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Feeling of love

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Dolly Gupta

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ये कहानी है सिद्धार्थ और डॉली की। जहां सिद्धार्थ एक superstar था जिसके गाने सभी फैन को बेहद पसंद थे। वहीं डॉली जो एक कॉलेज स्टूडेंड थी वो खुद सिद्धार्थ की बहुत बड़ी फैन थी, पर उसने कभी भी उसकी शक्ल नहीं देखी थी। सिद्धार्थ अपने बचपन के प्यार की खोजने...

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सिद्धार्थ रॉय कपूर

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Total Chapters (8)

Page 1 of 1

  • 1. Feeling of love - Chapter 1

    Words: 1631

    Estimated Reading Time: 10 min

    एक लड़की जिसकी उम्र 19 -20 की थी। वो आधीरात को बीच सड़क पे भाग रही थी । उसे पता भी नहीं था कहा जाना है । तभी उसे छुपने के लिए एक जगह दिखाई दि तो वो वहा जाके छुप गई । वो लड़की खुद से बोली ,"है भगवान जी अब में क्या करु कैसे निकल सकती हूं,यहां से आप ही कुछ रास्ता दिखाओ मुझे। तभी उसने किसी की आहट सुनी , डर के मारे उसकी हालत खराब होने लगी।"" अब तू क्या करेंगी dolly , ये गुंडे तो यहां तक आ गए",वो लड़की खुद से बोली । एक गुंडा बोला ," ढूंढो उस लड़की को कही दूर नहीं गई होगी, अगर वो भाग गई तो गड़गड़ हो जाएगी। तभी एक गुंडे की नज़र डॉली पर गई जो कार पीछे छिपी थी, उसने वहा पहुंच कर डॉली के बालों को पकड़ कर बोला," तुझे क्या लगा हम से बच कर इतनी आसानी भाग जाएगी तू।"  उसी वक्त उनका लीडर वहा आया और बोला ,"अब कहा जाएगी तू अब हमसे बच कर तू कोइ रास्ता नहीं है तेरे पास। "ये बोल कर वो लीडर हसने लगा, वो इस वक्त बहुत डरावना लग रहा था । डॉली उसे हस ता हुआ देख पहले तो डर गई फिर भी उनके सामने डर को छुपाते हुए बोली," देखो muge जाने दो plz मैने सच में कुछ नहीं देखा मै सच बोल रहीं तुम लोगो ने गलत लड़की को पकड़ा है तुम सब सही नहीं कर रहे मेरे साथ।" इतना बोल वो अपने बाल छुड़ाने लगी। तभी वो लीडर गुस्से से बोला, चुप एकदम चुप एक शब्द भी बोला ना तुने तो, जब से तुझे पकड़ा है ना तू यहीं एक बात बोल मेरा नही सबका दिमाग ख़राब कर रही है।"  पहला गुंडा बोला," भाई ये लड़की अपने आप को बहुत शातिर समझ रही है आप इसे उन बाकी लड़कियो के साथ गोडाउन में डाल दो वैसे भी ये लड़की हमारे बहुत काम की है। लीडर ने जैसे ही उसकी बातो को सुना उसने सोचते हुए कहा," बात तेरी बिलकुल सही वैसे भी इसे अलग रख कर पता नहीं क्या करना चाहते बॉस हम ना इसे उन बाकी लड़कियो के साथ गोडाउन डाल देते हैं। "ओय राका! पकड़ इसे और डाल दें बाकी लड़कियो के साथ।" राका ने बस हा में सिर हिलाया और डॉली की बाजुओं को लेजाने लगा पर डॉली डर ते हुए बोली,"" छोड़ो pls कहा ले जा रहे मुझे।" डॉली बोलती रही पर राका को उसकी बातो से कोई फर्क नहीं पड़ा और उसे जबरजस्ती ले कर चला गया। कुछ देर बाद, गोडाउन मे, डॉली जो वहा आकर खड़ी थी उसने इतनी कम उम्र बच्चों को देख हैरान हो गई और बोली," क्या जो में सोच रही हूं वो सच है,ये.. लोग human trafficking करते हैं, I can't believe it. (जी हा ये लड़की कोई और नहीं हमारी dolly story की हीरोइन है आइए जानते इनके बारे में उम्र लगभग 20 साल सावला रंग पर बेहद अट्रैक्टिव है इसका सपना है जो उसे पूरा करना है, अब आते हैं कहानी पे)  उन छोटे बच्चो ने अपने से बडी उम्र लडकी को देख डर गए। डॉली जिसकी हालत पहले ही खराब थी उसके सिर से खून निकल रहा था, होठों के किनारे के फटे हुए थे। वो अचानक जमीन पर बैठ गई और अपना सिर पकड़ कर बोली," oh God मेरा सर। " तभी उसके पास एक 10-11 साल की लड़की आई और अपनी मासूमियत भरी आवाज mai बोला उसे बोला ," दीदी आप ठीक हो क्या ? में आपकी हेल्प कर दू। डॉली ने अपना सिर उठाकर उस बच्ची को देखा और पर बोला कुछ नहीं और दीवाल से टेक लगा कर बैठ गई, उसके सिर में असहनीय दर्द हो रहा था। उसका जवाब ना पाकर उसने दूसरा सवाल किया पूछा," आपका नाम क्या है दीदी? डॉली को जब थोडा ठीक महसूस हुआ तो मुस्कराकर उसने जवाब दिया ,"डॉली , फिर रुक कर उस बच्ची के गालों पर हाथ रख कर पूछा ," और आपका नाम क्या है बेटा। " बच्ची ने मुस्कुराकर बोली,"मेरा नाम प्रिया है सब मुझे प्यार से सब पीहू बोलते है , दीदी मुझे लगा आप मुझसे बात नही करोगी।"" डॉली ने छोटी सी स्माइल के साथ उसे देखा और उसे अपनी बाजु में बैठा कर बोली," आप को ऐसा क्यूं लगा मैं आपसे बात नहीं करूंगी, वैसे भी में कोई बुरी दीदी तो बिलकुल नहीं हु।" पीहू ने जैसे ही उसकी बात सुनी तो कहा," सच्ची मै। डॉली ने अपना सिर हा हिलाया और बोली," सच।" कुछ देर में ही वो पीहू से घुल मिल गई थी। पीहू ने अपना पेट पकड़ कर बोली," दीदी मुझे भूख लगी है, पर ये bad अंकल कुछ खाने को नहीं देते।  डॉली ने उसकी बात सुन उसे बहुत बुरा लगा उसने उन गुंडों को मन में कोसने लगी, उसने उसका चेहरा देखा और मन में बोली," में क्या करू अब, इसे तो भूख लगी है। " तभी उसे याद आया उसकी पैंट की पॉकेट में कुछ चॉकलेट उसने निकाल कर उसे देते हुए प्यार से बोली," पीहू ये लो और जल्दी से खा लेना और बाकियों के साथ जाके शेयर कर के खाना, उन्हें भी तो भूख लगी होगी ना।" पीहू ने अपना सिर हा में हिलाया और बाकी बच्चो के पास चली गई। डॉली उन बच्चों को देखा जिनकी उम्र 14 साल के नीचे थी। उन्हें देख कर अब उसे tension हो रही थी। उसे उन बाकी बच्चो की tension हो रही थी , उसने सोच लिया था कि वो कैसे भी कर उन बच्चो को यहां से बाहर निकाल के रहेगी। डॉली अब कुछ सोचने लगी तभी उसके दिमाग में एक idea आया उसने सबको तरफ देखा और खुद से कहा " ये idea थोड़ा risky है पर कुछ भी कर मुझे ये करना पड़ेगा इन सब के लिए , वो भी सोच समझ कर," इतना बोल उसने अपनी हाथों की मुठ्ठी बना कर बोली" yes I can do it।."  कुछ देर बाद , राका के अंदर आया उसके साथ कुछ और आदमी आए थे। उन्हे देख डॉली ने बोली," अब तुम लोग यहां क्या कर रहे हों।   राका ने उसकी बात इग्नोर कर दिया। डॉली तरफ बढ़ा और अपने जेब से एक इंजेक्शन निकला वो जैसे ही उसे इंजेक्शन लगाने को हुआ तभी डॉली ने उसे धक्का देकर बोली," क्या लगाना चाहते हो तुम मुझे। राका ने कहा , " तेरी इतनी हिम्मत की तू मुझे यानी राका को धक्का देगी अभी बताता हु तुझे जग्गू पकड़ इसे। जग्गू आगे आया और उसके हाथो को पकड़ कर पीठ लगा दिया, राका ने उसे देख कर कहा " अब में तुझे छोड़ने नही वाला हु , बहुत अकड़ है ना तेरे में । इतना बोल कर उसने पहला इंजेक्शन उसकी गर्दन पर लगाया फिर अपनी पॉकेट में से दुसरा इंजेक्शन निकला कर और उसी जगह लगा दिया।  राका जग्गू को इशारा किया तो उसने उसे छोड़ दिया और बाहर की तरफ की तरफ चला गया । जग्गू उसके पीछे जाते हुए अजीब तरफ से मुस्कुरा रहा था। डॉली ने गर्दन पर हाथ रख कर बोली," aah मेरी गर्दन , ये क्या लगाया इन लोगों ने मुझे, इसे मेरा सिर क्यों घूमने लगा aah!" इतना बोल वो अपना सिर पकड़ जमीन पर बैठ गई। पीहू भागकर उसके पास आई और बोली," दीदी आप को क्या हुआ, बताओ ना क्या हुआ आप ठीक हो ना। डॉली ने उसे देख अपने दर्द को छुपाते हुए बोली," don't worry में ठीक हूं और आप फिक्र मत करो में आप सब कुछ नहीं होगा okk।" इतना बोल वो छोटी स्माइल पास कर दी। पीहू को ने अपना सिर हा में हिला दिया।  डॉली ने मन में कहा," डॉली तुझे जो करना है जल्दी करना होगा वरना वो लोग यहां वापस आ जाएंगे। इतना बोल उसने अपनी पॉकेट से फोन निकला जो शुरू से उसके पास था, जिसपे किसी की नज़र नहीं गई थी। थोडी देर बाद, वही कुछ दूरी पर एक मोटा आदमी जो वहा का बॉस था। वो बोला ," उस लड़की को लगाया क्या इंजेक्शन? राका ने हा में सिर हिलाया और आगे कहा ," yes boss." उसे राका की बात पर यकीन नहीं हुआ, उसने जग्गू को देखा तो जग्गू ने उसे सारी बात बताई, उसकी बात सुन कर, वो अपनी जगह से उठ कर राका की तरफ बढ़ते हुए बोला," कौन सा इंजेक्शन लगाया तूने उसे।" पर राका कुछ नहीं बोला। राका को कोई जवाब ना देता देख, वो उसके सर पर गन रखते हुए बोला," बोल नहीं तो सारी गोली तेरे भेजे में डाल दूंगा " राका ने गुस्से से बोला," बॉस वो लड़की कुछ ज्यादा ही बोल रही थी इसलिए मैने उसे कोई दूसरा इंजेक्शन दिया। " "क्या…. पागल होगया तू , तुने उसे वो इंजेक्शन लगा दिया पता है फिर भी वो इंजेक्शन उसे लगाया।।"उस आदमी ने उसकी कॉलर पकड़ गुस्से बोला । राका ने अपना सिर नीचे झुका लिया । "Sorry Bo...Bo..sss". ये सब बोलते वक्त उसके आंखों में कोई गिल्ट नहीं था। वो मोटा आदमी जो सुरेश है अंडरवर्ल्ड का जाना माना नाम । Human trafficking करना , ड्रग्स की dealing करना इनके family में आम बात है। सुरेश गुस्से से उसकी गर्दन पकड़ कर कहा ,"तुझे पता है वो लडकी कोन है। उस लड़की को कुछ भी हुआ ना तो हम कही के नहीं रह जाएंगे।" इतना कह कर उसने उसका गला छोड़ दिया।राका अपना गला पकड़ कर खांसने लगा। सुरेश जा कर अपनी कुर्सी पर बैठ गया। राका कुछ बोलने को हुआ तभी वहा एक गोली चलने की आवाज आई और ये गोली किसी और ने नहीं सुरेश ने चलाई थी ,राका पर राका on the spot मर गया। सुरेश ने जग्गू को देख कर बोला," जाओ उस लड़की को देखो वो ठीक है कि नहीं उसे कुछ भी हुआ तो तुम सब जान से जाओगे और ये बात  mr. rayjada को पता नहीं चलनी चाहिए , जाओ इस body को ठिकाने लगाओ जाके।" आगे क्या हुआ जानने पढ़ते रहिए।    https://whatsapp.com/channel/0029Vb6Bm7c2ZjCrxIqvOK43    

