करते हुए restaurant के अन्दर जाते हैं तो फिर से उनकी आन्खे खुली कि खुली रह जाती है क्योंकि delhi के इतने बड़े restaurant मे भी एक इन्सान मौजूद नहीं था restaurant कि सारी table ऐसे हि खाली पडी थी ||

    अब तन्वी को भी ये बात खटक रही थी इसलिए वो हैरानी के साथ रुहानी से बोलती है " रुही देख यहा भी mall हि वाला हाल है कहि हमारे साथ कोइ prank तो नहीं हो रहा है हम जहा जा रहे हैं वहा कोइ नजर हि नहीं आ रहा है " ||

    रुहानि भी उसकी बात पर हामी भरते हुए बोलती है " बात तो सही पर ऐसा कौन करेगा हमारे साथ " ||

    रुहानी और तन्वी restaurant गये तो restaurant का भी वही हाल जो हाल mall मे था पुरा restaurant खाली पडा था वही रुहानी और तन्वी ये देख हैरान हो रहे थे कि वहा restaurant का manager उनके पास आता है और उन्हे respect भरी अवाज मे बोलता हैं " mam आइये आपका हमारे restaurant मे हर्दिक अभिनंदन है " ||

    manager के ऐसे व्यव्हार से रुहानी और तन्वी एक दम shocked थे , वो दोनों एक हि बात सोच रही थि " हम तो इस restaurant मे पहले भी कइ बार आये है तो फिर ये manager हमे आज ऐसा क्यु treat कर रहे हैं " ||

    तभी कुछ सोचते हुए रुहानी अचानक से बोल पड़ती हैं " जी चलिये " ||

    रुहानी कि बात पर तन्वी उसे अपनी बड़ी बड़ी आन्खो से एक नजर देखती है तो रुहानी उसे आन्ख मार देती है फिर वो दोनों manager के साथ जाती है manager restaurant के सबसे special , expensive private रूम मे ले जाता है जहा सिर्फ़ गिने चुने हि लोग जा सकते थे तन्वी और रुहानी अभी भी हैरान थे manager के behaviour से ||

    manager उनसे कहता है " mam आप हमारे इस छोटे से restaurant मे आयी हमे बहुत खुशी हुइ हमारा तो सौभाग्य है कि आप यहा आयी " ||

    तभी तन्वी बिच मे manager की बात को काटते हुए बोलती है " excusme please हम तो यहा पहले भी बहुत बार आ चुके हैं " ||

    manager मुस्कुराते हुए बोलता है " माफ़ी चाहता हूँ लेकिन तब हमे नहीं पता था कि आप हमारे boss कि बेस्ट friend और ये mam उनकी wife है " ||

    अब manager के मुह से ये सुन कर तन्वी और रुहानी पुरा माजरा समझ चुकी थी की आखिर mall मे भी manager ने ऐसा क्यु कहा कि " mam आज हमारे mall मे हमारे boss कि wife और उनकी wife कि सिस्टर आ रही है इसी वजह से boss ने हमे order दिया है कि जब तक उनकी wife और उनकी wife कि सिस्टर mall मे रहेन्गी तब तक mall मे कोइ नहीं आ सकता है " ||

    तन्वी और रुहानी यहि सोच कर काफ़ी गुस्सा हो गयी और वो दोनों वहा से जाने लगी तो उन्हे ऐसे जाता देख manager बेहद परेशान हो उठा और वो उन्हे रोकने कि कोशिश करते हुए कहता है " mam आप दोनों कहा जा रही है पहले dinner तो कर लिजिये " ||

    रुहानी बिना मुडे गुस्से मे बोलती है " आप dinner अपने boss को हि करा दिजियेगा हमे नहीं करना dinner " ||

    इतना बोल कर दोनों गुस्से मे restaurant से घर के लिये निकल जाती है वही manager काफ़ी हद तक परेशान हो जाता है क्योंकि अब उसे डर था कि कहि उसकि नौकरी न चली जाये ||

    इधर ओबेरोइ विला मे ___||

    विवान घर आ चुका था और वो अपने घर के बेसमेन्ट मे बैठा हुआ laptop मे कुछ देख सिर्फ़ smile कर रहा था वो smile करते हुए जुनून मे बोलता हैं " ओह्ह्ह्ह्ह जाना तुम्हारी इसी अदा पे तो मै फ़िदा हूँ , मै तुम्हारे इस झगडालु nature के हि पता नहीं क्यु तुम्हारे और करिब खिचा जाता हूँ ओफ़्फ़्फ़्फ़ " इतना बोल कर विवान अपनी आन्खे बन्द कर लेता है ||

    दरसल विवान अभी अपने घर के बेसमेन्ट मे बैठा laptop मे रुहानी और तन्वी को देख रहा था, दरसल विवान ने रुहानी के मन्गलसुत्र मे camera लगा दिया था जिससे उसे ये पता चल सके कि रुहानी अभी क्या कर रही है, वो कहा है, और कैसी है किसी मुसिबत मे तो नहीं है ||

    और उसी camera कि वजह से विवान को ये पता चल गया था कि रुहानी और तन्वी shopping करने mall जा रहे हैं और विवान ये अच्छी तरह जानता था कि वो कौन से mall मे जायेन्गे और dinner करने किस restaurant मे जायेन्गे , और इतेफ़ाक कि बात तो ये है कि वो दोनों जिस mall और restaurant मे गयी थी वो और किसी का नहीं विवान ओबेरोइ कि हि property थी लेकिन ये बात न तो तन्वी को पता थी और न हि रुहानी को क्योंकि delhi मे ऐसी बहुत से mall, restaurant, apartment, विला industries, वगैरह विवान कि properties थी , विवान ने पहले हि दोनों जगह अपने body guards को भेज कर रुहानी और तन्वी की देख भाल के लिये तैनात कर दिया था क्योंकि अब वो रुहानी पर किसी तरह कि कोइ तक्लीफ़ बर्दाश्त नहीं कर सकता था अभी पुरे 6 महिने बाद तो रुहानी कोमे से बाहर आयी थी ||

    कुछ हि देर बाद विवान अपने बेसमेन्ट से हि attached study रूम मे चला गया और वहा जा कर वो guitar बजाने लगा , विवान guitar को इतनी अच्छी धुन के साथ बजा रहा था कि उस धुन को सुन कर तो एक पल के लिए कोइ भी मदहोश हो सकता था विवान भी एक दम मदहोशी के साथ रुहानी के ख्यालो मे गुम guitar बजा रहा था  ||

    तभी study रूम का दरवाज़ा खुलता है और माहिर study रूम के अन्दर आता है उसे देख विवान guitar बजाना बन्द कर देता है और एक दम सख्त लहजे मे बोलता हैं " क्या हुआ " ||

    माहिर alert होते हुए बोलता है " boss कल वो agriment sign होगा जिस agriment के लिए महेश ओबेरोइ सर और  विक्रांत राइचन्द सर ने इतनी कोशिश की पर वो ये न कर सके फिर आप इस काम को पुरा कर रहे हो " ||

    माहिर कि बात पर विवान बस एक हल्का सा devil smile दे देता है उसके बाद माहिर वहा से चला जाता है माहिर के जाने के बाद विवान फिर से उसी सुरिली धुन मे मदहोशी के साथ guitar बजाने लगता है ||

    इधर रुहानी और tanvii दोनों घर पहुंचते है घर पहुन्चने के बाद तन्वी बिना कुछ कहे अपने कमरे में चली जाती हैं वही रुहानी गुस्से मे अपने रूम मे जाती है तो वहा वो विवान को बहू पाती विवान को वहा ना देख रुहानी और भी गुस्सा हो जाती है और वो गुस्से मे बालकनी मे निकलती है तो उसे guitar की मधुर धुन सुनाइ पडति है जिससे सुन रुहानी हल्का खुश होते हुए बोलती है " चलो इस घर मे कोइ तो है जिसके पास मधुर धुन बजाने कि अकल है जरुर ये विना बजाती होगी हम जा कर देखते हैं " ||

    इतना बोल कर रुहानी अपने कमरे से बाहर निकल आती है और उसी guitar कि धुन के पिछे खिची उसी study रूम मे चली जाती हैं जहा विवान guitar बजा रहा था , विवान को guitar बजाता देख रुहानी का मुह एक दम किसी बन्दर कि तरह बन जाता है और वो वापस मुड कर जाने लगती है कि विवान सख्त लहजे मे बोलता हैं " कहा जा रही हो जाना,,, मेरे पास आओ " ||

    विवान कि आवाज सुन रुहानी पिछे मुडती है और अपनी बड़ी बड़ी आन्खो से विवान को घुरने लगती है तो विवान फिर से थोड़ा मुस्कराते हुए बोलता है " आ भी जाओ अब " ||

    इस बार रुहानी पता नहीं क्यु पर विवान के कहने पर अपने कदम विवान कि तरफ़ बढा देती है और ये देख विवान smile करते हुए guitar को वही पास के table पे रख देता है और एक झटके मे अचानक से रुहानी का हाथ पकड़ कर उसे अपनी ओर खिच लेता है जिससे रुहानी सिधा विवान कि गोद मे जा गिरती है

  • 15. Mafia King Ki Bride - Chapter 15

    Words: 2453

    Estimated Reading Time: 15 min

    विवान रुहानी का हाथ पकड़ कर उसे अपनी ओर खिच लेता है जिससे रुहानी सिधा विवान कि गोद मे जा गिरती है रुहानी विवान के इस action से बिल्कुल shocked थी रुहानी की गोद से उठना चाह रही थी लेकिन विवान कि पकड इतनी मजबूत थी कि रुहानी चाह कर भी विवान की गोद से नहीं उठ पा रही है रुहानी विवान कि गोद से उठने कि कोशिश करते हुए बोलती है " छोडो हमे छोडो,,," ||

    विवान रुहानी के बालो को उसके कानो के पिछे करते हुए मदहोशी मे कहता है " ओह्हो जाना इतनी भि क्या जल्दी है " ||

    रुहानी विवान के हाथ जो उसके बालो पर थे वो उसे झटकते हुए बोलती है " है जल्दी हमे " ||

    रुहानी इतना बोल हि रही थी कि अचानक से विवान रुहानी के एयरलोब पर bite कर देता है उसे ऐसा करता देख रुहानी थोड़ा अजिब फ़ील करने लगती है और वो फिर से हडबडाते हुए गुस्से मे तपाक से बोलती है " ये,,, क्या कर रहे हो तुम,,, " ||

    विवान मुस्कुराते हुए बोलता है " अपनी जाना को प्यार कर रहा हूँ " ||

    विवान इतना बोल हि रहा था कि रुहानी अचानक से विवान कि पकड से छुटने के लिये विवान के हाथ पर दान्त काट देती है जिससे हल्का सा विवान के मुह से निकलता है " अह्ह्ह्ह्ह ये क्या कर रही हो " इतना बोलते वक़्त विवान रुहानी को छोड़ देता है और रुहानी जल्दी से विवान के गोद से उठकर भाग जाती है और वो जाते वक़्त बोलती है " हमारे करिब आओगे तो यही होगा " इतना बोल कर रुहानी वहा से भाग जाती है ||

    वही विवान रुहानी को जाता देख बस एक हल्की सी धिमी smile के साथ बोलता हैं " करिब तो एक दिन तुम मेरे आओगी वो भी खुद से " ||

    इधर रुहानी जो जो रूम मे जा कर सिधे wash रूम मे घुस जाती है फ़्रेश होने के लिए तभी विवान भी कमरे में आता है और वो भी changing रूम मे change करके वापस रूम मे आ कर सो जाता है विवान ने अभी सिर्फ़ lower पहना था जिससे उसकी muscular body दिखने मे काफ़ी attractive लग रही थी , विवान रिअल मे नहीं सोया था वो बस सोने का ड्रामा कर रहा था , कुछ ही देर में रुहानी wash रूम से आती है तो विवान को सोता देख कर बडबडाते हुए बोलती है " ह्म्म्म बड़ा आया  "||

    उसके बाद रुहानी कि नजर विवान के muscular body पर जाती है जिसे देख कर रुहानी का मुहँ एक दम खुला का खुला रह जाता है और वो अपने मन में ही अपने मुहँ को बन्द करते हुए बोलती है " ह्य्य्य्य्य्य्य क्या body है वैसे तुझे क्या कैसी भी body रहे हमे क्या " ||

    इतना बोल कर रुहानी कुछ सोचति है और फिर अपने पेट पे हाथ रखते हुए बोलती है " वैसे अभी तो हमे भुख लग रही है जा कर देखते है kitchen मे कुछ खाने को होगा तो खा लेन्गे " ||

    bed पर लेटा विवान रुहानी कि सारी हरकत notice कर रहा था और मन हि मन बहुत खुश भी हो रहा था ||

    उसके बाद रुहानी निचे लिविन्ग एरिआ मे आती है तो देखती है कि वहा तो कोइ भी नहीं है " लगता है सब सो चुके हैं " यही सोच कर वो kitchen मे जाती है तो देखती है कि वहा भी कोइ बहू है यहा तक कि सारे servants भि सो चुके है और वहा खाने को भी कुछ नहीं है ये देख थी का चेहरा एक दम छोटा सा हो जाता है और वो फिर से अपने पेट पत हाथ रख कर उदासी के साथ बोलती है " चल रुहानी आज तुम्हे भुखा हि सोना पड़ेगा तुम्हे तो खाना बनाना आता तो है नयी जो तुम खुद से कुछ से बना कर खा लोगी इसे अच्छा है भुखे सोना " ||

    इतना बोल कर रुहानी अपना छोटा सा मुह लिये वापस रूम मे आ जाति है विवान जो कि सोने का ड्रामा कर रहा था उसे रुहानी को देख बड़ी हसी आ रही थी रुहानी का चेहरा किसी छोटे बच्चे कि तरह लग रहा था , और servants से ऐसा करने को विवान ने हि जान भुझ कर करने को कहा था क्योंकि वो जानता था कि रुहानी से हर काम कर पाना हो सकता था लेकिन भुख बर्दाश्त करना ये कभी नहीं हो सकता है ||

    रुहानी एक नजर विवान कि तरफ़ देखती है तो उसके दिमाग मे विवान को परेशान करने का एक idea आता है और खुद से बोलती है " बड़ा मोहब्बत कि नारे लगाये फिरता है जरा इसी को हम कुछ बनाने को कहते हैं इसे तो आता हि होगा खाना बनाने इसे मेरा पेट भी भरेगा और ये बेचारे जो आराम कि निन्द ग्रहण कर रहे हैं उसकी निन्द भी खाराब हो जायेगी " ||

