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Forbidden love

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Chhaya Rani

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ये कहानी एक ऐसी लड़की की है जो अनाथ थी जिसका नाम राशि कपूर था।अपनी जिंदगी का गुजारा बहुत मुश्किल से करती थी।मगर एक नामी गुंडे से परेशान होकर उसने अपना गांव छोड़ने का फैसला किया।वहां से भाग कर मुंबई जैसे बड़े शहर मैं आई। वहां उसे अपना गुजारा करने के ल...

Total Chapters (32)

Page 1 of 2

  • 1. Forbidden love - Chapter 1

    Words: 1013

    Estimated Reading Time: 7 min

    Indore, Madhya Pradesh.

    Moonlight क्लब।

    इंदौर का सबसे बड़ा और सबसे मशहूर क्लब जहां पर अक्सर काफी बिगड़े और अमीरजादे लोग ही आते थे ।क्लब के एक कोने में कुछ लड़के लोग ड्रग्स और दारू के नशे में चूर थे।वही दूसरी तरफ कुछ लड़कियां काफी छोटे और रिविलिंग ड्रेस पहन कर नशे में चूर होकर लड़कों के साथ डांस कर रही थी।

    वही एक लड़की जो उस वक्त हाथ में ड्रिंक की  ट्रे पकड़े कस्टमर को सर्व कर रही थी।

    तभी एक आदमी ने उसका हाथ पकड़ते हुए कहा, " क्या यहां सबको ड्रिंक सर्व कर रही है एक बार हमे  अपनी सर्विस तो दे।हमे खुश तो कर ।यकीन कर बहुत पैसा देंगे।जितना तेरा ये बार मालिक देता है न उस से कहीं ज्यादा एक रात का दूंगा।

    तभी वो लड़की अपना हाथ छुड़ा कर वहां से चुपचाप जाने लगती है।वहां से जाने के बाद वो लड़की काउंटर पर जकड़ खड़ी होकर बोली, " पता नहीं ये लोग को समझते क्या है ?

    अगर इतने ही अमीर है तो कही दान क्यों नहीं कर देते? लेकिन पैसे तो फालतू उड़ाने का सोचते है।अगर मेरी मजबूरी न होती न तो यहां काम ही न करती।

    तभी उसके बगल में खड़ी उसकी एक दोस्त बोली, " अब क्या होगा राशि कपूर? तू इतना गुस्सा क्यों हो रही है?

    वैसे भी अगर ये लोग पैसे न उड़ाए न यहां आकर ।तो हमे भी पेमेंट नहीं मिलेगी।इन लोगों के पैसे उड़ाने कि वजह से हमें पैसे मिलते है।

    तभी राशि ने गुस्से से कहा,  " इसका मतलब ये नहीं कि पैसे के दम पर किसी  को भी बिस्तर पर लाने की बात करेंगे ये लोग रिया।

    रिया ने उसके कंधे पर हाथ रखते हुए कहा,चल अब इतना भी गुस्सा मत कर।अपना जल्दी से काम खत्म करते है और यहां से निकलते है।वरना तुझे पता है वो तेरा  सनकी और पगला दीवाना आशिक यहां आ जाएगा।फिर तो कुछ भी नहीं कर पाएगी।

    वो यहां आए उस से पहले ही यहां से अपना काम खत्म कर के निकल जाते है।

    राशि ने रिया को घूरते हुए कहा,उसका नाम भी मत लेना ।उसे देख कर जो तो चाहता है कि खून कर दूं।मगर उसकी पावर और पैसे की ताकत के आगे मैं कुछ भी नहीं कर सकती।खैर ! अब चल जल्दी से अपना काम खत्म करते है।  ये कह कर राशि एक बार फिर से अपना काम पर लग गई।

    मुंबई।

    एक बड़े से होटल के काफी लक्जरियस रूम के अंदर काफी ज्यादा अंधेरा था। हल्की से भी रोशनी का कोई पता नहीं था। उस रूम के आलीशान बेड पर एक लड़का आराम से बैठ कर अपना काम कर रहा था। उतने सन्नाटे में सिर्फ एक लैपटॉप की रोशनी और उसकी आवाज ही आ रही थी।

    तभी अचानक से उसका फोन बजा।उसने बिना नजरे हटाए  अपना फोन उठाया।तभी उधर से उसके असिस्टेंट  अक्षत देवन ने कहा, " बॉस लड़की आपके रूम में आ रही है।

    उस लड़के ने ठीक है जवाब देकर फोन काट दिया।

    तभी अचानक से कमरे का दरवाजा खुला।एक लड़की अन्दर आई जिसने काफी टाइट और सेक ड्रेस पहन रखी थी।उसे देख कर लग रहा  था कि अगर उसने जरा सा भी झुकने की कोशिश की तो उसकी ड्रेस फट जाएगी।

    उस लड़की ने कमरे में अंधेरा देख कर कहा, " कोई है क्या? इतना अंधेरा क्यों कर रखा है।मिस्टर राठौड़?

    तभी एक डार्क सी आवाज आई ।उसने कहा,  चुपचाप सीधे कदम से दस कदम आ जाओ। वो लड़की अब बाद न बोले आ गई।तभी उस लड़के ने  अंधेरे में उस लड़की का हाथ पकड़ कर बेड की तरफ खींचा और उसके कपड़े फाड़ दिए।ऐसा होते ही लड़की एक अल को शॉक्ड हुई मगर अगले पल उसके चेहरे पर मुस्कुराहट आ गई।क्योंकि वो यही तो चाहती थी कि  अरमान सिंह राठौड़ के गठीले और सुडौल बदन को महसूस करे और उसकी जवानी का मजा ले।

    अब उन दोनों के बदन पर एक भी कपड़ा नहीं था।कुछ देर में उस कमरे  से। सिसकियों भरी आवाजें आने लगी। 

    इंदौर।

    राशि अपना काम खत्म करके चेंजिंग रूम मैं आई।उसने अपने वर्किंग कपड़े खोल कर घर के कपड़े पहन लिए।अपने चेहरे से सारा मेकअप उतार कर पूरा क्लीन कर लिया।तभी वहां पर क्लब का मैनेजर आया।उसने राशि के हाथ मैं एक लिफाफा थमाते हुए कहा, "ये रही तुम्हारी इस महीने की पेमेंट ।कल से हो सके थोड़ा जल्दी आना।कुछ काम है।राशि ने हां में सिर ह लाया और वहां से जाने लगी।

    तभी उसके पास रिया दौड़ते हुए आई।उसे इस तरह देख कर राशि ने कहा , " क्या हुआ तू इस तरह क्यों हाफ रही है।सब ठीक तो है न।

    रिया अपनी सांस को कंट्रोल करते हुए बोली, वो , वो आया है।वो युवराज थापर।वो इस तरफ ही आ रहा है।ये बात सुन कर राशि की आंखों हैरानी से बड़ी हो गई।तभी अचानक से ग्रीन रूम का दरवाजा खुला।सामने खड़े शख्स को देख कर राशि की सांसें तेज हो गई।

    उसके ठीक सामने एक हट्टा कट्टा लड़का खड़ा था।जिसका बदन बहुत सुडौल और गठीला था।उसके बायसेप्स और मसल्स कपड़े के ऊपर से भू साफ दिख रहे थे।उसके बड़े ब्राउन बाल काफी सिल्की और सॉफ्ट थे।

    उसने एक नजर मैनेजर और रिया को देख तो उसकी नजरों को समझ कर वो दोनो वहां से रवाना हो गए।क्योंकि उन दोनों को पता था। की इसे राशि से ही बात करनी है।

    रिया जाने से पहले राशि के पास कानों खड़ी होकर बोली, "" प्लीज डरना मत। डट कर सामना करना। क्योंकि ये तुझे कुछ भी नहीं करेगा।ये कह कर रिया वहां से चली गई।

    सबके जाते ही युवराज ने दरवाजा बंद किया।उसके ऐसा करते ही राशि एक पल के लिए डर गई।मगर उसने चेहरे पर खुद को जाहिर नहीं होने दिया। युवराज उसके अब एक दम करीब आया ।उसने उसके बालों को पीछे करते हुए कहा , " क्या हाल है जाने मन? "

    राशि उसके टच से कंफर्टेबल हो रही थी।उसने उसका हाथ झटकते हुए नॉर्मली टोन में कहा, "" मुझे छुआ मत करो"।

    उसके ऐसा करते ही युवराज ने अपने हाथों को देख और मुस्कुराते हुए कहा, कब तक बचने का इरादा है।कल रेडी रहना।हम कहीं जा रहे है।ऐसा कह कर वो वहां से निकल गया।

    Thanks for reading guys!

  • 2. Forbidden love - Chapter 2

    Words: 1067

    Estimated Reading Time: 7 min

    Club.

    युवराज ने उसे कल का मिलने का कह कर वहां से चला गया।उसके जाते ही राशि जो सारी सहमी खड़ी थी।वो अचानक से गहरी गहरी सांस लेने लगी।कुछ देर खुद को रोल्स करने के बाद जल्दी से वो क्लब से बाहर आई।

    वो जल्दी से जाकर एक ऑटो मैं बैठ गई जिस पर ऑलरेडी रिया बैठी ही थी।

    ऑटो पर बैठते ही राशि ने कहा, " प्लीज जल्दी चलिए।रिया ने उसे देख कर कहा , " तू ठीक तो है न।क्या उसने तेरे साथ कुछ किया?

    राशि ने उसकी बात सुन कर न में जवाब देते हुए कहा, " उबलने मेरे साथ कुछ नहीं किया।

    तभी रिया ने कहा, " तब तू इतना ज्यादा हाफ क्यों रही है।और ये पसीने से तेरा शरीर इतना चिपचिप क्यों कर रहा है?

    राशि ने कहा, कुछ नहीं! उसने कहा है कि वो कल मुझे कहीं लेकर जन चाहता है।पर मुझे कहीं नहीं जाना।उस गुंडे के आदमी हमेशा डरावना चेहरा लिए और उनके हाथ मैं बंदूक कट्टे लिए रहते है।राह आते जाते हर लड़कियों को छेड़ते है।

    मैं बहुत तंग आ चुकी हूं।पता नहीं का। छुटकारा मिलेगा इन सब चीजों से।

    रिया ने उसे रिलैक्स करते हुए कहा,बस शांत हो जा।ज्यादा मत सोच।राशि ने हां मैं सिर हिलाया और चुपचाप बाहर की तरफ देखने लगी।

    एक बड़े से ग्राउंड में काफी सारी आदमी बैठे हुए थे ।बैठे क्या नशे में  झूम रहे थे। और सामने कुछ लड़कियां नाच रही थी।उन सब आदमियों। के हाथ में  बंदूकें थी।सब लोग लड़कियों के आस पास नच रहे थे।कभी उसके बदन को छूने की कोशिश कर रहे थे।कभी उन्हें चूमने की कोशिश कर रहे थे।


    तभी एक जीप और उसके पीछे तीन चार बुलेरो आकर खड़ी हो गई।उस जीप के बाहर से एक लड़का उतरा जो कोई और नहीं युवराज ही था।

    अब वो वहां आया तो सब लोग शांत हो चुके थे।यहां तक कि लड़कियों ने भी अपना नाच गाना बंद कर दिया था।

    तभी युवराज ने आते हुए कहा, " अरे भई क्या बात है।कोई भूत _ बूत देख लिया क्या जो ये सब बंद कर दिया।अरे बजाओ जम कर ।हम भी थोड़ा एंजॉयमेंट कर ले।काफी दिन हो गए इन सब के मजे लिए।तभी उन में से एक एक आदमी ने कहा, क्यों भैया जी? अगर होने वाली भाभी को पता चल गया न कि आप लड़कियों के साथ इस तरह से नाच रहे है तो बुरा मान जाएगी।

    युवराज ने मुस्कुराते हुए कहा, अरे अपनी जाने मन को हम मन लेंगे।मगर जब तक वो हमें खुद को हाथ न लगाने देती।तब तक हम इन कमसिन कलियों के साथ मजे किया जाए ।ये कह कर वो एक लड़की के साथ नाचने लगा।

    तभी अचानक से उसका फोन बजा।उसने देख तो उसके पापा का फोन था।उसने फोन उठा कर कुछ बात की और कहा ठीक है मैं अभी आया।

    इधर राशि और रिया पहुंच चुकी थी।वो लोग एक छोटे से कमरे में रहते थे जिसमें की सिर्फ दो रूम और एक किचेन था।जिसका हर महीने रेंट भरना होता था।

    राशि और रिया घर के अन्दर आई और आते ही बेड पर लेट गई।तभी रिया ने घर की सीलिंग को देखते हुए कहा," काश हमारे पास बहुत सारा पैसा हो तो एक आलीशान सा घर बनाएंगे।हर तरह की सुख सुविधाएं होगी जिसमें।

    तभी राशि ने कहा, मैं तो ये सपना भी नहीं देख सकती।क्योंकि जिस तरह से वो गुंडा मेरे पीछे पड़ा हुआ है।जिस तरह से वो मेरे साथ हरकतें करता है।मुझे बहुत डर लगता है।

    रिया ने कहा, चिल कर।वो कुछ भी नहीं कर पाएगा।चल चलके कपड़े बदल चुपचाप सो जाते है।

    इधर युवराज जब अपने घर पहुंचा तभी उसके सामने उसका बाप राघवेंद्र खड़ा था।उसने युवराज को देखते हुए कहा, तुझे एक बहुत जरूरी काम से बुलाया है।करेगा?

    युवराज ने कहा, " आप पूछ क्यों रहे है पापा ? एक बार हुकुम तो करो।

    राघवेंद्र ने कहा, " नहीं  बेटे! आज कल जिस तरह से तुम उस अनाथ लड़की के पीछे पड़े रहते हो ।उस हिसाब से तो मुझे लगता है कहीं उसके चक्कर में सब कुछ भूल ही न जाओ।

    युवराज ने अपने पापा के कंधे पर हाथ रखते हुए कहा," पापा वो लड़की भी बहुत जरूरी है मगर आपका काम उस से भी ज्यादा जरूरी है।


    राघवेंद्र ने कहा,वो जो शास्त्री है न उसकी हाथ पैर तोड़ने है अगर उसने हमारे एक लाख न दिए तो।अगर उस से भी दिल न भरे तो उसकी  लड़की को उठा लेना। सुना है बहुत पढ़ी लिखी है। अपने घर की मैनेजर बना लेंगे जब तक उसका बाप पैसा नहीं दे देता।


    युवराज ने कहा, बस इतनी सी बात।उसके हाथ पैर तोड़ने की क्या जरूरत ।उस लड़की को ही उठा लाता हु ।जब पैसे देगा तो लड़की ले जायेगा जब तक हमारे घर का काम कर लेगी।
    ये कह कर वहां से युवराज चला गया

    सुबह का समय।

    मुंबई।

    The Heritage heaven.

    इस होटल का सबसे टॉप फ्लोर पर  के एक  आलीशान केबिन में  अरमान चेयर पर बैठा हुआ था।उसके हाथ में सिगरेट थी और एक हाथ से लैपटॉप पर काम कर रहा था।

    तभी उसका असिस्टेंट अक्षत देवान आया ।उसने कहा, " बॉस वो लड़की वहां से जा चुकी है। अरमान ने कहा, और कमरे की सफाई?

    अक्षत ने कहा, वो भी वो हो गई है।सब कुछ चेंज कर दिया गया है।

    अरमान ने पूरे एटीट्यूड के साथ कहा, तुम्हे पता है ये जो लड़कियां होती है उनकी कमजोरी क्या होती है? सिर्फ पैसा!

    अगर इन्हें मुंह मांगी रकम मिल जाए न तो ये किसी के भी आगे बिछ जाती है।और खुद को उनके हवाले कर देती है।

    अक्षत ने उसकी बात सुन कर अपने मन में कहा,हर लड़कियों की डेफिनेशन सेम नहीं होती।कुछ की बहुत अलग होती है।भगवान करे आपकी लाइड में कोई आए और आपका लड़कियों को देखने का नजरिया ही बदल जाए।

    तभी अरमान ने कहा, ऑफिस जाने का इरादा है या यही रहना है।अक्षत ने कहा, बॉस सब रेडी है।आप कहे तो हम चला सकते है।
    अरमान ने हां मैं सिर हिलाया और वहां से चला गया।

    इंदौर।

    रिया इस वक्त किचेन में कॉफी रेडी कर रही थी।राशि नहा कर पूजा कर रही थी। तभी अचानक से डोरबेल बजी।राशि ने कहा,रुक मैं देखती हूं।उसने जब दरवाजा खोला तो सामने एक बहुत बड़ा फूलों का गुलदस्ता और एक बड़ा स तोहफा रखा हुआ था।उसने कन्फ्यूजन से इधर उधर देखा तो कोई नहीं था।तब उसने उन तोहफों को देखा जिस पर कोई नोट भी नहीं लिखा था।तभी उसकी नजर एक नीचे  लिफाफे पर गई।उसे खोल कर देखा तो हैरान हो गई।

  • 3. Forbidden love - Chapter 3

    Words: 1026

    Estimated Reading Time: 7 min

    राशि ने जब अपने घर का दरवाजा खोला तो सामने फूलों का बड़ा स गुलदस्ता दिखाई दिया।साथ ही एक बहुत बड़ा सा तोहफा रखा हुआ था।

    राशि ने अपनी नजरे इधर उधर करके देखा तो कहीं भी कुछ नजर नहीं आया।अचानक ही उसकी नजर एक लिफाफे पर गई।उसने उसे उठाया।

    तभी उसके पी ची से रिया आ कर बोली," कौन है? फिर उसने फूलों का गुलदस्ता देखते हुए कहा, " बाओ! इतना बड़ा आ गुलदस्ता ! आखिर किसने भेजा।

    तभी राशि ने लेटर खोल कर पढ़ा ।उसमें लिखा इस दिए हुए फूलों की तरह तुम भी हमेशा खिली खिली रही।उसे तोहफे में जो मैने तुम्हे भेजा है। उसे पहन कर तैयार रहना ।

    मेरा एक आदमी वहां अपनी गाड़ी लेकर आ रहा है।अगर तुमने ऐसा नहीं किया तो तुम्हारी प्यारी दोस्त रिया आज अपनी जान से हाथ धो बैठेगी।

    लास्ट लाइन पढ़ते ही रिया ने कहा, " ये पागलपन है।अपनी बात मनवाने के लिए कोई इस तरह की धमकी देता है क्या?

    मैं तो कहती हूं राशि तू मत जा। वैसे भी वो तुझे अकेला बुला रहा है।ऊपर से वो बहुत बड़ा गुंडा है।उसके इरादे कुछ ठीक नहीं लगते।

    तभी राशि ने कहा," नहीं मैं जाऊंगी।उसका कोई भरोसा नहीं है। तुझे पता है न वो लोगो की जान लेना गाजर मूली काटने की तरह समझता है।अगर तुझे कुछ जो गया तो।नहीं मैं तुझे खोना अफोर्ड नहीं कर सकती।इसलिए मैं तो जाऊंगी।रिया उसे मन कर रही मगर राशि ने उस तोहफे को लिया और अंदर चली गई।

    कुछ देर बाद राशि बाहर आई।उसने एक रेड कलर का gown पहना हुआ था।उसपर खुले बाल बहुत जच रहे थे।

    राशि अब तुरंत बाहर निकल गई।उसने देखा एक आदमी जिसने सफेद कुर्ता पहना हुआ। उसके हाथ मैं देसी कट्टा था।वो राशि के पास आया।उसने कहा, " चलो भाभी जी! भाई का हुकुम है कि आपको इज्जत से लाया जाए।राशि उसके इस तरह के लहजे से असहज हो गई।मगर वो डरते हुए जल्दी से गाड़ी में बैठ गई और वहां से निकल गई।

    मुंबई।

    अरमान इस वक्त राठौड़ इंडस्टरी के तीसवें माले पर बने हुए आलिशान केबिन के अंदर बैठा हुआ था।अक्षत इस वक्त  एक साइड खड़ा होकर  उसे प्रोजेक्ट के बारे मैं बता रहा था।

    तभी केबिन का दरवाजा खुला।एक लड़की जिसने मिड थाइ लेंथ को एक पर्पल कलर वन पीस ड्रेस पहनी हुई थी।उसके हाथों मैं सुंदर और ब्रांडेड सिल्वर कलर का क्लच  था।

    वो बड़े ही आतिश से अंदर आते हुए बोली," हेलो my हैंडसम     हब्बी! अक्षत ने उसकी तरफ देखा और मन में बोला, " है भगवान ये एटीट्यूड की दुकान यहां फिर से आ गई।वो भी इतनी रिजेक्शन के बाद भी।

    तभी अरमान ने एक नजर उसे उठा कर देखा और लैपटॉप में देखते हुए हुए सख्त आवाज में बोला, " आज फिर तीन साल बाद तुम यहां?वो भी मेरे इतने बुरी तरह से रिजेक्ट करने के बाद भी।

    उस लड़की ने कहा, you know! मुझे अच्छे से ईट है कि तुम्हारा बिहेवियर बहुत रूड टाइप का है।मगर मुझे पता है कि मेरा प्यार बहुत सच्चा है।फिर तुम्हे देखने के लिए चलो आती हूं क्या करूं तुम्हारे बिना जो नहीं लगता न हब्बी!

