विराट रॉय चौधरी। चेहरे पर वही सख्त खामोशी, जो किसी तूफ़ान से पहले वाली शांति जैसी लगती थी। इशिता कुछविराट रॉय चौधरी। चेहरे पर वही सख्त खामोशी, जो किसी तूफ़ान से पहले वाली शांति जैसी लगती थी। इशिता कुछ पल तक उसे देखती रही, फिर उसकी आवाज़ कांपती हुई नि... विराट रॉय चौधरी। चेहरे पर वही सख्त खामोशी, जो किसी तूफ़ान से पहले वाली शांति जैसी लगती थी। इशिता कुछविराट रॉय चौधरी। चेहरे पर वही सख्त खामोशी, जो किसी तूफ़ान से पहले वाली शांति जैसी लगती थी। इशिता कुछ पल तक उसे देखती रही, फिर उसकी आवाज़ कांपती हुई निकली — "तुमने मुझसे शादी सिर्फ इसलिए की… ...विराट बोला – हा तुमने सही समझा विराट उसकी तरफ धीरे-धीरे बढ़ा, हर कदम पर फर्श जैसे सिहर रहा हो। उसकी आँखें ठंडी थीं, लहजे में कोई घमंड नहीं, सिर्फ एक सीधी सच्चाई — "हाँ… और तुम्हारे पापा ने जो मेरे साथ किया... ये सिर्फ उसका हिसाब है।" इशिता की आँखें भर आईं – "तो मैं तुम्हारे लिए एक बदला हूँ?"
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राजमहल जैसी हवेली का हॉल सन्नाटे में डूबा था। बाहर तेज़ बारिश हो रही थी खिड़कियों से गिरती बूंदों की आवाज़ उस सन्नाटे में और गूंज रही थी।
वो वहीं खड़ा था… विराट रॉय चौधरी। चेहरे पर वही सख्त खामोशी, जो किसी तूफ़ान से पहले वाली शांति जैसी लगती थी।
इशिता कुछ पल तक उसे देखती रही, फिर उसकी आवाज़ कांपती हुई निकली — "तुमने मुझसे शादी सिर्फ इसलिए की… क्योंकि मैं तुम्हारे दुश्मन की बेटी हूँ?"
विराट उसकी तरफ धीरे-धीरे बढ़ा, हर कदम पर फर्श जैसे सिहर रहा हो। उसकी आँखें ठंडी थीं, लहजे में कोई घमंड नहीं, सिर्फ एक सीधी सच्चाई — "हाँ… और तुम्हारे पापा ने जो मेरे साथ किया... ये सिर्फ उसका हिसाब है।"
इशिता की आँखें भर आईं – "तो मैं तुम्हारे लिए एक बदला हूँ?"
विराट की पलकें नहीं झपकीं। उसकी आवाज़ गहरी थी — "बिलकुल।"
पल भर को सब थम सा गया। इशिता ने रुख मोड़ लिया, जैसे अब वहाँ एक पल भी ठहरना नहीं चाहती हो। लेकिन तभी विराट ने उसका हाथ पकड़ लिया और खुद के तरफ खींचा बेहद करीब करते हुए उसकी खूबसूरत भूरी आंखो में देखा।
उसकी पकड़ में ताक़त नहीं थी… लेकिन बेचैनी थी, दर्द था, और एक ऐसा डर जो शब्दों में नहीं ढल सकता।
उसने धीरे से कहा – "जब मैंने तुम्हारे माथे पर सिंदूर लगाया था… तो हाथ काँप रहे थे। अगर ये बदला था... तो ये दिल इतना क्यों धड़क रहा है, इशिता?"
इशिता की साँसें तेज़ थीं। आँखें भीगी हुई, मगर शब्द अभी भी साहस से भरे थे – "तो अब क्या चाहते हो?"
विराट ने उसकी तरफ देखा, जैसे खुद से लड़ते हुए बोल रहा हो — "मैं चाहता हूँ… कि तुम मुझसे नफरत करो। ताकि तुम्हें मुझसे मोहब्बत न हो जाए।"
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बेंगलुरु की शामें अक्सर भीड़ में डूबी होती हैं… तेज़ रफ्तार गाड़ियाँ, गीली सड़कों पर भागते लोग, और इमारतों के बीच से झाँकता हुआ एक धीमा सा सूरज। लेकिन उस शाम…सबकुछ वैसा ही था। फिर भी कुछ बदला-बदला सा लगा।
इशिता शर्मा ने जब पहली बार उस शहर की ठंडी हवा को महसूस किया, तो उसे अंदाज़ा नहीं था कि यही शहर… उसकी ज़िंदगी की सबसे गर्म लड़ाई बनने वाला है।
वो बैंगलोर की एक नई जॉब, एक नई शुरुआत और पुराने ज़ख्मों को पीछे छोड़कर आई थी।
पर उसे क्या पता था… कि भीड़ में एक चेहरा ऐसा मिलेगा
जो उसकी किस्मत का नक्शा ही बदल देगा।
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इशिता शर्मा नाम जितना सीधा… चेहरा उतना ही साफ़।
उसकी स्किन एकदम साफ़ और चमकदार थी। ना मेकअप, ना कोई रंग… बस कुदरती खूबसूरत उसकी आँखें बड़ी और गहरी थीं जो थी भूरी रंग की, जिनमें बातों से ज़्यादा एहसास होता था। उसके बाल लंबे खूबसूरत थे … वो ज्यादा सजी-संवरी नहीं रहती थी,फिर भी उसका हर पहनावा उसके जैसे ही होता साफ़, सादा और सलीकेदार। उसके होठ पतले लेकिन खूबसूरत थे जब वो मुस्कुराती थी, तो ऐसा लगता था जैसे कहीं कुछ ठहर गया हो।
इशिता आज ही बेंगलुरु आई थी अपने पूरे परिवार के साथ। इशिता एक बहुत अच्छी सर्जन है। उसकी पोस्टिंग बेंगलुरु में हुई है। उसके पापा सालो पहले कही गए थे जो अब तक लौट के नही आए वो अपनी मां ,चाची चाचा और उनके बच्चो के साथ रहती थी। सभी बेंगलुरु आए थे।
सभी लोग अभी-अभी घर की सफाई करके आराम करने के लिए बैठे थे इशिता की चाची नीलम शर्मा इशिता को आवाज लगाते हुए बोली – इशिता सबके लिए पानी ले आ कब से अपने कमरे में घुसी हुई है अभी तक तेरे कमरे का सफाई नहीं हुआ क्या..??
