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Ishqi

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कोमल एक अनाथ महिला थी जिसकी जिंदगी में कभी कुछ अच्छा नहीं हुआ, लेकिन उसकी बेटी निक्कू उसकी अंधेरी जिदंगी मै एक उम्मीद की रोशनी है । कोमल अपने भूतकाल को भूल कर आगे बढ़ने का प्रयास करती है कि अचानक, उसकी जिंदगी में निशांत कट्टर की एंट्री होती है, जो एक...

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Nikku kattar

Healer

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Komal aahuja

Heroine

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Nishant Kattar urf NARKO

Hero

Total Chapters (178)

Page 1 of 9

  • 1. broken threads - Chapter 1

    Words: 1175

    Estimated Reading Time: 8 min

    आज मुंबई के शानदार पैलेस जैसे दिखने वाले घर "एन के मेंशन" में मुंबई के बिज़नेसमैन और अंडरवर्ल्ड के खतरनाक गैंगस्टर निशांत कट्टर उर्फ नार्को की शादी हो रही थी, और वह भी टॉप बॉलीवुड एक्ट्रेस मीनाक्षी श्रीवास्तव के साथ।

    नार्को पर परिवार का दबाव था। उसके दादा कल्पेश कट्टर को हृदय संबंधी समस्या थी जिसके चलते आखिरकार उन्होंने नार्को को शादी के लिए मना लिया था।

    बाकी परिवार का परिचय बाद में करेंगे। अभी शादी शुरू हो गई थी, लेकिन नार्को का कोई अता-पता नहीं था। सब परेशान होकर दरवाज़े पर देख रहे थे, लेकिन कल्पेश को पूरा विश्वास था कि अगर उसके पोते ने हाँ बोला है तो ज़रूर वह आएगा, और वह भी समय पर।

    मैरिज हॉल में एक साथ पाँच लोगों की एंट्री हुई। सबसे आगे नार्को था। उसके बायें डेविड और जिमी थे, और दायें नार्को का छोटा भाई आहिर और नार्को का सचिव जॉन था। इन पाँचों को देखकर लग रहा था कि कोई पाँच माफ़िया किंग्स की एंट्री हो रही है।

    सबके लुक्स एक से बढ़कर एक थे। नार्को, आहिर और जिमी ने काले रंग का लॉन्ग कोट पहन रखा था और मास्क पहन रखा था। वहीं डेविड और जॉन ने सफ़ेद रंग का लॉन्ग कोट पहन रखा था। आहिर के बाल थोड़े लम्बे थे, उसने आधे बालों की पोनीटेल बना रखी थी। नार्को के एक कान में छोटा सा इयररिंग था और ब्लैक शेड्स चढ़ा रखे थे। उनकी एंट्री होते ही माहौल गर्म हो गया।

    कल्पेश ने पूरी शानो-शौकत के साथ सब अरेंज करवाया था। उनके आते ही उन्होंने कहा, "आ गया मेरा शेर! चलो अब शादी की रस्में शुरू करो।" नार्को और बाकी चारों ने आकर अपने दादाजी के पैर छुए।

    मंडप में दुल्हन को बुलाया गया। मीनाक्षी का परिवार भी किसी भी एंगल से कट्टर परिवार से कम नहीं था, लेकिन नार्को का प्रभाव व्यापार और अंडरवर्ल्ड में ऐसा था जिसकी श्रीवास्तव परिवार कभी बराबरी नहीं कर सकता था।

    मीनाक्षी बहुत खूबसूरत और स्टाइलिश थी। फिल्म इंडस्ट्री में उसके फ़ैशन के चर्चे थे, सब उसे कॉपी करने की कोशिश करते थे।

    आज वह बहुत खुश थी। आखिर इतनी मेहनत के बाद उसने यहाँ तक आने का सफ़र तय किया था। उसने कितने ही पापड़ बेले थे नार्को के दादा को मनाने के लिए।

    शादी की रस्में शुरू हो गईं। नार्को ने कोई पारम्परिक कपड़े भी नहीं पहने थे। जो उसकी स्टाइल थी वही कपड़े उसने पहने थे। नार्को ने एक नज़र भी मीनाक्षी को नहीं देखा। वह सिर्फ़ पंडित की बातों को फॉलो कर रहा था। पंडित को पहले ही धमका दिया गया था कि शादी में 15 मिनट से ज़्यादा एक सेकंड भी नहीं लगना चाहिए। पंडित के पसीने छूट रहे थे। डरते हुए पंडित ने शादी संपन्न कराई। नार्को सीधे अपने दादा के पास गया और उनका आशीर्वाद लिया।

    उसके बाद उसने जिमी से कहा, "हम आज सनशाइन क्लब में मीटिंग करेंगे।"

    "यस बॉस," जिमी ने कहा और ड्राइवर को कार निकालने के लिए कहा।

    मैरिज हॉल के बाहर से तीन कारें निकलीं। पहली कार में जिमी और आहिर थे।

    दूसरी में नार्को और जॉन और तीसरी कार में डेविड और उसका एक आदमी जेम्स था।

    तीनों कारें सनशाइन क्लब के सामने आकर रुकीं और उन पाँचों की एंट्री हुई। सब आँखें बड़ी-बड़ी खोले और मुँह फ़ाड़े उनको देख रहे थे।

    सब मीटिंग रूम में बैठे थे। जेम्स और कुछ बॉडीगार्ड रूम के गेट पर थे। नार्को के सामने वेपन डीलर करन ओबरॉय बैठा था। नार्को और जिमी उसके सामने बैठे थे। बाकी तीनों बगल के सोफ़े पर बैठ गए।

    करन ने कहा, "किंग! ये देखकर खुशी हुई, शादी के दिन भी आप डील करने आए।"

    एक कड़क आवाज़ आई, "नार्को को खोखली चापलूसी पसंद नहीं, मुद्दे की बात करो।"

    करन ने कहा, "किंग! मुझे एक ड्रग शिप अवैध तरीके से आपकी वेपन शिप के साथ भेजनी है।"

    यह सुनकर नार्को तिरछा मुस्कुराते हुए बोला, "और तुम्हें क्यों लगता है नार्को बिना फायदे के तुम्हारी मदद करेगा?"

    यह सुनकर करन ने कहा, "किंग की खातिरदारी अभी से शुरू कर दी जाएगी।"

    फिर करन अपने बॉडीगार्ड को इशारा करता है। एक लड़की, काले रंग की ऑफ-शोल्डर स्लीव्स की शॉर्ट ड्रेस पहनकर, आती है और नार्को के पास जाने लगती है। उसके नार्को तक पहुँचने से पहले नार्को ने अपनी बंदूक से उस बॉडीगार्ड को गोली मार दी जो उस लड़की को लेकर आया था।

    नार्को उठकर करन के सामने रखी ग्लास टेबल पर पैर रखकर बोला, "इतने सस्ते ख्वाब नहीं रखता नार्को।"

    और चश्मा पहनते हुए रूम से बाहर निकल आया।

    जिमी तिरछा मुस्कुराते हुए बोला, "डील कैंसिल, मिस्टर ओबरॉय।" और वे चारों भी नार्को के पीछे रूम से निकल गए।

    एन के मेंशन में...

    मीनाक्षी की माँ सुजाता श्रीवास्तव मीनाक्षी को समझा रही थी। वहीं मीनाक्षी आग बबूला हो रही थी। पहली रात को कौन अपनी पत्नी को ऐसे छोड़कर जाता है?

    सुजाता ने कहा, "बेटा, उसका काम ऐसा ही है। तू ज़्यादा अनजान मत बन। उसने शादी कर ली, वही बहुत है।"

    फिर मीनाक्षी के पापा घर के अंदर आते हुए बोले, "मीनाक्षी बेटा, जाओ अपनी फ़्रेंड्स को पार्टी दे दो।"

    यह सुनकर मीनाक्षी को थोड़ा अच्छा फील हुआ। आखिर वह किंग की क्वीन है, इस बात से सबको नीचा दिखाना और जलाना तो बनता ही है। और वह पार्टी के लिए निकल जाती है। उसे जाते देख सुजाता जी चैन की साँस लेती हैं।

    नार्को के घर में सभी नौकर अपना-अपना काम कर रहे थे। वहीं एक किशोरी भी काम कर रही थी। उसने आज पहली बार यह नौकरी की है, इसलिए वह थोड़ी नर्वस थी। तभी उसके पास उसकी चाची आती है जिसके साथ वह काम करने आई थी। वह बोलती है, "कोमल।"

    "जी चाची जी," कोमल ने कहा।

    "बेटा, ऊपर जिस कमरे में लाइट जल रही है, वहाँ फ़्रूट्स की टोकरी है, वह यहाँ ले आ।"

    "अभी लाती हूँ," कहकर कोमल उस कमरे में जाने लगती है। कोमल को नहीं पता था कि उसकी चाची जानबूझकर नार्को के कमरे में उसे भेज रही है ताकि नार्को उसे जान से मार दे।

    वही सब मेंशन लौट चुके थे, बस नार्को नहीं था। उसने बार में जाकर बहुत ड्रिंक किया ताकि वह शादी की इस पहली रात को मनाए, लेकिन अपने होश में नहीं। वह दादाजी की बात नहीं टालना चाहता था, लेकिन साथ ही उसे पता था कि होश में होते हुए वह किसी लड़की को टच भी नहीं कर पाएगा।

    जब उसे लगा कि ड्रिंक भी उसे नशे में करने के लिए काफी नहीं है, उसने एक ड्रग्स की डोज अपनी जेब में रखी और ड्राइवर को कार मेंशन ले जाने के लिए कहा।

    कार एन के मेंशन के सामने जाकर रुकी। नार्को ने एक बार अपनी आँखें बंद कीं, उसके बाद कार में ही एक पेग बनाकर वह ड्रग्स की डोज ले ली और कार से उतरकर अपने कमरे में चला गया।

    क्या होगा जब नार्को को कमरे में मीनाक्षी की जगह कोई और लड़की दिखेगी?

    क्या कोमल का होगा आज का दिन अपनी ज़िन्दगी का आखिरी दिन?

    या लेगी कोमल की ज़िन्दगी एक नया मोड़? जानने के लिए पढ़ते रहिए।

    क्रमशः

  • 2. broken threads - Chapter 2

    Words: 1285

    Estimated Reading Time: 8 min

    नार्को सीधा कमरे में गया। अब उससे कुछ बर्दाश्त नहीं हो रहा था, शायद ड्रग ने काम करना शुरू कर दिया था। नार्को ने स्विच बोर्ड से लाइटें बंद करके पीली डिम लाइटें जलाईं।

    उसे साफ़ कुछ दिखाई नहीं दे रहा था। वह आगे बढ़ा। कोमल को लगा, शायद उसकी चाची आई है क्योंकि उसे आए हुए बहुत देर हो गई थी और उसे कोई टोकरी नहीं मिली थी। लेकिन फिर यह कमरा इतना खूबसूरत था कि कोमल इसी कमरे को देखने लगी।

    अभी वह ड्रेसिंग मिरर के सामने खड़ी होकर उसकी डिज़ाइन देख रही थी, जब उसने देखा कि कमरे में चाची की जगह कोई और है। उसकी आँखें बड़ी हो गईं और वह डर से काँपने लगी।

    नार्को को लगा, शायद यही उसकी दुल्हन मीनाक्षी है। उसने उसे पीछे से गले लगा लिया। अब कोमल की हालत और ज़्यादा ख़राब हो रही थी। नार्को अभी सिर्फ़ हल्के होश में था। उसने देखा कि उस लड़की के कान के ठीक नीचे, गर्दन पर एक टैटू है - एक काले रंग की तितली का। नार्को को वह बहुत आकर्षक और खूबसूरत लग रहा था। नार्को झुककर उस टैटू पर किस कर लिया। कोमल डरते हुए बोली,

    "स...स...सर आप क्या कर रहे हैं? मैं...मैं...वो..."

    कोमल इससे आगे कुछ बोल पाती, उससे पहले नार्को उसका चेहरा अपनी ओर कर लेता है और जोश से किस करने लगा। अब कोमल की आँखों में आँसू आ गए। उसे समझ नहीं आ रहा था कि वह क्या करे।

    नार्को छह फुट लंबा और मस्कुलर बदन वाला जवान था। उसके सामने कोमल किसी फूल की पंखुड़ी जितनी नाज़ुक थी। कोमल लगा तार उसे खुद से दूर करने की कोशिश कर रही थी, लेकिन नार्को का खुद पर कोई काबू नहीं था।

    नार्को का किस रुकने का नाम नहीं ले रहा था। इस तरह तीस मिनट हो गए और कोमल बेहोश हो गई।

    पर नार्को को कोई फर्क नहीं पड़ा। उसने कोमल को बिस्तर पर गिरा दिया और उसके कपड़े पागलों की तरह फाड़ने लगा।

    उसके सामने नंगी कोमल थी। अब वह खुद को रोकना नहीं चाहता था और फिर से कोमल पर अपनी हैवानियत दिखाने लगा।

    सुबह तीन बजे नार्को थककर सो गया।

    कोमल लगभग सुबह चार बजे होश में आई। उसे कुछ समझ नहीं आ रहा था कि उसके साथ क्या हो गया।

    उसकी तो अपनी फैमिली भी नहीं है, बस चाचा-चाची के सहारे पल रही थी वह। अब वह उन्हें क्या मुँह दिखाएगी? उसे अपनी किस्मत पर रोना आ रहा था। उसने क्यों चाची की बात मानी? उसकी चाची ने तो कभी उसका भला नहीं चाहा। वह ही बेवकूफ़ थी जो उनके कहने पर विश्वास करके इस घर में काम करने आई थी। उसने एक नज़र नार्को को देखा। नार्को पीठ के बल लेटा था, उसकी आधी बॉडी ब्लैंकेट से बाहर थी, जिस पर उसने कुछ नहीं पहना था। कोमल को घिन आ रही थी खुद से और उस आदमी से जिसने यह किया।

    कोमल जैसे-तैसे खुद को संभालकर खड़ी हुई, लेकिन उसके कपड़े फटे हुए थे। वह इधर-उधर देखती है, फिर नार्को की शर्ट पहन लेती है और वाशरूम में जाकर खुद को साफ़ करती है। फिर अपने फटे हुए कपड़े उठाती है और कमरे से बाहर निकल जाती है।

    चार बजे थे, तो कोई जागा नहीं रहा होगा। कोमल वहाँ से निकलकर पीछे की दीवार से कूदकर बाहर जाने लगी। उसकी आँखों से आँसू रुकने का नाम नहीं ले रहे थे। वह जा ही रही थी कि रास्ते में उसे एक महिला दिखाई दी। वह उससे बोली,

    "मैडम, प्लीज़ अपना फ़ोन दीजिए। मुझे किसी को कॉल करना है।"

    वह महिला भी कोमल की हालत देखकर उसे फ़ोन दे देती है। कोमल अपनी बेस्ट फ्रेंड दिशा को कॉल करती है। दिशा गहरी नींद में थी। वह आलसी आवाज़ में कहती है,

    "हाँ? कौन?"

    कोमल बोली,

    "दिशू, मुझे तुमसे मिलना है।"

    दिशा को कोमल की आवाज़ सुनते ही पूरी नींद उड़ जाती है।

    "हाँ बोल कोमल, कहाँ है तू?"

    दिशा कोमल की आवाज़ सुनकर समझ जाती है कि वह परेशानी में है। अक्सर उसकी चाची की वजह से कोमल परेशानी में ही रहती थी। कोमल उसे कहती है,

    "मैं मुंबई के सिंड्रेला मैरिज गार्डन के पास वाले बस स्टॉप पर हूँ।"

    दिशा का घर उससे तीस मिनट की दूरी पर था। दिशा अपनी स्कूटी से बस स्टॉप पहुँच जाती है। उसे देखते ही कोमल उसे गले लगाकर फूट-फूट कर रोती है और उसे जो हुआ, उसके साथ, वह थोड़े-बहुत टूटे-फूटे शब्दों में उसे बताती है। दिशा उसे शांत करती है।

    "शांत हो जाओ। अब तुम अपनी चाची के घर नहीं जाओगी।"

    यह सुनकर कोमल दिशा को देखकर कहती है,

    "दिशू, मैं खुद भी नहीं जाना चाहती, लेकिन फिर मैं कहाँ जाऊँगी?"

    यह सुनकर दिशा कहती है,

    "तू चल, पहले अपना हुलिया ठीक कर, उसके बाद मैं तुम्हें यहाँ से भेजने का इंतज़ाम करती हूँ।"

    दिशा अपने फ़्लैट पर ले जाती है कोमल को जहाँ वह किराये पर रहती है। वहाँ अपने कमरे में जाकर कोमल को अपने कपड़े देती है। कोमल को वे कपड़े बहुत ढीले थे। कोमल एक काली हुडी टी-शर्ट पहन लेती है और उसके नीचे ढीले टाउजर। उसके बाद दिशा उसे खाना खिलाती है और फिर ऑनलाइन फ़्लाइट की टिकट बुक करती है और कोमल से कहती है,

    "तू इस देश को ही छोड़ दे, वह तेरे लिए ज़्यादा सही रहेगा। कुछ सालों बाद जब तू अपने पैरों पर खड़ी हो जाए, तब वापस इंडिया आ जाना।"

    कोमल नम आँखों से दिशा को देखती है और फिर उसे गले लगाकर बोलती है,

    "तू नहीं होती तो क्या होता मेरा?"


    नार्को को बहुत फ़्रेश फ़ील हो रहा था। लगभग सात बजे नार्को की आँख खुली। वह बिस्तर के दूसरी तरफ़ देखता है जहाँ कुछ नहीं था। यह देखकर नार्को को लगा, शायद मीनाक्षी वाशरूम में होगी।

    फिर नार्को उठकर बिस्तर की तरफ़ देखता है। बेडशीट पर ख़ून लगा था। यह देखकर नार्को को थोड़ा अफ़सोस हुआ, मीनाक्षी वर्ज़न थी। उसके बाद उसके चेहरे पर संतुष्टि की मुस्कान आ जाती है। वह बेडशीट बदलता है, तब उसे एक पायल मिलती है। नार्को उस पायल को हाथ में लेकर सोचता है,

    "बॉलीवुड एक्ट्रेस को इंडियन कल्चर भी पसंद हो सकता है क्या?"

    फिर वह उस पायल को अपने कैबिनेट में रख देता है और वाशरूम में चला जाता है।

    मीनाक्षी का हैंगओवर भी सुबह छह बजे के आसपास उतर जाता है और वह तैयार होकर नार्को के कमरे में आती है। उसने आज लाल लॉन्ग गाउन पहन रखा था, जो घुटनों के ऊपर, जांघ के पास से कटा हुआ था।

    वह खुद को आईने में देखती है।

    नार्को वाशरूम में कल रात के बारे में सोच रहा था। उसे लग रहा था कि उसके दादाजी की पसंद से वह संतुष्ट है। वह वाशरूम से बाहर तौलिये में आता है। एक तौलिये से वह अपने बाल पोंछ रहा था। मीनाक्षी को अपने सामने देखकर वह उसे पीछे से अपनी बाहों में भर लेता है। मीनाक्षी यह देखकर बहुत खुश हो जाती है, लेकिन नार्को को उसकी खुशबू वह नहीं लग रही थी जो रात में थी।

    नार्को को फिर वह टैटू याद आता है। नार्को उसकी गर्दन देखता है, लेकिन वहाँ वह टैटू न देखकर उसे गुस्सा आ जाता है। वह एक झटके में मीनाक्षी से अलग हो जाता है और अलमारी में जाकर अपने कपड़े पहनने लगता है। उसका गुस्सा उसकी नीली आँखों में दिख रहा था, उसकी नसें तनी हुई थीं।

    क्या होगा नार्को के गुस्से का अंजाम? क्या करेगा नार्को मीनाक्षी के साथ?

    क्या कोमल चली जाएगी इंडिया से बाहर?

    जानने के लिए पढ़ते रहिए।

    क्रमशः

  • 3. broken threads - Chapter 3

    Words: 1362

    Estimated Reading Time: 9 min

    7 साल बाद .....एयरपोर्ट पर एक लड़की बेसब्री से किसी का इंतज़ार कर रही थी। बार-बार वह घड़ी में समय देख रही थी।

    फ्लाइट लैंड हुई। सब पैसेंजर आ रहे थे। वह लड़की भी किसी को ढूँढ रही थी। तभी उसे एक लड़की दिखी, जिसने व्हाइट टी-शर्ट और ब्लैक जींस पहनी थी। उसके साथ एक बच्ची थी, जिसकी उम्र लगभग 6 साल लग रही थी।

    उस बच्ची ने ब्लैक टी-शर्ट और ब्लैक ढीला-ढाला टाउजर पहन रखा था और ब्लैक मास्क पहन रखा था। दोनों ने सेम हेयरस्टाइल कर रखी थी: सिंपल पोनीटेल और कुछ बालों की लटें दोनों के गालों पर आ रही थीं।

    दिशा उन्हें देखकर भागकर उनके पास गई और बोली,
    "आई मिस यू sooooo मच कोमल।"
    "और ये छोटी शैतान बिलकुल तुम्हारी कार्बन कॉपी लग रही है।" फिर झुककर उस बच्ची को बोली,
    "हाई फाई निक्कू।"
    वह बच्ची भी अपना छोटा सा हाथ ऊपर उठाकर बोली,
    "हाई फाई दिशा मासी।"

    "दीशू, तूने क्यों तकलीफ की? मैंने बोला था ना मैं और निक्कू आ जाएँगे।"
    "तू चुप कर, चल निक्कू तेरी मम्मा ना थोड़ी अकडू है।"

    "हाँ मासी, बडी को थोड़ा ज़्यादा ही गुस्सा आता है।" और दोनों हँसने लगीं।

    कोमल ने अपनी बच्ची को बहुत लाड़-प्यार से पाला था। क्योंकि वह तब ही हो गई थी जब कोमल 19 साल की होने वाली थी। उसकी खुद की उम्र भी बहुत कम थी, तो उसने अपनी बच्ची को अपना सबसे अच्छा दोस्त बना लिया था। तो निक्कू उसे बडी, डूड ऐसे नाम से ही बुलाती है।

    वह तीनों एक ऑटो में बैठे और दिशा के घर गए। दिशा के घर पर उसका पति सुशांत था। वह बोला,
    "वेलकम कोमल।"
    कोमल भी उसे देखकर मुस्कुरा दी।

    और वह सब बैठकर बातें करने लगे।


    एनके इंटरप्राइजेज बिल्डिंग.....

    नार्को के सामने एक आदमी घुटनों के बल बैठा था। नार्को गुस्से से बोला,
    "तूने ही दी ना मेरी शिप की खबर खालिद को?"