    अरमान ने बहुत ही विद टोन में कहा, ये ही हब्बी शब्द use करना बंद करो।क्योंकि न हमारी शादी हुई है न होगी सो जस्ट गेट आउट.। अगर दोबारा  यहां नजर आई तो मुझे भी नहीं पता कि मैं क्या कर जाऊंगा मिस राम्या कोठारी।

    राम्या ने अब उसके करीब आकर कहा, "  तुम इतने रुड होते हो न तब भी मुझे अच्छे लगते है।वेल अगर मुझसे बात नहीं करनी तो कम से कम मैं जो चाहूं वो तो कर ही सकते हो न।

    अरमान की भौहें सिकुड़ गई।उसने एक नजर अक्षत को देखा।अक्षत इशारा समझ कर वान से चला गया और एक्बिन का दरवाजा लॉक कर दिया

    अरमान अब अपनी जगह खड़ा हुआ और बोला," तुम मेरे साथ डील कर रही हो या  मुझे चांस दे रही हो कि मैं तुमसे छुटकर पा लूं।

    राम्या उसके एक दम करीब आकर  काफी सेडक्टिव आवाज में बोली, "अब जो तुम समझ लो।मगर वो दे दो जिसकी मुझे काफी तलब और प्यास है।i प्रोमिस! उसके बाद मैं कभी तुम्हारे साथ शादी के लिए नहीं बोलूंगी।

    अरमान ने कहा,इसका मतलब ये एक डील है ।तो ठीक है बोलो कब आना है।

    राम्या ने उसके कान के पास जाकर कहा, तुम्हारे होटल के कमरे में आज रात ।तुम मुझे खुश कर दो ।उसके बाद कभी कुछ नहीं मांगूंगी।अरमान ने कहा, then ready for टुनाइट baby।

    इंदौर।

    राशि की एक गाड़ी एक अजीब सी जगह के पास आकर रुकी।राशि गाड़ी से बाहर आई।उसने आस पास की जगह को ऑब्जर्व किया।वो जगह कुछ खास नहीं थी।आस पास दो चार गाड़ियां चल थी थी।सामने एक ग्राउंड था जहां पर अक्सर लोग क्रिकेट कहने आया करते थे।

    तभी उसके सामने युवराज आया।राशि को इस तरह देख कर युवराज का दिल एक पल के लिए थम ही गया।वो सिर्फ उसे ही निहारता रहा।

    उसके इस तरह देखने से राशि थोड़ा असहज हो  गई थी। तभी युवराज अपनी तंद्रा से बाहर आता है और उसकी तरफ करते हुए बोला, ऐसा लगता है कि जैसे स्वर्ग से धरती पर अप्सरा आ गई हो ।मगर ये तारीफ भी तुम्हारे लिए थोड़ा कम है।

    तभी राशि ने उसकी बात को काटते हुए कहा,तुम मुझे यहां क्यों बुलवाए हो? अगर कोई जरूरी काम है तो बोलो।वरना मुझे जाना है।युवराज ने उसका हाथ पकड़ते हुए कहा, अरे जानेमन! इतनी भी जल्दी क्या है ? अभी तो बहुत कुछ प्लान किए है तुम्हारे लिए वो नहीं देखना चाहेगी।

    उसके इस तरह पकड़ने से राशि ने अपना हाथ झटका ।युवराज ने कहा,कब तक इन नाजुक कलाइयों को हमसे बांचा कर रखोगी।थामेंगे तो यही हाथ तुम्हारी कलाई को।ये कह कर उसने राशि का पकड़ा और अन्दर ले आया।

    राशि ने देखा तो उस जगह को काफी सजाया गया था। हर तरफ फूल और पर्दों से सजाया गया था। सब कुछ बहुत मनमोहक लग रहा था।तभी राशि ने कहा," ये सब क्या है?

    युवराज ने कहा,एक मिनट रुको तो सही। तभी उसने अपनी कुर्ते की जेब से एक अंगूठी निकाली और राशि के आगे करते हुए कहा,हमसे शादी कर लो। अगर न किया तो अच्छा नहीं होगा।अब अपना जवाब बताओ।उसका इजहार सुन कर राशि को बहुत हैरानी हुई।

    thanks for reading dear.

  • 4. Forbidden love - Chapter 4

    Words: 1040

    Estimated Reading Time: 7 min

    इंदौर।

    युवराज इस वक्त  अपने हाथ में हीरे की अंगूठी लेकर राशि को प्रपोज कर रहा था।वही उसका इजहार सुन कर राशिब तो होश उड़ गए उसे समझ ही नहीं आया कि वो क्या करे?

    तभी युवराज ने राशि को कहा,मैने तुम्हे कुछ पूछा है।उसका जवाब तो।राशि एक पल के लिए सोच में पड़ गई।

    फिर उसने कुछ सोचते हुए कहा," देखो मिस्टर थापर " मैं तुमसे ये शादी नहीं कर सकती।उसका जवाब सुन कर एक पालनके लिए युवराज शांत रहा।ऐसा लग था था कि वो गुस्से को कंट्रोल कर रहा हो

    अगले ही पल।युवराज ने कहा," क्यों ? क्यों नहीं कर सकती शादी?क्या कमी है मुझमें? पैसा है बड़ा घर हर एक तरह फैसिलिटी है।और देखने में काफी स्मार्ट और good looking हूं।अब क्या चाहिए तुम्हे।ये कहते हुए वो राशि को काफी सुन चुका था।

    युवराज ने अब अपना बायों का लेज थोड़ा सख्त करते हुए कहा,बोलो? तुम जवाब क्यों नहीं दे रही ? एक कमी कोई एक कमी बताओ।

    राशि को अब उसकी बात सुन कर गुस्सा आने लगा था।उसने युवराज पर चिल्लाते हुए कहा,तुम सुन आ चाहते हो न की क्या कमी है आप में।तो ध्यान से सुनिए।

    आप एक बहुत आवारा ,अनपढ़ और गवार किस्म के इंसान आदमी है।आप यहां के बहुत बड़े गुंडे है।जिन्हें किसी से भी बात करने की तमीज नहीं चाहें कोई बच्चा ही या बूढ़ा।आप को लड़की बाजी करना पसंद है।सबसे बड़ी बात आप इतने बड़े गुंडे है कि किसी की जान लेने के बारे में एक पल के लिए भी नहीं सोचते।और आप चाहते है कि मैं आप जैसे इंसान के शादी करके खुश रहूं।

    कभी नहीं ।आप जैसे इंसान के साथ शादी करना बिलकुल पसन्द नहीं।मैं मर जाना पसंद करूंगी पर शादी तो कभी नहीं।जो लोगो को डरना धमकाना जनता है।जिसे प्यार का मतलब ही न पता हो।

    युवराज की आंखों में राशि की बातों को सुन कर गुस्सा साफ दिख रहा था।उसने सीधा सीधा उसे रिजेक्ट कर दिया।उसकी बेइज्जती कर दी।ये बात युवराज को हजम नहीं हो रही थी।। उसने अपनी गर्दन पर हाथ रखा।और आंख बंद करके उसे मसलने लगा।

    युवराज के आदमी समझ गए थे कि अब उनका गुस्सा बाहर आने को है ।युवराज ने जोर से चिल्लाते हुए कहा,रत्न !

    रतन जो कि युवराज का सबसे वफादार आदमी था।वो आगे आया।युवराज ने रतन से कहा," इसे कहो कि प्यार से मान जाए।वरना ये मेरा वो रूप देखेगी जो नहीं चटा की ये देखे।

    रत्न ने युवराज की बात मानते हुए राशि से कहा" मान जाइए न भाभी जी।क्या बुराई है भाई जी में।इतना प्यार तो करते है आपसे ।

    राशि ने उसकी तरफ आँखें दिखाते हुए कहा," ये प्यार नहीं पागलपन है।अपने इस भी जी को किसी पागल खाने भेजो।वरना ये लोगों के लिए खतरा बन जाएगा।

    ये बात सुन कर युवराज का रहा सहा सब्र भी टूट गया।उसने एक झटके में राशि के बालों को पकड़ा और अपने चेहरे के नजदीक किया और गुस्से से कहा, " तूने मुझे पागल कहा न।अब देख तू मेरा पागलपन।ये मेरा पागलपन ही अब तुझे हां करवाएगा।"

    राशि जो कि दर्द के मारे आंखें बंद करके अपने बालों को पकड़ी थी।उसने युवराज से कहा, " जो  चाहे कर लो।अब ये कभी नहीं होगा।

    युवराज ने उसके चेहरे पर अपनी पकड़ कसते हुए कहा, सिर्फ 24 घंटे है तेरे पास अगर तू मेरी बात शान्ति से मानी तो ठीक ।वरना 24 घंटे पूरे हाने के ठीक एक मिनिट बाद  मैं तुझसे शादी करने के लिए तेरे घर से उठा लाऊंगा।पूरे पांच से साल से प्यार और सब्र से बात की  है।मगर अब प्यार नहीं जबरदस्ती की भाषा समझेगी तू।
    ये कह कर सुने उसे धक्का दिया जिस से वो जमीन पर गिर गई।


    उसने अपने आदमी से कहा ," जा जाकर मेरी जानेमन को घर छोड़ आ वो भी सही सलामत।क्योंकि 24 घंटे बाद इसे मुझसे शादी भी तो करनी है।

    ये कह कर वो वहां पर रखा हुआ सारा सान तोड़ने लगा।एक पल के ये नजारा देख कर राशि डर गई।मगर वो जल्दी ही बाहर की तरफ निकल गई।

    कुछ देर बाद राशि वापस आई।उसने दरवाजा खटखटाया तो रिया ने दरवाजा खोला।राशि के बिखरे बाल और उसकी हालत देख कर रिया परेशान होकर बोली," क्या हुआ है तुझे? तेरी ये हालत कैसे हुई?"

    उसकी बात सुन कर राशि उसे गले लगाकर फफक कर रोने लगी।रिया उसे अन्दर ले गई।अब राशि ने उसे बैठ कर सारी बात बताई।

    रिया हैरान और परेशान होकर बोली, " अब क्या करेंगे? तू क्या जवाब देने वाली है?

    राशि ने वन आसूं पूछे और कहा," वही जो मैं इतने टाइम से सोच रहे थे।एक काम कर सारी पैकिंग कर ।आज रात को सब पता चल जाएगा।

    मुंबई।

    रात का समय।
    The Heritage Heaven।

    अरमान इस वक्त अपने होटल के पर्सनल रूम में था।जहां वो अक्सर रहता था।उसके कमरे की लाइट बंद थी।ये उसकी आदत थी।जब भी वो वहां होता तो अपने कमरे की लाइट बंड ही रखता था।लेकिन सिर्फ लैपटॉप की रोशनी होती थी।

    तभी अचानक से अक्षत का फोन आया।उसने उठाया और कहा,भेज दो अन्दर।

    ये कह कर उसने स्माइल की जो काफी किलर लग रही थी।उसने अपने आप से कहा," वेलकम राम्या! काफी शोक है न तुम्हे मेरे साथ अपनी प्यास बुझाने का ।आज तुम्हारी प्यास इस तरह बुझाऊंगा की जिंदगी भर तुम्हे इस चीज की तलब नहीं होगी।

    तभी अचानक से कमरे का दरवाजा खुला।राम्या अंदर आते हुए बोली," मुझे पता था कि तुम मेरी बात जरूर मानोगे ।क्योंकि ये तो तुम्हारा फेवरेट गेम है।मगर इतना अंधेरा क्यों कर रखा?

    अगर रोशनी नहीं होगी।तो मैं तुम्हारे बॉडी को देखूंगी कैसे ? उसे फील कैसे करूंगी?

    अरमान ने कहा," इतनी भी जल्दी क्या है? वैसे भी जो मजा अंधेरे में है।वो रोशनी में कहा है?

    और इस अंधेरे में मैं तुम्हे कहां कहां छुऊंगा तुम्हे पता नहीं है।कहीं मेरे टच से तुम शर्मा गई या अनकंफर्टेबल हो गई तो मजा नहीं आएगा न।

    राम्या उसकी बात सुन कर शर्मा सी गई।उसने कहा," मुझे ये तो पता था कि तुम बहुत रोमांटिक हो मगर इतने हो पता नहीं था।अरमान ने अपना लैपटॉप बंद किया।

    तभी अचानक से राम्या के कपड़े फटने की आवाज आई।राम्या ने महसूस किया कि अरमान  का बदन सच में काफी गठीला है।कुछ ही देर में उस कमरे में दोनो की सांसों के घुलने की आवाजें आने लगी।

    Thanks for reading।

    स्टोरी को प्लीज सपोर्ट करें ।और फॉलो जरूर करे।धन्यवाद

  • 5. Forbidden love - Chapter 5

    Words: 1036

    Estimated Reading Time: 7 min

    अगली सुबह।

    The Heritage heaven.

    अरमान के  प्राइवेट रूम में एक लड़का और लड़की के सारे कपड़े उधर से उधर बिखरे हुए पड़े थे।दोनो कपल बिलकुप न्यूड होकर बेड पर लेटे हुए थे।उनके ऊपर सिर्फ एक पतली सी वाइट कलर की रेशम की चादर थी।

    तभी अचानक से वो लड़की उठ कर बेड गई।जो कोई और नहीं बल्कि राम्या थी।उसने अपने आप से कहा ," वाकई कल रात काफी हसीन थी।मुझे नहीं पता था कि ये बेड पर इतना अच्छा है।सच में कल मैं बहुत अच्छे से सेटिस्फाई हुई।

    अभी तक उसने अरमान का चेहरा नहीं देखा था ।क्योंकि वो राम्या की तरफ अपनी पीठ करके लेटा हुआ था।


    राम्या अब उसकी पीठ पर अपनी उंगलियां फेरते हुए बोली," अरमान ! अब तक सो रहे हो।लगता है कल रात काफी थक गए थे।लेकिन अब बस भी करो न ।जल्दी से उठो। ये ईख कर वो उसे पलटने लगी।मगर इतना हार्ड और सुडौल बदन था कि उसे हिला तक नहीं पा रही थी।

    अचानक से उस कमरे का दरवाजा खुला।एक आदमी चलते हुए  आकर सोफे पर बड़े रौबदार तरीके से बैठा।जिसका पैर एक दूसरे के ऊपर था।

    वही उस आदमी को अपने सामने देख कर राम्या के तो होश ही उड़ गए। क्योंकि उसके सामने इस वक्त खुद अरमान सिंह राठौड़ बैठा हुआ था ।

    राम्या ने अब हल्के  से उठ कर अपने बगल में लेटे हुए आदमी को देखा।जो कि कोई और था। अरमान ने अब राम्या को देखते हुए कहा, " कल रात को मजा तो आया न मिस राम्या।

    वही उसके बगल में लेटा हुआ आदमी झट से उठ कर खड़ा हो गया।उसने इस वक्त लोअर पहनी हुई थी।उसने उठते ही अरमान को देख कर कहा," गुड मॉर्निंग बॉस!

    अरमान ने उसे देखते हुए कहा, " शेरा! आई हॉप कल तुम्हे बहुत मजा आया होगा।मैडम को सेटिस्फाई किया न अच्छे से।इनकी प्यास बुझाई या नहीं।वरना मैडम जी प्यासी रह जाएगी।

    शेरा ने कहा," बॉस अपने जैसा खा था बिलकुल वैसा ही किया है।मैडम तो खुश ही गई।अरमान ने कहा," गुड ! अब तुम जाओ।

    वही उसके जाते ही राम्या गुस्से से तमतमाते हुए उठी।और अपने सीने पर चादर को बांध कर  अरमान के पास आकर बोली," तुम्हारी हिम्मत कैसे हुई मेरे साथ ये हरकत करने।

    अरमान ने कहा," जिस तरह से तुम्हारी हुई।जो गेम तुम मेरे साथ खेलना चाहती थी ठीक वही गेम मैं तुम्हारे साथ प्ले किया।ये कह कर वो ड्रेसिंग टेबल के पास आया।जहां पर एक छोटा सा कैमरा रखा हुआ था ।उसे देख कर राम्या के होश उड़ गए।

    राम्या के चेहरे का उड़ा हुआ रंग देख कर अरमान ने कहा," क्या हुआ? उसे देख कर तुम्हारे चेहरे का रंग क्यों उड़ा हुआ है? कहीं तुम कोई साजिश तो नहीं कर रहीं थी।

    राम्या ने उसे देख कर हकलाते हुए कहा," नहीं , मैं ! मैं भला ये सब क्यों करने लगी? मुझे क्या मिलेगा ये सब करके?

    अरमान ने अब सोफे पर बैठते हुए कहा," मिलता न तुम्हे ! तुम्हे वो मिलता जो तुम चाहती थी।

    राम्या ने कहा,क्या बकवास कर रहे हो तुम अरमान?

    अरमान ने अब तोड़ और रिलैक्स होते हुए कहा," तुम इसमें रात की हर मूवमेंट कैप्चर करना चाहती थी। उसके बाद तुम इस वीडियो के थ्रू तुम मुझसे शादी के लिए फोर्स करवाती।क्यों मैने सही कहा न।

    राम्या उसकी हर बात सुन कर बिल्कुल हैरान थी।क्योंकि यहीं तो उसका प्लान था।  अरमान अब बिल्कुल राम्या के करीब आया और उसके ऊपर हल्का सा  झुक कर बोला, क्या हुआ जगत लगा कि मुझे ये सब कैसे पता चला?

    लेकिन मेरे लिए कोई नदी बात नहीं।जहां से तुम्हारी सोच खत्म होती है न वहां से मेरी शुरू  होती है।


    राम्या ने अब उसका कोलर पकड़ते हुए कहा," हां किया मैंने ये सब।ये सब मैने इसलिए किया ताकि तुम्हे मेरा रेप करने के इल्जाम में फसा कर तुमसे शादी कर सकू।

    लेकिन कोई बात नहीं।आज नहीं तो कल मैं तुमसे शादी कर ही लूंगी।और ये जो हरकत की हैं न उसके लिए तुम रेडी रहना मिस्टर राठौर।अरमान अब उसका हाथ पकड़ा और धक्का दिया जिस से वो नीचे गिर गई।

    अरमान ने कहा,बिल्कुल सही जगह है।तुम जैसी गिरी हुई लड़की बिल्कुल ऐसी ही गिरी हुई होती है।मेरा कुछ बिगड़ पाओ इतनी हिम्मत नहीं है तुम्हारी।ये कह कर वो वहां से चल गया।

    उसके जाते ही राम्या ने जोर से चीखते हुए कहा, बहुत बुरी तरह बर्बाद करूंगी तुम्हे।

    इंदौर।
    युवराज इस वक्त अपने अड्डे पर सोया हुआ था।सोया क्या कल रात भर उसने बहुत शराब पी ली थी ।जिस वजह से उसे कोई होश नहीं था।तभी अचानक से युवराज की निंद खुली।वो जल्दी से रेडी हुआ  और अपनी जीप के पास आकर खड़ा हुआ।तभी उसके पास भागते हुए रतन आया।

    रतन भागते हुए युवराज के पास आया और हांफते हुए बोला," भाई जी ! एक बहुत बुरी खबर है।युवराज ने कहा," जो बोलना है जल्दी बोलो ।क्योंकि मैं जा रहा हूं अपनी जाने मन के पास।क्योंकि आज उसके मुंह से हां जो सुन्नी है।

    रतन ने कहा,भाभी जी से ही जुड़ी बात है।युवराज के कान खड़े हो गए।रतन ने कहा,वो भाभी जी के घर पर तला लगा हुआ है।आस पास पूछने पर पता चला कि वो लोग कल ही कहीं भाग गई है।मतलब उनके घर पर कोई नहीं है न ही उनकी दोस्त।

    ये बात सुन कर युवराज का गुस्सा तो मानो सातवें आसमान पर पहुंच गया।वो जल्दी से गाड़ी में बैठा ।वहां से रवाना हो गया।कुछ देर में राशि के घर के पास था।उसने देखा कि वहां पर तला लगा हुआ है।उसने अब जाकर दरवाजे का ताला तोड़ा।घर के अंदर गया तो पता चला कि आधे से ज्यादा सामन वहां गायब है।उसके अलमारी से सारे कपड़े गायब है।युवराज ने गुस्से में आकर वहां तोड़ फोड़ कर दी।जिस से की वहां का मकान मालिक आया।

    युवराज उस मकान मालिक के पास आकर बोला,कहां गई वो दोनो?

    मकान मालिक तो युवराज को देख कर पहले ही डरा हुआ था।लेकिन उसने डरते हुए कहा,पता नहीं मालिक जी।वो कल दोपहर मैं आई और मकान का सारा किराया दिया।साथ ही घर की चाभी थामते हुए बोली,की अब वो यहां नहीं रहेगी।लेकिन ये नहीं बताया को वो लोग कहां जा रहे है।


    वही युवराज गुस्से से तमतमाया हुआ अपने आदमी से बोला," जाओ जाकर उसे हर जगह ढूंढों।कहा जाएगी।जहां भी होगी ढूंढ निकलूंगा उसे।शादी तो उसे मुझसे ही करनी होगी हर हाल मैं।

  • 6. Forbidden love - Chapter 6

    Words: 1025

    Estimated Reading Time: 7 min

    Mumbai.

    मुंबई के एयरपोर्ट पर एक फ्लाइट लैंड हुई।उस फ्लाइट के लैंड होते ही दो लड़कियां फ्लाइट से बाहर उतरी।अंडों ने अपनी नजरे इधर उधर की और एयरपोर्ट के अंदर आई।

    ये दोनों लड़की कोई और नहीं बल्कि खुद राशि कपूर और रिया सिंह थी।रिया ने अब राशि को देखते हुए कहा," हम इतने बड़े शहर में आ गए है ।मगर तूने ये सोचा कि हम लोग यहां रहेंगे कहा?