  • 2. Feeling of love - Chapter 2

    Words: 1248

    Estimated Reading Time: 8 min

    अगली सुबह, एक आदमी अंदर आया उसने डॉली को देखा जिसकी हालत ठीक नहीं थी। डॉली की नजर उन पर चली गई पर बोली कुछ नहीं क्युकी कल रात जो इंजेक्शन dolly को लगाया था उसका असर धीरे धीरे उसकी body पर होने लगा पर इस बात का उसे अंदाजा नहीं लगा। तभी उस आदमी ने उस पर गन तानी और बोला,"कोई भी होश यारी किए बिना हमारे साथ बाहर चल नहीं तो में अपने तरीके से तुम्हे ले जाऊंगा।" डॉली ने खुद को होश में रखते हुए उनसे सवाल पूछा ," कहा ले जाना चाहते हो तुम लोग मुझे।" डॉली को अपनी बात ना मानता देख उस आदमी को गुस्सा आ गया उसने उसके हाथ को जबरजस्ती पकड़ बाहर ले जाने को हुआ। डॉली तभी कुछ सोच कर बोली,"ठीक है ठीक है में चलती हु तुम लोगों के साथ उसे पहले तुम मेरा हाथ छोड़ो।" इतना बोल वो अपना हाथ छुड़ाने की कोशिश कर ने लगी। उस आदमी ने उसकी हाथों पर पकड़ मजबूत कर बोला," मैने तुझे पहले ही बोला चुप चाप चल मेरे साथ पर तू तो अपने ही अकड़ में थी।" इतना बोल उसे खींचते हुए ले जाने लगा। कुछ देर बाद, वो आदमी उसपे बिना रहम दिखाए जमीन पर पटक दिया, जमीन पर गिरने से उसे जिस जगह कल रात चोट लगी थी, वो घाव और गेहरा हो गया। वो आदमी सामने सुरेश की तरफ देख बोला ," भाई इसने रात को किसी को call Kiya था।"  सुरेश जो वहीं चेयर पर बैठा था उसने एक नज़र डॉली को देखा जिसपे इंजेक्शन का असर धीरे धीरे हो रहा था। उस आदमी ने उस पर गन तान कर बोला," ए लडकी बोल कल रात किसे call किया था तुने ।" पर डॉली ने कुछ नहीं वो बोलती भी कैसे उसकी हालत ठीक नही थी उसे जल्द से जल्द treatment की जरूरत थी।  सुरेश ने उठ कर गुस्से से उसे के गाल पर थप्पड़ मार दिया और बोला ," Ravi तू पागल है! कल रात इसे राका ने कोई दूसरा भी इंजेक्शन लगाया है, उसका असर शुरू हो चुका है, तो वो क्या बोलेगी। रवि ने उसकी बात सुन कर सुरेश से कहा ,"भाई ये आप क्या बोल रहे हों दूसरा इंजेक्शन मतलब में समझा नहीं, और दूसरा इंजेक्शन तो मैंने उस राका को लगाने को नहीं बोला था मैने उसे ड्रग्स वाला इंजेक्शन बोला था। सुरेश ने उसकी बात सुन बोला," हा मुझे पता है तूने इसे ड्रग्स देने को बोला था, पर उसने साथ में कोई दूसरा इंजेक्शन भी लगा या है इस लड़की को…" रवि ने हैरानी और डर के मिले जुले एक्सप्रेशन के साथ पीछे होते हुए कहा," इसका मतलब की ये उसने जान बुझ कर किया है।" वो इसके आगे कुछ बोल नहीं पाया। " सुरेश जाकर कुर्सी पर बैठ अपने सिर पर हाथ रख डर से बोला," हा सही कहा तुने , मुझे कल रात ही पता चला की उस राका ने इसे जानबुझ कर दिया है, किसी के और के कहने पर। रवि ने एक नज़र डॉली को देखा और बोला," उसकी हालत बहुत नाजुक हो गई थी अगर उसे जल्द से जल्द हॉस्पिटल नहीं ले गए तो पता नहीं क्या होगा फिर हमारा।” तभी गोली या चलने की आवाज आई और सब alert हो गए । गोलियों की आवाज सुन उनका ध्यान उस तरफ चला गया था। सुरेश ने आस पास देखते गुस्से से बोला," लग ता है इसने पहले ही पुलिस को फोन कर दिया था,अब हमे जल्द से जल्दी यहां से निकलना होगा , और हा रवि इसे भी अपने साथ ले चल। रवि ने उसकी बात सुन कर हा में सिर हिलाया और डॉली को लेकर वहा से जानें लगा।   अब तक सुरेश के कई  आदमी मारे गए।  सुरेश वहा से भागने को हुआ तभी पुलिस ने उसे चारों ओर से घेर लिया । इंस्पेक्टर उसपे gun point पर कर बोला," हवलदार पकड़ो इसे और बैठाओ जीप में। एक हवलदार आगे आया जैसे ही उसे पकड़ने को तभी एक आवाज़ उनके कानों में आई , सबने उस तरफ देखा जहा रवि ने डॉली के उपर gun ताने खड़ा था , उनकी नज़र उसके चेहरे पर गई । एक लड़का जो अभी वहा जल्द बाजी में पहुंचा उसने डॉली को देख चिल्लाकर बोला," रवि छोड़ उसे, उस ने कुछ नहीं किया है । सुरेश और रवि ने उस आवाज़ को सुन दोनों एक साथ हसने लगे उनकी हसी normal तो बिल्कुल नहीं थी। सुरेश ने कार्तिक को देखा और बोला," oo तो इस लडकी कार्तिक गुप्ता को भी फोन किया था ये लडकी तो जितना हमने सोचा था उसे भी ज्यादा चालक निकाली। इंस्पेक्टर ने कहा," तुम उसे लड़की को छोड़ दो , फिर हम तुम्हे यहां से जाने देंगे।"  सुरेश जो कब से हस रहा था उसने गुस्से से बोला," ऐसे कैसे इस लकड़ी को जानें दू इसकी वजह से मेरे सारे आदमी मारे गए और तुम बोल रहे इसे छोड़ दू कभी नहीं। " डॉली ने खुद को होश में रखते हुए देखा कि रवि उसपे gun तानी है पहले तो वो डर गई, तभी उसने रवि का ध्यान कहीं और उसने अपने दोनों हाथो से उसे अपनी पूरी ताक़त के साथ धकेला और रेलिंग से टिक कर लड़खड़ाते कदमों से भागने लगी। तभी एक गोली चली सबका सारा ध्यान वहा गया कार्तिक ने वहा देख जोर से चिल्लाया," डॉली। क्योंकि रवि ने डॉली पर शूट कर दीया था।   दिल्ली,  एक विला जिसपे बड़े अक्षरों में SK विला लिखा था। विला के अंदर,  एक हैंडसम लड़का जो अपनी नेक बॉडी में ही पुशअप कर रहा था, उसकी मस्क्युलर बॉडी से पसीना टपक रहा था जिसे वो और भी ज्यादा हैंडसम और अट्रैक्टिव लग रहा था। तभी उसका फोन बजा उसने कॉल उठाया और ब्लूटूथ से कनेक्ट कर अपनी सर्द आवाज में बोला," बोल कॉल क्यों किया।" सामने से आवाज ," हेलो सिद्धार्थ good morning क्या कर रहा है तू।" सिद्धार्थ ने उसकी बात सुनी पर बोलना जरूरी नहीं समझा, कुछ देर तक सिद्धार्थ की आवाज न आता देख वो चिढ़ कर बोला," अरे मैने तुझे good morning wish किया तुझे भी कुछ रिप्लाई देना चाहिए कि नहीं।" सिद्धार्थ ने एक टूट जवाब दिया,"नहीं। " फिर थोड़ा रुक कर बोला," में तुझे जरूरी नहीं समझता रिप्लाई देना ,बोल किस लिए कॉल किया है तूने मुझे।" चिराग़ जो उसकी बात सुन शौक में था वो होश में आते हुए बोला," वो आज हमें स्टूडियो जाना हे की नहीं ।" उसकी बात सुन सिद्धार्थ बोला," yes I am coming" फिर थोड़ा रुक कर बोला," कुछ पता चला " चिराग़ ने उसकी बात सुन सीरियस हो कर बोला,"अभी नहीं पर जैसे ही पता चलता है तुम्हे inform कर दूंगा।" इतना बोलना की कॉल कट हो गया। सिद्धार्थ ने अपनी आंखे बंद करली, तभी उसके सामने उसी लड़की का चेहरा आ गया। उसने अपनी आंखे खोली उसकी नीली आंखों में इस वक्त कोई एक्सप्रेशन नहीं थे। ( ये हैं सिद्धांत कपूर एक handsome बंदा है , उसकी mysterious persanality  और dengerous औरा उसे बहुत खतरनाक बना रही थी। उसकी नीली आंखे उसे और भी ज्यादा handsome बना रही थी कोई लड़की उसकी आंखों में देखे तो उसकी दीवानी बजाए। वो एक एक्टर था। चिराग़ रावल जो उसका दोस्त है वो भी काफी हैंडसम हैं , गोरा रंग, काली आंखे। ) सिद्धार्थ को हमेशा एक ही सपना आता था वो था उसकी बचपन की दोस्त का । पर आज उसे सुबह एक अलग सपना आया एक अनजानी लड़की जिसे वो जानता तक नहीं था , ये बात उसे सुबह से बेचैन कर रही थी वो क्यों ये वहीं जानता था । क्या हुआ आगे जानने के लिए पढ़ते रहिए

