Novel Cover Image

Monster adorable love

User Avatar

Mis Butterfly

Comments

6

Views

2764

Ratings

178

Read Now

Description

जुर्म की दुनिया का बेताज बादशाह, उज्जैन राजावत जो दहशत का बेताज बादशाह माना जाता है, उसका नाम ही लोगों की जान निकालने के लिए काफी है, दिल में मोहब्बत लिए आंखों में नफरत के अंगार लिए टकराने जा रहा है वो एक मासूम से, जो शायद किसी राज की तरह है। जो अपनो...

Characters

Character Image

Kanak

Heroine

Total Chapters (61)

Page 1 of 4

  • 1. Monster adorable love - Chapter 1

    Words: 1121

    Estimated Reading Time: 7 min

    एक अंधेरे कमरे में एक लड़का लगातार पंचिंग बैग को हिट कर रहा था। उसके बाल माथे पर झूल रहे थे और उसके गहरी नीली समुद्र जैसी आंखें अंधेरे कमरे में चमक रही थी। उसके आसपास बड़ा सा एक प्रोजेक्टर लगा हुआ था, जिसमें कुछ गाड़ियों की चलने की तेज आवाज सुनाई दे रही थी। तभी कहीं से गोलियां चलने की  आवाज शुरू हो जाती हैं। 

    वो लड़का लगातार पंचिंग बैग को हिट करते हुए, एक टक प्रोजेक्टर को देख रहा था। उसकी पलकें नहीं झपक रही थी। उसके माथे से पसीना धीरे-धीरे चेहरे से होते हुए नीचे जमीन पर टपक रहा था। उस शांत कमरे में प्रोजेक्टर से आ रही आवाज के अलावा, सिर्फ उस लड़के की गहरी चलती हुई सांसों की आवाज के साथ, पसीने की बूंदे, जो फर्श पर टपक टपक कर एक अजीब सा शोर बना रही थी, उसकी आवाज सुनाई दे रही थी। 

    हर तरफ खामोशी थी। वही प्रोजेक्टर में करीब10 से 12 गाड़ियां ऑपोजिट डायरेक्शन में दौड़ रही थी और कुछ उनके पीछे। गाड़ियां बड़ी-बड़ी राइफल से एक दूसरी गाड़ी पर अटैक कर रही थी। तभी एक गाड़ी दूसरी गाड़ी के ऊपर चढ़ जाती है और सीधा तेजी से ब्लास्ट हो जाती है। 

    उसके साथ ही वहां पर और भी ज्यादा गाड़ियां आ जाती हैं। उनमें से किसी में से कुछ गार्ड्स निकल आते हैं। एक गार्ड अपने मुंह से बनने की लीड निकालकर एक गाड़ी के ऊपर फेंकता है। वो गाड़ी, जो तेजी से इधर-उधर भाग रही थी, अचानक देखने की वजह से, वो ड्राइवर संभाल नहीं पाता और तेजी से ब्लास्ट होता है। 

    ऐसे ही ना जाने कितनी गाड़ियां जल जल कर राख हो रही थी। वो शख्स सर्द नजरों से एक टक उसे प्रोजेक्टर को घूरते हुए पंचिंग बैग को हिट करते जा रहा था। तभी उस पंचिंग बैग से हल्का सा खून निकलना शुरू हो जाता है। 

    वो शख्स बिना किसी एक्सप्रेशंस के उन गाड़ियों को देखने लगता है। तभी उस कमरे में किसी की दस्तक होती है। पर वो शख्स अपने मुंह से एक अल्फाज नहीं निकालता। बाहर खड़ा शख्स दरवाजा पीट पीट कर वहां से चला जाता है। पर उस शख्स के मुंह से एक शब्द तक की आवाज नहीं निकली थी। 

    वही प्रोजेक्टर में अब सिर्फ दो गाड़ियां बची थी। आसपास बाकी की गाड़ियां जलकर राख हो रही थी। उन गाड़ियों में लिफ्ट इतनी तेज थी, अगर ये  ब्लास्ट होंगे, तो न जाने कौन सा प्रलय आएगा। तभी उन गाड़ियों के बीच से एक शख्स निकलते हुए बाहर आता है। उसके कपड़े कुछ पहले खराब हो  गए थे। पर चेहरे का गुरूर बिल्कुल भी कम नहीं हुआ था। उसके बाल एकदम सेट थे। पर एक छोटी सी लट उसके आइब्रोज के बीच में झूल रही थी,  जिससे वो काफी अट्रैक्टिव लग रहा था। 

    उसने अपने कान पर एक छोटा सा ब्लैक कलर का इयररिंग डाला हुआ था, जो उसे एक अलग ही तरह का लुक दे रहा था। उसने व्हाइट कलर के कोट को डाला था और अंदर की शर्ट के बटन, उसके एप्स तक खुले हुए थे। उसकी बनाई हुई बॉडी साफ विजिबल हो रही थी। वो देखने में काफी हैंडसम लग रहा था। उसके होठों के कोने मुड़ गए थे और चेहरे पर कोई भी एक्सप्रेशंस नहीं थे। वो जमीन पर बैठे हुए एक आदमी की तरह देखता है, जो घुटनों के बल बैठा हुआ था और उसने अपने बालों पर चोटिया बना कर बांध रखा था। उसके लंबे बाल थे। वो आदमी बिना किसी एक्सप्रेशन से आगे आता है और उसके बालों को मुट्ठी में भरकर खींच देता है। 

    तभी एक जोरदार ब्लास्ट होता है, जिसके साथ एक गाड़ी उड़ते हुए, दूसरी तरफ समुद्र में जाकर गिरती है और समुद्र में आग लग जाती हैं। अचानक ही बिजली तेजी से गरजती  है और धीमी धीमी बरसात शुरू हो जाती हैं। 

    वो शख्स उसके बालों को खींचते हुए बोला, "तुम भूल गए थे क्या, VS कब्र खोदकर अपने दुश्मनों की जान, उनके हलक से निकाल लेता है और तूने तो इतनी बड़ी दगाबाजी करने की कोशिश की, तेरी अंदर तेरी रूह नहीं कांपी, क्या तुझे खौफ नहीं है अभी उसका बेटा, जो शख्स शैतान के चेहरे पर, फरिश्ते का नकाब लेकर घूमता है। तूने उसे चीट किया और क्या तुम लोग VS के असली खूंखार चेहरे से अनजान तो बिल्कुल भी नहीं,  कितना मजा आता ना, अगर वो यहां आता, तुम सभी को बिल्कुल इसी तरीके से जलाकर, डुबोकर मार देता।"  

    बोलते हुए वो गाड़ी की तरफ इशारा कर देता है, जहां वो गाड़ी आग की लपटों में झुलस रही थी। नीचे समुद्र के पानी की ठंडक थी और ऊपर से बरसात हो रही थी, पर आग बिल्कुल भी कम नहीं होती। वो आदमी, जो घुटनों के बल बैठा था, उसकी आंखों के सामने एक दर्द भरा मंजर घूम जाता है और उसकी चीख निकल जाती है। 

    वो अपने हाथ जोड़ते हुए बोला, "हम हमें माफ कर दो सर जी, हम ऐसा कुछ भी नहीं करेंगे। वो बस पैसे पैसे की लालच में हम थोड़ा सा अपने रास्ते से भटक गए थे, हमें हमें माफ कर दो सर जी।" 

    वो शख्स उस आदमी के हाथ पकड़ कर टेढ़ी मुस्कुराहट के साथ बोला, "ये तो तुझे अपने इन हाथों से जुर्म करने से पहले सोचना चाहिए था।"  बोलते हुए उसके हाथ को बेदर्दी से मोड़कर एक झटके से धड़ से अलग कर देता है। एक दर्द भरी चीख उस खाली जगह पर गूंज जाती हैं। 

    उस शख्स के चेहरे पर कोई एक्सप्रेशंस बिल्कुल भी मौजूद नहीं थे। वो उसके    हाथ को देखते हुए बोला, "बेटा, जिसके तूने आंसू निकलवाने की कोशिश की है ना, मैं तेरे ही हाथों से उसके आंसू साफ करूंगा अब।"  

    बोलते हुए वो उसके दूसरे हाथ को भी पकड़ कर, मोड़ते हुए उसके धड़ से अलग कर देता है। वो आदमी दर्द बर्दाश्त नहीं कर पाता और वहीं के वहीं बेहोश हो जाता है। 

    वो शख्स उसे देखते हुए बोला, "इस आदमी में तो अब भी लड़कियों जैसी ही बिल्कुल नजाकत है, लगता है दर्द कम है, पर कोई बात नहीं, मैं अभी इसकी मर्दानगी ही मिटा देता हूं।" 

    बोलते हुए वो गन से सीधा उसके पैरों के बीच शूट कर देता है। वहां खड़े गार्ड अपनी आंखें मजबूती से बंद कर लेते हैं। उन सभी के चेहरे पर कोई भी एक्सप्रेशंस नहीं थे।

    वो सब बहुत अच्छे से जानते थे कि जो लोग भी VS या उसके नजदीकी रहने वाले लोगों पर नजर डालेगा, तो उसकी जान बहुत ही बेदर्दी  से ली जाती थी और यहां तो उसके बहुत ही खास पसंदीदा इंसान पर नजर उठाई थी। वो भी बहुत ही गंदी वाली। वो शख्स आसपास देखता है, जहां पर लाशों के ढेर लगे हुए थे। कुछ लाशे जल चुकी थी, तो कुछ कटी फटी थी। वो शख्स उनके ऊपर से चलते हुए, विसल बजाते हुए आगे की तरफ बढ़ जाता है।

  • 2. Monster adorable love - Chapter 2

    Words: 907

    Estimated Reading Time: 6 min

    वही इसके साथ ही प्रोजेक्टर बंद हो जाता है। वो आदमी लगातार पंचिंग बैग को मार रहा था। फिर एकदम से वो आदमी लगातार पंचिंग बैग को मारा, अचानक ही वो पंचिंग बैग एकदम से टूट कर नीचे गिर जाता है। उसमें से भी बहुत ही खून निकलते हुए फ्लोर को लाल रंग से रंगने लगता है। 

    उस शख्स के चेहरे पर बिल्कुल भी एक्सप्रेशंस मौजूद नहीं थे। वो बहुत ही ठंडी नजर से उस फर्श को देखने के बाद, वहां रखे हुए पानी की बोतल उठाकर अपने बालों पर डालकर झटकाने लगता है। 



    पानी की बूंदे हवा में लहरा रही थी और धीरे-धीरे फिसलते हुए उसके सीने से होते हुए उसके ऐप से फिसलकर नाभि पर इकट्ठा होना शुरू हो चुकी थी और वो शख्स अपने बालों को दोनों हाथों में लेकर पीछे की तरफ करता है। 



    फिर सीधा उस कमरे से बाहर निकलते हुए ठंडी आवाज में बोला, "Clean every filth present here, not even a speck should be left and if even a speck is left then your hands will not be left to clean anything else." 



    वो आदमी, जो दरवाजे के बाहर खड़े होकर अपने दोनों हाथ बांधे हुए नीचे सर झुका कर खड़ा था। उस शख्स की ठंडी और डरावनी आवाज को सुन कर अपनी सांस रोक लेता है। जब तक वो  शख्स उससे करीब 10 कदम की दूरी पर ना चला जाए। 

    तब तक वो अपनी सांस रोक वैसे ही खड़ा रहता है। उसके जाने के साथ ही वो लंबी सांस लेते हुए उस कमरे का दरवाजा खोलता है। वो कमरे का फ्लोर पूरी तरीके से खून से रंग चुका था। 



    वो शख्स, उस फ्लोर को देखता है और फिर अपने हाथ में पहनी हुई रिंग का बटन प्रेस कर देता है। जिसके साथ ही  दो सर्वेंट बहुत ही तेजी से भागते हुए अंदर आते हैं। उन दोनों ने अपने चेहरे पर मास्क लगाए हुए थे और हाथों में सफेद कलर के ग्लव्स पहने हुए थे। इसे देखकर ही पता चल रहा था कि उस आदमी को साफ सफाई कितनी ज्यादा पसंद होगी। 

    वो लोग वहां पर सफाई करने में जुट जाते हैं। तभी एक सर्वेंट जाकर उस बैग को जैसे ही हटाने की कोशिश करता है, उसमें से कुछ गिरने की आवाज आती हैं। जैसे उसके अंदर कुछ भरा हुआ हो। 

    दोनों सर्वेंट के  हाथ कट जाते हैं और वो हल्का सा उस पंचिंग बैग को खोलने के लिए हाथ बढ़ाते कि उनका सीनियर आकर तुरंत उनका हाथ पकड़ते हुए बोला, "सोचना भी मत, तुम दोनों नए हो और आए हुए सिर्फ दो दिन हुए है, तुम लोगों की लाशे भी इस तरीके से गायब होगी कि यहां का कुत्ता भी तुम दोनों को नहीं ढूंढ पाएगा, जो राज यहां दफन है, उन्हें यही दफन रहने दो।" 

    उस सर्वेंट की ऐसी बात सुनकर वो  दोनों ही कांप जाते हैं और बिना कुछ कहे वहां पर सफाई पर जुट जाते हैं।  

