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Ishq tumse

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Roohi Sahu

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तुम्हें अपना बनाने का जुनून सर पर है कब से है अभिमन्यु के कहे इन अल्फाजों को सुनकर कुहू के शरीर में एक डर की लहर दौड़ गयी ! अभिमन्यु राणावत एक एसा शख्स जिसके नाम से भी लोग कांपते है, जिसके लिए पैसा पावर ही सब कुछ है और ये दोनों चीजें उसने कमाई भी...

Total Chapters (3)

Page 1 of 1

  • 1. Ishq tumse - Chapter 1

    Words: 846

    Estimated Reading Time: 6 min

    श्री गणेशाय नमः 🙏

    रात का वक़्त........

    मुंबई का विला जो दिखने में किसी नर्क के जैसा दिखता था.... पूरा विला काले रंग से सजाया गया था .....और ,उसके चारों तरफ गहरा जंगल था....विला के अंदर चारों तरफ अंधेरा ही अंधेरा था.....

    उसे विला के अंदर चारों तरफ से सिर्फ चीखें चीखें सुनाई दे रही थी....कोई भी इंसान अगर चिखों को सुने तो हार्ट अटैक से मर जाए.....वह चीखें हैं इतनी दर्दनाक थी..... एक पल के लिए तो चीखों को सुनकर इंसान की रूह तक भी कप जाए !

    उसी विला के अंदर एक आदमी जमीन पर दर्द से चीख रहा था तड़प रहा था क्योंकि एक शख्स उसके ऊपर कोड़े बरसा रहा था उस आदमी के पूरे शरीर पर कई चोटों के निशान थे .......ऐसा लग रहा था जैसे उसे पहले से ही बहुत ज्यादा मारा गया हो ......

    वो आदमी दर्द से तड़पते हुए बोला ___प्लीज मुझे जाने दो मुझे मत मारो..... मेरे घर पर मेरी बीवी बच्चे मेरा इंतजार कर रहे होंगे.... प्लीज मुझे जाने दो ...

    मैं आज के बाद इसी गलती दुबारा नहीं करूंगा ....

    मुझे माफ कर दीजिए AR

    मैं पैसा के लालच में अंधा हो गया था मुझे जाने दीजिए मैं आज के बाद किसी को धोखा नहीं दूंगा !

    सामने चेयर पर एक सख्त पर्सनालिटी वाला एक शख्स किसी राजा की तरह बैठा था .....उसके आस-पास काफी सारे बॉडीगार्ड्स खड़े थे उनकी यूनीफॉर्म पर एक कोड लिखा था जो था AR यानी अभिमन्यु राणावत

    अभिमन्यु राजावत राजावत इंडस्ट्रीज का सीईओ दुखने में बेहद हैंडसम पर उतना ही खतरनाक

    उम्र 28 साल, डार्क ब्लूआइस, 6 फुट 2 इंच हाइट, 8 एप्स मस्कुलर बॉडी, चेहरे पर सख्त भाव एक बार भी नहीं सोचता किसी को मारने से पहले उसके लिए धोखा एक गुनाह है !

    उसका औरा इतना डार्क था उसके पास खड़े बॉडीगार्ड्स भी डर से कांप रहे थे AR के एक हाथ में सिगरेट थी जिसके वो कस ले रहा था ....उसके दूसरे हाथ में बंदूक थी...... उस उसकी डार्क ब्लू आइस सामने जमीन पर दर्द से तड़प रहे आदमी के ऊपर थी .....AR अपना पैर उस आदमी के ज़ख्मी हाथ पर रख कर मसल दिया जिससे उसकी एक दर्दनाक चीख उस विला में गूँज गयी ....

    AR उस आदमी के ज़ख्मी हाथ को अपने पैर से मसलते हुए अपनी सर्द आवाज में बोला___ छोड़ दूँ तुझे ........जाने दू तुझे.......तुझे लगता है मेरे साथ धोखा करने के बाद मैं तुझे जिंदा जाने दूंगा...... AR को हर एक चीज बर्दाश्त है, लेकिन धोखा बिल्कुल भी नहीं......मुझे धोखा देने वाला अगली बार कोई गलती करने लायक नहीं रहता.......और मेरी जिंदगी में माफी शब्द है ही नहीं....

    मेरी जिंदगी में गलती करने की एक ही सजा है वह है मौत !

    AR उसके ज़ख्मी हाथ पर अपने पैरों से और जोर से मसलते हुए बोला __पैसा भी ना बुरी चीज है अपने ही दुश्मन बन जाते हैं.....अगर पैसे चाहिए तो मुझसे मांग लेते.....मगर गद्दारी नहीं करनी चाहिए थी.....एक पल के लिए AR बक्श सकता है लेकिन किंग की डिक्शनरी में धोखे का मतलब गुनाह और गुनाह कि एक ही सजा मौत !

    और सही कहा तुमने तुम आज के बाद से किसी को धोखा नहीं दोगे....