    राशि ने कहा," सारा पता ठिकाना ढूंढ कर रखा है।मेरे पास एक एड्रेस है।तुझे याद है अपने कॉलेज का अरुण ।उसी ने मुझे एक बार कहा था।की अगर कभी मुंबई आना ही तो मुझे बोले।यहां आने से पहले उस से बात हुई थी।हमें वही जाना है।रिया ने कहा," तुझे यकीन है कि वो हमारी मदद करेगा?

    राशि ने कहा,हां जरूर करेगा।क्योंकि वो कैसा है ये तो तुझे पता है।अब चल जल्दी से कैब लेते है।कुछ ही मिनिट में एक कब आई।दोनो उसमें बैठ कर अपनी मंजिल की तरफ चल पड़ी।

    रास्ते में उसने ऊंची ऊंची बिल्डिंग ,सुंदर सा घर और समंदर की लहरों को देखा।तभी राशि ने कहा," यकीन नहीं था कि कभी मुंबई भी आना होगा।वो भी इस तरह से।

    रिया ने कहा," किस्मत  की बात है ।हमारी किस्मत में मुम्बई आना लिखा था।वो इस तरह से की किसी एक गुंडे से छिपने के लिए अपने जन्मभूमि से दूर आना होगा।

    राशि ने कहा," तुझे भी मेरी वजह से कितना सफर करना पड़ रहा है न।मेरी वजह से तू इस जगह आ गई।रिया ने हल्का सा स्माइल करते हुए कहा," तेरे सिवा इस दुनिया मैं है ही कौन मेरा।इसलिए तू जहां मैं भी वहां।अब भगवान से मना की हम यहां अपनी जिंदगी की शुरुआत अच्छे से करें।कोई भी मुसीबत न आए

    इंदौर।

    युवराज एक खाली सड़क के बीचो बीच अपनी जीप के बोनट के ऊपर बैठा हुआ था।वो आसमान की तरफ देखते हुए बोला," आखिर कहां चली गई  हमारी जान हमें छोड़ कर?

    कितना प्यार करते थे उस से।कितने सपने देखे थे।मगर वो हमें ऐसे कैसे छोड़ कर चली गई।तभी उसके पास एक गाड़ी आकर खड़ी हो गई।उसमें से रतन बाहर आया।उसने युवराज के सामने खड़े होकर कहा, " भाई जी! हमने हर  तरफ पता लगा लिया।हमारे आदमी उसे हर जगह देख लिए ।मगर भाभी जी और उनकी दोस्त का कोई पता नहीं चला।

    युवराज जो अब तक लेटा हुआ था।रतन की बात सुन कर उठ कर बैठ गया।वो गाड़ी से नीचे उतरते हुए बोला,चाहे जहां भी आपछुपी हुई हो।हम उसे पाताल से भी ढूंढ कर निकल लाएंगे।मगर उसे हिना तो हमारा ही है।चाहे जैसे भी।ये कह कर वो अकेले जीप मैं बैठ कर कहीं चल दिया।

    मुंबई।

    कुछ ही देर में राशि और रिया की कैब एक घर के सामने आकर रुकी।राशि और रिया दोनो गाड़ी से बाहर आई।राशि ने कैब के पैसे दिए और वहां से घर की तरफ मूड गई।

    रिया ने उस घर को देखते हुए कहा," तुझे पक्का पता है कि यही एड्रेस है।

    राशि ने कहा, "हां , यही है अब चल चलते है।ये कह कर वो आगे बढ़ी।उसने डोर बेल बजाई।ठीक दो मिनट बाद एक लड़की बाहर आई।जिसकी मांग में सिंदूर भरा हुआ था।उसने इस वक्त गहरे नीले रंग का पटियाला सूट सलवार पहना हुआ था।उसके साथ गोल्डन मिरर वर्क किया हुआ दुपट्टा लिया था।

    उसने एक नजर राशि और रिया की तरफ देखा और कहा,  " जी कहिए! आपको किस्से मिलना है?

    तभी राशि और रिया एक दूसरे को देखने लगी।क्योंकि उन्हें लगा कि कहीं ये गलत एड्रेस तो नहीं क्योंकि दरवाजा एक औरत ने खोला था।

    लेकिन राशि ने हिम्मत करते हुए पूछ लिया।इसने कहा, " जी क्या यहां पर मिस्टर अरुण जायसवाल रहते है?

    उस औरत ने पहले उन्हें देखा कुछ देर खामोश रही।फिर उसने कहा," जी रहते है।पर आपको क्या काम है उनसे? काम बता दीजिए।

    राशि ने कहा," हमें उनसे मिलना है।क्या आप एक बार उन्हें बुला देंगी।

    तभी एक लड़का बाहर आते हुए बोला," क्या हुआ मालिनी? कौन है? एक हैंडसम आ लड़का जिसके बाल थोड़े लंबे थे।आंखों में पावर का चश्मा लगा हुआ था।उसने इस वक्त ऑफिस के कपड़े पहने हुए थे।

    तभी उस लड़के की नजर दोनों लड़कियों पर गई।उसने हैरान और खुशी वाले भाव से कहा," अरे तुम दोनो यहां! आओ! आओ! अंदर आओ!ये कह कर वो उन्हें अंदर ले आया
    तभी वो औरत हैरानी वाले भाव से दोनो लड़कियों को देखने लगी।

    अरुण समझ गया।उसने मालिनी से कहा," मालिनी ! इन दोनों से मिलो।ये है मेरी कॉलेज फ्रेंड ।मेरे साथ ही पढ़ती थी।मगर मेरी यहां जॉब लग गई।इसलिए मैं यहां आ गया।कल शाम को इन्हीं। लोगों से बात कर रहा था

    आओ राशि रिया बैठो।अरुण ने अब मालिनी को उनके लिए कुछ लाने को कहा ।
    दोनो ही सोफे पर बैठी।तभी अरुण ने कहा,कहो ! कैसे आना हुआ मुंबई।मुझे तो उम्मीद ही नहीं थी को तुम लोग यहां आओगी।लेकिन जब कल पता चला तो मैं बहुत खुश हो गया।

    अब बताओ ,यहां किसी जॉब के सिलसिले में आई हो।तब तक मालिनी उन लोगों के चाय स्नैक्स लेके आ गई।

    राशि ने कहा,वो हमें अब यही रहना है।हम इंदौर हमेशा के लिए छोड़ आए।

    अरुण ने थोड़ा चौंकते हुए कहा,? मगर क्यों? कोई वजह है क्या?

    तब रिया ने सारी बात कह सुनाई।रिया की बात सुन कर अरुण ने परेशान होते कहा," इसका मतलब उस युवराज ने आज तक तुम्हारा पीछा नहीं छोड़ा।गुंडा तो गुंडा ही रहेगा।

    तभी मालिनी बोली,आप लोग पुलिस के पास तो जाती एक बार।अरुण ने कहा," पुलिस भी उनके आगे घुटने टेकती है।उनके सामने कोई पुलिस कानून नहीं।

    वैसे अच्छा किया यहां आकर ।अब तुम लोग यहां आराम से रहो।यहां उसकी दादागिरी नहीं चलेगी।और वो यहां आ भी नहीं पाएगा।

    तभी राशि ने कहा,हमें तुम कोई कमरा या फ्लैट रेंट पर दिलवा दो ।बाकी जॉब हम ढूंढ लेंगे।हम बोझ नहीं बनना चाहते।

    मालिनी बोली,कोई बोझ वाली बात नहीं है ।बल्कि अच्छा है।मैं घर पर अकेली रहती हूं।तुम दोनों रहोगी तो अच्छा महसूस करूंगी।

    मगर राशि ने कहा,नहीं हमे एक फ्लैट ही चाहिए।अरुण बोल,ठीक है जब तक मुझे कोई अच्छा सा फ्लैट नि मिल जाता तब तक यहां रहो।आज रेस्ट करो।कल से जॉब ढूंढ लेना।और मैं भी तुम्हारी हेल्प करूंगा। ये बात राशि मान गई।और दोनो ही फ्रेश होने कमरे में चली गई।

    Thanks for reading.and also support this story and must be follow me.

  • 7. Forbidden love - Chapter 8

    Words: 1180

    Estimated Reading Time: 8 min

    अपना हिसाब पूरा करने के बाद अरमान वापस अपने ऑफिस जा रहा था।तभी अचानक से उसका फोन बजा।उसने उठा कर देख तो मॉम शो कर रहा था।

    उसने फोन पिक करके अपने कान में लगाया।उधर से एक औरत की मीठी सी आवाज आई।उसने कहा, तुम जहां भी हो जल्दी से घर आओ ।क्योंकि तुम्हारे दादा जी बहुत गुस्से में है।अरमान समझ गया कि क्या बात होगी।इसलिए उसने ज्यादा न बोलते हुए फोन रख दिया और वहां से चला गया।

    कुछ देर बाद अरमान की गाड़ी एक बड़े से  ग्राउंड के सामने आकर रुकी ।वो ग्राउंड बहुत  ज्यादा बड़ा था ।उस बड़े से ग्राउंड के अंदर कम से कम दो क्रिकेट ग्राउंड बहुत आराम से बन सकते थे।उन सब के बीच में एक बड़ा स फाउंटेन था

    ग्राउंड के जस्ट सामने एक बहुत ही बड़ा आलीशान महल था।घर के चारों ओर ब्लैक कलर के ड्रेस पहने हुए हाथ में बंदूकें लिए हुए गार्ड्स पहरा दे रहे थे।

    अरमान की गाड़ी अब अंदर की तरफ आई तो सभी गार्ड्स ने अपनी गर्दन झुका ली।

    अब गाड़ी ठीक महल के सामने खड़ी थी।अरमान गाड़ी से बाहर आया।वो घर के अन्दर आया।तभी एक कड़क आवाज गूंजी।जहां हो वही अपने कदम रोक लो!

    ये आवाज सुनते ही अरमान के कदम दहलीज पर हीं ठहरे।तभी एक बुजुर्ग आदमी जिसकी उम्र 80 साल के करीब थी।उसने ब्लैक कलर का टक्सीडो पहना हुआ था।उसकी मूछें उसके चेहरे को एक रौबदार पर्सनेलिटी देती थी।

    वो अरमान के सामने आकर बोले," इस घर के बड़े बेटे हो,इसका मतलब ये नहीं सब कुछ अभी तुम्हारे हाथ में है।इस घर में सबसे बड़े अभी हम है।मेरे सामने तुम्हारे बाप की भी नहीं चलती तो तुम्हारी हिम्मत कैसे हुई कि तुम मेरी बात को टालों।रविन्द्र सिंह राठौड़ की बात टालों।


    अरमान ने अब अपने दादा जी के सामने खड़े होकर बिल्कुल दमदार आवाज मैं कहा," आपको पता है ग्रैंडपा! मैं अपनी मर्जी का मालिक हूं।मैं किसी की सुनता नहीं बल्कि मेरी सबको सुन्नी पड़ती है।इसलिए ये भूल जाइए कि आपकी बात मानू।

    तभी दादा जी ने कहा,अगर रोज रात को घर समय से नहीं आए तो या मेरी किसी भी बात से इनकार किया तो राठौड़ खानदान की सारी जायदाद तुम्हारे छोटे भाई के नाम कर दूंगा।

    अरमान ने कहा,और आप ये सब कर लेंगे।आपको ये लगता है।कोशिश कर लीजिए।ये कह कर वो अपने कमरे में चला गया।

    उसके जाते ही दादा जी ने सबकी तरफ देख कर कहा,देखा न किस तरफ ये मुझे सुन कर गया।ये मेरी बात नहीं मानेगा।पता नहीं ये इतना जिद्दी और गुस्सैल कैसे हो गया।


    तभी गौरी सिंह राठौर जो कि अरमान की दादी ने कहा, कहते है खून और परवरिश का  असर भी पड़ता है ।मुझे वही लगता है ये कह कर वो अपने कमरे में चली गई।दादा जी झुंझला कर बोले,सब मुझे ही पर नहीं क्यों दोष देते है।

    इधर अरमान अपने स्टडी रूम मैं आया।तभी उसके पीछे उसका छोटा भाई निहार सिंह राठौड़ आया।उसने अरमान से कहा,भाई कुछ पता चला है।

    अरमान ने कहा,जो कुछ भी पता चला है।सही है ।तभी निहार ने कहा,फिर उस वीडियो का क्या करना है?

    अरमान ने कहा, वो वीडियो बहुत काम की है ।इसका इस्तेमाल हम तब करेंगे जब हम जरूरत पड़ेगी।एक काम करो बस शेरा से कह कर उस पर नजर रखवाओ।निहार हां मैं गर्दन हिला कर चला गया

    रात का समय।

    मालिनी इस वक्त किचेन में थी।उसके साथ रिया और राशि भी थी।तीनों ही हस हस के बातें कर रही थी।तभी रिया ने कहा,अरुण शुरू से काफी बोरिंग रहा था।रोमांस या रोमांटिक बातों से दूर दूर तक उसका कोई रिश्ता नहीं थी।एक दिन एक लड़की ने उसे किस कर दिया था।उस दिन अरुण ने उस लड़की क्या खींच कर चांटा मारा था।उस लड़की के गाल देखने लायक थे ।

    रिया ने मालिनी ने सवाल करते हुए कहा, " क्या अरुण तुम्हारे साथ कभी रोमांटिक हुआ है?

    मालिनी उसकी बात पर शरमा गई।तभी रिया ने उसके कंधे कर मारते हुए कहा," ओए होय! ब्लशिंग! इसका मतलब बहुत रोमांटिक है न।

    तभी अरुण ने अन्दर आते हुए कहा," मेरी बीवी की टांग खींचाई मत करो अटलीस्ट ।रिया तभी उसके पास आकर बोली,ज्यादा बीवी के गुलाम नहीं बन गए हो।तभी राशि उसके पास आकर बोली,कुछ पता चला घर का?

    अरुण ने न में सिर हिलाया।राशि उदास हो गई।अरुण ने उसके कंधे पर हाथ रखते हुए कहा, "टेंशन मत लो।जब तक कोई घर या जॉब नहीं मिलती तब तक यहां रहो और जॉब ढूंढो।राशि कुछ कहती तभी अरुण ने उसे टोकते हुए कहा, " प्लीज! अब ये मत कहना कि मैं बोझ नहीं बनना चाहती।इसलिए अब रेल हो जाओ और चुपचाप खान खाओ।

    इंदौर।

    युवराज इस वक्त अपने अड्डे पर आया हुआ था।उसके हाथ में शराब की बोतल थी।सामने ही एक दीवार पर बड़ी सी तस्वीर थी।जो कि राशि कपूर की थी।युवराज उस तस्वीर को देखते हुए शराब पी रहा था और बोला,"  तुम जहां भी हो देख लेना तुम्हे ढूंढ ही लूंगा।अगर तुमने मेरे सुवा कभी भी किसी और लड़के से शादी करने की कोशिश की तो उसकी जान ले लूंगा और तुम्हे अपना बना लूंगा।इस बीच अगर कोई आया भी तो वो मारा जाएगा।

    तभी उसने रतन को बुलाया।रतन उसके पास आकर बोला," भाई जी सबको काम पर लगा कर रखा हम शहर का कोना कोना छान मार चुके है मगर कोई सुराग नहीं मिला है।

    मुझे तो कुछ और ही लगता है।युवराज नशे में उसकी तरफ घुमा और बोला," क्या लगता है?

    रतन अपना सिर झुका कर बोला," मुझे लगता है कहीं वो ये शहर छोड़ कर तो नहीं गई।क्योंकि अगर वो यहां होती तो हमारे आदमी ढूंढ लेते।

    युवराज नशे में ही बोला," नहीं! नहीं! नहीं! हमारी जानेमन हमें नहीं छोड़ कर जा सकती दूसरे शहर ।क्योंकि वो हमसे प्यार जो करती है।वो सिर्फ हमें तड़पा रही है।मगर हमारी ये तड़प जल्दी खत्म होगी।ये कह कर वो ढुलक कर सो गया।

    सुबह का समय

    राठौड़ मेंशन।

    अरमान रेडी होकर नीचे आया ।वो बाहर जाने को था ।तभी उसकी मां सुभद्रा सिंह राठौड़ उसे रोकते हुए बोली," अभी कहां जा रहा है तू ? पहले नाश्ता कर ले।फिर जाना ।वैसे भी पापा जी ने  कहा," तुझे यहां रुकने को कुछ जरूरी काम है।

    अरमान अपनी मम्मी के पास आया ।उसने उसके गालों को चूमते हुए कहा," जरूरी काम है  । can't stay here. Bye!

    ये कह कर वो तेजी से बाहर निकला।कुछ देर बाद वो अपने ऑफिस पहुंचा।शेरा ने दरवाजा खोला।उसके बाहर आते ही शेरा ने कहा,बॉस! सारी मीटिंग सबसे टॉप फ्लोर पर ही सेट की है लास्ट मीटिंग बहुत जरूरी है।

    अरमान उसकी बातों का मतलब समझ गया ।वो अब जल्दी से अंदर गया।

    इधर रिया और राशि अपने सारे डॉक्यूमेंट लेकर मुंबई शहर में निकल पड़े थे अपनी जॉब की तलाश में। उन दोनों ने कई कंपनी देखी।मगर या तो उन्हें लो स्टैंडर्ड कह के रिजेक्ट किया या फिर काम नहीं कह कर वापस लौटा दिया गया।इस से दोनों ही काफी निराश हो गई थी।रिया ने कहा,मुझे लगता है कि हमें क्लब ही ज्वाइन करना होगा।उसकी बात सुन कर राशि उसे देखने लगी।

    तो क्या सच में दोनों को क्लब ज्वाइन करना पड़ेगा या कुछ और लिखा है इनकी किस्मत में? जानने के लिए बने रहिए मेरे साथ।

    और हां कमेंट और फॉलो करना न भूले।thankyou।

  • 8. Forbidden love - Chapter 8

    Words: 1033

    Estimated Reading Time: 7 min

    chapter _ कबीर सिंघानिया



    Rathore group of industries.

    अरमान इस वक्त अपने कंपनी के सबसे टॉप फ्लोर पर भी था।वहां पर अंडरवर्ल्ड से जुड़े हुए लोग भी बैठे थे।तभी उनमें से एक आदमी  बोला,मिस्टर राठौड़ ! अपने तो खा था कि आपके हथियारों का कंसाइनमेंट  हम तक पहुंच जाएगा।लेकिन आपके वादे के मुताबिक वो अभी तक हम तक नहीं पहुंचा।

    उस आदमी की बात सुन कर अरमान की आंख सिकोड़ गई उसने एक नजर शेरा और अक्षत को देखा।

    उसके बाद अरमान ने कहा," चिंता मत कीजिए।बहुत जल्द आप तक पहुंच जाएगी।हो सकता है कोई प्रॉब्लम हुई हो।तभी एक आदमी ने कहा," एक बात और कहनी थी।शायद आपको पता हो।

    सुन है पूरे अंडरवर्ल्ड में एक नया आदमी आया हैं।जो खुद को इस वर्ल्ड का किंग कहलाने के लायक समझता है।उसका कहना है कि उसके अन्दर इतनी कैपेबिलिटी है कि वो यहां का राजा बन सकता है।

    अरमान ने एक क्रिपी स्माइल करते हुए कहा,यहां का राजा सिर्फ एक है वो है अरमान सिंह राठौर।और कोई इस पोजीशन को हासिल नहीं कर सकता ।फिर उसने कुछ सोचते हुए कहा,"वैसे नाम क्या है इस नए इंसान का?

    तभी शेरा ने कहा, "उसका नाम कबीर सिंघानिया है।और उसने ही आपके हथियारों का कंसाइनमेंट रोका है।

    उसकी बात सुन हर एक पल के लिए अरमान को गुस्सा आया।लेकिन फिर कुछ सोच कर मुस्कुराने लगा।

    वही शाम का समय हो चुका था।रिया और राशि को अब तक जॉब नहीं मिली थी।इसलिए उन्होंने अब क्लब ज्वाइन करने की सोची।इसलिए वो लोग मुंबई के सबसे मशहूर क्लब गई।जहां पर करोड़पति और अरबपति के बच्चे अय्याशी या मोज मस्ती के लिए आते थे।

    दोनो ही क्लब के अंदर इंटर करती है।जैसे ही वहां क्लब के अंदर गई।दोनो काफी हैरान हो गई।क्योंकि उन्होंने इस से पहले कभी इतना बड़ा और आलीशान क्लब नहीं देखा था।रिया ने राशि को देखते हुए कहा," wao यार! क्लब है या हेवन?
    अगर यहां जॉब मिल गई तो अच्छे पैसे मिलेंगे।

    राशि ने भी अनजाने में हैं हां में सिर हिलाया।राशि ने अब होश में आते हुए कहा," चल मैनेजर से बात करते है।कुछ देर बाद बात करने के बाद दोनो को जॉब मिल गई।इसलिए उन्होंने आज से जॉब ज्वाइन करने का सोच लिया था।इसलिए उन्होंने मालिनी और अरुण को फोन पर सब बता दिया था।

    इंदौर।

    युवराज इस वक्त अपने अड्डे पर था ।उसके सामने एक आदमी बैठा हुआ जो कि उसके सामने काफी गिड़गिड़ा रहा था।उसने अपनी जान की भीख मांगते हुए कहा," युवराज जी कृपया करके मुझे छोड़ दीजिए।मैने उन दोनों लड़कियों को बस स्टैंड हो छोड़ा था।वो बस  से कहां की ओर जाने वाली थी ये नहीं पता था।

    युवराज ने उसके बालों को पकड़ते हुए कहा, " तुझे पता क्यों है चला।और तूने उसे छोड़ा ही क्यों? मना नहीं कर सकता था।

    उस आदमी ने कहा," मुझे पैसे कमाने थे।अगर मैं मन करता तो कोई और उन्हें छोड़ देता साहब।तभी रतन ने कहा," भाई जी बात इसकी भी सही है।अगर ये न छोड़ता तो कोई छोड़ता।इसलिए इसे छोड़ो।डायरेक्ट बस वाले को पकड़ते है ।अब वही बताएगा।युवराज को भी उसकी बात सही लगी । इसलिए उसने उसे छोड़ दिया
    तभी अचानक से रतन का फोन बजा।रतन देखा तो उसकी गर्लफ्रेंड का फोन था।युवराज ने आंखों से इशारा कर पूछा तो रतन ने हल्का सा शर्माते और मुस्कुराते हुए कहा,वो हमारी वाली का फोन है।वो आज हम उसे घुमाने ले जाने वाले थे।

    अगर आपकी इजाजत हो तो हम जाए क्या? अगर हम नहीं गए तो हमे छोड़ देगी।और बहुत गुस्सा हो जाएगी।युवराज ने उसे जाने के लिए कह दिया ।

    उसके जाते ही युवराज ने कहा," साला अपने चूजों की भी कोई न कोई माल है।घूमने फिराने जाते है।एक हमे देखो।हमारी वाली ही फरार है।पता नहीं कहां जाकर मिलेगी ?