  • 3. Feeling of love - Chapter 3

    Words: 1550

    Estimated Reading Time: 10 min

    रात का वक्त, जंगल area में,  एक कॉटेज में एक आदमी जो खून से लथपथ पड़ा था, उसके सर से लगातार खून निकल रहा जैसे किसी ने उसे बहुत टॉर्चर किया हो । तभी रूम का दरवाजा खुला और एक शख्स रूम के अंदर आया उसकी मस्क्युलर बॉडी और हैंडसम चेहरा जो एक आधे मास्क के पीछे छुपा हुआ था उसकी सिर्फ नीली आँखें दिख रही थीं जो हद से ज्यादा सर्द थी। उसका औरा इतना खतरनाक था, उसे देख ही सामने जमीन पर पड़ा शख्स के मुंह से एक ही शब्द निकाला SK। SK  सामने वाले chair पर किसी राजा के तरह बैठते evil smile के साथ बोला ," तुम्हारी इतनी औकात है जो मेरे समाने खड़े हो कर मेरा नाम बोल सको।" वो आदमी लड़खड़ाती आवाज में गिड़गिड़ाते हुए बोला," मुझे माफ कर दो SK मुझसे गलती हो गई, आइंदसे में कभी आपको धोखा नहीं दूंगा ।" उसकी आवाज डर साफ नजर आ रहा था। SK के चेहरे पर रहम नहीं दिख रहा था, वो अंदर आ कर वही कुर्सी पर पैर के उपर पैर चढ़ाएं बैठते हुए बोला," धोखे और गद्दारी की सिर्फ एक सज़ा है वो है मौत।" इतना बोल वो जोर जोर से हंसने लगा, उसकी हंसी कोई नॉर्मल तो बिल्कुल नहीं थी। उसके साथ आए जितने भी गार्ड थे उनके चेहरे पर कोई एक्सप्रेशन नहीं थे, उन्हें इस चीज़ की ट्रेनिंग दी गई थी। वो आदमी जो जमीन पर गिरा हुआ था उसने उसकी तभी एक जोर चीख उस cottage में सुनाई दी , ये चीख उसी आदमी की थी। क्युकी जमीन पर पड़े आदमी के ऊपर खौलता हुआ तेल डाल गया था, SK ने अपने हाथ पे पकड़े लाइटर को घुमा रहा था, उसने वो लाइटर झट से उस आदमी की तरफ फेक दिया। वो आदमी वहीं जल कर मर रहा था, उसकी चीखे पूरे कॉटेज गूंजने लगी, पर SK को कोई फर्क नहीं पड़ा, वो तो आरम से चेयर पर बैठे हुए सिगरेट कश ले ते हुए वो किसी सीन की enjoy कर रहा था । तभी उसे किसी का फोन आया ,उसने अपने साथ आए आदमी को आंखों से इशारा किया और रूम से बाहर निकल गया ।   वहीं उसके साथ आया लड़के ने बॉडी गार्ड के हेड को  कुछ instruction दिए और बाहर निकल आया तभी उसने अपने सामने खड़े SK को देखा जो अपने फोन पर किसी से बात कर रहा था। उसने लड़के ने अपने मन कहा ,"ये किस devil के साथ फंस गया में मुझे पता होता ये ऐसा निकल ने वाला है तो में कभी इसका दोस्त नहीं बनाता ।" वो मन ही मन उसे कोस रहा था , तभी सामने से SK ने अपनी सर्द आवाज में बोला," अगर तेरा कोसना होगया  हो तो चले चिराग और भी काम है।" उसकी आवाज सुन चिराग होश में आते हुए बोला," हा.. चलते हैं, वैसे भी मुझे लेरिना ने बुलाया था कुछ जरूरी काम से, चल जल्दी।" सिद्धार्थ ने उसे तिरछी नजरों घूरा फिर अपनी BMW कार की तरफ जाते हुए बोला," वो तो मुझे पता तु किस जरूरी काम से जा रहे वहां। चिराग ने चिढ़ कर उसके पीछे आते हुए बोला," यार तुझे हमेशा यही क्यों लगता है, लेरीना सिर्फ मुझे उसी काम के लिए बुलाएगी, कोई और वजह भी तो हो सकती है ना । सिद्धार्थ ने उसे घूर कर देखा पर बोला कुछ नहीं। सिद्धार्थ ने कार की बैंक सीट बैठ कर अपना सिर पीछे टिका लिया और अपनी आंखे बंद करली। कार में एक दम शांति छाई हुई थी, चिराग ड्राइविंग सीट पर बैठते हुए कार स्टार्ट कर दी। सिद्धार्थ ने अपने मन में बोला," में तुम्हे ढूंढ कर रहूंगा doll चाहे कुछ भी हो जाए। 2 महीने बाद , एक ऑडिटोरियम में काफी अंधेरा छाया हुआ था। वहा एक कंसर्ट होने वाला था, आस पास से हूटिंग की आवाजे आ रही थी। कुछ लोग अपने हाथों में बोर्ड लिए एक ही नाम ले रहे थे । वो है राइजर जो music की दुनिया में मशहूर गिटार ईस्ट और सिंगर था । जिसके पीछे लड़कियां पागल थी। पर उसे आज तक किसी ने नहीं देखा था, क्योंकि वो हमेशा अपने चेहरे पर एक ब्लैक मास्क लगाकर आता था बट उसके गाने पूरी दुनिया में मशहूर थे। उसने कम उम्र से ही म्यूजिक इंडस्ट्रीज join कर बहुत नाम कमाया था। आते हे कहानी पर, एक 20 साल की लड़की सांवला रंग, गुलाबी होठ, काली गहरी आंखे, हाइट 5.6 इंच, उसने ब्लैक क्रॉप टॉप और ब्ल्यू बैगी पेंट पहनी थी,उसने अपनी बालों को पोनी टेल में बांधा था चेहरे ना के बराबर मेकअप किया था। जिसे वो पूरी भीड़ में सबसे अलग लग रही थी , उसकी नज़र बराबर से स्टेज पर थी । तभी उसके बाजू में खड़ी लड़की जिसका नाम शनाया था वो बोली "क्या यार डॉली तू ना सच में कुछ ज्यादा ही पागल है उस राइजर के लिए। फिर थोड़ा रुक कर बोली, "जिसकी किसी ने आज तक शक्ल तक नहीं देखी उसके ये लोग इतना पागल कैसे हो सकते हैं और तू भी उन लोगों में शामिल है , वो भी सिर्फ उसकी आवाज सुन कर।" डॉली ने उसकी बातों को सुनी पर बोली कुछ नहीं क्युकी उसे उसकी बातों से ज्यादा कंसर्ट में इंटरेस्ट था। शनाया ने देखा वो उसकी बातों पर बिलकुल भी ध्यान नहीं दे रही है। शनाया अपने मन में बोली," ohh god इस लडकी के साथ रहकर कहीं मैं भी पागल ना हो जाऊं इसकी तरह।" फिर थोड़ा रुक कर उसने आस पास देखा और आगे बोली ," अब ये समीर कहां रह गया , ये जूस लेने गया है या बनाने। तभी उसे समीर दिखा जो उनकी तरफ आ रहा, शनाया ने उसे गुस्से घूर कर देखा और उसके सर पर तपली मारते हुए बोली," कहा रहा गया था तू हा जूस लेने गया था की बनाने। समीर ने अपने सर को सहलाते हुए बोला," आह क्या हुआ, मारा क्यों मुझे अब मैने क्या किया, में तो, तुम लोगो के लिए जूस स्नैक्स लेने गया था, see। शनाया ने हाथ फोल्ड करते हुए नकली स्माइल के साथ बोली," ओह तो तू स्नैक्स लेने गया था, मुझे तो पता नहीं ना। समीर ने उसे डॉली की तरफ देख समझ गया और चिढ़ कर बोला," यार तू किसी और का गुस्सा मुझ पर क्यों उतार रही है।" "तो क्या करु यार उसे देख जरा तू एक वो है , जिसे इस वक्त उस राइजर गाने के सामने कोई नहीं दिख रहा।" शनाया ने डॉली की तरफ इशारा करते हुए बोला। अचानक से डॉली स्टेज की तरफ की इशारा कर बोली," शनाया देख कॉन्सर्ट शुरू हो गया , यार देख पहली बार हम कॉन्सर्ट में आए हैं वो मेरे फेवरेट राइजर के चुप चाप कॉन्सर्ट में गाना सुन।" शनाया और समीर भी स्टेज की तरफ देखने । वहीं एक स्पॉट लाइट स्टेज के बीच जली जहां इस वक्त राइजर अपने हाथ में गिटार लिए खड़ा था। जिसने ब्लैक शर्ट, पैंट और ब्लैक ओवर कोर्ट डाला था। तभी गिटार की आवाज उनके कानों में आई। 🎵🎵🎵🎵 🎵🎵🎵🎵 🎵🎵🎵🎵 तभी उनके कानों में राइजर की बेहद अट्रैक्टिव आवाज, वो गाना रहा था, वो भी बेहद रोमांटिक। हम्म हम्म हम्म हम्म भींगी भींगी सड़कों पे मे तेरा इंतज़ार करूँ धीरे धीरे दिल की ज़मीं को तेरे ही नाम करूँ खुदको मैं यूं खो दूँ के फिर ना कभी पाऊं हौले हौले ज़िन्दगी को अब तेरे हवाले करूँ सनम रे सनम रे तू मेरा सनम हुआ रे सनम रे सनम रे तू मेरा सनम हुआ रे करम रे करम रे तेरा मुझपे करम हुआ रे सनम रे सनम रे तू मेरा सनम हुआ रे उसकी वाइस सुन डॉली की दिल की धड़कन बढ़ गई, because वो उसका फेवरेट song था। उसकी आंखों में एक अलग ही कुछ था जो कोई नहीं जानता था। दर दर दर दर फिरता रहा मै दर दर दर दर तन्हा रहा मै हर पल पल पल पल आजा ना संग अब चल चल चल चल करदे मेरी मुश्किल हल तेरे करीब जो होने लगी हूँ तो टूटे सारे भरम रे सनम रे सनम रे तू मेरा सनम हुआ रे सनम रे सनम रे तू मेरा सनम हुआ रे हम्म हम्म हम्म बादलों की तरह ही तो तूने मुझपे साया किया है बारिशों की तरह ही तो तूने खुशियों से भींगाया है आँधियों की तरह ही तो तूने होश को उड़ाया है मेरा मुक़द्दर सवारा है यूं नया सवेरा जो लाया है तू तेरे संग ही बिताने हैं मुझको मेरे सारे जनम रे सनम रे सनम रे (सनम रे) तू मेरा सनम हुआ रे सनम रे सनम रे (सनम रे) तू मेरा सनम हुआ रे करम रे करम रे तेरा मुझपे करम हुआ रे सनम रे सनम रे (सनम रे) तू मेरा सनम हुआ रे दर दर दर दर (हम्म हम्म हम्म) फिरता रहा मै (हम्म हम्म हम्म) दर दर दर दर दर (हम्म हम्म हम्म) तन्हा रहा मै (हम्म हम्म हम्म) हर पल पल पल पल (हम्म हम्म हम्म) आजा ना संग अब (हम्म हम्म हम्म) चल चल चल चल (हम्म हम्म हम्म) करदे मेरी मुश्किल हल (हम्म हम्म हम्म) दर दर दर दर (हम्म हम्म हम्म) फिरता रहा मै (हम्म हम्म हम्म) दर दर दर दर(हम्म हम्म हम्म) तन्हा रहा मै (हम्म हम्म हम्म) हर पल पल पल पल (हम्म हम्म हम्म) आजा ना संग अब (हम्म हम्म हम्म) चल चल चल चल (हम्म हम्म हम्म) करदे मेरी मुश्किल हल (हम्म हम्म हम्म) यही गाना खत्म हो गया और लाइट्स ऑफ हो गई थी।  

