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Lusty desire of gangster

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Description

ये कहानी इसी लड़की है जिसे अपने बच्चे के खातिर सौदा करना पड़ा एक एस शख्स से जो इंसान नहीं इंसानी रूप में जानवर है जिसके सीने में दिल नहीं ना हो रहम हैं आखिर चाहत कैसे पहुंची उस शख्स के पास क्या वजह है उसकी उस शख्स से इस तरह के सौदे की ।आखिर वो क्यों...

Total Chapters (19)

Page 1 of 1

  • 1. Lusty desire of gangster - Chapter 1

    Words: 624

    Estimated Reading Time: 4 min

    एक काली सी रात ......वो रात इतनी काली की सिर्फ तेज बारिश हो रही थी .....सुनसान सी रात ...एक लडकी बहोत जिसकी घबराहट भरी साँसे साफ़ सुनाई दे रही थी एक बड़ी से गाडी में ....जो बाहर हो रही बारिश को महसूस कर सक्ति थी ....उसका हाथ काप रहे थे ....पर आखो पर एक पट्टी .....वो इस वक्त कहा जा रही थी उसे भी नहीं पता यहाँ तक चहरा भी नजर नहीं आ रहा था ......

    वो अंदर ही अंदर इतना घबरा रही थी ना जाने वो घबराहट की आखिर वजह क्या थी वो इस वक्त आखिर जा कहा रही थी ......उसके अंदर उठ रहे सवाल आखिर एक जगह आकर रुके जब वो गाडी एक जगह रुकी ......तभी उसकी घबराहट ओर बढ़ गयी ....तभी उसका डोर खुला किसी लडकी आवाज आई ....

    तुम बाहर आ सक्ति हो ....तो वो लडकी तभी उस ओर आवाज की दिशा में चहरा उठाई ...तो उस लडकी हल्का सा चहरा नजर आया ..पर आखो पर काली पट्टी बंधी थी .....पर चहरा इतना मासूमियत दिखा रहा था .....साफ़ नजर आ रहा था वो कितना डरी हुई थी ....

    वो लडकी की आवाज फिर पढ़ी बाहर आओ गाडी से वक्त कम है बोस को एक सेकंड की देरी भी पसंद नहीं ....तो वो लडकी घबराते हुए बस सर हिलाई ..इतना काप रही थी ....वो आस पास हाथ रखी ...उसे दिखाई कुछ दे नही रहा ..वो कोशिश कर बार कदम रखी ....

    अब धीरे धीरे बाहर आई ...ना जाने कहा थी वो .....तभी एक जोर की बिजली खडकी ...तो वो लडकी तभी कार के दरवाजे को कस के पकड़ ली गिरते गिरते बची  ....उस बिजली  खढ़कने से ....वो जगह कुछ नजर आई ....

    काफी काली सी इमारत ....जितनी बड़ी ओर उतनी ही खोफ्नाक थी ....सब कुछ रंग हिन् .....वो लडकी अब अपने सिने पर हाथ रख सीधे खड़ी हुई तो वो दूसरी लडकी उसे इंस्ट्रक्शन देते हुए बोली आओ मेरे पीछे पीछे ...वो लडकी आगे बढ़ गयी ....

    तो वो लडकी उसकी चलने की आवाज की दिशा में कदम बढाई ....इस वक्त काफी शोर्ट कपड़े पहने हुई थी ....उन हिल्स में चला तक नहीं जा रहा था .....बार बार लडखडा रही थी ....दिखने से छोटी सी ....रंग गोरा था ...बाल काफी लम्बे ...उसकी थाई तक आ रहे थे .....पर फिगर एसा किसी भी अपनी आकर्षित कर ले .....

    वो लडकी उसे अपने साथ एक जगह लेकर आई ....अचानक जमीन हिलने लगी वो घबरा कर वाल को पकड़ ली यानी वो इस वक्त लिफ्ट में थे .....अपने सिने पर हाथ रखी ...उसका तो जेसे दिल बाहर आने को था ....उसके साथ वो लडकी तभी बाहर की ओर निकल गयी तो वो लडकी धीरे धीरे आस पास हाथ की ....

    धीरे से बाहर आई ....तभी वो लिफ्ट का दरवाजा बंद हुआ तभी वो घबरा गयी ....पर अब तक आखो की पट्टी ना हटी इसलिए कुछ नजर नहीं आ रहा था .....

    तभी वो लडकी के कदमो की आवाज आना बंद हो गए .....तो वो लडकी की घबराहट ओर बढ़ गयी ...वो आस पास कोशिश की कोई उसे आवाज आये ....वो कोशिश कर डरते हुए बोली ...सुन...सुनिए ....आप .आप कहा है ....

    पर उसे कोई आवाज ना आई ....ना जाने उसका दिल बहोत जोरो से धडकने लगा ....किसी की गहरी नजरे जब उसे अपने बदन पर महसूस होने लगी ...वो कहा है ये भी नहीं जानती अब ये नजरे ...उसका दिल बहोत घबरा रहा था ....

    वो डरते हुए कोशिश करते हुए बोली ...को ...कोई है ....तभी वो खासने लगी ....अपने मुह पर हाथ रख .....तभी अपनी आखो से पट्टी हटा दी .. जेसे ही उसकी नजर उस जगह पर पढ़ी तभी वो सहम उठी !

    अभी इतना ही है .........

    इसके आगे नेक्स्ट चेप्टर में ......आखी ये लडकी कोन है ?

    इस वक्त कहा है ?

    ओर वो इतना डरी हुई क्यों है ?

     

     

     

     

     

     

     

     

     

     

  • 2. take off your clothes / can i drink it

    Words: 1149

    Estimated Reading Time: 7 min

    वो डरते हुए कोशिश करते हुए बोली ...को ...कोई है ....तभी वो खासने लगी ....अपने मुह पर हाथ रख .....तभी अपनी आखो से पट्टी हटा दी .. जेसे ही उसकी नजर उस जगह पर पढ़ी तभी वो सहम उठी !

    काफी डिम सी लाइट जल रही थी ......पर वो जगह उस लाइट में  ओर डरावनी सी नजर आ रही थी .....बहोत ही अजीब सा वो कमरा था ..वो चारो ओर देख रही थी ....उस लाइट में ...उसका चहरा नजर आया ...

    बेहद ही खुबसुरत .....बड़ी बड़ी आखे ......पर उन आखो में ना जाने कितने दर्द .......कापते उसके वो होठ ....वो सब देख ही रही थी ..तभी उसकी घबराहट ओर बड गयी ....

    जेसे उसकी नजर एक शख्स पर पढ़ी .....जो इस वक्त पीठ किये था ....पर सिर्फ एक टोवल में ....वो लडकी उसे देख सहम सी गयी ......सबसे डरावना ...था उस शख्स के बेक पर ..एक टेटू ....जो काफी ज्यदा अजीब.....पर वो शख्स इस वक्त सिगरेट के कश ले रहा था ...सामने घने काले जंगल की ओर देख रहा था ...

    उसकी बाह पर दहाड़ते  टाइगर का टेटू ....काफी atractive बोडी .....टोवल उसकी कमर पर इस तरह जेसे उसने कुछ ना पहना हो ...उसकी बोडी थी काफी सेक्सी ...

    वो उस शख्स डरते हुए देख ही रही थी जितने में ही उस शख्स की आवाज सुनाई पड़ी तुम्हे यहां खड़े रहने के लिए तो नहीं बुलाया गया है मेरी जान ।

    तो वो लड़की उसकी आवाज सहम गई जैसे पूरी बॉडी ठंडी सी पढ़ गई उसकी अपना सर झुका अपनी उंगलियों आपस उलझने लगी ।

    तभी काफी तेज आवाज पढ़ी तुम्हे सुनाई नहीं दे रहा ....तो वो लड़की चिहुंक गई सामने उस शख्स को देखी

    वो शख्स अपना सर टेडा किया अब उसकी ओर टर्न किया तो लड़की उसे देख बहुत बुरी तरह कांपने लगी

    तो उस शख्स के फीचर्स नजर आए गहरी काली आंखे जिन से काफी अजीब सी घबराहट पैदा हो रही थी काफी हैंडसम और हॉट उसकी बॉडी टॉवल था बॉडी पर ।

    वो अपनी काली आंखों से सामने उस सहमी हुई लड़की को देख वो अपनी उन आंखों से वो उस लड़की ऊपर नीचे ना जानो इन नजरों से स्कैन किया

    तभी आगे की ओर बढ़ा तो वो लड़की सहम कर अपनी ड्रेस को किस के पकड़ ली वो शख्स उसकी बदन को देखते हुए कुछ दूरी चलाकर आया तो लड़की की घबराहट ओर बढ़ती गयो

    वो शख्स एक जगह रुका इसे देखते हुए अब सोफे पर बैठते हुए उसकी नजर अभी उस लड़की पर थी

    वो उसे देखते हुए अजीब टोर्न में बोला take off your clothes . तो वो लड़की के भाव हैरानी में बदल गई

    तो शख्स उसे फिर से देखा तो लड़की सर झुका ली शायद यही वजह थी जिस लिए वो यहां आई थी उसकी आंखों में नमी बनने लगी जिसे वो आंखों से बहने ना दी

    तभी उस शख्स की आवाज पढ़ी I don't like it when I have to repeat something.

    तो वो लड़की कांपते हुए अपने हाथ पीछे ले जाने लगी तो उस शख्स के होठ किनारे से मुड़ गए वो लड़की अपने बालों को अब कांपते हुए आगे की ।

    वो शख्स उसे ही देख रहा था वो लड़की अब उससे टर्न कर उसकी बेक। अब उस शख्स के सामने थी अपनी आंखे मिच ली उसकी आंखों के सामने किसी बच्चे की झलक आ गई

    तो वो अपनी जीप खोल दी जैसे उस लड़की पूरी बेक अब शख्स के सामने थी जिसे वो शख्स देख अपनी टंग को अपनी होठों पर फेरा की वो ड्रेस जमीन पर गिरी ।

    वो लड़की अपने मुंह पर हाथ रख कितनी मजबूर महसूस कर रही वो उस वक्त खुदको की सिर्फ वो अपने अंडर गारमेंट में थी उसके सामने

    वो शख्स उसके गोरे से बदन को बड़ी ही बारीकी से देख रहा था वो धीरे धीरे उसकी ओर करवट ली वो शख्स इसकी बदन की बनावट को बड़ी बारिकी से देख रहा था उसकी नजर एक जगह ठहर गई वो वहा देखते हुए बोला इन्हें भी उतारो

    तो वो लड़की ठंडी पड़ गई तो वो शख्स उसे से नजर उठा उसे देखा तो वो लड़की अपनी आंखे मिच थी वो उसे देखते हुए खड़ा हुआ बोला तुम्हे मुझे से डर लग रहा है

    तो वो लड़की की आंखे नम होने लगी जैसे वो ठंडी पड़ गई जैसे ही गर्म सांस अपने बेहद करीब महसूस हुई तभी दर्द से उसकी आह निकल गईं

    वो शख्स उसके बालो सख्ती से पकड़ सख्ती से बोला मुझे देरी बिलकुल पसंद नहीं तो वो लड़की उसे देख डर गई

    वो शख्स तभी उसका चहरा करीब ला बोला उतारो इन्हें भी मुझे तुम्हारी बॉडी पूरी अपने सामने चाहिए तो वो लड़की इतना कांप रही थी

    वो उसे छोड़ वाइन की एक सीप ले बोला कमोन बेबी ... तो वो लड़की डरते अपने हाथ उठाई बहुत मजबूर है वो उस वक्त अपने हाथ ले जाते हुए अपनी इनर  के हुक खोलने लगी तभी उसके इनर  नीचे जा गिरी वो खुदको कवर करने कोशिश करती

    तभी वो शख्स वो वाइन का गिलास पीछे फेक दिया उस लड़की का हाथ पकड़ अपने करीब खींचा की वो उसके सीने आ टकराई की तभी वो अपने होठों को भींच ली

    वो शख्स उसे अपने दबाते हुए उसकी कमर को प्रेस करते हुए बोला यूं आर वेरी सॉफ्ट बेबी .... तो वो लड़की अपनी मुठ्ठी भींच लेती वो उसके सीने को अपने खुले सीने प्रेस कर रहा तभी उस लड़की दर्द से आह निकल गई

    तभी वो शख्स रुक गया उसकी कमर से हाथ ऊपर बढ़ा सीने पर ला सीने को हाथो में भर प्रेस करते हुए बोला आई लाइक इट ... ये बहुत सॉफ्ट है तो उस लड़की की मुट्ठी कसी हुई रोने का बहुत जी किया पर वो रो भी सकती ।

    वो शख्स उसे चहरे उपर उठाया उसे देखते हुए बोला मुझे बहुत प्यास लग रही है तो वो लड़की अपनी आंखे खोली वो शख्स उसके सीने को सहला रहा था

    वो उसे देखी वो शख्स उसे देखते हुए बोला can i drink it. तो लड़की उसकी बातों को समझ घिन से भर आई अपनी नजरे झुका ली

    तभी वो शख्स उसके बाल पकड़ ओर उठा दिया वो दर्द से आह भरी वो सख्ती से बोला मैं अगर कुछ काहू तो तुम्हारी नजर सिर्फ मुझ पर होनी चाहिए

    तो वो लड़की दर्द से सर हिलाई तो वो शख्स उभार  को होठों से भर लिया वो लड़की बर्फ सी बन गई वो ब्रेस्ट को सक करने लगा ...तो वो दर्द से भर आई .....तभी वो जोर से काट लिया .....

    तभी वो शख्स उसे से अजीब से टॉर्न में बोला ...आई love इट ..... मुझे तुम्हारे मिल्क पसंद आया ।तो वो लड़की घुट सी गई

    वो शख्स उसे देखते हुए फिर से ब्रेस्ट पर टंग फेरने लगा बोला इसे भी उतारो तो वो उसकी पेंटी पर हाथ रखा तो वो उसे देखने लगी ।

    नेक्स्ट अगले में

    ये स्टोरी कुछ बोल्ड ही रहने वाली

    अगर आपको पढ़नी है तो कमेंट करिए तभी ये आपको मिल पाएगी वरना रिजेक्ट हो जाएगी

  • 3. Lusty desire of gangster - Chapter 4

    Words: 1542

    Estimated Reading Time: 10 min

    वो शख्स उसे देखते हुए फिर से ब्रेस्ट पर टंग फेरने लगा बोला इसे भी उतारो तो वो उसकी पेंटी पर हाथ रखा तो वो उसे देखने लगी ।

    तो वो लड़की उसे दूर होने लगी तभी उसकी दर्द से आह निकल गयी ...वो उसके गले पर हाथ रख बेदर्दी से पकड सख्त भाव से बोला Don't spoil my mood at this moment...because I don't want to be disappointed.

    तो उस लडकी के आखो में दर्द से आसू बन आये उसने पकड़ा इतनी सख्ती से था ...तभी वो उसे देख आखे छोटी कर बोला .....नो नो ....बिलकुल भी नहीं ...मुझे आसुओ से सख्त नफरत है ...तो वो लडकी उसे देखने लगी ....वो उसे देख अजीब तरीके से बोला ओर कोई इन्हें मुझे दिखा कर बेचारा बने उससे कई गुना नफरत तो इन्हें मेरे सामने दिखाने की कोशिश भी मत करना ....

    तो वो लडकी ना चाहते हुए भी खुदको रोने से रोकने लगी .....तभी वो शख्स उसकी कमर पर हाथ लपेट सर टेडा कर बोला ओह्ह बेबी ....मुझे तो लगा था तुम इंजॉय करोगी ..पर तुम तो शुरू होने से पहले रोने लगी ....

    तो वो लडकी जिज्कते हुए धीरे से बोली वो वो ...मैं ये ........तभी वो शख्स उसकी बात पूरी होने से पहले उसे पलट सोफे पर धकेल दिया ..वो बेचारी घबराई खुदको कवर करने के बारे में सोचने लगी !

    तभी वो शख्स उसे  बोला मुझे तुम से बात करने जरा भी इस वक्त इंट्रस्ट नहीं है ....तो वो लडकी की देखते आखे बड़ी हो गयी जब वो शख्स अपनी टोवल उसके सामने खोल बोला इस वक्त तुम बस मुझे सेतिस्फाईड करो ... 

    तो लडकी आखे जेसे फटी की फटी रह गयी तभी वो शख्स उसके भाव देख अपनी कमर पर टोवल बाँध बोला क्या हुआ कभी देखा नहीं तुमने ..तो वो लडकी तभी हडबडा सी गयी ...तभी पीछे की ओर खिसकने लगी ये इंसान आखिर इतना अजीब क्यों है ...

    तभी वो शख्स उसके हाथो को पकड सोफे से लगा दिया तभी वो बेचारी सिकुड़ने लगी ..वो सख्त भाव से बोला ये तुम मुझ से केसे हाइड कर सक्ति हो ......तो वो लडकी मजबूरन अपनी आखे मीच ली ......

    तो वो शख्स उसके चहरे से नजरे निचे करते हुए देखा उसके गोरे से बदन को देखते हुए बोला अब मिस्टेक की है तो पनिशमेंट तो मिलेगी ही तो ये उसकी बात सुन वो लडकी उस शख्स को देखती तभी उसकी दर्द से आख मीच गयी ......

    वो शख्स सिने  पर अपने दांतों को गड़ा लिया तभी वो लडकी अपना हाथ छुडाने लगी ...उसे दर्द हो रहा था ...तभी वो शख्स बोला नो बेबी  मुझे disappointed मत करो .....तो वो उसे नम आखो से देखि ....तो वो शख्स उसे देखते हुए उभार  पर लिक करते हुए बोला यहा जो मुझे देने आई हो उस पर धयान दो .....मैं कोई कोम्प्रमाइज नही चाहता ....

    तो वो लडकी अपन मुठी कस ली जेसे वो उसे दूर धकेल हां से भाग जाए आखिर वो किस जानवर के साथ है .....पर आखिर उसकी भी एक मज़बूरी है उसका बच्चा ....आखो के सामने उसकी बीती जिन्दगी हल्की सी जलक सामने आई ....

    जिसमे उसका छोटा सा बच्चा जिसे वो अपनी जान से भी ज्यदा प्यार करती है ......पर जिसने अभी तक अपनी जिन्दगी देखि नहीं उससे पहले उसकी जिन्दंगी खत्म होने के कगार पर आ गयी ........खुद अपनी ही पहचान ओर अपने अतीत से अनजान चाहत कभी अपने अंदर उमड़ते सवालों के जवाब ना खोज पायी .....पर उसका सब कुछ उसका बच्चा है ....नहीं जानती उसका कोई इस दुनिया में भी है सिर्फ अपने बच्चे के सिवा .....

    तभी वो जलक टूट सी गयी जब वो दर्द से आखे बंद की .....अपने दर्द को अपने आखो में समेट ली ...उसे ये करना होगा .....

    धीरे धीरे वो खुदको मज़बूरी हाथो ढीला छोड़ दी ....वो शख्स सिने पर चुमते हुए सक करते उपर बढ़ते हुए गले तक होठो को रगड़ते हुए बोला मुझे तुमहरा टेस्ट बेहद पंसद आया .....

    चाहत कुछ रिस्पोंड ना की तो वो चहरा उठाया उसके गाल दबोच सख्त टॉर्न में बोला .....लगता है  हार्ट मुझे तुम्हे फिर से ये कहना पड़ेगा .....जो मैं नहीं चाहता ....तुम मेरी इन्सल्ट करने की कोशिश कर रही हो .....जानती भी हो इसकी सजा तुम्हे कितना बर्बाद कर सक्ति है ....

    चाहत ना में सर हिलाई बोलने की कोशिश करते हुए बोली नहीं ....स..सॉरी ...वो मेने सुन सूना नहीं ....तो वो शख्स उसके होठो को अगुठे से मसलते हुए बोला तो सुनो हार्ट मुझे ये हरगिज पसंद नहीं कोई मेरी बात को गलती से भी अनसुना करे जानती भी हो तुम्हरी जगह कोई ओर होता तो अब तक मैं उसे जिन्दा नहीं छोड़ता ...

    तो चाहत उसे हेरानी से देखि वो तिरछा मुस्करा बोला तुम जिन्दा जानती क्यों हो ...तो चाहत अपना सलाइवा गटक ली ...ये इंसान उसे अब काफी अजीब लग रहा है .....वो अजीब तरह से बोला मुझे कुछ पंसद आये उसे खेल कर मैं जब तक अपना मन नहीं भर लेता जब तक मुझे चेन नहीं आता ...अब वो उसके सिने को देखा ....

    ब्रेस्ट को सहलाते हुए बोला मुझे तुम्हरी बोडी का टेस्ट काफी पंसद आया .....वो नजर निचे करते हुए बोला पर अभी तो बहोत कुछ बाकी है ......जेसे ....वो निचे जुकने लगा ....तो चाहत अपने पेरो को सिकुड़ने लगी ...

    वो शख्स नाभि पर चूमा चाहत की तभी कमर उठ गयी वो तिरछा मुस्करा बोला वाह तुम रिस्पोंड करती हो .....तो चाहत अपनी नजरे जुका ली ....तो वो शख्स उसे देखते हुए नाभि पर अपनी टंग फेरा तो चाहत की ना चाहते हुए भी आह निकल गयी .

    तो शख्स तिरछा मुस्कराया नेवल से निचे बड़ते हुए पेंटी पर अपने होठो से छुआ तो चाहत ना चाहते हुए भी अपनी आह भर ली .....तो वो शख्स अब उठा तभी चाहत को अपनी बाहों में उठा  बोला लगता है तुम मुझे निराश नहीं होने दुगी बेबी ....

    तो चाहत घबरा गयी .....तभी वो उसे बेड पर ले गिर गया तो वो बेचारी इतना डर गयी थी की ..वो कुछ कर समझती भी ....तभी वो शख्स निचे बढ़ ..उसके कोमल हिस्से पर कपड़ो पर ही चूमने लगा ....

    तो चाहत ना चाहते हुए भी अपनी कमर उठा दी उसकी आह निकल गयी ये सब उसने कभी महसूस ना किया ....उसके आखो से नमी बहने लगी ...वो उठने लगी ....वो शख्स उसकी कमर पकड़ उसकी नेवल पर चूमने लगा .....

    उसने पकड़ा एस था उसे दर्द हो रहा था ....वो रोने लगी तभी वो शख्स उसने रोने की आवाज सुन रुक गया ...चहरा उठा चाहत को देखा तभी वो उसके बालो सख्ती से पकड खड़ा कर दिया ....

    गुस्से बोला क्या दिखाने की कोशिश कर रही हो हार्ट की मैं तुंहरा रेप कर रहा हु .....चाहत सिसकने लगी ....धीरे से बोली मुझ से नहीं हो रहा .......तो शख्स के भाव ओर सख्त हो गए .....

    वो उसकी कमर पर हाथ रख सख्ती से बोला ....ओह्ह तो ये बात है ......तुम मेरी इन्सल्ट कर रही हो ....तो चाहत ना में सर हिलाई वो कोशिश करती कुछ कहने पर वो उसकी कमर सख्ती से प्रेस कर बोला तो मुझे मेरे पेसे इसी वक्त चाहिए वो भी पुरे ....

    तो चाहत हेरानी से उसे देखने लगी तो वो शख्स उसे देखते हुए बोला ...मैं डील कोई किसी फायदे नहीं करता डार्लिंग .....तुम्हे पेसे चाहिए थे ना ....वो भले वजह चाहए कोई भी मुझे उसे रत्ती भर भी फर्क नही पड़ता ...पर मुझे उसके बदले जो तुमने देने का अग्रीमेंट किया है वो तो तुम्हे देना पड़ेगा वरना 

    तभी वो उसे छोड़ बोला मुझे अभी यहा मेरे पेसे चाहिए लाकर दो फिर तुम जा सक्ति हो ...तो चाहत उसे देखती रह गयी तभी रोते हुए बोली नहीं please एसा मत कहिये ...मैं इतने पेसे कहा से ....

    तो वो शख्स सिगरेट उठा अपने होठो से लगा बोला ...वो तुम्हरी प्रोब्लम है बेबी .......मैं तुम्हे सिर्फ 30 मिनिट्स देता हु ....मुझे वो पेसे चाहिए अभी ..तो चाहत अपने सिने पर हाथ रख ली .....

    वो खुदको बेड शीट में कवर किये थी ..मन ही मन नहीं चाहत पेसे ....वो कहा से ....जितने भी पेसे थे वो तो सब खर्च हो गए ....तो वो शख्स सिगरेट के कश लेते हुए उससे इस वक्त पीठ कर बोला तुम्हरे पास वक्त नहीं है ..ओर मुझे वेट करना बिलकुल भी पंसद नहीं .....मेरा मुड पहले ही स्पोइंल कर चुकी हो ....वरना यहा से जिन्दा लोट पाना भी मुश्किल होगा तुंहरा ......

    तभी चाहत उसके सामने आई तो उस शख्स उसे देखने लगा तो चाहत उसे देखते हुए बोली ..सॉरी मुझ से गलती हो गयी ...मैं तेयार हु ...की तभी अपने बदन से ब्लेंकेट को हटाई ....

    तो उस शख्स के भाव बदल कुछ गए ....वो उसे उपर से निचे देखा ......अपनी सिगरेट को होठो से निकल बोला ये अब क्या है ....तो चाहत खुदको फिर से ब्लेक्नेट में कवर कर नजरे जुकाए बोली मैं तेयार हु .....

    तो वो शख्स सिर्फ एक खंडी नजर उसे देखा तभी उसका हाथ पकड़ उसे बेड पर धकेल दिया .....तभी वो कुछ करती भी उसकी ब्लेंकेट को छीन बोला ...अब इसकी कोई जरूरत नहीं ....

    चाहत अपनी आखे मीच ली ...वो शख्स नजरे निचे ले जाते हुए एक जगह आकर रुका ....वहा देखते हुए बोला  आई लाइक इट .....

    तभी 

    अब नेक्स्ट में -------------------------------

    चाहत आखिर मजबूर क्यों है क्या उस शख्स को चाहत के बच्चे के बारे में पता है ?

    आखिर चाहत इस शख्स तक पहुची केसे ?

    आखिर ये शख्स है कोन ?

     

     

     

     

     

     

     

     

     

     

     

     

     

     

     

     

     

     

     

     

     

     

     

     

     

     

     

     

     

     

     

     

     

     

     

     

  • 4. Lusty desire of gangster - Chapter 5

    Words: 1234

    Estimated Reading Time: 8 min

    तो वो शख्स सिर्फ एक खंडी नजर उसे देखा तभी उसका हाथ पकड़ उसे बेड पर धकेल दिया .....तभी वो कुछ करती भी उसकी ब्लेंकेट को छीन बोला ...अब इसकी कोई जरूरत नहीं ....

    चाहत अपनी आखे मीच ली ...वो शख्स नजरे निचे ले जाते हुए एक जगह आकर रुका ....वहा देखते हुए बोला  आई लाइक इट .....

    तो चाहत ठंडी पढ़ गयी .....पूरी बॉडी सुन सी पढ़ गयी चहरे पर पसीने की बुँदे चहरे पर जलक आई जब अपने कोमल हिस्से पर सख्त होठो को महसूस करने लगी ....

    उसकी साँसे वक्त के साथ ओर भारी होने लगी .....जो अब उससे सही नहीं जा रही थी वो उसे kiss किए जा रहा था .......वो अपनी कमर ऊपर उठा दी ....अपनी आह भरते हुए .....वो उसकी थाई पर आ चूमते हुए की बाइट किया वो 

    तभी चाहत बिखर सी गयी अहह नहीं .....जेसे वो रुक गया .....अपना चहरा उठा चाहत के पसीने से भीगे चहरे को देख तिरछा मुस्कराया .....वो बेचारी अब राहत की सांस ली अपनी आंखे खोली ही थी ...

    सामने उस शख्स को देख उसकी आखे बंद हो गयी ...ओ शख्स अपनी टॉवल उतार उसके करीब आया की उसके पर कापने लगी तभी दर्द से कराह दी .....अहह नहीं अहह .....वो शख्स उसकी थाई को बेहद सख्ती से पकड़े था सख्त भाव से बोला तुम मेरी इन्स्ल्ट की ....तो चाहत दर्द से कराहते हुए बोली आहह नही छोड़ो .....

    तो वो शख्स उसे देखते हुए बोला तुमने मुझ से नजरे क्यू फेरि बेबी .....क्या तुम मुझे जाताना चाहती हो मैं तुम्हें सेटिफाइड कर सकता ..........तो चाहत रोते हुए बोली नहीं प्लीज मुझे बहोद दर्द हो रहा है .....

    तो वो शख्स उस पर पकड़ ढील छोड़ बोला तुम्हें अभी से दर्द होने लगा ....जेसे अब दर्द से राहत मिली की वो झड़ सी गयी .....उस शख्स को देखने लगी वो उसे तिरछा मुस्कराते हुए बोला फिल बेबी .....केसा लग रहा है .....

    तो चाहत महसूस कर पा रही थी वो किस बारे मे कह रहा है ....वो सब महसूस कर ही उसका शरीर ठंडा पढ़ रहा था अपने हिस्से पर भार महसूस कर पा रही थी .....वो शख्स अपनी कमर को उस पर भार छोडते हुए बोला अब क्या कहना चाहती हो तुम हार्ट ......

    तो चाहत के ना चाहते हुए गाल कुछ लाल पढ़ने लगे थे .....वो अपनी मूठी बनाने लगी की वो शख्स उसके हाथ को पकड़ लिया ...उस पर आ गया ...चाहत उसे घबराई देखने लगी ....वो शख्स अपना सर कर बोला let's start now baby . 

    तभी चाहत की दर्द से आह निकल उठी .....वो शख्स अपनी कमर मूव करते हुए बोला ओहह हार्ट  ....चीला क्यू रही हो .....enjoy it . तो चाहत दर्द से चहरा इधर उधर करते हुए रोते हुए बोली आहह नहीं प्लीज बाहर आओ आहह नही ..........आहह !

    तो वो शख्स उसके हाथो को उसके सर के ऊपर ले जाते हुए वो उससे बाहर आया तो वो आह भरी .....वो उसे बोला अब मैं कोई डिटेन्बेंस नहीं चाहता .....तभी चाहत की दर्द से भरी आह निकलती .....

    वो दर्द भरी आहह गले मे दब सी रह गयी ....वो उसके होठो पर हाथ रख दिया .....अपनी स्पीड बढ़ा लिया तो चाहत की दर्द से जान निकल रही थी उसे इस वक्त बहोत दर्द हो रहा था .....पर वो चाह कर भी  चीख नहीं पा रही थी !

    वो उसके हाथो सख्ती से पकड़े हुए उसके मुह को बंद किए हुए अपनी कमर मूव किए जा रहा था ....इतना हार्ष था की उस पर क्या बीत रही जेसे जरा भी फर्क ना पढ़ रहा हो .....

    एक घंटा बीतने को आया वो अभी उसी स्पीड से अपनी कमर मूव कर रहा था पर खुद पसीने से भीग चुका था ...खुदकी साँसे कुछ भारी थी ......अब जाकर कुछ रुका ....तो  पहले तो अपनी साँसो कुछ काबू मे किया चाहत को देखा जो इस वक्त बेसुध सी हालत मे थी ....वो उसके गाल पर थप थ्पा बोला हे .....अभी तक मैं पूरा सेतीसफ़ाईद नहीं हुआ हु ....तो तुम अपनी आखे खुली रखो ... 

    तो चाहत उसे अपनी भीगी आखो से देखि तो वो शख्स तिरछा मुस्कराया तभी वो उसमे समा गया वो दर्द से होठ भींच ली चाहत के होठो को अपने अगुठे मलते हुए बोला पहली बार टाइंगर को किसी का टेस्ट पंस्द आया तुम बहोत डिलीशियस हो .....

    तो चाहत अपनी आखे मीच ली उसकी आखो से नमी गिर गयी .....टाइगर उसके गले मे चहरा छिपा उसके गले पर बाइट कर बोला मैं तुम्हें खा भी सकता हु ....की चाहत सिसक गयी 

    टाइगर नीचे बढ़ते हुए ब्रेस्ट को चूम बोला सबसे अच्छा मुझे तुम्हारी बॉडी का ये पार्ट लगा .....बहोत सॉफ्ट है वो अपनी टंग को फेरते हुए बोला अब इतनी मेहनत की है तो कुछ तो एनर्जी के लिए पीना पड़ेगा .....मैं ये पीना चाहता हु 

    उसकी ये सभी बाते चाहत को सहन नही हो रही थी ....केसी गंदी घिन से भरी वो बाते कर रहा था ....पर वो तो जेसे मरत के सामान थी ....जेसे इस शरीर मे जान नहीं उसे अब कुछ महसूस नहीं हो रहा सब खत्म सा हो गया ....वो तो अब कही की ना रही ......

    टाइगर ब्रेस्ट को चूमते हुए सक किए जा रहा था धीरे धीरे उसकी आखो के सामने कुछ अंधेरा सा छाने लगा की ......

    सुबह की धूप की रोशनी कुछ आखो मे धीरे धीरे उसकी पलके कुछ हिलने लगी ....धीरे धीरे जेसे ही आखो के सामने कुछ द्र्श्य से आए जेसे वो अपनी आखे खोल ली ....

