K.R अंडरवर्ल्ड का माफिया जिसके इजाजत के बिना पत्ता तक नहीं हिलता K.R जहां से गुजरता है ।वहां पर तबाई शुरू हो जाती है। दूसरी तरफ काव्यांश राजावत जो अपने नाम की तरह खतरनाक ,और उसकी चील की नजर से कोई नहीं बच पाता। पर उसका भी है एक गहरा राज जो K.R के साथ... K.R अंडरवर्ल्ड का माफिया जिसके इजाजत के बिना पत्ता तक नहीं हिलता K.R जहां से गुजरता है ।वहां पर तबाई शुरू हो जाती है। दूसरी तरफ काव्यांश राजावत जो अपने नाम की तरह खतरनाक ,और उसकी चील की नजर से कोई नहीं बच पाता। पर उसका भी है एक गहरा राज जो K.R के साथ जुड़ा हुआ है। इन सब के बावजूद काव्यांश एक Playboy है। वही प्यारी सी चुलबुली मासूम सी सुकून जिसके नाम में ही सुकून है वह अपने नाम की तरह बहुत प्यारी और बहुत मासूम है जो बचपन से प्यार करती है काव्यांश राजावत को,, जिसे सुकून के प्यार की बिल्कुल कदर नहीं है। वह सुकून के सामने अपनी गर्लफ्रेंड के साथ रहता जिससे सुकून को काफी तकलीफ होती है। वही एक टाइम ऐसा आता है जब काव्यांश को एहसास होता है सुकून ही उसका सच्चा प्यार है सब कुछ है पर तब तक काफी देर हो चुकि थी। काव्यांश को जिंदगी के उस मोड़ पर अपने सच्चे प्यार का एहसास होता है ।जब उसका प्यार उसे छोड़कर दुनिया को छोड़कर जा चुकी थी। और काव्यांश यह बर्दाश्त नहीं कर पाता , और खुद की भी जान ले लेता है और जान लेते हुए वह गंगा मैया से एक मौका मांगता है उसके प्यार को वापस पाने का। क्या देवी गंगा मैया मौका देगी काव्यांश को अपने प्यार को फिर से पाने का? क्यों सुकून ने अपनी जान ले लिया? कौन है जो काव्यांश और सुकून को अलग करना चाहता है? क्या काव्यांश बदला ले पाएगा? जानने के लिए पढ़िए "Rebirth of Hell King & Little Sweetheart
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बेंगलुरु ,, की सड़कों पर बारिश तेजी से हो रही थी, और वहीं कुछ और गाड़ियां पूरे शहर में तेजी से दौड़ रही थी, बारिश ऐसी थी जैसी धीरे-धीरे फवारा छूट रहे हैं। आसमान में बदल बहुत ही तेजी से गरज रहे थे, तभी एक लड़के का फोन बचता है। उस लड़के की पकड़ स्टेरिंग पर मजबूत हो जाते हैं। उसकी वीनस हाथ बहुत ज्यादा अट्रैक्टिव लग रहे थे। वह कान में ब्लूटूथ लगाते हुए गहरी और डरावनी आवाज में breathless होकर कहता है । ..कुछ कुछ पता चला उसका , कहां कहां पर है वो? उसके माथे से पसीना छूट रहा था । दूसरे साइड से एक शख्स कहता है । नहीं अभी तक पता नहीं चल रहा है हमें, हम अपनी पूरी कोशिश कर रहे हैं। गाड़ी में बैठा हुआ सख्श लगभग घुर्राने वाली आवाज में अपना हाथ स्टेरिंग पर बहुत ही मजबूती से मारते हुए कहता है व्, हाट द फ**** मुझे किसी भी कीमत पर वह चाहिए, अगर मुझे वह नहीं मिली मैं तुम सबको खड़े-खड़े जमीन के अंदर दफन कर दूंगा , बोलते हुए वह एयरपोर्ट निकाल कर गाड़ी में ही फेंक देता है। स्पीड से गाड़ी को भागने लगता है । उसने न जाने कितने ही सिग्नल तोड़ दिए थे, वह अपने गाड़ी में लगे हुए जीपीएस की तरफ देखा है। और फिर तुरंत जल्दी से एक कोड डालता है। उसकी गहरी पीकॉक ग्रीन आंखें एकदम से चमक उठती है। वो तेजी से एक जगह से सिग्नल आना लगता है। वह सिग्नल की आवाज बहुत ही ज्यादा तेज थी । वह अपनी गाड़ी की स्पीड और तेज कर देता है। उसने का सिग्नल तोड़ दिए थे , जिसका उसे कोई भी अफसोस नहीं था , वह एक काली पहाड़ी के पास जाता है। जहां सिग्नल बहुत ही तेजी से आ रहा था वह एकदम ब्रेथलेस हो जाता है। उसके बहुत ही रफ्तार में एकदम से ब्रेक लगा दिया था, उसका चेहरा आगे की तरफ झूल गया था । उसके बाद जो पसीने से भरे हुए थे वह उसके माथे पर आ जाते हैं । और वह अपनी पीकॉक ग्रीन आइज से उस पहाड़ी को देखने लगता है। ऊपर की तरफ काले बादल बहुत ही ज्यादा मंडरा रहे थे, बिजली बहुत ही तेजी से चमक रही थी, वह अपने सूखते हुए गले को तर करता है एक बार फिर से ब्रिथलेस हो रहा था , उसे सास नहीं आ रही थी ,वह तेजी से उस खबर रास्ते पर गाड़ी को भगा देता है । उसकी गाड़ी की स्पीड बहुत तेज थी, वह 300 से भी ऊपर स्पीड पर अपनी गाड़ी को भाग रहा था,, करीब आधे घंटे के उस पहाड़ी के रास्ते को उसने 10 मिनट के अंदर अंदर पूरा करा था। वह सीधा पहाड़ी के तरफ पहुंचता है । और अपने स्टेरिंग को गोल घुमा देता है । गाड़ी उसी जगह पर गोल-गोल घूमना शुरू हो जाती हैं। उस शख्स की नजर एक लड़की पर जाती है। जो एक छोटे से पत्थर पर टिकी हुई बैठे हुई थी ,उसके पैर पहाड़ी के दूसरे साइड झूल रहे थे , और लंबे बाल जमीन को छू रहे थे, तेज हवा बार-बार उसके बालों को लहरा रही थी। वह शख्स बिना गाड़ी के रुकने का इंतजार करे सीधा गाड़ी से बाहर निकलता है । और उस लड़की की तरफ कदम बढ़ने लगता है । वह लड़की धीरे से पीछे की तरफ वैसे ही जमीन पर लेट जाती है। उसका अब एक हाथ और एक पैर उस पहाड़ी पर झूल रहा था। उस लड़के अपने कदम एक पल के लिए रुक जाता है। और अगले ही पल तेज आवाज में कहता है। तुम वह क्या कर रही हो? अभी के अभी मेरे पास आओ , अगर तुम वहां से उठी तो मुझसे बुरा कोई नहीं होगा , वह लड़की धीरे से सर टेढ़ा करके उस तरफ देखती है । जहां पर एक लड़का ब्लैक कलर की शर्ट पैंट में खड़ा हुआ था। उसके शर्ट के बटन काफी ज्यादा खुले हुए थे , और बाल माथे पर झूल रहे थे। चेहरा पसीने से लथपथ था , और वहां पर हो रहे वह फव्वारा जैसी बारिश उन दोनों को भिगो रहे थे,, बारिश उन दोनों के बदन को भिगो रही थी वह लड़की हल्का सा मुस्कुराती है। और अपने पूरे बालों को एक साइड कर देती हैं।वह लड़का उस लड़की का बेदाग चेहरा बहुत अच्छे से देख पा रहा था। वह उसकी तरफ कदम बढ़ाता है कि वह लड़की तेज आवाज में केहती हैं । काव्यांश आप हमारे नजदीक नहीं आएंगे दूर रहे हमसे वरना हम अभी बोलते हुए पहाड़ी की तरफ हल्का सा छूती है । वह लड़का जिसका नाम काव्यांश था वह अपनी जगह पर रुक जाता है ।और गहरी नजर से उस लड़की को देखते हुए कहता है । अंबिका आप वहां पर क्या कर रही हैं ? हमारे पास आइए , आप वहां क्यों बैठी हुई है? वह लड़की हल्का सा खिलखिला कर हंस देती है। उसकी आंखों में हल्की नमी थी , जो बारिश की बूंदे छिपा रही हूं , वो मुस्कुराते हुए कहती हैं । आपको इससे क्या मतलब हम कहीं भी जाएं , और अपने ही तो कहा था ना हमसे की हम मर जाएंगे तो , आप रुक्मणी से शादी करेंगे और देसी घी के लड्डू पूरे सिहासत में बटवायेंगे तो जाइए आप यहां किस लिए आए हैं । हम आपके पिता के कातिल हैं। चले जाइए यहां से , बोलते हुए अंबिका की आंखों से एक आंसू का कतरा बह कर गालों में आ जाता है। काव्यांश अपनी मुट्ठियों मजबूती से बंद करें हुए ब्रेथलेस आवाज में कहता है। हमें हमें माफ कर दीजिए प्लीज भगवान के लिए हमें छोड़कर मत जाइए हम आपके बिना नहीं रह सकते , आप हमारी बीवी हैं । आप हमें इस तरीके से छोड़ कर चली जाएंगे तो हमारा क्या होगा? बोलते हुए वह वही घुटनों के बल बैठ जाता है। Sukoon अपने चेहरे पर दर्द भरी मुस्कान बरकरार करते हुए कहती हैं । आप परेशान क्यों हो रहे हैं यह तो अच्छी बात है ना , हम आपकी जिंदगी से चले जाएंगे तो आपकी जिंदगी का सारा तूफान मिट जाएगा ,और वैसे भी यह शादी तो सिर्फ और सिर्फ एक समझौता था , एक जिम्मेदारी थी ना तो आज हम सुकून राजगीर आपको हमारे पति काव्यांश रायचंद को हर जिम्मेदारी से मुक्त करते हैं। बोलते हुए वह धीरे से खड़ी हो जाती हैं। काव्यांश बड़ी-बड़ी आंखों से उसे देखते हुए चिल्ला कर कहता है । आप हमारी बात सुन रही है । आप वहां क्या करें पहले आप हमारे पास आइए उसके बाद आपको जो भी कहना है। जो भी कहना है हम किसी भी चीज के लिए आपको मना नहीं करेंगे , पहले आप हमारे नजदीक आइए , सुकून खिलखिला कर हंस देती हैं ।और हंसते हुए कहती हैं । हमने आपसे कहा था ना काव्यांश जब आप हमें तड़प कर बुलाएंगे और इस लम्हा हम आपके पास हरगिज नहीं आएंगे। पर आपने हमारे उस बात को भी मजाक में उड़ा दिया , आपको पता है। हमारा कितना दिल जलता था जब आप हमारे सामने ही उस रुक्मणी को हमारे बेडरूम पर हमारे ही बेड पर उसके नजदीक जाते थे, पर नहीं आपने कभी हमारे बारे में नहीं सोचा , तो फिर आज क्यों जाइए ना उस रुक्मणी के पास वह आपसे बेइंतहा मोहब्बत करती है । और हम आपसे बेइंतहा नफरत करते है। हम आपके लायक नहीं है। काव्यांश हम आपके आगे हाथ जोड़ते हैं । हमसे अब और बर्दाश्त नहीं होगा , हम मर जाएंगे अगर आप इस तरीके से करेंगे तो चले जाइए, हमें हमारे हाल पर छोड़कर , और उसके बाद आपने सर को ऊपर कर बोली,, क्यों बाबा आपने हमारे साथ ऐसा क्यों किया? ऐसे इंसान से हमारी शादी तय क्यों करी जिसे अपनी जिम्मेदारी का अहसास तक नहीं था , वह इंसान जो अपनी ही बीवी के सामने किसी और लड़की के साथ हम बिस्तर होता था। हमें दूसरों के सामने भेजता था । भरी महफिल में, केहते-केहते उसकी आंखें पूरी तरीके से भीग जाती है। वही काव्यांश को अपने दिल में तेजी से दर्द की लहर उठती हुई महसूस हो रही थी वह एक कदम आगे की तरफ आता है। की सुकून उसकी तरफ देखते पलट जाती हैं। अपने दोनों हाथ फैलाते हुए कहती हैं। क्या आप हम आज भी गले नहीं लगाएंगे. काव्यांश आज तो हमारी आखिरी ख्वाहिश पूरी कर दीजिए, हमारी शादी को आज के दिन पूरे 2 साल हुए , क्या आपको याद है? देखिए आज ही के दिन हम आपने हमें मंगलसूत्र पहनाया था , और हमारी मांग में सिंदूर डालकर हमें पूरी तरीके से अपना बनाया था । काव्यांश अपनी घड़ी की तरफ देखता है । ह आज उनकी वेडिंग एनिवर्सरी थी, उसका दिल जोरो से धड़कने लगता है । उसकी आंखें भीगी हुई थी वह और एकदम लाल हो चुकी थी, वो तड़प के कहता है। बच्चा प्लीज हमारे पास आइए, हम आपके हर सवाल का हर बात का जवाब देंगे पर एक बार एक बार हमारे पास लिए बोलते हुए वह उसकी तरफ एक बार फिर कदम बढ़ाता है। सुकून यूकी बात को दोहराते हुए कहती हैं। क्या आप सच में chate हैं हम आपके पास आए उसके चेहरे पर बहुत ही प्यारी सी मुस्कुराहट थी, काव्यांश तेज आवाज में कहता है। हां बिल्कुल हम चाहते हैं हम चाहते हैं आप हमारे नजदीक हैं। आप हमारी बीवी है। आप हमारे बिना कैसे रह सकती हैं हमारे नजदीक आय आपको पता है ना एक बीवी का फर्ज होता है । अपने पति के नजदीक आना और उसकी हर ख्वाहिश को पूरा करना , और उसका हर बात को मारना आप हमारे पास क्यों नहीं आ रही , जल्दी आई हमारे पास वह बहुत ही ज्यादा ब्रेथलेस हो रहा था , उसकी आवाज में जल्दबाजी साफ दिखाई दे रही थी, सुकून उसकी आवाज को बहुत अच्छे से पहचान चुकी थी , उसकी आंखों में आंखें डाल कर कहती हैं , ताकि एक बार फिर आप हमारे साथ खेले और हमें परेशान करे बिल्कुल खिलौने की तरह, और अगले ही पल उसकी आवाज शांत हो जाती है। काव्यांश एक तक उसे देखता रहा था, उसकी पलकें एक बार के लिए भी नहीं झपकी थी सुकून एक कदम और आगे बढ़ते हुए कहते हैं ठीक है हम आ रहे हैं क्योंकि अगर इस बार गिरे तो हम कभी आपके नजदीक नहीं आएंगे, काव्यांश तेज कदमों से उसकी तरफ कदम बढ़ा देता है। सुकून इतने धीरे कदम से अपने कदम पीछे ले रही थी काव्यांश को एहसास ही नहीं होता कि सुकून पीछे की तरफ खिसक रही है । सुकून मुस्कुराते हुए कहते हैं हम आपसे वादा करते हैं । अगर हमें दोबारा कभी जिंदगी मिलेगी ना तो हम कभी भी आपके सामने आने की ख्वाहिश नहीं करेंगे, हम मर जाएंगे पर आपके सामने कभी नहीं आएंगे , जिस तरीके से आपने हमें इन दो सालों में तड़पाया ना आप उससे भी ज्यादा तड़पेंगे आपको हमारे एहसास से, हमारे वजूद से, हमारे होने से, हमारी खुशबू से, ऐतराज था। ना तो देखना आप इसी एहसास के लिए तड़पेंगे पर हम आपको नहीं मिलेंगे। और हां हमारी आपसे कोई भी ख्वाहिश नहीं है । हमारी हर ख्वाहिश मर चुकी हैं । बोलते हुए वह अपने दोनों हाथों को फैला देती हैं । और फिर आगे कहती हैं। आप इतनी जल्दबाजी क्यों कर रहे हैं काव्यांश ? हम आपसे बस थोड़ी देर ही बात करेंगे , आपका ज्यादा वक्त जाया नहीं करेंगे बस कुछ ही देर की बात है । उसके बाद आप हमसे बात करने के लिए तड़पेंगे पर हम आपसे बात नहीं करेंगे तो क्या आप थोड़ी देर हमारी बात नहीं मान सकते, काव्यांश दिल डर से भरता हुआ महसूस हो रहा था, उसका दिल जोरो से धड़क रहा था। उसे सांस नहीं आ रही है । यह वही लड़की थी जिसे उसने दो साल तक बहुत ही ज्यादा तड़पाया था, इतना कि वह इंसान है यह तक भूल चुके थे, काव्यांश ने उसके साथ जानवरों की तरह शुल्क कर था, सुकून उसे देखती और मुस्कुराते हुए कहती है आपको पता है। हमारी पूरी जिंदगी हमारे सामने है। और आज हम उसे ही खत्म करने जा रहे हैं। क्योंकि हमें कोई ख्वाहिश नहीं है। बोलते हुए वह नीचे उस गहरी खाई की तरफ देखती है । फिर मुस्कुराते हुए कहती हैं। और आइंदा आपको हमसे जो भी शिकायत है ना तो, अब मत करिएगा हम थक चुके हैं। आपकी शिकायतें से शायद हम ही आपके काबिल नहीं थे , हमारा बचपन का प्यार आपके लायक ही नहीं था। हमने शायद किसी गलत इंसान से प्यार कर लिया पर अब हमें आपसे कोई प्यार नहीं है । और जो एक रिश्ता था मजबूरी का, जिम्मेदारी का रिश्ता , उसे भी हम आज खत्म कर देते हम । आपको आजाद कर रहे हैं ।काव्यांश पूरी तरीके से आजाद आज से आप मुक्त हैं । बोलते हुए वह एक गहरी मुस्कुराहट पास करती है । काव्यांश का दिल से भर जाता है उसकी आंखों में आंसू थे वि। सिसकते हुए उसकी तरफ कदम बढ़ता है। कि अगले ही पल एक जोरदार चिख उस पहाड़ी में गूंज जाती हैं। काव्यांश के हाथ हवा में ही लटके रह गए थे, वह हैरानी से उस खाई में देख रहा है ।उसके सामने सुकून का छोटा सा गोल मटोल चेहरा था जिसमें होठों पर मुस्कुराहट थी और आंखों में बी हिसाब आशु वो आगे की तरफ कदम बढ़ने लगता है ।कि अचानक एक गोली चलने की आवाज आती है उसे अपने सीने पर तेज दर्द महसूस होता है वह घुटनों के बाल गिरने लगता है जल्दी से अपने सीने पर दिल वाली जगह पर हाथ रखता है ऑलमोस्ट जमीन पर लेट गया था। वो अपना सर हल्का सा टेढ़ा करके देखता है जहां पर उसे दो हाई हील्स पहने हुए बहुत ही खूबसूरत पैर नजर आ रहे थे। वह धीरे-धीरे नजर के ऊपर की तरफ उठने जहां एक लड़की रेड कलर के वन पीस नी लेंथ स्ट्रेपलेस ड्रेस में कैटवॉक करते हुए आ रहे थे उसके हाथ में गण थी और उसमें से धुआं निकल रहा था, एक और गोली उसके सीने को छलनी करते हुए निकल जाती है । उसके मुंह से हल्का सा खून आने लगता है वो लाल आंखों से उस लड़की की तरफ देखते हुए कहता है। क मीनी वह लड़की मुस्कुराते हुए उसके पास आती हैं। और अपने पंजों के बल बैठ गन को बिल्कुल उसकी थोड़ी के नीचे रखते हुए मुस्कुराते हुए कहते हैं , और माय डिअर रेस्ट डार्लिंग आप शायद भूल गए कि मेरा नाम ही कमीनी है कमीनी प्लस कामिनी इस इक्वल टू महा कमीनी । पीछे की तरफ हंसने की आवाज आती है । एक शख्स की परछाई दिखाई दे रही थी जो कि अंधेरे में खड़ा हुआ था उसकी नजर उस शख्स के हाथ पर जाते हैं जहां पर एक अजीब सा टैटू बना हुआ था वह उठने लगता है कि कमीनी एक बार फिर से उसे पर गोली चल देती है। काव्यांश के मुंह से खून निकलने लगता है उसकी आंखों से आंसू आ गए थे कामिनी हंसते हुए कहते हैं क्या हुआ राजा सा आज तो आप बड़े कमजोर लग रहे हैं लगता है बीवी के छोड़कर जाने का दुख है वरना जो आदमी हर वक्त इतना ज्यादा वाइल्ड हो जाता था वह आज किसी छोटे से खरगोश की तरह लग रहा है । काव्यांश कुछ बोलने के लिए अपने होंठ फड़फड़ा आने लगता है। पर उसके दिल का दर्द ऊपर से उसके शरीर पर जख्म जो उससे बर्दाश्त नहीं हो रहे थे, वह अपने मुट्ठी मजबूत करते हुए कहता है , हे गंगा मईया आप से प्रार्थना कर रहा हूं , पहली बार कुछ मांग रहा हूं हमारी बीवी की गंगा मैया है, ना आप उसके हर ख्वाहिश पूरी करती है । पर आज उसी का पति आपसे मांग रहा है। हमें मौका चाहिए अपनी बीवी की जिंदगी बदलने का अपनी बीवी की कदमों में पूरी दुनिया रखने का , बोलते हुए वह सामने की तरफ देखता है । जहां कामिनी ने उसके माथे पर गन पॉइंट करते हुए हंसते हुए कहती है। अब बारी नर्क के शैतान की नर्क में जलने की ओर उस आग में में तुम्हें बुरी तरीके से जलाया जाएगा राजा साहब आफ्टर ऑल हो तुमने एक मासूम सी बच्ची का दिल तोड़ा है । वैसे कुछ भी कहो 30 साल की उम्र में तुम्हें मिली तो बहुत ही खूबसूरत लड़की थी , पर यह हुस्न का जादू है जो हर किसी को चलाना नहीं आता और देखना उसने। तो मरकर भी तुम्हें जीने लायक नहीं छोड़ा अब तुम जी कर क्या करोगे तुम्हारा स्वाहा करती हूं मैं बोलते हुए वह पीछे की तरफ देखते हैं जहां वह शख्स अंधेरे में खड़े हुए उसे कुछ इशारा करता है। कमीनी के चेहरे पर साइकाइट्रिक में मुस्कुराहट खिल जाती हैं ।वो सर हिलाते हुए आखिरी गोली के साथ ही काव्यांश का शरीर पूरी तरीके से उसी जगह पर ढेर हो जाता है। उसे पहाड़ी पर एक गहरी खामोशी फैल गई थी थोड़ी तेज चलते हुए हवाएं कामिनी के शरीर को छू कर जा रहे थे वह कैटवॉक करते थे उसे शख्स के जस दिखाते हैं और अपने दोनों हाथ उसे शख्स की गर्दन लपेटते हुए कहते हैं बच्चे अब आगे का क्या प्लान है सब कुछ तो हमारा हो ही गया वह शख्स मुस्कुराते हुए उसके कमर पर अपनी पकड़ कुछ मजबूत करता है खुद के नजदीक चीज उसके होठों पर अपने होंठ रख देता है ।
एक अंधेरे कमरे के अंदर जो पूरी तरीके से अंधेरे में डूबा हुआ था, उस कमरे में बहुत ही काम डिम लाइट जल रही थी,, और साथ में कुछ कैंडल्स जिसकी लौ धीरे-धीरे लहरा रही थी , उस कमरे में एक बड़ा सा विंडो था, जिससे बाहर का चांद जो कुछ बादलों से ढका हुआ था , और कुछ बादलों के ऊपर जो देखने में बेहद खूबसूरत लग रहा था । उसकी रोशनी कमरे के अंदर पर्दे के बीच छनते हुए आ रही थी, चल रहे धीमे-धीमे हवाएं जिससे मोमबत्ती के साथ छेड़खानी कर रही थी । जैसे अभी ही बुझा देगी , वही उस कमरे के अंदर धीमी धीमी सिसकियां की आवाज आ रही थी जैसे कोई गहरी सांस ले रहा हो , वो बहुत ही मनमोहक सी थी एक लड़का जो पेट के बाल बेड पर लेटा हुआ था। उसका एक हाथ बैड के नीचे लटक रहा था। तो दूसरा हाथ ब्लैंकेट के अंदर था। वही उसके बगल में लड़की लेटी हुई थी , जिसने अपने तकिए पर अपनी मुट्ठियां मजबूती से बंद की हुए थी । अंधेरे की वजह से उस कमरे में उसका चेहरा नजर नहीं आ रह था। उसे लड़की की हल्की-हल्की सीसकी की आवाज आ रही थी वह बार-बार अपने लोअर लिप को बाइट करते हुए एक्साइटमेंट वॉइस में केहती है। aaahhh हम्ममम बस ऐसे ही बोलते हुए वह अपना हाथ तखिए से निकलते हुए ब्लैंकेट के अंदर डालते हैं । धीरे-धीरे उसे शख्स करीब ले जाने लगते हैं। वह शख्स जिसकी आंखें बंद थी वो एकदम से बेड से उठ जाता है। जिसके साथ ही उन दोनों के ऊपर पड़ा हुआ वह पतला सा चादर खिसकते हुए नीचे आ जाता है । उस शख्स की आंखें अंधेरे कमरे में एकदम साफ दिखाई दे रही थी। जो बेहद ज्यादा लाल थी । वह लड़की मुस्कुरा देती हैं । और उसके नजदीक आते हुए ब्लैक किड को साइड कर उसके गोद में बैठते हुए एक हाथ उसके गर्दन पर धीरे-धीरे सहलाते हुए कहती हैं । Baby व्हाट आर यू डूइंग , यह तुम क्या कर रहे हो? बोलते हुए वह अपने पैरों को उसकी वेस्ट पर लपेटने लगती हैं । वह शख्स जो अभी गहरी सांस भर रहा था। उसका चेहरा एकदम काला पड़ जाता है। अगले ही पल वह उस लड़की को लगभग अपने ऊपर से धक्का दे देता है । वह लड़की बेड से नीचे मुंह के बाल गिरती है । उसके दर्द भारी चीख निकल जाती है । वह हैरानी से उस लड़के को देखते हुए कहती है । काव्यांश व्हाट आर यू डूइंग यह तुम क्या कर रहे हो? मुझे लग गई हेल्प मी , वो सख्श जो कोई ओर नहीं काव्यांश था अपने चेहरे पर हाथ रखने लगता है । तभी उसकी नजर अपने हाथ पर बने हुए कुछ अजीब से निशान पर जाती हैं। वो गोर से अपने हाथों के निशाने को देखने लगता है। जो गहरे गहरे कट थे । उसका चेहरा एकदम ठंडा हो जाता है। वह बिना कुछ कहे , अपने कपड़े उठाते हुए लगभग पहनते है । और तेज कदमों से कमरे से बाहर निकल जाता है। उस कमरे में जल रही वह मोमबत्ती जिससे भीने भीनी खुशबू महक रही थी, वह एकदम से बुझ जाती है। जिसके साथ वह कमरा पूरी तरीके से अंधेरे में डूब जाता है। वही काव्यांश तेज कदमों से सीधा बाहर आता है । इस वक्त रात के 9:00 बज रहे थे , वह आकर सीधा अपनी गाड़ी के पास खड़ा हो जाता है । उसके बाल बहुत ही ज्यादा मैस हो चुके थे, वो ब्रेथलेस नजरों से इधर-उधर