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Sun hamari shahzadi

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Tina Sinha

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sun hmari shahzadi एक लड़की जो की एक छोटे से घर में जल्दी जल्दी रेडी हो रही थी क्योंकि वो आज फिर से जॉब ढूंढने  जा रही थी जो की लागतार १महीने से जॉब ढूंढ रही थी वो  अपने घर के मंदिर में जाते अपने हाथ जोड़  कृष्णा जी से बोल रही थी  ।   अंशी -प्लेस...

Total Chapters (24)

Page 1 of 2

  • 1. Sun hamari shahzadi - Chapter 1

    Words: 1548

    Estimated Reading Time: 10 min

    एक लड़की जो की एक छोटे से घर में जल्दी जल्दी रेडी हो रही थी क्योंकि वो आज फिर से जॉब ढूंढने  जा रही थी जो की लागतार १महीने से जॉब ढूंढ रही थी वो  अपने घर के मंदिर में जाते अपने हाथ जोड़  कृष्णा जी से बोल रही थी  ।

     

    अंशी -प्लेस प्लेज कान्हा आज तो मेरी जॉब लगवा दिजिए आप तो जानते है ना मुझे जॉब की कितनी जरूरत है प्लेज इस बार जॉब दिलवा दीजिए। 

     इतना बोल वो कान्हा को प्रमाण कर जल्दी जल्दी अपना सामान पकड़ कर घर से निकल रही थी (आप लोग तो जानते ही होंगे की आज कल जॉब मिलना कितना मुस्किल है )

    ये है हमारी कहानी की हिरोइन अंशी दूध सा गोरा रंग बडी बडी आंखे कमर  से नीचे आते काले लम्बे बाल , पतले होट, छोटी सी नाक  परफेक्ट फिगर की है हमारी अंशी जो एक बार देखे देखता ही रह जाए

    नाम- अंशी अवस्थी

    उम्र -२१साल

    इनकी स्टडी कंप्लीट हो चुकी है फिलहाल जॉब ढूंढ रही है १मंथ से पर अच्छे सर्टिफिकेट होने के बाद भी किसी से कोई पहचान नहीं होने के कारण से उसको कोई जॉब नहीं मिल रही।(आप लोग तो जानते है आज कल अमीर लोगो से पहचाना होने पर जॉब मिलती है )

    इनके मॉम डैड की डेथ २साल पहले एक कार एक्सीडेंट में हो गया था तब से ये अकेली ही है इनके फैमिली में कोई और नहीं ।  जब इनके मॉम डैड का डेथ हुआ उसके  बाद ये अपने पापा जिस कंपनी में काम करते थे वही अपने पापा के पोजिशन में कंपनी में काम किया करती थी  जिसे उसका खर्चा चल जाया करता था ।(  पर आप लोग तो जानते ही है हमारी अंशी कितनी खुबसूरत है   जिस वजह से  उस कंपनी के मैनेजर उसको गलत नजर से देखते थे  फिर भी अंशी उसको इग्नोर करके  अपना काम किया करती थी हद्द तो तब हो गई जब एक दिन मैनेजर ने बोला की उसके साथ वन नाइट स्टैंड करने को मन  जाए नही तो  उसको जॉब से  निकलवा देंगे तब से अंशी वहां जॉब करना छोड़ दी और एक होटल में वेटर का  काम करके कैसे भी अपना खर्चा चलाया करती थी पर घर का रेंट देने के लिए पैसे काम पड़ रहे थे इस लिए वो किसी कंपनी में जॉब ढूंढ रही थी ) 

     

    अंशी अंशी अपने घर से निकल कर जल्दी जल्दी ऑटो मैं बैठ  गई ।

    अंशी -भैया यूके कंपनी चलिए । ओ गॉड कहीं मै  लेट तो नहीं हो गए भैया जल्दी चलिए ना।

    ऑटो  वाला - जी बहन जी।

    ऑटो वाला -लिजिए यूके कंपनी आ गया । अंशी जल्दी साथ में उतार कर ऑटो वालों को पैसा दे  कर यूके कंपनी के अंदर चली गईं।

    ऑफिस के अंदर रिसेप्शन -जी आपको किससे मिलना है।

    अंशी -वो मुझे मैनेजर से मिलना है।

    ओके आप सेकंड फ्लोर पर चले जाइए।

    सेकंड फ्लोर के अंदर

    मैनेजर रूम के बाहर 

    आंसी - मैं कम इन सर । 

    मैनेजर यस कमिंग आंसी मैनेजर के रूम में चली गई मैनेजर  अंशी को अपनी अपनी  हवाश भरी नजरों से देखने लगा । जिससे अंशी अनकंफरटेबल फील कर रही थी फिर भी उसने कहा अंशी -वो सर मुझे जॉब चाहिए।

    मैनेजर -जॉब तो आपको मिल जाएगा पर आपको उसके लिए कुछ करना पड़ेगा । 

    अंशी -डरते हुए मुझे ,,,मुझे क्या करना पड़ेगा।

    मैनेजर -अंशी के पास आते हुए ज्यादा कुछ नहीं बस मेरे साथ एक रात बिताना होगा वह अंशी के चारों ओर घुमाने लगा ।

    मैनेजर की बात सुनकर आंसी से भार गई  और अपने गुस्से को कंट्रोल करते हुए मुझे यहां जॉब नहीं चाहिए । और अपने सम्मान को पकड़ कर दरवाजे के पास जाने लगी। कि मैनेजर उसके पास आ कर अंशी के हाथों को पकड़ कर बोलने लगा सिर्फ एक रात की तो बात है।

     

    अंशी का। अब गुस्सा कंट्रोल के बाहर हो गया था वाह लगभग मैनेजर के हाथों को झटक कर बोली मैंने बोला ना मुझे यहां जॉब नहीं चाहिए । और वह गुस्से से वहां से चली  ।

    मैनेजर - मैं भी देखता हू तुम्हें कहां जॉब मिलती हैं हा,,, हा हा ।

    अंशी  ऑफिस के बाहर निकल कर चली चाह रहे थी और ये सोच जा रही थी कि कैपटैलेंट से ज्यादा शारीरिक चीजों का महत्व है। क्या बिना कुछ किए खुद के टैलेंट के दम पर जॉब नहीं मिल सकता। आखिर क्यों भगवान क्यों मेरी लाइफ में प्रॉब्लम है अब मै कैसे घर रैंट दूंगी। 

    माया सोच कर चली जा रही थी कि उसने देखा कि एक महिला  वहीं पास की मंदिर से हाथ में पूजा की थाल पकड़ी हुई सीढ़ी से नीचे उतर ही रही है कि उनके साड़ी उनके पैरों में फंसने वाली है जिससे वो गिरने वाली है

    अंशी दौड़ कर उस महिला के पास जाती हैं उन्हें कंधों से पकड़ कर संभालती है जिससे उनकी पूजा की थाली नीचे गिर जाती हैं।

    अंशी के संभालने से महिला अच्छे से खड़ी होती है।

    महिला-आपका बहुत बहुत धन्यवाद बेटा जो आपने हमें गिरने से बचा लिया । 

    यह महिला और कोई नहीं अनामिका रॉय जिंदल है रेड कलर के बनारसी साड़ी हाथों में चूड़ियां मांग में सिंदूर गले में मंगलसूत्र बहुत खूबसूरत लग रही थी।( हमारे हीरोस कि मॉम ) यह बहुत ही सभ्य भगवान को बहुत मानती हैं यहां मंदिर में पूजा करने अपनी बॉडी कै गर्ड्स के साथ आई हुई थी बॉडीगार्ड मंदिर के बारे थे जिससे कि उन्होंने महिला को गिरते हुए नहीं देखा।

    अंशी-थैंक्यू मत बोलिए आंटी   यह तो हमार फर्ज था आप ठीक तो है ना ।

    हां बेटा हम ठीक है आपका नाम क्या हैं बेटा।

    जी हमारा नाम अंशी है और हम पास में जॉब ढूंढ नहीं आए थे तो हमें देख की आपकी  साड़ी फसने वाली है।

    ओ अच्छा आपका बहुत-बहुत शुक्रिया बेटा वैसे आपको जॉब में हम मिला।

    जी नहीं एंटी पर जल्दी से ही कान्हा जी की कृपा से कोई अच्छी जॉब मिल जाएगा।

    अच्छा आप चाहे तो  हमारे घर में फीमेल सर्वेंट के रूप में काम कर सकती है । हमें अच्छा लगेगा अगर आप  हमारे घर में काम करेंगे तो । और आपको अच्छी सैलरी भी मिलेगी ।

    अगर आपको सर्वेंट का काम करना पसंद न हो तो हम आयुष्मान  को बोल कर हमारे ऑफिस जॉब में याद दिलवा देंगे।वो क्या है ना की हम घर में अकेले रहते हैं तो बोर हो जाते हैं तो आप रहेंगे तो हमारा मन लगा रहेगा हमें अच्छा लगेगा प्लीज बेटा मना मत करीये ।

     

    अरे नहीं नहीं एंटी हमें रिक्वेस्ट है हम सर्वेंट का काम करने को तैयार है।

    तो यह रखिए हमारा कार्ड कैंसर भाव हमारी घर आ जाइएगा । ठीक है  बेटा ।

    जी थैंक यू आंटी ।

    फिर अवंतिका जी वहां से चली गई फिर अंशी अपने घर वापस आ गई।

    और कान्हा जी के सामने 

    थैंक यू थैंक सो मच कन्हैया आपने हमारी जॉब दिल दी ।

    फिर अंशी जल्दी से खाना खा कर सो गए 

    नेक्स्ट मॉर्निंग 

    अंशी जल्दी सुबह उठकर  फ्रेश होकर कान्हा जी को प्रणाम कर जिंदल मेनशन के लिए निकल गई

    चिंतन मेंशन के सामने

    गार्ड को।जी यह हमार कार्डअनामिका जी ने दिया है।

    गार्ड -ठीक है आप अंदर जा सकती है ।

    घर के अंदर जाकर अशी घर के बड़े ध्यान से देखने लगी तभी ऊपर सिडियो  से बिजनेस सूट पहने नीचे आ रहा था वह आदमी नीचे आकर अंशी को देखते हुए पूछा- बेटा  आप कौन ्।

    जी हां यह कोई और नहीं हमारे हीरोस के  डैड और पूरे मुंबई के सबसे बड़े बिजनेसमैन आयुष्मान रॉय 

    जिंदल हैं

     अंशी -जी मेरा नाम अंशी है अनामिका मैम ने मुझे सर्वेंट के जॉब के लिए बुलाए है ।

    ठीक है तुम बैठो बेटा अनामिका आते ही होगी

    लो आ गई

    अनामिका की सीढ़ियों से नीचे आ रही थी। आ गई बेटा  अंशी  ।

    जी ।

    इनसे मिलो मेरे हस्बैंड आयुष्मान रोए जिंदल  ।

    जी  यह है अंशी आपको बताया था  मंदिर में श्रेणियों से गिरने से बचाया था यह वही है कितनी प्यारी बच्ची है ना।

    है अनु सच में बहुत प्यारे बच्ची हैं (अंशी के  सर पर हाथ रखते हुऐ)

    चलिए ठीक है आप लोग बातें करिए हम चलते हैं ।

    उसके बाद आयुष्मान जी ऑफिस चले गए अनामिका अंशी  कुछ बातें करने के बाद अंशी को उसका काम समझा दिया फिरं अंशी अपना काम करने लगी आईसी  एक महीना बीत गया इस बीच अंशी आयुष्मान अनामिका अच्छे क्लोज आ गई आयुष्मान अनामिका  ने अंशि को अपने बच्चे स समझ और उसे सर मैम  न बोल कर अंकल आंटी बोलने को  कहां आंशी को  अपने घर पर रहने को कहां पर आंशि ने मना कर दिया और अपने घर से सुबह  आ जाए करती और शाम को घर चली जाती  इस बीच  अंशी के बारे में  आयुष्मान और अनामिका पता चल गया कि आंशि इस दुनिया में कोई नहीं है आशि ने जान लिया कि  अनामिका जी के दो जुड़वा बेटे हैं जो कि इंग्लैंड  मैं अपनी स्टडी कर रहे हैं  जिनमें ऐसा चीज सेम है दिखते भी सेम से  में खाते भी सेम आपकी पसंद भी सेम बस एक चीज अलग है के उनके बड़ा बेटा थोड़ा रोड और सीरियस रहने वाला तो छोटा नटखट और मस्ती करने वाला है।

    अनामिका जी  पूरे घर में सभी नौकर को बताया था कि उनके बेटे 2 महीने बाद आने वाले  है जिसकी तैयारियां 2 महीने पहले से सुरु कर दिए थे आखिर जिंदल परिवार के बच्चे पूरे 10 साल बाद घर आ रहे थे।

  • 2. zindal parivar ke bete apne dad se milna

    Words: 2359

    Estimated Reading Time: 15 min

    फाइनली वह दिन भी आ गया । जब जिंदल फैमिली के बेटे आने वाले है।  पूरे घर में सुबह से तैयारियां शुरू हो गई ,
    अवंतिका जी-अरे रामु वहां का बर्थ चेंज हुआ कि नहीं ।
    जी, हो गया मालकिन। जावो वह निव गुलदस्ता लगा दे।
    जी मालकिन ।
     
    आई ,वह पुष्पा मेरे बच्चों के रूम रेडी हो गई, कि, नहीं, क्या अभी तक वैसी रखा है तूने ।
    नहीं-नहीं मालकिन हमने तो 1 महीने पहले से ही सब कुछ साफ रखा है। आप एक बार देख लीजिए । अच्छा चल जाओ बाहर मालि काका को बोल कर गार्डन के अच्छे से सफाई करवा देना  समझी ।
    जी मालकिन  ।
    अरे मानसी बेटा हमने तो बोला था। वह सब बना लिया ना।
    अंशी - जी आंटी हमने सब बना लिया ।आपने जो जो बोला था ।गुलाब जामुन ,रसमलाई पेडे ,समोसा ,बड़ा, दूध मलाई ,काजू कतरी,   पर आप जो खीर बनाऊंगी बोले थे वही बस बच्च है ।
    हे राम हम तो भूल ही गए थे ।अच्छा किया जो तुमने याद दिला दिया ।मेरे बच्चों को मेरे हाथों की खीर बहुत पसंद है। हम अभी जाते हैं बनाने ।
    आयुष्मान सीढ़ियों से नीचे आते हुए।
    अरे अनु थोड़ा आराम भी कर लो तुम्हारे बच्चे 3:00 बजे आने वाले हैं ।अभी तो सिर्फ 10:00 ही बजे हैं ।और तुम पूरे घर को सर में उठा बैठी हो ।
    अनामिका जी -आप तो चुप ही रहिए। जब देखो तब मेरे बच्चों के पीछे पड़े रहते हो ।जब छोटे थे तो बाहर भेज दिया । मुझसे दूर और जब 10 साल बाद वापस आ रहे हैं। तो आप चाहते हैं कि मैं खुश भी ना रहु ।तैयारियां भी ना करू । जाइए आप हमे बात नहीं करनी आपसे।
    आयुष्मान -अरे आप तो हमारी जान  है ।जाइए तैयारी कीजिए हमारे बच्चे आने वाले हैं ।जाइए -जाइए
    अनामिका जी आयुष्मान जी को कुश्ते होय मन में  बढ़ाते हुए वहां से चले गई!
    आयुष्मान जी -अरे अंशी बेटा इधर आइए बैठेऐ हमारे पास । और बताइए आपने क्या क्या बनाया है। 
    अंशी -अंकल आप जानते हैं ना। अगर आंटी को पता चल गया तो क्या करेंगे।
    अरे उसको छोड़ो हम डरते थोड़ी है उससे । जाओ जल्दी रसगुल्ले लाओ ।
    तभी पीछे से अनामिका जी
    खबरदार जो मैंने अपने बच्चों के लिए बनवाए हैं। वह आपने खाया तो सोच लीजिएगा।
    आयुष्मान जी -डरते हंसते हुए हम तो मजाक कर रहे थे। क्यों अंशी बेटा 
    अंशी - ,,,
    अनामिका सिंह-जाइए मेरे बच्चों को लाने एयरपोर्ट ।बिचारे मेरे बच्चे 10 साल बाद वापस आ रहे हैं। और इन्हें है की  कुछ पढ़ी नहीं है।
    आयुष्मान -ठीक है भाई जाते  है  ।
    आयुष्मान जी एयरपोर्ट चलें गऐ।
    एयरपोर्ट 3:00 बजे
     
    एयरपोर्ट से दो लड़के बाहर निकले । जो दिखने में एक दूसरे की परछाई थे। एक ने ब्लैक पेंट ,वाइट शर्ट ,एंड ब्लैक जैकेट पहना था । तो दूसरे ने ब्लैक पेंट , रेड शर्ट, ब्लैक जैकेट  पहना हुआ था। जो  जोकि बहुत हैंडसम लग रहे थे । लड़कियां तो देखो इनको पागल ही हो जाए। यह दोनों ऐसे ही इंग्लैंड के टॉप हैंडसम प्लेबॉय मे शामिल थोड़ी है। कुछ तो बात होगी ना । जो कि बड़े स्टाइल और एटीट्यूड के साथ चले आ रहे थे ।जिनके पीछे पांच बॉय और चले आ रहे थे । जोकि पांच बहुत हैंडसम थे ।पर हमारे हीरो से कम ।
    तू चाहिए मिलते हैं हमारे हीरोसा और उनके 5boy से 

    नाम - प्रियांश रॉय जिंदल 
    उम्र -25 
    यह है । हमारे सेकंड हीरो गोरा रंग, नीली आंखें ,तीखी नोक, परफेक्ट साइज लिप्स, ब्लैक ब्राउन व्हाइट हेयर, जिम में बनाई हुई मस्कुलर बॉडी। सिक्स पैक एप्स, हाइट 6.3 ,हाथों और गर्दन ने टैटू जैसे पिक मैं दिखाया गया है। यह भी दिखने में बिल्कुल अपने भाई की तरह। बस कुछ चीजें अलग है ।यहां भी अपने भाई की तरह  इंग्लैंड के टॉप मोस्ट हैंडसम प्लेबॉय है । इनका लुक ऐसा है ।कि इनको कोई भी देखें तो देखता रह जाए । इनके लिए भी लड़कियां सिर्फ अपने मनोरंजन का खेल है ।पर यहां अपने भाई से बिल्कुल उल्टा मस्ती करने वाला हमेशा हंसते रहने वाले वह कभी सीरियस नहीं रहने वाला  ।
     
    यह दोनों जुड़वा भाई हैं ।बस रेयांश प्रियांश से 2 मिनट का बड़ा है ।इसलिए प्रियांश रियांश को अपने बड़े भाई की तरह मानते हैं ,यह दोनों हमेशा साथ रहते इनकी पसंद भी एक जैसा है । इन दोनों भाइयों को कभी भी अलग नहीं देखा गया कभी-कभी तो अवंतिका जी को डर लगता है। की कहीं दोनों भाइयों की चॉइस  एक लड़की ना हो पर यह दोनों भाई एक दूसरे पर जान चढ़ाते हैं वाह अपने मॉम डैड से बहुत प्यार करते हैं ।
     
     
    तो चलिए मिलते हैं इनके पांच दोस्तों से 

    नाम -अर्नव सिंह रायजादा
    उम्र -25 साल 
    रेयांश प्रियांश के दोस्त इन जिगरी यार,  रायजादा इंटरेस्ट के मालिक के बेटे, ऐ भी लड़कियों को सिर्फ खेल समझता है ।

    नाम -राज महेश्वरी 
    उम्र -26 साल 
    रियांश प्रियांश के दोस्त एंड जिगरी यार ,महेश्वरी कंपनी क सी ई ओ के बेटे ,इनकी गर्लफ्रेंड है बट ए भी अय्याशी है।

     नाम -अनुराग अरोरा 
    उम्र -26 साल 
    रेयांश प्रियांश के जिगरी यार, अरोरा कंपनी के मालिक के छोटे बेटे, इनकी भी गर्लफ्रेंड है। पर यह भी टाइम पास में है।
    युवराज महेश्वरी (राज महेश्वरी के छोटे भाई)
    उम्र-24 साल 
    रेयांश प्रियांश के जिगरी यार, सिंगल मैन ,अय्याशी इंसान पर थोड़ा कम ।

    नाम -विक्की दैनिक 
    उम्र -24 साल 
    दैनिक कंपनी के मालिक के बेटे ,प्रियांश रेयांश कै जिगरी यार ,प्लेबॉय ।
     
     
     वो सातों लड़के एयरपोर्ट आयुष्मान जी की तरफ बढ़ गए
    रियांश प्रियांश -(एक साथ) डैड 
      आयुष्मान जी जो कि अपने बच्चों के इंतजार कर रहे थे  जैसे उन्होंने डैड सुना उस तरफ देखने लगे। जहां ‌ रियांश प्रियांश दौड़ कर उनकी ओर चले आ रहे थे दोनों भाई एक साथ आयुष्मान जी के गले लग गये 
    प्रियांश -आई मिस यू डैड आई मिस यू सो मच
    आयुष्मान जी -आई मिस यू टू माय बच्चा 
    प्रियांश -इमोशनल होकर हमने आपको बहुत मिस किया डैड
    आयुष्मान जी-हमने भी आप दोनों को बहुत मिस किया माइ बच्चा 
    रेयांश -आप कैसे हैं डैड 
    आयुष्मान जी -अरे हम हम तो बहुत अच्छे हैं देखो हमें  कौन कहेगा, तुम दोनों के बाप है हम । लोग तो मुझे देख कर तुम दोनों के छोटे भाई ही समझेंगे और हमसे पूछते हो हम कैसे हैं  तुम दोनों का  बताओ बरखुरदार अभी से बुड्ढे होना स्टार्ट हो गए (प्रियांश की तरफ देखकर ) प्रियांश -डैड हम दोनों आपको बुड्ढे नजर आते हैं 
    आयुष्मान जी -हां नहीं तो क्या अभी से बाल सफेद होना शुरू हो गए हैं  हमारे बड़े बुजुर्ग बोलते थे बाल सफेद होना मतलब बुड्ढे पन की शुरुआत होना और तुम्हारी तो सॉरे बाल सफेद हो गए हैं (प्रियांश की तरफ देखकर ) और हमें देखो हमारे सारे बाल काले हैं हम तो अभी भी बिल्कुल गबरु जवान है पता नहीं अब हमारी  बाहुऐ मिलेंगे भी या नहीं 
    प्रियांश - डैड  मैं बुड्ढा नहीं हुआ हूं । मेरे बाल सफेद नहीं हुए हैं इसको फैशन बोलते हैं और आपको अपनी बहूएं की चिंता करने की जरूरत नहीं है आपके बेटे इतने हैंडसम है कि जो लड़कियां देखती बस देखते रह जाती हैं  आई एम मोस्ट हैंडसम ऑफ द इंग्लैंड 
    देखिए मेरा कमाल
    फिर वहीं पास में जा रही लड़की को प्रियांश ने वह आई विक करदी । जिससे वो लड़की ने उसकी तरफ एक फ्लावर किस दे दिया
    बाकी सभी लोगों को पता था ये ऐसा ही है पर आयुष्मान जी यह सब मुंह खोलो देख रहे थे 
    पीछे खड़े 5boys आयुष्मान से कर दी कर हंसते हुए अरे अंकल हमसे तो मिलीए 
    तब जाकर आयुष्मान जी अपने नालायक बेटे के कारनामे से अपने सेंस में वापस आए 
    फिर उन पांचों से मिलक अपने गले लगा लिया आयुष्मान  जी इन पांचों को पहले से जानते थे क्योंकि यह लोग उसके बिजनेस पार्टनर्स और उसके दोस्त के बेटे थे जो लोग इंडिया से बाहर रहकर अपना बिजनेस करते थे सिर्फ आयुष्मान जी ही इंडिया में रहकर बिजनेस करते थे जिससे कि ये  पांचों भी आयुष्मान जी के घर में रहेंगे।
     
    फिर आयुष्मान जी अपने बच्चों और 5 लड़कों को लेकर विल  आ गए।
     
    विल मे आते सबसे पहले गॉड ने गेट खोलो। जैसे कि सभी गाड़ियां विल के अंदर प्रवेश की  कूल 10 गाड़ियां थी जिस में एक गाड़ि से आयुष्मान जी निकले  और एक था बड़ा सा चायेफर जैसमे 7 लड़के निकले और और बाकी गाड़ियों में उनके बॉडीगार्ड्स थे जो कि उनको प्रोटेक्ट करने के लिए थे ।
     
    फिर वह सातों और आयुष्मान  जी, विल  के अंदर चले गए ।जैसे ही वह सातों लड़के विल के दरवाजे पर थे कि, एक  आवाज आई । वहीं रुक जाओ। फिर वो सातो लड़के और आयुष्मान जी  उस ओर देखने लगे जहां पर  अनामिका जी आरती की थाली लिए मुस्कुराते हुए उनकी और चली आ रही थीं । अनामिका  जी को देखकर वह दोनों भाई और उनके दोस्तों भी मुस्कुराने लगे।
    अनामिका जी ने सबसे पहले आंखों में आंसू लिए रियांश प्रियांश की आरती और तिलक कि। जिसके बाद रेयांश प्रियांश ने उनके पैर छूकर उनको  गले लगा लिया। जिससे रेयांश प्रियांश भी इमोशनल हो गए । आखिर 10 साल बाद जो अपने मॉम से मिल रहे थे ।
    अनामिका जी -कैसे  है ।मेरे बच्चे 
    रियांश -हम अच्छे हैं मॉम आप कैसी हैं 
    अनामिका जी -बस तुम दोनों इंतजार में बूढ़ी होने को आई हूं।
    प्रियांश -क्या मॉम आप भी ना यहां डेट को देखिए ,यह तो अभी भी बिल्कुल गबरु जवान है (आयुष्मान से अपने बालों में हाथ फिरते हुए ) इनको तो लोग हमारे छोटे भाई समझते हैं ।क्यों डैड, आपको पता है मॉम इन्होंने तो एयरपोर्ट पर एक लड़की को आई विक किये जिससे वह लड़की इनको किस करके चली गई।
    आयुष्मान जी डरते हुए -ये ये क्या बोल रहा है नालायक मैंने कब आई विक किया , मुझे किसी भी लड़की ने किस नहीं किया ्
    प्रियांश -देखिए मॉम देखिए 
    अनामिका जी -आप तो रूम में आइए आपको बताती हू‌। बच्चों के सामने भी क्या-क्या करते रहते हैं मेरे बच्चों को भी बिगाड़ देंगे ।
    आयुष्मान जी -प्रियांश को घूरते हुए  मन में जो पहले से बिगड़ा हुआ है उसे क्या बिगाड़ुगा मै  जब तुम्हें पता चलेगा अनामिका की दोनों इंग्लैंड में क्या क्या करते थे तो पता नहीं तुम मुझे माफ करोगी भी या नहीं इनको इंग्लैंड भेजने का मेरा आइडिया था  अब  तो मुझे अफसोस हो रहा है कि मैंने इनको वहां भेज ही क्यों ।अगर मुझे पता होता की ये लोग इंग्लैंड जाकर वहां के नंबर वन प्लेबॉय बस जाएंगे  तो मैं इन्हें कभी नहीं भेजता ।  अब इनको सुधारूगा भी मैं ही ।
    जब इन लोगों को किसी लड़की से सच्चा प्यार हो गया तो मेरे बच्चों की जिंदगी संवर जाएगी और वो काम सिर्फ एक इंडियन लड़की  ही कर सकती है (एक्चुअली आयुष्मान जी के एक दोस्त इंग्लैंड में रहते थे जो इनको इनके बच्चे की खबर बताते थे पर इनको लगता था धीरे-धीरे सुधर जाएंगे  पर वह दोनों बिगड़ते चले गए इसलिए आयुष्मान जी ने इंडिया वापस बुलाकर इनको सुधारने का सोचा साथ में उनके दोस्तों ने भी अपने बच्चों को भेज दिए क्योंकि उनको भी लगता है की उनके बच्चे सिर्फ और सिर्फ इंडिया में ही रह कर सुधर सकते हैं )
    अर्णव -आरे एंटी हम पांचों की आरती ‌भी तो किजिए।   
    बकी चारों आंटी हम लोग भी हैं पीछे ।
    अनामिका जी -हां हां मेरे प्यारे बच्चों तुम लोग इधर आओ
    फिर वो पांचों भी अनामिका जी के सामने खड़े हो गए। फिर अनामिका जी ने उन पांचों की  आरती किए ।फिर सभी लोग घर के अंदर आ गये ।
    सभी सोफे पर बैठ गए  एक सोफे पर आयुष्मान जी और अनामिका जी बैठी दूसरे सोफे पर रेयांश और प्रियांश बैठे उनकी साइड वाली सोफे तोर अर्णव और राज बैठे उनके बगल वाले सोफे पर अनुराग युवराज और विक्की बैठ गये 
    अनामिका जी -कैसे गया इंग्लैंड में मेरे बच्चों का दिन देखो कितने पतले  हो गये हो लगता है वह कुछ खाने को नहीं देते थे मेरे बच्चों को ।
    राज -अरे  एंटी हम लोग बिल्कुल अच्छे हैं और रही बात खाने की तो आप है ना आपके हाथों का बना हुआ खाने की स्वाद ही अलग है जल्दी से  हमारे लिए खाने  को लाइए ना।
    प्रियांश- हां मॉम बहुत भूख लगी है जल्दी से टेस्टी टेस्टी खाने को लाइए ना 
    विक्की युवराज अनुराग अर्णव   भी एक साथ  हां हां आंटी हमे अपके हाथों का खीर बहुत मिस किया कितने साल हो गए खाए हुए हैं।
    अनामिका जी -अरे हां हम भी न  तुमलोगों को देखकर जो खुशी हुई उसमें हम तो भूल ही गए थे हम अभी लाते हैं
    फिर अनामिका जी किचन में चली गई।
    आयुष्मान जी -अनू भी न  तुम लोग आने वाले हो इसलिए वह सुबह से पता नहीं क्या-क्या बनवाएं   वैसे यह बताओ स्टडी कैसी चल रही हैं  पढ़ाई भी करती थे य सिर्फ पार्टी करती थे
    उन सातों को पता था कि आयुष्मान जी को उनके उनके सभी कामों की खबरें  रहती है इस लिए लिए वह लोग सर नीचे कर चुप हो गए
    तभी वहां अनामिका जी आती हुई दिखी 
    प्रियांश -मॉम  जल्दी लाइए
    प्रियांश की आवाज सुनकर आयुष्मान जी अनामिका जी की तरफ देखकर चुप हो गए
    अनामिका जी आती हुई हां मेरे बच्चों 
    अनामिका जी अपने हाथों में खीर  कचौड़ी ला कहर टेबल पर रख दिया । फिर क्या था हो सातों खाने में एक साथ टुट पडे ।
    राज - वाओ एंटी आपके हाथों में तो जादू है 
    अनुराग -सच में आंटी आपके हाथों जैसा स्वाद कहीं और नहीं ।
    प्रियांश -हां मॉम मतलब कि मजा आ गया।
    रेयांश-हां मोम बहुत टेस्टी है।
    अनामिका -हां हां अच्छे से खाओ अभी और भी है लती होगी।
    लो आ गया 
    लव बेटा आशी इधर 
    फिर सातों नजर उठा कर । उधर देखने लगे जहां पर अंशी पिंक चूड़ीदार सूट पहने 
    हाथों में चूड़ियां कानों में झुमके Aankhon mein Kajal jinke  बीच ek stone bindi lagi hui hai 