    वह आदमी डरते हुए बोला,
    "किंग, एक बार माफ़ कर दो। आगे से ऐसा नहीं होगा।"

    नार्को किसी साइको की तरह हँसते हुए बोला,
    "वो तो मुझे भी पता है। आगे तो तब होगा जब तू करने लायक रहेगा।"

    इतना बोलकर नार्को उसे शूट कर देता है।
    "जेम्स, इसे जंगली जानवरों को खिला दो।"

    इतना बोलकर नार्को आँखें बंद करके अपनी चेयर पर बैठ गया।


    इधर दिशा के घर में, जब निक्कू खेलने के लिए उनसे थोड़ी दूर गई तो दिशा कोमल का हाथ पकड़कर बोली,
    "क्या सोचा है अब आगे?"
    यह सुनकर कोमल को पुराने दिन याद आते हैं और वह थोड़ी उदास हो जाती है। फिर एक नज़र निक्कू को देखकर बोली,
    "बस निक्कू का ब्राइट फ्यूचर। उसके अलावा मुझे कुछ नहीं चाहिए। मेरे पास कोई डिग्री नहीं है जिसके बेस पर मुझे किसी कंपनी में जॉब मिल जाए। जर्मनी में मैं एक कैफे चलाती थी, जिसका ओनर वहाँ से बाहर रहता था। अब वह वापस आ गया है। उसने मुझसे कहा कि मैं वही काम कर लूँ। लेकिन मुझे अपनी बच्ची को अपने देश की शिक्षा देनी है। उसे मेरी तरह कमज़ोर नहीं, बल्कि स्ट्राँग बनाना है।"

    "तो फिर क्या करे?"

    फिर उसे कुछ याद आता है।
    "एक वेबसाइट पर डाल रखा था कुक चाहिए किसी को। तू उस फॉर्म को भर दे। एंड सैलरी भी 20,000 है वन मंथ की। तब तक हम कोई और इंतज़ाम कर लेंगे।"
    यह सुनकर कोमल हल्का सा मुस्कुरा देती है।

    लेकिन उसकी परेशानी अभी कम नहीं हुई थी। उसे जल्द से जल्द घर ढूँढना था।

    उसकी परेशान सकल देखकर निक्कू बोली,
    "व्हाट हैपन डूड?"
    "वाय आर यू सो सैड 🤔"

    कोमल बोली,
    "कुछ नहीं हुआ। चलो जाकर फ्रेश हो जाओ।"
    कोमल को थोड़ी तसल्ली थी कि उसकी बच्ची दिशा से अच्छे से बात कर रही है। वरना उसका बिहेवियर हमेशा बहुत रूड होता है किसी भी नए शख्स के सामने।


    नार्को ने 7 साल पहले ही एनके मेंशन में रहना छोड़ दिया था। उसका प्राइवेट विला था, जो शहर के बाहर की तरफ था। वह उसी में रहता था।

    कोमल ने फॉर्म भरा, जिसमें फैमिली डिटेल्स भी थीं। तो कोमल ने सिर्फ़ अपनी बच्ची का ही जिक्र किया क्योंकि उसकी बस वही फैमिली और सब कुछ थी।

    नार्को का सिक्योरिटी चीफ, मिस्टर जाधव बोला,
    "सर, बहुत सारे लोगों ने फॉर्म भरा है। अब सिक्योरिटी के हिसाब से सिर्फ़ 3 लोग काबिल हैं। एक औरत, जिसकी उम्र 50 साल है, उसकी फैमिली में सिर्फ़ उसका पति है जो थोड़ा बीमार है। इसलिए उसकी फैमिली में सिर्फ़ 2 लोग हैं। दूसरा एक आदमी जो करीब 37 साल का है, उसकी माँ उसके साथ है। तीसरी एक 24 साल की लड़की जिसकी 6 साल की बच्ची है, और वो अभी-अभी जर्मनी से लौटकर आई है। ना उसके आगे कोई, ना पीछे।"

    "फर्स्ट और थर्ड को सिलेक्ट कर लो। वैसे भी हमें सिर्फ़ कुक चाहिए, बाकी सर्वेंट बहुत हैं।"
    "ओके बॉस।" बोलकर जाधव वहाँ से चला गया।


    कोमल और निक्कू दोनों घूम-घूमकर मुंबई शहर देख रहे थे।

    "बडी, वो बिल्डिंग कितनी खूबसूरत है!"
    कोमल भी निक्कू की बात सुनकर मुस्कुरा देती है। फिर वो दोनों एक शॉप के पास उतरते हैं।

    कोमल निक्कू को टॉयज़ दिलाकर वापस टैक्सी रुकने वाली जगह आ जाती है। फिर अचानक उसे याद आता है कि वह कुछ शॉपकीपर के पास भूल आई है। तो वह बोली,
    "निक्कू बच्चा, यहीं खड़े रहना। मैं अभी आती हूँ।"
    यह बोलकर कोमल फिर से शॉप के अंदर चली जाती है।

    निक्कू वहीं खड़े होकर अपनी मम्मी का इंतज़ार करती है। तभी उसकी नज़र एक बूढ़े व्यक्ति पर जाती है जो कुछ लोगों से घिरा हुआ था। निक्कू को लगा वो चोर है और उस बूढ़े व्यक्ति को परेशान कर रहे हैं। वो एक नज़र उसे शॉप पर डालती है और फिर उन लोगों के पास जाने लगती है। वो नीचे झुककर जाती है और उन लोगों का ध्यान सिर्फ़ उस आदमी पर था। वो उनमें से 3 लोगों के शूज़ की डोरी आपस में बाँध देती है और फिर चुपके से जाकर एक आदमी की कमर पर हाथ रखकर दूसरे साइड हो जाती है। वो बॉडीगार्ड अपनी कमर को देखकर एक हाथ से चेक करता है। निक्कू इस बात का फ़ायदा उठाकर उस आदमी से गन लेकर जल्दी से उस बूढ़े आदमी के पास जाती है और बोली,
    "उठो, आप जाओ यहाँ से। सब बॉडीगार्ड हैं!"
    हैरान होकर उस 6 साल की बच्ची को देख रहे थे।
    "अंकल, बच्ची समझकर गलती मत करना। मुझे शूट करना आता है।"
    इतना बोलकर निक्कू एक डस्टबिन पर निशान लगाती है। निशान एकदम सही जगह लगा था जहाँ डस्टबिन पर "Use Me" लिखा हुआ था। यह देखकर सब आँखें फाड़े उसे ही देख रहे थे। वो बूढ़ा आदमी मौका पाकर वहाँ से भाग जाता है।

    उनमें से एक बॉडीगार्ड कॉल करके बोलता है,
    "बॉस, वो बचकर भाग गया।"
    उधर से गुस्से भरी आवाज़ आती है। जाधव ने फ़ोन स्पीकर पर कर रखा था, तो नार्को को सब सुनाई दे रहा था।
    "हाउ इज़ इट पॉसिबल?"

    "किंग, किसी ने उसकी हेल्प की है।"
    "बीना कुछ सुने, उस हेल्प करने वाले को ज़िंदा मेरे सामने लाओ।"
    वो बॉडीगार्ड कुछ बोलने वाला होता है कि फ़ोन कट हो जाता है। सब बॉडीगार्ड एक-दूसरे को देखते हैं। यह देखकर निक्कू भागना स्टार्ट कर देती है। सब उसके पीछे दौड़ने वाले होते हैं, पर उनके जूतों की डोरी आपस में बंधी हुई थीं और सब के सब मुँह के बल गिर जाते हैं। निक्कू दूर से ही उन्हें देखकर जीभ दिखाकर भागना शुरू कर देती है।

    कोमल चारों तरफ़ निक्कू को आवाज़ लगा रही थी। वो बॉडीगार्ड उसे देखकर समझ जाते हैं कि यह उस बच्ची के साथ है। वो कोमल को पकड़कर उसे नार्को के प्राइवेट विला पर ले जाते हैं।

    क्या होगा जब नार्को और कोमल होंगे आमने-सामने? क्या पहचान पाएगी कोमल नार्को को? क्या सज़ा देगा नार्को निक्कू की गुस्ताखी की? जानने के लिए पढ़ते रहिए।

    क्रमशः

  • 4. broken threads - Chapter 4

    Words: 1155

    Estimated Reading Time: 7 min

    सभी बॉडीगार्डों को अपनी ओर आते देख कोमल ने उनसे पूछा, "तुम लोगों ने निक्कू को पकड़ा कहाँ है वो?"

    वो बॉडीगार्ड बिना कोमल की बात सुने, उसे कार में बैठाकर नार्को के प्राइवेट विला पर ले गए। कोमल को कुछ समझ नहीं आ रहा था। उसकी आँखों में बेहिसाब आँसू थे। उसे सिर्फ़ निक्कू की ही चिंता हो रही थी।

    कोमल को नार्को के सामने ले जाया गया। वहाँ जाकर कोमल इधर-उधर देखकर बोली, "निक्कू कहाँ है?"

    नार्को हैरानी से उसे देखता है और बॉडीगार्ड से बोला, "क्या ये वही है?"
    नार्को की बात सुनकर बॉडीगार्ड डरते हुए ना में गर्दन हिलाकर बोला, "बॉस, वो भाग गई। ये उसके साथ ही थी।"

    यह सुनकर कोमल के माथे पर पसीना आ गया और वह उस बॉडीगार्ड की कॉलर पकड़कर बोली, "अगर उसे कुछ हुआ तो मैं तुम लोगों को जान से मार दूँगी!"

    यह सुनकर नार्को को हँसी आ गई और वह बोला, "तुम्हारी उस सो-कॉल्ड निक्कू की वजह से मेरा करोड़ों का नुकसान हो गया।"
    कोमल बोली, "व्हाट? तुम्हारा दिमाग खराब है? तुम्हें लगता है कि एक छह साल की बच्ची तुम्हारे मिल में करोड़ों का नुकसान कर सकती है?"

    यह सुनकर नार्को की नज़र बॉडीगार्ड पर गई और वह बोला, "क्या ये सच बोल रही है?"
    बॉडीगार्ड डरते हुए हाँ में गर्दन हिला दिए।

    अब नार्को कोमल की ओर देखता है। उसने रो-रोकर खुद का बुरा हाल कर लिया था। उसकी गर्दन झुकी हुई थी।

    तभी कोमल को कुछ याद आया। निक्कू के पास हमेशा एक फोन रहता है जिसमें उसकी लोकेशन रहती है। जबकि निक्कू के फोन की लोकेशन कोई नहीं निकाल सकता क्योंकि वह इतनी सी उम्र में भी एक अच्छी कंप्यूटर हैकर है। उसका दिमाग उसकी उम्र से पाँच साल बड़े बच्चे जितना सोच सकता है। वह अपनी उम्र के बच्चों से ज़्यादा स्मार्ट है।

    तो कोमल ने अपने आँसू पोछकर एक नज़र नार्को को देखकर बोला, "म...म...मुझे आपका नंबर चाहिए..."
    नार्को आँखें छोटी करके देखता है, लेकिन फिर उसे अपना नंबर दे देता है।

    कोमल ने अपने फोन से नार्को को मैसेज किया:

    "हेलो"
    "मेरी बात ध्यान से सुनो"

    नार्को का फोन नोटिफिकेशन की वजह से बजा तो उसने चेक किया। किसी अनजान नंबर से मैसेज आया था। फिर उसका ध्यान कोमल पर गया।

    कोमल आगे लिखती है:

    "हो सकता है अभी तक निक्कू ने मुझे ढूँढ भी लिया हो। मुझे तुम ऐसे कमरे में ले जाओ जहाँ तुम्हारा कोई आदमी ना रहे। अगर विश्वास ना हो तो सीसीटीवी कैमरे वाले किसी कमरे में छोड़ दो। मैं अपनी बच्ची को ज्यादा देर खुद से दूर नहीं रख सकती।"

    ये सारे मैसेज पढ़कर नार्को को हँसी आ जाती है। उसकी मर्ज़ी के बिना उसके घर में कोई चिड़िया भी पर नहीं मार सकती, वो बच्ची कैसे आ सकती है? लेकिन फिर कोमल के कॉन्फिडेंस को देखकर वह उसकी बात मान लेता है और उसे उसी कमरे में छोड़कर सबको बाहर जाने के लिए बोल देता है और तिरछा मुस्कुराते हुए कमरे से बाहर निकल जाता है।

    कोमल ने अपनी नज़र इधर-उधर घुमाकर देखी। उसने तो बोल दिया, लेकिन निक्कू तो एक बच्ची ही है। उसे घबराहट हो रही थी।

    वहीं निक्कू ने उन बॉडीगार्डों को देख लिया था और एक ऑटो से उनका पीछा किया। ऑटो वाला बहुत हैरान था, लेकिन निक्कू ने अपनी जेब में जितने पैसे थे, वो उसे दे दिए और प्राइवेट विला से कुछ दूरी पर उतर गई। फिर उसने कोमल की लोकेशन ट्रेस की। वह विला के बैक साइड गई तो उसकी नज़र कैमरे पर पड़ी। यह देखकर निक्कू को बहुत गुस्सा आया, लेकिन फिर उसने अपने फोन से कोमल की लोकेशन ट्रेस की और कैमरा सिक्योरिटी को हैक करने की कोशिश करने लगी।

    जाधव घबराई आवाज़ में बोला, "बॉस, कोई सिक्योरिटी कैमरे के साथ छेड़छाड़ कर रहा है।"
    यह सुनकर नार्को को बहुत आश्चर्य हुआ। वहीं कोमल चारों तरफ़ देख रही थी कहीं से तो निक्कू की आवाज़ उसे सुनाई दे। वह थककर घुटनों में अपना सर डालकर रोने लगी।

    निक्कू अब फ्रस्ट्रेट हो गई थी। उससे वो कैमरा हैक नहीं हो रहे थे।

    वह फिर देखती है जिस कमरे की लोकेशन दिख रही है उसके आगे बालकनी है। निक्कू खुद से बोली, "बडी बहुत परेशान हो रही होगी। मुझे रिस्क लेना पड़ेगा।"

    और वह एक पाइप पर चढ़ना शुरू कर देती है। उसने अपने बालों का बन बना रखा था। हमेशा की तरह बैगी क्लोथ्स और मास्क पहन रखा था। जब नार्को को कैमरे में दिखाई देता है कि कैसे एक छोटी सी बच्ची सभी बॉडीगार्ड्स से बचकर उस पाइप पर चढ़ रही है, उसके चेहरे पर स्माइल आ जाती है। वह खुद से बोला, "सो इंटरेस्टिंग!"

    निक्कू जैसे-तैसे उस कमरे के सामने पहुँच जाती है। नार्को बाहर खड़े एक बॉडीगार्ड को कोमल के कमरे के सामने भेज देता है। वह निक्कू की स्मार्टनेस को और देखना चाहता था। निक्कू उस बॉडीगार्ड को देखकर मन में बोली, "ओह शीट! इस मच्छर को भी अभी आना था? क्या करूँ?"

    उसे कुछ समझ नहीं आ रहा था। फिर वह एक नज़र बॉडीगार्ड को देखकर, उसके पीछे बड़ी सावधानी से खड़ी हो जाती है और फिर उसकी बॉडी को स्कैन कर रही हो ऐसे देखती है। वह बॉडीगार्ड इधर-उधर घूमकर देखता है, तो निक्कू भी उसके साथ ही साथ घूमती है। फिर उसे उस बॉडीगार्ड का फोन दिख जाता है उसकी जेब में। वह धीरे से वह फोन निकाल लेती है और उसका ब्लूटूथ ऑन करके वापस उसकी जेब में डाल देती है और एक पिलर के पीछे जाकर छिप जाती है।

    नार्को सब कुछ बहुत ध्यान से देख रहा था। उसे अपनी आँखों पर विश्वास नहीं हो रहा था। वहीं कोमल की हिम्मत जवाब दे चुकी थी। वह नार्को को मैसेज करती है:

    "शायद तुम सही थे। मेरी बच्ची तुम्हारी सिक्योरिटी नहीं तोड़ पाएगी, बट वो यहाँ पहुँच जरूर जाएगी। तुम प्लीज उसे कुछ मत करना। मैं तुम्हारे सारे पैसे चुका दूँगी। प्लीज।"

    नार्को उसका मैसेज पढ़ता है और फिर से निक्कू को देखने लगता है।

    निक्कू जल्दी से उस बॉडीगार्ड के फोन को अपने फोन से कनेक्ट करके बहुत सारी मीम्स और रील्स भेजने लग जाती है। वह बॉडीगार्ड कुछ समझ नहीं पाता। निक्कू तो बच्ची ही है। उसे बहुत हँसी आ रही थी, ऐसे सीरियस मोमेंट पर भी। वह बॉडीगार्ड गुस्से से अपने फोन को घूरता है। फिर निक्कू दूसरी साइड अपना एक लोअर का बटन तोड़कर फेंक देती है। आवाज़ सुनकर वह बॉडीगार्ड उस तरफ़ जाकर चेक करता है और निक्कू जल्दी उस कमरे में एंटर हो जाती है।

    क्या नार्को छोड़ देगा निक्कू और कोमल को?

    निक्कू की स्मार्टनेस से और क्या-क्या होगा, जानने के लिए पढ़ते रहिए।

    क्रमशः

  • 5. broken threads - Chapter 5

    Words: 1143

    Estimated Reading Time: 7 min

    निक्कू कमरे में प्रवेश करते ही इधर-उधर देखने लगी। उसे कोमल दिखाई दी। वह कोमल के पास भागी और पीछे से गले लगते हुए बोली, "बडी, मैं आ गई।"

    यह सुनकर कोमल झट से निक्कू को अपने आगे करके उसके पूरे चेहरे पर किस करने लगी। आँसू रुकने का नाम नहीं ले रहे थे।

    "बडी, आई एम ऑल राइट," निक्कू बोली।

    "चुप! एकदम चुप!" कोमल गुस्से से बोली।

    और फिर उसने निक्कू को चोट के लिए जाँचा।

    जब उसके दिल को तसल्ली हो गई कि निक्कू को कहीं चोट नहीं लगी, तो उसने उसे खुद से दूर किया। इतने में नार्को भी वहाँ आ गया था। अब निक्कू के चेहरे पर मास्क नहीं था। उसका गोल और मासूम चेहरा झुका हुआ और उदास था। उसे पता था कि सब उसकी एक गलती की वजह से हुआ है।

    कोमल ने निक्कू के गाल पर एक थप्पड़ मारा। निक्कू के चेहरे पर उंगलियों के निशान पड़ गए।

    निक्कू आँसू भरी निगाहों से कोमल को देख रही थी। कोमल का गुस्सा काबू में नहीं रहा। वह चिल्लाकर बोली, "व्हाट इज़ दिस, निक्कू? मैंने बोला था वहाँ से हिलना मत, क्या किया तुमने ऐसा जो तुम्हें भागना पड़ा वहाँ से? एक बार भी मेरे बारे में नहीं सोचा?" निक्कू चुपचाप कोमल की बातें सुन रही थी। कोमल फिर से चिल्लाकर बोली, "आन्सर मी, निक्कू! मैं कुछ पूछ रही हूँ, चुप क्यों हो?"

    कोमल एक बार और मारने वाली थी। निक्कू ने अपनी आँखें कस के बंद कर लीं, लेकिन जब उसे दर्द नहीं हुआ, तो उसने अपनी आँखें खोलकर देखा। नार्को ने कोमल का हाथ पकड़ रखा था। कोमल अपना हाथ नीचे करके घुटनों के बल गिर गई और रोने लगी। उसे निक्कू को खोने का डर रोने पर मजबूर कर रहा था।

    निक्कू को नार्को पर बहुत गुस्सा आया। "आपकी हिम्मत कैसे हुई मेरी मम्मा का हाथ पकड़ने की?" वह गुस्से से बोली और धक्का देकर नार्को को दो कदम पीछे कर दिया।

    यह देखकर नार्को का एक बॉडीगार्ड निक्कू को पकड़ने आगे आया। नार्को कुछ बोलने वाला था, तभी निक्कू ने उस बॉडीगार्ड के पैरों के आगे अपना पैर रख दिया और वह बॉडीगार्ड मुँह के बल जमीन पर गिर गया।

    फिर निक्कू कोमल के सामने गई और घुटनों के बल बैठकर, अपने कान पकड़कर अपना सिर झुका लिया। उसने अपनी मीठी आवाज़ में कहा, "सॉरी मम्मा, ऐसा फिर से नहीं होगा। आई एम रियली सॉरी।"

    यह सुनकर कोमल ने नज़र उठाकर निक्कू को देखा। निक्कू बहुत मासूम थी। कोमल बस एकटक निक्कू को देख रही थी। वहीं नार्को को इतना शांत देखकर सब बॉडीगार्ड और जाधव हैरान थे।

    नार्को एकटक निक्कू को देख रहा था। निक्कू की आँखें बिलकुल उसकी आँखों जैसी नीली थीं।

    कोमल अपने आँसू पोंछकर खड़ी हुई और नार्को से बोली, "आपका जितना नुकसान हुआ है, मैं देने को तैयार हूँ, चाहे मुझे कुछ भी काम क्यों न करना पड़े।"

    नार्को मुस्कुराते हुए बोला, "मिस कोमल, तुम्हारी जानकारी के लिए बता दूँ, वो डील 50 करोड़ की थी। पूरी ज़िंदगी किसी के घर झाड़ू-पोछा करोगी तो भी नहीं चुका पाओगी।" यह सुनकर कोमल एकदम खाली हो गई। उसे समझ नहीं आ रहा था कि वह क्या करे?