देख रहा था , उसे कुछ भी समझ नहीं आ रहा था, उसका हार्ट बीट बहुत ही ज्यादा तेज चल रही थी। वह सीधा गाड़ी के अंदर बैठता है और गाड़ी की स्पीड 200 किलोमीटर से भी ज्यादा बढ़ाते हुए आगे की तरफ भगा देता है। सफेद हवेली,, कुछ लोग लिविंग हॉल में बैठे हुए थे , वहां का माहौल काफी खुशनुमा था, तभी किसी के तेज कदमों की आहट होती सभी की नजर दरवाजे की तरफ चली जाती है । वहां सोफे पर बैठे हुए शख्स का चेहरा बेहद सख्त हो जाता है । सभी की नजर वहां पर खड़े हुए शख्स पर थी। को कोई और नहीं काव्यांश था , सभी लोगों उसे ऊपर से लेकर नीचे तक अजीब नजरों से देख रहे थे , जो आगे की तरफ बढ़ रहा था । उसकी नजर सोफे पर बैठी हुई शख्सियत पर रुक जाती है। और वह उसे बिना पलके के झपकाए देखने लगता है। तभी उसे अपने हाथ पर किसी के पकड़ का एहसास होता है । वह अपने सर घूम कर देखता है। जहां पर करीब 50 साल का एक आदमी की उसे घूर रहा था। जिसने इस वक्त एकनॉर्मल सा कुर्ता पजामा पहना हुआ था । जिसकी स्लीव्स कोहनी तक मुड़ी हुई थी , और उसके कुर्ते के दो बटन खुले हुए थे, सेट बाल और हाथ में पहनी हुई वह ब्रांडेड वॉच और गर्दन में उसने एक पतली सी शॉल एक साइड करके डाली हुई थी, जिस पर वह काफी अट्रैक्टिव लग रहा था। वह शख्स काव्यांश के हाथ पर अपनी पकड़ मजबूत करते हुए दबी हुई आवाज में कहते हैं । आप कहां से आ रहे हैं ? इस वक्त , और यह क्या हालत बना रखी है आपने ? काव्यांश जिसने खुद की तरफ गौर तक नहीं करा था वह खुद की तरफ देखत है । उसके शर्ट बटन आधे खुले हुए थे बाल मेस हो चुके थे और शर्ट wकहीं-कहीं लिपस्टिक के निशान थे, तो कहीं लंबे-लंबे बाल लगे हुए थे, उसकी शर्ट नीचे से एक साइड से इन थी तो दूसरी साइड से निकली हुई थी, उसके बाल माथे पर झूल रहे थे, और पूरा शरीर पसीने से तर हो चुका था ! काव्यांश एक नजर खुद को देखने के बाद धीमी आवाज में कहता है Dad, I'll freshen up and come back बोलते हुए वह एक गहरी नजर सोफे पर बैठी हुई लड़की पर डालते हुए तेज कदमों से ऊपर की तरफ चला जाता है। वही सोफे पर बैठे हुए कुछ लोगों के चेहरे के एक्सप्रेशंस बिगड़ गए थे, , उनके चेहरे पर कुछ परेशानी की लकीर आ गई थी, माथे पर बल पड़ चुका था। वह अपना एक हाथ घुटने पर रख कोनी को उसके ऊपर टिकाते हुए अपने माथे की नस को धीरे-धीरे सेला रहे थे , तो वही एक लड़की जो उनसे बिल्कुल चिपक कर अपना सर झुका कर बैठी हुई थी और अपनी उंगलियों का आपस में उलझा रही थी, उसका गला सूख चुका था , वहां के माहौल से , तभी वहां पर एक मेड आती जिसके हाथ में जूस की ट्रे थी , वह वहां पर रखने लगती है उसका पैर हल्का से स्लिप होता है । और वह जूस के गिलास सीधा उस लड़की पर गिर जाता हैं। वह लड़की अपनी बड़ी-बड़ी पलके झपकते हुए अपनी जगह से खड़ी हो जाती है। वही वह मेड घबराते हुए वहां रखे हो टिशू पेपर उठाकर डरी हुई आवाज में कहती हैं। , आई एम सॉरी आई एम सॉरी आई एम रियली रियली सॉरी, वो लड़की मासूमियत से उसके कंधे पर हाथ रख शांत आवाज में कहती है।, इट्स ओके हम क्लीन कर लेते हूं। आप मुझे वॉशरूम बता दीजिए वहां पर बाकी लोग जो बैठे हुए वह कुछ शांत से हो जाते हैं . । वो मेड उसे सीधा अपने साथ ले जाते हुए कहती हैं,। आई एम रियली सॉरी मैंने आपकी ड्रेस खराब कर दी आप आप यहां से राइट जाकर गेस्ट रूम है। आप उसमें फ्रेश हो जाइए, में यही आपका वेट करती हु,, वो लड़की अपना सर हिलाते हुए छोटे-छोटे कदमों से अपने लॉन्ग घागरे को पकड़े हुए आगे की तरफ कदम बढ़ा देते हैं , वह इधर उधर देखते हुए चल रही थी, उसका ध्यान बिल्कुल भी सामने नहीं था अचानक वह किसी से टकराती हो अपने सर पर हाथ रखते हुए कहती,, हे गंगा मैया यह रास्ते में बीच-बीच दीवार कहां से आ गई बोलते हुए वह धीरे से अपनी आंखें खोल कर सामने की तरफ देखती है जहां उसकी नजर सीधा सुनहरी चमकदार आंखों से जाकर मिलती है जो गहरी नजर से उसे ही देख रहा था ,। वह लड़की एकदम से हड़बड़ाते हुए जल्दी से पीछे होकर धीमी और डरी हुई आवाज में केहते हैं,, माफ करिए वह हमारा ध्यान नहीं था, बोलते हुए अपना सर जल्दी से नीचे कर लेती हैं। सामने खड़ा हुआ सख्श उसे देखते हुए उसके नजदीक सा जाता है । और उसका हाथ को पकड़ते हुए गहरी मगर धीमी आवाज कहता है। आपको हमसे डरने की जरूरत नहीं है । चलिए हम आपको क्लीन करवा देते हैं । वह लड़की एकदम से अपना सर उठाकर बड़ी-बड़ी पलके झपकते हुए उसे शख्स को देखती हैं । जिसके बड़े से मजबूत हाथ में उसका छोटा सा हाथ था वह उसका हाथ हल्का सा कांप आ जाता है । वह जल्दी से अपना हाथ को पीछे करते हुए कहती है,"। या आप क्या कर रहे हैं? हमारा हमारा हाथ छोड़िए ,, बोलते हुए अपना हाथ खींचने लगती हैं। काव्यांश के कदम अपनी ही जगह पर रुक जाते हैं। वह सर टेढ़ा कर अपने सामने खड़ी छोटी सी लड़की को देखत है । जो अपने हाथ को पीछे की तरफ खींचने की कोशिश करते हुए एक ही जगह पर रुकी हुई थी। काव्यांश तेरा मुस्कुराते हुए उसे ऊपर से लेकर नीचे तक देखते हुए खुद से कहता है । आपको तो कुछ भी याद नहीं है। , पर हमें सब कुछ याद है। पर हम बहुत कुछ बदलने वाले हैं। उस जिंदगी में हम आपसे बहुत दूर भागे थे ना , और इस जिंदगी में हम आपके बेहद नजदीक रखेंगे और इतने नजदीक कि आप हमारी शिद्दत बर्दाश्त नहीं कर पाएंगे लिटिल रोज , कहते हुए वह उसके नजदीक आता है। और उसके चेहरे पर आ रहे छोटे-छोटे बालों को आहिस्ता से कान के पीछे कर देता है । सुकून उसकी हरकत पर सिहर जाती है। उसका दिल जोरो से धड़क रहा था। जिसे काव्यांश बेहद अच्छा से समझ पा रहा था। वो मुस्कुराते हुए उसकी उंगलियों को अपनी उंगलियों में उलझते हैं अपनि पकड़ कुछ मजबूत करते हुए आगे की तरफ कदम बढ़ा देता है । सुकून हैरानी से कभी अपने हाथ को देखते हैं । तो कभी अपने आगे चल रहा है काव्यांश को , उसे अपना होंठ सूखते हुए महसूस हो रहे थे,, उसके मुंह से अल्फाज तक नहीं निकल रहे थे,,। काव्यांश उसे लेकर सीधा अपने कमरे के में बने हुए बाथरूम में ले आता है। और उसे उठाकर सीधा स्लैब पर बैठाते हुए एक छोटा सा टिशु को निकाल उसे नल के नीचे गीला करते हुए उसके गर्दन पर हाथ रख बड़े ही सेडक्टिव तरीके से उसके ऊपर गिरे हुए जूस को क्लीन करने लगता है । सुकून आंखें फाड़े काव्यांश को देखने लगती हैं। और अगले ही पल उसके हाथ को अपने नाजुक से हाथ से पकड़ दरी हुए आवाज में केहती है । " यह आप आप क्या कर रहे हैं ? आप आप हमें इस तरीके से इस तरीके से नहीं छू सकते , दूर दूर करिए आप अपना हाथ। काव्यांश तेरा मुस्कुराते हुए उसके पैरों को अलग करता है। और बिल्कुल उसके पैरों के नजदीक खड़े हो एक उंगली उसके चीन के नीचे रख उसे ऊपर की तरफ उठा देता है । सुकून एक बार फिर से काव्यांश की सुनहरी चमकदार आंखों में देखने लगती है । उसकी आंखों में ऐसा तेज था। कि वह ज्यादा देर तक उसकी आंखों में देखा तक नहीं पा रही थी मुझे अपनी नजर नीचे करने लगती है .। , काव्यांश उसके कान के पास जाकर गहरी आवाज में कहता है । आपकी नजर सिर्फ हम पर होनी चाहिए लिटिल रोज "। बोलते हुए वह दूसरे हाथ से उसकी सीन के पास गिरे हुए जूस को धीरे-धीरे साफ करने लगता है। सुकून का पूरा चेहरा लाल हो गया था , उसके गाल हल्के-हल्के लाल थे, तो उसके नाक हल्की लाल हो जाते हैं। वह बड़ी-बड़ी पलके झपकते हुए बस एक तक काव्यांश को देख रही थी,,। काव्यांश अपने हाथ को बहुत ही आहिस्ता से पीछे लेकर जाता है । और धीरे से उसके ब्लाउज की डोरी को खोलने लगता है । सुकून जल्दी से काव्यांश को खुद से दूर कर अपना सर नीचे झुका वहां पर रख हुआ बाथरूब रखा था। उसे उठाकर अपने ऊपर डालते हुए घबराई से आवाज में केहते हैं। आप क्या कर रहे हैं ? आपको शर्म नहीं आती इस तरीके से किसी लड़की को छूने में डर नहीं लगता है । ऐसे ऐसे हमें अच्छा नहीं लगता कोई भी हमें इस तरीके से छुए, वो सर नीचे झुका लेती हैं । उसके दिल बहुत तेज धड़क रहा था। इस तो वो पहले ही अकेले थी ऊपर से उसके सामने काव्यांश खड़ा था वो भी इतनी नजदीक था जिससे उसकी सांसे रुक रही थी ऊपर से उसका पहला टच वो पागल हो रही थी। काव्यांश उसकी बात पर टेढ़ा मुस्कुराता है। और अपने हाथ को सीने पर बांध अपने सामने खड़ी हुई छोटी सी लड़की को देखते हुए खुद से कहता है । हमारी बीवी कितनी नाजुक और मासूम हैं। पिछली दफा हमारे नजदीक आने के लिए किस कदर पागल थी , । और तड़प रही थी ।, और इस दफा हमारे नजदीक आने की जगह हमसे ही दूर भाग रही हैं। पर आप कितनी भी कोशिश कर लीजिए लिटिल रोज,,। हम आपको खुद से बिल्कुल दूर नहीं जाने देंगे,, पिछली बार हमने जितने जितने दफा को ठुकराया है। इस बार हम आपकी हर ख्वाहिश को पूरा करेंगे ,, । बोलते हुए उसकी तरफ कदम बढ़ने लगते हैं। वही सुकून का दिल जोरो से धड़कने लगता है। उसे बहुत ही अजीब से बेचैनी हो रही थी। उसने जब से काव्यांश को देखा था उसे सुकून सा नहीं मिल रहा था ऐसा लग रहा था। जैसे उसके नाम में भले ही सुकून था लेकिन उसके दिल का सुकून कहीं गायब सा हो गया हो।,, वह काव्यांश के नजदीक आने से घबरा रही थी। ऐसा लगता है । जैसे कुछ गलत हो रहा है। काव्यांश उसके नजदीक आ सर झुका कर देखता है । जहां उसके सामने खड़ी हुई सुकून बुरी तरह से धीमे-धीमे शिसक रही थी। काव्यांश अपने माथे पर हाथ रख लेता है । और धीरे से अपने माथे पर पढ़ रहे बल को अंगूठे से सहलाते हुए खुद से कहता है। पिछली बार तो यह हमें देखकर सुर्ख लाल हो चुकि थी। पर इस बार यह रो क्यों रही हैं? कुछ मसला हुआ है क्या? या फिर हम ही कुछ भूल रहे हैं? बोलते हुए अपने दिमाग पर जोर देने लगता है । पर उसे कुछ भी याद नहीं आता ।,, तभी उसके सामने बने हुए शीशे पर उसकी नजर जाती है जहां पर उसे ढेर सारा पानी दिखाई दे रहा था। और एक औरत जो कमल के गुलाब के ऊपर बैठे हुई थी।,उसके सर पर मुकुट लगा हुआ था । वह काव्यांश को देखकर मुस्कुरा रही थी । काव्यांश की आंखें छोटी हो जाती है वो उस तरफ देखने लगता ।, तभी उसके कानों में उसके आवाज आती हैं।,, वह औरत मुस्कुराते हुए कहती हैं। आपने हमारी प्यारी भक्ति की जिंदगी बदलने के लिए प्रार्थना करी थी ना,, तो हमने भी आपकी जिंदगी बदली।,, आपको मौका दिया पर हमने आपसे बहुत सी चीज चीनी भी है ।,,जो चीज अपने पिछले जन्म में हमारी भक्ति के साथ किया था ,, वह चीज तो हमने आपको लौटा दी पर इस जन्म में जरूरी नहीं आपको सब कुछ वैसा ही मिलेगा ,,। आप भूल गए है कुछ बोलते हुए उसे याद दिलाने लगती है।,, तभी काव्यांश के मन में कुछ क्लिक होता है । उसकी वो कुछ कहने के लिए अपने होंठ खोलती है।, कि वह शीशे से वह औरत गायब हो जाती हैं ।,, और वह सर झुका कर नीचे देखता है ।,, जहां सुकून उसकी बाहों में खड़ी हुई आंसू बहा रही थी ।,, वह खुद से बडबडाते हुए कहता है। हम यह कैसे भूल सकते हैं। पिछली दफा तो हमारा रिश्ता आया था और हमने इनकार कर दिया था । और इस बार तो ये सिद्ध हमारी बाहों में है । लगता है इस बार हमें अपनी लिटिल रोज को मनाने के लिए पहले उनके प्यारी गंगा मैया को मानना पड़ेगा
"सुकून कियांश की बाहों में कड़ी कड़ी धीरे-धीरे कांप रहे थे डर लग रहा था उसे कुछ अजीब सा महसूस होता है वह धीरे से अपना सर उठाकर कियांश को देखती हैं। जो सुर्ख नजरों से उसे देखते हुए अपनी उंगलियां उसकी नाजुक से पतली खुली हुई कमर पर थी आहिस्ता आहिस्ता धस्ते हुए ऊपर की तरफ ला रहा था। " सुकून घबरा जाती हैं । और हकलाई से आवाज में केहती हैं । , यह आप क्या-क्या कर रहे हैं ? अपने अपने हाथों को हाथों को दूर-दूर करिए हम हमसे, कियांश के होठों पर छोटी सी मुस्कुराहट खिल जाती है। वह उसके डरे हुए चेहरे को देख रहा था ।,, उसे बड़ा सुकून सा आ रहा था ।,वह बिल्कुल उसके नजदीक जा उसके होठों के पास अपनी गर्म सांसे आहिस्ता आहिस्ता छोड़ते हुए धीमी आवाज में कहता है। ,, अभी हमने कुछ कर ही कहा है होने वाली बीवी सा,, सुकून अपनी बड़ी-बड़ी आंखों को ऊपर की तरफ उठा लंबी-लंबी पलकों को बार-बार झपकते हुए धीमी आवाज में केहती है ।,, यह आप आप कैसे कैसी बातें कर रहे हैं हम हम हम हम ऐसे नहीं हैं। आप आप हमें हमारे हमारे नाम नाम से बुलाए,, बोलते हुए वह अपनी नजरे नीचे कर लेती हैं। उसे अपने कमर में हल्का दर्द की लहर उठती हुई महसूस होती aaahhhhhh वो अपनी कमर में देखती है जहां कियाश ने बहुत ही तेजी से उसे छुट्टी काट ली थी जहां उसकी सफेद बेधाग नाजुक कमर एकदम लाल पड़ चुकी थी।।, उसके मुंह से हल्की सी आह्ह्ह्ह निकल जाती हैं उसका चेहरा शर्म से लाल पड़ जाता है।,, सुकून अपनी लोअर लिप में अपने छोटे-छोटे दांतों को गधा देती है जैसे अपने दर्द को बर्दाश्त करने की कोशिश कर रहे हो,, धीमी सी आवाज में कहती हैं।, ये आप क्या कर रहे हैं ? हमें तकलीफ हो रही है ।अपने हाथ दूर करिए।,, कियांश उसके बात पर धीरे-धीरे धकेलते हुए दीवार के नजदीक ले जाता है । और उसकी कमर पर हाथ रख दूसरे हाथ दिवार पर रखते हुए उसके चेहरे पर झुकते हुए मदहोशी से कहता है ।।,, हमने अभी कुछ कर ही कहा है होने वाली बीवी सा , हम आपको प्रेक्टिकल करके दिखाते हैं । कि हम क्या करने की कोशिश कर रहे हैं।, और वैसे भी इतने लंबे वक्त से जो आप करते हुए आ रही हैं । हमने कभी उसके लिए आपसे सवाल नहीं करा तो अब आप भी हम से कोई सवाल करने के हकदार नहीं है।।,, हम जो कर रहे हैं हमें बस इत्मीनान से करने दीजिए बोलते हुए वह अपने अंगूठे से जहां उसने अभी-अभी सुकून को पिंक करा था वहां सहलाने लगता है।,, सुकून को अपना गला सूखता हुआ महसूस होने लगता है।,, उसे ऐसा लग रहा है जैसे उसके होठों पर एक सफेद परत चढ़ चुकी है।, एक तो कियांश की इतनी ज्यादा करीबी ऊपर से वह दोनों एक बाथरूम में अकेले थे ।,, कियांश उसके साथ न जाने क्या-क्या कर रहा था ।, उसकी धड़कन इतनी ज्यादा तेज हो रही थी।,, वह जब भी कियांश को देखते थी उसकी धड़कन उस से बगावत करने लग जाती थी।, और आज तो कियांश के सर पर न जाने कौन सा फितूर चढ हुआ था ।, जो वह खुद इतनी बेबाकी से उसके नजदीक खड़ा था ।,, सुकून घबराते हुए डरी हुई से आवाज में केहती है ।,,यह आप कैसे-कैसे बातें कर रहे हैं? हमने हमने क्या कर है? आपके साथ भला। कियाँश के चेहरे पर उसकी बात सुनकर मुस्कुराहट जैसे जाने का नाम ही नहीं ले रही थी ।,,वह उसके गुलाबी कप-कपाते हुए नाजुक से पंखुड़ी से भी ज्यादा मुलायम होटो को अपने फोकस बनाते हुए धीमी आवाज में कहता हैं। ,, क्या अपने हमारे साथ कुछ भी नहीं कर है।,, सुकून मासूमियत से उसकी तरफ देखती है और धीरे सर ना में हिलाते हुए कुछ कहने के लिए अपने होठों को हिलाती हैं कि उसे काव्यांश के तपते हुए होंठ अपने कंधे पर महसूस होते हैं।,, कियांश के होठों को अपने खुले हुए कंधे पर महसूस करती हैं ।,, उसकी पकड़ अपने लहंगा पर मजबूत सी हो जाती है। वह अपनी आंखें मजबूती से बंद कर लेती है।,, घबराते हुए कहती हैं ।,, आप आप क्या कर रहे हैं ?? आप हमें हमें इस तरीके से इस तरीके से परेशान परेशान नहीं कर सकते हैं।,, सब सब हमारा इंतजार कर रहे होंगे हम हमें जाने दीजिए ,, वह बहुत ही ज्यादा मुश्किल से बेचैनी से बोल रही थी उस की जबान उसका साथ नहीं दे पा रही थीं।उसे सांस तक नहीं आ रही थी।,, कियांश उसके कान के नजदीक आ जाता है । और अपनी गहरी गहरी सांस उसके कान में छोड़ते हुए आहिस्ता से कहता है ।।,, इसे परेशान करना नहीं कहते हैं होने वाली बीवी सां ,, इसे रोमांस करना कहते हैं।।, आपको नहीं पता होगा इसके बारे में ,, कोई बात नहीं आप आहिस्ता आहिस्ता सब सीख जाएंगे हम आपको सब कुछ सिखा देंगे आप इस चीज से बिल्कुल फिक्र मंद रहिए ।, कहते हुए उसके होंठ बार-बार सुकून के नाजुक से कानों को छू रहे थे , सुकून को अपना चेहरा तपता हुआ महसूस होता है ।उसके कान एकदम सुर्ख पड़ चुके थे ,,और उसकी उसकी सांसे धीरे-धीरे फूलने लगी थी।, कियांश उसे ब्रिथलेस होता देख तेरा मुस्कुरा देता है ।, और धीरे से उसके होठों के नजदीक आता है। और उसके होटो को अपने दोबारा फोकस में लेते हुए अपना हाथ उसके गर्दन फसता है । अंगूठे से धीरे-धीरे उसकी गर्दन को सहलाते हुए कहता है ।,, uffffff होने वाली बीवी सा अभी तो हमने आपके साथ कुछ करा भी नहीं है। तो आप इतनी ब्रेथलेस हो रही हैं।, और अभी तो हमने ठीक से शुरुआत भी नहीं करी है अपने रोमांस की,, जब हम आपके साथ पूरा रोमांस का सफर तय करेंगे तब आपका क्या हाल होगा।,, बोलते हुए उसकी नजर सुकून के गुलाबी हो सुर्ख हो चुके चेहरे पर बरकरार थे उसका सुर्ख चेहरा देख कियान का दिल खुद सुकून से भर गया था ।,, तभी उसके कानों में सुकून की बहुत ही मीठी और धीमी से आवाज पड़ती है। यह आप कैसे कैसे-कैसे बातें कर रहे हैं ?? हम हम आपको आपको ऐसा कुछ-कुछ भी नहीं करने देंगे,, हम हम आपकी आपके पापा से पापा से शिकायत करें आप आप हमारे हमारे साथ गंदी गंदी बातें करते हैं।, कियांश उसे देखते हुए कहत हैं ।आप कैसी बातें कर रही हैं होने वाली बीवी सा?, अभी तो हमने ठीक से आपके साथ रोमांस भी नहीं कर, और हमारे बीच की सारी बातें जो एक होने वाला पति अपने होने वाली बीवी से कह रहा है । वह आप अपने पापा से कहेंगे आपको पता है जब होने वाले पति की बातें उनके होने वाली छोटी सी बीवी किसी और को बताती है । तो उन्हें गंगा मैया बहुत ही ज्यादा पाप लगती हैं। और उन्हें नर्क में भेज दिया जाता है । आपको इस बारे में नहीं पता है क्या? बोलते हुए उसे हंसी आ रही थी। सुकून अपना छोटा सा सर ना में हिलाते हुए जल्दी से कहती हैं ।। नहीं नहीं हम हम किसी को किसी को भी नहीं बताएंगे फिर हमें हमें नर्क में नहीं जाना है। कियांश उसकी मासूमियत पर दिल हार जाता है । और आहिस्ता आहिस्ता उसके चेहरे पर उंगली चलाते हुए धीरे-धीरे नीचे ले जाते हुए कहता है ये हुई ना हमारी अच्छी होने वाली बीवी सा की बात अब हम जो भी कहेंगे वह सिर्फ और सिर्फ हमारे और आपके बीच का सीक्रेट रहेगा।,, अगर आप किसी को बताएंगे तो गंगा मैया आपको नरक भेज देंगे और पता भी है। ,, नर्क में जाने वालों कितनी गंदी गंदी सजा मिलती है ।, उन्हें बड़े से कढ़ाई में तला जाता है। सोचे आपकी नाजुक से शरीर बर्दाश्त कर पाएगा क्या?? सुकून जल्दी से अपना सर ना me हीला देती हैं। तभी उसके दिमाग में कुछ क्लिक होता है।वो कियांश को देखते हैं जो उसके और भी ज्यादा नजदीक आ चुका था। वह सर झुकाते हुए कहती ,, आप आप हमारे हमारे इतने नजदीक नजदीक क्यों खड़े हैं ? दूर हटिया और यह बीवी होने वाली बीवी सा बीवी सा क्या होता है ,,? हमारा नाम हमारा नाम सुकून है । आप हमें हमारे नाम से बुलाए बोलते हुए वह उसे देख रही थी। उसकी लंबी-लंबी पलके जो बार-बार झपक रही थीं ।,, उसकी गुलाबी मदहोश कर देने वाली आंखों कियंस के दिल पर वार कर गई थी। कियांश उसके चेहरे पर आ रही लट को आहिस्ता से कान के पीछे करते हुए सरगोशी करते हुए कहता है।, आप हमारी होने वाले बीवी सा है और बीवी शाह को बीवी शाह नहीं कहेंगे तो फिर क्या कहेंगे आप ही बताइए,, जो आप कहेंगे हम वही करेंगे।,, कियांश की बात सुनकर सुकून का चेहरा देखने लायक था ।,, उसे ऐसा लग रहा था जैसे किसी ने उसके सर पर ब्लास्ट कर दिया हो।,, की कियांश खुद में एक ऐसी शख्सियत था ,, जो प्यार से कही हुई बात को मनाना तो दूर ।,, सामने खड़े हुए सख्श पर एक नजर ठीक से डालता तक नहीं था।,, और सुकून उसे बचपन से जानती थी।,, उन दोनों का सामना कई बार हुआ था।,, पर बचपन से लेकर आज तक सेक्स हमेशा उसे नजर अंदाज करते हुए आया था । ,, और उसकी ऐसी पर्सनालिटी और रोब पर तो सुकून अपना दिल हार बैठी थी।,, पर आज उसकी बातें सुकून को हार्ट अटैक जैसी लग रही थी।,, वह आंखें फाड़े उसे देख रही थी ।,, जो सख्श उसकी 19 साल की जिंदगी में उसे एक अल्फाज नहीं बोला था।,, आज उससे कह रहा था ।, कि वह जैसा कहेगी वो वैसा ही करेगा।, कियांश उसके चेहरे के एक्सप्रेशन देखकर ही पता लगा सकता था।,, उसकी छोटी सी बीवी क्या सोच रही है।, वो उसके सामने चुटकी बजाते हुए ।,,उसके गालों को अपने होठों में भर उसे जीभ से अंदर ही लिक करते हुए कहता है।,, क्या हुआ होने वाली बीवी सह क्या हमारे साथ हमारी होने वाली वेडिंग नाइट के सपने देख रही हैं।,, अगर ऐसा है।,, तो आप हमें बताइए हमारी बेड परफॉर्मेंस आपको पसंद आई भी है कि नहीं ।,,ताकि हम तब तक और भी कुछ बंदोबस्त कर ले आपको सेटिस्फाई करने के लिए।,, सुकून का दिल उसके मुंह में आ चुका था वह फटी हुई आंखों से देखने लगती है।,, उसे यकीन नहीं हो रहा था कि कियांश भला इतनी ज्यादा बेशर्मी से उसके साथ ही यह सब बातें कर सकता है।, वह अपने गले को आहिस्ता से तर करते हुए कहती है ।,, यह आप कैसी-कैसी बातें कर रहे हैं ,??हमारे गाल को छोड़े और दूर हटिया हमसे हम ऐसा कुछ भी नहीं सोच रहे थे.!,, ऐसी गंदी-गंदी चीज आप ही अपने दिमाग में लाते हैं! कियांश उसके सुर्ख हो चुके चेहरे को देखा है। उसके गाल को पर अपने दांतों को गढ़ाते हुए छोड़ देता है। और अपने होठों को रब करते हुए जीभ से लिक करते हुए कहत है।।, हम गंदी बातें नहीं कर रहे थे।, हम तो सिर्फ और सिर्फ आपके साथ थोड़ी सी नोटि टॉक कर रहे थे ।,,ताकि जब हम आपके नजदीक आए तब आप हमें वह करने दे जो हम करना चाहते हैं।,, पर क्या करें आप हमसे इतनी ज्यादा छोटी है कि हम चाह कर भी ऐसा कुछ नहीं कर सकते हमें खुद को काबू करना पड़ेगा।,, वह तो सिर्फ और सिर्फ हमें आपकी उम्र का लिहाज करना पड़ रहा है।,, वरना कब का हम पूरी तरीके से आपको हासिल कर चुके होते हैं।।, पर हमें अभी फिलहाल कोई जल्दबाजी नहीं।,, एक बार शादी हो जाए और आप पूरी तरीके से हमारी हो जाए उसके बाद हम आपको जल्दी जल्दी ज्यादा खिला पीला बड़ा कर देंगे ताकि आप हमें बर्दाश्त करने के काबिल हो जाए क्योंकि जब हम आप जैसी नन्ही सी छोटी सी मासूम से जान पर जुल्म करें तो आप बर्दाश्त कर पाए।,, क्योंकि अब ज्यादा देर तक तो हम खुद भी आपसे दूर नहीं रह पाएंगे।,, और ना ही खुद को काबू कर पाएंगे सुकून उसे देखने लगती हैं। उसके पास कहने के लिए कुछ भी नहीं बचा था । वह तो बस मुंह खोल उसकी बाहों में उसकी गिरफ्त में खड़ी हुई थी ।और एक तक उसकी बेशर्मी को सुन रही थीं।,कुछ बातें उसके समझ से परे ही चली गई थी ।वह अपने गले को साफ करते हुए कहती हैं ।।,, आप जैसा सोच रहे हैं ऐसा कुछ भी नहीं होने वाला है समझे आप।,, कियांश उसकी बात पर बहुत ही बेशर्मी से मुस्कुराते हुए कहता है । ख्यालई दुनिया से बाहर आ जाइए होने वाली बीवी सा ,, क्योंकि होगा वही जो हम चाहेंगे , और तब ही होगा जब हम चाहेंगे।,, बरदाश्त आपको करना है।,, प्यार से करेंगे बर्दाश्त तो कम दर्द होगा ।,,और जबरदस्ती करेंगे तो बहुत ही ज्यादा दर्द होगा।,, और हम नहीं चाहते कि हम अपनी छोटी सी नाजुक सी होने वाली बीवी सा पर जुल्म करें ,, तो प्यार से मान जाइयेगा और हमे बर्दाश्त करने के लिए तैयार हो जायेगा वरना हमसे दूर जाने की आप कोशिश करेंगे तो हम आपका बड़ा गर्ग कर देंगे।,,