तभी इशिता की मां सुमित्रा शर्मा सभी के लिए पानी लेकर आती है – "नीलम इशू अपने कमरे में नही है वो अंकित के साथ पास के बाजार में सामान लाने गई है और साथ में पायल भी तो गई है।
नीलम पानी का गिलास उठाते हुए बोली – तीनों के तीनों काम के डर से बाहर निकल गए और हमें यहां पर काम करने छोड़ गए एक तो इतना बड़ा घर ले लिया है और इसके महीने के किराए पर कितने ज्यादा है देखिए दीदी हम पहले ही बोल देते हैं हमारी पहले ही बात हो चुकी है घर का किराया हम नहीं देने वाले हैं हां बाकी का खर्चा थोड़ा बहुत दे देंगे लेकिन घर के किराए भरने की औकात हम में नहीं है। हम तो पहले ही बोले थे कि कोई छोटा सा घर ले लेते हैं लेकिन आपकी प्यारी बेटी ने हो कहा था इतने ज्यादा लोग हैं छोटे घर में कैसे रहेंगे अब तो आपकी बेटी अमीर हो गई है ना तो खर्च तो करेगी....
इशिता के चाचा मदन शर्मा बोले – "नीलम तुम्हें भाभी से ऐसे बात करने की जरूरत नहीं है और बार-बार एक ही चीज दोहराने की भी जरूरत नहीं है हमने तुमसे कहा है ना इस घर में पैसो को लेकर कोई भी बहस नहीं होनी चाहिए"
नीलिमा मुंह बना दी सुमित्रा बोली – अरे मदन नीलम सही ही तो कह रही है खैर हम तुम लोगों के लिए खाना बना देते है।
दुसरी तरफ चौधरी मेंशन के सामने बहुत सारी ब्लैक गाड़ियां आकर रुकी बीच वाली गाड़ी को छोड़कर बाकी सभी गाड़ियों से गार्ड हाथो में बंदूक लिए बाहर निकले। नीचे SUV से एक लड़की बाहर आई जो खूबसूरत के साथ साथ सीरियस लुक लिए थी। वो ब्लैक बिजनस सूट पहनी थी। लड़की आगे बड़ी और पीछे का दरवाजा खोली।
अंदर से एक आदमी बाहर आया लंबा कद, काले कपड़े, और आँखें जो किसी तलवार से कम नहीं थीं। आंखो पे ब्लैक गोगल्स जो उसके आधे चेहरे को ढक रहा था। पर्सनालिटी ऐसी जैसे किंग हो। हैंडसम लोगो की दुनिया का बादशाह विराट रॉय चौधरी...
विराट बिना कुछ कहे आगे बढ़ा। उसकी चाल में कोई जल्दबाज़ी नहीं थी, पर हर कदम में ऐसा वज़न था जैसे ज़मीन भी पहचानती हो कि कौन आ रहा है। उसके चेहरे पर ना मुस्कान थी, ना गुस्सा बस एक अजीब सी खामोशी, जो सीधा सामने वाले के दिल तक पहुँचती थी।
उसके पीछे वो लड़की भी चलने लगी सभी गार्ड वही खड़े हो गए। विराट मेंशन के अंदर आया पूरा हॉल खाली था पूरा सन्नाटा। विराट की भोएं सिकुड़ गई। उसके बगल में खड़ी लड़की आगे आते हुए बोली – बॉस मैं अभी सब को बुलाती हूं ...
विराट अपना हाथ दिखा के उसे रोक दिया। और जाके हॉल में बड़े से सोफे पे किंग की तरह बैठ गया वो लड़की विराट की असिस्टेंट थी नेहा — Smart, sleek, all-black outfits, always serious। कभी विराट से नज़रें नहीं मिलाती। लेकिन उसकी हर चाल नेहा को पहले से पता होती है।
दोस्तों ये है हमारी नई नॉवेल (I am Devil Mafia's bride)
इशिता और विराट एक दूसरे से बिल्कुल अलग थे क्या दोनो एक दूसरे के लिए बने थे या फसेंगे दोनो किसी साजिशें की बवंडर में.....
अगर आपको पहला पार्ट पसंद आया हो तो प्लीज़ कमेंट करे और हमे सपोर्ट करे .....Thank you ❤️
विराट के आते ही रॉय चौधरी मेंशन में सन्नाटा हो गया था। पांच मिनट बाद भी किसी को न देख विराट अपना गॉगल्स निकाला और अपने आसपास देखते हुए बोला – आज सबको क्या हो गया है,नेहा तुमने मेरे आने का इनफार्मेशन तो दिया था ना??
नेहा वैसे ही अपना सर झुकाए बोली – बॉस अपने ही कहा था किसी को कुछ नहीं बताने आप उन्हें सरप्राइज देना चाहते थे।
विराट अपने माथे पर उंगली से टैप करते हुए बोला – सही कहा तुमने बट मजा नहीं आ रहा बुलाओ सभी को।
नेहा जल्दी से पास में रखा टेलीफोन उठाई और उसपे बोली – सभी लोग हाल में आ जाइए बॉस वापस आ चुके है।
हॉल मैं एक टेलीफोन था जो हर कमरे से जुड़ा हुआ था मेंशन में हर एक कमरे में टेलीफोन था ताकि अगर किसी को जरूरत हो तो वह इस टेलीफोन के जरिए किसी को भी उसके कमरे से बुला सकता है।
विराट – ओहो नेहा क्या कर रही हो तुम कहो विराट रॉय चौधरी आया है....
नेहा को अब कुछ कहने की जरूरत ही नहीं थी क्योंकि विराट की आवाज सभी के कानों तक पहुंच चुकी थी और सभी जल्दी-जल्दी अपने कमरे से बाहर निकाल कर हॉल में आ चुके थे विराट सभी को देखकर मुस्कुराते हुए बोला – आप लोग इतनी जल्दी आ गए....