    यही शैतानी सोच लिये रुहानी विवान के पास जाती है और फिर उसे उठाने कि कोशिश करते हुए बड़े हि प्यार भरे अल्फ़ाज मे बोलती है " विवान,,, विवान उठो please हमे भुख लग रही है " ||

    विवान रुहानी की अवाज को बहुत अच्छी तरह से सुन पा रहा था लेकिन वो थोड़ा ड्रामा करते हुए रुहानी को खिच कर अपने उपर कर लेता है जिससे रुहानी विवान के एक दम करिब थी रुहानी की धडकने जैसे मानो 180 कि speed मे चल रही हो , विवान की गर्म सान्से जो रुहानी को छू रही थी और रुहानी कि गर्म सान्से विवान को छू रही थी ||

    दोनों की निगाहे जैसे एक दूसरे मे हि खोयी हुई थी विवान का एक हाथ रुहानी की कमर पे थी और दूसरा हाथ रुहानी के बालो पर थी विवान थोड़ा और शैतानी के साथ रुहानी को अपने उपर जकड लेता है जिससे रुहानी होश मे आती हैं है और वो विवान का हाथ झटकते हुए खड़ी होती है फिर अपने छोटे से मुहँ को बनाते हुए बोलती है " वो... हमे भुख लगी है पर खाने के लिए कुछ भी नहीं है और हमे खाना बनाना भि नहीं आता है " ||

    इतना बोल कर रुहानी सर्माते हुए वहा से जाने लगती है तो विवान bed पे बैठ कर रुहानी का हाथ पकड़ कर उसे जाने से रोक लेता है और normal स्वर मे बोलता हैं " चलो मेरे साथ आज मै तुम्हे अपने हाथ का खाना खिलाउन्गा " ||

    विवान कि बात पर रुहानी कुछ नहीं कहती है लेकिन उसके दिल मे खुशी के लड्डु जरुर फ़ुट रहे थे, कुछ ही देर में रुहानी और विवान दोनों kitchen मे जाते हैं विवान रुहानि को kitchen मे chair मे बैठा देता है और खुद लग जाता है अपनी जाना के लिये खाना बनाने मे  ||

    रुहानी विवान को बड़े हि ध्यान से देख रही थि कि वो कैसे बना रहा है, रुहानी देख पा रही थी कि विवान किसी master chef कि तरह खाना बना रहा है विवान के हाथ खाना बनाने वक़्त इतनी speed से चल रहे थे जिसका कोइ जवाब नहीं  ||

    रुहानी ऐसे ही विवान को देखते हुए बोलती है " तुम्हे कैसा पता चला कि आज हम और तन्वी shopping पे जाने वाले थे " ||

    विवान मुस्कुराते हुए बोलता है " बस पता था तुम कुछ भी करो मुझे पता चल हि जायेगा " ||

    रुहानी ये जानना चाहती थी कि आखिर क्यु विवान ने shopping mall और restaurant मे इनके जाने की वजह से सभी को खाली कराया था , इसी सोच मे रुहानी विवान से बोल पड़ती हैं " तो तुमने ऐसा क्यु किया कि जब तक हम वहा रहेन्गे तब तक न तो mall मे कोइ आ सकता है और न हि restaurant मे " ||

    रुहानी कि इस बात पर विवान और भि ज्यादा प्यार से मदहोशी भरे लफ़्जो मे रुहानी से बोलता है " क्योंकि मै नहीं चाहता कि अब मेरे होते हुए तुम्ह कोइ और निहारे और तुम पर अपना दिल हारे  you know na darling you are my life, my heart beat my... " ||

    इस बार रुहानी कुछ नहीं बोलती है क्योंकि अब उसे शर्म आ रही थी , शर्म के मारे उसकी आँखें पानी बहाव हो गये और उसके गाल टमाटर कि तरह लाल हो गये और इस चिज को विवान बहुत ही अच्छी तरह से फ़ील कर पा रहा है, कुछ ही देर में डिनर बन जाने के बाद रुहानी और विवान दोनों एक साथ dinner करके रूम मे आ जाते है ||

    रूम मे आने के बाद तो रुहानी सिधे bed पे गिरती है, वही विवान भी एक नजर रुहानी को देखता है फिर उसे अपनी बाहो मे भर कर सो जाता है रुहानी विवान कि हरकत पर कुछ नहीं कहती है और बस वो खुद भी विवान कि बाहो मे सो जाती है  ||

    सुबह का वक़्त ___💓💓

    सुबह जब रुहानी की आन्ख खुलती है तो वो देखती है कि विवान उसके बगल मे नहीं सो रहा है ये देख रुहानी खुद से ही बोलती है " अब ये कहा गया,,, वैसे मुझे क्या ये कहि भी जाये ह्म्म्म्म्म्म्म्म्म्म्म्म " ||

    इतना बोल कर bed से उठती है और कुछ हि देर मे फ़्रेश हो कर जब वो घर के लिविन्ग एरिया मे जाती है तो देखती है कि घर मे किसी चिज कि बडे हि जोर शोर से तैयारी चल रही है पुरे ओबेरोइ विला महल की तरह को सजाया जा रहा है ये देख रुहानी हैरान होते हुए खुद मे हि बुदबुदाते हुए बोलती है " अब ये क्या हो रहा है यहा क्या कब होता है पता हि नहीं चलता " ||

    इतना बोल रुहानी अपनी निगाहे इधर उधर घुमाती है तो उसे वहा आराधना जी और विना दिखाइ देती है जो सारी तैयारिया देख रही थी और करा रही थी रुहानी उनके पास जाती है और सवालीया लहजे मे उनसे बोलती है " ये सब क्यु ,,, आज घर मे कुछ function है क्या ?? " ||

    आराधना जी रुहानी कि तरफ़ मुडते हुए बोलती है " जी बेटा आज घर मे विवान की bussiness party है " ||

    आराधना जी कि बात पर रुहानी बस ओ मे जवाब दे कर तन्वी के कमरे मे चली जाती हैं जहा तन्वी bed पे बैठी अपने फोन मे कुछ कर रही थी रुहानी उसके पास जाती है और अचानक से बोल पड़ती हैं " ये...क्या हो रहा है ह्म्म्म्म बता बता..." ||

    तन्वी रुहानी की तरफ़ देखती और अपने फोन को रखते हुए बोलती है " वो...कुछ नहीं हम game खेल रहे थे तु बता यहा कैसे " ||

    रुहानी bed पर बैठती है और अपने छोटे से मुह को बनाते हुए बोलती है " अरे यार... दिन भर यहा हम बैठे बैठे bore हो जाते है अब हमे भी अपने industries और फिर होस्पीटल जाना है " ||

    तन्वी बिना किसी expression के बोलती है  " ह्म्म्म तो चल कल से हि वापस idustries और होस्पीटल " ||

    रुहानी उदासी भरे आवाज मे बोलती है " ह्म्म्म्म्म्म्म " ||

    इधर ओबेरोइ industries मे ___💓💓

    विवान office के president के चेयर मे बैठा हुआ था और कुएं files पढ रहा था उस फाइल को पढते पढते अचानक से विवान को इतना तेज गुस्सा आता है कि उस फ़ाइल को वही table पर पटकते हुए सामने खड़ा manager समीर पर गुस्से की ज्वाला बरसाते हुए बोलता है " ये...क्या बकवास है यही काम करते हो तुम सब " ||

    विवान कि बात पर समीर अटाकते हुए बोलता है " सर इस फ़ाइल पे एक new imploy राधिका आयी है उसी ने काम किया है " ||

    समीर की बात पर विवान गुस्से से लाल होते हुए बोलता है " जाओ उस लड़की राधिका को बुला कर आओ अगर काम करना नहीं आता तो फिर उसकी कोइ जगह नहीं है इस office मे, मुझे गलतीयो और गलतीया करने वालो से सख्त नफ़रत है " ||

    विवान का गुस्सा देख तो एक पल के लिए समीर एक दम हिल गया था वही समीर जा कर तुरन्त राधिका को बुला कर विवान के cabin मे लाता है विवान राधिका को देखते ही उस पर ज्वाला कि तरह बरसते हुए उस फ़ाइल को राधिका कि तरफ़ पटकते हुए बोलता है " ये सब क्या है जब काम करना नहीं आता है तो करती क्यु हो " ||

    विवान राधिका को सुनाये जा रहा था लेकिन राधिका थी कि बस विवान पर हि अपनी नजरे टिकाये खडी थी राधिका का expression देख कर तो यही लग रहा था कि जैसे विवान कि बातो को सुन भी रही है या नहीं, विवान कि body, उसकी hight, उसका attractive लूक देख राधिका अपने मन मे उस पर मदहोश होते हुए बोल पड़ती हैं " ह्य्य्य्य क्या body है,,,क्या ये single है " ||

    राधिका ये सोच हि रही थी कि समीर उसे धिरे से हिलाते हुए बोलता है " राधिका,,,तुम सुन भी रही हो boss क्या बोल रहे है " ||

    समीर की अवाज सुन राधिका अपने ख्यालो की दुनिया से बाहर आती है और अपना सर झुका कर विवान से माफ़ी मांगने के लहजे मे बोलती है " sorry सर आगे से अब मै ध्यान दुन्गी " ||

    विवान सख्त लहजे मे बोलता हैं " ध्यान दोगी तो जोब मे रहोगी इसलिए बेहतर यहि होगा की तुम काम मे ध्यान दो मुझे आज के बाद कोइ शिकायत नहीं चाहिए अब जाओ यहा से " ||

    विवान के कहने पर राधिका विवान के cabin से चली जाती हैं वो जाते वक़्त भी बस एक बात करे जा रही थी " कितना handsome है ये मै तो इसे जरुर पटाउन्गी " ||

    इधर ओबेरोइ विला मे अब party की तैयारी करते करते शाम हो चुकी थी रुहानी ने अपने कमरे मे bed पर बैठि 20 से भी ज्यादा dresses निकाल कर फ़ैला रखा था उसे समझ हि नहीं आ रहा था की वो आज party मे क्या पहने आज की party की theme black थी इसलिए रुहानी को black dress पहननी थी ||

    रुहानी सारे dresses को इधर से उधर करते हुए झलाकर बोलती है " श्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह,,, क्या पहने हम अब हमे समझ हि नहीं आ रहा है " ||

    तभी पिछे से एक अवाज आती है " तुम ये पहनोगी " || रुहानी उस अवाज की तरफ़ पलटकर देखती है तो विवान अपने हाथ मे एक black net कि बहुत ही प्यारी सि साड़ी लिये खड़ा था रुहानी उसे देखती है फिर उस साड़ी को देखते हुए और खुश हो कर बोलती है " thank you thank you so much " ||

    रुहानी की बात पर विवान हल्का सा smile कर देता है उसके बाद रुहानी विवान के हाथ से साड़ी ले लेती है और change करने जाने ही वाली थी कि विवान उसका हाथ पकड़ कर उसे रोकते हुए बोलता है " one minute please mujhe तुमसे एक बात करनी है " ||

    विवान की अवाज सुन रुहानी पिछे पलटती है और अपनी पल्के झपकाते हुए बोलती है " क्या बात करनी है " ||

  • 16. Mafia King Ki Bride - Chapter 16

    Words: 2727

    Estimated Reading Time: 17 min

    विवान जब रुहानी से कहता है कि उसे रुहानी से कुछ कहन है तो रुहानी अपना छोटा सा मुह लिये विवान कि तरफ़ पलटकर खडी हो जाती है वही विवान रुहानी को प्यार भरे नजरो के साथ देखते हुए ठन्डे स्वर मे बोलता हैं " जाना...मै चाहता हूँ आज तुम पार्टि मे मेरी वाइफ़ की हैसियत से नहीं बल्की अपने हैसियत से सबसे मिलो...मै नहीं चाहता हूँ कि कोइ भी ये बात जाने की तुम मेरी वाइफ़ हो...मेरी जान हो...मेरी ज़िन्दगी...मेरा सबकुछ हो " ||

    विवान कि बात पर रुहानी बस एक टक उसे ही देखे जा रही थी विवान कुछ कहता की उससे पहले रुहानी बिच मे हि उसकी बात को काटते हुए बोलती है " ह्म्म्म तो तुम्हारी वाइफ़ बनना भी कौन चाह्ता है...हम तो बिल्कुल नहीं चाहेन्गे " ||

    रुहानी के कहे गए अलफ़ाज़ एक पल के लिए तो विवान के दिल को चिर कर रख देती है लेकिन वो जानता था की अगर सभी को पता चल गया की रुहानी उसकी वाइफ़ है तो शायद विवान के दुश्मन अपना पहला टारगेट रुहानी को हि बनायेन्गे जिस वजह से रुहानी की जान को भी खतरा हो सकता है और ये बात विवान कतइ बर्दाश्त नहीं कर सकता है ||

    विवान अब रुहानी के कन्धे पर अपने दोनों हाथों को प्यार से रखते हुए नोर्मल अवाज मे बोलता है " ठिक है तुम मुझे मत मानो अपना कुछ भी लेकिन मै तो तुम्हे अपना सब कुछ मानता हूं ना " ||

    रुहानि विवान कि हर एक बात को बड़े ही ध्यान से सुन रही थी वही विवान थोड़ा रुक कर फिर से बोलता है " रुहानी जाना...मै चाह्ता हु तुम्हे सब तुम्हारे नाम से जाने मेरे नाम से नहीं...मै चाह्ता हूँ इस पुरे दुनिया मे तुम्हारा अपना मुकाम हो...मै चाहता हूँ तुम इस दुनिया के टोप बिसनेस वुमेन मे से एक बनो अभी तुम्हारा बिसनेस सिर्फ़ इंडिया तक हि सिमित है लेकिन इसे अपने दम पर पुरे दुनिया पे राज़ करो " ||

    विवान कि बात कही न कहि रुहानी को एक सुकून दे रही थी क्योंकि रुहानी भी तो यही चाहती थी और विवान भी चाहता था कि रुहानी अपने हर सपने को पुरा कर सके वही रुहानी जो विवान के हाथ पर अपना हाथ रखते हुए खुशी से बोलती है " thank you हमारी ख्वाहिशो को समझने के लिए " ||

    इतना बोल कर रुहानी changing रूम मे change करने जाने लगती है तो विवान फिर से जुनून के साथ बोलता हैं " आज से क्या अभी से हि राइचन्द industries और ओबेरोइ industries साथ मे काम करेगी " ||

    विवान कि इस बात पर रुहानी विवान कि तरफ़ अपने बड़े बड़े आँखो से उसे घुरते हुए तपाक से बोलती है " जी नहीं ऐसा नहीं हो सकता है " ||

