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My Devil Lover 😈

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Artika Mishra

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विराग रावत एक फेमस बिज़नेसमैन और उससे ज्यादा खतरनाक जो अपनी बहन का बदला लेने के लिए चाहत को अपने विला में कैद कर लेता है और दिन रात टॉर्चर करता है ? चाहत भी मजबूर होकर चुपचाप सब कुछ सहती रहती है ? आखिर कब तक विराग चाहत को टॉर्चर करेगा ? और आखिर चाहत...

Total Chapters (32)

Page 1 of 2

  • 1. My Devil Lover 😈 - Chapter 1

    Words: 1141

    Estimated Reading Time: 7 min

    दिल्ली नई दिल्ली (अंग्रेज़ी: New Delhi) भारत की राजधानी है। यह भारत सरकार और राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र दिल्ली सरकार के केंद्र के रूप में कार्य करती है। नई दिल्ली दिल्ली महानगर के भीतर स्थित है, और यह दिल्ली संघ राज्य क्षेत्र के ग्यारह ज़िलों में से एक है। भारत पर अंग्रेज शासनकाल के दौरान सन् 1911 तक भारत की राजधानी कलकत्ता (अब कोलकाता) था। अंग्रेज शासकों ने यह महसूस किया कि देश का शासन बेहतर तरीके से चलाने के लिए कलकत्ता की जगह यदि दिल्‍ली को राजधानी बनाया जाए तो बेहतर होगा क्‍योंकि यहां से शासन का संचालन अधिक प्रभावी होगा। इस पर विचार करने के बाद अंग्रेज महाराजा जॉर्ज पंचम ने देश की राजधानी को दिल्‍ली ले जाने के लिए आदेश दे दिए। रावत विला , दिल्ली का सबसे शानदार विला जो अपनी खूबसूरती के लिए पूरी दिल्ली में मशहूर था व्हाइट कलर का बड़ा सा विला जो देखने में बहुत ज्यादा खूबसूरत था सिर्फ बाहर से ही नहीं अंदर से भी बहुत खूबसूरत था उस बिला में बहुत सारी महंगी चीज रखी हुई थी जो यहां के मालिक के खास ऑर्डर पर  विदेश से मंगवाई गई थी । विला के हॉल में एक लड़की एटीट्यूड में सोफे पर बैठी हुई कॉफी पी रही थी वो देखने से ही काफी ज्यादा अमीर लग रही थी ब्लैक कलर की वन पीस ड्रेस पैरों में हाई हील्स चेहरे पर भरपूर में मेकुप और ब्राउन कलर के हेयर जिन्हें नीचे से करली किया गया था । वह लड़की कितनी ज्यादा घमंडी होगी यह उसके चेहरे से साफ पता चल रहा था तभी उसके पास खड़ी उसकी असिस्टेंट उससे कहती हैं " माया मेम एक बात सोच कर देखिए , उस लड़की का इस बिला में रहना आपके लिए खतरा साबित हो सकता है " । अपनी असिस्टेंट की बात सुनकर माया घर कर उसे देखती है और अपनी एटीट्यूड भरी आवाज में कहती हैं "  खतरा , और वह भी उस नौकरानी से , जिसकी कोई औकात नहीं है " कहते हुए माया के होठों पर एटीट्यूड स्माइल थी । असिस्टेंट माया को समझाते हुए कहती है " खतरा अभी नहीं है लेकिन खतरा आपके लिए बाद में हो सकता है , उस लड़की को देखा है इतनी खूबसूरत है नौकरानी के कपड़ों में भी हीरोइन लगती हैं और विराग सर तो ? असिस्टेंट की बात पूरी हो पाती की माया गुस्से से भरी उसे एक नजर देखती है और कहती है " मैं विराग रावत की गर्लफ्रेंड हूं  और वह मुझसे बहुत प्यार करता है , और वो लड़की एक कातिल है जिससे विराग को कभी प्यार नहीं हो सकता " । असिस्टेंट ने आगे कुछ नहीं कहा क्योंकि वह समझ गई थी की उसकी मैडम घमंड के चक्कर में पागल हो गई है , वो अभी तो इस चीजों पर ध्यान नहीं दे रही लेकिन बाद में वो इसी पर पछता सकती थी । ______________ एक कमरा जो पूरे काले कलर का था , उसे कमर में जरूर की सारी चीज मौजूद थी ,  कमरे में मौजूद बीचो-बीच बेड पर एक लड़की जिसने व्हाइट कलर की फ्रॉक पहन रखी थी बैठी डर से कांप रही थी , उसके होंठ डर से सूख गए थे , सांसे ऊपर के ऊपर और नीचे की नीचे अटकी हुई थी उसी वक्त वॉशरूम का दरवाजा खुला और विराग रावत कमरे के अंदर आया , गोरा लंबा चेहरा बड़ी-बड़ी दाढ़ी नीली आंखें मस्कुलर बॉडी उसने अभी सिर्फ अपनी कमर पर एक पतली सी टॉवल लपेट रखी थी आकर्षक इतना ज्यादा की कोई लड़की उसे देखे तो उसमे खो जाए , और उम्र 25 साल गुस्सा इतना तेज की सामने वाले की पेंट गीली हो जाए और हैंडसम इतनी ज्यादा की लड़कियां उन्हें देखने से खुद को रोक न पाए । लेकिन उसके सामने बेड पर मौजूद लड़की उससे डर रही थी , और उसे देखते हुए पीछे खिसक रही थी तभी उसके कानों में विराग की दमदार आवाज पड़ती है " rabbit अब अगर पीछे खिसकने की कोशिश की जो में तुम्हारे कातिल होते हुए भी तुम्हारे बाप का इलाज करवा रहा हूं वह रोक दूंगा " । इतना सुनते ही लड़की जिसका नाम चाहत था वो अपनी जगह पर जम गई और डरी सहमी नजरों से विराग को देखते हुए धीरे से कहती हैं " चाहत अपनी कसम खा कर कहती है कि उसने जानबूझकर ? चाहत की बात पूरी हो पाती तभी विराग बेड के पास आया और बेड पर अपने दोनों हाथ रखकर उसके ऊपर झुकने लगा उसे अपने ऊपर झुकता देखकर चाहत की धड़कन डर की वजह से काफी तेज चलने लगी इतनी तेज की विराग को भी उसकी धड़कनों की आवाज साफ सुनाई दे रही थी लेकिन वह उन्हें इग्नोर करके उसने चाहत को बेड पर धक्का दे दिया और  उसके ऊपर जाकर उसके साथ जबरदस्ती करने लगा , चाहत अपनी पूरी कोशिश कर रही थी उसे खुद से अलग करने की लेकिन कहां वो 17 साल की लड़की और कहां वह 25 साल का , और जितना उसे टॉर्चर किया गया था उसकी मेंटल कंडीशन भी ठीक नहीं थी उस गुनाह की उसे सजा मिल रही थी जो उससे गलती से हुआ था लेकिन उस गुनाह की इतनी भारी सजा ? विराग के नीचे चाहत दर्द से तड़प रही थी क्योंकि विराग का प्यार कोई प्यार नहीं बल्कि अत्याचार था , उससे बदला लेने का तरीका ? जो वो आज उससे इस तरीके से ले रहा था ? चाहत विराग को झेल नही पाई और कुछ ही घंटे में बेहोश हो गई उसे देखकर ऐसा लग रहा था जैसे उसके शरीर में जान ही ना बची हो , लेकिन विराग को उस पर कोई दया नहीं आई वो बेहोशी में भी उसका फायदा उठा रहा था। कुछ घंटे बाद जब विराग सेटिस्फाइड हो गया उसने अपना सारा गुस्सा चाहत पर निकाल लिया तो उसके ऊपर से उठा उसने मुड़कर उसे देखा भी नहीं और सीधे वॉशरूम में चला गया और कुछ देर बाद रेडी होकर कमरे से बाहर निकल गया। __________ विराग जैसे ही हॉल में आया माया उसके सीने से लग गई और दुखी होने की एक्टिंग करते हुए कहती हैं " जब से तुम उस लड़की को यहां लेकर आए हो मुझ पर बिल्कुल ध्यान ही नहीं दे रहे , एक ही बार में मार दो ना उसे लड़की को " । माया ने इतना कहा ही था कि विराग गुस्से में अपने दांत पीसते हुए कहता है " उस लड़की ने जो मुझे दर्द दिया है उसकी मौत इतनी तो आसान नहीं होगी मरेगी लेकिन तड़प तड़प कर " विराग की बातें सुनकर माया अंदर ही अंदर बहुत ज्यादा खुश हो रही थी तभी उसके कानों में विराग की आवाज पड़ती है " बेहोश हो गई है डॉक्टर को बोल कर दिखा देना मैं ऑफिस जा रहा हूं " इतना बोलकर विराग वहां से चला जाता है  । ____________ आखिर चाहत में कौन सा गुनाह किया है ? और क्यों विराग उसे सजा दे रहा है ?

  • 2. My Devil Lover 😈 - Chapter 2

    Words: 1479

    Estimated Reading Time: 9 min

    रावत विला माया ने इतना कहा ही था कि विराग गुस्से में अपने दांत पीसते हुए कहता है " उस लड़की ने जो मुझे दर्द दिया है उसकी मौत इतनी तो आसान नहीं होगी मरेगी लेकिन तड़प तड़प कर " विराग की बातें सुनकर माया अंदर ही अंदर बहुत ज्यादा खुश हो रही थी तभी उसके कानों में विराग की आवाज पड़ती है " बेहोश हो गई है डॉक्टर को बोल कर दिखा देना मैं ऑफिस जा रहा हूं " इतना बोलकर विराग वहां से चला जाता है  । माया गुस्से में बाकी नौकरानियों के साथ विराग के कमरे में आती है जैसे ही उसकी नजर बेड पर बेहोश चाहत पर जाती  है उसका खून खौल उठता है , वो गुस्से में बेड के पास आती है उसका मन तो कर रहा था कि वह चाहत को जान से मार दे लेकिन उसने अपने गुस्से को कंट्रोल किया और नौकरानी को आर्डर देते हुए कहती है " इसके ऊपर पानी डालो " । माया की बात सुनकर एक नौकरानी डरते हुए कहती है " लेकिन मैडम विराग सर ने ? आगे के शब्द उसे नौकरानी के मुंह में ही रह जाते हैं क्योंकि माया गुस्से से उसे देख रही थी , नौकरानी बेड के पास आई और पास रखे स्टूल से पानी का जग उठाया और चाहत के ऊपर डाल दिया । पानी पड़ने से चाहत की आंखें धीरे धीरे खुलने लगी,  उसने जैसे ही सामने माया को देखा डर से जल्दी से उठने की कोशिश करने लगी लेकिन कल रात की हुई उसके साथ हैवानियत का दर्द उसे उठने नहीं दे रहा था दर्द से उसकी आंखों से पानी बहने लगा लेकिन माया को उस पर कोई तरस नहीं आया । चाहत को उठना ना देखकर माया गुस्से में उसके पास आती है और उसके बालों को पीछे से पकड़ कर एक जोरदार थप्पड़ उसके गाल पर मारते हुए कहती है " लगता है एक ही रात में अपनी औकात भूल गई , इसलिए तो इतनी देर तक महारानियों की तरह सो रही है ( चिल्लाते हुए ) काम कौन करेगा तू या अस्पताल में भर्ती तेरा बाप " कहते हुए माया की पकड़ चाहत के बालों पर काफी ज्यादा मजबूत थी । चाहत की पहले से ही मेडिकल कंडीशन ठीक नहीं थी और कल रात के बाद उसकी बॉडी में बहुत तेज दर्द हो रहा था और खासकर उसकी लोअर बॉडी में । माया के साथ वहां खड़ी नौकरानी को भी चाहत पर कोई तरस नहीं आ रहा था क्योंकि अगर वह उस पर तरस करती तो  माया उन्हें नौकरी से निकाल देती । और कहते हैं ना बाप बड़ा ना भैया सबसे बड़ा रुपैया , सारी नौकरानी चुपचाप यह सब देख रही थी,  । माया चाहत का चेहरा अपनी तरफ करके गुस्से में दोबारा कहती है " आइंदा तूने अगर ऐसी लापरवाही की तो विराग से बुरा कोई नहीं होगा और जो तेरे बाप का विराग के पैसों से इलाज चल रहा है वो रुक जायेगा और तेरा बाप सीधे ऊपर निकल लेगा " । अपने पापा के बारे में आते ही चाहत दर्द भरी आवाज मैं माया से धीरे से कहती हैं " नही मैडम आप ऐसा मत कीजिए , मेरे पास एक ही तो सहारा है मेरे पापा , आप लोग जैसा कहेंगे चाहत बिल्कुल वैसा ही करेगी और रही बात सारे काम की तो चाहत सब कुछ कर लेगी आपको कोई शिकायत का मौका नहीं देगी बस आप चाहत के पापा को " कहते हुए चाहत रोने लगी । माया ने घमंड से मुस्कुराते हुए उसके दोनों गालों को पकड़ा और उसकी आंखों में देखते हुए कहती है " गुड , अपनी कभी औकात मत भूलना क्योंकि तुम सिर्फ विराग के बिस्तर तक आ सकती हो उसके दिल में नही " इतना बोलकर माया गुस्से में चाहत के बालों को छोड़ता है और कमरे से बाहर चली जाती है उसके साथ-साथ नौकरानियां भी कमरे से बाहर चली जाती हैं । _________ चाहत बड़ी मुश्किल से अपने आंसू साफ करती है और ब्लैंकेट को कवर करके वहां से जाने लगती है तभी उसकी नजर बेडशीट पर जाती है जिसमे रेड स्टेन लगा हुआ था , यहां देख कर चाहत काफी ज्यादा घबरा जाती है और जल्दी से उठकर बेडशीट को बेड से निकालती है और जल्दी से दूसरी बेडशीट को लगाकर उस बेडशीट को वॉशरूम में जाकर धोने लगती है । ____________ रावत ग्रुप एंड इंडस्ट्री कंपनी के टॉप फ्लोर पर एक केबिन बना हुआ था जिसके बाहर डायमंड प्लेट पर डायमंड से V.R केबिन लिखा हुआ था  , केबिन के अंदर विराग रोल चेयर पर बैठा हुआ गुस्से में किसी से बात कर रहा था " उस लड़की को जेल भेज कर उसे इतनी आसान सजा विराग रावत नहीं देगा , बल्कि उसे इतना दर्द देगा की उसे दर्द के आगे वह मौत को गले लगाना चाहेगी लेकिन विराग रावत उसे मौत भी नहीं देगा " । फोन की दूसरी तरफ से उसकी दादी हेतल रावत कहती है " लेकिन यह मत भूलो विराग उस मेंशन में तुम्हारी गर्लफ्रेंड भी है और अपने बारे में तो नहीं कम से कम उसके बारे में तो सोचो तुम्हें उसे लड़की के साथ देखकर माया को कैसा लगता होगा ? और कुछ दिनों बाद तो तुम लोगों की इंगेजमेंट भी होने वाली थी इंगेजमेंट करने में क्या प्रॉब्लम है ? और वैसे भी जो होना था वह तो हो गया और यह सब करके हम सोनिया या उसके होने वाले बच्चे को वापस नही ला सकते इसलिए इमोशनली नहीं बल्कि प्रैक्टिकल होकर सोचो की उस लड़की को अपने मेंशन मे रखने से तुम दोनों का रिश्ता खराब हो सकता है " । हेतल की बात सुनकर विराग कुछ नहीं कहता और फोन कट करके अपना काम करने लगता है । ____________ रावत मेंशन , चाहत अपनी दर्द को बर्दाश्त करते हुए सारा काम कर रही थी और माया के कहने पर नौकरानी उसका काम बढ़ा रही थी , चाहत अपने घुटनों के बल बैठकर पोछा लगा रही थी उसकी हालत बहुत ज्यादा खराब थी इस वक्त उसने नौकरानी के कपड़े पहने हुए थे । जिस जगह पर वो पोछा लगा चुकी थी तभी माया अपने हाथ में पकड़े जूस के गिलास से सारा जूस फर्श पर डाल देती है और गुस्से में चाहत से कहती है " आंखें खराब हो गई है सही से सफाई करो ? माया की बात सुनकर चाहत हैरानी से उस फर्श को देखती हैं जहां पर जूस पड़ा हुआ था, चाहत समझ गई थी लेकिन फिर भी कुछ नहीं रहती और वापस से अपना काम करने लगती है उसे काम करते-करते चार से पांच घंटे हो जाते हैं और उसका काम भी खत्म हो जाता है। उसी वक्त माया के फोन पर किसी की कॉल आती है और वो अपना फोन लेकर वहां से चली जाती है , सारा काम हो जाने के बाद चाहत थोड़ी देर आराम करने का सोचती है और अपने कमरे में जाने लगती है तभी अचानक से थकान और भूख की वजह से उसका सर हल्का हल्का घूमने लगता है । चाहत अपने सर पर हाथ रखकर वहां से जाने लगती है तभी वो सामने से आ रहे विराग से टकरा कर जमीन पर गिरने लगती है तभी विराग उसकी कमर को पकड़कर उसे गिरने से बचा लेता है । चाहत यह महसूस होते ही जैसे ही अपने सामने खड़े विराग को देखती है उसकी आंखों में खौफ आ जाता है कल रात का नजारा विराग की हैवानियत उसकी आंखों के सामने आने लगती है और वो डर से कांपते हुए खुद को छुड़ाने की कोशिश करने लगती है लेकिन विराग उसे मजबूती से पकड़े हुए गुस्से से उसको घूर रहा था जैसे उसे अभी जान से मार देगा । अपने फ्रेंड से बात करके जैसे ही माया वहां आती है उसकी नजर सामने खड़े विराग और चाहत पर पड़ती है जिसे देखकर उसकी आंखों में गुस्सा उतर आता है , वह जल्दी से अपने कदम बढ़ाकर चाहत के पास आती है और उसे विराग से अलग करके उसके गालों पर एक जोरदार थप्पड़ मार कर अपने दांत पीसते हुए कहती है " यहां कभी मत भूलना कि तुम इस घर की नौकरानी हो और में विराग की होने वाली वाइफ " । थप्पड़ इतनी जोर का था की चाहत का गाल सुन्न पर जाता है और उसके होठों से खून निकलने लगता है लेकिन वह अपने दर्द को बर्दाश्त करके माया के सामने अपने हाथ जोड़ते हुए कहती है " चाहत आप लोगों की सारी सजा भुगतने के लिए तैयार है और जैसे ही पापा ठीक हो जाएंगे चाहत जेल चली जाएगी , क्योंकि चाहत से गलती ? चाहत की बात पूरी हो पाती की तभी विराग गुस्से में उसके गले को पकड़ लेता है और अपने दांत पीसते हुए कहता है " गलती नहीं गुनाह किया था जिसकी सजा कोई कानून नहीं विराग रावत देखा " इतना बोलकर विराग चाहत के गले को छोड़कर उसका हाथ पकड़ कर उसे गुस्से में खींचते हुए वहा से अपने कमरे की तरफ लेकर जाने लगता है ।