विराट की दादी राजश्री देवी विराट को देख इमोशनल हो गई उनकी आंखें नम हो गई – वीर आप आ गया लेकिन आने से पहले हमें बताया क्यों नहीं??
विराट दादी के गले लगते हुए बोला – दादी मां मैं सरप्राइज देना चाहता था सबको अब एक ही सवाल पूछ कर मुझे इरिटेट मत कीजिएगा।
विराट राजश्री देवी से दूर हुआ और उनके गालों को अपने दोनों हाथों में लेते हुए बोला – दादी मां कैसी हैं आप आपकी तबीयत ठीक है ना आप टाइम पर अपनी दवाइयां तो लेती हैं।
राजश्री जी हां बोली विराट अब अपनी मां शालू रॉय चौधरी की तरफ बढ़ा – माँ कैसी है आप ??
शालू – हम बिल्कुल ठीक है आप बताइए वीर आप ठीक है ना अपना ध्यान तो रखते है ना??
विराट नेहा की तरफ इशारा करते हुए बोला – माँ आपके पति ने चलता फिरता केयर सेंटर मेरे साथ भेजा है तो मैं अपना ध्यान कैसे नहीं रख सकता हूं वो सब छोड़िए मुझे अभी सबसे मिलने दीजिए फिर आपको अपनी हालत के बारे में बताऊंगा ठीक है।
तभी एक लड़की दौड़ते हुए आई और विराट के गले लग गई – भाई आप आ गए....
विराट मुस्कील से बोला – अबे मोटी छोड़ तूने इतनी जोर से मेरा गला पकड़ रखा है मेरी सांस अटक रही है।
लड़की दूर हुई – क्या भाई आते के साथ आप शुरू हो गए आपको दिख नहीं रहा मैं अपना वजन कितना ज्यादा कम कर लिया है और अब मैं सलीम और फीट हूं।
विराट मुस्कुराया और लड़की के सर पे मरते हुए बोला – सानवी तु जितनी भी स्लिम और फिट हो जा मैं तो तुझे मोटी ही बोलूंगा।
"दादी देखो ना भाई को", सानवी राजश्री के पास गई तो विराट बोला – मां यह सब छोड़िए मुझे बहुत जोर से भूख लगी है क्या मुझे खाना मिलेगा मिलना जुलना मैं बाद में करूंगा वैसे भी बुआ चाचा चाची और नीतीश तो यहां है नहीं....
शालू – हा मेरे बच्चे चलिए पहले आपको हम खाना ही खिला देते हैं...... सभी लोग डाइनिंग टेबल की तरफ जाने लगे तभी राजश्री जी की नजर नेहा पर गई जो अभी दूर खड़ी थी – अरे नेहा बेटा आप वहा क्यों खड़ी है आप भी चलिए हमारे साथ बैठकर खाना खा लीजिए क्योंकि अगर आप एक बार इस घर से निकल गई तो हमें अच्छे से पता है वीर ना खुद खाते हैं और ना ही किसी को खाने देते हैं फिर सीधा आप अपने घर पर ही जाकर खा सकते हैं और काम की वजह से जल्दी तो आप घर जाने से रही।
नेहा बस हां मैं सर हिलाई और पीछे-पीछे जाकर डाइनिंग टेबल पर बैठ गई। सभी लोग खाना खाने लगे शालू विराट को खाना परोस रही थी।
वहीं दूसरी तरफ मार्केट में बहुत ज्यादा भीड़ थी। इस भीड़ का फायदा उठाकर किसी चोर ने किसी का पर्स मार लिया और जिसका पर्स था उसने चोर को पकड़ लिया और हल्ला करने लगा और वहां मौजूद आसपास के लोग भी चोर को पीटने लगे तभी भिड़ को चीरते हुए एक आवाज आई – रुक जाइए आप लोग....
आवाज इतनी ज्यादा शांत और मीठी थी कि लोग उस आवाज की तरफ देखने से खुद को रोक नहीं पाए वहां एक लड़की पिंक कलर के अनारकली सूट में खड़ी थी उसने दुपट्टे को गले से सटाकर पीछे किया हुआ था उसके बाल चोटी में बंधी हुई थी माथे पर एक छोटी सी काली बिंदी और कानों में छोटी सी बाली वो लड़की बेहद खूबसूरत लग रही थी उसकी बड़ी-बड़ी पलके बार-बार झपक रही थी और भूरी आंखें जो बहुत ही ज्यादा खूबसूरत थी वह परेशानी से उस चोर की तरफ देख रही थी।
वो लड़की दौड़ते हुए उस चोर की तरफ गई और बैठकर उस चोर को देखने लगी चोर को काफी ज्यादा चोटें आई थी वो लड़की गुस्से से सब की तरफ देखी – आप लोग ऐसे कैसे किसी को भी मार सकते हो देखो बेचारे को कितनी ज्यादा चोट लगी है
तभी उसमें से एक आदमी बोला – मैडम ये चोर है और चोर को मारा ही जाता है वरना ये आगे और चोरी करेंगे।
लड़की खड़ी हुई और अपने कमर पर हाथ रखते हुए बोली – किसने कहा कि ये आगे चोरी करना छोड़ देंगे और आप लोग होते कौन हो इन्हे सजा देने वाले इस आदमी ने चोरी की है आप पुलिस बुलाए उन्हें सौंप दीजिए आप लोगों को कोई हक नहीं बनता ऐसे किसी को भी मारने का।
फिर जिसका पर्स चोरी हुआ था उस आदमी ने कहा अरे बातों को बढ़ाओ मत ठीक है मैं पुलिस को बुला देता हूं वो भीड़ धीरे धीरे वहां से हटने लगी। लड़की चोर की तरफ बैठते हुए बोली – आप जब पुलिस स्टेशन से छूट जाना तो एक बार हल्दी वाला दूध जरूर पी लेना आपको जितनी चोट लगी है ना दर्द नहीं होगा ज्यादा।