    तभी निक्कू बोली, "बडी, मैंने सिर्फ़ उस बूढ़े अंकल की हेल्प की थी। इन लोगों ने उन्हें पकड़ रखा था।" मैंने कुछ गलत नहीं किया, मैंने किसी के पैसे नहीं लिए।

    कोमल ने एक नज़र निक्कू को देखकर नार्को से कहा, "मैं कोशिश करूँगी जल्द से जल्द आपके पैसे आपको लौटा दूँ।" फिर कोमल और निक्कू जाने लगीं तो नार्को बोला, "तुम क्या नौकरी करोगी?" तो कोमल बोली, "आपसे मतलब, मैं कुछ भी करूँ।" तभी जाधव बोला, "मैडम, आपने यही काम करने के लिए फॉर्म भरा है और आपको जॉब भी मिल गई है।" यह सुनकर कोमल हैरानी से नार्को की तरफ़ देखी। नार्को तिरछी मुस्कराहट करके बोला, "तुम यहीं रहोगी, सर्वेंट क्वार्टर में।"

    "और यहाँ से जा भी नहीं सकती।" तो कोमल बोली, "मुझे अपनी बच्ची के फ्यूचर की तरफ़ ध्यान देना है। वह अभी ओनली सेकंड क्लास में है और अब मुझे इसका एडमिशन करवाना है।" तो नार्को बोला, "तो इसने सेकंड क्लास तक जर्मन पढ़ी है, अब अचानक हिंदी समझ आएगी इसे? बाकी मैथ्स ऐंड इंग्लिश तो आ जाएगी।" तो निक्कू बोली, "आप मेरी बडी को नहीं जानते, उन्होंने मुझे हिंदी बोलना और पढ़ना दोनों बहुत अच्छे से सिखाया है।" और फिर मुस्कुराई।

    तो नार्को बोला, "ठीक है, मैं करवा दूँगा इसका एडमिशन बहुत अच्छे स्कूल में।" तो कोमल बोली, "नहीं, मुझे स्कूल के आस-पास ही घर चाहिए। सिर्फ़ मैं ही जानती हूँ अपनी बेटी को, इसका मुझसे ज़्यादा दूर रहना सही नहीं है।" यह सुनकर थोड़े अजीब तरीके से नार्को कोमल को देखने लगा। कोमल को समझ आ गया कि उसके दिमाग में क्या चल रहा है, तो वह बोली, "इसके लिए नहीं, बाकियों के लिए सही नहीं है।"

    यह सुनकर निक्कू का मुँह बन गया।

    और वह पपी फेस बनाकर कोमल को देखने लगी। कोमल बोली, "मैं कल से काम पर आ जाऊँगी, अभी मुझे जाना है।" तो नार्को बोला, "तुम्हारा सामान ऑलरेडी आ गया है यहाँ, तुम अभी से यहीं रहोगी।"

    और एक लेडी सर्वेंट वहाँ आई। "चलिए मैडम।" तो कोमल बोली, "मैं एक सर्वेंट हूँ, आप मुझे मैडम मत बुलाइए, मेरा नाम कोमल है।"

    और उसके पीछे-पीछे चल गई। उसने एक कमरा दिखाया। "ये आपका रूम है, कोमल।" तो कोमल कहती है, "आंटी, आप मुझे तुम कहकर बुलाइए तो मुझे अच्छा लगेगा।" और मुस्कुराई। वह लेडी भी मुस्कुराकर कहती है, "बेटा, मेरा नाम सुनीता है।" तो कोमल कहती है, "जी, सुनीता आंटी, वैसे ये रूम किसी भी एंगल से एक सर्वेंट का नहीं लग रहा।"

    तो सुनीता बोली, "सर ने इसी रूम के लिए बोला है। अब मैं चलती हूँ।"

    कोमल चारों तरफ़ से कमरा देखती है। कमरा वाकई खूबसूरत था।

    फिर एक बॉडीगार्ड आकर कोमल का सामान कोमल के कमरे में रखकर चला गया।

    नार्को सीसीटीवी मँगवाकर निक्कू को देख रहा था कि कैसे निक्कू ने खालिद को बचाया था। उसके चेहरे पर यह देखकर मुस्कराहट आ गई, लेकिन उसे यह अजीब लग रहा था कि इतनी छोटी बच्ची को गन चलाना किसने सिखाया होगा और सिखाया होगा तो एकदम परफेक्ट निशाना कैसे लगाया?

    क्या जान पाएगा नार्को निक्कू के निशाना लगाने के पीछे की असलियत का पता?

    क्या होगा जब पता चलेगा कोमल को निक्कू के गन चलाने का?

    जानने के लिए पढ़ते रहिए।

  • 6. broken threads - Chapter 6

    Words: 1123

    Estimated Reading Time: 7 min

    कोमल ने कमरे में अपना सामान व्यवस्थित करके बाहर निकला। निक्कू पहले ही घर का भ्रमण कर चुकी थी; उसे यह घर बहुत पसंद आया था। कोमल ने एक नौकर से रसोई का रास्ता पूछा और रसोई में जाकर खाना बनाना शुरू किया।

    स्टडी रूम में जॉन कुछ फाइलें नार्को को समझा रहा था। पास में जिमी बैठा था; आहिर और डेविड अपने ही काम में लगे थे। वे दोनों लूडो खेलते हुए एक-दूसरे से बात कर रहे थे।

    "डेविड, तुझे पता है, कल मैंने क्रिकेट में जिमी और जॉन दोनों को धूल चटा दी," आहिर बोला। "बड़े आए आहिर से गेम जीतने वाले!" फिर दोनों मुँह दबाकर हँसने लगे।

    "कभी तो सीरियस हो जाओ तुम दोनों," जिमी बोला। "एक महाशय है जो कभी अच्छे मूड में नहीं होता, और तुम दोनों तो कॉमेडी शो खोल लो। क्या रखा है माफ़िया बनने में? और वो शो बहुत चलेगा भी।"

    "डेविड, तुम्हें किसी के जलने की बू आ रही है क्या? शायद किसी से हमारी हँसी बर्दाश्त नहीं हो रही है," आहिर बोला।

    "चुप हो जा आहिर," डेविड बोला। "तेरा डेविल भाई खा जाने वाली नज़रों से हमें ही घूर रहा है।"

    तभी उनके कमरे का दरवाज़ा खटखटाया गया। "किसकी इतनी हिम्मत जो भाई को मीटिंग के बीच डिस्टर्ब करने आया है?" आहिर बोला। "रुक, मैं देखता हूँ," डेविड बोला।

    वह जैसे ही दरवाज़ा खोला, उसकी आँखें छोटी हो गईं। "कौन हो तुम?" उसने पूछा।

    "अरे अंकल, अंदर तो आने दो," निक्कू थोड़ा रूडली बोली। "मैं भी नहीं जानती आपको, बट मैंने नहीं पूछा ना आपसे आप कौन।"

    यह सुनकर डेविड को समझ नहीं आ रहा था कि वह इस छोटी सी बच्ची से बहस करे या नहीं। तभी नार्को की आवाज़ आई, "अंदर आने दो उसे।"

    "लिटिल चैम्प, तुम यहाँ?" नार्को बोला।

    बाकी चारों मुँह फाड़े उसे देख रहे थे। आखिर यह छोटी बच्ची कौन थी?

    "तुम किसके साथ आई हो यहाँ?" आहिर ने पूछा। निक्कू को आहिर की पर्सनैलिटी बहुत अच्छी लग रही थी; उसके लम्बे बाल और क्लीन शेव किया हुआ फेयर फेस। "क्यूट अंकल, मैं अपनी मम्मा के साथ आई हूँ," उसने कहा। "वो क्या है मेरी मम्मा यानी कि मेरी बड़ी काम कर रही हैं, तो मैं बोर हो रही थी, इसलिए यह घर देख रही थी।"

    आहिर खुद के लिए 'क्यूट' सुनकर बहुत खुश हो गया, वहीं डेविड को बहुत गुस्सा आ रहा था; निक्कू ने उससे इतना रूडली बात की थी।

    "ओके, तो तुम्हारी बड़ी काम कर रही है," नार्को बोला।

    निक्कू ने हाँ में गर्दन हिला दी।

    "तो आप क्या करना पसंद करेंगी?" जिमी बोला। "आज सूरज दूसरी दिशा से उदय हुआ था, जो नार्को इतना सॉफ्टली किसी से बात कर रहा है!" यह सुनकर जॉन को हँसी आ गई, लेकिन नार्को की आँखें देखकर सबकी हँसी गायब हो गई।

    "मुझे भी लूडो खेलना है, क्यूट अंकल के साथ," निक्कू बोली।

    यह सुनकर उन्हें हँसी आ गई। "यह बच्चों की खेलने की चीज नहीं है," डेविड बोला। यह सुनकर नार्को ने तिरछी मुस्कान की। यह देखकर जिमी बोला, "नार्को, कौन है यह बच्ची?"

    "यह मेरे घर की एक कुक की बेटी है," नार्को बोला। यह सुनकर आश्चर्य से सब निक्कू को देखने लगे। निक्कू किसी भी ऐंगल से उन्हें ऐसी नहीं लग रही थी; उसकी ड्रेसिंग स्टाइल काफी हद तक आहिर और जिमी से मिलती थी, माफ़िया टाइप, और उसने बालों का मैसी बन बनाया था। "चलिए ना अंकल, गेम स्टार्ट करते हैं," निक्कू बोली।

    नार्को और जॉन फिर से अपने काम में लग गए। जिमी, डेविड, आहिर और निक्कू लूडो शुरू कर दिए। निक्कू की गोटियाँ बार-बार जिमी काट रहा था, लेकिन निक्कू फुल कंसंट्रेशन के साथ गेम खेल रही थी। दस मिनट बाद निक्कू की आवाज़ आई, "येसससस! आई एम द क्वीन! मैं फर्स्ट आई गयी!" यह देख वे तीनों एक-दूसरे की सूरत देखने लगे।

    "क्वीन नहीं, किंग बोलते हैं," डेविड बोला। "बुद्धू अंकल, मैं फीमेल हूँ ना, तो मैं क्वीन," निक्कू बोली।

    फिर वह जोर-जोर से हँसने लगी।

    सब बस निक्कू की चालाकी देख रहे थे; उन्हें समझ नहीं आ रहा था कि इतनी छोटी सी बच्ची से हार गए वे।

    "थोड़ी देर पहले लंबी-लंबी फेक रहे थे, और अब एक बच्ची से हार गए, वाव! सो कूल," नार्को बोला।

    कोमल अपना काम करके लंच को टेबल पर व्यवस्थित करवाने में सबकी मदद करके अपने कमरे में आई। जब निक्कू उसे कहीं नहीं दिखी, तो वह खुद से बोली, "अब कहाँ ढूँढूँ इस शैतान को?"

    फिर वह बाहर आकर सब गार्ड्स से निक्कू के बारे में पूछने लगी।

    एक गार्ड ने उसे स्टडी रूम की तरफ़ इशारा किया। कोमल ने दरवाज़ा खटखटाया, तो डेविड ने दरवाज़ा खोला। सामने कोमल खड़ी थी। उसने भी निक्कू जैसे कपड़े पहने थे। "आप?" डेविड बोला।

    "क्या आपने यहाँ निक्कू को देखा?" कोमल बोली। "आई मीन, एक छोटी सी बच्ची है, काले कपड़े पहने थे।" पीछे से निक्कू बोली, "बुद्धू अंकल, उन्हें अंदर आने दो।"

    निक्कू को देखकर कोमल बोली, "तुम शांति से एक जगह नहीं रुक सकती? मैंने बोला था घर देख के रूम में चली जाना।" कोमल को गुस्से में देख निक्कू ने अपना सर झुका लिया।

    "अरे मिस, कितनी प्यारी बच्ची है, क्यों डाँट रही हो उसे?" आहिर बोला। "सॉरी बडी, आगे से नहीं होगा," निक्कू बोली। कोमल इरिटेट होकर बोली, "रोज़ का यही है! आगे से नहीं होगा अगर तुम अपनी इस बात पर एक सिंगल डे भी रुक जाओ, मेरे लिए बहुत है। चलो अब लंच कर लो।" फिर उसने नार्को को देखकर कहा, "सर, लंच रेडी है। आप सब भी लंच कर लीजिए।"

    यह सुनकर जिमी और आहिर एक-दूसरे को देखने लगे, और जॉन और डेविड एक-दूसरे को। उनके बॉस को कोई ऑर्डर दे रहा है! नार्को के आगे कोई नौकर कुछ नहीं बोलता; उसका जब मन होता है तब वह खाना खाता है। लेकिन नार्को सबको इग्नोर करके कोमल की तरफ़ देखकर हाँ में गर्दन हिला दिया। यह देखकर चारों को और ज़्यादा शॉक लगा। "भाई, मैं सपना तो नहीं देख रहा ना?" आहिर बोला। "चलो सब अपनी बकवास बंद करके लंच करने चलो," नार्को बोला।

    क्या होगा आगे? कैसा लगेगा नार्को को कोमल के हाथ का खाना? जानने के लिए पढ़ते रहिए।

  • 7. broken threads - Chapter 7

    Words: 1005

    Estimated Reading Time: 7 min

    सबको रास्ते में ही खाने की खुशबू आ रही थी। आहिर बहुत तेज़ी से डाइनिंग टेबल के पास आया। फिर एक-एक कर वे पाँचों चेयर पर बैठ गए। नार्को की चेयर किंग साइज़ थी जो उसे एक अलग लुक दे रही थी। सर्वेंट्स ने एक-एक कर लंच के बाउल रख दिए और एक सर्वेंट ने खाना डालना शुरू कर दिया। सब लंच टेबल पर लंच कर रहे थे। कोमल पहले किचन में जाकर निक्कू को खाना सर्व कर दिया। निक््कू किचन स्लैब पर बैठकर लंच शुरू कर दिया। फिर कोमल बाहर आकर सबको लंच सर्व करने में सर्वेंट की मदद करने लगी।

    आहिर उत्साह से बोला, "वाह! क्या खुशबू है!" और खाना खाने लगा।

    "अक्सर यहाँ चाइनीज़ और इटैलियन फ़ूड ही मिलता है। कई दिनों बाद इंडियन फ़ूड खाने को मिल रहा है। आज तो मज़ा आ जाएगा। थैंक यू सो मच, न्यू एंड स्टाइलिश कुक!" यह आहिर ने इसलिए कहा क्योंकि कोमल ने कुक जैसे कपड़े नहीं पहन रखे थे।

    डेविड और जिमी ने भी बारी-बारी से तारीफ़ की। जॉन तो पागलों की तरह पराठों पर टूट पड़ा था। आहिर हँसते हुए बोला, "अरे भाई, आराम से!" फिर सब हँसने लगे। लेकिन नार्को उनकी बातों से चिढ़ रहा था। उसने रौबदार आवाज़ में कहा, "चुपचाप खाना खाओ, वरना यहाँ से उठकर जा सकते हो।" कोमल मन ही मन बोली, "कभी आराम से बात कर सकता है यह इंसान।"

    नार्को की बात सुनकर सब आराम से चुपचाप खाना खाने लगे। थोड़ी देर में वहाँ उन्हें निक्कू की आवाज़ आई, "आई कैन जॉइन..."

    फिर निक्कू, कोमल की गुस्से भरी निगाहें देखकर बोली, "आई एम जस्ट किडिंग!" और दाँत दिखाकर वापस मुड़ गई। तब नार्को बोला, "ऑफ़कोर्स, लिटिल चैम्प, तुम हमें ज्वाइन कर सकती हो।" कोमल की निगाहें झुकी हुई थीं। उसने अपनी बच्ची को किसी के सामने झुकना नहीं सिखाया था और न ही वह चाहती थी कि कभी उसकी बच्ची झुके, लेकिन यहाँ वह एक कुक थी और कुक की हैसियत से अगर उसकी बेटी घर के मालिक के साथ खाना खाएगी तो थोड़ा अजीब लगेगा। लेकिन नार्को के कहने पर वह निक्कू की तरफ़ देखकर पलकें झपक देती है।

    निक्कू उनके साथ बैठकर लंच करना शुरू कर दिया। नार्को ने उससे पूछा, "लिटिल चैम्प, तुमने गन चलाना किससे सीखा है?" तो आहिर का खाना गले में अटक गया और वह खांसने लगा। डेविड निवाला मुँह में लेते-लेते रुक गया। जिमी का जूस गले में अटक गया। जॉन बड़ी-बड़ी आँखें करके नार्को को देखने लगा, कहीं उसने कुछ गलत तो नहीं सुन लिया। तब निक्कू बड़ी सी स्माइल लिए नार्को को बताती है, "मेरी मम्मा ने नर्सरी क्लास से ही मुझे हर फील्ड में सब सीखने के लिए अलग-अलग ट्यूशन दिलवाए हैं। पहले वो खुद भी सीखती थी मेरे साथ, अब उन्हें सब आता है और अब वो मुझे ये सब सिखाना चाहती हैं ताकि मैं स्ट्रॉन्ग गर्ल बन जाऊँ।"

    नार्को यह सुनकर किचन की तरफ़ देखकर सोचता है, "काफ़ी अच्छी परवरिश की है उसने।"

    आहिर बोला, "और क्या-क्या सिखाया है तुम्हारी मम्मा ने?" निक्कू उत्साह से बोली, "बहुत कुछ! गन चलाना, तीर चलाना, कुंगफ़ू, कराटे और मैंने हॉर्स राइडिंग भी सीखी, बट वो स्टार्ट करने के कुछ दिन बाद ही हम यहाँ आ गए। अब न्यू स्कूल में कंटिन्यू करूंगी मैं।" फिर निक्कू थोड़ा उदास चेहरा बनाकर बोली, "मुझे बुडी जो बोलती है सब समझ आता है, लेकिन जब प्रैक्टिकली मैं उसे करती हूँ तो वो गुस्सा हो जाती है।" जिमी बोला, "ऐसा क्या कर दिया आपकी बुडी ने?" तो निक्कू बोली, "मैंने आज एक अंकल की जान बचाई, ये मम्मा ने ही बोला था कि मैं हेल्प करूँ, फिर आज उन्होंने मुझे थप्पड़ मार दिया।"

    नार्को निक्कू का उदास चेहरा देखकर थोड़े गुस्से से बोला, "हाँ, तुम्हारी बुडी को ऐसा बिलकुल भी नहीं करना चाहिए था। उसे प्राउड होना चाहिए, उसकी बेटी इतनी ब्रेव है।" और निक्कू के सर पर हाथ फेरते हुए कहा, "चलो अब हॉल में सोफ़े पर बैठकर तुमसे ढेर सारी बातें करेंगे।"

    कोमल थोड़ी देर में हॉल में आकर सबको कॉफ़ी देती है। नार्को अभी भी लैपटॉप पर काम कर रहा था। कोमल उसे भी कॉफ़ी देती है तो नार्को कॉफ़ी ले लेता है। जिमी को तो शौक पर शौक मिल रहे थे। नार्को ने इस टाइम कॉफ़ी ले ली, वो तो सिर्फ़ मॉर्निंग में कॉफ़ी पीता है, लेकिन वो कुछ बोला नहीं।

    फिर कोमल बोली, "सर, अभी इवनिंग का काम करने के लिए टाइम है तो मैं और निक्कू स्कूल ढूँढने के लिए जा रहे हैं।"

    तो नार्को बोला, "मैंने ऑलरेडी स्कूल ढूँढ लिया है। हम कल चलेंगे स्कूल देखने।"

    यह सुनकर निक्कू उत्साह से बोली, "सच्ची?" फिर नार्को बोला, "हाँ, लिटिल चैम्प, सच्ची।"

    कोमल को कुछ समझ नहीं आ रहा था, नार्को उसके लिए इतना कुछ क्यों कर रहा है, लेकिन फिर भी उसे तसल्ली थी, कोई उसके अलावा भी उसकी बेटी के बारे में सोच रहा है।

    कोमल को एक सर्वेंट आकर बोली, "मैडम, ये कपड़े हर सर्वेंट को पहनने पड़ते हैं, आप भी पहन लीजिये।" कोमल खुद के कपड़ों को देखती है। उसने हुडी और ट्राउज़र पहन रखा था जो किसी भी एंगल में सर्वेंट के कपड़े नहीं लग रहे थे। बाकी घर में जितने सर्वेंट थे, सबने सेम ड्रेस पहन रखी थी। तो कोमल एक स्माइल के साथ उस सर्वेंट से कपड़े ले लेती है। नार्को भी यह सब देख रहा था। उसे पता नहीं क्यों, पर इतनी देर से कोमल को देखकर अट्रैक्शन हो रहा था। सर्वेंट की बात सुनकर जैसे वह होश में आया कि यह उसके घर की एक कुक है, उसे इससे कैसे अट्रैक्शन हो सकता है।

  • 8. broken threads - Chapter 8

    Words: 1032

    Estimated Reading Time: 7 min

    सुबह होते ही कोमल और निक्कू जॉगिंग के लिए गार्डन गए। नार्को यह देखकर बहुत खुश हुआ क्योंकि उसका भाई कभी उसके साथ जॉगिंग पर नहीं जाता था। आहिर हमेशा जिम ही करता था, बाहर नहीं जाता था।

    उसके बाद सबने नाश्ता किया। आहिर ने खाने की खूब तारीफ़ की। जिम और डेविड अपने घर चले गए थे।

    कोमल आज सर्वेंट की सारी में प्रोफेशनल कुक लग रही थी, लेकिन सारी में उसका फिगर बहुत आकर्षक लग रहा था। इसलिए नार्को की नज़र बार-बार कोमल पर जा रही थी, लेकिन कोमल ने ध्यान नहीं दिया।

    थोड़ी देर बाद जॉन आया और नार्को उसके साथ ऑफिस जाने लगा। फिर उसने कोमल और निक्कू को स्कूल के लिए बुलाया और वे सब कार में चले गए।

    आहिर जाधव के साथ दूसरी कार में ऑफिस के लिए निकला। इन दोनों कारों के आगे और पीछे बॉडीगार्ड्स की कारें चल रही थीं। निक्कू नए स्कूल के लिए बहुत ज्यादा एक्साइटेड थी, जो उसके चेहरे की मुस्कान साफ़-साफ़ बता रही थी।

    "अंकल, क्या मेरा स्कूल बहुत बड़ा है?", वो नार्को से बोली। "और उसमें गेम्स खेलने के लिए रूम है क्या? क्या मैं वहाँ हॉर्स राइडिंग सीखना कंटिन्यू कर सकती हूँ?"

    नार्को ने निक्कू के सर पर हाथ रखकर कहा, "यस, लिटिल चैंप। तुम्हारा स्कूल बहुत बड़ा है, और तुम हॉर्स राइडिंग सीखना भी कंटिन्यू कर सकती हो।"

    निक्कू खुशी से उछलकर नार्को के गले लग गई। नार्को को भी निक्कू को हग करके बहुत सुकून मिल रहा था। कोमल को अपनी बच्ची का इतना फ़्रैंक होना अच्छा नहीं लग रहा था, लेकिन फिर भी वह कुछ नहीं बोल रही थी।

    नार्को की कार स्कूल के सामने रुकी। एक बॉडीगार्ड आकर गेट खोला। नार्को गॉगल्स लगाकर स्टाइल से कार से उतरकर बाहर आया।

    कोमल और निक्कू भी उतर गईं। स्कूल का प्रिंसिपल खुद आकर नार्को को ग्रीट करते हुए बोला, "वेलकम नार्को सर, आप हमारी स्कूल में आए, हमारे तो भाग्य खुल गए।"

    "आपकी स्कूल में इस शहर की बेस्ट फैकल्टीज़ हैं, ऐसा सुना है, तो आज देखने आया हूँ।" नार्को ने कहा।

    नार्को के साथ एक लड़की और बच्ची को देखकर लग रहा था कि ये उनकी पत्नी और बेटी हैं। तो प्रिंसिपल बोला, "आपकी बेटी को कोई दिक्कत नहीं होगी।"

    यह सुनकर कोमल को गुस्सा आ गया और वह गुस्से से प्रिंसिपल को देखकर बोली, "आई एम सिंगल मदर पैरेंट।"

    यह सुनकर प्रिंसिपल को थोड़ा अजीब लगा, लेकिन नार्को सामने था, तो वह नकली मुस्कान हँसते हुए उन्हें स्कूल दिखा रहा था। नार्को को भी समझ आ रहा था कि कोमल बहुत प्रोटेक्टिव है निक्कू को लेकर।

    इसलिए वह कुछ नहीं बोला। स्कूल देखने के बाद, निक्कू को क्लास रूम में छोड़कर, कोमल और नार्को वापस कार में आ गए। कोमल बार-बार अपने हाथों की उंगलियां आपस में उलझा रही थी। तो नार्को को समझ आ गया कि उसे कुछ बोलना है।

    "जल्दी बोलो क्या बोलना है, वरना घर आ जाएगा," नार्को बोला। "और फिर मैं ऑफिस चला जाऊँगा।"

    यह सुनकर कोमल ने गहरी साँस छोड़कर कहा, "वो... उस स्कूल की फैकल्टी इतनी अच्छी है, तो उसकी फीस क्या मेरे लिए अफोर्डेबल होगी?"