    वहीं दूसरी तरफ एक सुनसान इलाके में, एक अजीब सा गोदाम था। जिसकी दीवारें तो थी, पर छत नहीं थी। बैठने की जगह तो थी, पर कुर्सियां नहीं थी, लाइटनिंग तो थी, पर बल्ब नहीं था, सिर्फ हल्की सी रोशनी थी और वहां पर कुछ लड़कियां स्टेज पर  आसपास खड़े हुए डांस करती हुई हिल रही थी, जिसकी वजह से उनका सीना एकदम ऊपर नीचे हो रहा था। 

    चेहरे पर नेट की चुन्नी, जो नाक तक थी। जिससे उनके होंठ साफ दिखाई दे रहे थे और उन्हीं में से एक कोने में खड़ी हुई एक लड़की, जिसकी पलकें बार-बार झपक रही थी। उसे ठीक से जैसे दिखाई ही ना दे रहा हो। तभी गाना बजाना शुरू होता है। 

    वही सारी लड़कियां धीरे-धीरे करके, उस जगह पर अपनी कमर मटकाने लगती है। कुछ तो स्टेज से नीचे आ जाती है। वहां पर काफी सारे लोग बैठे हुए थे। कुछ उम्र दराज थे, तो कुछ आउट ऑफ कंट्री के थे। कुछ कुछ लंबे-लंबे सिगार के कश भर रहे थे, तो कुछ लोग जाम पर जाम पीते चले जा रहे थे। 

    वहां का माहौल बहुत ही रंगीन था। वहीं कुछ लोग ऐसे खड़े थे, जिनके कपड़े फटे हुए थे, कुछ देखने में ऐसा लग रहा था, जैसे वो मजदूर हो। उन्हीं में से एक औरत, जिसने  बहुत ही भड़की साड़ी पहनी हुई थी, मुंह में पान भरा हुआ था और बालों में लाल रंग के बड़े-बड़े गुलाब के फूल लगाए हुए थे, दिखने में बिल्कुल अजीब सी लग रही थी। 

    वो चलते हुए सीधा स्टेज पर आ जाती है। चेहरे पर जबरदस्ती की मुस्कान लिए, कोने में खड़ी हुई लड़की का हाथ पकड़ कर खींचते हुए उन सभी के बीच ले आती है और कस के धक्का दे देती है। जिसके साथ वो लड़की वहां बने हुए फर्श पर हाथों के बल गिर जाती हैं। 

    उसका एक हाथ आगे की तरफ था, तो दूसरा पीछे पीछे की तरफ। वो अपना सर धीरे से घूमा कर पीछे की तरफ देखती है। वही बाकी के लोग, जो अभी सिर्फ जाम पर जाम पी रहे थे, उस लड़की पर जैसे ही उन सभी की नजर जाती हैं, उनकी आंखों में चमक आ जाती है। 

    वो उस लड़की को देखने लगते हैं। उसे लड़की के गोरे पतले पैर अच्छे लग रहे थे। वही उनकी नजर धीरे-धीरे होकर उसकी पतली सी बल खाती कमर पर जाती है, जिसमें उसने कमरबंद बांधा हुआ था, जो काफी ज्यादा अट्रैक्टिव था। उस लड़के की कमर बहुत पतली थी और उसने जो ब्लाउज पहना हुआ था, वो इतना रिविल्विंग था, देखने में ऐसा लग रहा था, जैसे कि अभी वो फट जाएगा। 

  • 3. Monster adorable love - Chapter 3

    Words: 586

    Estimated Reading Time: 4 min

    लोग चमकती हुए आंखों से उस लड़की को देखने लगते हैं। वो औरत तेज कदमों से उस लड़की के पास आती है और उसके हाथ को पकड़ कर खड़ा करते हुए बोली, "अब शुरू हो जा।" और गोल घुमा देती हैं।

    वो लड़की सिर्फ बीच में गोल-गोल घूम रही थी। फिर अचानक उसके हाथ ऊपर की तरफ उठ जाते हैं। सभी की नजर उसके दिख रहे क्लीवेज से होते हुए उसकी कमर पर आकर रुक जाती है। 

    उसकी कमर पर बहुत ही अट्रेक्टिव टैटू ऐसे लग रहा था, जैसे उसे गुदवाया गया हो उसकी कमर पर और ज्यादा अट्रैक्टिव लग रही थी। वही बाकी खड़े हुए लोग "हासिल करके रहूंगा" बोलते हुए एक आदमी अपने होठों को चाटने लगता है। उसके होठों पर बहुत ही गंदी सी मुस्कान थी। 



    गाना बजाना खत्म होता है और सभी लोग एक लाइन से खड़े हो जाते हैं। वही लड़कियां एक-एक करके सामने आ रही थी और उनकी बोली लगाई जा रही थी। उसके चेहरे पर कोई एक्सप्रेशंस नहीं थे। उन सब में से एक लड़की, उसे देखकर ऐसा लग रहा था, जैसे वो अभी अपने होश हवास में ही ना हो। 

    वो सिर्फ अपनी पलके झुकाए खड़ी थी। तभी वहां पर एक शख्स आता है और उसका हाथ पकड़ते हुए बोला, "तेरी तो असली जगह सिर्फ और सिर्फ इस शेख की बाहों में है, चल तुझे तो आज मैं ही खरीद लूंगा। वैसे भी टूर बिल्कुल मक्खन लगती है।" 

    बोलते हुए वो उसकी कमर में हाथ डालता है। वो जैसे ही उसे छूने ही वाला था कि एक तेज धार चाकू उड़ता हुआ, उसके नजदीक आता है और सीधा उसके हाथ पर लगता है। जिसके साथ ही उस शेख का हाथ कट कर दूर जाकर गिरता है। 

    वो तड़पते हुए अपने हाथ को पकड़ लेता है। वो  लड़की, जिसकी आंखें बंद हो रही थी, वो उस आदमी की तरफ देखने लगती हैं। उसे उस आदमी का चेहरा नजर नहीं आ रहा था। 

    तभी वो उस लड़की के नजदीक आकर बोला, "आप हमारे साथ चलिए।" वो लड़की अब बार-बार अपनी पलकें झपकाने लगती है। नेट का घूंघट होने की वजह से वो ठीक से देख भी नहीं पा रही थी। उसे अपना सर घूमता हुआ महसूस हो रहा था। 

    वहां पर और भी लोग आ जाते हैं और उन सभी ने काले कपड़े पहने हुए थे। सभी के चेहरे पर मास्क लगा हुआ था। वो शख्स उस लड़की को लेकर आगे की तरफ बढ़ने लगता है। वही दो लोग और उस लड़की को इधर-उधर से कवर करते हुए वहां से निकाल देते हैं और अगले ही पल एक तेज ब्लास्ट होता है और वो जगह आग की लपटों में लिपट जाती है। 

    वो लड़की, जो भारी कदमों से आगे की तरफ बढ़ रही थी, ब्लास्ट की आवाज से वो अपने कानों पर हाथ रख लेती हैं। उसे अपनी आंखों के सामने अंधेरा छाता हुआ महसूस हो रहा था। वहां पर भगदड़ मच चुकी थी। 

    वही वो शख्स बहुत ही आराम के साथ उस लड़की की बाजू पकड़ कर, उसे गाड़ी में बैठा देता है और गाड़ी अपनी मंजिल की तरफ रवाना हो जाती हैं। वो शख्स अपने चेहरे से मास्क उतार कर सिगार के कश भरते हुए पीछे खड़े गार्ड की तरफ देखकर बोला, "एक भी शख्स बचना नहीं चाहिए, इस जगह को चारों तरफ से घेर लो।" 

    उसकी डरावनी आवाज सुनकर, वहां मौजूद सारे गार्ड उस जगह पर चारों तरफ फैल जाते हैं। उस जगह को कवर करने लगते है। ब्लास्ट की वजह से बहुत ही ज्यादा भयंकर हो चुका था और धीरे-धीरे बरसात होना शुरू हो जाती हैं।

  • 4. Monster adorable love - Chapter 4

    Words: 661

    Estimated Reading Time: 4 min

    धीरे-धीरे बरसात हो रही थी वैसे ही वैसे वह जगह आग की लपटों से झुलस्ती चली जा रही थी। तभी एक और तेज धमाका होता है और हर तरफ गार्ड उस जगह को घेर कर खड़े हुए थे। बारिश जैसे अपने आकाश पर थी तो वहीं जैसे आग रुकना ही नहीं चाहती वह लगातार और तेज भड़कती ही चली जा रही थी। कभी उनमें से किसी का हाथ जलता हुआ बाहर आ जाता है। तो किसी का कुछ , तभी दूसरी कभी उनमें से किसी का हाथ जलता हुआ बाहर आ जाता है। 





    तो किसी का जला हुआ चेहरा बाहर आकर गिरता है। वह जगह किसी शमशान घाट में धीरे-धीरे तब्दील होती चली जा रही थी। तभी वहां बरसात के अलावा एक रिंगटोन गूंजती हैं। वह शख्स जो अभी भी बिना किसी इमोशंस के उन आग की तैरती हुई लपटों को अपनी आंखों में समा रहा था। फोन रिंग होने से वह फोन की तरफ देखता है और कान में लगाता है।



    दूसरी साइड से बहुत ही ठंडी मगर बेहद ही डरावनी आवाज आती है ,_" वहां पर कोई भी शख्स जिंदा बचकर नहीं जाना चाहिए जिस जिस की आंखें उस पर उठी थी उन सब की आंखें बाहर आ जानी चाहिए। " इतनी ठंडी आवाज सुनकर वह शख्स अपने सामने जलती हुई उस जगह को देखता है।

    और फिर अपने फोन को वीडियो कॉल पर कनेक्ट करते हुए सामने का नजारा दिखा देता है। वह शख्स जो एकटक फोन को देख रहा था  वह उन लपटो को अपनी आंखों में समा रहा था। उसकी आंखें इस कदर दहक रही थी जैसे वह बहुत ही कीमती दुश्मन को उसने खत्म कर दिया है l। कुछ ही देर में फोन कट हो जाता है। 



    दूसरी साइड से वह शख्स अपनी आंखें बंद करें एक बड़ी सी हेडरेस्ट पर अपना सर टीका लेता है। उसकी आंखों के सामने अभी भी वह आग से लिपटा हुआ वह मंजर तरो ताजा था। वह शख्स एकदम से अपनी जगह से उठता है और अपने हाथ में फोन उठा कर वहां से तेज कदमों से निकाल कर सीधा हेलीपेड पर आ जाता है। जहां पर काफी सारे गॉड्स पहले ही अपना सर झुकाकर खड़े हुए थे वह शख्स सीधा जाकर वहां उड़ान भर रहे चोपर पर बैठ जाता है और वह चोपर तेजी से वहां से निकल जाता है।



    कुछ देर बाद ,





    वह चोपर एक बहुत ही बड़े ग्राउंड में जाकर उतरता है। वहां पर भी पहले से ही काफी सारे गॉड्स मौजूद थे और साइड में करीब तीन से चार गाड़ियां खड़ी हुई थी। वो शख्स अपनी आंखों में चश्मा चढ़ाते हुए तेज कदमों से बाहर आता है और दूरड़ी चमचमाती पोर्श में जाकर बैठ जाता है। उस कार में नंबर प्लेट नहीं थी उसमें बड़े-बड़े अक्षरों में जैगुआर लिखा हुआ था। वह गाड़ी हवा को चीरते हुए बहुत ही तेजी से वहां से निकल जाती हैं।



    वह शख्स सर्द नजरो से शुरू से बस बाहर देख रहा था। उसने इस वक्त गॉगल्स लगाए हुए थे जिसकी वजह से उसके इमोशंस नहीं बताए जा सकते थे। कुछ देर बाद उसकी गाड़ी एक बड़े से पैलेस में आकर रुकती हैं। वह पैलेस सिटी से कुछ दूरी पर बना हुआ था और सीधा एक तेज कदमों से महल के अंदर चला जाता है और उसके अंदर जैसे-जैसे उसके कदम अंदर की तरफ बड़ रहे थे। वैसे ही वहां मौजूद शख्स अपना सर झुकाते चले जा रहे थे।

    वह शख्स एक कमरे के सामने जाकर रुक जाता है और एक तेज आवाज के साथ दरवाजे को खोलता है उसकी नजर काउच पर लेटी हुई लड़की पर जाती है। जो शायद अभी गहरी नींद में थी और वो  सीधा बालकनी के पास जाकर डूबते हुए सूरज को देखने लगता है। तभी उसे अंदर से कुछ चीज की आवाज आती हैं। उस शख्स के होठों के कोने एकदम से मुड़ जाते हैं और वह अपनी बाज से नजर को पीछे की तरह देखा है जहां एक लड़की लहंगा और कई हुई चोली में घबराते हुए शख्स को देख रही थी।