चोर तो बस हैरानी से उस लड़की को देख रहा था उसे समझ नहीं आ रहा था वह उस लड़की को पागल कहे या थैंक यू बोले तभी पीछे से एक लड़के की आवाज आई – इशू हो गया तेरा वह चोर है तेरा पेशेंट नहीं चलो और मैंने कितनी बार कहा है ऐसे रास्तों के झगड़ों में नहीं पढ़ा जाता है तुझे भी अगर चोट लग जाएगी तो... क्या होगा
वो लड़की और कोई नहीं बल्कि इशिता थी इशिता खड़ी हुई और मुस्कुराते हुए उस लड़के की तरफ देखी – अंकित भाई हम इंसान हैं और इंसानियत को छोड़ नहीं सकते और आपको पता है ना अगर कोई दर्द में होता है तो हम उसे देख नहीं सकते हैं।
तभी पीछे से एक और लड़की जो की इशिता की ही चचेरी बहन पायल थी वह बोली – इशू हम जानते हैं लेकिन फिर भी अच्छे लोगों को बचाया जाता है ना कि इस जैसे चोर को अब मुझे कोई बहस नहीं चाहिए मैं बहुत ज्यादा थक चुकी हूं चल यहां से इशिता हां में सर हिलाई और फिर तीनों वहां से चले गए।
तो कैसा लगा हमें विराट साहब और हमारी प्यारी सी इशिता से मिल कर कमेंट में जरूर बताइएगा....तब तक मिलते है अगले पार्ट में ☺️
दुसरे दिन विराट तैयार होकर नीचे हॉल में आया। विराट ने ब्लू शर्ट के साथ ब्लू कॉट पहन रखा था। और जीन्स बाल बिखरे थे जिसमे वो काफ़ी क्यूट लग रहा था।
हॉल में आते ही उसकी नजर शालू पे गई जो नौकरों को ब्रेकफास्ट में क्या बनाना है बता रही थी। विराट जाके शालू के गले लग गया – गुड मॉर्निंग मां ...
शालू – गुड मॉर्निंग वीर ...
विराट – मां ब्रेकफास्ट में क्या है??
शालू – विराट आप बस आधा घंटा वेट कीजिए हम अभी ब्रेकफास्ट बनवाते हैं...
विराट – नहीं नहीं मां मैं आधा घंटा वेट नहीं कर सकता मुझे कंपनी भी जाना है मैं यहां पर इंपॉर्टेंट काम के लिए आया हूं जो मुझे जल्द से जल्द खत्म करके वापस ब्राज़ील जाना है।
शालू (हैरानी से) – क्या कहा आप वापस जाएंगे लेकिन हम सब ने तो सोचा था आप यहां पर हमेशा के लिए आ चुके हैं..
विराट (मंदिर की तरफ जाते हुए) – मां एक ही छत के नीचे मैं और आपके पति नहीं रह सकते हैं और वैसे भी मैं यहां बस अपने काम से आया हूं...
शालू (मन में बोली) – पता नहीं इन दोनों बाप बेटे की लड़ाई कब खत्म होगी दोनों एक जैसे जिद्दी हैं कोई पहल करके एक दूसरे से बात तक नहीं करता , हे भोलेनाथ अब सब कुछ आपके हाथ में...
विराट मेंशन के महादेव के मंदिर में गया जहां राजश्री देवी अभी-अभी आरती खत्म करके हाल की तरफ ही आ रही थी विराट राजश्री जीके गले लगाते हुए उन्हें गुड मॉर्निंग विश किया राजश्री जी बोलि – चलो आज कोई तो हमारी आरती लेने आया है...
विराट (मुंह बनाते हुए ) – बिल्कुल भी नहीं दादी मैं यहां आपकी आरती लेने नहीं आया हूं बस आपको बाय करने आया हूं मैं कंपनी जा रहा हूं , और वैसे भी आपको अच्छे से पता है मुझे इन सब चीजों में कोई दिलचस्पी नहीं है...
विराट वहां से जाने लगा राजश्री देवी अपना सिर हिलाते हुए बोली – आपका कुछ नहीं हो सकता वीर लेकिन देखिएगा हम आपकी जिंदगी में ऐसी लड़की लेके आयेंगे जो आपको इन सब चीजों पर यकीन करने पर मजबूर कर देगी।
अपनी दादी की बात सुनकर विराट हंसने लगा – दादी मां आप ना सीरियल कम देखा कीजिए उसमें सिर्फ फालतू चीज दिखाई जाती है क्योंकि आज के समय में कोई भी लड़की इन सब चीजों में दिलचस्पी नहीं रखती है उन्हें बस पार्टी इंजॉय और घूमना पसंद होता है , आज के समय में संस्कारी लड़की मिलना मुश्किल है। खैर मैं चलता हूं।
(फिर शालू की तरफ देखते हुए बोला) – मां आप मेरी फिक्र मत कीजिएगा मैं कंपनी में ब्रेकफास्ट कर लूंगा आपको तो पता है ना मुझसे भूख बर्दाश्त नहीं होती। शालू मुस्कुरा दी और विराट मेंशन के बाहर आया वहां पर नेहा पहले से ही खड़ी थी।
नेहा विराट के लिए कार का दरवाजा खोली और विराट अपने आंखों पर ब्लैक गॉगल्स लगाकर कार में बैठ गया। विराट के वहां से जाते ही एक ब्लैक मर्सिडीज़ मेंशन के सामने आकर रुकी और उसमें से एक 45 साल का आदमी बाहर निकाल जिसने इस वक्त बिजनेस सूट पहन रखा था उसकी पर्सनेलिटी बहुत ही ज्यादा काम थी। उसके चेहरे पर सीरियस नेस काफी ज्यादा नजर आ रहा था। वह था विक्रांत रॉय चौधरी विराट का पिता। वो मेंशन के अंदर चला गया।