     Balon ka juda bana हुवा वैसे तो हमारी अंशी हमेशा अपने बालों को  चोटी बना कर रखती अनामिका जी के कहने पर आज अंशी को काम के लिए जल्दी आना पड़ा इसलिए वह चोटी  नहीं बना पाए इसलिए जल्दी-जल्दी में जुड़ा बना दिया

    और हाथों में ट्रे लिए  चली आ रही थी जो कि बहुत ही खूबसूरत लग रही थी हमारे सातों लड़के तो उसे आंखें बड़ी देख रहे थे
     
     
     
     


     
     

  • 3. Ayushman ji ka dar

    Words: 1284

    Estimated Reading Time: 8 min

    अंशी ने ट्रे लाकर टेबल में रखकर फिर से किचन ओर चली गई आयुष्मान जी अपने दोनों बेटे और उन पांचों लड़को को देख रहे थे जो  कब से अंशी को आंखें फाड़े घुरे जा रहे थे ।उन्हें तो यहां तक होश नहीं था कि अंशी कब  आ कर वहां से चली भी गई वह लोग तो किचन की ओर घुरे ही ज रहे   थे   आयुष्मान  जी उन लोगों को ऐसे किचन की ओर घूरते देखकर उनकी मंशा समझते हुए अपने मन में बोले अगर ये लोग अपनी गंदी हरकतें  इस मासूम सी बच्चे के साथ किया तो मैं भूल जाऊंगा कि इन लोगों से मेरा कोई रिश्ता है। हे भगवान कोई ऐसा भेज दो जो मेरे बच्चों को सही मार्ग में ला सकें
    आयुष्मान जी का और उन सातों लड़कों का ध्यान तब टूटा जब अनामिका जी उन लोगों को ट्रे की ओर इशारा करते हुए खाने के लिए बोली
     
    अनामिका जी -अरे मेरे बच्चों यह रसगुल्ले और जलेबी खाओ सब अंशी बेटा ने बनाया है बहुत अच्छ और टेस्टी बनाती है
     
    प्रियांश-जलेबी खाते हुए मॉम यहां  अंशी कौन है
    बाकी लोग भी प्रियांश की बातें सुनकर अनामिका जी की और देखने लगे
     
    अनामिका जी -अरे है। मैं तो तुम लोगों को  अंशी बेटा से मिलाना ही भूल गए रुको अभी मिलवती हूं 
    अनामिका जी अंशी आवाज देते हुए
    अंशी बेटा इधर आना
    अंशी किचन से निकलते हुए
    जी एंटी आप ने बुलाया
     
    रेयांश प्रियांश के साथ वो 5 लड़के अंशी को देखने लगे
    अनामिका जी -यह है मेरे बच्चे रेयांश प्रियांश और यह पांचो उनके दोस्त 
     
    अंशी उन सभी की ओर देखते हुए अपना हाथ जोड़कर उन सातों को नमस्ते बोलती है वह सातो तो बस अंसी को ही देखे जा रहे थे 
     
    अनामिका जी -ओर यह है अंशी हमारे घर में खाना बनाने का काम करती है बहुत प्यारी बच्ची है आओ बेटा या पास बैठो अनामिका जी अपने साइड में  इशारा करते हुई
    अनामिका जी की बात सुनकर वह 7 होश मे आते हुए अपना हाथ जोड़कर अंशी को  देखने लगते हैं 
     
     
     
     
    कुछ देर बाद
     
    रेयांश और प्रियांश के रूम में 
    राज -यार भाई क्या लड़की थी यार वो  एकदम मदर इंडिया  मतलब कि कमाल की यार
    अर्णव -हां यार सच में क्या आंखें क्या  क्या नाक क्या कान क्या हॉट क्या बाल है मतलब कमाल की
    अनुराग-हां यार क्या बोलती है क्या चलती है  मान करता है बस देखता ही रहूं 
    युवराज -जब आपने पलकें उठाती क्या लगती है 
    विक्की -रेयांश और प्रियांश को खोया हुआ देखकर 
    वैसे भाई तुम दोनों किस ख्याल में खोए हुए हो कही पसंद तो नहीं आ गई (हंसते हुए ) वैसे भाई यह बताओ  तुम्हारे घर में इतनी सुंदर लड़की काम करती है और तुम दोनों को पता ही नहीं 
    रेयांश और प्रियांश को उन पांचों की बातों से पता नहीं क्यों पर उनको  उनकी बातें से बुरा सा लगता है उनको खुद पता नहीं ऐसा क्यों लग रहा है फिर भी वह दोनों यह सब झटक कर बोले
    प्रियांश -जो लड़की रेयांश प्रियांश की नजरों में आ जाए वह हो सकता है कभी बच्ची हो देवील स्माइल करते हुए 
    रेयांश -अब उसे हमारा होना ही होगा 
    अनुराग -फिर भाई तुम दोनों माजे करके हमें भी दे देना क्योंकि चिड़िया बहुत मीठी लग रही है फिर वह पांचों हंसने लगे
    पर पता नहीं क्यों रेयांश और प्रियांश को अनुराग की बातें और उनकी हंसी अच्छी नहीं लगी पर उनको खुद समझ नहीं आ रहा था की ऐसा क्यों लग रहा है क्योंकि हर बार कोई भी लड़की होती तो दोनों भाई  एस करके उन पांचों को दे देते पर इस बार उनको अच्छा नहीं लग रहा था
    असी किचन में काम कर रही थी कि तभी अनामिका जी आकर  अंशी को देखते हुए बोली
    अनामिका जी - अंशी बेटा यह जूस मेरे बच्चों के रूम में ले जाना वो क्या है ना की सीढ़ियां चढ़ते मेरे घुटनों में दर्द हो जाता है 
    अंशी अनामिका जी की बात सुनकर  लाये आंटी हम ले जाते हैं इसमें आपको बोलने की बात नहीं है
    अनामिका जी -ठीक है बेटा,
    उसके बाद अंशी जूस को पकड़कर सिडियो से चढ़ते हुए रेयांश प्रियांश के रूम में ले जाने लगी 
      जैसे ही अंशी रेयांश प्रियांश के रूम के दरवाजे के पास पहुंचे वैसे ही रुक कर दरवाजा खटखटाने लगी जोकि दरवाजा पहले से ही खुला हुआ था इसलिए जैसे ही अंशी ने दरवाजा खटखटाया वैसे ही अंदर बैठे सभी का ध्यान दरवाजे के सामने खड़ी अंशी पर गाया जो अपना सर झुकाए हाथों में ट्रे लिए खड़ी थी सब तो बस आंशी देखते ही रहे जब अंसी को सामने से कोई जवाब नहीं मिला तो वह अपने सर ऊपर कर देखा तो सब उसे ही घूरे जा रहे थे वो सबके इस तरह देखने से थोड़ा अनकंफरटेबल फील करने लगी  फिर वह दोबारा दरवाजा न खटखटा कर बोली अंशी -बडे प्यार और मासूमियत के साथ क्या हम अंदर आ सकते हैं  वो आंटी ने आप लोगों के लिए जूस भेजा है
    वह सातो तो जैसे ही आंसी आवाज सुनी वैसे ही अपने सेंस में वापस आए और उनको ऐसा लगा जैसे कि किसी ने उसके कानों में मीठा मीठा शहद डाल दिया हो
     
    राज अंशी को देखते हुए बोला आइए आइए । रेयांश और प्रियांश तो बस अंशी को नीचे से ऊपर तक देखे  ही जा रहे थे
    और बाकीके चारों राज की बात सुनकर मुस्कुराने लगे 
     
    अंशी जैसे ही राज की बात सुनी वैसे ही कमरे के अंदर आकर सबसे पहले रेयांश के सामने जूस लेकर खड़ी हो गई रेयांश तो कुछ देर तक अंशी को ही देखता रहा फिर बोला जूस ऐसे ही देते हैं क्या
    अंशी तो  असमंजस में रियांश को देखने लगी
    रियांश अंशी के इस तरह देखने से उसकी बातों को समझ कर बोला - मेरे हाथों में  दो
    तब जाकर अंशी रेयांश की बातों को समझ कर बोली -सो
    सॉरी सर  । और वाह बाकी 6 तो बस देवील स्माइल किए जा रहे थे  फिर अंसी अपने हाथों में एक ऑरेंज जूस पकड़ कर रेयांश के सामने कर दी
    रेयांश अलसी को देखते हुए अजीब तरह से उसके हाथों को छुते हुई जूस ले लिया।
    रेयांश का उसको ऐसे देखना और ऐसे छूना कुछ अजीब तो लगा पर वाह इस बात को जब ध्यान  न देते हुए प्रियांश के पास जूस लेकर चली गई अंसी जैसी अपने हाथों से जूस को पकड़ने वाली थी वैसे ही  प्रियांश  अंशी के हाथों को अजीब तरह से छूते हुए उसके हाथों से ट्रे लेकर वह टेबल पर रख दिया।
    अंशी तो बस प्रियांश को ही देखे जा रही थी।
    प्रियांश अंसी को देखते हुए मुझे इस तरह मत देखो वरना प्यार हो जाएगा । और मुस्कुराने लगा जिससे बाकी सब भी देवली स्माइल करने लगे  अंसी प्रियांश की बात को सुनकर अपना सर नीचे कर खड़ी हो गई।
    फिर प्रियांश बोलो
    वो हमारे सारे कपड़े ( अपनी उंगली से ईसारा करते हुए) सारे को कबड्ड मैं अच्छे से रख दो।
    अंसी  प्रियांश की बात सुनकर कबाड की ओर चली गई और 1,1 कपड़े को कबाड़ में अच्छे से रखने लगी और बाकी सातों लड़के तो जूस पीते हुए बस आंशी को ही देखे जा रहे थे  । कुछ ही देर में सारे कपड़े को कबड्ड में रखकर जैसे ही वो सूटकेस  को पकड़ कर कबड् के ऊपर स्टोल में चढ़कर सूटकेस को ऊपर रखने लगी । वैसे ही उसका जुड़ा खुल गया जिससे कि उसके कमर तक लहराते हुई बाल  उसकी सारी पिट पर बिखर गए।
    जैसी ही अंशी का जुड़ा खुला वैसे ही रेयांश प्रियांश कि दिल की धड़कन हि बढ़ गई जैसे कि वो अभी ही उछलकर बाहर निकल जाएगा वह दोनों अपने ही फीलिंग को समझ नहीं पा रहे थे कि उनके साथ ऐसा क्यों हो रहा है और वह 5 लड़के तो बस अंशी को ही आंखें फाड़े देखे जा रहे थे
     
     
     
     
     

  • 4. anshi ki khubsurati

    Words: 1262

    Estimated Reading Time: 8 min

    जैसे ही अंशी का जुड़ा खुला जिससे उसका ध्यान नीचे चला गया । वो नीचे देखने लगी जिसे स्टूल हिलने लगा जिससे  अंशी से गिरने ही वाली थी ।
    जब सभी ने देखा कि आंसी स्टूल से गिरने वाली है तो जल्दी से  प्रियांश अंसी के पास चला गया और जैसे ही प्रियांश अंशी के पास गया अंशी स्टोल से गिर गई अंसी डर की वजह से अपनी आंखें बंद कर लि थी पर जैसे ही उसे महसूस हुआ कि वो जमीन पर नहीं गिरी है बल्कि हवा में लटक रही है वैसे ही अपनी आंखें धीरे से खोली वैसी ही उसकी आंखों का सामना दो जोड़ि आंखों से हुवा ।वो आंखें आंशि को ही देखे जा रहे थे जैसे अंशि को आभास हुआ कि वह  इस वक्त किसी की गोद में है तो नीचे उतरने के लिए झटपट आने लगी।
    उधर प्रियांश अपनी गोद में पकड़ी हुई एक खूबसूरत लड़की को देखे जा रहा था जो डर की वजह से अपनी आंखें बंद की हुई थी पर  जैसे ही उसे आभास हुआ कि अंशी उसकी गोद से नीचे उतारने के लिए छटपटा रही है जिससे प्रियांश अपनी सींस में वापस आकर अंशि को नीचे आराम से खड़ा कर दिया और अंशी को ही देखने लगा जो इस वक्त कमर तक खुली हुई लंबे काले बालों मे बहुत ही ज्यादा खूबसूरत लग रही है प्रियांश के साथ-साथ रियांश और वह  बकी 5 लड़के भी अंशी को ही देखा रहे थे । पता नहीं क्यों पर जब अंशी स्टूल्स से गिरने वाली थी तो रियांश प्रियांश धड़कन ही रुक गई थी। वह 5 लड़कों को तो अजीब सा डर लगने लगा था वो लोग खुद समझ नहीं पा रहे थे कि उनके साथ ऐसा क्यों हूआ
    प्रियांश अंसी को देखते हुए पूछा तुम तुम ठीक हो
    अंशी -अपना सर नीचे कर जी जी शुक्रिया हम ठीक हैं
    फिर अंशी इधर देखी ना उधर चुपचाप अपने सर नीचे कर रूम से जल्दी से निकाली गई पता नहीं क्यों पर अंशि को इन लोगों के साथ अजीब सा लगता था और इस वक्त तो वाह एक अजीब से सिचुएशन में खड़ी हुई थी इसलिए वह रुम से निकालना ही सही समझी।
    आंशि के निकलते ही राज बोला-थैंक गॉड यार तुमने उस लड़की को गिरने से बचा लिया पर पता नहीं क्यों जब ये लड़की गिरने वाली थी तो मुझे  अपने दिल में एक अजीब सा डर लगने लगा था मैंने ऐसा फिलआज तक कभी नहीं किया है
    राज की बात सुनकर  वह चारों भी बोलने लगे 
    विक्की -सिर्फ तुम्हें ही नहीं राज सेम वैसे ही फिलीनग मुझे भी हुआ
    अनुराग -मुझे भी अपने दिल के कोने में एक दर्द सा फिल होने लगा था
    अर्णव और अनुराग एक साथ हमें भी हुआ  यार।
     
    उन पांचों की बात सुनकर रेयांश प्रियांश अपने ही फिलिंग को ही समझने की कोशिश कर रही थे क्योंकि उन दोनों को तो ऐसा कुछ भी फिलिंग नहीं हुआ बल्कि उनके दिल की धड़कन ही रुक गई थी वह दोनों अपनी फिलिंग को इग्नोर कर उन्हें न बताते हुए बोले
    रेयांश-जस्ट चिल गाइस वह है ही इतनी खूबसूरत और किसी खूबसूरत चीज को हमारे देखे बिना ही टूट जाए तो दर्द  तो होगा ही ना 
    रेयांश का साथ देते ‌ हुए प्रियांश बोला हां भाई सही बोल रहे हैं अगर कोई मिठाई हमारे हाथ में हो उसे हम खाने वाले हो और नीचे गिर जाए तो कैसा लगेगा सेम वैसे तुम लोगों का भी है और प्रियांश हंसने लगा जिसके साथ रियांश बस हल्का सा मुस्कुरा रहा था पर वह दोनों भाई ही  जानते हैं कि उनको कैसा लगा 
    रेंयाश प्रियांश की बात को सुनकर ना चाहते हुए भी वो 5 अपने सिर को हा में हिला दिये पर उनकी फिलिंग जो उन्होंने फील किए था। उसमें थोड़ा भी हवस नहीं था ।
    नेस्ट डेए 
    मॉर्निंग
    जब 5 बॉयज और रेयांश  प्रियांश जिम्म में  अपनी एक्सरसाइज कर रहे थे । उनमें से राज जैसे ही अपनी एनर्जी ड्रिंक पीते हुए बालकनी में आया वैसे उसकी नजर नीचे गार्डन में अंशी के ऊपर चली गई  जो इस वक्त बालों को चोटी बनाए हुए सिंपल सा वाइट सूट पहने हुए बहुत ही खूबसूरत लग रही थी जो खरगोशों के साथ मस्ती कर रही थी । राज अंशी को देखते हुए  बाकी सभी लोगों को आवाज दिया।
    राज -हे गाइस इधर आना
    जिससे सभी की नजर राज की ओर चली गई। वहां  लोग अपने वर्कआउट को छोड़कर राज के पास बालकनी में आ गये ।राज उन लोगों को देखते हुए अपने हाथ से नीचे देखने का इशारा किया। जिससे सभी लोग एक साथ नीचे देखने लगे ।जहां अंशी खरगोशों के साथ भागम भागई खेल रही थी और खिलखिला कर हंसे जा रही थी।  उसकी हंसी इतनी प्यारी थी । कि सुनने वाले को सुकून महसूस होने लगे ।जिसकी सादगी में मासूमियत भोला पर नजर आ रहा था । जिसको देख ऐसा लग रहा था जैसे कोई चुरा लेगा। वो सातों बॉयज को  अंशी को देखते हुए  पता नहीं क्यों पर एक सुकून भरी स्माइल आने लगी। जो इससे पहले उनमें कभी देखा नहीं गया था।
    अर्णव अंशी को देखते हुए बोला कोई इतनी सादगी में भी इतना मासूम कैसे लग सकता है।
    अर्णव के बात सुनकर बाकी सब भी अपने होश में आए तभी युवराज बोला
    युवराज-आज तक मुझे किसी की भी हंसी इतनी प्यारी नही लकी ।  जितना मुझे इस लड़की की हंसी को देख कर लग रहा है जैसे यहां दुनिया की सबसे खूबसूरत हंसी हो
     
    युवराज की बात सुनकर विक्की बोला-यार क्या है  यह लड़की जो मैं इसकी तरफ बुरी नजर से देख नहीं पा रहा हुं।  कोई इतना मासूम  कैसे हो सकते हैं।
     
    विक्की की बात हो आगे करते हुए अनुराग बोलो-इसे देखकर तो मुझे ऐसा लग रहा है जैसे स्वर्ग से आई हुई कोई एंजेल हो ।
    इस वक्त रियांश प्रियांश अंशी को, देखते हुए ,उनके मन में सिर्फ एक ही गाना याद आ  रहा था।
     
    तेरे रूप में इतना सादापन तो कितना सुंदर होगा मन
    बिन गहने और श्रृंगार बिना वो तो लगती है दुल्हन
     
    तभी अंशी खरगोशों के साथ  खेलते हुए माली काका के पास चाली गई जो वही  पास में पौधो को पानी दे रहें थे। अंशी मालि  काका को देखते हुए बोलिए लाये काका हमें दिजिए हम करते हैं ।
    माली काका अंशि की बात सुनकर बोले अरे नहीं बिटिया हम कर लेंगे  ।अंशी जिद करते हुए बोली लाइए ना काका हम करते हैं 
    मालि काका -तुम बहुत जिद्दी हो बिटिया अपनी बात मनवा कर ही रहती हो
    अंशी माली काका की बात सुनकर हल्का सा मुस्कुरा दी फिर पौधों  कै पानी देने लगी और माली काका वही एक बेंच पर है बैठकर आराम करने लगे  । वही नाने नाने खरगोश आंशी के पैर के पास इधर-उधर घूमने लगे जिसको देख कर अंशी को शरारत सुजी अंशी पानी की पाइप को पकड़ कर उन छोटे छोटे खरगोश के ऊपर पानी डालने लगी। जिससे वह खरगोश इधर-उधर कुदने लगे जिसको देखकर अंशी हंसने लगी कि तभी उनमें से एक खरगोश पाइप को पकड़ कर अंशी  के ऊपर पानी डालने लगा अंशी तो बस मुंह खोलें उस खरगोश को देखने लगी । यह देख कर माली काका हंसने लगे और बोले
    माली काका -और डालो बिटिया इन नन्हे नन्हे शैतानों के ऊपर पानी और हंसने लगे 
    अंशी माली काका कि बात को सुनकर उस खरगोश के पीछे दौड़ने लगी ।जिससे वह खरगोश अंशी के आगे आगे दौड़ने लगा और अंशी उस खरगोश के पीछे पीछे।
     
    उधर ऊपर सातों बॉयज अंशी  को देखकर मुस्कुराने लगे
    पर इन सब में रेयांश प्रियांश अपने दिल की बातों को इग्नोर कर अंशी को एक खेल समझ कर बस अपना बनाना चाहते थे।
     
    आगे जाने के लिए वेट कीजिए नेक्स्ट पार्ट का
    धन्यवाद
     

  • 5. sajis

    Words: 1168

    Estimated Reading Time: 8 min

    अब आगे
    ब्रेकफास्ट का टाइम
     
    ब्रेकफास्ट करने के लिए डाइनिंग टेबल पर प्रियांश राज विक्की अनुराग अर्णव बैठे हुए थे। कि तभी वहां पर आयुष्मान  जी  गये । उनको देखकर वह चारों बॉयस और प्रियांश ने गुड मॉर्निंग विश किया उनकी बात सुनकर आयुष्मान  जी उन लोगों को देखते हुए बोले-गुड मॉर्निंग बच्चों अब आगे का क्या सोचा है ।उन  लोगों ने उनकी बात सुनकर प्रियांश नासमझी से बोला -ब्रेकफास्ट करने का सोचा है डैड। जिनकी हां मे हां मिलाते हुएवह चारों भी आयुष्मान जी  की तरफ देखने लगे ।जैसे कह रहे हो यह भी कोई पूछने के बात है ।आयुष्मान जी प्रियांश की बात सुनकर और उन चारों की आंखों से बातें समझ कर अपनी कड़क आवाज में बोले। मेरे पूछने का मतलब है कि तुम लोग यहां रहकर कुछ काम धाम करने का इरादा है कि नहीं या फिर यहां पर  भी अय्याशी करने का इरादा है। आयुष्मान जी की बात सुनकर वह 5 चुप होकर अपना
    सर नीचे कर  लिए। तभी किचन से अनामिका जी आते हुए बोली आप भी ना 10 साल बाद तो मेरे बच्चे आए हैं। उनको भी आप अपनी तरह दिन भर काम में लगाने की सोच रहे हैं अभी एक ही दिन तो हुए हैं मेरे बच्चों को यह आए हुए उनको थोड़ा घूमने दो मस्ती करने दो अभी तो इनकी उम्र ही क्या है और 10 साल बाद मेरे बच्चे आए हैं तो कुछ पार्टी वार्टी करने का सोचा है कि नहीं आपने। वही पांचो अनामिका जी कि बात को सुनकर खुश होते ayushman जी कि ओर देखने लगे आयुष्मान जी अनामिका की बात सुनकर  अपने मन में बोले किस चीज की पार्टी अनामिका इन्होंने तो इंग्लैंड मैं जाकर हमारे नाम खराब किया है। आयुष्मान जी उन पांचों की तरफ देखते हुए बोले मैंने सोचा है कि इन दोनों के बर्थडे के दिन ही पार्टी रख ले तब तक यह लोग घूम भी लेंगे और २ पार्टी भी एक साथ हो जाएगी अनामिका जी आयुष्मान जी कि बात सुनकर खुश होते हुए बोली। यह आपने  ठीक सोचा है ।आयुष्मान जी बोले  वैसी रेयांश और युवराज दिखाई नहीं दे रहे। कहां है वह दोनों ।आयुष्मान जी की बात प्रियांश कुछ बोलने वाला था कि तभी पीछे से आवाज आई मैं यहां हूं डैड । आवाज सुनकर सभी पिछे देखने लगे जहां पर रेयांश और युवराज चले आ रहे थे उन को देखते हुए आयुष्मान जी बोले कहां थी तुम दोनों 
    युवराज -वो एंकर हम दोनों को कॉल आ गया था 
    युवराज की बात सुनकर आयुष्मान जी अपने सर हा में हिला दिये । फिर रियांश और युवराज अपनी सीट पर बैठ गये फिर अनामिका जी सभी को ब्रेकफास्ट सव करने लगी  । तभी अंशी वहां पर आ कर  अनामिका जी की मदद करने लगी अंशी अपना सर झुका कर चुपचाप सभी को ब्रेकफास्ट देने लगी और वह सातों बॉयस आंशी को चोरी चोरी देखने लगे रियांश अपनी देवील इस्माइल के साथ देखने लगा ।वहीं प्रियांश मुस्कुराते हुए अंशि को देखे जा रहा था वो  5 बॉयज राज युवराज अर्णव अनुराग विक्की को उन दोनों  के  अंशी को इस तरह देखने से पता नहीं क्यों बहुत ही अजीब सी फीलिंग होने लगी जैसे वो लोग बहुत बड़ी गुनाह करने वाले हो पर वो लोग कर भी क्या सकते थे क्योंकि खुद वो लोग भी यही चाहते थे  तो उनको बुरा क्यों लग रहा है ।
     
    फिर वह सातों ब्रेकफास्ट कर रेयांश प्रियांश के कमरे में चले गए और आयुष्मान जी अपने ऑफिस के लिए निकल गये अंशी दूसरे नौकर के साथ ब्रेकफास्ट की मेश साफ करने लगी और अनामिका जी अपने कमरे में चली गई ।
     
