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My heartless husband

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Dolly Gupta

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Description

एक तरफ युतिका मेहरा जिसे पुरा समाज और परिवार ने पागल करार कर दिया था और उसे उसी तरफ ट्रीट करने लगे। युतिका ने सिर्फ एक हादसे की वजह से अपना सब कुछ खोया। व सूर्यवंशी जो सूर्यवंशी खानदान का छोटा बेटा है। विरांश जो अपने परिवार से बेहद नफरत करता था, साल...

Total Chapters (3)

Page 1 of 1

  • 1. My heartless husband - Chapter 1

    Words: 2276

    Estimated Reading Time: 14 min

      you are only my dollfin सुबह के 9.00 बज रहे थे। एक लङकी बेड पर आराम से सो रही थी । धीरे धीरे उस लड़की ने अपनी आंखे खोली उसके चेहरे पर मासूमियत साफ नज़र आ रही थी,और अपना सर पकड़ कर उठकर बैठ ने को हुई । तभी उसे एहसास हुआ वो अपने रूम में ना होकर किसी अंजान जगह पर देख डर गई । यह है Yutika mehra , मेहरा family की छोटी बेटी और फैमिली में सब की जान बसती हैं इसमें। युतिका का  गोरा रंग, गुलाबी होंठ, हाईट 5.5  इंच और नीली आँखें , देखने बिलकुल प्यारी सी doll जैसी उम्र करीब 17 – 18 साल  पर दिमाग अभी भी इसका बच्चो जैसा है। अब आते हैं कहानी पर, युविका आस पास अपनी भुरी आंखों से देखा फिर खुद को देख उसकी आंखें हैरानी से बड़ी हो गई, उसने इस वक्त लंबी शर्ट पहनी थी जो उसके घुटनों तक आ रही थी। युतिका ने खुद ऐसे देख कन्फ्यूजन और डर के अपने आपको खुद में समेट ते हुए बोली," ये में कहा हु ,कोन सी जगह है ये।" उसके कंधे पर love bite के निशान नज़र आ रहे थे,  उसके गोरे कंधों पर अब वो निशान पर्पल कलर के हो चुके थे। उसने आस पास देखा अब उसे डर लगने लगा था। वो अब वहा से जल्द से जल्द निकलना चाहती थीं। वो बेड से उठ कर खड़ी हुई । उसने वार्ड रॉब खोला तो उसे वहां पैंट नज़र आई उसने वो पहन कर वहा से भाग गई। कुछ देर बाद , 5 मिनट बाद वहा एक लंबा चौड़ा शख्स अंदर आया जिसकी उम्र 26 साल , हाइट 6.7  इंच थी, दिखने में बेहद हैंडसम और attractive persnalitty वाला और भूरी आंखे कोई लड़की उसे देख पहली नज़र में दिल हार बैठे। ये है विरांश सूर्यवंशी , suryavanshi family का छोटा बेटा ये बेहद शांत मगर इसे गुस्सा बहुत जल्दी आता है, इसे दुनिया vs के नाम से जानती थीं, उसका खुदका एक बड़ा एम्पायर था। विरांश ने पूरे रूम में अपनी सनसनी नज़र डाली पर उसे रूम में कोई दिखाई नहीं देता। उसने गुस्से अपने साइड में रखा flower pot उठाकर जमीन पर फेका। फिर किसी कॉल किया और बेहद सर्द आवाज में बोला," जो लङकी कल रात मेरे रुम आई थी मुझे उस लङकी की सारी इनफॉर्मेशन 10 मिनट चहिए।  