    तभी अंजान सा कमरा देख स्की आखे पूरी खुल  गयी वो वो कहा है .....क्यूकी वो कमरा अंजान ही था उठने लगी तभी कमर से नीचे काफी दर्द का एहसास हुआ ....

    पर आखिर वो है कहा ...यहा आई केसे सब कुछ रात को हो हुआ वो उसे याद आया .....खुदकी हाल्ट देखि तो हेरानी हुई वो इस वक्त अपने कपड़ो मे थी पर पर ये केसे हुआ ......

    वो इस वक्त किसी अंजान कमरे मे ही थी .....तभी उसका फोन बज रहा था .........ये देख वो हेरान हुई उसका फोन यहा तभी किसी नंबर शो हो रहा था ....वो अब हबड़ाते हुए कॉल पीक की ....तभी दूसरी ओर से एक लड्की आवाज आई ...चाहत ....तू कहा है !

    तो चाहत बोली चीकू ठीक तो है ना .....दूसरी ओर प्रिशा बोली हा ठीक है तेरा चीकू अभी सो रहा है .....पर पूरी रात गुजर गयी तू अभी तो आई नहीं हॉस्पिटल .....ओहह हा ...नितिन का कॉल आ रहा था कब से मुझे तेरे बारे मे ही पूछ रहा है तू ठीक तो है ना ....

    तो चाहत बोली हा मैं ठीक हु मैं बस अभी आई ....तो प्रिशा बोली तू है कहा सब ठीक तो है ...तो चाहत अपनी नमी को रोकते हुए बोली हा मैं ठीक हु मैं तुजे आकर बताती हु ....वो कॉल केटी कर दी .....

    तभी उसके फोन पर एक नोटिफिकेशन आया तो वो उसे ओपन कर देखि तो एक मेसीज था वो उसे पढ़ी तो उसके भाव बदल गए ....वो उस कमरे को देखे ...वो इस वक्त एक होटल रूम मे है !

    पर वो उस जगह जहा वो रात भर  थी ओर वो शख्स जिसे वो जानती नहीं .....वो सभी उसकी आखो के सामने चला आया उसकी आखो से नमी गिर गयी .....वो अब उठने लगी तभी दर्द से आह निकल गयी .....अपनी कमर पकड़ ली .....

    अगर ये चैप्टर चाहिए तो पूरे10 चैप्टर चाहिए मुझे आप सभी का सपोर्ट चाइए मुझे !

    अब बताइये आखिर आपको ये कहानी चाहिए की नहीं 

    रोज चैप्टर चाहिए की नहीं तो कमेन्ट करिए !

     

     

     

     

     

     

     

     

     

     

     

     

     

     

     

     

     

     

     

  • 5. Lusty desire of gangster - Chapter 6

    Words: 1381

    Estimated Reading Time: 9 min

    मुंबई
    जानते है काफी भीड़ भाड़ भरा शहर है जहां लोगों की भीड़ कम नहीं होती कोई किसी ना किसी वजह मजबूर है कोई ना कोई यह अपनी मजबूरी तो कोई अपने लिए सपने लिए आता
    हॉस्पिटल
    बाहर एक ऑटो आकर रुक जिससे बाहर एक लड़की बाहर कदम रखी वो इतनी जल्दी में थी इस वक्त उसके हाथ काफी कांप रहे थे वो जल्दी से पैसे दे
    अंदर की ओर जल्दी जल्दी चली आई चहरा ढका था सिर्फ आंखे नजर आ रही थी उससे तेज चला नहीं जा रहा था पर कोशिश कर रही एक कमरे की ओर आते हुए उसे किसी बच्चे की तेज रोने की आवाज सुनाई पड़ी
    जिस पर वो ओर अपनी स्पीड बढ़ाई अपने चेहरे के दुपट्टे उतार उस कमरे के बाहर आ बोली चीकू ....जी ये ओर कोई नहीं चाहत थी ...जल्दी अंदर चली एक बच्चा बहुत रो रहा मम्मा ...
    तो प्रिशा उसे संभालते हुए बच्चा बस ...."मम्मा तभी चाहत की आवाज पढ़ी चीकू वो छोटा सा उस ओर देख उसका रोना ओर बढ़ गया
    तो प्रिशा चाहत को देख बोली तू आ गई तो चाहत जल्दी से चीकू के पास आई उसे अपने सीने लगा ली उसे पुचकारते हुए बस बस मम्मा आ गई
    तो चीकू उसके सीने पर मुंह खोलते हुए सुबकते हुए बोला भू....तो चाहत उसे अपनी गोद में ले सीने से कपड़े हटा प्रिशा से बोली इसने कुछ खाया नहीं
    तो प्रिशा बोली नहीं जब से उठा है तेरे लिए तो रहा था तो चाहत चीकू को अपने सीने से लगा फीड करवाते हुए बोली बस बच्चा वो उसके बालो पर चूम बोली सोरी बच्चा मम्मा आ नहीं पाई ।
    तो प्रिशा बोली ठीक तू पहले इसे दूध पिला जब तक तेरे लिए पानी लाती हु वो चली गई तो चाहत अपने बच्चे को देखी उसके बालो पर हाथ फेरते हुए अपनी आंखे बंद कर ली उसकी आंखे नम थी ।
    जो कुछ हुआ वो भुला तो सकती नहीं पर क्या करती सब ओर से रस्ते बंद हो गए थे उसे अपने बच्चे का इलाज करवाना है एक वही तो उसका उसे नहीं खो सकती उसके लिए हर मुमकिन कोशिश करनी पढ़े वो करेगी
    अब अपने बच्चे को देखी जो शांत था उसे सीने से लगा बोली आप रोने क्यों लगे थे मम्मा आप दूर थोड़ी थी तो चीकू उसे कस से जकड़ बोला मम्मा चीकू को यहां नहीं लहना।
    तो चाहत उसके हाथों को चूम बोली बस कुछ दिन बात है ना मम्मा आपको यहां से ले चलेगी ।तो चीकू उसे देख बोला आई लव यू मम्मा तो चाहत अपने दर्द को समेटे मुस्कराई उसकी आंखों पर चूम बोली आई लव यू टू बच्चा
    कुछ देर बाद
    चाहत मुझे सच सच बता आखिर बात क्या है ऐसा कभी तो नहीं हुई तो रात भर चीकू से दूर रही हो वो भी इस वक्त जिस वक्त उसे तेरी बहुत जरूरत है
    तो चाहत अपनी नजरे चुरा रही थी बोली वो ऐसी बात नहीं ऑफिस वर्क बहुत था फिर तू तो जानती मुझे कितने पेसो की जरूरत थी तो अब इतने पेसो का इंतजाम करने के मुझे काम तो करना होगा
    तो प्रिशा उसे बोली अच्छा तो तू मुझे बताएगी तेरा वो खडूस सा बॉस जो तुझे एक छुटी नहीं लेने देता वो तुझे पूरे 25 लाख रुपए देगा
    तो चाहत उसे देखने लगी उसकी आंखों में हल्की सी नमी थी जो प्रिशा से छिप ना पाई तो प्रिशा उसके पास आ उसके हाथों अपने हाथ में ले बोली क्या बात है चाहत मुझे भी नहीं बताएगी आखिर जता दिया ना हमारी दोस्ती सिर्फ नाम की है
    तो चाहत उसके गले से लग रोते हुए बोली नहीं नहीं ऐसा नहीं है तो प्रिशा बोली तो बता मुझे क्या हुआ बात है क्या आखिर
    तो चाहत उसे नम आंखों से देखते हुए सब बताने लगी जैसे जैसे प्रिशा के भाव हैरानी में बदलने लगे सी
    प्रिशा उसे अपने सीने लगा बोली ये सब हो गया और तूने मुझे बताया भी नहीं कौन था वो शख्स जिसने तुझे इतने पैसे दिए
    तो चाहत ना में सर हिला बोली नहीं पता तो प्रिशा बोली तो फिर तू पहुंची जैसे उसके पास तो चाहत नजरे झुका बोली नहीं पता बस मुझे इस वक्त कुछ समझ नहीं आ रहा मैं क्या कर रही हु प्रिशा सब खत्म हो गया ।
    तो प्रिशा उसके आसू पूछते हुए बोली रोना बंद कर कुछ खत्म नहीं हुआ तुझे चीकू को भी संभालना है तुझे हिम्मत रखनी होगी जानती तुझ पर इस वक्त क्या बीत रही पर मेरी चाहत तो स्ट्रॉन्ग है सब जल्दी ठीक हो जाएगा
    तो चाहत रोते हुए बोली प्रिशा मुझे मेरा चीकू चाहिए बस मैं उसके जो करना पड़ेगा करुगी पर मुझे मेरा बच्चा सही सलामत चाहिए मैं नहीं जी सकती उसके बिना ।
    तो प्रिशा उसे संभालते हुए बोली बस अब चुप कर जो हुआ जितना हो सके उसे अपने जहन से निकाल दे सब जल्दी ठीक हो जाएगा पर पता तो करना होगा वो इंसान कौन है आखिर उसकी तुझ से इस तरह की डिमांड कोई तो वजह होगी ।
    तो चाहत अपनी आंखे मिच ली बोली मैं वो सब सोचना भी नहीं चाहती तभी किसी आवाज हुई चाहत .....
    तो चाहत जल्दी से अपनी नमी पोंछ ली प्रिशा मुंह बना बोली आ गया दिखावी तभी एक लड़का चाहत के गले लग बोला ओह गॉड मैं कितना परेशान था तुम जानती भी हो कहा थी
    तो चाहत उसे देख बोली किसी जरूरी काम में फंसी थी तो नितिन बोला क्या जरूरी काम ...ऐसा कैसे हो सकता तुम्हारा आफिस तो कब का ऑफ हो चुका था मैं गया था वहा तुम नहीं थी
    तो चाहत नजरे चुराते हुए बोली वो ऑफिस वर्क से ही मैं बाहर थी किसी जरूरी मीटिंग की वजह से ।तो नितिन बोला कौनसी मीटिंग तुमने मुझे बताया नहीं
    तभी ही प्रिशा बोली ओहो नितिन जानती हु तुम चाहत से बहुत प्यार करते पर इसका।मतलब तो भी वो तुम्हे अपनी हर पल की खबर दे वैसे तुम्हे उसकी इतनी फ्रिक तो तुम कल हॉस्पिटल क्यों न आ गए
    तो नितिन उसे देख बोला ऐसा भी मैं आने वाला था पर एम वक्त पर मुझे बॉस का कॉल आ गया मुझे रात को ही मुंबई से बाहर जाना पड़ा तो प्रिशा बोली अच्छा बॉस का ही था या बोस की बीवी का ....
    तभी नितिन बोला ये तुम क्या बोल रही प्रिशा मुस्करा बोली सोरी फलों में सच निकल गया मुंह से वो आगे आ उसके गले पर निशान देख बोली किसी जंगली बिल्ली ने बाइट किया है
    तो नितिन सकपका सा गया बोला ये ये किसी मच्छर के काटने से हुआ होगा मुझे कुछ ऐसा याद नहीं तो प्रिशा बोली याद कैसे होगा तो नितिन बोला तुम बोलना क्या चाहती हो
    तभी चाहत बोली बस करो आप दोनों वो नितिन को देख बोली नितिन तुम अब जाओ मैं बिल्कुल ठीक हु तो नितिन उसके गाल पर हाथ रख उसके करीब आ बोला बेबी तुम फ्रिक मत करो मैं पेसो का इंतजाम जल्द कर दुगा हमारे बच्चे को कुछ नहीं होने दुगा मैं ।
    तो चाहत उसके हाथ को हटा बोली वो अब जरूरत नहीं तुम अभी जाओ तो नितिन बोला अच्छा ठीक है आओ मैं तुम्हे घर ड्रॉप कर दूं काफी थकी लग रही तो
    चाहत बोली नहीं मुझे ऑफिस जाना है पहले ही हाफ डे हो चुका ...तो प्रिशा बोली नहीं आज रहने दे तू आराम कर ले तो चाहत बोली भी मुझे जाना होगा वरना मेरे आज की दिन की पूरी सेलरी कट जाएगी
    तो नितिन बोला मैं तुम्हे ड्रॉप करो तो चाहत बोली नहीं तुम जाओ मैं चली जाओगी तुम जानते हो ना ऑफिस में ।मुझे तुम्हारे साथ देख तो क्या होगा
    तो नितिन बोला ओह सोरी ओके मैं भूल गया तुम हमारे रिलेशन के बारे में ऑफिस में बता नहीं सकती पर बेबी कुछ दिन की ओर बात है फिर तुम्हे ये जॉब नहीं करनी पड़ेगी ।अच्छा मैं चलता हु
    तो चाहत सर हिलाई तो नितिन उसके सर पर kiss करने हुआ तभी चाहत प्रिशा से बोली मैं चीकू को देख कर आई वो जल्दी से चली गई
    तो प्रिशा अब नितिन को देखने लगी तो नितिन उसे घूर वहां से निकल गया तो प्रिशा उसे देख मुंह बनाई
    अब आगे
    आखिर चाहत नितिन के बीच क्या रिश्ता है
    आखिर वो शख्स है कौन
    पूरे 10 कमेंट तो कीजिए अगर ये कहानी आप सभी के स्पोर्ट पर चलेगी सभी भर भर कर कमेंट करिए तभी कुछ हो सकता है

  • 6. Lusty desire of gangster - Chapter 6

    Words: 1293

    Estimated Reading Time: 8 min

    अब आगे
    एक बड़ा सा टापू चारों ओर अंधेरा रात की काली परछाई सब ओर फैली हुई थी पर किनारों पर बड़े बड़े जहाज थे जिस पर बड़े बड़े बॉक्स उतारे जा रहे थे ....
    एक आदमी एक बड़ी सी स्क्रीन पर नजर रखे था ....वही दर्शय जो किनारे था ...सभी आदमी जो बड़े बड़े बक्से रख रहे थे बड़ा सा कण्ट्रोल रूम था .... वो किसी रिपोर्ट करते हुए बोला   जी बॉस सारे जहाज पहुंच चुके है तो दूसरी ओर से आवाज आई जल्द से जल्द वो सब खाली करवाओ किसी को  भी यहां की खबर नहीं लगनी चाहिए
    तो वो आदमी बोला वो  बॉस आप फ्रिक मत कीजिए यहां की खबर किसी लग नहीं सकती सारा माल पहुच चूका है ..... बस ये सभी अंडरग्राउंड कर दिया जाएगा ताकि यहां के बारे यह की गॉर्वमेंट को भी खबर लगे तो वो सब इन सब तक कभी नहीं पहुच पायेगे .....
    तो दूसरी ओर से आवाज आई ठीक है जो करना है जल्दी करो गवर्नमेंट को खबर मिले ना मिले पर उसकी नजरो से कोई नहीं बच सकता जितना जल्दी हो सके सब क्लियर करो
    तो वो आदमी बोला जी बोस ये सब क्लियर होते ही मैं आपको इन्फॉर्म करता हु ....तो दूसरी ओर आवाज आई ठीक है पर एक बात कान खोल कर सुन लो अगर कुछ भी गडबड हुआ तो तुम्हारे साथ मैं भी खतरे में पढ़ जाउगा ....
    तो ये आदमी बोला एसा कुछ नहीं होगा .....मेने आप से कहा था ना टर्की से सारा माल श्री लंका पहुचाने का जिम्मा मेरा ....अब मेरे होते हुए यहा किसी नजर तो दूर परिंदा भी नहीं फडफडा सकता यहा .....
    कॉल कट किया था तभी एक आदमी दोड़ते हुए आया हाफ्ते हुए बोला बोस सब खराब हो गया ....तो वो आदमी उसे देख बोला हुआ क्या है ओर तुम यहा क्या कर रहे हो सारे बोक्स खाली हो गए ....
    तो वो आदमी बोला पता नहीं बोस ...पर हमारे सारे आदमी केसे मारे गए ...तो वो आदमी हेरानी से बोला क्या ...वो उसे धकेल कण्ट्रोल रूम की ओर आया बड़ी सी स्क्रीन को देखने लगा .....
    देखते ही उसके भाव हेरानी में बदल गए ....वो ना में सर हिलाया .....तभी स्क्रीन ब्लेंक हो गयी ..वो अपना सर पकड़ हेरानी से बोला ये ये केसे हो सकता है ......तभी वो अपने पीछे देखा तो हेरानी हुई .....
    उसका आदमी इस वक्त निचे गिरा था .....तभी उसके कानो में हसने की आवाज पड़ी ... उसके भाव हेरानी में बदलने लगे ....वो सारे डब्बे एक ही तादात में रखे हुए पर उसके सामने एक शख्स खड़ा था .....पीठ किये ..पर उसकी वो क्रिपी सी स्माइल ही थी काफी अजीब ....
    वो आदमी हेरानी से देख तभी आस पास देखने लगा वो वहा से बाहर आया .......आस पास हेरानी से देखते हुए सारे आदमी जमीन पर गिरे हुए ....शायद ही कोई अब बचा हो पर ये हुआ कब भनक तक ना लगी सिर्फ उसने कुछ मिनिट के लिए अपनी नजरे हटाई थी स्क्रीन से .....
    वो अपने हाथ में बंदूक लिए आस पास देखते हुए बोला जो भी है सामने आ जाओ .....अगर अपनी जान प्यारी है तो ....तभी किसी हसने की आवाज पढ़ी ....तो वो आदमी घबराया उस ओर अपनी बंदूक से फायर किया ....
    पर कोई नहीं था ...वो अपने दोनों हाथो में बंदूक लिए बोला जहा भी हो सामने आ जाओ वरना .....तभी किसी आवाज पढ़ी वरना क्या करोगे ...
    तभी वो उस ओर पलटा तो उसके भाव घबराए के साथ सिकुड़ गए वो अपनी बंदूक उस सामने खड़े शख्स पर ताने हुए बोला तू ....तुम कोन हो ओर यहा पहुचे केसे ....
    तो सामने खड़ा वो शख्स इस वक्त पीठ किये था उसकी ओर टर्न लेते हुए बोला लूसिफर ....तो वो आदमी के भाव हेरानी में बदल गए वो शख्स जिसके चहरे पर एक अजीब  सा मास्क था ......जिससे उसका चहरा नजर नहीं आ रहा था ....
    वो आदमी उसे देखते हुए अपनी बंदूक उस पर ताने हुए बोला .....ओह्ह तो तुम हो लूसिफर है .....तिरछा मुस्करा बोला पर मेरे सामने इतनी आसानी से तुमने अपनी मोत चुन ली .....
    तभी लूसिफर की हसने की आवाज पढ़ी तो उस आदमी के भाव बदल गए वो अपनी बंदूक पर पकड़ कस दिया तो लूसिफर सर टेडा कर बोला मेरी मोत की फ्रिक तुम मत करो डियर ......
    तो वो आदमी उसे घूरते हुए बोला वही रुक जाओ वरना मैं ये पूरी बंदूक तुम में खाली कर दुगा ...तो लूसिफर उसकी ओर बढ़ते हुए बोला ओह तुम्हे लगता है जिसे आज तक कोई नहीं मार सका जिसे तुम मर सकते हो
    तो वो आदमी उसकी बंदूक ताने हुए बोला इस वक्त तुम मेरे निशाने पर हो और मैं तुम पर कभी भी बंदूक चला सकता हु
    तो लुसिफर तिरछा मुस्कराया बोला अगर इतना ही विश्वास है तुम्हे खुद पर तो चलो दिया तुम्हे एक मौका...
    तो वो आदमी उस पर बंदूक चला बोला तो ठीक है तभी वो हैरान रह गया वो गोली चली तो सही पर लुसिफर को कुछ हुआ क्यों नहीं वो अपनी दोनों बंदूके उस पर चलाने लगा
    की लुसिफर की हसने की आवाज़ पढ़ी कोशिश बेकार है डियर....तो वो आदमी उसकी ओर आते हुए बोला तुम मुझे जानते नहीं ....
    तभी लुसिफर उसका हाथ पकड़ लिया से टेडा कर बोला और तुम लुसिफर को नहीं जानते डियर.... तो वो आदमी यारा हाथ उठा बोला मैं तुम्हारे नकाब हटा कर रहेगा आखिर तुम हो कौन ...
    तभी लुसिफर उसका हाथ पकड़ लिया बोला वो तो अब तुम्हारा सपना ही रह जाएगा डियर... क्योंकि लुसिफर को आजतक किसी नहीं देखा ...
    तो वो आदमी उसे बोला कौन हो तुम .... यह तक किसी अकेले का पहुंच पाना नामुनिकन है वो भी मेरे आदमी मार डाला तुम किसी खास वजह से आए हो ।
    तो लुसिफर अजीब सी मुस्कराहट दे बोला राइट.... लुसिफर हमेशा वही होता जहां उसका फायदा होता है ...
    तो वो आदमी खुदको छुड़ाते हुए बोला पर तुम इस वक्त ऐसी जगह हो जिसकी खबर सब तक पहुंच भी जाएगी ... क्योंकि ये जगह है ही इसी
    तो लुसिफर अजीब तरह से हसने लगा कि उस आदमी दर्द से कराहने की आवाज गूंज उठीं लुसिफर उसका हाथ बेदर्दी से मरोड़ जैसे तोड़ दिया
    वो दर्द से कराह रहा था लुसिफर उसका एक हाथ पकड़े हुए अपनी सिगरेट निकलते हुए बोला मैं यह बस अपनी खास चीज लेने आया था वो मुझे अब मिल चुकी है तो सोचा तुम्हे जाते एक गिफ्ट देता जाऊ
    तो वो आदमी दर्द में उसे देखने लगा तभी किसी आवाज वह सुनाई पड़ने लगी वो ऊपर की ओर देखने तो लुसिफर बोला वो मुझे मिल चुकी है तो आदमी उसकी समझ हैरानी से वो जेट देखने लगा
    तभी वो जेट से एक रस्सी नीचे गिरी तो लुसिफर वो पकड़ अपने हाथ में घूमते हुए बोला तुम्हारा बोस जब तक यह पहुंचेगा जानते हो उसे क्या मिलेगा
    तो वो आदमी उसे देख रहा था तभी वो जेट उप उठा लुसिफर एक हाथ से रस्सी पकड़े हुए दूसरे से सिगरेट को सिलगा उसका धुआं छोड़ते हुए बोला धुआं ....
    तभी वो आदमी उसकी समझ चिल्लाया कि तभी एक बेहद बड़ा सा धमाका हुआ वो धमाका इतना था सब ओर काला धुआं ही फैला था कुछ नजर तक नहीं आ रहा था ।
    वही एक अपार्टमेंट में शावर के पानी गिरने की आवाज हो रही थी काफी देर हो गई दरवाजे पर प्रिशा खटखटा बोली चाहत ....
    जो इस वक्त बाथरूम के फर्श पर बेसुध सी पड़ी थी इस वक्त उसके आसू भी उन पानी की बूंदों में बहते चले जा रहे थे ..
    तभी फिर से दरवाजे पर दस्तक दे बोली चाहत क्या कर रही ... चाहत का ध्यान टूटा उसे हैरानी हुई ... खिड़की हालत देख हड़बड़ा कर बोली इतना वक्त कैसे हो गया प्रिशा आ गई हॉस्पिटल से
    अब आगे
    लुसिफर कौन है
    अगर पढ़ना चाहते तो कमेंट करिए तभी लिख पाएगी मै स्टोरी को
     
     
     
     
     
     
     
     
     
     
     
     
     
     
     
     
     
     
     
     
     
     
     
     

  • 7. Lusty desire of gangster - Chapter 7

    Words: 1786

    Estimated Reading Time: 11 min

    अब आगे -------------------------------------

    एक बड़ी सी बिल्डिंग --------------------------

    एक केबिन ....जिसमे एक शख्स शायद किसी को खरी कोठी सूना रहा था ....तो  मिस चाहत मुझे तुम्हे कितनी बार कम्पनी के रूल्स समझाने पड़ेगे ....तो चाहत सर जुकाए खड़ी थी .....धीरे से बोली सॉरी बोस ....

    तो वो शख्स यानी उसका मेनेजर .....mr रवि आहूजा ....उसे घूरते हुए बोला ओह्ह तो तुम्हे लगता हर बार की तरह तुम ये छोटा सा सॉरी बोल पीछे हट सक्ति ....जानती भी हो इस वक्त हमारी कपनी इम्पोर्टेंट प्रोजेक्ट पर काम कर रही है .....वो प्रोजेक्ट मैं यानी मेरी टीम सम्भाल रही है .....

    ओर बड़े ही दुर्भाग्य की बात है तुम भी मेरी ही टीम का हिस्सा हो ....तो चाहत उसे देख बोली सॉरी सर पर मैं अब पूरा काम कम्प्लीट करुगी ....तो तो रवि उसे घुर बोला ...वो तो तुम्हे अब करना ही होगा ...पर मिस चाहत पूरी बात सुन लीजिये .......आप ये तो जानती है कम्पनी के कुछ रूल्स है जिसके अनुसार ....आप यहा जब तक काम कर रही है आप किसी रिलेशन में तो क्या आप सिर्फ सिंगल होणी चाहिए .....

    तो चाहत के चहरे पर कुछ पसीना सा छा गया वो हकलाते हुए बोली जी जी बोस ....तो रवि उसे घूरते हुए बोला ....ओर आप ये रुल शायद इस कम्पनी में है जब तक नहीं तोड़ेगी आई एम् राईट .....

    तो चाहत उस से नजर चुराते हुए बोली जी ....तो रवि बोला ...तो आप अब तक खड़ी क्यों है तो चाहत अपनी फाइल्स उठा सर जुका बोली जी बोस ....वो वहा से निकल चली गयी !

    वहा से वो .सिटिंग एरिया में आई अपनी सीट पर आ अपना चहरा हाथो में भर ली तभी एक लडकी उसकी सीट पर आ बोली ...हाय ....तो चाहत अपनी आखो की नमी साफ़ कर ली ...तो वो लडकी उसे देख बोली लगता है बोस ने तुम्हे बहोत डाटा है ....

    तो चाहत अपनी फाइल्स खोल बोली तुम्हे इससे मतलब नहीं होना चाहिए ...तो वो लडकी उसे घुर बोली ओह्ह हेलो मुझे मतलब है भी नहीं वो तो मैं यहा से गुजर रही तो तुम्हे एस देख पूछ लिया ... 

    तो चाहत उसे देख बोली तो अब .....तो वो लडकी उसे मुह बना बोली मैं तुंहरे बारे में सब जानती हु तो चाहत की आखे सिकुड़ गयी वो लडकी उसे आखे घुमा बोली ....तुम्हे देख कर ही कोई भी बता सकता तुम सिंगल तो नहीं हो ......ओर ये मैं बोस के सामने लाकर रहगी फिर देखती केसे तुम्हे वो यहा से बाहर नहीं निकाल फेकते ...

    तो चाहत उसे देख बोली एसा कुछ नहीं है तुम please वो क्या है मुझे बहोत काम है तो टीना उसे घुर मुह बना चली गयी ...तो चाहत निचे बेठ गयी सर पकड़े ......तभी खुद से बोली चीकू ....

    तभी प्रिशा को टेक्स मेसिज की ......तभी चेन की सांस ली .....अपने फोन में एक तस्वीर देख उसकी आखे कुछ भोजल सी हो गयी उसमे चीकू की तस्वीर थी अपनी आखे बंद कर मन ही मन ....सॉरी बच्चा मम्मा इस वक्त भी आप से दूर है जब आपको मम्मा की सबसे ज्यदा जरूरत है .......सॉरी पर मैं बहोत मजबूर हु बच्चा ....but आई प्रोमिस ....एक बार आप ठीक हो जाओ फिर मम्मा आपको छोड़ कर कही नहीं जायेगी .....सब मेरी ही गलती है बच्चा सो सॉरी ....

    अपने आसुओ को अपने सिने में दबा ली ........

    दूसरी ओर -------------------------

    एक शख्स बेहद गुस्से में .....किसी आवाज कॉल पर गूंज रही ....बोस सब कुछ तबाह हो चूका है यहा ....किसी कोई नामुनिशान तक नहीं है ....तो वो शख्स गुस्से तिलमिलाते हुए बोला ओह्ह नो ......ये नहीं हो सकता .....

    तो दूसरी ओर आवाज आई .....बोस यहा आग अभी तक एसी है की हम अब तक काबू नहीं कर पाए सारे बोक्स गायब है अभी तक ये ही इन्फोर्मेशन मिली है ....

    तो वो शख्स तिलमिला फोन उठा सामने मिरर पर फेक गुस्से बोला ओह्ह्ह लूसिफर .....मैं तुम्हे छोड़ूगा नहीं ......

    तभी किसी हसने की आवाज होने लगी ........एक खाली सी जगह ....जो उतनी ही काली .....एक माक्स वही जो पहले भी हम देख चुके है ....एक शख्स इस वक्त उस काले अँधेरे में बिना कपड़ो को .....सिगरेट के काश ले रहा था .....

    पर सामने वही बड़े बड़े बोक्स .....जो उस स्क्रीन पर चल रहे थे .....उस पर उस शख्स की नजरे टिकी थी ....पर वो अभी दिखाई नहीं दे रहा था ......वो इस वक्त नेक्ड था ..वो टोवल उठा अपनी कमर पर बाँध लिया .....बड़े से सोफे पर बेठ उस अँधेरे में सिगरेट के धुए उड़ाते हुए सामने उस स्क्रीन को देखने लगा ....वो शख्स नजर नहीं आ रहा था ......

    शाम का वक्त ......चाहत जल्द से जल्दी ऑफिस से निकलते हुए उसे अभी होस्पिटल चीकू यानी रियांश के पास जाना था ......तभी वो लिफ्ट में दाखिल हुई तभी उसके फोन पर एक नोटिफिकेशन आया ....

    जिसे देखते ही उसकी आखे सिकुड़ गयी .....वो बिना ध्यान देते हुए वहा से बाहर आई ....तभी किसी आते सामने से टकरा गयी तभी ....उसका फोन निचे गिर गया .....

    तभी सामने उस शख्स देख वो सर जुका सॉरी कहने लगी तभी वो शख्स उसका फोन उठा चाहत को देख मुस्करा बोला अरे ..कोई बात नहीं ... मैं रवि नहीं ...तो चाहत उसे देख हल्का सा मुस्कराई  तो वो शख्स उसका फोन देखने लगा ...

    तो चाहत ये देख तभी उससे हडबडा फोन ले ली ..तो वो शख्स बोला ओह्ह सॉरी ...तो चाहत बिना कुछ कहे उसके बगल से निकल गयी ....तो वो शख्स उसे देख तिरछा मुस्कराया  !

    चाहत अपने फोन को देख परेशान सी हो गयी ....ना जाने एसा क्या नोतिफीकेशन था ....उसके चहरे पर परेशानी साफ़ जलक आ दिख रही थी तभी उसका फोन बजने लगा प्रिशा का कॉल था ....

    वो जल्दी से पिक की तो प्रिशा की आवाज आई चाहत तू ऑफिस से फ्री हो गयी तो चाहत बोली हां चीकू केसा है रो तो नहीं रहा है ना ...उसने कुछ खाया ...केसे खायेगा मेरे बिना तो रह नहीं पायेगा तो प्रिशा बोली बस बस मेरी माँ चीकू अभी सो रहा है .....उसकी तू फ्रिक मत कर थोडा आराम कर ले ....हो सके तो आज होस्पिटल तू मत आ .....

    तो चाहत बोली क्या नहीं मैं सीधा वही आ रही हु ...तो प्रिशा बोली मेरी माँ सुन तो ले .....आज मेरी नाईट शीफ्ट है तो मुझे होस्पिटल ही रहना होगा तू आराम कर ले मैं हु चीकू के पास ....

    तो चाहत बोली पर तू केसे ....तो प्रिशा बोली ...हां मेरी माँ अगर जरुरी होगा तो मैं तुजे कॉल करुगी बस ...तो चाहत बोली पर मेरा दिल नहीं लगेगा इससे अच्छा तो .....तभी प्रिशा की आवाज आती कॉल कट हो गया ...

    वो देखने लगी ...तो बोली ये ऑफ होना  था .....वो चलते बाहर बस स्टॉप तक ही आई थी जितने में एक ब्लेक कार उसके आगे आकर रुकी तो एक पल तो वो समझ नहीं पाई .....

    तभी उस गाडी का मिरर निचे हुआ ......तो उसके भाव हेरानी में बदल गए .....वो आस पास देखि ....तभी वो अपना चहरा छिपाते हुए उस गाडी के पीछे का दरवाजा खोल अंदर  आकर बेठी ....

    तभी किसी लडकी की आवाज पढ़ी .....बोस तुम्हे फिर बुला रहे है तो चाहत हेरानी से बोली क्या ...तभी कोई उसकी आखो पर पट्टी बांधते हुए बोला .......तुम्हे उन्हें फिर खुश करना होगा .....तो चाहत हेरानी घबराहट से बोली पर पर ये ये केसे .....

    तभी वो लडकी कठोर भाव से बोली चुप चाप बेठी रहो अभी हमारे साथ चलो बोस ने तुम्हे बुलाया इसका मतलब तुम्हे आना होगा तो चाट घबराई हुई बोली पर क्यों ....जो होना था वो हो चूका है ....तो वो लडकी कोठोर भाव से बोली ओह्ह तो अब तुम बोस को मना करुगी शायद ये तुम्हारी सबसे बड़ी गलती ना हो इसमें तुम अपनी जान गवा बेठोगी ...