  • 3. My Devil Lover 😈 - Chapter 3

    Words: 1104

    Estimated Reading Time: 7 min

    रावत विला चाहत की बात पूरी हो पाती की तभी विराग गुस्से में उसके गले को पकड़ लेता है और अपने दांत पीसते हुए कहता है " गलती नहीं गुनाह किया था जिसकी सजा कोई कानून नहीं विराग रावत देखा " इतना बोलकर विराग चाहत के गले को छोड़कर उसका हाथ पकड़ कर उसे गुस्से में खींचते हुए वहा से अपने कमरे की तरफ लेकर जाने लगता है । खनक की हालत बहुत ज्यादा खराब हो गई थी कुछ तो विराग की हैवानियत की वजह से और कुछ उसकी मेडिकल कंडीशन की वजह से । विराग ने उसके हाथ को इतनी मजबूती से पकड़ रखा था कि वह बेचारी चाहकर भी अपने हाथ को छुड़ा नहीं पा रही थी । वही माया अपनी जलती निगाहों से यह सब देख रही थी उसे यहां सब देखकर बहुत ज्यादा गुस्सा आ रहा था लेकिन जब तक वह परमानेंट विराट की वाइफ नहीं बन जाती वो उसे मना नहीं कर सकती थी और अगर कभी उसने गलती से भी ऐसा किया तो उसे विराग का रौद्र रूप झेलना पड़ता ? ____________ विराग का कमरा, विराग चाहत का हाथ पड़कर उसे खींचते हुए कमरे में लेकर आता है और एक झटके से उसका हाथ छोड़ कर दरवाजे के पास जाकर दरवाजा बंद करने लगता है । दरवाजा बंद करने की आवाज सुनकर चाहत का दिल धक्क से रह गया, डर की वजह से सांस अटक गई एक बार फिर से उसे वही दर्द झेलना होगा यहां सोच कर वो नर्वसनेस में अपने निचले होठ को काटने लगती है। तभी विराग अचानक से उसकी तरफ पलटता है , और उसे गुस्से से देखते हुए अपना कोट निकाल कर जमीन पर फेंक देता है और धीरे-धीरे अपनी शर्ट के बटन खोलते हुए उसकी तरफ अपने कदम बढ़ाने लगता है । विराग को अपनी तरफ आता देखकर चाहत की पूरी बॉडी दर से कांपने लगती है और वह अपने कदम पीछे लेने लगती है और कदम पीछे लेते-लेते वो बेड से टकरा कर रुक जाती है और जैसे ही पलट कर विराग को देखती है, तो उसके रोंगटे खड़े हो जाते हैं क्योंकि विराग उसके बहुत करीब था और उसे गुस्से से देख रहा था इस वक्त वो शर्टलेस था और उसकी बॉडी काफी ज्यादा अट्रैक्टिव लग रही थी जिसे देखकर कोई भी लड़की उसके करीब आना चाहे । विराग चाहत को देखते हुए अपनी पैंट से अपनी बेल्ट को निकलने लगता है यहां देखकर तो डर से चाहत की सिटी पिट्टी गुल हो जाती है उसके होंठ कुछ बोलना चाहते थे लेकिन डर की वजह से उसके होंठ कांप रहे थे। विराग बेल्ट को निकाल कर जमीन पर फेंक देता है और अचानक से चाहत को बेड पर धक्का देकर उसके ऊपर आ जाता है , चाहत उसे खुद से दूर करने की नाकाम कोशिसे  कर रही थी क्योंकि विराग के उसके ऊपर होने से उसकी बॉडी में बहुत तेज दर्द हो रहा  था । चाहत रोते हुए मिन्नते करते हुए कहती है " प्लीज ये सब मत कीजिए बहुत दर्द होता है " । लेकिन विराग उसके आंसू उसकी मिन्नत को इग्नोर करके उसके दोनों हाथों को अपने एक हाथ में पकड़ कर उसके सर के ऊपर कर देता है और गुस्से में उसकी आंखों में देखते हुए कहता है " rabbit  मैं तुम्हें सिर्फ दर्द देने के लिए ही यह सब कर रहा हूं , क्योंकि तुम्हें दर्द होगा और मेरे दिल को सुकून मिलेगा , क्योंकि जो तुमने मेरे साथ किया है उसके आगे तो यह कुछ भी नहीं है ? विराग की बातें सुनकर चाहत कुछ नहीं कहती और दर्द से अपनी आंखों को बंद करके इस दर्द को झेलने की कोशिश करने लगती है । विराग गुस्से में चाहत के होठों पर अपने होंठ रखकर किस करने लगता है लेकिन उससे भी चाहत को सिर्फ दर्द हो रहा था क्योंकि विराग उसे किस नही उसके होठों को बुरी तरीके से कांट रहा था । होठों को काटने के बाद विराग एक झटके से चाहत के कपड़ो को फाड़ देता है , अब चाहत उसके सामने अपने अंडरगार्मेंट में थी । चाहत उसकी इस हरकत पर और भी ज्यादा सहम जाती हैं और उसकी आंखों से आंसू निकलने लगते हैं वो एक बार फिर से खुद को छोड़ने के लिए मिन्नतें करने लगती है लेकिन उसकी मिन्नतों का विराग पर कोई असर नहीं होता और वो उसके साथ  जबरदस्ती करने लगता है, और काफी देर तक करता है और उसके बाद वो बिना वार्निंग दिए चाहत के अंदर एंटर करता है जिससे चाहत की दर्द भरी चीख निकल जाती है जिसे सुनकर विराग डेविल स्माइल करता है और अपनी स्पीड को और भी तेज कर देता है जो चाहत बिल्कुल भी बर्दाश्त नहीं कर पा रही थी और कुछ ही घंटे में बेहोश हो जाती है , वही विराग को इससे कोई फर्क नहीं पड़ता और वो उसके साथ वही सब दोबारा करने लगता है । ______________ माया बाहर खड़ी गुस्से में विराग के बंद दरवाजे को देख रही थी इस वक्त उसकी आंखें गुस्से से बिल्कुल लाल थी तभी वहां पर उसकी असिस्टेंट आती है और उसे समझाते हुए कहती है " मैडम अभी भी मेरी बात मान लीजिए , कहीं ऐसा ना हो वह लड़की प्रेग्नेंट हो जाए और विराग सर के बच्चे की मां बन जाए क्योंकि अगर एक बार ऐसा गलती से भी हो गया तो आपका जो सपना है वह हमेशा के लिए सपना ही बनकर रह जाएगा ? असिस्टेंट की बात सुनकर माया गुस्से से उसे देखती है और गुस्से में उसकी कहीं बातों को सोचने लगती है तो उसे अपने असिस्टेंट की बात गलत नहीं लगती , क्योंकि भले ही वह विराग की गर्लफ्रेंड थी लेकिन आज तक विराग ने उसे छुआ नहीं था और ना ही कभी वह उससे शादी करना चाहता था वो तो उसकी फैमिली प्रेशर की वजह से माया से इंगेजमेंट करने के लिए तैयार हुआ था और तभी यह हादसा हो गया , लेकिन विराग न सिर्फ उस लड़की को छू रहा है बल्कि उसके साथ फिजिकल रिलेशन भी बना रहा है और गलती से भी उसके दिल में उसके लिए थोड़ी सी फिलिंग्स आ गई तो अगर कभी ऐसा हो गया तो सब कुछ बर्बाद हो जाएगा , वो कंगाल हो जाएगी उसका सपना मात्र एक सपना बनकर ही रह जाएगा जो वो नहीं होने दे सकती उसे कैसे भी करके विराग के दिल में उस लड़की के लिए इतनी नफरत भरनी पड़ेगी की वो उस लड़की को जान से मार दे और उसके बाद उन दोनों के बीच कोई नहीं आ सकता ? यहां सब सोच कर माया खतरनाक तरीके से मुस्कुराने लगी उसकी मुस्कुराहट बता रही थी कि आगे की जिंदगी चाहत के लिए बिल्कुल भी आसान नहीं होने वाली ।

  • 4. My Devil Lover 😈 - Chapter 4

    Words: 908

    Estimated Reading Time: 6 min

    रावत विला असिस्टेंट की बात सुनकर माया गुस्से से उसे देखती है और गुस्से में उसकी कहीं बातों को सोचने लगती है तो उसे अपने असिस्टेंट की बात गलत नहीं लगती , क्योंकि भले ही वह विराग की गर्लफ्रेंड थी लेकिन आज तक विराग ने उसे छुआ नहीं था और ना ही कभी वह उससे शादी करना चाहता था वो तो उसकी फैमिली प्रेशर की वजह से माया से इंगेजमेंट करने के लिए तैयार हुआ था और तभी यह हादसा हो गया , लेकिन विराग न सिर्फ उस लड़की को छू रहा है बल्कि उसके साथ फिजिकल रिलेशन भी बना रहा है और गलती से भी उसके दिल में उसके लिए थोड़ी सी फिलिंग्स आ गई तो अगर कभी ऐसा हो गया तो सब कुछ बर्बाद हो जाएगा , वो कंगाल हो जाएगी उसका सपना मात्र एक सपना बनकर ही रह जाएगा जो वो नहीं होने दे सकती उसे कैसे भी करके विराग के दिल में उस लड़की के लिए इतनी नफरत भरनी पड़ेगी की वो उस लड़की को जान से मार दे और उसके बाद उन दोनों के बीच कोई नहीं आ सकता ? यहां सब सोच कर माया खतरनाक तरीके से मुस्कुराने लगी उसकी मुस्कुराहट बता रही थी कि आगे की जिंदगी चाहत के लिए बिल्कुल भी आसान नहीं होने वाली । _____________ पूरा दिन बीत गया था और रात हो गई थी लेकिन अभी तक विराग के कमरे से चाहत बाहर नहीं निकली थी और ना ही विराग , यहां देख कर माया को बहुत ज्यादा गुस्सा आ रहा था वो वही दरवाजे के पास खड़ी बंद दरवाजे को गुस्से से अपनी जलती निगाहों से देख रही थी जैसे उसे अभी अपनी आंखों से भस्म कर देंगी । ____________ कमरे के अंदर विराग चाहत के साथ वो सब करके थकान की वजह से उसके ऊपर ही सो गया था , वही मासूम सी चाहत उसके भारी शरीर के नीचे दबी बेहोश लेटी हुई थी , उसका पूरा शरीर बिल्कुल पीला पड़ गया था । तभी विराग के कानों में दरवाजे को जोर-जोर से पीटने की आवाज पड़ी और उसकी आंखें खुल गई । विराग ने एक नजर अपने नीचे दबी चाहत को देखा और तुरंत एक साइड हो गया तभी उसकी नज़र चाहत की नेक्ड बॉडी पर गई , जिस पर उसकी हैवानियत साफ नजर आ रही थी लेकिन विराग को इसके लिए कोई पछतावा नहीं था क्योंकि अगर चाहत मर भी जाती तब भी उसे कोई फर्क नहीं पड़ता , क्योंकि वो तो सिर्फ उससे अपना बदला ले रहा था। अभी वह चाहत की बॉडी को देख ही रहा था तभी उसकी आंखों के सामने एक लड़की का चेहरा आ गया और उसकी आंखें गुस्से से लाल हो गई तभी उसके कानों में  दरवाजा पीटने की आवाज पड़ी और वो अपनी ख्याली दुनिया से बाहर आया ,। उसने बेढंग से बिस्तर पर पड़ा ब्लैंकेट उठाकर चाहत की बॉडी पर डाल दिया और अपने कपड़े पहन कर बेड से उतरकर दरवाजे के पास आया । उसने जैसे ही दरवाजा खोला सामने गुस्से में भरी माया खड़ी थी , माया को गुस्से से देखकर विराग के चेहरे पर कोई एक्सप्रेशन नहीं आए , माया जल्दी से उसके सीने से लिपट गई और मासूमियत का दिखावा करते हुए बोली " विराग मुझे बिल्कुल भी अच्छा नहीं लगता , और अगर तुम्हें उस लड़की को सजा देना है तो उसे जेल भेज दो , चाहे उसे जान से मार दो लेकिन उसे दूर करो , तुम जब भी उसके करीब होते हो मुझे बर्दाश्त नहीं होता ? विराग ने गुस्से में माया की बाजू को पकड़ कर उसे खुद से दूर किया और अपनी मर्दाना आवाज में बोला " तो बर्दाश्त करने की जरूरत ही क्या है , जबरदस्ती बर्दाश्त करना फिर जिंदगी जीने का फायदा ही क्या है ? माया हैरानी से विराग के चेहरे को देख रही थी कि आखिर वह कहना क्या चाहता है और शायद उसे समझ आ गया था कि बो क्या बोलना चाहता है इसलिए जल्दी से बात बदल कर मासूमियत से बोली " विराग am sorry , मेरा इंटेंशन तुम्हें हर्ट , एम सॉरी , मैं जानती हूं कि उस लड़की ने तुमसे क्या छीना है और उसे देखकर तुम्हें कितना गुस्सा आता है इसलिए तो मैं चाहती हूं कि वह लड़की , ( विराग का गुस्सा देखकर बात बदलते हुए ) अच्छा यह सब छोड़ो क्लब में पार्टी करने चलते हैं मैंने अपने और तुम्हारे सभी दोस्तों को पार्टी करने के लिए बुलाया है प्लीज मना मत करना " । विराग ने बिना किसी एक्सप्रेशन के अपना सर ना में हिला दिया, यहां देखकर माया के होठों की स्माइल बड़ी हो गई ,  और वो वहां से चली गई । ____________ कुछ घंटे बाद , माया रेडी होकर हाल में आई , उसने ब्लैक कलर की वन पीस ड्रेस जो उसके घुटनों से ऊपर और स्ट्रैप वाली थी , चेहरे पर हैवी मेकअप बालों को खुला छोड़ा हुआ और पैरों में ब्लैक कलर की हाई हील्स , और चेहरे पर एटीट्यूड तो इतना सारा की दर से ही पता चल रहा था कि यहां कोई अमीरजादी है । तभी उसकी नजर सीडीओ से उतरते विराग पर गई ब्लैक कलर की टी-शर्ट और उसके ऊपर ब्लैक कलर का जैकेट , ब्लैक कलर की जींस और पैरों में ब्लैक कलर के शूज , विराग बहुत ज्यादा हैंडसम लग रहा था उसके चेहरे पर एक अलग ही रौब था , विराट को देखकर माया के होठों की स्माइल बड़ी हो गई तभी उसके पीछे कुछ देखकर उसकी आंखों में खून उतर आया ।

  • 5. My Devil Lover 😈 - Chapter 5

    Words: 1333

    Estimated Reading Time: 8 min

    कुछ घंटे बाद , माया रेडी होकर हाल  आती है , उसने ब्लैक कलर की वन पीस ड्रेस जो उसके घुटनों से ऊपर और स्ट्रैप वाली थी , चेहरे पर हैवी मेकअप बालों को खुला छोड़ा हुआ और पैरों में ब्लैक कलर की हाई हील्स , और चेहरे पर एटीट्यूड तो इतना सारा की दर से ही पता चल रहा था कि यहां कोई अमीरजादी है । तभी उसकी नजर सीडीओ से उतरते विराग पर गई ब्लैक कलर की टी-शर्ट और उसके ऊपर ब्लैक कलर का जैकेट , ब्लैक कलर की जींस और पैरों में ब्लैक कलर के शूज , विराग बहुत ज्यादा हैंडसम लग रहा था उसके चेहरे पर एक अलग ही रौब था , विराग को देखकर माया के होठों की स्माइल बड़ी हो गई तभी उसके पीछे कुछ देखकर उसकी आंखों में खून उतर आता है । क्योंकि विराग के पीछे चाहत थी जिसने ग्रीन कलर का सिंपल सा फुल स्लीव का सूट पहना हुआ था जिसमें उसके कोई भी मार्क्स नहीं दिख रहे थे कोई मेकअप नहीं था लेकिन सादगी में भी वह बहुत खूबसूरत लग रही थी लेकिन उसके चेहरे पर कोई खुशी नहीं बल्कि उसकी आंखों में उसका दर्द साफ नजर आ रहा था और उसे ठीक से चला भी नहीं जा रहा था लेकिन फिर भी वह चल रही थी । विराग जैसे ही माया के पास आया माया गुस्से में चाहत को घूरते हुए कहती है " तुम किस लिए तैयार हुई हो " । माया की गुस्से से भरी आवाज सुनकर चाहत कुछ नहीं रहती तभी विराट अपनी दमदार आवाज में कहता है " यह हमारे साथ क्लब चल रही है ( चाहत को देखते हुए ) मुझे इस पर रत्ती भर भरोसा नहीं है हमारे जाने के बाद भागने की कोशिश करें तो ? विराग की बात सुनकर माया का चेहरा गुस्से से तमतमा जाता है  लेकिन चाहत कुछ भी नहीं रहती है क्योंकि वह   देर पहले की बातें सोच रही थी कैसे विराग ने उसे जबरदस्ती तैयार किया खुद के साथ जाने के लिए ? फ्लैशबैक चाहत उठने की कोशिश करती है लेकिन एक बार फिर से उसके मुंह से आह निकल जाती है और उसकी बॉडी में तेज दर्द होता है लेकिन वह अपने दर्द को इग्नोर करके बेड से उठकर बैठ जाती है उसी वक्त वॉशरूम का दरवाजा खुलता है और विराग कमरे के अंदर आता है । विराग को देखकर चाहत जल्दी से खुद को कवर कर लेती है और अपना सर झुका लेती है । विराट एक नजर उठाकर भी चाहत को नहीं देखा और ड्रेसिंग टेबल के पास आकर अपने बालों को हेयर ड्रायर से सुखाते हुए अपनी मर्दाना आवाज में चाहत को आर्डर देते हुए कहता है " 5 मिनट है तुम्हारे पास खुद को तैयार करने के लिए इन 5 मिनट में अच्छे से तैयार हो जाओ वरना मुझे बताने की जरूरत नहीं है कि मैं क्या करूंगा " । विराग की दमदार आवाज सुनकर चाहत की रूह कांप जाती  है वह उसे बताना चाहती थी कि वह बीमार है ? उसमें थोड़ी सी भी ताकत नहीं है लेकिन अपने पापा के बारे में सोचकर चाहत धीरे से अपना सर हिला देती है और अपने दर्द को इग्नोर करके खुद को अच्छे से ब्लैंकेट से कर करके कमरे से बाहर चली जाती है । ____________________ विराग कमरे के बाहर खड़ा बार-बार अपनी घड़ी में टाइम देख रहा था इस वक्त वह नॉर्मल खड़ा था लेकिन उसके खड़े होने का भी एक स्टाइल था जो उसे औरों से काफी ज्यादा डिफरेंट बनाता था इस वक्त उसके चेहरे पर कोई एक्सप्रेशन नहीं थे उसका चेहरा एक्सप्रेशनलेस था बस वह बार-बार अपनी घड़ी में टाइम देखे जा रहा था ,5 मिनट पूरे होने में 10 सेकंड बाकी थे।   तभी उसके कानों में किसी के चलने की आहट पड़ती हैं और वो बिना पलटे अपनी रौबदार आवाज में कहता है " वेरी गुड rabbit आखिर तुमने खुद को मेरी आज की सजा से बचा ही लिया " इतना बोलकर विराग चाहत की तरफ पलटा और गुस्से में उसे देखते हुए कहता है " और अगर तुम ऐसे ही मेरी बात मानती रही चुपचाप अपनी सजा को भुगतती रही मुझे खुश करती रही तो आई प्रॉमिस तुम्हारा बाप सांस लेता रहेगा , ( गुस्से में चाहत के दोनों गालों को पकड़ कर दबाते हुए ) लेकिन अगर तुमने विराग रावत के खिलाफ जाने की कोशिश की या अपना छोटा सा दिमाग ज्यादा चला कर यहां से भागने की कोशिश की तो एक सेकंड में तुम्हारे बाप के प्राण निकल जायेंगे । विराग की बातों को सुनकर चाहत के रोंगटे खड़े हो जाते हैं और वो बड़ी मुश्किल से बस इतना ही कहती है " चा,,,,,,,,,, हत् क ,,,,,, कही ,,,,,,,,,, ना नही,,,,,,,,, जाएगी आप प्लीज उसके पापा को कुछ मत कीजिए " इतना बोलकर चाहत दर्द से अपनी आंखें बंद कर लेती है । फ्लैशबैक एंड माया गुस्से में चाहत को देखते हुए विराग से कहती हैं " लेकिन विराग तुमने इसका स्टैंडर्ड देखा है यह हमारे साथ जाने के लिए क्या हमारे साथ खड़े होने के भी लायक नहीं है , अगर हम इसे अपने साथ पार्टी में ले जाएंगे तो हमारी कितनी बेज्जती होगी और अगर ऊपर से वहां मीडिया आ गई तो तुमने सोचा है क्या होगा ? विराग बिना किसी एक्सप्रेशन के अपनी मर्दाना आवाज में कहता है " ऐसा कुछ नहीं होगा क्योंकि विराग रावत के रहते ऐसा करना इंपॉसिबल है अब चलो " इतना बोलकर विराग ने चाहत के हाथ को कसकर पकड़ और उसे एक बार फिर से खींचते हुए बाहर ले जाने लगता है यहां देखकर माया जल बुनकर राख हो जाती है । _______________ विराग चाहत को खींचकर बाहर गाड़ी के पास लेकर आता है और गाड़ी का दरवाजा खोलकर उसे खींचकर गाड़ी के अंदर बिता देता है और खुद भी ड्राइविंग सीट पर बैठ जाता है । उसी वक्त माया गुस्से में चाहत की खिड़की के पास आती है  और दरवाजा खोल कर उसके हाथ को पकड़ कर अपने दांत पीसते हुए कहती है " तुम्हारी हिम्मत कैसे हुई मेरे विराग के साथ बैठने की " इतना बोलकर माया ने गुस्से में चाहत को खींचकर गाड़ी से बाहर निकाल दिया और खुद सीट को साफ करके बैठ गई, विराग ना देखते हुए भी यह सब देख रहा था लेकिन उसने कुछ बोला नहीं और एक नजर चाहत को देखकर अपनी मर्दाना आवाज में कहता है " जाकर पीछे बैठो " । चाहत एक नजर माया को देखती  है और धीरे से विराग से कहती है "  मुझे ,,,,,,, अपने ,,,,,, पापा को देखना है एक बार " । यहां सब चाहत बहुत हिम्मत करके विराग से कहती है क्योंकि वह जानती थी अगर वह वापस से एक बार फिर से कैद हो गई तो वो कभी भी अपने पापा से नहीं मिल पाएगी उन्हें कभी देख नहीं पाएगी । विराग कुछ बोलता इससे पहले ही माया एटीट्यूड में कहती है " मिल लेना इतनी भी क्या जल्दी है , और हा तुम आज से विराग को सर बोलोगी और हां रात को जो विराग तुम्हारे साथ करता है उसका मतलब यह मत समझ लेना की वह तुमसे प्यार करता है तुम बस एक नौकरानी हो और तुम्हारी उतनी ही हैसियत है इसलिए अपनी हैसियत से ज्यादा सपने मत देखने लग जाना क्योंकि ना विराग को तुमने इंटरेस्ट है और ना ही तुम्हारे जिस्म में माया की बातें चाहत को काफी बुरी लगती है , लेकिन फिर भी वह कुछ नहीं रहती लेकिन विराग गुस्से में माया को घूरते हुए अपनी मर्दाना आवाज में कहता है " जाने का मूड है या कैंसिल कर दूं " ( गुस्से में चाहत को देखते हुए ) गाड़ी से जाना चाहती हो या फिर वॉक करके आना ज्यादा पसंद करोगी " । चाहत कुछ नहीं कहती बस गाड़ी का दरवाजा खोल कर पीछे बैठ जाती है । माया गुस्से में एक नजर चाहत को देखती हैं और अपने मन में कुछ डिसाइड करती है इस वक्त उसके होठों पर खतरनाक स्माइल की जो बता रही थी कि वह जरूर कुछ ना कुछ बड़ा करेगी जो चाहत के लिए तो ठीक बिल्कुल नहीं होगा ।