तभी सामने से उसके एसिटेट बोला," सर 10 मिनट ये बोहोत कम टाइम है,  कम से कम 1 घंटा तो दीजिए में उस लड़की की पूरी information लाकर आपको दूंगा।" वीरांश ने उसकी बात सुन कर उसी लहज़े में बोला," ठीक है सिर्फ आधा घंटा है तुम्हारे पास अगर तुम आधे घंटे में इन्फोर्मेशन नहीं ला पाए तो रिजाइन कर देना" इतना बोल उसने कॉल कट कर दिया दुसरी तरफ विरांश का assitant कुणाल जो अपनी बॉस की बात पहले तो यकीन नहीं हुआ। पर उसके बॉस ने बोला तो करना ही पड़ेगा ये सोच जल्दी से information निकालने चला गया। जिस hotel में विरांश रुका हुआ है वो 7 star hotel था वहां का मालिक वो खुद था। वहीं रूम no 1106 जहां viransh रुका हुआ है। वो सोफे से सिर टिकाए आंख बंद किए हुए कुछ सोच कर  mysterious तरीके से मुस्करा रहा था। तभी उसने आंखे खोली , उसकी चेहरे पर कोई भाव नहीं थे। पर उसकी आंखो में कुछ अलग सा था जो कोई नहीं समझ पाता। उसने अपना सिर टेढ़ा कर मिरर में खुद को देख बोला," तुम जितना चाहो मुझसे दुर भाग लो, पर आना तो तुम्हे मेरे पास ही है, because you are only my dollfin" इतना बोल वो मिस्टीरियस smile कर कुछ याद करने लगा। तो चलते हैं फ्लैशबैक में, एक luxury कार होटल प्लाजा के सामने आ कर रुकी और उसमें से युविका और निशा बाहर आई। निशा ये युविका की cousin एक नंबर की बिगड़ैल और घमंडी लङकी उसे युविका जरा भी पसंद नहीं है। उसके परिवार वाले ज्यादा प्यार करते हैं इसलिए उसे इस hotel में जानबूझ कर लाई है, वो किस वजह से ये आगे पता चलेगा। युतिका जो होटल जैसी जगह पर पहली बार आई थी , वो इतने लोगों को देख डर गई और निशा के पास जाकर उसका हाथ पकड़ कर प्यारी आवाज में मगर मासूमियत के साथ बोली," निशु दी क्या हम अभी घर जा सकते है, मुझे यहां डर लग रहा है ।" निशा जो मन ही मन अपना प्लान बना चुकी थी , उसने युतिका को देख कर दिखावा करते हुए बोली," युवी तू कितना डरती हैं कुछ नहीं होगा अंदर हम तो बस यहां घूमने आए हैं, और वैसे भी में हू ना तेरे साथ तो क्यू डर रही है तू।" निशा ने ये बात उसका हाथ पकड़ कर अंदर लेजाते हुए बोली। युतिका उसके इरादों से अंजान उसके साथ अंदर चली गई। और वो दोनों जाकर कर अपनी reserve sit पर बैठ गए। निशा ने डिनर order किया और साथ ड्रिंक और juice order किया। कुछ देर बाद, निशा के 4 दोस्त भी वहा आ गए । निशा ने उन्हें हग कर उनका welcome किया, और आपस मैं बाते कर ने लगे। निशा के एक फ्रेंड जिसका नाम निखिल है उसकी  नज़र युविका पर गई जो बेहद खूबसूरत लग रही थी, उसे आज निशा ने जबरजस्ती कर ब्लैक कलर का वन पीस पहना था जो उसकी थाई से थोड़ा उपर तक का है। युतिका बार बार उसे नीचे कर रहि थी वो उसमें खुद को उन कपड़ों में अनकंफर्टेबल feel नहीं कर पा रही थी। निशा ने जब ये नोटिस किया उसने अपने हाथों की मुठिया भींच लीं और मन में नफरत के साथ बोली," इस पागल बद्दीमाग लङकी का तो ये हाल करूंगी की ये कभी सोच भी नहीं सकती ,कुछ देर और फिर देखना। "इतना बोल वो डेविल स्माइल करने लगी। तभी निखिल ने युतिका की तरफ देख कर बोला, " यार क्या तुम हमें इसे नहीं मिलवाओगी? " निशा ने एक नज़र  युतिका को देखा जिसका सारा ध्यान आसपास के लोगो को देख ने में था वो सब कुछ बेहद गौर से देख रही हैं। इसे पहले उसने ये सब कभी देखा नहीं था, वो उन पर ध्यान भी नहीं दे रहि । निशा ने युतिका का introduction अपने दोस्तों कर वाते हुए बोली," guy's मैने बोहोत बार बताया है ना मेरी एक छोटी बहन हे, ये वही।" उसकी बात सुन कर सब समझ गए। तब तक खाना भी आ चुका था। सबने खाना start किया पर  युतिका खाने को देख मुंह बनाकर cutely बोली," दी मुझे