    तो चाहत कुछ सहम गयी ..वो लडकी बोली तुम अभी तक जानती नहीं तुम आखिर किस इंसान को मना करने जा रही तो कोशिश भी मत करना उनके सामने कोई भी किसी तरह नाटक करने के बारे में ....

    तो चाहत जेसे घुट सी गयी .....क्युकी वो खुदको अभी मजबूर सा महसूस कर रही थी .....वो क्या करेगी ...

    कुछ देर में गाडी रुकी ठीक वेसे ही उसका दरवाजा खुला वो इस वक्त आखो पर पट्टी बांधे बाहर आई .....तो वो लडकी बोली आओ मेरे साथ तो चाहत की घबराहट वेसे ही वेसे बड्ती चली गयी ......

    वही एक बड़ी सी स्क्रीन पर वो नजर आ रही थी .....उसकी आखो पर पट्टी चाहरे से जलकती मासूमियत .....वो कोई शराब के काश लेते हुए शख्स देख रहा था ....

    वही अँधेरा सा उस कमरे में .......चाहतएक जगह आकर रुकी ....तभी वो शख्स तिरछा मुस्कराया शराब का गिलास रख खड़ा हो बोला ...How did you feel meeting me again my love.

    तो ये आवाज सुन चाहत की साँसे कुछ फुल सी गयी .....वो शख्स उसकी ओर बड़ते हुए बोला पहली बार किसी ने मुझे इनता सेतिफाईड किया है तो सोचा क्यों ना फिर से तुम्हे चखा जाए ...

    तो चाहत घबराई सी अपनी आखो से पट्टी हटा दी ..सामने उस शख्स देख  हेरान हुई वो जगह देखि तो वही कमरा ......वो सब उसकी आखो के सामने आ गया ........वो सामने उसी शख्स को देखने लगी ....वो अपनी सिगरेट भुजाते हुए बोला क्या बेबी एक ही रात मैं कही तुम मुझे भूल तो नहीं गयी ....

    तो चाहत की आखो में नमी सी आने लगी ....जिन्हें वो रोकने की कोशिश कर रही थी इतनी मुश्किल से तो उसने वो सब भूलने की कोशिश कर रही थी ...फिर से ....

    वो शख्स उसे निचे से उपर देख बोला ये क्या तुमने इतना छिपा क्यों रखा है मुझे तुम्हरे बोडी पार्ट्स बहोत पसंद आये स्पेशली ....वो सिने पर नजर गढाया  .....तो चाहत अपने कपड़े की मुठी बना ली ....वो शख्स उसकी ओर बढ़ते हुए बोला .....कमोन बेबी ....मैं वेट करना पसंद नहीं करता ..वरना तुम्हे पनिशमेंट मिल सक्ति है ...

    तो चाहत अब सब छोड़ हाथ जोड़ बोली please ...मुझे यहा से जाने दीजिये ....मैं ये सब नहीं करती ....मुझे पेसो की जरूरत थी बस उसी के लिए उस रात .....

    तभी वो शख्स उसके बालो को सख्ती से पकड बोला ....मेने तुम्हे इतनी परमिशन नहीं दी है ...बेबी ....इसलिए जो कहा जाए वो करो ...ओर क्या कहा तुमने तुम से नहीं होगा ...तुम्हे ये करना होगा .....बिकोज ..टायगर को कोई ना करे वो उसे हरगिज बर्दाश नहीं ..

    तो चाहत दर्द से आखे मिचे ....सिसकने लगी ....वो शख्स उसके पकड़ ढील छोड़ते हुए बोला ....मैं आज काफी अच्छे मुड में हु तो मेरा मुड स्पोइल मत करो .....

    तो चाहत अपनी आखे खोल उसे देखि ....बोली आप मुझे इस तरह मजबूर नहीं कर सकते ....तो टायगर के भाव सघिन हो गए .....

    अब आगे --------------------------

    आखिर अब क्या होगा ...?

    कुछ एसा तो नहीं ....चाहत को ओर मजबूर कर दे .....

    आखिर टायगर है कोन ...

    पुरे कम से कम 10 कमेन्ट कीजिये मेरे मोटिवेशन के लिए ......तभी आगे की कहानी मिलेगी !

     

     

     

     

     

     

     

     

     

     

     

     

     

     

     

     

     

     

     

     

     

     

     

     

     

     

     

     

     

     

     

     

     

     

     

     

     

     

     

     

     

     

     

  • 8. Lusty desire of gangster - Chapter 8

    Words: 1733

    Estimated Reading Time: 11 min

    तो चाहत दर्द से आखे मिचे ....सिसकने लगी ....वो शख्स उसके पकड़ ढील छोड़ते हुए बोला ....मैं आज काफी अच्छे मुड में हु तो मेरा मुड स्पोइल मत करो .....

     

    तो चाहत अपनी आखे खोल उसे देखि ....बोली आप मुझे इस तरह मजबूर नहीं कर सकते ....तो टायगर के भाव सघिन हो गए .....

     

     चाहत उसके हाथ को हटाते हुए बोली मुझे यहां से जाना है वो अपने कदम पीछे ही जितने मैं वो उसकी हथेली खींच करीब खींच लिया ।

     

    वो उसके सीने से आ लगी तभी दर्द से आह निकल गई वो दर्द से तड़पने लगी ... टाइगर उसके हाथ को मरोड़ उसकी पीठ से लगा उस पर पकड़ कस दिया

     

    चाहत के आसू निकलने लगे दर्द से तो टाइगर उसके चहरे के करीबी से अजीब ही टोर्न में बोला क्या कहा तुमने ....तभी वांगय से मुस्करा बोला how did you even think that you could refuse me.

    तो चाहत दर्द से गिड़गिड़ा बोली छोड़ो please.. आह तो टायगर उसके हाथ पर पकड़ कसते हुए बोला कही तुम मुझे किसी ओर के लिए बेवकूफ तो नहीं बना रही

    तो चाहत उसे देखने लगी टायगर कठोर भाव से बोला you know right मैने ये डील तुम्हारी बॉडी के बदले की थी but only if you're a virgin .

    तो चाहत के चेहरे पर पसीना सा छा गया टायगर उसका हाथ घुमा उसे उसकी पीठ को अपने खुले सीने से लगा उसे जकड़ते हुए बोला Answer me baby or else you don't know what I can do .

    तो चाहत हकलाते हुए बोली वो मैं ....तभी टायगर उसकी कमर हाथ आगे लाते हुए बोला If something like this happens then you know what can happen to you.

    तो चाहत अंदर ही अंदर काफी घबरा सी गई तो टाइगर उसके कंधे पर चीन टिका बोला देखना चाहती मैं क्या कर सकता हु तभी वो उसे सोफे पर धकेल दिया वो घबराई सी

    तभी हैरानी हुई उसके हाथ ऑटोमैटिक लोक हो गए वो डरी अपने हाथ निकलने की कोशिश करने लगी टायगर उसकी के सामने बड़े आराम बैठते हुए इस वक्त वो एक टॉवल में था पर उसकी वो अट्रैक्टिव बॉडी काफी हॉटी फील करवा रही थी  वो एक पैर दूसरा चढ़ा ड्रिंक की सीप लेते हुए बोला चलो तुम्हे किसी से मिलवा दिया जाए ...

    तो चाहत घबराई उसे देखने लगी तभी दरवाजा खुलने की आवाज आई ...तो वो डरते हुए उस ओर देखि .....टायगर के होठो पर अजीब सी मुस्कराहट आ गयी ...चाहत देखते देखते आखे हेरानी में बदलने लगी .....

    टायगर अजीब सी मुस्कराहट से बोला ये टफी है .....वो देखते देखते चाहत की मानो साँसे रुक गयी सामने बड़ा सा शेर ......वो चाहत को देख धहाडा तो वो बेचारी  चीख उठी ......रोने लगी ..

    वो शेर उसके ओर बढ़ते हुए ओर धाहाडा ....तो चाहत अपने हाथो खीचते हुए जोर जोर से रोने लगी नहीं .....तभी टायगर की आवाज पढ़ी टफी .....जितने में वो शेर शांत सा पढ़ गया ....

    टायगर शराब की सिप लेते हुए बोला कम हेयर .....वो शेर चाहत से उसकी ओर मुड़ा .....तो चाहत अपनी आखे मिचे हुए काप रही थी .....वो अपनी आख खोल देखि ....हेरानी से देखने लगी ....

    टायगर शेर के सर पर हाथ फेरते हुए बोला क्या हुआ बेबी तुम मेरे टफी से डर गयी तो चाहत शेर को हेरानी से देखते हुए अपने हाथ को निकालने की कोशिश करने लगी उससे ना हुआ तो वो रोते हुए सिसकते हुए कोशिश कर बोली नही please जाने दो ......

    तो टायगर अपना पैर निचे उतार खड़ा उसके करीब आ हाथ बढ़ा चीन पर टिका बोला तुम अब यहा से कही नहीं जा सक्ति हार्ट ....तो चाहत सिसकने लगी ...उस पर जुकते हुए बोला ....ओके मैं तुम्हरी बात मानने को तेयार हु .....तो चाहत हेरान हुई ......टायगर उसकी आखो में देखते हुए बोला पर तुम्हे मुझे सेतिफाईड करना होगा बेबी ...

    चाहत ये सुन ठंडी सी पढ़ गयी .....टायगर अजीब सी मुस्कराहट दिया ...बोला Tuffy get out of here . तो शेर चाहत को देख फिर घुराया ..तो चाहत सहम सी गयी ....तो टायगर बोला टफी ........

    तो वो शेर शांत पढ़ गया ....वहा से चला गया .....तभी दरवाजा अपनी आप बंद हो गया ये देख चाहत हेरानी से देखने लगी उसके हाथ अपनी आप ही रिलीफ हो गए .....

    वो अपने हाथ देख तभी टायगर की आवाज पढ़ी ...कम बेबी .....तो चाहत उस ओर देखि तभी उसकी चीख निकल गयी वो अपनी आखे मीच ली ....टायगर को  उस हालत में देख .......क्युकी वो एक बड़े से किंग साइज बेड पर ......सिगरेट के कश ले रहा था ....

    पूरी बोडी नेक्ड थी ..........वो चाहत को देखते हुए सख्त भाव से बोला You are trying to insult me baby. तो चाहत अपनी आखे मिचे ना में सर हिलाई जल्दी से बोली नहीं ....तो टायगर उसे घूरते हुए बोला तो तुमने अपनी आखे बंद क्यों की है .....

    तो चाहत डरते हुए बोली वो वो आपने कपड़े नहीं पहने है .....तो टायगर उसे देखते हुए बोला जिसे तुम श्म्राने की कोशिश कर रही वो बहोत पहले तुम्हारा  साथ बहोत कुछ कर चूका है .......

    तो चाहत उसकी सुनते तभी उसे हेरानी से देखि की तभी अपनी नजरे उससे हटा ली .....ना चाहते हुए भी उसके गाल लाल पढ़ गए ..थे ...टायगर उसे देखते हुए बोला get started .....अपने कपड़े उतारो ......come to bed.

    तो चाहत अपने कपड़ो की मुठी बना ली टायगर सिगरेट  के कश लेते हुए बोला सोच लो यहा से जाना चाहती हो तो तुम्हे वो करना होगा जो इस वक्त मैं चाहता ....वरना ....

    वो उस दरवाजे की ओर देखा तो चाहत देख सहम गयी .........वो आगे बोला वरना मेरा टफी के खाने का वक्त हो रहा है .....तो चाहत हेरानी से उसे देखि ....तो चाहत अब सोचने लगी .....टायगर बोला मैं तुम्हे यहा से जाने दुगा पर तुम्हे मुझे वो सब देना होगा जो इस वक्त मुझे चाहिए .....

    वो सिगरेट भुजाया सामने चाहत को देख तिरछा मुस्कराया ....वो नजरे जुकाए अपने कापते हाथो से शर्ट के बटन खोलने लगी .....इस वक्त फोर्मेल कपड़ो में थी ......उसने शर्ट ट्राउजर पहना था काफी खुबसूरत लग रही थी ......

    अपने शर्ट के बटन खोलते हुए उसकी आखो से नमी गिरने को हुई जिसे वो अपनी आखो में दबा ली ......धीरे धीरे उसकी बोडी से कपड़े अब फर्श पर गिरे थे वो इस वक्त अपने इनर में खड़ी थी .....

    इस वक्त उस पर क्या बीत रही थी वही जानती थी ...पर वो इस वक्त मजबूर इसलिए नहीं उसे अपनी जान प्यारी है इस वक्त मजबूर वो अपने बच्चे की वजह से क्युकी टायगर को नहीं पता वो ये सब अपने बच्चे के लिए कर रही कही ना कही जान चुकी थी टायगर कोई साधारण इंसान नहीं अगर उसके बच्चे को कोई खतरा हुआ तो ....वो ये सब यहा ही खत्म करना चाहती थी ....

    पर वो जानती नहीं टायगर के दिमांग में आखिर चल क्या रहा है ......वो तो इस वक्त उसकी बोडी को देख रहा था ......काफी atractive फिगर उसका टायगर का गला सुख रहा था ....

    चाहत धिरे धीरे आगे बढ़ी ...तभी टायगर की आवाज पढ़ी ....शायद तुमने सुना नहीं कपड़े उतारो ..तो चाहत उसे देखि ....तो अब वो समझ चुकी थी वो किस बारे में कह रहा है ....वो काफी मजबूर सी हो गयी उसकी बात मानने पर .......

    अब अपने हाथ बढ़ा सर जुका ली अपनी इनर उतार दी  .....इस वक्त एक पेंटी में थी उसका गोरा बदन अब सामने था ....टायगर उसे मानो प्यासी निगाहों से देख उसके करीब आ उसकी कलाई पकड़ ही खीच लिया .....

    वो बेचारी सम्भल ना पाई .....उस पर आ गिरी .....हेरानी से उसे देखने लगी टायगर उसकी कमर को पकड़ बेहद करीबी से बोला Now I am feeling very thirsty….

    तो चाहत की बोडी फिर से ठंडी पढ़ गयी ....टायगर कमर से हाथ बढ़ा ....सिने पर ला उभार को सहलाते हुए बोला आई love it .....चाहत उसके इस तरह करने से अजीब सी फिलिंग उमड़ने लगी .....वो कुछ दूर होने को हुई ....

    टायगर उसे ले बेड पर पलट गया सिने हाथ में भर बोला i want to drink this . तो चाहत की बोडी में अजीब सी हलचल होने लगी .....जेसे वो उसे हेरानी से देखने लगी .....टायगर उभार  को अपने होठो से जोड़ लिया अजीब सी साउंड कर वो अपना चहरा उसके सिने से छिपा लिया सक करने लगा .....

    चाहत की ना चाहते हुए भी आह निकलने लगी .....उसकी निकलती आहो को वो इंजॉय करते हुए सिने पर हल्के हल्के बाईट करने लगा .....तो चाहत दर्द से आह  भर लेती उसके हाथ उस शख्स के कंधे पर आ गए .......

    टायगर रुक गया ....चाहत को देखा ....वो काफी भारी भारी साँसे भर रही थी .......वो सिने पर देख ....अपनी टंग से लिक करते हुए उसे देखने लगा ..तो चाहत फिर से आह भरने लगी .......

    चाहत उसकी इन हरकतों से कुछ खुदको रोक नहीं पा रही थी ........उसकी साँसे उपर उठने लगी .....वो सिने पर चूमे जा रहा था .....चाहत बेड शीट की मुठी बना ली .....

    ना जाने कब तक ये चलता रहा .....वो दर्द से उसके कंधे पर अपने नाख़ून धसा दी ..वो एक पल दूर ना हुआ उससे सिने पर चूमे जा रहा था ....उसके हाथ बचे कपड़ो के अंदर चल रहे थे .....

    वो झटक से दूर हुआ उसकी खुदकी साँसे कुछ भारी थी ....चाहत जेसे ही राहत की सांस ली वो उसकी कमर खीच लिया अपने करीब ....वो खिची चली आई .....

    पलट उसे बेड पर बेंड कर दिया ....वो कुछ समझती तभी उसकी आह निकल गयी ......वो उसमे समा गया ..... वो उसकी कमर को पकडे मूव करने लगा ...........वो दर्द से आह लेने लगी .....

    वो उसके पीछे खड़े हुए ....उसकी कमर को सख्ती से पकड़े हुए ....मूव कर रहा था .....वो दर्द से चिलाने ही लगी थी ......पर जेसे ना जाने वो काफी रुड था इस वक्त उसके साथ .......इस वक्त उसे वो सेटिस्फेक्शन चाहिए था ....चाहत की हालत से उसे कोई फर्क नहीं पढ़ रहा था वो बेचारी दर्द से रो रही थी .....

    तभी वो उसे बेड पर धकेल दिया वो बेचारी अद्मरी सी हालत में .....अपनी साँसों को काबू करने लगी ......जेसे अभी तक उसका मन भरा ना हो ....वो चाहत पर आ गया .....


    अब आगे .....

    नेक्स्ट में क्या होगा क्या टायगर सच में चाहत को जाने देगा ....

    चाहत खुदको बचा पाएगी ...

    आखिर क्या होगा उसके लिए कमेन्ट करिए वो भी कम से कम 10 ....आप लोग कमेन्ट नहीं कर रहे तो ठीक फिर ये भी बंद हो जायेगी स्टोरी ज्यदा से ज्यदा क्या होगा ....
    सोरी गाइस पर इस कहानी के कंटेंट चेंज किया गया है
     

     

     

     

     

     

     

  • 9. Lusty desire of gangster - Chapter 9

    Words: 2205

    Estimated Reading Time: 14 min

    एक कमरा -----------------------

    हल्का हल्का उजाला सा होने लगा था ..वो रौशनी जब उसके चहरे पर पढने लगी तब उसकी आखे कुछ खुलने लगी .....चाहत इस वक्त बेसुध सी हालत में थी .....धीरे धीरे जेसे होश सा आने लगा ....धीरे धीरे अपनी आखे खोल ली 

    जेसे पुरे बदन में जान ना रही हो ...वो अपनी आखे खोल सीलिंग को देखने आगी ....पुरे बदन पर एक भी कपड़ा नहीं इस वक्त  ......पहले अपनी हालत देख वो रुआसा हो गयी .....

    धीरे धीरे उठने लगी ....उसकी दर्द से आह निकल गयी ....धीरे धीरे कोशिश कर बेठी कमर के निचे हिस्से में काफी दर्द ह रहा था .....हमेशा कही ओर होती सुबह  खुदको कही ओर पाती थी ......

    पर इस वक्त सिर्फ एक ब्लेकेट में थी ...अपनी हालत देख घबरा सी गयी ....उसके कपड़े ....उसका फोन ....तभी अपना फोन टेबल पर रखा देख उसे ऑन करती पर वो बंद था

    वो अपने लिए कपड़े तभी सामने टेबल कपड़ो पर नजर गई एक पैकेट रखा था उन्हें देख वो धीरे धीरे कोशिश उठने सिसक निकल गई अपनी पेट को पकड़ ली ।

    एक कमरा ......

    जहां से आती कमरे की आवाजों से साफ पता चल रहा था कि वहां आखिर चल क्या रहा था एक लड़की की चीखे उठ रही थी एक शख्स एक लड़की पर वो लड़की चीख रही वो शख्स अपनी कमर मूव करते हुए सिगरेट के कश ले रहे थे

    काफी बेशर्मी भरा सिन चल रहा वो शख्स को मानो फर्क ना पड़ रहा हो की वो कितना हार्ड था तभी दरवाजे पर दस्तक हुई उसके हाथ रुक गए तिरछा मुस्कराया

    वो खड़ा हुआ एक पेसो की गड्डी उस लड़की के मुंह पर फेंकते हुए बोला ये लो अपनी कीमत दफा हो जाओ यहां से ...

    वो लड़की जो इस वक्त नेक्ड थी उस शख्स को सेड्यूस करते हुए बोली क्या हुआ ....इतनी जल्दी

    वो शख्स उसका वो पैर जो उसके सीने पर वो चला रही उसे सेड्यूस करते हुए वो शख्स उसका पैर पकड़ खीच दिया

    वो बेड से आ गिरी वो शख्स उसका गला पकड़ बोला मैं चाहूं तो इस वक्त तुम्हे नर्क पहुंच सकता हु ...

    तो वो लड़की झटपटाने लगी वो शख्स उसे धकेल बोला दफा जो जाओ ...वो लड़की घबराई अपने कपड़े उठा जल्दी से पेसो की गड्डी भी वहां जल्दी से भाग गई

    वो शख्स अपनी कमर पर टॉवल बांध कमरे से बाहर आ शराब बड़ा सारा कलेक्शन था वो अपनी वाइन बनाते हुए सीप लिया थोडा इस शख्स के बारे में बता दे ....बोडी ओर प्र्सेंलेती वाइस ....काफी हॉट था ....काफी मसल्स ...ओर बोडी शो हो रही थी थोड़े बड़े बाल ....पीठ   पर एक ड्रेगन का टेटू बना हुआ था जो काफी अजीब सी डार्क सी वाईब दे रहा था ....वही सिने पर ..नाम का टेटू बना हुआ था 

    की तभी किसी आवाज पढ़ी ओह तो मैने तुम्हे डिस्टर्ब कर दिया .... तो वो शख्स उस ओर टर्न लेते हुए घूरते हुए बोला ओर मैं जान सकता हु तुम्हारे यह आने का कारण ।

    तो सामने वो शख्स मुस्कराया बोला मैं जानता था तुम ये सवाल जरूर पूछोगे सामने खड़ा वो वही शख्स तिरछा मुस्करा बोला हां क्यों नहीं आखिर मेरे सामने वो शख्स जो खड़ा है .....उसका कही पाना इसका मतलब जरुर कोई गहरी वजह है ...क्यों मेने सही कहा लूसिफर .....

    जी सामने खड़ा वो शख्स इस वक्त ब्लेक कपड़े पहने हुए .......सबसे ज्यदा atractive बोडी .....पर चहरे पर अजीब सा माक्स ......वो उस शख्स घुर बड़े ही आराम से चेयर पर बैठते हुए बोला ओह्ह तो इतना जानते हो तुम मुझे .....

    तो वो शख्स अजीब तरह मुस्कराया शराब की सिप ले बोला एसा आखिर है कहा जो तुम्हे जान सके .....वेसे काफी शान्ति भंग कर रखी है तुमने जेम्स की बेचारा इस वक्त हाथ पीटने के सिवा कुछ भी नहीं सकता .....पुरो अरबो का माल तुमने जो चुरा लिया उसका .....

    तो लूसिफर उस शख्स को देखते हुए बोला मैं यहा उस बारे में डिसकस करने नहीं आया हु .....मुझे ...तभी बिच में वो शख्स बोला हां वो मैं काफी अच्छे से जानता हु लूसिफर को जॉन  की जरूरत कब पडती है ....

    तो लूसिफर कठोर भाव से बोला लूसिफर को किसी जरूरत नहीं है यहा मैं तुम्हारे साथ एक डील करने आया हु .....तो जॉन मुस्कराया आगे बढ़ उसके ही सामने चेयर वो इस वक्त सिर्फ एक टोवल में था .....बेठ बोला ओह्ह तो तुम मेरे साथ डील करने आये हो नोट बेड .....फिर तो कुछ इन्त्रस्तिंग डील है ....

    तो लूसिफर तिरछा मुस्कराया जॉन उसे देख बोला .....तुम्हारी मुस्करहट बता रही है जरुर कुछ तो एसा ....तो लूसिफर अपने एक पैर दूसरा पैर चड़ा बोला मैं तुम से जो कहू अगर तुम वो करते हो तो ....उस सब का 50 परसेंट मैं तुम्हे दे सकता हु ....

    तो जॉन उसे आखे छोटी कर देख बोला ............ओह्ह तो फिर तो कुछ ज्यदा इन्त्रस्तिंग है वेसे मैं ये डील करने से पहले वो जानना चाहुगा आखिर तुम मुझ से चाहते क्या हो ......तो लूसिफर तिरछा मुस्करा बोला पाट्नरशीप .....

    तो जॉन के सर पर बल पढ़ गए !

    वही दूसरी ओर --------------------------------

    होस्पिटल ----------------------

    चाहत इस वक्त चीकू के पास थी .......उसे फीड करवा रही थी चाहत दर्द से आखे मिचे थी .....तभी प्रिशा कमरे में दाखिल हुई ....इस वक्त नर्स के कपड़े पहने हुए .....चाहत अपने चहरे के भाव नोर्मल कर ली ....

    प्रिशा एक नजर चीकू को देख उसे बोली मैं तुजे सुबह से कॉल कर थ पर तेरा फोन बंद आ रहा था .....तू तो जानती है चीकू अभी भी  फीड करता है तो तुजे इतना वक्त केसे लग गया होस्पिटल आने में ....

    तो चाहत उसे देख बोली सॉरी ..मेरी वजह से तू परेशान हुई ....तो प्रिशा उसके पास बेठ बोली ओह्ह हेलो मेरा वो मतलब नहीं है ....मैं कहना चाह रही थी की तू फोन केसे बंद कर सक्ति है जबकि जानती इस वक्त चीकू होस्पिटल है ....

    तो चाहत उसे बोली वो कल तुज से बात करते मेरा फोन बंद हो गया था पर घर पहुची तो लाइट चली गयी इस बीच मेरी आख कब लगी ....मुझे पता नहीं चला ...

    तो प्रिशा बोली ओह्ह ....तू ठीक है अब ...तो चाहत फीकी मुस्करहट से बोली हां बिलकुल .....तो प्रिशा बोली आज तो संडे है ....तो तेरा क्या प्लान है तो चाहत चीकू के बालो पर हाथ फेर बालो पर चूम बोली आज मैं चीकू के पास ही रहगी ...

    तो प्रिशा बोली अरे हां मैं तुजे बताना भूल गयी चाहत उसे देखि प्रिशा मुस्करा बोली डोक्टर शर्मा से बात हुई थी .....उन्होंने बात की है ..तो पता चला अमेरिका से एक डोक्टर आ रहे है ....जो चीकू की हार्ट सर्जरी कर सकते है सूना है वो काफी जाने माने डोक्टर है .....

    तो चाहत की आखो में चमक आ गयी वो बोली क्या ....तो प्रिशा ख़ुशी से बोली हां डोक्टर शर्मा ने अभी सुबह ही मुझ से कहा अब तो तू खुश है तेरा चीकू जल्दी थी हो जाएगा ...

    तो चाहत की आखो से आसू गिरने लगे जेसे उसका सारा दर्द मिट सा गया हो ......तभी चीकू की आवाज पढ़ी क्यूट सी मम्मा .....तो चाहत चीकू को देखि .....चीकू छोटे छोटे हाथ उठा उसकी गाल को छू बोला आप रो रही है ......तो चाहत उसका हाथ पकड़ चुमते हुए बोली नहीं बच्चा ....मम्मा तो बहोत खुश है ....

    तो चीकू उसके सिने से लग बोला मम्मा चीकू यहा ओर नहीं रहना चलो ना यहा ....तो चाहत उसे अपने सिने लगा अपने दर्द अंदर ही अंदर छिपा बोली हां बच्चा बस कुछ दिन ओर ..फिर मम्मा ओर चीकू यहा से बहोत दूर चले जायेगे .....

    तो प्रिशा बोली क्या ..कहा जा रही है तू ...तो चाहत उसे भीगी आखो से देख बोली वो मैं सोच रही थी ...मैं सर्जरी के बाद दादी माँ के यहा हिमाचल लोट जाऊ ....तो प्रिशा उसे घुर बोली ओह्ह तो निकाल लिया  अपना फायदा .....

    तो चाहत उसे हेरानी से देख बोली क्या नहीं तू गलत सोच रही है प्रिशु ....तो चाहत बोली जी नहीं मन एक दम सही सोच रही हु ......अब क्या मैं थोड़ी तेरी कुछ लगती हु ...

    तो चाहत बोली please मुझे गलत मत समझ तो प्रिशा बोली तो तुजे मेरी कसम जो तू मुझे अकेला छोड़ जाने के बारे में बोली ....तो चाहत बोली पर जाना तो होगा ही ....मैं कब तक तुज पर ..तो प्रिशा घुर बोली .....खबरदार जो आगे बोली .....अगर मैं तेरी जगह होती तो क्या तब तू ये सब सोचती बोल ....

    तो चाहत सर जुका ली प्रिशा उसका हाथ पकड़ बोली मेरा भी इस दुनिया मैं तुम दोनों के सिवा कोन है ....चाहत उसे देखने लगी ....प्रिशा उसे देख बोली खून का रिश्ता ना सही ......पर हम दोनों में दोस्ती तो है .....इस रिश्ते के नाते ही तू मेरी बात मान ले ....

    तो चाहत सिसकते हुए बोली ....thanku ....एक तेरी वजह से सब कुछ वरना मैं तो प्रिशा उसके गले से लग बोली चुप कर ये बेकार की बाते .....अब से तू ये सब कुछ नहीं सोचेगी ....!

    अरे हां मेरा चीकू भी परेशान हो रहा है यहा क्यों चीकू आपको वाटर पार्क चलना है ...तो चीकू ख़ुशी से बोला वोटर पार्क ..तो प्रिशा उसकी नाक पर टेप कर बोली आप जल्दी से ठीक हो जाओ ....मोसी आपको पार्क लेकर चलेगी फिर आप कितनी भी मस्ती करना कोई आपको मना नहीं करेगा ...

    तो चीकू एक्साइटेड हो चाहत से बोला मम्मा मैं मोसी के साथ पार्क जाऊ .....तो चाहत मुस्कराई उसके गाल पर हाथ रख बोली ...हां पर पहले जल्दी से ठीक हो जाओ ...फिर चले जाना ...तो वो उसके सिने लग बोला ......पर आप कही नही जाउगी ....चीकू जब भी सोता आप चली जाती चीकू को छोल कर ...

    तो चाहत बोली आज मम्मा कही नही जा रही .....तो प्रिशा बोली मेरा भी दे कम्प्लीट होने वाला तो मैं सोच रही थी घर के लिए कुछ सुपर मार्केट से समान ले आओ आज तू चीकू के पास ही तो चाहत पलके ज्प्काई ...तो प्रिशा उठ बोली ठीक है फिर मैं चलती हु ...ओह्ह हां ....

    तो चाहत बोली क्या हुआ तो प्रिशा उसके पास आ बोली ....कान खोल कर सुन ले .....उस नितिन का कॉल आया तो गलती से भी मत उठाना समझी तू ....तो चाहत उसे देखते हुए बोली क्यों क्या हुआ ....

    तो चाहत बोली क्या क्यों ..अब मुझे बताना पड़ेगा तुजे ..तू जानती भी है वो केसा है .....मेने उसे किसी लडकी के साथ देखा ....ओर तेरे सामने तना सीधा बनता है ....तो चाहत नॉर्मली बोली ...तुजे क्या लगता है मैं नितिन के बारे वो सब सोचती हु .....प्रिशा उसे देख बोली वो मैं जानती हु तेरी तरह से कुछ भी पर वो जेसे कोशिश करता है सच बोलू मेरा खून जलने लगता है उसे तो देखते मन करता ....साले को एसा मारू ......लायक नहीं रहेगा किसी लडकी के पास जाने के लिए ...

    तो चाहत के होठो पर मुस्करहट आ गयी वो बोली बस मेरी माँ .....थोडा शांत रख खुदको ....एसा कुछ नहीं होगा ...तो प्रिशा बोली वो तो मैं होने भी नहीं दुगी .....उसे तेरे आस पास भी ना भटकने दू .....मुझे अच्छे से पता है ...वो किस इरादे से तेरे आस पास मंडराता है ....एक तो तू इतनी खुबसूरत जिसमे उसकी गलती नहीं ...उपर इतनी भोली ...ये मुंबई शहर है मेडम यहा बच कर चलना होता है आपका हिमाचल का छोटा गाव नहीं ....

    तो चाहत नजरे चुराने लगी .....प्रिशा बोली हां वेसे तूने मुझे अपने गाव के बारे में तो बताया नहीं हिमचाल में कहा ....ओर कोई भी रहता है तेरा वहा ...तो चाहत अपनी नजरे चुराने लगी जेसे वो कुछ तो छिपा रही हो उससे ....वो सोचते हुए बोली वो ....मेरा वहा ......

    तो प्रिशा बोली हां तेरा .....तेरा पति के तालाक के बाद .....तू अपनी फेमली के साथ ही रहती होगी ना ....तो चाहत नजरे चुराते हुए बोली मेने तुजे बताया तो था ....मेरा अपना सिर्फ मेरी दादी माँ है ...

    तो प्रिशा बोली ओह्ह हां सॉरी ......पर वो अकेले रहती वहा ...क्यों ना उन्हें भी यही बुला ले ..तो चाहत नजरे चुराते हुए बोली नही वो यहा नहीं आ पाएगी ....मेने कहा था उन से पर वो गाव छोड़ नहीं सक्ति .....फिर उनकी तबियत भी कुछ ठीक नहीं रहती ना ...