    "मैंने तुमसे कहा क्या कि तुम स्कूल की फीस भरोगी?" नार्को बोला। "वो मेरी ज़िम्मेदारी है, मैं खुद देख लूँगा।"

    लेकिन कोमल की खुदारी उसे इतना बड़ा अहसान लेने की इजाजत नहीं दे रही थी। तो नार्को की तरफ देखकर बोली, "देखिए मिस्टर, मैं आपके घर में रह रही हूँ क्योंकि आपने बोला यह रूल है। इससे ज़्यादा मैं आपका कोई अहसान नहीं चाहती।"

    "मेरी रेपुटेशन का क्या? कल न्यूज़ की हेडलाइन यही होगी, 'नार्को ने लिया एक बच्ची का एडमिशन वापस!'" नार्को बोला।

    "मैंने नहीं कहा आप एडमिशन वापस लीजिये, मैं तो सिर्फ फीस पूछ रही हूँ।" कोमल ने कहा।

    तो नार्को ने उसे फीस बता दी। जिसे सुनकर एक बार तो कोमल को झटका लगा, लेकिन फिर निक्कू को याद करके उसके अंदर एनर्जी आ गई।

    फीस थी पन्द्रह लाख!

    कोमल ने कार बीच में रुकवाकर कहा, "मुझे आप यहीं उतार दीजिये।"

    ड्राइवर नार्को की तरफ देखा। नार्को ने हाँ में गर्दन हिला दी। फिर कोमल से पूछा, "यहाँ क्या करोगी?"

    "आपकी जॉब करने के साथ मुझे बहुत सारा टाइम फ्री मिलता है, इसलिए मैं एक और पार्ट टाइम जॉब करूंगी।" कोमल बोली।

    "मेरे इतने बड़े घर में जॉब करने के बाद भी तुम्हें पार्ट टाइम जॉब करने की ज़रूरत है?" नार्को ने पूछा।

    "ऑफ़ कोर्स है सर।" इतना बोलकर वह कार से उतर गई।

    इतनी देर से शांत बैठा जॉन अब बोला, "लगता है बॉस, बहुत खुदार लड़की है।"

    यह सुनकर नार्को के चेहरे पर मुस्कान आ गई। और वह हाँ में गर्दन हिला दिया।

    कोमल हर जगह जॉब के लिए अप्लाई करती रही। उसे आफ़्टरनून शिफ़्ट की जॉब चाहिए थी, इसलिए सब उसकी इस मांग को लेकर जॉब के लिए मना कर रहे थे। लेकिन फिर उसे एक बार में, एक रेस्टोरेंट में जॉब मिल ही जाती है। यह देखकर कोमल बहुत खुश हो गई।

    वह मॉर्निंग में ८ बजे से १ बजे तक होटल में काम करेगी और इवनिंग में १:३० से ६ बजे तक बार में काम करेगी।

    फिर कोमल ऑटो लेकर एक कपड़े की शॉप पर जाकर कुछ कपड़े अपने लिए और निक्कू के लिए खरीद लेती है और फिर घर चली जाती है। घर जाकर वह दिशा से बात करके सब बता देती है।

    नार्को के ऑफिस में...

    नार्को अपने केबिन में बैठा था। जॉन नॉक करके अंदर आते हुए बोला, "सर, वो मीनाक्षी मैडम फिर से ऑफिस में हंगामा कर रही हैं।"

    यह सुनकर नार्को की गुस्से से मुट्ठी बंद हो गई। और वह वहाँ से उठकर ऑफिस के मेन हॉल में जाता है, जहाँ मीनाक्षी एक एम्प्लॉयी पर चिल्ला रही थी।

    क्या करेगा नार्को मीनाक्षी के साथ? मीनाक्षी क्या कर रही थी नार्को के ऑफिस में? कैसा जाएगा निक्कू का फर्स्ट डे नए स्कूल में? कोमल की पार्ट टाइम जॉब की टाइमिंग सही रहेगी या आएगी कोई नई प्रॉब्लम?

  • 9. broken threads - Chapter 9

    Words: 1376

    Estimated Reading Time: 9 min

    नार्को को मीनाक्षी का व्यवहार उसके कर्मचारी के साथ बिलकुल पसंद नहीं था। नार्को मीनाक्षी के पीछे पैंट की जेब में हाथ डालकर खड़ा हो गया और थोड़ी ऊँची आवाज़ में बोला, "बस करो ये नाटक।"

    यह सुनकर मीनाक्षी पीछे मुड़ी और बोली, "नार्को, मैं इनकी लेडी बॉस हूँ। तुम्हें नहीं लगता उन्हें मेरी इज़्ज़त करनी चाहिए?"

    यह सुनकर नार्को मीनाक्षी को घूरकर देखने लगा और बोला, "इज़्ज़त दो, तब इज़्ज़त पाओगे।"

    यह सुनकर मीनाक्षी और भी आग-बबूला हो गई और बोली, "तुम समझ नहीं रहे हो। मैंने बस तुम्हारी पर्सनल लिफ़्ट इस्तेमाल की है, और मुझे लगता है तुम्हारी पत्नी का इतना हक तो बनता ही है।"

    नार्को थोड़ी फीकी मुस्कान के साथ बोला, "पत्नी!!"

    अब मीनाक्षी थोड़ी हिचकिचा गई क्योंकि वह सिर्फ़ नाम की ही उसकी पत्नी थी, लेकिन उसे अपनी प्रतिष्ठा बहुत प्यारी थी। जो उसके चुप रहने से कम हो जाती तो वह फिर से बोलने के लिए अपना मुँह खोलती, लेकिन नार्को ने हाथ के इशारे से उसे मना कर दिया और बोला, "क्या इतना ज़रूरी और इमरजेंसी काम था जिसके लिए तुम्हें यहाँ आना पड़ा?"

    मीनाक्षी बोली, "घर में शाम को मेरी बर्थडे पार्टी है। दादाजी चाहते हैं तुम भी वहाँ आओ।"

    तो नार्को ने सिर हिलाकर मीटिंग रूम में प्रवेश कर लिया। मीनाक्षी उस कर्मचारी को एक बार गुस्से से घूरकर पैर पटकती हुई वहाँ से चली गई।

    कोमल घर आकर कल के लिए अपने कपड़े चुनती है। उसके बाद, उसे आज नई नौकरी मिली थी, इस खुशी को वह निक्कू के साथ मनाना चाहती थी। सो वह शाम को तैयार होकर निक्कू के स्कूल के बाहर इंतज़ार करने लगी। जैसे ही स्कूल की छुट्टी हुई, सब बच्चे एक-एक करके स्कूल से बाहर आ रहे थे।

    वहीं ऑफिस में, नार्को को निक्कू की बहुत याद आ रही थी, इसलिए वह भी ठीक स्कूल छुट्टी के समय स्कूल पहुँच गया। वह कार से बाहर निकला तो उसकी नज़र कोमल से मिली। दोनों की नज़र मिलते ही कोमल दूसरी तरफ़ नज़रें फेर लेती है, लेकिन नार्को उसके पास गया। तभी निक्कू दौड़कर आई। कोमल घुटनों के बल बैठ गई और निक्कू ने कोमल को गले लगाकर बोला,

    "बडी, आई मिस यू सो मच।"

    और फिर निक्कू ने कोमल के गाल पर एक किस किया। फिर नार्को पीछे से बोला, "हमें भी कोई मिस कर लो!!!"

    यह सुनकर निक्कू बड़ी सी मुस्कान लिए नार्को की तरफ़ देखकर उसकी ओर गई। नार्को घुटनों के बल बैठ गया और उसने भी निक्कू को गले लगा लिया।

    नार्को कार की तरफ़ इशारा करते हुए कहा, "चलो घर चलते हैं।"

    तो कोमल बोली, "नहीं, हमें कहीं और जाना है।"

    यह सुनकर नार्को ने एक भौं उठाकर पूछा, "कहीं और?"

    तो कोमल बोली, "मुझे नहीं लगता आपको बताना ज़रूरी है। हम ऑटो से चलेंगे।"

    नार्को बस कोमल और निक्कू को देखता ही रह गया। निक्कू ने भी बेचारा सा चेहरा बनाकर एक बार नार्को को देखा और फिर कोमल के साथ चली गई। नार्को उस तरफ़ तब तक देखता रहा जब तक वे दोनों ऑटो में बैठकर उसकी आँखों से ओझल नहीं हो गईं। और फिर नार्को वापस ऑफिस चला गया।

    नार्को को कोमल का रूखा व्यवहार बहुत तकलीफ़ दे रहा था। इसलिए वह एक बार फिर ऑफिस गया और थोड़ी देर लैपटॉप पर ऑफिस का काम करता है। वहाँ हमेशा नार्को के लिए एक पर्सनल रूम बुक रहता था। ऑफिस का काम वह शाम को सात बजे तक करता है। फिर थोड़ी ड्रिंक करके घर के लिए निकल जाता है। कोमल और निक्कू निक्कू के पसंदीदा फ़ास्ट फ़ूड मोमोज़ और गोलगप्पे खाती हैं। मुंबई के ठेलों पर गोलगप्पे खाने का अलग ही मज़ा होता है। फिर वे दोनों आइसक्रीम खाती हैं और शाम छह बजे घर आ जाती हैं।

    घर आकर कोमल खाना बनाने किचन में जाती है तो चीफ़ कुक कहता है, "मैडम, आज सर के घर पार्टी है, इसलिए सर और छोटे साहब दोनों वहीं डिनर करेंगे।"

    फिर कोमल अपने और निक्कू के लिए कुछ हल्का और हेल्दी बनाती है क्योंकि उन्होंने आज शाम को फ़ास्ट फ़ूड खाया था। कोमल निक्कू और अपने लिए दलिया बनाती है।

    शाम को नौ बजे नार्को पार्टी में जॉन, जिमी और कुछ बॉडीगार्ड्स के साथ प्रवेश करता है। डेविड और आहिर पहले ही पार्टी में मौजूद थे। उन्हें देखते ही सबकी नज़र उन पर ही टिक जाती है। उनके ओवरसाइज़्ड तीन ब्लैक ड्रेसेज़ उन्हें परफेक्ट माफ़िया लुक दे रहे थे। नार्को पहले अपने दादाजी कल्पेश के पैर छूता है, फिर अपनी माँ सुमित्रा जी के पास जाता है और कहता है, "मिसेज़ कपूर, आप इस पार्टी में किस हैसियत से आई हैं?" और एक मज़ाकिया हँसी हँसते हुए उनके पास से गुज़र जाता है। सुमित्रा जी नम आँखों से नार्को को देखती हैं। (दरअसल, नार्को के पेरेंट्स का तलाक हो गया था, जिसके चलते दोनों ने नार्को और आहिर को हॉस्टल भेज दिया था और उसके बाद उसके दादा के घर रहने लगा था। इसलिए शुरू से ही नार्को को अपनी फैमिली में सिर्फ़ अपने भाई और दादाजी से मतलब रहता है।)

    आहिर और डेविड आज फॉर्मल बिज़नेस थ्री-पीस सूट में थे। आहिर की क्यूटनेस पर पार्टी की कितनी ही लड़कियाँ अपना दिल हार चुकी थीं, जो आहिर को पता था। इसलिए वह डेविड को चिढ़ा रहा था।

    डेविड उससे चिढ़कर बोला, "ओ जटाधारी, अपनी बकवास बंद कर, वरना कल ही नार्को से बोलकर तेरा ट्रांसफ़र साउथ अफ़्रीका में करवा दूँगा।"

    तो आहिर बोला, "अबे जलकुकुड़ी, तुझे लगता है मेरे भाई तुझ जैसे एक डिम्पल वाले बदसूरत इंसान के कहने पर अपने मासूम और क्यूट भाई को साउथ अफ़्रीका भेजेंगे?"

    आहिर अक्सर डेविड को इसी बात पर चिढ़ाता रहता है कि उसके सिर्फ़ एक डिम्पल है, लेकिन असल में डेविड की एक डिम्पल वाली किलर स्माइल सबका ध्यान अपनी ओर आकर्षित कर ही लेती थी।

    डेविड बोला, "ओह जले हुए करेले, मेरी इस स्माइल पर तो तेरी क्रश भी फ़िदा हो गई, और वैसे भी भिखारी को हीरे की क्या समझ?"

    वे दोनों लड़ने में इतने बिजी थे कि उन्हें पता ही नहीं चला कि कब जिमी, जॉन और नार्को उनके पास आ गए।

    जिमी झुँझलाकर बोला, "अरे बिना बटन के टेप रिकॉर्डर, तुम दोनों कहीं भी, कभी भी क्यों स्टार्ट हो जाते हो?"

    जिमी की आवाज़ से दोनों का ध्यान टूटा तो उन्हें पता चला कि नार्को कब से उन्हें घूरकर देख रहा है।

    नार्को ड्रिंक की घूंट लेते हुए कहता है, "मुझे लगता है तुम दोनों को साउथ अफ़्रीका का टूर करके आना चाहिए।"

    यह सुनकर दोनों घबराकर एक-दूसरे को देखकर सिर हिलाते हैं। आहिर बोला, "अरे भाई, देखो ना कितनी बोरिंग पार्टी है, इसलिए हम खुद ही अपना एंटरटेनमेंट कर रहे थे, है ना डेविड?"

    यह सुनकर डेविड भी जल्दी-जल्दी सिर हिला देता है।

    नार्को से मिलने उसके पापा और अंकल आते हैं। नार्को के पापा, सुभाष खट्टर बोलते हैं, "निशांत बेटा, तुम इस पार्टी में आए यह देखकर बहुत खुशी हुई।"

    नार्को उनसे कुछ नहीं कहता। फिर उसके अंकल, अभय खट्टर बोलते हैं, "बेटा, कब तक तुम हमसे गैरों जैसा बर्ताव करोगे? कभी तो अपने पापा के किसी सवाल का जवाब दिया करो।"

    तो नार्को बोला, "मुझे मत सिखाइए किसके साथ कैसे बिहेव करना है। आपका बेटा वहाँ है, उसे समझाइए। गो फ़ास्ट।"

    तो वे दोनों चले जाते हैं। उसके बाद बर्थडे गर्ल, यानी मीनाक्षी, सीढ़ियों से उतरकर आती है। उसने लाइट रेड कलर का वन-पीस पहन रखा था और वह नार्को के सामने जाकर बोली, "तुम आए, मुझे इस बात से बहुत खुशी हुई। चलो केक काटते हैं।"

    तो नार्को बोला, "बर्थडे मेरा नहीं, तुम्हारा है। इसलिए केक तुम काटोगी, वहाँ मेरा क्या काम?"

    मीनाक्षी को पता था अगर ज़्यादा ज़िद की तो नार्को पार्टी से ही चला जाएगा, इसलिए वह केक काटने अकेली ही हाल के सेंटर में लगी खूबसूरत टेबल के पास चली जाती है। तभी नार्को का फ़ोन बजता है। नार्को को बहुत हैरानी हुई कि उसके फ़ोन पर अननोन नंबर से कॉल आया था। कॉल उठाते ही किसी के चिल्लाने की आवाज़ आती है। कौन है कॉल पर?

  • 10. broken threads - Chapter 10

    Words: 1044

    Estimated Reading Time: 7 min

    नार्को ने जैसे ही फ़ोन उठाकर कान पर लगाया, निक्कू ने जोर से कहा, "अंकल!!!!"

    इतनी तेज आवाज़ सुनकर नार्को थोड़ा झटका खा गया। फिर उसने कहा, "क्या हुआ लिटिल चैम्प? तुम चिल्ला क्यों रही हो?" निक्कू ने कहा, "अंकल, ये मेरी खड़ूस मम्मी मुझे... गंदा सा दलिया खिला रही है। मुझे नहीं खाना। ये आपका ऑर्डर मानती है ना? 🥺 प्लीज हेल्प मि!!"

    यह सुनकर नार्को को हँसी आ गई, पर उसने हँसी कण्ट्रोल करके कहा, "वेट, मैं अभी आता हूँ।"

    नार्को ने जॉन से कहा, "मैं घर जा रहा हूँ। अगर ये तीनों ज्यादा नशा ड्रिंक करें तो मुझे इन्फ़ॉर्म करना।" इतना कहकर वह तेज़ी से पार्टी हॉल से निकल गया। मीनाक्षी को यह देखकर बहुत गुस्सा आ रहा था। उसकी एक फ़्रेंड, जो उसकी नई मूवी में पार्टनर थी, मज़ाक उड़ाते हुए बोली, "Tch tch tch! Your bad luck!"

    "फ़िल्म इंडस्ट्री का हर हीरो तुझ पर फ़िदा,
    लेकिन अपने पति पर नहीं चली तेरी अदा।"

    मीनाक्षी गुस्से से अपनी मुट्ठियाँ बंद कर लेती है। उसने इतनी जोर से मुट्ठियाँ बंद की थीं कि उसके नाखून उसकी हथेली में धँस गए। लेकिन वह कुछ बोल नहीं पाई।

    मीनाक्षी के पापा, सौरभ श्रीवास्तव, मीनाक्षी को बर्थडे विश करते हुए नई लॉन्च कार की चाबी दी। यह देखकर वह जल्दी से उनके गले लग गई। नार्को के दादा ने भी उसे विश किया और अपनी बहू, सुमित्रा से एक ज्वैलरी बॉक्स लेकर मीनाक्षी को दे दिया। मीनाक्षी मन में बोली, "नार्को, तुम भी बहुत जल्द इस फैमिली की तरह मेरी मुट्ठी में होगे।"


    नार्को के विला पर, कोमल ने एक ब्लैक स्लीवलेस फ़्रॉक पहना था, जिसकी लम्बाई उसके घुटनों तक थी। निक्कू ने हमेशा की तरह थोड़े ओवरसाइज़ कपड़े पहने थे।

    कोमल बोली, "बहुत हो गया निक्कू! I said stop!"

    कोमल निक्कू के पीछे दौड़ रही थी, लेकिन निक्कू सोफ़े से सोफ़े पर, किचन से हॉल में, हॉल से डाइनिंग एरिया में भागती जा रही थी।

    कोमल थककर सोफ़े पर बैठ गई। तो निक्कू बोली, "ओहो!!!! What happen dude? आप के अंदर इतना ही स्टेमिना था?" और फिर अपने मुँह पर हाथ रखकर हँसने लगी। नार्को बहुत देर से दरवाज़े पर खड़े होकर उन्हें देख रहा था। उसके बेरंग और बेजान घर में जैसे निक्कू के आने से रौनक आ गई थी।

    निक्कू की बात सुनकर कोमल फिर से उठी और बोली, "एक बार हाथ आ गई ना, फिर देख मैं क्या हाल करूँगी तेरा!"

    लेकिन निक्कू तो रुकने का नाम नहीं ले रही थी। कोमल बेबसी से ऊपर की तरफ़ देखकर बोली, "हे शिव! कैसी बेटी दी है तूने!" फिर कोमल अचानक गिर गई और अपना पैर पकड़कर बैठ गई। और उसके मुँह से आवाज़ आई, "आह!"

    यह सुनकर नार्को और निक्कू दोनों घबरा गए। नार्को दरवाज़े से तुरंत अंदर आया। निक्कू भी भागकर कोमल के पास आई। निक्कू बोली, "Are you okay buddy!"

    निक्कू के पास आते ही कोमल उसका हाथ पकड़कर हँसते हुए बोली, "अब कहाँ जाओगी बच्चू!!!"

    इसे सुनकर नार्को और निक्कू दोनों को बहुत गुस्सा आया। निक्कू बोली, "What!!😳"

    नार्को बोला, "Are you crazy😡 इतना बेहूदा मज़ाक कौन करता है?"

    कोमल सवाल भरी नज़रों से नार्को को देखकर बोली, "सर आप तो पार्टी में..."

    नार्को उसकी बात बीच में काटकर बोला, "वह सब छोड़ो, यह क्या हरकत थी?"

    निक्कू बोली, "इट्स नॉट फेयर मम्मा! अब मैं आपसे बहुत नाराज़ हूँ और मुझे अब बिलकुल नहीं खाना है, एक गंदा दलिया।" निक्कू मुँह फुलाकर मुँह फेर लेती है। उसने अपने दोनों हाथ सीने पर बाँध रखे थे। कोमल नार्को से बोली, "आई एम सॉरी सर! मैंने आपके लिए कुछ नहीं बनाया है। आप फ़्रेश होकर आएंगे, इतनी देर में मैं कुछ बना दूँगी।"

    यह सुनकर नार्को आँखें छोटी करके कोमल को घूरता है, लेकिन कुछ कहता नहीं। फिर निक्कू की तरफ़ देखकर बोलता है, "निक्कू... बच्चा, तुम दोनों तो बाहर से बहुत कुछ खाकर आई हो, बट मुझे बहुत जोरों से भूख लगी है। आपको अपनी मम्मी से बात नहीं करनी, मत करो!! बट मुझे दलिया खाने में कंपनी तो दे सकते हो, निक्कू?" नार्को ने बहुत मासूम फ़ेस बनाकर निक्कू को दलिये की तरफ़ इशारा किया।

    निक्कू कोमल को इग्नोर करके दलिये की कटोरी लेकर नार्को के पास आई और उसे चम्मच लेकर अपने हाथ से खिलाने लगी। नार्को भी वहीँ फ़्लोर पर बैठकर खाने लगा। कोमल के फ़ेस पर स्माइल थी। वह उठकर किचन में गई और वहीँ दलिया खाकर अपने रूम में चली गई। निक्कू भी उसी रूम में चली गई और नार्को अपने रूम में।

    आधी रात को निक्कू आँखें खोलकर कोमल को देखती है, जो सुकून से सो रही थी। वह उसे अच्छे से ब्लैंकेट से कवर करके रूम से बाहर निकल जाती है।

    फिर वह नार्को के रूम के सामने जाती है और डोर नॉक करती है। डोर नॉक से नार्को की नींद टूट जाती है। फिर वह टाइम देखता है। रात के 1 बजे उसके रूम में कौन आया होगा? यह सोचते हुए वह डोर ओपन करता है।

    सामने निक्कू को देखकर थोड़ा हैरान हो जाता है और बोलता है, "लिटिल चैम्प, तुम इस वक़्त यहाँ?" वह बोली, "अरे, अंदर तो आने दीजिए!" नार्को दरवाज़े से साइड हो जाता है और निक्कू की तरफ़ देखता है।

    निक्कू को देखकर बोलता है, "तुम्हारी मॉम जी को पता चला तो सुबह-सुबह ही तुम्हें बहुत सुनाएंगी।"

    तो निक्कू बोली, "अंकल, आपने अपना नाम नहीं बताया मुझे?"