  • 5. Monster adorable love - Chapter 5

    Words: 504

    Estimated Reading Time: 4 min

    उस लड़की के हाथ में एक बड़ा सा एंटीक पास था जो उसने अभी-अभी वहां से उठाया था। वह लगातार अपने होठों को काट रही थी। उस शख्स की नजर उस लड़की की होठों पर जाकर रुक जाती हैं और वह धीरे-धीरे उसकी पतली सी सुराही जैसी गर्दन से होते हुए कॉलर बॉन और नीचे जाकर रुक जाती है उसे वह बुरी तरीके से उसकी चोली को घूर रहा था। जो बहुत ही ज्यादा कसी हुई थी जिसकी वजह से उसका सीना दिखाई दे रहा था।

    जहां उसकी पतली सी नागिन जैसी कमर काफी ज्यादा दिख रही थी और काफी अट्रैक्टिव लग रही थी। उस शख्स के हाथों की मुट्ठी मजबूत हो जाती हैं और वह इतनी ज्यादा मजबूत थी उसकी नसें उभर कर दिखने लगती हैं। वह लड़की की तरफ अपने कदम बढ़ा देता है।



    वह लड़की अपने कदम पीछे लेते हुए ,_" आप कौन हैं ? हमें यहां कौ..कौन लेकर आया है ? यह कौन सी जगह है ? " वो धीरे-धीरे अपने कदम पीछे ले रही थी।



    वही वह शख्स बिना किसी इमोशंस के उसकी तरफ बढ़ रहा था उस लड़की के चेहरे पर बरकरार थी। तो वही वह लड़की सिर्फ शख्स की गहरी नीली आंखों को देख रही थी। जो धीरे-धीरे करके रंग बदल रही थी। वह काफी ज्यादा डरावना लग रहा था। उसके माथे की नसे उभर आई थी। वह ठंडी हवा तो ऐसी थी जैसे कोहरे में बरसात वहां का माहोल बहुत ही ज्यादा ठंडा और डरावना था।



    उस लड़की के सिर्फ उस शख्स की मौजूदगी से ही रोंगटे पर खड़े हो रहे थे वो डरी हुई आवाज में ,_" आप कौन हैं ? हमें यहां पर क्यों लेकर आए हैं ? " 



    वह शख्स एक झटके से उसको घुमाकर करना उसकी बाजू को मजबूती से पकड़ लेता है। वह लड़की दर्द से ,_" यह अपने आप में क्या करें छोड़ें हमें दर्द हो रहा है। " वह अपनी आंखों में नमी लिए उसे नीली आंखों वाले बीस्ट से खुद को रिहा करने के परेशानी तलब कर रही थी।



    उस अंधेरे कमरे में उसे लड़की को खाली उस शख्स की गहरी नीली आंखें दिख रही है। वह अपने हम बाजू को छुड़ाते हुए ,_" यह आप क्या कर रहे हैं ? प्लीज छोड़े हमें हमें तकलीफ हो रही है। " 

    वो शख्स एक झटके से उसे दीवार से लगा देता है और उसके दोनों बाजू को अपनी मुट्ठी में भरते हुए दांत पीसकर गहरी आवाज में ,_" क्या कर रही थी आप वहां ? " वह लड़की एकदम से घबरा जाती हैं और उसकी आंखों से एक आंसू को कतरा बह जाता है।


    next episode mei flash back chalega jo bahut hi intresting hone wala hai i hope aap loog enjoy krege or gai ek baat or read krne ke sath satha aap loog follow krna na bhule filhaal ye bahut important mere liye kyuki jitne jada followers hoge utne hi jaldi lavel badhega to please follow kre or reating bhi jarur de or sath mei comment krna na bhule es se hi to kushi milti hai ☺️

  • 6. Monster adorable love - Chapter 6

    Words: 696

    Estimated Reading Time: 5 min

    फ्लैशबैक ,



    अस्पताल में एक लड़की जिसने इस वक्त एक नॉर्मल सा सफेद कलर का पटियाला सूट शलवार पहना था और गले में लाल कलर का दुपट्टा डाले हुए वेंटीलेटर को लगभग धक्का देते हुए आगे बढ़ रही थी। उसकी आंखों से बेइंतहा आंसू बह रहे थे , तभी वहां पर डॉक्टर आ जाते हैं।





    औरउसे लड़की को देखते हुए ,_" हमने आपसे कहा था ना जब तक आप पैसों का इंतजाम नहीं करेंगी तब तक हम आपके बाबा का इलाज नहीं कर सकते तो। आप इस तरीके से यहां पर इन्हें क्यों लेकर आई है ? " 



    वह लड़की अपने दोनों हाथ जोड़ते हुए ,_" अंकल , अंकल आप हमारी बात समझने की कोशिश कीजिए। आ.. आप हमारे बाबा का ऑपरेशन स्टार्ट करिए हम , हम जल्द से जल्द पैसों का जुगाड़ कर लेंगे। " 

    वह शख्स उसे लड़की को ऊपर से लेकर नीचे तक देखते हुए ,_" क्या आपको हम पागल नजर आ रहे हैं 45 लाख कोई मामूली रकम नहीं होती है ।जिसे आप इतनी आसानी से इकट्ठा कर लेंगी। " 

    वह लड़की डॉक्टर से मिन्नते करते हुए बोली ,_" हम कुछ भी करने के लिए तैयार है। बस आप हमारे बाबा के ऑपरेशन की तैयारी करें। हम उनके लिए खुद को बेच देंगे और प्लीज आप उनका इलाज करें हम पैसे लेकर आते हैं। " बोलते हुए वह तेजी से डॉक्टर को एक नजर देखने के बाद वहां से भागते हुए सीधा अपने घर की तरफ निकल जाती हैं।



    उस लड़की के पैरों में चप्पल नहीं थी उसकी चप्पल रास्ते में टूट चुकी थी। वह बेतहाशा भाग रही थी और एक बड़े से आलीशान घर के सामने आकर रुकती हैं।



    और सीधा एक कमरे के पास जाकर ,_" मम्मी आप प्लीज प्लीज कुछ पैसे दे दीजिए बाबा का इलाज करवाना है। उनकी तबीयत बहुत ही ज्यादा खराब है। " वह औरत जिसने इस वक्त बहुत ही भारी भरकर साड़ी के साथ एकदम मोटे-मोटे ज्वेलरी पहनी थी जो दिखने में काफी ज्यादा हैवी थी।



    वह अपने नाखूनों को फाइल करते हुए ,_" तुम्हारे बाबा से शादी करके तो मैं वैसे ही पछता रही हूं और अब जो कुछ थोड़ा बोहोत मेरे पास है तुम्हारी नजर उस पर भी है। तुम अपनी औकात मत भूलो तुम्हारी औकात यहां नहीं है और वैसे भी अगर तुम्हारे बाबा मर रहे हैं । तो मैं इसमें क्या कर सकती हूं ? जो थोड़ी बहुत रकम बची है उससे कम से कम मैं अपनी बेटियों की शादी तो करवा सकती हुं और तुम चाहती हो कि मैं उसे इलाज में लगा दु। 



    वह लड़की अपने दोनों हाथ जोड़ते हुए ,_" मम्मी आप ऐसे कैसे बोल सकती हैं ? वह आपके पति है। बाबा का इलाज करवाना अभी जरूरी है। " वह रुआसी हुई आवाज में बोल रही थी।



    वह औरत उस लड़की के नजदीक आती हैं और उसे ऊपर से लेकर नीचे तक देखकर उसके गालों को प्यार से सहलाते हुए ,_" वैसे हो तो तुम भी बहुत खूबसूरत तुम किसी काम आओ ना लेकिन एक काम बहुत अच्छे से सकती हो। जिसकी तुम्हें बहुत भारी कीमत भी मिल सकती है। " 



    उस लड़की की आंखों में चमक आ जाती हैं और वह चमकती हुई आंखों से ,_" आपका मतलब हम कोई काम करेंगे हमें पैसे मिलेंगे। आप बताइए हमें पैसे मिलेंगे तो हम कोई भी काम करने के लिए राजी हैं। बस आप हमें बताइए हमें करना क्या होगा ? " 







    वह औरत चेहरे पर मक्कारी भरी हुई हंसी लेकर ,_" तुमने सुना होगा ना बेटा की खूबसूरती की बहुत बड़ी-बड़ी कीमत चुकाई जाती है। तो बिल्कुल वैसे ही आपको भी अपने खूबसूरत होने की कीमत मिलेगी जिससे आप अपने बाबा का इलाज करवाएंगी। क्या आप ऐसा करना चाहती हैं ? "

    वह लड़की जल्दी-जल्दी अपना सर हिला देती हैं वहां पर एक आदमी आ जाता है। जो काफी लंबा चौड़ा जाता था। और आंखों में लेंस लगाए हुए थे चेहरे पर कुछ हल्के हल्के से बियर्ड थी वह जैसे ही उस लड़की को देखा है उसकी आंखों में लस्ट छा जाता है और वह उसे लड़की को देखते शुरू कर देता है। वह काफी अजीब तरीके से देख रहा था।


    loog apne go ya praye pr pese ke aage hr rishta kmjor padh hi jata hai..

  • 7. Monster adorable love - Chapter 7

    Words: 621

    Estimated Reading Time: 4 min

    वही वह औरत उस लड़की की तरफ देखते हुए ,_" बेटा पहले आ जाइए और जाकर कपड़े बदल कर आए हमने आपके लिए कुछ कपड़े आपके कमरे में भिजवाए हैं। वह लड़की जल्दी से अपने कमरे की तरफ भागती हैं। उसे किसी चीज की सुध नहीं थी। उसे बस जल्द से जल्द पैसों की तलब थी। तभी वह शख्स जाते हुए लड़की को गहरी नजर से देखने लगता है। उसकी नजर उस लड़की के पैर और कमर पर जाकर रुक चुकी थी।



    तभी वह औरत उसके आगे चुटकी बजाते हुए ,_" मिस्टर वर्मा आप तो जानते ही होंगे कि हम किस तरीके से हर चीज की कीमत निकलवाते हैं। तो बिल्कुल वैसे ही हमें इसकी भी कीमत चाहिए। बताइए कितनी कीमत दे सकते हैं आप हमें ? " 

    वो शख्स अपने लोअर लिप को दांतों से बाइट करते हुए ,_" इसकी कीमत तो वैसे बहुत ज्यादा होनी चाहिए पर हम ज्यादा से ज्यादा सिर्फ आपको 70 लाख रुपए दे सकते हैं। " 

    उस औरत की आंखों में चमक आ जाती हैं और वो उस शख्स की तरफ देखते हुए ,_" हमें मंजूर है। " 



    तभी वह लड़की कुछ देर बाद भागते हुए बाहर आती है उसने इस वक्त वही लाल कलर का लहंगा और चोली पहनी हुई थी और दुपट्टे को उसने इस तरीके से डाला था जिससे उसकी ना कमर दिख रही थी और ना ही पीठ वह काफी अनकंफरटेबल लग रही थी उन कपड़ों में



    वह धीरे कदमों से अपनी मां की तरफ आते हुए ,_" मम्मी ये कपड़े थोड़े अजीब है। हम क्या कुछ और नहीं पहन सकते ? इसमें हमें काफी अजीब लग रहा है और बहुत ही ज्यादा टाइट भी है। " वह अपने दुपट्टे को बार-बार ठीक कर रही थी।

    वही वह औरत उसके नजदीक आकर ,_" बेटा इसमें आप बहुत ही खूबसूरत लग रही हैं और आप जितनी ज्यादा खूबसूरत लगेंगी आपको इतनी ही ज्यादा कीमत मिलेगी। "  वह लड़की मासूमियत से अपनी नजरे उठाकर अपनी मां को देखने लगती हैं। जिनके चेहरे पर मक्कारी साफ झलक रही थी।

    " आपने कहा था हम कपड़े पहन लेंगे तो आप हमें कीमत देंगी तो प्लीज जल्दी से हमें दे दीजिए हमें डॉक्टर अंकल को जाकर पैसे देने हैं। " 

    वह औरत मुस्कुराते हुए ,_" कीमत तो हमें मिल गई है बेटा बस आपको उनके साथ जाना है। " 

    वही कनक अपना सर उठाकर सामने खड़े आदमी को देखती हैं। जो अपनी शर्ट के बटन खोले अपने सीने को लगातार सहला रहा था। उसे काफी अजीब सा लगता है। 



    वह अपने कदम पीछे लेते हुए ,_" हम , हम इनके साथ नहीं जाएंगे। " 

    वह आदमी जल्दी से खड़ा होकर फुर्ती से कनक के नजदीक आ उसके हाथ को मजबूती से पकड़ ,_" कीमत दी है तुम्हारी , तुम्हारी मां ने तुम्हें बेच दिया है। " कनक हैरानी से अपनी मां की तरफ देखती है। उसकी हैरानी का कोई ठिकाना नहीं था।



    वह खुद को छुड़ाते हुए ,_" यह आप क्या कह रहे हैं ? " 



    मिस्टर वर्मा गुस्से में कनक का हाथ मजबूती से पकड़कर चिल्लाते हुए ,_" मैने तुम्हारी कीमत अदा करी है चुपचाप मेरे साथ चलो वरना मुझसे बुरा कोई नहीं होगा। " 