    तो प्रिशा बोली ओह्ह अच्छा .....कोई ना जब चीकू ठीक हो जाएगा एक लम्बी छूती पर हम तुम्हरे गाव ही चलेगे ....तो चाहत के चहरे पर पसीना छा गया .....प्रिशा उठ बोली फिलहाल तो डोक्टर आहूजा के पास जाकर आई बातो बातो मैं भूल गयी उन्होंने मुझे बुलाया था ...अच्छा चलती हु मैं ....

    चाहत अपने आखे मीच ली मन ही मन .....ये क्या चाहत तूने प्रिशा से इतना सब झूठ क्यों कहा अगर उसे पता चला ....एसा कोई गाव है नहीं ...ओर मेरा शहर आने का मकसद कुछ ओर है .....तो वो काफी हर्ट होगी ....वो तुजे अपना मानती ओर मैं उससे झूठ .....

    पर क्या करू जब मैं खुद ही अपनी पहचान से अनजान हु तो क्या कहुगी उससे .....की मैं नहीं जानती आखिर मैं खुद कोन हु .....यहा तक मेरी पिछली जिन्दगी में हुआ क्या है ......पर मुझे कुछ याद क्यों नहीं !

    अब आगे -------------------------------------------

    केसा लगा ब्तौयेगा जरुर 



     

    जानना चाहते है ना आखिर चाहत का अतीत क्या है जिससे वो खुद अनजान है ?

    आखिर लूसिफर कोन है उस माक्स के पीछे के राज आखिर क्या है ?अब ये जॉन कोन है ?

    लूसिफर ओर टायगर ये सब आखिर कोन है हम अब तक बहुत कुछ नहीं जानते तो जानना चाहते तो कमेन्ट कीजिये please !

     

     

     

     

     

     

  • 10. Lusty desire of gangster - Chapter 10

    Words: 1697

    Estimated Reading Time: 11 min

    अब आगे -------------------------------

    हॉस्पिटल -----------------

    केबिन -------------------------------

    मिस प्रिशा .....उनके कुछ दुरी पर प्रिशा खड़ी थी उनके पास चल आ बोली जी डोक्टर ....तो mr शर्मा उसे देख  बोले ओह्ह सॉरी ....पर क्या तुम आज होस्पिटल ही रुक सक्ति हो ......

    तो प्रिशा उन्हें देख बोली क्यों क्या हुआ ...कोई इमरजेंसी है ......तो डोक्टर शर्मा उन्हें देख बोले कुछ एसा ही समझ लो तुम तो जानती हो आज संडे ...मोस्ट ऑफ स्टाफ अवेलेबल नहीं है ओर एम्जेंसी से अभी खबर आई ......एक केस आया है जो अभी क्रिटिकल कन्डीशन में है .....

    तो डोक्टर मेहरा को इस वक्त नर्स की जरूरत है ......तो मैं चाह रहा था अगर तुम चाहो तो मैं उन से कहू ..... वरना कोई   प्रोब्लम नहीं ..तो प्रिशा बोली ओह्ह बस ...इतनी बात को नहीं मैं चली जाउगी ....

    तो डोक्टर शर्मा मुस्करा बोले .....मुझे तुम से यही उम्मीद दी ....ठीक मैं उन से कह दुगा तुम उन्हें रिपोर्ट कर दो ......वो बस सर हिला दी ......

    वही बाहर कुछ ब्लेक गाडिया आकर रुकी .....उसमे से एक आदमी बाहर आया ......ब्लेक कपड़े पहने हुए .....जो इन्डियन नहीं ....वो पीछे आ गाडी का बेक डोर ओपन किया ....तो उसमे एक शख्स बाहर कदम रखा ......

    आखो पर ब्लेक शेड लगाये ...काफी ज्यदा हॉट पेर्सेंलेती ......ब्लेक कपड़े पहने हुए उसके आदमी उसके आस पास ..जो फोरेनर लग रहे थे ......वो शख्स अपने आखो से शेड हटाया .....

    तभी सामने होस्पिटल देख तिरछा मुस्कराया .....

    वही होस्पिटल एमर्जेसी वार्ड .......

    प्रिशा डोक्टर मेहरा के पास ....उनके केबिन में वो अपनी रिपोर्ट्स को जल्दी जल्दी पड़ते हुए इंस्ट्रक्शन देते हुए बोले ......रूम नम्बर ...22 के पेशंट को काफी निगरानी की जरूरत है ही इस क्रिटिकल .....तुम्हे खास ख्याल रखना है ....

    तो प्रिशा अपन डायरी में कुछ नोट करते हुए बोली जी डोक्टर .....तो वो उसे बोले ....फिलहाल मैं नोर्मल वार्ड में राउंड लेकर आ रहा हु जब तक तुम उन पेशंट को डोज देदो ओके ....

    तो प्रिशा मुस्करा बोला जी डोक्टर ......वो वहा से हाथ में एक ट्रे लिए .............रूम्स देखते हुए .....तभी एक रूम के आगे आकर रुकी ..अंदर चली आई ......

    वो कमरे में आ पेशंट के पास आई जो इस वक्त मशीनों में घिरे था ....प्रिशा ....उसे चेक करने लगी कुछ नोट करने लगी .....वो इंजेक्शन ले ....अब उस आदमी को लगाने को हुई .....तभी अचानक दरवाजा झटके से खुला वो पलट देखि तभी हेरान हुई ......

    अचानक कुछ आदमी ब्लेक कपड़े पहने वो आदमी अंदर चले आये ....वो हेरानी से देखि .....वो सबको देख बोली कोन हो तुम सब ओर इस तरह कहा चले आ रहे हो .....पर वो कुछ बोल नहीं रहे ......सीधे स्ट्रेट खड़े थे ....

    तो प्रिशा ये देख ....उनके पास आई ....गुस्से बोली सुनाई नहीं दे रहा क्या .....हो कोन तुम सब ....तभी उसके कानो में कुछ गिरने की आवाज आई तभी वो आदमी को देखि.....जो बेड पर अद्मरी हालत में था .....

    पर वो हेरान हुई ....वो आदमी उस हालत में काप रहा था ...आखे एस जेसे बाहर आने को हो उसकी ....ना जाने क्या देख लिया ...प्रिशा उसके देखने की दिशा में अपने पीछे पलट देखि .....तभी उसकी आखे सिकुड़ गयी ....

    वही शख्स जो कुछ देर पहले हम देख चुके है ...प्रिशा उसे निचे उपर देखि .....उसे देख उस आदमी की साँसे उपर निचे उठने लगी .....जेसे सामने यमराज को देख लिया हो ......

    वो शख्स उस आदमी को देख अजीब ही तरह मुस्कराया .....तो तभी प्रिशा उसके सामने आ चुटकी बजा बोली ओह्ह हेलो मिस्टर .....ये तुम्हे कोई मूवी सिन चलता दिखाई दे रहा जहा किसी हीरो की तरह खड़े होकर पोज दे रहे हो ....दिखाई नहीं दे रहा ये एक होस्पिटल है जहा तुम खड़े हो वो एक इमरजेंसी रूम जहा किसी भी आना अलाओ नहीं ......

    तो वो शख्स प्रिशा को एक नजर निचे उपर देख घूरते हुए बोला ओर तुम जानती हो इस वक्त किसके सामने खड़ी हो .....तो परीशा उसे घूरते हुए अपनी कमर पर हाथ रख बोली ओह्ह तो तुम कही के प्रेसिडेंट हो .....या किसी मूवी के एक्टर ...इनमे तुम चाहे कोई भी हो पर यहा आने की परमिशन किसी को भी नहीं ......तुंहरे ठीक पीछे यहा से जाने का दरवाजा है तुम अपने इन आदमियों लेकर जा सकते .....

    तो वो शख्स उसे घुर देखा .......तभी एक आदमी प्रिशा को बंदूक दिखा बोला No one is allowed to talk like this in front of the boss .तो प्रिशा बंदूक देख हेरान हुई .......तो वो शख्स को देखि तो वो शख्स तिरछा मुस्करा बोला अब शायद मुझे तुम से कुछ कहना ना पड़े ....यहा से जा सक्ति हो अगर तुम्हे अपनी जान प्यारी हो तो ...वो उसके बगल से निकलते हुए बोला वेसे भी आज मैं कुछ अच्छे मुड में हो तुम बच गयी .......

    तो प्रिशा हेरानी से देखती रह गयी वो शख्स ....उस आदमी के सामने आ तिरछा मुस्कराया उसका एक आदमी एक चेयर लगाया ...वो शख्स उस चेयर पर बेठ अपने एक पैर दूसरा पैर चड़ा बोला .....इसे क्या ख्याल है तुमारा इस होस्पिटल के बेड ....ओह्ह तुम मुझे यहा देख शोक हो गए ....अब मुझे तो आना ही था ....आखिर तुमने मुझे इतना बड़ा गिफ्ट जो दिया है .....

    तो वो आदमी इस वक्त बेड पर था उसकी तो आत्मा रो रही जेसे वो क्यों अभी समझ आ जाएगा .....वो शख्स अपनी बंदूक को देखते हुए बोला ....तुम अच्छे से जानते हो जॉन अपने साथ सिर्फ धोका ही बर्दाश नहीं करता .....

    तो वो आदमी कापते हुए जेसे कोशिश कर रहा उस ऑक्सीजन माक्स में भी बोलने की ....उसकी साँसे तो जॉन को देख ही फुल रही थी ....तो जॉन उसे देख बोला ओह्ह तो तुम मुझ से माफ़ी माँगना चाहते ओह्ह जेक ....मैं तुम्हे काफी समय से जानता तुम कितने बड़े कमीने हो .....

    फ्रिक मत करो मुझे तुम से यही उम्मीद थी .....चलो कुछ बात ही कर ली जाए क्या पता इसके बाद हम बात ना कर पाए वो उसका ऑक्सीजन माक्स उतार बोला ये सब बकवास क्या पहना ....वेसे भी ओर कितनी साँसे लेनी है तुम्हे .....

    उस आदमी की साँसे उपर निचे उठने लगी ...तभी प्रिशा उसके पास गुस्से बोली .....ये सब क्या है ....ओह्ह गॉड ....तो जॉन परीशा को घुर बोला ....तुम अभी तक गयी नहीं .....लगता है तुम्हे अपनी जान प्यारी नहीं .....

    तो प्रिशा पुरे गुस्से बोली बेवकूफ आदमी ...तुम्हे पता भी तुमने क्या किया ...ओर तुम्हे क्या लगता है मैं तुम से डरती हु ......तो जॉन उसे बड़े शांत भाव से बोला .....पहली बात कोई लडकी मुझ से इस तरह से बात करे ये मुझे बिलकुल पसंद नहीं तो अपनी आवाज निचे रखो .....ओर दूसरी ....

    तो प्रिशा गुस्से चिया बोली मैं यहा तुम्रारी बाते सुनने के लिए नहीं खड़ी ....तुम खुदको कुछ भी समझते होंगे .....पर ये होस्पिटल है ...समझे तुम ....

    वो उस आदमी की हालत खराब होते देख ..जल्दी से ऑक्सीजन माक्स उठा उसे पहना उसके सिने पर हाथ से दबाव डालते हुए बोली ओह्ह गॉड डोक्टर को बुलाना होगा ......

    तो जॉन चेयर से खड़ा हो बोला .....वेसे तुम्हे इतनी मेहनत करनी जरूरत नहीं है .....तो प्रिशा उसे गुस्से कुछ कहने को हुई तभी ....अपने कानो पर हाथ रख ली उसकी चख ही निकल गयी .....

    जॉन अपनी बंदूक से उस आदमी के सर पर ही शूट  कर दिया .....बड़े आराम से बोला .....इसलिए ....तो प्रिशा आखे फाड़े ये नजारा देखती रह गयी .....खून के छीटे उसके चहरे पर भी आ गए थे कुछ समय तक वो समझ ना पाई .....

    जॉन बड़े ही आराम से गन को रख बोला .....अपनी ये नोकरी अब छोड़ने के लिए तेयार हो जाओ मिस .....क्युकी तुम इस नोकरी के जरा भी लायक नहीं हो .......वो वहा से निकलने के लिए कदम बढाने को हुआ तभी प्रिशा उसके आगे आ तभी दरवाजा लगा दी .....

    जॉन उसे देखने लगा ....प्रिशा काप रही थी पर .....जॉन को गुस्से देख बोली .....तुम अब कही नही जा पाउगे .....क्या सोचा था मैं तुम से डर जाउगी ....तुम एक मडरर हो ...मैं तुम्हे यहा से भागने नहीं दुगी .....

    तो ये सुन जॉन के आदमी आगे आने लगे तभी जॉन उन्हें हाथ दिखा दिया .....जॉन प्रिशा को देख बोला ओह्ह तो तुम्हे लगता ......तुम मुझे पुलिस के हवाले करुगी ...

    तो प्रिशा उसे गुस्से देख बोली हां ओर सजा भी दिलाउगी तुमने एक आदमी जान ली है ....तो जॉन तिरछा मुस्कराया बोला ....ओर अगर इस कमरे से तुम कही बाहर जा नहीं पायी तो .....प्रिशा चुप सी पढ़ गयी ये क्या हो गया उससे ...उसे तो कमरे से बाहर होना चाहिए ......

    तो जॉन उसकी ओर कदम बढाया ....तो प्रिशा पीछे की ओर कदम बढ़ाई तभी उसका एक आदमी उस पर बंदूक तान लिया प्रिशा ....घबरा गयी .....जॉन उसके पास आ .....तो प्रिशा उसे गुस्से देखते हुए बोली वही रुक जाओ वरना .....

    तो जॉन तभी उसकी कलाई पकड़ उसे अपने करीब खीच लिया वो झटक पटाने लगी गुस्से बोली मैं तुम्हे मार डालुगी छोडो ....तो जॉन उसके गाल को दबोच बोला ...तुम्हे नहीं लगता काफी ज्यदा ही चलती है तुम्हरी जबान .....I can't tolerate this .

    तभी प्रिशा उठा घुटना उसके हिस्से पर दे मारी ....तभी प्रिशा से पकड छुट गयी .....प्रिशा बिना वक्त ग्वाय एक खीच कर तमाचा झड़ने को हुई .....तभी जॉन उसकी कलाई पकड़ तभी मरोड़ दिया ....

    जिससे उसकी आह निकल गयी ....तभी वो उसे अपने करीब खीच लिया जितने में प्रिशा की आखे हेरानी से फेल गयी जॉन उसके होठो को जबरदस्ती kiss करने लगा ....

    वो खुदको छुडाने की कोशिश करने लगी ....वो उसके होठो जेसे चबा जाएगा .....वो उसे कोशिश करती रही .......कुछ देर बीती ....वो साँसों के लिए बेकाबू सी हो गयी ....जॉन उसके होठो को छोड़ा .....उसे देखते हुए बोला ....बहोत गलत जगह वार किया है तुमने .....ये तो सिर्फ छोटी सी पनिशमेंट थी ....वरना तुम जानती भी नहीं तुम्हरे साथ क्या कुछ हो सकता है ...... 

    तो प्रिशा उसे देखि पहले तो वो अपनी साँसों को काबू नहीं कर पा रही उसके होटो से ब्लड आने लगा था ....वो उसे झटक अपने होठो को रुमाल से पोछते हुए बोला ......काफी अच्छा सबक तुम्हे मिल चूका है मिस ....

    वो तिरछा मुस्करा वहा से चला गया .....प्रिशा फर्श पर जा गिरी थी ....उसे जाता देखती रही गयी  तभी गुस्से बोली मैं तुम्हे छोदुगी नहीं ....!

    अब आगे ------------------------------

    जल्द ही दूसरा चेप्टर मिलेगा केसा लगा बताइयेगा जरुर ......

    आप सभी कमेन्ट नहीं कर रहे अरे सभी कीजिये ना .....






     

     

     

     

     

     

     

     

     

     

     

     

     

     

     

     

     

     

     

     

     

     

     

     

     

     
     
     
     
     
     
     
     
     
     
     
     
     
     
     
     
     
     
     

  • 11. Lusty desire of gangster - Chapter 11

    Words: 1805

    Estimated Reading Time: 11 min

    अब आगे --------------------------------------------------
    रात का वक्त ----------------------------------
    काफी बड़ी लग्जरी सी बिडिंग ....जिसकी टॉप फ्लोर पर .....जॉन ड्रिंक की सिप लेते हुए उस शहर के नजारे को देखते हुए एक लडकी जो इस वक्त बिकनी में ......उसके पीठ पर हाथ फेरते हुए बोली तुम चाहो तो मैं तुम्हरे लिए कुछ फन कर सक्ति हु .....
    तो जॉन शराब की सीप लेते हुए बोला .....नो थैंक्स ....मुझे इस वक्त अकेला पन चाहिए ......तो रोज उसकी ओर चहरा किये अपनी बेक रेलिंग से टिका बोली ....एसा भी क्या सोच रहे हो .....वो उसके सिने पर उस टेटू पर छुते हुए बोली .....कुछ तो है जिसे लेकर तुम टेन्स हो ......मुझे अनहि ब्ताउगे .....
    तो जॉन उसका हाथ पकड़ लिया निचे कर बोला मेरे साथ खेलने की कोशिश कर रही ये जानते हुए भी मैं आग हु ...तो रोज मुस्कराई उसके करीब आई अपनी कमर जॉन  से सता बोली पहले कुछ मजा कर लिया जाए ......
    तो जॉन उसके बालो में हाथ डाल बोला नो बेबी .....मैं आज इसके मुड में नहीं हु ......तो रोज उसके गालो पर हाथ रख होठो के करीब आते हुए बोली ....हुह्ह पर मैं बहोत इंट्रस्टेड हु .....kiss मी .......
    तो जॉन उसके होठो को देखने लगा .......रोज जॉन के होठो को kiss ही करने को हुई दोनों के होठ टच होने में थे तभी जॉन अपने होठो को फेर लिया शराब की सिप ले बोला अगर तेरा हो गया .....तो मेरा पीछा छोड़ ....
    तो रोज का मुह बन गया वो उसके सिने पर माँ बोली ...पूरी दुनिया की ओरत के साथ सो सकता है तू बस मेरे साथ नहीं ......साले क्या कमी है मुझ में .......मैं तेरी जरूरत पूरी नहीं कर सक्ति ......
    तो जोह्न पूरी शराब पि गया ....उसे घुर बोला अपनी बकवास समेट निकल यहा से ......तो रोज उसे घुरी बोली साले मेरी बाते तुजे हमेशा बकवास क्यों लगती बोल ना जानू मेरा क्यों नहीं हो सकता ......मैं तेरे बहोत प्यार करती है !
    तो जोह्न उसकी बातो कोई अहमियत ना देते हुए जाते हुए बोला ......ओर मेरे पास इन सब बकवास के लिए फ़ालतू वक्त नहीं ...तो रोज उसे घूरते हुए बोली हां ....जानती हु मैं तेरे पास किसके लिए वक्त है .....साली उन हराम ...के साथ रात गुजार लेता .......जब मैं पास आती है तभी तेरेको कांटे चुब्ते है !
    वही दूसरी ओर ----------------------
    गालिया देते हुए मिरर के आगे अपने होठो पर इस वक्त दवा लगाते हुए प्रिशा गुस्से बोली ......जान ले लूगी .....एक बार बस एक बार सामने आये ......वो इंसान ...वो हाथ में केंची लिए पिलो पर मारते हुए बोली उसने मेरे होठो की ये हालत की है मैं उसकी बोडी ये हालत कर दुगी .......
    तो चाहत की आवाज पढ़ी ....जो किचन में पानी बोयल करते हुए बोली तेरा गुस्सा देख कर लग रहा है तूने जाने केसे दिया उसे ....तो प्रिशा गुस्से में आग बगुला होते हुए बोली उसी बात का तो दुःख है पर देखना ....जिस दिन वो मेरे हाथ लगेगा .......ठीक इसी पिलो के जेसे उसका भी कचुब्म्ब्र बना दुगी उसका .............
    तो चाहतग्रीन टी बना उसके लिए ला बोली चल ले तेरी ग्रीन टी ....थोडा दिमांग शांत कर ...तो प्रिशा कप उठा सिप ले बोली thanku जान ....सच मेरा सर फट रहा था ......
    तो चाहत मुस्करा बोली ...थोडा आराम कर ले काफी दिनों से शिफ्ट ले रही है .....प्रिशा बोली हां वेसे केसा लग रहा है ...चीकू आज घर है ....तो चाहत मुस्कराई बोली thanku ...तो प्रिशा मुह बना बोलीफिर शुरू हो गयी .....
    देख डोक्टर राजवंश तो कल आ रहे है ......तो मेने डोक्टर शर्मा से बात की थी ..उन्होंने कहा चीकू की रिपोर्ट्स उन्होंने पहले ही डोक्टर राजवंश को देदी थी वो कल चीकू से ही मिलना चाहते है ....
    तो चाहत की आखो में चमक लोट आई वो बोली क्या सच ...तो प्रिशा बोली हां मेरी जान ...चल इस बात पर मुझे तेरे हाथो की खीर खानी ...तो चाहत मुस्करा बोली हां क्यों नहीं ...पर डोक्टर ....
    तो प्रिशा बोली अरे मेरी जान तू फ्रिक मत कर .....मैं हु ना तेरे लिए तो चाहत उसका हाथ पकड़ बोली thanku .....तो प्रिशा उसे घुरी तो चाहत अपनी नमी छिपाते हुए बोली वो सॉरी ....
    तो प्रिशा उठ बोली ओह्ह गॉड तू नहीं सुधर सक्ति मैं तो चली सोने ...बाय बाय मेरी जान ...तो चाहत मुस्करा बोली ....तू वंश को अवॉयड क्यों कर रही है ......
    तो प्रिशा उसे देखने लगी ...तो चाहत उसे देख बोली ......सच सच बता क्या चल रहा है ...तो प्रिशा नजरे चुराने लगी .......चाहत उसके पास आ उसके सिने पर टेप कर बोली ओह्ह तो दिल की बात है ..तो प्रिशा कुछ शर्मा गयी ......
    तो चाहत हाथ बाँध बोली ओह्ह तो मैं सही हु .....तो प्रिशा मुह बनाई बोली .....हां तो क्या ही हो गया ...वो कोन सा मुझे देखता है .....देखा नहीं केसे उस टीना से मुस्करा कर बात कर रहा था ....
    तो चाहत बोली ....अच्छा तो तुजे जेलसी हुई तो प्रिशा मुह बनाई ....तो चाहत बोली तो तू कह क्यों नहीं देती उससे .....तो प्रिशा नही बिलकुल नहीं तू तो जानती है मेरा वसूल अगर शादी करुगी तो उसी से जो पहले मुझे प्रपोज करेगा ....
    तो चाहत ना में सर हिला बोली ओह्ह तो मेडम ज रह जाइए इसी इंजतार में ...तो प्रिशा बोली हां कर रही हु ना वंश का इंजतार हुह्ह वो करेगा ना मुझे प्रपोज ....तो चाहत मुस्कराई बोली हा करेगा ....ओर तुज से शादी भी ....
    तो प्रिशा मुस्कराई ....जाते हुए बोली ठीक जानू गुड नाईट मैं तो चली बड़े अच्छे अच्छे सपने लेने .....तो चाहत ना में सर हिलाई .....अब चल अपने कमरे में आई ....अब चीकू के पास आई जो सो चूका था ...
    वो उसे कवर कर .....प्यार से सर पर चूमी .....बेड पर अब लेट गयी .....एक तक सीलिंग देखने लगी .......देखते देखते वो अपनी आखे बंद कर ली ..कुछ देर बीती .....
    उसकी ख्यालो में एक अजीब से परछाई सी नजर आई ......एक शख्स ...ब्लेक कपड़े पहने हुए चहरे पर अजीब सा माक्स ......ये सोचते सोचते उसके चहरे पर पसीने की बुँदे छाने लाई ...वो शख्स एक लडकी को जबरदसती खीचते हुए ले जा रहा था .......
    वो लडकी काफी रो रही थी ...काफी छोटी कम ही उम्र ......महज कुछ 16 के आस पास नजर आ रही थी .....बहोत ही मासूम सी वो लडकी .....जो बहोत रो रही थी ..........एक अँधेरा भरा कमरा ....
    जिसमे अब उस छोटी लडकी दिखाई देना भी बंद कर दिया .....
    वो कमरा देख चाहत की साँसे बहोत फूलने लगी ...पसीना ही पसीना छा गया चहरे पर ....वो लडकी उस अँधेरे में रोते हुए बोली पापा .....पापा आप कहा हो .......आस पास उस अँधेरे में देखते हुए बोली .....पापा ....
    तभी उसके कानो में सिटी बजाने की आवाज पढ़ी ........तो वो आस पास देखने लगी किसी कदमो की आहट उसकी ओर बढने लगी .....तो वो लडकी डरते हुए पीछे खिसकते हुए बोली कोन कोन है ....
    तो वो शख्स उसकी ओर बढ़ते हुए बोला तुंहरे पापा अब तुम्हे कभी नहीं मिल सकते .......तो वो लडकी हेरानी से बोली क्या ...आप आप कोन है .....
    तो वो शख्स  उसके ओर करीब आया बोला मेरी पहचान जान कर क्या करोगी जान ......तो वो लडकी डरते हुए बोली आप मुझे जाने दो ना .....मुझे पापा के पास जाना है ......तो वो शख्स हाथ उठाया उसके चहरे पर फेरते हुए बोला .....वो तो अब नहीं हो सकता ..जाती हो तुम अभी किस के पास हो ...
    तो वो लडकी सिसकते हुए बोली नहीं पता ....मुझे यहा डर लग रहा है ......तो वो शख्स उसे देखते हुए बोला ओह्ह तो तुम्हे डर लग रहा है ......वही तो जरुरी है बेबी .....तुम्हे कभी गेम खेला है .....
    तो वो लडकी बोली कोनसा गेम ....तो वो शख्स तिरछा मुस्कराया उसकी मासूमियत को उस डिम लाइट में देखते हुए बोला .......तुम्हारा नाम क्या है .....तो वो लडकी अपनी नम आखे उसे देखते हुए हालाकि उस शख्स का चहरा माक्स से ढका था ...बोली ...जूही .....
    तो वो शख्स उसके होठो को अपने उंगलियों से मलते हुए बोला तो जूही मैं तुम्हरे साथ एक गेम खेलुगा ....तुम्हे बस मेरा साथ देना है दोगी ना ......तो जूही डरी सिसकते हुए बोली मुझे जाने दो ......
    तो वो शख्स उसके पहने कपड़ो में अंदर हाथ डालते हुए बोला वेरी सॉफ्ट .......ओह्ह काश तुम थोड़ी बड़ी होती .....तो जूही  रोने लगी .....तो वो शख्स उसके गालो को दबोच बोला नो बेबी .मेरा साथ दो ......तुंहरे पापा हमारा ये गेम देखेगे तो उन्हें लगना चाहिए ना हम दोनों इंजॉय कर रहे है .....
    तो जूही रोने लगी ......वो शख्स उसे दीवार से लगा दिया ......एक ओर देख तिरछा मुस्कराया उस ओर देखते हुए वो जटके से जूही के कपड़ो को उसके बदन से अलग कर दिया .....
    तो जूही का रोना बड गया .....वो खुदको कवर करने लगी ....तो वो शख्स उसके हाथ को सर से उपर ले जा अपने एक हाथ में पकड .....उसके सिने पर हाथ रख बोला ......नो बेबी ......अभी स्टार्ट कहा हुआ ....अभी तो तुम्हरे उस बाप को बहोत कुछ देखना है ....
    जूही जोर जोर रोते हुए बोली पापा .....वो शख्स उसके बचे कपड़े भी बटन से फाड़ फेका .......अपने कठोर हाथ उसके नाजुक हिस्से पर ले जा हरकत करते हुए बोला ओर चिलाओ ......
    तो जूही रोते हुए बोली पापा हेल्प मी .......जेसे वो शख्स उसकी उन चीखो का आनन्द ले रहा था ........जूही के हाथो को वो कुठे से बाँध दिया वो खुदको छुडाने की कोशिश करने लगी ......
    वो शख्स अपने एक हाथ से अपनी पेंट की जीप खोल ......तभी जूही जोर से दर्द से चीलाई .......जेसे चाहत उठ बेठ गयी .....भारी भारी साँसे लेने लगी ....उसका चहरा आसुओ से भरा था यानी वो नींद में रो रही थी ......
    वो आस पास देखि ....तभी सिकुड़ सी गयी ......वो लडकी .......ओर वो शख्स ......ना जाने क्यों उसके सपनों में आते है .....आखिर वो लडकी ....कोन है ...खुदको उस लडकी में हर बार क्यों वो महसूस करती है ......
    ओर वो शख्स जिसका चहरे पर माक्स .....
    वो अपना चहरा पोछी ......तभी उठ अलमीरा के पास आई उसे खोली ...अपने सामन में कुछ निकाली ......एक लोकेट .....वो उसे देखने लगी .....ना जाने क्या राज एस है जिसे वो जानने के लिए मुंबई आई थी ......
    क्यों उसे कुछ याद नहीं आखिर आज से चार साल पहले की जिन्दगी उसकी थी केसी.....खुदको अनजान जगह पाया ......पर जब होश आया सिर्फ उसका बच्चा था उसके पास ....
    पर ना जाने इस दुनिया में उसे कोई तो एसा मिले जो उसे उसकी पहचान से मिलवाये .......वो खुदको मिरर में देख ....बोली ...चाहत तू ये नहीं भूल सक्ति तुजे उस इंसान तक पहुचना है ......वो माक्स वाला शख्स आखिर कोन है ....क्यों आता है मेरे सपनों ......ओर वो लडकी ......
    अब आगे --------------------------------------------
    आखिर क्या जानना चाहती है चाहत ...?
    आखिर वो माक्स वाला शख्स है कोन ?
    केसा लगा बताइयेगा जरुर ?
    क्या आपको कहानी इन्त्रस्तिंग लग रही है ?
    क्या स्टोरी में सस्पेंस नजर आ रहा है ...
    अगर हां तो थोडा वेट कीजिये धीरे धीरे सब सामने आने लगेगा ....

     
     
     
     
     
     
     
     
     
     
     
     
     
     
     
     
     
     
     
     
     
     
     
     
     
     
     
     
     
     
     
     
     
     
     
     
     
     
     
     
     
     
     
     
     
     
     
     
     
     
     
     
     
     
     
     
     
     
     

  • 12. Lusty desire of gangster - Chapter 12

    Words: 1801

    Estimated Reading Time: 11 min

    अब आगे ------------------------------------

    होस्पिटल -----------------------

    चाहत एक केबिन के सामने ....अंदर ही अंदर काफी घबराहट लिए .......तभी प्रिशा बाहर आई ....चाहत से बोली .. तू अभी तक यहा खड़ी चल ....तो चाहत उसे देख बोली सब ठीक तो होगा ना ...

    तो प्रिशा बोली ओह्हो इतना क्यों सोच रही है सब अच्छा होगा ...पहले डोक्टर से मिल तो ले ......वो तुज से मिलना चाहते अब चीकू के लिए तुजे ही बात करनी होगी ना ...

    तो चाहत सर हिलाई ..वो प्रिशा के साथ उस केबिन में दाखिल हुई ....तभी कानो में किसी आवाज पढ़ी ..वो दोनों उस ओर देखने लगे .....एक शख्स जो  इस वक्त पीठ किये ......विंडो की ओर चहरा किये किसी से कॉल पर बात करते हुए कह रहा था .....

    दादा जी आप फिर से वही बात लेकर बेठ गए ......हम होस्पिटल आये हुए है .....हमे अपने काम पर ध्यान देने दीजिये ....अब फिर से वही जिद्द ......लेकर बेठ गए है ......हम यहा सिर्फ कुछ दिन के लिए ही आये है .....आप तो जानते है ना हमारे पास इन सब के लिए वक्त नहीं .....

    अच्छा ठीक है हम बाद में बात करेगे आप से .....वो कॉल कट कर ना में सर हिलाया जेसे पलटा कुछ कहने को पर जेसे उसके शब्द उसके होटो से निकल ना पाए ...............जेसे ही उसकी नजर चाहत से टकराई ........

    वो चाहत को देखना ही रह गया हो जेसे ..चाहत उसे देख रही थी .....काफी  handsome .....ओर atractive जेसे कोई जेंटलमेन .........चाहत प्रिशा को देखि ...तो प्रिशा उस शख्स से बोली डोक्टर अगस्त्य .....तो अगस्त्य का ध्यान टुटा ........

    प्रिशा बोली ये चाहत .....रियांश की मम्मा .....तो अगस्त्य को हेरानी हुई वो चाहत को देखा .....चाहत उसे देख नम आखो से बोली सब ठीक तो हो जाएगा मेरा चीकू ठीक हो सकता है क्या डोक्टर ....

    उसे इस तरह देख अगस्त्य पानी बड़ा बोला रिलेक्स ....पहले लो पानी पियो आओ बेठो .....तो चाहत चेयर पर बेठी ....तो अगस्त्य चाहत को ही देख रहा था वो अपनी चेयर पर बेठ बोला तो आप रियांश की मम्मा है तो चाहत सर हिला बोली जी ....