    तो नार्को बोला, "तुम इतनी रात को सिर्फ़ मेरा नाम पूछने आई हो?"

    तो निक्कू बोली, "नो अंकल, बट आप नाम तो बताओ।"

    तो नार्को बोला, "मेरा नाम निशांत है। लोग मुझे नार्को बोलते हैं।"

    तो निक्कू सीरियस फ़ेस बनाकर बोली, "क्या आप मेरी बड़ी से शादी करेंगे?"

  • 11. broken threads - Chapter 11

    Words: 1290

    Estimated Reading Time: 8 min

    निक्कू ने कहा, "क्या आप मेरी बड़ी से शादी करेंगे?"

    नार्को का मुँह शोक से खुला का खुला रह गया। उसने अचानक कहा, "व्हाट 😳"

    निक्कू ने मासूम चेहरा बनाकर कहा, "आई एक्सप्लेन इट।"

    आज स्कूल में बाकी सब कुछ बहुत अच्छा था। लेकिन जब मम्मी ने मेरा परिचय कराया और सबको बताया कि वह सिंगल मदर हैं, तो मेरी क्लास टीचर ने मम्मी को बहुत अजीब तरीके से देखा। मुझे उन पर बहुत गुस्सा आया।

    लंच टाइम में एक टीचर मुझे सहानुभूति दे रही थी, "बिन बाप की बच्ची है, इसे कोई परेशान मत करना।" मुझे कौन परेशान कर सकता है? उसके बाद कुछ लड़के भी चिढ़ा रहे थे कि मेरे पास पापा नहीं हैं, मतलब मैं कार और बाइक राइडिंग नहीं कर सकती अपने पापा के साथ। मुझे ना तो सहानुभूति अच्छी लगती है, ना उन सबका चिढ़ाना। आज तो मेरा पहला दिन था स्कूल में, इसलिए मैंने खुद को कण्ट्रोल किया। लेकिन अगर अगली बार कुछ हुआ, तो मैं कण्ट्रोल नहीं कर पाऊँगी। और उसके बाद चाहे बड़ी मेरे साथ कुछ भी करे, मुझे कोई फर्क नहीं पड़ेगा।

    मुझे सब...

    नार्को ने निक्कू को बीच में टोकते हुए कहा, "बस बच्चा, ओके फाइन। आपके सारे रीज़न, सारी बात एकदम वैलिड है। लेकिन आपके पापा कहाँ हैं? क्या पता मैं उन्हें ढूँढ दूँ।"

    निक्कू ने पपी फेस बनाकर कहा, "आई डोंट नो अंकल।" बड़ी कभी मुझे नहीं बताएँगी। और पूछने पर उन्हें गुस्सा आता है या रोना आता है, और ये दोनों रिएक्शन मुझे बिल्कुल पसंद नहीं हैं।

    नार्को ने कहा, "ओके फाइन। लेकिन मुझे नहीं लगता आपकी मॉम जी कभी इस बात के लिए राजी होंगी। इसलिए मेरे पास एक शॉर्टकट आइडिया है।"

    निक्कू ने आश्चर्य और सवाल भरी निगाहों से नार्को को देखा। नार्को मुस्कुराते हुए बोला, "तुम मुझे पापा बुला सकती हो। और शादी करने की क्या ज़रूरत है? इसके लिए जब कोई कुछ बोले, बोल देना मेरे डैड हैं। और मैं आपको वैसे भी पिक अप करने तो आऊँगा ही। तो डील डन।" यह बोलकर नार्को ने निक्कू की तरफ हाथ बढ़ाया। निक्कू ने थोड़ी देर सीरियस फेस बनाकर रखा, फिर बोला, "आपको मुझसे कोई प्रॉब्लम नहीं है?"

    नार्को बोला, "ऑफ़कोर्स नॉट। मुझे प्यारी सी गुड़िया जैसी बेटी मिल रही है। आई एम सो लकी।"

    निक्कू मुस्कुराते हुए नार्को का हाथ अलग करके उसे गले लगा लिया। नार्को भी मुस्कुराते हुए उसकी पीठ सहला रहा था। फिर बोला, "आज से तुम मेरी डॉल्ल।"

    निक्कू बोली, "और आप मेरे पापा।"

    फिर दोनों हँसने लगे।

    फिर निक्कू उठकर कोमल के कमरे में चली गई।

    अगली सुबह...

    कोमल सुबह उठकर हॉल में बने छोटे से मंदिर में पूजा करती है और नाश्ता तैयार करती है। आज संडे था, इसलिए निक्कू को स्कूल नहीं जाना था। वह पार्क में नार्को के साथ मॉर्निंग वॉक कर रही थी और कुछ न कुछ उसे बोल रही थी।

    आहिर, जिमी, डेविड और जॉन भी घर आ गए थे। इसलिए कोमल सबके लिए एक्स्ट्रा खाना बनाने लगी। कुछ सर्वेंट उसकी मदद भी कर रही थीं।

    निक्कू को घूमते-घूमते एक छोटा सा पपी मिला। निक्कू भागकर उसे अपने हाथों में ले ली और बोली, "पापा, मुझे इसे घर ले जाना है।" नार्को को कुत्ते कुछ खास पसंद नहीं थे, लेकिन वो निक्कू को खुश देखकर बोला, "क्यों नहीं? मेरी डॉल्ल को पसंद है तो ये डॉगी हमारे घर जरूर जाएगा। लेट्स गो।"

    घर चलते हैं।

    निक्कू उस डॉगी को हॉल में छोड़कर कोमल के पास चली गई। नार्को फ्रेश होने अपने कमरे में चला गया। निक्कू ने कोमल को बताया, "ड्यूड, आपको पता है आज मैं एक पपी लेकर आई हूँ। वो ना व्हाइट कलर का है।" जिमी और जॉन स्टडी रूम में कुछ डिस्कस कर रहे थे। डेविड और आहिर हॉल में बैठकर टीवी पर क्रिकेट देख रहे थे। आहिर बोला, "सुन, मैं ना पॉपकॉर्न बनाने के लिए बोलकर आता हूँ।" आहिर उठकर किचन में चला गया।

    सबको हॉल से डेविड के चिल्लाने की आवाज़ आई, "हेल्प!!!!!!!!"

    डेविड बोला, "द...द...दूर रहो मुझसे...बोला ना दूर...हटो!!"

    नार्को, जिमी, जॉन, आहिर, कोमल और निक्कू सब एक साथ हॉल में पहुँच गए।

    सबकी एक साथ हँसी निकल गई। आहिर पेट पकड़कर जोर-जोर से हँसते हुए बोला, "यू..." फिर डेविड की तरफ एक उंगली से इशारा करते हुए फिर से तेज़ी से हँसने लगा। सबको बहुत हँसी आ रही थी।

    फिर जिमी बोला, "गाइस, अटेंशन प्लीज़..." फिर गला साफ़ करते हुए बोला, "(अपने हाथों को माइक पोजीशन बनाकर)"

    "देवियों और सज्जनों, आज की ताज़ा खबर...जिसे लोग माफ़िया डॉन डेविड जिंदल के नाम से जानते हैं, उन पर आज आतंकवादी हमला हुआ है...सूत्रों से पता चला है कि..."

    आहिर उसकी बात बीच में काटकर बोला, "...पता चला है कि इस खजूर को एक छोटे से कुत्ते से डर लगता है।" और फिर से हँसने लगा।

    जॉन बोला, "बॉस, कुत्ता गाली होती है, डॉगी बोलिए।" और सब मुँह दबाकर हँसने लगे। लेकिन डेविड अभी भी उस पपी को घूर रहा था। वो बोला, "कौन बेवकूफ़ लेके आया है इसे यहाँ...?"

    तो निक्कू गुस्से से बोली, "यू स्टूपिड, बुद्धू अंकल! निक्कू बहुत स्मार्ट है, ओके..."

    डेविड बोला, "देखो बेटा, अगर कुत्ता..." फिर जॉन की तरफ देखकर, "आई मीन, डॉगी काट ले तो बहुत बड़ा इंजेक्शन लगवाना पड़ता है।" और फिर एक सर्वेंट से बोला, "सुनो, प्लीज़ इसे जितनी जल्दी हो सके बाहर निकालो।"

    नार्को की तेज आवाज़ आई, "नो!!!"

    "इसे डॉल्ल लेकर आई है...तो ये यहीं रहेगा।"

    डेविड बोला, "व्हाट, नार्को! प्लीज़ यार, मुझे ना इनसे एलर्जी है..."

    तो आहिर बोला, "एलर्जी है या डर लगता है...?" फिर आहिर कुछ याद करने की एक्टिंग करते हुए अचानक बोला, "एक मिनट...कहीं मेरे रैंबो के साथ तूने ही तो कुछ नहीं किया था...?"

    यह सुनकर डेविड सकपका गया और बोला, "नहीं, तो हमने क्या किया है...?"

    ये सुनकर आहिर जिमी को देखकर बोला, "तो ये महाशय भी शामिल है।"

    जिमी थोड़ा साड़ और सीरियस फेस बनाकर बोला, "देखो डेविड, एक न एक दिन तो आहिर को पता चलना ही था। तो लगता है आज वो वक़्त आ गया है...मुझे ये कहते हुए दिल से बहुत बुरा लग रहा है, लेकिन रैंबो को..."

    आहिर बोला, "...तुम लोगों ने उसे मार दिया?" और फिर जोर-जोर से बच्चों की तरह रोते हुए बोला, "...कमीनो! तुम्हें भगवान देख रहा है। एक मासूम बेज़ुबान जानवर के खूनी हो तुम!"

    तो डेविड बोला, "अरे अरे...हमने उसे बेच दिया, मारा नहीं है..."

    ये सुनकर आहिर रोते हुए बोला, "...मुझे लगा मेरा रैंबो दगाबाज़ निकला, उसने मुझे धोखा दिया। लेकिन नहीं, तुम दोनों...सिर्फ़ तुम दोनों की वजह से दो प्यार करने वाले बिछड़ गए।"

    यह सुनकर निक्कू हँसते हुए उस पपी को गोद में उठाकर अपने कमरे की तरफ़ चली गई। कोमल बोली, "आप सब नाश्ता कर लीजिए..." और निक्कू को आवाज़ लगाकर बोली, "निक्कू, फ्रेश होकर नाश्ता कर लो।" और खुद किचन में चली गई। सब नाश्ता करके अपने-अपने काम में लग गए। कोमल तैयार हुई। उसने ब्लैक स्लीवलेस टॉप और ब्लू जीन्स पहनी थी और बालों की पोनीटेल बनाई थी। वो एकदम टीनएजर लग रही थी। निक्कू बोली, "ऑल द बेस्ट बेस्टी..." और थम्स अप दिखाया। कोमल भी हँसते हुए निक्कू के गाल पर किस करके निकल गई।

    कैसा रहेगा कोमल का आज जॉब पर पहला दिन?

  • 12. broken threads - Chapter 12

    Words: 1062

    Estimated Reading Time: 7 min

    कोमल रेडी होकर ऑटो में बैठकर होटल पहुँची जहाँ उसे नौकरी मिली थी। उसके चेहरे पर चमक थी; फुल एनर्जी के साथ काम शुरू करने की उसकी इच्छा साफ़ झलक रही थी, जो होटल मैनेजर को भी समझ आ रही थी।

    कोमल ने अपना काम शुरू किया। सब कुछ बहुत अच्छा चल रहा था। मन ही मन कोमल बोली, "चलो, यहाँ बस आधा घंटा और ड्यूटी करनी है, फिर उस बार जाना है।" इतना सोचकर कोमल ने अगला ऑर्डर लेने के लिए खुद को तैयार किया और मेन्यू लेकर उस टेबल के पास पहुँची जहाँ एक लगभग 45 साल की महिला और एक 26 साल की लड़की बैठी थीं। वो लड़की थोड़ा आश्चर्य करते हुए बोली, "तुम ज़िंदा हो!"

    "एंड अब तक कहाँ थी?"

    ये सुनकर वो महिला पीछे मुड़कर उसे देखती है। "कोमल! तुम!"

    ये कोमल की चाची निर्मला और उसकी बेटी जिज्ञासा थीं।

    कोमल ने उनकी बातों का कोई जवाब नहीं दिया और जैसे उन्हें जानती ही न हो, वापस मुड़ गई। जिज्ञासा उत्साहित होकर बोली, "मॉम, अब हम खन्ना के साथ डील कर सकते हैं, वो भी मेरे बिना।"

    ये सुनकर निर्मला के चेहरे पर भी चमक आ गई और वो कोमल को आवाज़ लगाती है, "कोमल, बेटा सुनो तो!"

    लेकिन कोमल बिना पीछे मुड़े काउंटर पर चली गई और बोली, "सर, मेरी ड्यूटी का टाइम इतना ही था। लीजिये, मैं साइन कर देती हूँ।" काउंटर वाला उसे एक फ़ाइल, जिसमें सभी वेटर्स के काम के समय की जानकारी थी, दे देता है। कोमल ने जल्दी से हस्ताक्षर करके पीछे मुड़कर जाने लगी, लेकिन उसकी चाची ने उसका हाथ पकड़ लिया।

    "कोमल देखो बेटा, मुझे नहीं पता उस दिन क्या हुआ, लेकिन फिर भी तुम्हें तुम्हारे परिवार के साथ रहना चाहिए। और हम नहीं चाहते कि हम भाभी को दिया वादा तोड़ें। तुम अभी हमारे साथ घर चलो, तुम्हें यहाँ काम करने की कोई ज़रूरत नहीं है।"

    कोमल ने झटके से अपना हाथ छुड़ा लिया और बोली, "आप जिस कोमल को जानती थीं, जो आपकी हर बात मानती थी, वो बहुत साल पहले मर चुकी है। तो ये अपनेपन की नौटंकी किसी और के सामने जाकर कीजिए।"

    जिज्ञासा गुस्से से बोली, "ओह! तुम तो तमीज़ भी भूल गई हो! अपने बड़ों से कैसे बात करते हो?"

    कोमल हँसते हुए बोली, "अच्छा है तुम जल्दी समझ गई। एक्चुअली, मैं ना सब भूल चुकी हूँ, इसलिए मेरा रास्ता छोड़ो, वरना पुराना भूलने के साथ जो नया सीखा है, उसका ट्रेलर भी दिखा दूँगी।"

    निर्मला बोली, "लो भई, भलाई का ज़माना भी नहीं रहा। मैं तो तुम्हें ऐसे छोटे काम करने से रोक रही थी, लेकिन तुम्हारी औकात ही ये है।"

    कोमल बोली, "ऑफकोर्स आंटी, तो आप अपनी तमीज़ और अपनी अच्छी औकात के साथ जा सकती हैं। आपके पास होगा फ़ालतू टाइम, I am busy।"

    इतना बोलकर कोमल होटल से बाहर निकल गई।

    पीछे से जिज्ञासा बोली, "बहुत ऊपर निकल आयी है चिड़िया।"

    निर्मला हँसते हुए बोली, "और अब इसके लिए पिंजरा भी बनने वाला है।"

    कोमल ऑटो में बैठकर खुद को शांत करती है और ऑटो वाले को बार का पता बताती है। वहाँ पहुँचकर पहले वो पानी पीती है, फिर काउंटर पर खड़ी लड़की से काम करने के तरीके के बारे में थोड़ी बात करती है। कोमल को वो लड़की काफी अच्छी लग रही थी। वो उससे बोली, "रीया, तुमसे मिलके बहुत अच्छा लगा।"

    रीया उत्साहित होकर बोली, "मुझे भी।"

    फिर दोनों वहीं खड़े रहकर ड्रिंक अरेंज करने लगीं।

    कोमल बोली, "मुझे वेटर की जॉब मिली थी, अचानक ये कैसे?"

    तो रिया बोली, "पता नहीं यार, मैनेजर का मूड कब चेंज हो जाता है और क्यों?" फिर हँसकर बोली, "वैसे भी ये बिलकुल सही है, वरना यहाँ कैसे-कैसे कस्टमर को हैंडल करना पड़ता है, उससे अच्छा इस काउंटर पर खड़े रहना है।"


    नार्को के विला में...

    नार्को शाम 5 बजे ऑफिस से आया था। आज निक्कू अपने नए दोस्त, यानी पपी के साथ पूरा दिन खेल रही थी। नार्को फ्रेश होकर हॉल में आया और लैपटॉप लेकर कुछ ईमेल चेक करता है। उत्साह में निक्कू नार्को के पास आकर बोली, "पापा!"

    नार्को ने लैपटॉप साइड में रखकर निक्कू को अपनी गोद में बिठा लिया और बोला, "येस, डॉल्ल।" तो निक्कू बोली, "मैंने ना उस पपी का नाम रखा है।" नार्को बोला, "बताओ, क्या नाम रखा है?" तो निक्कू बोली, "उसका नाम डेज़ी है।" नार्को बोला, "बहुत प्यारा नाम है।" निक्कू बोली, "मैंने जो रखा है।" और फिर दोनों हँसने लगे।

    तभी उनके घर की डोरबेल बजी। एक नौकरानी ने दरवाज़ा खोला। सामने मीनाक्षी खड़ी थी। वो अंदर आते हुए बोली, "नार्को, तुम पार्टी से..."

    वो इतना ही बोल पाई थी कि उसकी नज़र नार्को की गोद में बैठी निक्कू पर पड़ गई। वो बोली, "ये बच्ची कौन है, नार्को!"

    तो निक्कू बोली, "मैं इनकी बेटी हूँ, है ना पापा?" नार्को भी मुस्कुराते हुए हाँ में गर्दन हिला देता है।

    मीनाक्षी गुस्से से बोली, "तुम... तुम मेरे साथ ऐसा कैसे कर सकते हो? ये बच्ची किसकी है?" तो नार्को बोला, "आई थिंक तुमने सुना नहीं, ये मेरी बेटी है।"

    "और तुम बिन बुलाए मेहमान की तरह क्यों दिमाग का दही करने आ जाती हो?"

    मीनाक्षी बोली, "व्हाट? बिन बुलाया मेहमान? आई एम योर वाइफ़!"

    "एंड इस लड़की को तो मैं छोड़ूंगी नहीं! क्या जादू किया है इसने? यू ब्लडी बिच!!!"

    इतना ही बोली थी कि मीनाक्षी की गर्दन एक तरफ़ झुक गई। नार्को ने उसके गाल पर इतना जोर से थप्पड़ मारा था कि रसीद दे दी थी!

    आज का दिन कोमल का बार में अच्छा और बिना किसी परेशानी के निकल गया। कोमल 6 बजे बार से निकलकर ऑटो से घर के लिए निकल जाती है, लेकिन रास्ते में ऑटो ख़राब हो जाता है। कोमल ऑटो से नीचे उतरती है। उसके उतरते ही एक कार आती है और कोई पीछे से कोमल के मुँह पर एक कपड़ा रखता है जिससे कोमल बेहोश हो जाती है और वो उसे लेकर गाड़ी की पिछली सीट पर बैठा ले जाता है।

    किसने किडनैप किया है कोमल को?

    मीनाक्षी इस थप्पड़ का कैसे जवाब देगी?

  • 13. broken threads - Chapter 13

    Words: 1121

    Estimated Reading Time: 7 min

    मीनाक्षी को थप्पड़ के कारण बहुत अपमानित लग रहा था। वह गुस्से से निक्कू को एक नज़र देखकर घर से बाहर निकल गई। निक्कू ने नार्को को गले लगाकर धन्यवाद कहा और अपनी नई दोस्त, डेज़ी के पास खेलने चली गई।

    एक घंटे बाद,

    जब निक्कू को सात बजे तक कोमल घर नहीं पहुँची, तो वह नार्को के कमरे के आगे जाकर खड़ी हो गई और दस्तक दी। नार्को ने कमरा खोला और निक्कू का उदास चेहरा देखकर पूछा, "क्या हुआ, गुड़िया?"

    "वो...बडी का कॉल नहीं लग रहा है। बहुत देर हो गई है। वह अभी तक घर नहीं आई।"

    "चिंता मत करो, बच्चा। शायद काम से देर हो गई होगी।"

    "नहीं, वह ऐसा कभी नहीं करती। और वह तो आपके यहाँ काम करती है, तो यह नामुमकिन है कि वह अपने काम को समय पर पूरा न करे। मुझे बहुत टेंशन हो रही है।"

    नार्को ने निक्कू को शांत करते हुए गोद में उठा लिया और बिस्तर पर बैठ गया। "बस रुको।"

    नार्को ने अपने फ़ोन से सुरक्षा प्रमुख जाधव को कॉल किया और कोमल का पता लगाने के लिए कहा।

    "अब बस थोड़ी देर में पता चल जाएगा तुम्हारी मम्मी कहाँ गायब हैं, मेरी प्यारी सी गुड़िया को इतना परेशान करके।"

    निक्कू अब थोड़ी शांत हुई। थोड़ी देर बाद जाधव का कॉल आया। "बॉस, कोमल जी की होटल में किसी से बहस हुई थी। यह उस होटल के सीसीटीवी में दिख रहा है। उसके बाद वह बार गईं, वहाँ भी उनके साथ सब सही हुआ। उसके बाद उन्होंने ऑटो ली, पर ऑटो का नंबर प्लेट नहीं लगा था। इसलिए हमें नहीं पता चल सका ऑटो किसका था, और बिना नंबर के हम ट्रैफ़िक में ऑटो को नहीं ढूँढ सकते और ना ही रोड के सीसीटीवी में कुछ देख पाए।"

    नार्को गुस्से से बोला, "मुझे नहीं पता तुम क्या करोगे, कैसे करोगे, जल्द से जल्द मुझे पता चलना चाहिए कोमल कहाँ है!" जाधव घबराकर बोला, "हाँ बॉस," और कॉल काट दिया। नार्को ने देखा कि निक्कू खेलते-खेलते सो गई है। उसने उसे बिस्तर पर सुलाकर कंबल से ढँक दिया और कमरे से बाहर निकल गया।

    नार्को ने डेविड को कॉल किया। "हे किंग! आज इस नाचीज़ को कैसे याद किया?" डेविड ने मज़ाकिया अंदाज़ में कहा। नार्को ने अपना एक हाथ गर्दन पर रखकर रगड़ा; उसे बहुत गुस्सा आ रहा था। "एनके 5 ब्लैक टीम से बोलकर कोमल का पता लगाओ।"

    डेविड थोड़ा शौक होकर बोला, "ओके बॉस," और फ़ोन काट दिया।

    एनके 5 ब्लैक टीम में 50 सदस्य थे, जो भावनात्मक, मानसिक, शारीरिक, तकनीकी और आर्थिक रूप से बहुत शक्तिशाली थे। यह भारत की नहीं, बल्कि एशिया की सबसे बेहतरीन गुप्तचर टीम थी, जिसे नार्को ने बनाया था। संक्षेप में, ये पूरी तरह से परिपूर्ण थे!