    क्लब के अन्दर राशि और रिया अपने काम मैं जुटी हुई थी।वो लोगो को ड्रिंक सर्व कर रही थी।तभी एक लड़के ने राशि को बुलाया ।राशि उसके पास गई और उसे ड्रिंक दिया।वो लड़का राशि की खूबसूरती को देख कर मंत्रमुग्ध हो गया।

    उस लड़के को ड्रिंक सर्व करने के बाद राशि वहां से जाने लगी।तभी उस लड़के ने राशि को रोका।राशि पलट गई।उस लड़के ने खड़े होकर राशि के पास आते हुए कहा," वेल तुम यहां नई लगती हो? क्योंकि यहां आज से पहले तुम्हे कहीं देखा नहीं।क्योंकि में यहां रोज आता हूं।

    राशि ने अपनी नजरे झुका कर कहा," जी मैं नई हूं ।क्या अब मैं यहां से जाऊं?

    उस लड़के ने कहा,चली जाना।कुछ देर बात तो कर लो।राशि ने कहा,जी मैं यहां काम करने आई हूं।बात नहीं कर सकती।उस लड़के ने कहा,पता है।पर क्या मैं तुम्हारा नाम जाना सकता हूं?
    राशि ने कहा,जी नहीं।उस लड़के ने कहा,पर क्यों?  कोई प्रॉब्लम है क्या? राशि ने कहा,देखिए सर! ये मेरे काम करने की जगह है।मैं यहां काम करने आई हूं।और आज मेरे काम का पहला दिन है।मैं नहीं चाहती कि कोई गलती हो और मैं काम से निकल जाऊं।

    उस लड़के ने कहा," कोई बात नहीं।पर क्या तुम मुझसे दोस्ती करोगी? राशि उसकी बात सुन कर हैरान थी।ये पहला था जिसने दोस्ती के लिए कहा था। वरना सब एक रात के बात करते थे।राशि ने कुछ नहीं कहा।

    तभी रिया उसके पास आई और बोली, हे राशि! चल न घर। काम का टाइम खत्म हो गया।जल्दी से घर भी पहुंचना है।अब राशि बिना उसे देखे वहां से निकल गई।

    राठौड़ मेंशन।

    घर में सब लोग खाना खा कर अपने कमरे में बैठे हुए थे।आज अरमान भी सब के साथ था।वो स्टडी रूम मैं कुछ काम कर रहा था।उसके सामने इस वक्त लैपटॉप खुला हुआ था और वो कबीर सिंघानिया के बारे मे पता करने को कोशिश कर रहा था।

    तभी अचानक से उसके स्टडी रूम का दरवाजा खुला।सामने इस वक्त निहार सिंह राठौड़ खड़ा था।उसने अरमान को देखते हुए कहा," भाई आज आप यहां ! होटल नहीं गए।

    अरमान ने कहा," क्यों तुझे मेरे यहां होने से कोई प्रॉब्लम है।निहार ने कहा,नहीं भाई।आपको पता है आज एक बहुत अच्छी चीज हुई क्लब में।

    आज मैने एक लड़की को देखा।भाई क्या लड़की थी ।एक बार अगर उस लड़की को देख लेते न ।सच कह रहा हूं पलकें जाओ भूल जाते। जैसी वो प्यारी थी वैसे ही उसका नाम भी बहुत प्यार था।राशि।

    अरमान ने कहा,अब तक कितनी लड़कियों पर दिल आया तेरा ।और ये कौन से नंबर वाली थी?

    Thanks for reading।

  • 9. Forbidden love - Chapter 9

    Words: 1018

    Estimated Reading Time: 7 min

    chapter ____। ये बहुत अच्छी खबर है।

    Morning time.

    अरुण के घर।

    राशि और रिया एक ही कमरे में सोती थी।राशि की आदत थी सुबह जल्दी उठने की।इसलिए वो उठ कर इस वक्त बेड पर बैठी हुई थी। उसके दिमाग में इस वक्त बहुत सारे ख्याल चल रहे थे।तभी अचानक से रिया कि भी आंख खुली।

    उसने करवट बदली तो देखा राशि बैठे बैठे सीलिंग को देख रही है।

    रिया ने अब झटके से उठ कर बैठते हुए कहा, " तू ऊपर की तरफ ऐसे क्यों देख रही है? एशिया लग रहा है कि तुझे सीलिंग डिजाइन पसंद नहीं आया।इसलिए तू उसे बदलना चाहती  है।

    राशि ने उदासी से कहा," नहीं ।मैं कुछ सोच रही थी।रिया अब  काफी स्लो आवाज  में बोली,क्या कहना है तुझे?

    राशि ने कहा,हमें जॉब मिल चुकी है।तो क्यों न हम घर ढूंढे।कब तक यहां रहेंगे? मैं वैसे भी किसी पर बोझ बनना पसंद नहीं करती।वो हमारी जरूरत कब तक पूरी करेगा?

    रिया ने उसकी बात पर हामी भरते हुए कहा," चल ठीक है ।आज ही हम घर ढूंढने चलते है।कुछ देर बाद दोनों ही जल्दी से रेडी होकर हॉल मैं आई।

    तभी मालिनी ने दोनों को रोकते हुए कहा," इतनी जल्दी कहां जाने लगी तुम लोग।जल्दी से बेताब कर नाश्ता कर लो।अरुण भी आ रहे है।राशि और रिया ने एक दूसरे को देखा और नाश्ता करने बैठ गई।

    नाश्ता करने के बाद दोनों ही तुरंत निकल गई।वो दोनो मिल कर अब की तलाश करना शुरू कर चुकी थी।

    इधर अरमान  लैपटॉप मैं बैठा अपना काम कर रहा था।तभी उसके केबिन में अक्षत आया।उसने  कहा, " बॉस आज रात को आपको मीटिंग के लिए जाना है सोचा कि आपको याद दिला दूं इसलिए चला आया।

    अरमान ने हां मैं गर्दन हिलाते हुए कहा,ठीक है।एक काम करो ।ये कबीर सिंघानिया की जनम कुंडली निकालो।पता करो इसका मकसद इरादा, रहना सब कुछ ।मुझे जानना है ।आखिर मुझे भी ओर चला कि मेरा नया दुश्मन है कौन जो मुझे चुनौती देना चाहता है।

    अक्षत ने हा मैं जवाब दिया और कहा," बॉस आपको क्या सच में लगता है कि ये कबीर सिंघानिया सच में अंडरवर्ल्ड में अपने पैर जमा पाएगा?

    अरमान ने खड़े होते हुए कहा,होने की कुछ भी ही सकता है।मगर अंडरवर्ल्ड मैं कौन रहेगा कौन नहीं ये मेरा फैसला होता है।इसलिए उसका इस दुनिया में रहना न रहना मुझ पर डिपेंड करता है।इसलिए अब जाकर इसके बारे मे पता करो।

    सात समुद्र पार पेरिस के  एक बड़ी सी बंदरगाह के पास एक आदमी हर एक डब्बे को अच्छे  से खड़े होकर चेक कर रहा था।उसे अपने काम मैं कोई गड़बड़ी नहीं चाहिए थी।इसलिए वो खुद अपने आंखों के सामने सब कुछ रखवा रहा था।

    तभी उसके पास उसका असिस्टेंट राज शर्मा आया।उसने कहा," बॉस एक बड़ी खबर है।उस आदमी ने कहा," तुम जब भी कहते हो न की कोई खबर है मुझे एक डर सा लगने लगता है।इसलिए आने बताने का तरीका थोड़ा सा चेंज करो।

    राज शर्मा ने कहा," बॉस बापने का लहजा ठीक है मगर आज बात ही कुछ ऐसी है ।उस आदमी ने कहा," अब कहो कि क्या जरूरी बात है?

    राज ने कहा,बॉस ! कोई आपकी इनफॉर्मेशन के साथ छेड़छाड़ कर रहा है।मतलब कोई आपकी जानकारी निकाल रहा है।

    उसकी बात सुन कर वो आदमी हल्का सा हस्ते हुए बोला, "  अरे वाह ! ये तो बहुत अच्छी खबर है।की कोई मेरे बारे में पता कर रहा है। करने दो पता।

    राज थोड़ा कन्फ्यूज़ होते हुए बोला,ये क्या बात हुई भला बॉस ! कोई आपके बारे मैं जानना चाहता है और आप कह रहे है कि जानने दो।

    उस आदमी ने कहा,जो मेरी इन्फोर्मेशन निकाल रहा है आखिर उसको भी पता चले कि  कबीर सिंघानिया है क्या चीज?

    मुझे पता था कि अंडरवर्ल्ड में आने के बाद ये खबर आग के जैसे फैलेगी।इसलिए अपनी प्रोफाइल को हाइड नहीं किया।अब अरमान सिंह राठौर से टक्कर होगी।वो भी बहुत मजेदार। चलो अब काम पर चलते है।

    मुंबई।

    दोपहर  का समय।

    दोनो ने मिल कर अपना नया आशियाना ढूंढ लिया था।इसलिए वो लोग मालिनी और अरुण से बात करके उस घर में शिफ्ट होने की बात कर रहे थे।

    अरुण  ने कहा," ये बहुत अच्छी बात है कि घर मिल गया।इस अनजाने शहर में अगर कभी लगे कि तुम लोग बहुत अकेली हो तो बिना किसी हिचक के मदद मांग लेना।और जरूरत पड़ी तो हम भी वहां आ जाएंगे।

    अब कुछ ही देर में रिया और राशि अपने नए घर की तरफ निकल गई।

    पूरे घर को सेट करने के बाद  धीरे धीरे शाम ही चली थी।रिया राशि अब क्लब जाने को रेडी हुई। कुछ ही देर के बाद वो दोनो क्लब के बाहर पहुंची।

    दोनो ने जैसे ही  अंदर जाने को हुई  उन लोगों ने देखा कि 10 से 12 लंबी गाड़ियों की लाइन लगी थी।हर तरफ हट्टे कट्टे बॉडीगार्ड खड़े थे।उन सब के हाथों में काफी हाइटेक बड़ी बंदूके थी।

    रिया ने उन लोगों को देखते हुए कहा," कही कोई कांड तो नही हुआ न अंदर।क्योंकि यहां सब लोग इस तरह खड़े है।मुझे न बहुत डर लग रहा है।

    राशि ने उसके सिर पर चपत लगाते हुए कहा," बहुत उल्टा सोचती है अपनी सोच को लगाम दे।कोई बड़ा आदमी आया होगा।इसलिए इतनी टाइट सिक्योरिटी है। अब चल अंडर जाते है। हम इन सब से कोई मतलब नहीं है ।


    दोनो ही अब अन्दर जाने को हुई तो एक गार्ड ने उसका रास्ता रोक कर उन दोनों की id मांगी।तभी रिया ने कहा, " देखो हम कोई चोर उचक्के नहीं है।यहां काम करते है।

    एक गार्ड ने कहा,पहले चेकिंग करवा लो ।फिर चले जाना।दोनो ने चेकिंग करवा ली ।अंदर चली गई।

    तभी रिया ने एक लड़की को रुकवा कर कहा," इतनी टाइट सिक्योरिटी क्यों है? उस लड़की ने कहा, अरे नहीं पता तुम्हे ये वर्ल्ड फेमस बिजनेसमैन अरमान सिंह राठौड़ की सिक्योरिटी है।

    तभी वहां का मैनेजर राशि के पास आया ।उसने कहा,राशि कपूर! क्लब के सबसे टॉप फ्लोर पर रूम नंबर 201 में तुम्हे ड्रिंक सर्व करने जाना है।

    राशि डर के कहने लगी," मैं तो नई हूं न ।तो मुझे क्यों? उस मैनेजर ने कहा,बस ये तुम्हे ही करना है।अब जल्दी से जाओ।देर मत करो और हां कोई गड़बड़ मत करना ।

    thanks for reading please guys share and follow me.

  • 10. Forbidden love - Chapter 10

    Words: 1081

    Estimated Reading Time: 7 min

    आमना सामना।


    क्लब।

    मैनेजर के कहने पर राशि ने कहा, " सर मैं तो यहां नई हु ।ये काम तो किसी पुराने स्टाफ को कहना चाहिए न।मुझे तो पता भी नहीं कि उन्हें कौन सी ड्रिंक सर्व करनी है?

    मैनेजर ने कहा," उसकी चिंता मत करो।ये काम तुम्हे माया समझा देगी। लेकिन आज तुम्हे ही जाना है।

    राशि ने कोई आर्गुमेंट नहीं की।वो अब चुपचाप बार काउंटर के पास चली गई।तभी एक लड़की वहां आई ।उसने एक ट्रे रखा।उस पर वाइन की ग्लास रखने लगी।

    तभी माया ने उसे समझाते हुएं कहा, देखो! डरने वाली कोई बात नहीं है।मेरी तबियत जरा ठीक नहीं है ।वरना ये काम मैं खुद कर लेती।

    लेकिन आज तुम पहली बार उनके पास जा रही हो।तो थोड़ा ध्यान से ।क्योंकि उन्हें जरा सी नहीं गलती बिल्कुल पसंद नहीं।और हां हो सके तो मास्क पहन कर जाना।क्योंकि बाकी सब का तो ठीक है।पर मिस्टर राठौड़ को थोड़ी चिढ़ है लड़कियों की खूबसूरत शकल से। क्योंकि उन्हें लगता है कि लड़कियां  अपनी सुंदरता से लड़कों को अपनी और रिझाती है और पैसे ऐंठती है।इसलिए मास्क जरूर कैरी करना।

    राशि उसकी सारी बात बहुत ध्यान से समझ चुकी थी मगर फिर भी उसे एक डर लग रहा था।क्योंकि उसने पहले सिर्फ छोटे मोटे लोगों को दी के सर्व की थी।मगर यहां कोई आम आदमी नहीं बल्कि एक जाना माना नाम था जो पूरे एशिया में फेमस था।

    अब राशि ने  एक मास्क उठाया और उसे पहना कर उसने ट्रे उठा ली।

    वो अब ऊपर के फ्लोर पर जाने को हुई।तभी एंट्री गेट से निहार अंदर आया।वो अब एक केयर पर बैठा और अपनी नजरे इधर उधर घुमाने लगा। उसे सिर्फ राशि कपूर की तलाश थी।उसने अपने मन में बड़बड़ाया ," कहां हो राशि? एक बार आकर मिल लो।" ये कह कर अब वो ड्रिंक करने लगा।

    इधर राशि अब रूम नंबर 201 के सामने खड़ी थी।उसके सामने दो गार्ड खड़े थे।गार्ड ने उसे अंदर जाने की परमिशन दी।उसने कमरे का दरवाजा खोल दिया।

    दरवाजा खुलते ही राशि को काफी घबराहट होने लगी।कमरे के अन्दर उसने काफी धीरे से कदम रखा ।उसने देखा कि वहन पर एक काफी बड़ा स हॉल बना हुआ।हॉल से जाते हुए एक बड़ा सा रूम था ।उसे वहां जाना था।

    अब तो अंदर जाते हुए उसके पैर काफी कांप रहे थे।उसके कदम आगे बढ़ ही नहीं रहे थे।मगर उसे जान तो था ही।इसलिए उसने भगवान का नाम लिया और आगे बढ़ गई।

    आगे जाकर उस कमरे के सामने खड़ी हुई।वो धीरे से वो कमरे का दरवाजा नोक किया।उसने एक कड़क आवाज सुनाई दी जिसने उसे अन्दर आने की परमिशन दी।

    अब राशि अपनी नजरे नीचे किए आगे की तरफ बढ़ी उसने अंदाजा लगा लिया था कि वहां पर 10 से ज्यादा ही लोग होंगे।इसलिए उसने उस ट्रे को वही ओर रखा दिया।और वहां से मूड कर जाने लगी।

    तभी किसी ने कहा," सिर्फ यही रख कर जाओगी।अपने हाथों से सर्व नहीं करोगी।राशि ने अब मूड कर सॉरी कहा और सर्व करने लगी।सबको सर्व करने के बाद राशि जैसे ही अरमान को वाइन का ग्लास देने लगी अचानक से उसका पैर फिसला और वो वन की ग्लास छूट कर अरमान के ऊपर गिर गया।

    ऐसा होते ही राशि घबरा गई।वही अरमान चिल्लाते हुए कहा," what the hell? " ये क्या किया तुमने? एक काम भी ढंग से नहीं कर सकती थी तुम?अब अरमान की बात सुन कर सब खड़े हो गए।सब को अब डर लगने लगा कि अब क्या होगा? इस गलती की क्या सजा देगा अरमान?


    राशि ने काफी घबराई आवाज में कहा, सॉरी सर "मैने जान बुझ कर नहीं किया।इस दौरान भी राशि की नजर नीचे ही थी।

    लेकिन उसकी आवाज सुन कर अरमान चुप सा हो गया।उसकी उसकी आवाज सच मैं काफी जादुई थी जो किसी के काम मैं भी मिश्री घोल दे।

    लेकिन अरमान अब थोड़ा कड़क आवाज मैं बोला," जब कोई काम करना नहीं आता तो यहां आती ही क्यों हो?
    कहां है यहां का मैनेजर ? बुलाओ उसे! पता नहीं कैसे कैसे लोगो को काम पर रख लेता है।

    तभी राशि अपनी नजरे उठा कर अपने हाथ जोड़ कर अरमान को रिक्वेस्ट करती है।की वो मैनेजर से कुछ न कहे।उसने कहा," सर प्लीज! मेरे लिए ये नौकरी बहुत जरूरी है।आगे से ऐसी गलती नहीं होगी।प्लीज ! एक चांस दे दीजिए।

    वही अरमान ने जब राशि की आंखों मैं देखा तो देखता ही रह गया।क्योंकि उसकी नीली आँखें नीले समुद्र की तरह दिख रही थी।और अरमान उसकी इस नीली आंखों में डूबता ही जा रहा था।

    अरमान सब कुछ भूल कर उसकी आंखों में ही खो गया था।वही राशि एक उम्मीद लिए उसे देख रही थी कि वो उसे माफ कर दे।

    तभी उन सभी लोगों में से एक आदमी ने कहा," आज माफ कर दीजिए राठौर साहब।हो सकता है गलती से हो गया हो।उस इंसान की आवाज सुनते ही अरमान होश में आया।उसने अब इधर उधर देखते हुए कहा," don't repeat mistake again" .Now you may go.राशि अब जल्दी से वहां से चली गई।

    वही अरमान अब एक बार से सभी साथ डिसकस करने लगा था।

    इधर निहार की नजरे राशि को ढूंढ रही थी।अचानक से उसकी नजर रिया पर पड़ी।वो उसके पास आया।उसने उसे देख कर कहा," hye! कैसी हो तुम?

    रिया उसे अजीब नजरों से देख कर बोली," हाय! मैं ठीक हु ।पर आप कौन? और मुझे क्यों पूछ रहे है? यहां और भी लड़कियां है उनके पास जाइए।

    निहार ने कहा," हां ! है तो।मगर बस वैसे ही कल तुम्हे देख था न तुम्हारी दोस्त राशि के साथ। वैसे वो नजर नहीं आ रही।क्यों आज आई नहीं है क्या?

    उसकी बात सुन कर रिया सब समझ गई।उसने अब मजे लेते हुए कहा," नहीं ! वो आज नहीं आई।वो क्या है न कि आज उसकी तबियत जरा ठीक नहीं थी।

    निहार ने कंसोल होते हुए कहा," क्यों? क्या हो गया है उसे वो ठीक तो है न।रिया ने कहा," हां ठीक है।मगर फिर भी।अगर  कोई बात है तो आप मुझे बता दीजिए।मैं उसे कह दूंगी।

    निहार ने कहा," नहीं कुछ भी नहीं।तब तक राशि भी आ गई।वो काफी घबराते हुए रिया के पास आई।रिया उसे इस तरह देख कर बोली," क्या हुआ ? तुम इतनी घबराई हुई क्यों हो? सब ठीक है न।

    इधर अरमान सब के साथ बात कर रहा था।मगर अब उसका ध्यान जरा भी नहीं था बातों पर ।उसकी आंखों के सामने वही नीली आँखें और बार बार वही  आवाज उसकी कानों में गूंज रही थी।

    अरमान अब झड़ हुआ उसे खड़ा होते देख सब खड़े हो गए।अरमान ने कहा,बाकी बातें कल होंगी।मुझे अभी घर जाना होगा।ये कह कर वो वहां से तुरंत निकल गया।

  • 11. Forbidden love - Chapter 11

    Words: 1033

    Estimated Reading Time: 7 min

    नीली आँखें।

    रात का समय।

    The heritage heaven.