  • 4. Feeling of love - Chapter 4

    Words: 1007

    Estimated Reading Time: 7 min

    अब आगे, पहला गाना खत्म होते ही स्टेज पर वहां शान्ति छा गई। तभी पब्लिक जोर जोर से हूटिंग करने लगे , राइजर ने सबकी तरफ देखा उसके चेहरे पर कोई इमोशन नहीं थे बट उसकी आंखे कुछ अलग था जो क्या था वहीं जाने। डॉली एक्साइटमेंट के साथ stage के तरफ देख रही थी । अब आगे,राइजर जो गाना गाने जा रहा था वो उसे बहुत पसंद था , तभी अगला गाना शुरू हुआ। वापस से हर जगह शांति छागई । गाना शुरू हुआ, म्यूजिक बजा, गिटार की धुन जो बेहद प्रोफेशनल तरीके से बजा रहा था वो, 🎵 🎵 🎵 🎵 🎵 🎵 🎵 🎵 🎵 ये गाना कुछ ऐसा था , जो किसी के भी दिल को छूले। Bol do na Zara song . Start, इतनी मोहब्बत करो ना मैं डूब ना जाऊं कहीं वापस किनारे पे आना मैं भूल ना जाऊं कहीं देखा जबसे हे चेहरा तेरा मैं तो हफ़्तों से सोया नहीं बोल दो ना ज़रा दिल में जो है छिपा मैं किसी से कहूँगा नहीं बोल दो ना ज़रा दिल में जो है छिपा मैं किसी से कहूँगा नहीं मैं किसी से कहूँगा नहीं 🎵 🎵 🎵 🎵 🎵 🎵 ओ ओ ओ ओ ओ ओ ओ ओ ओ ओ ओ ओ ओ ओ ओ ओ ओ ओ ओ ओ मुझे नींद आती नहीं है अकेले ख्वाबों में आया करो राइजर ने अपनी आंखे बंद की उसके आंखों सामने किसी लड़की चेहरा आगया। उसने आंखें बंद कर आगे गाया। नहीं चल सकूँगा तुम्हारे बिना मैं मेरा तुम सहारा बनो इक तुम्हें चाहने के अलावा और कुछ हमसे होगा नहीं बोल दो ना ज़रा दिल में जो है छिपा मैं किसी से कहूँगा नहीं बोल दो ना ज़रा दिल में जो है छिपा मैं किसी से कहूँगा नहीं मैं किसी से कहूँगा नहीं धीरे धीरे कर गाना जैसा आगे बढ रहा था। लड़कियों का दिल वैसे ही हाल बेहाल होरहा था । उसने आगे की लाइन गाई। हमारी कमी तुमको महसूस होगी भींगा देंगी जब बारिशें मैं भर कर के लाया हूँ आँखों में अपनी अधूरी सी कुछ ख्वाहिशें रूह से चाहने वाले आशिक बातें जिस्मों की करते नहीं बोल दो ना ज़रा दिल में जो है छिपा मैं किसी से कहूँगा नहीं बोल दो ना ज़रा दिल में जो है छिपा मैं किसी से कहूँगा नहीं मैं किसी से कहूँगा नहीं ओ ओ ओ ओ ओ ओ ओ ओ ओ ओ ओ ओ ओ ओ ओ ओ ओ ओ ओ ओ अंत में गाना जैसे ही खतम हुआ वैसे से ही तालियों की गड़गड़ाहट पूरे हॉल में हुई। सब जोर जोर से राइजर का नाम चिलाने लगे कुछ देर बाद लाइट ऑफ हो गई , Consert खतम हो गया। कुछ देर बाद , Vip area मैं एक सस्पेंशियल जगह पर ,  डॉली , दिव्या,और समीर वहा फोटो क्लिक कर रहे थे। खास कर हमारी शनाया जिसे फोटो क्लिक करने का शौक है। "यार एक ऐसा भी पोज दू  क्या,"  शनाया ने अपने बालों में हाथ लगाते हुए स्टाइल से बोली। डॉली ने झुंझलाते हुए फोन को शनाया के हाथों में पकड़ा कर , चिढ़ते हुए बोली," बोहोत हो गया यार, अब में फोटो क्लिक कराउंगी ।" इतना बोल उसे खींच कर साइड किया और उसकी जगह जा कर खड़ी हो गई। शनाया ने उसे हैरानी से देखते हुए बोली," यार ये क्या है मैने ढंग से फोटो भी नहीं खींचे अभी तक, और तू बीच में आ गई तो गलत है।" डॉली ने उसे घूर कर देखा और आइब्रो उच्च कर के बोली," ohh इसमें कुछ गलत नहीं है , तू यहां पिछले 15 मिनट से खींचवा रहा है।" " मैं नही खिंचने वाली फोटो तु इसे बोल न ये कब से वहा खड़ा आराम फरमा है ।"उसने समीर की तरफ उंगली प्वाइंट कर कहा। शनाया की बात सुन उस डॉली ने भी समीर की तरफ देखा। समीर जो वहा खड़े अपना फोन चला रहा था। समीर किसी की घूरती नज़रे अपने ऊपर महसूस हुई उसने अपना चेहरे उठाकर उन दोनों को देखा जो उसे घूर रही थी, उसने उसने उन दोनों का ध्यान भटकाते हुए,अपना गला ठीक करते हुए बोला," Guys हम कब से यहां इस vip area में खड़े है , अगर किसी ने हमे यहां देखा तो हमारी शामत आजाएगी इसलिए जो करना जल्दी करो ।" उन दोनों ने एक दूसरे को देखा फिर समीर को देखा और बोली," इसकी बात में दम तो है हम यहां कबसे खड़े हैं," डॉली की तरफ फोन बढ़ाते हुए बोली," चल जल्दी फोटो ले हमें निकला भी है।" डॉली ने उसकी बात सुन अपने मन बोली," तू मुझे क्या बेवकूफ समझता है समीर जो मुझे फंसा एगा । " डॉली ने अपना सिर हा हिलाया और बोली " समीर तू फोटो क्लिक कर ले में अभी वॉशरूम जा कर आती हु।" समीर ने उसका हाथ पकड़ कर बोला," यार तू अकेले जाएगी क्या ? डॉली ने हा में सिर हिलाया और बोली," yes,of course में जा सकती हु तू तब तक शनाया के फोटोस क्लिक कर ना।" इतना बोल वो मुस्कुराकर वहां से वाशरूम की तरफ चली गई। शनाया ने फोन समीर को देते हुए बोली," चल अब वो चली, इसलिए तू ले मेरे फोटोस ।" समीर ने लाचारी से अपना सिर हा में हिला दिया। वो फोटोस लेने लगा। कुछ देर बाद, डॉली वाशरूम से बाहर आई और कुछ दूर चल कर फिर आस पास देखा फिर स्माइल कर से बोली," wow अब में अपने फेवरेट star राइजर मिल सकती हु जरूर वो अभी भी यही इस vip area में होगा मुझे कैसे भी आज उसका ऑटोग्राफ चाहिए।" इतना बोल वो आस पास के कमरे उसे ढूंढने लगी, वो बिना किसी पर ध्यान दिए चल रही थी, जैसे उसे कोई जल्दी हो, वहीं सामने से एक शख्स आ रहा था। अचानक से वो सामने से आ रही डॉली से टकरा गया , वो दोनों सम्हल नहीं पाए और एक साथ जमीन पर गिर गए । अचानक से कुछ ऐसा जिसकी उम्मीद दोनों को नहीं थी , डॉली और वो शख्स दोनों हैरान हो गए। क्या हुआ ऐसा उन दोनों के बीच? जानने के लिए पढ़िए मेरी novel feeling of love