    दस मिनट बाद डेविड का कॉल आया। "बॉस, वो मोहित खन्ना के फ़ार्महाउस पर है।"

    नार्को ने "ओके" कहकर कॉल काट दिया। वह अपने बाउंसरों के साथ खन्ना हाउस के लिए निकल गया। नार्को का घर मुंबई के बाहरी इलाके में था, खन्ना हाउस भी मुंबई के बाहरी इलाके में था, लेकिन विपरीत दिशा में, जिसकी वजह से नार्को को पहुँचने में 40 से 50 मिनट लगने वाले थे।

    कोमल की आँख खुली तो उसने खुद को एक अनजान कमरे में पाया। वह थोड़ी घबरा गई। उसे निक्कू की चिंता हुई; वह कितनी परेशान होगी। तभी उसे सामने एक उसी की उम्र के आसपास का एक आदमी दिखाई दिया, लेकिन उसकी हालत कुछ ठीक नहीं लग रही थी कोमल को। वह आदमी कोमल को अजीब तरह से ऊपर से नीचे तक घूर रहा था। फिर वह अचानक कोमल के बहुत करीब आ गया। फिर वह बच्चों जैसी आवाज़ में बोला, "तुम...तुम...मुझे जानती हो क्या?"

    कोमल को यह देखकर बहुत अजीब लगा। इतना बड़ा होकर भी यह आदमी बच्चों की तरह क्यों बोल रहा है?

    फिर वह बोला, "मेरे पापा ने बोला है, 'You are mine!' क्या यह सच है?"

    अब कोमल को बहुत घबराहट हो रही थी। "क...क...कौन हो तुम? मैं नहीं जानती तुम्हें। मुझे यहाँ कौन और क्यों ले आया है?"

    वह आदमी अपने होंठों पर उंगली रखकर शांत होने के लिए बोला, "शशश...🤫🤫 अभी ना...मेरा स्पाइडरमैन सो रहा है। आवाज़ मत करो। वो जाग जाएगा।" उसने इशारे से कोमल को एक खिलौना स्पाइडरमैन दिखाया।

    अब कोमल को समझ आ गया कि इस आदमी की मानसिक स्थिति ठीक नहीं है। कोमल ने भी अपने होंठों पर उंगली रखकर हाँ में सिर हिला दिया।

    तो वह आदमी खुश होकर ताली बजाते हुए बोला, "यीईई! You are a good girl!"

    उसके बाद कमरे का दरवाज़ा खुला और मोहित खन्ना कमरे में दाखिल हुआ। उसकी उम्र लगभग 50 के आसपास लग रही थी।

    "वेलकम, मिस कोमल।"

    कोमल हैरानी से उसे देखकर बोली, "कौन हो तुम? मुझे क्यों ले आए हो?"

    मोहित हँसते हुए बोला, "अरे अरे! अपने होने वाले ससुर जी को तुम कहकर नहीं बुलाते। खैर, अभी पहली बार था, कोई बात नहीं। जल्द ही सीख जाओगी।" फिर हँसते हुए अपने बेटे से बोला, "कैसी लगी तुम्हारी होने वाली दुल्हन, रणबीर?"

    रणबीर कोमल को देखते हुए बोला, "She is a good and beautiful girl."

    कोमल मन ही मन बोली, "कहाँ फँस गई कोमल तू? निक्कू का क्या हाल होगा?" यह सोच-सोचकर कोमल की आँखें नम हो रही थीं।

    रणबीर उत्साह से बोला, "डैड, क्या यह मेरे साथ खेलेगी छुप्पम-छुप्पाई?" मोहित हँसते हुए बोला, "ऑफ़कोर्स, बेटा! यह तुम्हारे साथ सब कुछ करेगी।"

    यह सुनकर कोमल को बहुत गुस्सा आया। वह गुस्से से बोली, "घटिया इंसान! तुम्हारे बेटे के साथ मेरी शादी करने की तमन्ना कभी पूरी नहीं होगी।"

    यह सुनकर मोहित अजीब ढंग से मुस्कुराने लगा और फिर बोला, "ज़रूर होगी, बहुरानी।"

    यह सुनकर कोमल का मन कर रहा था कि अभी इस घटिया आदमी का सिर फोड़ दे। वह गुस्से से अपनी मुट्ठियाँ बंद कर लेती है।

    तभी सबको घर के सामने एक साथ दस-पन्द्रह कारों के रुकने की आवाज़ सुनाई दी।

    क्या होगा आगे? क्या नार्को कोमल को छुड़ाकर ले जाएगा? या कोमल को पागल रणबीर से शादी करनी पड़ेगी? जानने के लिए पढ़ते रहिए।

  • 14. broken threads - Chapter 14

    Words: 1057

    Estimated Reading Time: 7 min

    कार रुकने की आवाज़ सुनकर मोहित ने एक बॉडीगार्ड को बाहर देखने का इशारा किया। दो मिनट बाद वह बॉडीगार्ड घबराया हुआ अंदर आया। "ब...ब...बॉस! वो नार्को आ गया है।"

    नार्को अपनी कार से, चश्मे लगाते हुए, बाहर निकला। उसके साथ उसके बॉडीगार्ड थे। दूसरी कार से जिमी और डेविड निकले; डेविड के साथ उसका आदमी जेम्स भी था। सब एक साथ हॉल में प्रवेश किए। उनके आते ही हॉल का माहौल मानो डरावना और शांत हो गया। सभी साँस भी बहुत सोच-समझकर धीरे-धीरे ले रहे थे।

    मोहित उस कमरे से निकलकर हॉल में आया और मुस्कराते हुए बोला, "आज इस गरीब के घर खुद किंग आया है, हमारी खुशकिस्मती।"

    डेविड मन में सोचा, "खुशकिस्मती नहीं, बदकिस्मती है तेरी।"

    नार्को ने बहुत ठंडे स्वर में कहा, "Where is she?"

    यह सुनकर मोहित थोड़े कन्फ़्यूज़न से उसे देखने लगा और बोला, "कौन?"

    नार्को ने गन से गोली चलाई जो सीधे मोहित के पास खड़े बॉडीगार्ड के सिर के बीचों-बीच लगी। नार्को गुस्से भरी आवाज़ में बोला, "इस बार गोली सही दिशा में लगेगी। ऑनली फाइव सेकंड्स! जल्दी बोल!"

    फिर जिमी काउंटडाउन करने लगा, "टिक टिक वन... टिक टिक टू... टिक टिक थ्री... टिक..."

    जिमी को बीच में रोकते हुए मोहित बोला, "लेकिन तुम्हारा उस लड़की से क्या कनेक्शन है, किंग?"

    नार्को ने अपनी गन से अपना माथा रगड़ते हुए खुद को शांत करने की कोशिश की। फिर अचानक गन चली और गोली सीधे मोहित के घुटने पर लगी जिससे मोहित की दर्द भरी चीख निकल गई।

    कोमल को कमरे में गन चलने और चीखने की आवाज़ आ रही थी। उसे बहुत डर लग रहा था।

    मोहित ने एक बॉडीगार्ड को कोमल को लाने का इशारा किया।

    वह बॉडीगार्ड कोमल को लेकर आ रहा था और उसके पीछे रणबीर कोमल का एक हाथ पकड़कर उसे रोकने की कोशिश कर रहा था। हॉल में आते-आते जब रणबीर ने अपने पिता के पास खून देखा तो वह डर गया और उसने कोमल का हाथ छोड़ दिया।

    कोमल नार्को के एकदम सामने खड़ी थी। नार्को साफ़-साफ़ देख रहा था कि कोमल कितना रोई है। उसकी आँखें अभी भी नम और लाल थीं, मानो वह किसी को ढूँढ़ रही हों।

    कोमल ने नार्को से कहा, "Where is Nikku?"

    नार्को बोला, "डोंट वरी। वो ठीक है। वो सो गई थी, इसलिए मैं उसे यहाँ नहीं ले आया। यहाँ खतरा भी हो सकता था। वो एक बच्ची है, डर जाती इन सब से।"

    कोमल को मानो उसकी बातों से कोई फर्क ही नहीं पड़ रहा था। वह अभी भी इधर-उधर देखकर निक्कू को ढूँढ़ रही थी। नार्को इरिटेट होकर बोला, "क्या ढूँढ़ रही हो? और इन लोगों से क्या दुश्मनी है तुम्हारी?"

    कोमल बोली, "आई डोंट नो। ये कौन हैं? और मैं निक्कू को ढूँढ़ रही हूँ। आपका दिमाग खराब है! मैं घर से गायब हो जाऊँ और निक्कू को नींद आ जाए? इम्पॉसिबल!!"

    फिर कोमल घूमते हुए निक्कू को आवाज़ लगाने लगी, "निक्कू बच्चा! मम्मा को बहुत डर लग रहा है। परेशान मत करो, सामने आ जाओ! वरना देख लेना, मुझसे बुरा कोई नहीं होगा।"

    नार्को को कोमल पागल लग रही थी। वह बोला, "मैं कह रहा हूँ ना, वो यहाँ कैसे..."

    इतने में ही नार्को को हॉल के गेट से निक्कू का छोटा-सा गोल चेहरा दिखाई दिया। फिर धीरे-धीरे निक्कू पूरी तरह से सबके सामने आ गई और कोमल के पास जाने लगी। कोमल भी बाहें फैलाकर घुटनों के बल बैठ गई। निक्कू जल्दी से आकर कोमल को गले लगा लिया।

    वहाँ मौजूद सभी की आँखें हैरानी से बड़ी हो गईं। जिमी ने डेविड के कान में कहा, "यार, ये छोटी शेरनी कुछ ज़्यादा ही स्मार्ट नहीं है।" डेविड भी हँसते हुए बोला, "हाँ, बिलकुल! और ये नाम भी बहुत सूट कर रहा है इस पर, छोटी शेरनी।" यह नार्को के लिए निक्कू का एक और सरप्राइज़ था।

    फिर नार्को ने अपने बॉडीगार्ड्स को कुछ इशारा किया। सब बॉडीगार्ड्स उस हॉल के चारों तरफ़ से घेर कर अपनी-अपनी पोजीशन लेज़र गन के साथ ले लिए और नार्को बोला, "अब चलो घर चलते हैं।"

    सब कारें एक साथ खन्ना हाउस से हवा की रफ़्तार से चली गईं। और नार्को के बॉडीगार्ड वहीं खन्ना हाउस में रह गए।

    घर जाकर सब फ्रेश हुए और डाइनिंग टेबल पर एक नौकर ने खाना परोसा। कोमल भी उसकी मदद कर रही थी। तब नार्को बोला, "तुम भी डिनर कर लो।" फिर निक्कू उत्साह से बोली, "हाँ, मम्मा! पापा सही बोल रहे हैं।" नार्को ने निक्कू की तरफ़ मुस्कुरा दिया।

    कोमल आश्चर्य से निक्कू से बोली, "🤨 कौन पापा?"

    फिर नार्को को देखकर बोली, "सॉरी सर! ये तो है ही पागल! और मैं आपके साथ कैसे डिनर कर सकती हूँ?" तब नार्को बोला, "क्यों? मैं खाने में ज़हर मिलाकर दे रहा हूँ?" इस बात पर डेविड और जिमी को हँसी आ गई, लेकिन नार्को की ठंडी निगाहों को देखकर उनकी हँसी पल में गायब हो गई।

    फिर नार्को बोला, "मेरी डॉल को पागल बोलने की कोई ज़रूरत नहीं है। तुम उसके जितनी एक प्रतिशत भी स्मार्ट नहीं हो।"

    तो कोमल छोटी आँखें करके निक्कू और नार्को को घूरने लगी, लेकिन फिर मान गई और उन सबके साथ डिनर करने लगी।

    तब जिमी बोला, "वैसे आपने निक्कू को क्या खाकर पैदा किया है? पता नहीं क्या चलता रहता है इस छोटी शेरनी के दिमाग में।"

    इस पर सबके चेहरे पर मुस्कान आ गई। फिर डेविड बोला, "वैसे ये ऐसी है तो इसके पापा का तो पता ही नहीं कैसा होगा। इमेजिन करके ही ओहो!!"

    इस बात पर अचानक माहौल थोड़ा सीरियस हो गया। नार्को की नज़र भी कोमल की तरफ़ ही थी, लेकिन वह कुछ नहीं बोली और खाना खाने लगी। इतना सीरियस और अजीब माहौल सिर्फ़ डेविड के एक सवाल से हो गया था। इसलिए जिमी ने उसे कोहनी मारकर आँखें दिखाईं। तभी निक्कू की आवाज़ आई, "बताओ ना मम्मा, कहाँ है पापा? फिर मैं इन्हें पापा नहीं, अंकल बुलाऊँगी।"

    क्या जवाब देगी कोमल निक्कू के सवाल का? जानने के लिए पढ़ते रहिए।

  • 15. broken threads - Chapter 15

    Words: 1126

    Estimated Reading Time: 7 min

    निक्कू का सवाल सुनते ही कोमल के चेहरे पर घबराहट छा गई। कोमल ने आज तक बहुत कोशिश की थी उस रात को भुलाने की, लेकिन वह कभी उस रात के डर को अपने जहन से नहीं निकाल पाई थी। फिर उसने निक्कू को देखकर कहा, "मैंने कितनी बार तो बोला, मैं तुम्हारी माँ हूँ और मैं तुम्हारा पिता हूँ, समझो!"

    निक्कू कुछ बोलने के लिए मुँह खोली, लेकिन कोमल ने आँखें दिखाकर कहा, "चुपचाप डिनर करो।"

    सबने डिनर कर लिया। कोमल किचन में बर्तन साफ करने चली गई।

    डेविड, जिमी और नार्को तीनों हॉल में सोफे पर बैठकर निक्कू को घूर रहे थे। फिर उस चुप्पी को तोड़ते हुए निक्कू बोली, "अंकल, क्यों घूर रहे हो? और पापा आप भी। मैं तो आपकी गुड़िया हूँ ना।"

    "तुम वहाँ पहुँची कैसे?" डेविड ने पूछा।

    "और मेरे सामने सोने की एक्टिंग करने की क्या ज़रूरत थी?" नार्को ने पूछा।

    निक्कू बोली, "ओहो, रिलैक्स! मैं बताती हूँ... अगर मैं जागी हुई होती, तब भी आप मुझे वहाँ नहीं ले जाते, क्योंकि वहाँ खतरा था।"

    "मेरे सवाल का जवाब दो, तुम वहाँ कैसे पहुँची?" डेविड ने फिर पूछा।

    निक्कू ने कहा, "कार की डिग्गी में बैठकर। और मुझे पता था कार लॉक होते ही डिग्गी भी लॉक हो जाती है, इसलिए जब पापा कार से उतरकर बाहर आ रहे थे, तभी मैं भी उतर गई।"

    "और यह कोई बड़ी बात नहीं, पापा। ऐसे गुस्से से मत देखिए, प्लीज़।" निक्कू ने यह बात बहुत मासूम चेहरा बनाकर कही। नार्को के चेहरे पर मुस्कान आ गई और उसने निक्कू के माथे पर किस किया। फिर कोमल निक्कू को लेने आई और नार्को को आज के लिए धन्यवाद कहा।

    निक्कू आज बहुत थक गई थी, इसलिए कोमल से पहले ही उसे नींद आ गई। कोमल नार्को के कमरे में गई। कमरा खुला था, इसलिए नार्को ने कहा, "आओ।"

    कोमल ने पूछा, "सर, कुछ पता चला आपको? मुझे क्यों किडनैप किया गया था?"

    नार्को ने कहा, "वह तो तुम्हें मुझसे ज़्यादा अच्छे से पता है। क्योंकि उस पागल ने तुम्हारा हाथ जो पकड़ रखा था, इसका मतलब तुम जबसे किडनैप हुई थी उसी के साथ थीं।"

    कोमल ने अपनी नज़रें झुका लीं और कहा, "हाँ सर।" लेकिन उन्होंने मुझे ही क्यों चुना है?

    "मुझे क्या पता?" नार्को ने कहा, फिर मज़ाकिया अंदाज़ में बोला, "हो सकता है तुम्हारी खूबसूरती भा गई हो उसके बेटे को!"

    कोमल ने कहा, "नहीं सर, ऐसा नहीं है। मुझमें भला क्या खूबसूरती पसंद आ सकती है? मैं तो बहुत साधारण दिखती हूँ! एक बार कॉलेज में अपने क्रश को 'आई लाइक यू' बोला था... उसने मेरे 'आई लाइक यू' के जवाब में मेरे चाचा की लड़की को, यानी मेरी ही बहन को, जाकर किस कर दिया।"

    नार्को को हँसी आ गई और कोमल भी हँसने लगी।

    फिर नार्को सोफे की तरफ़ इशारा करते हुए बोला, "बैठो यहाँ, कुछ दिखाता हूँ।"

    कोमल उलझन में एक बार नार्को को देखी, लेकिन फिर बिना सवाल किए नार्को से कुछ दूरी बनाकर सोफे पर बैठ गई।

    नार्को ने होटल की फ़ुटेज दिखाई जिसमें कोमल, निर्मला और जिज्ञासा आपस में बहस कर रही थीं।

    "ये कौन हैं?" नार्को ने पूछा।

    "सर, ये मेरी चाची और उसकी बेटी जिज्ञासा हैं।" निक्कू ने जवाब दिया।

    "तुमने तो बोला तुम्हारी फैमिली में गुड़िया के अलावा कोई नहीं।" नार्को ने कहा।

    कोमल ने नीची नज़रें किए हुए कहा, "सर, मैंने सात साल पहले ही उनसे सारे रिश्ते तोड़ दिए थे। अब मेरी फैमिली सिर्फ़ मेरी बेटी है। मैं आपको वजह नहीं बता सकती।"

    फिर नार्को ने दूसरी फ़ुटेज खोली, जिसमें उसी होटल की फ़ुटेज थी, लेकिन इस बार निर्मला और जिज्ञासा के साथ मोहित खन्ना बैठा था।

    फिर नार्को ने एक वीडियो खोला जिसमें मोहित हाथ जोड़कर आहिर के सामने घुटनों के बल बैठा था। उसके सर से खून निकल रहा था, और वह बोल रहा था, "आहिर, मुझे नहीं पता था वह लड़की आपसे जुड़ी हुई है, वरना मैं सपने में भी ऐसा नहीं करता। और उसकी खुद की चाची ने मुझसे डील की थी कि मैं उसके ब्यूटी पार्लर को रेनोवेट करवा दूँ और उसका एडवरटाइज़मेंट करवा दूँ। उसके बदले मैंने उससे उसकी बेटी का हाथ माँगा, लेकिन बोली कि उसकी भतीजी अकेली रहती है, उसके पास घर नहीं है, वह इस होटल में वेट्रेस का काम करती है। तो मुझे लगा मैं उसे अपने घर की बहू बना लूँगा, उसकी ज़िंदगी आराम में गुज़रेगी।"

    मोहित ने सब कुछ एक साँस में बोल दिया और वीडियो बंद हो गया।

    नार्को कोमल की तरफ़ देखा, जिसकी आँखें गुस्से से लाल थीं और उनमें एक दर्द भी था। कोमल साइड में मुँह करके अपने आँसू पोछती है और हाथ जोड़कर नार्को से बोली, "थैंक यू सो मच सर। मैं शायद आपका यह अहसान कभी नहीं भूल पाऊँगी। आपने मेरे लिए अपना कीमती समय बर्बाद किया।"

    नार्को बस एकटक कोमल को देख रहा था। कोमल बोली, "सर, क्या हुआ? आप ऐसे क्यों देख रहे हैं?" नार्को होश में आते हुए बोला, "नथिंग। तुम्हें गुड़िया की सुरक्षा के बारे में सोचना चाहिए। हो सकता है तुम्हारी चाची इस बार उसे निशाना बनाए, तुम्हें ब्लैकमेल करने के लिए।"

    "जी सर।" कोमल ने कहा और गर्दन हिलाकर जाने लगी। नार्को बोला, "कल से स्कूल के बाहर भी गुड़िया के लिए बाउंसर होंगे, और तुम बिना बताए अकेली बाहर मत जाना। बाउंसरों को लेकर जाना।"

    "सर, आपको इतना अपनापन दिखाने की ज़रूरत नहीं है। मैं इतनी काबिल हूँ अपनी बच्ची और खुद को सुरक्षित कर सकूँ। और मुझे नहीं लगता आपको एक मामूली कुक के लिए अपने बाउंसरों को सैलरी देनी चाहिए। वह आपके साथ ही अच्छे लगते हैं, आपकी सुरक्षा में।" कोमल ने कहा।

    नार्को थोड़े रूखे अंदाज़ में बोला, "हाँ, आज तुम खुद को कैसे प्रोटेक्ट करती हो, उसका ट्रेलर तो दिख गया।"

    "लेकिन तुम्हारे चक्कर में मैं गुड़िया के लिए कोई रिस्क नहीं लेना चाहता।" इतना कहते हुए नार्को उठने लगा। उसी समय कोमल भी दो कदम आगे बढ़ाकर नार्को को कुछ कहने वाली थी, लेकिन दोनों आपस में टकरा गए और नार्को वापस सोफे पर बैठ गया और कोमल उसकी गोद में जा गिरी।


    "पता नहीं क्यों, पर कभी-कभी कोई अजनबी भी अपना सा लगता है,
    खुद को इतनी दफ़ा समझा दिया, फिर भी तुझ में यह दिल खोया सा लगता है,
    तेरे पास आने का हर एहसास मीठा सपना सा लगता है।" 💞

    (_*इश्क़ी*_)