    अरमान इस वक्त अपने रूम में था।उसे काफी अजीब लग रहा था।जब से उसने वो नीली आँखें देखी थी।उसके बाद से ही वो काफी बेचैन था।वो जब भी आँखें बंद करता तो उसके आंखों के सामने वही नीली आँखें नजर आती।

    अरमान इन सब चीजों से काफी फ्रस्ट्रेट हो गया था।इसलिए उसने अपना फोन निकाला और अक्षत को कॉल कर दिया।कुछ देर बाद बात करने के बाद वो अपने बार एरिया में गया।उसने एक ब्रांडेड बोतल निकाली और उसे पीने लगा।

    कुछ देर बाद उस कमरे का दरवाजा नोक हुआ।अरमान ने अंदर आने के लिए कहा।

    एक लड़की अन्दर आई जिसने मैजेंटा कलर की शॉट ड्रेस पहनी हुई थी।वो लड़की थोड़ा सा अंदर गई।तभी अरमान अपने हाथ में बोतल लाते हुए बोला, " चुपचाप अपने कपड़े उतार कर अंदर बिस्तर पर लेट जाओ।

    वो लड़की अन्दर गई और बेड पर अपने कपड़े खोल कर लेट गई।कुछ देर बाद अरमान अंदर आया ।उसने पूरे कमरे की लाइट ऑफ की ।इतने अंधेरे में कुछ भी नहीं दिखाई दे रहा था।

    अरमान ने अब अपने कपड़े उतारे और उस लड़की के साथ वो सब करने लगा।अरमान ने अब अपनी आँखें बंड की और ये मूवमेंट एंजॉय करने लगा।कुछ देर एंजॉय करने के बाद अरमान ने दूसरा राउंड जैसे ही शुरू किया ।उसकी आंखों के सामने फिर से वही नीली आंखों दिखनी लगी।

    अरमान अब फ्रस्ट्रेट होकर बैठ गया। वो लड़की भी उठ कर बैठ ते हुए बोली," क्या बात है मिस्टर राठौर? आप ठीक तो है न।कोई प्रॉब्लम है क्या?

    ये पहली बार था ।जब आराम अपनी नाइट एंजॉय नहीं कर पा रहा था।वरना 5 राउंड किए बगैर उसे सेटिस्फेक्शन नहीं मिलती थी।

    अरमान ने आंख बंद करके एक गहरी सांस ली और कहा, अब तुम जा सकती हो।अक्षत तुम्हे तुम्हारे पाप दे देगा।

    वो लड़की चुपचाप उठ कर चली गई। कुछ देर बाद अरमान ने लाइट ऑन की और सिगरेट के कश भरते हुए बालकनी के पास जाकर बोला, " ये नीली आंखों वाली लड़की मेरे दिमाग के साथ खेल रही है।बार बार मेरे दिमाग में चढ़ रही है।लगता है एक बार मिल कर इसे समझाना पड़ेगा।

    अपार्टमेंट।

    रिया ने राशि के कंधे पर हाथ रखते हुए कहा," रिलैक्स! ये गलती से हुआ न ।तूने जान बुझ कर तो नहीं किया न।गलती से हुआ है।उन्होंने तुझे पनिशमेंट नहीं दी न यही बहुत है।

    राशि ने कहा," मगर वो मुझे नौकरी से भी निकलवा सकते थे।उन्होंने कहा भी था कि अगर ये गलती दोबारा हुई तो नौकरी से निकलवा देंगे।मुझे बहुत डर लग रहा है।बहुत मुश्किल से ये जॉब लगी है।अगर ये भी हाथ से चली गई तो हम क्या करेंगे?

    और में दोबारा इंदौर नहीं जाना चाहती ।उस युवराज का सामना करने की हिम्मत नहीं है मुझमें ।अब तक तो उसे पता चल गया होगा।हमें ढूंढने के लिए अपने लोगों को भी लगा दिया होगा उसने।

    रिया ने उसे शांत करवाते हुए कहा," इतना ज्यादा मत सोच।वो ऐसा कुछ नहीं करवाने वाले।वैसे भी वो रोज तो नहीं आते होंगे।इसलिए अब चिल कर और चल डिनर करते है।उसके कहने पर राशि थोड़ी रिलैक्स हुई और रिया के साथ डिनर करने लगी।मगर उसके दिमाग में वही सब बातें घूम रही थी।

    सुबह का समय।

    अरमान इस वक्त होटल के रूम में सोया हुआ था।कल रात नीली आंखों वाली लड़की ने उसे परेशान जो कर रखा था।
    कुछ देर बाद अरमान का फोन बजा।जिस करना उसकी नींद खुली।उसने फोन उठाया।अक्षत ने उसे कुछ बताया और उसने फोन रखा दिया ।

    अब अरमान उठा और जल्दी से वाशरूम फ्रेश होने के लिए चला गया।अब वो जल्दी ही राठौड़ इंडस्टरी की तरफ निकल गया।ठीक आधे घंटे बाद अरमान अपनी कंपनी के सामने खड़ा था।

    अरमान जब कंपनी के अंदर गया।आज उसे वहां कुछ अलग ही शांति नजर आ रही थी।इस तरह की शांति उसने आज से पहले कभी नहीं होती थी।अरमान ने अपने ख्यालों को झटका और अपने फ्लोर की तरफ चला गया।अपने फ्लोर पर पहुंचते ही उसे अपने केबिन के सामने शेरा नजर आया।जो अपनी गर्दन झुका कर बिल्कुल सावधान मुद्रा में खड़ा था।

    शेरा ने उसे वैसे ही ग्रीट किया।उसने जैसे ही केबिन का दरवाजा खोला।उसने देखा कोई उसके चेयर पर बैठा हुआ था।

    ये देख कर अरमान गुस्से से तिलमिला उठा था।उसने गुस्से से गरजते हुए कहा," तुम हो कौन ? और हिम्मत कैसे हुई तुम्हारी मेरे कुर्सी अरमान सिंह राठौर की कुर्सी पर बैठने की?

    तभी अचानक से वो शख्स पलटा।उसे देख कर अरमान हैरान होते हुए बोला," दादा जी आप यहां?


    तभी दादा जी ने कहा," हां मैं! क्यों मैं इस कुर्सी पर नहीं बैठ सकता क्या? वैसे भी तुम भूल रहे है तो बता दूं।इस कुर्सी पर तुम्हारे और तुम्हारे पापा से पहले मेरा हक था।ये मेरी ही कुर्सी है जो मैने तुम्हे विरासत में दी है।मगर लगता है अब इस कुर्सी को कोई नया वारिस चाहिए।

    अरमान कन्फ्यूज़ होकर बोला," वो क्यों?


    दादा जी ने कहा," पहले ये बताओ कि रात भर थे कहा? अरमान अब समझ चुका था कि ये कुर्सी और वारिस की बात क्यों हो रही है।

    अरमान ने कहा," वो रात को होटल में था।कोई जरूरी मीठी जी थी ।लेट हो गया इसलिए रुकना पड़ा। वैसे ये बात जानने के लिए आप यहां तक आए।ये जान कर मुझे हैरानी हो रही है।

    दादा जी ने हंसते हुए कहा," तुमसे ज्यादा मेरा तजुर्बा है।मुझे पता था  कि आज तुम घर नहीं आओगे।होटल से सीधा यही आओगे।तो सोचा इसलिए यही आकर बात कर लूं।

    अब दादा जी अरमान के पास आए।उन्होंने उसकी आंखों में देख कर कहा," मुझे बहुत अच्छे से पता है बेटे की होटल में कौन सी मीटिंग होती है? अगर  आज से रात को घर पर न हुए न तो कल से सारा एम्पायर ,कंपनी,होटल,मॉल ,सब कुछ निहार सिंह राठौड़ के नाम कर दूंगा।ये याद रखना।

    अरमान अब हस्ते हुए कहा,वेल दादा जी! काफी अच्छा चैलेंज कर लेते है आप।देखते है कैसे करते है आप ये सब।
    दादा जी ने उसे एक नजर देखा और वहां से चले गए।

    इधर रिया और राशि ब्रेकफास्ट कर के रेडी हो चुकी थी।तभी रिया ने कहा,चल आज मार्केट जाकर सारा जरूरी सामान खरीद लेते है।  और थोड़ा घुम भी लेंगे।जब से आए है तब से काम और घर ही कर रहे है।राशि ने भी उसकी बात पर सहमति जताते हुए हामी भर दी।

  • 12. Forbidden love - Chapter 12

    Words: 1057

    Estimated Reading Time: 7 min

    निहार और राशि की दोस्ती।

    मुंबई।

    रिया और राशि अपना ब्रेकफास्ट करके  रेडी होकर निकला गई थी मॉल शॉपिंग करने के लिए।उन दोनों ने डिसाइड किया था कि वो लोग पहले किसी अच्छे से काफी शॉप जाएंगी और कॉफी एंजॉय करेंगी।

    इसलिए वो लोग एक कॉफी शॉप पर गई। दोनो ने ही अपने लिए नॉर्मल कॉफी ऑर्डर की।राशि जिस जगह पर बैठी थी उस जगह से बाहर का सारा व्यू दिख रहा था।


    राशि ने बाहर की तरफ देखते हुए कहा," मुंबई और मुंबई के लोग सच में कितने व्यस्त है न।इन्हें दूसरे लोग और दूसरे के कामों से कोई मतलब नहीं है।रिया ने उसकी तरफ देखते हुए कहा," हां क्योंकि ये मुंबई है ।यहां लोगों को कमाने से ही फुर्सत नहीं मिलती तो दूसरों की जिंदगी में क्यों दखलंदाजी करे।

    तब तक उन दोनों की कॉफी आ गई ।अब दोनो ने यूं ही बाते करते हुए अपनी कॉफी खत्म की।अब दोनों उठ कर वहां से जाने को हुई तो अचानक ही राशि की टक्कर बहुत जोरो की हुई।

    राशि अब अपने कंधे को दर्द के मारे पकड़ा कर वही बैठ गई।तभी जिस इंसान से उसकी टक्कर हुई।वो माफी मांगने के लिए अपना सिर उठा कर उसकी तरफ देखा तो हैरान हो गया।

    उसने अपना चश्मा उतारा और कहा," हे सॉरी यार! मैने देखा नहीं।वही रिया ने जब उसे देख तो जोर से चिल्ला कर बोली," आप यहां मिस्टर निहार सिंह राठौड़।

    वही राशि भी हैरानी से उसे देखने लगी।उसने उसे देख कर अपने मन में कहा," ये यहां भी मुझसे टकरा गया।अब ये फिर अपनी चटर पत्र चालू कर देगा।

    निहार ने उस से माफी मांगा और कहा," अगर हम दोनो यहां मिल ही गए है तो क्यों न एक को कॉफी हो जाए।

    तभी राशि जल्दी से बोली," नहीं।अभी हम पी के जा रहे है।निहार का चेहरा उदास हो गया।मगर उसने एक बार फिर से कोशिश करते हुए कहा," तो क्या हो गया।एक बार फिर से पी लो।चिंता मत करो पेमेंट मैं कर दूंगा।

    राशि ने कहा," देखिए सर! हमने कॉफी पी ली है।अब हमें चलना होगा।हमें काम है।ये कह कर वो रिया का हाथ थमे आगे बढ़ी की निहार ने उसका हाथ पकड़ कर रास्ता रोक लिया।राशि काफी हैरान डरी और घबराई हुई थी।

    निहार ने उसका हाथ थमे ही कहा,यार ! इतने प्यार से पूछ रहा हूं।लेकिन तुम लोग हो कि भाव खा रही हो।डोंट वरी ! कुछ करूंगा नहीं।

    रिया ने अब राशि को इशारे किया ।राशि अब वहां उसके साथ कॉफी पीने बैठ गई।

    राठौड़ इंडस्ट्रीज।

    दोपहर का समय।

    अरमान अपनी सारी मीटिंग अटेंड कर के फ्री हो चुका था।इस वक्त वो केबिन में बैठ हुआ था।वो आँखें बंद करके कुछ सोच रहा था कि तभी फिर से उसकी आंखों के सामने वही नीली आंखों वाली लड़की दिखाई दे रही थी।

    अरमान अपनी आंखों खोल कर अब बिल्कुल सीधा हो कर बैठ गया। अरमान ने कहा," ये लड़की जब से मिली है।तब से मुझे मेरी अपनी मैं भी दिखती है।समझ नहीं आता क्या करूं इसका?

    तभी अरमान के केबिन का दरवाजा खुला।एक्जिट ने अनादर आते हुए कहा," बॉस! आज शाम को आपको साइट पर जाना था।

    अरमान ने अब रिलैक्स होते हुए कहा," हां मुझे याद है।मैं चला जाऊंगा।अक्षत ने कुछ नहीं खा वो वहां से जाने लगा।तभी अरमान ने उसे रोकते हुए कहा," सुनो!

    अक्षत ने कहा," जी बॉस! अरमान ने कहा," कल जिस क्लब में हम थे।वहां पर एक लड़की थी । जिसकी आंखों नीली थी।उसके बारे में पता करो।अक्षत को ये बात पहले हजम नहीं हुई।मगर वो उसकी बात टाल नहीं सकता था।उसने कहा," कल सुबह तक इंफॉर्मेशन ला दूंगा बॉस।ये कह कर वो वहां से चला गया।

    इधर राशि को बिलकुल मन नहीं था निहार के साथ बैठने का।क्योंकि उसे पता था जब से उसने क्लब ज्वाइन किया था तब से ही वो उसके पीछे पड़ा हुआ था।

    निहार ने अब बात आगे बढ़ाते हुए कहा," वैसे एक बात पूछूं! तुम लोग काफी अच्छी और पढ़ी लिखी लगती हो।तो फिर ये क्लब क्यों ज्वाइन किया?

    राशि ने कहा," कोई शौक से नहीं किया ज्वाइन।बहुत कोशिश की जॉब ढूंढने की मगर यहां पर या तो यहां पर किसी बड़े लोगों की सिफारिश चलती है या फिर पैसे की।यहां टैलेंट की कोई कदर नहीं है।पढ़ाई लिखाई या डिग्री की कोई वैल्यू नहीं है

    निहार ने कहा," ये तुम्हारी गलत फहमी है। जरूरी नहीं हर जगह यही होता है ।मगर यहां की कुछ कंपनी ऐसी है जहां पर लोगों के टैलेंट को भी परखा जाता है और उस हिसाब से काम भी दिया जाता है।

    रिया अब एक्साइटेड होकर बोली,क्या सच में सर! क्योंकि अब तक हमें जितनी भी कम्पनी मैं रिव्यू दिया है सब जगह पैसे की ही डिमांड हुई है।अगर टैलेंट के बेस पर आप जॉब दिल सकते है तो प्लीज हमारी हेल्प कीजिए।

    निहार ने कहा," वो तो मैं कर सकता हु ,मगर तुम्हारी दोस्त ही राजी नहीं होगी।

    रिया ने अब राशि का हाथ चुपके से दबाते हुए कहा," होगी न सर!जरूर होगी।क्यों राशि होगी न? उसने राशि को आंख से इशारा किया।राशि ने अब हल्का सा मुस्कुरा कर हां मैं जवाब दिया।

    निहार ने कहा,तो ठीक है फिर।अपने सारे डॉक्यूमेंट लेकर कल यही पर ठीक नौ बजे मिलना।मैं तुम दोनों को रिसीव करने आ जाऊंगा।तुम दोनो का इंटरव्यू होगा।उसके  हिसाब से तुम्हे काम मिल जाएगा।रिया अब तो बिल्कुल खुश हो गई।।।उसने  खुश होते हुए कहा," थैंक यू सर! अपने हमारे लिए इतना किया।

    निहार ने कहा," थैंक यू की कोई जरूरत नहीं है।बल्ली इसके बदले में मुझे कुछ और ही चाहिए।रिया और राशि की तीन आंखें ही हैरानी से बड़ी हो गई।

    निहार ने उनका ऐसा एक्सप्रेशन देखा तो हंसने लगा।उसने कहा," ज्यादा कुछ नहीं मांग रहा।बस तुमरी दोस्त राशि जी की दोस्ती चाहिए।क्या वो मुझसे दोस्ती करेंगी।चिंता मत करो ऐसा वैसा लड़का नहीं हूं। बहुत शरीफ खानदान से हूं। मुझसे दोस्ती करने पर कोई नुकसान नहीं है।तो क्या हम दोस्त बन सकते है? ये कह कर उसने राशि के आगे हाथ बढ़ाया।

    राशि ये सब देख कर पहले शॉक्ड थी।वही रिया भी उसका एक्सप्रेशन देख कर समझ रही थी।उसने अब धीरे से कहा," बंदा खराब नहीं है।कर ले।कोई नुकसान नजर नहीं आता बल्कि उल्टा हमें ही फायदा है। इस पर हम भरोसा कर सकते है।

    राशि अब असमंजस में पड़ गई। लेकिन फिर उसने हल्का मुस्कुराते हुए कहा," ठीक है।मगर हम दोस्त ही रहेंगे।इस से आगे कभी नहीं बढ़ सकते।निहार ने कहा," चिंता मत करो।मैं कभी अपनी लिमिट नहीं भूलूंगा।

    Thanks for reading guys।

  • 13. Forbidden love - Chapter 13

    Words: 1017

    Estimated Reading Time: 7 min

    कहीं सजा मिल गई तो।

    रात का समय।

    इस वक्त अरमान क्लब के सबसे  लक्जरियस वाले रूम मैं था।वो सोफे पर काफी अकेला बैठा हुआ था।उसके एक हाथ मैं सिगरेट तो दूसरे हाथ में शराब का ग्लास था।

    ठीक पांच मिनट बाद उस क्लब का मैनेजर वहां आया।उसने अरमान के सामने खड़े होकर काफी पोलाइट वे मैं कहा," जी कहिए सर! कोई ड्रिंक सर्व करवाऊं?

    अरमान ने कहा," हां ! पर कोई और नहीं बल्कि वही लड़की करेगी जो कल आई थी इस रूम मैं।

    उस मैनेजर ने कहा," सॉरी सर! आज वो लड़की नहीं आई।अगर आप कहे तो मैं उसकी जगह दूसरी लड़की को भेज देता हूं।

    अरमान को उसके न आने की बात सुन कर कुछ खास अच्छा नहीं लगा।मगर फिर अरमान ने मना करते हुए कहा," नहीं कोई दूसरी नहीं चलेगी।फिलहाल इतना ही काफी है।ये कह कर उसने मैनेजर को वहां से वापस भेज दिया।

    उसके जाने के बाद अरमान ने अपनी आंखों बन्द करते हुए एक गहरी सांस ली।और खुद से कहा, लगता है कल की वजह से नहीं आई।मगर कब तक बचेगी।आज नहीं तो कल उसे सामने आना ही होगा।

    इधर राशि आज घर पर अकेली थी।उसकी तबियत कुछ खास ठीक नहीं थी।साथ कल जो कुछ भी क्लब मैं हुआ उस वजह से वो थोड़ा डरी हुई भी थी।इसलिए आज वो रिलेक्स कर रही थी।

    राशि अब किचेन की तरफ गई।उसने अपने और रिया के कहना बनाना शुरू कर दिया।वरना रोज रात को खाना लेट से बनता और  दोनों ही लेट खा कर सोते थे।कभी कभी तो बाहर ही खान होता था।

    राशि किचेन में खान बना ही रही थी।तभी उसे डोर बेल की आवाज सुनाई दी।राशि ने सोचा कि शायद रिया आज अकेले होने की वजह से जल्दी आ गई होगी ,इसलिए उसने जाकर दरवाजा खोला।

    जब दरवाजा खोला तो सामने  अरुण और मालिनी खड़े थे।उन्हें देख कर राशि दोनो से गले मिलती हुई बोली, तुम दोनो यहां पर!

    अरुण ने अन्दर आते हुए कहा," अब तुम तो हमे बुलाने से रही।जब से नया घर और जीभ मिला है तब से तुमने हमे कॉन्टैक्ट करना ही छोड़ दिया।

    राशि ने कहा," ऐसी कोई बात नहीं है ।बस थोड़ा सेक्ड्युल बिजी चल रहा था।इसलिए ।वैसे अच्छा किया तुम लोग आ गए।वैसे तुम लोगों ने डिनर किया?