  • 5. Feeling of love - Chapter 5

    Words: 1277

    Estimated Reading Time: 8 min

    अब तक, कुछ देर बाद, डॉली वाशरूम से बाहर आई और कुछ दूर चल कर फिर आस पास देखा फिर स्माइल कर से बोली," wow अब में अपने फेवरेट star राइजर मिल सकती हु जरूर वो अभी भी यही इस vip area में होगा मुझे कैसे भी आज उसका ऑटोग्राफ चाहिए।" इतना बोल वो आस पास के कमरे उसे ढूंढने लगी, वो बिना किसी पर ध्यान दिए चल रही थी, जैसे उसे कोई जल्दी हो, वहीं सामने से एक शख्स आ रहा था। अचानक से वो सामने से आ रही डॉली से टकरा गया , वो दोनों सम्हल नहीं पाए। डॉली नीचे गिर गई। उसने उस शख्स का कॉलर पकड़ लिया। वह शख्स संभल नहीं पाया और उसके साथ ही जमीन पर, उसके ऊपर गिर गया। वह दोनों एक-दूसरे को देखने लगे, क्योंकि गलती से उनके बीच किस हो गई थी, जिसकी उम्मीद दोनों को नहीं थी। वह दोनों कुछ सेकंड के लिए एक-दूसरे को देखते रहे। अचानक डॉली को होश आया और उसने उसे अपनी पूरी ताकत से धक्का दिया। तभी उसे होश आया और वह जल्दी से उसके ऊपर आ खड़ा हुआ। वहीं, डॉली अपने कमर पर हाथ रखकर खड़ी हुई और दर्द में बोली, "आउच! मेरी कमर! तुम इंसान हो या पहाड़ जो मेरे ऊपर गिरे!" उसने उसे देखकर गुस्से से बोला।" उस आदमी ने उसे घूरकर देखा और फिर अपने फ़ोन को उठाया जो उसके हाथ से छूट गया था। उसने गुस्से से डॉली को देखा और बोला, "व्हाट? क्या कहा तुमने? तुम्हें मैं कहाँ से पहाड़ लग रहा हूँ? ऊपर से गलती करती हो और बाद में सॉरी भी नहीं बोलती।" डॉली को कमर पर चोट लग गई थी। ऊपर से सामने वाला आदमी उसे ही सुना रहा था। उसकी बात सुनकर डॉली ने गुस्से में उसे उंगली दिखाते हुए बोली, "एक मिनट! मैं क्यों सॉरी बोलूँ? इसमें गलती मेरी कोई है ही नहीं तो! सारी की सारी गलती तुम्हारी है।" उसने देखा ये लड़की गलती करने के बाद भी सॉरी नहीं बोल रही, उल्टा सारा इल्ज़ाम किसी और पर डाल रही है। वो आदमी उसे घूरते हुए उसके करीब आते हुए बोला, "ओह! तो तुम्हें लगता है सारी की सारी गलती मेरी है ?" यह देख डॉली अपने कदम पीछे लेने लगी और लड़खड़ाती आवाज़ में बोली, "हे! व्हाट आर यू डूइंग? जो भी बात करनी है, तुम दूर रहकर भी कर सकते हो।" डॉली सीधे दीवार से टकरा गई। अब पीछे जाने की कोई जगह नहीं थी। उस आदमी ने अपने दोनों हाथ उसके आज़ू-बाज़ू रखे और उसकी आँखों में देखकर बोला, "तुम जानती हो इस वक़्त तुम किससे बहस कर रही हो? या फिर बिना जाने किसी से भी बहस करने लगती हो ?" डॉली ने उसे देखा और उसे उसका चेहरा कुछ जाना-पहचाना सा लगा, पर वह उस बात को अनदेखा करते हुए उसे धक्का दिया और बोली, "पहली बात तुम मुझसे दूर रहकर भी बात कर सकते, और दूसरी बात कि मैं तुम्हें बिल्कुल भी नहीं जानती हूँ। तुम कोई भी हो, इससे मुझे क्या? आई डोंट केयर।" उस आदमी ने उसकी बात सुनी और अपने हाथ को फ़ोल्ड करके उसे घूरकर देखा और बिना किसी भाव के बोला, "ओके देन! अगर तुम मुझे नहीं जानती हो , तो फिर सुनो गलती किसकी है। एक तो देखकर नहीं चल सकती और फिर गलती करके सारा इल्ज़ाम मुझ पर लगा रही हो। तुम जानना नहीं चाहती क्या गलती है तुम्हारी ?" फिर उसने अपने फ़ोन को जमीन से उठाया और उसे दिखाते हुए बोला, "सी ये गलती है तुम्हारी, जो तुमने अभी कुछ देर पहले की है। मेरा फ़ोन तोड़कर ।," फिर अपने हाथों को पैंट की पॉकेट में डाल बोला,“तो अब बोलो तुम इसका कम्पेनसेशन कैसे दोगी ?” डॉली, जो कुछ देर पहले उससे लड़ रही थी, अब वह चुप हो गई और सोचने लगी, क्या ये उसकी गलती है? अगर होगी तो ये उसने जानबूझ कर तो नहीं किया होगा? गलती जानबूझ कर हो या अनजाने में गलती तो गलती होती है जो उसने कर दी थी। डॉली ने उसे देखा, फिर कुछ सोचकर बोली, "एक मिनट! अगर गलती मेरी है, तो मैं अभी तुम्हें इसके पैसे लौटाती अभी तुम्हे लौटाती हूँ। बोलो, कितना है?" उसने एक अमाउंट बताया। जिसे सुनकर डॉली हैरानी से चिल्लाकर बोली, "व्हाट? 50,000!" उसने अपने मुँह पर हाथ रखकर फिर हिचकिचाते हुए बोली, "सॉरी, बट यह अमाउंट कुछ ज़्यादा बड़ा नहीं है इस नॉर्मल से फ़ोन के लिए।" उसने ना में सिर हिलाया और बोला, "नहीं, बिलकुल भी नहीं। because इस फोन का हर एक पार्ट बोहोत एक्सपेंसिव है ।" फिर रुककर आगे बोला, " एंड ये तो कुछ नहीं है। इस फ़ोन को अगर रिपेयर करना है, तो तुम्हें मुझे इतने पैसे देने होंगे।" डॉली उस फ़ोन को घूरती रही और मन में बोली, "ऐसा भी क्या हीरे-मोती लगे हैं इस फ़ोन में, जो बनाने के इतने पैसे पड़ेंगे?" तभी सामने से आवाज़ आई, "हीरे-मोती तो नहीं लगे हैं, पर यह एक ब्रांडेड फ़ोन है । इतना तो पता होगा ना तुम्हें, या देखकर समझ गई होगी तुम।" इतना बोलकर वह तिरछा मुस्कुरा दिया। डॉली ने हैरानी से उसे देखते हुए बोली, "तुम क्या, कोई भूत या जादूगर हो, जो मेरी मन की बात सुन ली तुमने?" उस आदमी ने उसे घूरकर देखा और बोला, "अगर तुम अपने मन में इतना जोर से बोलोगी, तो किसी को भी सुनाई देगा।" डॉली ने उसकी बात सुन चिढ़ कर बोली, "वो सब छोड़ो! एक काम करो, तुम मुझे अपना फ़ोन नंबर दो।" उसकी बात सुनकर उस शख्स ने अपनी आँखें छोटी कर लीं और बोला, "क्यों चाहिए तुम्हें, वैसे भी में किसी अंजान अपना नंबर बिल्कुल नहीं देता और तुम तो मेरे लिए एक अंजान हो?" डॉली ने चिढ़कर कहा, "तो फिर भूल जाओ अपने पैसे, एंड बाय!" इतना बोलकर वह वहाँ से जाने लगी। उसने उसका हाथ पकड़कर उसे रोका और उसे घूरते हुए बोला, "ऐसे कैसे बिना मेरे पैसे चुकाए तुम कही नहीं जा सकती हो ? क्या तुमने मुझे द सिद्धार्थ कपूर को बेवकूफ़ समझा है, जिसे तुम बेवकूफ बना निकलना चाहती हों?" डॉली ने अपने हाथों को देखा, उसे सिद्धार्थ का नाम कही सुना लगा बट उसने इस बात को इग्नोर कर बोली,," एसक्यू मी , मुझे किसे बेवकूफ नहीं बनाना आता, तो तुम्हे कहा से बेवकूफ बनाऊंगी, any ways ये सब छोड़ो तुम मुझे अपना नंबर दो में तुम्हे ऑनलाइन पैसे भेजूंगी because मेरे पास cash नहीं है। सिद्धार्थ ने उसे देखा, फिर कुछ सोचकर उसे अपना नंबर दे दिया। कुछ वक्त बाद, उसके फ़ोन पर नोटिफिकेशन की आवाज़ आई। उसने अपने पॉकेट से फ़ोन निकालकर देखा। डॉली ने कहा, "डन! मैने दिए तुम्हारे पैसे। नाउ हैप्पी यू! अब मैं चली, बाय।" तभी अचानक सिद्धार्थ ने कहा, "वेट! तुमने मुझे सिर्फ़ 5000 भेजे हैं। बाकी के पैसे कहाँ गए?" उसकी बात सुनकर डॉली ने झुँझ लाते हुए बोली, "हे भगवान जी! कैसा इंसान है यह! इसे मैंने अपनी पूरी पॉकेट मनी दे दी, फिर भी चैन नहीं मिल रहा है।" तभी सामने से आवाज़ आई, "आई डोंट केयर! तुमने मुझे क्या दिया , तुम मुझे मेरे पूरे पैसे दो, फिर यहाँ से जा सकती हो।" डॉली चिढ़कर बोली, "ओह गॉड! ये इंसान ! देखो, मेरे पास अभी बिलकुल भी पैसे नहीं हैं। हाँ, एक मिनट।" फिर उसने अपने फ़ोन से सिम निकालकर फ़ोन उसे देते हुए बोली, "ये लो, पकड़ो मेरा फ़ोन! ये मेरे पापा ने अभी कुछ दिन पहले दिया है। ये पूरे 15,000 का है। इसे अपने पास रखो। जब मेरे पास पैसे हो जाएँगे, तो मैं तुम्हें देकर ये ले लूँगी। और इसमें मेरा नंबर है। बाय।" इतना बोलकर वह वहाँ से चली गई। सिद्धार्थ बस उसकी हरकत देखता रहा गया, फिर अचानक बोला, "शी इज़ रियली अ स्टुपिड गर्ल! कोई किसी अनजान को अपना फ़ोन कैसे दे सकती है बिना सोचे समझे ?"।

