आर्वी शर्मा एक मासूम और अनाथ लड़की! दिखने में बिल्कुल परि जैसी जिसकी जिंदगी में उसकी दोस्त दिया के अलावा कोई नहीं है, पर एक रात ने उसकी जिन्दगी बदल गयी, और वो फस गयी एक heartless इंसान की कैद में अखिर क्या हुआ था उस रात! अखिर कैसे पहुची वो उस h... आर्वी शर्मा एक मासूम और अनाथ लड़की! दिखने में बिल्कुल परि जैसी जिसकी जिंदगी में उसकी दोस्त दिया के अलावा कोई नहीं है, पर एक रात ने उसकी जिन्दगी बदल गयी, और वो फस गयी एक heartless इंसान की कैद में अखिर क्या हुआ था उस रात! अखिर कैसे पहुची वो उस heartless इंसान के पास! दूसरी तरफ सम्राट राजवंश एक heartless इंसान ! जिसकी जिन्दगी में पैसा ही सबकुछ है! क्या होगा जब उसे प्यार होगा, मासूम आर्वी से ,जिसे पाना ही उसका जुनून है,क्या आर्वी को भी होगा सम्राट से प्यार ? जानने के लिए पढ़िए" devil's little doll" सिर्फ
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इक छोटा सा अपार्टमेंट जो न दिखने में ज्यादा बड़ा था नाही ज्यादा छोटा था उसी अपार्टमेन्ट में एक लड़की जिसकी उम्र करीब 19 साल होगी उसने पीले कलर का फ्राक सूट पहना और सर पर दुपट्टा डाला हुआ था वो भगवान के सामने आरती की थाल घुमाकर अपनी मीठी आवाज में भजन गाते हुए भगवान की पूजा कर रहीं थीं उसकी मीठी आवाज पूरे अपार्टमेन्ट में गूँज रहीं थीं उसी के बगल एक और लड़की खड़ी थी जो उसकी ही उम्र की थी उसने पिंक कुर्ती और ब्लू जीन्स पहना था थोड़ी देर बाद आरती पूरी होने के बाद उस लड़की ने सबसे पहले भगवान के आगे माथा टेका फिर आरती थाल लेकर अपने बगल खड़ी लड़की की तरह मुड़ी और आरती थाल उसके आगे बढ़ा दी पहले तो उस लड़की ने उस पीले सूट वाली लड़की को अपने रिक्वेस्ट भरी निगाहों से देखा फिर अपने होठों को हिलाते हुए बिना आवाज के बोली प्लीज आरू वो लड़की यानि आरवी जिसे वो लड़की प्यार से आरू बुलाती है आरवी अपने सामने खड़ी लड़की को अपनी नीली आँखों से घूरती तो वो चुपचाप आरती ले लेती है जिसके बाद आरवी पूरे अपार्टमेंट में आरती के धुएँ को फिराने लगती है पाँच मिनट बाद पूरे घर में आरती देने के बाद आरवी की थाल को मंदिर में रखकर एक बार फिर भगवान के सामने सर झुका कर उनका आशीर्वाद लेती और अपने सर से दुपट्टे को हटाकर अपने एक कंधे से लेकर दूसरी तरफ बांधते हुए नाश्ता बनाने किचन में चली जाती है उसके पीछे वो लड़की भी किचन में आरवी इस वक़्त पराठे बनाने के लिए आटा गूंध रहीं थीं और वो लड़की यानि दिया वही किचन स्लैब से टिक कर खड़ी थी और अपनी रिक्वेस्ट भरी निगाहों से आरवी को देख रहीं थीं जिसे आरवी भी महसूस कर सकती थी कि दिया उसे ही देख रहीं थीं आरवी आटा गूँथते हुए बिना दिया कि तरफ देखे हुये बोली हमे इस तरह से देखने की जरूरत नहीं है तुम्हारे यू देखने की वजह से हम मान नहीं जाएंगे क्लब जाने के लिए इसलिए हमे देखने की जरूरत नहीं है जाओ जाकर हॉल में सोफ़े पर बैठो जब नाश्ता बन जाएगा हम तुम्हें बुला लेंगे यू खड़े रह कर अपने पैरों को तकलीफ देने की जरूरत नहीं है आरवी की बात सुनकर दिया का चेहरा ही उतर गया 🙁
बात ये है कि दिया आरवी को क्लब लेकर जाना चाहती है लेकिन आरवी ने क्लब जाने से दिया साफ मना 🙅♀️कर दिया और इसके लिए दिया बहुत बार आरवी को मना चुकी है लेकिन आरवी माने तब न
दिया अपना लटका हुआ चेहरा लेकर किचन से बाहर जा ही रहीं थीं कि तभी उसके दिमाग की बत्ती 💡जली दिया आरवी के पास आयी और बेहद उदास सी😔 शकल बनाकर सैड सी 😟आवाज में बोली उससे बोली अच्छा ठीक है जैसा तुझे ठीक तू क्लब नहीं जाना चाहती है तो कोई बात नहीं अब मैं तेरे साथ कोई जबरदस्ती तो नहीं कर सकती हूं न जब तू क्लब नहीं जाएगी तो मैं अकेले जा कर क्या करुँगी मेरी आरवी जो आटा गूँथते हुए दिया कि बातें सुन रहीं थीं उसकी पूरी बात सुनने के बाद आरवी के हाथ रुक गए थे जिसका साफ मतलब था कि आरवी दिया कि बातें ध्यान से सुन रहीं हैं जिसे दिया भी देख लेती है इस बार वो और सेड 😔आवाज में बोली हां जब तू नहीं जाएगी तो मैं जाकर क्या करुँगी आरू के बिना मुझे थोड़ी न मुझे वहां अच्छा लगेगा बना ले तू पराठे मैं हॉल में जाती हूं इतना कहकर दिया ने अपने कदम किचेन से बाहर की और बढ़ा दिए सिर्फ आरवी को दिखाने के लिए वरना उसके चलने की स्पीड इतनी तेज थी जैसे कोई बच्चा पहली बार चल रहा हो वही आरवी ने दिया कि पूरी बात सुनी तो उसका चेहरा भी उदास😟 हो गया था वो बिल्कुल भी नहीं चाहती थी कि दिया उसकी वजह से क्लब जाना कैंसल करे इसलिये आरवी को रोकते हुए बोली दिया रुको आरवी को आवाज सुनकर दिया के होठों पर मुस्कान 😃आ गयी थी क्योंकि उसे पता था उसने जिस तरह से सेड होकर आरवी से सब कहा है उसे सुनने के बाद आरवी जरूर क्लब जाने के मान जाएगी लेकिन वो अपना मुस्कराता 😀हुआ चेहरा आरवी को दिखा नहीं सकती थी वरना आरवी को पता चल जाता की वो सिर्फ उदास होने की एक्टिंग कर रहीं थीं दिया अपना उदास फेस बनाए हुए पीछे मुड़ी और आरवी को देखते हुए बोली क्या हुआ आरू तूने मुझे रोका क्यू कोई हेल्प चाहिए तुझे आरवी नही दिया हमे कोई हेल्प नहीं चाहिए हमने तुम्हें इसलिए रोका क्योकि हम तुम्हारे साथ क्लब चलने के लिए तैयार हैं दिया अपनी एक्टिंग जारी रखते हुए बोली नहीं आरू तुझे मेरी वजह से आने की जरूरत नहीं है मैं नहीं चाहती हूं कि तू ज़बरदस्ती मेरे साथ चले आरवी नहीं दिया एसा नहीं है हम खुद अपनी मर्जी से तुम्हारे साथ क्लब चलने के लिए तैयार है दिया सच में आरु आरवी अपना सर हां हिलाते हुए बोली सच में हम तुम्हारे साथ क्लब चलने के लिए तैयार हैं ये सुनकर दिया के चेहरे पर 440बोल्ट की स्माइल 😁 आ गई दिया आरवी के रसगुल्ले जैसे फूले हुए गालों को चूमते हुए मुह्ह्ह्ह l love 😘 you meri jaan 💕 दिल खुश कर दिया तूने ये बोल कर दिया के किस करने की वजह से आरवी शक्ल चिड़चिड़ी सी हो गई थी क्योंकि दिया हर बात पर उसे इसी तरह किस कर लेती हैं आरवी की चिड़चिड़ी शक्ल देख कर दिया खुल कर हंस दी दिया फिर से आरवी के गालों को चूमते हुए बोली तू कैसी भी शक्ल बना ले लेकिन मैं तुझे किस करना नहीं छोडूंगी आरवी को छेड़ते हुए अभी तो तुझे मैं किस कर रही हूं जब जीजू आ जाएंगे तो वो तुझे पता नहीं कहा कहा चूमेंगे मैने सिर्फ तेरे गालों पर किस किया है जीजू तो तुझे हर जगह किस करेंगे आरवी के होठों पर अंगुली रखते हुए जीजू तुझे डायरेक्ट यहां किस करेंगे अपनी अंगुली को नीचे की ओर ले जाते हुए
आरवी के सीने पर रखते हुए जीजू तुझे यहां किस करेंगे सिर्फ किस ही नहीं इन्हें सक करेंगे प्रेस करेंगे और भी बहुत कुछ करेंगे जीजू इनके साथ जिसका पता तुझे तेरी सुहागरात को चलेग सिर्फ किस ही नहीं किस के साथ और भी बहुत कुछ करेंगे जीजू तेरे साथ जिसमें तुझे बड़ा मजा आयेगा
दिया कि बातों को सुनकर आरवी को भी कुछ कुछ हो रहा उसे अपने सेंसटिव पार्ट पर रिएक्शन फील हो रहा था बदन में हल्की सिरहन महसूस हो रही थी उसका पूरा चेहरा टमाटर की तरह लाल हो गया था दिया आरवी की चीन को पकड़ते हुए उसके छोटे से लाल पड़ चुके चेहरे को देखते हुए बोली मेरी आरू शर्मा रही है मेरी आरू को शर्म आ रही है वो सब सोच कर बोल आरू आरवी ने शर्माते हुए अपना चेहरा दिया के गले में घुसा लिया जिसे देख दिया खुल कर हंस दी दिया आरवी के बालों को सहला रही थी
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वहीं आरवी दिया गले मुंह घुसाए हुए उसकी बातों को सोच कर मुस्कुरा रही थी दोनों सहेलियों एक दूसरे के गले लगी हुई थी कि तभी उनके कानो कुकर की सीटी की आवाज आई क्योंकि आरवी ने पराठे के लिए आलू उबलने को रखे थे जो अब उबल चुके कूकर की सीटी की आवाज सुनकर दोनों अलग हुई आरवी दिया से बोली चलो जाओ तुम यहां से बहुत ही गई तुम्हारी बाते बहुत बाते कर ली तुमने अब तुम जाओ जाकर हॉल में बैठो हमें नाश्ता बनाने दो वरना हम दोनों कॉलेज के लिए लेट हो जाएंगे दिया कुछ बोलने वाली होती हैं कि आरवी उसके होठों पर अपनी एक फिंगर रखकर उसे चुप कराते हुए बोली अब कुछ नहीं बोलोगी तुम क्योंकि हमे पता तुम क्या बोलोगी और जो तुम बोलोगी वो हम बिल्कुल भी नहीं मानेंगे इसलिए तुम जाओ यहां से दिया चुपचाप किचेन से बाहर चली जाती हैं क्योंकि जो वो चाहती है आरवी उसे करने नहीं देगी दिया आरवी की हेल्प करवाना चाहती थी लेकिन दिया हेल्प कम आरवी का काम ज्यादा बढ़ाएगी क्योंकि दिया को किचेन का k भी नहीं आता है
बीस मिनट बाद आरवी ने सारा नाश्ता बना दिया था उसे अपने छोटे से डाइनिंग टेबल पर रखते हुए बोली
दिया आओ जल्दी से नाश्ता कर लो हमें कॉलेज के लिए लेट हो रहा है
दोनों सहेलियों ने मिलकर नाश्ता किया और कॉलेज के लिए निकल गई
शाम का वक़्त
आरवी का अपार्टमेंट
आरवी का कमरा.
आरवी इस वक़्त washroom मे थी वो बहुत ध्यान से खुद को wadhroom में लगे मिरर में देख रहीं इस वक़्त आरवी सिर्फ अपने inners में थी उसके दिमाग सिर्फ दिया कि बातें गूँज रहीं थीं
दिया आरवी के सीने पर रखते हुए जीजू तुझे यहां किस करेंगे सिर्फ किस ही नहीं इन्हें सक करेंगे प्रेस करेंगे और भी बहुत कुछ करेंगे जीजू इनके साथ जिसका पता तुझे तेरी सुहागरात को चलेगा आरवी को फिर से अपने सेंसटिव पार्ट पर रिएक्शन फील हो रहा उसका सीना तेजी से उपर नीचे हो रहा था उसने अपना एक अपने सीने पर रखा और उसे हल्के से प्रेस कर दिया एक सिसकी अहहहह उसके होठों से छूट गयी उसे हल्का सा दर्द महसूस हुआ क्योंकि उसने एसा पहली बार किया था वो खुद से एसा नहीं कर रहीं थीं उसे उससे उसकी डिजायर करवा रहीं थीं उसके हाथ लगातार उसके सीने पर चल रहे थे उसकी हल्की हल्की सिसकियाँ washrooms में गूँज रहीं थीं उसके कानो में दिया की बातें गूँज रहीं थीं आज सच में दिया ने आरवी को बहुत ज्यादा छेड़ा था पूरे कॉलेज में आरवी टमाटर बन कर घूम रहीं थीं दिया आरवी को एसी एसी बातें बोलती जिससे आरवी शर्म से पानी पानी हो जाती थी साथ ही उसे अपने सेंसिटिव पार्ट पर रिएक्शन फिल होता और दिया ने एसा कुछ भी कभी भी आरवी को नहीं कहा था और नाही उसे कभी इतना छेड़ा था आरवी ने भी कभी एसा कुछ फील नहीं किया था लेकिन आज दिया बातों ने उसे एसा फील करवा दिया आरवी ने अपनी ब्रा की हूक खोली और उसे अपने शरीर से अलग कर दिया आरवी के गोल गोल उभार आगे की ओर लटक गये थे आरवी ने अपने दोनों उभारो को अपने हाथों में भरा और प्रेस कर दिया आरवी तेजी से अपने उभारो को प्रेस करती तो कभी अपने छोटे छोटे निप्पल को अपने दो उँगलियों के बीच में लेकर मसलती उसके मुँह सिसकियाँ निकल रहीं थीं उसके कानों में दिया की बातें गूँज रहीं थीं जिसकी वजह से वो और तेजी से अपने उभारो को प्रेस करती उसका पूरा चेहरा पसीने से भीग गया था उसे अपने सॉफ्टनेस में गिला पन महसूस हो रहा था उसे महसूस हो रहा था कि उसकी पैंटी गिली हो गयी है उसने अपने निचले होठों को अपने दांतों तले दबाया हुआ था उसके मुँह से लगातर सिसकियाँ निकल रहीं थीं तभी उसे दिया कि आवाज सुनायी दी दिया washroom का डोर नाॅक करने हुए बोली आरु तू अंदर है दिया कि आवाज सुनकर आरवी होश में और हड़बड़ाते हुए हाँ हाँ दिया हम अंदर है 5 मिनट रुको हम अभी आते हैं दिया अच्छा ठीक है जल्दी बाहर आ वरना हम क्लब जाने के लिए लेट हो जाएंगे आरवी ने जल्दी से शाॅवर लिया क्योंकि उसके जलते जिस्म को सिर्फ ठंडा पानी ही शांत कर सकता था उसने कपड़े पहने और washrooms से बाहर आयी जहां दिया बेड पर बैठी हुयी फोन चला रहीं थीं आरवी उससे बोली दिया चलो हम रेडी है दिया ने पहले उसे उपर से नीचे तक देखा और अपने हाथों को अपने सीने पर बांधते हुए बोली ये क्या पहना है तूने आरवी कपड़े दिया वो तो मुझे भी दिखाई दे रहा है कि तूने कपड़े पहने है लेकिन तूने जो कपड़े है उसे पहन कर हम क्लब नहीं जानते सकते हैं आरु हम क्लब जा रहे हैं मंदिर नहीं है जो तूने ये पहना है
आरवी ने खुद को देखा उसने डार्क ब्लू कलर का फूल स्लीवस वाला फ्राक सूट पहना हुआ था वो दिया से बोली हमारे पास तो सारे एसे ही कपड़े है दिया मुझे पता था इसलिए मैं तेरे लिए ड्रेस लेकर आयी हूं दिया बेड पर रखा हुआ बेग उठाया जो वो अपने साथ लेकर आयी थी उसने उस बेग के अंदर से एक ड्रेस निकाली जिसे देख कर आरवी बोली नहीं दिया हम इसे नहीं पहनेंगे दिया तुझे यहि पहनना पड़ेगा आरु तू क्लब में ये फ्राक सूट पहन कर नहीं चल सकती हैं
Moonlight Club
ये क्लब मुंबई का सबसे बड़ा क्लब था जिसमें हर कोई नहीं आ सकता था क्योंकि ये क्लब बहुत महंगा था। इसमें सिर्फ अमीर खानदान के बच्चे ही आते थे, यहां की सिक्युरिटी काफी ज्यादा टाइट थी। ये क्लब अलग-अलग हिस्सों में बंटा हुआ था। मीटिंग्स के लिए यहां पर अलग-अलग कमरे बनाए गए थे, जहां पर बिजनेस मैन अपनी मीटिंग्स के लिए आते थे।