    अरुण ने कहा,इसलिए ही तो आए है।मालिनी ने कहा था कि हम तुम्हारे घर चले।आज वैसे भी घूमने निकले थे।सोचा तुम्हारे घर ही आ जाए।वैसे ये रिया नजर नहीं आ रही है।

    राशि ने कहा," वो एक घंटे बाद ही आएगी।तब तक मैं कुछ खाने को बनाती हूं।तब तक वो भी आ जाएगी।वैसे ये बताई क्या बनाऊं मैं आज? आखिर मालिनी मेरे हाथ खाना पहली बार खाएगी तो कुछ स्पेशल ही बनाना होगा न।

    मालिनी ने कहा,शायद तुम भूल रही हो जब मेरे घर पर थी तो बनाती थी और मैने चखा भी है।

    राशि ने कहा," वो तो है मगर इस घर में पहली बार आए हो तुम दोनो तो खास ही बनाती हूं।ये कह कर वो किचेन मैं चली गई।

    कुछ ही देर बाद राशि का खाना बन चुका था तब तक रिया भी घर आ गई थी। अब चारों बैठ कर डिनर कर रहे थे।डिनर करते हुए अरुण ने कहा," राशि एक बात कहूं! क्या क्लब के अलावा तुम लोगों ने कोई दूसरी जॉब ढूंढने की कोशिश नहीं की?

    रिया ने कहा," बहुत की थी।मगर हुआ नहीं।मगर कल हम दोनो हो जॉब के इंटरव्यू के लिए जा रहे है।अरुण ने कहा," कौन सी कंपनी में?

    रिया ने कहा,हमें खुद नहीं पता।मगर है लड़का जिसका नाम निहार सिंह राठौर है।उसने ही कहा कि हमें वो इंटरव्यू के लिए ले जाएगा।

    उसकी बात सुन कर अरुण ने हैरानी से कहा," क्या नाम लिया एक बार फिर बोलना।रिया ने नॉर्मली कहा," निहार सिंह राठौर" ।

    अरुण ने कहा," तुम जानती भी हो ये है कौन?रिया ने खाते हुए नॉर्मली जवाब दिया , नहीं! वो तो हमें क्लब मैं मिला था और राशि से दोस्ती करना चाहता था।तुम्हे पता है दो दिन में पता नहीं उसने राशि में ऐसा क्या देखा जो उसे दोस्ती करनी थी।उसने हमें जॉब दिलाने के बदले में राशि की दोस्ती मांगी है।और राशि ने हां भी कर दी।

    राशि ने कहा,मैने हां नहीं की अरुण,बल्कि इसने करवाया है वो भी जबरदस्ती।रिया ने कहा,तो क्या करती ? वो तो तेरे पीछे हीं पड़ा था।ये भी तो सोच कम से कम हमें अच्छी जॉब मिल रही है।अच्छा होगा उस क्लब जाने से बेहतर हम ऑफिस जाएंगे।

    तभी अरुण ने दोनों को शांत करवाते हुए कहा," तुम अरमान सिंह राठौर को जानती हो न ।रिया ने कहा," उस दिन वो क्लब आया था।काफी टाइट सिक्योरिटी थी। कितने हटते करते मुस्टंडे थे।सबके हाथों में एके 47 और महंगी बंदूके थी।

    निहार सिंह राठौड़ उसकी का भाई है।रिया ने बिना ध्यान दिए कहा,तो क्या हुआ? वही राशि ने ध्यान से सुन तो वो हैरान हो गई।

    उसने कहा," वो निहार सिंह राठौर का भाई है।अब रिया ने ध्यान दिया।तभी राशि ने कहा," अब मैं बिल्कुल जॉब नहीं करूंगी।मुझे नहीं जाना उसकी कंपनी में।

    अरुण ने कहा," क्यों? अब क्या हुआ? राशि ने कहा," अरुण उस दिन क्लब में अरमान सिंह राठौर के ऊपर ही गलती से मुझसे वाइन गिर गई थी।अब उसने उसे सारी बात बताई।

    अरुण ने अब गहरी सांस ली।उसने कहा," कोई प्रॉब्लम वाली बात नहीं है।वैसे भी वो अपने एम्पलाई के सामने कभी नहीं आते।उनका सारा काम तो उनका मैनेजर और असिस्टेंट ही संभलते होंगे न।तो चिंता मत करो।जाओ इंटरव्यू देकर आओ।

    राशि ने कहा," मगर मुझे नहीं जाना अब।अगर एक कंपनी में रहेंगे तो सामना जरूर होगा।उसके बाद जो होगा वो झेलना ही पड़ेगा।कहीं सजा मिल गई तो।

    रिया ने उसकी बात सुन कर आंखों को गोल घुमाया और कहा," तू इतनी डरपोक क्यों है? एक बार ट्राई करते है न ।वैसे भी उन्होंने तुझे तेरी गलती के लिए माफ कर दिया था तो अब सजा क्यों मिलने लगी।ज्यादा सोच मत जो होगा देखा जाएगा।।कल हम दोनो जा रहे है।और ये बात तय रही ।अब एक शब्द नहीं बोलेगी इस बात को लेकर।

    राशि अब चुप हो गई।क्योंकि उसे पता था कि रिया से कोई जीत नहीं सकता।उसने जो कहा है वहीं होगा।

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  • 14. Forbidden love - Chapter 14

    Words: 1031

    Estimated Reading Time: 7 min

    इंतेज़ार खत्म हुआ।

    मुंबई एयरपोर्ट।

    मुंबई के एयरपोर्ट पर एक प्राइवेट जेट लैंड हुई।उस जेट के लैंड होते ही गाड़ियों का काफिला वहां पर जमा ही गया।उन गाड़ियों से सारे गार्ड बाहर आए और प्राइवेट जेट को घेर लिया।

    अब उस जेट से बाहर एक हैंडसम और स्मार्ट सा लड़का बाहर आया।उसने ब्राऊन कलर का थ्री पीस सूट पहन हुआ था। आंखों  पर ब्लैक कलर का गोगल और हाथों में महंगी घड़ी थी।वो जेट के  दरवाजे पर खड़ा होकर अपनी दोनो बाहों को फैलाते हुए अपनी आंखों को बंद किए हुए बोला," दस साल बाद भी मुंबई की फिजाओं  में वही खुशबू है।कुछ भी नहीं बदला।

    अब उसने अपनी आँखें खोली,और नीचे उतर कर गाड़ियों के पास आया ।वो उनमें बैठ कर अपने आशियाने को तरफ निकल गया।

    इधर रिया पूरी तरह रेडी हो चुकी थी।उसने अपने और राशि के सारे डॉक्यूमेंट ले लिए थे।मगर राशि अभी भी बेड पर बैठी हुई थी।वो काफी दुविधा में थी।

    उसने  अपने आप से कहा," मैने जो डिसीजन लिया है वहीं सही है ।मुझे नहीं जाना उस निहार के साथ इंटरव्यू देने  उस कंपनी में।"

    रिया ने उसे मिरर से देखा और कहा,"अगर अपने आप में राय बनाना  हो गया हो तो  अब रेडी हो जा। वरना लेट हो जायेंगे। और पहला इंप्रेशन खराब नही करना चाहिए।

    राशि ने रिया को कहा," तू मेरी बात मान क्यों नहीं जाती।मिस्टर राठौड़ ने तुझे नहीं देखा तो तू जाकर इंटरव्यू दे आ ।मैं नहीं जा रही।अगर उन्होंने मुझे देख लिया और पुरानी बात याद आ गई तो बदला लेने में कोई कसर नहीं छोड़ेंगे।

    वैसे भी मैं क्लब वाली जॉब मैं ही खुश हु । रिया उसके पास आई और उसके बगल मैं बैठ कर उसका थामे बोली," एक बात बता क्या तू नहीं चाहती कि हम एक इज्जत वाली जॉब करे जिस में हमे इज्जत मिले।लोग हम से तमीज से पेश आए,हंसे, दोस्ती करे ,अच्छे से रहे ।इज्जत वाली जिंदगी जिये।

    उस क्लब में जॉब  करके हमें क्या मिल गया।तूने देखा नहि लोग हमसे किस तरह से बात करते थे।कितनी गंदी तरह से हमें छूते थे।कितनी गंदी बातें करते थे।कोई इज्जत ही नहीं करता था हमारी।

    इंदौर में भी हमारे साथ यही कुछ हुआ।उस काम की वजह से युवराज तेरे पीछे पड़ गया।वो जो कि एक गुंडा था।अगर हम कोई ढंग का काम करते तो वो हमें न मिला होता न तुम्हारे साथ इस तरह से पेश आता याद है एक तुझे एक आदमी ने ऑफर ही दे दिया था कि तू उसके साथ एक रात गुजारे।

    ये बात सुनते ही राशि ने रिया की तरफ देखा फिर रिया ने आगे कहा," इसलिए कह रही हूं।हमें जो मौका मिला है उसको क्यों गंवाना?

    चल न चल कर इंटरव्यू देते है।अगर पास हुए तो भी अच्छा न हुए तो वह अच्छा।कम से कोशिश तो कर ही सकते है न ।और फिर वो निहार भी तो हमारे भले के लिए कर रहा है।वरना कौन है यहां जो ये चाहे कि एक लड़की जो क्लब में काम करती है वो ये सब छोड़ दे।क्योंकि उन्हें तो चांस मिल जाता है लड़की के साथ फ्लर्ट करने का।उन्हें रिझाने का और सबसे बड़ी बात उनके साथ खेलने का

    राशि उसकी सारी बात बहुत ध्यान से सुन रही थी।रिया उसके एक्सप्रेशन देख रही थी ।उसे इंतजार था उसके जवाब का।

    कुछ देर बाद इंतेज़ार करने के बाद राशि ने सोच समझ कर जवाब दिया।उसने रिया से कहा," ठीक है ।मैं रेडी हो जाती हूं ।मगर वहां कोई प्रॉब्लम हो गई तो।

    रिया खुश होते हुए बोली,अरे यार कोई प्रॉब्लम नहीं होगी।तू बस रेडी हो जा ।बाकी मैं हूं आज तक तेरा साथ दिया है तो आगे भी दूंगी न।

    कुछ देर बाद दोनों ही सहेलियां तैयार हो जाती है।दोनो अपने हाथ मैं अपने डॉक्यूमेंट लेकर वहां से निकल गई।कुछ देर बाद दोनों ही कॉफी शॉप पहुंची।वहां पहुंचते ही देखा तो बिहार पहले से ही वेट कर रहा था।

    अब दोनों ही कॉफी शॉप के अन्दर गई।निहार उन दोनों को देखते ही खड़ा हो गया।उसने दोनो से  ही हैंडशेक किया। निहार ने कहा," तो दोनो रेडी हो।आज तुम दोनों का ही इंटरव्यू होगा।उसके बाद ये जॉब भी मिल जाएगी।अब हम लोग चले।

    तभी राशि ने कहा," निहार जी मुझे आपसे कुछ बात करनी है।निहार ने कहा," अब क्या हुआ ? कोई प्रॉब्लम है।नर्वस हो
    राशि ने कहा,नहीं,बात कुछ और है।ये कह कर उसने क्लब वाली सारी बात बताई।

    फिर उसने कहा,इसलिए मुझे लगता है कि हमें ये जॉब नहीं मिलेगी।और अगर मिल भी गई तो आपके भाई सारा बदला ले लेंगे।

    निहार उसकी बात सुन मुस्कुराया और कहा," भाई बहुत अच्छे है।कड़क दिखाई देते है मगर है नहीं।वो गलती से हीं एक गलती थी।उतनी छोटी गलती के लिए भाई बदला नहीं लेने वाले।बल्कि टैलेंट देखेंगे।अब चलो ये कह कर तीनों ही वहां से निकल गई।

    कुछ देर बाद जब दोनो वहां पहुंची तो रिया किया अपनी गर्दन ऊपर की तरफ मोड़नी पड़ी।उसने देखती ही कहा,"हे भगवान! इतनी ऊंची बिल्डिंग ।मेरे तो पैर दर्द करने लगेंगे यार।निहार ने कहा,चलो लिफ्ट से जाना है।उसकी बात सुन कर रिया खुश हो गई। वरना तो पक्का ये जॉब छोड़ देती।

    अब दोनों ही अंदर गई अन्दर का माहोल देख कर दोनो को रॉयल  घर होने वाली फिलिंग आ रही थी।रिया मुंह खोले देख रही थी।वही राशि डर रही थी।

    ठीक 10वें फ्लोर पर दोनो पहुंची ।निहार   एक केबिन के अन्दर गया।जहां पर पहले से ही एक मैनेजर मौजूद था।निहार ने कहा,ये दोनो यहां जॉब के लिए आई है।इंटरव्यू के बाद जॉब दे देना।काफी टैलेंटेड है।

    कुछ देर बाद दोनों का इंटरव्यू हुआ और दोनों को ही जॉब मिल गई।राशि और रिया को पांचवे फ्लोर पर काम दिया गया था।

    इधर कबीर अपने घर पहुंच चुका था।घर के अंदर आते ही कबीर के पापा रोहन सिंघानिया ने कहा," बहुत लंबा इंतेज़ार किया है हमने तुम्हारा कबीर बेटे।ये कहते हुए वो उसे गले लगा लिया।

    कबीर ने कहा,अब ये इंतजार खत्म हुआ।अब मैं यहीं रहूंगा डैड।इसलिए अब तो सिर्फ तैयारी कीजिए मुझे सीईओ बनाने की।
    रोहन ने कहा,वो तो ठीक है।मगर पहले सोचा है तुम्हारे लिए एक बड़ी सी वेलकम पार्टी दी जाए। शहर से लेकर विदेश तक सबको बुलाया जाए।कबीर ने कहा,ये अच्छा idea है ।लेकिन सबसे खास इंसान को भी बुलाया जाए।जो मेरे लिए सबसे खास है।

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  • 15. Forbidden love - Chapter 15

    Words: 1024

    Estimated Reading Time: 7 min

    हर रात एक नई लड़की का नशा।

    मुंबई।

    शाम का समय

    राठौर इंडस्ट्रीज।

    रिया और राशि ने आज से ही जॉब ज्वाइन कर लिया था।इसलिए वो लोग इस वक्त काम पर लगीं हुई थी।दोनो आज खुश भी थी कि कम से कम अब उन्हें क्लब में जॉब नहीं करनी पड़ेगी।दोनो ही मन लगा कर अपना काम कर रही थी।

    इधर कंपनी के 35वें मंजिल पर बने एक आलीशान केबिन के अंदर अरमान बैठा काम कर रहा था।तभी उसके केबिन मैं अक्षत आया।

    अरमान ने उसे देख कर कहा," कहो क्या बात है? अक्षत ने कहा," बॉस अपने कहा था न उस क्लब वाली लड़की के बारे में पता करने तो वही पता करने आया हु ।

    अरमान ने कहा," क्या पता चला है? अक्षत ने कहा," सिर उसका एक दोस्त है यहां अरुण जायसवाल।उसके यहां  रुकी थी।वो दोनो इंदौर से आई है।क्लब में एक हफ्ते पहले ही जीभ शुरू की है मगर वहां के मैनेजर ने कहा कि दोनों दो दिन से नहीं आ रही है।शायद उन्होंने वो जॉब छोड़ दी है।बस इतना ही ।

    अरमान ने उसे अब जाने के लिए कह दिया।उसके जाते हि अरमान चेयर पर लीं होकर बैठ गया।उसने अपने आप से कहा," इसका मतलब उस दिन जो हुआ उस कारण उसने जॉब छोड़ दी।फिर कुछ सोचते हुए उसने कहा," उसके जॉब छोड़ने से मुझे क्या? जो मर्जी करे।मैं इतना क्यों सोचता हूं।ओह गॉड! ये लड़की सिर चढ़ने लगी है।कुछ करना पड़ेगा।

    इधर राशि और रिया अपना काम खत्म करके नीचे आ गई थी क्योंकि उनका काम खतम हो चुका था।दोनो बाते करती हुई नीचे आई।

    तभी उनके सामने निहार की गाड़ी आकर रुकी।निहार बाहर आया।उनसे दोनो को देख कर कहा," तो कैसा लगा यहां? कोई प्रॉब्लम तो नहीं हुई न ।जगह तो पसंद आई न।

    रिया ने उसे रोकते हुए कहा," बस बस निहार सर! यहां सब कुछ बहुत अच्छा है।जगह भी काम भी।हमें यहां काम दिलाने के लिए आपका धन्यवाद।

    तभी राशि ने थोड़ा आगे बढ़ कर कहा," हां निहार सर! आपका बहुत बहुत धन्यवाद।वरना इस महंगे शहर में गुजारा करना बहुत मुश्किल था ।हमें तो लगा ही नहीं था कि इतनी अच्छी जॉब  मिलेगी।हम किसी कंपनी में काम कर पाएंगे ।मगर आपके कारण ये संभव हो पाया। मुझे नहीं पता कि कैसे मैं ये एहसान चुकाऊंगी।

    तभी निहार ने कहा," हम दोस्त है ।तुमने मेरी दोस्ती एक्सेप्ट की है तो दोस्ती मैं एहसान जैसी चीजें नहीं होती।बल्कि हेल्प  की जाती है।वैसे अगर एहसान चुकाना ही है तो एक काम कर सकती हो।

    राशि ने कहा,और वो क्या है? निहार ने कहा," एक डिनर डेट के बारे में क्या ख्याल है आपका?

    राशि ने कहा,आज तो नहीं लेकिन फिर कभी जरूर।दोनो बातें ही कर रहे थे ।अरमान भी ऑफिस के नीचे आया ।वो पार्किंग साइड जा रहा था तभी उसकी नजर निहार पर पड़ी।उसने  देखा कि निहार के साथ दो लड़कियां खड़ी है मगर वो उन दोनों का चेहरा नहीं देख सकता था।क्योंकि दोनो की पीठ अरमान की तरफ थी।

    अरमान ने निहार को देखते हुए अपने आप से  बुदबुदाते हुए कहा," ये लड़का कभार नहीं सुधार सकता।लड़की दुखी नहीं की शुरू हो गया।

    तभी उसके सामने खड़े अक्षत ने अपने आप से कहा," आप खुद भी वैसे ही जो बॉस ।हर रात एक नई लड़की का नशा जरूर करना होता है।

    अब सब अपने घर की तरफ निकल चुके थे।अरमान और निहार भी अपने घर को जा चुके थे।

    अरमान आज अपने घर पर था क्योंकि दादा जी उसे वॉर्न किया था। अरमान फ्रेश होकर डाइनिंग टेबल पर आया।उसे वहां देख कर दादा जी कहा,अच्छा हुआ आज घर पर हो ।उम्मीद है कि आगे भी यहीं नजर आओगे।

    तभी अरमान की मां ने कहा," पापा जी अगर आप चाहते है कि अरमान घर पर थे तो उसकी शादी राम्या के साथ कर दीजिए।तभी ये आपको घर पर नजर आएगा।

    शादी की बात सुनते ही अरमान ने कहा," अगर लड़की की जिंदगी बर्बाद करनी है तो शौक से उसे मेरे साथ बांध सकते है। मुझे कोई प्रॉब्लम नहीं है।

    तभी निहार ने कहा," वैसे अगर आप लोगों की इज्जत हो तो मैं एक गुड न्यूज दूं।  मैने सोचा है कि क्यों न मैं कल से बाई की कंपनी कोई कर लूं।वो क्या है न मेरी मौज मस्ती बहुत हो गई।अब सोच रहा हूं क्यों न सीरियस होकर अपने करियर पर फोकस करूं।तभी तो आगे जाकर मुझे अच्छी लड़की मिलेगी क्यों है न दादा जी।

    दादा जी उसकी बात सुन कर कहा, " बात तो सही है। आखिर छोटे राजकुमार को अकल आ ही गई।चलो देर आए दुरुस्त आए।कम से कम तुम लाइन पर आए।

    अरमान ने कहा," वैसे ये कंपनी ज्वाइन करने का मन खुद से हुआ या इसके पीछे भी कोई है।

    निहार ने कहा," क्या भाई! आपको पता नहीं होना चाहिए कि मैं भी अब समझदार हो गया हूं।अब खुद के बल पर कुछ करना चाहता हूं।इसलिए अब कल से मैं आपके साथ जाऊंगा।

    इधर रिया और राशि डिनर रेडी करके खा चुकी थी।दोनो ही बेड पर लेटी हुईं थी।राशि ने कहा,चलो एक चीज अच्छी हुई कि निहार सर अपने भाई की तरह नहीं है।वो बहुत अच्छे है।

    रिया ने कहा,वो तो है मगर निहार  सर काफी ओपन माइंडेड है ।लेकिन उन्हें तुझसे दोस्ती क्यों करनी है कहीं कोई और बात तो नहीं।  कहीं वो तुझे चाहने तो नहीं लगे है।

    राशि उसके सिर पर तपली मारते हुए बोली,क्या कुछ भी बोलती है।वो इस तरह के नहीं है।और वैसे भी वो दोस्त तक ही सीमित रहे तो अच्छा है।मैं नहीं चाहती कि वो कोई और रिश्ता बढ़ाए।अब चुपचाप सो जा ।कल ऑफिस टाइम से जाना है तो जल्दी उठना पड़ेगा ।

    इंदौर।

    इस वक्त युवराज थापर अपने घर के छत पर बैठा हुआ था।उसके हाथ में शराब की बोतल और एक हाथ में सिगरेट थी।उसने हद से ज्यादा ही पी ली थी।इसलिए उसे कोई होश नहीं  था। युवराज नशे में भी राशी का नाम बड़बड़ाते हुए बोला, जिस दिन तुम मुझे मिल गई न उसी दिन तुम्हे अपना बना लूंगा।अब तुम्हे कभी नहीं छोडूंगा।

    उसकी हालत देख कर रतन ने एक आदमी से कहा,"भाई जी की क्या हालत ही गई है एक लड़की की वजह से ।पता नहीं क्यों उन्हें छोड़ कर चली गई।काश वो आ जाए तो भाई जी फिर से पहले जैसे हो जाएंगे।

  • 16. Forbidden love - Chapter 16

    Words: 1031

    Estimated Reading Time: 7 min

    हर्जाना तुम दोनो को भरना होगा।

    Morning time.