दुसीर तरफ इशिता जल्दी-जल्दी तैयार हो रही थी क्योंकि आज उसका हॉस्पिटल में पहला दिन था लेकिन आज ही के दिन वह लेट हो चुकी थी क्योंकि उसे घर का पूरा काम करना पड़ता था। क्योंकि उसकी चाची ने साफ-साफ कह दिया था वह इतने बड़े घर का काम बिल्कुल नहीं कर पाएगी और इशिता अपनी मां को तो अकेले काम करने नहीं दे सकती थी। इसलिए वह सुबह सुबह पूरे घर की सफाई करके खाना बनाकर फिर तैयार होकर अपनी टिफिन ले ली और जाने के लिए निकलने लगी।
पीछे से सुमित्रा उसे रोकते हुए उसके सामने आई उसके हाथ में दही चीनी का कटोरी था सुमित्रा इशिता के सिर पर हाथ रखते हुए बोली – इशू बच्चे आज आपका पहला दिन है तो क्या आप दही चीनी खाए बिना ही चली जाएगी।
इशिता मुस्कुराई सुमित्रा इशिता को दही चीनी खिलाई इशिता सुमित्रा के पैर छूकर वहां से निकल गई सुमित्रा गहरी सांस लेते हुए बोली – हे महादेव हमारी बच्ची की रक्षा कीजिएगा।
इशिता बस स्टॉप पर थी उसकी पहली बस तो निकल चुकी थी दूसरी बस आने में अभी समय था इशिता बस स्टॉप पर ही खड़ी थी और उसके बगल में कुछ स्कूल के बच्चे थे जो आपस में बातें कर रहे थे इशिता उन्हें देखकर मुस्कुरा रही थी तभी इशिता की नजर सामने से आती ब्लैक SUV पर पड़ी जो तेजी से आ रही थी इशिता सामने देखी वहां बहुत सारा कीचड़ था क्योंकि थोड़ी देर पहले ही बारिश हुई थी। इशिता बच्चों की तरफ देखी अगर वो गाड़ी उस कीचड़ से होती हुई गई तो बच्चों की यूनिफॉर्म खराब हो जाएगी।
इशिता जल्दी से उन बच्चों के सामने खड़ी होकर अपना दुपट्टा फैला दी जिससे कीचड़ बच्चों पर ना पड़े और ऐसा ही हुआ वह ब्लैक SUV तेजी से गुजरी और कीचड़ सीधा इशिता के कपड़ों पर पड़ा गाड़ी के ड्राइवर ने आगे जाकर गाड़ी रोका। ड्राइवर विंडो से निकलकर पीछे देखा और अपना जीव दांतो तले दबाते हुए मन में बोला – अब तो मैं पक्का गया अब यह लड़की पता नहीं क्या हंगामा करेगी।
तभी उसके बगल में बैठी लड़की की आवाज आई – ध्यान मत दो चलो यहां से....वो नेहा थी और वो गाड़ी विराट की थी ड्राइवर नेहा की तरफ देखा पीछे से विराट जो अपने लैपटॉप पर काम कर रहा था उसने बिना अपनी नजर लैपटॉप से हटाए कहा – क्या हुआ गाड़ी क्यों रोक दी हमें लेट हो रहा है जल्दी चलो ...
ड्राइवर ने वापस से गाड़ी स्टार्ट किया और वहां से निकल गया इशिता बस नाराज होकर उस गाड़ी को देख रही थी इशिता को उस गाड़ी का नंबर भी याद हो गया था। इशिता बच्चों की तरफ देखते हुए बोली – आप लोग ठीक हो ना ??
वो सारे बच्चे एक साथ इशिता को थैंक यू बोले इशिता मुस्कुराते हुए उनके गाल पर हाथ रखते हुए बोली – कोई बात नहीं ...
तब तक वहां पर स्कूल बस आ चुकी थी वो सारे बच्चे स्कूल बस में बैठ गए और इशिता को बाय करने लगे और फिर बस वहां से चली गई इशिता खुद को देखी उसका ब्लू कलर का सूट गंदा हो चुका था वो गहरी सांस ली अब वो वापस घर नहीं जा सकती थी क्योंकि अगर वह घर गई तो उसकी ये वाली बस भी मिस हो जाएगी इसलिए उसने हॉस्पिटल जाने का ही सोचा और वहां पर वह खुद को साफ कर लेगी यही सोचकर वो बस स्टॉप पर ही बैठ गई।
कैसी होगी इशिता और विराट की पहली मुलाकात देखते हैं आने वाले पार्ट में तब तक के लिए आप लोग कमेंट जरुर करें...☺️
विराट की गाड़ी एक बड़ी सी बिल्डिंग के सामने आकर रुकी। उस बिल्डिंग के उपर बड़े बड़े अक्षरों में लिखा था Choudhry Royal heights....पूरी बिल्डिंग कांच की थी और बहुत बड़ी थी बेंगलुरु में शायद ही इससे बड़ी बिल्डिंग कोई और होगी विराट पहली बार रॉयल हाइट्स में आया था। विराट गाड़ी से बाहर निकाल कर अपना चश्मा उतारते हुए पूरी बिल्डिंग को हैरानी से देख रहा था।
विराट (अपना चश्मा निकालते हुए) – मेरी मां के पति ने इतनी अच्छी बिल्डिंग यहां बनवाई है क्या बात है खैर मुझे क्या ?? कौन सा मैं यहां रहने वाला हूं वैसे भी इससे अच्छी मेरी कम्पनी है स्पेन में...