    विवान अपनी दोनों eyebrow जोडते हुए तपाक से बोला " क्यु नहीं हो सकता है... बिल्कुल हो सकता है और एक बात का तुम ध्यान देना कि येह बात किसी को पता नहीं चलनी चाहिये कि तुम मेरी वाइफ़ हो...मै नहीं चाहता हूँ कि मेरी वजह से तुम पर किसी तरह कि कोइ भी आन्च आये " ||

    इतना बोल कर विवान वहा से smile करते हुए  चला जाता है वही रुहानी जो अपना मुँह बनाते हुए changing रूम मे चली गयी साड़ी पहनने के लिए " ||

    ऐसे हि अब पार्टि शुरू हो चुकी थी विवान के सभी इम्पोरटेन्ट गेस्ट भी आ चुके थे उस पार्टि मे media भी मौजूद थी ||

    विवान भी पर्टी मे आ चुका था विवान जैसे हि पार्टि मे आता है वैसे हि पर्टी मे मौजूद सभी लडकीया विवान को हि देखते रह जाती है उनके खुले मुँह तो जैसे बन्द होने का नाम ही नहीं ले रहे थे वही पर्टी मे office के कुछ काम से राधिका भी मौजूद थी क्योंकि समीर अपने कुछ कामो की वजह से नहीं आ पाया था तो उसकी जगह राधिका आयी थी राधिका समीर कि assistant है ||

    सच मे विवान आज कुछ ज्यादा ही handsome लग रहा था उसने आज black colour का थ्री पिस सुट पहना था और हाथो मे लिमिटेड एडिसन कि watch और पैर मे black सुस विवान की ब्लु eyes जिसमे एक अलग सा नशा था ||

    राधिका विवान के पास जाती है और उससे बात करने का कुछ बहाना ढुन्ढने लगती है तभी विवान की नजर राधिका पे गयी तो राधिका जल्दी से बोलती है " सर..." ||

    विवान अपनी दोनों eyebrows जोडते हुए बोलता है " what..." ||

    विवान आगे कुछ कहता की उसकी नजर उससे कुछ दुरी पर खडी रुहानी जो तन्वी से बाते कर रही थी विवाद उसे देख कर बस देखता हि रह जाता है ||

    विवान जैसे हि रुहानी को देखता है वैसे ही देखता हि रह जाता है , उसकी निगाहे रुहानी से हटने का नाम हि नहीं ले रही थी , विवान बिना कुछ सोचे समझे अपने कदम रुहानी कि तरफ़ बढाने लगता है वही राधिका जो विवान कि इस हरकत को बड़े ध्यान से देख रही थी ||

    सच मे रुहानी उस ब्लैक साड़ी मे बेहद खुबसुरत लग रही थी रुहानी ने अपने बाल खुले किये थे और पैरो मे heels भी पहना था ह्य्य्य्य्य्य रुहानी कि सुन्दरता आज पुरी पर्टी मे चार चांद लगा रहे थे , रुहानी को देख कर वहा मौजूद बहुत से लोग सब जैसे रुहानी कि सुन्दरता मे हि खो रहे थे ||

    विवान रुहानी के पास जाता है तो उसके वहा आते हि तन्वी रुहानी के पास से बिना कुछ कहे चली जाती हैं,  रुहानी तन्वी को जाता देख कर थोड़ा उदास हो जाती है उसे उदास होता देख उसके गालो पर अपना हाथ फेरते हुए बोलता है " क्या हुआ जाना... " ||

    रुहानी जाती हुइ तन्वी की ओर देखते हुए बोलती है " तन्वी कितनी उदास है हमसे उसका अकेला पन अब देखा नही जाता " ||

    रुहानी कि बात एक दम सच थी जब से विवान और रुहानी कि शादी हुइ थी और तन्वी कि आरुश से शादी हुइ तबसे वो कुछ ज्यादा नाराज रहा करती है , विवान रुहानी कि बेचैनी और तन्वी के फ़िक्र देख कर उसे शान्त कराते हुए बोलती है " कुछ नहीं है तन्वी भि बिल्कुल ठिक है बस तुम ठिक रहो तुम्हारी तबीयत अभी भी पुरि तरह से ठिक नहीं है " ||

    विवान की बात पर रुहानी बस अपनी पल्के झपका देती है तो उसे देख विवान भी एक smile दे देता है ||

    इधर राधिका विवान को रुहानी के इतना करिब देख कर हैरान थी वो जानती थि कि राधिका जानती थी कि रुहानी राइचन्द industries कि ओनर है राधिका अपने आप में हि बोलता है " ये क्या है विवान सर रुहानी mam के इतना करिब कैसे हो सकते हैं क्या रिश्ता है रुहानी mam और विवान सर के बिच " ||

    दरसल अभी तक ये बात किसी को पता नहीं थी कि विवान और रुहानी की शादी हो चुकी है क्योंकि उस दिन वहा media मौजूद नहीं थि तो इसी कारण ये बात ज्यादा फ़ैली नहीं थी, बस उन्हि लोग को विबान और रुहानी के बारे मे पता था जो उस दिन वहा शादी के वक़्त मौजूद थे ||

    ऐसे हि पर्टी चल रही थी कि वहा mic मे एक announcement होती है " please attention ladies and gentle mam मै माहिर आज आप सभी का इस पर्टी मे हार्दिक अभिनन्दन करता हूँ " ||

    माहिर कि अवाज सुन सभी स्तेज की तरफ़ देखते हैं एक हि पल मे वहा तालियो कि अवाज गुन्ज उठती है तो माहिर आगे mic मे बोलता " आज की पार्टी मुख्य रूप से हमारे ओबेरोइ इन्डस्ट्रिज के ओनर mr. विवान ओबेरोइ ने एक सबसे जरूरी aggriment sign करके के लिए किया है जो हमारे america के clind mr. victor chales के साथ किया जायेगा " ||

    उसने बाद mr. victor chales और विवान के बिच एक aggriment sign होता है जिस aggriment के sign होते ही विवान mr. victor chales के तरफ़ देखते हुए एक शैतानी मुस्कान के साथ बोलता हैं " अब ये हुकुमत मेरे हाथ मे होगी mr. victor chales " ||

    विवान कि बात पर mr. victor chales भी एक शैतानी मुस्कान के साथ अपने हाथ को table पर फेरते हुए बोलता है " देखते हैं mr. विवान ओबेरोइ " ||

    इतना बोल कर mr. victor chales खड़ा होता है और अपने हाथ से एक इशारा करता है फिर वो अपने body guards के साथ वहा से चला जाता है वही विवान chales को जाता देख बस एक शैतानी मुस्कान दे रहा था उसकी मुस्कान मे एक अलग सा जुनून और तन्ज छिपा था जिस तन्ज को सिर्फ़ विवान हि जानता था ||

    इधर तन्वी जो वेटर के ट्रे मे एक orange juice का ग्लास रखते हुए वेटर से बोलती है " जाओ ये juice तुम रुहानी को दे दो और ध्यान रहे इसे सिर्फ़ रुहानी को हि देना " ||

    वेटर बिना किसी भाव के बोलता है " okkk mam " इतना बोल कर वेटर सोफ़े पे बैठी रुहानि के पास जाता है और उससे बोलता है " mam आपके लिये juice " ||

    रुहानी एक smile के साथ juice अपने हाथ मे लेती है और बोलती है " thank यू वैसे भि मुझे बहुत गर्मी लग रही थी " ||

    इतने बोल कर रुहानी उस orange juice को पिने लगती है वही वो वेटर वापस से तन्वी के पास जाता है तो तन्वी उसे पैसो कि एक गडी देते हुए बोलती है " लो अपना मुँह बस बन्द रखना अब जाओ यहा से " ||

    तन्वी के कहने पर वेटर वहा से चला जाता है वही तन्वी एक शैतानी मुस्कान के साथ रुहानी कि तरफ़ देखते हुए बोलती है " अब मजा आयेगा " ||

    इधर विवान जो aggriment sign करने के बाद उसकी निगाहे रुहानी को खोज रही थी लेकिन उसे रुहानी कही नजर नहीं आ रही थी विवान बस अपनी निगाहे इधर से उधर घुमाये जा रहा था तभी उसे उसके पिछे से एक काँच कि ग्लास टुटने कि अवाज सुनाइ पडती है विवान उसी अवाज कि तरफ़ पलता है तो दंग रह जाता है क्योंकि ग्लास रुहानी के हाथ से गिरी थी और वो अपनी दोनों eyebrows जोडते हुए खुद से बोलता है " ये नहीं सुधरने वाली इसे क्या जरूरत थी पिने की जब सम्भलती नयी है तो पिती क्यु है अब एक नया ड्रामा होगा " |

    विवान देख पा रहा था कि रुहानी अभी कितने नशे मे है और विवान ये भी जानता था कि अभी नशे कि हालत मे रुहानी को कुछ भी कहने का कोइ फ़ाय्दा नहीं है , अभी तक पर्टी मे किसी की भी नजर रुहानी पर नहीं गयी थो ||

    वही कुछ दुरि.पर खड़ी तम्बी भी जो ये सब देख कर बेहद खुश हो रही थीं और वो खुश होते हुए एक शराब कि ग्लास को वेटर से ले कर पिते हुए एक शैतानी मुस्कान के साथ बोलती है " अब मजा आयेगा जब विवान ओबेरोइ कि बिवी भरे मिडिया मे उसका मजाक बनायेगी " इतना बोल कर तन्वी शैतानी हसी हसने लगती है ||

    वही विवान जो रुहानी को देख कर गुस्से से लाल पिला हो रहा था वो धिरे से जाता है और रुहानी के कन्धे को पकड़ कर उसे side मे जाता है और उसे सोफ़े पर बैठा कर उसे कस कर एक हाथ से पकड लेता है ताकी वो कुचल कर न सके और फिर विवान माहिर को call करके जल्दी से बोलता है "  जल्दी से सारे lights ऑफ़ करो " इतना बोल कर विवान call कट कर देता है ||

    विवान के कहने पर माहिर लग भग 1 मिनट के अंदर लाइट ऑफ़ कर देता है लाइट ऑफ़ होते ही विवान रुहानी के करिब जाता है और एक झटके मे विवान रुहानी को अपनी गोद मे उठा लेता है जैसे हि रुहानी को एहसास होता है कि उसे किसी ने अपनी गोद मे उठाया हुआ है रुहानी नशे कि हालत मे धुत कहती है " छोडो हमे छोड़ो... " इतना बोल रुहानी विवान के सिने पर मारने लगी ||

    वही विवान जो रुहानी की किसी भी बात को बिना सुने उसे अपने कमरे मे ले  कर चला गया विवान को रुहानी के कमरे मे जाते हुए अंधेरे कि वजह से किसी ने नहीं देखा था सिवाय तन्वी तन्वी जैसे हि देखती है कि विवान रुहानी को ले कर रूम मे चला गया वैसे हि वो अपने एक पैर को जमीन मे पटकते हुए गुस्से मे लाल पिलाने होते हुए बोलती है " श्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह आज फिर विवान ओबेरोइ कि इज़्ज़त निलाम होने से बच गयी " ||

    वही विवान जैसे हि रुहानी को कमरे मे ले गया वैसे वहा पर्टी मे light आ गयी वहि विवान जो रुहानी कि शराब पिने वाली हरकत से गुस्से मे था वो रुहानी को सिधे bed पर पटक देता है जिससे रुहानी बेहद दुर्लभ आवाज मे बोली " अह्ह्ह्ह्ह्ह जानवर हो क्या " ||

    रुहानी कि बात सुन विवान रुहानी के दोनों तरफ़ अपने हाथ को bed पर टिकाते हुए मदहोशी मे तपाक से बोलता है " ह्म्म्म हूँ जानवर मेरी जानेमन " ||

    विवान कि मदहोशी भरि अवाज सुन रूहानि अपने left hand से विवान को  धका देती है जिससे विवान उसके बगल मे लेट जाता है और इधर रुहानी जो एक झटके मे खड़ी हुइ और सिधे अपने साड़ी का पल्लु निचे फ़र्श पर गिराने लगी " अह्ह्ह्ह्ह गर्मी... बहुत गर्मी " ||

    रुहानी को ऐसा करता देख विवान कि दोनों आंखे बड़ी हो गयी लेकिन वो समझ चुका था कि ये सब शराब का side एफ़्फ़ेक्ट है इसलिए विवान भी एक झटके मे bed से खडा होता है और अपनी साड़ी को खोल रही रुहानी के हाथों को पकडते हुए एक गुस्सेवाले अंदाज मे बोलता है " रुको... रुको i said stop " ||

    विवान कि गुस्से भरी अवाज सुन रुहानी अपनेछोटेसे मुँह को बनाते हुए किसी छोटे बच्चे कि तरह रोनी सी अवाज मे बोलती है " हमे गर्मी लग रही है... " ||

    इतना बोल कर रुहानी फिर से अपनी सादि उतारने लगती है अब सब विवान के control के बाहर हो रहा था क्योंकि कही न कही रुहानी के खुबसुरत तन को देख कर विवान की भी नियत भटक रही थी ||

    लेकिन इधर रुहानी थी कि अपनी साड़ी को उतारने मे मग्न थी रुहानी को तो नशे कि हालत मे ये तक पता नहीं था कि उसके सामने कौन है रुहानी के मुंह से बार बार एक हि word निकल रहा है " अह्ह्ह्ह गर्मी... गर्मी " ||

    वही विवान जिससे अब खुद को रोकना  नहीं हो पा रहा था वो एक झटके मे रुहानी के चेहरे को अपने हाथो से उपर उठाता है और उसके मुलायम नाजुक से होठो पर अपने होठ रख देता है ||

    विवान जैसा हि ऐसा करता है वैसे ही रुहानी के आन्खे जो हैरानी के मारे बड़ी हो जाती है लेकिन अभि वो नशे मे थी इसलिए उसे कुछ खास फ़र्क नहीं पड़ रहा था इधर विवान जो धिरे धिरे रुहानी के होठो को सख्ती से चुमने लगता है , रुहानी fisrt मे तो विवान के किस का कोइ response नहीं देती लेकिन धिरे धिरे वो भी इस किस मे बराबर का साथ देने लगती है धिरे धिरे उनकी किस बेहद deep हो जाती है वो दोनों तो जैसे एक दुसरे मे हि बस खो से जाते हैं ||

    विवान के एक हाथ रुहानी ले कमर पे थी तो दुसरी हाथ उसके बालॊ को झकडी हुई थी वही रुहानी के भी हाथ विवान के बालो पर थे जिसे वो कस कर अपनी मुठ्ठि मे भिची हुई थी ||