आरवी और दिया भी इसी क्लब आई हुई थी। क्लब के बाहर एक कार रुकी, जिसमें से दिया और आरवी उतरे। दोनों सहेलियां क्लब के अंदर आई। आरवी अपनी बड़ी-बड़ी नीली आंखों से चारों तरफ देख रही थी और क्लब के कुछ लोग आरवी, लड़कियों को देखकर जल रहे थे, क्योंकि उन्होंने शॉर्ट ड्रेसेस पहनी हुई थीं और भर-भरकर मेकअप किया था, फिर भी वो आरवी जितनी खूबसूरत बिल्कुल नहीं लग रही थीं। वहीं आरवी, जिसने घुटने तक एक पिंक कलर की फ्रॉक पहनी हुई थी , जिसमें आरवी इस वक्त बिल्कुल एक डॉल लग रही थी। उसके कमर तक आते लंबे बाल खुले हुए थे। नीली आंखों में काजल से सनी हुई थीं। उसके नेचुरली पिंकिश गुलाबी गाल जो बिना ब्लश के लाल थे। उसके गुलाबी होंठ जिन पर किसी तरह की कोई लिपस्टिक या लिप बाम नहीं लगा हुआ था क्योंकि वो नेचुरली पिंकिश थे, जिस वजह से सारी लड़कियां आरवी से जल रही थीं। आरवी, दिया से बोली, "दिया, तुम हमें कहां पर लेकर आई हो? कितना शोर है यहां! इससे अच्छा होता कि हम घर पर रहते।" दिया, जिसने ब्लैक कलर की शर्ट ड्रेस पहनी हुई थी, अपने बालों को हल्का सा कर्ल करके खुला छोड़ा हुआ था। हल्के मेकअप में दिया भी बहुत सुंदर लग रही थी। दिया, आरवी के गालों को खींचते हुए बोली, "मेरी मासूम आरू! इसे क्लब कहते हैं और मैं तुझे इसलिए यहां लेकर आई हूं ताकि तू भी एंजॉय कर सके। हमेशा अपनी किताबों में ही घुसी रहती है, कभी तो बाहरी दुनिया भी देख लिया कर, हर वक्त बस किताबें और पढ़ाई।" आरवी का हाथ पकड़ कर उसे खींचते हुए बोली, "चल, तू मेरे साथ।" दिया, आरवी का हाथ पकड़कर डांस फ्लोर की ओर ले जाते हुए बोली, "चल आरू, हम डांस करते हैं।" आरवी, दिया को मना करते हुए बोली, "नहीं दिए, हमने कोई डांस नहीं करना है। हम तुम्हारे कहने पर यहां पर आ गए हैं, लेकिन हम कोई डांस वंस नहीं करेंगे। अगर तुम्हें डांस करना है तो तुम कर सकती हो, हम तुम्हारा वेट कर लेंगे।" दिया को भी आरवी की बात ठीक लगी, वो आरवी को और ज्यादा फोर्स नहीं कर सकती थी। दिया, आरवी से बोली, "ठीक है मेरी आरू, तू वहां जाकर बैठ, मैं बस थोड़ी देर में आती हूं, तू जूस पिएगी? मैं तेरे लिए जूस लेकर आऊं?" आरवी अपना सर न में हिलाते हुए बोली, "नहीं हमें जूस नहीं पीना है।" दिया, आरवी के गालों पर किस करते हुए बोली, "ठीक है फिर तू वहां जाकर बैठ, मैं अभी आती हूं।" आरवी ने अपना सर हिलाया जाकर एक कॉर्नर में बैठ गई। दिया भी डांस फ्लोर की ओर बढ़ गई। आरवी अपनी नीली आंखों से चारों तरफ देख रही थी, वो पहली बार क्लब आई थी। जाहिर सी बात थी उसके लिए ये सब नया था, जिस वजह से वो चारों तरफ अपनी नीली आंखों से टुकुर-टुकुर देख रही थी, तभी उसकी नजर एक जगह पर ठहर गई। अगले ही पल उसका पूरा चेहरा लाल हो गया था क्योंकि सामने एक कपल एक दूसरे को किस कर रहे थे। उस लड़के का हाथ बहुत तेजी से उस लड़की की बॉडी पर चल रहे थे। उस लड़के का हाथ अब लड़की के ब्रेस्ट पर आ गया था, वो कपड़ों के ऊपर से ही उसके सीने को सहला रहा था, प्रेस कर रहा था। अगले ही पल उसने उस लड़की के सीने को अपने हाथों में भरा और जोर से प्रेस कर दिया। वो लगातार उसके सीने को अपने हाथों में भर कर प्रेस कर रहा था। दोनों के होंठ अभी उलझे हुए थे। कर तो दोनो रहे थे लेकिन सेशन आरवी को अपनी बॉडी में फील हो रहा था। उसे अपने सेंसटिव पार्ट पर रिएक्शन फील हो रहा। आरवी अपने दोनों पैरों को आपस में मिला रही थी, उसने अपने दांतों से अपने लोअर लिप को दबा लिया था। आरवी, दिया की कहीं सुबह की बातों को सोच रही थी, जिस वजह से और भी ज्यादा अपने सेंसटिव पार्ट पर रिएक्शन फील हो रहा था। उसे अपनी सॉफ्टनेस में हल्का गीलापन महसूस हो रहा था। आरवी की नजरें अभी भी उन दोनों पर ही टिकी हुई थीं,
तभी उस लड़के ने अपने दोनों हाथ उस लड़की के हिप्स पर रखे और उसे ऊपर की उठा लिया। उस लड़की ने भी अपने दोनों पैरों को उस लड़के की कमर में लपेट लिया था। दोनों के होंठ अभी उलझे हुए थे। लड़का वैसे ही लड़की को किस करते हुए लिफ्ट की ओर बढ़ गया। उन दोनों के जाते ही आरवी के मुंह से गहरी सिसकी छूट गई थी। उसकी सांसे बेहद गहरी चल रही थीं। पूरा चेहरा लाल था, माथे पर पसीने की बूंदें चमक रही थीं। उसने पहली बार ऐसा कुछ देखा और अपनी बॉडी में पहली बार ऐसे बदलावों को महसूस किया था, तभी एक वेटर आरवी के पास जूस लेकर आया। आरवी ने बिना कुछ सोचे समझे उस जूस को पी लिया क्योंकि गला सच में सूख गया था, उसे पानी की जरूरत थी। आरवी ने पूरा जूस खत्म किया और ग्लास ट्रे में रख दिया। उसे पूरा जूस पीते हुए देख कुछ दूर पर बैठे तीन लड़कों के चेहरे पर घिनौनी मुस्कान आ गई। उनमें से एक ने दोनों से बोला, "हमारी आज की रात बहुत ही खूबसूरत बीतेगी क्योंकि हुस्न की रानी के साथ हमारी आज की रात गुजरेगी। इसके बदन में आग पहले से ही लगी हुई है, रही सही कसर ये डिजायर ड्रग्स पूरा कर देगा तब ये खुद चलकर हमारे पास आएगी और हम इस कच्ची कली को अपने नीचे मसल कर रख देंगे, हमारी आज की रात सच बेहद खूबसूरत बीतेगी।" आरवी जब से क्लब में आई थी तब से ये तीनों अपनी हवस भरी निगाहों से आरवी को ही देख रहे थे, साथ उसके हर एक एक्शन को भी जो जो आरवी कर रही थी, सब पर इन तीनों की नजर थी, उन्होंने ये भी महसूस कर लिया था कि अभी आरवी को अपनी बॉडी में क्या रिएक्शन फील कर रही है, उसे किस चीज की जरूरत है इसलिए उन्होंने वेटर को अपने पास बुलाया और उसे कुछ पैसे देकर जूस में डिजायर ड्रग्स मिलाने को कहा और वो जूस आरवी को देने को कहा। वेटर ने भी वैसा ही किया क्योंकि इस छोटे से काम के काफी पैसे जो मिल गए थे, फिर क्या फर्क पड़ता है कि उससे किसी की इज़्ज़त जाती या जान, उसे तो अपने पैसों से मतलब था।
उसकी बात सुनकर उन दोनों में से एक ने आरवी को अपनी हवस भरी निगाहों से देखते हुए बेहद घिनौणियत से बोला, "सच कहा तूने निखिल, ये तो सच में कच्ची कली है। देख इसके इस भरे हुए बदन को, ऊपर वाले ने इसे बड़ी फुर्सत से बनाया है, इसके एक एक अंग को खुद अपने हाथों से बनाया होगा। इसके दोनों कसे हुए सीने को देख ऐसा लग रहा है कि किसी ने अभी इन्हें छुआ भी न होगा, लेकिन आज हम इन्हें छुएंगे भी और इनका सारा रस निकाल कर पी जाएंगे, बड़ा मजा आने वाला है इसे अपनी नीचे मसलने में।" इतना कह कर तीनों घिनौणियत से हंसने लगे।
सड़क पर एक ब्लैक कलर कि SUV कभी तेजी आगे बढ़ रहीं तभी ट्रेफिक की वजह से ड्राइवर को कार रोकनी पड़ी
कार में आगे ड्राईवर था तो पीछे एक शख्स बैठा हुआ था उसका औरा बेहद ज्यादा खतरनाक था वो शख्स दिखने में बेहद ही हैंडसम था पर उतना ही रौब उसके चेहरे पर नजर आ रहा था उस शख्स का चेहरा एक्सप्रेशन लेस पर साथ ही उसके चेहरे पर डार्क एक्सप्रेशन मौजूद थे उसने वो ब्लैक कलर के बिजनेस सूट पहना था जो उसकी कसी हुई बॉडी पर एकदम फीट बैठ रहा था उस शख्स की गोद में लैपटॉप मौजूद था जिसपर उसकी मोटी उंगलिया तेजी चल रही थी पाँच मिनट बाद उस शख्स का ख़त्म हुआ तभी उसके कानो में एक मीठी सी आवाज आयी जिसके साथ उसके दिल की धड़कने भी बढ़ गयी तभी उसकी नजर रोड के साइड चली गयी जहां पर एक लड़की बैठी थी उनसे रेड कलर का अनारकली सूट पहना हुआ था और उसके गोद में एक घायल puppy था जिसके एक पैर में चोट लगी थी उसे उस लड़की चेहरा नहीं दिख रहा था क्योंकि उसने अपना सर नीचे झुकाया हुआ था और वो उस puppy घायल हुए पैर को देख रहीं थीं उसने धीरे से उस puppy के घायल पैर को पकड़ा और बोली छोटू puppy आपके पैर में तो चोट लग गई है आप अपना ध्यान नहीं रखते हों क्या देखो आपको कितनी ज्यादा लगी पर आप डरो मत ये अभी ठीक हो जाएगा दरअसल ये लड़की यहि खड़ी हो कर अपनी दोस्त का इंतजार कर रहीं थीं तभी उसकी नजर इस छोटे से puppy पर चली गयी जिसके पैर में चोट लगी थी जिसकी वजह से उसे चलने में तकलीफ हो रही थी वो बिना कुछ सोचे समझे उस puppy के पास आयी और अपनी गोद में उठाया और वहीं रोड उस puppy को लिये बैठ गयी उसने अपने बैग से पानी की बोटल निकाली और उस puppy की चोट को पानी से साफ किया फिर अपनी रूमाल से उस puppy के पैर बाँध दिया जिसपे चोट लगी थी उसने उस puppy को जमीन पर खड़ा किया और उसके सर को सहलाते हुए अपनी मीठी आवाज में कहा देखो अभी ज्यादा खेलना नही वरना आपको चोट होगी फिरसे और खेलने के लिए तो आपको बहोत सारी एनर्जी चाहिए ना तो आप अभी अपनी मम्मा के पास जाओ और मिल्की पी लो फिर आपको विकनेस फील नही होगी। अभी जाओ आप गुड बॉय हो गो उस puppy अपनी पूछ हिलाई और वहां से चला गया तभी किसी ने उस लड़की को बुलाया आरु वो लड़की जोकि आरवी थी और जिसने आवाज दी थी वो थी दिया आरवी मुड़ी तो कार में बैठे हुए शख्य का दिल धक सा रह गया अनजाने में ही उसके मुंह से निकला डॉल she is looking like a doll रेड कलर का अनारकली सूट छोटा सा चेहरा जिस पर दुनिया जहां की मासूमियत थी होठों पर एक मीठी सी मुस्कान आरवी की मीठी सी मुस्कान को देख कर कार के अंदर बैठे शख्य का दिल बेहद तेजी से धड़कने लगा था उसके होठों पर भी एक हल्की सी मुस्कान आ गई थी जिसकी खबर उसे नहीं थी अनजाने में ही उसका हाथ अपने दिल पर चला गया जो इस वक्त तेजी से धड़क रहा था वो शख्य बिना पलके झपकाए आरवी को देख रहा था तभी उसकी कार आगे बढ़ गई और धीरे धीरे आरवी उसकी आंखों से ओझल होने लगी अब आरवी पुरी तरह से उसके आंखों से ओझल हो गई जिसे देखवो शख्य बेचैन हो उठा उसकी आंखे आरवी को देखने को तड़प उठी वो शख्य अपनी गुस्से भरी आवाज में बोला what the hell तुमने कार आगे क्यों बढ़ाई अभी के अभी कार पीछे मुझे मेरी डॉल को देखना उसकी बातों में जितना गुस्सा था उससे ज्यादा बेचैनी थी बेचैनी आरवी को देखने की ड्राइवर सम्राट की गुस्से भरी आवाज सुनकर डर गया उसने कार वापस से वही पर खड़ी कर दी जहां पर सम्राट ने आरवी को देखा सम्राट ने अपनी बैचेन भरी निगाहों से उस जगह पर देखा जहां पर आरवी खड़ी थी लेकिन उस जगह देखकर उसकी आँखों में बेचैनी और ज्यादा बढ़ गयी क्योंकि वहां पर अब आरवी नहीं थी सम्राट ने कुछ पल उस जगह को देखा फिर अपना सर सीट पर टिकाये हुए बोला ऑफिस इतना कहा उसने अपनी आंखें बंद कर ली वही ड्राइवर ने उसकी बात सुनकर तुरंत कार स्टार्ट की और फिर कार अपनी मंजिल की ओर बढ़ गयी इधर उस शख्स ने जैसे ही अपनी आंखें बंद की उसकी आँखों के सामने आरवी का चेहरा आ गया उसकी वो मीठी सी मुस्कान जिससे उसके चहरे पर एक छोटी सी मुस्कान आ गयी
इधर आरवी ने वो जूस पी तो लिया कुछ मिनट बाद ही आरवी को अपनी बॉडी में अजीब सा लगने लगा था उसे बहुत ही गर्मी लगने थी उसे ऐसा लग रहा था कि जैसे उसकी बॉडी हजारों चीटियां काट रही हो उसका पूरा चेहरा लाल हो गया साथ ही उसका पूरा चेहरा पसीने से भीग गया था उसकी आँखों में धुँधला पन छाने लगा था उसे सब कुछ धुँधला सा दिख रहा था उसकी आँखें पूरी नशीली हो गयी थी आरवी ने नजर डांस फ्लोर की तरफ देखा जहां पर दिया डांस कर रहीं थीं आरवी धीरे से सोफ़े पर उठी और वो लड़खड़ाकर गिरने वाली थी कि उसने खुद को संभाल लिया आरवी सामने से आ रहे वेटर से washroom का पता पूछती है तो पहले तो वो वेटर उसे अपनी हवस भरी नजरो से उपर से नीचे तक देखता है फिर उसे सही पता न बता कर गलत पता बताता है आरवी उसे थैंक्स बोल कर आगे बढ़ जाती है आरवी आगे बढ़ रही थी लेकिन उसके कदम उनका साथ नहीं दे रहे थे डिजायर ड्रग्स पूरी तरह से उसके हावी हो गया था उसे सब कुछ धुँधला सा दिख रहा था जिस वजह से वो वेटर के बताये गये पते की बजाय vip फ्लोर की ओर बढ़ गयी थी VIP फ्लोर इस शोर शराबे दूर बना हुआ इस क्लब का एक हिस्सा जो स्पेशली बिजनेस टायकून के लिए बनाया गया है जहां पर वो अपनी बिजनेस मीटिंग्स के लिए आते थे उसी फ्लोर के एक washroom के अंदर से सिसकियों की आवाज आ रहीं थीं एक शख्स एक लड़की के अंदर समाए हुए खुद को तेजी से मूव कर रहा था उसके दोनों पैर उसके कमर पर लिपटे हुए वो लड़की washroom के स्लैब पर बैठी हुई थी उसकी panty washroom के एक कोने में पड़ी हुयी थी साथ मे उस शख्स का कोट भी उसके शर्ट के सारे बटन खुले हुए थे उसके सीने पर उस लड़की के नाखूनों के निशान थे वो लड़की उस शख्स के सीने और गर्दन पर अपने नाखूनों से आर्ट बनाते हुए बेहद सेसुअली मौन कर रहीं उसकी मौन इतनी तेज और सेसुअल थी वो बाहर तक सुनायी दे रहीं थीं अगर कोई उन्हें सुन ले तो अपना कंट्रोल खो बैठे वहीँ उस शख्स के साथ हो रहा था वो बहुत ही तेजी से खुद को उसके अंदर thrust कर रहा था उस लड़की के बदन पर उसके कपड़े तो थे लेकिन न बराबर उसकी ड्रेस जो थाई तक थी वो उसकी कमर तक पहुंच गई थी उसके दोनों बूब्स उसके ड्रेस से बाहर निकले हुए थे जिसे वो शख्स कभी सक करता तो कभी प्रेस उस शख्स का एक हाथ उसके कमर पर था दूसरा उसके बूब्स पर वो उसके दूसरे बूब्स को अपने मुँह में भरकर तेजी से सक कर रहा था वो लड़की उसका सर अपने सीने में दबाते हुए बेहद सेंशुअली मौन करने हुए उसे और तेजी से करने को कह रही थी उस शख्स उसके दोनों हिप्स को अपने हाथों में पकड़कर उठाया और उसे दिवाल से लगा दिया उसके दोनों पैर अभी इसके कमर पर लिपटे हुए थे उसने खुद को एक झटके से उसके अंदर इंटर किया और एक तेज झटका उस लड़की को दिया जिससे उसकी आँखें लगभग बाहर आने को हो गयी थी वो लगातर खुद को उसके thrust कर रहा था उसके हर एक झटके के साथ उस लड़की की बॉडी तेज़ी से उपर नीचे हो रहीं थीं वो लड़की उस शख्स के कंधे पर मारते हुए बोली अहहहह मिस्टर कपाड़िया तुम सेक्स उम्म्म् करते हुए इतने वाइल्ड क्यु हो जाते हो ohhhh god प्लीज स्लो मुझे दर्द हो रहा है मिस्टर कपाड़िया खुद को उसके अंदर तेजी से मूव करते हुए उसके बूब्स को प्रेस करते हुए बोला क्या करूं लिजा डार्लिंग तुम हो ही इतनी हॉट कि तुम्हारी इस हॉटनेस की वजह से मैं खुद ब खुद वाइल्ड हो जाता हूँ इसमें मेरी कोई गलती नहीं है सारा क़ुसूर तुम्हारा है तुम्हें किसने कहा था इतना हॉट बनने के लिए तुम्हरी ये हॉटनेस मुझे वाइल्ड होने पर मजबूर करती है लिजा ने अपने दोनों हाथों को मिस्टर कपाड़िया के गले में डाला और उसके कान में बेहद सैंसुअली बोली and i love your wildness faster fast मिस्टर कपाड़िया ने अपनी स्पीड और ज्यादा बढ़ा दी थी वो लिजा के निप्पल को सक करने हुए उसे तेज तेज झटके दे रहा था और वो भी इसे बहुत ज्यादा इन्जॉय कर रहीं थीं जिसका सबूत था उसके चेहरे पर झलक रहा सुकून एक घंटे के मेकआउट सेशन के बाद दोनों रुके लिजा अपनी panty पहनी और खुद का हुलिया ठीक किया मिस्टर कपाड़िया ने भी खुद का हुलिया ठीक कर लिया था लिजा मिरर में देख कर लिपस्टिक लगा रहीं थीं और मिस्टर कपाड़िया उसे देख रहे थे लिपस्टिक अप्लाई करने के बाद लिजा जैसे ही पीछे मुड़ी तो मिस्टर कपाड़िया ने उसकी कमर पर अपना रख कर उसे खुद के करीब खींच लिया उसके होंठों को चुमते हुए बोला आज तुम मुझे फिर से अपने बिस्तर पर चाहिए मैं पूरी तरह से नहीं हुआ हूं मुझे तुम्हारे साथ और सेक्स करना है लिजा उसे मना करते हुए बोली नहीं आज मुझे मिस्टर राजवंश को खुश को करना है अगर मैंने उन्हें खुश कर दिया तो ये डील हमें मिल जाएगी फिर हमारी कम्पनी का भी नाम विदेशों तक होगा हमारा भी नाम टॉप टेन बिजनेस मेन में आयेगा लिजा की बात सुनकर मिस्टर कपाड़िया का चेहरा सर्द पड़ गया था उसने लिजा की कमर से हाथ हटाया और उसकी दोनों बाहों को पकड़ते हुए बोला देखो लिजा डार्लिंग तुम्हें ये सब करने की जरूरत नहीं है तुम्हें मिस्टर राजवंश को नहीं ये सब करने की जरूरत नहीं है तुम्हें यह डील चाहिए न ठीक तुम्हें डील मिल जाएगी तुम अपनी और मेरी प्रजेंटेशन साथ में दिखा देना तब तुम्हें यह डील मिल जाएगी लेकिन तुम्हें ये सब करने की जरूरत नहीं है मैं तुमसे प्यार करता हूं लिजा डार्लिंग तुम्हें किसी और के बिस्तर पर नहीं देख सकता हूँ और तुम जिनकी बात कर रही हो उन्हें लड़कियों से सख्त नफरत है वो लड़कियों को छुना तो दूर उन्हें तो देखते भी नहीं है अगर तुमने एसा कुछ किया तो तुम्हारे साथ बहुत बुरा होगा समझो मेरी बात को लिजा डार्लिंग लिजा मिस्टर कपाड़िया की बात सुनकर अपनीआइस रोल करते हुए बोली लिसन मिस्टर कपाड़िया मुझे ये सब बता कर डराने की जरूरत नहीं है तुम्हे क्या लगता है कि तुम ये सब मुझसे कहोगे और मैं डर जाऊंगी नेवर ये सारी बातें सिर्फ मीडिया में ही अच्छी लगती है हर मर्द लड़की के हुस्न का दीवाना होता है और मुझमे हुस्न भी है और बेहद हाॅट भी हूं मेरे हुस्न से तुम नहीं बच पाए तो मिस्टर राजवंश क्या चीज़ है अगर तुम्हारी बकवास हो गयी हो तो हम मीटिंग रूम में चले मिस्टर राजवंश के आने का टाइम भी हो गया है तुम्हारे लिए यह मीटिंग भले ही इंपोर्टेड न हो लेकिन मेरे है इतना कहकर लिजा मटकते हुए वहां से चली गयी मिस्टर कपाड़िया उसे आवाज देते रहे लेकिन लिजा ने उसकी न सुनी