    तो वो उसके भाव कुछ बदले .....जेसे वो कुछ नाखुश सा हुआ .......क्युकी अभी ही कुछ पल में तो चाहत की ओर देखते ही आकर्षित हुआ था .......जेसे उसने आज तक पहली बार ये महसूस किया हो वो भी पहली बार फिर इस तरह .....उम्मीद टूट सी गयी ......

    वो बोला वेसे ये प्रोब्लमकब से शुरू हुई .....जन्म से ही ..

    तो चाहत ना में सर हिलाई बोली नही जन्म से तो नहीं कुछ महीनो से इससे पहले तो एसा कभी कुछ नही हुआ .....वो सोचने लगी ....आगस्त्य रिपोट्र्स देखते हुए बोला हमने रिपोट्र्स पढ़ी है ......तभी चाहत बोली तो सब ठीक तो है ना डोक्टर .....

    आगस्त्य उसे देखने लगा चाहत नम आखो लिए बोली चीकू को कुछ होगा नहीं .....प्रिशा चाहत को सम्भाल बोली चाहत जा तू चीकू रो रहा होगा ना ...तो चाहत अपने आसू पोछी ..सर हिलाई ..वो उठ वहा से चली गयी ......

    आगस्त्य उसे देखता रहा ......प्रिशा आगस्त्य्स से बोली डोक्टर सब ठीक तो है ....तो आगस्त्य उसे देख बोला वेसे अभी कुछ कहा तो नहीं जा सकता ......लगता है हार्ट सर्जरी करनी होगी ....

    तो प्रिशा उसे देख बोली ....हर्ट सर्जरी .....तो आगस्त्य सर हिला बोला एक वही रास्ता है पर पर हम सर्जरी युही नही कर सकते ......रियांश को निगरानी में रखना होगा !

    तो प्रिशा बोली ठीक है मैं चाहत से इस बारे में बात करुगी ...तो आगस्त्य बोला जी .....प्रिशा उठ चली गयी आगस्त्य वो रिपोट्स देखा ......जिसमे चाहत का नाम लिखा था ....वो सोचते हुए बोला चाहत ......!

    वही चीकू रो रहा था चाहत उसे सम्भाल रही थी चीकू रोते हुए बोला मम्मा चीकू को नहीं रहना ....तो चाहत उसे बोली बच्चा मम्मा की बातो सुनो तो सही बच्चा मम्मा आपको यहा छोड़ कर नहीं जायेगी .....

    तो वो बहोत रोने लगा ....तो चाहत उसे अपने सिने से लगा बोली बस बच्चा ठीक हम चल रहे है यहा से बस रोना बंद करो ....वो उसके सिने से चिपक गया जेसे वो उसे चाह कर भी दूर ना कर पाए ....

    वो प्रिशा को देखि तो प्रिशा पलके जपका दी ......चाहत चीकू के  बालो पर हाथ फेर बोली अच्छा बताओ चीकू कोंसी आइस क्रीम खायेगा ....तो चीकू न्माखो से उसे देख बोला आप चीकू को उल्लू बना रही है ना .....

    तो प्रिशा आ बोली अरे कोन है जो चीकू को उल्लू बनाएगा भला आप तो मेरे स्मार्ट बॉय हो ना ...वो डेशिंग वाले ...वो उसे गोद में ले बोली चलो आज आइस क्रीम पार्टी करते है !

    तो चीकू बोला येह्ह्ह आज चुकी दो दो आईस क्रीम खायेगा हां ....तो प्रिशा उसके गाल खीच बोली ओके मेरे काजू ....तो चाहत उन दोनों को देख मुस्करा दी ......तो प्रिशा चीकू लिए बोली चलो मम्मा से कहो आ जाए हम तो चले ....तो चीकू बहोत खुश हो गया ...

    तो चाहत अपना पर्स उठा उन दोनों के पीछे आते ...प्रिशा चीकू को ले चली गयी ....तभी चाहत अचानक किसी से टकरा गयी ......तभी वो सामने वाला उसकी कमर को थाम लिया ....

    तो चाहत हेरानी से देखने लगी .....वो शख्स ओर कोई नहीं जिससे वो टकराई थी ....आगस्त्य ...चाहत की कमर थाम लिया आगस्त्य चाहत को देखने लगा ......चाहत उसे हेरानी से देखने लगी .... प्रिशा जो कुछ दुरी चली थी पीछे पलट कुछ कहने को हुई तभी उसकी नजर उन दोनों पर पढ़ गयी .....

    चीकू बोला फिर क्या हुआ मोसी .....तो प्रिशा मुस्करा बोली फिर आओ बताती हु ......चाहत जल्दी से खड़ी हो गयी ...तो आगस्त्य का ध्यान टुटा .....वो हाथ पीछे ले बोला आई एम् सॉरी वो हमे ....

    तो चाहत हडबडाते हुए बोली माफ़ कीजियेगा डोक्टर वो मेने देखा नहीं ..सॉरी ...तो आगस्त्य बोला कोई बात नहीं ना गलती हमारी थी ना आपकी ....तो चाहत कुछ ना बोली उसे कुछ समझ ना आया वो बस सर हिला बोली वो हम चलते है ....

    वो उसके बगल से निकल चली गयी ......आगस्त्य उसे देखता रहा ......

    चाहत लिफ्ट की ओर आई ....अपनी घड़ी में समय देखने लगी .....जेसे सामने लिफ्ट खुली .....वो सर उठाई ...देखते ही उसके भाव हेरानी में बदल गए .....

    वही दूसरी ओर प्रिशा ......चीकू को लिए अपनी स्कूटी पर ......चीकू आगे खड़ा हुआ .....मोसी मम्मा अभी तक आई क्यों नहीं .....तो प्रिशा लगता है मम्मा को टाइम लगेगा क्यों ना हम जब तक आईस क्रीम खा ले ....चलो मम्मा होगी ना तो आपको दो नहीं खाने देगी .....

    तो चीकू बोला पर आप मम्मा से कहोगी नही ना तो प्रिशा बोली ये सिर्फ चीकू ओर मोसी के बीच की बात है ....मैं क्यों कहुगी मम्मा से ....तो चीकू बोला फिल ठीक है !

    वो जेसे ही स्कूटी स्टार्ट की जेसे एक सामने से गाडी आती देख ..प्रिशा रुक गयी ....चीकू बोला क्या हुआ मोसी ...तो प्रिशा का ध्यान टुटा बोली हां ...जेसे किसी लडके की आवाज पढ़ी ....येह्ह प्रिशा .....

    तो प्रिशा हडबडा गयी ......एक लड़का जो काफी चार्मिंग तो लग रहा था ....वो उसी गाडी से बाहर निकल बोला आज इतनी जल्दी कही जा रही हो क्या अरे वाह चेम भी साथ ....

    तो प्रिशा अपने बालो ठीक कर उसे शर्म से देखते हुए बोली वो वंश तुम .....हां वो मैं चीकू के साथ बाहर जा रही थी ....तो वंश उसे देख बोला अरे वाह ये तो काफी अच्छा आइडिया है .....वेसे कहा जाने का प्लान है .....

    तो प्रिशा उसे देखते हुए बोली वो तभी चीकू बोला मोसी मुझे आइस क्रीम खिलाने ले जा रही है ......प्रिशा मुस्करा बोली हां काफी जिद्द कर रहा था तो ....तो वंश उसे देख बोला ओह्ह अगर तुम्हे बुरा ना लगे तो क्या मैं भी तुम दोनों की मिनी सी पार्टी को जॉइन कर सकता हु .....

    तो प्रिशा हेरान हुई बोली क्या ..तो चीकू बोला आप भी चलोगे ....तो वंश प्रिशा को देख बोला चल सकते है तप प्रिशा हडबडा गयी बोली जी ...वो ..मैं ...हां क्यों नहीं तो वंश चीकू को गोद में ले बोला ये हुई ना बाथ आज चेम वंश के साथ ....

    तो प्रिशा के गल जलने लगे ...मन ही मन लड्डू फूटने लगे ....वाह्ह प्रिशा ये भगवान आज कहा से इतने प्रसन हो गए तुज पर ...आज मेरा व्संह खुद मेरे पास हुह्ह्ह .....

    वो अपने अंदर के अरमा को अंदर दबाते हुए पीछे बेठने लगी ....तो वंश उसके लिए आगे का दरवाजा खोल बोला अब मैं इतना तो बुरा नहीं तुम्हे पीछेबेठना पड़े ....

    तो प्रिशा तो अंदर ही अंदर लड्डू फुट रहे ..वो आगे आकर बेठ गयी बोली थैंक्स ....वंश अपनी सीट पर आकर बेठ गया ...प्रिशा बड़े मैनर्स से बेठे हुए मन ही मन प्रिशा नो एसी कोई हरकत मत करना जिससे तेरे वंश के सामने तेरी बेइज्जती हो जाए पर क्या करू इतनी इज्जत तो कभी मिली नहीं ...

    वंश उसे देखा तो वो वो मुस्करा दी ....वंश मुस्करा बोला काफी बदली सी लग रही हो ...तो प्रिशा अपने बालो को आगे की .....अपनी आखो को टीम तिमाने लगी .....वो उसे नोटिस करे .....

    तो वंश चीकू से बोला वेसे चेम क्या खाउगे आइस क्रीम के अलावा .....तो प्रिशा बोली नहीं नहीं ...वंश डोक्टर ने मना किया है .....तो वंश बोला अच्छा एसी बात है .....

    तो प्रिशा तो अपनी उंगलियों आपने उल्जाने लगी .....काश आज कुछ बात बन जाए .......

    वही दूसरी ओर ------------------------------------

    एक बड़ी सी होटल -----

    जिसमे होटल रूम में शायद कोई मीटिंग चल रही थी .........रोज एक पेसो की बेग लाकर टेबल पर खोल दी ...तो वो आदमी वो बेग देख ....सामने उस शख्स यानी जॉन को देखे ....

    जो सिगरेट के कश ले रहा था ......रोज जो इस वक्त काफी हॉट लग रही थी  .....जॉन के हाथ से सिगरेट ले अपने होठो से लगा उसके कश लेते हुए सामने बेठे उन दो आदमियों को देख बोली .....ये सिर्फ एक चोथाई है इसकी तीन चोथाई तुंहरे अकाउंट में पंहुचा दी जायेगी ....

    पर उसके बदले तुम्हे अपुन का काम करना होगा ......तो वो दोनों आदमी एक दुसरे को देखे ....रोज को देख बोले हमे करना क्या होगा .....तो रोज मुस्कराई सिगरेट के कश लेते हुए विंडो की ओर चली गयी ......

    सामने बेठे जॉन को देखने लगे ....वो जॉन उन दोनों को देखते हुए बोला सूना है आज रात एक जहाज यहा से .....टर्की ट्रांसपोर्ट हो रहा है ....तो वो दोनों एक दुसरे को देखे ....तो जॉन बोला ओर उस जहाज में क्या है ये मैं बहोत अच्छे से जानता हु .....

    तो वो दोनों उसे देख बोले हमारा क्या काम है ...तो जॉन उन दोनों को देख बोला .....वो उस जहाज तक पहुचाना ......तो वो दोनों एक दुसरे को देखने लगे ......

    तो वो आदमी बेग को उठा जॉन से बोला समझो हो गया ....तो जॉन के होठो पर मुस्कराहट आ गयी .....रोज उसे देख मुस्कराई !

    अब आगे -------------------------------------

    आखिर चल क्या रहा है ?

    चाहत वो भाव क्या है ?

    क्या आगस्त्य का चाहत की जिन्दगी से यु टकराना इतिफाक है ?

    क्या कुछ होने वाला ये तो आप सभी के पढने से ही पता चलेगा !


     

     

     

     

     

     

     

     

     

     

     

     

     

     

     

     

     

     

     

     

     

     

     

     

     

     

     

     

     

     

     

     

     
     

  • 13. Lusty desire of gangster - Chapter 13

    Words: 3052

    Estimated Reading Time: 19 min

    अब आगे

    कदमों की आहट कानो मैं पड़ी .... किसी के जो धीरे धीरे बढ़ रही थी वैसे वैसे उसमें हलचल होने लगी तभी अचानक जैसे वो आवाज बंद हुई वैसे ही

    अचानक ठंडा पानी गिरा की वो पूरी झुन्झुरा गई सांस लेना ही भूल गई मानो....कुछ दिखाई ना दे रहा आंखों पर पट्टी कुछ दिखाई नहीं दे रहा है  वो आस पास देखने की कोशिश करने लगी ........घबरा इतना गयी थी उसकी साँसे फुल सी गयी थी ...

    उसके कानो में आवाज पढ़ी .........बिलकुल इसी तरह .......तो चाहत उस आवाज की दिशा में देखि ....वो आगे बोला इसी तरह सबकी हालत होती जो कोई भी यहा आता है मेरी जान ....

    तो चाहत ठंडी सी पढ़ गयी ......वो शख्स आगे बोला जानना चाहती हो इस वक्त कहा हो ....तो चाहत ह्ल्काते हुए बोली ...........मैं....मैं कहा हु ....तो वो शख्स के कदमो की आहट अब उसकी ओर बड्ती हुई महसूस हुई ...

    तो चाहत चेयर को पकड़ ली ......वो शख्स उसके करीब आते हुए बोला ....इस वक्त तुम एसी जगह का जहा पहुचने वाले का अंश तक खत्म कर दिया जाता है ....तो चाहत की पकड चेयर पर कस गयी वो आखिर है कहा ....यहा पहुची केसे .....

    वो शख्स उसे देखते हुए तभी उसका गालो दबोच चहरा उपर उठाया तो चाहत काप सी गयी .......वो उसके गालो को दबोचे हुए सख्त आवाज में बोला .....तुम जानती हो आखिर तुम क्यों यहा हो ....

    चाहत के आखो से आसू गिरने लगे ....जेसे ही ओ उसकी आखो से पट्टी खीच लिया वो अपनी आखे कस के बंद कर ली वो शख्स उसे काफी कठोर आखो से देखते हुए बोला .....यु चिट मी ......!

    तो चाहत अपनी आखे मिचे थी ......वो शख्स उस पर जुकते हुए उसके गाल दबोचे हुए बोला तुमने मेरे साथ धोक्का करने की हिम्मत भी केसे की सिली गर्ल ......तो चाहत सिसकते हुए धीरे अपनी आखे खोल उसे देखि जेसे जेसे उसकी आखे बड़ी हो गयी .....क्युकी वो चहरा वो जानती है ....

    वो शख्स जो सामने था वो टायगर था .............चाहत के बालो सख्ती से पकड़ बोला तुम्हे मैं बेवकूफ नजर आता हु जान ......तो चाहत फफक पड़ी ......फिर से इसी शख्स के पास केसे पहुच गयी वो .......

    टायगर उसे चेयर पर धकेल दिया गुस्से उसकी चेयर को एक लात दे मारा वो चेयर समय पीछे खिसक गयी गिरते गिरते बची हेरानी लिए टायगर को देखने लगी .......

    इस वक्त चारो ओर कुछ दिखाई ना दे रहा था बस एक स्पॉट लाइट जल रही थी .......वो काप रही थी .....टायगर जो इस वक्त काफी ज्यदा डार्क वाईब दे रहा था ....उसे काफी कठोर आखो से देखते हुए बोला तुमने मुझे बेवकूफ बनाया की तुम एक वर्जिन हो ......

    तो चाहत की आखे बड़ी हो गयी .....टायगर उसे ही देखते हुए बोला ये नहीं करना चाहिए जान ......बहोत बड़ी गलती की है तुमने ...अब सजा तो मिलेगी ........

    तो चाहत ना में सर हिलाई कोशिश करते हुए बोली नही एसा नही ...please मेरी बात सुनिए ........तो टायगर उसके पास उसका गला पकड़ उसे खड़ा कर दिया बोला वही तो नही सुननी है ...तुम्हारी कोई बकवास में मुझे कोई इंट्रस्ट नहीं .....तुमने टायगर के साथ चिन्टिंग की .....

    तो चाहत ना में सर हिलाने लगी वो समझ नही पा रही वो अपन बात किस तरह उसे समझाये ..की उसने सिर्फ अपनी मजबूरी के चलते किया ......टायगर उसके गले को पके अपने करीब खीच लिया उसकी आखो में देखते हुए बोला आई हेट चिटर .....ओर अगर कोई मेरे साथ चीटिंग करने के बारे में सोचता भी तो टायगर उसके साथ ये करता है .........

    वो उसे जमीन पर धकेल मारा वो बेचारी जा गिरी ......पर जेसे हाफ्ने लगी अपने हाथ में उसे अजीब सा महसूस हुआ वो अपने हाथ को देखि ....उसकी आखे जेसे बाहर आने को ...उस दिशा में सर उठाई जेसे उसकी चीख निकल गयी ......

    सामने का मंजर था ही कुछ एसा .....वो बेचारी पूरी हिल सी गयी .....जेसे जेसे दूसरी ओर देखि उसकी फिर से चीख निकल गयी वो जमीन पर बेठे उससे खड़ा तक नही हो जा रहा ......

    आखिर हुआ क्या ....क्युकी हर तरह खून ही खून ........काफी दुर्दशा में इंसानों के शरीर लटके हुए ना जाने उनके साथ क्या कुछ किया गया ....यहा तक ये मालुम ना हो रहा था वो आखिर है क्या .......

    वो सब अपने चारो को देख देख नही पा रही थी ...उसके कानो में टायगर की आवाज पढ़ी ...वेलकम बेबी .... तुंहरा इस हेल में स्वागत है .......तो चाहत जेसे पलट उसे हेरानी लिए देखि ....

    जो इस वक्त एक चेयर पर बड़े ही आराम से सिगरेट के कश ले रहा था .....चाहत आस पास वो सब गंदा सा देख ...बहोत ही काप रही थी ...टायगर उसे देख बोला क्या हुआ .....ये सोच रही आखिर ये लोग है कोन .....चाहत उसे काफी डरी हुई हालत में देखने लगी ......

    तो टायगर सिगरेट के कश लेते उए बोला ......ये अदालत लूसिफर की है तो यहा सिर्फ वही आता है जो गुनाह करता है ........ठीक उसी तरह मोत के घाट उतार दिया जाता है ...तो केसी लगी तुम्हे ये हेल ........

    तो चाहत धीरे धीरे सिसकने लगी .....वो इस वक्त सबसे डरावनी जगह थी .........वो सब देखा नहीं जा रहा था उससे वो खड़ी हो अपने हाथो को जोड़ रोते हुए उसके पेरो में आकर गिरी रोते हुए बोली please मुझे माफ़ कर दो ......please मेरी बात समझने की कोशिश करो जो मेने किया वो मेरी मजबूरी थी सच ......

    तो टायगर देख कुछ पल में अपने भाव बदल लिया चाहत को देख बोला ....ओह्ह जान काश तुमने ये गलती ना की होती पर अब की है तो सझा तो मिलेगी ना .....तो चाहत रोने लगी ...टायगर उसकी बाह पकड़े उसे अपने करीब खीच बोला .......वेसे तुमने बताया नहीं ......तुम एक बच्चे की माँ हो ......

    तो चाहत के भाव हेरानी में बदल गए इसका मतलब टायगर जान चूका है उसके बच्चे के बारे में .......तो टायगर उसकी आखो के अंदर बसे खोफ को देखते हुए बोला ....ओह्ह तो तुम्हे मुझ से डर लग रहा है ...

    तो चाहत फफक पड़ी रोते हुए बोली please नही ....उसे ..... उसे कुछ मत करना .....please ...तो टायगर तिरछा मुस्कराया ....तुम्हे तो खुश होना चाहिए .....तुंहरे सामने इस वक्त लूसिफर नहीं है वरना क्या होता जानती हो ....वो एक नजर चारो ओर वो सब देखा ....

    चाहती उसकी बात को समझ ही ना में सर हिला रोने लगी ......तो टायगर उसके गाल को दबोच बोला ....चुप ...आई हेट टियर्स ......मुझे रोनो वालो से सख्त नफरत है ......तो पहले अपने ये आसू पोछो ...जो मुझे इरितेड कर रहे है ....

    तो चाहत अपने आसू पोछते हुए सिसकते हुए बोली please मेरे बच्चे को कुछ मत करना ....तुम जो कहोगे मैं करने को तेयार हु please कुछ मत करना ....please ......

    तो टायगर सिगरेट के कश लेते हुए बोला तो तुम चाहती हो मैं ये बात लूसिफर तक ना पहुचने दू ......तो चाहत उसे देखने लगी ......टायगर उसकी कमर में हाथ डाल अपने करीब खीच बोला उसके बेहद करीबी से उसकी आखो में देखते हुए बोला तो तुम्हे मेरी बात माननी होगी ......तुम जब तक यहा से नही जा सक्ति जब तक मैं नही चाहता .....

    तो चाहत सिसकते हुए कोशिश कर बोली ....मेरे बच्चे को कुछ मत करना ......जेसे टायगर उसे अपनी बाहों में उठा लिया अब तुम्हे सिर्फ मुझे खुश करने बारे में सोचना चाहिए डालिंग .......अगर नही चाहती लूसिफर एसा कुछ करे तुंहरे बच्चे के साथ तो टायगर को खुश रखो .....

    तो चाहत घुटी सी सिसकने लगी वो जगह देख उसका जी घबराने लगा था ...टायगर उसे अपनी बाहों में लिए वहा से एक दीवार की ओर आया जहा एक बटन प्रेस किया जेसे चाहत हेरानी से देखने लगी वो दीवार दरवाजे में तब्दील हो गयी 

    टायगर उसे बाहों में लिए वो सीडिया चढने लगा  ......वहा से एक बड़े से कमरे यानी वही कमरा जिस कमरे में वो बाहोत बार आ चुकी है .....वो सब देख ही रही थी जेसे वो दरवाजा अचानक दीवार में बदल गया .....

    टायगर उसे लिए अचानक सोफे पर गिरा दिया ....चाहत  डर  सी गयी ....टायगर एक हाथ से सिगरेट के कश लेते हुए दुसरे हाथ से अपनी शर्ट के बटन खोलते हुए उसे ही देख रहा था ....

    तो चाहत उसे देख सोफे को कस के पकड़ ली .....टायगर अब शर्टलेस ....उसकी वही हॉट सी बोडी .......काफी atractive ......उसकी बाह पर वो मसल्स उस पर वो टायगर टेटू ..काफी ज्यदा atractive लगता था .....

    वो उस पर जुका चाहत पीछे सोफे से चिपक गयी टायगर उसके चहरे को छूते हुए बालो की लटो को चहरे से हटाते हुए बोला .....वेसे तुम्हे पता है लूसिफर केसा दीखता है .....

    तो चाहत कापने रही थी ना में सर हिलाई तो टायगर उसके होठो को अपने अगुठे से सहलाते हुए बोला गुड .....कभी जानने की कोशिश भी मत करना .....जानती हो क्यों ....चाहत धीरे से बोली क्यों .....

    तो टायगर उसके गले में चहरा छिपा बोला क्युकी लूसिफर को ये बिलकुल पसंद नही कोई उसके बारे में जाने .....वो अजीब तरह मुस्कराया .......चाहत अपनी आखे कस के मीच ली .....

    टायगर उसके थाई पर हाथ रखे उसके कपड़ो को उपर करते हुए गले में kiss किये जा रहा था चाहत अपनी आखे मिचे अपनी धीरे धीरे मुट्ठी बनाने लगी ...........जेसे दर्द आह भर ली ...टायगर उसके गले पर बाईट कर लिया ......

    वो उसे बोला तुम्हरे बच्चे का बाप कोन है .......तो चाहत अपनी दर्द से आखे मिचे ....उसकी बात सुन उसकी आखे खुल गयी .......टायगर उसे घूरते हुए बोला ......कोन है वो जिसके साथ तुम सो चुकी हो ....

    तो चाहत की आखे नम होने लगी ......टायगर बोला कही ये तो नहीं तुम जाती नहीं उसका बाप है कोन ...तो चाहत नजरे जुका ली ......उसके खुद नहीं पता उसके बच्चे का पिता है कोन वो खुद अपनी पहचान से अनजान है आखिर वो है कोन ......

    तो टायगर उसकी कमर को पकड़ अपने से सटा बोला ओह्ह तो तुम मेरी सोच से भी ज्यदा आयाश निकली .......तो चाहत उसे भीगी आखो से देखि .....टायगर उसके चीन चुमते हुए बोला अब तक कितनो के साथ सो चुकी हो .....

    तो चाहत अपनी आखे मीच ली ....आखो से आसू गिर गए ......टायगर उसके गले में हाथ डाल बोला ....कान खोल कर सुन लो जान ...तुम अब तक कितनो के साथ ही सो चुकी होगी .....पर आज के बाद सिर्फ मेरे साथ ही सो सक्ति हो .......तो चाहत दर्द से आह भर ली ....

    टायगर उसके सिने पर हाथ रख बोला ....सूना ना तुमने ...तुम्हरी बोडी अब मेरी है .....तो अब इसके साथ सिर्फ मैं ही सो सकता हु ......did you understand . तो चाहत सिसकते हुए बोली मुझे जाने दो ......

    तो टायगर उसे बोला क्या कहा तुमने ...तो चाहत चुप पढ़ गयी ...तो टायगर उसे झटके से उठा बेड पर धकेल मारा .....वो जा गिरी टायगर अजीब से अपनी गर्दन घुमाया उसे देख बोला यहा से तुम अब कही नही जा सक्ति .....तो चाहत उसे हेरानी से देखने लगी ......

    टायगर उसे देखते हुए अपनी गर्दन घुमाया ............उसकी हरकते ही काफी अजीब थी ....उसे देख बोला तुम्हे लूसिफर के अगले आदेश तक यही रहना होगा .......तो चाहत उसे भीगी आखो से देख बोली .....मुझे कब तक रहना होगा .........

    तो टायगर रुक गया तभी वो उस पर आ गया ...चाहत की साँसे रुक गयी ....टायगर उसके आस पास हाथ रखे उस पर जूक हुए सर टेडा कर बोला .....ये तो मुझे लूसिफर से पूछना होगा .....तो चाहत की आखे सिकुड़ गयी .......

    टायगर अजीब सी मुस्कराहट दिया बोला जब तक तुम्हे मुझे खुश करना होगा .......क्युकी लूसिफर सिर्फ मेरी बात मानता है ......तो चाहत सिसक बोली उन से कहिये ना मेरे बच्चे को कुछ ना करे ....

    तो टायगर उसके चहरे को छूते हुए बोला ओह्ह तो तुम्हे अपना बच्चा बहोत प्यारा है .....तो चाहत घुट गयी ....उसका सबकुछ वही तो है ...टायगर उसके आसू देखते हुए बोला ......मुझे लोगो की कमजोरी का फायदा उठाना बहोत पसंद है ....जानती हो तुम्हे इस तरह देख ना जाने क्यों मुझे अच्छा नही लग रहा डालिंग ......अब मुझे अच्छा नही लग रहा तो लूसिफर को केसे अच्छा लगेगा .....उसके लिए तुम्हे मुझे खुश करना होगा ना .....मेरा साथ देना होगा .....

    तो चाहत बस सर धीरे से हिलाई अपने अपने हाथ पीछे ले जाने लगी ....टायगर उसे पलट दिया बेड से लगा उसके बालो में चहरा छिपा बोला ....तुम्हरी स्मेल काफी atractive है हार्ट .......

    तो चाहत अपने होठ भींच ली ......टायगर उसकी सूट की जीप खोल उसकी कोरी सी पीठ पर चूमने लगा चाहत बेड शीट मुठी से भर ली .......

    उसके कपड़ो को कंधे उतार कन्धो पर चुमते हुए हल्के हल्के बाईट करने लगा .....तो चाहत अपने होठो को भींचे उससे सहा ना गया तो वो हल्की हल्की आह भरने लगी .........

    वो काफी बेसब्र नजर आ रहा था ......चाहत को पलट अपना एक हाथ निचे ले जा अपनी पेंट की जीप खोल दिया ........चाहत भारी भारी सांसे ले रही थी टायगर उसके करीब आ उसकी कमर में हाथ डाल उसके निचे के कपड़ो उतारने लगा ......

    तो चाहत अपनी आखे मिचे थी .......अजीब सा भार अपने हिस्से पर महूसस होने लगा उसे .....उसकी बोडी कापने लगी ......क्युकी वो अब जानती थी क्या हो रहा है .....टायगर उसके गले में kiss करते हुए अपन कमर से बार बार वो उस पर भार डाल रहा था ....

    चाहत कुछ मचलने सी लगी ......टायगर उसके सिने से कपड़े निचे कर दिया ......सिने में चहरा छिपा बोला आई कांट कण्ट्रोल .....चाहत अपने होठो को भींचे अपना गला उठा दी ............उसकी हल्की हल्की  आह उस कमरे में बिखरने लगी .......

    वो उसके साथ इंटिमेट होने लगा था ......चाहत बेड शीट हाथो में भरे आह भर रही थी ....जो उसके कण्ट्रोल में ना थी .......जेसे टायगर सिने से चहरा निकाल बोला नो ....नो .....तो चाहत उसे देखने लगी .......

    जेसे झटके से उससे बाहर आया तो चाहत बेड शीट पर पकड़ कस ली ....उसकी आह निकल गयी ........पूरी बदहवास हालत में थी वो इस वक्त .....खुदकोब्लेकेंत से कवर करने लगी टायगर को अजीब नजरो से देखने लगी ......

    जो काफी अजीब हरकत कर रहा था .....वो अभी बात कर किस रहा था ...खुद ही ना में सर हिलाते हुए ....अपनी पेंट की जीप लगाते हुए बोला नो .....I told you not at this time. तो चाहत उसे देखने लगी ....वो गुस्से बोला shut your bullshit .

    तभी वो पीठ कर खड़ा हो गया ......वेसे ही बोला .....मेरा यही इन्तजार करो .....तो चाहत उसे देखती रही वो वहा से चला गया .........चाहत कुछ पल तक तो उस ओर देखती रही ....उसकी आखे नम होने लगी ...वो सिसकने लगी .....

    वो कमरा देखने लगी सिकुड़ते हुए बेड के ठीक बीच में सिमट सी गयी ......अपनी आखे मीच ली वो अभी भी अपने बदन वो एहसास कर पा रही थी ..वो कहा फस चुकी है ......की क्यों आखिर क्यों उसकी किस्मत एसी है .....उसे अपने बच्चे के पास जाना अब तक तो उसका रो रो कर बुरा हाल हो रहा होगा !

    आखिर सच ये था भी .....चीकू का रो रो कर हाल बुरा था प्रिशा हर कोशिश कर रही थी आखिर चाहत गयी कहा .........उसने अब तक सिर्फ वंश को ये बात बताई थी ........वो इस वक्त चीकू को सम्भाल रही थी .....वो लोग सी वक्त वंश के फ़ार्म हाउस पर ही थे वंश उन दोनों अपने फ़ार्म हाउस ही लाया था पर चाहत का कुछ पता ना चल रहा था तब से वो उसी के लिए परेशान है ....

    काफी मुश्किलों से प्रिशा ने चीकू को सुलाया था ......जेसे वंश का आना हुआ वो उसके सामने बेठ बोला .....मेने इंस्पेक्टर से बात है वो अपनी कोशिश कर रहे है .....पर तुमने कहा लास्ट टाइम चाहत होस्पिटल थी .....तो वहा 

     

    तो प्रिशा बोली मेने वहा सब से पूछ लिया पर कुछ पता नहीं ......तो वंश बोला  इंस्पेक्टर होस्पिटल गए थे वहा कुछ पता चल सके पर वहा उनके हाथ कुछ लगा है ....

    तो प्रिशा उसे देख बोली क्या ......तो वंश उसे सिरियस हो देख बोला ..... उन्होंने सारे सीसी टीवी चेक किया तो .....उसमे एक केमरा में एक सुराग मिला है कुछलोग चाहत को ले जा रहे थे ......

    तो प्रिशा हेरानी से बोली क्या ...कोन से लोग ...कुछ पता चला .....तो वंश उसे देख बोला ये नही पता वो लोग थे कोन .....पर इतना बताया गया चाहत की आखो पर पट्टी बंधी थी ....वो लोगो के साथ बिना जबरदस्ती के साथ गयी थी ....

    तो प्रिशा के भाव हेरानी में बदल से गए ......वो अपने मुह पर हाथ रख बोली ..ये सच नही चाहत खुद ..नही जरुर कुछ .....जेसे कुछ उसे हिंट किया ....

    तो वो ना में सर हिला बोली ओह्ह गॉड कही ये उसी के आदमी तो नहीं ......तो वंश उसे देख बोला क्या मतलब कोनसे आदमी तुम कुछ जानती हो ....तो प्रिशा की आखे नम हो गयी वो वंश के हाथ पर हाथ रख बोली ....वंश मुझे लगता है चाहत किसी मुसीबत है ......ओह्ह गॉड मैं मैं क्या करू !

    तो वंश उसके गाल पर हाथ रख बोला रिलेक्स क्या हुआ है मुझे बताओ ...तो प्रिशा उसे देख सब बताने लगी तो वंश के भाव कुछ बदलने लगे ....वो उसे देख बोला उसने उस शख्स के बारे में कुछ भी बताया ...तो प्रिशा ना में सर हिलाई ..जेसे बोली हां उसने उसे अपना नाम बताया था ....