  • 6. My Devil Lover 😈 - Chapter 6

    Words: 1142

    Estimated Reading Time: 7 min

    डायमंड क्लब दिल्ली का सबसे बड़ा और फेमस क्लब जिसमें सिर्फ अमीर बाप के बिगड़े हुए बच्चे आते थे गरीब के बच्चे तो यहां आने का सोच भी नहीं सकते थे । कुछ देर बाद विराग की गाड़ी डायमंड क्लब के सामने आकर रूकती है , विराग फुल एटीट्यूड में गाड़ी से बाहर निकलता है और बिना किसी भाव के सामने वाले क्लब को देखने लगता है ,  तभी माया भी गाड़ी से बाहर उतरती है लेकिन चाहत अभी भी पिछली सीट पर सहमी हुई बैठी अपनी उंगलियों को आपस में फंसा रही थी , उसके चेहरे पर दर्द घबराहट डर सबकुछ था क्योंकि जब से उसकी लाइफ को विराग कंट्रोल कर रहा था तब से उसके साथ बहुत कुछ गलत हो रहा था और आज भी उसे ऐसा ही लग रहा था कि यह सब जानबूझकर उसे यहां लाए हैं ताकि उसे और टॉर्चर कर सके । तभी विराग की मर्दाना आवाज उसके कानों में पड़ती है " rabbit खुद दो पैरों से गाड़ी से बाहर निकलना चाहती हो या अपने बाप को चार कंधों पर देखना चाहती हो " । यह सुनकर चाहत दर्द से अपनी आंखों को बंद कर लेती है और गाड़ी का दरवाजा खोलकर बाहर निकल आती है , माया जानबूझकर चाहत को दिखाने के लिए विराग के पास आकर आकर उसके हाथ को पकड़ लेती है और मुस्कुराते हुए कहती है " चले बेबी " । विराग कुछ नहीं कहता और उसके साथ अंदर जाने लगता है चाहत का मन तो नहीं था लेकिन उसे अपने मन की करने की इजाजत नहीं थी इसलिए वह भी उन लोगों के पीछे-पीछे क्लब के अंदर जाने लगती है । __________________ विराग माया क्लब के अंदर आते हैं और उनके पीछे-पीछे चाहत भी अंदर आती है , क्लब के अंदर म्यूजिक बज रहा था कुछ लोग गाने पर थिरक लगा रहे थे तो कुछ जूस और वाइन पीते हुए एक दूसरे से बात कर रहे थे तो कुछ एक दूसरे की बुराई कर रहे थे । विराग माया को देखकर उनके कुछ दोस्त उनके पास आते हैं और उन दोनों से मिलने लगते हैं तभी एक दोस्त की नजर उन दोनों के पीछे खड़ी चाहत पर जाती है और वह हैरानी से विराग से पूछता है " who is this " । जिस दोस्त ने पूछा था उसका नाम आकाश था,  आकाश के पूछने पर बाकी सब दोस्त भी चाहत को अजीब नजरों से देखने लगते हैं यह सभी दोस्त माया और विराग के कॉलेज टाइम के फ्रेंड थे । अपने सभी दोस्तों को चाहत को देखा देखकर माया गुस्से में जल भुन का राख हो जाती है लेकिन कुछ सोच कर जहरीला मुस्कुराते हुए कहती है " this is our maid ( चाहत को आर्डर देते हुए ) जाओ हम सभी लोगों के लिए रेड वाइन लेकर आओ " । माया के इस तरह ऑर्डर देने पर चाहत हैरान हो जाती है लेकिन अगले ही पल धीरे से अपना सर झुकाती है और उन सभी लोगों के लिए रेड वाइन लेने चली जाती है । इन सब से विराग को बहुत ज्यादा गुस्सा आ रहा था लेकिन वो अपने गुस्से को कंट्रोल करके चाहत के पीछे पीछे चला जाता है और काउंटर के पास आकर वहीं पास पड़ी चेयर पर बैठकर शॉर्ट्स पीने लगता है । चाहत जो उन सभी लोगों के लिए वाइन लेने आई थी विराग को वहां पर देखकर काफी ज्यादा घबरा जाती है और जल्दी-जल्दी से वाइन लेकर वहां से चली जाती है । _______________ चाहत सभी लोगों के लिए वाइन लेकर आती है और घबराते हुए सबको वाइन देने लगती है , सभी दोस्त उसके हाथ से वाइन ले लेते हैं , वही माया विराग के मेल फ्रेंड चाहत को ऊपर से नीचे गंदी नजर से देख रहे थे , जिसे भापकर चाहत दर से अपने दुपट्टे को कसकर अपनी मुट्ठियों में भर लेती है । तभी माया सभी फ्रेंड को देखते हुए आकाश से कहती है " वैदिक कहा है ? कोई कुछ बोलता तभी सौम्या की नजर एंट्रेंस से आते एक लड़के पर पड़ती है जिसने ब्लैक कलर के कपड़े पहन रखे थे और वह काफी ज्यादा हैंडसम लग रहा था । सौम्या उस लड़के को देखकर चहकते हुए कहती है " आ गया हमारे कॉलेज का सेकंड हीरो " । सौम्या की बात सुनकर सभी फ्रेंड्स एंट्रेंस की तरफ देखने लगते हैं , लेकिन चाहत नहीं देखती वो वहां से जाने लगती है तभी उसके कानों में वैदिक की आवाज पड़ती है जिसे सुनकर वह हैरान हो जाती है । वैदिक अपने सभी दोस्तों के पास आता है और मुस्कुराते हुए कहता है " विराग कहा है ? वैदिक की आवाज सुनकर चाहत जल्दी से पीछे की तरफ पलटती है और जैसे ही वैदिक को देखती हैं उसके पैरों तले से जमीन खिसक जाती है । वैदिक की नजर भी जैसे ही चाहत पर पड़ती है वो भी बुरी तरह से हैरान हो जाता है , माया की नजर जब वैदिक की नजरों का पीछा करते हुए चाहत पर जाती है तो वो गुस्से से लाल हो जाती है , लेकिन अगले ही पल अपने गुस्से को कंट्रोल करके जबरदस्ती मुस्कुराकर वैदिक से कहती हैं " तुम इसे क्या देख रहे हो ये तो हमारी मेड है इसकी कोई औकात नहीं है ? माया के तानों को सुनकर चाहत को बहुत बुरा लगता है लेकिन वो कुछ नहीं कहती और अपने सर को झुका कर वहां से जाने लगती है तभी माया जानबूझकर अपनी हील्स पर वाइन गिरा लेती है और चाहत को रोक कर  उसे आर्डर देते हुए कहती है " मेरी हील्स को साफ करो " । माया की बात सुनकर उसके सभी दोस्त मुस्कुराने लगते हैं , वही वैदिक को इस बात से काफी बुरा लगता है और वह माया से कहता है " माया तुम वॉशरूम में जाकर अपनी हील्स को साफ कर लो उस बेचारी से क्यों बोल रही हो ? वैदिक की बात सुनकर आकाश बेशर्मी से मुस्कुराते हुए चाहत को देखते हुए कहता है " यार तू नहीं जानता इन लड़कियों को यह ऐसी ही होती है इसीलिए इनका ज्यादा पक्ष मत ले और विराग से जाकर मिल वो तुझे बुला रहा था " । आकाश की बातें सुनकर वैदिक एक नजर चाहत को देखता है और वहां से चला जाता है , । चाहत अभी भी नजरे झुकाए खड़ी थी , उसकी आंखों में आंसू थे और इतनी ज्यादा शर्म आ रही थी की वो अपनी नजर उठा कर देख भी नहीं सकती थी और सबसे ज्यादा तो उसे डर लग रहा था । उसे अभी भी खड़ा देखकर सौम्या गुस्से में उसकी बाजू पकड़ कर उसे माया के पैरों के पास धकेल देती है जिससे चाहत माया के पैरो में गिर जाती है और यह देखकर बाकी सब लोग हंसने लगते हैं , तभी वहां पर कोई आता है और चाहत का हाथ पकड़ कर उसे सीधा खड़ा करता है यहां देखकर सभी लोग बहुत ज्यादा हैरान हो जाते हैं ।

  • 7. My Devil Lover 😈 - Chapter 7

    Words: 1282

    Estimated Reading Time: 8 min

    डायमंड क्लब चाहत अभी भी नजरे झुकाए खड़ी थी , उसकी आंखों में आंसू थे और इतनी ज्यादा शर्म आ रही थी की वो अपनी नजर उठा कर देख भी नहीं सकती थी और सबसे ज्यादा तो उसे डर लग रहा था । उसे अभी भी खड़ा देखकर सौम्या गुस्से में उसकी बाजू पकड़ कर उसे माया के पैरों के पास धकेल देती है जिससे चाहत माया के पैरो में गिर जाती है और यह देखकर बाकी सब लोग हंसने लगते हैं , तभी वहां पर कोई आता है और चाहत का हाथ पकड़ कर उसे सीधा खड़ा करता है यहां देखकर सभी लोग बहुत ज्यादा हैरान हो जाते हैं । वो सक्स कोई और नहीं बल्कि वैदिक था , माया गुस्से मे तिल मिलाते हुए वैदिक से कहती हैं " यह क्या किया तुमने ? वैदिक गुस्से में माया और उसके बाकी दोस्तों से कहता है " तुम लोगों को शर्म नहीं आती , इस लड़की के साथ क्या किसी लड़की के साथ तुम लोग ऐसा बिहेवियर कैसे कर सकते हो ? वैदिक की बात सुनकर आकाश बेशर्मी से मुस्कुराते हुए उसी से पूछ लेता है " क्यों ब्रो ? आखिर यह तुम्हारी लगती ही क्या है ? आकाश की बातें सुनकर चाहत बहुत ज्यादा घबरा जाती है और धीमी आवाज में वैदिक से कहती है " आप प्लीज यहां से जाइए चाहत का काम है वो कर लेगी " । चाहत की बातें सुनकर वैदिक को काफी ज्यादा गुस्सा आता है और उसका मन कर रहा था कि वह अभी चाहत को खींचकर अपने साथ ले जाए लेकिन वह ऐसा कुछ भी नहीं कर सकता था , आखिरकार वह अपना मन मसोस कर वहीं पर खड़ा हो जाता है । सौम्या घमंड से मुस्कुराते हुए चाहत से कहती है "  अपनी मालकिन की हील साफ करो और वो भी अपने इस बेकार दुपट्टे से जो ज्यादा का तो नहीं होगा " । सौम्या और बाकी दोस्तों की बातें चाहत को काफी ज्यादा बुरी लगती है लेकिन वह कुछ नहीं कहती और खुद को हिम्मत देकर माया के पैरों के पास बैठ जाती है और अपने दुपट्टे से उसकी सैंडल को साफ करने लगती है । यहां देखकर वैदिक की गुस्से में मुठिया कस जाती हैं वो यह सब बर्दाश्त नहीं कर पाता और गुस्से में वहां से चला जाता है । चाहत माया की सैंडल को साफ कर रही थी उसका एक हाथ जमीन पर रखा हुआ था तभी माया जानबूझकर उसके हाथ के ऊपर अपने दूसरे पैर में पहनी हाई हील को उसके ऊपर रख देती है जिससे चाहत दर्द से तड़पने लगती है और अपने हाथ को उसके पैरों के नीचे से हटाने के लिए छटपटाने लगती है , लेकिन माया अपनी सैंडल की हील और भी ज्यादा उसके हाथों में घुसाने लगती है , और यह सब करने में उसे काफी ज्यादा मजा आ रहा था । चाहत बेचारी दर्द से तड़पते हुए अपने हाथ को बाहर से हटाने की कोशिश भी कर रही थी और एक हाथ से उसकी सैंडल भी साफ कर रही थी , दर्द से उसकी आंखों से समंदर बह रहा था और उसकी बेबसी और तरफ देखकर माया और माया के दोस्तों को मजा आ रहा था । चाहत जल्दी से माया की सैंडल को साफ करके धीरे से रोते हुए कहती है " मैडम हो गया " । माया एक नजर अपनी सैंडल को देखकर मुस्कुराते हुए चाहत से कहती है " ओके उठो " । माया की बात सुनकर चाहत बेबसी से उसका चेहरा देखने लगती है जैसे कहना चाहती हो की आप प्लीज सैंडल को मेरे हाथ के ऊपर से हटा लीजिए लेकिन कही माया गुस्से में विराग से कहकर उसके पापा का इलाज ना बंद करवा दे यह सोचकर वो डर से कुछ भी नहीं कहती और धीरे से अपने सर को झुका लेती है । तभी सौम्या माया से कहती है " माया यार हम सब चलकर डांस करते हैं " । सौम्या की बात सुनकर माया मुस्कुराते हुए अपना सर हा में हिलाती है और अपने दोस्तों के साथ वहां से चली जाती है , अब वहां सिर्फ आकाश बचा था जो अपनी गंदी नजरों से चाहत को ऊपर से नीचे देख रहा था । चाहत जल्दी से अपने हाथ को देखती है तो उसका छोटा सा गोरा हाथ बुरी तरीके से जख्मी हो गया था और हल्का-हल्का खून भी निकल रहा था , यहां देख कर चाहत जल्दी से अपने दुपट्टे से अपने खून को साफ करने लगती है और अपने हाथ को छुपा कर एक बेटर से वॉशरूम का रास्ता पूछती है और उस तरफ जाने लगती है । _________________ वॉशरूम चाहत वॉशरूम का दरवाजा खोलकर वॉशरूम के अंदर आती है और दरवाजा बंद करके वाश बेसिन के पास आकर खड़ी हो जाती है और वही सामने लगे शीशे में खुद को देखने लगती है । अपनी ऐसी हालत देखकर उसे खुद पर ही तरस आ रहा था , वो गुस्से में वॉश बेसिन का नल ऑन करती है और अपने चेहरे को धुलने लगती है । अपना चेहरा साफ करने के बाद चाहत वही टंगी टॉवल लेकर अपने चेहरे को पोछने लगती है हालांकि ऐसा करते हुए उसके हाथ में काफी ज्यादा दर्द हो रहा था लेकिन वो बर्दाश्त कर रही थी । चाहती अभी अपने चेहरे को पोंछ ही रही थी तभी उसके कानों में दरवाजा खुलने की आवाज पड़ती है , वो जैसे ही घबराकर दरवाजे की तरफ देखती है तो बुरी तरह से घबरा जाती है क्योंकि उसके सामने आकाश खड़ा था जो उसे ऊपर से नीचे देखते हुए अपने कदम उसकी तरफ बढ़ा रहा था । आकाश को वॉशरूम में देखकर चाहत डर से हकलाते हुए उससे कहती हैं " आप ,,, यहां ,,,,,,, ? चाहत को डरता देखकर आकाश के होठों पर शैतानी मुस्कुराहट आ जाती है और वो एक झटके से उसके करीब आकर उसका हाथ पकड़ कर उसे किस करने की कोशिश करने लगता है ,। चाहत घबराकर उसे खुद से दूर करने की नाकाम कोशिश करते हुए कहती है " ये ,,,,,, आप ,,,,, क्या ,,,,,, बत्तमीजी ,,,, चाहत ,,,,, को ,,,,,,,, जाने ,,,,, दो " कहते हुए चाहत के माथे पर पसीना झलक आया था उसे काफी ज्यादा डर लग रहा था , वो लगातार उसे खुद से दूर करने की कोशिश कर रही थी , उसके हाथ में चोट लगी थी जिस वजह से उसे बहुत ज्यादा दर्द हो रहा था । उसे ऐसे कोशिश करता देखकर आकाश बेशर्मी से मुस्कुराते हुए कहता है " मेरी जान इसमें क्या बत्तमीजी है " ( चाहत को ऊपर से नीचे देखकर उसके सीने को एकटक देखते हुए ) मुझे अच्छे से तुम्हारे बारे में पता है , जब तुम अपने बॉस के साथ सो सकती हो तो उसके दोस्त के साथ सोने में क्या प्रॉब्लम है , इसलिए ज्यादा मासूम बनने की कोशिश मत करो क्योंकि मुझे बहुत अच्छे से पता है कि तुम्हारा और विराग का क्या रिश्ता है, तुम बस उसकी ( अपने होठों को चाहत के कान के पास ले जाकर धीरे से ) सेक्स स्लेव हो , उसकी जरूर को पूरा करने का सामान वो भले ही तुम्हें इसके लिए पे ना करता हो लेकिन में करूंगा जितना तुम कहोगी " । अपने बारे में इतनी घटिया और गंदी बातें सुनकर चाहत की आंखों से आंसू गिरने लगते हैं और शर्म से उसका चेहरा लाल हो जाता है , उसका मन कर रहा था कि वह खुद को जान से मार ले लेकिन वह ऐसा नहीं कर सकती थी क्योंकि अगर उसने ऐसा कुछ भी किया तो वो लोग उसके निर्दोष पापा को सजा देंगे जो वह कभी नहीं चाहती । चाहत को खामोश देखकर आकाश मुस्कुराते हुए चाहत को किस करने के लिए उसके ऊपर झुकने लगता है तभी वहा पर एक आवाज गूंजती है " सही कहा " ।