सभी लोग डाइनिंग टेबल पर बैठे हुए सुकून और कियांश का ही इंतजार कर रहे थे । सुकून, जो कमरे से बाहर आ गई थी, अपने लहंगे को पकड़े हुए इधर - उधर देख रही थी । वह इतनी हड़बड़ाई हुई थी कि रास्ता ही भूल गई थी । तभी उसे अपने पेट पर ठंडी उंगलियों का एहसास होता है । वह एकदम से सिहर जाती है । डर से उसकी साँस गले में ही अटक जाती है और घबराते हुए सिर टेढ़ा करके देखती है । जहां कियांश उसके पेट पर हाथ रखे बिल्कुल उसके पीछे खड़ा हुआ था । वह उसके कान में गहरी सांस छोड़ते हुए कहता है, " सांस ले लीजिए । इन सांसों को तोड़ने का सिर्फ और सिर्फ हमारा हक है, जिसे हम बहुत जल्द पूरा करेंगे । पर अभी आप सांस ले लीजिए । और हां, रास्ता इस तरफ है ।" ये सुनकर सुकून एक लंबी गहरी सांस लेती है । वह सच में सांस लेना तक भूल चुकी थी । वह एक मिनट में उस तरफ दौड़ लगा देती है । कियांश उसे जाते हुए देखता है और हल्का - सा मुस्कुरा देता है । उसके चेहरे पर बहुत ही प्यारी - सी मुस्कुराहट थी । अगले ही पल वह अपना चेहरा झटकते हुए स्ट्रेट हो जाता है । उसका चेहरा जो कुछ देर पहले मुस्कुरा रहा था, अब एकदम ठंडा और डार्क हो जाता है । वह अपना एक हाथ जेब में डालता है और दूसरे हाथ में स्पिनर घुमाते हुए सीढ़ियों की तरफ कदम बढ़ा देता है । उसके चलने से उसके जूते से टक - टक - टक की आवाज आ रही थी । उसका डोमिनेटेड औरा जैसे एक बार फिर से रीजेनरेट हो गया हो । सुकून, जो आगे की तरफ भाग रही थी, वो पीछे मुड़कर देखती है, जहां कियांश उसी की तरफ बढ़ रहा था । सुकून जल्दी से डाइनिंग एरिया की तरफ आ जाती है, पर जल्दबाजी में उसका पैर लड़खड़ा जाता है । ये देखकर कियांश, जिसकी नजर सुकून पर बरकरार थी, उसकी आँखें सख्त हो जाती हैं । वह जाकर ठीक हेड चेयर के सामने वाली चेयर पर बैठ जाता है और बहुत ही एलिगेंट तरीके से वहां रखे हुए जूस के जग को उठाकर अपने गिलास में डालते हुए उसे अपने होठों से लगा लेता है । उसकी नजर सुकून पर टिकी हुई थी, जिसके हाथ अभी भी लगातार उसकी स्कर्ट में उलझ रहे थे । कियांश की नजर सुकून पर बरकरार थी । वह गिलास को हल्का - सा अपने होठों से लगाते हुए उसे दूर कर देता है और डिनर करने लगता है । वहीं, सुकून जो एक बाइट को अपने होठों तक ले आई थी, उसकी नजर सीधा कियांश पर जाकर रुकती है । जो उसे ही देख रहा था । सुकून के हाथ से निवाला छूटकर नीचे प्लेट में गिर जाता है । इसे देखते ही कियांश के होठों पर कातिल मुस्कान आ जाती है । वह एक बाइट अपने होठों में रखकर बहुत ही सेडक्टिव अंदाज में अपने अंगूठे को लीक करते हुए खुद से कहता है, " अभी आपसे हमारी सिर्फ नजरें बर्दाश्त नहीं हो रही । जब हम आपके नजदीक आएंगे, तब आप हमें कैसे बर्दाश्त करेंगी ?" कहते हुए वह एक सरसरी नजर वहां बैठे हुए हर शख्स पर डालता है, जो उसके वहां होने से चुपचाप अपना डिनर पर फोकस कर रहे थे । वह एक बार फिर से होठों पर ग्लास लगाते हुए धीरे से कहता है, " खा लीजिए । कुछ दिन और अपने हाथों से खा लीजिए । उसके बाद इन नाजुक - सी उंगलियों पर सिर्फ और सिर्फ हमारा हक होगा ।" बोलते हुए वह डिनर करने लगता है । वहीं सभी लोग अपने - अपने डिनर पर फोकस कर रहे थे । कोई किसी से बात नहीं कर रहा था । क्योंकि कियांश का वहां होना ही एक अजीब - सा माहौल बना रहा था । वह जल्दी डाइनिंग टेबल पर मौजूद नहीं होता । आधे लोग तो वहां इसी सोच में थे कि आज वह खुद डाइनिंग टेबल पर मौजूद था, जिससे वहां बैठे कुछ लोगों की हालत खराब हो चुकी थी । आखिरकार, डिनर खत्म होता है । सुकून के डैड, करण राजगीर, अयांश राजावत को गले लगाते हुए कहते हैं, " अब हमें इजाजत दीजिए, राजा सा । अब हम चलते हैं ।" अयांश राजावत उनसे हाथ मिलाते हुए कहते हैं, " तो फिर कल से तैयारी शुरू की जाए ?" ये सुनकर करण राजगीर एक बार सुकून की तरफ देखते हैं, जो अपना सिर नीचे किए हुए अपनी उंगलियों को आपस में उलझा रही थी । वह एक ठंडी सांस छोड़ते हुए कहते हैं, " वैसे, राजा सा, हम आपसे कहना तो नहीं चाहते, पर फिर भी कह रहे हैं, क्योंकि हम एक बेटी के बाप हैं । और जब तक हमें तसल्ली नहीं हो जाती, तब तक हम किसी भी फैसले पर जवाब नहीं दे सकते । क्योंकि बात हमारी बेटी की जिंदगी की है और हम चाहते हैं कि हमें एक बार फिर से इस बारे में सोच लेना चाहिए । जो भी फैसला होगा, हम आपको बाद में फोन करके बता देंगे ।" बोलते हुए वह अपने दोनों हाथ जोड़ लेते हैं । वहीं कियांश, जो ठीक उनके पीछे खड़ा हुआ था और अपने फोन में कुछ कर रहा था, लेकिन यह सिर्फ दिखावे के लिए था । उसकी नजर सुकून पर ही थी । करण राजगीर की बात सुनकर कियांश के कान खड़े हो जाते हैं और उसका चेहरा एकदम लाल हो जाता है । उसकी आँखें बेहद गहरी हो जाती हैं । करण राजगीर आगे बढ़कर सुकून की तरफ देखते हैं । सुकून उनकी बात पर सिर झुकाते हुए अयांश जी के नजदीक आती है और उनके पैर छूने लगती है । अयांश जी उसके कंधे पर हाथ रखकर उसे गले लगाते हुए कहते हैं, " हमारे घर की बेटियां पांव नहीं छूतीं, क्योंकि बेटियां लक्ष्मी होती हैं ।" ये सुनकर सुकून के चेहरे पर प्यारी - सी मुस्कान खिल जाती है और वह उन्हें देखने लगती है । तभी अयांश जी अपनी जेब में से एक चॉकलेट निकालकर सुकून की तरफ बढ़ाते हुए कहते हैं, " हमारी प्यारी - सी गुड़िया के लिए, उसकी पसंदीदा चीज ।" सुकून के चेहरे पर बड़ी - सी मुस्कान आ जाती है । वह उस बड़ी - सी चॉकलेट को अपने दोनों छोटे - छोटे नाजुक हाथों से पकड़ते हुए कहती है, " थैंक्यू, अंकल! आपको पता है, हम सिर्फ इसीलिए आए थे । क्योंकि जब भी हम आते हैं, आप हमें यह चॉकलेट देते हैं ।" अयांश जी उसकी बात पर मुस्कुरा देते हैं । करण जी अयांश जी की तरफ देखते हुए कहते हैं, " आप तो यहाँ पर रिश्वत दे रहे हैं, अयांश जी ।" अयांश उनकी बात पर हल्का सा मुस्कुराते हुए जवाब देते हैं, " अब भई, बेटी को अपने घर लाना है, रिश्वत देनी पड़े, तो रिश्वत ही सही ।" करण जी सुकून की तरफ देखते हुए उसके सिर पर हाथ रखकर कहते हैं, " अच्छा बेटा, आप गाड़ी में इंतजार करिए । हम ज़रा आपके अंकल से कुछ बात कर लेते हैं ।" सुकून सिर हिलाते हुए चॉकलेट का रैपर खोलती है और एक बड़ा - सा बाइट मुंह में भरकर बाहर की तरफ कदम बढ़ा देती है । उधर, अयांश जी करण जी को लेकर स्टडी रूम की तरफ बढ़ते हैं । कियांश वहीं खड़ा था । उसकी नजर स्टडी रूम की तरफ थी, फिर वह सीधा अपने कमरे की ओर चल देता है । सुकून आराम से चॉकलेट के बड़े - बड़े बाइट्स लेती हुई बाहर की तरफ जा रही थी कि तभी कोई उसकी बाजू पकड़कर एक झटके से उसे खींचता है और दीवार से लगा देता है । उसकी आँखें एकदम बड़ी हो जाती हैं । वह शख्स सुकून को कमर से लिफ्ट करते हुए उसे सीधे दीवार के अंदर की तरफ ले जाता है और एकदम कोने में धंसाते हुए अपने दोनों हाथ उसके इर्द - गिर्द रख देता है । सुकून का चेहरा सफेद पड़ जाता है । कुछ कहने के लिए वह मुंह खोलती है, पर उसका मुंह पहले से ही चॉकलेट से भरा हुआ था । वह बुरी तरह से घबराने लगती है । वह शख्स उसके होठों पर उंगली रखकर उसे शांत करते हुए कहता है, " हम हैं । आपको हमसे इतना घबराने की क्या जरूरत है ? हम आपके होने वाले पति हैं ।" वहाँ अंधेरा था, और अंधेरे की वजह से सुकून उसका चेहरा नहीं देख पा रही थी । वह अपनी पलकों को उठाकर सामने देखने की कोशिश करती है । सामने कोई और नहीं, बल्कि कियांश खड़ा था, जो उसके चेहरे के बेहद करीब था और उसके ऊपर बहुत झुका हुआ था । कियांश की गर्म साँसें सुकून को अपने गालों और ठुड्डी पर महसूस हो रही थीं । वह फटी हुई आँखों से उसे देख रही थी कि तभी कियांश उसके चेहरे पर हाथ रखता है और धीरे - धीरे उसके होठों को सहलाते हुए कहता है, " आपके बाबा सा किस चीज़ का इंतजार कर रहे हैं, जो उन्हें और वक्त चाहिए ?" सुकून के दोनों गालों में चॉकलेट भरी थी, जिससे उसके फूले हुए गाल और ज्यादा मोटे लग रहे थे । वह चांदनी रात में बहुत प्यारी लग रही थी । उसकी भीगी हुई पलकें, जिनके कोनों में आँसू इकट्ठा हो चुके थे, गुलाबी हो गई थीं । उसकी नाक हल्की - हल्की बह रही थी और होंठ रसीले लग रहे थे । कियांश उसके होंठों को देखते हुए बेशर्मी से कहता है, " आपके गुलाब की पंखुड़ी जैसे होंठ हमसे बगावत कर रहे हैं ।" यह कहते हुए वह अपनी जीभ को हल्का - सा गोल करते हुए बाहर निकालता है और अपने से सुकुन के होंठों पर लिक करता है । सुकून का पूरा शरीर झनझना उठता है । वह जल्दी - जल्दी चॉकलेट खाने की कोशिश करती है, पर उसका गला चौक हो जाता है और खांसी आने लगती है । कियांश उसे गहरी, सर्द नजर से देखता है । उसकी नजरों को खुद पर महसूस कर रही सुकून और ज्यादा घबरा जाती है । कियांश उसके गले पर हाथ रखता है और धीरे - धीरे अपनी उंगलियों को बहुत ही सेडक्टिव अंदाज में ऊपर से नीचे की ओर घुमाता है । वह उसकी कॉलर बोन तक पहुँचता है और उसकी उंगलियां सुकून की क्लीवेज के साथ छेड़खानी करने लगती हैं । सुकून की आँखें और ज्यादा बड़ी हो जाती हैं । उसकी खांसी तो बंद हो गई थी, पर अब उसे हिचकी आने लगती है । कियांश टेढ़ी मुस्कान के साथ कहता है, " लगता है आपकी बीमारियों को हमारे नजदीक आना अच्छा लगता है । इसी लिए देखिए, आपकी खांसी बंद हो गई, तो अब हिचकी आने लगी । कोई बात नहीं, हम हैं ना आपकी हिचकियां रोकने के लिए ।" यह कहते हुए वह उसके कान के नजदीक आता है और उसके कान के पास बहुत ही गहरी और ठंडी आवाज में कुछ कहता है । सुकून की हिचकियां एकदम बंद हो जाती हैं । उसके कान बेहद गर्म हो चुके थे और लाल पड़ चुके थे, जो धीरे - धीरे उसके गले पर भी उतर आए थे । कियांश उसके चेहरे से हटकर ईयर लोब को छोड़ते हुए उसके चेहरे के नजदीक आ जाता है । सुकून फटी हुई आँखों से उसे देख रही थी । उसने चॉकलेट खाना बंद कर दिया था, और उसके गाल अभी भी फूले हुए थे, जिस वजह से उसके गोल शेप पतले होंठ बाहर की तरफ निकल आए थे । ठंडी चल रही हवा में उसके बाल हल्के - हल्के लहरा रहे थे । कियांश गहरी और ठंडी नजर से उसे देखता है । उसकी इस गहरी नजर को सुकून महसूस कर पा रही थी, पर उसकी करीबी से उसे सांस नहीं आ रही थी । कियांश अपने होठों को हल्का - सा दबाते हुए अपनी नजरें नीचे की ओर झुकाते हुए उसके साइड से निकलने लगती हैं । सुकून धीरे - धीरे हटने की कोशिश करती है कि कियांश फिर से उसे रोक देता है । वह उसके कान के पास धीरे - धीरे उसकी लोब को छूते हुए कहता है, " अपने बाबा सा से कह दीजिएगा, ज्यादा इंतजार न करवाएं हमें । वरना इसकी सजा आपको भुगतनी पड़ेगी । वह भी पूरी रात, जितना लंबा इंतजार आप हमें करवाएंगी । अभी तक हमने मिठास को चखा भी नहीं है, और इंतजार पहले ही आपके बाबा सा करवा रहे हैं ।" सुकून कन्फ्यूजन में उसे देखती हुई कहती है, " आपको चॉकलेट खानी है ? पर वो तो आपकी वजह से वहीं पर गिर गई ।" कियांश उसके होंठों पर नजर डालता है, जो हल्के से और ज्यादा गुलाबी हो चुके थे । कियांश, सुकून के गुलाबी, फ्लफी और प्यारे होंठों को देखता है, जैसे उन्हें अपनी नजरों से ही निगल जाएगा । सुकून उसकी ऐसी नजरों से घबराकर, अपनी नजरें इधर - उधर चुराते हुए वहाँ से निकलने की कोशिश करती है । कियांश उसका हाथ पकड़ता है और उसके होंठों पर हल्के से अपने अंगूठे को फेरते हुए उन्हें धीरे - धीरे सहलाने लगता है । सुकून को अपने शरीर में घबराहट महसूस होती है । उसका पूरा शरीर डर के मारे कांपने लगता है और उसके माथे पर ठंडे पसीने की बूंदें आने लगती हैं । वह अपनी बड़ी - बड़ी आँखों से कियांश को देख रही थी । कियांश 32 साल का था और अब उसके सामने खड़ा था । उसके होंठों से खेल रहा था, जिस शख्स ने उसे आज तक छुआ तक नहीं था, वह अब इतने नजदीक खड़ा था । उसका दिल को धड़काए चला जा रहा था । सुकून को कियांश हमेशा से पसंद था । वह उसका बचपन का क्रश था । लेकिन जब से उसकी शादी की बातें शुरू हुई थीं, वह और भी शर्मिला हो गई थी । आज कियांश का यह रूप देखकर उसकी सांसें थमने लगीं । सुकून अपना चेहरा पीछे हटाने की कोशिश करती है कि तभी कियांश उसके होंठों पर प्रेशर के साथ अपने अंगूठे को रगड़ते हुए गहरी आवाज में कहता है, " हम इस मिठास की बात कर रहे हैं । यह देखिए, आपके होंठ सफेद लग रहे हैं । लगता है, आपको पानी की कमी हो गई है । क्या हम आपकी इस कमी को पूरा कर दें ?" सुकून की आँखें और बड़ी हो गईं । वह बार - बार अपनी पलकें झपकाने लगी । उसे अजीब - सा डर महसूस हो रहा था । वह घबराते हुए सिर हिलाते हुए कहती है, " आप… आप ऐसी बातें क्यों कर रहे हैं ? हमारे… हमारे होंठ बिल्कुल ठीक हैं । यह सफेद नहीं हैं ।" कियांश अपना दूसरा हाथ उसके खुले हुए सीने पर रख देता है । सुकून का छोटा - सा हाथ कियांश के बड़े हाथ के नीचे दब जाता है । वह अपने हाथ को पीछे खींचने की कोशिश करती है, लेकिन कियांश उसे वहीं थामे रखता है । धीरे - धीरे वह सुकून की कमर को अपने पास खींचते हुए उसे पीछे की तरफ बेंड कर देता है । सुकून के लंबे बाल नीचे की ओर लटक रहे थे, और उसका पेट कियांश के नजदीक था । कियांश उसे अपने करीब करते हुए उसके होंठों के पास झुकता है और कहता है, " आपको पता है, your body is made up of 79% water… and I am thirsty." कियांश के इतना पास होने पर सुकून को बुरी तरह से खांसी आ जाती है । वह अपने गले पर हाथ रख लेती है । कियांश उसे इस हालत में देखकर उसकी पीठ पर हाथ रखता है और धीरे - धीरे रब करते हुए गहरी आवाज में कहता है, " ब्रिथ, जान… ब्रिथ । अपने बाबा सा को समझाइए कि वह ज्यादा वक्त न लगाएं, क्योंकि हमें आपको अपना बनाना है, पूरी तरह से । और अगर वक्त ज्यादा लगा, तो फिर बात हम नहीं, हमारी बंदूक करेगी ।" यह कहते हुए, वह अपनी कमर पर लगी हुई गन निकालता है और सुकून को दिखाता है । सुकून भले ही अच्छे घर से थी, लेकिन उसने कभी बंदूक सामने से नहीं देखी थी । उसके हाथ कांपने लगते हैं, और चेहरा डर से सफेद पड़ जाता है । वह घबराई हुई आवाज में कहती है, " यह… यह आप क्या कर रहे हैं ? इसे दूर करें… इसे हटा लें ।" वह पीछे हटने की कोशिश करती है, लेकिन पीछे दीवार होने की वजह से उसके कदम लड़खड़ा जाते हैं । कियांश टेढ़ी मुस्कुराहट के साथ उसे देखता है और गहरी आवाज में कहता है, " हमारी बात को ध्यान में रखिएगा ।" यह कहते हुए, वह दूसरी दिशा में मुड़कर ऊपर की तरफ फायर कर देता है । सुकून घबराकर अपने कानों पर हाथ रख लेती है । वह पूरी तरह से सदमे में थी । उसका पूरा शरीर डर से कांप रहा था ।
एक अंधेरे से भरा हुआ कमरा,, जिसमें शम्मा की तरह सिर्फ एक मोमबत्ती की लो इधर-उधर लहरा रही थी। उस कमरे में इतना अंधेरा था , इतना घना अंधेरा कि उसे लौ की भी रोशनी जैसे उस अंधेरे को कम करने के लिए कम नहीं कर पा रही थी.,, तभी वहां एक माचिस की आवाज होती है ।,, जिसके साथ ही एक गहरा धुआ उस कमरे में उठने लगता है ।,, कमरा जितना गहरी शांति से भरा हुआ था।,, उतने ही तेज उस माचिस के तील्ली जलने की आवाज उस कमरे में शोर कर जाती है । , जिसके साथ में धुआं धीरे-धीरे ऊपर की तरफ उठने लगता है।, और उसके साथ ही एक सख्श का चेहरा हल्का सा नजर आता है। जो बे हद ही सख्त और डरावना लग रहा था।,, उस हल्की रोशनी में दमक रहा था।,, उस शख्स की हल्की सुनहरी आंखें जो बहुत ही ज्यादा चमकीली थी।,, वह एक तक उस शम्मा को देख रहा था।, वह बिल्कुल मोमबत्ती के लो के नजदीक आ जाता है ।और गहरी आवाज में कहता है। " नजर को नजर की नजर ना लगे,, कोई किसी को अच्छा भी इस कदर ना लगे,, तुझे देखा है जिस नजर से,, उसे नजर से तुझे नजर ना लगे,, इसके साथ ही वह शख्स उस मोमबत्ती पर अपना हाथ रख देता हैं ।, और तेजी से घुरराने लगता है ।,, उस की आवाज बेहद ही ज्यादा डरावनी थी।,, वह जाकर सीधा वहां रखी हुई एक स्विंग चेयर पर बैठ जाता है। और उसे पर धीरे-धीरे खुद को मूव करने लगता है ।, इसके साथ ही वह चेयर आगे और पीछे की तरफ हो रही थी,उस शख्स का हाथ चेयर के हाथ पर था वह वहां पर अपनी उंगलियों को अजीब तरीके से घूमते हुए अपनी आंखें बंद कर लेता उसकी आंखों के सामने कुछ चीज आ जाते हैं ।,, जैसे यूनियन पिछले जन्म की यादों में खो गया हो।,, फ्लैस,, एक आदमी दरवाजे के अंदर आता , उसने इस वक्त एक रॉयल ब्लू कलर की शेरवानी पहनी थी।,, जिसमें उसके सफेद खूबसूरत हाथ बेहद ही खूबसूरत लग रहे थे ।,, हाथों में ब्रांडेड वॉच जो ब्लैक डायमंड की थी ।,, देखने में बेहद अट्रैक्टिव लग रही थी।,,एक रिंग जो बहुत ही ज्यादा चमक रही थी।,, वह जैसे ही उसे कमरे के अंदर आता है।,, उसकी नजर बेड पर बैठी हुई एक लड़की पर जाती है।,, जिसने डार्क सुर्ख कलर का लहंगा पहना हुआ था।,, उसके चेहरे पर घूंघट डाला हुआ था ।,, उसकी नजरे नीचे की तरफ थी।,, शख्स गहरी नजर से उसे देखते हुए लगभग दरवाजे को पटकते हुए बंद कर देता है। खतरनाक नजरों उस लड़की को घूरते हुए गहरी आवाज में कहता है ।,, So fainali आपने हमसे शादी कर ही ली,, खुशी तो बहुत हो रही होगी आज आपको।,, वह लड़की धीरे से अपनी नजरे उठाकर ऊपर की तरफ देखती है वह धीमी आवाज में कहती हैं ।,, यह आप आप क्या कह रहे हैं ? वो सख्श उसके पास आता है और उसके बाजू को मजबूती से पकढ़ते हुए गुस्से भरी आवाज में कहता है।,, आप खुद को समझती क्या है? आप इतनी सी रखी है।,, और इतने बड़े-बड़े ख्वाब सजाते हुए आपको शर्म नहीं आती।,, आपको क्या लगता है हमें पता नहीं है आपके प्लांस के बारे में,,। हम तो भूल ही गए थे आप जैसी लड़कियां सिर्फ और सिर्फ लोगों के बिस्तर गर्म करने के लिए बनी हैं।