विराट फिर से गॉगल्स पहना और कम्पनी के अंदर चला गया। उसके पीछे नेहा भी चल रही थी। विराट के कंपनी में घुसते ही एक अलग तरह का माहौल बन गया सभी लोग विराट की तरफ ही देख रहे थे लड़कियां तो विराट को ऐसे फिदा होकर देख रही थी जैसे अपने पहले प्यार को देख रही हो उन सबको खुद की तरफ ऐसे देखता देख विराट के चेहरे पर स्माइल आ गई विराट को अटेंशंस बहुत ज्यादा पसंद थे।
सभी लोग विराट को देखकर आपस में बातें कर रहे थे कि ये हैंडसम आदमी आखिर कौन है जो कंपनी के अंदर ऐसे ही घुसते हुए चला जा रहा है। विराट तो लिफ्ट की तरफ चला गया लेकिन नेहा अपनी जगह पर रुक गई और सभी की तरफ देखते हुए बोली – आप लोगों को इनफॉरमेशन मिल गई होगी कि यहां एक हफ्ते के लिए नया सीईओ आने वाला है।
नेहा की बात सुन सभी को समझ आ गया कि वो हैंडसम आदमी उनका नया सीईओ है क्योंकि उन्हें पहले ही बता दिया गया था उन्हें अजीब भी लगा था सिर्फ एक हफ्ते के लिए कोई सीईओ कैसे बन सकता है लेकिन जब उनके चेयरमैन का यही फैसला था तो उसमें वो लोग का कोई हक नहीं कुछ कहने का।
दूसरी तरफ इशिता हॉस्पिटल पहुंच चुकी थी उसे लोग अजीब तरीके से देख रहे थे क्योंकि इशिता के कपड़े पर कीचड़ के चीते पड़े हुए थे लेकिन इशिता उन सभी को इग्नोर करके किसी से पूछ कर वॉशरूम की तरफ चली गई और टिशू पेपर से खुद को साफ करके बाहर आई वो सारा प्रोसेस पहले ही ऑनलाइन कर चुकी थी। उसे बस सीनियर डॉक्टर के केबिन में जाना था और अपने साथ लाया हुआ लेटर उनको दिखाना था उसके बाद बेंगलुरु के सबसे बड़े हॉस्पिटल का हिस्सा बन जायेगी।
सीनियर डॉक्टर के केबिन से निकलने के बाद इशिता गहरी सांस ली आज से उसकी नई जर्नी शुरू हो रही थी बस सब कुछ शांति से हो जाए वो मन में भगवान से यही प्रार्थना कर रही थी इशिता दिल्ली की टॉप फाइव सर्जन में से एक थी आज तक उसका एक भी सर्जरी फेल नहीं हुआ था और वह बेंगलुरु अपनी मर्जी से पोस्टिंग करवाई थी उसके पीछे बहुत बड़ा कारण था। ( जो आपको आने वाले समय में पता चलेगा)
इशिता जल्दी से अपने केबिन में गई और अपना डॉक्टर वाला कोट पहनकर सबसे पहले अपने डैस्क को प्रणाम की ताकी उसका यह सफर शांति पूर्वक से बीते। उसी समय केबिन का दरवाजा खुला और एक लड़की अंदर आई वह लड़की दिखने में क्यूट थी थोड़ी हेल्थ थी उसके बाल घुंघराले थे चबी फेस था। आंखों पर बड़े फ्रेम वाला चश्मा लगा हुआ था उसने भी डॉक्टर वाला कोट पहन रखा था।
वह लड़की इशिता के पास आई और अपना हाथ आगे करते हुए बोली – हेलो मैं डॉक्टर बेला ....
इशिता मुस्कुराते हुए अपने हाथ जोड़ते हुए बोली – नमस्ते हम डॉक्टर इशिता शर्मा हैं हमारी अभी-अभी जॉइनिंग हुई है...
बेला अपना हाथ देखी फिर नीचे करते हुए चेयर पे बैठ गई – आई नो इशिता एक्चुअली मुझे अभी-अभी पता चला इसलिए मैं तुमसे दोस्ती करने आ गई वैसे मुझे लगा नहीं था तुम सीधी सिंपल टाइप की लड़की होगी मुझे लगा था दिल्ली से आई है एटीट्यूड होगा बट तुम सच में बहुत ज्यादा स्वीट हो और ब्यूटीफुल भी...
इशिता मुस्कुरा दी – जो दिल के साफ होते हैं उन्हें हर कोई सुंदर लगता है वैसे हम यहां पर नहीं है तो आप हमें यहां के थोड़े रूल्स समझ सकते हैं...
बेला – ओह मैडम ये आप आप क्या लगा रखा है मैं तुम्हारी उम्र की हूं मुझे बड़ी मत बनाओ वैसे भी मैं तुम्हारे ही डिपार्टमेंट की हूं तो तुम मुझे तुम कहना ओके।
इशिता बस हां में सर हिला दी उसके बाद बेला उसे वहां के कुछ कायदे कानून बताने लगी हालांकि इशिता को पहले ही पता था लेकिन कुछ चीज जो वह इस हॉस्पिटल के बारे में जानना चाहती थी वो सब कुछ वो बेला से पूछ रही थी।
दुसरी तरफ विराट 65 फ्लोर पे गया उसका चैंबर वही था। नेहा विराट के लिए दरवाजा खोले विराट अंदर जाने लगा तभी उसकी नजर सामने बैठे तीन लड़के पर गई जिसे देखकर विराट के चेहरे पर बहुत बड़ी वाली स्माइल आ गई।
विराट – अरे मेरे जिगर के टुकड़ों कैसे हो तुम सब??
विराट की आवाज सुनकर वह तीनों पीछे मुड़कर देखें उसमें से दो लड़के इतने ज्यादा खुश हुए कि वह खड़े होकर विराट की तरफ दौड़ लगा दीया विराट ने जब देखा वो दोनों उसकी तरफ दौड़ते हुए आ रहे हैं विराट अपनी जगह से साइड खिसक गया वह दोनों गिरते गिरते बचे एक का तो सर सीधा दरवाजे में जाकर लगा वह अपने सर को पकड़ते हुए विराट की तरफ देखा विराट तो जोर-जोर से हंसने लगा था वो दोनों विराट को देखते हुए बोला – क्या विराट भाई अच्छे से गले भी नहीं लग सकते क्या...