    वह सातों रूम में आकर बातें करने लगे विक्की बोला आज से 6 महीने बाद तुम दोनों के बर्थडे के दिन बहुत बड़ी पार्टी रखने वाले अंकल फिर अर्णव बोला रखें गे क्यों नहीं आखिर हमारे दोस्त 10 साल बाद अपने घर में जो आए हैं और इनका बर्थडे भी है ।
    राज -भाई पार्टी में मजा तो आने वाला ही है क्योंकि इस पर इंडियन पार्टी में इंडियन गर्ल्स जो  आने वाली है फिर सभी उसकी बात सुनकर हंसने लगे ।वही रियांश अपने रूम की खिड़की से अंशी को मेष साफ करते हुए एक टक देखते हुए बोला पार्टी का मजा तब तक कहां जब तक हमें हमारी ड्रीम गर्ल ना मिले 
     
    रेयांश की बात सुनकर अनुराग बोला तू कहना क्या चाहता है भाई कहीं तु शादी-वादी तो नहीं करने वाला है जो तू पार्टी में ड्रीम गर्ल  देखेगा । और हंसने लगा ।अनुराग की बात सुनकर रेयांश अंशी कि तरफ अपनी जुनून भरी नजरों से देखते हुए बोला हमारी ड्रीम गर्ल वो (अपनी उंगली से अंशी कि तरफ इशारा करते हुए )रेयांश  कि बात सुनकर सभी लोग खिड़की के पास आकर बाहर देखने लगे जहां पर अंशी जूठे बर्तन समेट रही थी।
    हो रही हमारी ड्रीम गर्ल रियान ने जैसे अपनी उंगली से इसारा किया वैसे ही सब उस तरफ देखने लगे जहा पर अंशी झूठे बर्तन समेट रही थी राज रेयांश के बातों को सुनकर उस तरफ देखते हुए बोला पर यार इसके साथ वो सब करना क्या सही रहेगा। मेरा मतलब है कि यह कितने मासूम है राज की बात को सुनकर प्रियांश गुस्से से बोला तुम लोगों को हो क्या गया है बुलो मत लड़कियां सिर्फ और सिर्फ हमारे मनोरंजन के लिए बनाएंई गई है यह भी उनमें से एक है सो हमारा काम है माजे करना तो वो सब मत सोचो। आम बस खाते जाओ गुठलिया गिनना हमारा काम नहीं है । प्रियांश की बात सुनकर विक्की अर्णव अनुराग और युवराज जो राज की बातों से सहमत होकर बोलने वाले थे चुप हो गए युवराज अंशी को देखते हुए बोला पर इसके  साथ वो सब करना आसान नहीं होगा क्योंकि इसको देख कर लगता नहीं यह पैसों के लिए हमारे साथ रात बिताने के लिए तैयार हो जाएगी युवराज की बातों से सहमत होकर अनुराग बोला हां यार इसको देखकर लगता नहीं यहां पैसे पावर प्रॉपर्टी के लिए वो सब करेगी और रही बात लुक की तो यह  तो हमारी तरफ देखती भी नहीं है  
    उन लोगों की बात को सुनकर रेयांश बोला इसलिए मैंने आज से 6 महीने बाद हमारे बर्थडे पार्टी के दिन  बोल रहा हूं अभी हमारे पास 6 महीने का टाइम है और इन 6 महीनों में इसको हमारे बातों में ऐसे फसाएंगे की यह खुद-ब-खुद हमारे पास चली आएगी इंडियन लोगों की सबसे बड़ी कमजोरी  इमोशंस होते हैं और रिश्तो को सबसे बड़ा मानते हैं यह लोग अपने रिश्ते निभाने के लिए और अपना इज्जत रखने के लिए किसी भी हद तक जा सकते हैं तो हमें बस इसकी इसी कमजोरी पर हाथ रखना है रेयांश की बातों को सुनकर सब अपना सिर हां में हिला दिये। उन  पांचों के मन में भी अंशी को लेकर अब  कोई भी इमोशन नहीं आने लगी ।क्योंकि उनको प्रियांश की बातें सही लगने लगी।  रियान अंशी  को देखते हुए देवली स्माइल करते हुए बोला अब शुरू होगा खेल।  जिससे बाकी सब भी हंसते हुए अंशी को देखने लगे।
    फिर वह 5 सीधे अपने रूम में चले गए।
     
     
     
     
     
     
     
    आगे जाने के लिए वेट कीजिए नेस्ट पाठ का 
    धन्यवाद
     

  • 6. Sun hamari shahzadi - Chapter 8

    Words: 1134

    Estimated Reading Time: 7 min

    नेक्स्ट मॉर्निंग  

    जब सातो  बॉयज रियांश प्रियांश राज युवराज अनुराग अर्णव विकी घर में ही बने अपने प्राइवेट सिम में एक्सरसाइज कर रहे थे । तभी रूम के बाहर  अंशी अपने हाथों में एनर्जी ड्रिंक लिए अपना सर झुका कर खड़ी थी और रूम के अंदर देखते हुए दरवाजे  पर नोक किया। जिससे सभी का ध्यान अपनी एक्सप्रेस करते हुए आंसी पर चला गया।  जैसे उन्होंने अंशी को देखा वैसे ही उनके चेहरे पर एक प्यारी सी स्माइल आ गई प्रियांश अंशी देखते हुए अपनी एक्साइज छोड़कर अंशी के पास चला  गया। और उसके हाथ से ट्रे लेकर अपने एक हाथ में पकड़ कर दूसरे हाथ से अंशी की कलाई को पकड़कर जिम के अंदर ले आया अंशी प्रियांश की इस तरफ से उसके हाथों को पकड़ने से घबराने लगी और डरते हुए बोलने लगी 

    अंशी -सर  ऐ आप आप क्या कर रहे हैं हमारा हाथ 

    पर प्रियांश उसकी बातों को ना सुनते हुए जिम के अंदर ले आया और अंशी को इस तरह घबराते हुए देखकर उसके हाथों को छोड़कर बोला।

    प्रियांश -रिलैक्स कम डाउन।  हम लोग तुम्हें, कुछ नहीं करेंगे ‌। यहां पास बैठो (रूम में रखें सोफे की तरफ इशारा करते हुए )अंशी प्रियांश की बातें सुनकर डर से घबराने लगी । प्रियांश उसकी हालात देखकर उसकी कंधे से पकड़ कर सोफे पर बैठा दिया । और खुद उसके साइड में बैठ गया आंसी प्रियांश के इस तरह छूने से  डर से घबराने लगी ।और जैसे ही प्रियांश उसके साइड में बैठा हवा तुरंत उठाने लगी प्रियांश अंशी को इस तरह उठता देख कर उसके हाथों को पकड़कर फिर से सोफे में बैठा दिया। आंसी डर से कांपते हुए आवाज में बोली हमें हमें  जाना है। बाकि लोग भी  अंशी को डरते हुए देखने लगे। प्रियांशी को देखते हुए बोला रिलैक्स यार हम लोग तुम्हें खा नहीं  जाएंगे जो तुम हमसे इतना डर रही हो   ।हम लोग तुम्हें कुछ भी नहीं करेंगे। ओके तो हम लोगों से डरो मत हम सब सिर्फ तुमसे दोस्ती करना चाहते है ।तभी राज अंशी के पास आ कर एक सोफे पर बैठते हुए बोला   हां यार हम लोग भूत थोड़ी है जो तुम्हें कच्चा चबा जाएंगे  फिर हंसने लगा और बाकी सब  भी राज की बातें सुनकर मुस्कुराने लगे। और अंशी तो बस डार् से अपना सर झुकाए हुए बैठी हुई थी फिर राज आगे  बोला हम सब तुमसे दोस्ती करना चाहते है जैसे हम सब (अपने सातो  लोगों की तरफ इशारा करते हुए) दोस्त है वैसे ही देखो तुम भी हमारे एज कि हो और तुम हम सबको अच्छी लगी इसलिए बस हम सब दोस्ती करना चाहते हैं‌। तो करोगी ना हम सब से दोस्ती राज अपना हाथ आगे बढ़ाते हुए  एक टक अंशि को देखे जा रहा था जो अपने सर झुकाए हुए बैठी हुई थी वैसे ही सब बस अंशी को ही देखे जा रहे थे की अंशी उन लोगों से दोस्ती करेगी या नहीं।

    अंशी अपने मन में कुछ सोचते हुए अपना हाथ आगे बढ़ाकर राज के हाथों में दे दिया वैसे ही सबके चेहरे में इस्माइल आ गए तभी अचानक प्रियांश राज के हाथों से अंशी के हाथों को अपने हाथों में  लेकर बोला कब तक राज से हाथ मिलाती  रहोगी मैंने  तुम्हें सबसे पहले बोला और तुम हो कि मेरी तरफ देखी हीं  नहीं रही । वही राज ऐसे अचानक से उसके हाथों से अंशी के हाथों को हट जाने से एक टक अपने हाथों को दिखे   जा रहा था जहां से अंशी के हाथों को प्रियांश ने हटा दिया अंशी प्रियांश की बातें सुनकर अपना सर ऊपर कर प्रियांश को दिखने लगी। वही प्रियांश अंशी के इस तरह देखने से उसमें को सा गया। जब वहां पर युवराज अर्णव अनुराग विकी  आ कर सोफे पर बैठते हुए बोले हम लोग भी हैं यहां। जिससे प्रियांश अपने होश में आया अंशी उन लोगों के बोलने से उनकी ओर देखने लगी जिससे चारों अपना हाथ आगे बढ़ा दिये और मुस्कुराते हुए अंशी को देखने लगे अंशी उन लोगों को देखते हुए एक छोटी सी स्माइल कर अपना हाथ उन चारों से मिलाने लगी ।तभी प्रियांश रियांश जो अपनी एक्सरसाइज अभी भी कर रहा था ।उसको देखते हुए बोला अरे अभी तो भाई से फ्रेंडशिप करनी रह गई ।जिसको सुनकर रेयांश बिना कोई रिएक्ट किये वैसे ही अपनी एक्सरसाइज करने लगा प्रियांश की बातें सुनकर बाकी सब भी रियांस की तरफ देखने लगे तभी प्रियांश अंसी को देखते हुए बोला जाओ जाओ भाई से फ्रेंडशिप करो अंशी प्रियांश की बातें सुनकर रेयांश को देखती हुई बोली रहने दीजिए न उनको हमसे दोस्ती नहीं करनी होगी (अंशी को रियांश से एक अजीब सा डर लगता था वह खुद नहीं जानती हो उसको ऐसा क्यों लगता है क्योंकि जब भी वह रियांश की नजर खुद पर महसूस करती उसको एक अजीब सा घुटन  महसूस होती ) रियांश जैसे ही आशि कि बाते सुना वैसे ही उसके होठों पर एक देवील स्माइल आ गाई प्रियांश अंशी कि बातें सुनकर बोला वैसे नहीं है भाई बहुत अच्छे है वे तुमसे फ्रेंडशिप जरूर करेंगे फिर तुम हम सातो कि फ्रेंड बन जाओगी जाओ जाओ भाई के पास 

    अंशी ना चाहते हुए भी डरते डरते रियांस के पास जाकर खड़ी हो गई और अपना सर झुका कर अपने हाथों की उंगलियों को एक दूसरे से उझाने लगी रियांश अंशी को अपने पास खड़ा देख कर अपनी एक्सरसाइज रोककर खड़ा हो गया और कुछ देर एक टक अंशी को देखते हुए बोला तुमको ऐसा क्यों लगता है मैं तुमसे दोस्ती नहीं करूंगा ।अंशी रियांश की बातें सुनकर घबराते हुए बोली वो वो वो हम हम आपसे दोस्ती करना चाहते हैं ।और अपनी कांपते हाथों को आगे बढ़ाकर अपने सर झुकाए खड़ी  रही रियांश कुछ देर अंशी के कांपते हाथों को देखते हुए अपनी मजबूत हाथों में लेकर अंशी कै देखते हुए बोला अभी कुछ देर पहले तुमने क्या कहा था प्रियांश। प्रियांश रेयांश के बातें सुन कर उन दोनों को देखते हुए बोला  यही कि हमें अच्छा नहीं लगता कि हमारी दोस्त हम से डरे रियांश प्रियांश की बातों को सुनकर  अंशी को ही देखते हुए बोला तो फिर यहां मुझसे डर क्यों रही है अंशी ने जैसे ही रियांश की बाते सुनी वैसे ही अपना सर ऊपर कर रियांश को देखने लगी जैसे ही अंशी कि आंखें रियांश की आंखों से मिली वैसे ही रेयांश की आंखों में उसको एक जुनून दिखने लगा जिससे वहां डर कर अपने सर नीचे झुका लिया वैसे ही रियास के होठों पर देवली स्माइल आ गई और अंशी  अपने हाथों से रियांश के हाथों से अलग कर वहां से चली गई ।

    जैसे ही अंशी वहां से गई सब खुले हुए दरवाजे को देखने लगे जहां से अंशी अभी गाई थी और सभी अपने हाथों को देखने लगे तभी प्रियांश अपने हाथों को देखकर छूते हुए बोला क्या सॉफ्ट शाफ्ट है उसके हाथ  एकदम रूई जैसा

    तभी राज हंसते हुए बोला भाई बड़ी नाजुक चीज है ये जिससे भी मुस्कुराने लगे।

  • 7. anshi ka sabhi ke sath brekfast krna

    Words: 1648

    Estimated Reading Time: 10 min

    डाइनिंग टेबल पर ब्रेक फर्स्ट टाइम 

     

    जब सभी डाइनिंग टेबल पर ब्रेकफास्ट करने बैठे हुए थे।  अंशी  और अनामिका जी ब्रेकफास्ट  सव कर रही थी। उनको देखते हुए प्रियांश बोला  मॉम  अंशी हमारे घर के मेंबर है ना । अनामिका जी ब्रेकफास्ट  सव करते हुए जैसे हि प्रियांश की बात सुनी उसको देखते हुए बोलने लगी हां अंशी  मेरी बेटी जैसी है इसी ने तो मुझे सीढ़ियों से नीचे गिरने से  बचाया था (अंशी के सर में हाथ फिरते हुए) वैसे तु यह क्यों पूछ रहा है प्रियांश अनामिका जी की बात सुनकर बोला तो फिर मॉम अंशी  आज हमारे साथ बैठकर ब्रेकफास्ट कर सकती हैं  क्या।  प्रियांश की बात सुनकर सब प्रियांश की ओर ही देखने लगे ।वही आयुष्मान जी प्रियांश की बात सुनकर अपना ब्रेकफास्ट छोड़कर अचंभित से प्रियांश को ही देखने लगे कि यह उनका नालायक बेटा इतना मीठा क्यों बन रहा  है कही यह इंडिया में आकर सुधारने तो नहीं लग गया। वही अनामिका जी प्रियांश की बात सुनकर खुश होते हुए बोलने लगी हां क्यों नहीं चलो अंशी बेटा तुम भी हमारे साथ आज ब्रेकफास्ट करो तुम भी हमारे घर की मेंबर हो मैं भी ना तुम्हें हमारे साथ कभी भी बैठकर करने के लिए नहीं बोल पाई ।अच्छा हुवा की प्रियांश ने बोल दिया अव यहां पास बैठो मैं तुम्हें ब्रेकफास्ट  सव करती हूं अंशी  अनामिका जी कि बात सुनकर अरे नहीं नहीं आंटी आप ब्रेकफास्ट करीए हम बाद में खा लेंगे 

    अनामिका जी -अरे बेटा बैठो ना । तुम  आज हमारे साथ ब्रेकफास्ट करो । 

    अंशी -परं आंटी 

    प्रियांश अपनी जगह से उठते हुईअंशी के पास जाकर उसका हाथ पकड़ कर अनामिका जी को देखते हुए बोलने लगा मॉम आप अपनी जगह बैठेए और ब्रेकफास्ट करीए  अंशी हमारे साथ बेटेगी वैसे भी  अंशी ने आज हमारे साथ दोस्ती की है तो  आज अपने दोस्तों के साथ ब्रेकफास्ट करेगी अंशी को प्रियांश का इस तरह सबके सामने उसका हाथ पकड़ने से अजीब लगने लगा वह प्रियांश से अपना हाथ छुड़ाने की कोशिश करते हुए बोलने लगी  सर आप आप अपना ब्रेकफास्ट करिए हम बाद में कर लेंगे। प्रियांश अंशी के सर बोलने से उसको देखते हुए बोलने लगा हम सब से दोस्ती की हो  तो हम लोग तुम्हारे सर नहीं, दोस्त हैं। तो तुम हम लोगों को हमारे नाम से बुलाओगी  और अपनी चेयर पर बैठाते हुए यहां पास बैठो और आज अपने दोस्तों के साथ ब्रेकफास्ट करो राज प्रियांश को देखते हुए बोलना लगा  तु उसको अच्छे से ब्रेकफास्ट खिला । देख कितनी पतली है  राज की बात सुनकर प्रियांश अंशी के  चारों ओर घूम घूम कर देखने लगा और अपने उंगली से अपने डुटी को टेप करते हुए बोलने लगा तु सही बोल रहा है राज। यह सच में बहुत पतली है अब आज से इसके खाने पीने का ध्यान रखना पड़ेगा मुझे। अंशी प्रियांश के ऐसे देखने से अनकंफरटेबल फील करने लगी वही प्रियांश की बातें सुनकर रियांश युवराज अनुराग विक्की मुस्कुराने लगे। वही अनामिका जी प्रियांश को देखते हुए बोलने लगी कितना समझदार हो गया मेरा बेटा। हाय किसी की नजर न लगे मेरे बेटे को ।वही आयुष्मान जी अनामिका जी की बात सुनकर प्रियांश घूर घूर कर देखते हुए अपने मन में सोचने लगे क्या ये  लोग सच में 2 दिन में बदल गए या फिर कोई नया नाटक  है।वही प्रियांशी  अंशी के प्लेट में भर भर कर ब्रेकफास्ट डालने लगा जिसको देखते हुए अंशी बोलने लगी बस हो गया प्रियांश जी,  हम इतना नहीं खा सकते प्रियांशी आशी कि  बात सुनकर उसके प्लेट में और ब्रेकफास्ट डालते हुए बोलने लगा । कहां अभी कहां हुआ है तुम्हें यह सब भी खाना ही पड़ेगा, खुद को देखी हो एक हवा का झोंका आएगा उसमें तुम उड जाओगी ।तो यहां सब अच्छे से खावो और आज तुम हमारे साथ शॉपिंग के लिए चलेगी प्रियांश अनामिका जी की तरफ देखते हूंए मॉम क्या आज अंशी को हमारे साथ शॉपिंग के लिए ले जा सकते हैं ‌

    अनामिका जी -हां हां पुत्तर अंशी को भी अच्छी-अच्छी शॉपिंग करवा देना ।

    वही आयुष्मान जी को प्रियांश की बात सुनकर दूसरा झटका लगा वह आंखें फाड़े प्रियांश को ही देखने लगे और सोचने लगे कि यह उनका बेटा है या भी ,या नही ये इतना चेंज कैसे हो गए।

    अब आगे 

    कुछ देर बाद एक कार में  रेयांश प्रियांश युवराज और अंशी बैठे हुए थे । जिसमे रेयांश कार् ड्राइविंग करते हुए अंशी  को देखे जा रहा था। यहां बात युवराज और प्रियांश को अच्छे से पता  थी। रेयांश की बगल सेट पर युवराज बैठा हुआ था जो  अंशी को रियांश का इस तरह देखता देखकर बस मुस्कुराए जा रहा था ।वही पीछे वाली सीट में प्रियांश और उसके बगल वाली सीट में अंशी बैठी हुई थी जिसको अपने ऊपर किसी की नजरें महसूस हो रही थी। फिर भी उस में इतनी हिम्मत नहीं थी कि वह  नजर उठा कर देख सके । प्रियांश राज और अनामिका जी के बार बार बोलने पर उसे मजबूर आना ना पड़ा था  ।वहीं दूसरी कार में राज अनुराग विक्की और अर्णव बैठी हुई थे और इन दोनों कार के आगे पीछे 2,2 गाड़ियां में उनके बॉडीगार्ड चल रहे थे। प्रियांश अंशी को इस तरह चुप देखकर बोलना स्टार्ट किया ।अच्छा अंशी एक बात पूछूं 

    अंशी प्रियांश की बात सुनकर उसकी ओर अपनी नजर उठा कर देखते हुए बोलने लगी  जी पूछीए।

    प्रियांश -थोड़ा झीझकते हुए तुम बुरा तो नहीं मानोगी न।

    अंशी -जी नहीं हम बुरा नहीं मानते आप पूछिए ।

    प्रियांश -तुम हमारे घर में सर्वेंट का काम क्यों करते हो आई मीन तुम्हें देख कर तो लगता है तुम अच्छी पढ़ी-लिखी भी होगी तुम्हें तो कहीं जॉब करना चाहिए। तो सर्वेंट का काम क्यों ।

    अंशी- प्रियांश की बात सुनकर उसकी नजरों में नजरें मिलाते हुए बोलने लगी हम जॉब ही तो कहते हैं आपको नहीं लगता हम जॉब करते हैं ।अंशी की बात सुनकर रेयांश युवराज और प्रियांश अंशी को ही देखने लगे जिसमें प्रियांश अपना सर ना मे हिलाने लगा अंशी प्रियांश के इस  तरह न में सिर हिलाने से मुस्कुराते हुए आगे बोलने लगी। हम आपके यहां सर्वेंट  का  काम करते हैं उसे हमें अच्छी  सैलरी मिलती है हम दूसरे जगह काम करते तो शायद इतनी अच्छी सैलरी हमें कभी नहीं मिलते हैं ।हमने पहले बहुत जगह जॉब का अप्लाई किया था पर हमें कहीं भी जॉब नहीं मिली। ऐसा नहीं है कि हम उस जॉब के काबिल नहीं है ।पर हमें वहां के जो रूल्स थे वो अच्छे नहीं लगे। फिर आपकी मॉम यानी कि अनामिका आंटी से पहली बार मंदिर में मिले हमें थोड़ी सी उनकी हेल्प कर दी तो उन्होंने हमें आपके घर सर्वेंट का काम करने के लिए पूछा उन्होंने यह भी कहा था कि वह हमें आयुष्मान अंकल की कंपनी में जॉब दिलवा देंगे।पर हमें खाना बनाना बहुत पसंद था इसलिए हमे सर्वेंट का काम करना अच्छा लगा कोई भी काम बड़ा या छोटा नहीं होता। जरूरी यह है कि हम उस काम को कितनी शिद्दत से करते हैं ।अंशी की बात सुनकर प्रियांश रेयांश युवराज  एक टक अंशी को ही देख रहे थे क्योंकि उनको जिंदगी में पहली बार किसी की बातें में इतनी सच्चाई दिखी थी । अंशी उन लोगों को अपने तरह इस तरह देखता देख कर थोड़ा घबराते हुए बोलने लगी क्या हुआ हमने कुछ गलत बोल दिया क्या । अंशी के बोलने से  वह तीनों अपने सेंस में वापस आए फिर सामने देखने लगे फिर प्रियांश आगे बोलने लगा वैसे तुम्हारे  फैमिली में कौन-कौन है।अंशी कुछ कहने वाली थी कि तभी अचानक से गाड़ी रुक गई जिससे सभी सामने देखने लगे रेयांश बोला हम मॉल पहुंच गए । फिर कुछ देर में उनके बॉडीगार्ड गाड़ी को चारों ओर से कावर के लिए फिर एक-एक करके सभी निकलने लगे‌ ।राज ,अनुराग ,अर्णव विकी, रेयांश के कार के सामने खड़े हो गए ।फिर वो लोग कार से बाहर निकल कर मॉल के अंदर जाने लगे अंशी तो बस‌  एक टक मॉल कै   देखने लगी ।क्योंकि माल इतना बड़ा था कि अंशी को वहां जाने से भी डर लग रहा था। क्योंकि आज से पहले वाह इतने बड़े मॉल के अंदर कभी नहीं गई थी । राज अंशी को इस तरह खड़ा देखकर बोलने लगा क्या हुआ चलो अंद।र जिससे सभी लोग रुक कर अंशी को देखने लगे

    अंशी - आप लोग जाऐ हमें यही बाहर आप लोगों का वेट करते हैं ।

    अंशी की बात सुनकर प्रियांश अंशी के हाथों को पकड़कर उसको अंदर ले जाते हुए बोलने लगा चलो अंदर क्या बाहर वेट करोगी तुम्हें भी अंदर शॉपिंग करनी है ।

    अंशी -पर वह हम 

    प्रियांश -बिल्कुल चुप चलो अंदर ।

    प्रियांश और अंशी को इस तरह देखकर सातों मुस्कुराने लगे । वही रियास को पता नहीं एक अजीब सी खुशी महसूस होने लगी थी जिससे वह खुद अनजान था ।फिर सभी  मॉल के अंदर चले गए सबसे पहले वो लोग जेंस काउंटर की ओर चाले गाये ।और वहां पर बैठकर सभी अपने लिए कपड़े देखने लगे  रियांश अंशी को इस तरह चुपचाप बैठा देखें उसके पास आकर अचानक उसके हाथों को पकड़ कर बोला चलो मेरे लिए कपड़े चॉइस करना । अंशी ऐसे अचानक से उसके हाथों को पहली बार रेयांश के इस तरह पकड़ने से उसके दिल की धड़कन जोरो से धड़कने लगी । क्योंकि उसको रेयांश के साथ एक अजीब सी फिलिंग होने लगती थी जो प्रियांश के साथ नहीं होती थी क्योंकि प्रियांश जितना बोलता उतना रियांश चुप रहता रियांश अंशी को कपड़े दिखाते हुए बोलने लगा बोलो मुझमें में कौन सा अच्छा लगेगा रियांश के बात सुनकर प्रियांश उसके पास आते हुए बोलने लगा हां हां मेरे लिए भी कपड़े चॉइस करो मैं सारे कपड़े तुम्हारे चॉइस के लूंगा ।तो जल्दी जल्दी हमारे लिए कपड़े चॉइस करो।  तभी वहां पर राज, अणव, युवराज ,अनुराग ,विक्की आ कर बोले हमारे लिए भी  अंशी उन लोगों को अपने बेचारी भारी नजरों से देखने लगी क्योंकि अंशी ने कभी भी किसी भी जेंस के कपड़े नहीं खरीदे थे उसको इन सब के बारे में कुछ भी नहीं पता था।

     

     

    आगे जाने के लिए  वेट किजिए नेक्स्ट पाठ का

    धन्यवाद!

