वो इंसान नहीं, खौफ़ है... यह कहानी है 34 साल के जयदेव वर्मा की — उस हैवान की, जिसकी मोहब्बत इबादत नहीं, इब्तिदा है एक कैद की। जयदेव — एशिया का सबसे ख़तरनाक माफिया। उसकी आंखों में कोई चमक नहीं, सिर्फ़ मौत बसती है। वो इंसान कम, चलती-फिरती हैवानिय... वो इंसान नहीं, खौफ़ है... यह कहानी है 34 साल के जयदेव वर्मा की — उस हैवान की, जिसकी मोहब्बत इबादत नहीं, इब्तिदा है एक कैद की। जयदेव — एशिया का सबसे ख़तरनाक माफिया। उसकी आंखों में कोई चमक नहीं, सिर्फ़ मौत बसती है। वो इंसान कम, चलती-फिरती हैवानियत है। जिसके सामने कानून झुकते हैं और दुश्मन दम तोड़ते हैं। और उसी बेदील और बेदर्द को पसंद आ जाती है — एक 17 साल की मासूम लड़की, इश्की। एक नाज़ुक सी जान, जो नहीं जानती कि अब उसकी ज़िंदगी किसी की ज़िद बन चुकी है। अब सवाल ये नहीं कि इश्की क्या चाहती है... सवाल ये है — क्या वो बच पाएगी? पढ़ते रहिए Uncle Obsession — जहां मोहब्बत एक पागलपन है... और मोहब्बत करने वाला, एक शैतान।
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एक आदमी बुरी तरह खून से सना हुआ, एक जंगल में भाग रहा था। उसके हाथ-पैरों पर काफी चोट लगी थी, सिर से भी बहुत खून बह रहा था। लेकिन वह फिर भी अपनी पूरी जान लगाकर उस जंगल में भाग रहा था और ऊपरवाले से प्रार्थना कर रहा था कि किसी भी तरह आज वह बच जाए।
वह काफी देर तक जंगल में भागता रहा, लेकिन अचानक ही उसके कदम लड़खड़ा गए और वह वहीं गिर गया।
वह हिम्मत करके जैसे ही खड़ा होता है, अपने सामने खड़े लोगों को देखकर बुरी तरह कांपने लगता है। ये वही लोग थे, जिन्होंने उसका यह हाल किया था।
तभी उन ढेर सारे लोगों में से एक आदमी आगे आता है और अपने सामने खड़े इंसान को देखकर कहता है —
"तुम्हें पता है ना, अरशद... गद्दारी हमारे बॉस को पसंद नहीं।"
"उसके बाद भी तुमने उनके साथ गद्दारी की, और जयदेव वर्मा गद्दारी के लिए सिर्फ एक ही सज़ा देता है — और वो है मौत!"
यह सुनकर अरशद बुरी तरह रोते हुए कहता है —
"मुझे माफ कर दो, शमशेर... मुझसे बहुत बड़ी गलती हो गई... मैं जाकर बॉस से माफ़ी मांग लूंगा। उनके पैरों में गिर जाऊंगा, वो जो कहेंगे मैं करूंगा... पर मुझे मत मारो, मुझे जाने दो..."
यह सुन शमशेर हँसते हुए कहता है —
"मज़ाक काफी अच्छा कर लेते हो तुम... पर अफ़सोस, मुझे मज़ाक पसंद नहीं।"
यह कहकर वह अपनी गन निकालता है और सीधा उसके सिर में 6 की 6 गोलियां मार देता है — और अरशद तुरंत वहीं मर जाता है।
शमशेर अपने आदमियों को देखकर कहता है —
"इसकी लाश उठाकर यहीं जानवरों को डाल दो। जिंदा रहकर हमारे काम तो नहीं आया, पर मर के किसी जानवर के ही काम आ जाए..."