  • 6. Feeling of love - Chapter 6

    Words: 1246

    Estimated Reading Time: 8 min

    अब आगे डॉली उस जगह से निकलकर अपने दोस्तों के पास गई। उसने देखा शनाया और समीर आपस में बातें कर रहे थे। वह उनके पास आकर बोली, "हे! बहुत देर हो गई है, हमें चलना चाहिए अब।" समीर ने कहा, "हाँ, चलते हैं। वैसे भी, अगर घर जल्दी नहीं पहुँचा तो मेरी वाट लग जाएगी।" शनाया ने सहमति में सिर हिलाया, "सही कहा तूने। अगर तू घर नहीं पहुँचा तो मुझे पता है क्या होगा।" समीर बोला, "तू ज़ले पर नमक मत छिड़क अब। और चल जल्दी।" इतना बोलकर उसने डॉली को देखा जो कुछ सोच रही थी। समीर ने डॉली को आवाज़ दी, पर उसने नहीं सुना। समीर ने उसके कंधे पर हाथ रखकर हिलाते हुए कहा, "डार्लिंग, कहाँ खो गई तुम ? में तुम्हें कबसे आवाज दे रहा हूं , यार।" डॉली अचानक होश में आते हुए बोली, "हाँ... हाँ, बोलो। कुछ हुआ क्या?" समीर ने कहा, "हुआ कुछ नहीं होगा, पर तुम कहाँ खो गई थीं, डार्लिंग? ये बताओ ज़रा। कहीं तुम मेरे ही ख़यालों में तो नहीं खो गई थीं? वैसे भी, मैं तो तुम्हारे पास खड़ा हु ना।" डॉली ने गुस्से से उसके पेट पर मारा और बोली, "तू कभी नहीं सुधरेगा ना! कितनी बार बोला है तुझे, मुझे 'डार्लिंग मत बोल ! फिर भी तू मेरी बात नहीं सुनता और वही बोलता है।" शनाया उनके पास आकर बोली, "बिल्कुल सही किया तूने ! ये हुई ना बात।" वहीं समीर दर्द से कराहते हुए बोला, "आउच! मम्मी! मैं तो बस पूछ रहा था। इस बात पर इतनी जोर से क्यों मारा इसने मुझे? अगर मेरी हड्डी टूट जाती तो..." डॉली उसी लहजे में बोली, "टूटी नहीं ना। चल अब, वैसे भी लेट हो गए है ऑलरेडी।" इतना बोलकर वह टैक्सी रोकने चली गई। वहीं, कुछ दूरी पर खड़ा सिद्धार्थ, जो कार में बैठा था, उन्हें देख रहा था। उसकी बातें उसे सुनाई नहीं दे रही थीं। सिद्धार्थ ने फिर उस फ़ोन को देखा जो डॉली का था। फिर वहाँ से निकल गया। रात के 11 बज रहे थे। गुप्ता हाउस, डॉली का कमरा। डॉली बिस्तर पर पेट के बल लेटी हुई थी। वह अपने फ़ोन में कुछ ढूँढ़ रही थी। यह उसका पुराना फ़ोन था, जो उसे दो साल पहले मिला था। तभी डॉली शौक हो कर बोली, "ओह्ह्ह्ह माई गॉड! इसका मतलब है, जिस इंसान से मैं मिली थी, वह सिद्धार्थ कपूर है, एक फेमस एक्टर, जिसने पिछले कुछ सालों से इंडस्ट्री में बहुत नाम कमाया है , ना इसका नाम अपने फ्रेड्स के मुंह से उसका नाम कितना बार सुना है मैने ।" उसने ये बात जोर से बोली थी। उसकी आवाज़ सुनकर, नैना, जो अपने कमरे में जा रही थी, जल्दी से उसके कमरे में आकर चिंता में बोली, "क्या हुआ, डॉली? तुम इतनी जोर से क्यों चिल्लाई? सब ठीक है ना?" डॉली ने उसकी ओर देखा और अपने आप को नॉर्मल दिखाते हुए बोली, "कु... कुछ भी नहीं, दी। मैं बस... एक्साइटमेंट में चिल्लाई। वो क्या है ना , में राइज़र का गाना सुन रही हूँ।" उसने डॉली को अजीब नज़रों से देखा। डॉली झेंपते हुए बोली, "ऐसे क्या देख रही हो आप? मैं सच बोल रही हूँ। जब भी मैं राइजर का गाना सुनती हूँ, मुझे कितना सुकून मिलता है! आप जानती हो ना, हाय! क्या आवाज़ है उसकी!" नैना ने उसकी बात बीच में रोकते हुए बोली, "ओके, ओके, मैं जानती हूँ तू राइजर की कितनी बड़ी फैन है! I know तू उसके लिए दीवानी है, वो भी बहुत बड़ी वाली , पर इतना भी क्या ख़ास है वो? आज तक उसे किसी ने नहीं देखा, और वो ना तो किसी को अपनी शक्ल दिखाता है।" डॉली ने उसकी बात सुन झुंझलाते हुए बोली, "नैना दी, आप को किसी के बारे में जो बोलना है बोलिए पर राइजर के बारे में कुछ नहीं प्लीज, क्योंकि मुझे अच्छा नहीं लगता, और आप भी तो उस सिद्धार्थ कपूर की फैन हो! उसकी हर एक मूवी आप देखना नहीं छोड़ती हो, पता नहीं उस सिद्धार्थ में ऐसा क्या है, हाँ?" नैना उसे फिर बीच में रोकते हुए बोली, "अरे, तू भी बात कहाँ से कहाँ ले जा रही है, यार! फिर थोड़ा रुककर बोली, "अच्छा, ठीक है, नहीं बोलूँगी मैं तेरे सुपरस्टार को कुछ, ठीक है , अब बात यहीं ख़त्म कर, सो जा। कल कॉलेज भी तो जाना है।" डॉली ने सिर हिलाया और जल्दी में बोली, "गुड नाइट, दी।" नैना भी उसे गुड नाइट बोलकर वहाँ से चली गई। डॉली ने एक नज़र उसे देखा और गहरी साँस छोड़ते हुए अपने सीने पर हाथ रखकर बोली, "बच गई! वरना इन्हें पता चल जाता तो मेरी ख़ैर नहीं होती।" इतना बोलकर, वह उठकर पहले दरवाज़ा बंद किया और आकर बेड पे बैठ गई। डॉली ने फिर अपना पुराना फ़ोन देखकर रोने जैसी सूरत बनाते हुए बोली, "ए ए ए ए ए! मेरा फ़ोन! अब मैं क्या करूँ? मेरा फ़ोन मुझे वापस कभी नहीं मिलने वाला है, क्योंकि वो ऐसे इंसान के पास है जो मेरी पहुँच से ऊपर है, और ना ही वो वापस मुझसे मिल कर मेरा फोन मुझे देगा ।" इतना बोलकर उसने अपना चेहरा लटका लिया । वहीं, SK विला। सोफे पर बैठा सिद्धार्थ वाइन की सीप लेते हुए अपने हाथों में पकड़े फ़ोन को देख रहा था। उसके सामने बैठा शख्स ने उसे देखते हुए बोला, "सीड, मैं कब से देख रहा हूँ तुझे! ऐसा क्या है इस फ़ोन में? जो इसे अपने पास रखे हुए है? और कहाँ मिला तुझे ये फ़ोन?" सिद्धार्थ ने उस फ़ोन में देखते हुए कहा, "तुम्हारी बेफिजूल बातों का जवाब देना मैं ज़रूरी नहीं समझता ।" जब सामने बैठे चिराग़ ने यह सुना तो चिढ़कर बोला, "ये कोई बेफ़िज़ूल बात तो बिल्कुल नहीं बोली मैने! ये बात इस फ़ोन की है कि यह फ़ोन किसका है और तू इसमें क्या देख रहा है, क्योंकि मैं कब से तुझे देख रहा हूँ ! तेरा ध्यान इस फोन ही है।" इतना बोलकर वह उठकर जैसे ही उसके फ़ोन में देखा तो हैरान हो गया क्योंकि उस फ़ोन में एक लड़की की फ़ोटो थी। वह हैरानी से कभी फ़ोन को देखता तो कभी सिद्धार्थ को, जो उसे अब बुरी तरह से घूर रहा था। चिराग़ ने उसे खुद को घूरते देखा तो उसे बोला, "हे! तू अपनी इन आँखों से किसी और को डराना समझा मैं! क्योंकि मैं तो बिल्कुल भी नहीं डरता तुझसे, क्योंकि तू मेरा इतने साल पुराना दोस्त है।" इतना बोलकर वह सोफे पर बैठकर आराम से अपनी वाइन एन्जॉय करने लगा। तभी उसे कुछ याद आया। उसने सिद्धार्थ से कहा, "वैसे ये किसकी फ़ोटो है, सीड? एक मिनट! ये तो वही लड़की है जो कॉन्सर्ट के कॉरिडोर में बिना कुछ सोचे समझे तुझसे लड़ने लग गई थी! " सिद्धार्थ ने बस सिर हिलाया और तिरछी मुस्करा दिया। सिद्धार्थ फिर अपनी ठंडी आवाज़ में बोला, "अरमान को बोलना, कल हमें जाना है वहाँ।" चिराग़ ने उसकी बात समझकर मुँह बनाते हुए बोला, "हे भाई! जाना ज़रूरी है क्या वहाँ?" सिद्धार्थ ने उसे घूरते हुए बोला, "क्यों? तुझे नहीं जाना तू मत जा वैसे भी वहां तेरा कोई काम नहीं है।" अपनी जगह से उठकर ऊपर की ओर जाने लगा, फिर रुककर तिरछी नज़र से उसे देखते हुए बोला, "मैं बताना भूल गया, लेरिना भी कुछ दिन बाद वहीं आने वाली है पढ़ने के लिए।" इतना बोलकर वह ऊपर चला गया। चिराग़ ने उसकी बातें सुनकर फ़ौरन बोला, "हे सीड! मैं तो मज़ाक कर रहा था! मैं आने वाला हूँ कल तुम दोनों के साथ, आफ्टर ऑल तुम दोनों मेरे दोस्त हो एंड स्टडी इज इंपॉर्टेंट ब्रो।" तब तक सिद्धार्थ अपने कमरे में चला गया था। ?