    ऐसे ही लग भग 25 मिनट बाद जब रुहानी को सान्स आना बन्द हो जाती हैं तो विवान रुहानी के होठो को खुद से अजाद कर उसके neck पर किस के साथ साथ बाइट करने लगता है जिससे रुहानी को काफ़ी दर्द हो रहा था और उसकी आहे निकल रही है उस शान्त कमरे मे बस रुहानी की सिस्कियो कि अवाज गुन्ज रही थी ||

    अब कुछ हि देर मे रुहानी की साड़ी उसके शरिर से अलग निचे फ़र्श पे पडी थी विवान एक झटके मे रुहानी को bed पे धका दे कर खुद भी बिना कपडो के हो कर रूह के उपर आ जाता है और रुहानी के पुरे शरिर को बेदर्दी से चुमने लगता है रुहानी को सिर्फ़ छटपटा  रही थी,  विवान ने न जाने कितनी बार रुहानी के चेहरे से हो कर उसके सिने तक चुमने का सफ़र तय किया होगा ||

    ऐसे हि कुछ देर तक तक युही दोनों अपने प्यार के रन्ग बिखेरते रहते है लेकिन जब विवान के कानो मे रुहानी कि सिस्कियो कि अवाज सुनाइ पडती है तो वो एक दम हिल जाता है ||

  • 17. Mafia King Ki Bride - Chapter 17

    Words: 2666

    Estimated Reading Time: 16 min

    विवान जैसे ही रुहानी के चेहरे को देखता है तो दंग रह जाता है क्योंकि रुहानी के आँखो से आन्शुओ कि धारा बह रही थी विवान रुहानी के आन्शुओ को पोछ कर उसके मासुम से चेहरे पर अपना हाथ फेरते हुए guilt के साथ बोलता हैं " नहीं बच्चा तुम्हे कुछ नहीं हुआ है कुछ नहीं " ||

    इसके बाद विवान खुद पर हि गुस्सा होते बोलता है " ये मैने क्या कर दिया है रुहानी कि तबीयत अभी ठिक नहीं थि वो अभी इन सब के लिये physical तरिके से तैयार नहीं थी " ||

    इतना बोल विवान रुहानी को अपनी बाहो मे भर लेता है और उसे चुप कराने कि कोशिश करने लगता है तो रूह रोते हुए बोलती है " तुम सब एक जैसे हो एक दम एक जैसे पहले उसने मेरे साथ ऐसा किया था अन तुमने " ||

    रुहानी के मुंह से ये बात सुन विवान अन्दर से एक दम हिल जाता है क्योंकि आज विवान कि वजह से रूह को उसके साथ हुइ 6 महिने पहले कि घटना याद आ गयी थी जो विवान बिल्कुल भि नयी चाह्ता था ||

    विवान रोती हुइ रुहानी को अपनी बाहो मे जकड कर उसे सुलाने कि कोशिश करने लगता है , विवान कि बाहॊ मे आज रुहानी को एक अलग स सुकून मिल रहा था उसी सुकून को महसूस कर रुहानी रोना बन्द कर के सो जाती है ||

    वही विवान जो सोती हुइ रुहानी के चेहरे पर अपना हाथ फेरते हुए एक गजब के जुनून के साथ बोलता है " मुझे माफ़ कर दो जाना मै नहीं चाहता था कि तुम्हे मेरी वजह से अपनी बिति यादे याद आये वैसे तुम्हारे साथ जिसने भी ऐसा किया था वो अब तक नर्क कि यात्रा कर चुका होगा " ||

    सुबह का वक़्त ___||

    आज पुरी रात विवान नहीं सोया था इसीलिए उसे अभी सुबह के वक़्त निन्द आ गयी और उसकी आँख लग लग गयी वही रुहानी जो रात मे नशे कि हालत मे धुत थी इसलिए वो भि गधे घोड़े हाथी बैल सब कुछ बेच कर आराम से सो रही थी अपने पिया जि के बाहो मे ||

    ऐसे हि सुबह के 11 बज गये तो रुहानी मस्त अन्गडाइया लेती हुई उठी तो उसे उसके शरिर मे काफ़ी दर्द महसूस हुआ और उसका सर धरती कि तरह गोल गोल घुमे जा रहा था रुहानी अपने सर को पकड् कर करहाते हुए बोलती है " अह्ह्ह्ह हमारा सर...ये क्या हो रहा है हमे " ||

    रुहानी इतना बोल ही रही थी कि तभी अचानक से उसकी नजर उसके बगल मे सो रहे विवान पे गयी और फिर उसके body पे गयी विवान ने सिर्फ़ lower पहना था और उसकी muscular body कि hotness देख तो जैसे एक पल के लिये रुहानी मदहोश हि हो उठती है और वो खुद से हि बोलती है " वह्ह्ह्ह्ह यार क्या बोडी है कितना होट है ये उफ़्फ़्फ़्फ़ " ||

    ऐसे कुछ देर तक रुहानी विवान को हि निहारे जा रही थी कि तभी विवान सख्ती से मुस्कराते हुए बोलता है " अगर मुझे निहारना हो गया हो तो अब उठ जाओ क्युन्कि सुबह के 11 बज चुके हैं " ||

    विवान कि अवाज और उसकी ऐसी बात सुन रुहानी एक दम से ठकमका जाती है और उसके चेहरे पर हल्के से शर्म के चादर फ़ैल जाते हैं उसी शर्म के चादर को liye रुहानी bed से उठ हि रही थी कि उसकी नजर उसके खुद के बेलिवास तन पे जाती है तो वो पुरी तरह से घबरा उठती है और blanket को अपने शरीर पे लपेटने लगती है और रात कि सारी बाते याद करने लगती है कि आखिर उसके और विवान के बिच कल रात को हुआ क्या था ||

    और ये बात विवान अच्छी तरह समझ पा रहा था वो नहीं चाहता था कि रुहानी किसी भी तरह का कोइ stress ले इसलिए विवान खड़ा होता है और blanket से लिपटी रुहानी को अपने सिने से लगा लेता है ||

    विवान के सिने से लगते ही रुहानी के चेहरे पर एक अलग सि मुस्कान तैर जाती है और वो भी जोर से विवान को hug कर लेती है उसकी ऐसी हरकत देख विवान के चेहरे पर भी एक मुस्कान खिल जाती है लेकिन वही रुहानी jo अभी भि कल रात कि हि बात याद करने कि कोशिश कर रही थी ||

    लेकिन उसे कुछ भी याद नहीं आ रहा था विवान रुहानी के सर को सहलाते हुए गुस्से भरे अवाज मे बोलता हैं " ज्यादा मत सोचो कल रात क्या हुआ था बस ये जान लो तुम,  तुम मेरी हो मै तुम्हारा हूँ और हमारे बिच कोइ नहीं आ सकता है जो भी आयेगा वो जान से जायेगा " ||

    विवान के कहने पर रुहानी अब सोचना बन्द कर देती है और फिर विवान रुहानी को अपनी गोद मे उठाकर wash रूम मे ले जाता है फिर उसे एक दम आराम से bath tub मे बैठा देता है और फिर से रुहानी के सर पर अपने हाथ को फेरते हुए बोलता है " फ़्रेश हि जाओ " ||

    इतना बोल कर विवान वहा से जाने लगता है कि रुहानी कस कर विवान का हाथ पकड़ लेति है और अपनी मिठी मधुर अवाज मे बोलती है " तुम क्यु हमारी इतनी फ़िक्र करते हो जबकी हम तो तुमसे प्यार भी नहीं करते है "||

    विवान रुहानी कि तरफ़ देखते हुए मुस्कुरा कर बोलता है " जब तुम्हे किसी से इश्क़ होगा तब तुम्हे पता चल जायेगा कि मै तुम्हारी क्यु इतनी फ़िक्र करता हूँ " ||

    इतना बोल कर विवान wash रूम से बहार चला गया वहि रुहानि जिसके दिमाग मे विवान के कहे गये शब्द जैसे गुन्ज रहे थे वो खुद से बोलती है " हमने किया था इश्क़ पर उसी इश्क़ ने हमे धोखा दिया था पर तुममे हमे कुछ अपना सा महसूस होता है...क्या सच मे हमे तुमसे मोहब्बत हो रही है " ||

    ऐसे हि कुछ हि देर मे विवान और दोनों फ़्रेश हो कर ready हो जाते है विवान जो सोफ़े पे बैठा अपने फोन मे कुछ कर रहा था तो वही रुहानी जो शिशे के सामने खड़ी हो कर अपने बालो को बना रही थी विवान एक नजर रुहानी को देख रहा था तो एक नजर अपने फोन पर ||

    तभी उनके कमरे मे एक servant उनके लिये नाश्ता या कहु खाना लेकर आती है क्योंकि अभी दिन के 1 बज रहे थे विवान servant से कहता है " ठिक है अब आप जाइये " ||

    विवान के कहने पर servant वहा से चला जाता है फिर विवान खड़ा होता है और रुहानी के पास जा कर उसके हाथ से makeup के समानो को रखते हुए बोलता है " चलो अब पहले lunch करो " ||

    रुहानी विवान के हाथ से अपने makeup किट को वापस छिन कर अपना मुँह किसी छोटे बच्चे की तरह बनाते हुए बोलती है " नहीं करेंगे हम lunch हमे अभी बिल्कुल भी भुख नहीं है " ||

    रुहानी कि बात सुन विवान उसके हाथ से ले कर makeup box को table मे रख कर विवान रुहानी के कन्धे को कस के पकड़.कर उसे सोफ़े पर बैठा देता है और खुद उसके बगल मे बैठ कर उसे खाना खिलाने लगता है विवान कि ऐसी हरकत देख रुहानी के चेहरे पर एक बड़ी सी smile आ जाती है और वो बस शान्ति से विवान के हाथ से खाना खाने लगती है ||

    कुछ देर तक ऐसे हि विवान.सिर्फ़ रुहानी को ख़ाना खिला रहा था और खुद खाने का एक निवाला भी नहीं ले रहा था जिसे रुहानी अच्छी तरह notice कर रही थी ||

    रुहानी देखती है कि विवान सिर्फ़ उसे हि ख़ाना खिलाये जा रहा है और खुद खाने का एक बाइट भी नहीं ले रहा है ये देख रुहानी जल्दि से खाने का एक बाइट अपने हाथ मे लेती है और विवान को बड़े हि प्यार से खिला देती है ||

    ऐसे हि वो दोनों एक दूसरे को प्यार, जुनून, मदहोशी  से खाना खिला रहे थे तभी उनके रूम का door knock होता है तो विवान अपनी कडक अवाज मे बोलता हैं " आ जाइए दरवाज़ा खुला है " ||

    विवान के कहने पर आराधना जी और विना दोनों कमरे में आती है विना के हाथ मे एक सेनी मे बहुत सारी बनारसी साड़ी और ढेरो खानदानी गहने थे ||

    आराधना जी विवान और रूह को ऐसे एक दूसरे को इतने प्यार से खाना खिलाते देख वो पैसे से उनकी नजर उतारने लगती है और उनकी नजर उतारते हुए बोलती है " कितनी प्यारे लग रहे है आप दिन एक साथ भगवान आप दोनों की कोइ हमेशा बनाये रखे " ||

    आराधना जी कि बात सुन रुहानी बिल्कुल शर्मा गयी और उसका चेहरा शर्म के मारे लाल हो गया वही विवान जिसे रुहानी को देख मन हि मन बहुत हसी आ रही थी लेकिन वो अपनी हसी control करते हुए cold voice मे आराधना जी से बोलता है " कहिये कैसे आना हुआ कोइ काम था तो हमे बुला लेती आपने क्यु जहमत उठाइ " ||

    आराधना जी मुस्कुराते हुए बोलती है " आज आपकी बुआ जी आ रही है " ||

    विवान सख्ती से बोलता है " तो क्या हुआ " ||

    आराधना जी फिर से थोड़ा मुस्कराते हुए बोलती है " तो हम ये साड़ीया और हमारी सारी खानदानी गहने रुहानी को देने आये हैं अब से इन सब पर सिर्फ़ रुहानी का हक है " ||

    इतना बोल कर आराधना जी विना के हाथ से वो सेनी लेती है और रुहानी को थमाते हुए बोलती है " अपना ख्याल रखना " ||

    इतना बोल कर आराधना जी वहा से चली जाती हैं और उनके साथ विना भी चली जाती हैं वही विवान जो मुस्कुराते हुए रुहानी कि तरफ़ देख कर बोलता है " चलो भाइ अब तुम सम्भालो इन खानदानी गहनो को मै तो चला अपनी मन्ज़ील " ||

    इतना बोल कर विवान रूम से बाहर जाने लगता है तो रुहानी उसका हाथ पकड़ लेति है और अपने दान्त बाहर निकालते हुए बोलती है " हमे बाहर जाना है हमे ले चलो please " ||

    विवान सख्ती से बोलता है " कही नहीं जाना है तुम्हे तुम अभी बहुत कमजोर हो " ||

    रुहानी चिडते हुए बोलती है " हम कमजोर है न तभी तो कल रात को तुमने..." इतना बोल कर रुहानी एक दम चुप हो जाती है और अपनी निगाहे शर्म के मारे चुराने लगती है " ||

    रुहानी को ऐसा करता देख कर विवान उसके चेहरे को पकड़ कर उसके forehead पे किस कर लेता है और प्यार से उसके बालो को सहलाते हुए बोलता है " कल रात को जो भी हुआ उसे भुल जाओ और चलो मेरे साथ " ||

    इतना बोल कर विवान रूह का हाथ पकड़ कर उसे अपनी कार के पास ले आता है रुहानी बस एक टक उसे ही देखे जा रही थी जैसो मानो रुहानी कि निगाहे विवान से हटने का नाम हि नहीं ले रही थी ||

    विवान रुहानी के लिये खुद कार का door ओपेन करता है और रुहानी फिर कार मे बैठती है फिर विवान भी कार मे रुहानी के बगल मे बैठ जाता है कुछ हि देर मे driver कार क ले कर वहा से निकल जाता है विवान कि कार के पिछे 4 और कार्स उसके body guards के थे ||

    इधर एक restaurant मे ___||

    तन्वी restaurant के एक table पर बैठी हुई थी और किसी का बेसबरी से इंतज़ार कर रही थी , कुछ हि देर मे वहा एक लड़का आता है और तन्वी के बगल मे बैठते हुए उससे शैतानी मुस्कान के साथ बोलता हैं " बोलो कैसे याद किया मुझे मै तो तुम सब का दुश्मन हूँ " ||