यह कहकर वह निकल जाता है और उसके पीछे खड़े लोग अरशद की लाश को जानवरों के पास छोड़ने के लिए चले जाते हैं।
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समंदर के बीचो-बीच एक बहुत बड़ा सा बंगला बना हुआ था, जिसके गेट पर लिखा था — “सुकून पैलेस”। बंगला पूरा सफेद रंग का था और चारों तरफ सिर्फ पानी ही पानी था — जो उस बंगले को एक बार देखे, तो उसे सच में सुकून आ जाए।
तभी वहां एक गाड़ी आकर रुकती है और शमशेर उस गाड़ी से निकलता है और सीधा अंदर चला जाता है।
अंदर भी सब कुछ सफेद — दीवारें, फर्श, पर्दे, फर्नीचर… यहाँ तक कि नौकरों के कपड़े भी सफेद थे। वो लोग हर चीज़ को बार-बार पोंछ रहे थे, जैसे ज़रा सी भी गंदगी हुई तो उनकी जान चली जाएगी।
शमशेर काफी आराम से अंदर जाता है — तभी उसके कानों में किसी के चीखने की आवाजें आती हैं। वो आवाजें बहुत ही भयानक थीं, पर वहां मौजूद किसी को देखकर लग नहीं रहा था कि उन्हें इन आवाज़ों से कोई फर्क पड़ रहा हो। वही शमशेर भी काफी नॉर्मल लग रहा था।
वो अंदर जाता है, जहां एक बड़े से हॉल में दो इंसान ज़मीन पर लेटे थे। उनके हाथ-पैर बंधे हुए थे और उनका पेट कटा हुआ था। और वहां ढेर सारे जंगली कुत्ते उन दो इंसानों को खा रहे थे। वे आदमी बुरी तरह से चीख और रो रहे थे। चारों तरफ बस खून ही खून था।
वहां की दीवारें, वहां रखी हर सफेद चीज़ खून से सनी हुई थी।
शमशेर यह देख गहरी सांस लेता है और सीधा सामने एक बड़े से सफेद रंग के सोफे पर बैठे शख्स के पास जाता है — जो किसी बादशाह की तरह बैठा हुआ था। उसके हाथ में सिगार थी और वो अपने सामने हो रहे नज़ारे को बहुत दिलचस्पी से देख रहा था।
शमशेर उसके सामने सिर झुकाकर कहता है —
"बॉस, काम हो गया।"
यह सुनकर वो आदमी अपने सामने पड़े दो इंसानों को देखकर कहता है —
"Did you see how that dog scratched that man's flesh? What a great scene it was."
यह सुन शमशेर सिर झुकाकर कहता है —
"Yes, Boss."
वो आदमी कहता है —
"वैसे मैंने तुमसे कुछ लोगों को बुलाने के लिए कहा था..."
यह सुनकर शमशेर सिर झुकाकर ही कहता है —
"बॉस, वो बस आ ही रहे हैं..."
तभी वहां दो लड़के आते हैं, जिन्हें बॉडीगार्ड लेके आ रहे थे। वो लड़के जैसे ही सामने का नज़ारा देखते हैं, बुरी तरह चीखने लगते हैं।
तभी शमशेर जल्दी से उन लड़कों के पास आकर कहता है —
"चीखना बंद करो। पता नहीं क्या... हमारे बॉस को शोर पसंद नहीं है।"
यह सुन वे लड़के शमशेर को ऐसे देखते हैं जैसे किसी पागल को देख रहे हों — क्योंकि वो दो आदमी दर्द से बुरी तरह से चीख रहे थे, और यह कह रहा था कि उसके बॉस को शोर पसंद नहीं है।
तभी उन दो लड़कों में से एक लड़का आगे आता है और अपने बैग से कैमरा निकालकर उन आदमियों की फोटो और वीडियो बनाने लगता है। उसके डर से हाथ कांप रहे थे, पर वो जानता था कि अगर उसने ये फोटो नहीं लिए — तो अगला नंबर उसका है।
काफी देर तक वो लोग उन दोनों आदमियों की वीडियो बनाते हैं — जब तक कि वो दोनों मर नहीं जाते, और उनके जिस्म का सारा गोश्त खत्म नहीं हो जाता।
तभी वहां कुछ और बॉडीगार्ड आते हैं और उन कुत्तों को वहां से ले जाते हैं।
वे लड़के जल्दी से शमशेर के आगे जाकर कहते हैं —
"हम ये वीडियो आपको शाम तक दे देंगे।"
यह कहकर वो लोग वहां से जाने लगते हैं, तभी वहां एक आवाज़ गूंजती है —
"रुको!"