    कनक खुद को छुड़ाते हुए ,_" मां यह सब क्या हो रहा है ? मम्मी प्लीज मुझे बचाओ। " 



    वो बस उसे देखने लगती हैं उनके चेहरे पर गुस्सा बिल्कुल भी नहीं था। बल्कि वो मुस्कुरा रही थी। वह आदमी एक छोटी सी लीड निकालकर उसके कंधे के ऊपर घुसा देता है। जिसके साथ ही कनक धीरे-धीरे बेहोश होने लगते हैं।



    और उसे बाहों में उठाते हुए ,_" कुछ भी कहो जितना लड़कियां तड़पते हुए मजा देती हैं। उतना जिंदा लाश बनकर मजा नहीं आता। पर कोई बात नहीं कभी कबार करना भी जरूरी होता है। " 



    फ्लैशबैक एंड ,

  • 8. Monster adorable love - Chapter 8

    Words: 533

    Estimated Reading Time: 4 min

    कनक डरी हुई नजर से पीछे होने लगती हैं। वह शख्स धीरे-धीरे उसकी तरफ कदम बढ़ाते हुए उसके कंधों को और मजबूती से पकड़ लेता है। कनक के आंखों से आंसू निकल जाते हैं। 

    वह अपने दुपट्टे से खुद को छुपाने की कोशिश करते हुए ,_" प्लीज प्लीज हमें जाने दीजिए हमें यहां से जाना है। " 



    वह शख्स कनक की बाजू को मजबूती से पकड़ कर एक ही बार में खींच देता है उसकी बाजू इतनी ज्यादा कसी हुई थी कि खींचने भर से एक बार में ही फट जाती है। कनक की आंखें बाहर आने के लिए तैयार थी।





    वह घबराते हुए ,_" यह सब आप क्या कर रहे हैं ? प्लीज प्लीज हमें जान हमें जाने दीजिए। " 

    वह शख्स उसे गर्दन से पकड़ कर बेड के पास लाता है और उसे धक्का देते हुए ,_" तुम्हारे अंदर की सारी गर्मी अभी उतारता हूं। "  सीधा उसके बेड पर आ जाता है। " 



    कनक डरते हुए खुद को पीछे की तरफ समेटते हुए ,_" हम हम ऐ.. ऐसी लड़की नहीं है। " 

    वह शख्स अंधेरे में ही कनक के नाजुक मुलायम गालों को दबाते हुए ,_" वह तो हम अभी बताएंगे आप कैसी लड़की हैं ? और कैसी लड़की नहीं है।" 



    कनक की आंखों से आंसू निकलना शुरू हो जाते हैं वह डरते हुए पीछे खिसकने लगती हैं कि वो शख्स एक झटके से खनक के पैरों को खींच देता है। जिसके साथ कनक पेट के बल बेड पर जा गिरती है और डरी हुई नजरों से उस शख्स को देखने लगती हैं। वह शख्स एक बार में उसकी चुनरी निकाल कर बेड से नीचे फेंक देता है। कनक घबराकर अपने सीने को , अपनी कमर को हाथों से छिपाने लगती हैं।





    वह शख्स उसके नाजुक छोटे हाथों को एक झटके से पकड़ कर उसके सर के ऊपर पीछे कर देता है और गहरी नजर से कनक को घूरने लगता है। उस अंधेरे कमरे में भी हल्की सी रोशनी थी जो की बालकनी की वजह से चांद , तारों की बारात की चांदनी अंदर आ रही थी। जिससे रिफ्लेक्शन सीधा कनक पर पड़ा रहा था। जिससे उसकी पतली सी नाजुक कमर किसी हीरे की तरह चमक रही थी और वह हल्की-हल्की लाल नजर आ रही थी।

    वह घबराते हुए उस शख्स को दूर करते हुए ,_" प्लीज प्लीज हमे , हमें जाने दीजिए ह.. हम ऐसे नहीं है। " 



    वह शख्स एकदम कनक के नजदीक आ जाता है उसकी गर्म सांसे कनक को अपने कंधे और कान पर महसूस हो रही थी। वह अपने लहंगे को मुट्ठी में भर खुद में ही अपने वजूद को सीमेंट लेती है। वह शख्स उसके ऊपर एकदम से हावी हो चुका था। 



    वह शख्स अपनी ठंडी आवाज में ,_"



    हल्के उजालों में ,



    हल्के अंधेरों में जो इक राज़ है



    क्यो खो गया है वो?



    क्या हो गया है कि वो नाराज़ है? "



    बोलते हुए उसकी गर्दन पर अपने तपते हुए होंठ टिका देता है। उसके अंदर कुछ टुकड़ों में टूट जाता है और आंखों से आंसुओं की का सैलाब आ जाता है।

    वह कांपते हुए ,_" प्लीज। " रोना शुरू कर देती हैं। वो धीरे-धीरे अपने होंठ सरकाते हुए नीचे लाने लगता है। कनक की एक दर्द भरी चीख निकल जाती हैं। 

  • 9. Monster adorable love - Chapter 9

    Words: 502

    Estimated Reading Time: 4 min

    एक बड़े से पैलेस में एक शख्स गुस्से से सोफे पर बैठा हुआ था। उसने व्हाइट कलर का कोट पैंट पहना था और उसके लंबे बाल जो चोटी में बंधे हुए थे। आंखों पर गॉगल्स लगे हुए थे। वह अपने हाथों की कोहनी को घुटने पर टिकाए हुए उंगलियों को मसल रहा था और उसके चेहरे पर गुस्सा हद से ज्यादा था। इतना कि उसका चेहरा पूरा लाल हो चुका था।



     उसके सामने करीब आधे उम्र का शख्स बैठे गुस्से से घूरते हुए ,_" हमने एक बार कह दिया सो कह दिया हमारे दोस्त की बेटी आ रही है और अगर आपने हां नहीं कहा तो हमसे बुरा कोई नहीं होगा। " 





    वह शख्स खड़े होते हुए ,_" दादू हम आपकी इज्जत करते हैं इसलिए हम आपसे अभी  आसान भाषा में बता रहे हैं। हमें किसी भी लड़की में कोई दिलचस्पी नहीं है और अगर आपने हमारे साथ जबरदस्ती करने की कोशिश करी तो हम यह घर छोड़कर चले जाएंगे। "



     उसके सामने खड़े हुए बलदेव ठाकुर अपने पोते को बुरी तरीके से घूरते हुए ,_" हमने आपका रिश्ता पहले ही फिक्स कर दिया है और अगर आपको कोई भी ऐतराज है तो आप उस एतराज को अपने तक रखिए हमने फैसला ले लिया है और आपको हमारे फैसले को मारना ही पड़ेगा वरना हमसे बुरा कोई नहीं होगा और अब आप यहां से जा सकते हैं। हमारी राजकुमारी के आने का वक्त हो चुका है। " बोलते हुए वह सोफे पर बैठ जाते हैं।





     और वही ईशान तेज कदमो से बाहर निकल जाता है। उसकी मुट्ठी हद से ज्यादा कसी हुई थी ।इतनी ज्यादा की उसके हाथों की नसे दिखाई दे रही थी। उसने अपनी स्लीव्स को कोहनी तक फोल्ड कर रखा था। वह दांत पीसते हुए बाहर की तरफ निकल रहा था। तभी उसकी टक्कर किसी से हो जाती हैं। वो उस शख्स को संभाल लेता है। 











    वह लड़की घबराहट में ईशान का कोट मजबूती से पकड़ लेती हैं और ईशान जिसे महसूस होता है की वो लड़की है। वह तुरंत ही उसे छोड़ देता है। वह लड़की सीधा जमीन पर गिरती है और उसके मुंह से एक हल्की सी चीख निकल जाती है। वो सर उठाकर अपने सामने खड़े हुए लड़के को देखती हैं और उसके माथे पर ठंडा पसीना आने लगते हैं। वह घबरा कर जल्दी से खड़ी होती है।



















     और जल्दी से वहां से अपने लहंगे को मुट्ठी में भरकर अंदर की तरफ भाग जाती है। ईशान अपना सर टेढ़ा करकर उस लड़की को देखता है उसकी नजर तो जैसे उस लड़की के पैरों पर अटक गई थी। उसके खूबसूरत गुलाब जैसे नाजुक पैर वह एकतक देखता रहता है और फिर अपने आंखों पर शेड्स चढ़ाते हुए वहां से तेज कदमों से निकल जाता है। 



    yaha se ab humare Kuch naye kirdaar ki shuruaat hogi jo bahut hi intresting or dominating hoge pr abhi ke time mei wo kirdaar thode ajeeb hi lagege yo Bas intejaar kriye story ka jaldi jaldi aage vafhne ja baki kb kya hoga ye to sirfh story writer hi janti hai 😉

  • 10. Monster adorable love - Chapter 10

    Words: 717

    Estimated Reading Time: 5 min

    वहीं दूसरी तरफ ,











    अंधेरे से डूबे हुए उस कमरे में अभी भी कनक के सिसकने  की आवाज आ रही थी। वह बेड पर अपनी कोहनी के बल पीछे खिसकने की कोशिश कर रही थी। तभी वह शख्स एकदम से उसके खुले हुए पेट पर अपने हाथ रख देता हैं।











    कनक की आंखें और बड़ी हो जाती है। वो घबराहट से पूरी तरीके से कांपने लगती है। तभी उसे अपने पेट पर कुछ पतला सा और स्टिकी सा रेंगता हुआ महसूस होता है। वह जो अभी सिर्फ उसे गहरी नीली आंखों वाले बीस्ट को घूर रही थी। अपने पेट की तरफ देखती हैं उसकी एक जोरदार चीख निकल जाती हैं।



















     तभी वह शख्स उसके पेट पर अपना हाथ रख ,_" मैने आपसे कहा था ना बाहर नहीं आने के लिए। "











     उसकी ठंडी आवाज सुनकर वह पतला सा नाग जो पूरी तरीके से कला था और उसकी आंखें अंधेरे में चमक रही थी। धीरे-धीरे लिपटते हुए उसके हाथ में चढ़ जाता है और कनक को घूरने लगता है।











     कनक अपना गले को तर करते हुए ,_" आ.. आप लोग कौन है ? ह.. हमें यहां से जाने दीजिए हम आपको नहीं जानते। आप हमारे साथ हमारे साथ ऐसा कैसे क्यो रहे हैं ? " 







    वह आदमी कनक के ऊपर झुकने लगता है कनक धीरे-धीरे बेड पर पूरी तरीके से लेट चुकी थी। वह आदमी कनक की चोली को देखता है जो बहुत ही ज्यादा कसी हुई थी और जिसकी वजह से उसका सीन एकदम विजिबल हो रहा था। वह शख्स एक बार में ही उसके ब्लाउज को खींचते हुए फाड़ देता है। खनक की जान गले में अटक जाती है।











    और वह अपने आपको हाथों से कवर कर ,_" देखिए प्लीज ,प्लीज ऐसा मत करिए हम ऐसी लड़की नहीं है। आप हमारे साथ ऐसा क्यों कर रहे है ? हमे यहां से जाने दीजिए , हमारा यहां से जाना बहुत जरूरी है। " 











     वह शख्स उसके ऊपर झुकते हुए गहरी आवाज में ,_" अगर आप ऐसी लड़की नहीं होती तो आप इस तरह के कपड़े नहीं पहनती। इन कपड़ो से ही आपकी ही पहचान का पता चल रहा है। " बोलते हुए वह उसके लहंगे की तरफ देखते हैं और उसकी डोरी को कस के खींच देता है।











    जिसके साथ कनक की चीख निकल जाती हैं और वह डरी हुई नजर से खुद में ही सिमटने लगती है। उसे ऐसा लग रहा था जैसे उसका वजूद अभी यहीं पर बिखर जाएगा। उसका सब कुछ खोने के लिए तैयार था। वह शख्स कनक को गहरी नजरों से देखता है। उसकी नजर कनक की पतली सी कमर पर जाकर अटक जाती हैं ।उसकी कमर काफी ज्यादा अट्रैक्टिव लग रही थी।











    और उस वक्त हल्की-हल्की सी चांद की रोशनी कमरे में दाखिल हो रही थी। जो सीधा कनक कि कमर पर पड़ रही थी। वह शख्स अपने हाथ कनक की कमर पर रख देता है और वह अंगूठे से उसकी कमर को धीरे-धीरे मसलते हुए।











     गहरी आवाज में ,_" तुम तो बिल्कुल मलाई जैसी हो। पर मेरे किसी भी काम की नहीं। "  बोलते हुए उससे दूर हो जाता है।











    कनक उसे देखती हैं और जल्दी से बेड से उठने लगती हैं।  वह शख्स एकदम से उसके ऊपर झुक जाता है। कनक उसके भारी भरकम शरीर के नीचे एकदम से दब चुकी थी और वह अपनी डरी हुई पलके बार-बार झपकते हुए उस नीली आंखों वाले बीस्ट को देख रही थी।