,, पर हमें यह नहीं पता था कि आप इतनी सी उम्र में सीधा हम तक पहुंच जाएंगे, उदयपुर के होने वाले राजा के बिस्तर तक आ जाएंगे ।,, क्या सोचकर आपने यह चाल चली थी।,, मिस राजगीर आप ने बहुत ही अच्छा प्लान बनाया था ।,, पर हमारे सामने आपका प्लान नहीं चलेगा।,, सुकून डरी हुई से आवाज अपने हाथ को पीछे करते हुए कहती हैं ,,। ये आप क्या कह रहे हैं ? हम हम इसे नहीं है। ,, आप कैसी बातें कर रहे है? आप आप तैयार थे ना हमसे शादी करने के लिए तो आप हमारे बारे में ऐसा क्यों कह रहे है? ....आप आप ऐसे कैसे-कैसे कह सकते हैं। कियांश के चेहरे पर गुस्सा और नफरत उतर आती है ।,,वो उसे लगभग पीछे की तरफ धकेलते हुए दांत पीसकर कहता है।,, हमें बच्चियों में इंटरेस्ट नहीं है।, समझी आप,, अपनी उम्र देखी है । ने आप सिर्फ 18 साल की हैं।, क्या आप हमें सेटिस्फाई कर पाएंगे ,,? आप हमारे डिजायर को पूरा कर पाएंगे ।? नहीं कर पाएंगे आप हमें एक पत्नी वाली खुशी दे पाएंगे नहीं दे पाएंगे।,, तो जाईए और जाकर चुपचाप वहां पर खड़ी हो जाइए ,।।,बोलते हुए वह अपने उस वाइट शेरवानी के अंदर पहने हुए कुर्ते के बटन खोलने लगता है।,, सुकून डरी सी वहां पर खड़ी हो जाती है।,, की तभी उसके दरवाजे पर किसी के दस्तक होती हैं ।,, सुकून हल्का सा ठिठक जाती हैं। पलट कर दरवाजे की तरफ देखती है।,, कियांश एक नजर उसे देख अपने कुर्ते को लगभग उतारते हुए कहता है ।,, वहां पर खड़ी-खड़ी क्या देख रही है ।, जाकर दरवाजा खोलो सुनाई नहीं दे रहा है कि कोई दरवाजे पर खड़ा है।, सुकून अपने भारी भरकम लहंगे को मुट्ठी में भरते हुए आगे की तरफ बढ़ती ।, दरवाजा खोलती है ।,, उसने दरवाजा सिर्फ खोला ही था।, कि कोई दूसरी तरफ से धक्का दे देता है। जिससे वजह से दरवाजा सीधा उसका सर पर जाकर लगता है।,, और हल्के से खरोच आ जाती हैं।,, वह अपने सर को पकड़ लेती हैं। उसे बहुत तेज दर्द हुआ था ।,, वह धीरे से अपनी नजर उठाकर सामने देखती है।,, जहां पर एक लड़की खड़ी थी । और बड़ी ही अदा से मुस्कुराते हुए उसे देख रही थीं।। सुकून के चेहरे के एक्सप्रेस हल्के से बिगड़ जाते हैं ।,, वही सामने खड़ी हुई तान्या उसे देखते हुए मजाकिया हंसी हंसते हुए कहती हैं।।,, कांग्रेचूलेशंस बेबी गर्ल आप होने वाले उदयपुर की रानी सा है ।,, तो कैसा लग रहा है शादी करके मेरे बॉयफ्रेंड से बोलते हुए अंदर आ जाती हैं।, सुकून का दिल एक अजीब से डर से भरा जा रहा था।, वो घबराई सी उसे देख रही थीं, उसका दिल जैसे एक अनजान से डर से भरत चला जा रहा था।, तभी उसके कानों में कियांश की आवाज पड़ती है।,, आप वहां ही खड़े रहिए आपकी पलकें एक बार भी हमसे नहीं हटनी चाहिए।,, बोलते हुए वह तान्या की तरफ देखता है।,, जो बहुत ही स्टाइल से उसकी तरफ बढ़ रही थी।,, उसने इस वक्त एक बॉटल ग्रीन कलर का पतली स्टेप वाली ड्रेस पहनी थी ,, जो उसके थाई तक थी।,, 5 इंच की हील जो उस कमरे में टकटक की आवाज के साथ आगे की तरफ बढ़ रही थी।, उसके लंबे बाल जो उसने हल्की बरगंडी कलर में कलर करवा रखे थे।,, जिनको उन्हें कर्ल कर रखा था।,, ब्लैक स्मोकी आईज डार्क न्यूड लिपस्टिक ,, जो उसके चेहरे को बवाल बना रही थीं। वह बिल्कुल कियांश के नजदीक आ जाती है ,, और उसके खुले हुए सीने पर हाथ रख धीरे-धीरे सहलाते हुए सेडक्टिव अंदाज में कहती हैं।,, बेबी क्या हुआ?,, वैसे तो मुझे पता था कि तुम मुझे याद करोगे पर यह नहीं पता था।,, तुम अपनी ही वेडिंग नाइट पर मुझे इस तरीके से बुलाओगे वैसे यह अच्छा थोड़ी ना लगेगा ।,, कियांश उसकी बात को बीच में काटते हुए कहता है।,, You have to fulfill my desire, I may be married and living here with a child, but you will fulfill my desire, got it, so come on, get started and seduce me right now.। बोलते हुए वह अपना बड़ा सा हाथ तान्या की तरह बढ़ाते हुए , उसके बालों से उलझते हुए उसके चेहरे को अपने नजदीक कर टेढ़ा करते हुए उसके होठों पर अपना होंठ राख देता है।,, वही तान्या के दोनों हाथ कियांश के खुले हुए सीने पर थे ।,, वह खिसकते हुए उसकी गोद में आ जाती हैं।,, और अपने दोनों हाथों उसकी गर्दनइ लपेटते हुए उसके बालों उसके बालों को सहलाने लगती हैं ।,, वही कियांश जो उसे पैशन के साथ चूम रहा था ।,, वह धीरे से नजरे उठाकर सामने खड़ी सुकून को देखता है।, जो सुर्ख जोड़े में सजी हुए उसके सामने बिना पलके झपकाए उसे ही देख रही थीं।,, उसकी आंखें भीग रही थी।,, जहां कुछ देर पहले उसके चेहरे पर प्यारी सी मुस्कुराहट थी ।,, अपने पति के अंदर आने का इंतजार कर रही थी।,, जो बचपन से उसका क्रश था।,, उसका सपना पूरा हुआ था।,, वो ये सोच कर खुश थी।,, पर आज अपने ही पति को अपने ही सुहाग की सहज पर किसी और लड़की की बाहों देख रही थी।,, उसका दिल फटा चला जा रहा था।,, वो एक टक सामने की तरफ देख रही थीं। कियांश को इससे बिल्कुल फर्क नहीं पढ़ रहा था।,, वो तान्या में खोया हुआ था।,, तान्या धीरे-धीरे उसके ऊपर जाते हुए उसके पेट पर बेड पर बैठ अपना अमेजिंग व्यू दिखाते हुए सेडक्टिव अंदाज में कहती है ,, baby didn't you like it,, सामने तानिया का सबसे अमेजिंग व्यू था ।,तान्या उसके ऊपर पूरी तरह से झुके हुए उसके होठों पर अंगूठा रखते हैं और बहुत ही सेडक्टिव अंदाज में कहती है।,, यू वांट थिस "" डार्लिंग ,, बोलते हुए वह अपनी जीभ उसके गर्दन और चौड़े कसे हुए सीन को लिक कर रही थी।, कियांश कुछ देर उसे देखता है।,,
ab aage chalte hai.🙃 I hope aap logo ko story pasand a rahi hogi like comment or follow krna na bhule ☺️☺️ कियांश,दीप वॉइस में,, I say out,, तानिया धीरे से उठये हुए एक नजर सुकून को देखते हुए कहती।,, ufffhhhh डार्लिंग देखो तुमने मेरी क्या हालत कर दी अब में घर कैसे जाओगी मेरे से तो चला ही नहीं जा रहा " वो बस सुकून को जलने के लिए कह रही थी।,, कियांश उसके गाल को सहलाते हुए कहता है।,, अच्छे से रेस्ट कर लेना और आज तुम्हें कहीं जाने की जरूरत नहीं ओके,, तान्या सर हिला देती हैं ।,और अपने कपड़े उसी के सामने पहनते हुए कियांश के होठों पर पिक करते हुए दूसरे दरवाजे से बाहर की तरफ चली जाती है । कियांश बेड पर बैठा हुआ था ।,,उसकी नजर सुकून पर पड़ती है जो अभी भी उस बेड को देख रही थी।,, कियांश खड़े होकर लंबे कदमों से उसके नजदीक आता है।,, और उसके सर से उसे चुनरी को निकाल कर फेंकते हुए कहता है ।,, यहां खड़े-खड़े हमारी शक्ल क्या देख रही है।,, जाय जा कर बेड साफ करे,, ये तो आपको पता है ना आपको अपने पति की सेवा करनी चाहिए ।,, तो जाओ जाकर बेड साफ करो जब तक फ्रेश होकर आते हैं । और है अगर इस बारे में किसी को बताया तो आपको हमारा वो रूप देखने को मिलेगा जो आप सपने में भी नहीं सोच सकती।,, फ्लैश एंड , कियांश जो उस अंधेरे कमरे में आंखें बंद करें अपने पिछले जन्म को याद कर रहा था।,, उसकी मुठिया मजबूत हो जाती ।, उसकी नसें फूलने लगती हैं।,, उसके चेहरे की नसें उभर आई थी।,, वह बहुत ही ज्यादा डरावना लग रहा था ।, वो एकदम से खड़ा होता है ।,,और गहरी आवाज में कहता है ।,, तुम्हारा उल्टा वक्त शुरू होता है ।,, तान्या ufffhhhh माय बेबी अब वक्त है तुमसे मिलने का।,, वह रात बहुत ही काली थी।,, पर अब नहीं अब वार होगा और सामने सामने होगा उसके चेहरे पर टेढ़ी मुस्कुराहट थी ।,, हमने तुम्हारी वजह अपनी सुकून का दिल दुखाया ।,, उसे हमने खोया।,, हमसे सब कुछ छीन लिया पर अब नहीं,, अब पियादा भी हमारा होगा और बाजी भी हमारी होगी,, ओर रानी भी ,,बोलते हुए वह छुटकी बजाता है।, जिसके साथ ही उस कमरे में लाइट्स जगमगा उठती हैं।,, पूरे तरफ रोशनी फैली हुए थी., उस कमरे में सिर्फ और सिर्फ सुकून की पिक्चर्स लगी हुई थी .,, kiyansh उन फोटोस को जुनून भरी नजरों से देखते हुए गहरी आवाज में कहता है .,, अब आपको हमारा होने से कोई भी नहीं रोक सकता है .,, हम बहुत जल्द आपको पूरी तरीके से अपना बनाएंगे और इस बार दूरियां मुकम्मल नहीं होगी बल्कि फासले खत्म होगे,, और इस बार सिर्फ और सिर्फ जुनून परवान चढ़ेगा।, वह भी कियांश राजावत का जुनून जो पूरी दुनिया देखेगी बोलते हुए वह एक फोटो के नजदीक आ जाता है ।,, जो आज की ही थी ।, जब सुकून कियांश की बाहों में डरी साहमी सी खड़ी थी।,, उसके गालों में चॉकलेट भरी थी।, जिस वजह से उसके पतले छोटे से होठ गोल होकर पाउट बना हुआ था ।,, कियांश उसके नजदीक आ उसके होटो पर अपना अंगूठा रख जुनून भरी आवाज में कहता है ।,, बहुत जल्द हम इनका स्वाद चखने वाले हैं ।,, पिछले जन्म में तो आपको छुआ तक नहीं था।।, पर इस जन्म में हमारे अंदर की आग हर बढ़ते मिनट और सेकंड के साथ भड़कती चली जा रही हैं ।,, इस बार आपको रिहाई नहीं मिलेगी इस बार आपको हमारा जुनून देखना होगा ।,, भले ही हम आपको कितना भी डराए पर आपकी आंखों से आंसू नहीं बहने देंगे "। पर ससुर जी का तो कुछ करना पड़ेगा बोलते हुए वह अपने सर को नीचे की तरफ झुका लेता है ।,, और बहुत ही अजीब तरीके से इधर-उधर सर को घूमने लगता है । उसकी आवाज हरी और डरावनी थे, राजगीर हवेली,, सुकून अपने कमरे में हुडी पहने इधर-उधर टहल रही थी उसकी आंखों के सामने बार-बार कियांश ठंडा डरावना चेहरा आ रहा था ।,, उसकी कहीं बातें बार-बार उसके कानों में गूंज रही थी।,, वो अपने दोनों हाथ कान पर रखते हुए खुद से कहती हैं,, हे गंगा मैया यह हमारे साथ क्या हो रहा है ?? हमें तो डर लग रहा है .,, यह हमसे पहले कभी बात तक नहीं करते थे।,, और अचानक से यह सब क्या है? बोलते हुए वह इधर-उधर चक्कर लगा रही थी।,, तब उसकी नजर फोन पर जाती है ।, जिसमें लाइट ऑन हो चुकी थी।, वह जल्दी से अपने फोन उठाकर कान में लगा ते हुए परेशानी से कहती।,हेलो यार तू कहां पर है,? यार यहां बहुत बड़ी वाली मुसीबत आ गई है।, प्लीज तू जल्दी से आज मुझे तो बहुत ही ज्यादा डर लग रहा है।, दूसरे साइड से एक लड़की की आवाज आती है ।, वो हंसते हुए कहती हैं।, हा हा हा हा हा डार्लिंग व्हाई आर यू सो स्क्रीनिंग क्या आपने कुंवर सां से मिलाकर आप इतना ज्यादा घबरा गई कि इतना ज्यादा डरने लगी हैं। कि शब्दों पर ध्यान ही नहीं है आपका।,, सुकून चिढ़ते हुए कहती हैं ।,, यार तुम प्लीज जल्दी से घर आ है एक तो अचानक से यह सब कुछ हो रहा है ।,, और ऊपर से तुम्हे मजाक सूज रहा है।, तभी उसे फोन से बहुत ही तेजी की आवाज आती है । वो घबराते हुए कहती हैं।,, हेलो हेलो तुम्हे हमारी आवाज आ रही है।, दूसरे साइड से वो लड़की कहती हैं ,, डार्लिंग हम तुम्हें थोड़ी देर के बाद कॉल करते हैं।, यहां पर किसी का एक्सीडेंट हो गया है ।, आई थिंक हमें हेल्प करनी चाहिए,, सुकून टाइम की तरह दिखती है फिर डरते हुए कहती हैं।,, तुम्हारा दिमाग खराब हो गया है।क्या ? रात के 12:00 बज रहे है।,, जरूर कोई शैतान या भूत प्रेत आत्मा ही होगी तुम प्लीज घर लौट आओ अभी उसके पास जाने की जरूरत नहीं है।,, वह लड़की गुस्से से केहती है।,, आर यू लॉस्ट ऑफ़ योर माइंड , ये सब कुछ भी नहीं होता है ।, और उसे अभी हमारी हेल्प की जरूरत है।,, हम जाकर हेल्प करते है।, हबोलते हुए वह लड़की फोन को कट करते हुए जेब में रख लें ती हैं।,, सुकून फोन को कान में लगाए हुए हेलो हेलो हेलो करते रह जाती हैं ।, पर उसे कोई आवाज नहीं आ रही थी।,, वो आज जल्दी फोन को बेड पर फेंकते हुए अपने दोनों हाथ जोड़कर कहती हैं।,, हे गंगा मैया हमारे दोस्त की रक्षा करना पता नहीं कौन सा शैतान इस वक्त उसे नजर आ रहा है । वही वह लड़की धीरे-धीरे उस गाड़ी की तरफ कदम बढ़ा रही थी ।, जो पूरी तरीके से दीवार से जाकर बिड़ चुकी थी।, उसका आगे का बोनट डैमेज हो चुका था। गाड़ी पूरी तरीके से खराब हो चुकी थी।, और उसमें धुआं उठा रहा था।, तभी उसे एक शख्स का हाथ दिखाई देता है ।, जिसमें उसने कुछ अंगूठियां पहनी थी वह घबराते कहती है।,, हे गंगा मैया ये क्या हो गया हमें उनकी मदद करनी चाहिए बोलते हुए वह जल्दी से गाड़ी की तरफ बढ़ जाती है।
रात का वक्त, वह लड़की, फोन काटकर जल्दी से भागते हुए गाड़ी के पास आती है। उसके चेहरे पर परेशानी साफ दिख रही थी। वो गाड़ी खोलने की कोशिश करती हैं। पर गढ़ी लोक थी । वो गाड़ी के गेट पर मारते हुए बोली, " गंगा मैया, यह दरवाजा क्यों नहीं खुल रहा है ?” गाड़ी देखकर ऐसा लग रहा था कि वह कभी भी ब्लास्ट हो सकती है । वो घबरा कर चिल्लाती है, " कोई है ? प्लीज, हमारी मदद करिए । यह कहते हुए वह अपने बैग की तरफ देखती है और पूरी ताकत से कांच के शीशे को हिट करती है, जिससे कांच टूट जाता है । वहीं वह आदमी, जिसके माथे से खून निकल रहा था, उसकी आंखें आधी - आधी खुली हुई थीं । वह धीरे - से नजर उठाकर उस लड़की को देखता है, जिसने अपने चेहरे पर हाथ रख लिया था । धीरे - धीरे वह अपना हाथ नीचे करती है, और उसकी नजर उस शख्स की आंखों से मिलती है । उसकी गहरी काली चमकदार आंखें और लंबी - लंबी पलकों में परेशानी साफ दिखाई दे रही थी । वह लड़की गाड़ी के अंदर हाथ डालकर दरवाजा खोलती है और उस शख्स के गालों को थपथपाते हुए घबराई - सी आवाज में कहती है, " हेलो, हेलो! आपको हमारी आवाज आ रही है ? लिसन ।” वह शख्स उसे एक टक देख रहा था । लड़की इधर - उधर देखती है और फिर दरवाजा खोलकर उसे अपने कंधे का सहारा देते हुए गाड़ी से बाहर निकालती है । वह उसे टेक लगाकर नीचे बैठा देती है । उस शख्स की सांसें बहुत धीमी चल रही थीं । वह लड़की उसके सीने पर हाथ रखकर डरते हुए कहती है, " हेलो, मिस्टर! आपको हमारी आवाज सुनाई दे रही है ? आप कुछ बोल क्यों नहीं रहे हैं ?” यह कहते हुए वह बार - बार उसके सीने को थपथपाती है, लेकिन उस शख्स को जैसे कोई होश ही नहीं था । उसकी आंखें बंद हो चुकी थीं, और लड़की को कुछ भी समझ में नहीं आ रहा था । गहरे सन्नाटे से भरा हुआ माहौल था । एक तो रात हो रही थी, और ऊपर से सिर्फ दूर से कुछ गाड़ियों की आवाज आ रही थी । लड़की के चेहरे की हवाइयां उड़ रही थीं । वह घबराई हुई थी और उस शख्स का हाथ अपने कंधे पर डालकर उसे दूसरी तरफ ले जाने की कोशिश करती है । तभी गाड़ी में जोरदार धमाका होता है, और आग की लपटें निकलने लगती हैं । लड़की घबरा जाती है । वह उस शख्स को दूसरी तरफ लेकर आती है और पेड़ के सहारे जमीन पर लेटा देती है । वो इधर - उधर देखती है और अपने सूखते गले को तर करती हुई कहती है, " गंगा मैया, आज तक कभी किसी लड़के के इतने नजदीक नहीं गए । पहली बार किसी की जान बचाने के लिए ऐसा कर रही हूँ, तो हमें माफ करिएगा ।” यह कहते हुए वह उसकी नाक पर अपनी दो उंगलियां रखती है और एक हाथ उसकी ठुड्डी पर रखते हुए अपनी आंखें मजबूती से बंद करती है । फिर वह अपने होंठ उस शख्स के होंठों पर रखकर उसे सीपीआर देने लगती है । पर उसे होश नहीं आता । एक बार फिर से वह लड़की दूर होती है और गहरी सांस लेते हुए उसके होंठों पर अपने होंठ रखकर उसे CPR देने लगती है । तभी उस लड़के की आंखें खुल जाती हैं, और वह उसे देखता है । लड़की के माथे पर बल पड़ रहा था और आइब्रो हल्की - सी सिकुड़ी हुई थी । वह गहरी सांस लेते हुए बार - बार उसे CPR दे रही थी । तभी उसे कुछ गलत होने का एहसास होता है, वह हल्का - सा उससे दूर होती है और अपने होंठों पर हाथ रख लेती है । वह आदमी, जो बेहोश हो चुका था, अचानक होश में आकर उसके होंठों पर किस कर देता है । लड़की का चेहरा गुस्से से भर जाता है । वह गुस्से में उसके गाल पर थप्पड़ जड़ते हुए चिल्लाती है, " ये क्या बेहूदा हरकत है आपका दिमाग खराब है ? हम आपको बचाने के लिए मदद कर रहे हैं और आप हमारे होंठों को चूम रहे हैं! आपको शर्म नहीं आती ? कितने बदतमीज हैं आप!" यह कहते हुए वह उठकर जाने लगती है कि तभी वहां कुछ लोगों की आवाज़ें सुनाई देती हैं । वह आदमी जो होश में आ चुका था वो अलर्ट हो जाता है ।और तुरंत उस लड़की का हाथ पकड़कर अपने ऊपर खींच लेता है । वहां पर घास पांच फीट ऊंची थी, जिस वजह से वव जमीन पर गिरे हुए थे और उनकी केवल आवाजें सुन पा रहे थे, लेकिन देख नहीं पा रहे थे । लड़की अचानक खींचे जाने से सीधे उस आदमी के सीने पर गिर जाती है । उस आदमी को बहुत चोट आई थी, और खून बह रहा था । अचानक खींचने से उसकी हल्की दर्द भरी सिसकी निकल जाती है । लड़की उसे घूरते हुए कहती है, " क्या आपका दिमाग खराब हो गया है ?" वह उसके होठों पर अपना बड़ा - सा हाथ रखकर उसे चुप कराता है और घास के बीच से दूसरी तरफ देखने लगता है । लड़की अपनी बड़ी - बड़ी पलकें झुकाए, उसे देख रही थी । उसकी सांसें थम चुकी थीं, धड़कनें बहुत तेज हो रही थीं । तभी उस आदमी का खून धीरे - धीरे उसके चेहरे से फिसलता हुआ उसकी जॉलाइन तक आ गया और वहां से सीधे लड़की के माथे पर गिरता है । लड़की की आंखें बंद हो जाती हैं । तभी उन्हें किसी गाड़ी के स्टार्ट होने की आवाज आती है और कुछ देर बाद गाड़ियां वहां से तेजी से निकल जाती हैं । तभी लड़की अपनी पूरी ताकत से उस आदमी को धक्का देते हुए चिल्लाती है, " क्या आपका दिमाग खराब हो गया है! हम आपकी मदद कर रहे हैं, और आप हमारे साथ यह अश्लील हरकतें कर रहे हैं!" वह आदमी धक्का देने से थोड़ा दूर हो जाता है, चोट लगने की वजह से हल्की कमजोरी महसूस कर रहा था । वह एक नजर रास्ते पर डालता है और लड़की के स्कार्फ को, जो उसने अभी अपने गले पर लपेटा हुआ था, खींचकर अपने माथे पर बांध लेता है, ताकि खून रुक जाए और स्कार्फ का दूसरा सिरा अपने चेहरे पर बहे खून को साफ करने में इस्तेमाल करता है । वह गहरी आवाज में कहता है, " अपना नंबर दीजिए ।" लड़की आंखें फाड़े उसे देखती है और गुस्से में कहती है, " यह क्या ? खूबसूरत लड़कियों का नंबर लेने का नया स्टाइल है क्या ? इतनी बेशर्मी से आप हमसे नंबर मांग रहे हैं!" वह आदमी दूसरी तरफ देखता है और अपनी जीभ को मुंह के अंदर घुमाते हुए चकल करते हुए उस लड़की को देखता है। , जिसने इस वक्त एक ब्लू जींस पहनी हुई थी और सफेद रंग की सिंपल सी कुर्ती, जिसमें राजस्थानी कारीगरी की गई थी । उसने नॉर्मल स्लिपर्स पहन रखे थे, कानों में बड़े - बड़े झुमके, लंबे बाल जो उसने कान के पीछे कर रखे थे । उसके माथे पर उस लड़के का गिरा हुआ खून था, जिसे देखकर ऐसा लग रहा था, जैसे उसकी मांग भर दी गई हो । वह स्मिरक करते हुए कहता है, " हमने आपका इतना नुकसान किया है । आपका दुपट्टा फाड़ दिया, तो आप हमसे भरपाई के लिए कहेंगी ना, इसीलिए आपका नंबर मांगा, क्योंकि अभी हमारे पास पैसे नहीं हैं ।" यह कहते हुए वह लाइटर जलाता है और सिगार से लंबा कश भरता है । लड़की गुस्से में उसके पास आती है और उसके होठों से सिगार को लेकर जमीन पर फेंक देती है और अपनी चप्पल से मसलते हुए कहती है, " अपने पैसे अपने पास रखिए । हम कोई भिखारी नहीं हैं, जो किसी की मदद करने के बजाय उनसे पैसे लें । यह जरूर आप जैसे अमीर लोगों की फितरत होती होगी, जो दूसरों की मदद की जगह उन्हें पैसों से तोलते हैं । पर हम खुद्दार लोग हैं, जिन्हें बिना मेहनत के पैसे की जरूरत नहीं होती ।" यह कहते हुए वह वहां से जाने लगती है । वह आदमी उसका हाथ पकड़ लेता है । लड़की तुरंत उसकी तरफ पलटती है, उसकी आंखों में गुस्से की आग जल रही थी । वह उससे कहता है, " तो ठीक है, हम आपको पैसे नहीं दे रहे हैं । हमने आपका एहसान लिया, चलिए फिर अपना नाम ही बता दीजिए ।" लड़की दांत किटकिटाते हुए कहती है, " चंद्रमुखी नाम है हमारा । मिल गई शांति आपकी आत्मा को ? अब छोड़िए हमारा हाथ!" यह कहते हुए वह उसका हाथ झटकती है और उसे घूरते हुए आगे की तरफ बढ़ जाती है । उसे बहुत गुस्सा आ रहा था । वहीं वह आदमी उसे जाते हुए देखता है । वह अपनी जेब से एक सिगार निकालता है और उसे अपने सख्त होठों से लगाकर लाइटर जलाता है । वह सुलगती हुई गहरी नजर से लड़की को देखता है और कहता है, " पहली बार, पहली बार हमें कोई टक्कर की लड़की मिली है, जिसकी आंखों में हमारी ही तरह आग है । जिसकी आंखों में गलत के लिए साफ गुस्सा है । मजा आएगा, बहुत ही मजा आएगा ।" यह कहते हुए वह अपने बालों पर हाथ फेरता है और अंधेरे में कहीं गुम हो जाता है ।