लिजा और मिस्टर कपाड़िया एक बड़े से प्राइवेट रूम में आए जहां पर बहुत से बिजनेस मैन बैठे हुए थे क्योंकि आज यहां बहुत बड़ी डील होने वाली थी जिसके लिए काफी सारे बिजनेस मैन इस डील के लिए आए हुऐ थे हर कोई इस डील को पाना चाहता था लिजा और मिस्टर कपाड़िया आकर अपनी सीट्स पर बैठ गए दोनों की चेयर्स पास में ही थी कुछ पल बीते ही थे कि तभी लीजा को अपनी थाई पर किसी के हाथ महसूस हुए धीरे धीरे वो हाथ लिजा की पुसी तक पहुंच गया था लिजा अपने बगल बैठे मिस्टर कपाड़िया से बोली what the hell Mr kapadiya क्या कर रहे हो तुम मिस्टर कपाड़िया अपनी ने एक फिंगर में लिजा की पैंटी को साइड किया और उसकी पूसी को सहलाते हुए बोला मै क्या कर रहा हूं लिजा डार्लिंग लिजा अपने दांत पीसते हुए बोली अपना हाथ बाहर निकालो मिस्टर कपाड़िया वरना मैं तुम्हारे डिक का वो हाल करूंगी कि तुम बच्चे पैदा करने लायक नहीं रहेंगे मिस्टर कपाड़िया ने पूरी तरह लिजा की बात को इग्नोर किया और धीरे से अपनी एक फिंगर उसकी pussy के अंदर इंसर्ट कर दी और अपनी फिंगर को धीरे धीरे से राउन्ड राउन्ड करते हुए मूव करने लगा लिजा उसे अपनी खा जाने वाली नज़रो से घूर रहीं उसने लिजा की नजरों और उसकी बातों को पूरी तरह से इग्नोर किया उसे एक तिरछी मुस्कान देते हुए अपनी दूसरी फिंगर भी उसके अंदर इंसर्ट कर दी वो दोनों जहा बैठे हुए उसके बीचोबीच एक बड़ी सी टेबल लगी हुई थी उसके आसपास कुर्सियां लगी हुई थी उसी कुर्सियों पर सब बैठे हुए थे आपस में बात कर रहे थे एसे मे किसका ध्यान उनकी तरफ जाएगा और कमरे हल्का अंधेरा भी था जिसका वो दोनों भरपूर फायदा उठा रहे थे मिस्टर कपाड़िया ने अपनी दोनों फिंगर को एक साथ लिजा की pussy मे राउन्ड राउन्ड मूव कर रहा था लिजा ने कुछ पल इसे घूरा फिर वो भी इस चीज़ को एंजॉय करने लगी आखिर वो भी एसे ही थी लिजा ने अपने होठों को बीच रखा था वो सबके सामने तो सिसक नहीं सकती थी मिस्टर कपाड़िया काफी तेजी से अपनी फिंगर लिजा की pussy मे मूव कर कर रहे उसने अपनी एक फिंगर और एड कर दी अब उसकी तीन फिंगर लिजा की pussy में मूव हो रहीं थीं लिजा हाथ भी मिस्टर कपाड़िया की हार्डनेस पर आ गया था वो कपड़े के उपर से ही उसकी हार्डनेस को सहला रहीं थीं अब आग दोनों के बदन में लग चुकी थी तभी लीजा की दूसरी साइड बैठा हुआ शख्य जिसकी उम्र करीब 55साल होगी वो अपनी हाथ में पहनी हुई घड़ी में देखते हुए लिजा से बोला लिजा मिस्टर राजवंश के आने का वक्त हो गया है तुम्हे पता है न कि क्या करना है लेकिन लिजा कहा से उनकी बात सुने वो तो अपने प्लेजर में खोई हुई थी जब उस शख्य को लिजा की तरह से कोई जवाब नहीं मिला तो वो इस बार थोड़ी तेज आवाज में बोला लिजा मैने तुमसे कुछ पूछा इस बार उनकी बात साफ लिजा के कानो में गई वो हड़बड़ाते हुए बोली जी जी डैड वो शख्य यानि लिजा के डैड बोले ध्यान कहा है तुम्हारा लिजा कुछ कह है मैने तुमसे लिजा मिस्टर कपाड़िया की हार्डनेस को सहलाते हुए बोली मुझे पता है डैड कि मुझे क्या करना है आप बेफिक्र रहिए ये डील हमें ही मिलेगी ये सुनकर लिजा डैड के होठों पर एक गहरी मुस्कान आ गयी आखिर उन्हें अपनी बेटी पर पूरा भरोसा जो था साथ ही उन्हें ये भी पता था कि लिजा किस तरीके से इस डील को हासिल करेगी और लिजा के एसे करने से उन्हें बिल्कुल भी प्रॉब्लम नहीं था
तभी कमरे में हलचल होने लगी थी कमरा जो अब तक अंधेरे में डूबा हुआ था वो बल्ब से चमक उठा क्योंकि मिस्टर कपाड़िया ने जल्दी से अपनी फिंगर लिजा की pussy से निकाला तभी एक सख्य जिसकी उम्र करीब 29 साल होगी वो अपने डार्क औरे के साथ कमरे में दाखिल हुआ उसके पीछे उनका असिस्टेंट और बॉडीगार्डस भी थे जो पूरे कमरे में फैल चुके थे जैसे ही उस शख्स ने अपने कदम कमरे में रखे सभी के चेहरे की रंगत बदल गयी सभी अपनी सीट से खड़े हो गए वो शख्य बेहद रौब से चलता हुआ कमरे के अंदर दाखिल हुआ और हेड चेयर पर एक पैर पर दूसरा पैर रखकर किसी राजा की तरह बैठ गया और अपनी दो ऊंगली से नीचे की तरफ इशारा किया उसका इशारा मिलते ही सभी के सभी अपनी सीट पर वापस बैठ गए लिजा के डैड मिस्टर राजवंश से बोले सच में मिस्टर राजवंश आपसे मिलने के लिए इंसान को सौ जन्म भी कम पड़ जाए आपकी एक झलक तक देखने के लिए भी हमें महीनों तक का इंतजार करना पड़ता है लेकिन शायद हमने बहुत अच्छे कर्म किए हुए थे जो हमें आपसे मिलने उनकी बात सुनकर मिस्टर राजवंश के होठों पर एक तिरछी मुस्कान आ गई वो अपनी डार्क ग्रीन आइस से उसे देखते हुए अपनी सर्द आवाज में बोला सही कहा आपने मिस्टर मेहरा मुझसे यानी सम्राट राजवंश से मिलना इतना आसान नहीं है मुझसे मिलने यानि मरे हुए इंसान को जिंदा देखने के बराबर है लेकिन मुझे चापलूसी करने वाले लोग बिल्कुल भी नहीं पसंद हैं और जो मुझे नहीं पसंद होता है वो दुबारा कभी दुनिया में दिखता नहीं है इसलिए थोड़ा संभलकर
इतना कह कर सम्राट ने एक डेविल मुस्कान के साथ मिस्टर मेहरा को देखने लगा वहीं उसकी बात सुनकर मिस्टर मेहरा का पूरा चेहरा सफेद पड़ गया माथे पर पसीने की बूंदे चमक लगी थी और वो हड़बड़ा गए थे उनकी ऐसी हालत देखकर सम्राट के होठों की मुस्कान और ज्यादा बढ़ गई थी क्या हुआ मिस्टर मेहरा रूम में AC चलने के बावजूद भी आपके माथे पर ये पसीने की बूंदे
मिस्टर मेहरा अपने माथे पर आए पसीने को रुमाल से पोछते हुए बोले वो वो मिस्टर राजवंश वो मेरी तबीयत थोड़ी ठीक नहीं है इसलिए मुझे गर्मी ज्यादा लग रही है लिजा को सम्राट से मिलाते हुए बोला मिस्टर राजवंश ये है मेरी बेटी लिजा बहुत टैलेंटेड है मेरी लिजा इस प्रोजेक्ट में आपके साथ यही काम करेगी लिजा जो सम्राट को देखने में पूरी तरह से खोई हुई थी उसे अपने आसपास का कोई होश नहीं था वो अपने डैड की बात सुनकर होश में आई और बोली हेलो मिस्टर राजवंश लेकिन सम्राट ने उससे हैंडशेक करना तो दूर उसकी तरफ देखा तक नहीं यही देखकर लिजा ने अपने दांत पिस लिया आज तक किसी भी लड़के लिजा को इग्नोर नहीं किया था क्योंकि वो भी लिजा की तरह ही थे उन्हें भी सिर्फ अपने जिस्म की प्यास बुझने से मतलब था लिजा सम्राट को भी वैसा ही समझ रही थीं कि हर लड़के की तरह सम्राट भी उसके हुस्न के जाल में फंस जाएगा उसके साथ रात बिताने को तैयार हो जाएगा और वो बहुत ही आसानी से इस डील को हासिल कर लेगी यही सोचकर लिजा अपनी चेयर से उठी और कैट वॉक करते हुए सम्राट के करीब बढ़ने लगी उस शांत कमरे में उसकी हील्स की टक टक की आवाज गूंज रही थी सम्राट को छोड़कर सबकी निगाहे उस ही टिकी हुई थी सबसे ज्यादा उसके सीने पर लिजा ने जो ड्रेस पहनी थी वो उसके थाई तक तो थी ही साथ ही उसका गला हद ज्यादा डीप था या कह लो उस ड्रेस में मुश्किल से उसके सीने को ठक रखा था उसके दोनों बूब्स उस ड्रेस में से साफ दिखाई दे रहे थे लिजा बूब्स बड़े बड़े थे जो उसके इस तरह से चलने पर बुरी तरह हिल रहे थे या कह लो वो ऐसा जानबूझकर कर रही थी उसके हिलते बूब्स को देख कर वहां पर मौजूद कुछ आदमी को अपने हार्डनेस में रिएक्शन फील हो रहा था उसकी हार्डनेस हार्ड हो रही थी लिजा सम्राट के पास आई और बेहद सेंशुअली वे में बोली एक नजर हमे भी देख लिजिए मिस्टर राजवंश हम तो कबसे आपकी एक झलक पाने को तड़प रहे हैं जरा एक बार हमें खुद को खुश करने का मौका तो दीजिए इतना कहकर लिजा जैसे ही सम्राट को छूने वाली होती हैं कि अगले ही पल उस कमरे में एक गोली की आवाज गूंजती है और लिजा बेजान हो कर जमीन पर गिरी होती हैं और उसके माथे के बीचोबीच गोली लगी हुई हैं उसकी आंखे खुली हुई थी ये देख कर सभी सांस अटक जाती है सभी चेहरा डर से सफेद पड़ जाता है सभी अपनी खौफ भरी निगाहों से सम्राट को देख रहे थे सम्राट ने अपनी डार्क ग्रीन आइस से सभी की तरफ देखा सभी की आंखों खुद के लिए खौफ देखकर उसके होठों पर डेविल स्माइल आ गई वहीं उसकी निगाहों को खुद के ऊपर महसूस वहां मौजूद हर इंसान कांप गया उनके लिए सांस लेना भी मुश्किल हो गया था वो लोग जल्द से जल्द इस कमरे से बाहर निकल जाना चाहते थे
मिस्टर मेहरा लिजा कहते हुए लिजा के पास आते हैं और उसका सर अपनी गोद में रखकर उसके गालों को थपथपाते हुए कहते लिजा लिजा अपनी आंखे खोलो लिजा उठो लेकिन मरा हुआ इंसान दुबारा जिंदा हो सकता है क्या नहीं न मिस्टर मेहरा अपनी गुस्से और नफरत भरी निगाहों से सम्राट को देखते हुए अपनी गुस्से भरी आवाज में बोला सम्राट राजवंश मैं तुम्हे छोड़ूंगा नहीं तुमने मेरी लिजा की जान ली है उसे मारा है मैं भी तुम्हे जिंदा नहीं छोडूंगा इतना कह कर जैसे वो सम्राट के करीब बढ़ने वाले होते है कि सम्राट का एक बॉडीगार्ड उन्हें पकड़ लेता है वो खुद को छुड़वाते हुए बोले छोड़ो मुझे छोड़ो मै तुम्हे छोड़ूंगा नहीं सम्राट राजवंश छोड़ो मुझे सम्राट अपनी हाथ में मौजूद गन को मिस्टर मेहरा के होठों पर रखते हुएअपनी मौत सी ठंडी आवाज में बोला shhhhh मिस्टर मेहरा हमे बाते भी वहीं करनी चाहिए जो हम करके दिखा सके तुम्हारी औकात मुझे छूने की भी नहीं है और तुम मुझे मारने की बात करते हो इतना आसान है सम्राट राजवंश को मारना हम्ममम बोलो मिस्टर मेहरा मिस्टर मेहरा जो सम्राट की इतनी ठंडी आवाज सुनकर पूरी तरह कांप उठे थे उन्हें सम्राट की आंखों में खुद की मौत दिख रही थी उन्होंने जोश जोश में सम्राट से पंगा लेकर बहुत बड़ी गलती कर दी थी उसके खिलाफ बोलकर उन्होंने अपनी मौत को दावत दी थी वो सम्राट के पैरों में गिरते हुए बोले मुझे माफ कर दीजिए किंग मुझसे बहुत बड़ी गलती हो गई मैं अपनी गलती की आप से माफी मांगता हूं प्लीज किंग मुझे माफ कर दीजिए सम्राट उनके चेहरे पर अपनी गन घुमाते हुए बोला गलती गलती नहीं तुमने गुनाह किया है तुमने मुझसे बतमीजी की एक किंग की इंसल्ट की अपनी बेटी को अपने साथ इस मीटिंग में लेकर आए ताकि वो मुझे सिड्यूस करके मेरे साथ रात बिता कर इस डील को हासिल कर ले और मेरी वीडियो बनाकर तुम बाप बेटी मुझे ब्लैकमेल कर सको जैसे तुम दोनों ने बाकी बिजनेस मेंस के साथ किया था ये सुनकर मिस्टर मेहरा की आंखे फटी की फटी रह गई ये सब सम्राट को कैसे पता हां सम्राट ने जो कुछ भी कहा था वो सब सच था वो दोनों सच में ऐसा ही करने वाले थे पहले लिजा सम्राट को सिड्यूस करके रात बिताती फिर उसका वीडियो बनाकर दोनों बाप बेटी सम्राट को ब्लैकमेल करने वाले थे सम्राट अपनी गन को मिस्टर मेहरा के माथे के बीचोबीच रखते हुए बोला क्या हुआ मिस्टर मेहरा शोक लगा कि ये सब मुझे कैसे पता तुम मेरे खिलाफ इतनी बड़ी साजिश रचेंगे और मुझे इसके बारे में कुछ भी पता नहीं चलेगा तुम मुझे सम्राट राजवंश को धोखा देने वाले थे अपनी तरह बेवकूफ़ समझ रखा है मुझे मिस्टर मेहरा इस बार और ज्यादा गिड़गिड़ाते हुए बोले मुझे माफ़ कर दीजिए किंग मैं अपने लालच में अंधा हो गया था मैं यह भूल गया था कि मैं किसे धोखा देना जा रहा हूं किसके साथ गद्दारी करने जा रहा हूं प्लीज किंग मुझे माफ़ कर दीजिए आप चाहेंगे तो मैं ये शहर छोड़कर हमेशा के लिए चला जाऊँगा सम्राट गन की ट्रिगर दबाते हुए बोला माफ़ी शब्द सम्राट राजवंश की डिक्शनरी में है ही नहीं मेरे लिए धोखे की सिर्फ एक ही सजा होती है वो है मौत इसी के साथ सम्राट ने गन ट्रिगर दबाया एक गोली की आवाज के साथ सभी शांत हो गया लिजा की लाश के पास मिस्टर मेहरा की लाश पड़ी हुयी थी दोनों बाप बेटी की जान उनके लालच ने ले ली सम्राट अपने बॉडी गार्ड्स से बोला साफ करो इस गंदगी को यहा से मुझे धोखा और धोखा देने वाले लोगों से सख्त नफरत है बॉडीगार्ड्स तुरंत उन दोनों को वहा से उठाकर ले गए सम्राट ने सभी की तरफ अपनी डार्क ग्रीन आइस से देखा सभी की आँखों में उसके लिए खौफ साफ दिखाई दे रहा था उन सभी का चेहरा डर की सफेद पड़ चुका था जिसे देखकर उसके होंठों पर एक तिरछी मुस्कान आ गयी यहि डर यहि खौफ वो सभी नजरो में खुद के लिए देखना चाहता था लोगों की आंखों में खुद के लिए डर देखकर खौफ को देख कर उसके दिल को ठंडक मिलती थी उसे सुकून मिलता था
सम्राट उन सभी से अपनी सर्द आवाज में बोला याद रखना किंग को धोखा और धोखा देने वाले से शख्स नफरत हो मुझे धोखा देने का ख्याल भी गलती से अपने जहन में मत लाना वरना बहुत बुरी मौत मिलेगी सभी ने एक साथ अपना सर हाँ में हिलाया क्योंकि सभी को अपनी जान प्यारी थी सभी की आँखों में सम्राट के लिए खौफ था लेकिन इन सब से अलग मिस्टर कपाड़िया उसकी आँखों में सम्राट के लिए खौफ तो था ही लेकिन खौफ के साथ साथ उसकी आँखों में सम्राट के लिए नफरत और गुस्सा भी था जिसे सम्राट नहीं देख पाया था क्योंकि मिस्टर कपाड़िया ने अपना सर नीचे झुकाया हुआ था उसके हाथों की मुट्ठीया कसी हुयी थी
और शायद यही नफरत और गुस्सा आगे चल कर सम्राट के लिए बिल्कुल भी अच्छा नहीं होने वाला था सम्राट ने सभी को एक नजर देखा और कमरे से बाहर निकल गया उसके जाते ही मिस्टर कपाड़िया ने अपना सर ऊपर उठाया और दिशा में देखा जहां से अभी सम्राट गया था फ़िर उसने जमीन पर देखा जहां अभी कुछ पल पहले लिजा और मिस्टर मेहरा की लाश पड़ी थी कुछ तो उसके दिमाग में चल रहा था
इधर सम्राट अपने बुक किए गए रूम में आया उसने कपड़े निकाले और सीधा washroom मे चला गया ये कमरा सम्राट का प्राइवेट रूम इवेन जो ये फ्लोर था वो भी सम्राट का प्राइवेट एरिया था जो उसके लिए हमेशा रिजर्व रहता था इस फ्लोर पर आने की परमिशन किसी को नहीं थी सिर्फ कुछ सर्वेंट आते थे जो इस रूम और फ्लोर की सफाई के लिए आते थे