  • 7. Feeling of love - Chapter 7

    Words: 1097

    Estimated Reading Time: 7 min

    **Chapter 7** अगले दिन, गुप्ता हाउस में, अलार्म बज रहा था, पर डॉली आराम से सो रही थी। अधखुली आंखों से घड़ी देखकर, वह झट से उठ बैठी। घड़ी में 6:30 हो रहे थे। वह शौक से अपने सर पर हाथ रखकर बोली, "हे भगवान जी! 6:30 हो गए! लगता है आज मैं पक्का कॉलेज लेट हो जाऊंगी कल तो गई नहीं थी में।" फिर इतना बोल बेड से उतरकर, वह जल्दी से वॉशरूम में चली गई। कुछ देर बाद, नीचे डाइनिंग टेबल पर बैठकर, डॉली फटाफट नाश्ता करने लगी। उसने एक ब्लू जीन्स और फूलों की स्लीव्स वाला स्किन कलर क्रॉप टॉप पहना था; उसमें वो बेहद अच्छी लग रही थी। नाश्ते के बाद, वो तुंरत कॉलेज के लिए निकल गई। थोड़ी देर में वह बस स्टॉप पर पहुँची और वहाँ बैठकर बस का इंतज़ार करते हुए खुद से बोली, "पता नहीं ये लोग सुबह-सुबह कॉलेज क्यों रखते हैं! ये कॉलेज ना 11 या 12 बजे होना चाहिए, ताकि मैं आराम से सो सकू, इस कॉलेज की वजह से में सो नहीं पाती , हाय! मेरी प्यारी नींद।" कुछ देर रुकने के बाद भी बस नहीं आई, तो निराश होते हुए वह बोली, "यार, 10 मिनट हो गए, पर इस बस का कुछ अता-पता नहीं है।" तभी उसके सामने समीर बाइक लेकर खड़ा हो गया। समीर को देखकर, वह हैरानी से बोली, "हे! क्या आज तू भी लेट हो गया है कॉलेज के लिए?" समीर ने उसे देखते हुए जल्दबाजी में बोला, "ये सब मैं तुझे रास्ते में बताऊँगा में क्यों लेट हुआ । पहले तू बाइक पर बैठ, हम लेट हो रहे हैं।" डॉली जल्दी से बाइक पर पीछे बैठ गई। रास्ते में, डॉली ने कहा, "अब बोल, तू आज इतना लेट क्यों जा रहा है?" समीर बाइक चलाते हुए सामने देखते हुए बोला, "वो क्या है ना, कल रात 2 बजे तक बैटल ग्राउंड खेल रहा था, इसलिए सुबह मेरी आँख नहीं खुली ।" डॉली ने सिर हिलाकर कहा, "अच्छा, ठीक है। पर आरोही आज कॉलेज के सेकंड डे पर आई है ना? या फिर आज भी वो.. कही बाहर गई । " समीर ने उसे बीच में रोकते हुए बोला, " अरे नहीं बल्कि आज वो कॉलेज थोड़ी जल्दी चली गई है, क्योंकि आज कॉलेज में... हा कुछ स्पेशल गेस्ट आने वाले हैं" डॉली उत्सुकता से पूछा, "क्या ? स्पेशल गेस्ट आने वाले हैं और वो कौन है?" समीर ने कहा, " वो तो मुझे नहीं पता ।" कुछ देर बाद, कॉलेज में काफी चहल-पहल थी। वहीं खड़ी एक लड़की किसी का इंतज़ार कर रही थी। जी हाँ, यह है आरोही, समीर की जुड़वाँ बहन। वह समीर से पांच मिनट बड़ी थी। गोरा रंग, 5.8 इंच लंबी, उसने एक ब्लैक बैगी पैंट और शॉर्ट कुर्ती पहनी हुई थी। तभी डॉली जल्दी से भागकर उसके पास आई; उसकी साँस ऊपर-नीचे होने लगी। उसने अपने सीने पर हाथ रखकर गहरी साँस ली। तभी आरोही अपनी कमर पर हाथ रखकर बोली, "कितना लेट आई यार तू! तुझे बोला था ना कॉलेज लेट मत आना, फिर भी तू लेट ही आई।" डॉली ने देखा आरोही उसे घूर रही है। डॉली ने उसकी ओर देखते हुए कहा, "यार, वो क्या है ना, कल रात देर से सोई थी, इसलिए लेट उठी।" आरोही ने उसे घूरते हुए वही कहा, "ओह, आरोही ने उसे अजीब नजरों से देखा फिर गहरी सांस लेकर बोली," तू ना एक नंबर की पागल है उसके लिए, अच्छा ये सब छोड़ और जल्दी मेरे साथ चल । इतना बोल उसका हाथ पकड़ खींच कर ले जाने लगी , डॉली ने उसकी एक्साइटमेंट देख उसे रोकते हुए बोली," हा पर ये तो बता आया कौन है, तभी में तेरे साथ जाऊंगी वरना में चली क्लास में। इतना बोल वो दूसरी तरफ जाने लगी तभी आरोही ने अचानक से बोली," सिद्धार्थ कपूर और अरमान मालिक आए और उसके साथ वो चिराग़ खुराना भी आया है।" डॉली ने जैसे ही सिद्धार्थ का नाम सुना वो शौक हो कर आरोही देखा और बोली," क्या तू सच बोल रहे वो सच में इस कॉलेज में आया है वो भी स्पेशल गेस्ट बनकर।" आरोही ने एक्साइटमेंट में हा सिर हिला दिया,डॉली ने अपने मन में रोनी सूरत बनाते हुए बोली" ये क्या हो रहा मेरे साथ, मैने सोचा था बात खतम हो गई थी कल बट वो तो मेरा पीछा करते हुए मेरे कॉलेज आ गया, नहीं वो तो सिर्फ यहां अपने फैंस से मिलने आया है , और कुछ देर में वो चला जाएगा यहां से मुझे इसके बारे में ज्यादा नहीं सोचना चाहिए। तभी आरोही उसे देख कर बोली," हा वो लोग इस वक्त सामने वाली new building में, चल ना देखने जाते वहां , कितना मजा आएगा , और प्रिंसिपल ने अनाउंस किया है वो अब से इसी कॉलेज में पढ़ने वाले , तुझे पता है में कितनी ज्यादा खुश अंदर से बता नहीं सकती , उसे पहले तू चल जल्दी मुझे उनका ऑटोग्राफ और सेल्फी चाहिए।"उसकी बात सुन कर वो और ज्यादा शौक हो गई। आरोही वहां से आगे निकल गई, डॉली अपने मन में बोली," है भगवान अगर इसकी बात सच है तो , अब में क्या करूंगी और उसने मुझे देख लिया तो, ये में क्या सोच रही हु ऐसा नहीं होगा पूरे कॉलेज में हमारा सामना होना इंपोसिबल है।" ऐसे ही बहुत सी चीजें उसके दिमाग में चल रही थी। कुछ देर बाद, New building में सिद्धार्थ और अरमान खड़े थे, उनके आस पास काफी भीड़ जमी हुई थीं। कॉलेज के कई स्टूडेंट जो उनके fan थे वो उनके साथ सेल्फी खींच वा रहे तो कुछ ऑटोग्राफ ले रहे थे। आरोही और डॉली वही कुछ दुरी पर खड़ी थी, डॉली ने आरोही को देखा और कन्फ्यूजन से बोली " क्या हुआ अब तुझे नहीं जाना उसके पास ऑटोग्राफ और सेल्फी लेने ।" आरोही ने उन्हें देखते हुए बोली," यार अभी नहीं बाद में जाती हु।" डॉली ने अपनी छोटी कर बोली," what क्या मतलब हैं की बाद मे जाना है, तू मुझे जबरजस्ती आई और अब बोल रही है कि तू उसे अभी नहीं मिलना चाहती, देख अब तुझे जो करना है कर में तो चली बीकॉज मुझे उनसे मिलने का कोई शोक नहीं ।" इतना बोल वहा से जाने लगी तभी आरोही ने उसके बैग को पकड़ कर उसे रोका और बोली," अरे रुक कहा चली तू, मैने कहा अभी नहीं मिलना बाद में थोड़ा रुक कर मिलूंगी क्योंकि तब भीड़ कम होगी ना। डॉली को अपना सिर कही दीवाल फोड़ने का मन हुआ, पर वो ऐसा नहीं कर सकती थी, उसे कैसे भी कर यहां से निकलना होगा, अगर सिद्धार्थ ने उसे पहचान लिया तो क्या होगा। तभी सिद्धार्थ की नजर उस तरफ गई। क्या होगा फिर आमना सामना इन दोनों का?