    राशि आज सुबह जल्दी उठी ।उसने फ्रेश होकर पूरा नाश्ता वगैरा रेडी कर लिया था। नाश्ता करने के बाद राशि गई और रिया को उठाना शुरू कर दिया ।

    राशि ने कहा," अब अगर नहीं उठी न तो आज नाश्ता खुद बना कर खा लेना और हां सारा दिन घर पर ही रहना पड़ेगा क्योंकि मैं तुझे लॉक करके चली जाऊंगी।

    राशि की बात सुनते ही रिया जल्दी से उठी।उसने राशि के हाथ को थामते हुए कहा," अरे नहीं यार! तेरे हाथ का नाश्ता से लेकर  लंच तक लंच से लेकर डिनर तक मैं कुछ नहीं मिस कर सकती।और एक घर के अन्दर पूरा दिन कौन पैक रहता है यार ।रुक जा मैं पांच मिनट में रेडी हुई।

    रिया अब जल्दी से वाशरूम गई।वो पांच मिनट के नदी ही रेडी होकर बाहर आई।


    उसने देखा राशि नाश्ता लगा रही है। रिया ने नाश्ता करते हुए कहा,इतना टेस्टी नाश्ता है न अगर कोई भी खा ले न तो सच में रेस्टोरेंट का रास्ता ही भूल जाएगा।

    राशि ने हस्ते हुए कहा, मक्खन लगाने का काम तुझे बहुत बढ़िया आता है ।अब चल निकलते है ।ये कह कर राशि ने दोनो के लिए टिफिन बॉक्स उठाया  और वहां से चली गई।

    राठौड़ मेंशन।

    अरमान और निहार दिनों ही रेडी हो चुके थे।अब दोनों ही गाड़ी के अन्दर बैठ कर अपने मंजिल की तरफ रवाना हो चुके थे।अरमान गाड़ी के अन्दर बैठा काम कर रहा था।वही निहार सिर्फ अपना फोन चला रहा था।।

    आज उसके चेहरे पर एक अलग ही मुस्कान थी।अरमान ने एक नजर उसे देखा और कहा," तेरे ऑफिस ज्वाइन करने की और खुश होने की वजह एक ही तो नहीं।

    निहार ने कहा," एक बात तो है भाई की आपका माइंड न बहुत शार्प है। आप सब कुछ जान जाते हो। वैसे हां वजह एक ही है।भाई आपको याद है मैने आपको एक लड़की के बारे मैं बताया था वो नीले आंख वाली।जो मुझे क्लब मैं मिली थी।

    निहार की नीली आंखों वाली बात सुन कर अरमान के हाथ लैपटॉप पर काम करते हुए रुक गए।उसे क्लब  वाली नीली आंख वाली लड़की याद आ गई।वो जब भी उसके बारे में सोचता तो उसकी दिल की धड़कन अचानक तेज हो जाती।

    वो उसके ही ख्यालों में खोया रहता।तभी निहार ने कहा," पता है भाई उसकी दोस्त भी उसके साथ ही रहती है।दोनो ही बहुत अच्छी लड़की है।अगर आप एक बार मिल लोगे न तो लड़कियों के मामले में आपको डेफिनेशन ही बदल जाएगी।

    अरमान ने उस गुस्से से घूरते हुए कहा," ये कभी नहीं होगा।और एक बात अगर ऑफिस जा रहे हो तो सिर्फ ऑफिस के कामों में ध्यान देना।अगर तुम्हारे या तुम्हारी उस दोस्त के करना मुझे जरा सा भी नुकसान हुआ तो याद रखना हर्जाना तुम दोनो को मिल कर भरना होगा।

    कुछ देर मैं दोनो ही ऑफिस के बाहर पहुंच गए।अरमान बिना कुछ बोले अपने फ्लोर की तरफ बढ़ गया।वही निहार दसवें फोर पर गया जहां पर दोनों ही काम करती थी।

    वहां पहुंचते ही निहार में देखा कि दोनों ही अपने काम में लगी हुई है।निहार दोनो के पास पहुंच कर ग्रिट किया।उसने कहा,तुम दोनो ने अपना काम शुरू कर दिया ।चलो अच्छा है ।आज से मैं भी इसी फ्लोर पर काम करूंगा।अगर कोई प्रॉब्लम हो तो बेझिझक पूछ लेना।अब चलता हूं शाम को मिलते है।

    उसके जाते ही एक लड़की जिसका ज्योति नाम था।वो उस फ्लोर पर सीनियर पोस्ट पर थी ।।उसने राशि के पास आकर बड़े ही स्टाइल से खड़े होकर कहा,ओह तो तुमने आते ही इस कंपनी के छोटे बॉस को ही पता लिया। वाह क्या बात है।

    राशि उसे बड़े ही हैरानी से उसे देखने लगी।उसने कहा, आप कहना क्या चाहती है?

    ज्योति ने कहा," वाओ! क्या बात है इतना बड़ा काम करनेके बाद अंजान बनते हुए भी ये पूछ रहीं कि मैं क्या कहना चाहती हूं।

    वैसे एक बात बता दूं।ये जो छोटे बॉस इतनी स्पेशल ट्रीटमेंट दे रहे है न ये सिर्फ कुछ ही दिनों के लिए।फिर तुम्हारे बाद कोई खूबसूरत लड़की आएगी फिर बॉस उसके दीवाने हो जायेंगे।ये अमीर लोगों का यही चलता रहता है हर दिन नई लड़की ।

    एक मिनिट! एक मिनिट! कहीं तुम ये तो नहीं सोच रही न कि इसके जरिए तुम बिग बॉस को पटा लोगी तो तुम गलत हो। वो लड़कियों को घास तक नहीं डालते ।इसलिए दोनो से दूर ही रहना।ये कह कर वो अपने सीट ओर चली गई।

    उसके जाते ही राशि अपना दोनो हाथ सर पर रख कर बैठ गई।उसे देख कर रिया ने कहा," यार जाने दे न उसको ।हम।अपना काम करते है न।

    एग्जेक्टली ! यही करना हैं चाहिए ये बात उसके बगल वाली लड़की  ने कहा।रिया और राशि दोनो ही उसे देखने लगी।

    उस लड़की ने कहा,मेरा नाम खुशी है।ये ड्रामे रोज देखने की आदत है।हां ! छोटे बॉस लाभ कभी आते है ।उनकी फ्लर्ट करने की आदत है।मगर वो बहुत कहे है और यहां की हर लड़कियां दोनों बॉस को चाहती है।


    मगर बड़े को ज्यादा ही। मगर वो यहां कभी आए नहीं न ।क्योंकि उन्हें जरूरत ही नहीं पड़ती। ये बड़े सर को चाहती है ।इसलिए खुद को यहां की हेड समझती है।बल्कि एशिया कुछ नहीं है इसलिए चिल आउट रहो ।अब तीनों ही अपने अपने काम मैं लग गई।

    इ अरमान अपने केबिन मैं काम कर रह रहा था।मगर उसके दिमाग में निहार की बातें सता रही थी।उसने जब से कहा कि वे सने क्लब में नीली आंखों वाली लड़की को देखा और वो ऑफिस में जॉब करती है ।तब से उसे ये बात खटकने लगी थी क्योंकि नीली आंखों वाली लड़की उसने भी क्लब में देखी थी।

    तभी उसके केबिन में अक्षत आया।उसने कहा,बॉस ये इन्विटेशन कार्ड आया है।अरमान होश में आकर बोला,किसका कार्ड है?

    अक्षत ने थोड़ा हिचकिचा कर कहा,वो कबीर सिंघानिया की वेलकम पार्टी का है साथ में ये बुक्के भी भेजे है।और कहा कि आपको स्पेशल ही आने।

    उसकी बात सुन कर अरमान ने कहा," इसका मतलब वो इंडिया आ चुका है।पार्टी कब है ?
    अक्षत ने कहा," कल है ।इसका मतलब आप जायेंगे।अरमान ने कहा," जरूर जाएंगे ।आखिर उसने इतने प्यार से बुलाया है जाना तो पड़ेगा न ।आखिर देखे तो ये कौन सा नया दुश्मन है।जो बार बार मेरे रास्ते आ रहा है।

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  • 17. Forbidden love - Chapter 17

    Words: 1103

    Estimated Reading Time: 7 min

    अरमान का राशि के बारे में जानना।

    काम करते हुए शाम का कब हुई पता ही नहीं चला।राशि और रिया निकलने को हुई तो ज्योति एक बार फिर उन दोनों के पास आकर खड़ी हुई।

    उसने उन्हें देख कर वार्निंग देते हुए कहा," उम्मीद है कि तुम दोनो की मेरी बात समझ में आ गई होगी।इसलिए कल से बोनो ही बॉस से दूरी बना कर रखोगी।

    रिया तभी थोड़ा आगे बढ़ कर बोली, " अगर हम दूर न रहे तो क्या कर लोगों? तुम हमें इस ऑफिस से निकलवाओगी या हमें  पनिश करेगी?

    ज्योति ने उसे यू गली प्वाइंट करते हुए कहा,तुम्हे पता नहीं है कि मैं क्या कर सकती हूं? मैं यहां सीनियर हु।चाहूं तो कुछ भी कर सकती हूं कुछ भी का मतलब समझती हो न।

    रिया ने कहा," चल ठीक है अब तो पक्का उनसे दूर न रहने वाली ।अब मैं भी दिखाती हूं कि मैं क्या चीज हूं।तभी आवाज आई ," क्या हो रहा है यहां?

    निहार को देख कर ज्योति थोड़ी सकपका गई।वो कुछ कहती उस से पहले ही रिया ने अपने दोनों हाथ सीने पर  मोडे कहा," कुछ नहीं मिस्टर राठौर ! रिया के मुंह से मिस्टर राठौड़ सुन कर ज्योति हैरान हो गई।

    मगर रिया के चेहरे पर एक मुस्कान आ गई। उसने कहा," किसी ने कहा है कि कोई है इस ऑफिस में जो उम्र यहां से निकलने का दम भरता है।

    निहार के चेहरे पर मुस्कान आ गई।उसने राशि के कंधे पर हाथ रखा और कहा," किसी की इतनी हिम्मत नहीं को की तुम्हे निकल सके ।क्योंकि तुम्हे यहां पर मैने रखा है। अगर एक बार मैने तुम्हे यहां रख लिया तो मेरी मर्जी के बगैर कोई तुम्हे यहां से निकल नहीं सकता।

    वही ज्योति को तो कुछ समझ नहीं आ रहा था कि छोटे बॉस इतने फ्रेंडली कैसे हो गए है दोनो के साथ।वो सोच ही रही थी कि रिया ने कहा, भगवान करे ये बात अगले को भी समझ आ गई होगी हैं न राशि  डॉल!

    चल अब घर चलते है निहार दोनो के साथ ही वहां से निकल गया। उसके जाते ही ज्योति की आंखों में एक आग दिख रही थी जो कि बदले की थी।

    राशि और रिया कैब के इंतेज़ार में खड़े थे।अब तक कैब नहीं आई थी।तभी उनके सामने निहार की गाड़ी आकर रुकी।बिहार ने गाड़ी के शीशा नीचे करते हुए कहा, " अगर कहीं तो दोनों को घर छोड़ दूं।

    राशि ने कहा, आपने वैसे ही हमारी बहुत मदद की है अब कितना मदद करके हमें शर्मिंदा करेंगे।

    निहार ने कहा," दोस्त है हम शर्मिंदा करने वाली बात ही कैसी है।राशि बोली," हमारी कैब आने वाली है।तभी उसने देखा कि सच में उसकी कैब आ गई है।

    राशि ने कहा," वो देखिए !आ गई हमारी कैब।अच्छा अब हम चलते है। कह कर राशि जाने लगी ।तभी उनके सामने से एक गाड़ी निकलने लगी।जो अरमान की थी।

    दोनो ही उस गाड़ी के सामने आ  गई थी इसलिए ड्राइवर ने गाड़ी रोकी।अरमान ने गाड़ी रुकते देख कर कहा," अब क्या हुआ?

    ड्राइवर ने कहा, कुछ नहीं सर! दो लड़कियां आ गई थीं।अरमान ने देखा राशि बैठ रही थी और रिया उसके जस्ट पीछे खड़ी थी इसलिए अरमान उसे आज फिर देख नहीं पाया।मगर उसे बैक साइड से देख कर न जाने क्यों उसके दिल में एक हलचल सी हुई।

    वो अब उसे देखने के लिए उतावला होने लगा।मगर अब तक दोनों ही गाड़ी के अन्दर बैठ चुकी थी।वो गाड़ी से निकल गई।अब अरमान अपने मन को शांत करने लगा।

    कुछ देर बाद दोनों ही घर पहुंचे।सब लोग डिनर करके अपने कमरे में थे।अरमान स्टडी रूम में था।

    तभी उसके स्टडी रूम में निहार आया।उसने एक चेयर खींची और कहा," भाई बहुत दिन हो गए।हमने साथ में ड्रिंक नि ली।

    अरमान ने स्माइल करते हुए कहा," क्यों आज कोई बात है क्या ?

    निहार ने कहा ," नहीं भी बस वैसे है।अरमान ने उसे परमिशन दी ।दोनो ही अब  बैठ कर ड्रिंक कर रहे थे।

    अरमान ने अब उस से पूछा," आज ऑफिस का पहला दिन कैसा था? निहार ने कहा,भाई बहुत मस्त था।आज सच में काम करने में मजा आ गया।

    अरमान ने अब हस्ते हुए कहा," कहीं उन दोनो लड़कियों की वजह से तो नहीं।

    निहार ने कहा," वैसे कुछ नहीं है भाई।लेकिन आपको पता है दोनों ही न काम करने में बहुत की है।मगर नीली आंखों वाली  बहुत अच्छी है शांत स्वभाव है उसका मगर उसकी दोस्त वो बहुत तेज लगती है।

    अरमान ने अब एक सीप लेते हुए कहा," वैसे नाम क्या है इन दोनों का जिसकी इतनी तारीफ करते हो।

    निहार ने कहा,राशि कपूर जिसकी नीली आंखों है और उसकी दोस्त रिया सिंह।वैसे आप इतना क्यों पूछ रहे है?

    अरमान ने कहा,क्योंकि तुम इतनी बातें कर रहे हो उन लोगों के बारे में ।निहार ने कहा," भाई दोनो है ही ऐसी।अगर आप मिलोगे न तो बहुत मजा आयेगा।

    अब अरमान ने अपने मन में कहा, "अगर ये नीली आंखों वाली  क्लब वाली हुई तो।एक बार पता कर लेता हूं।अरमान से रहा नहीं गया इसलिए अब उसने कहा," वैसे तुम इन्हें मिले कहां थे और कब?
    निहार ने कहा," भी क्लब में।जहां पर आपकी मीटिंग हो रही थी।उसी  एक दिन पहले  मैं मिला था उसे।

    अब अरमान का माथा ठनका ।उसने खुद से कहा, कही ये वही तो नहीं जो मुझे मिली थी।अब कल ही पता करता हूं।अरमान ने अपनी ड्रिंक एक सांस में खत्म की और कहा," मैं चला सोने  good night।

    सुबह का समय ।

    सिंघानिया मेंशन।

    कबीर इस वक्त अपने रूम में था ।तभी उसके कमरे का दरवाजा नोक हुआ।उसने देखा तो उसकी मां लतिका सिंघानिया थी।

    कबीर ने अपने मॉम को अंदर आने को कहा। लतिका अन्दर आई।कबीर ने कहा," क्या हुआ मॉम! कुछ पूछना है?

    लतिका ने कहा," नहीं मै तो देख रही थी कि तू जगा  है या फिर अब भी सो रहा है।कबीर ने अपनी मॉम का हाथ थाम कर कहा," मॉम अब बचपन वाला कबीर नहीं हु मैं अब हर चीन की वैल्यू करता हूं मैं चाहे वो तुम हो या काम।

    लतिका ने मुस्कुराते हुए कहा," चल अच्छी बात है।वैसे तुम्हारे डैड बुला रहे है।आज तुम्हारी वेलकम पार्टी है न तो उसी से रिलेटेड कोई बात करनी है।

    कुछ देर बाद कबीर नीचे आया।वो डाइनिंग टेबल पर अपने दादा को जीन करते हुए बोला," तो आज से मेरा बेटा इंडिया में रह कर ही मेरा बिजनेस ज्वाइन करेगा।आज से एयर पूरे एम्पायर का मालिक हो जायेगा।

    कबीर ने कहा, " वो तो है डैड।वेल ! आपने अरमान सिंह राठौर को इन्विटेशन भेजा या नहीं।उसके डैड ने कहा,भेजा है।वैसे तुम्हे लगता है कि वो तुम्हे पहचान लेगा ।क्योंकि तुम दोनो को अलग हुए 20 साल हो गए है।

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  • 18. Forbidden love - Chapter 18

    Words: 1137

    Estimated Reading Time: 7 min

    उस से तो मुझे बदला लेना ही होगा।

    मुंबई।

    राठौड़ मेंशन।

    अरमान ने पाने कान में ब्ल्यूटूथ लगाया हुआ था।वो अक्षत से बात करते हुए बोला, " सबको डिटेल निकल कर रखो।आज मैं खुद चेक करूंगा।

    उधर से अक्षत ने कुछ कहा और फोन रख दिया।अरमान शीशे में खुद को देख रहा था और कुछ सोच रहा था।लेकिन सोचते हुए उसके चेहरे पर एक अनूठी स्माइल आ गई।

    उसे मुस्कुराते देख कर दरवाजे पर खड़े निहार ने कहा," ओहो ! कोई तो खुद में ही मुस्कुरा रहा है।क्या बात है भाई ये कहते वो रूम के अन्दर इंटर हुआ ।उसने कहा," लगता है कोई लड़की मिल गई है जो भाई के दिल को भा गई है।

    अरमान ने उसकी तरफ एक गुस्से वाला लुक देते हुए कहा," कभी नहीं।ऐसा कभी नहीं होगा।

    निहार ने कहा,ओह ! कम ऑन भाई! ये बात मत कहो।हर लड़के की लाइफ में एक लड़की होती है जो कब उसकी लाइफ मैं आकर उसके दिल चुरा जाती है पता ही नहीं चलता।

    अरमान ने परफ्यूम स्प्रे करते हुए कहा," ये कभी नहीं होगा।लड़कियां सिर्फ दिल तोड़ने और दिखा देने के लिए है।कोई उसे प्यार करे उस लायक है नहीं वो।

    निहार ने  अपने माथे को रगड़ते हुए कहा," ओह गॉड! कौन समझाए कि हर कोई एक जैसा नहीं होता ।पता नहीं कब इनकी राय बदलेगी इस मामले में।

    अरमान ने कहा," वैसे आज रात पार्टी में जा रहा हूं।तो अगर हो सके तो टाइम से घर आ जाना।कोई तमाशा या घूमना फिरना नहीं होना चाहिए।

    निहार ने कहा," डोंट वरी भाई।मैं बिल्कुल टाइम पर हर चीज करूंगा।

    अब अरमान और निहार  ब्रेकफास्ट करके ऑफिस की तरफ निकल गए।

    इधर होटल के एक रूम में एक लड़का अपनी गोद में एक लड़की को लेकर बैठा हुआ था।इस लड़की ने हद से ज्यादा ही छोटे कपड़े पहन रखे थे।दोनो के हाथ में इस वक्त ड्रिंक की ग्लास थी।वो लड़का उस लड़की को नेका पर किस करते हुए बोला," तुम्हारा ये हुस्न और ये जवानी कुछ ऐसा है कि किसी को भी मदहोश करदे ।कोई भी इन्हें देखे तो बहक जाए राम्या बेबी।

    राम्या ने भी उसे किस करते हुए कहा," सो तो है ।मगर इस हुसैन और जवानी का जादू उस अरमान पर पता नहीं क्यों नहीं चल पाया।

    पता है सम्राट उस दिन भी मैं उसके पास इसी कारण से गई थी ताकि उसे रिझा सकूं।अपने हुस्न के जाल में फंसा सकूं।मगर वो ऐसा है कि कोई स्वर्ग की अप्सरा भी उसे अपने झांसे में नहीं ले सकती।

    उस ने खुद कुछ करने की बजाय अपने गार्ड से मेरी इज्जत लुटवाई।इस गुनाह के लिए तो मैं कभी माफ नहीं करूंगी।उस से बदला तो लेना ही है मुझे।

    सम्राट ने कहा," अब क्या करोगी तुम बेबी? जो भी करो ।मगर मैं तुम्हारे साथ हूं।

    राम्या ने कहा," अब उसके मॉम डैड ही कुछ कर सकते है।अब मुझे उसके पेरेंट्स के सहारा ही लेना पड़ेगा।तभी उसे हमेशा के लिए वो मेरा हो पाएगा।

    सम्राट ने कहा," उस से शादी के बाद फिर तुम मेरे पास नहीं आओगी? राम्या उसके गले में हाथ डाल कर बोली, ये कैसी बात कर रहे हो?