    क्या होगा इस टक्कर का अंजाम? क्या मोड़ लेगी यह कहानी कोमल और नार्को की नज़दीकी से? जानने के लिए पढ़ते रहिए।

  • 16. broken threads - Chapter 16

    Words: 1296

    Estimated Reading Time: 8 min

    नार्को को जाना-पहचाना अहसास हुआ, पर उसने अपने ख्यालों को झटका दिया और कोमल की ओर नज़रें उठाईं। कोमल शर्म से अपना चेहरा दूसरी ओर कर लेती थी।

    कोमल ने अपने बालों का बन बना रखा था, इसलिए उसकी गर्दन दिखाई दे रही थी।

    नार्को की आँखें हैरानी से बड़ी हो गईं जब उसने कोमल की गर्दन पर काले तितली के टैटू को देखा। उसके सामने सब कुछ धुंधला सा हो गया। वह मन ही मन सोचने लगा, क्या यह लड़की वही हो सकती है? आखिर कौन हैं ये? नार्को बहुत याद करने की कोशिश करता रहा। शायद उस दिन उसे देखा हो।

    उसके सामने सात साल पहले की रात की धुंधली यादें घूमने लगीं, लेकिन फिर वह स्वयं ही अपने सवाल का जवाब देता है, "नहीं, यह वही नहीं है, क्योंकि वह तो उसे पहले ही मिल चुकी है।" यह बात अलग थी। नार्को को उस लड़की के करीब जाकर कभी यह महसूस नहीं हुआ कि उससे कोई लगाव है, लेकिन उस लड़की ने स्वयं यह स्वीकार किया था कि उस रात वह नार्को के साथ थी।

    नार्को अपने ख्यालों में खोया हुआ था और कोमल उसकी गोद से उठकर कब से उसे माफ़ी मांग रही थी। कोमल चुटकी बजाते हुए बोली, "सर,,, सर,,, कहाँ खो गए आप,,, सर,,, सर,,," नार्को जैसे होश में आया हो। कोमल कहती है, "आई एम सॉरी सर और एक बार फिर धन्यवाद। गुड नाईट। अब मैं चलती हूँ।"

    कोमल कमरे में पहुँचती है तो निक्कू को देखती है जो पूरे बिस्तर पर फैलकर सो रही थी। कोमल उसे सही से सुलाकर कंबल से ढँकती है। इसके बाद उसके पास किसी का कॉल आता है। कोमल सोचती है, इतनी रात को कौन होगा? फिर कॉल उठाती है तो सामने से एक लड़के की आवाज आती है, "हे ब्यूटीफुल, हाउ आर यू!" कोमल खुश होकर बोलती है, "कबीर! तुम कब? आई एम आल्सो गुड। तुम बताओ। यूएसए जाकर भूल ही गए।" कबीर बोलता है, "जी नहीं। कल हम मिलेंगे। मैं इंडिया में ही हूँ। इतनी रात को डिस्टर्ब करने के लिए सॉरी। तुम्हें एड्रेस भेजूँगा। पहुँच जाना टाइम पर।" कोमल हँसते हुए हाँ बोलती है और फिर और बातें करने लग जाती है।

    इधर, कोमल के जाते ही नार्को किसी को कॉल करता है। सामने से एक लड़की की प्यारी सी आवाज आती है, "हाय नार्को! इतने दिनों बाद कैसे याद किया?" नार्को बोलता है, "कल मुझे तुमसे मिलना है।" सामने से लड़की बोलती है, "ऑफ़कोर्स, व्हाई नॉट। मैं खुद तुम्हारे घर आ जाऊँगी।" नार्को बोलता है, "नहीं, मैं मॉर्निंग में मीटिंग के लिए एड्रेस भेजूँगा, वहीं आ जाना।" लड़की बोलती है, "ओके, जैसे तुम चाहो।" फिर नार्को गुड नाईट बोलकर कॉल काट देता है।

    और बिस्तर पर लेटे हुए कोमल के बारे में सोचने लगता है। वह मानो खुद से ही जंग कर रहा था। उसका दिल कुछ और कह रहा था और दिमाग कुछ और।

    मीनाक्षी आग बबूला हो रही थी। उसके साथ उसकी माँ सुजाता बैठी थी। वह कहती है, "क्या हालत कर ली है तूने अपनी? और तू क्यों ज़्यादा सोच रही है? एक छोटी सी बच्ची ही तो है। तू शांत दिमाग से सोच।"

    मीनाक्षी झल्लाते हुए कहती है, "नहीं मॉम, शादी को सात साल हो गए। आज तक नार्को ने मुझे अपनी पत्नी का हक नहीं दिया। मैंने सब चुपचाप बर्दाश्त भी किया है, लेकिन उसने कभी गुस्से में मुझे थप्पड़ नहीं मारा। ये सब उस दो-कोड़ी की लड़की की वजह से हुआ है, और वो है कौन जो नार्को को अपना पापा बोल रही है। मुझे कैसे भी करके उसे उस घर से और नार्को की लाइफ़ से निकालना होगा, और उसकी माँ को तो छोड़ूँगी नहीं मैं।"

    सुजाता कहती है, "तू थोड़ी शांत हो जा। कल तेरी नई फिल्म की शूटिंग का पहला दिन है। स्ट्रेस लेगी तो नींद नहीं आएगी और डार्क सर्कल्स पड़ जाएँगे। और अब मैं चलती हूँ। बेटी के ससुराल रोज़-रोज़ आना और इतनी रात तक रुकना सही नहीं है। गुड नाईट। सो जा अब।"

    अगली सुबह, कोमल हर रोज़ की तरह निक्कू को चार बजे उठाती है। निक्कू आलसी आवाज़ में बोलती है, "गुड मॉर्निंग मॉम जी!"

    कोमल को हँसी आ जाती है और वह बोलती है, "गुड मॉर्निंग। लेकिन निक्कू, तुम्हारे निकनेम कब ख़त्म होंगे? रोज़-रोज़ कहाँ से सीखती हो ये?" फिर बोलती है, "अब जल्दी उठो, वॉक पर चलते हैं।" निक्कू मुस्कुराते हुए उठकर बैठ जाती है और बोलती है, "ये निकनेम पापा ने बोला आपके लिए।" इस पर कोमल हैरानी से बोलती है, "व्हाट?"

    निक्कू बोलती है, "येस मॉम जी। मैं पापा से जब आपके बारे में बात करती हूँ तो वो ऐसे ही बोलते हैं, 'तुम्हारी मॉम जी को गुस्सा आ जाएगा, तुम्हारी मॉम जी ऐसा कर देंगी, वैसा कर देंगी।'" निक्कू की एक्टिंग देखकर कोमल को फिर से हँसी आने लगती है। वे दोनों वॉक करने के लिए जैसे ही बाहर निकलते हैं, नार्को बोलता है, "आई कैन जॉइन..." निक्कू खुश होकर बोलती है, "येसस पापा!" फिर बोलती है, "पापा, वो डेज़ी कहाँ चला गया है?" और निक्कू का चेहरा उदास हो जाता है। यह देखकर नार्को बोलता है, "डोंट वरी डॉल। मैं ढूँढ दूँगा उसे। अब चले वॉक पर।" तीनों हँसी-खुशी सुबह की ठंडी हवाओं में वॉक कर रहे थे। इतनी सुबह-सुबह कोई नहीं था। रास्ता बहुत साफ़ था और हल्का अंधेरा भी था।

    जब वे वॉक करके वापस आए तो सूरज ने भी अपनी रोशनी बिखेर दी थी।

    कोमल जल्दी आकर फ्रेश होती है और निक्कू को स्कूल के लिए तैयार करती है। उसके बाद किचन में जाकर नाश्ता तैयार करती है। सब नाश्ता करते हैं।

    और फिर कोमल खुद भी नहाकर तैयार हो जाती है। आज कोमल ने काले प्लाज़ो और लाल कुर्ती पहनी थी। बालों की चोटी बनाई थी और कुछ बालों की लटें खुली थीं जो उसे और खूबसूरत बना रही थीं। उसने लाल बिंदी भी लगाई थी। हाथ में एक ब्रेसलेट और दूसरे हाथ में घड़ी, पैरों में पायल। वह अपना दुपट्टा ठीक करते हुए हॉल में आकर निक्कू को आवाज़ लगाती है। नार्को जो बस निकलने वाला था, उसे कोमल की पायल की आवाज़ सुनाई देती है तो वह पीछे मुड़कर देखता है। कोमल पारम्परिक लुक में बहुत खूबसूरत लग रही थी। नार्को उससे पूछता है, "तुम आज काम पर नहीं जाओगी?" कोमल बोलती है, "नहीं, एक दोस्त से मिलने जाना है।"

    नार्को बोलता है, "कुछ ख़ास दोस्त है?" कोमल हँसते हुए बोलती है, "हाँ, बचपन का दोस्त है। बहुत दिनों बाद मिलने वाली हूँ।"

    तभी उन्हें निक्कू की आवाज़ आती है जो कोमल को देखकर बोल रही थी, "ओहो मम्मा जान! आप क्या लग रही हैं! वैसे आप तो ऐसा तभी पहनती हैं जब कुछ स्पेशल हो, और आज तो ना मेरा बर्थडे है ना ही कुछ और।" कोमल निक्कू का एक और निकनेम सुनकर हँस देती है और फिर बोलती है, "तुम ज़्यादा मत सोचो। चुपचाप स्कूल जाओ और टाइम से लंच ख़त्म करना। और मैं तुम्हें आकर सब समझाऊँगी, ओके?"

    निक्कू हाँ में गर्दन हिला देती है। नार्को निक्कू को लेकर कार में बैठकर ड्राइवर को चलने का इशारा करता है। उसके मन में अब वो रात फिर से घूमती है। उसे एक पायल भी तो मिली थी बिस्तर पर।

    निक्कू नार्को का सीरियस फेस देखकर बोलती है, "व्हाट हैपन पापा?" नार्को मुस्कुराकर बोलता है, "नथिंग बच्चा।" और उसके सर पर हाथ फेरता है। फिर वह निक्कू की आँखें देखकर सोचता है, क्या यह पॉसिबल हो सकता है? निक्कू की आँखें नीली थीं, बिलकुल नार्को की जैसी।

    आखिर किससे मिलने जा रहे हैं नार्को और कोमल? कैसा होगा निक्कू का स्कूल में दूसरा दिन? जानने के लिए पढ़ते रहिए...

  • 17. broken threads - Chapter 17

    Words: 1243

    Estimated Reading Time: 8 min

    नार्को ने निक्कू को स्कूल छोड़ने के बाद मूनलाइट कैफ़े पहुँचा। इत्तफ़ाक़ से कोमल और कबीर भी उसी कैफ़े में थे। कोमल कबीर से हँसते हुए बातें कर रही थी, शायद अपने बचपन की खट्टी-मीठी यादें ताज़ा कर रही थी। नार्को एकटक कबीर और कोमल को देख रहा था। कबीर की पर्सनैलिटी काफी कूल और डैशिंग थी। उसने ब्लू जीन्स और व्हाइट हूडी टी-शर्ट पहनी हुई थी।

    तभी एक लड़की नार्को के पास आकर उसके गले मिली। उस लड़की ने घुटनों तक की पिंक फ्रॉक पहनी थी जो उस पर काफी शोभा भी दे रही थी। वह मुस्कुराते हुए नार्को को अपनी टेबल तक ले गई।

    "हेलो नार्को, इतने दिन बाद मेरी याद कैसे आई?"

    "बस ऐसे ही। तुम्हारा मॉडलिंग करियर कहाँ तक पहुँचा?" नार्को बोला।

    "जब तक आप मेरे साथ हो, कोई डायरेक्टर मुझे रिजेक्ट नहीं कर सकता।" वह लड़की हँसने लगी।

    (दरअसल, यह लड़की नार्को की चाची के भाई की बेटी श्रेया थी।)

    "श्रेया, क्या तुम्हें पक्का याद है सात साल पहले उस रात तुम ही मेरे साथ थीं?" नार्को बोला।

    श्रेया को थोड़ा अजीब लगा। "हाँ, क्यों? क्या हुआ? तुमने खुद कन्फर्म किया था ना मेरे टैटू से?"

    "हाँ," नार्को ने गर्दन हिलाई। "मैं तब तक लोगों के साथ बहुत अच्छा होता हूँ जब तक वे मुझसे झूठ नहीं बोलते और मुझे धोखा नहीं देते। जिस दिन मुझे पता चला तुमने झूठ बोला था... मुझे भी नहीं पता मैं तुम्हारे साथ क्या करूँगा। सो केयरफुल।" नार्को ने यह बात बहुत कूल वॉइस में बोली थी।

    श्रेया यह सुनकर थोड़ी घबरा गई। वह घबराहट उसके चेहरे पर साफ़ दिख रही थी। यह देखकर नार्को तिरछी मुस्कान मुस्कराया, लेकिन श्रेया अपनी घबराहट छिपाते हुए मुस्कुराई और ऑर्डर करने के लिए वेटर को बुलाया।

    कोमल और कबीर की बातें ख़त्म नहीं हो रही थीं।

    "तुम्हें याद है तुम एक दिन मेरे पीछे-पीछे बॉयज़ टॉयलेट तक चली आई थीं?" कबीर बोला।

    "जस्ट सेटअप, ओके? तब हम सिर्फ़ फर्स्ट स्टैंडर्ड में थे।" कोमल मुस्कुराने लगी।

    "क्या तुम्हारा कोई बॉयफ्रेंड है?" कबीर ने पूछा, फिर खुद ही बोला, "मैं भी क्या फ़ालतू सवाल कर रहा हूँ। तुम किसी को कैसे पसंद कर सकती हो?"

    "और वो क्यों लगता है तुम्हें?" कोमल आश्चर्य से पूछी।

    "क्योंकि तुम्हारे नखरे कौन उठाएगा? एकदम नखरे वाली हो।" कबीर ने दाँत दिखाते हुए कहा।

    "ओके, तुम्हें बड़ा पता है। ये बताओ तुमने किस बेचारी पर अपनी चार्मिंगनेस का जादू चलाया है?" कोमल ने कबीर के कंधे पर मारते हुए कहा।

    "अरे यार, मुझे रिलेशनशिप से बहुत डर लगता है। कितने सवाल करती हैं लड़कियाँ! किससे बात की, कब घर आए, गिफ़्ट क्यों नहीं लाए, इंस्टा पर लड़की को क्यों फ़ॉलो किया, एंड ब्लाह ब्लाह!!"

    कोमल हँसने लगी और एक वेटर उनका ऑर्डर लेकर आ गया।

    नार्को श्रेया के साथ बैठा था, लेकिन उसकी नज़र सिर्फ़ कोमल और कबीर पर थी। पता नहीं क्यों नार्को को कबीर की कूल पर्सनैलिटी से जलन हो रही थी। जबकि नार्को भी काफी डैशिंग था, लेकिन कूल नहीं। उसके कपड़े माफ़िया टाइप, हमेशा ओवरसाइज़ जैकेट जिसकी लम्बाई घुटनों से नीचे तक रहती थी, और मास्क जिसकी वजह से उसका चेहरा नहीं दिखता था और एक सनग्लासेज़ जो उसकी ब्लू आँखों को कवर करके रखता था।

    लगभग आधे घंटे बाद कोमल अपनी जगह से खड़ी हुई और कबीर से बोली, "ओके कबीर, तुमसे मिलके बहुत-बहुत अच्छा लगा। अब मैं चलती हूँ।"

    कबीर उठकर कोमल को गले लगाया। "हाँ," उसने गर्दन हिलाई। "मेरी भी एक मीटिंग है।"

    दोनों एक साथ कैफ़े से बाहर निकले। नार्को भी उनके पीछे-पीछे निकला।

    "चलो, मैं ड्रॉप कर दूँ तुम्हें।" कबीर ने कोमल से कहा।

    "नहीं, मैंने कैब बुक कर ली है।" कोमल ने कहा।

    जैसे ही कोमल कैब में बैठने वाली थी, नार्को ने उसका हाथ पकड़ लिया। कोमल कन्फ़्यूज़न में पीछे देखी और अचानक उसके मुँह से निकला, "सर, आप यहाँ?"

    कबीर भी कन्फ़्यूज़न में नार्को को, कभी कोमल को और कभी उन दोनों के हाथों को देख रहा था।

    "हेलो नार्को, आई थिंक यू डोंट नो मी। बिज़नेस इंडस्ट्री में मेरा नाम के.के. गोयल है। हमारी नेक्स्ट वीक मीटिंग भी फ़िक्स है। चलो, हमारी पहले ही मुलाक़ात हो गई।"

    "ऑफ़कोर्स, मैं हर किसी को नहीं जानता!" नार्को बोला।

    फिर कोमल से बोला, "मैं घर ही जा रहा हूँ। चलो मेरे साथ।"

    कोमल ने ज़्यादा सवाल ना करते हुए कबीर की तरफ़ मुस्कुराकर बाय बोला और नार्को की कार में बैठ गई।

    श्रेया भी हैरानी से नार्को और कोमल को जाते हुए देख रही थी। उसे यकीन नहीं हो रहा था कि नार्को किसी लड़की को उसके घर ड्रॉप करेगा। फिर उसे नार्को के शब्द याद आए, "मैं भी घर जा रहा हूँ," जिसका साफ़ मतलब था कि यह लड़की नार्को के साथ रहती है।

    इधर कार में नार्को और कोमल के बीच कोई बात नहीं हुई। घर आकर कोमल फ्रेश होने अपने रूम में चली गई।

    नार्को सिगरेट जलाकर बालकनी में खड़ा था। फिर नार्को ने आहिर को कॉल किया।

    "हाँ भाई?" उधर से आवाज़ आई।

    "आज डार्क नाइट कैसीनो चलेंगे। सबको बोल देना।" नार्को ने कहा और कॉल काट दिया।

    शाम चार बजे कोमल निक्कू को लेने घर से निकली तो नार्को बोला, "मैं ले आऊँगा डॉल को।"

    "सर, आप ये सब अगर सिम्पैथी के लिए कर रहे हैं तो कोई ज़रूरत नहीं है। आई कैन हैंडल इट। आपको तकलीफ़ करने की कोई ज़रूरत नहीं है।" कोमल बोली।

    "नार्को किसी को सिम्पैथी नहीं देता। मैं वही करता हूँ जो मेरे दिल को अच्छा लगता है, और कोई आर्गुमेंट नहीं चाहिए। मैं लेने जा रहा हूँ। मैंने प्रॉमिस किया है डॉल से, मैं उसे लेकर ही आऊँगा।"

    "और अगर आपको ऐसा क्यों लगता है मैं आपका कोई भी फ़ेवर लूँगी?" कोमल ने नार्को से बहुत रूड होकर बात की। नार्को पहले से ही कबीर की वजह से गुस्से में था, अब तो कोमल का बिहेवियर उस गुस्से को और हवा लगा रहा था। नार्को गुस्से से दाँत पीसते हुए कोमल की तरफ़ आगे बढ़ा। कोमल डर से पीछे हटने लगी और वह हॉल के गेट से पीठ लगा गई। नार्को ने उसके दोनों साइड हाथ रखकर, अपने दाँत पीसते हुए कहा, "मैं तुम पर कोई फ़ेवर नहीं कर रहा हूँ। डॉल मुझे पापा ऐसे ही नहीं बोलती, उसका एक विश्वास है मुझ पर और मैंने अपनी डॉल से प्रॉमिस किया है तो मैं उसे लेने ज़रूर जाऊँगा।"

    कोमल ने भी बिना डरे नार्को की आँखों में देखकर कहा, "क्या मेरी... मेरी लगारखी है...? आप शायद भूल गए हैं वो आपके घर की एक मामूली कुक की बेटी है।"

    नार्को ने दीवार पर अपना मुक्का मारकर कहा, "डैम इट! शी इज़ माई डॉटर... और ज़रूरी नहीं हर रिश्ता फ़िज़िकल हो। कुछ रिश्ते दिल से भी होते हैं।" इतना बोलकर नार्को निक्कू को लेने निकल गया और कोमल वहीं हक्की-बक्की खड़ी रह गई।

    क्या मोड़ लेगी यह कहानी नार्को और निक्कू के इस प्यार भरे रिश्ते के बनने से? जानने के लिए पढ़ते रहिए।

  • 18. broken threads - Chapter 18

    Words: 1080

    Estimated Reading Time: 7 min

    नार्को के जाने के बाद कोमल दिशा से मिलने उसके घर गई।

    दिशू, यार, ये क्या हो रहा है मेरे साथ? क्या चाची मुझे अब भी परेशान करना नहीं छोड़ेगी? और मैं निक्कू को इन सब से कैसे दूर रखूँ?

    दिशा बोली, "तू शांत हो जा, और निक्कू की टेंशन मत ले। तूने ही बताया ना, तू नार्को के घर काम करती है और नार्को निक्कू की बहुत केयर करता है। नार्को बहुत बड़ा आदमी है यार, तेरी चाची उससे कभी पंगा नहीं लेगी। तू रिलैक्स कर।"

    कोमल दिशा को गले लगाती है और फिर कुछ देर और बातें करके बोली, "अब मैं चलती हूँ, निक्कू आ गई होगी।"

    दिशा कोमल को गेट तक छोड़ने आई और "बाय" बोली।


    निक्कू और नार्को घर आने से पहले एक पेट शॉप पर रुके और एक पपी खरीदा। उसके बाद निक्कू और नार्को एक आइसक्रीम शॉप पर गए। नार्को बोला, "कौन-सा फ्लेवर, डॉल्ल?"

    निक्कू उत्साह से बोली, "वैनिला फ्लेवर!!!"

    नार्को मुस्कुराया। उसे भी वैनिला फ्लेवर बहुत पसंद था।


    इधर, निर्मला के घर में, जिज्ञासा बोली, "मॉम, अभी तक उस खन्ना के बच्चे ने कॉल क्यों नहीं किया?"

    निर्मला बोली, "तुम शांत रहो। वैसे भी उसे पकड़ तो लिया ही है।"

    जिज्ञासा मुस्कुराई और फिर मूड लाइट करने के लिए टीवी ऑन किया।


    टीवी पर आ रही ख़बर देखकर जिज्ञासा की आँखें शोक से बड़ी हो गईं। "मॉम... मॉम... टीवी पर देखो..."

    यह देखकर निर्मला की आँखें भी बड़ी हो गईं।


    टीवी पर मोहित खन्ना के दिवालिया होने की ख़बर आ रही थी।

    जिज्ञासा बोली, "मॉम, अब क्या होगा मेरे ब्यूटी पार्लर का?"

    निर्मला बोली, "तुम शांत हो जाओ।" और वह मोहित को कॉल करती है। मोहित पाँच रिंग के बाद कॉल उठाकर चिड़चिड़े स्वर में बोला, "क्या है?"