    क्योंकि आज के बाद तुम किसी को धोखा देने के जिंदा ही नहीं बचोगे

    इतना कह कर AR ने अपनी हाथों में ली बंदूक को सीधे उस आदमी के सर पर तान दी और बिना देरी किए उसके सिर के बीचों बीच गोली मार दी ....

    इसी के साथ उस आदमी की मौत हो गई AR ने अपने सामने जमीन पर गिरे हुए इंसान जो इस की कंपनी का एक एंप्लॉय था इसने AR को धोखा देकर इसके दुश्मनों तक इसकी कुछ इनफॉरमेशन पहुंचने की कोशिश की थी... लेकिन यह कामयाब नहीं हुआ क्योंकि कोई AR को धोखा दे यह नामुमकिन था.....

    AR ने अपने असिस्टेंट राज की तरफ इशारा करके कहा ...राज इसे मेरे पालतू जानवरों के सामने डाल दो..... और हां इसके घर वालो को पैसे भेज देना इसके किए की सजा उन्हें क्यों मिले......और उनकी बाकी की जरूरतों के हिसाब के उनके account में future के लिए पैसे डाल देना .... उन्हें आगे चल कर कोई तकलीफ नहीं होनी चाहिए !

    इतना कहकर AR तेज कदमों से विला के बाहर निकल गया ...

    उसके पीछे- पीछे राज भी विला से बाहर आया....

    AR विला के बाहर आया जहां पर 10 से 15 चमचमाती हुई कारे खड़ी थी

    AR बीच वाली कार के पास आया तो ड्राइवर ने कार का पिछला दरवाजा खोल दिया तो AR पीछे कार में बैठ गया तो ड्राइवर की बगल वाली सीट पर राज भी बैठे गया .....उनके बैठते ही ड्राइवर ने कार स्टार्ट कर दी....कार का काफिला उसकी कार के पीछे पीछे चल दिया !

    AR की गाड़ियों का काफिला मुंबई की सड़कों को चीरता हुआ आगे निकलता है ....

    कार के अंदर AR लैपटॉप में अपना ऑफिस का काम कर रहा था.... उसकी मोटी उंगलियां तेजी से लैपटॉप के कीबोर्ड पर चल रही थी.... इस वक़्त चेहरे पर किसी तरह के कोई भाव नहीं थे उसका चेहरा एक्सप्रेशन लेस था !

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  • 2. Ishq tumse - Chapter 2

    Words: 799

    Estimated Reading Time: 5 min

    मैंने अभिमन्यु का सरनेम बदल दिया है राजावत से राणावत कर दिया है

    अब से अभिमन्यु राणावत .....



    अब आगे........






    मुंबई

    रात का वक़्त........

    अभिमन्यु की कार आकर एक खूबसूरत से व्हाइट कलर के पैलेस के सामने रुकती है........ वो पैलेस दिखने में बेहद खूबसूरत था .....पैलेस पूरे 4 फ्लोर का था.......उसके आगे और बैकयार्ड में बहुत बड़ा गार्डन था........

    जिसके चारों चारों तरफ अलग-अलग गुलाब के और भी कई प्रकार के फूल लगाए गए थे..... उस गार्डन में लगे फूलों की खूशबू पैलेस के चारों तरफ फैली हुई थी.........वह गार्डन दिखने में बेहद खूबसूरत था.....उस पैलेस की थीम पूरी व्हाइट कलर थी...... जो रात वक़्त चांद की रौशनी में बिल्कुल डायमंड की तरह चमक रहा था .........

    उस पैलेस को पूरी तरीके से वाइट कलर से सजाया गया था.....उसके आगे बहुत बड़ा गेट था.......जिस पर सिक्योरिटी गार्ड खड़े थे.... अभिमन्यु के बॉडीगार्ड उस पैलेस के चारों तरफ खड़े थे...... पैलेस के इंट्रेस गेट पर एक नेम प्लेट लगा हुआ था...... जिस पर बहुत ही सुंदर तरीके से डायमंड से"" राणावत पैलेस"" लिखा हुआ था ..........

    एक बॉडीगार्ड ने आकार अभिमन्यु की कार का डोर ओपन किया..... जिसमें से पूरे रौब और गुरूर से अभिमन्यु और उतारा लंबे लंबे डग भारत हुआ सीधे पैलेस के अंदर चला गया..........

    उसके पीछे राज भी कार से उतरा वो भी पैलेस के अंदर चला गया क्योंकि राज भी राणावत पैलेस में ही रहता है .........

    अभिमन्यु का असिस्टेंट, राज, उम्र 25 साल, अभिमन्यु की तरह ही मस्कुलर बॉडी, 6 एप्स, 6 फुट 2 इंच हाइट, जेंल से सेट किए हुए बाल, लेकिन स्वभाव से हंसमुख पर काम के वक्त एकदम सीरियस रहने वाला इंसान था...

    यह अभिमन्यु का असिस्टेंट होने के साथ- साथ उसका इकलौता का दोस्त भी है!

    राज एक अनाथ है उसका इस दुनिया में अभिमन्यु और उसके परिवार के अलावा कोई और नहीं हैं ......राज को राणावत पैलेस में लाने वाला और कोई नहीं अभिमन्यु ही है .........