icecream खानी है ये सब नहीं।" निशा ने उसकी बातो को सुन कर गुस्से होते हुए बोली," युवी... कुछ ज्यादा नखरे नहीं  हो है तुम्हारे जब देखो तब कुछ ना कुछ मांग रही हो, में प्रिया नहीं हूं जो तुम बोलो वो तुम्हारे सामने लाके रख दू समझी।" युतिका की आंखो में आसू आ गए और उसने अपना सिर नीचे झुकलिया। निशा ने उसे रोते हुए देख और कोई फर्क नहीं पड़ा और आगे बोली," अब अपना नाटक बंद करो और जो है उसे खाओ समझी एक और बात जो तुम्हे चाहिए ना जाके के खुद ऑर्डर कर लो में तुम्हारी नौकरानी नहीं हु समझी।" युतिका ने उसकी बात सुनी और सिर्फ हा में सिर हिलाया।  निशा उसे वापस ignore कर अपने दोस्तो से बाते करने लगी, उसके friends ने भी उसे पुरी तरफ इग्नोर कर दिया जैसे वो वहा रेजिट्स ही ना करती हो। कुछ देर वैसे ही बीत गया और अब युतिका को प्यास लगी थी पर उसे डर था कि अगर वो कुछ बोलेगी तो युविका उसे कोई पनिशमेंट ना दे दे। युतिका ने मन खुद से बातें करते हुए बोली,"निशु दी ने बोला था कुछ चाहिए तो वो जाकर ले सकती हैं इसका मतलब वहा जाकर भी कुछ ऑर्डर करूं दी कुछ नहीं बोलेगी।" इतना सोच वो खड़ी हुई और वहा से चली गई। निशा ने एक नज़र उसे देखा और तिरछा मुस्कुरा दी। वहीं युतिका जो थोडी दूरी पर आ गई थी उसे एक वेटर दिखा वो उसे देख ने लगी उसके हाथ में जो ट्रे थी उसमें red wine थी उसे देख उसके दिमाग़ में कुछ खुराफाती हुआ,जी हा  युविका कुछ ज्यादा ही शरारती है। वो घर पर भी एक जगह नहीं बैठती थी यहां कैसे बैठ जाएं। युतिका ने उस रेड wine देख वो खुद से बोली," आज में इस रेड water को पी कर के रहूंगी , मेंने हमेशा देखा है भाई को इसे पीते हुए, आज में भी इसे पिऊंगी।" इतना बोल वो मासूमियत से मुस्कुरा दी और उसे तरफ चली गई। आस पास के लोगो की नजर प्यारी सी युतिका पर जा रही थी। वो वेटर के पास जाकर कहा ," भईया क्या मै इसे पीलू। इतना बोल वो वाइन को देख ने लगी। " वेटर ने उसे देखा जो सिर्फ 18 साल की थी और उसे देख कर वो  बोला," yes sure mam ये लीजिए।" इतना बोल उसने एक glaas उसकी तरफ बढ़ा दिया। युविका ने वो wine  पीली और उसे उसका स्वाद मीठा लगा तो उसने एक और ग्लास पी लिया। कुछ देर बाद उसका सिर चकराने लगा और गिरने कोई हुई तभी वेटर ने उसे सम्हालते हुए बोला," mam आप एक काम करो, रूम no 1109 में चले जाइए  और आराम कर लीजिए निशा mam मुझे आपसे कहने को कहा था,आप समझ रहे हैं ना मै क्या बोल रहा हूं। " युतिका ने अपना सिर बस हा में हिलाया और उसे नशे ली आंखो से देखते हुए बोली,"okk में चली जा  जाऊंगी" बिचारी युतिका को क्या पता वो निशा की चाल में फंसती जा रही है। वो लड़खड़ाते हुए coridoor में आ गई, और अपने सिर पर हाथ रख नशे में बोली," अब कहा जा ना है ? और ये room no 1106 क्या हैं।" इतना बोल वो अपना सिर पर हाथ रख लिया। वो फिर चलने लगी , तभी अचानक से चलते हुए रूक गई, और सामने देखा तो एक लिफ्ट हे जिसे देखकर उसकी आंखों में एक अलग सी चमक आ गई। उसके आंखों और सर पर नशा हावी हो गया था। वो लिफ्ट के पास आकर देखा तो lift बंद हो ने वाली है तो वो नशे में बोली," अरे रुक लिफ्ट, मेरे लिए भी रुके में आ रहि हु इतना बोल चल कर वहा आ गई।" तो अब तक