Washroom के अंदर शावर के ठंडे पानी के नीचे सम्राट का तपता हुआ जिस्म भीग रहा था लेकिन ठंडा पानी भी उसके तपते जिस्म को ठंडा नहीं कर पा रहा था दोनों हाथ दीवार पर थे आंखे बंद थी चेहरा शांत था लेकिन मन अशांत बेचैनियों ने उसे घेरा हुआ था एक अजीब सी बेचैनी उसे महसूस हो रही थी उसे लगा था कि अगर वो कोल्ड शॉवर ले लेगा तो उसे अच्छा फील होगा लेकिन नहीं ठंडा पानी भी उसके अशांत मन को शांत नहीं करा पा रहा था सम्राट ने अपनी आंखें खोली और एक पंच दीवार पर मारते हुए बोला what the hell ये क्या हो रहा है मेरे साथ मुझे इतनी बेचैनी क्यूँ महसूस हो रही है इतना अजीब सा क्यूँ लग रहा है लेकिन इन सब सवालों के जवाब उसके पास नहीं थे कुछ था तो वो थी बेचैनी कुछ देर में सम्राट शावर लेकर बाहर आया इस वक़्त उसने अपने कमर पर टॉवेल लपेट रखा था एसे ही वो चेंजिंग रूम में चला गया थोड़ी देर बाद सम्राट वापस आया उसने सिर्फ पैंट पहना हुआ था उसकी अपर बॉडी पुरी नेक्ड थी उसके सीने पर अभी कुछ पानी की बूंदे ठहरी हुयी थी जो बिल्कुल मोती की तरह लग रहे थे उसके बालों से अभी भी पानी टपक रहा था जो उसके गर्दन से होते हुए उसके सीने पर फिसल रहा था उसने ड्रावर से सिगरेट निकाली उसे लाइटर से जलाया और बाल्कनी की ओर चला गया सम्राट को सिगरेट पीने की आदत नहीं थी लेकिन जब उसका मन अशांत होता था उसे बेचैनी होती थी तब वो सिगरेट का सहारा लेता था एक मात्र सिगरेट ही उसे सुकून पहुंचाता था उसके बेचैन मन को शांत करता था
इधर नीचे क्लब एरिया में
निखिल अपने दोनों दोस्तों पर चिल्लाते हुए बोला कहा गई वो लड़की अभी यही पर थी न मैने तुम्हे उस नज़र रखने को कहा था न तो फिर ऐसे कैसे कहा चली गई वो उसका एक दोस्त बोला हमें नहीं पता निखिल अभी तो यही पर थी अचानक से पता नहीं कहा गायब हो गई निखिल अपने एक एक हाथ से उनकी गर्दन पकड़ते हुए बोला मुझे कुछ नहीं पता मुझे वो लड़की मेरे बिस्तर पर चाहिए 10 मिनट है तुम्हारे पास उसे कैसे भी कही से भी ढूंढ कर लाओ मेरे पास अगर वो लड़की तुम्हे नहीं मिली तो तुम दोनों सुबह का सूरज नहीं देख पाओगे उसकी बात सुनकर वो दोनों बुरी तरह डर गए थे क्योंकि उन्हें पता था निखिल ने जो कहा है वो कर भी सकता है निखिल अमीर बाप की बिगड़ी हुई औलाद था किसी की जान लेना उसके लिए कोई बड़ी बात नहीं थी
उन दोनों को झटके से छोड़ते हुए बोला जाओ जाकर ढूंढो उसे सिर्फ 10 मिनट है तुम्हारे पास उसके दोनों दोस्त आरवी को ढूंढने चले जाते हैं
तभी एक लड़की उसके पास आई और उसके चेहरे पर अपनी एक फिंगर घुमाते हुए सेंशुअल आवाज में बोली hey हैंडसम can I help you निखिल ने उस लड़की को ऊपर से नीचे तक देखा उस लड़की बहुत ही ज्यादा रिविलिंग ड्रेस पहनी हुई थी जो उसकी बॉडी को नाम मात्र ठक रही थी निखिल उसे अपनी गोद में उठा लिया लिफ्ट की ओर बढ़ते हुए बोला sure baby एक तुम ही मेरी हेल्प कर सकती हो
VIP floor
इधर आरवी धीरे धीरे अपने कदम बढ़ा रही थी लेकिन उसके कदम उसका साथ नहीं दे रहे थे सर बुरी तरह से चकरा रहा था आंखों के सामने धुंधलापन छा गया था वो मुश्किल से अपने कदम बढ़ा पा रही थी तभी उसे एक कमरे का डोर ओपन हुआ दिखा आरवी उसे ही वाशरूम समझकर उस कमरे के अंदर चली गई लेकिन बस अब उसने बिल्कुल भी ताकत नहीं थी वो एक और कदम आगे बढ़ा सके फिर भी उसने जैसे ही एक कदम बढ़ाए थे कि वो लड़खड़ा कर बेड पर गिर गई बालकनी सम्राट सिगरेट के कस लेते हुए दूर फैले अंधेरे को देख रहा उसका एक हाथ पैंट की पॉकेट में था तो दूसरे हाथ में सिगरेट थी उसकी डार्क ग्रीन आइस एक टक सामने दूर तक फैले अंधेरे को देख रही थी उसके गिले बाल माथे पर बिखरे हुए थे जो ठंडी ठंडी हवाओ की वजह से हल्के हल्के से उड़ रहे थे कमरे में कुछ गिरने की आवाज सुनकर सम्राट सिगरेट को जमीन पर फेका उसे अपने पैरो से मसलकर कमरे के अंदर चला गया
अपने बेड पर अपने कमरे में किसी लड़की को देखकर उसका चेहरा शख्त हो गया था हालांकि उसे उस लड़की का चेहरा तो नहीं दिख रहा था क्योंकि उस लड़की का चेहरा उसके बालों की वजह से ठका हुआ था सम्राट तेज कदमों से चलकर बेड के पास आया और उस लड़की की बाह को पकड़ कर उसे बेड पर से खड़ा किया सम्राट जैसे ही उसे कुछ कहने को होता है तो उसकी नजर उस लड़की के चेहरे पर ठहर जाती है क्योंकि अब उसे उस लड़की का चेहरा क्लियरली दिख रहा था वो आरवी थी जो सम्राट के कमरे को वाशरूम समझकर उसके अंदर आ गई थी सम्राट बिना किसी भाव के आरवी के चेहरे को घूर रहा था जो उसे अपनी नशीली आंखों से देखने की कोशिश कर रही थी क्योंकि नशे की वजह से आरवी की आंखे बंद खुल रही थी वो उसे कुछ भी साफ नहीं दिख रहा था वो बहुत मुश्किल से अपनी आंखे खिलकर सम्राट को देखने की कोशिश कर रही थी सम्राट आरवी को देखकर इतना तो समझ गया था कि आरवी नशे में है और उसे लग रहा था कि आरवी ने जानबूझ कर ड्रिंक की है हालांकि आरवी के चेहरे को देखकर सम्राट को ऐसा लग तो नहीं रहा था कि आरवी ड्रिंक वगैरा करती होगी लेकिन अगर ऐसा नहीं है तो वो इस क्लब में क्या कर रही है सम्राट ने आरवी की बाह पकड़ी और सर्द आवाज में से बोला कौन हो तुम मेरे रूम कैसे तुम्हे नहीं पता ये मेरा पर्सनल फ्लोर है यहां पर किसी को आने की परमिशन नहीं है तुम कैसे आई यहां बोलो लेकिन आरवी वो तो नशे में थी उसे कहा से सम्राट की बाते सुनाई दे वो बुरी तरह नशे में झूल रही थी उसके शरीर की गर्मी बढ़ रही थी आरवी की डिजायर पहली से ही जागी हुई थी ऐसे में डिजायर ड्रग्स का असर दुगना उसकी बॉडी पर हुआ था
सम्राट उसे संभालते हुए बोला जब संभली नहीं जाती है तो ड्रिंक करती ही क्यों हो शक्ल से इतनी मासूम दिखती हो तुम और हरकते ऐसी है तुम्हारी तभी सम्राट की बॉडी को झटका लगा एक सुकून के अहसास के साथ उसकी आंखे अपने आप बंद हो गई थी
सम्राट आरवी ने सवाल पर सवाल किए जा रहा था और आरवी ने उसके एक भी सवाल का जवाब नहीं दिया था वो जवाब देती भी कैसे वो जवाब देने की हालत में थी ही नहीं तभी सम्राट के शरीर को एक झटका लगा एक सुकून के अहसास के साथ उसकी आंखे अपने आप बंद हो गई थी आरवी उसके सीने से लगी हुई थी कोल्ड शॉवर लेने और बालकनी में खड़ा रहने की वजह से सम्राट की बॉडी हद से ज्यादा ठंडी थी जो आरवी को काफी राहत पहुंचा रही थी इसलिए जब सम्राट ने आरवी को छुआ तो आरवी ध्यान उसकी बातों पर नहीं उसकी छुअन पर सम्राट के ठंडे हाथ उसे सुकून पहुंचा रहे थे उसके गर्मी से जलते हुए जिस्म को राहत दे रहे थे जब सम्राट के हाथ इतने ठंडे है तो उसकी बॉडी कितनी ठंडी होगी यही सोचकर आरवी सम्राट के सीने से लग जाती है आरवी सम्राट के सीने पर अपने गालों को रब करते हुए बोली हम हमारी हेल्प की कीजिए हमें बहुत ग गर्मी लग रही है आप आप बहुत ठंडे है हमारी मदद कीजिए इसी के साथ कुछ आंसु की बूंद आरवी के आंखों से निकल कर सम्राट के सीने पर गिर गए थे वही सम्राट जो आरवी को अपने सीने से लगाए हुए सुकून हासिल कर रहा उसके भी हाथ आरवी के चारों तरफ लिपट गए थे वो आरवी को अपनी बाहों में भर कर सुकून हासिल कर रहा था पहली बार उसे सिगरेट के अलाव किसी और से सुकून मिला था लेकिन जैसे ही उसने आरवी की सुनी तो उसने झटके से अपनी आंखे खोली वो आरवी की आवाज से साफ महसूस कर सकता था कि आरवी इस वक्त कितने दर्द में हैं उसे कितनी तकलीफ हो रही है आरवी के आंसुओं को अपने सीने पर महसूस कर पता नहीं क्यों लेकिन सम्राट को अपने दिल एक दर्द सा महसूस हुआ उसे आरवी के आंसु तकलीफ दे रहे थे सम्राट ने आरवी को खुद से अलग किया और बहुत ध्यान से उसका चेहरा देखने आरवी का चेहरा देखकर सम्राट ये समझने में बिल्कुल भी वक्त नहीं लगा कि आरवी को ड्रग्स दिया गया है पहले तो उसने उतना ध्यान नहीं दिया और उसने ध्यान देना जरूरी भी नहीं समझा उसे लगा था कि आरवी भी उन्हें बच्चों में से होगी जो जब उसने आरवी की आवाज सुनी उसकी बातें सुनी तब उसे अहसास हुआ कि जैसा वो सोच रहा है आरवी वैसी नहीं है वही सम्राट ने जैसे ही खुद से आरवी को अलग किया तो आरवी बुरी तरह चिढ़ गई थी क्योंकि सम्राट की करीबी उसे सुकून दे रही थी उसे सम्राट के करीब जाने से आराम मिल रहा था सम्राट की बॉडी ठंडी और आरवी का बदन गर्म सम्राट की ठंडी बॉडी उसे राहत दे रही थी वो फिर से सम्राट के सीने से लगते हुए बोली आप हमे खुद से दूर क्यों कर रहे हैं
आरवी सम्राट के सीने पर अपने होठों को रब कर रहीं थीं उसे चूम रहीं थीं आरवी के होठों को अपने सीने पर महसूस कर सम्राट की पूरी बॉडी में करंट दौड़ गया उसके दिल की धड़कने बढ़ गयी थी उसे अजीब पर एक खूबसूरत सा अहसास हो रहा था जिसे वो समझ नहीं पा रहा था अगले ही पल उसकी आँखें फैल गई थी क्योंकि उसे आरवी के होंठ अपने ब्राउन बड पर महसूस हुए जिसे आरवी अपने मुँह में भरने की कोशिश कर रही थी सम्राट ने आरवी को खुद से अलग किया और उसके गालों को थपथपाते हुए बोला hey डॉल डॉल बच्चा सुनो मेरी बात तुम इस क्लब में कैसे आयी तुम किसी के साथ इस क्लब में आयी हो क्या तुमने गलती से कोई ड्रिंक पीया या कुछ एसा तुमने खाया पीया हो जिसका टेस्ट तुम्हें अजीब लगा हो बताओ मुझे डॉल आरवी हम यहां अपनी दियू के साथ आए हैं हमने हमने जूस पी पिया था सम्राट समझ गया कि आरवी को ड्रग्स जूस में मिला कर दिया गया है सम्राट आरवी को बेड पर बिठाते हुए बोला डॉल तुम यहां बैठो मैं अभी डॉक्टर को बुलाता हूं डॉक्टर आकर तुम्हे चेक करेंगे और तुम्हे एंटीडोट देंगे जिससे तुम्हे आराम मिलेगा सम्राट ने तो आरवी को बेड पर बिठाया था उसने जैसे ही उसे छोड़ा आरवी तुरंत बेड पर लुढ़क गई सम्राट ने एक नजर आरवी को देख जो बेड पर लेटी हुई उसके पैर बेड से नीचे थे और वो बुरी तरह दर्द से तड़प रही थीं अपने कपड़े खोलने की कोशिश कर रही थीं साथ ही कुछ बडबडा रही थी गर्मी लग रही है इसे खोलो गर्मी लग रही थी सम्राट ने बिना देर किए डॉक्टर को फोन किया कुछ पल बात करने के बाद उसने फोन कट किया और पीछे मुड़ा लेकिन पीछे मुड़ते ही उसकी आंखे हैरानी से बड़ी हो गई क्योंकि आरवी अपने कपड़े खोलने की कोशिश कर रही इवन उसने अपनी फ्रॉक को अपने शरीर से अलग करके फेक दिया था जो सीधे सम्राट के मुंह पर लगा था सम्राट ने वो फ्राक अपने चेहरे पर से हटाया और आरवी को देखा एक पल को सम्राट की नजर भी आरवी पर ठहर गयी रेड कलर के ब्रा पैंटी में उसका figure काफी अच्छे से शो हो रहा था वाक्य आरवी काफी ज्यादा attractive थी सुराही दार गर्दन जिस पर गर्मी की वजह से बहती पसीने की बूंदे जो उसके ब्रा में कही गुम सी हो गई थी रेड ब्रा में कसे हुए उसके टाइट उभार जो तेजी से साँस लेने की वजह से उपर नीचे हो रहे थे पतली नाजुक कमर उसकी पैंटी भी उसके शरीर से चिपकी हुयी थी गोरी गोरी लंबी टांगे दूधिया रंग पर रेड कलर काफी ज्यादा फब रहा था आरवी का शरीर भरा हुआ था लेकिन उसके बॉडी कर्व काफी ज्यादा अट्रैक्टिव थे जिन्हें देखकर किसी का भी ईमान डोल जाए यही सम्राट के साथ हो रहा था सम्राट अपलक झपकाए आरवी को देख रहा था जो अब अपनी ब्रा खोल रही थी जो उससे खुल नहीं रही थी जिसकी चिढ़न उसके चेहरे पर साफ नजर आ रही थी सम्राट ने फ्रॉक को सोफे पर फेका और जल्दी से आरवी के पास आया उसके हाथों को पकड़ते हुए बोला ये क्या कर रही हो तुम डॉल आरवी सम्राट के हाथ को अपनी ब्रा पर रखते हुए बोली इसे खोलिए हमसे खुल नहीं रही है आरवी की इस हरकत पर सम्राट का हाथ हल्का सा कांप गया था क्योंकि आरवी ने सम्राट का हाथ अपने उभारों पर रखा हुआ था ऊपर से उसके तेज तेज सांस लेने की वजह से तेजी से ऊपर नीचे होते उसके उभार सम्राट अजीब अहसास करवा रहे थे उसे बहुत अलग सा फील हो रहा था उसने इन सारी बातों पर ज्यादा ध्यान नहीं दिया वो आरवी की बाह पकड़ते हुए बोला तुम्हे पता भी है डॉल की तुम क्या कर रही हो किस हालत में मेरे सामने खड़ी हो मै मानता हु कि तुम्हे ड्रग दिया गया है लेकिन थोड़ा सा होश रखो इतना तो ध्यान दो कि तुम क्या कर रही हो तुम बेड पर बैठो मैं अभी डॉक्टर को बुलाता हु आरवी रोते हुए बोली क्या करे हम फिर हमे बहुत ज्यादा गर्मी लग रही है ऐसा लग रहा है जैसे हमारा जिस्म जल रहा है आप भी हमारी हेल्प नहीं कर रहे है तो हम क्या करे समझ क्यों नहीं रहे है आप हमे आपकी जरूरत है डॉक्टर की नहीं हमारी मदद कीजिए वरना हम मर जाएंगे उसके सीने से लगाते हुए बोली मदद कीजिए हमारी हमे आपकी जरूरत है सम्राट अपनी आंखें बंद कर ली थी वो आरवी की हेल्प करना चाहता था बल्कि वो आरवी की हेल्प कर भी रहा था पर आरवी को जो चाहती थी सम्राट उसे नहीं दे सकता था सम्राट उसके करीब नहीं जा सकता था वो ये नहीं भूल सकता था कि आरवी उसके लिए अनजान है वो ऐसे कैसे आरवी के कहने पर उसके करीब जा सकता है आरवी अभी नशे में हैं वो क्या कर रही उसे नहीं पता पर सम्राट तो होश में है न उसे पता है कि आरवी क्या कर रही उससे क्या चाह रही है अगर वो आरवी की बात मानकर उसके करीब चल भी जाता है तो आरवी उसे सह नहीं पाएगी वो बहुत छोटी है इस दर्द ज्यादा होगा सम्राट ने आरवी को खुद से अलग किया उसका चेहरा अपने हाथों में भरते हुए बोला डॉल सुनो मेरी बात तुम जो चाहती हो मै वो नहीं कर सकता हूं समझो मेरी बात को आरवी ठीक है आप कुछ नहीं कर सकते है तो कोई बात नहीं हम खुद से कर लेते है आरवी अपने पैरो की मदद से थोड़ा ऊपर की ओर उठी सम्राट के गले में अपने दोनों हाथों को फसाया अपने गुलाब की पंखुड़ियों जैसे नरम होठ सम्राट के डार्क लिप्स पर रख दिया उसकी इस हरकत पर न तो सम्राट की आँखें हैरानी से बड़ी हुई थी न ही उसकी आंखों में कोई इमोशन दिख रहे थे उसकी आंखे बिलकुल नॉर्मल थी सम्राट अपनी खुली आंखों से आरवी के चेहरे को देख रहा था जो अपनी आँखें बंद करके उसके होठों को किसी लॉलीपॉप की तरह सक कर रही थी क्योंकि उसे किस करना नहीं आता था सम्राट ने आरवी की कमर पर अपनी पकड़ मजबूत करते हुए अपनी आँखें बंद कर ली उसने आरवी को खुद के करीब खींच लिया अब वो आरवी को किस कर रहा था आखिर वो कब तक खुद को कंट्रोल करता आरवी अट्रैक्टिव फिगर उससे पहले से अपनी तरफ अट्रेक्ट कर रहा था और आरवी का बार-बार उससे इस तरह से चिपकना उसे उसका कंट्रोल खोने ओर मजबूर कर रहा था फिर भी उसने खुद को कंट्रोल किया हुआ था लेकिन आरवी नरम होठों के अहसास ने उसे उसका कंट्रोल खोने पर मजबूर कर दिया सम्राट ने अपना हाथ आरवी के बालों में फसाया उसका चेहरा खुद के और करीब खींचा उसे बेहद पैशनेटली चूमने लगा आरवी की भी छोटी छोटी अंगुलियों सम्राट के बालों में उलझ गई थी दोनों एक दूसरे को चूम रहे थे नहीं चूम सिर्फ सम्राट रहा था आरवी बस अपनी आंखें बंद करके उसके किस को महसूस कर रही थी तीस मिनट की लंबी किस के बाद सम्राट ने आरवी के होठों को छोड़ा आरवी सांस बेहद गहरी चल रही थी वो लंबी लंबी सांसे ले रही थी उससे अलग सम्राट बिल्कुल नॉर्मल था
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आरवी अपनी नम आंखों से सम्राट को देख रही थी , सम्राट भी आरवी की आंखों में देखते हुए लगातार उसकी कमर को मसल रहा था जिससे आरवी को बहुत ज्यादा दर्द हो रहा था !