अगली सुबह, राजगीर हवेली के बाहर एक चमचमाती हुई गाड़ी आकर रुकती है । उसमें से एक शख्स अपनी दमदार पर्सनालिटी के साथ, कोट के बटन लगाते हुए तेज कदमों से अंदर की तरफ बढ़ता है । उसकी नजर लिविंग हॉल पर जाती है । जहां एक लड़की अपने कानों में हेडफोन लगाए, एक ब्लैक कलर की नी - लेंथ हुडी पहने, घूमते हुए डांस कर रही थी । उसके चेहरे पर बहुत ही प्यारी - सी मुस्कुराहट थी, और उसे आस - पास का कोई भी अंदाजा नहीं था । तभी वहां धीमी आवाज में कोई कहता है, " बेटा, आप यहां क्या कर रहे हैं ?" उस शख्स की नजर जो उस लड़की पर टिकी हुई थी, वह आवाज सुनकर मुड़ता है । वह पास जाकर आदर से उनके पैर छूते हुए कहता है, " प्रणाम अंकल । हम यहां आपसे कुछ पेपर्स पर साइन करवाने के लिए आए थे ।" करण जी, उसे सामने खड़े देखकर मुस्कुराते हुए कहते हैं, " बेटा, अपने आने का कष्ट क्यों किया ? आप किसी को भिजवा देते ।" कियांश मुस्कुराते हुए कहता है, " यहां आने के लिए हमें कष्ट कैसा, अंकल ? यहां तो हम अक्सर आ सकते हैं । आखिर यह हमारा ही तो घर है ।" उसकी आवाज में एक अजीब सा अट्रैक्शन था, एक ऐसा इम्प्रेशन जिसने करण जी को खुद पर शक करने पर मजबूर कर दिया । करण जी मुस्कुराते हुए कहते हैं, " हां हां, क्यों नहीं । आइए, बैठिए ।" फिर सुकून की तरफ देखते हुए कहते हैं, " बेटा, आप यहां क्या कर रही हैं ? जाइए, जाकर अपने भाई को बुलाइए और कुछ नाश्ते का इंतजाम कीजिए ।" सुकून, जो अभी तक डांस कर रही थी, अपने हेडफोन निकालकर पीछे की तरफ देखती है । वहीं कियांश गहरी नजरों से उसे ऊपर से नीचे तक देख रहा था । सुकून की आंखों के सामने वह कल वाली रात ताजा हो जाती है और वह जल्दी से अंदर की तरफ भाग जाती है । तभी वहां पर माहौल एक बार फिर से ठंडा होने लगता है, और बिल्कुल वैसे ही पर्सनालिटी वाला एक और शख्स वहां आते हुए ठीक कियांश के सामने वाले सोफे पर बैठता है । करण जी की तरफ देखते हुए वह कहता है, " बड़े पापा, यह कौन हैं ?" करण जी, उस शख्स को देखते हैं और कुछ कहने ही वाले होते हैं कि तभी कियांश जवाब देता है, " आपकी बहन का पहला आशिक और होने वाला पति ।” कहते हुए उसके होठों के कोने मुड़ जाते हैं । उसने अपने शब्दों पर जोर दिया था । उस शख्स की आंखें छोटी हो जाती हैं, और ठंडी निगाहों से एक नजर कियांश की तरफ डालते हुए वह करण जी की तरफ देखते हुए कहता है, " बड़े पापा, हमें आपसे बात करनी है ।" यह कहते हुए वह उठकर तुरंत स्टडी रूम की तरफ चला जाता है । उसकी हरकत से ही पता चल रहा था कि उसे कियांश बिल्कुल पसंद नहीं आया । पर कियांश तो कियांश था, वह बहुत ही बेशर्मी से वहीं बैठा हुआ था । तभी करण जी कहते हैं, " बेटा, हमने साइन कर दिए हैं, ये रहे पेपर्स ।" कियांश उनकी तरफ देखता है और कहता है, " अंकल, आप यूं ही क्यों कह रहे हैं ? नाश्ता करके ही जाएंगे । और वैसे भी, अभी तक तो हमने कुछ खाया ही नहीं है ।" करण जी को अपनी ही बात पर पछतावा होता है । वह सिर हिलाते हुए उसे डाइनिंग टेबल की तरफ जाने का इशारा करते हैं । उधर सुकून, जो किचन से जल्दी में निकल रही थी, उसके हाथ में कॉफी का मग था । कियांश जानबूझकर उसके रास्ते में आ जाता है, जिससे सुकून के हाथ की कॉफी सीधा कियांश के ऊपर जाकर गिर जाती है । उसकी आंखें हैरानी से बड़ी हो जाती हैं । कियांश का चमचमाता हुआ ब्रांडेड टक्सीडो सूट पूरी तरह से खराब हो चुका था । कियांश का चेहरा बहुत ही सख्त हो जाता है । वह एक नजर सुकून की तरफ देखता है और फिर अपने कोट को देखता है । करण जी परेशानी से सुकून की तरफ देखते हुए कहते हैं, " बेटा, यह क्या कर रही हो ? आपको देखकर चलना चाहिए था ।" सुकून, जो घबरा चुकी थी, हकलाते हुए कहती है, " बाबा... वो हमने जानबूझकर नहीं किया... गलती से हो गया ।" यह कहते हुए वह शर्मिंदगी से सिर झुका लेती है । कियांश, सुकून की तरफ देखते हुए कहता है, " आप हमें वॉशरूम बता दीजिए, यह बहुत ही ज्यादा चिपचिपा हो गया है ।” यह कहते हुए वह अपने कोट को वहीं उतार देता है । उसकी सफेद शर्ट भी पूरी तरह से खराब हो चुकी थी । करण जी उसे देखते हुए कहते हैं, " बेटा, इन्हें गेस्ट रूम में ले जाइए ताकि यह खुद को साफ कर सकें ।" सुकून सिर झुकाए हुए अपनी मुट्ठी बांधकर खुद से कहती है, " हे गंगा मैया, आपने कहां फंसा दिया ?" वह धीरे से कहती है, " हम इन्हें लेकर जाएंगे ।" यह कहकर वह सिर उठाकर कियांश की तरफ देखती है, जो इंटेंसिटी के साथ उसे ही देख रहा था । वह जल्दी से पलटकर कहती है, " आप... आप हमारे साथ चलिए । हम आपको गेस्ट रूम दिखाते हैं ।" यह कहते हुए वह छोटे - छोटे कदम लेते हुए आगे बढ़ जाती है । कियांश, मुस्कुराते हुए उसके छोटे - छोटे पैरों को देखता है, जिसमें उसने बनी वाली पिंक कलर की स्लीपर पहन रखी थी । उसके चलने से उन स्लीपर्स से बहुत ही प्यारी - सी टन - टन की आवाज आ रही थी । वह काफी प्यारी लग रही थी । करण जी सीधा स्टडी रूम की तरफ जा चुके थे और अब वहां कोई नहीं था । सुकून उसे गेस्ट रूम की तरफ ले जा रही थी कि तभी उसे अपने हाथ - पैर कांपते हुए महसूस होते हैं और वह एकदम से रुक जाती है । कियांश तुरंत उसे अपनी तरफ खींचता है, जिससे सुकून का सिर सीधा कियांश के चौड़े सीने से जा टकराता है । वह दर्द में कहती है, " यह क्या कर रहे हैं आप ? हमें चोट लग गई है!" वह अपने सिर को सहलाने लगती है । कियांश उसकी कमर पर हाथ रखकर, सिर झुकाते हुए कहता है, " पहले आप हमें यह बताइए कि आप हमें गेस्ट रूम में क्यों लेकर जा रही हैं ? हम आपके होने वाले पति हैं, हमारा पूरा हक बनता है आपके रूम में जाने का । चलिए, हमें अपने रूम में लेकर चलिए ।" बोलते हुए, वह खुद उसका हाथ पकड़ता है और उसे खींचते हुए अपने कमरे की तरफ ले जाने लगता है । सुकून कहती है, " आपको कैसे पता, हमारा कमरा इस तरफ है ?" कियांश के चेहरे के एक्सप्रेशन थोड़े डार्क हो जाते हैं, और वह यह ब्रेक करते हुए कहता है, " आप हमारी होने वाली बीवी हैं, तो हमारा हक बनता है ना आपके बारे में हर छोटी - बड़ी चीज को जानने का ? तो हमें यह चीज कैसे नहीं पता होगी ?" यह कहते हुए वह कमरे का दरवाजा खोलकर सीधे अंदर आ जाता है । सुकून को अपना गला सूखता हुआ महसूस होने लगता है । वह अपनी आंखें मजबूती से बंद कर लेती है । कियांश पूरे कमरे में अपनी नजर दौड़ाते हुए सुकून की तरफ देखता है और धीरे - धीरे अपने कदम उसकी तरफ बढ़ाते हुए दरवाजे को अंदर से लॉक कर देता है । वह सुकून को खुद के और दरवाजे के बीच में लॉक कर लेता है । सुकून की सांस ऊपर की ऊपर और नीचे की नीचे रह जाती हैं । कियांश उसे ऊपर से लेकर नीचे तक गहरी नजर से देखते हुए अपनी शर्ट के बटन खोलने लगता है । सुकून को बहुत ही ज्यादा घबराहट हो रही थी । एक तो कियांश उसके कमरे में था और ऊपर से उसके शरीर से निकलती वह मेल परफ्यूम की खुशबू उसे आज तक नहीं भुला पा रही थी । वह उसके पास खड़ा था, जिस वजह से उसका दिल बहुत ही जोरों से धड़क रहा था । घबराहट के मारे उसके सर पर हल्का - हल्का ठंडा पसीना आने लगता है । अपनी शर्ट के बटन खोलते हुए कियांश कहता है, " आपने हमारी शर्ट को पूरी तरीके से खराब कर दिया । अब हम क्या पहनेंगे ?" यह कहते हुए वह थोड़ा सा और उसके ऊपर झुक जाता है । सुकून को अपने चेहरे पर कियांश की गर्म सांस महसूस हो रही थी । कसा हुआ शरीर के बीच में वह एकदम दब सी गई थी । वह अपने छोटे - छोटे हाथों को मुंह पर रखते हुए धीमी आवाज में कहती है, " आप... आप खुद को क्लीन कर लीजिए । हम... हम भाई साह से आपके लिए कुछ लेकर आते हैं ।" वह भागने की फिराक में होती है कि कियांश उसकी बात पर तुरंत उसकी कलाई को पकड़ते हुए अपने शब्द सीने पर रखता है । धीरे - धीरे उसकी उंगलियों को सहलाते हुए कहता है, " आपको ऐसा नहीं लगता है, जिसने हमें गंदा किया है, उसे ही हमें साफ करना चाहिए ? तो फिर चलिए, हमें लेकर ।" सुकून मासूमियत से उसकी तरफ देखते हुए कहती है, " आप... आप हमसे इतने बड़े हैं, हम भला आपको कैसे लेकर जा सकते हैं ?" उसकी बात सुनकर कियांश के चेहरे पर छोटी सी मुस्कुराहट आ जाती है, और वह उसे देखते हुए कहता है, " आप बस हमारे साथ चलिए, बाकी सब ठीक हम कर लेगे ।"
सुकून गहरी सांस भरते हुए बाथरूम में खड़ी थी वह कभी कियांश का कसा हुआ सीन देखती , तो कभी उसके परफेक्ट बिस्किट जैसे सिक्स पैक एप्स , तो कभी उसकी परफेक्ट जो लाइन, उसके गले पर बना हुआ वह छोटा सा एप्पल जो उसे एकदम परफेक्ट बना रहा था ।, सुकून गहरी सांस भरते हुए खुद से कहती हैं ।,, गंगा मैया कहां फंसा दिया आपने हमें? यह इतने बड़े हैं हमसे , और यह कैसी-कैसी अश्लील बातें कर रहे हैं. इन्हें क्या शर्म नहीं आती ऐसी बातें करने में, वह अपनी नज़रें नीचे कर जमीन को घूरती चली जा रही थी ।, कियांश उसकी तरफ कदम बढ़ने लगता है।, सुकून उसे अपनी तरफ आता हुआ देख धीमे-धीमे कदमों को पीछे लेते हुए घबराई आवाज में कहते हैं।,, आप अब हमारी तरफ क्यों बढ़ रहे हैं,? आपको आपको खुद को क्लीन कर कर लेना चाहिए ना, देखी देखी आप आपके सीने पर कितना ज्यादा रंगत उभर आई है। वह परेशानी से नीचे झुके हुए बस अपने कदम पीछे लेते हुए बोलती चली जा रही थी। कियांश जिसे इस समय उस जलन से बिल्कुल फर्क नहीं पड़ रहा था । वह अपना लंबा सा हाथ आगे बढ़कर सुकून की कमर में लपेट है । और उसे अगले ही पल उठाते हुए सीधा सिलेब पर बैठा देता है । सुकून घबराकर पीछे की तरफ देखती है । जहां सिर्फ एक बड़ा सा मिरर लगा हुआ था। और आगे कियांश उसके सामने हटा खड़ा इंटेंस नजरों से उसे देख रहा था। उसके हाथ सुकून के पतले खूबसूरत छोटे-छोटे पैरों पर थे, जिन्हें उसने अभी भी वही पिंक स्लिपर्स पहनी हुई थी।, जिसमें उसके पैर काफी चिल्डिश लग रहे थे ।, और वह भी देखने में काफी चिल्डिश लग रही थी ।, उसके गुलाबी होते हुए गाल सुर्ख हो चुकी नाक, डर से फड़फड़ती हुई पलके , उसे बहुत ही ज्यादा खूबसूरत बना रहे थे।, उसके लंबे हल्के घुंघराले से बाल जो उसके चेहरे पर बार-बार आ रहे थे, जिसमें उसकी खूबसूरत सा छोटा सा चेहरा बार-बार उन काली घटाओं से ढक रहा था। कियांश गहरी नजरों से देखा आहिस्ता से अपने हाथ को आगे बढ़ते हुए उसके बालों को कान के पीछे कर दबी सी आवाज में कहता है ।,, यह उलझी उलझी लटो को जरा सवार लीजिए वह क्या है। ना हम अपनी बात को भूल जा रहे हैं ।इन्हें देखकर उसकी बात सुनकर सुकून का पूरा चेहरा सुख पड़ जाता है । उसकी रंगत गले तक उतर आती है। कियांश उसको इंटेंस नजरों से देखते हुए खुद से कहता है।, आज तक तो कभी भी इस तरीके से लाल नहीं हुई पर आज इनके गाल इनका चेहरा इतना लाल क्यों हो रहा है ? कहीं ये बीमार है तो नहीं बोलते हुए उसके चेहरे को हल्के हाथों से चुने लगता है। वह उसे इस तरीके से छू रहा था कि कहीं सुकून को उसके छूने से चोट ना लग जाए,, सुकून उसके हाथ को पकड़ जल्दी से दूर करते हुए घबराई हुई आवाज में केहती है ,, आप आपको क्या हुआ है ,? आप आप ठीक तो है , ना , और आप कैसा अजीब अजीब सा बिहेव कर रहे हैं । आप आप अपने आप को क्लीन करिए और हमें हमें यहां से जाने दीजिए हमें बाबा बुला रहे होंगे , और आज आज तो भाई सा भाई सा भी आए हैं ना, तो हमें हमें जाना है । बोलते हुए वह उसे जल्दी से दूर कर जाने के लिए होती हैं। कियांश एक बार फिर से अपना बड़ा सा हाथ उसके नाजुक सी कमर पर लपेट उसके खुले हुए पैरों पर अपनी उंगलियों से आहिस्ता आहिस्ता फिसलते हुए ऊपर की तरफ ले जाते हुए कहता है ।, आपको नहीं लगता कि आपके कपड़े कुछ कम पड़ गए हैं । या फिर आप अपने नीचे पहनने वाले कपड़ों को भूल कर ही घूम रही है । बोलते हुए वह उसकी थाई पर पिंच कर देता है। Ahhhhhhhhhh सुकून की हल्की सी चीख निकल जाती है । वह जल्दी से उसके हाथ पर अपना हाथ रख उसके हाथ को दूर करते हुए कहते हैं।, यह आप क्या कर रहे हैं हमें दर्द हो रहा है । दूर करें अपने हाथों को हटाइए वहां से, वो उसके बड़े से हाथ को दूर करने लगती है। कियांश उसकी बात पर उसको थोड़ा और नजदीक आते हुए उसकी आंखों में देखने लगता है । सुकून की धड़कन है बहुत ही तेजी से बढ़ चुकी थी। जिन्हें कियांश बा खूबी सुन पा रहा था । वो उसके चेहरे पर और ज्यादा झुक जाता है । उन दोनों की सांस आपस में घुल रही थी ।वहां का माहौल काफी ज्यादा इंटेंस हो चुका था। सुकून को अपना गला सूखता हुआ महसूस हो रहा था उसे ऐसा लग रहा था जैसे उसके पूरे होंठ सूखकर सफेद पड़ गए हैं ।वो अपनी जीभ को हल्का सा बाहर निकाल अपने होठों को लिक कर करने लगती हैं। वही कियांश जिसके नजर उसके परफेक्ट शेप पिंक से भी ज्यादा सॉफ्ट होटो पर थी वह अपने सूखते हुए गले को तर करता है। और अपने हाथ को उसकी बॉडी के अंदर डाल आहिस्ता आहिस्ता उसके पेट को सहलाते हुए गहरी आवाज में कहता है । You want kisss me, सुकून की धड़कनें रुक जाती हैं। उसे ऐसा लगता है जैसे उसके कानों में एक बीप की आवाज घूम रही हो । वह बड़ी-बड़ी आंखें खोल उसे बस देख रही थीं। उसका मुंह खुला का खुला रह चुका था। कियांश के होठों पर टेढ़ी मुस्कुराहट आ जाती है । वो उसके कान के पास आप बहुत ही एहसास के साथ उसके कान पर अपनी गर्म सांस छोड़ते हुए कहता है , I say Kiss me right now Bolte हुए उसके होंठ बार-बार सुकून के कानों को चूम रहे थे, सुकून का पूरा शरीर सन सना उठता है। उसकी धड़कनें बहुत ही ज्यादा तेज हो गई थी, उसे समझ नहीं आ रहा था वह क्या करें , उसके हाथ जो स्लैब पर थे उसके बड़े-बड़े नाखून स्लैब को स्क्रैच करने लगते हैं। वह गहरी गहरी सांस ले रही थी। जिसकी वजह से उसका परफेक्ट शेप अट्रैक्टिव सीना ऊपर नीचे हो रहा था । कियांश उसके सीने की तरफ घुरे चल जा रहा था। उसे हुडी मेंभले ही उसकी किलवज दिखाई नहीं दे रही थी पर सांस लेने से उसका सीन जो बार-बार एप्स डॉन कर रहा था । कियांश उसे देखकर अपने लोअर लिप को व्हाइट करते हुए मदहोशी के आलम में कहता है । यह हमें seduce करने की कोशिश क्यों कर रही है,? क्या इन्हें यह नहीं पता यह हमसे बहुत ही ज्यादा छोटी है। और हम अभी इनके साथ कुछ कर नहीं सकते हैं । पर इसका यह मतलब नहीं कि हम कुछ करेंगे नहीं यह जितना ज्यादा हमें अभी बहका रही है। इसका हम चुन चुन कर बदला लेंगे," बोलते हुए वह उसे गहरी आंखों से देख रहा था।, वही सुकून अपने बेतहाशा धड़कते हुआ दिल लिए एक तक उसे देख रही थी। उसका तो माइंड ब्लॉक हो चुका था। "Hello dear reader! kuch din se chp na apload krne ki wjha se sorry 😔 😐 "Aapka request sunke hum apni story ko roj upload karne ki koshish kar rahe hain! 📚 Lekin humein aapka support chahiye, taki hum aapko acche se story provide kar sakein! 💕 Please story per jyada se jyada like kariye aur comment kariye, taki hum aapko rooj acche se story provid kr sake 🤗 #StoryTime #LikeAndComment #PleaseSupport #StoryLovers"
सुकून डरी हुई नजरों से उसे देखती हैं ।और जल्दी से अपने छोटे हाथ उसके चौड़े सीने पर रख उसे दूर धकेलने की मशक्कत में जुट जाती हैं । पर पूरे 2 मिनट की मेहनत के बाद वो हाफते हुए कहती हैं," यह आप... इतने बड़े क्यों हैं ..? हम थक गए हैं और आप ...अभी भी यही खड़े हुए हैं ।" बोलते हुए उसका मुंह बन जाता है । काव्यांश उसके चेहरे के बिल्कुल नजदीक अपने चेहरे को लाते हुए कहता है ," तो आपसे किसने कहा है मेहनत करने के लिए ? आप बस वही करिए जो हम कह रहे हैं और हमारे होठों को चूम लीजिए । वरना आप यहां से बाहर नहीं जा सकती ।" बोलते हुए वह अपने दोनों हाथ उसके इर्द-गिर्द रख देता है । सुकून डरी हुई नजरों से उसे देखती हैं और घबराते हुए कहती हैं ," नहीं , हम आपको किस क्यों करेंगे ? हम आपको बिल्कुल भी नहीं चूमने वाले हैं । आप किसी और को चूमिए और वैसे भी किस वह लोग करते है जो एक दूसरे को पसंद करते हैं । तो हम आपको क्यों किस करेंगे ?" काव्यांश अपने शब्दों पर जोर देते हुए उसकी आंखों में झांकते हुए कहता है ," पर आप भी तो हमें पसंद करती हैं आफ्टर ऑल आपका कमरा बहुत अच्छे से बता रहा था यह चीज क्युकी हर जगह आपने सिर्फ और सिर्फ हमारी तस्वीर जो लगा रखी है । ऊपर से आपकी जो वह बेडशीट है उस पर भी आपने हमारी ही फोटो प्रिंट करवा रखी है ।" बोलते हुए वह उसे इंटेंस नजरों से देख रहा था । सुकून का पूरा चेहरा लाल हो जाता है । यह बात बिल्कुल सही थी । बेडशीट पर उसने काव्यांश की पूरी की पूरी पिक्चर प्रिंट करवा रखी थी । जिसमें काव्यांश ने खाली पैंट पहना हुआ था उसके ऊपर कुछ भी नहीं पहना हुआ था और तकिए पर उसका फेस बना हुआ था । सुकून का पूरा चेहरा लाल हो जाता है । काव्यांश उसके नजदीक आ उसके कान में अपनी गर्म सांसे छोड़ते हुए कहता है ," पर बहुत जल्द हम आपकी हर एक ख्वाहिश भी पूरी कर देंगे । जिसमें आप हमें इमेजिन करती है खास कर वो भी , बस एक बार आपके बाबा सा हमसे शादी के लिए मान जाए ।" बोलते हुए उसके होंठ उसके कान को छू जाते हैं । सुकून का पूरा शरीर झनझनाहट से भर जाता है। वो उसे देखते हुए धीमी सी आवाज में कहती हैं ," यह आप क्या कर रहे हैं ? प्लीज , हमें छोड़ दीजिए हमें जाने दीजिए । बाबा सा , हमारा ब्रेकफास्ट के लिए इंतजार कर रहे होंगे ।" " ठीक है , आपको जाना है तो आप जा सकती हैं ।" सुकून की आंखें चमक उठती हैं । वह उसके हाथ पर अपना छोटा सा हाथ रख उसे दूर करते हुए कहती हैं ," पर आप इस तरीके से हमारे सामने खड़े हैं हम कैसे जाएंगे ?" " आप हमें किस करिए और यहां से चली जाइए । यह बिल्कुल आपकी आजादी की तरह की आप हमें किस दीजिए और हम आपको आजादी देंगे ।" बोलते हुए वह उसके होठों पर अपना फोकस बना लेता है । सुकून के फड़फड़ाते हुए गुलाबी होंठ जो डर से कांप रहे थे । वह आहिस्ता से अपनी आंखें ऊपर की तरफ उठाकर डरी हुई नजरों से उसे देखते हुए कहती हैं ," अगर हम आपको किस करेंगे तो आप हमें पक्का जाने देंगे ?" काव्यांश अपना सर हिला देता है । सुकून उसकी आंखों की तरफ देखते हुए हल्का शरमाते हुए कहती हैं ," पहले आप अपनी आंखें तो बंद कीजिए ।" सुकून की बात पर काव्यांश अपना सर ना में हिलाते हुए कहता है ," बिल्कुल नहीं , हम देखना चाहते हैं कि हमारी होने वाली बीवी को किस करना कितने अच्छे से आता है ।" बोलते हुए वह उसे देखने लगता है । सुकून धीरे से अपने होठों का पाउट बनाती हैं और उसकी तरफ बढ़ने लगती हैं । काव्यांश की नजर उसके होठों पर टिकी हुई थी । सुकून जल्दी से उसके होठों पर अपने होंठ रख अगले ही पल दूर हो जाती हैं । कावयांश उसके होठों की तरफ देखने लगता है और फिर खुद से कहता है ," इन्होंने तो हमें ठीक से खुद के नरम , गुलाब की पंखुड़ियों जैसे होठों को महसूस भी नहीं करने दिया और इसे यह किस कहती हैं ? किस को महसूस तो करने देती ।" बोलते हुए वह सुकून को देखता है जो गहरी - गहरी सांसे ले रही थी । वह इस तरह से सांस ले रही थी जैसे काव्यांश उसकी सारी सांसे तोड़ रहा हो । वह सुकून की तरह देखते हुए कहता है ," आपने हमें किस कर लिया ?" सुकून जल्दी से हा में हिलाती है और 440 वोल्ट वाली स्माइल के साथ कहती हैं," हां ! अब आप हमे यहां से जाने देंगे , है ना ?" बोलते हुए वह अपने थूक को गले से नीचे उतारती हैं और उसे देखने लगती हैं । उसकी आंखों में एक अजीब सी शर्म और चमक दिख रही थी । काव्यांश उसके बात पर अपने सर को पीछे कर टेढ़ा करता है और अजीब सी हसी हंसता है और अगले ही पल उसके बालों पर अपना हाथ रख उसके चीन पर एक उंगली रख उसके बालों को खींच देता है । सुकून की आंखें बड़ी हो जाती है । काव्यांश उसके होठों पर अपने होंठ रख उसके होठों को खींचते हुए सक करने लगता है । वह बड़ी-बड़ी आंखों से काव्यांश की तरफ देख रही थी । काव्यांश उसके होठों को अपने होठों में ले लगातार चूम रहा था । वह उसके होठों को चूमते हुए खींचना शुरू कर देता है । सुकून एकदम ब्लैंक हो चुकी थी उसे कुछ समझ में नहीं आ रहा था वह क्या करें । काव्यांश अपने हाथ को उसके पैर पर रख धीरे-धीरे उसके कपड़ों के अंदर ले जाता है और उसकी पीठ पर अपना हाथ रख उसे एक ही बार में खुद की तरफ पुश करता है । सुकून एकदम से उसके नजदीक आ जाती हैं । काव्यांश उसके बट पर हाथ रख तुरंत उसे अपनी गोद में उठा लेता है और अपनी वेस्ट पर उसके छोटे से पैरों को लपेटते हुए वॉल के पास ले जाता है । और उसके दोनों हाथों को पकड़ वाल पर सटाते हुए अपना हाथ उसकी पीठ पर रखे हुए खुद की बॉडी से चिपका लेता है । उन दोनों के बीच हवा तक गुजरने का फैसला नहीं था । काव्यांश उसे पैशन के साथ चूम रहा था । सुकून अपने दोनों हाथों को छुड़ाने की नाकाम कोशिश कर रही थी । वह गहरी गहरी सांस ले रही थी । वही काव्यांश उसे देखते हुए डेविल मुस्कुराहट के साथ कुछ देर बाद छोड़ देता है । सुकून का पूरा चेहरा लाल हो चुका था । काव्यांश उसके बालों पर हाथ रख धीरे-धीरे बालों को सेट करते हुए कहता हैं ," इसे किस कहते हैं , वाइल्ड किस्स । और इसके बाद भी और भी बहुत कुछ होता है जो आपको धीरे-धीरे हम बता देंगे ।" सुकून आंखें फाड़े उसे देखते हुए कहती हैं ," इसके बाद भी और कुछ होता है ? इसमें ही हमारी जान निकल गई थी इसके आगे....। नहीं , हम आपको इसके आगे कुछ भी नहीं करने देंगे , बता दे रहे है हम आपसे पहले ही ।" उसकी बात सुन काव्यांश के होठों पर टेढ़ी मुस्कुराहट आ जाती है । वह मुस्कुराते हुए कहता है," वह तो आपको पता चल जाएगा , होने वाली बीवी । चलिए हम बाहर चलते हैं । वरना सब क्या सोच रहे होंगे हमारे बारे में ।" बोलते हुए वह उसे वैसे ही उठाते हुए कमरे में आ जाता है । सुकून जल्दी से अपने दोनों हाथ उसकी आंखों पर रखते हुए कहती हैं ," बिल्कुल नहीं , आप अपनी आंखें बिल्कुल नहीं खोलेंगे और आप कमरे में क्यों आए ? अंदर जाइए ।" बोलते हुए वह अपने कमरे के चारों तरफ देखती हैं जहां उस पूरे कमरे में सिर्फ और सिर्फ काव्यांश की फोटोस लगी हुई थी । किसिमे वह घोड़े के नजदीक खड़ा हुआ था तो किसी में वह शर्टलेस था । किसी में वह किसी समुद्र से बाहर आ रहा था तो किसी मैं वह बिना एक्सप्रेशंस के साथ पोज दे रहा था । उसकी बहुत सारी फोटोस थी । काव्यांश उसके हाथ को अपने चेहरे से हटाने लगता है । सुकून एक बार फिर से उसके आंखों पर जबरदस्ती अपना हाथ रख लेती है और काव्यांश फिर हटाने की कोशिश करने लगता है । इसी तरह दोनो की जोर झडपी में वह दोनों सीधा फ्लोर पर गिर जाते हैं । गिरने के डर से काव्यांश जल्दी से सुकून के सर के पीछे अपना हाथ रख लेता है । वही सुकून घबराहट से अपनी आंखों को मजबूती से बंद कर लेती हैं । वह काव्यांश के सीने से पूरी तरीके से चिपक चुकी थी । वही काव्यांश के दिल की धड़कन बढ़ने लगती है । वह सुकून को सीने से लगाए हुए अपने पिछले जन्म को याद करने लगता है । उसके कानों में आवाज गूंज रही थी ," आपको हमारे जीने मरने से कोई फर्क नहीं पड़ता ना ?" काव्यांश उसकी बात पर मुस्कुराते हुए कहता है ," आप कल मरती हैं तो आज ही मर जाए हमारे भले से । हम मोती चूर के लड्डू बाटेंगे ।" ये आवाज सुनते ही काव्यांश की मुठिया मजबूत हो जाती हैं । वो सुकून को पूरी तरीके से अपनी आगोश में लेकर अपनी आंखें बंद कर लेता है ।