यह आवाज सुनकर वो दो लड़के बुरी तरह कांपने लगते हैं। वहीं सोफे पर बैठा शख्स खड़ा होता है और उन लड़कों के पास आकर कहता है —
"अरे, तुम लोग ऐसे कैसे जा सकते हो? तुम लोग यहां मेरी कहने पर आए हो — तो इस नाते तुम मेरे मेहमान हुए। और जयदेव वर्मा अपने घर आए मेहमानों को ऐसे नहीं जाने देता।
मैंने तुम दोनों के लिए एक शाही दावत का इंतज़ाम किया है। आज तुम लोग मेरे साथ खाना खाओगे।"
वे दोनों लड़के वहां से जल्द से जल्द निकलना चाहते थे, पर अपने सामने जयदेव वर्मा को देखकर उनके हलक से आवाज़ ही नहीं निकली — और वो सिर झुकाकर जयदेव वर्मा के पीछे-पीछे चल दिए।
कुछ देर बाद वो लोग एक बहुत बड़ी सी डाइनिंग टेबल पर बैठे थे — जहां हर किस्म का खाना लगा हुआ था। वे दोनों लड़के भी वहीं बैठे थे। उनके हलक से निवाला भी नहीं उतर रहा था, पर जयदेव वर्मा का डर उन्हें खाने पर मजबूर कर रहा था।
तभी जयदेव उन दोनों पत्रकारों को देखकर कहता है —
"तुम लोगों ने काफी अच्छा काम किया। पर एक और काम है — तुम्हें ये वीडियो और फोटोज़ कल अपने न्यूज़ चैनल पे टेलीकास्ट करनी है।
और उसकी हेडलाइन कुछ ऐसी होगी — 'जयदेव वर्मा के रास्ते में अगर कोई आएगा, तो उसका हाल यही होगा।'"
यह सुनकर दोनों रिपोर्टर अपना खाना निगलते हुए कहते हैं —
"जी बॉस..."
ये बात सुनकर जयदेव के चेहरे पर एक मुस्कुराहट आ जाती है, और वो शमशेर को देखकर कहता है —
"मुझे इनका काम पसंद आया है। इनको इनाम दे दो।"
यह कहकर वह अपना मुंह साफ करता है और डाइनिंग टेबल से उठकर चला जाता है।
उसके जाते ही वे दोनों पत्रकार भी जल्दी से खड़े होते हैं और शमशेर से कहते हैं —
"हमारा पेट भर गया, अब हम चलते हैं..."
यह कहकर वो वहां से इतनी तेज़ भागते हैं — जैसे उन्होंने कोई भूत देख लिया हो।
वहीं शमशेर उन दो रिपोर्टर्स को जाते हुए देख धीरे से कहता है —
"पता नहीं बॉस अब आगे क्या करने वाले हैं... क्या कोई ऐसा होगा जो इस शैतान को कंट्रोल कर सके?"
यह कहकर वह गहरी सांस लेता है और वहां से चला जाता है।
अब आगे…
रात का वक़्त।
शमशेर चलते हुए स्विमिंग पूल की तरफ आता है, जहां तेज़ म्यूज़िक बज रहा था, और पूल में काफी लड़कियां थीं जो छोटे कपड़े पहनकर नाच रही थीं।
शमशेर सर झुकाकर खड़ा हो जाता है। कुछ देर बाद जयदेव पूल से बाहर निकलकर वहीं बनी चेयर पर बैठ जाता है और अपनी आंखों पर खीरा रखकर कहता है, "Out।"
यह सुनकर वहां जितनी लड़कियां डांस कर रही थीं, वे तुरंत वहां से भाग जाती हैं।
उनके जाने के बाद जयदेव कहता है, "Speak।"
यह सुन शमशेर धीरे से कहता है, "बॉस, आज आपको मिस्टर अधीर वालिया की पार्टी में जाना है।"
यह सुन जयदेव बुरा-सा मुंह बनाकर कहता है, "मुझे पार्टी में जाना पसंद नहीं। पार्टी कितनी बोरिंग होती है!"