  • 8. My Devil Lover 😈 - Chapter 8

    Words: 1240

    Estimated Reading Time: 8 min

    डायमंड क्लब वॉशरूम उसे ऐसे कोशिश करता देखकर आकाश बेशर्मी से मुस्कुराते हुए कहता है " मेरी जान इसमें क्या बत्तमीजी है " ( चाहत को ऊपर से नीचे देखकर उसके सीने को एकटक देखते हुए ) मुझे अच्छे से तुम्हारे बारे में पता है , जब तुम अपने बॉस के साथ सो सकती हो तो उसके दोस्त के साथ सोने में क्या प्रॉब्लम है , इसलिए ज्यादा मासूम बनने की कोशिश मत करो क्योंकि मुझे बहुत अच्छे से पता है कि तुम्हारा और विराग का क्या रिश्ता है, तुम बस उसकी ( अपने होठों को चाहत के कान के पास ले जाकर धीरे से ) सेक्स स्लेव हो , उसकी जरूर को पूरा करने का सामान वो भले ही तुम्हें इसके लिए पे ना करता हो लेकिन में करूंगा जितना तुम कहोगी " । अपने बारे में इतनी घटिया और गंदी बातें सुनकर चाहत की आंखों से आंसू गिरने लगते हैं और शर्म से उसका चेहरा लाल हो जाता है , उसका मन कर रहा था कि वह खुद को जान से मार ले लेकिन वह ऐसा नहीं कर सकती थी क्योंकि अगर उसने ऐसा कुछ भी किया तो वो लोग उसके निर्दोष पापा को सजा देंगे जो वह कभी नहीं चाहती । चाहत को खामोश देखकर आकाश मुस्कुराते हुए चाहत को किस करने के लिए उसके ऊपर झुकने लगता है तभी वहा पर एक आवाज गूंजती है " सही कहा " । उस आवाज को सुनकर चाहत घबराकर दरवाजे की तरफ देखती है जहां माया खड़ी कुटिल तरीके से मुस्कुरा रही थी , और उसे देखकर आकाश भी मुस्कुराने लगता है । माया चाहत और आकाश के पास आती है और एक नजर चाहत को घिन भरी नजर से देखकर आकाश से कहती है " सही कहा ब्रो इसकी औकात किसी की सेक्स स्लेव बनने की है ( गुस्से में चाहत के दोनों गालों को पकड़ कर ) सब कुछ कितना सही जा रहा था विराग मुझसे इंगेजमेंट करने के लिए मान गया था लेकिन तुमने उसकी बहन को मार दिया उसके होने वाले बच्चों को जान से मार दिया " कहते हुए माया गुस्से से बिल्कुल पागल हो गई थी वही उसकी बातें सुनकर चाहत की आंखों से आंसू गिरने लगते हैं । माया गुस्से में चाहत की गालों को छोड़कर गुस्से में उसे वार्निंग देते हुए कहती है " आज तुम्हारे साथ जो भी हुआ अगर तुमने विराग को कुछ भी बताया तो तुम्हारे बाप के साथ अच्छा नहीं होगा ? चाहत रोते हुए अपना सर ना में हिलाने लगती है , आकाश एक नजर चाहत को देखकर मुस्कुराते हुए माया से कहता है " वैसे कहो कुछ भी इसकी खूबसूरती कमाल की है क्या मस्त फिगर है इसके साथ सोकर तो विराग को मजा आ जाता होगा " । आकाश की बेशर्मी से बड़ी बातें सुनकर चाहत को खुद पर ही बहुत ज्यादा तरस आ रहा था उसका मन कर रहा था कि वो यहां से कहीं भाग जाए या यहीं पर गड्ढा खोदकर उसमें समा जाए । आकाश की बातें सुनकर माया गुस्से में उस पर चिल्लाते हुए कहती है " जस्ट शट अप इसे देखकर लगता है कि इसको कुछ पता भी है ( चाहत को ऊपर से नीचे देखकर ) विराग तो बस इसे अपनी बहन की जान का बदला ले रहा है वरना इसमें आखिर ऐसा क्या ही है जो कोई लड़का इसे देखेगा  , इसे तो लडको को सेटिस्फाइड करना भी नही आता " । माया की बातें सुनकर चाहत बेबसी से अपने हाथों की मुट्ठी कश लेती है और बिना उन लोगों की तरफ देखें वॉशरूम से बाहर निकल जाती है । _______________ चाहत भागते हुए वहां से जा रही थी तभी अचानक से सामने से आ रहे सक्स से उसकी टक्कर लग जाती है , चाहत जैसे ही सामने देखती है तो वह काफी ज्यादा डर जाती है । चाहत की जिससे टक्कर लगी थी वह कोई और नही वैदिक था , जो उसे देखने आया था । वैदिक चाहत को देखकर जल्दी से उसके कंधों पर हाथ रखकर उसकी फिक्र करते हुए कहता है "  तुम ठीक तो हो ना और तुम यहां क्या कर रही हो तुम तो यहां से चली गई थी " । वैदिक की बात सुनकर चाहत एक गहरी सांस लेते हुए कहती है " चाहत सबसे भाग कर जाना चाहती थी लेकिन नहीं भाग पाई उसे कैद कर लिया गया " । चाहत की बातें वैदिक को समझ नहीं आ रही थी इसीलिए वह असमंजस से उससे पूछता है " क्या मतलब है तुम्हारा और तुम माया के साथ क्या कर रही थी ? चाहत एक नजर वैदिक के हाथों को देखती हैं और उसे जल्दी से अपने कंधों से हटाकर डरते हुए कहती है " आप प्लीज चाहत से दूर रहिए , चाहत ने जो गलती की है उसकी सजा मिल रही है लेकिन आप मैडम को कैसे जानते हैं और विराग सर को आखिर आप है कौन ? क्या आपको पता था की मुझसे जिस लड़की की मौत हुई थी वो सर की बहन है, क्या आपको सब कुछ पता था आप सब कुछ जानते थे ? और क्या वह  लड़की जो बार-बार बोल रही थी वह सच था ? वैदिक एक गहरी सांस लेकर कहता है " ओ कम ऑन चाहत तुम भी अच्छे से जानती हो कि उस रात क्या हुआ था इसलिए खुद को दोस देना बंद करो और रही बात विराग की तो मैं उससे बात करूंगा " इतना बोलकर वैदिक वहां से जाने लगता है तभी चाहत जल्दी से उसके हाथ को पकड़ कर उससे विनती करते हुए कहती है " प्लीज आप कुछ मत कीजिए , और सर को तो कुछ मत बताइए अगर उन्हें कुछ भी पता चला तो वो बहुत गुस्सा हो जाएंगे और उनका गुस्सा , ( बात बदलते हुए ) आपने चाहत पर बहुत सारे एहसान किए हैं एक एहसान और कर दीजिए मुझसे दूर रहिए , चाहत नहीं चाहती की उसके पापा को कोई भी खतरा हो और अगर सर को पता चला कि मैं आपको जानती हूं तो प्लीज " इतना बोलकर चाहत वहां से चली जाती है और वैदिक बस उसे जाता देखता ही रहता है , इस वक्त उसके दिमाग में क्या चल रहा था यह तो सिर्फ वही जानता था । ____________ चाहत अभी जा ही रही थी कि तभी कोई उसका हाथ पकड़ लेता है , चाहत जैसे ही सामने देखती है उसकी सांसे अटक जाती है क्योंकि उसके सामने विराग खड़ा था जो उसे गुस्से से खा जाने वाली नजरों से देख रहा था । चाहत जल्दी से अपने उल्टे हाथ को अपनी पीठ के पीछे छुपा लेती है क्योंकि वह नहीं चाहती थी की विराग उसके हाथ को देखे और उससे कुछ भी पूछे ? विराग मर्दाना आवाज में चाहत से पूछता है " इतनी देर से कहां थी " । चाहत कुछ कहती इससे पहले ही माया वहां पर आते हुए जानबूझकर चाहत से पूछती है " हा बताओ तुम कहां थी ? मैं इतनी देर से तुम्हें बुला रही थी लेकिन तुमने कोई जवाब ही नहीं दिया ( चाहत के पीछे हाथ को देखकर ) और तुम अपने पीछे क्या छुपा रही हो ? माया की बातें सुनकर चाहत काफी ज्यादा घबरा जाती है और डर से अपने हाथ की मुट्ठी बना लेती है , उसके माथे पर पसीना झलक आया था । चाहत कुछ कहते हैं इससे पहले ही विराग गुस्से में उसके पीठ के पीछे हाथ को अपने सामने करता है और जैसे ही उसके हाथ को देखा है उसकी आंखें गुस्से से लाल हो जाती है ।

  • 9. My Devil Lover 😈 - Chapter 9

    Words: 1037

    Estimated Reading Time: 7 min

    डायमंड क्लब चाहत कुछ कहती इससे पहले ही माया वहां पर आते हुए जानबूझकर चाहत से पूछती है " हा बताओ तुम कहां थी ? मैं इतनी देर से तुम्हें बुला रही थी लेकिन तुमने कोई जवाब ही नहीं दिया ( चाहत के पीछे हाथ को देखकर ) और तुम अपने पीछे क्या छुपा रही हो ? माया की बातें सुनकर चाहत काफी ज्यादा घबरा जाती है और डर से अपने हाथ की मुट्ठी बना लेती है , उसके माथे पर पसीना झलक आया था । चाहत कुछ कहते हैं इससे पहले ही विराग गुस्से में उसके पीठ के पीछे हाथ को अपने सामने करता है और जैसे ही उसके हाथ को देखा है उसकी आंखें गुस्से से लाल हो जाती है । क्योंकि चाहत के हाथ में काफी ज्यादा गहरा घाव बन गया था और उससे खून भी निकल रहा था , माया यह देखकर मन ही मन मुस्कुराने लगती है क्योंकि उसे लग रहा था कि अब विराग चाहत को नही छोड़ेगा । लेकिन उसकी आंखें गुस्से से लाल तब हो जाती है जब विराग चाहत का हाथ अपने हाथ में लेकर, अपनी पैंट की जेब से रुमाल निकाल कर उसके हाथ पर बाधने लगता है यहां देखकर माया का चेहरा गुस्से से लाल हो जाता है । वही चाहत इससे काफी ज्यादा डर जाती है , विराग रुमाल बांधकर गुस्से में उसका हाथ पकड़कर उसे खींचते हुए वहा से ले जाने लगता है । यहां देख कर तो माया बुरी तरह हैरान हो जाती है , उसे यकीन नहीं हो रहा था की विराग उसे इग्नोर करके चाहत को अपने साथ ले जा रहा है उसका चेहरा गुस्से से बिल्कुल काला पड़ गया था। ________ विराग चाहत को खींचते हुए गाड़ी के पास लेकर आता है, और गुस्से में गाड़ी का दरवाजा खोलकर उसे अंदर बिठाकर अपना फोन निकाल कर किसी को कॉल करके कुछ ऑर्डर देता है और अपना फोन वापस से अपनी पेंट की जेब में डाल लेता है। उसी वक्त माया उसके पास आती है और एक नजर गुस्से में चाहत को देखकर विराग से कहती है " विराग बेबी मैं कहां बैठूंगी" ( गुस्से में चाहत से ) तुम नीचे उतरो " । माया की गुस्से से भरी आवाज सुनकर चाहत जल्दी से दरवाजा खोलने की कोशिश करने लगती है तभी विराग  मर्दाना आवाज में चाहत को घूरते हुए कहता है " मैंने तुम्हें बाहर निकलने को कहा चुपचाप अपनी जगह पर बैठी रहो ? विराग की बातें सुनकर माया काफी ज्यादा हैरान हो जाती है और हैरानी से विराग को देखने लगती है तभी उसे विराग की बातें सुनकर एक और झटका लगता है जब विराग उससे कहता है " कुछ ही देर में तुम्हारे लिए दूसरी गाड़ी आ रही है " और इतना कहकर विराग गाड़ी की दूसरी साइड आकर ड्राइविंग सीट का दरवाजा खोलता है और बिना माया को देख ड्राइविंग सीट पर बैठकर गाड़ी का दरवाजा बंद कर लेता है और गाड़ी स्टार्ट करके वहां से निकल जाता है । माया तो अवाक  होकर उसकी गाड़ी को जाते हुए देख रही थी , इस वक्त वो गुस्से से पागल हुई जा रही थी उसे इतना ज्यादा गुस्सा आ रहा था कि अगर इस वक्त चाहत उसके सामने होती तो वह उसे जान से मार देती  । ____________ गाड़ी में एक अजीब खतरनाक खामोशी पसरी हुई थी , विराग गुस्से में ड्राइव कर रहा था और उसके गुस्से को देखकर चाहत थर थर कांप रही थी। विराग की पकड़ स्टेरिंग पर कस्ती ही जा रही थी उसकी पकड़ को देखकर लग रहा था कि किसी भी पल स्टेरिंग टूट कर उसके हाथ में आ जायेगा , और हर एक पल उसके गुस्से को देखकर उसकी सांसे अटकती जा रही थी । तभी विराग गाड़ी का ऑटोमेटिक ड्राइविंग फीचर ऑन कर देता है और और रावत विला जाने का जीपीएस भी ऑन कर देता है अब गाड़ी अपने आप चल रही थी । विराग गुस्से में चाहत का हाथ पकड़ कर उसके ऊपर झुकाने लगता है और अगले ही पल उसके होठों पर अपने होठ रख देता है । उसकी इस हरकत पर चाहत की रूह कांप जाती है और वो अंदर तक सिहर जाती है। विराग ने सिर्फ उसके होठों पर अपने होंठ रखे हुए थे लेकिन उसे किस नही कर रहा था , उसके मन में क्या चल रहा था ये तो सिर्फ वही जानता था । वही चाहत का दिल डर से और भी बैठा जा रहा था उसकी नजरे झुकी हुई थी लेकिन उसका दिल हर पल घबराहट से बैठा जा रहा था, हर एक पल में उसके साथ क्या होगा यह सोच कर उसका दिमाग सही से काम नहीं कर रहा था । तभी उसके कानों में विराग की धमकी भरी पड़ी " तुम्हारी बॉडी विराग रावत की है तो अपनी चीज पर एक खरोच बर्दास्त नहीं करूंगा तो तुमने खुद को चोट कैसे मारी बनी " । उसकी आवाज बेहद धीमी मगर बहुत ज्यादा भयानक थी इतनी भयानक जिसे सुनकर कोई भी कांप जाए और किसी की भी पतलून गीली हो जाए । यह सब कहते हुए विराग के होठ चाहत के कान को छू रहे थे, जिससे चाहत डर से खुद में ही सिमटती जा रही थी , उसने कसकर अपने सूट को अपनी मुट्ठी में भर लिया था लेकिन मन में जो डर था वह कम नहीं हो रहा था , बल्कि हर एक पल बढ़ता जा रहा था  ए डर ऐसा था जो आसानी से कम नहीं होने वाला था । विराग गुस्से में चाहत के बालो के पीछे से पकड़ कर अपने चेहरे के पास लाने लगता है, और उसके चेहरे को अपने चेहरे के बेहद करीब करके धीमी मगर बेहद खतरनाक आवाज में कहता है " आज के बाद तुम्हारी बॉडी पर जितने भी मार्क्स होगे वो विराग रावत के दिए होगे , मेरे अलावा कोई भी तुम्हारी बॉडी को चोट नही पहुंचा सकता खुद तुम भी नहीं बनी , तुम्हारे शरीर पर अब से तुम्हारा भी कोई हक नही है सिर्फ विराग रावत का है अंडरस्टैंड , इसीलिए खुद को चोट पहुंचाने से पहले सोच लेना तुम्हारे शरीर पर एक निशान और दूसरी तरफ तुम्हारे बाप के शरीर पर ऐसी कोई जगह नही बचेगी जहा कोई निशान नहीं होगा " । विराग की खतरनाक धमकी सुनकर चाहत की आखों से आंसू गिरने लगते हैं , ।

  • 10. My Devil Lover 😈 - Chapter 10

    Words: 1013

    Estimated Reading Time: 7 min

    विराग गुस्से में चाहत के बालो के पीछे से पकड़ कर अपने चेहरे के पास लाने लगता है, और उसके चेहरे को अपने चेहरे के बेहद करीब करके धीमी मगर बेहद खतरनाक आवाज में कहता है " आज के बाद तुम्हारी बॉडी पर जितने भी मार्क्स होगे वो विराग रावत के दिए होगे , मेरे अलावा कोई भी तुम्हारी बॉडी को चोट नही पहुंचा सकता खुद तुम भी नहीं बनी , तुम्हारे शरीर पर अब से तुम्हारा भी कोई हक नही है सिर्फ विराग रावत का है अंडरस्टैंड , इसीलिए खुद को चोट पहुंचाने से पहले सोच लेना तुम्हारे शरीर पर एक निशान और दूसरी तरफ तुम्हारे बाप के शरीर पर ऐसी कोई जगह नही बचेगी जहा कोई निशान नहीं होगा " । विराग की खतरनाक धमकी सुनकर चाहत की आखों से आंसू गिरने लगते हैं लेकिन फिर भी वह हिम्मत करके लड़खराते हुए स्वर में कहती है " चाह,,,,,,,,त,,,,,,, से ,,,,,,अब गल,,,,,,ती न,,,हीं हो,,,गी बस एक बार मा,,,,,,फ कर दी,,,,,,जिए ,, और प्लीज चाहत के पापा को कुछ मत कीजिए ,  प्लीज " कहते हुए चाहत विराग के सामने अपने दोनों हाथ जोड़ने लगती है , लेकिन विराग उसकी रिक्वेस्ट को पूरी तरह से इग्नोर करके उसके चेहरे को अपने दोनो हाथों में भरकर उसे पेसनेटली किस करने लगता है लेकिन चाहत इस बार उसका कोई विरोध नहीं करती और अपनी आंखों को कसकर बंद कर लेती है । _________________ माया अभी भी क्लब के बाहर खड़ी थी तभी ड्राइवर गाड़ी लेकर  उसके पास आता है और जल्दी से गाड़ी से निकाल कर उसके पास आता है । माया गुस्से में उसे पर चिल्लाते हुए कहती है " तुम इतना लेट क्यों आए , तुम्हारी गलती की वजह से में लेट हो गई और इसकी सजा तुम्हें जरूर मिलेगी हर मंथ जो तुम्हें सैलरी मिलती है ना इस मंथ नही मिलेगी " । माया की बात सुनकर ड्राइवर उसके पैरों पर गिर जाता है और गिरगिराते हुए कहता है " मैडम प्लीज ऐसा मत कीजिए अगर मुझे सैलरी नहीं मिलेगी तो में और मेरा परिवार भूखे मर जाएंगे " । लेकिन माया को उसे पर कोई रहम नहीं आती उल्टा वो उसे लात मार कर गुस्से में कहती हैं " तो मर जाओ , "  माया गुस्से में ड्राइवर के हाथ से गाड़ी की चाबी छीनकर खुद गाड़ी लेकर वहां से चली जाती है और ड्राइवर बेचारा वहीं सड़क पर बैठकर रोने लगता है । _____________ रावत विला अब तक चाहत और विराग विला पहुंच चुके थे , चाहत जल्दी से गाड़ी से बाहर उतरकर विला अंदर चली जाती है और जल्दी से अपने नौकर वाले कमरे में जाकर थोड़ा बहुत फ्रेश होकर बाहर निकलती है काम करने के लिए , क्योंकि वह नहीं चाहती थी की विराग या माया उस पर गुस्सा करें ? हालांकि उसकी तबीयत बिल्कुल भी ठीक नहीं थी और अभी भी उससे ठीक से चला भी नहीं जा रहा था लेकिन फिर भी वह इन सब की परवाह न करके जल्द से जल्द अपना काम करना चाहती थी । चाहत अपने कमरे से बाहर निकल कर किचन की तरफ जा रही थी तभी विराग उसे पीछे से रोकते हुए कहता है " rabbit " । विराग की कड़क आवाज सुनकर चाहत के कदम अपनी जगह पर रुक जाते हैं और वह डर से अपने दुपट्टे को अपनी मुट्ठियों में भर लेती है । विराग चाहत के सामने आकर उसका चेहरा देखते हुए कड़क आवाज में कहता है " मेरे रूम में चलो " । विराग की बात सुनकर चाहत की पूरी बॉडी डर से सुन्न पड़ जाती है , मतलब विराग उसे अपने कमरे में ले जाकर फिर से उसके साथ वही सब करेगा या फिर उसे किसी और तरीके से दर्द देगा यहां सब सोच कर चाहत का दिल कांप उठता है लेकिन वह उसके सामने ऐसे खुद को दिखाती नहीं और कहती हैं " जी ,,, लेकिन ,,,, काम " । चाहत की बात सुनकर विराग उसे घूरकर देखते हुए कहता है " ये काम भी बहुत इंपॉर्टेंट है " इतना बोलकर विराग बिना चाहत का जवाब सुने उसका हाथ पकड़कर उसे खींचते हुए वहा से अपने कमरे की तरफ ले जाने लगता है और बेचारी चाहत उसके साथ खींची हुई जा रही थी । _____________ वही एक बड़े से मेंशन में वैदिक गुस्से में सारी चीजों को तोड़ रहा था , इस वक्त वह काफी ज्यादा  गुस्से में था उसका चेहरा बिल्कुल लाल था । वैदिक गुस्से में फूलदान को उठाकर सामने लगी स्क्रीन पर जोर से मारता है जिससे एक ही पल में स्क्रीन टूट कर जमीन पर बिखर जाती है । वैदिक गुस्से में अपने दांत पीसते हुए चिल्ला कर कहता है " नही ,,,, नही ,,,,,, चाहत सिर्फ वैदिक की है , उसे अपना बनाने के लिए इतने सारे जतन किए और जब उसे हासिल करने की बारी आई तो विराग बीच में आ गया नही , ऐसा मैं कभी नहीं होने दूंगा चाहत पर सिर्फ वैदिक राठौड़ का हक है सिर्फ वैदिक का , " कहते हुए वैदिक किसी सनकी की तरह लग रहा था , एक ऐसी सनक जिसका अंत बहुत भयानक होने वाला था कितना भयानक यह तो सिर्फ महादेव जानते थे । _____________ रावत विला माया जैसे ही रावत विला आती है और उसे अपनी नौकरानी चमची से यह पता चलता है की चाहत जब से विला वापस आई है अपने कमरे से बाहर नहीं निकली और ना ही उसने कोई काम किया यहां सुनकर तो उसका खून खौल उठता है , और वो गुस्से में तिल मिलाते हुए नौकरानी को आर्डर देकर कहती है " जाओ जाकर उस नौकरानी को उसके बालो से घसीटकर यहां लेकर आओ इसका तो आज में वो हाल करूंगी की विराग इसके साथ इंटीमेट क्या इसकी सकल भी नही देखेगा " कहते हुए माया गुस्से से लाल पीली हो रही थी। माया का आर्डर सुनकर नौकरानी डरते हुए चाहत के कमरे की तरफ जाने लगती है । _________________ विराग का रूम चाहत बेड पर डरी सहमी बैठी हुई थी, वही विराग ड्रॉर से कुछ निकाल रहा था , वो निकालने के बाद विराग चाहत के पास आकर अपनी मर्दाना आवाज में उससे कहता है " take off your clothes "  ।