विराट हंसते हुए अपनी चेयर की तरफ गया और बड़े स्टाइल से चेयर पर बैठ गया अपना चश्मा उतरकर नीचे रखा और सामने बैठे तीसरे लड़के को देखते हुए बोला – सुमित का कुछ भी नहीं हो सकता पता नहीं इतना सीरियस प्रोफेसर टाइप्स बनके कहां जाएगा।
वो तीनो लड़के विराट के बचपन के दोस्त थे। पहला लड़का मोहित बजाज जो बेंगलुरु के जाने-माने कॉस्मेटिक कंपनी का इकलौता मलिक था। बहुत ही ज्यादा हैंडसम और क्यूट था बातों में उससे कोई नहीं जीत सकता था।
दूसरा लड़का आर्यन खन्ना था। आर्यन एक फेमस कार्डियोलॉजिस्ट (दिल का डॉक्टर) था। आर्यन से मिलने के लिए महीनो पहले अपॉइंटमेंट लेना पड़ता था। आर्यन भी काफी ज्यादा हैंडसम था मोहित और आर्यन की बहुत ज्यादा जमती थी क्योंकि दोनों एक दूसरे के जैसे ही थे।
तीसरा लड़का सुमित आहूजा था। सुमित जितना दिखने में हैंडसम था उतना ही ज्यादा सीरियस रहने वाला लड़का था उसे चुप रहना ज्यादा पसंद था वो आर्यन और मोहित की तरह ज्यादा बोलता नहीं था। उसकी कंस्ट्रक्शन की कंपनी थी जो बेंगलुरु की नहीं बल्कि पूरे एशिया में नंबर दो पर आती थी क्योंकि पहले नंबर पर विराट की कंपनी थी।
आर्यन और मोहित अपनी अपनी जगह पे आके बैठ गए। सुमित का चेहरा सपाट था सुमित विराट से बोला – तुम बेंगलुरु आ गए और हमें बताया तक नहीं और ये बात हमें तुम्हारी असिस्टेंट से पता चलता है।
विराट – चील यार कल ही तो आया हूं और पता है आते ही दुश्मनों के कॉल्स भी आने शुरू हो गए खैर वह सब छोड़ो कॉफी टी कुछ लोगे??
मोहित – कॉफी...
आर्यन – मैं भी...
सुमित ......कुछ नही बोला सभी उसकी तरफ देखने लगे तो सुमित बोला – मुझे कुछ नहीं चाहिए... तो विराट नेहा से बोला – नेहा तीन कॉफी और एक ऑक्सिजन बोतल..
सभी विराट को ऐसे देखने लगे हैं जैसे उन्होंने क्या ही सुन लिया हो विराट सब की तरफ देखते हुए बोला – तुम लोग मुझे ऐसे क्यों देख रहे हो सही तो कहा हम तीनों कॉफी पियेंगे और सुमित ऑक्सीजन पिएगा वैसे भी ये उसी पर तो जिंदा रहता है विराट की बात सुनकर मोहित और आर्यन दोनों जोर-जोर से हंसने लगे सुमित उन दोनों को घूर कर देखा और विराट की तरफ देखते हुए बोला– विर तुम्हें मजाक सूझ रहा है तुम्हें याद है ना तुम यहां पर किस काम के लिए आए हो ......
जैसे ही सुमित ने अपना शब्द खत्म किया वहां पर अचानक सन्नाटा छा गया सभी शांत हो गए और सुमित को देखने लगे नेहा वहां के माहौल को समझ चुकी थी इसलिए वह बिना कुछ कहे वहां से चली गई विराट के चेहरे पर भी अब सीरियसनेस आ चुका था उसे इस वक्त देखकर कोई नहीं कह सकता था कि थोड़ी देर पहले यही विराट रॉय चौधरी हंस रहा था।
नेहा सभी के लिए कॉफी लेके आई थी। उसके बाद वो वहा से चली गई थी। वहा अभी भी शांति था लेकिन मोहित और आर्यन आपस में खुसर फुसर कर रहे थे जिससे इरिटेड होके सुमित उन दोनो को डांट दिया।
सुमित – तुम दोनो को ऐसे ही बात करना है तो बहार जाओ।
दोनों चुप हो गए इस समय डोर पर नौक हुआ। एचआर डिपार्टमेंट का हेड और उसकी असिस्टेंट आई हुई थी विराट उन दोनों को अंदर आने का इशारा करता है दोनों अंदर आते हैं हर डिपार्टमेंट का हेड विराट के सामने फाइल देते हुए बोला – सर यह है इस महीने का पूरा रिपोर्ट...
पीछे खड़ी असिस्टेंट बार-बार विराट को देख रही थी और वहां बैठे उन तीनों को वहां पर चारों कितने हैंडसम लड़के बैठे हुए थे उसे यकीन नहीं हो रहा था वह उन सब की फोटोस लेना चाहती थी।
विराट मुंह बिगड़ने हुए बोला – आए हुए घंटा भर नहीं हुआ और यहां काम लेकर आ गए हैं जनाब क्या आपको मेरी असिस्टेंट नहीं दिखी ये सारे काम उसे बताओ वो करेगी मैं यहां काम करने नहीं आया हूं।
हेड को अजीब लगा लेकिन वह बिना कुछ बोले वहां से चला गया और उसके पीछे उसकी असिस्टेंट भी चली गई उसे जाने का मन बिल्कुल नहीं कर रहा था लेकिन उसे जाना पड़ा।
सुमित अपना फोन देखते हुए – वीर हमें चलना होगा वह लोग अपनी बिल से बाहर निकल चुके हैं..