  • 8. anshi ka riyansh priyansh ke liye kapde choices krna

    Words: 1966

    Estimated Reading Time: 12 min

    अंशि को इस तरह देखता देखकर प्रियांश बोला क्या हुआ? ऐसी देख क्यों रही हो। जल्दी-जल्दी हम लोगों के लिए कपडे चॉइस करो प्रियांश की बात सुनकर अंशी  बिल्कुल मासूम स फेस बनाते हुए अपना सिर नीचे कर बोलने लगी ।हमें नहीं पता लड़कों के कपड़े कैसे अच्छे लगते । वो हमने कभी किसी भी लड़के के लिए ‌ कपड़े नहीं खरीदे। अंशी यह  सब बोलते हुई बिल्कुल छोटे बच्चे की तरह क्यूट और मासूम लग रही थी। जिसको देखकर वो सातों लड़के अंशी की मासूमियत को हि देखने लगे और सोचने लागे कि कोई इतना मासूम कैसे हो सकता है। प्रियांश आंशि कि बात सुनकर उसके मासूम फेस को देखते हुए। ठीक है हम लोगों  एक एक करके कपड़े ट्राई करेंगे । तुम बताना कौन सा हमें  अच्छा लग रहा है। ठीक है‌। इतना तो बताओगे ना। अंशी प्रियांश की बात सुनकर अपना सर‌ हां में हिला दिया । फिर सभी बॉयज अलग अलग चेंज रूम में जाकर कपड़े ट्राई कर बाहर आए। वो सभी अंशी को देखकर पूछने लगे कैसा लग रहा है ।अंशी उन लोगों की आवाज सुनकर उनकी ओर 1,1 करके देखने लगी ।  उसको सभी के कपड़े अच्छी लगे जिस से अंशी उन लोगों को देखते हुए मुस्कुराकर बोलने लगी आप सभी बहुत अच्छे लग रहे हैं। राज, युवराज ,अणव, अनुराग, विक्की अंशी का जवाब सुनकर मुस्कुराने लगे‌। वही रेयांश गुस्से से घूरने लगा प्रियांश अंशी को अजीब नजरों से देखती हो उसकी पस जा कर अपना सट जो अभी ट्राई करके आया था। उसको अपने हाथों से ऊपर उठा कर अंशी को घोर से देखते हुए बोलने लगा । यह   तुम्हें सच में अच्छा दिख रहा है। अंशी प्रियांश की बात सुनकर उसके सट को ऊपर से नीचे देखते हुए अपना सर हा में हिलाने लगी । जिससे प्रियांश उसके हाथों को पकड़कर अपने साथ ले जाती हूए बोलने लगा चलो मेरे साथ दिखाता हूं तुम्हें । यह कहां से अच्छा दिख रहा है। और प्रियांश अंशी को आईने के पास खड़ा कर खुद खड़ा हो कर आईने में देखते हुए बोलने लगा। बताओ कहां से अच्छा  दिख रहा है ये ।अंशी प्रियांश को आईने में देखते हुए अपना सर नीचे कर खड़ी हो गई ।तभी उनके पास रियांश आकर अंशी के हाथों को पकड़ कर अपने साथ ले जाते हुए चलो मेरे साथ मैं ट्राई करता जाऊंगा तुम बताते जाना। और रेयांश अंशी को अपने साथ चेंजिंग रूम के अंदर ले जाने लगा। जिसको देख अंशी घबराते हुए बोलने लगी । पर पर हम अंदर कैसे जा सकते हैं आप जाइए हम बाहर ही बताते हैं। क्यों अंदर नहीं जा सकती । मुझे एक साथ बहुत सारे ड्रेसेस ट्राई करने मैं एक एक कर बाहर नहीं निकलने वाला ।चलो। और रेयांश अंशी को अपने साथ चेंजिंग रूम में ले गया ।बाहर खड़े प्रियांश और वो पांचों बस मूह फडे चेंजिंग रूम के दरवाजे को ही देख रहे थे। रियांश अंशी को चेंजिंग रूम में ले जाकर अंदर से दरवाजे को लॉक कर दिया। जिसको देखकर अंशी की घबराहट बडने लगी क्योंकि उसको पहले ही रियास के साथ अजीब लगता था। अब तो दोनों एक ही रूम में बंध है। अंशी एक कोने में अपने सर झुका कर खड़ी हो गई। रियांश अंशी को एक टक देखते हुए अपना  टी-शर्ट निकालने लगा अंशी रेयांश को टी शर्ट् निकालते देखी तो नहीं रही थी पर उसे महसूस  जरूर हो  रहा था।जिसके चलते अंशी की घबराहट बढ़ती चली जा रही थी। रेयांश अपने सेट निकालकर अंशी के पास आने लगा जिसे अंशी घबराते हुए पीछे की ओर जाने लगी रेयांश अंशी को पीछे खिसकर देखकर देवील स्माइल करते हुए उसके पास ही आने लगा  । अंशी पीछे जाते जाते दिवाल से सट गाई। अब उसके पीछे जाने के लिए जगह ही नहीं बची थी। जिससे अंशी घबराते हुई सामने देखने लागी रेयांश उसके जस्ट सामने शर्ट लेंस खड़ा था। और अंशी की ओर जुनून भरी नजरो से देखे जा रहा था। अंशी कुछ बोलने वाली थी कि तभी रेयांश उसके ऊपर झुकने लगा जिससे अंशी घबराते हुए अपनी आंख पूरी तरह से बंद कर सहमी हुई खड़ी रही ।  रियास उसके ऊपर झुक कर ।वहां पर रखें शर्ट को उठाकर अंशी से दूर हो गया ।और अंशी को देखते हुए बोलने लगा यह शर्ट कैसा लग रहा है ।अंशी जो डर की वजह से अपनी आंखें बंद कर ली थी वो रेयांश की आवाज सुन कर  झटके से अपनी आंखें खोल लिया और रेयांश को देखने लगी जो शर्ट पहने उसी को ही देख रहा था। जिसको देखकर आंसी अपना सर झुका कर बोलने लगी। अच्छे दिख रहे हो आप  । ऐसे ही रियांश कंटिन्यू 10 सट ट्राई कर लिया ।अंशी सबको अच्छा ही बोलने लगी ।फिर कुछ देर बाद वह दोनों चेंजिंग रूम से बाहर आ गए। जहां पर प्रियांश, राज, युवराज ,अणव, अनुराग, विक्की लेडीज कपड़े देख रहे थे ।जिसको देखकर प्रियांश अंशी को अपने पास लाते हुए बोलने लगा। चलो जल्दी  ये सारे कपड़े ट्राई करके आओ हमने तुम्हारे लिए चॉइस किया है । अंशी प्रियांश की बात सुन कर उन कपड़ों को देखते हूंए बोलने लगी पर पर  हमें कोई भी कपड़े नहीं चाहिए।
    ऐसे कैसे नहीं चाहिए मॉम ने हमें तुम्हें ड्रेस दिलवाने के लिए कहां है।  अंशी थोड़ा झिझकते हुए पर हमारे पास इतने पैसे नहीं है कि। हम यह से कपड़े खरीद सके। अंशी की बात को सुनकर राज बोला तुम्हें किसने कहा कि पैसे तुम्हें देनी है। हम लोग तुम्हारे लिए अपने पैसे से खरीद रहे हैं तो तुम उसकी फिकर मत करो । अंशी-पर हम आपके पैसे से ड्रेस कैसे खरीद सकते हैं । आप लोग खरीदिए हमें नहीं चाहिए। वही वो सातो  लड़के अंशी की बात को  सुनकर उसको समझने की कोशिश कह रहे थे।कि यह लड़की है क्या चीज मतलब की कोई इतना अच्छा कैसे हो सकता है। उन्होंने जब भी किसी लड़की को शॉपिंग करवाने के लिए लाया तो। वो लड़कियां इतने सारे शॉपिंग करती की उनका पूरा बैंक खाली हो जाता है। और इस लड़की को तो वो लोग  खुद 1,1 ड्रेस दिलवाने की बात करा रहे ।उसमें भी किसको नहीं चाहिए। अंशी की बातों को समझती हुई प्रियांश बोला ठीक है ।तुम यहकपड़े हमारी तरफ से दोस्ती का गिफ्ट के गिफ्ट समझकर रख लो ।
    अंशी -पर हम ऐ कैसे रख सकते हैं यह सब बहुत महंगे है। और हमें भी आप लोगों को गिफ्ट देना पड़ेगा और हमारे पास इतने पैसे नहीं है ।
    प्रियांश अपने सर खुजलाते हुए यह कितने महंगे  है। उसकी चिंता तुम मत करो । बस तुम ट्राई करो और किसने बोला कि एक दोस्त गिफ्ट देगा  तो दुसरे को भी देना पड़ेगा।  अंशी कुछ कहने वाली थी कि तभी प्रियांश बोला बस बहुत हुआ अब तुम यह ड्रेस ट्राई करो ।
    अंशी  प्रियांश की बातों को सुनकर चुपचाप उन ड्रेस को  पकड़कर चेंजिंग रूम में चली गई ।जिसको देखते हुए अणव बोला यार यह लड़की है क्या चीज। मतलब कि हम लोग खुद इसके लिए ड्रेस खरीद रहे हैं। और इसको नहीं चाहिए कोई ऐसे कैसे हो सकते हैं ।
    अनुराग -हां अणव तो सही बोल रहा है कुछ तो अलग है इसमें ।
    रेयांश उन दोनों की बातों को सुनकर चिढ़ते हुए बोला चिल यार ये सब इसके नाटक है पूरी इंडियन गर्ल के अच्छे बनने के यही नाटक होते हैं। ऊपर ऊपर अच्छे बनने का नाटक करेंगी और अंदर ही अंदर उनके मन में लालच भरा होगा ।
    प्रियांश -हां यार भाई सही बोल रहे हैं तुम लोग भी न इन स्टुपिड पुवार गर्ल्स की इमोशनल ब्लैकमेल में फस जाते हो । यह सब इनके नाटक होते हैं और कुछ नहीं ।
    दिखा नहीं भाई के साथ कैसे चेंजिंग रूम में चली गई। प्रियांश की बात को सुनकर रेयांश टेडी स्माइल करने लगा। जिसको देखते हुए प्रियांश एक्साइटेड होते बोला बताओ ना भाई अंदर क्या हुआ। प्रियांश की बातों को सुनकर सभी लोग रियांश को देखने लगे जो टेडी स्माइल कर रहा था ।
    रेयांश -होगा क्या वही स्टूपिड टाइप नाटक मुझे देखकर ऐसे रिएक्ट कर रही थी जैसे कि मुझे देख ही नहीं रही हो। पर मैं जानता हूं अंदर ही अंदर मुझे देख कर खुश हो रही होगी कि इतना हैंडसम लड़का उसके सामने शर्टलेस खड़ा है । रेयांश की बातों को सुनकर सभी लोग हंसने लगे तभी चेंजिंग रूम का दरवाजा खुला और अंशी ब्लू कलर का घे‌रेदार सूट पहने बाहर आई। जिसमें अंशी इतनी खूबसूरत लग रही थी कि जैसे समंदर के पानी की तरह जो दिखने में इतना गहरा रहता है कि कोई बता नहीं सकता वैसे ही  अंशी इतनी खूबसूरत लग रही थी कि वाह खड़े रेयांश प्रियांश बिना पलक झपकाए अंशी को ही देखने लगे ।अंशी उन लोगों को देखता देखकर बोलने लगी हम अच्छे नहीं लग रहे क्या । उन दोनों को तो अंशी की आवाज सुनाई ‌ही नहीं दे रही थी। जिसको देखते हुए राज युवराज अर्णव अनुराग विक्की अपने हाथों से अच्छे दिखने का इशारा किया 👌 जिसको देखकर अंशी खुश होते हुए चेंजिंग रूम में फिर चली गई ।रियांश और प्रियांश तो बस वैसे ही देख रहे थे । जिसको देखकर विक्की उन दोनों के पास जाकर उनको हिलाने की कोशिश करने लगा ‌। तब जाकर वह दोनों होश में आने लगे ।तभी चेंजिंग रूम का दरवाजा फिर खुला इस बार अंशी ने रेड कलर का लहंगा पहना हुआ था जिसमें वह एक नई नवेली दुल्हन नजर आ रहे थी। जिसमें उसके गोरे कमर दिख रही थी रेयांश प्रियांश जो अभी होश में आने लगे थे । वह चेंजिंग रूम के  दरवाजे खुलता देखकर उस ओर देखने लगे ।  इस बार तो‌ उन दोनो का दिल इतनी जोरों से धड़क रहा था कि अभी बाहर आ जाएगा वह दोनों अपने दिल में हाथ रखकर अंशी से नजर हटाकर अपने दिल की धड़कन को कंट्रोल करने की कोशिश करने लगे । इस पर अंशी ने वही सवाल किया हम अच्छी नहीं लग रहे  क्या इस बार भी राज युवराज अरनव अनुराग विक्की ने उन दोनों की हालत को देखते हुए अपने हाथों से अच्छे दिखने का इशारा किया 👌 फिर अंशी चेंजिंग रूम में चली गई ।फिर राज रियास और प्रियांश के पास जाकर बोलने लगा क्या हुआ उसकी खूबसूरती देखकर खुद को संभाल नहीं पाएऐ क्या। जिसको सुनकर अर्णव युवराज विक्की अनुराग हंसने लगे प्रियांश राज की बात सुनकर  आपने मन में बोला वह इतनी खूबसूरत है कि उसमे मुझे अपनी दुल्हन नजर आने लगी। तभी चेंजिंग रूम का दरवाजा खुला इस बार अंशी ने अपने पुराने कपड़े पहन कर एक ड्रेस अपने हाथों में पकड़ कर परेशानी से उनके पास चली आ रही थी ।और उन लोगों के पास आकर बोलने लगी । यह कैसा ड्रेसे है लगता है गलती से आप लोगों ने पसंद कह लिया। यह हमारे साइज का नहीं है ये किसी छोटे बच्चे का  हैं। अंशी कि बात सुनकर प्रियांश स उस ड्रेस को हाथ में पकड़ कर देखने लगा फिर ना एक बार अंशी को देखता तो एक बार ड्रेस को। वही राज युवराज अर्णव विक्की अनुराग अंदर ही अंदर पागलों की तरह हंसे जा रहे थे। क्योंकि सामने हंस नहीं सकते क्योंकि सामने अंशी खड़ी थी। वही रियांश उस ड्रेस को प्रियांश के हाथों से लेकर आंशि को देते हुए बोलने लगा। यह तुम्हारे ही साइज का है यह एक शॉर्ट ड्रेस है जिसको मैंने तुम्हारे लिए चॉइस किया है ।अब जाओ इसको ट्य करके आओ। अंशी‌ उस ड्रेस को देखते हुए बोलने लगी पर  हम ऐसे कपड़े नहीं पहनते याह  कितना अजीब है किसी बच्चे के कपड़े जैसा छोटा सा ।
    रेयांश -यह ऐसे ही रहता है क्या तुम अपने दोस्तों का दिया हुआ गिफ्ट नहीं लोगी  ।
    अंशी -ऐसी बात नहीं है हम ऐसे कपड़े नहीं पहनते।
    रेयांश -ठीक है मत रखो मेरा दिया हुआ गिफ्ट।
    अंशी -रियान को इस तरह गुस्से में देख कर बोलने लगी नहीं नहीं हम ट्राई करते हैं ना आप गुस्सा मत होइए।
    फिर अंशी उस ड्रेस को पकड़कर चेंजिंग रूम में चली गई
     
     
    आगे जानने के लिए वेट कीजिए नेक्स्ट पार्ट का
    धन्यवाद !
     
     

  • 9. Sun hamari shahzadi - Chapter 9

    Words: 0

    Estimated Reading Time: 0 min

  • 10. anshi ke liye new dress

    Words: 1787

    Estimated Reading Time: 11 min

    फिर अंशी उस ड्रेस को पकड़कर चेंजिंग रूम में चली गई  और बाहर खड़े सातों लड़के अंशी को उस ड्रेस में देखने के लिए बेताब हुए जा रहे थे । अंशी चेंजिंग रूम में उस ड्रेस को पहन कर खुद को आईने में देखते हुए परेशान होते खुद से बोलने लगी । ये ये ड्रेस  इतना छोटा क्यू है। इसमें तो हमारे पूरे पैर दिखाई दे रहे है । नही नही हम ये नही पहन सकते । अंशी यह खुद से बोलते हुए उस ड्रेस को निकलने लगी तबी उसे रेयांश की बाते याद आई अंशी खुद से सोचने लगी । अगर वो ये ड्रेस नही पहनेगी तो रियांश को बुरा लगेगा और अंशी ये नही चाहती थी की उसकी वजह से किसी को बुरा लगे । अंशी खुद से बोलने लगी नहीं हमे ये ड्रेस पहना ही पड़ेगा वरना उनको बुरा लगेगा उन्होंने कितने प्यार से ये ड्रेस हमारे ये पसंद किए है। पर ये ड्रेस कितना अजीब है हम इसको पहन कर बाहर नही जा सकते । अंशी यह सब सोचते हुए वही पर बैठ गई ।
    उधर सभी उसके बाहर आने का बेसबरी से इंतजार कर रहे थे । खास कर रेयांश और प्रियांश  पर काफी देर तक इंतजार करने के बाद भी जब अंशी बाहर नही आई तो। प्रियांश बोला इसको  इतना टाइम क्यू लग रहा है पहले तो  इतने टाइम तक आ जाती थी  । प्रियांश की बातो से सहमत होते हुए राज बोला हा भाई तू सही बोल रहा है अंदर कुछ प्रोब्लम तो नही हुई होगी । रियांशा उनके बाते सुन उसको भी चिंता होने लगी । कही न कही उसके मन में लगने लगा की अंशी ठीक तो होगी ना । रियन्श आपने दिल की घबराट को दूर करने के लिए चेंजिंग रूम के पास जा कर दरवाजा खटखटाते हुए बोलने लगा।  अंशी अरे  यू ओके । रियंश के साथ   प्रियंश ओर बाकी लोग भी चेंजिंग रूम के पास आ गए ।  अंशी ने जैसे ही रियंश की आवाज सुनी वैसी ही उसकी घबराहट बड़ने लगी वह तुरन्त उठा कर चेंजिंग रूम में इधर उधर घूमने लगी। तभी प्रियांश की आवाज आई अंशी तुम ठीक हो न बोल क्यू नही रही।  प्रियांश अंशी को जवाब न देता देख कर रेयांश को देखते हुए बोलने लगा भाई ये जवाब क्यू नही दे रही  
    लगता है । दरवाजा बाहर से खोलना पड़ेगा  रेयांश बोला 
    अंदर में अंशी जैसे ही रेयांश की बात सुनी वैसी घबराते हुए जल्दी से खुद को आईने में देखा कर चेंजिंग रूम से बाहर निकल गई।  उसके जस्ट सामने रेयांश प्रियांश खड़े थे।  जो दरवाजा खुलने की आवाज सुन कर सामने देखने लगे।  तो उनका मुंह खुला का खुला रहा गया उनके दिल की धड़कने जोरों से धड़कने लगी सामने अंशी एक शॉट मिनी ड्रेस में खड़ी हुई थी जिसने उसका फिगर पूरी तरह निखर कर आ रहा था। उसके गोरे गोरे पैर जो उस ब्लैक मिनी ड्रेस में बहुत ज्यादा आकर्षित लग रहा था। जहां पर अंशी आपने सुंदर सुंदर पैरो को उस छोटी सी ड्रेस में ढकने का प्रयास कर रही थी  जो की उसको और भी ज्यादा खूबसूरत बना रही थ । उसकी शर्म से झुका हुई पलके जिसको देख कर उन दोनो भाई का दिल साव की स्पीड से दवडाने लगा वही उनके पास खड़े राज युवराज अर्णव अनुराग विक्की अंशी को देख कर उनके मुंह से सिर्फ एक ही बात निकली हॉटनेश की मशुमियम  इसे कहते है ।  प्रियाँश आपने दिल में हाथ रख कर उन पांचों के ऊपर ही गिर गया । तब जाकर उन पांचों और अंशी का ध्यान प्रियांश पर गया वही रेयांश तो बस वैसे ही एक मूर्ति की तरह खड़ा था । जैसे वो इंसान न हो कर एक मूर्ति हो। प्रियांश के गिरते ही वो लोग प्रियांश को ही होश में लाने का प्रयाश करने लगे।  जो आपने दिल में हाथ रख एक टक ऊपर देख रहा था । अंशी भी घबराते हुए नीचे बैठ कर प्रियांश को हिलने लगी।  पर वो जैसे होश में ही नही था  प्रियांश को बहुत हिलने के बाद भी जब हो में नही आ रहा था तो राज अंशी को देखते हुए बोलने लगा अंशी एक काम करो तुम जा कर अपना ड्रेस चेंज करो तब जा कर ये होश में आएगा।  अंशी को राज की बात कुछ भी समझा में नही आया।  फिर भी वो घबराते हुए उसकी बात को मान कर आपने कपड़े चेंज करने चेंजिंग रूम में चली गई । तब जा कर प्रियांश और रियंश को होश आया प्रियांश उनके ऊपर उठा कर डैरेक्ट सीधे खड़े होते हुए इधर उधर देखते हुए बोलने लगा।  मुझे क्या हुआ था और अंशी  कहा  गई । राज युवराज अर्णव विक्की अनुराग प्रियांश को पागलों की तरह बोलता देख कर राज उसके सामने आते हुए बोलने लगा अबे कमीने तु ने है  हम लोगो की कमर तोड़ कर बोलता है मुझे क्या हुआ अंशी को देख कर सीधा ऊपर ही पहुंचने वाला था ।और तुझे फिर से उसे देखना है  साले। प्रियांश उसकी बात सुन कर अपना सर खुजलाते हुए सोचने लगा अभी क्या हुआ था ।वही रेयंश अभी भी चेंजिंग रूम के दरवाज़े को ही देख रहा था जिसको देखते हुए विक्की उसके पास जा कर आपने हाथ को उसके आंखों के सामने करते हुए बोलने लगा भाई तू होश में आ गया है न । रेयांश उसके हाथो को हटाते हुए बोलने लगा  आई एम ओके  जिसको सुन कर युवराज बोलने लगा वा भाई वा मतलब इस लड़की में क्या जादू है। की इंग्लैंड के मोस्ट हैंडसम मैन भी अपना होश खो बाथे । फिर वो पांचों हंसने लगे वही प्रियांश मुस्कुरने लगा रियांश तो कही और ही खोया हुआ था ।
    अब आगे सातों दोस्तो  रियांश प्रियांश राजा युवराज अर्णव अनुराग विक्की  रियान्श प्रियांश के रूम में बैठ कर  , सब  दीवाल में लगे बहुत बड़े टीवी पर वीडियो गेम खेल रहे थे  । जहा सबके हाथो में  एक एक गेम कंट्रोलर था  जहा सातों रेसिंग गेम खेल रहे थे।  पर इसमें रियांश प्रियांश का ध्यान तो कही और ही था।  जब से उन्होंने अंशी को उस शॉर्ट मिनी ड्रेस में देखा था।  तब से उन लोगो का ध्यान कही भी नही लगा रहा था।  उन दोनो को अंशी को पाने की तड़प और भी बड़ती चली जा रही थी। उन दोनो का ध्यान गेम में बिलकुल भी नहीं लगा रहा था फिर भी अपना ध्यान अंशी से हटा कर गेम में फोकस करने की पूरी कोशिश कर रहे थे । फिर भी उन दोनो का ध्यान अंशी की तरफ ही जा रहा था उन दोनो के लाख कोशिश करने के बावजूद गेम ठीक से नहीं खेल पा रहे थे।  जैसे बार बार उनकी रेसिंग पीछे होती जा रही थी जिसको देखते हुए मजाकिया लहजे में राज बोला भाई तुम दोनो का ध्यान अब भी वही है क्या  ?
    अनुराग - हा भाई जो rp को (रियांश प्रियांश)किसी भी गेम में हारना मुश्किल ही नहीं न मुमकिन है जो rp sirf दो मिनिट में सामने वाले को हरा देता है वो पिछले एक घंटे से वही पर अटका हुआ है । 
    युवराज - हस्ते हुए  अंशी का जलवा है भाई अंशी का जलवा जब से इन दोनो ने अंशी को उस ड्रेस में देखा हा तब से ये दोनो का ध्यान कही भी नही हैं।  ये लोग यह हो कर भी नही ,इनका दिल और दिमाग अब भी अंशी के पास है  ।  युवराज की बात सुन कर राज  अर्णव विक्की अनुराग हसने लगे वही प्रियांश  उन पांचों को गुस्से से देखने लगा । जिसे वो पांचों और जोरो से हसने लगे । और रियाश सीधे वहा से उठा कर बाथरूम में चला गया ।
    तभी रूम का दरवाजा नोक हुआ जिसे राज युवराज अर्णव विक्की अनुराग प्रियांश का ध्यान दरवाजे की तरफ चला गया ।   जहां पर अंशी आपने हाथो में  जूस और नसते की ट्रे लिए खड़ी थी  । और उनको देखते हुए बोलने लगीं क्या हम अंदर आ सकते है  । प्रियांश का दिल फिर से जोरो से धड़कने लगा । राजा अंशी को वह पर देखा कर एक बार प्रियांश की ओर देखते हुए दरवाजे के पास चला गया । प्रियांश आपनी नजरे अंशी से हटा कर इधर उधर देखने लगा । क्युकी उसका दिल जोरो से धड़क रहा था।  राज अंशी के पास जा कर नौटंकी करते हुए अपना सर जुका कर बोलने लगा आए ,आए सुंदरता की देवी, सरस्वती की वाणी, गंगा की तरह पवित्र, मशुमियत की मिशाल,   प्रियांश रियांश का दिल और चैन ,उसके यह बोलते ही सब लोग राज को आंखे फड़ कर देखने लगे। जिसे राज   थोड़ घबराते हुए   आई मीन  हसीनावो की  हसीना नूरे चमन मिस अंशी पधार रही है  ............. उसकी नौटंकी देख कर युवराज अर्णव विक्की अनुराग प्रियांश अपना सर न में हिलते हुए हाथो को माथे में रख लिये।   वही अंशी राज को अजीब नजरो से देखने लगी फिर अंशी रूम के अंदर आ कर नस्ते को टेबल में रख कर जाने लगी।  जिसको देखते हुए राज उसके सामने खड़े हो कर बोलने लगा कहा चली मिस अंशी ?
    अंशी राज को एसे बीच में खड़े देख कर बोलने लगी वो किचन में काम करने ।
    राज अंशी के हाथो को पकड़ा कर प्रियांश के पास बैठते हुए किचन का काम कोई और कर लेगा तुम हम लोगो के साथ बैठो।
    अंशी - पर वो हमे काम था ।
    राज -पर वर कुछ नही तुम हम लोगो के साथ बैठो बस हम लोग दोस्त बने है तो एक दूसरे के बारे में जानना बनता है की नही।   जब दोस्त बने बाते करने का कोई चांस ही नही मिला इस लिए तुम अब हम लोगो के साथ रहा कर आपने बारे में बताओगी । और क्या किसी दोस्त के कमरे में आपने से पहले इज्जत लेना पढ़ता है क्या जो तुम बहार नोक करती हो ।
    अंशी - पर वो वो हम  ऐसे केसे किसी के कमरे में  बिना नोक किए जा सकते है । अच्छा नहीं लगता ना ।
    राज - hmm ये बात भी सही है पर हम लोगो वो किसी में नहीं आते है ना । दोस्त में आते है तो हमारे रूम में तुम बेझिझका कभी भी किसी टाइम कही भी जा आ सकती हो।  जैसे मैं तुम्हे बताता हु देखो 
    फिर राज वह से उठ कर बैथरूम के दरवाज़े के पास खड़ा हो गया और बोलने लगा । अब देखो। तो सब लोग राज की इस नौटंकी को देख रहे थे वही अंशी बड़े ध्यान से देख रही थी । जैसे वो कोई समझदारी की बात बता रहा हो   फिर राज बैथरुम के दरवाजे की ओर अपना सर झुका कर स्टाइल से   दरवाज़ा एक ही झटके में खोल दिया  ।
    जिसे  प्रियांश युवराज अर्णव अनुराग विक्की का मुंह खुला का खुला रहा गया । वैसे ही अंशी जोर से चिल्लाई 
    अंशी -ई.................................................
    वैसी बाथरूम से एक और आवाज आई
    आ......................…....................................
     