    तन्वी उस लड़के कि तरफ़ पैसो कि एक पुरी बन्डल देते हुए धिरे से बोलती है "ये पुरे 50 लाख है इसे पकडो और हमारा काम करो अविनाश ओबेरोइ " ||

    वो लड़का और कोइ नहीं बल्की विवान का सौतेला भाइ अविनाश था , अविनाश  जैसे हि इतने सारे पैसो को देखता है वैसे ही उसकी आँखो मे इन पैसो को पाने कि तलब साफ़ दिखाइ देने लगती है और वो जल्दि से उन पैसो को अपने हाथ मे करते हुए कहता है " क्या काम है बोलो " ||

    suspense...🤣🤔🤔🤣

    कुछ देर अविनाश के बाते करने के बाद तन्वी restaurant से वापस घर के लिए निकल जाती है इधर विवान और रुहानी विवान के industries पहुंच चुके थे जिसे देख रुहानी विवान पर चिडते हुए बोलती है " ये तुम हमे office क्यु ले आये हो हमे तो पानी पुरि खाने जाना था " ||

    विवान सख्ती से बोलता है " अन्दर चलो "||

    रुहानी बच्चो कि तरह जिद करते हुए बोलती है " नहीं जायेन्गे हम तुमने हमे पहले क्यु नहीं बताया कि तुम हमे घुमाने नहीं यहा ले कर आ रहे हो " ||

    अब विवान रुहानी कि बात बिना सुने उसे एक झटके मे अपनी गोद मे उठाता है और फिर विवान रुहानी को अपने प्राइवेट लिफ़्ट से अपने cabin मे ले जाता है विवान को ऐसे रुहानी को ले जाते हुए किसी ने नहीं देखा था , क्योंकि industries के बाहर किसी का भी घुमना फिरना सख्त मना है ||

    विवान रुहानी को अपने cabin मे ला कर उसे अपनी गोद से उतारता है तो रुहानी बच्चे कि तरह अपना मुँह लटका कर वहा सोफ़े पर बैठ जाती है और अपने फोन मे game खेलने लगती है || रुहानी को ऐसा करता देख विवान माहिर को call करता है और उससे सख्ती मे बोलता है " माहिर अभी मेरे cabin मे पानी पुरी ले कर आओ " ||

    विवान कि बात सुन कर माहिर एक दम चौक जाता है और चौकते हुए बोलता है " जी सर आप पानी पुरी खायेन्गे " ||

    विवान सख्ती से बोलता है " नहीं ! बस तुम ले कर आओ " ||

    इतना बोल कर विवान call कट कर देता है और फिर रुहानी के पास आ कर उसके बगल में बैठ जाता है रुहानी उसके तरफ़ जरा भी नहीं देख रही थी , रुहानी को ऐसा करता देख विवान रुहानी के हाथ से उसका फोन छिनते हुए सख्ती से बोलता है " रुहानी...इधर देखो " ||

    रुहानी फिर भी विवान के बात का कोइ जवाब नहीं दे रही थी और न हि विवान कि तरफ़ एक नजर भी देख रही थी जो विवान के लिए एक दम मन्जूर नहीं थी || रुहानि विवान कि तरफ़ फिर भी नहीं देखती है तो अब विवान एक झटके मे रुहानी को अपनी गोद मे कर लेता है विवान कि गोद मे आते हि रुहानि चिडते हुए बोलती है " छोड़ो हमे...छोडो " ||

    विवान रुहानी के बाल को सवारते हुए बोलता है " जाना... तुम ऐसे हमसे खफ़ा मत होया करो,  तु जो मिला तो मंजील मिल गयी, तु जो मेरी विरान ज़िन्दगी कि कशिश बन गयी, तेरे लबो को घुआ तो एहसास हुआ कि, तु मेरि तलब  बन गयी,

    रुहानी विवान के ऐसे शायराने अल्फ़ाज को सुन पता नहीं क्यु पर रुहानी को बड़ी खुशी हो रही थी लेकिन वो इस खुशी को विवान को जताना या दिखाना नहीं चाहती थि इसलिए वो अपने जज्बातो को छिपाये रखति है और कुछ भी नहीं कहती वही तभी विवान के cabin का डोर नोक होता है ये सुन विवान रुहानी को अपनी गोद से वापस सोफ़े पर बैठा देता है और खुद अपनी office के president के चेयर मे बैठ जाता है फिर सख्ती से बोलता है " come इन " ||

    विवान के इतना बोलते हि माहिर अपने हाथ मे 2 प्लेट पानी पुरी लिये cabin मे enter करता है माहिर को देख विवान उसे रुहानी कि तरफ़ इशारा करता है तो माहिर समझ जाता है और वो मुस्कराते हुए बोलता है " okk बोस " ||

    इत्ना बोल माहिर रुहानी के पास जाता है और उसके सामने रखे table पर पानी पुरी कि प्लेट रख देता है फिर वहा से जाने लगता है तो विवान उससे सख्ती से बोलता है " मेरे cabin मे अभी कोइ भी नहीं आना चाहिए चाहे कितना भी जरुरी काम हि क्यु न हो do you understand " ||

    विवान कि बात पर माहिर सिर्फ़ ह्म्म मे अपना सर हिला देता है और cabin से बाहर आ जाता है माहिर जैसे हि cabin से बाहर आता है

  • 18. Mafia King Ki Bride - Chapter 18

    Words: 3386

    Estimated Reading Time: 21 min

    विवान रुहानी का हाथ पकड़ कर उसे अपनी ओर खिच लेता है जिससे रुहानी सिधा विवान कि गोद मे जा गिरती है रुहानी विवान के इस action से बिल्कुल shocked थी रुहानी की गोद से उठना चाह रही थी लेकिन विवान कि पकड इतनी मजबूत थी कि रुहानी चाह कर भी विवान की गोद से नहीं उठ पा रही है रुहानी विवान कि गोद से उठने कि कोशिश करते हुए बोलती है " छोडो हमे छोडो,,," ||

    विवान रुहानी के बालो को उसके कानो के पिछे करते हुए मदहोशी मे कहता है " ओह्हो जाना इतनी भि क्या जल्दी है " ||

    रुहानी विवान के हाथ जो उसके बालो पर थे वो उसे झटकते हुए बोलती है " है जल्दी हमे " ||

    रुहानी इतना बोल हि रही थी कि अचानक से विवान रुहानी के एयरलोब पर bite कर देता है उसे ऐसा करता देख रुहानी थोड़ा अजिब फ़ील करने लगती है और वो फिर से हडबडाते हुए गुस्से मे तपाक से बोलती है " ये,,,, क्या कर रहे हो तुम,,,, " ||

    विवान मुस्कुराते हुए बोलता है " अपनी जाना को प्यार कर रहा हूँ " ||

    विवान इतना बोल हि रहा था कि रुहानी अचानक से विवान कि पकड से छुटने के लिये विवान के हाथ पर दान्त काट देती है जिससे हल्का सा विवान के मुह से निकलता है " अह्ह्ह्ह्ह ये क्या कर रही हो " इतना बोलते वक़्त विवान रुहानी को छोड़ देता है और रुहानी जल्दी से विवान के गोद से उठकर भाग जाती है और वो जाते वक़्त बोलती है " हमारे करिब आओगे तो यही होगा " इतना बोल कर रुहानी वहा से भाग जाती है ||

    वही विवान रुहानी को जाता देख बस एक हल्की सी धिमी smile के साथ बोलता हैं " करिब तो एक दिन तुम मेरे आओगी वो भी खुद से " ||

    इधर रुहानी जो जो रूम मे जा कर सिधे wash रूम मे घुस जाती है फ़्रेश होने के लिए तभी विवान भी कमरे में आता है और वो भी changing रूम मे change करके वापस रूम मे आ कर सो जाता है विवान ने अभी सिर्फ़ lower पहना था जिससे उसकी muscular body दिखने मे काफ़ी attractive लग रही थी , विवान रिअल मे नहीं सोया था वो बस सोने का ड्रामा कर रहा था , कुछ ही देर में रुहानी wash रूम से आती है तो विवान को सोता देख कर बडबडाते हुए बोलती है " ह्म्म्म बड़ा आया  "||

    उसके बाद रुहानी कि नजर विवान के muscular body पर जाती है जिसे देख कर रुहानी का मुहँ एक दम खुला का खुला रह जाता है और वो अपने मन में ही अपने मुहँ को बन्द करते हुए बोलती है " ह्य्य्य्य्य्य्य क्या body है वैसे तुझे क्या कैसी भी body रहे " ||

    इतना बोल कर रुहानी कुछ सोचति है और फिर अपने पेट पे हाथ रखते हुए बोलती है " वैसे अभी तो हमे भुख लग रही है जा कर देखते है kitchen मे कुछ खाने को होगा तो खा लेन्गे " ||

    bed पर लेटा विवान रुहानी कि सारी हरकत notice कर रहा था और मन हि मन बहुत खुश भी हो रहा था ||

    उसके बाद रुहानी निचे लिविन्ग एरिआ मे आती है तो देखती है कि वहा तो कोइ भी नहीं है " लगता है सब सो चुके हैं " यही सोच कर वो kitchen मे जाती है तो देखती है कि वहा भी कोइ बहू है यहा तक कि सारे servants भि सो चुके है और वहा खाने को भी कुछ नहीं है ये देख थी का चेहरा एक दम छोटा सा हो जाता है और वो फिर से अपने पेट पत हाथ रख कर उदासी के साथ बोलती है " चल रुहानी आज तुम्हे भुखा हि सोना पड़ेगा तुम्हे तो खाना बनाना आता तो है नयी जो तुम खुद से कुछ से बना कर खा लोगी इसे अच्छा है भुखे सोना " ||

    इतना बोल कर रुहानी अपना छोटा सा मुह लिये वापस रूम मे आ जाति है विवान जो कि सोने का ड्रामा कर रहा था उसे रुहानी को देख बड़ी हसी आ रही थी रुहानी का चेहरा किसी छोटे बच्चे कि तरह लग रहा था , और servants से ऐसा करने को विवान ने हि जान भुझ कर करने को कहा था क्योंकि वो जानता था कि रुहानी से हर काम कर पाना हो सकता था लेकिन भुख बर्दाश्त करना ये कभी नहीं हो सकता है ||

    रुहानी एक नजर विवान कि तरफ़ देखती है तो उसके दिमाग मे विवान को परेशान करने का एक idea आता है और खुद से बोलती है " बड़ा मोहब्बत कि नारे लगाये फिरता है जरा इसी को हम कुछ बनाने को कहते हैं इसे तो आता हि होगा खाना बनाने इसे मेरा पेट भी भरेगा और ये बेचारे जो आराम कि निन्द ग्रहण कर रहे हैं उसकी निन्द भी खाराब हो जायेगी " ||

    यही शैतानी सोच लिये रुहानी विवान के पास जाती है और फिर उसे उठाने कि कोशिश करते हुए बड़े हि प्यार भरे अल्फ़ाज मे बोलती है " विवान,,,,,, विवान उठो please हमे भुख लग रही है " ||

    विवान रुहानी की अवाज को बहुत अच्छी तरह से सुन पा रहा था लेकिन वो थोड़ा ड्रामा करते हुए रुहानी को खिच कर अपने उपर कर लेता है जिससे रुहानी विवान के एक दम करिब थी रुहानी की धडकने जैसे मानो 180 कि speed मे चल रही हो , विवान की गर्म सान्से जो रुहानी को छू रही थी और रुहानी कि गर्म सान्से विवान को छू रही थी ||

    दोनों की निगाहे जैसे एक दूसरे मे हि खोयी हुई थी विवान का एक हाथ रुहानी की कमर पे थी और दूसरा हाथ रुहानी के बालो पर थी विवान थोड़ा और शैतानी के साथ रुहानी को अपने उपर जकड लेता है जिससे रुहानी होश मे आती हैं है और वो विवान का हाथ झटकते हुए खड़ी होती है फिर अपने छोटे से मुहँ को बनाते हुए बोलती है " वो... हमे भुख लगी है पर खाने के लिए कुछ भी नहीं है और हमे खाना बनाना भि नहीं आता है " ||

    इतना बोल कर रुहानी सर्माते हुए वहा से जाने लगती है तो विवान bed पे बैठ कर रुहानी का हाथ पकड़ कर उसे जाने से रोक लेता है और normal स्वर मे बोलता हैं " चलो मेरे साथ आज मै तुम्हे अपने हाथ का खाना खिलाउन्गा " ||

    विवान कि बात पर रुहानी कुछ नहीं कहती है लेकिन उसके दिल मे खुशी के लड्डु जरुर फ़ुट रहे थे, कुछ ही देर में रुहानी और विवान दोनों kitchen मे जाते हैं विवान रुहानि को kitchen मे chair मे बैठा देता है और खुद लग जाता है अपनी जाना के लिये खाना बनाने मे  ||

    रुहानी विवान को बड़े हि ध्यान से देख रही थि कि वो कैसे बना रहा है, रुहानी देख पा रही थी कि विवान किसी master chef कि तरह खाना बना रहा है विवान के हाथ खाना बनाने वक़्त इतनी speed से चल रहे थे जिसका कोइ जवाब नहीं  ||

    रुहानी ऐसे ही विवान को देखते हुए बोलती है " तुम्हे कैसा पता चला कि आज हम और तन्वी shopping पे जाने वाले थे " ||

    विवान मुस्कुराते हुए बोलता है " बस पता था तुम कुछ भी करो मुझे पता चल हि जायेगा " ||

     

    विवान और रुहानी दोनों एक दुसरे को निहारने मे इस कदर खो गये कि उन्हे होश हि नहीं रहा कि कब वो दोनों एक दूसरे के इतने करिब आ कर खड़े हो गये कि उनकी गर्म गर्म सान्से उन्हे मदहोश करने लगी ||

    लेकिन विवान खुद को सम्भालते हुए आगे बढ गया और मुस्कराते हुए रुहानी से बोला " क्या बात है भाइ आज कही जाना है क्या तुम्हे " ||

    रुहानी दान्त दिखाते हुए बोली " ह्म्म्म... आज से हम वापस office जोइन करेन्गे " ||

    रुहानी कि बात पर विवान एक झटके मे पिछे मुडा और सख्ती से बोला " नहीं अभी तुम office नहीं जाओगि तुम्हारि तबीयत अभी भी पुरि तरह ठिक नहीं हुइ है " ||

    रुहानी विवान को मनाने कि कोशिश करते हुए बोली " नहीं ना please....अब हम घर मे अकेले बोर हो जाते है तो शायद office जाये तो हमे अच्छा फ़ील हो " ||