सुकून काव्यांश की बाहों में सिमटी हुई थी । वह थोड़ी देर बाद अपनी आंखें खोलकर काव्यांश को देखती हैं ।जिसने पूरी ताकत से उसे जकड़ रखा था । वो उसे खुद से दूर करते हुए मुंह बनाकर कहती हैं ," आप क्या कर रहे हैं ? छोड़िए , हमें तकलीफ हो रही हैं । आपको हमारी आवाज सुनाई दे रही है ?" वहीं काव्यांश सुकून को एक बार फिर से जकड़ लेता है । वह कहीं और ही खो चुका था अपने पिछले जन्म में , "पिछला जन्म" एक लड़की हल्का मरून और ब्लैक कलर के कॉन्बिनेशन का लहंगा पहने हुए मुस्कुराते हुए दरवाजे के अंदर दाखिल होती है । उसने हैवी ज्वेलरी पहनी हुई थी । नाक में छोटी सी नथ आंखों में गहरा काजल जो उसकी चमकीली आंखों की खूबसूरती बढ़ा रही थी । उसकी आंखें बहुत ज्यादा चमकीली थी पर उनमें एक अजीब सी कमी बाकी थी । वो लड़की अपने हाथ में प्लेट लिए अंदर आती हैं । उसके हाथ में रंगों की प्लेट थी । वह अंदर जाकर एक नजर बेड पर बैठे हुए काव्यांश को देखती हैं और अपने हाथ में हल्का सा लाल रंग ले काव्यांश के गालों पर दो उंगली रख उसे प्यार से देखने लगती है । काव्यांश जो कि लैपटॉप में बिजी था सुकून के हाथ को अपने चेहरे पर महसूस कर अगले ही पल उसे बुरी तरीके से झटकते हुए गुस्से से कहता है," हमने कहा था ना हमें आपका यहां पर होना बिल्कुल बर्दाश्त नहीं है । क्यों आ जाती है बार बार हमारे पास? मर क्यों नहीं जाती हैं आप ? चली जाइए हमारी जिंदगी से कम से कम हमें सुकून तो मिलेगा । आपकी मौजूदगी से हमें घुटन होती हैं ।" बोलते हुए वह अपनी शर्ट के बटन खोल लेता है जो ऊपर की तरफ बंद कर रखे थे । सामने खड़ी सुकून के हाथ हवा में ही रह जाते हैं । उसे अपने शरीर से जान निकलती हुई महसूस हो रही थी । वह काव्यांश की तरफ देख जबरदस्ती अपने चेहरे पर एक छोटी सी मुस्कुराहट सजाती है फिर प्यार से कहती हैं ," पर पतिदेव , आप हमसे इस तरीके से रूठे हुए क्यों हैं ? हमने क्या किया है आपके साथ ? आप हमसे प्यार क्यों नहीं कर सकते ?"बोलते हुए वह उसकी तरफ कदम बढ़ाती है । काव्यांश अपने लैपटॉप को लगभग पटकते हुए बंद करता है और एकदम से खड़ा हो उसकी बाजू पकड़ उसे पीछे की तरफ धकेलते हुए गुस्से से कहता है ," हैव यू लॉस्ट योर माइंड ? कहा ना हमें आपकी नजदीकी बर्दाश्त नहीं है तो क्यों ? क्यों आती है बार-बार हमारी नजरों के सामने ?" बोलते हुए उसका चेहरा एकदम लाल हो चुका था । सुकून के हाथ से रंगों की प्लेट छूट कर जमीन पर गिर जाती हैं । उस प्लेट में सजा हुआ वह लाल रंग पूरी तरीके से फर्श पर बिखरा हुआ था । सुकून सीधा टेबल पर जा कर गिरती हैं और वही डिब्बी में रखा हुआ सिंदुर जमीन पर गिर जाता है और उस लाल रंग में मिल जाता है । सुकून का दिल जोरो से धड़कने लगता है । वह काव्यांश की तरफ देखते हुए गुस्से से कहती हैं ," यह आपने क्या किया ? आपकी वजह से सिंदूर गिर गया ? आपको पता भी है सिंदूर का गिरना कितना बड़ा अपशगुन होता है ? अगर कोई अनहोनी हो गई तो ?" जो भी होगा अच्छा ही होगा क्योंकि इतना बुरा तो पहले ही कर चुके हैं आपकी गंगा मैया हमारे साथ आपको हमारी जिंदगी में भेजकर और इससे ज्यादा क्या ही करेंगे ? " बोलते हुए वह अपनी शर्ट पर गिरा उस लाल रंग को दूर झटकने लगता है । सुकून अपनी छोटी से जीव को बाहर निकलते हैं और होठों को लिख करते हुए उस सिंदूर और उस रंग अलग करने लगती है । वह जितना ज्यादा उसे समेट रही थी वह उतना ही ज्यादा बिखर रहा था । उसकी आंखों में आंसू आ जाते हैं । वह रोते हुए कहती है ," आपको हमारे जीने मरने से फर्क क्यों नहीं पड़ता ? क्या आप हमसे प्यार नहीं करते ?" काव्यांश उसकी बात पर डिस्गस्टिंग नजरों से उसे देखते हुए कहता है ," पहले आप अपनी उम्र का तो ख्याल करें । इतनी सी है आप क्या आप हमें सेटिस्फाई कर सकती हैं नहीं कर सकती हैं न ? न आप हमारी बातों को समझ सकती हैं बिल्कुल नहीं समझ सकती हैं आप । आप एक बेवकूफ लड़की है जिसने अपनी जिद के आगे हमारी खुशियां कुचल कर रख दी है , आप बस हमारे लिए एक जिम्मेदारी है। और उसे ज्यादा कुछ भी नहीं समझी आप ?" बोलते सुकून को अजीब सी नजरों से देखता है । सुकून बहुत ही ज्यादा घबरा जाती हैं । वह पलके उठाकर काव्यांश को देखती है और धीमी सी आवाज में कहती हैं ," अगर हम मर जाएंगे तब भी आपको हमारी फिक्र नहीं होगी ?" बोलते हुए वह उम्मीद भरी नजरों से उसकी आंखों में देखती है जैसे चाह रही हो की वह कहे की बहुत तकलीफ होगी । काव्यांश उसकी बात पर ताली बजाता है और हंसते हुए कहता है," ऑफ कोर्स नही होगी । उल्टा हमे उस दिन इतनी इतनी इतनी खुशी होगी कि हम आपको बता नहीं सकते । उस दिन पूरी हवेली में नौकरों को बोनस देंगे और हर तरफ देसी घी के लड्डू बटवाएंगे । वह दिन हमारे लिए जश्न का दिन होगा । आप कल की जगह आज मरकर हमारा पीछा छोड़ दीजिए ।" बोलते हुए वह सुकून की तरफ उम्मीद भरी नजरों से देखता है जैसे कह रहा हो कि प्लीज अभी मर जाओ । सुकून का कलेजा मुंह को आ जाता है । उसे सांस तक नहीं आ रही थी । वह आहिस्ता से अपनी जगह से उठती है । वह भले ही काव्यांश को दिखा रही थी कि वह बहुत ही मजबूत है पर काव्यांश के अल्फाज उसके सीने पर खंजर की तरह चुभ रहे थे । आखिर वह उसके बचपन का प्यार जो था । वह उसे बचपन से चाहती थी उसे वह अपने पति के रूप में देखना चाहती थी । पर तब जब वह सिर्फ उससे मोहब्बत करता हो उससे प्यार का एहसास दिलाता हो । पर यहां उसके पति ने उसका दिल तोड़ दिया था । सुकून तेज कदमों से बाथरूम के अंदर चली जाती हैं । काव्यांश एक नजर उसे जाता हुआ देखता है । सुकून स्लैब पर हाथ रख लंबी लंबी सांसे ले रही थी उसकी आंखों के सामने जैसे अंधेरा छा रहा था । उसे सास नहीं आ रही थी। वह अपनी पकड़ स्लैब पर बनाने की कोशिश करती है । उसकी आंखों के सामने अंधेरा छा जाता है और वह सीधा जमीन पर जा गिरती हैं । काव्यांश जो अभी बाहर बैठे हुए अपने फोन में कुछ देख रहा था उस तेज आवाज पर वह बाथरूम की तरफ कदम बढ़ाते हुए हंसते हुए कहता है ," लगता है कुछ ज्यादा ही दिल पर लेली हमारी बात इसलिए अपना गुस्सा बाथरूम पर निकाल रही है ।" बोलते हुए सुकून की तरह देखता है जिसका चेहरा एकदम सफेद पड़ चुका था । काव्यांश का दिल धड़कना भूल जाता है । फ्लैशबैक एंड , काव्यांश को अपने सीने में तेज दर्द होता है । वह एकदम से आंखें खोलता है जैसे वह अभी एक गहरी नींद से जागा हो । उसकी नजर सीधा सुकून की पीकॉक ग्रीन आईज से जाकर मिलती है जो उसे ही बुरी तरीके से घूर रही थी । उसकी नाक फुल कर लाल हो चुकी थी । सुकून काव्यांश को देख अपनी दबी हुई आवाज में कहती हैं," यह आप क्या कर रहे हैं ? आप हमें दबा कर मारने की कोशिश कर रहे हैं तो आप बहुत गलत कर रहे हैं । हम बाबा साह से आपकी शिकायत करेंगे । छोड़िए हमें , हमें दर्द हो रहा है ।" बोलते हुए वह कसमसाने लगती हैं । काव्यांश एकदम से खड़ा होता है और सुकून को ऊपर से लेकर नीचे तक देखता है । अपनी पकड़ मजबूत करने की वजह से सुकून का नाजुक शरीर उसके मजबूत शरीर से दब चुका था । उसके हाथों पर और बॉडी पर लाल निशान आ चुके थे । सुकून बहुत ही ज्यादा गोरी थी हल्का मजबूती से पकड़ने से भी उसका दूध जैसा गोरा रंग लाल पड़ जाता था और यहां तो काव्यांश ने उसे पूरी तरीके से दबा दिया था । वह उसे आहिस्ता से गले लगाते हुए ऊपर से लेकर नीचे तक देख डरी हुई सी आवाज में कहता है ," आप ठीक तो है ना ? आपको कहीं ...कहीं लगी तो नहीं ? कहीं दर्द तो नहीं हो रहा है ? हम आपको डॉक्टर के पास लेकर चले ?" बोलते हुए वह उसके छोटे से हाथों को पकड़ ऊपर से नीचे आगे से पीछे गोल घुमाते हुए अच्छे से चेक आउट कर रहा था जैसे अपने दिल को तसल्ली दे रहा हो । सुकून उसे अजीब नजरो से देखते हुए कहती है ," अगर आप थोड़ी देर और हमें नहीं छोड़ते तो हमारा दम ही निकल जाने वाला था फिर करते रहते आप शादी हमसे ।" बोलते हुए वह गहरी सांस भरती हैं । काव्यांश उसके नजदीक आता है और उसके माथे पर अपने तपते हुए होंठ रख देता है शिद्दत से चूम लेता है। सुकून की आंखें इस पर बंद हो जाती हैं और वह काव्यांश को खुद से दूर करने के लिए अपने दोनों हाथ उसके सीने पर रख देती हैं । काव्यांश उसे अपनी बाहों में आहिस्ता से भरते हुए खुद से कहता है ," हरगिज नहीं , हम कभी भी उस सपने को सच नहीं होने देंगे । आप हमसे कभी दूर नहीं जा सकती । बहुत जल्द हम सब कुछ बदलेंगे । हालात बदलेगे हिसाब होगा और हर चीज का हिसाब होगा , उस बदले का जवाब हम सूत समेत वापस करेंगे ।" बोलते हुए वह सुकून के पीठ पर हाथ रख धीरे-धीरे सहला रहा था । सुकून अपने नाजुक से हाथ उसकी बड़ी सी चौड़ी पीठ पर टीका देती हैं । उसे नहीं पता था काव्यांश को क्या हुआ पर वह उसके बेचैन चेहरे को देख पा रही थी । वह ऐसी लड़की थी की काव्यांश की खामोशी में भी उसकी परेशानी ढूंढ लिया करती थी । आफ्टर ऑल उसे बचपन से चाहती जो थी । वह मुंह बनाते हुए खुद से कहती हैं," इन्हे क्या हुआ है ? गंगा मैया , इन्हे जो भी परेशानी है दूर कर दीजिए और इन्हें जल्द से जल्द पहले की तरह ठीक कर हमारा खडूस चंद्र बना दीजिए ।" बोलते हुए वह वैसे ही उसे गले लगाए खड़ी रहती हैं
सुकून और काव्यांश एक दूसरे को बाहों में लिए खड़े हुए थे । काव्यांश वैसे ही खड़े हुए खुद से कहता है ," ? लगता है ससुर जी से बात करनी पड़ेगी । हमसे और बर्दाश्त नहीं होगा । हम यह दूरियां बहुत ही जल्द मिटाएंगे ।" बोलते हुए वह अपनी आंखें बंद कर लेता है । तभी एक सर्वेंट दरवाजे पर नॉक करती है । सुकून जिसे यह चीज थोड़ी अजीब लग रही थी अचानक किसी के आने से वह पूरी ताकत से काव्यांश को धक्का दे देती है । काव्यांश एकदम पीछे हो जाता और हैरानी से सुकून की तरफ देखने लगता है । सुकून घबराते हुए अपने बालों को कान के पीछे करती हैं और दरवाजे की तरफ देखती है जहां एक सर्वेंट सर झुकाए हुए खड़ा था । काव्यांश की आंखें बेहद ठंडी हो जाती हैं । वहां का माहोल जैसे डार्क होने लगता है । सुकून यह चीज अच्छे से महसूस करवा रही थी । वह सर्वेंट की तरह देखती हैं और हकलाते हुए कहती हैं," कहिए , आपको... आपको कुछ चाहिए था ?" वह सर्वेंट डरी हुई सी आवाज में कुछ कहने के लिए अपने होंठ खोलती की उससे पहले ही काव्यांश बोलता है ," आपको जो भी काम है आप बाद में कहिएगा । अभी यहां हम अपनी होने वाली बीवी से कुछ बातें कर रहे हैं तो आप यहां से जा सकती हैं ।" उसकी आवाज बेहद ठंडी थी । उस सर्वेंट के माथे पर ठंडा पसीना आने लगता है । वह अपने गले को तर करते हुए धीमी सी आवाज में कहती है ," लेकिन आप लोगों को नाश्ते के लिए बुलाया ...बुलाया है ।" काव्यांश अपनी मुट्ठियां कस कर बंद कर लेता है । उसके हाथ की नसें उभर आई थी । उस सर्वेंट को काव्यांश से डर लग रहा था । काव्यांश के आसपास एक अजीब सा ऑरा बन रहा था जो बहुत ही ज्यादा डार्क और डरावना था । सुकून घबराते हुए सर्वेंट के पास आती है और धीमी आवाज में कहती हैं ," आप.. आप जाइए । हम बस कपड़े बदल कर आते हैं ।" उसकी बात सुनकर सर्वेंट तुरंत वहां से दुम दबाकर भाग जाती है । जैसे एक पल भी और रुकेगी तो काव्यांश सर्वेंट का खून ही कर देगा । सुकून छोटे कदमों से उसके थोड़ा नजदीक आती हैं और फिर अपने और काव्यांश के बीच 10 कदमों की दूरी बरकरार रखते हुए कहती हैं ," आप ...आप जाइए हमें... हमें कपड़े बदलने हैं फिर हम नाश्ते के लिए नीचे आते हैं ।" उसका सर नीचे की तरह झुका हुआ था । काव्यांश उसकी तरफ अपने कदम बढ़ाने लगता है । सुकून जो सर नीचे किए खड़ी थी काव्यांश को अपनी तरफ आता हुआ देख धीरे से अपने कदम पीछे की तरफ लेती हैं । काव्यांश उसे एक कदम पीछे जाता हुआ देख अपना बड़ा सा कदम आगे रखता है और तुरंत उसके सामने आ जाता है । सुकून अपना कदम पीछे ले पाती उससे पहले काव्यांश उसका हाथ पकड़ अपने नजदीक खींच उसके हाथ को मोड़ते हुए उसकी पीठ से लगा ठंडी नजरों से उसे देखने लगता है । सुकून का दिल डर से भर जाता है । काव्यांश उसके गाल पर हाथ रख धीरे-धीरे उसके गाल को सहलाते हुए गहरी आवाज में कहता है ," जब हम आपके आसपास हो तो आपकी नजर सिर्फ और सिर्फ हम पर होनी चाहिए और जो बेहूदा हरकत आपने हमारे साथ की है उसकी सजा आपको मिलेगी बहुत जल्द मिलेगी , समझी आप ?" बोलते हुए वह उसे देखने लगता है । वह कुछ भी नही बोलती । वह बस काव्यांश की बाहों में खड़ी कपकपा रही थी । काव्यांश उसकी कपकपाहट को महसूस कर पा रहा था । वह सुकून की गर्दन पर हाथ रख उसके चेहरे को ऊपर की तरफ उठा देता हैं । सुकून घबराहट से अपनी आंखें जल्दी से बंद कर लेती हैं । उसके अंदर इतनी हिम्मत नहीं थी की वह काव्यांश का यह वाला रूप देख सके । काव्यांश उसे खुद से इतना ज्यादा डरता हुआ देखता है तो उसके होठों के कोने ऊपर की ओर मुड़ जाते हैं । वह ठंडी आवाज में कहता है," आप समझ गई होंगी ना हमारी होने वाली बीवी सा ? आप होने वाली मिसेज काव्यांश रजावत है । आपको अपना स्टैंडर्ड हमारे जितना करना होगा और जो यह आप बात - बात पर हमसे डर रही हैं यह डर अच्छा है , पर सिर्फ हमारे ही सामने होना चाहिए क्योंकि आपके जि&स्म पर आपकी रूह पर आपके आंसुओं पर आपकी मुस्कुराहट पर आपकी सुख पर आपके दुख पर सिर्फ और सिर्फ हमारा हक है , काव्यांश सिंह राजावत का , समझी आप ?" उसके जुनून से भरे हुए अल्फाज को सुन सुकून के रोंगटे खड़े हो जाते हैं । वह अपने गले को बार-बार तर करने में लग चुकी थी । उसका दिल जोरो से धड़क रहा था । काव्यांश उसके कान के पास जा गहरी सांस छोड़ते हुए ठंडी आवाज में कहता है ," आपने हमें जवाब नहीं दिया है । क्या आप चाहती हैं कि हम अपने सवालों का जवाब अपने तरीके से ले ?" सुकून जल्दी से ना में अपना सिर हिला देती हैं । " जवाब चाहिए हमें होने वाली बीवी सा । ओर ये सब तो बस शब्दों का खेल है । चलिए जल्दी से बताइए इन सब पर सिर्फ और सिर्फ हमारा ही हक है ना ?" सुकून जल्दी से घबराते हुए कहती हैं ," आप ..आपका... आपका ही हक है ।" बोलते हुए वह अपना सर नीचे झुका लेती है और इधर-उधर देखने लगती हैं । काव्यांश वैसे ही उसे देखता है और उसके बालों पर शिद्दत से अपने होठों को रख चूमते हुए उससे दूर हो गहरी आवाज में कहता है ," आइंदा आप हमें कभी भी इन कपड़ो में दिखाई नहीं देनी चाहिए वरना हम यह खुबसूरती किसी और को दिखाने लायक नहीं बचाएंगे , समझी आप ?" बोलते हुए वह अपना हाथ सुकून के पैरों पर रख देता है । सुकून जल्दी से अपने पैर पीछे कर अपनी छोटी सी हुडी को नीचे खींचते हुए सर हिला देती हैं । काव्यांश उसके डरे हुए सफेद से होते चेहरे को देख मुस्कुराता हुआ कहता है ," चलिए , जाइए और जाकर अपने कपड़े बदल लीजिए ।" सुकून बिना रुके जैसे किसी मैराथन में भाग रही हो फुल स्पीड से बॉथरूम में घुस जाती है और दरवाजे को अंदर से लॉक कर लेती हैं । उसका दिल जोरो से धड़क रहा था । वह दरवाजे पर अपनी पीठ टिकाए अपने सीने पर हाथ रख गहरी गहरी सांस लेते हुए कहती हैं ," गंगा मैया , हमने तो सोचा था कि यह बदल गए हैं । इन्हें कुछ हो गया है तभी हमने आपसे प्रार्थना की थी पर यह तो बिल्कुल भी नहीं बदले यह तो आज भी बिल्कुल दो दिन पहले वाले खडूस चंद्र है जो.. जो हमें हमेशा डराते रहते हैं ।" बोलते हुए वह अपनी सांसों को काबू करने में लग जाती हैं । वही काव्यांश उस कमरे के चारों तरफ अपनी नजर दौड़आता है । वह कमरा ही देख रहा था कि किस कदर सुकून उसके प्यार में पागल है । वह टेढ़ी मुस्कुराहट के साथ अपने दोनों हाथ हवा में फैला देता है । उसने अभी भी शर्ट नहीं पहनी हुई थी । वह जाकर अपनी साइड में पड़ी हुई शर्ट को उठाता है और उसे अपने कंधे पर डालते हुए गहरी सांस भरता है । उस कमरे में सुकून की खुशबू आसपास फैली हुई थी । वह मुस्कुराते हुए कहता हैं ," माय लिटिल mouse , अब वक्त आ गया है कि आप सिर्फ और सिर्फ हमारे घर में बने हुए बिल में रहे ना कि इस छोटे से कमरे में । बहुत जल्द हम आपको यहां से निकाल कर अपनी हवेली में ले जाएंगे । जहां सिर्फ आप और हम होंगे और कोई तीसरा नहीं ।" बोलते हुए उसकी आंखें बेहद गहरी थी । वह जाकर इंवॉल्व के पास खड़ा हो जाता है । उस पर अपना हाथ चलाते हुए सुकून के उस फोटो को देखता है । कभी उसके होठों पर अपना अंगूठा जुनून से फेरता है तो कभी उसकी नाक पर । वह जैसे ही उसके होठों पर अपने होंठ टिकाने वाला होता है उसे अपने होठों पर सुकून के होठों की नरमी महसूस होती हैं । वह अपने होठों को बाइट करते हुए खुद से कहता है ," जब हमारे लिटिल माउस के होंठ इतने ज्यादा मुलायम है तब वह कितनी ज्यादा मुलायम होगी । क्या हम पिछले जन्म में पागल हो गए थे जो उस बेवकूफ के पीछे पड़े हुए थे ? पर कोई बात नहीं , खेल तो अब शुरू होगा और ऐसा खेल होगा की मौत का तांडव मचेगा ।" बोलते हुए वह अपने होठों को अपनी जीभ से लिक करने लगता है जैसे कि वह सुकून के होठों को महसूस कर रहा हो । उसके चेहरे पर 440 वोट वाली चमक थी । काव्यांश वैसे ही अपने कंधे पर शर्ट लटकाए हुए कमरे से बाहर आता है और सीडीओ से उतरते हुए बाहर की तरफ कदम बढ़ा देता है । वही डाइनिंग टेबल पर बैठे हुए करण जी का चेहरा बिल्कुल सख्त हो जाता है । उनके जबड़े कस जाते है । वह अपनी ठंडी निगाहों से काव्यांश को देख रहा था । काव्यांश सीधे बाहर आता है और अपनी गाड़ी में बैठने वाला होता है । सीधा कारण राजगीर के सामने खड़े होते हैं चकल करते हुए कहता है। अपने फाइल नहीं दी फाइल यहीं पर हम यहीं पर अपनी फाइल भूल चुके हैं ।" करण जी का चेहरा बिल्कुल सफेद पड़ चुका था । अपने सामने खड़े हुए कियांश को देख रहे थे जिसे इस साब से बिल्कुल भी फर्क नहीं पड़ रहा । वह काफी चिल होकर उन से ही बात कर रहा था। रहा था करण जी अपनी जगह से खड़े होते हुए एक हाथ काव्यांश के कंधे पर रख देते हैं । काव्यांश अपना सर टेढ़ा करे उनके हाथ को देखता है जो उसके कंधे पर थे । कारण जी ठंडी आवाज में कहते है ," अभी हमने आपकी और अपनी बेटी के रिश्ते के बारे में हां नहीं कही है तो आप अगली बार से अपनी मर्यादा में यहां आएगा ।" काव्यांश का चेहरा एकदम ठंडा हो जाता है । वह उन्हें गौर से देखते हुए कहता है ," पर आपने ना भी तो नहीं करी है , अंकल और आप ना कर भी नहीं सकते । हम इस चीज पर बैठ लगाएंगे क्योंकि आपकी सुकून हमारी जिंदगी का परमानेंट सुकून भरने वाली हैं ।" बोलते हुए वैसे ही टेबल पर रखें फाइल उठाता है और उन्हें एक वार्निंग लुक देते हुए वहां से चला जाता है । सुकून जो अपने कंधे पर बैग लटकाए नीचे आ रही थी अपने बाबा और काव्यांश की कोल्ड वॉर देखते हुए खुद से कहती हैं," गंगा मैया , लगता है हमने बहुत ही गलत इंसान के बारे में आपसे प्रार्थना कर ली थी । यह तो बाबा सा से भी लड़ाई कर रहे हैं ।" बोलते हुए वह परेशानी से छोटे-छोटे कदम लेकर नीचे आती हैं और आके करण जी के सामने खड़ी हो जाती हैं । करण जी उसके सर पर हाथ रखते हुए हल्का सा मुस्कुराकर कहते हैं ," तो हमारी राजकुमारी कैसी हैं ? और हमने सुना आपके कपड़े गीले हो गए थे आपको बुखार हो जाएगा , बच्चा । आप अपना ध्यान रखा कीजिए ।" सुकून अपना सर हा में हिला देती हैं और फिर जल्दी से उन्हें गले लगाते हुए कहती हैं ," बाबा , हमें माफ करिएगा ।" बोलते हुए वह मायूस हो जाती हैं । करण जी उसके छोटे से चेहरे को अपने हाथों में भर गहरी मुस्कुराहट के साथ कहते हैं," हमें यकीन है हमारी राजकुमारी कुछ गलत नहीं करेगी और आप हमारा यकीन कभी नहीं तोड़ेंगी , है ना राजकुमारी ?" सुकून चमकती हुई आंखों से उन्हे देखती हैं और उन्हें कस के गले लगाते हुए कहती हैं," आई लव यू बाबा ! आपको पता है हम कभी भी ऐसा नहीं करेंगे , कभी भी नहीं ।" बोलते हुए वह उनके सीने में छुप जाती हैं । करण जी उसे अपनी बाहों में भर धीरे-धीरे उसकी पीठ को सहलाने लगते हैं और उसके बालों पर चूम लेते हैं । दरवाजे पर खड़ा हुआ काव्यांश यह सब कुछ देख रहा था । तभी करन जी अपनी टेढ़ी नजरों से उसे ऐसे दिखते हैं जैसे उनको किसी चीज की जीत मिल चुकी हो । उनके चेहरे पर एक विनिंग मुस्कुराहट थी । वही काव्यांश अपनी सर्द निगाहों से उन्हें एक वार्निंग लुक देते हुए अपनी जीभ को मुंह के अंदर चलाते हुए चक्ल करने लगता है । जैसे कह रहा हो हार के जितने वाले को ही बाजीगर कहते है । उसके चेहरे पर टेढ़ी मुस्कुराहट आ जाती है । करण जी उसकी हरकत पर उसे घूरते रहते है । फिर सुकून की तरफ देखते हैं जो उनके गले से लगे हुए थी । वो उसके बालों पर चूमते हुए कहते है," हमारी सुकून हमारा गुरूर है । हमें पता है वो कभी कुछ गलत नहीं करेगी ।" बोलते हुए उनके अंदर एक अजीब सी बेचैनी ने जगह बना ली थी ।