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  • 11. raj ki bewkufi

    Words: 1795

    Estimated Reading Time: 11 min

    जैसे ही  राज ने बाथरोम से आवाज सुनी वैसे ही अपना सर उठा कर उधर देखने लगा।  जहा पर रियंशा के  पूरे बॉडी में झाग लगाए सिर्फ अंडरवियर में खड़ा  था रियांश झटके से दरवाजे के  पास  आ कर राज को को कर गुस्से से देखते हुए दरवाज़ा बंद कर दिया ।  राजा अभी वैसे ही दरवाजे को देखते हुए भूत बने खड़ा हुआ था जिसे सभी अभी थोड़ अनकंप्रटेबल फील कर रहे थे।  उस मोहाल को ठीक करने के लिए यूवराज अंशी को देखते हुए बोला ।  अंशी अच्छा ये बतावो तुमरे फैमिली में कितने लोग है आई मीन तुमरे  तुमरे मॉम डैड और भाई बहन,  अंशी को अभी  भी वहा पर अनकंपोर्टेबल फील हो रहा था जिसे वो इधर उधर देख रही थी।  जैसे उसने युवराज की बात सुनी वो थोड़ झिझकते हुए बोलने लगी वो वो हम आपको बाद में बताते है हमे कुछ काम और  अंशी वाह से जल्दी से निकल कर किचन में चली गई।   इधर रूम में सब अंशी को आएशा जाता हुआ देख कर समझा गए थे की उसको अब  वहा पर अनकंफर्टेबल फील हो रहा होगा और होगा, भी क्यू  नही ,इतने लड़कों के सामने उसने एक लड़के को नहाते हुए जो देखा था।   अनुराग राज के पास जा कर जो अब भी वहा पर वैसे ही भूत बने खड़ा हुआ था । देखा लिया आपनी नौटंकी का नतीजा और कुछ  बाकी है।  राज अनुराग के बात सुन कर इधर उधर देखने लगा जहा सब उसे अजीब नजरो से देख रहे थे ।  वही प्रियांश उसको गुस्से से घूर रहा था राज प्रियांश के पास जा कर  उसके साइड में बैठ कर अजीब से हस्ते हुए,  वो वो अंशी भाग गई क्या?   प्रियांश उसको अब भी उसको  वैसी घूर रहा था   बाकी सब मुंह दबा कर हंस रहे थे कियूकी वो लोग जानते थी अब जो होगा बहुत खतनाक होगा।  अर्णव राज को देखते हुए बोला नही वो खुश हो कर यह से गई तुमरी नौटंकी देख कर बहुत ज्यादा प्रसन्न हुई हा  ।  तेरे लिए आरती की तली लेने गई है आती ही होगी । राज अर्णव की बात सुन डरते हुए आपने दांत दिखा दिया।  तभी बाथरूम का दरवाजा खुला जहा रियाँश आपने कमर में तोलिया लपेटे गुस्से से राज को देख रहा था बाकी लोग भी बाथरूम का दरवाजा खुलते देख उधर ही देख रहे थे।  राज रियांश को देखा कर धीरे से वहा से उठा कर अचानक से कमरे में भागने लगा उसके पीछे रियांशऔर  प्रियांश भाग रहे थे राज बिस्तर में चाड कर तकिया उन दोनो के ऊपर फेकते हुए बोलने लगा अरे अरे यार मुझे माफ कर दो मुझे नहीं पता था तू बाथरूम में नगा नहाता है।  वरन मैं आयशा कभी नही करता।  रियाँशा -उसको पकड़ने के लिए उसके पीछे भागते हुए तेरा मतलब क्या है साले  क्या तू बाथरूम में कपड़े पहन कर नहाता है ।  तू मेरे हाथ लगा आज मैं तुम्हे यही मार डालूंगा   राज -अरे यार मेरा वेशा मतलब नहीं था मैं बस अंशी को बता रहा था की  केसे अंदर आते है।   राज यह सब पूरे कमरे में इधर उधर भागते हुए बोलने लगा 
    प्रियांश - साले कुत्ते तूने उसको यह से भागा दिया और केसे अंदर आते है वो बताएगा साले तू रुक , वरन भाई तो तुझे जिंदा ही मारेंगे मैं तेरे मुर्दे को भी मारूंगा । 
    राज,  अर्णव युवराज विक्की के चारो ओर घूमते हुए  एक मुझे जिंदा मारेगा एक मेरे मुर्दे को मारेगा  मैं क्या पागल लगता हु मैं क्यों तुमरे हाथ लागू मैं नही लगने वाला । 
    रियांश प्रियांश राज के पीछे पीछे उन चारो के इधर उधर घूमने लगे।   वो चारो उन तीनो को लड़ता देख कर आपने सर पर  हाथ रखा लिए थे कियूकी राज हमेशा ऐसा कोई काम करता जिसे प्रियाश रियांश उसको मरने के लिए दवडाते ।
    विक्की उन लोगो को देखते हुए यार कितन भग्गोगे बस भी करो मेरा सर घूमने लगा है । 
    प्रियांश -उन लोगो को बीच में खड़ा देख कर हटो सामने से ये राज आज हमारे हाथो से मार कर ही रहेगा । 
    तभी रियांश उल्टा घूमते हुए राज को पकड़ कर उसको पीटने लगा तभी प्रियांश भी उसको मरने लगा राज उन दोनो से बचाने के लिए  खुद को छुड़ाने की कोशिश करने लगा।  जिसे  रियांश का  तोलिया  निकल गया पर उन में से किसी का ध्यान इस बात पर नही गया । वो लोग वैसी ही राज को मरने लगे और युवराज अर्णव अनुराग विक्की के लिए ये सब एक नॉर्मल बात थी   । तभी अचानक कुछ गिराने की आवाज आई जिसे सभी का ध्यान उस ओर चला गया।  रियांश प्रियांश भी राज को मरना छोड़ कर उधर ही देखने लगे जहा पर अंशी  दरवाजे के पास मूर्ति बने  खड़ी हुई थी   जिसके हाथो में ट्रे था वो  नीचे गिरा पढ़ा हुआ था । वो लोग अंशी को खड़ा देख कर आपने आस पास देखने जहा अंशी देख रही थी सभी लोग अंशी के नजरो का पीछा करते उधर देखने लगे जहा रियाँश सिर्फ अंदरवेर में खड़ा हुआ था   रियांश खुद को देख कर जल्दी से टावेल को पकड़ा वहा से  भाग कर बॉथरूम में चला गया।  अंशी भी उन लोगो को देखते हुए वहा से भाग कर किचन में चली गई  तब जा कर उन लोगो को होश आया।  प्रियांश राज गुस्से से देखते हुए तू आज जिंदा नहीं बचेगा कमीने  और उसके पीछे भागने  लगा ।  राज प्रियांश का गुस्से से फेस देखते हुए वो सीधे कमरे से बाहर निकल कर भागने लगा भाई यार इस बार मैं ने कुछ नहीं किया इस बार तुम दोनो की गलती से हुआ  । राज यह सब सिडियो से भागते हुए बोलने लगा । 
    प्रियांश - कुत्ता साले सब तेरी वजह से हुआ है वो फिर से तेरी वजह से चली गई वो इतनी शर्मीली है पता नहीं तेरी वजह से वो अब रूम में आएगी भी या नहीं   
    अर्णव युवराज विक्की अनुराग अभी भी उनके रूम में  बैठ कर पागलों की तरह हसने लगे । 
    राज सीढ़ियों से भागते भागते पूरे हॉल में घूमने लगा जिसके प्रियांश उसको पकड़ने के लिए भागे जा रहा था।  राज प्रियांश से बचने के लिए किचन में घुसा गया जहा अंशी खाने की तयारी कर रही थी।  राज किचन में घुस कर अंशी के आगे पीछे होते हुए बोलने लगा अंशी प्लीज मुझे आपने ये आशिक से बच्च लो । प्रियांश राज के पीछे पीछे किचन में  आ कर राज को पकड़ने लगा पर उन दोनो का ध्यान आपनी बातो में नही जा रहा था अंशी राज की बात सुन अजीब तरह से राज को देखने लगी प्रियांश अंशी को देखते हुए बोलने लगा अंशी सामने से हटो आज ये  मेरे हाथ से मार कर सीधा नरक में जायेगा।  आज इसको मेरे से कोई नही बच्च सकता । और राज को पकड़ने के लिए प्रियांश , अंशी के आगे पीछे घूमने लगा।  प्रियांश से बचने के लिए राजा अंशी के गोल गोल घुमाने लगा  दोनो कुछ देर तक ऐसी एक दूसरे को पकड़ने के लिए घूमने लगे तभी गलती से राज के हाथो से अंशी को धक्का लगा गया जिसे  उसका बैलेंश बिगड़ गया और वो सीधा प्रियांश के ऊपर गिरी जिसे प्रियांश संभाल नही पाया और दोनो जमीन पर गिर गए । अंशी प्रियांश के ऊपर और प्रियांश अंशी के नीचे था उन दोनो की धड़कने जोरों से धड़कने लगी जिसका आभास उन दोनो को अच्छे से हो रहा था    गिरने की वजह से अंशी के पूरे बाल उसके चेहरे में आ  गए थे  जिसको देखते हुए प्रियांश अपना एक हाथ उसके चेहरे ने ले जा कर उसके बालों को एक साइड कर उसके चेहरे को गौर से देखने लगा । अंशी को प्रियांश के चुने से कपाकपी से फील होने लगी जो आज से पहले उसको कभी भी फील नही हुआ था । वो आपने नजरे उठा कर प्रियांश की तरफ देखने लगी जहा प्रियांश उसको आपनी नसीली आंखो से देखे जा रहा था । कुछ देर उन दोनो की आंखे अयेशी ही देखती रही । उन दोनो को यह तक होश नही था की वो दोनो कहा  है और क्या कर रहा रहे है।  इधर राज उन दोनो को अपना मुंह  खोले देखे जा रहा था  राज आश पास देखते हुए अपना गला साफ करने की एक्टिंग करने लगा।  फिर भी  प्रियांश और अंशी आयेशी ही एक दूसरे को ही देखे जा रहे थे राज उन दोनो अब भी आयेश देखता देख कर उसको अजीब लगाने लगा जेसे वो किसी के पर्सनल मीमेंट में दखल अंदाजी कर रहा हो । राज आश पास देखते हुए वही रखे एक बर्तन को जमीन पर जोर से गिरा दिया जिसकी आवाज सुन अंशी और प्रियांश आपने होश में आए अंशी प्रियांश के ऊपर से जल्दी से उठने  लगी पर उसके बाल प्रियांश के  स्टार्ट से फस गया था । जिसे वो फिर से प्रियांश के ऊपर गिरी  अंशी घबराते हुए जल्दी जल्दी आपने बालो को बाल निकलने की कोशिश करने लगी जिसे उसके बाल निकलने की बजाए और भी उलझाते जा रहे थे।  प्रियांश अंशी को देखते हुए बोला रुको मैं मैं करता हु    अंशी प्रियांश की बात सुन  अपना  सर झुकाए अपना हाथ वहा से हटा  दिया ।  प्रियांश अंशी के बाल को आपने स्टार्ट से धीरे धीरे निकलने लगा  वही राज तो बस मुंह खोले उन दोनो को ही देख रहा था क्या जबदद्त सीन चल रहा है मतलब की इन दोनो को कोई होश ही नहीं की वहा जीता जागता एक इंसान खड़ा है राजा यह सब बस मुंह खोले सोच रहा था तभी एक मक्खी उड़ाते हुए सीधा उसके मुंह में अंदर गई जिसकी भनक तक राज को नही पड़ी।  तभी प्रियांश अंशी के बालो  को  आपने स्टार्ट से निकल कर बोला । हो गया।  अंशी प्रियांश की बात सुन जल्दी से उसके ऊपर से उठा कर सीधा किचन से भागते हुए गार्डन में चली गई   प्रियांश जमीन से उठा कर राज के पास जा कर उसको देखते हुए बोलने लगा वह क्या देखा रहा है ।  जो बस एक तक प्रियांश और अंशी गिरे थे उस जगह को ही देख रहा था।   प्रियांश की बात सुन राज होश में आते हुए जेसे ही  मुंह बंद  किया तभी उसको कुछ अजीब सा आपने मुंह में लगा जिसे राज आपने हाथो को मुंह में लेजाकर उस चीज को जेसे ही निकल कर देख  वैसे ही जोर से चिलाया।  चीईईई........  प्रियांश राज  की तरफ ही देख रहा था जहा उसके हाथो में एक मक्खी थी।  जिसको देख प्रियांश जोरो से हसने लगा  प्रियांश अपना पेट पकड़ कर जोरो से हंसा जा रहा था  राज उस मक्खी को देखते हुए अजीब सा अपना मुंह बना कर उस मक्खी को वही पर फेंक कर बेसिन में जा कर वोमेटिंग करने लगा प्रियांश अभी भी हस्ते हुए उसको देख कर बोलने लगा  इस लिए बोलते कभी किसी दूसरे के प्राइवेट टाइम में टांग नही अड़ना चाहिए और प्रियांश फिर से जोरो से हसने लगा
    आगे जाने के लिए वेट कीजिए नेक्स्ट पार्ट का
    धन्यवाद 
     
     
     

  • 12. anshi winner

    Words: 1792

    Estimated Reading Time: 11 min

    रियांश प्रियांश के रूम में अरनव  विक्की युवराज राज रियांश प्रियांश अभी अपना मूड ठीक करने के लिए फिर से अपना रेसिंग गेम खेलने लगे ।  सभी का गेम अच्छे से चल रहा था की अचानक से अरनव को  राज आउट कर दिया जिसे  आरव गुस्से से राज को घूरने लगा जिसे राज अपना दांता देखा दिया । तभी राज ने फिर से विक्की को आउट कर दिया । विक्की गुस्से से - सीट यार ये राज हर बार मुझे ही आउट करता है । तभी यूवराज ने अनुराग को आउट कर दिया फिर उन चारो राज युवराज प्रियांश रियांश का सेंसिंग जोरो से चलने लगा सभी का ध्यान पूरी तरह से गेम था की इस बार कौन जीतेगा है  । कुछ देर उन चारो की रेसिंग एक समान चल रही थी कोई किसी को भी आउट नही कर पा रहा था।  तभी अचानक  युवराज को रियांश और राज को प्रियांश एक साथ आउट कर दिए । जिसे  राज युवराज अपना रिमोट गुस्से से वही सेफ पर फेंक दिए और रियांश प्रियांश एक दूसरे को ताली दे कर हसने लगे 
    तभी राज उन दोनो को देख कर चिड़ते हुए - सीट यार इस बार  भी आउट हो गया   
    युवराज - राज को देख , ऐसा  हुआ है क्या जो हम इन दोनो भाईयो से जीत सके । 
    अर्णव - आज तक इन दोनो को कोई भी नही हरा सका । 
    उन लोगो की बात सुन रियांश प्रियांश  डेविल स्माइल करने लगे । 
    अनुराग -अर्णव की बात सुन,   ऐशा कोई तो होगा जो इन दोनो  को  झुकने पर मजबूर कर सके कभी न कभी तो हारेंगे ही । 
    प्रियांश - हस्ते हुए    पूरे इंग्लैंड  हमे आईसी ही बेस्ट गेमर के नाम से नही जानते । 
    रियांश - रियांश प्रियंश को झुकना किसी के लिए पॉसिबल नही । 
    तभी  आवाज आई 
    हम अंदर सकते है । 
    सभी लोग आवाज सुन उस ओर देखने लगे।  जहा पर अंशी  सर झुकाए इधर उधर देखते हुए  खड़ी थी   जेसे ही राज अंशी को देखा वो रियांश प्रियांश की ओर देखने लगा।  जहा रियाँश उसको खा जाने वाली नजरो से देख रहा था  तो प्रियांश उसको वार्निंग भरी नजरो से देख रहा था जेसे कहा रहा हो की अगर इस भी तूने कुछ गडबड किया तो जो मक्खी तुमरे मुंह में घुसा था  उसको तेरे पेट में घुसौंगा और सीधा यमलोक पहचाऊंगा ।  राज उन दोनो को देख डर से  अपना  सर झुका लिया।   युवराज  उन तीनो को देख अंशी के पास जा कर उसका हाथ पकड़  अंदर लाते हुए बोला आवो बैठो यह । 
    अंशी थोड़ झिझकते हुए कियूकी कुछ देर पहले वहा जो हुआ था वो  नही भूली थी । इस लिए उसको  अब भी  वहा  अजीब लग रहा था ।  इस लिए वो युवराज से अपना  हाथ छुड़ा कर दूसरे हाथ से एक वॉच देते हुए ये ये घड़ी शायद प्रियांश जी की है वो शायद गलती से  किचन में गिर गई  थी।  प्रियांश अंशी की बात सुन उसके हाथो से गाड़ी पकड़ कर आपने साइड बैठते हुए यह बैठो और बताओ तुम्हे   गेम खेलना आता है । 
    अंशी प्रियांश की बात सुन उसकी और देखते हुए अपना  सर हा में हिला दिया।  सब अंशी का जवाब देख खुश हो गए । वही राज फिर से आपनी नौटंकी करते हुए , चलो  फिर अब अंशी प्रियांश और रियाँश का रेसिंग हो जाए और अंशी की देखते हुए आज तक कोई भी रियाँश प्रियांश को गेमिंग में नही हरा पाया है ।  चाहे वो कोई भी गेम हो इनको  इंग्लेंड का गेमनिंग किंग के नाम से भी जानते है ।  सोच लो अगर तुम हारा  गई तो तुम्हे  इसके बदले उन्हें कुछ देना उड़ेगा जो वो मांगे वो कुछ भी मांग सकते है । सोच लेना  ।  अगर तुम इनको हारा ली जो पॉसिबल नही है तो इनको तुम कुछ भी मांग सकती हो।  इनकी सारी प्रोपॉटी इनकी जान भी साथ ही साथ दुनिया में  इनकी पॉसिबल तुम्हे  मिल जायेगी । आज तक हम पांचों युवराज अर्णव विक्की अनुराग में से कोई भी  कितनी भी गैमनिंग खेले कभी  हारा पाएहै।  जिसके बदले हम इनको जो ये मांगते है वो देते है  तुम्हे भी यही रुल  लागू होगा ।  सो सोच समझा कर खेलने के लिए हा बोलना।   अंशी राज की सारी बाते ध्यान से सुन मुस्कुरा कर अपना  सर हा में हिलते हुए बोलने लगी हम नही जानते की हम जीतेंगे या हारेंगे पर अगर हम कोशिश भी न करे तो  ये गलत बात है ।  और रही पर इनसे कुछ मांगने की तो हमे इनसे( रियांश प्रियांश) से कुछ नही चहिए हम इनके यह की रोटी खाते है ये हमारे लिए बहुत है । और अगर हम हरे तो  हमसे जो मांगे वो दें देंगे ।   अंशी इस बात से अनजान की  उसके इस खेल में वो पूरी तरह से खुद खो सकती है आपनी मासूमियत से हा बोल दी । जिसके चलते रियानश के फेस में एक खतरनाक स्माइल आ गई  जो  पता नही किस तबाही का संदेश दे रहा था  वही प्रियांश डेविल स्माइल करते हुए  मन में बोलने लगा  छे महीने का इंतजार भी  करना नही पढ़ा।  ये सोन चिड़या तो खुद पिंजरे में आ रही है  ये गेम त
    तुम्हारे लिए  बहुत महंगा पड़ेगा मिस अंशी,  बहुत महंगा,  तुमने हा बोल कर बहुत बड़ी गलती कर दी कियूकी रियांश प्रियांश को हराना इंपोसिबल है  । वैसे ये तो होना ही था अभी नही तो छे महीने बाद  तुमरे मर्जी से हो या  जबरदस्ती से  ।  वही राज युवराज अर्णव अनुराग विक्की को ये सब बिकुल भी अच्छा नहीं लगा रहा था वो लोग अंशी का   हा  सुन रियाँश प्रियांश का फेस देख उनकी मंशा समझा गए थे । पर वो लोग कर भी कुछ नही सकते थे कियूकी वो लोग खुद वैसी थे बस उनका दिल इस बार उनका साथ नहीं दे था । जिसे उनको बेचैनी हो रही थी । 
    फिर एक अजीब सी स्माइल कर अंशी को देखते हुए  सोच लो हम तुमसे कुछ भी मांग सकते है । जो शायद दे नही पावोगी  प्रियांश की बात सुन अंशी को अजीब सा सर  लगने लगा ।  रियांश प्रियांश को देख बोल अगर नही देगी तो हमे अपनी चीज छिनना आता है । अंशी उन दोनो की बातो का मतलब समझा नही पा रही उसको उनकी बातो में एक अलग जुनून एक अलग सनक दिखाई दे रहा था।  जिसे अंशी को बेचैन से होने लगी थी।  अंशी आपने मन में खुद से हमे इतनी बेचैन क्यू हो रही है।  जैसे  कुछ बुरा होने वाला है   कही हम गेम के लिए हा बोल कर कोई गलती तो नही कर रहे  । अंशी ये सब सोच ही रही थी की प्रियांश की आवाज से सेंस में आई जो बोल रहा था क्या हुआ। अंशी कही तुम डर तो नही गई अगर तुम चाहे तो अभी से हर मन सकती हो हम तुमसे कुछ नही मांगेगे। प्रियांश की बाते सुन कर अंशी पूरे आत्म विविश के साथ बोली हम खेलने से पहले हर नही मानते और हम हर भी गए तो हम ,आप जो मांगेंगे वो देने को त्यार है।  एक पल के लिए तो वो सातों लड़के अंशी का कॉन्फिडेंस देखते ही रहा गए।  पर वो लोग जानते थे की रियांश प्रियांश को कोई भी नही हरा सकता  वही रियांश प्रियांश अजीब सी स्माइल करने लगे जिसको देख राज बोला तो चलो गेम स्टार्ट करते है।  फिर सभी लोग आपनी आपनी जगह बैठ गए और रियांश प्रियांश और अंशी टीवी स्किन के सामने स्टाइल्स सोफे पर बैठ हाथो में  गेमर पकड़े थे।  फिर राज TV ओन कर उन तीनो को देख बोला ओके all the best gusy और उसी के साथ tv स्किन में गेम स्टार्ट हो गया सबकी नजर बस tv स्किन पर गाड़ी हुई थी।  रियांश प्रियांश और अंशी गेम स्टार्ट हो चुका था कुछ ही देर में रियांश प्रियांश की कार अंशी से आगे निकल गई । जिसमे रियांश प्रियांश आगे और अंशी उसे पीछे थी जिसको देख राज युवराज विक्की अरनव अनुराग को अंशी के लिए डर लगने लगा । उनको ये तो पता था अंशी हारेगी पर इतनी जल्दी हारेगी उनको पता नही था।  कियूकी रेसिंग में रेयाँश प्रियांश आगे निकलते जा रहे थे और अंशी उनसे बहुत पीछे छूटते जा रही थी ।  रीआंश प्रियांश ये देख कर अजीब सी स्माइल लगे कुछ देर तक उनकी रेसिंग आयशी ही चलाती रही।   जहा रियांश  प्रियांश आगे निकल रहे थे तो अंशी उनके इतने पीछे छूट गई थी की वो शायद अब रेसिंग को जीता न पाए ।  जिसको देख प्रियांश हस्ते हुए बोलने लगा ooo अंशी तुम तो इतनी जल्दी हरने वाली हो  हमे  तुम्हार कॉन्फिडेंस देख कर सोचा नही था तुम इतनी जल्दी हारेगी  पर तुम्हे  हराना तो था ही।  और हसने लगा रियांश डेविल स्माइल करते हुए बोला हमे हमारी चीज देने के लिए त्यार रहना अंशी ।  अंशी उनकी बाते सुन कर बिना कुछ रिएक्ट किए आपने गेम में फोकस कर रही थी वही राज युवराज कुणाल विक्की सोचने लगे इतने होने के बाद भी अंशी के चेहरे पर  न घराट न कुछ नजर नहीं आ था । बल्कि अलग सा कॉन्फिडेंस नजर आ रहा है। पता नहीं किस चीज का कॉन्फिडेंस है इसके चेहरे पर वो पांचों अंशी के चेहरे को देख कर यही सोच रहे थे।  तभी tv स्किन पर  उनकी रियांश प्रियांश की मंजिल पहुंचने में थोड़ी ही दूर था की उनकी रेसिंग कार स्लो चलने लगी।  रियांश प्रियांश इस बात को ध्यान न देते हुए वैसे ही खेल रहे थे कियूकी उनकी रेसिंग कार में जो पेट्रोल अभी बाकी था उतने में वो लोग गेम जीत जायेंगे ।अभी भी उनके चेहरे पर जीत की खुशी थी की तभी अंशी की रेसिंग कार तेजी से चलने लगी ये नजारा देख सबकी आंखे बाहर आ गया।  सब बस अपलक  बिकुल शांत tv स्किन को देखने लगे पूरे मोहाल में एक अजीब सा  खामोशी छा गई । अंशी की कार आगे बड़ते ही जा रही थी कुछ ही टाइम में अंशी की कार रियंश प्रियांश के कार के बीचों बीच चलने लगी उन तीनो की कार अब एक साथ चल रही थी जिसे रियांश प्रियांश सोफे से खड़े हो कर आपने रिमोट को प्रेस करने लगे ।  फिर भी उनकी स्पीड बड़ा नही रही थी बल्कि  उनकी कार की  पेट्रोल और जल्दी  खत्म होने लगा ये नजारा देख राज युवराज विक्की अनुराग अर्णव भी आपनी जगह से खड़े हो गए ।  की तभी अंशी की कार उन दोनो भाईयो की कार से आगे बड़ा गई अब उनकी मंजिल पहुंचने ही वाली थी जिसे रियांश प्रियांश रिमोट को और भी ज्यादा जल्दबाजी में प्रेस करने लगे जिसे उनकी कारो की पेट्रोल खतम हो गया  और उनकी कर आपनी मंजिल की थोड़ी दूरी पर रुक गई । और अंशी की कार  रेसिंग झंडे के बाहर निकल गई ये नजारा देख सबकी मुंह खुले होने के साथ ही साथ आंखे फटी की फटी रह गई ।
    आगे जाने के लिए वेट कीजिए नेक्स्ट पार्ट का 
    धन्यवाद!
     
     

  • 13. riyansh ka gussa

    Words: 1948

    Estimated Reading Time: 12 min

    सब बिना पलका झपकाए tv स्किन को ही देख रहे थे।  किसी को किसी भी चीज का होश नही था वो लोगो को तो जेसे दुनिया सबसे बड़ा झटका लगा था।  तभी रियांश प्रियांश हाथो से उसका गेमर  रिमोट नीचे गिर गया जिसकी आवाज सुन राज ,युवराज ,अरनव,  अनुराज, विक्की आपने होश में आते हुए  ।जहा से आवाज आई थी वहा देख कर रियंश प्रियांश की ओर देखने लगे जो  वैसे ही एक मूर्ति की तरह खड़े थे।  फिर एक नजर अंशी को देखने लगे जो वैसे ही फेस पर हल्के से स्माइल लिए tv स्किन को देख रही थी।  राज युवराज अरनव अनुराज विक्की रियांश प्रियांश के पास जा कर उसको हिलने लगे तब भी  वो दोनो वैसे ही देख रहे थे उनको होश ही नहीं आ रहा था।  इधर इन पांचों लड़को के मुंह एक आवाज भी नही निकल रही थी । वो लोगो के बहुत कोशिश करने के बाद भी उन दोनो भाई को होश ही नहीं आ रहा था।  जिसे युवराज एक जोर का थापड़ प्रियांश के गाल में मारा और राज वही पानी की जाग को उठा कर रियांश के चेहरे पर मारा तब  जा  कर  वो दोनो होश में आते हुए इधर उधर देखने लगे जहा रियांश आपने चेहरे से पानी पोंछ रहा था तो रियांश आपने एक गाल को हाथ से पकड़े tv की तरफ देख कर बोलने लगा ये ये केसे हो सकता  ।  ये ये नही हो सकता ।  जरूर मैं सपन देख रहा हु अरे कोई इस खतनक सपने से मुझे  जगावो ये बोलते हुए प्रियांश चिलाने लगा । जिसको देख युवराज एक बार फिर उसके दूसरे गाल में जोर का थापड़ मरते हुए बोला ये सच हैं ।  प्रियांश आपने दूसरे गाल में भी हाथ ले जा कर एक बार tv स्किन और एक बार युवराज की तरफ देखते हुए बोलने लगा ये ये सच है पर ये केसे हो सकता है । जरूर तू भी मेरे सपने में है साला मुझे मरने के लिए।  ये हो ही नही सकता ये पॉसिबल हा ही नही।  तभी रियांश भी आपने चेहरे से पानी पोंछ कर  tv की तरफ देख बोलने लगा ये हो नही सकता ये सच नहीं हैप्रियांश  तू सही बोल रहा है । जरूर हम कोई सपना देख रहे।  उनकी बात सुन कर वो पांचों भी सोच में पड़ गए की कही हम सातों एक ही सपने में नही आ गए ये राज की बात सुन सभी अपना सर हा में हिलते हुए बोलने लगे सही बोल रहे हो हम लोग किसी भयानक सपने में आ गए रियांश प्रियांश को कोई हरा ही नहीं सकता अर्णव बोला । वही अंशी जो कब से उन लोगो की बात सुन रही थी उन सातों के पास आ उनको देख बोली ये सच  हैं । जेसे ही उन सातों ने अंशी की आवाज सुनी वैसी ही एक साथ उनकी ओर देखने लगी अंशी उन लोगो को देख आपने चेहरे पर हल्की सी स्माइल लाते हुए प्यार से बोली  हमे कभी भी आपने सामने वाली कमजोर नही समझना चाहिए । वही हमारी सबसे बड़ी गलती होती है  । आप ये गेम बहुत आसानी जीत सकते थे पर आप का कॉन्फिडेंस आपके गेम के लिए नही आपकी जीत के लिए था।  जो की आपने रेसिंग में ध्यान तो दिया पर आपके ड्राइंग की जरूरत में नही।  फिर थोड़ा रुक कर हमने ये गेम आज ही पहली बार खेला है हम इस गेम के बारे में जानते भी नहीं थे ।  पर आप लोगो के कहने पर हमने खेला ये सोच कर नही की हम हारेंगे या जीतेंगे पर ये सोच कर की खेलने से पहले हर क्यू माने अगर हम हर भी जाते तो आपने जीत से ज्यादा हर में खुश होते कियूकी हर कर ही कुछ सीखने को मिलता है । वो सातों तो बस अंशी की चेहरे को देखते हुए उसकी बातो को बिना की आहट किए सुन रहे थे । फिर अंशी  रियांश प्रियांश को देख आगे बोलने लगी   हमे आप दोनो से कुछ भी नही चाहिए । हमने इसको सिर्फ एक गेम समझ कर खेला है और कुछ नहीं । और न ही हमे आपकी पोजीशन चाहिए  वो आपकी ही रहेगी।   कियूकी हमने इसको खेल समझा कर खेला है कोई पोजीशन या कुछ पाने के लिए नही।  अंशी इतना बोल उन सातों को एक नजर देख जो उसको ही देख रहे थे रूम से बाहर चली गई । वो सातों लड़के अंशी की बात सुन उसको वैसी जाते हुए देख रहे थे ।
     