    विवान फिर से सख्ती से बोला " बिल्कुल भी नहीं " ||

    रुहानी रोनी सी अवाज मे बोली " please please अच्छा तुम हमे पहुंचाने और लेने जाना ठिक फिर तो कोइ प्रोब्लेम नहीं है न " ||

    विवान सख्ती से बोला " office मे तो मै तुम्हारे नहीं रहुन्गा इसलिए तुम नहीं जाओगी " ||

    अब रुहानी सोफ़े पर बैठती है और अपना फोन निकाल कर अपने friend को call करती है और call पे बोली " hlo कार्तिक आज हमारे घर आ जाओ हम तुम्हारे साथ घुमने जायेन्गे " ||

    कार्तिक call पर बोला " क्या बात है रुही तुझे अपने माफ़िआ पति से मेरी जान लिवानी है जो मुझे तु अपने घर बुला रही है " ||

    रुहानी गुस्से मे तपाक से बोली " तुझे डर लगता है मेरे माफ़िआ पति से तो भाड़ मे जा आज के बाद call मत करियो " इतना बोल कर रुहानी call कट कर देति है और अपने छोटे से मुंह को रोने जैसा बना कर बैठ जाती है ||

    वही विवान जो रुहानी के पास आया और रुहानी के चेहरे पर अपना हाथ फेरते हुए बोला " देखा तुम्हारे माफ़िआ पती का डर " ||

    रुहानी विवान के हाथ पर अपना हाथ रखते हुए बोली " please विवान please हमे अब office जाने दो देखो हम बिल्कुल ठिक है " ||

    विवान अभी भी अपनी जिद पे अडा था कि वो रुहानी को ओफ़िस नयी जाने देगा लेकिन अब रुहानी कि आँखो से कुछ बून्द आन्शु गिर गये जिसे देख अब क्या होना था विवान का दिल पिघल गया और वो फिर भी सख्ती से बोला " ठिक है तुम जाओ office लेकिन मेरी एक शर्त है जिसे तुम्हे मानना पडेगा " ||

    विवान कि बात पर रुहानि चहकते हुए बोली " हम मानेंगे तुम्हारी हर शर्त मानेंगे बोलो क्या शर्त है " ||

    विबान एक गेहरी सान्स भरते हुए बोला " तुम्हे office हर रोज़ मै ले कर जाउन्गा घर भी वापस मै लाउन्गा और तुम्हे काम का अभी ज्यादा stress नहीं लेना है अगर तुमने ऐसा किया तो तुम्हे punishment मिलेगी और एक सबसे important बात मेरी और तुम्हारी शादी  कि बात किसी को पता नहीं चलना चाहिये okk ,  और फिर मेरे body guards जो तुम्हारे cabin और राइचन्द industries के बाहर तुम्हारी safety के लिए रहेन्गे मै नहीं चाहता हूँ कि तुम पर एक आन्च भी आये भी do you understand बोलो शर्त मन्जुर है " ||

    रुहानी खुश होते हुए बोली " yes i understand and हम शर्त मानने के लिए तैयार है " ||

    रुहानी को विवान कि हर एक बात मे उसके लिये प्यार और अत्यन्त चिन्ता का भाव साफ़ साफ़ झलक रहा था झलकता भी क्यु न क्योंकि भले हि विवान ने ये सारी बाते एक शर्त के तौर पर रुहानी के सामने रखी थी लेकिन हकिकत मे तो ये प्यार का एक झलक था जिसे रुहानी महसूस कर पा रही थी ||

    कुछ हि देर मे विवान भी ready हो गया विवान ने भी आज ब्लैक थ्री पिस सुट पहना था जिसमे वो काफ़ी हद तक good looking person लग रहा था ऐसे हि विवान और रुहानी दोनों break fast करके एक साथ office के लिए निकल गये विवान के कहे अनुसार विवान कि कार पहले राइचन्द industries गयी ||

    रुहानी जैसे हि कार से निकली विवान ने कहा " मेरी नजर हर वक़्त तुम पर है इसलिए carefully काम करना " ||

    विवान कि बात पर रुहानी एक टेडी सि smile दे देती है फिर अपने industries के अन्दर चली जाती हैं वही विवान भी अपने industries के लिए निकल जाता है ||

    रुहानी जैसे हि office के अन्दर एन्टर करती है वैसे ही सभी स्टाफ़ रुहानी को देख खड़े हो जाते है और सब एक साथ विश करते है " good morning mam " ||

    रुहानी भी बड़े हि प्यार से उन सबके विश का जवाब देती है " आप सभी को भी सुप्रभात " ||

    इतना बोल कर रुहानी अपने राइचन्द industries के केबिन कि तरफ़ चली गयी लेकिन इधर सभी स्टाफ़ रुहानी को इतनी दिनों के बाद office मे देख हैरान थे उन्हे ये बात पता नहीं थि कि रुहानी पिछले 6 महिनो से कोमा मे थि और उसकी इसी हालत मे उसकी शादी दि माफ़िआ किन्ग विवान ओबेरोइ से हो गयी थी ||

    इधर रुहानी जैसे हि इतने दिनों के बाद अपने केबिन के अन्दर गयी उसके आँखो मे आन्शु झलक गये वो अपने आन्शुओ को पोछते हुए अपनी president कि चेयर पे बैठी और बड़े ध्यान से पुरे केबीन को देखने लगी तभी रुहानी के केबिन मे उसकी assistant और उसकी बहुत हि अच्छी दोस्त सिया अन्दर आयी ||

    सिया को देख रुहानी बोली " बताओ सिया कैसी हो बहुत दिनों बाद हमारी मुलाकात हो रही है " ||

    सिया मुस्कुराते हुए बोली " yes रुहानी mam आप तो इतने दिनों से office हि नहीं आयी थी, पिछले 6 महिनो मे आपकी गैर मौजूदगी मे बहुत कुछ हुआ है इस office मे ||

    रुहानी थोड़ा हैरान होते हुए बोली " क्या हुआ हमे खुल कर बताओ " ||

    सिया बोली " इन पिछले 6 महिनो मे जबसे आप office नहीं आ रही थी तब से mr. विवान ओबेरोइ ने हमारी company को अपने hand मे कर लिया था तो हमे लगा कि आपने राइचन्द industries को ओबेरोइ industries के hand कर दिया है लेकिन आज आप वापस से office आ गयी है जिससे हम सब बहुत खुश है " ||

    सिया कि बात सुन कर रुहानी एक दम चौक गयी क्योंकि आज तक विवान ने इस बात का जिक्र अभी तक रुहानी के सामने नहीं किया था कि उसने राइचन्द industrieसे को अपने हाथ मे कर लिया था लेकिन रुहानी इस वक़्त खुद को समझाते हुए सिया से बोली " मुझे पिछले 6 महिनो कि सारी files details ला कर दो " ||

    सिया alert होते हुए बोली " okk mam " इतना बोल सिया रुहानी के केबिन से चली गयी वही रुहानी जो सोच मे पड़ गयी कि आखिर विवान ने उसे इस बारे मे बताया क्यु नहीं ||

    इधर विवान जो रुहानी के necklace मे लगे camera की मदद से रुहानी क्या क्या कर रही है वो सारी चिजे अपने केबिन मे लगे t v पर देख रहा था वो रुहानी को देखते हुए जुनून मे बोला " तुम्हारी इसी अदा मे तो मै फ़िदा हु " ||

    इतना बोल विवान एक buzzer दबा कर माहिर को अपने केबिन मे बुलाता है और माहिर से सख्ती से बोला " आरुश खुराना का कुछ पता चला वो कहा है " ||

    माहिर alert होते हुए बोला " yes सर वो london मे है अपनी family के साथ " ||

    विवान सख्ती से बोला " उसे इंडिया कैसे भी करके लाओ चाहे उसके लिए तुम्हे खुद हि london क्यु न जाना पडे okk "||

    माहिर विवान कि बात को समझते हुए बोला "yess सर and सर मुझे एक सबुत मिला है कि आखिर आज से 22 साल पहले बनारस के होस्पीटल मे किसने वो कांड किया था " ||

    विवान सख्ती से बोला " क्या है सबुत दिखाओ " ||

    विवान के कहने पर माहिर laptop मे एक video प्ले करता है जिसे देख विवान गुस्से से लाल पिला हो उठता है लेकिन वो अपने आप को काबु मे करते हुए एक शैतानी मुस्कान के साथ बोला " गूड अब पता चलेगा आपको mrs . कावेरी ओबेरोइ कि आपने किससे पन्गा लिया है " ||

    इतना बोल विवान जोर जोर से शेर कि तरह दहाडते हुए हसने लगा वही माहिर विवान के केबिन से चला गया ||

    इधर बनारस के एक बड़े से हवेली मे ______||

    इधर बनारस के एक बड़े से हवेली मे  एक लग भग 60 से 65 साल की औरत जिसका इलाज एक बड़े जमीनदार और पुरे बनारस पर अपनी हुकुमत चलाने वाला शशिकान्त राइचन्द के घर मे चल रहा था ||

    उस औरत को देख कर हवेली का मालिक और पुरे बनारस पर अपनी हुकुमत करने वाला शशिकान्त राइचन्द  doctor से बोला " doctor जी इन्हे कुछ नहीं न होगा ये हमारी अम्मा लगती है जिनसे हम पुरे 22 वर्षो के पश्चात मिले है " ||

    doctor बोले " देखिये जमिन्दार जी अभी मै कुछ नहीं कह सकता हूँ क्युन्की ये पुरे 5 महिनो से होश मे नहीं आयि है " इतना बोल doctor वहा से चले जाते है ||

    वही शशिकान्त जी अपनी पत्नी मधुबाला जी से उस बुजुर्ग महिला के हाथ पर अपना हाथ रखते हुए बोले " देखिए ना मधुबाला जी doctor क्या कह रहे है हमारी अम्मा ठिक नहीं होन्गी अरे हम तो उनसे पुरे साडे 22 वर्षो के बाद तिर्थ मे मिले है हम हमारी गलती कि सजा काट चुके हैं अब एक बार और हम अपनी अम्मा को नहीं खोना चाहते है "||

    मधुबाला जी बोली " नहीं होगा कुछ भी अम्मा को अम्मा बिल्कुले हो जायेगी आप सन्तुस्टी रखे " ||

    इधर फिर से delhi मे शाम का वक़्त  ____||

    विवान अपने industries से राइचन्द industries आया जाहा रुहानी पहले से हि उसका इंतज़ार कर रही थी विवान के आते हि रुहानी कार मे बैठी और फिर विवान और रुहानी दोनों ओबेरोइ विला के लिये निकल गये ||

    विवान रुहानी के बालो को उसके कानो के पिछे करते हुए बोला " कैसा गया आज का दिन " ||

    रुहानी थोड़ा attitude मे बोली " तुमने हमे पहले क्यु नहीं बताया कि तुमने हमारी company को अपने हाथ मे कर लिया था " ||

    विवान मुस्कराते हुए बोला " क्योंकि मै नहीं चाहता था मेरी प्यारी बिवी जी कि तुम्हे किसी तरह का कोइ stress हो " ||

    रुहानी अपना मुँह फेरते हुए बोली " इसमे stress वाली क्या बात है " इतना बोल रुहानी कार से खिडकी के बाहर खुली फ़िज़ाओ को निहारने लगी और अपने हि सोच मे गुम हो गयी ||

    विवान रुहानी को ऐसे सोच मे गुम देख उसके चेहरे को पकड़ कर अपनी तरफ़ करता है तो देखता है कि उसकी आँखो मे आशु है जिसे वो बाहर लाना तो नहीं चाहती थी पर वो बाहर दिख हि जा रहे थे ||

    विवान रुहानी को ऐसे इतना heart देख उसे अपने सिने से लगा लेता है और उसके सर को सहलाते हुए चिन्ता मे बोला " क्या हुआ है जाना तुम्हारी आँखो मे आशु बताओ मुझे " ||

    रुहानी जो अब एक दम गुम सुम सी थी वो हल्की सि अवाज मे बोली " दादी......." ||

    रुहानी कि बात सुन विवान समझ गया कि वो क्या कहना चाहती है और वो क्यु अचानक से इतना heart हो गयी ||

    विवान रुहानी के बालो को सहलाने लगा और उसे छुप कराने कि कोशिश करने लगा रुहानी को विवान कि बाहो मे एक अलग सा सुकून मिल रहा था इसलिए वो और ज्यादा विवान के सिने से चिपक गयी ||

    ऐसे हि कुछ देर मे वो दोनों घर पहुँच गये रुहानी अब नोर्मल फ़ील कर रही थी इसलिए वो कार से उतरती है और सिधे तन्वी के कमरे मे चली जाती हैं लेकिन इधर विवान जो अपने कमरे मे चला जाता है ||

    रुहानी तन्वी के कमरे मे जाती है तो देखती है कि तन्वी होस्पीटल से आ चुकी है और वहा तरंग और विना पहले से ही तन्वी के साथ मौजूद है उन दोनों को देख रुहानी चहकते हुए बोली "क्या बात है यहा लगता है मीटिन्ग हो रही है किसी चिज की " ||

    रुहानी के इतना कहते हि सबकी नजर रुहानी कि तरफ़ जाती है तो तन्वी एक धिमी सी मुस्कान के साथ बोलि " अरे रुही तुम आ गयि आओ बैठो और बताओ कैसा गया आज office मे दिन " ||

    रुहानी फिर से चहकते हुए बोली " बहुत अच्छा गया दिन और तुम सब बताओ यहा एक साथ सब क्या कर रहे हो और वो नियति नजर नहीं आ रही है " ||

    नियति का नाम सुनते हि विना हसते हुए बोल पड़ती है " अरे उस बेचारी का तो रो रो कर बुरा हाल है जबसे उसने जाना कि भाइ शादि शुदा है और तुम उसकी पत्नी हो बेचारी..... " ||

    विना कि बात सुन सभी हसने लगे तभी रुहानी तरंग कि तरफ़ देखते हुए बोली " आपने अपना introduction नहीं दिया हमे " ||

    रुहानी कि बात पर तरन्ग मुस्कुराते हुए बोला " जि मै........ " ||

    तभी विना बिच मे हि बोल पड़ती हैं " ये हमारे प्यारे भाइ तरन्ग अगरवाल है " ||

  • 19. Mafia King Ki Bride - Chapter 19

    Words: 2175

    Estimated Reading Time: 14 min

    रुहानी तरंग की तरफ़ देख मुस्कराते हुए बोली " आपने तो हमे अपना introduction दिया ही नहीं " ||