आरवी की आंखों की नमी जल्द ही आंसु बनकर उसके गाल पर बह गई! आरवी की आंखों में आंसु देखकर सम्राट तिरछा मुस्कुराया !
सम्राट ने अपनी एक उंगली पर आरवी के आंसू की बूंद को लिया उसे आरवी के चेहरे पर झिड़कते हुए बोला _ बहुत सॉफ्ट हो तुम डॉल, इतने में ही तुम्हारी आँखों से आंसू निकलने लगे, अभी तो तुम्हें और दर्द मिलना बाकी है और अभी तक तो मैने ऐसा कुछ किया भी नहीं है, जिसकी वजह से तुम्हारे आंखों में से आंसू निकले, अपने इन आशुओं को बचाकर रखो डॉल, ये आगे तुम्हे बहुत काम आने वाले हैं !

सम्राट थोड़ा सा आरवी की तरह झुका अपना माथा आरवी के माथे से लगाते हुए अपनी हरि आंखों से आरवी की नीली आंखों में देखते हुए बोला_ तुमने मेरे सवाल का जवाब नहीं दिया डॉल, तुम सबको मेरी किस हरकत के बारे में बताओगी, क्या बताओगे तुम सबको कि कहा- कहा मैने तुम्हे छुआ, किस तरह से छुआ, मेरी हरकतों के साथ -साथ तुम अपने बारे में भी बताना सबको कि जब मैं तुम्हे छू रहा था, चूम रहा था तो तुम मुझे रोकने के बजाए मेरी बाहों मे कैद हो कर सिसकियां भर रही थी, मेरी छुअन को आंखे बंद करके महसूस कर रही थी , तुम पूरी तरह से मेरे एहसासों में डूबी हुई थी, बोलो बता पाओगी ये सब सबको हम्ममम बोलो डॉल और रहा सवाल पुलिस कंप्लेन का तो पहली बात कोई भी तुम पर या तुम्हारी बातों पर यकीन नहीं करेगा और अगर उन्होंने तुम्हारी बात मानकर तुमपर यकीन कर भी लिया तो किसी में भी इतनी हिम्मत नहीं है कि वो सम्राट राजवंश को छू भी पाए ! पुलिस कंप्लेन तो मुझे करनी चाहिए डॉल , तुम्हारे खिलाफ मेरा फायदा उठाने
के लिए ! कल रात बिना मेरी परमिशन के तुम मेरे कमरे में आई, बिना मेरी परमिशन के तुमने मुझे छुआ, मेरे साथ रात बिताई और सुबह मुझे बेड पर अकेला छोड़ कर चली गई और मेरी बातों पर सब बहुत आसानी से यकीन कर लेंगे , अगर मैने ये कह कर तुम्हारे खिलाफ पुलिस कम्प्लेन की तुमने वो सब मेरे साथ मेरे किसी बिजनेस रायवल के कहने पर किया तब सभी मेरी बातों पर आसानी से यकीन कर लेंगे , सोचो तुम्हारा क्या होगा ! और जहां तक मैं जानता हूँ तुम तो अनाथ हो तुम्हारा अपना भी कोई नहीं जो तुम्हारे लिए मेरे खिलाफ लड़ सके!
इतना कह कर सम्राट ने आरवी के होठों के कॉर्नर पर किस किया और उससे दूर हो कर अपने दोनों पैंट की पॉकेट में डालकर आरवी को देखने लगा, जो किसी सोच में डूबी हुई थी आरवी को इसे सोच में डूबा हुआ देख कर सम्राट के होठों पर एक डेविल मुस्कान आ गई क्योंकि सम्राट जनता था कि उसकी डॉल क्या सोच रही है!
आरवी उसकी ही कही बातों के बारे में सोच रही थी आखिर सम्राट गलत ही क्या कहा था, अगर आरवी सम्राट के खिलाफ पुलिस कंप्लेन भी करती या किसी को भी उसके बारे में बताती तो कौन ही उस पर या उसकी बातों पर यकीन करता !
सम्राट दुनिया का नंबर वन बिजनेस मैन था उसे बदनाम करने के लिए हजारों लोग उसके पीछे है अगर आरवी किसी को कुछ भी सम्राट के बारे मे बताती तो जाहिर सी बात सभी आरवी को उन में से एक समझते, कोई उसकी बात पर यकीन नहीं करता !
वहीं अगर सम्राट ऐसा कुछ करता वो आरवी के खिलाफ कंप्लेन करता तो सभी लोग उसकी बातों पर आसानी से यकीन कर लेते !
वैसे भी आरवी अनाथ थी उसके आगे पीछे कोई नहीं था जो उसके लिए सम्राट से लड़ जाए !
आरवी की लाइफ में एक अकेली दिया ही थी ! दिया भले ही रिच फैमिली से बिलॉन्ग करती हो पर वो इतनी भी पावरफुल फैमिली बिलॉन्ग करती थी , कि वो सम्राट के खिलाफ जा सके, सम्राट आगे वो लोग कुछ भी नहीं थे, अगर दिया आरवी के लिए सम्राट से लड़ भी जाती तो सम्राट को उन्हें सड़क पर लाने में एक मिनट भी नहीं लगता !
आरवी की वजह से दिया को या उसकी फैमिली को कुछ हो ये आरवी कभी नहीं चाहेगी ! एक अकेली दिया ही थी जो उसकी फिक्र करती थी, जिसने आरवी से निस्वार्थ प्यार किया था , उसका ध्यान बिल्कुल एक बड़ी बहन की तरह रखती थीं !
अनाथ आश्रम में कई ऐसी भी लड़कियां थी जो आरवी को परेशान किया करती थीं , उससे बतमीजी किया करती थी , उसे ताने दिया करती थी जबकि वो खुद भी एक अनाथ थी ! इसके बावजूद कभी भी आरवी ने उनसे एक शब्द भी नहीं कहती थी !
आरवी यहीं सब कुछ सोच रही थी कौन है उसका अपना (दिया को छोड़ कर) जो उसके लिए सम्राट से लड़ेगा !
आरवी इन सब में दिया को बिल्कुल भी शामिल नहीं कर सकती हैं !
आरवी ने गहरी सांस ली और खुद को शांत आरवी सम्राट की तरह देखा जो उसे ही अपनी तिरछी मुस्कान के साथ देख रहा था !
आरवी सम्राट से बोली_ क्या चाहते हैं आप हमसे !
सम्राट किसी सनकी की तरह अपनी गर्दन टेढ़ी करके आरवी को ऊपर से नीचे तक देखते हुए बोला_ तुम्हे !
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आरवी सम्राट की कहीं सारी बातें के बारे मे सोच रहीं थीं सम्राट ने कुछ भी उससे कहा था सच ही था कुछ देर सोचने के बाद
आरवी ने गहरी सांस ली और खुद को शांत आरवी सम्राट की तरह देखा जो उसे ही अपनी तिरछी मुस्कान के साथ देख रहा था !
आरवी सम्राट से बोली_ क्या चाहते हैं आप हमसे !
सम्राट किसी सनकी की तरह अपनी गर्दन टेढ़ी करके आरवी को ऊपर से नीचे तक देखते हुए बोला_ तुम्हे !
सम्राट का जवाब सुनकर आरवी की आंखे हैरानी फटी रह गयी वो अपनी फटी हुयी आँखों से सम्राट को देख रहीं थीं !
सम्राट आरवी की आँखों में देखते हुए बोला _तुम चाहिए मुझे , तुम्हे पाना चाहता हूं मैं ! मैं चाहता हूं कि अब से आने वाली तुम्हारी हर रात मेरे नीचे सिसकते हुए गुजरे और तुम्हारी सुबह मेरे बाहों में हो ! मैं हर रात खुद को तुम्हारे अंदर महसूस करना चाहता हूं ! खुद को मुझे सौप दो डॉल ! हमेशा के लिए मेरी बन जाओ , हर तरीके से, हर तरह से, सिर्फ मेरी ! सिर्फ और सिर्फ मेरी, सम्राट राजवंश की ! हमेशा के लिए मेरी बस मेरी बन जाओ डॉल !
अगले ही पल कैबिन मे एक तेज थप्पड़ की आवाज गुजी , सम्राट का चेहरा एक तरफ झुका हुआ था !
आरवी ने सम्राट के शर्ट की कॉलर को मुठ्ठी में पकडते हुए उससे बेहद गुस्से में बोली_ समझ क्या रखा आपने हमे, हमें क्या कोई बाजारू औरत समझ रखा है आपने ! जो हर रात किसी के भी बिस्तर पर सजने के लिए तैयार रहती हैं, हम आपके कमरे में गलती से आए थे, हमे भी कोई शौक नहीं था बिना परमिशन आपके कमरे में आने का, उस वक्त हम नशे में थे किसी ने हमें नशा दिया था ! हम जानबूझकर आपके करीब नहीं आए थे और नाही हमने आपका कोई फायदा उठाया ! बल्कि फायदा आपने हमारा उठाया है ! अगर हम जबरदस्ती आपके करीब आ भी रहे थे तो आप हमें खुद से दूर कर देते , कमरे से बाहर निकाल देते , लेकिन नहीं आपने एसा कुछ नहीं किया ! बल्कि आपने हमारे साथ वो सब किया ! फायदा आपने हमारा उठाया है , हमारे नशे में होने का ! सिर्फ हमारे साथ ही नहीं ना जाने कितनी लड़कियों के साथ आपने वो सब किया होगा ! कितनी मासूम लड़कियों का आपने फायदा उठाया होगा, और उन्हें भी आपने इसी तरह डराया धमकाया होगा ! जैसे अभी हमे डरा रहे थे ! कैरेक्टर हमारा नहीं आपका खराब है ! फायदा उठाना आप को आता है हमे नहीं ! ल़डकियों के नशे में होने का फायदा आप उठाते , उनके साथ रात बिताते हैं , और उन्हें डराते है धमकाते है, ताकि वो आपके बारे में किसी को बता न सके , और आप आराम से उनके साथ वो सब कर सके ! और कितनी ल़डकियों के साथ आपने एसा किया है ! और कितनों का फायदा उठाया है आपने! बोलिए??
आरवी ये सब बेहद गुस्से में सम्राट से बोल रहीं थीं ! आरवी इस वक़्त गुस्से कांप रहीं थीं !
आरवी सम्राट का कॉलर और कसकर पकडते हुए उससे बोली _ बोलिए??जवाब दीजिए हमारे सवालों का, हमारे आलावा और कितनी ल़डकियों के साथ आपने वो सब किया है, और कितनी लड़कियों का फायदा उठाया है आपने ! हम आपको जेल भेज कर उन सभी इन्साफ दिलाएंगे ! हमने आपसे पहले भी कहा था कि हमे कमजोर समझने की गलती मत करना , भले ही हम अनाथ है, हमारा आपने कहने वाला कोई नहीं है ! लेकिन अपने हक के लिए लड़ना हम जानते हैं ! आपने जो हमारे साथ किया है और उन ल़डकियों के साथ जो किया है , उसकी सजा हम आपको दिलाएंगे ! छोड़ेंगे नहीं हम आपको ! बोलिए ?? और कितनी ल़डकियों के साथ आपने वो सब किया है ! बोलिए ?? कुछ पूछ रहे हैं हम आपसे ! नजरे नीचे क्यू झुकी है आपकी ! करते वक्त शर्मा नहीं आयी , बताने में शर्म आ रहीं हैं ! नजरे उपर कीजिए , और हमारी आँखों में देखते हुए बोलिए , और कितनी ल़डकियों के साथ आपने इतनी वो गंदी हरक़त की है , कितनों का फायदा उठाया है आपने ! बताइए हमे कुछ पूछा है हमने आपसे !
लगातार सम्राट से सवाल किए जा रहीं थीं , लेकिन सम्राट की नजरे अभी भी नीचे थी वो जमीन को नहीं , बल्कि आरवी हाथों को देख रहा था जिसने उसकी कॉलर को पकड़ रखा था !
सम्राट ने अपना सर ऊपर उठाया तो सम्राट को देख कर आर्वी की रूह कांप गयी, उसके हाथ अपने आप सम्राट की कॉलर से छूट गए , वो दो कदम पीछे हट गयी ! आरवी का शरीर इस वक़्त बुरी तरह कांप रहा था !
सम्राट लगा ही इतना भयानक था कि उसे देखकर किसी की भी रूह कांप जाए !
सम्राट की आंखे इस वक़्त खून सी लाल थी, उसका पूरा चेहरा पूरी तरह से काला पड़ गया था, गुस्से में उसकी मुट्ठीया भींच गयी थी इतना की उसकी दोनों मुट्ठीया पूरी सफेद पड़ गयी थी ! गुस्से में उसकी हाथों की और उसे गले की माथे की नशे साफ दिखाई दे रही थी !
सम्राट इस वक़्त एक डेविल लग रहा था ! और सम्राट अपनी आग उगलती आँखों से आरवी को घूर रहा था !
सम्राट ने टेबल पर रखा हुआ फ्लॉवर वास उठाया और जोर से जमीन पर पटक दिया !
सम्राट लगभग दहाड़ते हुए आरवी से बोला _ how dare you आरवी शर्मा, तुम्हारी हिम्मत कैसे हुयी मेरे बारे में इतनी घटिया बातें बोलने की !
सम्राट के इतने तेज बोलने की वजह से आरवी डर की वजह से दो कदम पीछे हट गयी !
आरवी फिर से अपने पैरों पर कुल्हाड़ी मारते हुए सम्राट से बोली_ ह..हमने कुछ ग..गलत नहीं क...कहा है , बल्कि स...सच बोला है ! आप ए..एक घटिया इंसान है , जो..जो लड़कियों का फ...फायदा उठाते हैं !
पहले आरवी का उसे थप्पड़ मारना , फिर उसके कॉलर को हाथ लगाना ! और उसके कैरेक्टर पर सवाल उठाना, फिर उसे वो सारी बातें कहना !
इन सब की वजह से सम्राट पहले से ही गुस्से में ज्वालामुखी बना हुआ था ! अब फिर से आरवी का उसे यह सब कहना, फिर से उसके कैरेक्टर पर उंगली उठाना ! इन सब ने फिर उसके गुस्से को बढ़ा दिया था !
अब तो सम्राट के गुस्से का ज्वालामुखी आरवी के उपर फूटने वाला था !
(गयी आरू बेबी 🤦♀️)
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आरवी चुपचाप सम्राट की बातों को सुन रही थी, आखिर सम्राट सच ही तो कह रहा था ! अगर वो आरवी को कमरे से बाहर निकाल देता तो जिन लड़कों ने आरवी को ड्रग्स दिया था वो उसे नोच डालते ! .
.(हालाकि ये लफ्ज़ सम्राट ने कितने मुश्किल से कहें थे सिर्फ वही जानता है ! इन लफ्जों को कहते हुए सम्राट का दिल का कांम्पा गया था , भले ही आरवी उसकी कुछ नहीं लगती थी लेकिन वो आरवी को उस हालत में, कभी नहीं देख सकता था)...
आखिर उन्होंने आरवी को ड्रग्स भी तो इसी लिए दिया था ताकि वो लोग आरवी पर हवस पूरी कर सके ! सम्राट आरवी को खुद से दूर कर रहा था वो तो उसके लिए डॉक्टर तक को बुला रहा था , लेकिन वो आरवी ही थी जो बार- बार उसके करीब जा रही थी, उसे छू रही थी ! क्योंकि उस वक्त आरवी भी अपने होश में नहीं थी, ड्रग का नशा उस पर हावी था , क्या कर रही है??? क्यों कर रही है ?? उसे कुछ नहीं पता था !
वहीं सम्राट ने भले ही ये सारी बाते आरवी से बहुत आराम से कही थी , लेकिन उसकी पकड़ आरवी के बालों पर उतनी ही ज्यादा तेज थी, जिससे आरवी को काफी दर्द हो रहा था , उसकी आंखों से आशु बहना बंद नहीं हुए थे !
आरवी अपनी भीगी हुयी नीली आँखों से सम्राट की लाल आँखों में देख रहीं थीं , सम्राट भी आरवी की आँखों में देख रहा था जहां उसे पछतावा दिखाई दे रहा था ,
अपनी बात कहने के बाद सम्राट ने झटके से आरवी को छोड़ दिया, यू सम्राट के झटके से छोड़ने की वजह से आरवी गिरते - गिरते बची थी लेकिन उसने खुद को संभाल लिया था ! आरवी सिर झुका कर सुबक रही थी , क्योंकि उसे अपने बालों में कभी दर्द हो रहा था !
आरवी धीरे से अपने बालों को हाथ लगाया तो उसकी सिसकी निकल गई "अह्ह्ह् " साथ ही उसका रोना भी बढ़ गया था !
वहीं सम्राट जो अपना चेहरा दूसरी तरफ किए हुए खुद का गुस्सा शांत करने के लिए गहरी -गहरी सांस ले रहा था उसके कानो में जैसे ही आरवी की सिसकी सुनाए दी तो वो पूरी तरह बेचैन हो गया , उसके दिल में एक टीस सी उठी !
उसका गुस्सा पूरी तरह से गायब हो गया था !
वो गुस्से में था, उसे भी पता था कि आरवी को कितना दर्द दे रहा है! आरवी के कहने के बाद भी उसने उसके बालों को भी छोड़ा था बल्कि उस पर अपनी पकड़ मजबूत कर ली थी !
वहीं आरवी अपना सर नीचे झुकाए हुए सुबक रही थी !
सम्राट ने झटके से आरवी को खींचकर अपने सीने से लगा लिया !
सम्राट के सीने से लगते ही आरवी का रोना बढ़ गया, वो सम्राट के सीने से लगी हुई जोर -ज़ोर से रोने लगी थी , आरवी के रोने की , सुबकने की आवाज पूरे कैबिन में गूंज रही थी !