  • 11. My Devil Lover 😈 - Chapter 11

    Words: 1128

    Estimated Reading Time: 7 min

    रावत विला विराग का रूम चाहत बेड पर डरी सहमी बैठी हुई थी, वही विराग ड्रॉर से कुछ निकाल रहा था , वो निकालने के बाद विराग चाहत के पास आकर अपनी मर्दाना आवाज में उससे कहता है " take off your clothes "  । विराग की मर्दाना आवाज सुनकर चाहत और भी ज्यादा डर से कांपने लगती है लेकिन अगले ही पल करते हुए अपने कपड़ों को निकालने की कोशिश करती है लेकिन उसके हाथ में चोट लगी थी जिस वजह से वो अपने कपड़े नहीं निकल पा रही थी लेकिन फिर भी कोशिश कर रही थी उसके चेहरे पर झुंझलाहट दर साफ दिख रहा था । विराग कुछ सेकंड चाहत को कोशिश करते हुए देखता है और अगले ही पल अपने हाथ में पकड़े डिब्बे को बेड पर रखकर चाहत के पास आकर गुस्से से कहता है " विराग रावत के लिए एक-एक सेकंड बहुत कीमती है इसलिए अपनी फालतू की कोशिसे करना बंद करो " । चाहत कुछ समझ पाती इससे पहले ही विराग उसके कपड़ों को फाड़ कर उसके जिस्म से अलग करने लगता है कुछ ही सेकंड बाद चाहत विराग के सामने बिल्कुल नेक्ड थी उसका गोरा जिस्म अब उसके सामने था । विराग चाहत की पूरी बॉडी को अपनी नशीली आंखों से स्कैन कर रहा था, विराग की नजरे चाहत बर्दाश्त नहीं कर पा रही थी उसका मन कर रहा था कि वह यहां से भाग कर कहीं ऐसी जगह छुप जाए जहां उसे कोई ना ढूंढ पाए । लेकिन अभी के लिए फिलहाल ऐसा करना बहुत मुश्किल था क्योंकि चाहत विराग की इजाजत के बिना इस कमरे से भी बाहर नहीं निकल सकती थी भागना तो बहुत दूर की बात थी , यहां सब सोचकर चाहत बेबसी से अपने सर को नीचे कर लेती है । विराग कुछ सेकंड चाहत की बॉडी को देखता है लेकिन अगले ही पल फर्स्ट एड बॉक्स से डिटाल और कॉटन निकालकर चाहत के हाथ की चोट को साफ करने लगता है । चाहत उसकी इस हरकत पर काफी ज्यादा हैरान हो जाती है लेकिन अभी भी उसकी हिम्मत नहीं हो रही थी कि वह अपनी नजर उठाकर विराग को देख सके । कुछ देर बाद विराग उसकी चोट को साफ करके ट्यूब लगाकर पट्टी बांध देता है , और उसके खुले जिस्म को देखने लगता है जिस पर बहुत सारे निशान थे उनमें से ज्यादा तो चोट के निशान थे जिन्हे देखकर वो हैरान हो जाता है । विराग को खुद को यूं देखता देखकर  चाहत का चेहरा शर्म से जलने लगता है उसका मन कर रहा था की वो जल्दी से खुद को कबर कर ले  । विराग एक ट्यूब अपने हाथों में लेता है और चाहत की पूरी बॉडी पर लगाने लगता है , विराग के हाथ जैसे-जैसे चाहत के बॉडी पार्ट को छू रहे थे वो अंदर से सिहर रही थी । चाहत का बदन काफी ज्यादा खूबसूरत और नाजुक था उसके हाथ जैसे ही उसकी बॉडी पर फिसल रहे थे उसके दिल में कुछ हलचल होने लग रही थी , विराग ने आज तब कभी भी ऐसा कुछ नहीं किया था लेकिन आज वो पहली बार कर रहा था और क्यों कर रहा था यह तो वो भी नही जानता था । चाहत की पूरी बॉडी पर ट्यूब लगाने के बाद विराग अपनी पहनी सेल्ट निकाल कर चाहत को पहना देता है उस शर्ट को पहनने के बाद ऐसा लग रहा था कि चाहत ने शर्ट को नहीं बल्कि शर्ट ने चाहत को पहना था। ब्लैक कलर की शर्ट ने वो बहुत ज्यादा खूबसूरत लग रही थी वो शर्ट उसके घुटनों से भी नीचे थी और ऊपर से उसकी खुले हुए बाल उसकी क्यूटनेस में चार चांद लगा रहे थे , वो इस वक्त छोटी सी खरगोश लग रही थी । वही विराग इस वक्त शर्टलेस था जिसमें उसकी बॉडी और भी अट्रैक्टिव लग रही थी उसके सिक्स पैक्स मस्कुलर बॉडी उसके सामने थी बिल्कुल उसके करीब जो उसकी हार्टबीट को और भी ज्यादा बढ़ा रही थी शर्म के मारे उसका पूरा शरीर जल रहा था । तभी विराग उसके दोनों कंधों को पकड़ कर उसे बेड पर लिटा देता है और उसके चेहरे के ऊपर झुकने लगता है चाहत समझ गई थी कि उसके साथ क्या होगा इसीलिए वो उसका कोई विरोध नहीं करती और अपनी आंखों को बंद करके अपनी जोर-जोर चल रही सांसों को नियंत्रित करने की कोशिश करने लगती है । लेकिन  5 मिनट बीच जाने के बाद भी उसके शरीर में कोई हलचल नहीं होती तो वह झट से अपनी आंखें खोल देती है और जैसे ही अपने सामने देखती है तो उसकी सांसे वापस से जोर हो जाती है । क्योंकि विराग वही बेड पर बैठा हुआ उसे देख रहा था वो हाथ धोकर वापस बेड पर बैठ चुका था और चाहत को पता भी नहीं चला था । चाहत जैसे ही अपनी आंखें खोल कर उसे देखती है तभी उसके कानों में विराग की मर्दाना आवाज पड़ती है " रैबिट आंखें खोल कर देखने के लिए पूरा वक्त है  अभी आंखें बंद करके चुपचाप सो जाओ क्योंकि अगर एक बार मेरे अंदर की तलब जाग गई तो तुम्हें दोबारा सोने का मौका नहीं मिलेगा ? विराग की मर्दाना आवाज सुनकर चाहत के रोंगटे खड़े हो जाते और वह जल्दी से अपनी आंखों को बंद करके सोने की एक्टिंग करने लगती है , आज पहली बार विराग उसे सोने के लिए बोल रहा था और वैसे भी वह बहुत ज्यादा थकी थी इसीलिए कुछ ही घंटे में गहरी नींद में सो जाती है । विराग अपनी शर्ट पहन कर कमरे से बाहर निकलता है , जैसे ही वह कमरे से बाहर निकलता है उसके एक्सप्रेशन बदल जाते हैं जहां कुछ सेकंड पहले उसके चेहरे पर कोई एक्सप्रेशन नहीं थे अब वही उसका चेहरा गुस्से से लाल था । वो गुस्से में अपने कदम बढ़ाते हुए माया के पास आता है जो नौकरानी से चिल्लाकर पूछ रही थी " तुम यहां रहती हो कि नहीं मुझे नहीं पता उस नौकरानी को ढूंढ कर मेरे कदमों में लाओ " नौकरानी डरते हुए अपना सर हा में हिला कर वहां से चली जाती है । माया जैसे ही गुस्से में पीछे पलटती है अपने सामने खड़े विराग को देखकर एकदम से हड़बड़ा जाती है लेकिन अगले ही पल अपने एक्सप्रेशन चेंज करके जबरदस्ती मुस्कुराते हुए विराग से पूछती है " विराग बेबी तुम यहां " । विराग बातों को जलेबी की तरह ना घुमा कर डायरेक्ट गुस्से में माया से पूछता है " मेरे जाने के बाद तुम चाहत के साथ कैसा बिहेवियर करती हो  ? उसके साथ मारपीट करती हो ? विरग के पूछने पर माया की सांस अटक जाती हैं एक पल को तो उसे यकीन नहीं हो रहा था की विराग कभी उससे ऐसा कुछ भी पूछेगा उसका चेहरा डर से सफेद पड़ जाता है और उसकी बॉडी में एक अनचाहा डर पनपने लगता है।

  • 12. My Devil Lover 😈 - Chapter 12

    Words: 1258

    Estimated Reading Time: 8 min

    माया जैसे ही गुस्से में पीछे पलटती है अपने सामने खड़े विराग को देखकर एकदम से हड़बड़ा जाती है लेकिन अगले ही पल अपने एक्सप्रेशन चेंज करके जबरदस्ती मुस्कुराते हुए विराग से पूछती है " विराग बेबी तुम यहां " । विराग बातों को जलेबी की तरह ना घुमा कर डायरेक्ट गुस्से में माया से पूछता है " मेरे जाने के बाद तुम चाहत के साथ कैसा बिहेवियर करती हो  ? उसके साथ मारपीट करती हो ? विरग के पूछने पर माया की सांस अटक जाती हैं एक पल को तो उसे यकीन नहीं हो रहा था की विराग कभी उससे ऐसा कुछ भी पूछेगा उसका चेहरा डर से सफेद पड़ जाता है और उसकी बॉडी में एक अनचाहा डर पनपने लगता है। माया को कोई जवाब ना देता देखकर विराग गुस्से में अपने दांत पीसते हुए कहता है " तुम्हारा जवाब सुनने के लिए मेरे पास पूरा दिन नहीं है , एक सेकंड के अंदर तुम अपना मुंह खोलो या मैं तुम्हारा मुंह हमेशा के लिए बंद कर दूं ? विराग की धमकी सुनकर माया काफी ज्यादा डर जाती है लेकिन अगले ही पल गुस्से में तिल मिलाते हुए कहती है " तो नौबत यहां तक आ गई आज तुम उसे नौकरानी के लिए जिसने न सिर्फ तुम्हारी बहन को जान से मारा बल्कि उसके अजन्मे बच्चे की भी जान ले ली , तुम तो खुद उसे टॉर्चर करना चाहते थे उसे दर्द देना चाहते थे, उसे तिल तिल कर मरते हुए देखना चाहते थे मैने तो बस तुम्हारी बात को मानकर उसे दर्द दिया और तुम उल्टा मुझपर ही गुस्सा कर रहे हो " इतना कहकर माया झूठ मत ड्रामा करते हुए विराग के  सामने आंसू बहने लगती है लेकिन विराग को उसकी आंसुओं से कोई फर्क नहीं पड़ता और वह अपनी रौबदार आवाज में चिल्ला कर कहता है " रैबिट के साथ क्या करना है इसका फैसला सिर्फ उसका मालिक करेगा , तुम या मेरे परिवार वाले नहीं , इसीलिए आइंदा से उसके आसपास या उसे कोई भी दर्द देने की कोशिश की तो उसे 100 गुना ज्यादा दर्द मैं तुम्हें दूंगा " । विराग की बातें सुनकर माया अंदर तक कांप जाती है लेकिन अगले ही पल रोते हुए कहती है " विराग बेबी तुम मुझसे ऐसे कैसे बात कर रहे हो , तुम भूल गई थी उसे लड़की ने तुमसे क्या छीना है , तुम्हारी सारी खुशियां छीनी है और तुम उस लड़की के लिए मुझसे ऐसे चिल्ला कर बात कर रहे हो व्हाय विराग व्हाय " । माया इतना ही कहती हैं की विराग जोर से गरजता है " माया " । उसकी आवाज सुनकर माया और वहां मौजूद नौकरानी अंदर तक कांप जाती है , विराग गुस्से में अपने दांत पीसते हुए कहता है " कुछ नहीं भूला हूं और ना मैं कभी भूलूंगा लेकिन उसके साथ क्या करना है इसका फैसला सिर्फ विराग रावत करेगा , मेरे अलावा उसे कोई नहीं छूएगा , वो सिर्फ मेरी है उसके साथ क्या करना है क्या नहीं यह में तय करूंगा अगर आज के बाद मेरे अलावा उसे किसी ने छुआ भी तो उसकी हस्ती मिटा दूंगा " बोलते हुए विराग गुस्से से अपनी लाल आंखों से माया को देख रहा था जैसे इन लाल आंखों से उसे जलाकर राख कर देगा । विराग का गुस्सा देखकर माया की पूरी बॉडी थर थर कांप रही थी उसकी टांगें तो इतनी जोर से हिल रही थी की उसे देखकर ऐसा लग रहा था जैसे वह कुछ ही पल में जमीन पर गिर जाएगी । विराग गुस्से में एक नजर सबको देखता है और वहां से अपने स्टडी रूम की तरफ बढ़ जाता है । विराग के जाने के बाद माया गुस्से में अपने दांत पीसने लगती है , उसका चेहरा गुस्से से बिल्कुल काला पड़ गया था और वो काफी ज्यादा भयानक लग रही थी । _______________ राठौड़ मेंशन वैदिक इस वक्त कमरे में दीवार पर मौजूद चाहत की तस्वीरों को देख रहा था , उसे कमरे की सभी दीवारों पर सिर्फ चाहत की ही तस्वीर लगी हुई थी यहां तक की चाहत के बड़े से स्टीकर भी बने हुए थे , वहां पर चाहत की बचपन से लेकर अब तक की सभी तस्वीर थी । वैदिक दीवाल पर मौजूद चाहत की तस्वीर को देखते हुए सनक से कहता है " पता है तुम्हे जान तुम्हारे लिए वैदिक राठौर कुछ भी कर सकता है मतलब कुछ भी और आज मैं एक बार फिर से तुम्हें अपना बनाने के लिए एक और कदम उठाने जा रहा हूं और उसके बाद तुम हमेशा के लिए मेरी वैदिक राठौर की जब से इन नजरों में तुम आई हो ना किसी का जिक्र तक इन होठों ने नहीं किया i love you मेरी जान में आ रहा हूं तुम्हें वापस अपना बनाने " इतना कहकर वैदिक पागलों की तरह जोर-जोर से हंसने लगता है और अचानक से अपनी गर्दन पर हाथ फेरने लगता है । _____________ रावत विला विराग के कमरे में चाहत पसीने से लथपथ थी जाहिर सी बात थी कि वह कोई बुरा सपना देख रही थी , सपने में चाहत अपने पापा के साथ सड़क पर घूम रही थी और दोनों ही बहुत खुश थे चाहत के हाथों में बहुत सारे शॉपिंग बैग भी थे तभी फूल रफ्तार में गाड़ी वहां पर आती है और उसके पापा को उड़ाकर वहां से चली जाती है उसके पापा सड़क की दूसरी तरफ खून से लथपथ पड़े हुए थे वहां बाकी लोग मौजूद यह नजारा देख रहे थे लेकिन कोई भी उसके पापा की मदद नहीं कर रहा था चाहत रोड की दूसरी तरफ पड़ी हुई थी और उसे भी काफी ज्यादा चोट लगी हुई थी और वह तेज तेज चिल्ला रही थी " पापा,,,,, पापा ,,,,,, तभी अचानक से चाहत की आंखें खुल जाती है और वह हड़बड़ा कर उठकर बैठ जाती है , चाहत जल्दी से अपने अगल बगल में देखती है तो वहां पर कोई नहीं था वह अकेली थी , उसकी सांसे बहुत तेज थी जिन्हें वह अपने काबू में करने की कोशिश कर रही थी । चाहत अपने मुंह पर हाथ रख कर  सिसकते हुए कहती है " पापा,,,,, पापा उन्हें देखना है " और उसी अवस्था में चाहत बेड से उतरकर कमरे से बाहर जाने लगती है  उसे इस वक्त कुछ भी ध्यान नहीं था की वो किस अवस्था में है । चाहत कमरे से बाहर निकल कर जल्दी से सीढ़ियां उतर कर नीचे हॉल में आती है और बाहर जाने लगती है , वहा मौजूद नौकर जो काम कर रहे थे चाहत को इस हालत में देखकर तरह-तरह की बातें बनाने लगते हैं , और उसे नीचे से ऊपर गंदी नजरों से देखने लगते हैं । लेकिन चाहत को इन सब का कोई होश नहीं था वो तो बस एक बार अपने पापा को देखना चाहती थी , वो पागलों की तरह इधर से उधर घूम रही थी लेकिन उसे रास्ता नहीं मिल रहा था , वो लगातार रोए जा रही थी । ____________ विराग स्टडी रूम में लैपटॉप पर काम करने में मशगूल था तभी माया दनदनाते हुए उसके स्टडी रूम में आती है और गुस्से से कहती है " मुझे समझ रहे थे ना कि मुझे उसके साथ मारपीट नहीं करनी है लेकिन तुमने उसके करम देखे है एक मौका मिला नहीं की मैडम जी ने भागने की तैयारी कर ली है , तुम्हारे ना होने का फायदा उठाकर तुम्हारी नौकरानी यहां से भागने की फिराक में है ? माया की बातें सुनकर विराग की आंखें गुस्से से लाल हो जाती है और चेहरा बिल्कुल काला वह गुस्से में एक नजर माया को देखता है और अगले ही पल गुस्से में स्टडी रूम से बाहर निकल जाता है ।