    रुहानी कि बात पर तरंग मुस्कराते हुए बोला " मै......" ||

    तरंग और आगे कुछ कहता कि उससे पहले हि विना बिच मे टपकते हुए बोली " ये है बुआ जी के इक्लौते बेटे तरंग अगरवाल हमारे प्यारे और सबसे अच्छे भाइ तरंग भाइ फिर तन्वी के बच्चपन के सबसे अच्छे दोस्त तरंग " ||

    विना कि बात पर तन्वी, तरंग और रुहानी तिनो बस विना की शक्ल को हि अपनी बड़ी बड़ी तेज तरार आंखों से देखने लगे वही जब ये बात विना को महसूस हुइ कि सब उसे हि घुर रहे हैं तो वो ये देख अपने दान्त बाहर कर उन्हे दिखाने लगी जिससे सबको बहुत तेज़ हसी आ गयी ||

    अब इन सब नौटन्कियो को एक तरफ़ साइड मे रखते हुए तन्वी रुहानी कि तरफ़ देखते हुए अचानक से नोर्मल स्वर मे बोली " रुही तुम हम सब के साथ रात मे कल क्लब चलोगी " ||

    विना भि दान्त दिखाते हुए बोली " ह्म्म भाभी चलिये न आप भी please बहुत मज़ा आयेगा " ||

    तरंग भी रुहानी को मनाने वाले लेहजे मे बोला " जी भाभी जी चलिये आप भी आपको अच्छा महसूस होगा " ||

    अब सब के जिद करने पर रुहानी का भी दिल क्लब जाने के लिये मचल उठा लेकिन वो जानती थी को विवान उसे कभी क्लब जाने के लिये ह्म्म नहीं करेगा क्योंकि रुहानी कि तबीयत के लिये विवान कुछ ज्यादा ही possesive है इसी बात को ध्यान मे रखते हुए रुहानी एक उदासी भरे चेहरे के साथ बोली "हम कैसे जायेन्गे विवान हमे जाने देगा तब न आज तो हम office भी कितनी जिद करने के बाद गये हैं " ||

    रुहानी के मुंह से विवान का नाम सुन एक पल के लिए जहा तन्वी का मुंह लटक गया तो वहि तरंग और विना दोनों सोच मे पड़ गये कि अब रुहानी को क्लब कैसा ले जाया जाये ||

    तभी रुहानी अचानक से बोल पड़ती हैं " हम कल क्लब जाएंगे और ये बात विवान को पता भी नहीं चलेगी " इतना बोल रुहानी मुस्कराते हुए तन्वी के कमरे से अपने फोन मे चली गयी वही तन्वी जो अपने मन में ही एक शैतानी मुस्कान के साथ बोली " जरुर babes तुम्हे जाना तो पडेगा हि क्लब अगर तुम नहीं आओगी तो हमारा बदला कैसे पुरा होगा " ||

    इधर रुहानी अपने कमरे में मे आ जाती है तो देखती है कि विवान वहा कमरे में नहीं है विवान कि कमरे मे न पा कर रुहानी अपना मुँह बनाते हुए shower लेने वश रूम चली गयी ||

    इधर विवान जो study रूम मे सोफ़े पर बैठा था और अपने lap top मे कुछ काम कर रहा था विवान lap top मे अपनी सौतेलि मा कावेरी ओबेरोइ कि सारी details चेक कर रहा था ||

    वो उनकी sudden details को देख devil smile के साथ बहुत ही खतरनाक तरिके से बोला " ओह्ह्ह तो mrs. ओबेरोइ आप अभी इन्दोर मे नेता बन गयी है पर कोइ नहीं आपका ये सौतेला बेटा आपकी सच्चाइ अब पुरे इन्दोर हि नहीं बल्की पुरे भारत को बताएगा so wait and watch mrs.  ओबेरोइ " ||

    इतना बोल विवान जोर जोर से किसी शैतान कि तरह हसने लगा उसकी हसी कि अवाज पुरे study रूम मे इतने खतरनाक तरिके से गुन्ज रही थी कि लग रहा था कोइ राक्षस किसी पर अपना हल्ला बोल कर जश्न मना रहा हो ||

    इधर रुहानी जो अब फ़्रेश हो चुकी थी और bed पे बैठी बहुत थका थका फ़िल कर रही थी रुहानी अपने फोन मे भी कुछ कर रही थी तभी रूम मे विवान भी आ गया विवान को देख रुहानी एक दम से बोली " चलो आज हमे तुम्हारे हाथ का खाना खाने का मन है वो क्या है ना उस दिन जब तुमने हमारे लिये खाना बनाया था तो हमे बहुत पसंद आया था " ||

    रुहानी कि बात पर विवान अपनी दोनों eyebrows जोडते हुए बोला "excuse me please आज खाना बना हुआ है तो मै क्यु बनाउ और रही बात उस दिन कि तो उस दिन तुम भुखी थी इसलिए मैने तुम पर रहम खा कर तुम्हारे लिये खाना बना दिया था okk " ||

    रुहानी भी थोड़ा attitude मे बोली " अगर तुम नहीं बनाओगे तो हम....खाना नहीं खायेन्गे thats final " || इतना बोल रुहानी bed पर बच्चे कि तरह मुह लटकाये बैठ गयी वही विवान जिसे रुहानी को ऐसे देख बेहद हसी आ रही थी इसलिए वो रुहानी के पास गया और उसके चेहरे को अपने हाथ मे लेते हुए प्यार से बोला " कल पक्का मै तुम्हारी इस फ़र्माइस को पुरा करुन्गा लेकिन अभी नहीं कर सकता हूँ क्योंकि अभी dinner करने के बाद मेरी एक बहुत हि important online meeting है " ||

    रुहानी किसी छोटे बच्चे की तरह बोली " पक्का " ||

    विवान रुहानी के forehead पे किस करते हुए बोला " yes पक्का मेरी जान " ||

    इधर तभी विवान के कमरे मे एक servant विवान और रुहानी का dinner के कर आ गयी dinner देख विवान रुहानी को सोफ़े पर बैठाते हुए बोला " चलो भाइ अब dinner भी आ गया है अब dinner कर लो "||

    उसके बाद विवान और रुहानी दोनों साथ मे dinner करते हैं dinner करने के बाद विवान प्यार से रुहानी को उसकी medicines देते हुए बोला " लो medicines लोगी तो जल्दी ठिक हो जाओगी " ||

    रुहानी अपना मुँह टेडा करते हुए बोली " हमे नहीं खाना ये कडवी medicines पिछले 6 महिनो से इन medicines को खा खाके हम थक गये है " ||

    विवान अपनी दोनों eyebrows को आपस मे जोडते हुए बोला " अब तुम्हे medicines पसन्द हो या नहीं तुम्हे medicines खानी तो पड़ेगी " ||

    रुहानी मन मे हि विवान को बुरा भला बोलते हुए बोली " ह्म्म बड़े आये.........खडुस माफ़िआ किन्ग कहिके "||

    विवान फिर से रुहानी पर तन्ज कसते हुए बोला " अगर मुझे बुरा भला बोलना हो गया हो तो medicines खाके सो जाओ " ||

    विवान कि बात पर रुहानी कुछ नहीं बोलती है और बस अब एक सरिफ़ बच्चे कि तरह medicines ले कर bed पर सोने के लिए लेट गयी वही विवान रूम को ऐसा करता देख मुस्कराते हुए बोला " good अब शान्ति से सो जाओ " ||

    इतना बोल विवान रूम से बेस्मेन्ट की तरफ़ चला गया वही रुहानी विवान को जाता देख खुद से उसे चिडाते हुए हि बोली " ह्म्म्म्म्म्म सो जाओ भ्ह्ह्ह्ह्ह्ह " ||

    इधर विवान बेस्मेन्ट मे अपनी online meeting lap top मे स्टार्ट करता है और meeting मे बिसी हो जाता है वही रूह जो सोने कि काफ़ी कोशिश कर रही थी लेकिन निन्द जैसे उसकी आँखो से कोसो दुर हो उसे निन्द आ हि नहीं रही थी वो खुद से हि चिडते हुए बोली " ह्म्म्म हमे निन्द आयेगी भी कैसे......विवान ने हमे रोज़ रोज़ सुला कर हमारी आदत कर दि है अब जब तक विवान आ कर हमे नहीं सुलाएगा तब तक तो हमे निन्द आने से रही इससे अच्छा अभी हम कुछ देर फोन हि देख लेते है " ||

    इतना बोल रुहानी उठती है और उल्लुओ कि तरह फोन मे घुस जाती है ऐसे हि रात के लग भग अब 2 बजने वाले थे रुहानी अभी भी फोन मे उल्लुओ की तरह घुसी हुइ थी इधर अब विवान कि meeting खत्म हो जाती है तो विवान जैसे ही कमरे मे वापस आया तो उसने रुहानी को जगा देख लिया लेकिन रुहानी को लगा क विवान ने अभी उसे नहीं देखा है इसलिए वो पटाक से कम्बल को तान कर सोने का नाटक करने लगी ||

    वहि विवान जो अभी थोड़ा tensed था रुहानी कि ऐसी बचकानी हरकत देख उसे हसी आ गयी वो रुहानी को देख समझ गया था कि उसे उसके बिना निन्द नहीं आ रही है विवान खुद से हि smile करते हुए धिरे मगर जुनून से बोला " जानता हूँ अब तुम भी भि मुझसे इश्क़ करने लगी हो लेकिन कहने से डारती हो पर कोइ बात नहीं एक दिन तुम हि पुरी दुनिया मे चिख चिख कर कहोगी कि तुम मेरी हो और मै तुम्हारा हूँ " ||

    इतना बोल विवान रुहानी के बगल मे जा कर लेट गया और फिर एक झटके मे रुहानी को अपनी बाहो मे भरकर सो गया वही विवान जैसे ही रुहानी को अपने बाहो मे भरकर सोता है वैसे हि रुहानी को भी काफ़ी सुकून मिलता है और पलक झपकते हि उसकी भी आन्ख लग जाती है ||

    सुबह का वक़्त ____||

    विवान जब सो कत उठा तो देखता है कि रुहानी अभी भि गधे घोड़े हाथी बैल सब कुछ बेच कर आराम से सो रही है ये देख विवान उठता है और खुद फ़्रेश होने चला जाता है जब विवान ready हो कर आता है तो देखता है कि सुबह के 8 : 30 हो चुके है लेकिन रूह madam अभी भी सो रही है विवान ये देख थोड़ा चिडते हुए बोला " madam को office भी जाना है पर ये अभी तक सो रही है अभी मै इन्हे अपने तरिके से जगाता हूँ " ||

    इतना बोल विवान रुहानी को अपनी गोद मे उठा लेता है रुहानी अभी भी पुरी दुनिया से बेखबर हो कर सो रही थी विवान रुहानी को wash रूम मे ले जाता है और direct उसे बाथ तब मे पटक देता है जिससे रुहानी अचानक से अपनी आन्ख बन्द मे हि हडबडाते हुए बोली " बचाओ हमे  बचाओ..... बाढ आयी है हम इस बढ मे दुब रहे हैं please हमे बचा लो " इतना बोल रुहानी अपने हाथ पैर पुरे बाथ तब मे फ़ेकने लगी ||

    विवान रुहानी कि अब और एसी हरकत देख कडक लहजे मे बोला " अपनी आन्खे खोलो कोइ बाढ नहीं आयि है " ||

    विवान कि कडक अवाज सुन रुहानी फिर से अपनी आन्खे बन्द किये हुए हि बोलि " ये अवाज तो कुछ जानी पहचानी लग रही है लगता है हमे कोइ बचाने आ गया है " ||

    अब विवान को बहुत तेज़ गुस्सा आ रहा था लेकिन तभी रुहानी अपनी दोनों आन्खे मलते हुए अपनी आन्खे खोलति है औत विवान को अपने सामने खड़ा देख थोड़ा घबरा गयी लेकिन फिराक उसकी नजर खुद पर गयी जो बाथ तब मे थी ||

    रुहानी एक नजर खुद को देखती है और फिर विवान कि तरफ़ देखते हुए गुस्से से बोली " ऐसे कोइ करता है क्या.... सुबह सुबह छोटी सि भोली भाली बच्ची को ऐसे बाथ तब मे तुमने डाल दिया " ||

    रुहानी कि बात पर विवान अपनी दोनों eyebrows आपस मे जोडते हुए उस पर तन्ज कसते हुए बोला " ओह्ह्ह्ह्ह तो madam कि निन्द खुल गयी आप थोड़ी देर और सो लेती आपको पता भी है सुबह के 9 बजने वाले है अब मै office जा रहा हूँ और आप अभी सो कर उठी है वो भी इतने अच्छे और बेहतरीन treatment या कहु सम्मान के बाद ||

    विवान कि बात पर रुहानी अपना मुँह बना लेती है और थोड़ा हडबडाते हुए बोली " ह्म्म्म तो तुम हमे पहले नहीं उठा सकते थे और अब नहीं उठाये हो तो जाओ यहा से हमे नहाना है " ||

    रुहानी के कहने पर विवान गुस्से से वश रूम से अपने रूम मे चला जाता है कुछ हि देर मे रुहानी जल्दी जल्दी से नहा कर office के लिये तैयार हो जाती है रूम मे पहले से हि विवान ने breakfast मन्गा रखा था अपने और रुहानी के लिये ||

    रुहानी और विवान दोनों breakfast करते है और फिर office के लिए निकल जाते है विवान पहले रुहानी को राइचन्द industries छोडता है और फिर खुद ओबेरोइ industries के लिए रवाना हो जाता है ||

    इधर तन्वी जो होस्पीटल जा चुकी थी तन्वी होस्पीटल मे हि अविनाश से call पे बात करते हुए एक शैतानी मुस्कान के साथ बोली " आज रात हम सब क्लब जायेन्गे हमारे साथ रुहानी भी क्लब आयेगी तुम्हे वही उसका game खत्म करना है " ||

    अविनाश अपने होठो पर अपने हाथ को रगडते हुए call पे तन्वी से बोला " काम हो जायेगा लेकिन तुम्हे वो शर्त याद है ना " ||

    तन्वी कुछ सोचते हुए बोली " ह्म्म्म बहुत अच्छी तरह से याद है " इतना बोल तन्वी call कट कर देती है और खुद से हि एक गुस्से भरी अवाज मे बोली " अगर हमे अपने साथ हुए धोखे का बदला हम ले कर रहेन्गे चाहे उसके लिये हमे कुछ भी करना पड़े " ||