     वह शख्स उसके गाल पर हाथ रख अंगूठे से सहलाते हुए,_" वैसे कुछ भी कहो कीमत तो तुमने बखूबी अपनी लगाई है। तुम्हें बहुत अच्छे से पता है की खूबसूरती की क्या ? कीमत होती है। पर इतना तो हमें भी अंदाजा नहीं था कि आप अपनी कीमत खुद लगाएंगी। वह भी इस तरह से चलिए जब आपने कीमत लगा ही ली है तो क्यों ना उस कीमत का बदला भी अदा कर लिया जाए । " बोलते हुए उस कमरे की लाइट ऑन कर लेता है।











    कनक जल्दी से अपने छोटे से चेहरे को दोनों हाथों में भर लेती हैं। वह अचानक लाइट्स जलने से घबरा चुकी थी और फिर धीरे-धीरे अपने चेहरे से हाथ को नीचे करने लगते हैं। वह अपने आधे चेहरे पर हाथों को रख धीरे से अपनी आंखें खोलता है और उसकी आंखें सीधा नीली आंखों वाले शहजादे से जाकर मिलती है। जो आंखों में समुद्र जितनी गहराई लिए उसे ही देख रहा था। 

  • 11. Monster adorable love - Chapter 11

    Words: 1099

    Estimated Reading Time: 7 min

    कनक एकदम से घबरा जाती हैं और उसे अपनी हालत का एहसास होता है। वह जल्दी से ब्लैंकेट को खींचने के लिए अपना हाथ बढ़ाती की उसकी नजर ब्लैंकेट पर बैठे हुए उस पतले से एनाकोंडा पड़ जाती है। वह खुद में सिमट जाती हैं शर्म से अपने आप को कवर करने लगती हैं। उसकी नजरे झुक चुकी थी। वही वह शख्स धीरे-धीरे उसके नजदीक आता है।











    और उसके बालों को बेदर्दी से पड़कर बिल्कुल उसके चेहरे के पास गहरी आवाज में ,_" जब आपने अपना ये शर्म का पर्दा खुद ही बेच दिया है। तो अब हमसे कैसी शर्म ? और वैसे भी हमने बाकायदा आपकी कीमत अदा करी है। तो जो हम कहेंगे आपको वह मानना पड़ेगा। " 











    वो कांपते होठों से ,_" आप.. आपको कोई गलतफहमी हुई है। ह.. हम ऐसी लड़की.. । " 











     वह शख्स उसके होठों पर उंगली रख देता है। कनक का पूरा शरीर कांप गया वो उसकी उंगली को अपने ठंडे नाजुक होठों पर महसूस करती हैं।











     वह शख्स उसे देखते हुए ,_" जब हमने आपकी कीमत अदा करी है। तो क्यों ना कीमत अदा होने का असली काम भी कर लिया जाए ? " बोलते हुए वह उसे बेड पर धक्का देता है।











     खनकी हल्की सी चीख निकल जाती हैं और वह उठते हुए ,_" आप हमारे साथ ऐसा क्यों कर रहे हैं ? आपको.. । "  पर वो शख्स उसकी बिल्कुल नहीं सुनता और अगले ही पल उसकी आंखों पर पट्टी बांध देता है।











    कनक एकदम घबरा जाती हैं और अपने हाथ चलाते हुए ,_" यह आप क्या ? "  वह बोल ही रही थी कि उसे अपने होठों पर तेज दर्द के लहर महसूस होती हैं।











    उस शख्स ने अपना पूरा वजन कनक पर डाल दिया था।कनक को ऐसा लगा जैसे उसकी जान उसके गले में अटक चुकी हो। वो मजबूती से उस शख्स के कॉलर को पकड़ लेती हैं।











     वह saksh उसके सीने पर अपने हाथों से प्रेशर बनाते हुए ,_" क्या हुआ आप इतना घबरा क्यों रहीं है ? " उसे कसके बाइट कर लेता है। उसके हाथ कनक की नागिन कमर पैर फिसल रहे थे।











    कनक के कपड़े फटकर नीचे बिखर चुके थे और उसने इस वक्त सिर्फ एक छोटी सी मिनी स्कर्ट पहनी हुई थी और वह अपनी इनर वियर में थे। जिसमे उसका शरीर काफी अट्रैक्टिव लग रहा था। वह शख्स एकदम से कनक के ऊपर से उठ जाता है और अपनी शर्ट के बटन खोलते हुए कनक के शरीर को देखने लगता है।











     जिसमें उसने अपने नेवल पर एक छोटी सी किल डाली हुई थी जो ब्लैक कलर के डायमंड की तरह बिल्कुल अट्रैक्टिव लग रही थी। वही उसके पतले से परफेक्ट गुलाबी पैर जो रगड़ने से लाल हो रहे थे। वह अपनी शर्ट को एक झटके से उतार कर फेंक देता है और उसके पैरों के पास बैठकर उसके पैरों पर धीरे-धीरे उंगली चलाते हुए।











    " वैसे आपके पैर है तो बेहद खूबसूरत मानना पड़ेगा। आप जैसी खूबसूरत लड़कियां ही तो होती है। जिन्हें खुद की असली कीमत पता होती है और हमें नहीं पता था आपको अपनी इतनी परफेक्ट कीमत के बारे में अंदाजा होगा। "











    कनक की आंखों से आंसू निकल जाते हैं वह कांपते हुए ,_"  ऐसा नहीं है। आप किस कीमत की बात कर रहे हैं ? प्लीज हमें छोड़ दीजिए , हमें यहां से जाने दीजिए , हमारा जाना बहुत जरूरी है। " 











    वह शख्स अगले ही पर अपने सख्त होठ कनक के पैरों में रख देता है। कनक की हल्की सी चीख निकल जाती है। वह दोनों हाथों से बेडशीट को मजबूती से पकड़ गहरी सांस लेते हुए











    " नहीं प्लीज , प्लीज हमारे साथ ऐसा मत करिए। " वह शाखा उसके पैरों पर अपने होंठ रख धीरे-धीरे ऊपर बढ़ने लगता है।











    कनक अपने पैरों को उससे दूर कर करते हुए ,_" आप क्या कर रहे हैं ? "  वह आंखों से पट्टी निकालने की कोशिश करने लगती है।











    वह शख्स गहरी आवाज में ,_" अगर आप अभी 1 इंच भी हिली तो हम आपके साथ वह करेंगे जिसका आपको अंदाजा भी नहीं है। अभी हम जो कर रहे हैं हमें करने दीजिए वैसे भी आपको आपके किए की सजा मिलनी हीं चाहिए जो आपने किया है। उसका खामियाजा आपको भुगतना ही पड़ेगा। " बोलते हुए वह उसके पैरों के ऊपर आ जाता है।











    और उसके नाजुक पैरों को अपनी कमर पर लपेट लेता है और कनक को अपने ऊपर बैठाते हुए उसके सीने पर चूमना और काटना शुरु कर देता है। वह लगातार उसके सिने को दबा रहा था और अगले ही पल एक झटके से उसे बेड पर पटकते हुए 











     " आपका ये मलाई जैसा बदन जीसे हम अपने बदन के नीचे दबाकर उसे नोच सके और मसल सके। " बोलते हुए वह उसके नाजुक सफेद बेदाग कंधों पर अपने हाथ रख धीरे-धीरे नीचे की तरफ लेकर आने लगता है।











     पर उस शख्स को कोई फर्क ही नहीं पड़ रहा था। वह  शख्स एक झटके से उसके सीने पर बाइट करता है। जिसके साथ कनक कि दर्द भारी चीख निकल जाती हैं। उसकी आंखों के सामने बहुत सारे मंजर चलने लगते हैं और वह एकदम से उसकी सांसे धीमी होने लगती हैं और शरीर पूरा दर्द से कांपने लगता है। वो शख्स बिल्कुल भी नहीं रुकता और वह अपने मनमानी जारी रखता है।











     कुछ देर बाद जब कनक का शरीर हलचल करना बंद कर देता है। वह एकदम से अपना सर उठाकर कनक के चेहरे को देखने लगता है। पत्तियां आंखों पर बंधी हुई थी जो पूरी तरीके से भीग चुकी थी। उसे देखकर साफ पता चल रहा था कनक कितना ज्यादा रोई थी। उसके कांपते हुए होठ जिन्हें उसने लगातार ना जाने कितनी बार बाइट कर लिया था। वह उसके पास आ जाता है।











     और उसके होंठो को अंगूठे से दबाते हुए गुस्से भरी आवाज में ,_" आपने बिल्कुल भी सही नहीं करा है हमारे साथ। आपने हमें धोखा देने की कोशिश करी है ना। अब देखिए हम आपके साथ क्या ? करते हैं। " बोलते हुए वहां से तेज कदमों से निकल जाता है।











    और दूसरे कमरे में आकर अपना फोन निकाल कान पर लगाते हुए ,_" पेपर तैयार हुए या नहीं ? " 











    दूसरे साइड से कुछ आवाज आती हैं। जिसके बाद वह शख्स फोन खूब तेजी से दीवार पर मारता है और फोन के कई टुकड़े हो जाते हैं। वह जमीन पर जाकर बिखर जाता है।











    वो शख्स गुस्से से दांत पीसते हुए ,_" अब आपको हमारा होने से कोई भी नहीं रोक सकता कोई भी नहीं हम दोनों के बीच के अब हम सारे फासले खत्म करेंगे। " वह अपनी मुट्ठियां मजबूत कर लेता है। उसका शरीर कांप रहा था उसकी आंखों में गुस्से की आग जल रही थी।

  • 12. Monster adorable love - Chapter 12

    Words: 526

    Estimated Reading Time: 4 min

    रात का वक्त, 











    कनक की आंख धीरे-धीरे खुलती हैं उसे एहसास होता है वह अभी भी किसी नर्म मुलायम चीज पर है। वो नीचे देखती हैं उस कमरे में डिम लाइट जल रही थी। आसपास एकदम सफेदी भीकरी होती है। वह एकदम से घबरा जाती हैं। उसे खुद की हालत का उसे अंदाजा हो जाता है। वो जल्दी से अपने जमीन पर पड़े हुए कपड़ों को उठाकर पहन लेती हैं। उसकी आंखों में आंसू आ चुके थे। पर अब उसे यहां से निकलना था।











    वह जल्दी से दरवाजे के पास जाकर उसे खोलते हुए ,_" प्लीज खुल जाओ ना हमें अभी यहां से निकलना बहुत जरूरी है। "











    वह तेजी से दरवाजे से बाहर निकलती है कि बाहर खड़े एक सर्वेंट से टकरा जाती हैं। जो पहले से ही वहां पर अपना सर झुकाए खड़ा था। कनक एकदम घबराकर अपने दो कदम पीछे कर लेती हैं और दुपट्टा से नेट की चुन्नी से खुद को छिपाने की कोशिश करने लगती है। उस सर्वेंट की नजर एक बार भी कनक पर नहीं गई थी।











    वह अपना सर झुकाए हुए ,_" आप हमारे साथ चलिए। " 











    कनक एकदम से घबरा जाती हैं पर उसके अंदर इतनी हिम्मत नहीं थी कि वह जुबान खोलकर कुछ कह सके वह धीरे कदमों से उसके साथ आ जाती हैं। 











    वह सर्वेंट उसे एक दरवाजे के पास छोड़ते हुए ,_" यहां से अब आपको अकेले ही अंदर जाना होगा। " वो बिना कुछ कहे वहां से तेजी से निकल जाता है।











    कनक दरवाजे के सामने खड़ी हो जाती हैं। वो लकड़ी का बड़ा सा दरवाजा था। जिसमें कारीगरी की गई थी। लेकिन न जाने उसे कैसा ? एक अजीब सा खोफ खा रहा था उसके पैर अंदर जाने की बजाय पीछे की तरफ खीच रहे थे वह धीरे से अपना सर झुकाकर अंदर की तरफ बढ़ जाती हैं। 











    उसकी नजर कमरे पर जाते हैं और वह जल्दी से बाहर के लिए जाने के लिए दरवाजा खोलने की कोशिश करती है। दरवाजा अब तक लॉक हो चुका था। कनक और ज्यादा घबरा जाती हैं। वह आसपास देखती हैं आसपास सिर्फ अंधेरा था और दो मोमबत्तियां जल रही थी। पूरा कमरा अंधेरे से डूबा हुआ था।











    उसकी नजर सामने शख्स पर जाती है। जो इस वक्त इस वाइट कलर की शर्ट और फॉर्मल पैंट पहने हाथ को एक जेब में डालें दूसरा हाथ ग्लास विंडो पर रख बाहर का नजारा देख रहा था।















    " आप कौन हैं ? प्लीज , प्लीज हमें यहां से जाने दीजिए। हम.. हमारा यहां से जाना बहुत-बहुत जरूरी है। " वह कप कपाई हुई आवाज में मुश्किल से चांद अल्फाज बोलती हैं।











    वह शख्स बिना पूछे मुड़े ठंडी आवाज में ,_" आपके यहां से जाना है हम जाने देंगे। पहले आप हमें यह बताइए आपकी कीमत कितनी है ? " 











    कनक की आंखों से आंसू आ जाते हैं और वह उस शख्स को पलके उठाकर देखती हैं। वह शख्स धीरे-धीरे उसकी तरफ कदम बढ़ाने लगता है। कनक और ज्यादा घबरा जाती हैं। उसे उस शख्स का चेहरा नहीं दिख रहा था।