  • 13. My Devil Lover 😈 - Chapter 13

    Words: 1040

    Estimated Reading Time: 7 min

    _रावत विला ___________ विराग स्टडी रूम में लैपटॉप पर काम करने में मशगूल था तभी माया दनदनाते हुए उसके स्टडी रूम में आती है और गुस्से से कहती है " मुझे समझ रहे थे ना कि मुझे उसके साथ मारपीट नहीं करनी है लेकिन तुमने उसके करम देखे है एक मौका मिला नहीं की मैडम जी ने भागने की तैयारी कर ली है , तुम्हारे ना होने का फायदा उठाकर तुम्हारी नौकरानी यहां से भागने की फिराक में है ? माया की बातें सुनकर विराग की आंखें गुस्से से लाल हो जाती है और चेहरा बिल्कुल काला वह गुस्से में एक नजर माया को देखता है और अगले ही पल गुस्से में स्टडी रूम से बाहर निकल जाता है । _____________ चाहत पागलों की तरह इधर से उधर घूमते हुए जाने का रास्ता ढूंढ रही थी , उसकी हालत बहुत खराब थी उसके बाल बिल्कुल बिखर गए थे और वह इस वक्त काफी बुरी हालत में थी , । तभी उसे दो नौकरानी जाकर जल्दी से पकड़ लेती है लेकिन चाहत गुस्से में खुद को छुड़ाने की कोशिश करने लगती है " छोड़ो ,,,,,,, चाहत ,,,,, को ,,,,,, जाना है " । लेकिन नौकरानी चाहत को नहीं छोड़ती , चाहत गुस्से में नौकरानी के हाथ पर काटकर उसे खुद से दूर कर देती है और मेंन गेट की तरफ भागने लगती है तभी कोई उसका हाथ पकड़ कर उसे एक झटके से अपनी तरफ करता है और किसी के कुछ समझने से पहले चाहत के गाल पर एक जोरदार थप्पड़ पड़ता है थप्पड़ इतनी जोर का था की उसकी गूंज पूरे विला में गूंजने लगती है । सभी नौकरानी तो डर के मारे कांपने लगती है , चाहत आंसू भरी आंखों से अपने सामने खड़े शख्स को देखती  है जो कोई और नहीं विराग था । विराग एक नजर गुस्से में सभी नौकरों पर डालता है जो चाहत को देख रहे थे , विराग की गुस्से से भरी नजर देखकर सभी नौकर जल्दी से अपना सर झुका लेते हैं तभी वहां पर माया भी आ जाती है और यहां देखकर मुस्कुराने लगती है । चाहत अपने गाल पर हाथ रखे आंसू भरी नजरों से विराग को देख रही थी , उसके गाल पर विराग की पांचो उंगलियां साफ-साफ छप गई थी उसका एक गाल  तो सुन्न हो गया था । विराग गुस्से में चाहत के गले को कसकर पकड़ कर दबाने लगता है और अपने दांत पीसते हुए कहता है " बहुत जल्दी नहीं है तुम्हें यहां से भागने की कम से कम अपने मालिक का तो इंतजार कर लेती " कहते हुए विराग की पकड़ उसके गले पर कश्ती ही जा रही थी । चाहत का दम घुटने लगता है और उसका चेहरा बिल्कुल लाल पड़ जाता है , वही विराग इस वक्त बहुत ज्यादा गुस्से में था उसे समझ नहीं आ रहा था कि वह क्या कर रहा है । माया चाहत को ऐसे तड़पता देखकर बेदर्दी से मुस्कुराते हुए खुद से कहती है " आज तो तुम्हारा काम तमाम होने से तुम्हे कोई नहीं बचा सकता गुड बाय " । चाहत ठीक से सांस भी नहीं ले पा रही थी और अगले ही पल उसकी आंखें बंद होने लगती है तभी विराग एक झटके से उसका गला छोड़ देता है , चाहत वही फर्श पर गिर जाती है और लंबी लंबी सांस लेने लगती है । कुछ सेकेंड बाद जैसे ही चाहत नॉर्मल होती है विराग के पैर को पकड़ कर लगभग गिरगिराते हुए कहती है " आपको मारना है ना आप चाहत को मार दीजिए लेकिन एक बार चाहत को उसके पापा से मिल लेने दीजिए , मुझे देखना है मेरे पापा को प्लीज " कहते हुए चाहत बुरी तरीके से रो रही थी । चाहत को ऐसे गिरगिराता वो भी उसके बाप के लिए विराग को बहुत ज्यादा गुस्सा आ रहा था , तभी माया विराग के पास आती है और चाहत को देखते हुए नफरत से कहती है " इसके पापा को इस दुनिया से ही विदा कर दो सारी झंझट एक ही बार में खत्म इसने भी तो तुम्हारी बहन के साथ ऐसा ही किया था न सिर्फ तुम्हारी बहन को मारा था बल्कि उसके अजन्मे बच्चे को भी तो तुम भी इसके बाप को एक ही बार में निपटा दो " । माया की बातें सुनकर चाहत रोते हुए विराग को देखने लगती है और उसके सामने अपने हाथ जोड़ने लगती है । चाहत को इस तरह रोता देखकर विराग गुस्से में उसके दोनों हाथों को पकड़ कर उसे खड़ा करता है और अपने दांत पीसते हुए कहता है " अपने बाप को देखना चाहती हो ना दिखाऊंगा " । विराग की बातें सुनकर चाहत की आंखों में चमक आ जाती है वही माया गुस्से से विराग को देखने लगती है । विराग गुस्से में चाहत का हाथ पकड़ कर उसे खींचते हुए वहां से ले जाने लगता है , । _______________ विराग का कमरा विराग चाहत को खींचते हुए कमरे के अंदर लाकर बेड पर फेक देता है और गुस्से में लाल आंखों से चाहत को देखने लगता है । चाहत रोते हुए उसकी तरफ देखती है और जल्दी से उसके पास आकर कहती है " प्लीज आप चाहत को उसके पापा से मिलवा दीजिए " । विराग गुस्से में अपना फोन निकाल कर किसी को कॉल करके गुस्से से कहता है " उस रूम में जाकर वीडियो कॉल करो " इतना बोलकर विराग गुस्से में फोन काट देता है और चाहत को देखता है जो रोते हुए उसे उम्मीद भरी नजरों से देख रही थी । तभी विराग का फोन रिंग करने लगता है, विराग कॉल अटेंड करके फोन चाहत को देते हुए उसे पकड़ने का इशारा करता है । चाहत जल्दी से डरते हुए उसके फोन को पकड़ लेती है और जैसे ही स्क्रीन की तरफ देखती है एक बार फिर से उसकी आंखों से समंदर बहने लगता है । उसके पापा बेड पर बेहोश लेटे हुए चारों तरफ मशीनों से घिरे हुए थे यह देखकर चाहत को उनके लिए काफी ज्यादा बुरा लगता है और वो रोते हुए जमीन पर बैठ जाती है और फोन की स्क्रीन पर अपनी उंगली फेरने लगता है उसकी आंखों से आशु निकलकर फोन की स्क्रीन पर गिर रहे थे । और ये सब देखकर विराग का दिमाग खराब हो रहा था और वो गुस्से में कमरे से बाहर निकल जाता है ।

  • 14. My Devil Lover 😈 - Chapter 14

    Words: 1109

    Estimated Reading Time: 7 min

    रावत विला विराग का रूम उसके पापा बेड पर बेहोश लेटे हुए चारों तरफ मशीनों से घिरे हुए थे यह देखकर चाहत को उनके लिए काफी ज्यादा बुरा लगता है और वो रोते हुए जमीन पर बैठ जाती है और फोन की स्क्रीन पर अपनी उंगली फेरने लगता है उसकी आंखों से आशु निकलकर फोन की स्क्रीन पर गिर रहे थे । और ये सब देखकर विराग का दिमाग खराब हो रहा था और वो गुस्से में कमरे से बाहर निकल जाता है । चाहत अपने पापा को ऐसी हालत में देखकर उनके साथ बिताए लम्हे याद करने लगती है , । फ्लैशबैक सुमित चाहत के पापा अपने ऑफिस जा रहे थे तभी चाहत उनके पास आती है और उन्हें तैयार देखकर नाराजगी से कहती है " पप्पा , कल चाहत ने आपको मना किया था फिर भी आप ऑफिस जा रहे हैं " । चाहत की बात सुनकर सुमित मुस्कुराकर उसके सर पर अपना हाथ फेरते हुए कहते हैं " मेरे बच्चा में बिल्कुल ठीक हूं " वो अभी इतना कहते ही हैं की उन्हे खासी आने लगती है । यहां देख कर चाहत अपनी कमर पर हाथ रखकर नाराजगी से कहती है " देख लिया चाहत ने की आप कितना ठीक है " । सुमित जी जल्दी से मुस्कुराते हुए कहते हैं " बच्चा वो तो " । लेकिन चाहत गुस्से में उन्हें चुप कर देती है और उनका हाथ पकड़ कर उन्हें सोफे पर बिठाकर आर्डर देते हुए कहती है " खबरदार जो आपने एक कदम भी बढ़ाया चुप चाप से यही बैठिए और ऑफिस जाने का तो सोचा भी मत वरना चाहत कभी आपसे बात नहीं करेगी ओके " । सुमित जी डरते हुए अपना सर हां में हिला देते हैं , चाहत मुस्कुराते हुए कहती है " गुड बॉय ( उनका ऑफिस बैग अपने हाथों में लेते हुए ) आप यहां बैठिए तब तक में आपके लिए गरमा गरम तुलसी अदरक की चाय बनाकर लाती हूं " इतना कहकर चाहत वहां से चली जाती है और कुछ देर बाद दो कप चाय लेकर उनके पास आती है और एक चाय का कप उन्हें देकर वही सोफे पर बैठकर दोनों बाप बेटी मुस्कुराते हुए चाय पीने लगते हैं । फ्लैशबैक एंड सब कुछ याद आते ही चाहत जोर-जोर से रोने लगती है और रोते हुए कहती है " चाहत आपको बहुत याद करती है , आप बस जल्दी से ठीक हो जाइए चाहत आपके बिना नही रह सकती , सर जो भी कहेंगे चाहत सब कुछ करेगी बस आप ठीक हो जाइए , आपकी ऐसी हालत चाहत नहीं देख सकती वो नही देख पाएंगी आपको ऐसे चुपचाप, वो बस आपको ठीक देखना चाहती है प्लीज पप्पा i miss you ♥️ । _________ विराग गुस्से में पंचिंग बैग पर मारे जा रहा था उसका चेहरा पसीने से पूरा लथपथ  था और हाथों से खून निकल रहा था लेकिन दिमाग में उथल पुथल चल रही थी कुछ शब्द उसके कानों में शोर कर रहे थे " तेरी बड़ी बहन हूं और तुझे अच्छे से जानती हूं चाहे दुनिया तेरे खिलाफ हो जाए लेकिन सोनिया हमेशा तेरे साथ रहेगी , प्लीज चाहत के पापा के साथ कुछ मत कीजिए चाहत आपको सब कुछ सच बताएगी मैंने उन्हें धक्का दिया था लेकिन चाहत को नही पता था की वो, और चाहत फसना जाए इसलिए वो वहां से भाग गई । और उसके बाद सोनिया का सफेद कपड़े से ढका हुआ मृत शरीर उसकी चिता के पास ली उसके लिए प्रतिज्ञा " तेरा भाई तेरी चिता की कसम खाकर कहता है जिसने भी तुझे और तेरे बच्चे को मारा है उसकी हर दिन एक नई मौत मारूंगा लेकिन इतनी आसानी से मरने नहीं दूंगा जो उसने दर्द तुझे मुझसे अलग करके दिया उसका 100 गुना दर्द उसे दूंगा उसके प्राणों को अपनी मुट्ठी में भरकर मरने की चाहत होगी लेकिन उसके अंदर जीने की इच्छा नहीं लेकिन मौत भी इतनी आसानी से नसीब नहीं होगी " । विराग गुस्से में पंचिंग बैग को पकड़ लेता है इस वक्त उसकी सांसे जोर-जोर से ऊपर नीचे हो रही थी उसका चेहरा गुस्से से बिल्कुल काला और आंखें खून की तरह लाल जो किसी के खून की प्यासी थी । ___________ माया फोन पर विराग की मां नीतू से बात कर रही थी " मॉम आप चिंता मत कीजिए जल्दी ही विराग उस लड़की को यहां से धक्के मार कर बाहर निकाल देगा या हो सकता है वह नौकरानी तो बचे लेकिन उसके अंदर प्राण नही " । दूसरी तरफ से नीतू उसे समझाते हुए कहती हैं " वो सब तो ठीक है लेकिन एक बात याद रखना वो लड़की प्रेग्नेंट नही होनी चाहिए अगर गलती से भी ऐसा हो गया तो तुम समझ रही हो ना " । नीतू की बात सुनकर माया शातिर तरीके से मुस्कुराते हुए कहती है " yes mom उसका तो मैंने बहुत पहले इंतजाम कर दिया है आप बेफिक्र रहिए बहुत जल्द उस लड़की का नामोनिशान भी नही रहेगा " कहते हुए माया के एक्सप्रेशन काफी ज्यादा खतरनाक हो गए थे , उसके एक्सप्रेशन देखकर ऐसा लग रहा था जरूर उसके दिमाग में कुछ बड़ा चल रहा है । ________________ अगला दिन विराग का कमरा खिड़की से धूप छनकर पूरे कमरे में अपनी रोशनी फैला रही थी , बेड पर चाहत लेटी सो रही थी, वो खुद में ही सिमटी हुई थी और इस वक्त काफी ज्यादा क्यूट लग रही थी उसके बाल उसके चेहरे पर बिखरे हुए थे । तभी धीरे-धीरे उसकी आंखें खुलने लगती है और वो जल्दी से उठ कर बैठती है और इधर-उधर देखने लगती है तभी उसे अचानक से याद आता है कि वह फोन में अपने पापा को देख रही थी, यह याद आते ही चाहत जल्दी से बेड से उतरकर फर्श पर फोन को ढूंढने लगती है लेकिन उसे फोन कहीं भी दिखाई नहीं देता और उसका चेहरा मुरझा जाता है और वो वापस बेड पर बैठ जाती है । _________________ विराग का ऑफिस विराग केविन में चेयर पर बैठा हुआ लैपटॉप के कीबोर्ड में स्पीड में टाइपिंग कर रहा था उसकी उंगलियां कीबोर्ड पर नाच रही थी , उसी वक्त उसके केविन के दरवाजे पर नोक होती है । आवाज सुनकर विराग बिना देखे अपनी सर्द आवाज में कहता है " कम इन " । उसके कहते ही उसका असिस्टेंट पीयूष डरते हुए अंदर आता है और अपना सर झुका कर कहता है " बिग बॉस मिस्टर वैदिक आपसे मिलना चाहते हैं " । विराग जो बिना किसी एक्सप्रेशन के अपना काम कर रहा था दैविक का नाम सुनते ही उसकी उंगलियां रुक जाती है  चेहरा सर्द और आंखे लाल , लेकिन अगले ही पल वो बिना किसी भाव के कहता है " उसे अंदर भेजो " कहते हुए विराग के एक्सप्रेशन काफी ज्यादा खतरनाक हो गए थे ।

  • 15. My Devil Lover 😈 - Chapter 15

    Words: 1049

    Estimated Reading Time: 7 min

    विराग का ऑफिस विराग केविन में चेयर पर बैठा हुआ लैपटॉप के कीबोर्ड में स्पीड में टाइपिंग कर रहा था उसकी उंगलियां कीबोर्ड पर नाच रही थी , उसी वक्त उसके केविन के दरवाजे पर नोक होती है । आवाज सुनकर विराग बिना देखे अपनी सर्द आवाज में कहता है " कम इन " । उसके कहते ही उसका असिस्टेंट पीयूष डरते हुए अंदर आता है और अपना सर झुका कर कहता है " बिग बॉस मिस्टर वैदिक आपसे मिलना चाहते हैं " । विराग जो बिना किसी एक्सप्रेशन के अपना काम कर रहा था दैविक का नाम सुनते ही उसकी उंगलियां रुक जाती है  चेहरा सर्द और आंखे लाल , लेकिन अगले ही पल वो बिना किसी भाव के कहता है " उसे अंदर भेजो " कहते हुए विराग के एक्सप्रेशन काफी ज्यादा खतरनाक हो गए थे और वो और भी स्पीड में अपना काम करने लगता है तभी उसके कानों में किसी के चलने की आहट पड़ती है लेकिन वो उसे इग्नोर कर देता है तभी उसके कानों में वैदिक की आवाज पड़ती है " इतनी नफरत की अपने दोस्त की शक्ल भी नहीं देखोगे " । वैदिक की आवाज सुनकर विराग बिना उसकी तरफ देखे तिरछा मुस्कुराते हुए कहता है " नफरत होती तो मेरे केबिन में आने के लायक नहीं होते, किसी गटर में पड़े होते  " इतना कहकर विराग मुस्कुराते हुए वैदिक को देखने लगता है । वैदिक एक गहरी सांस छोड़ते हुए विराग से कहता है " विराग देख हम दोनों के बीच जो कुछ हुआ उसे भूल जा मैं तुझे यहां कुछ देने आया हूं और तुझसे कुछ खरीदने ? वैदिक की बात सुनकर विराग व्यंग्य से मुस्कुराने लगता है , तभी वैदिक उससे कहता है " तू जो उस लड़की चाहत के साथ कर रहा है वो गलत है मैं उसे तुझसे आजादी दिलाना चाहता हूं " । वैदिक के मुंह से चाहत का नाम सुनकर विराग की मुस्कुराहट धीरे-धीरे कम होने लगती है और उसकी आंखें गुस्से से लाल हो जाती है पता नहीं पर क्यों वैदिक के मुंह से चाहत का नाम सुनकर विराग को गुस्सा आने लगा , अचानक ही केबिन का माहौल काफी ज्यादा खतरनाक हो गया था । तभी वैदिक अपनी पैंट की जेब से एक चेक निकाल कर विराग के सामने वाली टेबल पर रखकर मुस्कुराते हुए कहता है " चाहत की कीमत है उम्मीद है तुम्हें पसंद आएगी " । विराग एक नजर वैदिक को गुस्से में देखकर टेबल पर रखा हुआ चेक उठाता है और बिना देखे उस चेक को फाड़कर वैदिक  के ऊपर उछाल देता है और घमंड से मुस्कुराते हुए कहता है " वो लड़की मेरी प्रॉपर्टी है और विराग रावत की प्रॉपर्टी की कोई कीमत नहीं इसलिए आइंदा मेरी प्रॉपर्टी का नाम भी अपने मुंह से मत निकालना कहीं ऐसा ना हो कीमत इतनी भारी हो जाएगी की चुकाने की हिम्मत ना रहे " कहते हुए वैदिक के होठों पर डेविल इस्माइल थी । विराग की मुस्कुराहट वैदिक के सीने में आग लगा रही थी वो गुस्से में अपने दांत पीसते हुए कहता है " यह तुम सही नहीं कर रहे हो विराग रावत चाहत से मैं प्यार करता हूं और वो मुझसे उसे तो मैं तुम्हारे पास नहीं रहने दूंगा इसके लिए मुझे चाहे साम दाम दंड भेद क्यों न करना पड़े ? वैदिक की बातें सुनकर विराग गुस्से में उसके कॉलर को पकड़ कर अपने दांत पीसते हुए कहता है " प्यार , एक ऐसा ही प्रॉमिस तुमने सोनिया से किया था उससे प्यार करने का प्रॉमिस उसका ख्याल रखने का प्रॉमिस लेकिन तुमने अपना प्रॉमिस तोड़ दिया लेकिन मैं नहीं तोडूंगा अगर वादा ना होता तो तुम आज जिंदा भी नहीं होते और मेरे सामने तो बिल्कुल नहीं होते इसलिए चुपचाप दफा हो जाओ और भूल जाओ चाहत को क्योंकि कुछ ही महीनो बाद वो विराग रावत के अंश को जन्म देगी , विराग रावत के अंश को उसके बच्चे को (व्यंग्य से मुस्कुराते हुए ) अब ये तो तुम जानते ही होंगे की बच्चा कैसे होता है और उसके लिए क्या क्या करना पड़ता है " । विराग की बातें सुनकर वैदिक अपना आपा खो देता है और गुस्से से चिल्लाता है " विराग अगर उसे छुआ भी तो मैं तुझे जिंदा नहीं छोडूंगा जिंदा गड़ा दूंगा तुझे " । वैदिक की बातें सुनकर विराग उसका मजाक उड़ाते हुए कहता है " बेटा पहले खुद तो गड्ढे से निकल जा कुछ ही घंटे में तुझे गुड न्यूज़ मिलने वाली है "। विराट की बातें वैदिक को समझ नहीं आती और वह असमंजस से उसे देखने लगता है तभी उसे किसी का कॉल आता है वो जल्दी से कॉल पिक करता है तो दूसरी तरफ से कुछ ऐसा कहा जाता है जिसे सुनकर वह गुस्से में वहां से निकल जाता है । विराग जो मुस्कुरा रहा था अचानक ही उसकी मुस्कुराहट बिल्कुल हल्की पड़ जाती है और उसका चेहरा गुस्से से लाल हो जाता है । _________________ रावत विला चाहत विला का सारा काम कर रही थी और माया और कुछ नौकरानी जानबूझकर उसके काम को बढ़ा रही थी लेकिन वह कुछ नहीं कह रही थी और चुपचाप अपना काम कर रही थी तभी एक नौकरानी उसके पास दूध का गिलास लेकर आती है और उसे देते हुए कहती है " बॉस ने तुम्हारे लिए भेजा है चुपचाप से पी लो बॉस का आर्डर है वरना तुम उनके गुस्से को जानती हो । नौकरानी की बात सुनकर चाहत को पहले तो कुछ समझ नहीं आता लेकिन अपने पापा के बारे में सोच कर चाहत बिना कुछ कहे उसके हाथ से दूध का गिलास लेकर दूध को पीने लगते हैं यहां देखकर उसे नौकरानी के होठों पर रहस्यमई मुस्कुराहट आ जाती है । चाहत दूध का जैसे ही एक शिप लेती है उसका बुरा सा मुंह बन जाता है लेकिन फिर वह जल्दी से पूरा दूध पीकर नौकरानी को दूध का गिलास दे देती है और वापस से अपना काम करने लगती है । चाहत धीरे धीरे विला का सारा काम कर लेती है लेकिन जैसे ही किचन की तरफ जाने लगती है अचानक ही उसका सर घूमने लगता है और उसे सब कुछ धुंधला धुंधला दिखाई देने लगता है , उसे कुछ दिखाई नहीं दे रहा था जिस वजह से वो वहां मौजूद चीजों से टकरा रही थी और अगले ही पल वो खुद को संभाल नहीं पाती और बेहोश होकर जमीन पर गिर जाती है ।