    अंशी वह से चली गई।  तब भी वो सातों वैसी ही दरवाजे की तरफ देख रहे थे।  उनको होश ही नहीं था तभी दरवाज़े की तरफ देख कर नीचे झुकते झुकते राज जोरो की आवाज के साथ जमीन  पर चेस्ट के बाल  गिरा।  जिसकी आवाज सुन बाकी सभी आपने होश में आ कर नीचे देखने लगे जहा राजा उठाते हुए आपने चेस्ट में हाथ रखा । राज इधर उधर देख लंबी लंबी सांसे ले रहा था ।  पर  जेसे उसकी नजर युवराज  अर्णव अनुराग विक्की रियांश प्रियांश की नजरो से मिली वो हड़बड़ा कर उठते हुए सोफे पर बैठ ।  उन लोगो को अब भी आपनी तरफ वैसे ही गुराता देख कर जोरो से बोला । अबे सालो अब भी होश में आए हो की नही या मुझे अंशी समझा कर ही देखे जा रहे हो । फिर आपने कपड़े को थोड़ ठीक कर खुद को डकाने की कोशिश करते हुए  मुझे अंशी समझा कही तुम छे मेरी इज्जत को खुले आम नीलाम मत कर देना । वो 6 राज की बात सुन उसे आपनी नजर हटा कर इधर उधर देखते हुए  एक दूसरे को देख सोफे में जा कर बैठ गए । जहा प्रियांश आपने सर में हाथ रख कर बैठा  था वही रियांश एक बार बैठ कर फिर से उठा tv की तरफ एक तक देखने लगा ।   वही प्रियांश सोफे से उठा रूम में इधर उधर घूमने हुए आपने गर्दन में हाथ फेर रहा था ।  वही राज युवराज अरनव अनुराग विक्की  अपना  सर झुका कर बैठे और उन दोनो को उठता देखा उन दोनो की हरकतों को ही देखे जा रहे थे । पूरे मोहाल में एक अजीब सी शांति फेयली हुई थी और  उस  शांति को चीरते हुए एक जोरो की आवाज पूरे कमरे के साथ साथ पूरे घर के गूंजी।  जिसकी आवाज सुन किचन में काम कर रही अंशी के हाथो से पूरी सब्जी का बाउल नीचे गिर गया।    वही घर में काम करने वाले बाकी सर्वेंट भी इस आवाज से कांप उठे  जिसे उनका पूरा काम बिगड़ गया  ।  पूरा का पूरा विल इस आवाज के साथ हील गया । शूकर है की विल में इस वक्त आयुष्मान और अनामिका जी नही थे आयुष्मान  जी आपने ऑफिस गए हुए तो वही अनामिका जी आपने फ्रैंड के यह गई हुई थी । वरना शांति भरे उनके विल में ये आवाज सुनते तो पता नही केसे रिएक्ट करते।  वही ये आवाज रियांश प्रियांश के रूम से आई थी जहा पर पूरा रूम कांच के टुकड़ों के साथ बिखरा हुआ था जहा रियांश ने tv स्किन में एक शो फिश से जोरो से मारा था जिसकी आवाज पूरे कमरे साथ विल में गूंजी थी ।  टीवी स्किन के कांच के टुकड़े पूरे बिखरे पड़े थे वही साथ ही साथ रियांश के हाथों और चेहरे पर कांच  टुकड़े लगा गए थे । जिसे उसके चोट से खून निकल रहा था।  इस तरह रियांश की हरकते को देख प्रियांश युवराज राज अनुराग अर्णव विक्की शौक हो कर  tv स्किन की तरफ देख रहे थे उनके कहे न कहे अयेसी चीज का अंदाज तो था की कुछ ऐसा जरूरी होगा । पर जब उन्होंने देखा की रियांश को चोट लगी है और उसके बॉडी से खून निकल रहा है वो लोग दवड़ते हुए  रियांश के पास जा कर उसको देखते हुए वहा से हटा कर सोफे पर ला कर बैठा दिए।  जो की सभी ने जूते पहने थे इस लिए उन लोगो के पैरो में चोट नही आई । प्रियांश  जल्दी से उसके साइड में बैठ उसके चोट से कांच के टुकड़े को निकलते हुए बोला फास्ट इनबॉक्स लावो जल्दी।  जिसे हा में सिर हिलाते हुए विक्की रूम में ही फास्ट इनबॉक्स ढूंढने लगा।  वही प्रियांश रियांश के हाथो और चेहरे से कांच के टुकड़े को धीरे धीरे कर निकलने लगा जिसे रियांश को कोई दर्द ही मेहसूस नही हो रहा था।  वो बस वैसी ही भावसून्य हो कर सामने की तरफ बिना पलक झपकाए देख रहा था । कुछ देर में विक्की फास्ट इनबॉक्स ला कर प्रियांश को दे दिया जिसे प्रियांश एंटी सेफ्ट निकल कर जेसे ही रियांश के चेहरे में लगने वाला वो प्रियांश के हाथो को झटक कर फिर से खड़ा हो कर  गुस्से से दहकते आंखो के साथ सामने रखे सभी रिमोट कंट्रोल को तोड़ने लगा । जिसको देख युवराज राज अर्णव विक्की प्रियांश रोकने की कोशिश करने लगे ।  जेसे गुस्से से चिलाते हुए रियांश  बोला leave, leave me ये बोलते हुए रियांश खुद को उन लोगो से आपने आप को पूरे ताकत से छुड़ाने की कोशिश कर रहा था।  जिसको वो लोग अच्छे से पकड़ते हुए प्रियांश बोला कॉम डाउन भाई ये सिर्फ एक गेम था ।
    राज -हा रियांश इसमें इतना गुस्सा होने की जरूरत नहीं है ये सिर्फ गेम था जिसमे शायद अंशी की किस्मत अच्छी  थी जो वो जीत गई ।  जिसे रियांश आपने गुस्से से बडकती आंखो से राज को देख चिलाते हुए बोला  केसे किस्मत क्या किस्मत नही मानता मैं आईसी किस्मत को वो जीत केसे सकती है  कैसे जीता सकती है वो  भी हमसे इंग्लैंड के नंबर वन गेमर से जिसको आज तक का रिकॉड है की वो कभी  नहीं हरे तो एक पुवर  मिडिल क्लास  की ये ईडियट इंडियन गर्ल केसे हरा सकती । कैसे।  ये हो ही नही सकता । नही हो सकता ये मैं इस चीज को नही मानता कोई नही छीन सकता हमसे हमारी पोजीशन कोई नहीं  उसकी इतनी हिम्मत केसे हुई वो हमे दा ग्रेट रियांश प्रियांश वाल्ड नंबर गेमर एण्ड प्ले बॉय को हरा सके।  ये पिसिबल नही है  रियांश यह सब गुस्से से चिलाते हुए बोल रहा था जिसको शांत करवाते हुए राज बोला चिल रियांश ये सिर्फ एक गेम हा नही हरे हो तुम लोग । वो सिर्फ तुम लोगो का ध्यान गेम में नही था । 
    प्रियांश - हा भाई वो सिर्फ एक इतेफका था की वो जीत गई उसकी किस्मत उसके साथ थी । की हमारा ध्यान गेम में न हो कर कही और था वरना आज तक  हमे बड़े से बड़े गेमर स्टार नही हरा सके  जो  इंग्लैंड ,अमेरिका ,जापान ,लंदन से थे।  तो ये इंडियन पुवार मिडिल क्लास गर्ल  केसे हरा सकती है । बस हमारा ध्यान गेम में न हो कर उसकी खूबसूरती में था चाहे जो बोलो उसकी खूबसूरती है  ही  बड़ी कमल की जो इतने बड़े गेमर को आपनी खूबसूरती के जल में फसा कर उनको ही मत दे गई ।
    युवराज -या। चिल रियांश ये सिर्फ एक इतेफा था।  और रही बात तुम्हारे पोजिशन की तो उसने खुद बोला है उसको कोई पोजिशन कुछ नही चाहिए । वो पोजीशन अब भी तुमारा है।
    अर्णव - और उसने खुद बोला है की वो ये गेम हर जाती पर तुम दोनो का ध्यान कही और था । जिसे वो जीत  गई ।
    विक्की - पर जो भी बोलो वो लड़की हा बड़ी कमल की जिसको आज तक किसी ने हरा नही पाया।  उसको  वो पहली बार में हरा गई वो भी बिना कुछ लिए आपने जीत का झंडा गड़ गई।  कुछ तो  बात है उसमे जो उसे दूसरे से अलग बनाती   है । 
    विक्की की बात सबको १०० %सही लगी कियुकी चाहे जो भी हो  अंशी ने वो काम करके देखा दिया  जो आज तक बड़े से बड़े लोग नही कर पाए।  वो काम अंशी सिर्फ आपनी लाइफ की पहली खेल में जीत कर निकाल गई   
     
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  • 14. riyansh priyansh ki chal

    Words: 2422

    Estimated Reading Time: 15 min

    रियांश उन लोगो की बात सुन कुछ हद्द तक शांत हो गया।  और  चुप चाप सोफे में बैठ आपने  हाथो  को  प्रियांश से बैंडेज करवाने लगा रियांश एक तक सामने देख रहा था वो बाहर से तो शांत हो गया था पर उसके अंदर ही अंदर बहुत कुछ चल रहा था ।  जिसे सभी लोग समझा रहे थे की रियांश बाहर से तो शांत हो गया पर उसके अंदर बहुत बड़ी डुफान उमड़ रही है रियांश सामने देखते हुए बोला।  उसकी ये जीत उसे उसकी लाइफ की सब कुछ छीन लेगी उसने सोचा भी नही होगा की उसने हमे हरा कर कितनी बड़ी गलती की है  । उसके साथ तो बुरा पहले भी होने वाला था लेकिन अब जो होगा वो उसने कभी कल्पना भी नहीं की होगी।  उसकी रूह  कांप जाएगी हमारा नाम सुना कर । वो खुद के ही नज़रोमे आइसे गिरेगी की उठाना तो दूर मौत भी नसीब नहीं होगी  ।  रियांश यह   सब आपनी आग उगती आंखो और जुनूनियत की एक नई पहेली के साथ बोल रहा था।  जिसको सुन राज युवराज अर्णव विक्की अनुराग का दिल एक खौफ से भर गया।   उनको आपने दिल में अंशी के लिए आने  वाला  कल  एक बहुत बड़ी चेतावानी दे रही थी । वो लोग एक तक रियांश को देखने लगे की किसी लड़की की इज्जत को नीलाम हो जाने से बड़ा दर्द क्या होगा जो रियंश  उसे भी भयानक करने की सोच रहा है ।  ये सब सोच उन लोगो के मन में एक दुफान सी उठने लगी । वही प्रियांश रियांश की बाते   सुन चेहरे पर एक अजीब सी स्माइल के साथ । जो आज से पहले  कभी प्रियांश के चेहरे पर आइसी स्माइल नही आई वो रियांश की बातो से भी ज्यादा खवाफ था प्रियांश की स्माइल में वो भी सामने देख आपने दोनो हाथो की कोहनी को घुटनों में रखा हथेली से आपने टूटी को पकड़ बोला  ।  अंशी अंशी अंशी  त्यार हो जावो डेविल की हैवानियत के साथ प्रिंस की शैतनियत की सीकर होने के लिए।  तुम हमरा वो रूप देखोगी जो आज तक किसी ने नहीं देखा । 
     
    वही किचन में  काम कर रही अंशी ने जब इतनी भयानक आवाज सुनी तो उसको समझा आ गया की ये आवाज रियांश प्रियांश के कमरे से है जो उन्होंने गुस्से में ये किया हा आखिर उसने  उनके आत्मभाल पर टेश जो पहुचाई है।  भले ही उसका इरादा आयश कुछ भी नही था फिर  भी  उसे   हो गया जो नही होना चाहिए था।  अंशी डरते हुए खुद से बोलने लगी।   ये ये हमने क्या कर दिया ये नही होना चाहिए गलती से ही सही हमसे गलती हो ही गई।  और उनको हम लेक्चर दे कर भी आ गए उनको कैसे लगा रहा होगा की आज तक कभी न हरे उनको हरा दिए वो भी उनके घर में काम करने वाली ने ।  और उल्टा सुना कर भी आ गए । ये हमने सही नही किया हमे  खेलने के लिए हा ही  नही बोलना चाहिए था।  सब हमारी गलती है ।  हमे उनसे माफी मांगनी चहिए हा यही सही होगा हम उनसे माफी मांग लेंगे पर वो अभी पता नही कितने गुस्से में होंगे । जो ये ये इतना आवाज आ रहा है उनके कमरे से ।  हम केसे जाए उनके कमरे में हमे बहुत डर लगा रहा है अगर वो  हमे देख कर फिर से गुस्से में कुछ कर दिए तो नही नही नही हम अभी नही जा सकते  उनका गुस्सा और ज्यादा बड़ा जायेगा।  हम एक काम करते है थोड़ी देर बाद उनके रूम में जा कर माफी मांग लेंगे । ये सोच अंशी किचन में काम करने लगी आईसी ही एक घंटा बीत गया।  अंशी किचन का सारा काम निपटा ।  कर खुद को रियांश प्रियांश के कमरे में जाने के लिए मोटिवेट करने लगी।  जो डर उसके दिल और दिमाग में हावी हो रहा था की कही गुस्से में रियांश प्रियांश उसके साथ कुछ न कर दे फिर भी आपने हिम्मत जुटा कर  रियांश प्रियांश के कमरे के बाहर खड़े हो कर आपने दुपट्टे को पकड़ उंगलियों से उलझने लगी इस वक्त उसके चेहरे पर डर और परेशानी साफ नजर आ रही थी । फिर भी वो आपने कान्हा जी का  नाम  ले कर रियांश प्रियांस के कमरे का दरवाजा खटखटाया 
    सभी जो सोफे पर बैठ कुछ कुछ बाते कर रहे थे।  उनका ध्यान दरवाजे के तरफ चला गया जहा पर अंशी घबरये हुए चेहरे के साथ सिर झुकाए खड़ी थी। 
      राज युवराज अरनव अनुराग विक्की एक नजर अंशी को देख रियांश प्रियांश की  ओर देखने लगे जो चेहरे पर बिना कुछ भाव लिए वैसे ही सामने की ओर देख रहे थे । 
    राज अंशी के पास जा कर उसके हाथो को पकड़ रूम में लाया इस वक्त पूरे कमरे में सनटा परसा हुआ था कोई कुछ बोल ही नहीं रहा था । अंशी  राज से अपना हाथ अलग कर रियांश प्रियांश के सामने सर झुकाए खड़ी हो गई । फिर कुछ देर रुक आपने कानो को आपने हाथो से पकड़ वैसी  ही सर झुकाए बोली हमे माफ़  दीजिए सर हमसे गलती हो गई । हमे ये गेम खेलना ही नहीं चाहिए था । हम  आपसे माफी मांगते है  जो आपके साथ ये गेम खेले और आपको ही सुना कर चले गए हमे ये नही करना चाहिए था । आप हमे  जो भी सजा देना  चाहे हमे मंजूर है । 
    अंशी की बात सुन  जहा राज युवराज अरनव विक्की अंशी को अजीब नजरो से देख कर सोचने लगे।  ये लड़की है क्या ? जो  आपनी गलती न होते हुए माफी के साथ। साथ सजा भी मांगा रही हैं । वो भी उनके सामने जो  एक हैवान तो दूसरा सैतान है । 
    रियांश प्रियांश अंशी की बात सुन  अपना सर ऊपर कर उसकी ओर देखने लगी जो बड़ी मासूमियत के साथ अपना सर झुकाए खड़ी थी ।
     
    रियांश अंशी को देख उसके हाथो को पकड़  प्रियांश और आपने बीच बैठ कर  उसके दोनो हाथो को  आपने हाथो से पकड़ बोला । 
    रियांश - तुम किस लिए हमसे माफी मांग रही हो  अंशी। ये तो सिर्फ एक गेम था  इसमें तुम्हारा टैलेंट भी दिखा की तुम कितने अच्छे से खेलती हो और रही बात हमारे हर की तो हम दोनो रियांश प्रियांश को कोई भी हारा नही पाया है तुमने भी हमे नही हाराया है । 
    अंशी रियांश की बात सुन असमंजस से उसके ओर देखने लगे तभी प्रियांश उसको देख बोला वो  एक्टली हम दोनो दोनो को पता था ये तुम्हारा पहला गेम है  और जो तुमरे अंदर थोड़ा डर था की हम लोग तुमसे कुछ गलत ना मांग ले । और  तुम्हरा कॉन्फिडेंस देखा हमे  बहुत अच्छा लगा । हमे नही चाहते थे की किसी  का खुद पर विश्वाश टूटे।  इस लिए हम दोनो ने जान बुच कर ये गेम हारे ताकि तुम खुश रहो । और प्रियांश खड़ा हो कर अंशी के सामने घुटनों पर बैठ उसके उदास चेहरे को देख आपने हाथो से उसके होटों पर स्माइल करवाते हुए । ये देखो हम दोनो तुम्हे हैप्पी देखने के लिए ये सब किए है और तुम हो की ये sad sad  face बनाई हुई हो । its not good चलो जल्दी से आपने इस सुंदर चेहरे पर स्माइल लावो क्युकी तुम्हारा ये sadu sadu चेहरे हमे बिलकुल भी अच्छा नहीं लगता । अंशी को उन दोनो की बात सुन कर सच में उसके चेहरे पर एक बहुत बड़ी स्माइल आ गई।  जिसको देख रियांश बोला गुड गर्ल वही राज युवराज अरनव अनुराग विक्की पूरी तरह आंखे बड़े सदमे में खड़े हो कर रियांश प्रियांश को देख राज थे।  राज बार बार आपनी आंखे मसलते हुए सामने देख रहा था।  जेसे वो कहना चाहा रहा हो की ये कोई सपना तो  नही देखा रहा है । और देख भी रहा है तो ये बहुत अजीब सपना है ।  वही युवराज मन में सोचते हुए बोलने लगा अब ये इनका कौन सा रूप है जो आज से पहले हमने कभी भी नही देखा  अभी कुछ देर इतने गुस्से में थे अब इनका मूड इतनी जल्दी कैसे चेंज हो गया जेसे कुछ हुआ ही न हो  ।
    अनुराज -आपने मन हो  अब ये कौन सा जल बुन रहे है ये दोनो भाई इस मासूम को फसाने के लिए ।
    अर्णव -  आपने मन में कितने  बड़े कमीनो हो तुम दोनो एक हैवान भी आपनी हर स्वीकार कर लेता है जब वो हारता । और तुम दोनो किसी की जीत  पर भी आपन ही मोहर लगा रहे हो । 
    विक्की - आपने मन में इतना मासूम होना भी अच्छी बात नहीं ये मैं ने देख भी लिया ।
     
    वो पांचों आपनी ही दुनिया में खोए हुए थे  उनको देख जा रहे थे जिसको देख रियांश बोला तुम दोनो को क्या हुआ आइसे क्या देख रहे हो । 
    अब जा कर उन  पांचों आपने होश में आते हुए कुछ नही बोल कर उनके पास सोफे में बैठ गए  । राज अंशी को देखते हुए बोला  चलो आज सब एक दूसरे के बारे में जान भी लेते है । जो की हम सब एक दूसरे को तो जानते ही है  बस तुम्हारे बारे में नही जानते ।  इस लिए तुम सबसे पहले हमे आपने बारे में बतावों फिर हम पांचों भी तुम आपने बारे के बताएंगे और रही बात रियांश प्रियांश की तो उनके बारे में तो सब कुछ  तो पहले से जानती ही हो और जो नही जानती वो लोग तुम्हे बता देंगे । 
    अंशी राज की बात सुन कर बोली हम आपने बारे में क्या बताओ आप लोगो को हमारे बारे में क्या जानना हैं । 
    प्रियांश -सब कुछ हमे तुम्हारे बारे में सबकुछ जानना है  इस लिए हमे सब कुछ बताओ जो तुम बताना चाहती हो । 
     
    अंशी -जी ठीक है ।
    हमारा नाम अंशी अवस्थी है  हमारे फैमिली ने मम्मा पापा और हम ही थे ।
    हम एक ब्राह्मण कन्या है पर  हमारे यह ऐशा कुछ भी नही था हमारे पापा एक अच्छी कंपनी में जॉब करते । पर दो साल पहले मम्मा के साथ रिश्तेदार के यह शादी में गए थे आते टाइम उनका एक्सीडेंट हो गया जिनसे उनकी डेथ हो गई अंशी थोड़ा उदास होते हुए बोली  । उसके बाद हम आपने फैमिली में अकेले हो गए हम उसके बाद अपना  खर्चा चलाने के लिए आपने पापा की पोस्ट पर काम करने लगे पर वह के मैनेजर अच्छे नही थे वो हमे गलत नजरो से देखने लगे इस लिए हमने वो जॉब छोड़ दिया । उसके बाद हम बहुत जगह जॉब डूडने का प्रायशा किए पर हमे कही भी जॉब नही मिला पर एक दिन हमारी मुलाकात अनामिका आंटी से हो गई उसके बाद का तो आप लोग जानते ही हा ये कहा  कर अंशी चुप हो गई ।
    प्रियांश अंशी की बात सुन मन ही मन मुस्कुराते हुए बोला -जहा तुम्हे जैसी हुसाना की परी  रहेगी लोगो की नजर तो खुद ब खुद बुरी ही हो जायेगी । 
    रियांश मन में डेविल स्माइल के साथ चलो ये तो हमारे लिए और भी अच्छा है  जो तुम्हारे मॉम डैड  पहले से ही स्वर्ग पधार चुके है अब हमे आपने काम करने में तुम्हारे फैमिली से रिलेटेड कोई टेंशन  नही रहेगी । 
    वही वो पांचों  रियांश प्रियांश के चेहरे को देख समझा गए वो मन ही मन बोले तुम अब भी बुरी नजरो की सीकर में हो अंशी शायद तुम इस बार नही बच पावों । 
    फिर राज युवराज अरनव अनुराग विक्की भी आपने बारे में सब कुछ बताने लगे  जिसको अंशी बड़े ध्यान से सुन रही थी  वही रियांश प्रियांश ने आपने बारे में अंशी को कुछ भी न बताते हुए बोले की वक्त आने पर वो लोग खुद बताए कुछ ज्यादा खाश नही है ।  फिर सभी लोग ऐसी ही बाते और मस्ती करने लगी ऐसी दिन गुजरता चला जा रहा था  । महीने गुजर रहे थे । जहा अंशी उन सातों लड़कों को अपना बहुत अच्छा दोस्त मानने लगी  उसका विश्वाश उन लोगो पर खुद से भी ज्यादा गहरा होते जा रहा था।  हमेशा उनके साथ रहना उनके साथ घूमने जाना मस्ती करना बाते करना आपनी प्रॉब्लम शेयर करना उन लोगो का अंशी के लिए केयर रिस्पेक्ट  पोजिव अंशी को बहुत अच्छा लगने लगा । जेसे यह पर उसको उसकी पूरी फैमिली मिल चुकी थी जहा रियांश प्रियांश ने जिद कर अंशी को आपने ही घर के  आपने रूम के बाद पांचवे नंबर वाले रूम में रहने के लिए बोल दिया था । जहा पर अंशी एक सर्वेंट न हो कर उस घर की मेंबर उस घर की बेटी जैसा प्यार दिया जा रहा था । जहा अनामिका और आयुष्मान जी को आपनी एक बेटी मिल गई थी तो वही घर के सर्वेंट  को अंशी को लेकर उनका भी प्यार बहुत ज्यादा था क्युकी अंशी बहुत ज्यादा अच्छी थी सबसे रिस्पेक्ट से बाते करती चाहे वो घर के सर्वेंट भी क्यू ना हो।  सबके दिलो  में जगह अंशी ने बहुत गहरा बना लिया था।  वही राज युवराज अरनव अनुराग विक्की को आपनी लाइफ की सबसे अच्छी दोस्त मिल चुकी थी उन लोगो को अंशी के साथ रहना बाते करना मस्ती करना  बाते सुना  बहुत अच्छा लगता था ।  अंशी के साथ रहा कर उसके नैचुर उसके बेहवियाए उसके बातो से ये पांचों इतने बदल चुके थे की अब किसी भी लड़की को आंख उठा कर भी नही देखते ।उनके दिलों में अंशी की वो जगह बन चुकी थी की अंशी के लिए उनके दिल में रिस्पेक्ट प्यार समान केयर था ।  वो लोग अब अंशी को  कभी भी गलत नजर से नहीं देखे पर इन पांचों के मन में अंशी के लिए मोहब्बत जन्म लेने लगी थी जो वो आपने फीलिंग को समझने की कोशिश कर रहे थे वो लोग आपने फीलिंग के चलते आपनी सबसे प्यारी दोस्त को खोना नही चाहते थे इस लिए किसी ने भी आपनी फीलिंग अंशी तो क्या किसी से भी शेयर नही की ।
    वही रियांश प्रियांश  आपने बेहवियार को  ऊपर से तो पूरी तरह बदल चुके थे बिल्कुल उन पांचों जैसा या फिर उनसे भी अच्छा देखने की कोशिश करते। यह तक  आयुष्मान जी को बिलिव नही होता की ये उनके ही बेटे है  ये लोग अंशी के साथ रहा कर आइसे केसे इतना चेंज हो गए।  पर उनको खुशी थी की उनके बेटे सुधार गए पर वो नही जानते थे की इनकी दिमाग में कितनी बड़ी साजिश चल रही है । राज युवराज अरनव अनुराग विक्की के बहुत बार झगड़ने पर हा तो बोल दिया था की वो लोग अंशी के साथ कुछ भी गलत ना करे इस लिए वो दोनो भाई दिखावे के लिए सबके साथ राज युवराज अरनव अनुराग विक्की के सामने भी अच्छा बन रहे थे।  पर उनके  दिल और दिमाग में बहुत बड़े हैवान और सैतन ने जन्म ले लिया था जिसकी आग  में अंशी  जलाने वाली थी । 
     
    आगे जाने के लिए वेट कीजिए नेक्स्ट पार्ट का 
    धन्यवाद !
     