लिफ्ट बंद हो गई थी उसका चेहरा अब मुरझा गया था । तभी उसने बाजु में एक lift देख खुश हो कर बोली," अरे वा युतिका तेरे लिए एक और लिफ्ट आ गई। इतना बोल वो उस lift में चली गई। विरांश जो लिफ्ट था वो अपने personal lift में किसी को देख उसकी आंखे सर्द हो गई। युतिका ने बाजु में बटन को देख अपना सिर पर हाथ रख कर सोचने लगी वो इस वक्त बेहद cute लग रही थी और उस लिफ्ट एक और शख्स था जो उसकी हरकत देख  रहा था, उस ने उसे अपनी सर्द आंखों से देखा। तभी युतिका ने उसे देखा और खुश हो कर उसके बाजुओं पर लटकते हुए  बोली," अरे तुम कितने हैंडसम हो तुम्हारा नाम क्या है बताओ ना।"  वो इस वक्त नशे में थी उसे नहीं पता था कि सामने कौन खड़ा है वो इस वक्त नशे में थी। वो शख्स विरांश था उसे युतिका को सर्द नजरों से देखा उसे फर्क नहीं पड़ रहा था सामने कौन खड़ा है। विरांश  उसने उसकी बातों का कोइ जवाब नहीं दिया बल्की अपने उस हाथ को expressionless चेहरे से घूरता रहा। युतिका को उसका कोई जवाब ना मिलता देख उसके हाथों को हिलाते हुए cute ली बोली," बताओ ना चुप क्यों हो।" विरांश ने उसकी भुरी आंखों में घूर कर देखा फिर बोला,"  और में क्यू तुम्हारी बातो का जवाब दु।" युतिका ने उसकी आंखो देखा तभी अचानक से उसे अजीब सा महसूस हुआ, युतिका जो बर्दाश्त नहीं कर पा रही थी । वो अब अपने शरीर से कपडे निकालने की कोशिश की पर निकाल नहीं पाई। विरांश उसे ऐसा करते देख उसके हाथों को पकड़ लिया और गुस्से से कहा," what are doing, are you mad। युतिका अब उसे स्ट्रगल करने लगी और बोली," अजीब लग रहा छोड़ो।" उसकी बातो को सुन उसकी आंखों को लाल होता देख समझ गया किसी ने उसे drugs दिए है । युतिका को विरांश का शरीर ठंडा लगा तो वो उसे कस कर गले लगा लिया।विरांश ने जब उसके हरकत देखी तो अपनी हाथों की मुठी कस ली। उसने अपना सर घुमाकर उसे देखा। t जिसकी तबीयत खराब होने लगी थी, विरांश युविका अपनी बाहों में पकड़ ते हुए बोला," hey क्या हुआ तुम्हें? तभी लिफ्ट रुकी तो वो उसे अपनी गोद में उठाकर अपने रिजर्व किए रूम चला। रूम मे पहुंच कर उसे नीचे उतारा और युतिका कुछ समझ नहीं पाई क्युकी वो already drugs से उसकी हालत खराब थी । उसकी हरकतों से वो अपना कंट्रोल खोने लगा था, विरांश जो कबसे खुद को रोक रखा था, अब उसे और पैशन के साथ किस करने लगा। किस करते हुए वो उसे बेड पर ला दिया। विरांश ने यूवी करीब 20 मिनट तक किस करते रहा कुछ समय में जब  यूवी को उसे सास लेने में दिक्कत हो ने लगी तो वो उसे धक्का देने लगी। पर विरांश को कोई फर्क नहीं पड़ा वो उसे किस करता रहा, कुछ समय बाद जब उसे लगा वो सास नहीं ले पा रही तो उसने उसे छोड़ा। युतिका गहरी सांसे लेने लगी। उस रूम का माहोल काफी ज्यादा हॉट and romantic Ho गया था। विरांश ने उसे देखा जिसका चेहरा लाल हो गया था और होठ सुर्ख लाल हो गया था। उसे देख बीना वक्त गवाए अपने करीब किया और अपनी अट्रेक्टिक आवाज में बोला, " I feel you in very badly dolfin and I your lips is very attractive। इतना बोल उसे वापस किस करने लगा। किस करते हुए उसे बेड पर लाया उसे बेड पर गिरा दिया। कमेंट देना ना भूले और review भी दीजिए। तभी सेकेंड चैप्टर आएगा।