रात का वक्त" आसमान को छूती हुई इमारत में एक शख्स हाथ में वाइन लिए हुए उस गिलास को गोल-गोल घूमते हुए सीधा एक बड़ी सी कांच की विंडो के पास जाकर खड़ा हो जाता है । वो दूर तक फैले हुए जगमगाते शहर को देखने लगता है । उसके चेहरे पर एक सुकून की मुस्कुराहट खिली हुई थी । वह शक्स वापस घूम कर आता है और सामने रखी हुई शतरंज के बैसाख को देखते हुए एक घोड़ा उठाता है और उसे निकाल आगे की तरफ चलाते हुए कहता हैं ," घोड़ा अपनी चाल सीधी चलेगा पर काव्यांश का घोड़ा हर वह चल चलेगा जो काव्यांश चलाएगा ।" बोलते हुए घोड़े को आगे ले जाता है और सामने रख एक ब्लैक कलर की रानी को उठाकर बुरी तरीके से मसल देता है । वह शतरंज मिट्टी के बने हुए थे जिस वजह से वह मिट्टी की बनी हुई काले रंग की रानी पूरी तरीके से चूर्ण बनकर जमीन पर फैल जाती हैं । काव्यांश उस मिट्टी को देखता है और फिर राजा के पास आता है और राजा को हल्का सा टच करते हुए उठाकर गहरी और ठंडी आवाज में कहता है ," राजा को रानी से प्यार हो गया !! अब राजा जाएगा सिर्फ रानी के पास । पर रानी... रानी तो सबसे अनजान है । रानी किसके पास जाएगी ? हां ! रानी तो राजा के पास आएगी ।" बोलते हुए वह राजा को उठाकर रानी के पास ले जाता है । उसके बिल्कुल नजदीक खड़ा कर उसके छोटे से मिट्टी के बने हुए होठों पर राजा की मिट्टी के बने हुए होंठ रख तेजी से हंसने लगता है । उसके हंसने की आवाज उस जगह पर गूंज रही थी । वह शख्स अपने हाथ फैला कर आसपास देखता है । पूरे कमरे में सिर्फ और सिर्फ सुकून की तस्वीर लगी हुई थी । उसके बचपन से लेकर बड़े होने तक की तस्वीर जिन्हें काव्यांश ने एक-एक करके अपने विला में लगे हुए सीसीटीवी कैमरा से निकाला था । जिसमें किसीमे सुकून उसे छुप कर देख रही थी तो किसी में वह खिलखिला कर हंस रही थी किसी में पाउट बनाया हुआ बहुत ही प्यारी लग रही थी । काव्यांश उसे कुछ पल देखता रहता है । उसकी आंखों में कितनी गहराई और चमक थी । उसके होठों की मुस्कुराहट जैसे सनशाइन थी । उसके चेहरे पर हाथ रख बहुत ही जुनून के साथ कहता है," आप हमारे लिए वह सुकून बनी हैं जिसे हम किसी और की जिंदगी में सुकून नहीं बनने दे सकते । अब हमें आपको अपना बनाने के लिए अपना तरीका अपनाना पड़ेगा । भले ही पिछले जन्म में तो हमें बिना कुछ किए बैठे-बैठे आप मिली थी पर इस जन्म में लगता है हमें आपको खुद अपने नाम लिखना पड़ेगा । हम शायद इस दुनिया के पहले पति होंगे जो अपनी होने वाली बीवी के लिए अपना नाम खुद उनकी किस्मत में लिखने जा रहे हैं ।" बोलते हुए उसके होठों पर एक छोटी सी किस देकर दूर हो जाता है और वहां रखी हुई किंग साइज ब्लैक कलर की चेयर पर टंगे हुए अपने ब्लैक ओवर कोर्ट को उठा कंधे पर लटकाते हुए बाहर आ जाता है । उसके चेहरे पर एक अजीब सी दिलकश मुस्कुराहट खिली हुई थी जो दरवाजे के अंदर तक ही सीमित रह जाती है । जैसे ही वह दरवाजा बंद होता है उसके साथ ही काव्यांश के चेहरे की वह मुस्कुराहट गायब हो जाती हैं । वह अपने दो कदम आगे ले जाने के बाद अपने कदम रोक लेता है और फिर पीछे पलट कर उस बंद दरवाजे को देखते हुए कहता है," हमारी सुकून और हमारी खुशी सिर्फ और सिर्फ इस दरवाजे के अंदर तक ही सीमित रहेगी माय लिटिल फ्लावर और इस बंद दरवाजे के बाद एक अलग दुनिया है जिसे हम चलाते हैं जो बहुत ही दर्द से भरी है ।" बोलते हुए वह सीडीओ से उतरते हुए नीचे आता है । और तभी उसकी नजर वहां घुटनों के बल बैठे हुए एक लड़के पर जाती हैं । वह अपनी कमर पर बंधी हुई बेल्ट को निकाल उसे लड़के को अंधाधुंध मारना शुरू कर देता है । वह लड़का घुटनों के बल बैठा हुआ था । उसने सिर्फ एक नॉर्मल से पैंट पर अपनी बनियान डाली हुई थी जो फटकार उसके चमड़ों के अंदर घुस चुके थे । उसका सफेद बनियान खून से तार बदर थी । आंखों के नीचे गहरे नीले निशान पड़ चुके थे और वही जबड़ा सूज कर मोटा हो चुका था और जबान कट कर बाहर लटक आई थी । उसके होंठ बुरी तरीके से फट चुके थे । उसे देख कर ऐसा लग रहा था जैसे कितना जख्मी है । " मैं आपके आगे हाथ... हाथ जोड़ता हूं प्लीज... प्लीज मुझे जाने दीजिए । मेरी.... मेरी मां घर पर इंतजार कर रहे हैं प्लीज... प्लीज मुझे जाने दीजिए ।" काव्यांश अजीब सी हंसी हसता है । उसके हंसने की आवाज एक बार फिर से गूंज उठती हैं । वह पंजों के बल उसके पास बैठ उसके जबड़े पर हाथ रख दबा देता है । वह लड़का दर्द से सिहर उठता है । उसकी आवाज तक नहीं निकली थी । काव्यांश बिल्कुल उसके चेहरे के पास जा एकदम ठंडी नजरों से उसके चेहरे को देखते हुए ठंडी सी आवाज में कहता है," यह चीज तो तुम्हें तब सोचनी चाहिए थी जब तुमने हमारी छोटी सी बीवी को हाथ लगाया था वह भी जानकर और जब यह बात तब नहीं सोची तो अब मरने से क्यों डर रहे हो , हां ? तुम्हे डरना नहीं है हम तुम्हें बहुत ही शांति और सुकून वाली मौत देंगे जिसमें तुम्हारे मुंह से चीख भी नहीं निकल पाएगी और तुम्हें गहरी सुकून की नींद भी आ जाएगी पर उस नींद में भी बेचैनी होनी होगी क्योंकि सुकून सिर्फ और सिर्फ हमारी है काव्यांश कि सिर्फ और सिर्फ काव्यांश की ।" बोलते हुए वह खड़ा होता है और एक लात खींचकर उसके मुंह पर मरता है । वह लड़का जमीन पर मुंह के बल गिर जाता है । उसके मुंह से खून निकल रहा था वह बुरी तरीके से खांसने लगता है । काव्यांश उससे दूर खड़े हुए गार्ड की तरफ एक ठंडी सरसरी नजर डालता है । वहां पर खड़े हुए गॉड्स जो आपस में खुसुर फुसुर कर रहे थे काव्यांश की नजर पर एकदम से चुप हो जाते हैं । काव्यांश अपने हाथ को क्लीन करते हुए गार्ड के पास आता है और गहरी आवाज में कहता है ," मरना नहीं चाहिए बाकी सब कुछ इसके साथ हो जाना चाहिए ।" बोलते हुए एक सरसरी नजर उसके पूरे वजूद पर डालते हुए वहां से निकल जाता है । काव्यांश की मौजूदगी में तो जैसे गार्ड्स सांस ही नहीं ले पाए थे । उसे जाता हुआ देख एक गार्ड एक गहरी सांस छोड़ता है जिसके साथ दूसरा गार्ड दबी हुई सी आवाज में कहता है ," आज बॉस को हुआ क्या है ? इतने ज्यादा गुस्से में क्यों लग रहे हैं ?" दूसरा गार्ड जो बिना किसी एक्सप्रेशंस के वहां पर खड़ा था एकटक उस लड़के को देख रहा था उसके पास आता है और उसके जबड़े को दबाते हुए कहता है," जब तुम्हें पता है कि वह सिर्फ और सिर्फ काव्यांश रजावत की है तो तुम्हारे अंदर इतनी हिम्मत कहां से आ गई कि तुमने उन पर गलत नजर डाली ? पर कुछ भी कहो तुम्हारी वजह से हमारे बॉस पहले वाले मूड में लग रहे है बिल्कुल वैसे ही जब उन्होंने इस काली दुनिया में कदम रखा था जिसके बाद सिर्फ और सिर्फ तहलका मचा था बहुत ही बुरी तरीके से तहलका ।" बोलते हुए वह उसके चेहरे को थपथपा कर दूर हो जाता है । वहीं बाकी सारे गॉड्स उसे देखकर एक कदम पीछे हो जाते हैं । वह गार्ड शायद था जिसके चेहरा बिल्कुल सख्त था । वह फिर एक रोबोट की तरह सब पर नजर डालता है और बाहर चला जाता है। काव्यांश गाड़ी के बोनट पर लेटा हुआ था । उसका एक हाथ सर के पीछे था और दूसरे हाथ से सिगार पीते हुए धुएं को हवा में उड़ा रहा था । वहां पर आसपास से गुजरती हुई लड़कियां उसे देखते हुए ठंडी आहे भर रही थी । एक लड़की काव्यांश को देखते हुए कहती हैं ," देखना यार , क्या मस्त सॉलिड पर्सनालिटी है इसकी । तुझे उसका सीना दिखाई दे रहा है कितना अट्रैक्टिव लग रहा है यार !! और हमारे बंदे को देखो ...।" बोलते हुए अपने साथ में पीछे चल रहे एक लड़के को देखती हैं जो फोन पर कुछ बात कर रहा था । उस लड़की का मुंह बन जाता है और वही उसके बगल में चल रही लड़की अपनी हवस भरी आंखों से सामने लेटे हुए काव्यांश को देखते हुए अपने होठों को लिक करती है और सीधा उसकी तरफ कदम बढ़ा देती हैं । वह लड़की घबराई हुई नजरो से उसे देखते हुए कहती हैं ," तुम कहां जा रही हो ? तुम्हारा दिमाग खराब हो गया है क्या ? क्या पता कौन है ?" दूसरी लड़किया उसे देखते हुए उसको धक्का दे देती हैं जिसमें स्ट्रेस लगी हुई थी । उन्हें जल्दी से निकाल कर बहुत ही सफाई से अपने टॉप के अंदर डाल देती है जिसमें उसके खुले हुई कंधे बहुत अच्छे से दिखाई दे रहे थे । वह अदा के साथ काव्यांश के पास आती हैं और अपने बालों को एक तरफ झटकते हुए मुस्कुराते हुए कहती हैं । उसका चेहरा हल्का लाल हो रहा था । काव्यांश बिना उसकी तरफ देखे कहता है ," अगर तुम्हें अपनी जान प्यारी हो तो यहां से चली जाओ वरना ....।" बोलते हुए उसके होठों के कोने मुड गए थे । वह बहुत ही ज्यादा अट्रैक्टिव लग रहा था । वह लड़की तो बस शिद्दत भरी नजरों से उसे देखने लगती है । काव्यांश अपने हाथ में पकड़ी हुई सिगार एकदम से उस लड़की के ऊपर उछाल देता है । वह सिगार सीधा उस लड़की की आंख में घुस जाती है जोकि ऑलरेडी जल रही थी जिसकी वजह से वह लड़की एकदम से तड़प उठती है । उसकी खुली हुई आंख के अंदर जलती हुई सिगार घुस चुकी थी । उस लड़की की जोरदार चीख निकल जाती है । काव्यांश बिना किसी एक्सप्रेशंस के ऊपर की तरफ देख रहा था । वही बाकी लोग इकट्ठे हो जाते हैं और उस लड़की को तड़पते हुए देख चिल्ला रहे थे । उसकी आंखों में जलन हो रही थी । काव्यांश अपनी जगह से उठता है और सीधा नीचे की तरफ जंप मार उस लड़की की तरफ देख अपनी ठंडी आवाज में कहता है ," हमने तुमसे पहले ही कहा था की जान प्यारी हो तो चली जाओ पर नहीं जिस नजर से सिर्फ और सिर्फ हमारी सुकून हमें देख सकती हैं उस नजर से हमें बर्दाश्त नहीं किसी और की नजर हम पर आए । बिकॉज सुकून सिर्फ हमारी हैं और हम सिर्फ और सिर्फ सुकून के ।" उसकी आवाज में पागलपन था । वह अपनी जेब से नोटों की गड्डी निकालता है और उस लड़की के ऊपर फेकते हुए सीधा गाड़ी के अंदर बैठ जाता है । जहां काव्यांश का पागलपन पल-पल बढ़ रहा था तो वहीं दूसरी तरफ सुकून इस सबसे बेखबर एक पब के बाहर खड़ी होती है
उसने इस वक्त एक ब्लैक कलर की गाउन पहनी हुई थी । जिसमें वन साइड स्लीप्स थी । वह ग्लिटर गाउन था जिसमें उसकी एक छोटी सी खूबसूरत लंबी सी टांग दिखाई दे रही थी । वह अपने हाथ में पकड़े हुए फोन को दूसरी हथेली में बजाते हुए खुद से कहती हैं ," गंगा मैया , यह लड़की कहां चली गई ? एक तो उसने हमें यह ड्रेस पहना दिया और ऊपर से खुद ही गायब है । यह हमें एक बार मिल जाए तो हम इनका भरता बना देंगे ।खुद को समझती क्या है ?" वह लगातार बडबडा रही थी । तभी उसके सामने एक लड़की आ जाती है जिसने इस वक्त ब्लैक कलर का सेम पर थोड़ा डिफरेंट नी लेंथ गाउन पहना हुआ था और साथ में ब्लैक कलर की 6 इंच की हिल्स जिसमें उसका परफेक्ट शेप पर बहुत ही अट्रैक्टिव लग रहे थे । उसके पैर में एक ब्लैक कलर की एंकलेट बंधी हुई थी जिसमें वह काफी प्यारी सी लग रही थी । उसने अपने बालों को करली करके छोड़ा हुआ था । वह जल्दी से उसके पास आती है और उसे गले लगाते हुए कहती हैं ," तो फाइनली हमारी जानेमन हमारे सामने आ ही गई । कहीं आप यहां खड़े होकर अपने होने वाले हब्बी के सपने तो नहीं सजा रही थी ? और हमने आपको डिस्टर्ब कर दिया , माय लिटिल जानेमन ।" बोलते हुए उसके गाल को खींच लेती हैं । सुकून उसके हाथ को अपने गाल से दूर झटक चिड़ते हुए कहती हैं ," आपका दिमाग खराब हो गया है क्या ? और कैसी गंदी गंदी बातें कर रही हो ? तुम्हें पता भी है उनको ना कुछ हो गया था हम बता नहीं सकते वह कैसी-कैसी बातें कर रहे थे ।" वह लड़की उसे छेड़ते हुए कहती है ," अच्छा तो कैसी कैसी बातें कर रहे थे ? जरा हमें भी तो बताइए हम भी तो जाने क्या क्या गंदी-गंदी डर्टी टॉक आप दोनों के बीच में हो चुकी है , हमारी जान ।" बोलते हुए वह अपने दोनों हाथ सुकून के कंधे के ऊपर रखती है और मुस्कुराते हुए कहती हैं ," पर आप यह चीज कभी भी मत भूले । हम आपके बचपन के दोस्त हैं और साथ में आपका पहला हस्बैंड भी तो आप जितनी ज्यादा अटेंशन उन्हें देंगे उससे ज्यादा हमें अटेंशन मिलनी चाहिए वरना हम आपका भरता बना सकते हैं ।" बोलते हुए सुकून एक नजर उसे देखती हैं और उसके सर पर चपत मारते हुए कहते हैं," पंछी , आप भी कुछ भी कह रही हैं ।" बोलते हुए आसपास देखती हैं जहां सभी की नजर उन दोनों पर टिकी हुई थी । वह दोनों बेहद खूबसूरत लग रही थी जैसे आसमान से आई हुई अप्सरा । सुकून पंछी का जल्दी से हाथ पकड़ लेती है और धीमी सी आवाज में कहती हैं ," यह देखिए , यह लोग हमें किस तरीके से देख रहे है । क्या उनके घर में मां बहन नहीं है जो हमें इस तरीके से देख रहे हैं ?" पंछी उसकी बात पर खिल - खिलाकर हस्ती है और उसके सर पर चपत मारते हुए कहती हैं ," अभी तो आप हमें बड़ी शराफत दिखा रही थी और अब खुद ही मां बहन की बातें कर रही हैं ।" सुकून एक नजर उसकी तरफ देखती हैं और उसे बुरी तरीके से घूरने लगती हैं । सुकून के गाल फुल कर गुलाबी हो जाते है और ऊपर की तरफ होकर जिस वजह से कटे से होता काफी परफेक्ट शेप में गोल हो गए थे । वह काफी प्यारी सी लग रही थी । वह एक साथ क्यूट और हॉट लग रही थी । पंछी उसके कान के पास आ धीरे से खुसफुसाते हुए कहती हैं," यू लुकिंग सो गॉर्जियस एंड क्यूट ! एंड लास्ट वन मोर थिंग सो se****xy !!!" बोलते हुए वह आई विंक करती हैं । सुकून का पूरा चेहरा लाल होना शुरू हो जाता है । वह हैरानी से पंछी को देखते हुए उसके सर पर थप्पड़ झड़ते हुए कहती हैं ," यह आप क्या कह रही है ? आपको शर्म नहीं आती इस तरीके की गंदी-गंदी बातें करने में ?" पंछी उसकी बात पर खिल - खिलाकर हस्ती है और उसकी कमर पर अपना हाथ लपेट अंदर की तरफ कदम बढ़ाते हुए कहती हैं ," किस चीज की शर्म ? शादी आपकी होने वाली है और रोमांस आप करेंगी वह भी पैशनेट वाला और जिस तरीके से आपने हमें बताया था कि वह किस तरीके से बात कर रहे थे हमें तो पूरा यकीन है वह बिल्कुल भी आपको नहीं छोड़ने वाले हैं । कहीं ऐसा ना हो कि आप दोनों के रोमांस के चक्कर में बेड ही टूट जाए फिर घर वालों को आप लोग क्या कहेंगे ?" सुकून का पूरा चेहरा सुर्ख लाल हो चुका था । वह उसे खुद से दूर धकेलने लगती हैं । पंछी उसके नजदीक उसके कान के पास आ ठंडी गहरी सी आवाज में कहती हैं ," और जब वह आपके होने वाले हस्बैंड आपके नाप दिखाइए तो आप गहरी सासे भरेगी और उनसे कहेंगे बेबी प्लीज इतना अच्छा लगा हो ना इसलिए कितना अच्छा है कितना परफेक्ट है बोलते हुए पंछी से बुरी तरीके सुकून का पूरा चेहरा बुरी तरीके से लाल हो चुका था । इस सबसे बेखबर की चार आंखें जो बुरी तरीके से उन दोनों को घूर रही थी । उनकी आंखें लाल हो चुकी थी ।
रात का वक्त राजगीर हवेली, करण सोफे पर बैठे हुए थे उनके चेहरे पर कुछ परेशानी के भाव हुए थे तभी एक लंबी चौड़ी डार्क डेविल जैसी पर्सनालिटी कमरे दाखिल होती हैं। वो ठीक करन जी के सामने खड़े होते हुए एरोगेंट वॉइस में कहता है । बड़े पापा आपने हमें याद करा। करण एक नजर उठाकर उसे देखते हुए गहरी आवाज में केहते हैं । त्रिजाल आप जानते हैं ना हमने सुकून का रिश्ता तय कर दिया है । पर जिस हालत में हमने कियांश को देखा है हमें पता नहीं क्यों ऐसा लग रहा है हमारा लिया फैसला सुकून के लिए सही नहीं है। आप जानते हैं हमारे पास कितना कम वक्त बचा है । हमें जल्द से जल्द सुकून को किसी ऐसे के हाथ में सौंपना है जिस पर हम विश्वास कर सके हम अभी अपनी हालत के बारे में सुकून को नहीं बता सकते पर आप तो सब जानते हैंm ना वह कितनी छोटी है अभी कहते हुए उनके चेहरे पर कुछ परेशानी से थी। त्रिजाल अपने लंबे कदम से उनके पास आता है और घुटने के बल बैठ दोनों हाथों को पकड़ते हुए उनकी आंखों में आंखें डाल कहते हैं। बड़े पापा आपके क्यों इतना परेशान हो रहे हैं। सुकून हमारी बहन है आपको उसके बारे में फिक्र करने की जरूरत नहीं है आप सिर्फ आराम करें और बाकी हम हैं सब कुछ संभालेंगे बोलते हुए उसकी आवाज बेहद गहरी थी। वह अपने हाथ में पहने हुए घड़ी की तरफ देख फोन उठा कर उनकी तरफ बढ़ते हुए कहता हैm जब तक आप खुद यकीन ना कर ले तब तक आपको किसी भी रिश्ते को आगे बढ़ाने की जरूरत नहीं है m और आप जानते हैं ना कल क्या है कल कियांश की सक्सेस पार्टी है तो हम बस इतना ही कहेंगे कि आप एक बार उनके घर वालों से बात कर लीजिए बोलते हुए हो अपनी जगह से खड़ा हो जाता है और बाहर की तरफ कदम बढ़ा देता है । करण जी के माथे पर कुछ परेशानि ने अपनी जगह बना ली थी D.R club,, रात के 10:00 बज चुके थे,, पंछी और सुकून दोनों ही डांस कर फ्लोर पर आग लगा चुके थे । पंछी खुश होते हुए , वह कितने टाइम के बाद हमने एंजॉय करा है अब हम थक चुके थे बहुत ही ज्यादा आप हमारा कुछ भी नहीं मन कर चलिए हम लोग डिनर करते हैं उसके बाद सीधा घर के लिए निकलते हैं। सुकून एक्साइटमेंट के साथ , अभी क्यों अभी तो हम ने बस शुरू ही किया है अभी सिर्फ एक ही घंटा तो हुआ है और वैसे भी भाई है ना भाई हमें लेने के लिए आ जाएंगे अभी हम लोग थोड़ी देर और इंजॉय कर सकते हैं ना प्लीज़ प्लीज़ प्लीज़ वो बेहद मासूमियत से बोलती है। पंछी के चेहरे की हवाइयां उड़ जाती है ।वह हकलाई हुई आवाज में केहती हैं यह आप क्या कह रही हैं आपके भाई भाई साहब आए हुए हैं । सुकून चिल करते हुए। हां हमारे भाई आए हैं लेकिन हमें यह समझ में नहीं आता कि हमारे भाई का जिक्र होते ही आपके चेहरे पर इस तरीके की हवाइयां क्यों उड़ जाती है।