     

  • 15. riyansh priyansh ka birthday

    Words: 1283

    Estimated Reading Time: 8 min

    6 महीने बाद 
     
    आज  रियांश और प्रियांश का बर्थडे था इस लिए  इस पूरे घर में सुबह से  त्यारियां  चल रही।  आज बहुत ज्यादा चहल पहल थी  । पूरे घर में रेड रोज से सजाया जा रहा था क्युकी रियांश प्रियांश को रेड रोजेस बहुत ज्यादा पसंद थे  अनामिका  जी  सर्वेंट  और डोकरेट करने  वाले को इधर उधर घूमते हुए परेशान होते हुए बोल रही थी । 
    अनामिका जी -जल्दी जल्दी करो कोई भी कमी नही होनी चाहिए।  मेरे बच्चो के लिए  इस घर में  पहली बार इतनी बड़ी पार्ट   रखी जायेगी पूरे मेहमान आयेंगे एक भी कमी नजर नहीं आनी चाहिए।   वैसे भी ये हमारे जिंदल फेमिली की पहले सबसे बड़ी पार्ट है  । 
    तभी  आयुष्मान जी सीडियो से बिजनेस सूट पहने नीचे उतरते हुए अनामिका जी के पास जा उसके कंधे में हाथ रख बोले । अनु  इस पार्ट की इतनी चिंता क्यू कर रही हो हमारी चिंता करो ना ये बोलने हुए आयुष्मान जी अनामिका जी के चेहरे की तरफ झुकने लगे अनामिका जी शरमाते हुए अपना सर नीचे कर मुस्कुराने लगी।  तभी एक खसाने की आवाज गूंजी जिसके साथ ही अनामिका जी होश में आते हुए आयुष्मान जी को गुस्से में देख दूर करते हुए । आप को तो मेरे बच्चो की थोड़ी भी नही पड़ी।  इतनी बड़ी पार्ट रखा रहे है हमारे बच्चो के लिए पहली बार सारे मेहमान बिजनेस मैन  आएंगे । मेरे सहेलियां और उनकी बिटिया भी आयेंगे मैं नही चाहती उनको यह पर एक भी कमी नजर न आए । वैसे भी मेरे बच्चो की सारे चीजे परफेक्ट और अच्छी ही होनी चाहिए । ताकि लोग देखे तो देखते ही रह जाए और आप पूरे मुंबई के इतने बड़े बिजनेस मैन है अलग अलग देशों से लोग आएंगे क्या बोलेंगे वो लोग इंडियन के यह पार्ट में गए कुछ भी ठीक नही था  । इस लिए मैं नही चाहती कोई भी हमारे पर उंगली उड़ाए  ये बोल अनामिका जी फिर से सर्वेंट को टाटफट कार लगाने लगी।  वही आयुसमन जी जहा से ये खसने की आवाज आई थी उधर गुस्से से देखने लगे जहा पर राज युवराज अरनव अनुराग विक्की खड़े हो कर मन ही मन मुंह दबा कर हंसे जा रहे थे।  पर जेसे ही आयुषम जी की गुस्से भरी नजर उनके तरफ गई राज उनको  देख डर कर अजीब तरीके से  आपने  दांत दिखा दिया।  क्युकी ये खांसने  की एक्टिंग करने वाला राज ही था इसी के साथ राज वहा से गायब हो गया । जिसके साथ बाकी लोग भी आयुष्मान जी को एक नजर  देख तुरंत वहा से इधर उधर चले गए ।  आयुष्मानु जी उन लोगो को जाते देख धीरे  से बोले मेरे रोमांस के जन्म जन्मांतर के दुश्मन  जब भी आपनी बीवी के पास भटकू मुंह उठा कर चले आते है 😏 ये बोल आयुष्मान जी वहा से सीधे आपने कमरे में चले गए  ।
    अनामिका जी सारे   काम देखते हुए किचन में चली गई जहा पर अंशी कुछ सर्वेंट के साथ बहुत सारी मिठाईयां बना रही थी । अनामिका जी वहा पर आ कर अंशी के सर में प्यार से हाथ रखते हुए बोले।  बस बेटा हो गया तुम्हे ये सब करने की जरूरत नहीं  है   सुबह से  ये सब कर रही हो ये सब करने के लिए बाकी लोग है तुम बस सब पर हुकुम चलावो। 
    अंशी मुस्कुराते हुए उनकी और देख बोली आंटी आपको  तो पता ही है ना हमको ये सब काम करने में कितन अच्छा लगता है   और ये सब तो हम आपने दोस्तो के बर्थडे को खाश बनने के लिए कर रहे है।  तो इसमें काम कैसा ।
    अनामिका जी अंशी की बात सुन मुस्कुराते हुए बोली ठीक है करो । ये बोल अनामिका जी वहा से चली गई ।
     
    शाम के छे बजे झिलमिलाती चांदनी भरी रात में आज जिंदल मेंशन किसी दुल्हन की तारा सजा हुआ था।  जिसकी चमक पूरे मुंबई शहर में फैली हुई थी । आखरी पूरे मुबई के सबसे बड़े बिजनेस मैन के यहां कोई पार्ट रखी गई थी।  वो भी उनके जुड़वा बेटे की बर्थडे के नाम  पूरे शहर में जिसकी खबर फैली हुई थी  । जिंदल मेंशन के अंदर मेहमानो की भीड़ लगी हुई  थी  तो कुछ मेहनत आते जा रहे थे  जहा देश विदेश से लेकर बड़े बड़े बिजनेस मैन के साथ सेलीब्रेटी भी अम्नतीरता थे । जहा पर लड़किया आपने फैमिली के साथ इतना सारा मेकअप करके आई हुई थी की जैसे वो लोग किसी पार्टी में नही  मॉडलिंग की शो में गई हो  । आखिर जिंदल परिवार की बहू कौन बनना नही चाहती इस लिए सारे लड़किया इतनी सजी धजी आई हुई थी की उनको उम्मीद था की जिंदल परिवार के दो बेटो में से किसी एक को तो अपना बना ही लेंगी अनामिका जी और आयुसम जी आज पिंक कॉलर का कपल ड्रेस में सारी और एक  स्टाइल्स शूट पहले बहुत खूबसूरत दिख रहे थे । दोनो सभी मेहमानों का wel come करते हुए उनसे बाते कर रहे थे   । तभी पूरे जगमगाते मोहाल में पूरे तरफ अंधेरा छा  गया । जिसे मेहनत इधर उधर जाने लगे तभी एक फ्लैस लाइट सीधे सीडियो पर पड़ी जहा पर पांच लड़के आपने हैंडसम लुक के साथ  राज (ब्लू) युवराज(येलो) अर्णव (ग्रीन) अनुराग(परपल) विक्की (नारंगी) स्टाइल्स शूट पहने खड़े थे  जिसको देख सबका ध्यान उधर चला गया जहा लड़किया उन पांचों को देख आहे भरने लगी ।  वही आयुष्मान और अनामिका जी मुस्कुराने लगे ।  वो पांचों सीडियो पर एक एक साइड अलग अलग होते बड़े स्टाइल के साथ उतरने लगे जिसके पीछे दो लड़के ब्लैक स्टाइल्स शूट पहने चेहरे पर डेविल वाला एटीड्यूट के साथ उनके लुक को बहुत ही ज्यादा हैंडसम  बना रहा था  जो एक अजीब सी मुस्कान के साथ उतरने लगे  उनका लुक इतना ज्यादा अट्रैक्टिव था की लड़किया मुंह खोल बिना पलक झपकाए देखने लगी वो सातों लड़के नीचे उतर रियांश प्रियांश  आपने मॉम डैड के पास जा कर गले लगा गए 
    अनामिका जी  खुश होते हुए बोली हैप्पी बर्थडे मेरे बच्चो  हमेशा आईसी हस्ते मुस्कुराते रहो । 
    आयुष्मन जी उनकी पीट थपथपाते हुए हैप्पी बर्थडे माय सन । 
    रियांश प्रियांश मुस्कुराते हुए थैंक्यू मॉम डैड 
    इसी के साथ वहा पर पार्ट स्टार्ट हो  गई जहा पर लड़किया उन सातों लड़कों के आश पास मंडराते हुए उनसे बात करने की कोशिश करने लगी । पर वो सातों किसी पर ध्यान न देते हुए एक टेबल पर वो सातों बैठ जूस पीने लगे क्युकी जिंदल मेंशन में ड्रिंक करना अलाउड नही था 
    वो सातों की नजर बेचैन होते हुए इधर उधर देख रही थी जिसके साथ ही प्रियांश इधर उधर देख बोला हमारी  8मेंबर कहा है  
    राज -है यार अंशी कहा है आज सुबह से नही दिख रही  
    युवराज - हा कहा है अंशी आज तो उसको हम सबके साथ होना  चाहिए था । पर आज तो वो पूरी तरह गायब है । 
    अनुराग -रिलेक्स यार आती ही होगी वो सुबह से किचन में busy थी  मैं ने उसको माना भी किया वो काम न करे पर वो आपने खाश दोस्त (रियांश प्रियांश के तरफ उंगली प्वाइंट कर) कुछ करना चाहती थी इस लिए सबके लिए आज खाना खुद से ही बनाया है ।
    विक्की -इतने सारे लोगो के लिए उसने अकेले ही खाना बनाया  o God यार ये लड़की है क्या ?
    अर्णव - फिरभी  यार उसको अब तक आ जाना चाहिए था । 
    सभी अंशी का इंतजार करते हुए सीडियो की तरफ देखने लगे कियूकी पूरे  पार्ट हॉल में अंशी कही भी नजर नहीं आ रही  थी सिंपल सी बात थी वो आपने कमरे में ही होगी इस लिए उन सातों लड़कों का ध्यान उधर ही था । तभी उन सातों लड़कों का दिल जेसे धड़कना ही बंद हो गया । उनके आंखे जेसे एक ही जगह जम सी गई । उन सातों का मुंह आपे आप खुल गया । 
     
     
    आगे जाने के लिए वेट कीजिए नेक्स्ट पार्ट का 
    धन्यवाद!
     
     

  • 16. anshi ki entry

    Words: 1379

    Estimated Reading Time: 9 min

    वो सातों लड़के एक तक सीडियो की तरफ देखते हुए आपनी जगह से खड़े हो  गए । जिसे सभी का ध्यान उनसे होते हुए सीडियो की तरफ चला गया । जहा  एक लड़की ब्लैक नेट की सारी के साथ डायमंड एक्कलेस पहने चली आ रही जिसने  आंखो में काजल होटों पर डार्क रेड लिपस्टिक और कानो में बड़ी बड़ी ईयरिंग आपने कमर तक आते बालो को खुला छोड़ा हुआ था  जिसमे वो बहुत ज्यादा हॉट लगा रही ।  वो इस वक्त बिना किसी पर ध्यान दिए सीडियो से जल्दी जल्दी नीचे उतर रही थी । जिसे  उसके बाल कुछ कुछ  उसके चेहरे पर आ रहे थे जिसको वो आपने हाथो से पीछे कर रही थी ।  जिसे उसके हाथो की  चूड़ियों का  आवाज पूरे शांत पार्ट हॉल में गूंज रही थी  । सबका ध्यान सिर्फ और सिर्फ अंशी पर ही थी वो सच  में  इस वक्त बहुत ज्यादा खूबसूरत लग रही थी जिसे पूरे पार्ट हॉल के लड़के उधर ही मुंह खोले देख रहे थे। तो लड़किया अंदर अंदर अंशी को देख जली जा रही थी।  अंशी का ध्यान तो इन सब में बिकुल भी नही था । वो तो बस आपने ही धुन में ही सर  झुकाए सीडियो को देखते हुए जल्दी जल्दी नीचे  चली आ रही थी ।  अंशी सीडियो से नीचे  उतर  कर जैसे ही अपना सर उठा कर पार्ट हॉल में देखा तो उसकी नजर सबकी नजरो से मिली जो उसको बिना पलक झपकाए देखे जा रहे । जिसे अंशी अंदर ही अंदर डरते हुए अनकोफ्रोटेबल फील करने लगी । जिस वह पार्ट हॉल में इधर उधर देखते हुए अनामिका जी के पास जा कर सबकी तरफ देख बोली।  आंटी हम हम ठीक नही लग रहे है   क्या । जो सभी लोग हमे ऐसी अजीब नजरो से देख रहे है । 
    आयुषमान जी  अंशी की बात सुन जोरो से ठहाके मार कर हंसने लगे । जिसकी  आवाज पूरे पार्टी हॉल में गूंजने लगी जिसे सभी लोग आपने सेंस वापस आए ।
    अंशी आयुषमान जी के इस तरह हंसाने से आपने चेहरे को हाथो से चुने लगी जैसे कुछ  गड़बड़ हो । 
    जिसे देख अनामिका जी मुस्कुराते हुए अंशी के चेहरे को छूते हुए बोली  अंशी बेटा आपको लोग इस तरह खो कर इस लिए नही देख रहे की आपने कुछ कमी है।  बल्कि इस लिए देख रहे है की वो लोग आपने आंखो पर बिलीव करने की कोशिश कर रहे है की जो उनके सामने एक  पारी खड़ी है वो सच में इतनी खूबसूरत है की उनको अपनी आंखो पर बिलीव नहीं हो रहा की कोई सच में इतना खूबसूरत कैसे हो सकता है । आप बहुत बहुत बहुत ज्यादा खूबसूरत लग रही है अंशी।  आपको किसी की नजर न लगे ये बोल अनामिका जी आपने आंखो से काजल निकल अंशी के कानो के पीछे लगा दिया । 
    जिसे सुन  अंशी अपना सर झुका कर हल्का सा मुस्कुरा  दी । 
    तभी आयुष्मान जी अंशी के सर पर हाथ रख बोले सच में आप एक परी है  । एक खूबसूरत परी जो देखने में जितनी खूबसूरत  है उसे कई गुना ज्यादा दिल से खूबसूरत है 
    अंशी आयुषमान जी की बात सुन उनको देखा हल्का सा उनके गले लगा मुस्कुरा दी ।
    वही वो सात लड़के आपने सेंस में वापस आने  के बाद भी बस अंशी को ही देख जा  रहे थे । जहा राज युवराज विक्की अनुराग अर्णव की आंखो मोहब्बत नजर आ रही थी तो वही रियांश प्रियांश की नजरो कुछ और ही बयां कर रही थी । जो शायद इस वक्त कोई समझा न पाए । 
    तभी  कुछ औरते अनामिका जी के पास आ कर अंशी को एक नजर देख बोली अनामिका ये कौन है इसे तो पहले हमने  तुम्हारे घर में कभी नही देखा ।
    दूसरे औरत -  हा अनामिका कौन है ये तुम्हारे कोई रिलेटिव है क्या ?
    अनामिका जी अंशी को एक नजर से देख - जी नही mrs  सा एंड mrs मल्होत्रा  ये हमारे कोई रिएटिव नही हमारे बेटी है अंशी ।
    Mrs सा -पर आपकी तो कोई बेटी ही नही है mrs जिंदल तो फिर ये कौन है ।
    अनामिका जी -हा हमारे पहले कोई बेटी नही थी पर अब  हमारी बेटी है फिर अनामिका जी ने , अंशी उनको कैसे मिली एक एक करके उनको बता दिया । 
    Mrs मल्होत्रा -अंशी को एक अजीब नजरो से देख कर ooo तो फिर ये आपके घर की नौकरानी है   वैसे मानना पड़ेगा mrs जिंदल आप आपने घर के नौकरों को इतने अच्छे से रखती है की पहचान नही आते की वो एक नौकर है ।
    Mrs सा -बुरा मत बनाएगा mrs जिंदल पर आपको नौकरों को इतने भी सज धज कर नही रखना चाहिए की लोगो को पहचान न आए ।  नौकर कौन?  और मालिक कौन ?
     
    अंशी जो इतने देर से उसके चेहरे पर मुस्कुराहट थी उन औरतों की बात सुन कर उसका चेहरा  पर मुस्कुराहट गायब हो गई और उसकी जगह एक दर्द दिखाने लगा वो अपना सर नीचे कर हल्के से अनामिका  जी और उन औरतों देख दर्द भरे चेहरे  से  मुस्कुराने लगी ।
    अनामिका जी एक नजर अंशी को देख उन औरतों को देखते हुए बोली mrs सा एंड mrs मल्होत्रा मैं ने आप लोगो को  बोला है अंशी हमारे घर की बेटी है । आपने घर का काम करने से कोई नौकर नही बन जाता । और आप दोनो की हिम्मत भी कैसे हुई हमारे बच्ची  को नौकर बोलने की अगर आप लोगो ने एक भी लब्जा अब हमारे बच्ची के खिलाफ बोला तो हमसे बुरा कोई नही होगा।  आप दोनो हमारे यहां मेहमान बन कर आई है तो पार्टी एंजॉय  कीजिए आप लोगो को हमारे घर के मामलों में बोलने की इज्जत नहीं दी गई है । 
    Mrs सा और mrs मल्होत्रा अनामिका जी की बात सुन एक नजर अंशी को ऊपर से नीचे देख अपना मुंह टेढ़ा कर वहा से चली गई ।
     
    अनामिका जी अंशी को देख उसके सर में हाथ रख बोले आपको उनकी बातो से बुरा तो नहीं लगा न अंशी । उनकी बातो को ध्यान मत दो बेटा आप हमारी बच्ची है बस   
    अंशी अनामिका जी को देख मुस्कुराते हुए नही आंटी हमे उनकी बातो का बिलकुल भी बुरा नही लगा । हम जानते है  आप लोग हमसे कितना प्यार करते है आप ने जो हमारे लिए किया है उसका ऐहसान मन सात जन्मों तक भी नही चुका पाएंगे । आप ने आप ने एक बेसहारा लड़की को सहारा दिया उसे आपने घर में आपनी बेटी बना कर रखे।  वरना पता नही हमारा क्या होता ।
     
    अनामिका जी अंशी को डाटते हुए  खाबरदारू अंशी अगर आज के बाद आपने   हमने जो आपके लिए किया उसका ऐहेसन बोला तो  । आप हमारी बच्ची है हमने आपके लिए वही किया जो एक मां आपने बच्चे के लिए करती है।  वैसे हमे  हमारी बेटी देने का श्रेय हमे नही जाता वो जाता है आपके दोस्तो में जिन्होंने आपको हमारे घर में रहने के लिए माना कर  हमे एक बेटी दे दिए ।
    अनामिका जी यह बोलते बोलते उन सातों लड़कों की तरफ देखने लगी । जो कब से उनकी तरफ ही देख रहे थे अंशी अनामिका जी के नजरो का पीछा करते हुए उधर देखी तो वो सातों लड़के उसको मुस्कुराते हुए देख रहे थे ।  जिसे अंशी मुस्कुराते हुए उनके पास जाने लगी जिसके साथ ही साथ उन सातों लड़कों का दिल जोरो से धड़कने लगा जैसे जैसे अंशी उनके पास आ रही थी वैसे वैसे वो सातों अंशी में ही खोते चले जा रहे थे  
    अंशी उन लोगो के पास आ कर अपना हाथ आगे बड़ा कर रियांश प्रियांश को देखते हुए बोली हैप्पी बर्थडे टू यू रियांश जी , प्रियांश जी । 
    अंशी के बोलने से वो लोग होश में आते हुए इधर उधर देखने लगे रियांश प्रियांश अंशी के हाथो को देखते हुए एक साथ अपना हाथ आगे बड़ा कर अंशी के छोटे से नाजुक से  हाथो को आपने  हार्ड हाथो से पकड़ रियांश प्रियांश ने एक साथ हैंड सैक करते हुए मुस्कुरा कर थैंक्यू बोला । जिसके साथ ही उन तीनो की नजर अपासा में टकराने लगी  उन तीनो के हाथ जो कुछ देर के लिए  एक साथ मिले थे वो इस बात से अनजान की ये हाथ अब जिंदगी भर के लिए ऐसी मिलें रहेंगे  । जिसके साथ उन तीनो की धड़कनों में एक अजीब से जज्बात उमड़ने लगे जो उनके समझा के परे था ।
     
    आगे जाने के लिए वेट कीजिए नेक्स्ट पार्ट का 
    धन्यवाद!
     

  • 17. sato boy party ke bechain

    Words: 1325

    Estimated Reading Time: 8 min

    फिर सभी बैठ कर पार्टी एंजॉय करने लगे   ।  एक टेबल में रियाँस , प्रियांस, राज, युवराज ,अरनव, विक्की अनुराग और अंशी बैठ कर वहा डांस चल रहा था उसको देख रहे थे । बोलने  के लिए तो सभी उसी तरफ पार्ट एंजॉय करते हुए डांस को देख रहे थे । पर उन सातों लड़कों में किसी का भी ध्यान पार्ट में चल रहें डांस में नही  था । वो लोग बस अंशी के खूबसूरती में हो खाए हुए थे ।  जहा  राज युवराज अरनव विक्की अनुराग, अंशी के मासूम चेहरे को निहारे जा रहे थे।  तो  रियान्स प्रियंस अंशी को ऊपर से नीचे देखते हुए अलग सी डेविल स्माइल कर रहे थे । 

    तभी कुछ लड़किया आ एक एक करके राज युवराज अरनव अनुराग विक्की  का हाथ पकड़ा डांस फ्लोर पर ले गए।  तभी दो लड़किया और आ कर रियांस प्रियांश को भी खींचते हुए आपने साथ डांस फ्लोर पर ले गए जहा पर रियांस प्रियंस अर्णव युवराज विक्की अनुराग राज  उन लड़किया के साथ डांस कर रहे थे । तो अंशी टेबल में बैठ अकेली खुश होते हुए उन सब को देख रही थी  । तभी राज अंशी के पास आ कर उसका हाथ पकड़ उसको आपने साथ ले जाने लगा ।  अंशी राज को देख अपना हाथ छुड़ाने की कोशिश करते हुए बोली 

    अंशी - नही नही राज हम यही ठीक है हमे डांस नही करना ।

    राज अंशी के हाथ को पकड़ उसको देखते हुए बोला अरे ऐसे कैसे डांस नही करना ।  तुम्हारे दोस्तो का १st birthday सरमैनी उसके घर  में किया जा रहा है जिसके लिए इतनी बड़ी पार्टी रखी गई है और उसके खाश दोस्त ऐसे उनके birthday पर धमाकेदार न करे । ये तो अच्छा नहीं लगता  है ना । सो चलो ।

    अंशी राज से अपना हाथ छुड़ाने की कोशिश करते हुए नही वैसी बात नही है वो एक्टूली हमे हमे डांस नही आता ये बोल अंशी अपना sad सा फेस बना लिया ।

    राज अंशी की बात सुन उसके सामने आपने घुटनो के बाल बैठ उसके चेहरे को ऊपर कर बोला।  ऐसा कभी हुआ है क्या ?  की हमारे अंशी कुछ करने से पहले हर माने  तो तुम ये किए बिना कैसे कहा सकती हो की तुम्हे डांस नही आता चलो देखना तुम हम सबसे बेस्ट करोगी । 

    अंशी थोड़ा झिझकते हुए बोली पर पर राज हमे सच में डांस नही आता   और इतने सारे लोगो के सामने हम कैसे करेंगे ।

    राज अंशी के हाथो को पकड़ा आपने साथ खींचते हुए बोला चलो हम लोग है ना तो भरोसा रखो । अंशी राज की बात सुन अपना सर हा में हिला दिया । और डांस फ्लोर पर चली  गई । जिसके साथ पूरा सॉन्ग चेंज हो गया  पूरा हॉल  में एक शांति फैल जाती   है । जिसके साथ एक सॉन्ग चलता और पूरे पार्टी हॉल के लड़के लड़कियां डांस करने लगते है । जिसमे राज युवराज अर्णव अनुराग विक्की रियांस प्रियंस बीच में ग्रुपु में लड़कियों के साथ डांस कर रहे थे । सॉन्ग प्ले 

     

     

    Aankhein khuli ho ya ho band

     

    Deedar unka hota hai। (राज अंशी के साथ डांस करते हुए  बस एक तक अंशी को देखते हुए ये  लाइन गाता है । जिसके साथ पूरा स्टेप चेंज हो जाता ओर पार्टनर चेंज हो जाते जिसे अंशी युवराज के पास चली जाती है)

     

     

     

    Kaise kahoon main o yaara

     

    Yeh pyaar kaise hota hai  (युवराज अंशी की आंखो में देख  उसको गोल गोल घूमते हुए ये लाइन गाता है ।  डांस  करते समय अंशी की आंखो नीचे थी जिस वो इन लड़को की आंखो को नही पढ़ा पाती। उसको डांस नही आता इस लिए वो गरबरये हुए अपना सर झुकाए हुई थी और जैसे जैसे  उसके पार्टनर उसको करवा रहे थे वो वैसे वैसे करती जा रही थी । तभी फिर पार्टनर चेंज हुआ और अंशी अर्णव के पास चली गई )

     

     

    Hey aankhein khuli ho ya ho band

     

    Deedar unka hota hai 

     

    Aankhein khuli ho ya ho band

     

    Deedar unka hota hai ( अर्णव अंशी को प्यार से देखते हुए उसके हाथो को पकड़ा डांस करता और ये लाइन खाता फिर पार्टनर चेंज हो जाता है और अंशी अनुराग के पास चली जाती है  )

     

    Kaise kahoon main o yaara

     

    Yeh pyaar kaise hota hai

     

     

    Aankhein khuli ho ya ho band

     

    Deedar unka hota hai

     

    Kaise kahoon main o yaara

     

    Yeh pyaar kaise hota hai ( अनुराग अंशी को देखते हुए उसके हाथो को पकड़ा झुके हुए नजरो को देख कर गाता है  फिर पार्टनर चेंज होते और अंशी विक्की  के पास चली जाती है)

     

     

    Aaj hi yaaron kisi pe mar ke dekhenge hum

     

    Pyaar hota hai yeh kaise karke dekhenge hum। (विक्की अंशी को देख मुस्कुराते हुए उसके साथ डांस करते हुए गाता है फिर पार्टनर चेंज होते है अंशी प्रियंस के पास चली जाती है)

     

    Kisi ki yaadon mein khoye hue

     

    Khwaabon ko humne saja liya

     

    Kisi ki baahon mein soye hue

     

    Apna use bana liya (प्रियांश अंशी को एक जूनून भरी नजरो के साथ देखते हुए उसके खुली कमर में अपना हाथ फेरते हुए गाता है ।   उसके इस लाइन  में कुछ अलग ही मतलब था जो आपनी सॉन्ग की लाइन से कुछ अलग ही नाम दिया । जिसके साथ अंशी आपने नजरे उठा कर ऊपर देखते वैसे ही उसकी नजर प्रियांश के आंखो में मिलती जिसमे उसको कुछ अजीब दिखने लगता है जिसे पता नही क्यों एक बेचैनी होने लगती है  )

     

    Aye yaar pyaar mein koi

     

    Aye yaar pyaar mein koi

     

    Na jaagta na sota hai

     

    Kaise kahoon main o yaara

     

    Yeh pyaar kaise hota hai ( प्रियांश अंशी की आंखो को खुद आंखो कुछ ढूढते दिखा । फिर लाइन चेंज चेंज करके ये लाइन गाता और मुस्कुराने लगता अंशी आपने दिमाग में उठा रहे सवालों में ही कंफ्यूज हो जाती है जिसके साथ फिर से पार्टनर चेंज होते है और अंशी रियांस के पास चली जाती है  )

     

     

    Kya hai yeh jaadu hai koi bas jo chal jata hai

     

    Tod ke pehre hazaaron dil nikal jata hai (रियांस अंशी को  उसकी  कमर से पकड़ आपने नजदीक खीच  कर उसके आंखो में देखने लगता है । जो  उसके इस तरह खींचने से उसकी तरफ देख रही थी रियांस  उसके पीट को आपने चेस्ट से लगा कर उसके खुली कमर में हाथ फेरते हुए  गाता  है जिसके साथ अंशी  का दिल जोरो से धड़कने के साथ एक डर भरी बेचैनी होने लगती उसको ये सब कुछ ठीक नहीं लगता है वो आपने दिल और दिमाग में कंफ्यूज होने लगती है जिसे वो रियांस से दूर हो जाती है  । )

     

    Door kahin aasmanon par

     

    Hote hain yeh saare faisle

     

    Kaun jaane koi humsafar

     

    Kab kaise kahan mile (अंशी रियांस से दूर हो कर खुद की फीलिंग को न समझते हुए गाती है )

     

    Jo naam dil pe ho likha

     

    Jo naam dil pe ho likha

     

    Ikraar usi se hota hai

     

    Kaise kahoon main o yaara

     

    Yeh pyaar kaise hota hai ( फिर सातों लड़के अंशी के पास आ कर ये लाइन गाते है )

     

     

    Aankhein khuli ho ya ho band

     

    Deedar unka hota hai

     

    Aankhein khuli ho ya ho band

     

    Deedar unka hota hai

     

    Kaise kahoon main o yaara

     

    Yeh pyaar kaise hota hai (फिर सातों लड़के अंशी की नजरो में देखते हुए ये लाइन गाते है जिसे अंशी आपने नजरे उठा कर उन सातों को देखती।  जिनकी नजरे में आपने लिए कुछ अलग दिख रहा था जो उसने आज से पहले कभी नही देखा था । इंट्रेक्टली ही सही उन लोगो  ने  आपनी फीलिंग अंशी के सामने रखा दी थी।  जिसको अंशी समझा नही पा रही थी।  वो आपने दिमाग में इन सवालों से परेशान हो कर उन सातों की नजरो को देख अपना सर झुका कर  डांस स्टेट से नीचे उतर कर  किचन की तरफ चली गई वो सातों उसको जाते हुए देखने) कुछ ऐसी फीलिंग थी इनकी जिसको वो लोग बता कर भी नही बताना चाहते थे  ।शायद कल इनकी दोस्त आपनी जिद्द और जुनून के चलते किसी मासूम की जिंदगी बरबाद करने वाली है ।

     

     

    आगे जाने के लिए वेट कीजिए नेक्स्ट पार्ट का 

    धन्यवाद!