सम्राट ने धीरे से आरवी के चोटी में गूथे हुए बालों को खोल दिया और उसके स्कैल्प को हल्के हाथों से सहलाने लगा !
आरवी सम्राट के सीने से लगी हुई जोर -जोर से रो रही थी !
आरवी सुबकते हुए सम्राट के सीने पर अपने छोटे -छोटे हाथों की मुट्ठी की बना कर मारते हुए बोली _ कि..कितने गंदे हैं आ..आप, कितने बुरे हैं आप, इ.. इ..इतनी जोर से हमारे बालों को पकड़ा था ! कितना द..दर्द हो रहा था हमें ह..हमारे बालों में, हमारे म..मना करने के बावजूद और ज..जोर से हमारे ब..बालों को पकड़ लिया था ! बहुत गंदे हो आप, ड..डेविल हो आप , डेविल राजवंश हो आप , गंदे डेविल हो आप , डेविल !
आरवी लगातार सम्राट के सीने पर मारते हुए एक ही बात बोल रहीं थीं ! डेविल हो आप , डेविल !
वही आरवी के मुँह से खुद के लिए डेविल सुनकर सम्राट के होठों पर एक कातिल मुस्कान आ गयी, क्योंकि आरवी ने कल रात भी उसे डेविल ही कहा था !
फ्लैशबैक
सम्राट बहुत ही तेजी से खुद को आरवी के अंदर मूव कर रहा था , जिसे आरवी सहन नहीं कर पा रहीं थीं ! उसके लिए अब सम्राट को सहना काफी मुश्किल हो रहा था ! भले ही वो नशे में थी , लेकिन एक हद तक ! अब उसपर से नशा भी कम हो रहा था, आरवी सम्राट के सीने पर अपने हाथ रखकर उसे खुद से दूर कर रही थी , लेकिन सम्राट उससे दूर होने की बजाय और भी जोरे से उसके अंदर thrust कर रहा था ! कमरे में AC चलने के बावजूद दोनों की बॉडी पसीने से भीग चुकी थी , सम्राट के माथे से बहता पसीना आरवी के चेहरे पर गिर रहा था !
आरवी एक आखिरी बार सम्राट के सीने पर अपने हाथों को रखकर उसे दूर करते हुए बोली_ अह्ह्ह् रुक जाइये , अब हम और आपको सह नहीं सकते हैं ! हमे सोना है , नींद आ रहीं हैं हमे !
सम्राट आरवी के अंदर खुद को और ज्यादा डीपली मूव करते हुए हाफ्ती आवाज में बोला _10 मिनट और डॉल !
इसी के साथ सम्राट और तेजी से आरवी अंदर खुद को तेजी से मूव करने लगा !
करीब दस मिनट बाद सम्राट ने खुद आरवी के अंदर रिलीज कर दिया और अपना सर आरवी के सीने पर रख लिया और गहरी -गहरी साँसे लेने लगा ! आरवी भी सम्राट की वार्मनेस को अपने अंदर महसूस कर सकती थी !
वही जब सम्राट की साँसे नॉर्मल हो गयी थी तो उसने धीरे से खुद को आरवी से अलग किया और उसके बगल लेट गया !
आरवी दूसरी तरह करवट लेते हुए धीरे से बोली_ डेविल !
आरवी ने डेविल बहुत ही धीरे से कहा था लेकिन सम्राट उसके पास ही था जिस वजह से उसने आराम से सुन लिया ! आरवी के मुँह से खुद के लिए डेविल सुनकर सम्राट के होठों पर एक डेविल मुस्कान आ गयी थी , क्योंकि जाने अनजाने में ही आरवी ने उसे वो कहा था जो सच मे उसकी पहचान थी , जो सच मे सम्राट था , एक डेविल ही था सम्राट !
सम्राट ने धीरे से आरवी को अपनी तरफ पलटा अब तक काफी गहरी नींद में सो चुकी थी ! आखिर सम्राट ने उसे इतना थका जो दिया था , सम्राट के फ्री करते ही वो सो गयी!
सम्राट आरवी के सूजे हुए होंठों को अपने अंगूठे से सहलाते हुए बोला_ सही कहा तुमने मेरी डॉल , मैं एक डेविल ही हू और तुम मेरी डॉल, इस डेविल की इनोसेंट डॉल !
सम्राट ने धीरे से आरवी के होठों को चूमा उसे अपनी बाहों में भरकर सो गया
फ्लैशबैक एंड
आरवी, सम्राट और दीवार के बीच बुरी तरह फस चुकी थी उसका सर नीचे झुका हुआ था ......सम्राट ने अपना एक हाथ वॉल पर रखा और दूसरा हाथ आरवी की पतली सी कमर में डालकर उसे खुद के करीब खींच लिया ....
सम्राट के अचानक इस तरह से खींचने की वजह से आरवी सीधे सम्राट के सीने से जा लगी साथ ही उसके मुंह से एक सिसकी निकल गई "आह्हहह"
क्योंकि सम्राट के इस तरह से खींचने की वजह से आरवी के सॉफ्ट ब्रेस्ट सम्राट के सख्त सीने से टकरा गए थे......पहले से ही उसके ब्रेस्ट में दर्द था और सम्राट के इस तरह से खींचने से उसके सॉफ्ट ब्रेस्ट सम्राट के सख्त सीने से टकरा गए .....जिस वजह से आरवी को ब्रेस्ट में बेहद दर्द हुआ .....
आरवी को ऐसा लगा जैसे वो किसी पत्थर से टकरा गई हो .....
आरवी के सॉफ्ट ब्रेस्ट सम्राट अपने सख्त सीने पर बहुत आराम से फिल कर सकता था..... उसके शर्ट के तीन बटन खुले हुए थे जिस वजह से उसका सख्त सीना साफ शो हो रहा था...... उसे अपने सीने पर बेहद ही नर्म चीज महसूस हो रही थी ......
सम्राट ने एक बार फिर से आरवी को खुद के करीब खींचा..... जिससे आरवी अब पूरी तरह सम्राट के सीने से लग चुकी थी..... साथ ही आरवी के मुंह से एक बार फिर से तेज सिसकी निकल गई "आह्हहह "....दोनों सीना आपस में बुरी तरह टकरा रहा था.....
आरवी की सिसकी सुनकर सम्राट के होठों पर एक कातिल मुस्कान आ गई सम्राट ने अपना चेहरा आरवी के गले में घुसा लिय उसकी गर्दन पर अपनी नाक रब करते हुए उसके बदन से आती भीनी -भीनी खुशबू को अपनी सांसों में उतारने लगता है.......
सम्राट के होठों की छुअन अपनी गर्दन पर पाकर आरवी का पूरा शरीर सिहर उठा.....दिल बेतहाशा धड़कने लगा.... आरवी दिल इस हद तक धड़क रहा था कि उसकी आवाज सम्राट को साफ सुनाई दे रही थी !
आरवी का चेहरा सम्राट के एक कंधे पर टिका हुआ था ....उसने कसकर अपनी आँखें बंद कर रखी थीं .....आरवी की सांसे बेहद गहरी सांस ले रही थीं .....आरवी के मुंह से निकली गहरी और गर्म सांसे सम्राट की गर्दन को छू रही थीं...... आरवी के मुँह से निकली गर्म -गर्म साँसों को अपनी गर्दन पर महसूस कर सम्राट को भी अपनी बॉडी में हल्की सिरहन महसूस हो रही थी ........आरवी के मुंह से अब हल्की हल्की सिसकियां निकल रही थी !
जिसकी आवाज पूरे कैबिन में गूंज रही थी.... आरवी ने कसकर सम्राट के बाइसेप्स को पकड़ा हुआ था .....लेकिन उसके छोटे- छोटे हाथों में सम्राट के बाइसेप्स समा नहीं रहे थे !
सम्राट आरवी की गर्दन पर अपनी नाक रब करते हुए उसकी खुशबू को अपनी सांसों के जरिए अपनी रूह में उतारते हुए बोला_ अभी तो मैने कुछ किया भी नहीं डॉल ....अभी से तुम्हारी सिसकियां निकलने लगी... जब कुछ करूंगा तब क्या होगा ....हम्ममम बोलो डॉल.....अपनी इन तेजी से धड़कती धड़कनों को संभालो डॉल.....तुम्हारी ये बढ़ी हुई धड़कने मुझे बहका रही है.. अगर मैं बहक गया तो तुम मेरे नीचे सिसकियां भरने के अलावा कुछ भी नहीं कर सकोगी .......तुम्हारे होठ खुलेंगे भी तो सिर्फ मेरे नाम की सिसकियां और आहे भरने के लिए...... इस लिए संभालो अपनी इन धड़कती धड़कनों को, तेज चलती सांसों को.......वरना???
सम्राट का एक हाथ (जो वॉल पर था)...उसे उसने आरवी की कमर पर रखा
बेहद सेंशुअली वे में आरवी की कमर और पीठ को सहलाते हुए बोला _वरना इस कैबिन में पूरी रात तुम्हारी हसीन सिसकियां,मदहोश कर देनी वाली आहों और मेरी गहरी सांसों का शोर होगा .......और वैसे भी मै कब से तड़प रहा हूं खुद को तुम्हारे अन्दर महसूस करने के लिए .....लेकिन अभी तुम उस कंडीशन में नहीं हो कि मुझे सह सको .....मै जेंटल तो बिल्कुल भी नहीं रहने वाला हूं तुम्हारे साथ ......इस लिए कंट्रोल योरसेल्फ डॉल ....तुम्हारी बहकी सांसे मुझे बहका रही है..... अगर मैं बहक गया तो अगले ही पल तुम बेड पर मेरे नीचे रहोगी और मैं तुम्हारे अन्दर !
सम्राट ने आरवी की पतली नाजुक कमर को अपनी हाथों में भर कर मसल दिया ...आरवी ने एक गहरी सांस के साथ एक गहरी सिसकी भरी "अहहह प्लीज नहीं"......सम्राट लगातार आरवी की क़मर को मसल रहा था
उसकी गर्दन को चूम रहा था उसे बाइट दे रहा था... जिससे आरवी के मुंह से सिसकियां निकल रही थीं....." उम्मम अहहह मह..हह इश्श्श्"
आरवी इस वक्त पूरी तरह सम्राट के एहसासों में डूबी हुई थी....
उसे जरा सा भी इस बात का अहसास नहीं था कि वो जिस इंसान की बाहों में है ....वो उससे दूर जाना चाहती थी....वो उस इंसान की बाहों में थी जिसने उससे उसकी वर्जिनिटी छीन ली.... उसका सब कुछ छीन लिया !
आरवी को इन सारी बाते का जरा सा भी होश नहीं था ...वो तो बस सम्राट की बाहों में कैद हो कर सिसकियां भर रही थीं !
आरवी को सम्राट का छूना गंदा या बुरा नहीं लग रहा था,नाही उसे सम्राट से कोई नेगेटिव वाइब आ रही थी""बल्कि उसे सम्राट का छूना बहुत सुकून पहुंचा रहा था.... बहुत अपनी सी छुअन महसूस हो रही थी उसे !
आरवी ने सुबह खुद को जिस कंडीशन में पाया था.... वो किसी भी लड़की के लिए क्रिटिकल सिचुएशन होती है .....उस समय आरवी के दिमाग ने काम करना बंद कर दिया था.... वो कुछ भी सोचने समझने की हालत में नहीं थी उसे कुछ दिख रहा था तो खुद की हालत .....वो बिना किसी लिबाज के किसी अंजान के बेड पर थी..... उसने किसी अंजान के साथ रात बिताई थी ....अभी वो उसी आंजन की बाहों में थी .....उसकी बाहों में कैद हो कर गर्म -गर्म आहें भर रही थी!
सम्राट इस वक्त आरवी के पास बैठा हुआ था , वो आरवी के छोटे से हाथ को अपने बड़े से हाथों में लेकर रब कर रहा था ,उसे होश में लाने की कोशिश कर रहा था , लेकिन आरवी होश में कैसे आए वो तो बेहोश थी उसे तो डॉक्टर की जरूरत थी !
सम्राट का पूरा चेहरा बेचैनी से भरा हुआ था , उसके चेहरे पर डर साफ दिखाई दे रहा था !
उसे आरवी से प्यार नहीं था लेकिन वो आरवी को खोना भी नहीं चाहता था , उसे ये भी पता था कि आरवी की इस हालत का जिम्मेदार भी वो खुद है , उसकी वजह से ही आरवी की ये हालत है !
सम्राट ने आरवी के पीले पड़ चुके चेहरे को देखा उसके माथे पर किस किया और उसके गालों को सहलाते हुए बोला _ मैं तुम्हे कुछ नहीं होने दूंगा डॉल , तुम्हारी इस हालत का जिम्मेदार मैं हूं , और इसकी सजा भी मुझे मिलनी चाहिए ! जब तुम होश में आ जाओगी तब मैं तुम्हारी आँखें के सामने खुद को सजा दूंगा !
तभी काफी टेबल पर रखा हुआ सम्राट का फोन बजा उसने कॉल उठाया उधर कुछ कहा गया जिसपर सम्राट बोला_ उसे लेकर मेरे रूम में आओ !
दो मिनट बाद वीर एक लेडी डॉक्टर के साथ रूम में इंटर हुआ !
सम्राट बेड से खड़ा हुआ अपने दोनों हाथों को अपनी पेंट की पॉकेट में डालते हुए अपनी सर्द आवाज में बोला _ चेक हर !
सम्राट की इतनी सर्द आवाज सुनकर तो वो लेडी डॉक्टर पूरी कांप गई थी वो धीरे से सम्राट से बोली_ Mr rajwansh आप बाहर जाइए , मैं मैम को चेक करती हूं
सम्राट बोला _ मै कही नहीं जाने वाला हूं , मेरे सामने ही मेरी डॉल को चेक करो , सिर्फ बेहोश हुई है वो !
डॉक्टर सम्राट को अपनी बात समझाते हुए बोली__ mr rajwansh भले ही मैम सिर्फ बेहोश है, लेकिन मुझे एक बार उसका फुल चेकअप करना होगा तभी मैं बता सकती हूं कि मैम को हुआ क्या , जो मैं आपके सामने नहीं कर सकती हूं इसलिए आपको कमरे से बाहर जाना होगा !
डॉक्टर की बात सुनकर सम्राट को गुस्सा तो बहुत आया लेकिन अपनी डॉल के लिए उसने अपने गुस्से को भी कंट्रोल कर लिया था यहां बात उसकी डॉल की थी इसलिए उसने अपने गुस्से को भी कंट्रोल किया था क्योंकि डॉक्टर ठीक ही कह रही थीं एक बार आरवी का फुल चेकअप करना जरूरी था !
सम्राट अपनी सर्द आवाज में बोला_ सिर्फ पांच मिनट है तुम्हारे पास !
इतना कह कर सम्राट कमरे से बाहर निकल गया साथ में वीर भी सम्राट के जाते ही डॉक्टर ने आरवी को चेक करना शुरू किया , उसने सबसे पहले आरवी की पहनी हुई शर्ट को ओपन किया , लेकिन आरवी की बॉडी को देखकर उसके चेहरे पर अलग ही एक्सप्रेशन आ जाते हैं वो आरवी को एक इंजेक्शन लगाती है और उसके शर्ट के बटन को बंद कर देती है !
डॉक्टर आरवी के पीले पड़ चुके चेहरे को देखते हुए बोली_ कितनी मासूम और प्यारी है ये और वो बिल्कुल डेविल जैसा , पता नहीं उस डेविल को कैसे ये मासूम सी गुड़िया मिल गई !
वही कैबिन के अंदर सम्राट बेचैनी से पूरे कैबिन में इधर उधर घूम रहा था उसके चेहरे पर परेशानी साफ दिखाई दे रही थी !
वहीं एक साइड में दिया और वीर खड़े थे दिया रो रही थी उसके सुबकने की आवाज हल्की हल्की से कैबिन में गूंज रही थी जो सम्राट के कानो में किसी कांटे की तरफ चुभ रहे थे !
अचानक से सम्राट दिया पर चिल्लाते हुए बोला_ shut up दिया मेहरा , मेरी डॉल की ऐसी हालत करने के बाद तुम अंशु बहा रही हो , अगर आज मेरी डॉल की ऐसी हालत है तो सिर्फ और सिर्फ तुम्हारी वजह से ! जब किसी चीज में सामने वाले की मर्जी न हो , उसे वो चीज न पसंद हो तो हमे उसे फोर्स नहीं करना चाहिए , जब मेरी डॉल ने तुम्हे मना कर दिया था कि उसे क्लब नहीं जाना है तो तुम क्यों उसे अपने साथ जबरजस्ती क्लब लेकर गई थी, बोलो क्यों.. क्यों लेकर गई थी तुम उसे , हां ...
लेकिन दिया कुछ बोलने की बजाय सुबक रहीं थीं और यहीं चीज़ सम्राट को बेहद गुस्सा दिला रहीं थीं !
सम्राट एक बार फिर दिया पर चिल्लाते हुए बोला_ कुछ पूछ रहा हूं मैं तुमसे मिस दिया मेहरा , जवाब दो मुझे , क्यों लेकर गई थी तुम मेरी डॉल को क्लब ....बोलो !
सम्राट के इस तरह से चिल्लाने की वजह से दिया कांप उठी थी ...जबकि वीर बिल्कुल नॉर्मल खड़ा था क्योंकि उसे पता था कि सम्राट का गुस्सा दिया ऊपर भी जरूर फूटेगा गलती तो उसकी भी थी !
और सम्राट ने गलत भी तो नहीं कहा था जब किसी चीज में सामने वाले की मर्जी न शामिल हो तो उसे फोर्स नहीं करना चाहिए !
किसी अनहोनी के डर से दिया का दिल कांप रहा था उसे नहीं पता था कि आरवी के साथ क्या हुआ है लेकिन सम्राट की बातों को सुनने के बाद उसे इतना तो पता चल गया था कि जरूर आरवी के साथ कुछ तो बुरा हुआ है जिसका पता उसे नहीं है !
दिया सम्राट से बोली_ क्या हुआ मेरी आरू के साथ !
सम्राट व्यंग में बोला_ रियली मिस दिया मेहरा तुम्हे सच में नहीं पता कि मेरी डॉल को हुआ है , तुम खुद को उसका दोस्त कहती हो न , और तुम्हे अपने दोस्त के बारे में नहीं पता कि उसके साथ क्या हुआ है !
दिया_ मिस्टर राजवंश मुझे सच में नहीं पता मेरी आरू के साथ क्या है , हा मैं उसे बिना उसकी मर्जी के बिना अपने साथ क्लब लेकर गई थी , लेकिन वो रात में ही घर वापस आ गई थी बिना मुझे बताए , मैने उसे बहुत ढूंढा था लेकिन वो मुझे नहीं मिली , मुझे लगा कि वो घर चली गई होगी इसलिए मैने उसे सुबह फोन किया था तो उसने मुझसे कहा था कि उसकी तबियत ठीक नहीं थी इसलिए वो रात को ही घर आ गई थी !
सम्राट _ उसने कहा और तुमने मान लिया एक बार भी तुमने जानने की कोशिश नहीं की कि क्या सच में उसकी तबियत ठीक नहीं थी या फिर कुछ और बात थी हम्ममम बोलो !
अब दिया क्या ही बोलती सम्राट कह तो सच ही रहा था आरवी जो कहा दिया ने उसे सच मान लिया हालांकि शक उसे भी हुआ था कि जरूर उसकी आरू उससे कुछ छुपा रही थी लेकिन फिर उसने सोचा हो सकता है वो कुछ ज्यादा ही सोच रही है !