पंछी खुद से बड़बढ़ाते हुए कहती हैं । जब सामने पूरी तरीके से ड्रैकुला तैयार हो हमारा खून करने के लिए तो हवाइयां नहीं उड़ेंगे तो क्या हम बेबी डॉल सॉन्ग पर डांस करेंगे क्या क्या बकवास है। बोलते हुए उसकी आंखों में डर आ जाता है वह सुकून की तरफ देखते हुए थोड़ा घबरा कर कहती हैं। हमारे ख्याल से अब हमें यहां से चलना चाहिए और वैसे भी बहुत ज्यादा टाइम हो गया है m बोलते हुए टाइम की तरफ बार-बार देखती हैं। तभी उसके कानों में ठंडी आवाज पड़ती है । आप जैसी लड़कियां हमारी बहनों को बिगड़ते हैं। आपको हमारी बहन से दूर रहना चाहिए इस आवाज को याद करते ही पंछी का पूरा शरीर ठंड से भर जाता है । उसके चेहरे पर घबराहट आ जाती है। वह जल्दी से सुकून की तरफ देख हड़बढ़ाते हुए कहती हैं m। यार आप क्या कर रही हो उठो ना अभी हम लोग को चलना चाहिए बहुत लेट हो गया रही बात डिनर की आपके घर पर ऑलरेडी सैफ ने बनाकर रखा होगा ना बिल्कुल आराम से जाकर खा लेना ओर कही जाने अब कोई जरूरत नहीं है बोलते हुए उसे उठने लगती हैं। तभी वहां पर वेटर जूस के गिलास रखते हुए खड़ा हो जाता है । पंछी और सुकून एक नजर एक दूसरे को देखते हैं और फिर उस वेटर की तरफ देखते हुए थोड़ी तेज आवाज में केहते हैं m। हमने यह आर्डर नहीं करा उन दोनों के एक साथ कहने पर वेटर घबरा जाता है फिर घबराई हुई आवाज में कहता है । यह सिर्फ और सिर्फ एक नॉर्मल फ्रूट ड्रिंक है ज्यादा कुछ नहीं यह आपने आर्डर नहीं किया वहां बैठे हुए लोगों ने आर्डर किया हैm बोलते हुए वह दूसरे साइड इशारा कर देता । पंछी और सुकून दोनों ही एक साइड दूसरी तरफ देखते हैं जहां कुछ लड़के बैठे हुए थे और बहुत ही अजीब सी नजरों से उन्हें देख रहे थे वो लोग उन दोनों को अपनी तरफ देखते हुए देख एक लड़का हाथ ऊपर की तरफ उठा हेलो करता है । जिसे देख सुकून मुंह बना लेती हैं। पंछी उसे अपना छोटा सा मुक्का दिखाते हुए चिल्ला कर कहती है । अभी मार खाओगे या बाहर चलकर मार खाओगे उस लड़के के चेहरे पर गांधी से मुस्कुराहट आ जाती हैं सुकून पंछी के हाथ को जल्दी से पकढ़ते हुए खबरा कर कहती है काफी लेट हो गया है हमें चलना चाहिए अजीब तरीके से घूरते हुए उन लड़कों को देख वहां से जाने लगते हैं एक लड़का जो बुरी नजरों से पंछी को उन लोगों को देख रहा था उसका चेहरा लाल हो जाता है वह अपने दोस्तों को खुद से दूर कर उनकी तरफ कदम बढ़ाते हुए ठंडी आवाज में कहता है । बीबीछोडूंगा नहीं आज ये आज रात मुझे मेरा बिस्तर पर चाहिए और किसी भी कीमत पर चाहिए बोलते हुए उनकी तरफ कदम बढ़ने लगता है hello everyone aap loog comment kyu nahi krte Ho please comment jarur kre itna to aap sb kr hi sakte hai
सुकून डर कर पंछी का हाथ पकड़ लेती हैं यह तुमने क्या कर तुम्हारा दिमाग खराब हो गया है क्या देखो कैसे हमारी तरफ आ रहा है हमें जल्द से जल्द यहां से निकलना चाहिए और वैसे भी हम लोग अकेले आए हैं। घर पर किसी को पता भी नहीं है। कोई हमें ढूंढने भी नहीं आएगा और यह लोग हमारे साथ न जाने क्या करेंगे बोलते हुए उसका छोटा सा चेहरा सफेद पड़ रहा था । पंछी उसे घूरते हुए उसके हाथ को दूर झांटक गुस्से से कहती हैं । बेवकूफ लड़की जब स्कूल में मार्शलैड्स सिखाया जा रहे थे तब तुम्हें अपनी यह छोटी-छोटी हड्डियों की फिक्र हो रही थी और जब ऐसी प्रॉब्लम में फस गई हो तब तुम्हें डर लग रहा है । कुछ नहीं होगा मैं हूं ना सुकून मासूमियात से। तुम यहां मुझे ताने दे रही हो जैसे खुद ने मार्शलैड्स। में महारत हासिल कर रखी है। तुमने भी तो नहीं सीखे थे ना। वो लड़का बिल्कुल उनके नजदीक आ पता जहां वह लोग स्टेज से कुछ दूरी पर बने हुए सोफे पर बैठे हुए थे तो वहीं कुछ दूरी पर बने हुए बार काउंटर पर कुछ लड़के बैठे थे उनमें से एक लड़का जो उसके नजदीक आ रहा था उसके कदम रुक जाते हैं । और वह बुरी तरीके से अपने सामने खड़े हुए शख्स को घूरने लगता है जिसकी चौड़ी पीठ उसके सामने थी उस शख्स का चेहरा नजर नहीं आ रहा था। वही सुकून खबराते हुए कहती है । आप आप यहां क्या कर रहे हैं? बोलते हुए उसने अपने मुठिया मजबूत कर ली थी । कियाश जो लाल आंखों से एक तक उसकी खुली हुई टांग ऊपर को बेजान नजरों से घूर रहा था ऊपर खूबसूरत परफेक्ट शेप नाजुक फिगर को देख रहा था। वही सुकून को हल्का-हल्का अंधेरा महसूस हो रहा था वह फिर भी अपनी आंखों को खोलने की कोशिश करते हुए कियांश देख रही थी जो उसके नजदीक आ रहा था उसका औरा बेहद ही ठंडा था उसके परफेक्ट शेप जो लाइन मजबूत हो चुकी वो गहरी सुनहरी आंखों से सुकून को देख रहा था उसकी नजर एक बार भी उससे नहीं हटी थी वही पंछी को अपना से भरी होता हुआ महसूस हो रहा था आंखों के सामने कुछ धुंधला सा महसूस होता सुकून अपनी जगह से खड़ी हो हंसते हुए कियाँश के नजदीक आ अपने हाथ आगे बढ़ा उसके चेहरे पर धीरे-धीरे चलते हुए उसे देख रही थी उसकी हरकत पर कियांश की आंखें बेहद सख्त हो जाती हूं वो कुछ पल के आंखें बंद कर लेता है । सुकून पीछे की तरफ होकर हंसते हुए कहती हैं। यह देखो हमें वो यहां पर दिखाई दे रहे हैं । जो सुबह सुबह हमें किस कर गए थे उसने अपने होठों का पाउट बना लिया था नशे की वजह से गुलाबी हो चुकी नशीली आंखें हल्के गुलाबी गाल और उसे पर उसकी वह मासूमियत कितनी खूबसूरत लग रही थी वह कियांश उसके चेहरे के नजदीक जा हल्की सी सांस लेता ओर अगले ही पल उसका चेहरा काला पड़ जाता है। मुठिया मजबूत करते हुए गहरी आवाज में केहता है। बस एक बार आप होश में आ जाइए उसके बाद आपको सच में होश हमने ना बर्बाद कर दिया तो हमारा नाम भी कियांश राजावत नहीं बोलते हुए वह अपने पीछे खड़े हुए आदमी की तरह देखता है। जोकी एक नॉर्मल व्हाइट कलर की शर्ट पहने ब्लैक हल्की brown पेंट चमचमाते हुई जूते के साथ सोफा पर बैठी हुई पंछी को देख रहा था जो कभी अपने गाल को खींच रही थी तो अपने गालों को दबा रही थीं कभी पाउट बना रही थी तो कभी अपने गर्दन पर हाथ रख कुझली कर रही थी वो नशे में झुलते हुए बुदबुदाती है। यह तो एक्सीडेंट वाला आदमी है ना बोलते हुए खाड़े होने लगती है। पर उसके पैर लड़खड़ा जाते हैंm और वह सोफे पर गिर कुछ बड़बड़ाने लगती है ।
कियांश बिना उस शख्स की तरह देखे कहता है उम्मीद करता हुआ हमारी साली साहिबा को जरा घर सही सलामत छोड़कर आइए उसके चेहरे पर मुस्कान टेरी मुस्कुराहट आ जाती हैंमन मुस्कुराते हुए थोड़ा अपने दोनों हाथों को हल्का रब कर अंगड़ाई ले गहरी आवाज में कहता है । हम अभी थोड़े थके हुए हैं और हमारा कमरा ऑलरेडी यहां पर बुक है । तो हम थोड़ी लोगों की हजामत करने के बाद वही रेस्ट करने जा रहे हैंm और आपको अपनी साली साहिब के फिक्र करने की जरूरत नहीं है ।क्योंकि अब हम हैं उनकी देखभाल करने के लिए बोलते हुए वह पीछे पलट जाता है । वहीं पीछे खड़ा हुआ लड़का जो करीब 23 से 24 साल का लग रहा था वह भूमि के पलटने से एकदम घबरा जाता है उसके पैर लड खडा जाते है वह सीधा जमीन पर गिरता है वह अपने परफेक्ट शेप जेल से सेट किए हुए बालों पर हाथ फेर अपने कॉलर को थोड़ा पीछे की तरफ कर शर्ट के दो बर्तन खोल अपनी स्लीव्स को ऊपर की तरफ फोल्ड करते हुए अपने ब्लैक डायमंड वॉच को निकाल पॉकेट में रख किसी हिंदी मूवी के हीरो की तरह उसकी तरफ कदम बढ़ाकर ठंडी आवाज में कहता है। वह क्या है ना हमारे डेड ने हमारे 18th बर्थडे पर हमें यह वॉच गिफ्ट करी थी। और यह वॉच हमें बहुत ही ज्यादा अज़ीज़ है। कि हम इस पर खरोच बर्दाश्त नहीं कर सकते पर आप लोगों की हजामत करने भी तो हमारा फर्ज बनता है । ना बिकॉज आपने हमारी छोटी सी प्यारी सी होने वाली भाभी सा पर नजर डालने की कोशिश करी है। और उनके साथ-साथ उस लड़की पर भी जिसने हमें बचाया था बोलते हुए वह अपना पैर खींचकर उस लड़के के पैरों के बीच मारता है जिसके साथ उसकी एक जोरदार चीख उस जगह पर गुंजा जाती हैं ।सभी लोग डांस फ्लोर पर डांस कर रहे थे म्यूजिक लाउड था जिसमें उसकी आवाज दब चुकी थी वो उस लड़के की तरफ कदम बढ़ा देते हैं। कियांश एक नजर भूमि की तरफ देखता है जिसने अपने बालों को दाई करवा कर हल्का बरगंडी कलर करवा लिया है जिसके बल कंधे तक झूल रहे थे तो वही उसकी परफेक्ट शेप बाज जैसी आंखें आईब्रो जिन पर कट लगा हुआ था और उसमें एक बाली डाली हुई थी जिसमें वह बहुत ही अट्रैक्टिव दिख रहा था उसकी हल्की ब्रेड वाली जो लाइन जो उसे बहुत ही हॉट लुक देती थी वह किसी कुरियन हीरो की तरह लग रहा था, तभी उस लड़की के बाकी के दोस्त आ जाते हैं। और कियांश को उसे लड़के से दूर करते हुए कहते हैं । तुम हो कौन और तुम्हारी हिम्मत कैसे हुई हमारे दोस्त को इस तरीके से मारने की बोलते हुए वो कियांश की तरफ बढ़ता है। कियांश अपने जूते की नोक को हल्का सा खींचते हुए उसकी तरफ पलट जाता है। उसकी आंखें सर्द हो चुकी थी और उसके सख्त जोलाइन देख वह लड़का एकदम से घबरा जाता है। । please do like comment everyone
ओम की पर्सनैलिटी ही ऐसी थी कि कोई भी उसे देखकर घबरा जाए , अपने शर्ट को अच्छे से एडजस्ट करते हुए ओम अजीब सी आवाज में कहता है। मुझे कोई दिक्कत नहीं है तुम लोगों के बछड़े में पढ़ने में पर वह क्या है ना मेरी लिटिल डॉक्टर थोड़ी सी सिकनेस की वजह से खुद को टॉलरेट नहीं कर पा रही और मेरा फर्ज बनता है। कि मैं उसकी हेल्प करूं बिकॉज उसने मेरी बहुत हेल्प करी थी । अपना स्कार्फ भी दिया था मुझे बोलते हुए उसका चेहरा चमकने लगता है उसकी आंखों में एक अजीब सी कशिश जाग उठती है। वह लड़का आगे की तरह बढ़ता की उसके कान में एक बार फिर से ओम की ठंडी आवाज पड़ती हैं। जो कह रहा था अगर तुम लोग अपने पैरों पर सही सलामत नहीं जाना चाहते हो तो बस एक बार बस एक बार एक कदम आगे बढ़ा दो उसके बाद जो होगा उसके जिम्मेदार सिर्फ और सिर्फ तुम होगे बोलते हुए वह जमीन पर लेटे हुए लड़के की तरफ देखता है। वह लड़का अपने दर्द को काबू करते हुए कहता है। तुम तुम लोग जानते नहीं हो मैं कौन हूं मैं यहां के sp का बेटा हूं तुमने बहुत गलत करा है। मुझ पर हाथ उठाकर ओम के होठों के कोने मुड़ जाते हैं साइकाइट्रिक वे में हंसते हुए कहता है। और तुझे नहीं पता कि मैं कौन हूं जिस दिन तुझे पता चल जाएगा ना कि मैं कौन हूं मेरे सामने खड़े-खड़े तेरे ठंडे पसीने निकल आएंगे रही बात हाथ उठाने की तो मैं तो तुम जैसे पर अपना नाखून ना रखूं और तुम तो फिर भी मुझे हाथ उठाने की बात कर रहे हो इसलिए तो मैं तुम पर जूता उठाया था। बोलते हुए एक किक उसकी बेस्ट पर मरता है जिसके साथ है वह जमीन पर लेटा हुआ लड़का टेढ़ा हो जाता है। उसे अपनी हड्डियां टूटती हुई महसूस हो रही थीं वह दर्द बर्दाश्त नहीं कर पा रहा था उसकी आंखों में अंधेरा छा जाता है ओम अपनी जेब से सिंगर निकलता है। और उसे होठों के बीच लगा । इधर-उधर देखते हुए कहता है। क्या तुम लोगों के पास लाइटर है वो लड़के घबराते हुए आवाज में केहता हैं सर सर हमें जाने दीजिए ओम के होठों पर टेढ़ी मुस्कुराहट आ जाती है। कियांश सुकून को अपने कंधों पर उठाए हुए सीधा वहां पर बुक किए हुए रूम में आ जाता है ।और बेड पर लेटा देता हैं उसकी नजर सुकून के परफेक्ट शेप बॉडी पर थी जो उस ब्लैक कलर की बॉडी गाउन बहुत ही अट्रैक्टिव लग रही थी। उसकी नाजुक परफेक्ट शेप सीना जो उस ड्रेस में उभर कर दिख रहा था तो वही उसकी पतली नागिन जैसी कमर जिसमें वह ड्रेस चिपक चुकी थी वही उसके लम्बे पैर जो उस ड्रेस में से बाहर की तरफ झांक रहे थे इतने नशे में थी कि उसे होश ही नहीं था कि वह कहां और किसके साथ है वह बस धीरे-धीरे कुछ बड़बड़ रहे थे तो कभी हंस रहे थे कभी अपनी नशीली आंखों से किया आज को देख रही थी कियांश अपनी शर्ट को उतार कर काउच पर फेंक उसे कमर से मजबूती से पकड़ उस पर झुक जाता है। उस कमरे में हल्की डिम लाइट जल रही थी कियांश वहां रखे हुए bakit के पास जाकर उस में से नाइफ उठा लेता है उसने बहुत ही अजीब ढंग से चाकू पकड़ा हुआ था। जैसे वह अभी कत्ल कर देगा चाकू को अपनी उंगलियों के बीच घूमाते हुए सुकून के पास आता है। और उसके खुले हुए पैर पर धीरे-धीरे बहुत ही अजीब अंदाज में उस चाकू को उसके पैर पर चलाते हुए जुनून भरी नजरों से उसे देखने लगता है। चेहरे का एक्सप्रेशंस बिल्कुल ठंडे थे पर आंखों में बेपनाह जुनून और पागलपन साफ दिखाई दे रहा था अगर सुकून अभी होश में होती है तो उसकी नजरों खुद पर इस तरीके से महसूस कर डर से कहां बजने पर वह तो अभी उसे बेहोशी के आलम में थी जिसका उसे कोई होश ही नहीं था सुकून जो हल्की नींद में जा रही थी उसे सर भारी होता है महसूस हो रहा था वाक्यांश के हाथ को पकड़ उसे दूर झटकते हुए हल्के में मिलने वाली आवाज में रहते हैं यह आप क्या कर रहे हैं मुझे पैरों में दर्द हो रहा है अपने छोटे-छोटे पैरों को हिलने लगती है कियांश की पकड़ चाकू पर मजबूत हो जाती है वह ठंडी आवाज में कहता है । जिस चीज पर सिर्फ और सिर्फ हमारा हक है। जिस चीज पर सिर्फ और सिर्फ हमारी नजर होनी चाहिए आप उस चीज की नुमाइश कर रही हैं ।यह तो आपने बहुत ही गलत करा अब देखिए हम आपके साथ क्या करते को अपने इन खूबसूरत पैरों में दर्द महसूस हो रहा है ना तो चलिए हम आपको इस दर्द से हमेशा हमेशा के लिए आजाद कर देते हैं बोलते हुए वो चाकू को एकदम से ऊपर की तरफ उठाकर सीधा सुकून के ऊपर वार कर देता है। उसकी आंखें बेहद लाल हो चुकी थीं सुकून की जोरदार चीख उस कमरे में गूंज जाती हैं। उसकी पूरी नींद हवा हो चुकी थी।
फ्लैशबैक एंड, अव्वेयान बाथरूम के दरवाजे पर खड़े बेहोश हो चुकी चाहत को देख रहा था ।वो क्रिपी स्माइल के साथ उसे देख उसकी तरफ कदम बढ़ा देता है। उसके हाथ में पानी का जाग था जिसे उसने अभी ही टी टेबल से उठाया था , वो पूरा जग चाहत के उपर ही खाली kr देता है। चाहत जो बेहोश हो गई थी एकदम से घबरा कर खड़ी होती है। उसका चेहरा सीधा अव्वेयान के चौड़े सीने से जाकर लगता है। वो अपना सर पकड़ लेती है । उसे अपने चेहरे पर तेज दर्द का एहसास हुआ था । वो धीरे से अपने पलकें ऊपर की तरफ देखते हैं। अव्वेयान गहरी मगर सर्द आवाज में बोला ,, मैं यहां तुम्हें आसाराम करने के लिए नहीं लेकर आया हूं । जाओ जाकर अपनी हालत सुधारो और चुपचाप मेरे बच्चों की केयर करना अगर उन्हें जरा भी दिक्कत हुई तो दिक्कत तुम्हें भी बहुत ज्यादा हो सकती है । गेट लॉस्ट, वो चाहत को झटक कर चला जाता है । चाहत धीरे कदमों से बाथरूम की तरफ कदम बढ़ा देते हैं।वो शॉवर ऑन करते उसके हाथ पैर बुरी तरीके से कांप रहे थे । वो वॉल से लग खिसकते हुए शावर के नीचे बैठ जाती है । अपने पैर को दुसरे पैर और पर रख एक-एक करके कांच निकलने लगते हैं । उसके गीले बाल चेहरे पर झूल रहे थे , गार्डन से खून निकलते हुए उसकी वाइट फ्रॉक पर लग रहा है। वह धीरे से उस बीड़ी को अपने गले से निकाल कर साइड में रख देते हैं । उसके हाथ खून से सन चुके थे , दर्द में आंसू निकलने लगते हैं। उसे गर्दन में तेज दर्द महसूस हो रहा था, हाथ में खून एक बार फिर आ जाता है । आंसू तेज हो जाते हैं । वह एक-एक करके अपने पैर के हाथ के और घुटने में लगी हुई कांच को निकलते हैं, उसकी सांसे बेहद तेज चल रहे थे। अपना चेहरा घुटनों पर छिपा रोते हुए बोली, आप लोग मुझे छोड़कर क्यों चले गए, प्लीज प्लीज मुझे वापस बुला लीजिए , मैं यहां नहीं यहां नहीं रह सकती , दर्द हो रहा है मुझे , बोलते हुए वह ऐसे ही बैठे रोती रहती हैं । एक घंटे से शावर के ठंडे पानी में खुद को भिगोते रहते हैं। उसका शरीर बिल्कुल बर्फ की तरह ठंडा हो चुका था। उसे किसी भी चीज का होश नहीं था, तभी कोई उस बाथरूम के दरवाजे पर नोक करता है। चाहत काप्ती हुए नजरे उठा सामने देखती है। और धीरे कदमों से उठ दरवाजे की तरफ बढ़ जाती है। कपड़े भीगने की वजह से उसके शरीर से चिपक चुके थे और खून धुल कर जमीन पर बह गया था, जख्म हल्के नीले से हो गए थे, चाहत सामने खड़ी औरत को देख रही उसने कुछ कहने की जहमत नहीं उठाई थी, अपना सर झुका लेते हैं । वो औरत उसके हाथ में कुछ कपड़े थे वह उसे कंधे से पकड़ नरमी से बोली,, बैठा आप पहले नंबर जाकर अपने कपड़े चेंज कर लो वरना सर्दी हो जाएगी चाहत अपना सर हिला कपड़े उठा लेती हैं ।और लंगड़ा आते हुए बाथरूम में चले जाती हैं । कुछ देर बाद, वो बाहर आती हैं। उसने इस वक्त एक नॉर्मल ढीला सा प्लाजो पर छोटी सी कुर्ती पहनी हुई थी , जो ब्लैक कलर की थी , और उसमें चिकन की कारीगरी करी गई थी, जिसमे वो काफी प्यारी लग रही थी। चाहत ने जैसे उस कुर्ती को पहना था , उस पर वह जच रही थी, उसे देखकर ऐसा लग रहा था जैसे उसके लिए ही बनाई गई हो। वो बाहर आती है पर बाहर उसे तारा जी नज़र नही आती वो चुपचाप बैड के तरफ जाने लगती है । तभी अव्वेयान उसे बाजू से पकड़ घूमाते हुए खुद के नज़दीक कर कंधों पर अपनी उंगलियां धसा देता है। चाहत के इस इश्क निकल जाते हैं। वह एक नजर अपने कंधों को देखने के बाद अपने सामने खड़े और अव्वेयान को देखती हैं। जो डरावनी आंखों से उसे ही घूर रहा था। अव्वेयान उसके आंखों में झांकते हुए बोला ,, तुम्हारी इतनी औकात नहीं है । कि तुम मेरे बिस्तर पर a सको इस कमरे में तुम्हारा कुछ भी नहीं है दफा हो जाओ यहां से। वो लगभग दहाड़ रहा था। चाहत की जान सूख जाती हैं। उसकी सांस तेज होने लगती है ,उसका शारीर कप गया था वो नाजुक सी लड़की थी, चिल्लाने भर से उसकी जान सूख जाती थीं, वो छोटे कदमों से बाहर आती है । उसके लिए यह घर एकदम नया था उसे नहीं पता था उसे कहां जाना है वो इधर-उधर भटकते हुए सीधा लिविंग हॉल में आते हैं और वही कोच पर सो जाती है। Next morning , चाहत की आंख अचानक से खुल जाती है वह सपने में भी डरी हुई थी, शायद अव्वेयान की वजह से काफी ज्यादा डर चुकी थी, उसकी नजर दरवाजे पर जाती है जो कि खुला हुआ था । वह इधर-उधर देखते हुए जल्दी से बाहर की तरफ क़दम बढ़ा देती है। वो जैसे ही मैन गेट के पास आती है गार्ड्स उसे रोक लेते हैं । वो अपने हाथ जोड़ घबराते हुए बोली,, प्लीज प्लीज भैया मुझे जाने दी। जिए आप मैं आपको नहीं जानती पर आप तो मेरी मे..री मदद कर सकते हैं ना , मुझे यहां से जाने दीजिए , वे डरते हुए कभी पीछे देखती है तो कभी आगे जाने की जिद कर रही थी, उसकी आंखों से आंसू निकल रहे थे वह किसी छोटे बच्चों की तरह बार-बार रोने लग जाती थी। उस गार्ड का दिल थोड़ा सा सॉफ्ट हो जाता है। वो कुछ बोलने के लिए अपने होंठ खोलता उससे पहले ही एक गोली चलती हैं । जो सीधा उस गार्ड के आंखों के बीच लगती हैं । और वह किसी बेजान मुर्दे की तरह वहीं जमीन पर लुढ़क जाता है। चाहत घबराकर अपने कदम पीछे ले मुंह पर हाथ रख लेती है उ। सकी चीख निकलने वाली थी उसकी आंखें बड़ी हो चुकी थी, आंखों से आंसू निकल रहे थे पूरा शरीर दर से कांप चुका था ,उसका अंदर जान नही बची थी उसे अपने पीछे बहुत ही डरावना और सख्त ओरा महसूस हो रहा था , जिसे मेहसूस कर चाहत का जि&स्म पसीने से भर जाता है। अव्वेयान गर्म सांस छोड़ते हुए बिना इमोशंस के बोला,, अगर इस घर से एक कदम भी तुमने बाहर निकालने की कोशिश करी तो इन सब की मौत होगी और उसकी जिम्मेदार सिर्फ तुम होगी मैसेज चाहत अव्वेयान राजगीर,, चाहत एकदम से पीछे की तरफ होती दोनों का चेहरा एक दुसरे के काफ़ी नज़दीक आ गाया था, उन दोनों की नाक आपस में टच हो रही थी जहां चाहत की आंखों में डर बेशुमार था , तो वही अव्वेयान की नजर एकदम सख्त थी, वह चाहत की तरफ कदम बढ़ाते हुए दांत पीसकर बोला ,, भागना चाहती थी यहां ; चाहत घबराहट में अपने कदम पीछे लेते हुए हकलाकर बोली, न.हीं न.हीं आप जैसा समझ रहे हैं वैसा वेसा बिल्कुल नहीं है। वैसा नहीं है तो कैसा है। तुमही बता दो " वो में में यह बस बस , वह अपनी नजरे चुरा रही थी अव्वेयान इस तरीके से उसकी तरफ कदम बढ़ाते हुए उसे की दीवार से लगा देता है। चाहत जैसे ही उसे एहसास होता है पीछे आप और जानने की जगह नहीं है अपना चेहरा टेढ़ा कर पीछे दीवार की तरफ देखती हैं । आप यहां उसके चेहरे पर झुकते हुए गहरी आवाज में बोला ,, i say speak idiot i asked where were you going अकीरा अपनी नजरे इधर-उधर करने लगते हैं उसे बहुत ही ज्यादा घबराहट हो रहे थे उसके साथ से तेज चलने लगी थी माथे पर ठंडा पसीना आने लगता है। पसीने की एक बूंद उसके सर से निकाल कर कान तक आ जाते हैं अव्वेयान उसके उस पसीने की बूंद को अपनी उंगली में ले लेता है । और उसे बिल्कुल अकीरा की आंखों के सामने ला उसकी आंखों के पास छीटा मारता है इसके साथ चाहत एकदम से चमक जाती है।