  • 18. anshi ki bechaini

    Words: 1056

    Estimated Reading Time: 7 min

    अंशी भागते हुए वहा से सीधा किचन में चली गई।  जहा इस वक्त कोई भी नही था  ।  अंशी किचन के रैलिंग से टिक कर खड़े हो कर आपनी जोरो धड़कते हुए दिल को शान्त करने की कोशिश करने लगी।  और आपने और दिमाग में उठते हुए सवालों को सोचते हुए खुद से बोलने लगी । 
    ये ये हमे क्या हो गया है । ये कैसी फीलिंग आ रही है हमे।  क्यू हमे उन लोगो की आंखो  में खुद के लिए आज कुछ अलग दिख रहा था । हमे ये सब सही क्यू नही लग रहा है । हमे क्यू आज उन लोगो के साथ अच्छा महसूस नहीं कर रहे है हमारा दिल ऐसा क्यों कहा रहा है की आज कुछ बहुत गलत होने वाला क्यू  हमे सारी चीजे धोखा नजर आ रही।   आ ,,,,,,,,,,,
    नही नही हम ऐसे उनके बारे में गलत कैसे बोल सकते है उन्होंने तो हमारे लिए जो किया है उसका ऐयासन हम कभी नही चुका सकते।  हम कैसे उनके बारे में गलत सोच सकते है  वो लोग तो हमारे कितने अच्छे दोस्त है कैसे वो लोग हमारे साथ गलत  कर सकते है ।  हम ही कुछ ज्यादा सोच रहे है इस बार हमारा दिल झूठा एहसास क्यू दिला रहा है   ।   अंशी खुद को शांत करते हुए यह सब सोच ही रही थी की  तभी किसी के आने की आवाज आई  जिसे अंशी खुद की भावनाओं को आपने अंदर ही समेट लिए।
     
    अनामिका जी किचन में आ कर अंशी को देखते हुए बोली  अंशी बेटा तुम यहां हो हम तुम्हे कहा कहा नही ढूंढ रहे थे । यहां क्या कर रही हो चलो रियांश प्रियांश केक काट करने वाले है।  तुम्हारा वेट कर रहे है । 
    अंशी कुछ न बोलते हुए अपना सर हा में हिला कर और  अनामिका जी के पीछे चली गई ।
    पार्टी हॉल में रियांश प्रियांश  के सामने बड़े सा केक लाया गया था जहा पर हैप्पी बर्थ डे रियांस प्रियंस लिखा गया था । वो लोग पूरे पार्टी हॉल में पूरे इधर उधर देखते हुए  आपने दोस्तो के साइड आंखो की आंखो इशारा करते हुए पूछ रहे थे की अंशी कहा है । वो पांचों भी पूरे पार्टी हाल में चिंता भारी नजरो से देखते हुए अपना सर न में हिला दिए और पार्टी हाल में सभी तरफ देखने लगे । तभी उनकी नजर अनामिका जी के साथ आती अंशी पर पड़ी जो अपना सर झुकाए आ रही थी।   वैसे ही रियांश प्रियंस की नज़र भी अंशी पर चली गई अंशी को देख उन लोगो के चेहरे पर मुस्कान आ गई । अंशी चुप चाप राज युवराज अर्णव अनुराज विक्की के पास जा कर उनको देख मुस्कुराते हुए खड़ी हो गई  ।
    रियांश प्रियंस को पता नही क्यों पर अंशी उनके पास न आ कर अपने दोस्तो के पास खड़ा देख उन दोनो को बिल्कुल भी अच्छा नहीं लगा । एक जलन सी फील होने लगी।  जिसे प्रियंस आपने दोस्तो को देखते हुए अंशी के पास जा कर उसका हाथ पकड़ स्टेज पर लगे लगा जिसे अंशी पूरी तरह चौक गई । और एक नजर प्रियांश को देख पूरे पार्टी हॉल में  इधर उधर देखने लगी।  जहा पर सब उसको ही देख रहे थी अंशी मजबूर हो कर प्रियांश के पीछे पीछे जाने लगी । प्रियांस अंशी को स्टेट में ला कर रियांस के साइड में खडा कर दिया।  और खुद उसके दूसरे साइड खड़ा हो गया जिसे अंशी घबराते हुए प्रियंस की तरफ देखने लगी । जिसे आंखो से ही पूछ रही हो की आप ने हमे स्टेट पर क्यू लाया है । प्रियंस अंशी के बातो को समझा कर मुस्कुराते हुए उसकी तरफ एक नजर देख पूरे पार्टी हाल में देखते हुए बोला।   ये बर्थडे हम दोनो भाईयो के लिए बहुत स्पेशल है जो की हमारे फैमिली में पूरे २०साल बाद हमारा बर्थडे सेलिब्रेट किया जा रहा है  और आप सबको पता ही है की   पहली बार जिंदल फेमिली में  इतनी बड़े सेरेमनी रखी गई है।  और इस सेरेमनी को खाश बनने के लिए हमारी खाश और सबसे स्पेशल दोस्त अंशी हमारे साथ बर्थडे सेलीब्रेट करेगी  । प्रियंस की बात सुन अंशी पूरी तरफ शौक हो गई।  और उसके तरफ ही देखने लगी वही रियांस अंशी के चेहरे को जूनून भरी नजरो से  देख मुस्कुराते हुई उसके एक हाथ को आपने हाथो से पकड़ा लिया जिसे अंशी चौक गई और  घबराते हुए रियांस की तरफ देखने लगी ।
    वही प्रियांश की बात सुन अनामिका जी और आयुष्मान जी मुस्कुराने लगे। और  पार्टी मे आए लोग अंशी को अजीब नजरो से देखने लगे जैसे उनको अंशी बिलकुल भी अच्छी नहीं लग  रही  हो क्युकी वो लोग चाहते थे की उनकी बिटिया उस जगह  पर हो जहा  पर आज अंशी खड़ी है ।
     
    रियांस अंशी के हाथो को पकड़ा उसको देखते हुए चाकू को उसके हाथो में थाम दिया जिसके साथ प्रियंस भी अंशी के हाथो को पकड़ लिया अंशी गबराये हुए नजरो से उन दोनो की तरफ देखने लगी जिसके साथ रियांस प्रियंस अंशी को देख केक काट करने लगे जिसके साथ पूरे तरफ तालियों का शोर गूंजने लगा।  जिसे अंशी होश में आ कर अपना सर झुका ली।
    रियांस प्रियंस केक का एक एक पिस ले कर अंशी के सामने कर दिया।  जिसे अंशी उन दोनो को देखने लगी।  दोनो अंशी को एक एक केक का पिस खिला दिया जिसमे रियांस अंशी को केक खिलते हुए उसको होटों को आपने उनलियो से सहलाने लगा । जिसे अंशी को फिर बेचैन और एक डर लगाने लगा और प्रियांश अंशी को केक खिला कर  उसके  के  झूठे केक  को आपने उंगलियों से चाटने लगा।  जिस पर किसी ने ध्यान नहीं दिया  अंशी भी आपनी बेचैन को दबाते हुए केक का छोटा छोटा टुकड़ा एक एक हाथो से रियांस प्रियांस के सामने कर दिया जिसे दोनो एक साथ अंशी को देखते हुए उसके हाथो को पकड़ा केक खा लिए   जिसके साथ उसके हाथो को आपने होटों और जिब से छू   भी लिए ।  जिसे अंशी की धड़कन जोरो से धड़कने लगी।  वो जल्दी से आपने हाथ नीचे कर स्टेज से नीचे उतर गई ये नजारा पूरे पार्टी हाल में कोई देख कर कुछ समझे या ना समझे राज युवराज अरनव अनुराग विक्की अच्छे से समझा रहे थे।  वो लोग एक तक रियांस प्रियांश को देखने लगे उन लोगो को उनकी आंखों में वही सब फिर से नजर आ रहा था जो आज से 6महीने पहले था । 
     
    आगे जाने के लिए वेट कीजिए नेक्स्ट पार्ट का 
    धन्यवाद!
     
     

  • 19. riyansh priyansh ka apne makshad ko anzam dena

    Words: 1506

    Estimated Reading Time: 10 min

    अंशी सीधा वहा से  आपने कमरे में चली गई । 
    नीचे पार्ट हॉल में सारे मेहमान धीरे धीरे वह से जाने लगे।  जिसके साथ आयुष्मान और अनामिका जी भी उन मेहमानो को धन्यवाद करने के लिए उनके  साथ बाहर गार्डन में चले गए ।  अब सिर्फ हॉल में वो आठ लड़के ही खड़े थे । जिसमे रियांस गोल्डरिंग पी रहा था तो प्रियंस  उन पांचों लड़को के पास जा कर जो उसको गुस्से भरी से देख रहे थे ।
    प्रियांश -हल्का सा स्माइल कर  क्या हुआ भाई  ऐसे क्यू देख रहे हो  हमे  । चलो जल्दी जल्दी हमे हमारा बर्थडे गिफ्ट दो फिर हमे हमारा स्पेशल गिफ्ट भी लेने जाना है । ये बोल प्रियांश उन लोगो को देख टेडी स्माइल करने लगा।  जिसे राज गुस्से से प्रियंस की कॉलर पकड़ चिलाते हुए बोला ।  तुम दोनो आज भी नही सुधरे  हम पांचों की गलत फयामी थी की तुम्हरे  सोच हमारे जैसे बदल गया  । पर तुम दोनो आज भी  वही  6 महीने पहले खड़े हो।   पर याद रखना मैं तुम दोनो के इदारे को कामयाब नही होने दूंगा ।  चाहे इसके लिए मुझे अंकल   को सारी बात बतानी क्यू ना पड़े ।
    युवराज  राज को  प्रियंस का कॉलर छुड़ाते हुए प्रियांश को देख गुस्से से   ।   याद रखना तुम दोनो हम लोग तुम दोनो को अंशी पर किसी भी तरह   की एक उंगली भी उतने नही देंगे।  तुम दोनो का दिल कभी धड़कता भी है या नही उस मासूम की मासूमियत देख कैसे तुम दोनो का दिल नहीं पिगला  ।
    रियांस युवराज की बात सुन  उन लोगो के पास आते हुए।  हा नही धड़कता हमारा दिल । नही आती हमे किसी मासूम की मासूमियत नजर  ।   ये दुनिया पूरी धोखे से भरी हुई है । मरना तो सबको है अगर मरने से पहली  जिंदगी का  मजे न ले ।   तो इस जिंदगी का  क्या फायदा।  यहां सब एंजॉय करने आए  है।  सो वही कर रहे  है ।फिर उन पांचों की तरफ एक नजर देख अगर तुम लोग चाहो तो हमारे साथ एंजॉय कर सकते हो । आखिर हमारे  छे महीने का हमारा इंतजार जो है ।  ये बोल रियांस डेविल स्माइल करते हुए उन पांचों को देखने लगा । 
    प्रियांस भी र्रियांस की बात सुन हस्ते हुए ।  भाई सही कहा रहे है यार चलो तुम लोग भी एंजॉय करना हमारे साथ कहा ये अच्छाई का घूंघट उड़े हो ।
    अर्णव  -  उन लोगो को  गुस्से से देखते हुए बोला । आपनी  लिमिट क्रॉस मत करना रियांस  जहां हम आपनी जिंदगी काट रहे थे उसमे उसने रंगो से भरा है।  हमे हमारी असली खुशियां दी   है । वो हमारे लिए एक एंजेल है  ।
    अनुराग -( गुस्से से ) अच्छाई का चोला  जिसे तुम बोल रहे हो ना प्रियांस  वो एक सुकून है । जिसकी तलाश जिंदगी में हर एक  इंसान करता है  । इस सुकून के आगे जिंदगी की सारी खुशियां फीकी है  । आपने दिल से एक बार पूछो रियांस , प्रियंस क्या तुम दोनो को उस मासूम की मासूमियत में जिंदगी की खुशियां नजर नहीं आती।  क्या वो सुकून वो  खुशी नजर नही आती जो दिल को धड़कना सिखाए ।
    विक्की - ( गुस्से से ) सबका दिल में राज करने वाली आप लोगो की दिल में एक छोटी सी भी जगह भी नहीं बना पाई क्या  ? जिसके इतनी सच्चाई भरी  है की  धोखे का एक अंश भी नजर नहीं आता ।
    राज - (गुस्से से )उन दोनो भाई को देख । किसे समझने की  कोशिश कर रहे हो तुम लोग जो छे महीने में नही समझे । वो अब क्या समझेंगे पर याद रखना मैं उस गंगा की पवित्रता छीने नही दूंगा ।
    रियांस - उन लोगो को देख गुस्से से  कर क्या लोगो तुम लोग   हिम्मत है तो हमे रोक कर बताओ ।
    प्रियंस -याद रखना ।  अगर तुम लोगो ने कुछ भी करने की कोशिश की तो आपने सालो की दोस्तो खो दोगे।  और ये बात तुम पांचों नही चाहोगे ।  की एक लड़की के लिए आपने दोस्ती टूटे।  इस लिए मैं बोल रहा हु चलो हमारे साथ एंजॉय करो पूरे छे महीने वेट किया है । हमने इस दिन का उसका फल खाना तो बनता है ।
     
      उन दोनो की बात सुन कर वो पांचों एक साथ चिलाये रियांस, प्रियंस,,,,,,,,,,,,,,,,,,,
     
    युवराज -,गुस्से से। किसी मासूम की मासूमियत पर आपने दोस्ती के नाम पर दाग मत लगावो रियांस । 
     
    राज - हमारी दोस्ती अजीज है  जिसको बदनाम होने देना नही चाहता  पर इसके नाम पर  मैं  उस सीता को रावण के हवाले   नही करूंगा । 
     
    विक्की  - गुस्से से । दोस्ती दोस्ती यही नाम दे रहे हो ना तो एक दोस्ती हमारी उस लड़की से भी है जिसकी इज्जत के साथ आज तुम दोनो खेलने की सोच रहे हो   । 
     
    रियांस -डेविल स्माइल कर दोस्त हा हा हा कहा की दोस्ती वो सिर्फ हमारे लिए एक मोहरा थी।  ये बात तुम पांचों भी अच्छे से जानते हो । दोस्त के नाम पर हमने अपना क्या नजरिया देखा । 
     
    अनुराग -(  गुस्से से )हमारे इरादे गलत जरूर थे पर उसने हम जैसे डेविल को प्रिंस बना कर खुद एंजेल बन गई । 
     
    प्रियंस - उफ्फ ।  you guys have no shame एक लड़की के  लिए तुम लोग  हमसे लड़ रहे हो । 
     
    वो पांचों फिर कुछ बोलने वाले थे की    रियांस उनको एक नजर देख बोला  ।   बस बहुत हुआ अब हमारे पास इस चीज के लिए बहेसा करने का टाइम नही है।  हा हम उसे पा कर ही रहेंगे । तुम पांचों को जो करना है कर लो पर याद रखना आपनी दोस्ती ।
    ये बोल वो सीढ़ियों से चढ़ते हुए अंशी के रूम की तरफ जाने लगा ।  प्रियांश भी उन पांचों को देख डेविल स्माइल कर रियांस के पीछे जाने लगा ।
    वो पांचों भी जल्दी से  उन दोनो के पीछे भागते हुए जाने लगे । और उनका नाम ले कर कर रोकने की कोशिश करने लगे।   पर रियांस प्रियंस सीडियो से चढ़ते हुए अंशी के रूम के पास जा कर खड़े हो गए।  और जैसे ही अंदर जाने वाले थे राज रियांस के सामने आ कर नही भाई।  प्लेज नही उसकी मासूमियत मत छीनो उसके बदले में तुम दोनो जो चाहे कर सकते हो ।
    युवराज  भी अंशी के कमरे के दरवाजे के पास खड़ा हो कर । तुम दोनो  को जो चाहे ले लो हमसे   । पर उसके साथ कुछ मत करो ।  अर्णव अनुराग विक्की भी दरवाजे के पास खड़ा हो कर 
    अनुराग। - मैं  प्रोमिस करता हु यार । मैं तुम दोनो को उसे भी अच्छी लड़किया ला कर दूंगा बस उसे छोड़ दो । 
    अर्णव - मेरे पास  जितने भी पैसे प्रॉपर्टी जो भी है । सब रख लो इनफेक्ट मैं अभी डैड को बोल कर सारी चीजे तुम दोनो को  दे  दूंगा । पर प्लेज उसे   उसकी खुशियां मत छीनो ।
     
    विक्की -  रोते हुए प्लेज भाई  उसकी खुशियां मत छीनो   वो जीते जी मर जायेगी । 
     
     
     
    रियांस प्रियंस उन पांचों को इस तरह खुद के सामने पूरा तरह पहली बार टूटता देख रहे थे।   इनफेक्ट ये पांचों कभी ऐसे थे ही नहीं ।
    रियांस उन पांचों को गुस्से से देख बोला।  हटो सामने से वरना आपनी दोस्ती को तोड़ने में हमे एक मिनट नही लगेगा । और मैं नही चाहता हमारी दोस्ती एक पूअर गर्ल की वजह से टूटे।  उसकी कोई कीमत नहीं है जिसके लिए तुम पांचों हमारे सामने खड़े हो वो एक  orphan लड़की है ।
     
    वो पांचों रियांश  की बात सुन आपने घुटनो के बाल बैठ कर आपने हाथ जोड़ा।  रियांस प्रियंसा को देखते हुए बोलने लगे ।  नही भाई प्लेज नही  हम पांचों तुम्हारे सामने  बिक मांगते है । उसको जाने दो   उसको कुछ मत करो ।वो दूसरे लड़कियों जैसी नही है  pure heart हैं वो  उसके साथ ये सब करोगे तो वो जिंदा लाश बन जाएगी । नही बर्बदाश कर पाएगी । 
     
    प्रियांश उन लोगो को ऐसा देखा गुस्से से बोला । एक लड़की के लिए तुम पांचों पागल हो गए हो क्या ?
    रियांस उन लोगो से  अगर तुम पांचों अब हमे रोकने की कोशिश किए  तो हमारे मौत का नजारा देखोगे और तुम पांचों अच्छे से जानते हो हम दोनो आपनी  ज़िद में किस हद्द तक जा सकते है । 
    राज युवराज अरनव अनुराग विक्की  , रियांस प्रियंस की बात सुन पूरी तरह शौक हो गए।  उन पांचों की आंखो से अंशु निकल गए  । आपने अंशु भारी आंखो से उन दोनो को देख युवराज अर्णव विक्की अनुराग आपने जगह से खड़े हो कर  दरवाजे के साइड हो गए ।  पर राज अब भी वैसे ही उनके सामने  एक बेजान की तरह बैठ हुआ था ।  जिसे युवराज और अर्णव उसके कंधे पर हाथ रख उसको हटाते हुए बोलने लगा । राज  जानो दो हमारी दोस्ती हर गई ।
    राज आपने अंशु भारी आंखो से एक नजर युवराज को देख उन दोनो भाई को देख बोला।  नही नही मैं नही जाने दूंगा मैं उसको कुछ होने नही दूंगा ।
    युवराज अर्णव विक्की अनुराग राज को वह से खड़ा कर दरवाजे से हट गए ।  जिसे रियांस प्रियंस उन लोगो को एक नजर देख अंशी के कमरे के अंदर चले गए ।
     
     
    आगे जाने के लिए वेट कीजिए  नेक्स्ट पार्ट का 
    धन्यवाद !
     

  • 20. riyansh priyansh anshi ke kamare me

    Words: 1210

    Estimated Reading Time: 8 min

    अंशी के कमरे में इस वक्त अंशी बॉथरूम थी । इस वजह से उसको आपने रूम के बाहर  की बाते  को सुन नही पाई ।   रियांस  प्रियांश  कमरे के अंदर जा कर पूरे कमरे में एक नजर देख दरवाजे को अंदर  से लॉक कर दिया ।  जिसके साथ बाहर खड़े उन पांचों लड़को की धड़कन जोरो से धड़कने लगा   ।   रियांस प्रियंस दरवाजा लॉक कर पूरे कमरे में देखने लगे  तभी उन  दोनो की नजर बाथरूम से बाहर निकलते अंशी पर पड़ी जिसको देख उन दोनो भाई के चेहरे पर कुटिल मुस्कान आ गई  । अंशी की नजर जैसे ही उन दोनो पर पड़ी वो पूरी तरह घबराने लगी । पार्टी में जो कुछ भी हुआ वो सब उसको बिलकुल भी अच्छा नहीं लगा था । सारी चीजे उसको गलत लग रही थी इस लिए वो खुद को शांत करने के लिए आपने रूम में आई थी।  इस लिए वो रियांस प्रियांश को देख घबराने लगी   फिर वहा खुद को शांत कर  आपने दिल दिमाग के सवालों को साइड कर उनको देखते  हुए उनके थोड़ पास जा कर घबराते हुए  बोली  आ,,,,,,,,  आप दोनो   हमारे कमरे मे , कोई काम था  क्या ?
    प्रियंस उसके पास आ कर उसके आगे पीछे गोल गोल घूमते हुए ।  क्यू हम तुम्हारे कमरे में कोई काम से ही आ सकते है क्या ?
    अंशी वैसे ही घबराते हुए  उन दोनो को देख । नही नही वो हमारा वो मतलब नही था ।आप दोनो  ऐसे हमारे कमरे तो कुछ काम हो इस लिए पूछा ।
    रियांस अंशी के बेड पर बैठते हुए ooo रियली ये तुम्हारा कमरा हैं या हमारा घर ।
    अंशी को आज उन दोनो का बेहवियार  , ऊपर से रियांस की ऐसी बाते उसको बहुत अजीब लगने लगी   । फिर भी  उनको देख बोली ।   जी नही ये ,,,,, ये आपका ही घर है आप कभी भी आ सकते  वो बस ऐसे अचानक इस लिए इस ,,, वो बस ।
    प्रियंस अंशी के एक हाथ  को आपने हाथो में पकड़ा उसको देखते हुए बोला।  अच्छा वो सब छोड़ो अंशी आज हमारा बर्थडे है तो  तुम्हे आज हमे हमारा बर्थडे गिफ्ट देना तो बनता है ना ।
    अंशी प्रियंस का उसके हाथो को इस तरह अचानक पकड़ने से थोड़ा घबरा  गई थी । फिर भी वह खुद को शांत कर बोली । जी हम आप दोनो  को  क्या दे सकते है हमारे पास आप दोनो को देने के किए कुछ भी नही है। 
    रियांस एक तक अंशी को देखते हुए । बहुत कुछ है तुम्हारे पास जो तुम हमे दे सकती हो ।
    अंशी रियांस की बातो को तो समझा नही पाई पर वह पूरी तरह घबराने लगी   जिसे प्रियंस उसको देख डेविल स्माइल कर उसके दोनो हाथो को  आपने हाथो से छूते हुए    ।  एक तक उसके मुलायम हाथो को देखते हुए बोला । हम जो  तुमसे हमारा बर्थडे गिफ्ट मांगे क्या वो तुम दोगी  ?
    अंशी की धड़कन जोरो से धड़कने लगी साथ ही साथ उसकी घबराहट भी बड़ती चली जा रही थी ।वो आपने हाथो को प्रियंस के हाथो से छुड़ाने की कोशिश करते हुए घबराए हुए  सवार में बोली।   जी आप ,,, आप क्या बोल रहे है आपको हमसे क्या चहिए ।
    प्रियंस अब भी उसके हाथो को देखते हुए उसको अच्छे से पकड़ आपने हाथो से ही सहेला रहा था जिसे रियांस बेड पे लेटते हुए बोला अगर हम जो तुमसे मांगे वो तुम ना भी दोगी ना तो भी हम हमारा बर्थडे गिफ्ट  ले कर ही रहेंगे। 
    अंशी को उन दोनो की  बात सुन कर डर  से कांपने लगी।  साथ ही साथ  उसके आंखो में अंशु बहाने  लगे जो शायद आगे की बाते उसके दिल और दिमाग पहले ही बता दी थी । 
    प्रियांश उसके  हाथो  को  देखते हुए बोला  अभी से तुम इतना क्यू घबारा रही हो अंशी ।  हमने तो अभी बताए भी नही है हमे क्या चहिए ।  हमे अच्छे से पता है हम जो तुमसे मांगेंगे वो तुम खुद से दोगी नही ।  इस लिए क्या करे हमे आपनी चीजे छिन्नी पड़ती है।  पर तुम फिकर मत करो  हम  तुम्हे ज्यादा दर्द नही देंगे आखिर तुम हमारी दोस्त जो हो ।
    अंशी को उनकी बाते सुन सब समझा में आने लगा था । की उसका दिल आज और छे महीने पहले भी सही बोल रहा था ।  जिसको वो समझा कर भी समझा नही पाई थी।  वो आपने अंशु  भरी आंखों से  उन दोनो को देखते हुए प्रियंस के  हाथो से खुद के हाथ को पूरी तरह छुड़ाने की कोशिश करने लगी । जिसको देखते हुए रियांस आगे बोला hmm तो तुम समझा चुकी हो की हमे क्या चाहिए।  फिर भी तुम अगर हमारे मुंह से सुनना चाहती हो तो हम तुम्हे बता देते है  Us, Your body needs our birthday gift for today  ।
    जिसके साथ अंशी के अंशु उसके आंखो से उसके गालों में आ गए । उसको विश्वास नही हो रहा था की उसने जो सुना है वो सच है ।  फिर भी  वो  समझा चुकी थी की छे महीने   उसका दिल और आज क्यू उसे ये सारी चीजे समझने की कोशिश कर रहा था । जिसको वो नकार रही थी । वो  एक तक रियांस की तरफ आपने अंशु भारी आंखे देखते हुए गुस्से में आपने हाथ जोरो से प्रियांश के हाथो से अलग कर लिया जिसके साथ उसके हाथो की कांच की कुछ चूड़ियां टूट कर नीचे गिर गई ।  जिसे उसके हाथो में थोड़ी सी चोट आ गई को उन दोनो को एक टक देखते हुए वहा से पीछे हटने लगी जिसे रियांस प्रियंस आपने हाथ बंधे डेविल स्माइल करते हुए उसको देख रहे थे ।
    अंशी पीछे हटते हुए बोलने लगी no no no  ये ये सच नहीं हो सकता।   हम हम जरूरी कोई बहुत बुरा सपना देख रहे है ये सच नहीं है  ये सच नहीं  है । ये बोलते हुए वो  पूरी तरह रोने लगी जिसे  प्रियंस उसके पास आते हुए बोलने लगा ये सच है बेबी आज तुम हमारी होगी ।  हमारे छे महीने का इंतजार खत्म होगा ।  आखिर इतना नाटक जो करना पढ़ा है तुम्हे पाने के लिए वो पूरा होगा ।
    अंशी उसको देख पीछे हटने लगी जिसे प्रियांश उसके नजदीक आ कर उसके हाथो को आपने हाथो से पकड़ लिया  । 
    जिसके साथ रियांसा बेड से उठा उसके पास आते हुए बोला सो फाइनली अब हमे ये अच्छाई का नाटक नही करना पड़ेगा । बोर हो चुके थे यार ये छे महीने तक ये सच्चाई अच्छाई का नाटक करते हुए ।
    अंशी उन दोनो को देख रोते हुए बोलने लगी आप दोनो हमारे साथ ऐसा कैसे कर सकते है । हमने तो आपका कुछ बुरा नही किया है  ये बोल वो खुद को प्रियंस के हाथो से छोड़ने की कोशिश करने लगी । जिसके साथ वह  पास में रखे गुलदस्ते में धक्का लगा गया।   जिसके साथ वो समान में गिर गया जिसकी आवाज उस रूम के बाहर भी गई जहां ये आवाज  सुन वो पांचों लड़के जिनकी आंखों रोने की वजह से पूरे तरह लाल हो गई थी । वो अचानक से घबरा गए । जिसके साथ राज युवराज से खुद को छुड़ाते हुए बोलने लगा।   छोड़ो मुझे जाने दो मेरा पहला  प्यार है । मैं आपनी अंशी को कुछ होने नही दे सकता।  
    राज की बात सुन  युवराज अर्णव अनुराग विक्की पूरी तरह शौक हो गए ।
     
     
    आगे जाने के लिए वेट कीजिए नेक्स्ट पार्ट का 
    धन्यवाद!