  • 2. My heartless husband - Chapter 2

    Words: 1332

    Estimated Reading Time: 8 min

    chapter 2 flash back end, विरांश जो आंखे बंद कर कल के बारे में सोच रहा था , तभी कुणाल अंदर आया और बे धड़क बोला," सर मैने उस लड़की के बारे में सब पता लगाया है, यहां तक a to z information लेकर आया हु " वो बोले जा रहा था उसने ये भी नहीं देखा विरांश का चेहरा अभी तक नहीं देखा वो तो इन्फोर्मेशन बताने में लगा हुआ था। तभी अचानक उसने विरांश को देखा जो गुस्से से उसे ही घूर रहा था, कुणाल जल्दी चुप हो गया और अपना सर नीचे झुकलिया, ये बात नहीं है कि वो उसे डरता था बल्की उसका गुस्सा ही ऐसा ही कोई भी उसे डर सकता है। विरांश ने खुदको शांत किया और वापस पहले वाले एक्सप्रेशन देते हुए बोला," फाइल को टेबल पर रखो , जाओ जाकर उस लड़की को ढूंढो।" कुणाल ने file टेबल रख हा में सिर हिलाया और तुरंत वहा से भाग गया। विरांश कुछ देर तक उस file को घूरता रहा, उसने वो फाइल उठाकर detail information पढ़ने लगा, पढ़ते वक्त उसके चेहरे के expression बनते बिगड़ ते जा रहे थे। उसने फाइल बंद की और एनवेलप खोल देखा जिसमें युतिका का की बहुत सी फोटोस थी। एक एक कर सभी फोटोस देखी। तभी उसकी नज़र युतिका की एक फोटो पर चली गई, जिसमें युतिका ने ब्ल्यू कलर की फ्रॉक पहनी थी। विरांश उस फोटो को देख तभी उसके सामने फिर कल रात की बाते और वो पल घूमने लगे, उसने उन सभी फोटोस को उसी एनवलप में डाल कर रख दिया , पर अभी तक उसने कुछ बोला नहीं था। विरांश ने किसी को मैसेज किया और washroom चला गया। दूसरी तरफ, एक लड़की जो रोड पर चल रही थी, बार-बार पीछे देख रही थी शायद उसे किसी से भाग रही थी। तभी उसे सामने से हॉर्न की आवाज आई उसने सामने देखा डर के मारे चिला कर अचानक बेहोश हो गई। कुणाल जो विरांश का ऑर्डर फॉलो करते हुए युविका को ढूंढने निकला था, कुणाल कार ड्राइव कर रहा था तभी उसके कार के सामने किसी लड़की को देख उसने अचानक ब्रेक लगाया। कुणाल ने खुद से फ्रस्ट्रेशन के साथ बड़बड़ाते हुए बोला " who is she" इतना बोल कार से बाहर निकला। वो उस लड़की के पास आया उसने उसका चेहरा अपनी तरफ किया, उसका चेहरा देख वो शॉक हो गया क्योंकि वो लड़की युविका थी। कुणाल ने खुद से बोला," oh my God ये तो वहीं लड़की हे जिसे सर ने ढूंढने को कहा है, बट ये यहां खाली रोड पर ऐसे क्यों भाग रही थी, " उसने अपना सर झटकते हुए बोला," ये सब छोड़ इसे हॉस्पिटल लेकर जा नहीं पता तो" इतना बोल उसने उसे उठाकर कार के बैंक सीट पर लिटाया और कार ड्राइव कर निकल गया। कुणाल जो युतिका को हॉस्पिटल ले जा रहा था तभी उसे विरांश कॉल उसने पिक किया विराज ने हिंदी आवाज में कहा " उसे तुरंत विला लेकर आओ । कुणाल हैरान हो गया कि बॉस को कैसे पता चला की ये लड़की मेरे गाडी में है, पर उसे अपने बॉस का आर्डर फॉलो नहीं करना ही होगा" उसने गाडी को विला की दूसरी तरफ मोड लिया। रात का वक्त, VS पैलेस में, विरांश का रूम जिसका इंटीरियर ब्लैक एंड वाइट था , बेड के पीछे दीवाल पर विरांश की बड़ी सी तस्वीर लगी हुई थी। उस तस्वीर में भी विरांश बेहद attrative दिख रहा था। बेड पर युतिका आरम से सो रही थी।