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Red Thirst : Ek Pagal Mohbbat

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rimjhim Sharma

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क्या हो जब इश्क खून‌ से ज्यादा लाल हो । प्यार… वो जो दिल को छू ले, रूह को सुकून दे। पर अगर वही प्यार माया जैसा हो… तो वो दिल चीर देता है, रूह को लहूलुहान कर देता है। वो माया थी। एक माफिया क्वीन — जिसको मोहब्बत से नहीं, मौत से इश्क़ था। उसके...

Total Chapters (3)

Page 1 of 1

  • 1. Red Thirst : Ek Pagal Mohbbat - Chapter 1

    Words: 821

    Estimated Reading Time: 5 min

    मुम्बई में आज भीषण बरसात हो रही थी । रात में चलती आंधी सन्नाटे को चीर रही थी और तभी एक ब्लैक कार की आवाज़ उस वीराने को चीरती हुई रुकी। गाड़ी से हाथ में गन लिये बाॅसी स्टाइल में लगभग बाइस साल की लड़की उतरी। वो माया थी — द माफिया क्वीन।

    ब्लैक ओवरकोट, रंग दूध की तरह सफेद, हाथ पर ईगल का टैटू, होंठों पर रेड लिपस्टिक और पैरों में बूट। बारिश की बूंदें उसके बालों को चेहरे पर चिपका चुकी थीं, फिर भी उसका चेहरा किसी शैतान की तरह चमक रहा था। वो गुनगुना रही थी –

    "Maya is cruel… Maya is rude… Maya loves blood more than love."

    उसके एक हाथ में गन थी और दूसरे हाथ में माउथ ऑर्गन। वो जैसे शिकार खेलने निकली हो।

    सामने दो काले कपड़े पहने आदमी किसी को घुटनों के बल बीच सड़क पर पकड़े हुए थे। उसका चेहरा लहूलुहान था, पहचान पाना मुश्किल।

    माया धीरे-धीरे उसके करीब पहुंची। उसकी हर चाल में आतंक था, रौब था। वो उसके सामने झुकी और चेहरे को पकड़कर बोली—

    "Where is my maal, sweetheart? तेरे जैसे कीड़े सोचते हैं कि माया से छिप सकते हो? Huh, poor baby!"

    उस आदमी ने थूका, और हांफते हुए कहा, "तुम्हें कभी नहीं पता चलेगा कि तुम्हारा माल कहां है, माया। आज तुम एक मामूली आदमी से हारोगी।"

    माया ने हंसते हुए सिर उठाया। पागलों की तरह उसकी आंखों में चमक थी। "छोटे हो अभी इस धंधे में... जीत माया की गुलाम होती है। माया हार नहीं मानती।"

    फिर एक इशारे पर उसके आदमी ने मोबाइल स्क्रिन पर एक वीडियो चलाया — उस घायल आदमी की फैमिली, कैलिफ़ोर्निया में, डर के मारे कांपते हुए।

    उसका चेहरा पीला पड़ गया, "तुम मेरी फैमिली को नहीं मार सकती माया... Please…"

    माया ने गन घुमाते हुए कहा, "Oh please don't beg. It turns me off! But let me tell you a secret… जिन्हें तूने उनकी सिक्योरिटी के लिए भेजा है, वो सब मेरे आदमी हैं। तो अब तू बता... किसकी फटी?"

    वो आदमी पीछे खिसकते हुए कांप रहा था, फिर हिम्मत जुटाकर बोला, "धारावी के पास एक ट्रक है… उसी में तुम्हारा माल है… बस मेरी फैमिली को छोड़ दो।"

    माया ने माउथ ऑर्गन उठाया, सफेद रूमाल से पोछा और बजाने लगी — एक धीमा, डरावना सुर… और उसी बीच एक गोलियों की आवाज गूंजी… उसकी गन से।

    “मैंने वादा किया था फैमिली को नहीं मारूंगी... तुझे नहीं!”

    बारिश के पानी में उसका खून मिल गया था। वहां अब खून की नदी बह रही थी। उसके आदमी बॉडी को खींचकर ले जाने लगे। तभी अचानक गोलियों की बौछार चारों तरफ हुई।

    रेड्डी ‌, माया की सबसे बड़ी दुश्मन गैंग — ने उसपर हमला कर दिया था। सड़कों पर चारों तरफ अफरा-तफरी मच गई। गोलियां, चीखें, धमाके…

    माया ने पीछे मुड़ते हुए – “Red Alert! Shoot anyone from Reddy gang! This is war now.”

    भारी बारिश के बीच गाड़ियों के पीछे से जवाबी हमला शुरू हो गया। माया ने अपनी गन लोड की और सामने खड़ी कार की बोनट पर चढ़कर सीधे एक आदमी के सिर में गोली मार दी और‌इसके बाद वह सबसे अपनी नजरे छूपाते दूसरे तरफ भाग गयी क्योंकि उसकी सिक्योरिटी सब संभाल लेगी ...

    ....इधर एक मासूम सा लड़का, अयान भारी बारिश में भीगते हुए साइकिल पर अपनी मां की दवाई लेने निकला था। बारिश और गोलियों के शोर में उलझा वो बस मेडिकल स्टोर तक पहुंचना चाहता था। तभी उसकी नजर पड़ी — एक लड़की भागती हुई उसकी तरफ आ रही थी और उस बारिश में भी उसे उसकी छाती पर एक रेड डाॅट दिखा

    अयान ने बिना कुछ सोचे साइकिल फेंकी और उस लड़की की ओर दौड़ा। उसने उसे खींचकर पीछे किया। गोली चली… और सीधे अयान के कंधे में लगी।

    माया ने जैसे ही देखा ...वो चौंक गई क्योंकि जो गोली उसके लिए चली ... वो अयान ने खुदपर ले ली ।

    "Who the hell are you!" उसने गुस्से में चीखा, लेकिन अगले ही पल उसका चेहरा बदल गया… उसने देखा कि उस लड़के ने उसके लिए गोली खा ली थी और अब धीरे धीरे उसकी आंखें बंद हो रही थी ।

    "तू पागल है क्या? जान बचाने के लिए नहीं, जान देने के लिए आया था?"

    अयान, दर्द से कराहता हुआ , "मैंने सिर्फ इंसानियत दिखाई …अपनी माँ की दवाई लेने निकला था… मुझे नहीं पता कि तुम कौन हो लेकिन तुम्हारे ऊपर वह रेड डोट बस .. इतना‌ समझ आया कि कोई मेरे सामने मर नहीं सकता । "

    माया के होंठों पर एक अजीब मुस्कान थी । वह हंसते हुए ...पहली बार कोई उसकी आंखों में देख कर भी डर नहीं रहा था ....माया इज नॉट इमोशनल ...

    “तूने मौत को बचाया है बेबी… और अब ये मौत तुझे जीने नहीं देगी।” इतना कहकर उसने अपने सबसे खास आदमी ओम को काॅल लगा दिया ...
    कुछ वक्त बाद उसके आदमी अयान को उठा कर कार में डाल चुके थे। पीछे गाड़ियों की कतार लगी थी, माया बैठी और बोली - डायरेक्ट

  • 2. Red Thirst : Ek Pagal Mohbbat - Chapter 2

    Words: 0

    Estimated Reading Time: 0 min

  • 3. Red Thirst : Ek Pagal Mohbbat - Chapter 3

    Words: 0

    Estimated Reading Time: 0 min