  • 8. Feeling of love - Chapter 8

    Words: 1341

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    Chapter 8 वहीं कुछ देर बाद सिद्धार्थ, अरमान और चिराग़ एक लॉन्च में बैठे हुए थे, वहा शांति छाई हुई थी, तभी चिराग अपने आदत से मजबूर बोल पड़ा," तुझे देख कोई नहीं कह सकता सीड तू अंडरवर्ल्ड का SK है जिसे किसी ने नहीं देखा, बीकॉज कोई भी तुझे देखेगा तो यहीं बोलेगा तू एक एक्टर सिद्धार्थ कपूर है, बट कोई ये नहीं कह सकता वही एक्टर ये एक सिंगर टॉप सिंगर राइजर है। इतना बोल वो उन दोनों को देखने लगा जो उसे ही घूर रहे थे। सिद्धार्थ ने उसे घूर कर देख अपनी भौंवें उचकाते हुए बिना किसी भाव के बोला," you know what मुझे बातों को घुमाने वाले लोग बिल्कुल भी नहीं पसंद बीकॉज मुझे वो लोग इरिटेटिंग होते हैं, इसलिए जो बोलना सीधे सीधे बोल । चिराग़ ने एक गहरी सास ली और उसे देखते हुए बोला," मेरे कहने का मतलब है कि तुम इंटेनमेंट इंडस्ट्री में फैंस के साथ अच्छे से पेशा ता हैं, वहीं सिंगिंग में तुम इतने ज्यादा लो प्रोफाइल हो कि आज तक किसीने तुम्हारा चेहरा नहीं देखा है, मुझे ये समझे नहीं आता तुम राइजर की आइडेंटिटी छुपा क्यों रहे हों।" सिद्धार्थ ने उसकी बात सुन उसके चेहरे पर एक मिस्टीरियस स्माइल आ गई, उसे वैसे मुस्कुराते देख चिराग़ को कुछ समझ नहीं आया, वो अपना सिर खुजा ते हुए बोला," अब इस रिएक्शन का क्या मतलब सीड।" सिद्धार्थ ने वैसे ही मुस्कुराते हुए बोला," you know कुछ चीजें अगर सामने ना आए तो बेहतर है, और रही बात फैंस की तो उनके वजह से में आज यहां इस मुकाम पर हु, ये बात अलग है यहां तक पहुंचने में बहुत कुछ खोया और पाया है। " इतना बोल शांत हो गया इसकी नीली आंखों में बहुत से राज थे जो सामने आ जाए तो सब बदल है। अरमान ने अपना सिर हा में हिलाया और शांत आवाज में बोला," any ways ये सब छोड़ो, और हा तुझे मैने जो बोला था उसे आज तुझे करना होगा अगर तूने नहीं किया तो मुझे मत बोलना बचाने को समझा ।" इतना बोल दोनों अपनी जगह से उठकर बाहर की तरफ चला गए। चिराग़ ने मुंह बनाते हुए बोला," यार इनको में ही मिलता हु बकरा बना के लिए।" इतना बोल वो भी बाहर चला गया। कुछ देर बाद, क्लास में डॉली अपनी जगह बैठी खुश हो रही थी क्योंकि आज वो बड़ी मुश्किल से उस सिद्धार्थ से बची थी, अगर उसने उसे देख लिया होता तो पैसे जरूर मांगता फोन के तभी उसी वक्त बेल बज गई और सबको मजबूरन अपने क्लास में जाना पड़ा। डॉली मन ही मन खुश होते हुए बोली," thank you भगवान जी, आपने आज बचा लिया मुझे, और वैसे भी वो इस क्लास में तो नही आने वाला है, इसलिए अब कोई टेंशन फ्री हु।" इतने बोल उसने अपना सर बेंच पर रख अपनी आंखे बंद कर, तभी क्लास की लेक्चरर अंदर आई सब खड़े होकर उन्हें गुड मॉर्निंग विश किया । लेक्चरर ने उन्हें ग्रीट कर बोली," गुड मॉर्निंग ऑल स्टूडेंट I am your mentor monika disouza, And मेरा subject है commerce, but उसे पहले में आप सब को किसी से इंट्रोड्यूस कराना चाहती हु जो आज से आप लोगों के साथ यही इस क्लास पढ़ने वाले है, आपके क्लासमेट बनकर , एंड यह बोल सकते है, हमारा क्लास इसमें लक्की है ।" सभी स्टूडेंट ने मोनिका मिस की बाते सुन क्यूरियस हो गए और वहीं डॉली जिसके दिमाग कुछ और चल रहा था। उसे से अच्छी फिलिंग नहीं आ रही थी। मिस मोनिका ने दरवाज़े की तरफ देख स्माइल के साथ बोली," come to the class .'' इतना बोलना था तीन लोग अंदर आ गए, उनको देखा जहां पूरा क्लास खुशी हूटिंग करने लगा, वहीं डॉली के चेहरे पर का रंग उड़ गया। क्योंकि क्लास में कोई और नहीं बल्कि सिद्धार्थ, अरमान और चिराग़ उनके क्लासमेट बन पढ़ने वाले थे, जहां बाकी लोग के चेहरे पर से खुशी नहीं जा रही थी वहीं डॉली हैरानी से सिद्धार्थ को देख रही थी उसे कुछ समझ नहीं आया क्या करे, डॉली को ने अपने मन सोचा कि क्या ये कॉन्फिडेंट है या जानभूज कर ये इसी क्लास में आया है। मोनिका मिस ने उन्हें देख कर बोली ," आप लोग जाकर अपनी सीट डिसाइड कर लो ।" सिद्धार्थ ने अपनी नजर पूरे क्लास में डाली तो उसकी नज़र एक जगह ठहरी फर्स्ट रो में लास्ट से सेकेंड और थर्ड बेंच खाली थी। थर्ड बेंच पर विंडो सीट खाली थी। सिद्धार्थ उस तरफ चला गया, जहां इस वक्त डॉली बैठी थी, उसकी नज़र डॉली पर गई, वो फिर जाकर उसके पीछे वाली सीट पर बैठ गया। लैक्चर स्टार्ट हो गया, वहीं डॉली का ध्यान लैक्चर पर ना होके कहीं और था वो अपने मन में सोच खुश होने लगी ," कही ऐसा तो नहीं ये मुझे पहचान नहीं पाया, हा हो सकता डॉली, दिन भर में ये इतने लोगों से मिलता है इसे मेरा चेहरा कहा से याद होगा, पर मेरा फोन तो उसके पास ही है ।" ये सब सोच वो उदास हो गई। कुछ देर बाद, सभी लैक्चर खत्म हो गए थे। आरोही उसके पास आकर हड़बड़ी में बोली," ओए सुन मुझे ना किसी काम से बाहर जाना है, इसलिए तू समीर के साथ चली जा।" डॉली ने खड़े होते हुए बोली," इतना जल्द बाजी में कहा जा रही है तू बता तो सही।" फिर कुछ सोच कर हैरानी से उसे देखा और बोली," एक मिनट तू कही फिर से उसे मिलने तो नहीं जा रही।" आरोही ने हा में सिर हिलाया देख ये देख वो फिर आगे बोली," देख तेरे पास अभी भी वक्त है, वैसे भी वो राकेश अच्छा लड़का बिल्कुल नहीं है ।" आरोही ने उसकी बात इग्नोर कर अपना बैग उठाया और उसके गले लग कर वहा से चली गई। डॉली ने खुदसे बोली," यार ये मेरी बात क्यों नहीं समझती हमने इसे कितनी बार कहा , उसके आगे पीछे मत घूम पर इसे तो अपनी मन की हे तो करे अपनी की मुझे क्यो । " इतना बोल उसने अपने कंधे उचका लिए। समीर उसके पास आ कर बोला," छोड़ उसे, वो किसी की नहीं सुनने वाली, चल तू।" डॉली अपनी आंखे छोटी कर बोली," कहा पर!" समीर ने उसका हाथ पकड़ लेजाते हुए बोला," अरे! मेरा मतलब है कुछ खाने चलते हैं, मुझे बहुत जोरो से भूख लगी इसलिए बर्गर किंग चलते हैं। डॉली ने उसे हाथ छुड़ाते हुए बोली,"ohh hello मेरे इस वक्त पैसे नहीं है जो बर्गर किंग जाने बोल रहा है तू इसे अच्छा हम यही पास में जो ख़ाऊ गली है है वह जाते हैं, वह भी बोहोत सी खाने की वैरायटी है वो भी टेस्टी टेस्टी, अगर तुझे वहीं बर्गर खाने जाना है तो अकेले जा में तो वहां जाऊंगी।" इतना बोल आगे निकल गई। समीर उसके पीछे आते हुए फट से बोला," अरे रुक में भी आ रहा हूं तेरे साथ, में अकेले जा कर क्या करूंगा वहा ।" कुछ देर बाद, डॉली आरम से अपना फेवरेट मिसल पाव खा रही थी, उसे बाहर की चीजें खाना बोहोत पसंद जैसे मिसल पाव, चाइनीज फूड, पाव भाजी, मोमोज एंड पीज़ा बर्गर। समीर ने उसे देखते हुए अपना चिकन बर्गर एंजॉय करते हुए बोला " यार ये क्या खा रही है तू ये सब चीजें हेल्थ के लिए सही नहीं है।" डॉली ने उसे घूर कर देख , नकली स्माइल दी और बोली," जैसे लगता है तू नहीं खाता ये सब हा जब में खा रही तो तुझे प्रॉब्लम है, जब तू खाता है तो तुझे में कुछ बोलती क्या जो मुझे बोल रहा है तू, देखा जब तू ये खाएगा ना तो में तेरे फेवरेट खाने की कैसे बुराई करती हु देखना तू।" समीर का मुंह बन गया और वो अपना बर्गर खाते हुए खुद में बड़बड़ाते हुए बोला," जैसे लगता तू मेरी बुराई कभी नहीं है जो बाकी कुछ कसर बाकी है वो भी पूरी करना चाहती है मेरे फेवरेट खाने पर कमेंट कर।" ये सब समीर ने इतना धीरे कहा था फिर भी डॉली ने उसकी कुछ बात सुन ली, डॉली उसे गुस्से कुछ सुनाने को हुई तभी उसका फोन बजा, उसने पॉकेट से अपना फोन निकाल चेक किया। जिसमें एक मैसेज था।