    सिर्फ उसकी वह नीली गहरी आंखें कनक को दिख रही थी वो धीरे से ,_"  नीली आंखों वाला बीस्ट। " बोलते हुए वह अपना कदम पीछे ले लेती हैं।

  • 13. Monster adorable love - Chapter 13

    Words: 557

    Estimated Reading Time: 4 min

    वह शख्स उसकी तरफ कदम बढ़ाता रहता है। तब कनक सीधा जाकर दरवाजे से लगती हैं। वह शख्स एकदम से उसके पास हाथ रख उसके ऊपर झुक उसकी आंखों में देखते हुए ,_" आपको पता तो है आपकी खूबसूरती की बहुत ही ज्यादा कीमत है। तो आप बताइए हम आपको आपकी कीमत अदा करेंगे और बदले में आपको हमें वह देना होगा जो हमें चाहिए। " 











    कनक एकदम से घबरा जाती हैं और अपना सिर झुकाते हुए ,_"  हम ऐसी..। " वह शख्स तुरंत कनक के होठों पर उंगली रखकर उसे शांत करवा देता है। कनक के होंठ फड़फड़ाने लगते हैं।











    वह शख्स बिल्कुल उसके होठों के पास आ गहरी आवाज में ,_" अपनी कीमत बताइए और यहां से पैसे लेकर जाइए। " 











    तभी कनक के दिमाग में कुछ ख्याल आता है और वह अपनी मुट्ठियां मजबूती से उस लहंगे में फसाते हुए आंखें बंद कर ,_" हम.. हमें पच.. पचास लाख रुपए चाहिए। " 











    उस शख्स के होठों के कोने मुड़ जाते हैं और वह अपनी एक उंगली कनक के छोटे से चेहरे पर धीरे से घूमाते हुए उसे कंधे पर लाता है और उसके कमर पर लाकर कस के भींच देता है। ऐसा करते ही वो अपनी अंगूठियां मजबूती से बंद कर लेती है। उसे उस शख्स का खुद को छुना बिल्कुल बर्दाश्त नहीं हुआ था। वह खुद में सिमटने लगती है। 











    वह शख्स टेढ़ा मुस्कुराते हुए ,_" इस पेपर पर साइन करिए और ले जाइए अपनी कीमत। " बोलते हुए वह एक पेपर कनक की तरफ बढ़ा देता है।











    कनक पलके उठाकर उसकी तरफ देखते हुए ,_" यह किस-किस चीज के ? " 











    " आप खरीदी हुई लड़की है। आपको किसी भी सवाल का जवाब देना मैं जरूरी नहीं समझता। हां पर आपको आपकी कीमत मिलने के बाद आपको वह सब कुछ करना पड़ेगा जिसके लिए हम आपको कहेंगे। " 











    कनक की आंखों से आंसू बहकर सीधा उस पेपर पर गिरता है। वह शख्स बिना किसी इमोशंस के कनक को देख रहा था। कनक बिना पड़े उस पेपर्स पर साइन कर देती हैं। 











    वह शख्स उसकी तरफ देखते हुए ,_" अब आपको जिससे मिलना है मिल लीजिए आखरी बार उसके बाद आपको सिर्फ हमारा होकर रहना पड़ेगा। " 











    कनक अपना सर झुका लेती हैं और फिर अगले ही पल अपना सर उठाकर कुछ बोलने के लिए मुंह फड़फड़ाने लगती हैं। 











    वह शख्स उसे वैसे ही देखते हुए ,_" आपकी कीमत आपको बाहर मिल जाएगी। " वह उससे तुरंत दूर हो जाता है।











    कनक जिसने अभी तक अपनी सांसों को रोका हुआ था। वह उसके दूर होने पर सांस लेना शुरू कर देती हैं और डरते हुए वहां से निकल जाती हैं। उसके जाने के बाद वह शख्स अपने चेहरे पर लगा हुआ नकाब निकाल देता है और इसी से अपने हाथ को वहां रखी हुई कांच की कॉफी टेबल पर मारता है। जिसके साथ वह कॉफी टेबल गिर जाता हैं। उस शख्स के हाथों से खून निकलने लगता है।











    वह दहाड़ते हुए ,_" आपने बिल्कुल भी अच्छा नहीं करा है हमसे उज्जैन राजावत से खेलने की कोशिश की और अब उज्जैन राजावत ने आपसे सौदा करा है बदन का सौदा और अब आपकी सांस तक आपके बदन से जुदा होने आपसे अपनी नफरत निभाएंगे। " बोलते हुए वह अपनी मुट्ठी और मजबूत कर लेता है। उसके हाथ से खून की धारा और तेज हो जाती है। पर उसके चेहरे पर कोई एक्सप्रेशंस नहीं था।

  • 14. Monster adorable love - Chapter 14

    Words: 511

    Estimated Reading Time: 4 min

    सुबह का वक्त , 











    कनक धीरे-धीरे अपनी आंखें खोलती है। उसे कुछ अजीब सा लग रहा था। जैसे वह कहीं और ही हो। वो अपनी नजर उठाकर सामने देखती हैं और उसका चेहरा डर से कांपने लगता है। वह इस वक्त फिर से उसी कमरे में थी। पर कैसे ? वह यहां कैसे आ गई ? उसका दिमाग नहीं चल रहा था। वह जल्दी से अपनी जगह से उठती है।











      तभी एक पायल का तेज का शोर होता है। वो अपने आप को देखती हैं उसने अभी भी एक सिंपल सा लहंगा और चोली डाली थी और दुपट्टे को बहुत ही सलीके से पीन करा था। जिससे उसकी हल्की सी कमर देख रही थी और उसके बाल थोड़े बिखेर चुके थे चेहरा एकदम मासूम था। वो जाकर दरवाजा खोलती है। 











    वो इससे आगे बढ़ती कि उसके कानों में एक ठंडी आवाज पड़ती है ,_" अब जब आपने अपने सारे काम निपटा ही लिए हैं। तो क्यों ना ? अब हमें अपना काम आगे बढ़ाना चाहिए। " उस शारदा बात सुनकर कनक अपना सर टेड़ा करके पीछे देखती हैं। जहां पर उज्जैन शर्टलेस बैठा हुआ था। 











    कनक तुरंत अपना चेहरा फेरकर ,_" आ.. आप यह कै.. कैसे बैठे हैं ? और हम.. हमें यहां पर कौन लेकर आया है ? " 











    वो अपनी जगह से खड़ा हो जाता है और हाथ में पकड़ा हुआ काफी का मग लेकर धीरे-धीरे उसकी तरफ कदम बढ़ने लगता है। कनक की एक बार फिर से सांस उसके अंदर ही रह जाती हैं और वह अपने लहंगे को छोटी सी मुट्ठी में भरकर डरी हुई नजरों से उज्जैन को देखने लगती है। जो उस की तरफ आ रहा था। पर इस बार कनक अपनी जगह से बिल्कुल नहीं हिलती उज्जैन उसके पास आकर वहां रखे हुए ड्रॉर के ऊपर अपना कप रखता है और कनक की पतली सी कमर पर हाथ डाल खुद के नजदीक कर लेता है। वो उसे घबराई हुई नजर से देखने लगती हैं।











    उज्जैन उसे देखते हुए ,_" हमसे इतना खौफ है। जब आपने वहां खुद की कीमत लगाई थी तब ये खोफ कहा गया था ? जब वो लोग हर रात आपको नोचते , आपको बेआबरू करते तब आपको ये दर महसूस नहीं हुआ जो अब हो रहा है। ये भी अच्छी बात क्युकी आप इसकी हकदार हैं और सजा भी आपको मिलेगी। " बोलते हुए वह उसके ब्लाउज की डोरी खोल देता है।











    कनक एकदम से घबरा जाती हैं और अपना हाथ अपने सीने पर रख लेती हैं। उज्जैन उसका हाथ को पकड़ कर मोड़ देता है और उसकी पीठ से लगाते हुए ,_" कीमत अदा करी है हमने इस चीज की आप हमें यहां पर रोक नहीं सकती। " बोलते हुए अपना हाथ सीधा उसके दुपट्टे पर रखता है और एक झटके से खींच देता है।











    कनक की आंखों में आंसू आ गए थे पर वो चाहकर भी उज्जैन को नहीं रोक पा रही थी। उज्जैन उसके दुपट्टे को मजबूती से उसकी आंखों में बांध देता है। कनक की आंखों में दर्द छा जाता है।











    to kesi lg rahi gai aap dab ko ye story comment krke jaru bataeye ga

  • 15. Monster adorable love - Chapter 15

    Words: 700

    Estimated Reading Time: 5 min

    और वह उज्जैन को खुद से दूर करते हुए ,_" आ... आप ऐसा क्यों कर रहे हैं ? हम आपको नहीं जानते आपने हमारी मदद करी उसके लिए हम आपके बहुत-बहुत आभार मंद है। पर इस तरीके से हमें तकलीफ देकर आपको क्या हासिल हो जाएगा ? प्लीज हमारे साथ ऐसा मत करिए। " बोलते हुए वो दूर होने लगती हैं।











    तभी उसे उज्जैन की ठंडी लंबी उंगलियां अपनी कमर पर महसूस होती है। उज्जैन उसे एक झटके में अपनी बाहों में उठाकर सीधा बेड पर लाता है और पटकते हुए ,_"अब हम वह करेंगे जो हमें बहुत पहले कर देना चाहिए था। " 











    कनक घबराते हुए ,_" आ.. आप क्या कह रहे हैं ? ह.. हम आपको कभी पहले से नहीं जानते हम तो आपसे पहली बार मिल रहे हैं। आप ऐसी बात क्यों कर रहे हैं ? " 











    उज्जैन उसे घूरना शुरू कर देता है उसकी नीली आंखें लाल हो रही थी और वह उसके सीने को देख रहा था। जो की लाइट की वजह से चमक रहा था। गहरी सांस लेने की वजह से वह ऊपर नीचे हो रहा था।











    वो अगले ही पल उसके सीने पर हाथ रख मजबूती से मसलते हुए ,_" इसी बदन की नुमाइश कर रही थी ना आप। तो अब करिए हमारे सामने आपको कैसा पर्दा वैसे अब तो आप हमारी धर्मपत्नी है ना। " 











    कनक के चेहरे का रंग एकदम फीका पड़ जाता है और वह घबराते हुए उज्जैन को देखने लगती हैं। उज्जैन उसके कान के पास आकर गहरी आवाज में ,_" क्या हुआ ? भूल गई आप हमें या फिर याद ना होने का नाटक कर रही हैं। हमें बहुत अच्छे से पता है आपके बारे में बचपन से खेल खेलने की आदत रही हैं आपकी तो। "




    कनक का शरीर एकदम ठंडा पड़ने लगता है और वह घबराते हुए ,_" आप।" बोलते हुए वो अपना हाथ उज्जैन के चेहरे पर रख देती हैं और उसके चेहरे को टटोलना शुरू कर देती है।











    उज्जैन अपनी आंखें बंद कर लेता है और उसके हाथ को अपने सख्त चेहरे पर महसूस करने लगता है और अगले पल अपनी आंखें खोल कनक के हाथ को मजबूती से पकड़ मोड़ते हुए बेड के ऊपर लगा देता है। उसकी पकड़ इतनी तेज थी कि कनक का हाथ पूरा सफेद पढ़ने लगता है। जैसे उसके शरीर से खून निकल गया हो।











    उज्जैन अगले ही पर उसके शरीर से उसका ब्लाउज निकालते हुए उसके सीने को कुचलना शुरू कर देता है। वह लगातार उसके सीने को दबा रहा था। कनक की सिसकियां  उस जगह पर गूंज रही थी। उन दोनों के ऊपर के बदन पर एक भी कपड़ा मौजूद नहीं था। वही कनक अभी भी अपने लहंगे में थी और उज्जैन ने भी पैंट पहनी थी। उज्जैन लगातार उसके ऊपर हावी होता चला जा रहा था।











    कनक खुद को छुड़ाते हुए ,_" आपको कोई गलतफहमी हुई है। हम झू.. झूठ नहीं बोल रहे हैं। प्ली.. प्लीज हमें जाने दीजिए। "











    उज्जैन उसके सीने को कस के बाइट करते हुए ,_" अभी तो हमने सिर्फ शुरुआत करी हैं। अभी तो आपको बहुत कुछ सहना है। बहुत से दर्द को हम आपके हिस्से में लिखेंगे। जाइए और जाकर तैयार हो जाइए अभी आपको अपने ससुराल भी तो जाना है। " 











    कनक उसकी बात पर पूरी तरीके से डर जाती है और कांपते हुए ,_" यह आप कैसी बात कर रहे हैं ? आप आप हमारे हमारे हस्बैंड हमारे पति नहीं है।











    उज्जैन सर्द आवाज में कनक को देखते हुए ,_" आपने कल रात जो पेपर पर साइन करे थे ना वह हमारे शादी के पेपर थे। " 