    तो वंश बोला कोन तो प्रिशा उसे देख बोली टायगर ....तो ये सुन वंश की सर पर बल पढ़ गए .....वो कुछ सोचने लगा ....तो प्रिशा उसे बोली वंश please कुछ करो .......मेरा दिल बहोत घबरा रहा है कुछ कुछ बुरा हो उससे पहले चाहत को वापस ले आओ ...

    तो वंश उसे सिने लगा बोला तुम फ्रिक मत करो .....ये कोई भी इस तक मैं अब पहुच कर रहुगा ...........तो प्रिशा उसे बोली तो तुमने क्या सोचा है ....तो वंश कुछ सोचते हुए उसे देख बोला ....जिस तरह तुम बता रही जरुर ये शख्स कोई छोटा मोटा आदमी नहीं जरुर इसकी पहुच काफी बड़ी है ......इस तक पहुचने के लिए हो सकता एक शख्स बता सकता है ..........

    तो प्रिशा की आखे सिकुड़ गयी वो बोली कोनसा शख्स ....तुम किसी जानते हो तो वंश उसे देख बोला जानता तो नहीं पर वो शख्स है एसा उसके बारे में एसा कोई नहीं मुंबई में जो जानता ना हो तो प्रिशा की आखे सिकुड़ गयी वंश बोला ओर वो कहा हो सकता है ये भी मुझे पता है !

    अब आगे ---------------------------------------

    आखिर वंश किसकी बात कर रहा है ?

    चाहत कहा फस गयी आखिर वो जान पाएगी ...

    टायगर लूसिफर आखिर दोनों है कोन ....?

    आखिर सचाई है क्या कोई जान पायेगा !

    जानने के लिए कमेन्ट करिए जल्द ही नेक्स्ट चेप्टर चहिये तो !

     

     

     

     

     

     

     

     

  • 14. Lusty desire of gangster - Chapter 14

    Words: 972

    Estimated Reading Time: 6 min

    अब आगे -----------------------------------------------
    एक बड़ी सी स्क्रीन .....जिस पर किन्ही के चहरे चल रहे थे .......उसके ठीक सामने एक शख्स बेठा हुआ जो सिगरेट का धुआ उड़ा रहा था .......उसके कानो में किसी के कदमो की आहट पढ़ी तो वो तिरछा मुस्कराया .....
    किसी लडकी की आवाज पढ़ी मुझे यहा बुलाने की वजह जान सक्ति हु मैं ......तो वो शख्स सिगरेट भुजाते हुए उस ओर देख बोला .....आओ रोज मैं तुंहरा ही वेट कर रहा था ....सामने वो लडकी ओर कोई नहीं रोज थी .....!
    तो रोज उसे घूरते हुए उसके सामने बेठ बोली तुजे मेरी कब से जरूरत पड़ने पड़ी .....तो मायकल मुस्करा बोला अब कुछ एसा ही समझ लो सिर्फ मुझे नहीं तुम्हे मेरी जरूरत है ......
    तो रोज उसे घूरते हुए बोली ...ए क्या खेलने की कोशिश कर रहा है मायकल अपने एक पैर दूसरा पैर चड़ा बोला जितना मैं जानता हु जॉन इस वक्त वो जहाज चाहिए .......जिस तरह पहुचना मुश्किल नही नामुनिक है ....
    तो रोज उसे घूरते हुए बोली ...आखिर तेरी कुत्ते वाली आदत गयी नहीं .....महक लग ही जाती है ......तो मायकल उसे घुर बोला तुजे लगता मुझ से कुछ भी छिप सकता है पर तुम दोनों उस जहाज तक चाह कर भी नही पहुच सकते ...
    तो रोज टेबल पर हाथ रख बोली क्या मतलब है तेरा .....तो मायकल उसे देख बोला जॉन को वो जहाज किसी भी कीमत पर चाहिए ......ओर उसे जो चाहिए उसके लिए तू कुछ भी कर सक्ति है 
    तो रोज अपनी बंदूक निकालते हुए बोली बाते घुमाना बंद कर वरना मैं तेरा सर .....तो मायकल बोला जितना मैं जानता हु तू चाहती है जॉन के किसी काम में कोई रुकावट ना आये ....
    तो रोज रुक गयी मायकल उसे देख बोला मैं तुंहरी वो मदद कर सकता बस तुम्हे मुझे वो लाकर देना होगा जो मुझे चाहिए ....तो रोज बंदूक रखते हुए बोली क्या चाहिए तुजे .......तो मायकल सामने वो स्क्रीन देखा .....
    तो रोज की आखे सिकुड़ गयी मायकल सामने एक लेडी को देखते हुए बोला इस ओरत के गले में वो हार देख रही हो ....तो रोज देखि ....मायकल बोला ये हार मुझे किसी भी कीमत पर चहिये ......तो रोज बोली एसा भी क्या है इस हार में ....
    तो मायकल उसे देख अजीब मुस्कराहट  दिया बोला .....ये हार कोई साधारण हार नहीं .....काफी अरबो का हार है  इसमें जो डायमंड लगे है वो कोई साधारण नही ....तो रोज वो हर देखते हुए बोली .....ये जानते हुए भी तू मुझे बता रहा है ......
    तो मायकल उसे देख बोला क्युकी मैं जानता हु तेरे लिए जॉन क्या एहमियत रखता है ......तो रोज उसे घुर बोली कही तू कोई खेल तो नहीं खेल रहा ....तो मायकल उसे देख बोला तुजे लगता है मुझे अपनी जान प्यारी नही होगी ....
    तो रोज वो सामने नेकलेस देखने लगी ..........
    वही दूसरी ओर -------------------------------------
    चाहत धीरे धीरे आखे खुलने लगी थी .........जेसे उसकी नजर कमरे में पढ़ी ...तो उसकी आखे पूरी खुल गयी वो घबरा सिमट गयी ..जेसे उसकी हल्की सी सिसक निकल गयी .....
    खुदको ब्लेंकेट में देखि ....वो उसी हालत में थी उसकी आख रोते रोते ना जाने कब लग गयी ......खुदको कवर किये वो सिमट बेठ गयी वो कमरा देखने  लगी .....काफी अजीब ....एक सूरज की किरन तक अंदर नहीं टकरा रही बाहर से ...जेसे आखिर दिन है या रात ये तक खबर ना लग रही थी ....
    वो कमरा काफी डरावना था क्युकी उसका ओरा काफी डार्क मालुम हो रहा था ....जेसे कोई रंग ही ना हो .....वो चारो ओर देख रही थी .....उसकी आखे नम सी हो गयी ...अपना चहरा हाथो में ले सिसकने लगी ....अपने बच्चे का ख्याल जेसे जहन में आया ......
    तभी कुछ कानो में आवाज पढ़ी ........वो सहम उठी ...सामने की ओर देखि तो उसकी आखे सिकुड़ गयी ....दरवाजा अपने आप खुला ....सामने एक टेबल अपने आप चलकर आ रही थी ......वो ये सब देखती रही ....वो टेबल ठीक उसके बेड के पास आकर रुकी ....
    जेसे कोई आवाज उसके कानो में पढ़ी वो कमरे में चारो देखने लगी ....तुम जानती हो ना यहा से तब तक नहीं जा सक्ति जब लूसिफर नही चाहता .....जब तक तुम यहा से बाहर कदम भी नहीं रख सक्ति .....कोशिश भी मत करना मेरी बातो लाइटली लेने की .....क्युकी मेरी नजर हर वक्त तुम पर है जान ...
    तभी शांति पसर गयी ...चाहत सिकुड़ गयी .....वो टेबल को एक नजर देखा ....उसके लिए ब्रेकफास्ट था वो सर जुका ली सिसक गयी वो यहा नही रहना चाहती 
    वही दूसरी ओर ........
    प्रिशा इसी गहरी सोच में थी आखिर चाहत है कहा अभी तक एक कॉल नही ......पर उसे ये बात भी खा रही थी चाहत अपनी मर्जी से गयी थी ....तो अब तक उसने कोई कॉल क्यों नही किया कुछ तो उसे अजीब लग रहा था ......
    उसके कानो में वंश की आवाज पढ़ी तो उसका ध्यान टुटा ....ओके ...थैंक्स ...तो वो उसे देखने लगी वंश अपना कॉल कट कर प्रिशा को देख बोला .......कल एक पार्टी है वो शख्स हमे वही मिल सकता है ....
    तो प्रिशा उसे देख बोली पार्टी केसी पार्टी .....तो वंश उसे देख बोला काफी बड़ी पार्टी है .....सुना है शहर के काफी नामी लोग इन्फेक्ट यहा से नही बहोत से लोग बाहर की कंट्री से भी होंगे ...
    तो प्रिशा खड़ी हो उसे देख बोली .....इस पार्टी का चाहत से क्या मतलब ....तो वंश उसे देख बोला मतलब है ...क्युकी इस का तुमने मुझे नाम बताया वो कोई साधारण इन्सान नही .....तो प्रिशा के भाव हेरानी में बदल गए वंश उसे देख बोला चीकू की फ्रिक तुम मत करो मेरी मेड उसका ख्याल रख लेगी ..तुम्हे मेरे साथ उस पार्टी में चलना होगा ....
    तो प्रिशा सोचने लगी वंश उसे देख बोला तुम्हे मुझ पर विशवास है ना तो प्रिशा उसे देख सर हिलाई तो वंश बोला तो बस मुझ पर छोड़ दो ......
    अब आगे -------------------------------------------
    आखिर कोंसी पार्टी की बात कर रहे है ......
    कुछ तो इन्त्रस्तिंग है ?

     
     
     
     
     
     
     
     
     
     
     
     
     
     
     
     
     
     
     
     
     
     
     
     
     
     
     
     
     
     
     
     
     
     
     

  • 15. Lusty desire of gangster - Chapter 15

    Words: 3157

    Estimated Reading Time: 19 min

    अब आगे ----

    शहर की सबसे लग्जरी बिल्डिंग काफी ज्यादा खूबसूरत होटल देख लग रहा था वहां कोई रिच पर्सन ही आ सकता था उस बिल्डिंग को अपनी बड़ी बड़ी आंखों से प्रिशा देख रही थी

    जो इस वक्त काफी खूबसूरत लग रही थी रेड रंग बेहद प्यारी सी ड्रेस पहने थी जो उस बहुत जच रही थी पीछे से उसके कानो में आवाज पढ़ी चले

    तो वो अचानक सकपका गई अपने बालों को सही करते हुए थोड़ा नर्वस होते हुए वंश को देख जो लग तो काफी हैंडसम लग रहा था जिसे वो थोड़ा शाय हो रही थी ।

    वंश उसके आगे अपनी बाह कर बोला तुम हर वक्त मेरे साथ ही रहोगी तो प्रिशा उसकी बाह देखी उसकी बाह ने अपनी बाह डाल ली ये तो सब उसका सपना था ।

    तो वंश उसके हाथ पर हाथ रख बोला बहुत खूबसूरत लग रही हो तो प्रिशा उसे देखने लगी वंश उसे देखते हुए बोला काश आज कुछ ओर ये मौका होता तो मैं तुम से तो प्रिशा की दिल की धक धक बढ़ गई

    तभी वंश हस बोला अरे मैं बस मजाक कर रहा था प्रिशा का मासूम सा चहरा बन गया वो उसे बोला जब से इतना उतरा उतरा चहरा तुम्हारा चहरा देख मुझे इरीटेशन सी हुई क्योंकि तुम हमेशा मुस्कुराती हुई खूबसूरत लगती हो ।

    तो प्रिशा हल्का सा मुस्कराई बोली थैक्यू वंश तुम अगर नहीं होते तो वंश उसके हाथ में लिए बोला वैसे मैं कोई एहसान नहीं कर रहा तो प्रिशा उसे नासमझी से देखी ।

    वो लोग लिफ्ट के आगे आकर रुके वंश बोला लगता हमें देरी हो रही है तो प्रिशा बोली ओह हा ....

    वो सामने लिफ्ट ओपन हुई जैसे ही एक गार्ड आकर उन दोनों से बोला excuse me sir तो वो दोनों उसे देखने लगने लगे वो गार्ड बोला सोरी सर ये लिफ्ट VIP के लिए है ।

    तो प्रिशा की आंखे सिकुड़ गई पर उसे अजीब सा एहसास हुआ क्योंकि वो लिफ्ट का डोर ओपन हुआ था वो सामने देखी तो उसके सर पर बल पढ़ गए ।

    सामने वो शख्स जिसके चारों ओर उसके आदमी खड़े हुए पर वो शख्स चहरे पर एक मास्क वियर किए हुए उसकी नजर प्रिशा पर टिकी हुई प्रिशा उसकी आंखों देखते देखते जैसे वो आंखे उसने पहले देखी है

    वो गार्ड लिफ्ट का बटन प्रेस करते हुए इस शख्स से बोला सोरी सर तो प्रिशा वो आंखे देखते देखते वो शख्स भी उसे ही देख रहा वंश उसकी कमर पर हाथ रख बोला आओ बेबी ...

    प्रिशा हैरानी से वंश को देखने लगी उन दोनों के सामने ही वो लिफ्ट का डोर क्लास हो गया वंश प्रिशा के करीब बोला सोरी पर हमें यह ऐसा रहना होगा जिसे कोई हमें पहचाने नहीं ।

    तो प्रिशा सर हिलाई वो दोनों एक लिफ्ट के आगे आए वो ओपन हुई तो वो दोनों अंदर इंटर हुए

    होटल के रूफ पर काफी बड़ी पार्टी ऑर्गनाइज थी जिसमें काफी बड़े बड़े लोग आए थे उनके बीच वंश प्रिशा अपने साथ लिए दाखिल हुआ प्रिशा सभी को देख रही थी ...वंश उसे धीरे से बोला ...कही भी जाना हो तुम मेरे साथ ही रहोगी .....

    तो प्रिशा उसे बोली ये क्या इन लोगो ने चहरे पर माक्स क्यों लगाया हुआ है .......तो वंश उसकी कमर पर हाथ रख बोला ये लोग वो है जिनकी पहचान आज तक दुनिया नहीं जानती ......ओर जो लोग बिना माक्स के है वो सब किसी ना किसी जरिये इन लोगो से झुड़े है ...

    तो प्रिशा मुह बनाई खुद से बोली ...ये कोंसी पार्टी हुई भला आधे चहरे नजर आ रहे आधे ना जाने कोन है .....वो वंश से बोली ....तुम जिस शख्स की बात कर रहे हो वो भी मास्क पहने है .......तो वंश सर हिलाया ..तो प्रिशा बोली हम उसे पहचानेगे केसे .......

    तो वंश हल्का सा मुस्कराया बोला उसकी फ्रिक तुम्हे करने की जरूरत नहीं है ......तुम बस मेरे साथ ही रहो .......कुछ भी चहिये हो मुझ से कहोगी ठीक है ....तो प्रिशा सर हिलाई .....

    वही से टॉप रूफ पर आकर वही लिफ्ट रुकी ....जिसे वो शख्स जिसे हम कुछ देर पहले देख चुके है .....वो बाहर आया उसके आदमी उसके साथ .....वो चहरे पर माक्स लगाये हुए वो एक जगह आकर रुका ......जेसे वो डोर ओपन हो गया....

    जेसे किसी आवाज पढ़ी आओ आओ ....तुंहरा ही इन्तजार किया जा रहा है ......वो शख्स अपने चहरे से माक्स हटा बोला .....ओर मैं अच्छे से जानता हु तुम्हे क्यों मेरा इन्तजार है ......

    सामने वो शख्स उसकी ओर पलट मुस्कराया ड्रिंक का गिलास उठा  बोला ओह्ह जॉन हमेशा तुम्हे आगे की सोचने की होती है ....मैं तो सिर्फ पार्टी की बात कर रहा था .....

    तो वो शख्स जो कुछ देर पहले हम देखक हुके थे वो ओर कोई नहीं जॉन था ......मायकल को घुर बोला मैं तेरी फितरत बहोत अच्छे से जानता हु ....आज काफी खुश नजर आ रहे हो .....

    तो मायकल उसके पास आ गले में हाथ डाल बोला ...जानता हु तुंहरी सोच वक्त से आगे चलती पर हर वक्त वही हो ये जरूरी तो नहीं ....अगर हम यहा पार्टी इंजॉय करने आये तो क्यों ना वही की जाए .....

    तो जॉन उसके हाथ को पकड़ हटाते हुए बोला ....मुझे दिखावे से सख्त नफरत है .....तो मायकल का मुह बन गया जॉन चारो ओर नजर दोडाते हुए बोला रोज कहा है ....तो मायकल के होठो पर शातिर सी मुस्कराहट आई ....जो पलक जप्कते ही गायब हो गयी .....

    वो मुस्करा बोला ....तुम तो जानते आज ये पार्टी किसकी है ......तो जॉन उसे टेडी नजर देखा ....मायकल बोला .....इस शहर के नहीं ...पुरे देश का नम्बर वन बिजनेस मेन की बेटी के इण्डिया आने की ख़ुशी में पार्टी रखी गयी है  .......ओर तुम तो जानते हो ....वो नम्बर वन आखिर है किन लोगो की वजह से .....

    तो जॉन बोला ......तो तुंहरा कोई मकसत इस पार्टी को लेकर पर मुझे यहा क्यों बुलाया ....तो मायकल उसे देख बोला .....तुम्हरे फायदे के लिए तो जॉन की आखे सिकुड़ गयी .....

    तो मायकल उसे देख बोला .....जिस शख्स तक पहुचना चाहते हो .....क्या हो वो तुम्हे उस तक पहुचने का एक सुराग मिल जाए ....तो जॉन के भाव सख्त हो गयी जेसे वो मायकल की कोलर पकड़ लिया ....गुस्से बोला ......तुम मुझे बहोत अच्छे से जानते हो ......तुंहरी बात झूठी होने का अंजाम क्या हो सकता है ....

    तो मायकल उसे देखते हुए बोला .....अच्छे से जानता हु तुम मेरी इसी वक्त साँसे छीन सकते हो पर मैं भी इतना बड़ा बेवकूफ नहीं जो तुम से ग्ध्दारी करे .....ये जानते हुए भी मेरा सबसे ज्यदा फायदा तुंहरे साथ है ...

    तो जॉन उसे घूरते हुए बोला ...ओर मैं इतना भी जानता हु तू अपने फायदे के लिए कभी कुछ भी कर सकता है तो मायकल उसके हाथ को हटाते हुए बोला परिस वक्त मेरा फायदा तुंहरे साथ देने मैं .....

    तो जॉन उसे झटक दिया .......मायकल बोला मुझे लगता है इस वक्त हमे इस पार्टी में होना चाहिए वरना हमारी एक गलत फेमि भी तुंहरी साड़ी मेहनत खराब कर सक्ति है ...तो जॉन उसे घुर देखा ....

    तो मायकल अपना सलाइवा गटका .....तो जॉन सामने उस मिरर से निचे की ओर जहा पार्टी चल रही देखा .......वो उस नजारे को देखते हुए वो मास्क अपने चहरे पर पहन लिया ........

    वो बड़ा सा पार्टी रूफ ..जहा से पुरे शहर का नजारा दिखाई दे रहा था ....वही प्रिशा अकेले ....वंश कुछ वक्त के लिए किसी कॉल पर बात करने के लिए गया हुआ था .....वो सब ओर सभी को देख रही थी .......

    जेसे वहा घूम रहे वेटर को देख उसका गला सूखने लगा ....खुद से बोली नही नही प्रिशा थोडा सब्र कर ......वंश देख लिया तो क्या सोचेगा वो तेरे बारे में पर मैं क्या करू पहले ही कुछ खाया नहीं अब गला सुख रहा है मेरा पता नही ये गया कहा है .....उपर से मुझे यहा कुछ अच्छा नही लग रहा .....ये आमिर लोगो को कुछ काम धंधा नही होता क्या इतना पैसा उड़ा रहे है ........

    अपने मन को मार थोडा ओर वेट की ..पर जब उससे प्यास सही नही जा रही थी तो वेटर को आवाज देने लगी .....तो आस पास लोगो को देखि जो उसे अजीब नजरो से देख रहे थे ....प्रिशा का मुह बन गया ....मन ही मन अब साले बुला भी नही सकते .....देख एस रहे जेसे इनका सोना मांग रही हु मैं ......

    उसे तभी एक वेटर दिखाई पड़ा वो फिर आवाज लगाती पर वो शायद उस शोर में सुना ना तो वो जल्दी से उसकी ओर आने लगी एस में ...जेसे ही उसका पैर उन हिल्स में लडखडा गया जेसे गिरने कोहुई तभी किसी के मजबूत हाथो में थाम लिया ........

    प्रिशा आखे मिचे .....वेसे ही बोली मैं गिर गयी क्या ...उसके कानो में भरी सी आवाज पढ़ी ......अगर नजर इतनी ही कमजोर है तो आखो पर तुम्हे चश्मा पहनना चाहिए .......तो प्रिशा ये सुन झट से आखे खोली तो वेसे ही उसकी आखे छोटी हो गयी ....

    वो शख्स उसकी उन आखो देख बोला .....लगता है कमजोरी के साथ तुम्हरी आखे इस दुनिया को देखने के लिए छोटी भी है ...तुम्हे चश्मे की नहीं ओपरेशन की जरूरत है .....

    तो प्रिशा उसे घूरते हुए बोली ओह्ह हेलो मिस्टर मैं कुछ कह नही रही तो कुछ भी बोले जा रहे हो .......वो शख्स उसे देखते हुए बोला .........जो मेने कहा वो तुम्हरे फायदे के लिए ही कहा सिली गर्ल ....अब मेरा रास्ता छोडो तुम गलत जगह टकरा गयी हो ....!

    तो प्रिशा उसे घूरते हुए बोली क्या कहा सिली गर्ल मैं तुम्हे पागल नजर आती हु ......मैं तुम्हे ....जेसे ही किसी लडकी आवाज पढ़ी जॉन ....तो प्रिशा उसे नजर हटा उस ओर देखि .....बेहद खुबसूरत .....पर चहरे पर माक्स था ....

    वो लडकी उस शख्स के पास आ गाल पर kiss कर बोली तुम आ गए ... तो वो शख्स उसे घुर उसकी बाह पकड़ वहा से उसे अपने साथ दूसरी ओर ले आया ...प्रिशा ये देखती रह गयी गुस्से मुठी कस बोली ये आदमी था कोन मेने उसका चहरा देखा क्यों नहीं ....नही छोदुगी तो नहीं उसे मेरे बारे में बोला केसे वो ......ओह्ह मुझे प्यास लगी है ......

    वो शख्स जो उस लडकी एक ओर ले आया गुस्से उसकी बाह पकड़ बोला तू यहा क्या कर रही है ...तो वो लडकी उसकी आखो में देखते हुए बोली तुजे इससे मतलब ....तो वो शख्स यानी जॉन रोज को घूरते हुए बोला ...बहोत अच्छे से जानता हु मैं तू यहा मायकल की वजह से है ....

    तो रोज उसे देखते हुए बोली अपना दिमांग ज्यदा चलाने की जरूरत नहीं है .....मैं बस पार्टी इंजॉय करने आई हु .....जरा मैं भी देखू ये आमिर लोग आखिर पार्टी केसे करते है ...तो जॉन उसे घुर बोला ..सच सच बोल तू यहा क्यों आई है ...

    तो रोज उसे घुर बोली साला तू मुझे कभी कही नही ले जाता अब क्या मैं अपने जी भी नहीं सक्ति मैं यहा बस पार्टी इंजॉय करने आई हु समझा ....तो जॉन उस पर पकड़ ढील छोड़ते हुए बोला ठीक है वेसे भी मुझे भनक लगी तू मुझ वेसे भी नहीं बच सक्ति तो रोज मुह बनाई बोली हमेशा एस ही बात करता है मुझ से ....हट मुझे अब पार्टी इंजॉय करनी है ...फ़ालतू का मुड का माँ बहन कर दिया .....

    वही से कुछ दुरी ओर चलते है एक शख्स .....उस पार्टी की भीग भाड़ से परेशान ......एक ओर आ किसी से बात करते हुए बोला ...हमने आप से कहा था ना दादू ......हमे इस वक्त इन सब में कोई इंट्रस्ट नहीं ...आखिर अपने अपनी बात मनवा ली ना !

    तो दूसरी ओर एक शख्स की आवाज आई .....नलायक अभी तो उससे मिला भी नहीं है .....एक बार शनाया से मिल तो ले .....तो वो शख्स परेशान हो बोला ठीक है मिल लेते ..अब नही मिलेगे तो आप हमे चेन से जीने नहीं देंगे पर सुन लीजिये दादू शादी हमारी इच्छा अनुसार ही करेगे सुना ना अपने ....

    तो वो शख्स बोले वो तो हम देख लेंगे एक बार शनाया तुजे पसंद आ जाए ....फिर हम भी उस बच्ची से मिल ले ...अगर हमे वो तेरे लिए परफेक्ट लगी ....तो शादी तो तुम्हरी उसी से होगी ....

    तो वो शख्स बोला अगर फेसला आपको करना है तो फिर हमारा कुछ कहना ना कहना के बराबर है वो कॉल कट कर दिया !

    दूसरी ओर वो शख्स जो इस वक्त उस शख्स से बात कर रहे फोन कट होते फोन रखते हुए बोले नलायक ....हमारी बात इस वक्त बुरी लग रही है ....पर ये नही सोचता अब शादी नही करेगा तो कब करेगा ....

    वही वो शख्स फोन पर पकड़ कस बोला दादू आप ये हमारे साथ नही कर सकते ....जेसे उसके कानो में किसी आदमी आवजा पढ़ी आगस्त्य बेटा .....जी हां ये शख्स आगस्त्य ही पर आगस्त्य यहा .....

    वो उनकी ओर पलटा ....चहरे पर काफी साधारण भाव लिए हुए इस वक्त काफी handsome उनका ही जेंटल मेन ......लडकिया उसे ही देख रही थी.....  उस आदमी यानी जो उम्र में नजर आ रहे थे ....उनके पास चल आया .....

    वो आदिनाथ जी के पैर छू लिया तो वो उसे आर्शीवाद देते हुए बोले खुश रहो ......कब आये अमेरिका से ...तो आगस्त्य उन से बोला ...अभी कुछ ही दिन पहले आप केसे है तो वो मुस्करा बोले बहोत अच्छे ...तुम नही जानते शानाया तुंहरा ही ज्रिक कर रही थी ....आओ अब तुम उससे पार्टी में ही मिल लेना ...

    तो आगस्त्य के चहरे पर कोई खास भाव ना आये वो तो यहा आना नही चाहता था ..पर आखिर है क्यों इसकी वजह है उसके दादू ....जो उसकी शादी शनाया यानी आदिनाथ जी जो काफी बड़े बिजनेस मेन यानी जो ये पार्टी रखी गयी इन्ही की बेटी काफी वक्त बाद इण्डिया लोटी है  ......

    तो वो रुक गए आगस्त्य से बोले सॉरी बेटा पर ये पार्टी कुछ एसी है तुम्हे माक्स वियर करना होगा ....तो आगस्त्य के सर पर बल पढ़ गए ...तो वो बोले वो एसा है बेटा तुम तो जानते हो मेरी जितनी बड़ी पावर उतने ही दुश्मन भी है कब कोन टाक लगाये बेठे है एस में मैं नही चाहता कोई तुंहरी पहचान जाने या मेरी बेटी की .....क्युकी अभी तक मिडिया में कुछ एसा गया नही है ....

    तो आगस्त्य उनकी बात को समझ सर हिलाया ......

    तो वहा ....अब रोज ड्रिक की सिप ले रही थी जेसे उसके पास मायकल खड़ा हो बोला ....तुम तेयार हो ना ...तो रोज सिप लेते हुए बोली ....मेरे तेयार होने क्या होता मुझे अब तक वो हार नजर नही आया कही तो मायकल बोला ....वो हार सिर्फ उसकी बेटी ही पहनेगी ...उस तक पहुचना ही काफी मुश्किल है ....

    तो रोज तिरछा मुस्करा बोली उसकी तुम फ्रिक मत करो .....जेसे ही उनके बीच अनाउस्मेंट होने लगी .....सभी अब रुक गए ...उस ओर देखने लगे .....

    आदिनाथ जी सबको देख बोले पहले तो मैं आप सभी का thanku कहना चाहुगा जो आप सभी इस पार्टी में शामिल हुए .....आज मेरी बेटी काफी वक्त बाद इण्डिया आई है .....

    जेसे रोज सिगरेट के कश ले रही थी दुआ उड़ाते हुए अपनी चमकती हुई आखो से उसकी नजर तो बस उस हार पर थी ......शनाया जो सबके बीच ..इस वक्त चहरे पर मास्क लगाये हुए .....आदिनाथ जी उसके हाथ को चूम उसे सबके बीच ले आये ...सबको देख बोले पार्टी शुरू की जाए ......

    जेसे ही स्पॉट लाइट सिर्फ एक जगह ठहर गयी .....सभी अब उस ओर देखने लगे .......उस लाइट में ओर कोई नही रोज ...जो इस वक्त काफी खबसूरत लग रही पर चहरे पर वो नकाब ......इस वक्त ब्लेक रंग की काफी हॉट सी ड्रेस पहने थी उसका गोरा सा बदन काफी हॉट साथ काफी atractive प्रेसेंलेती थी ......

    सभी उसे ही देख रहे थे ....जो सबके बीच 

    शाम है, जाम हैऔर है नशा

    वो शराब की सीप लेते हुए अपनी कमर मटकाते हुए चलकर मायकल के पास आई उसे देख तिरछा मुस्करा वो उसे देख शातिर सी मुस्कराहट दे दिया ....वो उसके आगे पीछे डांस करने करते हुए 

    तन भी है, मन भी हैपिघला हुआ

    वो शराब का गिलास हाथ में लिए उससे सीप लेते हुए सभी लोगो के बीच में जेसे जेसे वो चलती स्पॉट लाईट उसके साथ वो सभी लोगो के बीच ...डांस करते हुए सभी उसे ही देख रहे थे ....

    फिर भी है, बेताबियाँक्यूँ धड़कता है दिल

    वो उस भीड़ में से खड़े जॉन ......वो उसे देख मुस्कराई .....उसके करीब आई उसके गाल पर हाथ रख उसके चीन पर kiss कर ली जॉन उसे देख घुरा ....तो वो उसे एक इशारा की .....

    तो जॉन की नजर सीधी वहा गयी ....जेसे उसकी नजरे कठोर सी हो गयी ......एक शख्स का भी वहा आना हुआ ....जो इस वक माक्स लगाये हुए आदिनाथ जी उस शख्स के पास चले आये ......वो शख्स मुस्कराया उन से हैण्डशेक करते हुए जेसे जेसे जॉन की आखे ओर कठोर होती जा रही थी .....रोज उसके सिने पर हाथ रख उसके चारो घूमते हुए 

    क्यूँ ये कहता है दिलदीवानों को अब तक नहीं है ये पता

    तो जॉन  आगे की ओर बढ़ गया ........रोज उसके चारो ओर डांस करते हुए ...उस ओर चली गयी ....जिस शख्स पर जॉन की नजर थी ....वो शख्स रोज को निचे से उपर देखने लगा तो रोज उसे देख मुस्कराई .....उसके चारो ओर सर्कल करते हुए ......

    आज की रात, होना है क्यापाना है क्या, खोना है क्याआज की रात...

    रोज उस शख्स को सेदुयुस करते हुए उसकी गोद में बेठ गयी ... ......जॉन की ओर देखि तो वो शख्स उसकी दिशा में जॉन की ओर देखा ...तो उसकी आखे सिकुड़ गयी क्युकी जॉन का चहरा नजर नही आ रहा था पर जॉन की कठोर नजर उस पर ही ठहरी थी ........

    जेसे मायकल आ रोज का हाथ पकड़ उसे अपने करीब ले आया .....रोज मुस्कराते हुए उसके गले में बाहे डाल ली .....उसे देखते हुए गाई .....

    दो घड़ी में यहाँ जाने क्या होगाजो हमेशा था मेरा फिर मेरा होगा

    जेसे ही रोज मायकल रुक एक दुसरे को देख अब सब किसी ओर को ही देखने लगे ......जॉन का ध्यान उस शख्स से हट किसी पर आ गया था ......

    जो उसके आगे डांस कर रही थी ....इन्फेक्ट वहा सभी इस वक्त उसे ही देख रहे थे .......जो हाथो में अपनी हिल्स को लिए .....दुसरे हाथ में शराब का गिलास लिए ......डांस कर रही थी ........स्पॉट लाइट उस पर थी ......

    कौन किसके दिल में है फैसला होगाफैसला है यही, जीत होगी मेरीओ दीवानों को अब तक...

    जॉन उसे देखने लगा था ......जो ओर कोई नही प्रिशा थी इस वक्त नशे में पूरी धुत .........रोज मायकल को देखि .....मायकल वो हार देखा ....तो रोज जेसे उस भीड़ में गम सी हो गयी ......

    वही धूम तो कोई मचा रहा अब इस पार्टी में ......जोर जोर से चीखते गा रही थी सभी उसे देख रहे थे  

    आज की रात, होना है क्यापाना है क्या, खोना है क्याआज की रात...

    जॉन से ही उस ओर देखा ....वो शख्स अब वहा था नही ...तो जॉन के भाव सख्त हो गए .....वो आगे बड़ा गुस्से में .....जेसे प्रिशा उसके सामने आ गयी .......वो उससे टकराई जेसे ...वो उसकी कमर थाम लिया ...उसे देखा वो नशे में बढ़ बधा रही थी जॉन उसे घुर देखा .....