इस वक्त कमरे में कोई नहीं था। धीरे धीरे उसकी आंखे खुलने लगी, आंखे खोल उसने खुद को वापस किसी अंजान जगह पाया युविका डर गई। घर की सर्वेंट जो खाना लेकर रूम आई, उसने बेड पर देखा जहां इस कोई नहीं था। उसने पूरा रूम देखा लिया पर उसे युविका कही नजर आई। उसने तुरंत कुणाल को ये बात बताई, क्युकी उसकी हिम्मत नहीं थी ये बात direct विरांश बता सके, कुणाल सीधे स्टडी रूम चला गया और अंदर आकर उसने कुणाल को सब बता दिया। विरांश लैपटॉप पर कुछ काम कर रहा था कुणाल की बात सुनकर उसने अपना लैपटॉप बंद किया और सीधा अपने रूम की तरफ पड़ गया। थोड़ी देर बाद विरांश रूम में आया और उसने उसने अपनी पैनी नजर से पूरे रूम को दिखा। और तिरछा मुस्कुरा दिया। विरांश ने अपनी ठंडी आवाज में कहां," डॉल्फिन अगर तुम अगले 5 मिनट में मेरे सामने नहीं आई तो मुझसे बुरा कोई नहीं होगा। पर उसके बाद का कोई जवाब नहीं आया, वो तुरंत बालकनी की तरफ बढ़ा। वहां पहुंच कर उसने कोने में देखा जहां युतिका कोने में दुबक कर बैठी खुद में बडबडा रही थी, युतिका खुद में क्या बडबडा रही थीं ये वो खुद ही जाने। विरांश उसके पास आकर घुटने के बल बैठ उसका चेहरा देखना लगा, वही युतिका ने अपना सिर उठाकर विरांश को अपनी भुरी आंखों से देखा, विरांश को देख वो और डर गई । युतिका और कोने में दुबकती चली गई, पर अब पीछे जगह नहीं बची थी फिर भी वो पीछे घसक रही थीं, मानो वो दीवाल में घुसना चाहती हो,विरांश बस उसकी हरकत देख रहा था। कुछ देर तक उसे देखने के बाद विरांश ने अपनी आवाज नॉर्मल करते हुए उसके चेहरे को दोनों हाथों में लेते हुए बोला " don't worry डॉल्फिन देखो डरने कोई जरूरत। युतिका ने उसकी आंखों देखा, अचानक उसका हाथ अपने चेहरे पर देख वो डर गई। उसने कोई जवाब नहीं दिया और बस एक बात बोल रही, " मुझे घर जाना मुझे घर जाना है". विरांश ने उसे एक ही बात दोहराते देख गुस्से से उसका मुंह दबाते हुए बोला," shut up एक और वर्ड मुंह से निकला तो तुम्हे जंगली कुत्तों के पास छोड़ दूंगा। युतिका उसका गुस्सा देख डर गई और रोने लगी। उसे रोते देख विरांश और फ्रस्टता होते हुए बोला," चुप ये फालतू का नाटक बंद करो चुप चाप अंदर चलो मेरे साथ वरना मुझसे बुरा कोई नहीं होगा। युतिका ने अपनी गर्दन नाम में हिलाई और बोलो मैं नहीं जाऊंगी डांस ने उसकी बात सुनकर कहा अगर तुम मेरे साथ नहीं आई तो मैं तुम्हें उठाकर अंदर ले जाऊंगा।पर युविका अपनी बात पर अड़ी रही। विरांश ने उसके बाद सुनकर अपनी आंखें कसकर बंद की और झटके से उसने अपनी गोद में उठा लिया युविका उसकी हरकत से हैरान रह गई, युविका उसकी गोद में ही अपने हाथ पैर चलने लग गई। विराज को उसके हर पति से कोई फर्क नहीं पड़ा तो वह उसे रूम में लाया और सोफे स्वेटर पर जाकर बैठा और उसे करके गोद में लेकर बैठ गया। इसी कपड़े उसके गोद में से उठने की कोशिश की पर उठ नहीं पाई , विरांश ने उसे देख जो उसकी गोद बैठे मुंह फुलाकर उसे गुस्से से देख रही मगर, गुस्से में भी वो बेहद cute लग रही थी। उसने एक बटन दबाया 5 मिनट के अंदर सरवन खाना रूम में लाया , खाने को देखकर बाकी आंखें चमक उठी, युविका ने विरांश को देखा जिसकी नजर इस वक्त उसी पे टिकी थी। वरंग सिंह अमिताभ को देखा जो खाना अभी तक नहीं खा रही थी उसने अपनी पूछा," क्या हुआ डॉल्फिन तुम खाना क्यों नहीं खा रही हो। युविका ने मुंह बनाते हुए मासूमियत से बोली," क्या ये सब मेरे लिए है। उसकी ऐसी बातें सुन विरांश ने कुछ नहीं कहा बल्की उसने वो खाने की प्लेट युविका की तरफबढ़ा दी उसे कुछ समझ नहीं आया। तभी विरांश ने उसकी तरफ एक बाइट बढ़ा दी इसका मतलब साफ था ये खाना उसके लिए हे,उसने अपना मुंह खोल खाना खा लिया ,विरांश ने उसे खाना खिलाने के फिर खुद भी खाया। सर्वेंट आ कर खाने की खाली प्लेट ले गए। वहीं दूसरी तरफ मेहरा house, निशा के गानों पर जोरदार थप्पड़ पड़ा यह थप्पड़ किसी और में नहीं मिलती यह थप्पड़ किसी और ने नहीं बल्कि यह कविता जो जो युविका की सौतेली मां थी उसने मारा। आखिर क्यों मारा कविता ने निशा को थप्पड़? विरांश क्यों कर रहा है युविका की इतनी केयर? जानने के लिए पढ़ते रहिए my husband is devil pls follow karna na bhule like comment dena Na bhule