    कनक के ऊपर पहाड़ टूट पड़ता है और वह छटपटाना लगती हैं उज्जैन उसके होठों पर अपने होठों रख उसे बाइट करने लगता है। जैसे उसे किसी चीज की सजा दे रहा हो। उसके हाथ लगातार चोली में चल रहा था। वह लगातार उसके सीने को बाइट

    करते हुए सहला रहा था। 











    उसकी आंखें एकदम लाल होती चली जा रही थी। उसके कानों में एक छोटी सी बच्ची की आवाज गूंज रही थी। वह अपनी आंखें मजबूती से बंद कर लेता है और कांपते हुए एकदम से उसके ऊपर उठकर वहां से चला जाता है। कनक बुरी तरीके से कांपने लगती हैं। उसका शरीर पूरी तरीके से ठंड पड़ चुका था। 

  • 16. Monster adorable love - Chapter 16

    Words: 677

    Estimated Reading Time: 5 min

    कनक लिविंग हॉल में बैठी हुई थी तभी उसके सामने एक सर्वेंट आ जाता है। वह अपना सर उठाकर गुलाबी आंखों से सर्वेंट को देखने लगती है। वह सर्वेंट बिना अपनी नजरे उठाए उसके पास आता है।





    और उसकी आंखों पर पट्टी बांधते हुए ,_" सर ने आपको यह पट्टी अलग करने के लिए मना करा है। " 





    वो कुछ नहीं रहती वह बस अपनी उस सिर्फ साड़ी को छोटी मुट्ठी में भरकर गहरी सांस लेने लगती है। उसे एक अजीब सा डर महसूस हो रहा था। उसे समझ नहीं आ रहा था। आखिर जब वह उसका पति है। तो यह पर्दा किस चीज का ? क्यों वो हमेशा अपना चेहरा छुपाता है ? तभी उसके कानों में जुते की तेज आवाज सुनाई देती है। कनक साड़ी को उंगलियों में और कस के भर लेती है और घबराई हुई सांसों से सुनने लगती है। साफ पता चल रहा था कि वह आवाज उसके आसपास से ही आ रही है।







    उज्जैन तेज कदमों से वहां पर आता है और गहरी नजरों से कनक को देखने लगता है। उसकी गहरी नीली आंखें कनक पर रुक चुकी थी। कनक ने इस वक्त एक लाल कलर की सिल्क की साड़ी पहनी हुई थी जो बहुत ही तरीके से खुद में सेट करी हुई थी। उज्जैन उसे गहरी नजरों से देख रहा था। उसके लंबे बाल उसने खोल रखे थे जो उसकी कमर के नीचे लहरा रहे थे और वह अपनी साड़ी को मुट्ठी में भरी हुआ था।





    उज्जैन उसके नजदीक आकर उसका हाथ पकड़ कर खड़ा कर देता है। कनक की सांसे रुक जाती है वह बंद आंखों से भी उज्जैन की करीबी को महसूस कर पा रही थी। उसने सांस रोक रखी थी। उज्जैन उसके सामने कुछ देर उसके चेहरे को देखा है। वो लगातार अपने होठों को फड़फड़ा रही थी। उज्जैन की नजर उसके होठों पर जाकर रुक जाती हैं और वह अपने लोअर लिप को हल्का सा दातों से दबा देता है और फिर अपनी जेब से एक छोटी सी डिब्बी निकाल कर उसकी मांग भर देता है।





    भले ही कनक की आंखें बंद थी पर वह महसूस कर पा रही थी उज्जैन को उज्जैन उसकी मांग जैसे भरता है। थोड़ा सा सिंदूर उसकी नाक पर गिर जाता है। उज्जैन उसकी नाक को अपने अंगूठे से साफ कर देता है। उसे ऐसा लग रहा था कि अब उसे ऑक्सीजन की कमी महसूस हो रही है। उज्जैन उसे गहरी नजर से देखता है। उसके होठों के कोने मुड़ जाते हैं। वह उसके पीछे जाकर पीछे से उसकी खुले हुए पेट पर अपनी पतली लंबी उंगलियां रख देता है।





    कनक एकदम से सीसक कर खुद में खुद को समेट लेती है। उज्जैन उसके बालों को थोड़ा सा साइड धकेल देता है और उसके खुले हुए कंधे पर अपने तपीश भरे हाथ रख हल्का सा दांत गड़ा देता है।





    कनक घबराई आवाज में ,_" ह.. हम क..कहां जा रहे हैं ? " उज्जैन के होठों के कोने मुड़ जाते हैं।





    वह बिल्कुल कनक के कान के पास आकर बहुत ही दबी हुई आवाज में ,_" आपको हमसे किसी चीज का सवाल करने का कोई हक नहीं है लिटिल विच। " बोलते हुए उसके कान की लो को दांतो तले दबा लेता है।





    कनक को अपने पूरे शरीर में सरसरी दौड़ती हुई महसूस हो जाती है। वह एकदम से कपकपा चुकी थी। उज्जैन उसके हाथ को मजबूती से पकड़ लेता है। जिसके साथ चूड़ियों का शोर उस शांत लिविंग हॉल में गूंज जाता है। अब जाकर उज्जैन की नजर कनक के हाथों पर जाती है। जिसमें उसने भरभर कर लाल चूड़ियां पहनी होती है। उसके छोटे से हाथ चूड़ियों का वजन तले दब चुके थे।





    उज्जैन बिना किसी एक्सप्रेशंस के कुछ देर उसके गोरे हाथों को देखता है और फिर उसे खींचते हुए तेज कदमों से बाहर निकल जाता है। कनक उसके कदम से कदम तक नहीं मिल पा रही थी। पहले ही उसकी आंखों पर पट्टी बंधी हुई थी और वह साड़ी में ज्यादा कंफर्टेबल भी नहीं थी। उज्जैन उसे लाकर सीधा गाड़ी में धकेल देता है। जिसकी वजह से उसे चोट लगती है। पर वह कुछ कहा तक नहीं पाई।

  • 17. Monster adorable love - Chapter 17

    Words: 635

    Estimated Reading Time: 4 min

    कुछ देर बाद ,





    उनकी गाड़ी एक बड़े से हवेली के सामने आकर रूकती है। उसमें बड़े-बड़े अक्षरों में राजावत पैलेस लिखा हुआ था। वह गाड़ी उस बड़े से दरवाजे को क्रॉस करते हुए अंदर आ जाती है। वह दरवाजा काफी आगे चलने के बाद एक बड़ा सा फाउंटेन था। जहां पर काफी सारे स्टैचू बने हुए थे और उनसे पानी निकल रहा था। वह देखने में काफी अट्रैक्टिव लग रहा था और कुछ देर बाद उनकी गाड़ी रूकती है।







    उज्जैन बिना किसी एक्सप्रेशंस के बाहर आता है और सीधा कनक का हाथ पकड़कर उसे खींचते हुए बाहर निकलता है। कनक जो पहले ही घबराई हुई थी उज्जैन के अचानक झटके से हाथ पकड़ने से वह एकदम कपकपा जाती हैं और डरी हुई नजरों से उज्जैन की तरफ अपना चेहरा कर लेती है। उसे कुछ दिखाई नहीं दे रहा था। पर वह उज्जैन की करीबी को महसूस कर पा रही थी। वह इस वक्त काफी ज्यादा करीब थे।





    वो दरवाजे के पास आता है और रोबीली आवाज में ,_" यहां है आपकी बहू। "  उसकी इतनी तेज और डरावनी आवाज सुनकर कनक एकदम से घबरा जाती है।





    तभी वहां पर करीब 75 साल की एक औरत एक सर्वेंट के सहारे अब बाहर आती हैं। उनके चेहरे पर रॉब साफ झलक रहा था। उन्होंने सफेद कलर की प्लेन बॉर्डर वाली साड़ी पहनी थी। जो देखने में काफी आंसर एक्सपेंसिव थी , गले में एक बड़ा सा हेवी नेकलेस , बालों को सलीके से जुड़े में बंधा हुआ था। चेहरे पर गुरूर और चमक दोनों ही झलक रहा था। अपनी बहू का चेहरा को देखती हैं।





    वह उज्जैन के सामने बहुत ही छोटी सी लग रही थी भले ही वह उसकी आंखें नहीं देख पा रही थी पर उसके आधे दिख रहे चेहरे से ही वह उसकी खूबसूरती का अंदाजा लगा सकती है। वह एक सर्वेंट की तरफ इशारा करती हैं। तभी एक सर्वेंट एक बड़ी सी थाल लेकर आती हैं। जो गोल्डन कलर की थी और उसमें लाल रंग खुला हुआ था।





    वह रोबीली आवाज में ,_" तो आज से आप इस राजावत खानदान की बहू है। तो आपको सारी जिम्मेदारियां निभानी होगी और अब से आप पर सारी जिम्मेदारियां डाली जाएंगी। तो सबसे पहले नंबर आप इस चावल को गिरा कर अपना ग्रह प्रवेश करिए। " उनकी ऐसी आवाज सुनकर कनक और ज्यादा घबरा जाती हैं।





    वह अपनी साड़ी को हाथ में भर अपने कदम आगे बढ़ाती है। पर उसके पैर लड़खड़ा जाते हैं। उज्जैन उसे कमर से पकड़ ,_" स्टेट एंड स्लो लेफ्ट। " 





    कनक उसकी गाइडेंस में अपने पैर को हल्का सा सीधा कर कलश पर गिराती है। जिसके साथ चावल बाहर आ जाते हैं और वह बिल्कुल वैसे ही थोड़ा सा आगे बढ़कर आलते पर पैर रखती है। उसकी हल्की सी सिसकी निकल जाती है उसे ऐसा लग रहा था जैसे कुछ चुभ रहा हो।





    वह अपना दूसरा पैर भी जैसे ही आलते में डालती है। उसके पैरों और ज्यादा दर्द महसूस होता है। आंखों में आंसू आने लगते हैं। पर वह बिना किसी से कुछ कहे अपना कदम आगे बढ़ा देती हैं। उसके पैर लड़खड़ा रहे थे। वही वह औरत जिनका नाम आरती राजावत था वह हल्का सा मुस्कुरा कर आगे की तरफ बढ़ जाती है।





    और कनक के पास आकर ,_" अब आप जाकर अपने कमरे में आराम करें। " 





    फिर उज्जैन की तरफ देखकर ,_" आप इन्हें कमरे में ले जाइए और हां कोई भी शैतानी नहीं। " 





    उज्जैन उन्हें टेढ़ी नजरों से देखता है और इग्नोर करते हुए कनक को सीधा अपनी बाहों में उठाकर लिफ्ट में चला जाता है। लिफ्ट सीधा फिफ्थ फ्लोर पर आकर रूकती है। उज्जैन बिना किसी एक्सप्रेशंस के फिफ्थ फ्लोर से सीधा अपने कमरे में चला जाता है। उसका कमरा पूरा ब्लैक था और उस कमरे में सिर्फ दो मोमबत्तियां जल रही थी। उज्जैन सीधा लाकर कनक को बेड पर पटक देता है। 

  • 18. Monster adorable love - Chapter 18

    Words: 782

    Estimated Reading Time: 5 min

    कनक की हल्की दर्द भरी सी आह निकल जाती है। उसे पहले ही अपने पैर में तेज दर्द महसूस हो रहा था और अब उज्जैन का इस तरीके से पेश आना उसे और ज्यादा तकलीफ दे रहा था। तो उसकी जो वह दर्द कब से महसूस कर रही थी उसकी आंखों से एक आंसू का कतरा बह जाता है और वह सिसक कर पट्टी पर हाथ रख उसे निकालने की कोशिश करती कि उसे अपने कान पर गहरी सांसें महसूस होती है। वह एकदम से घबराकर पीछे खिसकने लगती हैं। 





    उज्जैन उसकी दिख रही कमर पर अपनी ठंडी उंगलियां चलाते हुए बेदर्दी भरी हुई आवाज में ,_" अब जब हमारी शादी हो चुकी है और रस्मे भी शुरू हो चुकी है। तो क्यों ना अपने रिश्ते की भी एक शुरुआत करी जाए ? " बोलते हुए वह लगातार उसकी कमर को सहला रहा था।





    कनक अटकते हुए ,_" यह आप , आप कै.. कैसी बातें कर रहे हैं ? आपने ऐ.. ऐसा कुछ भी नहीं कहा था। " 





    उज्जैन एक ही झटके से उसके पैरों को पकड़ कर खींच देता है। जिसके साथ कनक पेट के बल बेड पर गिर जाती हैं और खीसकना शुरू कर देती हैं। उज्जैन सीधा उसके ऊपर आ जाता है और उसके पल्लू को खींचकर साइड कर देता है। 





    कनक उसके गर्दन पर हाथ रख डरी हुई आवाज में ,_" प्लीज , प्लीज हम.. हमारे साथ ऐसा मत करें हम , हम..। "  





    वह बोल ही रही थी कि उज्जैन उसके कापते हुए होठों पर अपने सख्त होंठ रख देता है और उसके मुलायम होठों को रस पीना शुरू कर देता है। किस करने की वजह से उस शांत कमरे में एक अजीब सी ध्वनि उत्पन्न हो रही थी। कनक लगातार उज्जैन को खुद से दूर कर रही थी। जिसकी वजह से उसकी चूड़ियां शोर कर रही थी। उज्जैन उसके दोनों हाथों को पकड़ कर बेड पर धस देता है। जिसकी वजह से कुछ चूड़ियां टूटकर कनक के हाथों में घुस जाती हैं और दर्द से उसकी सिसकी निकल जाती है।