    अब आगे -----------------------------------

    बाकी का नेक्स्ट में ----------------------------

    आप सभी कमेन्ट नही कर रहे है ....

    जल्दी से कमेन्ट करिए .....



     

     

     

     

     

     

     

     

  • 16. Lusty desire of gangster - Chapter 16

    Words: 2553

    Estimated Reading Time: 16 min

    जॉन से ही उस ओर देखा ....वो शख्स अब वहा था नही ...तो जॉन के भाव सख्त हो गए .....वो आगे बड़ा गुस्से में .....जेसे प्रिशा उसके सामने आ गयी .......वो उससे टकराई जेसे ...वो उसकी कमर थाम लिया ...उसे देखा वो नशे में बढ़ बड़ा  रही थी जॉन उसे घुर देखा .....

    प्रिशा उसके गले में  बाहे डाल ली बहोत क्यूट लग रही थी ...होठो का पाऊट बनाते हुए बड बड़ाई ......मुझे डांस करना है ......जॉन उसे घूरते हुए उसे सीधे खड़े कर उसके हाथ को अपने गले से हटा बोला हटो मेरे रास्ते से .....वो उसके बगल से निकलने को हुआ ........

    जेसे ही प्रिशा उसकी बाह पकड़ ली .....रोने की एक्टिंग करते हुए बोली हुह्ह्ह नहीं तुम एस केसे जा सकते हो .....तुम में जरा भी दिमांग नहीं ....मैं इतनी खुबसूरत हु ......तुम्हे मुझ पर लाइन मारनी चाहिए ओर तुम हो की फायदा उठाने की जगह मुझे एस छोड़ कर जा रहे हो .....

    तो जॉन उसकी बकवास भरी बाते सुन उसे घुर देखा ...प्रिशा क्यूट का फेस बनाते हुए बोली देखो मैं बहोत खुबसूरत हु .....तुम्हे नहीं लगता तुम्हे मेरी हेल्प करनी चहिये ये देखो मेरे पेरो की क्या हालत हो गयी ...इन गंदी हिल्स की वजह से ..परे पैर दर्द कर रहे है ...वो जॉन के करीब आ गले में बाहे डाल बोली हुह्ह मुझे गोदी लो ना ....!

    तो जॉन उसके हाथो को पकड़ बोला इस पूरी भीड़ में तुम्हे मैं ही नजर आया .....जिसके साथ यहा आई हो उसी से कह दो वही उठा लेगा तुंहरे नखरे .....वो उसके हाथो को झटक दिया सीधा वो जा गिरी फर्श पर ........

    प्रिशा उसे गुस्से देखि जॉन उसे इन्ग्नोर करते हुए उस भीड़ से निकलने लगा .......तभी प्रिशा लडखडाते  हुए उठते हुए चिलाती हुई बोली ए रुको ......वो अपनी सेंडिल उठा उस ओर फेक दी ......पर जहा वो आकर लगना था वहा तो ना लगा हवा में उछल किसी लेडी पर आकर लगा .....वो चीख दी ....!

    पर उससे कुछ दुरी पर खड़ी एक लेडी जो उसे कब से जलती निगाह से देख रही थी उस ओरत पर हसने लगी ....तो वो ओरत उसे घुर देखि ...उसके पास आ गुस्से बोली तुम्हारी ये हिम्मत ..वो अपने हाथ वायन पकड़े उसके मुह पर डाल दी .....उसके पास खड़ा आदमी .....उसकी ये हालत देख उसे हसी आ गयी ....

    तो वो लेडी जिसके पूरा मेकप खराब हो चूका था वायन से वो उस आदमी के तमाचा झड़ दी .....

    ये अफरा तफरी उन दोनों ओरतो में देख आस पास के लोग हस रहे थे .......जिससे सबका ध्यान उस ओर था ......वही आदिनाथ जी किसी से कॉल पर बात करते हुए बोले .....तुम कहा हो ....तो दूसरी ओर किसी भरी आवाज पढ़ी ....मैं अब नहीं आ सकता ...बहोत बड़ी गडबड हो गयी उसे अगर भनक लग गयी की मैं यहा आया हु तो उसे मुझ तक पहुचने में ज्यदा वक्त नहीं लगेगा ......

    कुछ दुरी पर आगस्त्य जो वहा से चल जाना चाहता था शानाया उसे ना जाने किन नजरो से देख रही थी .....अब वो handsome तो था ही ....वो उसके आगे ड्रिक बड़ा बोली ड्रिक ....तो आगस्त्य उसे देख बोला वो हम ड्रिंक नहीं करते ......

    तो शानाया मुस्करा बोली सॉफ्ट ड्रिंक है ड्रिंक मैं भी नहीं करती ....तो आगस्त्य उसके हाथ में वो ड्रिंक देखा .....तो अब उससे ले लिया तो शानाया के होठो पर शातिर सी मुस्कराहट आ गयी ......

    आगस्त्य ड्रिंक लेता जेसे उसका फोन बजा ....तो वो फोन देख .....शनया से बोला हम आये ....वो ड्रिंक वही रख वहा से कुछ दुरी पर आया .....शानाया अपनी मुठी कस ली ...उतने में आदिनाथ जी उसके पास आ बोले आगस्त्य कहा है तो शानाया मुह बनाते हुए बोली क्या पापा ये पसंद है आपकी मुझे तो लगा था कुछ इन्त्रस्तिंग सा होगा पर ये तो ठीक से बात तक नही कर रहा !

    तो आदिनाथ जी उसे घुर बोले जानती भी हो किसके बारे में बोल रही .....एशिया के टॉप अमीरों में से आता राजवंश परिवार ......वो तो तुम्हे पंसद भी कर चुके है बस ठीक वेसे ही रहो जेसे वो लोग चाहते ...अगर उम्हे हमारी सचाई के बारे में पता चला सब खराब हो जाएगा ...

    तो शायना ड्रिंक का वो गिलास रख बोली आप फिर से मुझ डाटने लगे मुझे आप से कुछ नही कहना .....वो वहा से जाने लगी आदिनाथ जी बोले कहा जा रही हो .....आगस्त्य आता ही होगा ..तो शनाया पैर पटक बोली ओह्ह गॉड मैं वाशरूम जा रही अब उसके लिए भी मुझे परमिशन की जरूरत है ...

    तो आदिनाथ जी बोले ठीक पर तुंहरा पार्टी में होना जरुरी है जल्दी आओ ......मुझे आगस्त्य से बात करनी है .....वो तो चली गयी जितने में आगस्त्य आ गया ....आदिनाथ जी भाव बदल लिए मुस्करा बोले क्या हुआ बेटा तुम ठीक हो तो आगस्त्य बोला ....वो माफ़ कीजियेगा अंकल .....होस्पिटल से कॉल आया हमे जाना होगा ...एक इमरजेंसी केस है ....

    तो आदिनाथ बोले पर पार्टी अभी काफी लोग तुम से मिलना चाहते है ...तो आगस्त्य बोला माफ़ कीजियेगा पर हम कभी ओर अवसर पर मिल लेंगे अभी जाना होगा ......आदिनाथ जी बोले ठीक ठीक है .....अगली बार डिनर पर फिर तुम्हे आना होगा ....

    तो आगस्त्य फीकी मुस्कराहट से बोला जी ठीक है अभी हम चलते है ...वो वहा से निकल गया ....जेसे उसका कॉल आया .....वो पिक किया वहा से लिफ्ट एरिया में आ गया तो कॉल पर एक क्यूट सी लडकी हसने की आवाज पढ़ी ....अब तो आप खुश है .....

    तो आगस्त्य हेरानी से बोला ....आरू तू ....तो दूसरी ओर एक लडकी हस्ते हुए बोली तो केसा लगा आपको मेरी एक्टिंग ......तो आगस्त्य लिफ्ट में अंदर आया डाट बोला .....फिर से तूने वही हरकत की .....

    तो दूसरी ओर से आरू अपनी हसी दबाते हुए बोली लो देखो एक तो मेने आपको वहा से निकाला ओर आप उपर से गुस्सा हो रहे है ...तो आगस्त्य बोला हमने तुजे मन किया था इस तरह का मजाक हमे पसंद नही .....तो आरू मुह बनाते हुए बोली ठीक इससे अच्छा हम आपकी मदद करते ही ना .....जाकर दादू से कह देते आप पार्टी से बच निकले ...!

    तभी आगस्त्य बोला अरे नही .....वही रुक जा वरना हम से बुरा कोई नही होगा ...तो आरू बोली क्यों क्यों अब क्या हुआ ....हां एक तो मेने आपको उस पार्टी से निकालने में मदद की ओर आप है ....आगस्त्य के होठो पर प्यारी सी मुस्कराहट आ गयी ...

    वो लिफ्ट से बाहर आ बोला ओह्ह तो मेरा बच्चा गुस्सा है है भेया से ......तो आरू बोली हां वो भी बड़ा वाला ....अब सोचिये की आपनी आरू का गुस्सा ठंडा केसे करोगे ....तो आगस्त्य मुस्करा बोला अच्छा ....वेसे हमारी आरू का गुस्सा तो सिर्फ आइस क्रीम ....जेसे आरू बोली ...हां हां ....please please भाई ....हुह्ह मेरा बहोत मन है आइस क्रीम लाना ना .......

    तो आगस्त्य बोला तो अब गुस्सा फ्रुर ..तो आरू बोली अभी कहा पहले आइस क्रीम तो खिलाइए मैं हम सोचेगे ...तो आगस्त्य बोला अच्छा बेटा ......तो आरू बोली please लाना ना ..हुह्ह वेसे भी आप खाने कहा देते हो ....अच्छा दादू आ रहे है हम कॉल रख रहे बाय love यु ....ओर हां पक्का लाना वरना हम गुस्सा हो जायेगे ....!

    आगस्त्य कॉल कट किया हलकसा मुस्करा ना में सर हिलाया ....वहा से वो पार्किंग एरिया में आया ......वो अपनी गाडी का दरवाजा खोल जेसे ड्राइवर सीट पर बेठा ........उसने बस सीट बेल्ट ही लगाई थी 

    वो अपनी गाडी उस पार्किंग एरिया से बाहर निकला था जेसे उसकी नजर साइड मिरर पर गयी ....वो देखते ही उसके भाव हेरानी में बदल गए ......क्युकी सिन था कुछ एसा ......

    उस लम्बी सी बिलिंग से ...कोई शख्स रस्सी से निचे उतर रहा था ....उसकी नजर बस उस मिरर पर थी .....जेसे उस पूरी बिलिंग में साइलेंस बजने लगा .......

    वो शख्स रस्सी से एक फ्लोर सीधा निचे आकर कुद्दा ....वहा बहोत से गार्ड आने लगे तो वो शख्स भागने लगा .....तो ये सब होता आगस्त्य उस मिरर से देख रहा था .....

    वो कुछ रिएक्ट करता जितने में उसकी गाड़ी का दरवाजा खुला वो हेरानी से देखा ....वो शख्स उसकी गाडी में .....वो कुछ भी रिएक्ट करता .....जेसे वो शख्स यानी कोई लडकी ....उसकी गाड़ी की स्पीड बड़ा दी ........

    जेसे वो स्टेयरिंग को सम्भाला .....वो लडकी जो इस वक्त ब्लेक कपड़े पहने चहरा ढका हुआ ....पीछे देखते हुए बोली जल्दी चलाओ .......तो आगस्त्य गाडी सम्भाल बोला ....हो कोन हो तुम हमारी गाडी में बिना हमारी इच्छा के आने की तुम्हारी हिम्मत केसे हुई ....

    तो लडकी उसे घुर बोली तो क्या मैं तेरे से पूछने का इन्तजार करू ...साला पुलिस मेरे पीछे पड़ी है ......तो आगस्त्य जेसे हेरानी से अपने पीछे आती गाडिया देख बोली क्या ....जेसे ही वो लडकी अपनी बंदूक निकाल बोली  चुप चाप गाडी चला .......रुकनी नही चाहिए ....

    तो आगस्त्य ये देख हेरान हुआ उसके हाथ में वो बंदूक देखा .....आगस्त्य गाडी की स्पीड बड़ा बोला .......हो कोन तुम .....तो वो लडकी बोली इस वक्त मैं तेरे को अपना परिचय दू चुप चाप गाडी चला ना .......

    तो आगस्त्य गाडी चलाते  हुए बोला देखो ये सब गलत है .....जो तुम कर रही हो ......तो वो लडकी उस पर बंदूक ताने बोली अबे ओह्ह मैं तेरा कोई भाषण सुनने नही बेठ यहा चुप चाप गाडी चला .....

    जेसे फायरिंग हुई ....तो वो लडकी गुस्से बोली ये साले हरामी ....वो विंडो से थोडा बाहर निकल पीछे की ओर उन गाडी पर फायर की ....जेसे एक आदमी घायल हुआ ....

    तो वो फिर से चलाई जेसे उसकी बंदूक खाली वो गुस्से से बेठ बोली साला ये भी अभी धोक्का देनी थी ....तो वो गाडी जो उनके पीछे थी वो अब उनके पास आते हुए फायर करने लगी ....

    वो लडकी उससे बचते हुए बोली स्पीड बड़ा .....तो आगस्त्य सामने आता वो ट्रक देखा ......तभी वो लडकी उसके हाथो पर हाथ रख वहा से गाडी घुमा ली ....जेसे ही उनके पीछे आती गाडी उनके पीछे पीछे आ रही थी वो सीधा ट्रक से टकरा गयी ...

    ये हेरानी से आगस्त्य देख बोला ओह्ह गॉड ......तो जेसे वो लडकी उसकी गोद में आकर बेठ गयी ...वो उसे हेरानी से देखा ......गाडी की स्पीड बड़ा वहा से ओर दूर लेकर आ गयी तो आगस्त्य अपने हाथ पीछे किये बोला .....हमारे उपर से हटो ....

    तो वो लडकी गाडी चलाते हुए बोली .....थोड़ी देर चुप नही रह सकता ......अगर मैं पकड़ी गयी ना तुजे भी छोदुगी नहीं ...तो आगस्त्य पीछे सीट से लगे हुए अपने हाथ उठाये था ताकि वो उसे टच ना कर सके .....अब था तो जेंटल मेन .....उसे ही अजीब लगने लगा था .....

    वो लडकी गुस्से हाथ मार बोली साले माँ का .....सामने देख बोली ये हरामी यहा भी आ गए .....तो आगस्त्य तो उसे देखता रह गया एक तो लडकी इतनी गंदी गालिया ....वो सामने देखा .....पुलिस जो गाडियों की ताखिकात कर रही थी .....

    अब पुलिस उनकी गाडी की ओर आने लगी जेसे वो लडकी पलट आगस्त्य को देखि आगस्त्य उसे देखने लगा ......हालाकि उसका चहरा नजर नहीं आ रहा बस उसकी नीली सी आखे नजर आ रही थी ......

     आगस्त्य उसे जो देख रहा था ... .....जेसे ही उसकी आखे ओर बड़ी हो गयी ....

    वो लडकी उसके होठो अपने होठो से झोड़ ली ........तभी पुलिस इंस्पेक्टर उनकी गाडी के पास आये पर अंदर का चल रहा द्रश्य देख .....उन दोनों से नजर फेर दरवाजे पर डंडे से नोक करते हुए बोले .....लाइसेंस ......

    पर ये सुने कोन आखे फाड़े आगस्त्य जो सोचने की शक्ति खो बेठा .....वो लडकी उसके होठो kiss कर रही थी ......ये देख इंस्पेक्टर उन दोनों देख घुरा फिर से बोला ....तो लडकी आगस्त्य के दोनों गालो पर हाथ रख सिडक्टिवली .बोली आह आराम से .....वो उसके होठो फिर से चूमने लगी .......

    ये सब देख इंस्पेक्टर समझ गया आखिर चल क्या रहा है तो वो लडकी जान पूछ कर ओर गंदा साउंड करने लगी ....वो इंस्पेक्टर वहा से आगे बढ़ गया .....तो लडकी आगस्त्य के होठो को छोड़ी उसके होठो पर ही गहरी सांस ली उसके सिने पर ठप थपा बोली बच गयी ......

    आगस्त्य को देखि जो अभी मूर्त बने था ....उसके साथ आखिर हुआ क्या .....तो वो लडकी उसके होठो पर टेप कर बोली आज तेरी इस चुम्मी ने मुझ बचा लिया मेरी जान .....तो आगस्त्य का ध्यान टुटा वो उसे हेरानी से देखा ....

    वो लडकी उसकी गोद से उतर पास वाली सीट पर बैठते हुए हस्ते हुए बोली अब देख काय को रहा है चल गाडी चला ....मुझे थोडा आगे छोड़ दे ...तो आगस्त्य उसे घुर बोला क्या हरकत थी ये .....

    तो वो लडकी बोली कोंसी ......तो आगस्त्य कुछ कहता जेसे वो पुलिस वाला फिर आ गाडी पर नोक करते हुए बोला गाडी निकालो यहा से तो आगस्त्य कुछ भी कहता ....वो लडकी उसके सिने में छिप बोली खबरदार जो तू कुछ बोला .....पीछे से गाडियों के हॉर्न बजने लगे ....

    तो आगस्त्य को गाडी स्टार्ट करनी पड़ी .....वो वहा से गाडी आगे लेकर आया .........वो लडकी पीछे की ओर देखते हुए बोली साला हती मुसीबत जेसे आगस्त्य गाडी साइड में रोक गुस्से उसकी बाह पकड़ बोला आखिर तुम हो कोन .......अब कही नही जा पाउगी .....इतने वक्त तक चुप रहे इसका मतलब ये नही हम तुंहरी ब्त्तिमीजी सह लेंगे .....

    पर जेसे उसके कानो में किसी आवाज आई .....ए छोड़ उसे ......तो वो लडकी देखि तो उसके होठो पर चमक आ गयी आगस्त्य को हेरानी हुई उसकी गाडी के चारो ओर आदमी खड़े थे ...वो भी बंदूक लिए ....

    तो वो लडकी आगस्त्य के हाथ हटा बोली मैं तो चली .....वो दरवाजा खोल फिर से आगस्त्य की ओर पलट उसे चिड़ा बोली वेसे तेरी ये पहली चुम्मी थी .....आगस्त्य उसे गुस्से देखा ......वो उसे फ़्लाइंग kiss दे बोली अरे खुदको खुश नसीब समझ मेरी चुम्मी किस्मत वालो को मिलती है चल आज तू मेरे काम आया कभी जरूरत हो तो याद कर सकता है मेरे को ....

    तो आगस्त्य उसे मुह फेर लिया गुस्से उन आदमियों को देखा तो वो लडकी मुह बना बाहर आ गयी ......उन आदमियों से बोली ए जाने दे इसे .....तो वो आदमी पीछे हट गए ...

    तो आगस्त्य सबको एक नजर देख उस लडकी को देखा जो उसे एक आख बिंक कर दी .......तो आगस्त्य उससे नजर फेर अपनी गाडी घुमा लिया .....जेसे उसकी गाडी निकलते ही एक बड़ी सी गाडी आकर रुकी तो वो लडकी उस गाडी के बेक सीट पर आकर बेठी ... एक शख्स की आवाज पढ़ी ......हार कहा है ....तो वो लडकी वही हार निकाल उसे दिखा अपने चहरे से वो मास्क हटा दी .....

    वो शख्स ओर कोई नहीं मायकल जो उस हार को चमकती आखो से देखा ....तो वो लडकी ओर कोई नहीं रोज थी ...मायकल वो हार लेने को हुआ जेसे रोज हाथ पीछे कर उसे घूरते हुए बोली ........ए क्या बे ....तेरे इस हार के चक्कर में पता है इतना बड़ा जमेला हुआ तो मायकल उसे देख बोला .पर मैं जानता था तुम ये काम कर सक्ति हो .......बाकी सब मुझ पर छोड़ दो ....

    तो रोज उसे घुर बोली अब पहले मेरा काम चाहिए उसके बाद ये मिलेगा तुजे तो मायकल बोला है नही हो चूका तो रोज चमकती आखो से बोली क्या ......

    अब आगे ----------------------------------------------------

    केसा लगा बताइयेगा ?

    आप सभी कमेन्ट नहीं कर रहे ओर ना ही लोग पढ़ रहे है देख रही मैं काफी कम लोग है .......

    अगर आप नही तो कहानी भी नहीं मुझे मोटिवेशन चाहिए जो आप सभी लोगो से आ सकता है .....

    अब देखते है आप कितना मोटिवेट करते है मुझे उसी हिसाब से कहानी चलेगी .....

    अब मुझे पुरे 15 कमेन्ट चहिये आगे के चेप्टर पर ....अब मेरा मोटिवेशन बढायेगे तभी मैं लिखुगी !

     

     

     

     

     

     

     

     

     

     

     

     

  • 17. Lusty desire of gangster - Chapter 17

    Words: 2381

    Estimated Reading Time: 15 min

    अब आगे -----------------------------------

    सुनसान सी जगह ........बेहद डरावना सब ......चारो ओर अँधेरा था ... .....किसी के धीमी धीमी कदमो की आहट जेसे एक एक कदम धीरे धीरे रखा गया ......

    रात की वजह से अँधेरा काफी बढ़ चूका था .....वही वो एक एक कदम डर डर कर उठा रही थी ....क्युकी वो नही जानती इस वक्त वो जहा है वहा से निकलने का रास्ता आखिर है कहा ..................

    वो डरते डरते आस पास देखते हुए जेसे किसी आहट महसूस हुई तो वो तभी दीवार से लग गयी ......डर साफ़ उन आखो में ......पूरी बोडी काप रही थी बस एक बार यहा से वो निकल जाए फिर बहोत दूर चली जायेगी .......

    पर ये जगह उसे समझ आये तब ना ....कब से यहा से बाहर जाने का रास्ता खोज रही है पर उसे कोई रास्ता नजर नही आ रहा ......जेसे उसे क्लिक किया वो आखो पर पट्टी बांधे किसी लिफ्ट के जरिये आती थी यानी वो इस बिल्डिंग के किसी फ्लोर पर है .......

    पर एक खिड़की नहीं ना ही आखिर बाहर का कुछ नजर नहीं आ रहा उसे ......ये जगह इतनी अजीब क्यों है ......कमरे में भी हर तरह अँधेरा छा गया था ...जिसका वो फायदा उठा वो उस कमरे से बाहर निकल गयी थी सब ओर लाइट ऑफ़ थी 

    क्युकी सब कुछ जेसे सेंसर पर बेस था ....पर शायद लाइट ऑफ होने से ....सेंसर काम नही कर रहे थे ......वो अब रास्ता कहा से ढूढे ......जेसे लाइट ओन हो गयी ....

    तो जेसे ह चाहत हेरानी से खरी रह गयी हालाकि रौशनी इतनी थी नही हली हल्की लाइट जल रही थी वो जल्दी से दीवार से लग गयी .......आस पास देखि कोई नहीं था .....अब उसे लिफ्ट ढूंडनि थी ......

    पर वो नही जानती जिन नजरो से वो बचकर निकलने की सोच रही है ......वो नजरे तो कब से उसी पर ही टिकी है .....वो बड़ी सी स्क्रीन पर दिखाई दे रही थी सामने बेठा .....टायगर क्रिपी सी स्माइल देते हुए बोला .....तुम्हे क्या लगता है लूसिफर की केद से निकलना इतना आसान है .....अब तुम्हे अपनी इस बेवकूफी की कुछ तो पनिशमेंट देनी होगी .......

    वही दूसरी ओर ---------------------------

    होटल ----------------------

    जॉन गुस्से में पार्टी वाली जगह से बाहर एरिया में आया उसके आदमी आकर सर जुका कर खड़े हो गए वो गुस्से में बोला .....बेवकुफो दफा हो जाओ मेरी नजरो से ......वो कमीना मेरे हाथ से निकला तो मैं तुम सभी को जीने लायक नही छोड़ूगा .....

    तो उनमे सर एक बोला सॉरी बोस पर हम पूरी होटल का एक एक कोना देख चुके है पर यहा उसका एक भी सुराग तक नहीं तो जॉन उकी कोलर पकड़ गुस्से बोला ....तुम्हे लगता है वो अब यहा रुकेगा .....जल्द से जल्द मुझे उसकी लोकेशन चहिये आखिर वो है कहा चाहे पताल ही क्यों ना जाना पड़े ....समझे !

    तो वो बोला जी बोस ......! तो वो गुस्से बोला दफा हो जाओ मेरी नजरो से .......वो सब तो चले गए ....वो गुस्से में मुठी कसा .......वो चलकर लिफ्ट की ओर आया .........

    बटन प्रेस किया ......जेसे डोर ओपन हुआ ...वो अंदर एंटर करता पर सामने देख उसकी आखे सिकुड़ गयी .....लिफ्ट के एक कोने में एक लडकी जो बार बार वोल से अपने सर टकरा रही थी जेसे नोक कर रही जो ओर कोई नही प्रिशा थी .....

    जॉन उसे घुर देखा आखिर ये उससे फिर से टकरा गयी .....वो उस पर ध्यान दिए बिना लिफ्ट में एंटर हुआ ......उसके कानो में प्रिशा की आवाज पड़ी ....हुह्ह खुल जा कोई है मैं लिफ्ट में बंद हो गयी हु तो जॉन उसे अजीब नजरो से देखा .......एसा भी कोनसा नशा चड़ा है जो ये लडकी बिलकुल सोचने क शक्ति खो बेठी है ......

    प्रिशा वोल पर मारते हुए बोली कोई है .....सुनाई नही देता क्या ....मैं यहा कब से बंद हु ..जेसे जॉन उसकी बाह पकड़ उसे अपनी ओर कर गुस्से बोला ....चुप .....चिलाना बंद करो .....दिखाई नही दे रहा वो तुम्हे दरवाजा नजर आ रहा है .....

    तो प्रिशा आखे खोलते हुए उसे देखने की ...उसकी आखे पूरी खुल नही रही थी ...बोली तुम्हे मुझे अंधी समझा है तुम्हे मैं बता दू मेरी आखे अच्छे से काम करती है ....दिखाई तो तुम्हे नहीं दे रहा .....ओर हां तुम अंदर केसे आये दरवाजा तो खुला नही .....

    तो जॉन उसे घुर देखा क्या बेवकूफ लडकी है ....प्रिशा मुह पर हाथ रख बोली ओह्ह गॉड .....क्या तुम भुत हो ......तो जॉन उसे आखे छोटी कर देखा तो प्रिशा चिलाते हुए उसके हाथ को हटाते हुए बोली ..बचाओ .....कोई है मैं एक भुत के साथ हु .....तो जॉन उसकी कलाई पकड़ गुस्से बोला अपना गला फाड़ना बंद करो बेवकूफ लडकी .......कुछ भी बकवास किये जा रही हो .......

    तो प्रिशा उसे पलके ज्प्काते हुए देख बोली तुम भुत नहीं तो अंदर केसे आये ...झूठेकहिके छोडो मेरा हाथ .......जेसे लिफ्ट का डोर ओपन हुआ वहा प्रिशा चिलाने को हुई ...........

    इतने भर में लिफ्ट के ओपन होते उसके सामने खड़े लोग लिफ्ट में चल रहे सिन को हेरानी लिए देख रहे थे .....प्रिशा अपने होठो को छुडाने की कोशिश में थी जॉन उसके बालो में हाथ डाल उसके बालो मुठी में भरे उसके होठो चूम रहा था .......

    तो ये सब लिफ्ट से खड़े लोग द्रश्य देख रहे थे ...की जितने में एक गार्ड उन दोनों से बोला excuse me sir . सॉरी पर आप लिफ्ट में है .......प्रिशा उसके सिने पर उसके ब्लेजर की मुठी बनाये हुए उसे दूर करने की कोशिश कर रही थी .....पर नजर कुछ ओर ही आ रहा था .....

    जॉन उसके होठो ना छोड़ उसे वेसे ही बाहों में उठा लिया .......लिफ्ट से बाहर आया तो सभी उन दोनों को देख साइड हो गए ....जॉन प्रिशा को लिए वहा से बाहर की ओर आ गया .....जितने में उसके दो गार्ड आ गए उसके आगे आगे चलने लगे ......

    प्रिशा की साँसे फूलने को आई वो उसकी बाहों में झट पटाने लगी ........जॉन उसके लोवर लिप को जोर की बाईट कर लिया वो उसकी आह निकल गयी जेसे ही वो उसे अपनी बाह में छोड़ दिया वो जेसे सीधा फर्श पर आ गिरी .....

    गिरते उसकी आह निकल गयी जॉन के होठो पर हल्का हल्का  ब्लड सा लगा था जिसे वो अगुठे से साफ़ करते हुए बोला ......अब चिलाओ कितना चिलाना है तुम्हे ....प्रिशा पहले ही अपनी साँसों की मोहताज सी हो गयी उपर एस गिरने से अपनी कमर को सहलाते हुए रोते हुए बोली हुह्ह्ह्ह आह ...वो सर उठा जॉन को आखो में नमी गुस्से के साथ बोली जानवर कहिके .....एसा करता है कोई मुझे लगा ना ......

    तो जॉन उसे देख बोला ये तुंहरी पनिशमेंट थी बार बार मेरे सामने आकर मेरा सर खाने की ....अब तुम जा सक्ति हो .....वो उसे इन्ग्नोर कर उसके बगल से निकलने को हुआ .....

    जेसे प्रिशा उसकी टांग पकड़ ली वो उसे देखता रह गया ......वो फर्श पर बेठे हुए उसके पैर से लिपट गुस्से बोली मैं तुम्हे कही नही जाने दुगी .....तुम्हरी वजह से मुझे चोट आई मुझ से सोरी बोलो .....ओर मुझे गोदी लो .....

    तो जॉन उसे आखे छोटी कर घूरते हुए बोला क्या कहा माफ़ी वो भी जॉन .....ओर तुम से ..कभी नही ......जॉन कभी किसी माफ़ी नही मांगता इन्फेक्ट ये वर्ड मेरी डिक्शनरी में ही नहीं .....तो मेरा पैर छोडो वरना इससे भी बुरा हो सकता है तुम्हरे साथ ........

    तो प्रिशा उसके पैर को कस के पकड़ बोली नहीं छोड़ूगी ........तुम भी मुझे नहीं जानते ......प्रिशा नाम है मेरा ......अच्छे अच्छे को सीधा करना जानती हु ..ओर तुम जेसे पप्पू लोग मेने बहोत देखे है ......तुम से तो मैं बदला लेकर रहूगी ....क्युकी प्रिशा कुछ भी पेंडिंग नही छोडती समझे तुम .......

    तो जॉन जेसे उसके बालो में हाथ डाल उसे खीच लिया वो उससे आ लगी ....जितने में उसकी आह निकल गयी ...जॉन उसके बालो पकड़े गाल को दबोच बोला ......अभी तक तुम कितनो से भी भिड़ी होगी पर आज तक सामना जॉन से नहीं हुआ .....मुझे लडकियों की चलती जबान से सख्त नफरत है ......वो मैं उसे बंद नही काट डालता हु ...तो नही चाहती तुंहरी जबान के साथ भी कुछ एसा हो तो जितनी जल्दी हो सके दुर चली जाओ मेरी नजरो से .......तो प्रिशा बोलने की कोशिश कर रही थी पर उसके गाल दबोचने से वो कुछ कह नही पा रही थी ...हुह्ह्ह आह्ह्ह्ह .....

    तो जॉन उसे झटक बोला अब हटो मेरे रस्ते से .....वो कुछ कदम बढ़ उसका आदमी दरवाजा खोला जेसे वो अंदर बेठने को हुआ ...उतने में प्रिशा उसका ब्लेजर पकड़ उसे अपनी ओर की .......जॉन कुछ समझता प्रिशा पंजो के बल चड़ उसके होठो से अपने होठो जोड़ बाईट कर ली ....

    जॉन एक पल के लिए ब्लेंक सा हो गया ........प्रिशा उसके होटो पर बाईट कर उसे अलग हो हाफ्ते हुए बोली हिसाब बराबर ........तो जेसे जॉन उसकी कमर पकड़ अपने से सटा लिया ......सख्त भाव से बोला बहोत बड़ी गलती की .....बिना जॉन की मर्जी के उसके होठो को छूने की ....

    तो प्रिशा उसे देखते हुए बोली मेने कोई गलती नही की तुमने जो किया उसका हिसाब दिया है तुम्हे ....छोडो मुझे ...तो जॉन उस पर जुकते हुए बोला अब ये हिसाब तुम्हे बहोत भारी पड़ेगा वो प्रिशा को अपनी बाहों में उठा लिया प्रिशा उसकी बाहों में झटपटाते हुए चिलाने लगी !

    वो उसे अपनी गाडी में लेकर उसे बेठ गया ....वही वंश जो हर जगह प्रिशा को ढूंड रहा था उसे बार बार कॉल किये जा रहा था पर उसका कॉल बंद आ रहा था ....वो आस पास देख बोला प्रिशा तुम कहा हो ......ये मेरी ही गलती है मुझे तुम्हे अकेला छोड़ना ही नही चाहिए था .......