  • 3. My heartless husband - Chapter 3

    Words: 1422

    Estimated Reading Time: 9 min

    मेहरा हाउस घर में इस वक्त शांति छाई हुई थी तभी कविता जो युविका की सौतेली मां थी वह निशा को एक जोरदार थप्पड़ मारा निशा का चेहरा तुरंत एक तरफ होगा उसने आंखें बड़ी कर उसने आंखें बड़ी कर अपनी चाची कविता को देखा जो उसे गुस्से से डर रही थी घर रही थी घर रही निशा की मोहिनी सामने आते हुए बोली निशा की मन मोहिनी सामने आते बड़ी थी आपकी हिम्मत किसी मेरी बेटी पर हाथ डालेगी उठाने की यह काम तुम अपनी बेटी से पूछो उसने क्या किया कविता ने जवाब देते हुए कहा गुस्से से कहा गुस्से से मोहिनी ने अपने मन में सोचा, दीदी को पता चल गया कि मैं ने और निशाने मिलकर प्लान बनाया था उसे पागल लड़की को ड्रग्स देने का हे भगवान अब क्या होगा पता चला होगा तो हमारी खैर नहीं अब आगे कविता ने गुस्से से निशा को देखा और बोली ,"ये निशा पता नहीं मेरी बेटी को कहा छोड़ आई , पता नहीं मेरी बेटी किस हाल में होगी ।" तभी युविका के पापा अविनाश जी आगे आते हुए बोले," ये क्या बोल रही हो तुम कविता इसमें इसकी क्या गलती है ये उसे बाहर घुमाने ले गई वो भी मुझसे पूछ कर।" निशा ने अपने नकली आसू बहाते हुए बोली," सही कहा बड़ी मां इसमें मेरी कोई गलती नहीं है, में तो बस युतिका घुमाने ले गई बाहर मैने सोचा था वो बाहर घूमेगी तो उसे बाहर की दुनिया की थोड़ी जानकारी हो जाएगी बट मुझे क्या पता था वो ऐसे खो जाएगी मुझसे ।" इतना बोल रोने का नाटक करने लगी। मोहिनी ने अपनी बेटी को रोता देख उसे चुप कराते हुए कविता जी से बोली , " आप को अभी भी मेरी बेटी पर शक है, वो तो अपनी छोटी बहन से कितना प्यार करती है जैसे ही उसे पता चला कि युतिका खो गई है उसने सीधे भाई साहब को फोन कर बता दिया। उन दोनों मां बेटी की एक्टिंग देख उसे कविता जी बहुत ज्यादा शौक थी , वो जानती थी निशा और मोहिनी उसकी बेटी को शुरू पसंद नहीं करती थीं। अविनाश जी ने निशा को समझते हुए बोले," तुम परेशान मत हो बेटा हम युतिका को जल्द से जल्द ढूंढ लेंगे और वो मिल जाएगी । निशा ने उसकी बात सुन अपने मन ही मन बोली," अगर वो ना ही मिले तो अच्छा है उस पागल की वजह से मेरी सारी अटेंशन उसे चली जाती है। अविनाश जी ने कविता को समझा ते हुए बोले " देखो कविता तुम फिक्र मत करो हम अपनी बच्ची को जल्द से जल्द ढूंढ लेंगे आपको हम पर भरोसा है कि नहीं" कविता जी ने अपना सिर हा में हिलाया। अगली सुबह, VS पैलेस में, युतिका ने अपनी आंखे खोली, कल रात ना जाने वो कब सो गई पता ही नहीं चला। युविका ने अपनी आंखे मलते हुए चारों तरफ देखा, वो पहले तो डर गई, फिर बाद में कुछ सोच कर उसका मुंह बन गया, वो मुंह फुलाकर बोली," इस डेविल ने बोला था कि ये मुझे icecream चिप्स लाकर देगा, पर उसने तो अपना प्रॉमिस तोड़ दिया। इतना बोल वो उदास हो गई। बिचारी मासूम युतिका को तो भूल ही गई थी की किसी अंजान जगह है, और उसे अपने घर भी जाना है। तभी दरवाजा खुला, युतिका आवाज सुन कर अपना चेहरा उठाकर सामने देखा जहां विरांश खड़ा था। तभी उसके पेट में से आवाज आई। युतिका अपना मुंह बनाते हुए बोली," मुझे भूख लगी, इसलिए तुम मेरे लिए ice cream or चिप्स लेकर आओगे क्योंकि कल तुमने मुझे प्रॉमिस किया था devil । " उसने ये इतने प्यार से बोला था की किसी कोई भी उसकी बात मानले । विरांश ने तिरछी मुस्कान के साथ उसकी तरफ बढ़ा और बोला, " हा मैने प्रॉमिस किया बट उसके बदले तुम्हे मेरी एक शर्त माननी पड़ेगी, उसके बदले में तुम्हे चिप्स और बहुत सारी खाने की चीजें दूंगा ।" युतिका की आंखे एक्साइटमेंट में चमकने लगी उसने एक्साइटमेंट में बोली," तुम सच्ची बोल रहे हों क्या तुम मुझे चिप्स, पीज़ा, बर्गर, मंचूरियन, चाइनीज, और हा मोमोज भी दोगे खाने को।" विरांश उसके मुंह से इतनी खाने की डिशेज के नाम सुन उसके कदम अपनी जगह रुक गए वो अपने मन बोला," क्या ये अपने घर में जंक फूड ही खाती ज्यादा, हेल्थी डिशेज के नाम इसने एक