दिया को चुप देखकर सम्राट का गुस्सा बढ़ रहा था ये सोच कर कि इतना कुछ आरवी के साथ होने के बाद उसे कुछ भी नहीं पता है !
आरवी को वो अपने साथ लेकर गई थी तो उसका ध्यान रखने की जिम्मेदारी उसकी थी , अगर वो आरवी का ध्यान रखती तो शायद आरवी के साथ ऐसा कुछ भी नहीं होता , सम्राट कुछ कहता कि
तभी डॉक्टर कमरे से आई तो सम्राट बोला_ मेरी डॉल कैसी है , क्या हुआ था उसे और वो बेहोश क्यों हो गई थीं!
डॉक्टर सम्राट से बोली_ मैम आपकी क्या लगती है
सम्राट _मेरी वाइफ
डॉक्टर ने नज़र वीर और दिया को देखा तो वीर दिया हाथ पकड़कर उसे कैबिन से बाहर लेकर चला जाता है उनके जाने के वो सम्राट से बोली_ मैम फिलहाल ठीक है , दर्द की वजह से वो बेहोश हो गई थी , मैने उन्हें इंजेक्शन दे दिया है आधे घंटे में उन्हें होश आ जाएगा !
उसे एक ट्यूब और कुछ मेडिसिन देते हुए बोली _ उनके होश में आने के बाद उन्हें कुछ खिला कर ये दवाई खिला दीजिएगा और ये दवाई आप उनके सूजन वाली जगह पर लगा दीजियेगा , उन्हें कुछ दिनों तक आराम की जरूरत है कोशिश कीजियेगा कि वो ज्यादा चले न !
99 फ्लोर पर लिफ्ट रुकी जिसमें से दिया बाहर निकली उसे एक नजर पूरे फ्लोर को देखा 99 फ्लोर पर भी सिर्फ एक ही कैबिन मौजूद था जो कि वीर का था
अगर 100 फ्लोर सम्राट का था तो 99 फ्लोर वीर का था
वीर सम्राट का pa होने के साथ साथ उसका एक बहुत ही अच्छा दोस्त था वीर की खुद की कंपनी थी जो टॉप टेन में आती थी , वो खुद खुद टॉप टेन बिजनेस मेंस में से टॉप थ्री पर आता था !
पहले नंबर पर सम्राट था दूसरे पर जो है उनके बारे में आपको आगे पता चलेगा तीसरे पर वीर आता था , लेकिन उसने सम्राट का साथ चुना था क्योंकि सम्राट के साथ रहना चाहता था !
दिया इस वक्त वीर के कैबिन के बाहर खड़ी थी उसकी नजर कैबिन के गेट पर लगे नेम प्लेस पर थी जिस पर वीर खुराना लिखा हुआ था !
दिया ने गेट नॉक करने की जहमत नहीं उठाई वो बिना नॉक किए ही वीर के कैबिन में घुस गई !
केबिन के अंदर घुसते ही दिया वीर पर बरसते हुए बोली_ मेरी आरू कहा है, अभी तक उसका इंटरव्यू क्यों नहीं हुआ , ऐसा कौन सा इंटरव्यू ले रहे हैं सीईओ सर जिसके लिए इतना टाइम लग रहा है , मेरा इंटरव्यू लेने में इतना टाइम तो नहीं लगा , मुझे तो जल्दी से सिलेक्ट कर लिया गया फिर मेरी आरू का इंटरव्यू लेने में इतना टाइम क्यों ,??.. बोलो....( अपना हाथ टेबल पर पटकते हुए) बोलो मैं तुमसे बात कर रही हूं !
वीर जो दिया का ही वेट कर रहा था उसने आँखें बंद करके अपना सर चेयर पर टीकाया हुआ था उसने अपनी आँखें खोली और बहुत ध्यान से दिया को देखने लगा !
दिया भी दिखने मे बेहद खूबसूरत थी छोटा सा चेहरा उस बड़ी -बड़ी काली आँखें जिससे वो अभी वीर को घूर रही थीं , हल्के फूले हुए गाल जो गुस्से से और फूल गए थे , छोटी सी नाक जो गुस्से की वजह से फूली हुई थी साथ ही उनपर थोड़ी रेड नेस भी थी , पतले होठ जो रेड लिपस्टिक से सनी हुई थी व्हाइट कुर्ती जिनपर छोटे -छोटे रेड चेरी की छाप थी , ब्लू जींस ,गले में स्कार्फ !
वीर की नजर दिया के होठों पर ठहर गई , दिया के होठों की तरफ देखते हुए ही वीर चेयर से उठा और अपने कदम दिया कि ओर बढ़ा दिए !
वहीं दिया जो वीर के इस तरह देखने से सिहर रही थी , पता नहीं ऐसा क्या था वीर की नजरों में जिससे दिया का बदन सिहर रहा था !
वीर को खुद की तरफ आते हुए देख कर दिया का दिल एकदम तेजी से धड़कने लगा था उसके कदम अपने आप पीछे होने लगे थे !
दिया को अपनी अंगुली दिखाते हुए अटकते हुए बोली_ तु..तुम मेरे पास क्यों अ..आ रहे हो , वहीं रह कर बात करो , मेरे पास आने की जरूरत नहीं है देखो मैं..में तुम्हे ....
दिया इस तरह से अटकते हुए देख कर वीर के चेहरे पर एक तिरछी मुस्कान आ गई थी क्योंकि वीर जब से दिया से मिला था दिया की जुबान कैंची की तरह चल ही रही थी , उसकी जुबान एक मिनट के लिए भी बंद नहीं हुई थी !
वीर अब एकदम दिया के करीब आ चुका था दिया पूरी तरह से दीवाल से लग चुकी थी , वीर ने दिया कि कमर पर अपना एक हाथ रखा और उसे खुद के करीब खींच लिया !
अपने होठ दिया के होठों के करीब लेजाकर बोला _ तुम क्या चेरी , क्या करोगी मेरे साथ बोलो ...
वीर के इतने करीब होने की वजह से दिया का दिल बेतहाशा धड़क रहा था जिसकी आवाज वीर को भी साफ सुनाई दे रही थी वीर के ठंडे हाथों को अपनी कमर पर महसूस कर उसका बदन सिहर रहा था गाल सुर्ख लाल हो रहे थे , हो भी क्यों न वीर पहला मर्द था जो उसके इतने करीब आया है , जिसने उसे पूरे हक से छुआ है !
वीर की जगह अभी कोई और होता तो दिया उसे हजारों गालियां सुना कर उसके कानों से खून निकाल देती साथ ही उसकी हड्डियों का चूर्मा बना दिया होता !
वीर अपने होठ और ज्यादा दिया के होठों के करीब लेजाते हुए बोला _ बोलो चेरी , अभी तुम्हारी ये कैंची जैसी जुबान बहुत ज्यादा चल रही थी , अब क्या हुआ तुम्हारी जुबान को , कही ये काटकर तुम्हारे मुंह से ही नहीं गिर गई हम्ममम बोलो चेरी !
सच में दिया कि जुबान कट कर उसके मुंह में ही गिर गई थी , वरना अब तक दिया वीर को हजार बाते सुना चुकी होती ये बात वीर भी बहुत अच्छे से जानता था , जिसकी जुबान को कोई नहीं बंद करवा सकता था उसकी जुबान वीर की करीबी से बंद हो गई थी , दिया के मुंह पर तो जैसे ताला ही लग गया था , उसके मुंह से तो लफ़्ज़ ही नहीं फूट रहे थे !
वीर ने अपना चेहरा दिया कि गर्दन में घुसा लिया और धीरे से उसकी गर्दन को लीक कर लिया , वीर की गर्म जीभ को अपनी गर्दन पर महसूस कर दिया का पूरा बदन अकड़ गया था , उसकी सांसे बेहद गहरी हो गई थी !
वीर लगातार दिया की गर्दन को लीक कर रहा था , तभी टेबल पर रखा हुए वीर का फोन बजा जिसकी आवाज सुनकर दोनों अपने होश में आए !
वीर दिया से अलग हुआ और टेबल पर रखा हुआ अपना फोन उठाया जिसपर किंग शो हो रहा था , वीर फोन को कान से लगाया इधर वो कुछ कहता कि सम्राट की आवाज आई !
सम्राट _अगले पांच मिनट में मुझे अपने केबिन में एक डॉक्टर चाहिए और ध्यान रखना डॉक्टर लेडी ही हो
वीर _क्या हुआ किंग मैम की वो ठीक तो है !
उधर से सम्राट अपनी सर्द आवाज में बोला_ तुम्हे जितना कहा है उतना करो , मेरी डॉल के लिए मै हूं , तुम्हे उसकी फिक्र करने की जरूरत नहीं है !
वीर _sorry किंग
सम्राट ने बिना उसकी sorry सुने कॉल कट कर दिया था !
वहीं दिया जिसका शर्म से बुरा हाल था उसका पूरा चेहरा लाल हो गया था , वो शर्म से अपनी नजरे इधर उधर घूमा रही थी ,अखिर कैसे वो वीर को अपने इतने करीब आने दे सकती है , पहले भी कई लड़कों ने उसके करीब आने की कोशिश की , लेकिन उसने सभी की हालत इतनी बुरी कर दी कि दुबारा किसी ने उसे छुना तो देखने की भी कोशिश नहीं की,
लेकिन जैसे ही वीर ने आरवी का जिक्र किया तो दिया भी आरवी के लिए बेहद घबरा गई !
दिया अपनी चिंता भरी आवाज वीर से बोली_ क्या हुआ मेरी आरू को , वो ठीक तो है न , उसकी तबियत पहले से ही ठीक नहीं थी , क्या हो गया मेरी आरू को , बताओ क्या हुआ मेरी आरू को !
वीर दिया को अपने सीने से लगाते हुए बोला_ शांत चेरी , कुछ नहीं हुआ है मैम को , ठीक है वो , तुम परेशान मत हो !
दिया वीर की शर्ट की अपनी मुट्ठी में भरते हुए रोते हुए बोली_ नहीं ..नहीं मेरी आरू ठीक नहीं है , उसकी तबियत पहले से ही ठीक नहीं थी ,मुझे पता है जरूर मेरी आरू के साथ कुछ हुआ है वो मुझ बता नहीं रही है लेकिन मुझे अहसास है , वो मुझसे जरूर कुछ छुपा रही है , वो मुझे बताना नहीं चाहती है, उसे लगता है कि मैं परेशान हो जाऊंगी !
अपना सर ऊपर उठा कर वीर से बोली _आप..आप मुझे मेरी आरू के पास ले कर चलो , मुझे मेरी आरू से मिलना !
वीर दिया के अंशु पोछे और उसके माथे पर किस करते हुए बोला _ पहले तुम रोना बंद करो तभी मैं तुम्हे मैम के पास ले कर चलूंगा , वरना नहीं !
दिया अपने आंसु पोछते हुए बोली_ नहीं..नहीं रो रही मै , अब मुझे मेरी आरू के पास ले कर चलो !
सम्राट की आग उगलती आँखें लगातार आरवी पर बनी हुई थीं वो अपनी आग उगलती आंखों से आरवी को देख रहा था जिसे महसूस कर आरवी की रूह कांप रही थी लेकिन इतने पर भी वो चुप बैठी इस बार आरवी कुल्हाड़ी को ही अपने पैरो पर मारते हुए बोली आपके इस तरह से डराने से हम डर नहीं जाएंगे क्या लगता है आपको आप अपनी इन आग उगलती आंखों से हमे घूरेंगे और हम चुप हो जाएंगे बिल्कुल हम सबको आपके बारे बताएंगे अपने हमारा और हमारी जैसी न जाने कितनी लड़कियों का नशे में होने का फायदा उठाया है उनके साथ जबरस्ती की है बिना उनकी मर्जी के उन्हें छुआ है आप एक निहायती बेहूदा इंसान है जिसके लिए लड़कियां सिर्फ अपनी हवस पूरी करने का जरिए है एक निहायती नीच इंसान है आप हम अभी सबको आपके बारे में बताने जा रहे हैं हम बताएंगे सबको उनका बॉस कितना बेहूदा इंसान है जो लड़कियों का फायदा उठाता है इतना कह कर आरवी जैसे ही कैबिन का डोर ओपन करने वाली थी कि तभी उसकी एक चीख निकल जाती है क्योंकि सम्राट ने आरवी के बालों को अपनी मुट्ठी में भर लिया था सम्राट ने इतने कसकर आरवी के बालों को अपनी मुट्ठी में भर रखा था आरवी को एसा लग रहा था कि उसके बाल उखड़ जाएंगे सम्राट ने आरवी के बालों को और कसकर अपनी मुट्ठी में भरते हुए उन्हें खींचते हुए आरवी का चेहरा ऊपर उठाया और उसकी आंखों में देखते हुए अपने एक एक शब्द चबाते हुए अपनी अपनी मौत सी ठंडी आवाज में बोला तुम्हारी हिम्मत कैसे हुई मेरे कैरेक्टर पर सवाल उठाने की मुझे बेहूदा और नीच इंसान बोलने की आरवी के बालों को और कसकर खींचते हुए बोला जानती क्या हो तुम मेरे बारे में हां तुम्हारी औकात मेरे सामने खड़े रहने की भी नहीं है और तुम मेरे मुंह पर ही मुझे बेहूदा और नीच बोल रही हो बिना मेरे बारे में जाने हुए ही तुमने मुझे जज कर लिया हम्ममम बोलो आरवी शर्मा हिम्मत कैसे हुई तुम्हारी मेरे बारे में ऐसा बोलने की अगर मैं जिस्म का भूखा होता हवस होता न तो अभी इस कैबिन में तुम्हारी चीखे गूंज रही होती मेरे नीचे तुम चीख रही होती तुम सम्राट इस तरह से उसके बालों को पकड़ने की वजह से आरवी को बहुत दर्द हो रहा था उसे तो ऐसा लग रहा था कि उसके बात उखड़कर सम्राट के हाथ में ही आ जाएंगे सम्राट की पकड़ उसके बालों पर पल पल कसती जा रही थी दर्द आरवी की जान निकल रही थी उसके आंखों से आंसु किसी झरने की बह रहे थे आरवी रोते हुए सम्राट से बोली हमारे बालों को छोड़ दीजिए हमें बहुत दर्द हो रहा है छोड़ दीजिए हमारे बालों को ये सुनकर सम्राट ने और कसकर आरवी के बालों को खींचा तो आरवी एक तेज चीख कैबिन में गूंज उठी सम्राट आरवी के बालों पर अपनी पकड़ मजबूत करते हुए बोला दर्द हो रहा तुम्हे डॉल आरवी उसकी में देखते हुए अपना सर हां हिलाती है तो उसी तरह उसके बालों पर अपनी मजबूत पकड़ बनाए रखते हुए बोला मुझे भी ऐसे ही दर्द हुआ था जब तुमने मेरे कैरेक्टर पर सवाल उठाया था मुझे एक बेहूदा और नीच इंसान कहा था मुझे प्लेबॉय कहा था मुझे लड़कियों का फायदा उठाने वाला था लड़कियों को अपनी हवस के use करने वाला था मैने तुम्हारा कोई फायदा नहीं उठाया था अगर तुम्हे छूने वाला पहला मर्द मै हूं तो मुझे भी छूने वाली पहली लड़की तुम थी मैं कोई जिस्म का भूखा नहीं हूं मेरे पीछे करोड़ों लड़कियां पागल हैं लेकिन मैने कभी भी उन्हें एक नजर उठा कर भी नहीं देखा मेरे एक हां बोलने पर लाखों लड़कियां मेरे बिस्तर पर बिछ जाए लेकिन मैं ऐसा कभी नहीं करता हूं क्योंकि मैं कोई प्लेबॉय या हवसी नहीं हूं नाही मेरा कैरेक्टर खराब है आरवी सम्राट की आंखों में देखते हुए उसकी सारी बाते सुन रही थी क्योंकि उसे सम्राट की आंखों में सच्चाई दिख रही थी सम्राट आरवी की आंखों में देखते हुए बोला और रही तुम्हारी की क्यों मैने तुम्हे खुद दूर नहीं किया क्यों मै तुम्हारे करीब आया क्यों मैने तुम्हे अपने कमरे से बाहर नहीं निकाला क्यों मै तुम्हारे साथ इंटीमेट हुआ इसका जवाब तुम बहुत अच्छे से जानती हो मैने तुम्हे अपने कमरे में बाहर क्यों नहीं निकाला अगर निकाल देता न तो जिन्होंने तुम्हे ड्रग्स दिया था वो तुम्हे नोच डालते तुम्हारे जिस्म पर अपनी हवस पूरी करते तुम्हे किसी भेड़िए की तरह नोच डालते शायद तुम जिंदा भी नहीं रहती और तुम बहुत अच्छे से जानती हो कि जब कोई दरिंदा किसी लड़की के जिस्म को नोचता है तो वो उसे जिंदा नहीं छोड़ता है क्या हालत करते है उनकी अगर जिंदा बच भी जाए तो समाज के ताने उन्हें जिंदा नहीं रहने नहीं देती सबसे ज्यादा खुद की आत्मा वो तुम्हे मरने को उकसाती है उन्हें खुद से ही घिन आती है यहां लड़कियां होशो हवास में होते हुए भी अपने आप नहीं बचा पाती है तो तुम तो उस वक्त नशे में थी तो सोचो कितना बचा पाती तुम खुद को उन दरिंदो कर पाती खुद की रक्षा बचा पाती खुद को उन लोगों से बोलो तुम अपने पैरों पर ठीक से खड़ी नहीं हो पा रही थी ऐसी हालत में कैसे खुद को उन लोगों से खुद को बचा पाती बोलो और रहा सवाल की क्यू मैं तुम्हारे साथ इंटीमेट हुआ क्यू मैने तुम्हे खुद से दूर नहीं किया मैं तुम्हे खुद से दूर कर रहा था एक बार नहीं कई बार मैने तुम्हे खुद से दूर किया था लेकिन तुम हर बार मेरे करीब आ रही थी क्योंकि मुझे छूने से तुम्हे राहत मिल रही थी तुम्हारे इस गर्मी से जलती हुई जिस्म को उस वक्त मेरी जरूरत थी मैं खुद अपनी मर्जी से तुम्हारे करीब नहीं आया था नाही मुझे तुम्हारे साथ इंटीमेट होने का कोई शौख था मैने सिर्फ तुम्हारी मदद की थी और कुछ नहीं तुम मेरे सामने दर्द से तड़प रही थी मुझसे मदद मांग रही थी अगर मैं तुम्हारे साथ इंटीमेट न होता तो जो ड्रग्स उन लोगों ने तुम्हे दिया था उससे तुम्हारी जान जा सकती थी मैने तुम्हारा कोई फायदा नहीं उठाया था बल्कि तुम्हारी मदद की थी
सम्राट ने ड्रॉवर में से मेडिसिन बॉक्स निकला, उसमें से ऑइंटमेंट निकाला , उसने ट्यूब ओपन की उसने थोड़ा सा आइंसमेंट को अपनी अंगुली पर निकाला बहुत धीरे -धीरे से आरवी के शरीर पर लगाने लगा!
सम्राट ने जैसे ही आरवी की सेंसटिव पार्ट को हल्का सा टच किया तो नींद में ही
आरवी के मुंह से एक सिसकी निकल गई " अहहहह "उसकी पलके फिर से गीली हो गई !
आरवी की सिसकी सुनकर सम्राट दिल टुकड़ों में बट गया ! उसके आंखों की नमी आंसु बनकर उसके गालों पर बह गई !
सम्राट ने धीरे से अपने हाथों से अपने गाल को छुआ फिर अपने हाथों को देखा जिसपर आंसु की बूंद थी जिसे देखकर सम्राट पूरी तरह से शोक हो गया था !