    वही दूसरी ओर ----------------------------------

    चाहत को अभी तक दरवाजा ही नहीं मिला था वो बेचारी पूरी परेशान हो चुकी थी आखिर यहा से बाहर निकलने का रास्ता कहा होगा .....जेसे उसे कुछ क्लिक किया तो वो अपने आसू पोछ जल्दी कमरे में आई ....आस पास देखने लगी .......कही वो शख्स यही कही तो नहीं ....वो दीवार ढूंड ने लगी जिस दिन वो शख्स उसे अजीब सी जगह से लेकर आया था हो सकता वहा से बाहर निकलने का कोई तो उसे रास्ता मिले .....

    वो साड़ी दीवारे देख रही थी जेसे परेशान हो उसका हाथ अनजाने में एक टेबल पर पड़ा ....जेसे आवाज सी हुई ...वो घबरा दूर हट गयी सामने वो दीवार एक दरवाजे में बदल गयी ....

    वो हेरानी से देखने लगी अब डरते हुए ....आगे आई वो दरवाजा खोल काफी अँधेरा सा कुसमे उतरने जितनी हिम्मत ना थी पर आखे बंद कर अपने बच्चे का चहरा नजर आया तो खुद में हिम्मत झुटा वो उस अँधेरे की ओर बढ़ गयी .....सीडियो से धीरे धीरे निचे आने लगी ........

    अब सीडिया भी खत्म हो गयी धीरे धीरेअपने कदम आगे बढाने लगी ...

    काफी गंदी सी बू आने लगी वो अपने मुह पर हाथ रख ली ......बस उसे यहा से बाहर जाने का रास्ता मिल जाए ......जेसे ही उस अँधेरे में अचानक उजाला हो गया तो उसकी चीख निकल गयी .......

    वो जगह फिर से देख ...वो सारा द्रश्य ...देख ..वो मुह पर हाथ रख रोने लगी ......हर तरह वही डरावना मंजर .....जेसे उसके कानो में सिटी बजाने की आवाज पढ़ी जो उस शांत से माहोल में काफी क्रिपी महसूस हो रही थी .....

    तो चाहत मुह पर हाथ रख घुटी सी रोने लगी ........अब किसी के कदमो की आहट बड़ते हुए वो सिटी की आवाज भी उसके कानो में बड़ने लगी वो आस पास देखते हुए सिकुड़ने लगी ....किसी की आवाज उसके कानो में पढ़ी .....ये जगह तुम्हे इतनी पंसद आई है स्वीट हार्ट .....मुझे ये नहीं पता था तुम यहा आने के लिए इतना बेसब्र हो ....

    तो चाहत अपनी आखे मीच ली जो नही होना चाहिए था आखिर वही हुआ .....वो धीरे धीरे उसकी ओर पलटने लगी ...वो शख्स वेसे ही बोला ......सही है तुम्हे यहा की आदत अब डालनी होगी ......आखिर यही तुंहरी अब केद है ......

    तो चाहत उसकी ओर पलट नजरे धीरे धीरे उठा सामने देखि ....जेसे मानो उसके पेरो टेल जमीन खिसक सी गयी हो ......उसकी आखे देखते देखते हेरानी में बदल गयी .....

    सामने खड़ा वो शख्स बड़े ही आराम से अपनी वही चेयर पर बैठते हुए बोला ....कहा था एसा कुछ मत करना जो लूसिफर को ना पसंद हो ......अब तुमने लूसिफर को नाखुश किया है तो उसे सामने आना ही पड़ा .....

    चाहत उसेहेरानी लिए देख रही थी अपने सर पर हाथ रख ली उसका सर दर्द से फटने सा लगा ....क्युकी सामने वो शख्स जो देख रही थी ओर ओर कोई नही लूसिफर था जो इस वक्त चहरे पर वही अजीब सा मास्क पहने था .......!

    चाहत उसे हेरानी से देखते देखते आखो के सामने कुछ सिन चलने लगी वो लडकी ...जो रो रही थी ......वही शख्स वेसा ही मास्क ......उसके चहरे पर पसीना छाने लगा ....लूसिफर उसे देखते हुए बोला ......इस वक्त तुम लूसिफर की आदालत में खड़ी जहा वही आया जिसने उसे नाखुश किया ......ओर यहा से वो कभी जिन्दा वापस नही जा पाया ...आखिर कर दी ना गलती .....अब पनिशमेंट के लिए तेयार हो जाओ ...........

    चाहत की बोडी कापने लगी थी उसे तो वो सब सपने उसका वहम लगते थे पर सच में एसा कोई शख्स है भी ....पर आज उसकी आखो के सामने ......वो ना में सर हिला उसे देख  उसकी ओर दोडी आई रोते हुए बोली please मुझे यहा से जाने दो ....please ...

    तो लूसिफर सर टेडा कर बोला .......सॉरी जान पर अब तुम वो मोका खो चुकी हो इस वक्त तुम्हरे सामने टायगर नहीं लूसिफर है .......

    तो चाहत रोने लगी ....वो कुछ बोलती भी उससे पहले कुछ एसा वो झुंझला सी गयी उस पर कुछ गिरने लगा वो साँसे लेना ही भूल गयी ....अपनी आखे मीच ली ......साँसे लेने को हाफ्ने लगी .......

    जेसे वो आखे खोली ...उसकी चीख निकल गयी ....खुदको उस हालत में देख .....

    अब आगे -----------------------------

    आखिर अब क्या होने वाला लूसिफर चाहत के सामने ...............................

    क्या आपको लगता है मेरी लिखने की स्किल अच्छी नहीं तो कोई बात नहीं .....आपको ये कहानी अच्छी नही लग रही ....ये मेरी ही कमी है पर मैं कोशिश कर रही की ये कहानी मैं अच्छी से अच्छी लिखू वाकई तो आप सभी पर है वेसे भी मुझे नजर आ रहा है की केसे धीरे धीरे रीडर कम हो रहे है कोई बात नहीं ....मैं आगे के चेप्टर मैं अपनी कमी को दूर करने की कोशिस करुगी पर अगर एस ही रीडर गिरते गए तो ये कहानी फिर यही बंद कर दुगी क्युकी मैं फिर से कोई गलती नहीं दोहराने वाली जिसकी वजह से अभी तक मैं भुगत रही हु .....

     

     

     

     

     

     

     

     

     

     

     

     

     

     

     

     

     

     

     

     

     

     

     

     

  • 18. Lusty desire of gangster - Chapter 18

    Words: 1128

    Estimated Reading Time: 7 min

    चाहत रोने लगी ....वो कुछ बोलती भी उससे पहले कुछ एसा वो झुंझला सी गयी उस पर कुछ गिरने लगा वो साँसे लेना ही भूल गयी ....अपनी आखे मीच ली ......साँसे लेने को हाफ्ने लगी .......

    जेसे वो आखे खोली ...उसकी चीख निकल गयी ....खुदको उस हालत में देख .....

    वो रोने लगी ....काप सिमट सी गयी ........हर तरफ खून ही खून ...इन्फेक्ट वो पूरी भीग गयी थी .......अपने हाथो में खून देख वो हेरानी से कापते हुए वो चीख दी ......खून ही खून .....!

    कानो में आवाज पड़ी ...अभी तो शुरुआत नही हुई तुम्हारी हालत खराब होने लगी .....तो चाहत उसे भीगी आखो से देखि जेसे झुंझरा गयी काफी तेजी से पानी उस पर आकर गिरा ...वो खड़ी तक ना रह पाई ......

    फर्श पर गिर गयी हाफ्ने लगी .......लूसिफर उसे देखते हुए बोला .......अब गलती की है तो सजा तो भुगतनी पड़ेगी .......तो चाहत उसे नजर उठा देखि .......लूसिफर तिरछा मुस्कराया जेसे उस पर फिर से वो पानी आकर गिरा .....अपनी आखे मीच ली ......पानी इतने फ़ोर्स गिरता की  खुदको सम्भाल ना पाती ......

    उसके कानो में कदमो की आहट होने लगी जेसे उसमे इस वक्त जान ना हो ......चहरा उठा देखि लूसिफर उसके सामने खड़ा था .........वो उसके चारो ओर चक्कर काटते हुए बोला ये सिर्फ ट्रायल था ....लूसिफर की पनिशमेंट सहने की तुम में उतनी ताकत नहीं .......

    वो रुका उसके सामने उसे देखते हुए बोला मैं नहीं चाहता तुम इतनी जल्दी मारी जाओ ......बिकोज तुम बहोत टेस्टी हो    मेरी जान .....ये उसने काफी क्रिपी स्टायल में कहा था ....

    चाहत सिसकते हुए बोली जाने दो ....वो कोशिश कर हाथ जोड़ बोली जाने दो please ....तो लूसिफर उसे सर टेडा कर बोला ओह्ह तो तुम मुझे इतना बेवकूफ समझती .....लगता है भूल गयी हो य जगह वही पहुच सकता है जो यहा से कभी बाहर नहीं जा सकता ....

    ओर तुम यहा आई नहीं ......लायी गयी हो ....ये तो तुम्हे पहले सोचना चाहिए था ......आखिर  लूसिफर को तुमने चकमा दिया है ......तो चाहत उसके पैर पकड़ ली रोते हुए बोली मैं किसी को तुम्हरे बारे में नहीं बताउगी please मुझे जाने दो ......मैं तुंहरे सारे पेसे लोटा दुगी .......पर बस मुझे यहा से जाने दो .....

    जेसे उसकी दर्द से आह निकल गयी लूसिफर उसके बालो सख्ती से पकड़ उसे खड़ा कर दिया बेहद कठोरता से बोला ......तुमने मेरे साथ डील की थी अब मुझे पेसे नहीं तुंहरी ये बोडी चाहिए ........तो जब तक जिन्दा हो इससे मेरी नीड़ पुर करो ओर रही तुंहरे जाने की बात ...वो तो अब नहीं हो सकता मेरी जान .......लूसिफर की दुनिया में कदम रखना नही चाहिए था यहा सिर्फ उसकी चलती है कोन कब आएगा ओर कब जाएगा ये सिर्फ वो तय करेगा .......ओर वो चाहता है इस वक्त तुम वही करो जो उसे चाहिए ......

    तो चाहत आखे मिचे अपनी आखे खोलते हुए उसे देखि रोते हुए बोली मेने क्या बिगाड़ा है तुंहरा ......मुझे जाने क्यों नही देते ....तो लूसिफर का चहरा डार्क हो गया वो उसके बालो को पकड़े बोला तुंहरी सबसे बड़ी मिस्टेक थी तुमने मेरी इन्सल्ट की ......जिस बोडी को मैं पूरी रात फिल कर रहा था उसकी आयाशी तो पहले कोई ओर कर चूका है ........तुमने मुझे समझा क्या है ......

    तो चाहत दर्द से बोली आह .....मेरी बात सुनो ......एसा नहीं है .....तो लूसिफर उसे अपने साथ ले जाते हुए बोला इन्फ़ बहोत हुआ ड्रामा ......entertain me now .

    वो उसे वहा से एक ओर ला बटन प्रेस किया जेसे डोर ओपन हुआ .......वो उसे अँधेरे से भरे कमरे में ले आया .......अंदर कदम रखते ही एक हल्की  रौशनी सी वहा फेल गयी .......वो चाहत को धकेल दिया वो बेचारी फर्श पर उस हालत में जा गिरी .........

    वो घबराई से उसे देखने लगी ......लूसिफर अपना सर घुमाया .....वो उसे देखा तो चाहत घबराई सी पीछे खिसक गयी लूसिफर उसकी ओर बड़ने लगा तो चाहत पीछे खिसकते हुए ना में सर हिलाई ......

    लूसिफर उसकी ओर कदम बडाते हुए बोला Come to me ...तो चाहत सुबकते हुए ना में सर हिलाई काफी डरी हुई थी वो .....जेसे पीछे दीवार से लग गयी .....डरते हुए उठने लगी ....आस पास देखने लगी वो कह खुदको बचाए ......जेसे ही हेरानी निचे देखि .....

    उसके हाथ पैर दीवार से लोक हो गए ......वो अपने हाथ पैर खीचने की कोशिश करने लगी जेसे ही लूसिफर की आवाज पड़ी ........कोशिश बेकार है ......ये अब मेरी मर्जी के बिना नहीं खुल सकते तो चाहत उसे देख रोने लगी ....

    गिदगिड़ाते हुए बोली नही ....मत करो जाने दो please .....पर जेसे उसकी इस गिदगिड़ाहट से सामने उस इंसान को फर्क पढ़ नहीं रहा ........ना ही पढ़ सकता है क्युकी जो इंसानों की जिंदगियो से खेलता उसमे केसे ही कोई भावनाए हो सक्ति है .........

    चाहत काफी रो रही थी .....लूसिफर उसके पास दीवार पर हाथ रख सर टेडा कर उसे देखते हुए बोला .......तुमने देखा है मुझे ......तो चाहत उसे देखने लगी ....हालाक उस हल्की सी रौशनी ओर उस मास्क की वजह से कुछ नजर नही आ रहा था ....

    वो धीरे से सर हां में हिलाई ...........तो लूसिफर उसके ओर करीब आ बोला जानती हो आज तक जिसने लूसिफर को देखा वो दुनिया देख नहीं पाया ......चाहत की साँसे रुक सी गयी .....वो एक क्रिपी स्माइल के साथ बोला तो सिर्फ मेरे दिए इशारे पर नाचती रहो ....क्युकी तुम सिर्फ इस वक्त मेरी वो डोल ही जिसे मैं जेसे चाहू जिस तरह चाहू वो सिर्फ अपने मास्टर का ही कहना माने .......

     

    चाहत पूरी ब्लेंक सी पड़ गयी उसकी ये सारी बाते सुन ......जेसे लूसिफर उसकी कमर में हाथ डाल उसकी कमर अपने से सटा दूसरा हाथ चाहत के गले में डाल बालो पकड़ उसका चहरा उठाये बोला .....तो बोलो मास्टर ने अभी क्या कहा .......तो चाहत रोते हुए बोली स...सॉरी आह्ह्ह्ह please दर्द हो रहा है आह्ह्ह ......

    तो लूसिफर उसकी कमर पर ओर पकड़ कसते हुए बोला .....गुड .....अब से कोई गलती नहीं होणी चाहिए बिकोज मुझे मिस्टेक करने वाले बिलकुल पसंद नहीं .......तो चाहत आखे मिचे धीरे सर हिलाई .........

    तो लूसिफर उस पर पकड़ ढील छोड़ते हुए बोला entertain me . तो चाहत चेन की सास जेसे उसने छोड़ा ....जान निकल गयी उसकी दर्द से ......उसकी बाते सुन वो उसे देखने लगी .....

    लूसिफर उससे थोडा दूर हटते हुए बोला . जाओ रेडी होकर आओ .....तो चाहत उसे देखने लगी हेरानी अपने हाथ पैर देखि .....वो अब आजाद थी ....

    जेसे लूसिफर बोला मेने कहा जाओ ....तो चाहत डर गयी जल्दी सर हिलाई ...वो आस पास देखने लगी ......लूसिफर उससे पीठ कर अपने मास्क को उतारते हुए बोला तुंहरे पास सिर्फ 2 मिनिट्स है ......मुझे तुम्हरी बोडी पूरी नेक्ड चाहिए .........

    चाहत उसे हेरानी से देखने लगी .....जेसे लूसिफर बोला मुझे लगता है अब तुमने मेरा कहना मान लिया होगा .......वरना तुम जानती हो मैं क्या कर सकता हु ......

    अब आगे -----------------------------------

    इतना ही अभी इससे ज्यदा मैं अभी लिख नहीं पाई ........

  • 19. Lusty desire of gangster - Chapter 19

    Words: 2272

    Estimated Reading Time: 14 min

    जेसे लूसिफर बोला मेने कहा जाओ ....तो चाहत डर गयी जल्दी सर हिलाई ...वो आस पास देखने लगी ......लूसिफर उससे पीठ कर अपने मास्क को उतारते हुए बोला तुंहरे पास सिर्फ 2 मिनिट्स है ......मुझे तुम्हरी बोडी पूरी नेक्ड चाहिए .........

    चाहत उसे हेरानी से देखने लगी .....जेसे लूसिफर बोला मुझे लगता है अब तुमने मेरा कहना मान लिया होगा .......वरना तुम जानती हो मैं क्या कर सकता हु ......

    लूसिफर उसकी ओर टर्न लिया .......जो ओर कोई नहीं इन्फेक्ट टायगर ही है .......एक ही इंसान की दो दो प्रेसनेलत.......ये बात कुछ अजीब नहीं ....उसकी आखे सख्त हो गयी ....जब चाहत अभी वेसे खड़ा देखा ....

    तो जो इस सर जुकाए अपने कपड़ो की मुठी बनाये खड़ी थी ...या कह लो अंदर ही अंदर घुट रही थी ....पुर भीगी सी हालत में ......अपनी जिन्दगी को कोसते हुए वो आज कहा आ गयी है ...जहा से निकलने का कोई रास्ता नजर नही आ रहा .....

    लूसिफर उसे देखते हुए बोला तुमने अभी तक मेरा कहना नहीं माना ......तो चाहत वेसे ही घुटी सी आवाज में बोली ......मुझ से नहीं होगा तो लूसिफर का चहरा डार्क हो गया .......

    वो बोला क्या कहा तुमने तुम से नहीं होगा ....तो चाहत सिसकते हुए चहरा उठाई ...भीगी पलके उठा उसे देखि .....लूसिफर का चहरा देख वो हेरानी में उसके भाव बदल गए ......देखते देखते वो सिसकने लगी ........

    लूसिफर उसे देखते हुए बोला तुम्हे लगता है तुम मुझे मना कर सक्ति हो .......तो चाहत उसे देखते हुए रोते हुए धीरे धीरे अपने सर फिर से जुका ली ...अपने हाथ पीछे ले जाने लगी लूसिफर उसे देखते हुए तिरछा मुस्कराया .........तभी बोला ......stop ...

    तो चाहत के हाथ रुक गये वो अपनी लाल नजरे उठा लूसिफर को देखि ........जो रोने से हो चुकी थी ....लूसिफर  उसकी ओर कदम बडाते हुए बोला इस तरह से मुझे सेतिफाईड करोगी .......

    तो चाहत उसे ही देखे जा रही थी उसके करीब आने से उसकी बोडी कापने लगी थी लूसिफर निचे उपर देखते हुए बोला मुझे गंदगी पसंद नहीं ओर ना मैं मैं कोम्प्रामाईज करता हु .....तो बोलो तुम क्या करोगी मुझे खुश करने के लिए ........

    तो चाहत उसे डरी हुई नासमझी से देखने लगी वो क्या कहना चाहता है ........तो लूसिफर उसके बाह पकड़ अपनी ओर खीच लिया वो वो खिची चली आई वो शिवर करने लगी .....इस वक्त वो इतनाडर रही थी उससे .....

    लूसिफर  उसकी बाह पकड़े बोला खुदको सर्व करो मुझे .......एस जेसे मेरी भूख तुम्हे लेकर ओर बड जाए .....तो मेरी भूख शांत करो .......तो चाहत उसे हेरानी से देखने लगी ........

    जेसे ही वो काप उठी वो उसके कपड़े एक झटके में उसके बदन से अलग कर दिया ...वो रोते हुए खुदको कवर करने लगी ...लूसिफर उसका हाथ मरोड़ उसकी पीठ से लगा दिया दांत चबा बोला .....तुम क्या चाहती हो इस गंदी बू के साथ मैं अपनी भूख शांत करू .......

    तो चाहत उसे रोते हुए देखने लगी लूसिफर उसे देखते हुए उसके बदन के बचे कपड़े भी जेसे उसके बदन से छीन लिया .....तो चाहत टूट सी गयी .....जेसे उसका बदन उसका है नहीं जो चाहे वो कर सकता वो कुछ नहीं कर पा रही ......

    वो उसके बालो को पक चहरा उठा बोला अपने ये आसू बहाना बंद करो ......तुंहरे ये बेवकूफी भरे आसू मुझे इरितेड करते है .....तो चाहत उसे अपनी भीगी आखो से देखि आखिर रहम नाम नहीं इस शख्स में उसकी क्या हालत हो गयी पर इस वक्त भी उसे सिर्फ वही चाहिए उसका शरीर .....

    वो अपनी आखे मीच ली .......जेसे ही उस पर पानीकी बुँदे गिरने लगी वो अपनी आखे खोल ली ......पर जब आस पास देखि हेरानी हुई .....जेसे सब कुछ बदल सा गया ........वो तो कही ओर थी .....उस पर पानी की बुँदे गिर रही थी थी .....

    जेसे एक राहत सी मिल रही उस पानी बूँदों से येसिर्फ़ एहसास हुआ जेसे उसकी नजर दूसरी ओर पढ़ी उसकी बोडी फिर से ठंडी पड़ गयी ......ठीक सामने लूसिफर इस वक्त चेयर पर बेठे हुए उसे ही देख रहा था .......उसकी वो आखे काफी डरावनी .......जिन से वो कापने पर मजबूर हो रही थी ....

    पर उसकी नजरे जेसे उसे ही देख रही थी वो जेसे खुदको देखि तो जेसे ही शर्म से सिकुड़ने लगी ..जेसे उसके कानो में ठंडी सी आवाज पढ़ी ...वो लूसिफर को देखि .....

    शराब के गिलास को हाथ में लिए उसके सिप लेते हुए नजर सिर्फ उसकी बोडी पर बोला मुझ से हाइड करने की गलती करने के बारे में सोचना भी नहीं .......तो चाहत खुदको कठोर बना ली .....लूसिफर उसे बोडी पार्ट को देखते हुए बोला कपड़े उतारो .......

    तो चाहत घुट गयी वो इस वक्त अपनी इनर में ......उनमे भी खड़ा नहीं रहा जा रहा था .....ये बचे कपड़े भी ......लूसिफर शराब की सिप लेते हुए बोला जो मैं कहू उसे उसी वक्त करना होता है डार्लिंग ......करो ....

    तो चाहत धीरे धीरे अपने बचे कपड़े उतारने लगी इस वक्त वो काफी घुट रही थी क्या हो गया है उसके जीवन को ......ना पिछले बीते समय को जानती है  हर वक्त सिर्फ पीड़ा ही पीड़ा है इस जीवन में ......जेसे दिल चाह रहा हो खत्म कर दे वो सब कुछ ......

    अंदर अंदर टूट रही थी वो ......अपनी आखे मिचे जो बचे कपड़े थे वो भी उसके बदन से उतर गए वो इस वक्त बिना कपड़ो के हाल एसा जेसे खड़ी भी नही रह सक्ति वो ......ये धरती फटे तो वो इसमें समा जाए नहीं रहा जा रहा क्यों हो गयी है वो इतनी मजबूर .......

    लूसिफर उसे ही देख रहा था बोला नाईस ....शो मी ......तो चाहत मज़बूरी से अपने हाथ निचे कर ली ....पर सिकुड़ रही थी अंदर ही अंदर ........लूसिफर उसके गोरे से पेरो को देखते हुए नजर उपर बडाते हुए ......उसकी नजर उसके नाजुक हिस्से पर ठहर गयी ......

    चाहत आखे मिचे भीग रही थी उसका बदन वो ठंडा पानी सह नही पा रहा था जेसे ही पानी गिरना बंद हो गया ....वो जेसे हाफ्ने लगी ......लूसिफर उसके उठते सिने को देखते हुए बोला wear it….

    तो चाहत नजर उठा उसे देखि उसके सामने एक टेबल खुद बा खुद उसके सामने आ गयी ...उस पर बाथरोब देख वो एक नजर लूसिफर को देख वो बाथरोब जल्दी से उठा ली 

    खुदको जेसे उसमे छिपा लेना चाहती हो ....उसके कानो में आवाज पड़ी .....कम हेयर ......तो चाहत उसे देखने लगी .....लूसिफर शराब के गिलास को देखते हुए बोला मेने कहा यहा आओ ........

    तो चाहत बाथरोब में सिकुड़ कर धीरे धीरे उसके पास चलकर आई .....बार बार ये सोचने के डर से की वो अब क्या करेगा उसके साथ ....वो उसके पास आकर खड़ी हुई जेसे वो उसकी हथेली पकड़ उसे खीच लिया ......

    वो यु अचानक घबरा उठी सीधा उस पर जा गिरी ......लूसिफर उसके गले चहरा छिपाए उसकी कमर से हाथो को लपेटे हुए बोला अब मुझ से कण्ट्रोल नहीं हो रहा ........अब मेरी भूख शांत करो ......

    तो चाहत धीरे धीरे रोने लगी .....आखिर वही सब ......लूसिफर उसकी कमर से पीठ पर हाथो फेलाते हुए सिने पर आ ....कपड़ो पर ही बेसब्री से चूमने लगा .......

    तो चाहत अपनी आखे मीच ली जेसे वो उसके बालो को सख्ती से पकड़ बोला .....तुम्हे सुनाई नही देता अपने मास्टर की भूख शांत करो ....cause i'm hungry 

    तो चाहत दर्द से बोली दर्द हो रहा है ......वो उसके बालो से हाथ गले में बड़ा उसके कंधे से बाथरोब निचे उतार उसकी क्लीवेज पर चूम बोला अभी तो कुछ किया ही नही जान .....तो मुझे सेतिफाईड केसे करोगी ....

    तो उसके चलते हाथ अपने बदन पर चाहत दूसरी ओर चहरा फेर ली अपने होठो को भींच ली ......लूसिफर उसके सिने पर हाथ रख ........सहलाते हुए उसके गले चुमते हुए बाईट किया ....

    तो चाहत दर्द से आह भर ली .......लूसिफर उसे देख उसके चीन पर चूम बोला इंजॉय this ......चाहत उसे नम आखो से देखि .....लूसिफर उसे देख मुस्कराया ...

    वो उसे अपनी बाहों में उठा लिया तो चाहत उसकी आखो में देख रही थी ......ना जाने क्यों उसे ये एक अजीब सा एहसास हुआ जिन आखो को वो देख रही है ......आज से पहले भी उसने वो आखे देखि .....

    जेसे उसे आखो के सामने कुछ चित्र से सामने आने लगे .........जिसे उसने आज तक ना देखा ......वो केसे उसे एहसास दिला रहा है जेसे उसने कभी ...

    जेसे वो बेड पर आ गिरी ......उसका ध्यान टुटा .......वो आस पास देखि ......वो बेड पर ......जेसे ही लूसिफर को देखि हेरान हुई ......जो उसे देखते हुए अपनी शर्ट के बटन उतार फेका .......उसकी वो atractive बोडी .....सिने पर ओ टेटू ....बाह पर वो शेर का टेटू .....मसल्स .....काफी हॉट उसकी वो बोडी .......

    वो इस वक्त नेक्ड ......चाहत को देख ......बोला देखा इस वक्त मुझे कितनी भूख लगी है .....तो चाहत की नजर जो हेरानी लिए उसे निचे देख रही थी उसकी बाते सुनते ही उसे देखि ...वो उसे देख तिरछा मुस्कराया ....

    तो वो एक पल में ही समझ गयी उसकी बातो का आखिर मतलब क्या है .....जितने में वो ठंडी सी पड़ गयी .......हेरानी से लूसिफर को देखने लगी .....वो जो निचे देखि ..लूसिफर उसके हाथ को अपने हिस्से पर रखे ....प्रेस करते हुए बोला केसा लगा तुम्हे इसका परफोर्मेंस ......

    तो चाहत आखे फाड़े उसने देखने लगी निचे देख अपनी आखे मीच ली ...अपने हाथ को खीचने लगी ......लूसिफर उसके हाथ पर पकड़ कसते हुए .....भारी सी सांस लेते हुए बोला ......क्या ये तुमने पहले नहीं किया ....

    तो चाहत को काफी अजीब सा लग रहा था वो आखे मीचे ना में सर हिलाते हुए बोली छोडो .....please .....तो लुसिफर जेसे ही उसे ले बेड पर उस ओर आ गया ......चाहत की साँसे फुल सी गयी .....

    वो उसके बाथरोब को खोल सिने पर हाथ रख सहलाते हुए बोला इतनो के साथ सो चुकी हो ......अब तक तो ना जाने ये सब तुमने कितनो के साथ किया होगा .....तो इतना भोला क्यों बनती हो ....जेसे ये तुंहरा पहला हो ....

    तो चाहत की आखो से नमी गिर गयी .....उसे इस तरह ही क्यों समझा जाता है .....वो घुटी सी अपनी आखे मीच ली .....लूसिफर उसके करीब आया उसके चहरा को अपनी कर लिया चाहत सिसक गयी .....वो बोला ओपन योर आइस ......

    तो चाहत अभी वेसे ही थी ......लूसिफर उसके सिने पर पकड़ कसा तो चाहत दर्द से कराही ....तो लूसिफर उसके सर से सर सटा बोला जो मैं कहू उसे सूना करो ...मुझे देखो .....

    तो चाहत दर्द से रोते हुए उसे देख बोली दर्द हो रहा है ....तो लूसिफर उसके सिने से हाथ निचे बढाते हुए उसकी कमर में हाथ डाल उसके गले में चुमते हुए वो अपना चहरा सिने में छिपा लिया ......

    चाहत बेड शीट हाथो में भर ली ......वो सिने को हाथो में भर सक करने लगा ......चाहत झटपताने लगी ......वो अपनी स्पीड बडाते हुए सिने से निचे बढ़ नेवल पर चूम बाईट कर लिया तो चाहत तडप उठी दर्द से ......

    वो निचे बड़ते हुए उसके कोमल हिस्से पर चूमा तो वो बिलख उठी ......वो उसकी थाई पर पकड़ कस kiss करने लगा ....तो चाहत तडपते हुए अपनी कमर उठा दी ...उससे ये सब सहा नहीं जा रहा था ......

    वो उसके थाई पर आ kiss कर बाईट किया तो चाहत कराह दी ......वो जेसे चाहत पर आ गया ......उसके हाथो को अपने हाथो में पकड़ ....वो चाहत को देख बोला  चलो स्टार्ट करते है ....

    तो चाहत पुरे पसीने से भीगी .....बेचारी अभी तो चेन की सांस ली थी उसने ....जेसे दर्द से फिर कराह उठी .......

    वो उसकी थाई को पकड़े वो स्प्रेड कर अपनी कमर मूव करते हुए भारी साँसों से बोला .....वेरी नाईस ......कॉल मी .......चिलाओ .....तो चाहत दर्द से करहाने  लगी तो लूसिफर उसके सिने पर प्रेस करते हुए बोला love इट .....ओर चिलाओ .....

    वो अपनी स्पीड ओर बड़ा दिया ...चाहत अद्मरी सी हो गयी .....दर्द से कराही ......

    ना जाने कोंसी पहर चल आई वो उसे छोड़ नहीं रहा ......वो बेचारी दर्द से कराह रही थी ...की उसमे अब वो भी जान ना थी ......

    वो बेजान सी अब बेहोशी लिए सिर्फ पड़ी सी थी ..वो उसे छोड़ना नहीं चाह रहा हो वक्त के साथ ओर हार्श होता जा रहा था ......वो सिने पर स्क करता कभी बाईट ......

    कुछ देर बीती जेसे वो रुका ....चहरा उठा चाहत को देखा जो बेसुध सी थी जेसे होश ना हो उसे ......लूसिफर उसे देखते हुए जेसे जेसे उसके भाव डार्क हो गए .......

    वो उससे बाहर आया ...उसकी बोडी को देखने लगा .....पुरे बदन पर निशान ही निशान जो उसके ही दिए थे ......वो चाहत को देखा .....उसे देख सिगरेट अपने होठो से लगा उसे सिलगा कश लेते हुए चाहत को देखते हुए बोला ......तुम चाह कर भी खुदको मुझ से नही छिपा सक्ति .....आखिर आना तुम्हे मेरे बिस्तर पर ही पड़ा .....अब तुम्हे पछतावा होगा की अब तक जिन्दा क्यों हो .......क्युकी मैं तुम्हे इतना मजबूर कर दुगा जान .....तुम खुद आकर मुझ से कहोगी .....की मैं तुम्हे मार दू ......तभी काफी अजीब तरह वो हसने लगा .....

    उसकी हसी काफी क्रिपी थी .......जेसे उसके भाव सख्त हो गए वो दांत भींच बोला मैं जानता था तुम इतनी आसानी से नहीं मर सक्ति .....ना ही मैं तुम्हे मरने देता .......क्युकी तुम्हरी मोत सिर्फ मेरे हाथो होगी वो भी तडप तडप कर ....वो जेसे ही क्रिर्पी सी मुस्कराहट उसके होठो पर आ गयी ......

    अब आगे -------------------------------------------

    केसा लगा बताइयेगा जरुर .........

    पसंद आया की नहीं .....

    अब ये सवाल तो आपके अंदर भी उठ रहा होगा आखिर  लूसिफर चाहत को जानता है पर केसे .....?

    क्या चाहत जानती है उसे ....

    क्या एसा कुछ है जो झुडा है चाहत के अतीत से जिसे वो जानती तो दूर उसे तो कुछ याद नहीं है !

    आखिर क्या हुआ था पिछले बीते समय में लूसिफर क्यों कर रहा है चाहत के साथ ये बेदर्दी आखिर कब तक !

    अगर आपको कहानी में जरा भी इंट्रस्ट आ रहा तो please रिवेस्ट है कमेन्ट करिए please !