भी नहीं बोला।" विरांश ने ये मन कहा, बट चेहरे पर कोई भाव नहीं आने दिए, विरांश उसे घूरते हुए ठंडी आवाज में बोला," ok उसे पहले तुम्हे मेरी एक बात माननी पड़ेगी।" युतिका मासूमियत से बोली," में तुम्हारी सारी बातें मानूंगी devil। फिर कुछ सोच कर आगे बोली," पर तुम मुझे वो सब चीज़ें दोगे जो मुझे चाहिए ।" वो ये बोलते हुए बेहद मासूम लग रही थीं। विरांश उसकी मासूमियत में खो गया था। तभी युतिका ने उसकी बाजू पकड़ उसे हिला कर बोली,"तुम सुन रहे हों में क्या बोल रही हु बताओ ना devil पक्का दोगे मुझे।" उसने कल रात उसे अपने आंखों के सामने किसी को मारते देखा इसलिए उसने उसे डेविल नाम दे दिया था। विरांश उसकी बातों सुन उसे घूर कर देखा और बोला," yes, अगर तुम्हे कुछ चाहिए ना तो पहले तुम फ्रेश हो जाओ जाकर, उसके बाद हम साथ में ब्रेक फास्ट करेंगे।" युतिका ने उसकी बात मान ली और वॉशरूम में चली गई। 10 मिनट बाद, विरांश सोफे पर बैठा था, बार बार वॉशरूम की तरफ देख रहा था। 10 मिनट बीत गए थे और Yutika अभी तक बाहर नहीं आई थी। विरांश के सब्र बांध टूट गया और उठ वॉशरूम के पास आ कर दरवाजा हैंडल घुमाया तो वॉशरूम का डोर खुल गया क्योंकि उसने उसे अंदर से लॉक नहीं किया था। विरांश झट से अन्दर आया, सामने का नजारा देख उसके कदम अपनी जगह ठहर गए। युतिका इस वक्त बात टप में बिना कपड़ो के बैठे कर पानी के साथ मस्ती या सौप का बबल बनाकर कर उसे फुक मारती, युतिका इस वक्त बेहद प्यारी लग रही थी,उसके पूरे बदन पर शॉवर का पानी गिर रहा था, जो उसे उसकी खूबसूरती और भी ज्यादा बढ़ा रहा था। तभी उसे अपने ऊपर किसी की नज़र फील हुई, उसने नजरे अपनी नजर उठाकर कर सामने देखा जहां विरांश उसे बेहद गेहरी नजरों से घूर रहा था। उसकी नज़र इस वक्त उसके कॉलरबोन के जो काला तिल था। जो उसे और भी ज्यादा खूबसूरत बना रहा था। तभी किसी ने उसके उपर पानी फेका, विरांश की नज़रे अचानक सर्द हो गई उसने बेहद गुस्से युतिका को देखा जो खिलखिलाकर हस रही थीं। युतिका जबसे यहां आई थी उसने उसे पहली बार हस्ते देखा था। अचानक उसकी हंसी रुक गई क्योंकि विरांश अभी उसके बेहद करीब घुटनों के बल बैठा था। विरांश ने उसे देखा फिर उसके कानों के पास आकर सेडक्टिव वॉइस में बोला, " मुस्कुराते हुए नूर परी लगती हो डॉल्फिन, and you are so hot. " युतिका को उसकी आधी बात तो समझ नहीं आई पर इतना समझा वो उसकी तारीफ कर रहा है, युतिका के गाल अचानक से टमाटर की तरह लाल हो गए, इतना बोल उसने उसके कानों को बाइट कर दिया। युतिका के मुंह से अचानक से aahhhhhh निकल गई। उसने अपने कानों पर सहलाते हुए मुंह फुलाकर बोली," तुमने मुझे कितनी जोर से बाइट किया devil।" इतना बोल वो अपना हाथ फोल्ड कर अजीब सा मुंह बनाने लगी, वो इस वक्त बेहद प्यारी लग रही थी। वीरांश उसकी बात सुन कर उसके चेहरे पर झुकते हुए बोला," क्या मैने इतनी जोर से बाइट किया तुम्हे।" युतिका ने अपना सिर हा में हिलाया। उसकी बात सुन विरांश ने उसके कानों को सहलाया, वो बेहद आराम से उसके कानों को सहला रहा था। तभी वापस से उसकी नज़र युतिका के तिल पर गई जो उसने बड़ी मुश्किल से खुदको कंट्रोल किया था उसे छूने से। उसने अपना चेहरा दूसरी तरफ करते हुए बोला," मस्ती हो गई हो पानी के साथ तो जल्दी से तैयार हो कर बाहर आओ ।" तभी युतिका ने उसका हाथ पकड़ कर उसे रोका और बोली," मेरे पास तो कपड़े नहीं है डेविल अब में क्या पहनूं क्योंकि मेरे सारे कपड़े तो मेरे घर में हैना ।" इतना बोल युतिका अपना चेहरा लटका लिया। विरांश ने उसका उदास चेहरा देखा , विरांश ने अपनी ठंडी आवाज में कहा," don't worry तुम्हारे लिए कपड़े मैने already मंगवाए है।" उसकी बात सुन युतिका ने चहकते हुए बोली," सच में डेविल कहा है मेरे कपड़े बताओ मुझे।" इतना बोल वो बाहर जाने लगी। तभी विरांश उसका हाथ पकड़ उसे रोका तो युतिका उसे कन्फ्यूजन देखने लगी। आगे का चैप्टर में कुछ दिन बाद दूंगी। स्टोरी कैसी लगी pls comment बताना तभी में आगे लिखूंगी।