    तुम्हारे पास तो आना ही पड़ेगा न।आखिर एक तुम्ही तो हो जो सेटिस्फाई कर सकते हो ।और तुम्हे मैं।इसलिए तुम्हे सेटिस्फाई करने आना ही पड़ेगा न ।ये कह कर दोनों ही किस करने लगे थे।

    इंदौर।

    राघवेंद्र बहुत गुस्से में था।वो एक लाइन से खड़े अपने आदमियों को समझने में लगा हुआ था।उसने सब पर चिल्लाते हुए कहा, तुम लोग से कोई काम नहीं होता।अब तक एक लड़की का पता नहीं लगा पाए।आखिर कहां चली गई वो लड़की।उसे जमीन खा गई क्या या आसमान उड़ा ले गया।

    सब अपनी नजर अदन नीचे करके राघवेंद्र की बात सुन रहे थे।किसी कि भि हिम्मत नहीं थी कि कोई कुछ कहे।

    राघवेंद्र ने कहा,अब कुछ बोलोगे या सांप सूंघ गया सबको।राघवेंद्र सब पर चिल्ला रहा था तभी दरवाजे पर एक आदमी आया जो कि हट्टा कट्टा था उसके चेहरे पर एक रौब दार मूंछ थी।

    उसे देखते ही राघवेंद्र ने सबको जाने का इशारा किया।सब वहां से चले गए।

    राघवेंद्र उसे देखते ही बोला," आओ ! आओ राजिंद्र ! बड़े दिन बाद यहां आना हुआ।लगता है यहां का रास्ता ही भूल गए थे

    राजिंद्र ने उसे देखते ही गले लगाया और कहा,"  रास्ता नहीं भुला था।मगर काम में व्यस्त ज्यादा हो गया था।तुम तो जानते ही हो ये चुनाव और थोड़ा जमीन का मसला चल रहा है।
    वैसे आज कल तुम्हारा बेटा नजर नहीं आता।

    राघवेंद्र ने कहा," क्या बताऊं मैं तुम्हे! आज कल उसका दिमाग यहां वहां के कामों में नहीं।बल्कि कहीं और ही दिमाग लगाया हुआ है।

    राघवेंद्र को चिंता में देख कर राजिंद्र ने कहा," लगता है कोई चिन्त का विषय है।इसलिए इतने गंभीर दिख रहे हो।

    राघवेंद्र ने कहा,"हां है एक लड़की जिसके चक्कर में फसा हुआ था।बहुत टूट कर चाहता था। मगर वो इसे छोड़ कर भाग गई ।बस इसलिए ही आज कल इस पर शराब का नशा कुछ ज्यादा ही चढ़ा रहता है।

    खैर ये सब छोड़ो! ये बताओ तुम यहां किसी काम से आए होगे।अब काम बताओ।

    राजिंद्र ने कहा," हां काम तो है ।मुंबई में एक जमीन देखी है।लेकिन उस जमीन पर किसी और का ही कब्जा है।वो जमीन भविष्य में  बहुत मालामाल करने वाली लगती है।इसलिए सोचा था कि युवराज ही अब मुझे वो जमीन दिला सकता है। मगर यहां तो कोई और ही कहानी हो गई है।अब लगता है किसी और को कहना पड़ेगा।

    तभी रतन ने आगे आते हुए कहा " आप चिंतित कीजिए , ये जमीन आपको भाई जी ही दिलाएंगे।

    उसकी बात सुन के राघवेंद्र को गुस्सा आया मगर वो चुप रहा।तभी राजिंद्र ने कहा,कैसे दिलाएगा मुझे ।देवदास बन कर।तब तो मिल गई मुझे वो जमीन।

    रत्न ने सिर झुका कर कहा," मुझे पर भरोसा रखिए।वो जमीन वही दिलाएंगे ।राजिंद्र ने गहरी सांस लेते हुए कहा,ठीक है ।देखते है ।अगर ये जमीन मेरे हाथ से गई तो तू हां से गया।

    कुछ देर इसी तरह बाते करने के बाद वो वहां से चला गया।उसके जाते ही राघवेंद्र ने कहा," रतन तू पागल हो गया है ।ये तूने क्या कह दिया ? तेरा दिमाग तो ठीक है न ।मन की तोहे बेटे जैसा मानता हूं मगर पैसे पर कुल्हाड़ी मारने की क्या करूरत थी।अगर वो जमीन उसे न मिली तो बौखला जाएगा।फिर मरने के लिए तैयार रहना।

    रत्न ने कहा," बहुत सोच समझ कर भाई जी का नाम लिया।मुंबई बहुत बड़ा शहर है।भाई जी जब तक यहां रहेंगे तब तक उस लड़की को याद में रहेंगे।वहां जाएंगे तो वहां की चकाचौंध देख कर क्या पता उसे भूलने की कोशिश करेंगे और भूल कर आगे बढ़ जायेंगे।कब तक भाई जी इसी तरह रहेंगे ।और क्या पता भाई जी फिर पहले की तरह हो जाए।

    उसकी बात सुन कर राघवेंद्र थोड़ा सोच में पड़ गया।फिर उसने कहा," ठीक है जाने की तैयारी करो और में उसे खबर भेजवाता हूं।

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  • 19. Forbidden love - Chapter 19

    Words: 1069

    Estimated Reading Time: 7 min

    कबीर अरमान का मिलना।

    रात का समय।

    एक बड़े से फाइव स्टार होटल में काफी शानदार पार्टी का आयोजन किया गया ।काफी बड़े बिजनेस मन जो इस शहर और शहर के बाहर के थे वो भी यहां मौजूद थे। सब लोग आपस में बात कर रहे थे।

    होटल के सबसे टॉप फ्लोर पर बने एक  आलीशान रूम के अन्दर कबीर बैठा हुआ था।उसने इस वक्त pure ब्लैक कलर का टक्सीडो शूट पहना हुआ था।
    वो तो हैंडसम था ही मगर अब वो और भी ज्यादा हैंडसम नजर  आ रहा था।

    कबीर ने खुद को निहारा और अपनी वॉच पहनते हुए बोला,"  पता नहीं तुम मुझे पहचानोगे भी या नहीं।वैसे भी जो हरकत मैंने की है उस से तुम मुझे अपना दुश्मन ही समझ रहे होगे।

    मगर आज मुझे पहचान लेने के बाद  तुम्हे सब याद आ जाएगा हमारी बचपन में साथ खेलना और अलग होना।

    इधर पार्टी बहुत जोर शीर से चल रही थी।सभी लोग पार्टी में आ चुके थे।तभी पार्टी में अचानक से सन्नाटा छा गया।वहां पर अचानक से तीन चार गाड़ियों के रुकने की आवाज आई।

    सबकी निगाहे अब मैन  एंट्रेंस की तरफ ठहर गई।हर कोई उत्सुक था कि आखिर आया कौन है?

    तभी गाड़ियों का दरवाजा खुला। सब गाड़ी से गार्ड बाहर आए। अब एक गार्ड ने गाड़ी का दरवाजा खोला।उसमें से एक मस्त पर्सनेलिटी ,गुड लुकिंग ,थोड़ा चार्मिंग मगर अपना डार्क औरा लिए  वो अंदर की तरफ आ रहा था।

    सारी मीडिया हाउस ये सब कैप्चर कर रही थी।मगर बॉडीगार्ड से घिरे रहने के कारण उसे कोई देख नहीं पा रहा था। वो अंदर आया ।उसके आते ही रोहन सिंघानिया ने उनका वेलकम किया।

    रोहन ने कहा," मेरे बुलाने पर आप आयुझे अच्छा लगा।आप तो मुझे जानते ही होंगे।अरमान ने कहा," ऑफकर्स कौन नहीं जानता आपको।
    तभी रोहन ने कहा," दूर तो मेरे बेटे को भी जानते होंगे।अरमान ने कहा," नहीं जानता ।इसलिए उस से जानने और समझने आया हूं।

    फिर तो उसने अपने मन में कहा," आखिर मैं भी तो मिलु अपने इस नए दुश्मन से।अब तक कबीर को भी खबर लग चुकी थी कि अरमान आ गया।

    अब मिस्टर रोगन ने सबका ध्यान अपनी तरफ खींचा और अपने बेटे कबीर का नाम लिया तो सारी लाइट बंद हो गई और एक फोकस लाइट कबीर पर पड़ी।

    उसे देखते ही लोग देखते रह गए और लड़कियां मदहोश होने लगी।अरमान ने भी जब देखा तो उसकी आँखें एक  पल के लिए सॉफ्ट हो गई मगर फिर गुस्से ने जगह ले ली।

    अब सब लोग उसे देख कर तालियां बजा रहे थे।कबीर भी मुस्करा हुआ नीचे की तरफ आ रहा था।तभी उसकी नजर अरमान पर गई।वो उसके गुस्से वाले चेहरे को देख रहा था।उसे इस तरह देख कर कबीर की मुस्कान और भी गहरी हो गई।

    अब कबीर अपने डैड के पास आया।उसके पापा रोहन सिंघानिया सबको कबीर से इंट्रोडक्शन करवाने लगे। रोहन अब कबीर को लेकर अरमान के पास आया।

    कबीर का इंट्रोडक्शन होता उस से पहले ही कबीर ने कहा," इन्हें कौन जानता डैड।वैसे इसका मेरे रिश्ता बहुत अलग और बहुत खास है ।वो फिर उसके कान के पास आया उसे बोला," वो भी बचपन से ,बहुत खास ।ये कह कर कबीर सीधा खड़ा हुआ और मुस्कुराने लगा।

    उसकी बात और मुस्कुराहट देख कर अरमान काफी हैरान हो गया।उसे समझ नहीं आया कि कबीर ने उसे ऐसा क्यों कहा?

    कबीर ने कहा," डैड मुझे इनसे अकेले में बात करनी है ।क्या मैं जाऊं?

    रोहन वहां से चले गए।कबीर अब अरमान को लेकर  बार की तरफ आ गया।कबीर ने मुस्कुराते हुए कहा," मुझसे मिलना था इसलिए आए न ।
    अरमान ने ड्रिंक का सीप लेते हुए कहा," हां आखिर मुझे भी तो मिलना था ही न अपने दुश्मन से जो मेरी नाक के नीचे से मेरा माल गायब करके खुद ही उसका मालिक बन जाता है।

    कबीर ने कहा," ये काम मैं हमेशा से ही करता आया था ।अरमान ने फिर उसे एक डेंजर लुक दिया कबीर ने उसे इस तरह देख कर कहा," बस सेम इसी तरह ,बचपन से तेरा ये वाला लुक देखता आया हूं।

    अरमान ने अब कन्फ्यूज होते हुए कहा,"तुम मुझे बचपन से जानते हो ।मगर कैसे? मेरा कबीर नाम का कोई दोस्त नहीं था।

    कबीर ने कहा," जरा दिमाग पर जोर डालो।कोई तो होगा जिसने तुम्हे बचपन में बहुत परेशान क्या किया है।हमेशा तुम्हारी कॉपी लेकर खुद का बताया है और टीचर की मार खाने से बचा है।जिसने हमेशा तुम्हारा चीज छीन कर खुद की बताई है।

    अरमान ने अब जोर डाला ।मगर कुछ खास याद नहीं आया।तभी उसने कहा, " हां था एक ।जिसे सब लुटेरा सिंघानिया कहते थे।

    फिर उसने अपनी आँखें बड़ी की और कबीर को देखते हुए कहा,इसका मतलब तुम हो वही।कबीर अब जोर से उसने लगा।अरमान अब मुस्कुराते हुए बोला,इसका मतलब तू ही कबीर सिंघानिया।

    कबीर ने अब उस से अलग होते हुए कहा," अपने एगो के कारण तुम्हे कभी जानने की कोशिश नहीं।हमेशा किताबी कीड़ा बनना जैसे तुम्हारा फैशन हो गया था।खैर अब तो और मजा आयेगा।क्योंकि अब मैं यही रहने वाला हूं

    अरमान ने अपना सर रगड़ते हुए कहा," प्लीज तू वापस ही चला जा ।बहुत झेला है तुझे तीन साल।अब और नहीं।अगर अब ऐसी हरकत की न तो मुंह तोड़ दूंगा मैं।

    कबीर और अरमान इसी तरह बातों में बिजी हो गए थे।अपने पुराने दिनों को याद करने लगे थे।

    इधर  राशि और रिया सोने की तैयारी में लगे थे कि तभी उनके घर की दूर बेल बजी।राशि ने कहा," इस वक्त कौन होगा?रिया ने कहा," तू रुक मैं देखती हूं।रिया ने जब दरवाजा खोला तो सामने   अरुण खड़ा था।वो काफी उदास लग रहा था।

    रिया ने उसे ऐसा देखा और कहा ," तुझे क्या हुआ भाई? इतनी रात को यहां और ये देवदास क्यों बना खड़ा है? कुछ हुआ है क्या?

    राशि ने पास आते ही कहा" पहले अंदर तो बुला।फिर पूछना।अरुण अन्दर आया।राशि ने उसे पानी देते हुए कहा," अब बताओ अरुण की क्या बात है?

    अरुण ने बड़े दुखी मन से कहा," मालिनी मुझे छोड़ कर चली गई।दोनो हैरान होते हुए एक साथ बोली,चली गई" ।मगर क्यों?

    अरुण ने कहा," वो मालिनी प्रेगनेंट थी।उसने कहा कि उसे ये बेबी अभी नहीं चाहिए।वो इसे अबॉट करेगी।मगर मैं इसके खिलाफ हु।इसलिए वो चली गई।फिर अरुण ने रोते हुए कह," वो ऐसा कैसे कर सकती है एक अजन्मे बच्चे को कैसे मार सकती है? वो मेरा अंश है।मेरा खून है।मैं उसे जाने नहीं दे सकता ।प्लीज अब तुम लोग ही कुछ करो।मैं मदद मांगने आया हूं यहां।प्लीज कुछ करो।मेरे बच्चे को बचा लो।

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  • 20. Forbidden love - Chapter 20

    Words: 1032

    Estimated Reading Time: 7 min

    मेरे मां बाप का लालच है।

    सुबह का समय।

    राशि और रिया दोनो ही तैयार होकर ऑफिस पहुंच चुकी थी।दोनो ही अपना काम करना शुरू कर चुकी थी।तभी निहार ऑफिस आया ।उसने दोनों को देखा और उनके पास चला गया।उनके पास जाते ही उसने दोनों से कहा," सो कैसा चल रहा है सब? कोई प्रॉब्लम तो नहीं है न।

    राशि ने कहा," आपके रहते हमें कैसे कोई प्रॉब्लम हो सकती है।ये सब देख कर ज्योति जल भून रही थी।उसे बैठ गुस्सा आ रहा था कि उन दोनों को कुछ ज्यादा ही इंपॉर्टेंस मिल रही है।

    ये चीज रिया भी देख रही थी।पर उसने कहा, " डॉन्ट वरी मिस्टर राठौर" अगर कोई प्रॉब्लम होगी भी तो हम उस से निपटना अच्छे से जानते है।

    निहार ने रिया को देख कर कहा ," वैसे तुम्हारा कॉन्फिडेंस देख कर अच्छा लगा। वैसे आज दोपहर को लॉन्च तुम्हारे साथ करने का इरादा हैं।क्या ख्याल है इस बारे में?

    राशि ने कहा," ये बहुत अजीब नहीं हो जायेगा।निहार ने कहा," अब हम दोस्त है तो इतना तो बनता है इसमें अजीब क्या है? चलो काम करो ।मिलते है लंच टाइम।

    ज्योति ये सब देख कर मन मसोस कर रह गई।

    उसने अपने आप से कहा," कुछ ज्यादा ही close हैं ये दोनों बॉस के ।अब इनको सबक सिखाना ही होगा।

    देहरादून,उत्तराखंड।

    एक कमरे में एक लड़की बेड पर बैठी हुई कमरे की सीलिंग को  निहार रही थी।उसकी आंखों सूजी हुई थी।ऐसा लग रहा था जैसे वो बहुत रोई हो।

    तभी उसके कमरे का दरवाजा खुला।दरवाजे पर उसकी दोस्त खड़ी थी। जिसका नाम नेहा था ।उसने उसे बेड पर चुपचाप गुमसुम  बैठे हुए देखा ।

    उस से  रहा नहीं गया ।वह उसके पास अंदर आई  और उसके पास बैठते हुए उसने कहा , "कब तक इसी तरह से  रहने  का इरादा है ।जो हो रहा है उसे हम रोक तो नहीं सकते ना और तुझे क्या लगता है कि मेरी मम्मी पापा मान जाएंगे?

    उसे लड़की ने नेहा से कहा तो तू क्या चाहती है मैं उसे अनपढ़ जाहिल गवार से शादी कर लूं और अपनी जिंदगी नरक बना लूं सिर्फ कुछ पैसों के लिए। मेरे मां-बाप का लालच है जो मेरी शादी उसे इंसान से करवा रहे हैं लेकिन तुझे तो पता है ना कि मैं किसी और से प्यार करती हूं।

    नेहा ने कहा, " अंशिका! तुझे पता है उसने तेरा प्यार ठुकरा दिया है यार ।तू तब भी उसके पीछे पड़ी है।उसे तेरे प्यार की कोई कदर ही नहीं है।अगर होती तो वो तेरे प्यार को स्वीकार करता ।

    अंशिका ने कहा," उसे सिर्फ एक गलत फहमी हुई है।उसने वो देखा जोन्स दिखाया गया है।अगर एक बार वो मिल जाए तो मैं मिल कर सारी शिकायत दूर कर दूंगी।तब क्या पता उसे एहसास हो जाए कि जो उसने लिया है वो बहुत गलत है।

    नेहा ने न में सिर हिलाते हुए कहा," पता नहीं क्या लिखा है तेरी किस्मत में? और तू किस उतार की बनी है जो इतना सब होने के बाद भी उस से उम्मीद लगाए बैठी है।भूल मत अगले हफ्ते ही तेरी शादी है।अब कुछ नहीं हो सकता।

    अंशिका ने कहा," अगर तू साथ दे तो हो सकता है।बस तू इस शादी से बचा ले मुझे ।मुझे उस से शादी नहीं करनी।तू जानती है न वो अनपढ़ गवार सिर्फ शराब पीने में ही लगा रहता है ।प्लीज यार तू मेरी मदद कर दे।एक तू ही है जिस पर मुझे भरोसा है।

    नेहा ने उसके आसूं देखे और उसका दुख समझते हुए कहा," चल ठीक है मैं तेरी मदद कर देती हूं।मगर तू जहां भी रहेगी मुझे कॉन्टैक्ट करके सब बताती रहेगी।शादी से पहले ही कुछ करती हूं।

    उसकी बात सुन कर अंशिका तुरंत उसके गले लग गई।क्योंकि एक नेहा ही थी जो उसका दुख दर्द बांटती थी।उसे पता था कि वो उसके असली मां बाप नहीं है।बस मतलब के लिए उसे साथ रखे हुए।

    कुछ देर बाद नेहा उस से अलग हुई।उसने उसके आसूं पोछे और कहा,अब चुप हो जा और सोच की आगे क्या करेगी? मैं तब तक चलती हूं ।कल आकर मुझे सब कुछ बता देना।

    मुंबई।

    लंच टाइम हो चुका था।राशि और रिया कबीर के केबिन में थी।दोनो पहली बार उसके केबिन आई थी।दोनो ही खड़ी थी।।रिया तो कब से केबिन को घूरे जा रही थी।तभी कबीर अपने पर्सनल रूम से बाहर आया। वो अपने हाथ साफ करते हुए दोनो किन्तर्फ देखा तो उसने राशि और रिया को देख कर कहा, " तुम दोनो खड़ी क्यों हो? बैठो न यहां पर ।उसने सोफे पर इशारा किया।"

    रिया ने पूरे केबिन की तरफ नजर दौड़ाते हुए कहा, " मैने अब तक अब तक अभि से केबिन देखे मगर  इतना आलीशान नहीं।

    कबीर ने हस्ते हुए कहा," हा , ये सारा इंटीरियर भाई कि पसंद का है। लेकिन भाई का केबिन और भी आलीशान है। अगर एक बार देख लोगी न देखती रह जाओगी।

    राशि ने अब अपना टिफिन निकाला और उसे खोल कर बैठ गई।कबीर ने देखा उसमें डाल मखनी और रोई थी साथ में थोड़ा पुलाव भी था।तभी केबिन के अन्दर एक सर्वेंट आया जिसने हाथ में एक बैग लेकर रखा था।

    उसने उसे टेबल पर रख और चला गया।राशि ने कहा," इसमें क्या है ?

    कबीर ने कहा," खाना है ।वो क्या है न जल्दी घर से खाना मंगवाता नहीं मैं इसलिए ऑर्डर देना होता है और आ जाता है।

    रिया ने एक होते लेते हुए कहा," तो फिर एक काम कीजिए। शादी कर लीजिए ।तब आपकी बीवी आ जाएगी लंच लेकर आपके लिए।

    उसकी ये बात सुन कर कबीर रुक गया। उसका चेहरा अचानक मुरझाए फूल की तरह हो गया।राशि ने जब उसे इस तरह देख तो रिया को कोहनी मारी।रिया ने  देखा कि कबीर किसी मूर्ति की तरह बैठा हुआ।जिसे किसी चीन का होश नहीं है।

    उसने अपने हाथों को उसके आगे हिलाया मगर कोई  रिस्पांस नहीं था।फिर उसने कबीर को कंधे से हिलाया तो वो होश मैं आया।

    रिया ने कहा," आप कहां खो गए थे?  कुछ बात है क्या? कबीर ने न मैं सिर हिलाया ।तो रिया ने कहा," अगर एक बात पूछूं तो बुरा नहीं मानोगे न।कबीर ने उसे परमिशन दी।

    रिया ने कहा," आपकी कोई गर्लफ्रेंड है क्या या फिर थी क्या? ये बात सुन कर कबीर किसी ख्यालों में ही खो गया।

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