    इतना बोल तन्वी वापस से अपने ward मे चली गयी वही रुहानी जो अपने केबिन मे बैठि सारी files देख रही थी तभी उसके केबिन मे सिया पिछले 6 महिनो कि सारी files ले कर आयी जो अभी तक विवान ने handle किया था ||

    सिया उन files को रुहानी के डेस्क मे रखते हुए बोली " mam ये पिछले 6 महिनो कि सारी files है जिसे अब तक विवान ओबेरोइ ने handle किया था " ||

    रुहानी उन files पर अपनी नजर डालते हुए बोलि " ठिक है जाओ हम चेक कर लेते है इन files को " ||

    रुहानी के कहने पर सिया रुहानी के केबिन से चली गयी वही रुहानी एक एक कर सारी files को एक दम बारिकी से चेक करने लगी ||

  • 20. Mafia King Ki Bride - Chapter 20

    Words: 2008

    Estimated Reading Time: 13 min

    रुहानी जो अपने केबिन मे बैठि सारी files देख रही थी तभी उसके केबिन मे सिया पिछले 6 महिनो कि सारी files ले कर आयी जो अभी तक विवान ने handle किया था ||

    सिया उन files को रुहानी के डेस्क मे रखते हुए बोली " mam ये पिछले 6 महिनो कि सारी files है जिसे अब तक विवान ओबेरोइ ने handle किया था " ||

    रुहानी उन files पर अपनी नजर डालते हुए बोलि " ठिक है जाओ हम चेक कर लेते है इन files को " ||

    रुहानी के कहने पर सिया रुहानी के केबिन से चली गयी वही रुहानी एक एक कर सारी files को एक दम बारिकी से चेक करने लगी ||

    रुहानी उन सभी files को देख बहेद खुश हो गयी वो खुश हो कर उन files के pages को पलटते हुए बोली " वह्ह्ह्ह्ह इन 6 महिनो मे तो विवान कि वजह से हमारी company ने बहुत profit कमाया है " ||

    सच मे इन पिछले 6 महिनो मे विवान ने रुहानी कि company को इतने अच्छे तरिके से सम्भाला था जिसका कोइ जवाब नहीं और इन 6 महिनो मे रुहानी कि company को काफ़ि ज्यादा profit भी हुआ है जिसे देख अब रुहानी कि खुशि का कोइ ठिकाना नहीं है ||

    ऐसे हि शाम के 5 बज गये __||

    विवान रुहानी को call करता है और वो अपने ठन्डे स्वर मे बोला " रुहानी आज मै तुम्हे ड्रॉप करने नहीं आ पाउन्गा  मेरी एक बहुत हि important meeting है 6 बजे माहिर तुम्हे ड्रॉप.करने गया है " ||

    विवान कि बात सुन एक बार फिर रुहानी के खुशी का ठिकाना न रहा पर वो अपनी खुशी जाहिर नहीं होने देना चाहती थी इसलिए वो नोर्मल तरिके से बोली " okkkk " ||

    विवान बोला " अपना ख्याल रखना " इतना बोल विवान call कट कर देता है वही रुहानी तुरंत खुशी से तन्वी के call करती है " hlo तन्वी आज विवान हमे ड्रॉप करने office नहीं आ रहा है अब हम तुम्हारे विना और तरंग के साथ क्लब जा सकते हैं " ||

    तन्वी शैतानी मुस्कान के साथ बोली " offcourse babes " इतना बोल तन्वी call कट कर देती है और तन्ज भरी मुस्कान के साथ बोली " ओह्ह्ह रुहानी darling आज तुम्हारे लिये तुम्हारी ज़िन्दगी का आखिरी दिन होगा तुम पहले किसी कि हवस कि प्यास बनोगी फिर direct मौत कि दर्शन करोगी "||

    इसके बाद तन्वी थोड़ा गुस्से मे बोली "तुमने हमे धोखा दिया था न हमारी engagement वाले दिन हि तुम हमारे विवान के साथ ... नहीं होने देन्गे हम विवान को तुम्हारा वो बच्चपन से सिर्फ़ हमारा था और हमारा ही रहेगा " इतना बोल तन्वी पगलो कि तरह हसने लगी ||

    ऐसे हि कुछ देर मे अब रुहानी office से माहिर के साथ घर आ गयी घर आते हि रुहानी direct जल्दी से अपने कमरे मे चली गयी और वहा जा कर वो एक दम 80 के speed मे shower ले कर ready हो गयी आज विवान के घर मे न होने से रुहानी बेहद खुश इसलिए थी क्योंकि वो सोच रही थि कि अब वो आराम से क्लब जा सकती है और फिर विवान के घर आने से पहले वो घर भी आ जायेगी जिससे उसे विवान कि डान्ट के दर्शन नहीं करने पडेन्गे ||

    कुछ हि देर मे रुहानी ready हो गयी और तन्वि के रूम मे गयी जहा पहले से हि तन्वी के साथ तरंग और विना मौजूद थे विना कि नजर जैसे हि रुहानी पर गयी वो तुरंत उछलते हुए बोली " वह्ह्ह्ह  भाभी आज तो आप और भी ज्यादा प्यारी और खुबसुरत लग रही हो अगर आज भाइ ने आपको ऐसे देख लिया तो वो आज अपनी जान को नहीं बचा सकेन्गे " ||

    रुहानी थोड़ा इठलाते हुए बोली " ह्म्म्म हम तो खानदानी beautiful है और रही बात आपके भाइ कि जान कि तो उसकी जान हम है और हमे कुछ नहीं होने वाला " ||

    रुहानी कि बात पर सभी लोग हसने लगे रुहानी ने आज red colour कि short ड्रेस पहना है और बालो को खुला किया है फिर चेहरे पर एक दम light makeup किया है और पैरो मे heels वाह्ह्ह आज रुहानी जैसे सब पर कहर ढा रही है ||

    वही तरंग भी जो तन्वी को देख बस एक पल के लिए उसी मे खो सा गया क्योंकि तन्वि भी किसी से कम नहीं लग रही थी उसने भी ब्लैक short ड्रेस पहना था बालो को खुला किया था और चेहरे पर थोड़ा dark makeup किया था ||

    तरंग को ऐसे तन्वी को निहारने देख रुहानी थोड़ा मजाकिया लहजे मे बोली " ओह्ह्ह तरंग जी... अगर आपको तन्वी जी को ऐसे निहारना हि है तो उसे अपना बना लिजिये फिर खुले आम निहारते रहना हमारी चान्द सि दोस्त को " ||

    रुहानी कि अवाज और उसकी बाते सुन जैसे तरंग अपने होश मे आया और उसे थोड़ी शर्म भी आ गयी इसलिए वो रूम से बाहर चला गया वही तन्वी जो रुहानी कि बात सुन इठलाते हुए खुद से बोली " कौन किसका होगा ये तो वक़्त आने पर पता चल हि जायेगा मेरी जान तब तक के लिये wait and watch " ||

    कुछ देर मे तिनो एक हि कार से क्लब के लिए रवाना हो गये इधर विवान जो एक क्लब बार मे एक private कमरे मे गया जहा पहले से हि उसके clind उसका इंतज़ार कर रहे थे विवान के पिछे माहिर, समीर और उसके body guards थे body guards उस कमरे के बाहर खड़े हो गये वही विवान माहिर और समिर रूम के अन्दर गये ||

    रूम के अंदर जाते हि विवान सोफ़े पर अपने पैर पर पैर चढा कर एक अलग शान और रुतबे के साथ बैठ गया वही माहिर और समीर उसके पिछे खड़े हों गये कुछ हि देर मे विवान कि meeting स्टार्ट हो गयी और वो अपने meeting मे बिसी हो गया ||

    इधर अब रुहानी तन्वी तरंग और विना उसी क्लब बार पहुन्चे जिस क्लब बार के private रूम मे विवान कि meeting चल रही थी ||

    तिनो क्लब के अंदर गए तो विना क्लब मे dance करने के लिए बार मे गयी और मस्त मौला dance करने लगी इधर रुहानी तन्वी और तरंग विना को ऐसे मस्ती करता देख खुश हो रहे थे कि रुहानी अचानक से तरंग और तन्वी से बोली " जाओ भाइ तुम दोनों भी dance करो " ||

    इतना बोल रुहानी तन्वी और तरंग को stage कि तरफ़ धक्का दे देती है तो तन्वी न चाहते हुए भी तरन्ग के साथ dance करने लगी वही रुहानी exitement भरी निगाहो से तरंग और तन्वी को देख खुश होते हुए बोली " wow...यार कितनी अच्छी जोड़ी है नजर न लगे इस जोड़ी को " ||

    इधर तन्वी जो dance करते हुए एक आदमी को कुछ इशारा करती है तन्वी का इशारा पा कर वो आदमी किसी को call मिलाता और धिरे से बोला " boss लडकी यहा आ चुकी है " ||

    उस आदमी का boss बोला " मै आ रहा हूँ जब तक मै न आउ कोइ होशियारी मत दिखाना " इतना बोल उस आदमी का boss call कट कर देता है ||

    उसके call कट होते हि वो आदमी तन्वी को फिर कुछ इशारा करता है जिसे देख तन्वी थोड़ी relax हो गयी और वापस से dance करने लगी ||

    वही विना जो dance कर रही थी तभी उसे एक लड़का खिच कर सबकी नजरो से दुर साइड मे ले गया और उसे दिवार के बल कर खुद उसकी खुशबू भरे तन को महसूस करते हुए बोला " darling कब तक और इंतज़ार कराओगी " ||

    विना उस लड़के के हाथ जो विना कि कमर पे थे उसे झटक्ते हुए बोली " ऋत्विक तुम यहा क्या कर रहे हो हमने तुमसे वादा किया था न कि आज रात हम तुम्हारे पास आयेंगे तो फिर... " ||

    ऋत्विक विना का boy friend है,  ऋत्विक अपने होठो को भिचते हुए बोला " क्या जानेमन ... " ||

    विना थोड़ा सा रुक कर बोली " लेकिन हम जो करना चाहते हैं वो सही नयी होगा हमारे लिये समझो हमारी बात को ऋत्विक... " ||

    ऋत्विक थोड़ा गुस्से मे आते हुए तपाक से बोला " क्या सही नहीं होगा विना क्या... यही कि अपने प्यार के साथ रात गुज़ारना या उसके साथ सोना या फिर उस पर भरोसा न करना... तुम्हे मुझ पर भरोसा नहीं है न ठिक है अगर आज रात तुम मेरे साथ नहीं गयी तो फिर मुझे भुल जाना " ||

    इतना बोल ऋत्विक वहा से जाने लगा वही विना उसे ऐसे नहीं जाने देना चाहती थी इसलिए उसे वो रोकते हुए बोली " ठिक है हम तुम्हारे साथ अभी चलेन्गे " ||

    विना के इतना कहते हि ऋत्विक पिछे पलटा और सिधे विना को अपनी गोद उठा कर क्लब के बाहर सबकी नजरो से बच कर आ गया उसके बाद ऋत्विक विना को अपनी कार मे बैठा लेता है फिर क्लब से विना के साथ निकल पड़ता है ||

    इधर रुहानी जिसकी निगाहे काफ़ी देर से विना को ढुन्ढ रही थी लेकिन उसे कहि भी विना दिखाइ नहीं पड़ रही थी  अब तन्वी और तरंग भी dance करके वापस रुहानी के पास आ कर खड़े हो गये उन्हे देख रुहानी अपनी निगाहे इधर उधर करते हुए बोली " ये विना कहा चली गयी काफ़ी देर से दिखाइ नहीं दे रही है " ||

    रुहानी भी अपनी निगाहे इधर उधर करते हुए बोली " वश रूम गयी होगी शायद तु tension मत ले और चिल कर " ||

    तरंग भी बोला " जी भाभी आप tension मत लिजिये विना यही कहि होगी आ जायेगी "||

    रुहानी भी उनकी बात पर हामी भरते हुए बोली " ह्म्म आ जायेगी " ||

    इधर ऋत्विक विना को ले कर एक घर मे गया जहा कोइ भी नहीं था विना को ऋत्विक कमरे मे ले गया और उसे bed पर लेटा दिया फिर खुदके कपड़े उतार कर वो विना के उपर आ गया और एक झटके मे वो विना को अपने उपर बैठा कर उसके भी कपड़े उसके जिस्म से अलग कर दिये उसे ऐसा करता देख विना थोडा सरमाते हुए बोली " ऋत्विक please यही रुक जाओ ... हम इसके आगे कुछ नहीं कर सकते " ||

    ऋत्विक एक झटके मे विना को खुद के निचे करता है और खुद उसके उपर आ कर उसे एक medicine देते हुए बोला " ये ले लो कुछ नहीं होगा " ||

    विना थोड़ा घबराते हुए बोली " नहीं हम medicines नहीं ले सकते " ||

    ऋत्विक बोला " come on babes " इतना बोल ऋत्विक उस medicine को वो विना के मुंह मे डाल देता है जिसके बाद न चाहते हुए भी विना को वो खानी पड़ती हैं ||

    उस medicine को खाते हि विना जैसे एक दम नशे मे हो उठती है वही ऋत्विक विना की ये हालत देख बेहद खुश हो उठता है और वो विना के जिस्म को आज जैसे नोच खाने का फ़ैसला कर लेता है फिर वो विना के जिस्म को बुरी तरह मिस used करने लगा वही विना जिसकी दर्द के मारे चिखे निकल रही थी लेकिन उसकी चिख को सुनने वाला वाहा कोइ नहीं था ऋत्विक बहुत बुरी तरह तरह विना के साथ सब कुछ कर रहा था जैसो मानो वो विना का rape कर रहा हो ||

    इधर क्लब मे ऐसे हि कुछ देर तक सब enjoy करते रहे तभी तन्वी रुहानी और तरंग से बोली " one minute please हम आते है वश रूम साइड से "||

    इतना बोल तन्वी वश रूम साइड चली गयी और किसी को call करती है "अविनाश कहा हो तुम " ||

    अविनाश बोला " रूम no 693 मे यहा जल्दी उस लड़की को भेजो कैसे भी करके मै इंतज़ार कर रहा हूँ " ||

    तन्वी बोली " काम अच्छे से हो जाना चाहिये " ||

    अविनाश बोला " तुम भी इसके बदले मेरी शर्त मत भुलना " ||

    तन्वी गुस्से से बोली " याद है हमे और हम रुहानी को रूम no 693 मे कैसे भी करके भेजते है " इतना बोल कर तन्वी call कट कर देती है ||

    तन्वी call कट करने के बाद वापस बार मे आती है लेकिन वो अभी रुहानी और तरंग से कुछ दूर थी तरंग और रुहानी अभी उसे नहीं देख रहे थे ||