यह सुन शमशेर चुप रहता है। कुछ देर बाद जयदेव खड़ा होता है और वहां से जाते हुए कहता है,
"ठीक है, मैं तैयार होकर आता हूं। मैंने सुना है उस अधीर की बीवी बड़ी खूबसूरत है…"
यह कहकर वह स्माइल करता है और अपने कमरे में चला जाता है।
वहीं उसकी बात सुनकर शमशेर हैरान हो जाता है।
जयदेव कब क्या कर दे, इसका अंदाज़ा उसे आज तक नहीं हुआ था।
अपने कमरे में आकर जयदेव तैयार होने लगता है। वह व्हाइट कलर का कोट-पैंट पहनता है, हाथ में ब्रांडेड वॉच, ब्रांडेड शूज़ पहनकर रेडी हो जाता है।
वह खुद को मिरर में ऊपर से नीचे तक देखकर कहता है,
"Offf… What a beauty I am…"
वहीं, एक बहुत बड़े से बंगले में आज पार्टी थी। बहुत से गेस्ट आए हुए थे।
तभी वहां पार्टी में एक आदमी आता है। उसके साथ एक औरत भी थी। उस आदमी ने ब्लैक कलर का कोट-पैंट पहना हुआ था, वहीं उस औरत ने ब्लैक कलर की नेट की साड़ी पहनी हुई थी। बाल खुले हुए, खूबसूरत सा मेकअप… वह काफी हसीन लग रही थी।
वह कपल पार्टी के अंदर आता है और सारे गेस्ट उनको देखकर खुश होते हुए कहते हैं,
"Oh my God, Mr. and Mrs. Waliya! आप दोनों बहुत अच्छे लग रहे हैं।"
यह सुनकर वह दोनों मुस्कुरा देते हैं।
तभी पीछे से अधीर के कंधे पर एक आदमी हाथ रखकर कहता है,
"तुम दोनों हमेशा कमाल लगते हो।"
यह सुन अधीर मुस्कुराते हुए कहता है,
"Thank you so much Mr. Bajaj। आप हमारी पार्टी में आए, यह हमारे लिए बहुत खुशी की बात है।"
यह सुनकर मिस्टर बजाज हंसकर कहते हैं,
"वैसे तो यह पार्टी मैं तुम्हारे कहने पर आया हूं, पर यहां आने की मेरी एक और खास वजह है। सुना है आज इस पार्टी में जयदेव वर्मा आने वाला है।"
यह नाम सुनकर अधीर का चेहरा सीरियस हो जाता है।
वह अपने दांत पीसते हुए कहता है,
"आज वो यहां आएगा ज़रूर… पर यहां से जिंदा जा नहीं पाएगा।
पता है मुझे, बजाज? आज उसके आदमियों ने अरशद को मार दिया… और उसकी लाश जानवरों के खाने के लिए छोड़ दी।
अरशद मेरा राइट हैंड था।
आज उस जयदेव वर्मा की वजह से मुझे कितना नुकसान हुआ है।
मेरा दुबई का सारा धंधा खत्म हो गया।
इसलिए मैंने आज ये पार्टी रखी है… ताकि वो आए… और मैं उसे किसी तरह खत्म कर सकूं।"
यह सुनकर मिस्टर बजाज हंसते हुए कहते हैं,
"ये तुम क्या कह रहे हो, अधीर?
तुम जानते भी हो जयदेव वर्मा है कौन?
उसे मारना कोई हलवा नहीं है।
जिस किसी ने भी जयदेव वर्मा की तरफ आंख उठाकर भी देखा है ना, उसने उसकी पुश्तों की पुश्तें खत्म कर दी हैं… और तुम उसे मारने की बात कर रहे हो?"
यह कहकर वो बुरी तरह हंसने लगते हैं।
वहीं यह सुनकर अधीर गुस्से में अपनी मुट्ठी कस लेता है और मिस्टर बजाज को देखते हुए कहता है,
"मैं जानता हूं वो जयदेव वर्मा क्या चीज़ है… पर मैं भी अधीर वालिया हूं।
उससे ज़्यादा न सही, पर कम भी नहीं हूं… और मैं उसकी कमजोरी भी जानता हूं।
मुझे पता है, उसे लड़कियां बहुत पसंद हैं। इसीलिए उसे खत्म करने के लिए मैं अपनी बीवी का इस्तेमाल करूंगा।"
यह सुनकर मिस्टर बजाज अब सीरियस होकर उसकी तरफ देखते हुए कहते हैं,
"क्या तुम होश में हो?"