  • 16. My Devil Lover 😈 - Chapter 16

    Words: 1050

    Estimated Reading Time: 7 min

    रावत विला चाहत दूध का जैसे ही एक शिप लेती है उसका बुरा सा मुंह बन जाता है लेकिन फिर वह जल्दी से पूरा दूध पीकर नौकरानी को दूध का गिलास दे देती है और वापस से अपना काम करने लगती है । चाहत धीरे धीरे विला का सारा काम कर लेती है लेकिन जैसे ही किचन की तरफ जाने लगती है अचानक ही उसका सर घूमने लगता है और उसे सब कुछ धुंधला धुंधला दिखाई देने लगता है , उसे कुछ दिखाई नहीं दे रहा था जिस वजह से वो वह मौजूद चीजों से टकराने लगती है उसका सर जोर से दीवार पर टकराता है जिस वजह से उसके सर से खून निकलने लगता है और वह बेहोश होकर वहीं फर्श पर गिर जाती है । ___________ वैदिक इस वक्त अपने असिस्टेंट के साथ गुस्से में सामने देख रहा था जहां उसकी फैक्ट्री जलकर राख हो गई थी लेकिन शुक्र था कि फैक्ट्री में काम करने वाले मजदूरों को कुछ भी नहीं हुआ था लेकिन इन सबसे वैदिक को भारी नुकसान हुआ था , सिर्फ यही नहीं उसकी पांच और फैक्ट्री जलकर डाक हो गई थी किसने किया था इसका कोई पता नहीं था। वैदिक कभी अपनी जलती निगाहों से यह सब देख ही रहा था तभी असिस्टेंट को किसी का कॉल आता है वह कॉल पिक करके कुछ देर बात करता है और कॉल कट करने के बाद घबराते हुए वैदिक से कहता है " हमारे जो क्लाइंट थे उन्होंने हमसे डील करने को मना कर दिया है, यहां तक की कोई भी बिजनेसमैन हमारे साथ कोई भी डील नहीं करना चाहता , " । वैदिक को तो समझ नहीं आ रहा था कि अचानक से उसके साथ क्या हो रहा है इतनी सारी वह भी एक साथ कैसे जरूर इसके पीछे किसी न किसी की साजिश थी लेकिन किसकी शायद वो जानता था कि इसके पीछे कौन है । वह कुछ कहता तभी असिस्टेंट का फोन दोबारा रिंग करता है अस्सिटेंट कॉल पिक करके एक बार फिर से घबराते हुए वैदिक से कहता है " ऑफिस के बाहर मीडिया वाले खड़े हैं आपसे मिलकर आपसे सवाल करना चाहते हैं,  शायद उनको भी इस खबर के बारे में पता चल गया है " । असिस्टेंट की बात सुनकर वैदिक कुछ नहीं कहता और गुस्से मे गाड़ी लेकर वहां से निकल जाता है , रास्ते भर गुस्से से उसका दिमाग काम नहीं कर रहा था एक साथ उसका इतना सारा नुकसान हो गया था कि उसे हद से ज्यादा गुस्सा आ रहा था और वह भी किसी और पर नहीं विराग पर? ___________ माया रूम में ड्रेसिंग टेबल के सामने बैठी हुई बड़ी अदाओं से अपने उल्टे हाथ के नाखूनों में नेल पॉलिश लगा रही थी तभी एक नौकरानी भागते हुए उसके पास आती है,  भागने की वजह से नौकरानी की सांस बहुत तेज चल रही थी और वो हाफ रही थी। माया उसे नौकरानी को इग्नोर करके अपने नाखूनों पर फूंक मारते हुए एटीट्यूड में कहती हैं " उसके मरने की खबर आ गई ? नौकरानी जल्दी से कहती है " वो ,,, वो बेहोश हो गई है और उनके सर से बहुत ज्यादा खून निकल रहा है ,  आप चाहे तो मैं विराग सर को ? नौकरानी की बात अभी पूरी भी नहीं हो पाती की माया गुस्से में उठकर उसके गाल पड़ एक जोरदार थप्पड़ मारते हुए कहती है " विराग को नही बुलाना है जल्दी से डॉक्टर वस्थी को कॉल करके बुलाओ और हां गलती से भी यह बात विराग को पता नहीं चलनी चाहिए " इतना बोलकर माया गुस्से में नौकरानी के साथ अपने कमरे से बाहर निकल जाती है । _____________ कुछ ही देर में चाहत बेड पर लेटी हुई थी और डॉक्टर से चेक कर रहे थे माया वही गुस्से से चाहत को देख रही थी और उसके साथ-साथ नौकरानी भी थी । डॉ चाहत को चेक करके  डरते हुए माया से कहती है " मैडम इनकी मेंटल कंडीशन कुछ ज्यादा ठीक नहीं है , और काफी ज्यादा कमजोर  है और ऐसे में इनके साथ अगर इसी तरह फोर्सफुली रिश्ता बनाया गया तो इनके प्रेग्नेंट होने के चांस बहुत कम हो सकते हैं या फिर हो सकता है यह कभी प्रेग्नेंट ना हो और एक और जरूरी बात ये अपनी प्रेगनेंसी को रोकने के लिए बर्थ कंट्रोल पिल ले रही है और ऐसे में उनकी बॉडी पर काफी ज्यादा इफेक्ट पड़ेगा,  इनको ज्यादा से ज्यादा बेड रेस्ट की जरूरत है " । डॉक्टर की बात सुनकर माया एक नजर बेड पर लेटी चाहत को देखती है और नफरत से मुस्कुराते हुए कहती है " इसका मतलब इसके प्रेग्नेंट होने के चांस बहुत कम है या फिर बिल्कुल ना के बराबर,  " । डॉ बेचारी डरते हुए अपना सर हा मे हिला देती है ,  क्योंकि वह अपने सामने खड़ी मौजूद माया को अच्छे से जानती थी की वो कितनी बड़ी पागल है अपने गुस्से में कुछ भी कर सकती है डॉक्टर को चाहत के लिए काफी ज्यादा बुरा लग रहा था लेकिन वह चाह कर भी कुछ नहीं कर सकती थी । माया अपने हाथ में पकड़ी सौ सौ के नोटों की गड्डी डॉक्टर के हाथ में देकर उसे धमकी देते हुए कहती है " गलती से भी यह बात विराग को पता नहीं चलनी चाहिए वरना तुम कुछ बताने के लायक नहीं रहोगी अब निकालो और हां गलती से भी उसके सामने अपना मुंह मत खोलना " । डॉक्टर जल्दी से अपना सर हिला कर अपना ब्रीफकेस लेकर कमरे से बाहर निकल जाती है । माया एक नजर चाहत को देखती हैं और नफरत से मुस्कुराते हुए कहती है " बहुत जल्दी विराग खुद तुम्हे जान से मार देगा और तुम्हारे बाप उनको तो कोई नहीं बचा सकता " इतना कहकर माया शैतानों की तरह हंसने लगती है । _____________ रावत विला , रात का वक्त, विराग की गाड़ी बड़े से लोहे के गेट को पार करते हुए रावत विला के सामने आकर रूकती है,  ड्राइवर जल्दी से गाड़ी से बाहर उतरकर विराग के लिए गाड़ी का दरवाजा खोलता है। विराग फुल एटीट्यूड में गाड़ी से बाहर उतरकर विला के अंदर जाने लगता है , विराग जैसे ही बिला के अंदर आता है उसके कानों में नौकरानियों की आवाज पड़ती है जो कुछ कह रही थी उनकी बातें सुनकर उसकी आंखें गुस्से से लाल हो जाती हैं और वह गुस्से में अपने कदम अपने कमरे की तरफ बढ़ा देता है ।

  • 17. My Devil Lover 😈 - Chapter 17

    Words: 1190

    Estimated Reading Time: 8 min

    रावत विला , रात का वक्त, विराग की गाड़ी बड़े से लोहे के गेट को पार करते हुए रावत विला के सामने आकर रूकती है,  ड्राइवर जल्दी से गाड़ी से बाहर उतरकर विराग के लिए गाड़ी का दरवाजा खोलता है। विराग फुल एटीट्यूड में गाड़ी से बाहर उतरकर विला के अंदर जाने लगता है , विराग जैसे ही बिला के अंदर आता है उसके कानों में नौकरानियों की आवाज पड़ती  है जो कुछ कह रही थी, एक नौकरानी दूसरी नौकरानी से कह रही थी " सर जिस लड़की को कुछ दिन पहले यहां लाए थे आज वह बड़ी अजीब सी हरकतें कर रही थी पहले तो आज अपने कमरे से बाहर नहीं आई और दूसरा जब मैं उसे दूध देने गई तो एकदम से मुझे देखकर घबरा गई जैसे मैंने उसकी कोई चोरी पकड़ ली हो । पहले नौकरानी की बात सुनकर दूसरी नौकरानी कहती हैं " हां तुमने सही कहा उसके हाथ में भी कुछ लगा था लेकिन जब पूछा तो उल्टा मुझ पर ही चिल्ला पड़ी और बोली की मे इस घर की मालकिन नहीं हूं जो उससे सवाल पूछ रही हूं , उसका ऐसा रूप देखकर मैं तो बिल्कुल ही डर गई और मैं सोच लिया है मैं तो उसके कमरे में बिल्कुल नहीं जाऊंगी " इतना कहकर दोनों नौकरानी काम करने लगती है और नौकरानी की बात सुनकर विराग की आंखें गुस्से से लाल हो जाती है और वह अपने कदम अपने कमरे की तरफ बढ़ा देता है । ____________ विराग का कमरा विराग कमरे में पहुंचकर गुस्से मे अपने कोट के बटन खोलते हुए चाहत को बुला रहा था " चाहत,,,,,, चाहत,,,,,,चाहत,,,,,,चाहत,,,,,, " लेकिन उसे कोई जवाब नहीं मिल रहा था तभी उसके कमरे में माया आती हैं और ड्रामा करते हुए विराग से कहती है " उस नौकरानी को तुमने छुट् क्या दे दी उसके तो तेवर ही बदल गए सुबह से महारानियों की तरह सो रही हैं और नौकरानी को जव उसे बुलाने भेजा तो महारानी की बोली कि जब तक तुम नहीं आओगे वह कमरे से बाहर नहीं निकलेंगी " । माया की बातें सुनकर विराग के हाथ अपनी शर्ट के बटन खोलते खोलते रुक जाते हैं और वह गुस्से में कमरे से बाहर निकल जाता है । विराग को गुस्से से जाता देखकर माया शातिर तरीके से मुस्कुराते हुए कहती है " अब तुम्हें विराग के गुस्से से कोई नहीं बचाने वाला क्योंकि वह जब गुस्से में होता है उसे खुद नहीं पता होता है कि वह क्या करता है " कहते हुए माया की मुस्कुराहट और भी गहरी हो जाती है । ______________ विराग गुस्से में चाहत के नौकरानी वाले कमरे में आता है और अपनी नजर इधर-उधर करके चाहत को ढूंढने लगता है तभी उसकी नजर सामने बेड पर सो रही चाहत पर पड़ती है जिसे देखकर उसकी आंखें गुस्से से लाल हो जाती है । विराग गुस्से में बेड के पास आकर चाहत को उठाने के लिए जैसे ही अपना हाथ आगे बढ़ाकर उसे छूता है वह हैरान हो जाता है क्योंकि चाहत का पूरा शरीर गर्म भट्टी की तरह तप रहा था और उसके होंठ भी बिल्कुल सूख गए थे। पता नहीं पर क्यों चाहत को ऐसी हालत में देखकर विराग को बिल्कुल भी अच्छा नहीं लगता और वह बिना कुछ सोचे जल्दी से चाहत को अपनी गोद में उठाकर कमरे से बाहर निकल जाता है । _______________ माया जो यह सोचकर खुश हो रही थी कि विराग चाहत को पनिशमेंट देगा लेकिन जैसे ही सामने का नजारा देखते हैं उसके होश उड़ जाते हैं क्योंकि विराग चाहत को गोद में उठाएं कमरे मे आ रहा था। विराग जल्दी से चाहत को बेड पर लेट कर ब्लैंकेट से कवर करते हुए गुस्से में माया से कहता है " जल्दी से डॉक्टर की टीम को बुलाओ " । माया एक नजर गुस्से में चाहत को देखकर विराग से कहती है " व्हाट विराग तुम उस नौकरानी के लिए पूरी डॉक्टर की टीम को बुला रहे हो " । विराग माया की बात सुनकर उसे खाजाने वाली नजरों से देखते हुए खतरनाक आवाज में कहता है " 2 मिनट है तुम्हारे पास अगर डॉक्टर की टीम कमरे में नहीं आई तो तुम अपने दो पैरों पर खड़े होने के लायक नहीं बचोगी " । विराग की धमकी सुनकर माया डरते हुए जल्दी से कमरे से बाहर निकल जाती है क्योंकि उसे पता था कि विराग खाली धमकी कभी नहीं देता । विराग चाहत को देखता  है जो अभी भी ठंड से कांप रही थी यहां देखकर विराग जल्दी से नौकरानी को बुलाकर उसे बहुत सारे ब्लैंकेट लाने का ऑर्डर देता है । देखते ही देखते पूरे विला में भगदड़ मच गई थी , और माया को इन सब से बहुत गुस्सा आ रहा था लेकिन इस समय वह घबराई हुई थी क्योंकि अगर वह विराग के फैमिली डॉक्टर को चाहत का चेकअप करने के लिए बुलाती तो उसका फैमिली डॉक्टर चाहत का चेकअप करके विराग को सब कुछ बता देता जो माया के लिए बिल्कुल भी ठीक नहीं होने वाला था । लेकिन उसे फिलहाल के लिए किसी न किसी डॉक्टर को तो बुलाना ही था इसीलिए वो जल्दी से फोन करके अपनी इस डॉक्टर को बुला लेती है जिसने कुछ घंटे पहले चाहत का चेकअप किया था । _______________ विराग का कमरा कुछ ही देर बाद कमरे मे डॉक्टर की टीम मौजूद विराग के खौफ से काप रहे थे और साथ ही बहुत ज्यादा हैरान भी थे उस हैवान की गोद में उस मासूम सी लड़की को देखकर। उन लोगों को यू आलसियों की तरह खड़ा देखकर विराग गुस्से में एक-एक शब्द चबाते हुए कहता है " अगर अगले 1 मिनट के अंदर तुमने बताया नहीं कि इसे क्या हुआ है तुम लोग दूसरों का इलाज क्या खुद का भी इलाज करने के लायक नहीं रहोगे " । विराग की धमकी सुनकर उन लोगों को अपना खून सूखता हुआ सा महसूस होने लगता है,  वह डॉक्टर डरते हुए आगे आती है जिसने कुछ घंटे पहले चाहत का इलाज किया था वो डरते हुए अपने कापते हाथों से चाहत को चेक करने लगती है  और कुछ मिनट बाद जबरदस्ती मुस्कुराने की कोशिश करते हुए कहती है " सर मैडम बिल्कुल ठीक है इन्हें कुछ भी नहीं हुआ बस हल्का सा बुखार है " । डॉक्टर की बात सुनकर विराग गुस्से में अपनी लाल आंखों से उसे घूरने लगता है , उसके मात्र घूरने से ही फीमेल डॉक्टर की हालत खराब होने लगती है उसकी पूरी बॉडी दर से कांपने लगती है । विराग गुस्से में अपने बॉडीगार्ड को बुलाकर  उसे आर्डर देते हुए कहता है " इस डॉक्टर के अंदर जीने की इच्छा बहुत कम हो गई है और डॉक्टरी करने का तो इसका मन ही नहीं हो रहा तो इसे एक लंबी छुट्टी पर भेज दो " । विराग की बातें सुनकर माया डरते हुए उसे देखने लगती है हालांकि उसे उसके कहने का मतलब समझ में नहीं आया था,  लेकिन बॉडीगार्ड समझ गए थे कि उनके मालिक के कहने का क्या मतलब है और वो उस डॉक्टर को घसीटते हुए वहां से ले जाने लगते हैं । और कुछ देर बाद एक फीमेल डॉक्टर चाहत को चेक करने के बाद कुछ कहती है जिसे सुनने के बाद विराग  की आंखें गुस्से से लाल हो जाती है, ।