ये आंसु , ये आंसु कैसे ..??? उसकी आंखों से बह गए ! तीन - तीन गोलियां एक साथ अपने सीने पर सहने के बावजूद भी जिस ने एक उफ्फ तक न की , आंसु की बूंद तक उसके आंखों से न निकली ! वो आज किसी और के बह रहे हैं ! किसी और के दर्द को महसूस कर बह रहे हैं !
क्या..??? आरवी का दर्द इतना ज्यादा है कि उसकी आंखों के साथ - साथ सम्राट की भी आँखें भीग गई हैं !
हां ..??शायद आरवी का दर्द ज्यादा ही है , तभी तो सम्राट की आंखों से भी आंसु बह रहे हैं ! वरना जो इंसान कभी खुद के दर्द में भी नहीं रोया , वो आज किसी और के लिए रो रहा !
एक ऐसे इंसान के लिए रो रहा है, जिसे वो ठीक से जानता भी नहीं ! आखिर सम्राट आरवी को जानता ही कितना है , सिर्फ 12 घंटे हुए है उसे आरवी से मिले हुए !
सम्राट ने अपने आंसु साफ किए और इस बार बहुत ही धीरे से आरवी की सेंसटिव पार्ट पर मेडिसिन लगाने लगा !
सम्राट कर तो बहुत धीरे से था , लेकिन आरवी के लिए ये भी बहुत ज्यादा था ! उसे बहुत ज्यादा दर्द हो रहा था ! आरवी की बंद आंखों से लगातार आंसु बह रहे थे , उसके मुंह से दर्द भरी सिसकियां निकल रही थीं !
आरवी ने धीरे से अपनी आंखों को खोली , सम्राट के हाथों को पकड़ा और रोते हुए बोली _ नह..नहीं डेविल बहु...बहुत दर्द हो र...रहा है , मत कीजिए !
सम्राट आरवी का सर सहलाते हुए बेहद प्यार से बोला_ I know doll तुम्हे बहुत दर्द हो रहा है , लेकिन दवाई लगानी जरूरी है , वरना इंफेक्शन हो जायेगा समझो बच्चा !
इतना कह कर सम्राट ने जैसे ही आरवी की सेंसटिव पार्ट में दवाई लगाना शुरू किया तो इस बार आरवी का रोना बढ़ गया था ! दर्द कि वजह से आरवी अपने पैरो को बेड पर रगड़ रही थी ! उसके रोने की आवाज पूरी कमरे में गूंज रही थी !
आरवी को इतना रोते हुए देख कर सम्राट का दिल बुरी तरह छल्ली हो गया था ! उनसे वो दवाई टेबल पर रख दी और आरवी को कसकर अपने गले लगा लिया ! उसकी हिम्मत नहीं हो रही थी कि आरवी को दुबारा मेडिसिन लगा सके !
सम्राट आरवी के बालों को सहलाते हुए बोला_ बस ..बस डॉल, नहीं लगा रहा है मैं दवाई , चुप हो जाओ मेरा बच्चा !
तभी सम्राट ने महसूस किया कि आरवी का रोना एकदम बंद हो गया है !
उसने आरवी को खुद से दूर किया तो उसका चेहरा एक तरफ झुक गया था क्योंकि सो नहीं रही थीं , बल्कि वो दर्द की वजह से बेहोश हो गई थी !
सम्राट आरवी के गालों को थपथपाते हुए उसे जगा रहा था लेकिन आरवी उठती कैसे..?? वो तो बेहोश हो चुकी थी !
सम्राट लगातार आरवी के गालों को थपथपाते हुए जगा रहा था ! इस वक्त उसके चेहरे पर आरवी के फिक्र बेचैनी और उसे खोने का डर साफ दिखाई दे रहा था !
सम्राट ने आरवी को वापस से बेड पर लिटाया और क्लोज इट रूम में जाकर अपनी एक शर्ट लाया उसे आरवी को पहना दिया !
सम्राट कमरे से बाहर आया उसने टेबल पर रखा अपने फोन और वीर को कॉल किया !
दूसरी तरफ
दिया का इंटरव्यू हो चुका था और वो सिलेक्ट भी हो गई थी , उसे उसका कैबिन भी मिल चुका था !
जहां फिलहाल हो काम कर रही थी , इस वक्त टेबल पर लैपटॉप रखा हुआ था जो कि ऑन था , लेकिन उसका पूरा ध्यान लैपटॉप में न होकर कही और था ! उसके चेहरे पर परेशानी साफ दिख रही थी !
दिया ने अपनी हाथ में पहनी हुई वॉच में देखा और खुद से बोली _: इतना टाइम हो गया अभी तक आरु इंटरव्यू नहीं हुआ , क्या किससे पूछूं मैं ये , सीईओ सर के फ्लोर पर जाना भी मना है वरना मैं खुद जाकर पता कर लेती ! कही अरु ने उनके पूछे गए सवाल का कुछ गलत जवाब न दे दिया हो और उन्होंने गुस्से में मेरी आरु डांट न दिया हो , मेरी आरू! कैसे पता करु मैं ये मेरी अरु का इंटरव्यू हुआ कि नहीं !
तभी उसे कुछ याद और वो बोली _ ये तो मुझे सिर्फ एक ही इंसान बता सकता है वो है वो भूरी आंखों वाला बिल्ला , हां एक वही जो मुझे बता सकता है कि मेरी आरु का इंटरव्यू हुआ कि नहीं !
दिया इस बात से अंजान थी जिसे वो भूरी आंखों वाला बिल्ला बोल रही है वो उसकी सारी बाते सुन रहा है साथ में उसे देख भी रहा है !
खुद के भूरी आंखों वाला बिल्ला सुनकर वीर की आँखें छोटी हो गई थी वीर लैपटॉप में से ही दिया को देखते हुए बोला_ भूरी आंखों वाला बिल्ला हम्ममम, मिस दिया आओ तुम , बताता हू मैं तुम्हे , कौन हूं मैं !
सम्राट आरवी के बालों पर अपने होठ रब करते हुए बोला _सिर्फ अपनी डॉल डेविल हूं मैं !
वही आरवी लगातार सम्राट के सीने पर अपनी छोटी -छोटी मुट्ठीयो से मार रहीं थीं , लेकिन अब उसे हाथों में भी दर्द होने लगा था , उसके दोनों हाथ लाल हो गए थे !
आरवी ने अपना एक हाथ सम्राट की कमर में लपेट लिया और दूसरे हाथ से सम्राट की शर्ट को अपनी मुट्ठी में भर लिया था !
सम्राट के खुले सीने पर अपने गालों को रब करते हुए सुबकते हुए बोली_ ब.. बहुत बुरे हो आ..आप , बहुत गं..गंदे हो आप , डेवि..डेविल हो आप , डेविल
सम्राट अपने होंठों पर मुस्कान सजाये हुए अपनी डॉल के दिए गए नामों को सुन रहा था , जैसे आरवी उसकी तारीफ कर रहीं थीं ! उसने बिना कुछ बोले आरवी को अपनी गोद में उठा लिया और उसे लेकर अपनी सीईओ वाली चेयर पर बैठ गया !
आरवी ने अपना चेहरा सम्राट के गले में घुसा लिया था ! वो अभी भी धीरे -धीरे सुबक रही थीं , सम्राट अपने एक हाथ से आरवी के बालों को सहला रहा था , उसे बालों पर हल्की -हल्की थपकी दे रहा था , ताकि आरवी सो जाए क्योंकि उसका सोना बहुत जरूरी था ! पूरी रात वैसे भी सम्राट ने उसे सोने नहीं दिया था , अब उसका इतना रोना जो उसकी हेल्थ के लिए बिल्कुल भी अच्छा नहीं था , आरवी को आराम की काफी जरूरत थी ! सम्राट के दूसरे हाथ में आरवी के दोनों छोटे -छोटे हाथ थे जिन्हें वो हल्के- हल्के से सहला रहा था , जो उसके सीने पर मारने की वजह से लाल हो गए थे !
करीब पाँच मिनट बाद सम्राट को अपने गले पर आरवी की धीमी और गर्म सांसे महसूस हुई सम्राट समझ गया कि आरवी सो चुकी है !
सम्राट ने धीरे से आरवी का चेहरा अपने गले से बाहर निकाला और उसके माथे पर किस किया , उसे फिर से अपनी गोद में उठा लिया !
सम्राट आरवी को अपनी गोद में उठाए हुए एक बुक सेल्फ के पास आया , उसने एक बुक को हल्का सा साइड किया तो वो बुक सेल्फ दो हिस्सों में बट गई !
ये था सम्राट का प्राइवेट या कह लो सीक्रेट रूम , जिसके बारे में सिर्फ सम्राट और वीर को पता था !
सम्राट आरवी को लेकर कमरे में आया उसने बिल्कुल धीरे से आरवी को बेड पर लिटाया , जैसे आरवी कोई कांच की गुड़िया हो अगर जरा सा भी जोर लगाने से टूट जायेगी !
सम्राट बहुत ध्यान से आरवी का चेहरा देख रहा था , रोने की वजह से आरवी का चेहरा हल्का सा लाल था और उसके गालों पर आशुओं के निशान भी थे , उसकी पलकों पर अभी आंसुओं की बूंद ठहरी हुई थी ! सम्राट ने हौले से अपने होठ आरवी की गीली पलकों पर रख दिए और उसकी पलकों पर ठहरी हुई आशुओं की बूंद को बारी -बारी से अपने होठों के अंदर समेत लिया , सम्राट ने धीरे से अपने होठों को आरवी की पलकों पर से हटाया , और कुछ पल उसका चेहरा देखा फिर सीधे वाशरूम चला गया दो मिनट बाद सम्राट वाशरूम से बाहर आया !
इस वक्त उसके हाथ में एक छोटा सा गिला टावेल था !
सम्राट ने उस गिले टावेल से बहुत ही धीरे से आरवी के चेहरे को अच्छे से क्लीन किया और उस टावेल को वापस वाशरूम में रख दिया !
सम्राट ने आरवी अच्छे से ब्लैंकेट से कवर किया और उसके माथे और होठों पर एक सॉफ्ट किस किया , सम्राट ने कमरे से बाहर जाने के लिए अपनी कदम बढ़ाए ही थे कि कुछ सोच कर वो रुक गया !
सम्राट वापस से आरवी के पास आया और बहुत ही ध्यान से उसे देखने लगा अगले ही सम्राट ने आरवी के कपड़ों को निकलना शुरू किया ! अब आरवी के शरीर पर सिर्फ रेड कलर की इनर वियर थी , आरवी का दूध सा गोरा जिस्म सम्राट के आंखों के सामने था !
सम्राट बहुत ही ध्यान से आरवी के शरीर को देख रहा था , उसके जिस्म पर मौजूद अपने कल रात के दिए हुए बाइट मार्क्स को देख रहा था , जो अब नीले और पर्पल कलर के हो गए थे , जिन्हें देखकर साफ पता चला रहा कि आरवी कितने दर्द में थी ! कुछ सोच कर सम्राट ने आरवी के शरीर पर मौजूद उस आखिरी लिबास को भी निकाल दिया अब आरवी पूरी नेक्ड सम्राट के सामने थी !
सम्राट की नजर आरवी की सेंसटिव में पर गई जिसे देख कर सम्राट ने अपनी आँखें मिच ली उसके हाथों की मुठिया कस चुकी थी ! क्योंकि आरवी का सेंसटिव पार्ट सूजकर पूरी तरह से लाल हो गई थी कुछ ऐसा हाल आरवी के ब्रेस्ट का भी था ,
जिस पर उसके दांतों के निशान थे , जिसे देखकर साफ पता चला रहा है कि आरवी कितने ज्यादा दर्द में थी ! कितना दर्द हुआ होगा उसे ! भले ही आरवी नशे में थी लेकिन वो तो होश में था , उसे तो आरवी जेंटली संभालना चाहिए था, उसके साथ सॉफ्ट रहना चाहिए था ! लेकिन नहीं वो आरवी के साथ हद ज्यादा वाइल्ड था , अपने सेटिस्फेक्शन के चक्कर में वो आरवी को कितना दर्द दे बैठा इसका अहसास उसे नहीं था , वो पूरी रात आरवी के साथ इंटीमेट होता रहा , उसने एक पल के लिए भी आरवी को छोड़ा नहीं था ! आरवी उसे बार -बार रोक रही थी , उसे खुद से दूर कर रही थी लेकिन सम्राट उससे दूर होने की बजाय उसके साथ और वाइल्ड हो गया था !
सम्राट ने धीरे से अपनी आँखें खोली और आरवी के सेंसेटिव पार्ट को देखा इस बार सम्राट पूरा शरीर सिहर उठा था , अनायास ही उसके आंखों से नमी छाने लगी थी शायद वो आरवी के दर्द को महसूस कर रहा था !
राजवंश ग्रुप्स एंड इंडस्ट्रीज
100 फ्लोर
सम्राट का प्राइवेट कैबिन
अब आगे
आरवी अपनी नम आंखों से सम्राट को देख रही थी , सम्राट भी आरवी की आंखों में देखते हुए लगातार उसकी कमर को मसल रहा था जिससे आरवी को बहुत ज्यादा दर्द हो रहा था !
आरवी की आंखों की नमी जल्द ही आंसु बनकर उसके गाल पर बह गई! आरवी की आंखों में आंसु देखकर सम्राट तिरछा मुस्कुराया !
सम्राट ने अपनी एक उंगली पर आरवी के आंसू की बूंद को लिया उसे आरवी के चेहरे पर झिड़कते हुए बोला _ बहुत सॉफ्ट हो तुम डॉल, इतने में ही तुम्हारी आँखों से आंसू निकलने लगे, अभी तो तुम्हें और दर्द मिलना बाकी है और अभी तक तो मैने ऐसा कुछ किया भी नहीं है, जिसकी वजह से तुम्हारे आंखों में से आंसू निकले, अपने इन आशुओं को बचाकर रखो डॉल, ये आगे तुम्हे बहुत काम आने वाले हैं !

सम्राट थोड़ा सा आरवी की तरह झुका अपना माथा आरवी के माथे से लगाते हुए अपनी हरि आंखों से आरवी की नीली आंखों में देखते हुए बोला_ तुमने मेरे सवाल का जवाब नहीं दिया डॉल, तुम सबको मेरी किस हरकत के बारे में बताओगी, क्या बताओगे तुम सबको कि कहा- कहा मैने तुम्हे छुआ, किस तरह से छुआ, मेरी हरकतों के साथ -साथ तुम अपने बारे में भी बताना सबको कि जब मैं तुम्हे छू रहा था, चूम रहा था तो तुम मुझे रोकने के बजाए मेरी बाहों मे कैद हो कर सिसकियां भर रही थी, मेरी छुअन को आंखे बंद करके महसूस कर रही थी , तुम पूरी तरह से मेरे एहसासों में डूबी हुई थी, बोलो बता पाओगी ये सब सबको हम्ममम बोलो डॉल और रहा सवाल पुलिस कंप्लेन का तो पहली बात कोई भी तुम पर या तुम्हारी बातों पर यकीन नहीं करेगा और अगर उन्होंने तुम्हारी बात मानकर तुमपर यकीन कर भी लिया तो किसी में भी इतनी हिम्मत नहीं है कि वो सम्राट राजवंश को छू भी पाए ! पुलिस कंप्लेन तो मुझे करनी चाहिए डॉल , तुम्हारे खिलाफ मेरा फायदा उठाने
के लिए ! कल रात बिना मेरी परमिशन के तुम मेरे कमरे में आई, बिना मेरी परमिशन के तुमने मुझे छुआ, मेरे साथ रात बिताई और सुबह मुझे बेड पर अकेला छोड़ कर चली गई और मेरी बातों पर सब बहुत आसानी से यकीन कर लेंगे , अगर मैने ये कह कर तुम्हारे खिलाफ पुलिस कम्प्लेन की तुमने वो सब मेरे साथ मेरे किसी बिजनेस रायवल के कहने पर किया तब सभी मेरी बातों पर आसानी से यकीन कर लेंगे , सोचो तुम्हारा क्या होगा ! और जहां तक मैं जानता हूँ तुम तो अनाथ हो तुम्हारा अपना भी कोई नहीं जो तुम्हारे लिए मेरे खिलाफ लड़ सके!
इतना कह कर सम्राट ने आरवी के होठों के कॉर्नर पर किस किया और उससे दूर हो कर अपने दोनों पैंट की पॉकेट में डालकर आरवी को देखने लगा, जो किसी सोच में डूबी हुई थी आरवी को इसे सोच में डूबा हुआ देख कर सम्राट के होठों पर एक डेविल मुस्कान आ गई क्योंकि सम्राट जनता था कि उसकी डॉल क्या सोच रही है!
आरवी उसकी ही कही बातों के बारे में सोच रही थी आखिर सम्राट गलत ही क्या कहा था, अगर आरवी सम्राट के खिलाफ पुलिस कंप्लेन भी करती या किसी को भी उसके बारे में बताती तो कौन ही उस पर या उसकी बातों पर यकीन करता !
सम्राट दुनिया का नंबर वन बिजनेस मैन था उसे बदनाम करने के लिए हजारों लोग उसके पीछे है अगर आरवी किसी को कुछ भी सम्राट के बारे मे बताती तो जाहिर सी बात सभी आरवी को उन में से एक समझते, कोई उसकी बात पर यकीन नहीं करता !
वहीं अगर सम्राट ऐसा कुछ करता वो आरवी के खिलाफ कंप्लेन करता तो सभी लोग उसकी बातों पर आसानी से यकीन कर लेते !
वैसे भी आरवी अनाथ थी उसके आगे पीछे कोई नहीं था जो उसके लिए सम्राट से लड़ जाए !
आरवी की लाइफ में एक अकेली दिया ही थी ! दिया भले ही रिच फैमिली से बिलॉन्ग करती हो पर वो इतनी भी पावरफुल फैमिली बिलॉन्ग करती थी , कि वो सम्राट के खिलाफ जा सके, सम्राट आगे वो लोग कुछ भी नहीं थे, अगर दिया आरवी के लिए सम्राट से लड़ भी जाती तो सम्राट को उन्हें सड़क पर लाने में एक मिनट भी नहीं लगता !
आरवी की वजह से दिया को या उसकी फैमिली को कुछ हो ये आरवी कभी नहीं चाहेगी ! एक अकेली दिया ही थी जो उसकी फिक्र करती थी, जिसने आरवी से निस्वार्थ प्यार किया था , उसका ध्यान बिल्कुल एक बड़ी बहन की तरह रखती थीं !
अनाथ आश्रम में कई ऐसी भी लड़कियां थी जो आरवी को परेशान किया करती थीं , उससे बतमीजी किया करती थी , उसे ताने दिया करती थी जबकि वो खुद भी एक अनाथ थी ! इसके बावजूद कभी भी आरवी ने उनसे एक शब्द भी नहीं कहती थी !
आरवी यहीं सब कुछ सोच रही थी कौन है उसका अपना (दिया को छोड़ कर) जो उसके लिए सम्राट से लड़ेगा !
आरवी इन सब में दिया को बिल्कुल भी शामिल नहीं कर सकती हैं !
आरवी ने गहरी सांस ली और खुद को शांत आरवी सम्राट की तरह देखा जो उसे ही अपनी तिरछी मुस्कान के साथ देख रहा था !
आरवी सम्राट से बोली_ क्या चाहते हैं आप हमसे !
सम्राट किसी सनकी की तरह अपनी गर्दन टेढ़ी करके आरवी को ऊपर से नीचे तक देखते हुए बोला_ तुम्हे !
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