यह सुनकर अधीर कहता है,
"मैं पूरे होश में हूं।
मेरा अब बस एक मकसद है — जयदेव वर्मा की मौत।
उसके लिए मैं कुछ भी करूंगा।
उसने मुझे बर्बाद कर दिया है।"
वहीं यह सब अधीर की बीवी भी सुन रही थी।
वह अधीर और मिस्टर बजाज को देखकर कहती है,
"अब आप लोग बस करो… किसी ने सुन लिया तो प्रॉब्लम हो जाएगी।"
वहीं मिस्टर बजाज काफी फिक्र से मिसेज वालिया की तरफ देखकर कहते हैं,
"अधीर, तू गुस्से में पागल हो गया है… पर तुम भी उसके साथ पागल हो गई हो क्या?
जयदेव को हराना मुश्किल ही नहीं… बल्कि नामुमकिन है।
वो इंसान नहीं है, बल्कि हैवान है।
अगर उसे ज़रा भी शक हो गया या उसने तुम लोगों को पकड़ लिया…
तो समझो तुम गए भगवान के पास।
लाशें भी किसी को नहीं मिलेंगी।"
यह सुन अधीर कुछ कहता ही कि तभी पार्टी में हलचल होने लगती है।
यह देखकर अधीर और उसकी बीवी गेट के पास आते हैं।
तभी वहां एक के बाद एक कार आकर रुकती हैं।
उन कारों में से बॉडीगार्ड्स बाहर निकलते हैं, और एक बॉडीगार्ड जल्दी से कार का दरवाज़ा खोलता है।
उसमें से जयदेव अपने कोट के बटन लगाते हुए बाहर निकलता है।
वो बहुत ज़्यादा हैंडसम लग रहा था।
जयदेव को अपने सामने देखकर अधीर की हाथों की मुट्ठियां कस जाती हैं, पर वह अपने चेहरे पर मुस्कान लाते हुए उसके पास जाता है और उसके सामने अपना हाथ बढ़ाकर कहता है,
"Hello Mr. Verma, you are most welcome."
वहीं जयदेव एक नज़र अधीर को देखता है, फिर उसके हाथ को… और तिरछा मुस्कुराते हुए अपना हाथ आगे करके कहता है,
"Hello, beautiful lady!"
यह सुनकर अधीर अपनी बराबर में खड़ी अपनी वाइफ को देखता है और अपना हाथ वापस खींच लेता है।
जयदेव ने उसे ऐसे इग्नोर किया जैसे वो वहां हो ही नहीं।
वहीं मिसेज वालिया मुस्कुराते हुए अपना हाथ उसके हाथ में रखकर कहती है,
"Hello, Mr. Verma!"
यह सुनकर जयदेव उसके हाथ को चूम लेता है।
यह देखकर अधीर का दिल जल उठता है।
वहीं जयदेव के चेहरे पर एक मुस्कुराहट आ जाती है।
थोड़ी देर बाद सब लोग पार्टी एंजॉय कर रहे थे।
जयदेव वहीं आलीशान से सोफे पर बैठा हुआ ड्रिंक एंजॉय कर रहा था।
शमशेर उसके बगल में ही खड़ा था।
काफी सारे बिज़नेसमैन जयदेव से बात करने की कोशिश कर रहे थे, पर उसके बॉडीगार्ड किसी को भी उसके पास जाने नहीं दे रहे थे।
कई लड़कियां भी उसके पास जाना चाहती थीं, पर उन्हें भी परमिशन नहीं मिलती।
तभी वहां मिसेज वालिया अपने हाथ में ड्रिंक का ग्लास लेकर आती हैं, तो बॉडीगार्ड उन्हें रोक देते हैं।
पर जयदेव उन्हें आने की परमिशन दे देता है।
तो वह जल्दी से जाकर उसके पास बैठकर कहती हैं,
"वो… मैंने सोचा, आप अकेले इस पार्टी में बोर हो रहे होंगे… इसलिए मैं आपको कंपनी देने चली आई।
I hope you like my company?"
यह कहकर वह जयदेव के हाथ में पकड़ा हुआ ग्लास लेकर उसमें से ड्रिंक करने लगती है।
यह देखकर जयदेव के चेहरे पर एक खतरनाक स्माइल आ जाती है।
वह उसे देखकर स्माइल करके कहता है,
"Don't you feel it? You're trying to play with the fire?"
यह सुनकर मिसेज वालिया ड्रिंक करके कहती हैं,
"I like to play with dangers."
यह सुनकर जयदेव हंसते हुए कहता है,
"It will be fun to play with you."
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Main roz chapter dungi, par aap sab bhi comment karna aur rating dena hoga please!
Story kaisi lagi, zaroor batana! 🌹