    फ्लैशबैक.......

    राज को कुछ लड़के परेशान कर रहे थे पर राज ने उन सब से डरने की बजाय उनका हिम्मत से सामना किया था...... राज उस समय दस साल का होगा और वो लड़के 14-15 साल के थे......

    ये सब कुछ अपनी कार में बैठा अभिमन्यु देख रहा था....

    अभिमन्यु राज के पास आया और उससे बोला__ काम करोगे मेरे साथ !

    तब राज ने उससे एक ही बात कही थी पैसा मिलेगा.....

    राज की बात सुनकर अभिमन्यु तिरछा मुस्कुराया उसने राज से बोला_ तुम बस मेरे साथ काम करने के लिए हां कहो पैसा तुम्हें तुम्हारी सोच से भी ज्यादा मिलेगा !

    राज__ अगर पैसा मिलेगा तो मैं तैयार है तुम्हारे साथ काम करने के लिए!

    जब अभिमन्यु ने उससे पूछा __तुम्हारा परिवार कहा है... तुम इस तरह से रोड पर क्या कर रहे हो ....और ये लड़के तुम्हें परेशान क्यू कर रहे थे.....

    तब राज ने बताया उसके मां-बाप की मौत कार एक्सीडेंट में हो गयी औऱ रिश्तेदारों ने भी घर और बाकी की प्रॉपर्टी अपने नाम करके उसे उसी के घर से बाहर निकाल दिया और ये बच्चे भी उसे अकेला समझ कर परेशान कर रहे हैं !

    तब अभिमन्यु राज को अपने घर यानी राणावत पैलेस लेकर आया था तब से राज अभिमन्यु के साथ ही रहता है .......

    राज अभिमन्यु का असिस्टेंट होनी के साथ ही उसका राइट हैंड भी है......

    अभिमन्यु अंडरवर्ल्ड का किंग है तो राज उसका राइट हैंड है.....

    राज अभिमन्यु के ऑफिस का काम संभालने के साथ-साथ उसके अंडरवर्ल्ड का काम भी वही संभालता है ......




    अब आगे.......

    अभिमन्यु जैसे ही हॉल में अपने कदम रखता है तो उसकी नजर डायनिंग टेबल पर जाती है .......जहां एक औरत ने अपने दोनों हाथ पर रखकर उसके ऊपर अपना सिर रखा हुआ था उनकी आँखें बंद थी पर वो सोई नहीं थी......


    अभिमन्यु ने अपने कदम डायनिंग टेबल की ओर बढ़ा दिए .....

    अभिमन्यु उस औरत के पास आया उसने एक सॉफ्ट किस उस औरत के सिर पर किया तो उनके होंठों पर मुस्कान आ गयी....
    उन्होंने अपनी आँखे खोली
    और हल्की नींद भरी आवाज में बोली_ अभी आप आ गये !



    अभिमन्यु __माँ मैंने आपसे कितनी बार कहा आप मेरा इंतजार मत किया कीजिए .....डिनर करके सो जाया कीजिये ....मुझे मेरे काम की वजह से आने हमेशा लेट होता है ......


    वो औरत यानी अभिमन्यु की माँ दिव्या जी ने अभिमन्यु के गाल पर हाथ रखकर कहा___ एसे कैसे हम आपको खिलाएं बगैर सो सकते हैं.. आप इस घर के लोगों को एक अच्छी जिंदगी देने और उनका पेट भरने के लिए दिन रात मेहनत करते हैं..... रात को थके हुए घर आते हैं और बिना खाये आप सो जाए ये हम कैसे होने दे सकते हैं.... हमारा बच्चा दिन रात मेहनत करने के बाद रात को भूखा सोये ये एक माँ कैसे हो दे सकती है ......










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  • 3. Ishq tumse - Chapter 3

    Words: 138

    Estimated Reading Time: 1 min

    मुंबई

    रात का वक़्त

    राणावत पैलेस

    अभिमन्यु ने दिव्या जी के दोनों हाथों को अपने हाथों में थामा उन्हें चुमते हुए बोला फिर भी माँ आपको मेरे लिए इतनी रात तक जागने की ज़रूरत नहीं है आपकी तबीयत भी ठीक नहीं रहती आप इतनी रात जागेंगी तो आपकी हेल्थ पर असर पड़ेगा और आपकी तबीयत और ज्यादा खराब हो जाएगी अभिमन्यु की बात सुनकर दिव्या जी मुस्कान हुए बोली तो आप एसा कीजिए आप हमारे लिए एक सुन्दर सी बहु और अपने लिए प्यारी सी बीवी ले आइए जो जो हमारी जगह आपका इंतजार करें और हमारी तबीयत का भी ध्यान रखें इससे हमें देर रात तक जागकर आपका इंतजार भी नहीं करना पड़ेगा और हमारी हेल्प भी ठीक रहेगी बोलिए आप लाएंगे न हमारे लिए एक सुन्दर सी बहु जो हमारा और आपका ध्यान रखे बोलिए अभी