  • 18. My Devil Lover 😈 - Chapter 18

    Words: 1329

    Estimated Reading Time: 8 min

    विराग का कमरा रावत विला विराग का कमरा, विराग की बातें सुनकर माया डरते हुए उसे देखने लगती है हालांकि उसे उसके कहने का मतलब समझ में नहीं आया था,  लेकिन बॉडीगार्ड समझ गए थे कि उनके मालिक के कहने का क्या मतलब है और वो उस डॉक्टर को घसीटते हुए वहां से ले जाने लगते हैं । और कुछ देर बाद एक फीमेल डॉक्टर डरते हुए आगे आता है और कांपते हुए चाहत को चेक करने लगती है कुछ देर बाद चाहत को चेक करने के बाद वह डरते हुए विराग से कहती  है " सर एक्जेक्टली मैडम को क्या हुआ है यह तो हम उनका फुल बॉडी चैकअप करने के बाद ही बता सकते हैं लेकिन फिलहाल मैडम को बहुत तेज बुखार है, मैंने उन्हें मेडिसिन दे दी है आप प्लीज इन्हें टाइम पर खिलाते रहना, और इनका बहुत ज्यादा ध्यान रखना होगा क्योंकि यह हद से ज्यादा दुबली पतली है और ऐसे में यह एनीमिया बीमारी का शिकार हो सकती है " हालांकि यह सब कहते हुए डॉक्टर काफी ज्यादा डर रही थी वही उसकी बातें सुनकर विराग की आंखें गुस्से से लाल हो जाती है, उसने इस लड़की को कहा था कि वह अपना ख्याल रखें लेकिन इसने नहीं रखा, यहां सोच सोच कर विराग को बहुत ज्यादा गुस्सा आ रहा था। वही माया गुस्से में उस डॉक्टर को देख रही थी जैसे उसे अभी जान से मार देगी लेकिन साथ ही वो घबरा भी रही थी कि अगर विराग को चाहत की कंडीशन के बारे में पता चल गया तो उसका पूरा प्लान खराब हो जाएगा और ऐसा किसी भी कीमत में अभी होने नहीं दे सकती थी, इसीलिए जल्दी से डॉक्टर को फटकारते हुए कहती है " यह तुम क्या कह रही हो ? ( विराग  की तरफ देखते हुए) कोई जरूरत नहीं है इस लड़की का चेकअप करवाने की और इस पर फालतू खर्च करने की,  और वैसे भी इसने जो किया है उसके लिए तो यह इससे भी बुरी मौत डिजर्व करती है " कहते हुए माया का चेहरा गुस्से से लाल हो गया था । वही विराग उसे गुस्से से देखते हुए अपने दांत पीसकर कहता है " All of you get out of my room right now " उसकी गुस्से से भरी आवाज सुनकर कुछ ही सेकंड में पूरा कमरा खाली हो जाता है अब वहां पर सिर्फ माया खड़ी थी। विराग गुस्से में माया को घूरते हुए कहता है " तुम्हें क्या स्पेशल बताना पड़ेगा " । विराग की बातें सुनकर माया बिल्कुल हैरान हो जाती है , क्या वह उसे भी कमरे से बाहर जाने के लिए बोल रहा था यह सब उस लड़की की वजह से हो रहा था ? यहां सब सोचते हुए माया गुस्से में कमरे से बाहर निकल जाती है । विराग उसके जाने के बाद गुस्से में रिमोट उठाकर उसमें से एक बटन प्रेस करता है जिससे ऑटोमेटिक दरवाजा अपने आप लॉक हो जाता है । विराग फिर रिमोट एक्साइड में रखकर अपनी गोद में लेटी चाहत को देखता है और गुस्से से कहता है " बहुत मजा आता है ना तुम्हें अपने साथ यह सब करके , तुम्हें मना किया था लेकिन फिर भी तुम जानबूझकर बीमार हुई ताकि मैं तुम्हारा ख्याल रखूं , लेकिन इसका मतलब यह मत समझना कि तुम सजा से बच जाओगी ( डेविल स्माइल करते हुए ) भले ही सजा तुम्हें आज ना मिले लेकिन कल से तुम्हें हर रोज सजा मिलेगी " इतना कहकर विराग उसका चेहरा देखते हुए उसके हाथ और पैरों को रगड़ने लगता है ताकि उसे गर्माहट मिल सके । करीब आधे घंटे बाद दवाई के असर से चाहत की पलके धीरे-धीरे होने लगती है और वह बिल्कुल धीमी सी आवाज में कहती हैं " ठंड , चा,,,,,,हत,,,,, को ठं,,,,,,,ड ल,,,,ग रही है " । विराग उसकी बातें सुनकर जल्दी से उसे और भी ब्लैंकेट से कर करने लगता है और अगले ही पल अपने कपड़ों को अपने जिस्म से अलग करके उसे गले लगा कर बेड पर लेट जाता है और उसे भी बिल्कुल खुद से चिपक लेता है । छोटी सी चाहत उसके ऊपर ऐसे लग रही थी जैसे उसने छोटे से खरगोश के बच्चे को अपने ऊपर लिटाया हो , चाहत ने ठंड से अपने दोनों छोटे-छोटे हाथों को विराग के गले से लपेट लिया था । विराग अब चाहत को खुद से और भी चिपका लेता है और फिर ना जाने उसके चेहरे को देखते हुए उसे क्या होता है वो अपनी उंगली से उसके बालों कभी उसकी आंखों कभी उसकी नाक तो कभी उसके पतले गुलाबी होठों को छूने लगता है उसे यह सब करने में अच्छा लग रहा था एक अजीब सा सुकून उसके दिल को मिल रहा था , क्या था इस लड़की में इस लड़की को यहां लाए एक हफ्ते से ऊपर हो चुका था और जब से वह इस लड़की के करीब आया था हर बार उसका मन करता था इसके करीब आने का ? ____________ वही माया गुस्से से पागल हो गई थी और अपने कमरे में तोड़फोड़ कर रही थी उसके बाल और उसका मेकअप बिल्कुल बिखर गया था जिसमें वह जिंदा चुड़ैल लग रही थी 🤣🤣 आज तक वो विराग की गर्लफ्रेंड होने के बावजूद भी कभी उसके करीब नहीं जा पाई थी और ना ही उसने कभी उसे खुद के करीब आने दिया था क्योंकि विराग कोई माया से प्यार नहीं करता था बल्कि माया उसके ऊपर एक जिम्मेदारी थी एक ऐसी जिम्मेदारी जिससे वो कभी भाग नहीं सकता था ? और इसी जिम्मेदारी के चलते माया की बड़ी बहन सोनिया माया और विराग की शादी करवाना चाहती थी लेकिन विराग कभी उससे शादी नहीं करना चाहता था लेकिन अपनी बहन की खातिर उससे सगाई करने के लिए तैयार हो गया था । ________________ वही चाहत दवाई की वजह से गहरी नींद में चली गई थी और एक सपना देख रही थी , ( एक लड़की जो बेड पर लेटी हुई थी वही उसके ऊपर एक लड़का उसके बहुत करीब था लड़की का चेहरा उसकी हेल्प कंडीशन को साफ बता रहा था कि वह लड़की ठीक नहीं है उसका पूरा चेहरा लाल था और आंखों में आंसू थी तभी एक झटके से कमरे का दरवाजा खुलता है और एक लड़की जिसने रेड कलर की फ्रॉक पहनी हुई थी वह अंदर आती है । अचानक से हुई इस आवाज से लड़का लड़की दोनों हैरान हो जाते हैं , लड़की शायद इस वक्त बेहोशी की हालत में थी इसलिए उसकी आंखें धीरे-धीरे खुल रही थी लेकिन फिर भी वह अपनी आंखों को पूरा खोलने की कोशिश कर रही थी । लड़की गुस्से में लड़के पर चिल्लाते हुए कहती है " यह क्या कर रहे हो तुम ? इस लड़की के साथ मिलकर मुझे धोखा दे रहे हो " । लड़का गुस्से में लड़की पर चिल्लाते हुए कहता है " तुम जैसा सोच रही हो वैसा कुछ भी नहीं है इसलिए प्लीज यहां से जाओ " । बेड पर लेटी लड़की कमरे में हो रही सभी बातों को समझने की कोशिश कर रही थी लेकिन तभी वह लड़की गुस्से में उसके पास आती है और उसका गला दबाते हुए गुस्से में चिल्ला कर कहती है " तुम इससे पहले मुझसे मेरे प्यार को छीनने में कामयाब हो जाओ मैं तुम्हें जान से मार दूंगी " और इतना कहकर वह लड़की बेड पर लेटी हुई लड़की का गला दबाने लगती है यहां देखकर लड़का सकते में आ जाता है और बेड पर लेटी हुई लड़की भी खुद को छुड़ाने की कोशिश करने लगती है और इसी हाथापाई में बेड पर लेटी हुई लड़की खुद को छुड़ाने के चक्कर में उस लड़की को जोर से धक्का दे देती है हाई हील पहनने के चक्कर में वह लड़की अपना बैलेंस संभाल नहीं पाती और पास ही पड़ी मेज से उसके पेट पर जोर से लगती है और वह चिल्लाते हुए अपने पेट पर हाथ रखकर वहीं जमीन पर गिर जाती हैं " ahhhhhhhhhhh " ) चाहत का पूरा चेहरा अचानक ही पसीने से भीग जाता है उसकी पूरी बॉडी दर से कांपने लगती है और वह नींद में ही जोर-जोर से रोने लगती है ।

  • 19. My Devil Lover 😈 - Chapter 19

    Words: 998

    Estimated Reading Time: 6 min

    चाहत का पूरा चेहरा अचानक ही पसीने से भीग जाता है उसकी पूरी बॉडी दर से कांपने लगती है और वह नींद में ही जोर-जोर से रोने लगती है । विराग  जिसकी नींद बहुत कच्ची थी चाहत की रोने की आवाज सुनकर उसकी आंखें एक झटके से खुल जाती है , चाहत अभी भी नींद में ही थी लेकिन बहुत जोर-जोर से रोए जा रही थी बुखार की वजह से उसकी आंखें नहीं खुल पा रही थी । चाहत को ऐसे रोता देखकर विराग को काफी ज्यादा बेचैनी हो रही थी , चाहत का पूरा चेहरा आंसुओं से लबालब भीगा हुआ था और वह बार-बार अपने पापा को याद कर रही थी । विराग  जल्दी से अपने कमरे की लाइट ऑन करके उठ कर बैठ जाता है और चाहत को चुप करवाने की कोशिश करने लगता है लेकिन चाहत चुप होने का नाम ही नहीं ले रही थी । ऐसा लग रहा था जैसे वह बीमारी में काफी ज्यादा छोटी हो गई है उसकी हरकतें किसी 5 साल की छोटे बच्चों की तरह हो गई थी । चाहत रोते हुए अपनी धीरे से आंखें खोलती है और विराग को एकदम से खुद से अलग करके गुस्से से कहती है " तुम दूर हटो चाहत से ? उसकी इस हरकत पर विराग को काफी ज्यादा गुस्सा आता है और वह गुस्से में उसे पर चिल्लाते हुए कहता है " चुप क्यों रो रही है ? आंसू पोछो अपने ? लेकिन चाहत और भी ज्यादा तेज तेज रोने लगती है , विराग यहां देखकर उसे गुस्से से घूरने लगता है लेकिन अगले ही पल उसे ख्याल आता है कि वह बीमार है इसलिए खुद को थोड़ा सा नरम करके चाहत से पूछता है " तुम रो क्यों रही हो ? चाहत एक नजर विराग को देख कर अपने छोटे से पेट पर हाथ रखकर सिसकते हुए कहती हैं " चाहत को भूख लगी है ? कुछ चटपटा खाना है " । चाहत इस वक्त काफी ज्यादा मासूम लग रही थी उसका पूरा चेहरा बिल्कुल लाल हो गया था साथ में उसकी नाक भी ? विराग को इस वक्त वह काफी ज्यादा क्यूट लग रही थी वही चाहत इस वक्त बिल्कुल होश में नहीं थी क्योंकि बीमारी में अक्सर वह किसी छोटी बच्ची की तरह बिहेव करने लगती थी और हर बार उसके पापा इसका खूब सारा ख्याल रखते थे और यहां तक की उसके बीमार होने पर एक टांग पर खड़े हो जाते थे और जब तक चाहत ठीक नहीं हो जाती थी तब तक ऑफिस तो बिल्कुल ही नहीं जाते थे ? विराग को इस वक्त वह इतनी ज्यादा क्यूट लग रही थी कि वह उसका एक गाल खींच लेता है और कहता है " अच्छा बताओ क्या खाना है ? विराग अपने इस बिहेवियर पर खुद भी हैरान था लेकिन वो मन ही मैन खुद को समझा रहा था " की अभी यह बीमार है लेकिन जैसे ही यह कल ठीक हो जाएगी इस  पे करना होगा । विराग के गाल खींचने पर चाहत मुंह बना लेती है लेकिन अगले ही पल धीरे से कहती है " चाय टोस्ट ? चाहत की बातें सुनकर विराग उसे अजीब नजरों से देखने लगता है और मुंह बनाते हुए कहता है " व्हाट ? उसके इतना कहते ही चाहत वापस से जोर-जोर से रोने लगती है और विराग हैरानी से उसे देखने लगता है लेकिन अगले ही पल अपनी गुस्से को कंट्रोल करते हुए कहता है " ओके " लेकिन ओके बोलते हुए भी विराग  का मुंह बना हुआ था । उसके एक्सप्रेशन देखकर ऐसा लग रहा था की कभी उसने इन चीजों का नाम भी नहीं सुना और यह सच भी था विराग हमेशा से ही ब्लैक कॉफी विदाउट शुगर पीता था उसने सच में कभी भी चाय का नाम नहीं सुना था और टोस्ट यह तो उसके लिए काफी ज्यादा अनहाइजीनिक था । लेकिन अगले ही पल चाहत के बारे में सोच कर विराग अपनी नौकरानी को बुलाकर उसे चाय टोस्ट का ऑर्डर देता है कुछ पल के लिए तो नौकरानी भी बिल्कुल हैरान हो जाती है लेकिन जैसे ही वह खुद पर गुस्से से भरी नजरों को महसूस करती है जल्दी से वहां से अपना सर हिला कर भाग जाती है । ____________ विराग के हाथ में चाय का कप और टोस्ट थे , उन दोनों को देखकर ही विराग का दिमाग खराब हो रहा था वही चाहत बेसब्री से उसे देख रही थी की वो कब उसे खिलाएगा । विराग  को कुछ समझ में भी नहीं आ रहा था कि क्या करना है इसीलिए वह सुखा टोस्ट चाहत को खिलाने लगता है लेकिन अगले ही पल चाहत गुस्से में उसका हाथ पकड़ कर उसे घूरते हुए कहती है " बुद्धू " । चाहत के मुंह से खुद के लिए बुद्धू सुनकर विराग की आंखें गुस्से से लाल हो जाती है और वो गुस्से से चाहत को घूरने लगता है , लेकिन चाहत इन सबको इग्नोर करके उसके हाथ से टोस्ट छीनकर उसके हाथ में पकड़े चाय के कप में डुबोकर खाने लगती है और ऐसा करते हुए वह बहुत ज्यादा खुश लग रही थी, वही उसके ऐसा करने से चाय की बूंदे विराग के हाथों पर गिर रही थी जिससे उसे काफी ज्यादा गुस्सा आ रहा था । वही चाहत का तो इन सब पर कोई ध्यान ही नहीं था वो तो बस खाने में जुटी हुई थी उसे देखकर ऐसा लग रहा था जैसे वह अपनी पुरानी यादों को जी रही है , इस वक्त से ऐसा लगा था जैसे वह अपने पापा के साथ चाय और टोस्ट खा रही है । तभी विराग ने गुस्से में अपने हाथ में पकड़े चाय के कप को टेबल पर रख देता है और गुस्से में उसके दोनों गालों को पकड़ कर अपने दांत पीसते हुए कहता है " ये क्या किया तुमने ? चाहत अपनी बड़ी-बड़ी आंखों से मासूमियत से विराग को देखने लगती है और कहती है " चाहत को नींद आ रही है " । विराग कुछ कहता इससे पहले ही चाहत बेड पर लेट जाती है और विराग उसे गुस्से से घूरने लगता है ।

  • 20. My Devil Lover 😈 - Chapter 20

    Words: 1154

    Estimated Reading Time: 7 min

    रावत विला , विराग का कमरा, तभी विराग ने गुस्से में अपने हाथ में पकड़े चाय के कप को टेबल पर रख देता है और गुस्से में उसके दोनों गालों को पकड़ कर अपने दांत पीसते हुए कहता है " ये क्या किया तुमने ? चाहत अपनी बड़ी-बड़ी आंखों से मासूमियत से विराग को देखने लगती है और कहती है " चाहत को नींद आ रही है " । विराग कुछ कहता इससे पहले ही चाहत बेड पर लेट जाती है और विराग उसे गुस्से से घूरने लगता है । ____________ अगला दिन , चाहत धीरे-धीरे अपनी आंखें खोलती है और धीरे से उठ कर बैठ जाती है उसे अभी भी बहुत कमजोरी लग रही थी और सर दर्द से फटा जा रहा था । तभी उसकी नजर अपने कपड़ों पर जाती है तो वह बिल्कुल शॉक्ड हो जाती है , उसने विराग की गर्म स्वेटशर्ट और लोअर पहन रखा था जो उसके काफी ज्यादा बड़ा था । चाहत अपनी नज़रें घूमां कर कमरे को देखती है तो बेबसी से उसकी आंखों में आशु आ जाते हैं " मतलब उसके सोने के बाद वो आदमी उसे यहां लाया और उसके साथ एक बार फिर से ? मन में सोचते हुए चाहत का दिल करबाहट से भर जाता है वो कसकर खुद को ब्लैंकेट से कबर करके खुद से कहती हैं "  बस एक बार पप्पा ठीक हो जाए और मैं अपनी सजा पूरी कर लूं उसके बाद चाहत अपने पप्पा को लेकर बहुत दूर चली जाएगी " और इतना कहकर वो एक गहरी सांस लेकर बेड से उठकर कमरे से बाहर निकल जाती है । ___________ चाहत रेडी होकर नीचे आती है और अपने काम में लग जाती है वह चाहे जितना भी बीमार हो वो काम छोड़कर इन लोगों को गुस्सा नहीं दिला सकती थी इसीलिए बिना कुछ कहे अपना काम कर रही थी । माया जो सीडीओ से नीचे उतर रही थी उसकी नजर जैसे ही चाहत पर जाती है उसकी आंखें गुस्से से लाल हो जाती है , वो गुस्से में किचन के अंदर आती है और अपनी असिस्टेंट मेड से कहती हैं " उस नौकरानी का स्पेशल दूध रेडी करके उसे दे दो " । असिस्टेंट अपना सर हिलाती है और बड़े से बर्तन से दूध गिलास में डालकर उसमें एक दवाई मिलाती है और फिर दूध को चम्मच से चला कर किचन से बाहर चली जाती हैं । _____________ चाहत अपने हाथ में कपड़ा पड़े पकड़े वाश साफ कर रही थी तभी असिस्टेंट उसके पास आती है और अपने हाथ में पकड़ा दूध का गिलास उसकी तरफ बढ़ाते हुए कहती है " बॉस का आर्डर है तुम रोज दूध पियोगी क्योंकि वह नहीं चाहते कि तुम बीमार हो और वह तुम्हारी देखभाल करें " । असिस्टेंट की बात सुनकर चाहत बिल्कुल हैरान हो जाती है ,  क्या उस हैवान ने उसकी देखभाल की लेकिन आगे कुछ सोचने से पहले ही चाहत को विराग की कही हुई बातें याद आने लगती है की वो उसके लिए सिर्फ खिलौना है वो सिर्फ उसे अपनी बहन की मौत का बदला ले रहा है यहां सब याद आते ही चाहत कमजोर पढ़ने लगती है लेकिन अगले ही पल खुद को संभाल कर नौकरानी के हाथ से दूध का गिलास ले लेती है और धीरे से कहती है " ,thankyou " । असिस्टेंट कुछ नहीं कहती , चाहत धीरे-धीरे दूध पीनी लगती है उसे दूध का टेस्ट काफी ज्यादा अजीब लगता है लेकिन वह कुछ नहीं कहती और कुछ ही देर में पूरा दूध पी लेती है और खाली गिलास असिस्टेंट को पकड़ा कर वापस से अपना काम करने लगती है । असिस्टेंट खाली गिलास को लेकर वापस किचन में चली जाती है । ______________ चाहत बिना कुछ खाए पिए पूरे दिन सारा काम करती रहती है और जैसे ही रात होने को आती है उसका दिल दर से बैठने लगता है । अब तक उसका सारा काम हो चुका था अब बस सब लोग एक बार खाना खा लेते उसके बाद उनके जूठे बर्तन ही धोना बाकी रह गया था । उसने सुबह से कुछ भी नहीं खाया था उसे बहुत तेज भूख लगी थी लेकिन वह किसी को बता नहीं सकती थी वो थोड़ी देर इधर-उधर देखती हैं माया वहां नहीं थी । चाहत जल्दी से किचन में जाती है और फ्रिज से ब्रेड निकालकर जल्दी-जल्दी खाने लगती है , इस वक्त किचन में कोई नहीं था यहां देख कर वो वही सेल्फ के नीचे छुपकर खाने लगती है , वो ब्रेड को बहुत जल्दी-जल्दी से खा रही थी क्योंकि उसे बहुत ज्यादा भूख लगी थी । तभी कोई उसके हाथ से ब्रेड छीन लेता है , चाहत जैसे ही सामने देखती है तो उसके सामने माया बैठी थी , माया गुस्से में उसका हाथ पकड़ कर उसे जबरदस्ती खड़ा करती है और उस पर चिल्लाते हुए कहती है " तुम्हारी इतनी हिम्मत की तुम चोरी कर रही थी " । चाहत जल्दी से अपना सर ना में हिलाकर उसे कुछ कहने वाली होती है लेकिन माया गुस्से में शैतानी हंसी हंसते हुए कहती है " बहुत भूख लगी है " । चाहत हैरानी से माया को देखने लगती है , माया अपने हाथ में पकड़े ब्रेड के पैकेट को जमीन पर फेंक देती है और उस पर अपनी हाई हील रख देती है और चाहत से कहती है " लो खाओ आखिर  यही तो तुम्हारी औकात है , ( तेज आवाज में ) खाओ " । चाहत एक नजर बैठकर पैकेट को देखती है और रोते हुए वहां से जाने के लिए जैसे ही अपना कदम बढ़ाती है तभी माया गुस्से में उसके बालों को पीछे से पकड़ कर चिल्लाते हुए कहती है " जब तक खाओगी नहीं जाने नहीं दूंगी " । चाहत रोते हुए खुद को छुड़ाने की कोशिश कर रही थी लेकिन माया उसके बालों को नहीं छोड़ रही थी तभी कोई माया के कंधे पर हाथ रखकर उसे अपनी तरफ करता है और किसी के कुछ समझने से पहले ही किचन में एक तेज आवाज गूंजने लगती है । माया गुस्से में अपने गाल पर हाथ रखे अपनी लाल आंखों से अपने सामने विराग को देख रही थी जिसने उस पर हाथ उठाया था । विराग इस वक्त गुस्से से तम तमाया  हुआ था वो बिना चाहत की तरफ देखे अपनी गुस्से से भरी आवाज में कहता है " मेरे कमरे में जाओ " । उसकी गुस्से से भरी आवाज सुनकर चाहत कांप जाती है वही माया गुस्से में चाहत को देखते हुए विराग  से कहती है " विराग तुमने मुझ पर हाथ उठाया वो भी इस नौकरानी के लिए " । विराग चाहत को ना जाता देखकर गुस्से में चिल्लाते हुए कहता है " और तुम एक सेकंड के अंदर किचन से बाहर नहीं निकली तो तुम्हारे बाप को अभी इसी वक्त मरवा दूंगा " । चाहत जैसे ही यह सुनती है वो जल्दी से किचन से बाहर चली जाती है । उसके जाते ही विराग गुस्से में अपनी जल्ती निगाहों से माया को देखने लगता है , और माया डर से कांपने लगती है ।