विराट अपनी जगह से खड़ा हुआ और अपने आंखों पर ब्लैक गोगल्स लगाते हुए बोला – बहुत हो गया आराम अब होगा काम एक्शन मूड ऑन 😎
चारों कंपनी से निकल कर अपनी अपनी कार में बैठकर वहा से चले गए। विराट खुद ड्राइव कर रहा था। उसके पीछे सुमित अकेले था। मोहित और आर्यन साथ में थे। आर्यन ड्राइव कर रहा था। मोहित बगल में बैठा था। बाकी पीछे उनके बॉडीगार्ड की दो गाड़ियां थी।
शहर के स्लम एरिया में एक पुरानी फैक्ट्री थी जहा मशीन चलने की आवाजे आ रही थी। वहा लोगों के घर उसे फैक्ट्री से बहुत दूर पर थी उसे फैक्ट्री के अंदर बहुत सारे कर्मचारी काम कर रहे थे और वहीं पर एक आदमी जो उन सब का मालिक था वो कुर्सी लगाकर बैठा था उसके मुंह में पान था और वह अपना सर पीछे चेयर पर टिकाए हुए आंखें बंद किए हुए था उसके साइड में टेबल फैन चल रहा था।
वही थोड़ी दूरी पर एक कोने में बहुत सारे बच्चे थे जो रो रहे थे उनकी आंखों पर पट्टी बंधी हुई थी और हाथ पैर बंधा हुआ था राशियों से। वह आदमी पान चबाते हुए अपनी साइड में थूकता है और जोर से चिल्लाते हुए कहता है – " अबे इन पीदीयों का कोई मुंह बंद करवाओ मेरे कानों में इन सभी की आवाज चुभ रही है।
"कोई न हम तुम्हारे कान को ही तुमसे अलग कर देते है ",,, एक आवाज उस माहौल को चीरते हुए फैक्ट्री के अंदर आई। सभी लोग सामने बड़े से दरवाजे की तरफ देखने लगे। मालिक भी उस तरफ देखा वहा बहुत से लोग खड़े थे। आगे चार लोग खड़े थे बाकी पीछे बड़ी बड़ी बंदूक लिए गार्ड थे।
वो विराट ,सुमित , मोहित और आर्यन थे। इस वक्त चारो के चेहरे पे खतरनाक एक्सप्रेशन था यहां तक की मोहित और आर्यन के चेहरे भी डार्क थे। फैक्ट्री में काम कर रहे सभी लोग एक जगह जाकर जमा हो गए वह सभी बॉडी बिल्डर दिख रहे थे उन सब का मालिक अपनी जगह से खड़ा हुआ और पान को दूसरी साइड थूकते हुए सामने देखते हुए बोला – अबे कौन हो तुम लोग और तुम लोग यहां तक पहुंच कैसे गए।
मोहित – बस भटकते भटकते आ गए फिर देखा फैक्ट्री चालू है तो सोचा कुछ काम कर ले।
आर्यन – हम बस यहां अपना काम करने आए हैं जैसे तुम अपना काम कर रहे हो और हां हमारे पास बस मारने का ऑप्शन है छोड़ने का नहीं तो तुम लोग खुद को तैयार कर लो।
विराट कुछ बोलने वाला था उससे पहले सुमित आगे बढ़ा और वहां खड़े आदमियों को मरने लगा। ये देख विराट सुमित से बोला – यार मुझे तो मेरा डायलॉग बोलने देते हद है ..
उन साबका लीडर सुमित को ऐसे जानवरों की तरह अपने आदमियों को मारते हुए देखकर डर गया और वह चिल्लाने लगा ,,"अरे क्या कर रहे हो तुम मेरे आदमी को क्यों मार रहे हो और तुम सब नालायक हो खड़े होकर बस देख रहे हो मारो इन सबको"
अब सभी के समझ में आया कि वहां पर लड़ाई करना है सभी लोग लड़ाई करने के लिए आगे बढ़ने लगे विराट मोहित आर्यन भी उन आदमियों को करने लगे थोड़ी ही देर में सारे आदमी जमीन पर पड़े हुए थे उसमें से बचा था तो सिर्फ उनका लीडर जो डर के मारे जमीन पर बैठा हुआ था उसके माथे से बस पसीना निकल रहा था उसने पहले अपने मुंह में रखा पान डर से गटक लिया था।
एक गार्ड उसके सामने चेयर रखा उसपे विराट बैठ गया उसका चेहरा गुस्से से तमतमा रहा था वह इस वक्त काफी खतरनाक लग रहा था विराट की आंखे लाल हो चुकी थी – तुम्हें मैने नहीं मारा इसमें मेरी अच्छाई मत समझना तुम्हें मैंने इसलिए छोड़ा है ताकि तुम अपने बॉस को जाकर बता सको की VR the Devil Mafia King वापस आ चुका है और वो इस बार उसका साम्राज्य जड़ से खत्म कर देगा।
विराट की बात सुनकर लीडर दंग रह गया – तू...तुम V...VR Devil King ho ......😰
विराट डेविल स्माइल करते हुए अपना हाथ उपर किया – हा डेविल किंग माफिया की दुनिया का बेताज बादशाह वापस आ चुका है ......😈
VR बस एक नाम नहीं था अंडरवर्ल्ड पर राज करने वाला माफिया किंग था। जिसे सिर्फ अंडरवर्ल्ड के लोग ही नहीं पूरी दुनिया डरती थी आज तक VR को किसी ने नहीं देखा है और जिसने भी देखा है वह जिंदा नहीं बच पाया है।
लीडर इतना ज्यादा डर गया कि वो वहीं पर बेहोश हो गया। VR बस नाम ही काफी था लोगो के बीच दहस्त फैलाने के लिए। विराट अपने आदमियों को लीडर को उसके बॉस के पास छोड़ के आने को बोला और सुमित से उन सारे बच्चे को उसके घर सही सलामत छोड़ने को बोला।
केबिन में सुमित के पास मैसेज आया था कि किसी पुराने बस्ती के पास बच्चों को बेचा जा रहा है तो बस फिर क्या था सभी उन्हें बचाने आ गए थे।
सभी वहां से चले गए बस सुमित और कुछ गॉड्स वहीं पर रुक गए और उन बच्चों को उनके घर सही सलामत पहुंचाने लगे।
आर्यन और मोहित अपने-अपने घर चले गए वहीं विराट अपनी कार अकेले चलाते हुए जा रहा था उसके प्लेलिस्ट में बहुत ही अच्छा गाना बज रहा था — "एक अजनबी हसीना से यूँ मुलाक़ात हो गई", फिर क्या हुआ?" ये ना पूछो, कुछ ऐसी बात हो गई, एक अजनबी हसीना से यूँ मुलाक़ात हो गई"
विराट आराम से गाना गुनगुनाते हुए गाड़ी चला रहा था। अचानक उसकी गाड़ी के सामने कोई आया और विराट ने तेजी से ब्रेक लगाया विराट के दिल की धड़कन तेज हो गई उसे लगा कहीं कोई उसकी गाड़ी के नीचे तो नहीं आ गया।
क्या विराट से किसी का एक्सीडेंट हो गया था क्या करेगा अब विराट....??
दोस्तो आपको ये कहानी कैसी लग रही है प्लीज़ कमेंट करके बताईए...😊