    निर्मला बोली, "ये तो हमें तुमसे पूछना चाहिए। तुम खुद कंगाल हो गए, अब हमारी डील?"

    मोहित बोला, "अच्छा होगा तुम भूल जाओ उस डील को। और हाँ, साथ-साथ उस लड़की को भी। उसके साथ नार्को है, द किंग। अगर अपनी जान प्यारी है तो दूर ही रहो उस लड़की से। और तुमने मुझसे झूठ बोला। उस लड़की की शादी नहीं हुई, उसके साथ पाँच-छः साल की बच्ची थी जो उसे मम्मी बुला रही थी।"

    निर्मला बोली, "व्हाट!"

    फिर मोहित कॉल काट देता है। निर्मला मोहित से हुई सारी बातें जिज्ञासा को बताती है। जिज्ञासा शोक से सोफे पर धड़ाम से बैठ जाती है।

    और फिर बोली, "बच्ची! ऐसा कैसे हो सकता है? और वो भी पाँच-छः साल की! क्या इसीलिए वो यहाँ से गई थीं?"

    निर्मला एक तिरछी मुस्कान के साथ बोली, "अब देखती जा तू क्या होता है आगे-आगे।" उसे देखकर लग रहा था कुछ तो बड़ा प्लान चल रहा है उसके दिमाग में।


    कोमल घर पहुँचती है तो उसे निक्कू कहीं नज़र नहीं आती। वह चारों तरफ़ निक्कू को ढूँढती है। तभी उसे गेट से निक्कू और नार्को आते हुए दिखते हैं। निक्कू के हाथ में एक डॉगी था। कोमल को देखकर निक्कू दौड़कर आती है और उसके गले मिलकर बोली, "बडी! मेरा न्यू फ़्रेंड!"

    कोमल बोली, "और वो डेज़ी?"

    निक्कू बोली, "वो ना किसी और का था, वो उसे ले गए।"

    फिर कोमल निक्कू को कपड़े चेंज करने के लिए बोलती है और खुद निक्कू के लिए मैगी बनाने चली जाती है।


    नार्को जॉन को कॉल करके बुलाता है और कैसीनो के लिए निकल जाता है।


    कैसीनो में एक साथ आहीर, जिमी, डेविड, जॉन और नार्को की एंट्री होती है। उनके पीछे जेम्स और जाधव जिनके हाथ में गन्स थीं।


    नार्को सामने देखता है जहाँ खालिद और करन ओब्राय बैठे थे। नार्को तिरछी मुस्कान करते हुए बोला, "आज दोनों एक साथ।"

    खालिद बोला, "पुरानी कहावत है, दुश्मन का दुश्मन दोस्त होता है। हम तो वही फ़ॉलो कर रहे हैं।"

    करन बोला, "ड्रिंक प्लीज़।"


    दो वेटर आकर उन्हें ड्रिंक सर्व करती हैं और एक लड़की खालिद की गोद में बैठ जाती है। खालिद उसकी उंगलियों के साथ खेलते हुए नार्को से बोला, "किंग, हम दोनों एक ही काम करते हैं, तो तुम्हें पार्टनरशिप कर लेनी चाहिए।"

    इस पर आहीर मुस्कुराते हुए बोला, "कभी देखी है कुत्ते और शेर की पार्टनरशिप?"

    इस पर डेविड और जिमी को भी हँसी आ जाती है। नार्को बोतल से वाइन डालता है और पीने लगता है।


    खालिद गुस्से से आहीर को घूरता है, लेकिन घूरने के अलावा वह और कुछ नहीं कर सकता था।


    वो सब थोड़ी देर और ड्रिंक करते हैं, फिर सब कारें वहाँ से हवा की रफ़्तार से चली जाती हैं।


    आहीर घर में एंट्री करते हुए बोला, "वाह! आज फिर से स्टाइलिश कुक के हाथ का टेस्टी खाना मिलेगा।"

    कोमल डाइनिंग टेबल अरेंज ही कर रही थी। उसे देखकर आहीर बोला, "अरे आप स्टाइलिश कपड़े ही पहना करें, आप पर सूट करते हैं।" क्योंकि अब कोमल बाकी सर्वेंट जैसे कपड़े पहनने लगी थी।

    आहीर इधर-उधर देखकर बोला, "अरे वो कहाँ है?"

    डेविड बोला, "कौन? वो छोटी शेरनी!"

    आहीर मुस्कुराकर बोला, "नाइस नेम।" इतने में उन्हें उछलते-कूदते आती हुई निक्कू दिखती है। निक्कू उन्हें देखकर बोली, "अरे क्यूट और बुद्धू अंकल आप दोनों!"

    पीछे से जिमी बोला, "अरे मैं भी हूँ!"

    फिर जॉन बोला, "और मैं भी!"

    निक्कू हँसने लगती है।


    सब एक साथ बैठकर डिनर करते हैं। नार्को इवनिंग वाले बिहेवियर के लिए थोड़ा गिल्ट फील कर रहा था, लेकिन सॉरी बोलना तो उसकी डिक्शनरी में था ही नहीं।


    कोमल उन सब के डिनर करने के बाद डिनर करती है।


    अगली सुबह


    हर रोज की तरह सब रेडी होकर अपने काम पर निकल गए।

    कोमल रेस्टोरेंट गई और निक्कू स्कूल।

    कोमल का दिन रेस्टोरेंट में बहुत अच्छा गुज़र रहा था।


    दोपहर में नार्को का फ़ोन रिंग करता है। नार्को फ़ोन उठाता है तो सामने से निक्कू थोड़ी घबराई आवाज़ में बोली, "पापा, आप जल्दी से मेरे स्कूल आ जाओ।"

    नार्को बोला, "तुम इतनी घबराई हुई क्यों हो? डोंट वरी, मैं अभी आता हूँ।"

    नार्को कार लेकर निक्कू के स्कूल पहुँचता है।


    आखिर क्या हुआ होगा निक्कू के साथ? जानने के लिए पढ़ते रहिये।

  • 19. broken threads - Chapter 19

    Words: 1070

    Estimated Reading Time: 7 min

    नार्को फुल स्पीड से कार चला के निक्कू की स्कूल पहुंचता है ।
    और प्रिंसिपल ऑफिस मै जाता है वहा प्रिंसिपल, एक फीमेल टीचर, एक मेल टीचर   निक्कू के क्लास के कुछ बच्चे, एक निक्कू से लगभग 3 साल बड़ा  9 साल का लडका जिसने कस के अपनी मां की सारी का पल्लू पकड़ रखा था उनके सामने निक्कू खड़ी थी निक्कू नार्को को बेबस नजर से देखती है।नार्को के आते ही उस बच्चे की मां बोलती है तो आप है इस बिगड़ेल लड़की के  गार्जेन कैसे संस्कार दिए है आपने इसे मेरे बच्चे की क्या हालत कर दी है इसने , नार्को उस बच्चे को देखता है जिसकी नाक पर छोटी सी पट्टी बंधी थी और गाल एक तरफ से सूजा हुआ था।प्रिंसिपल उस औरत को शांत करवाते हैं, लेकिन वो प्रिंसिपल की बात सूने बीना निक्कू की तरफ बढ़ती है निक्कू अपनी आंखे बंद कर लेती है वो औरत उस पर हाथ उठाती है नार्को उसका हाथ बिच मै रोक लेता है, ।नार्को पहले उस लड़के के पास जाता है और बोलता है क्या हुआ बेटा आपको क्यों मारा इसने

    । तो वो लड़का कुछ नही बोलता तभी उसके पिछे खड़ा लडका बोलता है मै बताता हूं अंकल ये विजय निक्कू को बोल रहा था, तू झुटी है तेरे पास पापा नही है फिर भी तुमने हम सबको झूट बोला।

    नार्को निक्कू को देख कर बोलता है बच्चा आपने इतनी सी बात पर इस पर हाथ उठाया तो निक्कू ने ना मै गर्दन हिला दी और उसकी आंख से आंसु की कुछ बूंदे उसके फेस पर जा गिरी।वो लडका आगे बोलता है फिर निक्कू मुड़ कर जाने लगी तो इसने उसका हाथ पकड़ लिया।

    तो निक्कू को गुस्सा आ गया, निक्कू ने अपना हाथ छुड़वा लिया तो ये उसके सामने जाके खड़ा हो गया और बोला तेरी मम्मी ने ही तुझे झूट बोलना सिखाया होगा , तेरी मम्मी भी तुम्हारी जैसी होगी जो हर किसी कोअपना हसबैंड बोलती होगी इसलिए तू हर किसी को अपना पापा बोलती है , इसलिए निक्कू ने इसे बहुत मारा।

    इस बात पर निक्कू की क्लास टीचर बोलती है, मिसेज शर्मा संस्कार आपके बेटे मै नही है आपने बेवजह एक मासूम बच्ची पर हाथ उठाया। वो लेडी एक बार नार्को को देखती है जिसकी आंखे गुस्से से लाल हो गई थी। वो जल्दी जाके घुटनो के बल बैठकर nikku से माफी मांगती है।

    निक्कू उन्हे बीना नजर उठाए बोलती है आंटी आपने मुझे नाजायज क्यों बोला? आपकी ममा ने आपको मैनर्स नही सिखाए, और फिर निक्कू अपनी झुकी नजरो को उठाकर उस लेडी को देखती है ओर फिर उसकी नीली आंखों से मोतियों जैस आंसु बहने लगे।

    नार्को बोलता है " i think manners की जरूरत आपकों है, आप भी सीखे और अपने बेटे को भी सिखाए, एक औरत की इज्जत कैसे करनी चाहिए। और हां साथ मै अपने बेटे को कुछ अच्छा खिलाइए इसने अपनें से इतनी छोटी बच्ची से मार खा ली।"

    फिर नार्को निक्कू को अपनी गोद मैं उठा लेता है, और बाहर ले जाता है।नार्को बोलता doll घर चले तो निक्कू बोलती है नही मम्मी रीजन पूछेंगी तो क्या बोलूंगी तो नार्को बोलता है "  okay तो आज हम कहीं और घूम के आते हैं"

    और एक टीचर निक्कू का स्कूल बैग नार्को के हाथ मै दे देती है। नार्को कार मै बैठ कर निक्कू का cute सा फेस देखता है जिस पर daily एक प्यारी सी मुस्कान रहती है और आज वो बहुत मुरझाया हुआ था, निक्कू के एक गाल पर थपड़ के भी निसान दिख रहे थे ।
    नार्को निक्कू का मूड लाइट करने के लिए बोलता, " वाह डॉल तुमने इतने बड़े लड़के को पीट दीया, i am proud of you my princess "

    तो निक्कू बोलती है, ये तो मेने उसे जान से नही मारा उसकी टीम के लड़के आ गए बिच मै, और वो टीचर मुझे ही डाट रही थी । तो नार्को पूछता है तुम्हे बुरा लगा टीचर का डाट ना तो निक्कू ना मै गर्दन हिला कर बोलती है नही। उस बतमीज लड़के और उसकी मम्मी की वजह से बुरा लगा, तो नार्को बोलता है उन्हे तो अब सबक सिखा दिया ना, गलती सब से हो सकती है बड़ों से छोटे से, और फिर उस आंटी ने sorry भी तो बोल दीया तो निक्कू रूखे स्वर मै ही बोलती है " हम्मम"!
    नार्को और निक्कू घूमने के लिए waterpark जाते है, और फिर निक्कू के फेवरेट मोमोज खाने।मीनाक्षी ने अपने एक आदमी को निक्कू पर नजर रखने के लिए कहा था, जैस ही उसे ये पता चला की निक्कू नार्को के साथ पूरे मुम्बई शहर मै घूम रही है उसका खून खोल उठा, वो मन ही मन मै ठान लेती है वो आज शाम को ही नार्को के घर जाकर निक्कू को सबक सिखाएगी और साथ मै उसकी मम्मी को भी।
    नार्को और निक्कू स्कूल की छूटी के टाइम घर आ गए।
    कोमल ने निक्कू की ड्रेस चेंज की ओर उसे मैगी बना के दी। जब निक्कू मैगी खा रही थी तो कोमल ने उसके फेस को गौर से देखा, कोमल ने पूछा "निक्कू तुम्हारे फेस पर थपड़ किसने मारा, उंगलियों के निसान बने हैं" ।
    ये सुनकर निक्कू ने सोफे पर बैठे नार्को को देखा और फिर बोली " डूड मैने home work की हैंडराइटिंग बहुत गंदी लिखी थी तो टीचर ने मारा, आप ना डाट लगाना उसे, आपकी बेटी को क्यो मारा,।
    " नार्को निक्कू की पूरी बात सुनकर थोड़ा शोक हो जाता है ये खुद चाहती है इसकी मम्मी टीचर से पूछे, लेकिन कोमल का जवाब सुनकर नार्को का डाउट क्लियर हो गया"
    कोमल ने कहा " अच्छा किया उन्होंने, पूरा ध्यान तो तुम्हारा video game मै रहता है home work के लिए इतने busy schedule मै टाइम कहा, मै और लगाऊंगी अब एक खींच के "
    इस पर nikku innocent face बनाकर बची हुई मैगी खाने लगती है,। 
    तभी उनके घर की बेल बजती है, एक सर्वेंट door open करती है और गुस्से से लाल हुई मीनाक्षी घर मै एंटर होती है।
    कोमल उसके कपडे देख कर ये तो समझ गई ये शायद नार्को की कोई रिश्तेदार हैं।
    मीनाक्षी ने नार्को पर ध्यान नही दीया, उसे सिर्फ हॉल के बीचों बिच लगी डाइनिंग टेबल पर निक्कू और कोमल दिखी।
    मीनाक्षी उनके पास जाती है और निक्कू की मैगी बाउल को जमीन पर पटक देती है।
    ये देख कर कोमल की आंखे बडी हो जाती है, नार्को भी गुस्से से मीनाक्षी को ही घूर रहा था।
    क्या करेंगी मीनाक्षी? ओर नार्को इसकी सजा कैसे देगा उसे ?
    Thank you

  • 20. broken threads - Chapter 20

    Words: 1056

    Estimated Reading Time: 7 min

    निक्कू ने अपनी मैगी फर्श पर बिखरी देखकर गुस्से से मीनाक्षी को देखा और बोली, "यू विलेन आंटी!😡 आपको पता नहीं खाने की इज़्ज़त करनी चाहिए। वरना गॉड जी बुरा मान जाते हैं। आपकी मम्मी ने नहीं सिखाया?"

    मीनाक्षी का गुस्सा हर सेकंड बढ़ रहा था। वह निक्कू को मारने के लिए हाथ उठाने ही वाली थी कि कोमल ने उसका हाथ पकड़ लिया और बोली, "आप कौन हैं? और आपकी हिम्मत कैसे हुई मेरी बेटी पर हाथ उठाने की?"

    मीनाक्षी ने कोमल को देखकर कहा, "तुम्हें हिम्मत कहाँ दिखी है अभी? और मेरे पति के घर में रहती हो और मुझसे सवाल-जवाब कर रही हो?"

    यह सुनकर कोमल ने मीनाक्षी का हाथ छोड़कर नार्को को देखा। नार्को भी तब तक उठकर निक्कू के पास आ गया था। निक्कू बिखरी हुई मैगी को वापस बाउल में डाल रही थी। नार्को घुटनों के बल बैठकर बोला, "डॉल, ये कोई और सर्वेंट कर लेगा।"

    "नहीं पापा। मम्मा ने बोला है, अगर हम खाने की इज़्ज़त करते हैं तो बदले में खाना भी हमारी इज़्ज़त करता है। इसे वेस्ट भी नहीं करना चाहिए और डिज़रेस्पेक्ट भी नहीं।"

    यह सुनकर नार्को के चेहरे पर एक छोटी सी मुस्कान आ गई। मीनाक्षी एकटक नार्को और निक्कू को देख रही थी। उसने नार्को से कहा, "क्या रिश्ता है तुम्हारा इस बच्ची से और इस औरत से?"

    यह सुनकर कोमल ने आँखें बड़ी करके मीनाक्षी को देखा और बोली, "आपको कोई गलतफ़हमी हुई है। मैं यहाँ काम करती हूँ। हमारा कोई रिश्ता नहीं है।"

    मीनाक्षी: "ओह, रियली? मुझे लगता है तुम्हारी आँखें ख़राब हैं, दिख नहीं रहा तुम्हारी बेटी उसे पापा बोल रही है।"

    कोमल: "लेकिन वो बच्ची है।"

    मीनाक्षी: "लेकिन तुम तो एडल्ट हो। तुम्हें शर्म नहीं आती शादीशुदा आदमी को अपने जाल में फँसा रही हो?"

    यह सुनकर नार्को गुस्से से बोला, "बस! बहुत हो गया।"

    मीनाक्षी ने फीकी हँसी के साथ कहा, "ओह, तो ये तुम्हारी मिस्ट्रेस है, जो तुम्हें इसकी इन्सल्ट पर इतना गुस्सा आ रहा है?"

    इतना ही सुनते ही कोमल ने खींचकर मीनाक्षी को एक थप्पड़ मार दिया और दाँत पीसते हुए बोली, "अपनी गंदी जुबान और गंदी सोच पर काबू रखिए, मिस! बिना जानकारी के आपको कोई हक़ नहीं किसी को जज करने का। आइन्दा सोच-समझकर अपना मुँह खोलिएगा मेरे सामने! आपको शर्म नहीं आती इतनी छोटी बच्ची के सामने इतनी बेहूदा बातें कहने में?"

    फिर कोमल ने नार्को को देखकर कहा, "सॉरी सर, मेरी वजह से मिसअंडरस्टैंडिंग क्रिएट हो गई आप और आपकी वाइफ़ के बीच।"

    निक्कू मासूम चेहरा बनाकर कभी कोमल को, कभी नार्को को देख रही थी। उसे मीनाक्षी की बात समझ नहीं आ रही थी। लेकिन उसकी समझने की क्षमता इतनी तेज थी कि उसे यह समझ आ गया था कि उसकी मम्मी को किस शब्द से गुस्सा आया है, क्योंकि आम तौर पर कोमल इतनी जल्दी अपने गुस्से पर काबू नहीं खोती।

    नार्को ने मीनाक्षी को देखकर कहा, "आई थिंक तुम कुछ ज़्यादा ही आगे का सोच रही हो, एंड 'माई वाइफ़' ये तो जैसे तुम्हारा फेवरेट डायलॉग बन गया है। चलो, तुम्हारा ये वहम दूर कर देते हैं। लेट्स गो, हम कोर्ट चलेंगे।"

    यह सुनकर कोमल और मीनाक्षी दोनों का मुँह खुला का खुला रह गया। मीनाक्षी हिचकिचाते हुए बोली, "न...न...नो...नार्को, तुम मेरे साथ ऐसा नहीं कर सकते। हमारा सात साल पुराना रिश्ता है।"

    नार्को बोला, "ओह, अच्छा? तुम इन सात सालों को टोटल मिलाकर बताओ सात घंटे भी हम साथ रहे हैं?"

    "चलो अब!!"

    कोमल ने नार्को को रोकते हुए कहा, "सर, आप इतना बड़ा कदम कैसे उठा सकते हैं? आई नो, रिलेशन में ट्रस्ट बहुत इम्पॉर्टेंट है, लेकिन एक बार शक करने से ही आप सीधा कोर्ट नहीं जा सकते।"

    नार्को गुस्से से कोमल को देखकर बोला, "तुम्हें इससे मतलब नहीं होना चाहिए। इसने मेरी डॉल को जो बोला है उसके बाद तो अगर इसकी जान भी ले लूँ तो वो कम होगा।"

    फिर नार्को ने निक्कू की तरफ़ देखकर थोड़ा मुस्कुराया। निक्कू भी मुस्कुराते हुए नार्को को अपने पास आने का हाथ से इशारा करती है, क्योंकि उसे लग रहा था उसने अपनी एक्साइटमेंट कुछ ऐसा कोमल के सामने ना बोल दे जिससे उसे गुस्सा आ जाए!

    नार्को निक्कू के पास गया तो निक्कू ने उसे झुकने का इशारा किया। नार्को घुटनों के बल बैठ गया। निक्कू ने उसके कान में फुसफुसाते हुए कहा, ""यू आर द बेस्ट पापा ऑफ़ होल वर्ल्ड🌍💞 आई लव यू सो मच💜""

    यह सुनकर नार्को को मानो दुनिया की कितनी बड़ी खुशी मिल गई थी। वो कस के निक्कू को हग कर लेता है और बोलता है, "आई लव यू टू, थ्री, फोर, फाइव एंड ∞ इन्फिनिटी माई क्यूट डॉल💓😘।"

    कोमल को कुछ समझ नहीं आ रहा था कि वो क्या करे। एक तरफ़ उसकी बेटी थी, जिसके लिए वो मीनाक्षी जैसी दुनिया की कितनी ही लड़कियों से लड़ सकती है, दूसरी तरफ़ उसे बहुत बुरा लग रहा था कि उसकी वजह से किसी का बसा-बसाया घर ना उजड़ जाए।

    नार्को ने निक्कू के माथे पर किस किया और मीनाक्षी को चलने का इशारा किया। मीनाक्षी बोली, "नो...नार्को, मैं कभी तुम्हें तलाक नहीं दूंगी।"

    नार्को ने उसका हाथ कस के पकड़कर बोला, "मेरे सब्र का इम्तिहान मत लो। अगर मैं अपनी पर आ गया तो शायद मुझे भी नहीं पता मैं तुम्हारा क्या हाल करूँगा। नार्को अच्छों के साथ बहुत अच्छा और बुरों के साथ...ओनली बुरा नहीं, वोर्स्ट, अंडरस्टैंड?"

    "अब चुपचाप चलो।"

    नार्को की धमकी सुनकर मीनाक्षी चुपचाप नार्को के साथ जाने लगी। उनके बाहर जाते ही कोमल ने निक्कू को गले लगा लिया।

    निक्कू बोली, ""डोंट वरी मम्मा, एवरीथिंग इज़ फाइन😊""

    कोमल ने गर्दन हिलाकर कहा, "जाओ गार्डन में अपने न्यू फ़्रेंड के साथ खेलो।"

    निक्कू: "मम्मी, उसका नाम मैंने कुकी रखा है। कैसा है?"

    कोमल ने निक्कू के सर पर हाथ फेरकर कहा, "बहुत प्यारा है।"

    फिर निक्कू बाहर चली गई। कोमल जब भी टेंशन में होती है उसे कुकिंग करना अच्छा लगता है, क्योंकि जब वो बिजी हो जाती है तो कुछ देर के लिए अपनी प्रॉब्लम्स भूल जाती है। कोमल किचन में चली जाती है।

    क्या नार्को सच में दे देगा मीनाक्षी को तलाक? जानने के लिए पढ़ते रहिए।