    उज्जैन उसके होठों के खिलाफ आकर ,_" हमसे बदतमीजी मत करिए यही आपके लिए बेहतर होगा। वरना  हमें ज्यादा वक्त नहीं लगेगा आपको आपकी असली औकात दिखाने में। "





    उसकी डरावनी आवाज सुनकर कनक उससे कहती है ,_" ऐसा क्यों कर रहे हैं ? "





    उज्जैन उसकी बात पर सर्द नजरों से उसे घूरने लगता है।उसकी नजर कनक के सीने पर जाती हैं। जिसमें उसने इस वक्त नेट का रेड कलर का मैचिंग ब्लाउज पहना हुआ था। जिसमें गोल्डन कलर का वर्क था। जो काफी अट्रैक्टिव था। गहरी सांसे लेने की वजह से उसका सीना लगातार ऊपर नीचे हो रहा था। उज्जैन उसे गहरी नजरों से देखता है।



    ।।।।.........।।।।।

    और उसके सीने पर अपने साथ होंठ रखते हुए ,_" 

    जब आपको हमसे इतना ज्यादा ख्वाब आ रहा है। तब जब हर रात अब दूसरों के बिस्तर पर होती है और जब दूसरे मर्द आपको इसी तरीके से छूते थे तब आपको सुकून आता और हमारे छुने से आपको खौफ आ रहा है। मजाक कर रही है क्या आप हमारे साथ ? अभी तक आपने हमें देखा नहीं है तो आपकी यह हालत है और जब जिस दिन आप हमें देख लेंगी उस दिन तो हम आपकी हालत बद से बदतर कर देंगे। " बोलते हुए वह एक झटके से उसके ब्लाउस को निकाल देता है।





    कनक की जोरदार चीज उस कमरे में गूंज जाती है और वह खुद को छुपाने की कोशिश करते हुए ,_" प्लीज , प्लीज हमारे साथ ऐसा मत करिए हम ऐसी लड़की नहीं है। आपको , आपको कोई गलतफहमी हुई है। हम ऐसा नहीं कर सकते हैं हमने सिर्फ और सिर्फ। " 





    वह बोल ही रही थी कि उज्जैन तुरंत उसके होठों पर अपने होंठ रखकर उसके दांत पर अपने दांत गड़ा देता है। जिसकी वजह से कनक के होठों से खून निकलने लगता है और वह सिसक कर उज्जैन की शर्ट को मुट्ठी में भर लेती हैं और अपनी एड़ियों को बेड पर रगड़ने लगती है। उसकी आंखों में बंधी हुई वह पट्टी भीग रही थी। 







    पर उज्जैन को फर्क ही नहीं पड़ रहा था और अपने दोनों घुटनों के बीच कनक को लेते हुए गौर से देखने लगता है और अपने ही पल अपनी बेल्ट को खोलते हुए ,_" I wan't to f@ck you little witch . "  बोलते हुए वह कनक का स्कर्ट भी निकाल कर फेंक देता है।





    उसकी नजर अब कनक के बेदाग बदन पर पड़ती है। वो गहरी सांस लेने की वजह से उसका नाजुक से सीना बार-बार ऊपर नीचे हो रहा था। उसे मोमबत्ती से उत्पन्न हो रही रोशनी में उसका बदन किसी सोने की तरह चमक रहा था। अब उज्जवल उज्जैन को अपना बदन किसी भट्टी की तरह जलता हुआ महसूस होने लगता है।

  • 19. Monster adorable love - Chapter 19

    Words: 655

    Estimated Reading Time: 4 min

    उसे गर्मी महसूस हो रही थी  वह अगले ही पल अपनी शर्ट के बटन को लगभग तोड़ते हुए बेदर्दी से जमीन पर फेंक देता है। और तुरंत उसके दोनों हाथों को पकड़ कर बैठ के ऊपर लगाते हुए उसके सीने से लेकर पेट तक चूमना शुरू कर देता है। वो अपने पैरों को बार-बार बेड पर रगड़ रही थी।





    उज्जैन उसे इस तरीके से करता हुआ देख ,_" हम जो कर रहे हैं हमें करने दीजिए ज्यादा शोर करेंगी आप हमारे साथ तो तकलीफ भी आपको ही बर्दाश्त करनी पड़ेगी। "





    कनक रोते हुए ,_" हम.. हमारी कौन सी ऐसी गलती हो गई है हमसे ? जो आप हमें इस तरीके की सजा दे रहे हैं। हम तो आपको जानते तक नहीं है। हमने आपको कभी देखा तक नहीं और आप हमारे साथ इस तरीके से बर्ताव कर रहे हैं। यह गलत है प्लीज भगवान के लिए हमें जाने दीजिए। " 





    उज्जैन के होठों के कोने मोड जाते हैं और वह बिल्कुल उसी की आवाज में अपनी आवाज को भारी करते हुए ,_" भगवान का जब आपको इतना ही ज्यादा खौफ था। तो क्या आप अपनी जिंदगी में आए हुए इस शैतान के बारे में भूल गई थी ? या फिर आपके बदन की गर्मी जरूरत से ज्यादा बढ़ गई थी ? जो खुद को वहां पर बेचने चली गई घिन आती हैं हमें आप जैसी औरत से जो खुद के बदन की नुमाइश खुद ही करती है पर कुछ भी कहे अपने कीमत तो अपनी बहुत ही ज्यादा अच्छी लगाई थी। " 





    कनक का रोना छूट जाता है और वह खुद छटपटाते हुए ,_" आप आप यह कैसी बातें कर रहे हैं ? हमें नहीं पता आप किस बारे में बात कर रहे हैं। प्लीज हमें जाने दीजिए छोड़ दीजिए। " वह चीखने लगती है।





    उज्जैन को उससे बिल्कुल फर्क नहीं पड़ रहा था। वह उसके बदन पर चूमना और काटना शुरु कर देता है। ऐसी कोई जगह नहीं थी जहां उज्जैन ने उसे मार्क ना दिया हो। उज्जैन को कनक की भारी होती हुई सांसे साफ महसूस कर पा रहा था। कनक का शरीर बेतहाशा कांप रहा था। पर उज्जैन को बिल्कुल भी फर्क नहीं पड़ रहा था।





    वह उसके दोनों हाथों को मजबूती से पकड़े हुए ,_" अब आप अपने आप को पूरी तरीके से तैयार कर लीजिए क्योंकि हम अब आप मे सामना चाहते हैं और अब हमसे बर्दाश्त नहीं होगा और वैसे भी हम तो फिर भी आपको कम तकलीफ दे रहे हैं। जो तकलीफ आपने हमें दी है उसका 0% भी हम आपको नहीं दे रहे हैं। " बोलते हुए वह अपनी पैंट को खोलना शुरू कर देता है।





    कनक एकदम से घबरा जाती हैं उसका पूरा शरीर और ज्यादा कांपने लगता है। उज्जैन जैसे ही आगे बढ़ता के कोई इसके दरवाजे पर नौक करता है। उज्जैन आवास को पूरी तरीके से इग्नोर कर एक बार फिर से कनक के पैरों को अलग करते हुए।





    गहरी आवाज में ,_" खुद को ढीला कर लीजिए वरना जो होगा उसके बाद हमसे मत कहिएगा की हमें तकलीफ हो रही है। क्योंकि आप जानती हैं हम इतनी आसानी से तो आपको नहीं छोड़ेंगे। " 





    कनक चिल्लाते हुए ,_" हम नहीं जानते आप कौन हैं ? आप क्यों हमारे साथ ऐसा कर रहे हैं ? प्लीज हमें माफ कर दीजिए हमें जाने दीजिए। " 





    उज्जैन उसके हाथों को और मजबूती से पकड़ लेता है और दोनों हाथों को बेड पर और कस के दबाते हुए अपना पूरा जोर उस पर लगना शुरू कर देता है। उज्जैन उसके पैरों पर चूमते हुए आगे बढ़ता की एक बार फिर से दरवाजे पर तेजी से किसी की दस्तक होती है और उज्जैन एक गुस्से से लाल होते हुए खड़ा हो जाता है।





    और तुरंत अपनी पैंट पहनते हुए गुर्राई रही हुई आवाज के साथ ,_" कौन है ? जो हमें इस वक्त परेशान कर रहा है। "  उसकी इतनी तेज और डरावनी आवाज सुनकर कनक पूरी अंदर तक कांप जाती है और सिसकने लगती हैं।





  • 20. Monster adorable love - Chapter 20

    Words: 582

    Estimated Reading Time: 4 min

    पर बाहर से अभी कोई आवाज नहीं आई थी उज्जैन अपने कपड़ों को ठीक करते हुए कनक के पास आता है और उसके ऊपर ब्लैंकेट को पूरी तरीके से डालते हुए ,_" बहुत जल्द आएंगे हम वापस और जो काम हमने अधूरा छोड़ा है उसे भी पूरा करेंगे आप हमें अब रोक नहीं सकती हैं। बहुत इंतजार करा है। हमने आपको पाने का , आपके बारे में जो हमने सोचा था  वह हमारी गलतफहमी थी। पर अब आपको उज्जैन राजावत का असली चेहरा दिखाने का सही वक्त आ चुका है लिटिल विच। " बोलते हुए वह दरवाजा खोलता है। और सामने एक शख्स खड़ा था जिसने अपना चेहरा झुकाया हुआ था।





    उज्जैन उन्हें गहरी नजरों से देखते हुए ,_" आप यहां इस वक्त क्या काम था आपको हमसे ? " 





    अभी वह सर्वेंट जो सर झुका है खड़ा था वह घबराई हुई आवाज में ,_" आपको , आपको अभी दा.. दादी मां ने अपने कमरे में बुलाया है। " 





    उज्जैन अपनी मुट्ठियां मजबूत कर लेता है उसकी आंखें बेहद सर्द थी और उसकी नसें उभर आई थी। वह बिना किसी एक्सप्रेशंस के तेज कदमों से उस कमरे की तरफ बढ़ जाता है। वह कमरा अभी भी रोशनी से जगमगा रहा था और वही आरती राजावत खिड़की के पास खड़े होकर बाहर का नजारा देख रही थी।





    उज्जैन उन्हें देखते हुए ,_" आपने हमें बुलाया। " 





    आरती राजावत एकदम से उनकी तरफ पलटती है और गहरी आवाज में उन्हें देखते हुए ,_" आप उन्हें यहां पर किस हैसियत से लेकर आए हैं ? और जब आप लेकर ही आए हैं तो यह दीवार किस चीज के बना रखी है आपने अपने और उनके बीच कहीं आप भूल तो नहीं गए हमने आपको क्या काम सोपा है। " 





    उज्जैन अपना सर ना में हिलाते हुए ,_" हमें पता है हमें क्या करना है। आप हमसे बार-बार एक ही सवाल ना करें तो बेहतर होगा। " बोलते हुए वह अपनी मुठिया मजबूत करें और तेज कम से वहां से निकल जाता है। उसकी नसें उभर आई थी और चेहरा एकदम गुस्से से कांप रहा था




    ठाकुर हवेली में ,,







    एक लड़की गार्डन में बैठी हुई थी उसने अपनी फैला रखा था वहां पर बना हुआ एक छोटा सा तालाब उसमें उसने अपने दोनों पैर रखे थे और वह आसपास खेल रहे छोटे-छोटे सफेद कलर के खरगोश को देखते हुए खिलखिला रही थी। आसपास एकदम ठंडी हवा चल रही थी और वहां पर ढेर सारे अलग-अलग कलर के फूल लगे हुए थे। वह लड़की आराम से गुनगुनाते हुए उस ठंडी हवा का आनंद उठा रही थी।







    तभी गाड़ी रुकने की उसके कान में आवाज पढ़ती हैं और उसका चेहरे पर हल्की सा डर छा जाता है। वह इधर-उधर देखती हैं। पर वहां कोई भी नहीं था वह अपने सीने पर हाथ रख ठंडी सांस भरते हुए बस वापस से गुनगुनाते हुए पानी में छप छप करना शुरू कर देती हैं। उसके चेहरे पर बहुत ही प्यारी सी स्माइल थी। तभी उसे ऐसा लगता है जैसे कोई उसके पीछे खड़ा हो। 







    वो अपना सर टेढ़ा करके देखती हैं। जहां एक लंबी चौड़ी पर्सनालिटी खड़ी थी और उसका औरा काफी डार्क था। वह लड़की अपना सलाइवा निकलते हुए खड़ी हो जाती है और अपने लहंगे को मुट्ठी में भरते हुए सर झुकाकर वहां से भगाने के लिए आगे बढ़ती तभी वह शख्स तुरंत इसकी बाजू पकड़कर एकदम से अपने सामने ले आता है। उस शख्स के छूने भर से वह लड़की कांपना शुरू कर देती है उसने उसने अपना सर पूरी तरीके से नीचे झुका रखा था ।